passing packageamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन...

58
1 कनाटक सरकनर जिलन पंचनयत रनमगर उपनेशक सनािनक शशन वभनग रनमगर जिलन, रनमगर. तृतीय भाषा हदी हदी वलरी – दसव का PASSING PACKAGE

Upload: others

Post on 24-Feb-2020

24 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

Page 1: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

1

करनाटक सरकनर जिलन पचनयत रनमरगर

उपनररदशक सनरािनरक शशकषन वरभनग रनमरगर जिलन रनमरगर

ततीय भाषा ह िदी ह िदी वललरी ndash दसवी ककषा

PASSING PACKAGE

2

अधयकष शरी गगमारगौडा

उपनिरदशक सारवजनिक शशकषा वरभाग (शासि वरभाग) रामिगर जजला रामिगर

मागवरदशवक शरी सोमशलगयया पी

शशकषणाधिकारी साशश वरभाग रामिगर जजला

रचिा सशमनि

शरी सजयकमार गणपनि राठोड शरी सयरद जाकीर हसि एस आई हहरदी शशकषक (एमए बीएड) हहरदी शशकषक (एमए बीएड) सरकारी हाईसकल बाचिहटटी सरकारी हाईसकल सोगाल मागडी िहसील रामिगर जजला चनिपटटण िहसील रामिगर जजला मोबाईल स 9900928668 मोबाईल स 9591111029 शरीमिी अबजा आर शरीमिी शीला एच री हहरदी शशकषकषका (एमए बीएड) हहरदी शशकषकषका (एमए बीएड) सरकारी हाईसकल उययबलली सरकारी हाईसकल बबलगबा किकपर िहसील रामिगर जजला रामिगर िहशसल और जजला मोबाईल स 9886813441 मोबाईल स 9916512794

शरीमिी गायतरी एस भटट हहरदी शशकषकषका (एमए बीएड) सरकारी हाईसकल हिमििगर रामिगर िहशसल और जजला मोबाईल स 776003929

3

4

5

1 मातभमम ( इस कविता म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए आएगा या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह) I इस परशि का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए

1) मातभमम का सिरप कस सशोमभत ह सपषट कककजए मातभमम अमरो की जननी ह उसक हदय म गाधी बदध और राम समाहहत ह माा क

एक हाथ म नयाय पताका तथा दसर हाथ म जञान का दीप ह इस परकार मातभमम

का सिरप सशोमभत ह 2) भारत माा क पराकतत - सौदयय का िरयन कीकजए

भारत माता क खत हर - भर ह भारत क िन उपिन फि - फिो स भर हए ह भारत भमी क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह भारत माता सख - सपवि धन ndash

धाम को मतत - हसत स बााट रही ह जोडकर शलखिए 1) तर उर म शातयत गाधीबदध और राम

2) फि - फिो स यत िन - उपिन

2 कशमीरी सब

( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता म एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) किा पीिा रग सब गिाब रग

2) सब फि गाजर सकजज

3) नागपर सतरा कशमीर सब

4) कपडा नापना टोमाटो तोिना

6

5) सब बचनिािा बईमान तनकिा रिडी बचनिािा ईमान तनकिा II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) कशमीरी सब पाठ स आप को तया सीख ममिती ह कशमीरी सब पाठ स यह सीख ममिती ह कक ndash अगर खररदारी करत समय सािधानी नही बरत तो धोखा खान की सभािना होती ह इसमिए सचत रहना चाहहए 2) आजकि मशकषित समाज म ककसक बार म विचार ककया जाता ह

आजकि मशकषित समाज म विटममन और परोटीन क बार म विचार ककया जाता ह 3) सब क हाित क बार म मिखखए

िखक न सबह नाशता करन क मिए एक सब तनकािा तो सडा हिा था एक रपए

क आकार का तछिका गि गया था दसरा तनकािा मगर वह आधा सडा हआ था तीसरा सब तनकािा वह सडा तो न था मगर एक तरफ दबकर बबिकि वपचक गया था चौथा दखा िह यो तो बदाग था मगर उसम एक कािा सराख था काटा तो भीतर िस

ही धजब जस बर म होत ह एक सब भी खान िायक नही था 4) दकानदार न िखक स तया कहा

दकानदार न िखक स कहा बाबजी बड मजदार सब आए ह खास कशमीर क आप ि

जाएा खाकर तबीयत खश हो जायगी 5) दकानदार न अपन नौकर स तया कहा

दकानदार न अपन नौकर स कहा - सनो आधा सर कशमीरी सब चन - चनकर तनकाि िाओ

3 गगलि ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता म एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) 1907 महादिी िमाय जी का जनम 1987 महादिी िमाय जी का मरर

2) गिाब पौधा सोनजही िता 3) हस सफद कौआ कािा 4) बबलिी मयाऊा ndash मयाऊा गगलि चीक--चीक

7

5) कोयि मधर सिर कौआ ककय श सिर 6) बसत की सचचाई ईमानदारी की सीख गगलि परारी दया की सीख 7) कशमीरी सब परमचद गगलि महादिी िमाय 8) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) िखखका का धयान आकवषयत करन क मिए गगलि तया करता था

िखखका का धयान आकवषयत करन क मिए गगलि िह िखखका क पर तक आकर सरय

स परद पर चढ जाता और कफर उसी तजी स उतरता था उसका यह करम तब तक चिता जब तक िखखका गगलि को पकडन क मिए न उठती 2) िखखका को गगिहरी ककस कसथतत म हदखायी पडी

िखखका को गगिहरी गमि और दीिार की सगध म तछपी पडी थी काकदिय की चोचो क दो घाि उस िघपरार क मिए बहत थ इसमिए िह तनशचषट - सा गमि स

गचपका पडा था 3) िखखका न गगलि क परार कस बचाय

गगलि को कौए की चोच का घाि हआ था िह उस हौि स उठा कर अपन कमर

म िायी कफर रई स रतत पोछकर घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया कई घट क

उपचार क बाद उसक माह म एक बाद पानी टपकाया गया इस परकार िखखका न गगलि

क परार बचाय 4) गगलि न िखखका की गरहाजरी म हदन कस बबताय

गगलि न िखखका की गरहाजरी म जब उसक कमर का दरिाजा खोिा जाता गगलि

अपन झि स उतरकर दौडता और कफर ककसी दसर को दखकर तजी स अपन घोसि म जा बठता िह उन हदनो अपना वपरय खादय काज को कम खाता रहता था 5) गगलि क परतत महादिी िमाय जी की ममता का िरयन कीकजए

जब गगलि घायि हआ तब उस पर रई स रतत पोछकर पकनसमिन का मरहम

िगाया रहन क मिए झिा बनाकर उस गगलि नाम स पकारा गगलि को खान क

मिए काज तथा बबसकट हदया थािी म स एक - एक चािि उठाकर खान को मसखाया अनय गगिहररयो क साथ खिन क मिए वयिसथा की गगलि क अततम हदनो म उस बचान की परी कोमशश भी की और उसकी मतय क बाद समागध भी बनायी गयी इस

परकार महादिी िमाय जी न गगलि क परतत अपनी ममता को दशायया ह

8

4 अमभनि मनषय ( इस कविता म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) आज की दतनया कसी ह आज की दतनया विगचतर और निीन ह 2) मानि क हतम पर तया चडता और उतरता ह मानि क हतम पर पिन का ताप चढता और उतरता ह 3) परमार ककस दखकर काापत ह परमार मनषय क करो को दखकर काापत ह 4) आधतनक परष न ककस पर विजय पायी ह आधतनक परष न परकतत पर विजय पायी ह 5) नर ककन - ककन को एक समान िााघ सकता ह नर नदी गगरर और सागर को एक समान िााघ सकता ह II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय तया ह (अथरा) हदनकरजी न `अमभनि मनषय को तया सदश हदया ह हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय जो मनषय बदगध को चतनय हदय स जीतता ह जो मानि दसर मानि का ररसता जोडकर आपस की दरी को ममटाए िही मानि कहिान का अगधकारी होता ह सभी मानिो स सनह का बााद बााधना मानि की मसदधी ह 2) परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय समझाइए (अथरा) हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन कस ककया ह परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय यह ह कक ndash ( हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन इस परकार ककया ह कक - ) आज मनज परकतत क हर तति पर विजय पाया ह परकतत क हर तति को अपन िश म कर मिया ह परकतत म पानी पिन विदयत सब पर मनषय न अपना अगधकार सथावपत ककया ह

9

5 मरा बचपन ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और समरर क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) अजदि किाम जी का बचपन कस बीता अजदि किाम जी का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता 2) अजदि किाम जी बचपन म ककस घर म रहत थ अजदि किाम जी बचपन म पशतनी घर म रहत थ 3) अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत तया थी अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत पसतक थी 4) अजदि किाम क चचर भाई कौन थ अजदि किाम क चचर भाई शमसददीन थ 5) किाम और जिािददीन ककस विषय पर बात करत थ किाम और जिािददीन आधयाकतमक विषयो पर बात करत थ II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) आमशयममा जी अजदि किाम को खान म तया - तया दती थी आमशयममा जी अजदि किाम क सामन कि का पिा बबछाती और कफर उसपर चािि एि सगगधत सिाहदषट सााबार दती साथ म घर का बना आचार और नाररयि की ताज़ी चटनी भी दती थी 2) जनिाबदीन नमाज क बार म तया कहत थ जनिाबदीन नमाज क बार म कहत थ कक - `जब तम नमाज पढत हो तो तम अपन शरीर स इतर बरहमाड का एक हहससा बन जात हो कजसम दौित आय जातत या धमय - पथ का कोई भदभाि नही होताrsquo 3) अजदि किामजी का जनम कहाा हआ अजदि किामजी का जनम मदरास राजय (अब तममिनाड) क रामशिरम कसब म एक मधयिगीय पररिार म हआ

