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मयदेश विधान सभा नोतर-स ची दसबर, 2015 स धिार, दनााक 16 ददसबर 2015 भाग-1 तारािककत नोतर (ि3 : , जेल, पश पालन, उयाननकी तथा खाय सिकरण, मछ आ कयाण तथा मय विकास, टीर एिि ामोयोग, विधध और विधायी कायग , लोक िाय यािकी, राजि, निागस, मदहला एिि बाल विकास) पश जनन े विकससत ककया जाना 1. ( *. 1298 ) ी शैलेर जैन : या पश पालन मंी महोदया यह बताने की क पा करगी (क) मेरे अतारांककत न संया 89 (. 2291) दनाक 29 लाई 2015 के नांश (क) के उतरांश म बताया गया है कक सागर जजला जथित शासकीय पश जनन े रतौना के आधिपय म 696.17 एक भ म है एवं उत केर पर क 432 पश संिाररत ह ? या शहर से लगी ह ई अत महवप बह य भ म का प उपयोग नहं हो पा रहा है ? यदद हा , तो या म.. शासन की मंशा के अन ऱप पश िन हेत हत पश जनन े को ववकमसत कए जाने की ददशा म शासन ववचार करेगा? (ख) यदद हा , तो कब तक? पश पालन मिी ( स ी क म ससिह महदेले ) : (क) े की 17.17 एक म भवन एवं सक तिा पश शेड नममत ह , 300 एक म संरत घास बी है , जससे पश ओं को खिलाने हेत िचारा ात होता है। 197 एक म रबी एवं िरफ म चारा उपादन का काय कया जाता है। 182 एक म जानवर को चराने हेत संरत चरोिर के ऱप म उपयोग कया जाता है। इस कार े पर उपलि अिोसंरचना एवं भ म का उपयोग कया जा रहा है। े म उपलि संसािन एवं अिोसरंचना का सम धचत उपयोग शासन की मंशान सार ह ककया जा रहा है। (ख) नांश (क) के संदभ म न उपजथित नहं होता है।

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  • मध्यप्रदेश विधान सभा

    प्रश्नोत्तर-सूची ददसम् बर, 2015 सत्र

    बधुिार, ददनााँक 16 ददसम् बर 2015

    भाग-1 ताराांककत प्रश्नोत्तर

    (िगग 3 : गहृ, जेल, पशुपालन, उद्याननकी तथा खाद्य प्रसांस् करण, मछुआ कल् याण तथा मत् स् य विकास, कुटीर एिां ग्रामोद्योग, विधध और विधायी कायग, लोक स् िास् ् य याां्त्रकी,

    राजस् ि, पुनिागस, मदहला एिां बाल विकास)

    पशु प्रजनन प्रक्षेत्र विकससत ककया जाना

    1. ( *क्र. 1298 ) श्री शैलेन्द्र जैन : क्या पशुपालन मंत्री महोदया यह बताने की कृपा करेंगी कक (क) मेरे अतारांककत प्रश् न संख् या 89 (क्र. 2291) ददनााँक 29 जुलाई 2015 के प्रश् नांश (क) के उत् तराशं में बताया गया है कक सागर जजला जथित शासकीय पशु प्रजनन प्रक्षेत्र रतौना के आधिपत् य में 696.17 एकड़ भूमम है एवं उक् त के् र पर कुल 432 पशु संिाररत हैं? क् या शहर से लगी हुई अ त महत् वपू्ण बहुमू् य भूमम का पू्ण उपयोग नह ं हो पा रहा है? यदद हााँ, तो क् या म.प्र. शासन की मंशा के अनुरूप पशुिन हेतु वहृत पशु प्रजनन प्रक्षेत्र को ववकमसत ककए जाने की ददशा में शासन ववचार करेगा? (ख) यदद हााँ, तो कब तक?

    पशुपालन मांत्री ( सुश्री कुसुम ससांह महदेले ) : (क) प्रक्षेत्र की 17.17 एकड़ में भवन एवं सड़कें तिा पशु शडे नममण त हैं, 300 एकड़ में संरक्षक्षत घास बीड़ है, जजससे पशुओं को खिलाने हेतु सूिा चारा प्राप्त होता है। 197 एकड़ में रबी एवं िर फ में चारा उत्पादन का कायण ककया जाता है। 182 एकड़ में जानवरों को चराने हेतु संरक्षक्षत चरोिर के रूप में उपयोग ककया जाता है। इस प्रकार प्रक्षेत्र पर उपलब्ि अिोसंरचना एवं भूमम का उपयोग ककया जा रहा है। प्रक्षेत्र में उपलब्ि संसािन एवं अिोसरंचना का समुधचत उपयोग शासन की मंशानुसार ह ककया जा रहा है। (ख) प्रश्नांश (क) के संदभण में प्रश्न उपजथित नह ं होता है।

  • 2 [16 ददसम् बर 2015

    विधानसभा चरुहट अांतगगत नल-जल योजना का सांचालन

    2. ( *क्र. 2477 ) श्री अजय ससांह : क्या पशुपालन मंत्री महोदया यह बताने की कृपा करेंगी कक (क) चरुहट वविानसभा क्षेत्र में ककतनी नल-जल योजनाएं थ वीकृत हैं व ककतनी संचामलत हैं? ग्राम पंचायतवार जानकार द जाए। (ख) प्रश् नांश (क) अनुसार क् या अधिकांश नल-जल योजनाए ंबंद पड़ी हैं? बंद नल-जल योजनाएं कब तक चालू करा द जायेंगी? (ग) प्रश् नांश (क) अनुसार ककन कार्ों से नल-जल योजनाएं बंद है? बंद होने का कार् बताया जाये?

    पशुपालन मांत्री ( सुश्री कुसुम ससांह महदेले ) : (क) जानकारी पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट अनुसार है। (ख) जी नह ं, ववमभ्न कार्ों से बंद होने के कार् नजश्चत समयावधि नह ं बताई जा सकती। (ग) जानकारी पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट अनुसार है।

    शासकीय भूसम पर अनतक्रमण

    3. ( *क्र. 971 ) श्रीमती चन्द् दा सुरेन्द् र ससांह ग:र : क्या राजथव मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कक (क) क् या जतारा तहसील के ग्राम शाह में भमूम िसरा क्र. 453/2 रकबा 06 हेक् टेयर की भूमम शासन की भूमम है, लेककन ग्राम के कुछ लोगों द्वारा अ तक्रम् कर मलया है? क् या उक् त शासन की भूमम अ तक्रम् से मुक् त करायेंगे? यदद हााँ, तो कब तक? यदद नह ं, तो कार् थ पष् ट करें? (ख) क् या ऐसे अ तक्रम् करने वालों से उक् त भूमम शासन को सुरक्षक्षत कर अ तक्रम्कताण ओं के ववरूद्ध मसववल जेल की कायण वाह करेंगे? यदद हााँ, तो कब, यदद नह ं, तो कार् थ पष् ट करें?

