बायत सयकाय भंत्रारम सबा ......म जन-धन य जन ,...

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बायत सयकाय एवं योगाय भंारम याम सबा अतायांककत संमा 896 फुधवाय, 23 नवफय, 2016/2 अहामण, 1938 (शक) .एस.आई.सी. तथा .ऩी.एप. के अतगगत अधधक काभगाय को राब दान कयना 896. ीभती तोटा सीतायाभ रभी: मा औय योजगाय भंी मह फताने की ऩा कयगे : () मा के र सयकाय .एस.आई.सी. तथा .ऩी.एप. के अतगगत नभागण काभगाय, ऑटो तथा रयशा चराने वार, आंगनवाडी तथा आशा काभगाय को चयणफ ऱऩ से राब दान कयने की मोजना फना यही है ; औय () मदहां , तो तसंफंधी मौया मा है ? उतय औय योजगाय याम भंी (वतं बाय) (फंडा दताेम) () औय (): जहां तक कभगचायी याम फीभा(कयाफी) मोजना के अंतगगत राब का है , दरी/हैदयाफाद -नमोजजत काभगाय की चमननत ेणी मथा ऑटो रयशा चारक तथा घयेरू काभगाय एवं उनके ऩरयवाय के सदम को ामोगगक आधाय ऩय गचककसा सुववधाएं दान कयने के लरए कयाफी नगभ ने ऩहरे ही दो अरग-अरग मोजनाएं शुर/अनुभोददत की ह।किमाजवत जथत नभागण एजसी के कामागरम संरननभागण काभगाय को ऩहरे ही कयाफी मोजना के अंतगगत शालभर कमा जा चुका था। तऩचात, 01.08.2015 से कयाफी मोजना का वतायकिमाजवत नमोजजत नभागण के काभगाय तक बी कमा गमा है। जहां तक कभगचायी बववम नगध का संफंध है , कभगचायी बववम नगध एवं कीणग उऩफंध अगधननमभ, 1952 20 अथवा अगधक मजतम को नमोजजत कयने वारे अगधसूगचत उमोग/नतठाऩय रागू होता है। ऑटो रयशा चारक साभामत: असंगदठत आते तथा उनभ से अगधकतय -नमोजजत होते ह। उत अगधननमभ काववताय 31.10.1980 से बवन एवं अम नभागण उमोग रगे नतठातक कमा गमा है। इन नतठानमोजजत काभगाय को कभगचायी बववम नगध एवं कीणग उऩफंध अगधननमभ,1952 के उऩफंध के अमधीन ईऩीएप राबदान कए जाते ह। इसके अनतरयत, साभाजजक सुया राब का वताय मोजना काभगाय मथा आंगनवाडी , आशा तथा भमान बोजन से संफ काभगाय तक कयने के लरए सगचव (एवं योजगाय) की अमता एक सलभनत का गठन कमा गमा है। *****

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  • बायत सयकाय श्रभ एव ंयोज़गाय भंत्रारम

    याज्म सबा अतायांककत प्रश्न संख्मा 896

    फुधवाय, 23 नवम्फय, 2016/2 अग्रहामण, 1938 (शक) ई.एस.आई.सी. तथा ई.ऩी.एप. के अन्तगगत अधधक ऺेत्रों भें काभगायों को राब प्रदान कयना 896. श्रीभती तोटा सीतायाभ रक्ष्भी: क्मा श्रभ औय योजगाय भंत्री मह फतान ेकी कृऩा कयेंगे कक: (क) क्मा केन्द्र सयकाय ई.एस.आई.सी. तथा ई.ऩी.एप. के अन्द्तगगत ननभागण काभगायों, ऑटो तथा

    रयक्शा चरान ेवारों, आंगनवाडी तथा आशा काभगायों को चयणफद्ध रूऩ स ेराब प्रदान कयन ेकी मोजना फना यही है; औय

    (ख) मदद हां, तो तत्संफंधी ब्मौया क्मा है?

