लेक्चर लुधियाना - ahmadiyyaक मफ र कहन व ल जय द...

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  • लेक्चर लुधियाना

    लेखकहज़रत मिज़्ज़ा ग़ुल्ि अहिद क़्मदय्नी

    िसीह िौऊद व िहदी ि्हूद अलैमहससल्ि

    I

  • न्ि पुसतक : लेक्चर लुमिय्न्Name of book : Lecture Ludhianaलेखक : हज़रत मिज़्ज़ा ग़ुल्ि अहिद क़्मदय्नी िसीह िौऊद अलैमहससल्िWriter : Hazrat Mirza Ghulam Ahmad Qadiani Masih Mau'ud Alaihissalam

    अनवु्दक : ड् अनस्र अहिद पी.एच.डी आनसज़ा इन अरमिकTranslator : Dr Ansar Ahmad, Ph.D, Hons in Arabic ट्ईमपंग, सैमटंग : न्मदय् परवेज़् अज़हरTyping Setting : Nadiya Perveza Azherसंसकरण तथ् वरज़ा : प्रथि संसकरण (महनदी) मसतमिर 2018 ई०Edition. Year : 1st Edition (Hindi) September 2018संखय्, Quantity : 1000प्रक्शक : नज़्रत नश्र-व-इश्अत, क़्मदय्न, 143516 मज़ल्-गुरद्सपुर (पंज्ि)Publisher : Nazarat Nashr-wa-Isha'at, Qadian, 143516 Distt. Gurdaspur, (Punjab)िुद्रक : फ़ज़ले उिर मप्रंमटंग प्रेस, क़्मदय्न, 143516 मज़ल्-गुरद्सपुर, (पंज्ि)Printed at : Fazl-e-Umar Printing Press, Qadian, 143516 Distt. Gurdaspur (Punjab)

    II

  • प्रकाशक की ओर से हज़रत मिज़ ज़्ा ग़ुल्ि अहिद स्महि क़्मदय्नी िसीह िौऊद

    व िहदी ि्'हूद अलमैहससल्ि द््र् मलमखत पसुतक क् यह महनदी अनवु्द श्री डॉ० अनस्र अहिद न ेमकय् है और ततपश््त िकुर्रि शख़े िजु्महद अहिद श्सत्ी (सदर ररवययू किेटी), िकुर्रि फ़रहत अहिद आच्यज़ा (इंच्जज़ा महनदी डेसक), िकुर्रि अली हसन एि. ए. और िकुर्रि नसीरुल हक़ आच्यज़ा, िकुर्रि अबनलु िहेदी एम् ए और िकुर्रि सययद िोमहयुद्ीन एम् ए न े इसकी प्रयूफ़ रीमडंग और रीमवय ुआमद मकय् है। अल््ह तआल् इन सि को उत्ति प्रमतफल प्रद्न करे।

    इस पुसतक को हज़रत ख़लीफ़तुल िसीह ख़्मिस अययदहुल््हु तआल् मिनमरिमहल अज़ीज़ (जि्अत अहिमदय् के वतज़ाि्न ख़लीफ़्) की अनुिमत से महनदी प्रथि संसकरण के रूप िें प्रक्मशत मकय् ज् रह् है। मवनीत ह्मफ़ज़ िख़दयूि शरीफ़ न्मज़र नश्र व इश्अत क़्मदय्न

    III

  • पुसतक पररचयलेक्चर लुधियाना

    यह लके्चर हज़रत िसीह िौऊद अलमैहससल्ि न े4 नवमिर 1905 ई० को लुमिय्न् िें मदय्। यह लमुिय्न् वही शहर है जह् ं सवज़ाप्रथि हुज़ूर अलमैहससल्ि के मवरुद्ध कुफ़्र क् फ़तव् ज्री मकय् गय् थ्। हुज़ूर अलमैहससल्ि न ेइस ि्त को अपनी सच््ई क् मनश्न ठहर्य् है मक उलिे् न ेमिल कर इस मसलमसल ेको मिट्न ेके प्रय्स मकए। परनत ुउनके प्रय्सों क् पररण्ि उलट् मनकल् और अल््ह तआल् के इलह्िों के अनसु्र अल््ह तआल् क् सिथज़ान एव ंसह्यत् मसलमसल ेके स्थ ही रही। हुज़ूर अलमैहससल्ि फ़रि्त ेहैं -

    ''िैं इस शहर िें चौदह वरज़ा के ि्द आय् हूं और िैं ऐसे सिय इस शहर से गय् थ् जिमक िेरे स्थ कुछ आदिी थे और क्मफ़र कहने, झुठल्ने और दज््ल कहने क् ि्ज़्र गिज़ा थ्।''इन लोगों के मवच्र िें थ् मक थोडे ही मदनों िें यह जि्अत

    मिकककृत होकर मिखर ज्एगी और इस मसलमसले क् न्िोमनश्न मिट ज्एग्। अतः इस उद्ेशय के मलए िडी-िडी कोमशशें और योजन्एं की गई और एक िड् भ्री रड््यंत् िेरे मवरुद्ध यह मकय् गय् मक िुझ पर और िेरी जि्अत पर कुफ़्र क् फ़तव् मलख् गय् और समपयूणज़ा महनदुसत्न िें उस फ़तवे को घुि्य् गय्।

    ''परनतु िैं देखत् हूं और आप देखते हैं मक वे क्मफ़र कहने व्ले िौजयूद नहीं। और ख़ुद् तआल् ने िुझे

    IV

  • अि तक जीमवत रख् और िेरी जि्अत को िढ्य्।''(रूह्नी ख़ज़्यन मजलद 20 पृष्ठ-249)

    इसके ि्द हुज़ूर िल देकर कहते हैं -''िैं द्वे से कहत् हूं मक हज़रत अ्दि अलैमहससल्ि

    से लेकर इस सिय तक मकसी झयूठे क् उद्हरण दो मजसने 25 वरज़ा पयूवज़ा अपनी गुिन्िी की अवसथ् िें ऐसी भमवषयव्मणय्ं की हों। यमद कोई वयक्ति ऐस् उद्हरण प्रसतुत कर दे तो मनससनदेह सिरण रखो मक यह समपयूणज़ा मसलमसल् और क्रोि्र झयूठ् हो ज्एग्।''

    (रूह्नी ख़ज़्यन मजलद 20 पृष्ठ-275)

    इस लेक्चर िें समिोमित अमिकतर िुसलि्न थे। इसमलए हुज़ूर अलैमहससल्ि ने अपन् और अपनी जि्अत क् इसल्ि की िुमनय्दी असथ्ओं पर ईि्न ल्ने क् इक़र्र मकय् है और मवसत्रपयूवज़ाक हज़रत िसीह न्मसरी अलैमहससल्ि की िृतयु को मकत्ि, सुन्नत, इजि् और अनुि्न से प्रि्मणत मकय् है।

    अनत िें हुज़ूर अलैमहससल्ि ने िुसलि्नों को इसल्ि के प्रक्शि्न भमवषय की ख़ुशखिरी देते हुए फ़रि्य् है -

    ''अि सिय आ गय् है मक इसल्ि की पुनः प्रमतष्ठ् प्रकट हो और इसी उद्ेशय को लेकर िैं आय् हूं ...... िैं िडे ज़ोर और पयूवज़ा मवश््स तथ् मववेक से कहत् हूं मक अल््ह तआल् ने इर्द् फ़रि्य् है मक दयूसरे ििमों को मिट् दे और इसल्ि को मवजय और शक्ति दे।''

    (रूह्नी ख़ज़्यन मजलद 20 पृष्ठ- 290)

