लए ले कर खतरा चेतावनी नीत द है। आयोग था...

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23 नवबर 2019 - समाचार वलेषण सामाय अययन 3 से संबंधत : अथयवथा : GDP गरावट 5 लयन डॉलर अथयवथा के लय के लए खतरा : नीत आयोग संग : नीत आयोग ने देश GDP लगातार जार गरावट को लेकर चेतावनी है ववरण : मंी नमला सीतारमण ने अपनी बजट कहा था सरकार 2025 तक भारत को 5 लयन डॉलर अथयवथा बनाने के लए काम करेगीहालांक, नीत आयोग ने सरकार को चेतावनी है 2025 तक 5 लयन डॉलर अथयवथा राह कई बाधाओं से घर है चंताएं : नीत आयोग के CEO अमताभ कांत वारा गई के अन सार, नधारत लय तक पह चने के लए नाममा GDP वकास दर औसतन कम से कम 12.4% होनी चाहएहालांक, चाल वष पहल तमाह (अैल से ) वतमान दर 8% थीवशेष का अन मान है वातवक और नाममा GDP दोन पहल तमाह लना सर तमाह (लाई से सतंबर) कम होगी जबक पहल तमाह वातवक GDP 5% थीहाल भारतीय टेट बक ने अन मान लगाया था नाममा GDP गरावट के साथ यह सर तमाह 4.2% तक घट सकती है वातवक GDP दर ाफत योगदान करती है घरेल नवेश और खपत थायी नर् -वरण (अथयवथा के ) के लए एकमा भरोसेमंद चालक हालांक, नवेश गरावट मंद के कारण है , से घरेल आवास, अय भवन और संरचनाओं के उप-सकल निचत जी नमाण 2011-12 GDP का 12.8% से गरकर 2017-18 6.9% हो गयाघरेल बाजार मंद का कारण बक के पास जी सीमत उपलधता है इसका कारण भार उयोग और नयाद ढांचे उच गैर-नपादत परसंपय (NPA) बजल , आवासीय टैरफ एक उच ॉस-सिसडी जाती है जो बह उच औयोगक टैरफ के लए िजमेदार है भारत इलेिक पारेषण और वतरण (T&D) का कसान बांलादेश और वयतनाम लना 19% अधक है उयोग पर यह अन चत बोझ उनक लाभदता को भावत कर रहा है भावी कदम :

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  • 23 नव�बर 2019 - समाचार �व�लेषण सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : अथ��यव�था : GDP म� �गरावट 5 ���लयन डॉलर अथ��यव�था के ल�य के �लए खतरा : नी�त आयोग �संग : • नी�त आयोग ने देश क� GDP म� लगातार जार� �गरावट को लेकर चेतावनी द� है। �ववरण : • �व� मं�ी �नम�ला सीतारमण ने अपनी बजट ��त�ुत म� कहा था �क सरकार 2025 तक भारत को 5 ���लयन डॉलर क� अथ��यव�था बनाने के �लए काम करेगी। • हालां�क, नी�त आयोग ने सरकार को चेतावनी द� है �क 2025 तक 5 ���लयन डॉलर क� अथ��यव�था क� राह कई बाधाओ ंसे �घर� है। �चतंाएं : • नी�त आयोग के CEO अ�मताभ कांत �वारा क� गई ��त�ुत के अनसुार, �नधा��रत ल�य तक पहँुचने के �लए नाममा� GDP �वकास दर औसतन कम से कम 12.4% होनी चा�हए। हालां�क, चाल ू�व� वष� क� पहल� �तमाह� (अ�लै से जनू) म� वत�मान दर 8% थी। • �वशषे�� का अनमुान है �क वा�त�वक और नाममा� GDP दोन� म� पहल� �तमाह� क� तलुना म� दसूर� �तमाह� (जलुाई से �सतंबर) म� व�ृ�ध कम होगी जब�क पहल� �तमाह� म� वा�त�वक GDP क� व�ृ�ध 5% थी। हाल ह� म� भारतीय �टेट ब�क ने अनमुान लगाया था �क नाममा� GDP म� �गरावट के साथ यह दसूर� �तमाह� म� 4.2% तक घट सकती है। वा�त�वक GDP व�ृ�ध दर म�ुा�फ��त म� योगदान करती है। • घरेल ू�नवेश और खपत �थायी पनुर-्�वरण (अथ��यव�था के) के �लए एकमा� भरोसेमंद चालक ह�। हालां�क, �नवेश म� �गरावट मंद� के कारण है, म�ुय �प से घरेल ू�े� म�। • आवास�, अ�य भवन� और संरचनाओ ंके उप-�े� म� सकल �नि�चत पूंजी �नमा�ण 