hindi दर्शक की बजाय एक उत्ाहित · hornsby north public...

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दया महतपूर होती है HORNSBY NORTH PUBLIC SCHOOL दरक की बजाय एक उताहि बन “उताहित ” वि िोता िै जो लत ची को िी करने के लए काम करता िै। यदद वि देखता िै हक हकी को डराया-धमकाया जा रिा िै तो वि उकी िायता व ुरा के लए पूरी कोरर करता िै। वे तरीके जजने आप उताहित बन कते/कती ि: केवल दरक न बने रि। डराने-धमकाने म कभी हिसा न ल। ज को भी लोग अपने े अलग रखते ि उे आप अपने व मम के ाथ हकी गहतहवमध म हिसा लेने के लए आमंहत कर। ज को डराया-धमकाया जा रिा िो उे हकी वयसक े बात करने म मदद कर। कदायक ंदेर व अवाि को फैलने े रोक। यि कर हक आप यि ोचते ि हक इ तरि का विार माहकया या रान की बात नि िै। हकी ऐे के ाथ भोजन कर जो अकेला िो। अपने मम-दल े बािर के लोग े दोसती कर। सकूल म नए लोग का सवागत कर। माता-हपता के लए नदेर यि ोरर हवरेषप े सकूल के हवारथय के लए लखा गया िै। परनतु यि आवशयक िै हक डराने-धमकाने के हत िमारी नीहत व यदद ऐी हत िोती िै तो घर-सकूल की युकायवािी की आवशयकता के बारे म आप भी जागक ि। अपने बे को ाइबरबुललग े बचाएँ जैे िी ब को टे कनोलॉजी के उपयोग की ुहवधा दजाए, उके बाद जलद े जलद उन पर उचत हतबंध व अनुमहतयाँ लागू करनी चाहिएँ। आर म िी िी ीमाएँ लगाने े, ब को, जैे-जैे वे बडे िोते ि, उनका कमपयूटर व ोन े बत अमधक लगाव िो जाने े बचाया जा कता िै। ऑनलाईन ुरा के बारे म बात-चीत कर और अपने बेटे या बेटी के ाथ ंवाद का रासता खुला रख, जजे हक यदद उनि िायता की आवशयकता िो तो वे आानी े पूछ क। उनके ारा ऑनलाईन के उपयोग पर धयान रख और कमपयूटर को अपने घर के ऐे ान पर रख जिाँ ब आते-जाते ि। अपने ब को लाि द हक वे ाइबरबुलग ारा धमहकय या ऑनलाईन दटपपणिय का जवाब न द। इकी बजाय उन ंदेर की हतलहप रख, जजनके ाथ उनका ईमेल पता या ऑनलाईन सीन नाम भी ददया गया िो। डराए-धमकाए जाने पर आपके अपने बे की जो भावनाएँ ि उनको सवीकार कर। भावनातमक क च िता िै और इका भाव लमबे मय तक रि कता िै। अपने बे को ‘अजनबी े तरा’ िोने के बारे म याद दलाएँ । उनि वाक़ई मालूम नि िोता हक वे ऑनलाईन हके बात कर रिे ि। डराए-धमकाए (Bullying) जाने और उतपीडन का ामना करने के लए मागदररका Hindi

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Post on 08-Sep-2019

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  • दया महत्वपूर्ण होती है

    HORNSBY NORTH PUBLIC SCHOOL

    दर्शक की बजाय एक उत्ाहित व्यक्ति बनें“उत्ाहित व्यक्ति” वि िोता िै जो ग़लत चीज़ को ्िी करने के क्लए काम करता िै। यदद वि देखता िै हक हक्ी को डराया-धमकाया जा रिा िै तो वि उ्की ्िायता व ्ुरक्ा के क्लए पूरी कोक्रर करता िै।

    वे तरीके जजन्े आप उत्ाहित व्यक्ति बन ्कते/्कती िैं:

    • केवल दर्शक न बने रिें। डराने-धमकाने में कभी हिस्ा न लें।

    • जज् व्यक्ति को ्भी लोग अपने ्े अलग रखते िैं उ्े आप अपने व ममत्रों के ्ाथ हक्ी गहतहवमध में हिस्ा लेने के क्लए आमंहत्त करें।

    • जज् व्यक्ति को डराया-धमकाया जा रिा िो उ्े हक्ी वयसक ्े बात करने में मदद करें।

    • कष्टदायक ्ंदेररों व अफ़वािरों को फैलने ्े रोकें । यि स्पष्ट करें हक आप यि ्ोचते िैं हक इ् तरि का व्यविार मज़ाहकया या रान की बात निीं िै।

    • हक्ी ऐ्े व्यक्ति के ्ाथ भोजन करें जो अकेला िो।

    • अपने ममत्-दल ्े बािर के लोगरों ्े दोसती करें।

    • सकूल में नए लोगरों का सवागत करें।

    माता-हपता के क्लए ्नदेरयि ब्ोरर हवरेषरूप ्े सकूल के हवद्ारथथियरों के क्लए क्लखा गया िै। परनतु यि आवशयक िै हक डराने-धमकाने के प्रहत िमारी नीहत व यदद ऐ्ी स्थिहत िोती िै तो घर-सकूल की ्युंति काय्शवािी की आवशयकता के बारे में आप भी जागरूक िरों।

