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सामाय अययन 2 से संबंधत : अंतराय संबंध : ईरान ने संवधत रेनयम भंडार तय सीमा तोड़ी : संग : ईरान ने वव शितय के साथ परमाण समझौते के तहत नधारत अपने रेनयम भंडार सीमा को तोड़ दया है ठभ : • 2015 , वव शितय के सम , P5 + 1 - अमेरका, टेन, ांस, चीन, और जमनी के साथ ईरान ने 'संय कारवाई यापक योजना' (JCPOA) नामक परमाण कायम पर एक दघकालक समझौते पर सहमत यत थीJCPOA के तहत : ईरान के रेनयम भंडार को 98% से घटाकर 300 कलोाम कर दया गयाईरान ने कहा वह अपने भार पानी वाले परमाण रएटर को फर से डज़ाइन करेगा, इसलए वह कसी भी हथयार-ेड टोनयम का उपादन नहं कर सकता है , और जब तक संशोधत रएटर मौज रहेगा तब तक सभी खच कए गए धन को देश से बाहर भेज दया जाएगाईरान को परमाण समझौते के अन सार, अतरत भार जल रएटर के नमाण या 2031 तक कसी भी अतरत भार पानी को जमा करने अन मत नहं थीईरान ने अपने IAEA रा उपाय के लए अतरत ोटोकॉल को लाग करने पर भी सहमत यत , जो नरक को देश कहं भी कसी भी साइट तक पह चने अन मत देता है , जहां उनके संदध अवथा होने संभावना होती

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  • सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से सबंं�धत : अतंरा����य संबधं : ईरान ने संव�ध�त यरेू�नयम भंडार क� तय सीमा तोड़ी :

    �संग : • ईरान ने �व�व शि�तय� के साथ परमाण ुसमझौत ेके तहत �नधा��रत अपने यरेू�नयम भडंार सीमा को तोड़ �दया है।

    प�ृठभ�ूम : • 2015 म�, �व�व शि�तय� के समहू, P5 + 1 - अमे�रका, ��टेन, �ांस, चीन, �स और जम�नी के साथ ईरान ने 'संय�ुत कार�वाई क� �यापक योजना' (JCPOA) नामक परमाण ुकाय��म पर एक द�घ�का�लक समझौत ेपर सहम�त �य�त क� थी।

    JCPOA के तहत : • ईरान के यरेू�नयम भंडार को 98% से घटाकर 300 �कलो�ाम कर �दया गया।

    • ईरान ने कहा �क वह अपने भार� पानी वाले परमाण ु�रए�टर को �फर से �डज़ाइन करेगा, इस�लए वह �कसी भी ह�थयार-�ेड �लटूो�नयम का उ�पादन नह�ं कर सकता है, और जब तक संशो�धत �रए�टर मौजदू रहेगा तब तक सभी खच� �कए गए �धन को देश से बाहर भेज �दया जाएगा।

    • ईरान को परमाण ुसमझौत ेके अनसुार, अ�त�र�त भार� जल �रए�टर� के �नमा�ण या 2031 तक �कसी भी अ�त�र�त भार� पानी को जमा करने क� अनमु�त नह�ं थी।

    • ईरान ने अपने IAEA सरु�ा उपाय� के �लए अ�त�र�त �ोटोकॉल को लाग ूकरने पर भी सहम�त �य�त क�, जो �नर��क� को देश म� कह�ं भी �कसी भी साइट तक पहंुचने क� अनमु�त देता है, जहां उनके सं�द�ध अव�था म� होने �क सभंावना होती ह�।

  • • परमाण ुसमझौत ेके अनसुार, संय�ुत रा��, अमे�रका और यरूोपीय संघ ने ईरान पर पहले लगाए गए ��तबधं हटा �दए और ईरान ने �वदेश� म� जमा सपं�� म� से 100bn डॉलर से अ�धक क� संप�� तक पहंुच �ा�त कर ल�। इस �कार ईरान अतंररा���य बाजार� म� तले बेचने और �यापार के �लए विै�वक �व�ीय �णाल� का उपयोग करने म� �फर से स�म हो गया था।

    • हालां�क, मई 2018 म�, अमे�रक� रा��प�त डोना�ड ��प ने इस समझौत ेको तोड़ �दया। इसके कारण म�य पवू� ए�शया म� तनाव बढ़ गया है। हाल ह� म� अमे�रका ने ईरान पर ओमान क� खाड़ी म� दो तले ट�कर� पर हुए सं�द�ध हमल� के पीछे होने का आरोप लगाया है। हालाँ�क, ईरान ने �कसी भी सं�ल�तता से इनकार �कया है।

    �ववरण : • परमाण ुसमझौत ेके तहत, ईरान ने 300 �कलो�ाम से कम यरेू�नयम भंडार रखने पर सहम�त �य�त क� थी। • ईरान ने कुछ �दन पहले ह� कहा था तहेरान को 20 ��तशत तक संव�ध�त यरेू�नयम क� ज�रत है जो ह�थयार बनाने से एक कदम पहले का �तर है।