    राजस्ि मांत्री ( श्री रामपाल ससांह ) : (क) जी हााँ। यह भूमम आबाद से लगी हुई है। ग्राम पंचायत शाह द्वारा आबाद घोवित करने का प्रथताव तहसील ्यायालय में पंजीबद्ध होकर प्रचमलत है। िसरे की भूमम के अशंभाग रकबा 0.300 हे. पर ग्राम के 27 अनुसूधचत जा त वगण के लोगों के पुथतनैी मकान बने हुए हैं। प्रश् नािीन िसरा के अशंभाग 0.202 हे. भूमम का उपयोग मरघट के मलये करत ेहैं। इस िसरे में प्रिानमंत्री सड़क बनी हुई है। शिे भूमम अ तक्रम् से मुक्त है। (ख) प्रश्नािीन शासकीय भूमम पर अनुसूधचत जा त वगण के लोगों के पुश् तैनी मकान बने हुए हैं तिा उक्त भूमम को आबाद घोवित करने प्रकर् प्रचमलत होने के कार्।

    बांद नल-जल योजनाएां

    4. ( *क्र. 1016 ) श्री हरिांश राठ:र : क्या पशुपालन मंत्री महोदया यह बताने की कृपा करेंगी कक (क) ददनााँक 29 जुलाई, 2015 के अतारांककत प्रश् न संख् या 34 (क्र.1368) के प्रश् नांश (ख) के उत् तर में जानकार द गई है कक बंद नल-जल योजना को चालू कराने हेत ुववभाग जजम् मेदार नह ं है, तो कौन जजम् मेदार है? (ख) वविानसभा क्षेत्र बण् डा अतंगण त 55 नल-जल योजनाओं के बंद होने के फलथ वरूप प्रश् न ददनााँक तक योजनाओं को चालू कराने हेत ुक् या प्रयास ककए गए हैं? (ग) यदद बंद नल-जल योजनाओं को चालू कराने की जजम् मेदार ववभाग की नह ं है तो ग्राम पंचायतों को प्राप् त होने वाल रामशयों में से नल-जल योजना प्रारंभ कराने हेत ुशासन थ तर से क् या नद श जार ककए गए हैं? यदद हााँ, तो नद श की प्र त उपलब् ि कराई जावे? (घ) बंद नल-जल योजनाएं कब तक चालू करा द जाएगी?

  • 16 ददसम् बर 2015] 3

    पशुपालन मांत्री ( सुश्री कुसुम ससांह महदेले ) : (क) स्रोत के असफल होने से बंद नल-जल योजनाओ ंको छोड़कर शिे योजनाओं को चालू करने की जजम्मेवार संबंधित ग्राम पंचायत की है। स्रोत असफल होने पर नये स्रोत नमाण ् की जजम्मेवार ववभाग की है। (ख) जानकारी पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट के प्रपत्र-1 अनुसार है। (ग) नल-जल प्रदाय योजनाओं के संचालन संिार् के संबंि में जार ककये गये पररपत्रों की प्र तयााँ पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट के प्रपत्र-2 अनुसार है। (घ) नजश्चत समयावधि नह ं बताई जा सकती।

    अनुसूधचत जानतयों के ददये गये पट्टों की ्बक्री

    5. ( *क्र. 2073 ) श्रीमती लसलता यादि : क्या राजथव मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कक (क) छतरपुर तहसील अतंगण त विण 1995 से 2003 तक शासन द्वारा अनुसूधचत जा त को जीववकोपाजण न के मलये जमीन के पटे्ट ददये गये िे? मूल सूची सदहत जानकार दें। (ख) अनुसूधचत जा त के पटे्ट आवंटन की क् या शतश शासन द्वारा तय की गई िी? क् या पट्टों के ववक्रय पर प्र तबंि िा? (ग) प्रश् नांश (क) के प्रकाश में पटे्ट आवंटन ददनााँक से जमीन पर मामलकाना हक ककस-ककस का रहा? (घ) प्रश् नांश (क) के प्रकाश में आवंदटत पटे्ट प्रश् न ददनााँक में ककस-ककस के नाम पररव तण त हैं? (ड.) अनुसूधचत जा त पटे्टिाररयों की जमीन बबक्री होने पर शासन द्वारा ककस प्रकार की कायण वाह का प्राविान है? आदेश की प्र त सदहत बतायें।

    राजस्ि मांत्री ( श्री रामपाल ससांह ) : (क) जी हााँ। सूची पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट के प्रपत्र ‘‘अ‘‘ पर है। (ख) शतों की जानकारी पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट के प्रपत्र ‘‘ब‘‘ पर है। जी हााँ। (ग) पट्टा आवंटन पश् चात दहतग्राह का मौके पर मामलकाना हक रहा िा। (घ) मूल आवंदटती के अिवा उनके वाररसान के हक में अतंररत हुए हैं। (ड.) म.प्र. भ-ूराजथव संदहता 1959 की संशोधित िारा 165 (7) के अतंगण त कायण वाह का प्राविान है। प्र त पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट के प्रपत्र ‘‘स‘‘ पर है।

    स् थाई क क ची सकक ननमागण

    6. ( *क्र. 798 ) डॉ. रामककशोर दोगने : क्या राजथव मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कक (क) वविानसभा जून-जुलाई 2014 सत्र की शू् यकाल सूचना क्रमांक 69 के उत् तर अनुसार हरदा जजले के ववकासिण् ड दटमरनी के ग्राम पोिरनी (शुक् ल) के मूल िसरा नं. 335, 336/2 बंदोबथ त नं. 261 सन ्1915-16 के मूल नक् श ेअनुसार थ िायी क ची सड़क को कम् प् यूट्रीक कृत अमभलेि मेंूभू-अमभलेिों में दजण कर मलया गया है? ककया गया है, तो कब? नह ं, तो दजण नह ं ककये जाने का क् या कार् है? (ख) क् या शासन रेवे् य,ू दरुूथ िी हेतु मूल नक् शा अनुसार थ िायी सड़क बनाई जाकर तत् पश् चात ्बटान कायण करेगा? (ग) क् या शासन मूल नक् शा सन ्1915-16 के अनुसार झाड़तलाई की आबाद में स ेमौजा बघबाड़ को क ची सड़क ररकाडण में दजण कर उसकी चौड़ाई नजश्चत करेगा? यदद हााँ, तो कब तक? (घ) क् या शासन सड़क से लगे सभी ककसानों के िसरा नम् बरों में कैकफयत कॉलम नं. 12 में राथ ता दजण करने की शीर क कायण वाह करेगा? यदद हााँ, तो कब तक?

  • 4 [16 ददसम् बर 2015

    राजस्ि मांत्री ( श्री रामपाल ससांह ) : (क) हरदा जजले के ववकासिण् ड दटमरनी के ग्राम पोिरनी शुक् ल के मूल ि.नं. 335, 336/2 ब् दोवथ त नं. 261 सन ्1915-16 के मूल नक् श ेअनुसार थ िाई क ची सड़क जो बाजजउल-अजण पत्रक के अनुसार रूद़िगत रूप से अथ िाई बनी हुई है। जो पटवार मूल नक् शा अमभलेि में डसे डाट से बना है, कम् प् यूटर अमभलेि नक् शा (वेक् टर शीट) हैदराबाद संशोिन हेतु भेजे जान ेउपरांत सशंोिन ककया जा चकुा है। (ख) रूद़िगत राथ ता होने से बटांकन कायण ककया जाना सम् भव नह ं है क् योकक रूद़िगत राथ ते का िसरा नं. रकबा नजश्चत नह ं होता है। (ग) प्रश् नाशं (ख) के पररप्रेक्ष् य में प्रश्न उपजथित नह ं होता। (घ) जी नह ं ऐसा कोई नयम नह ं है।

    कोटिारों के िेतन में असमानता

    7. ( *क्र. 1854 ) श्री सुरेन्द् र ससांह बघेल : क्या राजथव मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कक (क) प्रदेश में शासन द्वारा रोजगार गारंट योजना् तगण त मजदरू की दर प्र त ददवस ककतनी निाण ररत की गई है? (ख) िार जजले में कुल ककतने कोटवार पदथ ि हैं? प्रत् येक कोटवार को माहवार ककतना वेतन ददया जाता है? जो वेतन ददया जाता है, वह प्र त ददवस के अनुसार ककतना बनता है? (ग) क् या शासन द्वारा निाण ररत मजदरू दर एवं कोटवारों को ददये जा रहे प्र त ददवस वेतन में असमानता है? (घ) प्रश् नांश (ग) के पररप्रेक्ष् य में यदद हााँ, तो क् या शासन कोटवारों को भी मजदरू की दर के समान वेतन देने हेतु प्रथ ताव पाररत करेगा?

