(ncrb) ने 2017 के अपराध के आ ंकड़ पर अपनी रपोट...

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23 अट बर 2019 - समाचार वलेषण सामाय अययन 1 से संबंधत : सामािजक दे अपराध रकॉडग : संग : • 2 साल देर के बाद, राय अपराध रकॉड रो (NCRB) ने 2017 के अपराध के आंकड़ पर अपनी बह तीत रपोट जार कर है ववरण : रपोट सावजनक परवहन / कायथल पर महलाओं के साथ यौन हंसा, नाव से संबंधत अपराध, सावजनक थान पर अलल हरकत , फज समाचार का सार, चट फं ड, वन षण और सावजनक संप का ास, टाचार नवारण अधनयम और मानसक वाय अधनयम के तहत दज मामल सहत 88 नई ेणय को शामल कया गया है रपोट " रा- वरोधी तव" नामक एक नई ेणी जोड़ी गई है िजसम "िजहाद आतंकवादय, वामपंथी उवाद और उर वोहय" का ववरण शामल है पहल बार, " साइबर टॉकं ग और महलाओं को धमकाने " (“cyberstalking and bullying of women” ) को भी रपोट शामल कया गया है नोट : रपोट के नकष के बारे अधक जानकार के लए 22 अट बर 2019 के यापक समाचार वलेषण को पढ़ रपोट देर ? रो ने कहा नई ेणय को जोड़ने से रपोट जार करने देर सरकार अधकारय ने आंकड़ भेजने देर के लए पिचम बंगाल और बहार राय को िजमेदार ठहराया और कहा डेटा के लए अधक सबहेड को नवीनतम रपोट जोड़ा जाएगा, िजसम आगे के टकराव और धार आवयकता होगीभीड़ हया (लंचंग), खाप पंचायत वारा हया, धामक कारण से हया, और भावशाल लोग वारा गई हया को ची शामल नहं कया गया है अंतम ेणी को छोड़कर - वर वोहय, वामपंथी उवादय और आतंकवादय वारा कए गए अपराध जैसी उपेणयाँ रपोट से गायब इससे पता चलता है रो उनके उस नहं थाअपराध िजन पर आंकड़े नहं :

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  • 23 अ�टूबर 2019 - समाचार �व�लेषण सामा�य अ�ययन ��न प� 1 से संबं�धत : सामािजक म�ुदे अपराध� क� �रकॉ�ड�ग : �संग : • 2 साल क� देर� के बाद, रा���य अपराध �रकॉड� �यरूो (NCRB) ने 2017 के अपराध के आकंड़� पर अपनी बहु�ती��त �रपोट� जार� कर द� है। �ववरण : • �रपोट� म� साव�ज�नक प�रवहन / काय��थल� पर म�हलाओ ंके साथ यौन �हसंा, चनुाव से संबं�धत अपराध�, साव�ज�नक �थान� पर अ�ल�ल हरकत�, फज� समाचार� का �सार, �चट फंड, �व�न �दषूण और साव�ज�नक संप�� का �ास, ��टाचार �नवारण अ�ध�नयम और मान�सक �वा��य अ�ध�नयम के तहत दज� मामल� स�हत 88 नई �े�णय� को शा�मल �कया गया है। • �रपोट� म� "रा��-�वरोधी त�व" नामक एक नई �ेणी जोड़ी गई है िजसम� "िजहाद� आतंकवा�दय�, वामपंथी उ�वाद और उ�र पवू� �व�ो�हय�" का �ववरण शा�मल है। • पहल� बार, "साइबर �टॉ�कंग और म�हलाओ ंको धमकाने" (“cyberstalking and bullying of women” ) को भी �रपोट� म� शा�मल �कया गया है। नोट : �रपोट� के �मखु �न�कष� के बारे म� अ�धक जानकार� के �लए 22 अ�टूबर 2019 के �यापक समाचार �व�लेषण को पढ़�। �रपोट� म� देर� �य�? • �यरूो ने कहा �क नई �े�णय� को जोड़ने से �रपोट� जार� करने म� देर� हुई। • सरकार� अ�धका�रय� ने आकंड़� भेजने म� देर� के �लए पि�चम बंगाल और �बहार रा�य� को िज�मेदार ठहराया और कहा �क डटेा के �लए अ�धक सबहेड को नवीनतम �रपोट� म� जोड़ा जाएगा, िजसम� आगे के टकराव और ��ुट सधुार क� आव�यकता होगी। • भीड़ ह�या (�ल�ंचगं), खाप पंचायत� �वारा ह�या, धा�म�क कारण� से ह�या, और �भावशाल� लोग� �वारा क� गई ह�या को सचूी म� शा�मल नह�ं �कया गया है। • अ�ंतम �ेणी को छोड़कर - पवू��र �व�ो�हय�, वामपंथी उ�वा�दय� और आतंकवा�दय� �वारा �कए गए अपराध जसैी उप�े�णयाँ �रपोट� से गायब ह�। इससे पता चलता है �क �यरूो उनके ��त उ�सकु नह�ं था। अपराध िजन पर आकंड़ ेनह�ं ह� :

