वर्ष 6, अंक 12, 50 सोच बदलें, समाज बदलेगा 50 ·...

68
वर 6, अंक 12, 50 सोच बदल, समाज बदलेगा ` माससक, सवशेरांक 2018 एसशया पोस - फेम इंसडया सव n«^mìmemcr {ãmhmar 50

Upload: others

Post on 02-Sep-2019

13 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

  • वर्ष 6, अंक 12, 50

    सोच बदलें, समाज बदलेगा

    `माससक, सवशेरांक 2018

    एसशया पोस्ट - फेम इंसडया सववेn«^mìmemcr {ãmhmar50

  • www.fameindia.co

    सर्वश्रेष्ठमखु्यमतं्री

    फेम इंसडया -एसशया पोस्ट सववे

    अपनी राय मेल करें[email protected]

    या वाटसऐप करें 9711535422

    नागररक सुरक्ा/ अपराध सनयंत्रण सवास्थय सशक्ा

    आस््षक संपन्नता/ कारोबार गरीबी उनमुलन और रोजगार

    खाद्य सुरक्ा समाज सुधार

    कृसर सुधार और ग्ामीण सवकास शहरी सवकास और सनमा्षण

    पय्ष्टन और कला संसकृसत का सवकास

  • किसी भी देश और राज्य िे कििास में उसिा नतेतृि िरन ेिाल ेना्यिों िे किचारों और उसिी नीकत्यों िी महतिपरू्ण भकूमिा होती ह ै, सौभाग्य स ेकिहार उद्ोग धधंों में भल ेिमजोर रहा हो मगर किचारों से सदिै धनी रहा है सही अर्थो ंमें किहार िचैाररि आदंोलनों िी भकूम रहा ह ै, िम्ययुकनष्ट और समाजिादी आनदोलन इसी धरती स ेफल े-फुल े, जहा ँएि ओर किहार दशे िे प्रर्म राषट्रपकत राजनेद्र प्रसाद , सिामी सहजानदं , ज्यप्रिाश नारा्यर , िपू्णरी ठािुर जसेै राजनतेाओ िी जनमभूकम रहा ह ैिहीं गाधँी जी और चंपारर िे सिंधं िो क्या िोई निार सिता ह.ै आ्य्णभ्ट , चारक्य , चनद्रगयुप्त मौ्य्ण, सम्ा्ट अशोि, गयुरु गोकिनद कसहं, िीर िंुिर कसहं जसै ेइकतहास पयुरुषो िी जनमभकूम किहार न ेसम्य सम्य पर दयुकन्या िो माग्णदश्णन दनेे िा िा्य्ण कि्या ह ै, किहारी अपनी प्रकतभा और नतेतृि क्षमता स ेदशे ही नहीं दयुकन्या में िड़ी भकूमिा कनिाह रह ेहैं इनम ेकिशि प्रकसद्द उद्ोगपकत ,न्या्यकिद , समाजसेिी , ब्यरूोके््ट , पयुकलस पदाकधिारी, कशक्षाकिद् , िजै्ाकनि , िलािार , िॉपथोरे्ट जगत िे प्रमयुख सभी शाकमल ह ै,अकनल अग्रिाल , डॉ किनदशेिर पाठि, उद्य शिंर , रकिनद्र किशोर कसनहा , संपदा कसंह जसेै उद्मी और समाजसिेी दशे दयुकन्या में अपनी जनम भूकम िा मान िढ़ा रह ेह ैिही राष्षट्र्य मीकड्या में भी किहारी पत्रिार िड़ी भकूमिा कनभा रहे ह ैचकच्णत पत्रिार राज िमल झा ,रारा ्यशितं , रिीश िुमार जन सरोिार िे सिालों िो प्रमयुख मयुद्दा िना िर पत्रिाररता िा न्या प्रकतमान सर्ाकपत िर रह ेह ै, िॉपथोर्ेट हो ्या ब्ययुरोके्सी हर ओर किहार िे लोग िहेतर िर किहारी शबद िे गौरि िा अहसास िरा रह ेह ै.सच तो ्यह ह ैिी किचारों िा अिूत खजाना सदिै किहार िे पास रहा ह ै, िभी किहार िे नालंदा किशिकिद्ाल्य स ेपरूी दयुकन्या में ज्ान िी रोशनी फैलती र्ी, किसी भी दशे ि समाज िी प्रगकत में िहा ंिे किद्ानों और उनिे किचारों िा महतिपरू्ण ्योगदान होता ह ै,जहा ँकिचार नहीं ,िहा ंकििास नहीं ,किहार दशे िे उन राज्यों में हैं जहा ँिे ऐसे हीरो िा खजाना दयुकन्या भर में फैला हयुआ ह ै.एकश्या पोस्ट -फेम इकंड्या िा ्यह सिवे राज ठािरे ्या उस जसेै अन्य ि्यानिाजो िो िरार जिाि भी ह ैजो किहारर्यों िा उपहास िरत ेह ैजिकि सच ्यह ह ैकि ्य ेि्यानिाज नतेा अपनी िा्य्णशलैी और नीकत्यों िे िारर खयुद उपहास िे पात्र ह ैउनिा अपन ेराज्यों ्या दशे िे कििास में िोई महतिपरू्ण ्योगदान नहीं ह ै, आन ेिाल ेकदनों में देश िे कििास में किहारी प्रकतभाओ िी भकूमिा और िढ़नी त्य ह ै, फेम इकंड्या मगैज़ीन न ेकिहार िी प्रकतभाओ िे अिूत खजान ेसे पचास ना्यि हीरे चयुन ेह ै, ्य ेसभी अपन ेअपन ेक्षते्र में महतिपरू्ण िा्य्ण िर रह ेह ै, इनिी राष्षट्र्य अंतराषट्री्य सतर पर भूकमिा , गौरिाष्नित िरन ेिाली सफलता ि सामाकजि ्योगदान इत्याकद पॉचं किनदयुओ िे आधार पर संिंकधत के्षत्रो िे प्रियुद्धजनों और आम रा्य में उनिा सिवेक्षर ि मलू्यािंन कि्या ह ैऔर उसी आधार पर इनिी रेक्ंटग िी ग्यी है फेम इकंड्या -एकश्या पोस्ट न ेप्रभािशाली किहारी 2018 िे इस सिवे में किहार िे रहन ेिाल ेदशे दयुकन्या िे िा्य्णरत 500 लोगो िे नाम शाकमल कि्ेय कजनम ेप्रमयुख 50 स ेआपिा पररच्य िरिात ेगि्ण हो रहा ह ै, इनिी ियुकद्धमता , सफलता , िा्य्णशलैी िी धमि आज दयुकन्या भर में ह ैजो किसी भी किहार िासी में ्यह गि्ण से िहन ेिा जजिा पदैा िरती ह ैिी – हा ँहम ह ैकिहार से .

    हाँ – हम है बिहार से

    [email protected]

    संपादकीयिवशेषांक । फेम इंिडया

    संपादकीय 3

  • फेम इंिडयाwww.fameindia.co

    वर्ष 6, अंक 12, सवशेरांक 2018

    पैट्रन - ईआरमहादेवनप्रसिडेंट - सवशवनाथपीदेवमैनेसिंगडायरेकटर - रािश्ीिोंथासियाएसडटरइनचीफ - यूएििोंथासियामैनेसिंगएसडटर - शवेताश्ीकंटेटएसडटर - शंकरिोंथासिया

    एिोसियेटएसडटर - धीरिकुमारकंििसटंगएसडटर - असिरंिनकुमारनेशनिबयूरोचीफ - नम्रतानारायणरेिीडेंटएसडटर - डाॅ़सवषणणुरािगसियाआट्टडायरेकटर - सवण्णिता

    एसडटोररयिटीम:-शत्णुघ्नप्रिादनीिमशणुकिामनिीतसिंहिंियबािीहेमंतसिंहसहमांशणुपणुंसडरआनंदवमा्णअशशवनीअग्रवािमहेशचंद्ा

