डज ल रेल इंजन कारखाना : उ कृ ता का ......डज ल...

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डजल रेल इंजन कारखाना : उकृ ता का पयाय डरेका क वगत वीय वष 2018-19 क उपल$%धय’ को बताते ए मुझे अयंत गव का अनुभव हो रहा है । वगत वष डरेका ने भारतीय रेलवे के गौरवशाली इितहास म7 अनेक सुनहले प8ने जोड़े ह: । डरेका म7 03 जनवर 1964 को पहले डजल व>ुत रेल इंजन ड%?यूडएम2 का उपादन ह आ । उसी समय से डरेका भारतीय रेलवे क पCरवहन आवDयकताओं के अनुFप अ>तन Gडजाइन के वकास हेतु Hान एवं वशेषHता हािसल करने के िलए सतत Iयासरत है । डरेका ने देश के साथ ह वदेश के भी रेलवे और गैर रेलवे Lाहक’ के अनुकू ल Gडजाइन वकिसत Gकया है । डरेका ने शुFआत से अब तक विभ8न Iकार, अDवशN एवं Iौ>ोिगक अथात डजल लोको (ए?को एवं उPच अDव शN) एवं व>ुत लोको के 8350 रेल इंजन’ का िनमाण Gकया है । वष 2016- 17 के दौरान डरेका ने अब तक का सवािधक 334 रेल इंजन’ का िनमाण कर कितमान Vथापत Gकया, जो इसके समपत अिधकाCरय’, पयवेWक’ एवं कमचाCरय’ के समपण से संभव हो पाया । इस तरह डरेका ने IितGदन एक रेल इंजन से अिधक उपादन का Cरकाड कायम Gकया है । दस वष का लोको उपादन 110 150 190 231 266 249 317 317 260 107 95 148 117 69 63 38 17 13 15 36 15 14 2 25 400 92 258 267 259 294 304 266 330 334 321 522 201 2009-10 2010-11 2011-12 2012-13 2013-14 2014-15 2015-16 2016-17 2017-18 2018-19 (RBd Target) 2018-19 (Actual till Jan'19) No. of Locomotives Elect Others HHP

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  • ड�जल रेल इंजन कारखाना : उ�कृ�ता का पया�य

    ड�रेका क� �वगत �व�ीय वष� 2018-19 क� उपल$%धय' को बताते

    हुए मुझे अ�यंत गव� का अनुभव हो रहा है । �वगत वष� ड�रेका ने

    भारतीय रेलवे के गौरवशाली इितहास म7 अनेक सुनहले प8ने जोड़े ह: ।

    ड�रेका म7 03 जनवर� 1964 को पहले ड�जल �व>ुत रेल इंजन

    ड%?यूड�एम2 का उ�पादन हुआ । उसी समय से ड�रेका भारतीय रेलवे क�

    पCरवहन आवD यकताओं के अनुFप अ>तन Gडजाइन के �वकास हेतु Hान

    एवं �वशेषHता हािसल करने के िलए सतत Iयासरत है । ड�रेका ने देश के साथ ह� �वदेश के

    भी रेलवे और गैर रेलवे Lाहक' के

    अनुकूल Gडजाइन �वकिसत Gकया है ।

    ड�रेका ने शुFआत से अब तक �विभ8 न

    Iकार, अD वश�N एवं Iौ>ोिगक� अथा�त

    ड�जल लोको (ए? को एवं उP च अD व

    श�N) एवं �व>ुत लोको के 8350 रेल

    इंजन' का िनमा�ण Gकया है । वष� 2016-

    17 के दौरान ड�रेका ने अब तक का

    सवा�िधक 334 रेल इंजन' का िनमा�ण कर क�ित�मान V था�पत Gकया, जो इसके स म�प�त

    अिधकाCरय', पय�वेWक' एवं कम�चाCरय' के समप�ण से संभव हो पाया । इस तरह ड�रेका ने

    IितGदन एक रेल इंजन से अिधक उ� पादन का Cरकाड� कायम Gकया है ।

    दस वष� का लोको उ�पादन

    110150

    190231

    266 249317 317

    260

    107 95

    148117

    6963

    3817

    13 15

    36

    15 14

    225

    400

    92

    258 267 259294 304

    266

    330 334 321

    522

    201

    2009-10 2010-11 2011-12 2012-13 2013-14 2014-15 2015-16 2016-17 2017-18 2018-19

    (RBd Target)

    2018-19

    (Actual till Jan'19)

    No.