  • • भीड़ ह�या (�ल�ंचगं), खाप पंचायत� �वारा ह�या, धा�म�क कारण� से ह�या, और �भावशाल� लोग� �वारा क� गई ह�या पर �रपोट� म� कोई आकंड़ा नह�ं है। तलुना करने म� क�ठनाई : • अपराध पर NCRB डटेा रा�य� म� म�हलाओ ंके �खलाफ बला�कार और �हसंा जसेै गंभीर अपराध� के पंजीकरण म� हुए मह�वपणू� प�रवत�न को उजागर नह�ं करता है, िजससे रा�य-वार तलुना करना मिु�कल हो जाता है। रा�य� �वारा �रपो�ट�ग म� अतंर : • कुछ रा�य� �वारा ऐसे अपराध� क� �रपोट� करने क� संभावना बेहतर है। • NCRB के मतुा�बक, 2017 म� सभी क� �शा�सत �देश� म� �द�ल� म� अपराध दर सबसे अ�धक रह�, जो �क देश म� दज� कुल मामल� का 4.9 फ�सद� है। �द�ल� क� तलुना म� अ�धक मामले गुजरात (6.7), केरल (13.1), म�य �देश (7.6), महारा�� (9.3), त�मलनाडु (8.4) और उ�र �देश (12) जसेै रा�य� म� दज� हुए। • �द�ल� म� बला�कार क� �शकायत� क� फाइ�लगं �दसंबर 2012 क� बला�कार क� घटना के बाद साव�ज�नक �प से बढ़� है। • आकंड़� के मतुा�बक, �द�ल� म� कुल 2,44,714 मामल� म� से 2,32,066 मामले इं�डयन पीनल कोड (IPC) क� धारा के तहत दज� �कए गए, जब�क 12,648 मामले �वशषे और �थानीय काननू के तहत दज� �कए गए। जनगणना आधार वष� : • �रपोट� म� अ�य दोष यह है �क रा�य� म� अपराध दर क� गणना करने के �लए आधार वष� के �प म� 2001 क� जनगणना का उपयोग �कया गया है, जब�क महानगर�य शहर� म� अपराध दर क� गणना करने के �लए आधार वष� के �प म� 2011 क� जनगणना का उपयोग �कया गया है, जो आकलन को अ�यवि�थत बनात ेह�। �रपोट� के �मखु �न�कष� को लेकर कौन सी �चतंाएँ ह�? • 2017 क� �रपोट� से पता चलता है �क पवू��र के रा�य� और देश के बाक� �ह�स� म� एक मह�वपणू� आ�दवासी आबाद� वाले रा�य� (झारखंड, छ�ीसगढ़, ओ�डशा) म� अपे�ाकृत ह�या क� दर अ�धक है और यह �चतंा का कारण है। • "रा�य के �खलाफ अपराध" के �प म� दज� मामल� म� 30% क� उछाल दज� क� गई है। • राज�ोह के 51 मामले दज� �कए गए थे, जब�क रा���य एक�करण के �लए पवूा��ह और ��त�पण से संबं�धत 24 मामले दज� हुए थे। • आ�धका�रक गोपनीयता अ�ध�नयम के तहत, 18 मामले दज� �कए गए और 901 मामले गैरकाननूी ग�त�व�धयां (रोकथाम) अ�ध�नयम के तहत दज� �कए गए। • इन मामल� क� अ�धकतम सं�या ह�रयाणा, उ�र �देश और त�मलनाडु से �रपोट� क� गई है।

  • सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : पया�वरण और पा�रि�थ�तक� : �व�यतु कंप�नयां गंगा अ�धसचूना पर अदालत क� शरण म� : �संग : • अलकनंदा हाइ�ोपावर कंपनी (AHC) ने क� ��य जल मं�ालय और उ�राखंड रा�य सरकार को नेशनल �मशन फॉर �ल�न गंगा (NMCG) क� 2018 अ�धसचूना के बाद अदालत म� घसीट �लया है। नोट : इस म�ुदे पर अ�धक जानकार� के �लए 22 अ�टूबर 2019 के समाचार �व�लेषण को पढ़�। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : सरु�ा : कोट� �हा�सएप चटै तक पहंुच के �लए सरकार क� या�चका पर गौर करने के �लए तयैार : नोट : इस बारे म� अ�धक जानकार� के �लए 22 अ�टूबर का समाचार �व�लेषण पढ़�। सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : पया�वरण और पा�रि�थ�तक� : 2019 ओजोन �छ� �रकॉड� �प से सबसे छोटा : �संग :

