सेवा टाइमस - dsyindia.org · सफाई की गई। 25...

4
आर ऑफ लिलिंग, अनरराय क, बगिू निमबर, 2016 सेवा टाइमस रा सरीय युवा नेृतव शिण कायम की सेवाएं l बुजु की उतारी आरती समान व सेवा के ततकया जाक पेज-2 l जैतवक बाजरे का आटा और तबसकट बने आकरण का क पेज-3 l चकने ली हापुर की तताएं, सवयंसेवक की पहल पेज-2 भूख से बिलबिला रहे ि के चेहरे राहत साम पहुंचने के िाद एकाएक बखल उठे। भाबित के बलए राहत साम पैक करने म िड़ के साथ ि ने भ महतिपूर भूबमका बनभाई। सड़क बकनारे आय लेकर िैठे लोग को खाना और अनय सामान िांटते आट ऑफ बलबिंग सदसय। शासनभीजहांनहपहुंच सका,वहां सवयंसेवकपहुंचे n मानबसक सहारा देने को करिाए आट ऑफ बलबिंग के कई कायम सेवा टाइमस टीl भागलपुर/बलया/वाराणसी आर आॅफ शिशवंग के सवयंसेवक ने शिहार और उर देि के िाढ़ भाशव इिाक म राह सामी पहुंचाई। शिहार के भागिपुर और िकसर, उर देि के िशिया और वाराणसी शिि के िाढ़ भाशव को सवच पेयिि, सूखा और पका-पकाया भोिन, कपड़े, दूध था राॅफी िैसी िरी वसुएं मुहैया करवाई ग। कसथान पर ो सवयंसेवक िासन और अनय सामाशिक संसथा से पहिे राह सामी िेकर पहुंचे। सतसंग और नवचेना कायम के िररए िाढ़ पीशड़ की मानशसक हाि भी ठीक करने के यास शकए गए। आर आॅफ शिशवंग भागिपुर इकाई ने राह काय 25 अगस को िु शकया। िनमारमी परीएनिी काॅिशिएर सकि के िाढ़ राह शिशवर म 112 पैकेचूड़ा, गुड़ व दािमोठ िांरा गया। डीडीसी सदसय चंदन पांडे के सशय सहयोग से सवयंसेवक ने नौगशया सथ इसमाइिपुर व नवरोशिया गांव म 3 रफ से पानी म शिरे िग को खोिकर राह पहुंचाई। यहां कोई भी सरकारी या गैर सरकारी संसथा राह सामी नह पहुंचा पाई थी। वाराणसी म राकेि रंडन के नेृतव म ीन हिार िीरपानी, शिसकुर, गुड़, दौ सौ शकिो सोेयािीन, दो सौ शकिो आिू एवं दवाइयां िांरी ग। वह, िशिया चैपरर ने 28 अगस को सेना की सहाया से पीशड़ क 250 पैकेर भोिन पहुंचाया। इसम 250 शकिो शचवड़ा, 50 शकिो गुड़, 30 िंडि शिसकुर, 25 दिन केिे, 250 पैकेर ेड, 50 शकिो सू था कपड़े िाशमि थे। 18 शसमिर को शिशवर िगाकर भाशव का सवासय िांचा। िकसर म भी राह काय शकया गया। बाढ़कीविभीविकाझेलरहेउरदेशऔरवबहारकेलोगतकआरऑफवलविंगनेपहुंचाईराहत राहत साम िांटने के बलए सियंसेिक ने कह नौका का सहारा बलया तो कह पैदल ह पान म उतर गए। विभीविकाकेबीचचलेसेिाके7दौर n बाढ़ पीड़ित की सेवा के अब तक सात दौर चला चुके ह सवयंसेवक n 25 अगसत को टीएनबी काॅलेड़िएट सकल के ड़िड़वर से िुआत n 28 को इसमाइलपुर व नवटोड़लया म 1000 पैकेट चूिा व गुि बांटा n ड़िर सिक ड़कनारे बैठे पीड़ित को 600 पैकेट चूिा और गुि ड़दया n चौथे दौर म पानी से ड़िरे गांव म 1500 पैकेट पूरी- अचार पहुंचाया n 3 ड़सतंबर को एक बार ड़िर इनह गांव म 1500 पैकेट चूिा बांटा n 4 ड़सतंबर को यहां पर 25 पैकेट पूरी और सबिी लोग तक पहुंचाई n 6 और 10 ड़सतंबर को भी 1600 पैकेट चूिा तथा गुि पहुंचाया गया n दूध, पानी और कपिे भी सवंयसेवक ने लोग तक पहुंचाए सवा लाख की पॉलीथीन शीट बांटी: बाररि से बचने को सवा लाख पए की पॉलीथीन िीट बांटी गई। इससे 350 िर को िायदा हुआ। वसंगापुरतकसेभीापतहुईमदद सयंसेक के वाॅटस-अप ुप िय गुदेव के िररए िाढ़ पीशड़ की सेवा से िुड़ी िानकारी पहुंचाई गई। सेवा के शिए भागिपुर था देि के अनय िहर के अिावा शसंगापुर क से सहाया राशि ाप हुई। शिशका समृश शमा ने िाया शक िहर से पचास शकिोमीरदूर ससथ गांव पूरी रह पानी से शिर चुके थे। कड़ी धूप, िाररि, नहर कराव और सड़क आशद रूरने से िाढ़ पीशड़ क पहुंचना आसान नह था। सवयंसेवक चंदन पांडे, अवधेि, सुिां, मुकेि था कृणा आशद ने शवपरर परससथशय म भी हार नह मानी और िाढ़ पीशड़ क सहाया पहुंचाई। हर उ के िोग ने भरपूर सहयोग शदया। शि िी, सोनी दी, ओ.पी. शसंह, नीा दी, साके शिहारी, के.एन.राॅय, अचना दी सशह िड़ी संखया म िोगां ने पैशकंग आशद काय म िढ़-चढ़कर योगदान शदया। n तन तरफ से पान म बिरे लोग ऊंचे इलाक म िैठे थे भूखे और पयासे रीमा l बटाला (पंजाब) अगर आदमी ठान िे ो कु भी मुसकि नह है। यह साशि शकया है िरािा के गांधी कैमप शनवाशसय ने। कभी गंदगी और कड़ा-ककर इसकी पहचान थी, िेशकन आि इसकी सवचा के चच ह। आर आॅफ शिशवंग के अशभयान ‘गश की ओर’ से ेर हो सथानीय िाशिंद ने िसी की सफाई का िीड़ा उठाया और सवीर िदि दी। सवचा का महतव समझ चुके यहां के िशिंद अि ने सफाई के शिए नगर परषद का मुंह ाकना भी िंद कर शदया है। परणाम यह है शक गशियां और नाशियां साफ हो रही ह। िोग िर को भी साफ-सुथरा रख रहे ह। आर ऑफ शिशवंग के राजय समनवयक और ोिेकर को-ऑशडनेरर रािेि शिंदि िाे ह शक मई 2016 से आर ऑफ शिशवंग के शिक नगांधी कप के िोग को आर आॅफ शिशवंग ोाम सिड़ना िु शकया। अनदर ुपा शवषाद शनकािने कशिए शिक ने उनके साथ समय शिाया। इनम मौिूद गरीिी, ऊंच-नीच की भावना खतम करने कशिए इनके साथ भोिन भी शकया। िि ‘गश की ओर’ कायम की िुआ की ो सिसे पहिे ि को आर एकसि ोाम करवाया। ि म आए पररवन से भाशव अशभभावक भी िुड़े। अि उनम भी सकारातमक परवन आ रहे ह। गांधी कैम: कभी गंदगी थी हचान, अब सफाई के चच n आट आॅि ड़लड़वंग के कायम से ेररत होकर लोग ने बसती से दूर की गंदगी, साल 2012 म गंदगी की विह से यह पर हैिा भी िैला था चार साल पहले हैजा ले चुका है 45 जान वष 2012 म यहां हैिा फैिा था। 45 िोग की मौ हुई थी। इसके िाद भी िसी म सफाई था पेयिि की उशच वयवसथा नह हुई। यहां के शनवासी ोरा-मोरा वयवसाय करे ह। िराि भी िहु पीे ह। आर आॅफ शिशवंग ने िोग का िीवन सुधारने के शिए अशभयान चिाया। ...और यूं हुई बदिाि क शुआ आट आॅि ड़लड़वंग के ड़िक िकत हांडा, रीमा पंवार और संिीवनी वकडे ने गांधी कप के लोग का िीवन बदलने के ड़लए ‘गड़त की ओर‘ कायम चलाया। यहां िैली गंदगी की ओर धयान ड़दलाया तो लोग ने इसके ड़लए नगर पररषद को ड़िममेदार बताया। ड़िक ने समझाया ड़क सिाई आमिन का भी दाड़यतव है। रीमा ने बताया ड़क यहां के कई िर म 20 साल से रंग-रोगन नह हुआ था। गड़लयां भी गंदी थ। ड़िक ने लोग को बताया ड़क गंदगी से डगू और ड़चकनगुड़नया िैसी बीमारयां िैलती ह तथा िर म नकारातमक ऊिा आती है। ड़िक के यास से लोग की सोच म पररवतन आया और उनहने बसती की सिाई का काम अपने हाथ म ले ड़लया। लोग के यास को िासन का भी सहयोग ड़मला। इस तरह बसती की गंदगी दूर हो गई। आट ऑि ड़लड़वंग ने इस काम म मदद देने के ड़लए ड़सड़वल असपताल के एसएमओ डॉ. संिीव भलला, एसएमओ भुलर बलाक डॉ. सुनीता भला, डॉ. नररंदर खुललर, डॉ. यासमीन और डॉ. भूड़पंदर छीना का आभार िताया है।

