टे न वारा ग ुट को छोड़ने के लए कये गए...

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  • 18 अ�टूबर समाचार �व�लेषण सामा�य अ�ययन प� 2 से संबं�धत �वषय : अतंरा����य स�ब�ध संदभ� : • ��टेन �वारा गुट को छोड़ने के �लए �कये गए मतदान के तीन साल से अ�धक समय बाद ��टेन ने यरूोपीय संघ के साथ �ेि�सट समझौता �कया। इसके बाद �या? • यरूोपीय संघ ने इस घोषणा के तरंुत बाद इस समझौत ेका समथ�न �कया। • �धान मं�ी बो�रस जॉनसन को अभी भी समझौत ेक� मंजरू� हेत ुसंसद के स� म� एक धारदार वोट हा�सल करना होगा। �ववरण: • समझौत े के तहत, संपणू� ��टेन यरूोपीय संघ से अलग हो जायेगा, ले�कन उ�र� आयरल�ड यरूोपीय संघ म� व�तओु ंके �लए एकल बाजार के �प म� यथावत रहेगा। • U.K उ�र� आयरल�ड म� तीसरे देश से आने वाले सामान� पर श�ुक लगा सकता है। • उन सामान� के �लए, िजनका उ�र� आयरल�ड के मा�यम से तीसरे देश� से एकल बाजार म� �वेश करने का जो�खम, पर टै�रफ लागू ह�गे। • �यावहा�रक �प से, उ�र� आयरल�ड के बंदरगाह� पर माल क� जाँच के साथ �ेट ��टेन और आयरल�ड �वीप के बीच एक सीमावत� सीमा होगी। म�ुदे �या ह�? • उ�र� आय�रश पाट� ने �ी जॉनसन को �कसी भी समझौत ेक� पिु�ट करने म� मदद करने क� आव�यकता है, डमेो�े�टक य�ूनय�न�ट पाट� (डीयपूी) ने यह कहत ेहुए इसका समथ�न करने से इनकार कर �दया �क यह उ�र� आयरल�ड के �हत� म� नह�ं है। • यह संकेत है �क 1998 के गुड �ाइड ेसमझौत ेको कमजोर करने वाल� चौ�कय� के �बना यरूोपीय संघ के एकल बाज़ार म� सीमांत को �पछड़ ेहोने से कैसे रोका जा सकता है। • यह समझौता उ�र� आयरल�ड को य.ूके. सीमा श�ुक �े� म� रखेगा, ले�कन टै�रफ म�ुय भ�ूम ��टेन से उ�र� आयरल�ड तक पार करने वाले सामान� पर लागू ह�गे य�द वे आयरल�ड म� ह� और गुट के एकल बाजार म� ह�। • समझौत ेने "बकै�टॉप" को ��ैप �कया, आयरल�ड के �वीप पर पेश क� जा रह� एक क�ठन सीमा को रोकने के �लए पहले से प�रकि�पत एक तं�, और कुछ ईय ू�नयम� के �लए ��टेन को बा�य करेगा। गुड �ाइड ेसमझौता �या है?

  • • बेलफा�ट समझौता या गुड �ाइड ेसमझौता 1990 के उ�र� आयरल�ड क� शां�त ���या म� एक �मखु राजनी�तक �वकास था और इसने अपने मतभेद� को सलुझाने के �लए उ�र� आयरल�ड के �वभािजत समाज को एक राजनी�तक ढांचा �दान �कया है। • समझौत ेने �ांत म� दशक� के संघष� को समा�त कर �दया। • उ�र� आयरल�ड क� सरकार क� वत�मान �वक�सत �णाल� उस समझौत ेपर आधा�रत है िजसने उ�र� आयरल�ड और आयरल�ड गणरा�य तथा आयरल�ड गणरा�य और यनूाइटेड �कंगडम के बीच कई सं�थान� का सजृन �कया है। �न�कष� : • ���टश संसद ने जॉनसन के पवू�वत� �वारा तीन बार �कये गए इसी �कार के समझौत ेको अ�वीकार कर �दया। • कंजरवे�ट�स क� सहयोगी डमेो�े�टक य�ूनय�न�ट पाट� के साथ-साथ �वप�ी लेबर ने इस सौदे का समथ�न करने से इनकार कर �दया। • संभा�वत प�रणाम अभी भी एक ��मक ��थान से एक अराजक �नकास या यहां तक �क एक अ�य जनमत सं�ह तक ह� जो परेू �यास को उलट सकता है। सामा�य अ�ययन प� 2 से संबं�धत �वषय : अतंरा����य स�ब�ध FATF पा�क�तान को �े सचूी म� रख सकता है संदभ� : पा�क�तान फाइन��शयल ए�शन टा�क फोस� (FATF) �वारा �लकै�ल�ट होने से बच सकता है, ले�कन आतंक� �व� पर अतंरा����य पहरेदार �वारा कड़ी चेतावनी जार� करने और इस देश को �े सचूी म� रखने क� संभावना है। �ववरण: • समी�ाधीन अव�ध म�, पा�क�तान ने 228 आतंक� �व�पोषण के मामले दज� �कए और 58 �यि�तय� को दोषी ठहराया। • 14 अ�टूबर, 2019 को जार� सीएफट� और एएमएल पर ए�शया प�ैस�फक �ुप (एपीजी) क� नवीनतम पर�पर म�ूयांकन �रपोट� ने पा�क�तान को 'म�यम' रा���य जो�खम-रे�टगं आवं�टत �कया। • �रपोट� म� कहा गया है �क फरवर� 2018 से, पा�क�तान ने इन संगठन� के �खलाफ सकारा�मक कार�वाई क� थी "ले�कन UNSCR 1267 को परू� तरह से लागू नह�ं �कया जा रहा है"। फरवर� 2020 तक 27 स�ूीय काय� योजना देने के �लए पा�क�तान को मह�वपणू� और �नरंतर ”दबाव म� बनाए रखने क� उ�मीद है, जब अगला पणू� स� आयोिजत �कया जाएगा। पा�क�तान �लकै�ल�ट होने से �य� बच सकता है? • �कसी भी देश को �लकै�लि�टंग से बचने के �लए तीन वोट अ�नवाय� ह�। • पा�क�तान चीन, तकु� और मले�शया पर समथ�न के �लए भरोसा कर रहा है।

