वष म िवान ने ही धरती को नुकसान पंचाया...

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Page 1 of 34 ेस िव 300 वष म िवान ने ही धरती को नुकसान पंचाया सांची िविवालय म आई.आई.टी िदी के ो. िपाठी का िविश ाान ‘बु की िशाओं से ही िवशांित संभव’ सांची बौ-भारतीय ान अयन िविवालय म “िशा और िवचार म ावलंबन” िवषय पर आईआईटी िदी के ोफेसर वीके िपाठी का िविश ाान आ। आई.आई.टी िदी के िफिज़ िवभाग के रटायड ोफे सर िपाठी ने कहा िक िपछले 300 सालों म धरती को सबसे ादा नुकसान िवान ने ही पंचाया है। बु और गांधी के िवचारों से भािवत ो. िपाठी ने कहा िक िवान ने भले ही नए आयाम पैदा िकए, उादन बढ़ाया,ा और संचार बढ़ाया लेिकन िवान की तकनीकों के कारण दो व वॉर और बाद म कई देशों म लाखों लोग मारे गए । एडम जो की िकताब ‘िजनोसाइड’ का हवाला देते ए उोंने कहा िक भारत म अंोज़ों के शासन से पहले अकाल नहीं पड़ता था ोंिक िकसान, मज़दूर के पास नर था। अंेज़ों ने आकर देश के लोगों को वैािनक तकनीक िसखाने के नाम पर बेरोज़गार बना िदया। उोंने कहा िक अंेज़ों के भारत आने से पहले देश म सौहाद था, लोग एक दूसरे के सुख-दुख म खड़े होते थे लेिकन 1857 की ांित के बाद ही अंेज़ों ने देश म िवभाजन के बीज बोने शु कर िदए थे। अपने िविश ाान म गांधीवादी िवचारक ो. िपाठी ने कहा िक देश के 88 ितशत बे िविवालय र तक की पढ़ाई तक पंच ही नहीं पाते। ऐसे म िविवालय म अयन कर रहे छाों को चािहए िक वो अपने ान को उन लोगों तक पंचाने का यास कर िजन तक ान पंचा ही नहीं। ो. वी.के िपाठी ने कहा िक बु ने 2500 साल पहले कहा था िक अगर आपके पास स है तो इसको हिथयार बनाते ए जनिवरोधी काय को रोकने का भरसक यास कर। उोंने कहा िक िहंसा िव म शांित के दूत गौतम बु की िशाओं पर शोध और अयन से भारत िव को शांित का माग िदखा सकता है। ो िपाठी के मुतािबक सभी धम के मूल पर अयन कर अगर साझा िवरासत पर शोध की जाए तो शांित को पुन: थािपत करने के यास हो सकते ह। ो. िपाठी पूरे देश म सावना िमशन चलाते ह और लोगों के बीच गांधीवादी िवचारों को बढ़ाने का यास करते ह। सावना िमशन ेक रिववार को एक ही िदशा के 4-4 गावों तक मोबाइल लाइेरी के माम से पंचते ह और मु म गांव के बों को पढ़ने के िलए पुक भट करते ह। अगले 15 िदनों म टीम दोबारा उसी गांव म पंचती है और पुरानी पुकों के बदले नई पुक पढ़ने के िलए देती है। सांची िविवालय के कीय पुकालय ारा आयोिजत इस िविश ाान म साट अशोक इंजीिनयरंग कॉलेज के ो. के .के पंजाबी ने िविदशा की 81 वष पुरानी सावजिनक लाइेरी का उदाहरण भी िदया जहां मा 200 पए ितमाह पर लोग ानाजन कर रहे ह।

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    �ेस िव���

    300 वष� म� िव�ान न ेही धरती को नकुसान प�चंाया

    सांची िव�िव�ालय म� आई.आई.टी िद�ी के �ो. ि�पाठी का िविश� �ा�ान

    ‘बु� की िश�ाओ ंसे ही िव�शांित संभव’

