सेवा टाइमस...सेवा टाइमस 3 शदसमबर, 2016 n~ vkvz vkwq...

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आर ऑफ लिलिंग, अनरराय क, बगिू लिसमबर, 2016 सेवा टाइमस रा सरीय युवा नेृतव शिण कायम की सेवाएं l दिवाली पर अभाव के अंधेरे पर सवयंसेवक ने पाई जीत पेज-2 l घायल की सेवा म पररजन की तरह जुट गए सवयंसेवक पेज-4 l पलाससटक के दनसतारण की नई पहल, बगलू आम म बन रहा डीजल पेज-5 गौरी शितोले l ठाणे (महारा) ठाणे शिले के दो गांव को आिादी के 69 साल बाद अंधेरे से मुक शमली है। ीी ामीण शवकास कायम (एसएसआरडीपी) के सहयोग से दापुरमाॅल और पडाेसी खोरगादवाडी गांव का शवुीकरण शकया गया। इस शदवाली पर इन गांव म सौर ऊिा पर आधारर 2.5 शकलोवाट माइो शड णाली साशप की गई। इससे इन दूरस गांव के 250 लोग को सीधा फायदा शमलेगा। इस काम म पांर शिण और परामि संसा का भी सहयोग रहा। एसएसआरडीपी के ेि कुमार शसंह बाे ह शक इन गांव म सडक संपक और शबिली उनके सामने सबसे बडी चुनौशयां । इसके शलए ुरं संसाधन िुटाने िु शकए। उनहने बाया शक उनकी टीम शदवाली से पहले गांव म सौर शवुीकरण की पहल करी है। यह टीम देि के कई दूर-दराि के गांव म शबिली पहुंचा चुकी है। पांर शिण और परामि के शनदेिक ेहल नाइक का कहना है शक उनकी संसा और भी गांव म ऐसा ही करना चाही है। पांर का उेशय सौर माइो शड के िररये गांव का शवुीकरण और लंबी अवशध के रखरखाव के शलए गांव म एक सव- चाशल णाली साशप करना है। संसा ने इाेिेट पर एक लघु शफलम भी बनाई है। वह, ी ी ामीण शवकास कायम के मुख दीपक िमा का कहना है शक देि का शवकास ब क नह शकया िा सका, िब क शबिली, पानी और िौचालय िैसी बुशनयादी सुशवधाएं दूरदराि के गांव म सुलभ नह होी ह। इस कायम का उेशय गांव म लंबे समय क चलने वाला ढांचा खडा करना और उशमा शवकशस करना है। ठाणे के दो गांव 69 साल बाद हुए अंधेरे से मुक गांवमलगेसोलरपलांटकेसाथआटऑफललवंगकारकराऔरामीण। मने जीवन म पहली बार गांव म काश देखा। अब तक सारे तहार अंधेरे म ही मनाए। - रामदसंह, दनवासी, खोरगािवाडी हमारे बे मोमबी ा दीे के तले ही पढ़ते थे। वह अब बजली के काश म पढ़गे। -गणपत पराथी, दनवासी, खोरगािवाडी n दापुरमाल और खोरगादवाडी का रासा दुगम ह। दापुरमाल के 25 घर म 160 और खोरगादवाडी के 15 घर म 90 लोग बसे ह। n एसएसआरडीपी के ह गांव म सौर ड साप कया गया। सवयंसेवक को दो माह पहले ही यहां का पा चला ा। n सवयंसेवक दीपक शमा, ेहल नायक, चनय संघवाद, अय जोशी, ेश कुमार, ु नायर, वभव सामंी देशपांडे और संदीप झुगरे ने यहां उजाला लाने की ठान ली। n डेढ़ महीने म 16 सौर पनल, 32 बटरी और 3 केवी इलेसटी आउटपुट के उपकरण ामीण ने कंध पर लादकर पहुंचाए। साल 2016 की दवाली पर 69 साल का अंधयारा मटा और गांव चमकने लगा। इस दौरान गांव वाल को नाव मु का शण भी दया। n सानीय बचवे 5 माह से ई-लनग भी कर रहे ह बेहि िुगम है आलििालसय का जिन n पज गुदेव ी ी रशविंकर िी ने सरकार के इस फैसले को देि के शलए साक कदम माना है। इसशलए उनहने सतसंग के िररये ही आट ऑफ शलशवंग के सभी सवयंसेवक का आान शकया शक वह अपने-अपने े म िहां क संभव हाे सके बक के सामने खडलोग की मदद कर और सरकार के इस फैसले काे सही मायन म सफल बनाने म योगदान कर। उनके आान के बाद देिभर म सेवा का यह शसलशसला िु हो गया। n उरदेश के आगरा म िुआी दो शदन फल और पानी की सेवा की। कार म लोग को घंट क खडा नह होना पडे इसकशलए टोकन शससटम िु करवाया। संबंशध नमबर की बारी आने से आधा घंटा पहले एसएमएस भेिकर लोग को सूचना दे दी िाी। इस शया से लोग के 5-6 घंटे बचने लगे। बक आॅफ इंशडया म यह सेवा लगाार चल रही है। n संत कबीर नगर म 15 नवमबर को बक के सामने लोग को पानी, चाय और शबकसकट बांटे गए। वृ और मशहला की फॉम आशद भरनम मदद की गई। सहिनवा म भी पानी और फल शवरण शकया गया। n मुरादाबाद म भी आट आॅफ शलशवंग ने बक के सामने कार म लगे लोग को िलपान करवाया। समनयवक सुखबीर शसंह ने बाया शक बकाें के सामने हाला सामानय हाेने क सेवा िरी रहेगी। n झांसी म आट आॅफ शलशवंग और मशहला वयापार मंडल ने सैकलोग को पानी की बोल बांट। ब और मशहला को शबकसकट भी शदए गए। इसम कंचन आहूिा, रिनी गुपा, अपणा दुबे, मधु कुिवाहा, चं कुमार आहूिा, अनुि यादव, अंशक और जयोश का योगदान रहा। बरेली और मेरठ म 18 नवमबर को फल बांटे गए। n राजसान के जपुर म बनीपाक, सुभाषनगर, मानसरोवर, मालवीय नगर इतयाशद इलाक म सेवाएं दी ग। सवयंसेवक ने पानी, गलूकोि, फल और शबकसकट आशद बांटे। बाल सवयंसेवक ने भी मालवीय नगर म सेवा दी। इस काम म डॉ. सौरभ, समृश, कार म खड़े िोगां को चाय-नाशा बांरा, भड़ संभािने म बक क मिि क नोटबंदी: बक के सामने लाइन म खड़े लाेग की मदद के लए पहुंचे आट ऑफ लवंग के सवयंसेवक सेवा टाइमस टीl बगलू 8 नवंबर आधी रा से देश म 1000 और 500 पए के पुराने नोट बंद हो गए। इसके बाद से बक और एटीएम कआगे लोग की भीड़ ही ददख रही है। लोग लगाार कई घंटे कार म खड़े रहने को मजबूर ह। कोई दूर-दराज से आा है ो कोई बीमारी और वृावसा म भी कार म खड़ा होने काे मजबूर ददखा है। आट आॅफ दलदवंग ने देशभर म बक के आगसेवा शु की। लाेग को पानी, फल और चाय-नाशा बांटा। नोट बदली के फॉम भरने म लोग की मदद की। सा ही भीड़ संभालने म बक की भी मदद की। उरदेश, महारा, राजसान, केरल, दलली, नोएडा, कनाटक और मधयदेश के सेवा कायाे की यह ररपोट पदिए... मुरादाबाद: मझोला लाइनपार इलाके म बक के बाहर बैठे लोग को पानी बपलाते सवंसेवक। संरकबीरनगर: कैश बनकालने को एटीएम के सामने खड़े लोग को चा बपलाई गई। भुरानपुर(मधरदेश): नोट बदलवाने आए लोग की फॉम भरने म भी मदद की गई। रोहन, धमि, रािपाल, शविाल, ईिा, उतसव, महेि इतयाशद का सहयोग रहा। n इसके अलावा महारा, केरल, पकशचम बंगाल, पंिाब, हररयाणा, आं देि, कनाटक िैसे राजय म भी सवयंसेवक ने चाय-नाशा और पानी शपलाकर बक के सामने खडे लोग की सेवा की। सेवा टाइमस संवाददाता l जमम (जम और कशमर) आट ऑफ दलदवंग के णेा ी ी रदवशंकर ने कशमीर म शांद बहाली कर ‘सवग की वापसी’ का अदभयान शु दकया है। इसके ह हाल के कुछ ददन म उनहने समाज के दवदभ वगाे को सा लाने का अकलपनीय काय दकया है। इनम पूव अलगाववादी, आंक के दशकार लोग, युवा, मदहलाएं, उमी, कशमीर के गैर सरकारी संगठन, सूफी नेा, रटायड कमचारी, कला व संसकद से जुड़ लोग शादमल ह। इनहने 23 नवंबर को ‘सवग की वापसी’ सममेलन म भागीदारी की। ी ी ने इस अवसर पर कहा- हम सब दमल-बैठकर हल दनकालगे। हल बंदूक या पतर म नह है। सममेलन म अनय वका जैसे ी दटंग, दस कशमीरी इदहासकार, ी दनजामुदन भ, कशमीर के वररठ पकार, ले.ज. सु साहा, पूव सेना मुख, ो. दनसार अली, अंराीय सर के अशासी और दवशव बक के पूव सलाहकार, ी अशोक एमा, कुलपद, कीय दवशवदवालय जममू ने भी दवचार रखे। दपछले ददन म घाटी म कई ददनदधमंडल ी ी से दमले। इनम मुख ह डाॅ. गुलाम रसूल हामी जो करवां-ए- इसलामी के जमू-कशमीर मुख ह। मुजफफर वानी, जो आंकी बुरहान वानी के दपा ह। इन सबने कशमीर मसले पर गुदेव को पूरा सहयोग और समन देने का वादा दकया। आट आॅफ दलदवंग का यह कदम घाटी म दनशशच ही शांद बहाली के दलए मील का पतर बनेगा। यह सममेलन कशमीर के नेा के दलए एक सटेज का काय करेगा दजस पर तयेक आवाज को रखा जा सकेगा। इस अवसर पर शांद के दलए दण एदशयाई फोरम का शुभारंभ दकया गया। फोरम म 8 दण एदशयाई देश शादमल रहगे। ीीनेकशीर कीशांतिकीशुआि िलण एलियाई फोरम का लकया गया गठन दीप वदल करे आट ऑफ दलंदवंग के णेा ी ी रदवशंकर जी व अनय मुख वयशक।

