सूचना का अ धकार अ ध नयम -2005 क मागर्द...

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चना का अ�धकार अ�ध�नयम-2005 क� मागद�शका भाग - सभी �हतधारक� हेत सूचना के अ�धकार क� गारंट� सं�वधान म�न�हत है तथा�प सूचना ाित क� यवहा�रक यवथा था�पत करने के उेय से , भारत क� संसद ने सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम, 2005 पा�रत �कया एवं सरकार से अ�धकार के तौर पर सूचना ात करने के �लए नाग�रक� को एक शितशाल� ह�थयार �दया । यह कानून बह त ह� यापक है एवं शासन काय: सभी बात� को समा�हत करता है | यह सरकार के हर तर यथा- संघ, राय एवं थानीय के साथ-साथ सरकार� अनुदान पाने वाल� संथाओं तक यापक पह च रखता है। 2. अ�ध�नयम के अनुसार सरकार को आसान, बोधगय प म� एक मागद�शका का संकलन करना है तथा उसे समय- समय पर अयतन करना है। �वगत म� सरकार ने सूचना मांगने वाल, लोक ा�धकरण, क��य लोक सूचना अ�धका�रयएवं अपील�य ा�धका�रय� के �लए अलग-अलग चार मागद�शकाओं का काशन �कया है। सभी �हतधारक� के योग के �लए यह अयतन समे �कत मागद�शका तुत है। इस मागद�शका के पांच भाग ह�। भाग-। म� अ�ध�नयम के क छ पहलुओं पर चचा क� गई है िजह � सभी �हतधारक� को जानना जर� है। बाक� के चार भाग �वशेषकर और मशः लोक ा�धकरण, सूचना मांगने वाल�, लोक सूचना अ�धका�रय� एवं थम अपील�य ा�धका�रय� के �लए ासं�गक ह�। 3. इस मागद�शका क�वषय-वतु मुयत: क� सरकार के �लए ासं�गक है ] ले�कन शुक भुगतान एवं सूचना आयोगवारा अपील के �नणय� से संबं�धत �नयम� को छोड़कर यह राय सरकार� पर भी समान प से लागू है। गौरतलब है �क यह मागद�शका क �य लोक सूचना अ�धकार�/ राय लोक सूचना अ�धकार� के थान पर लोक सूचना अ�धकार� शद का योग करती है। इसी तरह क��य सहायक लोक सूचना अ�धकार�/ राय सहायक लोक सूचना अ�धकार� के थान पर सहायक लोक सूचना अ�धकार� एवं क �य सूचना आयोग/ राय सूचना आयोग के थान पर सूचना आयोग का योग �कया गया है , �सवाय ऐसे मामल� म� जहां क��य लोक सूचना अ�धकार�/ क �य सूचना आयोग आ�द का �व�शट संदभ हो। �वभागीय अपील�य ा�धकार� को थम अपील�य ा�धकार� के प म�न�दट �कया गया है य�क थम अपील उह � हक� जाती है। चना का अ�धकार अ�ध�नयम का उेय 4. सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम का मूल उेय है नाग�रक� को सशत बनाना, सरकार के काम-काज को पारदश� एवं जवाबदेह बनाना, टाचार क� रोकथाम एवं लोकतं को सह� मायने म� कारगर बनाना। यहां यह कहने क� आवयकता नह�ं है �क एक जानकार नाग�रक शासन पर आवयक चौकसी रखने तथा नाग�रक� के �त सरकार को अ�धक जवाबदेह बनाने हेतु बेहतर प से तैयार रहता है। यह अ�ध�नयम नाग�रक� को सरकार क� ग�त�व�धय� क� सूचना दान करने क� �दशा म� एक बड़ा कदम है। चना या है 5 सूचना �कसी भी प म� कोई भी सामी हो सकती है । इसम� अ�भलेख, दतावेज, �ापन, -मेल, राय, सलाह, ेस �व�ितयां , प�रप, आदेश, ॉगबुस, सं�वदाएं , �रपोट , कागजात, नमूने, मॉडल और �कसी भी इलेॉ�नक प म� दज आंकड़े भी शा�मल ह�। इसम� ऐसी सूचनाएं भी शा�मल ह� जो �नजी �नकाय� से संबं�धत ह� तथा िजन तक तसमय लागू �कसी कानून के तहत लोक ा�धकरण क� पह च हो ।

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  • सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम-2005 क� मागर्द�शर्का

    भाग - ।

    सभी �हतधारक� हेतु सूचना के अ�धकार क� गारंट� सं�वधान म� �न�हत है तथा�प सूचना प्रािप्त क� व्यवहा�रक व्यवस्था स्था�पत करने

    के उद्देश्य से, भारत क� संसद ने सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम, 2005 पा�रत �कया एवं सरकार से अ�धकार के तौर पर

    सूचना प्राप्त करने के �लए नाग�रक� को एक शिक्तशाल� ह�थयार �दया । यह कानून बहुत ह� व्यापक है एवं शासन क�

    प्राय: सभी बात� को समा�हत करता है | यह सरकार के हर स्तर यथा- संघ, राज्य एवं स्थानीय के साथ-साथ सरकार�

    अनुदान पाने वाल� संस्थाओं तक व्यापक पहंुच रखता है।

    2. अ�ध�नयम के अनुसार सरकार को आसान, बोधगम्य रूप म� एक मागर्द�शर्का का संकलन करना है तथा उसे समय-समय पर अद्यतन करना है। �वगत म� सरकार ने सूचना मांगने वाल�, लोक प्रा�धकरण�, क� द्र�य लोक सूचना अ�धका�रय� एवं अपील�य प्रा�धका�रय� के �लए अलग-अलग चार मागर्द�शर्काओं का प्रकाशन �कया है। सभी �हतधारक� के प्रयोग के �लए यह अद्यतन समे�कत मागर्द�शर्का प्रस्तुत है। इस मागर्द�शर्का के पांच भाग ह�। भाग-। म� अ�ध�नयम के कुछ पहलुओं पर चचार् क� गई है िजन्ह� सभी �हतधारक� को जानना जरूर� है। बाक� के चार भाग �वशेषकर और क्रमशः लोक प्रा�धकरण�, सूचना मांगने वाल�, लोक सूचना अ�धका�रय� एवं प्रथम अपील�य प्रा�धका�रय� के �लए प्रासं�गक ह�।

    3. इस मागर्द�शर्का क� �वषय-वस्तु मुख्यत: क� द्र सरकार के �लए प्रासं�गक है] ले�कन शुल्क भुगतान एवं सूचना आयोग� द्वारा अपील के �नणर्य� से सबंं�धत �नयम� को छोड़कर यह राज्य सरकार� पर भी समान रूप से लागू है। गौरतलब है �क यह मागर्द�शर्का क� द्र�य लोक सूचना अ�धकार�/ राज्य लोक सूचना अ�धकार� के स्थान पर लोक सूचना अ�धकार� शब्द का प्रयोग करती है। इसी तरह क� द्र�य सहायक लोक सूचना अ�धकार�/ राज्य सहायक लोक सूचना अ�धकार� के स्थान पर सहायक लोक सूचना अ�धकार� एवं क� द्र�य सूचना आयोग/ राज्य सूचना आयोग के स्थान पर सूचना आयोग का प्रयोग �कया गया है, �सवाय ऐसे मामल� म� जहां क� द्र�य लोक सूचना अ�धकार�/ क� द्र�य सूचना आयोग आ�द का �व�शष्ट संदभर् हो। �वभागीय अपील�य प्रा�धकार� को प्रथम अपील�य प्रा�धकार� के रूप म� �न�दर्ष्ट �कया गया है क्य��क प्रथम अपील उन्ह� ह� क� जाती है।

    सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम का उदे्दश्य 4. सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम का मूल उद्देश्य है नाग�रक� को सशक्त बनाना, सरकार के काम-काज को पारदश� एवं जवाबदेह बनाना, भ्रष्टाचार क� रोकथाम एवं लोकतंत्र को सह� मायने म� कारगर बनाना। यहां यह कहने क� आवश्यकता नह�ं है �क एक जानकार नाग�रक शासन पर आवश्यक चौकसी रखने तथा नाग�रक� के प्र�त सरकार को अ�धक जवाबदेह बनाने हेतु बेहतर रूप से तैयार रहता है। यह अ�ध�नयम नाग�रक� को सरकार क� ग�त�व�धय� क� सूचना प्रदान करने क� �दशा म� एक बड़ा कदम है।