    सांची बौ�-भारतीय �ान अ�यन िव�िव�ालय म� “िश�ा और िवचार म� �ावलंबन” िवषय पर

    आईआईटी िद�ी के �ोफेसर वीके ि�पाठी का िविश� �ा�ान �आ। आई.आई.टी िद�ी के िफिज़�

    िवभाग के �रटायड� �ोफेसर ि�पाठी ने कहा िक िपछले 300 सालो ंम� धरती को सबसे �ादा नुकसान

    िव�ान ने ही प�ंचाया है। बु� और गांधी के िवचारो ंसे �भािवत �ो. ि�पाठी ने कहा िक िव�ान ने भले ही

    नए आयाम पैदा िकए, उ�ादन बढ़ाया,�ा� और संचार बढ़ाया लेिकन िव�ान की तकनीको ंके कारण

    दो व�� वॉर और बाद म� कई देशो ंम� लाखो ंलोग मारे गए ।

    एडम जो� की िकताब ‘िजनोसाइड’ का हवाला देते �ए उ�ोनें कहा िक भारत म� अं�ोज़ो ं के

    शासन से पहले अकाल नही ंपड़ता था �ोिंक िकसान, मज़दूर के पास �नर था। अं�ेज़ो ंने आकर देश के

    लोगो ंको वै�ािनक तकनीक िसखाने के नाम पर बेरोज़गार बना िदया। उ�ोनें कहा िक अं�ेज़ो ंके भारत

    आने से पहले देश म� सौहाद� था, लोग एक दूसरे के सुख-दुख म� खड़े होते थे लेिकन 1857 की �ांित के

    बाद ही अं�ेज़ो ंने देश म� िवभाजन के बीज बोने शु� कर िदए थे।

    अपने िविश� �ा�ान म� गांधीवादी िवचारक �ो. ि�पाठी ने कहा िक देश के 88 �ितशत ब�े

    िव�िव�ालय �र तक की पढ़ाई तक प�ंच ही नही ंपाते। ऐसे म� िव�िव�ालय म� अ�यन कर रहे छा�ो ं

    को चािहए िक वो अपने �ान को उन लोगो ंतक प�ंचाने का �यास कर� िजन तक �ान प�ंचा ही नही।ं �ो.

    वी.के ि�पाठी ने कहा िक बु� ने 2500 साल पहले कहा था िक अगर आपके पास स� है तो इसको

    हिथयार बनाते �ए जनिवरोधी काय� को रोकने का भरसक �यास कर� । उ�ोनें कहा िक िहंसा�� िव� म�

    शांित के दूत गौतम बु� की िश�ाओ ं पर शोध और अ�यन से भारत िव� को शांित का माग� िदखा

    सकता है। �ो ि�पाठी के मुतािबक सभी धम� के मूल पर अ�यन कर अगर साझा िवरासत पर शोध की

    जाए तो शांित को पुन: �थािपत करने के �यास हो सकते ह�।

    �ो. ि�पाठी पूरे देश म� स�ावना िमशन चलाते ह� और लोगो ंके बीच गांधीवादी िवचारो ंको बढ़ाने

    का �यास करते ह�। स�ावना िमशन ��ेक रिववार को एक ही िदशा के 4-4 गावो ंतक मोबाइल लाइ�ेरी

    के मा�म से प�ंचते ह� और मु� म� गांव के ब�ो ंको पढ़ने के िलए पु�क� भ�ट करते ह�। अगले 15 िदनो ं

    म� टीम दोबारा उसी गांव म� प�ंचती है और पुरानी पु�को ंके बदले नई पु�क� पढ़ने के िलए देती है।

    सांची िव�िव�ालय के क� �ीय पु�कालय �ारा आयोिजत इस िविश� �ा�ान म� स�ाट अशोक

    इंजीिनय�रंग कॉलेज के �ो. के.के पंजाबी ने िविदशा की 81 वष� पुरानी साव�जिनक लाइ�ेरी का उदाहरण

    भी िदया जहां मा� 200 �पए �ितमाह पर लोग �ानाज�न कर रहे ह�।

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    सांची िव�िव�ालय म� वा�षक खले उ�सव

