रोग प्रतिरक्षा िंत्र को समझें€¦ · \ाषा...

60
1 वैानिक शिा रोग तिरा िं को समझ यह कैसे काम करता है ?

Upload: others

Post on 23-Oct-2020

6 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

  • 1

    वैज्ञानिक शिक्षा

    रोग प्रतिरक्षा िंत्र को समझें

    यह कैसे काम करता है?

  • 2

    यह किताब अंगे्रजी में इटंरनेट पर उपलब्ध ह।ै दकुनया में बढ़ते िोरोना संिट ने इि बार

    किर रोग प्रकतरक्षा प्रणाली (इम्यून कसस्टम) िो एि बार किर चचाा में ला कदया। इम्यकुनस

    कसस्टम िो समझने िे कलए इस किताब िा कहदंी अनुवाद किया गया ह।ै कचकित्सिीय

    भाषा होने िे चलते अनुवाद में बहुत सारी समस्याएं आई ह।ै आशा ह ैकि आप अगर िहीं

    समझ नहीं आये तो मलू अंगे्रजी दखेने िा िष्ट िरेंगे।

    अनुवादि

    सोनी कसंह

    मानव सेवा एवं स्वास््य कवभाग अमेररिा

    राष्ट्रीय स्वास््य संस्थान राष्ट्रीय संक्रामि रोग एवं एलजी संस्थान

    राष्ट्रीय ििा संस्थान

    द्वारा 2003 में प्रिाकशत

  • 3

  • 4

    Contents

    पररचय ......................................................................................................... 5

    खदु िी और बाहरी िोकशिाएं (self and nonself) ........................................... 6

    प्रकतरक्षा प्रणाली (Immune System) िा ढांचा ..................................................... 8

    इम्यून िोकशिाएं और उनिा उत्पादन .................................................................... 12

    B Lymphocytes (बी कलम्िोसाइट्स) ......................................................... 13

    टी िोकशिाएं ........................................................................................... 15

    िैगोसाइट्स और उनिे संबंधी ....................................................................... 18

    साइटोकिन्स ............................................................................................ 19

    िॉकम्ललमेंट ............................................................................................. 21

    इम्यून प्रकतकक्रया िा समायोजन ........................................................................... 22

    बैक्टीररया, वायरस और पैरासाइट्स ................................................................. 25

    रोग प्रकतरोध क्षमता - प्रािृकति और अकजात ............................................................. 28

    इम्यून सहनशीलता .......................................................................................... 30

    टीिे .......................................................................................................... 31

    प्रकतरक्षा प्रणाली िा कबगड़ जाना.......................................................................... 32

    एलजी संबंधी रोग...................................................................................... 32

    ऑटोइम्यून गड़बड़ी.................................................................................... 32

    जकटल प्रकतरक्षा रोग ......................................................................................... 34

    प्रकतरक्षा प्रणाली रोग ........................................................................................ 35

    (immunodeficiency disorder) ................................................................. 35

    प्रकतरक्षा प्रणाली िे िैं सर ............................................................................. 37

    प्रकतरक्षा कवज्ञान और प्रत्यारोपण .......................................................................... 37

    (Immunology and Transplants) .............................................................. 37

    बोन मैरो रान्सललांट ................................................................................... 38

    प्रकतरक्षा और िैं सर ......................................................................................... 39

    प्रकतरक्षा प्रणाली और तंकििा तंि ......................................................................... 41

  • 5

    (Immune System and the Nervous System) ........................................... 41

    प्रकतरक्षा कवज्ञान िे मोच े.................................................................................... 42

    (Frontiers in Immunology) ..................................................................... 42

    जेनेकटि इजंीनीयररंग ................................................................................... 44

    जीन थेरेपी .............................................................................................. 44

    इम्युनो रेगलेुशन ........................................................................................ 46

    सारांश ........................................................................................................ 47

    शब्दावली ................................................................................................... 49

    परिचय

    रोग प्रकतरक्षा तंि (Immune system) िोकशिाओ ं

    (cells), ऊत्तकों1 (tissues) और अंगों (organs) िा एि

    नेटविा होता ह।ै यह शरीर िे अंदर आने वाले बाहरी

    रोगाणओु ंसे शरीर िी रक्षा िरता ह।ै वह रोगाण ुमखु्य रूप

    से कीटाण ू (microbes), इन्िेक्शन िैलाने वाले जीव

    (organisms) जैसे - बैक्टेररया, वायरस, परजीवी और

    ििंूद जैसे जीवों िे रूप में होते हैं। इम्यनू कसस्टम िा िाम

    ह,ै रोगाणओु ं िो ढंूढिर उनिी पहचान िरना, उन्हें नष्ट

    िरना, क्योंकि मानव शरीर बहुत सारे रोगाणओु ं िे कलए

    1 इटालिका शब्दों की परिभाषाए ंआखििी पेजों पि दी गई है।

  • 6

    आदशा वातावरण पैदा िरता है, इस कलये ये रोगाण ु इसमें

    घसुने िी िोकशश िरते हैं।

    जब इम्यनू कसस्टम गलत लक्ष्य िो भेदता ह ैया पंग ुहो

    जाता ह ै तो यह तब यह एलजी, गकिया (अथाराईट्स), या

    एड्स जैसे बीमाररयों िो बढ़ा सिता ह।ै इम्यनू कसस्टम अदु्भत रूप से जकटल ह।ै यह लाखों

    अलग-अलग रोगाणओु ं िो पहचान सिता ह ै और याद

    रख सिता ह।ै यह स्राव (secretions) िो पैदा िरता ह ै

    और िोकशिाओ ंिो उनसे मैच (मेल िरना) िरता ह ैऔर

    मैच नहीं होने पर हर एि िो परूी तरह से नष्ट िर दतेा ह।ै

    इसिे सिलता िा राज, इसिा जबरदस्त कवस्ततृ,

    गकतशील संचार तंि ह।ै यह लाखों-लाख िोकशिाएं, समहू

    और उप समहू में संगकित हो जाती ह,ै मधमुकक्खयों िे झुंड

    िी तरह अपने आसपास एि-दसूरे िो आगे पीछे ति िी

    तमाम सचूनाएं दतेी हैं।

    जब इम्यनू कसस्टम जब खतरे िी घंटी सनु लेता ह ैतो

    वह अपने अंदर िायानीकति बदलाव िरने लगता ह,ै इस

    बदलाव में वह शकिशाली रसायन पैदा िरना शरुू िरता

    ह।ै यह िोकशिाओ ं िो अपने आप अपनी बढ़ोतरी और

    व्यवहार िो कनयंकित िरने अनुमकत दतेी हैं और अपन े

    साकथयों िी सचूी बनाती हैं, नए रंगरूटों िो सीधा खतरे

    िी जगह पर कनदकेशत िरती हैं।

    खुद की औि बाहिी कोशिकाए ं (self and nonself)