    सूचना क्या है 5 सूचना �कसी भी रूप म� कोई भी सामग्री हो सकती है । इसम� अ�भलेख, दस्तावेज, �ापन, ई-मेल, राय, सलाह, पे्रस �व�िप्तया,ं प�रपत्र, आदेश, ल़ॉगबुक्स, सं�वदाएं, �रपोटर्, कागजात, नमूने, मॉडल और �कसी भी इलेक्ट्रॉ�नक रूप म� दजर् आंकड़ ेभी शा�मल ह�। इसम� ऐसी सूचनाएं भी शा�मल ह� जो �नजी �नकाय� से संबं�धत ह� तथा िजन तक तत्समय लागू �कसी कानून के तहत लोक प्रा�धकरण क� पहंुच हो ।

  • लोक प्रा�धकरण क्या है

    6. लोक प्रा�धकरण सं�वधान द्वारा या सं�वधान के अंतगर्त; या संसद या �कसी राज्य क� �वधानसभा द्वारा बनाए गए कानून; या क� द्र सरकार या �कसी राज्य सरकार द्वारा जार� अ�धसूचना या आदेश द्वारा स्था�पत या ग�ठत �कसी स्वायत्त शासन का कोई भी प्रा�धकार� या �नकाय या संस्था हो सकती है। क� द्र सरकार या �कसी राज्य सरकार के स्वा�मत्व म�, उनके द्वारा �नयं�त्रत या पयार्प्त रूप से �वत्तपो�षत �नकाय या क� द्र सरकार या �कसी राज्य सरकार द्वारा पयार्प्त रूप से �वत्तपो�षत गरै सरकार� संगठन भी लोक प्रा�धकरण क� प�रभाषा के तहत आत ेह�। सरकार द्वारा �कसी �नकाय या गैर सरकार� संगठन का �वत्तपोषण प्रत्य� या अप्रत्य� हो सकता है।

    लोक सूचना अ�धकार� 7. लोक प्रा�धकरण� ने अपने कुछ अ�धका�रय� को लोक सूचना अ�धकार� के रूप म� ना�मत �कया है। वे सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम के अंतगर्त सूचना मांगने वाले व्यिक्तय� को सूचना देने के �लए उत्तरदायी ह� ।

    सहायक लोक सूचना अ�धकार� 8. ये उप प्रभागीय स्तर के अ�धकार� होत ेह� िजनके सम� कोई भी व्यिक्त सूचना के अ�धकार से संबं�धत आवेदन या अपील दे सकता है। ये अ�धकार� आवेदन या अपील को लोक प्रा�धकरण के लोक सूचना अ�धकार� को या सबं�ंधत अपील�य प्रा�धकार� को भेज देत ेह�। सहायक लोक सूचना अ�धकार� सूचना उपलब्ध कराने के �लए उत्तरदायी नह�ं होते ।

    9. �व�भन्न डाकघर� म� डाक �वभाग द्वारा �नयुक्त सहायक लोक सूचना अ�धकार� भारत सरकार के अधीन सभी लोक प्रा�धकरण� के �लए सहायक लोक सूचना अ�धकार� के रूप म� कायर् कर रहे ह�।

    अ�ध�नयम के अंतगर्त सूचना का अ�धकार 10. लोक प्रा�धकरण के पास या उनके �नयंत्रण म� उपलब्ध सूचना को मांगने का अ�धकार नाग�रक को है। इस अ�धकार के तहत कायर्, दस्तावजे एवं अ�भलेख का �नर��ण; दस्तावेज� या अ�भलेख� के नोट, सारांश या प्रमा�णत प्र�तयां लेना; लोक प्रा�धकरण के पास या उसके �नयंत्रण म� उपलब्ध साम�ग्रय� के प्रमा�णत नमूने लेना शा�मल है। यहां यह ध्यान रखना महत्वपूणर् है �क अ�ध�नयम के तहत ऐसी सूचनाएं ह� द� जा सकती ह� जो लोक प्रा�धकरण के पास या उनके �नयंत्रण म� उपलब्ध ह�। लोक सूचना अ�धकार� से सूचना का सजृन करने; सूचना क� व्याख्या करने या आवेदक द्वारा उठाई गई समस्याओं का समाधान करने; या काल्प�नक प्रश्न� के उत्तर उपलब्ध करवाना अपे��त नह�ं है।

    11. अ�ध�नयम नाग�रक को सांसद� तथा �वधायक� के समतुल्य सूचना का अ�धकार देता है। अ�ध�नयम के अनुसार िजन सूचनाओं को संसद या राज्य क� �वधानसभाओं को देने से इनकार नह�ं �कया जा सकता, उन्ह� �कसी व्यिक्त को भी देने से इनकार नह�ं �कया जाएगा।

    12. �कसी नाग�रक को लोक प्रा�धकरण से सूचनाएं �डस्केट, फ्लॉपी, टेप, �व�डयो कैसेट्स या �कसी अन्य इलेक्ट्रॉ�नक माध्यम या कंप्यूटर म� संग्र�हत होने पर उनके �प्रटं-आउट्स के माध्यम से या �कसी अन्य साधन से, िजसके द्वारा सूचना ई-मेल या �डस्केट्स आ�द म� स्थानांत�रत क� जा सकती है, प्राप्त करने का अ�धकार है।

    13. सामान्यत: आवेदक को सूचनाएं उसी रूप म� उपलब्ध कराई जानी चा�हए िजस रूप म� वो मांगी गई ह�। तथा�प अगर सूचनाएं िजस रूप म� मांगी गई ह� उस रूप म� उपलब्ध कराने पर लोक प्रा�धकरण के ससंाधन� का अपे�ा से ज्यादा अपव्यय हो या अ�भलेख� क� सुर�ा या संर�ण को हा�न हो तो ऐसी सूचना को उस रूप म� देने से इनकार �कया जा सकता है ।

  • 14. कुछ मामल� म�, आवेदक यह अपे�ा करत ेह� �क लोक सूचना अ�धकार� उन्ह� उनके द्वारा बनाए गए �वशेष प्रपत्र म� सूचना द� क्यो�क उन्ह� उनके द्वारा मांगे गए रूप म� ह� सूचना प्राप्त करने का अ�धकार है। यह ध्यान देना जरूर� है �क अ�ध�नयम के उपबंध का सामान्य अथर् यह है �क य�द सूचना फोटोप्र�त के रूप म� मांगी गई हो तो फोटोप्र�त के रूप म� ह� उपलब्ध कराई जाएगी या य�द फ्लॉपी म� मांगी गई है तो उस रूप म� ह� उपलब्ध कराई जाएगी �कन्तु अ�ध�नयम म� द� गई शत� के अधीन । इसका अथर् यह नह�ं होता है �क लोक सूचना अ�धकार� उसे नया रूप द�गे । इसक� पुिष्ट अ�ध�नयम म� द� गई ‘सूचना का अ�धकार’ क� प�रभाषा से होती है, िजसके अनुसार �डस्केट, फ्लॉपी, टेप, �व�डयो कैसेट्स या �कसी अन्य इलेक्ट्रॉ�नक माध्यम या कंप्यूटर या �कसी अन्य माध्यम म� संग्र�हत होने पर उनके �प्रटं-आउट्स के माध्यम से सूचना प्राप्त करने का अ�धकार शा�मल है। अ�ध�नयम म� हर जगह इस अथर् को दशार्ने के �लए ‘रूप’ शब्द का प्रयोग �कया गया है।

    15. कुछ सूचना मांगने वाले लोक सूचना अ�धकार� से �नवेदन करत ेह� �क दस्तावेज/ दस्तावेज� से सूचनाओं को छाटंकर उनका सारांश उन्ह� उपलब्ध कराएं। नाग�रक� को लोक प्रा�धकरण� के पास या उनके �नयंत्रण म� मौजूद ‘साम�ग्रय�’ को पाने का अ�धकार है। यद्य�प अ�ध�नयम लोक सूचना अ�धकार� द्वारा �कसी ‘सामग्री’ का अन्वेषण कर �नष्कषर् �नकालने एवं उस �नष्कषर् को आवेदक को उपलब्ध कराने क� इजाजत नह�ं देता है। इसका अथर् यह होता है �क लोक सूचना अ�धकार� लोक प्रा�धकरण के पास मौजूद ‘सामग्री’ को िजस रूप म� वह है, उसी रूप म� उपलब्ध करा सकता है परंतु नाग�रक क� ओर से अनुसंधान कर एवं �नष्कषर् �नकालकर उन्ह� वह सूचना प्रदान नह�ं कर सकता है ।