    V

  • लेक्चर लुधियाना

    1

    बिस्मिल्लाबिर्रिमिलाबिर्रिीमिििमिदुहू व िुसल्ी अलला रसूबलबिल करीमि

    लेक्चर लुधियानाजो हुज़ूर अलैबि्सललामि िे 4 िवमिर 1905 ई. को िजलारों

    लोगों की उपस्थिबि मिें बदयला

    सव्वप्रथिमि मिैं अल्लाि िआलला कला आभलार वयक्त करिला हूूं बजसिे मिुझे यि अवसर बदयला बक मिैं बिर इस शिर मिें प्रचलार करिे के बलए आऊं। मिैं इस शिर मिें चौदि वर्व के िलाद आयला हूूं और मिैं ऐसे समिय इस शिर से गयला थिला जिबक मिेरे सलाथि कुछ लोग थिे। और कलाब़िर कििे, झुठललािे और दज्लाल कििे कला िलाजलार गमि्व थिला। और मिैं लोगों की िजर मिें उस मििुषय के समिलाि थिला जो बिकककृि और बिर्ककृि िोिला िै। और उि लोगों कला बवचलार थिला बक यि जमिलाअि थिोडे िी बदिों मिें िबिषककृि िोकर बिखर जलाएगी िथिला इस बसलबसले कला िलामिो बिशलाि बमिट जलाएगला। अिः इस उद्ेशय से िडे-िडे प्रयलास और रड्यंत्र बकए गए और एक िडला भलारी रड्यंत्र मिेरे बवरुद्ध यि बकयला गयला बक मिुझ पर और मिेरी जमिलाअि पर कुफ़्र कला ़ितवला बलखला गयला और सलारे भलारि मिें इस ़ितवे को बिरलायला गयला। मिैं अ़िसोस के सलाथि वर्वि करिला हूूं बक मिुझ पर सव्वप्रथिमि कुफ़्र कला ़ितवला इसी शिर के कुछ मिौलबवयों िे बदयला। परनिु मिैं देखिला हूूं और आप देखिे िैं बक वे कलाब़िर कििे वलाले मिौजूद ििीं और ख़ुदला िआलला िे मिुझे अि िक जीबवि रखला और मिेरी जमिलाअि को िढलायला। मिेरला बवचलार िै बक वि कुफ़्र कला ़ितवला

  • 2

    लेक्चर लुधियाना

    जो दोिलारला मिेरे बवरुद्ध प्र्िलाबवि हुआ उसे बिनदु्िलाि के समि्ि िडे शिरों मिें बिरलायला गयला और उस पर लगभग दो सौ मिौलबवयों और शेखों की गवलाबियलायं िथिला मिुिरें लगवलाई गईं। उसमिें प्रकट बकयला गयला बक यि वयसक्त िेईमिलाि िै, कलाब़िर िै, दज्लाल िै, मिुफ़िरी िै अबपिु िहुि िडला कलाब़िर िै। अिः जो-जो बकसी से िो सकला मिेरे िलारे मिें उसिे किला और उि लोगों िे अपिे बवचलार से समिझ बलयला बक िस यि िबथियलार अि बसलबसले को समिलाप्त कर देगला। और वला्िव मिें यबद यि बसलबसलला मिलािवीय योजिला और इबफ़िरला िोिला िो उसे ििलाि करिे के बलए यि ़ितवे कला िबथियलार िहुि िी शसक्तशलाली थिला। परनिु उस को ख़ुदला िआलला िे ्थिलाबपि बकयला थिला बिर वि बवरोबियों के बवरोि और शत्रुिला से कैसे मिर सकिला थिला। बवरोि मिें बजििी िीव्रिला आिी गई उििी इस बसलबसले की प्रबिष्ला और सममिलाि हृदयों मिें जड पकडिला गयला। और आज मिैं ख़ुदला िआलला कला आभलार वयक्त करिला हूूं बक यला िो वि समिय थिला बक जि मिैं इस शिर मिें आयला और यिलायं से गयला िो केवल कुछ लोग मिेरे सलाथि थिे और मिेरी जमिलाअि की सयंखयला िहुि िी कमि थिी और यला अि वि समिय िै बक िुमि देखिे िो बक एक िडी सयंखयला मिें जमिलाअि मिेरे सलाथि िै और जमिलाअि की सयंखयला िीि ललाख िक पहुूंच चुकी िै और प्रबिबदि िरक्ी िो रिी िै और बि्सनदेि करोडों िक पहुूंचेगी।

    िो इस मििलाि इसन्ललाि को देखो बक कयला मिलािवीय िलाथि कला कलाय्व िो सकिला िै? दुबियला के लोगों िे िो चलािला बक इस बसलबसले कला िलामिोबिशलाि बमिटला दें और यबद उि के अबिकलार मिें िोिला िो वे इसे कभी कला बमिटला चुके िोिे। परनिु यि अल्लाि िआलला कला कलामि

  • लेक्चर लुधियाना

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    िै। वि बजि िलािों कला इरलादला करिला िै दुबियला उिको रोक ििीं सकिी और बजि िलािों कला दुबियला इरलादला करे परनिु ख़ुदला िआलला उि कला इरलादला ि करे वे कभी िो ििीं सकिी िैं। बवचलार करो। मिेरे मिलामिले मिें समि्ि उलेमिला, पीरजलादे और गद्ी िशीि बवरोिी िो गए और दूसरे िमि्व के लोगों को भी मिेरे बवरोि के बलए अपिे सलाथि बमिललायला, बिर मिेरे िलारे मिें िर प्रकलार की कोबशश की। मिुसलमिलािों को िदगुमिलाि करिे के बलए मिुझ पर कुफ़्र कला ़ितवला बदयला और बिर जि इस प्र्िलाव मिें भी सिल ि हुए िो बिर मिु्द्मिें आरूंभ बकए। मिुझे ख़ूि के मिु्द्मिे मिें िंसलायला और िर प्रकलार की कोबशशें कीं बक मिैं दण्ड पला जलाऊं। एक पलादरी के ्तल कला आरोप मिुझ पर लगलायला गयला। उस मिु्द्मिें मिें मिौलवी मिुिममिद हुसैि िे भी मिेरे बवरुद्ध िहुि कोबशश की और ्वययं गवलािी देिे के बलए गयला। वि चलाििला थिला बक मिैं िंस जलाऊं और मिुझे दण्ड बमिले। मिौलवी मिुिममिद हुसैि की यि कोबशश प्रकट करिी थिी बक वि िककों और प्रमिलारों से असमिथि्व िै। इसबलए यि बियमि की िलाि िै बक जि शत्रु िककों से असमिथि्व िो जलािला िै और प्रमिलारों से दोरी ििीं कर सकिला िो कष्ट देिे और ्तल कला प्र्िलाव रखिला िै और देश से बिषकलाबसि करिे कला इरलादला करिला िै और उसके बवरुद्ध बभन्न-बभन्न प्रकलार की योजिलाएयं िथिला रड्यंत्र करिला िै। जैसला बक आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि के मिुकलािले मिें जि कलाब़िर असमिथि्व िो गए और िर प्रकलार से बिश्चल िो गए िो अनि मिें उनिोंिे भी इस प्रकलार के ििलािे सोचे बक आप को ्तल कर दें यला ्ैद कर दें यला आप को देश से बिकलाल बदयला जलाए। आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि के सिलािला को कष्ट बदए, परनिु अनत्तिः