  • 7

    एि स्वस्थ इम्यनू कसस्टम िा मुख्य िाम अपने शरीर िे

    अंदर िी िोकशिाओ ं में से खदु िी और बाहरी

    िोकशिाओ ं िी पहचान िरना होता ह।ै शरीर िा इम्यनू

    (प्रकतरक्षा) अपनी िोकशिाओ ंिे साथ मौजदू रहता ह,ै और

    अपने साथ ‘खदु’ िे रूप में पहचान िरने वाले अणु (self-

    marker molecule’s) रखता ह।ै जब इम्यनू प्रकतरक्षिों

    िी बाहरी िोकशिाओ ंया जीवों से कभडं़त होती ह ैवह इन

    पर हमला िर दतेे हैं।

    इम्यनू कसस्टम जब किसी भी चीज िो रीगर िरता ह ै

    उसे एंकटजन (प्रकतजन) िहते हैं। यह कवषाणओु ं िे रूप में

    एि वायरस हो सिता ह,ै या उन कवषाणओु ंिा एि रूप

    भी हो सिता ह।ै दसूरे शरीर िे उत्तिों या िोकशिाओ ंिे

    एि जैसे िोकशिाओ ं िो भी वह बाहरी िोकशिाओ ं िे

    रूप में कचकित िरता ह ै और प्रकतजनों िे रूप में उनपर

    हमला िरता ह।ै

  • 8

    जो भी इस इम्यनू प्रकतरक्षा पर हमला िरता है उसे

    एंटीजन िहते हैं। वह एंटीजन सकू्ष्म जीव वायरस हो सिता

    ह ैया किर किसी सकू्ष्म जीव िा भाग हो सिता ह।ै अन्य

    व्यकि िी उत्ति या िोकशिाएं भी बाहरी मािा सा िे तौर पर

    कचकित िी जा सिती हैं और उनिे साथ एंटीजन्स जैसे

    व्यवहार हो सिता ह।ै इसिा उदहारण हमें किसी अंग

    प्रत्यारोपण िे िेल होने में दखे सिते हैं।

    असामान्य पररकस्थकतयों में इम्यनू कसस्टम अपनी और

    बाहरी िोकशिाओ ंिी पहचान िरन ेमें गलती िर दतेा ह ै

    और अपने ही शरीर िी िोकशिाओ ंया उत्तिों िे कखलाि

    हमला शरुू िर दतेा ह।ै इस पररणाम िो ऑटो इम्यनू

    डिडिि (रोग) िहा जाता ह।ै िुछ किस्म िे अथाराइट्स,

    डाईकबकटज जैसे बीमाररयां इसिे उदाहरण हैं। िुछ मामलों

    में बाहरी तत्वों िो इम्यनू कसस्टम बाहरी नहीं समझ पाता,

    उनिो अंदर आने दतेा ह,ै इस तरह िे एंटीजन िो एलिजन

    िहा जाता ह।ै

    प्रशििक्षा प्रणाली (Immune System) का ढांचा

    इम्यनू कसस्टम िी िोकशिाएं परेू शरीर में मौजदू होती हैं

    उन्हें (Lymphoid organs) अंग िहा जाता ह।ै क्योंकि

    उनिा घर डलम्फोसाइट्स होता ह,ै यह छोटी सिेद रि

    िोकशिाएं ही इम्यनू कसस्टम िे अंदर िी प्रमखु कखलाड़ी

    होती हैं।

  • 9

    बोन मैिो – यह नरम

    उत्ति हड्कडयों िे बीच िे

    कहस्से में होता ह,ै यह सभी

    रि िोकशिाओ ंिा अंकतम

    स्रोत होता ह,ै यही सिेद

    रि िोकशिाओ ं सकहत

    इम्यनू िोकशिाओ ं िो

    बनता ह।ै

    थाइम्स – यह एि ऐसा

    अंग ह ै जो छाती िे हड्डी

    िे पीछे होता ह।ै

    कलम्िोसाइट्स िो टी-

    कलम्िोसाइट्स या टी-

    िोकशिाओ ंिे रूप में जाना

    जाता ह ैऔर यह थाइम्स में

    पररपक्व होती हैं।

  • 10

    लिम्फोसाइट्स

    यह परेू शरीर में रि

    नकलिाओ ं िी मदद

    से घमूती रहती हैं।

    यह िोकशिाएं

    लसीिा प्रणाली

    (system of

    lymphatic

    vessels) से भी

    यािा िर सिती हैं,

    यह शरीर िी

    नकलिाओ ं और

    धमकनयों िे नजदीि

    होती हैं। यह िोकशिाएं खनू और कलम्िेकटि नकलिाओ ंिे

    बीच तरल पदाथों िा आदान-प्रदान िरती हैं, कलम्िोकटि

    कसस्टम िो बाहरी रोगाणओु ं िी कनगरानी िरने िे कलए

    सक्षम बनाती हैं।

    कलम्िोकटि नसें (vessels) कलम्ि िो लेिर जाती हैं

    जो कि साि द्रव होता है कजस से शरीर िे उत्तिों िो

    नहलाया जाता ह।ै

    छोटे बीन्स िे आिार िे कलम्ि नोड्स लसीिा

    नकलिाओ ं िे साथ, समहूों िे साथ गदान, बगल

    (armpits), पेट और जांघ िे बीच िे भाग में कस्थत होते

    हैं। प्रत्येि लसीिा गं्रथी िा कवशेष िक्ष होता ह ै जहां

    प्रकतरक्षा िोकशिाए जमा होती ह,ै और एंटीजन पर

    आक्रमण िर सिती हैं।

    आकृति 1The lymph node contains numerous specialized structures. T cells concentrate in the paracortex, B cells in and around the germinal centers, and plasma

    cells in the medulla.

  • 11

    अंदर आने वाली लसीिा नकलिाओ ं या छोटी रि

    नकलिाओ ं िे माध्यम से प्रकतरक्षा िोकशिाएं और बाहरी

    तत्व लसीिा गं्रथ में प्रवेश िरते हैं, यानी कलम्िनोट छेटी

    रि नकलिा होती हैं। सभी लसीिाण ु (कलम्िोसाइट्स)

    बाहर जाने वाली लसीिा नकलिाओ ंद्वारा बाहर कनिलते

    हैं। एि बार जब वह रि प्रवाह में, वे उत्ति िो शरीर िे

    अंदर डाल दतेे हैं। किर वह शरीर िे हर एि भाग में एंकटजन

    िो पिड़ने िे कलए गश्त िरते हैं, और धीरे-धीरे उन्हें

    लसीिा प्रणाली द्वारा बाहर कनिालते हैं, इस चक्र िो वह

    बार-बार चलाते हैं।

    सपलीन- पेट िे ऊपरी बाएं कहस्से में चपटे आिार िा

    एि अंग होता ह।ै लसीिा नकलिाओ ंिी तरह ही सपलीन

    िे भी कवशेष िक्ष होते हैं जहां प्रकतरक्षा िोकशिाएं इिट्ठा

    होती हैं और िाम िरती हैं, वह इस िक्ष िो मीकटंग ग्राउंड

    िे रूप में इस्तेमाल िरती हैं और रोगाणओु ंपर आक्रमण

    िरने िी तैयारी िरती

    हैं।

    यह कलम्िोइड

    उत्ति िे गुच्छे शरीर िे

    िई भागों में पाए जाते

    हैं, खास तौर पर शरीर

    िे पाचन तंि िे अंदर,

    श्वास नली और िेिड़ों

    िे क्षेि में िाम िरते हैं।

    इन उत्तिों में टॉकन्सल,

    एडनोइड और

    अपेकन्डक्स शाकमल हैं।

  • 12

    इम्यून कोशिकाए ंऔि उनका उत्पादन

    प्रकतरक्षा प्रणाली िोकशिाओ ंिा एि कवशाल शस्त्रागार

    ह।ै लेकिन यह लम्िोसाइट्स ही नहीं इनिे सहयोगी, सेल-

    भक्षणि (cell-devouring) (िोकशिाओ ंिो खाने वाले)

    फैगोसाइट्स व उसिे सहयोगी भी होते ह।ै िुछ प्रकतरक्षा

    िोकशिाएं बाहर से आने वाले सभी पर हमला िर दतेा हैं

    जबकि िुछ िोकशिाए अत्यकधि कवकशष्ट लक्ष्यों पर हमल े

    िे कलए प्रकशकक्षत होती हैं। प्रभावी ढंग से िाम िरने िे

    कलए अकधिांश प्रकतरक्षा िोकशिाओ ं िो उनिे सहयोगी

    साकथयों िी जरूरत होती हैं। िभी-िभी प्रकतरक्षा

    िोकशिाएं सीधे शारीररि संपिा द्वारा और िभी-िभी

    रासायकनि संदशेवाहि जारी िरिे सचूना दतेी हैं।

    इम्यनू कसस्टम लाखों संभाकवत दशु्मनों िो पहचानने िे

    कलए आवश्यि कवकभन्न प्रिार िी िोकशिाओ ंमें से िुछ

    िो संग्रकहत िरती ह।ै जब एि एंकटजन प्रिट होता ह,ै तब

    िुछ उसिे समान िोकशिाओ ं िी एि पणूा सेना पैदा हो

    जाती ह।ै अपना िाम होने िे बाद वह भकवष्ट्य िे हमलों िी

    कनगरानी िे कलए पीछे संतरी छोड़ते हुए आगे बढ़ते हैं। सभी प्रकतरक्षा िोकशिाएं बोन मैरो िे अंदर अपणूा स्टेम