    07-08 फरवरी, 2018 को होगें िविभ� इव�ट

    इस वष� ि�केट को िकया गया वािष�क खेलो ंम� शािमल

    टीटी, बैडिमंटन, वॉलीबॉल, एथलेिट� के इव�ट

    र�ाकशी का भी रोचक मुक़ाबले होगें

    सांची बौ�-भारतीय �ान अ�यन िव�िव�ालय म� दो िदवसीय वािष�क खेलो�व आज से �ारंभ हो

    रहे ह�। आज �ात: 11 बजे सं�ृित िवभाग की सिचव एवं िव�िव�ालय की कुलपित �ीमती रेनू ितवारी

    बारला, रायसेन ��थत िव�िव�ालय खेल मैदान म� इस खेलो�व का शुभारंभ कर�गी। वािष�क खेलो ं के

    अंतग�त इंडोर और आउटडोर खेलो ंके 8 िविभ� इव�ट आयोिजत िकए जा रहे ह�। ि�केट को पहली बार

    िव�िव�ालय के खेलो�व म� स��िलत िकया गया है।

    यह लगातार तीसरा वष� है जब िव�िव�ालय म� सालाना खेलो ंका आयोजन िकया जा रहा है। दो

    िदनो ंतक लगातार टेबल टेिनस, कैरम, शतरंज, बैडिमंटन, वॉलीबॉल, एथलेिट�, ि�केट और र�ाकशी

    के खेल आयोिजत िकए जाएंगे।एम.ए, एम.िफल, पी.एच.डी एवं िड�ोमा पा��मो ं के छा� इस खेल

    उ�व म� स��िलत हो रहे ह�।

    ि�केट म� िव�िव�ालय के सभी िवभागो ंकी टीम� िह�ा ले रही ह�। योग और चीनी िवभाग की

    एक-एक टीम। भारतीय दश�न, िहंदी और अं�ेज़ी िवभागो ं को िमलाकर तीसरी टीम...जबिक सं�ृत,

    वैिदक अ�यन, बौ� अ�यन तथा इंिडयन प�िटंग िवभागो ंको िमलकर चौथी टीम का गठन िकया गया है।

    ि�केट के मुक़ाबले लगातार 2 िदनो ंतक िव�िव�ालय प�रसर के ि�केट मैदान पर चल�गे। हर बार की

    तरह ही सबसे रोचक मुक़ाबले र�ाकशी के होते ह� िजसम� छा�ो ंके अलावा िश�क और कम�चारी भी

    िह�ा लेते ह�।

    िव�िव�ालय की कुलपित �ीमती रेनू ितवारी शुभारंभ अवसर पर सभी छा�-छा�ाओ ंको खेलो ंके

    �ारंभ होने से पहले शपथ भी िदलाएंगी। िपछले वष� की ही तरह इस वष� भी िव�िव�ालय के छा�-

    छा�ाओ ं को आपसी सम�य �थािपत कर टीम वक� तथा �ा� को �ि�गत रखते �ए वािष�क खेल

    आयोिजत िकए गए ह�।

    वािष�क खेलो ंके स�वयक और िव�िव�ालय के सहायक िनदेशक(खेल) �ी िववेक पांडे ने बताया

    िक ��ेक वष� िव�िव�ालय म� एक-एक खेल बढ़ाया जा रहा है और आगामी वष� म� लॉन टैिनस जैसे इव�ट

    भी जोड़े जा सकते ह�।

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    खेल इस �कार आयोिजत िकए जाएंगे-

    �. खेल वग� िसंगल/डबल

    1. टेबल टेिनस छा�/छा�ाएं िसंग�

    2. कैरम छा�/छा�ाएं िसंग�/डब�

    3. चैस छा�/छा�ाएं िसंगल

    4. बैडिमंटन छा�/छा�ाएं िसंग�/डब�

    5. वॉलीबॉल टीम इव�ट टीम इव�ट

    6. एथलेिट� 100 मीटर (��ंट) छा�/छा�ाएं एकल इव�ट

    7. ि�केट िम� वग� टीम इव�ट

    8. र�ाकशी िम� वग� टीम इव�ट

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    सांची िव�िव�ालय के तृतीय वािष�क खेलो ंका शुभारंभ