  • • रा���य महासागर�य और वायमुंडल�य �शासन (NOAA) और नासा ने घोषणा क� है �क अटंाक� �टक ओजोन �छ� 1982 म� �ै�कंग श�ु होने के बाद से �रकॉड� �प से अपने सबसे छोटे �तर पर आ गया है अथा�त �पछले 37 साल� म� ओजोन के सबसे छोटे छेद के �प म� �रकॉड� �कया गया है। �ववरण : • ओजोन �छ� 8 �सत�बर म� अपने चरम आकार 1 करोड़ 64 लाख वग� �कलोमीटर तक पहंुच गया था। इसके बाद �सतंबर और अ�टूबर माह के शषे �दन� म� इसका आकार 1 करोड़ वग� �कलोमीटर से भी छोटा हो गया। • आमतौर पर सामा�य मौसम क� ि�थ�त म� ओजोन होल �सतंबर के अतं या अ�टूबर क� श�ुआत म� लगभग 2 करोड़ 72 लाख वग� �कलोमीटर के अ�धकतम �े� तक बढ़ता है, ले�कन 2006 म� यह बढ़कर लगभग 2 करोड़ 75 लाख वग� �कलोमीटर तक फैल गया था। • इस बीच ओजोन-�रण वाले कई रसायन� के उपयोग म� कटौती के �लए �व�व �तर पर कई �यास हुए ह�। • हालां�क, शोधकता�ओ ंने छोटे आकार के �लए ��ैटोि�फयर (समताप मंडल) म� अचानक हो रह� वा�म�ग क� घटनाओ ंको िज�मेदार माना है। • 40 वष� म� यह तीसर� बार है �क मौसम �णा�लय� ने गम� समतापमंडल�य तापमान पदैा �कया है जो ओजोन के नकुसान पर रोक लगाता है। • इसी तरह के मौसम के पटैन� ने 1988 और 2002 म� भी ��ैटोि�फयर (समताप मंडल) म� होने वाल� वा�म�ग के चलत ेओजोन �छ� का आकार कम हो गया था। ओजोन परत �या है? • ओजोन परत प�ृवी के समताप मंडल म� मौजदू एक परत है जो लगभग 10 �कमी क� ऊँचाई पर ि�थत है िजसम� ओज़ोन गैस क� उ�च सां�ता है, जो सयू� से प�ृवी पर पहंुचने वाल� अ�धकांश हा�नकारक पराब�गनी �व�करण को अवशो�षत कर लेती है। • समताप मंडल क� ओजोन परत सयू� से आने वाल� हा�नकारक पराब�गनी �व�करण को प�ृवी तक पहंुचने से रोकती है, जो �वचा क� सर, मो�तया�बदं और अ�य बीमा�रय� से बचने म� मददगार है। • आध�ुनक सखु स�ुवधाओ ंके साधन� जसेै एयर कंडीशनर, ��ज, भार� वाहन� और कारखान� से �नकल� हा�नकारक गैस� जसेै �लोरो�लोरोकाब�न (CFC) आ�द के चलत ेइस परत म� एक छेद हो गया था, िजसे ओजोन होल के नाम से जाना जाता है। यह छेद अटंाक� �टका के ऊपर है। • व�ैा�नक� को 1982 म� सबसे पहले इसके बारे म� पता लगा था, तब से इसपर लगातार �नगरानी रखी जा रह� है। म�ुदा �या है? • �लोरो�लोरोकाब�न (CFC) और हाइ�ो�लोरोकाब�न (HFC) जसेै �शीतन उ�दे�य� के �लए उपयोग �कए जाने वाले रसायन ��ैटो�फे�रक ओजोन अणओु ंको तोड़त ेह�। िजससे ओजोन परत को नकुसान पहँुचता है।

