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  • 21 जनवर� 2020 - समाचार �व�लेषण

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : �वा��य : बीिजंग, शंघाई तक फैला वायरस का �कोप : �संग : • एक नए �कार के कोरोनावायरस का �कोप अब बीिजंग और शंघाई शहर� तक फैल गया है। �ववरण : • नया वायरस कोरोनावायरस के उस प�रवार से संबं�धत है, िजससे �स�वयर ए�यटू रेि�परेटर� �स�ंोम (SARS) संबं�धत है। SARS के कारण 2002/03 के दौरान लगभग 800 लोग� क� जान गई थी। इसक� श�ुआत भी चीन म� ह� हुई थी। • वहुान म� श�ु हुआ वायरस का �कोप अब राजधानी बीिजंग और शंघाई तक फैल गया है। • हाल ह� म� द��ण को�रया, जापान और थाईल�ड म� चीन क� सीमाओ ंसे परे एक चौथा मामला सामने आया है। • कोरोनावायरस से सं��मत रो�गय� क� सं�या अब तीन गुना से अ�धक हो गई है और अब तक इससे 3 लोग� क� म�ृय ुभी हो चकु� है। �चतंाएं : • इस नए वायरस क� उ�प�� के बारे म� बहुत कम जानकार� है। इसक� उ�प�� के बारे म� बहुत कम जानकार� होना इसके �सार को रोकने और इसे ख�म करने के �यास� को कमजोर कर सकती है। • कई चीनी चं� नववष� क� छु��टय� के दौरान घरेल ूऔर �वदेश या�ा कर�गे, िजससे वायरस के संचरण क� संभावना बढ़ जाती है। • इस नए कोरोनावायरस के मानव-से-मानव संचरण क� पिु�ट हुई है, जो इस संभावना को ज�म देता है �क यह अ�धक तज़ेी से और �यापक �प से फैल सकता है। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : राज�यव�था और शासन : क� � पर मकुदमा करत ेसमय रा�यपाल को बताने क� आव�यकता नह�ं : �संग : • केरल के रा�यपाल ने CAA, 2019 के �खलाफ SC म� अपील दायर करने के रा�य सरकार के फैसले से रा�यपाल को अवगत कराने म� उसक� �वफलता के �लए केरल रा�य सरकार से �प�ट�करण मांगा है। �ववरण :

  • • काननूी �वशषे�� का कहना है �क आम तौर पर रा�य सरकार अदालत म� मह�वपणू� काननू को चनुौती देने से पहले रा�यपाल को "�श�टाचार" के �प म� मामले से अवगत करा सकती है, ले�कन ऐसा करना अ�नवाय� नह�ं है। • �याय�वद� का कहना है �क मामला दज� करने के काय�कार� �नण�य के बारे म� रा�यपाल को स�ूचत करने के �लए रा�य सरकार क� कोई संवधैा�नक आव�यकता या परंपरा नह�ं ह�। शमशरे �सहं मामला : • शमशरे �सहं मामले म� स�ुीम कोट� का फैसला �नवा��चत सरकार और रा�यपाल के बीच संबंध� पर �काश डालने म� मदद करता है। • स�ुीम कोट� के �नण�य के अनसुार, रा�यपाल स�ा का ��त�वं�वी क� � नह�ं है, बि�क यह केवल �शासन के सचुा� कामकाज क� स�ुवधा �दान करता है। • �नण�य के अनसुार, रा�यपाल केवल एक औपचा�रक �मखु होता है और वा�त�वक काय�कार� शि�तयां मं��प�रषद म� �न�हत होती ह� जो साम�ूहक �प से �वधा�यका के ��त जवाबदेह होती ह�। • �नण�य क� �-रा�य संबंध� पर सरका�रया आयोग �वारा क� गई �ट�प�णय� को भी �यान म� रखता है िजसम� कहा गया है �क भले ह� अन�ुछेद 167, रा�यपाल को म�ुयमं�ी से जानकार� लेने क� अनमु�त देता है, ले�कन इसका मतलब यह नह�ं है �क रा�यपाल के पास �भतुाकां�ी शि�तयां ह�। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : राज�यव�था और शासन : स�ुीम कोट� ने चनुावी बॉ�ड योजना पर त�काल रोक लगाने से इंकार �कया : �संग : • भारत के म�ुय �यायाधीश (CJI) ने �प�ट �कया �क स�ुीम कोट� त�काल चनुावी बॉ�ड योजना पर रोक नह� ंलगाएगा। प�ृठभ�ूम : • चनुावी बॉ�ड योजना पर रोक लगाने के �लए पहले भी SC म� या�चका दायर क� जा चकु� है। • अ�लै 2019 के अतं�रम आदेश म�, SC ने सभी राजनी�तक दल� को �नद�श �दया था �क वे दानदाताओ ंके �ववरण और ��येक बांड से �ा�त होने वाल� रा�श के बारे म� चनुाव आयोग को परू� जानकार� �दान कर�। पा�ट�य� को यह जानकार� सीलबंद �लफाफे म� देने के �लए कहा गया था। • ले�कन SC ने इस योजना के संचालन पर रोक लगाने से इंकार कर �दया था। �ववरण : • SC म� चनुावी बॉ�ड योजना पर रोक लगाने का आ�वान करने वाल� नई या�चका दायर क� गई है। योजना के बारे म� �मखु �चतंाएं : • यह योजना अ�य पा�ट�य� क� तलुना म� स�ा�ढ़ पाट� को �यादा फायदा पहँुचाती है।

