on mudras

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On Mudras जजज जजजजजज जजजजज जजजजज जजज जज जज जज जजजजजजज जजजजज जजजज जजज जज, जजज जजजजजज जजज जजजजजज (जजज जजजजजजजजज) जज जजजजजजज जज जजजज जजजजज जजजज जज जजजज जज जजजज जजज जजजजजजज जजजजज जजजजज जज, जज जजज जजज (जज जजजज) जज जजजजजजजज जजजजज जजजजजजजजजज जजजज जजजजज जज जजजजज जज जजजज जज, जज जज जज जजज जजजजज जज जजजजजजज जज जजजजज जज जजजज जज, जजज जजजजजज जज जजजज जजजजजजज जजजज जजजजजजजजज, जजजजज जजजज, जजजजजज जजजजजजज, जजजजज, जजजजजज, जजजजज, जजजज जजजजज - जज जज जज जज जजजजज जज जजज जजजजजजजजज, जज जजजजजजज जजजज जज जजजजज जज जजजज, जज जजजजजज जजजजजज जज जज जजज जज, जजजजजजजज जज जजजजजज जजजज जजजजजजThe Mudras जज जजजजजजजजज जजज जज जजज जज जजजजजज जज जजजजज जजजज जजजजज जजज जजज जजजजजज, जजज जजजज, जजज जजज, जजजजज, जजजजजजजज

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Page 1: On Mudras

On Mudras

जि�स प्रका�र भगवा�न अनन्त न�ग पर ही� यही स�प�र्ण� स�स�र टि�का� हुआ ही�, उस� प्रका�र सभ� तन्त्र (य�ग क्रि य�य!) भ� का" ण्डली� पर टि�का& ही'।

�ब ग"रु का& का+ प� स, स�त� हुई का" ण्डली� शक्ति0 ��गत� ही�, तब सभ� कामली (छे, च ) और गन्ठिन्6य�� भिभन्न ही'।

स"श"म्न न�ड� प्र�र्ण का� म"ख्य पथ बनत� ही�, और मन तब सभ� स�ग< और क्रिवाच�र< स, म"0 ही� ��त� ही�, तथ� म+त्य" पर क्रिवा�य प्र�प्त ही�त� ही�।

स"श"म्न, श"न्य पदवा�, ब्रह्म रन्ध्रा�, मही�पथ, स्म�सन, स�भवा�, मध्य म�ग� - यही सब एका ही� वास्त" का, न�म ही'।

इसक्तिलीय,, इस का" ण्डली� द,वा� का� �ग�न, का, क्तिलीय,, �� ब्रह्म द्वा�र� पर स� रही� ही�, म"द्रा�ओं का� अभ्य�स कारन� च�क्रिहीय,।

The Mudras

दस म"द्रा�य! ही' �� �र� और म+त्य" का� क्रिवान�श कारत� ही'। य, ही' मही� म"द्रा�, मही� बन्ध, मही� वा,ध, का, चर�, उटिMय�न बन्ध, म�ली बन्ध, �ल्न्धर बन्ध, क्रिवापर�त कारन�, क्रिवाज्रो�ली�, शक्ति0 चलीन।

इनका� भगवा�न आटिद न�थ (क्तिशवा��) न! वार्ण�न क्रिकाय� ही� और इन स, आ6< प्रका�र का& द�क्रिवाका सम्पभिQय�R प्र�प्त ही�त� ही�। सभ� क्तिसद्धगर्ण इन्ही! म�नत, ही', और य, म�रुत< का, क्तिलीय� भ� प्र�प्त कारन� काटि6न ही'।

इन म"द्रा�ओं का� हीर 6� ग स, रहीस्य रखन� च�क्रिहीय,, ��स, का�ई अपन� स�न, का& क्रित��र� रखत� ही�, और काभ� भ� क्रिकास� भ� का�रर्ण स, क्रिकास� का� नहीU बत�न� च�क्रिहीय, ��स, पक्रित और पत्नित्न आपन� आपस का& ब�त! छे"प�त, ही'।

The Maha Mudra

य�क्रिन (perineum) का� अपन, left प�र का� एड� स, दब�त, हुय,, और right प�र का� आग, फै� ली� कार उसका& उ�गली�य< का� अपन, अ�ग�6, और पहीली� उ�गली� स, पकाड कार ब�6! ।

स�Rस अन्दर ली,न, का, ब�द �लीन्धर बन्ध (Jalandhara Bandha) द्वा�र� वा�य" का� न�च, का& ओर धका, ली!। ��स, स�Rप स��Y का& म�र स, स��Y का& तरही स�ध� ही� ��त� ही� उस� प्रका�र शक्ति0 (का" ण्डली�) भ� इस स, स�ध� ही� ��त� ही�। तब का" ण्डली� ईद और

पिंप[गली न�ड�य< का� त्य�ग कार स"श"मन (मध्य म�ग�) म! प्रवा,श कारत� ही�।

क्रिफैर वा�य" का� ध�र, ध�र, ध�डन� च�क्रिहीय,, ��र स, नहीU। इस� का�रर्ण स, इस, ब"जिद्धम�न ली�ग< न, मही�म"द्रा� काही� ही�। मही� म"द्रा� का� प्रच�र मही�न ऋक्रि]य< न, क्रिकाय� ही�।

Page 2: On Mudras

मही�न काष्ट ��स, म+त्य" इस स, नष्ट ही�त, ही', और इस� का�रर्ण स, इस, मही� म"द्रा� काही� गय� ही�।

इस, left nostril स, कारन, का, ब�द, क्रिफैर right न�क्तिसका� स, कारन� च�क्रिहीय, और �ब द�न� तरफै का� अ�ग बर�बर ही� तभ� इस, ब�द कारन� च�क्रिहीय,।

