1.0 पृठभूिम 4 - emerginghimachal.hp.gov.in · 4 1.0 पृठभूिम: 1.1...

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    1.0 पृ ठभूिम 4

    2.0 एक िजला एक उ पाद 5

    3.0 काय म अवयव 7

    4.0 िनजी ेणी 7

    5.0 समूह ेणी 9

    6.0 कॉमन इ ा ट चर के िलए समथन 11

    7.0 ांिडंग और िब ी सहायता 12

    8.0 मता िनमाण और अनुसंधान 13

    9.0 सां थािनक आिकटै चर 17

    10.0 अ ययन और रपोट 27

    11.0 पीआईपी 27

    12.0 िनिधयो ंका िवतरण 29

    13.0 अनुदान के िलए बक की कारवाई 30

    14.0 एमआईएस 31

    15.0 िवशेष सं थानो ंका पैनल बनाना 32

    16.0 क वज स संरचना 32

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    संि त प एवं प रवण श द

    डीपीआर िडटे ड ोजे ट रपोट डीएलसी िड ट लेवल कमेटी एफपीआई फूड ोसेिसंग इंड टी एफपीओ फामर ो ूसर ऑगनाइजेशन एफयूपी फम लेवल अप ेडेशन लान जीओआई गवनमट ऑफ इंिडया एफएमई फॉमलाइजेशन ऑफ माइ ो एंटर ाइजेज आईए इ लीमिटंग एजसी आईएमईसी इंटर-िमिन टी रयल एमपॉवड कमेटी आईआईएफपीटी इंिडयन इं टी ूट ऑफ फूड ोसेिसंग टै नोलॉजी एमआईएस मैनजमट इ फ मेशन िस टम एमओएफपीआई िमिन टी ऑफ फूड ोसेिसंग इंड टीज एमओयू मेमोरेडम ऑफ अंडर टिडंग एमएसडीई िमिन टी ऑफ ल डेवलपमट एंड एंटीि योरिशप एमएसएमई माइ ो, मॉल एंड मीिडयम एंटर ाइज एनएबीआरडी नेशनल बक फॉर ए ीक चर एंड रल डेवलपमट एनसीडीसी नेशनल को-ऑपरेिटव डेवलपमट कॉप रेशन एनआईएफटीईएम नेशनल इं टी ूट फॉर फूड टै नॉलोजी एंटीि योरिशप एंड मैनेजमट एनजीओ नॉन – गवनमटल ऑगनाइजेश स एनआरएलएम नेशनल रल लाइवली ड िमशन ओडीओपी वन िड ट वन ोड ट पीईसी ोजे ट ए जी यूिटव कमेटी पीआईपी ोजे ट इ लीमटेशन लान पीएमयू ोजे ट मैनेजमट यूिनट पीएमकेएसवाई धान मं ी िकसान स पदा योजना पीएमयू ोजे ट मैनेजमट यूिनट आरएंडडी रसच एंड डेवलपमट आरपी रसोस पसन एससी िश ूल का ट एसटी िश ूल टाइब एसएचजी शै फ है प ुप िसडबी मॉल इंड टीज डेवलपमट बक ऑफ इंिडया एसएलएसी टेट लेवल अ ूवल कमेटी एसएनए टेट नोडल एजसी एसआरएलएम टेट रल लाइवली ड िमशन टोओआर ट स ऑफ रेफेरेस यूटी यूिनयन टैरीटरी

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    1.0 पृ ठभूिम: 1.1 संि त िववरण: 1.1.1 देश म असंगिठत खा सं करण े म लगभग 25 लाख खा सं करण उ म ह जो गैर-पंजीकृत एवं अनौपचा रक ह । लांट और मशीनरी म केवल 7% िनवेश और 3% बकाया े िडट के साथ असंगिठत उ म खा सं करण के े म रोजगार म 74% (एक ितहाई मिहलाएं), आउटपुट म 12% और मू यवधन म 27% का योगदान करता है । इनम से लगभग 66% यूिनट ामीण े ो ंम थित ह और उनम से लगभग 80% प रवार आधा रत उ म¹ ह । इनम से अिधकांश यूिनट लांट और मशीनरी म अपने िनवेश तथा टनओवर के अनु प सू म िनमाण उ ोगो ं की ेणी म आती ह । 1.1.2 भारत म असंगिठत खा सं करण उ ोग ऐसे चुनौितयो ंका सामना करते ह जो इनके िवकास को सीिमत करती ह तथा दशन को कमजोर करती ह । इन चुनौितयो ंम शािमल ह: (क) सीिमत कौशलो ंके कारण उ पादकता एवं नव वतन तथा उ पादन और पैिकंग के िलए आधुिनक ौ ोिगकी तथा मशीनरी तक प ंच का अभाव; (ख) अ छी हाइजैिनक एवं िविनमाण थाओ ंके संबंध म मूल जाग कता के अभाव सिहत दोषपूण गुणव ता एवं खा संर ा िनयं ण णािलयां; (ग) ांिडंग और िवपणन द ताओ ंका अभाव तथा आपूित ृंखलाओ ंइ यािद के साथ एकीकरण की अ मता; (घ) पंूजी की कमी तथा कम बक े िडट । 1.1.3 असंगिठत सू म खा सं करण उ ोगो ं को कौशल टेिनंग , उ मशीलता, ौ ोिगकी, े िडट एवं िवपणन, संपूण मू य ृंखला के िलए संघन हड-हो ंग सहायता की आव यकता है तथा बेहतर आउटरीच के िलए रा य सरकार की सि य भागीदारी भी आव यक है । िपछले दशक म क और रा य सरकारो ं ने खा सं करण संगठनो ं (एफपीओ) एवं मिहला व-सहायता समूहो ं (एसएचजी) म िकसानो ंको संगिठत करने के िकए सघन यास िकए ह । व-सहायता समूहो ंने ि ट म पया त गित ा त की है और 97% एनपीए तर के साथ उनका पुनभुगतान रकॉड उ तम रकॉड म से है । सरकारो ं ने खा

    सं करण-सह-िविभ न िनमाण तथा सेवा े के कायकलापो ं को चलाने के िलए एसएचजी को समथ बनाने के यास िकए ह । िफर भी, कुछ ही सरकारी योजनाएं ह जो एफपीओ और एसएचजी को सहायता देती ह तािक वे िनवेश कर स क और अपने चालनो ंका अप केलन कर सक । 1.1.4 यह योजना क ायोिजत योजना है जो सू म उ मो ं के सामने आ रही ं चुनौितयो ंका समाधान करने और इन उ मो ंके उ नयन तथा फॉमलाइजेशन म सहायता देने के िलए समूहो ंतथा सहका रताओ ंकी मता का उपयोग करने के िलए तैयार की गई है । _________________________ ¹ एनएसएसओ, 2015

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    1.2 ल य: 1.2.1 इस योजना के ल य है:

    i) खा सं करण उ ोग के असंगिठत खंड म मौजूदा िनजी सू म उ ोग की ित पध मता बढ़ाना और े के फॉमलाइजेशन को ो साहन देना; तथा ii) िकसान उ पादक संगठनो ं (एफपीओ), व-सहायता समूहो ं (एसएचजी) और उ पादक सहका रताओ ंको उनकी संपूण मू य ृंखला के िलए सहायता देना ।

    1.3 उ े य: 1.3.1 योजना के उ े य सू म उ मो ंकी मता िनमाण करना है तािक वे:

    i) मौजूदा सू म खा सं करण उ मो,ं एफपीओज, व-सहायता समूहो ंएवं सहका रताओ ं ारा े िडट के िलए प ंच मता बढ़ाने म स म हो;

    ii) ांिडंग और िवपणन को मजबूत बनाकर संगिठत आपूित ृंखला के साथ एकीकरण कर सक; iii) मौजूदा 2,00,000 उ मो ंका औपचा रक े मवक म अंतरण करने के िलए सहायता दे सके; iv) सांझा सेवाओ ं जैसे सांझा सं करण सुिवधा, योगशालाओ,ं भंडारण, पैिकंग, िवपणन और इ यूवेशन सेवाओ ंतक प ंच अिधक हो सके; v) खा सं करण के े म सं थानो ंका, अनुसंधान एवं टेिनंग की मजबूती; और vi) यावसाियक एवं तकनीकी सहायता के िलए उ मो ंके िलए प ंच म वृ ।

