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1 (ययय 1 ययययय, 2012 यय ययययययय) आआआआ आआआआ आआआआआआआ, 1987 (1987 आआ 53) (23 यययययय, 1987) आआआआआआआआ आआ आआआआआआआ आआ आआआआआआआआआ, आआआआआ, आआआआ आआ आआआ आआआआआआआआ आआ आआआआ आआआआआआ आआआआआआ आआआआआ आआ आआआ आआआआआआ आआआआआआ आआ आआआ आआआ आआआआआ आआआआ आआ आआआ आआ आआआआ आआ, आआआआआआआआआ आआआआ आआआआ आआ आआआ आआ आआआआआ आआआआ, आआआआ आआ आआआ आआ आआआआ आआआआआआ आआ आआआआ आआआआआआआआ आआआआआआ आआ आआआआआ आआआआ आआ आआआ आआआआआआआ यय ययययययययय यययय ययय यययय यययययय यययययययययय ययय ययय यय ययययययययय यय:- -1 आआआआआआआआआ 1. आआआ , आआ आआआआआआआ- (1) यय ययययययययय ययय ययययययययय यययय यययय ययययययय, 1987 यय (2) ययय ययययययय यययय यय यय(3) यय यय ययययय 1 यययययययय यययय यय ययययययययय ययययय, ययययययय ययय यययययययय यययययय, ययय यय यय ययययययय यय ययययय- ययययययय यय ययय यययय- ययययययय यययय यय यय यययययय ययय यय ययययययय यय ययययययय यय ययययय यययय ययययय यय यययय ययययययय यय यय यययय ययययय ययययय यय यय यय ययययय यय यययययययय यययय यय ययययय ययययययय यय2. आआआआआआआआआ- ययययययय ययय यय यय यय यययययय यय यययययय यययययययय य यय,- () ''ययययय'' यय यययय 6 ययययययययय यययय यययय यय यययययय ययययय यययययययय यय: () '' '' यय यययय 6 ययययययय ययययय यय ययययययय यययययययय यय: () ''यययययय'' यय यययय 6 यययय ययययययय यययययय यययययययय यय: () '' ययययय यययययय'' यययययययय ययय यययययय यय, यययय यय यययययय यय यय य यय, ययययययययय यययय यय ययय यययय यययययययययय: ययययययययययय: ययययय ययययय यय यययययय यययय यय यय ययययय ययययय 2 ययय यययययय यययय यय; 1 ययययययय यय ययय यययययययय, यययययय V यय यययययय (3) यय यययय 49 यय यययययय 9 ययययय, 1988 यय यययय ययय, ययययय- यययययय ययय 684 (.) यययययययय 9 ययययय, 1988 यययय यय ययययययय, ययययययय, ययय-2, यययय 3 (ii) यययययय V ययय यय यययय 49 1 ययय, 1989 यय यययय ययय, ययययय यययययययय यय ययय 394 (.) यययययययय 1 ययय,1989 यययय ययययययय, ययययययय, ययय- II, यययय-3 2 ययय यययययययय यययय 2000 यय ययययययय यय 15,यययय 2 यययययय यययययययययययय (12 ययय,2000 यय यययय)

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1

(यथा 1 जुलाई, 2012 तक संशोधि�त)

राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍अधि�नि�यम, 1987(1987 का‍53)

(23 दि�संबर, 1987)

आवास‍निवत्त‍संस्‍थाओं‍का‍स्‍था�ीय‍और‍प्रादेशि�क, दो�ों, स्‍तरों‍परसंव�$�‍कर�े‍और‍ऐसी‍संस्‍थाओं‍को‍निवत्तीय‍और‍अन्‍य‍सहायता‍उपलब्‍�‍करा�े‍के‍धिलए‍प्र�ा�‍अशि,करण‍के‍रूप‍में‍काय$‍कर�े‍के‍धिलए‍एक‍बैंक‍को, जो‍राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍के‍�ाम‍से‍ज्ञात‍होगा, स्‍थाप�ा‍कर�े‍के‍धिलए‍और‍उससे‍संबद्ध‍या‍उसके‍आ�ुषंनिगक‍निवषयों‍का‍उपबं�‍कर�े‍के‍धिलए‍अधि�नि�यम‍

भारत गणराज् य के अड़तीसवें वर्ष में संस� द्वारा नि$म् $लिलखि(त रूप में यह अधि�नि$यधिमत हो:-

अध् याय-1

प्रारंशि,क1. संशि6प्‍त‍�ाम, निवस्‍तार‍और‍प्रारं,-

(1) इस अधि�नि$यम का संक्षि/प् त $ाम राष् ट्रीय आवास बैंक अधि�नि$यम, 1987 है। (2) इसका निवस् तार संपूण भारत पर है।

(3) यह उस तारी(1 को प्रवृत्त होगा जो केन् द्रीय सरकार, राजपत्र में अधि�सूच$ा द्वारा, नि$यत करे और इस अधि�नि$यम के क्षिभन् $-क्षिभन् $ उपबं�ों के लिलए क्षिभ$$-क्षिभन् $ तारी(ें नि$यत की जा सकें गी तथा इस अधि�नि$यम के प्रारंभ के प्रनित निकसी उपबं� के निकसी नि$�Fश का यह अथ लगाया जाएगा निक वह उस उपबं� के प्रवृत्त हो$े के प्रनित नि$�Fश है।

2. परिर,ाषाए-ं इस अधि�नि$यम में जब तक निक सं�भ से अन् यथा अपेक्षि/त $ हो,-

(क) ''बोर्ड '' से �ारा 6 में नि$र्दि�Iष् ट राष् ट्रीय आवास बैंक का नि$�ेशक बोर्ड अक्षिभप्रेत है:

(() ''अध् य/'' से �ारा 6 के अ�ी$ नि$युक् त बोर्ड का अध् य/ अक्षिभप्रेत है:

(ग) ''नि$�ेशक'' से �ारा 6 के अ�ी$ नि$युक् त नि$�ेशक अक्षिभप्रेत है:

(घ) ''आवास निवत्त संस् था'' के अंतग त प्रत् येक ऐसी संस् था है, चाहे वह नि$गधिमत हो या $ हो, जो प्र�ा$तया आवास के लिलए चाहे प्रत् य/त: या अप्रत् य/त: निवत्त उपलब् � करा$े का कारबार करती है या जिजसका मुख्य 2उदे्दश् य ऐसा कारबार कर$ा है;

1 अधि�नि$यम के सभी प्राव�ा$, केवल अध् याय V और उप�ारा (3) के �ारा 49 को छोड़कर 9 जुलाई, 1988 से लागू हैं, �े(ें-अधि�सूच$ा संख् या एसओ 684 (र्ड.) दि�$ांनिकत 9 जुलाई, 1988 भारत का राजपत्र, असा�ारण, भाग-2, �ारा 3 (ii) और अध् याय V तथा उप �ारा 49 1 जू$, 1989 से लागू हुए, �े(ें अधि�सूच$ा सं एसओ 394 (र्ड.) दि�$ांनिकत 1 जू$,1989 भारत राजपत्र, असा�ारण, भाग- II, �ारा-3 2 इसके मूल उदे्दश् य हेतु 2000 के अधि�नि$यम सं 15,�ारा 2 के द्वारा प्रनितस् थानिपत (12 जू$,2000 से लागू)

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(र्ड.) ''प्रबं� नि$�ेशक'' से �ारा 6 के अ�ी$ नि$युक् त प्रबं� नि$�ेशक अक्षिभप्रेत है:

(च) ''राष् ट्रीय आवास बैंक'' से �ारा 3 के अ�ी$ स् थानिपत राष् ट्रीय आवास बैंक अक्षिभपे्रत है:

(छ) ''अधि�सूच$ा'' से राजपत्र में प्रकालिशत अधि�सूच$ा अक्षिभप्रेत है:

(ज) ''निवनिहत'' से इस अधि�नि$यम के अ�ी$ ब$ाए गए निवनि$यमों द्वारा निवनिहत अक्षिभप्रेत है:

(झ) ''रिरजव बैंक'' से भारतीय रिरज़व बैंक अधि�नि$यम, 1934 (1934 का 2) की �ारा 3 के अ�ी$ गदिZत भारतीय रिरज़व बैंक अक्षिभप्रेत है:

(ञ) उ$ शब् �ों और प�ों के, जो इसमें प्रयुक् त हैं और इस अधि�नि$यम में या भारतीय रिरज़व बैंक अधि�नि$यम, 1934 (1934 का 2) में परिरभानिर्षत $हीं है, किकIत ु बैंककारी निवनि$यम$ अधि�नि$यम, 1949 (1949 का 10) में परिरभानिर्षत हैं, वही अथ होंगे जो बैंककारी निवनि$यम$ अधि�नि$यम, 1949 में हैं।

अध् याय 2राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍की‍स्‍थाप�ा‍और‍उसकी‍पंूजी

3. राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍की ‍स्‍थाप�ा ‍और‍उसका‍ नि�गम�- (1) ऐसी 1तारी( स े जो केन् द्रीय सरकार, अधि�सूच$ा द्वारा, नि$यत करे इस अधि�नि$यम के प्रयोज$ों के लिलए एक बैंक की स् थाप$ा की जाएगी जो राष् ट्रीय आवास बैंक के $ाम से ज्ञात होगा।

(2) राष् ट्रीय आवास बैंक शाश् वत उत्तराधि�कार और सामान् य मुद्रा वाला पूव_क् त $ाम एक नि$गधिमत नि$काय होगा और इस अधि�नि$यम के उपबं�ों के अ�ी$ रहते हुए उसे संपक्षित्त का अज $, �ारण और व् यय$ कर$े की तथा संनिव�ा कर$े की शलिa होगी और उस $ाम से वह ला� ला सकेगा और उस पर वा� लाया जा सकेगा।

(3) राष् ट्रीय आवास बैंक का प्र�ा$ काया लय मुम् बई या अन् य ऐसे स् था$ पर होगा जो रिरज़व बैंक, अधि�सूच$ा द्वारा, निवनि$दि�ष् ट करे।

(4) राष् ट्रीय आवास बैंक भारत में निकसी स् था$ पर और रिरज़व बैंक के पूव अ$ुमो�$ से भारत के बाहर निकसी स् था$ पर काया लय, शा(ाए ंया अक्षिभकरण स् थानिपत कर सकेगा।

4. पंूजी‍2''4. (1) राष् ट्रीय आवास बैंक की प्राधि�कृत और समा�त्त पूंजी ती$ अरब पचास करोड़ रूपए होगी:

परंतु केन् द्रीय सरकार, रिरज़व बैंक के परामश से, अधि�सूच$ा द्वारा, प्राधि�कृत पूंजी को बढ़ाकर बीस अरब रूपए तक कर सकेगी।

(2) बोर्ड , ऐसे नि$बं�$ों और शतc पर, जो समय-समय पर उसके द्वारा अव�ारिरत की जाए, रिरज़व बैंक, केन् द्रीय सरकार, अ$ुसूलिचत बैंकों, लोक निवत्तीय संस् थाओं, आवास निवत्त संस् थाओं या ऐसी अन् य संस् थाओं को जो केन् द्रीय सरकार द्वारा अ$ुमोदि�त की जाएं, बढ़ी हुई प्राधि�कृत पंूजी नि$ग धिमत कर सकेगा: परंतु पुरो�ृत पूंजी में कोई भी बढ़ोतरी ऐसी रीनित से $हीं की जाएगी जिजससे रिरज़व बैंक, केन् द्रीय सरकार, पब्लिब्लक सैक् टर बैंक, लोक निवत्तीय संस् थाए ंया केन् द्रीय सरकार के स् वाधिमत् वा�ी$ या नि$यंत्रणा�ी$ अन् य संस्

1 राष् ट्रीय आवास बैंक 9 जुलाई 1988 को स् थानिपत निकया गया, �े(ें अधि�सूच$ा सं एसओ 685 (र्ड.) दि�$ांनिकत 9 जुलाई, 1988, भारत का राजपत्, असा�ारण, भाग-II ए �ारा-3 (II)

2 2000 के अधि�नि$यम सं. 15 (12 जू$, 2000 से लागू) के द्वारा नि$म् $ांनिकत हेतु प्रनितस्थानिपत-

4 राष् ट्रीय आवास बैंक की प्राधि�कृत एवं प्र�त्त पंूजी एक सौ करोर््ड रूपए होगी रिरजव बैंक के द्वारा अक्षिभ�त्त होगी;यह भी निक भारत सरकार, रिरजव बैंक के साथ परामश से, अक्षिणसूच$ा के द्वारा उक् त प्र�त्त पंूजी को पांच सौ करोर््ड तक बढ़ा सकती है और बढ़ाई गई पंूजी भी रिरजव बैंक द्वारा अक्षिभ�त्त होगी

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3

थाएं, निकसी समय कुल धिमलाकर राष् ट्रीय आवास बैंक की पुरो�ृत पूंजी के इक् याव$ प्रनितशत से कम �ारिरत करें।''

अध् याय 3राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍का‍प्रबं�

5. प्रबं�- (1) राष् ट्रीय आवास बैंक के काया कलाप और कारबार का सा�ारण अ�ी/ण, नि$�ेश$ और प्रबं� नि$�ेशक बोर्ड में नि$निहत होगा जो ऐसी सभी शलिaयों का प्रयोग तथा ऐसे सभी काय और बातें करेगा, जिज$का प्रयोग राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा निकया जा सकता है या जिजन् हें राष् ट्रीय आवास बैंक कर सकता है।

(2) इस अधि�नि$यम के उपबं�ों के अ�ी$ रहते हुए, बोर्ड अप$े कृत् यों का नि$व ह$ कर$े में, लोकनिहत का सम् यक ध् या$ र(ते हुए कारबार के लिसद्धांतों पर काय करेगा।

(3) उप�ारा (1) के उपबं�ों के अ�ी$ रहते हुए और इस अधि�नि$यम के अ�ी$ ब$ाए गए निवनि$यमों मे जैसा अन् यथा उपबंधि�त है, उसके लिसवाय-

(क) 1यदि� अध् य/, अध् य/ और प्रबं� नि$�ेशक �ो$ों प�ों को �ारण करता है, तो अध् य/, या (() यदि� अध् य/ अ$ुपब्लिस्थत हे, तो प्रबं� नि$�ेशक,

को भी राष् ट्रीय आवास बैंक के काय कलाप और कारबार के सा�ारण अ�ी/ण, नि$�ेशक और प्रबं� की शलिaयां प्राप् त होंगी और वह ऐसी सभी शलिaयों का प्रयोग तथा ऐसे सभी काय और बातें कर सकेगा जिज$का प्रयोग राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा निकया जा सकता है और जिजन् हें राष् ट्रीय आवास बैंक कर सकता है और वह लोकनिहत का सम् यक ध् या$ र(ते हुए कारबार के लिसद्धांतों पर काय करेगा।

(4) प्रबं� नि$�ेशक, अप$ी शलिaयों का प्रयोग और कृत् यों का नि$व ह$ कर$े में ऐसे नि$�ेशों का अ$ुसरण करेगा जो अध् य/ उसे �े।

(5) राष् ट्रीय आवास बैंक, इस अधि�नि$यम के अ�ी$ अप$े कृत् यों का नि$व ह$ कर$े में, $ीनित के उ$ निवर्षयों के बारे में, जिज$में लोकनिहत अंतर्ग्र स् त हो, ऐसे नि$�ेशों का अ$ुसरण करेगा जो रिरज़व बैंक के परामश स े केन् द्रीय सरकार या रिरज़व बैंक उसे लिलखि(त रूप में �े।

6. नि�दे�क‍बोर्ड$- (1) राष् ट्रीय आवास बैंक का नि$�ेशक बोर्ड नि$म् $लिलखि(त से धिमलकर ब$ेगा, अथा त्:- (क) अध् य/ और प्रबं� नि$े�ेशक परन् तु एक ही व् यलिa को अध् य/ और प्रबं� नि$�ेशक नि$युक् त निकया जा सकेगा;

(() 2�ो नि$�ेशक, जो आवास, वास् तुकला, इंजीनि$यरी, समाजशास् त्र, निवत्त, निवधि�, प्रबं� और नि$गधिमत योज$ा या निकसी अन् य /ेत्र में ऐसे निवशेर्षज्ञ हों, जिज$का निवशेर्ष ज्ञा$ राष् ट्रीय आवास बैंक के लिलए उपयोगी समझा जाता है;

(ग) 3�ो नि$�ेशक, जिज$के पास आवास के लिलए नि$धि�या ं उपलब् � करा$े में या आवास निवकास में लगी हुई संस् थाओं के काय करण का अ$ुभव$ है।

(गक) �ो नि$�ेशक, जो रिरज़व बैंक, केन् द्रीय सरकार और केन् द्रीय सरकार के स् वाधिमत् वा�ी$ या नि$यंत्रणा�ी$ अन् य संस् थाओं से क्षिभन् $ शेयर�ारकों द्वारा ऐसी रीनित में, जो निवनिहत की जाए, नि$वा लिचत निकए जाएगें;''

(घ) �ो नि$�ेशक, रिरज़व बैंक के नि$�ेशकों में से होंगे;

(र्ड.) ती$ नि$�ेशक, केन् द्रीय सरकार के प�ा�ारिरयों में से होंगे। (च) �ो नि$�ेशक, राज् य सरकार के प��ारिरयों में से होंगे।

1 2000 के अधि�नि$यम सं. 15 �ारा 3 (12 जू$, 2000 से लागू) के द्वारा नि$म् $ांनिकत हेतु प्रनितस् थानिपत- ''(क) अध् य/ (चेयरमै$), यदि� इस काया लय को �ो$ों, अध् य/ एवं प्रबं� नि$�ेशक के रूप में काया लय �ारिरत करता है, यदि� अध् य/ अ$ुपब्लिस्थत होता है- 2 2000 के अधि�नि$यम सं. 15 �ारा 5 (क) (I) (12 जू$ 2000 से लागू) के द्वारा ती$ �शकों हेतु प्रनितस् थानिपत3 2000 के अधि�नि$यम सं. 15 �ारा 5 (क) (II) (12 जू$ 2000 से लागू) के द्वारा ती$ �शकों हेतु प्रनितस् थानिपत- ''(ज)'' ती$ नि$�ेशक'' वे व् यलिa, जिजन् हें आवास हेतु नि$धि�यां उपलब् � करा$े जैसे संस् था$ का अ$ुभव हो या आवास निवकास के संबंद्ध हो''

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(2) अध् य/, प्रबं� नि$�ेशक और अन् य नि$�ेशकों1 (�ारा (गक) और (घ) में सं�र्भिभIत नि$�ेशकों को छोर्डकर) को रिरजव बैंक के परामश से भारत सरकार द्वारा नि$युक् त निकया जाएगा और �ारा (घ) में सं�र्भिभIत नि$�ेशकों को रिरजव बैंक द्वारा $ामांनिकत निकया जाएगा।

7. अध्‍य6, प्रबं�‍नि�दे�क‍और‍अन्‍य‍नि�दे�कों‍की‍पदावधि�, सेवा-�त=, आदिद- (1) अध् य/ और प्रबं� नि$�ेशक, पांच वर्ष से अधि�क की ऐसी अवधि� तक प� �ारण करेंगे और ऐसे वेत$ और भत् ते प्राप् त करेंगे तथा सेवा के ऐसे नि$बं�$ और शतc द्वारा शालिसत होंगे जो के$द्रीय सरकार, रिरज़व बैंक से परामश करके, निवनि$र्दि�Iष् ट करे और इस प्रकार नि$युक् त पु$र्नि$Iयुलिa के लिलए पात्र होगा;परन् तु यथाब्लिस्थनित, अध् य/ या प्रबं� नि$�ेशक, अप$ी प�ावधि� का अवसा$ हो जा$े पर भी तब तक �ारण करता रहेगा जब तक निक उसका उत्तरवतm अप$ा प� र्ग्रहण $हीं कर लेता है।

(2) �ारा 6 की उप�ारा (1) के (ंर्ड ((), (ंर्ड (ग) और (ंर्ड (गक) में2 नि$र्दि�Iष् ट नि$�ेशक ती$ वर्ष की अवधि� तक प� �ारण करेंगे;3

परन् तु ऐसा कोई नि$�ेशक अप$ी प�ावधि� का अवसा$ हो जा$े पर भी तब तक प� �ारण करता रहेगा जब तक निक उसका उत्तरवतm अप$ा प� र्ग्रहण $हीं कर लेता है।

(3) केन् द्रीय सरकार, रिरज़व बैंक से परामश करके, अध् य/ या प्रबं� नि$�ेशक या उप�ारा (2) में नि$र्दि�Iष् ट निकसी अन् य नि$�ेशक को, उसकी प�ावधि� के अवसा$ के पूव निकसी भी समय उसे, उसके प्रस् तानिवत हटाए जा$े के निवरूद्ध कारण �र्शिशIत कर$े का युलिaयुक् त अवसर �े$े के पश् चात् हटा सकेगी।

(4) उप�ारा (1) और उप�ारा (3) में निकसी बात के होते हुए भी, केन् द्रीय सरकार को, रिरज़व बैंक से परामश करके, उप�ारा (1) के अ�ी$ निवनि$र्दि�Iष् ट अवधि� के अवसा$ के पूव निकसी भी समय, यथाब्लिस्थनित, अध् य/ या प्रबं� नि$�ेशक को कम से कम ती$ मास की लिलखि(त सूच$ा �ेकर या उसके ब�ले में ती$ मास का वेत$ और भत् ता �ेकर उसकी प�ावधि� समाप् त कर$े का अधि�कार होगा और यथाब्लिस्थनित, अध् य/ या प्रबं� नि$�ेशक को भी उप�ारा (1) में निवनि$र्दि�Iष् ट अवधि� के पूव निकसी भी समय, केन् द्रीय सरकार को कम से कम ती$ मास की लिलखि(त सूच$ा �ेकर या उसके ब�ले म ें ती$ मास का वेत$ और भत् ता �ेकर अप$ा प�त् याग कर$े का अधि�कार होगा।

(5) नि$�ेशकों को बोर्ड के या उसकी सधिमनितयों के अधि�वेश$ों में हाब्लिoजर हो$े के लिलए और राष् ट्रीय आवास बैंक के निकसी अन् य काय को कर$े के लिलए ऐसी फीस और भत् ते दि�ए जाएगें, जो निवनिहत निकए जाएं:

परन् तु ऐसी फीस, निकसी ऐसे नि$�ेशक को �ेय $हीं होगी, जो सरकार या रिरज़व बैंक का प��ारी है। 8. नि�ह$ताए-ं कोई व् यलिa बोर्ड का नि$�ेशक $हीं होगा यदि� वह-

(क) निवकृतलिचत्त है या निवकृतलिचत्त हो जाता है और स/म न् यायालय द्वारा ऐसा घोनिर्षत कर दि�या गया है; या (() ऐसे निकसी अपरा� के लिलए �ोर्ष लिसद्ध Zहराया गया है या Zहराया जा चुका है जिजसमें केन् द्रीय सरकार की राय

में, $ैनितक अ�मता अंतव लिलत है; या (ग) दि�वालिलया न् यायनि$णmत है या निकसी समय निकया गया है या जिजस$े अप$े ऋण का सं�ाय नि$लंनिबत कर दि�या है

या अप$े ले$�ारों के साथ प्रशम$ कर लिलया; या (घ) निकसी भी कारण से- (i) सरकार, या(ii) रिरज़व बैंक, स् टेट बैंक या निकसी अन् य बैंक, या (iii) निकसी लोक निवत्तीय संस् था, या राज् य निवत्तीय नि$गम,

या (iv) सरकार के स् वाधिमत् व में या नि$यंत्रण के अ�ी$ निकसी अन् य नि$गम, की सेवा से हटा दि�या गया है या प�च् युत कर

दि�या गया है।

1 ''(ंर्ड (घ) में सं�र्भिभIत नि$�ेशकों के निवलग$'' हेतु 2000 के अधि�नि$यम सं. 15 �ारा 5(() (12 जू$, 2000 से लागू) के द्वारा प्रनितस् थानिपत 2 (ंर्ड (() और (ग) ''हेतु 2000 के अधि�नि$यम सं. 15 �ारा 6 (12 जू$, 2000 से लागू) के द्वारा प्रनितस् थानिपत

3 2006 के अधि�नि$यम सं. 45 (बैंकिकIग कंपनि$यां (उपक्रम के अधि�र्ग्रहण एवं अंतरण) और निवत्तीय संस् था$ निवधि�यां (संशो�$) अधि�नि$यम 2006), �ारा 19 (26 लिसतंबर, 2006 से लागू) के द्वारा त् याज् य।

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9. नि�दे�कों‍के‍पद‍में‍रिरधि?‍और‍उ�के‍द्वारा‍पदत्‍याग- (1) यदि� कोई नि$�ेशक-

(क) �ारा 8 में वर्भिणIत निकसी नि$रह ता के अ�ी$ हो जाता है, या (() बोर्ड के उसके लगातार ती$ या अधि�क अधि�वेश$ों म ें उसकी इजाज़त के निब$ा अ$ुपब्लिस्थत रहता है, तो

उसका स् था$ रिरक् त हो जाएगा। (2) कोई नि$�ेशक उस प्राधि�कारी को जिजस$े उसे नि$युक् त या $ाम नि$�Fलिशत निकया था, लिलखि(त सूच$ा �ेकर अप$ा

प�त् याग कर सकेगा और ऐसे प्राधि�कारी द्वारा उसका त् यागपत्र स् वीकार कर लिलए जा$े पर यदि� उसका त् यागपत्र शीघ्र स् वीकार $हीं निकया जाता है तो ऐसे प्राधि�कारी द्वारा त् यागपत्र की प्राप्तिप्त के ती$ मास के अवसा$ पर, यह समझा जाएगा निक उस$े अप$ा प� रिरक् त कर दि�या है।

10. अध्‍य6‍या‍प्रबं�‍नि�दे�क‍के‍पद‍में‍आकस्मिस्मक‍रिरधि?- यदि�, अध् य/ या प्रबं� नि$�ेशक, अंग शैलिथल् य के कारण या अन् यथा, अप$े कत व् यों का नि$व ह$ कर$े में असमथ हो जाता है या छुट्टी पर या अन् यथा ऐसी परिरब्लिस्थनितयों में अ$ुपब्लिस्थत है, जिज$से उसकी नि$युलिa में रिरलिa अंतव लिलत $हीं है, तो केन् द्रीय सरकार उसकी अ$ुपब्लिस्थनित के �ौरा$ उसके स् था$ पर काय कर$े के लिलए निकसी अन् य व् यलिa को नि$युक् त कर सकेगी।

11. बोर्ड$‍के‍अधि�वे��- (1) बोर्ड के अधि�वेश$ ऐसे समय और स् था$ों पर होंगे और वह अप$े अधि�वेश$ों में कामकाज के संबं� में प्रनिक्रया के ऐसे नि$यमों का अ$ुपाल$ करेंगे, जो निवनिहत निकए जाए।ं

(2) अध् य/, या यदि� निकसी कारण से वह बोर्ड के निकसी अधि�वेश$ में उपब्लिस्थत हो$े में असमथ है तो, प्रबं� नि$�ेशक, या अध् य/ और प्रबं� नि$�ेशक, �ो$ों के अधि�वेश$ में उपब्लिस्थत हो$े में असमथ हो$े की �शा में, अध् य/ द्वारा इस नि$धिमत्त $ामनि$�Fलिशत कोई अन् य नि$�ेशक और ऐसे $ामनि$�Fश$ के अभाव में अधि�वेश$ में उपब्लिस्थत नि$�ेशकों द्वारा अप$ों में से नि$वा लिचत कोई नि$�ेशक अधि�वेश$ की अध् य/ता करेगा।