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  • द् आर्ट ऑफ लिलिंग, अन्तरराष्ट्रीय केंद्र, बेंगिूरू लिसमबर, 2016

    सेवा टाइमसराष्ट्र स्तरीय युवा ने्तृतव प्रशिक्षण काय्यक्रम की सेवाएं

    l दिवालीपरअभावकेअंधेरेपरसवयंसेवकोंनेपाईजीत

    पेज - 2

    l घायलोंकीसेवामेंपररजनोंकीतरहजुटगएसवयंसेवक

    पेज - 4

    l पलाससटककेदनसतारणकीनईपहल,बेंगलूरूआश्रममेंबनरहाडीजल

    पेज - 5

    गौरी शितोले l ठाणे (महाराष्ट्र)

    ठाणे शिले के दो गांवों को आिादी के 69 साल बाद अंधेरे से मुक््त शमली है। श्ीश्ी ग्ामीण शवकास काय्यक्रम (एसएसआरडीपी) के सहयोग से दापुरमाॅल और पडाेसी खोरगाद्यवाडी गांव का शवद्ु्तीकरण शकया गया। इस शदवाली पर इन गांवों में सौर ऊिा्य पर आधारर्त 2.5 शकलोवाट माइक्रो शग्ड प्रणाली स्ाशप्त की गई। इससे इन दूरस् गांवों के 250 लोगों को सीधा फायदा शमलेगा। इस काम में रूपां्तर प्रशिक्षण और परामि्य संस्ा का भी सहयोग रहा।

    एसएसआरडीपी के रूद्ेि कुमार शसंह ब्ता्ते हैं शक इन गांवों में सडक संपक्क और शबिली उनके सामने सबसे बडी चुनौश्तयां ्ीं। इसके शलए ्तुरं्त संसाधन िुटाने िुरू शकए। उनहोंने ब्ताया शक उनकी टीम शदवाली से पहले गांवों में सौर शवद्ु्तीकरण की पहल कर्ती है। यह टीम देि के कई दूर-दराि के गांवों में शबिली पहुंचा चुकी है।

    रूपां्तर प्रशिक्षण और परामि्य के शनदेिक स्ेहल नाइक का कहना है शक उनकी संस्ा और भी गांवों में ऐसा ही करना चाह्ती है। रूपां्तर का उद्ेशय सौर माइक्रो शग्ड के िररये गांवों का शवद्ु्तीकरण और लंबी अवशध के रखरखाव के शलए गांव में एक सव-चाशल्त प्रणाली स्ाशप्त करना है। संस्ा ने इस प्राेिे्ट पर एक लघु शफलम भी बनाई है।

    वहीं, श्ी श्ी ग्ामीण शवकास काय्यक्रम के प्रमुख दीपक िमा्य का कहना है शक देि का शवकास ्तब ्तक नहीं शकया िा सक्ता, िब ्तक शबिली, पानी और िौचालय िैसी बुशनयादी सुशवधाएं दूरदराि के गांवों में सुलभ नहीं हो्ती हैं। इस काय्यक्रम का उद्ेशय गांवों में लंबे समय ्तक चलने वाला ढांचा खडा करना और उद्शम्ता शवकशस्त करना है।

    ठाणे के दो गांव 69 साल बाद हुए अंधेरे से मुक्त

    गांव में लगे सोलर पलांट के साथ आट्ट ऑफ लललवंग कार्यकरा्य और ग्ामीण।

    मैंने जीवन में पहली बार गांव में प्रकाश देखा। अब तक सारे त्यौहार अंधेरे में ही मनाए।

    -रामदसंह,दनवासी,

    खोरगाि्दवाडी

    हमारे बच्े मोमबत्ी ्ा दी्े के तले ही पढ़ते थे। वह अब बबजली के प्रकाश में पढ़ेंगे।

    -गणपतपराथी,दनवासी,खोरगाि्दवाडी

    n दापुरमाल और खोरगाद्दवाडी का रास्ा दुग्दम है। दापुरमाल के 25 घरों में 160 और खोरगाद्दवाडी के 15 घरों में 90 लोग बस्े हैं।

    n एसएसआरडीपी के ्ह् गांवों में सौर ग्रिड स्ाग्प् ग्कया गया। सवयंसेवकों को दो माह पहले ही यहां का प्ा चला ्ा।

    n सवयंसेवक दीपक शमा्द, स्ेहल नायक, चै्नय संघवाद, अक्षय जोशी, रुद्ेश कुमार, श्ुग्् नायर, वैभव सामं्ी देशपांडे और संदीप झुगरे ने यहां उजाला लाने की ठान ली।

    n डेढ़ महीने में 16 सौर पैनल, 32 बैटरी और 3 केवी इलेक्ट्रिग्सटी आउटपुट के उपकरण रिामीणों ने कंधों पर लादकर पहुंचाए। साल 2016 की ग्दवाली पर 69 साल का अंग्धयारा ग्मटा और गांव चमकने लगा। इस दौरान गांव वालों को ्नाव मुक्ट्् का प्रग्शक्षण भी ग्दया।

    n स्ानीय बचवे 5 माह से ई-लग्निंग भी कर रहे हैं

    बेहि िुग्गम है आलििालसयों का जरीिन

    n पूज्य गुरुदेव श्ी श्ी रशविंकर िी ने सरकार के इस फैसले को देि के शलए सा््यक कदम माना है। इसशलए उनहोंने सतसंग के िररये ही आट्ट ऑफ शलशवंग के सभी सवयंसेवकों का आह्ान शकया शक वह अपने-अपने क्षेत्ों में िहां ्तक संभव हाे सके बैंकों के सामने खडे लोगों की मदद करें और सरकार के इस फैसले काे सही मायनों में सफल बनाने में योगदान करें। उनके आह्ान के बाद देिभर में सेवा का यह शसलशसला िुरू हो गया।

    n उत्तरप्रदेश के आगरा में िुरुआ्ती दो शदन फल और पानी की सेवा की। क्तारों में लोगों को घंटों ्तक खडा नहीं होना पडे इसके शलए टोकन शससटम िुरू करवाया। संबंशध्त नमबर की बारी आने से आधा घंटा पहले एसएमएस भेिकर लोगों को सूचना दे दी िा्ती। इस प्रशक्रया से लोगों के 5-6 घंटे बचने लगे। बैंक आॅफ इंशडया में यह सेवा लगा्तार चल रही है।

    n संत कबीर नगर में 15 नवमबर को बैंकों के सामने लोगों को पानी, चाय और शबकसकट बांटे गए। वृद्ों और मशहलाओं की फॉम्य आशद भरने में मदद की गई। सहिनवा में भी पानी और फल शव्तरण शकया गया।

    n मुरादाबाद में भी आट्ट आॅफ शलशवंग ने बैंकों के सामने क्तारों में लगे लोगों को िलपान करवाया। समनयवक सुखबीर शसंह ने ब्ताया शक बैंकाें के सामने हाला्त सामानय हाेने ्तक सेवा िारी रहेगी।

    n झांसी में आट्ट आॅफ शलशवंग और मशहला वयापार मंडल ने सैकडों लोगों को पानी की बो्तल बांटीं। बच्ों और मशहलाओं को शबकसकट भी शदए गए। इसमें कंचन आहूिा, रिनी गुप्ता, अप्यणा दुबे, मधु कुिवाहा, चंद् कुमार आहूिा, अनुि यादव, अंशक्त और जयोश्त का योगदान रहा। बरेली और मेरठ में 18 नवमबर को फल बांटे गए।

    n राजस्ान के ज्यपुर में बनीपाक्क, सुभाषनगर, मानसरोवर, मालवीय नगर इतयाशद इलाकों में सेवाएं दी गईं। सवयंसेवकों ने पानी, गलूकोि, फल और शबकसकट आशद बांटे। बाल सवयंसेवकों ने भी मालवीय नगर में सेवा दी। इस काम में डॉ. सौरभ, समृशद्,

    क्तारों में खड़े िोगाें को चाय-नाश्ता बांरा, भरीड़ संभािने में बैंकों करी मिि करी

    नोटबंदी: बैंकों के सामने लाइनों में खड़े लाेगों की मदद के ग्लए पहुंचे आट्ट ऑफ ग्लग्वंग के सवयंसेवक

    सेवा टाइमस टीम l बेंगलूरू

    8 नवंबर आधी रा्त से देश में 1000 और 500 रुपए के पुराने नोट बंद हो गए। इसके बाद से बैंकों और एटीएम के आगे लोगों की भीड़ ही ददख रही है। लोग

    लगा्तार कई घंटे क्तारों में खड़े रहने को मजबूर हैं। कोई दूर-दराज से आ्ता है ्तो कोई बीमारी और वृद्ावस्ा में भी क्तार में खड़ा होने काे मजबूर ददख्ता है। आट्ट आॅफ दलदवंग ने देशभर में बैंकों के आगे सेवा शुरू की। लाेगों को पानी, फल और

    चाय-नाश्ता बांटा। नोट बदली के फॉम्म भरने में लोगों की मदद की। सा् ही भीड़ संभालने में बैंकों की भी मदद की। उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्ान, केरल, ददलली, नोएडा, कना्मटक और मधयप्रदेश के सेवा कायाांे की यह ररपोट्ट पदिए...

