हिमालय व अ ुं ा ंस् ा शिमला द्वारा ......क...

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हिमालयन वन अन संधान संथान, शिमला वारा किसान मेला िा आयोजन हिमालयन वन अन संधान संथान, शिमला वारा हिनांक 20 फरवरी 2017 को संथान परसर, पंथाघाटी, शिमला म ककसान मेला का आयोजन कया गया, जजसम शिमला तथा शसरमौर जला के लगभग 50 कसान ने भाग शलया I कसान मेले का उघाटन ी िमिेर शसं ि नेगी, धान य अरयपाल, हिमाचल िे ि वन वभाग ने ककया तथा उनके साथ डॉ. वी.आर.आर. शसंि, अतिररि धान म य अरयपाल, हिमाचल िे ि वन वभाग वशिट-अततथथ के ऱप म उपजथत रिे I डॉ. वी. पी. तिवारी, तनिे िक, हिमालयन वन अन संधान संथान, शिमला ने म य अततथ, अय अततथथय तथा मेले म भाग लेने आये ककसान का वागत कया तथा किा क वततमान म वातनकी की ासंथगकता पर काि डाला I उिने किा क बढ़ती जनसया एवं वकासामक काय से ाक तक वन पर बढ़ते िबाव के कारण भारत सरकार तथा राय सरकार क वि के साथ-साथ वातनकी को बढ़ावा िेने पर विे ि यान िे I तनिे िक ने किा कक हिमालयन वन अन सधान तनिे िक मिोिय वारा अततथथय का वागत

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  • हिमालयन वन अनसुधंान ससं्थान, शिमला द्वारा किसान मेला िा आयोजन

    हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान, शिमला द्वारा हिनांक 20 फरवरी 2017 को संस्थान पररसर, पंथाघाटी, शिमला में ककसान मेला का आयोजन ककया गया, जजसमें शिमला तथा शसरमौर जजला के लगभग 50 ककसानों ने भाग शलया I ककसान मेले का उद्घाटन श्री िमिरे शसिं नेगी, प्रधान मुख्य अरण्यपाल, हिमाचल प्रिेि वन ववभाग ने ककया तथा उनके साथ डॉ. वी.आर.आर. शसिं, अतिररक्ि प्रधान मुख्य अरण्यपाल, हिमाचल प्रिेि वन ववभाग ववशिष्ट-अततथथ के रूप में उपजस्थत रिे I

    डॉ. वी. पी. तिवारी, तनिेिक, हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान, शिमला ने मुख्य अततथथ, अन्य अततथथयों तथा मेले में भाग लेने आये ककसानों का स्वागत ककया तथा किा कक वततमान में वातनकी की प्रासंथगकता पर प्रकाि डाला I उन्िोंने किा कक बढ़ती जनसख्या एवं ववकासात्मक कायों से प्राकृततक वनों पर बढ़ते िबाव के कारण भारत सरकार तथा राज्य सरकारें कृवि के साथ-साथ वातनकी को बढ़ावा िेने पर ववििे ध्यान िे I तनिेिक ने किा कक हिमालयन वन अनुसन्धान तनिेिक मिोिय द्वारा अततथथयों का स्वागत

  • संस्थान शिमला वातनकी के सभी पिलुओं पर अनुसंधान, शिक्षा और ववस्तार की आवश्यकता आधाररत आयोजन, प्रोत्सािन, संचालन एवं समन्वयन करके वातनकी अनुसंधान को आगे बढ़ा रिा िै । संस्थान जलवायु पररवततन, जैवववववधता संरक्षण, मरुस्थलीकरण को रोकना और संसाधनों का प्रबंध एवं ववकास सहित इस सेक्टर में उभर रिे ववियों के अनुरूप समाधान आधाररत वातनकी अनुसंधान पर कायतरत िै। संस्थान सामतयक अनुसंधान प्राकृततक संसाधन प्रबंधन से संबंथधत चनुौततयों का सफलतापूवतक संचालन करने के शलए, वन प्रबंधकों एवं िोधाथथतयों की क्षमता में लोगों के ववश्वास को बढ़ावा िे रिा िै। इसके साथ-साथ संस्थान द्वारा ककए जा रिे वातनकी अनुसंधान के पररणामों को हिततधारकों तक पिुुँचाने िेतु प्रशिक्षण कायतक्रमों का आयोजन भी ककया जाता िै I ककसान मेले का आयोजन भी इसी हििा में ककया जा रिा एक प्रयास िै I अपने संबोधन में उन्िोंने मुख्य अततथथ मिोिय का अपने व्यस्ततम कायतक्रम में इस अवसर पर पधारने के शलए िाहितक आभार व्यक्त ककया I