    • ईरान ने यह भी घोषणा क� थी �क वह JCPOA के तहत �नधा��रत अपनी यरेू�नयम भडंार सीमा को तोड़ देगा।

    • सयं�ुत रा�� के परमाण ु�हर� �वारा इस बात क� पिु�ट �क ईरान ने यरेू�नयम भडंार सीमा का उ�लंघन �कया है, यरूोपीय देश� पर नया दबाव डाला है। ये �व�व शि�तयां रा��प�त डोना�ड ��प के �वारा तहेरान को ल��त करने के अ�धकतम अ�भयान के बीच सौदे को बचाने क� को�शश कर रह� ह�।

    • ईरान ने धमक� द� है क� य�द यरूोप तहेरान से एक नया सौदा करने म� �वफल रहता है तो वह अपने यरेू�नयम सवंध�न को 7 जलुाई तक ह�थयार-�ेड के �तर के कर�ब लाएगा।

  • • ईरान ने कहा है �क यरूोपीय देश� �वारा �कये जा रहे �यास पया��त नह�ं ह�, इस�लए इ�लामी गणतं� अपनी योजनाओ ंके साथ आगे बढ़ेगा। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से सबंं�धत : �वा��य : वे�टर ज�नत रोग� के मामल� म� व�ृ�ध :

    �संग : • �द�ल� म� तीन नगर �नगम� क� एक �रपोट� के अनसुार, वे�टर ज�नत बीमा�रय� जसेै मले�रया, ड�गू और �चकनगु�नया के मामल� म� इस स�ताह व�ृ�ध देखी गई है।

    �ववरण : • मानसनू के दौरान वे�टर ज�नत बीमा�रय� के मामल� क� सं�या बढ़ने क� उ�मीद है।

    • �द�ल� म� तीन नगर �नगम� ने म�छर� के �जनन को रोकने के �लए डोर-टू-डोर सव��ण और क�टनाशक� के �छड़काव जसेै कई उपाय �कए ह�। • साव�ज�नक �वा��य �वभाग के �वशषे�� ने �नवा�सय� से एह�तयाती उपाय करने का अनरुोध �कया है।

    • उ�ह�ने �नवा�सय� को सभी बत�न, कूलर, फूल� के बत�न� और अ�य व�तओु ंको साफ करने क� सलाह द�, जो हर ह�त ेपानी के संचय के �लए अनकूुल ह�।

    वे�टर : • वे�टर जी�वत जीव ह� जो मन�ुय से मन�ुय म� या जानवर� से मन�ुय म� सं�ामक रोग� को �सा�रत करत ेह�।

  • • इनम� से कई वे�टर खनू चसूने वाले क�ड़ ेहोत� ह�, जो स�ं�मत मेजबान (मानव या पश)ु से भोजन के दौरान (र�त चसूने के दौरान) रोग पदैा करने वाले स�ूमजीव� को �नगला करत ेह� और बाद म� नए मेजबान म� भोजन के दौरान (र�त चसूने के दौरान) इंजे�ट करत ेह�।

    • म�छर सबसे �यादा �च�लत �ात वे�टर ह�। अ�य वे�टरो म� �टक, मि�खयाँ, स�ड�लाइज़, �प�स,ू �ाइआटोमाइन बग और कुछ मीठे पानी वाले जल�य घ�घे शा�मल ह�। म�छर� �वारा �े�षत रोग : 1. एडीज : • �चकनगु�नया • ड�गू बखुार • लसीका फाइले�रया • �र�ट वलै� बखुार • पीत �वर • ज़ीका

    2. एनोफ़ेल�ज़ : • मले�रया • लसीका फाइले�रया

    3. �यलेू�स : • जापानी मि�त�ककोप • लसीका फाइले�रया • वे�ट नाइल बखुार

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से सबंं�धत : राज�यव�था और शासन : जल शि�त अ�भयान के �लए कोई अ�त�र�त धनरा�श नह�ं :

  • �संग : • क� � ने जल सरं�ण पर जल शि�त अ�भयान को जन आदंोलन या लोग� के आदंोलन के �प म� पेश �कया। म�ुदे : • भारत क� वा�ष�क ��त �यि�त जल उपल�धता 1951 म� 5,177 �य�ूबक मीटर से घटकर 2011 म� मा� 1,545 �य�ूबक मीटर रह गई है। • जलवाय ुप�रवत�न ने भी देश को पानी क� कमी क� चपेट म� ले �लया है।

    • 1,592 �लॉक� म� से अ�धकांश, जहां जल शि�त अ�भयान को लाग ू�कया जा रहा है, वे मह�वपणू� या अ�त-शो�षत भजूल �ेणी म� आत ेह�, जहां भजूल का तजेी से दोहन �कया जा रहा है।