  • • इसके संचालन म� अपारद�श�ता को देखत ेहुए, यह राजनी�तक दल� �वारा बेनामी फंड� को भनुाने का एक तं� बन सकता है। • योजना के बारे म� �चतंाओ ंको �वीकार करत ेहुए चनुाव आयोग (EC) और भारतीय �रजव� ब�क (RBI) दोन� ने इस योजना पर कड़ी आप�� जताई थी। • ECI ने राजनी�तक फं�डगं म� पारद�श�ता पर इस योजना के �भाव के बारे म� संदेह �य�त �कया है। इसने सव��च �यायालय को बताया है �क चनुावी बॉ�ड ने दानदाताओ ंके गुमनामी को वधै कर �दया। ECI ने तक� �दया है �क मतदान के अ�धकार का अथ� एक स�ूचत �वक�प बनाने का अ�धकार भी है। मतदाताओ ंको उन राजनी�तक दल� के धन के �ोत का भी पता होना चा�हए जो उ�मीदवार� को धन देत ेह�। • हालाँ�क, सरकार ने काले धन को ख�म करने के कदम के �प म� योजना को सह� ठहराया है। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : अतंरा����य संबंध : FATF क� �नगरानी स�ूच से बाहर �कए जाने के �लए पा�क�तान ने अमे�रका से अपील क� : �संग : • बीिजंग म� FATF क� आगामी बठैक। प�ृठभ�ूम : • फाइन��शयल ए�शन टा�क फोस� (FATF) अतंररा���य आतंक� �व�पोषण पर नजर रखने वाल� पे�रस म� ि�थत एक सं�था है। • FATF ने अ�टूबर 2019 म� आतंक के �व�पोषण को रोकने म� �वफलता के �लए पा�क�तान को अपनी '�नगरानी' सचूी म� रखने का फैसला �कया था। • पा�क�तान को ल�कर और JeM जसेै अ�य आतंक� संगठन� को फंड देने का दोषी पाया गया था। • इससे पहले पा�क�तान ने समहू क� �सफा�रश� को लागू करने के �लए उठाए गए कदम� क� समी�ा �रपोट� FATF को स�पी थी। • य�द अ�लै 2020 तक पा�क�तान को �नगरानी सचूी से नह�ं हटाया जाता है, तो पा�क�तान को FATF क� 'काल�' सचूी म� सचूीब�ध �कया जा सकता है। �ववरण : • वत�मान स� म� फाइन��शयल ए�शन टा�क फोस� भी शा�मल होगा जो इ�लामाबाद �वारा आतंक के �व�पोषण और मनी लॉि��गं के �खलाफ कड़ ेकाननू� को अपनाने के क़दम� क� छानबीन कर रहा है। • इसम� यह भी समी�ा शा�मल होगी �क �या पा�क�तान ने पे�रस ि�थत �व�ीय टा�क फोस� �वारा पेश �कए गए पहले के एज�ड ेका अनपुालन �कया है।

  • • यह बठैक पा�क�तान के �लए बहुत मह�वपणू� है, जहां FATF यह तय करेगा �क पा�क�तान �नगरानी सचूी म� बना रहेगा या उसे हटा �दया जाएगा। • पा�क�तान ने FATF क� �नगरानी सचूी से बाहर �नकलने के �लए अमे�रका से समथ�न देने का आ�ह �कया है। सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : पया�वरण और पा�रि�थ�तक� : त�मलनाडु ने �वचार-�वमश� से हाइ�ोकाब�न प�रयोजना को छूट देने संबंधी संशोधन का �वरोध �कया : �संग : • हाइ�ोकाब�न खोज और अ�वेषण म� शा�मल तले और गैस फम� को पया�वरणीय मंजरू� लेने से छूट देने संबंधी पया�वरण मं�ालय क� अ�धसचूना। प�ृठभ�ूम : • 2006 के पहले के पया�वरण �भाव आकलन अ�धसचूना म� '�ेणी A' के आने वाल� कुछ प�रयोजनाओ ंके �लए पवू� पया�वरणीय मंजरू� लेना अ�नवाय� है। • अपतट�य और तटवत� �े�� म� तले और गैस क� खोज, �वकास और उ�पादन प�रयोजनाएं ’�ेणी ए’ प�रयोजनाओ ंके तहत आती ह�। �ववरण : • हाल ह� म� मं�ालय �वारा पया�वरण �भाव आकलन अ�धसचूना, 2006 म� संशोधन �कया गया था। • नए संशोधन �वारा अ�वेषण प�रयोजनाओ ंको 'B2' प�रयोजनाओ ंक� �ेणी म� शा�मल कर �दया गया है, िजसका अथ� है �क प�रयोजनाओ ंका म�ूयांकन संबं�धत रा�य� �वारा संचा�लत �कया जाएगा और इसके �लए EIA क� आव�यकता नह�ं होगी। �चतंाएं : • त�मलनाडु म� हाइ�ोकाब�न क� खोज और �न�कष�ण से जड़ुी प�रयोजनाओ ंका �कसान� / काय�कता�ओ ंऔर अ�य �हतधारक� �वारा हमेशा से �वरोध होता रहा है। • त�मलनाडु क� अ�धकांश प�रयोजनाएं कावेर� ड�ेटा िजल� म� ि�थत ह�, जो पा�रि�थ�तक �प से नाजकु �े� ह� और रा�य के चावल उ�पादन म� योगदान देने वाले उपजाऊ �े� ह�। प�रयोजनाओ ंको लेकर �चतंाएं ह� �क यह पा�रि�थ�तक �रण के अलावा लोग� क� पोषण सरु�ा और आ�थ�क ि�थ�त को �भा�वत करने वाले कृ�ष उ�पादन को भी �भा�वत कर सकता है। • यह त�य �क हा�लया संशोधन� �वारा कावेर� ड�ेटा �े� म� ��ता�वत हाइ�ोकाब�न अ�वेषण प�रयोजनाओ ंको साव�ज�नक परामश� से छूट �मलेगी, �थानीय लोग� के बीच �चतंाओ ंको बढ़ाने वाला है। • गौरतलब है �क अ�धसचूना से पहले रा�य सरकार से परामश� नह�ं �कया गया था और �हतधारक� और रा�य सरकार को इस म�ुदे पर �वचार ��ततु करने के अवसर से वं�चत �कया गया था।

  • सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : पया�वरण और पा�रि�थ�तक� जलमाग� �वकास के �लए �ीन मानदंड� क� आव�यकता : प�ृठभ�ूम : • उड़ान (उड़ ेदेश का आम नाग�रक) योजना के तहत वाटर एरो�म या सी�लेन सेवा श�ु करने क� योजना थी। यह योजना जल �नकाय� पर ऐसे एयरो�ोम के �वकास के �लए अनकूुलता �दान करती है। • एक जलमाग� (वाटर एरो�म) को एक जल �नकाय के �प म� व�ण�त �कया जा सकता है जो �वमान क� ल��डगं के �लए कुछ �यनूतम आव�यकताओ ंका अनपुालन करता है। • उड़ान एक �े�ीय संपक� योजना है, िजसका उ�दे�य �े�ीय हवाई अ�ड ेके �वकास के उ�दे�य से देश के आम नाग�रक� के �लए हवाई या�ा को स�ती और �यापक बनाना है। यह समावेशी रा���य आ�थ�क �वकास को बढ़ावा देने म� मदद करेगा। • जनवर� 2019 म�, सरकार ने उड़ान योजना के तीसरे दौर के �वजेताओ ंक� घोषणा क�, िजसके तहत एयरलाइंस को गुजरात, असम, महारा��, उ�राखंड, तलेंगाना और अडंमान और �नकोबार म� 10 हवाई अ�ड� को सम�प�त �कया गया है। जलमाग� (वाटर एरो�म) का मह�व : • रनवे आधा�रत हवाई अ�ड ेक� कमी के कारण हवाई प�रवहन से न जड़ु पाने वाले �े�� म� जलमाग� के �वकास से प�रवहन संबं�धत अड़चन� के दरू होने क� उ�मीद है। इसे हवाई प�रवहन के एक वकैि�पक मोड के �प म� देखा जा रहा है। • पय�टन �थल� पर ��ता�वत हवाई अ�ड� से आने वाले पय�टक� क� सं�या म� व�ृ�ध क� उ�मीद है िजसके फल�व�प �थानीय �तर पर पय�टन ग�त�व�धय� और होटल �यवसाय म� व�ृ�ध होगी। इससे �थानीय लोग� के �लए रोजगार के अवसर पदैा ह�गे। • अडंमान और �नकोबार जसेै �वीप� म� जलमाग� क� �थापना से वत�मान सामािजक ब�ुनयाद� स�ुवधाओ ंके �तर म� व�ृ�ध होगी। पया�वरणीय मंजरू� : • नाग�रक उ�डयन मं�ालय ने अग�त 2019 म� एक �व�ततृ प�रयोजना �रपोट� तयैार करने के �लए एक सलाहकार �नय�ुत �कया था। • इसके बाद, अडंमान और �नकोबार म� तीन जलमाग� के �वकास के �लए पया�वरणीय �भाव म�ूयांकन (EIA) क� मंजरू� हेत ुपया�वरण और वन मं�ालय को एक ��ताव भेजा गया था।

