अप शनदtिक (अनngंाान एिंनिा ा ) · क्रम विका...

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म विकास और विविधता का विषय िय ावय और सवक तवताास क ारा लातार जसि विविधता क विकवसत ाो का अुकरय करती ास। मारा ा पृिी लाख िषक क वमक विकास और स-विकास का पररयाम , जो सभी पौध और जािर, ियु , भूवम और जल को एक साथ ब रा म मदद करती ास। पाली पृिी पर जीि का रायोघाटन करी। चा काराई म ढ ाुए डायासोर क जीिाम स लकर, सुदर डत र वजा ाम पररद और वततवलया कात ि काा स आत ास काा जा रा ा ? और या ाम तस सुदर याा को एक साथ तय कर सकत ास , या ? Email: [email protected] Tel: 011-23231248 Website: www.cbseacademic.nic.in CENTRAL BOARD OF SECONDARY EDUCATION (An Autonomous Organization under the Union Ministry of Human Resource Development, Govt. of India) Shiksha Sadan”, 17, Institutional Area, Rouse Avenue, New Delhi-110002 के .मा.शि.बो./िै./शि.अ.(प.र.)2016 16 th जून 2016 पररप स या 20/2016 के रीय मायशमक शिा बोड से स सभी शिालय मुख के शलए विषय ित 16: मिक विकास और जैि विविधता िय वििक पाली क.मा.वि.बो. और वि.ि.व. (WWF) की स युत पररयोजा विावथकय को भारत की आचयकजिय जीि की ा जाकारी ात कर , ा ात कर और तसकी ाकृवतक विरासत पर िकर क अवतीय अिसर डपलध करा ातु िु की ई ास। तस पाल का डय सवक विि क वत स ध रख का भाि पसदा कर और ामार विावथकय म स रय क वत वचत कर क वलए रत कर की भािा पसदा करा ास। पाली को क.मा.वि.बो. ारा एक सीसीई वतविवध क प म मायता दी ई ास। या ज जानतह ।ै? गंगा नदी की शिन और िालीन ॉलशिन शिमालय के तल से लेकर भारत, बंलादेि, नेपाल और भूटान के िारीय े तक िै ली गंगा पु और मे ाना नदी यिा की एक ाशनक जीिजाशत िैअ अभी ॉलशिन भारत की रारीय जलरीय ाणी िैअएक समय म दस िजार की संया म लपला गंगा नदी की ॉलशिन सीाे तौर पर मारे जाने , बॉा और बराज के कारण आिास घट जाने , अशििेकपूणड मछली पकने और द षण के कारण से शपछली ितादी म अगाा प से 2000 से कम िो गई िैअ नदी यिा म ॉलशिन की लपशशत ि पाररतं का संके त िैअ ूंशक नदी की ॉलशिन जलरीय भोजन यिा के िीषड पर िै, इसकी पयाडत संया म लपलाता नदी यिा म बित जै ि शिशिाता का तीक िै और पारतं म सतुलन बनाए रखने म सिायता करता िैअ क.मा.वि.बो.-विि िय जीि ववध (WWF)भारत िय वििक पाली

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करम विकास और विविधता का विषय

िन य ावयय और ससवगिकक तवताास क

दवारा लगिातार जसि विविधता क

विकवसत ाो का अकरय करती ास।

ामारा गरा पथ िी लाख िषक क करवमक

विकास और सा-विकास का पररयाम

ास, जो सभी पौध और जािर , िाय,

भवम और जल को एक साथ ब रा म

मदद करती ास। पा ली पथ िी पर जीि

का रास योदघाटन कर गिी। चटटा की

गिाराई म गिढ ाए डायासोर क

जीिाश म स ल कर, सन दर डतत रत

वजन ा ाम पररन द और वततवलयाा कात

ा ि कााा स आत ास कााा जा रा ा?

और क या ाम तस सन दर यातरा को एक

साथ तय कर सकत ास, या ाी?

Email: [email protected] Tel: 011-23231248 Website: www.cbseacademic.nic.in

CENTRAL BOARD OF SECONDARY EDUCATION (An Autonomous Organization under the Union Ministry of Human Resource Development, Govt. of India)

“Shiksha Sadan”, 17, Institutional Area, Rouse Avenue, New Delhi-110002 क.मा.शि.बो./ि./शि.अ.(प.र.)2016 16

th जन 2016

पररपतर सख या 20/2016

कनदरीय माधयशमक शिकषा बोरड स सबदध

सभी शिदयालय परमखो क शलए

विषय िस त 16 : करमिक विकास और जि विविधता िन य विि क पा ली क .मा.वि.बो. और वि.ि.व. (WWF) की सयक त पररयोजा विदयावथकय को भारत की आश चयकजक

िन य जीि की गिा जाकारी ा‍ त कर , जञा ा‍ त कर और तसकी ाकवतक विरासत पर गििक कर क अवदव तीय अिसर