Upload: others

Post on 25-Sep-2019

24 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

  • द् आर्ट ऑफ लिलिंग, अन्तरराष्ट्रीय केंद्र, बेंगिूरू निमबर, 2016

    सेवा टाइमसराष्ट्र स्तरीय युवा ने्तृतव प्रशिक्षण काय्यक्रम की सेवाएं

    l बुजुर्गोंकीउतारीआरतीसम्ानवसेवाकेप्रतततकयाजार्रूक

    पेज - 2

    l जैतवकबाजरेकाआटाऔरतबसककुटबनेआकर्षण काकेंद्र

    पेज - 3

    l च्कनेलर्ी्हापुरुरोंकीप्रतत्ाएं,सवयंसेवकोंकीपहल

    पेज - 2

    भूख से बिलबिला रहे िच्चों के चेहरे राहत सामग्री पहुंचने के िाद एकाएक बखल उठे।

    प्रभाबितचों के बलए राहत सामग्री पैक करने में िड़चों के साथ िच्चों ने भरी महतिपूर्ण भूबमका बनभाई।

    सड़क बकनारे आश्रय लेकर िैठे लोगचों को खाना और अनय सामान िांटते आट्ट ऑफ बलबिंग सदसय।

    प्रशासन भी जहां नहीं पहुंच सका, वहां सवयंसेवक पहुंचे

    nमानबसक सहारा देने को करिाए आट्ट ऑफ बलबिंग के कई काय्णक्रम

    सेवा टाइमस टीम l भागलपुर/बललया/वाराणसी

    आर्ट आॅफ शिशवंग के सवयंसेवकों ने शिहार और उत्तर प्रदेि के िाढ़ प्रभाशव्त इिाकों में राह्त सामग्ी पहुंचाई। शिहार के भागिपुर और िकसर, उत्तर प्रदेि के िशिया और वाराणसी शििों के िाढ़ प्रभाशव्तों को सवच्छ पेयिि, सूखा और पका-पकाया भोिन, कपड़े, दूध ्तथा राॅफी िैसी िरूरी वस्तुएं मुहैया करवाई गईं। कु्छ सथानों पर ्तो सवयंसेवक प्रिासन और अनय सामाशिक संसथाओं से पहिे राह्त सामग्ी िेकर पहुंचे। सतसंग और नवचे्तना काय्यक्रमों के िररए िाढ़ पीशड़्तों की मानशसक हाि्त भी ठीक करने के प्रयास शकए गए।

    आर्ट आॅफ शिशवंग भागिपुर इकाई ने राह्त काय्य 25 अगस्त को िुरू शकया। िनमाष्रमी पर रीएनिी काॅिशिएर सककूि के िाढ़ राह्त शिशवर में 112 पैकेर चूड़ा, गुड़ व दािमोठ िांरा गया। डीडीसी सदसय चंदन पांडे के सशक्रय सहयोग से सवयंसेवकों ने नौगश्छया ससथ्त इसमाइिपुर व नवरोशिया गांव में 3 ्तरफ से पानी में शिरे िोगों को खोिकर राह्त पहुंचाई। यहां कोई भी सरकारी या गैर सरकारी संसथा राह्त सामग्ी नहीं पहुंचा पाई थी। वाराणसी में राकेि रंडन के ने्तृतव में ्तीन हिार िीरर पानी, शिसकुर, गुड़, दौ सौ शकिो सोेयािीन, दो सौ शकिो आिू एवं दवाइयां िांरी गईं। वहीं, िशिया चैपरर ने 28 अगस्त को सेना की सहाय्ता से पीशड़्तों ्तक 250 पैकेर भोिन पहुंचाया। इसमें 250 शकिो शचवड़ा, 50 शकिो गुड़, 30 िंडि शिसकुर, 25 दि्यन केिे, 250 पैकेर ब्ेड, 50 शकिो सत्तू ्तथा कपड़े िाशमि थे। 18 शस्तमिर को शिशवर िगाकर प्रभाशव्तों का सवास्थय िांचा। िकसर में भी राह्त काय्य शकया गया।

    बाढ़ की विभीविका झेल रहे उत्तर प्रदेश और वबहार के लोगों तक आर्ट ऑफ वलविंग ने पहुंचाई राहत

    राहत सामग्री िांटने के बलए सियंसेिकचों ने कहीं नौकाओं का सहारा बलया तो कहीं पैदल हरी पानरी में उतर गए।

    विभीविका के बीच चले सेिा के 7 दौरnबाढ़ पीड़ितों की सेवा के अब तक सात दौर चला चुके हैं सवयंसेवकn25 अगसत को टीएनबी काॅलेड़िएट सककूल के ड़िड़वर से िुरूआत n28 को इसमाइलपुर व नवटोड़लया में 1000 पैकेट चूिा व गुि बांटा nड़िर सिक ड़कनारे बैठे पीड़ितों को 600 पैकेट चूिा और गुि ड़दया nचौथे दौर में पानी से ड़िरे गांवों में 1500 पैकेट पूरी- अचार पहुंचाया n3 ड़सतंबर को एक बार ड़िर इनहीं गांवों में 1500 पैकेट चूिा बांटाn4 ड़सतंबर को यहां पर 25 पैकेट पूरी और सबिी लोगों तक पहुंचाई n6 और 10 ड़सतंबर को भी 1600 पैकेट चूिा तथा गुि पहुंचाया गया nदूध, पानी और कपिे भी सवंयसेवकों ने लोगों तक पहुंचाएसवा लाख की पॉलीथीन शीट बांटी: बाररि से बचने को सवा लाख रुपए

    की पॉलीथीन िीट बांटी गई। इससे 350 िरों को िायदा हुआ।

    वसंगापुर तक से भी प्रापत हुई मददस्वयंसे्वकों के वाॅटस-अप ग्ुप िय गुरुदेव के िररए िाढ़ पीशड़्तों की सेवा से िुड़ी िानकारी पहुंचाई गई। सेवा के शिए भागिपुर ्तथा देि के अनय िहरों के अिावा शसंगापुर ्तक से सहाय्ता राशि प्राप्त हुई। प्रशिशक्षका समृश्त शमश्ा ने ि्ताया शक िहर से पचास शकिोमीरर दूर ससथ्त गांव पूरी ्तरह पानी से शिर चुके थे। कड़ी धूप, िाररि, नहर कराव और सड़कें आशद रूरने से िाढ़ पीशड़्तों ्तक पहुंचना आसान नहीं था। सवयंसेवकों चंदन पांडे, अवधेि, सुिां्त, मुकेि ्तथा कृष्णा आशद ने शवपरर्त पररससथश्तयों में भी हार नहीं मानी और िाढ़ पीशड़्तों ्तक सहाय्ता पहुंचाई। हर उम्र के िोगों ने भरपूर सहयोग शदया। शि्तेंद्र िी, सोनी दी, ओ.पी. शसंह, नी्ता दी, साके्त शिहारी, के.एन.राॅय, अच्यना दी सशह्त िड़ी संखया में िोगां ने पैशकंग आशद काययों में िढ़-चढ़कर योगदान शदया।

    nतरीन तरफ से पानरी में बिरेे लोग ऊंचे इलाकचों में िैठे थे भूखे और पयासे

    रीमा l बटाला (पंजाब)