    मुरादाबाद: मझोला लाइनपार इलाके में बैंक के बाहर बैठे लोगों को पानी बपलाते सव्ंसेवक।

    संर कबीर नगर: कैश बनकालने को एटीएम के सामने खड़े लोगों को चा् बपलाई गई।

    भुरानपुर (मधरप्रदेश): नोट बदलवाने आए लोगों की फॉम्म भरने में भी मदद की गई।

    रोहन, धममेि, रािपाल, शविाल, ईिा, उतसव, महेि इतयाशद का सहयोग रहा।

    n इसके अलावा महाराष्ट्र, केरल, पकशचम बंगाल, पंिाब,

    हररयाणा, आंध्र प्रदेि, कना्यटक िैसे राजयों में भी सवयंसेवकों ने चाय-नाश्ता और पानी शपलाकर बैंकों के सामने खडे लोगों की सेवा की।

    सेवा टाइमस संवाददाता l जमममू (जमममू और कशममीर)

    आट्ट ऑफ दलदवंग के प्रणे्ता श्ी श्ी रदवशंकर ने कशमीर में शांद्त बहाली कर ‘सवग्म की वापसी’ का अदभयान शुरू दकया है। इसके ्तह्त हाल के कुछ ददनों में उनहोंने समाज के दवदभन्न वगाांे को सा् लाने का अकलपनीय काय्म दकया है। इनमें पूव्म अलगाववादी, आ्तंक के दशकार लोग, युवा, मदहलाएं, उद्यमी, कशमीर के गैर सरकारी संगठन, सूफी ने्ता, ररटायड्ट कम्मचारी, कला व संसककृद्त से जुडे़ लोग शादमल हैं। इनहोंने 23 नवंबर को ‘सवग्म की वापसी’ सममेलन में भागीदारी की। श्ी श्ी ने इस अवसर पर कहा- हम सब दमल-बैठकर हल दनकालेंगे। हल बंदूकों या पत्रों में नहीं है।सममेलन में अनय वक्ताओं जैसे श्ी दटंग, प्रदसद् कशमीरी इद्तहासकार, श्ी दनजामुदविन भट्ट, कशमीर के वररष्ठ पत्रकार, ले.ज. सुब्र्त साहा, पूव्म सेना प्रमुख, प्रो. दनसार अली, अं्तरा्मष्ट्रर्ीय स्तर के अ््मशासत्री और दवशव बैंक के पूव्म सलाहकार, श्ी अशोक एमा, कुलपद्त, केंद्ीय दवशवदवद्यालय जममू ने भी दवचार रखे।दपछले ददनों में घाटी में कई प्रद्तदनदधमंडल श्ी श्ी से दमले। इनमें प्रमुख हैं डाॅ. गुलाम रसूल हामी जो करवां-ए-इसलामी के जममू-कशमीर प्रमुख हैं। मुजफफर वानी, जो आ्तंकी बुरहान वानी के दप्ता हैं। इन सबने कशमीर मसले पर गुरुदेव को पूरा सहयोग और सम््मन देने का वादा दकया। आट्ट आॅफ दलदवंग का यह कदम घाटी में दनशशच्त ही शांद्त बहाली के दलए मील का पत्र बनेगा। यह सममेलन कशमीर के ने्ताओं के दलए एक सटेज का काय्म करेगा दजस पर प्रतयेक आवाज को रखा जा सकेगा। इस अवसर पर शांद्त के दलए ददषिण एदशयाई फोरम का शुभारंभ दकया गया। फोरम में 8 ददषिण एदशयाई देश शादमल रहेंगे।

    श्ी श्ी ने कश्ीर ्ें की शांति की शुरुआि िलषिण एलियाई फोरम का लकया गया गठन

    दीप प्रज्जवदल्त कर्ते आट्ट ऑफ दलंदवंग के प्रणे्ता श्ी श्ी रदवशंकर जी व अनय प्रमुख वयशक्त।

  • 2 सेवा टाइमस n~ vkVZ vkWQ fyfoax] vUrjkZ’Vªh; dsanz csaxyw:शदसमबर, 2016

    अभाव के अंधेरे पर पाई जी्त

    सेवा टाइमस टीमl बंेगलुरूददवाली खुदशयों का तययौहार है। हम खुदशयां अकसर दसफ्फ अपनों के सा् ही बांट्ते हैं। कुछ वक्त के दलए हम भूल जा्ते हैं दक दजस समय हम खुदशयाें की रोशनी से सराबोर होंगे, ठीक उसी वक्त कुछ लोग अभाव के अंधेरे में जीने को भी मजबूर होंगे। आट्ट अॉफ दलदवंग के सवयंसेवक हर बार ऐसे लोगों के सा् खुदशयां बांटकर ही ददवाली मना्ते हैं। सवयंसेवकों ने इस बार भी इसी अंदाज में ददवाली मनाई। पदिए देशभर में ददवाली पर सेवाओं की ररपोट्ट...

    राजस्ान के आबूरोड में कैददयों और आददवासी बच्ों के सा् ददवाली मनाई। समनयवक संगी्ता अग्रवाल ने ब्ताया दक जेल में धयान दशदवर करवाकर दमठाई बांटी। भाखर षिेत्र के आददवासी इलाकों में गरीबों के सा् ददवाली मनाई गई। इस दयौरान गांवों के गरीब लोगों को दमठाई, पटाखे और नए कपड़े बांटे गए। गोरखपुर में बेद्तहा्ता हररजन बस्ती में बच्ों के सा् पटाखे फोड़े। ‘एक दीप शहीदों के नाम' भी आयोदज्त दकया गया। दूसरी ्तरफ आट्ट आॅफ दलदवंग के सा् दैदनक जागरण, एक नई आशा व अनय संस्ाओं ने दीपोतसव का आयोजन दकया।

    कोलका्ता में सवयंसेवकों ने 300 अना् बच्ों और 50 वृद्ांे के सा् ददवाली मनाई। 40 सवयंसेवक इसमें शादमल हुए। प्रदशषिक दवशाल पाई, दहना, मेघा टेकरीवाल और सवयंसेदवका नेहा, देवदप्रया, चंदन दमश्ा, अण्मब शराइया, सीमा सोमादन की इसमें अहम भूदमका रही।मेरठ चैपटर ने सेना के सममान में दीप जलाए। 165 बच्ों को दगफट बांटे। अदससटेंट कदमश्नर सेलस टैकस प्रशां्त सकसेना ने बच्ों को प्रेरर्त दकया। जूही गुप्ता, जद्तन बत्रा, नवनी, दसद्ां्त धूपर, अषिय बत्रा, वीरेंद्, दवशाल आदद का सहयोग रहा।

    लिंििाड़ा में नेकरी करी िरीिार पर मुसककुराया हर चेहरा

    मध्प्रदेश के बिंदवाड़ा में तीन बदन नेकी की दीवार अबभ्ान चला। आ्ोजन में आट्ट आॅफ बलबवंग के साथ राजसथान पबरिका, वेलफे्र सोसाईटी, रोटरी कलब, इनरवहील कलब, ला्ंस कलब का भी सह्ोग रहा। नेकी की दीवार का मतलब- जो चीज आपके उप्ोग की ना हो, वह ् हां रख दें ताबक कोई जरूरतमंद उसे ले जा सके। संकटमोचन मंबदर, जनपद ग्ाउंड से कई जरूरतमंद पसंद का समान लेकर मुसककुराते हुए घर गए। ् हां कपड़े, बकताबें, बत्मन, पटाखे, बखलयौने सबहत घरेलू समान भी आ्ा।

    दछंदवाड़ा में नेकी की दीवार अदभयान के ्तह्त जरूर्तमंद को सामग्री प्रदान कर्तीं पुदलस अदधकारी।राजस्ान: माउंट आबू के ककुईंसांगना गांव में आददवासी बच्ाें के सा् ददवाली मना्ती हुईं आट्ट ऑफ दलदवंग की स्ानीय समनवयक संगी्ता अग्रवाल व अनय काय्मक्ता्म।

