uidai.gov.in · web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त...

25
भभभभभभ भभभभभभभ भभभभभ भभभभभभभभभ भभभभ भभभभभ भभभभभभ भभभभभभभ भभभभभ भभभभभभभभभ भभ भभभ भभभभभभ भभभभभभ http s :// uidai.gov.in भभभभभभभ, 2019

Upload: others

Post on 26-Dec-2019

28 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

Page 1: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

भारतीय विशि�ष् ट पहचान प्राधि�करण

भारत सरकार

भारतीय विशि�ष् ट पहचान प्राधि�करण

के शि�ए शिसटीजन चाट�र

http s :// uidai.gov.in

अकू्तबर, 2019

Page 2: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

वि�षय-सूची

1. परि�चय...............................................................................................

2

2. हमा�ा दृवि�कोण....................................................................................

2

3. मिमशन वि���ण .................................................................................... 24. विहतधा�क

..........................................................................................3

5. हमा�ी से�ाए ं...................................................................................... 46. यूआईडीएआई द्वा�ा प्रदत् त से�ाओं का स् त� ................................................ 56.1 आधा� नामांकन ................................................................................. 56.2 आधा� सृजन ................................................................................... 86.3 पत्र/ई-आधा� की सुपुद+गी ...................................................................... 106.4 जनसांख्यि.यकीय औ� बायोमैट्रि3क अपडेट से�ा ............................................ 126.5 प्रमाणीक�ण से�ाए ं.............................................................................. 157. आधा� संबंधी अन् य ऑनलाइन से�ाए ं....................................................... 17 8. शिशकायत विन�ा�ण तंत्र .......................................................................... 18 9. नामांकन औ� अपडेट से�ा संबंधिधत प्रश् नों के धिलए संपक+ -सूत्र.......................... 19 10. से�ा लाभ की प्राप्ति@त हेतु संपक+ -सूत्र............................................................ 21 11. विहतधा�कों से सांकेवितक अपेक्षाए ं .......................................................... 23 12. वि�वि�

ध...............................................................................................23

12.1

धिसट्रिटजन चाट+� की अगली समीक्षा का माह औ� �ष+.................................... 23

1 परि�चययूआईडीएआई को भारत के सभी विनाशिसयों के शि�ए "आ�ार" नामक विशि�ष्ट पहचान संख्या (यूआईडी) जारी करने के उदे्दश्य से बनाया गया था, जो (क) डुप्लि2�केट और नक�ी पहचान को समा2 त करने के शि�ए पया�2 त रूप से मजबूत है, और (ख) इसे एक आसान और विकफायती तरीके से सत्याविपत प्रमाणिणत विकया जा सकता है।शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 1 | प ृष् ठ

Page 3: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

2 हमा�ा दृवि�कोणभारत के विनाशिसयों को एक विशि�ष्ट पहचान उप�ब्ध कराना, जिजसे विडजिजट� माध्यम से कहीं भी और कभी भी सत्याविपत विकया जा सके।3 मिमशन वि���ण

भारत में विनास करने ा�े व् यशिक्तयों को, विशि�ष् ट पहचान संख् या समनुदेशि�त करने के माध् यम से सु�ासन के रूप में दक्ष, पारद�F और सहाधियविकयों, प्रसुवि�ाओं और सेाओं के �णिक्षत परिरदान के शि�ए, जिजसके शि�ए भारत की संशिचत विनधि� से व् यय उपगत विकया जाता है, उपबं� करना।

ऐसे व् यशिक्तयों, जिजन् होंने नामांकन की प्रविLया से गुजरकर अपनी डेमोग्राविफक और बायोमैट्रिOक जानकारी प्रस् तुत करने के द्वारा आ�ार हेतु अनुरो� विकया है, को आ�ार नंबर जारी करने के शि�ए नीवित, विLयाविधि� और प्रणा�ी विकशिसत करना।

आ�ार �ारकों द्वारा अपनी विडजीट� पहचान को अद्यवितत और अधि�प्रमाणिणत करने के शि�ए नीवित, विLयाविधि� और प्रणा�ी विकशिसत करना।

प्रौद्योविगकी असंरचना की उप�ब् �ता, मापनीयता और अनुकू�ता सुविनणिUत करना। यूआईडीएआई के दृधिष्टकोण और मूल्यों को आगे बढ़ाने के शि�ए एक दीर्घ�काशि�क स्थायी संगठन का विनमा�ण

करना। व् यशिक्तयों की पहचान जानकारी और प्रमाणीकरण अणिभ�ेखों की सुरक्षा एं गोपनीयता सुरणिक्षत करना। सभी व् यशिक्तयों और एजेंशिसयों द्वारा आ�ार अधि�विनयम का अक्षर�: अनुपा�न सुविनणिUत करना। आ�ार अधि�विनयम के उपबं�ों के विLयान् यन के शि�ए विनयमों और विविनयमों को आ�ार अधि�विनयम के अनुकू�

बनाना।

4. विहतधा�ककC्�.सं

.