    वेवटीम - रशशमसिंहफोटोररिच्णर - रािेशवमा्णसवसधििाहकार - रशशमिूषणिेलिमाककेसटंगमैनेिररंिीतझा - 9711536223िकुकुिेशनमैनेिरप्रवीणकुमारसमश्ा - 9210540900

    मणुद्क,प्रकाशक,िंपादकरािश्ीद्ाराजयोसतसप्रंटि्ण,ई-93,िेकटर-6,नोएडा,गौतमबणुद्धनगरिेमणुसद्तएवंए-533,िीडीकॉिोनी,मयूरसवहारफेि-3,सदलिी-110096िेप्रकासशत

    िंपादकीयएवंमाककेसटंगऑसफिफेमइंसडयापशबिकेशनप्रा.सि.762,बिाक-एफ8,िेकटर-50,नोएडा201304(उ.प्र.)फोननं.-+91-7004450124ईमेि:[email protected]

    D.L.No.F-3/Press2012RNINo.DELHIN/2012/48773

    असनल अग्वालफाउंडर, वेदांत ररसोससेज कारपोरेशन

    सुशील कुमारकोयला सेक्रेटरी

    उतपल कुमार ससंहमुखय सििव, उत्तराखंड

  • डॉ सबनदेशवर पाठकफाउंडर, सुलभ इंटरनेशनल

    सम्प्रदा ससंहफाउंडर व िेयरमैन, एलकरेम लैबोरेट्ीज

    n«^mìmemcr {ãmhmar50

  • `

    50कभी िवशव करे आगे ज्ान, नीित और शक्त का उदाहरण बनने वाले िबहार करे लोग हमेशा ही हर क्ेत्र में अग्रणी रहे हैं. फरेम इंिडया ने बहुिििचित सवसे एजेंसी एिशया पोसट करे साथ िमल कर ऐसे करीब तीन सौ लोगों का सवसेक्ण करवाया जो आज दुिनया भर में अपनी िमट्ी की महक िबखेर रहे हैं.

    ये लोग समाज करे िविभन्न क्ेत्रों - वयापार, समाज सेवा, िवज्ान-तकनीक, पत्रकाररता, राजनीित, िशक्ा, नयायपािलका, प्रशासन आिद से हैं और अपना मानदंड खुद ही सथािपत कर रहे हैं. करीब दो महीने िले इस सवसे में हमने उन लोगों की लोकिप्रयता, उनकरे द्ारा िकये गये काययों की ििाचि, उनकी सामािजक कसथित, उनका लोक-वयवहार, उनकी िवद्ता और प्रभाव आिद कई कसौिटयों पर परखा. सोशल मीिडया और प्रतयक् सवसेक्ण और एसएमएस आिद कई तंत्रों से डाटा इकट्ा करना आसान नहीं था. जो लोग प्रमुख सथान हािसल कर प्रकािशत हुए हैं उनहें फरेम-इंिडया पररवार की तरफ से हािदचिक बधाई.

    हम 50 प्रमुख हकसतयों का पररिय प्रकािशत कर रहे हैं जो अपनी जनमभूिम या मूल भूिम का नाम पूरी दुिनया में रौशन कर रहे हैं. शेष 250 लोग भी ऐसे हैं जो अपनी िकसी एक प्रितभा करे दम पर टॉप-50 में शािमल होने का माद्ा रखते हैं, लेिकन सवसे में सभी आधारों पर िोटी का सथान नहीं हािसल कर पाये. ऐसी हकसतयों से उममीद की जाती है िक वे अगले सवसे में िशखर पर पहुंिने में कामयाब होंगे.

    बहुत संभव है िक पूरी प्रिक्या में कुछ त्रुिटयां रह गयी हों, लेिकन हमने हर संभव प्रयास कर वासतिवक कसथित को सामने लाने की कोिशश की है और िबहार की लबध प्रितक्ठित हकसतयों को सममािनत करने की िदशा में एक पहल की है. उममीद है िक हमारे पाठिक िबना िकसी राग-द्ेष करे इन सममािनत जनों की उपलकबधयों को सराहेंगे और अपने िलये आगे बढ़ने की प्रेरणा करे तौर पर उनकरे जीवन को िमसाल बनायेंगे.

    6

  • सफल बिजनेस मैन के तौर पर इन्हें कई अवार्ड से सममाबनत बकया गया ्है बजनमें इकोनॉबमक टाइमस बिज़नेस लीरर अवार्ड -2012, माइबनंग जन्नल लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड 2009 दी एबियन अवारस्न इंटरप्ेनयोर ऑफ़ दी इयर अवार्ड -2016 प्मुख ्हैं. दलाई लामा के बवचारों से प्भाबवत 62 वर्षीय अबनल अग्रवाल ने 17 वर््न की आयु में ्ही पररवार की साधारण आय के कारण बपता के छोटे से कारोिार में स्हयोग करना िरुू कर बदया था. लो्ह ेके किाड़ के िे्हद साधारण कारोिार स ेवयापार की िरुुआत कर आज मेंटलस और माइबनंग के क्ेत्र में बवशव के सिसे िड़े वयवसाबययों में िुमार अबनल अग्रवाल नौजवान पीढ़ी के बलए प्ेरणा-स्ोत ्हैं.

    कई बवशव सतरीय कमपबनयों के िोर्ड ऑफ़ रायरेकटर अबनल अग्रवाल का सपना भारत में बवशव की सिसे िड़ी बिक्ण व अनुसनधान संसथान सथाबपत करने का ्है. लमिे संघर््न से िड़े उद्ोगपबतयों में खुद को िुमार कर इन्होंने बि्हारी ्होने के गव्न को दुबनया में सथाबपत बकया ्है औद्ोबगक क्ेत्र में सफलता का इतना िड़ा उदा्हरण पेि कर बि्हार के लोगों की जीवंतता से देि दुबनया को पररबचत ्ही न्हीं करवाया िललक आने वाली पीढ़ी को ये पैगाम भी बदया ्है बक िुरुआत कैसी भी ्हो आतमिल की मजिूती से दुबनया जीती जा सकती ्है. एशिया पोस्ट- फेम इंशिया सर्वे में दुबनया के िड़े उद्ोगपबतयों में िाबमल अबनल अग्रवाल बि्हार से ताललुक रखने वाले 50 सिसे प्भाविाली लोगों की सूची में कामयाब कै्टगरी में सव्नश्ेष्ठ पायदान पर ्हैं.

    असनल अग्वालबड़े इरादे से कामयाबी का मुकाम पाने वाले

    बड़े इरादों के कामयाब उद्योगपति- वेदांि ररसयोससेज कारपयोरेशन के फाउंडर अतनल अग्रवाल तवशव सिरीय सफलिा व लाखों करयोड़ की तमल्कयि के साथ आज तवशव के प्रमुख उद्योगपतियों में शातमल हैं, पटना की छयोटी गतलयों से तनकल नययूयॉक्क सटॉक एकसचेंज िक पहुंचने वाले अग्रवाल कयो अपने तबहारी हयोने पर बेहद गव्व है. इनके नेिृतव में समाजसेवी संसथान वेदांि फाउंडेशन बाल तवकास, सवास्थय और तशक्ा के क्ेत्र में तवशव सिर पर बहुि से काय्व कर रही है. ये एक ऐसे उद्योगपति हैं तजनहोंने अपनी पाररवाररक समपतति का 75 प्रतिशि धन समाज तवकास में लगाने का प्रण तलया है.

    प्रेरणादायकिवशेषांक 2018। फेम इंिडया7

  • 8

    म्हातमा गांधी व रॉ. अिंरेकर की बवचारधारा के पक्धर रॉ. पा्ठक स्ातक की पढ़ाई पूरी कर बि्हार गाँधी सेनटेरी सेबलबे्िन कमेंटी से जड़ेु. इस दौरान की गयी यात्राओं में इन्हें मलैा ढ़ोन ेवाल ेलोगों की समसया को जानन ेसमझन ेका मौका बमला. इसके िाद 1970 में इन्होंन ेसुलभ इटंरनेिनल की सथापना की. करीि 43 वर्षों स ेसवचछता, व सामाबजक छुआछूत को ल ेकर बकय ेजा र्ह ेसुलभ इटंरनिेनल के काय्न आज बवशव की जरूरत िन गये ्हैं. इनके समाज बवकास के कायषों की बविरे्ता का अदंाजा इसी िात से लगाया जा सकता ्ह ैबक नययूॉक्क के मेंयर न े14 अप्लै 2016 को बिनदशेवर पा्ठक रे के तौर पर घोबर्त बकया.