  • • मॉि��यल �ोटोकॉल के �भावी होने के बाद से ओजोन परत म� धीरे-धीरे लगातार सधुार हो रहा है, ले�कन अभी भी इसे एक लंबा रा�ता तय करना है। • वष� 2000 के बाद से, CFCs के वायमुंडल�य �तर म� आयी है, ले�कन उ�र� और द��णी �वु� पर यह अभी भी पया��त �प से �चरु मा�ा म� मौजदू है। ओजोन �रण को रोकने के अब तक के �यास : • 1985 म� ���टश अटंाक� �टक सव��ण म� व�ैा�नक� �वारा ओजोन �छ� क� खोज के बाद इसके �व��ध अतंररा���य कार�वाई क� मांग उठ�। • प�रणाम�व�प एक बा�यकार� अतंररा���य सं�ध का उ�भव हुआ। कई �वशषे� इस सं�ध को अब तक के सबसे सफल पया�वरण समझौता मानत ेह�। • ओजोन परत (�वयना स�मेलन) के संर�ण के �लए 1985 म� �वयना स�मेलन पर सहम�त बनी थी। • �वयना स�मेलन (�ोटोकॉल) के तहत मॉि��यल �ोटोकॉल पर 1987 म� सहम�त बनी। • मॉि��यल �ोटोकॉल, ओज़ोन परत को �ीण करने वाले पदाथ� के बारे म� (ओज़ोन परत के संर�ण के �लए �वयना स�मलेन म� पा�रत �ोटोकॉल) अतंरा����य सं�ध है जो ओज़ोन परत को संर��त करने के �लए, चरणब�ध तर�के से उन पदाथ� का उ�सज�न रोकने के �लए बनाई गई है, िज�ह� ओज़ोन परत को �ीण करने के �लए उ�रदायी माना जाता है। मॉि��यल �ोटोकॉल वत�मान म� 2030 तक HCFCs के पणू� चरण (खपत और उ�पादन) से बाहर होने का आ�वान करता है। • मॉि��यल �ोटोकॉल 2016 के �कगाल� संशोधन के तहत, पा�ट�य� को 2045 तक, अपने संबं�धत बेसलाइन से लगभग 80-85% तक हाइ�ो�लोरोकाब�न (HFC) के �नमा�ण और उपयोग को कम करने क� उ�मीद है। सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : संपादक�य : अथ��यव�था (कृ�ष) : रा���य द�ुध सरु�ा और गुणव�ा सव� 2018 : �संग : • हाल ह� म� रा���य द�ुध सरु�ा और गुणव�ा सव� 2018 जार� �कया गया है, िजसके मतुा�बक दधू के 90 ��तशत से अ�धक स�पल इ�तमेाल के यो�य पाए गए ह� ले�कन जो खराब �नकले उनम� 41 ��तशत ऐसे भी ह� जो मानक� पर परेू खरे नह�ं उतरत।े �व�लेषण :

  • • भारत म� दधू क� गुणव�ा को लेकर हमेशा से ह� संदेह, सवाल और असमंजस क� ि�थ�त रह� है, खदु सरकार� जांच कार�वाइय� म� सवाल उठत ेरहे ह�। ले�कन इस बार खा�य पदाथ� क� गुणव�ा क� जांच करने वाल� क� ��य एज�सी भारतीय खा�य संर�ा एवं मानक �ा�धकरण (FSSAI) का दावा है �क देश म� �बकने वाला अ�धकांश दधू सह� है। • नए सव� म� खास बात यह है �क पहले के मकुाबले �यादा स�पल� क� जांच क� गयी, सभी चार �वॉ�लट� परैामीटर परखे गए और �मलावट� और सं�ामक पदाथ� क� जांच भी क� गई। रा���य द�ुध सरु�ा और गुणव�ा सव� 2018 : • भारतीय खा�य संर�ा एवं मानक �ा�धकरण ने �पछले �दन� रा���य द�ुध सरु�ा और गुणव�ा सव� 2018 जार� �कया था िजसके मतुा�बक दधू के 90 ��तशत से अ�धक स�पल इ�तमेाल के यो�य पाए गए ह� ले�कन जो खराब �नकले उनम� 41 ��तशत ऐसे भी ह� जो मानक� पर परेू खरे नह�ं उतरत।े उनम� �वॉ�लट� के परैामीटर� म� कुछ न कुछ कमी ज�र है। उनम� ए�लाटोि�सन-M1, क�टनाशक और एंट�बायो�टक पाए गए ह�। • सरकार का मानना है �क इस सव� से नकल� दधू से जड़ु े�मथक� को दरू करने म� मदद �मलेगी। सं�थान ने परेू देश म� 6432 स�पल इक�ठा �कए थे। इनम� से 456 असरु��त पाए गए। उनम� सं�ामक थे। इनम� से भी 12 स�पल ऐसे थे िजनम� य�ूरया, हाइ�ोडन परओ�साइड, �डटज�ट क� �मलावट पायी गई थी। • त�मलनाडु, �द�ल� और केरल ऐसे तीन रा�य �नकले जहां के दधू स�पल� म� सबसे �यादा ए�लाटोि�सन M1 नामक घातक क� सरकार� त�व पाया गया है, जो दधुा� पशओु ंको �दए जाने वाले चारे म� �मला है। क�चे दधू क� अपे�ा �सं�कृत (�ोसे�ड) दधू म� ए�लाटोि�सन