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Page 1: SamarthyaSrot

अनु�क्रम

Page 2: SamarthyaSrot

प्रा�तः� स्मरणीय पू�ज्यपू�दसं�तः श्री आसं�र�मजी बा�पू�

के�संत्सं�ग-प्रावचन

सं�मर्थ्यय� स्रो तःनिनव�दन

पू�ज्य बा�पू� की सहज बा�लचा�ल म� अनु�भव स�पून्न गी�ता�ज्ञा�नु की म�धु�य�ता� इस प्रकी�र निनुखर आता� ह% निकी निवद्वा�नु इसम� तात्त्व-अम(ता निनुह�र सकीता) ह*, स�धुकी की�म-स�कील्पू की) की�,टों. की� चा�नुकीर फें� की सकीता) ह*। स�स�र� ज�वनु ज�नु) व�ल) सत्य की स�धुनु� पूर अग्रसर ह�नु) की� उत्स�की ह� सकीता) ह*।

समिमनिता नु) पू�ज्य बा�पू� की सहज बा�लचा�ल की धु�र� की� स�ग्रह�ता कीरकी) पू�स्ताकी की) रूपू म� आपूकी) कीरकीमल. ताकी पूहुँ,चा�नु) की� बा�लयत्नु निकीय� ह%। गी�णग्र�ह� दृमि: स) इसकी� ल�भ उठा�नु) की की( पू� कीर�। सनु�तानु धुम� की) उच्च शि>खर. की) अनु�भव स�पून्न इनु स�ता की अम(ताव�ण� और. ताकी पूहुँ,चा�कीर पू�ण्य की) भ�गी� बानु�।

निवनतः,श्री य ग व�द�न्तः सं�व� संमिमनितः

अमद�व�द आश्रीमॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अन%क्रमनिनुव)दनुस�मर्थ्यय� स्रो�ता भ�षण. की� भ�षणG >�ल सत्स�गी - स�धु�

Page 3: SamarthyaSrot

>�ल की� द�नु ' चाता�र�ई चा�ल्ह) पूड़ी� .... गी�ता� स) आत्मज्ञा�नु पू�य� पू�,चा आश्चय� आठा पू�पू. की� घड़ी� सत्स�गी मनिहम� निवधु)य�त्मकी ज�वनुदृमि:

ता�नु दुल�भ चा�ज� गी�ता� म� मधु�र ज�वनु की� म�गी� स�ख की� स्रो�ता अपूनु) आपू म�

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

सं�मर्थ्यय� स्रो तःर�वण की) जम�नु) म� एकी बाड़ी) सद�चा�र�, >�ल की� धु�रण कीरनु) व�ल) र�ज� चाक्वव)ण हुँए। बाड़ी� स�द� ज�वनु था�

उनुकी�। र�जपू�टों ह�ता) हुँए भ� य�गी� की� ज�वनु ज�ता) था)। प्रज� स) ज� कीर आता� था�, उसकी� प्रज� की� ख�नु-स� समझता) था)। उसकी� उपूय�गी व्यशिRगीता स�ख, ऐश्वय�, स्व�था� य� निवल�स म� निबाल्की� ल नुहU ह�नु) द)ता) था)। र�जमहल की) पू�छे) ख�ल� जम�नु था�, उसम� ख)ता� कीरकी) अपूनु� गी�ज�र� कीर ल)ता) था)। हल ज�तानु) की) शिलए बा%ल कीह�, स) ल�य� ? खज�नु� ता� र�ज्य की� था�, अपूनु� नुहU था�। उसम� स) ता� खचा� नुहU कीरनु� चा�निहए। .....ता� र�ज� स्वय� बा%ल की जगीह ज�ता ज�ता) था) और उनुकी पूत्नु� निकीस�नु की जगीह। इस प्रकी�र पूनिता पूत्नु� ख)ता� कीरता) और ज� फेंसल ह�ता� उसस) गी�ज�र� कीरता)। कीपू�स बा� द)ता)। निफेंर घर म� ता�नु�-बा�नु� कीरकी) कीपूड़ी) बानु� ल)ता), खद्दर स) भ� म�टों)।

चाक्वव)ण र�ज� की) र�ज्य म� निकीस� की अकी�ल म(त्य� नुहU ह�ता� था�, अकी�ल नुहU पूड़ीता� था�, प्रज� म� ईम�नुद�र� था�, स�ख->�न्तिYता था�। प्रज� अपूनु) र�ज�-र�नु� की� स�क्षा�ता[ शि>व-पू�व�ता� की� अवता�र म�नुता� था�। पूव� त्य\ह�र की) दिदनु. म� नुगीर की) ल�गी इनुकी) द>�नु कीरनु) आता) था)।

पूव� की) दिदनु था)। की� छे धुनु�ढ्य मनिहल�य� सज धुजकीर र�जमहल म� गीईं। र�नु� स) मिमलU। र�नु� की) वस्त्र ता� स�द), घर की ता�नु�-बा�नु� कीरकी) बानु�य) हुँए म�टों)-म�टों)। अ�गी पूर की�ई ह�र)-जव�हर�ता, स�वण�-अल�की�र आदिद की� छे नुहU। की मता� वस्त्र-आभ�षण. स), स�वण�-अल�की�र. स) सज�धुज� बाड़ी) घर�नु) की मनिहल�ए, कीहनु) लगीU- "अर) र�नु� स�निहबा� ! आपू ता� हम�र� लक्ष्म� ज� ह*। हम�र) र�ज्य की मह�र�नु� पूव� की) दिदनु. म� ऐस) कीपूड़ी) पूहनु� ? हम� बाड़ी� दुGख ह�ता� ह%। आपू इतानु� मह�नु निवभ�निता की धुम�पूत्नु� ! .....और इतानु) स�द), शिचाथाड़ी) ज%स) कीपूड़ी) ! ऐस) कीपूड़ी) ता� हम नु\कीर�नु� की� भ� पूहनुनु) की� नुहU द)ता)। आपू ऐस� ज�वनु निबाता�ता� ह� ? हम� ता� आपूकी जिजYदगी� पूर बाहुँता दुGख ह�ता� ह%।"

आदम� ज%स� स�नुता� ह%, द)र सव)र उसकी� प्रभ�व शिचात्त पूर पूड़ीता� ह� ह%। अगीर स�वधु�नु नु रह) ता� की� स�गी की� र�गी लगी ह� ज�ता� ह%। हल्की) स�गी की� र�गी जल्दd लगीता� ह%। अताG स�वधु�नु रह�। की� स�गी सत्पूथा स) निवचाशिलता कीर द)ता� ह%।

दूसर� मनिहल� नु) कीह�G "द)ख� ज� ! हम�र) य) ह�र) की% स) चामकी रह) ह* ! .... और हम ता� आपूकी प्रज� ह*। आपू हम�र� र�नु� स�निहबा� ह*। आपूकी) पू�स ता� हमस) भ� ज्य�द� की मता� वस्त्र�ल�की�र ह�नु) चा�निहए ?"

ता�सर� नु) अपूनु� अ�गी�ठाf दिदख�य�। चा\था� नु) अपूनु) ज)वर दिदख�य)। चाक्वव)ण की पूत्नु� ता� एकी और उसकी� बाहकी�नु) व�ल� अनु)की। उनुकी) श्व�स�च्छा�व�स, उनुकी) निवल�स� व�यब्रे)>नु स) र�नु� निहल गीई। व) स्त्रिस्त्रय�, ता� चाल� गीईं ल)निकीनु चाक्वव)ण की) घर म� आगी लगी गीई।

र�नु� नु) बा�ल ख�ल दिदय) और स्त्र�चारिरत्र म� उतार आई। र�ज� र�ज-दरबा�र स) ल\टों)। द)ख� ता� द)व� ज� की� रूद्र स्वरूपू ! पू�छे�G

"क्य� बा�ता ह% द)व� ?""आपू म�झ) म�ख� बानु� रह) ह*। म* आपूकी र�नु� की% स� ? आपू ऐस) मह�नु[ सम्रा�टों और म* आपू ज%स) सम्रा�टों की

पूत्नु� ऐस� दरिरद्र ? म)र) य) ह�ल ?"

Page 4: SamarthyaSrot

"ता�झ) क्य� चा�निहए ?""पूहल) वचानु द�।""ह�,, वचानु द)ता� हूँ,। म�,गी।""स�वण�-अल�की�र, ह�र) जव�हर�ता, की मता� वस्त्र-आभ�षण..... ज%स) मह�र�निनुय. की) पू�स ह�ता) ह*, व%स� ह� म)र�

व्यवस्था� ह�नु� चा�निहए।"र�ज� वस्ता�स्थिस्थानिता स) ज्ञा�ता हुँए। व) समझ गीय) निकीG "वस्त्र�ल�की�र और फें% >नु की गी�ल�म मनिहल�ओं नु) इसम�

अपूनु� निवल�शिसता� की� कीचार� भर दिदय� ह%। अपूनु� अYताGकीरण सज�नु) की) बाज�य ह�ड़ी-म��स की� सज�नु) व�ल� अल्पूमनिता म�इय. नु) इस) प्रभ�निवता कीर दिदय� ह%। म)र� उपूद)> म�नु)गी� नुहU।

इसकी) शिलय) ह�र)-जव�हर�ता, गीहनु)-कीपूड़ी) कीह�, स) ल�ऊँ, ? र�ज्य की� खज�नु� ता� प्रज� की� ख�नु ह%। प्रज� की) ख�नु की� >�षण कीरकी) , स्त्र� की� गी�ल�म ह�कीर, उसस) उसकी� गीहनु) पूहनु�ऊँ, ? इतानु� नु�ल�यकी म�झ) ह�नु� नुहU ह%। प्रज� की� >�षण कीरकी) औरता की� आभ�षण दू, ? धुनु कीह�, स) ल�ऊँ, ? नु�निता क्य� कीहता� ह% ?

नु�निता कीहता� ह% निकी अपूनु) स) ज� बालव�नु[ ह�, धुनुव�नु ह� और दु: ह� ता� उसकी� धुनु ल) ल)नु) स) की�ई पू�पू नुहU लगीता�। धुनु ता� म�झ) चा�निहए। नु�निताय�R धुनु ह�नु� चा�निहए।'

र�ज� स�चानु) लगी)G "धुनुव�नु और दु: ल�गी ता� म)र) र�ज्य म� भ� ह.गी) ल)निकीनु व) म�झस) बालव�नु नुहU ह*। व) म)र) र�ज्य की) आश्रिsता ह*। दुबा�ल की� धुनु छेdनुनु� ठाfकी नुहU।"

निवचा�र कीरता)-कीरता) अड़ी�स-पूड़ी�स की) र�ज�ओं पूर नुजर गीई। व) धुनुव�नु ता� ह.गी), बा)ईम�नु भ� ह.गी) ल)निकीनु बालव�नु भ� नुहU था)। आखिखर य�द आय� निकी र�वण ऐस� ह%। धुनुव�नु भ� ह%, बालव�नु भ� ह% और दु: भ� ह� गीय� ह%। उसकी� धुनु ल)नु� नु�निताय�R ह%।

अपूनु) स) बालव�नु[ और उसकी� धुनु ? य�चानु� कीरकी) नुहU, म�,गीकीर नुहU, उधु�र नुहU, द�नु नुहU, चा�र� कीरकी) नुहU, य�शिR स) और हुँक्म स) ल)नु� ह%।

र�ज� नु) एकी चाता�र वज�र की� बा�ल�य� और कीह�G "ज�कीर र�ज� र�वण की� कीह द� निकी द� मनु स�नु� द) द)। द�नु-धुम� की) रूपू म� नुहU, ऋण की) रूपू म� नुहU। र�ज� चाक्वव)ण की� हुँक्म ह% निकी 'कीर' की) रूपू म� द� मनु स�नु� द) द)।"

वज�र गीय� र�वण की सभ� म� और बा�ल�G "ल�की) > ! र�ज� चाक्वव)ण की� आद)> ह%, ध्य�नु स) स�नु�।"र�वणG "द)व, द�नुव, म�नुव, यक्षा, निकीन्नर, गीन्धव� आदिद सबा पूर ल�की�पूनिता र�वण की� आद)> चालता� ह% और

उस र�वण पूर र�ज� चाक्वव)ण की� आद)> ! हूँ,ऽऽऽ...." र�वण गीरज उठा�।निवभ�षण आदिद नु) कीह�G "र�जनु ! की� छे भ� ह�, वह सYद)>व�हकी ह%, दूता ह%। उसकी बा�ता स�नुनु� चा�निहए।"र�वणG "ह�,, क्य� बा�लता) ह� ?" र�वण नु) स्व�की( निता दd।वज�रG "द�नु की) रूपू म� नुहU, ऋण की) रूपू म� नुहU, ल)निकीनु र�ज� चाक्वव)ण की� आद)> ह% निकी 'कीर' की) रूपू म�

द� मनु स�नु� द�, नुहU ता� ठाfकी नुहU रह)गी�। ल�की� की� र�ज्य खतार) म� पूड़ी ज�य)गी�।" चाक्वव)ण की) वज�र नु) अपूनु) स्व�म� की� आद)> स�नु� दिदय�।

र�वणG "अर) मच्छार ! इस र�वण स) बाड़ी)-बाड़ी) चाक्रवताy डरता) ह* और वह जर� स� चाक्वव)ण र�ज� ! म�झ पूर 'कीर' ? हूँ,ऽऽऽ..... अर) ! इसकी� बा�,धु द�, की% द म� ड�ल द�।" र�वण आगीबाबा�ल� ह� गीय�।

सबानु) सल�ह दdG "मह�र�ज ! यह ता� बा)चा�र� अनु�चार ह%, शिचाट्ठीd की� चा�कीर। इसकी� की% द कीरनु� नु�निता की) निवरूद्ध ह%। आपू स�नु� नु द�, की�ई हज� नुहU निकीYता� इसकी� छे�ड़ी द�। हमनु) र�ज� चाक्वव)ण की� नु�म स�नु� ह%। वह बाड़ी� >�लसम्पन्न र�ज� ह%। बाड़ी� सज्जनु, सद�चा�र� ह%। उसकी) पू�स य�गी-स�मर्थ्यय�, स�क्ष्म जगीता की� स�मर्थ्यय� बाहुँता ह%।"

"ता� र�वण क्य� कीम ह% ?""ल�की) > ! आपू भ� कीम नुह� ह%। ल)निकीनु वह र�ज� >�ल की� पू�लनु कीरता� ह%।""सबाकी क्य� र�य ह% ?" पू�र) म�नित्रमण्डल पूर र�वण नु) नुजर ड�लता) हुँए पू�छे�।"य� ता� द� मनु स�नु� द) द�......"

Page 5: SamarthyaSrot

"म* स�नु� द) दू, ?" सल�हकी�र. की बा�ता बा�चा स) ह� की�टोंता) हुँए र�वण गीरज उठा�। "य�चाकी भ�ख म�,गीनु) आय) ता� द) दू, ल)निकीनु म)र) ऊँपूर 'कीर' ? म)र) ऊँपूर आद)> ? यह नुहU ह�गी�।" शिसर धु�नुकीर र�वण बा�ल�।

"अच्छा�, ता� दूता की� बा�हर निनुकी�ल द�।"चाक्वव)ण की) वज�र की� बा�हर निनुकी�ल दिदय� गीय�। र�वण महल म� गीय� ता� व�त्त��ल�पू कीरता� हुँआ मYद�दर� स)

बा�ल�G"निप्रय) ! दुनिनुय�, म� ऐस) म�ख� भ� र�ज्य कीरता) ह*। द)व, द�नुव, म�नुव, यक्षा, निकीन्नर, गीन्धव� आदिद सबाकी) सबा

जिजसस) भय ख�ता) ह*, उस ल�की�पूनिता र�वण की� निकीस� म�ख� चाक्वव)ण नु) आद)> भ)ज दिदय� निकी 'कीर' की) रूपू म� द� मनु स�नु� द) द�। 'अर) मYद�दर� ! की% स) की% स) पू�गील र�ज� ह* दुनिनुय�, म� !"

"नु�था ! चाक्वव)ण र�ज� बाड़ी) सद�चा�र� आदम� ह*। >�लव�नु[ नुर)> ह*। आपूनु) क्य� निकीय� ? द� मनु स�नु� नुहU भ)ज� उनुकी� ?" मYद�दर� निवनु�ता भ�व स) बा�ल�।

"क्य� 'कीर' की) रूपू म� स�नु� द) दू, ? ल�की) > स) ऊँ, चा� वह ह�गी� ?" र�वण की� क्र�धु भभकी उठा�।"स्व�म� ! द) द)ता) ता� अच्छा� ह�ता�। उनुकी� र�ज्य भल) छे�टों� ह%, आपूकी) पू�स निव>�ल स�म्रा�ज्य ह%, बा�ह्य >शिRय�,

ह*, ल)निकीनु उनुकी) पू�स ईश्वर�य >शिRय�, ह*, आत्म-निवs�न्तिYता स) प्र�प्ता अदभ�ता स�मर्थ्यय� ह%।""अर) म�ख� स्त्र� ! र�वण की) स�था रहकीर भ� र�वण की� स�मर्थ्यय� समझनु) की अक्ल नुहU आई ? पू�गील कीहU की

!" र�वण नु) मYद�दर� की बा�ता उड़ी� दd।कीह�नु� कीहता� ह% निकी दूसर) दिदनु स�बाह मYद�दर� नु) र�वण की� छे�टों� स� चामत्की�र दिदख�य�। र�ज स�बाह कीबा�तार.

की� ज्व�र की) द�नु) ड�लनु) की) शिलए र�जमहल की छेता पूर ज�ता� था�। उस दिदनु र�वण की� भ� स�था ल) गीई और बा�ल�G"मह�र�ज ! द)व, द�नुव, म�नुव, यक्षा, गी�धुव�, निकीन्नर आदिद सबा आपूकी आज्ञा� म�नुता) ह* ता� अपूनु) प्रभ�व की�

आज जर� अनु�भव कीर ल�। द)ख�, इनु पूश्रिक्षाय. पूर आपूकी� निकीतानु� प्रभ�व ह% ?"पूश्रिक्षाय. की� द�नु) ड�लकीर मYद�दर� उYह� कीहनु) लगी�G"ह) निवह�गी ! र�ज� ल�की) > की दुह�ई ह% निकी ज� द�नु) ख�य)गी�, उसकी गीरदनु झ�की ज�य)गी� और वह मर

ज�य)गी�।" सबा पूक्षा� द�नु) ख�ता) रह)। उYह� की� छे नुहU हुँआ। मYद�दर� बा�ल�G"प्र�ण)> ! आपूकी दुह�ई की� प्रभ�व पूश्रिक्षाय. पूर की� छे नुहU पूड़ी�।""म�ख� औरता ! पूश्रिक्षाय. की� क्य� पूता� निकी म* ल�की) > हूँ, ?""स्व�म� ! ऐस� नुहU ह%। अबा द)खिखए।" निफेंर स) द�नु) ड�लकीर र�नु� पूश्रिक्षाय. स) बा�ल�G "र�ज� चाक्वव)ण की दुह�ई

ह%। द�नु) चा�गीनु) बाYद कीर द�। ज� द�नु) चा�गी)गी�, र�ज� चाक्वव)ण की दुह�ई स) उसकी गीरदनु टों)ढ़ीd ह� ज�एगी� और वह मर ज�एगी�।"

पूश्रिक्षाय. नु) द�नु� चा�गीनु� बाYद कीर दिदय�। पू�ष�ण की म�र्तिता�वता[ व) स्थिस्थार ह� गीय)। एकी बाहर) कीबा�तार नु) स�नु� नुहU था�। वह द�नु) चा�गीता� रह� ता� उसकी गीरदनु टों)ढ़ीd ह� गीई, वह मर गीय�। र�वण द)खता� ह� रह गीय� ! अपूनु� स्त्र� की) द्वा�र� अपूनु) ह� स�मर्थ्यय� की अवह)लनु� सह नु सकी�। उसकी� ड�,टोंता) हुँए वह कीहनु) लगी�।

"इसम� ता)र� की�ई स्त्र�चारिरत्र ह�गी�। हम ऐस) अन्धनिवश्व�स की� नुहU म�नुता)। जिजसकी) घर म� स्वय� वरूणद)व पू�नु� भर रह) ह*, पूवनुद)व पू�ख� झल रह) ह*, अखि�नुद)व रस�ई पूकी� रह) ह*, ग्रह नुक्षात्र चा\की कीर रह) ह* उस मह�बाल� नित्रभ�वनु की) निवज)ता� र�वण की� ता� क्य� शिसख� रह� ह% ?" क्र� द्ध ह�कीर र�वण वह�, स) चाल दिदय�।

इधुर, र�ज� चाक्वव)ण की) म�त्र� नु) सम�द्र की) निकीनु�र) एकी नुकील� ल�की� की रचानु� की । की�जल की) सम�नु अत्यYता मह�नु मिमट्टीd की� सम�द्र की) जल म� घ�लकीर रबाड़ी� की तारह बानु� शिलय� ताथा� ताटों की जगीह की� चा\रस बानु�कीर उस पूर उस मिमट्टीd स) एकी छे�टों) आकी�र म� ल�की� नुगीर� की रचानु� की । घ�ल� हुँई मिमट्टीd की बा�,द. की� टोंपूकी�-टोंपूकी�कीर उस� स) ल�की� की) पूरकी�टों), बा�ज� और दरव�ज. आदिद की रचानु� की । पूरकी�टों. की) चा�र. ओर की� गी�र) भ� की�टों) एव� उस पूरकी�टों) की) भ�तार ल�की� की र�जधु�नु� और नुगीर की) प्रशिसद्ध बाड़ी)-बाड़ी) मकी�नु. की� भ� छे�टों) आकी�र म� रचानु� कीरकी) दिदख�य�। यह सबा कीरनु) की) बा�द वह पू�नुG र�वण की सभ� म� गीय�। उस) द)खकीर र�वण चा�की उठा� और बा�ल�G

"क्य. ज� ! ता�म निफेंर यह�, निकीसशिलय) आय) ह� ?"

Page 6: SamarthyaSrot

"म* आपूकी� एकी की\ता�हल दिदखल�नु� चा�हता� हूँ,।""क्य� की\ता�हल दिदख�य)गी� र) ? अभ�-अभ� एकी की\ता�हल मYद�दर� नु) म�झ) दिदख�य� ह%। सबा म�ख� की

कीह�निनुय�, ह*। उपूह�स कीरता) हुँए र�वण बा�ल�।"म*नु) सम�द्रताटों पूर आपूकी पू�र� ल�की� नुगीर� सज�य� ह%। आपू चालकीर ता� द)खिखय) !"र�वण उसकी) स�था सम�द्रताटों पूर गीय�। वज�र नु) अपूनु� की�र�गीर� दिदख�य�G"द)खिखय), यह ठाfकी-ठाfकी आपूकी ल�की� की नुकील ह% नु ?"र�वण नु) उसकी अदभ�ता की�र�गीर� द)ख� और कीह�G "ह�, ठाfकी ह%। यह� दिदख�नु) की) शिलए म�झ) यह�, ल�य� ह% क्य�

?""र�जनु ! धु%य� रख�। इस छे�टोंd स� ल�की� स) म* आपूकी� एकी की\ता�हल दिदख�ता� हूँ,। द)खिखय), ल�की� की) पू�व� की�

पूरकी�टों�, दरव�ज�, बा�ज� और की� गी�र) स�फें-स�फें ज्य.-की) -त्य. दिदख रह) ह* नु ?""ह�, दिदख रह) ह*।""म)र� रचा� हुँई ल�की� की) पू�व� द्वा�र की) की� गी�र. की� म* र�ज� चाक्वव)ण की दुह�ई द)कीर जर� स� निहल�ता� हूँ,, इसकी)

स�था ह� आपू अपूनु� ल�की� की) पू�व� द्वा�र की) की� गी�र) निहलता) हुँए पू�य�गी)।"इतानु� कीहकीर म�त्र� नु) र�ज� चाक्वव)ण की दुह�ई द)कीर अपूनु� रचा� हुँई ल�की� की) पू�व� द्वा�र की) की� गी�र) निहल�य) ता�

उसकी) स�था-ह�-स�था असल� ल�की� की) की� गी�र) भ� ड�ल�यम�नु ह�ता) दिदख�ई दिदय)। यह द)खकीर र�वण की� बाड़ी� आश्चय� हुँआ। उस) मYद�दर� की बा�ता य�द आ गीई। चाक्वव)ण की) वज�र नु) बा�र�-बा�र� स) और भ� की� गी�र), पूरकी�टों) की) द्वा�र, बा�ज� आदिद निहल�कीर दिदख�य�। इस) द)खकीर र�वण द�गी रह गीय�। आखिखर वज�र नु) कीह�G

"र�जनु ! अभ� द� मनु स�नु� द)कीर ज�नु छे� ड़ी� ल� ता� ठाfकी ह%। म* ता� अपूनु) स्व�म� र�ज� चाक्वव)ण की� छे�टों� स� वज�र हूँ,। उनुकी दुह�ई स) इनु छे�टों) रूपू म� बानु� हुँई ल�की� की� उज�ड� ,गी� ता� ता�म्ह�र� ल�की� म� भ� उज�ड़ी ह�नु) लगी)गी�। निवश्व�स नु आता� ह� ता� अभ� दिदख� दू,।"

आखिखर र�वण भ� बाड़ी� निवद्वा�नु था�। अगीम अगी�चार जगीता निवषयकी >�स्त्र. पूरिरशिचाता था�। समझ गीय� बा�ता। वज�र स) बा�ल�G "चाल, द� मनु स�नु� ल) ज�। निकीस� स) कीहनु� मता।"

द� मनु स�नु� ल)कीर वज�र र�ज� की) पू�स पूहुँ,चा�। चाक्वव)ण नु) कीह�G "ल�की) > ज%स) हठाf और मह� अह�की�र� नु) 'कीर' की) रूपू म� द� मनु स�नु� द) दिदय� ? ता�नु) य�चानु� ता� नुहU की ?"

"नुहU, नुहU प्रभ� ! म)र) सम्रा�टों की ओर स) य�चानु� ? कीद�निपू नुहU ह� सकीता�।" वज�र गी\रव स) मस्ताकी ऊँ, चा� कीरकी) बा�ल�।

"निफेंर की% स) स�नु� ल�य� ?" र�ज� नु) पू�छे�। र�नु� भ� ध्य�नुपू�व�की स�नु रह� था�।"मह�र�ज ! आपूकी दुह�ई की� प्रभ�व दिदख�य�। पूहल) ता� म�झ) की% द म� भ)ज रह� था�, निफेंर म�नित्रय. नु) समझ�य�

ता� म�झ) दूता समझकीर छे�ड़ी दिदय�। म*नु) र�ताभर म� छे�टों)-छे�टों) घर�द) स�गीर की) ताटों पूर बानु�य).... निकील�, झर�ख), प्रव)>द्वा�र आदिद सबा। उसकी ल�की� की प्रनिताम�र्तिता� खड़ी� कीर दd। निफेंर उसकी� ल) ज�कीर सबा दिदख�य�। आपूकी दुह�ई द)कीर खिखल\नु) की ल�की� की� म�ख्य प्रव)>द्वा�र जर�-स� निहल�य� ता� उसकी असल� ल�की� की� द्वा�र ड�ल�यम�नु ह� गीय�। था�ड़ी) म� ह� र�वण आपूकी दुह�ई की� और आपूकी) स�मर्थ्यय� की� प्रभ�व समझ गीय� एव� चा�पूचा�पू द� मनु स�नु� द) दिदय�। दय�-धुम� कीरकी) नुहU दिदय� वरनु[ जबा द)ख� निकी यह�, की� डण्ड� मजबा�ता ह%, ताभ� दिदय�।"

र�नु� सबा बा�ता एकी�ग्र ह�कीर स�नु रह� था�। उसकी� आश्चय� हुँआ निकीG "ल�की) > ज%स� मह�बाल� ! मह� उद्दण्ड ! द)वर�ज इYद्र सनिहता सबा द)वता�, यम, की� बा)र, वरूण, अखि�नु, व�य�, यक्षा, निकीन्नर, गीन्धव�, द�नुव, म�नुव, नु�गी आदिद सबा जिजसस) की�,पूता) ह*, ऐस) र�वण पूर भ� म)र) पूनिताद)व की) >�ल-सद�चा�र की� इतानु� प्रभ�व और म* ऐस) पूनिता की बा�ता नु म�नुकीर निवल�स� स्त्रिस्त्रय. की बा�ता. म� आ गीई ? फें% >नु)बाल बानुनु) की) चाक्कीर म� पूड़ी गीई ? मिधुक्की�र ह% म�झ) और म)र� क्षा�द्र य�चानु� की� ! ऐस) दिदव्य पूनिता की� म*नु) ता�गी निकीय� !"

र�नु� की� हृदय पूश्च�ता�पू स) भर गीय�। स्व�म� की) चारण. म� निगीर पूड़ी�G "प्र�णनु�था ! म�झ) क्षाम� की जिजए। म* र�ह चा�की गीई था�। आपूकी) >�ल-सद�चा�र की) म�गी� की मनिहम� भ�ल गीई था� इस�शिलए नु�द�नु� कीर बा%ठाf। म�झ) म�फें कीर

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दdजिजए। अपूनु� य�गी म�झ) शिसख�इय), अपूनु� ध्य�नु म�झ) शिसख�इय), अपूनु� आत्मह�र� म�झ) भ� प्र�प्ता कीर�इय)। म�झ) बा�हर की) ह�र) जव�हर�ता की� छे नुहU चा�निहए। जल ज�नु) व�ल) इस >र�र की� सज�नु) की� म)र� म�ह दूर ह� गीय�।"

"ता� इतानु� स�र� खटोंपूटों कीरव�य� ?""नुहU.... नुहU... म�झ) र�वण की) स�नु) की� गीहनु� पूहनुकीर स�ख� नुहU ह�नु� ह%। आपूनु) ज� >�ल की� गीहनु� पूहनु�

ह%, आत्म->��निता की�, य�गी की निवs��निता की� ज� गीहनु� पूहनु� ह%, वह� म�झ) दdजिजए।""अच्छा�..... ता� वज�र ! ज�ओ। यह स�नु� र�वण की� व�पूस द) आओ। उसकी� बाता� द)नु� निकी र�नु� की� गीहनु�

पूहनुनु) की व�सनु� ह� आई था�, इसशिलए आदम� भ)ज� था�। अबा व�सनु� निनुव(त्त ह� गीई ह%। अताG स�नु� व�पूस ल) ल�।"व�सनु�व�ल) की� ह� पूर)>�नु� ह�ता� ह%। ज� >�ल की� पू�लनु कीरता� ह%, उसकी व�सनु�ए, निनुय�नित्रता ह�कीर निनुव(त्त

ह�ता� ह*। जिजसकी व�सनु�ए, निनुव(त्त ह� ज�ता� ह* वह स�क्षा�ता[ नु�र�यण की� अ�गी ह� ज�ता� ह%। >�ल की� पू�लनु कीरता) हुँए र�ज� चाक्वव)ण नु�र�यणस्वरूपू म� स्थिस्थार हुँए। उनुकी अधु��निगीनु� भ� उनुकी) पूनिवत्र पूदशिचाह्नों. पूर चालकीर सदगीनिता की� प्र�प्ता हुँई।

>�लव�नु[ भ�गी म� भ� य�गी बानु� ल)ता� ह%। यह� नुहU, नुश्वर स�स�र म� >�श्वता[ स्वरूपू की� स�क्षा�त्की�र भ� कीर सकीता� ह%।

अनु�क्रमॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

भू�षणी) के� भू�षणी� शीलकिंके- भू�षणी�द. भू�षणीमस्तिस्तः शीलम.तःर्थं1 पूर� किंके- स्वमन निवशी%द्धम.।

निकेमत्र हे�य� केनके� च के�न्तः�श्री�व्यं� संद� किंके- ग%रूव�दव�क्यम.।।

'उत्तम-स)-उत्तम भ�षण क्य� ह% ? >�ल। उत्तम ता�था� क्य� ह% ? अपूनु� निनुम�ल मनु ह� पूरम ता�था� ह%। इस जगीता म� त्य�गीनु) य��य क्य� ह% ? कीनुकी और की�Yता� (स�वण� और स्त्र�)। हम)>� स�नुनु) य��य क्य� ह% ? सदगी�रू और व)द की) वचानु।'

s� >�कीर�चा�य�निवरशिचाता 'मश्रिणरत्नुम�ल�' की� यह आठाव�, श्लो�की ह%।बा�हर की सबा स�पूश्रित्त पू�कीर भ� आदम� वह स�ख, वह चा%नु, वह >��निता, वह कील्य�ण नुहU पू� सकीता�, ज� >�ल

स) पू� सकीता� ह%। इYद्र की� स्वगी� की) र�ज-व%भव, नुYदनुवनु आदिद ह�ता) हुँए भ� वह आनुYद, वह प्रसन्नता� नु था�, ज� प्रहल�द की) पू�स था�। इYद्र नु) अपूनु) गी�रू बा(हस्पनिता स) यह बा�ता पू�छेd था�।

प्रह्ला�द की) ज�वनु म� >�ल था� इसशिलए वह स�धुनु. की) नुहU ह�नु) की) बा�वज�द भ� स�ख� रह सकी�। जिजसकी) पू�स >�ल ह% उसकी) पू�स स�धुनु नु ह. ता� भ� वह स�ख� रह सकीता� ह%। जिजसकी) ज�वनु म� >�ल नुहU ह% वह स�धुनु ह�ता) हुँए भ� पूर)>�नु ह%।

....ता� भ�षण. की� भ�षण क्य� ह% ? >�ल। कीई ल�गी स�नु)-चा�,दd की) गीहनु) पूहनुता) ह*, गील) म� स�वण� की ज�ज�र, पूगी म� झ�,झनु, कीण्ठा म� चाYदनुह�र, ह�था-पू%र. म� कीड़ी), की�नु. म� कीण�फें� ल, उ,गील� म� अ,गी�ठाf, नु�की म� नुथा इत्य�दिद पूहनुता) ह* और समझता) ह* निकी गीहनु)-आभ�षण पूहनुनु) स) हम स�>�श्रिभता ह�ता) ह*। ल)निकीनु >�स्त्रकी�र. की� कीहनु� ह%, बा�जिद्धम�नु. की� अनु�भव ह% निकी गीहनु) पूहनुनु) स) हम स�>�श्रिभता नुहU ह�ता)। गीहनु) आभ�षण स) हम�र� ह�ड़ी-म��स-चा�मव�ल� द)ह था�ड़ी� स� स�>�श्रिभता ह� सकीता� ह%, ल)निकीनु हम�र� >�भ� इनुम� नुहU ह%। इनु अल�की�र. स) ता� हम�र� >�भ� दबा ज�ता� ह%। हम�र� असल� >�भ� ज� निनुखरनु� चा�निहए, वह द)ह की� ल�लनु-पू�लनु और बा�हर� दिटोंपू-टों�पू कीरनु) की व(श्रित्त स) दबा ज�ता� ह%। बा�हर� भ�षण. स) ह�ड़ी-चा�मव�ल) द)ह की की( नित्रम चामकी-दमकी दिदखता� ह%। हम�र� >�भ� भ�षण. स) नुहU ह%, हम�र� >�भ� ह% >�ल स)। >�लव�नु[ पू�रूष ह� य� स्त्र�, उसकी� प्रकी�> की� टों�म्बा, म�हल्ल), ज�निता आदिद म� ज%स� पूड़ीता� ह%, व%स� प्रकी�> स�नु)-चा��दd की) आभ�षण. की� नुहU पूड़ीता�। निकीस� नु) चा�ह) उपूर�R सबा आभ�षण. की� धु�रण निकीय� ह�, यदिद >�ल नु ह� ता� व) सबा व्यथा� ह*।

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मनु, वचानु और कीम� स) अय��य निक्रय� नु कीरनु�, द)>-की�ल की) अनु�स�र य��यता� स), सरलता� स) निवचा�रपू�व�की बाता�नु�-इस आचारण की� >�स्त्र म� '>�लव्रता' कीह� गीय� ह%। उन्ननिता की� म�गी� >�ल ह� ह%। गी�ता� म� बाता�य) हुँए द%व� स�पूश्रित्त की) लक्षाण >�लव�ल) व्यशिR म� ह�ता) ह*। यदिद आत्मज्ञा�नु नु भ� ह� और >�ल ह� ता� मनु�ष्य नु�चा गीनिता की� प्र�प्ता नुहU ह�ता�। >�लव�नु ह� आत्मबा�धु प्र�प्ता कीरकी) म�R ह� सकीता� ह%। >�लरनिहता पू�रूष की� कीड़ी�, की� ण्डल आदिद गीहनु) ऊँपूर की >�भ� भल) ह� द)ता) ह., पूरYता� सज्जनु पू�रूष. की� ता� >�ल ह� भ�षण ह%।

>�लरनिहता म�ख� की� कीड़ी�, की� ण्डल आदिद बा�झरूपू ह*। य) भ�षण ज�व की� ज�खिखम म� ड�लनु) व�ल) और भय की) की�रण ह%, जबानिकी >�लरूपू� भ�षण ल�की और पूरल�की म� उत्तम प्रकी�र की� स�ख द)नु) व�ल� ह%, इस ल�की म� >�भ� और की र्तिता� बाढ़ी�नु)व�ल� ह%, पूरल�की म� अक्षाय स�ख की� प्र�प्ता कीर�ता� ह%। म�ख� पूहनु) हुँए गीहनु. की� भ� लज� द)ता� ह% जबानिकी >�लव�नु[ पूहनु) हुँए भ�षण. की� >�भ� द)ता� ह%।

एकी र�जपू�त्र नु) अपूनु) निपूता� की इच्छा� की) निवरूद्ध एकी स्त्र� की) स�था निवव�ह कीर शिलय� था� और गी�प्ता स्था�नु म� उसकी) स�था रह� कीरता� था�। र�ज� की� जबा यह सम�चा�र मिमल� निकी म)र� पू�त्र म)र) >त्र� की पू�त्र� की) स�था निवव�ह कीरकी) गी�म ह� गीय� ह% ता� वह बाहुँता दुGख� हुँआ। पू�त्र की यह की�य�व�ह� उस) य��य नु लगी� इसशिलए दुGख� ह�ता) हुँए मरण की) सम�पू आ गीय�। उसकी� एकी ह� पू�त्र था�। मरनु) की) समय उसनु) की�, वर की� बा�ल�नु) की) शिलए आदम� भ)ज) और अपूनु� पूरिरस्थिस्थानिता की) सम�चा�र कीहलव�य)।

की�, वर नु) अपूनु� पूत्नु� स) कीह�G "निपूता� ज� मरनु) की ता%य�र� म� ह*। म�झ) उYह.नु) अपूनु) पू�स बा�ल�य� ह%। इस समय म�झ) ज�नु� ह� चा�निहए। म)र) ज�नु) स) व) स्वस्था ह� ज�य�गी) ता� म�झ पूर प्रसन्न ह.गी)। अगीर व) चाल बास�गी) ता� म* र�ज� बानु ज�ऊँ, गी�।"

पूत्नु� बा�ल�G "ता�म र�ज� बानु ज�ओगी) ता� म)र� क्य� ह�गी� ?""म* ता�झ) वह�, बा�ल� ल�,गी� और पूटोंर�नु� बानु�ऊँ, गी�।" यह कीहकीर र�जकी� म�र नु) अपूनु� नु�मव�ल� अ,गी�ठाf अपूनु�

उ,गील� स) उता�रकी पूत्नु� की� पूहनु�ई और स्वय� र�जधु�नु� की� चाल दिदय�।वह�, आकीर द)ख� ता� र�ज� म(त्य�>%य्य� पूर पूड़ी� था�। की�, वर की� द)खकीर र�ज� प्रसन्न हुँआ और बा�ल�G "म* ता�झस)

एकी बा�ता कीहनु� चा�हता� हूँ,। यदिद ता� म)र� बा�ता म�नु ल)गी� ता� म)र) प्र�ण स�ख स) निनुकील�गी)। निपूता� की) वचानु पू�त्र की� म�नुनु) चा�निहए। s�र�म, द)वव्रता भ�ष्म आदिद पू�त्र. नु) म�नु) ह*। यदिद ता� म�नुनु� स्व�की�र कीर) ता� कीहूँ,।"

"निपूता�ज� ! म* आपूकी अYता समय की आज्ञा� की� पू�लनु कीरू, गी�।" की�, वर नु) स्व�की( निता दd।र�ज� नु) कीह�G "ह) स�पू�त्र ! ता� म)र) मिमत्र गी�धुव�र�ज की कीYय� स) निवव�ह कीरनु� स्व�की�र कीर।"की�, वर नु) बा�ता म�नु ल�। र�ज� की� प्र�ण��ता ह� गीय�। की�, वर नु) गी�धुव�र�ज की कीYय� स) निवव�ह कीर शिलय�। वह

र�ज� ह�कीर र�ज्य कीरनु) लगी� और अपूनु� पू�व� पूत्नु� स) ज� बा�ता कीहकीर आय� था�, उसकी� अत्यYता स�ख म� भ�ल गीय�।प्रथामव�ल� र�जकीYय� नु) स�नु� निकी म)र) श्वस�र की� द)ह�Yता ह� गीय� ह%, म)र� पूनिता र�ज� ह� गीय� ह% और उसनु) एकी

दूसर� र�जकीYय� स) निवव�ह कीर शिलय� ह%। इस र�जकीYय� की) पू�स एकी बाहुँता चाता�र द�स� था�। र�जकी�, वर की म�ल�की�ता की) शिलए वह ता�नु और कीYय�ओं की� ल) आई और उसनु) र�जकीYय� सनिहता चा�र. की� पू�रूष की पू�>�की पूहनु�कीर र�जकी�, वर की) पू�स नु\कीर� कीरनु) की� भ)ज�। की�, वर चा�र. य�व�नु पू�रूष. की� द)खकीर प्रसन्न हुँआ और चा�र. की� अपूनु) रक्षाकी. की नु\कीर� पूर रख शिलय�।

की�, वर की� द)खकीर र�जकीYय� की) बा�र-बा�र आ,स� निगीर� कीरता) था)। की�, वर नु) कीई बा�र पू�छे�, पूरYता� उसनु) की� छे उत्तर नु दिदय�।

एकी दिदनु की�, वर अकी) ल� उद्या�नु म� बा%ठा� था� ता� वह अ�गीरक्षाकी उद�स� स) ह�था ज�ड़ीकीर उसकी) स�मनु) ज� बा%ठा�। की� म�र नु) उसकी उ,गील� पूर अपूनु) नु�मव�ल� अ,गी�ठाf द)ख� ता� निवस्मय स) पू�छे�G

"ह) मिमत्र ! यह अ,गी�ठाf ता�झ) कीह�, स) प्र�प्ता हुँई ?""आपूकी) पू�स स)।""म*नु) यह अ,गी�ठाf ता�झ) कीबा दd था� ?" र�जकी� म�र की� आश्चय� बाढ़ी गीय�।"जबा ता�म म�झ) छे�ड़ीकीर आय) और र�ज� बानु) ताबा।"

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रहस्य ख�ल गीय�। वह समझ गीय� निकी यह म)र� प्र�ण)श्वर� र�जकीYय� ह%। निप्रय� स) क्षाम� म�,गीता) हुँए उसनु) अपूनु) निपूता� की अन्तिYताम समय की आज्ञा� की स�र� बा�ता कीह�। ताबा र�जकीYय� बा�ल�G

"आपूनु) निपूता� की आज्ञा�नु�स�र ज� निवव�ह निकीय� ह%, उसस) म* प्रसन्न हूँ,। पूरYता� आपू म)र� त्य�गी नु की जिजए। अपूनु) निनुव�स म� द�स� की) सम�नु रहनु) दdजिजए जिजसस) म* निनुत्य आपूकी) द>�नु कीर सकी�, ।" की�, वर नु) स्व�की�र कीर शिलय� और अYय ता�नु. की� पू�रस्की�र द)कीर निवद� निकीय�।

गी�धुव�र�ज की कीYय� यह निवव�ह निवषयकी बा�ता स�नुकीर की�, वर स) बा�ल�G "आपूनु) जिजसकी) स�था पू�व� म� निवव�ह निकीय� ह%, उसकी� हकी म�र� ज�य) यह म* नुहU चा�हता�। वह� आपूकी पूटोंर�नु� ह�नु) की अमिधुकी�रिरण� ह%। म* उसकी छे�टोंd बाहनु की) सम�नु रहूँ,गी�।"

इस प्रकी�र द�नु. पूस्त्रित्नुय�, प्र)मपू�व�की बाहनु. की) सम�नु रहनु) लगीU। इनु द�नु. नु) ह� >�ल की� अनु�सरण निकीय� इसशिलए द�नु. ह� स�ख� हुँईं। एकी दूसर) की� आदर कीरकी) स�मनु) व�ल) की) अमिधुकी�र की रक्षा� कीरनु) लगीU।

ज%स) भरताज� कीहता) था) निकी र�ज्य बाड़ी) भ�ई s�र�म की� ह% और र�मज� कीहता) था) निकी निपूता� की आज्ञा�नु�स�र र�ज्य की� अमिधुकी�र भरता की� ह%। यह ह% >�ल।

स�स स�चा) की बाहूँ की� स�ख की% स) मिमल), उसकी� कील्य�ण की% स) ह� और बाहूँ चा�ह) निकी म�ता� ज� की� हृदय प्रसन्न रह).... ता� यह >�ल ह%।

अगीर स�स चा�ह) निकी घर म� म)र� कीहनु� ह� ह� और बाहूँ चा�ह) निकी म)र� कीहनु� ह� ह�, द)वर�नु� चा�ह) म)र� कीहनु� ह� ह� और ज)ठा�नु� चा�ह) म)र� कीहनु� ह� ह� – ऐस� व�ता�वरण ह�गी� ता� द)ह पूर चा�ह) निकीतानु) ह� गीहनु) लद) ह., निफेंर भ� ज�वनु म� सच्च� रस नुहU मिमल)गी�। सच्च� गीहनु� ता� >�ल ह%।

सत्य बा�लनु�, निप्रय बा�लनु�, मधु�र बा�लनु�, निहता�वह बा�लनु� और कीम बा�लनु�, ज�वनु म� व्रता रखनु�, पूरनिहता की) की�य� कीरनु� इसस) >�द्ध अYताGकीरण की� निनुम��ण ह�ता� ह%। जिजसकी) >�द्ध अYताGकीरण की� निनुम��ण नुहU हुँआ वह चा�ह) अपूनु� स्था�ल की�य� की� निकीतानु) ह� पूफें-पू�ऊँडर-ल�ल� और वस्त्र�ल�की�र. स) स�सस्थिज्जता कीर द), ल)निकीनु भ�तार की ता(न्तिप्ता नुहU मिमल)गी�, हृदय की� आनुYद नुहU मिमल)गी�।

स्व�म� र�मता�था� अम)रिरकी� गीय) था)। उनुकी) प्रवचानु स�नुनु) की) शिलए ल�गी इकीट्ठी) ह� ज�ता)। एकी बा�र एकी मनिहल� आई। उसकी) अ�गी पूर ल�ख. रूपूय) की) ह�र) जनिड़ीता अल�की�र लद) था)। निफेंर भ� वह मनिहल� बाड़ी� दुGख� था�। प्रवचानु पू�र� ह�ता) ह� वह स्व�म� र�मता�था� की) पू�स पूहुँ,चा� और चारण. म� निगीर पूड़ी�। बा�ल�G

"म�झ) >�न्तिYता द�..... म* बाहुँता दुGख� हूँ,। की( पू� कीर�।"स्व�म� र�मता�था� नु) पू�छे�G "इतानु) म�ल्यव�नु, स�Yदर ता)र) गीहनु), वस्त्र-आभ�षण ! ता� इतानु� धुनुव�नु ! निफेंर ता� दुGख�

की% स) ?""स्व�म� ज� ! य) गीहनु) ता� ज%स) गीधु� पूर बा�झ लद� ह� ऐस) म�झ पूर लद) ह*। म�झ) भ�तार स) >��निता नुहU ह%।"अगीर >�लरूपू� भ�षण हम�र) पू�स नुहU ह% ता� बा�हर की) वस्त्र�ल�की�र, की�टों-पू%Yटों-टों�ई आदिद सबा फें�,स� ज%स)

की�म कीरता) ह*। शिचात्त म� आत्म-प्रस�द ह%, भ�तार प्रसन्नता� ह% ता� वह >�ल स), सदगी�ण. स)। पूरनिहता की) शिलए निकीय� हुँआ था�ड़ी� स� स�कील्पू, पूर�पूकी�र�था� निकीय� हुँआ था�ड़ी�-स� की�म हृदय म� >�न्तिYता, आनुYद और स�हस ल) आता� ह%।

अगीर अनिता उत्तम स�धुकी ह% ता� उस) ता�नु दिदनु म� आत्म-स�क्षा�त्की�र ह� सकीता� ह%। ता�नु दिदनु की) भ�तार ह� पूरम�त्म तात्त्व की अनु�भ�निता ह� सकीता� ह%। जYम-म(त्य� की) चाक्कीर की� ता�ड़ीकीर फें� की सकीता� ह%। पू(र्थ्यव� ज%स� सहनु>�लता� उसम� ह�नु� चा�निहए। ऐस� नुहU निकी इधुर-उधुर की था�ड़ी� स� बा�ता स�नुकीर भ�गीता� निफेंर)।

पू(र्थ्यव� ज%स� सहनु>शिR और स�मनु ज%स� स\रभ, स�य� ज%स� प्रकी�> और सिंस�ह ज%स� निनुभyकीता�, गी�रूओं ज%स� उद�रता� और आकी�> ज%स� व्य�पूकीता�। पू�नु� म� निकीस� की� गील� घ.टोंकीर दबा�य) रख) और उस) बा�हर आनु) की ज%स� ताड़ीपू ह�ता� ह% ऐस� जिजसकी स�स�र स) बा�हर निनुकीलनु) की ता�व्र ताड़ीपू ह�, उसकी� जबा सदगी�रू मिमल ज�य ता� ता�नु दिदनु म� की�म बानु ज�य। ऐस� ता%य�र� नु ह� ता� निफेंर उपू�सनु�, स�धुनु� कीरता)-कीरता) >�द्ध अYताGकीरण की� निनुम��ण कीरनु� ह�गी�।

व)द की) द� निवभ�गी ह%- प्रम�ण निवभ�गी और निनुम��ण निवभ�गी। ज�व�त्म� की� व�स्तानिवकी स्वरूपू क्य� ह% ? इसकी� ज� ज्ञा�नु ह% उस) 'व)द�Yता' कीहता) ह*। यह ह% प्रम�ण निवभ�गी। दय�, म%त्र�, कीरूण�, म�दिदता�, द�नु, यज्ञा, तापू, स्मरण, पूरनिहता,

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स्व�ध्य�य, आचा�य�-उपू�सनु�, इ:-उपू�सनु� आदिद ज� कीम� ह* य) >�द्ध अYताGकीरण की� निनुम��ण कीरता) ह*। जिजसकी) >�द्ध अYताGकीरण की� निनुम��ण नुहU हुँआ वह प्रम�ण निवभ�गी की� आनुYद नुहU ल) पू�ता�। सत्कीम�, स�धुनु, आचा�य�पू�सनु� आदिद कीरता)-कीरता) स�धुकी प्रम�ण निवभ�गी की� अमिधुकी�र� बानु ज�ता� ह%।

आज कील हम ल�गी प्र�यG निनुम��ण निवभ�गी की) अमिधुकी�र� ह*। की ता�नु�दिद स) >�द्ध अYताGकीरण की� निनुम��ण ह�ता� ह%, सदभ�व भ�व की� निनुम��ण ह�ता� ह%। सदभ�व कीह�, स) ह�ता� ह% ? >�द्ध अYताGकीरण स)। स�नु)-चा�,दd की) गीहनु. स) द)ह की सज�वटों ह�ता� ह% और की ता�नु आदिद स) >�द्ध अYताGकीरण की� निनुम��ण ह�ता� ह%। द)ह की अपू)क्षा� अYताGकीरण हम�र) ज्य�द� नुजदdकी ह%। बा�हर की) गीहनु) खतार� पू%द� कीर द)ता) ह* जबानिकी की ता�नु, ध्य�नुरूपू� गीहनु) खतार. की� भ� खतार� पूहुँ,चा� द)ता) ह*। अताG >�द्ध अYताGकीरण की� निनुम��ण कीरनु) व�ल� >�ल ह� सच्च� आभ�षण ह%।

>�ल म� क्य� आता� ह% ? सत्य, तापू, व्रता, सनिहष्ण�ता�, उद�रता� आदिद सदगी�ण।आपू ज%स� अपूनु) शिलए चा�हता) ह*, व%स� दूसर. की) स�था व्यवह�र कीर�। अपूनु� अपूम�नु नुहU चा�हता) ता� दूसर. की�

अपूम�नु कीरनु) की� स�चा� ताकी नुहU। आपूकी� की�ई ठागी ल), ऐस� नुहU चा�हता) ता� दूसर. की� ठागीनु) की� निवचा�र नुहU कीर�। आपू निकीस� स) दुGख� ह�नु� नुहU चा�हता) ता� अपूनु) मनु, वचानु, कीम� स) दूसर� दुGख� नु ह� इसकी� ख्य�ल रख�।

प्र�श्रिणम�त्र म� पूरम�त्म� की� निनुह�रनु) की� अभ्य�स कीरकी) >�द्ध अYताGकीरण की� निनुम��ण कीरनु� यह >�ल ह%। यह मह� धुनु ह%। स्वगी� की स�पूश्रित्त मिमल ज�य, स्वगी� म� रहनु) की� मिमल ज�य ल)निकीनु वह�, ईष्य�� ह%, पू�ण्यक्षा�णता� ह%, भय ह%। जिजीसंके जीवन म: शील हे तः� हे; उसंके ईर्ष्याय��, पू%ण्यक्षीणीतः� य� भूय नहेA हे तः�। >�ल आभ�षण. की� भ� आभ�षण ह%।

म�र� की) पू�स की\नु-स) बा�ह्य आभ�षण था) ? >बार� नु) निकीतानु) गीहनु) पूहनु) ह.गी) ? वनुव�स की समय द्र�पूदd नु) की\नु-स) गीहनु) सज�य) ह.गी) ? >�ल की) की�रण ह� आज व) इनिताह�स की� जगीमगी� रह� ह*।

उद�रता� द)खनु� ह� ता� र�निताद)व की द)ख�। द�नु कीरता)-कीरता) अकिंकी�चानु ह� गीय)। ज�गील म� पूड़ी) ह* भ�ख)-प्य�स)। की�फें समय की) बा�द की� छे भ�जनु मिमल� और ज्य. ह� ग्र�स म�ख ताकी पूहुँ,चा� निकी भ�ख� अनिताशिथा आ गीय�। स्वय� भ�ख) रहकीर उस) ता(प्ता निकीय�। दूसर. की क्षा�धु�निनुव(श्रित्त की) शिलए अपूनु) >र�र की� म��स भ� की�टों-की�टोंकीर द)नु) लगी)। की% स� अदभ�ता द�नुव�रता� और उद�रता� !