  • • चीन �ांस म� चल रह� एफएट�एफ �लेनर� क� अ�य�ता कर रहा है। एफएट�एफ: • फाइन��शयल ए�शन टा�क फोस� (एफएट�एफ) एक अतंर-सरकार� �नकाय है जो 1989 म� इसके सद�य� के �े�ा�धकार मं��य� �वारा �था�पत �कया गया था। इसका म�ुयालय पे�रस म� है। • एफएट�एफ के उ�दे�य मानक �नधा��रत करना और धन शोधन, आतंकवाद� �व�पोषण और अतंररा���य �व�ीय �णाल� क� अखंडता के �लए अ�य संबं�धत खतर� से �नपटने के �लए काननूी, �व�नयामक और प�रचालन उपाय� के �भावी काया��वयन को बढ़ावा देना है। • यह एंट�-मनी लॉि��गं और आतंकवाद के �व�पोषण (एएमएल / सीएफट�) का मकुाबला करने के �लए विै�वक मानक-�नधा�रक �नकाय है। • अतंरा����य �व�ीय �णाल� को मनी लॉि��गं और आतंकवाद के �व�पोषण (एमएल / एफट�) के जो�खम� से बचाने के �लए और एएमएल / सीएफट� मानक� के साथ अ�धक अनपुालन को �ो�सा�हत करने के �लए, एफएट�एफ उन �े�ा�धकार� क� पहचान करता है िजनके पास रणनी�तक क�मयां ह� और उन क�मय� को दरू करने के �लए वे काम करत ेह�,जो यह अतंररा���य �व�ीय �णाल� के �लए एक जो�खम है। • अतंरा����य �व�ीय �णाल� चल रहे और पया��त धन शोधन तथा आतंकवाद के जो�खम� के �व�पोषण से बचाने के �लए काउंटर-उपाय लागू करने के �लए अपने सद�य� और अ�य �े�ा�दकार� का आ�वान करता है। �लकै �ल�टेड होने का �या मतलब है? • एफएट�एफ �लकै�ल�ट का अथ� है �क धन शोधन और आतंकवाद� �व�पोषण के �खलाफ विै�वक लड़ाई म� संबं�धत देश "गैर-सहयोगी" है। • एक �लकै-�ल�ट का मतलब होगा इसके सरकार क� �व�ीय जाँच, इसके क� ��य ब�क के �खलाफ संभा�वत ��तबंध और इसके �व�ीय और ऋण सं�थान� क� �गरावट। • य�द �लकै�ल�ट �कया जाता है, तो इ�लामाबाद को �व�ीय प�रणाम� और आ�थ�क असफलताओ ंका सामना करना पड़ता है, जब उसक� अथ��यव�था भगुतान संकट का सामना कर रह� है। • य�द पा�क�तान ने �लकै�लि�टंग को टाल �दया तो यह एक अ�थायी राहत होगी जब तक �क फरवर� 2020 म� एफएट�एफ �फर से नह�ं बठैक करता है। सामा�य अ�ययन प� 2 से संबं�धत �वषय : राज�यव�था और शासन ज�म-ूक�मीर म� �वधान प�रषद को समा�त कर �दया गया संदभ� : • ज�म-ूक�मीर के दो क� � शा�सत �देश� के �वभाजन के कारण, 62 वष�य रा�य �वधान प�रषद को रा�य �शासन के �वारा इसके उ�मलून के आदेश जार� करने के साथ इसे समा�त घो�षत कर �दया गया। प�ृठभ�ूम : • संसद �वारा अ�ध�नयम पा�रत �कए जाने के बाद 1957 म� 36 सद�यीय रा�य प�रषद क� �थापना क� गई थी।