    1.4 प र यय: 1.4.1 योजना म 2020-21 से 2024-25 तक की पांच वष की अविध म 10,000 करोड़ पए के प र यय की प रक पना की गई है । योजना के अंतगत यय क और रा य सरकारो ं के बीच 60:40, पूव तर एवं िहमालयीन रा यो ंके बीच 90:10, िवधान प रषदो ंयु त संघ े ो ंके साथ 60:40 के अनुपात म तथा अ य संघ रा य े ो ंके िलए क ारा 100% वहन िकया जाएगा । 1.5 कवरेज: 1.5.1 योजना के अंतगत 2,00,000 सू म खा सं करण उ मो ं को सीधे े िडट िलं ड स डी सहायता दी जाएगी । पया त सहायक कॉमन इ ा ट चर तथा सं थागत आिकटै चर को े की वृ को तेज करने के िलए सहायता दी जाएगी । 2.0 एक िजला एक उ पाद: 2.1 इनपुट की ा , सांझा सेवाओ ंकी ा करने और उ पादो ं के िवपणन के अनु प बैिनिफट ऑफ केल का लाभ उठाने के िलए योजना म एक िजला एक उ पाद (ओडीओपी) ि कोण अपनाया गया है । योजना के िलए एक िजला एक उ पाद (ओडीओपी) मू य ृंखला िवकास तथा सहायक इ ा ट चर के मागरेखा/एलाइनमट हेतु े मवक उपल ध कराएगी । एक िजले म एक से अिधक ओडीओपी उ पाद हो सकते ह तथा एक ल टर का िव तार एक से अिधक िजलो ंम हो सकता है ।

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    2.2 शी खराब होने वाली उपज यान कि त करने के योजना ल य को देखते ए रा य, एक िजले के िलए खा उ पाद िनधा रत करगे । रा य सरकार ारा एक बेस-लाइन अ ययन कराया जाएगा । ओडीओपी उ पाद एक शी खराब होने वाली उपज, अनाज आधा रत उ पाद अथवा एक िजले म एवं उससे संबंिधत े ो ंम यापक प से उपजाया जाने वाला खा उ पाद हो सकता है । उदाहरण के तौर पर आम, आलू, लीची, टमाटर, साबूदाना, िक नू, भुिजया, पेठा, पापड, आचार, मोटे अनाज आधा रत उ पाद, म की, पॉ टी, मांस तथा पशु आहार । इसके अित र त, योजना के अंतगत अपिश ट से मू यवान उ पादो ं सिहत कुछ अ य पारंप रक एवं अिभनव उ पादो ं को सहायता दी जा सकती है । उदाहरण के िलए शहद, जनजातीय े ो ंम लघु वन उपज, पारंप रक भारतीय हबल खा पदाथ जैसे िक ह दी, आंवला आिद । कृिष उपज के िलए सहायता कम अप यय, उिचत परख तथा भंडारण एवं िवपणन के यासो ंके साथ-साथ उनके सं करण के िलए होगी । 2.3 पंूजी िनवेश के िलए मौजूदा िनजी सू म उ मो ंको सहायता देने के संबंध म ओडीओपी उ पादो ंका उ पादन करने वालो ंको ाथिमकता दी जाएगी । परंतु, अ य उ पादो ंको उ पादन करने वाली मौजूदा उ ोगो ं को भी सहायता दी जाएगी । समूहो ं भावी प से ओडीओपी उ पादो ंम शािमल समूहो ं ारा पंूजी िनवेश के मामले म सहायता दी जाएगी । 2.4 ऐसे िजलो ंम अ य उ पादो ंका सं करण करने वाले समूहो ंको सहायता केवल उनके िलए ही दी जाएगी जो उन उ पादो ंका पहले से सं करण कर रहे ह और िजनके पास पया त तकनीकी, िव तीय एवं उ मी मता है । 2.5 नए उ म चाहे वे िनजी के िलए हो ंया समूहो ंके िलए को सहायता केवल ओडीओपी उ पादो ंके िलए ही दी जाएगी । 2.6 कॉमन इ ा ट चर एवं िवपणन तथा ांिडंग के िलए सहायता ओडीओपी उ पादो ं के िलए ही होगी । रा य अथवा े तर पर िवपणन और ांिडंग के िलए सहायता के मामले म िजलो ं के समान उ पादो ंको भी िजनम वही उ पाद ओडीओपी के प म नही ंह, शािमल िकया जा सकता है । 2.7 वािण य िवभाग कृिष िनयात नीित के अंतगत िनयातो ंके िलए सहायता हेतु ल टर ि कोण पर कृिष फसलो ंपर फोकस कर रहा है और कृिष मं ालय भी तुलना मक लाभ वाले िजलो ंम िविश ट कृिष उपज के िवकास के िलए ल टर ि कोण पर फोकस कर रहा है । अनेक रा यो ंने इसी कार ल टर आधा रत िवकास अपनाया है । योजना का ओडीओपी ि कोण सांझा सुिवधाओ ंएवं अ य सहायक सेवाएं उपल ध कराने म आसान सािबत होगा ।

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    3.0 काय म अवयव: 3.1 े की सम याओ ंका समाधान करने के िलए काय म के चार यापक अवयव ह:

    (i) िनजी एवं समूह सू म उ मो ंको सहायता; (ii) ांिडंग और िवपणन सहायता; (iii) सं थान सु ढ़ीकरण हेतु सहायता; (iv) मजबूत प रयोजना बंधन े मवक की थापना ।

    3.2 इनम से येक अवयव का यौरा नीचे िदया गया है: 4.0 िनजी सू म उ मो ंको सहायता: 4.1 िनजी सू म खा सं करण उ ोगो ंको ित उ ोग पा प रयोजना लागत की 35% की दर से े िडट-िलं ड पंूजी स डी परंतु अिधकतम 10.0 लाख पए िदए जाएंगे । लाभाथ का योगदान यूनतम

    10% होना चािहए और शेष रािश बक से ऋण होनी चािहए । 4.2 योजना के अंतगत िनजी सू म उ मो ंके िलए पा ता मानदंड:

    (i) चालनरत मौजूदा सू म खा सं करण यूिनट; (ii) मौजूदा उ ोग ओडीओपी उ पादो ंके िलए एसएलयूपी म िचि त की ई होनी चािहए अथवा

    भौितक समथन के आधार रसोस पसन ारा स यािपत की गई होनी चािहए । (iii) िबजली का उपयोग करने वाले उ ोगो ं के मामले म िबजली िबल उनके चालन म होने का

    समथन करगे । अ य उ ोगो ंके िलए िव मान चालन, सूची, मशीन एवं से स आधार का काम करगी ।

    (iv) उ म अिनगिमत होना चािहए और उसम 10 से कम िमक होने चािहए; (v) बेहतर होगा िक उ म िजले के ओडीओपी म िचि त िकए गए उ पाद के उ पादन म लगा

    आ होना चािहए । अ य सू म उ मो ंपर भी िवचार िकया जा सकता है; (vi) आवेदक के पास उ म के वािम व का अिधकार होना चािहए; (vii) उ म के वािम व की थित वािम व/भागीदार फम हो सकती है; (viii) आवेदक 18 वष से अिधक का होना चािहए और कम से कम 8वी ंक ा की शै िणक

    यो यता रखता हो; (ix) एक प रवार से केवल एक य िव तीय सहायता ा त करने का पा होगा । इस योजन के

    िलए “प रवार” म वयं, प नी या पित और ब चे शािमल होगें; (x) फॉमलाइजेशन का इ छुक हो और प रयोजना लागत के 10% का योगदान द तथा बक ऋण

    ा त करे; (xi) भूिम की लागत प रयोजना लागत म शािमल नही ंकी जानी चािहए । तैयार बने ए की लागत

