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भारत कंी फैट शीट (देश के तय पर एक नजर) अवीकरण आईओएम ने बडी देखभाल के साथ हर स चना एकित की है। आईओएम अपने सोम ान और सभी वेक के साथ ये जानकारी दान करता है। फफर भी ] आईओएम अपने ारा दान की गई जानकारीकीश धता के लए उरदायी नहीं माना जा सकता है। इसके अलाा] आईओएम फकसी भी ननकष या फकसी भी पररणाम के लए उरदायी नहीं होगा] जो आईओएम ारा दान की गई जानकारी से खींचा गया है। Credit: IOM/Nathalie Kasparek 2017 2019

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  • भारत

    कंट्री फैक्ट शीट(देश के तथ्यों पर एक नजर)

    अस्वीकरणआईओएमनेबडीदेखभालकेसाथहरसचूनाएकत्रितकीहै।आईओएमअपने सर्वोत्तमज्ञानऔरसभीवर्वरे्वककेसाथयेजानकारीप्रदानकरताहै।फफरभी] आईओएमअपनेद्र्वाराप्रदानकीगईजानकारीकीशदु्धताकेललएउत्तरदायीनहींमानाजासकताहै।

    इसकेअलार्वा] आईओएमफकसीभीननष्कर्षयाफकसीभीपररणामकेललए उत्तरदायीनहींहोगा] जोआईओएमद्र्वाराप्रदानकीगईजानकारीसेखींचागयाहै।

    Credit: IOM/Nathalie Kasparek 2017

    2019

  • I. स्वचै्छिकवापसीकेलिएचेकलिस्ट1. र्वापसीसेपहले2. र्वापसीकेबाद

    II. स्वास््यसेवा1. सामान्यजानकारी2. चचफकत्सीयउपचारऔरदर्वा

    III. श्रम बाजार और रोजगार1. सामान्य जानकारी2. रोजगार ढूूँढ़ने के तरीके/उसके ललए सहायता3. बेरोजगारी सहायता4. आगे की लशक्षा और प्रलशक्षण

    IV. आवास1. सामान्य जानकारी2. आर्वास ढूूँढ़ने के तरीके / उसके ललए सहायता3. आर्वास के ललए सामाजजक अनुदान

    V. सामाच्जक कल्याण1. सामान्य जानकारी2. पेंशन प्रणाली3. कमजोर (असुरक्षक्षत) तबके

    VI. लिक्षा प्रणािी1. सामान्य जानकारी2. लागत, ऋण और र्वजीफा3. वर्वदेशी डिप्लोमा की स्र्वीकृनत और सत्यापन

    VII. वापस िौटने वािों की परूजोर सहायता1. पुनसषमेकन सहायता कायषक्रम2. वर्वत्तीय और प्रशासननक सहायता3. आमदनी पैदा करने र्वाली गनतवर्वचधयाूँ शुरू करने के ललए सहायता

    VIII. संपकक जानकारी और उपयोगी लिकं1. अंतराषष्ट्रीय, गैर-सरकारी, मानर्वतार्वादी संगठन2. प्रासंचगक स्थानीय प्राचधकरण3. नौकरी, आर्वास आदद की तलाश में सहायता करने र्वाली सेर्वाएूँ4. चचफकत्सीय सुवर्वधाएूँ5. अन्य संपकष

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    अधिकजानकारीकेलिएकृपयाजमकनीसेस्वैच्छिकस्वदेिवापसीऔरपुनसकमेकनवापसीकेसूचनापोटकिपरजाएँ:

    https://www.returningfromgermany.de/en/countries/india

    Place Country

    Flag here

    https://www.returningfromgermany.de/en/countries/india

  • वापसी से पहिेर्वापस लौटने र्वाले को✓ जमषन अचधकाररयों से उन दस्तारे्वजों के ललए

    अनुरोध करना चादहए जजनकी बाद में जरूरतपड सकती है।

    ✓ ननर्वास के दौरान प्राप्त की गई लशक्षा /व्यार्वसानयक कौशल के प्रमाणपिों (यदद कोईहै), काम / रोजगार के प्रमाणपिों (यदद कोई है),डिटेंशन कें द्र में त्रबताए गए समय के प्रमाण पि(यदद कोई है) का अनुरोध करना चादहए।

    ✓ मेडिकल फफटनेस सदटषफफकेट या मेडिकल पचे(यदद कोई है) का अनुरोध करना चादहए।

    ✓ हर्वाई अड्िे पर आगमन और आगे की यािा सेसबंचंधत ननम्नललखखत सचूनाओं को ध्यान मेंरखना चादहए:

    • अगर आप छोटे शहर जाना चाहते हैं, तो कमलागत र्वाली एयरलाइनों का कनेक्शन नहीं होसकता है। आपको इंडियन एयरलाइंस या जेटएयररे्वज जसैी प्रमखु एयरलाइनों के भरोसेरहना पड सकता है।

    • हर्वाई जहाज से कम लागत पर बडे शहर कोजाना और र्वहां टे्रन पकडना बेहतर हो सकताहै। एयरलाइनें पहले बकु फकए गए दटकटों केललए कम फकराए की पेशकश कर सकती हैं।

    • रेलरे्व दटकट अचधकतर रेलरे्व स्टेशनों पर ऑफ-काउंटर और साथ ही ऑनलाइन उपलब्ध हैं।भारतीय रेलरे्व की रे्वबसाइट:http://www.indianrail.gov.in/

    • दटकट बुफकंग:https://www.irctc.co.in/eticketing/loginHome.jsf

    I. स्वैच्छिकवापसीकेलिएचकेलिस्ट

    वापसी के बादर्वापस लौटने र्वाले को✓ (पनुः) पजंीकरण से संबचंधत ननम्नललखखत

    सचूनाओं को ध्यान में रखना चादहए:• भारतीय नागररकों के ललए फकसी भी

    प्राचधकारी के पास फकसी पजंीकरण कीजरूरत नहीं है। आप्रर्वासन ब्यूरो हर्वाईअड्िे पर आगमन पर एक संक्षक्षप्तसाक्षात्कार आयोजजत कर सकता है।

    • पेंशन बीमा / कमषचारी पेंशन योजनाआम तौर पर ननयोक्ताओं द्र्वारा प्रदानकी जाती है। अगर पहले ही पहले से हीपजंीकृत हैं, तो फकसी पनुः पजंीकरण कीजरूरत नहीं है।

    • प्रीलमयम के भगुतान पर स्र्वास्थ्य बीमाउपलब्ध है। सरकारी स्र्वास्थ्य योजनाओंमें आम तौर पर केर्वल गरीबी रेखा सेनीचे र्वगीकृत लोग शालमल होते हैं।

    ✓ इलाके में चल रही सरकारी योजनाओं कोसमझने के ललए स्थानीय ग्राम स्तर कीप्रशासननक इकाई (ग्राम पचंायत), खिं वर्वकासअचधकारी या जजला मजजस्टे्रट कायाषलय सेसपंकष करें।

    ✓ रोजगार अर्वसरों का फायदे उठाने के ललएअपना रोजगार रे्वबसाइटों / स्थानीय रोजगारएक्सचेंज में नामांकन कराएूँ।

    ✓ अपना कौशल अपगे्रि करने के ललए भारतसरकार के चल रहे कौशल वर्वकास कायषक्रमों केबारे में जानकारी प्राप्त करें।