  • • इन �वधान� ने ज�म-ूक�मीर के �लए ��वसदनीय �वधा�यका क� �थापना क�। • प�रषद ने रा�य �वधानसभा के �लए एक ऊपर� सदन के �प म� काय� �कया। • क� � ने 5 अग�त, 2019 को सं�वधान के अन�ुछेद 370 के �ावधान� को र�द कर �दया था, िजसने ज�म ूऔर क�मीर को �नवास और सरकार� नौक�रय� के �लए �वशषे दजा� �दया था। • ज�म ूऔर क�मीर पनुग�ठन �वधेयक, जो अग�त म� पा�रत �कया गया था, उसने ज�म-ूक�मीर को द� गई �वशषे ि�थ�त को �नर�त कर �दया और रा�य को ज�म-ूक�मीर और ल�दाख ,दो क� � शा�सत �देश� म� �वभािजत कर �दया। �ववरण: • ज�म ूऔर क�मीर एक रा�य �वधानसभा के साथ एक क� � शा�सत �देश होगा। • ज�म ूऔर क�मीर पनुग�ठन अ�ध�नयम, 2019 क� धारा 57 के संदभ� म� ज�म ूऔर क�मीर �वधान प�रषद को समा�त करने के प�रणाम�व�प, यह आदेश �दया जाता है �क रा�य �वधान प�रषद के सभी कम�चार� सामा�य �वभाग को �रपोट� कर�गे। • रा�य �वधानमंडल के बारे म� और जानकार� के �लए ,Click here सामा�य अ�ययन प� 2 से संबं�धत �वषय : �वा��य भारत म� ट�बी के मामल� म� कमी देखी गई है संदभ� : • �व�व �वा��य संगठन (ड��यएूचओ) ने विै�वक तपे�दक (ट�बी) �रपोट� के 2019 सं�करण को जार� �कया है। विै�वक तपे�दक (ट�बी) �रपोट�: • �रपोट� भारत के �लए विै�वक, �े�ीय और देश के �तर पर ��त��या म� ट�बी महामार� का �यापक और अ�य�तत आकंलन उपल�ध कराता है। • यह रोग क� �व�ृ� और 202 देश� और �े�� म� महामार� क� ��त��या पर डटेा भी पेश करता है। • इसम� ट�बी क� घटनाओ ंऔर म�ृय ुदर, ट�बी के �लए केस का पता लगाने और उपचार के प�रणाम� पर डटेा, म�ट��ग-��तरोधी ट�बी (एमडीआर-ट�बी), ट�बी / एचआईवी, ट�बी क� रोकथाम, साव�भौ�मक �वा��य कवरेज के साथ-साथ �व�पोषण शा�मल है। �ववरण: • �रपोट� के अनसुार, �पछले एक साल म� भारत म� तपे�दक के मामल� म� लगभग 50,000 रो�गय� क� सं�या घट� है।

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  • • 2017 म� नए और �फर से उभरे मामल� (�ग स��स�टव) के �लए उपचार क� सफलता दर बढ़कर 81% हो गई, जो 2016 म� 69% थी। • भारत म�, 2018 म� उभरने वाले अनमुा�नत 2.69 �म�लयन ट�बी मामल� म�, 2.15 �म�लयन मामले भारत सरकार क� जानकार� म� थे-5,40,000 रो�गय� के अतंराल को छोड़कर जो सरकार क� �रपोट� म� नह�ं ह�। • भारत ट�बी-�रपोट� 2019 उ�लेख करता है �क भारत ऑनलाइन अ�धसचूना �णाल� (NIKSHAY) के मा�यम से सभी ट�बी मामल� को कवर करने के सवा��धक कर�ब है। �न�कष�: • �वशषे�� के अनसुार, ट�बी द�ुनया म� शीष� सं�ामक जानलेवा रोग है जो ��त�दन 4,000 से अ�धक जीवन को समा�त कर देता है। • यह �रपोट� 2018 म� ट�बी पर पहल� बार संय�ुत रा�� महासभा क� उ�च-�तर�य बठैक म� �नधा��रत ल�य� क� �दशा म� �ग�त ��ततु करती है, जो रा�य के �मखु� के साथ-साथ ड��यएूचओ एंड ट�बी रणनी�त और सतत �वकास ल�य� के ल�य� को सामने लाती है। �य रोग (ट�बी) �या है? • माइकोब�ैट��रयम �यबूरकुलो�सस जीवाण ुट�बी का कारण बनता है। • यह हवा के मा�यम से फैलता है जब ट�बी (िजसके फेफड़ े�भा�वत होत ेह�) से सं��मत �यि�त खांसी, छ�ंक, थकू, हंसी या बातचीत करता है। • जब से ट�बी से लड़ने के �लए एंट�बायो�ट�स का इ�तमेाल �कया जाने लगा, कुछ ��ेन ��स के �लए ��तरोधी हो गए ह�। • म�ट��ग-��तरोधी ट�बी (एमडीआर-ट�बी) तब उ�प�न होती है जब एक एंट�बायो�टक उन सभी जीवाणओु ंको मारने म� �वफल हो जाता है, जो उस एंट�बायो�टक के ��तरोध को �वक�सत करने वाले जी�वत जीवाणओु ंके साथ ल��त होत ेह� और अ�सर एक ह� समय म� अ�य होत ेह�।