क� मा�ा �यादा पायी गयी है। ये कुछ खास �क�म के फंफूद से पदैा होना वाला जहर�ला पदाथ� है, जो म�का, मूंगफल�, कपास आ�द फसल� म� �मलता है। • एक �कलो�ाम खा�य पदाथ� म� एक �मल��ाम से �यादा ए�लाटोि�सन घातक बीमा�रयां पदैा कर सकता है िजनसे ल�वर को नकुसान, पी�लया जसैी सम�याएं भी हो सकती ह�। �व�व �वा��य संगठन के �पछले साल के एक अ�ययन के मतुा�बक इसके �यादा �योग से म�ृय ुतक हो सकती है। �ा�धकरण के पमैाने के तहत दधू म� ए�लाटोि�सन क� मा�ा ��त �कलो म� दशमलव पांच माइ�ो�ाम से �यादा नह�ं होनी चा�हए। • नए सव� म� कुल दधू स�पल� म� 7 ��तशत स�पल ह� परू� तरह असरु��त पाए गए ह�। ले�कन इसी सव� क� �पछले साल क� �रपोट� म� ऐसे खराब स�पल� क� सं�या 3 ��तशत �यादा थी। दधू म� एंट�बायो�टक भी पाया गया है हालां�क यह मनुा�सब दायरे म� बताया गया है। • एक और त�व कुछ स�पल� म� �मला है- म�ैटोड�ेस��न जो घातक तो नह�ं है ले�कन इसक� वजह से दधू म� चब� क� मा�ा बढ़ जाती है। इसी तरह कुछ स�पल� म� शगुर क� मा�ा पायी गयी है। ऐसे अ�धकतर स�पल �ोसे�सड दधू के थे। • तरल दधू के अलावा घी, म�खन, खोया और पनीर जसेै द�ुध उ�पाद� को लेकर भी �चतंाएं और कार�वाइयां सामने आती रह� ह�। • नए सव� म� सबसे खराब स�पल वाले पहले तीन रा�य� म� दो द��ण भारत के ह� ह� ले�कन खा�य सरु�ा �नयं�क का मानना यह रहा है �क दधू मे �मलावट क� सबसे अ�धक सम�या उ�र भारत म� पायी जाती है। गौरतलब है �क 2017 क� एक �रपोट� के मतुा�बक उस दौरान हुए एक सव� म� पाया गया था �क नकल� दधू के मामले म� उ�र भारत के रा�य अ�वल ह�।

  • भावी कदम : • दधू या दधू से बनने वाले पदाथ� क� जांच भी �नय�मत �प से तीन या छह मह�न� के अतंराल म� कराए जाने क� ज�रत है, न �क सालाना आधार पर। जब अथ��यव�था क� �तमाह� जांच क� जा सकती है तो खा�य �यव�था क� �य� नह�ं। • द�ुध उ�पादन को एक सफल उ�योग के �प मे प�रव�त�त करने के �लए सहकार� आदंोलन को एक बार �फर पनुज��वत करने क� ज�रत है जो हाल के दशक� म� दम तोड़ता सा �दखता है। • कोऑपरे�टव, कंप�नय� म� त�द�ल �कए जा रहे ह� और उनसे वसेै ह� मनुाफे क� मांग क� जा रह� है जसेै �क �कसी सॉ�टवेयर कंपनी से। जब�क कोऑपरे�टव क� अवधारणा मनुाफा क� ��त नह�ं मन�ुय �वकास क� ��त मानी जाती रह� है। • "�म�कमनै” के नाम से �व�ताय वग�ज कु�रयन इसक� �मसाल रहे ह� िज�ह� द�ुध उ�पादन को सहकार� आदंोलन का सश�त �तीक बना �दया था और देश म� "�वेत �ां�त” का आगाज �कया था। • संग�ठत डयेर� उ�योग को इस �दशा म� सतक� रहना चा�हए। संग�ठत डयेर� उ�योग के �लए पर��ण और स�ि�लंग से जड़ुी एक योजना भी अगले साल से श�ु �कए जाने का ��ताव है। �ा�धकरण ने �मलावट क� जांच के �लए पर��ण �कट भी तयैार �कए ह�। ले�कन इस �कट का बड़ ेपमैाने पर उ�पादन और माक� �टगं अभी बाक� है। मह�वपणू� त�य : 1. बेलबड� (bellbird) : • बेलब��स क� आवाज द�ुनया के अ�य सभी प��य� क� आवाज क� तलुना म� सबसे अ�धक ती� है। • सफेद नर बेलबड� क� आवाज (संभोग कॉल) ����मगं �फएस (screaming phias) (इससे पहले तक �ात सबसे तजे आवाज वाला प�ी) क� आवाज क� तलुना म� लगभग तीन गुना अ�धक है। • शोधकता�ओ ंका कहना है �क यह