  • • पया�वरणीय �वीकृ�त क� ���या के �लए बहुत सारे आकंड़� क� आव�यकता होती है जसेै �क ब�ैथमी��क टे�ट िजसे EIA म� शा�मल करने क� आव�यकता होती है। • EIA को अ�ंतम �प �दए जाने के बाद, पया�वरण अनमुोदन स�म�त इसे मंजरू� के �लए आगे ��ता�वत करेगी। �चतंाएं : • पवू� म� �च�लका झील म� एक ��ता�वत जलमाग� को झील के मह�वपणू� पा�रि�थ�तक� तं� पर पड़ने वाले पया�वरणीय �भाव को देखत ेहुए अमा�य कर �दया गया था। इसी �कार, आवं�टत अ�य जलमाग� के साथ समान �चतंाएं ह�। • एरो�म के आवंटन के एक साल बाद भी, सरकार को अडंमान म� प�रयोजनाओ ंके �लए पया�वरणीय मंजरू� लेनी बाक� है। • शषे जलमाग� के �वकास के �लए पया�वरण मं�ालय से संदभ� क� मांग करने क� ���या अभी तक श�ु नह�ं क� गई है। सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : अथ��यव�था : RBI बोड� क� बठैक म� �लि�व�डट�, �े�डट �लो पर चचा� : �संग : • RBI क� बोड� बठैक। �ववरण : • यह पहल� बार है जब RBI ने अपने कामकाज के संबंध म� पारद�श�ता बढ़ाने के �लए साव�ज�नक �े� म� एक बोड� बठैक के काय� �ववरण को जार� �कया है। • सचूना के अ�धकार अ�ध�नयम के तहत ये काय� �ववरण उपल�ध कराए गए थे। RBI क� वेबसाइट पर �वे�छा से काय� �ववरण को �का�शत करने का ��ताव है। • RBI के बोड� ने �न�न�ल�खत म�ुद� पर चचा� क�- ➢ मौजदूा तरलता क� ि�थ�त और ब�क� और गैर-ब��कंग �व� कंप�नय� से अथ��यव�था म� ऋण का �वाह

    ➢ पंजाब और महारा�� सहकार� ब�क का मामला

    ➢ क� ��य बोड� �याज दर� पर चचा� नह�ं करता है, जो मौ��क नी�त स�म�त �वारा �नधा��रत क� जाती ह�।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : अथ��यव�था : IMF ने भारत के �वकास का अनमुान घटाकर 4.8% �कया :

  • �संग : • अतंरा����य म�ुा कोष (IMF) क� �व�व आ�थ�क आउटलकु �रपोट� का अ�यतन। भारत के �लए अनमुान : • IMF ने चाल ू�व� वष� के �लए भारत के आ�थ�क �वकास के अनमुान को कम करके 4.8% कर �दया है। अ�टूबर 2019 म� IMF ने भारत क� �वकास दर 6.1% रहने का अनमुान �य�त �कया था। • IMF �वारा जार� नया अनमुान काफ� हद तक भारत के �वकास दर म� �गरावट को दशा�ता है। कारण : • WEO ने भारत के �वकास के अनमुान म� कमी के �लए �न�न कारण� को सचूीब�ध �कया है- ➢ �ामीण आय म� कमजोर व�ृ�ध के कारण �ामीण मांग म� कमी आई है ➢ उपभो�ता मांग म� तजे �गरावट ➢ गैर-ब�क �व�ीय �े� म� संकट ➢ स�ुत ऋण व�ृ�ध

    सकारा�मक पहल ू: • 2020 म� भारत के �वकास दर म� सधुार के संकेत ह� और यह 5.8 ��तशत रह सकती है। 2021 म� इसके 6.5 ��तशत रहने का अनमुान है। • WEO का मानना है �क आने वाले �व� वष� म� �न�न कारण� से �वकास क� ग�त म� सधुार होना चा�हए- ➢ कॉप�रेट कर क� दर म� कमी का सकारा�मक �भाव। ➢ RBI �वारा मौ��क �ो�साहन और सरकार �वारा राजकोषीय �ो�साहन का सकारा�मक �भाव। ➢ तले क� क�मत� म� �गरावट

    विै�वक �वकास के �लए अनमुान : • IMF के नए अनमुान� के अनसुार, विै�वक �वकास 2019 म� 2.9% रहेगा और 2020 म� बढ़कर यह 3.3% और 2021 म� 3.4% हो जाएगा। • हालां�क, अ�टूबर 2019 WEO पवूा�नमुान क� तलुना म�, 2019 के �लए अनमुान और 2020 के �लए ��ेपण म� 0.1 ��तशत क� कमी �य�त क� गई है जब�क 2021 के �लए 0.2 ��तशत क� कमी �य�त क� गई है। कारण : • विै�वक �वकास दर म� कमी म�ुय �प से भारत, मिै�सको और द��ण अ��का स�हत उभरती अथ��यव�थाओ ंम� कमजोर �वकास के कारण है। • विै�वक �वकास अनमुान� म� �गरावट के सबसे बड़ े�ह�से (80%) के �लए भारत िज�मेदार है। जो�खम : • विै�वक अथ��यव�था के �लए एक उ�लेखनीय नकारा�मक जो�खम के �प म� IMF ने बढ़ती भ-ूराजनी�तक तनाव� को वग�कृत �कया है, �वशषे �प से संय�ुत रा�य अमे�रका और ईरान के बीच।

  • • उ�च �यापार 'कर' के कारण अमे�रका और उसके �यापार भागीदार� के बीच आ�थ�क संबंध� म� �गरावट �वकास क� संभावनाओ ंको और कम कर सकती है। सकारा�मक बात� : • IMF के अनसुार, �न�न�ल�खत कारण� से बाजार क� धारणा म� सधुार हुआ है: ➢ अ�धकांश अथ��यव�थाओ ंम� समायोजन मौ��क नी�त क� ओर �यापक बदलाव। ➢ �यापार समझौत ेके पहले चरण के �प म� यएूस-चीन �यापार वाता� का अनकूुल होना। ➢ �बना �कसी सौदे के �ेि�सट से भय का कम होना।