    �ववरण : • जल शि�त अ�भयान क� श�ुआत स�ुख�य� म� पानी क� कमी को देखत ेहुए क� गई है, चाहे वह चे�नई जसेै शहर� क� �� म� हो या म�य भारत के कुछ �ह�स� म� सखूा हो।

    • यह अ�भयान इस �वषय पर संवेदनशीलता लाने और क� ��त �ि�टकोण देने के �लए है।

    • हालां�क, जल शि�त मं�ी के अनसुार, अ�भयान �वारा �व�श�ट ल�य को �ा�त करने के �लए कोई अ�त�र�त धन का �ावधान नह�ं ह�।

    • अगले ढाई मह�न� म�, अ�भयान मौजदूा जल संर�ण योजनाओ ंको लाग ूकरने और 256 जल क� कमी वाले िजल� म� जाग�कता बढ़ाने पर जोर देगा।

    • जलाशय�, चेक डमै या पारंप�रक जल �नकाय जो योजना के तहत बनाए जाएंगे, बहाल �कए जाएंगे या �रचाज� �कए जाएंगे, इसके �लए रा�य� से जल �नकाय� क� एक सचूी तयैार करने का अनरुोध �कया गया है।

  • • जल शि�त अ�भयान का ल�य महा�मा गांधी रा���य �ामीण रोजगार गारंट� योजना और �ामीण �वकास मं�ालय के एक�कृत जल�हण �बंधन काय��म के साथ-साथ जल शि�त और पया�वरण मं�ालय� �वारा मौजदूा जल पनु�था�पना और वनीकरण योजनाओ ंके तहत जल संचयन, संर�ण और बोरवेल पनुभ�रण ग�त�व�धय� म� तजेी लाना होगा।

    • मोबाइल एि�लकेशन और एक ऑनलाइन डशैबोड� के मा�यम से वा�त�वक समय म� �ग�त क� �नगरानी क� जाएगी। • ट�वी, रे�डयो, ��टं, �थानीय और सोशल मी�डया पर एक �मखु संचार अ�भयान चलाया जाएगा, िजसम� से�ल��ट�ज अ�भयान के �लए जाग�कता पदैा कर�गे।

    • हालां�क पानी रा�य का म�ुदा है, �फर भी इस अ�भयान को अतं�र�, पे�ो�लयम और र�ा जसेै �व�भ�न मं�ालय� के संय�ुत या अ�त�र�त स�चव-र�क के 255 क� ��य IAS अ�धका�रय� �वारा समि�वत �कया जाएगा।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से सबंं�धत : राज�यव�था और शासन : �द�ल� के �लए लोक सेवा आयोग : HC ने या�चका पर जवाब माँगा

    �संग : • �द�ल� उ�च �यायालय ने �द�ल� के रा���य राजधानी �े� (NCT) के �लए एक लोक सेवा आयोग (PSC) क� �थापना क� मांग वाल� या�चका पर सरकार से जवाब मांगा है।

    �ववरण : • या�चका म� GNCTD के म�ुय स�चव को PSC क� �थापना के �लए एक अ�धसचूना जार� करने का �नद�श देने क� मांग क� गई है।

  • • दल�ल म� दावा �कया गया है �क रा���य राजधानी के �लए एक PSC �शासन के �लए अ�धका�रय� के चयन म� तजेी लाएगा। • यह अ�धक जवाबदेह� और पारद�श�ता भी लाएगा।

    • या�चकाकता� ने भारतीय सं�वधान के अन�ुछेद 315 और अन�ुछेद 239-AA के �ावधान� का पालन करने म� �द�ल� सरकार (GNCTD) क� ओर से �वफलता का आरोप लगाया है।

    • यह तक� �दया गया है �क अन�ुछेद 315 म� कहा गया है �क संघ और ��येक रा�य के �लए एक अलग PSC होगा और �द�ल� सरकार ने �ावधान का अनपुालन नह�ं �कया है। • अन�ुछेद 239-AA के तहत, �वधानसभा के पास रा�य सचूी म� या समवत� सचूी म� �कसी भी मामले के संबधं म� NCT के परेू या �कसी भी �ह�से के �लए काननू बनाने क� शि�त है, अगर ऐसा कोई मामला UTs के �लए लागू होता है। (रा�य सचूी क� ��वि�टय� 1, 2 और 18 के सबंधं म� मामल� को छोड़कर और उस सचूी म� 64, 65 और 66 ��वि�टयां अब तक वे उ�त ��वि�टय� 1, 2 और 18 से सबंं�धत ह�।)

    • या�चका म� कहा गया है �क रा�य सचूी म� PSC क� �थापना मद 41 है।

    • इसम� कहा गया है �क इस म�ुदे पर उप रा�यपाल और GNCTD के म�ुय स�चव को भेजे गए अ�यावेदन के बावजदू, �द�ल� के NCT के �लए PSC �था�पत करने संबधंी कोई �यास नह�ं �कए गए ह�।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से सबंं�धत : पया�वरण और पा�रि�थ�तक� : �लाई ऐश �बधंन पर �रपोट� मांगी गई :