    तथा लंबी प ाविध अथवा िकराए पर वकशेड को प रयोजना लागत म शािमल म िकया जा

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    सकता है । वकशेड का प ा िकराया प रयोजना लागत म शािमल िकया जाए जो केवल अिधकतम तीन वष के िलए हो ।

    4.3 िनजी सू म उ मो ंके िलए चयन ि या: 4.3.1 सहायता िदए जाने हेतु मौजूदा उ ोगो ंको िचि त करने की ि या दोमुखी होगी । एक िजला एक उ पाद ि कोण पर आधा रत सहायता देने म उन उ ोगो ंको ाथिमकता दी जाएगी जो िजल म उस उ पाद म शािमल हो ं। अ य उ ोगो ंिजनम मता हो, सहायता ा त कर सकती ह । 4.3.2 आवेदन योजना के अंतगत लाभ ा त करने के इ छुक य यो ं से उ मो ं के िलए ऑनगोइंग आधार पर िजला तर पर आमंि त िकए जाएंगे । ोत य िविभ न ल टरो ंका सव ण करगे और उन उ ोगो ंकी पहचान करगे िजनम योजना के अंतगत लाभ ा त करने की मता हो । सीधे ा त होने वाले आवेदनो ंके िलए ोत य े जांच करगे और उनकी मता का आकलन करने म पया त सावधनी बरतेगे । 4.3.3 ोत य यो ं ारा सीधे िचि त उ ोगो ंके आधार पर सभी संभािवत मामले एवं ा त ए आवेदन िजला तरीय सिमित के सम तुत िकए जाएंगे । िजला तरीय सिमित येक उ ोग के िलए ोत य ारा तुत की गई रपोट का अ ययन करेगा और इ छुक य यो ंका स ा कार लेगा ।

    4.3.4 येक उ ोग के िलए ोत य ारा िकए गए उिचत मू यांकन म िन निल खत का यौरा होना चािहए:

    (क) उ म का वािषक टनओवर; (ख) उ म ारा भुगतानो ंका टैक रकॉड; (ग) मौजूदा इ ा ट चर; (घ) बैकवड एवं फारवड िलंकेज; (ङ) ल टरो ंसे िनकटता; (च) उ म के िवपणन िलंकेज ।

    4.3.5 िजला तरीय सिमित/एसएनए ारा सं तुत िकए गए मामलो ं म ोत य यो ं को उ ोग के उ नयन के िलए बक से ऋण ा त करने हेतु डीपीआर की तैयारी म उनकी सहायता करनी चािहए । आव यक द तावेजो ंके साथ डीपीआर ऋण मंजूरी हेतु बक को भेजी जानी चािहए । 4.4 ऊपर विणत ि या नए उ ोगो ं के चयन के िलए भी लागू होगी, बशत िक ओडीओपी बेस-लाइन अ ययन इस कार के नए िनवेशो ंके िलए आव यता/ मता दशाए ।

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    4.5 रा य सरकारो ंको यह िनि त करना चािहए िक वे िकस तर पर डीएलसी अथवा एसएनए के तर पर सहायता िदए जाने हेतु िनजी सू म उ ोगो ंकी सूची को अंितम प देना चाहगे । इसी कार,

    समूहो ं ारा पंूजी िनवेश, कॉमन इ ा ट चर एवं िवपणन तथा ांिडंग के िलए आवेदनो ं हेतु रा य आवेदनो ंको भेजने म डीएलसी/एसएनए की भूिमका िनधा रत कर । 5.0 समूह ेणी: 5.1 योजना छंटाई, ेिडंग, जांच, भंडारण, कॉमन सं करण, पैिकंग, िवपणन, कृिष-उपज का

    सं करण और परी ण योगशालाओ ंके िलए ल टरो ंऔर समूहो ंजैसे एफपीओ/एसएचजी/ उ पादक सिमितयो ंको उनकी संपूण मू य ृंखला को भी सहायता देगी । 5.2 िकसान उ पादक संगठन (एफपीओ)/उ पाद सहका रताएं: 5.2.1 एफपीओ और उ पादक सह का रताओ ंको िन निल खत सहायता दी जाएगी:

    (i) े िडट िलंकेज के साथ 35% की दर से अनुदान; (ii) टेिनंग सहायता; (iii) इस कार के मामलो ंम अनुदान की अिधकतम सीमा यथा-िनधारण अनुसार होगी ।

    5.2.2 सहका रताओ/ंएफपीओ के िलए पा ता मानदंड:

    (i) बेहतर हो यिद यह ओडीओपी उपज के सं करण म लगी हो; (ii) इसका यूनतम टनओवर 1 करोड़ पए होना चािहए; (iii) तािवत प रयोजना की लागत वतमान टनओवर से अिधक नही ंहोनी चािहए; (iv) सद यो ंको उ पाद से िनपटने की पया त जानकारी और कम से कम 3 वष का अनुभव होना

    चािहए; (v) सहका रता/एफपीओ के पास पया त यांि त संसाधन अथवा रा य सरकार की मंजूरी होनी

    चािहए तािक वह विकग कैिपटल के िलए प रयोजना लागत का 10% और मािजन मनी पूरी कर सक ।

    5.3 व-सहायता समूह (एसएचजी): 5.3.1 अनेक एसएचजी खा सं करण कायकलाप चला रहे ह । योजना म एसएचजी को िन निल खत सहायता देने का ताव है: 5.3.2 ारंिभक पंूजी:

    (i) योजना के अंतगत विकग कैिपटल तथा छोटे औजारो ंकी खरीद के िलए एसएचजी के येक सद य को 40,000/- पए की दर से ारंिभक पंूजी उपल ध कराई जाएगी;

    (ii) ारंिभक पंूजी देने म ओडीओपी उपज म शािमल एसएचजी को ाथिमकता दी जाएगी;

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    (iii) िकसी एसएचजी के सभी सद य खा सं करण म शािमल नही ं हो सकते ह । इसिलए, ारंिभक पंूजी एसएचजी के संघ के तर पर उपल ध कराई जाएगी;

    (iv) यह एसएनए/एसआरएलएम ारा एसएचजी फैडरेशन को अनुदान के प म दी जाएगी । एसएचजी संघ यह रािश एसएचजी के सद यो ं को ऋण के प म उपल ध कराई जाएगी तािक उसका एसएचजी पुनभुगतान िकया जा सके ।

    5.3.3 35% की दर से े िडट िलं ड अनुदान के साथ खा सं करण उ ोग की एक उ ोग के प म िनजी एसएचजी सद य को अिधकतम रािश 10 लाख पए की सहायता । 5.3.4 एसएचजी तर के फैडरेशन म पंूजी िनवेश हेतु सहायता िजसम े िडट िलं ड अनुदान 35% की दर पर होगा । ऐसे मामलो ंम अनुदान की अिधकतम रािश िनधारण िकए अनुसार होगी । 5.3.5 एसएचजी को टेिनंग तथा हड-हो ंग सहायता: एसएचजी को सहायता देने के िलए बड़ी सं या म िशि त ोत य रा य ामीण आजीिवका िमशनो ं(एसआरएलए स) म उपल ध ह । कृिष उपज म िवशेष ता रखने वाले एसआरएलएम के इन थानीय ोत य यो ं को टेिनंग , उ ोगो ं के उ नयन, डीपीआर की तैयारी, हड-हो ंग सहायता इ यािद के िलए उपयोग िकया जाएगा । 5.3.6 एसएचजी के िलए ारंिभक पंूजी हेतु पा ता मानदंड:

    (i) वतमान म केवल खा सं करण म िनयोिजत एसएचजी के सद य ही पा होगें; (ii) एसएचजी सद य को विकग कैिपटल एवं छोटे औजारो ं की खरीद के िलए इस रािश का

    उपयोग करने का वचन देना पड़ता है और इस संबंध म एसएचजी तथा एसएचजी फैडरेशन के ित ितब होना पड़ता है;

    (iii) ारंिभक पंूजी उपल ध कराने से पहले एसएचजी फैडरेशन को येक सद य के बारे म िन निल खत मूल सूचना एक करनी चािहए:

    (क) सं कृत िकए जा रहे उ पाद का यौरा; (ख) चलाए जा रहे अ य कायकलाप; (ग) वािषक टनओवन; (घ) क ची साम ी का ोत और उपज का िवपणन

    5.3.7 एसएचजी के िलए पंूजी िनवेश हेतु े िडट-िलं ड अनुदान के पा ता मानदंड: (i) एसएचजी के पास प रयोजना लागत का 10% और विकग कैिपटल के िलए 20% मािजन मनी

    को पूरा करने के िलए पया त िनजी िनिधयां अथवा रा य सरकार से अनुदान के प म इसकी वीकृित होनी चािहए ;

    (ii) एसएचजी सद यो ंको ओडीओपी उ पाद के सं करण का यूनतम 3 वष का अनुभव होना चािहए;

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    6.0 कॉमन इ ा ट चर के िलए सहायता: 6.1 कॉमन इ ा ट चर सहायता एफपीओ, एससएचजी, सहका रताओ,ं िकसी सरकारी एजसी अथवा िनजी उ म को दी जाएगी । योजना के अंतगत सृिजत कॉमन इ ा ट चर अ य उ ोगो ं और जनता के िलए भी उपल ध होगी तािक मता के मह वपूण भाग के प म िकराये के आधार पर उपयोग म लाई जा सके । इस ेणी के अंतगत प रयोजना की पा ता िकसानो ंऔर मु य प से उ ोग को लाभ, वैिलिडटी गैप, िनजी िनवेश के अभाव, मू य ृंखला के िलए मह ता के आधार पर िनि त की जाएगी । ऐसे मामलो ंम िनधारण िकए अनुसार े िडट-िलं ड अनुदान अिधकतम 35% की दर तक उपल ध होगा । 6.2 योजना के अंतगत फंिडड की जाने वाली कॉमन इ ा ट चर के कार: िन निल खत कॉमन इ ा ट चर को योजना के अंतगत िव त उपल ध कराया जाएगा:-

    (i) कृिष उपज की जांच, छंटाई, ेिडंग, खेत पर गोदाम एवं को ड टोरेज के िलए प रसर; (ii) ओडीओपी उपज के सं करण हेतु कॉमन सं करण सुिवधा; (iii) इ यूबेशन सटर म एक या अिधक उ पाद णािलयां शािमल होनी चािहए जो छोटे

    उ ोगो ं ारा अपनी उपजो ंके सं करण के िलए िकराए के आधार पर उपयोग की जा सक । इ यूबेशन सटर आंिशक प से टेिनंग के योजन हेतु उपयोग म लाया जा सकता है । यह यावसाियक आधार पर संचािलत िकया जाना चािहए ।

    6.3 एफपीओ/एसएचजी/सहका रताओ ं ारा कॉमन इ ा ट चर तथा पंूजी िनवेश के िलए ताव भेजने के िलए समूहो ंहेतु ि या:- 6.3.1 योजना के अंतगत एफपीओ/एसएचजी/सहका रताओ ं ारा कॉमन इ ा ट चर तथा पंूजी िनवेश हेतु िव त पोषण ा त करने के िलए िन निल खत ि या अपनाई जानी चािहए:-

    (i) पंूजी िनवेश तथा कॉमन इ ा ट चर के िलए योजना के अंतगत सहायता ा त करने हेतु डीपीआर यथा िनधा रत प के अनुसार तैयार की जानी चािहए;

    (ii) डीपीआर म ताव, िव तृत प रयोजना लागत, तािवत मैन पॉवर, टनओवर, िवपणन चैनल, क ची साम ी के ोतो,ं अनुमािनत लाभ एवं हािन का यौरा, नकदी वाह िववरण इ यािद का आव यक िववरण होना चािहए;

    (iii) डीपीआर रा य नोडल एजसी को भेजी जानी चािहए । एसएलएसी ारा ताव के अनुमोदन के प चात एनएनए को ताव खा सं करण उ ोग मं ालय को सं तुत करना चािहए । 10 लाख पए से अिधक के अनुदान हेतु समूह को सहायता का कोई भी ताव अनुमोदन हेतु खा सं करण उ ोग मं ालय को भेजा जाना चािहए;

    (iv) खा सं करण उ ोग मं ालय ारा ताव का अनुमोदन िकए जाने के प चात उसे ऋण वीकृित हेतु िव तीय सं थान को भेजा जाना चािहए;

    (v) डीपीआर म यथा तािवत तथा कौशल िवकास एवं उ मशीलता मं ालय के लागत मानदंडो ंके अनुसार टेिनंग घंटो ंऔर मॉ ूलो ंके आधार पर समूह के सद यो ंको टेिनंग सहायता के

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    िलए भी ताव होना चािहए । टेिनंग और मता िनमाण के अवयव को योजना के अंतगत पूरा िव त उपल ध कराया जाएगा;

    (vi) डीपीआर तैयार करने के िलए एफपीओ/एसएचजी/सहका रताओ ं को 50,000 पए ित मामले उपल ध कराए जाएंगे;

    (vii) बक ारा ऋण की मंजूरी िदए जाने के प चात अनुदान का िवतरण आवेदक संगठन के बक खाते म होना चािहए ।

    7.0 ांिडंग और िवपणन सहायता: 7.1 योजना के अंतगत िवपणन और ांिडंग सहायता एफपीओ/एसएचजी/सहका रताओ ं के समूहो ंअथवा सू म खा सं करण उ मो ंके एसपीवी को दी जाएगी । ओडीओपी ि कोण अपनाने के प चात िवपणन और ांिडंग सहायता रा य अथवा े तर पर ऐसे उ पादो ंके िलए ही दी जाएगी । 7.2 सहायता के िलए पा मद:-

    (क) िवपणन संबंधी टेिनंग के िलए योजना के अंतगत पूरा िव त उपल ध कराया जाएगा; (ख) सांझा पैकेिजंग म भाग लेने के िलए मानकीकरण सिहत सांझा ांड और पैकेिजंग का

    िवकास करना; (ग) रा टीय एवं े ीय रटेल चेन और रा य तरीय सं थानो ंके साथ िवपणन तालमेल; (घ) अपेि त मानदंडो का पूरा करने के िलए उ पाद गुणव ता सुिनि त करने हेतु गुणव ता

    िनयं ण । 7.3 िवपणन एवं ांिडंग के िलए सहायता हेतु सांझा ांड, सांझा पैिकंग और उ पाद टडडाईजेशन का िवकास करना अपेि त होता है । सांझा ांिडंग और पैकेिजंग के िलए उपयु त तर एक थान से दूसरे थान, एक मामले से दूसरे मामले और एक उ पाद से दूसरे उ पाद के िलए िभ न-िभ न होगा । यह तर िजला, े अथवा रा य का हो येक मामले म संबंिधत एसएनए ारा िनधा रत िकया जाएगा ।

    इसिलए, िवपणन एवं ांिडंग को सहायता हेतु ताव एसएनए ारा तैयार िकया जाना चािहए । ांिडंग और िवपणन के िलए सहायता कुल यय की 50% तक सीिमत होगी । ऐसे मामलो ं म अनुदान की अिधकतम सीमा िकए गए िनधारण के अनुसार होगी । योजना के अंतगत रटेल आउटलेट खोलने के िलए कोई सहायता नही ंदी जाएगी । 7.4 रा ट तर पर विटकल उ पादो ंको ऊपर ओडीओपी फोकस के िलए िदए गए िववरण की भांित

    ांिडंग और िवपणन के िलए सहायता दी जा सकती है । सांझा ांिडंग/पैकेिजंग तथा िवपणन के िलए इस कार की सहायता रा ट तर पर दी जाएगी । उस सहायता के िलए ताव रा यो ंअथवा रा ट तरीय

    सं थानो ंया संगठनो ंया साझीदार सं थानो ं ारा खा सं करण उ ोग मं ालय को भेजे जाने चािहए ।

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    7.5 पा ता मानदंड: 7.5.1 तावो ंको िन निल खत शत पूरी करना चािहए:-