    सेल्स िे रूप में पैदा होते हैं। वे कवकभन्न कवकशष्ट प्रकतरक्षा

    िोकशिाओ ंिे अंदर पैदा होने वाले साइटोकिन्स और अन्य

    संिेतों िा जवाब दतेे हैं, जैसे टी िोकशिाएं, बी िोकशिाएं,

    या िैगोसाइट्स। क्योंकि स्टेम िोकशिाएं अभी ति किसी

    कवशेष भकवष्ट्य िे कलए प्रकतबद्ध नहीं ह,ै संभवतः वे िुछ

    अस्वस्थ प्रकतरक्षा प्रणाली िा इलाज िरने िा िाम िर

    सिती ह।ै किसी व्यकि िे स्वयं िे स्टेम िोकशिाओ ंिा

    उपयोग ऑटोइम्यनू कबमाररयों और प्रकतरक्षा िी िमी वाले

  • 13

    रोगों में क्षकतग्रस्त प्रकतरक्षा प्रकतकक्रयाओ ं िो पनुःउत्पन्न

    िरने िे कलए किया जा सिता ह ैया नहीं इसिी जांच हो

    रही ह।ै

    B Lymphocytes (बी शलम्फोसाइट्स)

    मखु्य रूप से कलम्िोसाइट्स िे दो प्रिार होते हैं- बी

    िोकशिा और टी िोकशिा।

    बी िोकशिाएं मखु्य रूप से उन पदाथों िो स्राकवत िरने

    िा िाम िरती

    हैं कजन्हें शरीर िे

    तरल पदाथों में

    एंकटबॉडी िहा

    जाता ह।ै यह

    एंकटबॉडीज

    रिप्रवाह में

    घमूने वाले

    एंकटजन्स पर घात

    लगाती हैं। यह

    िमजोर होते हैं,

    लेकिन िोकशिाओ ं में घसु जाते हैं। उनिा िाम लकक्षत

    िोकशिाओ ं पर हमला िरना होता ह ै – अन्य िोकशिाएं

    जो वायरस या िोकशिाओ ंद्वारा संक्रकमत हो जाती हैं वह

    िैं सर द्वारा खत्म िर दी जाती हैं।– उन्हें टी िोकशिाओ ंया

    अन्य प्रकतरक्षा िोकशिाओ ंिे कलए छोड़ दतेे हैं।

    प्रत्येि बी िोकशिा िो कवकशष्ट एंटीबॉडी बनाने िे कलए

    प्रोग्राम किया जाता ह।ै उदाहरण िे कलए, एि बी िोकशिा

    एि एंटीबॉडी बनायेगी जो कि वायरस िो रोिती ह ैकजसिे

  • 14

    िारण सामान्य सदी हो जाती ह,ै जबकि दसूरी एि

    एंटीबॉडी िा उत्पादन िरती ह ैजो कनमोकनया िे िारण होने

    वाले रोगाण ुपर हमला िरती ह।ै

    जब एि बी िोकशिा अपने लकक्षत एंटीजन्स िा

    एनिाउंटर िरती ह,ै तब यह ललाज्मा िोकशिाओ ंिे रूप में

    िई बड़ी िोकशिाओ ं िो जन्म दतेी ह।ै हर ललाज्मा

    िोकशिा अकनवाया रूप से एि एंटीबॉडी बनाने वाला

    िारखाना होती ह।ै प्रत्येि ललाज्मा िोकशिा कदए हुए बी

    िोकशिा से लाखों एंटीबॉडी िणों िा कनमााण िरती हैं और

    उन्हें रि िी धारा में डाल दतेी है।

    एि एंटीजन एि एंटीबॉडी से इस तरह मेल खाता ह ै

    जैसे कि ताला और चाबी। िुछ परूी तरह मेल खा जाते हैं,

    िुछ िई ताले खोल दनेवाली चाबी िी तरह किट हो जाते

    हैं। जब भी एंटीजन और एंटीबॉडी एि दसूरे से कमल जाते हैं

    तो, एंटीबॉडी एंटीजन िो खत्म िरने िे कलए कनशान लगा

    दतेी ह।ै

    एंटीबॉडी इम्यनुोग्लोकब्लन िे रूप में प्रकसद्ध एि बडे़

    अणओु ं िे पररवार से संबंध रखते हैं। यह प्रकतरक्षा रक्षा

    रणनीकत में कवकभन्न प्रिार िी कवकभन्न भकूमिाएं कनभाते हैं।

    1. इम्यनुोग्लोकब्लन G या IgG रोगाणओु ंिो िोट िरने िे कलए कनपणुता से िाम िरता ह,ै अन्य िोकशिाओ ं द्वारा