    राजस्ि मांत्री ( श्री रामपाल ससांह ) : (क) म.प्र. में रोजगार गारंट योजना के अ्तगण त प्र त ददवस 159 रू. रामश निाण ररत की गई है। (ख) िार जजले में 1269 कोटवार पदथि होकर प्र तमाह ्यूनतम 2000/- पाररश्रममक ददया जाता है। प्र त ददवस के मान से 66.66 रू. बनता है। (ग) जी हााँ। (घ) जी नह ं कोटवार अधिकांशतः अपने ग्राम में रहकर अपने कतण व्यों का नवण हन करता है। इसके साि-साि वह अपने नजी कायण भी करता है। जो उसकी आजीववका के अ्य थत्रोत होते हैं।

    ग्रामीणों की जमीन पर सांददग् ध लोगों का कब् जा

    8. ( *क्र. 2533 ) श्री सज् जन ससांह उई कके : क्या गहृ मंत्री महोदय यह बतान े की कृपा करेंगे कक (क) ग्राम भौरा (बैतूल) उफण ढोहरामोहार में पुमलस सहायता के् र है? यदद हााँ, तो ग्राम पंचायत के ककस वाडण में जथित है? (ख) क् या वाडण में बाहर लोग नवासरत हैं, जो अ् य समुदाय के हैं? इनकी संख् या बताइये? ये कहााँ के नवासी हैं? क् या ये संददग् ि हैं? (ग) ग्रामी्ों की जमीन पर संददग् ि लोगों ने कब् जा क् यों ककया है? अवैि ग तववधियााँ क् यों चल रह हैं? क् या पुमलस को ञातात नह ं है? (घ) क् या आददवासी ग्राम भौरा में आपराधिक कायण पुमलस रूकवायेगी?

    गहृ मांत्री ( श्री बाबूलाल ग:र ) : (क) जी नह ं। िाना शाहपुरा क्षेत्रा्तगण त ग्राम भौंरा में पुमलस का प्वाईंट है, जजसे पुमलस सहायता के्र के रूप में जाना जाता है। थवीकृत पुमलस चौकी नह ं है। यह ग्राम पंचायत ढोहरामोहार के वाडण क्रमांक 8, चकैी मोह्ला में जथित है। (ख) जी नह ं। वाडण भौंरा ढोहरामोहार में सभी समुदाय के लोग नवास करते हैं, जजसमें अनुसूधचत जा त, अनुसूधचत जनजा त, वपछड़ा वगण , अ्पसंख्यक एवं सामा्य वगण के लोग सजम्ममलत हैं। वाडण क्रमांक 8 की जनसंख्या लगभग 325 है। जो थिानीय नवासी हैं, संददग्ि नह ं हैं। (ग) ग्रामी्ों की जमीन पर ककसी के द्वारा कब्जा करने संबंिी कोई मशकायत ककसी भू-थ वामी द्वारा नह ं की गई है। (घ) ग्राम में पुमलस

  • 16 ददसम् बर 2015] 5

    के द्वारा अपराधिक ग तववधियों पर नयंत्र् ककया गया है। अपराधिक रोकिाम के मलये पुमलस नर् तर सकक्रयता से प्रयासरत है।

    अल् पि्ाग, अि्ाग के कारण सूखे की स्स्थनत एिां राहत रासश वितरण

    9. ( *क्र. 2587 ) श्री रामननिास राित : क्या राजथव मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कक (क) क् या इस विण प्रदेश में अविाण , अ् पविाण व ओलावजृष्ट से सूिे की जथि त नममण त होकर िर फ की फसल को भार नुकसान हुआ है? यदद हााँ, तो आंकलन अनुसार प्रदेश के ककन-ककन जजलों की ककन-ककन तहसीलों में ककतने प्र तशत व कौन-कौन सी फसलों का नुकसान हुआ है? (ख) क् या श् योपुर जजले की ववजयपुर, वीरपुर व कराहल तहसील सूिे के कार् फसलों में हुए नुकसान का सव कराया गया है? यदद हााँ, तो उक् त तहसीलों का वववर् उपलब् ि करायें। यदद नह ं, तो क् यों? उक् त तहसीलों के ककतन-ेककतने ककसान राहत पान ेकी पात्रता में आते हैं, ककतने ककसानों को राहत रामश ववतररत करने की थ वीकृ त प्रदान की गई है? (ग) क् या कलेक् टर श् योपुर द्वारा कराहल तहसील को सूिा प्रभाववत घोवित करने का प्रथ ताव रा य शासन को भेजा गया है? यदद हााँ, तो रा य शासन को कब प्राप् त हुआ? अभी तक सूिा प्रभाववत घोवित नह ं करने के क् या कार् हैं व कब तक सिूा प्रभाववत घोवित कर ददया जावेगा?

    राजस्ि मांत्री ( श्री रामपाल ससांह ) : (क) जी हााँ। जानकारी पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट के प्रपत्र ‘’अ’’ अनुसार है। (ख) जी हााँ। श्योपुर जजले की तहसील ववजयपुर, वीरपुर, कराहल के सूिे से प्रभाववत फसलों का सव कराया गया है। तहसील वीरपुर में सूिे से 20 प्र तशत से कम नुकसान हुआ है तिा तहसील ववजयपुर में सूिे से 25 से 75 प्र तशत नुकसान होने से 37 ग्रामों के 5166 कृिक राहत पाने की पात्रता में आते हैं। पात्र कृिकों 306.17 लाि रूपये की राहत रामश ववतररत करने की थवीकृ त प्रदान की गई है। तहसील कराहल में कीट प्रकोप से 90 ग्रामों के 5720 कृिक राहत पाने की पात्रता में आते हैं, जज्हें 487.07 लाि रूपये की राहत रामश ववतररत करने की थवीकृ त प्रदान की गई है। (ग) जी हााँ। कलेक्टर जजला श्योपुर से तहसीलों को सूिा घोवित करने के प्रथताव प्राप्त हुये िे। प्रथताव अनुसार श्योपुर, बड़ौदा, वीरपुर एवं ववजयपरु तहसील को सूिा घोवित करने के नयम के अतंगण त पात्र पाये गये, जज्हें सूिा घोवित ककया। कराहल तहसील को निाण ररत मापदण्डों में पात्र नह ं होने से सूिा घोवित नह ं ककया गया। सूिा के नद श पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट के प्रपत्र ‘’ब’’ अनुसार है।

    मुख् यमांत्री की घो्णा का कायागन्द् ियन

    10. ( *क्र. 2621 ) श्री पुष् पेन्द् र नाथ पाठक : क्या राजथव मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कक (क) क् या माननीय मुख् यमंत्री जी ट कमग़ि जजले के नगर पलेरा में 13 जनवर 2013 को शासकीय प्रवास पर गये िे और घोि्ा कं्र.ए-2034 के माध् यम से क् या घोि्ा कर आये िे? (ख) प्रश् नांश (क) के आिार पर मुख् यमंत्री की घोि्ा पर अमल कराने राजथ व ववभाग द्वारा क् या-क् या कायण वाह प्रश् न ददनााँक तक की जा चकुी हैं और क् या-क् या शिे है? (ग) प्रश् नांश (क) एव ं(ख) के आिार पर जब नगर पंचायत पलेरा में आबाद के मलये निाण ररत जमीन के अ तररक् त जहां पर लोगों ने मकान बनाये हैं, वह जमीन आबाद में घोवित करने की कायण वाह राजथ व ववभाग द्वारा की जा रह है कफर म.प्र. वविानसभा में अतारांककत प्रश् न संख् या 23 (कं्र. 4670) ददनााँक 22.03.2013 के आश् वासन में आश् वासन

  • 6 [16 ददसम् बर 2015

    कं्र. 61 के आिार पर इसे ववलोवपत करने ववभाग द्वारा क् यों अवगत नह ं कराया जा रहा है? आश् वासन कं्र. 61 को मुख् यमंत्री घोि्ा के आिार पर ववलोवपत ककया जावेगा? यदद हााँ, तो कब तक? (घ) प्रश् नांश (क), (ख) एवं (ग) के आिार पर बतायें कक विों से नवासरत नागररकों को कब तक मुख् यमंत्री घोि्ा को पू्ण करवाकर थ वाममत् व प्रदाय ककया जावेगा? नजश्चत समय-सीमा सदहत बतायें।