    �संग :

  • • रा���य ह�रत �ा�धकरण (NGT) ने �लाई ऐश के �नपटान और �बधंन क� वत�मान ि�थ�त पर अ�धका�रय� से �रपोट� मांगी है।

    �ववरण : • इस �रपोट� क� मांग एक या�चका म� लगाए गए आरोप के बाद क� गई है िजसम� NTPC क� एक इकाई �वारा �न�म�त �लाई ऐश के अव�ैा�नक तर�के से �बंधन का आरोप लगाया गया है।

    • रा���य ह�रत �ा�धकरण अ�य� क� अ�य�ता वाल� एक ब�च ने अरावल� पावर और झ�जर पावर को �लाई ऐश �नपटान और �बंधन क� वत�मान ि�थ�त पर एक �रपोट� �दान करने का �नद�श �दया है।

    • उ�ह� एक मह�ने के भीतर समयसीमा के साथ काय� योजना ��ततु करने का भी �नद�श �दया गया है। • इसके अ�त�र�त, ह�रयाणा रा�य �दषूण �नय�ंण बोड� को एक मह�ने के भीतर दो इकाइय� के संबंध म� वाय ुगणुव�ा और �टैक (ढेर) �नगरानी क� ि�थ�त पर एक �रपोट� ��ततु करने का �नद�श �दया गया था।

    �लाई ऐश और �लाई ऐश �बंधन : • �लाई ऐश कोयले पर आधा�रत थम�ल पावर �लांट म� �बजल� पदैा करने के समय उ�प�न दहन ���या का अवशषे है।

    • यह एक संसाधन साम�ी है िजसका उपयोग �लॉक�, �ट� और टाइल�, पोट�ल�ड सीम�ट, सड़क के तटबंध� के �नमा�ण, �नचले �े� के �वकास और �नमा�ण उ�योग� के कई अन�ुयोग� म� �कया जाता है।

    • अ�य देश� क� तलुना म� भारतीय कोयले के दहन के प�रणाम�व�प उ�पा�दत �लाई ऐश क� मा�ा काफ� अ�धक होती है।

  • • �लाई ऐश के �भावी �बंधन के �लए �व�भ�न तर�क� को अपनाने क� आव�यकता है।

    • राख को �बजल� संय�ं म� �वेश करने से रोकने के �लए कोयले को मलू �थान पर धोना पड़ता है। वत�मान म� उ�पा�दत �लाई ऐश का 63% उपयोग �कया जाता है। • �भावी �लाई ऐश �बधंन �लाई ऐश उ�पादन को कम करता है।

    • यह पया�वरण संर�ण और पावर �लांट म� �लाई ऐश �वारा क�जा क� गई भ�ूम क� जगह को कम करने के �लए भी के �लए आव�यक है ।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से सबंं�धत : पया�वरण और पा�रि�थ�तक� : काब�न फुट��टं को �ैक करने के �लए ऐप लॉ�च : �संग : • महारा�� के म�ुयमं�ी ने घोषणा क� है �क रा�य सरकार अब एक ऐप के मा�यम से नाग�रक� के काब�न फुट��टं को �ैक करेगी। काब�न फुट��टं �या है? • काब�न फुट��टं �कसी �वशषे �यि�त, सगंठन या समदुाय क� ग�त�व�धय� के प�रणाम�व�प वातावरण म� जार� काब�न डाइऑ�साइड क� मा�ा है। �कसी �यि�त का काब�न फुट��टं उसक� �यि�तगत ग�त�व�धय� �वारा उ�सिज�त काब�न डाइऑ�साइड (CO2) क� मा�ा है।

    प�ृठभ�ूम : • �धानम�ंी नर�� मोद� के �वारा अतंररा���य सगंठन� को 2030 तक भारत के �दषूण �तर को 2005 के �तर पर लाने का वादा करने के बाद ऐप क� क� प�रक�पना क� गई थी।

    • �धानम�ंी ने 2022 तक 175 गीगावॉट (गीगावाट) नवीकरणीय ऊजा� उ�प�न करने के भारत के उ�दे�य क� भी घोषणा क� थी, िजसम� से 100 गीगावॉट सौर ऊजा� है।

  • • भारत ने पे�रस �शखर स�मेलन के �ह�से के �प म� �ीनहाउस गसै उ�सज�न को 20% से 25% तक कम करने का वादा �कया है।

    �ववरण : • नाग�रक� के काब�न फुट��टं के �नशान को �ैक �कया जाएगा और जो लोग उ�सज�न तट�थ ि�थ�त �ा�त करत ेह�, उ�ह� एक �माण प� और कर छूट के साथ परु�कृत �कया जाएगा।

    • एि�लकेशन के अनसुार, �कसी �यि�त के फुट��टं के �नशान के अतंग�त उसके �वारा �बजल�, AC, रसोई क� ग�त�व�धय� का उपयोग शा�मल होगा।