(3) बोर्ड के निकसी अधि�वेश$ में उZ$े वाले सभी प्रश् $ों का निवनि$श् चय उपब्लिस्थत और मत�ा$ कर$े वाले नि$�ेशकों के बहुमत स े निकया जाएगा और मतों के बराबर हो$ े की �शा म ें अध् य/ का या उसकी अ$ुपब्लिस्थनित में सभापनितत् व कर$े वाले व् यलिa का निद्वतीय या नि$णा यक मत होगा।

12. काय$पाधिलका‍समिमनित‍और‍अन्‍य‍समिमनितयां- (1) बोर्ड एक काय पालिलका सधिमनित का गZ$ कर सकेगा जिजसमें उत$े नि$�ेशक होंगे जिजत$े निवनिहत निकए जाए।ं

(2) काय पालिलका सधिमनित ऐसे कृत् यों का नि$व ह$ करेगी जो निवनिहत निकए जाए ंया जो बोर्ड द्वारा उसे प्रत् यायोजिजत निकए जाए।ं

(3) बोर्ड या तो पूण त: नि$�ेशकों से या पूण त: अन् य व् यलिaयों से या भागत: नि$�ेशकों से और भागत: अन् य व् यलिaयों से, जिजन् हें वह Zीक समझे, धिमलकर ब$$े वाली अन् य सधिमनितयां ऐसे प्रयोज$ों के लिलए, गदिZत कर सकेगा, जिज$का यह निवनि$श् चय करे और इस प्रकार गदिZत कोई सधिमनित ऐसे कृत् यों का नि$व ह$ करेगी जो बोर्ड द्वारा उसे प्रत् यायोजिजत निकए जाए।ं

(4) इस �ारा के अ�ी$ गदिZत काय पालिलका सधिमनित या निकन् हीं अन् य सधिमनितयों के अधि�वेश$, ऐसे समय और स् था$ों पर होंगे और वे अप$े अधि�वेश$ों के संचाल$ में प्रनिक्रया के ऐसे नि$यमों का पाल$ करेंगी जो निवनिहत निकए जाए।ं

13. बोर्ड$‍के‍नि�दे�क‍या‍उसकी‍समिमनित‍के‍सदस्‍य‍का‍कुछ‍मामलों‍में‍अधि�वे��ों‍में‍,ाग‍�‍ले�ा- बोर्ड का कोई नि$�ेशक या निकसी सधिमनित का कोई स�स् य, जिजसका बोर्ड या उसकी सधिमनित के अधि�वेश$ों में निवचार के लिलए आ$े वाले निकसी निवर्षय में कोई प्रत्य/ या अप्रत् य/ �$ संबं�ी निहत है, सुसंगत परिरब्लिस्थनितयां उसकी जा$कारी में आ$े के पश् चात् यथासंभव शीघ्र ऐसे अधि�वेश$ में अप$े निहत का स् वरूप प्रकट करेगा और यह प्रकटीकरण, यथाब्लिस्थनित, बोर्ड या सधिमनित के काय वृत्त में अक्षिभलिलखि(त निकया जाएगा और वह नि$�ेशक या स�स् य उस निवर्षय के संबं� में बोर्ड या सधिमनित के निकसी निवचार-निवमश या निवनि$श् चय में कोई भाग $हीं लेगा।

अध् याय 4राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍का‍कारबार

14. राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍का‍कारबार- इस अधि�नि$यम के उपबं�ों के अ�ी$ रहते हुए, राष् ट्रीय आवास बैंक, नि$म् $लिलखि(त में से सभी या निकसी प्रकार का कारबार कर सकेगा, अथा त्:-

(क) आवास निवत्त संस् था$ों का संव� $ या स् थाप$ कर$ा और उ$की सहायता कर$ा या उ$के संव� $, स् थाप$ और समथ $ में सहयोग �े$ा;

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6

1''(() आवास निवत्त संस् थाओं, अ$ुसूलिचत बैंकों, राज् य सहकारी कृनिर्ष और र्ग्रामीण निवकास बैंकों या ऐसी निकसी अन् य संस् था या संस् थाओं के वग को, जो केन् द्रीय सरकार द्वारा अधि�सूलिचत की जाए, आवास निक्रयाकलापों के लिलए उ�ार और अनिर्ग्रम �े$ा या निकसी भी प्रकार की निकसी अन् य रूप में निवत्तीय सहायता प्र�ा$ कर$ा;

((क) आवास या आवासीय $गरी और आवास-निवकास अथवा गं�ी बस् ती सफाई परिरयोज$ाओं के लिलए उ�ार और अनिर्ग्रम �े$ा;''

(ग) प्रत्येक अन् य प्रकार के स् टाकों, शेयरों, बं�पत्रों, निर्डबेंचरों और प्रनितभूनितयों में, अक्षिभ�ाय कर$ा या उ$का क्रय कर$ा;

(घ) आवास निवत्त संस् था$ों की निवत्तीय बाध् यताओं की गारंटी �े$ा और आवास निवत्त संसथाओं के प्रत् येक अन् य प्रकार के स् टाकों, शेयरों, बं�पत्रों, निर्डबेंचरों और प्रनितभूनितयों की पुरो�ृनित की हामी�ारी कर$ा;

(र्ड.) निवनि$मय-पत्रों, वच$-पत्रों, बं�पत्रों, निर्डबेंचरों, हंुनिर्डयों, कूप$ों और निकसी भी $ाम से कही जा$े वाली अन् य लिल(तों का आहरण, प्रनितहरण, धिमनितकाटे पर भुगता$ या पु$: धिमनितकाटे पर भुगता$, क्रय या निवक्रय कर$ा और उ$का कारबार कर$ा;

2''(र्ड.क) अ$ुसूलिचत बैंकों या आवास निवत्त संस् थाओं से संबंधि�त स् थावर संपक्षित्त के बं�क या उस पर प्रभार द्वारा प्रत् याभूत निकन् हीं उ�ारों या अनिर्ग्रमों का क्रय, निवक्रय या अन् यथा उ$में व् यवहार कर$ा;

(र्ड.() एक या अधि�क न् यासों का सृज$ कर$ा और उ�ारों और अनिर्ग्रमों को उ$की प्रनितभूनितयों सनिहत या उ$के निब$ा ऐसे न् यासों को प्रनितफल के ब�ले अंतरिरत कर$ा;

(र्ड.घ) आवास निवत्त निक्रयाकलाप कर$े के लिलए एक या अधि�क पारस् परिरक नि$धि�यों की स् थाप$ा कर$ा;(र्ड.र्ड.) आवास बं�क बीमा का काय कर$ा या उसमें भाग ले$ा;'' 3''(च) इस अधि�नि$यम के अ�ी$ अप$े सभी या निकन् हीं कृत् यों को कर$े के लिलए कंपनि$यों, बं�क बैंकों, सम$ुर्षंनिगयों,

सोसा यदिटयों, न् यासों या व् यलिaयों के ऐसे अन् य संगम, जिजसे वह Zीक समझे, के संव� $, ब$ा$े या संचाल$ कर$ा या उ$की सहायता कर$ा;''

(च) इस अधि�नि$यम के अ�ी$ अप$े सभी कृत् य या उ$में से कोई कृत् य कर$े के लिलए सम$ुर्षंनिगयों की स् थाप$ा कर$ा, संव� $ कर$ा और प्रबं� कर$ा;

(छ) आश्रय, आवास और लोगों के नि$वास से संबंधि�त या उसके संबं� में सधिzमा ण तक$ीकों और अन् य अध् यय$ों पर अ$ुसं�ा$ और सवF/ण कर$ा;

(ज) आवास के लिलए सा�$ जुटा$े और उ�ार �े$े के प्रयोज$ के लिलए एक या अधि�क स् कीमें ब$ा$ा; 4(जज) (स् वैब्लि{क नि$/ेप(उन् मुलिa और छूट) अधि�नि$यम 1991, के (ंर्ड 2 की �ारा (क) में सं�र्भिभIत नि$/ेप स् वीकार

कर$े के उदे्दश् य से एक योज$ा के गZ$ हेतु और ऐसी नि$/ेपों की रालिश के 40 प्रनितशत को उ�ार �े$े हेतु (ंर्ड 37 के तहत एक निवलिशष् ट नि$धि� का नि$मा ण)

(झ) समाज के आर्शिथIक रूप से कमजोर वगc के लिलए एक या अधि�क स् कीमें तैयार कर$ा, जिजन् हें केन् द्रीय सरकार या निकसी राज् य सरकार या निकसी अन् य स्रोत द्वारा सहायता �ी जा सकेगी;

(ञ) आवास से संबंधि�त निवर्षयों पर प्रलिश/ण काय क्रम, सेमी$ार और निवचार-गोष् Zी आयोजिजत कर$ा; (ट) आवास निवत्त संस् थाओं को सुव् यवब्लिस्थत आ�ारों पर उ$की प्रगनित सुनि$क्षि}त कर$े के लिलए माग �श $ उपलब् �

करा$ा;(Z) आवास निवत्त संस् था$ों को तक$ीकी और प्रशासनि$क सहायता उपलब् � करा$ा;(र्ड) अप$े समर्ग्र कृत् यों के नि$व ह$ में भारतीय जीव$ बीमा नि$गम, भारतीय यूनि$ट ट्रस् ट, भारतीय सा�ारण जीव$

बीमा नि$गम और अन् य निवत्तीय संस् थाओं के साथ समन् वय कर$ा; (ढ) इस अधि�नि$यम के अ�ी$ तत् समय प्रवृत्त निकसी अन् य निवधि� के अ�ी$ राष् ट्रीय आवास बैंक को सौंपे गए कत व्

यों के अ$ुपाल$ में सभी शलिaयों और कृत् यों का प्रयोग कर$ा;

1 2000 के अधि�नि$यम सं. 15 �ारा 17 (I) (12 जू$ 2000 से लागू) के द्वारा नि$म् $ हेतु प्रनितस् थानिपतनिकसी भी निवत्तीय संस् था$ से आवास निवत्त संस् था$ों या अ$ुसूलिचत बैंकों से ऋण और अनिर्ग्रम को �े$ा या आयात कर$ा (या निकसी भी प्रकार के प्राधि�करण द्वारा या केन् द्र राज् य या प्रा�ेलिशक अधि�नि$यम द्वारा स् थानिपत और झोपर्ड पट्टी के समाशो�$ में संलग् $ हो)'' 2 2000 के अधि�नि$यम सं. 15 �ारा 17 (II) (12 जू$ 2000 से लागू) के द्वारा शाधिमल निकया गया 3 नि$म् $ हेतु 2000 के अधि�नि$यम सं. 15 �ारा (III) (12 जू$ 2000 से लागू) के द्वारा प्रनितस् थानिपत- इस अधि�नि$यम के तहत सभी कायc या इसके निक्रयाकलाप को आगे बढाo$े हेतु सहायक कंप$ी का गZ$, प्रोत् साह$ एवं प्रबं� कर$ा-'' 4 1991 के अधि�नि$यम सं 47 �ारा 5 (II) (2 लिसतंबर 1991 से लागू) के द्वारा शाधिमल निकया गया

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7

(ण) केन् द्रीय सरकार, राज् य सरकार या रिरज़व बैंक या रिरज़व बैंक द्वारा प्राधि�कृत निकसी प्राधि�करण के अक्षिभकता के रूप में काय कर$ा;

(त) निकसी अन् य प्रकार का कारबार कर$ा जिजसे केन् द्रीय सरकार, रिरज़व बैंक की लिसफारिरश पर प्राधि�कृतकरें;(थ) सा�ारणतया, ऐसे सभी निवर्षय और बातों के संबं� में काय कर$ा जो इस अधि�नि$यम के अ�ी$ उसकी

शलिaयों के प्रयोग या उसके कत व् यों के नि$व ह$ के लिलए आ$ुर्ष ंनिगक या पारिरणाधिमक हैं।

15. राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍द्वारा‍उ�ार‍धिलया‍जा�ा‍और‍नि�6ेपों‍का‍प्रनितग्रहण- (1) राष् ट्रीय आवास बैंक, इस अधि�नि$यम के अ�ी$ अप$े कृत् यों का पाल$ कर$े के प्रयोज$ों के लिलए-

(क) केन् द्रीय सरकार की प्रतयाभूनित के सनिहत या उससे रनिहत बं�पत्र और निर्डबेंचर, ऐसी रीनित से और ऐसे नि$बं�$ों पर जो निवनिहत निकए जाए,ं पुरो�ृत कर सकेगा और उ$का निवक्रय कर सकेगा;

(() केन् द्रीय सरकार से और उस सरकार द्वारा अ$ुमोदि�त निकसी अन् य प्राधि�करण या संगZ$ या संस् था से, ऐसे नि$बं�$ों और शतc पर, जो करार पाई जाएं, �$ उ�ार1 ले सकेगा;

(ग) ऐसी अवधि� के अवसा$2 के पश् चात्, जो नि$/ेप निकए जा$े की तारी( से बारह मास से कम की $हीं होगी, प्रनितसं�ेय नि$/ेप ऐसे नि$बं�$ों पर, जो रिरज़व बैंक द्वारा सा�ारणतया या निवलिशष् टतया, अ$ुमोदि�त निकए जाएं, प्रनितगृहीत कर सकेगा;

3उपलब् � कराता ह ै निक इस �ारा म ें कुछ भी सम्मिम्मलिलत $हीं ह ै �ारा 144 के (ंर्ड (जज) के पाल$ म ें बैंक द्वारा काया प्तिन्वत योज$ा के अंतग त स् वीकृत जमाओं में लागू होगा

(घ) रिरज़व बैंक से- (i) 4ऐसे �$, ऐसे नि$बं�$ों और शतc पर, जिज$के अंतग त प्रनितभूनित से संबंधि�त नि$बं�$ भी हैं, और ऐसे प्रयोज$

के लिलए जो रिरज़व बैंक द्वारा निवनि$र्दि�Iष् ट निकए जाए,ं उ�ार ले सकेगा जो मांग निकए जा$े पर या इस प्रकार ऋण या उ�ार ले$े की तारी( से अZारह मास से अ$धि�क की नि$यत अवधि�यों के अवसा$ पर प्रनितसं�ेय होंगे;

(ii) भारतीय रिरज़व बैंक अधि�नि$यम, 1934 (1934 का 2) की �ारा 46 घ के अ�ी$ स् थानिपत राष् ट्रीय आवास प्रत् यय (�ीघ कालिलक प्रवत $) नि$धि� में से या उस �ारा में निवनि$र्दि�Iष् ट प्रयोज$ों में से निकसी के लिलए �$ उ�ार ले सकेगा;

(र्ड.) �ी गई सेवाओं के लिलए ऐसा पारिरश्रधिमक, कमीश$, प्रनितबद्धता प्रभार, परामश प्रभार, सेवा प्रभार, स् वाधिमत् व, प्रीधिमयम, अ$ुज्ञप्तिप्त फीस और निकसी भी प्रकार का कोई अन् य प्रनितफल, प्राप् त कर सकेगा।

(च) सरकार या निकसी अन् य स्रोत से �ा$, अ$ु�ा$, सं�ा$ या उपकृनित प्राप् त कर सकेगा। (2) केन् द्रीय सरकार, राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा अ$ुरो� निकए जा$े पर, राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा पुरो�ृत बं�पत्रों

और निर्डबेंचरों के मूल�$ के प्रनितसं�ाय और ऐसी �र से, जो वह सरकार नि$यत करे, ब् याज के सं�ाय की बाबत प्रत् याभूनित �े सकेगी।

16. निवदे�ी‍करेंसी‍में‍उ�ार- (1) निव�ेशी मुद्रा निवनि$यम$ अधि�नि$यम, 1973 (1973 का 46) में या निव�ेशी मु्द्रा से संबंधि�त तत् समय प्रवृत्त अन् य निवधि� में निकसी बात के होते हुए भी, राष् ट्रीय आवास बैंक, इस अधि�नि$यम के अ�ी$ ऋण और उ�ार �े$े के प्रयोज$ के लिलए भारत या निव�ेश के निकसी बैंक या निवत्तीय संस् था से ऐसी रीनितसे और ऐसी शतc पर जो रिरज़व बैंक के परामश से निवनिहत की जाएं, केन् द्रीय सरकार के पूव अ$ुमो�$ से निव�ेशी करेंसी उ�ार ले सकेगा।

1 केन् द्र सरकार हेतु 2000 के अधि�नि$यम सं. 15 �ारा 8 (क) (12 जू$,2000 से लागू) के द्वारा प्रनितस् थानिपत 2 एक अवधि� जोनिक जमा कर$े की नितलिथ से बारह मीह$ों से कम $हीं होगी '' हेतु 2000 के अधि�नि$यम सं. 15, �ारा 8 (क) (12 जू$, 2000 से लागू) के द्वारा प्रनितस् थानिपत

3 1991 के अधि�नि$यम सं 47, �ारा5 (() (20 लिसतंबर, 1991 से लागू) द्वारा जोर्डाo गया 4 नि$म् $ हेतु 2000 के अधि�नि$यम सं. 15 �ारा 8 (ग) (12 जू$ 2000 से लागू) के द्वारा प्रनितस् थानिपत- ''(1) मां पर �ेय या धिमया�ी अवधि� की समाप्तिप्त ऋण या अनिर्ग्रम �े$े से अZारह माह से अधि�क $हीं हो, ऐसी शत एवं नि$यम में प्रनितभूनित के संबं� में जोड़$े और उदे्दश् य को रिरजव बैंक के द्वारा निवलिशष् ट नि$�Fश से निकया जा सकता है।''

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जब प्रनितभूनित क े रूप में प्रस्थानिपत संपक्षित्त का संचाल$ या उस पर प्रभार �ारिरत कर$ा हो तब उ�ार ले$ े वाल े की सहायता।

1908 का 16

न् यास म ें �ारिरत की जा$ े वाली रकम और प्रनितभूनित।

8

(2) केन् द्रीय सरकार, जहां आवश् यक हो, राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा उप-�ारा (1) के अ�ी$ लिलए गए निकसी उ�ार या उसके निकसी भाग के मूल�$ के प्रनितसं�ाय और ब् याज और अन् य आ$ुरं्षनिगक प्रभारों के सं�ाय की बाबत प्रत् याभूनित �े सकेगी। 116 क. (1) जहां कोई व् यलिa या संस् था राष् ट्रीय आवास बैंक से अप$ी या उस संस् था(की निकसी स् थावर संपक्षित्त की प्रनितभूनित पर जिजसकी संपक्षित्त ऐसी सहायता के लिलए संपार्भि�Iक प्रनितभूनित के रूप में प्रस् थानिपत की जाती है, कोई निवत्तीय सहायता चाहता है, वहां, यथाब्लिस्थनित, ऐसा व् यलिa या संस् था या ऐसा अन् य व् यलिa इस अधि�नि$यम की तीसरी अ$ुसूची में वर्भिणIत प्रारूप में लिलखि(त घोर्षणा नि$ष् पादि�त कर सकेगा जिजसमें उसकी स् थावर संपक्षित्त की निवलिशधि�यों का कथ$ होगा जो, यथाब्लिस्थनित, प्रनितभूनित या संपार्भि�Iक प्रनितभूनित के रूप में ऐसी सहायता के लिलए प्रस्थानिपत की जाती है और उसमें यह सहमनित होगी निक यदि� सहायता अ$ु�त्त की जाती है तो उस सहायता से संबंधि�त शोध् य ऐसी स् थावर संपक्षित्त पर प्रभार होंगे और यदि� ऐसी घोर्षणा की प्राप्तिप्त पर राष् ट्रीय आवास बैंक पूव_क् त व् यलिa या संस् था को कोई निवत्तीय सहायता अ$ु�त्त करता है तो ऐसी सहायता से संबंधि�त शोध् य, इस प्रकार निवनि$र्दि�Iष् ट स् थावर संपक्षित्त की बाबत कोई पूव वतm प्रभार या बं�क �ारिरत कर$े वाले निकसी अन् य ले$�ार के अधि�कारों पर प्रनितकूल प्रभाव र्डाले निब$ा, इस �ारा के उपबं�ों के अ$ुसार पूव_क् त घोर्षणा में निवनि$र्दि�I� संपक्षित्त पर प्रभार होंगे।

(2) जहां निकसी व् यलिa या निकसी संस् था द्वारा उप�ारा (1) में नि$र्दि�Iष् ट निवत्तीय सहायता के लिलए प्रनितभूनित के रूप में कोई और स् थावर संपक्षित्त प्रस् थानिपत की जाती है, वहां ऐसा व् यलिa या संस् था $यी घोर्षणा नि$ष् पादि�त कर सकेगा तो इस अधि�नि$यम की तीसरी अ$ुसूची में वर्भिणIत प्ररूप में होगी, जिजस पर ऐसी सहायता से संबंधि�त शोध् य भी, इस �ारा के उपबं�ों के अ$ुसार, ऐसी $यी घोर्षणा में निवनि$र्दि�Iष् ट संपक्षित्त पर प्रभार होंगे।

(3) उप�ारा (1) या उप�ारा (2) के अ�ी$ की गई घोर्षणा पूव_क् त व् यलिa या संस् था द्वारा राष् ट्रीय आवास बैंक के पूव अ$ुमो�$ से, परिरवर्नितIत या प्रनितसंह्रत की जा सकेगी।

(4) उप�ारा (1) या उप�ारा (2) के अ�ी$ की गई गई प्रत् येक घोर्षणा रजिजस् ट्रीकरण अधि�नि$यम, 1908 के उपबं�ों के अ�ी$ करार के रूप में रजिजस् टर निकए जा$े योग् य �स् तावेज़ समझी जाएगी और ऐसी कोई घोर्षणा उस समय तक प्रभावी $हीं होगी जब निक वह रजिजस् टर $हीं कर ली जाती।

16 (. (1) उ�ार ले$े वाली संस् था द्वारा राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा पूण त: या भागत: निवत्तपोनिर्षत या पु$: निवतपोनिर्षत उ�ारों या अनिर्ग्रमों के प्रनितसं�ाय या वसूली में प्राप् त कोई �$रालिशयां, राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा अ$ु�त्त सौकय सुनिव�ा की सीमा तक और बकायों की सीमा तक राष् ट्रीय आवास बैंक की ओर से न् यास में उ�ार ले$े वाली संस् था द्वारा प्राप् त की गई समझी जाएगंी और तदु$सार ऐसी संस् था द्वारा राष् ट्रीय आवास बैंक को सं�त्त की जाएगंी।

(2) जहां कोई सौकय राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा निकसी उ�ार ले$े वाली संस् था को अ$ु�त्त निकया गया है, वहां ऐसी उ�ार ले$े वाली संस् था द्वारा �ारिरत सभी प्रनितभूनितयां या जो �ारिरत की जा सकें गी, निकसी संव् यवहार मदे्द जिजसकी बाबत ऐसा सौकय अ$ु�त्त निकया गया है, राष् ट्रीय आवास बैंक की ओर से न् यास में ऐसी संस् था द्वारा �ारिरत निकया जाएगा।''

17. अधि�कार‍अंतरिरत‍कर�े‍की‍�धि?- राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा दि�ए गए निकसी ऋण का उ�ार या वसूल की जा सक$े वाली निकसी रकम के संबं� में उसके अधि�कारों और निहतों का (जिजसके अंतग त उ$से आ$ुर्षंनिगक कोई अन् य अधि�कार भी हैं) राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा पूण त: या भागत: अंतरण निकसी लिल(त को नि$ष् पादि�त या जारी करके या पृष् Zांक$ द्वारा निकसी लिल(त का अंतरण करके या निकसी अन् य रीनित से, जिजससे ऐेसे ऋण या उ�ार से संबंधि�त अधि�कार और निहत निवधि�पूव क द्वारा निकसी लिल(त का अंतरण करके या निकसी अन् य रीनित से, जिजससे ऐसे ऋण या उ�ार से संबंधि�त अधि�कार और निहत निवधि�पूव क अंतरिरत निकए जा सकते हैं, निकया जा सकेगा और ऐसे अंतरण के होते हुए भी, राष् ट्रीय आवास बैंक, अंतरिरती की ओर से भारतीय न् यास अधि�नि$यम, 1882 (1882 का 2) की �ारा 3 के अथ में न् यासी के रूप में काय कर सकेगा।

18. अधि�कार‍अर्जिजGत‍कर�े‍की‍�धि?- राष् ट्रीय आवास बैंक को यह अधि�कार होगा निक वह निकसी आवास निवत्त संस् था द्वारा दि�ए गए निकसी ऋण या उ�ार या वसूली की जा सक$े वाली निकसी रकम के संबं� में ऐसी संस् था के अधि�कारों और निहतों की (जिज$के अंतग त उ$से आ$ुर्षंनिगक कोई अन् य अधि�कार भी हैं), अंतरण या सम$ु�ेश$ द्वारा, पूण त: या भागत: अज $ निकसी2 लिल(त को नि$ष् पादि�त या जारी करके या निकसी लिल(त को अंतरण करके या निकसी अन् य रीनित से कर ले जिजससे ऐसे ऋण या उ�ार से संबंधि�त अधि�कार और निहत निवधि�पूव क अंतरिरत निकए जा सकते हैं।

1 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 9 द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से) 2 ''आवास निवत्त संस् था$'' के लिलये अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 11 द्वारा प्रनितस् थानिपत (12 जू$, 2000 से)

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$ई �ारा 18 क और �ारा 18 ( का अंत: स् थाप$ा। 1908 का 16रजिजस् ट्रीकरण

से छूट।

शोध् यों की भू-राजस् वों के बकायों के रूप में वसूली

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11. मूल अधि�नि$यम की �ारा 18 के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त �ाराए ंअंत: स् थानिपत की जाएगंी, अथात् :- $ई �ारा 18 क और �ारा 18 ( का अंत: स् थाप$।

''18 क. रजिजस् ट्रीकरण अधि�नि$यम, 1908 की �ारा 17 की उप�ारा (1) में निकसी बात के होते हुए भी,-

(क) राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा आवास निवत्त संस् थाओं और अ$ुसूलिचत बैंकों द्वारा अ$ु�त्त उ�ारों को प्रनितभूत कर$े के लिलए वहां तक के लिसवाए जहां तक वह रजिजस् ट्रीकृत लिलखि(त द्वारा प्र�ा$ निकए गए अनिवभa निहत के लिलए उसके �ारक को हक�ार ब$ाती है और $ निक निकसी स् थावर संपक्षित्त में निकसी अधि�कार, हक या निहत का सृज$, घोर्षणा, सम$ु�ेश$, सीधिमत कर$े या उसे समाप् त कर$े के लिलए, जारी की गई ऋण बाध् यताओं या फाय�ाप्र� निहत के न् यास प्रमाणपत्र या अन् य लिलखि(त के रूप में, चाहे उसका कोई भी $ाम हो, कोई �स् तावेज़ जिजसके द्वारा राष् ट्रीय आवास बैंक $ े ऐसे उ�ारों और उ$के लिलए प्रनितभूनितयों के संबं� में अधि�कार और निहत अर्जिजIत कर लिलया है; या