    अगर आदमी ठान िे ्तो कु्छ भी मुस्कि नहीं है। यह साशि्त शकया है िरािा के गांधी कैमप शनवाशसयों ने। कभी गंदगी और ककूड़ा-कक्कर इसकी पहचान थी, िेशकन आि इसकी सवच्छ्ता के चचचे हैं। आर्ट आॅफ शिशवंग के अशभयान ‘प्रगश्त की ओर’ से प्रेरर्त हो सथानीय िाशिंदों ने िस्ती की सफाई का िीड़ा उठाया और ्तसवीर िदि दी।

    सवच्छ्ता का महतव समझ चुके यहां के िाशिंदों अि ने सफाई के शिए नगर पररषद का मुंह ्ताकना भी िंद कर शदया है। पररणाम यह है शक गशियां और नाशियां साफ हो रही हैं। िोग िरों को

    भी साफ-सुथरा रख रहे हैं। आर्ट ऑफ शिशवंग के राजय समनवयक और

    प्रोिेकर को-ऑशड्टनेरर रािेि शिंदि ि्ता्ते हैं शक मई 2016 से आर्ट ऑफ शिशवंग के प्रशिक्षकों ने गांधी कैंप के िोगों को आर्ट आॅफ शिशवंग प्रोग्ाम से िोड़ना िुरू शकया। अनदर ्छुपा शवषाद शनकािने के शिए प्रशिक्षकों ने उनके साथ समय शि्ताया। इनमें मौिूद गरीिी, ऊंच-नीच की भावना खतम करने के शिए इनके साथ भोिन भी शकया। िि ‘प्रगश्त की ओर’ काय्यक्रम की िुरुआ्त की ्तो सिसे पहिे िच्ों को आर्ट एकसि प्रोग्ाम करवाया। िच्ों में आए पररव्त्यन से प्रभाशव्त अशभभावक भी िुड़े। अि उनमें भी सकारातमक पररव्त्यन आ रहे हैं।

    गांधी कैम्प: कभी गंदगी थी ्पहचान, अब सफाई के चचचेn आट्ट आॅि ड़लड़वंग के काय्यक्रम से प्ेररत होकर लोगों ने बसती से दूर की

    गंदगी, साल 2012 में गंदगी की विह से यहीं पर हैिा भी िैला था

    चार साल पहले हैजा ले चुका है 45 जानवष्य 2012 में यहां हैिा फैिा था। 45 िोगों की मौ्त हुई थी। इसके िाद भी िस्ती में सफाई ्तथा पेयिि की उशच्त वयवसथा नहीं हुई। यहां के शनवासी ्छोरा-मोरा वयवसाय कर्ते हैं। िराि भी िहु्त पी्ते हैं। आर्ट आॅफ शिशवंग ने िोगों का िीवन सुधारने के शिए अशभयान चिाया।

    ...और यूं हुई बदिाि करी शुरुआ्त आट्ट आॅि ड़लड़वंग के प्ड़िक्षकों िक्त हांडा, रीमा पंवार और संिीवनी वक्कडे ने गांधी कैंप के लोगों का िीवन बदलने के ड़लए ‘प्गड़त की ओर‘ काय्यक्रम चलाया। यहां िैली गंदगी की ओर धयान ड़दलाया तो लोगों ने इसके ड़लए नगर पररषद को ड़िममेदार बताया। प्ड़िक्षकों ने समझाया ड़क सिाई आमिन का भी दाड़यतव है। रीमा ने बताया ड़क यहां के कई िरों में 20 सालों से रंग-रोगन नहीं हुआ था। गड़लयां भी गंदी थीं। प्ड़िक्षकों ने लोगों को बताया ड़क गंदगी से डेंगू और ड़चकनगुड़नया िैसी बीमाररयां िैलती हैं तथा िरों में नकारातमक ऊिा्य आती है। प्ड़िक्षकों के प्यासों से लोगों की सोच में पररवत्यन आया और उनहोंने बसती की सिाई का काम अपने हाथों में ले ड़लया। लोगों के प्यासों को प्िासन का भी सहयोग ड़मला। इस तरह बसती की गंदगी दूर हो गई। आट्ट ऑि ड़लड़वंग ने इस काम में मदद देने के ड़लए ड़सड़वल असपताल के एसएमओ डॉ. संिीव भलला, एसएमओ भुललर बलाक डॉ. सुनीता भलला, डॉ. नररंदर खुललर, डॉ. यासमीन और डॉ. भूड़पंदर छीना का आभार िताया है।

  • 2 सेवा टाइमस n~ vkVZ vkWQ fyfoax] vUrjkZ’Vªh; dsanz csaxyw:नवंिर, 2016

    युिाचाययों की मेहनत रंग लाई तापी में बने 15 गोबर गैस पलांर

    अड़मत गोड़मत l तापी (गुजरात)

    जिले के ्छह गांवों में 15 गोिर गैस संयंत्ों का शनमा्यण शकया गया है। इनका शनमा्यण गुिरा्त सरकार की योिना के ्तह्त आर्ट आॅफ शिशवंग के युवाचाययों ने पूरा कराया है। इन संयंत्ों के शनमा्यण से िहां शकसानों को िैशवक खाद शमिेगी वहीं उनके िरों में खाना िनाने के शिए गैस और रोिनी भी उपिबध होगी। शििे के िंगिों में ससथ्त अंधरवादी, पंढरवादी, दांिवान, िांणामिदूर, दारररया और कपूरा गांवों में इन संयंत्ों का शनमा्यण शकया गया है। आर्ट आॅफ शिशवंग के वाईएिरीपी प्रशिक्षक और युवाचाययों ने इन संयंत्ों के शनमा्यण में िोगों की सहाय्ता की। सरकारी काया्यियों में कागिी काय्यवाही पूरी कराने से िेकर संयंत् शनमा्यण ्तक उनहोंने सशक्रय भूशमका शनभाई। गोिर गैस संयंत् ग्ामीणों को खूि फायदा होगा। ग्ामीण खे्ती और पिुपािन कर्ते हैं। एक ओर िहां इससे उनको िैशवक खाद शमिेगी, वहीं दूसरी ओर उनको ईंधन की कमी से भी ्छुरकारा शमिेगा। रसायशनक उव्यरकों पर शनभ्यर्ता िरेगी। ईंधन के शिए पेड़ों को नहीं कारना पड़ेगा। शिन िरों में गोिर गैस पिांर हो्ता है उनको गैस शसिेंडर की भी आव्यक्ता नहीं हो्ती। इससे शमिने वािी गैस से खाना पकाया िा सक्ता है।

    चमकने लगीं महापुरूिों की प्रवतमाएंहनुमंत कुमार ड़संह l संत कबीर नगर (उत्तर प्रदेश)

    खलीलाबाद में आर्ट आॅफ शिशवंग के सवयंसेवक हर रशववार सफाई अशभयान चिाकर महापुरुषों की प्रश्तमाएं साफ कर्ते हैं। साथ ही वह िोगों से गंदगी न फैिाने ्तथा सफाई रखने का आह्ान भी कर्ते हैं। सवयंसेवकों के साथ अि आमिन भी सफाई में शहससा िे रहे हैं। आर्ट आॅफ शिशवंग के सथानीय प्रशिक्षक अशम्त िैन ने ि्ताया शक सफाई अशभयान की िुरुआ्त 25 शस्तंिर को अमर िहीद चंद्रिेखर आिाद की प्रश्तमा की सफाई के साथ हुई। इसके िाद अनय प्रश्तमाएं भी साफ की गई। आम िोगों को भी अशभयान में िाशमि होने के शिए प्रेरर्त शकया गया। अगिे चरण में नगरपाशिका वाडयों में सफाई की िाएगी। िोगों को िर का ककूड़ा-कक्कर गशियों और नाशियों में न फेंकने के शिए प्रेरर्त शकया िाएगा।