    भावी कदम : • WEO ने आ�थ�क ग�त�व�धय� को मजबतू करने और �वकास के �लए जो�खम को कम करने के �लए �न�न�ल�खत उपाय सझुाया है- ➢ मजबतू बहुप�ीय सहयोग ➢ उपल�ध मौ��क और राजकोषीय �थान पर �वचार के साथ रा���य �तर पर संत�ुलत नी�तयाँ।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : राज�यव�था और शासन : संपादक�य : आ�ं �देश म� तीन राजधा�नय� के फॉमू�ले म� �कतना दम? �संग : • आ�ं �देश सरकार ने �वप� के भार� �वराेध के बीच रा�य क� तीन राजधानी बनाने के �ावधान वाला �वधेयक �वधानसभा म� पेश �कया। इस �वधेयक म� अमरावती काे �व�ध, �वशाखाप�टनम काे काय�कार� और कुनू�ल काे �या�यक राजधानी बनाने का �ावधान है। रा�य सरकार के अनसुार तीन राजधानी बनाने का मकसद रा�य म� �वक� ��करण और सभी �े�� के समान �वकास को स�ुनि�चत करना है। �या है तीन राजधा�नय� क� धारणा : • काय�कार� राजधानी �वशाखाप�नम म� रा�य का स�चवालय होगा और सभी �वभाग� के म�ुय काया�लय ह�गे। सभी नौकरशाह यह�ं बठै� गे और रा�य म� शासन और �शासन का यह क� � होगा। • �यायपा�लका राजधानी कनू�ल म� �यायपा�लका से जड़ु ेकाम ह�गे अथा�त हाईकोट� यहां होगा। हालां�क ऐसी �यव�था कई और रा�य� म� है जहां रा�य क� राजधानी से हटकर अलग शहर म� हाईकोट� है। • �वधान-संबंधी राजधानी अमरावती म� �वधानसभा होगी। यहां से जनता के चनेु ��त�न�ध परेू रा�य पर नजर रख�गे। �व�लेषण : • आ�ं �देश के म�ुयमं�ी जगन मोहन रे�डी ने स�ा के �वक� ��करण का एक नायाब ��ताव पेश �कया है। वे चाहत ेह� �क उनके रा�य क� राजधानी तीन �ह�स� म� बंटे। काय�पा�लका के �लए अलग राजधानी बने, �वधा�यका क� राजधानी अलग हो और �यायपा�लका के �लए अलग राजधानी हो।

  • • देश म� बढ़त ेशहर�करण और अलग अलग �ह�स� से लोग� का रा�य� और देश क� राजधानी क� ओर पलायन �पछले दो दशक म� बहुत बढ़ा है। शहर �लानर चाहत ेह� �क सरकार अपना �वक� ��करण करे। कुछ सरकार� काया�लय दसूरे शहर� म� खोले जाएं ता�क राजधा�नय� पर दबाव कम हो। • उनसे पहले म�ुयमं�ी रहे चं�बाब ूनायडू ने रा�य के �वभाजन के बाद हैदराबाद क� जगह अमरावती म� राजधानी बनाने का फैसला �कया था। इसके �लए हजार� एकड़ जमीन अ�ध��हत क� गई थी और कई प�रयोजनाओ ंपर काम श�ु हो गया था। बाद म� जगन मोहन रे�डी ने कई प�रयोजनाओ ंपर काम रोक �दए। अब वे चाहत ेह� �क अमरावती �देश क� �वधायी राजधानी हो। यानी वहां �वधानसभा हो और वह�ं पर �वधायक� के आवास ह�। पर बाक� सरकार वहा ंसे दरू रहे। • उनक� योजना के मतुा�बक काय�पा�लका क� राजधानी �वशाखाप�नम म� बननी चा�हए। वहां म�ुयमं�ी और बाक� मं��य� के आवास क� �यव�था हो और सरकार� कम�चा�रय� के वहां रहने क� स�ुवधा हो। • �यायपा�लका क� राजधानी यानी हाई कोट� के �लए जगन ने कुनु�ल का नाम सझुाया है। अगर कुनु�ल म� हाई कोट� बनता है तो जज� के रहने क� �यव�था वहां होगी। • इस तरह �कसी एक शहर पर दबाव नह�ं बढ़ेगा। अभी सब कुछ राजधानी म� होने क� वजह से राजधा�नय� पर बहुत �यादा दबाव होता है और सरकार के �लए ब�ुनयाद� स�ुवधाएं जटुाने म� भी मिु�कल आती है। जसेै �द�ल� म� ह� स�ुीम कोट� के जज� क� सं�या इस�लए नह�ं बढ़ाई जा पा रह� है �क उनके �लए �द�ल� म� बंगले नह�ं ह�। तीन राजधा�नय� से �या होगा? • आ�ं �देश �वधानसभा म� पेश 'आ�ं �देश �वके���करण और सभी �े�� का समावेशी �वकास �वधेयक' 2020 के मतुा�बक अमरावती को �वधायी, �वशाखाप�टनम को काय�कार� और कुनु�ल को �या�यक राजधानी बनाया जाएगा। • सरकार रा�य को चार �े�� म� बांटकर कर आचं�लक �वकास श�ु करना चाहती है, िजसम� हर �े� म� तीन-चार िजले ह�गे ता�क संत�ुलत �वकास स�ुनि�चत �कया जा सके। आचं�लक �वकास बोड� �था�पत �कया जाएगा, जो �वकास और तर�क� म� तजेी लाने क� �सफा�रश करेगा। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : संपादक�य : �वा��य : �वा��य देखभाल क� गारंट� (�ाजील मॉडल) ; �संग : • �वा��य �े� म� भारत-�ाजील सहयोग क� �मता। प�ृठभ�ूम : • �ाजील वत�मान म� द�ुनया का एकमा� देश है जहां 100 �म�लयन से अ�धक �नवा�सय� के पास एक साव�भौ�मक �वा��य �णाल� है।