    उत्तय श्रभ औय योजगाय याज्म भंत्री (स्वतंत्र प्रबाय)

    (श्री फंडारू दत्तात्रमे) (क) औय (ख): जहां तक कभगचायी याज्म फीभा(कयाफी) मोजना के अतंगगत राबों का प्रश्न है, ददल्री/हैदयाफाद भें स्व-ननमोजजत काभगायों की चमननत शे्रणी मथा ऑटो रयक्शा चारक तथा घयेर ूकाभगायों एव ंउनके ऩरयवाय के सदस्मों को प्रामोगगक आधाय ऩय गचककत्सा सुववधाए ंप्रदान कयन ेके लरए कयाफी ननगभ न े ऩहरे ही दो अरग-अरग मोजनाए ंशुरु/अनुभोददत की हैं।किमाजन्द्वत ऺेत्रों भें जस्थत ननभागण एजेंसी के कामागरमों भें संरग्नननभागण काभगायों को ऩहरे ही कयाफी मोजना के अतंगगत शालभर ककमा जा चकुा था। तत्ऩश्चात, 01.08.2015 स ेकयाफी मोजना का ववस्तायकिमाजन्द्वत ऺेत्रों भें ननमोजजत ननभागण ऺेत्र के काभगायों तक बी ककमा गमा है। जहां तक कभगचायी बववष्म ननगध का संफंध है, कभगचायी बववष्म ननगध एव ं प्रकीणग उऩफंध अगधननमभ, 1952 20 अथवा अगधक व्मजक्तमों को ननमोजजत कयन ेवारे अगधसूगचत उद्मोग/प्रनतष्ठान ऩय राग ूहोता है। ऑटो रयक्शा चारक साभान्द्मत: असंगदठत ऺेत्र भें आत ेहैं तथा उनभें स ेअगधकतय स्व-ननमोजजत होत ेहैं। उक्त अगधननमभ काववस्ताय 31.10.1980 स ेबवन एव ंअन्द्म ननभागण उद्मोग भें रगे प्रनतष्ठानों तक ककमा गमा है। इन प्रनतष्ठानों भें ननमोजजत काभगायों को कभगचायी बववष्म ननगध एव ंप्रकीणग उऩफंध अगधननमभ,1952 के उऩफंधों के अध्मधीन ईऩीएप राबप्रदान ककए जात ेहैं। इसके अनतरयक्त, साभाजजक सुयऺा राबों का ववस्ताय मोजना काभगायों मथा आंगनवाडी, आशा तथा भध्माह्न बोजन स ेसंफद्ध काभगायों तक कयन ेके लरए सगचव (श्रभ एव ंयोजगाय) की अध्मऺता भें एक सलभनत का गठन ककमा गमा है।

    *****

  • बायत सयकाय श्रभ एव ंयोज़गाय भंत्रारम

    याज्म सबा अतायांककत प्रश्न संख्मा 897

    फुधवाय, 23 नवम्फय, 2016/2 अग्रहामण, 1938 (शक) ननभााण काभगायों के लरए ई.एस.आई. औय ई.ऩी.एप. सुववधाए ं 897. डा. प्रदीऩ कुभाय फारभुच:ू

    श्री धभाऩुयी श्रीननवास: क्मा श्रभ औय योजगाय भॊत्री मह फतान ेकी कृऩा कयेंगे कक: (क) क्मा मह सच है कक भॊत्रारम ननभााण काभगायों के लरए बी ई.एस.आई. तथा ई.ऩी.एप. सुविधाएॊ

    भुहैमा कयान ेकी मोजना फना यहा है; (ख) मदद हाॊ, तो तत्सॊफॊधी ब्मौया क्मा है; औय (ग) अधधननमभ कफ तक राग ूहोगा?