विहतधा�क वि���ण

1. विनासी “विनासी” का तात् पय� उस व् यशिक्त स े है, जिजसन े भारत म ें नामांकन के शि�ए आेदन करने की वितशिथ से ठीक पह�े बारह माह में कु� धिम�ाकर एक सौ बयासी ट्रिदन या अधि�क अधि� के शि�ए विनास विकया है।

2. रजिजस् Oार “रजिजस् Oार” का तात् पय� विकसी ऐसी संस् था से है, जो व्यशिक्तयों का नामांकन करने के प्रयोजनाथ� प्राधि�करण द्वारा प्राधि�कृत या मान्यता प्रा2त है।

3. नामांकन एजेंसी नामांकन एजेंसी का तात् पय� ऐसी एजेंसी से है, जो व्यशिक्तयों की जनसांख्यिख्यकीय और बायोमैट्रिOक जानकारी एकवि_त करने के शि�ए प्राधि�करण या रजिजस्Oार द्वारा, जैसा भी माम�ा हो, विनयुक्त की गई हो।

4. बैंक/वित् तीय संस् थाएं आ�ार भुगतान विaज (एपीबी) और आ�ार सक्षम भुगतान प्रणा�ी (एईपीएस) के साथ इंटरफेस बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान “�णिक्षत विड�ीरी” और “वित्तीय समाे�न” के �क्ष्य को पूरा करने के शि�ए आ�ार को बैंक खाते से जोड़ते हैं।

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 2 | प ृष् ठ

Page 4: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

5. प्रमाणीकरण सेा एजेंसी(एएसए)

प्रमाणीकरण सेा एजेंसी (एएसए) का तात् पय� एक ऐसी संस् था स े है, जो प्राधि�करण द्वारा प्रदान की गई प्रमाणीकरण सुवि�ा का उपयोग करने के शि�ए एक अनुरो�कता� एटं्रिटटी को समथ� बनाने के शि�ए सुरणिक्षत नेटक� कनेख्यिfटविटी और संबंधि�त सेाओं को सुविनणिUत करन े के संबं� म ें आश्यक असंरचना प्रदान करती है।

6. प्रमाणीकरण उपयोगकता� एजेंसी(एयूए)

प्रमाणीकरण उपयोगकता� एजेंसी (एयूए) का तात् पय� प्राधि�करण द्वारा प्रदान की गई हां/नहीं प्रमाणीकरण सुवि�ा का उपयोग करने ा�ी अनुरो�कता� संस् था से है।

7. केाईसी उपयोगकता� एजेंसी(केयूए)

केाईसी यूजर एजेंसी (केयूए) का तात् पय� एक ऐसी अनुरो�कता� संस् था से है, जो एयूए होने के अवितरिरक्त, प्राधि�करण द्वारा प्रदान की गई ई-केाईसी प्रमाणीकरण सुवि�ा का भी उपयोग करती है।

8. ओईएम ए ं अन् य प्रौद्योविगकी भागीदार

ऐसी एजेंशिसयां, जो आ�ार नामांकन और प्रमाणीकरण ढांचे के अनुरूप उपकरणों, सॉफ्टेयर समा�ान और परिर�ीय अंगभूतों को उन् नत और विकशिसत करती हैं।

9. �ॉजिजस्टिस्टf स भागीदार

ऐसी एजेंशिसया ं जो नामांकन के दौरान एकवि_त दस्ताेजों का धिम�ान, परिरहन और संग्रह करती हैं। �ॉजिजस्टिस्टf स भागीदार विनाशिसयों के आ�ार प_ों के मुद्रण और वितरण में भी सहायता करते हैं।

10. अनुरो�कता� संस् था "अनुरो�कता� संस् था" का तात् पय� उस एजेंसी या व्यशिक्त से है, जो विकसी व्यशिक्त की आ�ार संख्या, और जनसांख्यिख्यकीय सूचना या बायोमैट्रिOक सूचना को प्रमाणीकरण के शि�ए कें द्रीय पहचान डाटा भंडार को भेजते हैं।

11. सब एयूए "सब-एयूए" का तात् पय� ऐसी संस् था से है, जो उपयोगकता� एजेंसी द्वारा हाँ/नहीं प्रमाणीकरण सुवि�ा एf सेस करने के शि�ए प्रमाणीकरण उपयोगकता� एजेंसी के द्वारा इस अनुबं� के तहत विनयुक्त की गई है।

5. हमा�ी से�ाए ंकC्�.सं

.

से�ाए ं वि���ण

1. आ�ार नामांकन व्यशिक्तयों को आ�ार संख्या जारी करने के उदे्दश्य से नामांकन एजेंशिसयों द्वारा ऐसे व्यशिक्तयों से जनसांख्यिख्यकीय और बायोमैट्रिOक जानकारी एकवि_त करने की प्रविLया।

2. आ�ार सृजन रजिजस् Oार और नामांकन एजेंशिसयों स े नामांकन की जानकारी प्रा2त करन े पर, यूआईडीएआई 2 �ेटफाम�, आ�ार संख्या के सृजन स े पू� विनाशिसयों के जनसांख्यिख्यकीय और बायोमैट्रिOक डेटा पर डी-डु2�ीके�न और अन्य जांच करता है।

3. प_/ई-आ�ार सुपुद�गी

यूआईडीएआई अपने �ॉजिजस्टिस्टक भागीदारों के माध्यम स े विनाशिसयों को मुट्रिद्रत आ�ार प_/काड� उप�ब् � कराता है। यह विडजिजट� रूप से हस्ताक्षरिरत आ�ार डाउन�ोड करने का एक ेब आ�ारिरत समा�ान भी प्रदान करता है, इसे ई-आ�ार

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 3 | प ृष् ठ

Page 5: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

भी कहा जाता है।4. आ�ार अपडेट

करनायह सेा विनाशिसयों को अपने जनसांख्यिख्यकीय और बायोमैट्रिOक डेटा अद्यतन करने की सुवि�ा प्रदान करने के शि�ए तैयार की गई है।