(() (ंर्ड (क) में नि$र्दि�Iष् ट ऐसी लिल(तों के निकसी अंतरण, के लिलए कोई अनि$वाय रजिजस् ट्रीकरण $हीं है। 118 (. जहां कोई रकम राष् ट्रीय आवास बैंक को निकसी करार के अ�ी$, चाहे वह बैंक न् यासी के रूप में

काय कर रहा हो या अन् यथा, आवास निवत्त संस् था और अ$ुसूलिचत बैंकों के उ�ारों को प्रनितभूत कर$े की बाबत शोध् य है, वहां राष् ट्रीय आवास बैंक, वसूली के निकसी अन् य ढंग पर प्रनितकूल प्रभाव र्डाले निब$ा, राज् य सरकार को उसे शोध् य रकम की वसूली के लिलए आवे�$ कर सकेगी और यदि� राज् य सरकार को उसे शोध् य रकम की वसूली के लिलए आवे�$ कर सकेगी और यदि� राज् य सरकार या ऐसे प्राधि�कारी का, जिजसे वह सरकार उस नि$धिमत्त निवनि$र्दि�Iष् ट करे, यह समा�ा$ हो जाता है निक कोई रकम शोध् य है तो वह कलैक् टर को उस रकम के लिलए एक प्रमाणपत्र जारी कर सकेगा और कलैक् टर उस रकम को उस रीनित में वसूल कर$े के लिलए कार वाई करेगा जिजसमें भू-राजस् व के बकायों की वसूली की जाती है।''

19. सौकय$‍के‍धिलए‍�त=‍अधि�रोनिपत‍कर�े‍की‍�?- निकसी उ�ार2 ले$े वाली आवास निवत्त संस् था के साथ इस अध् याय के अ�ी$ कोई संव् यवहार कर$े में राष् ट्रीय आवास बैंक ऐसी शत� अधि�रोनिपत कर सकेगा , जो वह राष् ट्रीय आवास बैंक के निहतों के संर/ण के लिलए आवश् यक या समीची$ समझे।

20. करार‍की‍गई‍अवधि�‍से‍पूव$‍प्रनितसंदाय‍की‍मांग‍कर�े‍की‍�धि?- निकसी करार में तत् प्रनितकूल निकसी बात के होते हुए भी, राष् ट्रीय आवास बैंक लिलखि(त सूच$ा द्वारा, निकसी उ�ार ले$े वाली आवास निवत्त संस् था से, राष् ट्रीय आवास बैंक के प्रनित उसके �ाधियत् वों का पूण त: तुरंत उन् मोच$ कर$े की अपे/ा कर सकेगा यदि�-

(क) बोर्ड को यह प्रतीत होता है निक ऋण या उ�ार के लिलए आवे�$ में निकसी ताप्तित्वक निवलिशधि� की बाबत धिमथ् या या भ्रामक जा$कारी �ी गई थी; या

(() उ�ार ले$ े वाली निवत्त संस् था $े ऋण या उ�ार के निवर्षय में राष् ट्रीय आवास बैंक के साथ करार के निकन् हीं नि$बं�$ों का अ$ुपाल$ $हीं निकया है; या

(ग) यह युलिaयुक् त आशंका है निक उ�ार ले$े वाली आवास निवत्त संस् था अप$े ऋणों का सं�ेय कर$े में असमथ है या उसके बारे में समाप$ की काय वानिहयां प्रारंभ की जा सकती हैं; या

(घ) निकसी कारण से राष् ट्रीय आवास बैंक के निहतों के संर/ण के लिलए ऐसा कर$ा आवश् यक है।

21. राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍की‍अशि,लेखों‍तक‍पहुंच‍हो�ा- (1) राष् ट्रीय आवास बैंक की ऐसी निकसी आवास निवत्त संस् था3 के, जो राष् ट्रीय आवास बैंक से कोई प्रत् यय सुनिव�ाए ंले$े की ईप् सा करता है, ऐसे सभी अक्षिभले(ों तक और ऐसे निकसी व् यलिa के, जो ऐसी आवास निवत्त संस् था से कोई प्रत् यय सुनिव�ाए ंले$े की ईप् सा करता है, ऐसे सभी अक्षिभले(ों तक पहंुच होगी जिज$का परिरशील$ राष् ट्रीय आवास बैंक को ऐसी आवास निवत्त संस् था को निवत्तीय या अन् य सहायता का प्रबं� कर$े के संबं� में या उस आवास निवत्त संस् था द्वारा ऐसे व् यलिa को दि�ए गए निकसी ऋण या उ�ार का पु$र्निवIत्त पोर्षण कर$े के संबं� में आवश् यक प्रतीत हो।

1 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 11 द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)2 ''आवास निवत्त संस् था$'' को अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 12 द्वारा प्रनितस् थानिपत (12 जू$, 2000 से)3 ''आवास निवत्त संस् था$'' के लिलये अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 12 द्वारा प्रनितस् थानिपत (12 जू$, 2000 से)

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(2) राष् ट्रीय आवास बैंक उप�ारा (1) में नि$र्दि�Iष् ट निकसी संस् था या व् यलिa स े अपे/ा कर सकेगा निक वह उस उप�ारा में नि$र्दि�Iष् ट निकसी अक्षिभले( की प्रनित उसे �े और, यथाब्लिस्थनित, वह संस् था या व् यलिa ऐसी अपे/ा का अ$ुपाल$ कर$े के लिलए आबद्ध होगा।

22. ऋण‍या‍उ�ार‍की‍निवधि�मान्‍यता‍का‍प्रश्‍�गत‍�‍निकया‍जा�ा- तत् समय प्रवृत्त निकसी अन् य निवधि� में तत् प्रनितकूल निकसी बात के होते हुए भी, राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा इस अधि�नि$यम के उपबं�ों के अ$ुसरण में दि�ए गए निकसी ऋण या उ�ार की निवधि�मान् यता केवल इस आ�ार पर प्रश् $गत $हीं की जाएगी निक ऐसी अन् य निकसी निवधि� की या निकसी संकल् प या उ�ार ले$े वाली आवास निवत्त संस् था के गZ$ को निवनि$यधिमत कर$े वाली निकसी लिल(त की अपे/ाओं का अ$ुपाल$ $हीं निकया गया है:

परंतु इस �ारा की कोई बात निकसी कंप$ी या सहकारी सोसाइटी को तब उ�ार या अनिर्ग्रम अक्षिभप्राप् त कर$े के लिलए समथ $हीं ब$ाएगी जब ऐसी कंप$ी या सहकारी सोसाइटी के गZ$ से संबंधि�त लिल(त ऐसी कंप$ी या सहाकारी सोसाइटी को ऐसा कर$े के लिलए सशक् त $हीं ब$ाती है।

23. राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍द्वारा‍अप�े‍स्‍वयं‍के‍बं�पत्रों‍या‍निर्डबेंचरों‍के‍प्रनित‍ऋण‍या‍उ�ार‍�‍दिदया‍जा�ा- राष् ट्रीय आवास बैंक अप$े स् वयं के बं�पत्रों या निर्डबेंचरों की प्रनितभूनित पर कोई ऋण या उ�ार $हीं �ेगा।

24. नि�री6ण‍कर�े‍की‍�धि?- (1) राष् ट्रीय आवास बैंक, ऐसी आवास निवत्त संस् था का, जिजसे राष् ट्रीय आवास बैंक $े कोई ऋण या उ�ार दि�या है या कोई अन् य निवत्तीय सहायता �ी है, तथा उसकी बनिहयों और ले(ाओं का, नि$री/ण निकसी भी समय, ऐसी आवास निवत्त संस् था के अप$े एक या अधि�क अधि�कारिरयों द्वारा करा सकेगा और रिरज़व बैंक द्वारा नि$र्दि�Iष् ट निकए जा$े पर ऐसा अवश् य कराएगा; और राष् ट्रीय आवास बैंक ऐसे नि$री/ण के बारे में अप$ी रिरपोट की एक प्रनित आवास निवत्त संस् था को �ेगा।

(2) आवास निवत्त संस् था के प्रत् येक अधि�कारी, कम चारी या उसके संपूण या भागत: काय कलाप या उसके भाग के भारसा�क अन् य व् यलिa या व् यलिaयों का यह कत व् य होगा निक वे अप$ी अक्षिभर/ा या शलिa के अ�ी$ सब ऐसी बनिहयों, ले(ाओं और अन् य �स् तावेजों को उप�ारा (1) के अ�ी$ नि$री/ण कर रहे निकसी अधि�कारी के सम/ पेश करे तथा उस आवास निवत्त संस् था के काय कलाप से संबंधि�त ऐसा कोई निववरण और जा$कारी, जैसा उक् त अधि�कारी उससे अपे/ा करे, उत$े समय के भीतर �े, जिजत$ा उक् त अधि�कारी निवनि$र्दि�Iष् ट करे।

25. प्रत्‍यय-जा�कारी‍संग्रह‍कर�े‍की‍�धि?- (1) राष् ट्रीय आवास बैंक इस अधि�नि$यम के अ�ी$ अप$े कृत् यों के �/तापूण नि$व ह$ के प्रयोज$ के लिलए, निकसी आवास निवत्त संस् था को निकसी भी समय यह नि$�ेश �े सकेगा निक वह उसे प्रत् यय-जा$कारी ऐसे प्ररूप में और ऐसे समय के भीतर �े जो राष् ट्रीय आवास बैंक समय-समय पर निवनि$र्दि�Iष् ट करे।

(2) प्रत् येक आवास निवत्त संस् था, तत् समय प्रवृत्त निकसी निवधि� में या उसके गZ$ को निवनि$यधिमत कर$े वाली निकसी लिल(त या उसके घटकों के साथ उसके व् यवहार की गोप$ीयता से संबंधि�त उसके द्वारा नि$ष् पादि�त निकसी करार में तत् प्रनितकूल निकसी बात के होते हुए भी, उप�ारा (1) के अ�ी$ जारी निकए गए निकन् हीं नि$�Fशों का अ$ुपाल$ कर$े के लिलए आबद्ध होगी।

(3) राष् ट्रीय आवास बैंक, इस अधि�नि$यम के अ�ी$ अप$े कृत् यों के �/तापूण नि$व ह$ के प्रयोज$ के लिलए, केन् द्रीय सरकार और राज् य सरकारों, स् था$ीय प्राधि�कारिरयों, रिरज़व बैंक, निकसी बैंकया रिरज़व बैंक द्वारा इस नि$धिमत्त निवनि$र्दि�Iष् ट निवत्तीय या अन् य संस् थाओं से प्रत्यय-जा$कारी या अन् य जा$कारी ले सकेगा।

स्‍पष्‍टीकरण- इस �ारा और �ारा 26 के प्रयोज$ों के लिलए, प्रत् यय-जा$कारी से, नि$म् $लिलखि(त से संबंधि�त जा$कारी अक्षिभप्रेत है,-

(i) ऋण और उ�ार की रकम तथा आवास के प्रयोज$ के लिलए �ी गई अन् य प्रत् यय-सुनिव�ाए;ं

(ii) ऐसे ऋणों या उ�ार या अन् य प्रत् यय-सुनिव�ाओं के लिलए ली गई प्रनितभूनित की प्रकृनित;

(iii) �ी गई प्रत् याभूनितयां; और (iv) कोई अन् य जा$कारी, जो उ�ार ले$े वाले की प्रत् यय-योग् यता से संबंधि�त है।

26. जा�कारी‍प्रकाशि�त‍कर�े‍की‍�धि?- यदि� राष् ट्रीय आवास बैंक लोकनिहत में ऐसा कर$ा आवश् यक समझता है, तो वह इस अधि�नि$यम के अ�ी$ अप$े द्वारा अक्षिभप्राप् त निकसी प्रत् यय-जा$कारी या अन् य जा$कारी को, ऐसे समेनिकत प्ररूप में या निकसी अन् य जा$कारी को, ऐसे समेनिकत प्ररूप में या निकसी अन् य प्ररूप में, जैसा वह Zीक समझे, प्रकालिशत कर सकेगा।

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$ई �ारा 29 क स े �ारा 29 ग का अंत: स् थाप$।रजिजस् ट्रीकरण की अपे/ा और शुद्ध स् वाधिमत् व नि$धि�।

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27. सलाहकार‍सेवाएं- राष् ट्रीय आवास बैंक, केन्द्रीय सरकार और राज् य सरकारों, स् था$ीय प्राधि�कारिरयों और आवास से संबंधि�त अन् य अक्षिभकरणों को, नि$म् $लिलखि(त की बाबत सलाहकार सेवाए ंउपलब् � करा सकेगा-

(क) ऐसी संपूण $ीनितयों का ब$ाया जा$ा जिज$का उदे्दश् य आवास और आवास निवत्त संस् था$ों के निवकास का संव� $ कर$ा है;

(() आश्रयस् था$, आवास और मा$ववास पर प्रभाव र्डाल$े वाले निवर्षयों से संबंधि�त निव�ा$।

अध् याय 5नि�6ेप‍प्राप्‍त‍कर�े‍वाली‍आवास‍निवत्त‍संस्‍थाओं‍से‍संबंधि�त‍उपबं�

28. नि�6ेप‍की‍परिर,ाषा- इस अध् याय म ें ''नि$/ेप'' प� का वही अथ है जो भारतीय रिरज़व बैंक अधि�नि$यम, 1934 (1934 का 2) की �ारा 45ाा में है।

29. कुछ‍मामलों‍में‍अध्‍याय‍का‍लागू‍�‍हो�ा- (1) इस अध् याय के उपबं� निकसी ऐसी आवास निवत्त संस् था द्वारा, जो फम या व् यधि�यों का अनि$गधिमत संगम है, प्रनितगृहीत नि$/ेपों को लागू $हीं होंगे।

(2) शंकाओं के नि$राकरण के लिलए, यह घोनिर्षत निकया जाता है निक उप�ारा (1) में नि$र्दि�Iष् ट फम और व् यधि�यों के अनि$गधिमत संगम, भारतीय रिरज़व बैंक अधि�नि$यम, 1934 (1934 का 2) के अध् याय 3 ग के उपबं�ों से शाधिमल होते रहेंगे।

मूल अधि�नि$यम की �ारा 29 के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त �ाराए ंर(ी जाएगंी, अथा त्:- 1''29 क. (1) इस अध् याय में या तत् समय प्रवृत्त निकसी अन् य निवधि� में निकसी बात के होते हुए भी,

कोई आवास निवत्त संस् था जो एक कंप$ी है आवास निवत्त संस् था के रूप में कारबार प्रारंभ $हीं करेगी या $हीं चलाएगी जब तक निक उस$े-

(क) इस अध् याय के अ�ी$ जारी रजिजस् ट्रीकरण प्रमाणपत्र अक्षिभप्राप् त $ कर लिलया गया हो; और (() पचीस ला( रूपए या ऐसी उचतर रकम जो राष् ट्रीय आवास बैंक अधि�सूच$ा द्वारा निवनि$र्दि�Iष् ट करे, शुद्ध स्

वाधिमत् व नि$धि� के रूप में $ र(ी हो। (2) प्रत् येक ऐसी आवास निवत्त संस् था ऐसे प्रारूप में जो राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा निवनि$र्दि�Iष् ट निकया जाए, राष् ट्रीय

आवास बैंक को रजिजस् ट्रीकरण के लिलए आवे�$ करेगी: परन् तु ऐसी आवास निवत्त संस् था जो राष् ट्रीय आवास बैंक (संशो�$) अधि�नि$यम, 2000 के प्रारंभ पर निवद्यमा$ कंप$ी है, राष् ट्रीय आवास बैंक को ऐसे प्रारंभ से छह मास की समाप्तिप्त के पूव रजिजस् ट्रीकरण के लिलए आवे�$ करेगी और उप�ारा (1) में अंतर्निवIष् ट निकसी बात के होते हुए भी, आवास निवत्त संस् था के कारबार को उसे रजिजस् ट्रीकरण प्रमाणपत्र जारी हो$े तक या रजिजस् ट्रीकरण के आवे�$ की $ामंजूरी उसे संसूलिचत हो$े तक, जारी र( सकेगी।

(3) उप�ारा (1) में अंतर्निवIष् ट निकसी बात के होत े हुए भी ऐसी आवास निवत्त संस् था जो राष् ट्रीय आवास बैंक (संशो�$) अधि�नि$यम, 2000 को प्रारंभ को निवद्यमा$ कंप$ी ह ै और जिजसकी शुद्ध स् वाधिमत् व नि$धि� पचीस ला( रूपए से कम है, ऐसी संस् था को शुद्ध स् वाधिमत् व नि$धि� की अपे/ा को पूरा कर$े में समथ ब$ा$े के प्रयोज$ के लिलए आवास निवत्त संस् था के कारबार को,-

(i) ऐसे प्रारंभ से ती$ वर्ष की अवधि� के लिलए; या (ii) ऐसी अनितरिरक् त अवधि� के लिलए जो राष् ट्रीय आवास बैंक ऐसा कर$े के कारणों को ले(बद्ध कर$े के पश् चात्

निवस् तारिरत करे,इ$ शतc के अ�ी$ जारी र( सकेगी निक ऐसी संस् था शुद्ध स् वाधिमत् व की अपे/ा को पूरा कर$े के ती$ मास के भीतर आवास बैंक को ऐसी पूर्नितI के बारे में सूलिचत करेगी;परंतु इस उप�ारा के अ�ी$ कारबार जारी र($े की अ$ुज्ञा की अवधि� निकसी भी �शा में कुल छह वर्ष से अधि�क $हीं होगी।

1 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 13 द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)

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(4) राष् ट्रीय आवास बैंक रजिजस् ट्रीकरण के लिलए आवे�$ पर निवचार कर$े के प्रयोज$ के लिलए, ऐसी आवास निवत्त संस् था की बनिहयों का नि$री/ण करके या अन् यथा अप$ा समा�ा$ कर$े के लिलए नि$म् $लिलखि(त शत� पूरी कर$े की अपे/ा कर सकेगा:-

(क) आवास निवकास संस् था अप$े वत मा$ या भावी नि$/ेपकों को, जब कभी उ$के �ावे प्रोद्भतू होते हैं, पूण रूप से सं�ेय कर$े की ब्लिस्थनित में है या होगी;

(() आवास निवत्त संस् था के कामकाज उसके वत मा$ या भावी नि$/ेपकों के निहत पर प्रनितकूल प्रभाव र्डाल$े वाली रीनित में $हीं चलाए जा रहे हैं या इस प्रकार चलाए जा$े की संभाव$ा $हीं है;

(ग) आवास निवत्त संस् था के प्रबं� तंत्र का सा�ारण स् वरूप लोकनिहत या उसके नि$/ेपकों के निहतों के प्रनितकूल $हीं होगा;

(घ) आवास निवत्त संस् था के पास पया प् त पूंजी ढांचा है और उपाज $ की संभाव$ाए ंहै;

(र्ड.) आवास निवत्त संस् था के रजिजस् ट्रीकरण का प्रमाणपत्र मंजूर कर$े से भारत में कारबार प्रारंभ कर$े या चला$े से लोकनिहत पूरा होगा;

(च) रजिजस् ट्रीकरण प्रमाणपत्र की मंजूरी �ेश में आवास निवत्त सैक् टर के प्रवत $ और वृजिद्ध पर प्रनितकूल प्रभाव $हीं र्डालेगी; और

(छ) अन् य कोई शत , जिजसका पूरा निकया जा$ा राष् ट्रीय आवास बैंक की राय में यह सुनि$क्षि}त कर$े के लिलए आवश् यक है निक आवास निवत्त संस् था द्वारा भारत में कारबार प्रारंभ कर$े या चला$े से लोकनिहत पर या नि$/ेपकों के निहतों पर प्रनितकूल प्रभाव $हीं परे्डoगा।

(5) राष् ट्रीय आवास बैंक यह समा�ा$ हो जा$े पर निक उप�ारा (4) में निवनि$र्दि�Iष् ट शतc को पूरा कर दि�या गया है, ऐसी शतc के अ�ी$ जिजन् हें यह अधि�रोनिपत कर$ा उलिचत समझे, रजिजस् ट्रीकरण प्रमाणपत्र जारी कर सकेगा।

(6) राष् ट्रीय आवास बैंक इस �ारा के अ�ी$ निकसी आवास निवत्त संस् था को जारी रजिजस् ट्रीकरण प्रमाणपत्र को रद्द कर सकेगा यदि� ऐसी संस् था-

(i) भारत में आवास निवत्त संस् था का कारबार $हीं कर रही है; या (ii) निकसी ऐसी शत का अ$ुपाल$ कर$े में असफल रही है जिजसके अ�ी$ उसे रजिजस् ट्रीकरण प्रमाणपत्र जारी

निकया गया था; या (iii) निकसी समय उप�ारा (4) के (ंर्ड (क) से (ंर्ड (छ) में नि$र्दि�Iष् ट शतc म ें स े निकसी-निकसी को पूरा कर$े में

असफल रहती है, या (iv) (क) इस अध् याय के उपबं�ों के अ�ी$ राष् ट्रीय आवास बैंक को जारी निकसी नि$�ेश का अ$ुपाल$ कर$े में असफल

रहती है; या (() निकसी निवधि� की अपे/ा के अ$ुसार इस अध् याय के उपबं�ों के अ�ी$ राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा जारी निकसी

नि$�ेश या आ�ेश में ले(ा र($े में असफल रहती है; या (ग) अप$ी ले(ा बनिहयों और अन् य सुसंगत �स् तावेजों को नि$री/ण के लिलए जब उ$की राष् ट्रीय आवास बैंक के

निकसी नि$री/ण प्राधि�कारी द्वारा वांछा की जाती है, प्रस् तुत कर$े या �े$े में असफल रहती है; या (v) इस अध् याय के उपबं�ों के अ�ी$ राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा निकए गए निकसी आ�ेश द्वारा नि$/ेप स् वीकार

कर$ा प्रनितनिर्षद्ध कर दि�या गया है और ऐसा आ�ेश ऐसी अवधि� के लिलए प्रवत $ में रहा है जो ती$ मास के कम की $हीं है;

परन् तु इस आ�ार पर रजिजस् ट्रीकरण प्रमाणपत्र रद्द कर$े से पूव निक आवास निवत्त संस् था (ंर्ड (ii) के उपबं�ों का अ$ुपाल$ कर$े में असफल रही है या उप�ारा (4) के (ंर्ड (क) से (ंर्ड (छ) में नि$र्दि�Iष् ट शतc में से निकसी को पूरा कर$े में असफल रही है, राष् ट्रीय आवास बैंक जब तक निक उसकी यह राय $ हो निक रजिजस् ट्रीकरण प्रमाणपत्र मंजू़र कर$े म ें हुआ निवलंब लोकनिहत या नि$/ेपकों या आवास निवत्त संस् था के निहत पर प्रनितकूल प्रभाव र्डालेगा, ऐसे उपबं�ों की अ$ुपाल$ा कर$े के लिलए आवश् यक कार वाई कर$े के लिलए या ऐसी शत पूरा कर$े के लिलए जो वह, निवनि$र्दि�Iष् ट करे, ऐसी संस् था को एक अवसर �ेगा;

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परन् तु यह और निक रजिजस् ट्रीकरण का प्रमाणपत्र रद्द कर$े का कोई आ�ेश कर$े से पूव ऐसी संस् था को सु$वाई का युलिaयुक् त अवसर दि�या जाएगा;

(7) रजिजस् ट्रीकरण के लिलए आवे�$ मंजू़र कर$े या रजिजस् ट्रीकरण प्रमाणपत्र रद्द कर$े के आ�ेश से व् यलिथत कोई आवास निवत्त संस् था $ामंजूरी के ऐसे ओ�श या उसे की गई रद्दकरण की संसूच$ा से तीस दि�$ की अवधि� के भीतर केन् द्रीय सरकार को अपील कर सकेगी और केन् द्रीय सरकार का निवनि$श् चय जहां उसे अपील की गई है या राष् ट्रीय आवास बैंक का निवनि$श् चय जहां अपील $हीं की गई है, अप्तिन्तम होगा;

परंतु अपील $ामंजूर कर$े के निकसी आ�ेश के लिलए जा$े से पूव ऐसी संस् था को सु$वाई का युलिaयुक् त अवसर दि�या जाएगा।

स् पष् टीकरण- इस �ारा के प्रयोज$ों के लिलए,-

(I) ''शुद्ध स् वाधिमत् व नि$धि�'' से अक्षिभप्रेत है,-

(क) समा�त्त सा�ारण पूंजी और (ुली आरक्षि/नितयों का योग जिजन् हें आवास निवत्त संस् था के अंनितम तुल$-पत्र में नि$म् $लिलखि(त की कटौती करके �शा या गया है,-

(i) $ुकसा$ का संलिचत अनितशेर्ष;

(ii) आस् थानिगत राजस् व व् यय;

(iii) अन् य अमूत आस्तिस्तयां; और

(() इसके अनितरिरक् त नि$म् $लिलखि(त रकमों को घटाया जाएगा- (1) नि$म् $लिलखि(त के शेयरों में ऐसी संस् था के निवनि$�ा$-

(i) उसकी सम$ुर्षंनिगयां;(ii) उसी समूह की कंपनि$यां;(iii) ऐसी अन् य सभी आवास निवत्त संस् थाए ंजो कंपनि$यां है; और

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1956 का 1

अस्तिस्तयों की प्रनितशतता का र(ा जा$ा।

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(2) नि$म्$लिलखि(त को निकए गए या उ$के पास नि$/ेनिपत निर्डबेंचरों, बोर्डc, बकाया ऋणों और अनिर्ग्रमों (इसके अंतग त अवक्रय और पट्टा निवत्त भी है) का बही मूल् य-

(i) ऐसी कंप$ी की सम$ुर्षंगी; (ii) उस सीमा तक जहां ऐसी रकम ऊपर (क) के �स प्रनितशत से अधि�क है, उसी समूह की

कंपनि$यां;

(II) ''सम$ुर्षंनिगयों'' और ''उसी समूह की कंपनि$यों'' का वही अथ है जो उ$का कंप$ी अधि�नि$यम, 1956 में है। 29. (. (1) प्रत् येक आवास निवत्त संस् था भारत म ें अनिवल् लंगधिमत अ$ुमोदि�त प्रनितभूनितयों म ें निवनि$�ा$ करेगी और

निवनि$�ा$ कर$ा जारी र(ेगी जिज$का मूल् य ऐसी प्रनितभूनितयों के वत मा$ बाज़ार मूल् य से अधि�क $े हो, ऐसी रकम जो निकसी दि�$ के कारबार के बं� हो$े पर पांच प्रनितशत से कम $हीं होगी या ऐसी उच्चतर प्रनितशतता जो दूसरी पूव वतm नितमाही के अंनितम काय दि�वस पर कारबार के बं� हो$ े पर बकाया नि$/ेपों का पचीस प्रनितशत से अधि�क$ हो, जिजसे समय-समय पर राष् ट्रीय आवास बैंक अधि�सूच$ा द्वारा निवनि$र्दि�Iष् ट करें।

