संसद में भेजा था तुमको क्या क्या...
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संसद में भेजा था तुमको क्या क्या स्वप्न सजा कर
तुमने बस सत्ता सुख भोगा ठेंगा ददखा ददखा कर
करी आरती कुसी की और पूरी मौज मनायी जनता के दु् ख ददद सुने ना एक बार भी आकर
शालऱनी शमाद
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संसद में भेजा था तुमको क्या क्या स्वप्न सजा कर
तुमने बस सत्ता सुख भोगा ठेंगा ददखा ददखा कर
करी आरती कुसी की और पूरी मौज मनायी जनता के दु् ख ददद सुने ना एक बार भी आकर
शालऱनी शमाद