    सूचना का अ�धकार बनाम अन्य अ�ध�नयम 16. सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम का अन्य कानून� क� तुलना म� अ�धभावी प्रभाव है बशत� वह शासक�य गुप् त बात अ�ध�नयम, 1923 के उपबंध� एवं तत्समय सूचना के अ�धकार अ�ध�नयम से �भन्न �कसी अन्य �व�ध के तहत लागू �कसी �नयम से असंगत न हो।

    संगठन आ�द को सूचना उपलब्ध कराना 17. अ�ध�नयम सूचना का अ�धकार केवल भारत के नाग�रक� को देता है। इसम� �नगम�, संगठन�, कम्प�नय� आ�द, जो वैधा�नक संस्थाएं ह�, नाग�रक नह�,ं को सूचना प्रदान करने का उपबंध नह�ं है। य�द �कसी �नगम, संगठन, कम्पनी, गैर सरकार� संगठन आ�द के कमर्चार�/पदा�धकार�, जो भारत के नाग�रक ह� तथा उनके द्वारा प्रस्तुत आवेदन म� उनका नाम �दया गया हो तो उन्ह� सूचना उपलब्ध कराई जा सकती है। ऐसे मामल� म� यह माना जाएगा �क नाग�रक ने �नगम आ�द के पत ेपर सूचना मांगी है।

    सूचना मांगने हेतु शुल्क 18. लोक प्रा�धकरण से कोई सूचना मांगने पर संबं�धत व्यिक्त को आवेदन के साथ सूचना मांगने हेतु �नधार्�रत शुल्क के रूप म� लोक प्रा�धकरण के लेखा अ�धकार� के नाम देय रु10/-(दस रुपये) का �डमांड ड्राफ्ट या ब�कसर् चके या भारतीय पोस्टल ऑडर्र भेजना होगा। शुल्क का भुगतान लोक प्रा�धकरण के लेखा अ�धकार� या सहायक लोक सूचना अ�धकार� को उ�चत रसीद क� प्रािप्त पर नकद रूप म� भी �कया जा सकता है ।

    19. आवेदक को सूचना प्रदान करने के एवज म� बाद म� भी शुल्क का भुगतान करना होगा, िजसका ब्यौरा लोक सूचना अ�धकार� द्वारा सूचना का अ�धकार (शुल्क एवं लागत �व�नयमन) �नयम, 2005 के तहत यथा �नधार्�रत रूप म� सू�चत �कया जाएगा:

    (क) दो रुपये(रु2/-) प्र�त सिृजत या प्र�त�ल�पत पषृ्ठ (ए-4 या ए-3 पेपर म�);

    (ख) बड़ ेआकार के पषृ्ठ म� वास्त�वक खचर् या लागत मूल्य;

  • (ग) नमून� या मॉडल� क� वास्त�वक लागत या मूल्य;

    (घ) �डस्केट या फ्लॉपी म� सूचना उपलब्ध कराने पर, पचास रुपये(रु50/-) प्र�त �डस्केट या फ्लॉपी और

    (ड.) �प्रटेंड फॉमर् म� सूचना उपलब्ध कराने पर ऐसे प्रकाशन� हेतु �नधार्�रत मूल्य पर या प्रकाशन� के सारांश क� िस्थ�त म� दो रुपये प्र�त पषृ्ठ।

    20 जैसा �क पहले ह� बताया जा चुका है �क �कसी नाग�रक को अ�भलेख� का �नर��ण करने का अ�धकार है । अ�भलेख� का �नर��ण प्रथम एक घण्टे तक करने पर लोक प्रा�धकरण �कसी भी तरह का शुल्क नह�ं ल�गे । परंतु बाद के प्र�त घंटे (अथवा घंटे के अंश) हेतु पांच रुपये का शुल्क वसलूा जाएगा ।

    21 य�द आवेदक गर�ब (बी.पी.एल.) वगर् के तहत आता है तो उसे कोई शुल्क अदा करने क� आवश्यकता नह�ं है

    तथा�प ऐसे आवदेक� को उनके इस दावे से संबं�धत सा�य प्रस्तुत करने ह�गे �क वह गर�ब वगर् के तहत आता है।

    �नधार्�रत रु10/- के शुल्क या गर�ब वगर् के तहत आने के सा�य के �बना प्रस्तुत आवेदन, अ�ध�नयम के तहत वैध

    आवेदन नह�ं माना जाएगा। यहां यह बताना जरूर� है �क ऐसे आवेदन� पर सूचना उपलब्ध कराने हेतु लोक प्रा�धकरण पर

    �कसी तरह क� रोक नह�ं है ले�कन ऐसे मामल� पर अ�ध�नयम के उपबंध लागू नह�ं ह�गे।

    आवेदन का प्रारूप 22. सूचना मांगने हेतु कोई �नधार्�रत प्रपत्र नह�ं है। सूचना सादे कागज पर मांगी जा सकती है तथा�प आवेदन पर आवेदक का नाम एवं डाक का पूरा पता होना चा�हए। जहां सूचना इलेक्ट्रॉ�नक माध्यम से मांगी गई है उन मामल� म� भी आवेदक का नाम एवं डाक का पता होना चा�हए ।

    23. सूचना मांगनेवाले को सूचना मांगने का कारण बताने क� आवश्यकता नह�ं है ।

    सूचना जो प्रकटन से छूट प्राप्त है 24. अ�ध�नयम क� धारा 8 क� उप-धारा (1) एवं धारा 9 म� सूचना के प्रकार �गनाए गए ह� िजनके प्रकटन को छूट प्राप्त है। हालां�क धारा 8 क� उप-धारा (2) म� यह उपबंध है �क उप-धारा (1) के तहत या शासक�य गुप् त बात अ�ध�नयम, 1923 के तहत सूचना प्रकटन से छूट प्राप्त सूचनाएं प्रकट क� जा सकती ह� बशत� सुर��त �हत क� तुलना म� लोक�हत का पलड़ा भार� हो।

    25. जो सूचना वतर्मान म� अ�ध�नयम क� धारा 8 क� उप-धारा (1) के तहत प्रकटन से मुक्त है, वह घटना के 20 वषर् पश्चात अप्रकटन क� छूट से मुक्त हो जाएगी | तथा�प �नम्न�ल�खत प्रकार क� सूचनाएं 20 वषर् पश्चात भी �कसी नाग�रक को उपलब्ध कराये जाने क� बाध्यता से मुक्त रह�गी:-

    (क) सूचना िजसके प्रकटन से भारत क� संप्रभुता और अखण्डता, राज्य क� सुर�ा, रणनी�तक, वै�ा�नक या आ�थर्क �हत, �वदेशी राज्य� के साथ संबंध पर प्र�तकूल प्रभाव पड़ता हो या �कसी अपराध को प्रोत्साहन �मलता हो |

    (ख) सूचना िजसके प्रकटन से संसद या �कसी राज्य क� �वधानसभा के �वशेषा�धकार का हनन होता हो |

    (ग) कै�बनेट के कागजात िजसम� म�ंत्रमंडल, स�चव� एवं अन्य अ�धका�रय� के साथ �वचार-�वमशर् शा�मल ह� परन्तु यह अ�ध�नयम क� धारा 8 क� उप-धारा (1) के खंड (1) के परंतुक म� उिल्ल�खत शत� के अधीन होगा |

  • अ�भलेख प्र�तधारण अनुसूची एवं अ�ध�नयम 26. अ�ध�नयम लोक प्रा�धकरण� से अ�निश्चत काल तक अ�भलेख प्र�तधारण क� अपे�ा नह�ं करता है । अ�भलेख� को संबं�धत लोक प्रा�धकरण के यहां लागू अ�भलेख प्र�तधारण अनुसूची के तहत ह� रखना है। फाइल क� सूचनाएं फाइल/अ�भलेख नष्ट होने के बाद भी कायार्लय �ापन या पत्र या �कसी अन्य रूप म� सुर��त रह सकती ह� । अ�ध�नयम क� धारा 8 (3) के तहत इस रूप म� उपलब्ध सूचना 20 वषर् पश्चात, धारा 8 क� उप-धारा (1) म� प्रकटन से छूट के बावजूद, उपलब्ध करानी अपे��त है ।