    of

    Locom

    otives

    Elect Others HHP

  • गैर रेलवे Lाहक' को रेल इंजन, ड� जी सेट एवं अितCरY त पुजZ क� आपूित� ड�रेका का

    दसूरा मह� वपूण� काय� है । ड�रेका म7 इस काय� के िलए �वपणन �वभाग V था�पत है । इसके

    मा[ यम से भारत और �वदेश म7 �विभ8 न गैर रेलवे Lाहक' को 590 रेल इंजन' एव ं62 उP च

    अD वश�N ड�जल जनरेGटंग सेट क� आपूित� ड�रेका \ारा क� गई । हमारे रेल इंजन एवं ड� जी

    सेट �विभ8 न एन ट� पी सी, 8 यू$Yलयर पावर ^ लांट, पोट� _V ट एवं V ट�ल ^ लांट म7 सफलतापूव�क

    काय� कर रहे ह: । हमने तंजािनया, �वयतनाम, aीलंका, बांb लादेश, मलेिशया, सूडान, c यामार,

    सेनेगेल एवं माली जैसे देश' को 156 रेल इंजन' का िनया�त Gकया है । इन रेल इंजन' को

    Lाहक' क� आवD यकताओं के अनुFप कV टमाइज Gकया गया, जैसे Gक 3000 अD वश�N के

    केपगेज के रेल इंजन को ईएमड� Iौ>ोिगक� से युY त Gकया गया ।

    रेलवे बोड� ने हमेशा ड�रेका को एक सWम रेल इंजन िनमा�ण इकाई के तौर पर देखा है ।

    यह� कारण है Gक बोड� ने समय-समय पर ड�रेका को चनुौ तीपूण� काय� सdपे ह: ।

    Iथम एलको ड�जल (ड%?यूड�जी3ए) से पCरवित�त �व>ुत रेल इंजन

    पुराने ड�जल �व>ुत रेल इंजन (ए? को एवं उP च अD व श�N) को �व>ुत रेल इंजन म7

    पCरवत�न क� पCरयोजना इसका एक उदाहरण है । ड�रेका ने इस पCरयोजना को हाथ म7 िलया

    और दो पुराने ड�जल रेल इंजन' ड% ? यूड�जी3ए (2x3100 अD वश�N ) को माe 69 Gदन' के

    Cरकाड� समय म7 $fवन को-को �व>ुत रेल इंजन ड% ? यूएजी10 (2x5000 अD वश�N ) म7 पCरवत�न

    कर Gदया ।

  • इसी उ� साह को कायम रखते हुए ड�रेका ने दो पुराने एचएचपी रेल इंजन ड% ? यूड�जी4

    (4000 अD वश�N ) को $fवन को-को �व>ुत रेल इंजन ड% ? यूएजी11 (2x6000 अD वश�N) म7

    सफलतापूव�क पCरवित�त Gकया ।

    Iथम एचएचपी ड�जल (ड%?यूड�जी4) स ेपCरवित�त �व>ुत रेल इंजन

    रेलवे के इितहास म7 पहली बार इतने उP च अD वश�N के ड�जल रेल इंजन को �व>ुत रेल

    इंजन म7 पCरवित�त Gकया गया । Iोटोटाइप पCरवत�न क� सफलता के साथ ह� रेलवे बोड� \ारा

    ड�रेका को ड�जल रेल इंजन से �व>ुत रेल इंजन म7 पCरवत�न के िलए और आदेश िमल7 है।

    ड�रेका को इस बात का गव� है Gक रेलवे बोड�

    \ारा ड�रेका को लगातार तीसरे वष� ‘सवg� तम उ� पादन

    इकाई शी? ड 2017-18’ Iदान क� गई । इससे ड�रेका

    ट�म क� िनh ठा, काय� के Iित समप�ण एवं Iितबjता

    का Iदश�न होता है ।

  • रेल इंजन' के िनमा�ण के अलावा ड�रेका पया�वरण म7 सुधार के िलए भी Iितबj है ।

    �वशेष Fप से वै$kक उष ् णता को देखते हुए काब�न उ� सज�न म7 कमी लाने के Iयास Gकए गए

    है। एक�कृत गुणव� ता, पया�वरण एवं V वाV m य एवं संरWा Iबंधन Iणाली के िलए ड�रेका को

    आईएसओ 9001, आईएसओ 14001 एवं ओहसास-18001 Iमाणन Iदान Gकया गया है । हम

    जल, वायु, उ� सज�न एवं नुकासनदायक अपिशh ट को िनधा�Cरत सीमा के भीतर रखकर V वP छ

    एवं हCरत ड�रेका के िलए Iयासरत है ।

    ड�रेका ने आईएसओ-50001 (उजा�

    Iबंधन के िलए) Lीन को Lीन कंपनी

    रेGटंग Iणाली के अतंग�त Lीन को िस? वर

    रेGटंग (पया�वरण Iबधंन के िलए),

    आईएसओ 3834-2:2005 (मेटिलक

    सामLी के वे$?डंग oयूजन के िलए)