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    Credit: Amanda Nero / IOM

    http://www.indianrail.gov.in/https://www.irctc.co.in/eticketing/loginHome.jsf

  • 1. सामान्य जानकारीभारत की स्र्वास्थ्य सेर्वा प्रणाली की सरंचनाबहुमखुी है, जजसमें अलग-अलग स्र्वालमत्र्वसरंचनाओं के भीतर चचफकत्सा की वर्वलभन्नपद्धनतयों से चचफकत्सा करने र्वाले वर्वलभन्नप्रकार के चचफकत्सा सेर्वा प्रदाता और सवुर्वधाएूँशालमल हैं। भारतीय संवर्वधान के अतंगषत, अलग-अलग राज्यों को सार्वषजननक स्र्वास्थ्य औरअस्पतालों सदहत स्र्वास्थ्य सेर्वा के अचधकांशपहलओुं पर प्राथलमक प्राचधकार ददया गया है।सार्वषजननक स्र्वास्थ्य सेर्वा की एक प्रमुखवर्वशेर्ता जन स्र्वास्थ्य सेर्वा कायषक्रम हैं, जोमखु्य रूप से ननर्वारक और उन्नायक प्रकृनत हैं,जसेै चयननत रोग ननयंिण कायषक्रम, पररर्वारननयोजन और मातृ और लशशु स्र्वास्थ्य कायषक्रम(गभष ननरोधक, टीकाकरण, प्रसर्व-परू्वष देखभालआदद)।सार्वषजननक स्र्वास्थ्य प्रणाली 18% दर्वाखानासबंधंी देखभाल और 45% अस्पताल में भती(हॉजस्पटलाइजेशन) की जरूरतों को पूरा करतीहै। ननजी क्षेिक भारत के स्र्वास्थ्य सेर्वा वर्वतरणमें अचधक से अचधक महत्र्वपणूष भलूमका ननभारहा है।

    लाभ:सरकारी अस्पताल और प्राथलमक स्र्वास्थ्य कें द्रनन:शलु्क या केर्वल न्यूनतम शलु्क पर स्र्वास्थ्यसेर्वा प्रदान करते हैं।कई धमाषथष ससं्थान भी हैं जो सस्ता उपचारप्रदान करते हैं। ननजी स्र्वास्थ्य सेर्वा क्षेितुलनात्मक रूप से महूँगा है और अचधकांशस्र्वास्थ्य सेर्वा का खचष बीमा के बजाय मरीजोंऔर उनके पररर्वारों को उठाना पडता है। आमतौर पर, इन सवुर्वधाओं का लाभ उठाने के ललएर्वधै पहचान प्रमाण (आधार कािष, मतदातापहचान पि, पनै, ड्राइवर्वगं लाइसेंस) की जरूरतहो सकती है।

    लागत:मरीजों की भारत के सरकारी अस्पतालों मेंसजब्सिी प्राप्त स्र्वास्थ्य सेर्वा तक पहुूँच है।हालांफक, दर्वाएूँ बहुत कम दरों पर उपलब्ध हैंऔर अक्सर व्यजक्तगत रूप से खरीदनी पडतीहै।

    पहुूँच (उपलब्धता):सरकार प्रायोजजत सामाजजक उन्मुख सार्वषभौलमकस्र्वास्थ्य बीमा योजना में केर्वल गरीबी रेखा सेनीचे रहनेर्वाले भारतीय नागररक शालमल हैं।http://www.rsby.gov.in/about_rsby.aspx

    आम जनसखं्या के ललए स्र्वास्थ्य बीमा वर्वलभन्नननजी और सार्वषजननक कंपननयों के माध्यम सेप्रीलमयम के भगुतान पर उपलब्ध है। यह प्लानके अनुसार अलग-अलग है।

    जनरल इंश्योरेंस, भारती एएए, एचिीएफसीईआरजीओ, बजाज, रेललगेयर, अपोलो म्यूननख,न्यू इंडिया एश्योरेंस, मकै्स बपुा आदद कुछप्रमखु स्र्वास्थ्य बीमा प्रदाता हैं। इन बीमाप्रदाताओं की रे्वबसाइटों पर अचधक जानकारीप्राप्त की जा सकती है।स्र्वास्थ्य मिंालय द्र्वारा सचंाललत प्रमुखकायषक्रमों की सचूी यहाूँ प्राप्त की जा सकती है:http://www.mohfw.nic.in/index4.php?lang=1&level=0&linkid=316&lid=1610

    2. धचककत्सीय उपचार और दवा

    चचफकत्सीय सवुर्वधाएूँ और िॉक्टर:सार्वषजननक स्र्वास्थ्य कें द्र और उप कें द्र राज्य केस्र्वालमत्र्व र्वाली ग्रामीण स्र्वास्थ्य सवुर्वधाएूँ हैं। येकें द्र भारत में सार्वषजननक स्र्वास्थ्य प्रणाली कीसबसे बनुनयादी इकाई भी हैं। ये कें द्र आमतौरपर एक चचफकत्सक के साथ सचंाललत क्लीननकहैं जहाूँ मामलूी सजषरी की सवुर्वधा भी लमलती है।ये कें द्र आम तौर पर भारत के सभी गारं्वों केननकट उपलब्ध हैं। ये कें द्र देश में सरकार द्र्वारावर्वत्त पोवर्त सार्वषजननक स्र्वास्थ्य प्रणाली कादहस्सा हैं और इस समय भारत में 25,560पीएचसी हैं। इनमें से 15,700 पीएचसी एकिॉक्टर के साथ काम करते हैं। भारत में केर्वलपीएचसी ही कुछ वर्वशेर् ध्यान कें दद्रत करते हैंजजनमें लशशु टीकाकरण कायषक्रम, महामारी रोधीकायषक्रम, जन्म ननयंिण कायषक्रम, गभाषर्वस्था सेसबंचंधत स्र्वास्थ्य सेर्वा और आपात जस्थनतयाूँशालमल हैं।शहरी क्षेिों में बनुनयादी स्र्वास्थ्य इकाई के रूपमें सामदुानयक स्र्वास्थ्य कें द्र भी उपलब्ध हैं।राज्य सरकारें इनका वर्वत्त पोर्ण करती हैं औरयहाूँ प्राथलमक स्र्वास्थ्य कें द्रों से रेफर फकए गएमरीज भती फकए जाते हैं। प्रत्येक सामदुानयकस्र्वास्थ्य कें द्र शहरी क्षेिों में 120,000 लोगों यादरूस्थ क्षेिों में 80,000 लोगों की जरूरतें परूीकरता है। इन एजेंलसयों के मरीजों को आगेइलाज के ललए सामान्य अस्पतालों मेंस्थानांतररत फकया जा सकता है। इस प्रकार,सीएचसी पहली रेफरल इकाइयाूँ या एफआरयू भीहैं। इनके पास सप्ताह के हर घंटे हर समयप्रसर्व देखभाल, नर्वजात लशशु / बाल देखभाल,और रक्त भिंारण क्षमताएूँ होने की अपेक्षा कीजाती है। कुछ प्रमखु अस्पतालों की सचूी यहाूँलमल सकती है:https://en.wikipedia.org/wiki/List_of_hospitals_in_India 4