इसम! क्तिसद्ध ही�न, का, ब�द का" छे भ� खतरन�ख य� ही�क्रिनका�रका नहीU ही� क्य<क्रिका इस म"द्रा� का, अभ्य�स स, सभ� रस< का, ही�क्रिनका�रका तत्वा< का� अन्त ही� ��त� ही�। �हीर�ली, स, �हीर�ली� �हीर भ� शहीद ��स, असर कारत� ही�।

भ�ख न लीगन�, leprosy, prolapsus anii, colic, and और बदही�म� का, र�ग,-- यही सब र�ग इस मही�म"द्रा� का, अभ्य�स स, दूर ही� ��त, ही'।

यही मही� म"द्रा� मही�न सफैलीत� द�यका बत�ई गई ही�। इस, हीर प्रय�स स, रहीस्य ही� रखन� च�क्रिहीय, और काभ� भ� क्रिकास� का� भ� बत�न� नहीU च�क्रिहीय,।

The Maha Bandha

अपन� left ऐड� का� अपन, न�च, दब� कार (perineum का, स�थ दब� कार) अपन, right foot का� अपन, left thigh पर रख!।

क्रिफैर स�Rस अन्दर ली, कार, अपन� 6�ड� का� अच्छे, स, छे�त� पर दब� कार, और इस प्रका�र वा�य" का� दब� कार, मन का� eyebrows का, मध्य म! स्था�क्रिपत कार!।

इस प्रका�र �ब तका स�भवा ही� वा�य" का� र�का कार, क्रिफैर ध�र, ध�र, क्रिनका�ली!। इस, left side पर कारन, का, ब�द क्रिफैर right तरफै कार!।

का" छे म�नत, ही' का& गली, का� ब�द कारन� �रूर� नहीU ही�, क्य<क्रिका ��हीवा� का� अपन, ऊपर का, द�Rत< का& �ड़ का, against अच्छे, स, दब� कार रख� ��य,, तब भ� अच्छे� बन्ध बनत� ही�।

इस बन्ध स� सभ� न�ड�य< म! ऊपर का& ओर का� प्रवा�ही रुकात� ही�। यही म"द्रा� मही�न सफैलीत� द,न, वा�ली� ही�।

यही मही� बन्ध म+त्य" का� का��न, का� सबस, ही�नही�र उपकारर्ण ही�। इस स, क्रित्रवा,र्ण� उत्पन्न ही�त� ही� (conjunction of the Triveni (Ida, Pingala and Susumna)) और मन का, द�र का� ��त� ही� (eyebrows

का, मध्य का� स्था�न, भगवा�न क्तिशवा का� स्था�न)।

��स, सgन्दय� और सgम्यत� एका न�र� का� ब,का�र ही' यटिद उस का� पक्रित न ही�, उस� प्रका�र मही� म"द्रा� और मही� बन्ध ब,का�र ही' मही� वा,ध का, ।

The Maha Vedha

Page 3: On Mudras

मही� बन्ध म! ब�6 कार, य�ग� का� वा�य" भर कार अपन, मन का� ब�Rध कार रखन� च�क्रिहीय,। गली, का� ब�द कारन, द्वा�र� वा�य" प्रवा�ही (प्र�र्ण और अप�न) का� र�कान� च�क्रिहीय,।

द�न� ही�थ< का� बर�बर धरत� पर रख कार, उस, स्वाय� का� �र� स� उ6�न� च�क्रिहीय, और क्रिफैर अपन, buttocks का� धरत� पर आयसत, स, म�रन� च�क्रिहीय,। ऐस� कारन, स, वा�य" द�न� न�ड�य< का� छे�ड कार ब�च का� न�ड� म! प्रवा,श कारत� ही�।

इस प्रवा,श का� ईद और पिंप[गली का� मिमलीन काहीत, ही', जि�स स, अमरत� प्र�प्त ही�त� ही�। �ब वा�य" ऐस, ही� ��य, म�न� मर गई ही� (हीलीचली ही�न ही� ��य,) त� उस, क्रिनका�ली द,न� च�क्रिहीय,।

इस मही� वा,ध का� अभ्य�स, मही�न क्तिसजिद्धय�R द,न, वा�ली� ही�, �र� का� अन्त कारत� ही�, सफै, द ब�ली, शर�र का� का�Rपन� - इन का� अन्त कारत� ही�। इसक्तिलीय,, मही�न य�ग� �न इसका� स,वान कारत, ही'।

यही त�न< (म"द्रा�य!) ही� मही�न रहीस्य ही'। यही �र� और म+त्य" का, न�शका ही', भ�ख बढा�त, ही', और द�क्रिवाका शक्ति0य�� प्रद�न कारत, ही'।

इन्ही! आ6< प्रका�र स, अभ्य�स कारन� च�क्रिहीय, - हीर र��। इन स, प"ण्य का�श बढात� ही� और प�प काम ही�त, ही'। मन"ष्य का�, अच्छे, स, स�ख कार ध�र, ध�र, इन्का� अभ्य�स बढा�न� च�क्रिहीय,।

म�लीब�ध अथवा� अशk वान� म"द्रा� : ब्रह्रमk चय� वा का" र्णk डक्तिलीन� ��गरर्ण का& सफैलीतम क्रिवामिध

��वान ऊ��� ही�, शक्ति0 ही�। ली,क्रिकान स�ध�रर्णत: त"मk ही�र� ��वान-ऊ��� न�च, का& और प्रवा�क्रिहीत ही� रही� ही�। इसक्तिलीए त"मk ही�र� सब ��वान ऊ��� अन�त वा�सन� बन ��त� ही�। का�म वा�सन� त"मk ही�र� क्रिनमk नतम च ही�। त"मk ही�र� ऊ��� न�च, क्रिगर रही� ही�। और स�र� ऊ��� का�म का, नk द्रा पर इकाट्ठीY

ही� ��त� ही�। इस क्तिलीए त"मk ही�र� स�र� शक्ति0 का�मवा�सन� बन ��त� ही�। एका छे��� स� प्रय�ग, �ब भ� त"मk ही�र, मन म! का�मवा�सन� उ6, त�, ड़र� मत श��त ही�कार ब�6 ��औ। ��र स, शk वा�स का� बही�र फै! का�—उचk छेवा�स। न�का स, ही� शk वा�स का� ��,र स, छे�डन� ही��। भ�तर मत ली�

शk वा�स का�— काk य<क्रिका ��स, भ� त"म भ�तर गहीर� शk वा�स का� ली�ग,, भ�तर ��त� शk वा�स का�म ऊ��� का� न�च, का& धका�त� ही�। बस शk वा�स का� ब�हीर फै, का< और ग"द�द्वा�र (rectum) का� अ�दर का& तरफै ख�च ली�।

�ब स�र� शk वा�स बही�र पिंफै[का ��त� ही�, त� त"मk ही�र� प,� और न�भिभ वा�काk य�म ही� ��त� ही�, श�नk य ही� ��त� ही�। और �ही�� काहीU श�नk य ही� ��त� ही�, वाही�� आसप�स का& ऊ��� श�नk य का& तरफै प्रवा�क्रिहीत ही�न, लीगत� ही�। श�नk य खUचत� ही�, काk य<क्रिका प्रका+ क्रित श�नk य का� बरद�शk त नहीU कारत�, श�नk य

Page 4: On Mudras

का� भरत� ही�। त"मk ही�र� न�भिभ का, प�स श�नk य ही� ��ए, त� म�ली�ध�र स, ऊ��� ततk क्षर्ण न�भिभ का& तरफै अ6 ��त� ही�, और त"मk ही! बड़� रस मिमली,ग�—�ब त"म पहीली� दफ़ा� अन"भवा कार�ग, क्रिका एका गहीन ऊ��� ब�र्ण का& तरही आकार न�भिभ म! उ6 गई। त"म प�ओग!, स�र� तन एका गहीन

सk वा�सk थk य स, भर गय�। एका त��ग�, 6pका वा�स� ही� त��ग� का� अन"भवा कार�ग, ��स� स�भ�ग का, ब�द उद�स� का� ही�त� ही�। वा�स, ही� अगर ऊ��� न�भिभ का& तरफै उ6 ��ए, त� त"मk ही! ही]� का� अन"भवा ही�ग�। एका प्रफै" लीk लीत� घे,र ली,ग�। ऊ��� का� रूप��तरर्ण श"रू हुआ, त"म �k य�द�

शक्ति0श�ली�, �k य�द� सgमनसk यप�र्ण�, �k य�द� उतk फै" लीk ली, सक्रि य, अन-थका, , क्रिवाश्रा�मप�र्ण� म�ली�म पड़�ग,। ��स, गहीर� नUद का, ब�द उ6, ही�, और त��ग� न, घे,र क्तिलीय� ही�।

स��स ली,न! का, क्तिलीय, प्रय�स मत कार�। उसका� स�ध�रर्ण तर�का, स, न�स� म�ग� य�क्रिन न�का स, ही� अ�दर ��न, द�। स��स ली,न, का� प्रय�स नही� कारन� वा� सk वाय� ही� अ�दर ��य,ग�। न�का स, ही� ��र स, ब�हीर फै, कान� ही�।

इस, अगर त"म क्रिनर�तर कारत, रही,, अगर इस, त"मन, सतत स�धन� बन� ली�—और इसका� का�ई पत� क्रिकास� का� नहीU चलीत�; त"म इस, ब���र म! खड़, हुए कार स कात, ही�, त"म दुका�न पर ब�6, हुए कार सकात, ही�, दफ़ातर म! का�म कारत, हुए कार सकात, ही�, का" सt पर ब�6, हुए, काब

त"मन, च"पच�प अपन, प,� का� का� भ�तर खUच क्तिलीय�। एका क्षर्ण म! ऊ��� ऊपर का& तरफै सk फै" रर्ण कार ��त� ही�। अगर एका वाk यक्ति0 टिदन म! काम स, काम त�न सg ब�र, क्षर्ण भर का� भ� म�लीब�ध लीग� ली,, का" छे मही�न< का, ब�द प�एग�, का�मवा�सन� क्रितर�क्रिहीत ही� गई। त�न सg ब�र

कारन� बहुत काटि6न नहीU ही�। यही म' स"गम�तम म�ग� काही रही� हूँR, �� ब्रह्मचय� का& उपलीब्धिw का� ही� सकात� ही�। क्रिफैर और काटि6न म�ग� ही', जि�नका, क्तिलीए स�र� ��वान छे�ड़ कार ��न� पड़,ग�। पर का�ई �रूरत नहीU ही�। बस, त"मन, एका ब�त स�ख ली� क्रिका ऊ��� का� स, न�भिभ तका ��ए

श,] त"मk ही! चिंच[त� नहीU कारन� ही�। त"म ऊ��� का�, �ब भ� का�मवा�सन� उ6, न�भिभ म! इक्ट्ठी� कारत, ��ओ। ��स,-��स, ऊ��� बढ़े,ग� न�भिभ म!, अपन, आप ऊपर का& तरफै उ6न, लीग,ग�। ��स, बत�न म! प�न� बढ़ेत� ��ए, त� प�न� का& सतही ऊपर उ6त� ��ए।

असली� ब�त म�ली�ध�र का� ब�द ही� ��न� ही�। घेड़, का, न�च, का� छे,द ब�द ही� गय�, ऊ��� इकाट्ठीY ही�त� ��एग�, घेड़� अपन, आप भरत� ��एग�। एका टिदन अच�नका प�ओग! क्रिका ध�र,-ध�र, न�भिभ का, ऊपर ऊ��� आ रही� ही�, त"मk ही�र� ह्रदय एका नई स�वा,दन� स, आपk ली�क्रिवात हुआ �� रही� ही�।

जि�स टिदन ह्रदय च पर आएग� त"मk ही�र� ऊ���, त"म प�ओग! क्रिका त"म भर गय, प्र,म स,। त"म �ही�� भ� ऊ6�ग,, ब�6�ग,, त"मk ही�र, च�र< तरफै एका हीवा� बहीन, लीग,ग� प्र,म का&। दूसर, ली�ग भ� अन"भवा कार!ग, क्रिका त"मम! का" छे बदली गय� ही�। त"म अब वाही नहीU रही, ही�, त"म क्रिकास� और

