vlk/kjmoef.gov.in/wp-content/uploads/2019/06/buxa.pdf · 2019. 6. 18. · 2832 gi/2019 (1) jftlvªh...

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2832 GI/2019 (1) jftLVªh la ö Mhö ,yö&33004@99 REGD. NO. D. L.-33004/99 vlk/kj.k EXTRAORDINARY Hkkx II—[k.M 3mi&[k.M (ii) PART II—Section 3—Sub-section (ii) izkf/dkj ls izdkf'kr PUBLISHED BY AUTHORITY la- 1737] ubZ fnYyh] eaxyokj] tw u 11] 2019@T;s"B 21] 1941 No. 1737] NEW DELHI, TUESDAY, JUNE 11, 2019/JYAISTHA 21, 1941

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  • 2832 GI/2019 (1)

    jftLVªh laö Mhö ,yö&33004@99 REGD. NO. D. L.-33004/99

    vlk/kj.k

    EXTRAORDINARY

    Hkkx II—[k.M 3—mi&[k.M (ii) PART II—Section 3—Sub-section (ii)

    izkf/dkj ls izdkf'kr

    PUBLISHED BY AUTHORITY

    la- 1737] ubZ fnYyh] eaxyokj] twu 11] 2019@T;s"B 21] 1941

    No. 1737] NEW DELHI, TUESDAY, JUNE 11, 2019/JYAISTHA 21, 1941 पया�वरणपया�वरणपया�वरणपया�वरण, , , , वनवनवनवन औरऔरऔरऔर जलवायुजलवायुजलवायुजलवायु प�रवत�नप�रवत�नप�रवत�नप�रवत�न मंालयमंालयमंालयमंालय अिधसूचनाअिधसूचनाअिधसूचनाअिधसूचना नई �द�ली, 11 जून, 2019 काकाकाका....आआआआ. 194. 194. 194. 1942222((((अअअअ).).).).—अिधसूचना का िनिलिखत ा�प, िजसे के��ीय सरकार, पया�वरण (संर�ण) अिधिनयम, 1986 (1986 का 29) क� धारा 3 क� उपधारा (2) के खंड (v) और खंड (xiv) तथा उपधारा (3) के साथ प�ठत उपधारा (1) !ारा द" शि$य% का योग करते (ए, जारी करने का *ताव करती ह,ै पया�वरण (संर�ण) अिधिनयम, 1986 के िनयम 5 के उपिनयम (3) क� अपे�ानुसार, जनसाधारण क� जानकारी के िलए कािशत �कया जाता ह;ै िजनके उसस ेभािवत होने क� संभावना ह,ै और यह सूिचत �कया जाता ह ै �क उ$ ा4प अिधसूचना पर, उस तारीख से, िजसको इस अिधसूचना को अंत5व6 ट करने वाल ेभारत के राजप8 क� ितया ंजनसाधारण को उपल9ध करा दी जाती ह;, साठ �दन क� अविध क� समाि= पर या उसके प> चात् िवचार �कया जाएगा; ऐसा कोई ?ि$, जो ा4प अिधसूचना म@ अंत5वA *ताव% के संबंध म@ कोई आपि" या सझुाव दनेे का इDछुक ह,ै वह िविनFदA अविध के भीतर, के��ीय सरकार !ारा िवचार �कए जाने के िलए अपनी आपि" या सझुाव सिचव, पया�वरण, वन और जलवायु प�रवत�न मं8ालय, इं�दरा पया�वरण भवन, जोर बाग रोड, अलीगंज, नई �द�ली-110003 को या ई-मेल [email protected] पर िलिखत 4प म@ भेज सकता ह।ै �ा�प�ा�प�ा�प�ा�प अिधसूचनाअिधसूचनाअिधसूचनाअिधसूचना बुIसा बाघ �रज़व� (बी.आर.टी) पिKम बंगाल, अलीपुर!ार िजले म@ 760.87 760.87 760.87 760.87 वग�वग�वग�वग� �कलोमीटर�कलोमीटर�कलोमीटर�कलोमीटर �े8 ि*थत ह।ै यह, संकोश और तोरशा नदी के बीच म@ उ"र बंगाल और असम म@ जंगली हािथय% क� संNया को बनाए रखने के िलए एक गिलयारे ह।ै यह गौर, त@दOु, िबि�लय%, अ�य शाकाहारी और पि�य% और िततिलय% क� कई जाितय% का पया�वास ह।ै इसका अलीपुर!ार िजला के वन% के भ-ूद>ृय तथा उनके िविवध मानवजातीय सिहत इसके वन, नदी पा�रि*थितक� तं8 और आसपास के चाय बगान% और Qाम% से ब(त महRव ह;ै

  • 2 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II —SEC. 3(ii)] औरऔरऔरऔर,,,, बुIसा बाघ �रज़व� (बी.टी.आर.) म@ संपूण� पूव� बुIसा वन सभंाग (702.44 वग� �कलोमीटर) और कूच िबहर वन संभाग का 58.43 वग� �कलोमीटर का एक भाग के शािमल ह,ै िजस ेबाद म@ जोड़ा गया था। यह �रज़व� अ�ांश 26°30′ और 26°55′ उ और दशेांतर 89°20′ और 89°55′ पू के बीच ि*थत ह;ै औरऔरऔरऔर,,,, बुIसा बाघ �रज़व� पिKम से पूव� तक 50 �कलोमीटर तक और उ"र से दि�ण तक 35 �कलोमीटर तक फैला (आ ह।ै �रज़व� वन का कुल �े8फल 760.87 वग� �कलोमीटर ह ैिजसम@ से 390.580 वग� �क.मी. �े8 को व�यजीव अभयारTय और राUीय उVान और �रज़व� वन% और शेष 370.29 वग� �क.मी. को अ�य संरि�त वन �े8% बनाया गया ह;ै औरऔरऔरऔर,,,, बुIसा बाघ �रज़व� व�यजीव (संर�ण) अिधिनयम, 1972 (1972 का 53) क� अनुसूची-I के अधीन िनFदA कई जाितय% का आWय दान करता ह ैिजसम@ भारतीय हाथी (एिलफस मै�सीमसू), गौर (बोस गौरस), त@दआु (पेथेरा �ूस), इंिडयन राक पायथन(पायथन मूलय�स), मालापत िवशाल िगलहरी (रतुफामाकुरोउरा), त@दआु िब�ली(परीओनालील�स बेनदालेसीस), मX*य पालन िब�ली (फेिलसिवइर�ना), िहल मैना(गराकूला रेलीगीओसा), भारतीय मटरमुगा� (पावोक�र�टेटुस), भारतीय "े धनेश (ओकय�सिबरो�ट�रस) आ�द शािमल ह;ै औरऔरऔरऔर,,,, बुIसा बाघ �रज़व� क� इस वन*पित और जीवजंतु जैव-िविवधता के भावी संर�ण और सुर�ा के िलए मानवजिनत िविभन दबाव% को िविनयिमत �कया जाना चािहए Iय%�क पा�रि*थितक� दिृA से काफ� संवेदीशील ह ैजो इस संरि�त �े8 पर काफ� भाव डालते ह;; औरऔरऔरऔर,,,, बुIसा बाघ �रजव� अभयारTय के चार% ओर के �े8 को, िजसका िव*तार और सीमा इस अिधसूचना के पैरा 1 म@ िविनFदA ह,ै पया�वरण क� दिृA से पा�रि*थितक� संवेदी जोन के 4प म@ सुरि�त और संरि�त करना तथा उ$ पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ उVोग या उVोग% क� Wेिणय% के चालन तथा सं*करण को ितिष[ करना आव>यक ह;ै अतःअतःअतःअतः,,,, अब, के��ीय सरकार, पया�वरण (संर�ण) अिधिनयम, 1986 के िनयम 5 के उपिनयम (3) के साथ प�ठत पया�वरण (संर�ण) अिधिनयम, 1986 (1986 का 29) क� उपधारा (1) तथा धारा 3 क� उपधारा (2) एवं उपधारा (3) के खंड (v) और खंड (xiv) !ारा द" शि$य% का योग करते (ए, पिKम बंगाल म@ 5 �कलोमीटर और दि�णी भाग म@ 1 �कलोमीटर, Iय%�क इसम@ अलीपुर!ार जैसे नगरी और रेलवे जंIशन जैसे रेलवे ित]ान आ�द शािमल ह;। सं�ेप म@ �े8, पिKम बंगाल रा^य म@ बुIसा बाघ �रज़व� क� सीमा से पिKमी भाग म@ 5 �कलोमीटर और दि�णी भाग म@ 1 �कलोमीटर तक (िजसे इसम@ इसके प> चात् पा�रि*थितक� संवेदी जोन कहा गया ह)ै के 4प म@ अिधसिूचत करती ह,ै िजसका िववरण िनानुसार है, अथा�त् :-- 1. पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक� संवेदीसंवेदीसंवेदीसंवेदी जोनजोनजोनजोन काकाकाका िव�तारिव�तारिव�तारिव�तार औरऔरऔरऔर सीमासीमासीमासीमा....-(1) पा�रि*थितक� संवेदी जोन का िव*तार बुIसा बाघ �रज़व� के चार% ओर पिKमी भाग म@ 5 �कलोमीटर और दि�णी भाग म@ 1 �कलोमीटर ह ैIय%�क इसम@ अलीपुर!ार जैसे नगरी और रेलवे जंIशन जैसे रेलवे ित]ान आ�द शािमल ह;। पा�रि*थितक� संवेदी जोन का �े8 583.15 वग� �कलोमीटर ह।ै (2) पा�रि*थितक� संवेदी जोन क� सीमा का िववरण उपाबंधउपाबंधउपाबंधउपाबंध I I I I के 4प म@ संलc ह।ै (3333) पा�रि*थितक� संवेदी जोन के सरंि�त �े8 का मानिच8 उपाबंधउपाबंधउपाबंधउपाबंध II II II II म@ �दया गया ह।ै (4) पा�रि*थितक� संवेदी जोन और संरि�त �े8 क� सीमा के भ-ूिनदdशांक% क� सूची eमश: उपाबंधउपाबंधउपाबंधउपाबंध III (III (III (III (कककक) ) ) ) औरऔरऔरऔर ((((खखखख) ) ) ) म@ दी गई ह।ै (5) मुNय fबदOु के भू-िनदdशांक% के साथ पा�रि*थितक� संवेदी जोन के अंतग�त आने वाले Qाम% क� सूची उपाबंधउपाबंधउपाबंधउपाबंध IV IV IV IV के 4प म@ संलc ह।ै 2222.... पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक� संवेदीसंवेदीसंवेदीसंवेदी जोनजोनजोनजोन केकेकेके िलएिलएिलएिलए आंचिलकआंचिलकआंचिलकआंचिलक महायोजनामहायोजनामहायोजनामहायोजना....––––((((1111) रा^य सरकार, पा�रि*थितक� संवेदी जोन के योजन के िलए, राजप8 म@ अंितम अिधसूचना के काशन क� तारीख स ेदो वष� क� अविध के भीतर, *थानीय ?ि$य% के परामश� से और इस अिधसूचना म@ �दए गए अनुबंध% का पालन करते (ए, रा^य सरकार के स�म ािधकारी के अनुमोदनाथ� एक आंचिलक महायोजना बनायेगी। (2) रा^ य सरकार !ारा पा�रि*थितक� संवेदी जोन के िलए आचंिलक महायोजना इस अिधसूचना म@ िविनFद6 ट रीित से तथा ासंिगक क@ �ीय और रा^ य िविधय% के अन4ुप तथा क@ �ीय सरकार !ारा जारी �दशा िनदdश%, य�द कोई ह%, के अनुसार बनायी जाएगी।