    समाज सवेा के बवबिषट कायषों के बलए पद्मभरू्ण अवार्ड स ेसममाबनत रॉ. पा्ठक को राषट्ीय-अनतरा्नषट्ीय सतर पर 60 स ेजयादा अवारषों स ेनवाजा जा चकुा ्ह.ै सन् 2003 में श्ी पा्ठक का नाम बवशव के 500 उतककृषट सामाबजक काय्न करने वाल ेवयलकतयों की सूची में प्काबित बकया गया। श्ी पा्ठक को एनजषी गलोि परुसकार भी बमला. इन्होंन ेपया्नवरण के क्ते्र में काम करन ेके बलय ेबप्यदबि्ननी पुरसकार एव ंसववोत्तम काय्नप्णाली के बलये दुिई अनतरा्नषट्ीय पुरसकार भी प्ाप्त बकया ्ह.ै

    देि दुबनया में िड़ी प्हचान िनान ेवाल ेरॉ पा्ठक बि्हारी अलसमता और प्हचान के एशिया पोस्ट- फेम इशंिया सर्वे 2018 के 50 प्भाविाली वयलकत की सचूी में िख्सयत कै्टगरी में सव्नश्षे्ठ सथान िनान ेमें सफल र्ेह.

    डॉ सबनदेशवर पाठक

    दुसनया को सवच्छता की पररभारा समझाने वाली शख्सयत

    तवशवतवखयाि समाजसेवी 73 वर्षीय डॉ तबनदेशवर पाठक ने समाज के तलए सबसे जरूरी सवचछिा,

    मानवातधकार, पया्ववरण और समाज सेवा के क्ेत्र में काय्व से देश दुतनया में बड़ी पहचान बनायी है. इनके काय्व कयो तसफ्क सवचछिा, िक मानना बेमानी हयोगा

    कयोंतक तबहार के पारंपररक ब्ाह्मण पररवार जनम हयोने के बावजयूद अछूि माने जाने वाले भंगी समुदाय के तलए तकये गए इनके काय्व अिुलनीय हैं, जयो इनहें

    सुलभ इंटरनेशनल के संसथापक से जयादा एक समाजशासत्री बनािे हैं.

    शख्सयतिवशेषांक 2018। फेम इंिडया 8

  • 9

    मासटस्न बरग्री के करने के साथ ्ही यूपीएससी द्ारा आयोबजत बसबवल सबव्नसेज की परीक्ा में प्हली िार ्ही ये इंटरवयू तक प्हुंच गये, परनतु इंटरवयू में छंटने के िाद पररवार के बवरोध के िावजूद इन्होंने अपने सपने को पूरा करने के बलए टाइमस सककूल ऑफ़ जन्नबलजम, बदलली से पत्रकाररता में स्ातक बकया. पत्रकाररता में इनके कॅरीअर की िुरुआत टाइमस ऑफ़ इंबरया, पटना से ्हुई. एक लमिे संघर््न पूण्न सफ़र के साथ कई पत्र-पबत्रकाओं में काम करते ्हुए 1995 में ज़ी नयूज़ से इनके टीवी पत्रकाररता की िुरुआत ्हुई. िाद में ये ‘आजतक’ काय्नक्रम के एरीटर और बफर चनैल के नयूज़ रायरकेटर िने. 2004 में उदय िकंर सटार ग्रपु और आनंद िाजार पबत्रका के जॉइंट वेंचर सटार नयूज़ से जुड़े. इन्होंने अपने नेतृतव में सटार नयूज़ को देि का सिसे लोकबप्य नयूज़ चैनल िना बदया. ये देि के चोटी के पत्रकार माने जाते थे. इनको नयूज़ इंरसट्ीज में सफलता का पया्नय माना जाने लगा, परनतु एक सफल पत्रकार के सफल वयवसायी ्होने की प्हचान की िुरुआत 2007 में इनके सटार टीवी ग्रुप के सीईओ िनाने के िाद ्हुआ. इन्होंने इंटरटेनमेंट इंरसट्ीज में नये आइबरया से िड़ा पररवत्नन बकया बजससे आज सटार इंबरया 8500 करोड़ के रेवेनयु, 40 चैनलों और 100 देिों के करीि 72 करोड़ दि्नकों के साथ सिसे िड़ी ब्ॉरकासट कमपनी िनी ्हुई ्है. मीबरया में सफलता का झंरा फ्हरने वाले उदय िंकर को एशिया पोस्ट- फेम इंशिया सर्वे की आम राय में प्भाविाली वयलकतयों की सूची में प्रेरणादायक कै्टगरी में सव्नश्ेष्ठ सथान पर ्हैं.

    उदय शंकरमीसडया में बड़े बदलाव के वाहक

    इंतडयन लीडरतशप अवाड्ड सतहि देश दुतनया के कई सममानों से सममातनि देश के सबसे बड़े टेलीतवज़न नेटवक्क ग्रुप सटार इंतडया के चेयरमैन व सीईओ उदय शंकर के उदय की गाथा बहुि ही प्रेरणादायक है. बचपन से पत्रकार बनाने की इचछा रखने वाले शंकर का जनम तबहार के प्रतिल्ठि इंजीतनयर पररवार में हुआ. तपिा की इचछा थी तक ये तसतवल सतव्वसेज में जायें ियो उनकी राय मान ये इकयोनॉतमकस मासटस्व तडग्री हातसल करने जवाहर लाल नेहरु युतनवतस्वटी तद्ली आ गये.

    प्रेरणादायकिवशेषांक 2018। फेम इंिडया9

  • पटना ्हाई कोट्ड में 23 साल तक वकालत करने के िाद उन्हें केंद्र सरकार की कई संसथाओं का काउंबसल बनयुकत बकया गया। 11 फरवरी 2004 को उन्हें पटना ्हाईकोट्ड के परमानेंट जज के रूप में बनयुकत बकया गया। ज्हां से उन्हें छत्तीसगढ़ ्हाईकोट्ड ट्ांसफर बकया गया। जुलाई में छत्तीसगढ़ ्हाईकोट्ड के जज के रूप में िपथ लेने के िाद जलसटस बसन्हा ने क्हा था बक ्हर ्हाईकोट्ड की अपनी एक बविेर्ता ्होती ्है। छत्तीसगढ़ ्हाईकोट्ड देि में सिसे सुंदर ्हाई कोट्ड ्है। उन्होंने क्हा बक वे इस बदिा में काय्न करेंगे बक ्हाईकोट्ड से फैसले भी ऐसे आएं जो कानून के नजररए से मील के पतथर साबित ्हो सकें।

    पटना, छत्तीसगढ़ और राजसथान उच्च ्हाईकोट्ड में कम्पयूटरीकरण का श्ये जलसटस बसन्हा को बदया जाता ्ह।ै छत्तीसगढ़ ्हाईकोट्ड को उन्होंने कोट्ड फीस का भुगतान इलैकट्ॉबनक रूप से सवीकार करने वाला देि का दूसरा ्हाईकोट्ड िना बदया। इसके िाद उन्होंने राजसथान ्हाईकोट्ड में भी इसकी िुरूआत की। अपनी रालषट्य छबव,काय्नक्ेत्र में सफलता, सामाबजक सरोकार,राजय से जुड़ाव और देि में िड़ा प्भाव िना कर इन्होने बि्हार का मान देि दुबनया में िढाया ्है ,उपरोकत पॉंच मानदंर पर एशिया पोस्ट र् फेम इंशिया मैगजीन द्ारा बकये गये सववे 50 प्भाविाली वयलकतयों में इन्हे लगनिील कै्टगरी में प्मुख सथान पर पाया ्है।