    • इसका उ�दे�य रा�य म� �दषूण और काब�न उ�सज�न को कम करना है। • रा�य वन �वभाग ऐप �वक�सत कर रहा है।

    • ऐप नाग�रक� के हर रोज़ के काब�न उ�सज�न क� गणना करने म� स�म होगा और �गनती के आधार पर इसे कम करने के उपाय सझुाएगा। • एि�लकेशन को जलवाय ुप�रवत�न पर जाग�कता पदैा करने के �लए एक उपकरण के �प म� इ�तमेाल �कया जा सकता है।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से सबंं�धत : सरु�ा : INS �वराट का प�रमाज�न :

    �संग : • ससंद को स�ूचत �कया गया था �क �वमानवाहक पोत �वराट का प�रमाज�न होने जा रहा है।

    �ववरण : • �वमान वाहक को दो साल पहले सेवा से हटा �दया गया था।

  • • इसे स�ंहालय या अ�य मा�यम� म� प�रव�त�त करके अ�ु�ण रखने के �यास सफल नह�ं हुए ह�।

    • कई रा�य� ने इस �वषय पर ��ताव ��ततु �कए थे। हालाँ�क, INS �वराट को �कसी भी रा�य सरकार को एक आ�म�नभ�र �व�ीय ��ताव को परूा न करने के कारण नह�ं स�पा जा सकता था।

    • INS �वराट, जो �क एक स�टूर वग� भी है, को 17 वष� तक मुबंई म� नौसेना �वारा बनाए रखा गया था, �य��क जहाज को अतंतः 2014 म� एक �शपयाड� म� भेजे जाने से पहले इसे स�ंहालय म� बदलने के �व�भ�न ��ताव असफल हो गए थे।

    • इस �कार,बचाव, सरु�ा आ�द �वचार� के म�देनजर, INS �वराट का प�रमाज�न करने का �नण�य �लया गया है।

    INS �वराट : • �वराट 27,800 टन वजनी स�टूर वग� एयर�ा�ट कै�रयर है। • इसने नवंबर 1959 से अ�लै 1984 तक 25 वष� तक 'HMS ह�स�' के �प म� ���टश नौसेना म� सेवा क� थी।

    • मई 1987 म� नवीनीकरण के बाद इसे भारतीय नौसेना म� कमीशन �दया गया। • इसे माच� 2017 म� नौसेना से मुबंई के नेवल डॉकयाड� म� �डकमीशन �कया गया था।

    • नौसेना ने कई मौक� पर कहा है �क वह �वराट को अ�नि�चतकाल तक नह�ं रख सकती है �य��क यह पहले से ह� भीड़भाड़ वाले मुबंई डॉकयाड� म� जगह को अव��ध कर देगा।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से सबंं�धत : राजनी�त : संपादक�य : बढ़ती आबाद� और चनुौती :

  • चचा� म� �य�? • हाल म� संय�ुत रा�� के आ�थ�क एवं सामािजक मामले के �वभाग क� ओर से जार� �रपोट� के मतुा�बक भारत 2027 तक आबाद� के मामले म� चीन को पछाड़ देगा। भारत क� जनस�ंया म� 2050 तक 27.3 करोड़ क� व�ृ�ध हो सकती है। इसके साथ ह� भारत शता�द� के अतं तक द�ुनया म� सबसे अ�धक जनसं�या वाला देश बना रह सकता है। अगर आबाद� रोकने के �लए कदम नह�ं उठाए गए तो इसके द�ु�भाव कई गुना बढ़ जाएंगे जो �वनाशकार� सा�बत ह�गे।

    ‘द व�ड� पॉपलेुशन �ॉ�पे��स 2019 : हाइलाइ�स’ �रपोट� : • सयं�ुत रा�� क� हाल म� आई �रपोट� ‘द व�ड� पॉपलेुशन �ॉ�पे��स 2019: हाइलाइ�स’ म� बताया गया है �क अगले तीन दशक� म� द�ुनया क� आबाद� दो अरब और बढ़ जाएगी और 2050 तक धरती पर आबाद� का आकंड़ दस अरब को छू रहा होगा। • �रपोट� के मतुा�बक अगले सात साल म� यानी 2027 तक आबाद� के मामले म� भारत चीन को पछाड़ देगा। भारत क� आबाद� म� 2050 तक स�ाईस करोड़ से �यादा क� व�ृ�ध हो सकती है और इसके साथ ह� भारत द�ुनया म� सबसे अ�धक जनस�ंया वाला देश बन सकता है।

    • �रपोट� म� बताया गया है �क विै�वक जनस�ंया म� जो व�ृ�ध होगी, उसम� आधी से अ�धक व�ृ�ध भारत, नाइजी�रया, पा�क�तान, कांगो, इ�थयो�पया, तंजा�नया, इंडोने�शया, �म� और अमे�रका म� होने का अनमुान है। इन देश� म� भी सबसे अ�धक व�ृ�ध भारत म� होगी।