10

4) किाम जी का बचपन बडी तनकशचतता और सादगी म कस बीता इनक वपता आडबरहीन वयकतत थ और सभी अनािशयक एि ऐशो - आरामिािी चीजो स दर रहत थ पर घर म सभी आिशयक चीज समगचत मातरा म सिभता स उपिजध थी इस मिए अजदि किाम का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता ndash भौततक एि भािनातमक दोनो ही दकषटयो स 5) शमसददीन अखबारो क वितरर का कायय कस करत थ शमसददीन रामशिरम म अखबारो क एक मातर वितरक थ इस अखबार एजसी को अकि शमसददीन ही चिात थ अखबार रामशिरम सटशन पर सबह की टरन स पहाचत थ जो पामबन स आती थी रामशिरम म अखबारो की जमिा एक हजार परततयाा बबकती थी इस तरह ि अखबारो क वितरर का कायय करत थ

6 बसत की सचचाई ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह या चार अक क मिए भी एक परशन पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) बसत राजककशोर स बार ndash बार विनती तयो कर रहा था सबर स अब तक बटन हदयासिाई छिनी कछ नही बबका था इसमिए बसत राजककशोर स कछ चीज़ खरीदन क मिए बार ndash बार विनती कर रहा था 2) बसत तया - तया बचता था बसत बटन हदयासिाई और छिनी बचता था 3) पडडत राजककशोर तया काम करत थ पडडत राजककशोर मजदरो क नता थ 4) बसत और परताप कहाा रहत थ बसत और परताप भीख अहीर क घर म रहत थ 5) प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर तया ह प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर ईमानदारी परामाखरकता ह

11

II इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था कस बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था िह महनत स पसा कमाना चाहता था इसमिए प राजककशोर स दया की भीख िन स इनकार ककया जब िह नोट भनान गया तब िौटत समय मोटर क नीच आ गया और बरी तरह स घायि होन पर भी िह अपन भाई परताप को पस िौटान क मिए राजककशोर क घर भजता ह इसस पता चिता ह कक बसत ईमानदार िडका ह 2) प राजककशोर क मानिीय वयिहार का पररचय दीकजए पकनडत राजककशोर मजदरो क अगधकारो क मिए िडनिाि नता थ गरीबो क परतत सहानभतत हदखानिाि वयकतत थ बसत को सहायता करन की दकषट स ि उसस सामान खरीदत ह परताप स बसत की मोटर दघयटना क बार म पता चित ही उस क घर पहाचत ह और डॉतटर को बिात ह डॉतटर की सिाह पर असपताि पहाचान का परबध करत ह दोनो भाईयो को सातिना दत ह इस परकार राजककशोर की मानिीयता वयतत होती ह

7 तिसी क दोह ( इस दोह म समझना क एक परशन ममिान म एक अक क मिए और रसगरहर क एक परशन भािाथय तीन अक क मिए ह (विकलप कठसथ क मिए चार अक क मिए पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए 1) विशि ककनह करतार 2) पररहरर िारर विकार 3) जब िग घट म परार 4) ससतयवरत राम भरोसो एक 5) हस क समान सत क गर 6) दया का मि धमय 7) पाप का मि अमभमान

12

II निमिशलखिि रदोह का भाराथव अपि शबरदो म शलखिए 1) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - मनषय पर जब विपवि पडती ह तब विदया विनय तथा वििक ही उसका साथ तनभात हजो राम पर भरोसा करता ह िह साहसी सतयवरत और सकतिान बनता ह 2) राम नाम मतन दीप धर जीह दहरी दिार तिसी भीतर बाहहरौ जो चाहसी उकजयार भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - कजस तरह दहरी पर हदया रखन स घर क भीतर तथा आागन म परकाश फिता हउसी तरह राम-नाम जप न स मानि की आतररक और बाहय शकधद होती ह III कवरिा को कठसथ करक शलखिए 1) मखखया मख सो चाहहए खान पान को एक पाि पोस सकि अग तिसी सहहत वििक 2) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक 3) दया धमय का मि ह पाप मि अमभमान तिसी दया न छााडडय जब िग घट म परार

8 इटरनट करातत ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता का एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) कपयटर सगरक यतर इटरनट अतजायि 2) आईटीइनफरमशन टतनोिाजीआईटीईएसइनफरमशन टतनोिाजी ऐनबलड सवियसस 3) फसबक िरदान हककग अमभशाप 4) िीडडयो कानफरस विचार - वितनमय ई - परशासन पारदशी परशासन

13

5) सोशल नटवरकि ि साइटस विचअल मीहटिि कालपननक सभािार 6) ई-िवनस सरकारी कामकाज फसबचक सोशल नटवरकि ि 7) आईटी इनफारमशन टकनोलाजी ििएमटी हििदचसतान मशीन टलस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) वयापार और बककग म इटरनट स तया मदद ममिती ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खरीदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस दकान जान और िाइन म घटो खड रहन का समय बच सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतना भी रकम भजी जा सकती ह 2) ई - गिननस क बार म समझाइए ई - गिननस दिारा सरकार क सभी कामकाज का वििरर अमभिख सरकारी आदश आहद को यथाित िोगो को सगचत ककया जाता ह इसस परशासन पारदशी बन सकता ह 3) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 4) सचार और सचना ितर म इटरनट का तया महति ह सचार और सचना ितर म इटरनट दिारा पि भर म जयादा खचय ककए बबना कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी कोन म भजना ममककन हो गया ह 5) सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कस ( अथरा ) सोशि नटिककि ग साइटस का समाज पर तया परभाि पड रहा ह सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कजसन दतनया भर क िोगो को एक जगह पर िा खडा कर हदया ह सोमशयि नटिककि ग क कई साइटस ह जस -- फसबक आरकट टविटटरमिकडडन आहदइन साइटस क कारर दश-- विदश क िोगो की रहन - सहन िश--भषा खान -पान ससकतत किा आहद का परभाि शीघराततशीघर हमार समाज पर पड रहा ह इस परकार शोमशयि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह

14

9 ईमानदारो क सममिन म

( इस पाठ म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए

अ ब 1) ईमानदारो क सममलन म बईमानी का पदाफाश 2) ईमानदारो क सममलन म ईमानदारो की परशिसा 3) ईमानदारो क सममलन का उदघाटन शानदार स िचआ 4) ईमानदारो क सममलन म िररशिकर परसाई 5) ईमानदारो क सममलन म वयिगय रिना 6) दश क परससधद ईमानदार लखक (िररशिकर परसाई) II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) िखक परसाईजी को कहाा ठहराया गया िखक परसाईजी को होटि क एक बड कमर म ठहराया गया 2) िखक दसर दजय म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दजय म सफर करना चाहत थ 3) सिागत सममतत क मतरी ककसको डााटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 4) सममिन म िखक क भाग िन स ककन - ककन को परररा ममि सकती ह सममिन म िखक क भाग िन स ईमानदारो तथा उदीयमान ईमानदारो को बडी परररा ममि सकती ह 5) िखक पहनन क कपड कहाा दबाकर सोय िखक पहनन क कपड को मसरहान दबाकर सोय 6) िखक न धप का चशमा कहाा रखा था िखक न धप का चशमा कमर की टबि पर रखा था 7) परसाई जी को सममिन म तयो बिाया गया था परसाई जी को सममिन का उदघाटन करन क मिए बिाया गया था

15

8) फि मािाएा ममिन पर िखक तया सोचन िग फि मािाएा ममिन पर िखक सोचन िग कक - आस--पासकोई मािी होता तो फि मािाएा भी बच िता 9) िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय तयो मिया िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय मिया तयो कक -- िखक की चपपि चशमा बबसतर और तािा तक चोरी हो गया था सोचा की अगर म यहाा रका तो म ही चरा मिया जाऊा गा

10 दतनया म पहिा मकान ( इस पाठ म समरर क एक परशन जोडना एक अक क मिए और समझना क एक परशन एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) मसगफो आहदिासी पिोिर भारत 2) तािाब मछिी 3) हाथी पर 4) भस हडzwj डयाा 5) पहिा मकान 6) मसगफो आहदिासी 7) मकान की छत मछिी की पीठ जसी II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न तया ककया अथरा दोसतो न तया तय ककया सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न एक मकान बनाया (दोसतो न मकान बनान को तय ककया) 2) सबस पहि आदमी को मकान बनाना ककसन मसखाया सबस पहि आदमी को मकान बनाना बहतmdash स पशओ न मसखाया

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 2: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

2

अधयकष शरी गगमारगौडा

उपनिरदशक सारवजनिक शशकषा वरभाग (शासि वरभाग) रामिगर जजला रामिगर

मागवरदशवक शरी सोमशलगयया पी

शशकषणाधिकारी साशश वरभाग रामिगर जजला

रचिा सशमनि

शरी सजयकमार गणपनि राठोड शरी सयरद जाकीर हसि एस आई हहरदी शशकषक (एमए बीएड) हहरदी शशकषक (एमए बीएड) सरकारी हाईसकल बाचिहटटी सरकारी हाईसकल सोगाल मागडी िहसील रामिगर जजला चनिपटटण िहसील रामिगर जजला मोबाईल स 9900928668 मोबाईल स 9591111029 शरीमिी अबजा आर शरीमिी शीला एच री हहरदी शशकषकषका (एमए बीएड) हहरदी शशकषकषका (एमए बीएड) सरकारी हाईसकल उययबलली सरकारी हाईसकल बबलगबा किकपर िहसील रामिगर जजला रामिगर िहशसल और जजला मोबाईल स 9886813441 मोबाईल स 9916512794

शरीमिी गायतरी एस भटट हहरदी शशकषकषका (एमए बीएड) सरकारी हाईसकल हिमििगर रामिगर िहशसल और जजला मोबाईल स 776003929

3

4

5

1 मातभमम ( इस कविता म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए आएगा या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह) I इस परशि का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए

1) मातभमम का सिरप कस सशोमभत ह सपषट कककजए मातभमम अमरो की जननी ह उसक हदय म गाधी बदध और राम समाहहत ह माा क

एक हाथ म नयाय पताका तथा दसर हाथ म जञान का दीप ह इस परकार मातभमम

का सिरप सशोमभत ह 2) भारत माा क पराकतत - सौदयय का िरयन कीकजए

भारत माता क खत हर - भर ह भारत क िन उपिन फि - फिो स भर हए ह भारत भमी क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह भारत माता सख - सपवि धन ndash