    (i) ताव ओडीओपी से संबंिधित होने चािहए; (ii) सहायता के िलए पा बनने हेतु उ पाद का यूनतम टनओवर 5 करोड़ पए होना चािहए; (iii) अंितम उ पाद वह होना चािहए जो रटेल पैक म उपभो ता को बेचा जाए; (iv) बड़ी सं या म उ पादको ं को एक साथ लाने के िलए उ पादक को

    एफपीओ/एसएचजी/सहका रता/ े -रा य तर पर एसपीवी होना चािहए; (v) उ पाद और उ पादक बड़े तरो ंपर मापनीय होने चािहए; (vi) बंधन और सं था को ो सािहत करने की उ मशीलता मता ताव म मािणत की जानी

    चािहए ।

    7.6 ांिडंग और िवपणन के अंतगत सहायता के िलए आवेदन करने की ि या: 7.6.1 िडटे ड ोजे ट रपोट तैयार करना:

    (i) ताव के िलए डीपीआर तैयार की जानी चािहए िजसम प रयोजना, उ पाद, रणनीित, गुणव ता िनयं ण, उपज के एकीकरण, सांझा पैिकंग और ांिडंग, मू य िनधारण नीित, ो साहन संबंधी यौरे, गोदाम और टोरेज, िवपणन मा यम, िब ी म वृ की योजनाओ ंइ यािद का अिनवाय यौरा शािमल है;

    (ii) िवपणन और ांिडंग के िलए तावो ंकी डीपीआर तैयार करने के िलए एसएनए से 5 लाख पए की सहायता उपल ध होगी;

    (iii) ताव म क ची साम ी की खरीद से लेकर िवपणन के कायकलापो,ं मह वपूण कंटोल वाइंट्स , गुणव ता िनयं ण सुिनि त करना, ो साहन कायकलापो ंके अनु प 5 वष के िलए

    योजनाओ,ं भागीदार उ पादको ंकी बढ़ती ई सं या और टनओवर का भी अनु म चाट होना चािहए ।

    7.6.2 सहका रताओ/ंएसएचजी/एफपीओ/एसपीवी, अ णी खरीदकता, यिद कोई हो और एसएनए के बीच िन पािदत काय योजना के साथ अनुबंध होना चािहए जो उ पादको ंकी पंूजी तथा सेवा आव यकताओ ंऔर तािवत सुधारो ंका उ लेख करेगा िजससे वे अपनी उ पादन और कौशल मताओ ंको उ नत कर सकगे िजससे बाजार अथात अ णी े ताओ ंके साथ उनके संबंध मजबूत होगें । 8.0 मता िनमाण और अनुसंधान: 8.1 रा टीय सं थानो ंको सहायता: 8.1.1 सू म खा सं करण उ मो ं के तकनीकी उ नयन और फॉमलाइजेशन म मता िनमाण और टेिनंग एक मह वपूण अवयव है । रा ट तर पर रा टीय खा ौ ोिगकी उ मशीलता एवं बंधन सं थान

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    (िन ेम) और भारतीय खा सं करण ौ ोिगकी सं थान (आईआईएफपीटी) मता िनमाण और अनुसंधान म मह वपूण भूिमका अदा करगे । वे अनुसंधान और मता िनमाण के िलए िव तीय सहायता हेतु पा होगें । िन ेम और आईआईएफपीटी रा य तरीय तकनीकी सं थानो ं के साथ िमलकर चयिनत उ मो/ंसमूहो/ं ल टरो ंको टेिनंग एवं अनुसंधान सहायता उपल ध कराएंगे। आईसीएआर, सीएसआईआर के अंतगत रा ट तरीय उ पाद िविश ट सं थान या डीएफआरएल और सीएफटीआरआई जैसे अ णी सं थान टेिनंग और अनुसंधान के िलए पूरे देश म विटकल सहायता उपल ध कराने के िलए साझीदार सं थान होगें । 8.1.2 िन ेम और आईआईएफपीटी िन निल खत कायकलाप संचािलत करगे:-

    (i) खा सं करण उ ोग मं ालय, रा य और िजला कािमको ंकी मता िनमाण तथा टेिनंग ; (ii) पा म एवं टेिनंग मॉ ूल िवकिसत करना और सू म उ मो ंतथा समूहो ंको आगे टेिनंग

    देने के िलए रा य तरीय तकनीकी सं थानो ंके साथ साझीदारी करना; (iii) िश को ंको टेिनंग देना; (iv) टेिनंग के िलए ऑनलाइन मॉ ूल िवकिसत करना; (v) सू म उ ोगो ं के िलए जातीय उ पादो ंहेतु मानक िव तृत प रयोजना रपोट तैयार करना; (vi) जातीय सू म उ ोगो ं के उ नयन के िलए ौ ोिगकी शै फ/मशीनो ंका िवकास करना; (vii) उपयु त कायकलापो ं के िलए अ य अनुसंधान एवं टेिनंग सं थानो ं के साथ भागीदारी करना; (viii) योजना की आव यकताओ ंकी पूित के िलए रा य तरीय तकनीकी सं थानो ंको मजबूत

    बनाना । 8.1.3 िन ेम और आईआईएफपीटी यथा िनधा रत संरचना के साथ योजना के िलए अपने संगठन म पीएमयू की थापना करगे । इन पीएमयूज के िलए वे कमचा रयो ंको संिवदा के आधार पर िनयोिज करगे । इन पीएमयूज यय को पूरा करने के िलए िन ेम और आईआईएफपीटी को योजना के अंतगत अनुदान िदया जाएगा । 8.1.4 िन ेम और आईआईएफपीटी को बजट के साथ उन कायकलापो ंके िलए ोजे ट इ लीमटेशन लान (पीआईपी) तैयार करनी चािहए िज ह वे चलाने का ताव करते ह और उसे खा सं करण उ ोग

    मं ालय को भेजना चािहए । खा सं करण उ ोग मं ालय म मता िनमाण एवं अनुसंधान सिमित ोजे ट इ लीमटेशन लान (पीआईपी) की जांच करेगी और उनके िलए आईमैक का अनुमोदन ा त

    करेगी । खा सं करण उ ोग मं ालय ोजे ट इ लीमटेशन लान (पीआईपी) म अनुमोिदत िकए गए कायकलापो ंके िलए िन ेम और आईआईएफपीटी को योजना के अंतगत िव तीय उपल ध कराएगा ।

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    8.2 रा य तरीय तकनीकी सं थानो ंको सहायता: 8.2.1 रा य सरकार को योजना के िलए एक रा य तरीय तकनीकी सं थान मनोनीत करनी चािहए । उनके कायकलापो ंम शािमल होगें:-

    (i) रा य तरीय तकनीकी सं थान के िलए ोजे ट इ लीमटेशन लान (पीआईपी) तैयार करना; (ii) मता िनमाण एवं अनुसंधान से संबंिधत एसएनए ारा तैयार की जा रही पीआईपी को इनपुट

    उपल ध कराना; (iii) रा य और िजला कमचा रयो ंके िलए मता िनमाण तथा टेिनंग संचािलत करना; (iv) िजला रसोस पस स के िलए टेिनंग चलाना; (v) एसएनए ारा तैयार की जा रही ांिडंग और िवपणन योजनाओ ं के िलए इनपुट उपल ध

    कराना; (vi) हड-हो ंग सू म उ मो,ं डीपीआर की तैयारी इ यािद के िलए िजला रसोस पस स को

    मॉिनट रंग सहायता देना;

    8.2.2 नािमत िकए गए रा य तरीय तकनीकी सं थान को िन ेम और आईआईएफपीटी के परामश से रा य तरीय अनुमोदन सिमित के अनुमोदन के प चात तािवत कायकलापो ं के िलए वािषक टेिनंग कलै डर सिहत पीआईपी तैयार करके खा सं करण उ ोग मं ालय को भेजनी चािहए । 8.2.3 रा य तरीय तकनीकी सं थान के चयन हेतु मानदंड: रा य तरीय तकनीकी सं थान खा