5. प्रमाणीकरण सेा "प्रमाणीकरण" का तात् पय� उस प्रविLया स े है, जिजसम ें विकसी व्यशिक्त की जनसांख्यिख्यकीय या बायोमैट्रिOक सूचना के साथ आ�ार संख्या को कें द्रीय पहचान डाटा रिरपॉजिजटरी को, उसके सत् यापन के शि�ए भेजा जाता है और ऐसा रिरपॉजिजटरी, अपने पास उप�ब्ध सूचना के आ�ार पर, इसकी यथाथ�ता या कमी का सत्यापन करता है।

6. ई-केाईसी सेा "ई-केाईसी प्रमाणीकरण सेा" का तात् पय� एक ऐसी प्रमाणीकरण सुवि�ा से है, जिजसमें अनुरो�कता� संस् था के जरिरए आ�ार संख्या �ारक की सहमवित से सुरणिक्षत रूप स े प्रस् तुत बायोमैट्रिOक सूचना और/या ओटीपी तथा आ�ार संख्या सीआईडीआर में उप�ब्ध आंकड़ों से धिम�ान विकया जाता है, और प्राधि�करण इस पर प्रमाणन संव् यहार से संबंधि�त अन्य तकनीकी विरण के साथ विडजिजट� रूप से हस्ताक्षरिरत ई-केाईसी डेटा युक्त प्रवितविLया ापस भेज देता है।

6. यूआईडीएआई द्वा�ा प्रदत् त से�ाओं का स् त� 6.1 आधा� नामांकन कC्�.सं

.

उपलब् ध से�ाएं वि���ण सफलता का सूचक

से�ा का स् त�

1. आ�ार नामांकन नामांकन के धिलए सामान्य प्रविGयानामांकन रजिजस्Oारों की ओर स े नामांकन एजेंशिसयों द्वारा विकया जाता है। विनासी के नामांकन के शि�ए नामांकन एजेंशिसयों द्वारा नामांकन के विनम्नशि�खिखत तीन तरीकों में से विकसी एक एक तरीके को अपनाया जा सकता है।1.0 दस्ताेज़ आ�ारिरत नामांकनपहचान के ै� प्रमाण (पीओआई) और पते के ै� प्रमाण (पीओए) को प्रस्तुत करना2.0 परिरार के मुखिखया (एचओएफ) पर आ�ारिरत नामांकनपरिरार का मुखिखया ऐसे दस्ताेज, जो रिरश् ते के प्रमाण (पीओआर) को स् थाविपत करते हैं, के माध् यम से परिरार के सदस् यों को पे� कर सकता है। 3.0 परिरचयकता� आ�ारिरत नामांकन

नामाकंन �ुरू होने के उपरांत 20 धिमनट तक

95%

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 4 | प ृष् ठ

Page 6: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

पहचान के ै� प्रमाण (पीओआई) और पते के ै� प्रमाण (पीओए) के अभा में, एक परिरचयकता� की सेा उपयोग में �ाई जा सकती है। परिरचयकता� ह व्यशिक्त होगा, जिजसकी पहचान या अधि�सूचना रजिजस्Oार या प्राधि�करण के के्ष_ीय काया��यों द्वारा की गई हो और उनके पास ै� आ�ार संख्या होनी चाविहए।उपरोक्त तीनों तरीकों म ें सफ�तापू�क बायोमैट्रिOक जानकारी कै2 चर करने के शि�ए (चेहरे की छवि, सभी 10 फिफंगर फिपं्रट दोनों आंखों की पु तशि�यों का स्केन) और जनसांख्यिख्यकीय जानकारी जैस े नाम, जन्म वितशिथ, लि�ंग, माता-विपता/अणिभभाक का नाम, आासीय पता, मोबाइ� नंबर (ैकख्यिल्पक) तथा ई-मे� पता (ैकख्यिल्पक) की आश् यकता होती है।पांच �ष+ से कम आयु के बच् चों का नामांकन1. पांच र्ष� स े कम उम्र के बच्चों के शि�ए विनम्नशि�खिखत जनसांख्यिख्यकीय और बायोमैट्रिOक जानकारी एक_ की जाएगी:क. नामख. जन्म वितशिथ ग. लि�ंगर्घ. माता - विपता म ें स े विकसी एक, दोनों के जीवित होने पर वि�ेर्षकर माता को रीयता दी जाए, या अणिभभाक की नामांकन आईडी अथा आ�ार संख् या। ऐस े माता-विपता या अणिभभाक की आ�ार संख्या या ई-आईडी अविनाय� है, और उनके बीच के रिरश् ते को भी दज� विकया जाएगा।च. ऐसे बच्चे का पता माता-विपता/अणिभभाक के आ�ार में दज� पते के समान ही होगा।छ. बच्चे की चेहरे की छवि को कै2 चर कर शि�या जाएगा। नामांकन के दौरान माता-विपता म ें से विकसी एक/अणिभभाक की बायोमैट्रिOक सूचना को कै2 चर अथा प्रमाणीकृत विकया जाएगा।2. आ�ार स े जुड़ े संबंधि�त माता-विपता/अणिभभाक और बच्च े के बीच रिरश्त े के