    दीवाली में राद से घर आना बेटावालंदटयस्म की आंखें ्तब भर आईं, जब एक ददवयांग वृद्ा माँ ने साड़ी लेने के बाद नम आँखों से छत्तीसगिी में कहा "‛दीवाली में सुर्ता करके घर आइहा न बेटाश्’। यानी बेटा ददवाली में याद से घर आना। भावुक काय्मक्ता्मओं ने वृद्ा के गले लगकर ददवाली की शुभेचछाएं दीं।

    राजसथान के ककुईंसांगना गांव में बदवाली के अवसर पर आबदवासी बच्ों के साथ आबतशबाजी करते आट्ट ऑफ बलबवंग के का््मकता्म।

    गोरखपुर: बेबतहाता की हररजन बसती में आट्ट अॉफ बलबवंग का््मकता्मओं ने गरीब बच्ों के साथ बदवाली मनाई। इस दयौरान एक दीप शहीदों के नाम भी जला्ा ग्ा।

  • 3सेवा टाइमस n~ vkVZ vkWQ fyfoax] vUrjkZ’Vªh; dsanz csaxyw:शदसमबर, 2016

    खुदशयों की लयौ जली घर-घर

    गोरखपुर में बदवाली के मयौके पर साव्मजबनक सथान पर दीपोतसव का आ्ोजन बक्ा ग्ा। आट्ट ऑफ बलबवंग का््मकता्मओं के साथ ही बड़ी संख्ा में

    सथानी् लाेगों ने भी ्हां पहुंचकर दीप जलाए।

    कोलकाता में बदवाली के उपलक्् में आट्ट ऑफ बलबवंग का््मकता्मओं ने कई सथानों पर दीपदान का आ्ोजन बक्ा।

    कोलकाता में सव्ंसेवकों ने द ररफ्ूजी नाम की संसथा में 300 अनाथ बच्ों और 50 से अबधक बेसहारा बुजुगगों के साथ बदवाली की खुबश्ां मनाईं। बच्ों ने बदए जलाए और खूब पटाखे फोड़े। इस दयौरान बुजुगगों

    ने आट्ट अॉफ बलबवंग के इस प्र्ास की खूब सराहना भी की। बच्ों के चेहरों पर भी खुशी का अहसास बदखा।

    ित्ीसगढ़ में आट्ट ऑफ बलबवंग का््मकता्मओं ने बमलकर दीपदान

    का््मक्रम का आ्ोजन बक्ा।

    इसका मुख् उद्ेश् ्ही था बक दीए बनाने वाले ककुमहार भी बदवाली

    मना सकें।ित्ीसगढ़ के धमतरी में सवदेशी वसतुओं को बढ़ावा देने और ककुमभकारों की मदद के बलए 10 हजार से ज्ादा बमट् टी के दीप दान बकए गए।

    संतोषी शिम्ाडकर l धमतरमी (छत्मीसगढ़)

    शदवाली पर देि का सबसे जयादा िोर सवदेिी सामान के इस्तेमाल पर रहा। आट्ट ऑफ शलशवंग के सवयंसेवकों ने भी िगह-िगह 10 हिार से जयादा शमट् टी के शदए खरीदकर

    लोगों को दान शकए। उद्ेशय शसफ्क यही ्ा शक दीप बनाने वाले कुमहार भी हषषोललास से तयौहार मना सकें। आट्ट आॅफ शलशवंग के संस्ापक श्ीश्ी रशविंकर की राष्ट्र प्रेम

    की शिक्षा पर चल्ते हुए और समसामशयक पररकस्श्तयां देख्ते हुए सवयंसेवकों और प्रशिक्षकों ने दीपदान का अशभयान िुरू शकया। इसके ्तह्त सैं्चुअरी गाड्टन, रमसगरी ्तालाब गाड्टन, नगर घडी चौक, बस सटैंड, शबलई मा्ता मंशदर िैसे स्ानों पर

    दीपदान शकया गया। वहीं, मकई चौक कस््त िेनेशसस कॉलेि ऑफ हायर एिुकेिन में ‘एक दीप देि के नाम’ काय्यक्रम आयोशि्त शकया गया। यहां पर आने वाले लोगाें को भी दीप बांटे गए। इस अायोिन में कोमल ्वाई्त, सुशम्ता पंिवानी रमाकान्त ,ल्की, िय, योगेि गुप्ता, राहुल कामरानी, बसं्ती ्वाई्त, शिखा िमा्य, भोिराि शसनहा आशद का सहयोग रहा।

    10,000 िरीप लकए िान, ्तालक ककुमभकार भरी मना सकें लििािरीछत्ीसगढ़ के खरशसया में दीपावली के आगमन से पहले िहां एक ओर िहर के सभी लोग अपने घर-प्रश्तष्ठानों में सफाई इतयाद करके ्तैयाररयों में िुटे ्े, वहीं नगर के कुछ युवाओं ने अलौशकक सद्ावना एवं संवेदनिील सोच का पररचय शदया है। खरशसया आट्ट ऑफ शलशवंग पररवार ने दीपावली की खुशियां उन िरूर्तमंद बच्ों एवं वृद्ों के सा् बांटी, िो इन तयौहारों में कहीं पीछे छूट िा्ते हैं। वह सीशम्त साधनों से ही अपनी खुशियां पूरी करने पर मिबूर हो्ते हैं।

    आट्ट ऑफ शलशवंग पररवार ने शदवाली पर एक अशभयान चलाया ् ा। इसके ्तह्त नगर के आट्ट ऑफ शलशवंग पररवार के सैकडों वालंशटयस्य ने िरूर्तमंद लोगों के शलए दीवाली पर कुछ खास उपहार एकशत््त कर उनमें बांटने का शनशचय शकया। सोिल मीशडया में भी संदेि िारी हुआ। ऐसे में िो

    लोग आट्ट ऑफ शलशवंग से नहीं िुडे ्े, उनहोंने भी नए कपडे, शटशफन, खाद् सामग्ी, पटाखे एवं अनय शवशभन्न उपहार िरूर्तमंद लोगों के शलए शभिवाए। नगरवाशसयों से शमले अपार सहयोग के सा् आट्ट ऑफ शलशवंग पररवार ने पटाखे, कपडे, शखलौने, पठन सामग्ी, खाद् सामग्ी आशद िरूर्तमंद लोगों में गांव-गांव िाकर बांटी। गांवों के शवद्ालय एवं आंगनबाशडयों में िाकर उनके सा् खुशियों के पल शब्ताए। खेल करवाए और उनहें सवास्थय लाभ हे्तु योगाभयास भी करवाया। आट्ट ऑफ शलशवंग के इस अनुकरणीय काय्य से बच्ों एवं बडों का मन अतयं्त प्रफुकलल्त हुआ। उनहोंने धनयवाद के ्तौर पर आिीष वचन आट्ट ऑफ शलशवंग पररवार के सदसयों को शदए।आट्ट ऑफ शलशवंग पररवार द्ारा इस अद्भु्त आनंद की अनुभूश्त में सभी को शदवाली की बहु्त बहु्त िुभकामनाएं दी।

    तदवाली पर जरूरि्ंदों के तलए तिजवाए तिफट, त्ठाई और कपड़े

    बािोि में िंलच्तों को बांरे कंबिबालोद। आट्ट ऑफ शलशवंग काय्यक्ता्यओं ने संकलप शलया है शक बालोद और आसपास के इलाके में शकसी को भी ठंड में शठठुरकर नहीं मरने शदया िाएगा। सोिल मीशडया के िररये ऐसे लोगों की ्तुरं्त िानकारी देने का आह्ान शकया गया है। ऐसे शकसी भी वंशच्त वयक््त की िानकारी प्राप्त हो्ते ही काय्यक्ता्य उसे कंबल मुहैया करवा्ते हैं। अब ्तक शिनकी िानकारी शमली है, उनहें कंबल और गम्य कपडे मुहैया करवाए गए। शदवाली पर वृद् आश्म में भी फल और कंबल बांटे गए, ्ताशक वृद्ों को भी राह्त शमले।

  • 4 सेवा टाइमस n~ vkVZ vkWQ fyfoax] vUrjkZ’Vªh; dsanz csaxyw:शदसमबर, 2016

    गौरी शितोले l औरंगाबाद (महाराष्ट्र)

    आट्ट आॅफ शलशवंग संस्ा को महातमा फूले कृशष प्रश्तष्ठान पुरसकार से सममाशन्त शकया गया है। यह सममान महाराष्ट्र में पानी की समसया से शनपटने के शलए चलाए िल िागृश्त अशभयान और िलयु््त शिवार के शलए शमला है। महातमा फुले कृशष प्रश्तष्ठान ने 12 नवमबर को औरंगाबाद में आयोशि्त काय्यक्रम में यह सममान शदया। आट्ट ऑफ शलशवंग की ्तरफ से वाईएलटीपी प्रशिक्षक पुरुषोत्म वयाल ने यह सममान प्राप्त शकया। काय्यक्रम में बॉमबे हाईकोट्ट के िि अमबादास िोिी, आरएसएस से ििमेराव बाघ, महातमा फूले कृशष प्रश्तष्ठान के प्रां्त अधयक्ष बापूराव गावकर, मराठवाडा के वैधाशनक शवकास मंडल अधयक्ष िंकर नागडे आशद उपकस््त रहे।

    हिुमंत कुमार शसंह l संत कबमीर नगर (उत्र प्रदेश)