    इम्यनू कसस्टम िे अंदर उनिा स्पीड िो बढ़ता ह।ै

    2. IgM बैक्टीररया िो मारने में बहुत ही िारगर िाम िरता ह।ै

    3. IgA शरीर िे अंदर िे तरल पदाथा – आंस,ू लार पर ध्यान िें कद्रत िरता ह,ै श्वास मागा और पाचन तंि िो कगला रखता

    ह–ै यह शरीर िे प्रवेश द्वार पर रखवाली िरता ह।ै

  • 15

    4. IgE इसिा प्रािृकति िाम शायद परजीवी संक्रमण िे कखलाि सरुक्षा िरना ह,ै जो दशु्मन एलजी िे लक्षणों िे

    कलए कजम्मेदार होते हैं।

    5. IgD आईजीडी, यह बी िोकशिाओ ंसे जडु़ा होता ह ैऔर बी-िोकशिाओ ं िो शरुुआती प्रकतकक्रया दनेे में महत्वपणूा

    भकूमिा कनभाता ह।ै

    टी कोशिकाए ं

    यह िोकशिा बी िोकशिाओ ंिी तरह नहीं होती, यह

    फ्री-फ्लोकटंग एंटीजन िी पहचान नहीं िर पाती। बककि,

    उनिी सतहों में कवशेष एंटीबॉडीज होते ह,ै ररसेलटसा िी

    तरह, यह सतह पर

    एंटीजनों व िैं सर

    िोकशिाओ ं िो सूंघती

    हैं। टी िोकशिाएं

    प्रकतरक्षा सरुक्षा में दो

    प्रमखु तरीिों से योगदान

    िरती हैं। िुछ प्रत्यक्ष

    और प्रकतरक्षा

    प्रकतकक्रयाओ ंिो कनयमन

    िरते हैं; और िुछ सीध े

    संक्रकमत या िैं सर

    िोकशिाओ ंपर हमला िरते हैं।

    सहयोगी टी कोशिकाए,ं या टीएच कोशिकाए,ं

    अन्य िोकशिाओ ं िे साथ संचार िरिे प्रकतरक्षा

    प्रकतकक्रयाओ ं िा समन्वय िरती ह।ै िुछ बी िोकशिाओ ं

    िो एंटीबॉडीज पैदा िरने िे कलए उत्तेकजत िरती हैं, िुछ

    माइक्रोब-गॉकब्लंग िोकशिाएं होती हैं कजसे िैगोसाइट्स

  • 16

    िहा जाता ह,ै जो अन्य टी िोकशिाओ ंिो सकक्रय िरती

    हैं।

    हत्यािी टी कोशिकाए ं – इन्हें साइटोटॉकक्सि टी

    कलम्िोसाइट्स या सीटीएल िहा जाता ह–ै यह अलग-

    अलग िाया िरती हैं। यह िोकशिाएं िुछ सतहों पर िुछ

    बाहरी या असामान्य

    रोगाणओु ंिो ले जाने

    वाली दसूरी

    िोकशिाओ ं पर

    सीधा हमला िरती

    हैं। ये सीटीएल

    वायरस पर हमला

    िरने िे कलए कवशेष

    रूप से उपयोगी होती

    हैं क्योंकि वायरस

    अिसर प्रकतरक्षा

    प्रणाली िे अन्य

    भागों से कछपते हैं,

    जबकि वे संक्रकमत

    िोकशिाओ ं िे अंदर

    बढ़ते हैं। सीटीएल िोकशिा कझकली से बाहर झांिने वाले

    इन कवषाणओु ंिे छोटे टुिड़ों िो पहचान लेती हैं और उन

    िोकशिाओ ंिो मारने िे कलए उन पर आक्रमण िरती हैं।

    ज्यादातर मामलों में, टी िोकशिाएं िेवल एि एंटीजन

    िो पहचानती हैं अगर यह शरीर िे अपने एमएचसी, या

    प्रमखु कहस्टोिम्पैकटकबकलटी िॉम्ललेक्स, अणओु ं में से

    किसी एि सेल िी सतह पर किया जाता ह।ै

  • 17

    एमएचसी अणु प्रोटीन होते हैं, वह टी िोकशिाओ ंद्वारा

    तब पहचाने जाते हैं जब वह अपने और बाहरी िोकशिाओ ं

    िी पहचान िर रही होती हैं। एि खदु िा एमएचसी अणु

    टी िोकशिा िे कलए एि चबूतरा बना दतेा है कजस से वह

    बाहरी एंटीजन िो पहचान सिे।

    हालांकि, बाहरी आक्रमणकियों िे कखलाि टी-

    िोकशिा िो हमले िे कलए एमएचसी अणओु ं िी

    आवश्यिता होती ह,ै यही अंग प्रत्यारोपण िे दौरान एि

    िकिनाई भी पैदा िरते हैं। वस्तुतः शरीर िी हर िोकशिा

    एमएचसी प्रोटीन से ढिी होती हैं, लेकिन प्रत्येि व्यकि िे

    पास उसिी िोकशिाओ ंपर इन प्रोकटनों िा एि अलग सेट

    होता ह।ै अगर एि टी िोकशिा दसूरे िोकशिा िो बाहरी

    िोकशिा िे रूप में पहचान िर लेती ह ैतो यह इसे नष्ट िर

    दतेी ह।ै इकसलए डॉक्टरों िो

    अंग दान िरने वाले और

    कजस में वह अंग प्रत्यारोकपत

    किया जाना ह ै उसिे

    कनिटतम एमएचसी मैच

    (मेल) िरवाना पड़ता ह।ै नहीं

    तो कजस में अंग प्रत्यारोकपत

    किया गया ह ै टी िोकशिाएं

    उस अंग पर हमला िर दतेी

    हैं और कजस िारण शरीर उस

    अंग िो ररजेक्ट िरना शरुु

    िर दतेा ह।ै

    प्राकृशिक शकलि (NK) िोकशिाएं एि प्रिार िी

    घाति सिेद रि िोकशिाएं होती हैं यानी कलम्िोसाइट्स

  • 18

    हैं। जैसे हत्यारी टी िोकशिाएं, एनिे िोकशिाएं शकिशाली

    रसायनों से भरी गोकलयों (granules) से लैस होती हैं।

    जबकि किलर टी िोकशिाएं स्व-एमएचसी अणओु ंसे बंधे

    प्रकतजन अंशों िी तलाश िरती हैं, वहीं एनिे िोकशिाएं

    स्व-एमएचसी अणओु ं िी िमी वाली िोकशिाओ ं िो

    पहचानती हैं। इस प्रिार एनिे िोकशिाओ ं िे पास िई

    तरह िी बाहरी िोशिाओ ंपर हमला िरने िी क्षमता होती

    ह।ै

    दोनों प्रिार िी हत्यारी िोकशिाएं संपिा में आने मार

    डालती हैं। यह घाति हत्यारी िोकशिाएं अपन ेलक्ष्य पर

    कनशाना लगाती हैं और किर रसायनों िी घाति बौछार िर

    दते हैं।

    फैगोसाइट्स औि उनके संबंधी

    िैगोसाइट्स लंबी सिेद िोकशिाएं होती हैं, यह

    रोगाणओु ं और अन्य बाहरी जीवों िो कनगल िर पचा

    सिती हैं। मोनोसाइट्स ऐसे िैगोसाइट्स होते हैं जो खनू में

    बहते हैं। जब मोनोसाइट्स उत्तिों में चले जाते हैं तो वह

    मैक्रोफेि िे रूप में कविकसत होते हैं।

    यह कवकशष्ट प्रिार िे मैक्रोिेज िेिडे़, किडनी, कदमाग,

    और लीवर में पाए जाते ह।ै

    मैक्रोिेज िई भकूमिाएं कनभाते हैं। सिाई िकमायों िी

    तरह वे नष्ट हो चिुी िोकशिाओ ंऔर अन्य मलबे िो शरीर

    से बाहर कनिालते हैं। वे रास्ते में बाहरी एंटीजन िे अंशो िो

    कदखाते हैं कजस स े मेल िरवाने वाले कलम्िोसाइटों िा

    ध्यान आिकषात हो। वे िई तरह िे अदु्भत शकिशाली

    रासायकनि संिेतों िा मंथन िरते हैं, यह मोनोडकन्स िे रूप

  • 19

    में जाने जाते हैं, जो प्रकतरक्षा प्रकतकक्रयाओ ं िे कलए

    महत्वपणूा होते हैं।

    गै्रनुलोसाइट्स एि अन्य प्रिार िी प्रकतरक्षा िोकशिाएं

    हैं। वह शकिशाली रसायनों से भरी िकणिा होती हैं, जो

    सकू्ष्मजीवों िो नष्ट िरने िे कलए गै्रनुलोसाइट्स िो अनुमकत

    दतेी हैं। इन में से कहस्टोमाइन जैसे िुछ रसायन सजून और

    एलजी में भी योगदान िरते हैं।

    न्यरुोकिल एि तरह िी गै्रनुलोसाइट्स होती जो एि