2011-12 म� GDP का 12.8% से �गरकर 2017-18 म� 6.9% हो गया। • घरेल ूबाजार म� मंद� का कारण ब�क� के पास पूंजी क� सी�मत उपल�धता है। इसका कारण भार� उ�योग और ब�ुनयाद� ढांचे म� उ�च गैर-�न�पा�दत प�रसंप��य� (NPA) ह�। • �बजल� �े� म�, आवासीय टै�रफ म� एक उ�च �ॉस-सि�सडी द� जाती है जो बहुत उ�च औ�यो�गक टै�रफ के �लए िज�मेदार है। भारत म� इलेि��क पारेषण और �वतरण (T&D) का नकुसान बां�लादेश और �वयतनाम क� तलुना म� 19% अ�धक है। उ�योग� पर यह अन�ुचत बोझ उनक� लाभ�दता को �भा�वत कर रहा है। भावी कदम :

  • • अथ��यव�था म� "संरचना�मक प�रवत�न�" क� आव�यकता है और इस �दशा म� भारत को उ�च-म�ूय �ौ�यो�गक� और �व�नमा�ण व�तओु ंके �नया�त पर �यान क� ��त करने क� आव�यकता है। सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : पया�वरण �दषूण : �द�ल� क� हवा को बेहतर बनाने म� बीिजंग से भी कम समय लगेगा : �संग : • लोकसभा म� रा���य राजधानी के संदभ� म�, वाय ु�दषूण और जलवाय ुप�रवत�न पर बहस हुई। �ववरण : • पया�वरण मं�ी �काश जावड़केर ने लोकसभा को बताया �क चीन क� राजधानी को अपनी वाय ुगुणव�ा म� सधुार करने म� 15 साल लग गए ले�कन भारत �द�ल� म� बहुत कम समय म� ऐसा ह� करेगा। �द�ल� म� �कए गए उपाय : • चौबीस� घंटे �नगरानी। • राजधानी �े� म� उ�योग� के �लए भ�ट� के तले और स�त उ�सज�न मानदंड� के उपयोग पर ��तबंध। • वनीकरण के मह�व को समझत ेहुए, �द�ल� मे�ो के �नमा�ण के दौरान िजतने पेड़ काटे गए उससे पांच गुना �यादा पेड़ लगाए गए ह�। • वाय ुगुणव�ा सचूकांक (AQI) क� श�ुआत एक मह�वपणू� कदम था, �य��क वाय ु�दषूण क� सम�या का समाधान केवल तभी हो पाएगा जब �दषूण को मापा जा सके। भावी कदम : • �दषूण और जलवाय ुप�रवत�न के ��तकूल �भाव को रोकने के �लए एक जन आदंोलन क� आव�यकता है। जनता के बीच जाग�कता पदैा करने क� ज�रत है। जलवाय ुसा�रता लाने क� ज�रत है। • सम�या से �नपटने के �लए ठोस �यास करना होगा और क� � और रा�य सरकार� को �मलकर काम करना चा�हए। • भारत को जलवाय-ु�माट� अथ��यव�था क� आव�यकता है जो भारत के �लए सतत आ�थ�क �वकास स�ुनि�चत कर सके। • भारत का �ीन कवर बढ़ता जा रहा है और पा�रि�थ�तक संतलुन बनाए रखने म� पेड़� क� भ�ूमका को देखत ेहुए इसे और बढ़ाने क� ज�रत है। सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : अथ��यव�था : GST प�रषद, �व�ीय पनैल को �मलकर काम करना चा�हए :

  • �संग : • 15व� �व� आयोग के अ�य� एन.के. �सहं ने GST प�रषद और �व� आयोग के कामकाज म� सम�पता लाने का आ�वान �कया है। �ववरण : • �व� आयोग ने संघ और रा�य� के बीच,उसके बाद रा�य� के बीच और �फर तीसरे �तर पर राज�व के �वतरण क� �सफा�रश क� है। • जब�क �व� आयोग ने �यय और राज�व के अनमुान� को देखत ेहुए , GST दर� म� छूट, प�रवत�न और अ��य� कर� के काया��वयन का म�ुदा GST प�रषद के डोमेन के भीतर ह� रहने देने क� �सफा�रश क� है। • यह राज�व प�रणाम� क� �नगरानी, जांच और अनकूुलन के तर�क� पर अनसलुझ े��न� क� ओर जाता है। ऐसे प�र��य म� �व� आयोग और GST प�रषद के बीच सम�वय तं� एक अ�नवाय� आव�यकता है। • GST लागु होने के पहले पांच वष� के �लए, रा�य� को 14% गारंट�कृत मआुवजा �दान �कया जाना है, और यह 2022 म� समा�त होगा। • कई रा�य 2022 के बाद भी इस तं� के �व�तार क� मांग कर रहे