    खलरीलािाद में शहरीद चंद्रशेखर आजाद करी प्रबतमा करी सफाई के साथ आट्ट ऑफ बलबिंग सियंसेिकचों ने शुरू बकया सफाई अबभयान।

    गुजरात के तापरी बजले में युिाचाययों के प्रयासचों से तैयार हुए 15 गोिर गैस पलांटचों में से एक पलांट को बदखाते हुए युिाचाय्ण।

    सार समाचार

    सवयंसेवकों ने वृद्धिनों की सेवा के प्रश्त िागरूक्ता के शिए ्तरह-्तरह के योिनाएं िनाईं। ओशडिा की िक्मण नाथ पंचाय्त में िुिुगयों की आर्ती कर आिीवा्यद शिया। अमराव्ती में प्रशिक्षकों ने िच्ों को साथ िेकर वृद्धों से िा्तें की। वहीं श्छंदवाड़ा में प्रिासन के साथ शमिकर वृद्धों के सममान काय्यक्रम का अयोिन शकया।

    अन्तराराष्ट्ीय वृद्ध दिवस

    संतोषी ड़नमबाडकर l अमरावती/लक्मणनाथ/लिंदवाड़ा/बालोद

    जिनद्वाडा के वृद्धाश्म में 1 अकरूिर को अं्तरराष्ट्रीय वृद्ध शदवस पर वृद्धों के सममान काय्यक्रम हुआ। महापौर कां्ता योगेि सदारंग एवं शििाशधकारी िे.के. िैन सशह्त कई गणमानय िोग उपससथ्त थे। काय्यक्रम में िुभम शनिक्त शवद्ािय के मूक-िशधर िच्ों ने िानदार डांस प्रस्तु्त शकया। आर्ट ऑफ शिशवंग ने वृद्धाश्म में 1 यूशनर की देखरेख व सफाई की शिममेदारी िी।

    गोधूिी वृद्धाश्म में आर्ट आॅफ शिशवंग ने योग शिशवर िगाया। आश्म के सभी सदसयों ने योगाभयास शकया। प्रशिशक्षका ्वे्ता चड्ा ने ि्ताया शक इसमें प्रिासन का सहयोग शमिा। िुिुग्य सोमि्ती िाई ने ि्ताया शक सुदि्यन शक्रया करके वह सारे गम भूि गईं। इस काय्यक्रम का अयोिन शििा किेकरर िे.के. िैन के ने्तृतव में हुआ था।

    वहीं, ओशडिा में िक्मणनाथ पंचाय्त के 11 गांवों में युवाचाययों और प्रशिक्षकों की रीम ने िोगों को िुिुगयों का सममान और सेवा के शिए िागरूक शकया। इस दौरान िुिुगयों की आर्ती कर आिीवा्यद भी शिया।

    वहीं, अमराव्ती के मधुिन वृद्धाश्म में प्रशिशक्षका कशव्ता मोरवानी व प्रशिक्षक मनीष राउ्त ने सवयंसेवकों के साथ सेवा की। यहां िुिुगयों के शवचार सुने और उनके शवषाद को िान्त करने के शिए ज्ान चचा्य की। आयोिन में प्रशिक्षकों ने जयदा्तर युवाओं को साथ रखा। युवाओं ने भी वृद्धाश्म में रह रहे िुिुगयों के दुखों को िाना।

    वहीं, ्छत्तीसगढ़ के िािोद में चि रहे आननद अनुभूश्त प्रोग्ाम के प्रश्तभाशगयों ने वृद्धाश्म में सेवा की। भिन सतसंग के िाद िुिुगयों को फि िांरे। 25 शस्तंिर को प्राचीन गंगासागर ्तािाि और िार की सफाई की गई। 25 शस्तंिर को ही िािोद िेि में कैशदयों के शिए शप्रिन समार्ट कोस्य आयोशि्त कर 60 कैशदयों को सुदि्यन शक्रया शसखाई गई।

    बुजुर्गों की उ्तारी आर्तीबेसहारा वृद्धों की सेवा के प्रलत जागरूकता फैलाने के ललए अपनाया नायाब तरीका

    लड़कियां हुईं मोटापे िी कििार मकहलाओं में भी खून िी िमी

    अरुण कुमार ठाकुर l मेरठ

    आर्ट आॅफ शिशवंग के ्ततवावधान में सपना मैररशनरी एंड हाॅससपरि में हर महीने अंश्तम रशववार को मुफ्त शचशकतसा शिशवर िग्ता है। इसमें िाॅडी मास इंडेकस (िीएमआई), िाॅन शमनरि डेसनसरी (िीएमडी) और शहमोगिोशिन व िुगर िांचा िा्ता है। िोगों को िीमाररयां पहचाने और िचने के उपाय ि्ताने के साथ ही योग का महतव समझाया िा्ता है। अि ्तक िीएमआई 4, िीएमडी के 5 और हीमोगिोशिन 7 िुगर िांच के दो शिशवर िगे हैं।

    िीएमआई िांच में आए करीि 35 फीसदी िोग मोरापे के शिकार शमिे। इनमें भी जयादा युवा िड़शकयां थीं। इनहें मोरापे से होने वािी िीमाररयों की िानकारी दी गई।

    िीएमडी शिशवर में पहुंची 40 फीसदी मशहिाओं और 10 फीसदी पुरुषों की हशडियां कमिोर शमिीं। उनहें कैस्ियम और शवराशमन-डी के सेवन की सिाह दी गई।

    शहमोगिोशिन और िुगर िांच शिशवर में अशधकांि मशहिाओं में खून की कमी शमिी। पांच फीसदी िोगों में सैडम बिड िुगर सामानय से जयादा शमिा। डाॅ. सपना अग्वाि ने ि्ताया शक िोग िीमाररयों के प्रश्त िागरूक हो रहे हैं। वे एक-दूसरे को शिशवर में िांच के शिए प्रेरर्त कर रहे हैं।

    n सवास्थय ड़िड़वर में हुई िांच से पता चली बीमाररयां

    n महीने के अंड़तम रड़ववार को िांचा िाता है लोगों का सवास्थय

    8 माह बाद चम्मरोग से लनजा्त लमिने करी ग्ामरीणों में जगरी आस युवाचायगों के प्रयासों से प्रशासन ने लर्ाया दशदवर

    संतोषी ड़नमबाडकर l धमतरी (ित्तीसगढ़)

    जिले के मगरिोड शवकास खणड अं्तग्य्त आने वािे गांव कंुडेि में युवाचाययों के प्रयासों से चम्यरोग पीशड़्तों का इिाि शकया िा रहा है। गांव में आठ महीने पहिे चम्यरोग फैिा था शिसने 200 से अशधक िोगों को अपनी चपेर में िे शिया है। आर्ट आॅफ शिशवंग के युवाचाययों ने किेकरर से गांव में डाॅकरर भेिने की अपीि की। इसके िाद किेकरर के आदेि पर गांव में सवास्थय शिशवर िगाकर दवाइयां िांरी गई ्तथा सवास्थय शवभाग की रीम िगा्तार गांव का दौरा कर रही है। आठ माह में ग्ामीण इिाि के नाम पर हिारों रूपए िुरा चुके थे। सवास्थय शवभाग गांव की सुध नहीं िे रहा था। इस सि की िानकारी युवाचाययों ने किेकरर को दी। एक अकरूिर को किेकरर के आदेि पर गांव में शिशवर िगाया गया। शविेषज्ों ने ि्ताया शक िीमारी पर कािू पाने में एक माह का समय िग िाएगा। दूकित जल से फैली बीमारी: गांव में िीमारी दूशष्त िि से फैिी थी। िि संसाधन शवभाग ने गांव में पानी के सैंपि शिये हैं। ग्ामीणों ने ि्ताया शक अगर प्रिासन समय रह्ते कदम उठा्ता ्तो िीमारी नहीं फैि्ती। उ्िेखनीय है शक शििे का मगरिोड क्षेत् में पहिे डायररया के मामिे भी िड़ी संखया में सामने आ चुके हैं।