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 5 | प ृष् ठ

Page 7: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

प्रमाण (पीओआर) के दस्ताेज को नामांकन के समय संग्रहण कर शि�या जाएगा। रिरश् ता द�ा�ते दस् ताेज (पीओरआर) के आ�ार पर, के� उन बच्चों का नामांकन विकया जा सकेगा जिजनके नाम रिरश् ते को द�ा�ते दस्ताेजों में दज� हैं।नामांकन के धिलए अप�ाद प्रविGयाबायोमैट्रिOक अपाद के माम�े म ें (10 उंगशि�यों या 2 पुतशि�यों में से विकसी की अनुप�ब्धता पर) चेहर े के फोटोग्राफ के अ�ाा एक अपाद फोटोग्राफ शि�या जाता है।आधा� नामांकन विन:शुल् क हैविनासी को के� एक बार नामांकन कराना चाविहए, fयोंविक बहु नामांकन अस्ीकृवित का कारण होंगे, ब�तy विक यूआईडीएआई द्वारा इसकी स�ाह न दी गयी हो।

6.2 आधा� सृजन

G.सं. उपलब् ध से�ाएं वि���ण सफलता का सूचक

से�ा का स् त�

1. आ�ार सृजन आ�ार सफ�तापू�क सृजिजत होता है यट्रिद:1. नामांकन डेटा की गुणत्ता यूआईडीएआई द्वारा विन�ा�रिरत मानकों को पूरा करती हो। 2. नामांकन पैकेट सीआईडीआर में विकए गए विधि�मान् यता संबं�ी सभी प्रयासों को पास करता है।3. कोई जनसांख्यिख्यकीय/बॉयोमैट्रिOक डुप्लि2�केट नहीं पाया गया हो।4. कोई अप्रत्याशि�त तकनीकी मुद्दें नहीं पाए गए।उपरोक्त �तz में से विकसी के पूरा न होने पर, विनासी के आ�ार सृजन को रोक कर रखा जाएगा और आ�ार सृजन/अस्ीकृवित में अधि�क समय �ग सकता है।

सामान् यतया नामांकन* की वितशिथ से 90 ट्रिदन तक

95%

2. आ�ार ख्यिस्थवित की अधि�सूचना

विनासी को आ�ार के सृजन/अस्ीकृवित की ख्यिस्थवित के बार े म ें पंजीकृत मोबाइ� नंबर पर सूशिचत विकया जाएगा। कोई भी विनासी विनम्न म ें स े विकसी एक तरीके का

सामान् यतया नामांकन* की वितशिथ से 90 ट्रिदन तक

95%

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 6 | प ृष् ठ

Page 8: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

उपयोग करके आ�ार नामांकन की ख्यिस्थवित जांच सकता है:1. यूआईडीएआई की ेबसाइट www.uidai.gov.in पर जाए।ं (अथा यहां ख्यिf �क करें)2. विनासी ख्यिस्थवित जानने के शि�ए संपक� कें द्र में 1947 पर फोन कर सकते हैं या[email protected] पर ई-मे� के जरिरए पूछताछ कर सकते हैं।

* सामान् यत: रजिजस्Oार/नामांकन एजेंशिसयों से अपेक्षा की जाती है विक े यूआईडीएआई को नामांकन के 10 ट्रिदनों के भीतर नामांकन पैकेट भेज दें।

6.3 पत्र/ई-आधा� सुपुद+गी

कC्�.सं

.

उपलब् ध से�ाएं

वि���ण सफलता का सूचक

से�ा का स् त�

1. आ�ार प_ की सुपुद�गी

आ�ार सृजन की सफ�ता पर, यूआईडीएआई आ�ार प_ का मुद्रण कर उसें विनाशिसयों को नामांकन के दौरान ट्रिदए डाक पते पर भेज देता है।

सामान् यत: आ�ार सृजन के 10 ट्रिदनों के भीतर, आ�ार प_ को मुद्रण कर उसे, डाक विभाग के नागरिरक चाट�र म ें उख्यिल्�खिखत समय-सीमा के अनुसार विनाशिसयों को सुपुद� करन े के शि�ए डाक विभाग को सौंप ट्रिदया जाता है।

95%

2. ई-आ�ार कोई भी विनासी यूआईडीएआई की ेबसाइट https://eaadhaar.uidai.gov.in स े आ�ार की विडजिजट� रूप स े हस्ताक्षरिरत प्रवित डाउन�ोड और फिपं्रट कर सकते हैं।

सामान् यत: नामांकन* की वितशिथ से 90 ट्रिदन तक

95%

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 7 | प ृष् ठ

Page 9: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

ई-आ�ार प_ में मुट्रिद्रत सभी डेटा, आ�ार प_ में मुट्रिद्रत विकए गए डेटा के समान होता है। ई-आ�ार एक ै� और सुरणिक्षत इ�ेfOॉविनक दस्ताेज है, जिजसे मुट्रिद्रत आ�ार प_ के समान माना जाना चाविहए (संदभ� काया��य ज्ञापन - https://uidai.gov.in/images/uidai_om_on_e_aadhaar_validity.pdf)

3. आदे� आ�ार पुनमुद�ण

आदे� आ�ार पुनमुद�ण एक भुगतान सेा है।इस सेा का उपयोग यूआईडीएआई की अधि�कृत ेबसाइट पर विकया जा सकता है (यहां ख्यिf �क करें) यट्रिद विकसी विनासी को स्पीड पोस्ट के द्वारा आ�ार प_ के पुनमु�द्रण की अपडेट या मू� आ�ार के गुम होने के कारण, आश् यकता है, तो उसका आदे�, प्रवित अनुरो� 50/- रूपए की दर से नामांकन �ुल् क का ऑन�ाइन भुगतान करके विकया जा सकता है। पुनमु�ट्रिदत आ�ार प_ भारतीय डाक विभाग को, विनासी के पंजीकृत पते पर स् पीड पोस् ट के माध् यम से भेजने के शि�ए सुपुद� विकया जाता है।