(2) प्रत् येक आवास निवत्त संस् था भारत में निकसी अ$ुसूलिचत बैंक में नि$/ेपों या नि$/ेपों का प्रमाणपत्र (प्रभार या �ारणाधि�कार से मुक् त) के रूप में या राष् ट्रीय आवास बैंक में नि$/ेपों द्वारा या राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा जारी बांर्ड के अक्षिभ�ा$ द्वारा या ऐसे ले(े में या ऐसे नि$/ेप में अंशत: या ऐसे अक्षिभ�ा$ द्वारा अंशत: ऐसी रालिश जो निकसी दि�$ के कारबार की समाप्तिप्त पर उप�ारा (1) के अ�ी$ निकए गए निवनि$�ा$ के साथ �स प्रनितशत से कम $हीं होगी या ऐसा उच् चतर प्रनितशत जिजसे राष् ट्रीय आवास बैंक समय-समय पर अधि�सूच$ा द्वारा निवनि$र्दि�Iष् ट करे दूसरी पूव वतm नितमाही के अंनितम काय दि�वस पर कारबार के बं� हो$े पर आवास निवत्त संस् था की बनिहयों में बकाया नि$/ेपों के पचीस प्रनितशत से अधि�क $हीं हो, ले(ा र(ेगी।

(3) इस �ारा के उपबं�ों की अ$ुपाल$ा को सुनि$क्षि}त कर$े के प्रयोज$ के लिलए राष् ट्रीय आवास बैंक ऐसी प्रत् येक आवास निवत्त संस् था से ऐसे प्ररूप और ऐसी रीनित में और ऐसी अवधि� के लिलए निववरणी, जो राष् ट्रीय आवास बैंक निवनि$र्दि�Iष् ट करें, प्रेनिर्षत कर$े की अपे/ा करेगा।

(4) यदि� आवास निवत्त संस् था द्वारा निवनि$�ा$ की गई रकम निकसी दि�$ का कारबार बं� हो$े पर उप�ारा (1) या उप�ारा (2) में निवनि$र्दि�Iष् ट �र से कम है तो ऐसी आवास निवत्त संस् था ऐसी कमी के संबं� में राष् ट्रीय आवास बैंक को ऐसी रालिश पर जो वस् तुत: र(ी गई रालिश या निवनि$�ा$ की गई रालिश के निवनि$र्दि�Iष् ट प्रनितशत से कम है, बैंक �र से अनितरिरक् त ती$ प्रनितशत प्रनित वर्ष की �र पर शास्तिस्तक ब् याज सं�ाय कर$े की �ायी होगी और जहां ऐसी कमी आगामी नितमानिहयों में जारी रहती है वहां शास्तिस्तक ब् याज की �र प्रत् येक पश् चात् वतm नितमाही के लिलए ऐसी कमी पर बैंक �र के अनितरिरक् त पांच प्रनितशत प्रनितवर्ष होगी।

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आरक्षि/त नि$धि�

1961 का 43

$ई �ारा का अंत स् थाप$

16

(5) (क) उप�ारा (4) के अ�ी$ सं�ेय शास्तिस्तक ब् याज उस तारी( से जिजसको राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा जारी सूच$ा जिजसमें उसके सं�ाय की मांग की गई है आवास निवत्त संस् था पर तामील की जाती है, चौ�ह दि�$ की अवधि� के भीतर सं�ेय होगी और आवास निवत्त संस् था द्वारा ऐसी अवधि� के भीतर उसके सं�ाय में असफल रह$े की �शा में यह उस /ेत्र में जहां व् यनितक्रम कर$े वाली आवास निवत्त संस् था का काया लय अवब्लिस्थत है की अधि�कारिरता र($े वाले प्र�ा$ लिसनिवल न् यायालय के नि$�ेश द्वारा उ�र््ग्रहीत निकया जा सकेगा और ऐसा नि$�ेश राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा इस नि$धिमत्त न् यायालय को निकए गए आवे�$ पर ही निकया जाएगा; और

(() जहां न् यायालय (ंर्ड (क) के अ�ी$ कोई नि$�ेश �ेता है वहां वह आवास निवत्त संस् था द्वारा सं�ेय रालिश निवनि$र्दि�Iष् ट करते हुए एक प्रमाणपत्र जारी करेगा और ऐसे प्रत् येक प्रमाणपत्र का प्रवत $ इस प्रकार निकया जाएगा जैसे निक यह निकसी वा� में न् यायालय द्वारा की गई एक निर्डक्री हो।

(6) इस �ारा में अंतर्निवIष् ट निकसी बात के होते हुए भी यदि� राष् ट्रीय आवास बैंक का यह समा�ा$ हो जाता है निक व् यनितक्रम कर$े वाली आवास निवत्त संस् था के पास उप�ारा (1) या उप�ारा (2) के उपबं�ों का अ$ुपाल$ कर$े में असफल रह$े के पया प् त कारण हैं तो वह शास्तिस्तक ब् याज के सं�ाय की मांग $हीं करेगा।

स् पष् टीकरण- इस �ारा के प्रयोज$ों के लिलए,-

''अ$ुमोदि�त प्रनितभूनितयों'' से निकसी राज् य सरकार या केन् द्रीय सरकार की प्रनितभूनितयां सम्मिम्मलिलत हैं जो आवास निवत्त संस् था द्वारा निकसी अन् य संस् था के पास निकसी अनिर्ग्रम या निकसी अन् य इंतजाoम के लिलए, उस सीमा तक जहां तक ऐसी प्रनितभूनितयां निकसी रीनित में $हीं नि$काली गई हैं या उपयोजिजत $हीं की गई हैं या निवल् लंगधिमत $हीं है, र(ी गई हैं;''नितमाही'' से माच , जू$, लिसतम् बर या दि�सम् बर के अंनितम दि�$ को समाप् त हो$े वाले ती$ मास की अवधि� अक्षिभप्रेत है।

29 ग. (1) प्रत् येक आवास निवत्त संस् था, जो एक कंप$ी है, एक आरक्षि/त नि$धि� का सृज$ करेगी और उसमें प्रत् येक वर्ष का लाभ और हानि$ ले(ा में प्रकदिटत अप$े शुद्ध लाभ का �स प्रनितशत और कोई लाभांश घोनिर्षत कर$े से पूव , अंतरिरत करेगी।

स्‍पष्‍टीकरण- ऐसी कोई आवास निवत्त संस् था जिजस$े आयकर अधि�नि$यम 1961 की �ारा 36 की उप�ारा (1) के (ंर्ड (VIII) के नि$बं�$ा$ुसार कोई निवशेर्ष आरक्षि/त नि$धि� सृजिजत और अ$ुरक्षि/त की है, इस उप�ारा के प्रयोज$ों के लिलए उसके द्वारा ऐसी निवशरे्ष आरक्षि/त नि$धि� में वर्ष के लिलए अंतरिरत निकसी रालिश को निहसाब में ले सकेगी।

(2) आरक्षि/त नि$धि� में से निकसी रालिश, जिजसके अंतग त निवशेर्ष आरक्षि/त नि$धि� की कोई ऐसी रालिश है जिजसे उप�ारा (1) के नि$बं�$ा$ुसार आरक्षि/त नि$धि� के प्रयोज$ों के लिलए निहसाब में लिलया गया है, का निवनि$योग ऐसी आवास निवत्त संस् था द्वारा, समय-समय पर राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा निवनि$र्दि�Iष् ट प्रयोज$ के लिसवाय, $हीं निकया जाएगा और ऐसा प्रत् येक निवनि$योग ऐसे नि$काले जा$े की तारी( से इक् कीस दि�$ के भीतर राष् ट्रीय आवास बैंक को रिरपोट निकया जाएगा: परन् तु राष् ट्रीय आवास बैंक, निवलिशष् ट मामले में और पया प् त कारण �र्शिशIत करके, इक् कीस दि�$ की अवधि� का ऐसी अनितरिरक् त अवधि� से जो वह उलिचत समझे, निवस् तार कर सकेगा या ऐसी रिरपोट कर$े में हुए निकसी निवलंब को माफ कर सकेगा।

(3) उप�ारा (1) में अंतर्निवIष् ट निकसी बात के होते हुए भी, केन् द्रीय सरकार, राष् ट्रीय आवास बैंक की लिसफारिरश पर और निकसी आवास निवत्त संस् था की, जो एक कंप$ी है, समा�त्त पूंजी और आरक्षि/त नि$धि�यों की पया प् तता पर उसके नि$/ेप �ाधियत् वों के संबं� में निवचार करके लिलखि(त रूप में आ�ेश द्वारा यह घोनिर्षत कर सकेगी निक उप�ारा (1) के उपबं� ऐसी अवधि� के लिलए, जो आ�ेश में निवनि$र्दि�Iष् ट की जाए, ऐसी आवास निवत्त संस् था को लागू $हीं होंगे:

परन् तु ऐसा कोई आ�ेश तब तक $हीं निकया जाएगा जब तक निक शेयर प्रीधिमयम ले(ा की रकम के साथ (1) के अ�ी$ आरक्षि/त नि$धि� की रकम आवास निवत्त संस् था की समा�त्त पंूजी से कम $ हो। $ई �ारा 29 क से �ारा 29 ग का अंत: स् थाप$।

30. ��‍के‍नि�6ेप‍की‍याच�ा‍कर�े‍वाले‍प्रास्‍पेक्‍ट्स‍या‍निवज्ञाप�‍का‍राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍द्वारा‍निवनि�यम�‍का‍प्रनितषे�- यदि� राष् ट्रीय आवास बैंक लोकनिहत में ऐसा कर$ा आवश् यक समझता है तो वह, सा�ारण या निवशरे्ष आ�ेश द्वारा-

(क) ज$ता से �$ के नि$/ेपों की याच$ा कर$े वाले निकसी प्रास् पेक् ट्स या निवज्ञाप$ के निकसी आवास निवत्त संस् था द्वारा नि$काले जा$े का निवनि$यम$ या प्रनितर्षे� कर सकेगा; तथा

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पालिलसी अव�ारिरत कर$ े और नि$�ेश जारी कर$ े की राष् ट्रीय आवास बैंक की शलिa।

17

(() वे शत� निवनि$र्दि�Iष् ट कर सकेगा जिज$ पर कोई ऐसा प्रास् पेक् ट्स या निवज्ञाप$ उस �शा में, जिजसमें निक उसका नि$काला जा$ा प्रनितनिर्षद्ध $हीं निकया गया है, नि$काला जा सकेगा।

मूल अधि�नि$यम की �ारा 30 के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त �ारा अंत: स् थानिपत की जाएगी 1''30 क. (1) यदि� राष् ट्रीय आवास बैंक का यह समा�ा$ हो जाता है निक लोकनिहत में या �ेश की आवास

निवत्त प्रणाली को इसके फाय�े के लिलए निवनि$यधिमत कर$े या निकसी आवास निवत्त संस् था के कामकाज को नि$/ेपकों के निहत में अपायकर रीनित में कर$े या आवास निवत्त संस् था$ों के निहत पर प्रनितकूल प्रभाव र्डाल$े वाली रीनित में कर$े से नि$वारिरत कर$े के लिलए ऐसा कर$ा आवश् यक और समीची$ है तो वह, �ारा 5 की उप�ारा (5) के उपबं�ों के अ�ी$ रहते हुए पालिलसी अव�ारिरत कर सकेगा और सभी या निकसी आवास निवत्त संस् था$ों को आय मान् यता, ले(ा मा$क, रू्डबंत और शंकास् प� ऋणों के लिलए उलिचत व् यवस् था कर$े के लिलए, तुल$पत्र इतर म�ों के लिलए आस्तिस्तयों और प्रत् यय संपरिरवत $ कारकों के लिलए जोखि(म भरा पर आ�ारिरत पूंजी की पया प् तता और यथाब्लिस्थनित, निकसी आवास निवत्त संस् था या निकसी आवास निवत्त संस् थाओं के समूह या सा�ारणतया आवास निवत्त संस् थाओं के संबं� में भी नि$वेश जारी कर सकेगा और ऐसी आवास निवत्त संस् थाएं इस प्रकार अव�ारिरत पालिलसी या इस प्रकार जारी नि$�ेश का अ$ुसरण कर$े के लिलए बाध् य होंगी।

(2) उप�ारा (1) के अ�ी$ नि$निहत शलिaयों की व् यापकता पर प्रनितकूल प्रभाव र्डाले निब$ा राष् ट्रीय आवास बैंक आवास निवत्त संस् थाओं को सा�ारणतया या आवास निवत्त संस् थाओं के निकसी समूह या निवलिशष् टतया निकसी आवास निवत्त संस् था को नि$म् $लिलखि(त के संबं� में नि$�ेश जारी कर सकेगा-

(क) उस प्रयोज$ के लिलए जिजसके अनिर्ग्रमों या अन् य नि$धि� आ�ारिरत या गैoर नि$धि� आ�ारिरत सुनिव�ा $हीं की जा सकेगी; और

(() अनिर्ग्रमों की अधि�कतम रकम या अन् य निवत्तीय सुनिव�ा या शेयरों में निवनि$�ा$ और अन् य प्रनितभूनितयां जो आवास निवत्त संस् था की समा�त्त पूंजी, आरक्षि/नितयों और नि$/ेपों तथा अन् य सुसंगत बातों पर निवचार करके उस आवास निवत्त संस् था द्वारा निकसी व् यलिa या कंप$ी या कंपनि$यों के समूह को �ी जा सकें गी।''

31. आवास‍निवत्त‍संस्‍थाओं‍से‍यह‍जा�कारी‍संग्रहीत‍कर�े‍की‍निक‍उ�के‍यहां‍निकत�े‍नि�6ेप‍हैं‍तथा‍उन्‍हें‍नि�दे�‍दे�े‍की‍राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍की‍�धि?- (1) राष् ट्रीय आवास बैंक निकसी समय यह नि$�ेश �े सकेगा निक नि$/ेप प्रनितगृहीत कर$े वाली आवास निवत्त संस् था, उस आवास निवत्त संस् था द्वारा प्राप् त नि$/ेपों से संबंधि�त या संसक् त ऐसे कथ$, ऐसी जा$कारी या निवलिशधि�यां राष् ट्रीय आवास बैंक को, ऐसे प्ररूप में, ऐसे अंतरालों पर और इत$े समय के भीतर �े जो राष् ट्रीय आवास बैंक $े, सा�ारण या निवशेर्ष आ�ेश द्वारा, निवनि$र्दि�Iष् ट निकया हो।

(2) उप�ारा (1) के अ�ी$ राष् ट्रीय आवास बैंक में नि$निहत शलिa की व् यापकता पर प्रनितकूल प्रभाव र्डाले निब$ा, यह है निक जो कथ$, जा$कारी या निवलिशधि�यां उप�ारा (1) के अ�ी$ �ी जा$ी हैं, वे नि$म् $लिलखि(त सभी या उ$में से निकसी से संबंधि�त हो सकेगी, अथा त् नि$/ेपों की रकम, वे प्रयोज$ और अवधि�यां जिज$के लिलए तथा ब् याज की वे �रें और अन् य नि$बं�$ और शत�, जिज$ पर वे प्राप् त की जाती हैं।

(3) यदि� राष् ट्रीय आवास बैंक लोकनिहत में ऐसा कर$ा आवश् यक समझता है तो नि$/ेपों पर �ेय ब् याज की �रों2 सनिहत तथा उ$ काला वधि�यों सनिहत, जिज$के लिलए ऐसे नि$/ेप प्राप् त निकए जा सकें ग े और ऐसे नि$/ेपों से संबंधि�त या संसक् त निकन् हीं बातों की बाबत नि$�ेश, नि$/ेप र्ग्रहण कर$ े वाली आवास निवत्त संस् थाओं को, सा�ारणत: या आवास निवत्त संस् थाओं के निकसी समूह को निवलिशष् टत: �े सकेगा।

(4) यदि� नि$/ेप प्रनितगृहीत कर$े वाली कोई आवास निवत्त संस् था उप�ारा (3) के अ�ी$ राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा दि�ए गए निकसी नि$�ेश का अ$ुपाल$ कर$े में असफल रहती है, तो राष् ट्रीय आवास बैंक, उस आवास निवत्त संस् था द्वारा नि$/ेपों का प्रनितगृहीत निकया जा$ा प्रनितनिर्षद्ध कर सकेगा।

(5) नि$/ेप प्रनितगृहीत कर$े वाली प्रत् येक आवास निवत्त संस् था, राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा यह अपे/ा की जा$े पर, तथा उत$े समय के भीतर जिजत$ा राष् ट्रीय आवास बैंक निवनि$र्दि�Iष् ट करे, अप$े वार्निर्षIक तुल$पत्र की तथा लाभ-हानि$ ले(ा की या अन् य वार्निर्षIक ले(ा की उस रूप मे, जिजसमें निक वे उस वर्ष के अंनितम दि�$ हैं जिजससे ले(ा संबंधि�त है, एक प्रनित अप$े (चF पर प्रत् येक ऐसे व् यलिa को क्षिभजवाएगी जिजससे उ$के पास उत$ी रालिश से अधि�क के नि$/ेप हैं जिजत$ी राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा निवनि$र्दि�Iष् ट की गई हैं।

1 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 15 द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)2 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 14 द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)

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�ारा 13 का संशो�$।

�ारा 33 का संशो�$।

$ई �ारा 33 क और 33 ( का अंत: स् थाप$।

आवास निवत्त संस् था की नि$/ेप और आस्तिस्तयों के अन् य संक्रामण को स् वीकार कर$ े स े प्रनितर्षे� कर$ े की शलिa।

राष् ट्रीय आवास बैंक की परिरसमाप$ अजm फाइल कर$े की शलिa।

18

32. राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍द्वारा‍अपेशि6त‍निववरण‍आदिद‍दे�े‍का‍आवास‍निवत्त‍संस्‍थाओं‍का‍कत$व्‍य- प्रत् येक आवास निवत्त संस् था इस अध् याय के उपबं�ों के अ�ी$ मांगे गए निववरण, जा$कारी या निवलिशधि�यां, ऐसे प्ररूप में जो निवनिहत निकया जाए, �ेंगी और दि�ए गए निकसी नि$�ेश का अ$ुपाल$ करेगी।

33. लेखापरी6कों‍की‍�धि?यां‍और‍कत$व्‍य- (1) प्रत् येक आवास निवत्त संस् था का ले(ापरी/क यह जांच करेगा निक आवास निवत्त संस् था $े, उसको प्राप् त नि$/ेपों से संबंधि�त या संसक् त ऐसे निववरण, जा$कारी या निवलिशधि�यां राष् ट्रीय आवास बैंक को �ी है या $हीं जिज$के दि�ए जा$े की इस अध् याय के अ�ी$ अपे/ा की गई है और ले(ापरी/क उस आवास निवत्त संस् था द्वारा �ारिरत ऐसे नि$/ेपों की कुल �$रालिश की रिरपोट , राष् ट्रीय आवास निवत्त बैंक को भेजेगा, किकIत ु उस �शा म ें $हीं भेजेगा जिजसमें ऐसी जांच कर$े पर उसका यह समा�ा$ हो गया हो निक उस आवास निवत्त संस् था $े ऐसे निववरण, जा$कारी या निवलिशधि�यां �े �ी हैं। मूल अधि�नि$यम की �ारा 31 में, उप�ारा (3) में, ''तो नि$/ेपों पर �ेय ब् याज की �रों सनिहत ''श् ब् �ों के स् था$ पर ''तो नि$/ेपों को स् वीकार कर$े वाली आवास निवत्त संस् था की उ�ार �र, नि$/ेपों पर �ेय ब् याज की �रों सनिहत'' शब् � र(े जाएगें।

1''(1 क) राष् ट्रीय आवास बैंक, यह समा�ा$ हो जा$े पर निक लोकनिहत में या नि$/ेपकता ओं के निहत में अथवा ले(ा बनिहयों के समुलिचत नि$�ा रण के प्रयोज$ों के लिलए ऐसा कर$ा आवश् यक है, निकसी ऐसी आवास निवत्त संस् था को या ऐसी आवास निवत्त संस् था के निकसी समूह को या सा�ारणतया आवास निवत्त कंपनि$यों को या ऐसी आवास निवत्त संस् था के ले(ापरी/कों को या तुल$पत्र, लाभ और हानि$ ले(ा, ले(ाबनिहयों में �ाधियत् वों का प्रकट$ या उससे संबंधि�त निकसी निवर्षय के बारे में नि$�ेश जारी कर सकेगा।''

(2) जहां, निकसी ऐसी आवास निवत्त संस् था की �शा में, जो कंप$ी है, ले(ापरी/क $े राष् ट्रीय आवास बैंक को उप�ारा (1) के अ�ी$ रिरपोट भेज �ी है या भेज$े का आशय है तो वह उस रिरपोट की जो उस$े राष् ट्रीय आवास बैंक को भेजी है या भेज$े का आशय है, अंतव स् तु को, कंप$ी अधि�नि$यम, 1956 (1956 का 1) की �ारा 227 की उप�ारा (2) के अ�ी$ अप$ी रिरपोट में सम्मिम्मलिलत करेगा।

2''(3) जहां, राष् ट्रीय आवास बैंक की यह राय हो निक लोकनिहत में या आवास निवत्त संस् था के निहत में अथवा ऐसी संस् था के नि$/ेपकता ओं के निहत में ऐसा कर$ा आवश् यक है तो यह निकसी भी समय आ�ेश द्वारा यह नि$�ेश �े सकेगा निक ऐसे निकसी संव् यवहार या संव् यवहारों के वग या ऐसी अवधि� या अवधि�यों के लिलए जो आ�ेश में निवनि$र्दि�Iष् ट की जाए, एक निवशेर्ष ले(ापरी/ा की जाएगी और राष् ट्रीय आवास बैंक ऐसी निवशेर्ष ले(ापरी/ा को कर$े के लिलए निकसी ले(ापरी/क या ले(ापरी/कों को नि$युक् त कर सकेगा और ले(ापरी/क या ले(ापरी/कों को रिरपोट प्रस् तुत कर$े का नि$�ेश �े सकेगा।

(4) ले(ापरी/कों का पारिरश्रधिमक, जो राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा नि$यत निकया जाए, ले(ापरी/ा में अंतव लिलत निक्रया की प्रकृनित और मात्रा को ध् या$ में र(ते हुए होगा तथा ले(ापरी/ा के व् यय और आ$ुरं्षनिगक व् यय इस प्रकार संपरीक्षि/त निकए गए आवास निवत्त संस् था द्वारा वह$ निकया जाएगा।''

मूल अधि�नि$यम की �ारा 33 के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त �ारा अंत: स् थानिपत की जाएगी, अथा त:- 3''33 क. (1) यदि� कोई आवास निवत्त संस् था, इस अध् याय के उपबं�ों के अ�ी$, निकसी �ारा उपबं�ों का व्

यनितक्रम करती है या राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा दि�ए गए निकसी नि$�ेश या आ�ेश का अ$ुपाल$ कर$े में असफल रहती है तो, आवास निवत्त संस् था निकसी नि$/ेप को स् वीकार कर$े से नि$निर्षद्ध कर सकेगी।

(2) निकसी करार या लिल(त या तत् समय प्रवृत्त निकसी निवधि� में अंतर्निवIष् ट निकसी प्रनितकूल बात के होते हुए भी, राष् ट्रीय आवास बैंक यह समा�ा$ हो जा$े पर निक लोकनिहत में या नि$/ेपकता ओं के निहत में ऐसा कर$ा आवश् यक है, आवास निवत्त संस् था को, जिजसको नि$/ेप स् वीकार कर$े का प्रनितर्षे� कर$े के लिलए आ�ेश जारी कर दि�या गया है, राष् ट्रीय आवास बैंक की लिलखि(त अ$ुज्ञा के निब$ा उसकी सम् पक्षित्त या आस्तिस्तयों का निकसी भी रीनित से निवक्रय, अंतरण, प्रभार, सृज$ या बं�क या संव् यवहार $ कर$े का, ऐसी अवधि� तक के लिलए जो आ�ेश की तारी( से छह मास से अ$धि�क हो, नि$�ेश �े सकेगी।

33 (. (1) राष् ट्रीय आवास बैंक, यह समा�ा$ हो जा$े पर निक कोई आवास निवत्त संस् था, जो एक कंप$ी है-

(क) अप$े ऋण का सं�ाय कर$े में असमथ है; या (() �ारा 29 क के उपबं�ों के कारण निकसी आवास निवत्त संस् था का कारोबार कर$े से नि$रर्निहIत हो

जाती है; या

1 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 16 द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)2 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 16(() द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)3 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 17 द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)

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1956 का 1

$ई �ारा 35 क और 35 ( का अंत: स् थाप$।

सूच$ा का प्रकट$

19

(ग) राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा निकसी आ�ेश नि$/ेप स् वीकार कर$े से प्रनितनिर्षद्ध कर �ी जाती है और ऐसा आ�ेश ती$ मास से अन् यू$ की अवधि� के लिलए प्रवृत्त रहा है; या

(घ) आवास निवत्त संस् था का ब$े रह$ा, लोकनिहत या कंप$ी के नि$/ेपकता ओं के निहत के अ$ुसार अव�ारिरत निकया जाता है,

कंप$ी अधि�नि$यम, 1956 के अ�ी$ ऐसी आवास निवत्त संस् था के परिरसमाप$ के लिलए आवे�$ फाइल कर सकेगा।

(2) कोई आवास निवत्त संस् था, जो एक कंप$ी है, अप$े ऋण का सं�ाय कर$े में असमथ समझी जाएगी यदि� उस$े अप$े काया लयों या शा(ाओं में की गई निकसी निवधि�पूण मांग को, पांच काय करण दि�वसों, के भीतर पूरा कर$े से इंकार कर दि�या जाता है या असफल हो जाता है और राष् ट्रीय आवास बैंक लिलखि(त में यह प्रमाक्षिणत कर �ेता है निक ऐसी कंप$ी अप$े ऋण का सं�ाय कर$े में असमथ है।

34. नि�री6ण-(1) राष् ट्रीय आवास बैंक निकसी भी समय अप$े अधि�कारिरयों या कम चारिरयों में से निकसी एक या अधि�क अथवा निकन् हीं अन् य व् यलिaयों द्वारा (जिजन् हें इस �ारा में इसके पश् चात् नि$री/क प्राधि�कारी कहा गया है) नि$/ेप प्रनितगृहीत कर$े वाली आवास निवत्त संस् था का नि$री/ण ऐसे निकसी निववरण, जा$कारी या निवलिशधि�यों के, जो राष् ट्रीय आवास बैंक को भेजी गई है, सही या पूण हो$े का सत् याप$ कर$े के प्रयोज$ो के लिलए या कोई ऐसी जा$कारी या निवलिशधि�यां अक्षिभप्राप् त कर$े के प्रयोज$ के लिलए करा सकेगा जिजन्हें वह आवास निवत्त संस् था ऐसा कर$े की मांग की जा$े पर �े$े में असफल रही है।

(2) ऐसे प्रत् येक नि$�ेशक, निकसी सधिमनित या नि$काय के स�स् य का या निकसी व् यलिa का, जिजसमें नि$/ेप प्रनितगृहीत कर$े वाली निकसी आवास निवत्त संस् था के काय कलाप का प्रबं� तत् समय पूण त: या भागत: नि$निहत है, या उसके अन् य अधि�कारी या कम चारी का यह कत व् य होगा निक उसकी अक्षिभर/ा में या शलिa के अ�ी$ जो भी बनिहयां, ले(े और अन् य �स् तावेज़ हैं उन् हें नि$री/क प्राधि�कारी के सम/ पेश करे तथा उस प्राधि�कारी को उस संस् था के कारबार से संबंधि�त ऐसे निववरण और जा$कारी, जिजसकी वह प्राधि�कारी उससे अपे/ा करे, इत$े समय के भीतर �े, जिजत$ा उस प्राधि�कारी द्वारा निवनि$र्दि�Iष् ट निकया गया हो।