    राजस्ि मांत्री ( श्री रामपाल ससांह ) : (क) जी हााँ। (ख) प्रश्नांश ‘‘क‘‘ के संबंि में घोि्ा पर अमल करने हेतु नगर पररिद् पलेरा द्वारा प्रथताव क्रमांक 1, ददनााँक 21.02.2012 से भूमम िसरा नंबर 1808/4 रकबा 0.405 हे. के मद पररव तण त करन ेहेतु प्रथताव ददया है। प्रकर् में तहसीलदार पलेरा द्वारा जााँच की जाकर अनुववभागीय अधिकार जतारा के माध्यम से जजला कायाण लय को प्रेवित ककया गया है एव ंउस संबंि में ्यायालय कलेक्टर में ववधिक कायण वाह प्रचलन में है। (ग) प्रकर् में नगर पंचायत पलेरा के प्रथताव क्रमांक 1, ददनााँक 21.02.2012 द्वारा भूमम िसरा नंबर 1808/4 रकबा 0.405 हे. पर लोगों के मकान बने हैं। मद पररव तण त करने हेतु नगर पररिद् का प्रथताव प्राप्त ककया जाकर जााँच प्र तवेदन तहसीलदार पलेरा से अनुववभागीय अधिकार जतारा के माध्यम से ्यायालय कलेक्टर को प्रेवित ककया गया है। प्रकर् में जााँच प्रचमलत है, जााँचू न्ण य उपरा्त आश्वासन की पू त ण हेतु आगामी कायण वाह की जायेगी। (घ) नगर पंचायत पलेरा के प्रथतावूठहराव के अनुक्रम में तहसीलदार पलेरा एवं अनुववभागीय अधिकार जतारा का जााँच प्र तवेदन ्यायालय कलेक्टर ट कमग़ि को प्राप्त होकर सुनवाई प्रकक्रयािीन है। समय-सीमा बताई जाना संभव नह ं है।

    सांविदा पयगिेक्षकों का ननयसमतीकरण

    11. ( *क्र. 1679 ) श्रीमती योधगता निलससांग बोरकर : क्या मदहला एवं बाल ववकास मंत्री महोदया यह बताने की कृपा करेंगी कक (क) क् या आई.सी.डी.एस. अमले के तहत ववभाग में संववदा पर पयण वके्षकों की भती व् यापम के माध् यम से की गई है? (ख) यदद हााँ, तो उनकी नयुजक्त के पूवण शासन से थ वीकृत सेटअप अनुसार निाण ररत शैक्षख्क योग् यता के मापदण् डों का पालन ककया गया? (ग) यदद हााँ, तो एक बार व् यापम से चय नत संववदा पर कायण रत संववदा पयण वेक्षकों के नयममतीकर् के मलए ववभाग द्वारा कोई नी त का निाण र् ककया गया है? यदद हााँ, तो क् या? (घ) क् या ववभाग द्वारा हाल ह में व् यापम के माध् यम से पयण वेक्षकों के पदों पर नयममत वेतनमान में नयुजक्त की प्रकक्रया की जा रह है? यदद हााँ, तो 8-10 विों से निाण ररत एवं कम वेतन पर कायण रत मदहलाओं के साि अ् याय नह ं है? इसके मलए कौन दोिी है? क् या शासन इस ओर गंभीरता से ववचार कर संबंधित अधिकार की जजम् मेदार निाण ररत करते हुए कोई कायण वाह करेगा?

    मदहला एिां बाल विकास मांत्री ( श्रीमती माया ससांह ) : (क) एव ं(ख) जी हााँ। (ग) मदहला एव ंबाल ववकास ववभाग अतंगण त कायण रत ्संववदा पयण वेक्षकों को नयममत ककये जान ेहेतु मध्यप्रदेश मदहला एव ंबाल ववकास ववभाग, ततृीय शे्र्ी (कायण पामलक) सेवा भती नयम 2009 के संशोधित नयम 26.5.14 द्वारा इन पदों पर पर क्षा के माध्यम से नयुजक्त हेतु संववदा पयण वेक्षकों को प्रत्येक पू्ण विण की सेवा के मलये 04 अकं तिा 05 विण या अधिक की सेवा के मलये अधिकतम 20 अकं का वैटेज ददया

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    गया है तिा उक्त पर क्षा में सजम्ममलत होने हेतु आयु सीमा का कोई बंिन नह ं है। (घ) जी हााँ। जी नह ं, निाण ररत प्रकक्रया के अनुसार नयुजक्त की जा रह है।

    सूखा राहत रासश का प्रदाय

    12. ( *क्र. 1902 ) श्री बलिीर ससांह डण् ड:नतया : क्या राजथव मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कक (क) आर.बी.सी. (6-4) के तहत प्राकृ तक आपदाओं आदद के तहत राहत रामश प्रदाय हेतु शासन द्वारा क् या-क् या नी त निाण ररत है? (ख) विण 2015-16 में मुरैना जजले को सूिा घोवित उपरांत कौन-कौन अधिकार कमण चार द्वारा गांव-गांव जाकर कृवि फसलों का आंकलन ककया गया? वविानसभा क्षेत्र 07 ददमनी अिवा तहसील अम् बाह व मुरैना की ग्रामवार जानकार द जाव?े (ग) क् या माननीय मुख् य मंत्री द्वारा वविानसभा ववशिे सत्र 05 नवम् बर 2015 को वविानसभा में घोि्ा अनुसार द पावल पूवण कृिकों को राहत रामश प्रदाय कर द जायेगी? यदद हााँ, तो क् या रामश द जा चकुी है? यदद नह ं, तो क् यों? कार् बताते हुये कब तक रामश प्रदाय कर द जावेगी?

    राजस्ि मांत्री ( श्री रामपाल ससांह ) : (क) राजथव पुथतक पररपत्र 6-4 की प्रनत पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट अनुसार है। (ख) विण 2015-16 में मुरैना जजले को सूिा घोवित उपरा्त राजथव नर क्षकूपटवार ूग्रामी् कृवि ववथतार अधिकार ूपंचायत सधचव द्वारा गांव-गांव जाकर कृवि फसलों का आंकलन ककया गया। आंकलन उपरा्त वविानासभा क्षेत्र 07 ददमनी के अतंगण त तहसील अम्बाह के ग्राम 1 कोलुआ 2 मई 3 पुरावसकला 4 पुरादसिदु 5 लेपा 6 मभण्डोसा 7 मानपूर 8 जौहा 9 डण्डोल 10 गोपी 11 पांचोल 12 ऐसाह 13 खिरेटा 14 बीलपुर 15 कुधियाना 16 ददमनी 17 लहर 18 मसकरोड़ी 19 िडड़यावेहड 20 मलबसई 21 गूंज 22 आरौल 23 ररठौना 24 ककरार 25 तलोल, सूिे से प्रभाववत हुये तिा तहसील मुरैना में ददमनी वविानसभा क्षेत्र के अतंगण त सूिे से कोई भी ग्राम प्रभाववत नह ं हुए हैं। (ग) मुरैना जजले को रूपये 9.00 करोड़ (रू. नौ करोड़) का आवंटन प्राप्त हुआ है। प्रभाववत कृिकों के िातों में राहत रामश जमा कराई जा रह है। शीर क ह राहत रामश प्रभाववतों को ववतररत कर द जाएगी।

    गे्रससम उद्योग के अधधकाररयों पर कायगिाही

    13. ( *क्र. 2643 ) श्री बाला ब चन : क्या गहृ मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कक (क) नागदा जंक् शन जजला उ जैन में गे्रमसम उद्योग के अधिकाररयों के ववरूद्ध सी.आर.पी.सी. 1973 की िारा 133 के तहत दजण प्रकर् क्रमांक 25/15 में आरोवपयों के ववरूद्ध क् या कायण वाह की गई? यदद नह ं, की गई तो कब तक की जावेगी? (ख) इसी तरह 30.10.2014 को दजण 11088/14 प्ररक् में आरोवपयों के खिलाफ कब-कब क् या-क् या कायण वाह की गई? यदद नह ं की गई तो क् यों? कब तक की जावेगी? (ग) प्रश् नांश (क) व (ख) अनुसार कायण वाह न करने वाले अधिकाररयों पर शासन कब तक कायण वाह करेगा?