  • • इस त�य को �यान म� रखत ेहुए �क �ाजील को अ�सर एक �वकासशील देश के �प म� वग�कृत �कया जाता है, यह इसे और भी अ�धक �शंसनीय बनाता है �क �ाजील ने साव�भौ�मक �वा��य कवरेज हा�सल कर �लया है। • भारत का आय�ुमान भारत वत�मान म� द�ुनया का सबसे बड़ा और सबसे मह�वाकां�ी सरकार� �वा��य काय��म है। • आय�ुमान भारत योजना या �धानमं�ी जन आरो�य योजना (PMJAY) या रा���य �वा��य सरु�ा योजना एक रा���य योजना है िजसका उ�दे�य �ाथ�मक, मा�य�मक और ततृीयक �वा��य देखभाल �णा�लय� म� आव�यक ह�त�ेप करना है। इसे भारत म� �वा��य और प�रवार क�याण मं�ालय के त�वावधान म� 2018 म� लॉ�च �कया गया था। �ववरण : �ाजील का अनभुव : एक�कृत �वा��य �णाल� (SUS) : • साव�भौ�मक कवरेज हा�सल करने के �ाजील के �यास सरकार �वारा �व� पो�षत �णाल� क� �थापना के मा�यम से परेू हुए ह�। • एक�कृत �वा��य �णाल� (SUS), जो म�ुत �वा��य कवरेज क� गारंट� �दान करती है, िजसम� दवा सेवाएं शा�मल ह�, को 1988 म� नए सं�वधान म� व�ण�त �कया गया था। प�रवार �वा��य काय��म : • �ाज़ील का पा�रवा�रक �वा��य काय��म (Programa Saúde da Família) एक समदुाय-आधा�रत �वा��य सेवा नेटवक� पर �नभ�र करता है। • इसने �ाजील म� �वा��य कवरेज के तजेी से �व�तार म� मदद क�। इसके मा�यम से वष� 2000 म� 4% कवरेज से लेकर वष� 2015 तक सम� आबाद� का 64% तक कवरेज हा�सल करने म� मदद �मल� है। इस काय��म �वारा �ामीण �े�� और देश के सबसे गर�ब रा�य� तक पहंुच हा�सल करने म� मदद �मल� है। • काय��म क� रणनी�त सामदुा�यक �वा��य एज�ट� के �यापक काम पर आधा�रत है जो काय��म म� नामां�कत ��येक प�रवार का मा�सक दौरा करत ेह�। • �वा��य एज�ट कई काय� करत ेह�। वे �वा��य संवध�न और रोकथाम ग�त�व�धय� का संचालन करत ेह�, उपचार �यव�था म� अनपुालन क� �नगरानी करत ेह� और नाग�रक� और �वा��य सेवा �णाल� के बीच संबंध� का �बंधन करत ेह�। • अनसुंधान से पता चलता है �क इस काय��म ने �शश ुम�ृय ुदर (IMR) को काफ� कम कर �दया है और वय�क �म क� आप�ूत� म� व�ृ�ध क� है। �भावशाल� �ग�त : • �पछले 30 वष� म�, �ाजील के लोग� ने �वा��य कवरेज के साथ-साथ �वा��य प�रणाम� म� भार� व�ृ�ध का अनभुव �कया है। जीवन ��याशा म� व�ृ�ध हुई है, जब�क �शश ुम�ृय ुदर म� �गरावट आई है। पो�लयो ट�काकरण लगभग 98% आबाद� तक पहंुच गया है।