Page 5: On Mudras

तर�ग पर ब�6 गय, ही�। त"मk ही�र, स�थ का�ई और लीहीर भ� आत� ही�—क्रिका उद�स प्रसनk न ही� ��त, ही�, क्रिका दुzख� थ�ड़� द,र का� दुzख भ�ली ��त, ही�, क्रिका अश��त श��त ही� ��त, ही�, क्रिका त"म जि�स, छे� द,त, ही�, उस पर ही� एका छे��Y स� प्र,म का& वा]�� ही� ��त� ही�। ली,क्रिकान, ह्रदय म! ऊ���

आएग�, तभ� यही ही�ग�।

ऊ��� �ब बढ़े,ग�, ह्रदय स, का� 6 म! आएग�, तब त"मk ही�र� वा�र्ण� म! म�ध"य� आ ��एग�। तब त"मk ही�र� वा�र्ण� म! एका स�ग�त, एका स{दय� आ ��एग�। त"म स�ध�रर्ण स, शबk द ब�ली�ग, और उन शबk द< म! का�वाk य ही�ग�। त"म द� शबk द क्रिकास� स, काही द�ग, और उस, त+पk त कार द�ग,। त"म च"प

भ� रही�ग,, त� त"मk ही�र, मgन म! भ� स�द,श क्तिछेप ��ए�ग,। त"म न भ� ब�ली�ग, त� त"मk ही�र� अब्धिस्ततk वा ब�ली,ग�। ऊ��� का� 6 पर आ गई।

ऊ��� ऊपर उ6त� ��त� ही�। एका घेड़� आत� ही� क्रिका त"मk ही�र, न,त्र पर ऊ��� का� आक्रिवाभ��वा ही�त� ही�। तब त"मk ही, पहीली� ब�र टिदख�ई पड़न� श"रू ही�त� ही�। त"म अ�ध, नहीU ही�त,। उसस, पहीली, त"म अ�ध, ही�। काk य<क्रिका उसका, पहीली, त"मk ही! आका�र टिदख�ई पड़त, ही�, क्रिनर�का�र नहीU टिदख�ई पड़त�;

और वाही� असली� म! ही�। सब आका�र< म! क्तिछेप� ही� क्रिनर�का�र। आका�र त� म�ली�ध�र म! ब�ध� हुई ऊ��� का, का�रर्ण टिदख�ई पड़त, ही�। अनk यथ� का�ई आका�र नहीU ही�।

म�ली�ध�र अ�ध� च ही�। इस क्तिलीए त� का�मवा�सन� का� अ�ध� काहीत, ही�। वाही अ�ध� ही�। उसका, प�स आRख क्रिबलीका" ली नहीU ही�। आRख त� ख"लीत� ही�—त"मk ही�र� असली� आRख, �ब त�सर, न,त्र पर ऊ��� आकार प्रका� ही�त� ही�। �ब लीहीर, त�सर, न,त्र का� छे� न, लीगत� ही'। त�सर, न,त्र का, क्रिकान�र, पर

�ब त"मk ही�र� ऊ��� का& लीहीर, आकार �कार�न, लीगत� ही�, पहीली, दफ़ा� त"मk ही�र, भ�तर दश�न का& क्षमत� ��गत� ही�। दश�न का& क्षमत�, क्रिवाच�र का& क्षमत� का� न�म नहीU ही�। दश�न का& क्षमत� द,खन, का& क्षमत� ही�। वाही स�क्ष�तk का�र ही�। �ब ब"द्ध का" छे काहीत, ही�, त� द,ख कार काहीत, ही�। वाही

उनका� अपन� अन"भवा ही�। अन�न"भ�त शबk द< का� काk य� अथ� ही� ? का, वाली अन"भ�त शबk द< म! स�थ�कात� ही�त� ही�।

ऊ��� �ब त�सर� आRख म! प्रवा,श कारत� ही�। त� अन"भवा श"रू ही�त� ही�, और ऐस, वाk यक्ति0 का, वाचन< म! तका� का� बली नहीU ही�त�, सतk य का� बली ही�त� ही�। ऐस, वाk यक्ति0 का, वाचन< म! एका प्र�म�भिर्णकात� ही�त� ही�, �� वाचन< का, भ�तर स, आत� ही�। क्रिकानk हीU ब�ह्र� प्रम�र्ण< का, आध�र पर नहीU।

ऐस, वाk यक्ति0 का, वाचन का� ही� हीम श�सk त्र काहीत, ही�। ऐस, वाk यक्ति0 का, वाचन वा,द बन ��त, ही�। जि�सन, ��न� ही�, जि�सन, परम�तk म� का� चख� ही�, जि�सन, प�य� ही�, जि�सन, परम�तk म� का� पच�य� ही�, �� परम�तk म� का, स�थ एका ही� गय� ही�।

क्रिफैर ऊ��� और ऊपर ��त� ही�। सहीसk त्र�र का� छे�त� ही�। पहीली� सबस, न�च� का! द्रा म�ली�ध�र च ही�, म�लीब�ध, और अ�क्रितम च ही�, सहीसk त्र�र। काk य<क्रिका वाही ऐस� ही�, ��स, सहीसk त्र प�ख"डि़}डय< वा�ली� कामली। बड़� स"�दर ही�, और �ब न्ठिखलीत� ही� त� भ�तर ऐस� ही�

Page 6: On Mudras

प्रत�क्रित ही�त� ही�, ��स, प�र�

वाk यक्ति0तk वा सहीसk त्र प�ख�डि़}डय< वा�ली� कामली ही� गय� ही�। प�र� वाk यक्ति0तk वा न्ठिखली गय� ।

