जल ि जे ेववव - wordpress.com · 2014. 4. 29. · िसूस िी िै"...

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वाटिकिन रेडियो टिन्दी eसमाचार 1

29 अप्रैल 2014 मंगलवार

जॉन पौल द्ववतीय िा जीवन

सुसमाचार िे प्रतत आज्ञािाररता िा जीवन था, िाडि िनल िोमास्त्री

ख्रीस्त्त िे मटिमामय घाव

रवववारीय चचन्तन

वर्ि ‘अ’ पास्त्िा िा तीससरा रवववार

अप्रलै, 2014

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जॉन पौल द्ववतीय िा जीवन ससुमाचार िे प्रतत

आज्ञािाररता िा जीवन था, िाडि िनल िोमास्त्री

जूलयि जेनेववव किस्त्िफर

वाटििन ससिी, 28

अप्रलै सन ्2014

(सेदोि): वाटििन

स्स्त्थत सन्त पेरसु

मिाचगरजाघर िे

प्रााँगण में, सोमवार 28 अप्रलै िो, जॉन

पौल द्ववतीय िी सन्त घोर्णा िे

सलये पोलणै्ि से रोम

पिुाँचे लगभग 60,000 तीथियात्ररयों िे सलये, सन्त पापा फ्ााँससस िे

प्रततधमािध्यक्ष, िाडि िनल आन्जेलो िोमास्त्री ने ख्रीस्त्तयाग अवपित िर पोलणै्ि िे नये सन्त िे सलये प्रभ ुईश्वर िे प्रतत

िाटदिि धन्यवाद ज्ञावपत किया।

उन्िोंने ििा कि जॉन पौल द्ववतीय िम सबिे प्रेम िा पार इससलये बने क्योंकि उनिा सम्पणूि जीवन ससुमाचार िे

प्रतत आज्ञािाररता में बीता।

सत्य, प्रेम, वार्ाा व सद्भावना को समर्पिर् 1342 वााँ अंक 29 अप्रैल 2014 मंगलवार

वाटिकिन रेडियो टिन्दी eसमाचार 2

िाडि िनल िोमास्त्री ने स्त्मरण टदलाया, "नौ वर्ों पवूि सन्त पापा जॉन पौल द्ववतीय िे तनधन पर िम सबने सन्त पेरसु

मिाचगरजाघर िे प्रााँगण में िाठ िी पिेी तथा उसपर रखे ससुमाचार ग्रन्थ िा दीदार िर प्रश्न किया था कि "जॉन पौल

द्ववतीय िौन थ?े क्यों िमने उनसे इतना प्यार किया?

उन्िोंने ििा, "उस वक्त अचानि वाय ुचली और ससुमाचार िे पन्नों िो उलिने लगी थी। ससुमाचारी पन्नों िो खोलनेवाला अदर्िनीय िाथ मानों िि रिा िोोः इसिा उत्तर ससुमाचार में िै। जॉन पौल द्ववतीय

िा सम्पणूि जीवन येस ुिे ससुमाचार िे प्रतत अनवरत

आज्ञािाररता में बीता। सन्त पेरसु मिाचगरजाघर िे

प्रााँगण बिती वाय ुिमसे िि रिी थी इसीसलये आप

सबने उनस ेइतना प्रेम किया। जॉन पौल द्ववतीय में िम सबने जीवन िे ससुमाचार िो पिचानाोः उस

ससुमाचार िो स्जसने पीढी दर पीढी ख्रीस्त्तीय

धमािनयुातययों िो प्रिार् एव ंआर्ा प्रदान िी िै।"

िाडि िनल िोमास्त्री ने ििा कि िाथसलि िलीससया ने जॉन पौल द्ववतीय िी पववरता एव ंसन्तता िो मान्यता प्रदान

िी िै और यि िमारे सलये िर्ि एव ंधन्यवाद ज्ञापन िा ववर्य िै। तथावप, उन्िोंने ििा कि जॉन पौल द्ववतीय िे उन

र्ब्दों िो याद रखना टितिर िोगा स्जनमें उन्िोंने ििा थाोः "सन्त लोग िमसे तासलयों िी अपेक्षा निीं िरत ेबस्कि

अपेक्षा िरत ेिैं कि िम उनिा अनसुरण िरें।"

िाडि िनल मिोदय ने प्रश्न कियाोः 20 वी ंर्ताब्दी में येस ुिे इस अनिुरणीय सर्ष्य

िी पववरता से िमें क्या सर्क्षा समलती िै?