डपलब ध करा ा त ि की गिई ास। तस पाल का ड श य ससवगिकक विश ि क वत सबध रख का भाि पसदा कर और ामार

विदयावथकय म सरकषय क वत वचन त कर क वलए ररत कर की भािा पसदा करा ास। पा ली को क .मा.वि.बो. दवारा एक

सीसीई गिवतविवध क प म मान यता दी गिई ास।

क या ज जानतह । ? गगा नदी की शिनमर और िालीन रॉलशिन शिमालय क तल स लकर भारत, बगलादि, नपाल और भटान क

ज िारीय कषतर तक िली गगा रहमपपतर और माना नदी ‍ यि‍ ा की एक ‍ ाशनक जीिजाशत िअ अभी ‘रॉलशिन

भारत की राष‍ट रीय जल रीय पराणी िअ‘ एक समय म दसो िजारो की सख या म लपलध ा गगा नदी की रॉलशिन

सीा तौर पर मार जान, बॉा और बराज क कारण आिास घट जान, अशििकपणड मछली पकडन और परदषण क

कारण स शपछली िताध दी म अगाा प प स 2000 स कम िो गई िअ

नदी ‍ यि‍ ा म रॉलशिन की लपश‍ शत ‍ ि‍ पाररततर का सकत िअ शक नदी की रॉलशिन जल रीय भोजन

‍यि‍ ा क िीषड पर ि, इसकी पयाडप त सख या म लपलध ाता नदी ‍ यि‍ ा म बि त जि शिशिाता का परतीक ि

और पाररततर म सनद तलन बनाए रखन म सिायता करता िअ

क .मा.वि.बो.-विश ि िन य जीि ववध (WWF)भारत िन य विि क पा ली

ABOUT THE QUIZ CONTEST:

योग यता: ककषा III स XII तक

परा शमक और माध यशमक ‍ तर [III-VIII ]: पा ली 13 िार म आफलात आयोवजत ाोगिी

िररष‍ट ठ ‍तर [XI-XII]: ऑलात माध यम स पर भारत म

भागीदारी: विदयाथी एक बार वदय जा िाल ०100/- का भगिता कर पजीकरय करा सकत ा

अशनद तम राष‍ट रीय परशतयोशगता 6 अक टबर, 2016 को नई शदल ली म आयोशजत िोगी

परस कार: त य क भागिीदार ा‍ त कर गिा

1. एक भागिीदारी का माय पतर

2. एक िन य विि की कलाईबन ध

3. राष‍ट रीय स तर क 3 िीषड‍ राष‍ट रीय शिजता को राष‍ट रीय पाकक म का अिसर ा‍ त ाोगिा।

ाथवमक [III-V], माध यवमक [VI-VIII] और िररष‍ट ठ [IX-XII] िगिो क वलए पजीकरय 31

जलाई, 2016 को बन द ाो जाएगिा। क .मा.वि.बो. वि.ि.व (WWF) की िन य विि की पा ली

2016 क पजीकरय की वकरया, पा ली क विविध स तर की वतवथय क बार म अवधक जाकारी

क वलए कपया ि बसातट www.wwfindia.org/wwq पर जाय।

अन य और जाकारी क वलए विदयालय सम पकक कर सकत ास

WWF-India: 011-41504790, +91 9717073958

(Between 10 am – 5 pm)

e-mail: [email protected]

पी राजश िरी, शिकषा अशाकारी:

e-mail: [email protected]

ि‍ ताकषररत/-

सगा िमाड

अपर शनदिक (अनसाान एि निा ार)

अपन बगी या पाकड म पि को नसशगडक या सामानद य ‍ यििार करत ि ए अिलोकन करना: यि गशतशिशा लन रणो

को पर‍ तत करती ि वजन ा िसजञावक पिक क व यिाार या जसि िावसकी क अध यय म अकरय करत ा। जसि िावसकी की ि आत

अप व यिाार म रत पि क अिलोक कर स ाोती ास, तब पि क कायककलाप का वििरय पररयाम का प ल ती ास। त

वकरयाकलाप को पिक क विचाराथक विषय क बार म जाा जाता ास, जसस वक ठीक रा , जीवित रा और प त पाद म सफलता

तथा या कस स वटत ाआ क या ि साज ास और स िचल ा या सीख गिए और जाबककर वकए गिए ास? विवभन वकरयाकलाप करत ाए

पि क वचतरय/िीवडयो वकलप का स तवतकरय कर। तसम जीि की जावतय की वकस म-कीट जसस मकखी डत िाल कीत या

वततवलया, कीत ोा मछली, डभयचर वचवतयाए, र गि िाल स तपायी कदावचत पालत वबल ली कत ता या वचवतया सवात

अपर शनदिक (अनसाान एि निा ार)