खोज यौन चयन के प�रणाम� का एक और उदाहरण ��ततु करती है। यौन चयन (Sexual Selection) : • यौन चयन �ाकृ�तक चयन का एक मा�यम है जहां एक ज�ैवक यौन संबंध के सद�य दसूरे �लगं के साथी (अतंरंग चयन) के साथ �मलकर चनुत ेह� और �वपर�त �लगं के सद�य� तक पहंुच के �लए एक ह� �लगं के सद�य� के साथ ��त�पधा� करत ेह�। • चयन के इन दो �प� का अथ� है �क कुछ �यि�तय� क� आबाद� के भीतर दसूर� क� तलुना म� बेहतर �जनन सफलता होती है, या तो अ�धक आकष�क होने या संतान पदैा करने के �लए अ�धक आकष�क भागीदार� को पसंद करत ेह�।

  • • उदाहरण के �लए, �जनन के मौसम म�, म�ढक� म� यौन चयन प�ुष� के साथ पहले पानी के �कनारे पर इक�ठा होता है और अपनी संभोग कॉल करता है: �ो�कंग। तब मादाएं आती ह� और गहरे �ोक और सव��म �े�� के साथ प�ुष� का चयन करती ह�। • इस अवधारणा को श�ु म� अ�ेंजी �कृ�तवाद� चा�स� डा�व�न ने सामने रखा था। 2. सतह से सतह पर मार करने वाल� ��मोस �मसाइल का पर��ण : • अडंमान �नकोबार �वीप समहू के �ाक �वीप (T rak Island) पर सतह से सतह पर मार करने वाल� ��मोस �मसाइल के दो पर��ण �कए गए। • सतह से सतह पर मार करने वाल� �मसाइल (SSM) या जमीन से जमीन पर मार करने वाल� �मसाइल (GGM) जमीन या सम�ु से लॉ�च क� जाने वाल� �मसाइल है और यह जमीन या सम�ु म� ि�थत ल�य पर हमला करती है। • उ�ह� �नयत ��त�ठान� से,या �कसी एयर�ा�ट,�शप या छोटे �लेटफॉम� से भी दागा जा सकता है। ��मोस : • ��मोस एक म�यम दरू� क� रैमजेट सपुरसो�नक �ूज �मसाइल है। • इसे पनडु�बी, जहाज, �वमान या जमीन से लॉ�च �कया जा सकता है। • यह द�ुनया क� सबसे तजे सपुरसो�नक �ूज �मसाइल और ऑपरेशन म� द�ुनया क� सबसे तजे एंट� �शप �ूज �मसाइल है। • यह �सी संघ के एनपीओ म�शनो��ोये�नया और भारत के र�ा अनसुंधान और �वकास संगठन (DRDO) के बीच एक संय�ुत उ�यम है, िज�ह�ने �मलकर ��मोस एयरो�पेस का गठन �कया है। • ��मोस नाम दो न�दय�, भारत के ��मप�ु और �स के मो�कवा के नाम� से बना है। • �मसाइल मकै 2.8 से मकै 3.0 के बीच क� ग�त से या�ा करती है, िजसे मकै 5.0 पर अप�ेड �कया जा रहा है • 2019 म�, भारत ने �मसाइल को 500 �कमी क� नई र�ज के साथ उ�नत �कया है। 3. अयो�या द�पो�सव को रा�य मेले का दजा� : • उ�र �देश सरकार ने द�पावल� के दौरान अयो�या म� आयोिजत होने वाले 'द�पो�सव मेले ' को रा�य मेले का दजा� �दया है। • इस समारोह के दौरान 5.5 लाख से अ�धक द�प जलाए जाएंगे। • पहले पय�टन �वभाग �वारा आयोिजत �कया जाने वाला यह मेला अब अयो�या के िजला�धकार� �वारा आयोिजत �कया जाएगा।

  • • �पछले साल, इस �योहार ने शहर से को�रयाई संबंध का �दश�न �कया था और द��ण को�रया क� पहल� म�हला �कम जुंग-सकू इस काय��म म� म�ुय अ�त�थ थीं। 