लक्ष्य: लैंगिक...

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लय: लगिक समानता | P1 ीदा पटो अभिनेी लय: लगिक समानता विषय िि, पिान, िषा ान अययन के परिणाम लगिक समानता की रििाषा जानना लगिक असमानता के क छ कािण औि रिणाम का ता लिाना लगिक समानता को बढा िा कै से द यह जानना तैयािी िदिाि की रििाषा भलख समूह िािा गि बनाने के भलए लिाटया कािज तैयाि कि, औि एक ललिाटट या बोट भलखने के भलए लान इटिनेशनल िीडयो ददखाने की तैयािी कि (नोट - इटिनेट या िीडयो न ददखा सकने की थितत म इसे छो द)। यह ाठ इस ि आधारित नही है। अततरित या ि हकायट िततपिगध के ऱ म पितरित किने के भलए सशतकिण थटाि परट कि नोट: इस ाठ को ढाने से हले आको जािना िादहए क या आके छा म से कोई उनके जीिन म भल ि असमानता से रिापित ह ए ह या हो िहे ह। यह एक सिेदनशील पिषय है औि इस ि खुले तौि ि औि खुशी से ििाट किने के भलए आको सुतनचित किना है क का म आके सिी छा के भलए एक 'सुित' माहौल है। ल समय: आयु सीमा: 60 भमनट 11-14 िषट

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Page 1: लक्ष्य: लैंगिक समानताcdn.worldslargestlesson.globalgoals.org/2016/08/4...“द नय क सबस बड प ठ,” “वहन य वक

लक्ष्य: लैंगिक समानता | P1

फ्रीदा प िंटोअभिनेत्री

लक्ष्य: लैंगिक समानता

विषयिूिोल, पिज्ञान, िाषा ज्ञान

अध्ययन के परिणाम• लैंगिक समानता की रििाषा जानना • लैंगिक असमानता के कुछ कािणों औि

रिणामों का ता लिाना • लैंगिक समानता को बढािा कैसे दें यह जानना

तैयािी• िेदिाि की रििाषा भलखें• समहूों द्िािा गित्र बनाने के भलए फ्लल िाटट याकािज तैयाि किें, औि एक फ्लल िाटट या बोर्ट भलखने के भलए

• प्लान इिंटिनेशनल िीडर्यो ददखाने की तैयािी किें(नोट - इिंटिनेट या िीडर्यो न ददखा सकने कीफ्थितत में इसे छोड़ दें)। यह ाठ इस ि आधारितनहीिं है।

• अततरिक्त या िहृकायट िततपिगध के रू में पितरितकिने के भलए सशफ्क्तकिण थटाि पर िंट किें

नोट: इस ाठ को ढाने से हले आ को जािंिना िादहए कक क्या आ के छात्रों में से कोई उनके जीिन में भल िंिअसमानता से रिापित हुए हैं या हो िहे हैं। यह एक सिंिेदनशील पिषय है औि इस ि खुले तौि ि औि खुशी से ििाट किने के भलए आ को सतुनफ्चित किना है कक कक्षा में आ के सिी छात्रों के भलए एक 'सिुक्षक्षत'

माहौल है।

कुल समय:

आयु सीमा:

60 भमनट

11-14 िषट

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“दुिनया का सबसे बड़ा पाठ,” “वहनीय िवकास के िलए संयुक्त राष्टर् िवश्वव्यापी लक्ष्य” की घोषणा का समथरन् करने के िलए, एक सहयोगपूणर् िशक्षा पिरयोजना है। यह पिरयोजना िवश्वव्यापी लक्ष्य 17 "लक्ष्यों के िलए भागीदािरयाँ" के महत्व का जीता-जागता सबूत है और यह हमारे साथ और आपस में काम कर रहे हमारे सभी भागीदारों की मदद के िबना संभव नहीं होता।

हमारी “संस्थापक टीम” का धन्यवाद:

पाठ योजनाएँ Think Global के साथ िमलकर बनायी गयीं www.think-global.org.uk. एक न्यायपणूर ्और वहनीय दिुनया के िलए िशक्षा को पर्ोत्साहन देना

और दिुनया भर के उन लोगों का िवशेष धन्यवाद िजन्होंने हमारे साथ काम िकया:

द्वारा संचािलत: द्वारा िवतिरत: द्वारा अनुवाद िकया गया:

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लक्ष्य: लैंगिक समानता | P2

एक सिाल ि ििाट के साि ाठ शरुू किें। छात्रों से ूछें : “ककसी एक समय के बािे में सोिो जब आ को महससू हुआ कक आ एक समहू का दहथसा िे। आ ने थियिं को शाभमल क्यों महसूस ककया? आ को शाभमल होने से कैसा महसूस हुआ?” (अ ने छात्रों के अनिुिों के रतत जािरूक िहें)।छात्रों को अ ने जिाब के बािे में सोिने के भलए एक या दो भमनट दीफ्जए। छात्रों को अ ने अनिुि औि िािनाओिं को साझा किने दें।किि ूछें : “आ को क्या लिता है कक समहू से आ को बाहि िखने या बाहि तनकाल ददए जाने ि कैसा महससू होता?”