    अपने बच्े को ्ाइबरबुललथिग ्े बचाएँ• जै्े िी बच्रों को टेकनोलॉजी के उपयोग की ्ुहवधा दी

    जाए, उ्के बाद जलद ्े जलद उन पर उक्चत प्रहतबंध व अनुमहतयाँ लागू करनी चाहिए।ँ आरम्भ में िी ्िी ्ीमाए ँलगाने ्े, बच्रों को, जै्े-जै्े वे बडे िोते िैं, उनका कमपयूटर व फ़ोन ्े बहुत अमधक लगाव िो जाने ्े बचाया जा ्कता िै।

    • ऑनलाईन ्ुरक्ा के बारे में बात-चीत करें और अपने बेटे या बेटी के ्ाथ ्ंवाद का रासता खुला रखें, जज््े हक यदद उनिें ्िायता की आवशयकता िो तो वे आ्ानी ्े पूछ ्कें ।

    • उनके द्ारा ऑनलाईन के उपयोग पर धयान रखें और कमपयूटररों को अपने घर के ऐ्े थिान पर रखें जिाँ ्ब आते-जाते िरों।

    • अपने बच्रों को ्लाि दें हक वे ्ाइबरबुललथिग द्ारा धमहकयरों या ऑनलाईन दटपपणियरों का जवाब न दें। इ्की बजाय उन ्ंदेररों की प्रहतक्लहप रखें, जजनके ्ाथ उनका ईमेल पता या ऑनलाईन सक्ीन नाम भी ददया गया िो।

    • डराए-धमकाए जाने पर आपके अपने बच्े की जो भावनाए ँिरों उनको सवीकार करें। भावनातमक कष्ट ्च िोता िै और इ्का प्रभाव लमबे ्मय तक रि ्कता िै।

    • अपने बच्े को ‘अजनबी ्े ख़तरा’ िोने के बारे में याद ददलाए ँ। उनिें वाक़ई मालूम निीं िोता हक वे ऑनलाईन हक््े बात कर रिे िैं।

    डराए-धमकाए (Bullying) जाने और उतपीडन का ्ामना करने

    के क्लए माग्शदररथिका

    Hindi

  • Hornsby North Public School के िर हवद्ाथथी को ऐ्े ्ुखद और ्ुरणक्त वातावरि में, जो हक उतपीडन रहित िो, पढाई करने का अमधकार िै।

    सकूल में िम पूरा प्रयतन करते िैं हक हनमनक्लखखत को ्ुहनणचित हकया जा ्के

    • दया मितवपूि्श िोती िै

    • प्रतयेक व्यक्ति अपनी व दू्रे लोगरों का धयान रखता िै

    • प्रतयेक व्यक्ति को अपनेपन का अनुभव िोता िै

    • प्रतयेक व्यक्ति अनय लोगरों की व्यक्तिगत णभन्नताओं का आदर करता िै व ्ममान देता िै

    • प्रतयेक व्यक्ति मानता िै हक एक ्ाथ ममल कर मिान चीज़ें प्रापत की जा ्कती िैं

    डराना-धमकाना कया िोता िै?डराना-धमकाना वि िोता िै जब कोई बार-बार आपको परेरान करने की कोक्रर करता िै। वि हनमनक्लखखत में ्े कुछ भी िो ्कता िैः

    रानत रिने की कोक्रर करें।

    आतमहवश्ा् के ्ाथ उ् व्यक्ति की आँखरों में देख कर रक्तिराली आवाज़ में किें “मैं चािती\चािता हँ हक तुम यि ्ब करना बनद कर दो। मुझे यि हबलकुल प्ंद निीं िै”।

    यदद डराना-धमकाना जारी रिता िै तो हक्ी वयसक को बताए ँजै्े हक आपकी टीचर, खेल के मैदान में ड्ूटी पर आपकी टीचर, व/या आपके माता-हपता।

    शारीररक, मौखिक, मनोवैज्ाननक या सामाजिक तरह से

    िुले या छुपे रूप से

    आमने-सामने या ऑनलाईन पर

    उदािरि के क्लए, जब हक्ी व्यक्ति के ्ाथ बार-बार हनमनक्लखखत हकया जाता िै तो उ्े डराना-धमकाना किा जाता िैः

    • उनको बुरे नाम ददए जाते िैं

    • उन्े कोई बात निीं करता

    • उनको उनके व्यविार व रकल के कारि क्चडाया जाता िै

    • दःख पहुचाने वाली क्लखखत दटपपणियाँ, ्ंदेर या ईमेल भेजी जाती िैं

    • उनके बारे में अफ़वािें फैलाई जाती िैं

    • उनका ्ामान छुपाया, तोडा या चुराया जाता िै

    • रारीररक रूप ्े चोट पँहुचाई जाती िै

    • उनके बारे में दीवाररों पर क्लखा जाना

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    काय्शवािी योजनायदद आपको डराया-धमकाया जाता िै या उतपीहडत हकया जाता िै तो आप कई कदम उठा ्कते\्कती िैं।

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