(3) नि$री/क प्राधि�कारी ऐसे निकसी नि$�ेशक , सधिमनित या नि$काय के निकसी स�स् य या निकसी अन् य व् यलिa को, जिजसमें, नि$/ेप प्रनितगृहीत कर$े वाली आवास निवत्त संस् था के काय कलाप का प्रबं� तत् समय नि$निहत है, अथवा उसके निकसी अधि�कारी या कम चारी की उस संस् था के कारबार के संबं� में, शपथ पर, परी/ा कर सकेगा।

35. अप्राधि�कृत‍व्‍यधि?यों‍द्वारा‍नि�6ेपों‍की‍याच�ा‍�‍निकया‍जा�ा- व् यलिa निकसी आवास संस् था की ओर से ज$ता से �$ के नि$/ेपों की, कोई प्रास् पेक् ट्स या निवज्ञाप$ प्रकालिशत करके या करवाकर या निकसी भी अन् य रीनित से, तब तक याच$ा $हीं करेगा जब तक-

(क) उक् त आवास निवत्त संस् था द्वारा उसे ऐसा कर$े के लिलए लिलखि(त रूप में प्राधि�कृत $ निकया गया हो और वह उस संस् था का $ाम निवनि$र्दि�Iष् ट $ करे जिजस$े उसे इस प्रकार प्राधि�कृत निकया है, और

(() वह प्रास् पेक् ट्स या निवज्ञाप$ �ारा 30 के अ�ी$ राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा निकए गए निकसी आ�ेश और तत् समय प्रवृत्त निवधि�क निकसी अन् य उपबं� के अ$ुपाल$ में $ हो जो ऐसे प्रास् पेक् ट्स या निवज्ञा$ के प्रकाश$ को लागू होता है।

मूल अधि�नि$यम की �ारा 35 के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त �ारा अंत: स् थानिपत की जाएगी, अथा त् 135 क.(1) निकसी आवास निवत्त संस् था से संबंधि�त कोई जा$कारी, (क) जो इस अध् याय के उपबं� के अ�ी$ निकसी संस् था द्वारा प्रस् तुत निकसी निववरण या निववरणी में है; या (() राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा ले(ापरी/ा या नि$री/ण या अन् यथा की माफ त प्राप् त होती है,

गोप$ीय समझी जाएगी और इस �ारा में अन् यथा उपबंधि�त के लिसवाय, प्रकट $हीं की जाएगी।

(2) इस �ारा की कोई बात,-

(क) राष् ट्रीय आवास बैंक की पूव अ$ुज्ञा से, उप�ारा (1) के अ�ी$ राष् ट्रीय आवास बैंक को �ी गई जा$कारी, निकसी आवास निवत्त संस् था द्वारा प्रकट निकए जा$े;

1 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 18 द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)

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20

(() राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा यदि� वह लोकनिहत में ऐसा कर$ा आवश् यक समझा जाता है, उप�ारा (1) के अ�ी$ संर्ग्रहण की गई कोई जा$कारी के ऐसे समेनिकत प्ररूप में जो वह उपयुक् त समझे, निकसी आवास निवत्त संस् था या इसके उ�ार ले$े वालों के $ाम को प्रकट निकए निब$ा, प्रकाश$ को लागू $हीं होगी;

(ग) निकसी ऐसी जा$कारी के आवास निवत्त संस् था या राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा, निकसी अन् य आवास निवत्त संस् था या ऐसी संस् थाओं के मध् य पद्धनित और प्रथा के अ$ुसार अथवा जो निकसी अन् य निवधि� के अ�ी$ अ$ुज्ञात या अपेक्षि/त हो, प्रकट कर$े को लागू $हीं होगा;परन् तु यह निक इस (ंर्ड के अ�ी$ आवास निवत्त संस् था के द्वारा प्राप् त की गई निकसी ऐसी जा$कारी को संस् थाओं के मध् य पद्धनित और प्रथा के अ$ुसार अथवा जो निकसी अन् य निवधि� के अ�ी$ अ$ुज्ञा या अपेक्षि/त के लिसवाय प्रकालिशत $हीं निकया जाएगा।

(3) इस अधि�नि$यम या तत् समय प्रवृत्त निकसी अन् य निवधि� में निकसी बात के होते हुए भी राष् ट्रीय आवास बैंक, यदि� उसका यह समा�ा$ हो जाता है निक लोकनिहत में या नि$/ेपकता ओं के निहत में अथवा निकसी ऐसी आवास निवत्त संस् था के काय का नि$वारिरत कर$े के लिलए जो नि$/ेपकता ओं के निहत के निवरूद्ध जा$बूझकर निकया जा रहा है ऐसा कर$ा समीची$ है तो वह स् वप्रेरणा से या अ$ुरो� निकए जा$े पर निकसी आवास निवत्त संस् था द्वारा कारबार कर$े से संबंधि�त कोई जा$कारी निकसी निवधि� के अ�ी$ गदिZत निकसी प्राधि�कारी को �े सकेगा या संसूलिचत कर सकेगा।

(4) तत् समय प्रवृत्त निकसी अन् य निवधि� में निकसी बात के होते हुए भी कोई न् यायालय या अधि�करण अथवा अन् य प्राधि�करण राष् ट्रीय आवास बैंक को, इस अध्याय के निकसी उपबं� के अ�ी$ राष् ट्रीय बैंक के द्वारा प्राप् त निकसी निववरण या अन् य सामर्ग्री को पेश कर$े या नि$री/ण कर$े के लिलए बाध् य $हीं करेगी।

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$ई �ारा 36 क और 33 ( का अंत: स् थाप$।

नि$/ेप का भुगता$ कर$े का आ�ेश �े$े की शलिa

1949 का 10

1949 का 10

1949 का 10

21

35 (. राष् ट्रीय आवास बैंक यह समा�ा$ हो जा$े पर निक ऐसा कर$ा आवश् यक है, अधि�सूच$ा द्वारा यह घोर्षणा कर सकेगा निक इस अध् याय का कोई या सभी उपबं� निकसी निवत्त संस् था या आवास निवत्त संस् थाओं के निकसी समूह को या $ तो सा�ारण रूप से लागू होंगे या ऐसी अवधि� के लिलए ऐसी शतc, सीमाओं या नि$बं�$ों के अ�ी$ रहते हुए, जिजन् हें व अधि�रोनिपत कर$ा उलिचत समझे, लागू $हीं होंगे।''

36. अध्याय‍5 का‍अन्‍य‍नि�धि�यों‍पर‍अध्‍यारोही‍हो�ा- इस अध् याय के उपबं� तत् समय प्रवृत्त निकसी अन् य निवधि� में या निकसी ऐसी निवधि� के आ�ार पर प्रभाव र($े वाली निकसी लिल(त में उससे असंगत निकसी बात के होते हुए भी प्रभावी होंगे।

1''36 क. (1) निकसी आवास निवत्त संस् था द्वारा स् वीकार निकया गया प्रत् येक नि$/ेप, जो एक कंप$ी है, जब तक $वीकृत $हीं हो जाता है, ऐसे नि$/ेप के नि$बं�$ों और शतc के अ$ुसार भुगता$ $हीं निकया जाएगा।

(2) जहां कोई आवास निवत्त संस् था, जो एक कंप$ी है, वहां ऐसे नि$/ेप के नि$बं�$ों और शतc के अ$ुसार कोई नि$/ेप या उसके भाग का भुगता$ कर$े में असफल रही है वहां राष् ट्रीय आवास बैंक का ऐसा अधि�कारी जिजसे इस �ारा के प्रयोज$ के लिलए केन् द्रीय सरकार द्वारा प्राधि�कृत निकया गया ह ै (जिजसे इसमें इसके पश् चात् ''प्राधि�कृत अधि�कारी'' कहा गया है), यदि� उसका स् वप्रेरणा से या नि$/ेपकता के आवे�$ पर, यह समा�ा$ हो जाता है निक आवास निवत्त संस् था, नि$/ेपकता के निहतों की सुर/ा के लिलए अथवा लोकनिहत में ऐसा कर$ा आवश् यक है, आ�ेश द्वारा यह नि$�ेश �े सकेगा निक ऐसी आवास निवत्त संस् था ऐसे नि$/ेप या उसके भाग का भुगता$ तुरंत या ऐसे समय के भीतर और ऐसी शतc के अ�ी$ रहते हुए करें जो आ�ेश में निवनि$र्दि�Iष् ट की जाएं;परन्तु यह निक प्राधि�कृत अधि�कारी, इस उप�ारा के अ�ी$ कोई आ�ेश कर$े से पूव , आवास निवत्त संस् था इस निवर्षय से निहतबद्ध अन् य व् यलिaयों को सु$वाई का युलिaयुक् त अवसर �े सकेगा।

36 (. (1) जहां कोई नि$/ेप आवास निवत्त संस् था द्वारा एक या एक से अधि�क व् यलिaयों के (ाते में र(ा जाता है वहां, यथाब्लिस्थनित, नि$/ेपकता या सभी नि$/ेपकता बैंककारी निवनि$यम$ अधि�नि$यम, 1949 की �ारा 45 क के अ�ी$ केन्द्रीय सरकार द्वारा ब$ाए गए नि$यमों द्वारा निवनिहत रीनित में एक व् यलिa को $ाम नि$�Fलिशत कर सकेगी एकमात्र नि$/ेपकता या सभी नि$/ेपकता ओं की मृत् यु की �शा में नि$/ेप की रालिश को आवास निवत्त संस् था द्वारा लौटा दि�या जा सकेगा।

(2) तत् समय प्रवृत्त निकसी अन् य निवधि� या निकसी अक्षिभसाक्ष् य में निकसी बात के होते हुए भी , ऐसे नि$/ेप की बाबत चाहे वसीयती हो या अन् यथा जहां निकसी $ाम नि$�Fश$ से निकसी व् यलिa पर, आवास निवत्त संस् था से नि$/ेप की रालिश प्राप् त कर$े का अधि�कार प्र�त्त कर$ा तात् पर्यियIत हो, वहां $ाम नि$�Fलिशत, यथाब्लिस्थनित, एकमात्र नि$/ेपकता की मृत् यु पर यथाब्लिस्थनित, एकमात्र नि$/ेपकता या नि$/ेपकता ओं के सभी अधि�कारिरयों का, सभी अन् य व् यलिaयों को अपवर्जिजIत करते हुए जब तक निक, बैंककारी निवनि$यम$ अधि�नि$यम, 1949 की �ारा 45 के अ�ी$ केन् द्रीय सरकार के अ�ी$ ब$ाए गए नि$यमों द्वारा निवनिहत रीनित में फेरफार या रद्दकरण $हीं कर दि�या जाता है, हक�ार होगा।

(3) जहां $ाम नि$�Fलिशती कोई अवयस् क है, वहां बैंककारी निवनि$यम$ अधि�नि$यम, 1949 की �ारा 45 क के अ�ी$ केन् द्रीय सरकार द्वारा ब$ाए गए नि$यमों द्वारा निवनिहत रीनित में, $ामनि$�Fलिशतती की अवयस् कता के �ौरा$ उसकी मृत् यु की �शा में, नि$/ेप की रालिश को प्राप् त कर$े के लिलए निकसी व् यलिa को $ाम नि$�Fलिशता नि$युक् त कर$ा, नि$/ेपकता के लिलए निवधि�पूण होगा।

(4) इस �ारा के उपबं�ों के अ$ुसरण में निकसी आवास निवत्त संस् था द्वारा निकए गए संस् था से नि$/ेपकता की बाबत उसके �ाधियत् व का आवास निवत्त संस् था को पूण नि$व ह$ होगा;परन्तु यह निक उस उप�ारा की कोई बात निकसी ऐसे अधि�कार या �ावे को प्रभानिवत $हीं करेगी जो निकसी व् यलिa का निकसी ऐसे व् यलिa के निवरूद्ध जिजसको इस �ारा के अ�ी$ सं�ाय निकया गया है।

(5) निकसी ऐसे व् यलिa या व् यलिaयों से क्षिभन् $ जिज$के $ाम में कोई नि$/ेप आवास निवत्त संस् था द्वारा �ारिरत है, निकसी व् यलिa के �ावे की सूच$ा $ तो आवास निवत्त संस् था द्वारा प्राप् त की जा सकेगी और $ ही ऐसी आवास निवत्त संस् था ऐसी सूच$ा के लिलए आबद्ध होगी भले ही वह इसे अक्षिभव् यक् त रूप से �ी गई हो;

1 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 19 द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)

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$ए अध् याय 5 क का अंत: स् थाप$।

22

परन् तु यह निक जहां ऐसे नि$/ेप की बाबत स/म अधि�कारिरता र($े वाले निकसी न् यायालय से निकसी निर्डक्री, आ�ेश, प्रमाणपत्र या अन् य प्राधि�कार को निकसी आवास निवत्त संस् था के सम/ प्रस् तुत निकया जाता है, वहां आवास निवत्त संस् था ऐसी निर्डक्री, आ�ेश, प्रमाणपत्र या अन् य प्राधि�कारी को ध् या$ में र(ेगा।''

मूल अधि�नि$यम के अध् याय 5 के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त अध्याय अंत: स् थानिपत निकया जाएगा, अथा त:्-

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परिरभार्षाए।ं

वसूली अधि�कारी को आवे�$ निकया जा$ा ।

वसूली अधि�कारी की नि$युलिa।

�ारा र्ड. क े अ�ी$ आवे�$ की बाबत प्रनिक्रया।

23

1अध्‍याय‍5 कआवास‍निवत्त‍संस्‍थाओं‍से‍संबंधि�त‍अन्‍य‍उपब�ं

36 ग. इस अध् याय में, जब तक निक सं�भ से अन् यथा अपेक्षि/त $ हो,- (क) ''अपील अधि�करण'' से �ारा36 झ के अ�ी$ अपील अधि�करण अक्षिभप्रेत है;

(() ''अ$ुमोदि�त संस् था'' से नि$म्$लिलखि(त अक्षिभप्रेत है:-

कोई आवास निवत्त संस् था जिजसे �ारा 29 क की उप�ारा (5) के अ�ी$ रजिजस् ट्रीकरण प्रमाणपत्र प्र�त्त है;

कोई अ$ुसूलिचत बैंक;

राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा निकए गए आवास बं�कों के प्रनितभूनितकरण के संव् यवहार में न् यासी या अन् यथा के रूप में काय कारी राष् ट्रीय आवास बैंक;

ऐसी अन् य संस् थाए ंजो केन् द्रीय सरकार द्वारा राष् ट्रीय आवास बैंक की लिसफारलिश पर अधि�सूच$ा द्वारानिवनिहत की जाए;ं

(ग) सहायता से निकसी संस् था द्वारा की गई कार वाइयों के अ$ुक्रम के �ौरा$ उसके द्वारा प्र�त्त प्रत् य/ या अप्रत् य/ निवत्तीय सहायता अक्षिभप्रेत है;

(घ) ''उ�ार ले$े वाला'' से ऐसा व् यलिa अक्षिभप्रेत है, जिजसको निकसी आवासीय गृह, क्रय, नि$मा ण, मरम् मत, निवस् तार या $वीकरण के प्रयोज$ के लिलए निकसी अ$ुमोदि�त संस् था द्वारा सहायता �ी गई है;

(र्ड.) ''शोध् य'' से ऐसा �ाधियत् व अक्षिभप्रेत है जिजसे, निकसी संस् था द्वारा निकसी व् यलिa से शोध् य के रूप में �ावा निकया गया है और जिजसमें उसके संबं� में सं�ेय ब् याज, लागत, प्रभार और अन् य रालिश सम्मिम्मलिलत है;

(च) ''वसूली अधि�कारी'' से �ारा 36 घ के अ�ी$ नि$युक् त कोई अधि�कारी अक्षिभप्रेत है। 36 घ. (1) केन्द्रीय सरकार, राष् ट्रीय आवास बैंक के परामश से, ऐसे व्यलिaयों को अधि�सूच$ा द्वारा, अ$ुमोदि�त संस् था के

अधि�कारी नि$युक् त कर सकेगी, जो वह उपयुक् त समझे, जो इस अध्याय के प्रयोज$ के लिलए वूसली अधि�कारी होंगे और जिज$के पास ऐसी अह ताए ंहोंगी जिजन् हें केन् द्रीय सरकार इस अधि�नि$यम के अ�ी$ ब$ाए गए नि$यमों द्वारा निवनिहत करे।

(2) स् था$ीय सीमाए ंजिज$के भीतर वसूली अधि�कारी इस अध् याय के द्वारा या अ�ी$ प्र�त्त शलिaयों का प्रयोग और अधि�रोनिपत कत व् यों का अ$ुपाल$ करेगा जो केन् द्रीय सरकार द्वारा अधि�सूच$ा द्वारा निवनिहत की जाए।ं

36 र्ड.(1) जहां, ऐसा उ�ार ले$े वाला, जो निकसी करार के अ�ी$ निकसी अ$ुमोदि�त संस् था के �ाधियत् वा�ी$ है, निकसी सहायता या उसकी निकस् त के भुगता$ में व् यनितक्रम करता है या उक् त करार के नि$बं�$ों का अ$ुपाल$ कर$े में असफल रहता है तब, संपक्षित्त अंतरण अधि�नि$यम, 1882 की �ारा 69 के उपबं�ों पर प्रनितकूल प्रभाव र्डाले निब$ा, अ$ुमोदि�त संस् था, उस वसूली अधि�कारी को, जिजसकी अधि�कारिरता की स् था$ीय सीमाओं के भीतर उ�ार ले$े वाला वास् तव में और स् वैब्लि{क रूप से नि$वास करता है या कारबार करता है अथवा लाभ के लिलए व् यलिaगत रूप से काय करता है या संपूण रूप से या भागत: काय करवाता है, शोध् यों के लिलए प्रनितभूनित के रूप में अ$ुमोदि�त संस् था को निगरवी र(ी गई, बं�क की गई, आर्डमा$ की गई या सम$ु�ेलिशत संपक्षित्त के निवक्रय के लिलए आवे�$ कर सकेगी।

(2) जहां निकसी अ$ुमोदि�त संस् था $े, जिजसे निकसी उ�ार ले$े वाले से अप$े शोध् यों को वसूल कर$ा है, उप�ारा (1) के अ�ी$ वसूली अधि�कारी को कोई आवे�$ फाइल निकया है और वही संपक्षित्त निकसी अन् य अ$ुमोदि�त संस् था या व् यलिa के पास भी निगरवी, बं�क, आर्डमा$ या सम$ु�ेलिशत है तो अन् य अ$ुमोदि�त संस् था या व् यa, उस वसूली अधि�कारी को एक आवे�$ करके, अंनितम ओ�श पारिरत हो$ े स े पूव काय वानिहयों के निकसी प्रक्रम पर अ$ुमोदि�त संस् था के साथ सम्मिम्मलिलत हो सकेगा।

(3) उप�ारा (1) या उप�ारा (2) के अ�ी$ आवे�$ में, अ$ुमोदि�त संस् था या व् यलिa को उ�ार ले$े वाले के �ाधियत् व की प्रकृनित और सीमा, वे आ�ार जिज$ पर उन् हें ब$ाया गया है, कलिथत निकए जाएगंे और ऐसे प्ररूप में होंगे तथा उ$के साथ ऐसे �स् तावेज़ या अन् य साक्ष् य लगे होंगे, जो निवनिहत निकए जाए।ं

36 च. (1) �ारा 36 र्ड. के अ�ी$ आवे�$ के प्राप् त हो$े पर, यदि� वसूली अधि�कारी की यह राय है निक उ�ार ले$े वाला निकसी करार के अ�ी$ निकसी अ$ुमोदि�त संस् था के �ाधियत् व के अ�ी$ है, या उस$े सहायता अथवा उस$े निकसी निकस् त के प्रनितसं�ाय में व् यनितक्रम निकया है या उक् त करार के नि$बं�$ों के अ$ुपाल$ में अन् यथा असफल

1 $या ''अध् याय 5 क'' अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 20 द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)

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वसूली अधि�कारी के आ�ेश का प्रवत $।

मुख् य महा$गर मजिजस् टे्रट और ब्लिoजला मजिजस् टे्रट का वूसली अधि�कारी की संपक्षित्त का भारसा�$ ले$ े म ें सहायता निकया जा$ा।

24

हो गया है तो वह ऐसे प्ररूप में, जो निवनिहत निकया जाए, उ�ार ले$े वाले को एक लिलखि(त मांग सूच$ा तामील कराएगा जिजसमें सूच$ा में निवनि$र्दि�Iष् ट रकम या उसकी तामील की तारी( से $व् वे दि�$ की अवधि� के भीतर उसे सं�ाय कर$े की या यह हेतु �र्शिशIत कर$े की निक प्रार्शिथIत अ$ुतोर्ष क् यों $हीं अ$ु�त्त निकया जाए, अपे/ा की जाएगी।

(2) वसूली अधि�कारी, आवे�क और उ�ार ले$े वाले को सु$वाई का अवसर �े$े के पश् चात् आवे�$ पर ऐसा अंतरिरम या अंनितम आ�ेश पारिरत कर सकेगा, जिजसके अंतग त उस तारी( से, जिजसको या जिजसके पूव रकम का सं�ाय शोध् य पाया जाता है, वसूली या वास् तनिवक सं�ाय की तारी( तक, जो वह न् याय के उदे्दश् यों को पूरा कर$े के लिलए Zीक समझे, ब् याज के सं�ाय का आ�ेश भी है।

(3) वसूली अधि�कारी उ�ार ले$े वाले द्वारा अ$ुमोदि�त संस् था या व् यलिa के निवरूद्ध मुजराई के निकसी �ावे या स् थनिपत प्रनित�ावे पर भी निवचार कर सकेगा और यदि� उसका समा�ा$ हो जाता है तो अ$ुज्ञात करेगा।

(4) वसूली अधि�कारी अप$े द्वारा पारिरत प्रत् येक आ�ेश की एक प्रनित अ$ुमोदि�त संस् था और उ�ार ले$े वाले को �ेगा। (5) वसूली अधि�कारी, उ�ार ले$े वाले के निवरूद्ध निकसी ऐसी संपक्षित्त के निवरूद्ध, जिजसे शोध् य के लिलए प्रनितभूनित के रूप में

अ$ुमोदि�त संस् था को निगरवी र(ा गया है, बं�क र(ा गया है, आर्डमा$ या सम$ुदि�ष् ट निकया गया है, अंतरिरत, अन् यसंक्रधिमत या अन् यथा उससे व् यवहार कर$े से उसे निववर्जिजIत कर$े के लिलए अंतरिरम आ�ेश (चाहे व् या�ेश या रोक के रूप में कुक� के रूप में) कर सकेगा।

(6) �ारा 36 र्ड. के अ�ी$ वसूली अधि�कारी को निकए गए आवे�$ पर उसके द्वारा यथासंभव शीघ्र कार वाई की जाएगी और उसके द्वारा यह प्रयास निकया जाएगा निक वह आवे�$ का अंनितम रूप से आवे�$ की प्राप्तिप्त की तारी( से छह मास के भीतर नि$पटारा कर �े।

36 छ. (1) जहां उ�ार ले$े वाला आ�ेश का उसमें निवनि$र्दि�Iष् ट समय के भीतर अ$ुपाल$ कर$े से इंकार कर �ेता है या असफल रहता है, वहां वसूली अधि�कारी निकसी ऐसी सहायता के लिलए, जिजसकी बाबत व् यनितक्रम निकया गया है, प्रनितभूनित के रूप में अ$ुमोदि�त संस् था को निगरवी, बं�क र(ी गई, आर्डमा$ या सम$ुदि�ष् ट की गई निकसी संपक्षित्त का कब् जा ले सकेगा और ऐसी संपक्षित्त का निवक्रय, पट्टा के रूप में या अन् यथा, अंतरण कर सकेगा।

(2) इस �ारा के अ�ी$ निवक्रय, पट्टा के रूप में या अन् यथा कोई अंतरण ऐसी रीनित से निकया जाएगा जो निवनिहत की जाए।(3) वसूली अधि�कारी द्वारा उप�ारा (1) के अ�ी$ अप$ी शलिaयों का प्रयोग करते हुए निकए गए संपक्षित्त के निकसी

अंतरण से अंतरिरत संपक्षित्त में या उसके लिलए सभी अधि�कार अंतरिरती में नि$निहत हो जाएगें। (4) जहां उप�ारा (1) के उपबं�ों के अ�ी$ उ�ार ले$े वाले के निवरूद्ध कोई कार वाई की गई है, वहां ऐसे सभी (च ,

प्रभार, व् यय, जो वसूली अधि�कारी की राय में उसके द्वारा उसके आ$ुरं्षनिगक रूप में समुलिचत रूप से उपगत निकया गया है, उ�ार ले$े वाले से वसूल$ीय होंगे और उस �$ का, जो उसके द्वारा प्राप् त निकया जाता है, निकसी तत् प्रनितकूल संनिव�ा के अभाव में उसके द्वारा न् यास में �ारण निकया जाएगा जिजसका उपयोज$ प्रथमत: ऐसे (चc, प्रभारों और व् ययों के सं�ाय में और निद्वतीयत: अ$ुमोदि�त संस् था को शोध् य ऋण के उन् मोच$ में निकया जाएगा और इस प्रकार प्राप्त �$ के शेर्ष का सं�ाय उसके हक�ार व् यलिa को निकया जाएगा।

(5) यदि� अ$ुमोदि�त संस् था के शोध् य, वसूली अधि�कारी द्वारा उपगत सभी ख़चc, प्रभारों और व् ययों सनिहत, अ$ुमोदि�त संस्था को या वसूली अधि�कारी को निवक्रय या अंतरण के लिलए नि$यत तारी( के पूव निकसी समय परिर�त्त कर दि�या जाता है तो संपक्षित्त का निवक्रय या अंतरण $हीं निकया जाएगा और उस संपक्षित्त के अंतरण या निवक्रय के लिलए कोई और क�म $हीं उZाए जाएगें।

36 ज. (1) जहां निकसी संपक्षित्त का �ारा 36 र्ड. द्वारा प्र�त्त निकसी शलिa के अ$ुसरण में निवक्रय निकया जाता है या उसे पटे्ट पर दि�या जाता है, वहां वसूली अधि�कारी, निकसी ऐसी संपक्षित्त को अक्षिभर/ा या नि$यंत्रण में ले$े के प्रयोज$ के लिलए, उस मुख् य महा$गर मजिजस् टे्रट या जिजला मजिजस् टे्रट को, जिजसकी अधि�कारिरता के भीतर कोई ऐसी संपक्षित्त ब्लिस्थत है या उससे संबंधि�त अन् य �स् तावेज़ पाए जाएं, उ$का कब् ज़ा ले$े के लिलए लिलखि(त रूप में अ$ुरो� कर सकेगा और यथाब्लिस्थनित, मुख् य महा$गर मजिजस् टे्रट या जिजला मजिजस् टे्रट, उसको निकए गए ऐसे अ$ुरो� पर,-

(क) ऐसी संपक्षित्त या उससे संबंधि�त �स् तावेज़ों का कब् जा लेगा; और (() उन् हें वसूली अधि�कारी को भेजेगा।

(2) उप�ारा (1) के उपबं�ों का अ$ुपाल$ सुनि$क्षि}त कर$े के प्रयोज$ के लिलए, मुख् य महा$गर मजिजस् टे्रट या ब्लिoजला मजिजस् टे्रट ऐसे उपाय कर सकेगा या करा सकेगा और ऐसे बल का उपयोग करेगा या करा सकेगा जो उसकी राय में आवश् यक हो।