किि से, छात्रों को अ ने जिाब के बािे में सोिने के भलए एक या दो भमनट दीफ्जए औि यदद उगित हो तो कुछ छात्रों को अ नी िािनाओिं को साझा किने दें।

उत्ति देने के बजाय छात्रों को अ नी िािनाऐिं एक र्ायिी में या कािज ि भलखिाऐिं औि यदद िे िाहते हैं तो ही उन्हें साझा किने के भलए कहें। सतुनफ्चित किें कक सिी बच्िे जो कुछ साझा किना िाहते हैं उन्हें अिसि भमले। एक अन्य पिकल् ूिी कक्षा के साि साझा किने के बजाय ककसी सािी के साि साझा किना है।

अध्ययन िततपिगध

छात्रों को िेदिाि की रििाषा रदभशटत किें या ढने के भलए दें: “िेदिाि िह होता है जब ककसी खास व्यफ्क्त या लोिों के एक समहू के साि अनगुित तिीके से व्यिहाि ककया जाता है। किी किी उनके साि इस अनगुित व्यिहाि का कािण उनकी उम्र,

भल िंि, धमट या जातत होता है।”

इस रििाषा के पिभशष्ट शब्दों को याद किने के भलए, छात्रों से रििाषा के रत्येक शब्द के भलए एक कायटिाही बनाने के भलए कहें औि किि िह समहू उस रििाषा ि “अभिनय” किेिा। उदाहिण के भलए: “पिशेष व्यफ्क्त” को एक या दो लोिों की ओि इशािा किके, “लोिों का समहू” को हािों से िोला बनाकि ददखा सकते हैं।

इससे रििाषा याद किने औि सिी शब्दों को समझने में सहायता भमलेिी। छात्रों से िेदिाि के 3 सिंिापित रिणामों की हिान किने के भलए जोड़ों में काम किने के भलए कहें, औि किि इन्हें समहू के साि िा स साझा किें।

10 भमनट

लैंगिक िेदिाि के पिषय का रििय दें औि बताऐिं कक इससे भल िंि असमानता कैसे उत् न्न हो सकती हैं। छात्रों को ािंि या छह छोटे समहूों में बािंट दें औि रत्येक समहू को दो अलि-अलि फ्लल िार्टटस ि एक लड़का औि एक लड़की का गित्र बनाने के भलए कहें।

समहूों से इस ि पििाि किने के भलए कहें कक हमािे समाज में एक लड़का या एक लड़की होने का क्या अिट है।

यदद छात्र उलझन में हैं, तो उनसे जो बातें उन्हें 'एक लड़का या लड़की होने के बािे में सबसे महत्ि ूणट लिती हैं उन की सूिी' बनाने के भलए कहें।

रिणामों ि, एक व्यफ्क्त, उनके समदुाय औि उनके देश के नजरिए से पििाि किें।

अध्ययन िततपिगध 15 भमनट

पिभिन्नताऐिं औि पिकल्

पिभिन्नताऐिं औि पिकल्

अध्ययन िततपिगध 10 भमनट

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लक्ष्य: लैंगिक समानता | P3

समहूों से फ्जतनी पिशेषताऐिं िे बता सकते हैं उतनी बताने के भलए औि उन्हें उगित गित्रत्रत किने के साि लिाने के भलए कहें। कुछ भमनटों के बाद, कुछ समहूों से उनका गित्र औि लड़के औि लड़की के बीि जो अिंति उन्होने थ ष्ट ककए हैं उन्हें सिंके्ष में रथतुत किने के भलए कहें।ििाट शरुू किने के भलए, रततिागियों से उन ािंि पिशेषताओिं की हिान किने के भलए कहें फ्जन्हें सिी समहूों ने लड़की के आि ेसिूीबद्ध ककया है। रत्येक के भलए, ूछें कक क्या यह कुछ ऐसा है जो लड़ककयों में जन्म से िा, या यह उन्होंने सीखा िा। लड़कों के भलए यही सिाल दोहिाएँ।सेक्स से सिंबिंगधत सामान्य लक्षणों की सूिी के भलए एक फ्लल िाटट का रयोि किें औि भल िंि से सिंबिंगधत सामान्य लक्षणों की सिूी के भलए एक अलि फ्लल िाटट का रयोि किें। जब रततिािी लक्षण सिूीबद्ध कि िकुें हों, तो सिूी के शीषट ि बड़े अक्षिों में 'सेक्स' औि 'भल िंि' भलखें।• बताऐिं कक सेक्स औि भल िंि की पिशेषताओिं के बीि बुतनयादी िकट यह है कक व्यफ्क्त खास पिशेषताओिं के साि ैदा हुआहै, या सीखी है।