स�धुकी म� र�निताद)व ज%स� द�नुव�रता� और उद�रता� ह�नु� चा�निहए।उद�रता� पूद�था� की भ� ह�ता� ह% और निवचा�र. की भ� ह�ता� ह%। निकीस� नु) की� छे कीह दिदय�, अपूम�नु कीर दिदय� ता�

बा�ता की� पूकीड़ी मता रखिखय)। ज� बा�ता गीई स� बा�ता गीई। उसस) छे� टोंकी�र� नुहU पू�ए,गी) ता� अपूनु) की� ह� दुGख� ह�नु� पूड़ी)गी�। जगीता की� स�धु�रनु) की� ठा)की� हमनु)-आपूनु) नुहU शिलय� ह%। अपूनु) की� ह� स�धु�रनु) की) शिलए हम�र� आपूकी� जYम हुँआ ह%। म�, की) पू)टों स) जYम शिलय�, गी�रू की) चारण. म� गीय� और पू�र� स�धुर गीय� ऐस� नुहU ह�ता�। ज�वनु की) अनु�भव. स) गी�जरता)-गी�जरता) आदम� स�धुरता� ह%, पू�र�गीता ह�ता� ह% और स�स�र-स�गीर स) पू�र ह� ज�ता� ह%। व्यशिR म� अगीर की�ई द�ष नु रह) ता� उस) अभ� निनुर्तिव�कील्पू सम�मिधु लगी ज�य और वह ब्रेह्मल�नु ह� ज�य।

र�मकी( ष्ण पूरमह�स बा�र-बा�र सत्स�गी स) उठाकीर रस�ईघर म� चाल) ज�ता) और बानु) हुँए व्य�जनु पूकीव�नु. की) बा�र) म� पू�छेता�छे कीरता)। >�रद� म�, कीहताU-

"आपू तात्त्वशिचाYतानु की ऊँ, चा� बा�ता कीरता) ह* और निफेंर ता�रYता द�ल, सब्ज�, चाटोंनु� की खबार ल)नु) आ ज�ता) ह* ! ल�गी क्य� कीह�गी) ?"

र�मकी( ष्ण बा�ल)G "यह म�, की की�ई ल�ल� ह%। म)र� ज�वनु-नु�व ता� ब्रेह्म�नु�द-स�गीर की ऐस� मझधु�र म� ह% निकी की�ई उसम� बा%ठा नु सकी) । इस�शिलए म�, नु) म)र) शिचात्त की� जिजह्वा� की) रस म� >�यद लगी� दिदय� ह%। जिजह्वा�रस की) जरिरय) म* बा�हर की) जगीता म� आ ज�ता� हूँ,। जिजस दिदनु यह जिजह्वा�रस छे� टों� ता� समझ ल)नु�... उस� दिदनु हम�र� ज�वनु-नु�व निकीनु�र� छे�ड़ीकीर स�गीर की मझधु�र म� पूहुँ,चा ज�एगी�। निफेंर यह द)ह दिटोंकी) गी� नुहU।"

....और हुँआ भ� ऐस� ह�। एकी दिदनु >�रद�मश्रिण द)व� भ�जनु की था�ल� सज�कीर र�मकी( ष्ण द)व की) समक्षा ल�य�। था�ल� की� द)खकीर पूरमह�स ज� नु) म�,ह फें) र शिलय�। >�रद� म�, की� उनुकी बा�ता य�द आ गीय�.... ह�था स) था�ल� निगीर पूड़ी�। ढा�ई-ता�नु दिदनु म� ह� उस मह�नु[ निवभ�निता नु) अपूनु� ज�वनुल�ल� सम)टों ल�।

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हम ल�गी. म� की�ई-नु-की�ई द�ष रहता� ह%, आसशिR रहता� ह%। द�ष. स) द)ह जकीड़ी� रहता� ह%। अगीर द�ष अनु)की ह.गी) ता� अनु)की जYम. की य�त्र� कीरव�य�गी)। द�ष. की) स�था जिजतानु� ता�द�त्म्य ह�गी�, उतानु) हम द�ष. स) प्रभ�निवता ह.गी)। ईश्वर की) स�था हम�र� जिजतानु� ता�द�त्म्य ह�गी�, आत्मद)व की) स�था जिजतानु� ता�द�त्म्य ह�गी�, >�ल की) स्वभ�व स) जिजतानु� ता�द�त्म्य ह�गी�, इतानु) य) द�ष निनुद�निषता� म� बादलता) ज�ए,गी)।

धुनु की� ल�भ, सत्त� की� ल�भ, य> की� ल�भ, की�म की� निवकी�र य) सबा ह* ता� की) वल व(श्रित्त.... की) वल स�निवता[। धुनु की) प्रनिता की�मनु� जगीता� ह% ता� वह ल�भ बानुता� ह%, व्यशिR की) प्रनिता की�मनु� जगीता� ह% ता� वह की�म बानुता� ह%। ह% वह एकी ह� स�निवता[। वह स�निवता[ अगीर चा%ताYयघनु पूरम�त्म� की) शिचाYतानु म� लगी ज�य ता� बा)ड़ी� पू�र कीर द)। निफेंर की�म, क्र�धु, ल�भ की� प्रभ�व ता�म्ह� प्रभ�निवता नुहU कीर सकी) गी�। निफेंर ख�ता) हुँए भ� भ�जनु की) स्व�द म� बा,धु�गी) नुहU। ल)ता)-द)ता) हुँए भ� ल)नु-द)नु की) कीत्त(�त्व अश्रिभम�नु म� बा,धु�गी) नुहU। ता�म्ह�र) >�द्ध अYताGकीरण की� निनुम��ण ह�ता� ज�एगी�। ऐस� कीरता)-कीरता) आत्मस्वरूपू की� बा�धु ह� गीय� ता� अYताGकीरण बा�मिधुता ह� ज�य)गी�। ख� रह) ह* निफेंर भ� नुहU ख�ता), ल)नु-द)नु कीर रह) ह* निफेंर भ� की� छे नुहU कीरता)।

>�ल आदिद सदगी�ण. द्वा�र� >�द्ध अYताGकीरण की� निनुम��ण निकीय� ज�ता� ह%। कील्य�ण की� दूसर� उपू�य ह% अYताGकीरण स) सम्बान्ध-निवच्छा)द कीरनु) की�। अYताGकीरण स) सम्बान्ध-निवच्छा)द कीरनु) म� सफेंल ह� गीय) ता� व)द�Yता द>�नु की) सव�च्च आद>� की� स�क्षा�त्की�र ह� सकीता� ह%। >�द्ध अYताGकीरण की� निनुम��ण कीरनु) म� सफेंल ह� गीय) ता� भशिR-द>�नु की) मधु�र अम(ता की� आस्व�द प्र�प्ता ह� ज�ता� ह%। >�द्ध अYताGकीरण की� निनुम��ण ईश्वर-भशिR म� बाड़ी� सह�य कीरता� ह% और ईश्वर-तात्त्व की) स�क्षा�त्की�र म� सह�यकी ह�ता� ह%।

व्यशिR अगीर धु�र्मिम�की ह� ता� अपूनु) शिलए ह� नुहU, पूरिरव�र और सम�ज की) शिलए भ� उपूय�गी� ह�ता� ह%। जिजसकी) ज�वनु म� धुम� नुहU ह%, उस पूर अ>��निता की) बा�दल मिघर) रहता) ह*। जिजसकी) ज�वनु म� धुम� ह%, उसकी) ज�वनु म� स�धुनु�, सहनु>शिR, स�हस की) गी�ण निनुखरता) रहता) ह*। लड़ीकी धु�र्मिम�की ह% ता� म�,-बा�पू की� तासल्ल� रहता� ह%। सस�र�लव�ल) उस पूर निवश्व�स कीरता) ह*. व्यशिR धु�र्मिम�की ह% ता� सबा ल�गी उस पूर निवश्व�स कीरता) ह*। इस प्रकी�र धु�र्मिम�कीता�, सच्च�ई, >�ल आदिद पूरम�था� म� ता� सह�यकी ह* ह�, हम�र) व्यवह�र-जगीता म� भ� उपूय�गी� ह%। निकीस� व्यशिR की) पू�स धुनु ह�, व%भव ह�, ल)निकीनु >�ल और सYता�ष नु ह� ता� निकीतानु� भ� बाड़ी� व्यशिR >र�बा-कीबा�बा आदिद म� फें, स ज�ता� ह%।

......ता� उत्तम स) उत्तम भ�षण ह% >�ल।निफेंर >�कीर�चा�य� ज� आगी) कीहता) ह* निकी उत्तम स) उत्तम ता�था� क्य� ह% ? अपूनु� निव>�द्ध मनु ह� उत्तम ता�था� ह%।

गी�गी�, यम�नु�, गी�द�वर�, नुम�द�, की�>�, मथा�र�, पू�ष्कीर आदिद सबा ता�था� ता� ह* ल)निकीनु व) बा�हर की) ता�था� ह*। निव>�द्ध हुँआ मनु जबा पूरम�त्मद)व म� ड�बाता� ह% ताबा वह उत्तम स) उत्तम ता�था� म� स्नु�नु कीरता� ह%। यह ता�था� भ� उस) उत्तम ता�था� म� अथा��ता[ पूरम�त्मद)व म� ड�बा) हुँए स�ता मह�पू�रूष. की) द्वा�र� मिमलता� ह%। ता�त्पूय� यह ह% निकी उत्तम स) उत्तम ता�था� अपूनु� निव>�द्ध मनु ह%।

स�नु� ह% एकी कीह�नु�Gएकी निपूता� की) द� बा)टों) था)। निपूता� की� स्वगी�व�स हुँआ। छे�टों) बा)टों) नु) अपूनु) भ�ई स) कीह�G "म* ता�था��टोंनु कीरनु) ज�

रह� हूँ,। निपूता� ज� की स�पूश्रित्त हम आधु�-आधु� बा�,टों ल)व�।"बाड़ी� भ�ई सहमता ह�ता) हुँए बा�ल�G "अच्छा� भ%य� ! ता�था�य�त्र� कीरनु) ज�ता� ह% ता� भल) ज�। म)र� यह ता�म्बा� भ�

स�था म� ल)ता) ज�। उस) सबा ता�था� म� घ�म�नु�, सबा जगीह स्नु�नु कीर�नु�, द)व-द>�नु कीर�नु�। म)र) बादल) म)र� यह ता�म्बा� ह� ता�था��टोंनु कीर आएगी�। ता�था�य�त्र� म� ज� खचा� ह�गी�, आधु� म* दू,गी�।"

छे�टों� भ�ई बाड़ी) भ�ई की� ता�म्बा� ल) गीय�। ता�था� म� घ�म�ता), पूनिवत्र स्था�नु. म� नुहल�ता), द)वद>�नु कीर�ता) हुँए घर व�पूस ल\टों� ता� बाड़ी) भ�ई नु) अपूनु� ता�म्बा� व�पूस शिलय� और खचा� की� आधु� निहस्स� चा�की� दिदय�। निफेंर ता�म्बा) की� छेdल� और भ�तार स) था�ड़ी� चाख� ता� कीड़ीव� ह� कीड़ीव�। वह छे�टों) भ�ई स) बा�ल�G

"यह ता�म्बा� इतानु) ता�था� म� घ�म�, सरिरता�ओं म� नुह�य�, द)वद>�नु निकीय), निफेंर भ� कीड़ीव� ह� रह�। अभ� मधु�रता� नुहU आई। यह ता� बा�हर स) ह� नुह�य�। भ�तार इसकी� स्नु�नु नुहU हुँआ। इसकी) भ�तार ज� चा�ज रख�गी) वह भ� कीड़ीव� ह� ज�य)गी�।"

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बाड़ी� भ�ई चाता�र था�। ता�म्बा) की� की� कीड़ी-मिमट्टीd-र�ख आदिद ड�लकीर ख�बा रगीड़ी�। निफेंर पू�नु� स) अच्छाd तारह धु�य� ता� उसकी कीड़ीवह�टों दूर ह� गीय�। अबा ता�म्बा) म� ज� की� छे रख) वह चा�ज व%स� ह� >�द्ध बानु� रह)। छे�टों� भ�ई समझ गीय� निकी द)ह की� बा�हर की) ता�था� म� स्नु�नु कीर�नु� ठाfकी ह%, अच्छा� ह% ल)निकीनु अपूनु) भ�तार >�द्धdकीरण स) ह� सच्च� ता�था�त्व महस�स ह�ता� ह%।

मनु एकी ता�म्बा� ह%। >�ल, हरिरनु�मरूपू� पू�ऊँडर, की�मियकी-व�शिचाकी-म�नुशिसकी सत्कीम�रूपू� की� कीड़ी और प्रभ�-प्र)मरूपू� पू�नु� उसम� ड�लकीर उस) अच्छाd तारह धु� ड�ल�। निफेंर स�क्षा�भ�व की निनुगी�ह स) उस) स�ख�ओ। यह मनुरूपू� ता�म्बा� जबा ठाfकी तारह स) धु�लकीर निफेंर स�ख ज�ता� ह% ताबा सबा वस्ता�ए, उसम� अम(ता ज%स� रहता� ह*। मनुरूपू� ता�म्बा� जबा पूनिवत्र ह� ज�ता� ह% ताबा अम(तामय ज�वनु की� अनु�भव कीर� द)ता� ह%।

....ता� सबा ता�था� म� उत्तम ता�था� ह% अपूनु� अYताम��ख मनु, आत्म�की�र व(श्रित्तव�ल� मनु। अपूनु) मनु की) पूनिवत्र ह�नु) पूर ता�था� म� ज�ए,गी) ता� मह�पू�ण्य ह�गी�। मनु पूनिवत्र नुहU ता� ता�था� म� ज�नु) की� पू�र� ल�भ नुहU ह�गी�।

पूनिवत्र मनुव�ल� मनु�ष्य मह�पू�रूष. की) पू�स ज�ता) ह� तात्त्वज्ञा�नु म� पूहुँ,चा सकीता� ह%। अपूनिवत्र मनुव�ल� >�की�>�ल आदम� घ(ण� स) य�R ह�कीर सत्स�गी म� बादिढ़ीय�-स)-बादिढ़ीय� बा�ता स�नु)गी� ता� भ� उसकी� र�गी नुहU लगी)गी�। हम�र� शिचात्त जिजतानु� पूनिवत्र और निनुद�ष ह�ता� ह% उतानु� ह� हम� ता�था� की� भ� ल�भ ह�ता� ह%।

ता�सर� बा�ताG जगीता म� त्य�गीनु) य��य क्य� ह% ? कीनुकी और की�Yता�। कीनुकी म�नु) स�वण� अथा��ता[ धुनु और की�Yता� म�नु) स्त्र�। त्य�गी�, निवरR स�Yय�स� की) शिलए य) द�नु. चा�ज� म�ल स) और भ�व स) त्य�गी द)नु) य��य ह*। गी(हस्था इनु द�नु. की� म�ल स) नुहU त्य�गी सकीता� क्य.निकी इनु द�नु. की) निबानु� गी(हस्था ज�वनु दिटोंकी) गी� नुहU। अताG इनुकी आसशिR त्य�गी�। 'कीनुकी-की�Yता� की) निबानु� म* ज� नुहU सकीता�' – ऐस� धु�रण� ज� घ�स गीई ह% उसकी� भ�तार स) त्य�गी कीर�। व�स्ताव म�, हम सबा चा�ज. की) निबानु� भ� ज� सकीता) ह*, पूरYता� अपूनु) चा%ताYयस्वरूपू आत्मद)व की) निबानु� नुहU ज� सकीता)।

कीनुकी और की�Yता� की� आकीष�ण ज�व की� उन्ननिता स) निगीर� द)ता� ह%। इस आकीष�ण नु) कीई जपू�-तापू�-य�गी�-त्य�निगीय. की� निगीर�कीर रख दिदय� ह%। निगीर ज�नु� यह प्रम�द ह%, ल)निकीनु निगीरकीर नु उठानु� यह पू�पू ह%।

अYताGकीरण की अवस्था�ए, बादलता� रहता� ह*। ज� अYताGकीरण की अवस्था�ओं स) पू�र गीय) ह* उनु मह�पू�रूष. की बा�ता निनुर�ल� ह%, ल)निकीनु अYताGकीरण की) द�यर) म� ज�नु) व�ल) हम ल�गी. की� >�ल और ज्ञा�नु की� अनिता आदर कीरकी) स�वधु�नु ह�कीर रहनु� चा�निहए।

पू�रूष स�धुकी की) शिलए स्त्र� की� आकीष�ण छे�ड़ीनु� आवश्यकी ह% और मनिहल� स�धुकी की) शिलए पू�रूष की� आकीष�ण छे�ड़ीनु� आवश्यकी ह%। जबा ताकी द)ह की) निवकी�र� आकीष�ण. म� शिचात्त ड�बाता� रह)गी�, ताबा ताकी नु स�स�र म� रस मिमल)गी� और नु तात्त्वज्ञा�नु म� रस मिमल)गी�। बा�ह्य आकीष�ण की� रस जिजतानु� कीम ह�ता� ज�य)गी� उतानु� आYतारिरकी रस >�रू ह�ता� ज�य)गी�। जिजतानु� आYतारिरकी रस बाढ़ी)गी� उतानु� बा�ह्य आकीष�ण नुहU रह)गी�। ताबा ता�म स�स�र म� दिदख�गी), व्य�पू�र-धुन्ध�-र�जगी�र कीरनु) व�ल) दिदख�गी), सYता�नु की� जYम द)नु) व�ल) दिदख�गी), दूसर. की नुजर. म� ताम�म निक्रय�-कील�पू कीरता) हुँए दिदख�गी) ल)निकीनु व�स्ताव म� ता�म कीह�, ह� यह ता�म्ह� ज�नु�गी) अथाव� की�ई और ब्रेह्मव)त्त� ज�नु�गी)।

अपूनु) निवषय म� ज्ञा�नु ह�ता� ह% और दूसर) की) निवषय म� अनु�म�नु ह�ता� ह%। अनु�म�नु स) भल) की�ई बा�र� कीह द) ल)निकीनु ता�म्ह�र) दिदल म� दुGख नुहU ह�गी�। ता�म्ह� की�ई भल� कीह द) ल)निकीनु भ�तार स) भल� नुहU ह� ता� दूसर. की� भल� कीहनु� भ� ता�म्ह� तासल्ल� नुहU द)गी�। की�ई ता�म्ह� भल� कीह द) इसस) इतानु� भल� नुहU ह�ता� जिजतानु� ता�म्ह�र� मनु स्थिस्थार ह�नु) स) ता�म्ह�र� भल� ह�ता� ह%। की�ई ता�म्ह� बा�र� कीर द) इसस) इतानु� बा�र� नुहU ह�ता� जिजतानु� ता�म्ह�र� मनु अस्थिस्थार, निवकी�र� ह�नु) स) ता�म्ह�र� बा�र� ह�ता� ह%। अपूनु� आत्मनिनुष्ठा� और अपूनु� स्वरूपू ह� कील्य�ण की� धु�म ह%। द)ह की� सज�नु�, उस) ठाfकी रखनु�, द)ह की म(त्य� स) भयभ�ता ह�नु�, निनुYद� स) भयभ�ता ह�नु�, प्र>�स� की) शिलए ल�ल�मियता ह�नु�, य) सबा कील्य�ण स) व�शिचाता कीरनु) व�ल� बा�ता� ह*। इनुम� उलझ) हुँए ल�गी पूर)>�नु रहता) ह*।

क्षाम�, >\चा, जिजता)जिYद्रयता� य) सबा सदगी�ण >�ल की) अYतागी�ता आता) ह*, द%व� स�पूश्रित्त की) अ�तागी�ता आता) ह*। ईश्वर प्र�न्तिप्ता की ता�व्र इच्छा� स) आधु� स�धुनु� ह� ज�ता� ह%, ताम�म द�ष दूर ह�नु) लगीता) ह*। जगीता की) भ�गी पू�नु) की इच्छा�म�त्र स) आधु� स�धुनु� नु: ह� ज�ता� ह%, अYताGकीरण मशिलनु ह�नु) लगीता� ह%।

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's�य�गीव�शि>ष्ठा मह�र�म�यण' म� शिलख� ह%G "इस ज�व की इच्छा� जिजतानु�-जिजतानु� बाढ़ीता� ह% उतानु�-उतानु� वह छे�टों� ह� ज�ता� ह%। जिजतानु� इच्छा� और ता(ष्ण�ओं की� त्य�गी कीरता� ह% उतानु� वह मह�नु[ ह� ज�ता� ह%।"

स�स�र की) स�ख पू�नु) की इच्छा� द�ष ल) आता� ह% और आत्मस�ख पू�नु) की इच्छा� सदगी�ण ल) आता� ह%। ऐस� की�ई दुगी��ण नुहU ज� स�स�र की) भ�गी की इच्छा� स) पू%द� नु ह�। व्यशिR बा�जिद्धम�नु ह�, ल)निकीनु भ�गी की इच्छा� उसम� दुगी��ण ल) आय)गी�। चा�ह) निकीतानु� भ� बा�द्ध¢ ह�, ल)निकीनु ईश्वर प्र�न्तिप्ता की इच्छा� उसम� सदगी�ण ल) आएगी�।

बाहुँता भ�निगीय. की) बा�चा स�धुकी ज�ता� ह% ता� बाहुँता. की) स�कील्पू, श्व�स�च्छाव�स स�धुकी की� नु�चा) ल) आता) ह*। उसकी� पू�र�नु� अभ्य�स निफेंर उस) स�वधु�नु कीर द)ता� ह%। अताG य�गी�भ्य�स� स�धुकी. की� चा�निहए निकी व) भ�निगीय. की) स�पूकी� स) अपूनु) की� बाचा�ता) रह�, आदर स) >�ल की� पू�लनु कीरता) रह�। >�ल की� ह� अपूनु� ज�वनु बानु� ल�। इसस) स�धुनु� की रक्षा� ह�गी�। .....ओर चालता)-चालता) की\नु नुहU निगीर� ? निगीर�वटों की) , पूतानु की) कीई प्रस�गी ज�वनु म� आ ज�ता) ह*। निगीरकीर निफेंर स,भल ज�नु) व�ल� स�धुकी कील्य�ण की) म�गी� पूर आगी) बाढ़ी सकीता� ह%।

एकी निवधुव� था�। की�म�ता�र ह�कीर निकीस� की) स�था स�स�र व्यवह�र कीर शिलय�। बा�ता ख�ल गीई ता� गी�,वव�ल. नु) उस) दुर�चा�रिरण� घ�निषता कीर दिदय�। गी�,व की) म�खिखय� नु) हुँक्म कीर दिदय� निकी कील इस पू�निपूनु� की� सज� द)नु) की) शिलए गी�,व की) सभ� ल�गी एकीनित्रता ह.गी) और एकी-एकी पूत्थर उठा�कीर म�र�गी)।

सबा ल�गी ह�था म� पूत्थर ल)कीर म�रनु) की) शिलए ता%य�र ह� गीय) ता� एकी कीनिव नु) बा�लYद आव�ज म� गी�य� निकीG "इस अपूर�मिधुनु� की� अपूर�धु की सज� ता� वह� द)गी�, ज� स्वय� निनुरपूर�धु ह�। जिजसनु) अपूनु) ज�वनु म� कीभ� की�ई अपूर�धु नु निकीय� ह� वह� इसकी� पूत्थर म�र)गी�।"

सबाकी) ह�था स) पूत्थर एकी-एकी कीरकी) नु�चा) निगीर पूड़ी)। अपूर�मिधुनु� नु�र� नु) पूश्च�ता�पू की) पू�वनु झरनु) म� नुह�कीर अपूनु� पू�पू धु� शिलय�।

'स�मनु) व�ल) व्यशिR म� भ� म* ह� हूँ,' ऐस� स�चा-समझकीर उसकी� स�धुरनु) की� म\की� द)नु� चा�निहए। स्व�म� र�मता�था� बा�लता) था)G "की� छे ल�गी अल्पू बा�जिद्ध की) ह�ता) ह* ज� दूसर. की) द�ष ह� द)खता) रहता) ह*। 'फेंल�नु� आदम� ऐस� ह%....व%स� ह%....' इस द�षदृमि: की) की चाड़ी स) बा�हर ह� नुहU निनुकीलता)। गी�ण. की� छे�ड़ीकीर द�ष. पूर ह� उनुकी दृमि: दिटोंकीता� ह%। 'घ�ड़ी� दूधु नुहU द)ता� ह% इसशिलए वह बा)की�र ह% और गी�य सव�र� की) की�म नुहU आता� इसशिलए बा)की�र ह%। ह�था� चा\की नुहU कीरता� इसशिलए बा)की�र ह% और की� त्त) पूर >�भ�य�त्र� नुहU निनुकी�ल� ज�ता� इसशिलए बा)की�र ह%....' आदिद आदिद।"

अर) भ%य� ! घ�ड़ी) स) सव�र� की� की�म ल) ल� और गी�य स) दूधु पू� ल�। ह�था� >�भ�य�त्र� म� ल) ल� और की� त्त) स) चा\की कीरव�ओ। सबा उपूय�गी� ह*। अपूनु�-अपूनु� जगीह सबा बादिढ़ीय� ह*।

निकीस� म� स\ गी�ण ह. और एकी अवगी�ण ह� ता� इस अवगी�ण की) की�रण उसकी अवह)लनु� कीरनु� यह ता� अपूनु) ह� ज�वनु निवकी�स की अवह)लनु� कीरनु) की) बार�बार ह%। ता�झ) ज� अच्छा� लगी) वह ल) ल), बा�र) की) शिलए वह जिजम्म)द�र ह%। दूसर. की बा�र�ई की� शिचाYतानु कीरनु) स) अYताGकीरण ता)र� मशिलनु ह�गी� भ%य� ! उस अवगी�ण की) की�रण उसकी� अYताGकीरण ता� मशिलनु हुँआ ह� ह% ल)निकीनु ता� उसकी� शिचाYतानु कीरकी) अपूनु� दिदल क्य. खर�बा कीरता� ह% ?

भगीव�नु बा�द्ध की) पू�स द� मिमत्र आय) और बा�ल)G "भगीव�नु ! यह म)र� स�था� की� त्त) की� सद� स�था रखता� ह%। सद� 'टोंdपू�-टोंdपू�' निकीय� कीरता� ह%। स�ता� ह% ता� भ� स�था म� स�ल�ता� ह%। ...ता� बाता�इय), मरता) समय ताकी टोंdपू� की� ह� शिचाYतानु कीर)गी� ता� की� त्त� बानु)गी� निकी नुहU ?"

दूसर) मिमत्र नु) कीह�G "भYता) ! म)र� बा�ता भ� स�निनुय)। म)र� यह मिमत्र निबाल्ल� की� सद� स�था म� रखता� ह%, खिखल�ता�-निपूल�ता� ह%, घ�म�ता� ह%, अपूनु) स�था स�ल�ता� ह% और सद� 'म�नु�-म�नु�' निकीय� कीरता� ह%। ....ता� बाता�इय), वह निबाल्ल� बानु)गी� निकी नुहU ?"

बा�द्ध म�स्की� र�कीर बा�ल)G 'नुहU, वह निबाल्ल� नुहU बानु)गी�। निबाल्ल� ता� बानु)गी� क्य.निकी उसकी निबाल्ल� की� शिचाYतानु ता� ज्य�द� कीरता� ह%। वह ता)र) की� त्त) की� शिचाYतानु कीरता� ह% इसशिलए वह की� त्त� बानु)गी�।"

निकीस� की) द�ष द)खकीर हम उसकी) द�ष. की� शिचाYतानु कीरता) ह*। ह� सकीता� ह%, वह इतानु� उनु द�ष. की� अपूर�धु� नु ह� जिजतानु� हम�र� अYताGकीरण ह� ज�य)गी�। इसशिलए अपूनु) अYताGकीरण की स�रक्षा� कीरनु� चा�निहए, उसकी) >�द्धdकीरण

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म� लगी) रहनु� चा�निहए। >�ल और सYता�षरूपू� भ�षण स) उस) सज�नु� चा�निहए। >�ल ह� बादिढ़ीय� स) बादिढ़ीय� आभ�षण ह%। बा�हर की) आभ�षण खतार� पू%द� कीरता) ह*, बा�हर की) आभ�षण ईष्य�� पू%द� कीरता) ह*।

बा�द्ध एकी निव>�ल मठा म� पू�,चा म�स ताकी ठाहर) हुँए था)। गी�,व की) ल�गी >�म की) समय उनुकी व�ण� स�नुनु) आ ज�ता)। सत्स�गी पू�र� ह�ता� ता� ल�गी बा�द्ध की) सम�पू आ ज�ता)। उनुकी) समक्षा अपूनु� समस्य�ए, रख द)ता)। निकीस� की� बा)टों� चा�निहए ता� निकीस� की� धुन्ध� चा�निहए, निकीस� की� र�गी की� इल�ज चा�निहए ता� निकीस� की� >त्र� की� उपू�य चा�निहए। निकीस� की� की� छे पूर)>�नु�, निकीस� की� की� छे और। श्रिभक्षा�की आनुYद नु) पू�छे�G

"भगीवनु[ ! यह�, s�म�नु ल�गी भ� आता) ह*, मध्यम वगी� की) ल�गी भ� आता) ह* और छे�टों)-छे�टों) ल�गी भ� आता) ह*। सबा दुGख�-ह�-दुGख�। इनुम� की�ई स�ख� ह�गी� ?"

"ह�,, एकी आदम� स�ख� ह%।""बाता�इय), की\नु ह% वह ?""ज� आकीर पू�छे) चा�पूचा�पू बा%ठा ज�ता� ह% और >��निता स) स�नुकीर चाल� ज�ता� ह%। कील भ� आएगी�। उसकी ओर

स�की) ता कीरकी) बाता� दू,गी�।"दूसर) दिदनु बा�द्ध नु) इ>�र) स) बाता�य�। आनुYद निवस्मिस्मता ह�कीर बा�ल�G "भYता) ! वह ता� मजदूर ह%। कीपूड़ी. की�

दिठाकी�नु� नुहU और झ.पूड़ी� म� रहता� ह%। वह स�ख� की% स) ?""आनुYद ! अबा ता� ह� द)ख ल)नु�।"बा�द्ध नु) सबा ल�गी. स) पू�छे�G "आपूकी� क्य� चा�निहए ?"सबानु) अपूनु�-अपूनु� चा�ह बाता�य�। निकीस� की� धुनु चा�निहए, निकीस� की� सत्त� चा�निहए, निकीस� की� य> चा�निहए,

निकीस� की� निवद्वाता� चा�निहए। जिजसकी) पू�स धुनु था�, सत्त� था� उसकी� >��निता चा�निहए। सबा ल�गी निकीस�-नु-निकीस� पूर)>�नु� स) ग्रस्ता था)। उनुकी) अYताGकीरण खदबाद�ता) था)। आखिखर म� उस मजदूर की� बा�ल�कीर पू�छे� गीय�G

"ता�झ) क्य� चा�निहए ? क्य� ह�नु� ह% ता�झ) ?"मजदूर प्रण�म कीरता) हुँए बा�ल�G "प्रभ� ! म�झ) की� छे चा�निहए भ� नुहU और की� छे ह�नु� भ� नुहU। ज� ह%, ज%स� ह%,

प्र�रब्ध बा�ता रह� ह%। धुनु म� य� धुनु की) त्य�गी म�, वस्त्र और आभ�षण. म� स�ख नुहU ह%। स�ख ता� ह% समता� की) सिंस�ह�सनु पूर और ह) भYता) ! वह आपूकी की( पू� स) म�झ) प्र�प्ता ह� रह� ह%।"

म�झ) यह पू�नु� ह%..... यह कीरनु� ह%..... यह बानुनु� ह%.... ऐस� खटों-खटों जिजसकी दूर ह� गीई ह�, वह अपूनु) र�म म� आर�म पू� ल)ता� ह%।

चा\था� बा�ताG "हम)>� स�नुनु) य��य क्य� ह% ? सदगी�रू और व)द की) वचानु।स�गीर निव>�ल जलर�शि> स) भर� ह% ल)निकीनु हम उस जल स) नु चा�य बानु� सकीता) ह*, नु खिखचाड़ी� पूकी� सकीता) ह*।

वह� स�गीर की� पू�नु� स�य�-प्रकी�> स) ऊँपूर उठाकीर बा�दल बानु ज�ता� ह%। स्व�निता नुक्षात्र की बा�,द बानुकीर बारसता� ह% ता� स�पू म� म�ता� बानु ज�ता� ह%।

ऐस) ह� व)द की) वचानु. की अपू)क्षा� ब्रेह्मज्ञा�नु� सदगी�रूओं की) वचानु ज्य�द� म�ल्यव�नु ह�ता) ह*। व)द स�गीर ह% ता� ब्रेह्मज्ञा�नु� गी�रू की� वचानु बा�दल ह%। सदगी�रू व)द. म� स), >�स्त्र� म� स) व�क्य ल)कीर अपूनु) अनु�भव की मिमठा�स मिमल�कीर स�धुकी की) हृदय की� पूरम�त्म रस स) पूरिरता(प्ता कीरता) ह*। व) ह� वचानु स�धुकी हृदय म� पूचाकीर म�ता� बानु ज�ता) ह*।

ईशीकेB पू� निबान ग%रू नहेA, ग%रू निबान� नहेA ज्ञा�न।ज्ञा�न निबान� आत्म� नहेA, ग�वकिंहे- व�दपू%र�न।।

ब्रेह्म मनु एव इजिYद्रय. स) पूर) ह%। ब्रेह्मज्ञा�नु� सदगी�रू जबा म* उपूद)> द) रह� हूँ,.. इस भ�व स) भ� पूर) ह�ता) ह* ताबा उनुकी� ज्ञा�नु स�धुकी की) हृदय म� अपूर�क्षा ह�ता� ह%। व)द की ऋचा�ए, पूनिवत्र ह*, व)द की� ज्ञा�नु पूनिवत्र ह%, ल)निकीनु ब्रेह्मव)त्त� आत्मज्ञा�नु� मह�पू�रूष की) वचानु ता� पूरम पूनिवत्र ह*। व) स�धुकी की� आत्म�नु�भ�निता म� पूहुँ,चा� द)ता) ह*।

व)द पूढ़ीनु) स) निकीस� की� आत्म-स�क्षा�त्की�र ह� ज�य यह गी�र�टोंd नुहU ल)निकीनु सदगी�रू की) वचानु. स) आत्म-स�क्षा�त्की�र ह� ज�य यह कीइय. की) ज�वनु म� घदिटोंता हुँआ ह%। इस�शिलए नु�नुकीज� नु) कीह� ह% निकीG

ग%रू केD बा�न बा�न ग%र।

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बा�न बाच अमBतः सं�र�।।गी�रुओं की व�ण� ह� गी�रू ह%। उनुकी व�ण� म� ह� स�र� अम(ता भर� रहता� ह%।....हम)>� स�नुनु) य��य क्य� ह% ? सदगी�रू और व)द की) वचानु। य) वचानु अगीर ज�वनु म� आ ज�य� ता� ज�वनु बाड़ी�

निनुभyकी, निनुद्वा�Yद्वा और निनुश्चिंश्च�ता बानु ज�ता� ह%। द्वाYद्वा. की) बा�चा भय. की) बा�चा, शिचाYता�ओं की) बा�चा ज�ता) हुँए भ� ज�वनु निनुश्चिंश्च�ता ह�ता� ह%।

मनु�ष्य अपूनु� आगी�म� स्थिस्थानिता की� आपू निनुम��ता� ह%, अपूनु) भ��य की� आपू निवधु�ता� ह%। वह ज� की� छे स�चाता� ह%, बा�लता� ह%, स�नुता� ह%, द)खता� ह% उसकी� प्रभ�व उसकी) ज�वनु म� प्रनितानिबास्त्रिम्बाता ह�ता� ह%।

ध्वनिनु की) प्रभ�व की� निनुर�क्षाण कीरनु) की) शिलए की� छे प्रय�गी निकीय) गीय)। एकी की�गीज पूर बा�र�की र)ता� की) कीण निबाछे� दिदय) गीय)। की�गीज की) नु�चा) निवश्रिभन्न प्रकी�र की) >ब्द और ध्वनिनु निकीय) गीय)। हर)की >ब्द व ध्वनिनु की) प्रभ�व स) की�गीज पूर निबाछे) हुँए बा�र�की कीण. म� अलगी-अलगी आकी( निताय�, बानुता� द)ख� गीईं। ज%स) ॐ की� उच्च�रण, र�म की धु�नु, अल्ल� ह� अकीबार... की बा�,गी, की�ई स�गी�ता की ताज�, गीYदd गी�ल� इत्य�दिद। स�क्ष्म य�त्र. स) यह निनुर�क्षाण निकीय� गीय�।

र)ता की) कीण पूर ध्वनिनु की� प्रभ�व पूड़ीता� ह% ता� हम�र) रRकीण. पूर, श्व)ताकीण. पूर, मनु पूर, बा�जिद्ध पूर, ध्वनिनु की) प्रभ�व पूड़ी) इसम� क्य� सYद)ह ह% ? निवश्रिभन्न ध्वनिनुय. की) प्रभ�व स) हम�र� ज�वनु->शिR की� निवकी�स य� निवनु�> अवश्य ह�ता� ह%। यह व%ज्ञा�निनुकी सत्य ह%।

भ�रता की) प्रशिसद्ध स�गी�ता की�र ओमकी�रनु�था ठा�की� र द)> की) प्रनितानिनुमिधु की) रूपू म� इटोंल� गीय) हुँए था)। भ�जनु सम�र�भ की) समय वह�, की) >�सकी म�स�शिलनु� नु) उनुस) पू�छे�G

"म*नु) स�नु� ह% निकी भ�रता म� s�की( ष्ण नु�मकी गी�य� चार�नु) व�ल� चारव�य� बा�स� म� फें�, की म�रता� और अ�गी�शिलय�, घ�म�ता� ता� गी�य� एकीता�नु खड़ी� रह ज�ताU, बाछेड़ी) शिथारकीनु) लगीता), म�र पू�ख फें% ल�कीर नु�चानु) लगीता), अनुपूढ़ी �व�लबा�ल और गी�निपूय�, आनुYद स) झ�मनु) लगीताU। म)र� समझ म� नुहU आता�। क्य� यह सचा ह% ? म�झ) इनु बा�ता. म� निवश्व�स नुहU ह�ता�। इसकी) खिखल�फें म*नु) कीई वRव्य दिदय) ह*। आपू भ�रता स) आय) ह�। इस निवषय म� आपूकी� क्य� कीहनु� ह% ?"

निकीस� की समझ म� आ ज�य) वह� सत्य ह�ता� ह% क्य� ? सत्य अस�म ह% और समझनु) व�ल� बा�जिद्ध स�मिमता ह%। निफेंर बा�जिद्ध भ� सत्त्वप्रधु�नु, रज�प्रधु�नु, ताम�प्रधु�नु हुँआ कीरता� ह%। ताम�प्रधु�नु बा�जिद्ध की अपूनु� स�म� ह�ता� ह%, ता�च्छा। रज�प्रधु�नु बा�जिद्ध की अपूनु� स�म� ह�ता� ह%, की� छे-की� छे। सत्त्वप्रधु�नु बा�जिद्ध की अपूनु� स�म� ह�ता� ह%, की� छे ठाfकी-ठाfकी ल)निकीनु अस�म नुहU ह�ता�।

बा�जिद्ध म�नु) मनिता। मनिता स) ज� निनुण�य य� शिसद्ध�Yता निनुश्रिश्चता निकीय) ज�ता) ह* उYह� मता कीहता) ह*। मनिताय�, बादलता� रहता� ह*, मता-मता�Yतार ह�ता) रहता) ह* ल)निकीनु सत्य अबादल ह%। उस अबादल सत्य म� ज� स�प्रनितामिष्ठाता ह* ऐस) s�की( ष्ण जबा बा�स� बाज�ता) ह.गी) ता� बा�स� की ध्वनिनु, बा�स� की� स�गी�ता उस सत्य की� छे� कीर गी�पू-गी�निपूय. की� झ�म�नु) लगी), इसम� क्य� आश्चय� ह% ?

ओमकी�रनु�था ठा�की� र नु) कीह�G "s�की( ष्ण ज%स� ह%शिसयता ता� म* नुहU रखता�। उनुकी चारणरज की) बार�बार भ� म* नुहU हूँ,। उनुकी) निवषय म� बा�लनु� म)र) स�हस की) पूर) की बा�ता ह%। ल)निकीनु ह�,...... >ब्द की , ध्वनिनु की अपूनु� गीरिरम� ह�ता� ह%। स�स्मित्त्वकी स�ज और स�गी�ता म� हम�र� स�ष�प्ता >शिRय. की� आYद�शिलता कीरनु) की क्षामता� ह�ता� ह%। अभ� ता� यह�, भ�जनु कीर रह) ह*। स�गी�ता की) की�ई स�ज-व�ज नुहU ह% और म* की�ई अच्छा� स�गी�ताकी�र भ� नुहU हूँ,, अYयथा� की� छे प्रय�गी कीरता)....." इस प्रकी�र उYह.नु) म�स�शिलनु� की� बा�ता. म� लगी�य�। स�मनु) टों)बाल पूर की�ई व�द्या नुहU था�, चा�नु� की प्ल)टों� और छे� र� की�,टों), चाम्मचा आदिद पूड़ी) था)। ओमकी�रनु�था नु) बा�ता.-बा�ता. म� उनु चाम्मचा की�,टों. स) प्ल)टों. की� धु�र)-धु�र) ता�लबाद्ध रूपू स) बाज�नु� >�रू की । बा�ता� बाYद ह�ता� गीईं.... स�गी�ता की महनिफेंल जमता� गीई। की� छे ह� मिमनुटों. म� वह�, उपूस्थिस्थाता सबा अनिताशिथागीण स�गी�ता की) स�था एकीता�नु ह� गीय)। स्वय� म�स�शिलनु� भ� झ�मनु) लगी गीय�। स�गी�ताज्ञा नु) अपूनु) स�ज. की� और र�गी दिदय�। व�ता�वरण म� म�नु� की�ई निवलक्षाण नु>� स� छे� गीय�। म�स�शिलनु� की� शिसर झ�मता) झ�मता) टों)बाल पूर टोंकीर�नु) लगी�। ओमकी�रनु�था नु) ऐस� बाज�य� निकी उसकी� शिसर लहूँल�ह�नु ह�नु) लगी�। ताबा म�स�शिलनु� शिचाल्ल� पूड़ी�G

"बास.... बास.... बाYद कीर� अपूनु� बाज�नु�।"ठा�की� र नु) कीह�G "अपूनु) शिसर की� र�की द�, झ�मनु� बाYद कीर�।"

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"अबा र�की� नुहU ज�ता�। शिसर स) ख�नु बाह रह� ह%.... सह� नुहU ज�ता�।"ओमकी�रनु�था नु) स�गी�ता बाYद कीर दिदय�। व�ता�वरण >�Yता ह� गीय�। म�स�शिलनु� स्वस्था हुँआ ता� ओमकी�रनु�था नु)

प्य�र भर� निनुगी�ह. स) निनुह�रता) हुँए उसस) कीह�G "म)र) ज�ठा) चाम्मचा. और प्ल)टों. की) स�गी�ता स) ता�म्ह�र� ज�वनु >शिR आनुजिYदता ह�कीर ता�व्रता� स) आYद�शिलता ह� सकीता� ह% ता� पूरम�त्मस्वरूपू s�की( ष्ण बा�स� बाज�ता) हुँए नु�र�नु� नुजर. स) गी�पू गी�निपूय. की� निनुह�रकीर आनुYद स) झ�म� द� ता� इसम� क्य� आश्चय� ह% ?"