    • हालां�क जनसं�या व�ृ�ध दर म� लगभग हर जगह �गरावट दज� क� जा रह� है। विै�वक �तर पर ��त म�हला औसत ज�म दर 1990 म� 3.2 थी, जो 2019 म� घटकर 2.5 रह गई। द�ुनया के पचपन देश ऐसे भी ह� जहां आबाद� घट रह� है। यह कमी �सफ� ज�म दर म� �गरावट के कारण नह�ं आ रह� है। कुछ देश� म� इसके �लए लोग� का पलायन भी िज�मेदार है।

    �व�लेषण :

  • • �वा��य स�ुवधाएं बढ़ने के साथ ह� परू� द�ुनया म� बजुगु� आबाद� का �ह�सा भी बढ़ता जा रहा है। इस समय द�ुनया म� सबसे अ�धक जनस�ंया वाले देश� म� पहला �थान चीन का है और दसूरा भारत का।

    • चीन ने जनसं�या म� कमी लाने के �लए अनेक योजनाएं �ारंभ क� ह�। इससे चीन म� जनस�ंया बढ़ने क� दर म� कमी आई है। 2010 के बाद से 27 देश ऐसे ह� िजनक� जनस�ंया म� एक या इससे भी अ�धक फ�सद क� कमी आई है। वष� 2019 से 2050 तक पचपन देश� और �े�� म� आबाद� म� कमी आने का अनमुान है।

    चनुौ�तयाँ : • भारत म� जनस�ंया �नय�ंण को लेकर गंभीर �यास नह�ं हुए ह� �लहाजा, भारत के �लए बढ़ती आबाद� भ�व�य म� अनेक चनुौ�तयां पेश करेगी। भारत म� िजतनी तजेी से सपं�नता बढ़ रह� है, उतनी ह� तजेी से शहर� जनसं�या भी बढ़ रह� है। तजेी से उभरती अथ��यव�था वाले भारत को भ�व�य म� जनसं�या व�ृ�ध के कारण अनेक चनुौ�तय� का सामना करना पड़गेा। अगले चाल�स वष� म� भारत के सम� अपने नाग�रक� को नौकर�, ऊजा�, आवास और आधारभतू सरंचना उपल�ध कराने क� चनुौती होगी। �रपोट� म� बताया गया था �क 2050 तक भारत म� शहर� जनसं�या म� 49 करोड़ स�र लाख क� व�ृ�ध होगी।

    • भारत आज गंभीर सम�याओ ंसे जझू रहा है। य�द यह कहा जाए �क अ�धकांश सम�याओ ंक� जड़ जनसं�या �व�फोट है तो कोई अ�तशयोि�त नह�ं होगी। हालां�क हमारे नी�त-�नमा�ताओ ंने तीन-चार दशक पहले ह� जनसं�या �व�फोट से उ�प�न खतर� को भांप �लया था। इस सम�या से �नपटने के �लए अनेक योजनाएं भी बनाई ग◌�इं, ले�कन ये सभी योजनाएं आबाद� �नय�ंण के ल�य म� नाकाम रह�ं।

    • यह दभुा��यपणू� ह� है �क जनसं�या �नय�ंण के ��त जनता म� जाग�कता का अभाव �दखाई देता है। आज सरकार करोड़� �पए �व�ापन� पर खच� कर रह� है, ले�कन जनस�ंया तजेी से बढ़ती जा रह� है। इसके पीछे काफ� हद तक हमारे देश क� सामािजक एव ंसां�कृ�तक सरंचना भी

  • िज�मेदार है। दसूर� ओर प�रवार �नयोजन संबधंी नी�तय� को भी �भावी तर�के से लागू नह�ं �कया गया। आज आव�यकता इस बात क� है �क हम सब इस सम�या पर गंभीरता के साथ पनु�व�चार कर�, ता�क भ�व�य म� जनसं�या �व�फोट से होने वाल� सम�याओ ंसे छुटकारा �मल सके।

    • भारत म� �दषूण और जलवाय ुप�रवत�न को लेकर बड़ी-बड़ी बात� हो रह� ह�, ले�कन हम यह नह�ं समझ पा रहे ह� �क जनसं�या व�ृ�ध भी जलवाय ुप�रवत�न को �भा�वत कर रह� है। दरअसल, आबाद� बढ़ने से �ाकृ�तक संसाधन� का दोहन भी बढ़ता है और �दषूण जसैी सम�याएं पदैा होती ह�। इस�लए जलवाय ुसकंट का �भाव कम करने के �लए भी जनस�ंया व�ृ�ध पर �नय�ंण आव�यक है।