  • ¹PART II —SEC. 3(ii)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 3 (3) आंचिलक महायोजना म@ पा�रि*थितक� और पया�वरण संबंधी सरोकार% को शािमल करने के िलए इसे रा^ य सरकार के िनिलिखत िवभाग% के परामश� से बनाया जाएगा, अथा�त्: (i) पया�वरण; (ii) वन और व�यजीव; (iii) कृिष; (iv) राज* व; (v) शहरी िवकास; (vi) पय�टन; (vii) Qामीण िवकास; (viii) fसचाई और बाढ़ िनयं8ण; (ix) नगरपािलका; (x) पंचायती राज; (xi) लोक िन मा�ण िव भाग; (xii) राजमाग�; और (xiii) पिKम बंगाल दषूण िनयं8ण बोड�। (4) जब तक इस अिधसूचना म@ िविनFदA न हो, आंचिलक महायोजना म@ वत�मान म@ अनुमो�दत भ-ूउपयोग, अवसंरचना और �eयाकलाप% पर कोई ितबंध नहi लगाया जाएगा तथा आचंिलक महायोजना म@ सभी अवसंरचनाO और �eयाकलाप% म@ सुधार करके उ�ह ेअिधक द� और पा�रि*थितक�-अनुकूल बनाने क� ?व*था क� जाएगी। (5) आंचिलक महायोजना म@ वनरिहत और अवeिमत �े8% के सुधार, िवVमान जल िनकाय% के संर�ण, आवाह �8े% के बंधन, जल-संभर% के बंधन, भ-ूजल के बंधन, मृदा और नमी के संर�ण, *थानीय जनता क� आव>यकताO तथा पा�रि*थितक� एव ंपया�वरण के ऐसे अ�य पहलOु क� ?व*था क� जाएगी िजन पर jयान �दया जाना आव>यक ह।ै (6) आंचिलक महायोजना म@ सभी िवVमान पूजा * थल%, Qाम% एवं शहरी बि*तय%, वन% क� Wिेणय% एव ं�क* म%, कृिष �े8%, ऊपजाऊ भिूम, उVान% एवं उVान% क� तरह के ह�रत �े8%, बागवानी �े8%, बगीच%, झील% और अ�य जल िनकाय% क� सीमा का सहायक मानिच8 के साथ िनधा�रण �कया जाएगा। इस महायोजना म@ िवVमान और *तािवत भ-ू उपयोग क� िवशेषताO का 9यौरा दनेे वाले मानिच8 भी �दए जाएंगे। (7) आंचिलक महायोजना म@ पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ होने वाले िवकास का िविनयमन �कया जाएगा और सारणी म@ यथासूचीब[ ितिष[ एवं िविनयिमत �eयाकलाप% का पालन �कया जाएगा। इसम@ * थानीय जनता क� आजीिवका क� सुर�ा के िलए पा�रि*थितक�-अनुकूल िवकास का भी सुिनKय एवं संवध�न �कया जाएगा। (8) आंचिलक महायोजना, �े8ीय िवकास योजना क� सह-कािलक होगी । (9) अनुमो�दत आंचिलक महायोजना, मानीटरी सिमित के िलए एक संदभ� द*तावेज होगी ता�क वह इस अिधसूचना के उपबंध% के अनुसार मानीटरी के अपने कत�?% का िनव�हन कर सके । 3. रा�यरा�यरा�यरा�य सरकारसरकारसरकारसरकार �ारा�ारा�ारा�ारा �कए�कए�कए�कए जानेजानेजानेजाने वालेवालेवालेवाले उपायउपायउपायउपाय....---- रा^य सरकार इस अिधसूचना के उपबंध% को भावी बनाने के िलए िनिलिखत उपाय करेगी, अथा�त्:- (1) भूभभूूभू----उपयोग.उपयोग.उपयोग.उपयोग.–––– (क) पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ वन%, बागवानी �े8%, कृिष �े8%, मनोरंजन के िलए िचि�हत उVान% और खुले *थान% का वृहद वािणि^यक या आवासीय प�रसर% या औVोिगक �eयाकलाप% के िलए योग या संप�रवत�न अनुnात नहi �कया जाएगा।