हम�र) ज�वनु म� बाहुँता स�र� स�भ�वनु�ए, स�य� हुँई पूड़ी� ह*। हम जिजस जगीता म� ज� रह) ह*, ज� की� छे ज�नु रह) ह* वह जगीता बाहुँता छे�टों� ह%। हम ता� एकी ह� स�य� की� द)ख रह) ह* ल)निकीनु इस स�य� स) भ� ल�ख. गी�नु� बाड़ी)-बाड़ी) स�य� और ता�र) आकी�>गी�गी� म� ह*। ऐस� कीई आकी�>गी�गी�ए, एकी ब्रेह्म�ण्ड म� ह*। ऐस) कीई ब्रेह्म�ण्ड. की� यथा�निवमिधु चाल�नु)व�ल� ज� सत्त� ह%, वह� सत्त� हम�र) >र�र म� बा�ल उगी�ता� ह%, पू%र. की� पूस�रनु) की ता�कीता द)ता� ह%, मनु की� फें� रनु) और बा�जिद्ध की� निनुण�य कीरनु) की >शिR द)ता� ह%। सव�त्र व्य�पूकी सत्त� एकी ह� ह%। मनु और बा�जिद्ध जिजतानु) प्रम�ण म� उसम� निवs��निता पू�ता) ह� उतानु) व) दिदव्य ह� ज�ता) ह*। इस व्य�पूकी सत्त� म� सव�था� निवs�म पू�नु) की� यत्नु कीरनु� चा�निहए। s�की( ष्ण कीहता) ह*-

अभ्य�संय गय%क्ते� न च�तःसं� न�न्यग�मिमन�।पूरम� पू%रूष� दिदव्यं� य�नितः पू�र्थं��न%चिचन्तःयन.।।

'ह) पू�था� ! पूरम)श्वर की) ध्य�नु की) अभ्य�सरूपू य�गी स) य�R, दूसर� ओर नु ज�नु) व�ल) शिचात्त स) निनुरYतार शिचाYतानु कीरता� हुँआ मनु�ष्य पूरम प्रकी�>रूपू दिदव्य पू�रूष की� अथा��ता[ पूरम)श्वर की� ह� प्र�प्ता ह�ता� ह%।'

(गी�ता�G 8.8)अभ्य�स ता� सबा कीरता) ह*। झ�ड� लगी�नु) की� अभ्य�स नु\कीर�नु� भ� कीरता� ह% और मता�गी ऋनिष की) आsम म�

>बार� भ� कीरता� ह%। र�टोंd बानु�नु) की� अभ्य�स बा�वचाy भ� कीरता� ह%, म�, भ� कीरता� ह% और गी�रू की) आsम म� शि>ष्य भ� कीरता� ह%। बा�वचाy की� र�टोंd बानु�नु� नु\कीर� ह� ज�ता� ह%, म�, की� र�टोंd बानु�नु� स)व� ह� ज�ता� ह% और शि>ष्य की� र�टोंd बानु�नु� भशिR ह� ज�ता� ह%। नु\कीर�नु� की� झ�ड़ू लगी�नु� नु\कीर� ह� ज�ता� ह% और >बार� की� झ�ड़ू लगी�नु� बाYदगी� ह� ज�ता� ह%।

अभ्य�स ता� हम कीरता) ह* ल)निकीनु अभ्य�स म� य�गी की� मिमल� द�। जिजस अभ्य�स की� प्रय�जनु ईश्वर प्र�न्तिप्ता ह%, इ: की प्रसन्नता� ह%, सदगी�रू की प्रसन्नता� ह% वह अभ्य�स य�गी ह� ज�ता� ह%। जिजस अभ्य�स की� प्रय�जनु निवकी�र. की ता(न्तिप्ता ह%, वह अभ्य�स स�स�र ह� ज�ता� ह%।

ज�वनु द�धु�र� तालव�र ज%स� ह%। अपूनु) निक्रय�-कील�पू. स) म�क्षाम�गी� म� आनु) व�ल) निवघ्नु. की� भ� की�टों सकीता) ह* और आत्म�त्थ�नु कीरनु) व�ल) गी�ण. की� भ� की�टों सकीता) ह*, क्षा�ण कीर सकीता) ह*। स�गी�ता की) स�धुनु. की� उपूय�गी 'र�की एण्ड र�ल' म� कीरकी) ज�वनु >शिR की� ह्रा�स भ� कीर सकीता) ह* और भशिRमय धु�नु-की ता�नु म� कीरकी) ज�वनु >शिR की� निवकी�स भ� कीर सकीता) ह*। द)वर्तिष� नु�रदज� नु) 'भशिRस�त्र' म� कीह� ह%G तःतः. केDतः�न�तः.।

की ता�नु, ध्य�नु और सत्स�गी ज�वनु->शिR की� निवकी�स कीरकी) ज�वनुद�ता� म� मिमल ज�नु) की) शिलए पूरम s)ष्ठा स�धुनु ह*। ब्रेह्मव)त्त� स�ता-मह�पू�रूष-सदगी�रू की) स�मिन्नध्य म� यह दिदव्य की�म सहजता� स) ह� ज�ता� कीरता� ह%। इस�शिलए कीबा�रज� कीहता) ह*-

संत्सं�ग केD आधी घड़ी सं%मिमरन वष� पूच�सं।वष�� वरसं� एके घड़ी अरट निNर� बा�र) म�सं।।सं%ख द�व� दुः�ख के हेर� केर� पू�पू के� अन्तः।केहे केबार व� केबा मिमल:, पूरम स्न�हे सं�तः।।

पूरम की) स�था जिजनुकी� स्नु)ह ह% ऐस) स�ता जबा मिमलता) ह* ताबा ज�वनु->शिR की� निवकी�स ह�ता� ह%। कीबा�र ज� की यह स*कीड़ी. वष� पू�व� की ह%, >�कीर�चा�य�ज� की बा�ता सदिदय. पू�व� की ह%, >�स्त्र. की बा�ता हज�र.-ल�ख. वष� पू�व� की ह)। इस� बा�ता की� आज की) य�गी म� ड�. ड�यमण्ड नु) रिरसचा� (अनु�स�धु�नु) कीरकी) शिसद्ध निकीय� ता� ल�गी निवश्व�स कीरनु) लगी) ह*।

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सत्य निकीस� रिरसचा� की� निवषय नुहU ह�ता�, अनिपूता� स�र� रिरसचा� उस सत्य की) आधु�र पूर ह�ता� ह%। स�म�जिजकी सत्य रिरसचा� की� निवषय ह� सकीता� ह%, प्र�की( निताकी रहस्य रिरसचा� की� निवषय ह� सकीता� ह%, ल)निकीनु सनु�तानु सत्य निकीस� रिरसचा� की� निवषय नुहU ह� सकीता�। स�र) रिरसचा� की� जह�, अYता आ ज�ता� ह%, वह�, स) सनु�तानु सत्य की� s�गीण)> ह�ता� ह%।

मता मनिता की) ह�ता) ह*, इसशिलए मता�Yतार ह� सकीता) ह*। हम�र� इ: मनिता नुहU, हम�र� इ: मता नुहU ल)निकीनु कीर�ड़ी.-कीर�ड़ी. मनिताय�, जिजस सस्थिच्चद�नु�दघनु पूरम�त्म� म� प्रकीटों ह�कीर ल�नु ह� ज�ता� ह*, वह इ: हम�र� र�म..... हम�र� अपूनु� आत्म� ह%। यह ह% सनु�तानु सत्य की बा�ता। इस� की� व)द भगीव�नु नु) कीह�G संत्य� ज्ञा�न� अनन्तः� ब्रह्म। वह सत्यस्वरूपू ह%, ज्ञा�नुस्वरूपू ह%।

मच्छार की� की\नु स) स्की� ल की�ल)ज म� शि>क्षा� दd गीई निकी यह�, पूर बा%ठा�गी) ता� ख�नु� मिमल)गी� ? निकीस� नु) शिसख�य� ता� नुह�। जह�, रR था� वहU पूर वह बा%ठा�। .....ता� पूरम�त्म� की ज्ञा�नु सत्त� स�क्ष्म ज�व. म� भ� ह%। ख�नु)-पू�नु) की और अपूनु� पू�टों« की रक्षा� कीरनु) की बा�जिद्ध अगीर निकीस� व्यशिR म� ह% ता� इस बा�जिद्ध की� की�ई निव>)ष फें�यद� नुहU। इतानु� बा�जिद्ध ता� बा%क्टों)रिरय� (ज�व�ण�ओं) म� भ� ह%। अपूनु� पू�टों«व�ल) म� और दूसर� पू�टों«व�ल) म� भ� ज� सत्य ह% उस सनु�तानु सत्य की� स्व�की�र कीरकी) अपूनु) अह�की�र की� आग्रह छे�ड़ीकीर ज� ज�वनु की य�त्र� कीरता� ह%, वह सच्च� धुनु� ह%, सच्च� बा�जिद्धम�नु ह%, सच्च� >�लव�नु[ ह%। बा�हर की) आभ�षण सच्च) आभ�षण नुहU ह*। सच्च� आभ�षण ता� व्यशिR की� आYतारिरकी ज�वनु ह%। बा�हर की) आभ�षण ता� बा�हर की) >र�र की� था�ड़ी� चामकी-दमकी द) सकीता) ह�, ल)निकीनु ता�मकी� व) नुहU चामकी�ता)। ता�म्ह�र� व�स्तानिवकी चामकी की� व) दबा�ता) ह� और अह�की�र की� जगी�ता) ह*। s� >�कीर�चा�य� कीहता) ह�- "सच्च� आभ�षण >�ल ह% और निनुत्य कीत्त�व्य सत्स�गी ह%।" व)दवचानु, >�स्त्रवचानु की अपू)क्षा� ज�वYम�R ब्रेह्मव)त्त� की) वचानु स�धुकी की) शिलए अमिधुकी निहता�वह ह%। अपू\रूष)य सनु�तानु तात्त्व म� बा%ठाकीर ब्रेह्मव)त्त� जबा बा�लता) ह* ताबा उनुकी व�ण� हम�र� ज�वनु->शिR की� निवकी�स कीरकी) ज�वनुद�ता� स) म�ल�की�ता कीर� द)ता� ह%। हृदय की गीहर�ई स) आनु) व�ल) उनुकी) अनु�भवनिनुष्ठा वचानु हम�र) की�नु. की) द्वा�र� हृदय की गीहर�ई म� पूहुँ,चा ज�ता) ह*... शिचात्त म� निवs�न्तिYता मिमलता� ह%.... ज�वनु म� आनुYद, उल्ल�स और मधु�रता� छे� ज�ता� ह%।

अनु�क्रमॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

संत्सं�ग-सं%धी�शील के� द�न

जिजस मनु�ष्य म� >�ल ह% वह सबा चा�ज. की� अमिधुकी�र� ह%। उसकी) पू�स >�ल की) स�था धुम�, सत्य, सद�चा�र, बाल और लक्ष्म� बार�बार निनुव�स कीरता) ह*। वह हम)>� अपूनु) >�ल की) प्रभ�व स) स�र) स�स�र म� s)य पू�ता� ह%। उस) हर व्यशिR वYदनु कीरता� ह%। उसकी) पू�स की इतानु� बाड़ी� >शिR हम)>� उसकी� स�था द)ता� ह% जिजसस) निकी उसकी) निवचा�र. म� की�ई दुनिवधु� उत्पून्न नुहU ह�ता�। वह निकीस� स) भ� ईष्य��, द्वा)ष और र�गी नुहU कीरता�, नु ता� निकीस� पूर क्र�धु कीरता� ह%, नु निकीस� स) उनिद्वा�नु ह�ता� ह%। अपूनु) ज्ञा�नु की) बाल पूर वह दूसर. स) सदव्यवह�र ह� कीरता� ह%। जिजस द)> य� सम�ज म� ऐस) मह�पू�रूष ह�ता) ह*, वह द)> य� सम�ज धुYय ह� ज�ता� ह%।

मह�भ�रता की� प्रस�गी ह%GइYद्रप्रस्था म� र�ज� य�मिधुमिष्ठार नु) र�जस�य यज्ञा निकीय�। उस समय सभ�मण्डपू की� नु�नु� प्रकी�र की) उपूकीरण. स)

सज�य� गीय�। उYह� द)खकीर दुय�धुनु की� बाड़ी� सYता�पू हुँआ। वह�, स) ल\टोंनु) पूर अपूनु) निपूता� धु(तार�ष्ट्र स) उसनु) य) सबा बा�ता� कीहU। ताबा धु(तार�ष्ट्र नु) कीह�G

"बा)टों� ! यदिद ता�म य�मिधुमिष्ठार की भ�,निता य� उनुस) भ� आगी) बाढ़ीकीर र�जलक्ष्म� पू�नु� चा�हता) ह� ता� >�लव�नु[ बानु�। >�ल स) ता�नु. ल�की ज�ता) ज� सकीता) ह*। >�लव�नु. की) शिलए इस स�स�र म� की�ई भ� वस्ता� दुल�भ नुहU ह%। मह�भ�गी नु) स�ता र�ता. म�, जYम)जय नु) ता�नु र�ता. म� और म�न्ध�ता� नु) एकी ह� र�ता म� इस पू(र्थ्यव� की� र�ज्य प्र�प्ता निकीय� था�। व) सभ� र�ज� >�लव�नु[ ताथा� दय�ल� था)। अताG उनुकी) द्वा�र� गी�ण. की) म�ल खर�दd हुँई यह पू(र्थ्यव� स्वय� ह� उनुकी) पू�स आ गीई था�।''

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दुय�धुनु नु) पू�छे�G "मह�र�ज ! जिजसकी) द्वा�र� उनु र�ज�ओं नु) >�घ्र ह� भ�मण्डल की� र�ज्य पू� शिलय�, वह >�ल की% स) प्र�प्ता ह�ता� ह% ?"

धु(तार�ष्ट्र बा�ल)G "वत्स ! इसकी) निवषय म� एकी इनिताह�स ह%, जिजस) नु�रदज� नु) स�नु�य� था�।प्र�चा�नु समय की बा�ता ह%। द%त्यर�ज प्रह्ला�द नु) अपूनु) >�ल की) प्रभ�व स) इYद्र की� र�ज्य ल) शिलय� और ता�नु.

ल�गी. की� अपूनु) व> म� कीर >�सनु कीरनु) लगी�। उस समय इYद्र नु) बा(हस्पनिता ज� की) पू�स ज�कीर उनुस) ऐश्वय�-प्र�न्तिप्ता की� उपू�य पू�छे� और बा(हस्पनिता नु) उYह� इस निवषय की� निव>)ष ज्ञा�नु प्र�प्ता कीरनु) की) शिलए >�क्र�चा�य� की) पू�स ज�नु) की आज्ञा� दd। इYद्र नु) प्रसन्नता�पू�व�की >�क्र�चा�य� की) पू�स ज�कीर निफेंर वह� प्रश्न द�हर�य�। >�क्र�चा�य� ज� बा�ल)G "इसकी� निव>)ष ज्ञा�नु मह�त्म� प्रह्ला�द की� ह� ह%।"

यह स�नुकीर इYद्र बाहुँता ख�> हुँए और ब्रे�ह्मण की� रूपू धु�रण कीर प्रह्ला�द की) पू�स गीय)। वह�, पूहुँ,चाकीर उYह.नु) कीह�G

"र�जनु ! म* s)य प्र�न्तिप्ता की� उपू�य ज�नुनु� चा�हता� हूँ,। आपू बाता�नु) की की( पू� कीर�।"प्रह्ला�द नु) कीह�G "निवप्रवर ! म* ता�नु. ल�की. की) र�ज्य. की� प्रबान्ध कीरनु) म� व्यस्ता रहता� हूँ, इसशिलए म)र) पू�स

आपूकी� उपूद)> द)नु) की� समय नुहU ह%।"ब्रे�ह्मण नु) कीह�G "मह�र�ज ! जबा समय मिमल) ताभ� म* आपूस) उत्तम आचारण की� उपूद)> ल)नु� चा�हता� हूँ,।"ब्रे�ह्मण की सच्च� निनुष्ठा� द)खकीर प्रह्ला�द बाड़ी) प्रसन्न हुँए और >�भ समय आनु) पूर उYह.नु) उस) ज्ञा�नु की� तात्त्व

समझ�य�। ब्रे�ह्मण नु) भ� अपूनु� उत्तम गी�रूभशिR की� पूरिरचाय दिदय�। उसनु) प्रहल�द की इच्छा�नु�स�र Yय�य�शिचाता र�निता स) भल�भ�,निता उनुकी स)व� की । निफेंर समय पू�कीर उनुस) अनु)की. बा�र यह प्रश्न निकीय�G

"नित्रभ�वनु की� उत्तम र�ज्य आपूकी� की% स) मिमल� ? इसकी� रहस्य बाता�इय)।"प्रह्ला�द नु) कीह�G "निवप्रवर ! म* र�ज� हूँ,, इस अश्रिभम�नु म� आकीर निकीस� ब्रे�ह्मण की निनुYद� नुहU कीरता�।

>�क्र�चा�य� जबा म�झ) नु�निता की� उपूद)> कीरता) ह* उस समय म* स�यमपू�व�की उनुकी बा�ता� स�नुता� हूँ,, उनुकी आज्ञा� की� शिसर पूर धु�रण कीरता� हूँ,। >�क्र�चा�य� ज� की) बाता�य) हुँए नु�निताम�गी� पूर यथा� >शिR चालता� हूँ,। ब्रे�ह्मण. की स)व� कीरता� हूँ,। क्र�धु की� ज�ताकीर मनु की� की�बा� म� रखकीर इजिYद्रय. की� भ� सद� व> म� निकीय) रहता� हूँ,। म)र) इस बाता��व की� ज�नुकीर ह� निवद्वा�नु म�झ) अच्छा)-अच्छा) उपूद)> दिदय� कीरता) ह* और म* उनुकी) वचानु�म(ता की� पू�नु कीरता� रहता� हूँ,। इसशिलए ज%स) चाYद्रम� नुक्षात्र. पूर >�सनु कीरता) ह* उस� प्रकी�र म* भ� अपूनु) ज�निताव�ल. पूर र�ज्य कीरता� हूँ,। >�क्र�चा�य� ज� की� नु�निता>�स्त्र ह� इस भ�मण्डल की� अम(ता ह%, यह उत्तम नु)त्र ह% और यह� s)य-प्र�न्तिप्ता की� उत्तम उपू�य ह%।"

प्रह्ला�द स) इस प्रकी�र उपूद)> पू�कीर भ� वह ब्रे�ह्मण उनुकी स)व� म� लगी� ह� रह�। ताबा प्रह्ला�द नु) कीह�G"निवप्रवर ! ता�मनु) गी�रू की) रूपू म� म)र� स)व� की ह%। ता�म्ह�र) इस बाता��व स) प्रसन्न ह�कीर म* ता�म्ह� वर द)नु� चा�हता�

हूँ,। ता�म्ह�र� ज� इच्छा� ह� वह म�,गी ल�, म* उस) अवश्य पू�ण� कीरू, गी�।"ब्रे�ह्मण व)> म� छे� पू) हुँए इYद्र नु) कीह�G "मह�र�ज ! यदिद आपू प्रसन्न ह* और म)र� निप्रय कीरनु� चा�हता) ह� ता� म�झ)

आपूकी� ह� >�ल ग्रहण कीरनु) की इच्छा� ह%। वह� वर दdजिजए।"यह स�नुकीर प्रह्ला�द की� बाड़ी� आश्चय� हुँआ। उYह.नु) स�चा�G "यह की�ई स�धु�रण मनु�ष्य नुहU ह�गी�।" निफेंर भ�

ताथा�स्ता� कीहकीर उस) वर द) दिदय�। वर पू�कीर निवप्र-व)>धु�र� इYद्र ता� चाल) गीय), पूरYता� प्रह्ला�द की) मनु म� बाड़ी� शिचाYता� हुँई। स�चानु) सगी) निकी क्य� कीरनु� चा�निहए मगीर निकीस� निनुश्चय पूर नुहU पूहुँ,चा सकी) । इतानु) म� उनुकी) >र�र स) एकी पूरम की��निताम�नु[, ता)जस्व� और म�र्तिता�म�नु छे�य� प्रकीटों हुँई। उस) द)खकीर प्रह्ला�द नु) पू�छे�G

"आपू की\नु ह* ?""म* >�ल हूँ,। ता�मनु) म�झ) त्य�गी दिदय� इसशिलए ज� रह� हूँ,। अबा उस� ब्रे�ह्मण की) >र�र म� निनुव�स कीरू, गी� ज�

ता�म्ह�र� शि>ष्य बानुकीर एकी�ग्र शिचात्त स) स)व�पूर�यण ह� यह�, रह� कीरता� था�।" यह कीहकीर वह ता)ज वह�, स) अदृश्य ह� गीय� और इYद्र की) >र�र म� प्रव)> कीर गीय�।

उसकी) अदृश्य ह�ता) ह� उस� तारह की� दूसर� ता)ज प्रह्ला�द की) >र�र स) प्रकीटों हुँआ। प्रह्ला�द नु) पू�छे�G "आपू की\नु ह* ?"

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"प्रह्ला�द ! म�झ) धुम� समझ�। म* भ� उस s)ष्ठा ब्रे�ह्मण की) पू�स ज� रह� हूँ,, क्य.निकी जह�, >�ल ह�ता� ह%, वहU म* भ� रहता� हूँ,।"

वह निवद� हुँआ ता� ता�सर� ता)ज�मय निवग्रह प्रकीटों हुँआ। उसस) भ� प्रश्न पू�छे� गीय�G"आपू की\नु ह* ?""अस�र)Yद्र ! म* सत्य हूँ, और धुम� की) पू�छे) ज� रह� हूँ,। सत्य की) ज�नु) पूर एकी और मह�बाल� पू�रूष प्रकीटों हुँआ और पू�छेनु) पूर उसनु) कीह�-"प्रह्ला�द ! म�झ) सद�चा�र कीहता) ह*। जह�, सत्य ह� वहU म* भ� रहता� हूँ,।"उसकी) चाल) ज�नु) पूर प्रह्ला�द की) >र�र स) बाड़ी� गीज�नु� कीरता� हुँआ एकी ता)जस्व� पू�रूष प्रकीटों हुँआ। पू�छेनु) पूर

उसनु) बाता�य�G"म* बाल हूँ, और जह�, सद�चा�र गीय� ह% वहU स्वय� म* भ� ज� रह� हूँ,।" वह चाल� गीय�। तात्पूश्च�ता प्रह्ला�द की) >र�र स) एकी प्रभ�मय� द)व� प्रकीटों हुँई। पू�छेनु) पूर उYह.नु) बाता�य�G"म* लक्ष्म� हूँ,। ता�मनु) म�झ) त्य�गी दिदय� ह% इसशिलए यह�, स) ज� रह� हूँ, क्य.निकी जह�, बाल रहता� ह%, वहU म* भ�

रहता� हूँ,।प्रह्ला�द नु) पू�नुG पू�छे�G "द)व� आपू कीह�, ज�ता� ह* ? वह s)ष्ठा ब्रे�ह्मण की\नु था� ? म* इसकी� रहस्य ज�नुनु� चा�हता�

हूँ,।लक्ष्म� बा�ल�G "ता�मनु) जिजस) उपूद)> दिदय� ह% उस ब्रे�ह्मण की) रूपू म� स�क्षा�ता इYद्र था)। ता�नु. ल�की. म� ज� ता�म्ह�र�

ऐश्वय� फें% ल� हुँआ था�, वह उYह.नु) हर शिलय�। ह) धुम�ज्ञा ! ता�मनु) >�ल की) द्वा�र� ता�नु. ल�की. पूर निवजय पू�य� था�, यह ज�नुकीर इYद्र नु) ता�म्ह�र) >�ल की� अपूहरण निकीय� ह%। धुम�, सत्य, सद�चा�र, बाल और म* (लक्ष्म�) यह सबा >�ल की) ह� आधु�र पूर रहता) ह*। >�ल ह� सबाकी� म�ल ह%।"

यह कीहकीर लक्ष्म� आदिद सबा >�ल की) पू�छे) चाल) गीय)।इस कीथा� की� स�नुकीर दुय�धुनु नु) पू�नुG अपूनु) निपूता� स) पू�छे�G"ह) ता�ता ! म* >�ल की� तात्त्व ज�नुनु� चा�हता� हूँ,। म�झ) समझ�इय) और जिजस तारह उसकी प्र�न्तिप्ता ह� सकी) वह

उपू�य भ� बाता�इय)।"धु(तार�ष्ट्र नु) कीह�G ">�ल की� स्वरूपू और उस) पू�नु) की� उपू�य य) द�नु. बा�ता� मह�त्म� प्रह्ला�द की कीथा� स) पूहल)

ह� प्रकीटों हुँई ह*। म* स�क्षा)पू म� >�ल की प्र�न्तिप्ता की� उपू�यम�त्र बाता� रह� हूँ,। ध्य�नु द)कीर स�नु�।मनु, व�ण� और >र�र स) निकीस� भ� प्र�ण� की) स�था द्र�ह नु कीर�। सबा पूर दय� कीर�। अपूनु� >शिR की) अनु�स�र

द�नु द�। पूरस्त्र� की� म�ता� की) सम�नु समझ�। ऐस� की�य� कीर� निकी चा�र सत्पू�रूष� की सभ� म� प्र>�स� ह�। ऐस� की�य� कीभ� नु कीर� निकी चा�र सत्पू�रूष. की सभ� म� शिसर नु�चा� कीरनु� पूड़ी)। गी�रूजनु. की� आदर कीर�। यह� वह उत्तम >�ल ह% जिजसकी सबा ल�गी प्र>�स� कीरता) ह*। अपूनु) जिजस निकीस� की�य� य� पू�रूष�था� स) दूसर. की� निहता नु ह�ता� ह� ताथा� जिजस) कीरनु� म� स�की�चा की� स�मनु� कीरनु� पूड़ी) वह सबा निकीस� तारह भ� नुहU कीरनु� चा�निहए। जिजस की�म की� जिजस तारह कीरनु) स) म�नुव-सम�ज म� प्र>�स� ह�, म�नुव-सम�ज की� कील्य�ण ह�, उस� तारह कीरनु� चा�निहए। इस तात्त्व की� ठाfकी स) समझ ल�। यदिद य�मिधुमिष्ठार स) भ� अच्छाd सम्पश्रित्त पू�नु� चा�हता) ह� ता� >�लव�नु[ बानु�।"

इस कीथा� स) >�ल की� महत्त्व प्रकीटों ह�ता� ह%। मनु�ष्य अपूनु) >�ल की� कीभ� नु छे�ड़ीता) हुँए सबा प्र�श्रिणय. की� निहता चा�ह), दूसर. की) स�कीटों म� सह�यकी बानु) और अपूनु) मनु स) उद�रता� की� बाता��व कीर), बाड़ी. की� सम्म�नु कीर), गी�ण�जनु. की पू�ज� कीर) और >�ल की� महत्त्व समझकीर अपूनु) की� प्र�ण�म�त्र की� स)वकी समझ)।

अनु�क्रमॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चतः%र�ई च�ल्हे� पूड़ी........भR की� हृदय भR की ओर स्व�भ�निवकी रूपू स) आकीर्तिष�ता ह�ता� ह% और दुज�नु मनु�ष्य की� मनु दुज�नु की ओर

ह� म�ड़ीता� ह%।

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भR र%द�स ज� की ख्य�निता उनुकी) समकी�ल�नु मह�नु[ ता�लस�द�सज� की) की�नु. ताकी पूहुँ,चा� ता� स�ता ता�लस�द�स ज� की) दिदल म� र%द�सज� की) मिमलनु) की उत्कीण्ठा� ह� गीय�। व) ज�नुता) नुहU था) निकी भR र%द�सज� चाम�र ज�निता म� उत्पून्न हुँए ह* और अपूनु� ज�निता की� व्यवस�य कीरता) हुँए ह� प्रभ� भजनु म� ताल्ल�नु रहता) ह*। व) अपूनु) शि>ष्यव(Yद की) स�था र%द�सज� स) मिमलनु) की) शिलए चाल पूड़ी)।

र%द�सज� की) गी�,व म� आकीर ता�लस�द�स ज� रूकी) और वह�, रहनु) व�ल) अपूनु) एकी भR ब्रे�ह्मण की� बा�लव�कीर पू�छे�G

"यह�, र%द�सज� नु�म की) पूरम भR कीह�, रहता) ह* ?"ब्रे�ह्मण नु) ह�था ज�ड़ीकीर कीह�G "मह�र�ज ज� ! यह�, र%द�स नु�म की� की�ई स�ता-मह�त्म� य� ब्रे�ह्मण भR नुहU

रहता�। ह�,, र%द�स नु�म की� एकी >�द्र(चाम�र) ह%। वह >�शिलग्र�म की पू�ज� कीरता� ह%। था�ड़ी� बाहुँता प्रशिसद्ध भ� ह� गीय� ह% ल)निकीनु आपू ज%स) मह�त्म� की� वह�, ज�नु� उशिचाता नुहU। वह चाम�र निकीतानु� भ� >�द्ध ह�, निफेंर भ� आपू ज%स) स�ता-मह�त्म� की) बार�बार नुहU ह%।"

भRप्रवर र%द�सज� चाम�र ज�निता की) ह*, यह ज�नुकीर ता�लस�द�स ज� की) शिचात्त म� स�की�चा हुँआ। इतानु� दूर ताकी उYहU स) मिमलनु) आय) ह*, अबा मिमल) निबानु� की% स) ल\टों ज�य� ? गी�स्व�म� ज� अYय ताम�म शि>ष्य. की� छे�ड़ीकीर हरिरद�स नु�म की) एकी अल्पूबा�जिद्ध शि>ष्य की� स�था ल)कीर र%द�स ज� की पूण�की� टोंd की ओर चाल पूड़ी)। ज्य�द� चाता�र शि>ष्य ता� कीहU गीड़ीबाड़ी भ� कीर सकीता� ह%। बा�द्ध¢ कीहU बा�ल)गी� नुहU। बा�ल)गी� भ� ता� की�ई उसकी बा�ता पूर ध्य�नु नुहU द)गी�। अताG ऐस) नु�ज�की प्रस�गी म� बा�द्ध¢ शि>ष्य हरिरद�स ह� स�था म� रह) ता� ठाfकी ह%।

य�गी�नु�य�गी ऐस� हुँआ निकी जबा व) उनुकी की� टोंd ताकी पूहुँ,चा) ता� र%द�स ज� अपूनु) आ,गीनु म� मर) हुँए बा%ल की� चा�म उता�र रह) था)। पूरम�त्म� म� शिचात्त लगी�कीर, र�गी-द्वा)ष स) रनिहता ह�कीर व) अपूनु� की� लधुम�, स्व�भ�निवकी कीत्त�व्य कीम� निनुभ� रह) था)। केर म: के�म और म%ख म: र�म। उनुकी) ह�था बा%ल की) रR स) र�गी) हुँए था) और हृदय प्रभ� की भशिR म� र,गी� था�।

गी�स्व�म� ज� की� दूर स) ह� र%द�स ज� नु) पूहचा�नु शिलय�। र%द�सज� की) हृदय म� उनुकी) शिलए बाड़ी� आदरभ�व था�। 'आज अनु�य�स ह� व) अपूनु) घर पूधु�र रह) ह*....' यह द)खकीर र%द�सज� की� आस्त्रित्मकी प्य�रभर� दिदल उमड़ी पूड़ी�। प्र)म�व)> म� आकीर व) क्य� कीर रह) ह* यह नु स�चाकीर हशिथाय�र फें� की दिदय).... ऐस) ह� र,गी) ह�था स�मनु) द\ड़ी गीय) और गी�स्व�म� ज� की� आसिंल�गीनु कीरनु) गीय) पूरYता� गी�स्व�म� द�-चा�र कीदम पू�छे) हटों गीय)। अताG र%द�स ज� नु) चारण. म� प्रण�म निकीय�। व) ता�लस�द�स ज� की� स�की�चा समझ गीय)। मनु म� अपूनु� ऐस� द>� की) की�रण था�ड़ी� �ल�निनु हुँई ल)निकीनु अबा क्य� कीर� ? ज� ह� गीय� स� ह� गीय�। पूलभर द�नु. म\नु रह) और द�नु. नु) भ�तार ह� भ�तार इस घटोंनु� की� सम�धु�नु पू� शिलय�। शिचात्तव(श्रित्त की) स�की�चा की� ल)कीर ता�लस�द�सज� की� शिचात्त था�ड़ी� अप्रसन्न हुँआ निफेंर भ� यथा�य��य व�त्त��ल�पू कीरकी) र%द�स ज� स) निवद� म�,गी�। दण्डवता[ प्रण�म कीरकी) र%द�स ज� क्षाम� म�,गी� और गी�स्व�म� ज� की� निवद� निकीय�। अपूनु) शि>ष्य. की� ल)कीर ता�लस�द�सज� व�पूस ल\टों)।

र%द�सज� बा%ल की) रR स) र,गी) हुँए ह�था. स) जबा आसिंल�गीनु कीरनु) की) शिलए आगी) द\ड़ी आय) ताबा ता�लस�द�स ज� स�की�चा कीरकी) द� चा�र कीदम पू�छे) खिखसकी गीय) था) निफेंर भ� रR की की� छे बा�,द� उनुकी) वस्त्र पूर पूड़ी गीईं थाU। र�स्ता) म� ता�ल�बा पूर उYह.नु) स्नु�नु कीर शिलय�, वस्त्र बादल शिलय)। वस्त्र पूर लगी) रR की) धुब्बा) धु� ड�लनु) की) शिलए अपूनु) अल्पूबा�जिद्ध शि>ष्य हरिरद�स की� वह वस्त्र द) दिदय� और ज� घटोंनु� घटोंd था� उस) गी�प्ता रखनु) की आज्ञा� द)कीर अपूनु) निनुव�स पूर ल\टों आय)।

हरिरद�स ज्य.-ज्य. वस्त्र धु�ता� गीय�, त्य.-त्य. र�गी स�र�गी ह�ता� गीय�। की� छे भ� कीर) ल)निकीनु द�गी मिमटोंता) ह� नुहU था)। शि>ष्य पूर)>�नु ह� गीय�। गी�रूद)व की स)व� और आज्ञा� की� ह� सबा की� छे म�नुनु)व�ल� वह हरिरद�स स�चा म� पूड़ी गीय�। अबा क्य� निकीय� ज�य ? की�य� पू�र� निकीय) निबानु� गी�रूद)व की) स�मनु) भ� की% स) ज�य� ?

स�ता मह�त्म� सदगी�रू की स)व� बाड़ी) भ��य स) मिमलता� ह%। अभ�गी) आदम� की� ता� स�ता की स)व� मिमलता� ह� नुहU। उस) स�ता द>�नु की रूशिचा भ� नुहU ह�ता�।

तः%लसं पू�व� के� पू�पू सं� हेरिरचच�� न सं%हे�य।

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की�ई पू�ण्य�त्म� ह% निकी दुर�त्म�, इसकी कीस\टोंd कीरनु� ह% ता� उस) ल) ज�ओ निकीस� सच्च) स�तापू�रूष की) पू�स। अगीर वह आता� ह% ता� ता�म उस) जिजतानु� पू�पू� समझता) ह� उतानु� वह पू�पू� नुहU ह%। अगीर नुहU आता� ह% ता� ता�म उस) जिजतानु� धुम��त्म� म�नुता) ह� उतानु� वह धुम��त्म� नुहU ह%। >�स्त्रव)त्त� कीहता) ह* निकी स�ता जYम की) पू�ण्य जबा ज�र म�रता) ह* ताबा स�ता द>�नु की इच्छा� ह�ता� ह%। ल)निकीनु इच्छा� पू�र� ह�ता)-ह�ता) समय पू�र� ह� ज�ता� ह%।

बा�द्ध जबा मह�निनुव��ण की� ज� रह) था) ताबा की�ई अभ�गी� व्यशिR भ�गीता�-भ�गीता� आय� और बा�ल�G "निपूछेल) चा�ल�स स�ल स) म*नु) भगीव�नु बा�द्ध की ख्य�निता स�नु� था�। आज ज�ऊँ, , कील ज�ऊँ, .... ऐस� कीरता)-कीरता) समय बा�ता गीय�। निफेंर उनुकी) निवषय म� अफेंव�ह� स�नुनु) की� मिमलU ता� अपूनु) की� र�की दिदय�। कीभ� ह�ता� निकी द>�नु कीरू, और कीभ� ह�ता� निकी नुहU ज�नु� ह%। ऐस� कीरता)-कीरता) चा�ल�स वष� गी�जर गीय)। अबा म�झ) उनुकी) द>�नु कीरनु) ह*।"

बा�द्ध की) निव>)ष शि>ष्य आनुYद नु) कीह�G "अबा समय पू�र� ह� गीय�। भगीव�नु बा�द्ध अबा मह�निनुव��ण की� ज� रह) ह*। द>�नु नुहU ह� सकीता)।"

स�ता जYम. की) पू�ण्य. की) ज�र स) स�ताद>�नु की इच्छा� ह�ता� ह% ल)निकीनु ज�व द>�नु कीर नुहU पू�ता�। दूसर) स�ता जYम. की) सत्की( त्य जबा ज�र म�र�गी) ताबा द>�नु की) द्वा�र पूर पूहुँ,चा)गी) निफेंर द>�नु नुहU कीर पू�य�गी)। ता�सर) स�ता जYम. की) पू�ण्य जबा ज�र पूकीड़ीता) ह* ताबा स�ता की� स�मिन्नध्य और उनुकी) अम(ता वचानु स�नुनु) की� मिमलता) ह*।

शि>ष्य हरिरद�स s�हरिर स) प्र�था�नु� कीरनु) लगी�G"ह) प्रभ� ! गी�रूद)व की स)व� कीरनु) की� सदभ��य मिमल� ह% ल)निकीनु म* स)व� कीर नुहU पू� रह� ह¯। गी�रूज� की�

बाता�य� हुँआ यह छे�टों� स� की�म भ� नुहU कीर पू�ता� हूँ,। क्य� कीरू, निकी य) ल�ल धुब्बा) दूर ह. ? ह) नु�था ! ता� ह� म�गी� बाता�।" शि>ष्य की आ,ख� डबाडबा� आईं। गील� रू, धुनु) लगी�। प्र�था�नु� नु) ज�र पूकीड़ी�। उस) हुँआ निकी वस्त्र की� द�गी म�,ह म� ड�लकीर चा�स�, ता� >�यद निनुकील ज�य।

आज्ञा�पू�लनु और स)व� की धु�नु म� >�जिद्ध-अ>�जिद्ध की� स�चा निवचा�र नु कीरकी) हरिरद�स वस्त्र म� लगी) हुँए रR की) द�गी म�,ह म� ड�लकीर चा�सनु) लगी�। बा�हर की� द�गी ता� मिमटोंता� गीय�, स�था-ह�-स�था अYताGकीरण की� म%ल भ� धु�लता� गीय�। हृदय म� नित्रकी�लज्ञा�नु की� प्रकी�> ह� गीय�। अनु�पूम दिदव्य दृमि: ख�ल गीई। उसनु) वस्त्र की� >�द्ध जल म� निफेंर स) धु�कीर स�ख� दिदय� और गी�रूज� की) पू�स पूहुँ,चा� दिदय�।

स�ध्य� की� समय था�। हज�र. भR. की) बा�चा गी�स्व�म� s� ता�लस�द�स र�म�यण की कीथा� स�नु� रह) था)। प्रनितादिदनु ह�नु) व�ल) इस सत्स�गी कीथा� प्रवचानु म� दूर दूर स) ल�गी आता) था) और भR कीनिव स�ता s� की कीथा� स�नुता) था)।

र%द�सज� स) मिमलकीर की�>� म� व�पूस ल\टोंनु) की) बा�द यह पूहल� बा�र ह� कीथा� ह� रह� था�। की�फें ल�गी कीथा� स�नुनु) की) शिलए इकीट्ठी) ह� गीय) था)। कीथा� की� प्रस�गी था�G वनुव�स स) अय�ध्य� व�पूस ल\टोंनु) की) बा�द स�ता�ज� की� सबा बाYदर. की� वस्त्र�ल�की�र, भ�टों स\गी�ता और निवश्रिभन्न प्रकी�र की) भ�जनु-पूकीव�नु द)नु�। स�ता� ज� नु) हनु�म�नु की� अपूनु� अम�ल्य मश्रिणह�र भ�टों निकीय�। हनु�म�नु ह�र की) एकी-एकी मश्रिण की� म�,ह म� ड�लकीर द�,ता. स) ता�ड़ीनु) लगी)। यह द)खकीर सभ� की) ल�गी स�चानु) लगी) निकी हनु�म�नु की% स) भ� ह. ल)निकीनु आखिखर बाYदर ज�निता की) ठाहर) ! उनुकी� ऐस) अम�ल्य ह�र की� म�ल्य की% स) पूता� चाल) !

यह�, ताकी कीथा� प्रस�गी चालनु) की) बा�द गी�स्व�म� ज� की� अभ� अभ� की� र%द�सव�ल� प्रस�गी य�द आ गीय�। ज�निता स्वभ�व पूर निव>)ष निवव)चानु� कीरनु) की इच्छा� उनुकी� ह� आई। ज�वनु म� चाता�र�ई और आचा�र निवचा�र की आवश्यकीता� ह%। र%द�स नु) ज� निकीय�, वह बा)हूँद� था�। र%द�स की) बा�र) म� वह प्रस�गी बा�लनु) की� वह स�चा ह� रह) था) ता� उनुकी�र वह बा�द्ध¢ शि>ष्य हरिरद�स खड़ी� हुँआ और ह�था ज�ड़ीकीर बाड़ी) निवनुय भ�व स) ता�लस�द�सज� की) की�नु म� धु�र) स) बा�ल�G

"गी�रूद)व ! अबा आगी) ज� बा�ता आपू बा�लनु) व�ल) ह* वह की( पू� कीरनु) नु बा�ल� ता� अच्छा� ह%।""की\नु-स� बा�ता ?" ता�लस� द�स ज� नु) चानिकीता ह�कीर पू%नु� दृमि: ड�लता) हुँए पू�छे�।"स्व�म� ज� ! आपू कीलव�ल� घटोंनु� ल)कीर भRर�ज र%द�स की ज�निता निवषयकी, उनुकी) आचा�र निवषयकी ज�

निवव)चानु� कीरनु� चा�हता) ह�, उसम� भशिR की निनुYद� और ज�निता की स्ता�निता ह�गी�। यह ह�नु� उशिचाता नुहU।" हरिरद�स नु) चामचाम�ता� हुँआ सत्य प्रकीटों निकीय�।

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हरिरद�स की� वचानु स�नुकीर गी�स्व�म� ज� आश्चय�म��धु ह� गीय)। म)र) मनु की बा�ता यह बा�जिद्धह�नु शि>ष्य की% स) ज�नु गीय� ! उनुकी� की� छे समझ म� नुहU आ रह� था�। पू�छे�G

"बा)टों� ! म)र) भ�तार की बा�ता ता�नु) की% स) ज�नु ल�।""गी�रू मह�र�ज ! आपूकी ह� की( पू� स)। आपूकी� दिदय� हुँआ वह वस्त्र धु�ता)-धु�ता) एव� उस पूर पूड़ी) ल�ल द�गी

चा�सता)-चा�सकी) व) मिमटों गीय) और स�था ह� स�था म)र) दिदल की) द�गी भ� धु�ल गीय)। आपूकी की( पू� स) म�झ) नित्रकी�लज्ञा�नु की दिदव्य दृमि: प्र�प्ता ह� गीई ह%।"

यह स�नुकीर ता�लस�द�सज� की� लगी� निकी हमनु) स�ता र%द�सज� की� पूहचा�नुनु) म� भ�ल की ह%। आचा�र म� उनुकी) स�था अYय�य ह� गीय� ह%। र%द�सज� की) प्रनिता ज�ता�य घ(ण� की) स्था�नु पूर उनुकी) भशिRभ�व, सबाकी) प्रनिता आत्मभ�व और अपूनु) निनुम�ल आत्मस्वरूपू म� स्थिस्थानिता व�ल� उनुकी अवस्था� पूर ता�लस�द�स ज� की� प्य�र उमड़ी आय�। उनुकी आत्मनिनुष्ठा� की� प्रभ�व व) पूहचा�नु गीय)। उस� समय उYह.नु) कीथा� म� कीह�G

चतः%र�ई च�ल्हे� पूड़ी, पू�र पूयV आच�र।तः%लसं हेरिर के� भूजीन निबान, च�र) वणी� चम�र।।

कीथा� सम�प्ता हुँई। अबा र%द�स ज� की� पू�ण� प्र)म स) आसिंल�गीनु कीरनु) की) शिलए गी�स्व�म� ताड़ीपू उठा) । उYह.नु) ऐस) भRप्रवर की� म�नु� अपूम�नु ह� निकीय� था�। वह प्रस�गी उनुकी) दिदल म� चा�भनु) लगी�।

मह�त्म�ओं की) निनुश्चय अनिडगी हुँआ कीरता) ह*। निनुश्चय ह� ज�नु) की) बा�द व) समय ख�ता) नुहU। गी�स्व�म� ज� अपूनु) स�र) शि>ष्य. की� स�था म� ल)कीर र%द�स ज� स) मिमलनु) की) शिलए चाल पूड़ी)। इस बा�र भ� र%द�सज� उनुकी� स्व�गीता कीरता) हुँए स�मनु) द\ड़ी) आय)। ता�लस�द�स ज� उनुस) मिमलनु) की) शिलए आता�र था) ल)निकीनु र%द�स ज� नु) दूर स) ह� दण्डवता[ प्रण�म निकीय� और >�घ्र ह� व�पूस पूधु�रनु) की� की�रण पू�छे�। गी�स्व�म� ज� नु) स�र� व(त्त�Yता कीह स�नु�य� और अपूनु) प्य�रपू�ण� बा�हुँपू�> म� र%द�सज� की� जकीड़ीनु) की ह�र्दिद�की आकी��क्षा� भ� व्यR कीरता) हुँए व) बा�ल)G

"र%द�स ज� ! म*नु) आपूकी� नुहU पूहचा�नु�। क्षाम� कीरनु�। अबा एकी बा�र आपूकी� गील) लगी�नु� चा�हता� हूँ,।"र%द�स ज� नु) ह�था ज�ड़ीकीर कीह�G "प्रथाम बा�र म�झम� ज� प्र)मभ�व उमड़ी� था�, वह स्व�भ�निवकी था�। अबा आपू

कीह� ता� दस बा�र गील) लगी�, ल)निकीनु वह आनुYद नुहU आएगी�। गील) लगीनु) व�ल� म\ज�द रह)गी�। उस समय म* नुहU था�, अनुYता था�। ताबा म* गील) लगीता� ता� बा%ल की� रR भ� पू�वनु कीरनु) व�ल� ह�ता�। अबा म* गी�गी�स्नु�नु कीरकी) भ� गील) लगी�,गी� ता� भ� आनुYद नुहU आय)गी�। निफेंर ज%स� आपूकी मजy !"

एकी निक्रय� अपूनु) आपू स्फु� रिरता ह�ता� ह%, दूसर� निक्रय� की ज�ता� ह%। ज� ह�ता� ह% वह स्व�भ�निवकी ह%, नु%सर्तिगी�की ह%। ज� की ज�ता� ह%, उसम� कीत्त�� आगी) आ ज�ता� ह%, अह� खड़ी� ह� ज�ता� ह%, अनुYता चा%ताYय नितार�निहता ह� ज�ता� ह%।

अनु�क्रमॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

गतः� सं� आत्मज्ञा�न पू�य�प्र�चा�नु समय म� की� Yदनुपू�र >हर की) पू�स गी�गी� निकीनु�र) ब्रेह्म�, निवष्ण� और मह)> की नुगीरिरय. की) सम�नु था�ड़ी�-

था�ड़ी� दूर� पूर ता�नु आsम था)। ज�गील म� स्थिस्थाता इनु आsम. म� एकी था� त्य�गी�sम। वह�, निव>)ष कीरकी) त्य�गी� ल�गी ह� रहता) था)। त्य�गी�sम म� त्य�गीसनिहता ज्ञा�नु�पूद)> हुँआ कीरता� था�। वह�, स) था�ड़ी) ह� दूर ऋनिषआsम था�, जह�, ऋनिष ल�गी यज्ञा�दिद निक्रय�ए, निकीय� कीरता) था)। ता�सर) आsम म� तापूस्व� ल�गी तापू, उपू�सनु� म� लगी) रहता) था)। य) ता�नु. स्था�नु बाड़ी) ह� रमण�य था)।

पू�स ह� एकी बाड़ी� >हर की� Yदनुपू�र था�। वह�, की) र�ज� और प्रज� धु�र्मिम�की था), ईश्वर प्र)म� था)। उनुस) ता�नु. आsम. की� निनुव��ह भल� प्रकी�र ह�ता� था�। ता�नु. आsम. स) निकीस� की� भ� >हर नुहU ज�नु� पूड़ीता� था�। जिजनु-जिजनु वस्ता�ओं की आवश्कीता� ह�ता� था�, >हर की) भ�व�की ल�गी प्र)म स) पूहुँ,चा� दिदय� कीरता) था)। कीई भ�व�की भRजनु प्रनितादिदनु द>�नु कीरनु) आsम. म� आय� कीरता) था) और स�क्र��निता आदिद >�भ पूव� म� वह�, की� स्था�नु >हरव�ल. स) भर ज�य� कीरता� था�, म)ल� लगी ज�ता� था�ष ता�नु. आsमव�ल) अपूनु) स्था�नु और अमिधुकी�र की) अनु�स�र चा):� म� प्रव(त्त रहता) था)। तापूस्मिस्वय.

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की) स्था�नु म� >�न्तिYता की� स�म्रा�ज्य था�, ऋनिषय. की) आsम म� व)द की ध्वनिनु हुँआ कीरता� था� और यज्ञा की स�गीन्ध फें% लता� रहता� था�। त्य�निगीय. की) स्था�नु म� मह�व�क्य. की� sवण, मनुनु और निनुदिदध्य�सनु हुँआ कीरता� था�। वह�, कीई ब्रेह्मनिनुष्ठा मह�त्म� निवर�जता) था)। उनुकी) स�मिन्नध्य स) सत्त्वगी�ण की� प्रभ�व बाढ़ीता� ज�ता� था�। इस स्था�नु पूर र�गी� और त्य�गी� बा�र�बा�र आता) ज�ता) रहता) था)।

त्य�निगीय. की) आsम म� आनु) व�ल. म� एकी पू�रूष की� छे निवलक्षाण प्रकी( निता की� था�। उसकी) ऊँपूर ब्रेह्म�नुYद नु�म की) ब्रेह्मनिनुष्ठा स�ता की निव>)ष की( पू�दृमि: था�। ब्रेह्म�नुYदज� की) पू�स धुनु�, प्रनितामिष्ठाता और ओहद)द�र बाहुँता स) ल�गी आता) था)ष पूरYता� एकी स�म�Yय मनु�ष्य की) ऊँपूर की( पू� और स्व�भ�निवकी प्र)म ह�नु) की� की�रण स्वय� ब्रेह्म�नुYदज� भ� नुहU ज�नुता) था)।

वह आदम� क्षानित्रय की� ल म� उत्पून्न हुँआ था�, गीर�बा था� और आज�निवकी� की) शिलए ख)ता� कीरता� था�। उसकी) घर म� उसकी स्त्र�, एकी पू�त्र और एकी पू�त्र� था�। गीर�बा� म� वह अपूनु� गी�ज�र� कीरता� था� और सYता�: रहता� था�। उसकी स्त्र� भ� सYता�ष� था�। पू�त्र-पू�त्र� म� भ� म�ता�-निपूता� की) सYता�ष गी�ण की� प्रभ�व पूड़ी� था�। अताG गीर�बा ह�नु) पूर भ� वह की� टों�म्बा स�ख� था�।

ख)ता� स) जबा-जबा उस) अवकी�> मिमलता� था� ताबा वह त्य�गी�sम आदिद आsम. म� ज�य� कीरता� था�। प्रण�म कीरकी) चा�पूचा�पू बा%ठा ज�य� कीरता� था�, की� छे बा�लता� चा�लता� नु था�। निक्रय�ओं की� द)खता� और ज� स�नुनु) की� ह�ता�, उस) स�नु� कीरता�। उसकी� शिचात्त हम)>� प्रसन्न रहता� था�। यथा�निवमिधु सबा प्रकी�र की) व्यवह�र कीरता� हुँआ भ� व्य�वह�रिरकी मनु�ष्य. की) अमिधुकी स�सगी� म� नुहU आता� था� और व्यवह�र म� भ� कीम बा�लता� था�। वह अपूनु) म�गी� म� ह� चालनु) व�ल� स�धु�स�द� मनु�ष्य था�। वह ब्रेह्म�नुYदज� की) पू�स भ� आय� कीरता� था�। ब्रेह्म�नुYद ज� उसकी� निव>)ष पूरिरचाय पू�नु� चा�हता) था) निकी वह की� छे बा�ल) पूरYता� वह बा�लता� नु था�।

एकी दिदनु ब्रेह्म�नुYद नु) ह� कीह�G "ह) भ�व�की ! म* ता)र� निव>)ष पूरिरचाय ज�नुनु� चा�हता� हूँ,। ता)र) म�ख की प्रसन्नता�, ता)र� सभ्यता� और ता)र� वस्त्र�दिद की� पूहनुनु� म�झ) निवलक्षाण म�ल�म ह�ता� ह%।"

वह बा�ल�G "स्व�म� ज� ! म�झम� निवलक्षाणता� की� छे नुहU ह%। म* एकी गीर�बा र�जपू�ता हूँ,। म)र� नु�म पूशिथाकीचाYद ह%। छे�टोंd स� ख)ता� कीरकी) अपूनु� गी�ज�र� कीरता� हूँ,।"

ब्रेह्म�नुYदज� बा�ल)G "नुहU, नुहU.....ता)र� चा)हर� नुहU कीहता� निकी ता� गीर�बा ह%। गी(हस्थिस्थाय. म� ता)र� गीर�बा� भल) निवख्य�ता ह�, पूरYता� म)र� दृमि: म� ता� गीर�बा नुहU ह%, s�म�नु ह%। ज्ञा�नु की प्रभ� ता)र) मस्ताकी पूर निवर�जम�नु ह%। ता)र� गी(हस्था व्यवह�र की% स� भ� ह�, वह म�झ) पू�छेनु� नुहU ह%। म* यह ज�नुनु� चा�हता� हूँ, निकी ता�नु) की\नु-की\नु स) >�स्त्र पूढ़ी) ह* ? ता)र� निनुश्चय क्य� ह% ? की\नु-स) पूद�था� की प्र�न्तिप्ता स) ता�झ) इस प्रकी�र की अखस्थिण्डता प्रसन्नता� ह% ? म* द)खता� हूँ, निकी र�गी-द्वा)षव�ल) पूद�था� म� भ� ता)र� शिचात्त निवकी�र की� नुहU प्र�प्ता ह�ता� ह%। ता� म�ख� ह%, ऐस� भ� नुहU ह%। ता�झम� की� छे निव>)षता� दिदखता� ह%। म* पू�छेता� हूँ,, ता� क्य� ज�नुता� ह% ?"