    सं करण ौ ोिगकी म शािमल मौजूदा सं थान होना चािहए । यह सं थान िन न हो सकता है: (i) रा य कृिष िव विव ालय अथवा अ य िकसी िव विव ालय के अंतगत कॉलेज एवं सं थान; (ii) रा य के वािम व म खा सं करण एक ौ ोिगकी अनुसंधान सं थान; (iii) खा सं करण पर फोकस करने वाली सीएसआईआर के अधीन कोई सं थान अथवा भारत

    सरकार का कोई सं थान; (iv) यिद यह कॉलेज हो तो इसम खा सं करण ौ ोिगकी म अंडर ेजुऐट/पो ट ेजुऐट

    पा म तथा आव कय फैक टी होनी चािहए; (v) सं थान म आव यक परी ण एवं सं करण उपकरणो ंके साथ पूण योगशाला होनी चािहए; (v क सं थान म अनुसंधान काय करने और उ पाद िवकास के िलए फैक टी एवं खा सं करण,

    िवशेष प से, एमएसएमईज के िलए मशीनरी होनी चािहए; (vii) ताव की रा य सरकार ारा िसफा रश की जानी चािहए; (viii) सं थान को नोडल अिधकारी तथा योजना पर पूरी तरह यान कि त करने वाले कम से

    कम दो सद यो ंसे बनी एक समिपत टीम िनयु त करने का इ छुक होना चािहए; (ix) सं थान के पास योजना के अंतगत लाभािथयो ंके िलए टेिनंग चलाने के िलए पया त िनिमत

    थान होना चािहए; िल बेहतर हो यिद सं थान के पास रा य के िलए ओडीओपी के अंतगत कुछ उ पादो ं के

    सं करण के िलए पाइलट लांट हो ं।

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    8.3 य यो/ंसमूहो ंको टेिनंग सहायता: 8.3.1 टेिनंग सहायता उन य गत उ ोगो ं और समूहो ं को दी जाएगी िज ह पंूजी िनवेश के िलए सहायता दी जा रही है । इसके अित र त टेिनंग सहायता उन िजलो ंम अ य मौजूदा उ ोगो ंऔर समूहो ंको भी दी जाएगी जो ओडीओपी उ पादो ंका सं करण कर रहे ह । योजना के अंतगत िजन समूहो ंको िवपणन और ांिडंग के िलए सहायता दी जा रही है उ ह टेिनंग सहायता भी दी जाएगी । 8.3.2 टेिनंग पर खच िकए जाने के िलए कौशल िवकास एवं उ मशीलता मं ालय (एमएसडीई) ने ित घ टे की दर िनधा रत की है । योजना के िलए यही बच माक दर उपयोग की जाएगी । टेिनंग का कार और घ टो ंकी सं या को िनधा रत मानदंड का अनुसरण करना चािहए । 8.3.3 योजना के अंतगत मता िनमाण हेतु िन निल खत फोकस े ह:-

    (i) उ मशीलता िवकास, उ म चालनो ंके मह वपूण काय, िवपणन, खाताबही, पंजीकरण, एफएसएसएआई मानक, उ ोग आधार, जीएसटी पंजीकरण, सांझा हाईजीन इ यािद;

    (ii) ओडीओपी उ पादो ं अथवा आव यक मशीनो,ं हाईजीन सम याओ,ं पैकेिजंग, टोरेज,

    खरीद, नए उ पाद िवकास इ यािद सिहत उ ोग ारा उ पािदत उ पाद के िलए तैयार िकया गया िवशेष टेिनंग ।

    8.3.4 टेिनंग मोड:

    i. ऑनलाइन मॉ ूल सभी उ ोगो ं के िलए लागू सांझा टेिनंग के िलए उपयोग िकए जाएंगे; ii. यथासंभव आरएसईटीआई भौितक अवसंरचना योग करते ए ओडीओपी के िलए िजलो ंको

    उ पाद िविश ट टेिनंग दी जाएगी; iii. िजले के भीतर ऑिडयो-िवजुअल सहायता उपयोग करके सा तािहक आधार पर टेिनंग लघु

    मॉ ूलो ंम आयोिजत िकया जाना चािहए तािक िव मान यावसाियक चालनो ंको बाधा कम से कम हो;

    iv. टेिनंग का एक मह वपूण अवयव मशीनो ंपर काय करना होगा िज ह उ ोग खरीदने जा रहे ह और हाईजीन तथा पैकेिजंग के बारे म टेिनंग दगी; इसिलए, अ पकाल के िलए टेिनंग के िलए एक िवशेष अवयव िजले के भीतर अथवा बाहर उन मशीनो ंका योग करके मौजूदा उ ोगो ं म ऐसे लाभािथयो ंके िलए शु िकया जा रहा है ।

    8.3.5 हड-हो ंग सहायता: योजना म सू म खा सं करण उ मो ं को हड-हो ंग सहायता उपल ध कराने के िलए िजला/ े तर पर रसोस पस स िनयु त करने की प रक पना की गई है । ये रसास पस स िन निल खत काय करगे:-

    (i) हड-हो ंग सू म उ म की डीपीआर तैयार करना, बक ऋण ा त करना, टेिनंग देना, उ ोग का उ नयन करना, अिनवाय िविनयामक अनुमोदन ा त करना, हाईजीन इ यािद;

  • 17

    (ii) पीआईपी, ओडीओपी, ल टर अ ययन तथा अ ययन ुपो ं के िलए इनपुट उपल ध कराना;

    (iii) य गत सू म उ मो ंऔर समूहो ंतथा सांझा सुिवधाओ ंके िलए स डी एवं ारंिभक पंूजी के िलए आवेदनो ंकी पहचान और सुिवधा ।

    9. सं थागत आिकटे चर : 9.1 योजना के िलए सभी शासिनक तरो ं पर मजबूत सं थागत आिकटे चर तैयार की जाएगी । योजना का काया वयन करने और गित की मॉिनट रंग करने के िलए रा ट, रा य और िजला तरो ं(नीित मागदशन हेतु) पर सिमित होगी । ये सिमितयां खा सं करण उ ोग मं ालय और रा य नोडल एजिसयो ंके तर पर रा टीय काय म भाग के िन पादन की िनगरानी करगी । इनके अलावा, पीएमयू सैटप होगें िजनम परामशदाता शािमल होगें और खा सं करण उ ोग मं ालय और रा य नोडल एजिसयो ंके तर पर रा टीय काय म भाग को पूणकािलक सहायता देने के आधार पर िवशेष िनयोिजत िकए जाएंगे । सं थागत संरचना नीचे चाट म दशाई गई है और उसका खंड म वणन िकया गया है:-

    िच 1: सं थागत आिकटे चर

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    9.2 रा ट तरीय अवसंरचना: 9.2.1 अंतर मं ालयी अिधकार ा त सिमित: 9.2.1.1 रा टीय तर पर, खा सं करण उ ोग मं ी की अ य ता म एक अंतर मं ालयी अिधकार ा त सिमित होगी िजसकी संरचना िन नानुसार होगी:- सारणी 1: आईएमईसी का संरचना

    .सं. गठन पदनाम 1. माननीय खा सं करण उ ोग मं ी अ य 2. माननीय खा सं करण उ ोग रा य मं ी उपा य 3. सिचव, खा सं करण उ ोग मं ालय, भारत सरकार सद य 4. सिचव, कृिष सहका रता एवं िकसान क याण िवभाग,

    भारत सरकार सद य

    5. सिचव, पशुपालन एवं डेयरी िवभाग, भारत सरकार सद य 6. सिचव, कृिष अनुसंधान एवं िश ा िवभाग, भारत सरकार सद य 7. सिचव, म की िवभाग, भारत सरकार सद य 8. सिचव, शहरी िवकास एवं आवास िवभाग, भारत सरकार सद य 9. सिचव, ामीण िवकास मं ालय, भारत सरकार सद य 10. सिचव, कौशल िवकास एवं उ मशीलता मं ालय सद य 11. सिचव, एमएसएमई मं ालय, भारत सरकार सद य 12. चेयरमैन, एफएसएसएआई सद य 13. चयेरमैन, एनएसडीसी सद य 14. नाबाड का ितिनिध सद य 15. एएस एंड एफए, खा उमं सद य 16. नीित आयोग का ितिनिध सद य 17. िमशन िनदेशक (अपर/संयु त सिचव और उससे ऊपर