    आट्ट आॅफ शलशवंग के सं्त कबीर नगर चैपटर ने खलीलाबाद कस््त कबीर बाल आश्म को रेशरििरेटर भेंट शकया है। यहां रहने वाले शनराशश््त बच्ों के शलए सवयंसेवक समय-समय पर मदद कर्ते रहे हैं। यहां के बच्ों के शलए 22 नवमबर को आट्ट ऑफ शलशवंग पररवार सहिनवा के महावीर अग्वाल ने 260 लीटर का एक शरिि दान शकया। इस अवसर पर संस्ा के मुकुंद अग्वाल, संिय ्याल, मनीष मदा्य व गोरखपुर से आए प्रशिक्षक पीयूष शमश्ा, मनीष मौिूद रहे। आट्ट ऑफ शलशवंग सं्त कबीर नगर के अशम्त िैन, शवनी्त चड्ा, शवकास गुप्ता, मयूर अग्वाल सशह्त आश्म के बच्े व वयवस्ापक लक्मण भी उपकस््त ्े।

    कुमशलि इन्टपी l नलबारमी (असम)

    लाॅयंस ्लब आॅफ गुवाहाटी, अनमोल, आट्ट आॅफ शलशवंग और श्ी िंकरदेव नेत्ालय की ्तरफ से 6 नवमबर को नलबारी के एसआरडी िैन सकूल में शनिुलक

    नेत् िांच शिशवर लगाया गया। इस दौरान 325 लोगों की आंखें िांची गईं। इनमें से 59 लोगों को मोश्तया शबनद शमला। इनमें से 27 लोगों का 23 नवमबर के शदन आॅपरेिन शकया गया। आॅपरेिन के बाद इनहें 25 नवमबर को घर ्तक पहुंचाया गया। िेष लोगों को ऑपरेिन के शलए 1 शदसमबर के शदन बुलाया गया है। शिशवर का उद्ाटन शवधायक अिोक िमा्य ने शकया। कैमप के आयोिन में अमरेनद् कलीटा का सराहनीय योगदान रहा।

    लनिुलक कैमप में 325 िोगों करी आंखें जांचीं गईं, 59 को लमिा मोल्तया लबनि

    लनरालरि्त बच्ों करी मिि के लिए बाि आरिम में िान लिया गया रेलरिजरेरर

    अार्ट ऑफ लिलिंग को जि संरषिण के लिए लमिा महातमा फूिे कृलि पुरसकार

    सार समाचार

    आट्ट ऑफ बलबवंग की तरफ से सममान प्रापत करते पुरूषोत्म व्ाल।

    संतोषी शिम्ाडकर l धमतरमी (छत्मीसगढ़)

    युवाचाययों ने छत्ीसगढ़ में संसकृश्त को सहेिने का एक प्रयास शकया। 29 अ्टूबर आट्ट ऑफ शलशवंग के ्ततवाधान में मागलरोड के कुंडेल गांव में युवाचाययों ने छत्ीसगढ़ की लोकशप्रय परंपरा "सुवा नृतय राउ्त नाचा' प्रश्तयोशग्ता आयोशि्त करवाई। इसमें आसपास के गांवों की कई टीमें िाशमल हुईं। दुलार शनषाद, देवनारायण शनषाद, उमेि यादव, रोिन साहू ने आयोिन में शविेष भूशमका शनभाई। मौिूदा समय में िहां हमारी परमपराग्त पद्श्तयां शवलुप्त हो्ती िा रही हैं, वहीं युवाआें के संसकृश्त को सहेिने के इस प्रयास की सबने ्तारीफ की। प्रश्तयोशग्ता में प्र्म, शद््तीय व ्तृ्तीय स्ान पर रही टीमों को पुसकार भी बांटे गए।

    संसकृल्त को सहेजने का प्रयास: ककुंडेि में हुआ ित्रीसगढ़ का िोकनृतय सुिा

    ककुंडेल में सुवा नृत् प्रबत्ोबगता में शाबमल होते कलाकार।

    नलबारी में आंखों की जांच करती डाकटर।

    सेवा टाइमस संवाददाता l पुखराया/कानपुर (उत्रप्रदेश)

    21 नवमबर को कानपुर के पास पुखराया में इंदौर-पटना ए्सप्रेस दुघ्यटनाग्स्त हो गई। करीब 150 लोग मारे गए। सैकडों घायल हुए। घर-पररवार से दूर सभी यात्ी असहाय अवस्ा में ्े। ऐसे में आट्ट ऑफ शलशवंग के सवयंसेवक सामने आए। घायलों की सेवा में वह पररिनों की ्तरह िुट गए। सा् ही हादसे में सकुिल बचे याशत्यों को भोिन करवाने व अनय सहाय्ता का भी बंदोबस्त शकया गया।

    संदीप बंसल, शिखर गोयल, उतकष्य गोयल, सुनील अग्वाल, गी्ता अग्वाल आशद की इसमें अहम भूशमका रही। घटना की सूचना शमल्ते ही सवयंसेवक मौके पर पहुंचे। नयूि और सोिल मीशडया के िररये लोगाें को सूशच्त शकया। रेलवे शमशनसट्री को अपना मोबाइल नमबर सेवा के शलए शदया। संदीप बंसल ने अपना नंबर भी फलैि करवाया, शिस पर शदनभर पीशड्तों के पररिनों के फोन आ्ते रहे। सवयंसेवक प्रिासन और असप्ताल के संपक्क में रहकर पररिनों को अपडेट दे्ते रहे। घायलों को कानपुर ले िा रहे लोगों के शलए पानी और नाश्ते का भी इं्तिाम शकया।

    आट्ट आॅफ शलशवंग कानपुर चैपटर के सवयंसेवकों ने भी

    असप्ताल में घायलों और उनके पररिनों की सभी िरूर्तें पूरी कीं। रोि लगभग 400 लोगों को शनयशम्त रूप से खाना, पानी मुहैया करवाया गया। घायलों के पररिनों को कमबल सशह्त अनय सामान शदया गया। इस सेवा में शह्तेि ियसवाल, आिीष, राहुल, िुकुल श्ीवास्तव, परमीलावैड्ा का अहम योगदान रहा।

    इनिदौर-परना एकसप्रेस हािसा

    घारलों की सेवा में पररजनों की ररह जुट गए सवरंसेवक

    कानपुरकेसवयंसेवकिेरहेअसपतालोंमेंभततीघायलोंकेपररजनोंकोभोजन,कमबलजैसीसुदवधाएं

    घा्लों, उनके पररजनों और राहत बचाव कबम्म्ों के बलए खाने का इंतजाम करते सव्ंसेवक

    बोपापुर गांव की बेदटयों के दलए अब सककूल दूर नहींn आर्ट ऑफ लललिंग के ततिािधान में

    लड़लकयों को बांरमी गई साइलकलेंअमरावती (महाराष्ट्र)। बापापुर गांव अादि्य बनने की राह पर बढ़ रहा है। आट्ट आॅफ शलशवंग प्रशिक्षक मनीष राऊ्त और युवाचाय्य शवशभन्न सेवाओं के िररये गांव वालों की मदद कर रहे हैं। शवद्ालय गांव से दूर है। ऐसे में यहां की लडशकयों को सकूल िाने में काफी शद्क्तें हो रही ् ीं। लेशकन अब उनके शलए सकूल दूर नहीं रहा।

    आट्ट ऑफ शलशवंग के ्ततवावधान में गांव की छात्ाओं को साइशकलें बांटी गईं। इसके अलावा श्ीराम बाल गणेि मंडल और आट्ट आॅफ शलशवंग ने शमलकर गांव में एक गणेि मूश्त्य भी स्ाशप्त की। इस दौरान रामपाल िी महाराि ने प्रवचन शदया। इस काय्यक्रम में चे्तन पवार, अशभनव, राहुल, उमर, सशचन, चनद्िेखर, वैभव मनोि आशद सवयंसेवक सममशल्त रहे। सवयंसेवकों और मंडल के सा् शमलकर सरमपुरा पुशलस ्ाने ने गरीब शवद्ाश््ययों को मुफ्त शक्ताबें दीं। सा् ही ् ाना प्रभारी गांवडे ने 5 बच्ों के पढ़ाई के खच्य की शिममेदारी उठाई।

    बािलििस पर बच्ों ने महापुरुिों को लकया याि, बाि मेिे में सजे कई वयंजनों के सरटॉि n श्मी श्मी ज्ान मंलदर के लिद्ार्थी

    घरों से बनाकर लाए र्े सरटॉलस के ललए सामान

    अरुण कुमार l आगरा (उत्रप्रदेश)

    बरौली अहीर बलाक के गांव नौबरी कस््त श्ी श्ी ज्ान मंशदर में 14 नबमबर को गुरुपव्य एवं पूव्य प्रधानमंत्ी पं. िवाहर लाल नेहरू की ियं्ती पर बालशदवस मनाया गया। इस दौरान शवद्ालय के शवद्ा््ययों ने महापुरुषों को याद शकया। इस दौरान बच्ाें ने एक बाल मेले का भी आयोिन शकया। मेले में िहीदों और महान कशवयों के नाम से शवशभन्न प्रकार के वयंिनों की सटॉलस भी सिाई गईं।

    आयोिन में बच्ों का उतसाह देखने लायक ्ा। मेेले के आयोिन को सफल बनाने के शलए वह अपने घरों से खुद ही शवशभन्न प्रकार के समान बनाकर लाए ्े। इस दौरान ज्ान मंशदर के अधयापकों ने भी श्ी श्ी आयुवमेदा के उतपादों की सटाल लगाकर आयुवमेशदक औषशधयों की