सामान् यत: पुनमु�ट्रिद्रत आ�ार प_ को विनासी द्वारा पुस् तुत अनुरो� के 5 काय�-ट्रिदस के अंतग�त भारतीय डाक विभाग को, विनासी के पंजीकृत पते पर स् पीड पोस् ट के जरिरए भेजने के शि�ए सुपुद� विकया जाता है।

95%

* सामान् यत: रजिजस्Oार/नामांकन एजेंशिसयों से अपेक्षा की जाती है विक े यूआईडीएआई को नामांकन के 10 ट्रिदनों के भीतर नामांकन पैकेट भेज दें।

6.4 जनसांख्यि.यकीय औ� बायोमैट्रि3क अपडेट से�ा

G.सं. उपलब् ध से�ाएं वि���ण सफलता का सूचक

से�ा का स् त�

1. जनसांख्यिख्यकीय अपडेट

क. आ�ार सृजन के सफ� होन े पर, कोई विनासी विनम्नशि�खिखत जनसांख्यिख्यकीय वि�ेर्षताओं म ें परिरत�न के शि�ए विकसी भी

सामान् यत: अपडेट करने की वितशिथ से 90 ट्रिदन तक

95%

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 8 | प ृष् ठ

Page 10: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

नामांकन कें द्र पर जाकर अपडे�न/सु�ार हेतु अनुरो� कर सकता है:

क. नामख. लि�ंगग. जन्म-वितशिथर्घ. पताच. मोबाइ� नंबरछ. ईमे�

ख. ऐसे विनासी जिजनके मोबाइ� नंबर आ�ार म ें पंजीकृत या अद्यवितत हैं, े विनम् नशि�खिखत सेाओं के उपयोग द्वारा ऑन�ाइन अपने पते को अपडेट भी कर सकते हैं।इन सेाओं के उपयोग हेतु, विनासी लि�ंक पर जाए ं(यहा ं ख्यिf �क करें) और विनम् नशि�खिखत अनुदे�ों का पा�न करें:-1. ै� दस् ताेज प्रमाण के साथ पत े को अपडेट करना1.1 स् -सेा ऑन�ाइन विधि� विनाशिसयों को पता अपडेट करने की सुवि�ा प्रदान करती है, जहा ं विनासी पोट�� पर सी� े पता अपडेट करने का अनुरो� कर सकता है।1.2 पोट�� पर �ॉविगन करने के शि�ए विनासी का आ�ार नंबर और पंजीकृत मोबाइ� नंबर होना अपेणिक्षत है।1.3 विनासी को उसके पंजीकृत मोबाइ� नंबर पर ओटीपी के उपयोग द्वारा प्रमाणीकृत विकया जाता है।1.4 अपडेट प्रविLया को पूरा करन े के शि�ए, विनासी को पत े के प्रमाण (पीओए) से संबंधि�त सहायक दस् ताेजों को अप�ोड करना होगा।2. पते के विधि�मान् य प_ के उपयोग द्वारा पता अपडेट करना2.1 स् -सेा ऑन�ाइन विधि� विनाशिसयों को पता अपडेट करने की सुवि�ा भी प्रदान करती है, जहा ं कोई विनासी पत े के ै� प्रमाण के

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 9 | प ृष् ठ

Page 11: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

विबना, सत् यापनकता� की सहायता से पोट�� पर पता अपडेट करने का अनुरो� कर सकता है। अधि�क जानकारी क े शि�ए, कृपया यूआईडीएआई की अधि�कृत ेबसाइट देखें।

2. बायोमैट्रिOक अपडेट

विनम् नशि�खिखत परिरख्यिस् थवितयों म ें कोई विनासी बायोमैट्रिOक डेटा अपडेट का उपयोग कर सकता है:1. बच् चा, जिजसने 5 या 15 र्ष� की आयु प्रा2 त कर �ी हो।2. दुर्घ�टना या रोगों के कारण बायोमैट्रिOक की अपादात् मक परिरख्यिस् थवितया ं (अंगों की हाविन, ऑंखों की हाविन आट्रिद)3. यह शिसफारिर� की जाती है विक विनासी को प्रत् येक 10 र्षz में बायोमैट्रिOक अपडेट कराना चाविहए।विनाशिसयों को स�ाह दी जाती ह ै विक े बायोमैट्रिOक डेटा के अद्यतन हेत ु नजदीकी आ�ार कें द्रों (स् थायी नामांकन कें द्र)/नामांकन कें द्रों म ें जाए।ं विनासी के बायोमैट्रिOक का सत् यापन डेटाबेस में उप�ब् � विद्यमान बायोमैट्रिOक स े विकया जाएगा तथा प्रवितस् थाविपत विकया जाएगा।