ह�। • इस पर भ�व�य के रोडमपै क� �सफा�रश� पर असर पड़ा है। उ�मीद है �क आयोग रा�य� क� संभा�वत राज�व, सतत �वकास दर और अन�ुछेद 275 के तहत अनदुान� के राज�व घाटे को लेकर �सफा�रश कर सकता है। भावी कदम : • आदेश� क� अ�त�यापी �कृ�त को देखत ेहुए दो संवधैा�नक �नकाय� के बीच सम�वय क� गुंजाइश है। इस तरह के सम�वय को अ�छ� तरह से प�रभा�षत शत� पर आधा�रत होना चा�हए। सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : ब�ुनयाद� ढांचा : पाइ�ड गैस ब�ुनयाद� ढांचे को �वक�सत करने म� ज�दबाजी : �संग : • �सट� गैस �ड����यशून �ो�ाम म� �ग�त का म�ूयांकन करने और �सट� गैस �ड����यशून पर एक रा���य नी�त तयैार करने के �लए एक उ�च-�तर�य पनैल का गठन �कया गया है। �ववरण : • �सट� गैस �ड����यशून पर रा���य नी�त का उ�दे�य घर� को पाइ�ड �ाकृ�तक गैस क� आप�ूत� के साथ ऑटोमोबाइल और औ�यो�गक इकाइय� को CNG आप�ूत� हेत ुब�ुनयाद� ढाँचे के �वकास को ग�त देना है।

  • • पे�ो�लयम और �ाकृ�तक गैस �नयामक बोड� ने एक "उ�च-�तर�य स�म�त" बनाई है, िजसम� उसके व�र�ठ अ�धकार� और �सट� गैस �ड����यशून सं�था शा�मल ह�। स�म�त पाइ�ड गैस नेटवक� के �वकास म� तजेी लाने और इस तरह क� नी�त का मसौदा तयैार करने के �लए सभी म�ुद� क� �व�ततृ समी�ा करेगी। • यह स�म�त उन चनुौ�तय�, �वशषे �प से रा�य �तर पर अनमुोदन �ा�त करने म� देर�, को रेखां�कत करेगी, िजसका सामना कुछ भौगो�लक �े�� (GAs) म� �सट� गैस �ड����यशून सं�थाओ ंको करना पड़ रहा है। • हालाँ�क, सं�थाओ ं�वारा उ�धतृ म�ुदे �यादातर रा�य सरकार� के दायरे म� आत ेह�, ले�कन यह महससू �कया गया �क एक रा���य �सट� गैस �ड����यशून नी�त रा�य� को अपनी नी�त बनाने के �लए एक माग�दश�क के �प म� काम करेगी। उ�लेखनीय �ग�त : • भौगो�लक �े�� के �ा�धकृ�त के संदभ� म� �सट� गैस �ड����यशून उ�योग� ने �पछले दो वष� म� मह�वपणू� �ग�त देखी है। • वत�मान म�, ऐसे भौगो�लक �े�� क� सं�या 2017 के अतं म� 78 से बढ़कर 229 हो गई है, जो दो साल पहले (20%) क� तलुना म� देश क� 71% आबाद� को कवर करता है। • अ�धकांश फम� िज�ह� �ा�धकरण से स�मा�नत �कया गया था, उ�ह�ने ब�ुनयाद� ढांचे के �वकास क� �दशा म� कदम उठाए थे। • क� � और रा�य सरकार� के �ा�धकरण� के साथ-साथ �थानीय �ा�धकरण� भी सम�याओ ंको ख�म करने के �लए �सट� गैस �ड����यशून सं�थाओ ंके साथ �मलकर काम कर रहे ह�। भावी कदम : • मसौदा नी�त म� मह�वपणू� पहलओु ंपर �वचार �कया जाना चा�हए, िजसम� एक समयब�ध तर�के से एकल-�खड़क� मंजरू� देने के �लए रा�य सरकार� �वारा एक नोडल एज�सी / अ�धकार� क� �नयिु�त शा�मल है। • इससे परू� ���या म� तजेी आएगी और �सट� गैस �ड����यशून सं�थाओ ंके �लए कारोबार करने म� आसानी होगी। • नी�त म� िजस एक मह�वपणू� पहल ूपर �वचार करना चा�हए वह है- ���या म� तालमेल स�ुनि�चत करने के �लए देश भर म� सड़क बहाल� / अनमु�त श�ुक का मानक�करण और NHAI तथा रेलवे से अनमु�त क� समय पर उपल�धता के �लए एक पारदश� ���या। इससे काम के �लए अनमु�त मांगने म� लगने वाल� देर� म� कमी आएगी। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : अतंरा����य संबंध : केवल राजनी�तक समाधान से अफगा�न�तान म� �हसंा का अतं नह�ं : �संग : • अफगा�न�तान शां�त वाता�।

