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भारत सरकार इःपात मंऽालय का िनकष बजट 2012-13

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  • भारत सरकार

    इःपात मऽंालय

    का

    िनंकषर् बजट

    2012-13

  • िवषय-सचूी

    अध्याय सं. िवषय पषृ्ठ सं. I. िनंपादन सारांश I-III ूःतावना 1-8 1. कायर् 1 2. कायर्बम 1-2 3. संगठन 2 4. सरकारी के्षऽ के उपबम 2-8 5. मंऽालय का िरजल्ट ृेमवकर् डाक्यमूेंट (आरफडी) 2012-13 8

    II. िनंकषर् बजट (2012-2013 - ूमुख ःकीमें 9-26 III. सुधार उपाय और नीितगत पहल 27-47

    1. भारतीय इःपात के्षऽ का उदारीकरण 27-29 2 नई राष्टर्ीय इःपात नीित 29 3 इःपात मंऽालय द्वारा की गई ूमुख पहल 29-45 4 पयार्वरण ूबंधन और ूदषण िनयऽंण ू 45-46 5 सुरक्षा उपाय 46-47 6 आंकड़ों के संमहण और जानकारी का ूचार-ूसार करने के िलए सःंथागत ढ़ांचा 48 7 नीितगत पहलों से िनंकषर् बजट की संगतता 48

    IV. िपछले िनंपादन की समीक्षा-िनंकषर् बजट 2011-12 49-61 V. िवत्तीय समीक्षा 62-74 1. वषर् 2012-2013 में िनिध की कुल आवँयकता 62 2. वाःतिवक व्यय -2009-10 से 2011-12 (िदसम्बर, 2011 तक) 62 3. गैर-योजना व्यय 63-64 4. योजना व्यय 64 5. आर एंड डी ःकीम का सार 65 6. वषर् 2012-13 (बजट अनुमान) के वािषर्क योजना पिरव्यय 65-69 7. 11वीं पंचवषीर्य योजना 2007-2012 पिरव्यय (अनुमोिदत) और वाःतिवक खचर्,

    िनधार्िरत लआय 69-70

    8. 11वीं पंचवषीर्य योजना में सकल बजटीय सहायता (जीबीएस) पिरव्यय का वषर्-वार िवशे्लषण

    70-72

    9. 11वीं पंचवषीर्य योजना (2007-12) के वषर् 2010-11 और 2011-12 (िदसंबर, 2011 तक) के दौरान योजना पिरव्यय और वाःतिवक व्यय

    72-73

    10. बकाया समुपयोजन ूमाण पऽों की िःथित 73 VI. इःपात मंऽालय के िनयंऽणाधीन सावर्जिनक के्षऽ उपबमों का वाःतिवक एवं िवत्तीय

    कायर् िनंपादन 74-85

  • िनंपादन सारांश

    इःपात मऽंालय के िनंपादन बजट मऽंालय की िविशष्ट भिूमका और उदे्दँयों की पूितर् हेतु तैयार िकए गए कायर्बमों, पिरयोजनाओं और गितिविधयों तथा इःपात मऽंालय तथा मऽंालय के ूशासिनक िनयंऽणाधीन सरकारी के्षऽ के उपबमों द्वारा कायार्िन्वत ूमखु योजनाओं/कायर्बमों के िनंकषर् पर ूकाश डालता है। इस दःतावेज में िपछले वषोर्ं के िलए वाःतिवक और िवत्तीय लआयों, उपलिब्धयों और चाल ूवषर् 2012-2013 के िलए अनुमानों का िववरण भी िदया गया है।

    अध्याय-I में इःपात मऽंालय के सगंठनात्मक ढांचे और उदे्दँयों, मखु्य कायर्बमों के वगीर्करण और इनसे सम्बद्ध कायार्न्वयन एजेंिसयों की सिंक्षप्त जानकारी दी गई है। इस अध्याय में वषर् 2011-2012 के िलए मऽंालय के िरजल्ट ृेमवकर् डाक्यूमेंट (आर एफ डी) का कायार्न्वयन भी शािमल है जो कैिबनेट सिचवालय की वेबसाइट (www.performance.gov.in) पर उपलब्ध है।

    अध्याय-II में मऽंालय के िनयंऽणाधीन सरकारी के्षऽ के उपबमों द्वारा कायार्िन्वत ूमखु योजनाओं/कायर्बमों के सबंंध में पिरव्यय तथा िनंकषोर्ं/लआयों का िववरण िदया गया है। चूंिक सरकारी के्षऽ के उपबमों की योजनाएं/पिरयोजनाए ं बहत अिधक हैं तथा ूकृित में ुिभन्न-िभन्न हैं और अिधकांशत: उनके िदन-ूितिदन के ूचालनों से सबंंिधत हैं, अत: 50 करोड़ रूपए और इससे अिधक अनुमािनत/मजंरू लागत वाली केवल ूमखु योजनाओं को ही इस िववरण में शािमल िकया गया है। वषर् 2012-2013 के िलए ऐसी 51 ूमखु योजनाओं, को िनंकषर् बजट में शािमल िकया गया है। ये 48 योजनागत योजनाओ ंको ःटील अथॉिरटी ऑफ इंिडया िलिमटेड (13 योजनाएं), राष्टर्ीय इःपात िनगम िलिमटेड (22 योजनाएं), केआईओसीएल (7 योजनाएं) और एनएमडीसी िल. (4 योजनाएं) और मैंगनीज ओर इंिडया िल. (2 योजनाएं) द्वारा बमश: कायार्िन्वत िकया जा रहा है और इन योजनाओ ंपर होने वाले पूरे व्यय की पूितर् सबंंिधत उपबमों के आंतिरक तथा अितिरक्त बजटीय ससंाधनों (आई एंड ईबीआर) से की जाएगी। लोहा एवं इःपात के्षऽ में अनुसधंान एवं िवकास को बढ़ावा देने के िलए 3 योजनाओ को योजना बजटीय सहायता से कायार्िन्वत की जा रही हैं। इन 51 ूमखु योजनाओं के सबंंध में अनुमािनत/मजंरू लागत, वषर् 2012-2013 के िलए पिरव्यय, ूिबयाओं/टाइमलाइन्स, जोिखम घटकों, अनुमािनत वाःतिवक उत्पादन तथा अनुमािनत िनंकषर् इस िववरण में िदए गए हैं।

    अध्याय-III में इःपात मऽंालय द्वारा िकए गए सधुारात्मक उपायों और नीितपरक पहलों का िववरण िदया गया है। इस अध्याय में सरकार द्वारा भारतीय लोहा और इःपात के्षऽ के

  • िवकास के िलए उदारीकरण के बाद िकए गए महत्वपूणर् नीितपरक उपायों का ब्यौरा िदया गया है। इस सबंंध में इःपात मऽंालय द्वारा की गई एक महत्वूपणर् नीितपरक पहल राष्टर्ीय इःपात नीित (एनएसपी), 2005 की घोषणा है। राष्टर्ीय इःपात नीित का दीघर्कािलक लआय घरेल ूइःपात उद्योग को िविवधीकृत इःपात मांग को पूरा करने वाला िवश्वःतरीय मानकों का आधुिनक तथा क्षमतावान इःपात उद्योग बनाना है। इस नीित में न केवल लागत, गणुवत्ता तथा उत्पाद िमौ की दृिष्ट से अिपतु दक्षता तथा उत्पादकता के वैिश्वक मानकों की दृिष्ट से भी वैिश्वक ूितःपधार्त्मकता हािसल करने पर जोर िदया गया है। इस अध्याय में उन ूमखु के्षऽों पर ूकाश डाला गया है िजनके सबंंध में भारत को लोहा और इःपात के्षऽ में अतंरार्ष्टर्ीय ःतर पर ूितःपधार्त्मक बनाने के िलए सहायक उपाय िकए जाने/नीितयां बनाए जाने की जरूरत है। अध्याय-IV में इःपात मऽंालय के िनंकषर् बजट, 2011-2012 में दशार्ए गए अनुमािनत िनंकषोर्/लआयों के सबंंध में सरकारी के्षऽ के उपबमों की 50 करोड़ रूपए अथवा इससे अिधक की अनुमािनत/मजंरू लागत वाली ूमखु योजनाओं तथा पिरयोजनाओं के िनंपादन की समीक्षा की गई है। िनंकषर् बजट 2011-2012 में शािमल 40 ूमखु योजना ः कीमों के सबंंध में अनुमोिदत पिरव्यय तथा अनुमािनत िनंकषोर्ं की तुलना में िकए गए वाःतिवक व्यय और योजनाओं की वाःतिवक उपलिब्धयों को देखते हए इन योजनाओं के अिभूेत ुिनंकषर् की तुलना में वाःतिवक उपलिब्धयों (31 िदसम्बर, 2011 तक) को दशार्या गया है। योजनाएं सेल, आरआईएनएल, एनएमडीसी िलिमडेड, केआईओसीएल िलिमटेड, मॉयल और एक ःकीम इःपात मऽंालय से सबंंिधत हैं।