धाम को मतत - हसत स बााट रही ह जोडकर शलखिए 1) तर उर म शातयत गाधीबदध और राम

2) फि - फिो स यत िन - उपिन

2 कशमीरी सब

( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता म एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) किा पीिा रग सब गिाब रग

2) सब फि गाजर सकजज

3) नागपर सतरा कशमीर सब

4) कपडा नापना टोमाटो तोिना

6

5) सब बचनिािा बईमान तनकिा रिडी बचनिािा ईमान तनकिा II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) कशमीरी सब पाठ स आप को तया सीख ममिती ह कशमीरी सब पाठ स यह सीख ममिती ह कक ndash अगर खररदारी करत समय सािधानी नही बरत तो धोखा खान की सभािना होती ह इसमिए सचत रहना चाहहए 2) आजकि मशकषित समाज म ककसक बार म विचार ककया जाता ह

आजकि मशकषित समाज म विटममन और परोटीन क बार म विचार ककया जाता ह 3) सब क हाित क बार म मिखखए

िखक न सबह नाशता करन क मिए एक सब तनकािा तो सडा हिा था एक रपए

क आकार का तछिका गि गया था दसरा तनकािा मगर वह आधा सडा हआ था तीसरा सब तनकािा वह सडा तो न था मगर एक तरफ दबकर बबिकि वपचक गया था चौथा दखा िह यो तो बदाग था मगर उसम एक कािा सराख था काटा तो भीतर िस

ही धजब जस बर म होत ह एक सब भी खान िायक नही था 4) दकानदार न िखक स तया कहा

दकानदार न िखक स कहा बाबजी बड मजदार सब आए ह खास कशमीर क आप ि

जाएा खाकर तबीयत खश हो जायगी 5) दकानदार न अपन नौकर स तया कहा

दकानदार न अपन नौकर स कहा - सनो आधा सर कशमीरी सब चन - चनकर तनकाि िाओ

3 गगलि ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता म एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) 1907 महादिी िमाय जी का जनम 1987 महादिी िमाय जी का मरर

2) गिाब पौधा सोनजही िता 3) हस सफद कौआ कािा 4) बबलिी मयाऊा ndash मयाऊा गगलि चीक--चीक

7

5) कोयि मधर सिर कौआ ककय श सिर 6) बसत की सचचाई ईमानदारी की सीख गगलि परारी दया की सीख 7) कशमीरी सब परमचद गगलि महादिी िमाय 8) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) िखखका का धयान आकवषयत करन क मिए गगलि तया करता था

िखखका का धयान आकवषयत करन क मिए गगलि िह िखखका क पर तक आकर सरय

स परद पर चढ जाता और कफर उसी तजी स उतरता था उसका यह करम तब तक चिता जब तक िखखका गगलि को पकडन क मिए न उठती 2) िखखका को गगिहरी ककस कसथतत म हदखायी पडी

िखखका को गगिहरी गमि और दीिार की सगध म तछपी पडी थी काकदिय की चोचो क दो घाि उस िघपरार क मिए बहत थ इसमिए िह तनशचषट - सा गमि स

गचपका पडा था 3) िखखका न गगलि क परार कस बचाय

गगलि को कौए की चोच का घाि हआ था िह उस हौि स उठा कर अपन कमर

म िायी कफर रई स रतत पोछकर घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया कई घट क

उपचार क बाद उसक माह म एक बाद पानी टपकाया गया इस परकार िखखका न गगलि

क परार बचाय 4) गगलि न िखखका की गरहाजरी म हदन कस बबताय

गगलि न िखखका की गरहाजरी म जब उसक कमर का दरिाजा खोिा जाता गगलि

अपन झि स उतरकर दौडता और कफर ककसी दसर को दखकर तजी स अपन घोसि म जा बठता िह उन हदनो अपना वपरय खादय काज को कम खाता रहता था 5) गगलि क परतत महादिी िमाय जी की ममता का िरयन कीकजए

जब गगलि घायि हआ तब उस पर रई स रतत पोछकर पकनसमिन का मरहम

िगाया रहन क मिए झिा बनाकर उस गगलि नाम स पकारा गगलि को खान क

मिए काज तथा बबसकट हदया थािी म स एक - एक चािि उठाकर खान को मसखाया अनय गगिहररयो क साथ खिन क मिए वयिसथा की गगलि क अततम हदनो म उस बचान की परी कोमशश भी की और उसकी मतय क बाद समागध भी बनायी गयी इस

परकार महादिी िमाय जी न गगलि क परतत अपनी ममता को दशायया ह

8

4 अमभनि मनषय ( इस कविता म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) आज की दतनया कसी ह आज की दतनया विगचतर और निीन ह 2) मानि क हतम पर तया चडता और उतरता ह मानि क हतम पर पिन का ताप चढता और उतरता ह 3) परमार ककस दखकर काापत ह परमार मनषय क करो को दखकर काापत ह 4) आधतनक परष न ककस पर विजय पायी ह आधतनक परष न परकतत पर विजय पायी ह 5) नर ककन - ककन को एक समान िााघ सकता ह नर नदी गगरर और सागर को एक समान िााघ सकता ह II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय तया ह (अथरा) हदनकरजी न `अमभनि मनषय को तया सदश हदया ह हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय जो मनषय बदगध को चतनय हदय स जीतता ह जो मानि दसर मानि का ररसता जोडकर आपस की दरी को ममटाए िही मानि कहिान का अगधकारी होता ह सभी मानिो स सनह का बााद बााधना मानि की मसदधी ह 2) परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय समझाइए (अथरा) हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन कस ककया ह परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय यह ह कक ndash ( हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन इस परकार ककया ह कक - ) आज मनज परकतत क हर तति पर विजय पाया ह परकतत क हर तति को अपन िश म कर मिया ह परकतत म पानी पिन विदयत सब पर मनषय न अपना अगधकार सथावपत ककया ह

9

5 मरा बचपन ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और समरर क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) अजदि किाम जी का बचपन कस बीता अजदि किाम जी का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता 2) अजदि किाम जी बचपन म ककस घर म रहत थ अजदि किाम जी बचपन म पशतनी घर म रहत थ 3) अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत तया थी अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत पसतक थी 4) अजदि किाम क चचर भाई कौन थ अजदि किाम क चचर भाई शमसददीन थ 5) किाम और जिािददीन ककस विषय पर बात करत थ किाम और जिािददीन आधयाकतमक विषयो पर बात करत थ II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) आमशयममा जी अजदि किाम को खान म तया - तया दती थी आमशयममा जी अजदि किाम क सामन कि का पिा बबछाती और कफर उसपर चािि एि सगगधत सिाहदषट सााबार दती साथ म घर का बना आचार और नाररयि की ताज़ी चटनी भी दती थी 2) जनिाबदीन नमाज क बार म तया कहत थ जनिाबदीन नमाज क बार म कहत थ कक - `जब तम नमाज पढत हो तो तम अपन शरीर स इतर बरहमाड का एक हहससा बन जात हो कजसम दौित आय जातत या धमय - पथ का कोई भदभाि नही होताrsquo 3) अजदि किामजी का जनम कहाा हआ अजदि किामजी का जनम मदरास राजय (अब तममिनाड) क रामशिरम कसब म एक मधयिगीय पररिार म हआ

10

4) किाम जी का बचपन बडी तनकशचतता और सादगी म कस बीता इनक वपता आडबरहीन वयकतत थ और सभी अनािशयक एि ऐशो - आरामिािी चीजो स दर रहत थ पर घर म सभी आिशयक चीज समगचत मातरा म सिभता स उपिजध थी इस मिए अजदि किाम का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता ndash भौततक एि भािनातमक दोनो ही दकषटयो स 5) शमसददीन अखबारो क वितरर का कायय कस करत थ शमसददीन रामशिरम म अखबारो क एक मातर वितरक थ इस अखबार एजसी को अकि शमसददीन ही चिात थ अखबार रामशिरम सटशन पर सबह की टरन स पहाचत थ जो पामबन स आती थी रामशिरम म अखबारो की जमिा एक हजार परततयाा बबकती थी इस तरह ि अखबारो क वितरर का कायय करत थ

6 बसत की सचचाई ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह या चार अक क मिए भी एक परशन पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) बसत राजककशोर स बार ndash बार विनती तयो कर रहा था सबर स अब तक बटन हदयासिाई छिनी कछ नही बबका था इसमिए बसत राजककशोर स कछ चीज़ खरीदन क मिए बार ndash बार विनती कर रहा था 2) बसत तया - तया बचता था बसत बटन हदयासिाई और छिनी बचता था 3) पडडत राजककशोर तया काम करत थ पडडत राजककशोर मजदरो क नता थ 4) बसत और परताप कहाा रहत थ बसत और परताप भीख अहीर क घर म रहत थ 5) प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर तया ह प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर ईमानदारी परामाखरकता ह

11

II इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था कस बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था िह महनत स पसा कमाना चाहता था इसमिए प राजककशोर स दया की भीख िन स इनकार ककया जब िह नोट भनान गया तब िौटत समय मोटर क नीच आ गया और बरी तरह स घायि होन पर भी िह अपन भाई परताप को पस िौटान क मिए राजककशोर क घर भजता ह इसस पता चिता ह कक बसत ईमानदार िडका ह 2) प राजककशोर क मानिीय वयिहार का पररचय दीकजए पकनडत राजककशोर मजदरो क अगधकारो क मिए िडनिाि नता थ गरीबो क परतत सहानभतत हदखानिाि वयकतत थ बसत को सहायता करन की दकषट स ि उसस सामान खरीदत ह परताप स बसत की मोटर दघयटना क बार म पता चित ही उस क घर पहाचत ह और डॉतटर को बिात ह डॉतटर की सिाह पर असपताि पहाचान का परबध करत ह दोनो भाईयो को सातिना दत ह इस परकार राजककशोर की मानिीयता वयतत होती ह

7 तिसी क दोह ( इस दोह म समझना क एक परशन ममिान म एक अक क मिए और रसगरहर क एक परशन भािाथय तीन अक क मिए ह (विकलप कठसथ क मिए चार अक क मिए पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए 1) विशि ककनह करतार 2) पररहरर िारर विकार 3) जब िग घट म परार 4) ससतयवरत राम भरोसो एक 5) हस क समान सत क गर 6) दया का मि धमय 7) पाप का मि अमभमान