सामान् यत: अपडेट करने की वितशिथ से 90 ट्रिदन तक

95%

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 10 | प ृष् ठ

Page 12: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

6.5 प्रमाणीक�ण से�ाए ं

G.सं. उपलब् ध से�ाएं वि���ण सफलता का सूचक

से�ा का स् त�

1. हां/नहीं प्रमाणीकरण सेा

एक प्रकार की प्रमाणीकरण सुवि�ा जिजसमें एक अनुरो�कता� संस् था के जरिरए से आ�ार नंबर �ारक की सहमवित से सुरणिक्षत रूप से प्रस्तुत पहचान की जानकारी और आ�ार नंबर का धिम�ान सीआईडीआर म ें उप�ब्ध आंकड़ों स े विकया जाता ह ै और प्राधि�करण प्रमाणीकरण Oांजैf �न स े संबंधि�त अन्य तकनीकी विरण के साथ विडजिजट� रूप से हस्ताक्षरिरत प्रवितविLया "हाँ" या "नहीं" में उत् तर देता है, तथाविप, कोई पहचान जानकारी नहीं दी जाती है।प्रमाणीकरण की विधि�यां:क) जनसांख्यिख्यकीय प्रमाणीकरणख) न-टाइम विपन (ओटीपी) आ�ारिरत प्रमाणीकरणग) बॉयोमैट्रिOक आ�ारिरत प्रमाणीकरण (फिफंगर फिपं्रट आ�ारिरत और/या आईरिरस आ�ारिरत)र्घ) बहु-कारक प्रमाणीकरण।

प्रमाणीकरण प्रवितविLया हां/नहीं

10 सेकैं ड से भी कम समय में सीआईडीआर प्रवितविLया, सेा का स् तर 95%

2. ई-केाईसी प्रमाणीकरण सेा

एक प्रकार की प्रमाणीकरण सुवि�ा जिजसमें एक अनुरो�कता� संस् था के जरिरए आ�ार नंबर �ारक की सहमवित से सुरणिक्षत रूप से प्रस्तुत बायोमैट्रिOक जानकारी और/या ओटीपी तथा आ�ार नंबर का धिम�ान, सीआईडीआर म ें उप�ब्ध आंकड़ों स े विकया जाता ह ै और प्राधि�करण प्रमाणीकरण Oांजैf �न से संबंधि�त अन् य तकनीकी विरण के साथ ई-केाईसी डेटा सविहत विडजीट� रूप स े हस् ताक्षरिरत प्रवितविLया भेजता है। प्रमाणीकरण की विधि�यां:क) न-टाइम विपन (ओटीपी) आ�ारिरत प्रमाणीकरण ख) बॉयोमैट्रिOक आ�ारिरत प्रमाणीकरण

सफ� प्रमाणीकरण पर आ�ार नंबर �ारक की फोटोग्राफ के साथ जनसांख्यिख्यकीय जानकारी ापस प्रा2 त होगी। जनसांख्यिख् यकीय डेटा फील् ड और फोटोग्राफ एयूए के गFकरण के अनुसार ापस प्रा2 त होगा।

10 सेकैं ड से भी कम समय में सीआईडीआर प्रवितविLया, सेा का स् तर 95%

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 11 | प ृष् ठ

Page 13: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

(फिफंगर फिपं्रट आ�ारिरत और/या आईरिरस आ�ारिरत)ग) बहु-कारक प्रमाणीकरण।

7. आधा� संबंधी अन् य ऑनलाइन से�ाएंविनम् नशि�खिखत विणिभन् न सेाए ंयूआईडीएआई की अधि�कृत ेबसाइट (uidai.gov.in) पर उप�ब् � हैं: कC्�.सं

.

उपलब् ध से�ाए ं वि���ण

1. नामांकन कें द्र कापता �गाना

अपनी सुवि�ा के शि�ए नजदीकी आ�ार नामांकन कें द्र खोजें

2. खोई यूआईडी/ ईआईडी पुनः प्रा2त करें

यट्रिद आपने अपनी नामांकन पचF या आ�ार नंबर गुम हो गया है, तो आप इसे अपने पंजीकृत मोबाइ� नंबर पर पुनः प्रा2त कर सकते हैं।

3. आ�ार संख्या की पुधिष्ट करें

यह जांच �ें विक आ�ार संख्या ै� है अथा नहीं

4. आ�ार में अपने ईमे�/ मोबाइ� नंबर की जांच करें

यह जांच �ें विक fया आ�ार डाटाबेस में आपकी ईमे� या मोबाइ� नंबर पंजीकृत है या नहीं

5. �ॉक/ अन�ॉकबॉयोमैट्रिOfस

अपने बायोमैट्रिOfस को �ॉक या अन�ॉक करके अपनी ज़रूरत के अनुसार अपने बायोमैट्रिOक प्रमाणीकरण को सुरणिक्षत रखें।

6. आ�ार और बैंक खाते के लि�ंक होने कीख्यिस्थवित की

यह जांच �ें विक f या आपका आ�ार नंबर आपके बैंक खाते से जुड़ा हुआ है

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 12 | प ृष् ठ

Page 14: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

जांच करें7. चु�अ� आईडी

(ीआईडी) सृजनआ�ार नंबर �ारक अपना 16 अंक का चु�अ� आईडी (ीआईडी) सृजिजत/पुन: प्रा2 त कर सकते हैं।

8. आ�ार प्रमाणीकरण इवितहास

आ�ार नंबर �ारक विपछ�े 6 महीनों में, उनके द्वारा की गई कार�ाई के संबं� में आ�ार प्रमाणीकरण का ब् योरा देख सकते हैं।

9. आ�ार पेपर-रविहत ऑफ�ाइन ई-केाईसी

सुरणिक्षत विडजीट� रूप से हस् ताक्षरिरत एक एf सएमए� दस् ताेज, जिजसमें आ�ार नंबर �ारक की पहचान के ऑफ�ाइन सत् यापन हेतु उसका फोटोग्राफ और जनसांख्यिख् यकीय ब् योरा होता है।