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अपील अधि�करण की स् थाप$ा

अपील अधि�करण की संरच$ा।

अपील अधि�करण के पीZासी$ अधि�कारी के रूप म ें नि$युलिa के लिलए अह ताए।ं

प�ावधि�।

अपील अधि�करण के कम चारीवृं�।

पीZासी$ अधि�कारी के वेत$ और भत् त े तथा उ$की सेवा क े अन् य नि$बं�$ और शत�।

रिरलिaयों का भरा जा$ा ।

त् यागपत्र और हटाया जा$ा।

25

(3) इस �ारा के अ$ुसरण में निकया गया मुख् य महा$गर मजिजस् टे्रट या जिजला मजिजस् टे्रट का कोई काय निकसी न् यायालय में या निकसी प्राधि�कारी के सम/ प्रश् $गत $हीं निकया जाएगा।

36.(1) केन् द्रीय सरकार, एक या अधि�क अपील अधि�करण, जिजन् हें आवास निवत्त संस् था ऋण वसूली अपील अधि�करण कहा जाएगा, इस अधि�नि$यम द्वारा या इसके अ�ी$ ऐसे अधि�करण को प्र�त्त अधि�कारिरता, शलिaयों और प्राधि�कार का प्रयोग कर$े के लिलए, अधि�सूच$ा द्वारा, स् थानिपत करेगी।

(2) केन् द्रीय सरकार, उप�ारा (1) में नि$र्दि�Iष् ट अधि�सूच$ा में, उ$ /ेत्रों को भी निवनि$र्दि�Iष् ट करेगी जिज$के संबं� में अपील अधि�करण अधि�कारिरता का प्रयोग कर सकेगा।

(3) उप�ारा (1) और उप�ारा (2) में निकसी बात के होते हुए भी, केन् द्रीय सरकार निकसी अपील अधि�करण के पीZासी$ अधि�कारी को अन् य अपील अधि�करण के पीZासी$ अधि�कारी के कृत् यों का भी नि$व ह$ कर$ े के लिलए प्राधि�कृत कर सकेगी।

36 य. अपील अधि�करण म ें केवल एक व् यलिa होगा (जिजसे इसमें इसके पश् चात ् अपील अधि�करण का पीZासी$ अधि�कारी कहा गया है), जिजसकी नि$युलिa केन् द्रीय सरकार द्वारा, अधि�सूच$ा द्वारा की जाएगी।

36 ट. कोई व् यलिa अपील अधि�करण के पीZासी$ अधि�कारी के रूप में नि$युलिa के लिलए तब तक अर्निहIत $हीं होगा जब तक निक वह-

(क) ब्लिoजला न् याया�ीश $ हो या $ रहा हो या हो$े के लिलए अर्निहIत $ हो;(() भारतीय निवधि�क सेवा का स�स् य $ रहा हो और उस सेवा के रे्ग्रर्ड 2 में कम से कम ती$ वर्ष तक प� �ारण

$ निकया हो। 36 Z. निकसी अपील अधि�करण का पीZासी$ अधि�कारी, उस तारी( से, जिजसको वह अप$ा प� र्ग्रहण करता

है, पांच वर्ष की अवधि� के लिलए या तब तक जब तक वह पैंसZ वर्ष की आयु प्राप् त $हीं कर लेता है, �ो$ों में से जो भी पहले हो, प� �ारण करेगा।

36 र्ड (1) केन् द्रीय सरकार अपील अधि�करण को उत$े अधि�कारी और कम चारी उपलब् � कराएगी जिजत$े वह सरकार Zीक समझे।

(2) अपील अधि�करण के अधि�कारी और अन् य कम चारी पीZासी$ अधि�कारी के सा�ारण अ�ी/ण के अ�ी$ अप$े कृत् यों का नि$व ह$ करेंगे।

(3) अपील अधि�करण के अधि�कारिरयों और अन् य कम चारिरयों के वेत$ और भत् ते तथा उ$की सेवा की अन् य शत� वे होंगी जो केन् द्रीय सरकार इस अधि�नि$यम के अ�ी$ ब$ाए गए नि$यमों द्वारा निवनि$र्दि�Iष् ट करे।

36. निकसी अपील अधि�करण के पीZासी$ अधि�कारी को सं�ेय वेत$ और भत् ते तथा उसकी सेवा की अन् य नि$बं�$ और शत� (जिज$के अंतग त पेंश$, उप�ा$ और अन् य सेवानि$वृक्षित्त फाय�े भी हैं) वे होंगी जो केन् द्रीय सरकार इस अधि�नि$यम के अ�ी$ ब$ाए गए नि$यमों द्वारा निवनि$र्दि�Iष् ट करें।

परन्तु निकसी पीZासी$ अधि�कारी को $ तो वेत$ और भत् तों में $ही अन् य नि$बं�$ों और शतc में नि$युलिa के पश् चात् उसके लिलए अलाभकारी परिरवत $ निकया जाएगा।

36 ण. यदि� अस् थायी अ$ुपब्लिस्थनित से अन् यथा निकसी कारण से निकसी अपील अधि�करण के पीZासी$ अधि�कारी के प� में कोई रिरक् त होती है तो केन् द्रीय सरकार इस अधि�नि$यम के उपबं�ों के अ$ुसार निकसी अन् य व् यलिa को उस रिरलिa को भर$े के लिलए नि$युक् त करेगी और काय वानिहयां अपील अधि�करण के समझ उस प्रक्रम से जारी रह सकें गी जिजस पर रिरलिa को भरा जाता है।

36 त. (1) निकसी अपील अधि�करण का पीZासी$ अधि�कारी, केन् द्रीय सरकार को संबोधि�त अप$े हस्ता/र द्वारा लिल(त रूप से सूच$ा �ेकर अप$ा प� त् याग सकेगा:

परंतु उक् त पीZासी$ अधि�कारी, जब तक उसे केन् द्रीय सरकार द्वारा अप$ा पर शीघ्र छोड़$े के लिलए अ$ुज्ञात $हीं निकया जाता, ऐसी सूच$ा की प्राप्तिप्त की तारी( से ती$ मास के समाप् त हो$े तक या उसके प�ोत्तरवतm के रूप में सम् यक रूप से नि$युक् त व् यलिa को अप$ा र्ग्रहण कर$े तक या अप$ी प�ावधि� के समाप् त हो$े तक, इ$में से जो भी पहले हो, प� �ारण करता रहेगा।

(2) निकसी अपील अधि�करण के पीZासी$ अधि�कारी को उसके प� से निकसी उच् च न् यायालय के न् याया�ीश द्वारा की गई जांच के पश् चात्, जिजसमें संबद्ध पीZासी$ अधि�कारी को उसके निवरूद्ध आरोपों के बारे में सूलिचत निकया गया हो और आरोपों के संबं� में सु$वाई का उलिचत अवसर दि�या गया हो, सानिबत क�ाचार या अ/मता के आ�ार पर ही हटाया जाएगा, अन् यथा $हीं।

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अपील अधि�करण गदिZत कर$े वाल े आ�ेश अंनितम होंग े और उसकी काय वानिहयां अनिवधि�मान् य $हीं होंगी।

अपील अधि�करण की अधि�कारिरता, शलिaया ं और प्राधि�कार।

अपील अधि�करण को अपील।

अपील फाइल कर$े पर शोध् य रकम का जमा निकया जा$ा।

प्रनिक्रया और वसूली अधि�कारी तथा अपील अधि�करण की शलिaयां।

1860 का 161908 का 16

26

(3) केन् द्रीय सरकार, इस अधि�नि$यम के अ�ी$ ब$ाए गए नि$यमों द्वारा, पूव_क् त पीZासी$ अधि�कारी के क�ाचार या अ/मता के अन् वेर्षण् के लिलए प्रनिक्रया को नि$यंनित्रत कर सकेगी।

36 थ. निकसी अपील अधि�करण के पीZासी$ अधि�कारी के रूप में निकसी व् यलिa को नि$युक् त कर$े वाला केन् द्रीय सरकार का कोई आ�ेश निकसी भी रीनित से प्रश् $गत $हीं निकया जाएगा और निकसी अपील अधि�करण के सम/ कोई काय या काय वाही निकसी भी रीनित से केवल इस आ�ार पर प्रश् $गत $हीं निकया जाएगा निक निकसी अपील अधि�करण के स् थाप$ में कोई त्रुदिट है।

36 �. कोई अपील अधि�करण इस अधि�नि$यम के अ�ी$ वसूली अधि�कारी द्वारा निकए गए या समझे गए निकसी आ�ेश के निवरूद्ध अपीलें र्ग्रहण कर$े की अधि�कारिरता, शलिaयों और प्राधि�कार का प्रयोग करेगा।

36 �.(1) इस अध् याय के अ�ी$ वसूली अधि�कारी द्वारा निकए गए या समझे गए निकसी आ�ेश द्वारा व् यलिथत कोई व् यलिa उस अपील अधि�करण को अपील कर सकेगा जिजसकी उस मामले में अधि�कारिरता है।

(2) उप�ारा (1) के अ�ी$ प्रत् येक अपील उस तारी( से, जिजसको वसूली अधि�कारी द्वारा निकए गए या निकए गए समझे गए आ�ेश की प्रनित उसके द्वारा प्राप्त की जाती है, पैंतालीस दि�$ की अवधि� के भीतर फाइल की जाएगी और वह ऐसे प्ररूप में होंगी और उसके साथ ऐसी फीस होगी जो निवनिहत की जाए: परंतु अपील अधि�करण उक् त पैंतालीस दि�$ की अवधि� की समाप्तिप्त के पश् चात् कोई अपील र्ग्रहण कर सकेगा यदि� उसका यह समा�ा$ हो जाता है निक उस अवधि� के भीतर अपील फाइल $ कर$े के लिलए पया प् त कारण था।

(3) अपील अधि�करण, उप�ारा (1) के अ�ी$ अपील प्राप् त हो$े पर, अपील के प/कारों को सु$वाई का अवसर �े$े के पश् चात् उस आ�ेश को, जिजसके निवरूद्ध अपील की गई है, पु ष् ट, उपांतरिरत या अपास् त कर$े वाले उस पर ऐसे आ�ेश पारिरत कर सकेगा जो वह Zीक समझे।

(4) अपील अधि�करण अप$े द्वारा निकए गए प्रत् येक आ�ेश की प्रनित अपील के प/कारों को और संबंद्ध अधि�कारी को भेजेगा।

(5) उप�ारा (1) के अ�ी$ अपील अधि�करण के सम/ फाइल की गई अपील के संबं� में उसके द्वारा यथासंभव शीघ्र कार वाई की जाएगी और उसके द्वारा यह प्रयास निकया जाएगा निक अपील का अंनितम रूप से नि$पटारा अपील की प्राप्तिप्त की तारी( से छह मास के भीतर हो जाए।

36 $. जहां निकसी उ�ार ले$े वाले द्वारा अपील की जाती है वहां ऐसी अपील का र्ग्रहण अपील अधि�करण द्वारा तब तक $हीं निकया जाएगा जब तक ऐसे व् यलिa $े अपील अधि�करण के पास वसूली अधि�कारी द्वारा अव�ारिरत रूप में उससे शोध् य रकम का पचहत्तर प्रनितशत जमा $हीं कर दि�या हो:

परंतु अपील अधि�करण, ऐसे कारणों से जो ले(बद्ध निकए जाएगंे, इस �ारा के अ�ी$ जमा की जा$े वाली रकम की अक्षिभत् यज$ कर सकेगा या उसे कम कर सकेगा।

36 प. (1) वसूली अधि�कारी और अपील अधि�करण लिसनिवल प्रनिक्रया संनिहता, 1908 द्वारा अधि�कलिथत प्रनिक्रया द्वारा आबद्ध $हीं होंगे निकन् तु $ैसर्निगIक न् याय के लिसद्धांतों द्वारा माग �र्शिशIत होंगे और इस अधि�नि$यम के तथा निकन् हीं निवनि$यमों के अन् य उपबं�ों के अ�ी$ रहते हुए वसूली अधि�कारी और अपील अधि�करण को अप$ी प्रनिक्रया को निवनि$यधिमत कर$े की शलिa होगी, जिज$के अंतग त वे स् था$ भी हैं जहां वे आसी$ होंगे।

(2) वसूली अधि�कारी और अपील अधि�करण को, इस अधि�नि$यम के अ�ी$ अप$े कृत् यों का नि$व ह$ कर$े के प्रयोज$ों के लिलए, नि$म् $लिलखि(त निवर्षयों की बाबत निकसी वा� का निवचारण करत े समय वहीं शलिaयां होंगी जो लिसनिवल प्रनिक्रया संनिहता, 1908 के अ�ी$ निकसी लिसनिवल न् यायालय में नि$निहत हैं, अथा त्:-

(क) निकसी व् यलिa को सम$ कर$ा और उसे हाब्लिoजर करा$ा तथा उसकी शपथ पर परी/ा कर$ा; (() �स् तावज़ों के प्रकटीकरण और प्रस्तुत कर$े की उपे/ा कर$ा;(ग) शपथ-पत्रों पर साक्ष् य र्ग्रहण कर$ा; (घ) साक्षि/यों या �स् तावेज़ों की परी/ा के लिलए कमीश$ नि$काल$ा;(र्ड.) अप$े निवनि$श् चयों का पु$र्निवIलोक$ कर$ा;(च) व् यनितक्रम के लिलए आवे�$ को (ारिरज कर$ा या उसके संबं� में एकप/ीय निवनि$श् चय कर$ा;(छ) व् यनितक्रम के लिलए निकसी आवे�$ को (ारिरज कर$े के निकसी आ�ेश को या उसके द्वारा पारिरत एकप/ीय निकसी

आ�ेश को अपास् त कर$ा; और (ज) कोई अन् य बात जो निवनिहत की जाए।

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1974 का 2

1963 का 36

1860 का 45

पीZासी$ अधि�कारी, वसूली अधि�कारी, अन् य अधि�कारिरयों और कम चारिरयों का लोक सेवक हो$ा।

सद्भावपूव क की गई कार वाई का संर/ण।

अधि�कारिरता का वज $।

अंत: काली$ उपबं�।

�ारा 40 का संशो�$। $ई �ारा 43 क का अंत: स् थाप$ा।

27

(3) वसूली अधि�कारी और अपील अधि�करण के सम/ निकसी काय वाही को भारतीय �ंर्ड संनिहता की �ारा 193 और �ारा 228 के अथ के अंतग त और �ारा 196 के प्रयोज$ों के लिलए न् याधियक काय वाही समझा जाएगा और वसूली अधि�कारी या अपील अधि�करण को �ंर्ड प्रनिक्रया संनिहता, 1973 की �ारा 195 और अध् याय 26 के सभी प्रयोज$ों के लिलए लिसनिवल न् यायालय समझा जाएगा।

36 फ. परिरसीमा अधि�नि$यम, 1963 के उपबं�, जहां तक हो सके, वसूली अधि�कारी को निकए गए निकसी आवे�$ को लागू होंगे।

36 ब. निकसी अपील अधि�करण का पीZासी$ अधि�कारी, अन् य अधि�कारिरयों और कम चारिरयों तथा वसूली अधि�कारी को भारतीय �ंर्ड संनिहता की �ारा 21 के अथ के अंतग त लोक सेवक समझा जाएगा।

36 भ. इस अधि�नि$यम या इसके अ�ी$ ब$ाए गए निकसी नि$यम या निवनि$यम या आ�ेश के उपबं�ों के अ$ुसरण में सद्भावपूव क की गई या की जा$े के लिलए आशाधियत निकसी बात के लिलए कोई वा�, अक्षिभयोज$ या अन् य निवधि�क काय वाही केन् द्रीय सरकार के निवरूद्ध या निकसी अपील अधि�करण के

पीZासी$ अधि�कारी के निवरूद्ध या वसूली अधि�कारी के निवरूद्ध $हीं होगी। 36 म. इस अध् याय में निवनि$र्दि�Iष् ट निवर्षयों में निकसी भी न् यायालय या अन् य प्राधि�कारी को कोई अधि�कारिरता, शलिaयां

या प्राधि�कार $हीं होगा या उसका प्रयोग कर$े का हक $हीं होगा (लिसवाय उच् चतम न् यायालय और उस उच् च न् यायालय के, जो संनिव�ा$ के अ$ुच् छे� 226 अ$ुच् छे� 227 के अ�ी$ अधि�कारिरता का प्रयोग कर रहा है)।

36 य. इस अधि�नि$यम में निकसी बात के होते हुए भी, �ारा 36 झ के अ�ी$ निकसी /ेत्र के लिलए अपील अधि�करण की स् थाप$ा तक, बैंकों और निवत्तीय संस् थाओं को शोध् य ऋण वसूली अधि�नि$यम, 1993 की �ारा 8 के अ�ी$ स्थानिपत अपील अधि�करण को प्र�त्त अधि�कारिरता, शलिaयों और प्राधि�कार का प्रयोग करेगा।मूल अधि�नि$यम की �ारा 40 की उप�ारा (5) में, ''ती$ मास'' शब् �ों के स् था$ पर, ''चार मास'' शब् � र(े जाएगंे। मूल अधि�नि$यम की �ारा 43 के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त �ाराए ंअंत: स् थानिपत की जाएगंी, अथा त्:-

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शलिaयों का प्रत् यायोज$।

$ई �ारा 36 क और 33 ( का अंत: स् थाप$।

नि$/ेप का भुगता$ कर$े का आ�ेश �े$े की शलिa।

1949 का 10

1949 का 10

1949 का 10

28

''43 क. बोर्ड , सा�ारण या निवशेर्ष आ�ेश द्वारा, राष् ट्रीय आवास बैंक के निकसी अधि�कारी या अधि�कारिरयों को, ऐसी श् तc और परिरसीमाओं, यदि� कोई हों, के अ�ी$ रहते हुए जो आ�ेश में निवनि$र्दि�Iष् ट की जाएं, इस अधि�नि$यम के अ�ी$ अप$ी शलिaयों और कत व् यों में से ऐसी शलिaयां और कत व् य, जो वह आवश् यक समझे, प्रत् यायोजिजत कर सकेगा।

मूल अधि�नि$यम की �ारा 36 के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त �ाराए ंअंत:स् थानिपत की जाएगंी, अथा त्:- ''36 क. (1) निकसी आवास निवत्त संस्था द्वारा स् वीकार निकया गया प्रत् येक नि$/ेप, जो एक कंप$ी है, जब तक $वीकृत

$हीं हो जाता है, ऐसे नि$/ेप के नि$बं�$ों और श् तc के अ$ुसार भुगता$ $हीं निकया जाएगा। (2) जहां कोई आवास निवत्त संस् था, जो एक कंप$ी है, वहां ऐसे नि$/ेप के नि$बं�$ों और शतc के अ$ुसार कोई नि$/ेप

उसके भाग का भुगता$ कर$े में असफल रही है वहां राष् ट्रीय आवास बैंक का ऐसा अधि�कारी जिजसे इस �ारा के प्रयोज$ के लिलए केन् द्रीय सरकार द्वारा प्राधि�कृत निकया गया ह ै (जिजसे इसमें इसके पश् चात ् ''प्राधि�कृत अधि�कारी'' कहा गया है), यदि� उसका स् वप्रेरणा से या नि$/ेपकता के आवे�$ पर, यह समा�ा$ हो जाता है निक आवास निवत्त संस् था, नि$/ेपकता ओं के निहतों की सुर/ा के लिलए अथवा लोकनिहत में ऐसा कर$ा आवश् यक है, आ�ेश द्वारा यह नि$�ेश �े सकेगा निक ऐसी आवास निवत्त संस् था ऐसे नि$/ेप या उसके भाग का भुगता$ तुरंत या ऐसे समय के भीतर और ऐसी शतc के अ�ी$ रहते हुए करें जो आ�ेश में निवनि$र्दि�Iष् ट की जाएं;

परन् तु यह निक प्राधि�कृत अधि�कारी, इस उप�ारा के अ�ी$ कोई आ�ेश कर$े से पूव , आवास निवत्त संस् था इस निवर्षय से निहतबद्ध अन् य व् यलिaयों को सु$वाई का युलिaयुक् त अवसर �े सकेगा।

36 (.(1) जहां कोई नि$/ेप आवास निवत्त संस् था द्वारा एक या एक से अधि�क व् यलिaयों के (ाते में र(ा जाता है वहां , यथाब्लिस्थनित, नि$/ेपकता या सभी नि$/ेपकता बैंककारी निवनि$यम$ अधि�नि$यम, 1949 की �ारा 45 यक के अ�ी$ केन् द्रीय सरकार द्वारा ब$ाए गए नि$यमों द्वारा निवनिहत रीनित में एक व् यलिa को $ाम नि$�Fलिशत कर सकेगी जिजसको एकमात्र नि$/ेपकता या सभी नि$/ेपकता ओं की मृत् यु की �शा में नि$/ेप की रालिश को आवास निवत्त संस् था द्वारा लौटा दि�या जा सकेगा।

(2) तत् समय प्रवृत्त निकसी अन् य निवधि� या निकसी अक्षिभसाक्ष् य में निकसी बात के होते हुए भी, ऐसे नि$/ेप की बाबत चाहे वसीयती हो या अन्यथा जहां निकसी $ाम नि$�Fश$ से निकसी व् यलिa पर, आवास निवत्त संस् था से नि$/ेप की रालिश प्राप् त कर$े का अधि�कार प्र�त्त कर$ा तात् पर्यियIत हो, वहां $ाम नि$�Fलिश, यथाब्लिस्थनित, एकमात्र नि$/ेपकता की मृत्यु पर यथाब्लिस्थनित, एकमात्र नि$/ेपकता या नि$/ेपकता ओं के सभी अधि�कारों का, सभी अन् य व् यलिaयों को अपवर्जिजIत करते हुए जब तक निक, बैंककारी निवनि$यम$ अधि�नि$यम, 1949 की �ारा 45 यक के अ�ी$ केन् द्रीय सरकार के अ�ी$ ब$ाए गए नि$यमों द्वारा निवनिहत रीनित में फेरफार या रद्दकरण $हीं कर दि�या जाता है, हक�ार होगा।

(3) जहां $ाम नि$�Fलिशती कोई अवयस् क है, वहां बैंककारी निवनि$यम$ अधि�नि$यम, 1949 की �ारा 45 यक के अ�ी$ केन् द्रीय सरकार द्वारा ब$ाए गए नि$यमों द्वारा निवनिहत रीनित में, $ामनि$�Fलिशती की अवयस् कता के �ौरा$ उसकी मृत्यु की �शा में, नि$/ेप की रालिश को प्राप् त कर$ े के लिलए निकसी व् यलिa को $ाम नि$�Fलिशती नि$युक् त कर$ा, नि$/ेपकता के लिलए निवधि�पूण होगा।

(4) इस �ारा के उपबं�ों के अ$ुसरण में निकसी आवास निवत्त संस् था द्वारा निकए गए संस् था से नि$/ेपकता की बाबत उसके �ाधियत् व का आवास निवत्त संस् था को पूण नि$व ह$ होगा;

परन् तु यह निक इस उप�ारा की कोई बात निकसी ऐसे अधि�कार या �ावे को प्रभानिवत $हीं करेगी जो निकसी व् यलिa का निकसी ऐसे व् यलिa के निवरूद्ध जिजसको इस �ारा के अ�ी$ सं�ाय निकया गया है।

(5) निकसी ऐसे व् यलिa या व् यलिaयों से क्षिभन् $ जिज$के $ाम में कोई नि$/ेप आवास निवत्त संस् था द्वारा �ारिरत है, निकसी व् यलिa के �ावे की सूच$ा $ तो आवास निवत्त संस् था द्वारा प्राप् त की जा सकेगी और $ ही ऐसी आवास निवत्त संस् था ऐसी सूच$ा के लिलए आबद्ध होगी भले ही वह इसे अक्षिभव् यक् त रूप से �ी गई हो;

परन् त ु यह निक जहा ं ऐसे नि$/ेप की बाबत स/म अधि�कारिरता र($े वाले निकसी न् यायालय से निकसी निर्डक्री, आ�ेश, प्रमाणपत्र या अन् य प्राधि�कार को निकसी आवास निवत्त संस् था के सम/ प्रस् तुत निकया जाता है, वहां आवास निवत्त संस् था ऐसी निर्डक्री, आ�ेश, प्रमाणपत्र या अन् य प्राधि�कार को ध् या$ में र(ेगा।''

अध् याय 6नि�धि�यां, लेखे‍और‍लेखापरी6ा

37. सा�ारण‍नि�धि�‍और‍अन्‍य‍नि�धि�यां- (1) ऐसी तारी( से जो रिरज़व बैंक निवनि$र्दि�Iष् ट करे, राष् ट्रीय आवास बैंक सा�ारण नि$धि� के $ाम से ज्ञात एक नि$धि� स् थानिपत करेगा और राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा सभी सं�ाय उक् त सा�ारण नि$धि� में से निकए जाएगें।

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(2) बोर्ड , यदि� रिरज़व बैंक ऐसा नि$�ेश �ेता है तो एक निवशेर्ष नि$धि� या एक आरक्षि/त नि$धि� या ऐसी नि$धि�यां, जैसी निवनिहत की जाएं, सृजिजत कर सकेगा, और ऐसा अवश् य करेगा।

38. राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍के‍तुल�पत्र, आदिद‍तैयार‍कर�ा- (1) राष् ट्रीय आवास बैंक का तुल$पत्र और ले(े ऐसे प्ररूप में तथा ऐसी रीनित से तैयार निकए जाएगें जो निवनिहत की जाए।

(2) बोर्ड राष् ट्रीय आवास बैंक की बनिहयों और ले(ाओं को हर वर्ष जू$ के तीसवें दि�$ बं� और संतुलिलत करवाएगा। 39. अधि��ेष‍का‍व्‍यय�- रू्डबंत और शंकास् प� ऋणों, आस्तिस्तयों के अव/यण और उ$ सब बातों के लिलए, जिज$की

बाबत उपबं� कर$ा आवश् यक या समीची$ हो या जिज$के लिलए बैंककारों द्वारा प्राय: उपबं� निकया जाता है, उपबं� कर$े के पश् चात् राष् ट्रीय आवास बैंक:-

(i) उस ले(ा वर्ष के, जिजसके �ौरा$ राष् ट्रीय आवास बैंक स् थानिपत निकया जाता है, आगामी पंद्रह वर्ष की अवधि� के लिलए, अनितशेर्ष रकम को (जिजसे इस �ारा में इसके पश् चात् ''अधि�शेर्ष'' कहा गया है) �ारा 37 में नि$र्दि�Iष् ट नि$धि�यों में से ऐसी नि$धि� में, जो रिरज़व बैंक निवनि$र्दि�Iष् ट करे, अंतरिरत कर �ेगा; और

(ii) उक् त पंद्रह वर्ष की अवधि� की समाप्तिप्त के पश् चात् राष् ट्रीय आवास बैंक, �ारा 37 में नि$र्दि�Iष् ट नि$धि�यों के लिलए उपबं� कर$े के पश् चात् अधि�शरे्ष के अनितशेर्ष को रिरज़व बैंक को अंतरिरत कर �ेगा।