    िैगोसाइट (भक्षि िोकशिा) होती ह;ै यह रोगाणओु ं िो

    समाप्त िरने िे कलए पहले से तैयार किए गये रासायकनि

    पैि िा इस्ततेमाल िरती ह।ै इओकसनोकिल और बेसोकिल

    गै्रनुलोसाइट्स हैं जो पास िी हाकनिारि िोकशिाओ ं या

    रोगाणओु ंपर रसायनों िा कछड़िाव िरते हैं।

    मास्ट कोडिकाएं बेसोकिल िोकशिाओ ं िी जडु़वा

    िोकशिाएं हैं, यह रि िोकशिाएं नहीं हैं। खासिर यह

    िेिडे़, त्वचा, जीभ में पाए जाती हैं, यह नाि और

    आंिमागा िी सतहों पर भी होता ह ैइन्हीं िे िारण एलजी

    िे लक्षण उभरते हैं।

    एि संबंकधत ढांचा में रि ललटेलेट िोकशिाओ ंिा एि

    टुिड़ा होता ह।ै गे्रनूअकस में यह ललेटलेट्स अकधि होती हैं।

    यह रि िे जमने और घाव िे भरने िो तेज िरती हैं और

    इसिे अलावा ललेटलेट्स प्रकतरक्षा सरुक्षा िी िुछ

    िोकशिाओ ंिो सकक्रय भी िरते हैं।

    साइटोशकन्स

    प्रकतरक्षा प्रणाली तंि कजन रासायकनि संदशेवाहिों िे

    जररए समन्वय िरता ह ै उसे साइटोकिन्स िहते हैं। य े

    प्रोटीन िोकशिाओ ंसे कनिलते हैं और एि उकचत प्रकतरक्षा

  • 20

    प्रकतकक्रया िे कलए अन्य िोकशिाओ ं िे साथ तालमेल

    बैिाते हैं। साइटोकिन्स में इटंरलकुिन्स, इटेंरिेरोनेस और

    कविासमान कवकभन्न पहलओु ंिा विीगरण मौजदू होता ह।ै

    िुछ साइटोकिन्स रासायकनि कस्वच होते हैं जो िुछ

    प्रकतरक्षा िोकशिाओ ं िो चालू और बंद िरने िा िाम

    िरते हैं।

    एि साइटोकिन, इटंरकयकुिन 2 (IL-2), टी

    िोकशिाओ ंिा उत्पादन िरने िे कलए प्रकतरक्षा प्रणाली िो

    करगर िरते हैं। IL-2 िो अपने इम्यकुनटी-बुकस्टंग गणुों िे

    चलते पारंपररि रूप से िई बीमाररयों िी भरोसेमंद दवा

    बना चिुी ह।ै िैं सर, हपेेटाइकटस सी, एचआईवी संक्रमण

    और एड्स जैसे िई रोगों में इसिे िायदों िा वैज्ञाकनि

    परीक्षण, व अध्ययन जारी ह।ै

    अन्य साइटोकिन्स रासायकनि रूप से कवकशष्ट प्रिार िी

    िोकशिाओ ं िो आिकषात िरते हैं। ये तथािकथत

    िेमोकिन्स चोट या संक्रमण िी जगह पर िोकशिाओ ंद्वारा

    छोड़ कदए जाते हैं और यह संक्रमण िो िीि िरने या बाहरी

    हमलावरों से लड़ने िे कलए अन्य प्रकतरक्षा िोकशिाओ ंिो

  • 21

    संदशे भेजते हैं। िेमोिाइन्स अिसर सजून में एि महत्वपणूा

    भकूमिा कनभाते हैं, और नई दवाओ ं िे कलए एि

    आशाजनि लक्ष्य ह ै जो प्रकतरक्षा प्रकतकक्रयाओ ं िो

    कवकनयकमत िरने में मदद िरता ह।ै

    कॉशम्ललमेंट

    िोकम्ललमेंट कसस्टम लगभग 25 प्रोटीन्स से बना होता है

    जो एि साथ िाम िरते हैं, और बैकक्टररया िो नष्ट िरने में

    एंटीबॉजी िी िारावाई में “परूि” होते हैं। िोकम्कपमेंट शरीर

    से एंटीबॉडी-िोकटड एंटीजन (एंटीजन-एंटीबॉडी िॉम्ललेक्स)

    िो भगाने में मदद िरते हैं। िॉकम्ललमेंट प्रोटीन्स िे िारण

    रि नकलिाए चौड़ी और कछद्रयिु हो जाती हैं, यह किर

    लाल, गमा, सजून, ददा िरती हैं और िंक्शकनंग िरना बंद

    िर दतेी ह ैइसे इन्िलेमैंटरी ररस्पोंस िह जाता ह।ै

    िॉम्ललेक्स प्रोटीन्स खनू में कनकष्ट्क्रय रूप से घमूते रहत े

    हैं। जब िॉम्ललेक्स सीरीज में पहला प्रोटीन सकक्रय होता है

    – जो आमतौर पर जब एंटीबॉडी किसी एंटीजन से टिराती

    ह ैतो– यह गकत एि डोकमनोज प्रभाव पैदा िरती ह।ै प्रत्येि

    घटि िॉम्ललेक्स िैस्िेड िे रूप में ज्ञात चरणों िी सकू्ष्म

    चेन बना लेता ह।ै अंकतम उत्पादन िो एि कसलेंडर में डालते

    हैं – और िोकशिाओ ंिी दीवार एि छेद िर दतेा ह।ै इसस े

    तरल पदाथा और अण ु अंदर-बाहर बहते ह ैऔर िोकशिा

    सजूिर िट जाती ह।ै िॉम्ललेक्स प्रणाली िे अन्य घटि

    बैक्टीररया िो िैगोसाइटोकसस या बेिन िे कलए अकत

    संवेदनशील बना दतेे हैं।

  • 22

    इम्यून प्रशिशिया का समायोजन

    मानव रोगों िा सबसे आम िारण संक्रमण होता ह।ै यह

    आम सदी से लेिर क्रोकनि हपैेटाइकटस जैसी साधारण

    बीमाररयों से लेिर एड्स जैसी जानलेवा बीमाररयां ति इसी

  • 23

    िारण से होती हैं। रोग पैदा िरने वाले रोगाण ुशरीर में घसुने

    िा प्रयास िरते हैं, पहले वह शरीर िे बाहरी िवच जैसे

    आम तौर पर त्वचा या शरीर िी बाहरी िोकशिाओ ं िे

    जररए आंतररि रास्ता बनाने िी िोकशश िरते हैं।

    हमलावर रोगाणओु ं िो रोिने िे कलए त्वचा एि

    प्रभावशाली अवरोधि खड़ा िरती ह।ै रोगाण ुआम तौर पर

    िेवल छोटे-मोटे िटों-खरोंचो िे जररए अंदर घसुते हैं।

    पाचन और श्वसन तंि िी नाकलिाएं – बहुत सारे रोगाणओु ं

    िे कलए प्रवेश द्वार होती हैं – हालांकि उनिा अपना खदु

    िा सरुक्षा तंि भी होता ह।ै जीवाण ु नाि िे जररए अंदर

    घसुते हैं, कजस िारण नाि और िेिड़ों िी सतह अकधि

    आंव (शींड) mucus) और बलगम पैदा िरती ह,ै ताकि

  • 24

    श्वास नकलिा में गए हुए बाहरी जीवाणओु ं िो छींि या

    खांसी िे जररए बाहर कनिाला जा सिे। पेट में एि मजबूत

    एकसड होता ह ैजो भोजन िे साथ अंदर चले गए बहुत सारे

    रोगाणओु ंिो नष्ट िर दतेा ह।ै

    किर भी अगर रोगाण ुशरीर िे प्रथम रक्षा मोचे पर बच

    जाते हैं, तो वह पाचन, श्वसन, या मिू-जननांगी मागा िी

    दीवारों िे माध्यम से नीचे िी िोकशिाओ ं िे माध्मम से

    एि रास्ता खोज लेती ह।ै तब इन रास्तों पर बलगम िी एि

    परत से िसिर पैि हुए एकपथेकलयल िोकशिाओ ंिे साथ

    पंकिबद्ध हो जाते हैं, यह प्रभावी ढंग से बहुत सारे

    सकू्ष्मजीवों िे पररवहन िो रोि दतेी हैं। शे्लकष्ट्मि

    (Mucosal) सतहें भी IgA नामि एंटीबॉडी िे एि कवशेष

    वगा िा स्राव िरती हैं, यह एंटीबॉजी िी पहली किस्म होती

    ह ैहमलावर रोगाण ुिे साथ मिुभेड़ िरती ह।ै एकपथेकलयल

    परत िे नीचे मैक्रोिेज, बी िोकशिाओ,ं टी िोकशिाओ ं

    सकहत िई िोकशिाएं, उन रोगाण ुिा इतंजार िरती हैं जो

    सतह पर अवरोधों िा बायीपास िर सिते हैं।

    इसिे बाद आक्रमणिारी रोगाण ु साधारण सरुक्षा िी

    श्ृंखला से बचता ह,ै जो कि किसी कवकशष्ट एंटीजीन िो

    कचकित किये कबना ही उस पर हमले िे कलए तैयार होते हैं.