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    लेक्चर लुधियाना

    वे सभी अपिे इरलादों और योजिलाओं मिें असिल रिे। अि विी सुन्नि और ढूंग मिेरे सलाथि िो रिला िै, परनिु यि दुबियला समि्ि लोकों के प्रबिपलालक के बििला कोई अस्ितव ििीं रखिी। विी िै जो झूठे और सच्े मिें अनिर करिला िै और अनििः सच्े की सिलायिला करिला िै और उसे बवजयी करके बदखला देिला िै। अि इस युग मिें जि ख़ुदला िआलला िे बिर अपिी क़ुदरि कला िमिूिला बदखललायला िै। मिैं उसके समिथि्विों कला एक जीबवि बिशलाि हूूं और इस समिय िुमि सभी देखिे िो बक मिैं विी हूूं बजसे ्ौमि िे अ्वीकलार बकयला और मिैं (ख़ुदला के) मिलानय लोगों के समिलाि खडला हूूं। िुमि अिुमिलाि करो बक इस समिय आज से चौदि वर्व पूव्व जि मिैं यिलायं आयला थिला िो कौि चलाििला थिला बक एक आदमिी भी मिेरे सलाथि िो। उलेमिला, फ़ु्रला और िर प्रकलार के प्रबिसष्ि आदररीय लोग यि चलाििे थिे बक मिैं मिर जलाऊं और इस बसलबसले कला िलामिोबिशलाि बमिट जलाए। वे कभी पसनद ििीं करिे थिे बक उन्नबियलायं प्रलाप्त िों। परनिु वि ख़ुदला जो िमिेशला अपिे िनदों की सिलायिला करिला िै और बजसिे सतयबिष्ों को बवजयी करके बदखलायला िै उसिे मिेरी सिलायिला की और उसिे मिेरे बवरोबियों के बवरुद्ध उिकी आशलाओं िथिला योजिलाओं के सव्वथिला बवपरीि मिुझे वि मिलानयिला प्रदलाि की बक एक दुबियला को मिेरी ओर धयलाि बदललायला जो इि बवरोिों और अवरोिों को चीरिी हुई मिेरी ओर आई और आ रिी िै। अि बवचलार करिे कला ्थिलाि िै बक कयला मिलािवीय प्र्िलावों और जोजिलाओं से यि स़िलिला िो सकिी िै बक दुबियला के पैठ रखिे वलाले लोग एक वयसक्त के मिलारिे की बचनिला मिें िों और उसके बवरुद्ध िर प्रकलार की योजिलाएयं ििलाई जलाएयं, उसके बलए ख़िरिलाक आग जललाई जलाए परनिु वि इि समि्ि आपदलाओं से सलाि

  • लेक्चर लुधियाना

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    बिकल जलाए। कदलाबप ििीं। ये ख़ुदला िआलला के कलामि िैं जो िमिेशला उसिे बदखलाए िैं।

    बिर इसी िलाि पर जिरद्ि िक्क यि िैं बक आज से पच्ीस वर्व पूव्व जिबक कोई भी मिेरे िलामि से पररबचि ि थिला और ि कोई वयसक्त ्लाबदयलाि मिें मिेरे पलास आिला थिला यला पत्रलाचलार रखिला थिला। इस गुमििलामिी की िलालि मिें उि िेिसी के बदिों मिें अल्लाि िआलला िे मिुझे समिोबिि करके ़िरमिलायला –یٔاتــون مــن کّل فــٍج عمیــق۔ یٔاتیــک مــن کّل فـَـٍجّ عمیــق۔ ِ وال تســئم مــن الّنــاس۔ رّب ال تــذرین فــردًا

    ال تصّعــر لخلــق الّلٰوانــت خریالوارثــن۔

    यि वि जिरद्ि भबवषयवलारी िै जो उि बदिों मिें की गई और छप कर प्रसलाररि िो गई और उसे िर िमि्व और बमिल्ि के लोगों िे पढला। ऐसी िलालि और ऐसे समिय मिें बक मिैं अखयलाबि के कोिे मिें पडला हुआ थिला और कोई वयसक्त मिुझे ि जलाििला थिला। ख़ुदला िआलला िे ़िरमिलायला बक िेरे पलास सुदूर देशों से लोग आएयंगे और िडी प्रचुरिला से आएयंगे और उिके बलए अबिबथि सतकलार के िर प्रकलार के सलामिलाि और आवशयक व्िुएयं भी आएयंगी। चूयंबक एक वयसक्त िजलारों-ललाखों लोगों की आवभगि के समि्ि सलामिलाि उपलबि ििीं कर सकिला और ि इििे ख़चकों को सिि कर सकिला िै। इसबलए ्वययं िी ़िरमिलायला – ــق ــّجٍ عمی ــن کّل ف ــک م उिके सलामिलाि भी یاتیसलाथि िी आएयंगे। और बिर मििुषय लोगों की प्रचुरिला से घिरला जलािला िै और उिसे अबशष्टिला कर िैठिला िै। इसबलए इस से मििला बकयला बक उि से अबशष्टिला ि करिला। और बिर यि भी ़िरमिलायला बक लोगों की

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    लेक्चर लुधियाना

    अबिकिला को देखकर थिक ि जलािला।अि आप बवचलार करें बक कयला यि िलाि मिलािवीय शसक्त के

    अनदर िै बक पच्ीस-िीस वर्व पूव्व एक घटिला की सूचिला दे? और वि भी उसी के िलारे मिें, और बिर उसी प्रकलार घबटि भी िो जलाए? इनसलािी अस्ितव और जीवि कला िो एक बमििट कला भी भरोसला ििीं और ििीं कि सकिे बक दूसरला सलायंस आएगला यला ििीं। बिर ऐसी ख़िर देिला यि उसकी शसक्त और अिुमिलाि मिें कयोंकर आ सकिला िै। मिैं सच कििला हूूं बक यि वि समिय थिला जिबक मिैं बिलकुल अकेलला थिला िथिला लोगों से बमिलिे से भी मिुझे ि़िरि थिी। और चूयंबक एक समिय आिे वलालला थिला बक ललाखों लोग मिेरी ओर रुजू करें। इसबलए इस िसीिि की आवशयकिला पडी-

    ال تصّعرلخلق الّلٰ وال تسئم من الّناس۔बिर उनिीं बदिों मिें यि भी ़िरमिलायला-

    انت مّن بمنزۃل توحیدی۔ فحان ان تعان و تعرف بن الناس۔अथिला्वत् वि समिय आिला िै बक िेरी सिलायिला की जलाएगी और िू

    लोगों के मिधय पिचलािला जलाएगला। इसी प्रकलार से ़िलारसी, अरिी और अयंग्ेजी मिें प्रचुरिला से ऐसे इलिलामि हुए िैं जो इस बिियंि को प्रकट करिे िैं।

    अि सोचिे कला ्थिलाि िै उि लोगों के बलए जो ख़ुदला िआलला कला भय रखिे िैं बक इििे लमिे समिय पिले एक भबवषयवलारी की गई और वि पु्िक मिें छप कर प्रसलाररि हुई। िरलािीि अिमिबदयला ऐसी पु्िक िै बजसे दो्ि-दुशमिि सि िे पढला। सरकलार को भी उसकी कलापी भेजी गई। ईसलाइयों, बिनदुओं िे उसे पढला। इस शिर मिें भी िहुि से

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    लोगों के पलास यि पु्िक िोगी वे देखें इसमिें दज्व िै यला ििीं? बिर वे मिौलवी (जो केवल शत्रुिला के कलारर मिुझे दज्लाल और कज़जलाि कििे िैं और यि वर्वि करिे िैं बक कोई भबवषयवलारी पूरी ििीं हुई) शमि्व करें और ििलाएयं बक यबद यि भबवषयवलारी ििीं िो बिर और भबवषयवलारी बकसको कििे िैं, वि पु्िक िै बजसकला रीवयू मिौलवी अिू सईद मिुिममिद हुसैि िटलालवी िे बकयला िै। चूयंबक वि मिेरे सिपलाठी थिे इसबलए प्रलायः ्लाबदयलाि आयला करिे थिे, वि ख़ूि जलाििे थिे। और ऐसला िी ्लाबदयलाि, िटलालला, अमिृिसर िथिला आस-पलास के लोगों को ख़ूि मिलालूमि िै बक उस समिय मिैं बिलकुल अकेलला थिला और मिुझे कोई जलाििला ि थिला और उस समिय की िलालि से िुबद्ध के िजदीक अिुमिलाि से दूर मिलालूमि िोिला थिला बक मिुझ जैसे अखयलाि मििुषय पर ऐसला समिय आएगला बक ललाखों लोग उसके सलाथि िो जलाएयंगे। मिैं सच कििला हूूं बक मिैं उस समिय कुछ भी ि थिला, अकेलला और िेकस थिला। अल्लाि िआलला ्वययं उस समिय मिुझे यि दुआ बसखलािला िै -