    गहृ मांत्री ( श्री बाबूलाल ग:र ) : (क) िाना बबरलाग्राम नागदा में ददनााँक 20.05.2015 को गे्रमसम उद्योग की इकाई भारत कामसण के अधिकार श्री एस.के. श्रीवाथतव, यू नट हेड एवं श्री बी.के. शमाण , ह्यूमन ररसोसण मैनेजर के ववरूद्ध िारा 133 द.प्र.स. के अतंगण त पररवाद क्रमांक 1/15, कायण पामलक दण्डाधिकार , ्यायालय नागदा के प्रकर् क्रमांक 25/15, ददनााँक 28.05.2015 पर दजण होकर कायण वाह

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    हेतु ददनााँक 16.12.2015 नयत है। (ख) िाना बबरलाग्राम नागदा पर प्रकर् क्रमांक 11088/14 दजण होना नह ं पाया गया है। (ग) प्रश्नांश ’क’ के पररप्रेक्ष्य में प्रश्न उपजथित नह ं होता है।

    लहार स्स्थत नारदेश् िर मांददर की भूसम पर अनतक्रमण

    14. ( *क्र. 1189 ) डॉ. गोविन्द्द ससांह : क्या राजथव मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कक (क) क् या मभण् ड जजले की तहसील लहार के ग्राम मड़ौर जथित नारदेश् वर मंददर की भूमम गोहद तहसील के ग्राम ककसानों द्वारा अ तक्रम् कर कई विों से िेती कायण ककया जा रहा है? यदद हााँ, तो उक् त भूमम पर वतण मान में कौन-कौन सी फसल िड़ी है? (ख) क् या तहसीलदार गोहद द्वारा मंददर की उक् त भूमम पर से अ तक्रम् हटाने के संबंि में अपने पत्र क्रमांकूक् यूूर डरू2015/1501 ददनााँक 21.09.2015 को अनुववभागीय अधिकार लहार जजला मभण् ड को सूधचत ककया िा? यदद हााँ, तो अ तक्रम् हटाकर मंददर के ट्रीकथ टूपुजार को ककन-ककन के समक्ष कब् जा ददया गया एव ंअ तक्रम्कताण ओं से ककतनी रामश वसूल की गई? (ग) क् या प्रश् नांश (क) में वख्ण त नारदेश् वर मंददर की द तया जजले की सेव़िा तहसील के अतंगण त ग्राम बबजौरा, गुमानपुरा एव ंकंुअरपुरा जथित भूमम पर भी ग्रामवामसयों द्वारा राजथ व ववभाग के अधिकार ूकमण चाररयों के साि ममल भगत कर अवैि कब् जा कर िेती का कायण ककया जा रहा है? (घ) यदद हााँ, तो उक् त प्रश् नांश के पररप्रेक्ष् य में क् या तहसीलदार सेव़िा द्वारा माह मसतम् बर 2015 में अ तक्रम्काररयों को नोदटस ददया जाकर कब् जा हटाने की कायण वाह की गई है? यदद हााँ, तो ककन-ककन से कब् जा वावपस मलया गया एवं उनके ववरूद्ध क् या-क् या कायण वाह की गई?

    राजस्ि मांत्री ( श्री रामपाल ससांह ) : (क) जी नह ं। वतण मान में उक्त भूमम पर कोई फसल न होकर िाल पड़ी है। (ख) जी हााँ। अ तक्रम् हटाकर राजथव नर क्षक पटवार कोटवार के समक्ष पुजाररयों को कब्जा ददया गया िा। अ तक्रम्कताण राममसहं पुत्र रामदयाल पर 3000/- रूपये, पुरूिोत्तम पतु्र अमरमसहं एवं जण्डले मसहं पुत्र श् यामलाल पर 05-05 हजार रूपये अिण दण्ड वसूल का आदेश पाररत ककया गया है। (ग) जी नह ं। राजथव ववभाग के ककसी अधिकार ूकमण चार की ममल भगत से अवैि कब्जा व िेती का कायण नह ं ककया जा रहा है। (घ) जी हााँ। अ तक्रम्कताण ओं के ववरूद्ध की गई कायण वाह की जानकारी सांलग्न पररसशष्ट अनुसार है।

    पररसशष्ट – ''एक''

    समूह नल-जल योजना

    15. ( *क्र. 1603 ) श्री सांजय उइके : क्या पशुपालन मंत्री महोदया यह बताने की कृपा करेंगी कक (क) क् या समूह नल-जल योजना में बालाघाट जजले को रामश द गई है? (ख) यदद हााँ, तो योजना प्रारंभ से प्रश् न ददनााँक तक ककन-ककन ववकासिण् ड में ककन-ककन ग्रामों में ककतनी-ककतनी रामश की थ वीकृ त द गई? कायण कब प्रारंभ ककया गया, पू्ण कब ककया गया एवं वतण मान में क् या जथि त है ककतनी रामश अभी तक व् यय की गयी?

    पशुपालन मांत्री ( सुश्री कुसुम ससांह महदेले ) : (क) जी हााँ। (ख) जानकारी पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट के प्रपत्र 1 एिां 2 अनुसार है।

    http://mpvidhansabha.nic.in/house%20proceedings/14-2015-5/1189.pdf

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    मुआिजा रासश का भुगतान

    16. ( *क्र. 622 ) श्री राजकुमार मेि : क्या राजथव मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कक (क) क् या विण 2015-16 में कम विाण , अधिक विाण , असाम यक विाण , ओलावजृष्ट, आंिी तूफान स ेककसानों की िर फ की फसल नुकसान हुई है? यदद हााँ, तो क् या शासन द्वारा इसका आंकलन ग्रामवार कराया गया है? (ख) प्रश् नांश (क) के संदभण में कौन-कौन से क्षेत्र ग्राम, तहसील एवं जजला फसल नुकसान के संबंि में धचज्हत ककये गये हैं? (ग) क् या िरगोन जजले में तहसीलवार, ग्रामवार, ककसानवार, फसल नुकसान का आंकलन ककया गया है? यदद हााँ, तो कौन-कौन से ककसान की ककतनी-ककतनी, कौन-कौन सी फसल का नुकसान एवं ककतने प्र तशत नकुसान हुआ है? (घ) क् या महेश् वर वविान सभा क्षेत्र के ग्रामों में ककसानों की फसल ममची, सोयाबीन एव ं अ् य फसलें, उद्या नकी फसलों की नुकसानी हुई है? कब तक ककसानों को फसल नुकसान का मुआवजा एवं फसल बीमा क् लेम की रामश उपलब् ि कराई जावेगी?

    राजस्ि मांत्री ( श्री रामपाल ससांह ) : (क) विण 2015-16 में कम विाण से ककसानों की फसल क्ष तग्रथत हुई, क्ष त का आंकलन ग्रामवार कराया गया। (ख) जानकारी सांलग्न पररसशष्ट अनुसार। (ग) िरगोन जजले में कम विाण से िर फ फसलों को 25 प्र तशत से अधिक नुकसान नह ं हुआ िा। 25 प्र तशत से कम नुकसान होने के कार् तहसीलवार, ग्रामवार, कृिकवार, सूची नह ं बनाई गई है। (घ) िरगोन जजले को महेश्वर वविानसभा क्षेत्र में अ्पविाण से ककसी भी फसल को नुकसान नह ं हुआ िा। शिे प्रश्नांश उद्भतू नह ं होता।

    पररसशष्ट - ''दो''

    लाांजी को पूणग राजस् ि अनुविभाग तथा पूणग तहसील का दजाग ददया जाना

    17. ( *क्र. 806 ) सुश्री दहना सलखीराम कािरे : क्या राजथव मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कक (क) क् या लांजी को पू्ण राजथ व अनुववभाग तिा पू्ण तहसील का दजाण अब तक नह ं प्राप् त हुआ है? (ख) यदद हााँ, तो इसे पू्ण दजाण ददये जाने हेतु कोई कायण वाह चल रह है तिा इसे कब तक पू्ण दजाण दे ददया जाएगा?