    प्काि अथररअल l चेन्नई

    चेन्नई में नवंिर 2015 में आई िाढ़ का पानी ्तो सूख चुका है िेशकन उसकी मार के शनिान िेरोिगारी, गरीिी, शवसथापन और मानशसक आिा्त के रूप में आि भी मौिूद हैं। िाढ़ प्रभाशव्तों को भोिन और आश्य उपिबध कराने के साथ ही उनहें आतमशनभ्यर िनाने के शिए आर्ट आॅफ शिशवंग शदन-रा्त काय्य कर रहा है।

    कई ििु और दीि्य अवशध प्रशिक्षण काय्यक्रम चि रहे हैं। प्रश्तवष्य एक हिार झुगगीवाशसयों को प्रशिशक्ष्त करने का िक्य है। 15 हिार िच्ों को वयवहार कुिि्ता शसखाई िा रही है। इन सि का असर अि शदखने िगा है। िहु्त से िोगों ने सवरोिगार िुरू कर शिया है और अि उनका िीवन सुधर रहा है।

    आर्ट आॅफ शिशवंग ने फरवरी 2016 ने पूदूमाििजी में िाढ़ प्रभाशव्ताें के शिए कई अ्पावशध काय्यक्रमों ्तथा कु्छ दीि्यकािीन योिनाओं की िुरुआ्त की थी। झुगगी िसस्तयों में रहने वािों के शिए एक पूण्य्तावादी कौिि शवकास केंद्र आरमभ शकया। िो योिनाएं चिाई गई हैं, उनका उद्े्य केवि भोिन या कु्छ धन देने ही नहीं है िस्क िोगों का समपूण्य शवकास करना है।

    चेन्नई के बाढ़ प्रभादव्तों के पुनवारास में जुटा है आट्ट आॅफ दलदवंर्

    धीरे-धीरे पररी पर लौरने लगी विंदगी शसखाई िा रही शसिाई-कढ़ाई, मोिाइि व कमपयूरर ररपेयररंग

    12.5 लाख रुपए के औजार बांटेआट्ट आॅि ड़लड़वंग ने चेन्नई काॅपपोरेिन और तड़मलनाडु सलम बोड्ट के साथ ड़मल मड़हलाओं के ड़लए ड़सलाई-कढ़ाई और हथकरिा प्ड़िक्षण केंद्र और पुरुषों के ड़लए मोबाइल व कम्पयूटर ररपेयररंग ट्ेड़नंग सेंटर खोले। 8 बकसतयों के 100 लोगों को 12.5 लाख रुपए के औिार ड़दए। इनमें ड़सलाई मिीन, चौपड़हया साइड़कल, इसत्ी ग्ाइंडर, इडली बनाने के बत्यन िाड़मल थे। बच्ों की िीस भी दी गई। पेरूमब्कम केंद्र में पहले बैच में 70 लोगों ने ट्ेड़नंग ली। थोराइप्कम और इिीलनगर में 60 लोगों को प्ड़िक्षण ड़दया। तीसरा बैच ड़वरूगामब्कम और ड़वियरािवपुरम में लगा, िहां 80 लोगों को ट्ेड़नंग दी गई। पेरमबुर, वेलचेरी और मेलनपुर में भी ट्ेड़नंग दी। 4 युवाचाय्य व एक ड़िक्षक वहां तैनात है। सरकार पूरा खच्य उठा रही है।

    सेिा का यूं चि रहा है लसिलसिाn चेन्नई और कुड्उिोर में सवयंसेवकों ने 700 रन

    राह्त सामग्ी िांरी। 20 झुगगी िसस्तयों में 15 से जयादा राह्त शिशवर और 50 शचशकतसा शिशवर िगाए। आिीशवका खो चुके िोगों को कुन्नागी नगर, पेरूमिककम में िसाया।

    n 75 हिार िच्ों के शिए वयवहार कुिि्ता के काय्यक्रम शकए। इस वष्य भी 15 हिार िच्े ट्रेशनंग िे रहे हैं। चेन्नई काॅपपोरेिन 18 वष्य ्तक के िच्ों के शिए आर्ट एकसि और यस कोस्य करवा्ता है। 8 हिार से जयादा िच्े इससे िाभासनव्त हो चुके हैं।

    n झुगगीवाशसयों हे्तु 72 प्रोिेकर चि रहे हैं। 20 से जयादा िसस्तयों के एक हिार पररवार िाभ उठा रहे हैं। ्तरूव्िूर के मेिनूर गांव को गोद शिया है। गांव की आिादी 1500 है।

    n चेन्नई की झुगगी िसस्तयों से 300 से जयादा िोग श्ी श्ी रशविंकर से शमिे। जयादा्तर आर्ट आॅफ शिशवंग के कौिि शवकास केनद्रों में प्रशिक्षण िे रहे हैं।

    n पचास से जयादा शवद्ाियों में पुस्तकािय िनाने की योिना है। इन पुस्तकाियों में शनयशम्त रूप से शनय्तकाशिक पशत्का अनय पशत्कायें और समाचार पत् उपिबध कराए िाएंगे।

    पुणे में लगेंगे पांच लाख पौधेगौरी ड़ितोले l पुणे (महाराष्ट्र)

    ह्वेली ्तािुका के शिंदेवाड़ी गांव से पौधरोपण अशभयान की िुरुआ्त हुई है। इसके ्तह्त पांच िाख पौधे िगाए िाएंगे। आर्ट आॅफ शिशवंग, राजय सरकार और िेकर एवं शिंदेवाड़ी के ग्ामीण अशभयान में योगदान देंगे। इसके शिए शिंदेवाड़ी के एक शकसान के खे्त में दो एकड़ में नस्यरी ्तैयार की गई है। अशभयान का िुभारंभ आर्ट आॅफ शिशवंग के सं्तोष और ्तहसीिदार दिरथ कािे ने शकया। अभी ्तक 11 हिार पौधे िगाए िा चुके हैं। अशभयान की मुखय िीड़ा ग्ामर सककूि के शवद्ाशथ्ययों और आर्ट आॅफ शिशवंग युवाचाययों ने उठाया है। शवद्ाथजी और युवाचाय्य िक्मी्तरू, नीम, िरगद, इमिी, पीपि के पौधे िगाएंगे। अशभयान के िुभारंभ के अवसर पर प्रभाकर िग्ताप, सरपंच वैिािी शिंदे, शवकास िंदे, प्रवीण िग्ताप सशह्त कई िोग मौिूद थे।

  • 3 सेवा टाइमसn~ vkVZ vkWQ fyfoax] vUrjkZ’Vªh; dsanz csaxyw:नवंिर, 2016

    तनु श्ी l नई लदलली

    शद्िी हार में 14 से 23 अकरूिर ्तक आयोशि्त भार्तीय मशहिा उतसव में िोगों ने िढ़-चढ़कर भाग शिया। कुदर्ती खे्ती शकसान समूह के सराि पर केंद्रीय मशहिा एवं िाि शवकास मंत्ी मेनका गांधी पहुंची। उनहोंने यहां से शकन्नू, िािरे का आरा और िािरे के शिसकुर खरीदे। हररयाणा से आए शकसान समूह के संयोिक भीम शसंह व नीि आय्य ने ि्ताया शक िािरे का आरा और इसके शिसकुर आकष्यण का केंद्र िने हुए हैं। ये सि िैशवक खाद् उतपाद हैं। इनमें िोगों की रुशच िढ़ रही है। भीम ने ि्ताया शक 14 अकरूिर को मेनका गांधी ने भी उनके सराि पर आई और उनहोंने िैशवक उतपादों की प्रिंसा की और खरीदारी भी की। नीिम को शव्व सांसकृश्तक समारोह में प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी ने कृशष रत्न अवाड्ट से भी सममाशन्त शकया था।