12

II निमिशलखिि रदोह का भाराथव अपि शबरदो म शलखिए 1) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - मनषय पर जब विपवि पडती ह तब विदया विनय तथा वििक ही उसका साथ तनभात हजो राम पर भरोसा करता ह िह साहसी सतयवरत और सकतिान बनता ह 2) राम नाम मतन दीप धर जीह दहरी दिार तिसी भीतर बाहहरौ जो चाहसी उकजयार भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - कजस तरह दहरी पर हदया रखन स घर क भीतर तथा आागन म परकाश फिता हउसी तरह राम-नाम जप न स मानि की आतररक और बाहय शकधद होती ह III कवरिा को कठसथ करक शलखिए 1) मखखया मख सो चाहहए खान पान को एक पाि पोस सकि अग तिसी सहहत वििक 2) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक 3) दया धमय का मि ह पाप मि अमभमान तिसी दया न छााडडय जब िग घट म परार

8 इटरनट करातत ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता का एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) कपयटर सगरक यतर इटरनट अतजायि 2) आईटीइनफरमशन टतनोिाजीआईटीईएसइनफरमशन टतनोिाजी ऐनबलड सवियसस 3) फसबक िरदान हककग अमभशाप 4) िीडडयो कानफरस विचार - वितनमय ई - परशासन पारदशी परशासन

13

5) सोशल नटवरकि ि साइटस विचअल मीहटिि कालपननक सभािार 6) ई-िवनस सरकारी कामकाज फसबचक सोशल नटवरकि ि 7) आईटी इनफारमशन टकनोलाजी ििएमटी हििदचसतान मशीन टलस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) वयापार और बककग म इटरनट स तया मदद ममिती ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खरीदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस दकान जान और िाइन म घटो खड रहन का समय बच सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतना भी रकम भजी जा सकती ह 2) ई - गिननस क बार म समझाइए ई - गिननस दिारा सरकार क सभी कामकाज का वििरर अमभिख सरकारी आदश आहद को यथाित िोगो को सगचत ककया जाता ह इसस परशासन पारदशी बन सकता ह 3) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 4) सचार और सचना ितर म इटरनट का तया महति ह सचार और सचना ितर म इटरनट दिारा पि भर म जयादा खचय ककए बबना कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी कोन म भजना ममककन हो गया ह 5) सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कस ( अथरा ) सोशि नटिककि ग साइटस का समाज पर तया परभाि पड रहा ह सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कजसन दतनया भर क िोगो को एक जगह पर िा खडा कर हदया ह सोमशयि नटिककि ग क कई साइटस ह जस -- फसबक आरकट टविटटरमिकडडन आहदइन साइटस क कारर दश-- विदश क िोगो की रहन - सहन िश--भषा खान -पान ससकतत किा आहद का परभाि शीघराततशीघर हमार समाज पर पड रहा ह इस परकार शोमशयि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह

14

9 ईमानदारो क सममिन म

( इस पाठ म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए

अ ब 1) ईमानदारो क सममलन म बईमानी का पदाफाश 2) ईमानदारो क सममलन म ईमानदारो की परशिसा 3) ईमानदारो क सममलन का उदघाटन शानदार स िचआ 4) ईमानदारो क सममलन म िररशिकर परसाई 5) ईमानदारो क सममलन म वयिगय रिना 6) दश क परससधद ईमानदार लखक (िररशिकर परसाई) II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) िखक परसाईजी को कहाा ठहराया गया िखक परसाईजी को होटि क एक बड कमर म ठहराया गया 2) िखक दसर दजय म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दजय म सफर करना चाहत थ 3) सिागत सममतत क मतरी ककसको डााटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 4) सममिन म िखक क भाग िन स ककन - ककन को परररा ममि सकती ह सममिन म िखक क भाग िन स ईमानदारो तथा उदीयमान ईमानदारो को बडी परररा ममि सकती ह 5) िखक पहनन क कपड कहाा दबाकर सोय िखक पहनन क कपड को मसरहान दबाकर सोय 6) िखक न धप का चशमा कहाा रखा था िखक न धप का चशमा कमर की टबि पर रखा था 7) परसाई जी को सममिन म तयो बिाया गया था परसाई जी को सममिन का उदघाटन करन क मिए बिाया गया था

15

8) फि मािाएा ममिन पर िखक तया सोचन िग फि मािाएा ममिन पर िखक सोचन िग कक - आस--पासकोई मािी होता तो फि मािाएा भी बच िता 9) िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय तयो मिया िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय मिया तयो कक -- िखक की चपपि चशमा बबसतर और तािा तक चोरी हो गया था सोचा की अगर म यहाा रका तो म ही चरा मिया जाऊा गा

10 दतनया म पहिा मकान ( इस पाठ म समरर क एक परशन जोडना एक अक क मिए और समझना क एक परशन एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) मसगफो आहदिासी पिोिर भारत 2) तािाब मछिी 3) हाथी पर 4) भस हडzwj डयाा 5) पहिा मकान 6) मसगफो आहदिासी 7) मकान की छत मछिी की पीठ जसी II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न तया ककया अथरा दोसतो न तया तय ककया सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न एक मकान बनाया (दोसतो न मकान बनान को तय ककया) 2) सबस पहि आदमी को मकान बनाना ककसन मसखाया सबस पहि आदमी को मकान बनाना बहतmdash स पशओ न मसखाया

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 3: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

3

4

5

1 मातभमम ( इस कविता म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए आएगा या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह) I इस परशि का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए

1) मातभमम का सिरप कस सशोमभत ह सपषट कककजए मातभमम अमरो की जननी ह उसक हदय म गाधी बदध और राम समाहहत ह माा क

एक हाथ म नयाय पताका तथा दसर हाथ म जञान का दीप ह इस परकार मातभमम

का सिरप सशोमभत ह 2) भारत माा क पराकतत - सौदयय का िरयन कीकजए

भारत माता क खत हर - भर ह भारत क िन उपिन फि - फिो स भर हए ह भारत भमी क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह भारत माता सख - सपवि धन ndash

धाम को मतत - हसत स बााट रही ह जोडकर शलखिए 1) तर उर म शातयत गाधीबदध और राम

2) फि - फिो स यत िन - उपिन

2 कशमीरी सब

( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता म एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) किा पीिा रग सब गिाब रग

2) सब फि गाजर सकजज

3) नागपर सतरा कशमीर सब

4) कपडा नापना टोमाटो तोिना

6

5) सब बचनिािा बईमान तनकिा रिडी बचनिािा ईमान तनकिा II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) कशमीरी सब पाठ स आप को तया सीख ममिती ह कशमीरी सब पाठ स यह सीख ममिती ह कक ndash अगर खररदारी करत समय सािधानी नही बरत तो धोखा खान की सभािना होती ह इसमिए सचत रहना चाहहए 2) आजकि मशकषित समाज म ककसक बार म विचार ककया जाता ह

आजकि मशकषित समाज म विटममन और परोटीन क बार म विचार ककया जाता ह 3) सब क हाित क बार म मिखखए

िखक न सबह नाशता करन क मिए एक सब तनकािा तो सडा हिा था एक रपए

क आकार का तछिका गि गया था दसरा तनकािा मगर वह आधा सडा हआ था तीसरा सब तनकािा वह सडा तो न था मगर एक तरफ दबकर बबिकि वपचक गया था चौथा दखा िह यो तो बदाग था मगर उसम एक कािा सराख था काटा तो भीतर िस

ही धजब जस बर म होत ह एक सब भी खान िायक नही था 4) दकानदार न िखक स तया कहा

दकानदार न िखक स कहा बाबजी बड मजदार सब आए ह खास कशमीर क आप ि

जाएा खाकर तबीयत खश हो जायगी 5) दकानदार न अपन नौकर स तया कहा

दकानदार न अपन नौकर स कहा - सनो आधा सर कशमीरी सब चन - चनकर तनकाि िाओ

3 गगलि ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता म एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) 1907 महादिी िमाय जी का जनम 1987 महादिी िमाय जी का मरर

2) गिाब पौधा सोनजही िता 3) हस सफद कौआ कािा 4) बबलिी मयाऊा ndash मयाऊा गगलि चीक--चीक

7

5) कोयि मधर सिर कौआ ककय श सिर 6) बसत की सचचाई ईमानदारी की सीख गगलि परारी दया की सीख 7) कशमीरी सब परमचद गगलि महादिी िमाय 8) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) िखखका का धयान आकवषयत करन क मिए गगलि तया करता था

िखखका का धयान आकवषयत करन क मिए गगलि िह िखखका क पर तक आकर सरय

स परद पर चढ जाता और कफर उसी तजी स उतरता था उसका यह करम तब तक चिता जब तक िखखका गगलि को पकडन क मिए न उठती 2) िखखका को गगिहरी ककस कसथतत म हदखायी पडी

िखखका को गगिहरी गमि और दीिार की सगध म तछपी पडी थी काकदिय की चोचो क दो घाि उस िघपरार क मिए बहत थ इसमिए िह तनशचषट - सा गमि स

गचपका पडा था 3) िखखका न गगलि क परार कस बचाय

गगलि को कौए की चोच का घाि हआ था िह उस हौि स उठा कर अपन कमर

म िायी कफर रई स रतत पोछकर घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया कई घट क

उपचार क बाद उसक माह म एक बाद पानी टपकाया गया इस परकार िखखका न गगलि

क परार बचाय 4) गगलि न िखखका की गरहाजरी म हदन कस बबताय

गगलि न िखखका की गरहाजरी म जब उसक कमर का दरिाजा खोिा जाता गगलि

अपन झि स उतरकर दौडता और कफर ककसी दसर को दखकर तजी स अपन घोसि म जा बठता िह उन हदनो अपना वपरय खादय काज को कम खाता रहता था 5) गगलि क परतत महादिी िमाय जी की ममता का िरयन कीकजए