    उत्तय

    श्रभ औय योजगाययाज्मभंत्री (स्वतंत्र प्रबाय) (श्री फंडारू दत्तात्रमे)

    (क) स े(ग): ईएसआई अधधननमभ, 1948 ऐस ेकायखानों/प्रनतष्ठानों ऩय राग ूहोता है जहाॊ 10 मा उसस ेअधधक व्मक्क्त किमाक्वित ऺेत्रों भें ननमोक्जत हों औय िस्तुत:किमाक्वित ऺेत्रों भें क्स्थत सक्वनभााण एजेंसी के कामाारमों भें सक्वनभााण काभगाय ऩहरे स ेही ईएसआई स्कीभ भें शालभर हैं। तदऩुयाॊत, 01.08.2015 स ेप्रबािी, ईएसआई स्कीभ का विस्तायकिमाक्वित ऺेत्रों भें ऩरयननमोक्जत सक्वनभााण स्थर के काभगायों तक बी ककमा गमा है। 31.10.1980 स े प्रबािी, कभाचायी बविष्म ननधध एिॊ प्रकीणा उऩफॊध अधधननमभ, 1952 ऐस ेप्रनतष्ठानों ऩय राग ूकय ददमा गमा है जहाॉ 20 मा उसस ेअधधक ि ेव्मक्क्त ननमोक्जत हों जो बिन एिॊ सक्वनभााण उद्मोग भें लरप्त हों। कभाचायी बविष्म ननधध एिॊ प्रकीणा उऩफॊध अधधननमभ, 1952 भें शालभर काभगाय कभाचायी बविष्म ननधध ऩरयमोजना 1952, कभाचायी जभा-यालश सॊफॊधी फीभा ऩरयमोजना 1976 तथा कभाचायी ऩेंशन ऩरयमोजना, 1995 के अॊतगात राब प्राप्त कयत ेहैं।

    *****

  • भारत सरकार का�म�क, लोक �शकायत तथा प�शन म�ं ालय �शास�नक सुधार और लोक �शकायत �वभाग

    राज ् य सभा अतारां�कत �श ् न सं. 1056

    (24.11.2016 को उत ् तर के �लए)

    �शासन क� काय� प�ध�त म� सुधार 1056. � ी सुरेन ् � �संह नागर :

    क् या �धान म�ं ी यह बताने क� कृपा कर�गे �क :

    (क) क् या समाज के सभी वग� तक देश के �वकास का लाभ पहंुचाने के �लए सरकार� सेवाओं क� काय� प�ध�त म�

    बड़े सुधार लाना ज� र� है; य�द हां, तो सरकार क� इस संबंध म� क् या ��त�� या है; और

    (ख) क् या समाज के आ�थ�क �प से कमजोर वग� को देश म� केन ् � तथा राज ् य स ् तर पर �शासन क� काय� प�ध�त म� क�मय� के कारण लाभ � ाप ् त नह�ं हो रहे ह� और य�द हा,ं तो सरकार क� इस संबंध म� क् या ��त�� या है ?

    उत ् तर

    राज ् य मं�ी, का�म�क, लोक �शकायत तथा प�शन म�ं ालय एव ंराज ् य म�ं ी, �धानम�ं ी का काया�लय (डा.

    िजतेन ् � �संह )

    (क) और (ख) सरकार यह सु�नि�चत करने के �लए ��तब�ध है �क आ�थ�क �प से कमजोर वग� स�हत समाज के सभी वग� को �वकास का लाभ �मल सके । जहां कह�ं भी बाधाएं महसूस क� जाती ह� वहां � ा थ�मकता के आधार पर उपचारात ् मक कार�वाई क� जाती है । सरकार� सेवाओं के काय�करण म� सुधार करना एक सतत ��� या है । �धान मं� ी जन-धन योजना, ई-गवन�स आधा�रत सेवाए,ं �डजीटल भारत, एलपीजी के �लए �त ् य� लाभ अतंरण (डीबीट�), स ् वच ् छ भारत अ�भयान, स ् वच ् छ �व�यालय, मृदा स ् वास ् थ ् य काड�, �धानम�ं ी फसल बीमा योजना, अटल प�शन योजना आ�द जसैी स ् क�म� हाल ह� म� इस �दशा म� �कए गए क�तपय पहल ह� ।

    ********

  • भारत सरकार का�म�क, लोक �शकायत तथा प�शन म�ंालय �शास�नक सुधार और लोक �शकायत �वभाग