  • ट�बी के �सार को रोकने के �लए सरकार ने अपनी खोज म� �कन मह�वपणू� चनुौ�तय� का सामना �कया जा रहा है? • रो�गय� का कोई �ारं�भक वग�करण नह�ं है। ट�बी क� �ेणी जो एक मर�ज से पी�ड़त है, श�ुआत म� जाँच नह�ं क� जाती है और पहल� पंि�त म� उपचार �दया जाता है जो एमडीआर मामल� के �लए बेकार है िजससे ि�थ�त �बगड़ती है। • ट�बी उपचार दै�नक आधार पर होना चा�हए ले�कन एका�तर �दन उपचार काय��म को अ�भावी बना देता है। • इस त�य क� �न�न �नगरानी है �क रोगी �नय�मत �प से खरुाक ले रहा है या नह�ं। इसक� अ�सर गलत �रपोट� क� जाती है। • ट�बी के �लए रा���य रिज�टर म� दज� �कए गए मामल� क� वा�त�वक सं�या वा�तव म� �भा�वत रो�गय� क� सं�या से काफ� कम है और इस�लए यह रोग सं�ामक होने के कारण फैलता रहता है। • दवाओ ंक� मांग और आप�ूत� का अतंर काफ� �यापक है। �वशषे �प से �ामीण जनता के �लए �व�श�ट दवाएं महंगी ह�। रोगी �व�श�ट दवाओ ंके ��त अनसुंधान और अनसुंधान से संबं�धत धन क� कमी है। • ट�बी काय��म का �नजी �े� से मामल� क� अडंर-�रपो�ट�ग क� चनुौती का सामना करना जार� है, जो अ�धकांश मामल� को परूा करता है। • ट�बी कोस� को परूा करने के �लए रोगी के �ह�से पर जाग�कता और िज�मेदार� क� भावना �न�न �तर का है। �न�य (Nikshay): • �दाताओ ंको मामल� को अ�धका�रय� को स�ूचत करने म� मदद करने के �लए 2012 म� '�न�य' नामक एक वेब-आधा�रत एि�लकेशन श�ु �कया गया था। • डॉ�टर� को ऐप डाउनलोड करने क� आव�यकता है। ऐप म� दज� मर�ज� के डटेा को CTD म� एक सव�र से जोड़ा जाएगा। यह इसके दोहराव से बचने म� मदद करेगा। • वेब आधा�रत तकनीक के अलावा, एसएमएस सेवाओ ंका उपयोग रो�गय� के साथ संचार और �दन-��त�दन काय��म क� �नगरानी के �लए �भावी �प से �कया गया है। • इसे रा���य सचूना �व�ान क� � (एनआईसी) �वारा �वक�सत �कया गया है। छोट�-मोट� बात�: तकु� सी�रया से हमले को रोकने के �लए अमे�रका के साथ सहमत है • अमे�रक� उपरा��प�त माइक प�स ने घोषणा क� है �क कुद� बल� को यह बताने के �लए तकु� संघष� �वराम के �लए सहमत हो गया है �क वह उ�र� सी�रया म� एक �े� से सरु��त �प से वापस लेने के �लए जझू रहा था। • हालां�क, समझौता अ�नवाय� �प से तकु� को जो उ�ह�ने अपने स�ैय अ�भयान के साथ पहल� बार कुद� बल� को "सरु��त �े�" से हटाने के �लए मांग क� थी,को �दान करता है। • कुद� बल� को सरु��त �े� से हटाए जाने के बाद, तकु� �थायी संघष� �वराम के �लए ��तब�ध है, ले�कन वह स�ैनक� को वापस लेने के �लए कोई जवाबदेह नह�ं है। • इसके अलावा, समझौता तकु� को उन ��तबंध� से राहत देता है जो �शासन ने लगाए थे। • इस म�ुदे को 10 अ�टूबर के �यापक समाचार �व�लेषण म� शा�मल �कया गया है। अ�धक पढ़ने के �लए यहां Click कर�

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  • �ारं�भक पर��ा त�य सहारा �स�वर चींट�: • सहारा �स�वर चींट� को द�ुनया क� सबसे तज़े चींट� घो�षत �कया गया है। • यह द�ुनया क� 12,000 �ात चींट� �जा�तय� म� सबसे तजे है, जो 855 �मल�मीटर - लगभग एक मीटर - ��त सेकंड को कवर करती है। • चींट� छह परै� वाल� होती है और वह ��त सेकंड शर�र क� लंबाई के 108 गुना को कवर करती है। • चीं�टय� को केवल कुछ अकश�ेक�य �वारा पीछे छोड़ा जाता है: ऑ��े�लयाई बाघ बीटल और कै�लफो�न�या तट�य घनु। • चीं�टय� क� सपुर ग�त संभवतः कठोर रे�ग�तान म� जीवन के �लए उनके अनकूुलन म� से एक है, िजससे उ�ह� तापमान म� भनुाए जाने से पहले अपने �यवसाय के बारे म� ज�द� जाने क� अनमु�त �मलती है। • शीष� ग�त पर, सहारा �स�वर आसानी से अपने �नकटतम ��तयोगी चींट� कैटा�लाइ�फस फो�ट�स को पीछे छोड़ देता है - काफ� कम परै होने के बावजदू। सेना को �मला सट�क गोला बा�द: • 155-�ममी ए�सा�लबरु सट�क-�नद��शत गोला-बा�द, जो अमे�रका से फा�ट �ैक ���या के तहत हा�सल �कया गया है, हाल ह� म� सेना म� शा�मल �कया गया है। • ए�से�लबरु गोला बा�द तोपखाने क� �व�ता�रत सीमा और बहुत ह� उ�च सट�कता के साथ ल�य को �हट करने क� �मता देता है। • ए�से�लबरु �ोजे�टाइल को रे�थयॉन और बीएई �स�ट�स बोफोस� �वारा �वक�सत �कया गया है। • तीन दशक� के अतंराल के बाद, सेना ने नवंबर 2018 म� अपनी पहल� आध�ुनक तोप� शा�मल क�: अमे�रका से M-777 अ��ा-लाइट हॉ�व�जर (ULH) और द��ण को�रया से K9 व�-ट� �व-चा�लत बंदकू� । स�पादक�य सामा�य अ�ययन प� 1 से संबं�धत �वषय : भगूोल ��वतीयक मानसनू: वषा� के �यवहार पर संदभ� : • द��ण पि�चम मानसनू ने आ�खरकार अपनी वापसी श�ु कर द�। इसके साथ, 2019 मानसनू अब तक का सबसे लंबा मौसम बना हुआ है, िजसको वापस लौटने को भारत म� ए सबसे �वलं�बत करार �दया गया है। भारत म� द��ण-पि�चम और उ�र-पवू� मानसनू • उ�र-पवू� मानसनू क� बा�रश भारत क� वा�ष�क वषा� म� लगभग 20% योगदान करती है और इसक� अव�ध अ�टूबर-�दसंबर तक होती है।

  • • द��ण पि�चम मानसनू का स�दय� से अ�ययन �कया जाता है। इसने अ�छ� तरह से �था�पत सहसंबंध �था�पत �कए ह� - उदाहरण के �लए, म�य �शांत म� तापमान, या उ�र�-पि�चमी यरूोप म� भ�ूम क� सतह के तापमान - साथ ह� मानसनू क� वषा� क� मा�ा और �वतरण के बीच, एनई मानसनू के �लए ऐसे कोई �नधा��रत परैामीटर मौजदू नह�ं ह�। हर साल मानसनू क� वापसी को कौन �े�रत करता है? • आम तौर पर,मानसनू वापसी देश के चरम उ�र-पि�चमी �ह�स� से श�ु होती है, जो 1 �सतंबर के आसपास राज�थान और पंजाब को कवर करती है, और 1 अ�टूबर तक च�वाती से एंट��लो�नक ि�थ�तय� म� बदलाव के साथ म�य भारत के रा�य� जसेै महारा�� म� पहंुचती है। यह प�रवत�न प�ृवी के घमूने और सयू� क� सापे� ि�थ�त के कारण होता है। • मानसनू क� वापसी उ�र-पि�चम भारत के एक उ�च दबाव वाले �े� के �वकास के साथ श�ु होती है। • उ�च दाब �े� से मौसम और कम हवा क� ग�त का ��त�न�ध�व करत ेह�, जब�क ती� �न�न दाब �े� नमी देने वाल� हवाओ ंको आक�ष�त करत ेह� और इस�लए बा�रश, गरज या �बजल� जसैी मौसम क� गड़बड़ी होती है। • इस वष� (2019), उपमहा�वीप, �वशषे �प से उ�र� और पि�चमी भारत म� कई कम दबाव वाले मौसम �णा�लय� क� उपि�थ�त ने बा�रश के वापसी के �लए आव�यक उ�च दबाव (यानी एंट�साइ�लो�नक) ि�थ�तय� के समय पर �नमा�ण को रोक �दया। • मौसम एज�सी आम तौर पर मानसनू वापसी क� घोषणा करती है जब उ�र पि�चमी भारत म� �े� म� नमी के �तर म� उ�लेखनीय कमी और कम से कम लगातार पांच �दन� तक �े� म� वषा� म� कमी के साथ एक एंट�साइ�लो�नक प�रसंचरण का �नमा�ण होता है। • हालां�क, समय-समय पर वापसी क� �वशषेताएं �तीत होती थीं, कोई भी लंबे समय तक कायम नह�ं रहता था। इसके अलावा, बहुत ह� भयंकर च�वाती तफूान, �ह�का भी, अरब सागर म� मौसम के �श�थलता के अतं क� ओर बना था, िजसने क�छ, सौरा�� और महारा�� म� नमी पदैा करने म� योगदान �दया था। • य�य�प यह �णाल� ओमान क� ओर बढ़�, ले�कन गुजरात के तट से दरू इसके गठन के श�ुआती �दन� म� �सतंबर के दौरान उ�र-पि�चमी �े�� म� वषा� हुई। • एक और च�वाती प�रसंचरण, जो बंगाल क� खाड़ी म� उ�प�न हुआ, ने �बहार और उ�र �देश म� �यापक वषा� क�। अतीत म� ऐसी ह� घटनाएं • �पछले वष� म� सबसे अ�धक �वलं�बत वापसी 1961 [1 अ�टूबर 1961] म� दज� क� गई थी, उसके बाद 2007 म� 30 �सतंबर को दज� क� गई। आकँड़ े • द��ण भारत म� मानसनू क� बा�रश सामा�य से 15% अ�धक रह� है।