40. लेखापरी6ा- (1) राष् ट्रीय आवास बैंक के ले(ाओं की ले(ापरी/ा, कंप$ी अधि�नि$यम, 1956 (1956 का 1) की �ारा 226 की उप�ारा (1) के अ�ी$ ले(ापरी/कों के रूप में काय कर$े के लिलए सम् यक रूप से अर्निहIत ले(ापरी/कों द्वारा की जाएगी जो रिरज़व बैंक द्वारा ऐसी अवधि� के लिलए और ऐसे पारिरश्रधिमक पर नि$युक् त निकए जाएगें जो रिरज़व बैंक नि$यत करे।

(2) ले(ापरी/कों को राष् ट्रीय आवास बैंक के वार्निर्षIक तुल$पत्र की एक प्रनित �ी जाएगी और उ$का यह कत व् य होगा निक वे उसकी तत् संबद्ध ले(ाओं तथा वाउचरों के सनिहत परी/ा करें और वे राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा र(ी गई सब ले(ा-पुस् तकों की सूची का अप$े को परिर�ा$ कराएगंे और राष् ट्रीय बैंक की पुस् तकें , ले(े, वाउचर तथा अन् य �स् तावेज़ सब युलिaयुक् त समयों पर उ$की पहंुच में होंगे।

(3) ले(ापरी/क ले(ाओं के संबं� में बोर्ड के निकसी नि$�ेशक या राष् ट्रीय आवास बैंक के अधि�कारी या अन् य कम चारी की परी/ा कर सकें गे और बोर्ड से या राष् ट्रीय आवास बैंक की पुस् तकें , ले(े, वाउचर तथा अन् य �स् तावेज़ सब युलिaयुक् त समयों पर उ$की पहंुच में होंगे।

(3) ले(ापरी/क ले(ाओं के संबं� में बोर्ड के निकसी नि$�ेशक या राष् ट्रीय आवास बैंक के अधि�कारी या अन् य कम चारी की परी/ा कर सकें गे और बोर्ड से या राष् ट्रीय आवास बैंक के अधि�कारिरयों या अन् य कम चारिरयों से ऐसी जा$कारी और स् पष् टीकरण मांग$े के हक�ार होंगे जो वे अप$े कत व् यों के पाल$ के लिलए आवश् यक समझें।

(4) ले(ापरी/क अप$े द्वारा परीक्षि/त वार्निर्षIक तुल$पत्र और ले(ाओं पर राष् ट्रीय आवास बैंक को रिरपोट �ेंगे और ऐसी हर रिरपोट में वे यह कलिथत करेंगे निक क् या उ$की राय में तुल$पत्र सब आवश् यक निवलिश धि�यों से युक् त, पूरा और Zीक तुल$पत्र है और ऐसे उलिचत रूप में तैयार निकया गया है निक उससे राष् ट्रीय आवास बैंक के काय कलाप की ब्लिस्थनित सही और Zीक रूप में प्र�र्शिशIत होती है और यदि� उन् हों$े बोर्ड से या राष् ट्रीय आवास बैंक के निकसी अधि�कारी या अन् य कम चारी से कोई जा$कारी या स्प�ीकरण मांगा था तो क् या वह दि�या गया है और क् या वह समा�ा$प्र� है।

(5) राष् ट्रीय आवास बैंक केन् द्रीय सरकार और रिरज़व बैंक को सुसंगत वर्ष के बं� हो$े या यथानिवद्यमा$ अप$े तुल$पत्र और उस वर्ष के लाभ-हानि$ ले(ा की एक प्रनित और साथ में ले(ापरी/कों की रिरपोट की एक प्रनित और उस वर्ष के �ौरा$ राष् ट्रीय आवास बैंक के कामकाज की रिरपोट , वार्निर्षIक ले(ाओं के बं� और संतुलिलत निकए जा$े की तारी( से चार मास1 के भीतर �ेगा और वह जैसे ही केन् द्रीय सरकार को प्राप् त होती है, वह उसे, उसके पश् चात् यथासंभव शीघ्र संस� के प्रत्येक स�$ के सम/ र(वाएगी।

(6) पूव वतm उप�ाराओं में अंतर्निवIष् ट निकसी बात पर प्रनितकूल प्रभाव र्डाले निब$ा, केन् द्रीय सरकार, निकसी भी समय, राष् ट्रीय आवास बैंक के ले(ाओं की परी/ा कर$े और उ$ पर अप$ी रिरपोट �े$े के लिलए भारत के नि$यंत्रक महाले(ापरी/क को नि$युक् त करेगी तथा भारत के नि$यंत्रक-महाले(ापरी/क द्वारा ऐसी परी/ा के संबं� में उपगत कोई व् यय राष् ट्रीय बैंक द्वारा उसे �ेय होगा।

41. निव‍वरशिणयां- राष् ट्रीय आवास बैंक, समय-समय पर, रिरज़व बैंक को ऐसी जा$कारी और निववरक्षिणयां �ेगा जिज$की रिरज़व बैंक अपे/ा करे।

1 ''ती$ माह'' को अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 21 द्वारा प्रनितस् थानिपत (12 जू$, 2000 से)

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$ई �ारा 43 क का अंत: स् थाप$। शलिaयों का प्रत्

यायोज$।

30

42. आवास‍के‍बारे‍में‍वार्षिषGक‍रिरपोट$- राष् ट्रीय आवास बैंक �ेश में आवास के स् वरूप और प्रगनित के बारे में केन् द्रीय सरकार और रिरज़व बैंक को वार्निर्षIक रिरपोट �ेगा और उस रिरपोट में ऐसे सुझाव �े सकेगा जैसे वह आवास के निवकास के लिलए आवश् यक या समीची$ समझे और केन् द्रीय सरकार अप$े द्वारा रिरपोट प्राप् त हो जा$े के पश् चात् उसे यथाशीघ्र संस� के प्रत्येक स�$ के सम/ र(वाएगी।

अध् याय 7प्रकीण$

43. राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍के‍कम$चारीवंृद- (1) राष् ट्रीय आवास बैंक उत$े अधि�कारी और अन् य कम चारी नि$युक् त कर सकता है जिजत$े वह अप$े कृत् यों के �/तापूण पाल$ के लिलए आवश् यक या वांछ$ीय समझता है तथा उ$की नि$यलुिa और सेवा के नि$बं�$ और शत� अव�ारिरत कर सकता है।

(2) राष् ट्रीय आवास बैंक के अधि�कारिरयो और अन् य कम चारिरयों के कत व् य और आचरण, उ$की सेवा के नि$बं�$ और शत� वे होंगी, तथा उ$के फाय�े के लिलए भनिवष् यनि$धि� या अन् य नि$धि� की स् थाप$ा और अ$ुर/ण ऐसा होगा, जो निवनिहत निकया जाए।

(3) राष् ट्रीय आवास बैंक निकसी अधि�कारी या अप$े कम चारीवंृ� के निकसी स�स् य को ऐसी अवधि� के लिलए और ऐसे नि$बं�$ों और शतc पर, जैसे वह अव�ारिरत करे, निकसी संस् था को, जिजसके अंतग त आवास निवत्त संस् था है, प्रनितनि$युक् त कर सकता है।

(4) इस �ारा की कोई बात राष् ट्रीय आवास बैंक को अप$े निकसी अधि�कारी या कम चारीवंृ� के निकसी स�स् य को निकसी संस् था को ऐसे निकसी वेत$, परिरलस्ति�यों या ऐसे अन् य नि$बं�$ों और शतc पर प्रनितनि$युक् त कर$े सशक् त $हीं करेगी जो उसके लिलए उ$से कम अ$ुकूल हैं जिज$का निक वह ऐसी प्रनितनि$युलिa के Zीक पूव हक�ार है।

(5) राष् ट्रीय आवास बैंक, भारतीय रिरज़व बैंक अधि�नि$यम, 1934 (1934 का 2) की �ारा 54 कक के उपबं�ों पर प्रनितकूल प्रभाव र्डाले निब$ा, निकसी संस् था से, जिजसके अंतग त आवास निवत्त संस् था है, ऐसी अवधि� के लिलए और ऐसे नि$बं�$ों और शतc पर जैसे वह राष् ट्रीय आवास बैंक के निहत में आवश् यक समझता है, निकसी अधि�कारी या अन् य कम चारी को प्रनितनि$युलिa पर स् वीकार या र्ग्रहण कर सकता है।

मूल अधि�नि$यम की �ारा 43 के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त �ारा अंत: स् थानिपत की जाएगी, अथा त्:-

143 क. बोर्ड , सा�ारण या निवशेर्ष आ�ेश द्वारा, राष् ट्रीय आवास बैंक के निकसी अधि�कारी या अधि�कारिरयों को, ऐसी शतc और परिरसीमाओं, यदि� कोई हों, के अ�ी$ रहत े हुए जो आ�ेश म ें निवनि$र्दि�Iष् ट की जाएं, इस अधि�नि$यम के अ�ी$ अप$ी शलिaयों और कत व् य, जो वह आवश् यक समझे, प्रत् यायोजिजत कर सकेगा।''

44. निवश्‍वस्‍तता‍और‍गोप�ीयता‍के‍बारे‍में‍बाध्‍यता- (1) इस अधि�नि$यम या निकसी अन् य निवधि� द्वारा अन् यथा अपेक्षि/त के लिसवाय, राष् ट्रीय आवास बैंक अप$े संघटकों के संबं� में या उ$के काय कलापों के संबं� में कोई जा$कारी, केवल उन् हीं परिरब्लिस्थनितयों में प्रकट करेगा जिज$में निवधि� या बैंककारों में रूब्लिoढगत प्रद्धनित और प्रथा के अ$ुसार उसे प्रकट कर$ा राष् ट्रीय आवास बैंक के लिलए आवश् यक या समुलिचत है, अन् यथा $हीं।

(2) राष् ट्रीय आवास बैंक या रिरज़व बैंक का प्रत् येक नि$�ेशक, सधिमनित का स�स् य, ले(ापरी/क, सलाहकार, अधि�कारी या अन् य कम चारी जिजसकी सेवाओं का उपयोग राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा इस अधि�नि$यम के उपबं�ों के अ�ी$ निकया जाए, अप$ा कत व् य र्ग्रहण कर$े से पूव इस अधि�नि$यम की प्रथम अ$ुसूची में दि�ए गए प्ररूप में निवश् वस् तता और गोप$ीयता की घोर्षणा करेगा।

2(3) ऋण सूच$ा कंप$ी (निवनि$यमावली) अधि�नि$यम, 2005 के तहत उब्लिल्लखि(त ऋण पर इस �ारा म ें नि$निहत कोई प्राव�ा$ लागू $हीं होगा।

45. नि�युधि?‍में‍तु्रदिट‍के‍कारण‍कायW‍आदिद‍का‍अनिवधि�मान्‍य‍�‍हो�ा- (1) राष् ट्रीय आवास बैंक के बोर्ड या निकसी सधिमनित का कोई काय या काय वाही केवल इस आ�ार पर अनिवधि�मान् य $हीं होगी निक, यथाब्लिस्थनित, बोर्ड या सधिमनित में कोई रिरलिa या उसके गZ$ में कोई तु्रदिट है।

1 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 22 द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)2 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 23 द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)

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$ई �ारा 45 क का अंत: स् थाप$।

नि$�ेशकों की नि$युलिa के संबं� म ें राष् ट्रीय आवास बैंक के साथ Zहराव का अक्षिभभावी हो$ा।

$ई �ारा 47 क का अंत: स् थाप$।

नि$/ेपों, बं�पत्रों आदि� के संबं� में $ामनि$�Fश$।

31

(2) राष् ट्रीय आवास बैंक के बोर्ड के नि$�ेशक या उसके निकसी सधिमनित के स�स् य के रूप में सद्भाव$ापूव क काय कर$े वाले निकसी व् यलिa द्वारा निकया गया कोई काय केवल इस आ�ार पर ही अनिवधि�मान् य $हीं हो जाएगा निक वह नि$�ेशक हो$े के लिलए नि$रर्निहIत था या उसकी नि$युलिa में कोई अन् य तु्रदिट थी।

मूल अधि�नि$यम की �ारा 45 के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त �ारा अंत: स् थानिपत की जाएगी, अथा त्:- 1''45 क. (1) जहां राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा निकसी ऐसी निवत्त संस् था के साथ, जो एक कंप$ी है, निकए गए Zहराव

में राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा ऐसी आवास निवत्त संस् था के एक या अधि�क नि$वेशकों की नि$युलिa का उपबं� है, वहा ं ऐसा उपबं� और उसके अ$ुसरण म ें की गई नि$�ेशकों की कोई नि$युलिa, कंप$ी अधि�नि$यम, 1956 में या तत् समय प्रवृत्त निकसी अन् य निवधि� में या उस निवत्त संस्था से संबंधि�त ज्ञाप$, संगम-अ$ुछे� या निकसी अन् य लिलखि(त में अंतर्निवIष् ट इसके प्रनितकूल निकसी बात के होते हुए भी, निवधि�मान् य और प्रभावी होगी, अथवा पूव_क् त निकसी ऐसी निवधि� या लिल(त में अंतर्निवIष् ट शेयर, अह ता, आयु सीमा, नि$�ेशक प�ों की संख् या, नि$�ेशकों के प� से हटाए जा$े और ऐसी की शतc संबं�ी कोई उपबं� राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा पूव_क् त रूप में Zहराव के अ$ुसरण में नि$यु क् त निकसी नि$�ेशक को लागू $हीं होगा।

(2) पूवोक् त रूप से नि$युक् त कोई नि$�ेशक-

(क) राष् ट्रीय आवास बैंक के प्रसा�पय न् त प� �ारणा करेगा और राष् ट्रीय आवास बैंक के लिलखि(त आ�ेश द्वारा हटाया जा सकेगा या निकसी व् यलिa द्वारा प्रनितस् थानिपत निकया जा सकेगा;

(() केवल उसके नि$�ेशक हो$े के कारण या नि$�ेशक के रूप में अप$े कत व् यों के नि$व ह$ में सद्भावपूव क की गई या की जा$े से रह गई निकसी बात या उसके संबं� में निकसी बात के लिलए कोई बाध् यता या �ाधियत् व उपगत $हीं करेगा;

(ग) चक्रा$ुक्रम से सेवानि$वृक्षित्त के लिलए �ायी $हीं होगा और ऐसी सेवानि$वृक्षित्त के �ायी नि$�ेशकों की संख् या की संगण$ा कर$े में निहसाब में $हीं लिलया जाएगा।''

46. इस‍अधि�नि�यम‍के ‍अ�ी�‍की‍गई‍कार$वाई‍का ‍संर6ण- कोई भी वा� या अन् य निवधि�क काय वाही इस अधि�नि$यम या निकसी अन् य निवधि� के या निवधि� का बल र($े वाले निकसी उपबं� के अ$ुसरण में सद्भावपूव क की गई या की जा$े के लिलए आशाधियत निकसी बात से हुई या हो$ी संभानिवत निकसी भी हानि$ या $ुकसा$ के लिलए राष् ट्रीय आवास बैंक या उसके निकसी नि$�ेशक या अधि�कारी या अन् य कम चारी अथवा राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा इस अधि�नि$यम के अ�ी$ निकन् हीं कृत् यों के नि$व ह$ के लिलए प्राधि�कृत निकसी अन् य व् यलिa के निवरूद्ध $ होगी।

47. नि�दे�कों‍की‍6नितपूर्षितG- (1) प्रत् येक नि$�ेशक की उसके द्वारा उपगर्नितI ऐसी सभी हानि$ और व् यय के लिलए, जो उसके कत व् यों के नि$व ह$ में या उ$के संबं� में उसके द्वारा उपगत निकए गए हों, राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा /नितपूर्नितI की जाएगी, निकन् तु उस �शा में $हीं जब उसके स् वयं जा$बूझकर निकए गए काय या व् यनितक्रम के कारण ऐसा हुआ हो।

(2) कोई नि$�ेशक राष् ट्रीय आवास बैंक के निकसी अन् य नि$�ेशक के लिलए, अथवा निकसी अधि�कारी या अन् य कम चारी के लिलए या राष् ट्रीय आवास बैंक को हो$े वाली निकसी ऐसी हानि$ या उस पर पड़$े वाले निकसी ऐसे व् यय के लिलए जो राष् ट्रीय आवास बैंक की ओर से अर्जिजIत की गई या ली गई निकसी संपक्षित्त या प्रनितभूनित के मूल् य की या उस संपक्षित्त या प्रनितभूनित में हक की निकसी अपया प् तता या कमी के कारण या निकसी ऋणी या राष् ट्रीय आवास बैंक के प्रनित बाध् यता�ी$ निकसी व्यलिa के दि�वाले या स�ोर्ष काय के कारण अथवा उस नि$�ेशक के अप$े प� के कत व् यों के नि$ष् पा�$ में या उसके संबं� में सद्भावपूव क की गई निकसी बात के कारण हो, उत्तर�ायी $ होगा।

2''47 क. (1) तत् समय प्रवृत्त निकसी अन् य निवधि� में निकसी बात के होते हुए भी, जहां निकसी नि$/ेप, बं�पत्रों या अन् य प्रनितभूनितयों के संबं� में $ामनि$�Fश$ निवनिहत रीनित से राष् ट्रीय आवास बैंक में निकया जाता है, वहां ऐसे नि$/ेपों, बं�पत्रों या प्रनितभूनितयों पर शोध् य रकम, नि$/ेपकता या उसके �ारक की मृत् यु पर, ऐसे नि$/ेपों, बं�पत्रों या प्रनितभूनितयों पर निकसी अन् य व् यलिa के निकसी अधि�कार, हक या निहत के अ�ी$ रहते हुए, $ामनि$�Fलिशती में नि$निहत या उसको सं�ेय होगी।

(2) राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा उप�ारा (1) के उपबं�ों के अ$ुसार निकया गया कोई सं�ाय ऐसे नि$/ेपों, बं�पत्रों या प्रनितभूनितयों के संबं� में उसके �ाधियत् व का पूण उन् मोच$ होगा।''

1 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 23 द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)2 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 34 द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)

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1(48 को 1.4.2002 से हटा दि�या गया है)

49. �ास्मिस्तयां- (1) जो कोई निकसी निववरणी या तुल$-पत्र या अन् य �स् तावेज़ में अथवा इस अधि�नि$यम के निकसी उपबं� द्वारा या उसके अ�ी$ या उसके प्रयोज$ों के लिलए अपेक्षि/त या �ी गई निकसी जा$कारी में जा$बूझकर ऐसा कथ$ करेगा जो निकसी ताप्तित्वक निवलिशधि� में धिमथ् या है, जिजसका धिमथ् या हो$ा वह जा$ता है, या कोई ताप्तित्वक कथ$ कर$े म ें जा$बूझकर लोप करेगा, वह कारावास से, जिजसकी अवधि� ती$ वर्ष तक की हो सकेगी, �ंर्ड$ीय होगा और जुमा $े का भी �ायी होगा।

(2) यदि� कोई व् यलिa निकसी बही, ले(ा या अन् य �स् तावेज़ को पेश कर$े में अथवा ऐसा कोई निववरण या अन् य जा$कारी �े$े में, जिजसे पेश कर$ा या �े$ा इस अधि�नि$यम के उपबं�ों के अ�ी$ उसका कत व् य है, असफल रहेगा तो वह जुमा $े से, जो प्रत् येक अपरा� के लिलए �ो हज़ार रूपए तक का हो सकेगा और जारी रह$े वाली असफलता की �शा में, अनितरिरक् त जुमा $ े से, जो उस प्रत् येक दि�$ के लिलए, जिजसके �ौरा$ असफलता ऐसी पहली असफलता के लिलए �ोर्षलिसजिद्ध के पश् चात् जारी रहती है, सौ रुपए तक का हो सकेगा, �ंर्ड$ीय होगा।

मूल अधि�नि$यम की �ारा 49 में,- (क) उप�ारा (2) के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त उप�ाराए ंअंत: स् थानिपत की जाएगंी, अथा त:्- 2''(2 क) यदि� कोई व् यलिa �ारा 29 क की उप�ारा (1) के उपबं�ों का उल् लंघ$ करेगा तो वह कारावास से, जिजसकी

अवधि� एक वर्ष से कम की $हीं होगी निकन् तु पांच वर्ष तक की हो सकेगी और जुमा $े से, जो एक ला( रूपए से कम का $हीं होगा निकन् तु पांच ला( रूपए तक का हो सकेगा, �ंर्ड$ीय होगा।

(2 () यदि� कोई संपरी/क राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा �ारा 33 के अ�ी$ दि�ए गए निकसी नि$े�ेश या निकए गए निकसी आ�ेश का अ$ुपाल$ कर$े में असफल रहेगा, जो वह जुमा $े से, जो पांच हजार रूपए तक का हो सकेगा, �ंर्ड$ीय होगा।

(2 ग) जो कोई प्राधि�कृत अधि�कारी द्वारा �ारा 36 क की उप�ारा (2) के अ�ी$ निकए गए निकसी आ�ेश का अ$ुपाल$ कर$े में असफल रहेगा, वह कारावास से, जिजसकी अवधि� ती$ वर्ष तक ही हो सकेगी, �ंर्ड$ीय होगा और प्रत् येक दि�$ के लिलए, जिजसके �ौरा$ ऐसा अ$ुपाल$ जारी रहता है, पचास रूपए के अन् यू$ जुमा $े का भी �ायी होगा;''

(3) यदि� कोई व् यलिa- 3(ले(ा परी/क से अन् य)

(क) अध् याय 5 के अ�ी$ दि�ए गए निकसी नि$�ेश या निकए गए आ�ेश के उल् लंघ$ में कोई नि$/ेप प्राप् त करेगा; या 4''(कक) राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा अध् याय 5 के उपबं�ों में से निकसी के अ�ी$ दि�ए गए निकसी नि$�ेश या निकए गए

निकसी आ�ेश का अ$ुपाल$ कर$े में असफल रहेगा; या''। (() कोई प्रास् पेक् ट्स या निवज्ञाप$, यथाब्लिस्थनित, �ारा 35 के या निकसी ऐसे आ�ेश के, जो �ारा 30 के अ�ी$ दि�या गया

है, अ$ुसार नि$काल$े से अन् यथा नि$कालेगा,

तो वह कारावास से, जो ती$ वर्ष तक का हो सकेगा और ऐसे जुमा $े से भी �ंर्ड$ीय होगा जो- (1) (ंर्ड (क) के अ�ी$ आ$े वाले निकसी उल् लंघ$ की �शा में, प्राप् त नि$/ेप की रकम के दुग$े तक का हो सकेगा और (2) (ंर्ड (() के अ�ी$ आ$े वाले कसी उललंघ$ की �शा में, प्रास् पेक् ट्स या निवज्ञाप$ द्वारा मांगे गए नि$/ेप की रकम के

दुग$े तक हो सकेगा। (4) यदि� इस अधि�नि$यम के निकसी अन् य उपबं� का उल् लंघ$ निकया जाएगा अथवा इस अधि�नि$यम या उसके अ�ी$ दि�ए

गए या ब$ाए गए निकसी आ�ेश, निवनि$यम या नि$�ेश का या उसके अ�ी$ अधि�रोनिपत निकसी शत का अ$ुपाल$ कर$े में कोई व् यनितक्रम निकया जाएगा तो ऐसे उललंघ$ या व् यनितक्रम का �ोर्षी कोई व् यलिa जुमा $े से, जो �ो हज़ार रूपए तक का हो सकेगा और जहां कोई उल् लंघ$ या व् यनितक्रम जारी रहता है, वहां अनितरिरक् त जुमा $े

1 ''आय पर टैक् स से छूट-48, आयकर अधि�नि$यम 1961, या आय, लाभ या फाय�ा से संबंधि�त कोई भी अन् य कोई भी अधि�नि$यम पर कर में कुछ भी शाधिमल $हीं होते हुए भी, राष् ट्रीय आवास बैंक अप$े लाभ या फाय�ा के संबं� में आयकर या निकसी भी प्रकार का कर $हीं �ेगा'' 2 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा25(क) द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)3अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा25(() द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से) 4 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा25(ग) द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)

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�ारा 52 के स् था$ पर $ई �ारा का प्रनितस् थाप$

जुमा $े का उपयोज$।

जुमा $ा अधि�रोनिपत कर$े की राष् ट्रीय आवास बैंक की शलिa

अधि�रोनिपत कर सकेगा।

33

से, जो प्रथम अपरा� के पश् चात् ऐसे प्रत् येक दि�$ के लिलए, जिजसके �ौरा$ वह उल् लंघ$ या व् यनितक्रम जारी रहता है, एक सौ रूपए तक का हो सकेगा, �ंर्ड$ीय होगा।

50. कंपनि�यों‍द्वारा‍अपरा�-(1) जहां कोई अपरा� निकसी कपं$ी द्वारा निकया गया है, वहां प्रत् येक व् यलिa जो अपरा� के निकए जा$ े के समय उस कंप$ी के कारबार के संचाल$ म ें कंप$ी का भारसा�क और उसके प्रनित उत्तर�ायी था और साथ ही वह कंप$ी भी, ऐसे अपरा� के �ोर्षी समझे जाएगंे और त�$ुसार अप$े निवरूद्ध काय वाही निकए जा$े और �ंनिर्डत निकया जा$े के भागी होंगे:

परंतु इस उप�ारा की कोई बात निकसी ऐसे व् यलिa को इस अधि�नि$यम में उपबंधि�त निकसी �ंर्ड का भागी $हीं ब$ाएगी यदि� वह यह सानिबत कर �ेता है निक अपरा� उसकी जा$कारी के निब$ा निकया गया था या उस$े ऐसे अपरा� का नि$वारण कर$े के लिलए सब सम् यक तत् परता बरती थी।

(2) उप�ारा (1) में निकसी बात के होते हुए भी, जहां इस अधि�नि$यम के अ�ी$ कोई अपरा� निकसी कंप$ी द्वारा निकया गया है और यह सानिबत होता है निक वह अपरा� कंप$ी के निकसी नि$�ेशक, प्रबं�क, सलिचव या अन् य अधि�कारी भी उस अपरा� का �ोर्षी समझा जाएगा और त�$ुसार अप$े निवरूद्ध काय वाही निकए जा$े और �ंनिर्डत निकए जा$े का भागी होगा।

स्‍पष्‍टीकरण- इस �ारा के प्रयोज$ों के लिलए-

(क) ''कंप$ी'' से कोई नि$गधिमत नि$काय अक्षिभप्रेत है और इसके अंतग त फम या व् यधि�यों का अन् य संगम भी है; और (() फम के संबं� में, ''नि$�ेशक'' से उस फम का भागी�ार अक्षिभप्रेत है। 51. अपरा�ों‍का‍संज्ञा�- (1) कोई भी न् यायालय इस अधि�नि$यम के अ�ी$ �ंर्ड$ीय निकसी अपरा� का संज्ञा$ राष् ट्रीय

आवास बैंक के ऐसे अधि�कारी द्वारा, जो राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा लिलखि(त रूप में सा�ारणतया या निवलिशष् टतया इस नि$धिमत्त प्राधि�कृत है, लिलखि(त रूप में निकए गए परिरवा� पर ही करेगा अन् यथा $हीं और महा$गर मजिजस् टे्रट या प्रथम वग न् याधियक मजिजस् टे्रट के न् यायालय या उससे वरिरष् Z न् यायालय से क्षिभन् $ कोई न् यायालय ऐसे अपरा� का निवचारण $हीं करेगा।