    II. स्वास््यसेवा(1/2)

    http://www.rsby.gov.in/about_rsby.aspxhttp://www.mohfw.nic.in/index4.php?lang=1&level=0&linkid=316&lid=1610https://en.wikipedia.org/wiki/List_of_hospitals_in_India

  • भती की प्रफक्रया:सरकारी/ननजी अस्पताल में फकसी भी इलाज कीइच्छा रखने र्वाले मरीज़ को प्रारंभ में प्रासचंगकचचफकत्सक या वर्वशेर्ज्ञ से परामशष के ललए जानाहोता है। अस्पताल में मरीज की भती के ललएिॉक्टर की लसफाररश पर, पररर्वार या मरीज खदुअस्पताल के भती वर्वभाग के पास पजंीकरणकराता है और आगे के इलाज के ललए भती केललए अनुरोध करता है।

    भती प्रफक्रया में आम तौर पर मरीज केचचफकत्सीय अतीत, अस्पताल में भती के ललएिॉक्टर की लसफाररश, और उपचार की प्रकृनत,जजसके ललए मरीज की लसफाररश की गई है, केआधार पर जमा की जाने र्वाली उचचत फीससदहत दस्तारे्वजों को जमा करना शालमल है।

    अस्पताल में मरीज की भती से पहले भरा जानार्वाला भती फॉमष परूा करने और उपचार के ललएलागू फीस जमा करने के बाद जजसमें कमरे काफकराया और सजषरी उपकरण, चचफकत्सीयपरीक्षण और ननधाषररत दर्वाओं से संबचंधत अन्यफीस शालमल है।

    दर्वा की उपलब्धता और लागत:भारत में दर्वाखाने बहुतायत में हैं और यहाूँ तकफक दरूदराज के शहरों में भी लमल सकते हैं।भारत जेनररक दर्वाओं का सबसे बडा ननमाषता हैऔर व्यापक रूप से उपलब्ध कराने के ललएआर्वश्यक दर्वाओं की कीमत सरकार द्र्वाराननयंत्रित की जाती है।

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    II. स्वास््यसेवा(2/2)

    Credit: Peter Bauza / IOM 2017

    स्वास््य सेवा प्रणािी: वापस िौटने वािों के लिए उपिब्ितापािता और आर्वश्यकताएूँ:गरीबी रेखा से नीचे रहने र्वाले लोगों के ललए सार्वषजननक स्र्वास्थ्य सेर्वा मफु्त है। सार्वषजननक स्र्वास्थ्यक्षेिक कुल बाह्य रोगी देखभाल में से 18% और कुल अतं:रोगी देखभाल में से 44% सम्भालता है।हालांफक गुणर्वत्तायुक्त स्र्वास्थ्य सेर्वा के कारण ननजी स्र्वास्थ्य सवुर्वधाओं की ओर अचधक झुकार्व है जोबहुत अचधक ऊूँ ची कीमतों पर उपलब्ध है।

  • I.सामान्य जानकारीनर्वीनतम आईएलओ (अतंरराष्ट्रीय श्रम सगंठन)अनुमान (2016) के अनुसार भारत में श्रम बलकी भागीदारी दर लगभग 55.6% है। असगंदठतक्षेि में कायषरत अचधकांश श्रमबल ननजी क्षेिद्र्वारा ननयोजजत है। भारत में काफी बडा श्रमबल देखते हुए, पुरूर् और मदहला भागीदारी मेंअभी भी स्पष्ट असमानता है। 75.7% की परुुर्भागीदारी दर के मकुाबले मदहला भागीदारी दर31.1% है।वर्वश्र्व बैंक के अनुसार 2016 में भारत की प्रनतव्यजक्त आय (नॉलमनल) 1680 अमेररकी िॉलरथी, जबफक क्रय शजक्त समता (पीपीपी) केआधार पर भारत की प्रनत व्यजक्त आय 6490अमेररकी िॉलर थी। भारत के पास 47.83 करोड(2012) ननयोजजत लोगों के साथ दनुनया कादसूरा सबसे बडा कायषबल है। इसके अलार्वा,भारत प्रनत र्वर्ष अपने श्रमबल में 1.28 करोडलोगों को जोड रहा है। 2015 में, आईएलओ श्रमबाजार रूझान (2016) के अनुसार बेरोजगारी कीदर 3.4% थी।

    2. रोजगार ढँूढ़ने का तरीके/सहायतासरकार ने वर्वलभन्न क्षेिों में उपयुक्त उम्मीदर्वारोंकी भती की सुवर्वधा प्रदान करने के ललए परेूदेश में 900 से अचधक रोजगार एक्सचेंजों कीस्थापना की है। नौकरी तलाशने र्वाले लोग इनरोजगार एक्सचेंजों में अपना पजंीकरण कराते हैंऔर जसेै ही सरकारी क्षेि में कोई ररजक्त उनकीर्वांनछत प्रोफाइल से मेल खाती है, उन्हें सचूचतफकया जाता है। कुछ प्रमखु ऑनलाइन नौकरीपोटषल हैं:www.naurki.com;www.monsterindia.com; www.timesjob.com;www.placementindia.com; www.jobsadhead.com

    महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटीअचधननयम (मनरेगा)मनरेगा भारतीय रोजगार गारंटी योजना है, जोप्रनत ददन सांवर्वचधक न्यूनतम मजदरूी परअकुशल शारीररक कायष से संबचंधत सार्वषजननककायष करने के इच्छुक फकसी भी ग्रामीण पररर्वारके र्वयस्क सदस्य को प्रत्येक वर्वत्तीय र्वर्ष में सौददनों के रोजगार की कानूनी गारंटी प्रदान करतीहै।वर्वलभन्न राज्यों में आयोग या उद्योग ननदेशालयसबंचंधत राज्य में औद्योचगक इकाई शरुू करनेमें नए उद्यलमयों की सहायता और मागषदशषनप्रदान करने र्वाले नोिल एजेंसी हैं। राज्य सरकारके रोजगार ननदेशालय की सूचीhttp://www.dget.nic.in/asp/sempdir.html पर लमलसकती है।

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    III. श्रमबाजारऔररोजगार

    3.बेरोजगारी सहायतासार्वषजननक और / या ननजी बेरोजगारी सहायतापर सामान्य जानकारी:रोजगार और प्रलशक्षण महाननदेशालय, श्रममिंालय द्र्वारा सचंाललत राष्ट्रीय रोजगार सेर्वाया रोजगार एक्सचेंज कायष अर्वसरों की माूँग औरआपनूतष के बेहतर लमलान के ललए 900 सेअचधक रोजगार एक्सचेंज चलाता है। नौकरीतलाशने र्वाले लोग इन रोजगार एक्सचेंजों मेंअपना पजंीकरण कराते हैं और जसेै ही सरकारीक्षेि में कोई ररजक्त उनके र्वांनछत प्रोफाइल सेमेल खाती है, उन्हें सचूचत फकया जाता है।भारत में कुछ राज्य सरकारें तीन साल सेअचधक समय तक रोजगार एक्सचेंजों में पजंीकृतलोगों को बेरोजगारी सहायता प्रदान करती हैं।अचधक जानकारी के ललए संबचंधत स्थानीयजजला आयुक्त या रोजगार एक्सचेंजों से सपंकषफकया जाना चादहए। आम तौर पर रोजगारएक्सचेंजों द्र्वारा प्रदान की जाने र्वाली सहायतापरामशष के माध्यम से सचूनात्मक होती है जोनौकररयों की उपलब्धता और बाजार की मांग केअनुसार कौशल में र्वदृ्चध से सबंचंधत आर्वश्यकजानकारी के साथ उम्मीदर्वारों की सहायता करतेहैं।