    िानकारी दी। मेले का उद्ाटन बलाॅक प्रमुख राकेि धनगर ने गुरुदेव श्ी श्ी रशविंकर के शचत् पर मालयाप्यण एवं दीप

    प्रज्वशल्त कर शकया। उनहोंने कहा शक सकूल में बच्ों को अचछी शिक्षा के सा् ही अधयातम का ज्ान भी शमल रहा है।

    बलॉक प्रमुख राकेश धनगर ने भी सटॉलस से सामान खरीदा।

    कोई बेसन के लड् डू ला्या तो कोई चना मसालाबाल मेले मंे बच्ों ने बेसन के लड्डू, चना मसाला, गोलगपपे, भेलपूरी, शमठाई, पास्ता, पनीर पकौडे, पानी पूरी आशद के सटाल लगाए। इसे अशभभावकों ने काफी सराहा। सा् ही कहा शक शवद्ाश््ययों के समपूण्य शवकास के शलए समय-समय पर ऐसे काय्यक्रम हो्ते रहने चाशहए।

    वू्ेन कलब ने चैररटी शो फेयर लिा ् नाई वर्षिांठिटॉक फटॉर परीस: सुंिरनगर के प्रबुद्ध जनाें ने सुबह िगाई िदौड़, लफर मेिे में चरखारे िेकर चखे वयंजन

    सेवा टाइमस संवाददाता l मंडमी (लहमाचल प्रदेश)

    आट्ट ऑफ शलशवंग का वूमेन वेलफेयर ्लब मशहला सिक््तकरण के क्षेत् में अनूठी शमसाल कायम कर रहा है। सुंदरनगर के वूमेन वेलफेयर ्लब ने पहली वष्यगांठ पर िवाहर पाक्क में चैररटी िो फेयर लगाया। इसके ्तह्त सुबह वॉक फॉर पीस ्ीम के ्तह्त प्रबुद् िनों ने दौड लगाई। शफर एसडीएम रािीव कुमार ने मेले का िुभारंभ शकया। ्लब का गठन प्रशिशक्षका रर्तू खरबंदा ने शकया ्ा।

    एसडीएम रािीव कुमार ने अपने संबोधन में कहा शक युवा पीढ़ी की सोच बदलने में ऐसे काय्यक्रम अहम भूशमका शनभा्ते हैं। इनमें वयस्त होने के चल्ते वह निे से भी दूर रह्ते हैं।

    मेले में ्तंबोला, फन खेल, सांसकृश्तक काय्यक्रम, चॉकलेट मेशकंग के अलावा शवशभन्न वयंिनों के सटाल लगाए गए। लोगों ने काफी लुतफ उठाया और सांसकृश्तक काय्यक्रमों के सा् कचौरी, गोल गपपे, चाट सशह्त अनय वयंिनों के खूब चटखारे लगाए। इस दौरान आयोशि्त बेबी िो में िूनय से एक वष्य ्तक अ््यव, कावयाश्ी व शप्रयांि ने क्रमि: पहला, दूसरा और ्तीसरा स्ान प्राप्त शकया। एक से दो साल के आयु वग्य में फरहा, कावया गौड व भैरवी और दो से साढ़े ्तीन साल के आयु वग्य में अराधय, परी िमा्य व सवाकस्तक िमा्य ने क्रमि: प्र्म, शद््तीय और ्तृ्तीय स्ान प्राप्त शकया।

    n 100 से अग्धक गभ्दवग््यों को टीकारण के ग्लए जागरूक ग्कयाn मग्हलाओं के ग्लए ग्नशुलक बीपी ग्शग्वर का अयोजन ग्कयाn सवास्थय के ग्लए मग्हला डाॅट्टरो की ्रफ से काउंग्सग्लंगn गरीबी रेखा से नीचे के पररवार की बेग्टयों की शादी करवाईn बाल ग्वकास काय्दक्रमों के ्ह् बच्ों का ग्शग्वर आयोजनn असप्ाल में रोग्गयों की सुग्वधा ग्क ग्लए इंडट्शन सटटॉव, ठंड

    से बचने के ग्लए बलोअर और ग्दवयांगों को वहीलचेयर बांटे

    n मग्हलाओं के आग्््दक शक्ट््करण के ग्लए ग्सलाई प्रग्शक्षण देकर ग्सलाई मशीनों का ग्व्रण भी ग्कया

    n जरूर्मंद मरीजों को हर सप्ाह आवशयक दवाइयां बांटींn ट्लब की सदसय मग्हलाएं प्रतयेक रग्ववार को वृद्ाश्म में

    जाकर वहां रह रहे बुजुगगों का सुख-दुख बांट्ी हैंn एक पररवार को भी ट्लब ने गोद ग्लया है। आजीग्वका

    कमाने में उनकी आग्््दक व हर प्रकार से मदद की जा्ी है।

    वूमेन वेलफेरर कलब द्ारा एक वर्य में लकए गए सेवा कार्य

  • 5सेवा टाइमस n~ vkVZ vkWQ fyfoax] vUrjkZ’Vªh; dsanz csaxyw:शदसमबर, 2016

    सार समाचार

    गौरी शितोले l सतारा (महाराष्ट्र)

    आट्ट ऑफ शलशवंग प्रशिक्षक डॉ. माधव पोल स्तारा शिले के गांव माशड्टकर को अकाल मु््त बनाने के अशभयान में िुटे हैं। उनके काम को देखने पहुंचे शिलाशधकारी अकशवन मुदगल ने शवशवास ि्ताया शक माशड्टकर िलद ही अकाल से मु््त होगा। िल संधारण का यह काम लोगों के सहयोग व प्रिासन की मदद से हो रहा है। शसफ्क 2 महीने की अवशध में 65 शकलोमीटर ्तक खुदाई का काम हुआ है। सा्तारा में पहली बार इ्तने बडे पैमाने पर काम िुरू हुआ है।

    माडडीकर गांि को अकाि मुक्त करने के अलभयान में जुरे हैं डटॉ. माधि पोि

    लवली l लछंदिाड़ा (मधयप्रदेश)

    पटवारी की परीक्षा के शलए ्तैयारी कर रहे बच्ों को यहां शनिुलक कोशचंग दी गई। इसका आयोिन शिला प्रिासन, सोनी कॉलेि, दैशनक भासकर और आट्ट ऑफ शलशवंग ने शमलकर शकया ्ा। परीक्षाश््ययों को ्तनाव मु््त रखने के शलए आट्ट ऑफ शलशवंग प्रशिशक्षका शवे्ता चड्ा ने महीनेभर इस आयोिन में योग और धयान करवाया। समापन में शिला कले्टर िेके िैन ने उनहें सममाशन्त शकया। अयोिन में भासकर के सटाफ, सोनी कॉलेि के संचालक मनोि सोनी व सटाफ और अरिररया आट्ट ऑफ शलशवंग सवयंसेवक लवली चड्ा का शविेष सहयोग रहा।

    पटवारी परीक्ा के बलए आ्ोबजत कोबचंग में उपससथत बच्े।

    परिाररी करी पररीषिा के लिए लमिरी लनिुलक कोलचंग, साथ धयान भरी लकया

    कुमशलि इन्टपी/लवली l दमीपमू (असम)/लछंदिाड़ा (मधयप्रदेश)

    20 नवमबर को दीपू कसबे में सवचछ भार्त अशभयान अयोशि्त शकया गया। आयोिन आट्ट आॅफ शलशवंग, प्रिासन व रेडक्रास ने शमलकर शकया ्ा। असम के राजयपाल बनवारी लाल पुरोशह्त भी इसमें िाशमल हुए। दीपू चैपटर समय-समय पर सवचछ्ता अशभयान चला्ता रह्ता है। वहीं, मधयप्रदेि के शछंदवाडा में भी 20 नवमबर से वाईएलटीपी िुरू हुआ। इसके ्तह्त युवाओं ने 22 नवमबर को सोसर बस सटैंड व आसपास के स्ानों पर सवचछ्ता अशभयान चलया। स्ानीय लोगों ने भी इसमें अपना योगदान शदया।

    आट्ट ऑफ बलबवंग के बेंगलुरू ससथत अंतरराष्ट्ी् केंद्र में सोलर सेंटर का उद्ाटन करते गुरुदेव श्ी श्ी रबवशंकर जी।

    असम के राजयपाि िरीपू राउन में चि रहे सिचि भार्त अलभयान में हुए िालमि

    सेवा टाइमस संवाददाता l बेंगलुरू

    आट्ट ऑफ शलशवंग के अं्तरराष्ट्रीय केंद् में ग्ामीण युवाओं के शलए एक सोलर सेंटर िुरू शकया गया है। श्ीश्ी ग्ामीण शवकास काय्यक्रम ट्रसट (एसएसआरडीपी) और िम्यन कंपनी स्ाइडर के संयु््त प्रयास से इसका उद्ाटन 15 नवमबर को गुरुदेव श्ीश्ी रशविंकर ने शकया। इस मौके पर स्ाइडर के नेिनल डायरे्टर अशभमनयु साहू, वाइस प्रेशसडेनट एस. नागराि भी मौिूद रहे। सेंटर में बेरोिगार ग्ामीण युवाओं को सोलर इलेक्ट्रशफकेिन की ट्रेशनंग दी िाएगी। सेंटर पावर से्टर काउंशसल एवं ग्ीन िाॅब से्टर काउंशसल से प्रमाशण्त है। यहां आट्ट आॅफ शलशवंग, स्ाइडर, भार्त सरकार व राष्ट्रीय कौिल शवभाग कॉपषोरेिन, प्रधानमंत्ी कौिल शवकास योिना से सतयाशप्त प्रमाण पत् शदया िाएगा। इस सेंटर की लैब देि की अतयाधुशनक लैबस में से एक है। युवाओं के शलए रहने-खाने सशह्त सारा प्रशिक्षण शनःिुलक रहेगा। इस शलंक tinyurl.com/SSRDP-PMKVY आप आवेदन कर सक्ते हैं।