  • 4 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II —SEC. 3(ii)] परंतु पा�रि*थितक� संवेदी जोन के भीतर भाग (क) म@ िविनFदA योजन स ेिभo योजन के िलए कृिष और अ�य भूिम का संप�रवत�न, मानीटरी सिमित क� िसफा�रश पर और स�म ािधकारी के पूव� अनुमोदन से �े8ीय नगर योजना अिधिनयम तथा यथा लागू के��ीय सरकार एवं रा^य सरकार के अ�य िनयम% एवं िविनयम% के अधीन तथा इस अिधसूचना के उपबंध% के अनुसार *थानीय िनवािसय% क� िनिलिखत आवासीय ज4रत% को पूरा करने के िलए अनुnात �कया जाएगा:- (i) िवVमान सड़क% को चौड़ा करना, उ�ह@ सुदढृ करना और नई सड़क% का सिंनमा�ण करना; (ii) बुिनयादी ढांच% और नाग�रक सुिवधाO का संिनमा�ण और नवीकरण; (iii) दषूण उXपo न करने वाले लघ ुउVोग; (iv) कुटीर उVोग एवं Qाम उVोग; पा�रि*थितक� पय�टन म@ सहायक सुिवधा भTडार, *थानीय सिुवधाएं तथा Qह वास; और (v) बढ़ावा �दए गए पैराQाफ-4 म@ उि�लिखत �eयाकलाप; परंतु यह भी �क �े8ीय शहरी िनयोजन अिधिनयम के अधीन स�म ािधकारी के पूव� अनुमोदन के िबना तथा रा^य सरकार के अ�य िनयम% एवं िविनयम% एवं संिवधान के अनुDछेद 244 के उपबंध% तथा तXसमय वृ" िविध, िजसके अंतग�त अनुसूिचत जनजाित और अ�य परंपरागत वन िनवासी (वन अिधकार% क� मा�यता) अिधिनयम, 2006 (2007 का 2) भी आता ह,ै का अनुपालन �कए िबना वािणि^यक या औVोिगक िवकास �eयाकलाप% के िलए जनजातीय भिूम का योग अनुnात नहi होगा: परंतु यह भी �क पा�रि* थितक� संवेदी जोन के अतंग�त आने वाली भूिम के अिभलेख% म@ (ई �कसी 8ु�ट को, मानीटरी सिमित के िवचार ा= करने के पKात्, रा^य सरकार !ारा Xयेक मामल ेम@ एक बार सुधारा जाएगा और उ$ 8ु�ट को सुधारने क� सूचना क@ �ीय सरकार के पया�वरण, वन और जलवायु प�रवत�न मं8ालय को दी जाएगी: परंतु यह भी �क उपयु�$ 8ु�ट को सुधारने म@, इस उप-पैरा म@ यथा उपबंिधत के िसवाय, �कसी भी दशा म@ भ-ूउपयोग का प�रवत�न शािमल नहi होगा। (ख) अनुयुI त या अनुX पादक कृिष �े8% म@ पुन: वनीकरण तथा पया�वास% और जैव- िविवधता क� बहाली के यास �कए जाएंगे। (2) �ाकृितक जल !ोत�ाकृितक जल !ोत�ाकृितक जल !ोत�ाकृितक जल !ोत....-आंचिलक महायोजना म@ सभी ाकृितक जल tोत%/न�दय%/जलमागv के आवाह �े8% क� पहचान करके उनके संर�ण और बहाली क� योजना सिw मिलत क� जाएगी और रा^ य सरकार !ारा �दशािनदdश इस रीित स ेबनाए जाxगे �क उसम@ इन �े8% या इनके आसपास के �े8% के िलए हािनकारक िवकास �eयाकलाप% को ितिष[ �कया गया हो। (3) पय�टन एवं पा�रि�थितक� पय�टन.पय�टन एवं पा�रि�थितक� पय�टन.पय�टन एवं पा�रि�थितक� पय�टन.पय�टन एवं पा�रि�थितक� पय�टन.–––– (क) पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ सभी नए पा�रि*थितक� पय�टन �eयाकलाप या िवVमान पय�टन �eयाकलाप% का िव*तार पा�रि*थितक� संवेदी जोन सwबंधी पय�टन महायोजना के अनुसार अनुnात होगा। (ख) पा�रि*थितक� पय�टन महायोजना रा^य सरकार के पया�वरण और वन िवभाग के परामश� से पय�टन िवभाग !ारा बनायी जाएगी । (ग) पय�टन महायोजना आंचिलक महायोजना का घटक होगी । (घ) पा�रि*थितक� पय�टन संबंधी �eयाकलाप िनw नानुसार िविनयिमत �कए जाएंगे, अथा�त् :- (i) संरि�त �े8 क� सीमा से 1.0 �कलोमीटर के भीतर या पा�रि*थितक� संवेदी जोन क� सीमा तक, इनम@ जो भी अिधक िनकट हो, �कसी होटल या �रजॉट� का नया सिoमा�ण अनुnात नहi �कया जाएगाः परंतु यह, पा�रि*थितक� पय�टन सुिवधाO के िलए संरि�त �े8 क� सीमा स े एक �कलोमीटर क� दरूी से परे पा�रि*थितक� संवेदी जोन क� सीमा तक पूव� प�रभािषत और अभीिहत �े8% म@ पय�टन महायोजना के अनुसार, नए होटल% और �रजॉट� क� *थापना अनुnात होगी; (ii) पा�रि*थितक� संवेदी जोन के अ�दर सभी नए पय�टन �eया-कलाप% या िवVमान पय�टन �eयाकलाप% का िव*तार, के��ीय सरकार के पया�वरण, वन और जलवायु प�रवत�न मं8ालय !ारा जारी �दशािनदdश% तथा पा�रि*थितक� पय�टन पर बल दनेे वाले राUीय ?ा| संर�ण ािधकरण !ारा जारी पा�रि*थितक� पय�टन संबंधी �दशािनदdश% (समय-समय पर यथा संशोिधत) के अनुसार होगा;

  • ¹PART II —SEC. 3(ii)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 5 (iii) आंचिलक महायोजना का अनुमोदन होने तक, पय�टन के िवकास और िवVमान पय�टन �eयाकलाप% के िव*तार को वा*तिवक *थल-िविशA संवी�ा तथा मानीटरी सिमित क� िसफा�रश के आधार पर संबंिधत िविनयामक ािधकरण% !ारा अनुnात �कया जाएगा और पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ �कसी नए होटल/�रसोट� या वािणि^यक ित]ान का सिंoमा�ण अनुnात नहi होगा। (4) �ाकृितक िवरासत�ाकृितक िवरासत�ाकृितक िवरासत�ाकृितक िवरासत....–––– पा�रि*थितक� संवेदी जोन के अंतग�त आने वाले ब(मू�य ाकृितक िवरासत के सभी *थल% जैस े�क जीन पूल �रजव� �े8, शैल संरचना, जल पात, झरने, दरd, उपवन, गुफाएं, *थल, वनपथ, रोहण माग�, उXपात आ�द क� पहचान क� जाएगी और उनक� सुर�ा एवं संर�ण के िलए आंचिलक महायोजना के भाग के 4प म@ एक िवरासत संर�ण योजना बनायी जाएगी। (5) मानव िन$मत िवरासत � थमानव िन$मत िवरासत � थमानव िन$मत िवरासत � थमानव िन$मत िवरासत � थल.ल.ल.ल.---- पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ भवन%, संरचनाO, कलाकृित-�े8% तथा ऐितहािसक, *थापXय संबधी, स}दया�Xमक और सां*कृितक महXव के �े8% क� पहचान क� जाएगी और उनके सरं�ण के िलए आंचिलक महायोजना के भाग के 4प म@ एक िवरासत संर�ण योजना बनायी जाएगी। (6) % व% व% व% विन �दषूण.िन �दषूण.िन �दषूण.िन �दषूण.- पया�वरण (संर�ण) अिधिनयम के अधीन jविन दषूण (िविनयमन और िनयं8ण) िनयम, 2000 म@ िनयत उपबंध% के अनुसार म@ पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ jविन दषूण के िनयं8ण के िलए िविनयम% को काया�ि�वत करेगा । (7) वायुवायुवायुवायु �दषूण�दषूण�दषूण�दषूण....- पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@, वायु दषूण के िनवारण और िनयं8ण का वायु (दषूण िनवारण और िनयं8ण) अिधिनयम, 1981 (1981 का 14) और उसके अधीन बनाए गए िनयम% के उपबंध% के अनुसार अनुपालन �कया जाएगा । (8) बिह!ावबिह!ावबिह!ावबिह!ाव काकाकाका िन�सारणिन�सारणिन�सारणिन�सारण....- पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ उपचा�रत बिहtाव का िन*सारण, साधारण% मानक% के अ�तग�त पया�वरणीय अिधिनयम और उसके अधीन बनाए गए िनयम% के अधीन आने वाले पया�वरणीय दषूण के िन*सारण के िलए साधारण मानक% या रा^य सरकार !ारा िनयत मानक%, जो भी अिधक कठोर हो, के उपबंध% के अनुसार होगा। (9) ठोसठोसठोसठोस अपिश-अपिश-अपिश-अपिश-....---- ठोस अपिशA का िनपटान एवं ब�धन िनानुसार �कया जाएगा:- (क) पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ ठोस अपिशA का िनपटान और बंधन भारत सरकार के पया�वरण, वन और जलवायु प�रवत�न मं8ालय क� समय-समय पर यथा संशोिधत अिधसचूना स.ं का.आ. 1357(अ), �दनांक 8 अैल, 2016 के तहत कािशत ठोस अपिशA बंधन िनयम, 2016 के उपबंध% के अनुसार �कया जाएगा। अकाब�िनक पदाथ का िनपटान पा�रि*थितक� संवेदी जोन से बाहर िचि�हत �कए गए *थान% पर पया�वरण-अनुकूल रीित से �कया जाएगा; (ख) पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ मा�य ौVोिग�कय% (ईएसएम) का योग करते (ए िवVमान िनयम% और िविनयम% के अनु4प ठोस अपिशA का सुरि�त और पया�वरण अनुकूल ंबंधन अनुnात �कया जायेगा। (10) जैव िच�क0सा अपिश1 टजैव िच�क0सा अपिश1 टजैव िच�क0सा अपिश1 टजैव िच�क0सा अपिश1 ट....- जैव िच�कXसा अपिश6 ट का बंधन िनानुसार �कया जाएगा:- (क) पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ जैव िच�कXसा अपिशA का िनपटान भारत सरकार के पया�वरण, वन और जलवायु प�रवत�न मं8ालय क� समय–समय पर यथा संशोिधत अिधसूचना सं.सा.का.िन 343 (अ), तारीख 28 माच�, 2016 के तहत कािशत जैव िच�कXसा अपिशA बंधन िनयम, 2016 के उपबंध% के अनुसार �कया जाएगा । (ख) पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ मा�य ौVोिग�कय% (ईएसएम) का योग करते (ए िवVमान िनयम% और िविनयम% के अनु4प ठोस अपिशA का सुरि�त और पया�वरण अनुकूल ंबंधन अनुnात �कया जायेगा। (11) 2लाि�टक अपिश- का �बधंन2लाि�टक अपिश- का �बधंन2लाि�टक अपिश- का �बधंन2लाि�टक अपिश- का �बधंन....---- पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ लाि*टक अपिशA का बंधन, भारत सरकार के पया�वरण, वन और जलवायु प�रवत�न मं8ालय क� समय-समय पर यथा संशोिधत अिधसूचना सं.सा.का.िन 340(अ), तारीख 18 माच�, 2016 के तहत कािशत लाि*टक अपिशA बंधन िनयम, 2016 के उपबंधो के अनुसार �कया जाएगा। (12) िनमा�ण और िव%वंस अपिश- का �बंधिनमा�ण और िव%वंस अपिश- का �बंधिनमा�ण और िव%वंस अपिश- का �बंधिनमा�ण और िव%वंस अपिश- का �बंधनननन....---- पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ िनमा�ण और िवjवंस अपिशA का बंधन, भारत सरकार के पया�वरण, वन और जलवायु प�रवत�न मं8ालय क� समय-समय पर यथा संशोिधत अिधसूचना सं.सा.का.िन 317(अ), तारीख 29 माच�, 2016 के तहत कािशत संिनमा�ण और िवjवंस अपिशA बंधन िनयम, 2016 के उपबंध% के अनुसार �कया जाएगा।