4. �वदेशी म�ुा �बंधन अ�ध�नयम (FEMA) : • �वदेशी म�ुा �बंधन अ�ध�नयम, 1999 देश म� �वदेशी म�ुा, �वदेशी �यापार और भगुतान से संबं�धत भारतीय संसद का एक अ�ध�नयम है। • इसे "�वदेशी �यापार और भगुतान को सगुम बनाने और भारत म� �वदेशी म�ुा बाजार के अद�ल� �वकास और रखरखाव को बढ़ावा देने के उ�दे�य से �वदेशी म�ुा से संबं�धत काननू को समे�कत और संशो�धत करने के �लए" अ�ध�नय�मत �कया गया था। • इसने पहले के �वदेशी म�ुा �व�नयमन काननू FERA (�वदेशी म�ुा �व�नयमन अ�ध�नयम) को ��त�था�पत �कया है। FERA भारत सरकार क� �ो-उदार�करण नी�तय� के �लए अनपुय�ुत हो गया था। • FERA को कठोर माना जाता था जब�क FEMA अ�धक �यवि�थत है और यह �वदेशी �यापार और भगुतान को �नयं��त करने के बजाय स�ुवधाजनक बनाने का इरादा रखता है। • FEMA अपने पवू�वत� के �वपर�त, �वदेशी म�ुा से संबं�धत अपराध� को आपरा�धक अपराध के बजाय नाग�रक अपराध मानता है। • यह �व�व �यापार संगठन (WTO) के उभरत ेढांचे के अन�ुप एक नई �वदेशी म�ुा �बंधन �यव�था को स�म बनाता है। • FEMA ने धन शोधन �नवारण अ�ध�नयम 2002 को भी �श�त �कया है, जो 1 जलुाई 2005 से �भावी था । • FEMA भारतीय �रजव� ब�क और क� � सरकार को देश क� �वदेश �यापार नी�त के अन�ुप �वदेशी म�ुा से संबं�धत काननू� और �नयम� को पा�रत करने क� अनमु�त देता है। 5. सी�रया पर �स और तकु� म� 'ऐ�तहा�सक समझौता' : • तकु� और �स के बीच उ�र� सी�रया म� कुद� के �ख़लाफ स�ैय कार�वाई को लेकर सहम�त बनी है। • ये समझौता �स के रा��प�त �ला�दमीर प�ुतन और तकु� के रा��प�त रचेप त�ैयप अद�आन के बीच �स के सोची म� हुई बठैक के दौरान हुआ। • समझौत ेके अनसुार, कुद� लड़ाक� को परू� सी�रया-तकु� सीमा से हटना होगा। समझौत ेम� तकु� को उन इलाक� पर �नयं�ण बनाए रखने का अ�धकार �दया गया है िजस पर उसने इस मह�ने क� श�ुआत म� सी�रया पर आ�ामण के दौरान �नयं�ण हा�सल �कया है। शषे सीमा पर �सी और सी�रयाई सेना का �नयं�ण होगा। • समझौत ेम� कुद� लड़ाक� को तकु�-सी�रया क� 440 �कमी लंबी सीमा से लगे बाक� इलाक� से हटने के �लए 150 घंट� का समय �दया गया है। तकु�-�स समझौत ेके तहत सी�रयाई कुद� लड़ाके 150 घंट� के भीतर पवू��र सी�रया के सीमावत� इलाक� से 30 �कमी दरू चले जाएंगे।

  • नोट : सी�रया संकट के बारे म� अ�धक जानकार� के �लए 11 अ�टूबर 2019 का समाचार �व�लेषण पढ़े। UPSC �ारं�भक पर��ा के �लए अ�यास ��न : ��न 1. रा���य अपराध �रकॉड� �यरूो (NCRB) के संबंध म� �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1. अपराध और आपरा�धक �ै�कंग नेटवक� �णाल� (CCTNS) रा���य अपराध अ�वेषण �यरूो �वारा लागू �कया गया है। 2. यह एक �यापक और एक�कृत �णाल� है िजसका उ�दे�य प�ुल�सगं क� द�ता और �भावशीलता को बढ़ाना है। �दए गए कथन� म� से कौन सा सह� है / ह�? (a) केवल 1 (b) केवल 2 (c) 1 और 2 दोन� (d) न तो 1 और न ह� 2 उ�र : b �प�ट�करण : अपराध और आपरा�धक �ै�कंग नेटवक� और �णाल� (CCTNS) जनू 2009 म� श�ु क� गई एक प�रयोजना है िजसका उ�दे�य प�ुलस �टेशन �तर पर प�ुल�सगं क� द�ता और �भावशीलता को बढ़ाने के �लए एक �यापक और एक�कृत �णाल� बनाना है। यह रा���य अपराध �रकॉड� �यरूो (NCRB) �वारा लागू �कया गया है। गहृ मं�ालय �वारा संकि�पत, यह सरकार क� रा���य ई-गवन�स योजना के तहत एक �मशन मोड प�रयोजना है। CCTNS का उ�दे�य ई-गवन�स के �स�धांत� को अपनात ेहुए एक �यापक और एक�कृत �णाल� का �नमा�ण करना है। इसके मा�यम से प�ुलस सेवाओ ंक� द�ता और �भावशीलता को बढ़ाने के �लये अपरा�धय� एवं अपराध� क� एक रा���यापी आधारभतू नेटवक� संरचना तयैार क� जाएगी। ��न 2. "मा�टोड�ेस��न" के संबंध म� �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1. मा�टोड�ेस��न पकै �कए गए खा�य पदाथ� के श�ेफ जीवन (shelf life) को बढ़ाता है। 