जागो दलित जागो

Post on 14-Feb-2017

28 Views

Category:

Environment

0 Downloads

Preview:

Click to see full reader

TRANSCRIPT

जागो दलि�त जागो

ज़ु�ल्मों सि�तम का तांडव रोक दो

इन झुकी कंधों को बल दो /

रोने सि�ल्लाने �े कुछ न होगा

अपना इतितहा� ही बदल दो /

ज़ुन - ज़ुन तुम्हें ज़ुान ज़ुायेगा

आ�मां भी फूल बर�ायेगा //

तेरे दुखो के �मंदर में

�ारा ज़ुहाँ डूब ज़ुायेगा //

अपनी डूबती कश्ती को रोक लो दिदल में शोलारुपी उमँगों को भर लो //

जिज़ु�का तिनशाना कभी खाली न हो

ऐ�ा तीरंदाज़ु बन लो //

अरवि न्द कुमार

कृवि� नगर , पटना

top related