10. �ॉक/अन�ॉक आ�ार

आ�ार नंबर �ारक ऑन�ाइन प्रमाणीकरण के शि�ए अपने आ�ार को �ॉक/अन�ॉक कर सकते हैं।

8. शिशकायत विन�ा�ण तंत्र यूआईडीएआई में संपक� कें द्र

संपक� विरण:1. ॉइस – 19472. ई मे�- [email protected] 3. चैटबोट: http://uidai.gov.in (चैटबोट आइकन पर ख्यिf�क करें)

जन शि�कायत विनारण प्रकोष् ठ

यट्रिद आपके पास उपयु�f त मानकों के अनुसार सेाओं की विड�ीरी के संबं� में कोई शि�कायत ह ै तो, आप हमार े के्ष_ीय काया��यों म ें बनाए गए संबंधि�त जन शि�कायत प्रकोष् ठ म ें अपनी शि�कायत दज� कर सकते हैं।

सूचना का अधि�कार (सूचना का अधि�कार अधि�विनयम, 2005)

सीपीआईओ और प्रथम अपी� प्राधि�कारी, यूआईडीएआई (मुख्या�य और क्षे_ीय काया��यों) की अद्यतन सूची यूआईडीएआई ेबसाइट (uidai.gov.in) पर उप�ब्ध है या यहा ं ख्यिf �क करें।

9. नामांकन ए�ं अपडेट से�ा हेतु संपक+ -सूत्र

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 13 | प ृष् ठ

Page 15: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

G.सं. �ाज् य के्ष.का. का नाम एडीजी का नाम दू�भाष सं. ई-मेल आईडी

1. जम् मू कश् मीर चंडीगढ़ श्री अविन� भाट्रिटया0172-

[email protected]

2. पंजाब -यथा- श्री संजय कुमार0172-

[email protected]

3. हरिरयाणा-यथा-

श्री जिजतेन्द्र सेवितया0172-

[email protected]

4. विहमाच� प्रदे� -यथा-

श्री अविन� भाट्रिटया0172-

2771216  [email protected]

5. चंडीगढ़-यथा-

श्री जिजतेन्द्र सेवितया0172-

[email protected]

6. उत् तर प्रदे� लखनऊ श्री विेक कुमार दक्ष0522-

[email protected]

7. गुजरात मंुबई श्री प्र�ांत लिसंह022 -

[email protected]

8. महाराष् O -यथा- श्री सुमने� जो�ी022-

[email protected]

9. गोा -यथा- श्री विबविपन रमे� खोट022-

[email protected]

10.दादर एं नगर हे�ी -यथा- श्री स् वि�� ालि�ंज् कर

022-22165531

[email protected]

11. दमन एं दी -यथा- श्री विबविपन रमे� खोट022-

[email protected]

12. मध् य प्रदे� ट्रिदल् ली श्री कुमार राके� शिसन् हा011-

[email protected]

13. ट्रिदल् �ी -यथा- श्री कुमार राके� शिसन् हा011-

[email protected]

14. राजस् थान -यथा- श्री पंकज गोय�011-

[email protected]

15. उत् तराखंड -यथा- श्री हरीहर �ुf�ा011-

[email protected]

16. विबहार �ांची श्री राजे� कुमार लिसंह0612-

[email protected]

17. झारखंड --यथा- श्री कृष् ण दे प्रसाद साहु  [email protected]>

18. पणिUम बंगा� --यथा- श्री सुनी� प्रसाद0651-

[email protected]

19. असम गु�ाहाटीश्री केनलिसंह े�F खबु��ी, श्री पीयूर्ष चेवितया  

[email protected]

20.अरूणाच� प्रदे� -यथा- श्री पीयूर्ष चेवितया

0361-2221819

[email protected]

21. मेर्घा�य -यथा- श्री पीयूर्ष चेवितया0361-

2221819

[email protected]

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 14 | प ृष् ठ

Page 16: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

G.सं. �ाज् य के्ष.का. का नाम एडीजी का नाम दू�भाष सं. ई-मेल आईडी

22. मणिणपुर -यथा- श्री पीयूर्ष चेवितया0361-

2221819

[email protected]

23. नागा�ैंड -यथा- श्री पीयूर्ष चेवितया0361-

2221819

[email protected]

24. धिमजोरम -यथा- श्री पीयूर्ष चेवितया0361-

2221819

[email protected]

25. वि_पुरा -यथा- श्री पीयूर्ष चेवितया0361-

2221819

[email protected]

26. शिसख्यिfकम -यथा- श्री पीयूर्ष चेवितया0361-

2221819

[email protected]

27. कना�टक बेंगलुरु श्री डी.एम.गजारे080-

[email protected]

28. केर� -यथा- श्री ए�.के. दास080-

[email protected]

29. तधिम�नाडु -यथा- श्री डी.एम.गजारे080-

22343482    [email protected]

30. पुदुचेरी -यथा- श्री ए�.के. दास080-

[email protected]

31. �क्षद्वीप -यथा- श्री ए�.के. दास080-

[email protected]

32. आंध्र प्रदे� हैद�ाबादश्री श्रीविनास रा या�ा�गड्डा

040-23749223

[email protected]

33. ओविड�ा -यथा- श्री दासी भास् कर रा040-

[email protected]

34. छत् तीसगढ़ -यथा- श्री नगु�ा सत् यनारायण040-

23739334

[email protected]

35.अंडमान एं विनकोबार -यथा-

श्री श्रीविनास रा या�ा�गड्डा

040-23749223

[email protected]

36. ते�ंगाना -यथा- श्री एन.एस.दीपू040-

[email protected]