    जैलिक पद्धल्त से उगाए बाजरे का आरा और लबसककुर बने आकर्मण का केंद्र

    लदलली में कुदरती खेती लकसान समूह के सटाल पर खूब लबके जैलवक खाद्य उतपाद

    सटाल पर जैबिक उतपाद देखतरी हुईं केंद्ररीय मंत्री मेनका गांधरी।

    सेवा टाइमस l गोरखपुर

    कचहरी किि पुस्तक मेिे का आयोिन 17 से 25 शस्तमिर ्तक हुआ। आर्ट आॅफ शिशवंग ने भी पुस्तकों का सराि िगाया। सराि का सांसद योगी आशदतयनाथ, मेयर ्तथा शसरी मशिसट्रेर ने अविोकन शकया। अश्तशथयों को मौन की गूंि पुस्तक भेंर की गई। सराि पर शदनभर भीड़ िगी रही। मौन की गूंि, पररचय अपने िच्ों से, सच्े साधक, अपने िीवन को सुनदर िनाने के 25 सूत्, योग, मैनेिमेंर मंत् आशद पुस्तकें सवा्यशधक शिकीं। सराि नीिम वासनीवाि के अगुवाई में िगया गया था।

    गोरखपुर पुसतक मेले में आर्ट आॅफ वलविंग के सराल पर उमडा हुिूम

    रािेि कुणडडू l चतरा (झारखंड)

    िुलाई में हुई भारी िाररि से क्षश्तग्स्त हुई च्तरा शििे के रणडवा प्रखणड और हिारीिाग शििे के केरेडारी प्रखणड के दि्यनों गांवों को िोड़ने वािी सड़क की मरमम्त युवाचाययों ने शदन ्तीन में कर दी। इससे 13 गांवों के िगभग 10 हिार शनवाशसयों की आवागमन में हो रही शदकक्तें दूर हो गई। दोनों शििों की सीमा पर ससथ्त यह सड़क मुखय सड़क व िािार िाने का सिसे सरि रास्ता है। इस सड़क के क्षश्तग्स्त हो िाने पर िोगों को पांच शकिोमीरर िूमकर िाना पड़ रहा था।

    िाररि से सड़क कई िगह से रूर गई। इसमें िड़े-िड़े गड्े िन गए। सड़क के शकनारे दिदिी हो गए। सड़क पर वाहन िहु्त मुस्कि से चि रहे थे। शकसानों को अपनी फसि िाने िे िाने में भारी शदकक्त आ रही थी। हािा्त यह थे की साइशकि और मोररसाइशकि भी मुस्कि से शनकि रहे थे।

    इन गांवों को हुआ फायदािाररि में खराि हुई इस सड़क की मरमम्त होने से शससई, कराही, पडरा, गोपदा, उरदा, शििुआ, डुमरी, िुरखे्ता, काढ़मशदरी, सनहा, खै्हा, िुरखे्ता, वीरहोररांड़ आशद गांवों को फायदा हुआ है।

    10 हजार लोर्ों की दिकक्त हुई िूर13 गांवधों को जोड़ने वाली सड़क बाररश में हो गई थी खराब, युवाचाययों ने तीन लदन में की ठीक

    युिाचाययों और सियंसेिकों की मेहनत रंग लाईआर्ट आॅफ शिशवंग के प्रशिक्षक ियप्रकाि रिक ने ि्ताया शक सथानीय दो युवाचाययों और दस ग्ामीण सवयंसेवकों ने सड़क मरमम्त का िीड़ा उठाया। ्तीन शदन में काम पूरा हो गया। काम िुरू होने के िाद अनय िोगों ने भी मदद की। एक िेसीिी मिीन वािे ने िमीन में दिे एक पाइप को शनःिु्क शनकािा और ट्ररैकरर में िोड शकया। पाइप को एक पास के गांव के ट्ररैकरर वािे ने रूरी सड़क ्तक पहुंचाया। आसपास के युवकों ने पतथर की गाड्ट वािे िनाने, शमट्ी डािने ्तथा शमट्ी कराव को रोकने के शिए थेथर पौधे िगाने में मदद की।

    अनीता एलानगमl लवष्णुपुर (मलणपुर)

    ज्वष्ुपुर शििे के हेनौिोक गांव की 21 मशहिाओं के शिए वाईएिरीपी प्रोिेकर के ्तह्त िगा कढ़ाई प्रशिक्षण काय्यक्रम वरदान साशि्त हुआ है।

    कढ़ाई प्रशिक्षण प्राप्त कर मशहिाएं आशथ्यक रूप से सिक्त हो रही हैं और अपने और अपने पररवार के िीवन स्तर में सुधार िा रही हैं।

    21 मशहिाओं को दो चरणों में प्रशिक्षण शदया गया। पहिा प्रशिक्षण काय्यक्रम माच्य 2016 से िेकर मई 2016 ्तक ्तथा दूसरा िून से िेकर अगस्त ्तक चिा। ्तीन महीने की अवशध वािे इस प्रशिक्षण काय्यक्रम में प्रश्तशदन ्छह िंरे ्तक कढ़ाई शसखाई िा्ती है। आठ शदवसीय वाईएिरीपी काय्यक्रम भी हो्ता है।

    हेनोिुक गांव की 28 वषजीय गृशहणी

    नमोइिम का कहना है शक पहिे उनके पास आय का कोई साधन नहीं था।

    इसी साि िून महीने में आर्ट आॅफ शिशवंग की ओर से िगाए गए कढ़ाई प्रशिक्षण शिशवर में प्रशिक्षण िेने के िाद अि यह मशहिाएं 2000 रुपए महीना ्तक कमा रही हैं। वहीं 22 वषजीय शप्रयंका ने शदसंिर 2015 में कढ़ाई का प्रशिक्षण शिया था और अि वे भी महीने में दो हिार रुपए कमा िे्ती हैं।

    कढ़ाई बनरी मलहिा सशक््तकरण का जररयावाईएलटीपी प्रोजेकट के तहत ववष्णुपणुर में 21 मवहलाओं करो विया गया है प्विक्ष्

    बसलाई-कढ़ाई करतरी मबरपुर करी मबहलाएं और दाईं तरफ मबहलाओं द्ारा तैयार बकए गए बिजाइन।

    अरुण कुमार ठाकुर l अमबाला शहर (हररयाणा)

    ओपन शेलरर होम ्तथा िाि सुधार गृह में अं्तरराष्ट्रीय िाि संरक्षण माह के ्तह्त आर्ट आॅफ शिशवंग ने 4 शदवसीय काय्यक्रम आयोशि्त शकया। इसमें िच्ों और शकिोरों को धयान और सुदि्यन शक्रया शसखाई गई। समापन 22 शस्तंिर को हुआ। काय्यक्रम में मुखय अश्तशथ शििा सत् नयायाधीि दीपक गुप्ता थे।

    िाि सुधार गृह में आयोशि्त काय्यक्रम में आर्ट ऑफ शिशवंग की प्रशिशक्षका सरर्ता िैन व शदिीप िुकिा ने धयान और सुदि्यन शक्रया से िीवन में सफकूश्त्य िाने की िानकारी दी। िगभग 150 शकिोर िाशमि हुए।

    ओपन िे्रर होम में 100 िच्ों

    ने भी आर्ट आॅफ शिशवंग का प्रशिक्षण शिया। इन िच्ों में झुगगी झोपड़ी में रहने वािे िच्ों का एक ऐसा समूह भी था िो चोररयां कर्ता था। समूह में

    सिसे ्छोरा िच्ा 10 वष्य और सिसे िड़ा 14 वष्य का था। प्रशिक्षण शिशवर के िाद से इन िच्ों ने पढ़ाई िुरू कर दी है। साथ में डानस व किा का

    प्रशिक्षण भी िे रहे हैं।िाि सुधार गृह के शकिोरों ने

    मुखयाश्तशथ के समक्ष आर्ट ऑफ शिशवंग द्ारा सीखी गई सूय्य नमसकार शक्रया का भी प्रदि्यन शकया।