    رّب ال تذرین فردًا وانت خری الوارثن۔ यि दुआ इसबलए बसखलाई बक पयलार रखिला थिला उि लोगों से जो

    दुआ करिे िैं। कयोंबक दुआ इिलादि िै। और उसिे ़िरमिलायला िै-(अलमिोबमिि-61) اُْدُعْویِنْ اَْسَتِجْب لَُکْم

    दुआ करो मिैं ्वीकलार करंगला और आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि िे ़िरमिलायला बक इिलादि कला मिग़ज (सलार) और ितव दुआ िी िै और इसमिें दूसरला सयंकेि यि िै अल्लाि िआलला दुआ के रूंग मिें बसखलािला चलाििला िै बक िू अकेलला िै और एक समिय आएगला बक िू अकेलला ि रिेगला और मिैं पुकलार कर कििला हूूं बक जैसला यि बदि

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    लेक्चर लुधियाना

    प्रकलाशमिलाि िै इसी प्रकलार यि भबवषयवलारी प्रकलाशमिलाि िै और यि िलाि बिसश्चि िै बक मिैं उस समिय अकेलला थिला कौन खडा होकर कह सकता है धक तेरे साथ जमाअत थी। परनिु अि देखो बक अल्लाि िआलला के इि वलादों के अिुसलार और इस भबवषयवलारी के अिुसलार जो उसिे एक समिय पूव्व ख़िर दी थिी बक एक िडी जमिलाअि मिेरे सलाथि कर दी, ऐसी अव्थिला और स्थिबि मिें इस मििलाि भबवषयवलारी को कौि झुठलला सकिला िै? बिर जिबक इसी पु्िक मिें यि भबवषयवलारी भी मिौजूद िै बक लोग ख़िरिला् िौर पर बवरोि करेंगे और इस जमिलाअि को रोकिे के बलए िर प्रकलार के प्रयलास करेंगे परनिु मिैं उि सि को असिल करंगला।

    बिर िरलािीि अिमिबदयला मिें यि भी भबवषयवलारी की गई थिी बक जि िक पबवत्र-अपबवत्र मिें अनिर ि कर लूयंगला ििीं छोड़यंगला। मिैं इि घटिलाओं को प्र्िुि करके उि लोगों को समिोबिि ििीं करिला बजि के बदलों मिें ख़ुदला िआलला कला भय ििीं और जो मिलािो यि समिझिे िैं बक िमििे मिरिला िी ििीं, वे ख़ुदला िआलला के कललामि मिें अक्षरलानिरर करिे िैं। िसलक मिैं लोगों को समिोबिि करिला हूूं जो अल्लाि िआलला से ्डरिे िैं और बवश्लास रखिे िैं बक मिरिला िै और मिौि के दरवलाजे करीि िो रिे िैं। इसबलए बक ख़ुदला िआलला से ्डरिे वलालला ऐसला िृष्ट ििीं िो सकिला। वे बवचलार करें बक कयला पच्ीस वर्व पूव्व ऐसी भबवषयवलारी करिला मिलािवीय शसक्त और अिुमिलाि कला परररलामि िो सकिला िै? बिर ऐसी िलालि मिें बक कोई उसे जलाििला भी ि िों और सलाथि िी यि भबवषयवलारी भी िो बक लोग बवरोि करेंगे परनिु वे असिल रिेंगे। बवरोबियों के असिल रििे और अपिे सिल िोिे की भबवषयवलारी

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    करिला एक बवलक्षर िलाि िै। यबद इसके मिलाििे मिें कोई सनदेि िै िो बिर उदलािरर प्र्िुि करो।

    मिैं दलावे से कििला हूूं बक िजरि आदमि से लेकर इस समिय िक के बकसी झूठे कला उदलािरर दो बजसिे पच्ीस वर्व पूव्व अपिी गुमििलामिी की अव्थिला मिें ऐसी भबवषयवलाबरयलायं की िों और वे यों चमिकिे हुए बदि की भलायंबि पूरी िो गईं िों यबद कोई वयसक्त ऐसला उदलािरर प्र्िुि कर दे िो बि्सनदेि ्मिरर रखो बक यि समपूर्व बसलबसलला और कलारोिलार झूठला िो जलाएगला, परनिु अल्लाि िआलला के कलारोिलार को कौि झूठला कर सकिला िै। यों झुठललािला िथिला उबचि कलारर के बििला इनकलार और उपिलास करिला अकुलीि कला कलामि िै कोई कुलीि वयसक्त ऐसला सलािस ििीं कर सकिला। मिैं अपिी सच्लाई को इसी पर बिभ्वर कर सकिला हूूं यबद िुमि मिें कोई ्व्थि हृदय रखिला िो। खूि यलाद रखो बक यि भबवषयवलारी कभी रद् ििीं िो सकिी जि िक उसकला उदलािरर प्र्िुि ि बकयला जलाए। मिैं बिर कििला हूूं बक यि भबवषयवलारी िरलािीि अिमिबदयला मिें मिौजूद िै बजसकला रीवयू मिौलवी अिू सईद (मिुिममिद हुसैि िटलालवी) िे बलखला िै। इसी शिर मिें मिौलवी मिुिममिद िसि और मिुयंशी मिुिममिद उमिर इतयलाबद के पलास िोगी। उसकी प्रबि मिककला, मिदीिला, िुख़लारला िक पहुूंची। सरकलार के पलास उसकी कलापी भेजी गई। बिनदुओं, मिुसलमिलािों, ईसलाइयों, ब्लाह्मरों िे उसे पढला और वि कोई अज्लाि पु्िक ििीं अबपिु वि खयलाबि प्रलाप्त पु्िक िै। कोई पढला-बलखला आदमिी जो िलाबमि्वक रुबच रखिला िो उस से अपररबचि ििीं िै। बिर इस पु्िक मिें यि भबवषयवलारी बलबखि मिौजूद िै बक दुबियला िेरे सलाथि िो जलाएगी, दुबियला मिें िुझे प्रबसबद्ध दूयंगला, िेरे बवरोबियों को

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    लेक्चर लुधियाना

    असिल रखूयंगला। अि ििलाओ कयला यि कलामि बकसी झूठे कला िो सकिला िै। यबद िुमि यिी िैसलला देिे िो बक िलायं मिुफ़िरी कला कलामि िो सकिला िै िो बिर इसके बलए उदलािरर प्र्िुि करो। यबद उदलािरर बदखला दो िो मिैं ्वीकलार कर लूयंगला बक मिैं झूठला हूूं। परनिु कोई ििीं जो इसकला उदलािरर बदखला सके और यबद िुमि उसकला उदलािरर प्र्िुि ि कर सको और बि्सनदेि ििीं कर सकोगे िो बिर मिैं िुमिें यिी कििला हूूं बक ख़ुदला िआलला से ्डरो और झुठललािे से रुक जलाओ।