    4.आगे की लिक्षा और प्रलिक्षणस्र्वदेश र्वापस लौटने र्वाले वर्वलभन्न प्रकार केकौशल पाठ्यक्रमों में पजंीकरण कराकर अपनीबनुनयादी लशक्षा के अलार्वा आगे की लशक्षा याकौशल प्रलशक्षण तक पहुूँच प्राप्त कर सकते हैं।भारत सरकार के कौशल और उद्यलमता मिंालयके तहत इनकी पेशकश की जा रही है। स्र्वदेशर्वापस लौटने र्वाले रे्वबसाइट:http://skillindia.gov.in/ पर जस्कल इंडिया नामकसरकारी पोटषल पर जाकर अपने अनुकूलउपयुक्त पाठ्यक्रम और प्रासचंगक पजंीकरणप्राचधकरण ढूूँढ़ सकते हैं।र्वापस लौटने र्वाले मकु्त लशक्षा संस्थानों केमाध्यम से आगे की लशक्षा तक पहुूँच सकते हैंया अपनी बनुनयादी लशक्षा पूरी कर सकते हैं।इस पर वर्वस्ततृ जानकारी ऑल इंडिया काउंलसलफॉर ओपन एजकेुशन (एआईसीओई,www.aicoe.in) या नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफओपन स्कूललगं (www.nios.ac.in) में उपलब्ध है।स्र्वदेश र्वापस लौटने र्वाले दरूस्थ लशक्षापाठ्यक्रमों की पेशकश करने र्वाले वर्वलभन्न प्रकारके ससं्थानों या वर्वश्र्ववर्वद्यालयों का चनुार्व करसकते हैं, उदाहरण के ललए, इंददरा गांधी राष्ट्रीयमकु्त वर्वश्र्ववर्वद्यालय (इग्नू); इस वर्वश्र्ववर्वद्यालयके बारे में अचधक जानकारी रे्वबसाइटwww.ignou.ac.in पर उपलब्ध है।

    http://www.naurki.com/http://www.monsterindia.com/http://www.timesjob.com/http://www.placementindia.com/http://www.jobsadhead.com/http://www.dget.nic.in/asp/sempdir.htmlhttp://skillindia.gov.in/http://www.aicoe.in/http://www.nios.ac.in/http://www.ignou.ac.in/

  • 1. सामान्य जानकारीप्रमखु शहरों में सम्पवत्त की कीमतें र्वजैश्र्वक शहरोंके बराबर हैं। गांर्वों की तुलना में शहरों मेंफकराए की दरें अपेक्षाकृत अचधक हैं। नई ददल्लीऔर ममु्बई जसेै शहरों में एक बेिरूम अपाटषमेंटकी औसत लागत 15000-30000 रुपए और दो-तीन कमरों के अपाटषमेंट की लागत शहर में घरके लोकेशन (अर्वजस्थनत) के आधार पर लागतलगभग 30,000–60,000 रूपए के बीच तक होसकती है। जसेै ही कोई कस्बों और गार्वों कीओर बढे़गा, कीमतें अपेक्षाकृत सस्ती होतीजाएगंी। भारत में मखु्य रूप से शहरी क्षेिों मेंभलीभांनत वर्वकलसत बाजार के आभार्व और घरोंकी दीघषकाललक कमी के कारण, घरों की कीमतेंतेजी से बढ़ रही हैं। अनुमाननत रूप से 2018 में18.0 लमललयन इकाइयों की कमी थी।अचधकांश घरों को फकराए के ललए सम्पवत्तदलालों (प्रॉपटी ब्रोकर) के माध्यम से ददया जाताहै, जो आम तौर पर असगंदठत होते हैं और एकछोटे से मोहल्ले को कर्वर करते हैं। आम तौरपर एक महीने का फकराया मकान माललक द्र्वारार्वापसी योग्य अचग्रम जमानत के रूप में ललयाजाता है। फकराएदार का पुललस द्र्वारा सत्यापनजरूरी है, हालांफक प्रमुख शहरों को छोड कर छोटेशहरों और गार्वों में इसको शायद ही लागू फकयाजाता है।

    आवास: वापस िोटने वािे / कमजोर समूहोंके लिए प्रवेिबेघर लोगों के ललए 194 रैन बसेरे हैं, जजनमें से193 स्थायी हैं। कुल आश्रयों की क्षमता16,760 है। गैर सरकारी सगंठनों द्र्वाराआयोजजत आश्रयों को ननम्नानुसार र्वगीकृतफकया गया है: नशा करने र्वालों, पररर्वारों,मदहलाओं, बच्चों, वर्वकलांग व्यजक्त, स्र्वास्थआश्रय, और सामान्य आश्रय।मुबंई में, सपु्रीम कोटष द्र्वारा पाररत मानकों कोपरूा करने र्वाले अचधक आश्रयों की सख्तआर्वश्यकता है। न्यायालय के आदेशानुसार औरशहरी के ललए राष्ट्रीय शहरी आजीवर्वका लमशन-योजना (NULM-SUH) के ददशा ननदेशों पर खरेउतरने र्वाले आश्रयों की सख़्त जरूरत है। इनमानकों के अनुसार, प्रनत दस लाख पर एकआश्रय बेघर लोगों के ललए होना चादहए।इसललए, मुबंई की 1.25 करोड की आबादी कोकम से कम 12 रैन बसेरों की आर्वश्यकता है।

    र्वावपस लौटने र्वालों के ललए आर्वास / सामजजकआर्वासस्र्वदेश र्वावपस लौटने र्वालों को कुछ ददनों केललए अस्थायी आर्वासीय सहायता प्रदान कीजाती हैं, जजसमें र्वापस आने र्वाले को फकराये केघर में या फकसी गेस्ट हाऊस में मनुालसब खचषमें समयोजजत (एिजस्ट) फकया जाता है,आमतौर पर जजसे भेजने र्वाले देश द्र्वारा र्वहनफकया जाता है।

    2.आवास खोजने के तरीके / सहायतावर्वलभन्न रे्वबसाइटस जसेै: www.99acres.comऔर www.magicbricks.com आदद भारत में फ्लटैखरीदने या फकराए पर लगाने के वर्वकल्प प्रदानकरती हैं।

    3.आवास के लिए सामाच्जक अनुदानआर्वास के ललए सरकार कई योजनायें चला रहीहै, लेफकन उनमें से अचधकतर गरीबी रेखा सेनीचे रहने र्वाले लोगों तक ही सीलमत हैं। इनयोजनाओं को आम तौर पर राज्य सरकारोंद्र्वारा लागू फकया जाता है। और अचधकजानकारी ननम्नललखखत ललकं से प्राप्त की जासकती है: http://india.gov.in/topics/housing