    राजस्ि मांत्री ( श्री रामपाल ससांह ) : (क) लांजी को पू्ण अनुववभाग तिा पू् ण तहसील का दजाण प्राप् त है। (ख) उत् तरांश (क) के पररप्रेक्ष् य में प्रश् न उद्भतू नह ं होता।

    हैण् डपांप एिां टयूब िले की स् िीकृनत

    18. ( *क्र. 2195 ) श्री जयिर्द्गन ससांह : क्या पशुपालन मंत्री महोदया यह बताने की कृपा करेंगी कक (क) विण 2015-2016 में राघौग़ि, आरोन ववकासिण् ड में ककतने हैण् डपंप एवं ्यूब वेल थ वीकृत हुए हैं? इनमें से ककतने पू्ण हो चकेु हैं एवं ककतने पू्ण होना शिे हैं? (ख) विण 2015-2016 में राघौग़ि, आरोन ववकासिण्ड में ककतने ्यूब वेल थ वीकृत हुए हैं? इनमें से ककतने ्यूब वेल सौर ऊजाण वाले हैं?

    http://mpvidhansabha.nic.in/house%20proceedings/14-2015-5/622.pdf

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    पशुपालन मांत्री ( सुश्री कुसुम ससांह महदेले ) : (क) जानकारी सांलग्न पररसशष्ट अनुसार है। (ख) जानकारी सांलग्न पररसशष्ट अनुसार है, कोई भी ्यूबवेल में सौर ऊजाण आिाररत पंप की थिापना का प्रथताव नह ं है।

    पररसशष्ट - ''तीन''

    शासकीय भूसम पर अनतक्रमण

    19. ( *क्र. 1867 ) श्री सूबेदार ससांह रज:धा : क्या राजथव मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कक (क) क् या कथ बा जौरा जजला मुरैना में बेशकीमती शासकीय सावण ज नक भूमम सव कं्र. 441, रकबा 02 ववथ वा, 442 रकबा 06 ववथ वा एवं सव क्र. 531 रकबा 01 बीघा 18 ववथ वा (िसरा सम् वत 2007 के अनुसार) पर नगर के भूमाकफयाओं, असामाजजक तत् वों द्वारा अपन े नजी उपयोग में लेकर अवैि कब् जा कर मलया गया है? (ख) प्रश् नांश (क) में वख्ण त शासकीय भूमम जो िसरा सम् वत ्2007 में शासकीय अमभलेिों में सव क्र. 441, 442 आबाद िमण शाला, िमलहान के रूप में एवं सव . क्र. 531 क चा तालाब ममज् कयत सरकार के रूप में दजण िी? यदद हााँ, तो कब और कौन स े सम् वत ् में दथ तावेजों में अवैि प्रववजष्टयां कर भूमाकफयाओं को बेजा लाभ देकर अवैि कब् जा करवाया गया है? सव क्रमानुसार पिृक-पिृक वववर् ददया जाए। (ग) क् या वतण मान में उपरोक् त शासकीय भूमम सव कं्र. 441, 442 पर भूमाकफयाओं द्वारा अवैि कब् जा कर अपने आधिपत् य में लेकर अमभलेिों में जालसाजी कर थ वय ंका मेररज होम, दकुानें एवं मकान बना मलये गये हैं? इसी प्रकार से सव कं्र. 531 जो क चा तालाब ममज्कयत सरकार व एहतमाम रेवे् यू डडपाटण मेंट भूमम पर भी भूमाकफयाओं द्वारा थ िाई मकान, दकुानें नममण त कर शिे िाल भूमम को अपने कब् जे में कर मलया गया है? यदद हााँ, तो अ तक्रम्काररयों के नाम क् या हैं एवं उन पर अब तक क् या-क् या कायण वाह की गई? (घ) प्रश् नांश (क), (ख) एवं (ग) में वख्ण त अमू् य शासकीय भूमम पर भूमाकफयाओं द्वारा बेजा कब् जा कर दथ तावेजों में जालसाजी कर भूमम पर ककया गया अवैि कब् जा हटायाूतोड़ा जावेगा? यदद हााँ, तो कब तक उक् त भूमाकफयाओं एवं संमलप् त व् यजक्तयों पर कायण वाह की जावेगी? समय-सीमा बतावें। यदद नह ं, तो क् यों?

    राजस्ि मांत्री ( श्री रामपाल ससांह ) : (क) अमभलेि संवत ्2007 में प्रश् नािीन सव नं. 441 एवं 442 की भूमम रामचर् पुत्र गजप त कोम ब्राम्ह् साककन देह दाखिलकार पुख्ता िाते की भूमम होकर िसरा के कॉलम नं. 5 में दजण है। सव क्रमांक 531 की भूमम संवत ्2007 में ममज्कयत सरकार दजण है। (ख) जी नह ं। जानकार उत्तरांश ‘‘क‘‘ अनुसार। िसरा प्र त पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट अनुसार है। (ग) जी नह ं। प्रश्नािीन भूमम सव 441,442 की भूमम थवामी थवत्व पर दजण है। सव क्रमांक 531 की भूमम तहसील जौरा के प्रकर् क्रमांक-59/12-13/अ-6 में पाररत आदेश ददनााँक 25.9.2013 द्वारा शासकीय दजण की गई है। इस आदेश के ववरूद्ध अपील अनुववभागीय अधिकार के ्यायालय में प्रचमलत है। िसरा प्रववजष्ट के संबंि में अमभलेिों का पर क्ष् ककया जा रहा है। (घ) उत्तरांश ‘‘क‘‘ ‘‘ि‘‘ एवं ‘‘ग‘‘ अनुसार सव नं. 441,442 की भूमम नजी भूममथवामी थवत्व की दजण होने से बेदिल की कायण वाह संभव नह ं है। सव न.ं 531 की भूमम शासकीय घोवित की जा

    http://mpvidhansabha.nic.in/house%20proceedings/14-2015-5/2195.pdf

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    चकुी है। अनुववभागीय अधिकार के ्यायालय में ववचारािीन अपील प्रकर् का नराकर् होने के बाद तद्नुसार कायण वाह संभव हो सकेगी

    लायसेंस बनाये जाने के सांबांध में

    20. ( *क्र. 997 ) श्री प्रदीप अग्रिाल : क्या गहृ मंत्री महोदय यह बतान ेकी कृपा करेंगे कक (क) शासन द्वारा शथ त्र लायसेंस बनाये जाने संबंिी क् या नयम प्रकक्रया निाण ररत की गई है? क् या शासन द्वारा वतण मान में नवीनूवदृ्धावथ िाूफौती शथ त्र लायसेंस बनाये जाने पर रोक लगाई गई है? यदद हााँ, तो उक् त आदेश की छायाप्र त उपलब् ि करायें? यदद नह ं, तो जानकार दें कक विण 2013-14 से प्रश् न ददनााँक तक ककतने नवीनूवदृ्धावथ िाूफौती लायसेंस के आवेदन द तया जजले को प्राप् त हुये, उनमें स ेककतने थ वीकृत एवं ककतने अथ वीकृत ककये गये? (ख) आवेदन थ वीकृत अिवा अथ वीकृत करने का क् या आिार रहा या थ ववववेक के आिार पर थ वीकृत अिवा अथ वीकृत ककये गये हैं? (ग) क् या ववगत तीन विों से फौती एवं वदृ्धावथ िा शथ त्र लायसेंस के आवेदन थ वीकृत नह ं ककये गये हैं, जजसके फलथ वरूप लोगों के शथ त्र विों िानों में जंग िा रहे हैं, जबकक उ् हें थ वीकृत करने से शासन पर ककसी भी प्रकार का अ तररक् त आम् सण लोड भी नह ं पड़गेा? (घ) क् या शासन द्वारा उक् ताशय के संबंि में पिृक से आदेश जार ककये जायेंगे?