    अध्याय-V में इःपात मऽंालय तथा इसके अधीनःथ कायार्लयों और इसके ूशासिनक िनयऽंणाधीन सरकारी के्षऽ के उपबमों/सगंठनों के िवत्तीय पिरव्यय तथा िवत्तीय आवँयकताओं का ब्यौरा िदया गया है। बजट अनुमान 2011-12 में 117.71 करोड़ रूपए तथा सशंोिधत अनुमान 2011-12 में 241.89 करोड़ रूपए के बजटीय ूावधान (कुल) की तुलना में बजट अनुमान 2012-2013 में इःपात मऽंालय के िलए मांग सखं्या-92 के तहत 121.89 करोड़ रूपए का ूावधान िकया गया है। बजट अनुमान 2011-12 में मऽंालय के 21102.71 करोड़ रूपए के वािषर्क योजना पिरव्यय (आई एंड ईबीआर: 21062.71 करोड़ रूपए तथा योजना बजटीय सहायता: 40.00 करोड़ रूपए) को बढ़ाकर बजट अनुमान 2012-2013 में 21802.00 करोड़ रूपए (आई एंड ईबीआर: 21756.00 करोड़ रूपए तथा योजना बजटीय सहायता: 46.00 करोड़ रूपए) कर िदया गया है। सेल के इःपात सयंंऽों अथार्त िभलाई इःपात सयंऽं (4717 करोड़ रूपए), राउरकेला इःपात सयंंऽ (3400 करोड़ रूपए), इःको इःपात सयंंऽ (2615 करोड़ रूपए), दगार्पुर इःपात सयंंऽ ु (1215 करोड़ रूपए), बोकारो इःपात सयंंऽ (1980 करोड़ रूपए) सेलम इःपात सयंंऽ (75 करोड़ रूपए) के िवःतार के िलए और आरआईएनएल, िवजाग इःपात सयंंऽ के क्षमता िवःतार के िलए 800 करोड़ रूपए के

  • पिरव्यय सिहत 2012-2013 के िलए पयार्प्त योजना पिरव्यय रखा गया है। िवत्तीय वषर् 2012-13 सिहत हाल ही के वषोर्ं (2011-12) में बजट अनुमान/सशंोिधत अनुमान की तुलना में व्यय के समम रुख के सबंंध में सरकारी के्षऽ के उपबमों द्वारा बकाया उपयोग ूमाण पऽों तथा उनके पास व्यय नहीं िकए गए शेष की िःथित भी इस अध्याय में दशार्ई गई है। अध्याय-VI में इःपात मऽंालय के ूशासिनक िनयऽंणाधीन सरकारी के्षऽ के उपबमों के िपछले 3 वषोर्ं और िवत्तीय वषर् 2011-12 (31 िदसम्बर, 2011 तक) के वाःतिवक तथा िवत्तीय िनंपादन और 2012-2013 (बजट अनुमान) के िलए अनुमानों से सबंंिधत जानकारी उपलब्ध करवाई गई है।

    सरकारी के्षऽ के उपबमों की ूमखु योजनाओं/पिरयोजनाओ ं के िलए िनिधयों की व्यवःथा अिधकांशत: उनके आंतिरक तथा अितिरक्त बजटीय ससंाधनों (आई एंड ईबीआर) से की जा रही है और सबंंिधत सरकारी के्षऽ के उपबमों की आंतिरक तकनीकी सिमित द्वारा इनका वाःतिवक और िवत्तीय तौर पर िनयिमत रूप से ूबोधन िकया जा रहा है। िनदेशक मडंल द्वारा इन योजनाओं/पिरयोजनाओं की आविधक रूप से समीक्षा के अलावा मऽंालय द्वारा इनकी ूगित की िनयिमत समीक्षा की जाती है। ूबोधन तथा मलू्यांकन तंऽ यह सिुनिश्चत करने के िलए है िक योजनाओं/पिरयोजनाओं की वाःतिवक उपलिब्धयां िनंकषर् बजट 2012-2013 में अनुमािनत िनंकषोर्ं से मेल खाती हों।

  • अध्याय - I

    ूःतावना

    1. कायर् इःपात मऽंालय के मखु्य कायर् इस ूकार हैं: (क) लोहा और इःपात तथा फैरो-िमौ के उत्पादन, िवतरण, आयात और िनयार्त से

    सबंंिधत नीितयां बनाना; (ख) लोहा और इःपात उत्पादन सिुवधाओ ंकी ःथापना के िलए आयोजना, िवकास और

    सिुवधा ूदान करना। (ग) सरकारी के्षऽ में लौह अयःक खानों तथा लोहा और इःपात उद्योग के उपयोग में आने

    वाली अन्य लौह अयःक खानों का िवकास; और (घ) सरकारी के्षऽ के उपबमों और उनकी सहायक कंपिनयों के िनंपादन का िनरीक्षण करना। 2. कायर्बम 2.1 इःपात मऽंालय के मखु्य कायर्बम िनम्निलिखत हैं :- i( ) लोहा और इःपात उद्योग

    (क) उत्पादन, आयात और िनयार्त; (ख) शुल्क तथा मलू्य िनधार्रण; (ग) अनुसधंान तथा ूिशक्षण; (घ) िनमार्ण कायर्; और (ड.) तकनीकी तथा परामशीर् सेवाएं

    i i( ) खान और खिनज:

    (क) लौह अयःक; (ख) मैंगनीज अयःक; और

    (ग) बोमाइट अयःक

  • 2.2 इःपात मऽंालय - इःपात उद्योग के िवकास के िलए मददकतार्

    इःपात मऽंालय से भारत में इःपात के्षऽ के सवु्यविःथत एवं एकीकृत उत्थान के िलए िनणार्यक भिूमका िनभाने की उम्मीद की जाती है। इःपात एक महत्वपूणर् के्षऽ होने के कारण सकल घरेल ू उत्पाद विृद्ध के ःतर को ूाप्त करने के िलए इःपात के्षऽ का सतत ् उत्थान पूवार्पेिक्षत है। इःपात उद्योग का अथर्व्यवःथा के अन्य के्षऽों के साथ अमगामी एवं पश्चगामी सम्बन्ध हैं अत: इसकी अपनी ःवय ंकी िवकास पद्धित अथर्व्यवःथा के अन्य के्षऽों िवशेषकर अवसरंचना िवकास, िरयल एःटेट् स, ऑटो मोबाइल/ऑटो कम्पोनेट् स इत्यािद से ूभािवत होती है। घरेल ूइःपात के्षऽ िजस माहौल में काम करता है उसके िलए इःपात मऽंालय द्वारा एक ूोत्साहन की भिूमका िवशेषतया एक सुिवधादाता की भिूमका िनभाने की अपेक्षा की जाती है तािक कच्चे माल की उपलब्धता, अवसंरचना िवकास जसैी अड़चनों को दर िकया जा सके तथा सरकार के अन्य सबंंिधत मऽंालयों और िवभागोंू से िवचार-िवमशर् कर उपयुक्त नीित बनाना तथा उनका िबयान्वयन शािमल है।