    एनएबीएल एpेGडशन (Iयोगशाला के

    िलए) एवं 5 एस Iमाणन (काय�V थल Iबंधन) के िलए भी Iा^ त Gकया है ।

  • ड�रेका अपने रेल इंजन' म7 सव�aqे Iौ>ोिगक� का उपयोग कर अपने Lाहक' को

    �वD वV तर�य सेवा उपल% ध कराने के िलए Iितबj है । हमारे रेल इंजन' म7 समावेिशत Gकए गए

    कुछ अ>तन तकनीक� उ8 नयन िनc निल$खत ह: :-

    1. घटना के पूव� एवं बाद क� $Vथितय' के �वtेषण के िलए कैब के भीतर एवं बाहर _ैक पर

    हो रह� घटनाओं के टैc पर Iूफ Iभावी वीGडयो एव वायस CरकाGडuग के िलए रेल इंजन' म7

    लोको कैब वीGडयो एव वायस CरकाGडuग Iणाली (एलसीवीआर) लगाए गए ह: । I� येक रेल

    इंजन म7 06 वीGडयो कैमरा लगाए गए ह: । (0.4 एमपी के दो कैमरा कैब म7 एवं 2

    एमपी के एक कैमरा I� येक कैब के बाहर लगाए गए है, $जसक� Gदशा _ैक क� ओर है )

    । इन कैमरो म7 1 ट� बी क� �ब? ट इन मेमोर� है, $जसके कारण यह Gफफो FIFO( -

    Fi rst in fi rst Out ) आधार पर कम से कम 30 Gदन Cरकाड� को सुर$Wत रखने म7

    सWम है । एलसीवीआर से कैब के भीतर लोको पायलट क� गित�विधय' पर नजर रखी

    जा सकती है और _ैक का भी Cरकाड� रखा जा सकता है । �वशेष Fप से दघु�टना के

    मामले म7 घटना से पूव� एवं बाद क� $Vथितय' का �वD लेषण करने म7 इससे मदद िमलती

    है ।

    2. फॉग �वजन िसV टम (एफवीएस) लगाया गया है । इससे लोको पायलट के िलए _ैक क�

    wD यता म7 व�ृj होगी, _ेन' क� समयबjता बढ़ेगी और खराब wD यता के कारण _ेन

    दघु�टना/V पैड क� संभावना कम होगी ।

    3. आ$Yजलर� पावर यूिनट लगाया गया है । यह रेलइंजन क� बैटर� �वशेष Fप से आइGडल

    समय म7 भी चाज� करने और एम. आर. दबाव को 8-10 GकLा/सेमी2 के बीच बनाए

    रखने के िलए छोटा इंजन है । ये काय� ए पी यू के \ारा 5 लीटर / घंटे zधन खच�

    करके हो जाते है, जबGक मु{य इंजन म7 18 लीटर / घंटे ईधन खच� होता है । इस

    Iकार एपीयू से oयूल आयल, ?यूब आयल एवं उ�सज�न क� खपत म7 कमी आई है और

    पCरणाम VपFप इंजन क� लाइफ भी बढ़� है ।

  • 4. �वपर�त मौसम क� $Vथित म7 चालक दल को आराम उपल%ध कराने क� w�� से ड�जल

    एवं �व>ुत दोन' रेल इंजन' के कैब म7 ह�Gटंग, वे$8टलेशन एवं एयरकंड�शन (एचवीएसी)