  • 6 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II —SEC. 3(ii)] (13) ईईईई––––अपिश-.अपिश-.अपिश-.अपिश-.---- पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ ई–अपिशA का बंधन, भारत सरकार के पया�वरण, वन और जलवायु प�रवत�न मं8ालय !ारा कािशत तथा समय-समय पर यथा संशोिधत ई–अपिशA बंधन िनयम, 2016 के उपबंध% के अनुसार �कया जाएगा। (14) सड़कसड़कसड़कसड़क----यातायातयातायातयातायातयातायात....---- सड़क-यातायात को पया�वास-अनुकूल तरीके स ेिविनयिमत �कया जाएगा और इस संबंध म@ आंचिलक महायोजना म@ िवशेष उपबंध शािमल �कए जाएंगे। आंचिलक महायोजना के तैयार होने और रा^य सरकार के स�म ािधकारी से अनुमो�दत होने तक, मानीटरी सिमित ासंिगक अिधिनयम% और उनके तहत बनाए गए िनयम% एवं िविनयम% के अनुसार सड़क-यातायात के अनुपालन क� मानीटरी करेगी। (15) वाहन जिनतवाहन जिनतवाहन जिनतवाहन जिनत �दषूण.�दषूण.�दषूण.�दषूण.---- वाहन जिनत दषूण क� रोकथाम और िनयं8ण लागू िविधय% के अनुसार �कया जाएगा। *वDछतर धन के योग के यास �कए जाएंगे । (16) औ5ोिगक ईकाइयां.औ5ोिगक ईकाइयां.औ5ोिगक ईकाइयां.औ5ोिगक ईकाइयां.---- (i) सरकारी राजप8 म@ इस अिधसूचना के काशन क� तारीख को या उसके बाद पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ �कसी नए दषूणकारी उVोग क� *थापना अनnुात नहi होगी। (ii) जब तक इस अिधसूचना म@ िविनFदA न हो, पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ क@ �ीय दषूण िनयं8ण बोड� !ारा फरवरी, 2016 म@ जारी �दशािनदdश% म@ �कए गए उVोग% के वगकरण के अनुसार केवल गैर-दषूणकारी उVोग% क� *थापना अनुnात होगी। इसके अित�र$, गैर-दषूणकारी कुटीर उVोग% को बढ़ावा �दया जाएगा। (17) पहाड़ीपहाड़ीपहाड़ीपहाड़ी ढलान9ढलान9ढलान9ढलान9 काकाकाका संर:ण.संर:ण.संर:ण.संर:ण.---- पहाड़ी ढलान% का सरं�ण िनानुसार �कया जाएगा: (क) आंचिलक महायोजना म@ पहाड़ी ढलान% के उन �े8% को दशा�या जाएगा िजनम@ �कसी भी संिनमा�ण क� अनुnा नहi होगी । (ख) िजन ढलान% या िवVमान खड़ी पहाड़ी ढलान% म@ अXयिधक भ-ू�रण होता ह ैउनम@ �कसी भी सिंनमा�ण क� अनुnा नहi होगी । (18)(18)(18)(18) के�� सरकार और रा^य सरकार, य�द आव>यक समझ@ तो, इस अिधसूचना के उपबंध% को भावी बनाने के िलए, अ�य उपाय िविनFदA कर@गी। 4444.... पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक� सवेंदीसवेंदीसवेंदीसवेंदी जोनजोनजोनजोन म;म;म;म; �ितिषयाकलाप9�>याकलाप9 क�क�क�क� सूचीसूचीसूचीसूची---- पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ सभी �eयाकलाप, पया�वरण (संर�ण) अिधिनयम, 1986 (1986 का 29) के उपबंध% और तटीय िविनयमन जोन (सीआरजेड) अिधसूचना, 2011 एवं पया�वरणीय भाव आकलन (ईआईए) अिधसूचना, 2006 सिहत उसके अधीन बने िनयम% और वन (संर�ण) अिधिनयम, 1980 (1980 का 69), भारतीय वन अिधिनयम, 1927 (1927 का 16), व�यजीव (सरं�ण) अिधिनयम, 1972 (1972 का 53) सिहत अ�य लागू िनयम% तथा उनम@ �कए गए संशोधन% के अनुसार शािसत ह%गे और नीचे दी गई सारणी म@ िविनFदA रीित स ेिविनयिमत ह%गे, सारणीसारणीसारणीसारणी >म>म>म>म सं.सं.सं.सं. �>याकलाप�>याकलाप�>याकलाप�>याकलाप �ट2पणी�ट2पणी�ट2पणी�ट2पणी क. �ितिषयाकलाप �>याकलाप 1. वािणि^यक खनन, पXथर उXखनन और अपघष�ण इकाईयां । (क) सभी कार के नए और िवVमान खनन (लघु और वृहत खिनज), पXथर क� खान@ और उनको तोड़ने क� इकाइया ं वा*तिवक *थानीय िनवािसय% क� घरेलू आव>यकताO िजसम@ िनजी उपयोग के िलए मकान% के संिनमा�ण या मरwमत के िलए धरती को खोदना और मकान बनाने के िलए दशेी टाइ�स या ट% का िनमा�ण करना भी सिwमिलत ह,ै के िसवाय नहi ह%गी ; (ख) खनन सं�eयाएं, माननीय उतम �यायालय क� �रट यािचका (िसिवल) सं. 1995 का 202 टी.एन. गौडाबम�न िथ�मूलपाद बनाम भारत संघ के मामले म@ आदशे तारीख 4 अग*त, 2006 और �रट यािचका (सी) सं. 2012 का 435 गोवा फाउंडेशन बनाम भारत संघ के मामल ेम@ तारीख 21 अैल, 2014 के आदशे के अनुसरण म@ चालन होगा ।