    गहृ मांत्री ( श्री बाबूलाल ग:र ) : (क) जी हााँ। आयुि अधि नयमूआयुि नयम में नदहत प्राविानों के तहत, भारत सरकार, गहृ ववभाग मंत्रालय द्वारा जार पत्र संख् या v-11016/16/2009/आम् सण , ददनााँक 31.03.2010 एवं ववभाग द्वारा जार पत्र एफ-16-498/2011/बी-1/दो, ददनााँक 26.03.2011 एवं समय-समय पर जार नद शों के अनुसार पर क्ष् कर शथत्र लायसेंस प्रदाय ककये जाते हैं। विण 2013-14 से प्रश्न ददनााँक तक द तया जजले में प्राप्त थवीकृत एवं अथवीकृत ककये गये शथत्र लायसेंसों की जानकारी सांलग्न पररसशष्ट अनुसार है। (ख) प्रश् नांश ''क'' अनुसार, जी नह ं। (ग) जी नह ं। नयमानुसार प्रकक्रया पू्ण कर जार ककये गए हैं। (घ) प्रश् न उपजथित नह ं।

    पररसशष्ट - ''चार''

    जैसीनगर जल प्रदाय योजना

    21. ( *क्र. 1873 ) श्रीमती पारूल साहू केशरी : क्या पशुपालन मंत्री महोदया यह बताने की कृपा करेंगी कक (क) क् या अगथ त 2014 में सागर जजले के वविान सभा क्षेत्र सुरिी के अतंगण त ववकासिण् ड मुख् यालय जैसीनगर की आविण न जल प्रदाय योजना की लागत तयैार कर प्रशासकीय थ वीकृ त हेत ुमुख् य अमभयंता लोक थ वाथ ् य यांबत्रकी ववभाग ग् वामलयर को भेजी गई िी? (ख) यदद हााँ, तो उक् त आविण न जल प्रदाय योजना के तहत शासन से नवीन नल-जल योजना थ वीकृ त हेतु योजना लागत की तीन प्र तशत रामश रू. 3,67,110/- भी जमा कर द गयी है? (ग) यदद हााँ, तो ग्राम जैसीनगर की नवीन नल-जल योजना की थ वीकृ त अब तक न देने और इतने लम् बे समय तक प्रकर् रोककर रिने के मलये कौन अधिकार ूकमण चार जजम् मेदार हैं? (घ) प्रश् नांश (ख) के अनुसार दोिी अधिकाररयों एवं कमण चाररयों के ववरूद्ध कायण वाह की जाकर कब तक प्रश् नांश (क) में वख्ण त जैसीनगर की नवीन नल-जल योजना को प्रशासकीय थ वीकृ त द जावेगी?

    http://mpvidhansabha.nic.in/house%20proceedings/14-2015-5/997.pdf

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    पशुपालन मांत्री ( सुश्री कुसुम ससांह महदेले ) : (क) एव ं (ख) जी हााँ। (ग) योजना के स्रोत का निाण र् न हो पाने के कार् कोई भी अधिकार ूकमण चार उत्तरदायी नह ं है। (घ) उत्तरांश ‘‘ग‘‘ के प्रकाश में कायण वाह का प्रश्न ह उपजथित नह ं होता। योजना के स्रोत का निाण र् हो जाने तिा भारत शासन द्वारा नवीन नल-जल योजना की थवीकृ त पर से प्र तबंि हटाने पर।

    उद्याननकी महाविद्यालय की स् थापना

    22. ( *क्र. 2703 ) श्री के. के. श्रीिास् ति : क्या पशुपालन मंत्री महोदया यह बतान ेकी कृपा करेंगी कक (क) म.प्र. में ककतने शासकीय उद्या नकी महाववद्यालय संचामलत हैं तिा ककतने कहााँ-कहााँ पर नये िोले जाना प्रथ ताववत हैं? (ख) ट कमग़ि में शासकीय उद्या नकी महाववद्यालय िोले जाने के सदन में ददये गये मान. मंत्री महोदया के आश् वासन की पू त ण हेतु ववभाग द्वारा अब तक क् या कायण वाह की गई? (ग) यदद कायण वाह नह ं की गई तो इसके मलये कौन जजम् मेदार है तिा कब तक कायण वाह पू्ण कर थ वीकृ त दे द जावेगी? समय-सीमा बतायें।

    पशुपालन मांत्री ( सुश्री कुसुम ससांह महदेले ) : (क) प्रदेश में एक उद्या नकी महाववद्यालय म्दसौर में संचामलत है। वतण मान में नया महाववद्यालय िोला जाना प्रथताववत नह ं है। (ख) ट कमग़ि में कृवि महाववद्यालय संचामलत है। पयाण प्त ववत्तीय संसािन उपलब्ि होने तक नवीन उद्या नकी महाववद्यालय िोला जाना थिधगत रिा गया है। (ग) प्रश्नांश ’’ि’’ अनुसार कोई जजम्मेदार नह ं है संसािनों की उपलब्िता होने पर कायण वाह करने से समय-सीमा बताना संभव नह ं है।

    फसलों का नुकसान

    23. ( *क्र. 1199 ) श्री मुकेश नायक : क्या राजथव मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कक (क) विण 2014 और 2015 में िर फ और रबी फसलों को सूिा, बा़ि, अ तवजृष्ट, ओला आदद से कुल ककतना नुकसान हुआ और ककतने ककसान प्रभाववत हुये? (ख) इन विों में फसलों को हुये नुकसान की क्ष तपू त ण और ककसानों को समग्र राहत देने के मलये क् या प्रयास शासन ने ककये और कुल ककतनी िनरामश ककसानों को राहत क्ष तपू त ण के मद में ववतररत की गई? जजलेवार वववर् दें। (ग) वतण मान में रा य में फसल बीमा के अ् तगण त ककतने और कौन-कौन से जजलों के ककतने ककसान शाममल हैं और फसल बीमा योजना के ववथ तार के मलये शासन की क् या योजना है?

    राजस्ि मांत्री ( श्री रामपाल ससांह ) : (क) से (ग) जानकार एकबत्रत की जा रह है।

    कृव् कायग हेतु आिांदटत भूसम पर अनतक्रमण

    24. ( *क्र. 1819 ) श्री सुखेन्द् र ससांह : क्या राजथव मंत्री महोदय यह बतान ेकी कृपा करेंगे कक (क) क् या लक्ष् म् बाग संथ िान की भूमम िसरा नं. 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 रकबा 4.54 एकड़ काश् तकार हेत ुविण 2015-16 के मलये नीलामी द्वारा श्री भगवानद न साकेत तनय जमुना प्रसाद नवासी ग्राम ढेरा को कृवि कायण हेतु आवंदटत की गई है? (ख) प्रश् नांश (क) के संदभण में क् या उक् त आराजी में क तपय सरहंगों द्वारा नीलामी द्वारा आवंदटत जमीन में जबरन अ तक्रम् ककया गया है, जजसका श्री भगवानद न साकेत द्वारा िाना प्रभार मऊगंज के यहां मशकायत भी की गई हैं एव ं उसी के पररप्रेक्ष् य में कायण पालन अधिकार लक्ष् म् बाग संथ िान एवं अनुववभागीय अधिकार तहसील हुजूर

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    जजला र वा द्वारा अपने पत्र क्रमांक 304/लक्ष् म्बाग संथ िानू2015/र वाूददनााँक 04.07.2015 द्वारा तहसीलदार, तहसील मऊगंज जजला-र वा को अ तक्रम् हटाकर श्री भगवानद न साकेत को कृवि कायण हेतु जमीन उपलब् ि कराने बाबत ् नद मशत ककया गया है? (ग) प्रश् नांश (क) एवं (ख) के संदभण में यदद जी हााँ, तो अभी तक अ तक्रम् क् यों नह ं हटाया गया? इसके मलये कौन जजम् मेदार है? क् या जजम् मेदार लोगों के ववरूद्ध दण् डात् मक कायण वाह कर श्री भगवानद न साकेत को कृवि कायण हेतु जमीन उपलब् ि कराई जावेगी? यदद हााँ, तो कब तक? यदद नह ं, तो क् यों?