    नवीन ससनहाकई हाईको्ट्ट को सडजी्टल बनाने वाले जखस्टस

    मयूल रूप से तबहार के रहने वाले जलसटस नवीन तसनहा सुप्रीम कयोट्ड के जज हैं. वे राजनीति में अपरातधयों की

    घुसपैठ जैसे महतवपयूण्व मामलों की सुनवाई कर रहे हैं. सुप्रीम कयोट्ड के कयोलेतजयम की संसिुति पर रा्ट्रपति

    द्ारा सुप्रीम कयोट्ड में तनयुकि तकए जाने से पहले वे राजसथान िथा झारखंड हाईकयोट्ड के जीफ जलसटस की

    तजममेदारी तनभा चुके हैं. 9 अगसि 1956 कयो जनमें जलसटस तसनहा ने पटना के सेंट ज़ेतवयर के हाई सककूल

    से पढाई की। इसके बाद उनहोंने बीए ऑनस्व और तद्ली तवलशवद्ालय कैंपस के लॉ सेंटर से एलएलबी की

    पढाई की। उनहोंने वकील के रूप में 26 जुलाई 1979 से प्रैलकटस करना शुरू तकया।

    लगनशीलिवशेषांक 2018। फेम इंिडया 10

  • वत्नमान में प्ेस काउंबसल ऑफ़ इंबरया के चेयरमैन व सुप्ीम कोट्ड से सेवा बनवृत्त नयायाधीि चंद्र मौली कुमार प्साद का जनम बि्हार के पटना में ्हुआ था.

    इन्होंने लॉ की पढ़ाई पटना यूबनवबस्नटी से पूरी कर 1973 में पटना ्हाई कोट्ड में वकालत की िुरुआत की. 1989 में वररष्ठ अबधवकता िने. 1994 में इनकी बनयुलकत पटना ्हाई कोट्ड में सथायी जज के तौर पर ्हुई. ये 2009 में इला्हािाद ्हाई कोट्ड के मुखय नयायाधीि िने. 2010 में ये सुप्ीम कोट्ड में नयायधीि िने और 2014 में सेवाबनवृत ्हुए. 2015 में इन्हें प्ेस काउंबसल ऑफ़ इंबरया का चेयरमैन िनाया गया. नयायाधीि र्हते ्हुए इन्होंने आम जन के ब्हत में कई िड़े फैसले बलये. इन्हें िे्हद मजिूत इचछािलकत वाला नयायबवद माना जाता ्है, प्ेस काउंबसल के चेयरमैन के तौर पर पत्रकारों पर आये बदन ्हो र्हे ्हमले और उनकी सुरक्ा के मुद्े पर इन्होंने बविेर् कानून व इस तर्ह की घटनाओं के बवरुद्ध फासट ट्रैक कोट्ड के ग्ठन के बलये सरकार को क्हा ्है. कई जरूरी मुद्ों पर इन्हें पत्रकाररता की सवतंत्रता का पक् में फैसला लेने वाला माना जाता ्है.

    एशिया पोस्ट – फेम इंशिया मैगज़ीन सर्वे 50 प्भाविाली वयलकतयों की सूची में प्ेस काउंबसल के प्मुख चंद्र मौली कुमार प्साद असरदार कै्टगरी में सव्नश्ेष्ठ सथान पर ्हैं।

    चंद्रमौली कुमार प्रसादप्रेस काउंससल को असरदार बनाने वाले श्स

    प्रेस काउंतसल ऑफ़ इंतडया का मुखय काय्व प्रेस अथा्वि पत्रकाररिा की पहरेदारी है यह काउंतसल वि्वमान में प्रेस काउंतसल ऐकट 1978 के िहि काय्व करिी है, तजसमें पत्रकाररिा की सविंत्रिा और पत्रकारों की सुरक्ा के पक् में सहययोग से लेकर मीतडया पर लगे तकसी भी आरयोप की जांच िक शातमल है. इसके चेयरमैन सुप्रीम कयोट्ड के ररटायड्ड जज हयोिे हैं. लयोकिंत्र की मजबयूिी के साथ एक ओर जहां तजममेदार पत्रकाररिा की जरूरि बढिी जा रही है वहीं पत्रकारों की सुरक्ा, सविंत्रिा व समाज शासन-प्रशासन के सहययोगातमक रवैये की जरूरि भी बढिी जा रही है.

    असरदारिवशेषांक 2018। फेम इंिडया11

  • अपनी सफलता का कारण स्हकबम्नयों और वयवसाबयक स्हयोबगयों स ेि्ेहतर समिनध मानने वाल ेसमप्दा बस्ंह की पसदंीदा पलंकत ्ह ै– अभी मंबजले और ्है मीलो चलना िांकी ्है. 1953 में पटना में इन्होंने दवाइयों की छोटी सी दुकान खोली. सन 1960 में इन्होंने मगध फामा्न के नाम स ेबरसट्ीबयिून बिज़नसे में कदम रखा. श्ी बस्ंह 1972 में पटना स ेमुिंई चले गय।े व्हां उन्होंने 1973 में अलकेम कंपनी की नींव राली, ्हजारों करोड़ की टन्नओवर वाली अलकेम का कारोिार भारत के अलावा अफ्ीका, अमेंररका और यरूोप में भी फैला ्ह.ै

    छोटे से मेबरकल सटोर से िुरुआत कर दुबनया के कई देिों में वयापार करने वाली बवशव-सतर की फामा्न कमपनी िनाना युवाओं के बलए प्ेरणा स्ोत तो ्हैं ्ही, साथ ्ही देि के बवबभन्न ब्हससों में सथाबपत फैकट्ीज में में आपने राजय के लोगों के बलए रोजगार का सृजन भी कर र्हे ्हैं. इन्हें फामा्न उद्ोग के कई िड़े सममाबनत अवार्ड से भी नवाजा जा चुका ्है बजनमें “दी मेंबरबसन अपरेट लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड – ्हेलथ केयर अवार्ड 2002, “लाइफ टाइम कॉलनट्बयूिन अवार्ड -एकसप्ेस फामा्न एकसीलेंस अवार्ड” प्मुख ्है, उद्ोग जगत में िड़ी िुलंदी को पाने वाले समप्दा बसं्ह को एशिया पोस्ट – फेम इंशिया मैगज़ीन सर्वे की आम राय में 50 प्भाविाली वयलकतयों की सूची में उद्यम कै्टगरी में प्मुख सथान पर ्है.

    सम्प्रदा ससंहबुलंद इरादे के सफल उद्यमी

    ए्केम लैबयोरेट्रीज के फाउंडर व चेयरमैन समप्रदा तसंह देश के शीर््व दवा उद्योगपतियों

    में शातमल है, राजनीति शासत्र से मासटर तडग्री प्राप्त 88 वर्षीय समप्रदा तसंह कयो फयोरस्व मैगज़ीन ने 2013 में शीर््व 100

    आतमर भारिीयों में 48 वे सथान पर माना, तबहार के जहानाबाद तजले के ओकरी गांव के साधारण पररवार में जनमे श्ी तसंह की सफलिा लमबे संघर््व, सकारातमक सयोच

    और कतठन मेंहनि की तमशाल है.

    उद्यमीिवशेषांक 2018। फेम इंिडया 12

  • इंरो पाक वॉर के ररटायर्ड फौबजयों के पुनवा्नस की सोच से इन्हें बसकयोररटी सबव्नस कमपनी िुरू करने की प्ेरणा बमली. एक अचछी सोच की िुरुआत आज एक लाख से जयादा लोगों के प्तयक् और इससे कई गुना लोगों के परोक् रोजगार का माधयम ्है. रबवनद्र बकिोर बसन्हा न ेनौजवान यवुा पीढ़ी को एक माग्नदि्नन दने ेका काय्न बकया ्ह.ै “जि भी आप लोगों की भलाई का सोच रखत े्हैं तभी वो आपकी तरककी का माधयम िन जाता ्है”, जैसी सोच रखने वाले श्ी बसन्हा की कंपनी और इसके लाखों सुरक्ाकमषी देि के करीि 5000 से जयादा कॉपवोरेट संसथानों की सुरक्ा में बदन रात तैनात ्हैं. य्ह आर के बसन्हा की काबिलीयत का ्ही नतीजा ्है बक दो लोगों से िुरू की ्हुई कंपनी आज अरिों का कारोिार कर र्ही ्है.