�ब ऊ��� �कार�त� ही� सहीसk त्र स,, त� उसका& प�ख"डि़}डय�� न्ठिखलीन� श"रू ही� ��त� ही�। सहीसk त्र�र का, न्ठिखलीत, ही� वाk यक्ति0तk वा स, आन�द का� झरन� बहीन, लीगत� ही�।

स�वाध�क्रिनय�R –

अगर आप का�ई प्र�र्ण�य�म य� एक्सरस�इ� कारत, ही� त� न�च, क्तिलीख, का" छे ब�त� का� �रूर ध्य�न द, नहीU त� फै�यद, का, ब��य भय�कार न"कास�न ही� ��य,ग� —

– अगर आपन, का�ई क्तिलीडि़क्वाड क्रिपय� ही� च�ही, वाही एका काप च�य ही� क्य< न� ही� त� काम स, काम २ घे��, ब�द प्र�र्ण�य�म कार, और अगर आपन, का�ई स�क्तिलीड (6�स) स�म�न ख�य� ही� त� काम स, काम 5 घे��, ब�द प्र�र्ण�य�म कार,।

ली�ग ब�र ब�र प�छेत, ही� क्रिका ख�न, का, ब�द कार सकात, ही� य� नही�। य, प्रशन प्रदर्शिश[त कारत� ही� क्रिका वा� इन क्रिवामिधय< का� �बरदसk त� अभk य�स कार रही, ही� इनका� ब�झ� समझ रही, ही�। काk य� वा� इसका� कारन, का, दस ब�स मिमन� ब�द ख�न� नही� ख� सकात,।।

– अगर प,� म! बहुत ग�स ही� य� हीर्निन[य� य� अप,डि़ण्डस्का का� दद� ही� य� आपन, 6 मही�न, का, अ�दर प,� य� ही��� का� ऑपर,शन कारवा�य� ही� त� प्र�र्ण�य�म न कार,।

– प्र�र्ण�य�म कारत, समय र�ढ़े का& हीड्डी� एकादम स�ध� रख, और च,हीर, का� 6pका स�मन, रख, (का" छे ली�ग च,हीर, का� स�मन, कारन, का, चक्कार म! य� त� च,हीर, का� ऊपर उ6� द,त, ही� य� �मUन का& तरफै झ"का� द,त, ही� �� का& गलीत ही� ।)

– का�ई दर� य� स�त� च�दर क्रिबछे�कार ही� प्र�र्ण�य�म कार, (न�ग� �मUन पर ब�6 कार प्र�र्ण�य�म न� कार,। और प्र�र्ण�य�म का, 5 मिमन� ब�द ही� �मUन पर प�र रख,। य, ब�र – ब�र द,ख� गय� ही� क्रिका ही��र� ली�ग ऊपर दY गय� म�म�ली� स�वाध�क्रिनय< का� प�लीन नहीU कारत, और प्र�र्ण�य�म

स, उनका� फै�यद, का, �गही न"कास�न पहुचत� ही� और अ�त म! वा, प्र�र्ण�य�म का� का�सत, क्रिफैरत, ही� क्रिका उनका� प्र�र्ण�य�म स, फै�यद� नहीU बब्धिल्का न"कास�न हुआ। �बक्रिका प्र�र्ण�य�म एका बहुत टिदव्य क्रि य� ही� और प्र�र्ण�य�म कारन, स, भ� प�प �लीत, ही� ��स, का& भगवा�न का� न�म �पन, स,

इसक्तिलीए अगर आप बहुत काम��र नहीU ही� त� आप प्रक्रितटिदन काम स, काम 15 मिमन� काप�ली भ�क्रित और 10 मिमन� अन"ली�म क्रिवाली�म प्र�र्ण�य�म �रूर कार,। प्र�र्ण�य�म का� समय ध�र, – ध�र, बढ़े�न� च�क्रिहीए न� क्रिका पहीली, ही� टिदन स, 15 मिमन� प्र�र्ण�य�म श"रू कार द,न� च�क्रिहीए

अन्यथ� गद�न का& नली� म! न्ठिखच�वा य� का�ई अन्य समस्य� प�द� ही�न, का� डर रहीत� ही�।

– स"ख�सन, क्तिसद्ध�सन, पद्मा�सन क्रिकास� भ� आसन म! ब�6! , मगर जि�सम! आप अमिधका द,र ब�6 सकात, ही', उस� आसन म! ब�6! ।

– प्र�र्ण�य�म कारत, समय हीम�र, ही�थ< का� ज्ञा�न य� क्रिकास� म"द्रा� म! ही�न� च�क्रिहीए।

– प्र�र्ण�य�म कारत, समय हीम�र, शर�र म! काहीU भ� क्रिकास� प्रका�र का� तन�वा नहीU ही�न� च�क्रिहीए, यटिद तन�वा म! प्र�र्ण�य�म कार!ग, त� उसका� ली�भ नहीU मिमली,ग�।

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– प्र�र्ण�य�म कारत, समय अपन� शक्ति0 का� अक्रित मर्ण न� कार!।

– हीk र स�Rस का� आन� ��न� क्रिबलीका" ली आर�म स, ही�न� च�क्रिहीए।

– जि�न ली�ग� का� उच्च र0-च�प का& क्तिशका�यत ही�, उन्ही! अपन� र0-च�प स�ध�रर्ण ही�न, का, ब�द ध�म� गक्रित स, प्र�र्ण�य�म कारन� च�क्रिहीय,।

– यटिद आRप्र,शन हुआ ही� त�, छेz मही�न, ब�द ही� प्र�र्ण�य�म का� ध�र, ध�र, अभ्य�स कार!।

– स�Rस, ली,त, समय मन ही� मन भगवा�न स, प्र�थ�न� कारन� ही� क्रिका “हीम�र, शर�र का, स�र, र�ग शर�र स, ब�हीर क्रिनका�ली द! और हीम�र, शर�र म! स�र, ब्रह्म��ड का& स�र� ऊ���, ओ�, त,�ब्धिस्वात� हीम�र, शर�र म! ड�ली द!”।

