मी टू मानद महासिचव क अिभयान समथन ... edition...

Post on 21-Jan-2020

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  • ���नराइटस � एसो�सएशन का �यज़ लटैर ू

    जनवर� 2019 | सं�करण 1

    एसडब�यए का 'मी ट' ू ूअिभयान को समथ�न

    नई ए�ज़े�य�टव क�मट� ने ू

    अपनी पहल� ह� बठैक म�

    एसडब�यए क� इंटरनल क�मट�ू

    (आईसी) का गठन कर �दया

    था। इस क�मट� का मक़सद ना

    �सफ़� यौन शोषण क�

    �शकायत� का �नवारण करना

    है, बि�क ल�� गक और यौन

    झकाव क� समानता को बढ़ावा ु

    देत ेहए सभी लेखक� के �लए ु

    सर��त और स�मानजनक ु

    माहौल पदैा करना भी है।

    'मी ट' अ�भयान क� श�आत के ू ु

    साथ ह� एसडब�यए क� आईसी ू

    को कई �शकायत� �ा�त हई ु

    और उ�ह� त�परता से �लया

    गया। िजन म�हलाओ ंन ेअपन े

    अनभव बयान �कए ह�, उनके ु

    साथ एकजटता का घोषणा-प� ु

    जार� �कया गया

    िजसम� कहा गया �क यौन

    शोषण और ल�� गक भेदभाव के

    मामल� म� एसडब�यए 'ज़ीरो ू

    टॉलर�स' नी�त का पालन करता

    है।

    आईसी, एसडब�यए के सद�य� ू

    को यौन शोषण और ल�� गक

    भेदभाव के बारे म� जाग�क

    करन ेके �लए �नय�मत �प से

    वक� शॉ�स करवाती रहेगी।

    नोटः एसडब�यए क� आईसी ने ू

    संबं�धत �शकायत� पर� ू

    गोपनीयता से �ा�त करन ेके

    �लए �वशषे ईमेल आइडी

    बनाया हआ है -ु

    ic@swaindia.org

    मानद महासिचव क� डै�क सेदो�त�, एसडब�यए 1954 म� �था�पत ू

    हआ एक मज़बत संगठन है, िजसक� ूु

    नींव रामानंद सागर, �वाजा अहमद

    अ�बास, शलै े��, सा�हर ल�धयानवी, ु

    मज�ह स�तानपर� और कमाल ु ु

    अमरोह� जसैी अज़ीम शि�सयत� ने

    रखी थी। स��य एव ंसतक� संगठन

    होने क� वजह से आज यह सं�था और

    भी मज़बत होती जा रह� है।ू

    इस�लए एसड�यलए के बारे म� गमराह ू ु

    करने वाल� �कसी भी बेतक� अफ़वाह ु

    पर भरोसा ना कर�। अगर कोई आप से

    कहे �क एफ़डब�यआईसीई से अलग ू

    होने के बाद हमारे सद�य �फ़�म और

    ट�वी इंड��� म� काम नह� ंकर सकत ेतो

    उनक� बात को �सरे से नकार द�। यह

    दावा �ब�कल बेब�नयाद और शरारत ु ु

    भरा है �य��क क़ाननन कोई भी �यि�त ू

    या संगठन �कसी को भी इंड��� म�

    काम करने से रोक नह� ंसकता।

    अगर आपके मन म� इस बारे म� कोई

    सवाल या शंका हो तो हम� ईमेल कर�

    या काया�लय म� आकर हमसे बात

    कर�।

    आपके साथ, आपके �लए, सदैव-

    एसडब�यए क� ए�ज़े�य�टव क�मट� ू ू

    क� तरफ़ से

    - सनील साि�गयाु

  • एसडब�यए इव�टस के चच� ही चच�्ूईसी न ेएसडब�यए क� इव��स सब-क�मट� को ऐसे काय�� म ू

    आयोिजत करन ेक� िज़�मेदार� स�पी है, जो इसके बाईस हज़ार

    से �यादा सद�य� के �लए फ़ायदेमंद ह�। �पछले तीन मह�न� के

    दौरान, क�मट� न े�न�न�ल�खत काय�� म आयोिजत �कए ह�:

    ंएसडब�यए-एमपीए-एपीएसए 'लॉच यौर ि���ट '2018 ू

    स�मान-समारोह: एसडब�यए ऑ�फ़स मे 24 अ�तबर 2018 ू ू

    को आयोिजत �कया गया। िजस म� म�य मेहमान साइ�वन ु

    �वा�स और �वरा भा�कर रह�।

    एसडब�यए वाता�लाप के पांचव� सं�करण म� 3 नवंबर 2018 को ू

    लगभग ढाई सौ सद�य उपि�थत रह�, जब�क मेहमान थ� - �ीराम

    राघवण, पजा लाढा सरती और अ�रजीत �ब�वास। संचालक ू ू

    रहे, पारख चौहान।

    पारो�मता वोहरा �वारा ल�� गक म�� पर जाग�कता फैलान ेहेत ु ु

    वक� शाप 15 नवंबर 2018 को आयोिजत क� गई।

    एसडब�यए वाता�लाप के छठे सं�करण म� 300 सद�य ू

    उपि�थत रह�। इस आयोजन के मेहमान अ�मताभ

    भ�ाचाय � और संचालक शलै � रहे।

    एसडब�यए और लाडल� �वारा �फ़�म इंड��� म� 'मी ट' ू ू

    अ�भयान के बारे म� 28 �दसंबर 2018 को एक �दवसीय

    काय�� म आयोिजत �कया गया, िजसम� व�ता रहे रेण ु

    का शहाणे, �वतंा नंदा, ओनीर और करन अशंमान।ु

    अगले आयोजन� क� जानकार� के �लए अपन ेईमेल और

    एसडब�यए के आ�धका�रक फ़ेसबक पेज व वबैसाईट ू ु

    पर नज़र रख�।

    मीिडया म� गँजी एसडब�यए क� ू ूआवाज़

    अ�तबर 2018 से मी�डया सब-क�मट� ने ू

    सफ़लता से एसडब�यए से जड़ी ख़बर� और ू ु

    घोषणाओ ंको द मंबई �मरर, द इं�डयन ु

    ए�स�सै और द �हदं जसेै �मख अख़बार� म� ू ु

    जगह �दलवाई। लगभग ��येक अख़बार के

    ऑनलाईन सं�करण� और वबै �ोटल� न े

    एसडब�यए के बारे म� �लखा, जब�क द ू

    इं�डयन ए�स�सै ने एंट�-स�ै शअल हरासम�टु

    क�मट� के बारे म� �वशषे फ़�चर भी छापा।

    �दसंबर से एक पेशवेर पि�ल�स�ट क� सेवाए ं

    ल� जा रह� ह� ता�क मी�डया के साथ बेहतर

    तालमेल हो सके और बेहतर कवरेज हो

    सके।

    'िमिनमम बेिसक कॉ��े�ट' किमटी के बढ़ते कदमएसडब�यए ने एमबीसी पर ू

    रज़ामंद� के �लए �ॉड�शन

    हाऊस� और �ट�डयोज़ के साथ ू

    सीधे तौर पर पहंच बनान ेका ु

    फ़ैसला �कया था। इस मामले

    म� अग�त 2018 म� हई 5वी ंु

    इं�डयन ���नराइटस � कॉ��� स

    के दौरान बात कछ आगे बढ़�। ु

    एक सशै न के दौरान िजसम�

    �फ़�म एंड ट�वी �ो�यसज़ �ू

    �ग�ड के �ेसीड�ट �स�ाथ � रॉय

    कपर, आ�मर ख़ान और धमा� ू

    �ॉड�श�स के ��ए�टव हैड

    सोमेन �म�ा शा�मल थ� - तीन�

    ने लेखक� और गीतकार� के

    �लए �म�नमम बे�सक का��े�ट

    को परा समथन� देन ेक� एक ू

    साथ हामी भर�। एसडब�यए ू

    पहले ह� �फ़�म लेखक� के

    संशो�धत एमबीसी का

    ��ता�वत �ा�ट फ़ाइनल करन े

    म� जट� हई थी और इस ु ु

    �सल�सले म� आ�मर ख़ान,

    �रतशे �स�वानी और उनके

    वक�ल� के साथ बठैक भी कर

    चक� थी।ु

    ज�द� ह� इसके बारे म� �ी रॉय

    कपर के साथ �वचार-�वमश �ू

    करके इसे अ�ंतम �प �दया

    जाएगा, िजस के बाद वह इसे

    �ग�ड के सामन ेरख�गे और

    �सफ़ा�रश कर�गे �क �ग�ड के

    सभी सद�य �ॉड�शन हाऊस

    इसे अपना ल�। अगर ज़�रत

    पड़ी, तो एसडब�यए �वारा ू

    �व�भ�न �ॉड�शन हाऊसेस के

    साथ अलग-अलग बातचीत क�

    जा सकती है। इसके बाद यह

    �ा�ट आईएफट�पीसी, इ�पा

    और �व�पा के पास भी ले जाया

    जाएगा। इस के तंरत बाद ु

    एसडब�यए ट�वी और गीतकार� ू

    के एमबीसीज़ के बारे म� भी

    बातचीत क� ���या श� ु

    करेगी।

  • एसडब�यए ऑिफ़स का नया ऑनलाईन ूअवतार ज�दएसडब�यए क� वबैसाईट, सद�य� को �कसी भी समय, कह� ंसे भी, ू