उन्िोंने ििा कि "यरूोप िी िलीससया" पर उनिे प्ररेरतति उदबोधन में इसिा उत्तर िमें सिज िी समल जाता िै स्जसमें जॉन

पौल द्ववतीय, ईश्वर िी उपस्स्त्थतत से

इनिार िरनेवाले तपृ्त मानव द्वारा स्त्वधमित्याग िे यगु में, येस ुमें अपने

ववश्वास िी असभव्यस्क्त से निीं िरे।

उन्िोंने स्त्मरण टदलाया कि 16 अक्तबूर

सन ्1978 ई. िो िलीससया िे परमाध्यक्ष तनयकु्त िोने िे बाद जब वे जनसमदुाय िो दर्िन देने बािर आये तो उनिे

प्रथम र्ब्द थे "ससया लोदातो जेस ुकिस्त्तो" अथाित ्येस ुमसीि िी जय!

िाडि िनल िोमास्त्री ने ििा कि यि उनिा ववश्वासमय िर्ोन्नाद था, यिी उनिे जीवन िा लक्ष्य था, यिी उनिे

परमाध्यक्षीय िाल िा उदगम। उन्िोंने ििाोः "येस ुख्रीस्त्त में, जॉन पौल द्ववतीय िा ववश्वास चट्टान िे सदृर् थाोः तीव्र, यथाथि, तनिर एव ंसािससि ववश्वास।"

वाटिकिन रेडियो टिन्दी eसमाचार 3

जॉन पौल द्ववतीय िी बीमारी पर एि फ्ााँसससी परिार िे र्ब्दों िो उदृ्धत िर िाडि िनल िोमास्त्री ने ििाोः "एि ओर सन्त पापा र्रीर से दबुिल िोत ेचल ेजा रिे थ ेतो दसूरी ओर उनिा साक्ष्य और अचधि प्रभावर्ाली िोता जा रिा थाोः उनिा ववश्वास रात िे अन्धिार में प्रिार् जैस ेचमि रिा था।"

पररवार पर सन्त जॉन पौल द्ववतीय िी सर्क्षाओं िा स्त्मरण टदलािर िाडि िनल मिोदय ने ििा कि उन्िोंने इततिास

िे उस िाल में पररवार िा बचाव किया जब पररवार पर भ्रामि ववचारधाराओं िो र्य समल रिी थी। पररवार पर प्रिासर्त अपने प्ररेरतति उदबोधन "फासमसलयाररस िोनसोरससयो" में उन्िोंने ववश्व िे समक्ष इस तथ्य िो रेखाकंित

किया कि एि परुुर् एव ंस्त्री द्वारा रचचत पररवार ईश्वर िी ससृ्ष्ि िै स्जस ेभगं िरने िा िोई भी प्रयास न िरे।

उन्िोंने स्त्पष्ितया सलखा थाोः "ऐसे ऐततिाससि क्षण में जब पररवार िई ववनार्ि र्स्क्तयों िा प्रिार झेल रिा िै जो उसे नष्ि िरने एव ंउसिी सरंचना िो भ्रष्ि िरने िी तलार् में िैं, िलीससया, इस तथ्य िे प्रतत जागरूि रित ेिुए कि

समाज िी तथा स्त्वय ंउसिी भलाई पररवार िे िकयाण से घतनष्ठ रूप से जुडी िुई िै, सभी िे समक्ष वववाि एव ं

पररवार पर ईर् योजना िी उदघोर्णा सम्बन्धी अपने समर्न िी अतनवायिता िो और अचधि प्रभावर्ाली ढंग से

मिससू िरती िै" ("फासमसलयाररस िोनसोरससयो" 86)।

ख्रीस्त्त िे मटिमामय घाव

उर्ा ततिी, िी.एस.ए.

वाटििन ससिी, रवववार, 27 अप्रैल 2014 (वीआर सेदोि)꞉ वाटििन स्स्त्थत संत

पेरसु मिाचगरजाघर िे प्रााँगण में, िलीससया िे प्रथम र्ीर्ि प्रेररत संत पेरसु िे

चार उत्तराचधिाररयों िे टदन, रवववार 27 अप्रैल िो संत पेरसु मिाचगरजाघर िे

प्रांगण में स्स्त्थत मंच पर सविप्रथम नजर आने वाले सतं पापा एमेररतुस सतं पापा बेनेडिक्ि 16 वें सादे पररधान में, दो नये संतों संत जॉन 23 वें एवं संत जॉन पौल

द्ववतीय िी ध्वज िे ठीि बीजो-बीच उपस्स्त्थत िुए तथा संत पापा फ्ााँससस ने संत

घोर्णा समारोि िा नेततृ्व किया।

संत घोर्णा िे इस ववर्रे् समारोि िे मुख्य अनुष्ठाता संत पापा फ्ााँससस ने संत

घोर्णा िी धमिववचध िो सम्पन्न िरते िुए संत पापा जॉन तेसवें एव ंसतं पापा जॉन पौल द्ववतीय िो िलीससया िे सम्मुख लैटिन भार्ा में संत घोवर्त किया।