    राज ् य सभा अतारां�कत �श ् न सं. 1058

    (24.11.2016 को उत ् तर के �लए)

    साव�ज�नक संवी� ा के �लए सरकार� आंकड़� को अपलोड करना 1058. � ी �ववके गुप ् ता :

    क् या �धान मं�ी यह बताने क� कृपा कर�ग े�क :

    (क) क् या यह सच है �क साव�ज�नक संवी� ा के �लए काफ� संख ् या म� सरकार� आंकड़� का अभी तक

    �डिजटल�करण तथा अपलोड नह�ं हुआ है, य�द हां, तो इसके क् या कारण ह�;

    (ख) क् या सरकार को सूचना के अ�कट�करण के संबंध म� �शकायत� � ाप ् त हुई ह�; और

    (ग) य�द हां, तो अ�कट�करण के संबंध म� गत तीन वष� के दौरान � ाप ् त �शकायत� क� � े�-वार संख ् या

    का ब ् यौरा क् या है ?

    उत ् तर

    राज ् य मं�ी, का�म�क, लोक �शकायत तथा प�शन म�ंालय एव ंराज ् य म�ं ी, �धानम�ंी का काया�लय (डा. िजतेन ् � �संह)

    (क) स े(ग) भारत सरकार के �रकाड� के �डजीटल�करण का काय� एक सतत काय� है तथा �डजीटल�करण क� ��� या चरणब�ध तर�के से क� जाती है । सरकार यह सु�नि�चत करने हेतु सभी आवश ् यक पहल करती है �क सूचना का �सार करने के �लए अ�धकतम डाटा लोक �� े� म� उपलब ् ध हो । सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम म� भी देश के सभी लोक � ा�धकरण� �वारा वबेसाइट� पर सूचना का स ् वत: �कट�करण करने क� व ् यवस ् था है । भारतीय सरकार� वबेसाइट� के �लए �दशा�नद�श (जीआईजीडब ् ल ् यू), 2009 म� देश के सभी सरकार� काया�लय� �वारा 115 पैरामीटर� पर आधा�रत सूचना को अपने वबेसाइट� पर अपलोड करने तथा उनका �नय�मत �प से अ�यतन करने क� भी व ् यवस ् था है । �शास�नक सुधार और लोक �शकायत �वभाग, का�म�क, लोक �शकायत तथा प�शन म�ंालय देश के सभी सरकार� काया�लय� के सूचना के अ�कट�करण से संब�ंधत �शकायत� के संबधं म� कोई क���कृत सूचना नह�ं रखता है ।

    ********

  • भारत सरकार

    श्रम एव ंरोजगार मंत्राऱय राज्य सभा

    अतारांककत प्रश्न संख्या 1701 बुधवार, 30 नवम्बर 2016/ 9 अग्रहायण, 1938 (शक) श्रम कानूनों को तकक संगत बनाया जाना 1701. डा. प्रदीऩ कुमार बाऱमुचू:

    क्या श्रम और रोज़गार मंत्री यह बतान ेकी कृऩा करेंगे कक: (क) क्या यह सच है कक मंत्राऱय श्रम कानूनों को तकक संगत बनान ेऔर इसे संहहताओ ं

    के रूऩ में स्थापऩत करने की योजना बना रहा है; और (ख) यहद हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है?

    उत्तर श्रम और रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

    (श्री बंडारू दत्तात्रये) (क) और (ख): 2002 में अऩनी ररऩोर्ट प्रस्तुत करने वाऱे द्ववतीय राष्ट्रीय आयोग ने सिपाररश की है कक मौजूदा श्रम कानूनों को कायाटत्मक आधार ऩर व्याऩक रूऩ िे चार या ऩाांच श्रम िांहहताओां में वगीकृत ककया जाए। तदनुिार, मांत्राऱय ने मौजूदा केन्द्रीय श्रम कानूनों के िांगत प्रावधानों को िरऱ करके, समऱान करके तथा औचचत्य स्थावऩत करके मजदरूी िांफांधी चार श्रम िांहहताओां के मिौदे तैयार करने के उऩाय ककए हैं; औद्योचगक िांफांध; िामाजजक िुरक्षा एवां कल्याण; तथा िुरक्षा एवां कायट दशाएां।