  • • आ�ं �देश, तलेंगाना, कना�टक, केरल और त�मलनाडु म�, जहाँ क� ��य जल आयोग 30 से अ�धक जलाशय� क� �नगरानी करता है, उनका जल �तर 44.2 �ब�लयन �य�ूबक मीटर, या उनक� कुल जी�वत �मता का 84% था, और 10 वष� से 66% क� औसत से बहुत अ�धक था। • आईएमडी के अनसुार, 1 अ�टूबर से 6 अ�टूबर, 2019 क� अव�ध म� उ�र और पि�चमी भारतीय रा�य� ने साम�ूहक �प से 160% अ�त�र�त वषा� �ा�त क� है। • अकेले राज�थान म�, सामा�य से 4 गुना अ�धक बा�रश हुई है। यह स�ुत �न�न दबाव का संकेत है िजसने मानसनू क� वापसी म� देर� क� है। इसका अथ� है �क अ�य�धक बा�रश शहर� बाढ़ क� गाथा म� योगदान दे सकती है। मानसनू म� अ�नय�मतता और �नि�चत मॉडल का अभाव

    ● �लोबल वा�म�ग के ह�ता�र के बीच छोट� बा�रश और लंबे समय तक सखूा तथा लंबे समय तक सखूा पड़ता है।

    ● अल नीनो घटना, िजसे म�य और पवू� �शांत से भमू�यरेखीय जल क� असामा�य वा�म�ग से जोड़ा गया है, को द��ण-पि�चम मानसनू क� �वफलता से जोड़ा गया है।

    ● हालां�क, वष� से शोधकता�ओ ंने यह नोट �कया है �क इससे NE मानसनू पर �वपर�त �भाव पड़ा और स�द�य� म� �वशषे �प से द��ण भारत म� अ�धक मा�ा म� बौछार� हु�।

    ● • इस गम� म�, आईएमडी, द�ुनया भर क� अ�य मौसम संबंधी एज��सय� के साथ, शत� लगाई �क अल नीनो के संभा�वत उ�भव के कारण मानसनू क� बा�रश कम होगी।

    ● अल नीनो क� चेतावनी के बाद भी, यह संकेत नह�ं �दया था �क अग�त और �सतंबर म� बा�रश मसूलाधार होगी।

    ● �हदं महासागर म� प�रि�थ�तयां अनकूुल हो ग� और 2019 म� मानसनू क� अ�य�धक स��यता का कारण बना।

    ● इससे पता चलता है �क �हदं महासागर के �यवहार और मॉनसनू पर इसके �भाव को समझने म� कमी है। ● भारत एक ऐसी �णाल� क� ओर बढ़ रहा है जहां शि�तशाल� कं�यटूर� पर चलने वाले डायना�मकल मॉडल

    मानसनू के पवूा�नमुान का म�ुय आधार बन जाएंगे। ● हालां�क ये भी �शांत महासागर और अल नीनो से संबं�धत �यवहार पर बहुत अ�धक �नभ�र ह�।

    भावी कदम: • भारत को इन मॉडल� के �दश�न म� सधुार के �लए अनसुंधान को आगे बढ़ाने क� आव�यकता है। • जलवाय ुप�रवत�न के साथ भारतीय पड़ोस के आसपास के सम�ु के तापमान म� भार� बदलाव के साथ, NE मानसनू क� प�रवत�न को समझने के �लए और अ�धक मह�व देत ेहुए भारत को जलवाय ुप�रवत�न के अनकूुल होने म� मह�वपणू� भ�ूमका �नभानी चा�हए। सामा�य अ�ययन प� 3 से संबं�धत �वषय : अथ��यव�था विै�वक मंद� को दरू करने के �लए भारत �या कर सकता है? प�रचय: इसे इस टॉ�पक के तहत पढ़�: 1. आ�थ�क मंद�

  • https://byjus.com/free-ias-prep/upsc-exam-comprehensive-news-analysis-sep04-2019/ • आईएमएफ को उ�मीद है �क विै�वक आ�थ�क �वकास इस साल �सफ� 3% होगा, जो 2008 के विै�वक �व�ीय संकट के बाद से सबसे कम है। • 2008 के �वपर�त, जब भारत एक विै�वक आ�थ�क मंद� से अछूता था, 2019-20 क� पहल� �तमाह� म� �वकास दर 5% के छह साल के �नचले �तर पर पहंुच गई और �वकास अनमुान� को एज��सय� �वारा घटा �दया गया,शषे FY20 के �लए। मंद� का कारण: • नवीनतम आईएमएफ �व�व आ�थ�क आउटलकु का कहना है �क एक �स�ंनाइज़ विै�वक आ�थ�क मंद� है। • हाल ह� म�, �व�व �यापार संगठन ने यह भी संकेत �दया �क �व�व �यापार �वकास 1.2% होगा, 3% से नीचे। • इस�लए, �यापार म� बहुत ह� एनी�मक या यहां तक �क एक �लटै �वकास दर अथ��यव�था को नीचे खींच रह� है। और �य��क यह विै�वक एक�करण का यगु है, सभी अथ��यव�थाएं �भा�वत होती ह�। • जसैा �क 1991 के बाद से भारतीय अथ��यव�था धीरे-धीरे खलु रह� है, विै�वक आ�थ�क ि�थ�त भारत म� फैल गई है। 2003 और 2008 के बीच, भारतीय अथ��यव�था औसतन 8% से 9% के बीच थी। लेहमनै �दस� के पतन के बाद, यह 6.2% पर आ गया, ले�कन हम बहुत ठोस थे। भारतीय अथ��यव�था पर विै�वक हेड�वडं का एक ि�पलओवर है। • ��गर �व�व अथ��यव�थाओ ंऔर अमे�रक�-चीन �यापार य�ुध क� संर�णवाद� �व�ृ�य� म� भी �न�हत है। • भारत भी इस और अ�य घरेल ूम�ुद� से �भा�वत है। • कार क� �ब�� के �प म� पूंजीगत व�तओु ंक� मांग कम है। • �रयल ए�टेट मिु�कल म� है। इनम� से कुछ �े�� म� ऋण का �वाह, जो �ब�� के एक मह�वपणू� �नधा�रक थे, �भा�वत हुए ह�। • इससे बाक� अथ��यव�था म� उछाल आया है। विै�वक मांग पटैन� के साथ अपनी �व�नमा�ण और �यापा�रक ग�त�व�ध को संरे�खत करने और द�ुनया क� �वकास दर से खदु को बचाने के �लए भारत इस �तर पर �या सधुार कर सकता है? • मांग म� कमी है। राजकोषीय �ो�साहन को सरकार को देखना चा�हए �य��क साव�ज�नक �नवेश बहुत मह�वपणू� है। • �फर �कसी �कार का सामािजक खच� होना चा�हए जो उपभोग करने के �लए उ�च �व�ृ� वाले लोग� को �भा�वत करता है। गर�ब� तक पहंुचने वाल� कोई भी नकद� बाजार म� ज�द� पहंुच जाएगी।

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  • ● कॉरपोरेट टै�स म� कमी का केवल म�यम अव�ध का असर होगा। ● अ�पाव�ध म�, हम� गर�ब� के हाथ� म� धन �ा�त करने क� आव�यकता है जो उ�ह� बाजार म� �े�षत करत ेह�

    इस�लए सकल मांग उ�प�न होती है और इस ���या म�, हम हाल के �दन� म� असमानताओ ंको भी संबो�धत करत ेह�।

    ● भारत को ए�शयाई बाजार� को टैप करने क� आव�यकता है। उस संदभ� म�, RCEP [�े�ीय �यापक आ�थ�क भागीदार�] एक मह�वपणू� पहल है।

    ● यह हम� पवू�-ए�शयाई देश� म� म�ूय �ृंखलाओ ंके साथ भारतीय अथ��यव�था और उ�पादन को एक�कृत करने क� संभावना �दान करता है।

    ● भारतीय उ�योग एक बड़ ेघरेल ूबाजार के आराम के साथ �वक�सत हुआ है। हम� विै�वक और �े�ीय बाजार� को देखने के �लए उ�योग क� आव�यकता है, �वशषे �प से �म-गहन व�तओु ंके �लए।

    ● अगर हम� घरेल ू�व�नमा�ण उ�योग को मजबतू करना है तो हम� �पये के अ�भम�ूयन से बचना चा�हए। �पये क� �कसी भी �शंसा से अ�धक आयात और कम �नया�त क� स�ुवधा �मलती है, घरेल ूउ�पादन पर ��तकूल �भाव पड़ता है।

    ● आगे जाकर हम� घरेल ू�व� को बढ़ाने और शासन तं� म� सधुार करने क� आव�यकता है। सामा�य अ�ययन प� 3 से संबं�धत �वषय : अथ��यव�था अनभुवज�य अनसुंधान के �लए मह�वपणू� जोड़ यह मामला इस �वषय के अतंग�त आता है:1. अ�भजीत को अथ�शा�� का नोबेल परु�कार (गर�बी का अथ�शा��)

    https://byjus.com/free-ias-prep/upsc-exam-comprehensive-news-analysis-oct15-2019/

    �ारं�भक पर��ा ��न 1. रा���य गोकुल �मशन के संबंध म� �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�: 1. रा���य गोकुल �मशन का उ�दे�य देशी न�ल� के मवे�शय� का संर�ण और �वकास करना है। 2. यह गोजातीय �जनन और डयेर� �वकास के �लए रा���य काय��म (NPBBDD) का एक घटक है। �दए गए कथन म� से कौन सा/से सह� है / ह�? a. केवल 1 और 2 b. केवल 1 c.केवल 2 d. न तो 1 और न ह� 2

    उ�र: a

    https://byjus.com/free-ias-prep/upsc-exam-comprehensive-news-analysis-oct15-2019/

  • �या�या :