    इन आश्रयों की कमी से मतृ्यु और बीमाररयांबढ़ी हैं।कनाषटक सरकार ने 8 नगर ननगमों की स्थापनाकरके एक पहल की है: BBMP, बेलगाम,बेल्लारी, दार्वनगेरे, गुलबगाष, हुबली, धारर्वाड,मगंलौर, और मसैूर। यह टास्कफोसष जजलाउपायुक्त के अधीन बनाया गया था। 22 अस्थाईरैन बसेरे बनाए गए हैं जजनमें रैन बसेरों के ललए24x7 हेल्पलाइन की सवुर्वधा उपलब्द्ध है। इसपहल से सरकार का लक्ष्य इस वर्वर्य पर ज्यादाजानकारी और वर्वशेर् आर्वश्यकताओं काअध्ययन करके स्थाई आश्रयों का ननमाषण करनाहै।

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    IV. आवास

    http://www.99acres.com/http://www.magicbricks.com/http://india.gov.in/topics/housing

  • 1.सामान्य जानकारी

    राष्ट्रीय और राज्य सरकारें कई सामाजजक सरुक्षायोजनाएं और कायषक्रम प्रस्तुत करती हैं।हालाूँफक, ये ज्यादातर गरीबी रेखा से नीचे रहनेर्वाले र्वंचचत समहूों को ही लक्षक्षत करती हैं. इनकायषक्रमों को आम तौर पर पचंायत के नाम सेजाने र्वाली ग्रामीण स्तर की प्रसाशननक इकाइयोंके माध्यम से लागू फकया जाता है।

    अचधक जानकारी के ललए पचंायत / जजलाकलमश्नर या राज्य / केन्द्रीय सरकार कीरे्वबसाइट पर सम्पकष फकया जा सकता है:

    2.पेंिन व्यवस्था

    कमषचारी पेंशन योजना अननर्वायष है और रोजगारसे जिुी हुई है। राष्ट्रीय सामाजजक सहायताकायषक्रम केर्वल गरीबी रेखा से नीचे रहने र्वालेया शारीररक रूप से अक्षम लोगों को हीसजम्मललत (कर्वर) करती है। राष्ट्रीय पेंशनव्यर्वस्था (NPS) स्र्वजैच्छक, पररभावर्त योगदानसेर्वाननर्ववृत्त बचत योजना है जो भगुतानकताषओंको सक्षम बनाने के ललए पररकजल्पत गयी है।यह उनके कामकाजी जीर्वन के दौरान व्यर्वजस्थतबचत के माध्यम से उनके भवर्वष्य के बारे मेंइष्टतम ननणषय लेने के ललए है। 1 मई 2009 सेएनपीएस, असगंदठत क्षेि के कमषचाररयों सदहतदेश के सभी नागररकों के ललए प्रदान की गयीहै।

    आचधक जानकारी यहाूँ से प्राप्त की जा सकतीहै::• https://india.gov.in/spotlight/national-

    pension-system-retirement-plan-all• https://npscra.nsdl.co.in/download/pdf/NPS

    %20Booklet.pdf.

    लाभ:लाभ उपलब्ध वर्वलभन्न योजनाओं के अतंगषतआरे्वदकों की पािता पर ननभषर करते हैं।

    लागत:आरे्वदकों की पािता के आधार पर लागतउपलब्ध सामजजक योजनाओं के सापेक्ष होगी.

    लागत:दटयर I और दटयर II खातों में योगदान करने केललए एक भगुतानकताष को एनसीआईएस(एनपीएस योगदान ननदेश पची) फॉमष के साथफकसी भी पीओपी-एसपी पर पजंीकरण के ललएआरे्वदन करते समय (दटयर I के ललए 500 रूपयेका न्यूनतम योगदान और दटयर II के ललए1000 रूपये) पहला योगदान करना आर्वश्यक है।एनपीएस भगुतानकताष को ननम्नललखखत शतों केअतंगषत योगदान करना आर्वश्यक है:• खाता खोलने के समय न्यूनतम रालश 500

    रूपए।• प्रनत योगदान न्यूनतम योगदान 500 रूपए।• प्रनत र्वर्ष न्यूनतम योगदान 6000 रूपए।• एक र्वर्ष में न्यूनतम योगदान की सखं्या: 1,

    कोई अचधकतम सीमा अननर्वायष नहीं कीगयी है और योगदानकताष अपने स्तर परयोगदान की बारम्बारता का ननणषय करसकता है।

    सामाजजक कल्याण व्यर्वस्था: स्र्वदेश लौटने र्वालोंके ललए प्ररे्वश

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    V. सामाच्जककल्याण (1/2)

    िौटने वािों के लिए समाज कल्याण व्यवस्थापािता एर्वं शतेःभारत सरकार के मिंालय समय-समय पर वर्वलभन्न उपयोगी योजनाएं लाते रहते हैं। पािता आचथषकजस्थनत, उम्र, अलपसखं्यक होने या जानत और ललगं आदद पर ननभषर करती है।

    पजंीकरण की प्रफक्रया:पजंीकरण सबंधंी और अचधक जानकारी के ललए पचंायत या जजसा कायाषलय से सपंकष करें।

    पजंीकरण के दस्तारे्वजआधार कािष, आय प्रमाण पि, र्वोटर कािष, पनै कािष, राशन कािष, पासपोटष आदद।

    https://india.gov.in/spotlight/national-pension-system-retirement-plan-allhttps://npscra.nsdl.co.in/download/pdf/NPS%20Booklet.pdf

  • दटयर II के ललए न्यूनतम योगदान आर्वश्यताएूँइस प्रकार हैं:• खाता खोलने के समय न्यूनतम योगदान –

    1000 रूपए• प्रनत योगदान न्यूनतम रालश – 250 रूपए• र्वर्ष में योगदान की न्यूनतम सखं्या• प्रत्येक वर्वत्तीय र्वर्ष के अतं में न्यूनतम

    बलैेंस 2000 रखना होगा।

    लाभ:एनपीएस एक पारदशी और लागत प्रभार्वीव्यर्वस्था है, जजसमें पेंशन योगदान को पेंशनफंि योजनाओं में ननरे्वश फकया जाता है औरकमषचारी दैननक आधार पर अपने ननरे्वश कामलू्य जानने में सक्षम होंगे। सभीयोगदानकताषओं को अपने नोिल कायाषलय मेंखाता खोल कर एक स्थायी सेर्वाननर्ववृत्त खातासखं्या (पी.आर.ए.एन.) प्राप्त करना होता है।

    प्रत्येक कमषचारी की पहचान एक अद्वर्वतीयसखं्या द्र्वारा की जाती है और सबका एक अलगपी.आर.ए.एन. है, जो पररर्वतषनीय है अथाषत यददकमषचारी का फकसी अन्य कायाषलय मेंस्थानान्तरण भी हो जाये तो भी र्वही रहेगा.एनपीएस को पेंशन फंि ननयामक और वर्वकासद्र्वारा ननयंत्रित फकया जाता है।

    3.अरक्षक्षत (कमजोर) समूहअरक्षक्षत समहूों में भारत के अक्षम और गरीबीरेखा से नीचे रहने र्वाले लोग सम्मललत हैं।उनकी अरक्षक्षतता के आधार पर, समहू वर्वलभन्नसरकारी योजनाओं के लाभों के ललए पािताननधाषररत होती है, जजनमें सरकारी नौकररयों मेंआरक्षण, अनुदान सदहत स्र्वास्थ्य देखभालसवुर्वधाएूँ, अनुदाननत राशन/खाद्य सामग्रीसम्मललत हैं।सरकारी योजनाओं की और अचधक जानकारीसम्बजन्धत जजला मजजस्टे्रट के कायष में उपलब्धहो सकती है।