उपस्स्त्थत िलीससया ने खुर्ी िा इज़िार िरत ेिुए आमेन ििा, जोरों िी तासलयााँ बजायीं एव ंजयिार िी ध्वतन पूरे वातावरण में गूाँज उठी। संत पापा जॉन 23 वें तनधन िे 50 वर्ों बाद एव ंसंत पापा जॉन पौल द्ववतीय तनधन िे 9 वर्ों पश्चात ्संत

वाटिकिन रेडियो टिन्दी eसमाचार 4

घोवर्त िुए।

धमिववचध में आगे बढते िुए पीतल में चााँदी लगे ताबुत में नये संतों िे अवर्रे् (रेसलक्स), संत पापा फ्ााँससस

िो अवपित किये गये। संत पापा जॉन 23 वें िे अवर्रे् िो उनिे पररवार िे सदस्त्यों एव ंसंत पापा जॉन पौल

द्ववतीय िे अवर्रे् िो श्रीमती फ्लोररबेथ मोरा िायज़ ने प्रस्त्तुत किया।

संत घोर्णा समारोि एवं पास्त्िा अठवारे िे अतंतम टदन संत

पापा फ्ााँससस ने उपदेर् में पुनजीववत ख्रीस्त्त िे मटिमामय

घावों पर प्रिार् िाला। उन्िोंने ििा

कि येसु िे घाव ववश्वास िे सलए एि अपमान एवं बाधा िै,

ववश्वास िे मागि पर एि ठोिर िै किन्तु यि ववश्वास िी परीक्षा भी िै। इसीसलए जी उठे येसु ख्रीस्त्त िे र्रीर में घाव

िमारे प्रतत ईश्वर िे मिान प्रेम िा एि स्त्थायी प्रतीि बन

गया िै। इससलए निीं कि इसिे द्वारा ईश्वर िी उपस्स्त्थत

प्रमाणणत िो किन्तु यि ववश्वास िरने िे सलए कि ईश्वर

प्रेमी, दयाल ुएवं ववश्वस्त्त िैं। नबी इसायस घोवर्त िरते िैं, ″उनिे घावों द्वारा आप चगें िो गये िैं।″

संत पापा फ्ााँससस ने िमारा ध्यान नये संतों िी ओर आिृष्ि

किया। उन्िोंने ििा कि वे सािसी थे, उन्िोंने येसु िे घाव िो देखने से िभी निीं घबराया, उन्िोंने ख्रीस्त्त िे िूस स ेिभी ठोिर निी ंखाया क्योंकि उन्िोंने प्रत्येि दोुःखी एव ंसंघर्िरत व्यस्क्त में येस ुिो देखा। इन दोनों ने 20 वी ंसदी िी दखुद ऐततिाससि घिनाओं िा सािस पूविि सामना किया।

संत पापा ने द्ववतीय वाटििन मिासभा िे मित्व िी याद िरते िुए ििा कि इन दोनों संत पापाओ ंने पववर

आत्मा िे प्रतत उदार िोिर िलीससया िा नवीनीिरण किया। उन्िोंने ििा कि िम यि न भूलें कि इन संत

पापाओं न ेिी िलीससया िो वविास िे मागि पर अग्रसर किया। संत पापा जॉन 23 वें न ेपववर आत्मा से संचासलत िोिर वाटििन द्ववतीय मिासभा िा समाह्वान किया तथा संत पापा जॉन पौल द्ववतीय ने िलीससया िी बडी सेवा िी, ववर्रे्िर, पररवार िे प्रतत उनिा प्रेम सरािनीय िै।

आज िे दोनों नये संत एव ंईर् प्रजा िे चरवािे िलीससया िे सलए प्राथिना िरें ताकि पररवार ववर्य पर आगामी ससनि एवं पररवार िी प्रेररताई में िम सभी पववर आत्मा िे प्रतत उदार िो सिें । ईश्वर िी िरूणा जो आर्ा, क्षमा और प्यार में प्रिि िोती िै उस ख्रीस्त्त िे घाव िे रिस्त्य स ेिभी ठोिर न खायें।

संत पापा फ्ााँससस ने दो मिान संत पापाओ,ं संत पापा जॉन पौल द्ववतीय एव ंसंत पापा जॉन 23 वें िी संत

वाटिकिन रेडियो टिन्दी eसमाचार 5

घोर्णा समारोि िे अतं में भक्त समुदाय िे साथ स्त्वगि िी रानी प्राथिना िा पाठ किया, स्त्वगि िी रानी प्राथिना िे पूवि उन्िोंने ववश्वाससयों िो सम्बोचधत िर ििा,

″अतत वप्रय भाइयो एव ंबिनो, सुप्रभात। ववश्वास िे इस मिान समारोि िा समापन िरते िुए मैं आप सभी िा असभवादन िरता िूाँ तथा आप सभी िो धन्यवाद देता िूाँ। मैं िाडि िनल भाइयों, सभी धमािध्यक्षों एव ं