  • �ववरण : • अफगा�न�तान म� राजनी�तक समाधान हो जाने का मतलब यह नह�ं होगा �क वहां �हसंा बंद हो जाएगी। अभी भी वहां ISIS [इ�ला�मक �टेट] जसेै �हसंक चरमपंथी समहू क� मौजदूगी ह�। साथ ह� वहां मौजदू अ�य सश�� समहू अपने �वयं के आपरा�धक या राजनी�तक उ�दे�य� को �ा�त करने का �यास कर�गे। • हालाँ�क, एक �यापक शां�त समझौता, इन सामा�य खतर� से लड़ने के �लए अफगान� को एक साथ काम करने म� स�म बनाएंगे। प�ृठभ�ूम : • अमे�रका, भारत और अफगा�न�तान सभी आतंकवाद से पी�ड़त ह�। • 2017 के अमे�रक� रा��प�त क� द��ण ए�शया रणनी�त म� यह �वीकार �कया गया �क अकेले स�ैय शि�त अफगा�न�तान म� शां�त नह�ं ला सकती है या उस देश से उ�प�न आतंकवाद� खतरे को रोक नह�ं सकती है। • स�ैय �यास को समझौता वाता� के �लए ि�थ�तयां बनाने के �लए �योग �कया जाता है। इस �यास म� अफगा�न�तान म� जमीन पर ि�थ�तय� के आधार पर �नण�य के साथ स�ैय समाधान शा�मल है। • अफगा�न�तान से अमे�रक� स�ैनक� के बाहर �नकलने से अ�वीकाय� प�रणाम देखने को �मल सकत ेह�, िजसम� अफगा�न�तान म� वष� से हुई �ग�त भी दांव पर होगी। • 2019 क� श�ुआत म�, ��प �शासन ने ता�लबान के साथ एक समझौत ेपर बातचीत श�ु क� थी, जो �क ता�लबान से सरु�ा ��तब�धताओ ंके बदले अ�धकांश अमे�रक� स�ैनक� को चरणब�ध तर�के से वापस अमे�रका बलुाने से संबं�धत था। • हालाँ�क, अफगान सरकार ने इन वाता�ओ ंको दर�कनार कर �दया था और भारत भी इस कवायद से सावधान हो गया था, �य��क भारत "अफगान-�वा�म�व वाल�, अफगान-नेत�ृव वाल�, और अफगान-�नयं��त" शां�त ���या चाहता है। • ता�लबान �वारा अफगा�न�तान म� हुए एक हमले क� िज�मेदार� लेने का दावा करने के बाद रा��प�त ��प ने क� प ड�ेवड म� ता�लबान के साथ होने वाल� बठैक को र�द कर �दया था। भारत क� भ�ूमका : • अफगा�न�तान म� भारत के �मखु �वकास काय� म� बांध�, सड़क�, �व�यतु लाइन�, �सचंाई �णा�लय� और दरूसंचार ब�ुनयाद� ढांचे का �नमा�ण शा�मल है। भारत ने अफगा�न�तान क� ��केट ट�म के �लए कंधार म� एक �टे�डयम का �नमा�ण भी कर रहा है। भारत ने अफगा�न�तान म� 2001 से कर�ब 3 �ब�लयन डॉलर खच� �कए ह�। भावी कदम : • शां�त वाता� क� अ��या�शतता के बावजदू, 2001 से �कए गए काय� को संर��त �कया जाना चा�हए। अफगा�न�तान म� लोकतं� और संवधैा�नक �यव�था क� �थापना �पछले 18 वष� के �मखु काय� म� शा�मल ह�, िज�हे संर��त �कया जाना चा�हए।

  • • सं�थान�, सरु�ा बल� और एक बढ़ती नाग�रक सं�कृ�त के साथ अफगा�न�तान 20 साल पहले क� तलुना म� अब बहुत अलग देश है, जो इसे विै�वक आतंकवा�दय� के �लए तजेी से अमानवीय बनाता है। �पछले दो दशक� म� अफगा�न�तान क� जमीनी हक�कत म� बदलाव आया है। • अपने देश क� शां�त ���या म� अफगान सरकार क� मह�वपणू� भ�ूमका को �व�धवत �वीकार �कया जाना चा�हए। एक राजनी�तक समझौत ेके सफल होने के संबंध म� शां�त ���या को आगे बढ़ाने और �कसी भी अतंर-अफगान वाता� के �लए �हसंा म� कमी आव�यक है। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : अतंरा����य संबंध : RCEP म� शा�मल होने क� भारत क� अ�न�छा समझयो�य : �संग : • हाल ह� म�, भारत ने RCEP �यापार सौदे पर ह�ता�र नह�ं करने का �नण�य �लया है। �ववरण : • पवू� ऑ��े�लयाई �धानमं�ी ने कहा �क, �े�ीय �यापक आ�थ�क भागीदार� (RCEP) समझौता चीन क� बे�ट एंड रोड पहल का एक �व�तार �प जसैा �दखता है। उ�ह�ने कहा �क वह समझौत ेम� शा�मल होने के �लए भारत क� अ�न�छा को समझत ेह�। • िजस तरह �ांस-प�ैस�फक पाट�नर�शप, ए�शया-�शांत के �लए यएूस का आ�थ�क क� � था, उसी तरह RCEP, बे�ट एंड रोड इ�न�शए�टव के �लए �धान आधार क� तरह है। • RCEP सं�ध म� शा�मल होने के बारे म� भारत क� �ाथ�मक �चतंाओ ंम� से एक यह था �क चीन के साथ उसका पहले से बड़ा �यापार घाटा �यापक �प से और बढ़ जाएगा। भारत-ऑ��े�लया संबंध : • भारत को ए�शया-�शांत आ�थ�क सहयोग समझौत ेजसेै मौजदूा �नकाय� म� शा�मल होत ेदेखने के �लए ऑ��े�लया उ�सकु है। • ऑ��े�लया का मानना है �क मौजदूा इकाइयां भारत के साथ बेहतर ह�गी, न �क उनके �बना। य�द भारत APEC का सद�य बनता है, तो यह एक मजबतू और अ�धक �भावी �नकाय होगा। • भारत-ऑ��े�लया साझदेार� क� �मता को और अ�धक ��वप�ीय संबंध� के मा�यम से सामंज�य �था�पत करने क� आव�यकता है। भारत-ऑ��े�लया ��वप�ीय समझौत ेपर �वचार �कया जाना चा�हए। • भारत के RCEP से बाहर �नकलने के साथ, दोन� देश� के म�य मह�वपणू� �यापा�रक भागीदार� के साथ ��वप�ीय सौद� पर �यान �दया जाना चा�हए।

  • • ��वप�ीय �यापार समझौत ेपर चचा� तजे और बढ़ाई जानी चा�हए। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : अतंरा����य संबंध : RCEP अभी भी जापान के एज�ड ेपर है : �संग : • RCEP �यापार सौदे पर ह�ता�र नह�ं करने का भारत का �नण�य; �ववरण : • जापानी अ�धकार� �े�ीय �यापक आ�थ�क भागीदार� (RCEP) म� शा�मल नह�ं होने के भारत के फैसले को संशो�धत करने के �लए एक और �यास करने जा रहे ह�। • जापान के �धानमं�ी �ी आबे �वारा वा�ष�क �शखर स�मेलन के दौरान आ�सयान के नेत�ृव वाले म�ुत �यापार समझौत ेRCEP म� भारत को शा�मल करने हेत ुवाता� क� एक नई जमीन तयैार करने क� उ�मीद है। • RCEP समहू के अ�य 15 सद�य� ने भी जापानी सरकार से अनरुोध �कया था �क वह भारत से अपनी ि�थ�त पर पनु�व�चार करने का आ�ह करे। भारत-जापान संबंध : • भारत-�शांत नी�त म� भारत और जापान के अ�त�यापी �हत ह�। • भारत और जापान �ीलंका, मालद�व और अ�य देश� म� कई संय�ुत प�रयोजनाओ ंपर काम कर रहे ह�। ए�शया अ��का �वकास ग�लयारा इस �दशा म� एक उ�लेखनीय �यास है। • दोन� देश� के संय�ुत �यास से इंडो-जापानी सम�ु� और स�ैय पहल को भी बल �मला है। • वा�ष�क भारत-जापान �शखर स�मेलन भारत म� वकैि�पक �प से आयोिजत �कया गया और जापान ने अ�सर बड़ी-बड़ी प�रयोजनाओ ंक� घोषणाएं क� िजससे दोन� देश� म� संबंध साल दर साल और मजबतू हुआ है। • 2+2 मं�ी �तर�य भारत-जापान वाता�, िजसम� �वदेश और र�ा मं�ी शा�मल ह�गे, भारत-जापान के म�य रणनी�तक साझदेार�, �वशषे और विै�वक साझदेार� को और मजबतू बनाने क� �दशा म� एक कदम है। सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : अथ��यव�था : संपादक�य : आव�यक कदम : साव�जा�नक उप�म� (PSU) के �व�नवेश पर �संग : • क� � सरकार ने घोषणा क� है �क वह कई सरकार� कंप�नय� म� �व�नवेश करेगी। आ�थ�क मामल� क� मं��मंडल स�म�त ने �व�नवेश के मा�यम से च�ुनदंा सरकार� कंप�नय� म� सरकार क� �ह�सेदार� को 51 ��तशत से नीचे लाने