    ्मिरर रखो ख़ुदला िआलला के बिशलािों को बििला बकसी प्रमिलार के रद् करिला िुबद्धमित्तला ििीं और ि इसकला अयंजलामि िरकि वलालला हुआ िै। मिैं िो बकसी के झुठललािे यला कलाब़िर ठिरलािे की परवलाि ििीं करिला और ि उि आक्रमिरों से ्डरिला हूूं जो मिुझ पर बकए जलािे िैं। इसबलए बक ख़ुदला िआलला िे ्वययं िी मिुझे समिय से पूव्व ििला बदयला थिला झुठललायला और कलाब़िर ठिरलायला जलाएगला और ये लोग भययंकर बवरोि करेंगे परनिु कुछ बिगलाड ि सकेंगे। कयला मिुझ से पिले सच्ों और ख़ुदला िआलला के मिलामिूरों को अ्वीकलार ििीं बकयला गयला? िजरि मिूसला अलैबि्सललामि पर बिरऔि और बिरऔि के सलाबथियों िे, िजरि मिसीि अलैबि्सललामि पर ़ि्ीबियों िे, आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि पर मिककला के मिुबरिकों िे कयला-कयला िमिले ििीं बकए परूंिु उि िमिलों कला कयला परररलामि हुआ? इि बवरोबियों िे उि बिशलािों के मिु्लािले मिें कभी कोई उदलािरर प्र्िुि बकयला? कभी ििीं। उदलािरर प्र्िुि करिे से िो िमिेशला असमिथि्व रिे। िलायं जीभें चलिी थिीं, इसबलए वे झूठला कििे रिे। इसी प्रकलार से यिलायं भी जि असमिथि्व िो गए िो और िो कुछ िस ि चलला दज्ाल, कज़्जाब कि बदयला। परनिु अपिे मिुयंि की िूंकों से

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    कयला ये ख़ुदला िआलला के प्रकलाश को िुझला देंगे? कभी ििीं िुझला सकिे।(अ्स़ि-9) ْوَن

    ُٰکِفر

    َْواللُ ُمِتّمُ نُْوِرٖہ َولَْوَکِرَہ ال

    दूसरे बवलक्षर चमितकलार और बिशलािों को वे लोग जो कुिलाररला कला ित्व अपिे अनदर रखिे िैं कि देिे िैं बक शलायद चलाललाकी िो परनिु भबवषयवलारी मिें उनिें कोई ििलािला शेर ििीं रििला। इसबलए िुिुववि के बिशलािों मिें मििलाि बिशलाि और चमितकलार भबवषयवलाबरयों को ठिरलायला गयला िै। यि िलाि िौरलाि से भी बसद्ध िै और पबवत्र क़ुआ्वि से भी। भबवषयवलाबरयों के िरलािर कोई चमितकलार ििीं। इसबलए ख़ुदला िआलला के मिलामिूरों को उिकी भबवषयवलाबरयों से पिचलािला जलािला चलाबिए। कयोंबक अल्लाि िआलला िे यि बिशलाि बििला्वररि कर बदयला िै -(अलबजन्न-27,28)َمِن اْرتَٰضی ِمْن َرُسْوٍل َعیٰل َغْیِبٖہ اََحًدا ِااّلَ

    ُاَل یُْظِھر

    अथिला्वत् अल्लाि िआलला के गैि कला बकसी पर प्रकटि ििीं िोिला परनिु अल्लाि िआलला के चुिे हुए रसूलों पर िोिला िै।

    बिर यि भी ्मिरर रिे बक कुछ भबवषयवलाबरयलायं अपिे अनदर िलारीक रि्य रखिी िैं और िलारीक िलािों के कलारर उि लोगों की समिझ मिें ििीं आिी िैं जो दूरदशशी आयंखें ििीं रखिे िथिला केवल मिोटी-मिोटी िलािों को समिझ सकिे िैं। ऐसी िी भबवषयवलाबरयों पर सलामिलानयियला झुठललायला जलािला िै और जलदिलाज लोग कि उठिे िैं बक वे पूरी ििीं हुईं। इसी के सयंियंि मिें अल्लाि िआलला ़िरमिलािला िै -(यूसु़ि-111) َوَظّنُْوا اَنَُّھْ قَْد ُکِذبُْوا

    इि भबवषयवलाबरयों मिें लोग सनदेि पैदला करिे िैं परनिु वला्िव मिें वे भबवषयवलाबरयलायं ख़ुदला िआलला की सुन्निों के अिीि पूरी िो जलािी िैं। िथिलाबप यबद वे समिझ मिें ि भी आएयं िो मिोबमिि और ख़ुदला से ्डरिे वलाले

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    लेक्चर लुधियाना

    मििुषय कला कलामि यि िोिला चलाबिए बक वि उि भबवषयवलाबरयों पर िजर ्डलाले बजि मिें िलारीबकयलायं ििीं अथिला्वत् जो मिोटी-मिोटी भबवषयवलाबरयलायं िैं। बिर देखे बक वे बकििी सयंखयला मिें पूरी िो चुकी िैं। यों िी मिुयंि से इनकलार कर देिला सयंयमि के बवरुद्ध िै। ईमिलािदलारी और ख़ुदला के भय से उि भबवषयवलाबरयों को देखिला चलाबिए जो पूरी िो चुकी िैं परनिु जलदिलाजों कला मिुयंि कौि िनद करे।

    इस प्रकलार के मिलामिले मिेरे सलामििे िी ििीं आए िजरि मिूसला, िजरि ईसला, और आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि को भी सलामििला करिला पडला। बिर यबद यि मिलामिलला मिेरे सलामििे भी आए िो आश्चय्व ििीं। अबपिु अवशय थिला बक ऐसला िोिला कयोंबक ख़ुदला की सुन्नि यिी थिी। मिैं कििला हूूं बक मिोबमिि के बलए िो एक सलाक्य भी पयला्वप्त िै उसी से उसकला बदल कलायंप जलािला िै। परनिु यिलायं िो एक ििीं सैकडों बिशलाि मिौजूद िैं। अबपिु मिैं दलावे से कििला हूूं बक इििे िैं बक मिैं उनिें बगि ििीं सकिला। यि सलाक्य कमि ििीं बक बदल पर बवजय पलालेगला झूठला कििे वलालों को अिुकूल ििला लेगला यबद कोई ख़ुदला िआलला कला भय करे और बदल मिें ईमिलािदलारी और दूरदबश्विला से सोचे िो उसे सिसला मिलाििला पडेगला बक ये ख़ुदला की ओर से िैं।

    बिर यि भी ्पष्ट िलाि िै बक बवरोिी जि िक रद् ि करे और उसकला उदलािरर प्र्िुि ि करे ख़ुदला िआलला कला प्रमिलार बवजयी िै।

    अि सलारलायंश यि िै बक मिैं उसी ख़ुदला कला आभलार वयक्त करिला हूूं धजसने मुझे भेजा है और इस िूिलाि के िलावजूद जो मिेरे बवरुद्ध उठला और बजसकी जड और प्रलारूंभ इसी शिर से हुआ और बिर बदल्ी िक पहुूंचला, परनिु उसिे समि्ि िू़िलािों और बवपबत्तयों मिें मिुझे सिी

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    सललामिि और सिल बिकलालला। और मिुझे ऐसी िलालि मिें इस शिर मिें ललायला बक िीि ललाख से अबिक पुरुर-्त्री मिेरे िैअि करिे वलालों मिें ससममिबलि िैं। और कोई मििीिला ििीं गुजरिला बजसमिें दो िजलार, चलार िजलार और कभी पलायंच-पलाँच िजलार लोग इस बसलबसले मिें दलाबख़ल ि िोिे िों।

    बिर उस ख़ुदला िे ऐसे समिय मिें मिेरी सिलायिला की बक जि ्ौमि िी शत्रु िो गई। जि बकसी वयसक्त की ्ौमि िी उसकी शत्रु िो जलाए िो वि िडला अकेलला और िडला असिलाय िोिला िै कयोंबक ्ौमि िी िो िलाथि-पैर और अवयव िोिी िै, विी उसकी सिलायिला करिी िै दूसरे लोग िो शत्रु िोिे िी िैं बक िमिलारे िमि्व पर आक्रमिर करिला िै, परनिु जि अपिी ्ौमि भी शत्रु िो िो बिर िच जलािला और सिल िो जलािला मिलामिूली िलाि ििीं िै अबपिु यि एक शसक्तशलाली बिशलाि िै।