    अरक्षक्षत लोगों के ललए सहायता:कें द्र सरकार और राज्य सरकारों द्र्वारा अरक्षक्षतलोगों के ललए वर्वलभन्न कायषक्रम चलाए जाते हैं:इन योजनाओं की और अचधक जानकारीसम्बजन्धत जजला मजजस्टे्रट के कायाषलय से प्राप्तकी जा सकती है।

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    V. सामाच्जककल्याण(2/2)

    पेंिन व्यवस्था: वापपस िौटने वािों की पहंुचभारत के सभी नागररक, जजनकी आयु उपजस्थनत त्रबदंु (पीओपी) / उपजस्थनत त्रबदं-ु सेर्वा प्रदाता (पी.ओ.पी.-एस.पी.) पर आरे्वदन प्रस्तुत करने की नतचथ के ददन 18 से 60 र्वर्ष के बीच है, एनपीएस में प्ररे्वश कर सकते हैं।कोई भी व्यजक्त ननम्नललखखत प्रफक्रया से योगदानकताष के रूप में पजंीकरण करा सकता है:• पी.ओ.पी.-एस.पी. को वर्वचधर्वत भरे हुए यूओएस-एस1 फॉमष और अन्य सहायक केर्वाईसी दस्तारे्वजों सदहत

    एनपएस में एक स्थायी सेर्वाननर्ववृत्त खाता (पीआरए) (दटयर I और / या दटयर II) खोलने के ललए आरे्वदनप्रस्तुत करना।

    • केर्वल दटयर II खाते के ललए, एक सफक्रय दटयर I खाते र्वाले व्यजक्त को सम्बजन्धत पी.ओ.पी.-एस.पी. सेसम्पकष करने और यूओएस-एस 10 फॉमष (दटयर II सफक्रयण फॉमष) के साथ पी.आर.ए.एन. कािष की एकप्रनत प्रस्तुत करने की आर्वश्यकता है।

    • पी.ओ.पी.-एस.पी. फामष की पजुष्ट करेगा और योगदानकताष को एक रसीद सखं्या प्रदान करेगा।• आर्वश्यक दस्तारे्वज – केर्वाईसी दस्तारे्वज।

  • 1. सामान्य सूचनाअचधकाूँश शहरों तथा कस्बों में सरकारी तथाननजी वर्वद्यालय हैं, हालांफक लशक्षा की गुणर्वत्तातथा उस पर आने र्वाली लागत में अतंर होसकता है। भारत के अचधकाूँश दहस्सों मेंअकादलमक सि जनू/जलुाई में आरंभ होता है।अतः, नामांकन में रुचच रखने र्वाले बच्चों कोकाफी पहले ही नामांकन के ललए आरे्वदन करनाचादहए।

    अचधकाूँश गाूँर्वों में प्राथलमक वर्वद्यालय (कक्षा 1से 8 तक) उपलब्ध हैं। उच्च वर्वद्यालयी लशक्षा(कक्षा 9 से 12) के ललए बच्चों को आस-पास केगाूँर्वों / शहरों में जाना पड सकता है। मान्यता-प्राप्त वर्वद्यालयों के सबंधं में वर्वस्ततृ जानकारीके ललए संबचंधत राज्य बोिों से सपंकष करें।कॉलेज तथा व्यार्वसानयक प्रलशक्षण ससं्थानप्रखण्ि तथा जजला स्तर पर अर्वजस्थत हैं।

    अचधकाूँश बडे शहरों में वर्वश्र्ववर्वद्यालय हैं। 789वर्वश्र्ववर्वद्यालयों तथा 37,204 सम्बद्ध कॉलेजोंमें नामांफकत 2 करोड वर्वद्याचथषयों के साथभारतीय उच्च लशक्षा एक वर्वशाल तथा जदटलतंि है। लशक्षा प्रदान कर रहे 11 मुक्तवर्वश्र्ववर्वद्यालयों के अलार्वा 60 वर्वश्र्ववर्वद्यालयोंके अतंगषत सफक्रय 66 ससं्थानों के माध्यम सेदरूस्थ-लशक्षा की सवुर्वधा भी उपलब्ध है।

    सभी वर्वश्र्ववर्वद्यालयों, महावर्वद्यालयों, बोिों तथाव्यार्वसानयक प्रलशक्षण ससं्थानों से सबंचंधतसचूना http://mhrd.gov.in/institutions पर पायीजा सकती है.

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    प्ररे्वशनामांकन के ललए सामान्यतः इन दस्तारे्वजों कीआर्वश्यकता होती है:

    • आरे्वदन/ ननबधंन प्रपि• पासपोटष आकार के फोटो, अंक पि तथा

    उत्तीणषता प्रमाणपि• जन्म-नतचथ प्रमाण (सामान्यतः जन्म-नतचथ

    अफंकत आपकी दसर्वीं का अकं-पि याउत्तीणषता प्रमाणपि)

    • वर्वद्यालय पररत्याग प्रमाणपि, अतंरणप्रमाणपि (अनंतम बार जजस वर्वद्यालय मेंपढ़ाई की थी उसके द्र्वारा ननगषत फकया गया)

    • ननर्वास प्रमाणपि/ आर्वासीय प्रमाण याप्रमाणपि, अस्थायी प्रमाणपि (गहृ-राज्य केबाहर फकसी महावर्वद्यालय में नामांकन हेतुआरे्वदन करते समय), चररि प्रमाणपि(अनंतम बार जजस ससं्थान में पढाई की थीउस ससं्थान द्र्वारा ननगषत)

    • अनुसचूचत जानत / अनुसचूचत जनजानत /अन्य वपछडा र्वगष प्रमाण-पि (यदद इन र्वगोंके अतंगषत आरे्वदन फकया जाए तो), समदुायप्रमाणपि (इस कोटा के तहत आरे्वदन करनेपर)

    • अतंराल के बाद अध्ययन पनुः आरम्भ कररहे वर्वद्याचथषयों को कुछेक इलाकों मेंन्यायालय से एक प्रमाण-पि लेना पडता है।

    • प्रर्वास प्रमाण-पि

    VI. लिक्षाप्रणािी(1/2)

    कक्षक्षिैरतस् युआ

    से ैज ,ोंचच्बीकखदे-लाभ / ीर षसनलकूस् 0 – 3

    से ैज ,न षटागरिकंफ 3 – 6

    कमलथाप्ररतस्

    से ैज ,कमलथाप्रायकभम्जराप्रलायद्र्ववय 6 – 10

    कमलयध्ामयिायद्वप

    से ैज ,यध्मयलायद्र्वव 10 – 15

    सेजै ,चच्उयलायद्र्वव 15 – 19

    रतचछउाक्षिल

    से ैज ,यलायद्र्ववाहम ,यलायद्र्ववर्वश्र्वव ,कयनासर्वायव्यलायद्र्ववददायत्इ

    19 षर्र्वसे

    http://mhrd.gov.in/institutions

  • 2.िागत, ऋण तथा िात्र-वपृियाँ (वजीफा)लशक्षा पर आने र्वाली लागत में बडा अतंर है।सरकारी तथा सरकार द्र्वारा सहायता प्राप्तससं्थान अत्यंत कम दर पर लशक्षा प्रदान करतेहैं, जबफक ननजी ससं्थानों में लशक्षा प्राप्त करनातुलनात्मक रूप से महूँगा है।