    इसमें गश्त िरने वाले िैगोसाईट्स, एनिे सेल और

    िोंकललमेंट होते हैं। माइक्रोब्स सामान्य बाधाओ ंिो पार िर सिते हैं, और

    िेवल उनिे अनुरूप बनाए गए कवकशष्ट हकथयारों से उनिा

    सामना किया जा सिता ह।ै वह कवकशष्ट हकथयार होते हैं

    एंटीबॉडी और टी िोकशिाएं, यह जबरदस्त खोजी ढांचे से

  • 25

    लैस होती ह ैजो कि कनधााररत लक्ष्यों िो कचकन्हत िरने और

    उनिा सामना िरने िी आज्ञा देते हैं।

    बैक्टीरिया, वायिस औि पैिासाइट्स

    ज्यादातर बीमाररयां िैलाने में सबसे बड़ा हाथ

    बैक्टीररया, वायरस और परजीकव रोगाणओु ं िा होता ह।ै

    इनमें से सभी व्यकि िो संक्रमकत िरने िे कलए अलग-

    अलग रणनीकत िा इस्तेमाल िरते हैं और इसकलए प्रकतरक्षा

    प्रणाली िे अलग-अलग कहस्सों द्वारा ही इनिो अलग-

    अलग तरह से समाप्त किया जाता ह।ै

    अकधिांश बैक्टीररया िोकशिाओ ं िे बीच िी खाली

    जगहों में रहते हैं और इस कलए एंटीबॉडी आसानी से इन पर

    हमला िर दतेी ह।ै जब एंटीबॉडी किसी जीवाणु िे संपिा में

    आते हैं तो वह िॉम्ललेमेंट प्रोटीन व िैगोसाइट्स

    िोकशिाओ ं िो संिेत द े दतेे हैं कि यह रोगाण ु ह ै और

    इसिो खत्म िर दो। िुछ रोगाणओु ंिो िैगासोइट्स सीधे

    ही खा जाते हैं। इसिे अलावा वह िुछ टी िोकशिाओ ंिो

    भी हमले में शाकमल होने िे संिेत दतेी ह।ै

  • 26

  • 27

  • 28

    सभी वायरसों और िुछ प्रिार िे किटाणओु ं

    (बैक्टेररया) और परजीकवयों िो, बचन ेिे कलए िोकशिा में

    प्रवेश िरने हतेु अलग तरह िी कतिड़म िरनी पड़ती ह।ै

    संक्रकमत िोकशिाएं, स्वस्थ िोकशिाओ ं िे अंदर

    आक्रमणिारी रोगाणओु ं िे टुिडे़ डालने िे कलए अपने

    एमएचसी अणओु ं िा उपयोग िरती हैं, संक्रकमत

    िोकशिाओ ं िो नष्ट िरने िे कलए साइटोटॉकक्सि टी

    कलम्िोसाइट नीचे कगरा दतेी ह।ै इस से पहले कि वह

    िोकशिा िे अंदर घसुने िी िोकशश िर उसे खत्म िरने में

    एंटीबॉडी भी प्रकतरक्षा प्रकतकक्रया में सहायता िर सिती ह।ै

    परजीवी िोकशिाओ ं िे अंदर भी और बाहर भी रह

    सिते हैं। िोकशिा िे अंदर रहने वाले जीव, जैसे मलेररया

    िा िारण बने परजीवी भी टी-िोकशिाओ ं िी

    प्रकतकक्रयाओ ं िो चला सिते हैं। िोकशिा िे बाहर रहन े

    वाले परजीवी अिसर बैक्टीररया या वायरस से बहुत बडे़

    होते हैं और उन्हें िािी व्यापि इम्यनू हमले िी जरूरत

    होती ह।ै परजीवी संक्रमण अिसर इनफ्लेमेंरी ररसपोंस

    छेड़ते हैं, जब ईकसनोकिल, बेसोकिल, और अन्य कवशेष

    ग्रन्यलुर सेकस सीन से गायब हो जाते हैं और आक्रमणिारी

    िोकशिाओ ंिो नष्ट िरने िे प्रयास कलए जहरीले रासायन

    भंडारों िो खोल दतेे हैं। इस हमले में एंटीबॉडी भी उन

    गे्रनुलर िोकशिाओ ंिो संक्रकमत स्थान पर आिकषात िरने

    िी भकूमिा कनभाती ह।ै

    िोग प्रशििोध क्षमिा - प्राकृशिक औि अशजिि

    बहुत पहले, कचकित्सिों ने महससू किया जो एि बार

    ललेग से िीि हो जाता ह ैउसे दोबारा िभी ललेग नहीं होता।

  • 29

    क्योंकि उन्होंने उसिे कखलाि रोग प्रकतरोध क्षमता

    (इम्यकुनटी) अकजात िर ली ह।ै क्योंकि िुछ सकक्रय टी और

    बी िोकशिाओ ंमें से िुछ मेमोरी कोडिकाए ं बन गई। इस

    कलए जब अगली बार उसिे शरीर िी किसी िोकशिा िा

    एंटीजन िे साथ संपिा हो जाता ह ैतो उसिा इम्यनू कसस्टम

    उसिो तुरंत खत्म िरना शरुू िर दतेा ह।ै

    एंटीजन िे प्रिार, एंटीजन िी मािा और किस मागा से

    एंटीजन ने प्रवेश किया ह ैइस पर इम्यकुनटी िी मजबूत या

    िमजोरी, अकपजीकवता या

    दीघाजीकवता तय होती ह।ै

    इम्यकुनटी वंशानुगत जीन से

    भी प्रभाकवत हो सिती ह।ै

    जब िभी एि जैसे एंटीजन

    आपस में कमलते हैं तो िुछ

    बलपवूाि जवाब दते े हैं,

    िुछ लयार से कमलते हैं,

    और िुछ कबकिुल िुछ

    नहीं िरते।

    एि प्रकतरक्षा प्रकतकक्रया

    िो न िेवल संक्रमण से,

    बककि टीिािरण िे जररए

    टीके द्वारा भी प्रज्वकलत किया जा सिता ह।ै टीिों में

    सकू्ष्मजीव– या उनिे अंश होते हैं – यह उपचार िरने में

    प्रकतरक्षा प्रकतकक्रया िी मदद िरते हैं, यह अपने आप

    बीमारी िा पणूा इलाज नहीं िर सिते। इम्यकुनटी िो एि

    व्यकि से दसूरे व्यकि िे अंदर, किसी खास रोगाण ु

    (एंटीसीरम) िे कखलाि एंटीबॉडी में समदृ्ध सीरम द्वारा

  • 30

    इजेंक्ट किया जा सिता ह।ै उदाहरण िे कलए, प्रकतरक्षा

    सीरम उस दशे िे याकियों िो कवदशे यािा िे दौरान सरुक्षा

    िे पहले ही द े कदया जाता ह ै जब वह िभी-िभी व्यापि

    रूप से हपेेटाइकटस ए से ग्रस्त किसी दशे िी यािा पर जात े

    हों। दी जाने वाली यह डनडरक्रय प्रडिरक्षा (पैडसव इम्यडुनटी)