    रक का अिधकारी), खा उमं सद य सिचव

    9.2.1.2 खा सं करण उ ोग मं ालय आईएमईसी, पीईसी और मता िनमाण एवं अनुसंधान सिमित म िकसी भी सद य को मनोनीत कर सकता है । आईएमईसी ितमाही म कम से कम एक बार बैठक आयोिजत करेगी और नीित बनाने वाली िनकाय होगी जो योजना के इ लीमटेशन के िलए सम िनदशन और मागदशन करेगी तथा इसकी गित एवं िन पादन की समी ा करेगी । 9.2.1.3 आईएमईसी के काय होगें:

    (i) िन निल खत का अनुमोदन: (क) योजना के िदशािनदश;

  • 19

    (ख) एसएलएसी से उिचत अनुमोदन के प चात रा यो ं ारा ततु की जा रही ंपीआईपीज; (ग) िवशेष सं थानो ंको पैनलब करना; (घ) 10 लाख पए से अिधक के आकार वाली प रयोजना के सभी तावो ंका अनुमोदन; (ड.) मता िनमाण और अनुसंधान के िलए पीआईपी;

    (ii) िन निल खत की समी ा: (क) पीआईपी इ लीमटेशन; (ख) िविभ न अ ययन; (ग) खा सं करण उ ोग मं ालय और रा य एजिसयो ंके मता िनमाण कायकलाप (घ) कौशलो ंसंबंधी टेिनंग एवं उ मो ंतथा समूहो ंको िदया गया ईडीपी – टेिनंग सिमित फीडबैक के अनुसार समय पर िश णो ंकी िव तृत समी ा; (ड.) रा य सं थानो ंकी मजबूती के िलए शु की जा रही ंगितिविधयां; (च) नोडल बको ंसिहत सू म उ मो ंऔर समूहो ंके िलए स डी का समय पर िवतरण ।

    (iii) उपयु त अनुमोदन एवं समी ा कायकलापो ं के अलावा आईएमईसी िन निल खत काय भी करेगी:

    (क) समी ा करना और ैमािसक ल य िनधा रत करना; (ख) अंतर मं ालयी सहयोग एवं स लन की मॉिनट रंग करना; (ग) सम योजना गित की िनरी ण करना; (घ) रा यो ंके िन पादन की जांच करना (ड.) योजना के काया वयन से संबंिधत कोई अ य मामला ।

    9.2.2 ोजे ट ए जी यूिटव कमेटी (पीईसी) : 9.2.2.1 िन निल खत संरचना के साथ योजना की िनयिमत मॉिनट रंग और काया वयन के िलए खा

    सं करण उ ोग मं ालय म चालन तर पर एक ोजे ट ए जी यूिटव कमेटी (पीईसी) गिठत की जाएगी:- सारणी 2: कायकारी सिमित की संरचना:

    i. अपर सिचव, खा उमं चेयनपसन ii. अपर/संयु त सिचव – वािण य, कृिष, ामीण िवकास, पशुपालन एवं

    डेयरी, म की, एमएसएमई, एमएसडीई, शहरी िवकास एवं आवास मं ालय/िवभाग और नीित आयोग

    सद य

    iii. एएस एंड एफए, खा उमं सद य iv. अपीडा, एमपीडा, िन ेम, आईआईएफपीटी, सीएफएफटीआरआई,

    रा टीय बागवानी बोड (एनएचबी), एफएसएसएआई, नाबाड के सद य

  • 20

    ितिनिध v. खा सं करण, बिकंग/िव त एवं िवपणन म िवशेष सद य vi. साझीदार सं थानो ं टाईफैड, एनसीडीसी, एनएससीएफडीसी और

    एसएफएसी के नािमती सद य

    9.2.2.2 कायकारी सिमित महीने म एक बार बैठक करेगी और उसके िन निल खत काय होगें:-

    (i) िन निल खत का अनुमोदन: (क) अनुमोदन के िलए आईएमईसी को तुत िकए गए सभी तावो ं की जांच करना िजसम रा यो,ं रा टीय सं थानो,ं रा य तरीय तकनीकी सं थानो ंके पीआईपीज और रा यो ं

    ारा तािवत िकए गए 10 लाख पए से अिधक के अनुमोदन हेतु प रयोजनाएं शािमल ह ;

    (ख) एनपीएमयू की थापना; (ग) योजना के अंतगत उन मदो ंके िलए प रयोजनाएं अनुमोिदत करना िजन पर भारत सरकार ारा यय िकया जाएगा और िजन मदो ंपर 100% क ीय िह से के प म परंतु अिधकतम 10 लाख पए यय िकए जाएंगे; (घ) य गत लाभािथयो ंको भारत सरकार के िह से के प म मैिचंग अनुदान का 60% िह सा जारी करना; (ड.) आईईसी ताव; (च) एमआईएस से संबंिधत िनणय ।

    (ii) िन न ल खत की समी ा:

    (क) नोडल बको ंके साथ सू म उ मो ंऔर समूहो ंके िलए समय पर स डी का िवतरण और आव यकता के समय आईएमईसी को स डी म वृ ;

    (iii) उपयु त अनुमोदन एवं समी ा कायकलापो ंके अलावा पीईसी िन निल खत काय भी करेगी:

    (क) आईएमईसी ारा िनधा रत िकए जा रहे वािषक ल यो ं के अनु प योजना के िलए मािसक ल य िनधा रत करना;

    (ख) पोटल और भावी डेशबोड मॉिनट रंग के मा यम से योजना की गित की मॉिनट रंग;

    (ग) अंतर मं ालयी सहयोग ।

    9.2.3 मता िनमाण एवं अनुसंधान सिमित: 9.2.3.1 टेिनंग एवं अनुसंधान पहलुओ ंकी जांच करने के िलए रा ट तर पर मता िनमाण एवं अनुसंधान सिमित होगी । इस सिमित की अ य ता िव यात उ ोग िवशेष ारा की जाएगी सिमित म िन निल खत सद य होगें:-

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    सारणी 3 : खा सं करण उ ोग मं ालय म टेिनंग सिमित की संरचना

    i. उ ोग िवशेष चेयरपसन ii. उप-कुलपत, िन ेम/िनदेशक, आईआईएफपीटी सद य iii. कौशल टेिनंग का काय देखने वाले संयु त सिचव, खा उमं सद य iv. संयु त सिचव, एमएसडीई सद य v. खा े कौशल प रषद का ितिनिध सद य vi. सीएफटीआरआई/डीएफआरएल/संगत आईसीएआर सं थाओ ं के

    ितिनिध सद य

    vii. ामीण िवकास मं ालय का ितिनिध सद य viii. काय म िनदेशक, खा उमं ारा यथानािमत बिकंग/िव त तथा

    िवपणन/ ांिडंग म िवशेष सद य

    9.2.3.2 कैिपिसटी िब ंग एवं अनुसंधान सिमित के िन निल खत काय होगें: 1. िन निल खत का अनुमोदन:

    (i) योजना के अंतगत कैिपिसटी िब ंग एवं अनुसंधान कायकलाप चलाने के िलए मागदशन;

    (ii) पीईसी/आईएमईसी से अगले िव त अनुमोदन हेतु खा सं करण उ ोग मं ालय, रा य और िजला एजिसयो ंके कैिपिसटी िब ंग कायकलापो ंके ताव;

    (iii) उ मो ंऔर समूहो ंके िलए रा टीय एवं रा य एजिसयो ं ारा िदए जा रहे टेिनंग हेतु कलै डर और पा म;

    (iv) उ मो ंके िलए एफयूपीज तथा डीपीआस के िलए हड-हो ंग सहायता मॉ ूलो ंके िलए पा म ।

    2. िन निल खत की समी ा: i) रा टीय, रा य एजिसयो ं और िजला रसोस य यो ं ारा अनुमोिदत िकए टेिनंग कलै डरो ंके अनुसार िदए जा रहे टेिनंग ।