    लशक्षण शुल्क अदा करने के ललए छाि-र्ववृत्त और/या ऋणों की आर्वश्यकता तथा उन तक पहंुचलशक्षण शुल्क चकुा पाने में अक्षम वर्वद्याथीप्रत्येक छाि की पािता का ननधाषरण करने केपश्चात वर्वलभन्न सार्वषजननक तथा ननजी क्षेि केबकैों द्र्वारा छाि ऋण पाने में सक्षम हो सकतेहैं। छाि-ऋण मखु्यतः बैंकों द्र्वारा अनुदाननतब्याज दरों पर उपलब्ध कराए जाते हैं।

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    ऐसे ऋण प्राप्त करने के ललए वर्वद्याचथषयों केललए सभी अकादलमक दस्तारे्वजों को प्रस्तुतकरने पर आधाररत मानदंिों का पालन करनाआर्वश्यक होता है, तथा वर्वद्याथी द्र्वारा आरे्वददतपाठ्यक्रम की वर्वश्र्वसनीयता के सबंधं में बैंक कोभरोसा ददलाना आर्वश्यक होता है। अपने पसदंके बैंक से संपकष कर इस सबंधं में और अचधकसचूना प्राप्त की जा सकती है।

    3. पवदेिी डिप्िोमा पाठ्यक्रमों की स्वीकृतततथा जाँचददल्ली जस्थत अतंर-वर्वश्र्ववर्वद्यालयी बोिष कामलू्यांकन वर्वभाग को उच्चतर लशक्षा में प्ररे्वशहेतु मान्यताप्राप्त वर्वदेशी वर्वश्र्ववर्वद्यालयों द्र्वाराप्रदत्त डिचग्रयों की अनुरूपता की जाूँच काउत्तरदानयत्र्व सौंपा गया है।

    VI. लिक्षाप्रणािी(2/2)

    लिक्षा प्रणािी: स्वदेि वापस िौटने वािे िोगों के लिए अलिगम तथा तनबंिन प्रकक्रयामीडिया तथा समाचार-पिों के माध्यम से सार्वषजननक तथा ननजी वर्वद्यालयों तथा महावर्वद्यालयों में प्ररे्वश केललए घोर्णा की जाती है। वर्वद्यालयों में ननम्नांफकत दस्तारे्वजों के साथ नामाकंन के ललए प्रत्यक्ष रूप से सपंकषसाधा जा सकता है।

    वर्वद्यालयों में प्ररे्वश हेतु आर्वश्यक दस्तारे्वज़:• बच्चे का एक पासपोटष आकार का फोटो।• फकसी मान्यता-प्राप्त वर्वद्यालय द्र्वारा ननगषत वर्वद्यालय पररत्याग प्रमाण-पि या MCD या फकसी अन्य

    स्थानीय ननकाय द्र्वारा ज़ारी फकया गया मलू जन्म प्रमाण-पि• वपछली कक्षा का अकं-पि• आर्वासीय प्रमाण-पि के रूप में ननम्नललखखत दस्तारे्वजों में से कोई एक।• माता-वपता के नाम पर ज़ारी फकया गया तथा जजसमे बच्चे का नाम भी अफंकत हो ऐसा BPL या राशन

    कािष।• बच्चे या माता-वपता का ननर्वास प्रमाण-पि।• माता या वपता का मतदाता पहचान पि।• माता-वपता के नाम पर ननगषत त्रबजली/MTNL लैंिलाइन / पानी का त्रबल।• बच्चे या माता-वपता के नाम पर ननगषत बैंक पासबकु।• बच्चे या माता-वपता का आधार कािष।• माता या वपता या बच्चे के नाम का पासपोटष।• माता-वपता का ड्राइवर्वगं लाइसेंस।

    • जानत प्रमाण-पि (SC/ST/OBC र्वगष का होने पर)।• वर्वकलांगता प्रमाण-पि।

  • 1. आय-सजृन करने वािी गततपवधियों कोआरम्ि करने हेतु पुनसकमेकन सहायताकायकक्रमयद्यवप भारत सरकार के द्र्वारा स्र्वदेश र्वापसआने र्वाले प्रर्वालसयों के ललए कोई वर्वशेर्कायषक्रम नहीं है, सघंीय तथा राज्य सरकारोंद्र्वारा बहुत से कायषक्रम प्रायोजजत फकए जातेहैं जजनका उपयोग र्वापस स्र्वदेश लौटने र्वालेप्रर्वासी आय सजृजत करने र्वाली गनतवर्वचधयोंको प्रारम्भ करने के ललए कर सकते हैं।

    इनमे से कुछ की सचूी ननम्नांफकत ताललकामें दी गयी है: 50 सरकारी स्टाटषअपकायषक्रमों की परूी सचूी यहाूँ प्रस्तुत है:https://www.vyapaarjagat.com/news/50-startup-schemes-indian-government-startups-know/

    12

    VII. स्वदेिवापसिौटनेवािेकेलिएठोससहायताया सहयोगइन वेबसाइट ों पर भी ववसृ्तत सूचना प्राप्त की जासकती है: • http://www.archive.india.gov.in/spotlight/

    spotlight_archive.php?id=72• भारतीय लघु उद्य ग ववकास बैंक (SIDBI):

    https://www.sidbi.in/SIDBI_Foundation_For_Micro_Credit.php

    • राष्ट्र ीय कृवि तथा ग्रामीण ववकास बैंक(NABARD): https://www.nabard.org/

    ानजोयाकमान केत कगत ंअ तक्युपउगोयद्उ वस्जारीिबंसंिाि) ततिगूाि(

    ीरय ेिातमलयद्उसाकवपानजोय यीट्रष्ारर्वकृाथतणीमाग्रसाकर्ववक ैंब (NABARD)

    र्वकृ , ूतलाप ुशप ,कजजामासर्वाभप्र ,यद्ाखाथत।यपे

    भाल)र्वटद ेंसनइ (कयश्र्वआोंणरकपउीकतगालायि ंय ंसीकानपाथस्रपनेआीलार्वतगालकेरास ुनअगलअ-गलअािाम ेंमोह ेत

    । ैंह

    ि ैंटस्पअायिड ंइ यीतराभ ुघलगोयद्उसाकर्वव ैंबक(SIDBI)

    ताज्ञअकिेक्ष ानजोयररपके75%तगालोकार ूपनेरककेएलल10खालएपरूसेलेरक1डोरकएपरूकेणऋएललाज ेतकसैंहमेनजज षमटऋणाथतयक्रफसीज ूँूपतललमम्जसीतहर

    ।है

    ानचरसंवअसाकवपानजोय यीट्रष्ारघुलगोयद्उगननम(NSIC)

    ताज्ञअकिेक्ष ःछनेीहमकेयीन षपयत्प्रयेारकफकेलेदब ,467 षगर्वटीफसेले

    रक8,657 षगर्वटीफकताकयलषायाकिेक्षनादप्रकफाय

    ाताज।है

    मूम्जाथतरीमश्ककेरागजोरबेोंकवयुकेएिलनाड़उ

    णक्षिलप्रमक्र कयाक

    यीट्रष्ारलशौकसाकर्ववननमग(NSDC)

    ाक्षशल ,र्वनामनधाससं चंाप षर्र्वीकधचर्वअ ेंमाकमक्र षयोकगूालनेरककेएलल750डोरकएपरूतटदरं्वआएकफएग