– ऐस� नहीU ही� क्रिका का, वाली ब�म�र ली�ग< का� ही� प्र�र्ण�य�म कारन� च�क्रिहीए, यटिद ब�म�र नहीU भ� ही' त� सद� क्रिनर�ग� रहीन, का& प्र�थ�न� का, स�थ प्र�र्ण�य�म कार!।

इसम! सफैलीत� मिमलीन, पर का�मभ�वान� वा का�मशक्ति0 सम�पk त ही� ��त� ही�। ग्रहीसk थ स�धका इसका� अभk य�स न� कार, वा� धk य�न का, म�धk यम स, ही� का" र्णk डक्तिलीन� ��गरर्ण का� प्रय�स कार,।।

आभ�र क्रिवाज्ञा�न भ�रवा त�त्र

का" र्णk डक्तिलीन� ��गरर्ण

भ�इय< बहीन<।।

का" र्णk डक्तिलीन� ��गरर्ण का, न�म पर आपन, एका मन"]k य आ क्रित वा उसका, स�त च < का, क्तिचत्र ओर उनस, समk बत्निन्धत तम�म म�त्र ��स, ली� वा� ही� स� ग� आटिद द,ख, ही�ग,। द,ख! त� ही��र< �गही ही� मगर उनका, क्रिवा]य म! का" छे म�ली�म नही�। उनका, स�थ इतन� लीमk ब� चgड� परिरभ�]�य, दY ही�त�

ही� क्रिका उनका� पढा कार भ� का" छे समझ म! नही� आत�। उस क्रिवामिध पर ही��र प�च सg प,� का& क्रिकात�ब, भ� उपलीबk ध ही� जि�नका� पढा कार ही� टिदम�ग का� फैय�� उड ��त� ही�। मगर हीम�र� ख�क्तिसयत ही� क्रिका हीम अधk य�तk म का, न�म पर काटि6न वा अवामk भवा लीगन, वा�ली� च��< का& तरफै ही�

भ�गत, ही�। आस�न क्रि य�ओं पर हीम प्रय�स नही� कारत, काk य<क्रिका वा� सब हीम�र� न�र म! ब,का�र ही�। अपन� काम� वा गलीक्रितय< का& वा�ही स, धk य�न वा का" र्णk डक्तिलीन� ��गरर्ण म! सफैलीत� न� मिमलीन, पर हीम उस क्रिवामिध का& सरलीत� का& वा�ही स, उसम! काम� क्रिनका�लीत, ही�। काटि6न वा

असमk भवा लीगन, वा�ली� च�� का, प�छे, भ�गत, वा क्रिफैर क्रिकास� ऐस, वाk यक्ति0 का� ढा��ढात, ही� �� हीमका� उस क्रिवामिध का& प�र� ��नका�र� द, सका, । वा� स�त च वा�ली� क्रिवामिध त�त्र म�ग� स, ही�। उसका� समk प�र्ण� वार्ण�न यही� नही� कार रही, काk य<क्रिका उस म�ग� स, का" र्णk डक्तिलीन� ��गरर्ण कारन, पर त�त्र म�ग�

का, आपस, शक्ति0श�ली� ली�ग आपका& शक्ति0 छेYनत, रहीत, ही� आपका� पत� नही� चलीत�। य� वा� आपका� ग"ली�म बन� ली,त, ही�। यही� का" र्णk डक्तिलीन� शक्ति0 का& च�र� ही�। वा� का" र्णk डक्तिलीन� ��गरर्ण का& एका काम��र प्रक्रि य� ही�। य�द रन्ठिखय, य�ग त�त्र स, श्रा,]k 6 ही�। य�ग

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म�ग� स, का" र्णk डक्तिलीन� ��गरर्ण

ही�न, पर दुक्रिनय� का& बड� स, बड� शक्ति0 आपका� का" छे नही� क्रिबग�ड सकात�। य�ग म�ग� स, का" र्णk डक्तिलीन� ��गरर्ण कारन, पर का�ई इसका� च"र� नही� सकात�।।

न�च, दY गय� का" र्णk डक्तिलीन� ��गरर्ण का& क्रिवामिध ही6 य�ग का� अ�ग ही�। य, अपन, ग्र"प का, एका स�धका द्वा�र� बत�इ गय� य�ग म�ग� स, का" र्णk डक्तिलीन� ��गरर्ण का& ग"पk त वा दुली�भ प्रक्रि य� का& सरली स�ध� भ�]� म! समk प�र्ण� ��नका�र� ही,�।। य, उनका, द्वा�र� क्रिकाय� गय� ख"द का� प्रय�स ही�।।

का" र्णk डक्तिलीन� ��गरर्ण बहुत ही� सरली वा स�ध� प्रक्रि य� ही�।। वा� स�धका स�मन, नही� आन� च�हीत, काk य,��क्रिका वा� अपन� स�धन� म! वाk यसk त रहीत, ही� और पडि़�लीका का& भ�ड लीग�न� पस�द नही� कारत, और न� अपन� न�म वा प्रच�र च�हीत, ही�।। मगर आप ली�ग यटिद इस क्रिवामिध स, का" र्णk डक्तिलीन�

��गरर्ण का� प्रय�स कारत, ही� त� आपका, स�र, सवा�ली< का� �वा�ब म,र, म�धk यम स, मिमलीत� रही,ग�।।

क्रिवामिध

का" ण्डली�न� ��गरर्ण का, क्तिलीय, सबस, पहीली, न�ड� श�धन ( श�धन का� मतलीब श"द्ध कारन�) प्र�र्ण�य�म कारन� ही�त� ही�, जि�सस, न�क्रिडय� स�फै ही� ��त� ओर स�धका का, अन्दर प्र�र्ण शक्ति0 का� का� वा,ग और स�वा,दन� बढा ��त� ही�।।