    अं्तरराष्ट्रीय केंद्र में गुरुजरी ने लकया ग्ामरीण युिाओं के लिए सोिर सेनरर का उद्ारन

    इस प्रग्क्रया के ्ह् काब्दनयुट्् चीजें उच् ्ापमान से गुजारी जा्ी हैं। इस दौरान ऑट्सीजन की कमी से पदा््द का ्म्दल ग्वघटन हो्ा है। इससे पलाक्सटक ्ेल, गैस एवं काब्दन के रूप में बच्ा है। 200 ग्कलो पलाक्सटक के ग्वघटन में 100-200 लीटर ्ेल ग्मल्ा है, जो ग्क उ्नी ही कैलोररक मात्ा के डीजल के बराबर हो्ा है। इस प्रग्क्रया में उतपन्न गैस से ही यह संयंत् लगा्ार चल्ा है।

    पाइरोग्लग्सस प्रग्क्रया की शुरुआ् में एक यंत् के जररये पलाक्सटक के कचरे को छोटे टुकड़ों में काटा जा्ा है। इस संयंत् में हर प्रकार के पलाक्सटक का ग्नस्ारण ग्कया जा सक्ा है। हालांग्क, बेह्र यही माना जा्ा है ग्क ररसाइग्कल न होने वाले यानी ग्क ग्फर से इस्ेमाल न ग्कए जा सकने वाले पलाक्सटक का ही इसमें प्रयोग ग्कया जाए। आसपास के गांवों का पलाक्सटक कचरा यहां लाया जा्ा है।

    यह पलांट अपने अंदर उतपन्न गैस से ही संचाग्ल् हो्ा रह्ा है। ऐसे में इसे चलाने के ग्लए अलग से अग््ररट्् ईंधन की भी जरूर् नहीं पड़्ी है। कोक का इस्ेमाल सड़क बनाने में ग्लया जा सक्ा है। यह संयंत् पूरी ्रह सवचाग्ल् है। इसमें केंद् का एवं आसपास के सभी गांवों के पलाक्सटक कचरे का ग्नस्ारण ग्कया जा्ा है। इससे आसपास के गांवों में पलाक्सटक कचरे से होने वाली ग्दट्क्ें कम हुई हैं।

    पलांट के ररएट्टर में हर महीने 2-2.5 टन पलाक्सटक ग्वघग्ट् ग्कया जा्ा है। एक ग्वशेष ्ापमान पर भांप बननी शुरू हो्ी है। भांप एक कोक ड्रम से गुजारी जा्ी है, जहां भारी पदा््द या काब्दन नीचे बैठ जा्े हैं। ग्फर भांप कंडेंसर से गुजर्ी है। कूग्लंग टावर से गुजर्े भांप ठंडी हो जा्ी है। इसे संकुग्च् कर टैंक में एकग्त्् ग्कया जा्ा है। भारी ्ेल भी छानकर एक अनय ्ेल टैंक में रख ग्लया जा्ा है।

    सेवा टाइमस संवाददाता l बेंगलमूरू

    पलाकसटक कचरा हमारे पया्यवरण के शलए सबसे बडा ख्तरा है। यह पदा््य आसानी से नष्ट नहीं हो्ता। यानी, न ्तो यह शमट् टी में शमल्ता है और न ही इसका सवभाव बदल्ता है। शमट्ी में गाड दें ्तो भूशम्तग्त पानी की ररचाशििंग रोक दे्ता है। िमीन के ऊपर रहे ्तो नाशलयों और ्तालाबों सशह्त अनय िल स्ो्तों में रुकावट बन्ता है। इसके रासायशनक पदा््य सवास्थय के शलए भी हाशनकारक हैं।

    लेशकन अब न केवल पलाकसटक का शनस्तारण संभव हो गया, बकलक इससे ईंधन भी बनाया िा सक्ता है। आट्ट आॅफ शलशवंग के बेंगलूरू कस््त अं्तरराष्ट्रीय केंद् में श्ीश्ी रशविंकर ने पलाकसटक शनस्तारण के शलए एक ईंधन संयंत् का उद्ाटन शकया है। 13 मई 2016 को स्ाशप्त इस संयंत् में हर महीने दो से ढाई टन पलाकसटक कचरा शनस्तारर्त शकया िा्ता है। इसके बदले में 1200 से 1500 लीटर ऑयल प्राप्त हो्ता है। ऊिा्य के शलहाि से यह ऑयल शबलकुल डीिल िैसा ही हो्ता है। यह ऑयल बाॅयलस्य, िनरेटर और ऐसे ही अनय उपकरणों में ईंधन के ्तौर पर इस्तेमाल शकया िा सक्ता है।

    पलाससटिक के खतरेn हरे रंग की ्ैशलयों को पिु चारा समझ

    खा िा्ते हैं। इस कारण उनकी मृतयु हो िा्ती है। िमीन में पलाकसटक कचरा िमा होने से भूिल ररचाि्य नहीं हो्ता है।

    पलास्टक के तन्िारण की नई पहल, बेंिलूरू आश्् ्ें बन रहा है डीजल

    2 शकवंटल पलाशसटक से करीब 200 लीटर अाॅयल हो रहा ्तैयारहर माह 2-2.5 रन पिाससरक लनस्तारण, 1200 से 1500 िरीरर ्तेि उतपािन

    पाइरोलललसस पलाससटक से ऐसे रैरार होरा है डीजल

    1.1 करोड़ टन पिाससरक करी खप्त 2013-14 में िेि में हुई, थैलियां बड़ा लहससा

    3501 टन पिाससरक कचरा िेि के लसफ्फ 60

    प्रमुख िहरों मेें से लनकि्ता है

    सेवा टाइमस संवाददाता l कोरा (राजसर्ान)

    रािस्ान का िहर कोटा लंबे समय से कोशचंग हब बना हुआ है। बेह्तरीन संस्ानों की मेशडकल और इंिीशनयररंग प्रवेि

    परीक्षाएं पास करने का सपना संिोकर हर साल देिभर से लाखों मा्ता-शप्ता अपने बच्ों को यहां कोशचंग के शलए भेि्ते हैं। पैसा भी खूब खच्य कर्ते हैं। लेशकन यहां का भीषण प्रश्तयोगी माहौल और पररवार से दूरी बच्ों को ्तनाव की ओर ले िा्ती है। यही विह है शक कोशचंग हब कोटा इन शदनों नौिवानों के शलए सुसाइड सेंटर बन्ता िा रहा है। आए

    शदन छात्ों की आतमहतया के मामले राष्ट्रीय सुशख्ययों बन्ते हैं।

    ऐसे मंे आट्ट आॅफ शलशवंग ने सभी इंसटीट्ूटस और हाॅसटलों के सा् संपक्क शकया। शिला प्रिासन और हॉसटल संगठनों के सहयोग से यहां सप्रेशडंग समाइल कैंपेन िुरू शकया। इसके ्तह्त 40 हिार से जयादा सटूडेंटस को धयान और प्राणायाम शसखाया गया। ्तीन हिार बच्े आट्ट आॅफ शलशवंग के पाॅच शदवसीय एस पलस प्रोग्ाम में भाग लेकर

    सुदि्यन शक्रया के माधयम से ्तनाव से बचने के गुर भी सीख चुके हैं। आट्ट आॅफ शलशवंग प्रशिक्षकों पारस कोहली, शववेक अग्वाल, शसद्ा््य पाणडे, सुशवधा मलहोत्ा के सा् आईआईटी बॉमबे से पढ़े आशदतय ढाका और शहमांिु कालरा, एमस से पढ़ीं डाॅ. शहना, एसएमएस हाॅकसपटल की ईव भी सेवा दे रहे हैं।

    कोलचंग हब कोरा में िुरू लकया सप्रेलडंग समाइि कैमपेन ्तनाि से बचने को 40 हजार लिद्ालथ्गयों ने सरीखा धयान

    ्यह है सुदश्शन क्रि्या का महतवएमस, दनमहेनस, हाव्मड्ट हेल् पश्लकेशन, हाव्मड्ट ओदडकल सककूल, आट्ट आॅफ दलदवंग फाउंडेशन, इंटरनेशनल ररसच्म एंड हेल् प्रमोशन सेंटर आदद ने कई प्रयोग दकए हैं। इसमें सुदश्मन दरिया के कई फायदे सामने आए। एक प्रयोग में पाया दक सुदश्मन दरिया से ्तनाव पैदा करने वाले हाममोंन कोदट्टसाॅल और दसरमलैशकटम की मात्रा घट्ती है और मनुष्य प्रसन्न रह्ता है।