जब गगलि घायि हआ तब उस पर रई स रतत पोछकर पकनसमिन का मरहम

िगाया रहन क मिए झिा बनाकर उस गगलि नाम स पकारा गगलि को खान क

मिए काज तथा बबसकट हदया थािी म स एक - एक चािि उठाकर खान को मसखाया अनय गगिहररयो क साथ खिन क मिए वयिसथा की गगलि क अततम हदनो म उस बचान की परी कोमशश भी की और उसकी मतय क बाद समागध भी बनायी गयी इस

परकार महादिी िमाय जी न गगलि क परतत अपनी ममता को दशायया ह

8

4 अमभनि मनषय ( इस कविता म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) आज की दतनया कसी ह आज की दतनया विगचतर और निीन ह 2) मानि क हतम पर तया चडता और उतरता ह मानि क हतम पर पिन का ताप चढता और उतरता ह 3) परमार ककस दखकर काापत ह परमार मनषय क करो को दखकर काापत ह 4) आधतनक परष न ककस पर विजय पायी ह आधतनक परष न परकतत पर विजय पायी ह 5) नर ककन - ककन को एक समान िााघ सकता ह नर नदी गगरर और सागर को एक समान िााघ सकता ह II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय तया ह (अथरा) हदनकरजी न `अमभनि मनषय को तया सदश हदया ह हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय जो मनषय बदगध को चतनय हदय स जीतता ह जो मानि दसर मानि का ररसता जोडकर आपस की दरी को ममटाए िही मानि कहिान का अगधकारी होता ह सभी मानिो स सनह का बााद बााधना मानि की मसदधी ह 2) परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय समझाइए (अथरा) हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन कस ककया ह परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय यह ह कक ndash ( हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन इस परकार ककया ह कक - ) आज मनज परकतत क हर तति पर विजय पाया ह परकतत क हर तति को अपन िश म कर मिया ह परकतत म पानी पिन विदयत सब पर मनषय न अपना अगधकार सथावपत ककया ह

9

5 मरा बचपन ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और समरर क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) अजदि किाम जी का बचपन कस बीता अजदि किाम जी का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता 2) अजदि किाम जी बचपन म ककस घर म रहत थ अजदि किाम जी बचपन म पशतनी घर म रहत थ 3) अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत तया थी अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत पसतक थी 4) अजदि किाम क चचर भाई कौन थ अजदि किाम क चचर भाई शमसददीन थ 5) किाम और जिािददीन ककस विषय पर बात करत थ किाम और जिािददीन आधयाकतमक विषयो पर बात करत थ II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) आमशयममा जी अजदि किाम को खान म तया - तया दती थी आमशयममा जी अजदि किाम क सामन कि का पिा बबछाती और कफर उसपर चािि एि सगगधत सिाहदषट सााबार दती साथ म घर का बना आचार और नाररयि की ताज़ी चटनी भी दती थी 2) जनिाबदीन नमाज क बार म तया कहत थ जनिाबदीन नमाज क बार म कहत थ कक - `जब तम नमाज पढत हो तो तम अपन शरीर स इतर बरहमाड का एक हहससा बन जात हो कजसम दौित आय जातत या धमय - पथ का कोई भदभाि नही होताrsquo 3) अजदि किामजी का जनम कहाा हआ अजदि किामजी का जनम मदरास राजय (अब तममिनाड) क रामशिरम कसब म एक मधयिगीय पररिार म हआ

10

4) किाम जी का बचपन बडी तनकशचतता और सादगी म कस बीता इनक वपता आडबरहीन वयकतत थ और सभी अनािशयक एि ऐशो - आरामिािी चीजो स दर रहत थ पर घर म सभी आिशयक चीज समगचत मातरा म सिभता स उपिजध थी इस मिए अजदि किाम का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता ndash भौततक एि भािनातमक दोनो ही दकषटयो स 5) शमसददीन अखबारो क वितरर का कायय कस करत थ शमसददीन रामशिरम म अखबारो क एक मातर वितरक थ इस अखबार एजसी को अकि शमसददीन ही चिात थ अखबार रामशिरम सटशन पर सबह की टरन स पहाचत थ जो पामबन स आती थी रामशिरम म अखबारो की जमिा एक हजार परततयाा बबकती थी इस तरह ि अखबारो क वितरर का कायय करत थ

6 बसत की सचचाई ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह या चार अक क मिए भी एक परशन पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) बसत राजककशोर स बार ndash बार विनती तयो कर रहा था सबर स अब तक बटन हदयासिाई छिनी कछ नही बबका था इसमिए बसत राजककशोर स कछ चीज़ खरीदन क मिए बार ndash बार विनती कर रहा था 2) बसत तया - तया बचता था बसत बटन हदयासिाई और छिनी बचता था 3) पडडत राजककशोर तया काम करत थ पडडत राजककशोर मजदरो क नता थ 4) बसत और परताप कहाा रहत थ बसत और परताप भीख अहीर क घर म रहत थ 5) प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर तया ह प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर ईमानदारी परामाखरकता ह

11

II इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था कस बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था िह महनत स पसा कमाना चाहता था इसमिए प राजककशोर स दया की भीख िन स इनकार ककया जब िह नोट भनान गया तब िौटत समय मोटर क नीच आ गया और बरी तरह स घायि होन पर भी िह अपन भाई परताप को पस िौटान क मिए राजककशोर क घर भजता ह इसस पता चिता ह कक बसत ईमानदार िडका ह 2) प राजककशोर क मानिीय वयिहार का पररचय दीकजए पकनडत राजककशोर मजदरो क अगधकारो क मिए िडनिाि नता थ गरीबो क परतत सहानभतत हदखानिाि वयकतत थ बसत को सहायता करन की दकषट स ि उसस सामान खरीदत ह परताप स बसत की मोटर दघयटना क बार म पता चित ही उस क घर पहाचत ह और डॉतटर को बिात ह डॉतटर की सिाह पर असपताि पहाचान का परबध करत ह दोनो भाईयो को सातिना दत ह इस परकार राजककशोर की मानिीयता वयतत होती ह

7 तिसी क दोह ( इस दोह म समझना क एक परशन ममिान म एक अक क मिए और रसगरहर क एक परशन भािाथय तीन अक क मिए ह (विकलप कठसथ क मिए चार अक क मिए पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए 1) विशि ककनह करतार 2) पररहरर िारर विकार 3) जब िग घट म परार 4) ससतयवरत राम भरोसो एक 5) हस क समान सत क गर 6) दया का मि धमय 7) पाप का मि अमभमान

12

II निमिशलखिि रदोह का भाराथव अपि शबरदो म शलखिए 1) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - मनषय पर जब विपवि पडती ह तब विदया विनय तथा वििक ही उसका साथ तनभात हजो राम पर भरोसा करता ह िह साहसी सतयवरत और सकतिान बनता ह 2) राम नाम मतन दीप धर जीह दहरी दिार तिसी भीतर बाहहरौ जो चाहसी उकजयार भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - कजस तरह दहरी पर हदया रखन स घर क भीतर तथा आागन म परकाश फिता हउसी तरह राम-नाम जप न स मानि की आतररक और बाहय शकधद होती ह III कवरिा को कठसथ करक शलखिए 1) मखखया मख सो चाहहए खान पान को एक पाि पोस सकि अग तिसी सहहत वििक 2) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक 3) दया धमय का मि ह पाप मि अमभमान तिसी दया न छााडडय जब िग घट म परार

8 इटरनट करातत ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता का एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) कपयटर सगरक यतर इटरनट अतजायि 2) आईटीइनफरमशन टतनोिाजीआईटीईएसइनफरमशन टतनोिाजी ऐनबलड सवियसस 3) फसबक िरदान हककग अमभशाप 4) िीडडयो कानफरस विचार - वितनमय ई - परशासन पारदशी परशासन

13

5) सोशल नटवरकि ि साइटस विचअल मीहटिि कालपननक सभािार 6) ई-िवनस सरकारी कामकाज फसबचक सोशल नटवरकि ि 7) आईटी इनफारमशन टकनोलाजी ििएमटी हििदचसतान मशीन टलस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) वयापार और बककग म इटरनट स तया मदद ममिती ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खरीदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस दकान जान और िाइन म घटो खड रहन का समय बच सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतना भी रकम भजी जा सकती ह 2) ई - गिननस क बार म समझाइए ई - गिननस दिारा सरकार क सभी कामकाज का वििरर अमभिख सरकारी आदश आहद को यथाित िोगो को सगचत ककया जाता ह इसस परशासन पारदशी बन सकता ह 3) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 4) सचार और सचना ितर म इटरनट का तया महति ह सचार और सचना ितर म इटरनट दिारा पि भर म जयादा खचय ककए बबना कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी कोन म भजना ममककन हो गया ह 5) सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कस ( अथरा ) सोशि नटिककि ग साइटस का समाज पर तया परभाि पड रहा ह सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कजसन दतनया भर क िोगो को एक जगह पर िा खडा कर हदया ह सोमशयि नटिककि ग क कई साइटस ह जस -- फसबक आरकट टविटटरमिकडडन आहदइन साइटस क कारर दश-- विदश क िोगो की रहन - सहन िश--भषा खान -पान ससकतत किा आहद का परभाि शीघराततशीघर हमार समाज पर पड रहा ह इस परकार शोमशयि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह

14

9 ईमानदारो क सममिन म

( इस पाठ म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए

अ ब 1) ईमानदारो क सममलन म बईमानी का पदाफाश 2) ईमानदारो क सममलन म ईमानदारो की परशिसा 3) ईमानदारो क सममलन का उदघाटन शानदार स िचआ 4) ईमानदारो क सममलन म िररशिकर परसाई 5) ईमानदारो क सममलन म वयिगय रिना 6) दश क परससधद ईमानदार लखक (िररशिकर परसाई) II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) िखक परसाईजी को कहाा ठहराया गया िखक परसाईजी को होटि क एक बड कमर म ठहराया गया 2) िखक दसर दजय म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दजय म सफर करना चाहत थ 3) सिागत सममतत क मतरी ककसको डााटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 4) सममिन म िखक क भाग िन स ककन - ककन को परररा ममि सकती ह सममिन म िखक क भाग िन स ईमानदारो तथा उदीयमान ईमानदारो को बडी परररा ममि सकती ह 5) िखक पहनन क कपड कहाा दबाकर सोय िखक पहनन क कपड को मसरहान दबाकर सोय 6) िखक न धप का चशमा कहाा रखा था िखक न धप का चशमा कमर की टबि पर रखा था 7) परसाई जी को सममिन म तयो बिाया गया था परसाई जी को सममिन का उदघाटन करन क मिए बिाया गया था