2. दधू के साथ मा�टोड�ेस��न के संयोजन से फैट (वसा) और सो�ल�स-नॉट-फैट (Solids-not-Fat) का �तर घटता है। 3. इसके संभा�वत �प से गंभीर �वा��य �भाव ह�, िजसम� क� सर का खतरा भी शा�मल है। �दए गए कथन� म� से कौन सा गलत है / ह�? (a) केवल 1 और 2 (b) केवल 1 (c) केवल 2 और 3 (d) 1, 2 और 3 उ�र : b �प�ट�करण : मा�टोड�ेस��न का उपयोग आमतौर पर �ोसे�ड फूड क� मा�ा बढ़ाने के �लए एक �थकनेर (मोटा करने वाला) या भराव के �प म� �कया जाता है। यह एक प�रर�क भी है जो पकै �कए गए खा�य पदाथ� के श�ेफ जीवन को बढ़ाता है। यह एक सफेद पाउडर है िजसे मकई, चावल, आल ू�टाच� या गेहंू से बनाया जाता है। दधू म� इसक� मौजदूगी फैट और सो�ल�स-नॉट-फैट के �तर को बढ़ाती है। यह घातक नह�ं है। मा�टोड�ेस��न और चीनी असरु��त नह�ं ह�,

  • ले�कन फैट और सो�ल�स-नॉट-फैट के �तर को कृ��म �प से बढ़ाने के �लए इ�ह� खा�य पदाथ� म� �मलाया जाता है। मवे�शय� का उ�चत भोजन अ�धक वसा और एसएनएफ स�ुनि�चत करता है। ��न 3. �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1. आपरा�धक काननू के मलूभतू �स�धांत� क� जांच के �लए गहृ मं�ालय �वारा आपरा�धक �याय �णाल� के सधुार पर स�म�त का गठन �कया गया था। 2. इस स�म�त क� अ�य�ता �यायम�ूत� वी.एस. मा�लमत �वारा क� गई थी। 3. इसे केवल दंड ���या सं�हता (CrPC), 1973 और भारतीय दंड सं�हता (IPC), 1860 क� समी�ा करने का काम स�पा गया था। �दए गए कथन� म� से कौन सा सह� है / ह�? (a) केवल 1 और 2 (b) केवल 2 और 3 (c) केवल 1 और 3 (d) केवल 1 उ�र : a �प�ट�करण : �यायम�ूत� वी.एस. मा�लमत क� अ�य�ता वाल� स�म�त के पास आपरा�धक काननू के मलू �स�धांत� क� जांच करने का काम था ता�क आपरा�धक �याय �णाल� म� �व�वास बहाल �कया जा सके। इसे दंड ���या सं�हता (CrPC), 1973, भारतीय सा�य अ�ध�नयम, 1872 और भारतीय दंड सं�हता (IPC), 1860 क� समी�ा का काय� भी स�पा गया था। ��न 4. �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1. भारत सरकार �वारा पया�वरणीय �वाह अ�धसचूना, 2018 म� कहा गया है �क प�रयोजना �वकासकता� वष� भर पानी क� �यनूतम आप�ूत� स�ुनि�चत कर�गे। 2. यह भारत क� सभी न�दय� के जल�व�यतु प�रयोजनाओ ंपर लागू है। �दए गए कथन� म� से कौन सा/से गलत है / ह�? (a) केवल 1 (b) केवल 2 (c) 1 और 2 दोन� (d) न तो 1 और न ह� 2 उ�र : b �प�ट�करण : �व-�या�या�मक UPSC म�ुय पर��ा के �लए अ�यास ��न :

  • ��न 1. �ट�पणी कर� �क कैसे चीन के साथ सीमा �ववाद भारत-चीन ��वप�ीय संबंध� के �लए एक बड़ी चनुौती बन रहा है। इस संबंध म� �कए गए �यास� और उनके प�रणाम� क� समी�ा कर�। (15 अकं, 250 श�द)। ��न 2. अटंाक� �टक ओजोन �छ� म� 1982 म� �ै�कंग श�ु होने के बाद से �रकॉड� �प म� कमी दज� क� गई है। इस संबंध म� अतंरा����य समदुाय ने �या कदम उठाए ह�? �या ये कदम ओजोन-�रण रसायन� के उपयोग म� कटौती के अतंरा����य �यास� क� सफलता को दशा�त� है? (15 अकं, 250 श�द)।