  • ¹PART II —SEC. 3(ii)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 7 2. दषूण (जल, वायु, मृदा, jविन आ�द) उXपo करने वाल ेउVोग% क� *थापना । पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ कोई नया उVोग लगाने और वत�मान दषूणकारी उVोग% का िव*तार करने क� अनुमित नहi होगीः जब तक �क इस अिधसूचना म@ िविनFदA न हो, पा�रि*थितक� संवेदी जोन म@ फरवरी, 2016 म@ क@ �ीय दषूण िनयं8ण बोड� !ारा जारी �दशािनदdश% म@ �कए गए उVोग% के वगकरण के अनुसार केवल गैर- दषूणकारी उVोग% क� *थापना होगी। इसके अित�र$, गैर-दषूणकारी कुटीर उVोग% को ोXसाहन �दया जाएगा। 3. बड़ी ताप एवं जल िवVुत प�रयोजनाO क� *थापना । लागू िविधय% के अनुसार ितिष[ (अ�यथा उपबंिधत के िसवाय) ह%गे। 4. �कसी प�रसकंटमय पदाथ� का योग या उXपादन या *सकंरण। लागू िविधय% के अनुसार ितिष[ (अ�यथा उपबंिधत के िसवाय) ह%गे। 5. ाकृितक जल िनकाय% या भूिम �े8 म@ अनुपचा�रत बिहtाव% का िन*सारण । लागू िविधय% के अनुसार ितिष[ (अ�यथा उपबंिधत के िसवाय) ह%गे। 6. नई आरा िमल% क� *थापना। पा�रि*थितक� संवेदी जोन के भीतर नई और िवVमान आरा िमल% का िव*तार अनुnात नहi होगा । 7. जलावन लकड़ी का वािणि^यक उपयोग। लागू िविधय% के अधीन िविनयिमत ह%गे । ख. ख. ख. ख. िविनयिमत �>याकलापिविनयिमत �>याकलापिविनयिमत �>याकलापिविनयिमत �>याकलाप 8. होटल% और �रजॉट क� वािणि^यक *थापना । पा�रि*थितक� पय�टन �eयाकलाप% हतुे लघ ु अ*थायी संरचनाO के िनमा�ण को छोड़कर सरंि�त �8े क� सीमा से 1 �कलोमीटर के भीतर या पा�रि*थितक� संवेदी जोन क� सीमा तक, इनम@ जो भी अिधक िनकट हो, नए वािणि^यक होटल% और �रजॉट� क� *थापना अनुnात नहi होगीः परंतु, संरि�त �े8 क� सीमा स े1 �कलोमीटर के बाहर या पा�रि*थितक� संवेदी जोन क� सीमा तक, इनम@ जो भी अिधक िनकट हो, सभी नए पय�टन �eयाकलाप करने या िवVमान �eयाकलाप% का िव*तार पय�टन महायोजना और लागू �दशािनदdश% के अनुसार अनुnात होगी । 9. संिनमा�ण �eयाकलाप । (क) संरि�त �े8 क� सीमा स ेएक �कलोमीटर के भीतर या पा�रि*थितक� संवेदी जोन के िव*तार तक जो भी िनकट हो, �कसी भी कार का वािणि^यक सिंनमा�ण अनुnात नहi �कया जाएगा: परंतु * थानीय लोग% को पैरा 3 के उप पैरा (1) म@ सूचीब[ �eयाकलाप% सिहत उनके उपयोग के िलए उनक� भूिम म@ *थानीय िनवा*य% क� आवासीय आव>यकताO को पूरा करने िलए संिनमा�ण करने क� अनुमित भवन उपिविधय% के अनुसार दी जाएगी। पर�तु ऐस े लघु उVोग% जो दषूण उX प� न नहi करते ह;, से संबंिधत संिनमा�ण �eयाकलाप िविनयिमत �कए जाएंगे और लागू िनयम% और िविनयम%, य�द कोई ह%, के अनुसार स�म ािधकारी क� पूव� अनुमित से ही � यनूतम पर रखे जाएंगे । (ख) एक �कलोमीटर से आगे आंचिलक महायोजना क� अनुसार िविनयिमत ह%गे ।

  • 8 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II —SEC. 3(ii)] 10. वृ�% क� कटाई । (क) रा^य सरकार के स�म ािधकारी क� पूव� अनुमित के िबना वन भिूम या सरकारी या राज*व या िनजी भिूम पर वृ�% क� कटाई नहi होगी । (ख) वृ�% क� कटाई क@ �ीय या संबंिधत रा^य के अिधिनयम या उसके अधीन बनाए गए िनयम% के उपबंध% के अनुसार िविनयिमत होगी । 11. िवVुत और संचार टॉवर लगाने, तार-िबछाने तथा अ�य बुिनयादी ढांचे क� ?व*था । लागू िविधय% के अधीन भूिमगत केबल िबछाने को बढ़ावा दनेा िविनयिमत होगा । 12. िवVमान सड़क% को चौड़ा करना, उ�ह@ सुदढृ बनाना और नई सड़क% का िनमा�ण। लागू िविधय% के अनुसार �यूनीकरण उपाय% िनयम और िविनयमन और उपल9ध �दशािनदdश% के साथ �कए जाएंगे। 13. पय�टन स ेसंबंिधत अ�य �eयाकलाप जैसे �क पा�रि*थितक� संवेदी जोन �े8 के ऊपर से गम� वायु के गु9बारे, हलेीकाटर, ोन, माइeोलाइस उड़ाना आ�द। लागू िविधय% के अधीन िविनयिमत होगा । 14. पहाड़ी ढाल% और नदी तट% का संर�ण । लागू िविधय% के अधीन िविनयिमत होगा । 15. राि8 म@ वाहन यातायात का सचंलन। लागू िविधय% के अधीन वािणि^यक योजन के िलए िविनयिमत होगा । 16. ाकृितक जल िनकाय% या भ ू�े8 म@ उपचा�रत अपिशA जल/बिहtा�व का िन*सारण । जल िनकाय% म@ उपचा�रत अपिशA जल/बिहtा�व के िन*सारण से बचा जाएगा। उपचा�रत अपिशA जल के पुनच�eण और पुन:उपयोग के यास �कए जाएंगे अ�यथा उपचा�रत अपिशA जल/बिहtा�व का िन*सारण लागू िविधय% के अनुसार िविनयिमत �कया जाएगा। 17. सतही और भूजल का वािणि^यक योग एवं िन6कष�ण । लागू िविधय% के अधीन िविनयिमत होगा । 18. िवदशेी जाितय% को लाना । लागू िविधय% के अधीन िविनयिमत होगा । 19. पा�रि*थितक� पय�टन। लागू िविधय% के अधीन िविनयिमत होगा । 20. पोिलथीन बैग% का योग । लागू िविधय% के अधीन िविनयिमत होगा । 21. वािणि^यक सकेंत बोड� और होडग का योग । लागू िविधय% के अधीन िविनयिमत होगा । ग. ग. ग. ग. संव$धत �>याकलापसंव$धत �>याकलापसंव$धत �>याकलापसंव$धत �>याकलाप 22. वषा� जल संचय । स�e य 4प स ेबढ़ावा �दया जाएगा । 23. वान*पितक बाड़ लगाना। स�e य 4प स ेबढ़ावा �दया जाएगा । 24. जैिवक खेती। स�e य 4प स ेबढ़ावा �दया जाएगा । 25. सभी गितिविधय% के िलए ह�रत ौVोिगक� का अंगीकरण । स�e य 4प स ेबढ़ावा �दया जाएगा । 26. *थानीय जनता !ारा अपनायी जा रही वत�मान कृिष और बागवानी प[ितय% के साथ डेय�रयां, दुध उXपादन, जल कृिष और मX*य पालन। *थानीय जनता के योग के िलए लागू िविधय% के अधीन अनुnात ह%गे।