  • क� स�ैधां�तक तौर पर मंजरू� दे द�। भारत सरकार ने यह भी कहा है �क कुछ कंप�नय� के �बंधन का �नयं�ण सरकार अपने हाथ� म� ह� रखेगी और सभी �व�नवेश के मामल� को अलग अलग देखा जाएगा। �व�नवेश �या है? • साव�ज�नक उप�म� म� सरकार� �ह�सेदार� बेचने क� ���या �व�नवेश कहलाती है। • �व�नवेश ��कया म� �नवेश का उलटा होता है। �नवेश का अथ� है- �कसी कारोबार म�, �कसी सं�था म�, �कसी प�रयोजना म� रकम लगाना और �व�नवेश का अथ� है- उस रकम को वापस �नकालना। यानी यह कहा जा सकता है �क �व�नवेश �कसी कंपनी का आ�ंशक �नजीकरण होता है। • �व�नवेश ���या के ज�रए सरकार अपने शयेर �कसी और प� को बेचकर संबं�धत कंपनी क� �मि�कयत से भी छुटकारा पा जाती है और उसे दसूर� योजनाओ ंपर ख़च� करने के �लए धन भी �मल जाता है। �व�लेषण : • आ�थ�क मामल� क� मं��मंडल स�म�त ने नी�तगत �व�नवेश के �े� म� पहल कर द� है। �व�नवेश क� इस योजना के अनसुार सरकार भारत पे�ो�लयम कॉप�रेशन �ल�मटेड (BPCL), �श�पगं कॉप�रेशन ऑफ इं�डया (SCI), कंटेनर कॉप�रेशन ऑफ इं�डया (कॉनकॉर), �टहर� हाइ�ो डवेलपम�ट कॉप�रेशन इं�डया �ल�मटेड (THDCIL) और नॉथ� ई�टन� इलेि��क पॉवर कॉप�रेशन �ल�मटेड (नीपको) म� अपनी �ह�सेदार� बेचेगी। • खास बात यह है �क �टहर� हाइ�ो डवेलपम�ट कॉप�रेशन इं�डया �ल�मटेड (THDCIL) और नॉथ� ई�टन� इलेि��क पॉवर कॉप�रेशन �ल�मटेड (नीपको) का अ�ध�हण एक अ�य सरकार� कंपनी NTPC करेगी जब�क BPCL और �श�पगं कॉप�रेशन ऑफ इं�डया म� सरकार अपनी �ह�सेदार� क� �ब�� करने के साथ-साथ इनका �नयं�ण भी ह�तांत�रत कर देगी। कंटेनर कॉप�रेशन ऑफ इं�डया (कॉनकॉर) म� सरकार परू� �ह�सेदार� नह�ं बेचेगी ले�कन यहां भी वह नी�तगत खर�दार को �नयं�ण ह�तांत�रत कर देगी। • इसके अलावा सरकार ने यह �नण�य भी �लया है �क वह च�ुनदंा सरकार� कंप�नय� म� अपनी �ह�सेदार� 51 फ�सद� से कम करेगी। इससे �व�नवेश �कए जाने लायक प�रसंप��य� म� इजाफा होगा। कंप�नय� म� �व�नवेश का �ा�प : • पांच� कंप�नय� म� �व�नवेश क� घोषणा इस �म म� क� गई है: 1. भारत पे�ो�लयम कारपोरेशन �ल�मटेड - इसम� भारत सरकार के 53.29 ��तशत शयेर� का �व�नवेश �कया जाएगा। 2. �श�पगं कारपोरेशन ऑफ इं�डया �ल�मटेड - इसम� भारत सरकार के 63.75 ��तशत शयेर� का �व�नवेश होगा। 3. कंटेनर कारपोरेशन ऑफ इं�डया �ल�मटेड - इसम� भारत सरकार के 54.8 ��तशत शयेर� म� से 30.8 शयेर� का �व�नवेश �कया जाएगा। 4. �टहर� हाइ�ो डवेलपम�ट कारपोरेशन इं�डया �ल�मटेड - इसम� भारत सरकार के 74.23 ��तशत शयेर� का �व�नवेश बड़ी सरकार� कंपनी NTPC को �कया जाएगा।

  • 5. नाथ� ई�टन� इलेि��क पावर कारपोरेशन �ल�मटेड - इसम� भारत सरकार के 100 ��तशत शयेर� का �व�नवेश NTPC को �कया जाएगा। �या यह वाकई �व�नवेश है? • नई सरकार के गठन के बाद जलुाई म� �व� मं�ी �नम�ला सीतारमण ने जो बजट पेश �कया था, उसमे चाल ू�व�-वष� के �लए एक लाख पांच हजार करोड़ का �व�नवेश का ल�य रखा था। • NTPC पावर �े� क� दो कंप�नय� क� इि�वट� खर�द रह� है। यह तो �सफ� अकाउंट �ांसफर हुआ। यानी एक कंपनी का फंड दसूर� कंपनी को जा रहा है। �व�नवेश तभी �व�नवेश माना जाता है जब सरकार अपनी �ह�सेदार� �कसी �नजी कंपनी को बेच देती है। एक सरकार� कंपनी क� बेची हुई �ह�सेदार� को दसूर� सरकार� कंपनी खर�द ले, तो ये �नजीकरण नह�ं हुआ"। �या इस समय �व�नवेश एक �ाथ�मकता है? • �वशषे�� के अनसुार, �व�नवेश बढ़े हुए �व�ीय घाटे को �छपाने क� एक को�शश है, ता�क �े�डट रे�टगं एज��सय� को खशु रखा जा सके। "ले�कन ये गलत है �य��क इस से अथ��यव�था म� �नवेश नह�ं