• क्या यह हमेशा हि ककसी के भलए इसी तिह िहा है? समझाऐिं कक सेक्स औि भल िंि पिशेषताओिं में इसके आधाि ििी िकट होता है कक िे समय के साि साि औि समाज के अनसुाि बदलती हैं।

रमखु भशक्षा त्रब िंद:ु सेक्स औि भल िंि मौभलक रू से अलि अलि होते हैं। उन्हें समझाऐिं कक,यौन(सेक्स) पिशेषताऐिं जैपिक रू से तनधाटरित होती हैं, औि ूिे समय औि हि समाज में एक समान िहती हैं। भल िंि िुण, सामाफ्जक सिंबिंधों के अनसुाि होते हैं, िे समय के अनसुाि बदलते िहते हैं औि पिभिन्न समाज में अलि अलि हो सकते हैं।

अध्ययन िततपिगध

यह िीडर्यो देखें: क्योंकक मैं एक लड़की हँू, इसभलए मैं यहाँ से लँूिी (3:06)

http://plan-international.org/girls/stories-and-videos/because-i-am-a-girl-ill-take-it-from-here.php

छात्र जोड़े में तनम्न ि ििाट किेंिे या भलखेंिे:

• तुम्हािे अनसुाि इस किल्म का मखु्य सिंदेश क्या िा?

• इस किल्म में लड़की के सामने आने िाली 8 मफु्चकलों में से 3 की सूिी बनाओ?

• उसने यह कैसे सोिा कक िह इन िनुौततयों को दिू कि सकेिी?

उनके पििािों ि ििाट किने के भलए कक्षा को एक साि लाऐिं, छात्रों को 'भल िंि िेदिाि' के बािे में याद ददलाएिं औि ििाट में 'भल िंि समानता' का रििय दें।

• एक कक्षा के रू में तनम्नभलखखत ि ििाट किें:

• किल्म मे इस बात ि ध्यान कें दित ककया िया है, कक भल िंि िेदिाि का लड़ककयों ि क्या रिाि हो सकता है,लेककन क्या आ को लिता है कक लड़कों के साि िी लैंगिक िेदिाि हो सकता है? क्या लैंगिक समानता केिललड़ककयों औि मदहलाओिं के भलए ही एक मदु्दा है?

• क्या अगधक लैंगिक समानता लड़कों औि ुरुषों के भलए िी अच्छी है? क्यों?

• लैंगिक असमानता से तन टने में ुरुष औि लड़के क्या िभूमका तनिा सकते हैं?

15 भमनट

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लक्ष्य: लैंगिक समानता | P4

रिभशष्ट 1

छात्रों से ूछें :

क्या समाज हमें भसखाता है कक 'भल िंि' सिूी की कुछ पिशेषताऐिं दसूिों की तुलना में अगधक महत्ि ूणट या मलू्यिान हैं? आ को इस रकाि का कोई उदाहिण देना होिा: “समाज हमें भसखाता है कक सिंिेदनशील होना (लड़ककयों की तिह) अच्छा होता है, लेककन थिीकािात्मक होना (लड़कों की तिह) महत्ि ूणट है औि इसभलए अगधक मलू्यिान है।”क्या भल िंि के बािे में हमािे पििाि बदले जा सकते हैं? हम इस बदलाि का एक दहथसा कैसे हो सकते हैं

यदद समय है तो रततिागियों से अततरिक्त रचन ूछें :

• प छले 10 या 20 सालों में लड़ककयों/मदहलाओिं की उम्मीदों में क्या बदलाि हुआ है?

• क्या अन्य देशों में ुरुषों औि मदहलाओिं के भलए थिीकायट िीजें भिन्न हैं?• क्या िे जैपिक पिशेषताऐिं जो हमें ुरुष या मदहला के रू में हमें रििापषत किती हैं समय के साि बदल िईहैं, या अन्य देशों में अलि हैं?