पूशिथाकीचाYद बा�ल�G "मह�र�ज ! म* अपूनु) म�गी� पूर चाल रह� हूँ,। जह�, ज�नु� ह%, उसकी) लक्ष्य स) स�धु) म�गी� पूर चाल रह� हूँ,। म�गी� की) पूद�था� म�झ) बा�धु� नुहU द)ता)। म* स�ता मह�त्म� नुहU हूँ,, >�स्त्र. की� पूठानु भ� म*नु) नुह� निकीय� ह%। जबा म* छे�टों� था� ताबा हम�र) यह�, एकी स�ता आय� कीरता) था)। उYह.नु) म�झ) गी�ता� की� अध्ययनु कीर�य� था� और यह भ� कीह दिदय� निकीG "आत्मज्ञा�नु की) >�स्त्र. की) शिसव�य और की�ई पू�स्ताकी पूढ़ीनु� नुहU। ता�मनु) ज� आत्मज्ञा�नु म�झस) पूढ़ी�-समझ� ह%, उYह� निवचा�र. म� दृढ़ी ह�ता) ज�नु�। कीभ� की� छे द)ख�, कीभ� की� छे स�ख� और दुनिनुय�भ की� कीचार� मस्मिस्ताष्की म� भर� ता� आत्म-स�क्षा�त्की�र ह�नु� कीदिठानु ह� ज�य)गी�।

गी�ता� की) उपूद)> की) अनु�स�र ह� म* अपूनु� बाता��व कीरता� हूँ,। पू�र� गी�ता� स) म*नु) ज� स�र ग्रहण निकीय�, वह यह ह%।म* सबा प्रकी�र की) व्य�वह�रिरकी धुम� की) भ�व स) रनिहता ह�कीर तानु, मनु और धुनु स) ईश्वर�पू�ण ह� चा�की� हूँ,। निकीस�

की�य� म� भ� म* अपूनु) की� कीत्त�� भ�R� नुहU म�नुता�। म* अपूनु� सत्त� ईश्वर स) बा�हर नुहU म�नुता�। इस� स) म* निवकी�ररनिहता हूँ,। जबा म* ईश्वर स) पू(थाकी नुहU हूँ, ताबा की�म, क्र�धु, ल�भ, म�ह आदिद निवकी�र म�झम� निकीस प्रकी�र ह. ? म* समझता� हूँ, निकी कीम� म� म)र� अमिधुकी�र ह%, फेंल म� नुहU ह%, क्य.निकी कीम� की) शिलए ह� म)र� >र�र पू%द� हुँआ ह%, इसशिलए पू�व�-प्र�रब्ध की) प्रव�ह की) अनु�स�र >�द्ध बा�जिद्ध स) निवचा�रपू�व�की >र�र स) कीम� ह�ता) रहता) ह*। कीम� की) स�स्की�र. की� और फेंल की) स�स्की�र. की� म* अपूनु) स�था नुहU ज�ड़ीता�। जबा म* ईश्वर स) पू(थाकी नुह� हूँ, ता� ईश्वर स) पू(थाकी कीम�फेंल की इच्छा� म�झ) निकीस प्रकी�र

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ह� ? यह भ�व हम)>� बानु� रहता� ह%। कीत्त��-भ�R� निव>)ष अह�भ�व दिटोंकीनु) नुहU द)ता� हूँ,। इसशिलए >��ता और प्रसन्न रहता� हूँ,। म�झ) त्य�गी अथाव� र�गी म� भ� अमिधुकीता� अथाव� Yय�नुता� नुहU दिदखता�। यह म)र� सच्च� व(त्त�Yता ह*।"

इतानु� स�नुकीर ब्रेह्म�नुYदज� नु) अनिता प्रसन्न ह�कीर स्व�भ�निवकीता� स) ह� पूशिथाकीचाYद की� प्रण�म कीर दिदय�। पूशिथाकीचाYद पू�छे) हटोंता) हुँए निवनुयपू�व�की बा�ल�G

"मह�र�ज ज� ! व्यवह�र दृमि: स) आपूकी� यह की�य� उशिचाता नुहU कीह� ज� सकीता�।"ब्रेह्म�नुYदज� बा�ल)G "भ�ई ! व्य�वह�रिरकी दृमि: स) म�झ) क्य� ? गी(हस्था दिदखता) हुँए भ� ता�म्ह�र� ब्रेह्मनिनुष्ठा� म�झ

त्य�गी� स) अमिधुकी प्रबाल ह%। ता�म s�मदभगीवदगी�ता�मय बानु गीय) ह�। जबा ता�म्ह� गी�ता� निप्रय ह% ता� गी�ता� की प्रत्यक्षा म�र्तिता� ता�म म�झ) निप्रय क्य. नु ह� ? यह ता� ह�नु� ह� चा�निहए।"

व�ह व�ह ! s�मदभगीवदगी�ता� ता� गी�ता� ह� ह% ! जिजसनु) गी�ता� की) रहस्य की� ज�नु शिलय� वह की( ता�था� हुँआ। य�गी)श्वर� म�ता� गी�ता� की) शिलए इ��ल*ड की) एकी निवद)>� निवद्वा�नु एफें. एम. म�ल)म कीहता) ह*-"बा�ईबाल की� म*नु) यथा�था� अभ्य�स निकीय� ह%। उसम� ज� शिलख� ह% वह की) वल गी�ता� की) स�ररूपू म� ह� ह%। ज�

ज्ञा�नु गी�ता� म� ह%, वह ईस�ई य� यहूँदd बा�ईबाल म� नुहU ह%।म�झ) यह� आश्चय� ह�ता� ह% निकी भ�रता�य नुवय�वकी यह�, इ�गील%ण्ड ताकी पूद�था� निवज्ञा�नु स�खनु) क्य. आता) ह* ?

निनुGसYद)ह पू�श्च�त्य. की) प्रनिता उनुकी� म�ह ह� इसकी� की�रण ह%। उनुकी) भ�ल)भ�ल) हृदय. नु) अभ� निनुद�य और अनिवनुम्रा पूश्रिश्चमव�शिसय. की) दिदल पूहचा�नु) नुहU ह*। इस�शिलए उनुकी शि>क्षा� स) मिमलनु) व�ल) पूद. की ल�लचा स) व) उनु स्व�र्थिथा�य. की) इYद्रज�ल म� फें, सता) ह*। अYयथा� ता�, जिजस द)> य� सम�ज की� गी�ल�म� स) छे� टोंनु� ह� उसकी) शिलए ता� यह अधु�गीनिता की� ह� म�गी� ह%।

म* ईस�ई ह�ता) हुँए भ� गी�ता� की) प्रनिता इतानु� आदर-म�नु इसशिलए रखता� हूँ, निकी जिजनु गी�ढ़ी प्रश्न. की� हल पू�श्च�त्य व%ज्ञा�निनुकी अभ� ताकी नुहU कीर पू�य) उनुकी� हल इस गी�ता� ग्र�था नु) >�द्ध और सरल र�निता स) द) दिदय� ह%। गी�ता� म� निकीतानु) ह� स�त्र अल\निकीकी उपूद)>. स) भरपू�र द)ख)। इस� की�रण म)र) शिलए गी�ता� ज� स�क्षा�ता[ य�गी)श्वर� म�ता� बानु रह� ह*। निवश्वरभर की) स�र) धुनु स) भ� नु मिमल सकी) , यह भ�रतावष� की� ऐस� एकी अम�ल्य खज�नु� ह%।"

अनु�क्रमॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पू�Wच आश्चय�मह�भ�रता की� य�द्ध पू�र� हुँआ। पू�ण्डव निवजय� हुँए। की\रव. की� स�ह�र हुँआ। भगीव�नु s�की( ष्ण नु) य�मिधुमिष्ठार स)

कीह�G"धुम�र�ज ! य�द्ध पू�र� हुँआ ह%। धुम� निकी निवजय हुँई ह%। अधुर्मिम�य. की� नु�> हुँआ ह%। अबा ता�म र�ज्य�श्रिभष)की की

ता%य�र� कीर�। र�ज्य की बा�गीड�र स,भ�ल�।"य�मिधुमिष्ठार नु) कीह�G "प्रभ� ! हज�र.-ल�ख. क्षानित्रय य�वकी. की� रR बाह� ह%। अपूनु) निकीतानु) ह� स्वजनु इस य�द्ध म�

स्व�ह� ह� गीय) ह*। अबा म�झ) व%र��य आ गीय� ह%। र�जगीद्दd पूर बा%ठानु� म�झ) रूचाता� नुहU। स�चाता� हूँ,- की� छे दिदनु की) शिलए गी�गी� निकीनु�र) चाल� ज�ऊँ, । एकी�Yता म� रहकीर तापूस्य� कीरू, , ध्य�नु-भजनु कीरू, , प्र�यश्रिश्चता कीरकी) अपूनु) कील्मष धु�ऊँ, । निनुम�ल ह�कीर आऊँ, निफेंर >��निता स) र�ज्य कीरू, ।"

s�की( ष्ण म�स्की� र�य)। बा�ल)G "पू�ण्ड�पू�त्र ! निफेंर ता�म >��निता स) र�ज्य नुहU कीर सकीता) क्य.निकी बा कीशिलय�गी की� प्रव)> ह� रह� ह%। उसकी) लक्षाण. की झ�,की कीरनु� ह� ता� ता�म पू�,चा. भ�ई श्रिभन्न-श्रिभन्न दिद>�ओं म� घ�मनु) चाल) ज�ओ। वह�, पू�,चा. की� की� छे नु की� छे अलगी-अलगी आश्चय� दिदख�गी)। ज�कीर आओ। >�म की� इसकी) बा�र) म� बा�ता कीर�गी)।"

पू�,चा. पू�ण्डव घ�मनु) चाल) गीय)।य�मिधुमिष्ठार नु) द)ख� निकी एकी ह�था� खड़ी� ह%। उसकी द� स�,ड ह%। आश्चय� ! द� स�,डव�ल� ह�था� ! द)खकीर धुम�र�ज

द�गी रह गीय)।

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अज��नु नु) दूसर� आश्चय� द)ख�। उत्तर दिद>� म� एकी पूक्षा� ह%। उसकी) पू�ख पूर व)द म�त्र और धुम� की गी�था�ए, शिलख� ह*, ल)निकीनु वह पूक्षा� म�द³ की� म��स ख� रह� ह%।

भ�म नु) ता�सर� आश्चय� द)ख�। एकी गी�य अपूनु� नुवज�ता बाछेड़ी� की� इस प्रकी�र चा�टों रह� ह% निकी बाछेड़ी� लहूँल�ह�नु ह� रह� ह%। निफेंर भ� गी�य चा�टोंनु� छे�ड़ीता� नुहU।

सहद)व नु) चा\था� आश्चय� द)ख�। पू�,चा-छेG की� ए, ह*। इद�निगीद� की) सभ� की� ओं म� छेल�छेल पू�नु� भर� ह% और बा�चाव�ल� की� आ, निबाल्की� ल ख�ल� ह%।

नुकी� ल नु) पू�,चाव�, आश्चय� द)ख�। एकी पूह�ड़ी स) चाट्टी�नु निगीर रह� ह%। पू)ड़ी. स) टोंकीर�ई ल)निकीनु रूकी नुहU। दूसर� चाट्टी�नु. स) आ लगी�, ल)निकीनु व) उस) र�की नुहU पू�इ́।आखिखर वह चाट्टी�नु ल�ढ़ीकीता�-ल�ढ़ीकीता� नु�चा) आता)-आता) एकी नितानुकी) की) सह�र) रूकी गीई। जिजस) पू)ड़ी नु था�म सकी) , चाट्टी�नु� नु था�म सकीµ उस) एकी छे�टों) स) नितानुकी) नु) था�म शिलय�। बाड़ी� आश्चय� !

पू�,चा. भ�ई इस प्रकी�र पू�,चा आश्चय� द)खकीर >�म की� s�की( ष्ण की) पू�स आय) और अपूनु�-अपूनु� बा�ता बाता�ई। य�मिधुमिष्ठार की) द्वा�र� द)ख) गीय) द� स�,डव�ल. ह�था� की) बा�र) म� बाता�ता) हुँए s�की( ष्ण बा�ल)G

"द� स�,डव�ल� ह�था� म�नु) कीशिलय�गी म� द�नु. तारफें स) >�षण कीरनु) व�ल) >�सकी ह.गी)। दूसर� आश्चय� निकी पूक्षा� की) पू�ख पूर >�स्त्र शिलख) ह. और वह पूक्षा� म�द³ की� म��स ख� रह� ह�। इसकी� मतालबा ह% निकी कीशिलय�गी म� मता, पू�था, सम्प्रद�य आदिद >�स्त्र की बा�ता� कीरनु)व�ल) बाहुँता ल�गी ह.गी), ल)निकीनु व) म�द³ निवषय. की की�मनु�व�ल) ज्य�द� ह.गी)।

ता�सर� आश्चय� निकी गी�य अपूनु� बाछेड़ी� की� चा�टों-चा�टोंकीर लहूँल�ह�नु कीर रह� था� अथा��ता[ कीशिलय�गी म� आदम� पू�त्र-पूरिरव�र की� इतानु� म�ह कीर)गी�, इतानु� ममता� कीर)गी� निकी बाच्च) अपूनु) पू%र. पूर खड़ी) ह� ज�य�, अपूनु) आत्मनिवश्व�स म� दिटोंकी ज�य�, ऐस� य��यता� ह� नु: कीर द)गी�। बाच्च. की� जर� छे�ड़ी द)नु� चा�निहए, उYह� अपूनु) पू%र. पूर खड़ी) ह�नु) द)नु� चा�निहए। म�ह-ममता� कीरकी) उनुकी� जिजतानु� अमिधुकी ल�लनु-पू�लनु कीर�गी), ऐ>-आर�म म� रख�गी), उतानु� ह� उनुकी ज�वनु->शिR की� स्त्रिण्ठाता रह ज�एगी�।

चा\था� आश्चय� निकी चा�र. ओर की) की� ओं म� पू�नु� और बा�चा की� की� आ, ख�ल�। इसकी� मतालबा यह ह% निकी कीशिलय�गी की) धुनुव�नु, व%भवव�नु, सत्त�व�नु, स�धुनु-सम्पन्न s�म�नु[ ल�गी >�दd-ब्य�ह, पू�र्दिटों�य. म� ल�ख. रूपूय) खचा� कीर ड�ल�गी) ल)निकीनु पूड़ी�स म� ह� की�ई दdनु-दुखिखय� रहता� ह�, अस्ता-व्यस्ता ज�वनु निबाता� रह� ह�, भ�ख�-प्य�स� दिदनु की�टों रह� ह� ता� उसकी) घर म� सहय�गी कीरनु) की बा�ता नुहU स�चा�गी), सह�यरूपू नुहU बानु�गी)। दिदख�व) म� ता� ल�ख. रूपूय) फें�, की म�र�गी) ल)निकीनु बा�झता) हुँए ज�वनुदdपू म� ता)ल नुहU ड�ल�गी)। अपूनु� घर की दdव�ल� ता� सबा मनु�ता) ह*, ल)निकीनु कीभ�-कीभ� स�धुनु. स) रनिहता पूड़ी�शिसय. की) घर म� भ� दdव�ल� मनु�नु� चा�निहए। उनुकी) बाच्च. स) स्नु)हकीरनु� चा�निहए, उनुकी� मिमठा�ई खिखल�नु� चा�निहए, आर्थिथा�की सह�य कीरनु� चा�निहए।

पू�,चाव�, आश्चय� यह था� निकी पूह�ड़ी. स) चाट्टी�नु निगीर� जिजसकी� बाड़ी)-बाड़ी) पू)ड़ी नु था�म सकी) , दूसर� चाट्टी�नु) नु था�म सकीµ और घ�स की) छे�टों) स) नितानुकी) नु) था�म शिलय�। इसकी� मतालबा यह ह% निकी कीशिलय�गी म� आदम� की) पू�स धुनु और सत्त� की व्यवस्था� निफेंर भ� उसकी� पूतानु धुनु य� सत्त� स) रूकी) गी� नुहU। उसकी� मनु नु�चा) की) की) Yद्र. म� निगीरता� रह)गी�। धुनु की) ढा)र उस) था�म नुहU सकी� गी)। सत्त� की� प्रभ�व उस) था�म नुहU सकी) गी�, ल)निकीनु र�मनु�म की� छे�टों� स� नितानुकी� भ� निगीरता) हुँए मनु की� था�म ल)गी�।"

ईश्वर-नु�म स�की ता�नु की बाड़ी� मनिहम� ह% ! की ता�नु कीरता)-कीरता) निफेंर था�ड़ी� द)र >�Yता ह� ज�नु� चा�निहए। जपू कीरता)-कीरता) उसकी) अथा� म� ल�नु ह� ज�नु� चा�निहए। सत्स�गी की पू�स्ताकी पूढ़ीता)-पूढ़ीता) आनुYद आ ज�य) ता� पूढ़ीनु� र�की द�, जपू कीरनु� र�की द� और आनुYदस्वरूपू ईश्वर म� ख� ज�ओ, अपूनु) आत्मस्वरूपू म� गी�ता� म�र�।

र�नित्र की� स�ता) समय भ� की�ई अच्छाd पू�स्ताकी पूढ़ीकीर स�ओ। ता�म्ह�र) अचा)तानु मनु म� आत्मरस आय)गी�। सत्स�गी-ध्य�नु की की% स)टों स�नुता)-स�नुता) स� ज�ओ, ता�म्ह�र� निनुद्र� य�गीनिनुद्र� म� बादलनु) लगी)गी�। ज�वनु मधु�र और स�ख >��निता स) सम(द्ध ह�नु) लगी)गी�।

स�बाह उठाता) ह� सद� उम्द� निवचा�र कीर�। हम ल�गी ता� दूसर. की चा�ज. की� द)खकीर ईष्य�� कीरता) ह* और ऐस� चा�ज� हम�र) पू�स आ ज�य�..... ऐस� की�मनु� कीरता) ह*। अर) भ�ल) मह)> ! प्र�रब्ध म� ह�गी� और पू�रूष�था� ज�ड़ी)गी� ता� व) नुश्वर चा�ज� आकीर ह� रह�गी�। ता� उनुकी शिचाYता� और की�मनु� मता कीर। ता� ता� अपूनु) आपूम� ह� डटों ज�।

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म�नव ! तः%झे� नहेA य�द क्य� ? तः� ब्रह्म के� हे अ�शी हे;। के% ल ग त्र तः�र� ब्रह्म हे;, संदब्रह्म तः�र� व�शी हे;।।

च;तःन्य हे; तः� अजी अमल हे;, संहेजी हे सं%खर�शिशी हे;।जीन्म� नहेA मरतः� नहेA, के� टस्थ हे; अनिवन�शी हे;।।

ज� आध्य�स्त्रित्मकी उन्ननिता कीरता� ह%, उसकी भ\निताकी उन्ननिता सहज म� ह�नु) लगीता� ह%। स�ख भ�तार की चा�ज ह% और भ\निताकी चा�ज बा�हर की ह%। स�ख और भ\निताकी चा�ज. म� की�ई निव>)ष सम्बान्ध नुहU ह%।

दरिरद्र की\नु ह% ? ज� दूसर. स) स�ख चा�हता� ह%, वह दरिरद्र ह%। म�ख� की\नु ह% ? ज� इस स�स�र की� सत्य म�नुकीर उस पूर निवश्व�स कीरता� ह%, वह म�ख� ह%। स�स�र की) स्व�म� जगीदdश्वर की� नुहU ख�जता� ह%, वह मह�म�ख� ह%।

अपूनु� मनु�व��शिछेता इच्छा�ओं की) म�ता�निबाकी की�म्य पूद�था� पू�कीर ज� स�ख� ह�नु� चा�हता� ह% वह स�ख और निवघ्नु-बा�धु�ओं की) बा�चा दुGख� ह�ता)-ह�ता) ज�वनु पू�र� कीर द)ता� ह%।

समय बा�ता ज�य)गी� और की�म अधु�र� रह ज�य)गी�। आखिखर पूश्च�ता�पू ह�था लगी)गी�। उसस) पूहल) ईश्वर की) र�ह की य�त्र� >�रू कीर द�। र�नित्र म� चालता)-चालता) ठा�कीर� ख�नु� पूड़ी), इसस) अच्छा� ह% निकी दिदनु दह�ड़ी) चाल ल� बा�ढ़ी�पू� आ ज�य, बा�जिद्ध क्षा�ण ह� ज�य, इजिYद्रय�, कीमज�र ह� ज�य�, द)ह की�,पूनु) लगी), की� टों�म्बा�जनु म�,ह म�ड़ी ल�, ल�गी अथाy म� बा�,धुकीर 'र�म बा�ल� भ�ई र�म...' कीरता) हुँए श्म>�नु म� ल) ज�य� उसस) पूहल) अपूनु) आपूकी� >�श्वता म� पूहुँ,चा� द� ता� बा)ड़ी� पू�र ह� ज�य।

अनु�क्रमॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

आठ पू�पू) के� घड़ी�एकी बा�र कीनिव की�शिलद�स बा�ज�र म� घ�मनु) निनुकील)। एकी मनिहल� घड़ी� और की� छे कीटों�रिरय�, ल)कीर बा%ठाf था�

ग्र�हकी. की) इ�ताज�र म� कीनिवर�ज की� की\ता�हल हुँआ निकी यह मनिहल� क्य� बा)चाता� ह% ! पू�स ज�कीर पू�छे�G"बाहनु ! ता�म क्य� बा)चाता� ह� ?""म* पू�पू बा)चाता� हूँ,। म* स्वय� ल�गी. स) कीहता� हूँ, निकी म)र) पू�स पू�पू ह*, मजy ह� ता� ल) ल�। निफेंर भ� ल�गी

चा�हपू�व�की पू�पू ल) ज�ता) ह*।" मनिहल� नु) की� छे अज�बा स� बा�ता कीह�। की�शिलद�स उलझनु म� पूड़ी गीय)। पू�छे�G"घड़ी) म� की�ई पू�पू ह�ता� ह% ?""ह�,... ह�,.... ह�ता� ह%, जरूर ह�ता� ह%। द)ख� ज�, म)र) इस घड़ी) म� आठा पू�पू भर) हुँए ह*- बा�जिद्धनु�>, पू�गीलपूनु,

लड़ी�ई-झगीड़ी), बा)ह�>�, निवव)की की� नु�>, सदगी�ण की� नु�>, स�ख. की� अYता और नुरकी म� ल) ज�नु) व�ल) ताम�म दुष्की( त्य।""अर) बाहनु ! इतानु) स�र) पू�पू बाता�ता� ह%, ता� आखिखर ह% क्य� ता)र) घड़ी) म� ? स्प:ता� स) बाता� ता� की� छे समझ म�

आव)।" की�शिलद�स की उत्स�कीता� बाढ़ी रह� था�।वह मनिहल� बा�ल�G ">र�बा ! >र�बा !! >र�बा !!! यह >र�बा ह� उनु सबा पू�पू. की जनुनु� ह%। ज� >र�बा पू�ता� ह%

वह उनु आठा. पू�पू. की� शि>की�र बानुता� ह%।"की�शिलद�स उस मनिहल� की चाता�र�ई पूर ख�> ह� गीय)।अनु�क्रम

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

संत्सं�ग-मनिहेम�एकी था� मजदूर। मजदूर ता� था�, स�था ह� स�था निकीस� स�ता मह�त्म� की� प्य�र� भ� था�। सत्स�गी की� प्र)म� था�।

उसनु) >पूथा ख�ई था�G "म* उस� की� बा�झ उठा�ऊँ, गी�, उस� की मजदूर� कीरू, गी�, ज� सत्स�गी स�नु) अथाव� म�झ) स�नु�य)।' प्र�रम्भ म� ह� यह >ता� रख द)ता� था�। ज� सहमता ह�ता�, उसकी� की�म कीरता�।

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एकी बा�र की�ई स)ठा आय� ता� इस मजदूर नु) उसकी� स�म�नु उठा�य� और स)ठा की) स�था वह चालनु) लगी�। जल्दd-जल्दd म� >ता� की बा�ता कीरनु� भ�ल गीय�। आधु� र�स्ता� कीटों गीय� ता� बा�ता य�द आ गीई। उसनु) स�म�नु रख दिदय� और स)ठा स) बा�ल�G

"स)ठा ज� ! म)र� निनुयम ह% निकी म* उYहU की� स�म�नु उठा�ऊँ, गी�, ज� कीथा� स�नु�व� य� स�नु�। अताG आपू म�झ) स�नु�ओ य� स�नु�।"

स)ठा की� जर� जल्दd था�। वह बा�ल�G "ता�म ह� स�नु�ओ।"मजदूर की) व)> म� छे� पू) हुँए सता� की व�क्धु�र� बाह चाल�। म�गी� ताय ह�ता� गीय�। स)ठा की) घर पूहुँ,चा) ता� स)ठा नु)

मजदूर� की) पू%स) द) दिदय)। मजदूर नु) पू�छे�G"क्य. स)ठाज� ! सत्स�गी य�द रह� ?""हमनु) ता� की� छे स�नु� नुहU। हमकी� ता� जल्दd था� और आधु) र�स्ता) म� दूसर� कीह�, ढा�,ढानु) ज�ऊँ, ? इसशिलए >ता�

म�नु ल� और ऐस) ह� 'ह�,... हूँ,.....' कीरता� आय�। हमकी� ता� की�म स) मतालबा था�, कीथा� स) नुहU।"भR मजदूर नु) स�चा� निकी की% स� अभ�गी� ह% ! म�फ्ता म� सत्स�गी मिमल रह� था� और स�नु� नुहU ! यह पू�पू� मनु�ष्य

की पूहचा�नु ह%।तः%लसं पू�व� के� पू�पू सं� हेरिरचच�� नहेA सं%हे�य।जी;सं� ज्वर के� जी र सं� भू�ख निवद� हे जी�य।।

वह जम�नु� था� निकी र�ज� ल�गी र�जपू�टों छे�ड़ीकीर निगीरिर गी�फें�ओं म� गी�रूओं की� ख�जकीर उनुकी) सत्स�गी की� ल�भ उठा�य� कीरता) था)।

भR की� बाड़ी� आश्चय� हुँआ ! उसनु) भ�तार गी�ता� म�र�। जह�, स) निवश्वभर की) बालव�नु. की� बाल मिमलता� ह%, धुनुव�नु. की� धुनु स,भ�लनु) की य��यता� मिमलता� ह%, बा�जिद्धम�नु. की� बा\जिद्धकी य��यता� मिमलता� ह% उस खज�नु) म� गी�ता� लगी�य�। निफेंर स)ठा की ओर द)ख�.... गीहर� स�,स ल� और कीह�G

"स)ठा ! कील >�म की� स�ता बाज) आपू सद� की) शिलए इस दुनिनुय� स) निवद� ह� ज�ओगी)। अगीर स�ढ़ी) स�ता बाज) ताकी ज�निवता रह� ता� म)र� शिसर कीटोंव� द)नु�।"

स)ठा की�,पूनु) लगी�। भR की व�ण� म� ओज था�। स)ठा भR की सच्च�ई समझ गीय�..... पू%र पूकीड़ी शिलय�। भR नु) कीह�G

"स)ठा ! जबा आपू यमपू�र� म� ज�ए,गी) ताबा आपूकी) पू�स और पू�ण्य की� ल)ख� ज�ख� ह�गी�, निहस�बा द)ख� ज�एगी�। आपूकी) ज�वनु म� पू�पू ज्य�द� ह*, पू�ण्य कीम ह*। अभ� र�स्ता) म� ज� सत्स�गी स�नु�, था�ड़ी� बाहुँता उसकी� पू�ण्य भ� ह�गी�। आपूस) पू�छे� ज�य)गी� निकी की\नु स� फेंल पूहल) भ�गीनु� ह% ? पू�पू की� य� पू�ण्य की� ?.....ता� यमर�ज की) आगी) स्व�की�र कीर ल)नु� निकी पू�पू की� फेंल भ�गीनु) की� ता%य�र हूँ,, पूर पू�ण्य की� फेंल भ�गीनु� नुहU ह%, द)खनु� ह%। पू�ण्य की� फेंल भ�गीनु) की इच्छा� मता रखनु�।

ज�वनु म� स�ख� रहनु� ह% ता� दूसर. की की हुँई बा�र�ई और अपूनु� की हुँई भल�ई की� भ�ल ज�ओ। आपू स�ख� ह� ज�ओगी)। हम� अपूनु� गील्ता� ह�ता� ह% ता� गी�स्स� नुहU आता�, ल)निकीनु दूसर. की गील्ता� द)खकीर गी�स्स� आता�। दूसर. म� भ� अपूनु�-आपू दिदख ज�य) ता� बा)ड़ी� पू�र ह� ज�य)।

स)ठा पूहुँ,चा) यमपू�र� म�। शिचात्रगी�प्ता नु) निहस�बा पू)> निकीय�। यमर�ज की) पू�छेनु) पूर स)ठा नु) कीह�G "म* पू�ण्य की� फेंल भ�गीनु� नुहU चा�हता� और पू�पू की� फेंल भ�गीनु) स) इYकी�र नुहU कीरता�। की( पू� कीरकी) बाता�इय) निकी सत्स�गी की) पू�ण्य की� फेंल क्य� ह�ता� ह% ? म* वह द)खनु� चा�हता� हूँ,।"

पू�ण्य की� फेंल द)खनु) की ता� की�ई व्यवस्था� यमपू�र� म� नुहU था�। पू�पू-पू�ण्य की) फेंल भ�गीता�ए ज�ता) ह*, दिदख�य) नुहU ज�ता)। यमर�ज की� की� छे समझ म� नुहU आय�। ऐस� म�मल� ता� यमपू�र� म� पूहल� बा�र आय� था�। यमर�ज उस) ल) गीय) इYद्र की) पू�स। इYद्र नु) कीह�G "पू�ण्य की� फेंल ता� भ�गीताव�य� ज�ता� ह%, दिदख�य� नुहU ज�ता�।"

स)ठा बा�ल�G "नुहU सत्स�गी की) पू�ण्य की� फेंल म* भ�गीनु� नुहU चा�हता�, शिसफें� द)खनु� चा�हता� हूँ,।"

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इYद्र भ� उलझनु म� पूड़ी गीय)। शिचात्रगी�प्ता, यमर�ज और इYद्र ता�नु. स)ठा की� ल) गीय) भगीव�नु आदिद नु�र�यण की) समक्षा। इYद्र नु) पू�र� वण�नु निकीय�। भगीव�नु म�द-म�द म�स्की� र�नु) लगी)। ता�नु. स) बा�ल)G "ठाfकी ह%, ज�ओ..... अपूनु�-अपूनु� की�म स,भ�ल�।"

स)ठा की� स�मनु) खड़ी� रहनु) दिदय�। स)ठा बा�ल�G "प्रभ� ! म�झ) सत्स�गी की) पू�ण्य की� फेंल भ�गीनु� नुहU ह%, अनिपूता� द)खनु� ह%।"

प्रभ� बा�ल)G "शिचात्रगी�प्ता, यमर�ज और इYद्र ज%स) द)व आदरसनिहता ता�झ) यह�, ल) आय) और ता� म�झ) स�क्षा�ता द)ख रह� ह%, इसस) अमिधुकी और क्य� द)खनु� ह% ?"

एके घड़ी आधी घड़ी, आधी म: पू%निन आधी।तः%लसं संत्सं�ग सं�धी केD, हेर� के दिट अपूर�धी।।

ज� चा�र कीदम चालकीर ब्रेह्मज्ञा�नु की) सत्स�गी म� ज�ता� ह%, ता� यमर�ज की भ� ता�कीता नुहU उस) ह�था लगी�नु) की । ब्रेह्मज्ञा�नु की� सत्स�गी-sवण इतानु� मह�नु ह% !

ऐस� सत्स�गी स�नुनु) स) पू�पू-ता�पू कीम ह� ज�ता) ह*। पू�पू कीरनु) की रूशिचा भ� कीम ह� ज�ता� ह%। सत्स�गी म� बाल बाढ़ीता� ह%। स�र� दुबा�लता�ए, दूर ह�नु) लगीता� ह*।

ता�लस�द�स ज� की� जबा पूत्नु� नु) ता�नु� मर�, ताबा उनुकी� व%र��य जगी आय�। व) भगीव�नु स) प्र�था�नु� कीरनु) लगी)G"ह) प्रभ� ! म* ता)र� भR बानुनु) की� अमिधुकी�र� नुहU हूँ,, क्य.निकी म* की� दिटोंल हूँ,, की�म� हूँ,, खल हूँ,। म* ता)र) भR की)

घर की गी�य ह� बानु� द)नु� स्व�म� ! ता)र) स)वकी ताकी म)र� दूधु पूहुँ,चा)गी� ताबा भ� म)र� कील्य�ण ह� ज�एगी�। गी�य बानुनु) की य��यता� भ� नुहU ह� ता� ता)र) भR की) घर की� घ�ड़ी� बानु�,। ता)र� चाचा�� ह�गी�, वह�, आनु)-ज�नु) म� म)र� उपूय�गी ह�गी� ताबा भ� म* धुYय ह� ज�ऊँ, गी�। घ�ड़ी� बानुनु) की भ� पू�ण्य�ई नुहU ता� म�झ) उसकी) घर की� की� त्त� ह� बानु� द)नु� नु�था ! उसकी) ह�था की� रूख�-स�ख� टों�कीड़ी� भ� मिमल ज�एगी� ता� म* पूनिवत्र ह� ज�ऊँ, गी� और ता)र� भशिR भ� ह� ज�एगी�।"

ता�लस�द�सज� नु) सच्च) हृदय स) भगीव�नु स) प्र�था�नु� की । भगीव�नु स) नु�ता� ज�ड़ी गीय�। अYताम��खता� बाढ़ीd ता� भगीव�नु नु) उनुकी� ता�लस�द�स स) भR कीनिव स�ता ता�लस�द�स बानु� दिदय�।

तः%लसं तः%लसं क्य� केर , तः%लसं बान केD घ�सं।केB पू� भूय रघ%न�र्थं केD, तः हे गय� तः%लसंद�सं।।

भगीव�नु की� अपूनु� म�नुनु� और अपूनु) की� भगीव�नु की� म�नुनु� यह अYताम��खता� ह%। व्रता कीरनु) स), तापू कीरनु) स), ता�था��टोंनु कीरनु) स) ज� ल�भ ह�ता� ह%, उसस) कीई गी�नु� ल�भ भगीव�नु स) अपूनु)पूनु की भ�वनु� स) ह�ता� ह%। ईश्वर आपूकी� ह% और आपू ईश्वर की) ह*, यह दृढ़ी भ�वनु� रखिखय)। ज�वनु म� इस बा�ता की� चारिरता�था� कीर ल�जिजए, बा)ड़ी� पू�र ह� ज�य)गी�।

पूरम�त्म� सव�त्र ह%, स�लभ ह*, ल)निकीनु ऐस) पूरम�त्म� की� अनु�भव कीर�नु)व�ल) मह�त्म� दुल�भ ह*। ऐस) मह�त्म� की� स�गी मिमल ज�य ता� ज�वनु म� र�गी आ ज�य)।

अनु�क्रमॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

निवधी�य�त्मके जीवनदृनि^एकी बा�र स�ता एकीनु�था, स�ता ता�की�र�म और भR कीनिव नुरसिंस�ह म)हता� निवठा�बा� की) द>�नु�था� पू�ढारपू�र की) म�दिदर म�

पूहुँ,चा)। ता�की�र�म ज� म�दिदर म� प्रनिव: ह� रह) था), ताबा एकीनु�थाज� द>�नु कीरकी) बा�हर निनुकील रह) था)। व) अभ� भगीव�नु स) प्र�था�नु� कीरकी) आय) था), धुYयव�द द)कीर आय) था)G

"ह) प्रभ� ! ता�नु) म�झ) अनु�की� ल धुम�पूत्नु� दd ह% इस�शिलए म* ता)र� भशिR कीर सकीता� हूँ,। ता)र� की% स� उपूकी�र ह% नु�था ! ता� ऐस� पूत्नु� नु द)ता� ता� म* की% स) ता)र� भशिR कीर सकीता� ? व�ह प्रभ� ! ता)र� कीरूण� की� की�ई पू�र नुहU।"

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एकीनु�थाज� बा�हर निनुकील) ता� ता�की�र�मज� भगीव�नु की) समक्षा पूहुँ,चा)। उनुकी) स�मिन्नध्य म� खड़ी) रह)। एकीटोंकी नुयनु. स) भगीव�नु की) नुयनुमनु�हर म�ख�रनिवYद की� निनुह�र रह) था)। आ,ख. स) आ,स� बाह रह) था)। हृदय म� भशिRभ�व उमड़ी रह� था�। ह�था ज�ड़ीकीर गीदगीद कीण्ठा ह�कीर भगीव�नु स) प्र�था�नु� कीर रह) था)G

"व�ह म)र) निवट्ठील ! क्य� ता)र� कीरूण� ह% ! ता�नु) म�झ) ऐस� कीकी� >� और झगीड़ी�ल� पूत्नु� द)कीर म�झ पूर निकीतानु� मह�नु[ उपूकी�र निकीय� ह% ! यदिद ऐस� पूत्नु� ता� नु द)ता� ता� म* ता)र� भशिR की% स) कीरता� ? म�झ) अनु�की� ल और स�Yदर पूत्नु� द)ता� ता� >�यद म* उस� की भशिR म� लगी ज�ता�। >�यद उस� की) म�हपू�> म� फें, सकीर ज�वनु की� बारबा�द कीरता�। ता� निकीतानु� दय�निनुमिधु ह% ! ह) की( पू�शिसन्ध� ! म�झ) कीकी� >� नु�र� पूत्नु� की) रूपू म� द)कीर ता�नु) म�झ) अपूनु� ओर आकीर्तिष�ता कीर शिलय� ह%। म)र� शिचात्त पूत्नु� म� नु उलझकीर निनुरYतार ता)र) स्मरण म� मधु�र ह� रह� ह%। व�ह प्रभ� ! प्रनिताकी� ल पूत्नु� की) की�रण ह� म* अपूनु) प्य�र) निवट्ठील की भशिR कीर सकीता� हूँ,। ख�बा-ख�बा धुYयव�द प्रभ� !"

ता�की�र�मज� बा�हर आय) और नुरसिंस�ह म)हता� पूहुँ,चा) s�निवग्रह की) समक्षा। भगीव�नु की) द>�नु कीरकी) नुयनु पू�लनिकीता ह� उठा) । चारण. म� शिसर झ�की�य�। निफेंर भ�वनिवभ�र ह�कीर तानु-मनु शिथारकी�ता) हुँए नु(त्य कीरनु) लगी)। ह�था म� कीरता�ल ता�ल द) रह� था�। कीण्ठा स) मधु�र गी�ता निनुकील रह� था�G

भूल%� र्थंय%� भू��ग जी�जी�ळ.... सं%ख� भूजीशी%� श्रीग पू�ळ।नुरसिंस�ह म)हता� की पूत्नु� की� द)ह�वस�नु ह� चा�की� था�। भRर�ज उस घटोंनु� की� भ��गी� ज�ज�ल म�नुता) ह*। व)

निवठा�बा� स) प्र�था�नु� कीरनु) लगी)Gह) s�हरिर ! पूत्नु� चाल बास�, अच्छा� हुँआ। अबा स��स�रिरकी जिजम्म)द�रिरय. स) म�R ह�कीर अमिधुकी आनुYदपू�व�की

ता)र� भशिR म� निनुम�नु ह� सकी�, गी�। म)र) स�स�र की खटोंपूटों ता�नु) दूर कीर दd, बाड़ी� उपूकी�र निकीय� दdनु�नु�था !"एकीनु�था ज� की पूत्नु� अनु�की� ल था�।ता�की�र�म ज� की पूत्नु� प्रनिताकी� ल था�।नुरसिंस�ह म)हता� की पूत्नु� चाल बास� था�।ता�नु. नु) इनु ता�नु. अलगी-अलगी पूरिरस्थिस्थानिताय. म� ईश्वर की की( पू� की� ह� अनु�भव निकीय�। मनु म� >��निता और

सम्प�ण� सYता�ष धु�रण निकीय�। चा�चाल मनु की� ईश्वरदत्त की% स� भ� पूरिरस्थिस्थानिता म� >��ता रखनु� यह भ� ज�वनु की� एकी मह�नु[ की�य� ह%। ता�नु. स�ता-मह�पू�रूष. की) ज�वनु म� यह चारिरता�था� हुँआ ह%।

बा�हर की श्रिभन्न-श्रिभन्न पूरिरस्थिस्थानिताय�, ता� आता� रह�गी�, ज�ता� रह�गी�। ता�म अपूनु� दृमि: निवधु)य�त्मकी बानु�ता) ह�, धुYयव�द�त्मकी बानु�ता) ह� ता� हर पूरिरस्थिस्थानिता म� ता�म सम और स�ख� रह सकीता) ह�.... आध्य�स्त्रित्मकी उन्ननिता कीर सकीता) ह�।

अनु�क्रमॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

तःन दुःल�भू चजी:किंके- दुःल�भू� संदग%रूरस्तिस्तः ल के�संत्सं�गनितःरब्रह्मनिवच�रणी� च।

त्य�ग निहे संव�स्य निनजी�त्मबा धी�किंके- दुःजी�य� संव�जीन;म�न जी�।।

'जगीता म� दुल�भ क्य� ह% ? सदगी�रू, सत्स�गीनिता और ब्रेह्मनिवचा�र। सबाकी) त्य�गी की� ह)ता� क्य� ह% ? अपूनु� आत्म� की� बा�धु। सबा मनु�ष्य. स) ज�ता� नु ज�य) वह की\नु ह% ? मनु�ज अथा��ता[ की�म।'

(मश्रिणरत्नुम�ल�)जगीता म� जिजस पूद�था� की प्र�न्तिप्ता इच्छा� कीर) और उसकी) शिलए य��य प्रयत्नु कीर) ता� वह पूद�था� मिमल सकीता� ह%

पूरYता� जगीता म� बाहुँता कीदिठानु�ई स) मिमलनु) व�ल�, हर निकीस� की� प्र�प्ता नुहU ह�ता� ऐस� पूद�था� की\नु स� ह% ? सदगी�रू, सत्स�गीनिता और ब्रेह्मनिवचा�र।

जगीता म� स��स�रिरकी पूद�था� की प्र�न्तिप्ता सहज म� ह�नु� स�भव ह%, पूरYता� य) ता�नु पूद�था� जगीता म� ह�ता) हुँए भ� जगीताकी) ल\निकीकी भ�व स) श्रिभन्न ह* इसशिलए जगीता म� जYम ल)नु) व�ल. की� य) ता�नु. कीदिठानु�ई स) प्र�प्ता ह�ता) ह*। सदगी�रू,

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सत्स�गीनिता और ब्रेह्मनिवचा�र जगीता म� ह�ता) हुँए जगीता की) बा�हर की) तात्त्व स) सम्बान्ध रखनु) व�ल) ह*। य) ता�नु. की) वल इस जगीता म� ह� प्र�प्ता ह�नु) दुल�भ ह., ऐस� नुहU ह% निकीYता� ता�नु. ल�की. म� प्र�प्ता ह�नु) कीदिठानु ह* क्य.निकी जिजस पूर आत्मकी( पू� हुँई ता� उस) ह� गी�रू और गी�रूकी( पू� की प्र�न्तिप्ता ह�ता� ह%। निनुम�ल और ता�व्र बा�जिद्ध की) निबानु� आत्मनिवचा�र नुहU ह� सकीता�। य) सबा स�य�गी प्र�प्ता ह�नु) कीदिठानु ह*।

ज� सच्च) म�गी� की� दिदखल�व�, अज्ञा�नु-अन्धकी�र की� दूर कीर�, व) सदगी�रू ह*। जिजसस) सता[ की� स�गी ह� वह सत्स�गीनिता ह%, चा�ह) वह इ>�र) स) ह�, चा):� स) ह� अथाव� कीथानु स) ह�। सस्थिच्चद�नु�दरूपू ज� ब्रेह्म ह%, जिजस) >�स्त्र म� अशिचाYतानु�य कीह� ह%, जिजसकी� निवचा�र-शिचाYतानु कीरनु� अत्यYता कीदिठानु ह%, ज� अल\निकीकी ह%, उसकी) निवचा�र की� ब्रेह्मनिवचा�र कीहता) ह*।

की�ई कीह)गी�G "गी�रू की� मिमलनु� कीदिठानु ह� गीय� ह� क्य� ह% ? हमकी� गी�रू मिमल) ह*। हम ब्रेह्मनिवचा�र कीरता) ह*।'ऐस� कीथानु कीरनु) व�ल) भल) अपूनु) मनु स) म�नु ल�, उनुकी� र�कीनु) व�ल� की\नु ह% ? ल)निकीनु सदगी�रू की प्र�न्तिप्ता

और ब्रेह्मनिवचा�र की� ह�नु� की�ई स�म�Yय बा�ता नुह� ह%, बाच्च. की� ख)ल नुहU ह%। जबा सदगी�रू की प्र�न्तिप्ता ह� और शि>ष्य शि>ष्य भ�व की) लक्षाण. स) य�R ह�, ताबा पूरम पूद की प्र�न्तिप्ता म� निवलम्बा नुहU ह�ता�। म�त्र कीण्ठाf बा�,धुनु)व�ल� अथाव� म�त्र व)>धु�र� सदगी�रू नुहU ह�ता�। >�स्त्र म� सदगी�रू की) लक्षाण बाता�ता) हुँए कीह� ह%G

ब्रह्म�नन्द� पूरम सं%खद� के� वल� ज्ञा�नम�र्तिंतः-द्वन्द्व�तःतः� गगनसंदृशी� तःत्त्वमस्य�दिदलक्ष्यम.।एके� निनत्य� निवमलमचल� संव�धीसं�क्षीभू�तःम.