    कुलपित �ीमती रेनू ितवारी ने बैडिमंटन खेलकर िकया शुभारंभ

    “पु�षो ंसे अिधक मिहलाओ ंको खेलो ंम� भागीदारी करनी चािहए”- कुलपित

    ‘छा�ो ंको सपने ज़�र देखने चािहए’- कुलपित

    खेलो ंसे सुर�ा और आ�बल पैदा होता है- डॉ मेहता

    �थम िदवस शतरंज, कैरम, वॉलीबॉल, टेबल टेिनस और ि�केट के मुकाबले �ए

    र�ाकशी का रोचक खेल रहेगा सबका आकष�ण

    सांची बौ�-भारतीय �ान अ�यन िव�िव�ालय म� तृतीय वािष�क खेलो ं के पहले िदन कैरम,

    शतरंज, टेबल टेिनस और वॉलीबॉल के मुकाबले �ए। सं�ृित िवभाग की सिचव तथा िव�िव�ालय की

    कुलपित �ीमती रेनू ितवारी ने वािष�क खेलो ंका शुभारंभ �खलािड़यो ंको शपथ एवं बेडिमंटन खेलकर की।

    कुलपित �ीमती रेनू ितवारी ने अपने अ��ीय भाषण के ज़�रए छा�ो ंम� जोश भर िदया। उ�ोने

    कहा िक छा� के जीवन म� पढ़ने से �ादा खेल ज़�री ह�, �ोिंक पढ़ाई करने से िसफ� बौ��क िवकास

    होता है जबिक खेलो ं से संपूण� िवकास होता है। �ीमित ितवारी ने छा�ो ं से �ादा छा�ाओ ंको खेलो ंम�

    िह�ा लेने की वकालत करते �ए तक� िदया िक मज़बूत देश के िलए आव�क है िक उसकी 50 �ितशत

    मिहला आबादी भी सश� और मज़बूत हो।

    िव�िव�ालय के छा�ो ंसे कुलपित महोदया ने कहा िक वे सपने ज़�र देख� और उ�� पूरा करने

    के िलए अपनी पूरी ताकत लगा द�। �ीमती रेनू ितवारी ने का िक छा� डट कर अपनी पढ़ाई भी कर� और

    देश के अ�े नाग�रक बन� �ोिंक अगर पढ़ाई-िलखाई करने के बाद भी ��� के अंदर तमीज़, मू�

    और अनुशासन नही ंआ पाए तो उनका पढ़ना बेकार है। डीन डॉ. नवीन मेहता ने कहा िक खेलो ंसे सुर�ा

    और आ�बल है इसिलए हर छा� को चािहए िक वो मैदान पर जमकर खेले।

    पहले िदन िविभ� िवभागो ंके छा�ो ंके बीच शतरंज, कैरम, वॉलीबॉल, टेबल टेिनस और ि�केट के

    मुक़ाबले आयोिजत िकए गए। छा�ो ंके शतरंज के मुक़ाबले म� चीनी भाषा िवभाग के आिद� ने वैिदक

    िवभाग के िनितन कुमार को हराया जबिक योग िवभाग के मोिहत को�ा ने भारतीय दश�न िवभाग के िवनय

    ितवारी को हराया।

    छा�ाओ ंके चेस मुकाबलो ंम� अं�ेज़ी िवभाग की छा�ा मु�ान सोलंकी ने चीनी भाषा िवभाग की

    िनिध को हराया वही ंवैिदक िवभाग की दूसरी छा�ा �ेता योग िवभाग की छा�ा न�ता चौहान से हार गईं।

    शतरंज के कल सेमीफाइनल और फाइनल मुक़ाबले होगें। छा� वग� म� कैरम डब� के

    नॉकआउट मुकाबलो ंम� चीनी िवभाग के नानो िसंह और मायारशंग की जोड़ी ने िहंदी और भारतीय दश�न

    िवभाग के छा�ो ंअशोक तथा �मोद की जोड़ी को हरा िदया। दूसरे डब� मुकाबले म� भारतीय िच�कला

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    और वैिदक िवभाग के सौरभ मंडल और दीपक आय� की टीम ने योग िवभाग के िशवांश और �शांत की

    टीम को हरा िदया।

    छा�ाओ ंके कैरम के डब� मुक़ाबलो ंम� योग िवभाग की आकां�ा और �ेता की जोड़ी ने अं�ेज़ी

