सत्र 2014 -2015 सेप्रभावी बी0ए0 प्रथम वषष...

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2014 -2015 से भावी बी00 थम वषकुमाउनी भाषा थम प कुमाउनी ाकरण समय: तीन घंटे पूणाषक: 75 नधाषररत पाम: 1. भाषा, ाकरण और भाषा अययन म ाकरण की उपयोनगता। 05 अंक 2. कुमाउनी का ाकरनणक वऱप: वणषमाला, उारण, वतषनी तथा कुमाउनी अंक। कुमाउनी भाषा के नलए देवनागरी नलनप की उपयुता। 05 अंक 5. कुमाउनी का भानषक वऱप: कुमाउनी शद रचना- उपसगष , यय, समास, संनध। 05 अंक 6. शद नवचार: शद और पद, कुमाउनी शद की ऱपरचना- (क) नवकारी शद: संा, लग, वचन, कारक, सवषनाम, नवशेषण, या, वाय, काल। (ख) अनवकारी (अय) शद: यानवशेषण, संबंधबोधक अय, समुयबोधक (योजक) अय, नवमयाद बोधक अय। 15 अंक 7. कुमाउनी शद समूह: शद का वगीकरण (क) रचना के आधार पर- ऱ , यौनगक, योगऱ; (ख) इनतहास के आधार पर- तसम, तव, देशी, देशज, थानीय, नवदेशी और संकर, (ग) अथष के आधार पर- पयाषयवाची, नवलोम, समानाथी और अनेकाथी शद। 10 अंक 8. वाय: पररभाषा, कुमाउनी वाय रचना, पदम और अनववनत, वायभेद, वाय नवेषण, वाय संेषण, सामावय अशुनिया , शुि वाय, कुमाउनी वाय के नवनश कार। 10 अंक 9. नवराम नचन। 5 अंक 10. कुमाउनी भाषा का मानकीकरण: समया और समाधान, मानकीकृत कुमाउनी भाषा म ग का नमूना। 10 अंक 7. कुमाउनी कहावत , मुहावरे एवं पहेनलया। 10 अंक सहायक ंथ: 1. डॉ. भवानीद उेती- कुमाउनी भाषा का अययन, कुमाउनी सनमनत, कटरा, इलाहाबाद। 2. डॉ. केशवद रवाली- (1) कुमाउनी लहदी ुपन कोश, ंथायन, अलीग (2) कुमाउनी भाषा एवं संकृनत, अमोडा बुक नडपो, अमोडा। 3. डॉ. सुरेश पंत- कुमाई (कुमाउनी) के यापद: एक भाषा वैानक अययन, सूयषभारती

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सत्र 2014 -2015 से प्रभावी

बी0ए0 प्रथम वषष

कुमाउनी भाषा

प्रथम प्रश्नपत्र

कुमाउनी व्याकरण

समय: तीन घंटे पूणाषक: 75

ननधाषररत पाठ्यक्रम:

1. भाषा, व्याकरण और भाषा अध्ययन में व्याकरण की उपयोनगता। 05 अंक

2. कुमाउनी का व्याकरनणक स्वरूप: वणषमाला, उच्चारण, वतषनी तथा कुमाउनी अंक। कुमाउनी भाषा

के नलए दवेनागरी नलनप की उपयुक्तता। 05 अंक

5. कुमाउनी का भानषक स्वरूप: कुमाउनी शब्द रचना- उपसगष, प्रत्यय, समास, संनध। 05 अंक

6. शब्द नवचार: शब्द और पद, कुमाउनी शब्दों की रूपरचना- (क) नवकारी शब्द: संज्ञा, ललग,

वचन, कारक, सवषनाम, नवशेषण, क्रक्रया, वाच्य, काल।

(ख) अनवकारी (अव्यय) शब्द: क्रक्रयानवशेषण, संबंधबोधक अव्यय, समुच्चयबोधक (योजक) अव्यय,

नवस्मयाक्रद बोधक अव्यय। 15 अंक

7. कुमाउनी शब्द समूह: शब्दों का वगीकरण (क) रचना के आधार पर- रूढ़ , यौनगक, योगरूढ़;

(ख) इनतहास के आधार पर- तत्सम, तद्भव, दशेी, दशेज, स्थानीय, नवदशेी और संकर,

(ग) अथष के आधार पर- पयाषयवाची, नवलोम, समानाथी और अनेकाथी शब्द। 10 अंक

8. वाक्य: पररभाषा, कुमाउनी वाक्य रचना, पदक्रम और अनववनत, वाक्यभेद, वाक्य नवश्लेषण, वाक्य

संश्लेषण, सामावय अशुनियााँ, शुि वाक्य, कुमाउनी वाक्यों के नवनशष्ट प्रकार। 10 अंक

9. नवराम नचह्न। 5 अंक

10. कुमाउनी भाषा का मानकीकरण: समस्या और समाधान, मानकीकृत कुमाउनी भाषा में गद्य का

नमूना। 10 अंक

7. कुमाउनी कहावतें, मुहावरे एवं पहनेलयााँ। 10 अंक

सहायक ग्रंथ:

1. डॉ. भवानीदत्त उप्रेती- कुमाउनी भाषा का अध्ययन, कुमाउनी सनमनत, कटरा, इलाहाबाद।

2. डॉ. केशवदत्त रुवाली- (1) कुमाउनी लहदी व्युत्पनत्त कोश, ग्रंथायन, अलीगढ़ (2) कुमाउनी भाषा

एवं संस्कृनत, अल्मोडा बुक नडपो, अल्मोडा।

3. डॉ. सुरेश पंत- कुमाई (कुमाउनी) के क्रक्रयापद: एक भाषा वैज्ञाननक अध्ययन, सूयषभारती

प्रकाशन, नई सडक, क्रदल्ली।

4. डॉ. शेरलसह नबष्ट- (1) कुमाउनी (लहदी की सहभाषा), सानहत्य अकादमेी, नई क्रदल्ली, (2)

कुमाउनी भाषा और सानहत्य का उद्भव एवं नवकास, अंक्रकत प्रकाशन हल्वानी (3) कुमाऊाँ

नहमालय की बोनलयों का सवेक्षण, इंनडयन पनब्लशसष नडस्रीब्यूटसष, क्रदल्ली।

5. डॉ. दवेलसह पोखररया व डॉ. भगतलसह- कुमाउनी भाषा का उद्भव और नवकास और उसका

भाषा वैज्ञाननक अध्ययन, अंक्रकत प्रकाशन, हल्वानी।

6. डॉ. भवानीदत्त काण्डपाल- कुमाउनी का संस्कृतमूलक व्याकरण, भाषा नवज्ञान एवं सानहत्य;

उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी, हररवार।

7. डॉ. चंद्रकला रावत (1) कुमाउनी-गुजराती-मराठी कोश, कंसल बुक नडपो, नैनीताल (2)

कुमाउनी-गुजराती और मराठी समस्रोतीय-समानाथी शब्दकोश, गं््रथायन, अलीगढ़।

8. डॉ. जगतलसह- कुमाउनी की उपबोली अस्कोटी का व्याकरण, अंक्रकत प्रकाशन, हल्वानी।

9. डॉ. शेरलसह नबष्ट- कुमाउनी-लहदी कहावत कोश, इंनडयन पनब्लशसष नडस्रीब्यू्ूटसष, क्रदल्ली।

10. डॉ. लता काण्डपाल/डॉ. दीपा काण्डपाल- कुमाउनी-लहदी लोकोनक्त एवं मुहावरा कोश,

अनानमका पनब्लशसष एवं नडस्रीब्यूटसष, नई क्रदल्ली।

नवतीय प्रश्नपत्र

कुमाउनी काव्य

समय: तीन घंटे पूणाांक: 75

ननधाषररत पाठ्यक्रम:

(क) कुमाउनी के प्रमुख कनव: पररचय एवं रचनाएाँ। (इसके अंतगषत लघूत्तरी प्रश्न पूछे जाएाँगे)।

(ख) पाठ्यपुस्तकें :

1. कुमाउनी काव्य संचयन- (सं0) डॉ. चंद्रकला रावत, दवेभूनम प्रकाशन, हल्वानी।

(व्याख्या हतेु गौरीदत्त पाण्ड े‘गौदाष’, चारुचंद्र पाण्डे, शेरदा ‘अनपढ़’, दवेकी महरा, गोपालदत्त

भट्ट, राजेवद्र बोरा, दवेलसह पोखररया, जगदीश जोशी की सभी रचनाएाँ)।

2. भारत माता- डॉ. शेरलसह नबष्ट, अनवचल प्रकाशन, नबजनौर।

3. जयबाला गोररया- जुगल क्रकशोर पेटशाली, तक्षनशला प्रकाशन, नई क्रदल्ली।

अंक नवभाजन

1. उक्त सभी पाठ्यपुस्तकों से तीन व्याख्याएं 3 x 8 = 24 अंक

2. दो आलोचनात्मक प्रश्न 2 x12 = 24 अंक

3. पााँच लघूत्तरी प्रश्न 5 x 3 = 15 अंक

4. बारह अनतलघूत्तरी/वस्तुननष्ठ प्रश्न 12 x 1 =12 अंक

सहायक ग्रंथ:

1. डॉ. दवेलसह पोखररया- (1) कुमाउनी भाषा, सानहत्य एवं संस्कृनत, अल्मोडा बुक नडपो,

अल्मोडा (2) उत्तराखण्ड: लोक संस्कृनत और सानहत्य, नेशनल बुक रस्ट आफ इंनण्डया।

2. डॉ. शेरलसह नबष्ट- (1) कुमाउनी भाषा और सानहत्य का उद्भव एवं नवकास, अंक्रकत प्रकाशन,

हल्वानी (2) कुमाउनी (लहदी की सहभाषा), सानहत्य अकादमेी नई क्रदल्ली (3) उत्तराखण्ड के

रचनाकार एवं रचनाएाँ, इंनडयन पनब्लशसष नडस्रीब्यूटसष, क्रदल्ली।

3. डॉ. क्रदवा भट्ट- उत्तराखण्ड की सांस्कृनतक अनभव्यनक्तयां्ाँ, प्रकाश प्रकाशन, अल्मोडा।

4. डॉ. नारायणदत्त पालीवाल- कुमाउनी कनवयों का नववेचनात्मक अध्ययन, नेशनल पनब्ललशग

हाउस, नई क्रदल्ली।