    3. संगठन

    इःपात मऽंालय का नेततृ्व केन् िीय इः पात मऽंी द्वारा िकया जाता है। इनकी सहायता

    के िलए एक सिचव, भारत सरकार, एक िवशेष सिचव एव ंिवत्तीय सलाहकार, भारत सरकार, एक मखु्य लेखा िनयंऽक, चार सयंकु्त सिचव, एक आिथर्क सलाहकार, तीन िनदेशक, चार उप सिचव तथा अन्य अिधकारी एवं सहायक कमर्चारी कायर्रत हैं। लोहा और इःपात उद्योग से सबंंिधत मामलों को तकनीकी दृिष्ट से देखने के िलए अलग से एक तकनीकी ःकंध है िजसके ूभारी औद्योिगक सलाहकार हैं, जो भारत सरकार के विरष्ठ िनदेशक ःतर के हैं।

    के्षऽ के िनयऽंणमकु्त बनने से पहले इःपात मऽंालय का एक सबंद्ध कायार्लय नामत:

    िवकास आयकु्त, लोहा और इःपात का कायार्लय था, जो कोलकत्ता में िःथत था। व्यय सधुार आयोग की िसफािरशों के आधार पर िवकास आयुक्त लोहा और इःपात का कायार्लय तथा इसके चार के्षऽीय कायार्लयों को िदनांक 23.5.2003 से बंद करने का ूशासिनक िनणर्य िलया गया था। आंकड़े समंहण का कायर् जो संयुक्त सयंंऽ सिमित (जे पी सी) को सौंपा गया है, को छोड़कर िवकास आयुक्त लोहा और इःपात के शेष कायर् मऽंालय द्वारा िकए जा रहे हैं। इःपात मऽंालय के ूशासिनक िनयऽंणाधीन कोई सांिविधक अथवा ःवायत्त िनकाय नहीं है।

  • 4. सरकारी के्षऽ के उपबम 4.1 इः पात मऽंालय के ूशासिनक िनयऽंण में सरकारी के्षऽ के िनम्निलिखत उपबम हैं:-

    (1) ःटील अथॉिरटी ऑफ इंिडया िलिमटेड (सेल), नई िदल्ली (2) राष्टर्ीय इःपात िनगम िलिमटेड (आर आई एन एल), िवशाखापट्टनम (3) एन एम डी सी िलिमटेड, हैदराबाद (4) मैंगनीज ओर (इंिडया) िलिमटेड (मॉयल), नागपुर

    (5) केआईओसीएल िलिमटेड, बंगलौर (6) िहन्दःतान ःटीलवक्सर् कंःशक्शन िलिमटेड ु ( एच एस सी एल), कोलकाता (7) मेकान िलिमटेड, रांची (8) एम एस टी सी िलिमटेड, कोलकाता (9) फैरो ःबैप िनगम िलिमटेड (एफ एस एन एल), िभलाई (एम एस टी सी िल. की सहायक कंपनी)

    (1) ःटील अथॉिरटी आफ इंिडया िलिमटेड (सेल) (इःपात भवन, लोधी रोड, नई िदल्ली-110003 में पंजीकृत कायार्लय) के समम िनयंऽणाधीन िनम्निलिखत इकाइयां हैं:- (1) बोकारो इःपात सयंंऽ, बोकारो (झारखंड) (2) िभलाई इःपात सयंंऽ, िभलाई (छत्तीसगढ़) (3) दगार्पुर इःपात सयंंऽु , दगार्पुर ु (पिश्चम बंगाल) (4) राउरकेला इःपात सयंंऽ, राउरकेला (उड़ीसा) (5) िमौ इःपात सयंंऽ, दगुार्पुर (पिश्चम बंगाल) (6) सेलम इःपात सयंंऽ, सेलम (तिमलनाडु) (7) इःको ःटील प्लांट, बनर्पुर (पूवर् में सेल की एक सहायक कंपनी इःको का

    16.2.2006 को सेल में िवलय हो गया और इसे इःको ःटील प्लांट नाम िदया गया है)।

    (8) िवशे्वश्वरैया लौह और इःपात सयंंऽ, भद्गावती (कनार्टक) (9) केन्द्गीय िवपणन सगंठन, कोलकाता (पिश्चम बंगाल) (10) लोहा और इःपात अनुसधंान तथा िवकास केन्द्ग, रांची (झारखंड) (11) कच्चा माल ूभाग, कोलकाता (पिश्चम बंगाल) (12) इंजीिनयरी तथा ूौद्योिगकी केन्द्ग, रांची (झारखंड) और (13) िनगिमत कायार्लय, नई िदल्ली (14) सेल िरृेक् टरी यूिनट (इः पात मऽंालय के अधीन पूवर् पी एस य,ू पूवर् में भारत

    िरृेक् टरी िलिमटेड का 01.04.2007 से सेल के साथ िवलय कर िदया गया था।

  • (15) पूवर् महारां श इलेक् शोमलै् ट्स िलिमटेड (एम ई एल) का िवलय होने के बाद चॉदपुर महारां श में िःथत चन् िपुर फैरो अलाय प् लांट अब 01.04.2010 से सेल का एक यूिनट बन गया है।

    इसके अितिरक् त, सेल ने मसैसर् बनर् ः टेंडडर् कम् पनी िलिमटेड के सेलम िरृेक् टरी

    यूिनट, जो भारी उद्योग िवभाग के अधीन है, को िमलाने के िलए 24 अगः त, 2011 को एक नई सहायक कम् पनी शािमल की है। एक महत् वपूणर् कच् चे माल अथार्त डैड बन् टर् मगै् नेटाइट (िरृेक् टरी िॄक के उत् पादन में ूयुक् त) का उत् पादन सेल िरृेक् टरी कम् पनी िलिमटेड (एस आर सी एल) में िकया जा रहा है। सेल ने अपनी हॉट मटैल उत्पादन क्षमता को अपनी िवःतार एवं आधुिनकीकरण के वतर्मान चरण-1 के अतंगर्त 13.82 िमिलियन टन ूितवषर् से बढ़ाकर 23.46 िमिलयन टन तक बढ़ाने की योजना की है िजसके िवत्तीय वषर् 2012-13 में पूरा होने की आशा है।

    (2) राष्टर्ीय इःपात िनगम िलिमटेड (आर आई एन एल) (पंजीकृत कायार्लय “ए ” ब्लॉक, िवशाखापट्टणम 530031 में है) भारत में ःथािपत ूथम तटीय आधािरत एकीकृत इःपात सयंऽं है। इसे 3.0 िमिलयन टन ूित वषर् द्गव इःपात क्षमता के साथ अगःत, 1992 में चाल ू िकया गया था। इसे ःटेट आफ आटर् टैक्नोलोजी के अतंरार्ष्टर्ीय ःतर से मकुाबला करने के िलए बनाया गया है। इसमें िवःततृ िवद्यतु बचत तथा ूदषण िनयंऽण उपाय ूशािमल हैं। कंपनी ने वषर् 2019-20 तक चरणों में 20 िमिलयन टन तक पहँचने के लआय से ुअपनी िनगिमत योजना तैयार की है और इस समय 3.0 िमिलयन टन से 6.3 िमिलयन टन द्गव इःपात उत्पादन करने के िवःतार सबंंधी ूथम चरण को पूरा कर रही है। इस पिरयोजना की समम लागत आंतिरक ससंाधनों से पूरी की जाएगी तथा सरकार से बजटीय सहायता ूाप्त नहीं होगी।

    वषर् 2006-07 में कंपनी िमनी रतन कंपनी बनी तथा वषर् 2010-11 में “ नवरत्न ” कंपनी बनी। सरकार के अनुमोदन के अनुसार, पूवर् बडर् मपु ऑफ कम् पनीज के अधीन तीन ूचालनरत कम् पिनयां ईः टनर् इनवेः टमेंटस िलिमटेड (ई आई एल), िवसरा ः टोन लाईम कम् पनी िलिमटेड (बीएसएलसी) और उड़ीसा िमिनरल डेवलेपमेंट कम् पनी (ओएमडीसी) अब आर आई एन एल की सहायक कम् पिनयां बन गई है। (3) एन एम डी सी िलिमटेड (पंजीकृत कायार्लय : खिनज भवन, 10-3-311/ए, कैसल िहल्स, मसाब टैंक, हैदराबाद-500028) इःपात मऽंालय के अधीन “ नवरत्न ” दजार् ूाप्त करने वाली दसरी कंपनी बन गई है। यह कंपनी ू देश में लौह अयःक और हीरे का एकमाऽ सबसे बड़ा उत्पादक है और डोलोमाइट, चूना पत्थर, मैंगनीज आिद जसेै िविभन्न खिनजों