    मिैं अतयनि अिसोस और िलाबद्वक दद्व से यि िलाि कििला हूूं बक ्ौमि िे मिेरे बवरोि मिें ि केवल जलदी की अबपिु िहुि बिद्वयिला भी की। एक मिसीि की मिृतयु की समि्यला कला मििभेद थिला बजसको मिैं पबवत्र क़ुआ्वि, आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि की सुन्नि सिलािला के इजमिलाअ (सव्व सममिबि), िौबद्धक िककों और पिली बकिलािों से बसद्ध करिला थिला और करिला हूूं और िि़िी मिि के अिुसलार ्पष्ट आदेश, िदीस, अिुमिलाि, शरीअि के िक्क मिेरे सलाथि थिे। परनिु इि लोगों िे इस से पिले बक वे पूर्वरप से मिुझ से पूछ लेिे और मिेरे िककों को सुि लेिे इस मिलामिले के बवरोि मिें यिलायं िक अबिशयिला की बक मिुझे कलाब़िर ठिरलायला गयला और इसके सलाथि और भी जो चलािला किला और मिेरे बजममिे लगलायला। ईमिलािदलारी, िेकी और सयंयमि की मिलायंग यि थिी बक

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    लेक्चर लुधियाना

    पिले मिुझ से पूछ लेिे। यबद मिैं ख़ुदला और रसूल के कथििों से िलािर जलािला िो बि्सनदेि इनिें अबिकलार थिला बक मिुझे जो चलाििे कििे दज्लाल, कज़जलाि इतयलाबद। परनिु जिबक मिैं प्रलारूंभ से वर्वि करिला चलला आयला हूूं बक मिैं पबवत्र क़ुआ्वि और आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि के अिुकरर से थिोडला इिर-उिर िोिला िेईमिलािी समिझिला हूूं। मिेरी आ्थिला यिी िै बक जो इसको िबिक भी छोडेगला वि िलारकीय िै। बिर इस आ्थिला को ि केवल भलाररों मिें अबपिु सलाठ के लगभग अपिी पु्िकों मिें िडी ्पष्टिलापूव्वक वर्वि बकयला िै और मिुझे बदि-रलाि यिी बचनिला और धयलाि रििला िै। बिर यबद ये बवरोिी ख़ुदला िआलला से ्डरिे िो कयला इि कला कत्त्ववय ि थिला बक मिुझसे पूछिे बक अमिुक िलाि इ्ललामि से िलािर िै, इसकला कयला कलारर िै यला इसकला िुमि कयला उत्तर देिे िो परनिु ििीं। इसकी िबिक भी परवलाि ििीं की। सुिला और कलाब़िर कि बदयला। मिैं िडे आश्चय्व से इिकी इस िरकि को देखिला हूूं। कयोंबक प्रथिमि िो मिसीि के जीवि-मिृतयु कला मिलामिलला कोई ऐसला मिलामिलला ििीं बक जो इ्ललामि मिें दलाबख़ल िोिे के बलए शि्व िो। यिलायं भी बिनदू यला ईसलाई मिुसलमिलाि िोिे िैं। परनिु ििलाओ बक कयला उस से यि इ्रलार भी लेिे िो? बसवलाए इसके बक ِر َقــْد

    ِْٰٓئَکِتــٖہ َو ُکُتِبــٖہ َوُرُســِہٖ َوال ِبــالِل َوَمل ٰاَمْنــُت

    َمــْوِت۔ْال بَْعــَد َبْعــِث

    َْوال ٰل تََعــا الِل ِمــَن ٖہ َشــّرِ َو ٖہ َخــرْیِ

    जिबक यि मिलामिलला इ्ललामि कला भलाग ििीं िो बिर भी मिुझ पर मिसीि की मिृतयु की घोररला से इििला अतयलाचलार कयों बकयला गयला बक यि कलाब़िर िै, दज्लाल िै, इि को मिुसलमिलाि के ्बब््िलाि मिें दफ़ि ि बकयला जलाए, इि के मिलाल लूट लेिे वैि िैं और इि की स्त्रयों को

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    बििला बिकलाि घर मिें रख लेिला सिी िै, इिको ्तल कर देिला पुणय कला कलाय्व िै इतयलाबद इतयलाबद। एक िो वि युग थिला बक यिी मिौलवी शोर मिचलािे थिे बक यबद बिन्नयलािवे कलारर कुफ्र के िों और एक कलारर इ्ललामि कला िो िि भी कुफ़्र कला ़ितवला ििीं देिला चलाबिए, उसे मिुसलमिलाि िी किो। परनिु अि कयला िो गयला। कयला मिैं उि से भी गयला गुजरला िो गयला? कयला मिैं और मिेरी जमिलाअि اشھد ان ال اہل ااّل الل واشھد اّن محمًدا عبدہ ورسوہل ििीं पढिे? कयला मिैं िमिलाजें ििीं पढिला? यला मिेरे मिुरीद ििीं पढिे? और कयला िमि रमिजलाि के रोजे ििीं रखिे? और कयला िमि उि समि्ि आ्थिलाओं के पलािनद ििीं जो आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि िे इ्ललामि के रप मिें सदुपदेश बदए िैं?

    मिैं सच कििला हूूं और ख़ुदला िआलला की ्समि खलाकर कििला हूूं बक मिैं और मिेरी जमिलाअि मिुसलमिलाि िै। और वि आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि और पबवत्र क़ुआ्वि पर उसी प्रकलार ईमिलाि ललािी िै बजस प्रकलार से एक सच्े मिुसलमिलाि को ललािला चलाबिए। मिैं एक कर भर भी इ्ललामि से िलािर ्दमि रखिला मिौि कला कलारर बवश्लास करिला हूूं और मिेरला यिी मिि िै बक कोई वयसक्त बजििे ललाभ और िरकिें प्रलाप्त कर सकिला िै और बजििला ख़ुदला कला सलाबिधय पला सकिला िै वि केवल और केवल आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि के सच्े आज्लापलालि िथिला पूर्व प्रेमि से पला सकिला िै अनयथिला ििीं। आपके अबिररक्त अि िेकी कला कोई मिलाग्व ििीं। िलायं यि भी सच िै बक मिैं कदलाबप बवश्लास ििीं करिला बक मिसीि अलैबि्सललामि इसी शरीर के सलाथि जीबवि आकलाश पर गए िों और अि िक जीबवि ्लायमि िों

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    लेक्चर लुधियाना

    इसबलए बक इस मिलामिले को मिलाि कर आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि कला िडला अपमिलाि और बिनदला िोिी िै। मिैं एक पल के बलए इस बिनदला को सिि ििीं कर सकिला। सि को मिलालूमि िै बक आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि िे 63 वर्व की आयु मिें मिृतयु पलाई और पबवत्र मिदीिला मिें आप कला रौजः (मिजलार) मिौजूद िै। िर वर्व विलायं िजलारों-ललाखों िलाजी भी जलािे िैं। अि यबद मिसीि अलैबि्सललामि के िलारे मिें मिृतयु कला बवश्लास करिला यला मिृतयु को उिकी ओर समिद्ध करिला अिलादर िै िो बिर मिैं कििला हूूं बक आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि के िलारे मिें यि िृष्टिला और अिलादर कयों बवश्लास कर बलयला जलािला िै? परनिु िुमि िडी ख़ुशी से कि देिे िो बक आप िे मिृतयु पलाई। मिौलूद पढिे वलाले िडे सुनदर ्वर मिें मिृतयु की घटिलाओं कला वर्वि करिे िैं और कलाब़िरों के मिु्लािले मिें भी िुमि िडी प्रिुल्िला से ्वीकलार कर लेिे िो बक आप सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि िे मिृतयु पलाई। बिर मिैं ििीं समिझिला बक िजरि ईसला अलैबि्सललामि की मिृतयु पर कयला पतथिर पडिला िै बक िीली-पीली आयंखें कर लेिे िो। िमिें भी अिसोस ि िोिला यबद िुमि आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि के बलए भी मिृतयु कला शबद सुिकर ऐसे आयंसू ििलािे। परनिु अ़िसोस िो यि िै बक ख़लािमिुन्नबिययीि और सव्वर-ए-आलमि के िलारे मिें िो िुमि िडी प्रसन्निला से मिृतयु ्वीकलार कर लो और उस वयसक्त के िलारे मिें जो अपिे आप को आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि की जूिी कला ि्मिला खोलिे के भी योगय ििीं ििलािला जीबवि बवश्लास करिे िो और उसके बलए मिृतयु कला शबद मिुयंि से बिकलालला और िुमिें क्रोि आ जलािला िै। यबद आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि अि िक जीबवि