    आवेदक को उपलब्ध सहायता

    27. अगर कोई आवेदक �ल�खत आवेदन करने म� असमथर् है तो वह लोक सूचना अ�धकार� से आवेदन �लखवाने क� मदद मांग सकता है एवं लोक सूचना अ�धकार� को उसे उ�चत मदद देनी चा�हए । य�द �कसी �वकलांग व्यिक्त को कोई दस्तावेज �दखाने का �नणर्य �लया गया है तो ऐसी िस्थ�त म� लोक सूचना अ�धकार� �नर��ण हेतु उ�चत सहायता दे सकता है ।

    सूचना उपलब्ध कराने क� समय-सीमा

    28. सामान्य तौर पर लोक प्रा�धकरण द्वारा आवेदन प्रािप्त के 30 �दन� के भीतर सूचना उपलब्ध कराई जाएगी । य�द कोई सूचना �कसी के जीवन एवं आज़ाद� से जुडी हो तो ऐसी सूचना 48 घंट� के भीतर उपलब्ध कराई जाएगी । सहायक लोक सूचना अ�धकार� के माफर् त या गलत लोक प्रा�धकरण को भेजे गए आवेदन� के मामल� म� पाँच �दन� क� अव�ध को 30 �दन� या 48 घंट�, जैसा भी मामला हो, म� जोड़ �दया जायेगा । इस संबंध म� अ�धक ब्यौरा 'लोक सेवा अ�धका�रय� हेतु' अध्याय म� �दया गया है ।

    अपील

    29. य�द आवेदक को 30 �दन अथवा 48 घंटे क� �नधार्�रत सीमा, जैसा भी िस्थ�त हो, के भीतर सूचना प्रदान नह�ं क� जाती है अथवा वह प्रदान क� गई सूचना से संतुष्ट नह�ं है तो वह प्रथम अपील�य प्रा�धकार�, जो लोक सूचना अ�धकार� से र�क म� व�रष्ठ अ�धकार� होता है, को अपील कर सकता है । ऐसी अपील, उस तार�ख से तीस �दन क� अव�ध के भीतर क� जानी चा�हए िजस तार�ख को सूचना प्रदान करने क� 30 �दन� क� सीमा समाप्त हो रह� है अथवा उस तार�ख से, जब लोक सूचना अ�धकार� से सूचना अथवा �नणर्य प्राप्त हुआ है । अपील�य प्रा�धकार� अपील प्राप्त होने के तीस �दन� क� अव�ध के भीतर अथवा अपवा�दक मामल� म� 45 �दन� के भीतर अपील का �नपटान कर�गे ।

    30. य�द अपील�य प्रा�धकार�, �नधार्�रत अव�ध के भीतर अपील पर आदेश जार� करने म� असफल रहता है अथवा अपीलकतार्, प्रथम अपील�य प्रा�धकार� के आदेश से संतुष्ट नह�ं है तो वह प्रथम अपील�य प्रा�धकार� के �नणर्य क� तार�ख अथवा िजस तार�ख को अपीलकतार् को �नणर्य वास्तव म� प्राप्त हुआ हो, से 90 �दन� क� अव�ध के भीतर क� द्र�य सूचना आयोग को दसूर� अपील कर सकता है ।

    �शकायत

    31. य�द कोई व्यिक्त �कसी लोक सूचना अ�धकार� को इस कारण अभ्यावेदन प्रस्तुत करने म� असमथर् है �क संबं�धत लोक सूचना प्रा�धकार� द्वारा ऐसा कोई अ�धकार� �नयुक्त नह�ं �कया गया है; अथवा सहायक लोक सूचना अ�धकार� ने उसके

  • आवेदन या अपील को क� द्र�य लोक सूचना अ�धकार� अथवा अपील प्रा�धकार�, जैसा भी मामला हो, को स्वीकार करने अथवा अगे्र�षत करने से मना कर �दया है; अथवा सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम के तहत उसके द्वारा अनुरोध क� गयी सूचना को अस्वीकार कर �दया गया है; अथवा अ�ध�नयम म� उिल्ल�खत समय-सीमा के अंदर सूचनाथर् अभ्यावेदन का प्रत्युत्तर उसे नह�ं �दया गया है; अथवा उसे फ�स क� ऐसी रा�श चुकाने को कहा गया है िजसे वह अनु�चत समझता है; या उसे लगता है �क उसे अधूर�, भ्रामक अथवा झूठ� सूचना द� गई है तो वह सूचना आयोग म� �शकायत दजर् कर सकता है ।

    केन्द्र�य सूचना आयोग द्वारा अपील एवं �शकायत� का �नपटान

    32. क� द्र�य सूचना आयोग अपील� तथा �शकायत� का �नपटान कर इसक� सूचना अपीलकतार्/�शकायतकतार् और प्रथम

    अपील�य प्रा�धकार�/क� द्र�य लोक सूचना अ�धकार� को देता है । आयोग अपील/�शकायत करने वाले प�� क� सुनवाई करके

    अथवा अपीलकतार्/�शकायतकतार् तथा लोक सूचना अ�धकार� या ऐसे व�रष्ठ अ�धकार� िजसने पहल� अपील पर �नणर्य �दया

    था, द्वारा प्रस्तुत �कए गए दस्तावेज� का �नर��ण करके अपील/�शकायत पर �नणर्य ले सकता है । य�द आयोग अपील अथवा �शकायत पर �नणर्य लेने से पहले दोन� प�� क� सुनवाई करना चाहता है तो सुनवाई क� तार�ख से कम से कम

    सात (कायर्�दवस) �दन पहले वह अपीलकतार् अथवा �शकायतकतार् को सुनवाई क� तार�ख क� सूचना देगा । यह

    अपीलकतार्/�शकायतकतार् के �ववेक पर �नभर्र है �क वह सनुवाई के समय स्वयं अथवा प्रा�धकृत प्र�त�न�ध के माध्यम से उपिस्थत या अनुपिस्थत रहता है ।

    तीसरे प� से सम्बं�धत सूचना

    33. इस अ�ध�नयम के संदभर् म� तीसरे प� का तात्पयर् आवेदक नाग�रक से �भन्न अन्य कोई व्यिक्त से है। ऐसे लोक प्रा�धकरण

    भी तीसरे प� क� प�रभाषा म� शा�मल ह�गे िजनसे सूचना नह�ं माँगी गई है।

    तीसरे प� से सम्बं�धत सूचना का प्रकटन

    34. वा�णिज्यक गोपनीय बात�, व्यवसा�यक रहस्य अथवा बौ�द्धक सम्पदा स�हत ऐसी सूचना, िजसके प्रकटन से तीसरे प� क�

    प्र�तयोगी िस्थ�त को ��त पहँुचती हो, प्रकटन से छूट प्राप्त है। ऐसी सूचना को प्रकट न �कया जाए जब तक �क स�म

    प्रा�धकार� इस बात से आश्वस्त न ह� �क ऐसी सूचना का प्रकटन व्यापक लोक �हत म� अपे��त है।

    35. तीसरे प� क� सूचना के सबंधं म�, िजसे उसने गोपनीय माना है, लोक सूचना अ�धकार� को ‘लोक सूचना अ�धका�रय� के

    �लए’ नामक अध्याय म� उिल्ल�खत प्र�क्रया का पालन करना चा�हए। तीसरे प� को, य�द वह ऐसा चाहता है, अपने मामले

    को गोपनीय रखने का पूरा मौका �मलना चा�हए।

  • भाग-।।

    लोक प्रा�धकरण� के �लए

    लोक प्रा�धकरण उन सूचनाओं के भण्डार होत ेह� िजन्ह� सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम, 2005 के तहत प्राप्त करना नाग�रक� का अ�धकार है। अ�ध�नयम, लोक प्रा�धकरण� को देशवा�सय� को उनके �नयंत्रणाधीन सूचनाएं उपलब्ध

    करवाने का महत्वपूणर् दा�यत्व स�पता है। लोक प्रा�धकरण का दा�यत्व मूलत: इसके अध्य� का दा�यत्व है िजसे यह

    सु�निश्चत करना है �क यह दा�यत्व तत्परता से पूणर् �कया जाए । इस दस्तावेज़ म� उिल्ल�खत लोक प्रा�धकरण से तात्पयर्

    वस् तुत: उसके अध्य� से है ।

    �रकाडर् का रख-रखाव और कंप्यूटर�करण

    2. सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम के प्रभावी कायार्न्वयन हेतु �रकाडर् का उ�चत रख-रखाव बहुत महत्वपूणर् है | इसके �लए लोक

    प्रा�धकरण� को अपने सभी �रकाडर् ठ�क तरह से रखने चा�हए। उन्ह� यह सु�निश्चत करना चा�हए �क उनके सभी �रकाडर्