  • के अन्वेषण, िवकास और उपयोग कायर् में लगी है। एन एम डी सी की ूमखु मेकेनाइज् ड लौह अयःक खानें बैलािडला लौह अयःक खानों पर ूचािलत की जा रही है। एन एम डी सी अब Ôः पंज आयरनÕ के िविनमार्ण के के्षऽ में ूवेश कर रही है। कंपनी काबर्न मकु्त ःपंज आयरन पाऊडर, आर टी वी फेिरट पाऊडर, िपगमेंट मेड फैिरक आक्साइड िटटािनया ःलगै, िपग आयरन तथा हाडर् प्योिरटी फैिरक आक्साइट जसेै ब्ल ूडःट से उच्च तकनीक तथा उच्च मलू्यवधर्क उत्पादों के उत्पादन के िलए गहन आर एंड डी के जिरए नए उत्पादों का िवकास कर रही है। मीनफील् ड िवः तार/िविवधीकरण कायर्बम के एक भाग के रूप में, एन एम डी सी नागरनार में 3 एमटीपीए क्षमता का एक एकीकृत इः पात सयंंऽ ः थािपत कर रहा है। इस पिरयोजना की अनुमािनत लागत लगभग 15525 करोड़ रूपये है। िनमार्ण कायर् आरम् भ कर िदया गया है। कम् पनी (क) छत् तीसगढ़ में 2 एमपीटीए क्षमता के पेलेट प् लांट, (ख) कनार्टक में दोिणमल ैमें 1.2 एमपीटीए क्षमता के पेलेट प् लांट (ग) दोिणमल ैमें 0.36 एमपीटीए क्षमता के बीएचजे अयः क बेनोिफिसएशन प् लांट की ः थापना करके मीनफील् ड और ॄाउनफील् ड, दोनों पिरयोजनाओं में एकीकरण के जिरये अपने व् यवसाय को बढ़ाने की ूिबया में है। एनएमडीसी ने कोयला, रॉक फाः फेट, लाइम ः टोन, ः वणर् और हीरे के के्षऽ में हॉरीजांटल एकीकरण के माध् यम से अपने व् यवसाय को बढ़ाने की योजना बनाई है। एनएमडीसी ने लीगेसी आयरन और िलिमटेड के साथ कम् पनी की 50% इिक्वटी का अिधमहण करने के िलए मई, 2011 के दौरान एक समझौता ज्ञापन पर हः ताक्षर िकए हैं। इसके बाद, शेयर अशंदान करार पर भी हः ताक्षर िकए गए हैं और एनएमडीसी द्वारा लीगेसी के शेयरों के अिधमहण का कायर् जनवरी-फरवरी, 2012 के दौरान पूरा हो गया है। (4) मॉयल िलिमटेड (पूवर् में मैंगनीज ओर (इंिडया) िलिमटेड) 1962 मे बनाई गई थी (पंजीकृत कायार्लय, मॉयल भवन, 1 ए काटोल रोड, नागपुर-440013)। यह उच्च मेड के मैंगनीज अयःक का उत्पादक करने वाली सबसे बडी कंपनी है। इःपात िनमार्ण हेतु आवँयक साममी िजसका ूयोग फैरो-िमौ के उत्पादन हेतु मौिलक कच्ची साममी के िलए तथा शुंक बैटिरयों के उत्पादन हेत ु डाईऑक्साइड अयःक िकया जाता है। मॉयल ने 90 के दशक के दौरान कारोबार की माऽा और लाभूदता में सुधार करने के िलए मलू्यविधर्त उत्पादों के उत्पादन में अपने कायर्कलापों का िवःतार िकया है। िविवधीकरण के एक भाग के रूप में कंपनी ने वषर् 1991 में इलेक् शोलाइिटक मैंगनीज डाइऑक् साइड के िविनमार्ण के िलए कए पिरयोजना ः थािपत की थी और वषर् 1998 के दौरान मध्य ूदेश के बालघाट में 5 एमवीए क्षमता का एक फैरो मैंगनीज सयंंऽ ःथािपत िकया था। इसके अलावा, कंपनी के पास मध्य ूदेश में नागदा िहल्स में 20 मेगावाट क्षमता की िवंड पावर इलेिक्शिसटी जेनरेशन यूिनट भी है।

    कंपनी के ूचालन में िवःतार को मदे्दनजर रखते हए मॉयल ने िभलाई के समीप ु

    निन्दनी में और िवशाखापट्टनम के समीप बोिबली में फैरो िमौ उत्पादन इकाईयाँ ःथािपत

  • करने के िलए सेल और आरआईएनएल के साथ ूमखुत: इन कंपिनयों की फैरो िमौ आवँयकता को पूरा करने के िलए सयंुक्त उद्यम ःथािपत िकए हैं। ये पिरयोजनाए ंूारिम्भक चरणों में हैं तथा इनका कायार्न्वयन जे वी द्वारा िकया जाएगा और इन दो पिरयोजनाओं पर 608.00 करोड़ रूपए की लागत अनुमािनत है। (5) केआईओसीएल िलिमटेड (पहले कुदे्गमखु आयरन ओर कंपनी िलिमटेड) (पंजीकृत कायार्लय, 11 ब्लॉक, कोरमगंला, बंगलौर-560034 में है)। कुिेमखु में खनन कायोर्ं के साथ 100% िनयार्तोन् मखु यूिनट (ईओयू) के रूप में पूणर् रूप से सरकारी कम् पनी के रूप में 1976 में ः थािपत की गई थी। 1980 में, 7.50 एमटीपीए लौह अयः क की क्षमता के साथ कुिेमखु में एक बेनािफिसएशन प् लांट ः थािपत िकया गया था। 1987 मे, 3 एमटीपीए क्षमता के साथ मगंलोर में एक पेलेट प् लॉट ः थािपत िकया गया था और बाद में इसकी क्षमता बढ़ाकर 3.5 एमटीपीए कर दी गई थी। 2001 में, एक सयंुक् त उद्यम नामत: के आई एस सी ओ के अधीन मगंलोर में िपग ऑयरन प् लॉट ः थािपत िकया गया था िजसका अब 01.04.2007 से के आई ओ सी एल के साथ िवलय हो गया है। आिथर्क दृिष्ट से अव् यवहायर् िःथितयों के कारण ब् लाः ट फनेर्स का पिरचालन 05.08.2009 से रोक िदया गया है। माननीय उच् चतम न् यायालय के िदनांक 01.01.2006 के िनणर्य के अनुसार के आई ओ सी एल िलिमटेड का खनन कायर् रोक िदया गया था। के आई ओ सी एल िलिमटेड कई वषोर् से लाभ अिजर्त करने वाली और लाभांश अदा करने वाली कम् पनी है। तत् पँ चात इसे ्िमिन-रत् न ौणेी-1 का दजार् िदया गया और कई वषोर् से समझौता ज्ञापन ूणाली के अधीन इसे उत् कृं ट की रेिटंग दी जा रही है। के आई ओ सी एल पर कोई ऋण भी नहीं है।

    (6) िहन्दःतान ःटीलवक्सर् कंःशक्शन िलिमटेड ु (एचएससीएल) पंजीकृत कायार्लय 5/1, कोिमसेिरयट रोड, हािःटंग्स कोलकत्ता-700022 है)। बोकारो, िवजाग और सेलम जैसे इःपात सयंंऽों की ःथापना और िभलाई, दगार्पुरु , बनर्पुर (इःको) आिद इःपात सयंंऽों के आधुिनकीकरण से सम्बद्ध बडे.-बडे. िनमार्ण कायर् िकए हैं। अब कंपनी ने उच्च ौणेी की योजना समन्वय और अत्याधुिनक तकनीकों के साथ अवसरंचना के्षऽों में भी अपनी गितिविधयां बढ़ाई हैं। इःपात सयंंऽों में िनमार्ण सबंंधी कायर्कलापों में कमी के चलते कंपनी ने अपने कायर्कलापों का िवद्यतु, कोयला, तेल एवं गसै जसेै अन्य के्षऽों में िवःतार िकया है। इसके अलावा, कंपनी ने सड़क/राजमागोर्ं, पुलों, बांधों, भिूमगत सचंार और पिरवहन ूणाली और उच्च ःतर की आयोजना वाले औद्योिगक तथा बःती पिरसरों, समन्वय और आधुिनक तकनीकों आिद जसेै अवसरंचना के्षऽों में अपने कायर्कलापों को फैलाया है। िजसमें आयोजना, समन्वय और जिटल तकनीकों की आवँयकता होती है। एचएससीएल एक आईएसओ: 9001-2008 कंपनी है तथा इसकी क्षमताएं िनमार्ण कायर्कलापों के लगभग सभी के्षऽों में हैं।