    "रा���य गोकुल �मशन" का उ�दे�य एक क� ��त और व�ैा�नक तर�के से �वदेशी न�ल� का संर�ण और �वकास करना है।�मशन को उ�दे�य� के साथ लागू �कया गया है: ए) �वदेशी न�ल� के �वकास और संर�ण बी) �वदेशी मवे�शय� क� न�ल� के �लए न�ल सधुार काय��म श�ु करना ता�क आनवुं�शक मेकअप म� सधुार और �टॉक म� व�ृ�ध हो सके; ग) दधू उ�पादन और उ�पादकता म� व�ृ�ध; घ) �गर, साह�वाल, राठ�, देओनी, थारपारकर, लाल �सधंी और ई) जसेै कुल�न देशी न�ल� का उपयोग करके न�ड�केप मवे�शय� को अप�ेड करना, �ाकृ�तक सेवा के �लए रोग म�ुत उ�च आनवुं�शक यो�यता वाले बलै �वत�रत करना।NPBBDD को डयेर� �े� म� पशपुालन, डयेर� और म��य पालन �वभाग क� चार चल रह� योजनाओं का �वलय करके तयैार �कया गया था। रा���य गोकुल �मशन इसके घटक� म� से एक है।

    2. �लोबल हंगर इंड�ेस के संबंध म� �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�:

    1. �लोबल हंगर इंड�ेस के घटक संकेतक अ�पपोषण, ब�चे क� कमजोर�, ब�चे का बौनापन, बाल म�ृय ुदर ह�।

    2. यह अतंरा����य खा�य नी�त अनसुंधान सं�थान (IFPRI) �वारा ��तवष� �का�शत �कया जाता है।

    �दए गए कथन म� से कौन सा/से सह� है / ह�?

    a. केवल 1

    b. केवल 2

    c. दोन� 1 और 2

    d.न तो 1 और न ह� 2

    उ�र: a

    �या�या:

    �लोबल हंगर इंड�ेस (GHI) एक ऐसा उपकरण है जो �व�व �तर पर, और देश के आधार पर भखू को मापता है और �ैक करता है। 2006 म� बनाया गया, GHI श�ु म� अमे�रका ि�थत अतंरा����य खा�य नी�त अनसुंधान सं�थान (IFPRI) और जम�नी ि�थत Welthungerhilfe �वारा �का�शत �कया गया था। 2007 म�, आय�रश एनजीओ कंसन� व�ड�वाइड भी एक सह-�काशक बन गया। 2018 के बाद, जीएचआई वेलफंुगर�हल और कंसन� व�ड�वाइड क� एक संय�ुत प�रयोजना है, िजसम� IFPRI �रपोट� म� अपनी भागीदार� से अलग है।

    3. �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�:

    1. तलुागी �वीप सोलोमन �वीप का एक �ह�सा है।

  • 2. यह द��ण �शांत म�, सीधे ऑ��े�लया और य.ूएस. के बीच ि�थत है।

    �दए गए कथन म� से कौन सा/से सह� है / ह�?

    a. केवल 1

    b. केवल 2

    c. दोन� 1 और 2

    d.न तो 1 और न ह� 2

    उ�र: c

    �या�या :

    तलुागी सोलोमन �वीप के भीतर एक �वीप है, जो द��ण �शांत म� ि�थत है, सीधे ऑ��े�लया और अमे�रका के बीच है। 1,200 क� आबाद� के साथ यह लगभग दो वग� �कलोमीटर (0.8 वग� मील) है। यह एक पवू� जापानी नौस�ैनक अ�ड ेक� साइट है और ��वतीय �व�व य�ुध म� लड़ाई का �थान था।

    4. �न�न�ल�खत म� से कौन सी ज़नूो�टक बीमा�रयाँ ह�?

    1. ज़नूो�सस वायरस, कवक या परजीवी के कारण हो सकता है ले�कन ब�ैट��रया से नह�ं।

    2. ड�गू और इबोला दोन� ह� ज़नूो�टक रोग ह�।

    �दए गए कथन म� से कौन सा/से अस�य है / ह�?

    a. केवल 1

    b. केवल 2

    c. दोन� 1 और 2

    d.न तो 1 और न ह� 2

    उ�र: a

    �या�या:

    ज़नूो�सस जनूो�टक बीमार� का दसूरा नाम है।ज़नूो�सस वायरस, परजीवी, ब�ैट��रया या कवक के कारण हो सकता है। इस तरह क� बीमार� एक जानवर या क�ट से मन�ुय म� फैलती है। मले�रया, इबोला और ड�गू सभी ज़नूो�टक रोग ह�।

    म�ुय पर��ा ��न

  • 1. भारत म� मानसनू के वापस लौटने क� घटना क� �या�या कर�। य�द मानसनू वापसी म� �वल�ब होता है,तो यह �चतंा का कारण �य� है? (15 अकं, 250 श�द)

    2. नवीनतम आईएमएफ �व�व आ�थ�क आउटलकु का कहना है �क यह एक �स�ंनाइज़ विै�वक आ�थ�क मंद� है। विै�वक मांग पटैन� के साथ अपनी �व�नमा�ण और �यापा�रक ग�त�व�ध को संरे�खत करने और द�ुनया क� �वकास यातनाओ ंसे खदु को बचाने के �लए भारत इस �तर पर �या सधुार कर सकता है?(15 अकं, 250 श�द)

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