    आम तौर पर िेवल िुछ ही हफ्तों या महीनों ति िे कलए

    होती ह।ै

    जब बच्चे पैदा होते हैं, तो वह िमजोर प्रकतरक्षा

    प्रकतकक्रयाओ ं िे साथ पैदा होते हैं लेकिन जन्म से पहले

    अपनी मां से प्राप्त एंटीबॉडी द्वारा उनिा जीवन िुछ महीनों

    ति संरकक्षत रहता ह।ै बच्चे मां िे दधू से भी िुछ एंटीबॉडी

    प्राप्त िरते हैं जो उनिे पाचन नकलिा िो बचाने में मदद

    िरती ह।ै

    इम्यून सहनिीलिा

    प्रकतरक्षा सहनशीलता शरीर िे अपने उत्तिों िो

    अनदखेा िरने वाली टी या बी कलम्िोसाइटों िी प्रवकृत्त ह।ै

    सहनशीलता बनाए रखना जरूरी ह ै क्योंकि यह प्रकतरक्षा

    प्रणाली िो उसिे सहयोगी िोकशिाओ ंपर हमला िरने से

    रोिती ह।ै वैज्ञाकनि यह समझने िी परूी िोकशश िर रह ेहैं

    कि प्रकतरक्षा प्रणाली िब प्रकतकक्रया दतेा ह ै और िब

    अनदखेा िरती ह।ै

    सहनशीलता िम से िम दो तरीिों में होती ह।ै िें द्रीय

    सहनशीलता जो कि कलम्िोसाइट िे कविास िे दौरान होती

    ह।ै और दसूरा, बहुत जकद शरीर में प्रत्येि प्रकतरक्षा

    िोकशिा िे जीवन में िई आत्म अणओु ंिे संपिा में होती

    ह।ै अगर यह परूी तरह से पररपक्व होने से पहले इन अणओु ं

    िा सामना िरती ह,ै तो एि आंतररि आत्म-कवनाश पथ

  • 31

    िो सकक्रय िरती ह ै और प्रकतरक्षा िोकशिाओ ं िा

    एनिाउंटर िरती ह।ै क्लोनल कडलेशन नामि प्रकक्रया, यह

    सकुनकित िरने में मदद िरती ह ै कि स्व प्रकतकक्रयाशील टी

    िोकशिाएं और बी िोकशिाए पररपक्व न हो और स्वस्थ

    उत्तिों पर हमला न िरें।

    क्योंकि पररपक्व कलम्िोसाइट्स शरीर में हर अण ु िा

    सामना नहीं िरते, उन्हें भी पररपक्व िोकशिाओ ं और

    उत्तिों िो अनदखेा िरना सीखते हैं। अपनी परीकध

    सहनशीलता में, घमूने वाले कलम्िोसाइट्स आत्म अण ुिो

    पहचान सिते हैं लेकिन प्रकतकक्रया नहीं दतेे क्योंकि टी या

    बी िोकशिा िो सकक्रय िरने िे कलए िुछ आवश्यि

    रासायकनि संिेतों िी जरूरत होती ह।ै तथािकथत क्लोनल

    एलजी, संभाकवत हाकनिारि कलम्िोसाइटों िा स्वीच बंद

    रखती ह।ै

    परीकधय सहनशीलता िो टी िोकशिाओ ंिे एि कवशेष

    वगा द्वारा रोिा जा सिता ह ैजो स्व-एंटीजनों द्वारा सहायि

    या साइटोटॉकक्सि टी-िोकशिाओ ं िी मदद से सकक्रयता

    िो रोिता ह।ै

    टीके

    कचकित्सि टीिािरण िे जररये भकवष्ट्य में होने वाले

    रोगों िो रोिने हतेु वैकक्सन दतेे हैं कजस से इम्यनू कसस्टम

    भकवष्ट्य में रोगाणओु ंपर हमले िे कलए तैयार रहता ह।ै टीिे

    में मरे हुए या या मोकडिाईड रोगाण ुया रोगाणओु ं िे अंश

    या माइक्रोकबयल िीएनए शाकमल होते हैं, यह शरीर िो

    बहिा दतेे हैं कि तुम्हारे अंदर संक्रमण हो गया ह।ै इस से

    व्यकि िी प्रकतरक्षा प्रणाली अहाकनिारि वैकक्सन पर हमले

    िे कलए तैयार होनी शरुू हो जाती ह।ै संक्रामि रोगों िो

  • 32

    रोिने िे कलए टीिा सबसे अच्छा तरीिा ह ैऔर सरुक्षा िे

    कलहाज से भी यह जबरदस्त होता ह।ै इस तरीिे से दकुनया

    भर में चचेि, पोकलयो और िाली खांसी जैसी कवनाशिारी

    बीमाररयों िो िािी हद कनयंकित किया गया ह,ै या किर

    टीिािरण िायाक्रमों िे माध्यम से उनिो समाप्त ही िर

    कदया गया ह।ै

    प्रशििक्षा प्रणाली का शबगड़ जाना

    एलजी संबंधी िोग

    एलजी संबंकधत बीमाररयों िा सबसे आम िारण यह

    होता ह ै कि प्रकतरक्षा प्रणाली कमलने वाले झिेू संिेत िे

    कवरुद्ध प्रकतकक्रया दनेे लगती है। एलजी वाले व्यकि िी

    प्रकतरक्षा प्रणाली घास िे पराग या घर िी धलू जैसी

    हाकनरकहत सामग्री िो खतरा समझिर उन पर हमला िरने

    लगती ह।ै

    पराग एलजी जैसी एलजी िा संबंध IgE नामि

    एंटीबॉडी से होता ह।ै अन्य एंटीबॉडी िी तरह, प्रत्येि

    आईजीई एंटीबॉडी कवकशष्ट होती ह;ै िोई ओि (िूल िा

    नाम) पराग िे कखलाि िाम िरती ह,ै िोई रेगवीड (किसी

    अमेररिी िूल िा नाम) िे कखलाि।

    ऑटोइम्यून गड़बड़ी

  • 33

    िभी-िभी

    प्रकतरक्षा प्रणाली

    िी पहचान क्षमता

    िमजोर हो जाती

    ह,ै और शरीर

    अपनी िोकशिाओ ं

    और अंगों िे

    कखलाि ही टी

    िोकशिाओ ं और

    एंटीबॉडी िा

    कनमााण िरना शरुू

    िर दतेा ह।ै

    कदग्रकमत टी

    िोकशिाएं और

    ऑटोएंटीबॉडीज

    िई बीमाररयों िा

    िारण बनती हैं।

    उदाहरण िे कलए

    पेनकक्रयाज

    िोकशिाओ ं पर

    हमला िरने वाली

    टी िोकशिाएं

    डाइकबटीज में

    योगदान िरती हैं, जबकि ऑटोएंटीबॉडी आम तौर पर

    लोगों में संकध-शोध जैसे रोग पैदा िरती ह।ै कसस्टकमि

    कयपूस एररथेमेटोसस (एसएलई) वाले लोगों में िई प्रिार

  • 34

    िी अपनी स्वयं िोकशिाओ ं और िोकशिा अंश िे

    एंटीबॉजी होते हैं।

    ऑटोइम्यनू बीमारी िे वास्तकवि िारण क्या ह,ै यह

    जानिारी किसी िो भी नहीं ह,ै लेकिन इसिे िई पहल ूहो

    सिते हैं। इनमे

    पयाावरण पहल ू भी

    शाकमल होते हैं, जैसे

    कि वायरस, िुछ

    दवाएं और सरूज िी

    रोशनी, यह सब

    सामान्य शरीर िी

    िोकशिाओ ं िो

    नुिसान पहुचंा सिते

    हैं या बदल सिते हैं।

    हामोन्स भी इसमें

    संकदग्ध भकूमिा कनभाते हैं, क्योंकि ज्यादातर ऑटोइम्यनू

    बीमाररयां परुुषों िी बजाए मकहलाओ ंमें अकधि होती ह।ै

    बहुत सारे ऑटोइम्यनू बीमार लोगों में कवशष्ट प्रिार िे

    सैकि मािा र मोकलक्यकूस होते हैं।

    जशटल प्रशििक्षा िोग

    प्रकतरक्षा पररसर एि दसूरे से जडेु़ एंटीजन और एंटीबॉडी

    िा समहू ह।ै आम तौर पर रिप्रवाह प्रकतरक्षा पररसरों िो

    तेजी से हटा दतेा ह।ै हालांकि, िभी-िभी वे घमूते हुए अंत

    में गदुों, िेिड़ों, त्वचा, जोड़ों या रि वाकहिाओ ंिे उत्तिों

    िो िंसा लेते हैं। वह वहां िॉम्ललेक्स िे साथ प्रकतरक्षा

    प्रकतकक्रयाओ ं िो बंद िर दतेे हैं कजस िारण सजून आ

    जाती ह ैऔर उत्ति नष्ट होने लगते हैं।

  • 35

    इम्यनू पररसर िई बीमाररयों में शैतानी िरता ह।ै जैसे