  • कंपनी, भारत सरकार के ऋणों पर बढ़ती ब्याज देयताओं तथा वी आर एस खचोर्ं के कारण 1999 में सरकार द्वारा अनुमोिदत पुनजीर्वन/पुनसर्ंरचना पैकेज के अन्तगर्त पिरकिल्पत पिरणामों को ूाप्त करने में असमथर् रही है। कंपनी के समक्ष आने वाली ःटीप ूितःपधार्, िजसके पिरणामत: मािजर्न में कमी आई, ने भी िवत्तीय िनंपादन को ूभािवत िकया है। तथािप, गत पाँच वषोर्ं के दौरान ूचालन लाभों की धनात्मक ूविृत को ध्यान में रखते हए ुएक नया िवत्तीय पुनसर्ंरचना ूःताव िवचाराधीन है। (7) मेकॉन िलिमटेड : देश में पहला परामशीर् और इंजीिनयरी सगंठन है िजसे आई एस ओ : 9001-2000 मान्यता ूाप्त है तथा जो वल्डर् बैंक एिशयन डेवलपमेंट बैंक, यूरोिपयन बैंक ऑफ िरकंःशक्शन एंड डेवलपमेंट तथा यूनाइटेड नेशन्स इंडिःशयल डेवलपमेंट ऑगर्नाइजेशन में पंजीकृत है। यह कंपनी लोहा एवं इःपात, रसायन, िरफाइनरीज तथा पैशो रसायनों, िवद्यतु, सड़क एवं राजमागोर्ं, रेलवे, जल ूबंधन, पत्तन एवं बदंरगाह, गसै एवं तेल, पाइपलाइनों, अलौह खनन, सामान्य इंजीिनयिरंग, पयार्वरण इंजीिनयिरंग तथा सबंद्ध/िविवधीकृत के्षऽों में व्यापक िवदेशी अनुभव सिहत अमणी बहिविधक िडजाइनु , इंजीिनयिरंग, परामशीर् और कांशैिक्टंग सगंठन है।

    मेकॉन िलिमटेड ने 1997-98 तक लगातार लाभ दशार्या है। इःपात के्षऽ में मदंी की ूविृत्त, अिधक मानवशिक्त तथा परामशीर् कायर् के मलू्य में कमी के कारण 1998-99 से 2003-04 तक कंपनी को हािन उठानी पड़ी। वषर् 2005 से कंपनी ने इस िःथित को पलट िदया और इसने 2009-10 में 82.62 करोड़ रूपये से वषर् 2010-11 में 93.68 करोड़ रूपए का कर पश्चात लाभ अिजर्त िकया। (8) एम एस टी सी िलिमटेड (पंजीकृत कायार्लय, 225 सी, जगदीश बोस रोड, कोलकाता-700020 में है।)। यह इःपात मऽंालय के िनयऽंणाधीन एक िमनी रत्न ौणेी-1 पी एस यू है। यह भारत सरकार का एक व्यावसाियक ूितष्ठान है। पहले यह लघु इःपात सयंंऽों को िवतरण के िलए काबर्न इःपात गलन ःबैप का आयात करने वाली माध्यम एजेंसी के रूप में नािमत थी । इसका मखु्यालय कोलकात्ता में िःथत है। इस कंपनी का माध्यम एजेंसी का ःवरूप फरवरी, 1992 से समाप्त हो गया। अब यह अन्य िनजी व्यावसाियक कंपिनयों की तरह पूणर्त: ःवतंऽ एवं ूितःपधार्त्मक वातावरण में काम कर रही है। कंपनी शेिडंग कायर्कलाप, ई-कॉमसर्, लौह तथा अलौह ःबैप का िनपटान,सरकारी के्षऽ के उपबमों और रक्षा मऽंालय सिहत सरकारी िवभागों में उत्पन्न होने वाले अिधशेष भडंारों तथा अन्य गौण सामिमयों का कायर् देखती है। एम एस टी सी फैरो ःबेप िनगम िल. (एफ एस एन एल) की धारक कंपनी है िजसके 100% ूदत्त साम्या िहःसा एम एस टी सी द्वारा धािरत है।

    (9) फैरो ःबैप िनगम िलिमटेड (एफ एस एन एल) इसका पंजीकृत कायार्लय एफ एस एन एल भवन, इक्यूपमेंट चौक, सेन्शल एवेन्यू, पोःट बॉक्स-37, िभलाई, छत्तीसगढ़-490001

  • में है। फैरो ःबैप िनगम िलिमटेड, 28.3.1979 को िनगिमत एक सयंुक्त के्षऽ की कंपनी है। वतर्मान में यह इःपात मऽंालय के अधीन भारत सरकार का “िमनी रत्न-॥ पी एस यू” है। यह एम एस टी सी िलिमटेड की एक सम्पूणर् ःवािमत्व वाली कंपनी है। कंपनी का मखु्य उदे्दँय सेल, आरआईएनएल और एनआईएनएल के सभी एकीकृत इःपात सयंंऽों में ःलगै से ःबैप ूाप्त करना और आईआईएल तथा जेएसपीएल जसेै िनजी के्षऽ के इःपात सयंंऽों में ूचालन करना भी है। कंपनी अमणी सगंठनों में से एक है जो देश के धातुकमीर्य उद्योगों को िवशेषज्ञतायुक्त सेवाएं उपलब्ध करवाती है। यह कंपनी पिश्चम बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, आन्ी ूदेश एवं महाराष्टर् में िःथत अपनी 10 इकाइयों के जिरए िमल सिवर्स सोल्यूशन िवतिरत करने के िलए िडजाइन, िनमार्ण एवं सचंालन करती है तथा सिुवधाओं एवं अवसरंचना को बनाए रखती है। 5. िरजल्ट ृेमवकर् डाक्यूमेंट (आरएफडी) 2012-13 सरकार िरजल्ट ृेमवकर् डाक्यूमेंट (आरएफडी) के आधार पर एक व्यापक कायर् िनंपादन ूबंधन ूणाली का िबयान्वयन कर रही है। आरएफडी में न केवल िवभागों के सम्मत उदे्दँय, नीितयां, कायर्बम और पिरयोजनाएं शािमल की गई हैं बिल्क सफलता के सचूक और िबयान्वयन में ूगित का मलू् यांकन करने के लआय भी शािमल िकए गए हैं।

  • अध्याय-II

    वषर् 2012-2013 के िलए ूमखु ःकीमों का िनंकषर् बजट

    कायर्बमों के अवधारणात्मक, रूपांकन और कायार्न्वयन को िनंकषोर्न्मखुी बनाकर िवकास कायर्बमों की गणुवत्ता में सधुार करने के उदे्दँय से सरकार द्वारा 2005-06 में िनंकषर् बजट की अवधारणा शुरू की गई थी। यह इस अवधारणा पर आधािरत है िक पिरव्यय अिनवायर् रूप से िनंकषर् नहीं होता। िनंकषर् बजट का अिभूाय न केवल मध्यवतीर् वाःतिवक उत्पादन िजसे अिधक तात्कािलक ढंग से मापा जा सकता है, का शैक करना है, बिल्क सरकार के हःतके्षप के अिन्तम उदे्दँय का िनंकषर् है। इसके िलए सदुृढ़ पिरयोजना/कायर्बम बनाने, मलू्यांकन क्षमताओ ंके साथ-साथ ूभावी बेंच-सपुुदर्गी ूणािलयों की आवँयकता होती है। सम्पूणर् कारर्वाई को मािनटर करने, योग्य बनाकर सपुुदर्गी की यूिनट लागत की बेंच-मािकर्ं ग सिहत िनंकषर् िवकास को मापने योग्य पिरभािषत करना है। धन िजसे वांिछत िनंकषर् सिहत ूःतािवत ूयोजनों के िलए उपयोग िकया जाना चािहए, के समय पर ूवाह को सिुनिश्चत करने के िलए उपयुक्त ूणाली की आवँयकता है तथा उपयुक्त िरपोर्िटंग के जिरए उिचत लेखांकन, लेखा परीक्षा एवं मलू्यांकन तंऽ की आवँयकता है। इसिलए िनंकषर् बजट सभी ूमुख कायर्बमों के िवकास िनंकषर् को मापने के िलए तऽं तैयार करने का एक ूयास है।

