ठे के दार के हèतार एवं मुहर 1 एच.पी.एल. जी.सी.सी. समझौता प यह समझौता ितिथ.... (माह) (वष ) को, िहÛद ु èतान ीफै ब िलिमटेड, जो कं पनी अिधिनयम, 1956 के तहत िनगिमत कं पनी है , िजसका पंजीक ृ त कायालय जंगपुरा, नई िदãली- 110014 मɅ िèथत है (िजसे यहां इसके बाद “एचपीएल” कहा जाएगा, िजसके तहत इसके शासक, उ×तरािधकारी, कायपालक तथा ितिनयुतɉ की अिभåयित सिàमिलत है ) एक प, तथा एम/एस (संवेदक का नाम) (िजसे यहां इसके बाद ‘संवेदक’ कहा जाएगा, िजस अिभåयित के तहत िसवाय संदभ की अपेा के इसके शासक, उ×तरािधकारी, कायपालक तथा अनुमिताÜत ितिनयुत सिàमिलत हɉगे ) अÛय प के बीच िकया जाता है। जबिक, एचपीएल, जो (काय का नाम) के िनमाण की इÍछु क है (िजसे यहां इसके बाद “पिरयोजना” कहा जाएगा), ( èवामी मंालय का नाम) की ओर से (िजसे यहां इसके बाद “èवामी” कहा जाएगा), ने िनिवदा दèतावेज एनआईटी नं . अनुसार िनिवदाएं आमंित की हɇ। तथा जबिक (संवेदक का नाम) ने अपनी ितिथ अंिकत उपयुत उिãलिखत िनिवदा मɅ भाग िलया तथा एचपीएल ने उनकी पूवȾत िनिवदा को èवीकार िकया तथा अपने अिभाय प सं . तथा इसमɅ उिãलिखत दèतावेजɉ के िनयमɉ और शतɟ के अनुसार (पिरयोजना का नाम) के िलए िनिवदा दान की, िजसे (संवेदक का नाम) ने समझौता करते ह ु ए अपने èवीक ृ ित प ितिथ अंिकत ɮवारा èपçट Ǿप से èवीकार िकया गया। अब अतः- यह दèतावेज िनàनांिकत अंतगत साêयक ृ त है : अनुÍछेद 1.0- अनुबंध करना काय का े 1.1 एचपीएल ने यह अनुबंध (संवेदक का नाम) को (काय का नाम) काय के िलए अपने अिभाय प सं . .... ितिथ ...... तथा इसमɅ उिãलिखत दèतावेजɉ के अनुसार दान िकया। यह िनिवदा (ितिथ) के भाव से यानी पूवȾत अिभाय प के जारी करने की ितिथ से दान िकया गया। इस अनुबंध मɅ युत शतɏ तथा अिभåयितयां समान अथ की हɉगी जैसा िक उ×तरवत अनुÍछेद मɅ उिãलिखत “अनुबंध दèतावेज” के अनुसार उÛहɅ सɋपा गया है।