  • ¹PART II —SEC. 3(ii)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 9 5555.... मानीटरीमानीटरीमानीटरीमानीटरी सिमितसिमितसिमितसिमित---- भावी िनगरानी के िलए द" शि$य% का योग करते (ए क@ �ीय सरकार, पया�वरण (सरं�ण) अिधिनयम, 1986 क� धारा 3 क� उपधारा (3) !ारा, एक मानीटरी सिमित का इस अिधसचूना के अंतग�त गठन करेगी जो िनिलिखत से िमलकर बनेगी, अथा�त् :- 1. संबंिधत िजला कलेIटर अj य�; 2. रा^य सरकार !ारा मनोनीत व�यजीव सरं�ण के �े8 म@ काम कर रह ेगैर-सरकारी संगठन का एक ितिनिध सद*य; 3. रा^य सरकार !ारा नािमत जैव िविवधता म@ एक िवशेषn सद*य; 4. नािमत �कया जाने वाला पा�रि*थितक� और पया�वरण का एक िवशषेn। सद*य; 5. रा^य लोक िनमा�ण िवभाग का एक ितिनिध सद*य; 6. रा^य दषूण िनयं8ण बोड� का एक ितिनिध सद*य; 7. उप �े8 बंधक, बुIसा बाघ �रजव� (पिKम) सद*य; 8. उप �े8 बंधक, बुIसा बाघ �रजव� (पूव�) सद*य-सिचव। 6.6.6.6. िवचाराथ� िवषयिवचाराथ� िवषयिवचाराथ� िवषयिवचाराथ� िवषय::::---- (1) मानीटरी सिमित इस अिधसूचना के उपबंध% के अनुपालन क� मानीटरी करेगी। (2) मानीटरी सिमित का काय�काल तीन वष� तक या रा^य सरकार !ारा नई सिमित का पुनग�ठन �कए जाने तक होगा और इसके बाद मानीटरी सिमित रा^य सरकार !ारा ग�ठत क� जाएगी। (3) पा�रि*थितक� संवेदी जोन के अतंग�त आने वाले और भारत सरकार के तX कालीन पया�वरण और वन मं8ालय क� अिधसूचना सं. का.आ. 1533(अ) तारीख 14 िसतंबर, 2006 क� अनुसूची म@ शािमल �eयाकलाप% इस अिधसूचना के पैरा 4 के अधीन सारणी म@ यथा िविनFदA ितिष[ �eयाकलाप% को छोडकर वा*तिवक िविनFदA *थलीय दशाO के आधार पर मानीटरी सिमित !ारा संवी�ा क� जाएगी और उ�ह@ उ$ अिधसूचना के उपबंध% के अधीन पूव� पया�वरण अनापि" के िलए के��ीय सरकार के पया�वरण, वन और जलवायु प�रवत�न मं8ालय को भेजा जाएगा। (4) इस अिधसूचना के पैरा 4 के अधीन सारणी म@ यथा िविनFदA ितिष[ �eयाकलाप% को छोड़कर, भारत सरकार के तX कालीन पया�वरण और वन मं8ालय क� अिधसूचना सNंया का.आ. 1533(अ) तारीख 14 िसतंबर, 2006 क� अनुसूची म@ शािमल न �कए गए परंतु पा�रि*थितक� संवेदी जोन के अंतग�त आने वाल े�eयाकलाप% क� वा*तिवक *थल- िविश] दशाO के आधार पर मानीटरी सिमित !ारा संवी�ा क� जाएगी और उ�ह ेसबंंिधत िविनयामक ािधकरण% को भेजा जाएगा । (5) मानीटरी सिमित का सद*य-सिचव या संबंिधत उपायु$ ऐस े?ि$ के िव4[, जो इस अिधसूचना के �कसी उपबंध का उ�लंघन करता ह,ै पया�वरण (सरं�ण) अिधिनयम, 1986 क� धारा 19 के अधीन िशकायत दज� करने के िलए स�म होगा। (6) मानीटरी सिमित संबंिधत िवभाग% के ितिनिधय% या िवशेषn%, औVोिगक संघ% के ितिनिधय% या संबंिधत प�% को, Xयेक मामले मे आव>यकता के अनुसार, अपने िवचार-िवमश� म@ सहायता के िलए आमंि8त कर सकेगी । (7) मानीटरी सिमित Xयेक वष� 31 माच� क� ि*थित के अनुसार अपनी वा5षक कार�वाई �रपोट� रा^य के मNुय व�यजीव वाड�न को, उपाबंधउपाबंधउपाबंधउपाबंध VVVV म@ �दए गए प8 के अनुसार, उस वष� क� 30 जून तक *तुत करेगी । (8) के��ीय सरकार का पया�वरण, वन और जलवायु प�रवत�न मं8ालय मानीटरी सिमित को उसके कृXय% के भावी िनव�हन के िलए ऐस ेिनदशे द ेसकेगा जो वह उिचत समझ े। 7.7.7.7. इस अिधसूचना के उपबंध% को भावी बनाने के िलए क@ �ीय सरकार और रा^ य सरकार, अित�रI त उपाय, य�द कोई ह%, िविनFद6 ट कर सक@गी । 8. 8. 8. 8. इस अिधसूचना के उपबंध भारत के माननीय उतम �यायालय या उ �यायालय या रा6 ीय ह�रत अिधकरण !ारा पा�रत �कए गए या पा�रत �कए जाने वाले आदशे, य�द कोई हो, के अjयधीन ह%गे । [फा.सं. 25/27/2016-ईएसजेड-आरई] डॉ. सतीश च�� गढ़कोटी, वैnािनक ‘जी’

  • 10 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II —SEC. 3(ii)] उपाबंधउपाबंधउपाबंधउपाबंध---- IIII संरि:तसंरि:तसंरि:तसंरि:त :े:े:े:े केकेकेके पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक� संवेदीसंवेदीसंवेदीसंवेदी जोनजोनजोनजोन क�क�क�क� सीमासीमासीमासीमा काकाकाका िववरणिववरणिववरणिववरण उ@रउ@रउ@रउ@र बुIसा बाघ �रज़व� क� सीमा रेखा रंगमती खंड और कwपाट�म@ट स.ं1 पर (89.446382पू एवं 26.841404उ) म@ fबद ु1 से आरंभ होती ह ैजो �क इंडो-भूटान अंतरा�Uीय सीमा के समीपवत ह।ै इसके बाद रेखा अंतरा�Uीय सीमा रेखा के साथ fबद ु1 के उ"र पूव �दशा से आरंभ होती ह ैयह बाघ �रज़व� सीमा पर fबद ु सी के 89.837339पू एवं 26.706353उ प(ंचती ह।ै गब4बtा नदी उ"र पिKम कोण म@ रंगमती खंड से होते (ए बहती और संकोश नदी उ"र पूव� भाग से होते (ए बहती ह।ै पूव�पूव�पूव�पूव� पूव पिKम बंगाल-असम सीमा क� सीमा बुIसा बाघ �रज़व� के चरम दि�ण पूव� के िनFदA fबद ुसी (89.837339पू एवं 26.706353उ) के बीच िव*ता�रत ह।ै संकोश नदी पूव सीमा क� सीमा बनाती ह।ै दि:णदि:णदि:णदि:ण दि�णी सीमा fबद ु3 (89.564455 पू एवं 26.541582उ) स ेहोते (ए fबद ु2 (89.545187पू एवं 26.496731उ) से fबद ु4 (89.444104पू एवं 26.550419उ) तक, पूव� स ेपिKम होते (ए कृिष भिूम और चाय ए*टेट और राUीय राजमाग� (एन एच 31 सी) का मुNयत: सीमांत है जो �क एन एच 31 सी से होते (ए जाती ह।ै पिAमपिAमपिAमपिAम बाघ �रज़व� क� पिKमी सीमा म@ चाय ए*टेट जोयगांव टी.ई, टोरसा टी.ई., दलfसहपारा टी.ई., बरानाबरी टी.जी.,सतली टी.ई. आ�द और रा^य राजमाग� (जोयगांव-नीमाती सड़क अथा�त् हीमी�टनगज) सीमांत ह।ै पिKमी सीमा fबद ु5(89.386578 पू एवं 26.742276उ) से होते (ए fबद ु4(89.444104 पू एवं 26.550419उ) से fबद ु1(89.446382 पू एवं 26.841404उ) तक िचि�हत ह।ै बुCसाबुCसाबुCसाबुCसा बाघबाघबाघबाघ �रज़व��रज़व��रज़व��रज़व� केकेकेके पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक� संवेदीसंवेदीसंवेदीसंवेदी जोनजोनजोनजोन 1 1 1 1 �कलोमीटर�कलोमीटर�कलोमीटर�कलोमीटर औरऔरऔरऔर 5 5 5 5 �कलोमीटर�कलोमीटर�कलोमीटर�कलोमीटर क�क�क�क� सीमासीमासीमासीमा काकाकाका िववरणिववरणिववरणिववरण उ@रउ@रउ@रउ@र उ"री सीमा भूटान के साथ अंतरा�Uीय सीमा के साथ साझा करती ह,ै यहां उ"री भाग के िलए (fबद ुबी से होते (ए 1 ए से fबद ुसी तक) पा�रि*थितक� संवेदी जोन घोिषत नहi ह।ै पूव�पूव�पूव�पूव� पूव भाग म@ उसी कार, असम के साथ सीमा साझा करती है, पा�रि*थितक� संवेदी जोन *तािवत (fबद ुडी और fबद ुई स ेहोते (ए fबद ुसी से fबद ु2 तक) नहi ह।ै दि:णदि:णदि:णदि:ण दि�णी भाग म@, पा�रि*थितक� संवेदी जोन क� दि�णी सीमा 2 ए (89.817306पू एवं 26.487556उ से fबद ु4 ए (89.433086 पू एवं 26.545337उ) तक पा�रि*थितक� संवेदी जोन 1 �कलोमीटर *तािवत ह।ै पिAमपिAमपिAमपिAम पा�रि*थितक� fबदOु क� पिKमी सीमा, जो �क fबद ु4 ए (89.433086 पू एवं 26.545337उ) से fबद ु1 ए (89.342764 पू एवं 26.719434उ). तक 5 �कलोमीटर से आरंभ होती ह।ै चाय बगान के अलावा, पिKमी सीमांत जलदापारा व�यजीव संभाग के वन �े8% के अंतग�त आते ह।ै

  • ¹PART II —SEC. 3(ii)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 11 उपाबंधउपाबंधउपाबंधउपाबंध---- IIIIIIII मEुयमEुयमEुयमEुय FबदGुFबदGुFबदGुFबदGु केकेकेके अ:ांशअ:ांशअ:ांशअ:ांश औरऔरऔरऔर देशांतरदेशांतरदेशांतरदेशांतर केकेकेके साथसाथसाथसाथ बुCसाबुCसाबुCसाबुCसा बाघबाघबाघबाघ �रज़व��रज़व��रज़व��रज़व� केकेकेके पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक� संवेदीसंवेदीसंवेदीसंवेदी जोनजोनजोनजोन काकाकाका मानिचमानिचमानिचमानिच