15

8) फि मािाएा ममिन पर िखक तया सोचन िग फि मािाएा ममिन पर िखक सोचन िग कक - आस--पासकोई मािी होता तो फि मािाएा भी बच िता 9) िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय तयो मिया िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय मिया तयो कक -- िखक की चपपि चशमा बबसतर और तािा तक चोरी हो गया था सोचा की अगर म यहाा रका तो म ही चरा मिया जाऊा गा

10 दतनया म पहिा मकान ( इस पाठ म समरर क एक परशन जोडना एक अक क मिए और समझना क एक परशन एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) मसगफो आहदिासी पिोिर भारत 2) तािाब मछिी 3) हाथी पर 4) भस हडzwj डयाा 5) पहिा मकान 6) मसगफो आहदिासी 7) मकान की छत मछिी की पीठ जसी II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न तया ककया अथरा दोसतो न तया तय ककया सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न एक मकान बनाया (दोसतो न मकान बनान को तय ककया) 2) सबस पहि आदमी को मकान बनाना ककसन मसखाया सबस पहि आदमी को मकान बनाना बहतmdash स पशओ न मसखाया

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 4: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

4

5

1 मातभमम ( इस कविता म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए आएगा या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह) I इस परशि का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए

1) मातभमम का सिरप कस सशोमभत ह सपषट कककजए मातभमम अमरो की जननी ह उसक हदय म गाधी बदध और राम समाहहत ह माा क

एक हाथ म नयाय पताका तथा दसर हाथ म जञान का दीप ह इस परकार मातभमम

का सिरप सशोमभत ह 2) भारत माा क पराकतत - सौदयय का िरयन कीकजए

भारत माता क खत हर - भर ह भारत क िन उपिन फि - फिो स भर हए ह भारत भमी क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह भारत माता सख - सपवि धन ndash

धाम को मतत - हसत स बााट रही ह जोडकर शलखिए 1) तर उर म शातयत गाधीबदध और राम

2) फि - फिो स यत िन - उपिन

2 कशमीरी सब

( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता म एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) किा पीिा रग सब गिाब रग

2) सब फि गाजर सकजज

3) नागपर सतरा कशमीर सब

4) कपडा नापना टोमाटो तोिना

6

5) सब बचनिािा बईमान तनकिा रिडी बचनिािा ईमान तनकिा II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) कशमीरी सब पाठ स आप को तया सीख ममिती ह कशमीरी सब पाठ स यह सीख ममिती ह कक ndash अगर खररदारी करत समय सािधानी नही बरत तो धोखा खान की सभािना होती ह इसमिए सचत रहना चाहहए 2) आजकि मशकषित समाज म ककसक बार म विचार ककया जाता ह

आजकि मशकषित समाज म विटममन और परोटीन क बार म विचार ककया जाता ह 3) सब क हाित क बार म मिखखए

िखक न सबह नाशता करन क मिए एक सब तनकािा तो सडा हिा था एक रपए

क आकार का तछिका गि गया था दसरा तनकािा मगर वह आधा सडा हआ था तीसरा सब तनकािा वह सडा तो न था मगर एक तरफ दबकर बबिकि वपचक गया था चौथा दखा िह यो तो बदाग था मगर उसम एक कािा सराख था काटा तो भीतर िस

ही धजब जस बर म होत ह एक सब भी खान िायक नही था 4) दकानदार न िखक स तया कहा

दकानदार न िखक स कहा बाबजी बड मजदार सब आए ह खास कशमीर क आप ि

जाएा खाकर तबीयत खश हो जायगी 5) दकानदार न अपन नौकर स तया कहा

दकानदार न अपन नौकर स कहा - सनो आधा सर कशमीरी सब चन - चनकर तनकाि िाओ

3 गगलि ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता म एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) 1907 महादिी िमाय जी का जनम 1987 महादिी िमाय जी का मरर

2) गिाब पौधा सोनजही िता 3) हस सफद कौआ कािा 4) बबलिी मयाऊा ndash मयाऊा गगलि चीक--चीक

7

5) कोयि मधर सिर कौआ ककय श सिर 6) बसत की सचचाई ईमानदारी की सीख गगलि परारी दया की सीख 7) कशमीरी सब परमचद गगलि महादिी िमाय 8) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) िखखका का धयान आकवषयत करन क मिए गगलि तया करता था

िखखका का धयान आकवषयत करन क मिए गगलि िह िखखका क पर तक आकर सरय

स परद पर चढ जाता और कफर उसी तजी स उतरता था उसका यह करम तब तक चिता जब तक िखखका गगलि को पकडन क मिए न उठती 2) िखखका को गगिहरी ककस कसथतत म हदखायी पडी

िखखका को गगिहरी गमि और दीिार की सगध म तछपी पडी थी काकदिय की चोचो क दो घाि उस िघपरार क मिए बहत थ इसमिए िह तनशचषट - सा गमि स

गचपका पडा था 3) िखखका न गगलि क परार कस बचाय

गगलि को कौए की चोच का घाि हआ था िह उस हौि स उठा कर अपन कमर

म िायी कफर रई स रतत पोछकर घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया कई घट क

उपचार क बाद उसक माह म एक बाद पानी टपकाया गया इस परकार िखखका न गगलि

क परार बचाय 4) गगलि न िखखका की गरहाजरी म हदन कस बबताय

गगलि न िखखका की गरहाजरी म जब उसक कमर का दरिाजा खोिा जाता गगलि

अपन झि स उतरकर दौडता और कफर ककसी दसर को दखकर तजी स अपन घोसि म जा बठता िह उन हदनो अपना वपरय खादय काज को कम खाता रहता था 5) गगलि क परतत महादिी िमाय जी की ममता का िरयन कीकजए

जब गगलि घायि हआ तब उस पर रई स रतत पोछकर पकनसमिन का मरहम

िगाया रहन क मिए झिा बनाकर उस गगलि नाम स पकारा गगलि को खान क

मिए काज तथा बबसकट हदया थािी म स एक - एक चािि उठाकर खान को मसखाया अनय गगिहररयो क साथ खिन क मिए वयिसथा की गगलि क अततम हदनो म उस बचान की परी कोमशश भी की और उसकी मतय क बाद समागध भी बनायी गयी इस

परकार महादिी िमाय जी न गगलि क परतत अपनी ममता को दशायया ह

8

4 अमभनि मनषय ( इस कविता म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) आज की दतनया कसी ह आज की दतनया विगचतर और निीन ह 2) मानि क हतम पर तया चडता और उतरता ह मानि क हतम पर पिन का ताप चढता और उतरता ह 3) परमार ककस दखकर काापत ह परमार मनषय क करो को दखकर काापत ह 4) आधतनक परष न ककस पर विजय पायी ह आधतनक परष न परकतत पर विजय पायी ह 5) नर ककन - ककन को एक समान िााघ सकता ह नर नदी गगरर और सागर को एक समान िााघ सकता ह II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय तया ह (अथरा) हदनकरजी न `अमभनि मनषय को तया सदश हदया ह हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय जो मनषय बदगध को चतनय हदय स जीतता ह जो मानि दसर मानि का ररसता जोडकर आपस की दरी को ममटाए िही मानि कहिान का अगधकारी होता ह सभी मानिो स सनह का बााद बााधना मानि की मसदधी ह 2) परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय समझाइए (अथरा) हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन कस ककया ह परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय यह ह कक ndash ( हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन इस परकार ककया ह कक - ) आज मनज परकतत क हर तति पर विजय पाया ह परकतत क हर तति को अपन िश म कर मिया ह परकतत म पानी पिन विदयत सब पर मनषय न अपना अगधकार सथावपत ककया ह

9

5 मरा बचपन ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और समरर क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) अजदि किाम जी का बचपन कस बीता अजदि किाम जी का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता 2) अजदि किाम जी बचपन म ककस घर म रहत थ अजदि किाम जी बचपन म पशतनी घर म रहत थ 3) अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत तया थी अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत पसतक थी 4) अजदि किाम क चचर भाई कौन थ अजदि किाम क चचर भाई शमसददीन थ 5) किाम और जिािददीन ककस विषय पर बात करत थ किाम और जिािददीन आधयाकतमक विषयो पर बात करत थ II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) आमशयममा जी अजदि किाम को खान म तया - तया दती थी आमशयममा जी अजदि किाम क सामन कि का पिा बबछाती और कफर उसपर चािि एि सगगधत सिाहदषट सााबार दती साथ म घर का बना आचार और नाररयि की ताज़ी चटनी भी दती थी 2) जनिाबदीन नमाज क बार म तया कहत थ जनिाबदीन नमाज क बार म कहत थ कक - `जब तम नमाज पढत हो तो तम अपन शरीर स इतर बरहमाड का एक हहससा बन जात हो कजसम दौित आय जातत या धमय - पथ का कोई भदभाि नही होताrsquo 3) अजदि किामजी का जनम कहाा हआ अजदि किामजी का जनम मदरास राजय (अब तममिनाड) क रामशिरम कसब म एक मधयिगीय पररिार म हआ

10

4) किाम जी का बचपन बडी तनकशचतता और सादगी म कस बीता इनक वपता आडबरहीन वयकतत थ और सभी अनािशयक एि ऐशो - आरामिािी चीजो स दर रहत थ पर घर म सभी आिशयक चीज समगचत मातरा म सिभता स उपिजध थी इस मिए अजदि किाम का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता ndash भौततक एि भािनातमक दोनो ही दकषटयो स 5) शमसददीन अखबारो क वितरर का कायय कस करत थ शमसददीन रामशिरम म अखबारो क एक मातर वितरक थ इस अखबार एजसी को अकि शमसददीन ही चिात थ अखबार रामशिरम सटशन पर सबह की टरन स पहाचत थ जो पामबन स आती थी रामशिरम म अखबारो की जमिा एक हजार परततयाा बबकती थी इस तरह ि अखबारो क वितरर का कायय करत थ