    • हम� कुछ ऐसी नी�तयां बनानी ह�गी िजनसे जनता �वय ंइसम� ��च ले। इमरजंसी के दौरान िजस तरह जनसं�या �नय�ंण के �यास �कए गए थे, वे �कसी से �छपे नह�ं ह�। उस समय सरकार के इस �यास के �वरोध म� जनता जबरद�त ग�ुसे म� थी और इसका ख�मयाजा सरकार को उठाना पड़ा था। इस�लए यह �प�ट है �क य�द जनस�ंया �नय�ंण क� नी�तय� और जनअवधारण� के बीच असंतलुन और सवंादह�नता क� ि�थ�त कायम रहेगी तो बेहतर प�रणाम सामने नह�ं आएंगे।

    • यह दभुा��यपणू� ह� है �क �पछले पचास वष� म� सरकार और �व�भ�न सामािजक सगंठन जनता के साथ एक ऐसा सवंाद �था�पत करने म� नाकाम रहे ह� िजससे �क इस सम�या का �थायी समाधान �नकल सके। दरअसल, आज जनस�ंया �नय�ंण सरकार� नी�तय� एव ंयोजनाओ ंके मा�यम से ह� होने वाला नह�ं है। जब तक इस सम�या पर आम जनता ह� �वचार नह�ं करेगी तब तक इस संबंध म� �कसी साथ�क प�रणाम क� उ�मीद रखना बेमानी है।

    • भारत म� आज भी करोड़� लोग गर�बी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे ह�। इस वग� का बड़ा �ह�सा �नर�र और अ�श��त है। ऐसी ि�थ�त म� बड़-ेबड़ े�व�ापन और प�रचचा�एं �कस हद तक �भावी ह�गी, यह �वचारणीय ��न है। इस तबके को गभ� �नरोध के साधन उपल�ध कराना और

  • इनका सह� ढंग से इ�तमेाल �सखाना भी एक बड़ी चनुौती है। जब तक हम इस चनुौती को �वीकार नह�ं कर�गे, तब तक जनस�ंया व�ृ�ध को �नय�ं�त करना एक �दवा�व�न ह� होगा।

    • यह �वडबंना ह� है �क आज भी जनस�ंया �नय�ंण क� अ�धकांश योजनाएं और काम कागज� पर ह� चल रहे ह�। जनसं�या �नय�ंण म� लगी अ�धकांश �वयसेंवी सं�थाएं भी कुछ कम नह�ं ह�। कुछ अपवाद� को छोड़ कर आज ये स�ंथाएं भी लाभ कमाने के �लए ह� काम कर रह� ह�। गैर सरकार� संगठन� पर पानी क� तरह पसैा बहाया जा रहा है। सरकार� नी�तय� का आलम यह है �क इस दौर म� भी �लोभन देकर नसबदं� कराई जा रह� है। इस काय� के �लए �कसी �कार का �लोभन नह�ं �दया जाना चा�हए। �लोभन से इस सम�या को जड़ से समा�त नह�ं �कया जा सकेगा, बि�क इससे ��टाचार को ह� बढ़ावा �मलता है।

    आगे का रा�ता : • हमारे देश म� प�रवार का भरण-पोषण शार��रक �म पर आधा�रत था। इस�लए यहां �यादा ब�चे पदैा करने पर जोर �दया जाता था। हालां�क अब यह ि�थ�त बदल रह� है। ले�कन अभी भी �वकास क� �करण� �नचले �तर तक नह�ं पहंुच पा रह� ह�। ऐसे म� गभ��नरोधक� का �यापक पमैाने पर म�ुत �वतरण और �कसी �क�म क� ज�टलता उ�प�न होने पर उसका ता�का�लक समाधान �नकालने के �लए �यापक नेटवक� �वक�सत �कया जाना चा�हए।

    • हम� गभ� �नरोधक� से जड़ुी उन �ां�तय� के �नवारण पर भी �यान देना होगा िज�ह� अनपढ़ लोग खदु ह� गढ़ लेत ेह�। बहरहाल, आज जनस�ंया �नय�ंण से संब�ंधत कोई भी योजना लाग ूकरत ेसमय �यावहा�रक पहलओु ंपर �यान �दया जाना चा�हए। आज लोग� को यह समझाने क� ज�रत है �क जनस�ंया व�ृ�ध से देश का नकुसान तो होगा ह�, पहले उनक� अपनी सम�याएं भी बढ़ जाएंगी।

    मह�वपणू� त�य : 1. थम�ल �लांट पानी बबा�द कर रहे ह� :

  • • सरकार जल संर�ण के �लए लोग� को �े�रत करने के �लए बड़ ेपमैाने पर जाग�कता अ�भयान चला रह� है।

    • हालां�क, देश भर के �मखु थम�ल �लांट पानी बबा�द कर रहे ह�। ऐसा करके, थम�ल �लांट क� ��य पया�वरण मं�ालय �वारा कुशलतापवू�क पानी का उपयोग करने के 2015 के आदेश का उ�लघंन कर रहे ह�।

    • लगभग 51% �लांट� को ह� �नयम� के अनपुालन म� पाया गया।

    • कुल 156 �लांट� / इकाइय� म� से, 66 ने दावा �कया �क उ�ह�ने पानी क� खपत के मामले म� सीमा का अनपुालन �कया, जब�क 30 ने �वीकार �कया �क उ�ह�ने सीमा का अनपुालन नह�ं �कया।