    ये 1999 से 2004 तक भारत सरकार के मानव संसाधन बवकास मंत्रालय के सला्हकार भी िनाये गये. बवबभन्न सामाबजक संग्ठनों से जुड़े रवीनद्र बकिोर बसन्हा बनध्नन िबच्चयों की िादी में मदद करते ्हैं. ये वातसलय ग्राम के अधयक् भी ्हैं जो वृद्ध, अनाथ व बनस्हाय लोगों के बलए र्हने व जीवनयापन की वयवसथा सुबनलशचत करता ्है, बसकयोररटी एसोबसएिन ऑफ़ बसंगापुर ने इन्हें 2006 में बसकयोररटी प्मोटर अवार्ड बदया था.

    एशिया पोस्ट – फेम इंशिया मैगज़ीन के 50 प्भाविाली वयलकतयों की सूची में प्मुख वयवसायी, समाज सेवी रवीनद्र बकिोर बसन्हा सरोकार कै्टगरी में प्मुख सथान पर ्है.

    आर के ससनहाआम लोगो के सराेकार से जुड़े उद्यमी

    रतवनद्र तकशयोर तसनहा – समाजसेवी व उद्मी , फाउंडर -एस आई एस एतशया पैतसतफ़क में सबसे बड़ी तसकययोररटी सतव्वस देने वाली कंपनी के िौर पर उभरी एसआईएस के फाउंडर आर के तसनहा ने कड़े संघर्षों के बाद अपना मुकाम सथातपि तकया है जयो प्रेरणादायक है. राजयसभा के सबसे धनी-मनी सांसदयो में शुमार आर के तसनहा ने 1974 में तकराये के छयोटे से कमरे से अपनी कमपनी की शुरुआि की थी. पॉतलतटकल साइंस व कानयून से स्ािक रवीनद्र तकशयोर तसनहा 1971 के भारि पातकसिान युद्ध के समय एक पत्रकार के िौर पर क्ाइम व राजनैतिक ररपयोतटिंग तकया करिे थे.

    सरोकारिवशेषांक 2018। फेम इंिडया13

  • उन्होंन े1969 में प्हली िार बफलम में काम बकया। उनकी ि्ेहतरीन अदाकारी के बलए चार िार प्बतलष्ठत बफलमफेयर अवॉर्ड के बलए नाबमत बकया गया। प्हली िार 1971 में पारस बफलम के बलए उन्हें सव्नशे्ष्ठ सपोबटिंग ऐकटर के बलए सममाबनत बकया गया। इसके िार 1974 में दोसत बफलम के बलए, 1979 में काला-पतथर के बलए बफलम फेयर अवॉर्ड बमला। 1980 में दोसताना में उनकी भबूमका के बलए उन्हें िसेट एकटर के बलए सममाबनत बकया गया।

    बफलमफेयर के अलावा भी ित्रघु्न बसन्हा को कई िार सममाबनत बकया गया ्ह।ै रेखा, ्हमेा माबलनी, लसमता पाबटल और रीना रॉय के साथ उनकी जोड़ी ने पदवे पर खिू कमाल बदखाया। सदी के म्हानायक अबमताभ िच्चन, बवनोद खन्ना, धममेंद्र, जीतेंद्र, संजीव कुमार और कई दूसरे कलाकारों के साथ भी उन्होंन ेकई यादगार बकरदार बनभाय।े

    ितौर राजनतेा ित्रघु्न बसन्हा प्हल े2009 और बफर 2014 में लगातार दो िार लोकसभा का चनुाव जीत चकेु ्हैं। इससे प्हल ेभाजपा नतेा दो िार राजयसभा सदसय भी र्ह चकेु ्हैं। अटल बि्हारी वाजपयेी सरकार में तो उन्हें सवास्थय एव ंपररवार कलयाण और ज्हाजरानी मतं्रालय में मंत्री भी िनाया गया था।

    प्काि म्ेहरा की जवालामखुी, मनमो्हन दसेाई की नसीि, रमिे बस्पपी की िान, राज खोसला की दोसताना और यि चोपड़ा की बफलम काला पतथर उनकी यादगार बफलमों बगनी जाती ्हैं। इसके अलावा कालीचरण, मरेा दोसत मेरा दुशमन, दो उसताद, आदमी सड़क का, मरेे अपन,े भाई ्हो तो ऐसा, रामपुर का लक्मण और खदुगज्न में भी उनकी भबूमकाओं को याद बकया जाता ्ह।ै उन्होंन ेकई टेलीबवजन िो में ितौर जज व ्होसट भी काम बकया ्ह।ै अपनी राषट्ीय छबव, काय्नक्ते्र में सफलता, सामाबजक सरोकार, राजय से जड़ुाव और देि में िड़ा प्भाव िना कर इन्होंन ेबि्हार का मान देि-दुबनया में िढ़ाया ्ह।ै उपरोकत पाचं मानदरंों पर एशिया पोस्ट र् फेम इशंिया मगैजीन द्ारा बकय ेगय ेसववे में 100 प्भाविाली वयलकतयों में इन्हें मिहरू कै्टगरी में प्मखु सथान पर पाया ्ह।ै

    शत्रुध्न ससनहासहनदी सफलमों के मशहूर सबहारी बाबू

    तहनदी तफ्मों के मशहयूर तबहारी बाबयू शत्रुध्न तसनहा तकसी पररचय के मयोहिाज नहीं है। उनका पयूरा नाम शत्रुध्न प्रसाद तसनहा है और उनका जनम तबहार की

    राजधानी पटना में 9 तदसंबर 1945 कयो हुआ। वे अपने पररवार में चार भाइयों में सबसे छयोटे हैं। तमस यंग इंतडया रही अतभनेत्री पयूनम चांदीरमाणी तसनहा उनकी पत्ी हैं

    और उनकी बेटी सयोनाक्ी तसनहा भी अपनी अदाकारी का लयोहा मनवा रहीं हैं। शत्रुघ्न तसनहा ने पटना के प्रतिल्ठि

    साइंस कॉलेज से पढाई की। कॉलेज की पढाई के बाद तथयेटर और नाटकों के शौकीन इस युवा कलाकार का

    दातखला तफ्म एंड टेलीवीजन इंसटीटययूट पुणे में हयो गया, जहां इनहोंने काफी बतढया प्रदश्वन तकया। वहां से

    तफ्मों में काम करने के तलए वे मुमबई आ गये।

    मशहूरिवशेषांक 2018। फेम इंिडया 14

  • इन्होंने 1992 में द सटेटसमैन, कोलकता में अबससटेंट एरीटर और 1994 में इंबरया टुरे में सीबनयर एसोबसएट एरीटर के तौर पर काम करने के िाद 1996 में इंबरयन एकसप्ेस एगजीकयूबटव एरीटर के पद पर जवाइन बकया और आज ये देि के सिसे उच्च सतरीय इनवेलसटगेबटंग ररपोबटिंग वाले समाचार पत्र के प्धान संपादक ्है. राज कमल झा के नेतृतव में ्ही अप्ैल 2016 में इंबरयन एकसप्ेस ने पनामा पेपर जैसे अंतरा्नषट्ीय घपले को उजागर बकया और इसमें िाबमल भारत के िड़े लोग और भारतीय कमपनी के काले धन से जुड़ी सूची भारत सरकार को उपलबध ्हुई. पुरसकार वापसी की िुरुआत ्हो या बफर रोब्हत वेमुला पर खुलासा, झा के समपादकीय साम्ाजय में खिरें रूकती न्हीं ्हैं. उन्होंने म्हाराषट् में सूखे से लेकर पंजाि में कीटनािक के घोटाले पर सिसे प्हले फोकस बकया. कोयला घोटाले और 2 जी सकैम पर भी झा के नेतृतव में ररपोट्डस्न ने िड़ी खोजी ख़िरें की ्हैं. ररपोट्डस्न को वो प्ेरणा देते ्हैं और इनवेलसटगेबटव पत्रकारों को बजगर बदखाने की पूरी जग्ह.