    िवभाग की छा�ाओ ं सुरिभ राठौर और सौ�ा ितवारी की जोड़ी को हरा िदया। दूसरे मुकाबले म� चीनी

    भाषा िवभाग की िनिध और अंशू की जोड़ी ने योग िवभाग की मेघा और नेहा की जोड़ी को अपने आगे

    िटकने न िदया।

    कैरम के िम� डब� मुकाबलो ंम� योग िवभाग के �शांत और न�ता की जोड़ी ने िहंदी और

    अं�ेज़ी िवभाग के रजत शमा� और सौ�ा ितवारी की जोड़ी को हरा िदया। भारतीय दश�न के छा� सौरभ

    और योग िवभाग की आकां�ा की जोड़ी ने चीनी भाषा िवभाग के रा�ल और अंशू की जोड़ी को हरा कर

    मुकाबला जीता। तीनो ंही वग� म� कैरम के कल फाइनल मुकाबले होगें।

    छा�ो ंके टेिबल टेिनस के एकल मुकाबले म� संयु� टीम के आिमर अहमद खान ने चीनी भाषा के

    छा� र�� रंजन को हराया जबिक दूसरे मुकाबले म� योग िवभाग के आयुष आचाय� ने सं�ृत िवभाग के

    अिवनाश को हरा िदया।

    छा�ाओ ं के टेिबल टेिनस के एकल मुकाबलो ं म� संयु� टीम की छा�ा नताशा ने चीनी भाषा

    िवभाग की िसमरन को और दूसरे मुकाबले म� योग िवभाग की मीना ने सं�ृत िवभाग की �ेता को हराया।

    कल टेिबल टेिनस के सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले होगें।

    टीम इव�ट म� पहले िदन वॉलीबॉल के दो मुकाबले �ए। सं�ृत िवभाग की टीम ने संयु� टीम को

    हरा िदया जबिक दूसरे मुकाबले म� चीनी भाषा की टीम ने रोचक मुकाबले म� योग िवभाग की टीम को

    हराया। पहले िदन ि�केट का एक मा� मैच चीनी भाषा और सं�ृत भाषा की टीमो ंके म� खेला गया।

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    सांची िव�िव�ालय का खेल च�िपयन बना चीनी भाषा िवभाग

    ि�केट, वॉलीबॉल, बैडिमंटन, कैरम और र�ाकशी पर िकया क�ा

    िव�िव�ालय के तृतीय वािष�क खेलो ंका समापन

    कैरम के छा�ाओ ंवग� के डब� म� जीती चीनी भाषा िवभाग टीम

    सांची बौ�-भारतीय �ान अ�यन िव�िव�ालय के तृतीय वािष�क खेल महो�व म� चीनी भाषा

    िवभाग ओवरऑल च�िपयन रहा। टीम इव�ट्स के ि�केट, वॉलीबॉल और र�ाकशी, कैरम और बैडिमंटन

    डब� के मुकाबलो ंपर चीनी भाषा िवभाग ने जीत दज� की। चीनी भाषा िवभाग के �खलािड़यो ंका अ�

    एकल एवं डबल मुकाबलो ंम� भी दबदबा रहा। छा�ो ंके वग� म� एथलेिट� की �ितयोिगता भी चीनी भाषा

    िवभाग के �खलािड़यो ं ने जीती। कैरम के छा�ाओ ंके डब� मुकाबले पर भी चीनी िवभाग की छा�ाओ ं

    िनिध और अंशू ने जीता।

    दूसरे और अंितम िदन कैरम, चैस, टेबल टेिनस, वॉलीबॉल और ि�केट के सेमीफाइनल और

    फाइनल मुकाबले खेले गए। सुबह सबसे पहले योग िवभाग और कॉमन टीम के बीच ि�केट का

    सेमीफाइनल खेला गया िजसम� योग िवभाग की टीम ने रोचक मुकाबले म� कॉमन टीम को एक रन से हरा