  • 12 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II —SEC. 3(ii)] उपाबंधउपाबंधउपाबंधउपाबंध----IIIIIIIIIIII सारणीसारणीसारणीसारणी कककक: : : : बाघबाघबाघबाघ �रज़व��रज़व��रज़व��रज़व� सीमासीमासीमासीमा परपरपरपर मुEयमुEयमुEयमुEय अव�थान9अव�थान9अव�थान9अव�थान9 केकेकेके अ:ांशअ:ांशअ:ांशअ:ांश----देशांतरदेशांतरदेशांतरदेशांतर >>>>....संसंसंसं.... देशातंरदेशातंरदेशातंरदेशातंर अ:ांशअ:ांशअ:ांशअ:ांश 1. 89.446382 26.841404 2. 89.845187 26.496731 3. 89.564455 26.541582 4. 89.444104 26.550419 5. 89.386578 26.742276 सारणीसारणीसारणीसारणी खखखख: : : : पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक� संवेदीसंवेदीसंवेदीसंवेदी जोनजोनजोनजोन सीमासीमासीमासीमा परपरपरपर मEुयमEुयमEुयमEुय अव�थान9अव�थान9अव�थान9अव�थान9 केकेकेके अ:ांशअ:ांशअ:ांशअ:ांश----देशांतरदेशांतरदेशांतरदेशांतर >>>>....संसंसंसं.... देशातंरदेशातंरदेशातंरदेशातंर अ:ांशअ:ांशअ:ांशअ:ांश 1ए. 89.374433 26.855486 2ए. 89.817306 26.487556 3ए. 89.538275 26.540003 4ए. 89.433086 26.545337 5ए. 89.342764 26.719434 उपाबंधउपाबंधउपाबंधउपाबंध----IVIVIVIV भूभभूूभू----िनदHशांक9िनदHशांक9िनदHशांक9िनदHशांक9 केकेकेके साथसाथसाथसाथ बुCसाबुCसाबुCसाबुCसा बाघबाघबाघबाघ �रज़व��रज़व��रज़व��रज़व� केकेकेके पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक� संवेदीसंवेदीसंवेदीसंवेदी जोनजोनजोनजोन केकेकेके अंतअंतअंतअंतग�तग�तग�तग�त आनेआनेआनेआने वालेवालेवालेवाले IामIामIामIाम :े:े:े:े क�क�क�क� सूचीसूचीसूचीसूची >>>>....संसंसंसं.... IामIामIामIाम काकाकाका नामनामनामनाम अ:ांशअ:ांशअ:ांशअ:ांश देशातंरदेशातंरदेशातंरदेशातंर 1 भुतरी 26 46 51.35उ 89 26 03.40पू 2 छुअपारा 26 43 07.70उ 89 25 52.74पू 3 दलबदल 26 42 47.71उ 89 23 56.69पू 4 सताली एम पारा 26 42 16.48उ 89 23 07.24पू 5 गंगु�टया 26 41 12.49उ 89 24 05.34पू 6 पुरबा सताली 26 40 53.63उ 89 23 12.12पू 7 उ"र लताबारी 26 40 10.09उ 89 23 50.85पू 8 िनमितदबरी 26 39 13.02उ 89 26 27.09पू 9 दि�ण लताबारी 26 38 22.39उ 89 25 41.34पू 10 िनमित दोमोहानी 26 35 55.73उ 89 26 22.65पू 11 उ"र पोरो 26 34 19.28उ 89 28 30.83पू 12 दि�ण पारो 26 33 25.90उ 89 29 21.11पू 13 गरोबाि*त 26 37 25.77उ 89 31 43.47पू 14 पनीझोरा 26 36 58.62उ 89 32 49.79पू

  • ¹PART II —SEC. 3(ii)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 13 15 पिKम गरम 26 33 42.33उ 89 31 13.06पू 16 उ"र पटकापारा 26 32 53.49उ 89 26 10.57पू 17 फो*कादांगा 26 32 52.30उ 89 28 08.16पू 18 सतकोदाली 26 32 54.96उ 89 29 31.49पू 19 बइरीगुरी 26 32 43.10उ 89 30 09.56पू 20 पिKम िजतपुर 26 33 00.63उ 89 31 40.93पू 21 बंछुकुमारी 26 31 59.11उ 89 30 40.87पू 22 पूव� गरम 26 32 59.11उ 89 32 40.69पू 23 उ"र पनीअलगुरी 26 32 53.84उ 89 35 19.38पू 24 गदाधार 26 34 06.34उ 89 37 31.73पू 25 एन और एस धालकर 26 34 25.12उ 89 38 24.92पू 26 िछपरा 26 30 59.69उ 89 42 24.98पू 27 बारा चकरीबास 26 31 45.23उ 89 42 47.21पू 28 हमेिगरी 26 31 23.61उ 89 45 51.08पू 29 नुरपुर 26 38 54.44उ 89 41 15.52पू 30 तुरतुरी 26 38 52.55उ 89 43 52.43पू 31 लोकनाथपुर 26 37 45.95उ 89 43 23.96पू 32 दमिसबाद 26 38 07.16उ 89 40 51.28पू 33 उ"र रामपुर 26 36 42.25उ 89 43 46.54पू 34 िसलत%ग 26 35 33.94उ 89 43 14.14पू 35 हमेिगरी 26 31 27.11उ 89 45 53.11पू 36 बरोिबसा 26 29 25.33उ 89 50 49.03पू 37 राधानगर 26 30 10.39उ 89 49 29.42पू 38 लपरागुरी 26 30 30.42उ 89 50 55.95पू 39 इनदबु*ती 26 31 57.70उ 89 49 50.76पू 40 घोकसपारा 26 31 19.36उ 89 49 08.95पू 41 ब@गदगुी 26 31 26.89उ 89 50 49.01पू 42 धनतोली 26 34 46.22उ 89 48 11.44पू 43 च@गमारी 26 35 54.93उ 89 48 10.55पू 44 तुरतुरी खांदा 26 40 21.74उ 89 44 46.75पू 45 अमरपुर 26 39 20.44उ 89 48 58.90पू 46 जोयदबेपुर 26 38 41.84उ 89 48 46.52पू 47 ला�चांदपुर 26 37 59.77उ 89 48 30.17पू 48 मjय ह�दीबारी 26 36 46.99उ 89 51 29.45पू 49 दिखन ह�दीबारी 26 35 49.24उ 89 51 00.09पू 50 पुरबा सलबारी 26 30 21.06उ 89 51 38.09पू

  • 14 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II —SEC. 3(ii)] उपाबंधउपाबंधउपाबंधउपाबंध----VVVV पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक�पा�रि�थितक� सवेंदीसवेंदीसवेंदीसवेंदी जोनजोनजोनजोन क� मानीटरीक� मानीटरीक� मानीटरीक� मानीटरी सिमितसिमितसिमितसिमित----क� गई कार�वाईक� गई कार�वाईक� गई कार�वाईक� गई कार�वाई सJबKधीसJबKधीसJबKधीसJबKधी �रपोट� का �प�रपोट� का �प�रपोट� का �प�रपोट� का �प 1. बैठक% क� संN या और तारीख । 2. बैठक% का काय�वृत : कृपया मुNय उ� लेखनीय fबदOु का वण�न कर@ । बैठक के काय�वृत को एक पृथक उपाबंध म@ *तुत कर@ । 3. पय�टन महायोजना सिहत आंचिलक महायोजना क� तैयारी क� ि* थित । 4. भ-ूअिभलेख% क� *पA 8ु�टय% के सुधार के िलए िनबटाए गए मामल% का सार। िववरण उपाबंध के �प म@ संलc कर@। 5. पया�वरण भाव मू�यांकन अिधसूचना, 2006 के अधीन आने वाली गितिविधय% से संबंिधत संवी�ा �कए गए मामल% का सार।(िववरण एक पृथक उपाबंध के 4प म@ संलc कर@)। 6. पया�वरण भाव मू�यांकन अिधसूचना, 2006 के अधीन न आने वाली गितिविधय% से संबंिधत संवी�ा �कए गए मामल% का सार । (िववरण एक पृथक उपाबंध के 4प म@ संलc कर@)। 7. पया�वरण (संर�ण) अिधिनयम, 1986 क� धारा 19 के अधीन दज� क� गई िशकायत% का सार । 8. कोई अ� य महX वपूण� मामला । MINISTRY OF ENVIRONMENT, FOREST AND CLIMATE CHANGE

    NOTIFICATION

    New Delhi, the 11th June, 2019

    S.O. 1942(E).—The following draft of the notification, which the Central Government proposes to

    issue in exercise of the powers conferred by sub-section (1), read with clause (v) and clause (xiv) of sub-

    section (2) and sub-section (3) of section 3 of the Environment (Protection) Act, 1986 (29 of 1986) is hereby

    published, as required under sub-rule (3) of rule 5 of the Environment (Protection) Rules, 1986, for the

    information of the public likely to be affected thereby; and notice is hereby given that the said draft

    notification shall be taken into consideration on or after the expiry of a period of sixty days from the date on

    which copies of the Gazette containing this notification are made available to the Public;

    Any person interested in making any objections or suggestions on the proposals contained in the draft

    notification may forward the same in writing, for consideration of the Central Government within the period

    so specified to the Secretary, Ministry of Environment, Forest and Climate Change, Indira Paryavaran

    Bhawan, Jorbagh Road, Aliganj, New Delhi-110003, or send it to the e-mail address of the Ministry at esz-

    [email protected]

    Draft Notification

    WHEREAS, the Buxa Tiger Reserve (B.T.R.) with an area of 760.87 square kilometre is located in

    the district of Alipurduar, West Bengal, It is harbouring, as a corridor for sustaining population of wild

    elephants in the North Bengal and Assam in between Sankosh and Torsha River. It also harbours Gaurs,

    Leopards, cats, other herbivores and many speices of birds and butterflies. It has great significance in the

    forested landscape of Alipurduar district along with its Forest, riverine ecosystem and adjoining tea gardens

    and villages including their diverse ethnicities;

    AND WHEREAS, Buxa Tiger Reserve (B.T.R) comprises of the entire erstwhile Buxa Forest

    Division (702.44 km2) and a part of cooch behar forest division 58.43 km

    2 which was added subsequently.