    । ैंह

    https://www.vyapaarjagat.com/news/50-startup-schemes-indian-government-startups-know/http://www.archive.india.gov.in/spotlight/spotlight_archive.php?id=72https://www.sidbi.in/SIDBI_Foundation_For_Micro_Credit.phphttps://www.nabard.org/

  • अंतराकष्ट्रीय, गैर-सरकारी, मानवीयसंगठन

    इंटरनेिनि आगेनाइजेिनफॉरमाइगे्रिनयूनेस्कोहाउस, ग्राउंिफ्िोर1 सैनमार्टकनमागक, चाणक्यपूरी, नईर्दल्िी -110048Tel.: 91-1140532401/03

    Email: [email protected]

    Internet: www.iom.int

    अंतराकष्ट्रीयिाओबुरसंगठनइंडियाहाउलसटैटसेंटर, कोर4 बी, तीसरामंजजल, लोढ़ीरोि, नया ददल्ली, ददल्ली110003Tel.: 011 2460 2101

    Internet: www.ilo.org

    संयुक्तराष्ट्रपवकासकायकक्रमजोसेफस्टीनलेन, लोढ़ीगािषन, 55 लोढ़ीएस्टेट, नईददल्ली, ददल्ली110003Tel.: 011 4653 2333

    Internet: www.in.undp.org

    िरणाधथकयोंकेलिएसंयुक्तराष्ट्रउछचायुक्तकायाकिय(यूएनएचसीआर)बी2/16, र्वसंतवर्वहार, नईददल्ली, ददल्ली110057Tel.: 011 4353 0444

    Internet: http://www.unhcr.org.in/

    संयुक्तराष्ट्रबाितनधि(यूतनसेफ)73, लोदीएस्टेट, लोदीगािषनकेपास, नईददल्ली, 110003Tel.: 011 2469 0401

    Internet: www.unicef.in

    संयुक्तराष्ट्रमर्हिाएं83, ब्लॉकसी, डिफें सकॉलोनी, नईददल्ली, ददल्ली110024Tel.: 011 4045 2300

    Internet: india.unwomen.org

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    VIII. संपकक जानकारीऔरउपयोगीलिकं(1/2)

    प्रासंधगकस्थानीयप्राधिकरण(रोजगारकायाकिय, स्वास््य/ पेंिनबीमाइत्यार्द)

    प्रलिक्षणमहातनदेिककृपयासंबंचधतराज्यकायाषलययाजजलाकायाषलयसेसंपकष करें

    कौििप्रलिक्षणऔरउद्यलमतामंत्राियकृपया संबंधितराज्यसरकारीकायाषलययाजजलाकायाषलयसेसंपकष करें

    राष्ट्रीयकौििपवकासपररषद01-306, र्वल्िषमाकष 1, रे्वस्टवर्वगं, एरोलसटी, नईददल्ली, ददल्ली110037011 4745 1600

    राष्ट्रीयकररयरसेवाOnline: https://epfindia.gov.in/

    राष्ट्रीयकररयरसेवाOnline: www.ncs.gov.in

    रोजगारसेसंबंधितककसीिीजानकारीकेलिए, पेंिनबीमाकेस्वास््य, स्थानीयच्जिाआयुक्तकेकायाकियसेसंपकक ककयाजानाचार्हए

    mailto:[email protected]://www.iom.int/http://www.ilo.org/http://www.in.undp.org/http://www.unhcr.org.in/http://www.unicef.in/india.unwomen.orghttps://epfindia.gov.in/http://www.ncs.gov.in/

  • अधिकजानकारीकेलिएकृपयासूचनापोटकिपरजाएंस्वैच्छिकवापसीऔरपुनसरंचनाररटतनगंफ्रॉमजमकनी:

    https://www.returningfromgermany.de/en/countries/india

    अन्यसंपकक (उदाहरणकेलिएमर्हिाओंऔरबछचोंकेलिएगैरसरकारीसंगठन, माइक्रो-के्रडिट-उिार)

    आजादफाउंिेिनिब्ल्यू-114, फस्टषफ्लोर, गे्रटरकैलाश-2,नईददल्ली110048Tel: +91 11 4060 1878

    Email: [email protected]

    Website: http://www.azadfoundation.com/

    मर्हिाओंकेअधिकारकीसामूर्हकवकीिोंकी इकाईपता: ए-13, पहलामंजजल, ननजामुद्दीनपजश्चम, नईददल्ली110013Phone: 011 41666385

    असारापता: जागनृतसोसाइटी, बी/ 117, एलजेरोि, माटंुगापजश्चम, मंुबई, महाराष्ट्र400016Phone: 022 24453857

    मर्हिाओंपरअनुसंिानकेलिएअंतराकष्ट्रीय कें द्रपता: सी- 5 9, साउथएक्स, पाटषII, ब्लॉकसी, साउथएक्सटेंशनII, ददल्ली110049Phone: 011 46643333

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    VIII. संपकक जानकारीऔरउपयोगीलिकं(2/2)

    धचककत्सासुपविाएं

    बॉम्बेअस्पतािऔरमेडिकिररसचकसेंटर12, समुद्रीलाइनें, मंुबई- 400 020, भारत

    लििावतीअस्पतािऔरअनुसंिानकें द्रए- 7 9 1, बांद्राररकक्लेमेशन, बांद्रारे्वस्ट, मंुबई-400050, भारत

    जसिोकअस्पतािऔरअनुसंिानकें द्र15, िॉदेशमुखमागष, पेिररोि, आईटीकॉलोनी, तडि षयो, मंुबई, महाराष्ट्र400026

    पीिीर्हदंजुाअस्पतािर्वीरसार्वरकरमागष, मादहम, मंुबई-400 016 भारत

    कोककिाबेनिीरूिाईअंबानीअस्पतािऔरमेडिकिररसचकसेंटररार्वसाहेबअचुतरार्व, पटर्वधषनमागष, चारबंग्लो, मंुबई-400053, भारत

    सैफीअस्पताि, महपषककरवेमागक, धगरगांव, मंुबई, भारत– 400004

    हीरानंदानीअस्पतािरोि, दहलसाइिएरे्वन्यू, हीरानंदानीगािषन, पर्वई, मंुबई- 400076, भारत।

    ऑिइंडियाइंच्स्टट्यूटऑफमेडिकिसाइंसेज, नईर्दल्िीएम्सकैम्पस, अंसारीनगरपूर्वष, नईददल्ली, ददल्ली110029, भारत

    सरगंगारामअस्पतािमागक, राजजंदरनगर, नईददल्ली, ददल्ली-110060, भारत

    बीएिकेसुपरस्पेिलिटीअस्पतािपुसारोि, राजजंदरनगर, नईददल्ली, ददल्ली-110005, भारत

    इंद्रप्रस्थअपोिोअस्पताि, र्दल्िीर्दल्िीमथुरारोि, जसोलाअपोलोमेट्रोस्टेशनकेपास, सररतावर्वहार, नईददल्ली, ददल्ली-110076, भारत

    फोर्टकसअस्पतािफोदटषसअस्पताल, एब्लॉक, शालीमारबाग, नईददल्ली, ददल्ली-110088, भारत

    https://www.returningfromgermany.de/en/countries/indiahttp://www.azadfoundation.com/