  • • 2015 क� एक �रपोट� म� कहा गया है �क SUS के तहत आने वाले 95% लोग उपचार �ा�त करने म� स�म ह�। उ�च लागत द�ता : • अ�य देश� म� साव�भौ�मक �वा��य �णा�लय� के �वपर�त, जो सकल घरेल ूउ�पाद का लगभग 8% उपभोग करत ेह�, �ाजील अपनी जीडीपी का केवल 3.8% SUS पर खच� करता है, जो एक बड़ी आबाद� को सेवा महैुया कराता है। • �ाजील म� बजट आवंटन म� स�ती के प�र��य के बीच भी �वा��य सेवा म� �भावशाल� �ग�त संभव हुई है। • शानदार �दश�न को देखत ेहुए, भारत और �ाजील �वा��य सेवा म� सहयोग और रणनी�तक साझदेार� का पता लगा सकत ेह�। भावी कदम : • 1.3 अरब क� आबाद� वाले देश भारत म� साव�भौ�मक कवरेज हा�सल करना एक बड़ी और ज�टल चनुौती होगी। भारत साव�भौ�मक �वा��य कवरेज स�ुनि�चत करने के �लए �न�न�ल�खत �बदंओु ंपर �वचार कर सकता है। ि�थर सधुार : • भारत को ि�थर �वकास और सधुार पर �यान देना चा�हए। भारत को सालाना आधार पर पहंुच, उ�पादन और जनसं�या �वा��य के संदभ� म� सधुार का �ववरण दज� करना चा�हए। • �कसी भी क�मय� को उ�चत सधुारा�मक काय� के मा�यम से दरू �कया जाना चा�हए। �वा��य �यय के �लए धनरा�श : • भारत म� साव�ज�नक �वा��य �यय अभी भी बहुत कम है। यह 2017-2018 के �व�ीय वष� म� सकल घरेल ूउ�पाद का लगभग 1.3% है। इसे रा���य �वा��य नी�त के अन�ुप बढ़ाने क� आव�यकता है। �ाथ�मक �वा��य देखभाल : • वेलनेस स�टर भारत म� �ाथ�मक �वा��य देखभाल �णाल� का एक �मखु �तंभ ह�। • अपने सफल प�रवार �वा��य काय��म के काया��वयन म� �ाजील का अनभुव इसम� �मखु योगदान दे सकता है। �ाजील के अनभुव से सीख लेत ेहुए 2022 तक 1,50,000 क�याण क� � क� �थापना करना चा�हए। �वभे�दत �ि�टकोण : • भारत कई रा�य� से बना है, िजनम� अलग-अलग चनुौ�तयाँ और �वशषेताएँ ह�। इस�लए ऐसी �वषम प�रि�थ�तय� के �लए एक ह� �कार क� योजना अ�भावी होगी। • चनुौती से �नपटने के �लए मानक�कृत काय��म� के ज�टल संयोजन और उनक� आव�यकताओ ंके अनसुार नी�तय� को अपनाने क� �वाय�ता से परूा �कया जाना चा�हए। • �व�वधता नी�त नवाचार और रचना�मकता के �लए एक शि�तशाल� �ोत के �प म� काय� कर सकती है और इसे �ो�सा�हत �कया जाना चा�हए।

  • • संसाधन� और सं�थागत �मताओ ंके संदभ� म� �े�ीय असमानताओ ंपर �यान �दया जाना चा�हए। मह�वपणू� त�य : 1. तंजावरु म� सखुोई ��वा�न क� तनैाती : • भारतीय वाय ुसेना (IAF) ने अपने तंजावरु वाय ुसेना �टेशन पर ��मोस सपुरसो�नक �ूज �मसाइल� से लसै सखुोई-30 MKI लड़ाकू �वमान� के एक ��वा�न को तनैात �कया है। • यह ��मोस �मसाइल� से लसै भारतीय वायसेुना का पहला सखुोई ��वा�न भी है। • ��मोस एक म�यम दरू� क� रैमजेट सपुरसो�नक �ूज �मसाइल है िजसे पनडु�बी, जहाज, �वमान या जमीन से लॉ�च �कया जा सकता है। यह द�ुनया क� सबसे तजे सपुरसो�नक �ूज �मसाइल है। यह �स और भारत के र�ा अनसुंधान और �वकास संगठन (DRDO) के बीच एक संय�ुत उ�यम है। • इंडो-प�ैस�फक �े� क� ि�थ�त और �हदं महासागर म� चीनी नौसेना �वारा सम�ु� सीमा उ�लंघन म� व�ृ�ध को देखत ेहुए यह तनैाती बहुत मह�वपणू� है। 2. म�हलाओ ंके �खलाफ अपराध पर वमा� �रपोट� लागू �कया जाए : • �यायम�ूत� जे.एस. वमा� स�म�त क� �रपोट� म�हलाओ ंऔर ब�च� के �खलाफ अपराध के म�ुदे से संबं�धत है। 3. अ�पसं�यक� के �लए क�याणकार� योजनाओ ंके �खलाफ SC म� या�चका : • क� � सरकार ने रा���य अ�पसं�यक आयोग अ�ध�नयम, 1992 के तहत रा���य अ�पसं�यक आयोग (NCM) क� �थापना क� है। • पांच धा�म�क समदुाय� : मिु�लम, ईसाई, �सख, बौ�ध और पारसी को क� � सरकार �वारा अ�पसं�यक समदुाय के �प म� अ�धस�ूचत �कया गया है। सरकार को �कसी समदुाय को अ�पसं�यक समदुाय घो�षत करने क� शि�त �ा�त है। • अन�ुछेद 15 (4) कहता है �क रा�य नाग�रक� के �कसी भी सामािजक और श�ै�णक �प से �पछड़ ेवग� क� उ�न�त के �लए या अनसु�ूचत जा�त और अनसु�ूचत जनजा�त के �लए �वशषे �ावधान कर सकता है। • भारतीय सं�वधान का अन�ुछेद-340 �पछड़ ेवग� क� ि�थ�तय� क� जांच के �लए एक आयोग क� �नयिु�त के �लए शत� का �ावधान करता है। • भारतीय �े� के भीतर सामािजक और श�ै�णक �प से �पछड़ ेवग� क� ि�थ�तय� क� जांच करने के �लए रा��प�त ऐसे लोग� के समहू �वारा एक आयोग क� �नयिु�त कर सकता है, िजनको वह उपय�ुत समझता है। UPSC �ारं�भक पर��ा के �लए अ�यास ��न : ��न 1. उड़ान योजना के संबंध म� �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार क�िजए।