    तनदेिि द्वारा मखु्य अतिथथ िा स्वागि समिू समन्वयि द्वारा ववशिष्ट अतिथथ िा स्वागि

    ककसान मेले का िुभारम्भ करते िुए, श्री नेगी ने बतौर मुख्य अततथथ अपने संबोधन में हिमालयन वन अनुसन्धान संस्थान, शिमला को ककसान मेला आयोजन पर बधाई िेते िुए किा कक वैसे तो ककसान मेले में अथधकतर कृवि, बागवानी तथा सजजजयों की खेती के बारे में जानकारी उपलजध करवाई जाती िै परन्त ु भारतीय वातनकी अनुसंधान एवं शिक्षा पररिि, िेिरािनू, जो कक वन

    https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A5%80

  • पयातवरण, वन एवं जलवायु पररवततन मंत्रालय, भारत सरकार की एक स्वायत संस्था िै, ने अपन ेके्षत्रीय संस्थानों के माध्यम से कृवि तथा बागवानी के साथ-साथ वातनकी को बढ़ावा िेने िेतु, ककसानों को प्रोत्साहित करने का बीड़ा उठाया िै I आज इसी कड़ी में हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान, शिमला द्वारा ककसान मेला का आयोजन ककया जा रिा िै जजसमे कृवि तथा बागवानी के साथ-साथ ककसानों को वातनकी से सम्बंथधत गततववथधयों को अपना कर ककस प्रकार ककसानों की आय में वदृ्थध की जा सकती िै, के बारे में मित्वपूणत जानकारी उपलजध करवाई जाएगी I

    मखु्य अतिथथ द्वारा सबंोधन ववशिष्ट अतिथथ द्वारा सबंोधन

    वततमान समय में वातनकी के मित्त्व पर प्रकाि डालते िुए श्री नेगी ने किा कक भारि में वातनिी एक प्रमुख ग्रामीण आथथतक कक्रया, ग्रामीण लोगों के जीवन से जुड़ा एक मित्वपूणत पिलू और एक ज्वलंत पयातवरणीय और सामाजजक-राजनैततक मुद्िा िोने के साथ िी पयातवरणीय प्रबंधन और ववकास िेतु अवसर उपलजध करने वाला क्षेत्र भी िै I आथथतक योगिान के अलावा वन संसाधनों का मित्व इसशलए भी िै कक ये िमें बिुत से प्राकृततक सुववधाएुँ प्रिान करते िैं जजनके शलये िम कोई मूल्य निीं प्रिान करत ेऔर इसीशलए इन्िें गणना में निीं रखते। उिािरण के शलये िवा को िुद्ध करना और सांस लेने योग्य बनाना एक ऐसी प्राकृततक सेवा िै जो वन िमें मुफ़्त उपलजध करते िैं और जजसका कोई कृत्रत्रम ववकल्प इतनी बड़ी जनसंख्या के शलये निीं िै। वनों के क्षरण स ेजनजाततयों और आहिवाशसयों का जीवन प्रत्यक्ष रूप से प्रभाववत िोता िै और बाकी लोगों का

  • अप्रत्यक्ष रूप से क्योंकक भारत में ग्रामीणों की पूरी जीवन िैली वनों पर आथश्रत िै। उन्िोंने आिा व्यक्त की कक इस आयोजन के िौरान संस्थान तथा अन्य संस्थाओं से आये वैज्ञातनकों द्वारा ककसानों को जो मित्वपूणत जानकारी उपलजध करवाई जाएगी उससे ककसान लोग अवश्य िी लाभाजन्वत िोंगे तथा वातनकी क्षेत्र ववििेकर औिधीय पौधों तथा फूलों की खेती, इत्याहि को अपनाने से ककसान को आय में वदृ्थध का अन्यत्र साधन शमलेगा I अतं में श्री नेगी ने हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान, शिमला द्वारा वातनकी अनुसंधान के क्षेत्र में ककये जा रिे कायों की सरािना की तथा वन ववभाग की ओर संस्थान को िर संभव सियोग प्रिान करने का आश्वासन भी हिया I