6 बसत की सचचाई ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह या चार अक क मिए भी एक परशन पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) बसत राजककशोर स बार ndash बार विनती तयो कर रहा था सबर स अब तक बटन हदयासिाई छिनी कछ नही बबका था इसमिए बसत राजककशोर स कछ चीज़ खरीदन क मिए बार ndash बार विनती कर रहा था 2) बसत तया - तया बचता था बसत बटन हदयासिाई और छिनी बचता था 3) पडडत राजककशोर तया काम करत थ पडडत राजककशोर मजदरो क नता थ 4) बसत और परताप कहाा रहत थ बसत और परताप भीख अहीर क घर म रहत थ 5) प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर तया ह प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर ईमानदारी परामाखरकता ह

11

II इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था कस बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था िह महनत स पसा कमाना चाहता था इसमिए प राजककशोर स दया की भीख िन स इनकार ककया जब िह नोट भनान गया तब िौटत समय मोटर क नीच आ गया और बरी तरह स घायि होन पर भी िह अपन भाई परताप को पस िौटान क मिए राजककशोर क घर भजता ह इसस पता चिता ह कक बसत ईमानदार िडका ह 2) प राजककशोर क मानिीय वयिहार का पररचय दीकजए पकनडत राजककशोर मजदरो क अगधकारो क मिए िडनिाि नता थ गरीबो क परतत सहानभतत हदखानिाि वयकतत थ बसत को सहायता करन की दकषट स ि उसस सामान खरीदत ह परताप स बसत की मोटर दघयटना क बार म पता चित ही उस क घर पहाचत ह और डॉतटर को बिात ह डॉतटर की सिाह पर असपताि पहाचान का परबध करत ह दोनो भाईयो को सातिना दत ह इस परकार राजककशोर की मानिीयता वयतत होती ह

7 तिसी क दोह ( इस दोह म समझना क एक परशन ममिान म एक अक क मिए और रसगरहर क एक परशन भािाथय तीन अक क मिए ह (विकलप कठसथ क मिए चार अक क मिए पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए 1) विशि ककनह करतार 2) पररहरर िारर विकार 3) जब िग घट म परार 4) ससतयवरत राम भरोसो एक 5) हस क समान सत क गर 6) दया का मि धमय 7) पाप का मि अमभमान

12

II निमिशलखिि रदोह का भाराथव अपि शबरदो म शलखिए 1) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - मनषय पर जब विपवि पडती ह तब विदया विनय तथा वििक ही उसका साथ तनभात हजो राम पर भरोसा करता ह िह साहसी सतयवरत और सकतिान बनता ह 2) राम नाम मतन दीप धर जीह दहरी दिार तिसी भीतर बाहहरौ जो चाहसी उकजयार भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - कजस तरह दहरी पर हदया रखन स घर क भीतर तथा आागन म परकाश फिता हउसी तरह राम-नाम जप न स मानि की आतररक और बाहय शकधद होती ह III कवरिा को कठसथ करक शलखिए 1) मखखया मख सो चाहहए खान पान को एक पाि पोस सकि अग तिसी सहहत वििक 2) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक 3) दया धमय का मि ह पाप मि अमभमान तिसी दया न छााडडय जब िग घट म परार

8 इटरनट करातत ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता का एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) कपयटर सगरक यतर इटरनट अतजायि 2) आईटीइनफरमशन टतनोिाजीआईटीईएसइनफरमशन टतनोिाजी ऐनबलड सवियसस 3) फसबक िरदान हककग अमभशाप 4) िीडडयो कानफरस विचार - वितनमय ई - परशासन पारदशी परशासन

13

5) सोशल नटवरकि ि साइटस विचअल मीहटिि कालपननक सभािार 6) ई-िवनस सरकारी कामकाज फसबचक सोशल नटवरकि ि 7) आईटी इनफारमशन टकनोलाजी ििएमटी हििदचसतान मशीन टलस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) वयापार और बककग म इटरनट स तया मदद ममिती ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खरीदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस दकान जान और िाइन म घटो खड रहन का समय बच सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतना भी रकम भजी जा सकती ह 2) ई - गिननस क बार म समझाइए ई - गिननस दिारा सरकार क सभी कामकाज का वििरर अमभिख सरकारी आदश आहद को यथाित िोगो को सगचत ककया जाता ह इसस परशासन पारदशी बन सकता ह 3) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 4) सचार और सचना ितर म इटरनट का तया महति ह सचार और सचना ितर म इटरनट दिारा पि भर म जयादा खचय ककए बबना कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी कोन म भजना ममककन हो गया ह 5) सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कस ( अथरा ) सोशि नटिककि ग साइटस का समाज पर तया परभाि पड रहा ह सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कजसन दतनया भर क िोगो को एक जगह पर िा खडा कर हदया ह सोमशयि नटिककि ग क कई साइटस ह जस -- फसबक आरकट टविटटरमिकडडन आहदइन साइटस क कारर दश-- विदश क िोगो की रहन - सहन िश--भषा खान -पान ससकतत किा आहद का परभाि शीघराततशीघर हमार समाज पर पड रहा ह इस परकार शोमशयि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह

14

9 ईमानदारो क सममिन म

( इस पाठ म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए

अ ब 1) ईमानदारो क सममलन म बईमानी का पदाफाश 2) ईमानदारो क सममलन म ईमानदारो की परशिसा 3) ईमानदारो क सममलन का उदघाटन शानदार स िचआ 4) ईमानदारो क सममलन म िररशिकर परसाई 5) ईमानदारो क सममलन म वयिगय रिना 6) दश क परससधद ईमानदार लखक (िररशिकर परसाई) II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) िखक परसाईजी को कहाा ठहराया गया िखक परसाईजी को होटि क एक बड कमर म ठहराया गया 2) िखक दसर दजय म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दजय म सफर करना चाहत थ 3) सिागत सममतत क मतरी ककसको डााटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 4) सममिन म िखक क भाग िन स ककन - ककन को परररा ममि सकती ह सममिन म िखक क भाग िन स ईमानदारो तथा उदीयमान ईमानदारो को बडी परररा ममि सकती ह 5) िखक पहनन क कपड कहाा दबाकर सोय िखक पहनन क कपड को मसरहान दबाकर सोय 6) िखक न धप का चशमा कहाा रखा था िखक न धप का चशमा कमर की टबि पर रखा था 7) परसाई जी को सममिन म तयो बिाया गया था परसाई जी को सममिन का उदघाटन करन क मिए बिाया गया था

15

8) फि मािाएा ममिन पर िखक तया सोचन िग फि मािाएा ममिन पर िखक सोचन िग कक - आस--पासकोई मािी होता तो फि मािाएा भी बच िता 9) िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय तयो मिया िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय मिया तयो कक -- िखक की चपपि चशमा बबसतर और तािा तक चोरी हो गया था सोचा की अगर म यहाा रका तो म ही चरा मिया जाऊा गा

10 दतनया म पहिा मकान ( इस पाठ म समरर क एक परशन जोडना एक अक क मिए और समझना क एक परशन एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) मसगफो आहदिासी पिोिर भारत 2) तािाब मछिी 3) हाथी पर 4) भस हडzwj डयाा 5) पहिा मकान 6) मसगफो आहदिासी 7) मकान की छत मछिी की पीठ जसी II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न तया ककया अथरा दोसतो न तया तय ककया सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न एक मकान बनाया (दोसतो न मकान बनान को तय ककया) 2) सबस पहि आदमी को मकान बनाना ककसन मसखाया सबस पहि आदमी को मकान बनाना बहतmdash स पशओ न मसखाया

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 5: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

5

1 मातभमम ( इस कविता म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए आएगा या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह) I इस परशि का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए

1) मातभमम का सिरप कस सशोमभत ह सपषट कककजए मातभमम अमरो की जननी ह उसक हदय म गाधी बदध और राम समाहहत ह माा क

एक हाथ म नयाय पताका तथा दसर हाथ म जञान का दीप ह इस परकार मातभमम

का सिरप सशोमभत ह 2) भारत माा क पराकतत - सौदयय का िरयन कीकजए

भारत माता क खत हर - भर ह भारत क िन उपिन फि - फिो स भर हए ह भारत भमी क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह भारत माता सख - सपवि धन ndash

धाम को मतत - हसत स बााट रही ह जोडकर शलखिए 1) तर उर म शातयत गाधीबदध और राम

2) फि - फिो स यत िन - उपिन

2 कशमीरी सब

( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता म एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) किा पीिा रग सब गिाब रग

2) सब फि गाजर सकजज

3) नागपर सतरा कशमीर सब

4) कपडा नापना टोमाटो तोिना

6

5) सब बचनिािा बईमान तनकिा रिडी बचनिािा ईमान तनकिा II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) कशमीरी सब पाठ स आप को तया सीख ममिती ह कशमीरी सब पाठ स यह सीख ममिती ह कक ndash अगर खररदारी करत समय सािधानी नही बरत तो धोखा खान की सभािना होती ह इसमिए सचत रहना चाहहए 2) आजकि मशकषित समाज म ककसक बार म विचार ककया जाता ह

आजकि मशकषित समाज म विटममन और परोटीन क बार म विचार ककया जाता ह 3) सब क हाित क बार म मिखखए

िखक न सबह नाशता करन क मिए एक सब तनकािा तो सडा हिा था एक रपए

क आकार का तछिका गि गया था दसरा तनकािा मगर वह आधा सडा हआ था तीसरा सब तनकािा वह सडा तो न था मगर एक तरफ दबकर बबिकि वपचक गया था चौथा दखा िह यो तो बदाग था मगर उसम एक कािा सराख था काटा तो भीतर िस

ही धजब जस बर म होत ह एक सब भी खान िायक नही था 4) दकानदार न िखक स तया कहा

दकानदार न िखक स कहा बाबजी बड मजदार सब आए ह खास कशमीर क आप ि

जाएा खाकर तबीयत खश हो जायगी 5) दकानदार न अपन नौकर स तया कहा

दकानदार न अपन नौकर स कहा - सनो आधा सर कशमीरी सब चन - चनकर तनकाि िाओ

3 गगलि ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता म एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) 1907 महादिी िमाय जी का जनम 1987 महादिी िमाय जी का मरर