न�ड� श�धन प्र�र्ण�य�म

न�ड� श�धन प्र�र्ण�य�म कारन, का, क्तिलीय, आप पहीली, य, द,न्ठिखय, क्रिका आपका& स��स ब��य� न�का स, चली रही� ही� य� द�य� न�का स,।। जि�स न�का स, स��स चली रही� ही�ग� उस� न�का स, इसका� अभk य�स श"रू क्रिकाय� ��य,ग�।। म�न ली�जि�य, क्रिका द�यU न�का स, स��स चली रही� ही�।। अब द�य�

न�का स, पहीली� ब�र प्र�र्ण वा�य" अ�दर ली! और उस, अन्दर ही� र�का कार रख, और म�लीब�ध और ��ली�धर ब�ध लीग�य,।। अब इस, सही� रूप स, �ब तका र�का सका, र�,का, रख! (अ�दर स��स र�कान, का� आ�तरिरका का" मk भका काहीत, ही�) उसका, ब�द जि�स न�क्तिसका� स, स��स ली� थ� उसका, दूसर�

न�क्तिसका� स, स��स का� ब�हीर क्रिनका�ली द! वा ब�हीर ही� र�का कार वा�हीय का" म्भका (स��स का� ब�हीर क्रिनका�ली कार र�कान, का� वा�हीय का" मk भका काहीत, ही�) कार! ओर अबका& ब�र त�न< बन्ध लीग�ऐंं� म�ली बनk ध ��लीन्धर बनk ध उड�य�न बनk ध इसका, स�थ प्र�र्ण वा�य" का� यथ� शक्ति0 ब�हीर ही� र�का,

इस तरही एका चरर्ण प�र्ण� हुआ।।

त�न ब�ध

1 - म�ली बन्द

इस, लीग�न, का, क्तिलीय, आपका� अपन, क्तिलीग� वा ग"द� का, ब�च का, स्था�न का� अन्दर का& ओर खUच कार रखन� ही�त� ही�।।

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2 - उड�य�न बन्द

इसका, क्तिलीऐ आपका� न�भिभ प्रद,श का� अन्दर का& ओर खUच कार रखन� ही�त� ही�।।

��लीन्धर बन्द

3 - इसका, क्तिलीऐ आपका� अपन� गद�न का� झ"का� कार 6�ड� का� कार्णk 6 का" प म, लीग� कार रखन� ही�त� ही�।।

(�ब आप एका न�क्तिसका� स, स��स ली,त, ही� ओर द� ब�ध लीग�कार स��स र�काकार दूसर� न�क्तिसका� स, स��स ब�हीर छे�ड द,त, ही� ओर क्रिबन� स��स क्तिलीय, त�न< बनk ध लीग�त, ही� और क्रिफैर दूसर� न�का स, स��स ली,त, ही� त� इस, स��स का� एका चरर्ण प�र्ण� हूँआ ऐस� काहीत, ही')

स��स ली,त, वा छे�डत, समय स�र, ब�ध ही�� द!।

जि�स न�का स, स��स छे�ड� अब उस� न�का स, स��स ली,न� ही�।। ब�र� ब�र� यही� क्रि य� कारन� ही�।

स�वाध�क्रिनय�

A)-समk प�र्ण� क्रि य� का, समय आ�ख, ब�द रख, नही� त� आ�ख< का& र�शन� खर�ब य� प�र� तरही अ�ध�पन ही� सकात� ही�।

B)-यटिद क्रि य� का, समय म�ली ब�ध न� लीग�य� ��य, त� का�ई ऐस� भय�कार श�र�रिरका समसk य� ही� सकात� ही� जि�सस, क्रिका आपका� ���Y प,श�ब हीर समय बहीत� रही,ग� और उसका� का�ई इली�� नही� ही� सका, ग�।

स�रूवा�त ध�र, ध�र, 15 य� 20 चरर्ण स, कारन� च�क्रिहीय, उसका, ब�द अपन� छेमत� अन"स�र थ�ड� बढा�त, ��ऐ।। चर्ण� का, प�र्ण� कारन, का, स�थ स�थ द�न� का" म्भका� म, 6हीरन, का� वा0 भ� बढा�त, ��ऐ।।

सद�वा ध्य�न रख, का& �ब स��स भर, त� स� का& धवाक्रिन का, स�थ वा छे�डत, समय ही� का& धवाक्रिन का, स�थ छे�ड, इस तरही र�� च�र चरर्ण बढा�त, रही, र�� स�बही श�म ख�ली� प,� कार! य� भ��न का, प�च घेण्�, ब�द।। स� और ही� का& धk वाक्रिन स, आपका, प�प का�त, ही�। प�प का�, क्रिबन� वा

म�नक्तिसकात� श"द्ध हुय, क्रिबन� का" र्णk डक्तिलीन� ��गरर्ण समk भवा ही� नही� ही�। स� य�क्रिन क्तिशवाततk वा अ�दर ��न� वा ही� य�क्रिन हीम�र� अही�का�र ब�हीर ��न�।।

का" छे ही� टिदन< म! आपका, अन्दर प्र�र्ण न�ड�य� म, हीली चली स�रू ही� ��ऐग� ओर आप हीर समय एका नय� बदली�वा महीस�स कारन, लीग,ग!। आपका� प�र का, न�च, का� क्रिहीस्स� अन्दर का& ओर न्ठिखचत, महीस�स ही�ग� वा ही�थ� का& हीथ,क्तिलीय< म, भ� ऐस� ही� महीस�स ही�ग�।। य, श�भ लीक्षर्ण ही'।

अब आपका& अप�न वा�य" उपर सम�न वा�य" स, मिमलीन, लीग,ग� उसका, ब�द वा� प्र�र्ण वा�य� स, आनक्रित्रका का� म्बका का, म�ध्यम स, मिमली,ग� तब ब्रहीम न�ड� पर दब�वा पड,ग� ओर वा� उस, ख�लीन, का� प्रय�स कार,ग� तब आपका� ऐस� महीस�स ही�ग� ��स, का�इ आपका& प�न्� ख�ली रही� ही� ओर वा�

ख"ली रही� ही� ��स, ही� प्र�र्ण ब्रहीम न�ड� म, ��न, लीग,ग! आपका& ग"द� भ�ग अपन, आप अशk वान� म�द्रा� कारन, लीग,ग� ओर आपका& ब�ल्� का, स्था�न का, न�च, का�ई च�� उल्�Y टिदश� म! घे�म,ग� जि�स्स, आपका� अपन� प�न्� का, ख"लीन, ��स� आभ�स ही�ग� ओर आप महीस�स कार,ग! का& आपका,

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शर�र म, पहीली, स, ��द� लीच�ली� पन आ गय� ही�।।

अब आपका� आग, का, च � का� भ,दन स�रू ही�ग�।। इसका, का�रर्ण आपका� प�6 का, क्रिनचली, भ�ग म, थ�ड� पर स"खद दद� महीस�स ही�ग� तब उस दद� प, ध्य�न कार! ओर ��स, ही� आप वाही� ध्य�न द,ग! त� का" छे समय य� का" छे टिदन ब�द उपर का& ओर चलीन, लीग,ग�।। ऐस� कारत, हुऐ �ब

वा� न�भिभ का, 6pका प�छे, ही�ग� वाही� वा� का�फै& ध्य�न का, ब�द आग, बढा,ग� ओर आपका� बहूँत र�हीत महीस�स ही�ग�।। पर अभ� दूर ��न� ही� अब आपका, द�न� कान्ध< का, मध्य एका अ��ब अहीस�स ही�ग�।। थ�ड� दद� थ�ड़� स्पा�का� स� महीस�स ही�ग�।। बस यही� पर ईस्वार समर्निप[त भ�वा का,

स�थ आग, बढा,।।

########################################################

स�वाध�न

(ईशk वार समर्निप[त भ�वा का� मतलीब ही� क्रिका ईशk वार पर क्रिवाशk वा�स रख कार वा अपन, आप का� प�र� तरही उसका, ही�थ< म! स{पकार उनका� आभ�र कारत, हुय, आग, बढा,।। य, काद�क्रिप न स�च! क्रिका का" र्णk डक्तिलीन� ��गरर्ण म,र� म,हीनत का� नत��� ही� य� य, म� कार रही� ही��, म� कारन, म! सफैली ही�

गय� आटिद।। इस सk थ�न पर कात�� बनन, पर आपका� न"कास�न ही� सकात� ही�)

########################################################

यही� भ�वा का, स�थ ध्य�न कारन, स, आपका� सफैलीत� मिमली,ग� �ब आप इसका� भ,दन कार,ग! तब आपका� अपन, का" छे ही�न, का� अहीस�स ही�ग� अपन, पर�ए का� भ,द मिम�न, लीग,ग� उसका, ब�द आप भ�वान� वा ध्य�न का, दु�र� आग, का, च � का� भ,दन कारत, रही, �ब आप क्रिवा]"द्ध च का�

भ,दन कार!ग, त� आपका� अपन� गद�न का, प�छे, एका क्रिबन्दु म! स"इ च"भन, का� आभ�स ही�ग� ओर आप स�र� ध्य�न वाही� उस� क्रिबन्दु पर लीग�ऐ।। �ब वा� ख"ली,ग� तब आपका� लीग,ग� ��स, आपका� कार्णk 6 बहूँत हील्का� ही� गय� ही� ओर अ�दर स, न�च, स, उपर का� उली� गय� ही�।। उसका,

ब�द शक्ति0 आज्ञा� च पर आय,ग�।। वाही�R थ�ड� वा0 लीग,ग� काय<क्रिका वाही� द� शक्ति0 य� ही� एका ही� कालीपन� शक्ति0 दुसर� इच्छे� शक्ति0 आपका� द�न� का, मध्य स, ही�कार ��न� ही� का�इ भ� शक्ति0 आपका� अपन� तरफै आ क्तिसत कार सकात� ही� बस ईस्वार का� इस्मरर्ण कारत, हूँऐ

आग, बढात, रही, अब आपका, क्तिशख� स्था�न म, हीली चली ही�ग� ओर काभ� आपका� अपन, सर का, प�छे, द� च ऐका दूसर, का& क्रिवापर�त टिदश� म, घे�मत, हुऐ महीस�स ही�ग!।। अगर आRख! बन्द कारन, पर उनका& गक्रित का� भ� महीस�स कार सकात, ही� उसका, ब�द का, अन"भवा स�धका का& इच्छे�

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शक्ति0 वा कालीपन� शक्ति0 का, उपर ही�त, ही�।। इस अवास्था� म, स�धका का� य, समझन� म�सक्रिकाली नही� ही�त� ही� का& ईस्वार म, �� अन्नत रूप ही' वा� स�धका म, अन्स रूप म, ही�।। यही�R स, आप सही� अथ� म, ध�र्मिम[का ही�न� क्य� ही�, धम� क्य� ही�, वा� सब समझन, लीगत, ही� वा क्तिलीख�

पढा� सब अप�र्ण� लीगत� ही�।। स�र, सवा�ली< का, �वा�ब अ�दर स, ही� मिमलीन, लीगत, ही� का" छे पढान, य� क्रिकास� स, का" छे प�छेन, का& �रूरत नही� पडत�।।

इस प�सk � का� पढाकार 6pका स, समझ कार ही� प्रय�स कार, �� ब�त समझ म! न� आय, मन म! का�ई श�का� ही� त� सg सवा�ली प�क्तिछेय,। गलीत क्रिवामिध स, कारन, पर न"कास�न स"क्रिनभि�त ही�।

का" र्णk डक्तिलीन� ��गरर्ण का, ब�द स,काk स का& भ�वान� अथ��त का�म भ�वा प�र� तरही सम�पk त ही� ��य,ग� और सk त्र� प"रू]k ा� पश" पक्ष� आटिद का� भ,द मिम� ��य,ग�।

य, क्रिवामिध बत�न, वा�ली, भ�ई का� आभ�र।