    मलेररया और वायरल हपेेटाइकटस, सकहत अन्य िई

    ऑटोइम्यनू बीमाररयां में गड़बड़ िरता ह।ै

    प्रशििक्षा प्रणाली िोग

    (immunodeficiency disorder) जब प्रकतरक्षा प्रणाली अपने एि या अकधि घटिों िी

    पहचान िरना भलू जाती ह ै तो उसे प्रकतरक्षा प्रणाली रोग

    िहते हैं।

    प्रकतरक्षा संबंधी कविार अनु वांकशि भी हो सिते हैं,

    संक्रमण िे माध्यम से या किसी दवा द्वारा अनजाने में भी हो

    सिते हैं जैसे िोई िैं सर िी दवा ले रहा हो या किसी िे

    अंदर अंग प्रत्यारोपण किया गया हो।

  • 36

    इन्फ्लएूंजा, संक्रमि मोनोन्यकूक्लओकसस और खसरा

    सकहत सामान्य वायरस संक्रमणों िे िारण अस्थाई प्रकतरक्षा

    प्रणाली रोग िा कविास हो सिता ह।ै रि चढ़ाना, सजारी,

    िुपोषण, धमू्रपान और तनाव से प्रकतरक्षा प्रकतकक्रयाएं दब

    सिती हैं।

    िुछ बच्चे िमजोर प्रकतरक्षा

    प्रणाली िे साथ पैदा होते हैं।

    िुछ में बी िोकशिा कसस्टम िी

    खाकमयां होती हैं और एंटीबॉडी

    िा उत्पादन नहीं िर सिते।

    अन्य, कजनिे थाइमस गायब

    होते हैं, छोटे या असामान्य होत े

    हैं, उनमें टी िोकशिा ओ ं िी

    िमी होती ह।ै बहुत ही िम

    बच्चे ऐसे होते हैं कजनमें

    पैदाइशी सभी प्रमखु इम्यनू

    कडिें स नहीं होते। इस कस्थकत िो

    गंभीर संयिु प्रकतरोध प्रणाली

    रोग या एससीआईडी िे रूप में

    जाना जाता ह।ै

    एड्स भी एि तरह से

    प्रकतरक्षा रोग ह ैजो वायरस (एचआईवी) िे िारण होता है,

    कजस स े प्रकतरक्षा िोकशिाएं संक्रकमत हो जाती हैं।

    एचआईवी महत्वपणूा टी िोकशिाओ ंिो नष्ट या कनकष्ट्क्रय

    िर दतेा ह,ै कवकभन्न प्रिार िी प्रकतरक्षा प्रणाली िमजोररयों

    िो मागा प्रशस्त िर सिता है। एचआईवी भी प्रकतरक्षा

    िोकशिाओ ं में लंबे समय ति छुपा सिता ह।ै जैसा कि

  • 37

    प्रकतरक्षा बचाव लड़खड़ाता ह,ै तो एड्स से ग्रकसत व्यकि

    असामान्य और अिसर जानलेवा संक्रमण और दलुाभ

    िैं सर िा कशिार हो जाता ह।ै

    एड्स एि छूत िा रोग ह ै जो अंतरंग यौन संबंधों से

    िैलता ह,ै एड्स पीकड़त मां िे गभा में पल रह ेबच्चे में भी

    यह िैल सिता ह ै और संक्रकमत खनू चढ़ाने से भी िैल

    सिता ह।ै एड्स िा िोई इलाज नहीं ह,ै हालांकि नव

    कविकसत एंटीवायरल ड्रग्स से िुछ समय िे कलए रोग िी

    प्रगकत िो िम किया जा सिता ह।ै एचआईवी िे टीिों िा

    परीक्षण व अध्ययन भी वैज्ञाकनि लगातार िर रह ेहैं।

    प्रशििक्षा प्रणाली के कैं सि

    अन्य िोकशिाओ ं िी तरह प्रकतरक्षा प्रणाली िी

    िोकशिाएं भी अकनयंकित रूप से बढ़ सिती हैं, कजसिे

    पररणामस्वरूप िैं सर हो सिता ह।ै कयिेूकमया सिेद रि

    िोकशिाओ ंया कयिूोसाइट्स िे प्रसार िे िारण होता ह।ै

    एंटीबॉडी-उत्पादि ललाज्मा िोकशिाओ ं िा अकनयंकित

    कविास िई मायलोमा िो जन्म द े सिता ह।ै कलम्िोइड

    अंगो िे िैं सर, कजसे लम्िोमा िे रूप में जाना जाता ह,ै में

    हॉजकिन रोग शाकमल होते हैं।

    प्रशििक्षा शवज्ञान औि प्रत्यािोपण

    (Immunology and Transplants)

    हर साल हजारों अमरेरिीयों िी जीवन अंग प्रत्यारोपणों

    (रान्सललांट्स)– गदुाा, हृदय, िेिडे़, िलेजा और अग्न्याशय

    – आकद से बचाया जाता ह।ै हालांकि, एि रान्सललांट िो

    “आत्मसात” िरने िे कलए शरीर िो अपनी बाहरी उत्तिों

    िो रद्द िरने िी प्रािृकति प्रवकृत्त िो छोड़ना पड़ता ह।ै

  • 38

    एि तरह से उत्तिों िो यह आभाष िरवाया जाता है

    कि दान किए गए उत्ति खदु िे ही उत्ति हैं। प्रत्येि

    िोकशिा में 6 प्रमखु उत्ति प्रकतजनों िे दो सेट होते हैं, और

    प्रत्येि प्रकतजन अलग-अलग व्यकियों में लगभग 20

    किस्मों में मौजदू होते हैं। 100,000 में से 1 ही मामला ऐसा

    होता ह ै कि समान रान्सललांट एंटीजन वाले 2 लोग कमल

    जाएं।

    दसूरा तरीिा होता है रांसललांट िी प्रकतरक्षा प्रणाली िो

    ससु्त िर दनेा। यह शकिशाली इम्यनुोस्पे्रकसव दवाओ ंजैसा

    कि साइक्लोस्पोररन ए या प्रयोगशाला में कनकमात एंटीबॉडी

    िा उपयोग किया जाता हैं जो पररपक्व टी िोकशिाओ ंपर

    हमला िरती हैं।

    बोन मैिो ट्रान्सललांट

    जब प्रकतरक्षा

    प्रकतकक्रया गंभीर रूप से

    रोगी हो जाती ह ै – जैसे

    प्रकतरक्षा रोग िे साथ पैदा

    होने वाले कशश ु या िैं सर

    वाले लोगों में – एि

    संभव उपाय स्वस्थ बोन

    मैरो िा रांसललांट होता ह।ै

    पररसंचरण में रांसललांट

    बोन मैरो िोकशिाएं

    कक्रयाशील बी और टी

    िोकशिाओ ं में कविकसत

    हो जाती हैं।

    बोन मैरो रांसललांट में

  • 39

    बेहद ही िरीबी मेल अकत महत्वपणूा होता ह।ै क्योंकि इस

    बात िा खतरा हमेशा रहता ह ैकि शरीर रांसललांट बोन मैरो

    िोकशिाओ ं िो अस्वीिार िर सिता ह ै और साथ ही

    इसिे कवपरीत बोनमैरो रांसललांट पररक्व टी िोकशिाओ ंपर

    उलटा हमला भी िर सिता ह,ै इस से रांसललांट िे उत्ति

    नष्ट हो सिते हैं। वैज्ञाकनिों द्वारा इस संभाकवत खतरे िो -

    कजसे ग्राफ्ट-वेररयस-होस्ट बीमारी िे रूप में जाना जाता है -

    िो रोिने िे कलए पररपक्व टी िोकशिाओ ं िे डोनर मैरो

    िो “शदु्ध” िरने िे कलए दवाइयों या एंटीबॉडी िा उपयोग

    किया जाता ह,ै

    प्रशििक्षा औि कैं सि

    जब सामान्य िोकशिाएं िैं सर िोकशिाओ ं में बदल

    जाती हैं, तो उनिी सतह पर िुछ एंटीजन बदल सिते हैं।

    अगर प्रकतरक्षा प्रणाली बाहरी प्रकतजनों िो नोकटस िरती ह,ै

    तो यह हत्यारी टी िोकशिाओ,ं प्रािृकति हत्यारी

    िोकशिाओ ं और मैक्रोिेज सकहत शरीर िे रक्षिों िो

    लॉन्च िरती हैं। लेकिन प्रकतरक्षा प्रणाली शरीर िी कनगरानी

    िरने िे कलए हर जगह गश्त नहीं िर सिती ह,ै कजससे

    सभी िोकशिाएं िैल जाती हैं और िैं सर हो जाता ह।ै

    प्रणाली िे टूटने या अकभभतू होने पर ट्यमूर िे रूप में

    कविकसत हो जाते ह।ै

    वैज्ञाकनिों द्वारा प्रकतरक्षा िोकशिाओ ंऔर तत्वों िो नए

    एंटीिैं सर हकथयारों िे रूप में बदला जा र