    11वीं योजना (2007-12) में "लोहा और इःपात के्षऽ में अनुसधंान एवं िवकास को बढ़ावा देने के िलए योजना" नामक एक नई योजना को 118.00 करोड़ रुपए के ूावधान सिहत घरेल ूलोहा और इःपात के्षऽ में अनुसधंान एवं िवकास को बढ़ावा देने के िलए शािमल िकया गया है। इस ःकीम के तहत िदसबंर, 2011 तक कुल 8 (आठ) आर एण् ड डी पिरयोजना ूः तावों को िबयािन्वत करने के िलए मजंरूी दी गई है। इस ः कीम के अधीन कुल 40.69 करोड़ रूपये की धनरािश िरलीज की गई है।

    वािषर्क योजना (2012-13), जो 12वीं पंचवषीर्य योजना (2012-17) का पहला वषर् है,

    में लोहा और इः पात के्षऽ में अनुसधंानकायर् करने के िलए ूत् येक 1.00 करोड़ रूपये के बजटीय ूावधान के साथ दो ः कीमें अथार्त िनम् न मेड के लौह अयः क तथा अयः क फाइंस के बेनेिफिसएँ ंन और एकऽण को बढ़ावा देने की ः कीम, और सेकें डरी ः टीम सेक् टर की ऊजार् दक्षता में सधुार करने की ः कीम, शािमल की गई हैं।

    इःपात मऽंालय के ूशासिनक िनयंऽणाधीन सरकारी के्षऽ के उपबम अपने-अपने ूचालनों के के्षऽों से संबंिधत िविभन्न योजनाएं/कायर्बम बनाते हैं और कायार्िन्वत करते हैं। सरकारी के्षऽ के उपबमों की ःकीमें उनकी वािषर्क योजना अथवा दीघर्कालीन योजनाओं की

  • घटक होती हैं। चूंिक ूत्येक उपबम की अपनी-अपनी कई ःकीमें हैं, जो िक अिधकांशत: कंपनी के िदन-ूितिदन के कायोर्ं और कंपनी के ूचालनों से जड़ेु एमओयू से सबंंिधत हैं इसिलए िनंकषर् बजट में सरकारी के्षऽ के उपबमों की सभी ःकीमों को शािमल करना मिुँकल होगा। इसिलए यह िनणर्य िलया गया िक इःपात मऽंालय के िनंकषर् बजट में केवल 50 करोड़ रूपए से अिधक लागत की मजंूर/अनुमािनत लागत की ूमखु पिरयोजनाओं को ही शािमल िकया जाए जसैा िक नीचे तािलका में दशार्या गया है:-

  • िनं कषर् बजट 2012-13/अध् याय-IV/िपछले िनं पादन की समीक्षा

    पिरव्यय और िनंकषर् /लआय (2012-13) का िववरण (50.00 करोड़ रूपए से अिधक की अनुमािनत/मंजूर लागत की योजनाएं)

    (करोड़ रूपयेमजंूर पिरव्यय 2012-13 ूोसेसेज/टाइम लाइन्स

    बजटीय सहायता स.ं

    पीएसयू का नाम

    तथा योजना/कायर्बम

    उद्दँय/िनंकषर्

    अनुमािनत/ मजंूर लागत

    गैर-योजना

    योजना आई एंड ईबीआर

    पिरमाणयोग्य सपुुदर्गीयोग्य/

    वाःतिवक िनंकषर्

    ूक्षिपत िनंकषर्

    मलू वाःतिवक/अब

    अनुसिूचत

    िटप्पिणयाँ/ जोिखम घटक

    1 2 3 4 i5 ( ) i i5( ) i i i5( ) 6 7 8 9 10 क 50.00 करोड़ रूपए से अिधक की अनुमािनत/मजंूर लागत की योजनाएं

    1. ःटील अथािरटी आफ इंिडया िलिमटेड (सेल)

    (क) िभलाई ःटील प्लांट (बीएसपी)

    i( ) ऑक्सीजन सयंंऽ-॥ में 700 टीपीडी एयर सेपरेशन यूिनट (एएसयू)

    ऑक्सीजन, नाइशोजन व आगर्न की मांग में हई बढ़ोतरी को पूरा करने के ुिलए ऑक्सीजन सयंंऽ-॥ में नया एएसयू ःथािपत िकया जा रहा है।

    258.18 -- -- 30.00 700 टन ऑक्सीजन ूितिदन

    -- जुलाई 2009

    म0ै बाइयोजेन के साथ ठेका समाप्त, िनिवदा पुन: दी गई। म0ै एयर िलिक्वड के साथ नया ठेका हःताक्षिरत

    i i( ) बीएसपी का िवःतार आधुिनक ूौद्योिगिकयों के जिरए तप्त धातु एव ं बूड इःपात के उत्पादन में विृद्ध करना। भारतीय रेलवे की आवँयकता को परूा करने के िलए िनम्न उत्पादन तथा ऊजार् गहन इकाईयों को समाप्त करना, पिरसिज्जत इःपात उत्पादन तथा िवःतार को बढ़ाकर सेिमज को घटाना, उच्चतर लोचता एवं लाभूदत्तता के िलए उत्पाद िमौ में मल्यवधर्न करना।

    18847.00 -- -- 4465.00 तप्त धातु की क्षमता 4.82 एमटीपीए से बढ़ाकर 7.5 एमटीपीए करना

    -- माचर्, 2013

    जून, 2013 एसएमएस-III (जून 2013) को छोड़कर माचर्, 2013 तक परूा करने के ूयास िकए जा रहे हैं। एसएमएस-III पैकेज ूभािवत हआ क्योंिक िसिवल कायर् हेतु ूारिम्भक ुसिंवदा पाटीर् द्वारा धीमी ूगित के कारण समाप्त करना पड़ा और पाटीर् का जोिखम एवं लागत के आधार पर पुन: िनिवदा जारी की गई। इससे एसएमएस-III के अधीन सभी सहायक पैकेजों यथा बीओएफ, सीसीपी, अवसरंचना पैकेज आिद की ूगित पर नकारात्मक पड़ा।

    (ख) दगार्पुर ःटील प्लांट ु (डीएसपी)

    i( ) डीएसपी का िवःतार ऊजार् गहन इकाईयों को समाप्त करना, ऊजार् दक्षता ूौद्योिगकी लगाना, सेिमज में कमी और तप्त धातु क्षमता में विृद्ध करना

    3164.00 -- -- 1100.00 तप्त धातु की क्षमता 2.09 एमटीपीए से बढ़ाकर 2.45 एमटीपीए करना

    -- िदसम्बर, 2012

    िदसम्बर, 2012

    िनधार्िरत कायर्बम के अनुसार है।

  • िनं कषर् बजट 2012-13/अध् याय-IV/िपछले िनं पादन की समीक्षा

    (करोड़ रूपयेमजंूर पिरव्यय 2012-13 ूोसेसेज/टाइम लाइन्स बजटीय सहायता

    स.ं

    पीएसयू का नाम तथा

    योजना/कायर्बम

    उद्दँय/िनंकषर्

    अनुमािनत/ मजंूर लागत

    गैर-योजना

    योजना आई एंड ईबीआर

    पिरमाणयोग्य सपुुदर्गीयोग्य/ वाःतिवक िनंकषर्

    ूक्षिपत िनंकषर्

    मलू वाःतिवक/अब

    अनुसिूचत

    िटप्पिणयाँ/ जोिखम घटक

    1 2 3 4 i5( ) i i5( ) i i i5( ) 6 7 8 9 10 (ग) राउरकेला इःपात सयंंऽ (आरएसपी)

    i( ) ब्लाःट फनेर्स (बीएफ) -4 में कोल डःट इंजेकशन िसःटम

    कोक दर में कमी तथा फनेर्श उत्पादकता में सधुार के िलए तकनीकी आवँयकता

    70.71 -- -- 5.00 1:1 अनुपात के आधार पर कोक का पुल्वेराईज्ड कोल में ूितःथापना। 120 िकमा/ टीएचएम की दर से ब्लाःट फनेर्स में कोल इंजेक्शन दर ।