10. से�ा लाभ की प्राप्ति@त हेतु संपक+ -सूत्र

के्षत्रीय काया+लयके्षत्रीय काया+लय के अंतग+त क�� �ाज् य औ� संघ �ाज् य-के्षत्र

संपक+ ब् यो�ा

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 15 | प ृष् ठ

Page 17: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

के्ष_ीय काया��य बेंग�ुरु

कना�टक, केर�, तधिम�नाडु, पुदुचेरी, �क्षद्वीप

खविनज़ भन, न.ं49, तृतीय त�, साऊथ फिंग रेस कोस� रोड, बेंग�ुरु -01दूरभार्ष: 080-22340104फैf स: 080-22340310

के्ष_ीय काया��य चंडीगढ़

जम् मू कश् मीर, पंजाब, हरिरयाणा, विहमाच� प्रदे� और संर्घ राज् य-के्ष_ चंडीगढ़

एससीओ 139-141, तृतीय एं चतुथ� त�, सेf टर 17-सी, चंडीगढ़ 160017दूरभार्ष : 0172-2711947फैf स : 0172-2711717ईमे� आईडी: [email protected]

के्ष_ीय काया��य ट्रिदल् �ी

उत् तराखंड, मध् य प्रदे�, ट्रिदल् �ी और राजस् थान

भूत�, प्रगवित मैदान मेOो स् टे�न, प्रगवित मैदान, नई ट्रिदल् �ी -110001शिशकायत प्रकोष् ठ: 011-40851426स् �ागत-कक्ष : 11-40851426फैक् स : 011-40851406ईमेल आईडी:  [email protected]

के्ष_ीय काया��य गुाहाटी

असम, अरूणाच� प्रदे�, मेर्घा�य, मणिणपुर, नागा�ैंड, धिमजोरम, वि_पुरा और शिसख्यिfकम

ब् �ॉक-V, प्रथम त�, हाऊसफीड कां2 �ेf स, बे�टो�ा-बशि�ष् ठ रोड, ट्रिदसपुर, गुाहाटी - 781 006स् �ागत-कक्ष : 0361-2221819फैक् स : 0361-2265125

के्ष_ीय काया��य हैदराबाद

आंध्र प्रदे�, ते�ंगाना, ओविड�ा, छत् तीसगढ़, अंडमान एं विनकोबार

6 ां त�, ईस् ट ब् �ॉक, स् ण� जयंती कां2 �ेf स, मैवि_ानाम के पीछे, अमीरपेट, हैदराबाद-500038, ते�ंगाना राज् यस् ागत-कक्ष : 040-23739269फैf स : 040-23736662शि�कायत : 040-23739266

के्ष_ीय काया��य �खनऊ

उत् तर प्रदे� तृतीय त�, उत् तर प्रदे� समाज कल् याण विनमा�ण विनगम विबल्डि�ंग, टीसी-46/ V, विभूवित खंड, गोमती नगर, �खनऊ - 226 010शिशकायत प्रकोष् ठ:नामांकन संबंधिधत - 0522-2304979एसएसयूपी संबंधिधत- 0522-2304978ईमेल आईडी : [email protected]

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 16 | प ृष् ठ

Page 18: uidai.gov.in · Web view"ई-क व ईस प रम ण करण स व " क त त पर य एक ऐस प रम ण करण स व ध स ह , ज सम अन

के्ष_ीय काया��य मुंबई

गुजरात, महाराष् O, गोा, दादर एं नगर हे�ी, दमन एं दी

7 ां त�, एमटीएनए� एf सचेंज, जीडी सोमानी माग�, माग�, कफ परेड, को�ाबा, मुंबई - 400 005यूआईडीएआई के्ष_ीय काया��य मंुबई संपक� नं. : 022-22163492

के्ष_ीय काया��य रांची

विबहार, झारखंड और पणिUम बंगा�

प्रथम त�, आरआईएडीए कें द्रीय काया��य भन, नामकुम इंडस्टिस्Oय� एरिरया, नजदीक एसटीपीआई �ोाट्रिदह, रांची-834010हेल् पडेस् क दू�भाष सं. : 9031002292हेल् पडेस् क ईमेल आईडी : [email protected]

नोट: अद्यवितत संपक� विरण के शि�ए कृपया यूआईडीएआई की ेबसाइट देखें।11. विहतधा�कों से सांकेवितक अपेक्षाए ं

G.सं. अपेक्षाएं1. विनाशिसयों से अपेक्षा की जाती है विक े विधि�त रूप से नामांकन/अपडेट फ़ॉम� भरें और जब आ�ार

नामांकन/अपडेट के शि�ए जाए ंतो अपने साथ ै� और पूण� दस्ताेज �े जाए।ं2. विनाशिसयों से अपेक्षा की जाती है विक े समीक्षा करें और सुविनणिUत करें विक ऑपरेटर ने नामांकन/अपडेट

प्रविLया के दौरान सही और पूण� विरण दज� विकया है। 3. रजिजस्Oार, नामांकन एजेंशिसयां और एयूए / केयूए / एएसए का आ�ार अधि�विनयम, 2016 और अधि�विनयम के

तहत अधि�सूशिचत विविनयमों के उपबं�ों का पा�न करना अपेणिक्षत है।

12. वि�वि�ध

12.1 धिसट्रिटजन चाट+� की अगली समीक्षा का माह � �ष+

माच+, 2020 या इससे पू�+, आ�श् यकतानुसा�।

**** समा2 त ****

शिसटीजन चाट�र अंक 2.0 17 | प ृष् ठ