• यह समझाऐिं कक समाज की, मदहलाओिं औि ुरुषों से, या लड़ककयों औि लड़कों से उम्मीद अलि अलि हो सकती है,लेककन ुरुष औि मदहला रजनन रणाली दतुनया में हि जिह एक जैसी ही है।

अततरिक्त या गहृकायय गततविधि: सशक्क्तकिण स्टािरत्येक छात्र को एक सशफ्क्तकिण थटाि दीफ्जए( रिभशष्ट 2)। उनसे थटाि के अिंतिटत सिालों के बािे में सोिने के भलए कहें,औि ईमानदािी से उनका जिाब देंनें के भलए कहें कक िे अिी क्या महससू कि िहे हैं – न कक इस बािे में कक िपिष्य में िे अ नी फ्थितत कैसी होने की उम्मीद िखते हैं।एक या दो नहीिं बफ्ल्क कई उदाहिण सोिने का रयास किें– अ ने जीिन, अ ने समदुाय औि पि िीत भल िंि के सदथयों,माता-प ता, ताकतिि लोिों के साि अ ने सिंबिंधों के बािे में पिथताि से सोिें।थटाि ि रत्येक जिाब से मेल खाते निंबि ि िोला बनाऐिं।

त्रब िंदओु को जोर्ो। जो िी ूिी तिह से सशक्त है(सिी 5 एस), िह एक आदशट, ूणट आकाि अष्टकोण बनाएिा। जो त्रबल्कुल िी सशक्त नहीिं है (सिी 1s) िह एक छोटा सा अष्टकोण बनाएिा।भमले जुले लड़कों औि लड़ककयों से ूछें जो उनके सशफ्क्तकिण भसतािों को साझा किने में सहज महससू किते हैं औि उनके अिंतिों की तुलना किें।पििाि किें कक अन्य देशों में लड़ककयों औि लड़कों के भलए थटाि का आकाि कैसा हो सकता है।

पिभिन्नताऐिं औि पिकल्

अध्ययन िततपिगध 10 भमनट

समग्र

िैफ्चिक लक्ष्यों के भलए कायट किनाएक भशक्षक के रू में आ के ास छात्रों की 'सकािात्मक ऊजाट को िैनल किन ेकी शफ्क्त है औि उन्हें यह ििोसा ददलाने की कक ि ेअसहाय नहीिं हैं, औि बदलाि सिंिि है औि िे ऐसा कि सकत ेहैं। रिितटन के भलए डर्जाइन "मैं कि सकता हँू" थकूल िुनौती बच्िों को कािटिाई किने के भलए, खुद के भलए रिितटन किने औि इस ेदतुनया िि के बच्िों के साि साझा किने के भलए आमिंत्रत्रत किता है।

शुरूआत किने के भलए www.dfcworld.com ि जाऐिं।यिुाओिं द्िािा थियिं कािटिाई किने के भलए डर्जाइन िॉि िेन्ज ाठ या एक सामान्य सलाह ैक र्ाउनलोर् किने के भलएwww.globalgoals.org/ worldslargestlesson ि जाऐिं।

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लक्ष्य: लैंगिक समानता | P5

रिभशष्ट 1

सािटजतनक िक्ता

Value

रिाि आत्मपिचिास

सशफ्क्तकिण थटािथि-आकलन उ किण

5 5

ध्यान महत्िाकाांक्षा4 4

3 3

2 2 5 5

4 4

3 1 1 3

2 2

1 1

1 1

2 2

3 3

4 4

5 1 1 5

2 2

3 3

4 4

नतेतृ्ि ज्ञान5 5

मदु्दा रमखु रचनकिी नहीिं

उत्ति(िोला बनाऐिं) बहुत कम किी किी अक्सि हमेशा

महत्ि क्या आ महसूस किते हैं कक आ उतने ही महत्ि ूणट हैं फ्जतना कक आ के पि िीत भलिंि का सािी।

1 2 3 4 5

रिाि क्या आ को लिता है कक आ का उन िैसलों ि रिाि है जो आ के जीिन को रिापित किते हैं? 1 2 3 4 5

नेततृ्ि क्या आ को पिचिास है कक आ के ास समूहों का नेततृ्ि किने की क्षमता है?

1 2 3 4 5

ज्ञान क्या आ को उतनी जानकािी है जो आ को भशक्षक्षत तकट किने में काम आए?

1 2 3 4 5

आत्मपिचिास क्या आ महसूस किते हैं कक आ आसानी से महत्ि ूणट लोिों से सिं कट कि सकते हैं? 1 2 3 4 5

सािटजतनक िक्ता

क्या आ सािटजतनक तौि ि बोलने में सहज महसूस किते हैं? 1 2 3 4 5

महत्िाकािंक्षा क्या आ को अ ने आस ास की दतुनया में बदलाि किने की इच्छा महसूस होती है ?

1 2 3 4 5

ध्यान क्या आ को थ ष्ट ता है कक दतुनया में बदलाि किने के भलए आ के भलए क्या महत्ि ूणट है?

1 2 3 4 5

क्षमता क्या आ सोिते हैं कक आ यदद सोि लें तो आ दतुनया को बदल सकते हैं? 1 2 3 4 5

महति