    ्हार्ड कोर पत्रकाररता के अलावा झा अंतरा्नषट्ीय सतर के नॉवेबलसट भी ्हैं. राज कमल झा के बलखे तीन नॉवेल एक दज्नन से जयादा बवदेिी भार्ाओं में प्काबित ्हुए ्हैं. इनकी बलखी “द बलू िेरसप्ेर” को “कामनवेलथ राइटर प्ाइज” और “नयूयॉक्क टाइमस नोटिुक ऑफ़ दी इयर” से सममाबनत बकया गया. इनकी एक और बकताि को “क्रॉसवर्ड िुक अवार्ड 2003” से नवाजा गया ्है.

    एशिया पोस्ट र् फेम इशंिया मगैजीन सववे 50 सिसे प्भाविाली वयलकतयों की सूची में बरेजोड़ कै्टगरी में प्खयात पत्रकार राज कमल झा सव्नश्ेष्ठ सथान पर ्हैं.

    राजकमल झाराष्ट्ीय पत्रकाररता के बेजोड पत्रकार

    प्रतसद्ध डेली नययूज़ पपेर व तवएना के इटंरनशेनल प्रसे इलंसटटययूट स ेएकसीलेंस इन जन्वतलजम के अवाड्ड स ेसममातनि इतंडयन एकसप्रसे के चीफ एतडटर राजकमल झा अनिरा्ट्रीय खयातिप्राप्त नॉवतेलसट भी हैं. इनका जनम तबहार के भागलपरु में हआु. आईआईटी, खड़गपरु स ेमकैतनकल इजंीतनयररगं करि ेसमय कैंपस मगैज़ीन “अलकंार” के एडीटर बन.े 1988 में आईआईटी स ेग्रजैएुट हयोन ेके पशचाि इनहोंन ेययूतनवतस्वटी ऑफ़ सदन्व कैतलफयोतन्वया स ेतप्रटं जन्वतलजम में मासटस्व तडग्री प्राप्त की.

    बेजोडिवशेषांक 2018। फेम इंिडया15

  • इनके लोक गायकी के प्िसंक परूी दबुनया में फैले ्हएु ्ह,ै बजनमें रूस, चाइना, य ुके, य ुएस ए, मॉररिस, सरूीनाम, जम्ननी, िलेलजयम, ्हॉलैंर आबद देि के लोग िाबमल ्है.ब्हंदी बसनेमा में इनके गए कई लोक गीत जैसे “क्हे तोसे सजना” – बफलम -मैंने ्पयार बकया ( सलमान खान की प्हली बफलम ), “तार बिजली” – बफलम -गैंगस ऑफ़ वासेपुर, “कौन सी नगररया” ि्हुत लोकबप्य ्है. बि्हार के सिसे पबवत्र तयौ्हार – छ्ठ पव्न इनके लोक गीतों के बिना अधुरा ्है. इन्हें बि्हार का सांसककृबतक ऐमिेसेरर मानना एक स्ही उदा्हरण माना जाता ्है कयोंबक ये बि्हार के लोक संगीत की बम्ठास, सांसककृबतक उतककृषटता को लोगों के िीच ले जाने में िड़ी भूबमका बनभा र्ही ्हैं. देि बवदेि में िारदा जी को लोकगाबयकी के कई उतककृषट सममान समय-समय पर प्ाप्त ्हुए ्हैं बजनमें लोक कलाश्ी, बि्हार गौरव, लोक रत्न, बभखारी ्ठाकुर सममान, .राषट्ीय अब्हलया देवी सममान, संगीत नाटक अकेरमी अवार्ड प्मुख ्है. इन अवार्ड व सममानों के साथ ्ही इन्हें लोकगायकी के बलए देि के सिसे िड़े सममान “पद्म श्ी” व पदम बवभूर्ण से सममाबनत बकया गया ्है. वत्नमान में ये कला संसककृबत के उतथान से जुड़ी कई सरकारी व गैर सरकारी संसथानों के साथ बमल कर देि भर में लोकसंगीत के क्ेत्र में कई अबभनव काय्न कर र्ही ्हैं.

    एशिया पोस्ट र् फेम इशंिया मगैजीन के 50 प्भाविाली वयलकतयों के सववे में प्बसद्ध लोक गाबयका िारदा बसन्हा लोकशप्य कै्टगरी में प्मुख सथान पर ्हैं.

    शारदा ससनहापदम सवभूरण से सम्मासनत हैं लोकसप्रय लोक गासयका

    मैतथली और भयोजपुरी और मगही संगीि कयो सममान व प्रतसतद्ध तदलानेवाली लयोक गातयका

    शारदा तसनहा कयो तबहार कयोतकला की उपातध प्राप्त है, इनहोंने अपनी मधुर आवाज से लयोक संगीि

    की गररमा और सांसककृतिक महतव कयो दुतनया भर में एक नयी ऊंचाई तदलायी है. 9 अकटूबर 1952 कयो तबहार के समसिीपुर में जनमी शारदा तसनहा ने सबसे पहले पंचायिी घराना के सव. पंतडि रघु

    झा से भारिीय कलातसक संगीि का प्रतशक्ण प्राप्त तकया.ठुमरी और दादरा की तशक्ा इनहें सव. सीिाराम हरी दांडेकर और पन्ा देवी से तमली.

    लोकसप्रयिवशेषांक 2018। फेम इंिडया 16

  • उन्होंन ेिवेबनंग सकॉलरबिप पर मनैचसेटर बिजनसे सककूल में भी पढ़ाई की। व े्हॉव्नर्ड बवशवबवद्ालय स ेबमर कैररयर कोस्न कर चकेु ्हैं। उन्होंने जॉन एफ कैनेरी सककूल ऑफ गवन्नमेंट और भारतीय प्िधं ससंथान (आईआईएम) अ्हमदािाद स ेभी पढ़ाई की ्ह।ै उन्होंन ेऔद्ोबगक बवकास के बलए नीबत िनान ेऔर उस ेलाग ूकरान ेके साथ साथ औद्ोबगक बवकास और बवबिषट औद्ोबगक के्त्रों के बवकार का खाका भी तयैार बकया ्ह।ै बवदिेी प्तयक् बनविे (एफरीआई) के बलए नीबत िनान ेऔर उस ेसफलतापवू्नक लाग ूकरन ेका शे्य भी कातं की उपललबधयों में स ेएक ्ह।ै दिे के बवकास में उनकी क्मताओं के अबधक स ेअबधक इसतमेाल के बलए प्धानमतं्री के बनदवेि पर उन्हें सड़क पररव्हन मतं्रालय के त्हत राषट्ीय राजमाग्न प्ाबधकरण में भी सदसय िनाया गया ्ह।ै

    पय्नटन के्त्र के बवकास में उन्होंन ेअभतूपवू्न योगदान बदया। व ेकेंद्र सरकार के पय्नटन मतं्रालय में सयंकुत सबचव र्ेह और केरल सरकार में भी पय्नटन सबचव की बजममदेारी सभंाल चुके ्हैं। मके इन इबंरया, सटाट्डअप इबंरया और इनके्रबरबिल इबंरया जसै ेकाय्नक्रमों का शे्य अबमताभ को ्ही जाता ्ह।ै अबतबथ दवेो भवः की िरुूआत भी उन्होंन े्ही की थी। अबमताभ कातं केरल सरकार के पय्नटन, औद्ोबगक बवकास बनगम के सबचव र्ेह। व ेयएूनरीपी के ग्रामीण पय्नटन पररयोजना के राषट्ीय पररयोजना बनदिेक भी र्ेह। उन्होंन े्हसतबिलप, ्हथकरघा और ससंककृबत बवरासत के धनी गावंों में पय्नटन प्सार में म्हतवपणू्न भबूमका बनभायी। इसके बलए उन्हें कई राषट्ीय और अतंरा्नषट्ीय परुसकरों स ेसममाबनत बकया गया ्ह।ै उन्होंन ेमबैटफैर के प्िधं बनदिेक की बजममदेारी भी सभंाली। केरल में अपन ेकाय्नकाल के दौरान उन्होंन ेकालीकट ्हवाई अडे् को बवकबसत करन ेका काम बकया। अपनी राषट्ीय छबव, काय्नके्त्र में सफलता, सामाबजक सरोकार, राजय से जुड़ाव और दिे में िड़ा प्भाव िना कर इन्होंन ेबि्हार का मान देि-दबुनया में िढ़ाया ्ह।ै उपरोकत पाचं मानदरंों पर एशिया पोस्ट र् फेम इंशिया मैगजीन द्ारा बकय ेगय ेसववे में 50 प्भाविाली वयलकतयों में इन्हें काय्यकुिलता कै्टगरी में सव्नश्षे्ठ सथान पर पाया ्ह।ै