बढ़ रहा बि�क उलटे सरकार अपना पूंजीगत �टॉक गंवा रह� है। इसक� जगह इस समय सरकार क� को�शश ये होनी चा�हए �क �कसी तरह से देश म� मांग को बढ़ाएं �य��क मौजदूा संकट मांग का संकट है। • नी�तगत �व�नवेश को लेकर देर से �कया गया �नण�य सरकार �वारा इस वष� क� �व�ीय सम�याओ ंको ढांपने के काम को और मिु�कल करेगा। भावी कदम : • सरकार ने प�रसंप��य� क� �ब�� के मा�यम से फंड जटुाने का मह�वाकां�ी ल�य तय �कया है इस�लए य�द नी�तगत �व�नवेश का �नण�य �व� वष� के आरंभ म� �लया गया होता तो बेहतर होता। • इतना ह� नह�ं भ�व�य म� �व�नवेश क� ���या अ�धक �यवि�थत होनी चा�हए। नी�तगत और अ�पांश �व�नवेश के �लए कंप�नय� क� सचूी पहले से तयैार रखी जानी चा�हए। इससे बाजार को भी परूा समय �मलेगा और वह बोल� क� तयैार� कर सकेगा। इससे बेहतर म�ूय हा�सल करने म� मदद �मलेगी। • अ�ंतम समय म� बजट ल�य परूा करने क� हड़बड़ी से बचा जाना चा�हए �य��क इससे म�ूयांकन पर बरुा असर पड़ सकता है। • �यय म� कमी के अभाव म� राजकोषीय घाटा ल�य से पार जा सकता है। ऐसे म� �व�नवेश ���या के नतीजे से परे सरकार को अपनी राजकोषीय ि�थ�त का अ�धक बेहतर तर�के से आकलन करना होगा। • य�द �व�नवेश क� ���या का इ�तमेाल खपत �यय क� प�ूत � म� करने के बजाय नई प�रसंप��य� के �नमा�ण म� �कया जाए तो यह अथ��यव�था के �लए कह�ं अ�धक लाभदायक सा�बत होगा। मह�वपणू� त�य :

  • 1. नौसेना अ�यास '�मलन' : • �मलन एक बहुप�ीय नौसेना अ�यास है जो अडंमान और �नकोबार कमान के त�वावधान म� ��ववा�ष�क �प से भारतीय नौसेना �वारा आयोिजत �कया जाता है। • इसम� पेशवेर अ�यास और से�मनार, सामािजक काय��म और खेल आ�द शा�मल है। • �मलान को पहल� बार 1995 म� आयोिजत �कया गया था। भारत स�हत 17 देश� ने 2014 म� इस अ�यास म� भाग �लया और इसे इस आयोजन का सबसे बड़ा सं�करण बना �दया। • �मलान का सबसे हा�लया सं�करण 2018 म� पोट� �लेयर म� आयोिजत �कया गया था। 2. व�कैया ने सांसद� को सदन म� नो�टस और �यवधान उ�प�न करने को लेकर चेतावनी द� : • सद�य रा���य मह�व के �कसी भी म�ुदे को 'श�ूय काल' अथा�त इस समय 12 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच उठा सकत ेह�। • सांसद� को चेतावनी देत ेहुए, रा�यसभा के सभाप�त एम व�कैया नायडू ने कहा �क 'श�ूय काल' के दौरान साव�ज�नक मह�व के म�ुद� को उठाने के �लए सद�य� �वारा �दए गए नो�टस� को र�द कर �दया जाएगा य�द सबुह के स� म� काय�वाह� बा�धत क� जाती है या �थ�गत क� जाती है। • रा�यसभा के सभाप�त ने कहा है �क उन सद�य� के �खलाफ गंभीर कार�वाई क� जाएगी जो अ�य� के आदेश क� अवहेलना करत ेह�। �कसी �वशषे �नयम के तहत चचा� को अनमु�त देना या अ�वीकार करना अ�य� का �वशषेा�धकार था। 3. �व�छता को मौ�लक कत��य बनाने वाला �वधेयक : • एक �नजी सद�य के �वधेयक को हाल ह� म� रा�यसभा म� �थानांत�रत �कया गया था, िजसम� एक बड़ ेपमैाने पर �व�छता आदंोलन म� भाग लेने और �व�छ भारत के संदेश को मौ�लक कत��य के �प म� �वीकृ�त देने के �लए संवधैा�नक संशोधन क� मांग क� गई थी। • नाग�रक� के मौ�लक कत��य� के तहत एक और कत��य जोड़ने के �लए अन�ुछेद 51-A म� संशोधन करने का ��ताव �कया गया था। 4. 