भू�व�तःतः� नित्रग%णीरनिहेतः� संदग%रू� तः� नम�मिम।।'ज� स्वय� ब्रेह्म�नुYदस्वरूपू ह*, पूरम स�ख द)नु) व�ल) ह*, ज्ञा�नु की म�र्तिता� ह*, हष�->�की�दिद द्वाYद्वा. स) रनिहता ह*,

आकी�> की) सम�नु निनुल³पू ह%, 'तःत्त्वमचिसं' मह�व�क्य. स) ज�नु) ज� सकी� ऐस) गी�ढ़ी ह*, निनुत्य ह*, निवमल ह*, अचाल ह*, निनुरYतार स�क्षा�रूपू ह*, कील्पूनु� म� नु आव� ऐस) ह*, ता�नु. गी�ण. स) पूर) ह*, व) ह� सदगी�रू ह*। ऐस) गी�रू भ��यव> ह� प्र�प्ता ह�ता) ह*।

ऊँपूर स) धुम� की) ठा)की) द�र बानु) हुँए बाहुँता ह*। व) स्वय� नुरकी म� ज�ता) ह* और सम�ज की� भ� नुरकी म� पूटोंकीता) ह*। इसशिलए ज� पूगी�रव�ल. की� रखकीर पू�था चाल� रह) ह*, सनु�तानु धुम� म� घ�नु की नु�ईं लगी) हुँए ह* ऐस) पू�खस्थिण्डय. स) बाचानु� चा�निहए। द�भ�, ढा.गी� और निवधुर्मिम�य. की) की� प्रचा�र की) ज�ल म� नुहU फें, सनु� चा�निहए।

जबा >�द्ध ज्ञा�नुव�नु समद>y सदगी�रू स) उपूद)> शिलय� ज�ता� ह% ताभ� ब्रेह्मनिवचा�र ह� सकीता� ह%। स�धुकी स्वय� यदिद अमिधुकी�र� नुहU ह�गी�, ता� >�द्ध गी�रू स) भ� पू�र� ल�भ नुहU ल) पू�य)गी�।

सदगी�रू स) >�स्त्र-sवण कीरनु�, सत्पू�रूष. की� सम�गीम कीरनु� और उनुस) बा�धु ल)नु�, स�स�र म� निनुरYतार व%र��य की दृमि: रखनु�, जिजसम� सता[ तात्त्व की� स�गी ह� ऐस� सत्स�गीनिता कीरनु� और ब्रेह्मनिवचा�र कीरनु�....... मनु�ष्य जYम की� सबास) निव>)ष कीत्त�व्य यह� ह%।

आत्म�-अनु�त्म� की� निवचा�र कीरकी) ब्रेह्मस्वरूपू की� ज�नुनु�, sवण, मनुनु और निनुदिदध्य�सनु म� म�नु रहनु�, यह ब्रेह्मनिवचा�र ह%। ब्रेह्मनिवचा�र म(त्य�ल�की की) शिसव�य अYय निकीस� ल�की म� नुहU ह� सकीता�। अताG अपूनु) कील्य�ण की) शिलए मनु�ष्य की� ऐस� दुल�भ ब्रेह्मनिवचा�र अवश्य कीरनु� चा�निहए।

बाहुँता द)>. की भ�ष�ए, स�खनु) स), >�स्त्र. की) ज्ञा�नु स), व्यवह�र की की� >लता� स) अथाव� बाहुँता >ब्द. की) ज्ञा�नु स) तात्त्वज्ञा�नु नुहU ह�ता�, निकीYता� अनु�भवसनिहता ज� तात्त्वबा�धु ह% वह� यथा�था� तात्त्वज्ञा�नु ह%। यदिद ज�नुनु) स) ह� ज्ञा�नु ह�ता� ह% ता� अठा�रह पू�र�ण. की) कीत्त�� मह�त्म� s� व)दव्य�सज� की� अपूनु� निवद्या� की) ज्ञा�नु स) ह� निनुश्चिंश्च�ताता� प्र�प्ता ह� ज�ता�। पूरYता� उYह� जबा द)वर्तिष� नु�रदज� स) बा�धु प्र�प्ता हुँआ ताभ� व) पू�ण�ता� की� प्र�प्ता हुँए।

जबा ताकी ईश्वर की� अनु�ग्रह नुह� ह�ता�, ताबा ताकी सदगी�रू और सत्शा�स्त्र नुहU मिमलता)। जबा ताकी आत्मकी( पू� नुहU ह�ता�, ताबा ताकी ईश्वर की� अनु�ग्रह नुहU ह�ता�। सता[ की ख�ज और जगीता की नुश्वरता� की) निवचा�र की) निबानु� आत्मकी( पू� नुहU ह�ता�।

आर��यता� पू� ल)नु� दुल�भ नुहU, बा�जिद्धमता� पू� ल)नु� दुल�भ नुहU। दुल�भ ता� व) ह* ज� सता[ की� बा�धु कीर� द�।

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जगीता की� बा�धु कीर� द� ऐस) कीई ल�गी मिमल�गी) ल)निकीनु जगीदdश्वर तात्त्व की� बा�धु कीर� द� ऐस) सदगी�रू की प्र�न्तिप्ता दुल�भ ह%। ल�की-ल�की�Yतार, स्वगी� य� व%की� ण्ठा की प्र�न्तिप्ता नुहU ल)निकीनु अपूनु) आपूकी� बा�धु कीर� द� ऐस) आत्मव)त्त� सदगी�रू की प्र�न्तिप्ता दुल�भ ह%।

दूसर� दुल�भ चा�ज ह% सत्स�गीनिता। जिजनु वस्ता�ओं स), जिजनु चा):�ओं स), जिजनु स�की) ता. स), ध्य�नु स), निवचा�र स) हम सता[ की नुजदdकी ज�य� व) चा�ज� मिमलनु� दुल�भ ह*। ब्रेह्मव)त्त� और ब्रेह्मव)त्त� की� समझनु) व�ल) दुल�भ ह*। पूतानु की तारफें ज�नु) की चा�ज� ता� बाड़ी� आस�नु� स) मिमलता� ह*।

>�र�रिरकी बा�म�रिरय�, दूर कीरनु) की) शिलए ता� कीई औषधु�लय य� दव�ख�नु), अस्पता�ल, आपूर)>नु शिथाय)टोंर आदिद ह*। ल)निकीनु इनु व्य�मिधुय. की� म�ल ह% आमिधु। आमिधु मनु की� ह�ता� ह%, व्य�मिधु तानु की� ह�ता� ह%। मनु जबा नु�चा) की) की) Yद्र. म� ह�ता� ह%, ता�च्छा ह�ता� ह% ताबा ख�नु) की ल�लचा, भ�गीनु) की ल�लचा कीरकी) निबानुजरूर� व्य�मिधुय. की� अनुज�नु) म� ह� आम�नित्रता कीर ल)ता� ह%। व्य�मिधु निनुव(त्त कीरनु) की) बाहुँता स�धुनु ह* हम ल�गी. की) पू�स ल)निकीनु आमिधु दूर कीरनु) की) शिलए इतानु) स�धुनु नुहU ह*।

आमिधु, व्य�मिधु और उपू�मिधु, इनु ता�नु. र�गी. की� निनुव(त्त कीर द), ऐस� सत्स�गीनिता प्र�प्ता ह�नु� बाड़ी� दुल�भ ह%।सत्स�गीनिता की प्र�न्तिप्ता ह� ज�य, सत्स�गी मिमल ज�य ल)निकीनु उस सत्स�गी म� ब्रेह्मनिवचा�र ह�नु� अत्य�ता दुल�भ ह%।

ल�की-ल�की�Yतार की) निवचा�र, स्वगी�-नुरकी की) निवचा�र, पू�पू-पू�ण्य की) निवचा�र ता� सत्स�गी म� ह� ह� ज�ता) ह*, ल)निकीनु इनु सबाकी� बा�मिधुता कीरकी) ब्रेह्मनिवचा�र ह�, ऐस) सत्स�गी की प्र�न्तिप्ता बाड़ी� दुल�भ ह%। सज्जनु. की� निवचा�र, >�रव�र. की� निवचा�र, त्य�गी�-तापूस्मिस्वय. की� निवचा�र, सद�चा�र� और s)ष्ठा पू�रूष. की� निवचा�र.... य) ता� सत्स�गी. म�, कीथा�ओं म�, कीह�निनुय. म� आता� ह% ल)निकीनु ऐस� सत्स�गी दुल�भ ह% जिजस सत्स�गी म� ब्रेह्म-पूरम�त्म� की� निवचा�र ह�। पूरम�त्म� की) s�निवग्रह की ल�ल�, पूरम�त्म� की) अवता�र. की� वण�नु, स(मि: की) क्रम की� वण�नु, उत्पूश्रित्त-स्थिस्थानिता-प्रलय की� वण�नु, य) सबा ठाfकी ह*, ल)निकीनु ज� ब्रेह्मनिवचा�रव�ल� सत्स�गी ह%, वह मिमलनु� दुल�भ ह%।

ब्रेह्मनिवचा�र-प्रधु�नु ज� सत्स�गी ह%, वह सत्स�गी ज%स)-ता%स) नुहU मिमलता�। अनुमिधुकी�र� आदम� उस सत्स�गी म� बा%ठा नुहU सकीता�। जिजसकी� जपू, तापू, स)व�, पू�ज�, की� छे नु की� छे उस अYताय��म� पूरम�त्म� की�, ईश्वर की� स्व�की�र ह� गीय� ह% वह� आदम� सदगी�रू की प्र�न्तिप्ता कीर सकीता� ह%, सत्स�गीनिता की प्र�न्तिप्ता कीर सकीता� ह%। अYयथा� उसकी� कीथा� अथाव� कीह�निनुय�,, चा�टोंकी� ल) ह� मिमलकीर रह ज�ए,गी)। कीथा�-व�ता�� ता� स�धु�रण आदम� की� भ� मिमल ज�ता� ह%। ल)निकीनु सत्स्वरूपू पूरम�त्म� की� स�गी ह� ज�य), बा�धु ह� ज�य ऐस� सत्स�गी मिमलनु� दुल�भ ह%।

व्य�ख्य�नुद�ता� बानु ज�नु� बाड़ी� बा�ता नुहU, जगीता म� सबास) बाड़ी� धुनुव�नु बानु ज�नु� बाड़ी� बा�ता नुहU, बाड़ी�-म�-बाड़ी� सत्त� की� अमिधुकी�र� बानु ज�नु� बाड़ी� बा�ता नुहU, स्वगी� की� र�ज� बानुनु� भ� बाड़ी� बा�ता नुहU, ल)निकीनु आत्म-स�क्षा�त्की�र कीर ल)नु� सबास) बाड़ी� बा�ता ह%। आत्म-स�क्षा�त्की�र ज%स� ऊँ, चा� की�ई चा�ज नुहU। यह�, ताकी निकी भगीव�नु की) स�था ख)लनु� भ� बाड़ी� बा�ता नुहU। म�दिदर म� ज�ओ और ठा�की� रज� प्रकीटों ह� ज�य� – यह�, ताकी भ� की�ई पूहुँ,चा ज�य निफेंर भ� जबा ताकी ब्रेह्मनिवचा�र नुह� ह�गी�, ताबा ताकी भगीवत्तत्व की� स�क्षा�त्की�र नुहU ह�गी�। म�दिदर की) भगीव�नु आय�गी) और निफेंर अदृश्य ह� ज�य�गी), ल)निकीनु सव�व्य�पू� हरिर की� दdद�र नुहU ह�गी�।

ब्रेह्मनिवद्या� ऐस� ह% निकी य�द्ध की) म%द�नु म� भ� प्रकीटों ह� सकीता� ह%, र�ज्य की) ताख्ता पूर भ� प्रकीटों ह� सकीता� ह% और >�दd की ता%य�र� की) वR भ� प्रकीटों ह� सकीता� ह%। य�द्ध की) म%द�नु म� अज��नु की) आगी) यह ब्रेह्मनिवद्या� प्रकीटों हुँई और की�म-की�ज म� व्यस्ता जनुकी की) आगी) भ� इस ब्रेह्मनिवद्या� नु) चामत्की�र दिदख� दिदय�।

's�य�गीव�शि>ष्ठा मह�र�म�यण' की� प्र�कीटोंय की% स) हुँआ ? भगीव�नु s�र�मचाYद्रज� स�लह वष� की) हुँए, स�स�र म� प्रनिव: ह�नु) की) कीर�बा हुँए उस समय य�व�वस्था� म� ब्रेह्मनिवचा�र उत्पून्न हुँआ। इस ब्रेह्मनिवचा�र की) शिलए, इस सत्स�गीनिता की) शिलए, इस स�धु�-सम�गीम की) शिलए बा�ढ़ी�पू) की� इYताज�र मता कीर�। 'बा�ढ़ी) ह.गी) निफेंर सत्स�गीनिता कीर�गी).... बा�जिद्ध ज�ण�->�ण� ह� ज�य)गी�, स�स�र की� कीचार� नु�पूता)-ता�लता) बा�जिद्ध क्षा�ण ह� ज�य)गी� ताबा उसम� ब्रेह्म निवचा�र की� रस भर�गी)....' ऐस� मता स�चा�। जबा स) ज�गी� ताबा स) ह� चाल पूड़ी� ब्रेह्मनिवचा�र की ओर। यह दुल�भ चा�ज ह%। वशि>ष्ठाज� मह�र�ज बा�लता) ह*-

"ता)रह निनुम)ष अथा��ता[ आ,ख की) ता)रह पूलकी�र� पूड़ी�, उतानु� द)र भ� इस ब्रेह्मनिवचा�र म� अगीर दिटोंकी गीय) ता� जगीताद�नु कीरनु) की� फेंल मिमलता� ह%।"

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निनुज आत्म� की� बा�धु दुल�भ ह%। ऐस� दुल�भ चा�ज की� पू�नु� ह� मनु�ष्य ज�वनु की� पूरम पू�रूष�था� ह%।स�स�र की� त्य�गी कीर दिदय�, फेंकी र� कीम�ई, पू�स म� की� छे नुहU रखता), एकी दम़ड़ी� की\ड़ी� भ� नुहU ह%, हव� पू�कीर

रहता) ह*, ल)निकीनु आत्मनिवचा�र नुहU ह%, ब्रेह्मनिवचा�र नुहU ह% ता� ज� मधु�र य�त्र� ह�नु� चा�निहए वह नुहU ह�ता�।एकी चाक्रवताy र�ज� सव�स्व त्य�गी कीरकी) निबाल्की� ल त्य�गी� ह� गीय), श्रिभक्षा�की ह� गीय)। मह�त्य�गी� ! ज�कीर निगीर�-

कीYदर� म� बा%ठा) । जबा भ�ख सता�ता� ताबा बास्ता� म� आता), रूख� स�ख� ल) ज�ता), धु�-धु�कीर >�द्ध कीरकी) चाबा�ता) और निफेंर अपूनु) ध्य�नु भजनु म� लगी ज�ता)। य�गी� मच्छाYदरनु�था घ�मता) घ�मता) उस नुगीर म� आय) ता� ल�गी. नु) प्र>�स� की निकी नुगीर की) भ�तापू�व� नुर)> अबा मह�नु[ त्य�गी� तापूस्व� बानु गीय) ह*। मच्छाYदरनु�था नु) पू�छे�G "मह�नु[ त्य�गी� ता� ह*, ल)निकीनु त्य�गी की� फेंल ज� ब्रेह्मनिवचा�र ह%, उसम� ल�नु ह* निकी नुहU ?"

ल�गी. नु) कीह�G "मह�र�ज ! ब्रेह्मनिवचा�र क्य� ह�ता� ह%, हमकी� पूता� नुहU।""र�ज� स) मह�र�ज ह� गीय), उनुकी) द>�नु ता� कीर रह) ह� ल)निकीनु र�ज� स) मह�र�ज ह�नु� जिजसकी) शिलए ह% उस

ब्रेह्मनिवचा�र की� ता�मकी� पूता� ह� नुहU, पू�गील. ! म* उस त्य�गी� स) म�ल�की�ता कीरू, गी�।" मच्छाYदरनु�था नुगीर म� ठाहर गीय)।दूसर) दिदनु व) त्य�गी� नुगीर म� आय) और श्रिभक्षा� ल)कीर निवद� हुँए ता� मच्छाYदर नु�था उनुकी) स�था चालनु) लगी)। र�स्ता)

म� ज�ता)-ज�ता) उनुकी� एकी की�हनु� म�र दd। त्य�गी� सम्रा�टों नु) कीह�G"मह�र�ज ! आपूकी की�हनु� लगीनु) स) म* क्र� द्ध नुहU ह�ऊँ, गी�। म*नु) सव�स्व त्य�गी दिदय� ह%। म*नु) म�नु की� भ� त्य�गी

कीर दिदय� ह%।"मच्छाYदरनु�था नु) की�ई उत्तर नुहU दिदय�। द�नु. आगी) चाल)। निफेंर मच्छाYदरनु�था नु) छे)ड़ीख�नु� की । इस बा�र ऐस�

धुक्की� म�र� निकी त्य�गी� की) ह�था स) श्रिभक्षा�पू�त्र निगीर गीय�। त्य�गी� बा�ल)G"मह�र�ज ! ऐस� कीरकी) आपू म�झ) गी�स्स� दिदल�ता) ह*, ल)निकीनु म* गी�स्स) ह�नु) व�ल� नुहU हूँ,।"निफेंर द�नु. आगी) बाढ़ी)। मच्छाYदरनु�था नु) ता�सर� प्रय�गी निकीय�। मह�नु[ त्य�गी� बानु बा%ठा) भ�तापू�व� र�ज� की� जबा

ता�सर� धुक्की� म�र� ता� त्य�गी� ज� बा�ल उठा) G"आखिखर आपू क्य� कीरनु� चा�हता) ह* ?""म* ता�म्ह� यह समझ�नु� चा�हता� हूँ, निकी ता�मनु) त्य�गी ता� निकीय� ल)निकीनु ता�म की\नु ह� ? इसकी� निवचा�र ता�मनु) नुहU

निकीय�। निबानु� इसकी� ज�नु) ता�म्ह�र) भ�तार म� रह)गी� निकी म* पूहल) र�ज� था�, चाक्रवताy सम्रा�टों था�, अबा म* श्रिभक्षा�की हूँ,, त्य�गी� हूँ,। द)ह की पूरिरस्थिच्छान्नता� म\ज�द रह)गी�। त्य�गी की� फेंल ज� अनुYता ब्रेह्म�ण्ड म� व्य�पूकी सस्थिच्चद�नुYदघनु पूरम�त्म� की प्र�न्तिप्ता ह%, उसस) ता�म व�शिचाता रह ज�ओगी)। इसकी) शिलए ब्रेह्मनिवचा�र की दुनिनुय� म� प्रव)> कीरनु� ह�गी�।"

अकी) ल� त्य�गी पूय��प्ता नुहU ह%। अकी) ल� त्य�गी पूय��प्ता ह�ता�, अकी) ल) त्य�गी स) अगीर ईश्वर मिमल ज�ता) ता� उस र�ज� की� की�म बानु ज�ता�। उसकी) पू�स ता� श्रिभक्षा�पू�त्र था�, ल)निकीनु पूक्षा� ऐस) त्य�गी� ह* निकी उनुकी) पू�स श्रिभक्षा�पू�त्र ताकी नुहU ह�ता�। र�ज� ता� निकीस� की) घर की बानु�-बानु�य� श्रिभक्षा� ल)ता) ह*, जबानिकी पूश्रिक्षाय., पू>�ओं, की� त्त. आदिद की� ता� रूख�-स�ख� मिमलता� ह%, निबाल्की� ल अपूम�निनुता ह�कीर मिमलता� ह%। निफेंर भ� उनुकी� अपूम�नु नुहU लगीता�। इनु त्य�गी� की� ता� एकी-द� धुक्की) लगी) ल)निकीनु की� त्त. की� निकीतानु) दण्ड लगीता) ह* ! अगीर त्य�निगीय. म� ता�लनु� की ज�य पू>�-पूश्रिक्षाय. की) त्य�गी की) बार�बार मनु�ष्य की� त्य�गी नुहU ह%। य) पू>�-पूक्षा� बा)चा�र) कीभ� वस्त्र भ� नुहU पूहनुता)। त्य�गी� फेंकी र कीम स) कीम ल�गी�टोंd ता� पूहनुता� ह% ! पूक्षा� निकीस� गी�फें� म� नुहU रहता) कीभ� निकीस� ड�ल पूर ता� कीभ� निकीस� ड�ल पूर ज� ल)ता) ह*।

मनु�ष्य निकीतानु� भ� त्य�गी� ह�, ल)निकीनु ब्रेह्मनिवचा�र नुहU निकीय� ता� त्य�गी की� फेंल नुहU पू�य�। बाड़ी) म� बाड़ी� त्य�गी निकीसनु) निकीय� ? जिजसनु) आत्मपूद पू�य� उसनु) बाड़ी) म� बाड़ी� त्य�गी निकीय�।

यह की% स) ?आत्मपूद की� पू�नु) व�ल) नु) अनुYता-अनुYता ब्रेह्म�ण्ड. की आसशिR, स्वगी� की) स�ख की ल�ल�पूता�, व%की� ण्ठा की�

आकीष�ण, य>-म�नु की� आकीष�ण आदिद सबाकी� त्य�गी कीर दिदय�। उसनु) द)ह की� भ� त्य�गी कीर दिदय�।द�हे छतः�� जी�न दशी� वरतः� द�हे�तःतः।

तः� ज्ञा�नन� चरणीम�� हे व�दन अगणीतः।।

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इस पूद पूर ज� पूहुँ,चा गीय� उसनु) सबास) बाड़ी� त्य�गी कीर दिदय�। चा�ह) वह र�ज� जनुकी की) सिंस�ह�सनु पूर बा%ठा� ह� चा�ह) >�कीद)व ज� म�निनु की व्य�सपू�ठा पूर निवर�जम�नु ह�, चा�ह) मद�लस� की तारह घर म� की�य�रता ह�। वह मह�नु त्य�गी� ह% जिजसनु) ब्रेह्मनिवचा�र कीरकी) अपूनु� द)ह�ध्य�स मिमटों� दिदय�।

यह अनिता दुल�भ चा�ज ह%।भगीव�नु s�र�म नु) भ� वशि>ष्ठाज� स) पू�छे�G "ह) म�निनु>�दू�ल ! नित्रभ�वनु म� सबास) उत्तम चा�ज की\नु स� ह%, उत्तम

पूद की\नु स� ह% और उत्तम पू�रूष की\नु स� ह% ?"वशि>ष्ठाज� नु) कीह�G "ह) र�मचाYद्रज� ! इजिYद्रय. की) भ�गी म� शिलप्ता ह�कीर, म�नु बाड़ी�ई की ज�ज�र. म� फें, सकीर ज�व

बा)चा�र) चाहुँ, ओर भटोंकीता) ह*। की�ई-की�ई निवरल� इनु आकीष�ण. स) बाचाकीर पूरम पूद की� पू�ता� ह%, आत्मज्ञा�नु की� पू�ता� ह% और वह� उत्तम ह%।

म)र) मता म� द)वता� उत्तम नुहU ह%, क्य.निकी व) भ�गी की ख�ई म� पूड़ी) ह* और अपूनु) की� भ��यव�नु म�नुता) ह*। पू�ण्यनु�> ह�नु) की) बा�द, भ�गी नु: ह�नु) की) बा�द व) दुGख� ह�ता) ह*। निफेंर उYह� नु�चा) आनु� पूड़ीता� ह%। म)र) मता म� व) गीन्धव� भ� उत्तम नुहU ह*, क्य.निकी उYह� आत्मज्ञा�नु की ता� गीन्ध भ� नुहU ह%। व) रूपू बादल सकीता) ह*, स�वण� की) निवम�नु म� ज� सकीता) ह*, इधुर उधुर की गीनिता कीर सकीता) ह* ल)निकीनु जिजसस) गीनिता ह�ता� ह%, उस गीनिताद�ता� की म�ल�की�ता नुहU कीरता)। उनु गीन्धव� की� मिधुक्की�र ह% ! उनु निवद्या�धुर. की� भ� मिधुक्की�र ह% ज� व)द. की निवद्या� ता� ज�नुता) ह*, ऋचा�ए, ता� बा�ल ल)ता) ह*, ल)निकीनु आत्मनिवद्या� म� उनुकी� रस नुहU ह%। व)द की) लक्ष्य की� अम(ता जिजनुकी� प्र�प्ता नुहU हुँआ, उनु निवद्या�धुर. की� मिधुक्की�र ह% ! यक्षा और यश्रिक्षाश्रिणय. की� भ� मिधुक्की�र ह% ज� आत्मपूद स) व�शिचाता ह�कीर इधुर-उधुर नु�चागी�नु म�, रूपू-ल�वण्य म� और निवषय-व�सनु� म� ज�वनु बारबा�द कीर रह) ह*। पू�ता�ल ल�की म� ज� नु�गी रहता) ह* व) स��दर नु�निगीनिनुय. की) पू�छे) म�ह��धु ह� ज�ता) ह*। उनु नु�गी. की� भ� मिधुक्की�र ह% ज� आत्मरस स) व�शिचाता ह�कीर की�म-निवकी�र. म� अपूनु� ज�वनु नु: कीर रह) ह*।

ह) र�म ज� ! मनु�ष्य. की� ता� ता�म ज�नुता) ह� ह�। 'म)र� अपूनु� घर ह� ज�य).... गी(ह बास�ऊँ, ..... धुन्ध� पू�ऊँ, .... धुनु बाढ़ी�ऊँ, ..... पू�त्र. की� पू�ऊँ, ...... इस� शिचाYता� म� बा)चा�र) चा�र ह*। व) नुर�धुम यह नुहU ज�नुता) निकी जिजस आत्मपूद की� ज�नुनु) की) शिलए ज�वनु मिमल� ह% उसकी पूहचा�नु कीरनु� चा�निहए। व) ब्रेह्मनिवचा�र नुहU कीरता)। घर अपूनु� ह�, पूत्नु� स�Yदर ह�, पू�त्र आज्ञा�की�र� ह�, पूड़ी�स� अच्छा� ह�, इधुर ऐस� ह�, उधुर व%स� ह�...... इनु निवचा�र. म� ता� जिजYदगी� नु: कीर द)ता) ह*, ल)निकीनु ब्रेह्मनिवचा�र की) शिलए समय नुहU मिमलता�।

की�ई-की�ई निवरल� ह� ह% ज� ब्रेह्मनिवचा�र की) अम(ता ताकी पूहुँ,चाता� ह%। स�गीर म� जYता� बाहुँता ह�ता) ह*, घ.घ) बाहुँता ह�ता) ह*। स�पू ता� कीहU-कीहU ह�ता� ह%, ज� म�ता� पूकी�ता� ह%। ऐस) ह� स�स�र स�गीर म� अज्ञा�नु� म�ढ़ी ता� बाहुँता ह�ता) ह*। की�ई-की�ई निवरल� ह�ता� ह% ज� अपूनु) दिदल म� ब्रेह्मनिवचा�र कीरकी) आत्म-स�क्षा�त्की�र कीर ल)ता� ह%। उसकी� म)र� नुमस्की�र ह% !

ऐस) की�ई र�जर्तिष� ह*, जिजYह.नु) ब्रेह्मनिवचा�र निकीय�, की�ई म�निनु ह*, जिजYह.नु) ब्रेह्मनिवचा�र निकीय�। की�ई नु�रिरय. की) रूपू म� ह%, जिजYह.नु) ब्रेह्मनिवचा�र निकीय� और ब्रेह्मपूद की� पू�य�। उनुकी� म)र� धुYयव�द ह%..... उसकी� म)र� नुमस्की�र ह% ! द)वल�की म� भ� ब्रेह्म, निवष्ण�, मह)>, स�य�, चाYद्र, की� बा)र, वरूण, इYद्र, यमर�ज..... और भ� कीई द)व, बा(हस्पनिता आदिद आत्मनिवचा�र कीरकी) आत्मपूद की� पू�य) हुँए ह*। बा�की की) सबा इधुर उधुर की) चाक्कीर म� ह*। नु�गी. म� व�स�की नु�गी नु) आत्मज्ञा�नु पू�य� ह%। म�नु�श्वर. म� कीनिपूल म�निनु नु), अ�गी�र�, पूर�>र आदिद बाहुँता स�र) म�निनुय. नु) आत्मपूद पू�य� ह%। मनु�ष्य. म� भ� जिजYह.नु) पू�य�, उनुकी� म)र� धुYयव�द ह% ! बा�की ता� निवषय व�सनु� स), 'ता)र�-म)र�' की व(श्रित्त स) ज�व स�स�र म� नुरकी बानु�कीर, दुGख की आगी जल�कीर उसम� अपूनु) आपूकी� भ�नुता) रहता) ह*। अपूनु) ह� निवचा�र. स) र�गी और द्वा)ष की अखि�नु जल�कीर अपूनु) आपूकी� झ�लस� रह) ह*। जिजसनु) आत्मनिवचा�र निकीय� ह%, उसनु) वह अखि�नु बा�झ�कीर ब्रेह्मरस की� पू�नु निकीय� ह%।"

भगीव�नु >�कीर�चा�य� श्लो�की म� कीहता) ह*- किंके- दुःल�भू� ? सदगी�रू, सत्स�गीनिता और ब्रेह्मनिवचा�र।सदगी�रू मिमल ज�य� और मनु�ष्य की अपूनु� य��यता� नु ह� ता� सदगी�रू स) ब्रेह्मनिवचा�र, ब्रेह्मचाचा��, ब्रेह्मध्य�नु,

पूरम�त्म-स�क्षा�त्की�र नुहU कीर पू�य)गी�। सदगी�रू मिमल गीय) ल)निकीनु अपूनु� य��यता� नुहU ह%, तात्पूरता� नुहU ह% ता� मनु�ष्य उनुस) भ� ईंटों, चा�नु�, ल�ह�, लक्क़ड़ी आदिद स�स�र की ता�च्छा चा�ज� चा�हता� ह%। जिजसकी अपूनु� की� छे आध्य�स्त्रित्मकी कीम�ई ह%, अपूनु) की� छे पू�ण्य ह* वह सदगी�रू स) सता[ तात्त्व की जिजज्ञा�स� कीर)गी�। स�स�रकी� बान्धनु की% स) छे� टों) ? आ,ख सद� की) शिलए

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बाYद ह� ज�य), इनु नु)त्र. की ज्य�निता कीम ह� ज�य) उसकी) पूहल) आत्म-ज्य�निता की जगीमगी�हटों की% स) ह� ? की� टों�म्बा�जनु म�,ह म�ड़ी ल� उसकी) पूहल) अपूनु) सव³श्वरस्वरूपू की म�ल�की�ता की% स) ह� ? ऐस� प्रश्न कीरनु) व�ल�, आत्मनिवचा�र और आत्म-प्य�स स) भर� हुँआ ज� स�धुकी ह%, वह� सदगी�रू की� पू�र� ल�भ उठा�ता� ह%। बा�की की) ल�गी क्य� कीरता) ह* ? ज%स) की�ई सम्रा�टों प्रसन्न ह� ज�य और उसस) चानु�-चा�ड़ी� और चा�र पू%स) की चा�इ�गीम-चा�कील)टों म�,गी), व%स) ह� ब्रेह्मव)त्त� सदगी�रू प्र�प्ता ह� ज�य� और उनुस) स�स�र की चा�ज� प्र�प्ता कीरकी) अपूनु) की� भ��यव�नु म�नु ल) वह नुYह�-म�न्न) बाच्च) ज%स� ह% ज� ता�च्छा खिखल\नु. म� ख�> ह� ज�ता� ह%।

पू�ता�लल�की, म(त्य�ल�की और स्वगी�ल�की-इनु ता�नु. ल�की. म� सदगी�रू, सत्स�गीनिता और ब्रेह्मनिवचा�र की प्र�न्तिप्ता दुल�भ ह%। य) ता�नु चा�ज� जिजस) मिमल गीईं, चा�ह) और की� छे नुहU मिमल�, निफेंर भ� वह सबास) ज्य�द� भ��यव�नु ह%। बा�हर की सबा चा�ज� ह�, की) वल य) ता�नु चा�ज� नुहU ह. ता� भल) चा�र दिदनु की) शिलए उस) भ��यव�नु म�नु ल�, स�म�जिजकी दृमि: स) उस) बाड़ी� म�नु ल�, ल)निकीनु व�स्ताव म� उसनु) ज�वनु की� फेंल नुहU पू�य�।

वशि>ष्ठाज� कीहता) ह*-"ह) र�म ज� ! ल�गी. की नुजर म) ज� ऊँ, चा) दिदखता) ह*, व) भ� भ�गी की) की चाड़ी म� खदबाद�ता) ह*। ल�गी. की दृमि: स) ज� बाड़ी) पूद पूर ह*, बाड़ी� सत्त� पूर ह*, धुनु की र�शि> की) स्व�म� ह*, ल�गी. की दृमि: स) म�नु द)नु) य��य ह*, ऐस) ल�गी भ� इजिYद्रय. की) निवषय. म� तापूता) ह*। की�ई निवरल� ह%, ज� इजिYद्रय�ता�ता, द)>�ता�ता, की�ल�ता�ता तात्त्व की� पू�कीर अपूनु� जYम स�था�की कीरता� ह%।

इजिYद्रय. स) ज� भ� पूकीड़ी म� आय)गी�, वह स�य�गीजYय स�ख ह�गी�। स�य�गीजYय ज� की� छे भ� स�ख ह�गी�, वह स�ख भ�R� की >शिR की� क्षा�ण कीर)गी�। समय बारबा�द कीर)गी�। व�स्ताव म� स�ख इनुकी) स�य�गी स) नुहU आता�, >�द्ध चा%ताYय स) आता� ह% ल)निकीनु इजिYद्रय. और निवषय. म� >�द्ध चा%ताYय की) स�ख की� हम निबाख)र द)ता) ह*।

s�मद[ र�जचाYद्रज� की) शि>ष्य लल्ल� ज� नु) उनुस) कीह�G"भगीवनु[ ! म*नु) द� पूस्त्रित्नुय�, त्य�गीU, पू�त्र त्य�गी), पूरिरव�र त्य�गी�, व%भव-स�पूश्रित्त त्य�गी� ल)निकीनु त्य�गी की� ज� फेंल

ह% वह आत्म>��निता प्रकीटों नुहU हुँई।"र�जचाYद्रज� नु) कीह�G "लल्ल� ! ता� ठाfकी स) ध्य�नु कीरकी) द)ख निवचा�र कीरकी) द)ख। ता�नु) एकी घर की� त्य�गी�,

ल)निकीनु दस घर. की) स�था ता)र� सम्बान्ध ह% निकी नुहU ? बा�ताचा�ता ह% निकी नुहU ? ता�नु) अपूनु) पू�त्र त्य�गी) और पूचा�स. पू�त्र. की) आगी) अच्छा� कीहल�नु) की इच्छा� ह% निकी नुहU ? त्य�गी निता निकीय� ल)निकीनु त्य�गीनु) की) बा�द र�गी भ� ता)र� उतानु� ह� बानु� रह�। ज� बा�हर की� त्य�गी कीरकी) निफेंर बा�हर स) ह� स�ख ल)नु� चा�हता� ह%, उसकी) त्य�गी की� फेंल नुह� उपूजता�। ठाfकी स) निवचा�र कीर।"

आखिखर लल्ल�ज� निनुकीटों की� शि>ष्य था�। शिसर नु�चा� ह� गीय�। बा�ल�G "गी�रूद)व ! बा�ता समझ म� आ गीई।">�कीर�चा�य�ज� इस�शिलए बा�लता) ह%G ऐस) सदगी�रू की प्र�न्तिप्ता दुल�भ ह%। व) द)खता) ह* निकी हम स�धुनु� म� कीह�, रूकी)

ह*। रूकीनु� हम�र� पू�र�नु� स्वभ�व ह%। य�गी. की आदता ह%। इजिYद्रयजYय स�ख. म�, व�ह-व�ह� म�, कीहU नु कीहU रूकी ज�ता) ह*। की�ई प्रनिताकी� लता� आय� ता� रूकी गीय), की�ई अनु�की� लता� आय� ता� रूकी गीय)। अपूम�नु हुँआ ता� रूकी गीय) और कीहU निव>)ष म�नु मिमल गीय� ता� रूकी गीय)।

सत्स�गी की) म�गी� म� कीभ� अपूम�नु ह� ज�ता� ह%, ताभ� भ� हम रूकी ज�ता) ह*। य) चा�ज� ज�वनु म� बाल�ता[ आता� ह� ह*। इसशिलए सत्स�गी की� ज�वनु म� बा�र-बा�र ल�नु� चा�निहए। स�नु) हुँए अम(तावचानु. की� बा�र-बा�र स्मरण कीरनु� चा�निहए। स�नु� हुँआ सत्स�गी कीभ�-नु-कीभ�, कीहU-नु-कीहU की�म आ ह� ज�ता� ह%।

दुल�भ ह% सत्स�गी, दुल�भ ह% सत्पू�रूष. की� स�मिन्नध्य और दुल�भ ह% ब्रेह्मनिवचा�र।अनु�क्रम

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

गतः� म: मधी%र जीवन के� म�ग�यस्य संवe संम�रम्भाः�� के�मसं�केल्पूवर्जिजी-तः��।ज्ञा�न�ग्निiनदiधीकेम��णी� तःम�हुः� पूस्तिण्kतः� बा%धी��।।

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'जिजसकी) सम्प�ण� की�य� की�मनु� और स�कील्पू. स) रनिहता ह� गीय) ह* ताथा� ज्ञा�नु�खि�नु स) समस्ता कीम� द�धु ह� गीय) ह*, उसकी� बा�धुव�नु[ पू�रूष तात्त्वव)त्त� पू�निडता कीहता) ह*।'

(भगीवद[ गी�ता�G4.19)कीम� ता� कीरता� ह% ल)निकीनु की�मनु� रनिहता ह�कीर, स�कील्पूरनिहता ह�कीर, ऐस� ज� बा�जिद्धम�नु ह% वह तात्त्वव)त्त� ह%।

उसकी अनु�पूम >शिRय�, निवकीशिसता ह� गीईं, उसकी निवलक्षाण य��यता� गीई। उसनु) ज�नु) की� फेंल पू� शिलय�। म�नुव जYम धु�रण कीरनु) की� फेंल पू� शिलय�, की�मनु� और स�कील्पू स) रनिहता ह�कीर धुYय ह� गीय�।

की�मनु�ए, और स�कील्पू हम�र) ज�वनुरस की� अन्ध�धु��धु� स) बाह� द)ता) ह*। भनिवष्य म� निवषय भ�गी. की) द्वा�र� स�ख पू�नु) की ज� य�जनु� बा�जिद्ध म� ह%, उस) की�मनु� कीहता) ह*। ज� आदम� भनिवष्य म� निवषय. व भ�गी. स) स�ख� ह�नु) की य�जनु� बानु�कीर, स�कील्पू बा�,धुकीर की�मनु�व�ल� ह�कीर कीम� कीरता� ह% वह अपूनु) की� वत्त�म�नु की य��यता� और वत्त�म�नु की) आनुYद स) उठा�कीर दूर फें� की द)ता� ह%। अपूनु) की� शिचाYता�,भय, घ(ण�, ईष्य��, र�गी-द्वा)ष, अश्रिभनिनुव)> की दुगी�म ख�ई म� निगीर� द)ता� ह%। ज� भनिवष्य म� स�खभ�गी कीरनु) की� आय�जनु कीरता� ह%, वत्त�म�नु म� उसकी य��यता�ए, क्षा�ण ह� ज�ता� ह*।

गी�ता� हमस) कीम� नुहU छे� ड़ी�ता�, गी�ता� हमस) स�स�र नुहU छे� ड़ी�ता�, गी�ता� हमस) व्यवह�र नुहU छे� ड़ी�ता�, ल)निकीनु व्यवह�र म� ज� बा)वकी� फें कीरकी) हम बान्धनु बानु� ल)ता) ह* वह बान्धनु छे� ड़ी�ता� ह%। व्यवह�र छे�ड़ीकीर अज��नु ज� रह� था� और गी�ता� स�नुकीर धुम�य�द्ध कीरनु) की� ता%य�र ह� गीय�।

के�मसं�केल्पूवर्जिजी-तः��। की�मनु�ओं और स�कील्पू. की� त्य�गी।प्रश्न ह�गी� निकी की�मनु� और स�कील्पू. की) निबानु� आदम� जिजय)गी� की% स) ? की�मनु� और स�कील्पू. की) स�था आदम�

की% स) ज� रह� ह%, यह भ� ता� द)ख� ! स�खभ�गी की जिजतानु� की�मनु� ह%, स�खभ�गी की� स�कील्पू जिजतानु� ता�व्र ह%, आदम� की� ज�वनु उतानु� ह� खिखन्नता� स), निवकी�र. स), अ>�न्तिYता स), उद्वा)गी स) भर� हुँआ ह%।

की�मनु� छे�ड़ीकीर ज�नु) की� ढा�गी अगीर आ ज�य ता� मनु�ष्य की� ज�वनु मधु�र ह� ज�य)। वह आदम� तात्त्वव)त्त� ह� ज�य। वह अपूनु� वत्त�म�नु अवस्था� म� पू�ण� प्रसन्न ह� ज�य और निवषय स�ख पू�कीर य� कीहU ज�कीर स�ख पू�नु) की उसकी दृमि: ह� बादल ज�य।

पू�र� हेl वहे मद� जी हेर हे�ल म: ख%शी हेl।जी N% क्र 1 पू�र� हेl, वहे हेर हे�ल म: ख%शी हेl।।

हेर के�म म:, हेर द�म 2 म:, हेर च�ल म: ख%शी हेl।गर म�ल दिदय� य�र न�, तः म�ल म: ख%शी हेl।।

बा�जीर 3 जी निकेय�, तः उसं अहेव�ल 4 म: ख%शी हेl।इNल�सं 5 म:, अदबा�र 6, इकेबा�ल 7 म: ख%शी हेl।पू�र� हेl वहे मद� जी हेर हे�ल म: ख%शी हेl।।1।।गर उसंन� दिदय� गम, तः उसं गम म: रहे� ख%शी।

म�तःम 8 जी दिदय�, तः उसं म�तःम म: रहे� ख%शी।।ख�न� के मिमल� केम, तः उसं केम म: रहे� ख%शी।।

जिजीसं तःरहे रख� उसंन�, उसं आलम 9 म: रहे� ख%शी।।दुः�ख दद� म:, आN�तः 10 म:, जी�जी�ल म: ख%शी हेl।पू�र� हेl वहे मद� जी हेर हे�ल म: ख%शी हेl।।2।।गर उसंन� उढ़ा�य�, तः चिलय� ओढ़ा द शी�ल�11।केम्बाल जी दिदय� तः वहे के�Wधी� पू; सं�भू�ल�।।च�दर जी ओढ़ा�ई तः वहे हे गई बा�ल�12।

बाWधीव�ई ल�ग टq तः वहे हेWसं सं� केहे�, 'ल�'।।पू शी�के म: दस्तः�र 13 म:, रूम�ल म: ख%शी हे;।पू�र� हेl वहे मद� जी हेर हे�ल म: ख%शी हेl।।3।।

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गर ख�ट निबाछ�न� के मिमल, ख�ट म: सं य�।दूकेs म: सं%ल�य�, तः उसं हे�ट म: सं य�।।र�स्तः� म: केहे� 'सं ' तः वहे बा�ट म: सं य�।गर ट�ट निबाछ�न� के दिदय, ट�ट म: सं य�।।

और ख�ल निबाछ� दq, तः उसं ख�ल म� ख%शी हेl।पू�र� हेl वहे मद� जी हेर हे�ल म: ख%शी हे;।।4।।

पू�न जी मिमल�, पू चिलय� जिजीसं तःtर के� पू�य�।र टq जी मिमल, तः निकेय� र टq म: ग%जी�र�।।गर के% छ न दिदय� य�र न�, तः भू�ख के म�र�।दिदल शी�द रहे�, केरके� केड़ी�के� पू; केड़ी�के�14।।और छ�ल चबा�ई, तः उसं छ�ल म: ख%शी हेl।पू�र� हेl वहे मद� जी हेर हे�ल म: ख%शी हे;।।5।।

1. फेंकी र�। 2. म�ल्य। 3. निनुधु�नु। 4. ह�लता। 5. गीर�बा�। 6. अभ��य। 7. जगीता की� व%भव म�नु प्रनिताष्ठा�। 8. र�नु�-पू�टोंनु�। 9. ह�लता। 10. म�स�बाता। 11. स�Yदर वस्त्र। 12. स�Yदर। 13. पूगीड़ी�। 14. उपूव�स।

ऐस) पू�रूष की� टों�टों आदिद स) अथाव� महल स) ख�>� नुह�, उसकी अपूनु� निनुज� ख�>� ह% ज� हर ह�ल म� अश्रिभव्यR ह�ता� रहता� ह%। जिजसकी� अपूनु� निनुज� ख�>�, निनुज� स�ख, निनुज� ज�वनु नुहU प्र�प्ता हुँआ वह बाड़ी� दुGख� ह�ता� ह%। की�म-क्र�धु स) आक्र�Yता व्यशिR पूर�धु�नु ह% और की�म-स�कील्पूवर्जिज�ता व्यशिR स्व�धु�नु ह%।

ऐस� स्व�धु�नुता� पू�नु) की) शिलए क्य� निकीय� ज�य) ?अगीर की�मनु�ए, ह* ता� पूरनिहता की की�मनु� बानु� द�। स�कील्पू ह* ता� सत्यस्वरूपू पूरम�त्म� की� पू�नु) की� स�कील्पू

बानु� द�। की�मनु� और स�कील्पू की) निबानु� अगीर की�म नुहU चालता� ह� ता� बाहुःजीननिहेतःय..... बाहुःजीनसं%ख�य की�मनु� कीर� और अपूनु) स्वरूपू म� ठाहरनु) की� स�कील्पू कीर�।

की�मनु�ओं की) की�रण व्यशिR की य��यता�ए, की� स्त्रिण्ठाता ह� ज�ता� ह*। की�मनु� रनिहता व्यशिR की य��यता�ए, निवकीशिसता ह�ता� ह%। की�मनु� छे� टोंता� नुहU ता� पूरनिहता की की�मनु� कीर�। इसस) अपूनु� य��यता� निवकीशिसता ह�गी�। व्यशिRगीता भ�गी की की�मनु� य��यता की� क्षा�ण कीर द)ता� ह%। अभ� निवषय-स�ख, भ�गी-स�ख नुहU मिमलता�, भनिवष्य म� मिमल)गी� निकी नुह�, इसकी शिचाYता�, भय और सYद)ह व्यशिR की य��यता�ओं की� ख� ज�ता) ह*। अगीर की�म्य पूद�था� व्यशिR की� मिमल ज�ता) ह* ता� भ�गी व�सनु� की) की�रण वह उनु की�म्य पूद�था� बाद्ध ह� ज�ता� ह%। भ�गीनु) पूर की�म्य पूद�था� नु: ह� ज�ता) ह* अथाव� भ�गीता) समय ह� की� छे गीड़ीबाड़ी� पू%द� कीर द)ता) ह*।

ज्ञा�नु)श्वर मह�र�ज 'ज्ञा�नु)श्वर� गी�ता�' म� कीहता) ह*-"अजगीर की� शिसरह�नु� बानु�कीर अगीर की�ई स�ख स) स� सकीता� ह% ता� निवषय भ�गी स) मनु�ष्य स�ख� रह सकीता�

ह%। र�छे की� कीम्बाल म�नुकीर आसिंल�गीनु कीरकी) की�ई अपूनु� ठाण्ड उड़ी� सकीता� ह% ता� की�म्य पूद�था� स) मनु�ष्य स�ख� ह� सकीता� ह%।"

पू�नु� की� ख�बा ठाण्ड� कीरकी) बाफें� बानु� द� ता� पू�नु की� वह >�ताल स्वरूपू की( नित्रम ह%। बाफें� की� ऐस) ह� छे�ड़ी द� ता� वह निपूघलकीर अपूनु) असल� स्वरूपू म� आ ज�य)गी�, पू�नु� बानु ज�य)गी�।

पू�नु� की� उबा�लकीर व�ष्पू बानु� द� ता� पू�नु� की� वह उष्ण स्वरूपू की( नित्रम ह%। उस व�ष्पू की� ऐस) ह� छे�ड़ी द� ता� वह ठाण्ड� ह�कीर निफेंर अपूनु) असल� स्वरूपू म� आ ज�एगी�, पू�नु� बानु ज�एगी�। की( नित्रम स्वरूपू बानु� हुँआ ह%, वह दिटोंकी) गी� नुहU। सहज स्व�भ�निवकी स्वरूपू ह� व�स्तानिवकी ह%, दिटोंकीनु) व�ल� ह%, स�खद�यकी ह%, स�खस्वरूपू ह%।

व�ता�नु�की� ल य�त्र स) कीमर� ठाण्ड� ह� ज�ता� ह%। य�त्र बाYद कीर द� ता� कीमर� व%स) की� व%स� बानु ज�ता� ह%। ज� ल�गी व�ता�नु�की� ल कीमर) की) आदd बानु ज�ता) ह* व) उसकी) अभ�व म� पूर)>�नु ह� ज�ता) ह*। की�म्य पूद�था� की� ल)कीर स�ख� ह�नु) व�ल) ल�गी पूर)>�नु� म�ल ल) ल)ता) ह*, क्य.निकी की�म्य पूद�था� ता� कीभ� मिमल) नु मिमल)। अगीर सद� मिमलता) ह� रह) ता� भ�R� की) आय�ष्य, बाल, ता)ज, ओज, बा�जिद्ध की� नु: कीरकी) चाल) ज�ता) ह*।

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की�म्य पूद�था� स) स�ख ल)नु) की इच्छा� व्यशिR की असशिलयता की� ढाकी द)ता� ह%। इजिYद्रय स�ख म� ज�वनु रम ज�ता� ह%। इजिYद्रय स�ख भ�गीता) भ�गीता) ल�ल�पूता� बाढ़ीता� ज�ता� ह%। निफेंर आगी) चाल कीर इजिYद्रय�, ता� शि>शिथाल ह� ज�ता� ह* और स�ख की ल�ल�पूता मजबा�ता ह� ज�ता� ह%। अYताGकीरण म� स�ख भ�गी की गीहर� लकी र� पूड़ी ज�ता� ह*। मरनु) पूर वह ल�ल�पूता�, स�ख भ�गी की इच्छा�-व�सनु� स�था म� चालता� ह%। उस व�सनु� की� ता(प्ता कीरनु) की) शिलए ज�व की� उस� प्रकी�र की य�निनुय. म� ज�नु� पूड़ीता� ह%। गीद्दd तानिकीय� की) स�ख की आदता पूड़ी गीई ता� दूसर) जYम म� उस) ता(प्ता कीरनु) की) शिलए व%>�खनुYदनु (गीधु�) बानुनु� पूड़ीता� ह%। की�म-स�ख की ल�ल�पूता� ज�र म�रता� ह% ता� दूसर) जYम म) की� कीर->�कीर, बाकीर� आदिद बानुनु� पूड़ीता� ह%। बा�ह्य स�दय� द)खनु) की ल�ल�पूता� रह गीई, आ,ख. की) द्वा�र� बा�हर की) दृश्य की� गी�ल�म बानु गीय� ता� रूपू की प्रधु�नुता�व�ल� य�निनु मिमल)गी�, ज�व निताताल� बानु ज�य)गी�, पूता�गी� बानु ज�य)गी और रूपू की) स�ख की) पू�छे) मर ज�य)गी�। इस प्रकी�र इजिYद्रय और निवषय की) स�य�गी स) मिमलनु) व�ल� स�ख अगीर भ�R� रह�, ऐस) स�ख की की�मनु� कीरता� रह� ता� ज�व उस� प्रकी�र की य�निनुय. म� जYम ल) ल)ता� ह%।

ज� व्यशिR भनिवष्य म� निवषय-स�ख की की�मनु� नुहU कीरता�, वत्त�म�नु म� भ� निवषय स�ख की की�मनु� नुहU रखता� वह ज्ञा�नु� ह%। वह अपूनु� कीत्त�व्य कीम� कीरता� ह%। उस कीम� म� उसकी ह)य-उपू�द)य बा�जिद्ध नुहU ह�ता�। 'म* कीम� म� फें, स गीय� हूँ,......' ऐस� गीहर�ई स) वह नुहU म�नुता�। 'म* म�R ह� गीय� हूँ,......' ऐस� पूरिरस्थिच्छान्न भ�व भ� उसम� नुहU रहता�। ल�गी. की नुजर. म� ता� वह बाहुँता स�र) की�य� की� आरम्भ कीरता� हुँआ दिदख)गी� ल)निकीनु व�स्वता म� वह स�ख रूपू� म�क्षा-म�दिदर म� निवर�जता� ह% और आत्म�नुYद की) पूकीव�नु ख�ता� ह%। ल�गी. की नुजर म� वह भ�गीता� हुँआ, ख�ता� हुँआ, ल)ता� हुँआ, द)ता� हुँआ, बाहुँता प्रव(श्रित्त कीरता� हुँआ दिदखता� ह% ल)निकीनु अपूनु� ओर स) उसकी� की�ई की�मनु� नुहU रहता�। निवषय स�ख भ�गीनु) की इच्छा� व�सनु की�मनु� नुहU ह% ता� वह स�क्षा�ता[ निवष्ण� की� अ�गी ह%। वह ता� चालता�-निफेंरता� नु(त्य कीरता� हुँआ ब्रेह्म ह%, निफेंर चा�ह) जनुकी की) रूपू म� ह� चा�ह) >�कीद)वज� की) रूपू ह�, चा�ह) गी�गीy की) रूपू म� ह� चा�ह) मद�लस� की) रूपू म� ह�। निवषय भ�गी म� स) जिजसकी की�मनु�बा�जिद्ध, स�खबा�जिद्ध उठा गीई, वह अपूनु) 'स्व' य�निनु आत्म� की) स�ख म� आ गीय�, निनुजस्वरूपू म� आ गीय�। वह स्वताYत्र ह%। ज� पूर य�निनु बा�ह्य निवषय भ�गी की) स�ख की इच्छा� कीरता� रह�, वह पूर�धु�नु ह%। इजिYद्रय. की� ऐस� की�ई स�ख नुह� जिजसम� पूर�धु�नुता� नु ह�। आ,ख की� स�ख ल)नु� ह% ता� रूपू की गी�ल�म�, नु�शिसकी� की� स�ख ल)नु� ह% ता� गीन्ध की गी�ल�म�, जिजह्वा� की� स�ख ल)नु� ह% ता� रस की गी�ल�म�, त्वचा� की� स�ख ल)नु� ह% ता� स्प>� की गी�ल�म�।

गी�ल�म� स) आक्र�Yता ज� स�ख ह%, वह स�ख की�मनु�ओं और स�कील्पू. की� बाढ़ी�ता� ह%, पूर�धु�नुता� की� बाढ़ी�ता� ह%। उसस) बा�जिद्ध धु�,धुल� ह� ज�ता� ह%। की�मनु� और स�कील्पू छे�ड़ीनु) स) ज� स�ख मिमलता� ह% वह स्व�धु�नुता� की� बाढ़ी�ता� ह% और बा�जिद्ध ओजस्व� ह�ता� ह%। हृदय >�द्ध ह�ता� ह%। व्यशिR >�द्ध स्वरूपू म� प्रनितामिष्ठाता ह� ज�ता� ह%। म�R व्यशिR म� और बाद्ध व्यशिR म� यह� फेंकी� ह% निकी म�R व्यशिR की की�मनु और स�कील्पू छे� टों गीय) ह* जबानिकी बाद्ध व्यशिR की�मनु� और स�कील्पू की) पू�छे) अपूनु� सव�स्व नु: कीर रह� ह%। उसकी की�ई की�मनु� पू�र� ह�ता� ह%, की�ई नुहU ह�ता�, की�ई अधु�द�धु रह ज�ता� ह%।

मज) की बा�ता यह ह% निकी ज्ञा�नु स) जिजसकी की�मनु� मिमटों गीई, जल गीई उसकी) ज�वनु म� भ� ज� अन्न, जल, वस्त्र, निनुव�स-स्था�नु, पू�त्र-पूरिरव�र, त्य�गी-भ�गी ज� भ� आता� ह% वह अपूनु) आपू आता� ह%। 'यह सबा चाल� नु ज�ए....' ऐस� भय उसकी� नुहU ह�ता�। 'य) चा�ज� छे� टों नु ज�य).....' ऐस� भय भ�गी� की� रहता� ह%। 'अम�की की�म्य पूद�था� मिमल).....' इसकी की�मनु� और शिचाYता� उस) रहता� ह%। व्यशिR, वस्ता�, प्र�ण�, पूद�था� आदिद की) शिलए वह अपूनु� ओर स) बा,धुता� ज�ता� ह%। उसकी) शिचात्त म� गीहर� म�Yयता�ए, और पूकीड़ी) ह�ता� ह*।

पू�Wच रूपूय� और गधी�की�ई व%श्य भR ख�बा आदर भ�व स) स�धु�-स�ता� की स)व� कीरता� था�। घ�मता) घ�मता) की�ई नित्रकी�ल ज्ञा�नु� स�ता

उसकी) घर म� अनिताशिथा ह� गीय)। भR की भशिR भ�वनु� द)खकीर उनुकी� शिचात्त प्रसन्न हुँआ। उYह.नु) भR की) नुYह�-म�न्न) बा)टों) की हस्तार)ख� द)ख� और कीह�G "भRर�ज ! ता�म्ह�र) बा)टों) की र)ख�ए, ऐस� कीह रह� ह* निकी इसकी) भ��य म� पू�,चा रूपूय) और गीधु� सद� रह)गी�।"

भR नु) कीह�G "ज� भ� रह), स्व�म� ज� ! प्र�रब्ध व)गी स) हर ज�व आता� ह%। उसकी) भ��य ज� ह�, स� ठाfकी ह%। ज%स� प्रभ� की मजy !"