    असमताभ कांतकाय्षकुशलता से कामयाबी की बुलंदी पर

    तबहार के सपयूि अतमिाभ कांि अपनी काय्वकुशलिा और प्रशातनक क्मिाओं के चलिे भारिीय प्रशासतनक वयवसथा में खास सथान बना चकेु हैं। 1980 बचै के ये आईएएस अतधकारी प्रधानमतं्री की अधयक्िा में दशे के तलए क्याणकारी ययोजनाए ंबनान ेवाल ेनीति आययोग के मखुय काय्वकारी अतधकारी हैं। इसके पहल ेमाच्व 2016 िक वे औद्योतगक नीति व प्रयोतसाहन तवभाग के सतचव थ।े अतमिाभ कािं का जनम 1 माच्व 1956 कयो हआु। उनकी सककूली तशक्ा तद्ली के मॉडन्व सककूल स ेहईु। उनहोंन ेतद्ली तवलशवद्ालय उनहोंन ेके प्रतिल्ठि सेंट सटीफेंस कॉलजे स ेअथ्वशासत्र में बीए (ऑनस्व) की और जवाहरलाल नहेरू तवशवतवद्ालय से एम.ए. की पढाई की।

    काय्षकुशलिवशेषांक 2018। फेम इंिडया17

  • उन्होंने नागररक उड्यन नीबत िनाने का भी म्हतवपूण्न काम बकया। बजसे िाद में मंबत्रमंरल की मंजूरी कराकर लागू भी कर बदया गया। इससे प्हले वे ऊजा्न मंत्रालय में अबतररकत सबचव की बजममेदारी संभाल र्हे थे।

    राजीव नयन चौिे भले ्ही तबमलनारु कैरर के 1981 िैच के भारतीय प्िासबनक सेवा के अबधकारी ्हों लेबकन वे मूल रूप से बि्हार से ताललुक रखते ्हैं। उन्होंने भौबतकी में एमएससी साथ-साथ आबथ्नक सामाबजक बनयोजन की पढ़ाई की ्है। 28 फरवरी 1959 को जनमे चौिे को 1 बसतंिर 1981 को भारतीय प्िाबनक सेवा में िाबमल बकया गया।

    चौिे बवबभन्न मंत्रालयों में अनेक प्मुख पदों पर र्हते ्हुए कई म्हतवपूण्न बजममेदाररयां बनभा चुके ्हैं। मौजूदा सरकार में उन्हें प्हले बवत्त मंत्रालय में बनदेिक और बफर संयुकत सबचव का पद भी बदया जा चुका ्है। वे 2006 से 2009 तक दूरसंचार बनयामक प्ाबधकरण टीआरएआई के सला्हकार भी र्ह चुके ्हैं। 2010 और 2012 के िीच उन्हें कपड़ा मंत्रालय में ्हथकरघा बवकास आयुकत िनाया गया। अगले दो वर्षों उन्होंने पेट्ोबलयम मंत्रालय में ्हाइड्ोकाि्नन म्हाबनदेिालय के म्हाबनदेिक की बजममेदारी संभाली और फरवरी 2014 में ऊजा्न मंत्रालय में जाने से प्हले उन्हें पेट्ोबलयम मंत्रालय में ्ही अबतररकत सबचव की बजममेदारी दी गयी। अपनी रालषट्य छबव,काय्नक्ेत्र में सफलता, सामाबजक सरोकार,राजय से जुड़ाव और देि में िड़ा प्भाव िना कर इन्होने बि्हार का मान देि दुबनया में िढाया ्ह ै,उपरोकत पॉचं मानदरं पर एशिया पोस्ट र् फेम इशंिया मगैजीन द्ारा बकय ेगय ेसववे में 50 प्भाविाली वयलकतयों की सचूी में इन्हे उममीद कै्टगरी में सव्नश्ेष्ठ सथान पर पाया ्है

    राजीव नयन चौबेदेश के नागररक उड्डयन की उम्मीद

    राजीव नयन चौबे केंद्र सरकार में नागररक उड्डयन मंत्रालय के सतचव हैं। उनहें जयून 2015 में ये तजममेदारी

    दी गयी थी। नरेंद्र मयोदी सरकार के दौरान ये तजममेदारी संभालने वाले वे िीसरे अतधकारी हैं। नागररक उड्डनय

    में तवदेशी तनवेश के रासि खुलने के बाद उनकी तजममेदारी काफी बढ गयी है। इसके अलावा घाटे का

    सौदा सातबि हयो रही सरकारी क्ेत्र की तवमानन कंपनी एयर इंतडया के उद्धार कयो लेकर भी उनसे काफी

    उममीद की जा रही है।

    उम्मीदिवशेषांक 2018। फेम इंिडया 18

  • बदसिंर 2016 में केंद्रीय मबंत्रमरंल की बनयुलकत सबमबत द्ारा उनकी बनयलुकत को मजंरूी बमलने स ेप्हल ेसे व ेकाय्नकारी अधयक् का कामकाज संभाल र्हे थे। इससे प्हले वे कंपनी के प्िंध बनदेिक और मुखय काय्नकारी अबधकारी (सीईओ) के पद पर तैनात थे। वे एलआईसी की स्हयोगी एलआईसी ्हाउबसंग फाइनैंस कंपनी में प्िधं बनदिेक की बजममदेारी भी संभाल चकेु ्हैं। उन्होंने अपे्ल 2009 स ेनविंर 2010 तक एलआईसी के दबक्ण जोन के क्ेत्रीय प्िंधक के तौर पर सेवाएं दीं। इससे प्हले वे 2006 से 2008 तक मुमिई में काय्नकारी बनदेिक पेंिन की बजममेदारी भी संभाल चुके ्हैं। उन्होंने देि की सिसे जयादा मुनाफा कमाने वाली सरकारी क्ेत्र की सिसे िड़ी कंपनी में 1981 में काम करना िुरू बकया था। िमा्न ने कंपनी में बवत्तीय और प्िासबनक और माककेबटंग दोनों प्कार की अ्हम बजममेदाररयां बनभायी ्हैं। 2014 में िमा्न को क्ेत्र के सिसे िड़े िैंक आईसीआईसीआई के बनदेिक मंरल में िाबमल बकया गया। कुिल प्िासक और नेतृतव छमता के धनी िमा्न ने कई िार बवपरीत पररलसतबथयों में भी िे्हतरीन प्दि्नन बकया। वे केनइंबरया बलबमबटर और एसीसी बलबमटेर जैसी एलआईसी की स्हायक कंपबनयों के िोर्ड के सदसय भी ्हैं।

    19 बदसंिर1958 को जनमे िमा्न मूल रूप से बि्हार के र्हने वाले ्हैं उन्होंने पटना बवशवबवद्ालय से वनसपबत बवज्ान में एमएससी की पढ़ाई की ्ह।ै 35 वर््न स ेअबधक का अनभुव रखन ेवाल ेिमा्न के िार ेमें क्हा जाता ्ह ैबक व ेदरूगामी योजना िनान ेऔर उस ेपरूा करन ेमें म्हारत ्हाबसल ्है।अपनी रालषट्य छबव,काय्नक्ेत्र में सफलता, सामाबजक सरोकार,राजय से जुड़ाव और देि में िड़ा प्भाव िना कर इन्होने बि्हार का मान दिे दबुनया में िढाया ्ह ै,उपरोकत पॉचं मानदरं पर एशिया पोस्ट र् फेम इशंिया मगैजीन द्ारा बकय ेगय ेसववे में देि के 50 प्भाविाली वयलकतयों में अनुभर्ी कै्टगरी में इन्हे प्मुख सथान पर पाया ्है।