    -- अक्तबर, 2008

    म0ै िसनो ःटील, चीन द्वारा िडजायन और इंजीिनयरी में ूारंिभक िवलम्ब। म0ै िसनो ःटील द्वारा िसिवल और ःशक्चरल कायर् तथा उपःकरों की सप्लाई में िवलम्ब। वीजा नीित में पिरवतर्न के कारण चीन के िवशेषज्ञों के आगमन में िवलबं हआ। िसनो ुःटील और सब एजेंिसयों के मध्य वािणिज्यक िववाद

    i i( )

    आरएसपी का िवःतार

    आधुिनक ूौद्योिगकी के जिरए तप्त धातु और बूड ःटील के उत्पादन में विृद्ध करना, उत्पादों की गुणवत्ता में सधुार करना, अिधक मल्यविधर्त उत्पादों का उत्पादन करना और ऊजार् खपत तथा पयार्वरण में सधुार करना तथा उत्पादन की लागत में कमी लाना।

    12922.00 -- -- 3200.00 तप्त धातु की क्षमता 2.12 एमटीपीए से बढ़ाकर 4.5 एमटीपीए करना

    -- माचर् 2013

    माचर् 2013 --

    (घ) बोकारो इःपात सयंऽं (बीएसएल)

    i( ) नए टबोर् ब्लोवर न. 8 की ःथापना

    बीएफ-2 की कोल्ड ब्लाःट (सीबी) की बढ़ी हई जरूरत को पूरा करना। ु

    125.92 -- -- 12.00 सी बी में 4000 एनएम3/िमनट का ब्लोवर िडःचाजर् वोल्यूम और ब्लोवर एंड में 3.9 िकमा/सीएम3 का िडःचाजर् ूैशर।

    -- अगःत, 2009

    जनवरी, 2012 (िदसम्बर 2011 में टबार्ईन ूचािलत की गई और ब्लोअर के साथ टबार्ईन का परीक्षण िदसम्बर 2011 में िकया गया)

    i i( ) सीओबी-1 व 2 का पुनिनर्मार्ण।

    कोक के उत्पादन में सधुार व पयार्वरण एवं वन मऽंालय के नवीनतम ूदषण मानदंडों को ूाप्त ूकरना।

    500.90 -- -- 55.00 उत्पादन में सधुार व पयार्वरण एवं वन मऽंालय के नवीनतम ूदषण मानदंडों को ूाप्त ूकरना।

    -- अूैल 2010

    जनवरी, 2012 सीओबी-1 पूरी है!

  • िनं कषर् बजट 2012-13/अध् याय-IV/िपछले िनं पादन की समीक्षा

    (करोड़ रूपयेमजंूर पिरव्यय 2012-13 ूोसेसेज/टाइम लाइन्स बजटीय सहायता

    स.ं

    पीएसयू का नाम तथा

    योजना/कायर्बम

    उद्दँय/िनंकषर्

    अनुमािनत/ मजंूर लागत

    गैर-योजना

    योजना आई एंड ईबीआर

    पिरमाणयोग्य सपुुदर्गीयोग्य/

    वाःतिवक िनंकषर्

    ूक्षिपत िनंकषर्

    मलू वाःतिवक/अब

    अनुसिूचत

    िटप्पिणयाँ/ जोिखम घटक

    i i i( ) बीएसएल का िवःतार

    अितिरक्त कोल्ड रोिलगं की क्षमता के साथ मल्यविधर्त कोल्ड रोल्ड उत्पादों के िलए हॉट रोल्ड क्वायल्स की उच्च माऽा का रूपांतरण करना और ऊजार् दक्षता ूौद्योिगकी की ःथापना के जिरए धातु उत्पादन करना।

    6951.00 -- -- 1540.00 1.2 एमटीपीए का नया कोल्ड रोिलगं िमल कॉम्पलक्स और तप्त धातु का उत्पादन 4.7 एमटीपीए से 5.77 बढ़ाना।

    -- िदसम्बर, 2011

    माचर्, 2012 िपकिलंग लाईन एवं नई कोल्ड रोिलंग िमल काम्प्लेक्स की टेन्डम िमल के िलए िदसम्बर, 2011 में मैनुअल ःशीम ाेिडंग का कायर् पूरा हो गया है। अवसंरचना ठेकेदार मै0 एरा इन्ृा द्वारा िवलंब हआ। मैु 0 एसवीएआई एवं म0ै एमबीई के बीच समन्वय की समःया के कारण पीएलटीसीएम के काे में अितिरक्त िवलम्ब हआ। ु

    (ङ) इःको ःटील प्लांट i( ) आईएसपी का

    िवःतार 2.7 एमटीपीए तप्त धातु, 2.5 एमटीपीए अपिरंकृत इःपात और 2.37 एमटीपीए िवबेय इःपात का उत्पादन करने के िलए नई सिुवधाए ंःथािपत करना।

    17960.59 -- -- 2550.00 2.7 एमटीपीए तप्त धातु, 2.5 एमटीपीए अपिरंकृत इःपात और 2.37 एमटीपीए िवबेय इःपात

    -- िदसम्बर, 2010

    माचर्, 2013 किठन एवं अूत्यािशत मदृा पिरिःथितयों, िसिवल एवं अवसंरचनात्मक कायर् में विृद्ध, िबिल्डंग अवसंरचनात्मक कायर् का धीमा िबयान्वयन और झोराबरुी क्षऽ में ःथानीय लोगों द्वारा कायर् में व्यवधान के कारण िवलंब हआ। ु

    (च) रॉ मटैेिरयल िडिवजन (आरएमडी) i( ) बोलानी आयरन ओर

    माइन की लोिडंग क्षमता में विृद्ध करना

    लोिडंग क्षमता बढ़ाने के िलए और रेलवे लाइन में सशंोधन करने के िलए, तथा फुल रैक लोिडंग के िलए ओवरहैड इलेिक्शकल वकर् तथा िसग्निलगं तथा दरसचंारू ।

    124.88 -- -- 22.00 -- -- िदसम्बर, 2009

    माचर् 2012 मै0 टैक्कूो िलिमटेड द्वारा कायर् की धीमी ूगित, रेलवे द्वारा संशोिधत आरेखन में िवलम्ब और ःथानीय व्यिक्तयों द्वारा भूिम के अितबमण से ःथल की ूगित ूभािवत हई। लाईमु -6 को माचर्, 2012 में पूरा करने की योजना है।

    i i( ) मेघाहाताबुरू लौह अयःक खान की उत्पादन क्षमता में विृद्ध

    सेल के िवःतार के पश्चात आवँयकता की पूितर् के िलए लौह अयःक में विृद्ध करने सबंंधी तकनीकी आवँयकता

    125.78 -- -- 30.00 पिरसिज्जत उत्पाद की क्षमता को 4.3 एमटीपीए से 6.0 एमटीपीए करना

    -- जून, 2012 माचर्, 2013 मै0 टेक्कूो िलिमटेड द्वारा साईंग ूःतुत करने में िवलंब तथा लोिडंग िसःटम के उन्नयन के िबयान्वयन में िवलंब को पूरा करने का िनधार्िरत कायर्बम ूभािवत हआ है। ु

    i i i( ) िकरीबुरू लौह अयःक खान की उत्पादन क्षमता में विृद्ध

    सेल के िवःतार के पश्चात आवँयकता की पूितर् के िलए लौह अयःक में विृद्ध करने सबंंधी तकनीकी आवँयकता

    106.54 -- -- 40.00 पिरसिज्जत उत्पाद की क्षमता को 4.25 एमटीपीए से 5.50 एमटीपीए करना

    -- िसतम्बर 2012

    िसतम्बर 2012

    िनधार्िरत कायर्बम के अनुसार है।

    i v( ) बोलानी लौह अयःक खान की उत्पादन क्षमता में विृद्ध

    सेल के िवःतार के पश्चात आवँयकता की पूितर् के िलए लौह अयःक में विृद्ध करने सबंंधी तकनीकी आवँयकता