    सम्यक रूप से सूचीप�त्रत और अनुक्रम�णकाबद्ध ह�, ता�क सूचना के अ�धकार को सुगम बनाया जा सके।

    स्वत: प्रकटन

    3. प्रत्येक लोक प्रा�धकरण से यह अपे�ा क� जाती है �क वह लोग� को संचार के �व�भन्न माध्यम� से अ�धक-से-अ�धक सूचना

    स्वत: मुहैया कराएं ता�क लोग� को सूचना प्राप्त करने के �लए अ�ध�नयम का कम-से-कम प्रयोग करना पड़।े इंटरनेट संचार

    के सबसे प्रभावी साधन� म� से एक है । अत: लोक प्रा�धकरण� को अ�धक-से-अ�धक सूचना वेबसाइट पर उपलब्ध करवा देनी

    चा�हए।

    4. अ�ध�नयम क� धारा 4(1)(ख) के अनुसार सभी लोक प्रा�धकरण� से यह अपे��त है �क वे �नम्न�ल�खत 16 प्रकार क�

    सूचनाओं को �वशेष रूप से प्रका�शत कर�:-

    i) उनके संगठन के ब्योरे, कायर् और कतर्व्य;

    ii) उनके अ�धका�रय� और कमर्चा�रय� क� शिक्तयाँ और कतर्व्य;

    iii) �नणर्य लेने हेतु पालन क� जाने वाल� प्र�क्रया, िजसम� पयर्वे�ण और उत्तरदा�यत्व के माध्यम शा�मल ह�;

    iv) उनके काय� के �नवर्हन के �लए स्वयं उनके द्वारा स्था�पत प्र�तमानक;

    v) उनके द्वारा धा�रत या उनके �नयंत्रणाधीन या उनके कमर्चा�रय� द्वारा अपने काय� के �नवर्हन के �लए प्रयोग �कए जाने

    वाले �नयम, �व�नयम, अनुदेश, �नयम पुिस्तका और अ�भलेख;

    vi) ऐसे दस्तावेज़� का �ववरण जो उनके पास ह� अथवा उनके �नयंत्रण म� ह�;

  • vii) नी�त �नमार्ण अथवा उसके कायार्न्वयन के �लए जनता अथवा उसके प्र�त�न�ध के साथ परामशर् के �लए मौजूद व्यवस्था का

    �ववरण;

    viii) बोडर्, प�रषद, स�म�त और अन्य �नकाय� के �ववरण िजनम� दो अथवा दो से अ�धक व्यिक्त शा�मल ह� और िजनक�

    स्थापना इसके एक अगं के रूप म� अथवा इसक� सलाह के प्रयोजन के �लए क� गई हो, और यह �ववरण �क क्या इन

    बोड�, प�रषद�, स�म�तय� तथा अन्य �नकाय� क� बैठक� जनता के �लए खुल� ह�, अथवा क्या ऐसी बैठक� के कायर्वतृ्त लोग�

    के �लए सुलभ ह�;

    ix) उनके अ�धका�रय� और कमर्चा�रय� क� �नद��शका;

    x) उनके �व�नयम� म� यथा उपलब्ध ��तपू�तर् क� प्रणाल� स�हत प्रत्येक अ�धकार� और कमर्चार� द्वारा प्राप्त �कया जाने वाला

    मा�सक पा�रश्र�मक;

    xi) सभी योजनाओं, प्रस्ता�वत व्यय और �कए गए सं�वतरण� क� �रपोट� को दशार्त े हुए इसके प्रत्येक अ�भकरण को आब�ंटत

    बजट;

    xii) आबं�टत रा�श स�हत सिब्सडी कायर्क्रम� के �नष्पादन का तर�का और ऐसे कायर्क्रम� के लाभा�थर्य� का ब्यौरा;

    xiii) उनके द्वारा मंजूर क� गई �रयायत�, अनु�ा-पत्र� या प्रा�धकार� के प्राप्तकतार्ओं का �ववरण;

    xiv) उनके पास उपलब्ध अथवा रखी गई सूचना के संबंध म� ब्यौरा िजसे �कसी इलेक्ट्रौ�नक माध्यम म� सं��प्त रूप म� रखा

    गया हो;

    xv) सूचना प्राप्त करने के �लए नाग�रक� को उपलब्ध सु�वधाओं के ब्यौरे, िजनम� जनसाधारण के �लए उपलब्ध पुस्तकालय या

    वाचन- क� के कायर्-समय भी शा�मल ह�;

    xvi) लोक सूचना अ�धका�रय� के नाम, पदनाम और अन्य �ववरण।

    5. उपयुर्क्त प्रकार क� सूचना के अ�त�रक्त, सरकार �कसी लोक प्रा�धकरण द्वारा प्रकाशन के �लए अन्य प्रकार क� सूचना भी

    �नधार्�रत कर सकती है। यह ध्यान रखना आवश्यक है �क ऊपर संद�भर्त सूचना का प्रकाशन वैकिल्पक नह�ं है। यह एक

    सां�व�धक आवश्यकता है िजसे पूरा करना प्रत्येक लोक प्रा�धकरण के �लए अ�नवायर् है।

    6. स्मरणीय है �क उक्त सूचनाओं का एक बार प्रकाशन कर देना पयार्प्त नह�ं है। लोक प्रा�धकरण को इन सूचनाओं को प्रत्येक

    वषर् अद्यतन करना होगा । जैसे ह� सूचना म� कोई प�रवतर्न हो इसे, जहाँ तक संभव हो, अद्यतन कर �दया जाना चा�हए।

    �वशेषकर इंटरनेट पर सूचना हर समय अद्यतन रखी जानी चा�हए।

    सूचना का प्रसार

    7. लोक प्रा�धकरण� से यह अपे��त है �क वे सूचनाओं का व्यापक प्रसार कर�। प्रसार इस प्रकार से होना चा�हए �क यह लोग�

    तक आसानी से पहँुच जाए। ऐसा नो�टस बोड�, समाचार पत्र�, सावर्ज�नक उदघोषणाओं, मी�डया प्रसारण, इंटरनेट अथवा

    अन्य साधन� के माध्यम से �कया जा सकता है। लोक प्रा�धकरण को सूचना का प्रसार करत ेसमय �मतव्ययता, स्थानीय

    भाषा और सम्पे्रषण के प्रभावी तर�क� का ध्यान रखना चा�हए।

  • नी�तय� और �नणर्य� के बारे म� तथ्य� का प्रकाशन

    8. लोक प्रा�धकरण समय-समय पर नी�त �नधार्रण और �नणर्य लेने का कायर् करते रहत े ह�। अ�ध�नयम क� व्यवस्था के

    अनुसार महत्वपूणर् नी�त �नधार्रण करत ेसमय अथवा लोग� को प्रभा�वत करने वाले �नणर्य� क� घोषणा करत ेसमय लोक

    प्रा�धकरण को चा�हए �क वह ऐसी नी�तय� और �नणर्य� के बारे म� आम लोग� के सूचनाथर् सभी सम्बद्ध तथ्य� का प्रकाशन

    कर�।

    �नणर्य� हेतु कारण उपलब्ध कराना

    9. लोक प्रा�धकरण� को समय-समय पर लोग� को प्रभा�वत करने वाले प्रशास�नक और न्या�यक प्रकृ�त के �नणर्य लेने होत ेह�।

    संबं�धत लोक प्रा�धकरण के �लए यह बाध्यकार� है �क वह प्रभा�वत लोग� को ऐसे �नणर्य� के कारण बताएं । इसके �लए

    संचार के समु�चत माध्यम का उपयोग �कया जाना चा�हए।

    लोक सूचना अ�धकार� एवं सहायक लोक सूचना अ�धकार� आ�द ना�मत

    करना

    10. प्रत्येक लोक प्रा�धकरण को अपने अधीनस्थ सभी प्रशास�नक एकक� तथा कायार्लय� म� लोक सूचना अ�धकार� ना�मत

    करने होत ेह�। प्रत्येक लोक प्रा�धकरण को प्रत्येक उप प्रभागीय स्तर पर सहायक लोक सूचना अ�धकार� ना�मत करना भी

    अपे��त है। भारत सरकार ने यह �नणर्य �लया है �क डाक �वभाग द्वारा �नयुक्त �कए गए क� द्र�य सहायक लोक सूचना

    अ�धकार� (सी.ए.पी.आई.ओ.) भारत सरकार के अंतगर्त सभी लोक प्रा�धकरण� के �लए क� द्र�य सहायक लोक सूचना अ�धकार�

    के रूप म� कायर् कर�गे।

    अपील�य प्रा�धकार� ना�मत करना

    11. सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम क� धारा-7 क� उप-धारा (8) के अनुसार जहाँ सूचना का आवेदन अस्वीकार �कया गया हो वहां लोक सूचना अ�धकार�, अन्य बात� के साथ, आवेदक को अपील�य प्रा�धकार� का �ववरण प्रदान कर�गे । अत: जब आवेदन अस्वीकार �कया जाता है तो आवेदक को अपील�य प्रा�धकार� के सम्बन्ध म� सू�चत �कया जाता है �कंतु ऐसे भी मामले हो सकत ेह� जहाँ लोक सूचना अ�धकार� ने आवेदन को अस्वीकार न �कया हो �कंतु आवेदक को अ�ध�नयम म� �नधार्�रत समय के भीतर �नणर्य प्राप्त न हुआ हो अथवा वह लोक सूचना अ�धकार� के �नणर्य से असंतुष्ट हो। ऐसे मामले म� आवेदक अपने अपील के अ�धकार का प्रयोग कर सकता है। �कंतु अपील�य प्रा�धकार� का �ववरण अनुपलब्ध होने पर आवेदक को अपील करने म� क�ठनाई हो सकती है। अतः सभी लोक प्रा�धकरण प्रथम अपील�य प्रा�धकार� ना�मत कर�गे एवं लोक सूचना अ�धका�रय� के �ववरण के साथ उनका �ववरण भी प्रका�शत कर�गे ।

    शुल्क क� प्रािप्त

    12. सूचना का अ�धकार (शुल्क एवं लागत �व�नयमन) �नयमावल�, 2005, सूचना का अ�धकार (शुल्क एवं लागत �व�नयमन)

    �नयमावल�, 2006 द्वारा यथासंशो�धत, के अनुसार आवेदक देय शुल्क का भुगतान लोक प्रा�धकरण के लेखा�धकार� को

    नकद म�, या �डमाण्ड ड्राफ्ट अथवा ब�कसर् चैक अथवा भारतीय पोस्टल ऑडर्र द्वारा कर सकता है। लोक प्रा�धकरण को यह

  • सु�निश्चत करना चा�हए �क शुल्क के भुगतान के उक्त तर�क� म� से �कसी को भी मना नह�ं �कया जाए अथवा आवेदक

    को लेखा�धकार� के अ�त�रक्त �कसी अन्य अ�धकार� के नाम पर आईपीओ आ�द आह�रत करने के �लए बाध्य न �कया

    जाए। य�द �कसी लोक प्रा�धकरण के यहाँ कोई लेखा�धकार� नह�ं ह� तो सूचना के अ�धकार अ�ध�नयम अथवा इसके अंतगर्त

    बनाए गए �नयम� के अंतगर्त शुल्क प्राप्त करने के प्रयोजन से �कसी अ�धकार� को लेखा�धकार� ना�मत करना चा�हए।

    सूचना आयोग के आदेश� का अनुपालन

    13. �कसी अपील पर �नणर्य लेत ेहुए सूचना आयोग, संबं�धत लोक प्रा�धकरण से कुछ ऐसे कदम उठाने क� अपे�ा कर सकता

    है जो अ�ध�नयम के उपबंध� का अनुपालन सु�निश्चत करने के �लए आवश्यक ह� । आयोग �कसी �वशेष फामर् म� �कसी

    आवेदक को सूचना उपलब्ध कराने, जन सूचना अ�धकार� तैनात करने, कोई सूचना या सूचनाओं क� शे्रणी प्रका�शत करने,

    अ�भलेख� के रखरखाव, प्रबंधन और �नपटान संबं�धत प्र�क्रयाओं म� आवश्यक प�रवतर्न करने, पदा�धका�रय़� के प्र�श�ण के

    उपबंध म� �वस्तार करने, अ�ध�नयम क� धारा 4 क� उपधारा (1) के खण्ड (ख) के अनुपालन म� तैयार क� गई वा�षर्क

    �रपोटर् मुहैया कराने का आदेश जार� कर सकता है।

    14. आयोग को यह शिक्त प्राप्त है �क वह सम्बद्ध लोक प्रा�धकरण को �शकायतकतार् द्वारा भोगी गई �कसी हा�न अथवा अन्य

    नुकसान क� ��तपू�तर् के �लए आदेश पा�रत कर�। आयोग को अ�ध�नयम म� �दए अनुसार लोक सूचना अ�धकार� पर दंड

    लगाने क� शिक्त भी प्राप्त है। स्मरणीय है �क दंड लोक सूचना अ�धकार� पर अ�धरो�पत �कया जाता िजसका भुगतान उसे

    ह� करना होता है। तथा�प, आयोग के आदेश पर �कसी आवदेक को अदा क� जानेवाल� ��तपू�तर् का भुगतान लोक

    प्रा�धकरण को करना होगा।

    15. आयोग के �नणर्य बाध्यकार� ह�। लोक प्रा�धकरण को यह सु�निश्चत करना चा�हए �क आयोग द्वारा पा�रत आदेश

    कायार्िन्वत ह�। य�द �कसी लोक प्रा�धकरण अथवा लोक सचूना अ�धकार� के मतानुसार आयोग का कोई आदेश अ�ध�नयम

    के अनुसरण म� न हो, तो वह आदेश के �वरुद्ध उच्च न्यायालय म� �रट या�चका दा�खल कर सकता है।

    कायर्क्रम इत्या�द का �वकास

    16. प्रत्येक लोक प्रा�धकरण से यह आशा क� जाती है �क वह जनता, �वशेषकर अलाभािन्वत जनता क�, अ�ध�नयम म� �दए

    गए अ�धकार� का प्रयोग करने से संबं�धत समझदार� को बढ़ाने के �लए शै��णक कायर्क्रम� का �वकास और आयोजन

    करेगा। उससे अपनी ग�त�व�धय� के बारे म� सट�क सूचना के यथासमय और प्रभावी प्रसार को सु�निश्चत करने क� भी

    अपे�ा क� जाती है। इन अपे�ाओं को पूरा करने और अ�ध�नयम के उपबंध� के प्रभावी कायार्न्वयन के �लए लोक

    प्रा�धकरण के लोक सूचना अ�धका�रय� और अन्य अ�धका�रय� का प्र�श�ण अ�त आवश्यक है। अत: लोक प्रा�धकरण� को

    चा�हए �क वे अपने लोक सूचना अ�धकार� / प्रथम अपील�य प्रा�धकार� तथा अन्य अ�धकार�, जो अ�ध�नयम के उपबंध� के

    कायार्न्वयन से प्रत्य� अथवा अप्रत्य� रूप से जुड़ ेह�, के प्र�श�ण क� व्यवस्था कर�।

    क� द्र�य �बदं ु(स�ट्रल पॉइंट) का गठन

    17. सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम, 2005 क� धारा 5 क� उप धारा (1) म� सभी लोक प्रा�धकरण� को अ�ध�नयम के अंतगर्त

    सूचना उपलब्ध कराने के �लए यथावश्यक लोक सूचना अ�धका�रय� को ना�मत करने का आदेश है। जहाँ कोई लोक

    प्रा�धकरण एक से अ�धक लोक सूचना अ�धकार� ना�मत करता है, वहां आवेदक को उ�चत लोक सूचना अ�धकार� तक

  • पहँुचने म� समस्या हो सकती है। आवेदक� को लोक सूचना अ�धका�रय� के पदक्रम म� से व�रष्ठ अ�धकार� को पहचानने म�

    समस्या हो सकती है िजन्ह� अ�ध�नयम क� धारा 19 क� उप धारा (1) के अंतगर्त अपील क� जा सकती हो । अत: एक से

    अ�धक लोक सूचना अ�धका�रय� वाले सभी लोक प्रा�धकरण संगठन के अंदर एक क� द्र�य �बदं ुका गठन कर�गे जहाँ सूचना

    के अ�धकार से संबं�धत सभी आवेदन और प्रथम अपील�य प्रा�धकार� को संबो�धत अपील� प्राप्त क� जा सक� | �कसी एक

    अ�धकार� को यह सु�निश्चत करने के �लए िजम्मेदार बना �दया जाना चा�हए �क सूचना के अ�धकार से संब�ंधत सभी

    आवेदन/अपील क� द्र�य �बदं ुम� प्राप्त ह� एवं उन्ह� सबं�ंधत लोक सूचना अ�धका�रय�/ अपील�य प्रा�धका�रय� को उसी �दन