    वी के शमा्षदूरगामी योजना बनाने में मासहर

    सरकारी सवातमतव वाली देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी जीवन बीमा तनगम (एलआईसी) के अधयक् वी के शमा्व कयो पांच वर््व के तलए इस पद पर तनयुकि तकया गया है। उनहें ऐसे समय पर ये तजममेदारी दी गयी है जब तनजी क्ेत्र की कंपतनयां इस क्ेत्र में एलआईसी का वच्वसव खतम करन के तलए िमाम िरह के उपाय करने में जुटी हैं। ऐसे में न चुनौिी केवल कंपनी के मुनाफे कयो बढाने की है बल्क बाजार पर कंपनी का एकातधकार बनाए रखना भी है। कुशल और अनुभवी प्रशासक शमा्व से उममीद की जािी है तक उनके नेिृतव में एलआईसी के प्रदश्वन में गुणातमक वृतद्ध हयोगी।

    अनुभवीिवशेषांक 2018। फेम इंिडया19

  • कोयला सबचव के तौर पर कोयला के्त्र में वयावसाबयक खनन के रासत ेखोलन ेका श्ये उन्हें ्ही जाता ्ह।ै उनके काय्नकाल के दौरान कोयला खदानों को वयावसाबयक खनन के बलए आिबंटत करन का काम बकया गया। कोयला खनन में तजेी लान ेके साथ साथ उन्होंन ेपया्नवरण बनयमों की अनदखेी करन ेवालों के कान उमे्ठन ेमें भी कोई कसर न्हीं छोड़ी।

    प्िासबनक कुिलता और सरा्हनीय कायषों को दखेत े्हएु सुिील को कई पुरसकारों से सममाबनत बकया जा चकुा ्ह।ै कुिल प्िासक और अपन ेदाबयतव के प्बत कत्नवय बनष्ठ सिुील की बगतनी दिे के वररष्ठतम अबधकाररयों में की जाती ्ह।ै प्िासबनक अबधकारी के तौर पर 35 वर्ा्ने ंके काय्नकाल के दौरान उन्होंन ेकई म्हतवपणू्न पदों पर काय्न करत े्हएु अ्हम बजममदेाररयां बनभायी ्हैं। ररयल सटेट बिल तयैार करन ेमें उनकी म्हतवपणू्न भबूमका र्ही बजस ेिाद में 2016 में ससदं की मानयता के िाद काननू िना बदया गया। केंद्रीय प्दूर्ण बनयतं्रण िोर्ड के अधयक् के तौर पर उन्होंन प्दरू्ण बनयंत्रण के बलए कई आईबरया लाग ूबकए।

    पया्नवरण के बलए सयंकुत राषट् फे्मवक्क लाग ूकरन ेके बलए ्हएु समझौत ेमें उन्होंन ेभारत के प्बतबनबध के रूप में म्हतवपूण्न भबूमका बनभायी। वे भारत की ओर स ेमुखय वाता्नकार थ।े बदसिंर 2015 में उन्होंन ेपेररस समझौत ेमें भी भारत का प्बतबनबधतव बकया।

    मलू रूप स ेबि्हार से ताललकु रखन ेवाल ेसिुील कुमार का जनम 21 अपै्ल 1958 को ्हआु। उन्हें 1 बसतिंर 1982 को प्िाबनक सेवा में िाबमल बकया गया। सिुील न ेभौबतक बवज्ान में एमएससी और एमबफल की पढ़ाई की ्ह।ै उन्होंन ेबब्टेन के िबमिंघम बवलशवद्ालय से एमिीए की बरग्री भी ्हाबसल की ्ह।ैअपनी रालषट्य छबव,काय्नके्त्र में सफलता, सामाबजक सरोकार,राजय से जड़ुाव और दिे में िड़ा प्भाव िना कर इन्होन ेबि्हार का मान दिे दबुनया में िढाया ्ह ै,उपरोकत पॉचं मानदरं पर एशिया पोस्ट र् फेम इंशिया मगैजीन द्ारा बकय ेगय ेसववे में देि के 50 प्भाविाली वयलकतयों में इन्ह ेशजममरेदार कै्टगरी में सव्नश्षे्ठ सथान पर पाया ्ह।ै

    सुशील कुमारकई पुरसकार से सम्मासनत सजम्मेदार बयूरोक्े्ट

    कयोयला सतचव सुशील कुमार 1982 बैच के उतिरप्रदेश कैडर के भारिीय प्रशासतनक सेवा के अतधकारी हैं।

    लगभग 35 वर्षों के काय्वकाल में वे कई महत्वयूण्व प्रशातनक पदों की तजममेदाररयां संभाल चुके हैं। वे

    पया्ववरण वन एंव जलवायु पररवि्वन, शहरी तवकास, उद्योग वसत्र, पय्वटन, जल संसाधन, जहाजरानी

    आतद मंत्रालयों में सेवाएं दे चुके हैं। इससे पहले वे गृह मंत्रालय के तवशेर् सतचव रह चुके हैं। उनहें सीमा प्रबंधन

    तवभाग के सतचव की तजममेदारी दी गयी थी।

    सजम्मेदारिवशेषांक 2018। फेम इंिडया 20

  • उन्होंने ्हाल ्ही में केंद्र सरकार द्ारा दवाओं और ्हाट्ड सटेंट सब्हत कई अनय सवास्थय उपकरणों की कीमतों में बनयंत्रण के फैसलों में अ्हम भूबमका बनभायी ्है। प्काि के पद संभालने के िाद दवाओं और अनय उपकरणों की आपूबत्न घटाकर दाम िढ़ाने वालों को सखत संदेि बदया बजसके िाद मरीजों को ससता इलाज संभव ्हुआ।

    जय बप्य प्काि इससे प्हले मंबत्रमंरल सबचवालय में बविेर् सबचव का पद संभाल र्हे थे। कुिल प्िासक की प्हचान िना चुके प्काि कई प्मुख मंत्रालयों और बवभागों में म्हतवपूण्न बजममेदाररयां बनभा चुके ्हैं। वे प्धानमंत्री नरेंद्र मोदी की अधयक्ता वाले काबम्नक एंव प्बिक्ण बवभाग में अबतररकत सबचव के पद पर भी र्हे ्हैं। इससे प्हले वे उप चुनाव आयुकत का पद भी संभाल चुके ्हैं। प्भाविाली वयलकततव के धनी प्काि केंद्र में आने से प्हले वे मेघालय में भी म्हतवपूण्न पद पर भी र्हे। वे मेघालय के खनन एवं भूबवज्ान बवभाग में प्धान सबचव की बजममेदरी संभाल चुके ्हैं। उन्हें केंद्र सरकार में सेवा के बलए राजय की ओर से माच्न 2013 में काय्नमुकत बकया गया।

    देि के वररष्ठ अबधकाररयों में बगने जाने वाले प्काि मूल रूप से बि्हार के र्हने वाले ्हैं। वे जेपी प्काि के नाम से मि्हूर ्हैं। उनका जनम 17 मई 1959 को ्हुआ और 1 बसतंिर 1982 को प्िासबनक सेवा में िाबमल बकया गया। प्काि ने िीए और अथ्निासत्र में एमए की पढ़ाई की ्है।अपनी राषट्ीय छबव, काय्नक्ेत्र में सफलता, सामाबजक सरोकार, राजय से जुड़ाव और देि में िड़ा प्भाव िना कर इन्होंने बि्हार का मान देि-दुबनया में िढ़ाया ्है। उपरोकत पांच मानदंरों पर एशिया पोस्ट र् फेम इंशिया मै