    िदया। आ�खरी ग�द पर कॉमन टीम को जीत के िलए 2 रनो ं की ज़�रत थी लेिकन कॉमन टीम के

    ब�ेबाज़ बॉल बीट कर गए।

    सेमीफाइनल मुकाबले म� जीतने वाली योग िवभाग की टीम का फाइनल मुकाबला चीनी भाषा

    िवभाग की टीम से �आ। योग िवभाग की टीम 8 ओवर के इस मैच म� 6 िवकेट खोकर मा� 54 रनो ंका

    ल� ही खड़ा कर सकी। दूसरी ब�ेबाज़ी करने उतरी चीनी भाषा की टीम ने आसानी से मा� 2 िवकेट

    खोकर चौथे ओवर म� ही अपना ल� हािसल कर िलया।

    शतरंज के मुकाबलो ंम� छा�ो ं के वग� म� च�िपयन रहे योग िवभाग के मोिहत को�ा उ�ोनें फाइनल

    म� चीनी भाषा िवभाग के आिद� ितवारी को हराया। छा�ाओ ंके शतरंज के मुकाबले म� योग िवभाग की

    न�ता ने अं�ज़ी िवभाग की मु�ान सोलंकी को हराकर �खताब जीता।

    वॉलीबॉल का मुकाबला जीता चीनी भाषा िवभाग की टीम ने। पांच मैचो ं के फाइन� म� चीनी

    भाषा िवभाग की टीम ने कॉमन टीम को 3 मैचो ंम� हराया। एथलेिट� 100 मीटर के छा�ो ंऔर छा�ाओ ं

    के मुक़ाबले म� छा�ाओ ंकी ��ंट को योग िवभाग की �ोित ने जीता। छा�ो ंकी 100 मीटर दौड़ को जीता

    चीनी भाषा िवभाग के अजय ने, दूसरा �थान हािसल िकया योग िवभाग के रंजीत ने, तीसरे नंबर पर रहे

    इंिडयन प�िटंग िवभाग के �तीक।

    सबसे रोमांचक मुकाबला �आ र�ाकशी का। र�ाकशी म� चार टीमो ं ने िह�ा िलया। चीनी

    भाषा िवभाग की टीम ने फाइनल मुकाबला जीता। सभी टीमो ंम� 7 छा� और एक छा�ा रखी गई थी।ं

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    बैडिमंटन के छा�ा वग� के िसंग� मुकाबले को जीता योग िवभाग की मेघा ने। मेघा ने कॉमन

    टीम की सुनीता को हराया। जबिक छा�ा वग� के ही युगल मुकाबलो ंम� च�िपयन रही अं�ेज़ी िवभाग की

    टीम। नताशा और मु�ान की जोड़ी ने चीनी भाषा िवभाग की जोड़ी िनिध और पु�लता को हराया।

    बैडिमंटन के छा�ो ंके िसंग� मुक़ाबले म� बौ� अ�यन िवभाग के ली िदन ने योग िवभाग के सूरज को

    हराकर च�िपयनिशप पर क�ा िकया। और छा�ो ंके बैडिमंटन डब� मुकाबलो ंम� चीनी भाषा िवभाग की

    टीम के आिद� और रंजन ने कॉमन िवभाग की टीम के आिमर अहमद और िवनय की जोड़ी को हराया।

    टेिबल टेिनस के छा�ो ंके वग� के च�िपयन रहे अं�ेजी िवभाग के आिमर अहमद खान। आिमर ने

    योग िवभाग के छा�ा आयुष को हराया। जबिक टेबल टेिनस के छा�ाओ ंके वग� म� अं�ेज़ी िवभाग की छा�ा

    नताशा ने योग िवभाग की मीना को हराकर �खताब पर क�ा िकया।

    कैरम के छा�ो ंके डब� मुकाबलो ंम� चीनी भाषा िवभाग की नानाओ िसंह और टी मायारसंग की

    जोड़ी ने कॉमन टीम ने सौरव मंडल और भंते लखपाल की टीम को हराया। छा�ाओ ंके कैरम के डब�

    मुक़ाबलो ंम� चीनी भाषा िवभाग की छा�ाओ ंिनिध और अंशू ने जीता। उ�ोनें भारतीय िच�कारी िवभाग की

    �ेता और आकां�ा की जोड़ी को हराया। कैरम के िम� मुकाबलो ंम� इंिडयन प�िटंग िवभाक के सौरव