    डॉ. वी.आर.आर. शसिं, अततररत्क प्रधान मुख्य अरण्यपाल, हिमाचल प्रिेि वन ववभाग ने भी बतौर ववशिष्ट अततथथ वातनकी को बढ़ावा िेने के शलए तथा संस्थान की तकनीकों की जमीन तक पिुुँचाने के शलए ककसान मेल के मित्त्व पर अपने ववचार प्रकट ककए I

    डॉ. िुलराज शसिं िपूर, समूि समन्वयक अनुसंधान, हिमालयन वन अनुसन्धान संस्थान, शिमला ने ककसान मेले में आये अततथथयों का धन्यवाि ककया तथा आिा व्यक्त की ककसान अवश्य िी मेला के िौरान िोने वाले वातातलाप से ककसान अवश्य िी लाभाजन्वत िोंगे I

    ककसान मेला आयोज के िौरान डॉ. लाल शसिं, तनदेिि, हिमालयन ररसचत ग्रुप, शिमला ने ककसान उन्मुख प्रौद्योथगककयों के बारे में ववस्ततृ जानकारी िी तथा श्री मेला राम, प्रगततिील ककसान, खटनोल, जजला शिमला ने एक प्रगततिील ककसान के रूप में अपने बिुमूल्य अनुभव साझा ककएI डॉ. संदीप िमाा, वैज्ञातनि ने औिधीय पौधों की खेती से आय वदृ्थध, श्री जगदीि शसिं, वैज्ञातनि ने औिधीय पौधों की अंतर फसल (इंटरक्रॉवपगं), डॉ. मनीष िमाा, वैज्ञातनि ने सजजजयों की खेती तथा श्रीमिी िीिल देवड,े सिायि प्रबंधि, यूतनयन बैंक ऑफ़ इंडडया न ेबैंक द्वारा ककसानों को उथचत िरों पर उपलजध करवाए जाने वाले कृवि ऋण तथा अन्य सुववधाओं के बारे मित्वपूणत जानकारी उपलजध कराई I

    https://www.shabdkosh.com/translate/%E0%A4%AB%E0%A5%82%E0%A4%B2%E0%A5%8B%E0%A4%82%20%E0%A4%95%E0%A5%80%20%E0%A4%96%E0%A5%87%E0%A4%A4%E0%A5%80/%E0%A4%AB%E0%A5%82%E0%A4%B2%E0%A5%8B%E0%A4%82%20%E0%A4%95%E0%A5%80%20%E0%A4%96%E0%A5%87%E0%A4%A4%E0%A5%80-meaning-in-Hindi-English

  • डॉ. लाल शसिं – तनदेिि, हिमालयन ररसर्ा ग्रपु श्री मेला राम – प्रगतििील किसान

    डॉ. मनीष िमाा, वजै्ञातनि, य.ूएर्.ऍफ़., नौणी श्रीमिी िीिल देवड,े सिायि प्रबधंि, यतूनयन बैंि

    श्री जगदीि शसिं, वजै्ञातनि, हि.व.अ.स ं डॉ. सदंीप िमाा, वजै्ञातनि, हि.व.अ.स.ं

  • कायतक्रम के अतं में ककसानों तथा वैज्ञातनकों के साथ एक प्रततपुजष्ट/ फीडबैक सत्र का आयोजन ककया गया, जजसमें वैज्ञातनकों तथा अथधकाररयों द्वारा ककसानों के प्रश्नों के उत्तर तथा उनके समस्याओं के समाधान िेतु मित्वपूणत सुझाव हिए गए I ककसानों ने वन ववभाग तथा संस्थान से बंिरों तथा िसूरे जंगली जानवरों द्वारा उनकी फसलों को पिुचाये जा रिे नुकसान के बारे अवगत करवाया तथा इस हििा में कोई ठोस तथा कारगार नीतत बनाने की ओर ध्यान आकवितत ककया I इसके साथ-साथ औिधीय तथा फूलों की खेती तथा व्यापार पर भी ववस्ततृ चचात की गई I

    किसान मेला िी झलकिया ं

  • मीडडया िवरेज