ववश्वभर िे पुरोटितों िो धन्यवाद देता िूाँ। मानव जातत िे वविास एव ंववश्व र्ांतत िेत ुअसमि योगदान देने वाले दो संत पापाओ ंिो श्रद्धा सुमन अवपित िरने आये ववसभन्न देर्ों िे प्रतततनचधयो िो मैं धन्यवाद देता िूाँ। ववर्रे् रूप स,े इिली िे प्रर्ासतनि अचधिाररयों िो उनिे सियोग िे सलए मैं अपनी िृतज्ञता व्यक्त िरता िूाँ।

बेरगामों धमिप्रांत एवं िािॉव िे सभी तीथियात्ररयों िा मैं असभवादन िरता िूाँ जो अतत वप्रय एव ंसम्मातनत

दो संत पापाओ ंिे इस स्त्मारि टदवस पर एिर िुए, उनिी सर्क्षा िा उदारता पूविि पालन िरनेवाले आप

सभी िे प्रतत मैं अपने आध्यास्त्मि सामीप्य िा प्रदर्िन िरता िूाँ।

मैं उन सभी लोगों िे प्रतत िृतज्ञ िूाँ स्जन्िोंने आज िे टदन िो यादगार बनाने िेतु उदारता पूविि िायि किया िै, ववर्रे्िर, िाडि िनल वास्कलनी िे साथ रोम धमिप्रांत, रोम िी नगर पासलिा, मिापौर इग्नाससयो माररयो, िानून िे रक्षि तथा ववसभन्न संगठन, संस्त्थाओं और अनचगनत स्त्वयंसेविों िो मैं धन्यवाद देता िूाँ।

संत पापा ने सतं पेरसु मिाचगरजाघर िे प्रााँगण में एित्ररत सभी तीथियात्ररयों िो असभवादन किया उन्िोंने संप्रेर्ण ववभाग िे सभी िमिचाररयों िो धन्यवाद टदया। अतं में उन्िोंन,े बीमार एव ंबुजुगि सभी लोगों िा ववर्रे् रूप स ेअसभवादन किया स्जनिी सिायताथि आज िे नये संत उनिे अतत िरीब िैं।

इतना ििने िे पश्चात ्संत पापा न ेसंत जॉन 23 वें एवं संत जॉन पौल द्ववतीय िो अपने वप्रय बच्चों िे

समान प्यार िरने वाली धन्य िुाँ वारी मररयम स ेप्राथिना िी। तत्पश्चात ्उन्िोंने स्त्वगि िी रानी प्राथिना िा पाठ किया तथा सभी िो अपना प्रेररतति आर्ीवािद प्रदान

किया।

वाटिकिन रेडियो टिन्दी eसमाचार 6

वाटिकिन रेडियो टिन्दी eसमाचार 7

िमारा पता

Regional office Hindi

Vatican Radio, Satya Bharati, P.B. 2, Dr. Camille Bulcke Path, Ranchi, 843001

Jharkhand, India.

E-mail:- hindi@vatiradio.va

Rome

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Vatican Radio Regional offices

Tamil & English

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vradioch@gmail.com

Malayalam

POC, PB. No. 2251, Palarivattom,

Kochi-682 025, Kerala, India,

vrkochi@gmail.com

वाटििन रेडियो िे सामान्य िायििम

र्तन सधं्या - रवव प्रातोः-रवववारीय धमिग्रंथ एव ंआराधना-

ववचध चचन्तन

रवव संध्या -सोम प्रातोः- यवुा िायििम नई टदर्ाएाँ एव ंसाप्ताटिि िायििमोःचेतना जागरण

सोम सधं्या -मंगल प्रातोः- रवववारीय देवदतू प्राथिना से पवूि टदया गया सतं पापा िा संदेर्

मंगल सधं्या -बधु प्रातोः िलीससयाई दस्त्तावेज़ोःएि अध्ययन

बधु सधं्या -गुरु प्रातोः- साप्ताटिि आमदर्िन समारोि में संत पापा िा संदेर् और श्रोताओ ंिे पर

गुरु सधं्या -र्ुि प्रातोः-पववर धमिग्रंथ बाईत्रबलोःएि पररचय

र्ुि सधं्या -र्तन प्रातोः- सामतयि लोिोपिारी चचाि

प्रसारण िी समास्प्त लगभग 6 समनिों िे िलीससयाई और लोिोपिारी समाचारों से िोती िै

वेबसाइट्स

VR HINDI

http://hi.radiovaticana.va/index.asp

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.उर्ा ततिी, िी.एस .ए. जलूयि जेनेववव किस्त्िफ़र जस्स्त्िन ततिी, ये .स.

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