    • अ�य 46 �लांट� का, या तो डटेा उपल�ध नह�ं था, या उ�र अ�प�ट थे या �लांट बंद थे। अ�य 14 �लांट सम�ु के पानी का उपयोग कर रहे थे, उ�ह� �नयम� से छूट द� गई है।

    • थम�ल पावर �लांट औसतन 5-7 �य�ूबक मीटर / मेगावाट पानी क� खपत करत ेह�।

    • 2012 क� स��ल इलेि���सट� अथॉ�रट� �रपोट� के अनसुार, एक 1000 मेगावाट सयं�ं क� �व�श�ट खपत म� 0.5 घन मीटर / मेगावाट क� कमी से एक वष� म� 700 हे�टेयर भ�ूम को �स�ंचत करने के �लए पया��त पानी बचाया जा सकता है; या एक परेू वष� के �लए 68,000 लोग� को पीने और घरेल ूउपयोग का पानी �दान �कया जा सकता ह�। UPSC �ारं�भक पर��ा के �लए अ�यास ��न :

    ��न 1. �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1. वायवुा�य य�ंो को सशुीरा वा�य के �प म� जाना जाता है। 2. ओद�वाका सशुीरा वा�य का एक उदाहरण है।

  • �दए गए कथन� म� से कौन सा सह� है / ह�? (a) केवल 1 (b) केवल 2 (c) 1 और 2 दोन� (d) न तो 1 और न ह� 2

    उ�र : a �प�ट�करण : सशुीरा वा�य य�� वायवुा�य य�� का उपकरण ह�। हवा को एक खोखले �तभं म� भरकर (फंूककर) �व�न उ�प�न क� जाती है। बांसरु� और नरकट सशुीरा वा�य य�� के उदाहरण ह�। ओद�वाका एक आघात-वा�यय�ं उपकरण है।

    ��न 2. �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1. असम म� काजीरंगा रा���य उ�यान एक �व�व धरोहर �थल है। 2. यहाँ द�ुनया के एक सींग वाले ग�ड� क� दो �तहाई आबाद� �नवास करती है। 3. यह एक बाघ संर��त �े� भी है।

    �दए गए कथन म� से कौन सा सह� है / ह�? (a) केवल 1 (b) केवल 1 और 2 (c) केवल 2 (d) 1, 2 और 3 उ�र : d �प�ट�करण : असम म� काजीरंगा रा���य उ�यान एक �व�व धरोहर �थल है। अभयार�य द�ुनया के �वशाल एक सींग वाले ग�ड� के दो-�तहाई भाग का घर है। काजीरंगा को 2006 म� टाइगर �रजव� घो�षत �कया गया था। सभी संर��त �े�� म� से काजीरंगा म� बांघ� का सबसे �यादा घन�व पाया जाता है।

  • ��न 3. �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर� । 1. टाइटन सौरमंडल का दसूरा सबसे बड़ा �ाकृ�तक उप�ह है। 2. टाइटन प�ृवी के च�ंमा से बड़ा है।

    �दए गए कथन म� से कौन सा सह� है / ह�? (a) केवल 1 (b) केवल 2 (c) 1 और 2 दोन� (d) न तो 1 और न ह� 2

    उ�र : c �प�ट�करण : टाइटन श�न का सबसे बड़ा च�ंमा है। यह गेनीमेड के बाद सौर मंडल का दसूरा सबसे बड़ा �ाकृ�तक उप�ह है। यह बधु �ह से भी बड़ा है। यह एकमा� चं�मा है जो घने वातावरण के �लए जाना जाता है। टाइटन प�ृवी के चं�मा से 50% बड़ा है और 80% अ�धक �वशाल है।

    ��न 4. �न�न�ल�खत म� से कौन G-20 का सद�य नह�ं है? (a) �ाज़ील (b) इं�डया (c) तकु� (d) अफ़ग़ा�न�तान

    उ�र : d �प�ट�करण : G-20 समहू म� शा�मल देश ह�- अज�ट�ना, ऑ��े�लया, �ाजील, कनाडा ,चीन, �ांस, जम�नी, भारत, इंडोने�शया, इटल�, जापान, �रपि�लक ऑफ को�रया, मिै�सको, �स, सऊद� अरब, द��ण अ��का, तकु�, यनूाइटेड �कंगडम, सयं�ुत रा�य अमे�रका और यरूोपीय सघं।

  • UPSC म�ुय पर��ा के �लए अ�यास ��न : ��न 1. भारत म� कृ�ष �े� म� सधुार को लाने म� सहकार� संघवाद क� भ�ूमका पर �ट�पणी कर�। (15 अकं, 250 श�द)

    ��न 2. भारत को �डिजटल गुट-�नरपे�ता (digital non-alignment) का ल�य बनाना चा�हए। चचा� कर�। (15 अकं, 250 श�द)