    लगाया गया है।

    5. Gड$जटल इंGडया क� अवधारणा को साकार करने के िलए ड�रेका तेजी से पेपरलेस काय�

    Iणाली को अपना रहा है। ड�रेका ने िन�वदा मामल' क� ऑनलाइन Vवीकृित का काय�

    Iारंभ कर Gदया है ।

    ड�रेका अपने कम�चारय' क� संरWा के िलए भी Iितबj है ।

    हमारा ल}य दघु�टना को शू8य करना है। इसिलए दघु�टना को रोकने के िलए

    िनcनिल$खत कदम उठाए गए हैः-

    • एनड�आरएफ \ारा ड�रेका क� आपदा Iबंधन योजना का अनुमोदन ।

    • ओएचई के नीचे सुर$Wत Fप से काय� करने के िनदश' को जार� एवं काया�$8वत

    Gकया गया ।

    • सभी कम�चारय' को काय� संबंिधत जो$खम के अनुसार अ>तन ईएन / आईएस

    �विश�� के अनुसार पीपीई उपल%ध कराए गए ह: ।

    • संपूण� Iशासिनक भवन म7 आटोमेGटक वायरलेस फायर एलाम� Iणाली लगाई गई

    है ।

    • संरWा सेल \ारा उँचाई पर सुर$Wत काय� के िलए िनदश जार� Gकए गए ह: और

    उसके अनुपालन क� िनगरानी क� जाती है ।

    20

    15

    89

    1 11

    2013-14 2014-15 2015-16 2016-17 2017-18 2018-19…

    दघु�टनाओं क� सं{या

    Minor Major

  • ओपेन गै_� म7 वाकवे पर है8ड

    रेिलंग एवं ^लेटफाम�

    ड�रेका क� सुरWा को सुwढ़ करने के िलए िनcनिल$खत Iमुख कदम उठाए गए ह: ।

    • ड�रेका पCरसर (

    सीसीट�वी कैमरा लगाए गए ह: ।

    • काखाना एवं कालोनी

    खर�द� गई और इनका उपयोग Gकया जा रहा है ।

    • Iशासन भवन म7

    • ड�रेका पCरसर के Iवेश

    कैमरा लगाए गए ह: ।

    “नमािम गंगे

    पCरयोजना” म7 हमारा

    मू?यवान योगदान यह

    है Gक ड�रेका कोई भी

    मल जल (उपचाCरत

    अथवा �बना उपचार

    के) गंगा म7 IवाGहत

    नह�ं कर रहा ह: । सीवेज एवं काखाना से

    इंड$V_यल एo?यूएंट _�टम7ट ^लांट म7 शोिधत Gकया जाता है । इसके बाद इस जल का

    Iयोग ड�रेका उपनगर एवं पास के गाँव' मे िसंचाई के उेDय से Gकया जाता है ।

    ओपेन गै_� म7 वाकवे पर है8ड सभी इओट� ग:_� के वाकवे

    पर Vट�ल चेकर ^लेट

    ग:_� क� सीढ़� पर चौड़ा फुट

    Vटेप

    ड�रेका क� सुरWा को सुwढ़ करने के िलए िनcनिल$खत Iमुख कदम उठाए गए ह: ।

    कारखाना एवं कालोनी ) म7 �विभ8न Vथान' पर कुल

    कैमरा लगाए गए ह: ।

    काखाना एवं कालोनी Wेe म7 चौबीस घंटे पे_ोिलंग के िलए 2

    खर�द� गई और इनका उपयोग Gकया जा रहा है ।

    3 बैगेज एYसर7 Vकैनर लगाए गए ह: ।

    पCरसर के Iवेश / िनकास \ार पर 08 आटोमेGटक नंबर ^लेट CरकाGडuग

    कैमरा लगाए गए ह: ।

    कर रहा ह: । सीवेज एवं काखाना से िनःसतृ जल सीवेज _�

    एंट _�टम7ट ^लांट म7 शोिधत Gकया जाता है । इसके बाद इस जल का

    Iयोग ड�रेका उपनगर एवं पास के गाँव' मे िसंचाई के उेDय से Gकया जाता है ।

    ग:_� क� सीढ़� पर चौड़ा फुट

    ड�रेका क� सुरWा को सुwढ़ करने के िलए िनcनिल$खत Iमुख कदम उठाए गए ह: ।

    �विभ8न Vथान' पर कुल 124

    2 मोटर साइGकल

    आटोमेGटक नंबर ^लेट CरकाGडuग

    जल सीवेज _�टम7ट ^लांट एवं

    एंट _�टम7ट ^लांट म7 शोिधत Gकया जाता है । इसके बाद इस जल का

    Iयोग ड�रेका उपनगर एवं पास के गाँव' मे िसंचाई के उेDय से Gकया जाता है ।

  • ड�रेका ने 1.86

    मेगावाट श�N के सोलर

    पावर पैनल लगाए ह: ।

    इससे Cर8यूएबल उजा� का

    Iयोग बढ़ा है, पCरणाम

    VपFप काब�न उ�सज�न म7

    कमी आई है ।

    ड�जल रेल इंजन कारखाना पया�वरण संरWण के साथ रेलइंजन' क� गुणव�ा म7

    िनरंतर सुधार क� w�� से अ>तन Iौ>ोिगक� का Iयोग करते हुए परुाने CरकाडZ को

    तोड़कर नई ऊँचाइय' को छूने के िलए Iितबj है ।

    जयGहंद ।