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पूYद्रह स�ल की) बा�द व) बा�बा� ज� घ�मता) घ�मता) निफेंर उस� भR की) द्वा�र पूर पूधु�र)। भR ता� द)व ह� गीय) था), उनुकी� बा)टों� घर पूर था�। जव�नु ह� गीय� था� और धुन्ध� कीर रह� था�। बा�बा�ज� नु) कीह�G

"ता�म्ह�र) निपूता�ज� बाड़ी) स�धु�स)व� था), भR था)। हम पूहल) भ� आ चा�की) ह%। इस बा�र भ� द� चा�र दिदनु यह�, रहनु� चा�हता) ह*।"

बा)टों� भ� बाड़ी� स�ताप्र)म� था�। उत्स�ह स) वह बा�ल�G "ह�, ह�, मह�र�ज ! ख�बा आनुYद स) रनिहए, की( पू� की जिजए। यह घर आपू ह� की स)व� की) शिलए ह%। हम�र� अह�भ��य ह% निकी आपू ज%स) स�ता मह�त्म� की चारणरज स) यह आ,गीनु पू�वनु हुँआ।"

वह लड़ीकी� की� छे भ� धुन्ध� कीरता�, कीम�ता� ता� उसकी) पू�स आय-व्यय म� जम�-उधु�र कीरकी) पू�,चा रूपूय) और एकी गीधु� बाचाता� था�। बा�बा�ज� आय), भ�जनु-पू�नु� की� खचा� बाढ़ी� निफेंर भ� आखिखर म� पू�चा रूपूय) और गीधु� ह� बाचा�।

बा�बा�ज� नु) कीह�G "ता)र) पू�स ज� पू�,चा रूपूय) ह* उसकी� ता� भण्ड�र� कीर द)। अYय स�धु� स�ता. की� भ�जनु कीर� द)।"

उसनु) पू�,चा रूपूय) की� भण्ड�र� कीर दिदय�। दूसर) दिदनु भ� कीम�य� और खचा� निकीय� ता� पू�,चा रूपूय) और गीधु� बाचा�। बा�बा�ज� नु) कीह�G "यह गीधु� बा)चा द) और पू�,चा रूपूय) भ� खचा� कीर ड�ल।" उसनु) व%स� ह� निकीय�। >�म की� उसकी) पू�स की� छे नु रह�।

स�बाह उठा� ता� स�मनु) की�ई व्यशिR मिमल� और बा�ल�G''र�ता की� म�झ) एकी स्वप्न आय� और निकीस� द)व नु) कीह� निकी स�बाह-स�बाह ज� की�ई मिमल) उसकी� पू�,चा रूपूय)

और गीधु� भ�टों कीर द�। अबा की( पू� कीरकी) आपू इस) स्व�की�र कीर�।"लड़ीकी) नु) ज�कीर बा�बा�ज� की� बाता�य�। बा�बा�ज� बा�ल)G"यह ता� द)व की� कीरनु� ह� पूड़ी)गी�। ता)र) भ��य म� शिलख� ह% ता� द)व की� व्यवस्था� कीरनु� ह� पूड़ी)गी�।""बा�बा�ज� ! अबा क्य� कीरू, ?""ता)र) पू�स ज� की� छे आव) उस) खचा� कीर द), द�नु कीर द)। की� छे भ� कीर, ल)निकीनु अपूनु) पू�स की� छे मता रख।"वह लड़ीकी� ऐस� ह� कीरनु) लगी�। वह र�ज-र�ज सबा ल�टों� द)ता� और दूसर) दिदनु पू�,चा रूपूय) और गीधु� उस) मिमल

ह� ज�ता�। प्रनितादिदनु ऐस� ह�नु) लगी�। आखिखर उस लड़ीकी) की� भ��य स�की�र रूपू ल)कीर बा�बा�ज� की) स�मनु) प्रकीटों ह� गीय� और बा�ल�G

"यह की% स� य�शिR आपूनु) लड़ी�ई ! हम�र� नु�की म� दम आ गीय� इसकी) पू�,चा रूपूय) और गीधु) की व्यवस्था� कीरनु) म�। वह ल�टों� द)ता� ह% और म�झ) निकीस� नु निकीस� की� निनुमिमत्त बानु� कीर उस) पू�,चा रूपूय) और गीधु� दिदल�नु� पूड़ीता� ह%। की( पू� कीरकी) आपू ऐस� स�ख इसकी� मता दdजिजए। ल�गी. की� प्र)रण� कीरता)-कीरता) और इसकी� बा%ल)Yस ठाfकी रखता)-रखता) हम थाकी गीय)।"

बा�बा�ज� नु) कीह�G "ता� इसकी� इतानु� छे�टों� बा%ल)Yस क्य. बानु�य� ? बाड़ी� बानु� द�।"भ��य नु) अपूनु� ह�र स्व�की�र कीर ल�। लड़ीकी) की� भ��य s�म�ता स)ठा की नु�ईं ह� गीय�।इस कीह�नु� स) पूता� चालता� ह% निकी ज� अवश्य�भ�व� ह%, वह ह�कीर ह� रहता� ह%। ज� ख�नु-पू�नु, पूत्नु�-पू�त्र-

पूरिरव�र, धुनु-य> आदिद ज� प्र�रब्ध म� ह�गी�, वह आकीर ह� रह)गी� ता� हम उसकी की�मनु� क्य. कीर� ? की�मनु� कीरकी) अपूनु� इज्जता क्य. निबागी�ड़ी� ? ज� ह�नु� ह% स� ह�नु� ह%, ज� पू�नु� ह% स� पू�नु� ह%, ज� ख�नु� ह% स� ख�नु� ह%। सबा स�त्र प्रभ� की) ह�था. म�.... नु�हकी कीरनु� की� बा�झ उठा�नु� ? कीबा�र ज� कीहता) ह%-

म�र चिचन्त्य हे तः नहेA, हेरिर के� चिचन्त्य हे तः।हेरिर के चिचन्त्य हेरिर केर�, मl रहूँW निनशिश्चन्तः।।

कीई बा�र ऐस) प्रस�गी द)ख) गीय) ह*- म�ता� निपूता� बाहुँता ल�ल�मियता रहता) ह* निकी अपूनु� लड़ीकी की म,गीनु� ह� ज�य, ल)निकीनु नुहU ह�ता�। निफेंर थाकीकीर छे�ड़ी द)ता) ह*..... ज%स� भगीव�नु की मजy ! ज� भ� ह�गी�, ठाfकी ह%। ताबा अपूनु) आपू की�य� निनुपूटों ज�ता� ह%, अच्छाd जगीह घर मिमल ज�ता� ह%, बाच्च� स�ख� ह�ता� ह%।

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अपूनु) कीरनु) स) सबा की�य� अगीर ह� ज�ता), अपूनु� की�मनु� की) म�ता�निबाकी सबा ह�ता� रहता� ता� स�स�र म� की�ई दुGख� रहता� ह� नुहU। की�मनु�ओं और इच्छा�ओं स) की�म्य वस्ता�ए, मिमल ज�ताU और दिटोंकी ज�ताU ता� सबा ल�गी स�ख� ह�ता)। स�स�र म� द)ख� ज�य ता� आत्मज्ञा�नुरनिहता ज� भ� ह*, व) दुGख� ह*।

की�ई की�य�, की�ई स�कील्पू पू�र� ह� भ� ज�ता� ह% ता� उसम� की) वल आपूकी� पू�रूष�था� ह� की�रणभ�ता नुहU ह�ता�। कीम� की शिसजिद्ध म� की�रणभ�ता पू�,चा बा�ता� भगीवदगी�ता� म� बाता�ई गीई ह*-

अचिधीष्ठा�न� तःर्थं� केतः�� केरणी� च पूBर्थंग्विiवधीम.।निवनिवधी�श्च पूBर्थ्यकेच�̂ � द;व� च;व�त्र पू�चमम.।।

"कीम� की शिसजिद्ध म� अमिधुष्ठा�नु, कीत्त��, कीरण, नु�नु� प्रकी�र की चा):�ए, और द)व य) पू�,चा ह)ता� ह*।"(भगीवद[ गी�ता�G 18.4)

की�य� की शिसजिद्ध की) शिलए यत्नु ता� कीर� ल)निकीनु स�ख भ�गीनु) की की�मनु� मता कीर�। की�ई वस्ता� मिमलनु) व�ल� ह� ता� पूहल) प्र�रब्ध की� स�य�गी चा�निहए, अपूनु� पू�रूष�था� चा�निहए, उशिचाता दिद>� म� पू�रूष�था� की� निवव)की चा�निहए।

च�हे� के� पू%रूष�र्थं�एकी बा�र चा�ह. की सभ� हुँई ता म�खिखय� चा�ह) नु) कीह�G"पू�रूष�था� पूरम द)व ह%। ख�बा उत्स�ह स) पू�रूष�था� कीरनु� चा�निहए। ज�ओ, ल�गी. की) घर म� घ�सकीर की� छे-नु-की� छे

पू�रूष�था� कीरनु) म� लगी ज�ओ।"सबा चा�ह) भ�गी)। की�ई हलव�ई की) वह�, पूहुँ,चा�, की�ई निकीर�नु) की दुकी�नु म� घ�स�, की�ई अनु�ज की) भण्ड�र गीय�।

एकी चा�ह� पूहुँ,चा गीय मद�र� की) घर। बा�,स की मजबा�ता टों�कीर� म� स�,पू बाYद पूड़ी� था�। चा�ह) नु) उस टों�कीर� म� छे)द कीरनु� चा�ल� कीर दिदय। बा�,स की कीड़ी� सल�इय�, ! जल्दd कीटों) की% स) ! चा�ह) की) म�,ह स) रR बाहनु) लगी। ल)निकीनु म�खिखय� की ललकी�र य�द आय�G "पू�रूष�था� कीर�। ख�ल� ह�था व�पूस मता आनु�।"

चा�ह� पू�रूष�था� म� लगी� रह�। आखिखर सफेंल ह� गीय�। टों�कीर� म� छे)द कीरकी) अYदर गीय� ता र�ता भर की� भ�ख� स�,पू उसकी� इYताज�र ह� कीर रह� था�। वह चा�ह) की� स्व�ह� कीर गीय�।

चा�ह) की की�मनु� था�, इच्छा� था� की�म्य पूद�था� पू�कीर स�ख भ�गीनु) की । पू�रूष�था� भ� निकीय� ल)निकीनु दिद>� गीलता था�।

निकीस� की� ऐस� इच्छा� नुह� ह�ता� निकी अपूनु� म(त्य� ह�, इच्छा� नुहU ह�ता� निकी अपूनु� अपूम�नु ह�, इच्छा� नुह� ह�ता� निकी हम बा�म�र ह., निफेंर भ� य) पूरिरस्थिस्थानिताय�, आ ह� ज�ता� ह%। ल)नु-द)नु की) व्यवह�र म� कीई निवष�द भर) प्रस�गी खड़ी) ह� ज�ता) ह*। इस बा�ता की� सय�नु) व्यशिR ज�नुता) ह%। इसशिलए व) ल)नु-द)नु की� कीज�� चा�की�ता) रहता) ह* और नुय) स�कील्पू कीरनु) स) बाचाता) रहता) ह*। स�धु�रण आदम� अनु�की� लता� स) शिचापूकीनु) की की�शि>> कीरता� ह%, प्रनिताकी� लता� स) उनिद्वा�नु ह�ता� ह%। इस प्रकी�र वह वत्त�म�नु की� धु�,धुल� बानु� द)ता� ह%।

केच केD सं�व� भू�वन�बा(हस्पनिता की) पू�त्र कीचा नु) द)ख� निकी निपूता� ज� ब्रेह्मनिवद्या� म� पू�ण� ह*, ल)निकीनु हम�र) पू�स स�ज�वनु� निवद्या� नुहU ह%।

की) वल द%त्य. की) गी�रू >�क्र�चा�य� ह� यह निवद्या� ज�नुता) ह*। की% स) भ� ह�, यह निवद्या� स�खनु� ह� चा�निहए।कीचा आय) >�क्र�चा�य� की) पू�स और निवनु�ता भ�व स) बा�ल)G"म* आपूकी >रण आय� हूँ,। म�झ) की�ई स)व� बाता�इय)।""स)व� कीरनु� ह� ता� इस गी�य की स)व� प्र)मपू�व�की कीर�। उसस) समय मिमल) ताबा म)र� पू�त्र� द)वय�नु� ज� बाता�व)

वह की�म कीर�, उसकी) आज्ञा�पू�लनु म� रह�।" >�क्र�चा�य� नु) कीचा की� रख शिलय�।कीचा अपूनु� की�मनु� ता(न्तिप्ता की) शिलए नुहU बास्मिल्की पूरनिहता की) शिलए स)व� म� लगी गीय)। व्यशिRगीता स�ख की की�मनु�

की� बादलनु� ह� ता� बाहुःजीननिहेतः�य.... बाहुःजीनसं%ख�य की� स�कील्पू कीर�। पूर�पूकी�र�था� स�कील्पू ह�ता) ह� और व्यशिRगीता स�ख की� स�कील्पू घटोंता) ह� आपूकी निव>�लता� बाढ़ी)गी�। आपूकी� अपूनु) आपू स�ख मिमल)गी�।

य� व; भू�म� तःत्सं%ख� न�ल्पू� सं%खमस्तिस्तः।

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ज� निनुता�Yता छे�टों) ह*, व) व्यशिRगीता स�ख की) शिलए उलझता) ह*। ज� उनुस) था�ड़ी) निवकीशिसता ह* व) पूरिरव�र की) स�ख की� यत्नु कीरता) ह*। उनुस) और था�ड़ी) निवकीशिसता ह* व) पूड़ी�स की) स�ख की� यत्नु कीरता) ह%। उनुस) भ� ज� निवकीशिसता ह* व) क्रम>G ताहस�ल की) स�ख की�, र�ज्य की) स�ख की�, र�ष्ट्र की) स�ख की� और निवश्व की) स�ख की� यत्नु कीरता) ह%। उनु सबास) ज� अमिधुकी निवकीशिसता ह* व) निवश्व)श्वरस्वरूपू म� दिटोंकीनु) की� प्रयत्नु कीरता) ह*। अपूनु) निवचा�र. की� द�यर� जिजतानु� बाड़ी� ह�गी�, उतानु� ह� व(श्रित्तय�, निव>�ल ह.गी�। व(श्रित्तय�, जिजतानु� निव>�ल ह.गी�, उतानु� ह� आदम� स�ख� ह�गी�। व(श्रित्तय�, जिजतानु� स�की ण� ह.गी�, उतानु� ह� आदम� दुGख� ह�गी�। की� टों�म्बा म� भ� ज� व्यशिR व्यशिRगीता स�की ण�ता� म� ज�ता� ह% उसकी� आदर नुहU ह�ता�। की� टों�म्बा की) द�यर) म� ज� ज�ता� ह%, की� टों�म्बा उसकी� आदर कीरता� ह%। सम�ज की) द�यर) म� ज� ज�ता� ह% ता� सम�ज उसकी� आदर कीरता� ह%। ज� निवश्व की� म�गील स�चाता� ह%, निवश्व कील्य�ण म� प्रव(त्त ह% वह निवश्व की निकीस� भ� जगीह म� ज�य ता� उसकी स)व� कीरनु) व�ल), सहय�गी और सहकी�र द)नु)व�ल) ल�गी उसकी� प्र�प्ता ह� ज�ता) ह*। ज%स) स्व�म� निवव)की�नुYद, स्व�म� र�मता�था� आदिद मह�पू�रूष।

हम�र� व(श्रित्तय. की� द�यर� जिजतानु�-जिजतानु� बाड़ी�, उतानु� ह� हम�र� स�ख बाड़ी�।कीचा आय) था) बाहुःजीननिहेतः�य स�ज�वनु� निवद्या� स�खनु) की) शिलए। तात्पूर ह� गीय) स)व� म�। द%त्य. नु) ज�नु� निकीG

"यह >त्र�पूक्षा की� ह% और स�ज�वनु� निवद्या� स�खनु) आय� ह%। उसकी स)व� स) गी�रू स�ता�: म�ल�म ह�ता) ह*। स�ज�वनु� निवद्या� स�खकीर ज�यगी� ता� >त्र�पूक्षा बालव�नु[ ह� ज�य)गी�, हम�र) शिलए म�स�बाता ह� ज�एगी�। क्य. नु निवषव(क्षा की) म�ल म� ह� की� ल्ह�ड़ी� म�र दिदय� ज�य) ?"

एकी बा�र कीचा ज�गील म� गीय) घ�स, दभ�, समिमधु� आदिद ल)नु) की) शिलए, ता� द%त्य. नु) उनुकी हत्य� कीरकी) उनुकी� म��स की� त्त. की� खिखल� दिदय�। >�म हुँई। >�क्र�चा�य� नु) द)ख� निकी कीचा नुहU आय�। ध्य�नु स) ज�नु� निकी उसकी हत्य� ह� गीय� ह%। उYह.नु) स�ज�वनु� निवद्या� की) बाल स) कीचा की� बा�ल�य�G

"बा)टों� कीचा ! जह�, भ� ह�, यह�, आ ज�ओ।"कीचा जिजYद� ह�कीर आ गीय)। गी�रूज� नु) पू�छे�G"कीह�, गीय� था� ?""द%त्य पू�त्र. नु) म�र ड�ल� था� और की� त्त. की� खिखल� दिदय� था�।""अच्छा� ! ऐस� निकीय� था� ?""ह�,, गी�रूज� !"द%त्य. नु) दूसर) दिदनु द)ख� निकी यह ता� जिजYद� ह� गीय� ! इस बा�र इसकी� म�रकीर जल� दिदय�, भस्म कीर दिदय�

और >�क्र�चा�य� की स�र� म� वह भस्म मिमल�कीर >�क्र�चा�य� की� निपूल� दिदय�। द)ख) अबा की% स) जिजYद� ह�ता� ह% !र�नित्र की) समय ताकी कीचा आय) नुह� ता� >�क्र�चा�य� नु) स�ज�वनु� निवद्या� की� अनु�सन्ध�नु कीरकी) उस) बा�ल�य�G"कीचा ! कीहU भ� ह�, आ ज�।"गी�रूज� की) पू)टों स) कीचा बा�ल�G "गी�रूज� ! आपूकी) पू)टों म� बा%ठा� हूँ,। आपूकी आज्ञा� स) अगीर म* बा�हर आ ज�ता� हूँ

ता� आपूकी म(त्य� ह�ता� ह%। म* की% स) आऊँ, ?""म)र) पू)टों म� ता� की% स) आ गीय�?"कीचा नु) स�र� घटोंनु� बाता� दd। >�क्र�चा�य� नु) द)ख� निकी शि>ष्य बाड़ी� वफें�द�र ह%। वह चा�हता� ता� म)र� आज्ञा� स) पू)टों

स) बा�हर आ सकीता� था�, ल)निकीनु म)र) निहता की भ�वनु� स) उसकी� दिदल भर� ह%। म�झ) ह�निनु नुहU पूहुँ,चा�य�। ऊँ, चा� य��यता� ह% इसकी । ब्रे�ह्मण-पू�त्र ह%, स)व� म� तात्पूर ह%। वष� ताकी ब्रेह्मचाय�-व्रता पू�ल� ह%, पूरनिहता म� रता ह%। इसकी� स�ज�वनु� निवद्या� >�भ� द)गी�। व) प्य�र स) बा�ल)G

"बा)टों� कीचा ! म* ता�झ पूर सYता�: हूँ,। ता)र� वफें�द�र� स) प्रसन्न हूँ,। पू�,चा वष� की) बा�द ता�झ) स�ज�वनु� निवद्या� द)नु) व�ल� था�, ल)निकीनु आज ह� वह निवद्या� ता�झ) शिसख� द)ता� हूँ,। पू)टों म� बा%ठा) -बा%ठा) ह� यह निवद्या� स�ख ल)। निफेंर बा�हर आ ज�। म)र� म(त्य� ह� ज�य)गी� ता� ता� उस� निवद्या� की) बाल स) म�झ) निफेंर ज�निवता कीर द)नु�।"

कीचा गी�रू की) निप्रय पू�त्र की% स) बानु पू�य) ? स�ज�वनु� निवद्या� की% स) पू�य� ? के�मसं�केल्पूनिववर्जिजी-तः�� ह�कीर गी�रू की स)व� कीरनु) स)। उनुम� अपूनु� व%यशिRकी की�मनु� की अन्ध�धु�न्ध� नुहU था�। बा�जिद्ध म� ओज था�, निवकी�स था�, प्रकी�> था�।

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जबा अपूनु स्व�था� ह�ता� ह% ताबा दूसर. की� निहता�निहता भ�ल ज�ता) ह%, नु�निता निनुयम भ�ल ज�ता) ह*। अपूनु) व्यशिRगीता स्व�था� और स�ख की) शिलए की�मनु� और स�कील्पू ह�ता� ह% ता� आदम� गीलता� कीर बा%ठाता� ह%। जिजसकी� स�कील्पू अपूनु) शिलए नुहU ह�ता�, सममि: की) शिलए ह�ता� ह% ता� उसकी बा�जिद्ध ठाfकी की�म द)ता� ह%। अपूनु� की�मनु� स) जह�, कीह¾ स�ख ल)नु) ज�ता) ह� ता� गीड़ीबाड़ी� ह�ता� ह%। दूसर. की� स�ख द)नु), प्रसन्न कीरनु ज�ता) ह* ता� उनुकी) स�ख और प्रसन्नता� म� अपूनु� स�ख और शिचात्त की प्रसन्नता� अपूनु) आपू आ ज�ता� ह%। की�य� म� सफेंलता� मिमलता� ह% वह म�नु�फें) म�।

निनर्ष्याके�म ग%रूसं�व�व%दिदकी की�ल म� स�भ�ष नु�म की� एकी निवद्या�थाy अपूनु) गी�रू की) चारण. म� निवद्या�ध्ययनु कीरनु) गीय�। निवद्या� ता�

पूढ़ीता� था�, ल)निकीनु गी�रूज� की अ�गीता स)व� म� अमिधुकी लगी गीय�। ऐस� स)व� की , ऐस� स)व� की निकी गी�रूज� की� दिदल ज�ता शिलय�। निवद्या�पू�ज�नु कीरकी) जबा घर ल\टों रह� था�, ताबा गी�रूज� नु) कीह�G

"बा)टों� ! ता�नु) म)र� दिदल ज�ता शिलय� ह%। हम ता� ठाहर) स�धु�रण स�धु�। हम�र) पू�स की�ई धुनु-व%भव, र�ज-सत्त� नुहU निकी ता�झ) की� छे द) सकी� । वत्स ! ता)र� कील्य�ण ह� !" ऐस� कीरकी) प्य�र) शि>ष्य की� छे�ता� स) लगी� शिलय�। निफेंर अपूनु� छे�ता� स) एकी बा�ल उख�ड़ीकीर उस) द)ता) हुँए बा�ल)G

"बा)टों� ! ल), यह प्रस�द की) रूपू म� स,भ�लकीर रखनु�। जबा ताकी यह ता)र) पू�स रह)गी�, ताबा ताकी ता�झ) धुनु-व%भव-लक्ष्म� की शिचाYता� नुहU रह)गी�।"

"गी�रूद)व! आपूनु) ता� म�झ) सबा की� छे पूहल) स) ह� द) दिदय� ह%।""स� ता� ह%, ल)निकीनु यह भ� रख ल)।"स�भ�ष नु) बाड़ी) आदर स) वह बा�ल अपूनु) पू�स रख�। हर र�ज उसकी स)व�-पू�ज� कीरनु) लगी�। उसकी) घर म� स�ख

>�न्तिYता और सम(जिद्ध की� स�म्रा�ज्य छे� गीय�।स�भ�ष की) पूड़ी�स� नु) द)ख� निकी यह भ� पूढ़ीकीर आय� ह% और म* भ� पूढ़ीकीर आय� हूँ,। उसस) भ� अमिधुकी पूढ़ी�

हूँ,। ल)निकीनु इसकी) पू�स इतानु� व%भव और म)र) पू�स की� छे नुहU ? इसकी) पू�स धुनु छेनु�छेनु और म* हूँ, ठानुठानुपू�ल ? इसकी� सव�त्र म�नु ह� रह� ह% और म�झकी� की�ई पू�छेता� ताकी नुहU ? ऐस� क्य. ?

पूड़ी�स� नु) स�भ�ष स) पू�छे�। स�भ�ष ता� रह� सज्जनु, सरल हृदय व�ल�। उसनु) बाता� दिदय� निकीG "यह सबा गी�रूज� की की( पू� ह%। म*नु) उनुकी हृदयपू�व�की स)व� की , उनुकी की( पू� प्र�प्ता की । म% निवद� हुँआ ता� उYह.नु) अपूनु� छे�ता� की� बा�ल म�झ) दिदय�। म* र�ज उसकी पू�ज� कीरता� हूँ,। यह सबा उYहU की� दिदय� हुँआ ह%।"

पूड़ी�स� नु) स�भ�ष की) गी�रूज� की� पूता� पू�छे शिलय� और पूहुँ,चा गीय� वह�,। प्रण�म कीरकी) बा�ल�G"गी�रूज� ! म% स�भ�ष की) पूड़ी�स म� रहता� हूँ,। आपूकी� नु�म स�नुकीर आय� हूँ,।""ठाfकी ह%।" गी�रूज� बा�ल)।"गी�रू ज� मह�र�ज ! आपूकी स)व� कीरू, गी�।""की�ई स)व नुहU ह%।"उसकी) भ�तार ता� धुनु-व%भव पू�नु) की की�मनु� खदबाद� रह� था�। उसकी स)व� म� क्य� बारकीता ह�गी� ? आsम म�

इधुर-उधुर उछेल की� द की , था�ड़ी� बाहुँता दिदख�वटोंd की�म निकीय�। >�म हुँई ता� गी�रूज� स) बा�ल�G"गी�रूज� ! आपू दय�ल� ह*। स�भ�ष की� धुYय निकीय� ह%। म�झ पूर भ� की( पू� कीर�। म)र� इच्छा� भ� पू�र� कीर�।""क्य� इच्छा� पू�र� कीर�।?""म�झ) भ� अपूनु� बा�ल उख�ड़ीकीर द�।""अर) भ�ई ! उसकी� ता� की�ई प्र�रब्ध ज�र म�र रह� था�, इसशिलए ऐस� हुँआ। हम की�ई चामत्की�र कीरनु) व�ल�

नुहU ह*।"उस आदम� नु) स�चा� निकी की% स� भ� ह�, गी�रूज� की छे�ता� की) इतानु) छे�टों)-स) बा�ल म� इतानु� >शिR ह% ता� जटों�ओं

की) लम्बा)-लम्बा) बा�ल. म� निकीतानु� >शिR ह�गी� ? वह उठा� और गी�रूज� की जटों�ओं म� ह�था ड�ल�। चा�र-पू�,चा बा�ल खUचाकीर भ�गी�।

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की�मनु�व�ल� व्यशिR अन्ध� ह� ज�ता� ह%। की�म और स�ख भ�गी की) स�कील्पू उसकी बा�जिद्ध की� दिदव�ल� निनुकी�ल द)ता) ह*।

गी�रूज� नु) कीह�G "ता�झ) बा�ल इतानु) प्य�र) ह* ता� ज�, ता�झ) बा�ल-ह�-बा�ल मिमल�गी)।"वह घर गीय�। भ�जनु कीरनु) बा%ठा) ता� था�ल� म� बा�ल। पू�ज� कीरनु) बा%ठा) ता� बा�ल। पूर)>�नु ह� गीय�। उसकी ह�लता

ऐस� की% स) बानु� ? की�म और स�कील्पू की आधु�नुता� स)। स�भ�ष स�ख� की% स) बानु� ? की�म और स�कील्पूरनिहता ह�कीर गी�रूस)व� म� ताYमय ह�नु) स)। की�म और स�कील्पू की निनुव(श्रित्त की ता� धुनु, म�नु, य>, स�ख और >��निता उसकी) पू�छे)-पू�छे) आय�।

व्यशिR की�मनु� कीरता� ह% निकी म* इतानु� धुनु पू� ल�,, उस पूद पूर पूहुँ,चा ज�ऊँ, । उस) वह सबा मिमल ज�य)। निफेंर क्य� ? वह स�ख >��निता स) जिजय)गी� ? नुहU, उYह� स,भ�लनु) की शिचाYता� म� जिजय)गी�।

जिजसकी की�मनु�ए, >��ता ह� ज�ता� ह* उस) जिजस पूद पूर पूहुँ,चानु� ह%, वह�, स्व�भ�निवकी पूहुँ,चा ज�ता� ह%। आदम� जिजतानु�-जिजतानु� स�कील्पू और की�मनु�ओं की� पूकीड़ी रखता� ह%, उतानु� उसकी य��यता� और >��निता क्षा�ण ह� ज�ता� ह%। ज� ल�गी की�म और स�कील्पू स) बा,धु) ह* उनुकी� की�य� कीरता) समय की�ल्पूनिनुकी भय, शिचाYता�, >�की आदिद घ)र ल)ता) ह*। ज्ञा�नु� कीम� कीरता) ह* ता� उYह� की�मनु� नुहU ह�ता�। इसशिलए उYह� व्यथा� की) भय, शिचाYता�, >�की आदिद नुहU ह�ता)। व) हर ह�ल म� मस्ता रहता) ह*। ऐस) ज्ञा�निनुय. की दृमि: पू�नु) की) शिलए भगीव�नु अज��नु स) कीहता) ह*-

यस्य संवe संम�रम्भाः�� के�मसं�केल्पूनिववर्जिजी-तः��।ज्ञा�न�ग्निiनदiधीकेम��णी� तःम�हुः� पू�निkतः� बा%धी��।।

हम�र) ज�वनु म� ज्ञा�नु की अखि�नु ह�नु� चा�निहए। की�ई भ� की�मनु� उठा) ता� स�चा� निकी यह की�मनु� पू�र� ह�गी�, निफेंर क्य� ? अम�की वस्ता� मिमल� निफेंर क्य� ? य) वस्ता�ए, जिजनुकी� मिमल� ह*, उनुकी� क्य� ह�ल ह% ? व) ता(प्ता ह* क्य� ? अम�की पूद पूर पूहुँ,चा�गी), निफेंर क्य� ? ज� ल�गी उस पूद पूर पूहुँ,चा गीय) ह*, व) पू�ण� स�ख� ह* क्य� ?

इसकी� मतालबा यह नुहU निकी आलस� ह�नु� ह%, पूल�यनुव�दd ह�नु� ह% अथाव� एकी छे�टों) स) द�यर) म� पूड़ी� रहनु� ह%। नुहU, ज�वनु की� पू�ण� निवकी�स स�धुनु� ह% ब्रेह्मनिवद्या� की) रहस्य. की� आत्मस�ता[ कीरता) हुँए।

ज�वनु म� ऊँ, चा� लक्ष्य नुहU ह�ता�, ऊँ, चा� समझ नुहU ह�ता� इसशिलए आदम� नु�चा� की�मनु� और नु�चा� स�कील्पू कीरकी) छे�टों)-स) द�यर) म� फें, सता� रहता� ह%। ज�वनु म� ऊँ, चा� समझ और ऊँ, चा� लक्ष्य ह� ता� निनुष्की�मता� स) आदम� ऐस� ऊँ, चा�ई पूर पूहुँ,चाता� ह% निकी जह�, इYद्रद)व की� आसनु भ� छे�टों� पूड़ी ज�ता� ह%।

ओख� केD शी�दqपू�व�ता� ज� नु) अपूनु) बाल और तापू की) प्रभ�व स) पू�त्र और पू�त्र� बानु� दिदय�। पू�त्र की� नु�म गीणपूनिता रख� और

पू�त्र� की� नु�म रख� ओख�। ओख� ब्य�हनु) य��य हुँई ता� शि>वज� नु) की�ई वर पूस�द निकीय�। उस� समय नु�रद ज� और दक्षापू�त्र भ� एकी-एकी वर चा�नुकीर ल�य)। पू�व�ता�ज� की� भ� की�ई वर ओख� की) शिलए बादिढ़ीय� लगी गीय�। अबा ओख� एकी और वर आय) चा�र।

की�म-स�कील्पूरनिहता शि>वज� नु) अपूनु� जटों�ओं म� स) एकी बा�ल निनुकी�ल� और अनु�चार की भ�,निता उस) आज्ञा� दdG "ज� स�मनु) मिमल), उनु ता�नु कीYय�ओं की� ल) आ।" स�मनु) मिमल� की� त्त�, गीधु� और निबाल्ल�। शि>वज� नु) दृमि: म�त्र स) उYह� ओख� ज%स� ह� बानु� दिदय�। चा�र. कीYय�ओं की� चा�र वर की) स�था ब्य�ह दिदय�। शि>वज� नु) जिजस) पूस�द निकीय� था�, उसस) असल� ओख� की >�दd की ।

की� छे समय की) बा�द नु�रदज� चा�र. कीYय�ओं की) स�ख-दुGख ज�नुनु) गीय), खबार पू�छेनु) गीय)। निबाल्ल� म� स) बानु� कीYय की) घर गीय) और द)ख� ता� वह निबाल्ल� की तारह इधुर-उधुर की� द� कीरता� था�। ज%स) की�मनु� व�ल) पू�रूष की� शिचात्त इधुर-उधुर की� दता� रहता� ह%। निफेंर की� त्त. स) बानु� कीYय� की) घर ज�कीर द)ख� ता� उस) व्यथा� की) स�कील्पू-निवकील्पू कीरकी) वत्त�म�नु की >��निता भ�गी कीर द)ता� ह%। गीधु� म� स) ज� कीYय� बानु� था�, उसकी) पू�स कीपूड़ी) लत्त), गीहनु) आदिद ता� बाहुँता की� छे था), ल)निकीनु उसकी� गीधु� की� स्वभ�व गीय� नुहU था�। वह जह�, कीहU ल�टोंता� पू�टोंता� रहता� था�।

इस� प्रकी�र मनु�ष्य निकीतानु� भ� बादिढ़ीय� भ��य ल) आता� ह%, बादिढ़ीय� स) बादिढ़ीय� व�ता�वरण म� जYम ल)ता� ह% निफेंर भ� की�मनु� और स�कील्पूरूपू� गीधु� ज%स� व(श्रित्त उसकी� जह�, कीहU पूटोंकीता� रहता� ह%। ख�नु) पू�नु) की� ह%, रहनु) की� ह%, गी�ड़ी�

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ह%, व�ड़ी� ह%, सबा की� छे स�निवधु�ए, ह* निफेंर भ� की�मनु�ए, और स�कील्पू ज�व की� स�ख की ख�ज म� बा�हर भटोंकी�ता) ह%, गीYद) स्था�नु. म� ल�टोंपू�टों कीर�ता) ह*। निनुम�ल शिचाद�की�>स्वरूपू आत्मद)व की� इजिYद्रय. और निवषय स�ख की मशिलनु भ�मिम म� निगीर�कीर उलझ�ता) ह*। की�मनु� और स�कील्पू ज�व की� कील)ज� जल�ता) रहता) ह*।

घ ड़ी गई...... हुःक्के� रहे गय�म*नु) स�नु� ह% एकी चा�टोंकी� ल�। की�ई नुय�-नुय� चा�र कीहU स) एकी बादिढ़ीय�, पू�नु�द�र, आभ�सम्पन्न, ता)ज घ�ड़ी� चा�र�

ल�य�। स�चा� निकी ऐस� बादिढ़ीय� घ�ड़ी� पूर सव�र कीरकी) गी�,व म� घ�म�,गी� ता� ल�गी समझ ज�ए�गी) और म* पूकीड़ी� ज�ऊँ, गी�। ढा�र बा�ज�र म� ज�कीर इस) बा)चा दू,। पू%स) मिमल�गी)। एकी द�-स�था� बानु� ल�,गी� निफेंर दूसर� घ�निड़ीय�, ल) आए,गी)। ख�बा पू%स) कीम�ए,गी)।

की�मनु� और स�कील्पू उसकी) बाढ़ी गीय)।घ�ड़ी� ल)कीर वह पूहुँ,चा� बा�ज�र म�। अपूर�धु� म�नुस था�। चा�र� की� म�ल था�। र�गी)ह�था पूकीड़ी) ज�नु) की� डर था�।

भ�तार स) ख�खल� ह� गीय� था�। दबा� आव�ज म� धु�र)-धु�र) ल�गी. स) बा�लता�G"घ�ड़ी� चा�निहए घ�ड़ी� ? पू�नु�द�र घ�ड़ी� ह%।"एकी आदम� म�मल� समझ गीय�। र�बा भर� आव�ज म� पू�छे�G"निकीतानु) म� द)गी� र) ?"चा�र ता� स�चाता� रह गीय�। निकीतानु) म� बा)चा�, ? घ�ड़ी. की ल)नु-द)नु उसकी) बा�पू द�द. नु) भ� नुहU की था�। वह हक्की�

बाक्की� रह गीय�। वह आदम� बा�ल�G"घ�ड़ी� दिदखता� ता� अच्छाd ह% ल)निकीनु सव�र� कीरकी) द)खनु� पूड़ी)गी�। ता� म)र� यह हुँक्की� पूकीड़ी। म* एकी चाक्कीर

लगी�कीर आता� हूँ,।"वह घ�ड़ी� ल)कीर रव�नु� ह� गीय�। चा�र नु) व�पूस बा�ल�य� ता� उसनु) कीह�G "जिजस भ�व म� ता� ल�य� था� उस� भ�व

म� म* शिलय) ज� रह� हूँ,। शिचाYता� मता कीर।"चा�र की घ�ड़ी� ता� गीई, ह�था म� हुँक्की� रह गीय�। घर पूहुँ,चा� ता� निकीस� नु) पू�छे�G "ता� ता� घ�ड़ी� बा)चानु) गीय� था� !

क्य� हुँआ ?"पू�पूल� म�,ह बानु�कीर चा�र बा�ल�G "घ�ड़ी� ता� गीई और म)र� कील)ज� जल�नु) की) शिलय यह हुँक्की� रह गीय� ह�था

म�।"ऐस) ह� समय की धु�र� बाहता� चाल� ज�ता� ह% और कील)ज� जल�नु) व�ल� की�मनु�ए, अYताGकीरण म� पूड़ी� रह

ज�ता� ह%। द)ह रूपू� घ�ड़ी� रव�नु� ह� ज�ता� ह% और स�क्ष्म >र�र म� की�मनु�रूपू� हुँक्की� कील)ज� जल�ता� रहता� ह%। निफेंर ज�व प्र)ता ह�कीर भटोंकीता� ह%।

द)ह छे� टों ज�य) और की�ई की�मनु� नुहU रह) ता� ज�व निवद)ह� ह� ज�य), ब्रेह्मस्वरूपू ह� ज�य। की�मनु� रह गीई और द)ह छे� टों गीई, दूसर� द)ह नुहU मिमल� ता� ज�व प्र)ता ह�कीर भटोंकीता� ह%। ख�नु) पू�नु) की व�सनु� ह% ल)निकीनु निबानु� द)ह की) ख�-पू� नुहU सकीता�। भ�गीनु) की व�सनु� ह% ल)निकीनु भ�गी नुहU सकीता�। निफेंर व�सनु� ता(प्ता कीरनु) की) शिलए दूसर. की) >र�र म� घ�सता� ह%, वह�, भ� झ�ड़ी-फें�, कीव�ल) ल�गी उसकी निपूटों�ई कीरता) ह*।

निपूटों�ई निकीसकी ह�ता� ह% ? इच्छा�, की�मनु�, व�सनु� की ह� निपूटों�ई ह�ता� ह%। पू�ज� निकीसकी ह�ता� ह% ? निनुष्की�मता� की पू�ज� ह�ता� ह%। जिजनुकी) अYताGकीरण स) व�सनु�-की�मनु� निनुव(त्त ह� ज�ता� ह%, व) मह�पू�रूष ह�कीर पू�ज) ज�ता) ह*, व) स�क्षा�ता[ शि>वस्वरूपू ह� ज�ता) ह*। ऐस) सत्पू�रूष. की) शिलए ह� कीह� ह%G

ग%रूब्र�ह्म� ग%रूर्विव-र्ष्याणी%� ग%रूदeव महे�श्वर�।ग%रूसं��क्षी�त्पूरब्रह्म तःस्मl श्रीग%रव� नम�।।

गी�रू ब्रेह्म की% स) ? व) हम�र) हृदय म� ज्ञा�नु भरता) ह%। गी�रू निवष्ण� की% स) ? व) हम�र) ज्ञा�नु की पू�मि: कीरता) ह*। गी�रू मह)> की% स) ? व) हम�र) शिचात्त म� छे� पू� हुँई की�मनु�ओं की� भस्म कीरता) ह*।

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की�मनु�ओं की� हटों�नु) की� एकी ता� ह% निवचा�रम�गी�, दूसर� ह% य�गीम�गी�। य�गी की) भ� कीई प्रकी�र ह*। लयय�गी कीरता)-कीरता) मनु की की�मनु�ए, की� छे कीम ह� ज�ता� ह*, स�कील्पू-निवकील्पू कीम ह� ज�ता) ह*, भ�तार की� स�ख बाढ़ीनु) लगीता� ह%। भ�तार की� स�ख मिमलनु) लगीता� ह% ता� बा�हर की की�मनु�ओं की पूर�पूर� क्षा�ण ह�नु) लगीता� ह%।

ध्य�नुय�गी की) द्वा�र� मनु एकी�ग्र ह�ता� ह%। एकी�ग्रता� स) भ�तार की� स�ख मिमलनु) लगीता� ह%। स�कील्पू म� बाल आनु) लगीता� ह%। ज� की�मनु� की ज�ता� ह%, वह >�घ्र फेंशिलता ह�नु) लगीता� ह%। अगीर य�गी स�धुकी की समझ बादिढ़ीय� ह% ता� वह निकीस� की�मनु� म� नुहU उलझ)गी�। समझ मध्यम ह% ता� की�ई अच्छाd की�मनु� कीर)गी�। समझ कीनिनुष्ठा ह% ता� छे�टोंd-छे�टोंd की�मनु�ए, कीरकी) स�ख भ�गीनु) लगी)गी�। य�गी की पू�,ज� खत्म कीर द)गी�।

ध्य�नुय�गी की� स�धुकी य�गी की ऊँ, चा�ई पूर ज�य और य�गी की) द्वा�र� की�मनु�ए, पू�र� कीरनु) म) लगी), की�मनु� ता(प्ता कीरता)-कीरता) स�वधु�नु नु रह) ता� दूसर� की�मनु�ए, जगी ज�ता� ह* और उसकी) य�गी�भ्य�स ताथा� एकी�ग्रता� की कीम�ई की� खत्म कीर द)ता� ह%। वह स�धुकी भ्र: ह� ज�ता� ह% अपूनु) य�गीम�गी� स)।

य�गी स�धुनु� म� एकी�ग्रता� ह�ता� ह%। अगीर की� छे ह�नु) की , की� छे पू�नु) की , व्यशिRत्व सज�नु) की की�मनु� रह� ता� य�गी-स�धुकी की) भ्र: ह�नु) की स�भ�वनु� रहता� ह%।

ज्ञा�नु-स�धुनु� म� हम व�स्ताव म� क्य� ह* ? इस तात्त्व की� पूता� चाल ज�ता� ह%। एकी बा�र ठाfकी स) अपूनु) आत्मस्वरूपू की� ज्य. की� त्य. पूता� चाल ज�य निफेंर वह स�धुकी शिसद्ध बानु ज�ता� ह%, आत्मज्ञा�नु� बानु ज�ता� ह%। निफेंर ज्ञा�नु स) भ्र: ह�नु) की स�भ�वनु� नुहU रहता�। य�गीभ्र: कीई हुँए ल)निकीनु ज्ञा�नुभ्र: की�ई हुँआ ह�, यह आज ताकी स�नु� नुहU। इस�शिलए नुरसिंस�ह म)हता� कीहता) ह*-

ज्य�� लग आत्मतःत्त्व चन्य नहेA।त्य�� लग सं�धीन� संव� झे�ठz।।

इसकी� मतालबा यह नुहU निकी जबा ताकी आत्मज्ञा�नु नु ह� ताबा ताकी स�धुनु� कीरनु� ह� नुहU चा�निहए। नु�..... नु�.... ऐस� नु�समझ� कीरनु) की) शिलए नुरसिंस�ह म)हता� की) वचानु नुहU ह*। कीहनु) की� ता�त्पूय� यह ह% निकी आत्मज्ञा�नु की) निबानु� स�धुनु� पू�ण� नुहU ह�ता�, इसकी� फेंल >�श्वता नुहU ह�ता�।

शिचात्त म� एकी बा�र की�ई की�मनु� घ�स गीय� ता� निफेंर स्वचा�शिलता य�त्र की तारह आदम� की�म कीरता� रहता� ह%, ज�वनुभर। यह� ता� स�स�र की चाक्की की� चा�लकी बाल ह%। की�ई धुनु की) शिलए, की�ई पूत्नु� की) शिलए, की�ई बा)टों) की) शिलए, की�ई बा)टों) की) शिलए, की�ई अच्छा� कीहल�नु) की) शिलए, की�ई गी�ड़ी� म�टोंर की) शिलए। निकीस�-नु-निकीस� व�सनु� स) बा,धुकीर मजदूर� कीरता) रहता) ह*। ज्ञा�नु� निनुव��सनिनुकी ह�कीर व्यवह�र कीरता) ह%।

म�टोंर की�र की चा�र अवस्था�ए ह�ता� ह*-पूहल� अवस्था�G गी�ड़ी� पूड़ी� ह% गी%र)ज म), स�फें-स�थार�, ज्य.-की -त्य.। गी�ड़ी� भ� >��ता, पूनिहए भ� स्थिस्थार और

इ�जिजनु भ� चा�पू। पूड़ी� हुँई गी�ड़ी� की� ज�गी लगी रह� ह%, समय बारबा�द ह� रह� ह%।दूसर� अवस्था�G इ�जिजनु की� चा�ल� निकीय ल)निकीनु गी�ड़ी� की� निगीयर म� नुहU ड�ल�। अभ� वह गी%र)ज म� ह� ह%। गीनिता