    सटिूडेंटस में आ्या ्यह बदलावदहमाचल प्रदेश की सोनाली शमा्म ने ब्ताया दक पहले दफदजकस के सवाल हल करने में उनहें ददकक्त आ्ती ्ी। दरिया का अभयास करने से एकाग्र्ता बिी है। हररयाणा की सोनू चयौधरी ने ब्ताया दक यहां प्रद्तसपधा्म देखकर ही ्तनाव हो जा्ता है। हैपपीनेस प्रोग्राम करने के बाद अचछी नींद आ्ती है। हररविार की प्रेरणा ने ब्ताया दक लाइफ शसकल सीखकर काफी फायदा दमला है।

    साि आतमहतया2016 14 (अब ्तक)2015 312014 45राष्रिीय अपराध ररकटॉड्ट बयूरो के अनुसार साल 2000 से अब ्क कोग्चंग करने वाले 283 छात् आतमहतया कर चुके हैं।

    खौफनाक आंकड़े

    सेवा टाइमस संवाददाता l चमूरू (राजसर्ान)

    िो पुराने शखलौने और कपडे हमारे घरों में बेकार पडे रह्ते हैं, वह शकसी के शलए नयों से भी जयादा कीम्ती हो सक्ते हैं। ऐसी चीिें िरूर्तमंदों ्तक पहुंचाने के शलए चूरू के इंद्मशण पाक्क में नेकी का शडबबा लगाया गया है। इसमें एक बार में करीब सौ िोडी वसत् और शखलौने डाले िा सक्ते हैं।शडबबा लगाने वाले पंकि गुप्ता ब्ता्ते हैं शक उदयपुर में उनके शिक्षक गोपाल शसंह राठौड वषयों पहले ऐसे कपडे मंगवाकर िरूर्तमंदों को बांट्ते ्े। शपछले शदनों वह हांगकांग गए ्े। वहां भी एक पाक्क में ऐसा शडबबा शदखा। लौट्ते ही उनहोंने चूरू में भी यह शडबबा लगाया। 23 अ्टूबर को शडबबा लगाया और अगले ही शदन पूरा

    भर गया। दयाचंद प्रिाप्त, सुधीर िमा्य, अिोक सैनी, प्रेमप्रकाि खंडेलवाल की मदद से अग्सेन नगर सलम एररया में 200 बच्ों-बूढ़ों को यह कपडे बांटे।

    चूरू में लगा ‘नेकी का ग्डबबा’, इसमें डाले जा्े हैं जरूर्मंदों के ग्लए कपड़े व ग्खलौने

    मधुमेह दिवस पर झांसी में चलाया जागरूकता अदियानअरुण कुमार l झांसी। शवशव मधुमेह शदवस पर कई संगठनों ने 14 नवमबर को मु््ताकािी मंच से रैली शनकाल लोगों को िागरूक शकया। डीआईिी िरद सचान, शिलाशधकारी अिय कुमार िु्ल, सीएमओ डा. शवनोद यादव, पूव्य मंत्ी प्रदीप िैन आशदतय, शवधायक रशव िमा्य, यिोवध्यन गुप्त, नीश्त िासत्ी ने रैली को झंडी शदखाई। आट्ट आॅफ शलशवंग के सदसयों समे्त ्तमाम समाि सेवी संगठनों ने रैली में शिरक्त की।

    राजेि कुणडडू l अलमीपुरदुआर (पशशचम बंगाल)

    27 शस्तंबर को शवशव पय्यटन शदवस पर अलीपुरदुआर के कालचीनी में युवाचाययों ने स्ानीय नृतय का अयोिन शकया। इसकी ् ीम "अश्तश् देवो भवः' रही। काय्यक्रम में इंशडयन रेड क्रॉस सोसाइटी, अलीपुरदुआर चैमबर ऑफ कॉमस्य एंड इंडसट्रीि, बसा होमसटे ओनर एसोशसएिन का भी सहयोग रहा। पकशचम बंगाल के पय्यटन स्लों में अशलपुरदुआर अहम है। यहां ब्सा राष्ट्रीय उद्ान, िलदापारा राष्ट्रीय उद्ान, शचलाप्ता वन िैसे स्ानों पर खूब पय्यटक आ्ते हैं। इनहीं स्ानों को बढ़ावा देने के शलए आट्ट आॅफ शलशवंग प्रशिक्षक रामकुमार लामा और युवाचाययों ने यह आयोिन शकया। वाईएलटीपी की लोक संसकृश्त टीम ने रैली शनकाली। इसमें नृतय के माधयम से गारो, आशदवासी, नेपाली,

    ्तमांग, मैक् समुदाय और रवा की संसकृश्त को दिा्यया। काय्यक्रम में रािाभा्तखावा ग्ाम पंचाय्त की प्रधान रीना लामा, रेडक्रॉस के शिला सशचव सवपन आचािजी बहादुरी, अलबट्ट संगमा, महासशचव, अलीपुरदुआर चैमबर ऑफ कॉमस्य एंड इंडसट्रीि के प्रसं्तिी्त डे और कई अन्न भी िाशमल ्े। इस ्तरह का काय्यक्रम युवाचाया्यें ने शपछले वष्य भी शकया ्ा।

    लवशव पर्यटन लदवस पर आरोलजर लकए गए सांसककृलरक कार्यक्रम

  • “A portion of your earnings given in service, brings abundance”- H H SRI SRI RAVISHANKAR

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    यशद आप आट्ट ऑफ शलशवंग या वाईएलटीपी संबकनध्त शकसी भी प्रोिे् ट पर काय्य कर रह ेहैं, ्तो कपृया इन नबंरों पर हमस ेसपंक्क करें- 8067433616, 9620169697, ई-मले: [email protected] Leadership Training Program (YLTP) and Dharma Sthamba Yojana (DSY) are service initiatives of Vyakti Vikas Kendra, India [The Art of Living], a registered charitable Trust, head

    quartered in Bangalore with its registered office at No. 19, 39th A Cross, 11th Main, IV T Block, Jayanagar, Bangalore - 560041 - Ph: 080-67433600 | www.artofliving.org | Email: [email protected] -

    सेवा टाइमसप्रोजेकर डायरेकरर

    वेंकट कल्ाणिेििल डा्रेकटर, वाईएलटीपी

    संपािकरीय ररीमराम अिीष मुकता िमामा

    सिाहकारएम. कल्ाणरमि

    काश्माक कृषणामािसी धममाराज

    सौरभ ्ावेजा

    मानव्ता के नायक

    6सेवा टाइमस n~ vkVZ vkWQ fyfoax] vUrjkZ’Vªh; dsanz csaxyw:शदसमबर, 2016

    राकेि कुमार पाशटल l जलगांि (महाराष्ट्र)

    िंगलों के बीचों-बीच बसे गांवों में रह रहे आशदवाशसयों के बीच सवास्थय के प्रश्त िागरूक्ता फैलाने का श्ेय फैिपुर के युवाचाय्य डाॅ. प्रिां्त भागम्त पाशटल को िा्ता है। लंगडा आंबा, गाडरया, िामनया, िानोरर, पाल (शनमजया, पींपखुंड) िैसे आशदवासी गांवों में सवास्थय सेवाएं न के बराबर हैं। न ही लोग सफाई और सवास्थय के प्रश्त जयादा िागरूक ्े। लेशकन अब डाॅ. प्रिां्त के प्रयासों से पररकस्श्तयों में पररव्त्यन आ रहा है।

    डाॅ. प्रिां्त फैिपुर के पास सवदा गांव में आयुवमेशदक शचशकतसालय एवं पंचकम्य केंद् चला्ते हैं। युवा ने्तृतव प्रशिक्षण काय्यक्रम में िाशमल होने के बाद इनमें सेवा भावना िागी। पहली बार इनहोंने 28 मई, 2016 को फैिपुर के जयेष्ठ नागररक मंडल में वृद्ाकालीन अिर और आयुवमेद शवषय पर वररष्ठ नागररकों को िानकारी दी। ्तब से वह हर महीने शचशकतसा शिशवर का आयोिन कर्ते हैं। डाॅ. प्रिां्त की पत्ी भी डाॅ्टर हैं। वह भी उनके सा् सेवा काय्य कर्ती हैं। श्तजया और अंधारणी गांवों में इनहोंने आंगनबाडी केंद् के बच्ों

    का सवास्थय िांचा और शनःिुलक दवाइयां भी दीं। 21 अगस्त को कुसुम्ताई माधयशमक शवद्ालय में डेंगू के प्रश्त बच्ों को िागरूक शकया। वारकरी शिक्षण संस्ा, फैिपुर में अना् बच्ों का सवास्थय िांचा। 28 शस्तंबर को शववरा गांव में "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अशभयान के ्तह्त सत्ी रोग और आयुवमेद शवषय पर मशहलाओं का माग्यदि्यन शकया। डाॅ. प्रिां्त ने ब्ताया शक सतय सांई बाबा ट्रसट एंबुलेंस के सेवकों के सा् शनःिुलक दवा दी िा रही है। सेवा सफल बनाने में यावल उप वनसंरक्षक अकशवनी चोपडे, वन परीक्षेत् अशधकारी वीएम पाटील, प्रशिक्षक डाॅ. रवींद् माळी, डाॅ. सुनील अशहरराव, डाॅ. राहुल भोईटे, �