    पे्र�षत �कया जाए |

    आवेदन� का हस्तांतरण

    18. अ�ध�नयम म� उपबंध है �क य�द �कसी लोक प्रा�धकरण को �कसी ऐसी सूचना के �लए आवेदन �कया जाता है जो �कसी

    अन्य लोक प्रा�धकरण के पास उपलब्ध है; अथवा िजसक� �वषय-वस्तु �कसी अन्य लोक प्रा�धकरण के कायर् से अ�धक

    सम्बं�धत है, तो आवेदन प्राप्त करने वाले लोक प्रा�धकरण को आवेदन अथवा उसके सगंत भाग को आवेदन क� प्रािप्त के

    पांच �दन के भीतर सम्बं�धत लोक प्रा�धकरण को भेज देना चा�हए। लोक प्रा�धकरण� को चा�हए �क वे अपने प्रत्येक

    अ�धकार� को अ�ध�नयम के इस उपबंध के बारे म� संवदेनशील बनाएं ता�क ऐसा न हो �क देर� के �लए आवेदन प्राप्त करने

    वाले लोक प्रा�धकरण ह� िज़म्मेवार ठहर� ।

    क� द्र�य सूचना आयोग क� वा�षर्क �रपोटर्

    19. सूचना आयोग� से, प्रत्येक वषर् क� समािप्त के पश्चात उस वषर् के दौरान अ�ध�नयम के उपबंध� के कायार्न्वयन संबंधी

    �रपोट� तैयार क� जाना अपे��त है। प्रत्येक मंत्रालय अथवा �वभाग से अपे��त है �क वह अपने अ�धकार �ेत्र म� आने वाले

    लोक प्रा�धकरण� से �रपोटर् तैयार करने हेतु सूचना एक�त्रत कर� और उसे सम्बं�धत सूचना आयोग को मुहैया कराएँ ।

    आयोग क� �रपोटर् म�, अन्य बात� के साथ-साथ, सम्बद्ध वषर् के संबंध म� �नम्न�ल�खत सूचनाओं का समावेश होता है :

    क) प्रत्येक लोक प्रा�धकरण को �कए गए अनुरोध� क� संख्या;

    ख) ऐसे �नणर्य� क� संख्या, जहाँ आवेदक अनुरोध �कए गए दस्तावेज़� को प्राप्त करने के हकदार नह� ंथे, अ�ध�नयम के उपबंध

    िजनके अधीन ये �नणर्य �कए गए और उन अवसर� क� सखं्या, जहाँ ऐसे उपबंध� का प्रयोग �कया गया;

    ग) अ�ध�नयम को लागू करने के संबंध म� �कसी अ�धकार� के �वरुद्ध क� गई अनुशास�नक कारर्वाई के ब्यौरे;

    घ) अ�ध�नयम के अंतगर्त प्रत्येक लोक प्रा�धकरण द्वारा एक�त्रत प्रभार� क� रा�श, और

    ङ) ऐसे तथ्य जो अ�ध�नयम के भाव और अ�भप्राय को प्रशािस्तक और कायार्िन्वत करने हेतु लोक प्रा�धकरण� द्वारा �कए गए

    �कसी प्रयास को दशार्एं।

    20. प्रत्येक लोक प्रा�धकरण को वषर् क� समािप्त के तुरंत बाद आवश्यक सामग्री अपने प्रशास�नक मंत्रालय/ �वभाग को भेज देनी

    चा�हए ता�क मंत्रालय/ �वभाग उसे सूचना आयोग को भेज सके और आयोग इसे अपनी �रपोटर् म� शा�मल कर सके।

    21. य�द सूचना आयोग को ऐसा प्रतीत होता है �क �कसी लोक प्रा�धकरण का अ�ध�नयम के तहत उसके दा�यत्व� के अनुपालन

    से सम्बं�धत कोई तौर-तर�का अ�ध�नयम के उपबंध� अथवा अ�भप्राय के अनुरूप नह�ं है, तो वह प्रा�धकार� से ऐसे कदम

  • उठाने क� अनुशंसा कर सकता है िजससे प्र�क्रया अ�ध�नयम के अनुरूप हो जाए। सम्बं�धत लोक प्रा�धकरण को चा�हए �क

    वह अपने कायर् अ�ध�नयम के अनुरूप बनाने के �लए आवश्यक कारर्वाई करे।

    भाग-।।।

    सूचना माँगनेवाल� के �लए

    सूचना मांगने क� �व�ध

    1. य�द कोई नाग�रक अ�ध�नयम के अंतगर्त सूचना प्राप्त करना चाहता है तो उसे सम्बं�धत लोक प्रा�धकरण के लोक सूचना

    अ�धकार� को अंगे्रज़ी अथवा �हदं� अथवा उस �ेत्र क� राजक�य भाषा, जहाँ आवेदन �कया जाना है, म� �ल�खत रूप म�,

    आवेदन करना चा�हए। आवेदन सं��प्त व �वषयानुरूप हो | आवेदन प्रस्तुत करत ेसमय शुल्क �नयम� म� यथा�नधार्�रत

    आवेदन शुल्क का भुगतान �कया जाना चा�हए | आवेदक अपना आवेदन डाक द्वारा अथवा इलेक्ट्रॉ�नक माध्यम से अथवा

    व्यिक्तगत रूप से लोक प्रा�धकरण के कायार्लय म� भेज सकत ेह�। आवेदन सहायक लोक सूचना अ�धकार� के माध्यम से

    भी भेजा जा सकता है।

    संबं�धत लोक प्रा�धकरण को आवेदन:

    2. आवेदक को संबं�धत लोक प्रा�धकरण को आवेदन करना चा�हए। उन्ह� यह सुझाव �दया जाता है �क व ेसूचना से संबं�धत

    लोक प्रा�धकरण क� सु�निश्चतता करने का पूरा प्रयास कर� एवं उसी लोक प्रा�धकरण के लोक सूचना अ�धकार� को आवेदन

    पे्र�षत कर� ।

    3. यह देखा गया है �क कुछ आवेदक एक ह� आवेदन के माध्यम से कई �वषय� के बारे म� सूचना माँगत ेह�। इससे न केवल

    लोक सूचना अ�धकार� को बिल्क आवेदक को भी समस्या होती है। अत: आवेदक को एक आवेदन के माध्यम से एक ह�

    �वषय के बारे म� सूचना मांगनी चा�हए।

    सूचना मांगने का शुल्क:

    4. आवेदक से अपे��त है �क वह लोक सूचना अ�धकार� को अपने आवेदन के साथ आवेदन शुल्क भेज�। भारत सरकार के

    मामले म� �नधार्�रत आवेदन शुल्क 10/- रुपये (दस रुपये) है िजसका भुगतान लोक प्रा�धकरण के लेखा अ�धकार� के नाम

    देय मांग पत्र अथवा ब�कसर् चैक अथवा भारतीय पोस्टल ऑडर्र के रूप म� �कया जा सकता है | शुल्क का भुगतान लोक

    प्रा�धकरण के लेखा अ�धकार� अथवा सहायक लोक सूचना अ�धकार� को नकद भी �कया जा सकता है। ऐसे म� आवेदनकतार्

    को उपयुक्त रसीद अवश्य प्राप्त कर लेनी चा�हए।

    5. आवेदक को सूचना प्रदान करने म� आनेवाल� लागत के �लए अ�त�रक्त शुल्क अदा करना पड़ सकता है िजसके ब्योरे लोक

    सूचना अ�धकार� आवेदक को द�गे । ऐसे शुल्क का भुगतान आवेदन शुल्क के भुगतान क� भाँ�त �कया जाएगा।

    6. गर�बी रेखा के नीच ेक� शे्रणी के अंतगर्त आनेवाले आवेदक को �कसी प्रकार का शुल्क देने क� आवश्यकता नह�ं है। तथा�प,

    उसे गर�बी रेखा के नीच ेके स्तर के होने के दावे का प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना होगा। आवेदन के साथ �नधार्�रत आवेदन

  • शुल्क अथवा आवेदक के गर�बी रेखा के नीच े का होने का प्रमाण, जैसा भी मामला हो, नह�ं होने पर आवेदन को

    अ�ध�नयम के अंतगर्त वैध नह�ं माना जाएगा।

    आवेदन का प्रपत्र:

    7. सूचना मांगने के �लए आवेदन का कोई �नधार्�रत प्रपत्र नह�ं है। आवेदन सादे कागज़ पर �कया जा सकता है। तथा�प, आवेदन

    म� आवेदक का नाम तथा डाक का पूरा पता �लखा होना चा�हए। यहाँ तक �क, इलेक्ट्रॉ�नक माध्यम से मांगी जानेवाल�

    सूचना म� भी आवेदक का नाम और डाक का पता होना चा�हए।

    अपील दायर करना

    8. य�द आवेदक को 30 �दन अथवा 48 घंटे क� �नधार्�रत सीमा, जैसी भी िस्थ�त हो, के भीतर सूचना प्रदान नह�ं क� जाती है

    अथवा वह प्रदान क� गई सूचना से संतुष्ट नह�ं है तो वह प्रथम अपील�य प्रा�धकार� को अपील कर सकता है । ऐसी अपील,

    उस तार�ख से तीस �दन क� अव�ध के भीतर क� जानी चा�हए िजस तार�ख को सूचना प्रदान करने क� 30 �दन� क� सीमा

    समाप्त हो रह� है अथवा उस तार�ख से, जब लोक सूचना अ�धकार� क� सूचना अथवा �नणर्य प्राप्त हुआ है । लोक

    प्रा�धकरण के अपील�य प्रा�धकार� अपील प्राप्त होने के तीस �दन� क� अव�ध के भीतर अथवा अपवा�दक मामल� म� 45

    �दन� के भीतर अपील का �नपटान कर�गे ।

    9. य�द अपील�य प्रा�धकार� अपील पर �नधार्�रत अव�ध के अंदर आदेश पा�रत करने म� असफल रहता है अथवा य�द अपीलकतार्

    प्रथम अपील�य प्रा�धकार� के आदेश से संतुष्ट नह�ं है, तो वह प्रथम अपील�य प्रा�धकार� के �नणर्य क� तार�ख अथवा िजस

    तार�ख को अपीलकतार् को �नणर्य वास्तव म� प्राप्त हुआ हो, से 90 �दन� क� अव�ध के अंदर सूचना आयोग के सम� दसूर�

    अपील कर सकता है ।

    10. क� द्र�य सूचना आयोग को क� गई अपील म� �नम्न�ल�खत सूचनाओं का समावेश होना चा�हए :- 1) अपीलकतार् का नाम एवं पता; 2) उस लोक सूचना अ�धकार� का नाम एवं पता िजसके �नणर्य के �वरुद्ध यह अपील क� गई है; 3) उस आदेश का संख्या स�हत �ववरण, य�द कोई हो, िजसके �वरुद्ध अपील क� गई; 4) अपील के �लए उत्तरदायी सं��प्त तथ्य; 5) य�द अपील मा�नत अस्वीकृ�त के �वरुद्ध क� गई है, तो संख्या एवं �त�थ स�हत आवेदन का �ववरण, तथा उस लोक सूचना अ�धकार� का नाम एवं पता, िजसको आवेदन �कया गया था; 6) मांगी गई याचना अथवा राहत; 7) याचना अथवा राहत के �लए आधार; 8) अपीलकतार् द्वारा सत्यापन; और 9) कोई अन्य सूचना, िजसक� आवश्यकता आयोग को अपील का �नणर्य करने के दौरान पड सकती है ।

    11. क� द्र�य सूचना आयोग को क� गई अपील के साथ �नम्न�ल�खत दस्तावेज संलग्न होने चा�हए: (i) उन आदेश� या दस्तावेज� क� स्व-प्रमा�णत प्र�तयां िजनके �वरुद्ध अपील क� गई है;

    (ii) उन दस्तावेज� क� प्र�तयां, िजन पर आवेदक �नभर्र रहा हो और िजन्ह� उसने अपील म� �न�दर्ष्ट �कया हो; और

    (iii) अपील म� संद�भर्त दस्तावेज� क� अनुक्रम�णका ।

  • �शकायत� दजर् कराना

    12. य�द कोई व्यिक्त लोक सूचना अ�धकार� को इस कारण से आवेदन प्रस्तुत करने म� असमथर् है �क संबं�धत लोक

    प्रा�धकरण द्वारा ऐसा कोई अ�धकार� �नयुक्त नह�ं �कया गया है; अथवा सहायक लोक सूचना अ�धकार� ने उसके आवेदन

    अथवा अपील को लोक सूचना अ�धकार� अथवा अपील�य प्रा�धकार�, जैसे भी िस्थ�त हो, को अगे्र�षत करने हेतु स्वीकार

    करने से इनकार कर �दया है; अथवा सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम के अंतगर्त मांगी गई सूचना देने से उसे इनकार �कया

    गया है; अथवा सूचना के �लए उसके �नवेदन का प्रत्युत्तर अ�ध�नयम द्वारा �नधार्�रत समय-सीमा के अंतगर्त नह�ं �दया

    गया है; अथवा उसे शुल्क क� ऐसी रा�श देनी पड़ रह� है िजसे वह अनु�चत मानता है; अथवा वह यह मानता है �क उसे

    अपूणर्, भ्रामक अथवा झूठ� सचूना द� गई है, तो वह सूचना आयोग को �शकायत कर सकता है |

    भाग IV

    लोक सचूना अ�धका�रय� के �लए

    �कसी लोक प्रा�धकरण के लोक सूचना अ�धकार� नाग�रक� के सूचना के अ�धकार को यथाथर् म� बदलने म� प्रमुख भू�मका �नभात ेह� । अ�ध�नयम उन्ह� �व�शष्ट कतर्व्य स�पता है एवं चूक क� िस्थ�त म� उन्ह� दंड के �लए जवाबदेह ठहराता

    है । अत: यह लोक सूचना अ�धकार� के �लए आवश्यक हो जाता है �क वह अ�ध�नयम का सावधानीपूवर्क अध्ययन करे एवं

    इसके उपबंध� को सह� से समझ े। इन दस्तावेज� म� अन्यत्र चचार् �कये गए मुद्द� के अ�त�रक्त, लोक सूचना अ�धकार� को

    अ�ध�नयम के अंतगर्त आवेदन� का �नपटान करत ेसमय �नम्न�ल�खत पहलुओं का ध्यान रखना चा�हए ।

    �बना शलु्क के प्राप्त आवेदन

    2. आवेदन प्राप्त होने के तुरंत बाद, लोक सूचना अ�धकार� को यह जाँच कर लेनी चा�हए �क क्या आवेदक ने आवेदन

    शुल्क का भुगतान �कया है या क्या आवेदक गर�बी रेखा से नीच ेके प�रवार से संबंध रखता है । य�द आवेदन के साथ

    �नधार्�रत शुल्क अथवा गर�बी रेखा से नीच ेका प्रमाण-पत्र नह�ं है, तो इसे सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम के अंतगर्त

    आवेदन नह�ं माना जाएगा । इसका, यद्य�प, ध्यान रखा जाना चा�हए �क लोक सचूना अ�धकार� ऐसे आवेदन� पर

    सहानुभू�तपूवर्क �वचार कर� एवं ऐसे आवेदन� के माध्यम से मांगी गई सूचना उपलब्ध करवाएं ।

    आवेदन� का हस्तांतरण

    3. लोक प्रा�धकरण को कभी-कभी ऐसी सूचना के �लए अनुरोध �कया जाता है िजसका लोक प्रा�धकरण से कोई सम्बन्ध नह�ं होता अथवा आवे�दत सूचना का कुछ भाग ह� लोक प्रा�धकरण के पास उपलब्ध होता है तथा शेष अथवा पूर� सूचना �कसी दसूरे लोक प्रा�धकरण या कई अन्य प्रा�धका�रय� से सम्बद्ध होती है ।

    4. सूचना का अ�धकार अ�ध�नयम, 2005 क� धारा 6(1) म� उपबंध है �क कोई व्यिक्त जो सूचना प्राप्त करना चाहता है वह संबं�धत लोक प्रा�धकरण के लोक सूचना अ�धकार� से �नवेदन कर सकता है । धारा 6(3) के अनुसार जहाँ �कसी लोक प्रा�धकरण को �कसी ऐसी सूचना के �लए अनुरोध करत ेहुए कोई आवेदन �कया जाता है जो �कसी दसूरे लोक प्रा�धकरण के पास है अथवा िजसक� �वषय-वस्तु दसूरे लोक प्रा�धकरण के कायर् के अ�धक सिन्नकट है, तो वह लोक प्रा�धकरण आवेदन

  • को उस दसूरे लोक प्रा�धकरण को भेज देग