(2) �ंर्ड प्रनिक्रया संनिहता 1973 (1974 का 2) में निकसी बात के होते हुए भी, यदि� मजिजस् टे्रट को ऐसा कर$े का कोई कारण दि�(ाई �ेता है तो वह उस अधि�कारी को जिजस$े परिरवा� का फाइल निकया है, स् वीय हाब्लिoजरी से अक्षिभमुक् त कर सकेगा, निकन् त ु काय वानिहयों के निकसी भी प्रक्रम पर परिरवा�ी की स् वीय हाब्लिoजरी का नि$�ेश स् वनिववेका$ुसार �े सकेगा।

1''52. अधि�नि$यम के अ�ी$ जुमा $ा अधि�रोनिपत कर$े वाला कोई भी न् यायालय यह नि$�ेश �े सकेगा निक उस जुमा $े का, यदि� वूसल निकया गया, उपयोज$-

(क) प्रथमत:, काय वानिहयों के (च� में या उसके सं�ाय के लिलए निकया जाएगा और (() निद्वतीयत:, उस व् यलिa के नि$/ेप को प्रनितसं�ाय के लिलए निकया जाएगा जिजसको नि$/ेप का प्रनितसं�ाय निकया जा$ा

था, और ऐसे सं�ाय पर, आवास निवत्त संस् था का नि$/ेप का प्रनितसं�ाय कर$े का �ाधियत् व, न् यायालय द्वारा सं�त्त रकम के परिरमाण तक, उन् मोलिचत हो जाएगा।

52 क. (1) �ारा 49 में निकसी बात के होते हुए भी, यदि� �ारा 49 में उब्लिल्लखि(त प्रकृनित को कोई उल् लंघ$ या व् यनितक्रम ऐसी आवास निवत्त संस् था द्वारा निकया जाता है, जो कंप$ी है तो राष् ट्रीय आवास बैंक ऐसी संस् था पर-

(क) पांच हजार रूपए से अ$धि�क की शास्तिस्त; या (() जहां उल् लंघ$ या व् यनितक्रम �ारा 49 की उप�ारा (2 क) या उप�ारा (3) के (ंर्ड (क) या (ंर्ड (कक) के अ�ी$ है

तो पांच ला( रूपए से अ$धि�क या जहां रकम नि$�ा रिरत निकए जा$े योग् य है वहां ऐसे उललंघ$ या व् यनितक्रम में अंतव लिलत रकम के दुगु$ी, जो भी अधि�क हो और जहां ऐसा उल् लंघ$ या व् यनितक्रम जारी रह$े वाला है वहां अनितरिरक् त शास्तिस्त जो पहले उल् लंघ$ या व् यानितक्रम के पश् चात प्रत्येक दि�$ के लिलए जिजसके �ौरा$ ऐसा उल् लंघ$ या व् यनितक्रम जारी रहता है, पचीस हजार रूपए तक की हो सकेगी,

(2) उप�ारा (1) के अ�ी$ शास्तिस्त कर$े के प्रयोज$ हेत ु राष् ट्रीय आवास बैंक, आवास निवत्त संस् था पर सूच$ा तामील करेगा जिजसमें उससे इस बारे में कारण �र्शिशIत कर$े की अपे/ा की जाएगी निक उस सूच$ा में

1 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 26 (12 जू$, 2000 से लागू) के द्वारा प्रनितस् थानिपत ''52 न् यायालय इस अधि�नि$यम के तहत निकसी भी तरह का जुमा $ा लगा सकता है जो नि$�Fलिशत करता है निक कुल आंलिशत् क जुमा $ा लागू होगा, जो निक भुगता$ हेतु कार वाई के लागत हेतु होगा

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$ई �ारा 54 क का अंत: स् थाप$ा।

नि$यम ब$ा$े की शलिa

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निवनि$र्दि�Iष् ट रकम शास्तिस्त के रूप में क् यों $ अधि�रोनिपत की जाए और ऐसी आवास निवत्त संस् था को सु$े जा$े का उलिचत अवसर भी दि�या जाएगा।

(3) इस �ारा के अ�ी$ राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा अधि�रोनिपत कोई शास्तिस्त उस तारी( से जिजसको राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा �$रालिश के सं�ाय की मांग करते हुए सूच$ा आवास निवत्त संस् था पर तामील की जाती है , तीस दि�$ की अवधि� के भीतर सं�ेय होगा और आवास निवत्त संस् था के ऐसी अवधि� के भीतर उक् त �$रालिश का सं�ाय कर$े में असफल रह$े की �शा में वह ऐसे मुख् य लिसनिवल न् यायालय द्वारा जिजसकी उस /ेत्र में अधि�कारिरता है, दि�ए गए नि$�ेश पर उ�र््ग्रहीत की जा सकेगी जहा ं आवास निवत्त संस् था का रजिजस् ट्रीकृत काया लय या प्र�ा$ काया लय ब्लिस्थत है:

परंतु ऐसा नि$�ेश इस नि$धिमत्त प्राधि�कृत राष् ट्रीय आवास बैंक के निकसी अधि�कारी द्वारा मुख् य लिसनिवल न् यायालय को निकए गए आवे�$ पर ही निकया जाएगा अन् यथा $हीं।

(4) वह न् यायालय जो उप�ारा (3) के अ�ी$ नि$�ेश �ेता है, आवास निवत्त संस् था द्वारा सं�ेय रालिश को निवनि$र्दि�Iष् ट करते हुए प्रमाणपत्र जारी करेगा और ऐसा प्रत् येक प्रमाणपत्र उसी रीनित में प्रवत $ीय होगा, मा$ो वह लिसनिवल वा� में लिसनिवल न् यायालय द्वारा �ी गई निर्डक्री हो।

(5) ऐसे निकसी उल् लंघ$ या व् यनितक्रम के संबं� में जिजसकी बाबत राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा इस �ारा के अ�ी$ कोई शास्तिस्त अधि�रोनिपत की गई है, कोई परिरवा� निवधि� के निकसी न् यायालय में निकसी आवास निवत्त संस् था के निवरूद्ध फाइल $हीं निकया जाएगा।

(6) जहां �ारा 49 में उब्लिल्लखि(त प्रकृनित के उल् लंघ$ या व् यनितक्रम की बाबत कोई परिरवा� आवास निवत्त संस् था के निवरूद्ध न् यायालय में फाइल निकया गया है वहां आवास निवत्त संस् था के निवरूद्ध शास्तिस्त अधि�रोनिपत कर$े के लिलए कोई काय वाही इस �ारा के अ�ी$ $हीं की जाएगी।''

53. बैंककार‍बही‍साक्ष्‍य‍अधि�नि�यम‍(1981 का‍18) का‍राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍का‍लागू‍हो�ा- बैंककार बही साक्ष् य अधि�नि$यम, 1891 राष् ट्रीय आवास बैंक के संबं� में वैसे ही लागू होगा मा$ो वह उस अधि�नि$यम की �ारा 2 में यथापरिरभानिर्षत बैंक हो।

54. राष्‍ट्रीय‍आवास‍बैंक‍का‍माप�- कंपनि$यों के परिरसमाप$ से संबंधि�त निवधि� का कोई उपबं� राष् ट्रीय आवास बैंक को लागू $हीं होगा और राष् ट्रीय आवास बैंक का समाप$ केन्द्रीय सरकार के आ�ेश द्वारा ऐसी रीनित से, जो वह नि$र्दि�Iष् ट करे, निकया जाएगा अन् यथा $हीं।

1''54 क(1) केन् द्रीय सरकार, इस अधि�नि$यम के उपबं�ों को काया प्तिन्वत कर$ े के लिलए नि$यम, अधि�सूच$ा द्वारा, ब$ा सकेगी।

(2) पूव गामी शलिa की व्यापकता पर प्रनितकूल प्रभाव र्डाले निब$ा ऐसे नि$यमों में नि$म् $लिलखि(त सभी या निकन् हीं निवर्षयों के लिलए उपबं� निकया जा सकेगा, अथा त्:-

(क) �ारा 36 घ की उप�ारा (1) के अ�ी$ वसूली अधि�कारी के रूप में नि$युलिa के लिलए अह ताए;ं

(() �ारा 36 र्ड की उप�ारा (3) के अ�ी$ अपील अधि�करण के अधि�कारिरयों और अन् य कम चारिरयों के वेत$ और भत् ते तथा सेवा के अन् य नि$बं�$ और शत�;

(ग) �ारा 36 के अ�ी$ अपील अधि�करण के पीZासी$ अधि�कारिरयों के वेत$ और भत् ते तथा सेवा के अन् य नि$बं�$ और शत�; और

(घ) �ारा 36 त की उप�ारा (3) के अ�ी$ अपील अधि�करणों के पीZासी$ अधि�कारिरयों के क�ाचार या अ/मता के अन् वेर्षण के लिलए प्रनिक्रया।''

55. निवनि�यम‍ब�ा�े‍की‍बोर्ड$‍की‍�धि?- (1) बोर्ड , रिरज़व बैंक के पूव अ$ुमो�$ से और केन् द्रीय सरकार से परामश करके, अधि�सूच$ा द्वारा ऐसे सभी निवर्षयों के लिलए जिज$के लिलए इस अधि�नि$यम से असंगत $ हों।

(2) निवलिशष् टतया और पूव गामी शलिa की व् यापकता पर प्रनितकूल प्रभाव र्डाले निब$ा, ऐसे निवनि$यम नि$म् $लिलखि(त सभी निवर्षयों या उ$में से निकसी के लिलए उपबं� कर सकें गे, अथा त्:-

1 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 27 द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)

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(क) वह फीस और भत् ते जो नि$�ेशकों को �ारा 7 की उप�ारा (5) के अ�ी$ बोर्ड या उसकी सधिमनितयों के अधि�वेश$ों में उपब्लिस्थत हो$े के लिलए दि�ए जा सकें गे;

1''(कक) वह रीनित जिजसमें �ारा 6 की उप�ारा (1) के (ंर्ड (गक) के अ�ी$ नि$�ेशकों की नि$युलिa की जाएगी;'' (() वह समय जब और वह स् था$ जहां बोर्ड का अधि� वेश$ होगा और प्रनिक्रया के वे नि$यम जो कामकाज कर$े के संबं�

में �ारा 11 की उप�ारा (1) के अ�ी$ अप$ाए जा सकें गे;

(ग) काय पालिलका सधिमनित का गZ$ कर$े वाले स�स् यों की संख् या, वे कृत् य जिज$का वह नि$व ह$ कर सकेगी और वह समय और स् था$ जहां ऐसे अधि�वेश$ निकए जा सकें गे तथा प्रनिक्रया के वे नि$यम जो कामकाज कर$े के संबं� में �ारा 12 के अ�ी$ अप$ाए ंजा सकें गे;

(घ) �ारा 15 की उप�ारा (1) के (ंर्ड (क) के अ�ी$ बं�पत्रों और निर्डबेंचरों के पुरो�रण और मोच$ की रीनित और नि$बं�$;

(र्ड.) वह रीनित जिजससे और वे शत� जिज$के अ�ी$ रहते हुए, राष् ट्रीय आवास बैंक �ारा 16 की उप�ारा (1) के अ�ी$ निव�ेशी मु्द्रा में उ�ार ले सकेगा;

(च) वह प्ररूप जिजसमें �ारा 32 के अ�ी$ कोई निववरण, जा$कारी, आदि� प्रस् तुत निकए जाएगें। 2''(चक) �ारा 36 र्ड के अ�ी$ निकए जा$े वाले आवे�$ का प्ररूप और ऐसे आवे�$ के साथ उपाबद्ध निकए जा$े वाले �स्

तावेज़;

(च() वह प्ररूप जिजसमें उ�ार ले$े वाले पर �ारा 36 घ की उप�ारा (1) के अ�ी$ मांग सूच$ा तामील निकया जा$ा अपेक्षि/त है;

(चग) वह रीनित जिजसमें �ारा 36 छ की उप�ारा (2) के अ�ी$ संपक्षित्त अंतरिरत की जाएगी;(चघ) वह प्ररूप जिजसमें �ारा 36 घ के अ�ी$ अपील अधि�करण को अपील फाइल की जा सकती है और ऐसी अपील

के साथ जमा निकए जा$े के लिलए अपेक्षि/त फीस की रकम;''

(छ) �ारा 37 की उप�ारा (2) के अ�ी$ सृजिजत की जा$े वाली निवशेर्ष नि$धि�, आरक्षि/त नि$धि� और अन् य नि$धि�यां;(ज) वह प्ररूप और रीनित जिजसमें �ारा 38 की उप�ारा (1) के अ�ी$ तुल$-पत्र और ले(े तैयार निकए या र(े जाएगें;

(झ) �ारा 43 के अ�ी$ राष् ट्रीय आवास बैंक के अधि�कारिरयों और अन् य कम चा रीवृं� के कत व् य और आचरण, वेत$, भत् ते और सेवा की शत�;

(ञ) �ारा 43 के अ�ी$ राष् ट्रीय आवास बैंक के अधि�कारिरयों और अन् य कम चारीवृं� के स�स् यों के फाय�े के लिलए भनिवष् यनि$धि� और निकसी अन् य नि$धि� की स् थाप$ा और अ$ुर/ण; और

3''(यक) वह रीनित जिजसमें �ारा 47 क की उप�ारा (1) के अ�ी$ $ामनि$�Fश$ निकया जा सकेगा।''

(ट) कोई अन् य निवर्षय जो निवनिहत निकया जा$ा है या निकया जा सकेगा।

(3) इस अधि�नि$यम के अ�ी$ बोर्ड द्वारा ब$ाया जा$े वाला कोई निवनि$यम राष् ट्रीय आवास बैंक की स् थाप$ा की तारी( से ती$ मास के अवसा$ के पूव रिरज़व बैंक द्वारा केन् द्रीय सरकार से परामश करके ब$ाया जा सकेगा और इस प्रकार ब$ाए गए निकसी निवनि$यम को बोर्ड इस अधि�नि$यम के अ�ी$ अप$ी शलिaयों का प्रयोग करते हुए परिरवर्नितIत या निव(ंनिर्डत कर सकेगा।

(4) इस �ारा द्वारा प्र�त्त निवनि$यम ब$ा$े की शलिa के अंतग त निवनि$यमों या उ$में से निकसी को ऐसी तारी( से, जो इस अधि�नि$यम के प्रारंभ की तारी( से पूव त्तर $ हो, भूतल/ी प्रभाव �े$े की शलिa भी है निकन् तु निकसी निवनि$यम को भूतल/ी प्रभाव इस प्रकार $हीं दि�या जाएगा, जिजससे ऐसे निकसी व् यलिa के निहतों पर प्रनितकूल प्रभाव पड़ता हो जिजसे ऐसा निवनि$यम लागू हो सकता है।

(5) इस अधि�नि$यम के अ�ी$ ब$ाया गया प्रत् येक निवनि$यम ब$ाए जा$े के पश् चात् यथाशीघ्र संस� के प्रत् येक स�$ के सम/ जब वह सत्र में हो, कुल तीस दि�$ की अवधि� के लिलए र(ा जाएगा। यदि� उस सत्र के या पूव_क् त आ$ुक्रधिमक सत्रों के Zीक बा� के सत्र के अवसा$ के पूव �ो$ों स�$ उस निवनि$यम में कोई परिरवत $ कर$े के

1 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 28(क) (i) द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)2 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 28(क) (ii) द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से)3 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 28(क) (iii) द्वारा शाधिमल (12 जू$, 2000 से) हेतु (निवनि$यम$ या योज$ा)ये शब् � अधि�नि$यम सं. 47/1991, �रा 5 (ग) (20 लिसतंबर, 1991 से लागू) के द्वारा निवनि$यम$ शब् � हेतु प्रनितस् थानिपत निकया गया

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लिलए सहमत हो जाए,ं तो तत् पश् चात् वह ऐसे परिरवर्नितIत रूप में ही प्रभावी होगी। यदि� उक् त अवसा$ के पूव �ो$ों स�$ सहमत हो जाए ं निक वह निवनि$यम $हीं ब$ाया जा$ा चानिहए, तो तत् पश् चात ् वह नि$ष् प्रभाव हो जाएगा। किकIतु निवनि$यम के ऐसे परिरवर्नितIत या नि$ष् प्रभाव हो$े से उसके अ�ी$ पहले की गई निकसी बात की निवधि�मान् यता पर प्रनितकूल प्रभाव $हीं परे्डoगा।

56. कुछ‍अधि�नि�यमिमनितयों‍का‍सं�ो��- इस अधि�नि$यम की दूसरी अ$ुसूची म ें निवनि$र्दि�Iष् ट अधि�नि$यधिमनितया ं उसमें उपबंधि�त रीनित से संशोधि�त की जाएगंी और जब तक उस अ$ुसूची में अन् यथा उपबं� $ निकया जाए, ऐसे संशो�$ �ारा 3 के अ�ी$ राष् ट्रीय आवास बैंक की स् थाप$ा की तारी( से प्रभावी होंगे।

57.कदिZ�ाइयों‍को‍दूर‍कर�े‍की‍�धि?- यदि� इस अधि�नि$यम के उपबं�ों को प्रभावी कर$े में कोई कदिZ$ाई उत् पन् $ होती है तो केन् द्रीय सरकार, ऐसे आ�ेश द्वारा जो इस अधि�नि$यम के उपबं�ों से असंगत $ हो, उक् त कदिZ$ाई को दूर कर सकेगी;

परंतु ऐसा कोई आ�ेश इस अधि�नि$यम के प्रारंभ से ती$ वर्ष की अवधि� के अवसा$ के पश् चात् $हीं निकया जाएगा।

पहली अ$ुसूची(�ारा‍44(2) देखिखए)

निवश्‍वस्‍तता‍और‍गोप�ीयता‍की‍घोषणा

मैं, घोर्षणा करता हूं निक मैं राष् ट्रीय आवास बैंक के (यथाब्लिस्थनित) नि$�ेशक, सधिमनित के स�स् य, ले(ापरी/क, सलाहकार, अधि�कारी या अन् य कम चारी के रूप में मुझसे अपेक्षि/त और उक् त राष् ट्रीय आवास बैंक में या उसके संबं� में मेर े द्वारा �ारणा निकए गए प� या ओह�े से उलिचत रूप से संबंद्ध कत व् यों का नि$ष् Zापूव क सच् चाई से और अप$ी पूण कुशलता और योग् यता से नि$ष् पा�$ और पाल$ करंूगा।

मैं यह भी घोर्षणा करता हंू निक मैं राष् ट्रीय आवास बैंक के कायc से या उक् त राष् ट्रीय आवास बैंक से संव् यवहार कर$े वाले निकसी व् यलिa के कायc से संबद्ध कोई जा$कारी ऐेसे निकसी व् यलिa को, जो उसका निवधि�क रूप से हक�ार $हीं है, संसूलिचत $हीं करंूगा और $ संसूलिचत हो$े दंूगा, तथा ऐसे निकसी व् यलिa को राष् ट्रीय आवास बैंक के या उसके कब् जेo में तथा उक् त राष् ट्रीय आवास बैंक के कारबार से या उक् त राष् ट्रीय आवास बैंक से संव् यवहार कर$े वाले निकसी व् यलिa के कारबार से संबद्ध निकन् हीं बनिहयों या �स् तावेजों का नि$री/ण $हीं कर$े दंूगा और $ उसकी उ$ तक पहंुच हो$े दंूगा।

मेरे सम/ हस् ता/र निकए। (हस् ता/र)

दूसरी अ$ुसूची(�ारा‍56 देखिखए)

कुछ‍अधि�नि�यमिमनितयों‍का‍सं�ो��भाग 1

,ारतीय‍रिरज़व$‍बैंक‍अधि�नि�यम, 1934 (1934 का‍2) के‍सं�ो��

सं�ो��1. �ारा‍2 में‍खंर्ड‍(गगग) के‍पश्‍चात्‍नि�म्‍�धिलखिखत‍खंर्ड‍अंत: स्‍थानिपत‍निकया‍जाएगा, अथा$त्:-

'(गगग) ''राष् ट्रीय आवास बैंक'' से राष् ट्रीय आवास बैंक अधि�नि$यम, 1987 की �ारा 3 के अ�ी$ स् थानिपत राष् ट्रीय आवास बैंक अक्षिभप्रेत है;''।

2. �ारा 17 में,-(i) (ंर्ड (4 घ) के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त (ंर्ड अंत: स् थानिपत निकया जाएगा, अथा त:-

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''(4 घघ) राष् ट्रीय आवास बैंक को ऋण और उ�ार �े$ा और राष् ट्रीय आवास बैंक ऐसी रीनित से और ऐसे नि$बं�$ों पर जो केन् द्रीय बोर्ड द्वारा अव�ारिरत निकए जाएं, सा�ारणतया सहायता कर$ा'' May Lord see you straight path.

(ii) (ंर्ड (4 छ) के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त (ंर्ड अंत: स् थानिपत निकया जाएगा, अथा त्:- ''(4 छछ) राष् ट्रीय आवास बैंक को �ारा 46 घ के अ�ी$ स् थानिपत राष् ट्रीय आवास प्रत् यय (�ीघ कालिलक प्रवत $) नि$धि� में

से ऋण और उ�ार �े$ा तथा उक् त बैंक के बं�पत्र और निर्डबेंचर क्रय कर$ा ;'' (iii) (ंर्ड 8 क के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त (ंर्ड अंत: स् थानिपत निकया जाएगा, अथा त:्-

''(8 कक) निकसी निवत्तीय संस् था का संव� $ कर$ा, स् थाप$ा कर$ा और उ$की सहायता कर$ा या उसके संव� $, सथाप$ा और समथ $ में, चाहे अप$े सम$ुर्षंगी के रूप में या अन् यथा सहयोग �े$ा;''।

3. �ारा 42 की उप�ारा (1) के स् पष् टीकरण के (ंर्ड (ग) के उप(ंर्ड (ii) में ''अथवा पु$र्नि$Iमाण बैंक से'' शब् �ों के पश् चात्'' अथवा राष् ट्रीय आवास बैंक से'' शब् � अंत: स् थानिपत निकए जाएगंे।

4. �ारा 46 ग के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त �ारा अंत: स् थानिपत की जाएगी, अथा त्:- ''46 ग. राष्‍ट्रीय ‍ आवास ‍ प्रत्‍यय ‍(दीघ$काधिलक‍ प्रवत$�) नि�धि�- (1) बैंक राष् ट्रीय आवास प्रत् यय (�ीघ कालिलक

प्रवत $)नि$धि� के $ाम से ज्ञात एक नि$धि� स् थानिपत और अ$ुरक्षि/त करेगा जिजसमें प्रनितवर्ष ऐसी �$रालिशयां, जैसी वह आवश् यक समझे, जमा की जाएगंी।

(2) उक् त नि$धि� की रकम का उपयोज$ बैंक केवल नि$म् $लिलखि(त उदे्दश् यों के लिलए करेगा, अथा त्:- (क) राष् ट्रीय आवास बैंक के निकसी कारबार के प्रयोज$ के लिलए राष् ट्रीय आवास बैंक को ऋण और उ�ार �े$ा ;(() राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा पुरो�ृत वच$पत्र और निर्डबेंचर क्रय कर$ा''।

भाग 2बैंककारी‍निवनि�यम�‍अधि�नि�यम, 1949 (1949 का‍10) के‍सं�ो��

सं�ो��1. �ारा 5 में, (ंर्ड (चचग) के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त (ंर्ड अंत: स् थ ानिपत निकया जाएगा, अथा त्:- '(चचघ) ''राष् ट्रीय आवास बैंक'' से राष् ट्रीय आवास बैंक अधि�नि$यम, 1987 की �ारा 3 के अ�ी$ स् थानिपत राष् ट्रीय

आवास बैंक अक्षिभप्रेत है ;।

2. �ारा 18 की उप�ारा (1) के स् पष् टीकरण के (ंर्ड (क) के उप(ंर्ड (ii) में, ''अथवा पु$र्नि$Iमा ण बैंक से'' शब् �ों के पश् चात् ''अथवा राष् ट्रीय आवास बैंक से'' शब् � स् थानिपत निकए जाएगें।

3. �ारा 34 क की उप�ारा (3) में, ''पु$र्नि$Iमा ण बैंक'' शब् �ों के पश् चात् ''राष् ट्रीय आवास बैंक'' शब् � अंत: स् थानिपत निकए जाएगंे।

4. �ारा 36 कघ की उप�ारा (3) में, ''पु$र्नि$Iमा ण बैंक'' शब् �ों के पश् चात ् ''राष् ट्रीय आवास बैंक'' शब् � अंत: स् थानिपत निकए जाएगें।

5. �ारा 56 की उप�ारा (ञ) के स् पष् टीकरण के (ंर्ड (क) के उप-(ंर्ड (ii) में ''पु$र्नि$Iमा ण बैंक'' शब् �ों के पश् चात् ''राष् ट्रीय आवास बैंक'' शब् � अंत: स् थानिपत निकए जाएगंे।

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भाग 3औद्योनिगक‍निववाद‍अधि�नि�यम, 1947 (1947 का‍14) का‍संसो��

सं�ो���ारा 2 की उप�ारा (क) के (ंर्ड (I) में, ''भारतीय औद्योनिगक पु$र्नि$Iमा ण बैंक'' शब् �ों के पश् चात् ''राष् ट्रीय आवास बैंक

अधि�नि$यम, 1987 की �ारा 3 के अ�ी$ स् थानिपत ''राष् ट्रीय आवास बैंक'' शब् � और अंक अंत: स् थानिपत निकए जाएगंे।

भाग 4बो�स‍संदाय‍अधि�नि�यम, 1965 (1965 का‍21) का‍सं�ो��

सं�ो���ारा 32 के (ंर्ड (iv) के उप(ंर्ड (च) के पश् चात् नि$म् $लिलखि(त उप(ंर्ड अंत: स् थानिपत निकया जाएगा, अथा त्:- ''(चच) राष् ट्रीय आवास बैंक''।

1तीसरी अ$ुसूची(�ारा 16 ए �े(ें)

राष् ट्रीय आवास बैंक अधि�नि$यम, 1987 के �ारा 16 ए में सं�र्भिभIत घोर्षणा स् था$ दि�$ांक

मैं/हम.................................................. एत� द्वारा घोर्षणा करते हैं निक मेरे/हमारे अ$ुरो� पर मुझे/हमें राष् ट्रीय आवास बैंक द्वारा सहायता अ$ुमो�$ के पुधि� में, जैसा निक अ$ुलग् $क में नि$र्दि�Iष् ट है, मैं/हम सहमत हैं निक कथोक् त अ$ुलग् $क में नि$र्दि�Iष् ट अचल संपक्षित्त उक् त सहायता हेतु प्रनितभूनित नि$मा ण करेगा और इसके अनितरिरक् त मैं/हम सहमत हैं निक उपरोक् त दि�ए गए सहायता से संबंधि�त �ेयता, इ$की मौजू�गी के तारी( पर/से उपरोक् त अचल संपक्षित्त पर प्रभार लगेगा।

1. (ऋणकता ).......................... के द्वारा हस् ता/रिरत एवं सुपु� गी 2. (प्रनितभू).............................. के द्वारा हस् ता/रिरत एवं सुपु� गी

अ$ुलग् $क I-सहायता का ब् यौरा II-अचल संपक्षित्त का ब् यौरा

1 अधि�नि$यम सं. 15/2000, �ारा 29 (12 जू$, 2000 से लागू ) के द्वारा र्डाला गया