    ******

  • भारत सरकार श्रम एव ंरोज़गार मंत्राऱय

    राज्य सभा अतारांककत प्रश्न संख्या 2500

    बुधवार, 7 दिसम्बर, 2016/ 16 अग्रहायण, 1938 (शक)

    कममचारी भववष्य ननधध योजना की समीऺा

    2500. श्री डी. कुऩेन्द्र रेड्डी:

    क्या श्रम और रोजगार मंत्री यह बतान ेकी कृऩा करेंगे कक:

    (क) क्या सरकार ने मौजूदा कममचारी भविष्य ननधध योजना की समीऺा करिाई है/करिाने का विचार है

    (ख) यदद हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा और ननष्कर्म क्या हैं तथा उस ऩर क्या अनुिती कारमिाई की गई है;

    (ग) क्या सरकार को इस संबंध में विभभन्न दहतधारकों से कोई अभ्यािेदन/प्रस्ताि प्राप्त हुए हैं; और

    (घ) यदद हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है और इस ऩर सरकार की क्या प्रनतकिया है? उत्तर

    श्रम और रोजगारराज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) (श्री बंडारू ित्तात्रये)

    (क): और (ख): कममचारी भविष्य ननधध योजना,1952 की समीऺा बदऱते सामाजजक-आधथमक ऩररदृश्य ऩर आधाररत एक सतत प्रकिया है। (ग): और (घ):कममचारी भविष्य ननधध योजना,1952 की समीऺा/संशोधन के संबंध में विभभन्न दहतधारकों से अभ्यािेदन प्राप्त होत ेहैं। इस तरह प्राप्त सुझािों ऩर योजना में संशोधन करते समय विचार ककया जाता है।

    *****

  • 3124

    , 14 , 2016/ 23 , 1938 (श )

    3124. . . :

    औ ह : ( ) ह सच ह च स ( ) च स

    ह स स स स ह ;

    ( ) ह , स ह ; ( ) ह सच ह ह ह स स ऺ ह

    ह ; औ (घ) ह , स ह ?

    औ ( )

    ( ) ( ) ( ): स ह ह च , 1952 स स ह स / ह स ह स ह स स स स स स स स स ऋण की वापसी हेत ुमा स स ह

    ( ): , ह

    (घ): ( ) ह ह *****

  • 3126

    , 14 , 2016 / 23 , 1938 (श )

    ( ) 3126. : औ ह : ( ) ह सच ह स च

    ह ; (ख) ह , स ह औ स ह ; ( ) ज स ह ; औ (घ) स ह

    ज ह ह ?

    औ ( ) ( )

    ( ) स ( ): 09.12.2016 स च स ( ) स ह 1.43 ख च ( ) ह च ( ) ज , 1952 72(7) स स ह ज स 20 स ह ह : स स 20 ह ह स ह , 20 स च ज ह स 97.26 20 ज ह

    ....2/-

  • - 2 – (घ) ह ख ह : (i) ईपीएफओ ने पोरे्ट औ स ख स ह स स ख स ( ) ह च ज स ख स ( ) औ ख स ज स ह औ ज स ह , स स ह (ii) स च स स ज ( स ) ह (iii) स ह औ स ह (iv) ह ( ) स ह स स ह स 99 स स ज ह (v) ऺ ऺ ह च ( ज स) स ख ह 20 स ह स ज ह

    *****

  • भारत सरकार श्रम एव ंरोजगार मंत्राऱय

    राज्य सभा *तारांककत प्रश्न संख्या 235

    बुधवार, 7 दिसम्बर, 2016/ 16 अग्रहायण, 1938 (शक)

    कममचारी भववष्य ननधध संगठन का ऩुनगमठन

    *235. श्रीमती रेणुका चौधरी:

    क्या श्रम और रोजगार मंत्री यह बतान ेकी कृऩा करेंगे कक:

    (क) क्या सरकार कततऩय नए जोन बनाकर कममचारी भविष्य तनधध संगठन का ऩुनगमठन करन ेका विचार रखती है;

    (ख) यदद हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है;

    (ग) क्या सरकार ग्रामीण, अधम-शहरी असंगदठत और ठेका कामगारों को कममचारी भविष्य तनधध संगठन के सामाजजक सुरऺा के दायरे में ऱान ेका विचार रखती है और यदद हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है; और

    (घ) कममचारी भविष्य तनधध संगठन के अशंदाताओ ंकी संख्या में िृवि करन ेके लऱए सरकार न ेकौन-कौन से नए कदम उठाए हैं?

    उत्तर श्रम और रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

    (श्री बंडारू ित्तात्रये)

    (क) से (घ): विियण सबा ऩटर ऩय यख ददमा गमा है।

    *****

  • ईऩीएपओ के ऩनुर्गठन के सफंधं भें श्रीभती येणुका चौधयी द्वाया 7.12.2016 को ऩछेू जाने वारे याज्म सबा तायांककत प्रश्न स.ं 235 के बार् (क) से (घ) के उत्तय भें सदंर्बगत वववयण

    (क) औय (ख): केन्द्रीम फोडड, ईऩीएप ने 08 जुराई, 2016 को आमोजजत अऩनी 213िीीं फठैक भें ईऩीएपओ भें सींगठनात्भक औय सींिगड के ऩनुगडठन के प्रस्ताि का अनभुोदन ककमा है। उक्त प्रस्ताि भें, केन्द्रीम फोडड ने 11 नए जोनर कामाडरम का अनभुोदन ककमा है। सरकार द्िारा कोई तनणमय नहीं लऱया गया है।

    (ग):- कभडचायी ब विष्य तनधध एि ं प्रकीणम उऩबंध अधधतनयम, 1952 20 या 20 स ेअधधक कामगारों का तनयोजन करन ेिाऱी सभी प्रततष्ठानों और अधधतनयम की अनुसूची I में उजलऱखखत उद्योगों में संऱग्न कामगारों ऩर ऱाग ूहोता है चाहे ि ेशहरी, अधम-शहरी, अन्य ऺेत्रों में तनयोजजत हों अथिा शालमऱ ककया गया कामगार ठेका कामगार हो। कोई कामगार असंगदठत कामगार सामाजजक सुरऺा अधधतनयम, 2008 के अनुसार असंगदठत कामगार नहीं माना जाता है यदद िह कभडचायी बविष्य तनधध एि ंप्रकीणम उऩबंध अधधतनयम, 1952 के तहत आता है।

    (घ): ईऩीएपओ के अभबदाता आधाय भें फढोतयी कयने के भरए, सभम-सभम ऩय कियेज अभबमान औय काभगाय नाभाींकन अभबमान चराए जात ेहैं। कभडचायी बविष्म ननधध सींगठन भें केन्द्रीम विश्रेषण एिीं आसचूना एकक स्थावऩत ककमा गमा है, जजसका भखु्मारम अयक्षऺत स्थाऩनों औय सदस्मों की कियेज सींयक्षऺत कयने के भरए पील्ड कामाडरमों को सचूना प्रौद्मोधगकी चाभरत सचूना प्रदान कय यहा है।

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    R. S. admitted P Q No. 896 for 23.11.2016.pdf Hindi VersionR. S. admitted P Q No. 897 for 23.11.2016.pdf Hindi VersionR. S. admitted P Q No. 1056 for 24.11.2016.pdf Hindi VersionR. S. admitted P Q No. 1058 for 24.11.2016.pdf Hindi VersionR. S. admitted P Q No. 1701 for 30.11.2016.pdf Hindi VersionR. S. admitted P Q No. 2500 for 07.12.2016.pdf Hindi VersionR. S. admitted P Q No. 3124 for 14.12.2016.pdf Hindi VersionR. S. admitted P Q No. 3126 for 14.12.2016.pdf Hindi VersionR. S. Starred P Q No. 235 for 07.12.2016.pdf Hindi Version