  • 1. यह रा���य नाग�रक उ�डयन नी�त (NCAP) का एक �ह�सा है। 2. इस योजना को क� � और रा�य सरकार� �वारा संय�ुत �प से �व� पो�षत �कया जाता है। 3. इसका �ाथ�मक उ�दे�य �े�ीय हवाई संपक� को स�ुवधाजनक बनाना है। �दए गए कथन� म� से कौन सा/से कथन गलत है / ह�? (a) केवल 1 (b) केवल 1 और 2 (c) केवल 1, 2 और 3 (d) इनमे से कोई भी नह�ं उ�र : d �प�ट�करण : उड़ ेदेश का आम नाग�रक (उड़ान) �े�ीय संपक� योजना के तहत एक योजना है िजसका उ�दे�य हवाई अ�ड ेके �वकास के साथ हवाई या�ा को स�ती और �यापक बनाकर, देश के आम नाग�रक� को उड़ान भरने के �लए �े�रत करना है। इस योजना को क� � और रा�य सरकार� �वारा संय�ुत �प से �व� पो�षत �कया जाता है। उड़ान- "�े�ीय संपक� योजना" रा���य नाग�रक उ�डयन नी�त (NCAP) का एक �ह�सा है। ��न 2. �व�व आ�थ�क आउटलकु (WEO) �रपोट� �कसके �वारा �का�शत क� जाती है? (a) अतंरा����य म�ुा कोष (IMF) (b) �व�व �यापार संगठन (WTO) (c) �यापार और �वकास पर संय�ुत रा�� स�मेलन (UNCTAD) (d) आ�थ�क सहयोग और �वकास संगठन (OECD) उ�र : a �प�ट�करण : �व�व आ�थ�क आउटलकु अतंरा����य म�ुा कोष (IMF) �वारा �का�शत एक ��ववा�ष�क �रपोट� है। ��न 3. �व�ीय कार�वाई काय� बल (FATF) के संबंध म� �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार क�िजए: 1. यह G-20 क� पहल पर �था�पत �कया गया था। 2. यह एंट�-मनी लॉि��गं (AML) पर विै�वक मानक� को �था�पत करने और आतंकवाद के �व�पोषण (CFT) का मकुाबला करने के �लए िज�मेदार है। 3. भारत FATF का पणू�का�लक सद�य है। �दए गए कथन� म� से कौन सा/से गलत है / ह�? (a) केवल 1 (b) केवल 1 और 2 (c) केवल 2 और 3 (d) केवल 1 और 3 उ�र : c �प�ट�करण : मनी लॉि��गं क� बढ़ती सम�या से �नपटने के �लए पे�रस (�ांस) म� G7 �शखर स�मेलन के दौरान वष� 1989 म� �व�ीय कार�वाई काय�बल क� �थापना क� गई थी। यह एक अतंर-सरकार� �नकाय है। यह एंट�-मनी लॉि��गं

  • (AML) पर विै�वक मानक� को �था�पत करने और आतंकवाद के �व�पोषण (CFT) का मकुाबला करने के �लए िज�मेदार है। भारत FATF का पणू�का�लक सद�य है। ��न 4. ��मोस के संबंध म� �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1. यह लंबी दरू� क� रैमजेट सपुरसो�नक �ूज �मसाइल है। 2. इसे पनडु�बी, जहाज, �वमान, या जमीन से लॉ�च �कया जा सकता है। 3. यह द�ुनया क� सबसे तजे सपुरसो�नक �ूज �मसाइल है। �दए गए कथन� म� से कौन-सा/से गलत है / ह�? (a) केवल 1 और 2 (b) केवल 2 और 3 (c) केवल 1 (d) केवल 3 उ�र : c �प�ट�करण : ��मोस एक म�यम दरू� क� रैमजेट सपुरसो�नक �ूज �मसाइल है िजसे पनडु�बी, जहाज, �वमान या जमीन से लॉ�च �कया जा सकता है। यह द�ुनया क� सबसे तजे सपुरसो�नक �ूज �मसाइल है। यह �स और भारत के र�ा अनसुंधान और �वकास संगठन (DRDO) के बीच एक संय�ुत उ�यम है। UPSC म�ुय पर��ा के �लए अ�यास ��न : ��न 1. आ�ं �देश �वधानसभा �वारा पा�रत तीन राजधा�नय� से संबं�धत �वधेयक �कस �कार �देश के �वकास म� सहायक होगा? (10 अकं, 150 श�द ) ��न 2. आध�ुनक नेटवक� क� अथ��यव�था म� डटेा के मह�व और डटेा सं�ह और �सं�करण के �लए वत�मान आ�धका�रक �ि�टकोण के बारे म� �चतंाओ ंको देखत ेहुए, परू� �णाल� के कायापलट क� आव�यकता है। �ट�पणी कर�। (15 अकं, 250 श�द) ��न 3. बढ़ती �वा��य कवरेज म� �भावशाल� �दश�न को देखत ेहुए, भारत और �ाजील �वा��य सेवा म� सहयोग और रणनी�तक साझदेार� का पता लगा सकत ेह�। �ट�पणी कर�। य�ूनवस�ल हे�थ कवरेज स�ुनि�चत करने के �लए भारत म� उठाए जाने वाले कदम� पर चचा� कर�। (15 अकं, 250 श�द)


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