    अपन ेकाम को रिज�टर करवान ेक� �व��ण स�वधा देन ेके �लए ु

    जानी जाती है। अनेक सद�य और ग़ैर-सद�य जानकार� भरे आलेख,

    इंटर�य और आयोजन� क� जानकार� के �लए भी �नय�मत �प से ू

    वबैसाइट पर आत ेह�।

    अब, बदलत ेव�त के साथ आपक�

    एसो�सएशन �डिजटल होन ेजा रह� है।

    ज�द ह�, आप एसडब�यए म�बर�शप के ू

    �लए 'ए�लाई ऑनलाईन', नई म�बर�शप के

    �लए पे ऑनलाईन, एसडब�यए म�बर�शप ू

    ई-काड,� एडवांसड ऑनलाईन ि���ट

    रिज��ेशन �स�टम, ऑटोमे�टक ईमेल/

    टे�सट �रमा�डर जसेै फ़�चर देख�गे।

    सद�य� को जोड़न ेऔर नेटवक� बनान ेके

    �लए बहत ह� ख़ास एसडब�यए ऐप भी ूु

    लाई जा रह� है। एसडब�यए का ू

    ऑ�फ़शीयल फ़ेसबक पेज पहले ह� काफ़� ु

    लोक��य हो चका है, िजस पर अब ु

    एसडब�यए इव��स का फेसबक लाईव के ू ु

    ज़�रए �सारण भी �कया जाएगा।

    हम साथ-साथ ह�:एसडब�यए वैलफ़ेयर सब-किमटीूएसो�सएशन क� वलैफ़ेयर सब-क�मट�

    हमेशा से ह� अपन ेसद�य� क� मे�डकल

    एमरज�सी और उ�च �श�ा क� ज़�रत� के

    समय म� साथ देन ेके �लए जानी जाती है।

    2018 के चनाव के बाद बनी नई क�मट� भी ु

    इस अ�छे काम के �सल�सले को जार� रख

    रह� है।

    एक बड़ी ख़बर यह है �क ईसी न ेक�मट� को

    अब मे�डकल एमरज�सी क� हालत म�

    अ�धक�म 75,000/- �पए जार� करन ेका

    अ�धकार दे �दया है, जब�क पहले यह रा�श

    50,000/- �पए हआ करती थी।ु

    इसके साथ ह� क�मट� �वारा एक नई योजना

    भी श� क� गई है िजसका नाम है 'एडॉ�ट अ ु

    पेश�ट' िजसके तहत संप�न एव ंसफ़ल

    सद�य� को, िजस तरह भी संभव हो सके,

    ज़�रतमंद सद�य� क� मे�डकल ज़�रत� पर� ू

    करन ेम� सहयोग देने के �लए �नमं��त �कया

    जाएगा। इसके �लए �नय�मत दवाओ/ं

    इलाज/सजर� � आ�द के ख़च � या व�र�ठ

    सद�य� क� �नय�मत �वा�थय जांच के ख़च �

    के �लए सहयोग �दया जा सकता है।

    इसके अलावा 2019 म� कई और

    काय�� म करवान ेक� योजना है,

    जसेैः �वा�थय जांच क� प, योग

    क� प और �वशषे�� �वारा मान�सक

    �वा�थय के बारे म� सामा�य �ान

    और मागद� शन� देने वाले ल�ै चर

    इ�या�द।

    क�मट� के �लए 2018 एक

    अ�छा साल रहा है और हम

    2019 को अपन ेसभी सद�य� क�

    सेहत और भलाई के नज़�रए से

    और भी बेहतर बनान ेका वचन देत े

    ह�।

    हम अपन ेज़�रतमंद सद�य�

    को मे�डकल सहायता और

    प�शन ह� नह� ंदेत,े बि�क हम

    उनके ब�च� क� उ�च �श�ा

    के �लए �व�तीय सहायता भी

    �दान करत ेह�।

    ज�द ह�, हम ���नराइ�टगं

    क� �े�नगं के �लए

    �कॉल�शप क� घोषणा भी

    करन ेवाले ह�।

    - स�यम ��पाठ�,

    चेयरपसन� , वलैफ़ेयर सब-

    क�मट�

  • िडस�यट सैटलम�ट किमटीः एसडब�यए क� बड़ी ू ूताकतजब भी कोई एसडब�यए सद�य ू

    �कसी �शकायत के साथ

    एसडब�यए क� डीएससी क�मट� ू

    के पास आया है, हमन ेत�परता के

    साथ �याय के ��त अपनी