नुहU कीरता�। पूनिहए घ�मता) नुहU। की) वल इ�जिजनु चाल रह� ह%। पू)ट्रो�ल जल रह� ह% बा)की�र म�। की� छे की�य� शिसद्ध नुहU ह� रह� ह%।

ता�सर� अवस्था�G गी�ड़ी� की� निगीयर घ�म�य�, गी�ड़ी� गी%र)ज स) बा�हर आय� और सड़ीकी पूर भ�गी रह� ह%। इ�जिजनु भ� चाल रह� ह%, पूनिहए भ� घ�म रह) ह*, गी�ड़ी� भ� द\ड़ी रह� ह%, पू)ट्रो�ल भ� जल रह� ह%। म>�नु चाल-चालकीर ज�ण� ह� रह� ह%।

चा\था� अवस्था�G र�स्ता) म� लम्बा� ढाल�नु आय�। चाता�र ड्रा�इवर नु निगीयर 'Yय�ट्रोल' कीर दिदय�, इ�जिजनु बाYद कीर दिदय निफेंर भ� गी�ड़ी� आगी) भ�गी रह� ह%, म�जिजल ताय कीर रह� ह%, इ�जिजनु की की�ई आव�ज नुहU, घस�र� नुहU, पू)ट्रो�ल की� खचा� नुहU। मधु�र य�त्र� ह� रह� ह%।

ऐस) ह� अYताGकीरण रूपू� गी�ड़ी� की चा�र अवस्था�ए, ह*-पूहल� अवस्था�G की� छे ज�व अYताGकीरण की घनु�भ�ता स�ष�प्ता अवस्था� म� ज� रह) ह*, ज%स) निकी व(क्षा, पू�ष�ण

आदिद। की�ई की�मनु� नुहU, की�ई स�कील्पू नुहU निफेंर भ� दुGख भ�गी रह) ह* बा)चा�र)। पूड़ी)-पूड़ी) तापू रह) ह*।

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दूसर� अवस्था�G की� छे ल�गी ऐस) ह�ता) ह* निकी स�कील्पू-पूर-स�कील्पू, निवकील्पू-पूर-निवकील्पू कीरता) रहता) ह%, पूल�यनुव�दd ह�ता) ह*। चा�निहए ता� बादिढ़ीय� ख�नु) की�, बादिढ़ीय� पूहनुनु) की�, बादिढ़ीय रहनु) की� ल)निकीनु कीम� नुहU कीरता)। भ�तार स�कील्पू-निवकील्पू की� इ�जिजनु धुम�धुम चालता� रहता� ह% ल)निकीनु पूनिहय) घ�मता) नुहU, ह�था पू%र उशिचाता दिद>� उशिचाता समय पूर चालता) नुहU। पूड़ी) ह* आलस�-पूल�यनुव�दd ह�कीर।

ता�सर� अवस्था�G की� छे ल�गी ज%स) स�कील्पू और की�मनु�ए, ह�ता� ह*, व%स) कीम� कीरता) ह*। उनुकी� आय�ष्यरूपू� पू)ट्रो�ल जल रह� ह%, >शिR खचा� ह� रह� ह%, ज�वनुरूपू� गी�ड़ी� मिघस रह� ह%।

चा\था� अवस्था�G की�ई की�ई निवरल) ज्ञा�नु�जनु ह�ता) ह* जिजनुकी) भ�तार की�म और स�कील्पू निनुव(त्त ह� चा�की) ह*। प्र�रब्ध व)गी की) ढाल�नु म� ज�वनु की गी�ड़ी� मधु�रता� स) सरकी रह� ह%। बाड़ी) मज) स) य�त्र� ह� रह� ह%।

ज्ञा�नु� म� की�ई की�मनु� और स�कील्पू नुहU ह�ता� इसशिलए की�य� की� बा�झ उनुकी� नुहU लगीता�। उनुकी) द्वा�र� बाड़ी)-बाड़ी) की�य� स�पून्न ह�ता) रहता) ह%, निफेंर भ� व) निनुल³पू नु�र�यण। अपूनु) सहज स्व�भ�निवकी आत्म�नुYद म� मस्ता। स�स�र� जनु की एकी�धु दुकी�नु भ� ह�ता� ह% ता� दिदव�ल� की) समय शिसर पूर ह�था द)कीर शिचाYता� कीरनु) लगीता� ह%, बा�झ) स) दबा ज�ता� ह%।

ज� ल�गी की�मनु� स) आक्र�Yता ह*, उनुकी� बाड़ी� पूर)>�नु� ह�ता� ह%। र�वण की� अधुGपूतानु क्य. हुँआ ? की�मनु� स) आक्र�Yता ह�कीर स�ता�ज� की� ल) गीय�। द)वता� ल�गी जिजसकी) यह�, चा�कीर की नु�ईं स)व� कीर�, ऐस) बालव�नु[ र�वण की� अधुGपूतानु की�मनु� नु) कीर�य�।

हनु�म�नुज� जबा बान्धनु म� बा,धुकीर ल�की) > की) स�मनु) खड़ी) हुँए, ताबा ल�की) > नु) पू�छे�G"ता�म की\नु ह� ?""र�मज� की� दूता हूँ,।""स�गीर पू�र कीरकी) की% स� आय� ?""गी�पूद की तारह उस) ल�,घकीर।""म)र) पू�त्र की� म�र ड�ल� ?""ऐस) ह� भ�नु ड�ल�। म�रनु) की म)हनुता नुहU कीरनु� पूड़ी�।""इतानु� व�र ह�कीर भ� ता� बा,धु� की% स) ?""म* अखण्ड बा�ल ब्रेह्मचा�र� हूँ,। अ>�की व�दिटोंकी� म� उनु र�क्षाशिसय. पूर अनुज�नु) म� दृमि: पूड़ी गीई, इसशिलए बा,धु

गीय�। म)र� ता� अनुज�नु) म� नु�रिरय. पूर दृमि: पूड़ी� और म* फें, स गीय� और ता� की�मनु� स) प्र)रिरता ह�कीर ज�नु-बा�झकीर स�ता� ज� की� उठा� ल�य� ह% ता� ता)र� क्य� ह�ल ह�गी� यह भ� ता� जर� पू�छे ल) ! चा�ह) ता� म* अकी) ल� ता�झ) चा�ण� कीर सकीता� हूँ,, ल)निकीनु र�मज� नु) म)र) स्व�म� नु) कीह� ह% निकी पूता� लगी�कीर आओ, इसशिलए म* पूता� लगी�नु) की� ह� आय� हूँ,।"

"s�य�गीव�शि>ष्ठा मह�र�म�यण" म� म�निनु>�दू�ल वशि>ष्ठाज� कीहता) ह*- "ह) र�मज� ! ऐस� की\नु स� दुGख ह% ज� की�मनु� व�ल) की� नुहU भ�गीनु� पूड़ीता� ? ऐस� दुGख नुकी� म� भ� नुह� ह% ज%स� की�मनु� व�ल) की) हृदय म� ह�ता� ह%। ऐस� स�ख स्वगी� भ� नुहU ह% ज%स� निनुष्की�म� व्यशिR की) हृदय म� छेलकीता� ह%।"

अपूनु) स्वरूपू की� ज्ञा�नु नुहU ह% ताबा ताकी कीम� ज�र म�रता) ह*। आत्मस्वरूपू की� ज्ञा�नु ह�ता) ह� कीम� जल ज�ता) ह%। ऐस) ज्ञा�नु� बाड़ी)-बाड़ी) निव>�ल आय�जनु. की� आरम्भ कीरता) हुँए दिदखता) ह*, बाड़ी�-बाड़ी� प्रव(श्रित्तय�, कीरता) हुँए दिदखता) ह* निफेंर भ� अपूनु� दृमि: म� व) की� छे नुहU कीरता)। सद� अकीत्त�� पूद म� >�Yता प्रनितामिष्ठाता ह*। बा�हर स) स�ख ल)नु) की ल�लचाव�ल� की�मनु�ए, ज्ञा�नु�खि�नु म� जल गीई ह*। कीत्त(�त्त्व-भ�R( त्त्व भ�व द�धु ह� ज�ता� ह%। पूहल) की चाल� हुँई गी�ड़ी� अबा प्र�रब्धव)गी स) ऐस) ह� मज) स) चाल रह� ह%। पू)ट्रो�ल की� खचा� नुहU, इ�जिजनु की >��निता।

व्यशिRत्व की� सज�नु) की की�मनु� व)द�Yता की) जिजज्ञा�स�ओं की� अच्छाd नुहU लगीता�। व)द�Yता व्यशिRत्व की� s(�गी�र नुहU ह%, भशिR व्यशिRत्व की� s(�गी�र नुहU ह%, य�गीम�गी� व्यशिRत्व की� s(�गी�र नुहU ह%। यह ता� व्यशिRत्व की) निवसज�नु की र�ह ह%। व्यशिRत्व की) निवसज�नु म� की�मनु� निनुव(त्त ह�गी�, आपू स�क्षा�ता[ शि>वस्वरूपू ह� ज�ए,गी), आनुYदस्वरूपू ह� ज�ए,गी), ईश्वर-ता�ल्य ह� ज�ए,गी)। निफेंर आपूकी ज�ता और ख�द� की ज�ता, आपूकी ज�ता और प्रभ� की ज�ता एकी ह� ज�य)गी�, अगीर की�मनु� नुहU ह% ता�।

आज की� श्लो�की बाड़ी� मधु�र लगी रह� ह� म�झ) !

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यस्य संवe संम�रम्भाः�� के�मसं�केल्पूवर्जिजी-तः��।ज्ञा�न�ग्निiनदiधीकेम��णी� तःम�हुः� पू�निkतः� बा%धी��।।

'जिजसकी) सम्प�ण� की�य� की�मनु� और स�कील्पू स) रनिहता ह�ता) ह*, जिजसकी) समस्ता कीम� ज्ञा�नु�खि�नु म� द�धु ह� गीय) ह%, उसकी� बा�धुव�नु[ पू�रूष तात्त्वव)त्त� पू�निडता कीहता) ह*।'

जिजसनु) की) वल ता�नु मिमनुटों की) शिलए भ� अपूनु) तात्त्व की� ज�नु शिलय�, अपूनु) आत्मस्वरूपू की� पूहचा�नु शिलय� वह निफेंर गीभ�व�स नुहU कीरता�। वह बाड़ी� मनिहम�व�नु[ ह� ज�ता� ह%। उसकी) स�नु) की) बा�ल म�त्र स), था�ड़ी� स� चारणरज म�त्र स) अदभ�ता की�य� हुँआ कीरता) ह%। की�मनु�रनिहता पू�रूष की म�ठाf निनुगी�ह भ� कीइय. की� ज�वनु मधु�र बानु�नु) म� की�फें ज� ज�ता� ह%। की�मनु�रनिहता पू�रूष की� द>�नु भ� कील्य�णकी�र� बानु ज�ता� ह% ता� उसकी) अपूनु) कील्य�ण की ता� बा�ता ह� क्य� ह% ? की�मनु�रनिहता पू�रूष की) द>�नु म�त्र स) ज� >��निता मिमलता� ह%, ज� पू�ण्य मिमलता� ह% वह चा�Yद्र�यण व्रता कीरनु) स) और गी�गी�स्नु�नु कीरनु) स) भ� नुहU मिमलता�। की�मनु�रनिहता ज्ञा�नुव�नु[ पू�रूष की) द>�नु स) ह�र) हुँए द)वता� ज�ता ज�ता) था)।

दत्त�त्र)य की�मनु�रनिहता पू�रूष ह%। द)वता� ल�गी ह�रकीर निगीर रह) था) ता� दत्त�त्र)य की >रण म� गीय)। उनुकी� आ>�व��द शिलय� ता� ज�ता गीय)।

यह तानु, धुनु य� की� टों�म्बा�जनु की�ई सह�र� नुहU ह%। उनुकी� ता� अपूनु� ख)ल कीरनु� ह% अपूनु�-अपूनु� की�मनु�ओं म�ता�निबाकी। नु पूत्नु� सद� स�था रह)गी� नु पूनिता सद� स�था रह)गी�, नु बा)टों� सद� स�था रह)गी� नु बा�पू सद� स�था रह)गी�।

इसकी� मतालबा यह नुहU निकी म�ता�-निपूता�, पूत्नु�-पू�त्र, पूरिरव�र की व्यवस्था� नु कीर�, की� >लता� स) कीर�, सबाकी� ल�लनु-पू�लनु-पू�षण यथा�य��य कीर� ल)निकीनु यह नु�समझ� नु कीर� निकी पूत्नु� म�झ) स�ख द)गी�, पूनिता म�झ) स�ख द)गी� बा)टों) बाड़ी) ह.गी) ता� स�ख द�गी), भनिवष्य हम�र� उज्जवल कीर�गी)। नुहU, भनिवष्य ता�म्ह�र� अबा भ� पूरम�त्मज्ञा�नु स) उज्जवल ह�गी� और बा�द म� भ� पूरम�त्मज्ञा�नु स) ह� उज्जवल ह�गी�।

की�मनु� पू�र� कीरनु) की) यत्नु. स) भनिवष्य उज्जवल नुहU ह�गी�। की�मनु� बाढ़ीनु) स) भनिवष्य उज्जवल नुहU ह�गी�। की�मनु� मिमटों� द� ता� अभ� ता�म्ह�र� वत्त�म�नु उज्जवल ह� ज�एगी�। जिजसकी� वत्त�म�नु उज्जवल ह%, उसकी) भ�ता और भनिवष्य भ� झख म�रकी) उज्जवल ह� ज�ता) ह%। की�मनु�ए,, इच्छा�ए, वत्त�म�नु की� दबा� द)ता� ह%, भ�ता भनिवष्य की शिचाYता� म� आदम� की� उलझ�ता� ह*।

जह�, की�मनु� ह�ता� ह%, वह�, की� मनिता आ ज�ता� ह%। जह�, की�मनु� मिमटोंता� ह%, वह�, स�मनिता आ ज�ता� ह%। र�म�यणकी�र कीहता) ह*-

सं%मनितः के% मनितः संबाके� उर रहेकिंहे-।व�द पू%र�न निनगम असं केहेकिंहे-।।जीहे�W सं%मनितः तःहे�W सं�पूचि{ न�न�।

जीहे�W के% मनितः तःहे�W निवपूनितः निनधी�न�।।स�मनिता और की� मनिता सबाकी) हृदय म� रहता� ह*। जह�, स�मनिता ह�ता� ह% वह�, नु�नु� प्रकी�र की स�पूश्रित्तय�, अपूनु) आपू

आ ज�ता� ह*। जह�, की� मनिता ह�ता� ह% वह�, दुGख की) ढा)र खड़ी) ह� ज�ता) ह*। की�मनु�व�ल� व्यशिR >�भ-अ>�भ नुहU द)खता�। की�मनु�ओं स) की� मनिता ह�ता� ह�। की�मनु�ओं स) रनिहता ह�नु) स) स�मनिता आता� ह%। अYताGकीरण म), बा�जिद्ध म� जिजतानु� की�म�नु�ए, अमिधुकी ह.गी�, उतानु� की� मनिता अमिधुकी ह�गी�। की�मनु�ए, जिजतानु� कीम, उतानु� ह� स�मनिता अमिधुकी ह�गी�। की�मनु� निबाल्की� ल नुहU ह%, ता� स�क्षा�ता नु�र�यण की� अ�गी ह� गीय)। जह�, नु�र�यण ह., वह�, लक्ष्म� ज� की� व�स अचाल ह�नु� ह� ह%। नु�र�यण की) शिसव�य लक्ष्म� ज� कीहU रह नुहU सकीताU। की�मनु�रनिहता ह�नु� ह� ता� भगीव�नु नु�र�यण की� अ�गी ह�नु� ह%। वह�, नु चा�हनु) पूर भ� लक्ष्म� की� व�स ह�ता� ह%।

स�मनिता और की� मनिता सबाकी) उर म� रहता� ह%। की�मनु� कीरकी) ता�म की� मनिता की� बाढ़ी�ओ, मजy ता�म्ह�र�। ता�म स्वताYत्र ह�। स�ख भ�गीनु) की की�मनु� ह�ता� ह� ता� और. की� स�ख पूहुँ,चा�नु) की की�मनु� और यत्नु कीर� ता� स�ख भ�गी की की�मनु� मिमटों ज�य)गी�। म�नु ल)नु) की की�मनु� ह� ता� दूसर. की� म�नु द)नु) म) लगी ज�ओ, म�नु की की�मनु� मिमटों ज�एगी�। की�मनु� मिमटोंता) ह� आपूम� अनु�पूम निवलक्षाण य��यता� आ ज�एगी�। आपूकी बा�जिद्ध म�, आपूकी) मनु म� अनु�पूम य��यता� आ ज�य)गी�।

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तानु-मनु बा�जिद्ध म� निवलक्षाणता� ल�नु) की) शिलए दूसर� उपू�य य�गी भ� ह%। आसनु, प्र�ण�य�म, ध्य�नु आदिद स) भ� स�ष�प्ता >शिRय�, निवकीशिसता की ज� सकीता� ह*।

गी�,धु�नुगीर स) की� छे सज्जनु आsम म� आय) हुँए था)। निकीस� निवभ�गी सशिचाव आदिद था)। आर��य ख�ता) म� नुस� की ट्रो)किंनु�गी स्की� ल चाल�ता) ह*। व) बा�ल रह) था)G "बा�पू� जनुता� की आर��यता की) शिलए सरकी�र इतानु�-इतानु� खचा� कीर रह� ह% निफेंर भ� ज%स� पूरिरण�म आनु� चा�निहए व%स� पूरिरण�म नुहU आता�। कीम�चा�रिरय. म�, नुस� म�, स)व� की ज%स� आYतारिरकी भ�वनु� ह�नु� चा�निहए, वह नुहU दिदखता�। पूगी�र ता� ल)ता) ह* ल)निकीनु पूहल) ज� स)व� ह�ता� था� वह अबा नुहU ह�ता�। उनुम� स)व�भ�व जगी ज�य, ल�गी निनुर�गी� ज�वनु जिजय� इस निवषय म� सरकी�र की� छे स�चा रह� ह% और हम ल�गी इस निवषय म� आपूस) म�गी�द>�नु ल)नु) आय) ह*।

हम�र� भ�रता�य जनु-स�धु�रण ज�वनु पू�श्च�त्य एल�पू%था� पूद्धनिता स) इतानु� प्रभ�निवता ह� गीय� ह% निकी दुGखद पूरिरण�म. की) बा�वज�द भ� अभ� ताकी उधुर आकीर्तिष�ता ह� रह� ह%। ड�क्टोंर जर�-जर� स� बा�ता. म� चा�र फें�ड़ी कीरता) ह*, दव�इय�, और इ�ज)क्शनु शिलख द)ता) ह%। >र�र म� पू�इजनु (निवष) भर ज�ता� ह%, निवकी( निताय�, ह� ज�ता� ह*। ल�भ की) बादल) नु�क्स�नु ज्य�द� ह� रह� ह%।"

म*नु) उनुकी� बाता�य� निकी की� छे र�गी औषमिधुय. स) ह� ज�ता) ह*, की� छे र�गी मनु की मधु�रता� स) चाल) ज�ता) ह* और कीई र�गी ता� बा�जिद्ध की निव>)षता� की) की�रण नुजदdकी आता) ह� नुहU।

र�गी की� नु ह�नु� यह की�ई आर��यता� की निनु>�नु� नुहU ह%। व%स) ह� र�गी की� अभ�व म�त्र ताYदुरूस्ता� नुहU ह%। तानु निनुर�गी ह�, मनु प्रसन्न ह� बा�जिद्ध म� ब्रेह्मज्ञा�नु की� प्रकी�> ह� ता� यह आर��यता� की� पू�र� लक्षाण ह%।

मनु की) र�गी की� आमिधु कीहता) ह%, तानु की) र�गी की� व्य�मिधु कीहता) ह%। तानु की� र�गी औषमिधु स), म�त्र स) य� आ>�व��द स) मिमटों ज�ता� ह%। मनु की� र�गी औषमिधु आदिद स) नुहU मिमटोंता�। मनु की� र�गी मिमटोंता� ह% निनुष्की�मता� स), के�मसं�केल्पूवर्जिजी-तः�� ह�नु) स)।

मनु म� आमिधु क्य. आता� ह% ? उसकी) पू�स अम�की चा�ज ह%, म)र) पू�स नुहU ह%.... ऐस� अभ�व महस�स कीरकी) मनु�ष्य भनिवष्य म� उस चा�ज की� स�ख भ�गीनु) की� आय�जनु कीरनु) लगीता� ह% ता� उस की�मनु� स) मनु म� आमिधु आ ज�ता� ह%। मनु म� आमिधु आता� ह% ता� तानु म� व्य�मिधु अपूनु) आपू घ�स ज�ता� ह%। य) द�नु. पूरस्पर आश्रिsता ह*। तानु बा�म�र ह� ता� मनु उद�स ह� ह� ज�ता� ह%। मनु म� निवष�द, उद्वा)गी, उद�स� ह�ता� ह% ता� तानु भ� बा�म�र पूड़ी ज�ता� ह%।

आमिधु और व्य�मिधु की जनुनु� ह% की�मनु�। मनु म� आमिधु ह�ता� ह% ता� तानु म� व्य�मिधु ल) ह� आता� ह%। नु ख�नु) ज%स� ख� ल)ता) ह*, नु भ�गीनु) ज%स� भ�गी ल)ता) ह* और >र�र बा�म�र ह� ज�ता� ह%। अताG बा�जिद्ध म� ज्ञा�नु चा�निहए, दृढ़ीता� चा�निहए।

>र�र की व्य�मिधु मिमटों�नु) की) शिलए शिसनिवल ह�स्मिस्पटोंल� ह*, दव�ख�नु) ह*, आपूर)>नु शिथाय)टोंर ह* ल)निकीनु >र�र की व्य�मिधुय�, जह�, स) आता� ह*, उस मनु की आमिधु मिमटों�नु) की) शिलए ता� कीहU-कीहU कीभ�-कीभ� छे�टों)-छे�टों) ह� स�धुनु�-स्था�नु मिमल पू�ता) ह%।

आमिधु और व्य�मिधु इनु द�नु. की� म�ल की�रण ह% अनिवद्या�, जह�, स) व�सनु�, की�मनु� उत्पून्न ह�ता� ह%। इनु की�मनु�-व�सनु�ओं की� निनुम��ल कीरनु) की) शिलए कीभ� कीहU निवरल) ऋनिषद्वा�र बाहुँता म�स्मिश्कील स) प्र�प्ता ह�ता) ह*। व) बा�धुव�नु ऋनिष-महर्तिष� जबा की�मनु� की) म�ल की�रण अज्ञा�नु की� दूर कीर द� ताबा आमिधु और व्य�मिधु सद� की) शिलए प्रभ�वरनिहता ह� ज�ता� ह*।

ऐस) भवर�गी मिमटों�नु) व�ल) महर्तिष� आत्मव)त्त� गी�रूओं की) स�मिन्नध्य म� ज�नु� चा�निहए। शिचात्त की� की�मनु� स) रनिहता बानु�नु� चा�निहए। अज्ञा�नु मिमटों�कीर दिदनु.दिदनु ज्ञा�नु की कील� बाढ़ी�नु� चा�निहए। इच्छा� रनिहता पूद म� निवs�म पू�नु) की� अभ्य�स कीरनु� चा�निहए।

शिचात्त की निवs��निता स�मर्थ्यय� की जनुनु� ह%। शिचात्त की निवs��निता स) तानु की ताYदुरूस्ता�, मनु की प्रसन्नता� और बा�जिद्ध की� प्रभ�व बाढ़ीता� ह%।

शिचात्त की निवs��निता की% स) मिमलता� ह% ? की�मनु�ए, जिजतानु� कीम ह�ता� ह*, मनु की) स�कील्पू-निवकील्पू उतानु) कीम ह�ता) ह%। मनु की) स�कील्पू-निवकील्पू जिजतानु) कीम ह�ता) ह*, बा�जिद्ध की� उतानु� कीम पूरिरsम कीरनु� पूड़ीता� ह%। बा�जिद्ध की� पूरिरsम कीम कीरनु� पूड़ीता� ह% ता� वह आत्मचा)तानु� म� निवs�म पू�ता� ह%, बालव�नु[ बानुता� ह%। बा�जिद्ध जिजतानु� बालव�नु[ ह�गी�, मनु उतानु� ह� अनु�गी�म� बानु)गी�। इजिYद्रय�, मनु की अनु�गी�मिमनु� ह.गी�। इस प्रकी�र इजिYद्रय�, मनु की) पू�छे) चाल�गी�, मनु बा�जिद्ध की) पू�छे) और

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बा�जिद्ध आत्मरस म� ता(प्ता ह�गी� ता� सम्प�ण� ज�वनु म� वह आत्मरस छेलकी) गी�। ज�वनु ज�नु) की कील� आ ज�य)गी�। इस कील� स) य�गी� की� य�गी सफेंल ह� ज�ता� ह%, भR की भशिR सफेंल ह� ज�ता� ह%, तापूस्व� की� तापू सफेंल ह� ज�ता� ह%, जपू� की� जपू सफेंल ह� ज�ता� ह%, निवद्या�थाy अपूनु) निवद्या�ध्ययनु म� सफेंल ह� ज�ता� ह%, स�धुकी अपूनु) आत्मज्ञा�नु म� जगी ज�ता� ह%। आत्म-निवs��निता ऐस� चा�ज ह%।

एकी�ग्रता� स) सफेंलता� मिमलता� ह%, शिचात्त की निवs��निता स) स�मर्थ्यय� आता� ह%, आत्मद)व ताथा� आत्मद)व म� प्रनितामिष्ठाता सत्पू�रूष की� स्नु)ह कीरनु) स) शिचात्त म� दिदव्यता� आता� ह%। निकीस� की�म� व्यशिR की� स्नु)ह कीर�गी) ता� की�म आय)गी�, ल�भ� व्यशिR की� स्नु)ह कीर�गी) ता� ल�भ बाढ़ी)गी� और पूरम�त्म� स) स्नु)ह कीर�गी) ता� दिदव्यता� आय)गी�।

स्नु)ह निकीय) निबानु रह नुहU सकीता) ता� ईश्वर की� स्नु)ह कीर�। कीम� निकीय) निबानु� रह नुहU सकीता) ता� निनुष्की�म ह�कीर दूसर. की� स�ख पूहुँ,चा�नु) की) शिलए कीम� कीर�। की�मनु� की) निबानु� रह नुहU सकीता) ता� ऐस� की�मनु� कीर� निकी म* जगीता की� स्वप्नवता कीबा द)ख�,गी� ? म)र) ऐस) दिदनु कीबा आए,गी) निकी र�गी और द्वा)ष की) ह)ता� ह�नु) पूर भ� शिचात्त म� र�गी-द्वा)ष नु पूनुपू) ? म* ऐस� ज्ञा�नु कीबा पू� ल�, निकी निफेंर म�ता� की) गीभ� म� नु ज�नु� पूड़ी), जYम-मरण की) चाक्कीर म� नु घ�मनु� पूड़ी) ? म)र) ऐस) दिदनु कीबा आए,गी) निकी म* प्रभ� म� मिमल ज�ऊँ, गी� ? म)र) ऐस) दिदनु कीबा आए,गी) निकी अपूनु) ईश्वर�य स्वभ�व म� जगी ज�ऊँ, गी� ? म)र) ऐस) दिदनु कीबा आए,गी) निकी द)ह रहता) हुँए द)ह�ता�ता स्वरूपू म� जगी ज�ऊँ, गी� ?

इस प्रकी�र की की�मनु� कीर�गी) ता� यह की�मनु� अYय सबा की�मनु�ओं की� ख� ज�य)गी�। निफेंर स्वय� भ� >��ता ह� ज�य)गी�। अYयथा� ता� स�ख भ�गी की की�मनु�ओं की� पू�र� कीरता)-कीरता) कीभ� अYता नुहU आय)गी�, ज�वनु की� ह� अYता ह� ज�य)गी�।

यदिद एकी भ� की�मनु� बा�की ह% ता� समझ� अभ� कीई की�मनु�ए, उसकी) पू�छे)-पू�छे) बा�की ह*। वह एकी की�मनु� पू�र� ह�ता)-ह�ता) दूसर� कीई की�मनु�ए, जगी ज�ता� ह*।

ज� की�मनु�ओं की� पू�र� कीरनु) म� लगीता) ह* व) पूर)>�निनुय. की� आम�त्रण द)ता) ह*। की�मनु�ओं की� निनुव(त्त कीरनु) की) र�स्ता) ज� चालता) ह%, व) शि>व ह�नु) की) र�स्ता) चालता) ह*।

की�मनु� उठाता� ह* बा)वकी� फें स) और पू�र� ह�ता� ह* मजदूर� स)। पू�र� नुहU ह�ता� ता� क्षा�भ पू%द� कीरता� ह%। की�मनु� की� पू�र� ह�नु) म� की�ई बालव�नु[ आदम� निवघ्नु ड�लता� ह% ता� क्र�धु पू%द� ह�ता� ह%। इस प्रकी�र की�मनु� स) भय, ईष्य�� और क्र�धु की� जYम ह�ता� ह%। भय, ईष्य� और क्र�धु म� य) ता�नु. निकीस� अYय जगीह स) नुहU आता), अनिपूता� की�मनु� की) ह� पूरिरव�र ह*। की�मनु� स) ह� भय पू%द� ह�ता� ह%, की�मनु� स) ह� ईष्य� पू%द� ह�ता� ह, की�मनु� स) ह� क्र�धु पू%द� ह�ता� ह%, शिचाYता� पू%द� ह�ता� ह%। अगीर की�मनु� नुहU ह% ता� शिचाYता� निकीस बा�ता की ?

की�मनु� पू�र� ह� ता� क्य� और पू�र� नु ह� ता� भ� क्य� ? की�मनु� पू�र� हुँई ता� भ� आखिखर मिमटों ज�एगी�, अगीर पू�र� नुहU हुँई ता� भ� मिमटों ज�य)गी�। क्य� पूरव�ह ह% ?

की� छे ल�गी भ�ताकी�ल म� सरकी ज�ता) ह*, की� छे लगी भनिवष्यकी�ल म� सरकी ज�ता) ह*। वत्त�म�नु स) पू�छे) निफेंसल) ता� भ�ता, आगी) निफेंसल) ता� भनिवष्य। वत्त�म�नु म� व�सनु�-की�मनु�ओं की) दलदल म� फें, स) ता� भ� गीड़ीबाड़ी।

नु वत्त�म�नु की की�मनु�ओं की) दलदल म� फें, स�, नु स�ख-दुGख की� य�द कीरकी) भ�ताकी�ल म� पू�छे) निगीर�, नु भनिवष्य म� स�ख-दुGख की कील्पूनु� कीरकी) आगी) निगीर। वत्त�म�नु म� ज्ञा�नु की) ऊँ, चा) शि>खर पूर कीदम रखकीर चाल� ता� बा)ड़ी� पू�र ह� ज�ए। ज्ञा�नु ज%स� मिमत्र निवश्वभर म� की�ई नुहU। अज्ञा�नु ज%स� >त्र� दुनिनुय� म� की�ई नुहU। जगीता की) स�र) >त्र� मिमलकीर ता�म्ह�र� इतानु� नुह� निबागी�ड़ी सकीता) जिजतानु� अज्ञा�नु निबागी�ढ़ीता� ह%। दुनिनुय� की) सबा मिमत्र मिमलकीर भ� उतानु� नुहU स,व�र सकीता) जिजतानु� आत्मज्ञा�नु स,व�रता� ह% और आत्मज्ञा�नु पू�नु� ता�म्ह�र) ह�था की बा�ता ह%। दुनिनुय� की) सबा ल�गी. की� मिमत्र बानु�नु� ता�म्ह�र) ह�था की बा�ता नुहU ह%। अपूनु� की�मनु�ओं की� पू�र� कीरता)-कीरता) य�गी बा�ता गीय) निफेंर भ� मथा�र� की) भ�गी)निड़ीय. की तारह अभ� वहU-की) -वहU ह*।

मर्थं%र� के� भू�ग�ड़ीमथा�र� की) भ�गी)ड़ी� यम�नु� निकीनु�र) गीय)। ख�बा भ�,गी पू�। नु>) म� चा�र ह�नु) लगी)। स�ध्य� की� समय था�। गीगीनु म�

पू�र्णिण�म� की� चा�,द निनुकील रह� था�। एकी भ�गी)ड़ी� नु) स�झ�व दिदय�G "चाल�, आज नु\की� की स%र कीर�, प्रय�गी चाल�।"

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बा�की की) ता�नु. सहमता ह� गीय)। चा�र. नु�व म� बा%ठा) । र�ताभर पूताव�र चाल�ता) रह), पूरिरsम कीरता) रह)। स�बाह हुँई। चा�र. समझ) हम प्रय�गी आ गीय)। इतानु) म� मथा�र� की की�ई मनिहल� यम�नु� स) पू�नु� भरनु) आय�। भ�गी)निड़ीय. की नुजर भ� भ�गी)ड़ी�। एकी नु) कीह�G "अर) ! यह ता� म)र� पूत्नु� ह%। यह�, प्रय�गी म� ?" आश्चय� भ� हुँआ निकी हम ता� र�ता भर पूताव�र चाल�ता) रह), नु�व की� ख)ता) रह), ताबा पूहुँ,चा) ह* और यह यकी�यकी की% स) पूहुँ,चा गीय� ? ......और निफेंर निबानु� पू�छे) ? वह अपूनु� पूत्नु� की� गी�शिलय�, द)नु) लगी�।

की�ई सज्जनु आदम� वह�, स) गी�जर�। पू�छे�G "अर) भ�ई ! क्य� बा�ता ह% ?"भ�गी)ड़ी� बा�ल�G "हम कील >�म की� मथा�र� स) नु�व म� चाल) था) ता� अभ� स�बाह प्रय�गी पूहुँ,चा) ह* और यह म)र� औरता

निबानु� पू�छे) ह� यकी�यकी की% स) पूहुँ,चा गीय� ?सज्जनु नु) द)ख� निकी चा�र. नु�व म� ता� बा%ठा) ह%, पूताव�र� भ� र�ताभर चाल�ईं ल)निकीनु नु�व की� ल�गीर ख�ल� ह� नुहU।

समझता) ह* निकी हम पूरिरsम कीरकी) मथा�र� स) प्रय�गी पूहुँ,चा गीय) ह* ल)निकीनु व�स्ताव म� व) यहU-की) -यहU मथा�र� म� पूड़ी) ह*। ल�गीर दिदख�य� ताबा उनुकी� नु>� उतार�।

ऐस) ह� हम ज�वनु म� ख�बा पूरिरsम कीरता) ह%। समझता) ह* निकी हम�र� ज�वनुय�त्र� ह� रह� ह% ल)निकीनु व�सनु�-की�मनु� की� ल�गीर ता� उठा�य� ह� नुहU ह%। हम�र� ज�वनु नु%य� वहU की वहU स�स�र की) दलदल म� उलझ� पूड़ी� ह%।

एकी व) ल�गी ह* ज� ईश्वर की� प्य�र कीरता) ह* और आवश्यकीता� स�स�र की समझता) ह%। दूसर) व) ल�गी ह* ज� आवश्यकीता� ता� ईश्वर की समझता) ह* और प्य�र स�स�र की चा�ज. स) कीरता) ह*। द�नु. प्रकी�र की) ल�गी बा)चा�र) ठागी) ज�ता) ह*।

आवश्यकीता� ह% ईश्वर की और प्य�र कीरता) ह* स�स�र की� ता� व) ल�गी ईश्वर की� उपूय�गी भ� स�स�र की) शिलए कीरनु� चा�ह�गी)।

अर) भ%य� ! अपूनु) आपू पूर की( पू� कीर�। अपूनु� आवश्यकीता� भ� ईश्वर ह� और प्र)म�स्पद भ� ईश्वर ह� यह बा�ता जिजस दिदनु समझ म� आ ज�य)गी� उस दिदनु सबा की�मनु�ए, भ� अपूनु) आपू पू�ण� ह�नु) लगी�गी�। इतानु� ह� नुहU, ता�म्ह�र� मनु\ता� म�नुनु)व�ल) की� भ� बा)ड़ी� पू�र ह� ज�य)गी�। ता�म की) वल के�मसं�केल्पूवर्जिजी-तः�� ह� ज�ओ। सचाम�चा ता�म स�क्षा�ता[ नु�र�यणस्वरूपू बानु ज�ओगी)। जबा ईश्वर ह� अपूनु� प्र)म�स्पद और ईश्वर ह� अपूनु� आवश्यकीता� बानु)गी� ताबा हर र�ज म�बा�रकीबा�दd की) दिदनु ह.गी)।

संद� दिदव�ल सं�तः केD, आठ) प्राहेर आनन्द।निनजी स्वरूपू म: मस्तः हे;, छ ड़ी इच्छा� के� Nन्द।।

हम ल�गी ता� वष�भर म� द� ता�नु दिदनु दिदव�ल� मनु�ता) ह* और थाकी ज�ता) ह*। स�ता निनुष्की�म ह�ता) ह* अताG उनुकी हर स�,स दिदव�ल� ह�ता� ह%। उनुकी ता� दिदव�ल� ह�ता� ह%, उनुकी महनिफेंल म� आनु) व�ल. की भ� दिदव�ल� ह� ज�ता� ह%।

जगीता की) फेंYद ताबा ताकी फेंYद नुहU ह* जबा ताकी आपू की�म स�कील्पू स) आक्र�Yता नुहU ह�ता)। की�य� ता� ज्ञा�नु� भ� कीरता) ह* निफेंर भ� निनुल�पू नु�र�यण रहता) ह*। जगीता की) निकीस� फेंYद) म� फें, सता) नुहU क्य.निकी व) निनुष्की�म ह*।

व�सनु�ए, ह�ता� ह% अYताGकीरण म�। अYताGकीरण की) स�था सम्बान्ध-निवच्छा)द कीर दिदय� जनुकी नु) ता� र�ज्य कीरता) हुँए भ� उनुकी� की� छे नुह� निबागीड़ी�। अगीर हम ल�गी अYताGकीरण स) ज�ड़ी) रह) ता� ज�वनु म� कीभ� ऊँ, चा�ई, कीभ� निनुचा�ई, कीभ� चाढ़ी�व, कीभ� उता�र ह�ता� ह� रह)गी�। स�ता. नु) अYताGकीरण की� अपूनु� म�नुनु� ह� छे�ड़ी दिदय�।

अYताGकीरण की) स�था सम्बान्ध ह�ता� ह% ता� उसकी एकी�ग्रता� म� अपूनु) की� स�ख� म�नुता) ह*, अYताGकीरण की इच्छा� पू�र� हुँई ता� अपूनु) की� भ��य>�ल� म�नुता) ह*, इच्छा� अधु�र� रह� ता� अपूनु) की� अभ�गी� म�नुता) ह*। कीर�ड़ी.-कीर�ड़ी. अYताGकीरण जिजसम� पू%द� ह�कीर ल�नु ह� रह) ह% उस व�स्तानिवकी 'म*' की� अगीर स�क्षा�त्की�र कीर शिलय� ता� बा)ड़ी� पू�र ह� गीय�। निफेंर ता�म्ह�र� व�ण� स�नुकीर ल�गी पू�वनु ह� ज�ए,गी)। ऐस� व�ण� स�नुनु) की) शिलए गी�द�वर� म�, नु�र� की� रूपू ल)कीर एकीनु�थाज� मह�र�ज की) सत्स�गी म� बा%ठाता� थाU। ब्रेह्मव)त्त�ओं की व�ण� स�नुनु) की) शिलए स�क्ष्म जगीता की) ल�गी भ� आकीर बा%ठा ज�ता) ह*। इच्छा�रनिहता ह�नु) म�त्र स) आपू इतानु) मह�नु ज�ए,गी)। इच्छा� कीर-कीरकी) ता� आज ताकी निकीतानु� ह� म�स�बाता� उठा�ईं। अबा इच्छा�रनिहता ह�कीर द)ख�।

इस�शिलए ता�लस�द�सज� नु) गी�य� ह�गी�Gअबा प्राभू% ! केB पू� केर} एनिहे भू�Wतः।

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संबा तःजिजी भूजीन केरउW दिदन र�तः।।सबा छे�ड़ीकीर भजनु कीरू, म�नु) क्य� ? ख�नु�-पू�नु�, पूहनुनु�-ओढ़ीनु� छे�ड़ीकीर भजनु कीरू, ? नुहU, ख�नु�-पू�नु�

आदिद ता� चालता� रह)गी�। सबा छे�ड़ीनु) की� मतालबा ह% इच्छा�, व�सनु�, की�मनु�, स�कील्पू की� त्य�गी। की�मनु� और स�कील्पू म� ह� ता� सबा छे� पू� ह%। की�मनु� और स�कील्पू छे�ड़ी द� ता� दिदनु-र�ता भजनु ह�गी�। निफेंर ता�म्ह�र� नु\कीर� कीरनु� भ� भजनु, दुकी�नु चाल�नु� भ� भजनु, य�द्ध कीरनु� भ� भजनु ह� ज�य)गी�। निवषय-स�ख भ�गीनु) की इच्छा� ह� बान्धनु ह%। इच्छा�, व�सनु�-की�मनु� और स�कील्पू छे�ड़ीकीर सबा प्रभ� की� ह% यह समझकीर निनुष्की�म ह�कीर सबा व्यवह�र कीर� ता� सबा भजनु ह� ज�एगी�।

य%चिक्ते सं� के�मन�ओं के म ड़ी एकी नुगीर स)ठा नु) सपूनु� द)ख� निकी म* बा�ढ़ी� ह� गीय� हूँ,..... द�,ता निगीर गीय) ह%..... म�,ह ख�खल� ह� गीय� ह%..... चा)हर)

पूर झ�र्रिर�य�, पूड़ी गीई ह*..... बा�ल सफें) द ह� गीय) ह*.... कीमर झ�की गीई ह%। स�बाह उठा� और नुगीर ज्य�नितानिषय. की� बा�ल�य�। की�फें ज्य�निताष� इकीट्ठी) ह� गीय)। बाड़ी� ज�नु� म�नु� स)ठा था�। अपूनु) सपूनु) की बा�ता कीह� और सपूनु) की फेंलs�निता बाता�नु) की� कीह�।

उनु ज्य�नितानिषय. म� द� म�धु�Yय ज्य�निताष� था)। सपूनु) की फेंलs�निता स�नु�नु) म� प्रगी�ढ़ी निवद्वा�नु था)। एकी नु) कीह�G "स)ठा ज� ! आपूकी� सपूनु� बाड़ी� खतारनु�की ह%, बाड़ी� दुGखद ह%। सपूनु� स�की) ता कीरता� ह% निकी आपूकी) ह�ता) आपूकी) स�र) की� टों�म्बा� मर ज�ए,गी)।

यह स�नुकीर स)ठा ता� दुGख� ह� गीय)। अपूनु) समग्र पूरिरव�र की� ऐस� कीरूण अ�ज�म ! ह�य र�म !दूसर� ज्य�निताष� की�म-स�कील्पूवर्जिज�ता ह�नु) की) म�गी� पूर था�। उसनु) कीह�G "स)ठाज� ! घबार�ओ मता, दुGख� मता

ह�। इYह.नु) जिजतानु� बाता�य� उतानु� यह सपूनु� खतारनु�की नुहU ह%। ता�म बा)की�र म� डर रह) ह�। इस सपूनु) की फेंलs�निता स�नु�नु) म� म�झ) जर� निवचा�र कीरनु� पूड़ी)गी�। म* कील बाता�ऊँ, गी�। आपू निनुश्चिंश्च�ता ह� ज�ओ। >�की कीरनु) की की�ई बा�ता ह� नुहU ह%।

स)ठा की� एकी दिदनु बाड़ी� व्य�की� लता� स) बा�ता�। उनुकी� इच्छा�-की�मनु� स�कील्पू. नु) घ)र शिलय� था�। ह�य ! म)र� क्य� ह�गी� ? ऐस� स�चाकीर >�की स�गीर म� गी�ता) ख�नु) लगी)।

दूसर) दिदनु वह ज्य�निताष� आय� और ख�>� भर) स्वर म� बा�ल�G"स)ठा ज� ! स)ठा ज� ! म*नु) ज%स� स�चा� था� ऐस� ह� हुँआ। आपूकी) बा�ढ़ी�पू) की) दृश्यव�ल� सपूनु� निबाल्की� ल अम�गील

नुहU ह%। वह सपूनु� बाता�ता� ह% निकी आपू दdघ��य� ह.गी)। आपू इतानु) दdघ�ज�व� ह.गी) निकी आपूकी) निकीस� भ� की� टों�म्बा� की� आपूकी म(त्य� द)खनु) की� अवसर ह� नुहU आय)गी�।"

बा�ता वह� की वह� था�। कील व�ल) ज्य�निताष� नु) ज� फेंलs�निता बाता�ई था� वह� की वह� फेंलs�निता उसनु) ऐस� मधु�रता� स) कीह� निकी स)ठा ज� नु) उस ज्य�निताष� की� इनु�म द) दिदय�।

ऐस) ह� अपूनु� इच्छा�ओं की� भ� म�ड़ीनु) की� तार�की� ह�ता� ह%। इच्छा�ए, उठाता� ह* मनु म�, ता� मनु की� समझ� द�, फें� सल� द� य�शिR स)। स\ इच्छा�ए, उठा) ता� स\ की कीर द� स�ठा... आधु� कीर द� की�टों.... दस द�गी)... दस छे� ड़ी�य�गी).... दस की) ज�ड़ी�गी) ह�था। अभ� ता� आर�म कीरनु) द� य�र !