    राजस्ि मांत्री ( श्री रामपाल ससांह ) : (क) एव ं (ख) जी हााँ। (ग) तहसीलदार मउगंज द्वारा ददनााँक 30.11.2015 को अ तक्रम् हटाया जाकर श्री भगवानद न साकेत को कब्जा ददलाया जा चुका है। अतः प्रश्न उद्भतू नह ं होता।

    मदहलाओां की सुरक्षा हेतु मुख् यालय पर मदहला थाना की स् थापना

    25. ( *क्र. 631 ) श्री प्रताप ससांह : क्या गहृ मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कक (क) मदहलाओ ंकी सुरक्षा और उनके द्वारा मशकायतें दजण कराने के मलए प्रदेश के ककन-ककन जजला मुख् यालय पर मदहला िाना थ िावपत ककये गये हैं? (ख) ऐसे ककतने िाने हैं, जहां मदहलाओं की मशकायतें लेने के मलए मदहला डथे क नममण त की गई है? (ग) क् या जजन िानों में मदहला डथे क है, उन पर कायण करन ेके मलए मदहला पुमलसकमी नह ं हैं तिा यह कायण परुूिकममण यों द्वारा सम् पाददत ककया जाता है, जजससे मदहलाएं अपनी मशकायतें न:संकोच नह ं करा पाती हैं? (घ) वविानसभा क्षेत्र जबेरा के िानों तिा डथे कों में ककतनी मशकायतें दजण हुई हैं, उनमें से ककतनी की जााँच कर प्रकर् ् यायालय में प्रथ तुत ककये गये तिा ककतनी जााँच हेतु लंबबत हैं?

    गहृ मांत्री ( श्री बाबूलाल ग:र ) : (क) मदहलाओं की सुरक्षा और उनके द्वारा मशकायतें दजण कराने हेत ु10 जजला मुख्यालय में िाने थिावपत हैं। इनके नाम हैं (1) भोपाल, (2) ग्वामलयर, (3) जबलपुर, (4) सागर, (5) इ्दौर, (6) उजैन, (7) रतलाम, (8) र वा, (9) सतना, (10) कटनी। (ख) मदहलाओें की मशकायतें लेने के मलए 142 मदहला डथेक नममण त की गई हैं। (ग) जी नह ं। शिे प्रश्न उपजथित नह ं होता। (घ) वविानसभा क्षेत्र जबेरा के अतंगण त िानों में विण 2012 से अक्टूबर 2015 तक कुल 3560 मशकायतें दजण हुई हैं, इनमें से 04 मशकायतों की जााँच कर 04 प्रकर् ्यायालय में प्रथतुत ककये गये, 120 मशकायतें जााँच में लंबबत हैं। वविान सभा क्षेत्र जबेरा के अ्तगण त मदहला डथेकों में कोई मशकायत दजण नह ं हुई।

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    भाग-2

    ननयम 46 (2) के अांतगगत अताराांककत प्रश्नोत्तर के रुप में पररिनतगत ताराांककत प्रश्नोत्तर

    रेशम सांचालनालय में अननयसमतता

    1. ( क्र. 23 ) श्री महेन्द्र ससांह कालूखेका : क्या पशपुालन मंत्री महोदया यह बताने की कृपा करेंगी कक (क) रेशम संचालनालय में वपछले विों में हुई अ नयममतताओं के बारे में प्रमुि सधचव ने जो मशकायतें लोकायुक् त को की हैं उनका वववर् देत ेहुये बताएं कक कब स ेककतनी अनुमा नत िनरामश की अ नयममतता हुई है? (ख) रेशम संचालनालय के मध् यप्रदेश के ककस-ककस जजले में क् या-क् या सम् पजत्तयााँ व ग तववधियााँ हैं उनका वववर् देते हुये बतायें कक कहााँ-कहााँ ग तववधियााँ बंद हैं तिा कहााँ चालू हैं? (ग) अशोक नगर जजले में ग्राम बहादरुपुर में रेशम संचालनालय के भवन क्ष तग्रथ त हो रहे हैं उनको ग्राम पंचायत बहादरुपुर को देने तिा अशोक नगर जजले में जो भूमम भवन हैं उनको थ िानीय संथ िाओं को देने या रेशम नमाण ् ग तववधियााँ पुन: प्रारम् भ करने पर ववचार करेंगे?

    पशुपालन मांत्री ( सुश्री कुसुम ससांह महदेले ) : (क) रेशम संचालनालय में वपछले विों में हुई अ नयममतताओं के बारे में प्रमुि सधचव ने जो मशकायत लोक आयुक् त को सौंपी है उसके वववर् पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट ‘‘01’’ अनुसार है। (ख) रेशम संचालनालय अंतगण त जजलो में सम् पजत्तयााँ व ग तववधियााँ बंद तिा चालू हैं की जानकारी पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट ‘‘02’’ अनुसार है। (ग) अशोकनगर जजले में ग्राम बहादरुपुर में रेशम संचालनालय का कोई भी भवन व जमीन नह ं है। शिे प्रश् न उपजथित नह ं होता है।

    शहरों में प्रनतददन प्रनत व् यस्तत पानी की मात्रा का प्रदाय

    2. ( क्र. 26 ) श्री महेन्द्र ससांह कालूखेका : क्या पशपुालन मंत्री महोदया यह बताने की कृपा करेंगी कक (क) मध् यप्रदेश के ककन-ककन शहरों में अब प्रत् येक व् यजक्त को प्र तददन 135 ल टर पानी ममलने व इन सभी शहरों में पाइप द्वारा सप् लाई होन ेकी योजना के् र को कब भेजी है इस हेत ुबजट में ककतनी िन रामश होगी? (ख) अभी सामा् यत: शहरों व गांवों में प्र तददन 88 ल टर या ककतने ल टर पानी प्र त व् यजक्त ममलता है तिा भववष् य में कब ककतना पानी देने की योजना है? (ग) म.प्र. के ककस-ककस जजले में फ् लोराइड की मात्रा ककतनी-ककतनी पानी में है जजलेवार वववर् दें। ववगत दो विों में पानी की गु्वत् ता सुिार हेतु ककतनी िन रामश प्रत् येक जजले में िचण हुई व आगे होगी? (घ) फ्लोराइड की मात्रा के आिार पर कौन सी बीमाररयां पीने वालों को हो सकती हैं व उसे रोकन ेहेतु क् या कायण वाह शासन ने की? (ड.) क् या मशवपुर जजले में फ्लोराइड की सब से अधिक मात्रा पाई गई व उस कार् ककतने लोगों को ककस-ककस गांवों में क् या-क् या बीमाररयााँ हुई व शासन ने क् या कायण वाह की?

    पशुपालन मांत्री ( सुश्री कुसुम ससांह महदेले ) : (क) जानकारी पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट के प्रपत्र-‘1‘ के अनुसार है। (ख) नगरों में पेयजल उपलब्िता की जानकारी पुस्तकालय में रखे पररसशष्ट के प्रपत्र-‘1‘ के अनुसार है। प्रदेश के ग्रामी् क्षते्रों की पू्ण शे्र्ी की बसाहटों में 55 ल टर प्र त

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    व्यजक्त प्र तददन तिा आंमशक पू्ण बसाहटों में 40 ल टर प्र त व्यजक्त प्र तददन के मापदण्ड स ेपेयजल उपलब्ि क