    9.2.4 रा टीय काय म बंधन उ ोग (एनपीएमयू): रा टीय तर पर एक काय म बंधन उ ोग होगी िजसम संिवदा के आधार पर िनयोिजत िकए गए पेशेवर य शािमल होगें । पीएमयू ऊपर सूचीब िकए सभी काय संचािलत करने के िलए खा सं करण उ ोग मं ालय के काय म भाग को पूरी सहायता देगा । एनपीएमयू के िविश ट काय म िन निल खत शािमल होगें:

    (i) आव यक टै प लेट्स तैयार करना, अ ययनो ंतथा पीआईपी को समय से पूरा करने के िलए रा य पीएमयू तथा एसएनए का बारीकी से सम वय, संर ण और िनगरानी करना;

    (ii) खा सं करण उ ोग मं ालय, रा य और िजला एजिसयो ं के कायकलापो ं की मता का िनमाण करना तथा टेिनंग सिमित एवं पीईसी के समुिचत अनुमोदन हेतु ताव तुत करना;

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    (iii) रा टीय पोटल एवं एमआईएस का िवकास तथा पोटल म सूचना का समय पर वाह सुिनि त करना;

    (iv) टेिनंग सिमित ारा आगे की समी ा के िलए रा टीय, रा य एजिसयो ं तथा िजला रसोस य यो ं ारा अनुमोिदत िकए गए टेिनंग कलै डरो ंके अनुसार िदए जा रहे टेिनंग ;

    (v) रा टीय एवं रा य तरीय तकनीकी सं थानो ंकी मजबूती; (vi) रा टीय पोटल के मा यम से उ मो ंको स डी का समय से संिवतरण; (vii) अनुमोदन हेतु खा सं करण उ ोग मं ालय को रा यो ंऔर अ य एजिसयो ं ारा तुत

    की गई डीपीआर का मू यांकन; (viii) समूहो ंके िलए ारंिभक पंूजी सहायता का समय से बंध करना; (ix) एसएनए से ांिडंग और िवपणन योजनाओ ंका समय से तुतीकरण; (x) एसपीएमयू एवं िजला रसोस पस स की समय से थापना ।

    9.2.5 नोडल बक: खा सं करण उ ोग मं ालय फैसिलटेशन और स डी के वाह को बको ं से सू म उ िमयो ं के िलए सुचा बनाने हेतु नोडल बक का चयन करेगा । नोडल बक के काय म िन निल खत काय शािमल होगें:-

    (i) आवेदनो ं के ल य के अनु प अनुमोदनो ं के िलए मॉिनट रंग करना और बको ं के साथ संपक थािपत करना तथा य गत सू म उ मो ं और समूहो ं को स डी का समय पर संिवतरण; (ii) क और रा य सरकारो ंसे ऋणदाता बक ांच म लाभाथ के बक खाते म स डी का टांसफर ।

    9.3 रा य तरीय संरचनाएं: 9.3.1 रा य तर पर एक रा य तरीय अनुमोदन सिमित योजना के काया वयन की िनगरानी करेगी और योजना का चालन रा य पीएमयू की सहायता से नािमत रा य नोडल एजसी ारा िकया जाएगा । यौरा नीचे िदया गया है:- 9.3.2 रा य तरीय अनुमोदन सिमित: 9.3.2.1 रा य तरीय अनुमोदन सिमित की अ य ता मु य सिचव अथवा उसके नािमती ारा की जाएगी और उसकी संरचना िन नानुसार होगी:-

    i. मु य सिचव चैयरपसन ii. िव त सिचव सद य iii. एसीएस/पीआर सिचव/खा सं करण, कृिष, उ ोग, एमएसएमई,

    म की, पशुपालन, कौशल िवकास के सिचव सद य

    iv. िमशन िनदेशक, एसआरएलएम सद य v. रा य तरीय सं थान का ितिनिध सद य vi. सं थान-मु य रा य तकनीकी सं थानो ंके ितिनिध सद य

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    vii. नाबाड, एनएसडीसी, एसएलबीसी, एनसीडीसी के ितिनिध सद य viii. रा य सरकार ारा यथानािमत बिकंग/िव त तथा िवपणन/ ांिडंग म

    िवशेष सद य

    ix. रा य नोडल अिधकारी सद य सिचव 9.3.2.2 रा य सरकार, एसएलसी अथवा डीएलसी म िकसी अ य सद यो ंको नािमत कर सकती है । 9.3.2.3 रा य सतरीय अनुमोदन सिमित िन निल खत के अनुमोदन हेतु उ तरदायी होगी:-

    (i) सव ण/अ ययन; (ii) एसएनए ारा तुत पीआईपी; (iii) रा य एवं िजला अिधका रयो ंके मता िनमाण कायकलाप; (iv रा य तरीय एजिसयो,ं उ मो ंके िलए टेिनंग एवं कौशल िवकास कैले डर; (v) रा य के सं थानो ंकी मजबूती; (vi) एमओएफपीआई की िसफा रशो ंके िलए समूहो ंहेतु स डी ताव (vii) सांझा सुिवधाओ,ं समूहो ंतथा िवपणन एवं ांिडंग के उपबंधो ंहेतु ताव; (viii) समूहो ंको ारंिभक पंूजी; (ix) एसएलसी को पीआईपी म शािमल िविभ न कायकलापो ंपर 10 लाख पए तक के प रयोजना यय की वीकृित का अिधकार होगा ।

    9.3.2.4 उपयु त अनुमोदनो ंके अलावा, एसएलसी िन निल खत कायकलाप भी करेगी:-

    (i) योजना के सम ल यो ंकी तज पर योजना के िलए मािसक ल य िनधा रत करना । (ii) पोटल के मा यम से योजना की गित की िनगरानी करना । ि◌त कर अ य संबंिधत संगठनो ंके समय सहि या सुिन चत करना । (iv) योजना के अंतगत िव तपोिषत उ ोगो/ंसीएफसी का िनरी ण सुिनि त करना ।

    9.3.3 रा य के नोडल िवभाग: येक रा य सरकार को योजना के इ लीमटेशन पर िनगरानी रखने के िलए सरकार के तर पर एक नोडल िवभाग तथा रा य नोडल अिधकारी की िनयु करनी चािहए । नोडल िवभाग का चयन, रा य म सू म एवं ल टर तर पर खा सं करण के े म शिमल िविभ न िवभागो ंके सं या बल तथा अनुभव को यान म रखते ए करना चािहए । रा य नोडल अिधकारी, सिचव अथवा िनदेशक/एचओडी के रक का होना चािहए । संभािवत प से नोडल िवभाग, कृिष अथवा बागवानी िवभाग, खा सं करण िवभाग, उ ोग िवभाग, एमएसएमई िवभाग अथवा ामीण िवकास िवभाग हो सकते ह ।

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    9.3.4 रा य नोडल एजसी: येक रा य को एक रा य नोडल एजसी िनयु त करना चािहए । रा य सरकार का एक िनदेशालय, िमशन अथवा एक सं था रा य नाडल एजसी (एसएनए) हो सकती है । एसएनए, योजना के इ लीमटेशन के िलए रा य तर पर एक प रचालन एजसी होगी । एसएनए की भूिमका एवं उ तरदािय वो ंम िन ल खत शािमल होगें:-

    (i) िविभ न अ ययनो ंका संचालन करना; (ii) पीआईपी तैयार करवाना; (iii) रा य तरीय तकनीकी सं थानो ंतथा िजला रसोस पसन ारा िकए जा रहे टेिनंग एवं मता

    िनमाण कायकलापो ंकी िनगरानी करना; (iv) रा य तरीय तकनीकी सं थानो ंकी मजबूती; (v) िजला सिमितयो ं ारा स डी तावो ंका समय से तुतीकरण सुिन चत करना; (vi) सांझा सुिवधाओ ंके ावधानो ंहेतु योजना का समय से तुतीकरना सुिनि त करना; (vii) समूहो ंके ारंिभक पंूजी तावो ंका समय से तुीकरण सुिनि त करना; (viii) ांिडंग एवं िवपणन तावो ंका िवकास करना; (ix) डीपीआर के िलए रसास पसन ारा दी जाने वाल