    और आकां�ा की जोड़ी ने योग िवभाग के �शांत और न�ता की जोड़ी को हराया।

    सांची िव�िव�ालय के तीसरे वािष�क खेलो ंके समापन समारोह म� कुलसिचव �ी अिदित कुमार ि�पाठी ने िवजेता �खलािडयो ंएवं टीमो ंको पुर�ृत िकया। उ�ोने कहा िक खेलो ंसे ���� िवकास होता है और अ�यन

    के साथ खुद को ��थ रखने म� खेल ब�त सहायक है। उ�ोने कहा िक खेलो ं से �ूित� िमलती है जो िक हम�

    अ�यन के दौरान �ान क� ि�त करने म� सहायक होती है। काय��म म� सहायक िनदेशक खेल �ी िववेक पांडे ने

    सबका ध�वाद �ािपत िकया।

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    सांची िव�िव�ालय म� जैिवक प�ित से उगाए फूलो ंसे

    महके बाग “ज़हर नही ंदवा है पौधो ंके िलए जैिवक खेती”-कृपाल िसंह वमा�

    जैिवक प�ित के कारण सूरजमुखी का 6-8 फीट ऊंचा पौधा

    खरपतवार, घास-फूस को सड़ा कर बनाई खाद

    जैिवक खेती के कारण आ रहे ह� िवलु� प�ी और कीट

    सांची बौ�-भारतीय �ान अ�यन िव�िव�ालय म� ऑग�िनक प�ित से उगाए गए फूलो ंकी बहार

    है। आग�िनक (जैिवक) प�ित से �ीट सु�ान, लाइने�रया, रैड कैिलफोिन�या पॉपी, आइसल�ड पॉपी,

    ला�र, कैल��ूला, �ार �ा�, डाग �ावर, होली हॉक, आक� पोिटस, प�जी, क� डीट�, सूरजमुखी

    जैसी �जाितयो ंके सजावटी फूलो ंको उगाया गया है।

    िव�िव�ालय के जैिवक उ�ान म� बगैर रासायिनक दवाओ ंका �योग कर फूलो ंऔर अ� पौधो ं

    को लगाया गया है। जैिवक प�ित म� रसायन और कीटनाशक नही ं डाले गए ब�� खरपतवार और

    जैिवक कचरे को सड़ाकर बाग की जमीन तैयार की गयी है। िव�िव�ालय म� फूलो ंके अलावा जंगली फूलो ं

    को भी संरि�त िकया गया ह�, िजनम� कई जंगली फूल सजावटी ह�।

    सांची िव�िव�ालय के उ�ािनकी िवभाग के सहायक िनदेशक �ी कृपाल िसंह वमा� ने बताया िक

    िव�िव�ालय के उ�ान म� भूिम पर खरपतवार, घास-फूस के अवशेषो ं को अपघिटत(सड़ा) कर सबसे

    पहले खाद बनाई गई। पौधे को पोषण �दान करने के मकसद से सरसो,ं अलसी, नीम, कपास, मंूगफली

    की खली डाली गई िजससे सूरजमुखी के पौधे 6 से 8 फीट ऊंचे �ए ह�।

    �ी वमा� के अनुसार पौधो ंकी सुर�ा के िलए िविभ� �कार के पेड़ पौधो ंकी पि�यो,ं नीम, करंज,

    आंकड़ा आिद की पि�यो ंके �रस का समय-समय पर पौधो ंपर िछड़काव िकया गया। नीम के तेल को

    पौधो ंपर िछड़का गया। जैिवक प�ित के कारण ज़मीन म� क� चुए और फूलो ंपर रस लेने के िलए िततिलयां

    और कीट आते ह� जो िक �कृित के िलए लाभदायक ह�। साथ ही िव�िव�ालय �ांगण म� िविभ� �कार की

    िवलु� हो रहे प�ी भी लगातार आ रहे ह�।

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    नागाल�ड के छा�ो ंने िकया सांची िव�िव�ालय का �मण