    वचनब�ता �नभाई है। डीएससी का

    नज़�रया �शकायतकता� और

    ��तवाद� म� कोई भेदभाव �कए

    �बना �न�प�, �ढ़ एव ं�यायसंगत

    रहा है। जब एसड�लसए के अपन ेू

    सद�य दोषी पाए गए ह� तो क�मट�

    ने उनके �ख़लाफ़ फ़ैसले सनाय � ह� ु

    जब�क दसर� तरफ़ �फ़�म एव ंू

    ट�वी इं�ड�� के कई बड़ ेनाम� के

    �ख़लाफ़ भी फ़ैसले सनाए गए ह� ु

    और �नडरता से उन पर अमल

    �कया गया है।

    इ�तहास भी डीएससी के कठोर

    �ोटोकोल क� �मसाल बाख़बी ू

    पेश करता है। जब कई बार बाद

    म� मामले अदालत म� भी गए ह�

    तो इस �ोटोकोल पर अदालत�

    भी भरोसा करती रह� ह�।

    अपनी ि���ट क� सर�ा के ुिलए अपनाए 6 स�ं ू· अपन ेकाम के सभी �ा�ट, पेशवेर �प से

    �कसी को देन/ेभेजन ेसे पहले हर बार

    रिज�टर करवाएं।

    · रिज��ेशन के �लए एसडब�यए ू

    वबैसाईट क� ऑनलाईन स�वधा को ु

    �ाथ�मकता द�। रिज�टर क� गई सॉ�ट

    कॉपी ई-मेल करना आसान होता है।

    · जब भी सॉ�ट कॉपी ई-मेल कर� तो

    उसके साथ �लख� �क आपन ेवह ि���ट/

    �टोर� उनको सनाई थी। बताए गई ु

    ि���ट/�टोर� क� कॉपी एटैच कर� ।

    · �ोजे�ट पर काम श� करन ेसे पहले ु

    हमेशा �ल�खत कॉ��े�ट कर�। �बना

    कॉ��े�ट के काम ना कर�।

    · अगर कॉ��े�ट �ो�यसर/�ॉड�शन ू

    हाऊस न ेबना कर �दया है तो उस पर

    क़ाननी सलाह �लए बग़ैर ह�ता�र ना ू

    कर�। अगर आप को �कसी भी शत � के

    बारे म� कोई शंका हो तो एसडब�यए क� ू

    ल�गल ऑ�फ़सर से मशवरा कर�।

    · कॉ��े�ट क� कोई भी ऐसी शत,� जो

    �ववाद होन ेक� सरत म� आप को ू

    एसडब�यए के पास जान ेसे बा�धत ू

    करती हो, क़ाननी तौर पर �नर�त और ू

    अमा�य होती है।

    अलिवदा मणाल सेन, क़ादर ख़ान!ृहम भारतीय �सनेमा क� दो अज़ीम हि�तय�, नव-यथाथव� ाद� �फ़�मकार एव ं

    ���नराईटर �ी मणाल सेन (14 मई 1923 – 30 �दसंबर 2018) और लोक��य ृ

    ���नराईटर एव ंअदाकार �ी क़ादर ख़ान (22 अ�तबर, 1937 – 1 जनवर�ू

    2019) के �नधन पर �दल क� गहराईय� से सवंदेना �य�त करत ेह�।

    मणाल सेन जहा ंभारतीय '�य वेव' �सनेमा के मह�वपण � ह�ता�र थ�, िज�ह�न ेू ूृ

    बंगाल� और �हदं� �फ़�म� म� �व��ण �सनेमा रचा; वह� ंकादर ख़ान �हदं�

    कम�शय� ल �सनेमा म� अपन ेहािजर-जवाब और असरदार संवाद� के �लए जान े

    जात ेथ�। दोन� �द�गज भले ह� �सन-ेजगत के �वपर�त �व� पर खड़ ेनज़र आत ेह�, ु

    दोन� के ह� देहांत पर हम गहरा शोक और अपण�य ��त महसस कर रहे ह�।ू ू

    हम परमे�वर से उनक� आ�मा क� शां�त क� �ाथन� ा करत ेह�!

    हम� अपन ेसद�य� के �वचार

    सन कर �स�नता होती है।ु

    इस �यज़लटै र के पहले ू

    सं�करण के बारे म� अपनी

    ��त��याय,� अपन ेसवाल और

    सझाव हम� इस ई-मेल पत ेपर ु

    भेज� -

    आईए,हमसे जिड़ए!ु

    contact@swaindia.org

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