र�मनु�म की मधु�रता� निपूय�गी), र�म-र�म म� रमनु) व�ल) अYताय��म� अपूनु) आत्मद)व की� अम(ता निपूय�गी) ता� इच्छा�ए, स\ भ� नुहU रह�गी� और दस भ� नुहU रह�गी�। जबा की�ई इच्छा� नुहU रह� ता� स�र� इच्छा�ए, पू�र� कीरनु) व�ल) ल�गी ता�म्ह�र) इद� निगीद� आकीर, ह�था ज�ड़ीकीर निवनु�ता भ�व स) ता�म्ह�र� स)व� म� लगी ज�ए,गी)।

आपू ता� स�क्षा�ता नु�र�यण की� अ�गी ह%, ल)निकीनु इच्छा�ए, आपूकी� ज�व बानु� रह� ह%।च�हे चम�ड़ी च�हेड़ी, अनितः नच केD नच।

तः� तः पू�रन ब्रह्म र्थं�, जी च�हे न हे तः बाच।।र�जस और ता�मस इच्छा�ए, दुGखद�य� ह*। स�स्मित्त्वकी इच्छा�ए, स�ता. की) पू�स ल) ज�ता� ह*। व) इच्छा�ए, जबा

पूरम�त्म� की� पू�नु) की बानु ज�ता� ह* ताबा स�स्मित्त्वकीता� की पूर�की�ष्ठा� ह�ता� ह%। स�धुकी जबा चा�हरनिहता ह� ज�ता� ह%, चा�हरनिहता पूद म� ठाहर ज�ता� ह% ता� उसकी� उद्ध�र ह� ज�ता� ह%। निफेंर उसकी� ज�वनु बाड़ी� मधु�र बानु ज�ता� ह%। प्र�रब्ध व)गी

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स) उसकी� धुनु मिमल) नु मिमल), सत्त� मिमल) नु मिमल), र�गी, बा�ढ़ी�पू� आव) ता� भ� म* बा�म�र हूँ,..... म)र� बा�ढ़ी�पू� ह%.... म�झ पूर म�स�बाता� आय� ह%.... म* दुGख� हूँ,..... ऐस� नुहU म�नुता�। वह अकीत्त��-अभ�R� पूद म� स्थिस्थाता ह�कीर निनुल³पू नु�र�यण बानु ज�ता� ह%। स�र� की�मनु�ए, और कीम� उसकी) कीटों ज�ता) ह*।

की�मनु�ए, और स�कील्पू वत्त�म�नु की >��निता, निनुश्रिश्चYताता� और आनुYद की� ख� ज�ता) ह*। व्यशिR की� अ>��ता बानु� द)ता) ह*। ज्ञा�नु� वत्त�म�नु म� की�म कीरता) ह*। निनुष्की�म ह�कीर भनिवष्य की) निवषय-स�ख की आकी��क्षा� नुहU कीरता) इसशिलए उनुकी� वत्त�म�नु की� आत्मस�ख छेलकीता� ह%। उस आत्मस�ख की) प्रकी�> स) उनुकी बा�जिद्ध की य��यता� जनु स�धु�रण ल�गी. स) निवलक्षाण बानु� रहता� ह%।

की�मनु�ए, ह� व्यशिR की य��यता� क्षा�ण कीर द)ता� ह*। शिचाYता�, भय, >�की, निवष�द, य) सबा की�मनु�ओं की उपूज ह*। की�मनु�ए, उठाता� ह* अज्ञा�नु स), नु�समझ� स), शिचात्त की मशिलनुता� स)। मशिलनुता� स) शिचात्त म� की�मनु� उठाता� ह% और शिचात्त की� और ज्य�द� मशिलनु कीरता� ह%। शिचात्त की >�द्धता� स) की�मनु�ए, स�स्मित्त्वकी ह�ता� ह* और शिचात्त अमिधुकी >�द्ध ह�ता� ह%। शिचात्त>�जिद्ध कीरता) कीरता) की�मनु�ए, की�टोंd ज�ता� ह*।

स्व�म निवव�के�नन्द और नतः�केDस्व�म� निवव)की�नुYद की� नु�म पूहल) निवनिवदिद>�नुYद था�। व) म�उYटों आबा� गीय) था) ताबा ख)ताड़ी� की) मह�र�ज� स) भ�टों

हुँई। स्व�म� ज� स) मिमलकीर मह�र�ज� बाड़ी) प्रभ�निवता हुँए और उनुकी� ख)ताड़ी� आनु) की� प्र)मभर� आम�त्रण दिदय�। निवनिवदिद>�नुYद वह�, गीय) ता� इनु निवरR स�Yय�स� की) स्व�गीता म� मह�र�ज� नु) र�जनुता�की की) नु(त्य की� आय�जनु निकीय�। एकी स�Yय�स� और उनुकी) इद�निगीद� सबा नुता�निकीय�, नु�चागी�नु कीरनु) लगीU। निवनिवदिद>�नुYद ता� था) इच्छा� रनिहता, की�म-स�कील्पूवर्जिज�ता। ताभ� ता� मह�र�ज� पूर प्रभ�व पूड़ी� था�। उYह.नु) स�चा�G 'यह क्य� ? म* स�Yय�स�.... म�झ) इस नु�चागी�नु स) क्य� ल)नु� द)नु� ?' उठाकीर चाल दिदय)।

एकी नुता�की उनुकी� र�कीकीर चारण. म� निगीर पूड़ी� और प्र�था�नु� कीरनु) लगी�G "स्व�म� ज� ! हम ता� पूनिताता ल�गी ह*। आपू पूनिताता. की� पू�वनु कीरनु) व�ल) मह�त्म� ह*। हम ता� ज%स) ता%स) ह* ल)निकीनु आपू मह�पू�रूष ह*। आपूकी) s�चारण. म� एकी गी�ता भ� पू)> कीरनु) की� म\की� नुहU मिमल)गी� ता� हम�र� गी�नु�, नु�चानु� और ज�नु� व्यथा� ह� ज�य)गी�। की� छे भ� ह�, की( पू� कीर�। म* स�रद�स ज� की� भजनु स�नु�ता� हूँ,। आपू बा%दिठाय), स्व�म� ज� ! इतानु� की( पू� की जिजए।"

मह�र�ज� नु) भ� ह�था ज�ड़ीकीर निवनुता� की । निवनिवदिद>�नुYद आसनु पूर बा%ठा� । नुता�की नु) नु�श्रिभ की) Yद्र स) मधु�र स्वर स) आल�पूता) हुँए भजनु गी�य�G

प्राभू% ! म र� अवग%णी चिच{ न धीर ।संमदरशी हे; न�म नितःहे�र , च�हे� तः पू�र केर ।।

एके नदिदय� एके न�र केहे�वतः म;ल हे नर भूर ।जीबा मिमल केरके� एके बारन भूय� सं%रसंरिर न�म पूयV।।

इके ल हे� पू�जी� म: र�खतः, इके घर बाचिधीके पूयV।पू�रसं ग%णी अवग%णी नकिंहे- चिचतःवतः, के� चन केरतः खर ।।

यहे म�य� भ्रम-जी�ल केहे�वतः सं%रद�सं संगर ।अबाकेD बा�र म किंहे- पू�र उतः�र , ननिहे प्रान जी�तः टर ।।

स्व�म� निवनिवदिद>�नुYद की� हृदय भ�वनिवभ�र ह� गीय�। व) आसनु स) उठा) और नुता�की की� प्रण�म कीरता) हुँए बा�ल)G"म�ता� ! म�झ) क्षाम� कीरनु�। म* ता)र� अवह)लनु� कीरकी) ज� रह� था�। म* भ�ल गीय� था� निकी प्र�श्रिणम�त्र म� की� छे नु

की� छे य��यता� ह�ता� ह� ह%। ता�झम� भ� कीई छे� पू� हुँई य��यता�ए, म* द)ख रह� हूँ,।"नुता�की नु) उस� समय की मता� वस्त्र-आभ�षण, रत्नुजनिड़ीता अल�की�र-गीहनु) सबा उता�रकीर फें� की दिदय) और

स�Yय�स की) गी)रूए वस्त्र धु�रण कीर शिलय)। निवनिवदिद>�नुYद की) द� पू�,चा मिमनुटों. की) स�गी स) नुता�की नु) र�जव%भव की भ�टों स\गी�ता�, निनुव�स और व)तानु सबा ठा�कीर� दिदय) और स�Yय�शिसनु� बानु गीई।

इच्छा�ओं म� दम नुहU। अगीर आपूकी� निवव)की जगी) ता� एकी ठा�कीर स) की�मनु�ओं की� निकील� धुर�>�य� ह� सकीता� ह%। ता�लस�द�स की� पूत्नु� नु) ता�नु� म�र� और व) चाल पूड़ी) ईश्वर की) म�गी� पूर। भR कीनिव स�ता ता�लस�द�सज� बानु गीय)।

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हम ल�गी छे�टों) ताबा बानुता) ह* जबा की�मनु� की� पू�सनु) म� लगीता) ह*। अगीर जगी ज�य� ता� हम�र� ज�निता और ईश्वर की ज�निता एकी ह� ह%। व�स्ताव म� ब्रे�ह्मण, क्षानित्रय, व%श्य, पूटों)ल, सिंस�धु�, गी�जर�ता�, पू�ज�बा�, म�रव�ड़ी�, मर�ठाf – यह ता�म्ह�र� ज�निता नुहU ह%, ता�म्ह�र) >र�र की ज�निता ह%। य) सबा >र�र की) की� ल ज�निता धुम� ह*।

ख)ताड़ी� की) मह�र�ज� नु) स्व�म� निवनिवदिद>�नुYद स) कीह�G"स्व�म� ज� ! आपूकी� नु�म कीदिठानु पूड़ीता� ह% बा�लनु) म� और उसकी अथा� समझनु) म� सबा ल�गी सफेंल नुहU ह.गी)।

नु�म की� छे सरल ह�नु� चा�निहए।"स्व�म� ज� की� र�ज� स) स्नु)ह ह� गीय� था�। व) बा�ल)G"ज� आपूकी� अच्छा� लगी), वह नु�म रख द�।"मह�र�ज� नु) की� छे समय स�चाकीर कीह�G "आपूकी� नु�म निवव)की�नुYद रख� ता� ?""अच्छा� ह%, शि>र�धु�य� ह%। " स्व�म� ज� नु) स्व�की( निता दd। ताबास) उनुकी� नु�म निवव)की�नुYद ह� गीय�।ख)ताड़ी� की) मह�र�ज� नु) स्व�म� निवव)की�नुYद की) की�य� म� बाड़ी� सहय�गी दिदय�। स्वय� निवव)की�नुYदज� नु) अपूनु)

s�म�ख स) कीह� था� निकीG "र�ज� स�हबा नु) म)र) सनु�तानु धुम� की) स)व�की�य� म� बाड़ी� सहय�गी दिदय� ह% और म)र� की�य� निवकीशिसता हुँआ ह%। र�ज� स�हबा की� बाड़ी� य�गीद�नु ह%।"

बा�द म� स्व�म� निवव)की�नुYद नु) ख)ताड़ी� म� स�स्था� भ� स्था�निपूता की , जिजसकी� स�चा�लनु अबा स्व�म� र�मकी( ष्ण मठा द्वा�र� ह�ता� ह%।

ऐस) ल�गी ता� चाल) ज�ता) ह* ल)निकीनु उनुकी मधु�र गी�था� रह ज�ता� ह%। मधु�रता� ताबा आता� ह%, जबा व्यशिRगीता स्व�था� क्षा�ण ह� ज�ता� ह%। र�ज� की� व्यशिRगीता स्व�था� ह�ता� ता� निवव)की�नुYद ज� की) की�य� म� था�ड़ी) ह� य�गीद�नु द) सकीता) ! समय और >शिR की� खचा� कीर सकीता) !

व्यशिR की अपूनु) व%यशिRकी स�ख की ल�लचा जिजतानु� क्षा�ण ह�ता� ह%, उतानु� वह सम�जनिहता की) मधु�र की�य� कीर ज�ता� ह%।

निवश्व की) ज� भ� बाड़ी) बाड़ी) की�य� हुँए ह*, व) ज्ञा�निनुय. की) द्वा�र� हुँए ह*, निनुष्की�म पू�रुष. की) द्वा�र� हुँए ह*। अज्ञा�नु� और की�मनु�व�ल) क्य� ख�की कीर�गी) ? ज� भ� मधु�र की�य� हुँए ह*, ल�कीनिहता की) की�य� हुँए ह*, सम�ज गीठानु की) की�य� हुँए ह*, सम�ज की� उन्नता कीरनु) व�ल) की�य� हुँए ह*, व) अपूनु) व%यशिRकी स�ख की की�मनु� छे�ड़ीनु)व�ल) ल�गी. की) द्वा�र� ह� हुँए ह*।

व)दव्य�सज� मह�र�ज नु) इतानु) स�र) >�स्त्र रचा), स�ता ता�लस�द�सज�, स�ता स�रद�सज�, नुरसिंस�ह म)हता� आदिद कीनिवत्व >शिRव�ल) स�ता. नु) सत्स�निहत्य प्रद�नु निकीय�। उYह.नु) व्यशिRगीता स�ख की) स�कील्पू छे�ड़ी)। के�मसं�केल्पूवर्जिजी-तः�� की) म�गी� पूर चाल)। अपूनु) स�कील्पू घटों�य), बाढ़ी�य) नुहU।

अपूनु) स�ख की) स�कील्पू घटों�नु) की) शिलए दूसर. की� स�ख पूहुँ,चा�नु) की) स�कील्पू कीर�। ज� दूसर. की� स�ख पूहुँ,चा�ता� ह%, वह स्वय� दुGख� की% स) रह सकीता� ह% ? दूसर. की� म�नु द)नु) व�ल� अपूम�निनुता की% स) रह सकीता� ह% ? दूसर. की� म�गील कीरनु) व�ल) की� अम�गील की% स) ह� सकीता� ह% ? बा�हर स) चा�ह) अम�गील ह�ता� दिदख) ल)निकीनु व�स्ताव म� ऐस� ह�ता� नुहU। उसकी भनिवष्य बाड़ी� म�गीलमय बानु ज�ता� ह%।

जगीदगी�रू >�कीर�चा�य� स�ता वष� की) था)। बाड़ी) म�ता(भR। उनुकी म�, आलव�ई नुदd म� प्रनितादिदनु स्नु�नु कीरनु) ज�ताU और भगीव�नु की) >व की) म�दिदर म� ज�कीर उपू�सनु� कीरताU। उनुकी� यह पूक्की� निनुयम था�।

एकी दिदनु म�, नुदd पूर गीई ता� व�पूस नुहU आई। नुYह) >�कीर की� बाड़ी� शिचाYता� हुँई। र�स्ता) म� ज�कीर द)ख� ता� बा�ढ़ी�पू) की) की�रण म�, की� चाक्कीर आय) और वह निगीर� पूड़ी� ह%। बा)टों� म�, की स)व� म� लगी गीय�। म�, की चा)तानु� व�पूस ल\टोंd। बा)टों) >�कीर नु) भगीव�नु स) प्र�था�नु� की G "ह) प्रभ� ! नुदd हम�र) घर स) इतानु� दूर ह% और म�, की� ता� र�ज ज�नु� ह� ह% स्नु�नु कीरनु)। ......ता� ह) पूरम�त्म� ! ता� नुदd की� रूख बादल द) ता�निकी वह हम�र) घर की) कीर�बा स) बाह)। ता)र) शिलए अस�भव ह� क्य� ह% नु�था !"

हुँआ भ� ऐस� ह�। की� छे दिदनु की) बा�द ज�र. की बा�रिर> आय�। नुदd म� बा�ढ़ी आय� और प्रव�ह की� रूख बादल गीय�। निफेंर उनुकी) घर की ओर स) नुदd बाहनु) लगी�।

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प्रकी( निता म� ज� ह�नुह�र ह�ता� ह%, वह� सज्जनु पू�रूष. की) हृदय स) प्र�था�नु� की) रूपू म� निनुकील आता� ह% और वह सफेंल ह� ज�ता� ह%।

ज� व्यशिR के�मसं�केल्पूवर्जिजी-तः�� ह�ता� ह% वह बा�ह्य अनु�की� लता� म� भ� समरस रहता� ह% और प्रनिताकी� लता� म� भ� उसकी भ�तार की स्थिस्थानिता बाड़ी� मधु�र ह�ता� ह%।

ग��धी�र और श्रीकेB र्ष्याणीs�की( ष्ण, धु(तार�ष्ट्र, गी��धु�र� आदिद कीहU ज� रह) था)। गी��धु�र� नु) s�की( ष्ण स) कीह�G "अगीर आपू चा�हता) ता� की\रव.

की� निवनु�> रूकी सकीता� था�। मह�भ�रता की) य�द्ध म� म)र) सबा पू�त्र म�र) गीय)। की( ष्ण ! आपू चा�हता) ता� यह नुहU ह�नु) द)ता)।"व�स्ताव म� s�की( ष्ण की) चा�हनु) पूर यह नुहU ह�ता�, यह बा�ता सह� ह% निफेंर भ� व�सनु� स) आक्र�Yता व्यशिRय. की)

की� छे कीम� ऐस) ह�ता) ह* निकी उनुकी� बाचा�नु) की) शिलए s�की( ष्ण की चा�ह ह� नुहU उठाता�। की\रव. की) पू�पू इतानु) बाढ़ी गीय) था) निकी उनुकी) शिलए य�द्ध ह�नु� अनिनुव�य� ह� गीय� था� इस�शिलए s�की( ष्ण की चा�ह पू%द� नुहU हुँई।

गी�,धु�र� नु) s�की( ष्ण की� s�पू दिदय�G "ता�मनु) म)र) बा)टों. की� मह�भ�रता की) य�द्ध म� मरव� दिदय� ता� ज�ओ, 36 स�ल की) बा�द ता�म्ह�र� पूरिरव�र भ� नु: ह� ज�य)गी�।"

s�की( ष्ण म�स्की� र�य)। बा�ल)G "की�ई बा�ता नुहU। यह भ� ह�नुह�र ह%, ह�नु) व�ल� ह% ता� इसकी� भ� द)ख ल�गी)। गी��धु�र� ! ज� ह�नु) व�ल� ह% वह� ता)र) द्वा�र� s�पू ह�कीर आय� ह%। ठाfकी ह%।"

s�की( ष्ण की जगीह पूर दूसर� व्यशिR ह�ता� ता� दुGख� ह� ज�ता�।ज� ह�नु) व�ल� वह� निकीस� की) s�पू द्वा�र� य� वरद�नु द्वा�र� आता� ह%। निनुयनिता म� ऐस� ह�ता� ह%। पू�रूष�था� कीरकी) ,

दृढ़ी स�कील्पू कीरकी) पूरिरस्थिस्थानिताय. म� की� छे पूरिरवता�नु ता� ह�ता� ह% इसम� की�ई सYद)ह नुहU। स�था ह� स�था यह भ� समझनु� ह�गी� निकी पूरिरस्थिस्थानिताय. स) प्र�प्ता ज� स�ख ह% वह भ� ता� पूरिरवता�नु>�ल ह%।

की�मस�कील्पू स) आक्र�Yता व�सनु�व�नु व्यशिR पूरिरस्थिस्थानिताय. की� अनु�की� ल बानु�नु) की) शिलए शिचाYता�, भय, >�की कीरता� ह%, भनिवष्य पूर निनुभ�र कीरता� ह%। पूरिरस्थिस्थानिता निकीतानु� भ� अनु�की� ल बानु)गी�, प्रनिताकी� ल बानु)गी�, उसकी� प्रभ�व तानु ताकी रह)गी�, मनु ताकी रह)गी�। तानु और मनु व�स्ताव म� हम ह* नुहU। अपूनु) व�स्तानिवकी स्वरूपू पूर निनुगी�ह नुहU ह% इसशिलए इनु स�धुनु. की� म* म�नुकीर तापू रह) ह*, भ�नु रह) ह*। इस प्रकी�र तापूता)-तापूता) ज�वनु खत्म ह� ज�ता� ह%, पूर स�घष�-निवघ्नु-बा�धु�ए, खत्म नुहU ह�ताU। म\ता खत्म नुहU ह�ता�। वह एकी >र�र की� म�रकीर निफेंर दूसर� बानु�ता� ह%। उसकी� भ� म�रकीर ता�सर� बानु�ता� ह%। इस प्रकी�र >(�खल� चालता� रहता� ह%।

>र�र, मनु, बा�जिद्ध य) अनु�त्म� ह*, प्रकी( निता की चा�ज� ह*। इनुकी� निकीतानु� भ� स�ख पूहुँ,चा�ओ, अनु�की� ल रख� निफेंर भ� फेंरिरय�द बानु� रह)गी�, इनुकी� पूरिरवता�नु बानु� रह)गी�। ज� हम ह*, हम�र� ज� व�स्तानिवकी स्वरूपू ह% वह ज्ञा�नुस्वरूपू ह%। वह ज्य. की� त्य. रहता� ह%। उसम� ज� दिटोंकी ज�ता) ह% व) की�म-स�कील्पूवर्जिज�ता ह� ज�ता) ह*। ज� >र�र म� य� पूरिरस्थिस्थानिताय. म� उलझता) रहता) ह* उनुकी) स�कील्पू. की�, व�सनु�ओं की� अ�ता नुहU आता�। >र�र की� अYता ह� ज�ता� ह% ता� दूसर� >र�र धु�रण कीरनु) की) शिलए भटोंकीनु� पूड़ीता� ह%। दूसर� >र�र धु�रण कीरनु) की) शिलए भटोंकीनु� पूड़ीता� ह%। दूसर� >र�र ल) शिलय� ता� वह�, भ� वह� चाक्कीर। इस�शिलए >�स्त्र. म� कीह�G यस्य ज्ञा�नमय� तःपू�। तापू ता� कीर� ल)निकीनु उस तापू म� आत्मज्ञा�नु की� प्रभ�व ह�। तापू ज्ञा�नुस�य�R ह�नु� चा�निहए। य�गीम�गी� की� ज्ञा�नु ह� ता� स�धुकी था�ड़ी) ह� दिदनु. म� स�धुनु� की) ऊँ, चा) शि>खर सर कीर सकीता� ह%। ज्ञा�नु नु ह� ता� वह वष� ताकी घ�मता� रहता� ह%।

हम�र� र�ढ़ी की हड्डी� म� स) एकी नु�ड़ी� ज�ता� ह*। र�ढ़ी की) आखिखर� मनुकी) स) ल)कीर मस्ताकी की) ऊँपूर ताकी। इस नु�ड़ी� म� अलगी-अलगी स्था�नु. पूर स�ता चाक्र ह*- म�ल�धु�र, स्व�मिधुष्ठा�नु, मश्रिणपू�र, अनु�हता, निव>�द्ध�ख्य, आज्ञा� और सहस्रो�र। सबास) नु�चा) गी�द�द्वा�र की) पू�स म�ल�धु�र चाक्र ह%। उसकी पू�ख�निड़ीय�, रRवण� ह*। 1200 श्व�स चाल) उतानु� द)र य�गी�भ्य�स� स�धुकी म�ल�धु�र चाक्र म� अपूनु� शिचात्तव(श्रित्त की� स्था�निपूता कीर द) और श्व�स. की� निनुह�रता� रह) ता� >�र�रिरकी बाल बाढ़ीता� ह%, की� छे अ�> म� शिचात्त की प्रसन्नता� प्र�प्ता ह�ता� ह%। वष� पूय�Yता यह अभ्य�स कीर) ता� सत्यस�कील्पू आदिद शिसजिद्धय�, प्र�प्ता ह�ता� ह*।

दूसर) वष� म� दूसर) की) Yद्र स्व�मिधुष्ठा�नु चाक्र म� ध्य�नु की� अभ्य�स कीर) ता� कीनिवत्व >शिR प्रकीटों ह�ता� ह%। दूरद>�नु, दूरsवण आदिद की य��यता�ए, आ ज�ता� ह*। इस प्रकी�र अलगी अलगी चाक्र. की) अभ्य�स की� फेंल प्र�प्ता ह�ता� ह%।

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य�गी�भ्य�स म� य�गीशिसजिद्ध की) फेंल की प्र�न्तिप्ता की� स�कील्पू ता� ह%, की�मनु� ता� ह% ल)निकीनु यह मधु�र स�कील्पू ह%, निवषय भ�गीनु) की� ता�च्छा स�कील्पू नुहU ह%। निवषय. की� सदुपूय�गी कीरनु) की� स�कील्पू ह%। ता�लस�द�सज�, स�रद�सज� आदिद म� कीनिवत्व प्रकीटों हुँआ ता� इनु कीनिवय. नु) सम�ज की� निकीतानु� बादिढ़ीय� स�निहत्य प्रद�नु निकीय� !

म�धी�व बा�लके� शी�केर�च�य�>�कीर�चा�य� ज� स�ता वष� की) था) ताबा उनुकी प्र�था�नु� की) म�ता�निबाकी नुदd की� प्रव�ह बादल गीय�। उनुकी) पू�स

स�Yय�स� ल�गी पूढ़ीनु) आता) था)। व) >�स्त्र. की� स�Yदर अथा� लगी�ता) था)।बा�लकी >�कीर की दिदव्य >शिR की बा�ता स�नुकीर की) रल की) र�ज� र�ज>)खर बाहुँता ह� निवस्मिस्मता हुँए। र�ज� स्वय�

भ� एकी अच्छा) निवद्या�-व्य�स�गी�, >�स्त्रव)त्त� निवद्वा�नु था)। इतानु� ह� नुहU, निव>)ष भशिRभ�वय�R भ� था) और निवद्वा�नु. की� उशिचाता आदर भ� कीरता) था)। स�ता वष� की) एकी ब्रे�ह्मण बा�लकी म� इस प्रकी�र की निवद्वाता� और दिदव्य >शिR की बा�ता स�नुकीर उसस) मिमलनु) की निव>)ष इच्छा� हुँई। उYह.नु) उपूह�र की) रूपू म� >�कीर की� द)नु) की) शिलए प्रधु�नुम�त्र� की) स�था ह�था� भ)ज� और र�जमहल म� पूधु�रनु) की) शिलए निनुम�त्रण दिदय�। म�त्र� नु) ज�कीर अत्यYता निवनुय की) स�था र�ज� की इच्छा� प्रकीटों की ।

>�कीर नु) कीह�G "ह) द�नुव�र ! श्रिभक्षा� ह� जिजनुकी ज�निवकी� ह%, म(गीचाम� जिजनुकी� वस्त्र ह%, सन्ध्य�वYदनु, अखि�नुह�त्र, व)द�ध्ययनु-अध्य�पूनु ताथा� गी�रूस)व� ह� जिजनुकी निनुत्यव्रता ह%, उYह� ह�था� स) क्य� की�म ? ह) म�त्र�वर ! आपू अपूनु) प्रभ� स) म)र� उत्तर बाता�कीर कीनिहएगी� निकी ब्रे�ह्मण�दिद वण�चाता�:य अपूनु)-अपूनु) धुम� की� आचारण कीर धुम�ज�वनु निनुभ� सकी� , उसकी व्यवस्था� कीरनु� ह� र�ज� की� प्रधु�नु कीत्त�व्य ह%। प्रल�भनु द)कीर उYह� निवषय म� आकीर्तिष�ता कीरनु� कीद�निपू र�ज� की� कीत्त�व्य नुहU ह%।"

इतानु� कीहकीर उYह.नु) र�जमहल म� ज�नु) की� निनुम�त्रण अस्व�की�र कीर दिदय�। >�कीर की) ऐस) व्यवह�र स) रू: नु ह�कीर र�ज� र�ज>)खर >�कीर की) प्रनिता और भ� अमिधुकी sद्ध�व�नु हुँए। म�नित्रय. की) स�था व) स्वय� एकी दिदनु की�ल�ड़ी� ग्र�म म� >�कीर की) द>�नु�था� उपूस्थिस्थाता हुँए। आकीर द)ख� निकी >�कीर म(गीचाम� पूहनु) हुँए ह*। कीमर म� म��जम)खल� ताथा� द)ह पूर >�भ्र यज्ञा�पूव�ता ह%। उनुकी) चा�र. ओर ब्रे�ह्मण ल�गी >�स्त्र. की� अध्ययनु कीर रह) ह*। >�कीर नु) र�ज� की� यथा� य��य सम्म�नु द)ता) हुँए स्व�गीता निकीय�। बा�लकी ह�नु) पूर भ� उनुकी� व्यवह�र प्रव�ण ल�गी. की तारह था�।

की) रल�धु�> >�कीर की� ज्ञा�नु द)खनु) आय) था)। अल्पू समय की >�स्त्र-निवव)चानु� स) ह� >�कील की) गीम्भ�र पू�,निडत्य पू�कीर र�ज� बाहुँता निवस्मिस्मता हुँए। स्वरशिचाता 'बा�लभ�रता' और 'बा�लर�म�यण' आदिद स�स्की( ता नु�टोंकी >�कीर की� स�नु�य) और उनुकी स�चानु� की) अनु�स�र बाहुँता की� छे स�>�धुनु भ� कीर शिलय�। र�ज� की� बाड़ी� आनुYद हुँआ। आखिखर म� >�कीर की) चारण. म� अनु)की स�वण� म�द्र�ए, अर्तिपू�ता कीµ, ता� >�कीर�चा�य� बा�ल)G

"ब्रे�ह्मण की� धुनु ता� तापू ह%, >�स्त्र. की� अध्ययनु ह%। प्रश्न रह� आज�निवकी� की�, उतानु� ता� मिमल ह� ज�ता� ह%। आपूकी हज�र. स�वण� म�द्र�ए, ल)कीर म* कीह�, स,भ�ल�,गी� ?"

र�ज� नु) कीह�G "अबा ता� म* द) चा�की�। म)र� द�नु की� स�कील्पू ह%, आपू स्व�की�र की जिजए। निकीस� अच्छा) की�म म� लगी� दdजिजएगी�।"

"र�जनु ! धुनु की� अच्छाd जगीह लगी�नु) की य��यता� ता� र�ज� म� ह� ह�ता� ह%। स�ता, स�धु�, ब्रे�ह्मण ता� निवद्या� की� अच्छाd जगीह पूर लगी� सकीता) ह*। द�नु की� अच्छाd जगीह लगी�नु) की� की�म ता� र�ज� की� ह%। उतानु� समय और शिचाYतानु हम उसम� नुहU लगी� सकीता)। आपूस) द�नु ल)कीर निफेंर उसकी� सदुपूय�गी कीरनु) की) शिलए अच्छाd जगीह ख�ज�, ता� म)र� समय बारबा�द ह�गी�। यह की�य� कीरनु� ता� र�ज� की� कीत्त�व्य ह%।"

स�ता वष� की उम्रा म� ह� >�कीर�चा�य� के�मसं�केल्पूवर्जिजी-तः�� की स्थिस्थानिता म� था)। 32 वष� ताकी जिजय) और ऐस) की�य� कीर गीय) निकी आज भ� उनुकी) नु�म की गीदिद्दय�, की�म ह*। ज� निवषय. म� स�ख ख�जता) ह* उनुकी क्षामता�ए, और >शिRय�, नु: ह� ज�ता� ह*। व) भ�गीव�दd शिचान्तिYताता और भयभ�ता बानु ज�ता) ह*। ज� की�मनु� और स�कील्पू छे�ड़ीता) ह* व) निनुभyकी और निनुश्चिंश्च�ता रहता) ह*। निनुरनिता>य स�ख पू�नु) की उनुकी क्षामता� निवकीशिसता ह�ता� ह%।

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आत्मज्ञा�नु की प्र�न्तिप्ता ह�ता� ह% इच्छा�ओं और की�मनु�ओं की� छे�ड़ीनु) स)। आत्मज्ञा�नु की इच्छा� भ� इच्छा� ता� ह% ल)निकीनु वह इच्छा� अYय इच्छा�ओं की� हटों�कीर स्वय� भ� अYता म� हटों ज�ता� ह% और आत्मस्वरूपू प्रकीटों ह� ज�ता� ह%। इसशिलए प्रभ�प्र�न्तिप्ता की इच्छा�, इच्छा� ह�ता) हुँए भ� इच्छा� म) नुहU निगीनु� ज�ता�।

ज�व की� व�स्तानिवकी स्वरूपू आत्म� ह%। गी�रूकी( पू� स) उस स्वरूपू की प्र�न्तिप्ता ह�ता� ह%। ऐस) ज्ञा�नुव�नु की) सम्प�ण� की�य� की�मनु� और स�कील्पूरनिहता ह�ता) ह*। उसकी) सबा कीम� ज्ञा�नु�खि�नु स) द�धु ह� ज�ता) ह*। ज%स) स�य�नु�र�यण की) उदय ह�नु) म�त्र स) जगीता की) की�य� अपूनु) आपू >�रू ह� ज�ता) ह* व%स) ह� बा�धुव�नु[ पू�रूष की उपूस्थिस्थानिता म�त्र स) ज�व. की) कील्य�ण की�य� स्वताG ह�नु) लगीता) ह%। ल�गी. की दृमि: म� ज्ञा�नु� बाड़ी)-बाड़ी) की�य� कीरता� हुँआ दिदख)गी�, ल)निकीनु अपूनु� दृमि: म� वह कीभ� की� छे नुहU कीरता�। अ:�वक्रज� कीहता) ह*-

अकेतःB�त्व� अभू क्तेB त्व� स्व�त्मन मन्यतः� यद�।तःद� क्षीणी� भूवन्त्य�व संमस्तः�शिश्च{वB{य�।।

य�गी� जबा अकीत्त�� और अभ�R� पूद म� स्थिस्थाता ह�ता� ह% ताबा उसकी) स�र) कीम� क्षा�ण ह� ज�ता) ह*। ज्ञा�नु� की) स�र)-की) -स�र) कीम� प्रकी( निता म� ह�ता) ह*, अYताGकीरण म� ह�ता) ह*, स�धुनु. म� ह�ता) ह*, आत्मस्वरूपू म� नुहU ह�ता)। वह� आत्मस्वरूपू ज�वम�त्र की� अपूनु� आपू� ह%। ल)निकीनु की�मनु� और स�कील्पू कीरकी) वह स्वरूपू स) बा�हर भटोंकीता� ह%। आत्म>��नितारूपू� ख)ता की� इच्छा�रूपू� ओल) निबाख)र द)ता) ह%। अताG जिजतानु� ह� सकी) उतानु� अलगी रहकीर आत्मदृमि: स) ज�नु� चा�निहए। ज्ञा�नु� की) स�ख की) आगी) स�र) निवश्व की) निवषय. की� स�ख क्य� ह�ता� ह% ? स्वगी� की� स�म्रा�ज्य ह�, स�Yदरिरय�, झ�ड़ू-बा�ह�र� कीरता� ह., ऊँव�>� और रम्भ� ज%स� अप्सर�ए, फें� ल. की >%य्य� निबाछे�कीर की� ठा लगी�, पू�नु) की� अम(ता द�, चारणचाम्प� कीर�, इजिYद्रय. की) सबा भ�गी ल�कीर रख द�, उनु सबाकी� भ�गीता)-भ�गीता) भ� उतानु� स�ख नुहU ह�ता�, जिजतानु� स�ख ज्ञा�नु� की� की� छे नु कीरता) हुँए अपूनु)-आपूम� मिमलता� ह%। स�ख पू�नु) की) शिलए ज्ञा�नु� की� की� छे नुहU कीरनु� पूड़ीता�।

व)श्य� धुनु स), क्षानित्रय बाल स), >�द्र उम्रा स), ब्रे�ह्मण >�स्त्रज्ञा�नु स) बाड़ी) म�नु) ज�ता) ह*। ब्रेह्मव)त्त� ऐस) अनु�भव की� पू�ता� ह% निकी एकी म� सबा और सबाम� एकी अखण्ड सता[-शिचाता[-आनुYदस्वरूपू, निनुत्यम�R अपूनु) स्व-स्वभ�व म� ज�ता-पू�,ता, बाड़ीप्पूनु-छे�टों�पूनु सबास) पू�र पूरम�नुYदस्वरूपू म� जगी ज�ता) ह*। धुYय ह* ऐस) ब्रेह्मव)त्त� और धुYय ह* उनुकी) अनु�भव की� अपूनु� अनु�भव बानु�नु) व�ल) सस्मित्शाष्य. की� !

>�ख, चाक्र, गीद�, पूद्म धु�रण निकीय) हुँए चाक्रपू�श्रिण भगीव�नु निवष्ण� जगीता की� पू�लनु कीरता) ह*, निफेंर भ� उनुकी� की�ई बा�झ महस�स नुहU ह�ता�, क्य.निकी व) सद� आत्मस्वरूपू म� मस्ता ह*। स�य�नु�र�यण आकी�> म� स्थिस्थाता ह* निनुर�लम्बा। स(मि: की) स�र) व्यवह�र उनुकी ह�जिजर� म�त्र स) ह�नु) लगीता) ह*। स�य�नु�र�यण ज�वYम�R ह*। उनुकी� हम�र� नुमस्की�र ! भगीव�नु स�म्बा सद�शि>व, चाYद्र>)खर, सद� अपूनु� आत्म-सम�मिधु म�, आत्मस�ख म� सम�निहता ह*। ऐस) भगीव�नु >�कीर की� नुमस्की�र ह% !

ज�वम�त्र म� वह� चा)तानु� ह% पूरYता� ज� उसम� दिटोंकी) ह* व) भगीवत्स्वरूपू ह* और ज� उसस) निवम�ख ह*, द)ह की� म* म�नुकीर स�स�र की) ता�च्छा स�ख. म� अपूनु� ज�वनु बारबा�द कीर द)ता) ह* व) ल�गी पू>�धुम�� ह*।

उम� नितःनके� बाड़ी� अभू�ग।जी� नर हेरिर तःजिजी निवषय भूजीकिंहे-।।

ज� ल�गी आत्मध्य�नु, आत्मस�ख, हरिरतात्त्व की� रस छे�ड़ीकीर स�स�र की) निवषय-निवकी�र म� स�ख ख�ज रह) ह* उनुकी) बाड़ी) अभ�गी ह*। व) अपूनु� भनिवष्य अन्धकी�रमय बानु� रह) ह*। निफेंर पूछेता�ए,गी)।

सं पूरत्र दुः�ख पू�वई, चिसंर धी%निन-धी%निन पूचिछतः�वकिंहे-।के�लकिंहे- केम�किंहे- ईश्वरकिंहे-, मिमर्थ्यय� द ष लग�वकिंहे-।।

म(त्य� की >%य� पूर पूड़ी�गी) ताबा सबा छे� टों ज�यगी�। अकी) ल) ज�ए,गी), पू>�य�निनु म� निगीर�गी), की�ई छे� ड़ी�य)गी� नुहU। व(क्षा बानु ज�ए,गी), की� ल्ह�ड़ी) की) प्रह�र सह�गी), की�ई छे� ड़ी�एगी� नुहU। अताG अभ� की� छे कीर ल� जिजसस) बा�द म� पूछेता�नु� नु पूड़ी)।

ग�निNल ! अजी% सं चतः नहेA, वBर्थं� जीनम गWव�य।तः�ल घट� बा�तः बा%झे, अन्तः बाहुःतः पूछतः�य।।

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आय�ष्यरूपू� ता)ल ख�टों ज�य)गी� ता� श्व�स�च्छाव�सरूपू� बा�ता� बा�झ ज�य)गी�। >र�ररूपू� दdय� अन्धकी�रमय ह� ज�य)गी�। ल�गी उस) भस्म कीर द�गी)। इसकी) पूहल) ता� समय की� सदुपूय�गी कीर ल) भ%य� !

उम� सं�तः संम�गम संम, और न ल�भू केछ% आन।निबान% हेरिर केB पू� उपूजी; नहेA, ग�वकिंहे- व�द पू%र�न।।

शि>वज� नु) भगीवता� उम� स) ऐस� नुहU कीह� निकी 'स्वगी�-सम�गीम सम'। नुहU। स्वगी� की� अम(ता पू�नु) स) आदम� की) पू�ण्य खत्म ह�ता) ह* जबानिकी स�ता-सम�गीम स) पू�पू खत्म ह�ता) ह* और अगीर आत्म� म� दिटोंकी�नु) व�ल� अम(ता मिमलता� ह%।

जिजनुकी गी�द म� भगीव�नु s�र�मचाYद्रज� ख)ल) ह* ऐस� की\>ल्य�ज�, स�मिमत्र� और की% की) य� अपूनु) आत्म�द्ध�र की) शिलए एकी�Yताव�स म� अपूनु� >)ष ज�वनु निबाता�नु) की) शिलए ज�ता� ह*। s�र�मचाYद्रज� कीहता) ह*- "म�, ! म* जबा इस र�ज्य की) की�य� भ�र स) थाकीता� हूँ,, ऊँबाता� हूँ, ताबा ता)र� गी�द म� शिसर रखकीर निवs��निता पू�ता� हूँ,। म�, ! ता� एकी�Yताव�स म�, अरण्य म� ज�नु) की बा�ता मता कीरनु�।"

ताबा की\>ल्य�ज� कीहता� ह*- "ह) र�म ! आपू य) म�ह-म�य� की) वचानु बा�लता) ह* ? आपू ता� भगीव�नु ह* ! भगीव�नु ता� म�ह-म�य� स) छे� ड़ी�ता) ह*। य) ममता�पू�ण� वचानु बा�लकीर आपू म�झ) आश्चय� म� ड�लता) ह* ! मनु�ष्य की� अपूनु� >)ष ज�वनु एकी�Yताव�स म� निबाता�कीर अपूनु� आत्म�द्ध�र कीरनु� चा�निहए। अगीर आपूकी) निपूता� मह�र�जs� स्वगी� म� नु शिसधु�र गीय) ह�ता) ता� हम ल�गी उनुकी) स�था व�नुप्रस्था ज�वनु निबाता�नु) अरण्य म� गीय) ह�ता)। अबा हम ल�गी. की� अकी) ल) निकीस� >��ता, निनुज�ल, पूनिवत्र स्था�नु म�, इस स�स�र की म�ह-म�य� स) दूर, की� टों�म्बा-पूरिरव�र की) आकीष�ण. स) दूर, >�द्ध स�स्मित्त्वकी स्था�नु म� ज�नु� ह%।

ह) र�म ! ज�व अपूनु)-अपूनु) कीम� स), स�कील्पू. स) बा,धुकीर स�स�र म� क्र ड� कीरता� ह% और आपूकी म�य� ऐस� प्रता�ता कीर�नु) लगीता� ह% निकी 'इतानु� ह� ज�य ता� >��निता.... इतानु� ह� ज�य ता� >��निता.....' ऐस� कीरता)-कीरता) की�ल उस) कीबा अपूनु� ग्र�स बानु� ल)ता� ह% यह पूता� ह� नुहU चालता� ह%। अताG >�घ्र�निता>�घ्र अपूनु� ऐनिहकी व्यवह�र व्यस्की बाच्च. की� स�पूकीर मनु�ष्य की� अपूनु� उद्ध�र कीर ल)नु� चा�निहए।"

की\>ल्य�ज� नु) ज्ञा�नु एव� व%र��यपू�ण� बा�ता� कीहU। s�र�मचा�द्रज� की� म�ता� की\>ल्य�, स�मिमत्र� और की% की) य� की� एकी�Yताव�स म� भ)जनु� पूड़ी�।

की\>ल्य�ज� अय�ध्य� की र�जम�ता� थाU, भगीव�नु s�र�म की म�ता� थाU। अपूनु) सबा पू�त्र आनु�द द)नु) व�ल) एव� आज्ञा�पू�लकी था)। पू�त्रवधु�ए, भ� स)व�भ�व�, प्र)मपू�ण� एव� स�ख द)नु) व�ल� थाU। नु\कीर-चा�कीर भ� तात्पूरता� स) चा�कीर� कीरनु) व�ल� था)। ऐस� की�ई दुYय�व� स�ख य� दुYय�व� व%भव नु था� निकी ज� की\>ल्य�ज� की� अप्र�प्य ह�। यह सबा ह�नु) पूर भ�, आज्ञा�पू�लकी पू�त्र, पू�त्रवधु�ए, एव� पूरिरव�र ताथा� र�ज्य की) म�ह की� निकीनु�र) रखकीर व) स�मिमत्र� और की% की) य� की) स�था तापूस्य� कीरनु) की) शिलए वनुगीमनु कीरता� ह*, र�मर�ज्य छे�ड़ीकीर आत्मर�ज्य म� ज�ता� ह*।

आपूकी) पू�स क्य� ह% ? बाड़ी)-बाड़ी) चाक्रवताy र�ज�, सम्रा�टों भ� अपूनु� सबा की� छे छे�ड़ीकीर सव³श्वर पूरम�त्म� की) र�ज्य की और प्रय�ण कीरता) ह*। आपूकी) पू�स ज� मकी�नु-दुकी�नु, घर-पूरिरव�र, पूद-प्रनिताष्ठा�, व्य�पू�र-धु�धु� ह% वह उनुकी ता�लनु� म� की� छे भ� नुहU ह%।

आपू म�ता� ह� य� निपूता�, भ�ई ह� य� बाहनु, यह सबा स�बा�धु आपूकी) द)ह की) स�बा�धु ह*। व�स्ताव आपू अपूनु) उद्ध�रकी बानुनु) की) शिलए जबा ताकी तात्पूर नुहU बानु�गी) ताबा ताकी य) स�बा�धु, व्यवस�य आपूकी� बा�,धुता) ह� रह�गी)। गी�जर�ता� भR कीनिव अख�ज� नु) ठाfकी ह� कीह� ह%G

अख केहे� अ�धी�र के� व , झेगड़ी मट�ड़ी के ई न म��ओ।जगीता की� सबा निनुपूटों�कीर, आज ताकी की�ई >��निता स) मर� नुहU ह%। 'सबा निनुपूटों�कीर, सबा व्यवस्थिस्थाता कीरकी) ,

अनु�कीलता� कीरकी) निफेंर भजनु कीर�गी).....' की� छे ल�गी. की� ऐस� भ्रम ह�ता� ह%। व्यवस्था� कीरकी) , अनु�की� लता� ज�टों�कीर निफेंर भजनु कीरनु) की� इYताज�र नुहU कीरनु� चा�निहए। >�घ्र ह� स�धुनु-भजनु म� लगी ज�नु� चा�निहए। अनु�की� लता� और व्यवस्था� ता� ह�ता� रह)गी�। ज्य.-ज्य. भजनु की� प्रभ�व बाढ़ी)गी� त्य.-त्य. अवर�धु, निवघ्नु दूर ह�ता) ज�ए,गी)। ईश्वर की) म�गी� म� आगी) बाढ़ीनु) की अनु�की� लता� बानुता� ज�एगी�।

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एकी ईश्वर ह� स�र ह% और वह अYताय��म� आपूकी आत्म� ह%। बा�हर की) >�रगी�ल एव� इजिYद्रय. की) आकीष�ण. स) बा�जिद्ध स्था�ल ह� गीई ह%। एकी�Yताव�स, इजिYद्रय. की� अल्पू भ�जनु, म\नु, ब्रेह्मस�त्र एव� उपूनिनुषद. की� अवल�कीनु-अध्ययनु कीरकी) बा�जिद्ध की� स�क्ष्म बानु�कीर, ब्रेह्मव)त्त� गी�रूओं की की( पू� पूचा�कीर, म(त्य� की) आनु) स) पू�व� अपूनु� अमरता� की� स�क्षा�त्की�र कीर ल)नु� चा�निहए।

भगीव�नु s�की( ष्ण 70 स�ल की उम्रा म� घ�र अ�निगीरस ऋनिष की) आsम म� एकी�Yता म� व%र��यपू�ण� ज�वनु ज�नु) की) शिलए ठाहर) था)। उपूनिनुषद. की) गीहनु अध्ययनु एव� निवरRता� स) स�मर्थ्यय� एव� ता)जस्मिस्वता� बाढ़ीता� ह%। s�की( ष्ण नु) 13 वष� निवरRता� म� निबाता�य) था) ऐस� कीथा� छे��द��य उपूनिनुषद म� आता� ह%।

रमण महर्तिष� नु) भ� अरूण�चालम[ की एकी�Yता गी�फें� म� कीई वष� निबाता�य) था)। वधु�म�नु मह�व�र बानु) और शिसद्ध�था� गी\ताम बा�द्ध बानु) उसकी) पू�छे) भ� वष� की� एकी�Yता, शिचाYतानु एव� म\नु की�रणभ�ता ह%।

आत्मर�ज्य म� प्रव)> कीरनु� ह% ? भवबा�धुनु स) अपूनु) की� छे� ड़ी�नु� ह% ? ....ता� लगी ज�ओ। आगी)-पू�छे) की ज्य�द� शिचाYता� मता कीर�। बास, एकी ईश्वर ह� सत्य ह%। उसकी) शिलए प्र�ण ताकी अपू�ण कीरनु) की तात्पूरता� ह�गी� ता� वह प्र�ण)श्वर आपूकी) प्र�ण की) बादल) म� कीदम-कीदम पूर आपूकी) स�था रह�गी)।

अYय ता�च्छा निवचा�र� की� आनु) ह� नु द�। 'बास, म�झ) ता� पूरम�त्मप्र�न्तिप्ता कीरनु� ह%.... कीरनु� ह%.... कीरनु� ह� ह%।' दिदनु म� पू�,चा-दस बा�र इYहU निवचा�र. की� घ�,टोंता) रह�। बाल ह� ज�वनु ह%। दुबा�लता� ह� म(त्य� ह%। दुबा�ल निवचा�र की� निनुकी�ल द�। भ�ताकी�ल की गील्ता� की� निफेंर स) नु ह�नु) द�। उस) य�द कीरकी) अपूनु) की� दुबा�ल भ� मता बानु�ओ।

र�नित्र की� स�ता) समय हम)>� ऊँ, चा) स्वर म� ॐकी�र की� जपू कीरकी) अपूनु� आस्त्रित्मकी >��निता की� प्रभ�व अपूनु) र�म-र�म म� भर द�। प्रभ�ताकी�ल म� वह� उमद� निवचा�र आपूकी) शिचात्त म� स्फु� रिरता ह�गी�। >��ता भ�व स) अपूनु) चा%ताYयस्वरूपू अYताय��म� ईश्वर की� स्नु)ह कीर�। दिदनु म� ज� की� छे भ� निकीय� ह% उस पूर म�नुशिसकी दृमि:पू�ता कीर� और स�था-ह�-स�था भ%य� ! ऐस� सकील्पू कीर� निकीG "आज ज� की� छे भ� कीरू, गी� वह ईश्वर की प्र�न्तिप्ता की) शिलए ह� कीरू, गी�। अह�की�र बाढ़ी�नु) की) शिलए अथाव� निकीस� की� नु�चा� दिदख�नु) की) शिलए अथाव� म�ह-म�य� की) पू�> म� फें, सनु) की) शिलए म)र� प्रव(श्रित्त नुहU ह�गी�। निप्रयताम की� प्रसन्न कीरनु) की) ह)ता� स) ह� पूरिरव�र की , की� टों�म्बा�जनु. की , स्नु)ह�जनु� की म* स)व कीरू, गी�। स�ख ल)नु) की नुहU, स�ख द)नु) की दृमि: बानु�ऊँ, गी�।'

अनु�क्रमॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

सं%ख के� स्रो तः अपून� आपू म:बा�धु�ए, पू%र. ताल) की� चालनु) की चा�ज ह%। प्र)म और आनुYद दिदल स) छेलकी�नु) की चा�ज ह%। ह) प्र)मस्वरूपू ! ह)

आनुYदस्वरूपू ! ह) स�खस्वरूपू म�नुव ! स�ख, प्र)म और आनुYद की) शिलए अपूनु) की� बा�हर भटोंकी� रह� ह% ? झ�लस� रह� ह% ? खपू� रह� ह% ? तापू� रह� ह% ? ठाहर.... रूकी ज�। अपूनु) आपूम� द)ख ! ता� निकीतानु� मधु�र ह%..... पूनिवत्र ह%.... प्य�र� ह% !

ता� जबा घर आता� ह% ता� की� त्त� ता�झ) द)खकीर प्य�र कीरता� ह%.... पू�,छे निहल�ता� ह%..... स्नु)ह कीरता� ह%। मक्ख� और मच्छार की� ता�झस) रस मिमलता� ह%। ता)र) स्नु)निहय. की� ता�झ) द)खकीर रस मिमलता� ह%। ......और ता� म�र) रस की) निवषय. की , निवकी�र. की आ,धु� म� दर-दर की ठा�कीर� ख� रह� ह%। अपूनु) रसस्वरूपू की� ज�नु..... अपूनु) प्र)मस्वभ�व की� ज�नु।

मधु�र हरिरकी ता�नु की) द्वा�र�, हरिरध्य�नु की) द्वा�र� अपूनु) आनुYदस्वरूपू की� स,भ�ल। ता� स�ख की� स्रो�ता ह%..... प्र)म की� झरनु� ह%.... आनुYद की� उदगीमस्था�नु ता� स्वय� ह%। उठा। निहम्मता कीर। अपूनु� निप्रयता� जगी� और बा�,टोंनु� >�रू कीर। अपूनु� आनुYद, अपूनु� आत्म-उल्ह�स, अपूनु� स्वता�त्र स�ख प्रकीटों�ता� ज�, निबाख)रता� ज�। स�ख, प्र)म और म�नु की� द�ता� बानु, श्रिभख�र� मता बानु। >�बा�> व�र ! ता)र� धुम� की) वल म�दिदर-मस्थिस्जद म� सम�प्ता नुहU ह�ता�। ल)ता) द)ता), व्यवह�र कीरता), मिमलता)-ज�लता), ख�ता)-पू�ता), स�ता)-ज�गीता) अपूनु) असल� धुम� की� प्रकीटों�ता� ज�। अनु)की. म� एकी की� निनुह�रता� ज�। खण्ड. म� अपूनु) अखण्ड आधु�र की� पूहचा�नुता� ज�। ता�झस) अमरता� और स�ख दूर नुहU।

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ह) म�नुव ! गी�ता� म�र। अपूनु� मनिहम� पूहचा�नु। अपूनु) की� पूहचा�नुनु) स) ता� ता� निनुह�ल ह� ह� ज�एगी�, ता)र� म�ठाf निनुगी�ह. स) दिद>�ए, भ� निनुह�ल ह� ज�ए,गी�। अपूनु) >�लस्वभ�व की� द)ख। यहे भू द�ख.... वहे भू द�ख..... द�खतः-द�खतः ऐसं� द�ख..... मिमट जी�य धी ख� रहे जी�य एके।

अपूनु) स्वभ�व की� ज�नुनु) की) शिलए कीभ�-कीभ� एकी�Yता और पूनिवत्र जगीह म� पूहुँ,चा ज�। कीभ� कीमर) म� अकी) ल� बा%ठा. अपूनु) आनुYद की� जगी�। अपूनु� निप्रयता� की� जगी�। ब्रेह्मरस बा�,टोंनु) व�ल) स�ता. की) स�मिन्नध्य म� बा%ठा। सत्य म� गी�ता� म�र। बा�ह्य स�ख की) पू�छे) जिजYदगी� खपू गीई ल)निकीनु वह नुहU मिमल�। अबा ता)र) स�ख और आनुYदस्वभ�व की� पूहचा�नु। इतानु� ह� पूय��प्ता ह%। जल्दd कीर... द)र मता कीर। द)ख, समय बा�ता� ज� रह� ह%।

पू�ज्यपू�द सं�तः श्री आसं�र�म जी बा�पू�

अनु�क्रमॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