28 �नजी �वधेयक लोकसभा म� पेश �कए गए : • सरकार क� संसद�य �णाल� म� �नजी सद�य �बल काय�का�रणी शाखा क� तरफ से काम नह�ं कर रहे �कसी सद�य �वारा ��ततु �वधेयक होता है। • "�नजी सद�य �बल" वे���म��टर �णाल� के अ�धकार �े� म� काम म� �लया जाता है जहाँ "�नजी सद�य" ऐसा कोई भी सांसद हो सकता है जो मं��म�डल (काय�का�रणी) का भाग नह�ं है। • रा��प�त शासन �णाल� म� �वधा�यका से काय�पा�लका के अलगाव के साथ यह अवधारणा भी ख�म हो जाती है �य��क काय�पा�लका काननू नह�ं बना सकती है और �वधेयक� को �यि�तगत �वधायक� (या कभी-कभी लोक��य पहल) �वारा पेश �कया जाता है।

  • 5. �शवांगी के सपन� पर नौसेना �क महुर : • सब लेि�टन�ट �शवांगी 2019 के अतं तक भारतीय नौसेना के �वमान� को आसमान म� उड़ाने वाल� पहल� म�हला के �प म� इ�तहास रच�गी। • 2 �दसंबर से सब लेि�टन�ट �शवांगी नेवी के �लए �फ��ड �वगं �ो�नयर स�व�लांस �लेन उड़ाएंगी। • गौरतलब है �क इसी साल �लाइट लेि�टन�ट भावना कांत भारतीय वायसेुना क� पहल� म�हला पायलट बनी थीं, िज�ह�ने फाइटर जेट उड़ाने के �लए �वा�लफाई �कया था। UPSC �ारं�भक पर��ा के �लए अ�यास ��न : ��न 1. �नजी सद�य� के �वधेयक के संबंध म� �न�न�ल�खत म� से कौन सा कथन सह� है? 1. मं�ी के अलावा �कसी सद�य �वारा पेश �कए गए �कसी भी �वधेयक को �नजी सद�य �वधेयक के �प म� जाना जाता है। 2. �नजी सद�य �वधेयक संसद स� के दौरान श�ुवार को ��ततु �कया जाता है। 3. अभी तक भारत म� कोई भी �नजी सद�य �वधेयक पास नह�ं हुआ है। �वक�प: (a) केवल 1 (b) केवल 2 (c) केवल 1 और 2 (d) 1, 2 और 3 उ�र : c �प�ट�करण : 1952 म� पहल� लोकसभा के बाद से 14 �नजी सद�य �वधेयक काननू बन गए ह�, ले�कन �पछले पाँच दशक� म� कोई �नजी सद�य �वधेयक काननू नह�ं बना। ��न 2. 'श�ूय काल' के संबंध म� �न�न�ल�खत म� से कौन सा कथन सह� है? 1. संसद के दोन� सदन� म�, दोपहर 12 बजे से 1 बजे के बीच ��नकाल के बाद क� अव�ध को श�ूयकाल कहा जाता है। 2. श�ूयकाल संसद�य ���याओ ंके �े� म� भारतीय नवाचार है और 1962 से अि�त�व म� है ले�कन ���या के �नयम� म� इसका उ�लेख नह�ं है। 3. श�ूय घंटे के दौरान �बना पवू� अनमु�त के साव�ज�नक मह�व के म�ुद� के बारे म� ��न पछेू जात ेह�। �वक�प: (a) 1 और 2 (b) 2 और 3 (c) 1, 2 और 3 (d) 1 और 3 उ�र : c

  • �प�ट�करण : �व-�या�या�मक ��न 3. �न�न�ल�खत म� से कौन सा कथन गलत है? 1. तले स�हत ख�नज �धन का भारत के �नया�त म�ूय म� अहम �ह�सा है। 2. तले स�हत ख�नज �धन का भारत के आयात म� अहम �ह�सा है। �वक�प: (a) केवल 1 (b) केवल 2 (c) 1 और 2 दोन� (d) न तो 1 और न ह� 2 उ�र : d �प�ट�करण : �व-�या�या�मक भारत क�चे तले का आयात करता है और पड़ोसी देश� को संसा�धत तले �नया�त करता है। ��न 4. य�द कोई �यि�त सड़क माग� से अगरतला से पणजी क� या�ा कर रहा है, तो रा�य� क� �यनूतम सं�या �या होगी िजसको या�ा के दौरान पास करना होगा? (a) 7 (b) 6 (c) 5 (d) 4 उ�र : a ��परुा, असम, पि�चम बंगाल, उड़ीसा, आ�ं �देश, कना�टक और गोवा

  • UPSC म�ुय पर��ा के �लए अ�यास ��न : ��न 1. भारत म� राजनी�तक फं�डगं म� चनुावी बॉ�ड से जड़ुी �चतंाएँ �या ह�? भारत म� चनुावी फं�डगं के �लए उपय�ुत सधुार� का सझुाव द�। (150 श�द, 10 अकं) ��न 2. भारत जापान रणनी�तक साझदेार� समय के साथ संल�नताओ ंक� बढ़ती गहराई और चौड़ाई के साथ मजबतू हुई है। �ट�पणी कर�। दोन� देश� के बीच ��वप�ीय संबंध� के मह�व पर चचा� कर�। (150 श�द, 10 अकं)