प्रिय साथियोhindi.ucobank.com/pdf/dhan-jan-yojana_hindi.pdf · 2014-08-27 ·...
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प्रिय साथियो,
मैंने स् वतंत्रततंा िववस र िव ए परने ााण म प्रव् तंीय समावे न से जुड े क ाष्ट रीय पनायान के रूर म प्रधान मतं्री जन-धन योजना की घोण ा की िी। इसके रीछे यह मह्वाकातक्षी उद्देश् य ह िक वे के साी रर वा ों को बैंिकत ए सपु्रवधाओत से जोडा जा औ ह रर वा का क बैंक खातंा हो।जो लोए प्रव् तंीय ि ाली की मखु् य धा ा से पाी तंक छट ेे हु हैं, उनके नल यह बहुतं जरू ी ह । िधान मत्रती जन-धन योजना 28 पएस् तं, 2014 को रट े वे म क साि लाएट की जा एी। मैं औरचार क रूर स े िवल् ली म इसका उघाघाेन करूग एा, जजसके साि ाज् य स् तं र ाी समा ोह आयोजजतं िक जा तएे जजसम मे े सहयोएी केन्द रीय मत्रती िहस् सेवा ी क एे। साि ही, जजला स् तं र तंिा जजले के ाीतं ाी समा ोह आयोजजतं िक जा तएे। ाखा स्तं र ाी न प्रव आयोजजतं िक जा तएे।
िधान मत्रती जन-धन योजना का उघाएम हमा े प्रवकास के व शन “सबका साि सबका प्रवकास” के मटल स ेहुआ ह । जब हम इस ज्ञान यएु म आधनुनक बैंिकत ए वत प्रव् तंीय ि ानलयों के साि तंजे एनतं से आए ेबढ़ हे हैं, तंो यह तंकश सतएतं नहीत ह िक हमा ी जनसतख् या का पथधकात िहस् सा आधा ाटतं बैंिकतए सपु्रवधाओत से वतथचतं हे। काी-काी मझुे आश् चयश होतंा ह िक हमने चीजों को िकतंना जिेल बना िवया ह िक ए ीब औ सीमाततं लोए बिहष्ट कृतं औ वतथचतं हने के पततंहीन चर म म फग से हने को मजबट हो ए हैं। पब जरू ी हो एया ह िक हम उस चर म को तंोड । जन-धन योजना इस िव ा म रहला कवम ह । क बैंक खातंा होने र बैंिकत ए तंिा ऋ सपु्रवधाओत तंक ह रर वा की रहुगच हो जा एी। इससे वे महाजनों के चतएलु से आजाव हो सक एे, आकजस्मक जरू तंों के का आने वाले प्रव् तंीय सतके से बचे हने म सफल होंएे औ सबसे मह् वरट श बातं यह ह िक प्रव् तंीय उ् रावों की श्ृतखला का फायवा वे ाी उठा रा तएे। रहले च म , ह खातंाधा क को रु.1,00,000/- के वघुशे ना बीमा सिहतं क रुरे डबेबे काडश नमलेएा। जब हम आएे बढ़ एे, उन्द ह पन्द य बीमा वत र न उ् रावों म ानमल िकया जा एा। काम बहुतं बडा ह । हम 7 क ोड से ज् यावा रर वा ों तंक रहुगचना ह औ उनके खातं े खोलने हैं। यह क ाष्ट रीय िािनमकतंा ह औ हम इस चुनकतंी को स् वीका क ने के नल आएे आना होएा।इस पनायान की तं् काल आवश् यकतंा इसनल ह िक इस क पयोग् यतंा के का ही प्रवकास की पन्द य साी एनतंप्रवथधयात बाथधतं हो ही हैं। मझुे प्रवश् वास ह िक हम सब नमलक इस रर जस्िनतं से बाह ननकल सकतं ेहैं।
मे ा आरसे पन ुोध ह िक इस एाडी म परना कत धा लएा त औ इस बातं को सनुनजश्चतं क ने का ह सताव ियास क िक कोई ाी बैंक खातं ेसे वतथचतं न ह जा । यह उरलजधध आरके औ आरकी ेीम के नल र म सततंजुष्टे का स्रोतं साबबतं होएी। मैं खुव सवशशे्ष्ट ठ कायश क ने वाली ाखाओत की उरलजधधयों को सम् माननतं करूग एा। मझुे रट ा ा ोसा ह िक आर इस पनायान को सफल बनाने के नल आएे आ तएे औ इस ाष्ट रीय ियास म मह् वरट श ाटनमका ननाा तएे। आरको मे ा रट ा समिशन िाप् तं होएा।
ाुकामनाओत सिहतं,
आरका,
नरेन्द र मो
िधान मत्रती