    सांची िव�िव�ालय के छा�ो ंसे िकया संवाद

    िव�िव�ालय के िवदेशी छा�ो ंसे भी की बातचीत

    म� �देश के �मण पर ह� नागाल�ड छा�ो ंकी टीम

    नागाल�ड के िविभ� पॉलीटे��को ंका है यह छा� दल

    �देश की सं�ृित और इितहास के िवषय म� जाना

    नागाल�ड के 12 छा�ो ंने आज सांची बौ�-भारतीय �ान अ�यन िव�िव�ालय का �मण िकया।

    एक भारत-�े� भारत अिभयान के तहत ये छा� 25 से 28 फरवरी तक म� �देश के �मण पर ह�। उ�र

    पूव� रा� के इन छा�ो ंको �देश के ऐितहािसक व पय�टन �थलो ंके साथ-साथ शै�िणक सं�थानो ंम� ले

    जाया जा रहा है। इसी कड़ी म� नागाल�ड के िविभ� पॉलीटे��को ंसे चयिनत ये 12 छा� और दो �ा�ापक

    सांची िव�िव�ालय प�ंचे थे।

    इन छा�ो ंने सांची िव�िव�ालय के छा�-छा�ाओ ंके साथ संवाद िकया और एक दूसरे की सं�ृित

    के बारे म� जाना। ये छा� पॉलीटे��क के िविभ� िवभागो ंम� पढ़ाई करते ह�। इनम� िसिवल इंजीिनय�रंग,

    फूड टे�ोलॉजी, कं�ूटर साइंस इ�ािद िवषय म� पढ़ाई करने वाले छा� ह�। कं�ूटर साइंस िवभाग के

    छा� Jessi(जेसी)ने बताया िक नागाल�ड म� दरअसल 16 िविभ� जनजाितयां रहती ह�। इन सभी की अपनी

    भाषा और अपनी सं�ृित है। िज�� मूल �प से नागा जनजाित(Naga Tribes) के नाम से जाना जाता है।

    सांची िव�िव�ालय के चीनी भाषा िवभाग म� पढ़ाई कर रहे ITBP (भारतीय ित�त सीमा पुिलस) के जवान

    टी मयारसंग ने िव�िव�ालय के बारे म� नागाल�ड छा�ो ंको बताया। टी मयारसंग िमज़ोरम के रहने वाले ह�

    और वे भी नागा जनजाित से ह�।

    सांची िव�िव�ालय म� नागाल�ड के इन छा�ो ं का �ागत अिध�ाता डॉ नवीन मेहता ने िकया।

    नागाल�ड के इन छा�ो ं ने िव�िव�ालय की क� �ीय लाइ�ेरी म� भी कुछ समय िबताया। इन छा�ो ंकी �िच

    सं�ृत, बौ� दश�न के िवषय की िकताबो ंम� िदखाई दे रही थी। छा�ो ंने इन िवषयो ंकी पु�को ंम� िज�ासा

    �दिश�त की। इन सभी ने काफी खुलकर सांची िव�िव�ालय के छा�ो ंसे बातचीत की और म� �देश की

    सं�ृित तथा सांची िव�िव�ालय के पा��मो ंके िवषय म� जानकारी ली।

    नागाल�ड के छा�ो ंऔर िश�को ंने सांची िव�िव�ालय के उ�ान के �मण िकया और फूलो ंसे भरे

    बाग का आनंद उठाया और िव�िव�ालय क� पस म� लगे बेर के पेड़ो ंसे ख�े-मीठे बेर तोड़कर भी खाए।

    िव�िव�ालय म� पढ़ाई कर रहे िवएतनाम, थाइल�ड, नेपाल और अ� देशो ं के िवदेशी छा�ो ं के साथ भी

    बातचीत कीऔर िव�िव�ालय के िविभ� पा��मो ंके बारे म� उ�ुकता से जानकारी ली।

    नागाल�ड के इन छा�ो ं को म� �देश सरकार के िवशेष अितिथयो ं की तरह राजीव गांधी

    �ौ�ोिगकी िव�िव�ालय म� ठहराया गया है। िव�िव�ालय के �मण के बाद इन छा�ो ंको सांची �ूप भी ले

    जाया गया। नागाल�ड के इन छा�ो ंने संवाद के दौरान बताया िक भोपाल के बड़े तालाब म� �ूज़ की राइड

    के दौरान इन लोगो ंने जमकर म�ी की।

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