    इस अवसर पर शप्रंशसपि मशिसट्रेर पूिा शसंगिा, शकषोर नयाय िोड्ट सदसय डॉ. कुिदीप शसंह, नीिम भोसिे, िाि क्याण सशमश्त सदसय मोशह्त अग्वाि, गुरदेव शसंह, िगमोहन शसंह, संरक्षण अशधकारी मम्ता रानी, सामाशिक काय्यकत्ता्य गुरप्री्त शसंह, चाइ्ड िाइन से कॉशड्टनेरर रेखा षमा्य ्तथा सामाशिक संसथा एकम नयास के अिय, शविय, दीपक भी मौिूद थे।

    धयान और सुदश्शन जरिया से बदल रहा अमबाला के बाल सुधार गृह में िी्वन

    बशबिर में उपससथत िाल कैदरी और आट्ट ऑफ बलबिंग के प्रबशक्षक।

    आकाि ड़विवेदी l बहराईच

    केसरगंि ्तहसीि के खािेपुर गांव में ्तीन युवाचाय्य िाढ़ में अपना सिकु्छ गंवाकर रेिवे िाइन और नहर शकनारे िैठे गांववािों के 80 से जयादा िच्ों को पढ़ा रहे हैं। खािेपुर िािरा नदी पर ससथ्त है ्तथा म्छुआरा िाहु्य गांव हैं। खे्ती, पिुपािन और म्छिीपािन करने वािे यहां के शनवासी िच्ों को सककूि नहीं भेि्ते। यह िा्त िि श्ीश्ी संसकार केंद्र

    की प्रशिशक्षका ऊषा शमश्ा को प्ता चिी ्तो उनहोंने यहां शिक्षा की जयो्त ििाने की ठानी। युवाओं को शिक्षा के शिए प्रेरर्त शकया। युवाओं को वाईएिरीपी प्रशिक्षण के शिए भेिा। प्रशिक्षक अशम्त शसंह के परामि्य पर ्तीन युवाओं नेहा, माधुरी और मायाराम ने 80 से अशधक िच्ों को ट्ूिन पढ़ाना िुरू कर शदया। युवाचाययों ने इस वष्य हाई सककूि परीक्षा 75 फीसदी अंकों से उत्तीण्य की है। सवयंसेवकोें ने इस मौके पर िोड्ट और शक्तािें भी िांरीं।

    युवाचाय्य जगा रहे शिक्ा की अलख

    बकतािें पाकर खुश हुए िच्े। साथ में मौजूद हैं िाईएलटरीपरी प्रबशक्षक।

    अनाथ बच्ों के जलए बनाई रसोई हनुमंत कुमार ड़संह l संत कबीर नगर (उप्र)

    खिीिािाद औद्ोशगक क्षेत् ससथ्त सं्त किीर िाि आश्म में आर्ट आॅफ शिशवंग सवयंसेवकों ने रसोई िर िनवाया और उनहें आव्यक सामग्ी भी दी। आश्म का मुखय केनद्र मगहर मंे है। इन दोनों केनद्रों पर संसथा सेवा दे्ती रह्ती है। रसोई िनवाने में एक नई आिा संसथा ने भी योगदान शदया। इन िच्ों को आर्ट आॅफ शिशवंग प्रोग्ाम भी शसखाया िा चुका है।

    संसथा के अपेकस सदसय आिीष ्छापशड़या ने ि्ताया शक िच्ों की िरूर्तों का खयाि शप्छिे दो वषयों से रखा िा रहा है। गुरुदेव का कथन है शक िि ्तुम दूसरों की खुशियों का खयाि रख्ते हो ्तो सृसष्र ्तुमहारी खुशियों का खयाि खुद रख्ती है। शिन िच्ों का िनमशदन शस्तमिर माह में पड़ा उनहोंने केक कारकर खुशियां भी मनाईं। आर्ट आॅफ शिशवंग प्रशिशक्षका डाॅ. आराधना शसंह ने िच्ों को सामूशहक धयान कराया। उसी दौरान िच्ों ने गुरिाणी व किीर दास के दोहे सुनाकर मुगध शकया। इस मौके पर कीश्त्य केशडया, सौमया िािान, सीमा ्छापशड़या, गररमा पाणडेय, रािेंद्र प्रसाद अग्वाि, आिोक गुप्ता आशद मौिूद रहे।

  • 4 सेवा टाइमसn~ vkVZ vkWQ fyfoax] vUrjkZ’Vªh; dsanz csaxyw:नवंिर, 2016

    “A portion of your earnings given in service, brings abundance”- H H SRI SRI RAVISHANKAR

    Online Donation: Log on to www.dsyindia.org

    [email protected]

    EDUCATIONRURAL DEVELOPMENT

    DISASTER RELIEFCARE FOR ENVIRONMENT

    GET INVOLVEDSponsor a

    YLTP Programme

    Sponsor a Project

    Sponsor a Rural Manager

    Adopt a Village

    यशद आप आर्ट ऑफ शिशवंग या वाईएिरीपी संिसनध्त शकसी भी प्रोिकेर पर काय्य कर रह ेहैं, ्तो कपृया इन निंरों पर हमस ेसपंक्क करें- 8067433616, 9620169697, ई-मिे: [email protected] Leadership Training Program (YLTP) and Dharma Sthamba Yojana (DSY) are service initiatives of Vyakti Vikas Kendra, India [The Art of Living], a registered charitable Trust, head

    quartered in Bangalore with its registered office at No. 19, 39th A Cross, 11th Main, IV T Block, Jayanagar, Bangalore - 560041 - Ph: 080-67433600 | www.artofliving.org | Email: [email protected] -

    सेवा टाइमसप्ोजे्र डायरे्रर डाॅ. रािेि ड़त्वेदी

    नेिनल डायरे्टर, वाईएलटीपी

    संपादकरीय ररीमराम अिीष मु्ता िमा्य

    सिाहकारएम. कलयाणरमन

    काड़थ्यक कृषणामानसी धम्यराि

    सौरभ बावेिा

    मानव्ता के नायक

    ड़दनेि चौधरी l सूरत (गुजरात)

    रसायन िासत् में स्ा्तक और वयवसाय प्रिंधन में स्ा्तकोत्तर शदनेि चौधरी न ्तो शकसी िैि में ररसच्य कर्ते हैं और न ही शकसी कंपनी में िड़ा ओहदा संभाि्ते हैं। वह इससे भी िड़ा काम कर्ते हैं। समाि में प्रेम और मुसकान शिखरने का काम। आर्ट आॅफ शिशवंग के प्रशिक्षक शदनेि अि ्तक 5 हिार से जयादा िोगों के िीवन में पररव्त्यन िा चुके हैं। िूमने-शफरने के िौकीन शदनेि

    गुरुदेव श्ी श्ी रशविंकर के मू्यों से अतयशधक प्रभाशव्त होकर आर्ट आॅफ शिशवंग के प्रशिक्षक िन गए। वे 175 से भी जयादा सूय्य नमसकार सहि रूप से कर िे्ते हैं। 500 से जयादा सवयंसेवक इनके ने्तृतव में सामाशिक चे्तना फैिा रहे हैं। शदनेि िुिाई 2016 से प्रमाशण्त क्रेशनयोसक्रि थेरेशपसर भी हैं।

    मोहममद अमीन l जगदलपुर (ित्तीसगढ़)

    यु्वा अमीन शप्छिे पंद्रह सािों से िोगों को प्राणायाम, धयान व सुदि्यन शक्रया शसखाकर समाि में प्रेम और भाईचारे को

    िढ़ा रहे हैं। मानशसक आिा्त से पीशड़्त िोगों की सहाय्ता कर उनके िीवन में खुिी भरना ही अमीन का िक्य है। अमीन ने

    अिावाप्िी, सुकमा, वकवनड,

    भानपुरी, कोंडागाँव, नारायणपुर, िममू-क्मीर, पुणे, शद्िी, िेंगिूरू, भुवने्वर, ियपुर, कोरापुर आशद में िाकर आर्ट आॅफ शिशवंग के काय्यक्रम शकए हैं। अमीन का कहना है शक उनहोंने पाया है शक मानशसक आिा्त से िूझ रहे िोगों को आर्ट आॅफ शिशवंग के काय्यक्रमों से िहु्त िाभ हो्ता है। इससे उनमें मानवीय मू्यों का संचार हो्ता है ्तथा उतसाह और खुिी शमि्ती है। अमीन इस अशभयान को सभी धमयों