  • लेक्चर लुधियाना

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    रििे िो िलाबि ि थिी, इसबलए बक आप वि मििलाि बिदलायि लेकर आए थिे बजसकला उदलािरर दुबियला मिें ििीं पलायला जलािला और आपिे वे बक्रयलातमिक िलालिें बदखलाईं बक आदमि से लेकर इस समिय िक कोई उिकला िमिूिला और उदलािरर प्र्िुि ििीं कर सकिला। मिैं िुमि को सच-सच कििला हूूं बक आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि के अस्ित्व की आवशयकिला दुबियला िथिला मिुसलमिलािों को थिी इििी आवशयकिला मिसीि के अस्ित्व की ििीं थिी बिर आपकला पबवत्र अस्ित्व वि मिुिलारक अस्ित्व िै बक जि आपिे मिृतयु पलाई िो सिलािला की यि िलािल थिी बक वे दीवलािे िो गए, यिलायं िक बक िजरि उमिररबज. िे मयलाि से िलवलार बिकलाल ली और किला बक यबद कोई आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि को मिुदला्व किेगला िो मिैं उस कला सर अलग कर दूयंगला। इस जोश की िलालि मिें अल्लाि िआलला िे िजरि अिू िक्ररबज. को एक बवशेर प्रकलाश और प्रबिभला प्रदलाि की। उनिोंिे सि को एकत्र बकयला और ख़ुतिला पढला -(आल ेइमिरलाि-145)ُسُل ط قَْد َخلَْت ِمْن قَْبِہِ الّرُ

    جٌٌد ِااّلَ َرُسْول َوَما ُمَحّمَ

    अथिला्वत् आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि एक रसूल िैं और आप से पिले बजििे रसूल आए वे सि मिृतयु पला चुके। अि आप बवचलार करें और सोच कर ििलाएयं बक िजरि अिू िक्र बसद्ी्रबज. िे आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि की मिृतयु पर यि आयि कयों पढी थिी और इस से आप कला कयला उद्ेशय और आशय थिला? और बिर ऐसी िलालि मिें बक सि सिलािला मिौजूद थिे। मिैं बि्सनदेि कििला हूूं और आप इनकलार ििीं कर सकिे बक आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि की मिृतयु के कलारर सिलािलारबज. के बदलों पर िडला आघलाि थिला

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    और उसको असमिय और समिय से पूव्व समिझिे थिे। वे पसनद ििीं कर सके बक आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि की मिृतयु की ख़िर सुिें। ऐसी िलालि मिें बक िजरि उमिर रबज. जैसला मििलाि सिलािी इस जोश की िलालि मिें िो उि कला क्रोि कमि ििीं िो सकिला बसवलाए इसके बक यि आयि उिकी सलायंतविला कला कलारर िोिी। यबद उनिें यि मिलालूमि िोिला यला यि बवश्लास िोिला बक िजरि ईसला अलैबि्सललामि जीबवि िैं िो वे िो जीबवि िी मिर जलािे। वे िो आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि के िडे प्रेमिी थिे िथिला आप के जीबवि रििे के अबिररक्त बकसी अनय के जीबवि रििे को सिि िी ि कर सकिे थिे। बिर कयोंकर अपिी आयंखों के सलामििे आपको मिृतयु प्रलाप्त देखिे और मिसीि को जीबवि बवश्लास करिे। अथिला्वत् जि िजरि अिू िक्ररबज. िे ख़ुतिला पढला िो उि कला जोश कमि िो गयला। उस समिय सिलािलारबज. मिदीिे की गबलयों मिें यि आयि पढिे बिरिे थिे और वे समिझिे थिे बक जैसे यि आयि आज िी उिरी िै। उस समिय ि्सलाि बिि सलाबििरबज. िे एक शोक गीि बलखला बजस मिें उनिोंिे किला -

    َُ َعلَْیَک الّنَاِظر

    َوادَ لَِناظِرْی فََعِمی ُکْنَت الّسََحاِذُر

    ٌَیُمْت فََعلَْیَک ُکْنُت ا

    َْمْن شآَء بَْعَدَک فَل

    (िे मिुिममिद सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि! िू मिेरी आँख की पुिली थिला िेरे जलािे से मिेरी आँख मिलािो अयंिी िो गई, अि िेरे िलाद जो चलािे मिरे, मिुझे िो िेरी िी मिौि कला ्डर थिला- अिुवलादक)

    चूयंबक उपरोक्त आयि िे ििला बदयला थिला बक सि मिर गए इसबलए ि्सलाि रबज. िे भी कि बदयला बक अि बकसी की मिृतयु की परवलाि ििीं। बि्सनदेि समिझो बक आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि

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    की िुलिला मिें बकसी कला जीवि सिलािला रबज. पर िहुि भलारी थिला और व उसे सिि ििीं कर सकिे थिे। इस प्रकलार से आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि की मिृतयु पर यि पिलला इजमिलाअ थिला जो दुबियला मिें हुआ और इस मिें िजरि मिसीि की मिृतयु कला भी पूर्व रप से ़िैसलला िो चुकला थिला।

    मिैं इस िलाि के बलए िलार-िलार जोर देिला हूूं बक यि िक्क िडला िी शसक्तशलाली िक्क िै बजस से मिसीि की मिृतयु बसद्ध िोिी िै। आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि की मिृतयु कोई मिलामिूली और छोटला मिलामिलला ि थिला बजसकला आघलाि सिलािला रबज. को ि हुआ िो। एक गलायंव कला िमिरदलार यला मिुिल्ेदलार यला घर कला कोई अचछला आदमिी मिर जलाए िो घर वलालों यला मिुिल्े वलालों यला देिलाि वलालों को सद्ला िोिला िै। बिर वि ििी जो समपूर्व सयंसलार के बलए रिमििुल-बलल-आलमिीि िो कर आयला थिला जैसला बक पबवत्र क़ुआ्वि मिें ़िरमिलायला िै -(अलअयंबियला-108) َ

    ْٰعلَِمن

    ْٰنَک ِااّلَ َرْحَمًۃ لِّل

    َْوَمآ اَْرَسل

    और ब़िर दूसरे ्थिलाि पर ़िरमिलायला(अलआरला़ि-159) ٰیاَیَُّھا الّنَاُس ِایّنِ َرُسْوَل الِل ِالَْیُکْم َجِمْیًعا

    बिर वि ििी बजस िे सच्लाई और व़िलादलारी कला िमिूिला बदखलायला और वे खूबियलायं बदखलाईं बजिकला उदलािरर बदखलाई ििीं देिला वि मिृतयु पला जलाए और उसके उि जलाि क़ुिला्वि करिे वलाले अिुयलाबययों पर प्रभलाव ि पडे बजनिोंिे उसके बलए प्रलारों को देिे से भी सयंकोच ि बकयला, बजनिोंिे देश छोडला, ्वजि और पररजि छोडे और उसके बलए िर प्रकलार के कष्टों और दुखों को अपिे बलए प्रलारों कला आरलामि समिझला। एक थिोडे से बवचलार और धयलाि देिे से यि िलाि समिझ मिें आ जलािी