    The Reserve lies between latitude 26°30′ and 26°55′ N and longitudes 89°20′ and 89°55′ E;

    AND WHEREAS, Buxa Tiger Reserve BTR stretches over a length of 50 km. from west to east and

    35 km. from north to south. The total area of the Reserve Forests is 760.87 km2, of which 390.580km2 has

    been constituted as wildlife sanctuary and National Park and the balance 370.29 km2 areas as Reserve Forests

    and other Protected Forests;

  • ¹PART II —SEC. 3(ii)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 15

    AND WHEREAS, Buxa Tiger Reserve supports a number of species specified under Schedule-I of

    the Wildlife (Protection) Act, 1972 (53 of 1972) inter alia including, Indian Elephant (Elephas maximus),

    Guar (Bosgaurus), Leopord (Panthera pardus), Indian Rock Python (Python molurus), Malyan Giant Squirrel

    (Ratufamacuroura), Leopard Cat (Prionailurus bengalensis), Fishing cat (Felisvierrina), Hill Myna

    (Graculareligiosa),Indian Peafowl (Pavocristatus), Indian Greyhornbill (Ocyerosbirostris) etc.;

    AND WHEREAS, for effective conservation and protection of these floral and faunal Biodiversity of

    the Tiger Reserve, the extent of different anthropogenic pressures has to be regulated as the immediate area

    adjoining this fragile ecosystem is much ecologically sensitive having great impact on this Protected Area;

    AND WHEREAS, it is necessary to conserve and protect the area the extent and boundaries of which

    are specified in paragraph 1 of this notification around the protected area of Buxa Tiger Reserve, as Eco-

    sensitive zone from ecological, environmental and biodiversity point of view and to prohibit industries or

    class of industries and their operations and processes in the said Eco-sensitive Zone;

    NOW THEREFORE, in exercise of the power conferred by sub-section(1) and clauses (v) and (xiv)

    of sub-section (2) and sub-section (3) of section 3 of the Environment (Protection) Act 1986 (29 of 1986) read

    with sub-rule (3) of rule 5 of the Environment (Protection) Rules, 1986, the Central Government hereby

    notifies an area with an extent of 5 kilometers from the boundary in the western part and 1 kilometers in

    Southern part since it involves townships like Alipurduar and railway establishments like railway junction

    etc. In brief, an area up to 5 kilometers from the boundary in the western part and 1 kilometers in Southern

    part in the State of West Bengal as the Buxa Tiger Reserve (herein after referred to as the Eco-sensitive Zone)

    details of which are as under, namely:-

    1. Extent and boundaries of Eco-sensitive Zone. - (1) The extent of Eco-sensitive Zone is 5 km around the

    Buxa Tiger Reserve in the western part and 1km in Southern part since it involves townships like Alipurduar

    and railway establishments like railway junction etc. The area of the Eco-Sensitive Zone is 583.15 square

    kilometers.

    (2) The boundary description of the Eco Sensitive Zone is appended at Annexure I.

    (3) The map of the Protected Area demarcating the Eco-sensitive Zone boundary is at Annexure II.

    (4) List of geo co-ordinates of the boundary of the Protected Area and the Eco-Sensitive Zone is at Annexure

    III (A) and (B) respectively.

    (5) The list of villages falling within the Eco-sensitive Zone along with their geo co-ordinates at prominent

    points is appended as Annexure IV.

    2. Zonal Master Plan for the Eco-sensitive Zone. - (1) The State Government shall, for the purpose of

    effective management of the Eco-Sensitive Zone, prepare a Zonal Master Plan within a period of two years

    from the date of publication of Final Notification in the Official Gazette, in consultation with local people and

    adhering to the stipulations given in this Notification for approval of Competent Authority in the State

    Government.

    (2) The Zonal Master Plan for the Eco-sensitive Zone shall be prepared by the State Government in such

    manner as is specified in this notification and also in consonance with the relevant Central and State laws and

    the guidelines issued by the Central Government, if any.

    (3) The Zonal Master Plan shall be prepared in consultation with the following State Departments, for

    integrating environmental and ecological considerations into the said plan:

    (i) Environment;

    (ii) Forest and Wildlife;

    (iii) Agriculture;

    (iv) Revenue;

    (v) Urban Development;

    (vi) Tourism;

    (vii) Rural Development;

    (viii) Irrigation and Flood Control;

  • 16 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II —SEC. 3(ii)]

    (ix) Municipal;

    (x) Panchayati Raj;

    (xi) Public Works Department;

    (xii) Highways; and

    (xiii) West Bengal State Pollution Control Board.

    (4) The Zonal Master Plan shall not impose any restriction on the approved existing land use, infrastructure

    and activities, unless so specified in this notification and the Zonal Master Plan shall factor in improvement of

    all infrastructure and activities to be more efficient and eco-friendly.

    (5) The Zonal Master Plan shall provide for restoration of denuded and degraded areas, conservation of

    existing water bodies, management of catchment areas, watershed management, groundwater management,

    soil and moisture conservation, needs of local community and such other aspects of the ecology and

    environment that need attention.

    (6) The Zonal Master Plan shall demarcate all the existing worshipping places, villages and urban

    settlements, types and kinds of forests, agricultural areas, fertile lands, green area, such as, parks and like

    places, horticultural areas, orchards, lakes and other water bodies and also with supporting maps. The Plan

    shall be supported by Maps giving details of existing and proposed land use features.

    (7) The Zonal Master Plan shall regulate development in Eco-sensitive Zone and adhere to prohibited,

    regulated activities listed in table and also ensure and promote eco-friendly development for livelihood

    security of local communities.

    (8) The Zonal Master Plan shall be co-terminus with the Regional Development Plan.

    (9) The Zonal Master Plan so approved shall be the reference document for the Monitoring Committee for

    carrying out its functions of monitoring in accordance with the provisions of this notification.

    3. Measures to be taken by State Government. -The State Government shall take the following measures

    for giving effect to the provisions of this notification, namely: -

    (1) Land use. – (a) Forests, horticulture areas, agricultural areas, parks and open spaces earmarked for recreational purposes in the Eco-sensitive Zone shall not be used or converted into areas for major

    commercial or residential complex or industrial activities.

    Provided that the conversion of agricultural and other lands, for the purpose other than that specified at

    part (a), within the Eco-sensitive Zone may be permitted on the recommendation of the Monitoring

    Committee, and with the prior approval of the competent authority under Regional Town Planning Act

    and other rules and regulations of Central Government or State Government as applicable and vide

    provisions of this Notification, to meet the residential needs of the local residents such as:-

    (i) widening and strengthening of existing roads and construction of new roads;

    (ii) construction and renovation of infrastructure and civic amenities;

    (iii) small scale industries not causing pollution;

    (iv) cottage industries including village industries; convenience stores and local amenities supporting eco-tourism including home stay; and

    (v) promoted activities given in paragraph 4;

    Provided further that no use of tribal land shall be permitted for commercial and industrial

    development activities without the prior approval of the competent authority under Regional Town Planning

    Act and other rules and regulations of State Government and without compliance of the provisions of article

    244 of the Constitution or the law for the time being in force, including the Scheduled Tribes and other

    Traditional Forest Dwellers (Recognition of Forest Rights) Act, 2006 (2 of 2007):

    Provided also that any error appearing in the land records within the Eco-sensitive Zone shall be

    corrected by the State Government, after obtaining the views of Monitoring Committee, once in each case and

    the correction of said error shall be intimated to the Central Government in the Ministry of Environment,

    Forest and Climate Change:

  • ¹PART II —SEC. 3(ii)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 17

    Provided also that the above correction of error shall not include change of land use in any case except

    as provided under this sub-paragraph.

    (b) Efforts shall be made to reforest the unused or unproductive agricultural areas with afforestation and

    habitat restoration activities.

    (2) Natural water bodies. - The catchment areas of all natural springs/rivers/channels shall be identified and

    plans for their conservation and rejuvenation shall be incorporated in the Zonal Master Plan and the guidelines

    shall be drawn up by the State Governmen