    से िोड़्ते हैं ्तथा मानव्ता को सवपोपरर धम्य मान्ते हैं। अमीन अपने शप्ता श्ी वाशहदिीिा, पैगमिर हिर्त मोहममद एवं गुरुदेव श्ी श्ी रशविंकर को अपना आदि्य मान्ते हैं। अमीन शप्छिे कई वषयों से सथानीय िेि में िगने वािे आठ शदवसीय शिशवरों में सशक्रय योगदान दे्ते हैं।

    कुछ प्रमुख सेवायेंn 21 िून को शव्व योग शदवस पर 20

    हिार से जयादा िोगों को योग कराया। n 26 िून को शव्व वयसन मुसक्त शदवस

    पर नाट्-संगी्त के द्ारा वयसन मुसक्त का सनदेि शदया। समाि को िराि एवं ड्रगस से मुक्त करने का संक्प शदिाया।

    n 100 रक्तदान शिशवर, 10 शवद्ािय गोद शिए n सुदि्यन शक्रया के प्रयोग से सोराईशसस और कैंसर

    िैसी शिमारी पर सफि प्रयोग शकए।

    जकसानों को प्ाकृजिक खेिी से िोड रहे हैं अशोकन और राममूजि्श

    उमा महेशवरी l कुमभकोणम (तलमलनाडु)

    अशोकन व श्ी राममूश्त्य ऐसे दो शकसान हंै, शिनहोंने प्राकृश्तक खे्ती को अपनाकर न केवि अपने िीवन को सुधारा, िस्क दूसरे शकसानों को भी रासायशनक खे्ती से ्छुरकारा शदिा रहे हैं। दशक्षण भार्त में प्राकृश्तक खे्ती के शिए मिहूर नाममिवार की प्रेरणा से दोनों ने प्राकृश्तक खे्ती अपनाई और आर्ट आॅफ शिशवंग से प्रशिक्षण िेकर अपने ज्ान और कौिि को शनखारा। दोनों शकसान प्राकृश्तक खे्ती द्ारा िीि संरक्षण और संवध्यन का काय्य कर रहे हैं। हाि ही में शव्व सांसकृश्तक महोतसव में इनहें कृशषरत्न सममान से नवािा गया।

    अिोकन और श्ी राममूश्त्य प्राकृश्तक खे्ती में िीि संरक्षण

    के प्रणे्ता श्ी नेि ियरमण के ने्तृतव में साि में चार िार सीडस फेससरवि का आयोिन कर्ते हैं। यह काम शप्छिे ्तीन साि से िारी हैं। फेससरवि में शकसानों को शििाई, रोपाई, िैशवक कीरनािकों के प्रयोग ्तथा कराई व िीि संरक्षण की िानकारी दी िा्ती है। नेि ियरमण ने चावि की 151 पारंपररक शकसमों का संरक्षण शकया है और 150 शकसमों का शवकास शकया है। ये शकसानों को शनःिु्क िीि दे्ते हैं। फसि होने पर उनसे िीि वापस शिया िा्ता है। अिोकन और श्ी राममूश्त्य के प्रयासों से शकसान एसएसआईएसरी के माधयम से उन्न्त िीिों के साथ अशधक ऊपि का िाभ उठा रहे हैं। इनके वयासक्तग्त प्रयास से 2000 से जयादा शकसानों ्तक प्राकृश्तक खे्ती का ज्ान पहुंचा है। 80 शकसानों को पीिीएस सशर्टशफकेिन भी शमि गया है।

    युिाओं को विममेदाररयां वसखाने में िुरे हैं वदनेश

    15 साि से प्ेम ि अलहंसा का पाठ पढ़ा रहे हैं अमरीन

    सात हजार लोगधों को करवाई हेलथ एंड हैपपीनेस वक्कशाप

    जदनेश ने 2015-2016 में गुिरा्त की प्रश्तसष्ठ्त संसथाओं और शवद्ाियों में हे्थ एंड हैपपीनेस वक्किाप के िररए 7000 िोगों को सवसथ और खुि रहने के मंत् शदए। वह युवाओं को सामाशिक शिममेदाररयों के प्रश्त िागरूक कर्ते हैं। मानवीय मू्यों का संचार कर्ते हैं ्तथा उनहें सक्षम िनाने की शदिा में काय्य कर्ते हैं। परामि्यक के रूप में इनहोंने हर वग्य के िोगों की कशठनाइयों को समझा ्तथा उनहें दूर करने के प्रयास शकए। इनके परामि्य से कई िोगों का िीवन िदिा है। वह चीन, हांगकांग, नेपाि व ्ताइवान की यात्ा भी कर चुके हैं।

    र्ुजरातछत्ीसर्

    तत्लनाडु

    नकसललयों सलहत 500 से जयादा कैलदयों को करवाया कोस्सn अहमदनगर का एक एनिीओ एचआईवी पॉिीशरव िच्ों की देखभाि कर्ता है। अमीन ने वहां िाकर

    िच्ों को सुदि्यन शक्रया शसखाई। इससे उनके िीवन काफी अहम िदिाव महसूस शकए गए।n िगदिपुर िेि में 500 से जयादा कैशदयों को शप्रिन समार्ट प्रोग्ाम करवा चुके हैं। गौर्तिि है शक इस

    िेि में िंद जयादा्तर कैशदयों को नकसिवाद के आरोप में यहां रखा गया है। n मुससिम काॅिेि, अंिुमन सिाशमया पुणे ्तथा एम.ए. रंगूनवािा काॅिेि एवं होरि मैनेिमेंर में भी कई

    शिशवर आयोशि्त शकए। सरूडेंटस ने इन आयोिनों से काफी िाभ होने की िा्त कही। n नेपाि में भूकमप पीशड़्त िोगों से शमिे। वहां भी मानशसक आिा्त में राह्त देने के शिए आर्ट आॅफ

    शिशवंग की ्तरफ से कई प्रोग्ाम आयोशि्त करवाए।n सी.आर.पी.एफ. के िवानों के िीच भी िीवन िीने के प्रश्त किा का िोध कराया। n िममू-क्मीर में आईएएचवी द्ारा संचाशि्त अनाथआिय के िच्ों में प्रोग्ाम करवाए।

    िैविक दुल्लभ चािल उगाएअशोकन 5 एकड़ भूलम पर प्राकृलतक तरीके से खेती करते हैं। दुल्सभ लकसम के काले चावल और लचलकतसकीय महतव वाले सांवा चावल उगाते हैं। अशोकन पी.जी.एस. आगगेलनक कानसेल में दालखला लेने वाले पहले लकसान थे। इनहोंने सी.एफ.एफ काय्सक्रम और पी.जी.एस. सलटटिलफकेशन, ए.ओ.एल. के अंतग्सत लोगों का माग्सदश्सन लकया। तंजावूर तथा अनय लजलों के समूहों के साथ काम कर रहे हैं। पाि बीि से भरपूर पैदािारफाम्स टेक्ोलाॅजी में स्ातक श्ी राममूलत्स 80 एकड़ जमीन पर चावल की 30 लकसमें उगाते हैं। उतपादन की सघन तकनीक के लवशेषज्ञ हैं। 250 ग्ाम बीज एक एकड़ में लगता है। साल में चार फसल उगाते हैं। श्ीराम भारतीय प्रमालिकता प्रिाली, पी.जी.एस. के अंतग्सत एक बहुत बड़े समूह को प्राकृलतक खेती के ललए प्रेररत कर रहे हैं। इनके समूह ने जैलवक प्रमालिकता के ललए आवेदन लकया है।

    बेंर्लूरू में बनाया माॅडल फामरा: अिाोकन और श्ी राममूड़त्य ने बैंगलुरू के वेद ड़वज्ान महाड़वद्ापीठ में एक बिा माॅडल िाम्य बना रहे हैं। इसमें काले और लाल चावल की अचछी िसल हो रही हैं। 18 िरवरी 2016 को गुरूदेव श्ी श्ी रड़विंकर के कुमबाकोणम प्वास के दौरान इनहोंने गुरूदेव को पारंपररक चावल की कई ड़कसमें भेंट की थी।