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    िै बक बजििी दुख और कष्ट उनिें इस बवचलार की कलपिला से िो सकिला िै उसकला अिुमिलाि एवयं कलपिला िमि ििीं कर सकिे। उिकी सलानतविला और सनिुसष्ट कला कलारर यिी आयि थिी जो िजरि अिू िक्ररबज. िे पढी। अल्लाि िआलला उनिें उत्तमि प्रबििल प्रदलाि करे बक उनिोंिे ऐसे िलाज़ुक समिय मिें सिलाबियों को सयंभलालला, मिुझे अिसोस से कििला पडिला िै बक कुछ मिूख्व अपिी जलदिलाजी के कलारर यि कि देिे िैं बक यि आयलाि िो िेशक अिू िक्ररबज. िे पढी परनिु िजरि ईसला अलैबि्सललामि इस से िलािर रि जलािे िैं। मिैं ििीं जलाििला बक ऐसे मिूखकों को मिैं कयला कहूूं। वे मिौलवी किललािे के िलावजूद ऐसी वयथि्व िलािें प्र्िुि कर देिे िैं। वे ििीं ििलािे बक इस आयि मिें वि कौि सला शबद िै जो िजरि ईसला को अलग करिला िै। बिर अल्लाि िआलला िे िो इस मिें कोई ििस योगय िलाि छोडी िी ििीं قَْد َخلَْت के अथि्व ्वययं िी कर बदए(आलेइमिरलाि-145) اَت اَْو قُِتَل اَفَِاْن ّمَ

    यबद कोई िीसरी िलाि भी इसके अबिररक्त िोिी िो कयों ि कि देिला ــَمآِء ــِرْی ِاَل الّسَ َعْنَص

    ْــِدِہ ال ــَع ِبَجَس कयला ख़ुदला िआलला اَْوَرفَ

    इसको भूल गयला थिला जो ये ्मिरर करलािे िैं? نعــوذ بــالل مــن ذلــکयबद केवल यिी आयि िोिी िि भी पयला्वप्त थिी परनिु मिैं कििला

    हूूं बक आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि कला जीवि िो उनिें ऐसला बप्रय और पयलारला थिला बक अि िक आप की मिृतयु की चचला्व करके ये लोग भी रोिे िैं। बिर सिलािला रबज. के बलए िो और भी दद्व और आर््विला पैदला िो गई थिी। मिेरे िजदीक मिोबमिि विी िोिला िै जो आप कला अिुकरर करिला िै और विी बकसी मिु्लामि पर पहुूंचिला िै जैसला

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    बक ्वययं अल्लाि िआलला िे ़िरमिलायला िै -(आले इमिरलाि-32) ُِاْن ُکْنُتْم تُِحّبُْوَن اللَ فَاتَِّبُعْویِنْ یُْحِبْبُکُم الل

    ْقُل

    अथिला्वत् कि दो बक यबद िुमि अल्लाि िआलला से प्रेमि करिे िो िो मिेरला अिुकरर करो िलाबक अल्लाि िआलला िुमिें अपिला पयलारला ििला ले। अि प्रेमि की मिलायंग िो यि िै बक बप्रयिमि के कलाय्व के सलाथि बवशेर प्रेमि िो और मिरिला आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि की सुन्नि िै। आप िे मिर कर बदखला बदयला। बिर कौि िै जो जीबवि रिे यला जीबवि रििे की अबभललारला करे यला बकसी और के बलए प्र्िलाबवि करे बक वि जीबवि रिे? प्रेमि की मिलायंग िो यिी िै बक आप के अिुकरर मिें ऐसला गुमि िो बक अपिे िफ़स की भलाविलाओं को थिलामि ले और यि सोच ले बक मिैं बकसी की उममिि हूूं। ऐसी स्थिबि मिें जो वयसक्त िजरि ईसला अलैबि्सललामि के िलारे मिें यि आ्थिला रखिला िै बक वि अि िक जीबवि िैं वि आप के प्रेमि और अिुकरर कला कैसे दलावला कर सकिला िै? इसबलए बक आप के िलारे मिें वि सिि करिला िै बक मिसीि को सव्वरिेष् ठिरला बदयला जलाए और आप सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि को मिुदला्व किला जलाए। परनिु उसके बलए वि पसनद करिला िै बक जीबवि बवश्लास बकयला जलाए।

    मिैं सच-सच कििला हूूं बक यबद आयंिजरि सल्ल्लाहु अलैबि वसल्मि जीबवि रििे िो एक वयसक्त भी कलाब़िर ि रििला। िजरि ईसला अलैबि्सललामि के जीवि िे कयला परररलामि बदखलायला? बसवलाए इसके बक चलालीस करोड ईसलाई िैं। बवचलार करके देखो बक कयला िुमि िे इस जीबवि रििे की आ्थिला को परख ििीं बलयला? और परररलामि भयलािक ििीं हुआ? मिुसलमिलािों मिें से बकसी एक ्ौमि कला िलामि लो बजसमिें से

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    लेक्चर लुधियाना

    कोई ईसलाई ि हुआ िो परनिु मिैं बिसश्चि िौर पर कि सकिला हूूं और यि बिलकुल सिी िलाि िै बक िर वग्व के मिुसलमिलाि ईसलाई िो चुके िैं और उिकी सयंखयला एक ललाख से भी अबिक िोगी। ईसलाइयों के िलाथि मिें मिुसलमिलािों को ईसलाई ििलािे के बलए एक िी िबथियलार िै और वि यिी जीबवि रििे कला मिलामिलला िै। वे कििे िैं बक यि बवशेरिला बकसी दूसरे मिें बसद्ध करो। यबद वि ख़ुदला ििीं िो बिर कयों उसे यि बवशेरिला दी गई? वि जीबवि रििे वलालला और ्लायमि रििे वलालला िै (िऊज़ुबिल्लाि बमिि जलाबलक) इस जीबवि रििे के मिलामिले िे उनिें बदलेर कर बदयला और उनिोंिे मिुसलमिलािों पर वि प्रिलार बकयला बजसकला परररलामि मिैं िुमिें ििला चुकला हूूं। अि इस के मिु्लािले पर िुमि पलादररयों पर यि बसद्ध कर दो बक मसीह मर गया िै िो इसकला परररलामि कयला िोगला? मिैंिे िडे-िडे पलादररयों से पूछला िै। उनिोंिे किला िै बक यि बसद्ध िो जलाए बक मिसीि मिर गयला िै िो िमिलारला िमि्व जीबवि ििीं रि सकिला।

    एक और बवचलाररीय िलाि िै बक मिसीि के जीबवि रििे की आ्थिला कला िो आप िे अिुभव बकयला अि िबिक उस की मिृतयु कला भी अिुभव करो और देखो बक ईसाई िम्म पर इस आ्थिला से कयला चोट पडिी िै। जिलायं कोई मिेरला मिुरीद ईसलाइयों से इस बवरय पर वलािला्वललाप करिे के बलए खडला िोिला िै वे िुरनि इनकलार कर देिे िैं। इसबलए बक वे जलाििे िैं बक इस मिलाग्व से उिकला मिरिला करीि िै। मिौि के मिलामिले से ि उिकला कफ़़िलारला बसद्ध िो सकिला िै और ि उिकी ख़ुदलाई और िेटला िोिला। अिः इस मिलामिले कला थिोडे बदिों िक अिुभव करो। बिर ्वययं वला्िबवकिला खुल जलाएगी।

    सुिो पबवत्र क़ुआ्वि और िदीसों मिें यि वलादला थिला बक इ्ललामि

  • लेक्चर