    275.28 -- -- 60.00 पिरसिज्जत उत्पाद की क्षमता को 4.3 एमटीपीए से 6.50 एमटीपीए करना

    -- नवम्बर, 2013

    नवम्बर, 2013

    िनधार्िरत कायर्बम के अनुसार है।

  • िनं कषर् बजट 2012-13/अध् याय-IV/िपछले िनं पादन की समीक्षा

    (करोड़ रूपयेमजंूर पिरव्यय 2012-13 ूोसेसेज/टाइम लाइन्स बजटीय सहायता

    स.ं

    पीएसयू का नाम तथा योजना/कायर्बम

    उद्दँय/िनंकषर्

    अनुमािनत/ मजंूर लागत

    गैर-योजना

    योजना आई एंड ईबीआर

    पिरमाणयोग्य सपुुदर्गीयोग्य/ वाःतिवक िनंकषर्

    ूक्षिपत िनंकषर् मलू वाःतिवक/अब

    अनुसिूचत

    िटप्पिणयाँ/ जोिखम घटक

    1 2 3 4 i5( ) i i5( ) i i i5( ) 6 7 8 9 10 2. राष्टर्ीय इःपात िनगम िलिमटेड (आरआईएनएल)

    i( ) कोक ओवन बैटरी (सीओबी) स.ं 4, चरण-।

    कोक की जरूरतों एवं शेष गैस को पूरा करने के िलए अन्य तीन कोक ओवन बैटिरयों की बड़े पैमाने पर मरम्मत के दौरान भी तप्त धातु व द्गव इःपात के उत्पादन को इस ःतर पर बनाए रखने हेतु एक ूितःथापन बटैरी की आवँयकता होगी ।

    380.46 -- -- 12.00 0.75 एमटी कोक का उत्पादन करना

    -ःवतंऽ बैटरी के रूप में सीओबी-4 का पिरचालन करना-

    -- बैटरी-4 की कमीशिनंग हो रही है और ूचालानाधीन है।

    बैटरी-4 चाल ूकर दी गई तथा िनयिमत रूप से ूचालन हो रहा है।भगुतान मख्य रूप से िनंपादन गारंटी, अंितम ःवीकृित और दावों के िनपटान से सबंंिधत हैं।

    i i( ) कोक ओवन बैटरी (सीओबी) स0ं 4- चरण-II

    ःवंतऽ बैटरी के रूप में सीओबी-4 का ूचालन करना। गैस का पूरा उपयोग तथा अितिरक्त उपोत्पाद सिुवधाएं उपलब्ध कराते हए उपोत्पाद ुके बेहतर औिचत्यकरण में विृद्ध और कोयल सभंाल में शेष सिुवधाएं।

    355.30 -- -- 60.00 ःवंतऽ बटैरी के रूप में सीओबी-4 का ूचालन करना। उपोत्पाद की िरकवरी में विद्ध

    उपोत्पाद की िरकवरी में विद्ध

    -- अक्तबर, 2012- सिंवदात्मक समयाविध

    सिंवदात्मक समयाविध के सदंभर् में अितिरक्त समय की सभंावना नहीं है। तथािप, बोलीदाताओ ंकी कमजोर ूितिबया के चलते परामशर्दाता को अंितम रूप देने में िवलबं के कारण मलू समयाविध के सदंभर् में िवलबं रहा।

    i i i( ) द्गव इःपात का 6.3 एमटीपीए तक िवःतार।

    सयंंऽ की क्षमता में विृद्ध। 8692.00 -- -- 800.00 द्गव इःपात के उत्पादन को बढ़ाकर 6.3 एमटीपीए क्षमता करना ।

    द्गव इःपात के उत्पादन को बढ़ाकर 6.3 एमटीपीए क्षमता करना ।--

    -- चरण-I 2011-12 चरण -II 2012-13

    अनुमोिदत लागत 12291 करोड़ रूपये है। विृद्ध के कारण बढ़ी हई लागत में आडर्र िकए गए ुमल्य के सदंभर् में कमी होने की सभंावना है क्योंिक मजदरीू , सीमेंट, इःपात आिद में विृद्ध को छोड़कर अिधकांश सिंवदाएं ःथायी मल्य के आधार पर िकए गए हैं। तथािप, पिरयोजना के पूरा होने पर वाःतिवक विृद्ध का पता चलेगा। अनुषंगी पैकेजों के अंतवर्तीर् िवलबं का िनवल ूभाव शून्य होने वाला है तथा ब्लाःट फनेर्स, ःटील मिैल्टंग शॉप, िमल्स आिद जसैे ूमखु पैकेजों की आवँयकता के अनुसार िविभन्न आदानों को समय पर उपलब्ध करा िदया गया है अथवा करा िदया जाएगा।

  • िनं कषर् बजट 2012-13/अध् याय-IV/िपछले िनं पादन की समीक्षा

    (करोड़ रूपयेमजंूर पिरव्यय 2012-13 ूोसेसेज/टाइम लाइन्स बजटीय सहायता

    स.ं

    पीएसयू का नाम तथा

    योजना/कायर्बम

    उद्दँय/िनंकषर्

    अनुमािनत/ मजंूर लागत

    गैर-योजना

    योजना आई एंड ईबीआर

    पिरमाणयोग्य सपुुदर्गीयोग्य/

    वाःतिवक िनंकषर्

    ूक्षिपत िनंकषर् मलू वाःतिवक/अब

    अनुसिूचत

    िटप्पिणयाँ/ जोिखम घटक

    1 2 3 4 i5( ) i i5( ) i i i5( ) 6 7 8 9 10 i v( ) एयर सपैरेशन प्लांट

    (ए एस यू - 4)

    कंबाइंड ब्लोइंग ूोसेस हेतु ऑ◌ॅगर्न की कमी होने पर अितिरक्त सिुवधा ूदान करना । उत्पािदत ऑ◌ॅक्सीजन बीएफ में ूयुक्त की जाती है ।

    170.00 -- -- 35.00 165 करोड़ रूपये ूित सयंंऽ की आकंिलत लागत पर 600 टन क्षमता के दो सयंंऽ।

    एस एम एस मे द्गव इःपात के उत्पादन और बी एफ में तप्त धातु के उत्पादन में इससे मदद िमलेगी

    -- एएसयू-4 की कमीशिनंग कर दी गई है।

    एएसयू-4: इकाई की ःथापना का कायर् परूा हो चकुा है तथा यह अक्टबरू , 2010 में ूचािलत हो चुकी है और ूचालन के अधीन है ।

    v( ) पुल्वेराईज्ड कोल इंजेक्शन िसःटम

    कम महंगे पुल्वेराईज्ड कोल की तुलना में महंगे बीएफ कोक की खपत में कमी के िलए इंजेक्शन िसःटम।

    133.00 -- -- 32.50 तप्त धातु का विधर्त उत्पादन। तप्त धातु की उत्पादन की लागत में कमी करना।

    -- -- मई, 2012 म0ै सीईआरआई नामक चीनी ूितष्ठान द्वारा पैकेज में िवलबं िकया गया है। चीन से उपःकर साईट पर ूाप्त हो गए हैं और उत्थापन कायर् ूगित पर है एव ंमामले पर कारर्वाई चल रही है।

    vi( ) लौह अयःक खान तथा कोककर कोयला खानों का अिधमहण

    कच्चे माल के िलए आत्मिनभर्रता ूाप्त करना और लागत में कमी करना।

    600.00 -- -- 30.00 आरआईएनएल/वीएसपी के पास कोककर कोयला/लौह अयःक के िलए िनजी ॐोत नहीं हैं और खानों के अिधमहण के िलए पिरव्यय शािमल हैं।

    -- -- लौह अयःक खानों के आबंटन के िलए राज्य सरकारों के साथ कारर्वाई की जा रही है तथा िवदेशों में लौह अयःक खानें अिधमिहत करने की सभांवनाओं का पता लगाया जा रहा है। आरआईएनएल को दो कोककर कोयला खानें आबंिटत की गई हैं जो व्यवहायर् नही है । आःशेिलया में कोल पिरसपंित्तयों के िलए कारर्