2) गिाब पौधा सोनजही िता 3) हस सफद कौआ कािा 4) बबलिी मयाऊा ndash मयाऊा गगलि चीक--चीक

7

5) कोयि मधर सिर कौआ ककय श सिर 6) बसत की सचचाई ईमानदारी की सीख गगलि परारी दया की सीख 7) कशमीरी सब परमचद गगलि महादिी िमाय 8) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) िखखका का धयान आकवषयत करन क मिए गगलि तया करता था

िखखका का धयान आकवषयत करन क मिए गगलि िह िखखका क पर तक आकर सरय

स परद पर चढ जाता और कफर उसी तजी स उतरता था उसका यह करम तब तक चिता जब तक िखखका गगलि को पकडन क मिए न उठती 2) िखखका को गगिहरी ककस कसथतत म हदखायी पडी

िखखका को गगिहरी गमि और दीिार की सगध म तछपी पडी थी काकदिय की चोचो क दो घाि उस िघपरार क मिए बहत थ इसमिए िह तनशचषट - सा गमि स

गचपका पडा था 3) िखखका न गगलि क परार कस बचाय

गगलि को कौए की चोच का घाि हआ था िह उस हौि स उठा कर अपन कमर

म िायी कफर रई स रतत पोछकर घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया कई घट क

उपचार क बाद उसक माह म एक बाद पानी टपकाया गया इस परकार िखखका न गगलि

क परार बचाय 4) गगलि न िखखका की गरहाजरी म हदन कस बबताय

गगलि न िखखका की गरहाजरी म जब उसक कमर का दरिाजा खोिा जाता गगलि

अपन झि स उतरकर दौडता और कफर ककसी दसर को दखकर तजी स अपन घोसि म जा बठता िह उन हदनो अपना वपरय खादय काज को कम खाता रहता था 5) गगलि क परतत महादिी िमाय जी की ममता का िरयन कीकजए

जब गगलि घायि हआ तब उस पर रई स रतत पोछकर पकनसमिन का मरहम

िगाया रहन क मिए झिा बनाकर उस गगलि नाम स पकारा गगलि को खान क

मिए काज तथा बबसकट हदया थािी म स एक - एक चािि उठाकर खान को मसखाया अनय गगिहररयो क साथ खिन क मिए वयिसथा की गगलि क अततम हदनो म उस बचान की परी कोमशश भी की और उसकी मतय क बाद समागध भी बनायी गयी इस

परकार महादिी िमाय जी न गगलि क परतत अपनी ममता को दशायया ह

8

4 अमभनि मनषय ( इस कविता म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) आज की दतनया कसी ह आज की दतनया विगचतर और निीन ह 2) मानि क हतम पर तया चडता और उतरता ह मानि क हतम पर पिन का ताप चढता और उतरता ह 3) परमार ककस दखकर काापत ह परमार मनषय क करो को दखकर काापत ह 4) आधतनक परष न ककस पर विजय पायी ह आधतनक परष न परकतत पर विजय पायी ह 5) नर ककन - ककन को एक समान िााघ सकता ह नर नदी गगरर और सागर को एक समान िााघ सकता ह II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय तया ह (अथरा) हदनकरजी न `अमभनि मनषय को तया सदश हदया ह हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय जो मनषय बदगध को चतनय हदय स जीतता ह जो मानि दसर मानि का ररसता जोडकर आपस की दरी को ममटाए िही मानि कहिान का अगधकारी होता ह सभी मानिो स सनह का बााद बााधना मानि की मसदधी ह 2) परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय समझाइए (अथरा) हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन कस ककया ह परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय यह ह कक ndash ( हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन इस परकार ककया ह कक - ) आज मनज परकतत क हर तति पर विजय पाया ह परकतत क हर तति को अपन िश म कर मिया ह परकतत म पानी पिन विदयत सब पर मनषय न अपना अगधकार सथावपत ककया ह

9

5 मरा बचपन ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और समरर क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) अजदि किाम जी का बचपन कस बीता अजदि किाम जी का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता 2) अजदि किाम जी बचपन म ककस घर म रहत थ अजदि किाम जी बचपन म पशतनी घर म रहत थ 3) अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत तया थी अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत पसतक थी 4) अजदि किाम क चचर भाई कौन थ अजदि किाम क चचर भाई शमसददीन थ 5) किाम और जिािददीन ककस विषय पर बात करत थ किाम और जिािददीन आधयाकतमक विषयो पर बात करत थ II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) आमशयममा जी अजदि किाम को खान म तया - तया दती थी आमशयममा जी अजदि किाम क सामन कि का पिा बबछाती और कफर उसपर चािि एि सगगधत सिाहदषट सााबार दती साथ म घर का बना आचार और नाररयि की ताज़ी चटनी भी दती थी 2) जनिाबदीन नमाज क बार म तया कहत थ जनिाबदीन नमाज क बार म कहत थ कक - `जब तम नमाज पढत हो तो तम अपन शरीर स इतर बरहमाड का एक हहससा बन जात हो कजसम दौित आय जातत या धमय - पथ का कोई भदभाि नही होताrsquo 3) अजदि किामजी का जनम कहाा हआ अजदि किामजी का जनम मदरास राजय (अब तममिनाड) क रामशिरम कसब म एक मधयिगीय पररिार म हआ

10

4) किाम जी का बचपन बडी तनकशचतता और सादगी म कस बीता इनक वपता आडबरहीन वयकतत थ और सभी अनािशयक एि ऐशो - आरामिािी चीजो स दर रहत थ पर घर म सभी आिशयक चीज समगचत मातरा म सिभता स उपिजध थी इस मिए अजदि किाम का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता ndash भौततक एि भािनातमक दोनो ही दकषटयो स 5) शमसददीन अखबारो क वितरर का कायय कस करत थ शमसददीन रामशिरम म अखबारो क एक मातर वितरक थ इस अखबार एजसी को अकि शमसददीन ही चिात थ अखबार रामशिरम सटशन पर सबह की टरन स पहाचत थ जो पामबन स आती थी रामशिरम म अखबारो की जमिा एक हजार परततयाा बबकती थी इस तरह ि अखबारो क वितरर का कायय करत थ

6 बसत की सचचाई ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह या चार अक क मिए भी एक परशन पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) बसत राजककशोर स बार ndash बार विनती तयो कर रहा था सबर स अब तक बटन हदयासिाई छिनी कछ नही बबका था इसमिए बसत राजककशोर स कछ चीज़ खरीदन क मिए बार ndash बार विनती कर रहा था 2) बसत तया - तया बचता था बसत बटन हदयासिाई और छिनी बचता था 3) पडडत राजककशोर तया काम करत थ पडडत राजककशोर मजदरो क नता थ 4) बसत और परताप कहाा रहत थ बसत और परताप भीख अहीर क घर म रहत थ 5) प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर तया ह प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर ईमानदारी परामाखरकता ह

11

II इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था कस बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था िह महनत स पसा कमाना चाहता था इसमिए प राजककशोर स दया की भीख िन स इनकार ककया जब िह नोट भनान गया तब िौटत समय मोटर क नीच आ गया और बरी तरह स घायि होन पर भी िह अपन भाई परताप को पस िौटान क मिए राजककशोर क घर भजता ह इसस पता चिता ह कक बसत ईमानदार िडका ह 2) प राजककशोर क मानिीय वयिहार का पररचय दीकजए पकनडत राजककशोर मजदरो क अगधकारो क मिए िडनिाि नता थ गरीबो क परतत सहानभतत हदखानिाि वयकतत थ बसत को सहायता करन की दकषट स ि उसस सामान खरीदत ह परताप स बसत की मोटर दघयटना क बार म पता चित ही उस क घर पहाचत ह और डॉतटर को बिात ह डॉतटर की सिाह पर असपताि पहाचान का परबध करत ह दोनो भाईयो को सातिना दत ह इस परकार राजककशोर की मानिीयता वयतत होती ह

7 तिसी क दोह ( इस दोह म समझना क एक परशन ममिान म एक अक क मिए और रसगरहर क एक परशन भािाथय तीन अक क मिए ह (विकलप कठसथ क मिए चार अक क मिए पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए 1) विशि ककनह करतार 2) पररहरर िारर विकार 3) जब िग घट म परार 4) ससतयवरत राम भरोसो एक 5) हस क समान सत क गर 6) दया का मि धमय 7) पाप का मि अमभमान

12

II निमिशलखिि रदोह का भाराथव अपि शबरदो म शलखिए 1) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - मनषय पर जब विपवि पडती ह तब विदया विनय तथा वििक ही उसका साथ तनभात हजो राम पर भरोसा करता ह िह साहसी सतयवरत और सकतिान बनता ह 2) राम नाम मतन दीप धर जीह दहरी दिार तिसी भीतर बाहहरौ जो चाहसी उकजयार भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - कजस तरह दहरी पर हदया रखन स घर क भीतर तथा आागन म परकाश फिता हउसी तरह राम-नाम जप न स मानि की आतररक और बाहय शकधद होती ह III कवरिा को कठसथ करक शलखिए 1) मखखया मख सो चाहहए खान पान को एक पाि पोस सकि अग तिसी सहहत वििक 2) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक 3) दया धमय का मि ह पाप मि अमभमान तिसी दया न छााडडय जब िग घट म परार

8 इटरनट करातत ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता का एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) कपयटर सगरक यतर इटरनट अतजायि 2) आईटीइनफरमशन टतनोिाजीआईटीईएसइनफरमशन टतनोिाजी ऐनबलड सवियसस 3) फसबक िरदान हककग अमभशाप 4) िीडडयो कानफरस विचार - वितनमय ई - परशासन पारदशी परशासन

13

5) सोशल नटवरकि ि साइटस विचअल मीहटिि कालपननक सभािार 6) ई-िवनस सरकारी कामकाज फसबचक सोशल नटवरकि ि 7) आईटी इनफारमशन टकनोलाजी ििएमटी हििदचसतान मशीन टलस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) वयापार और बककग म इटरनट स तया मदद ममिती ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खरीदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस दकान जान और िाइन म घटो खड रहन का समय बच सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतना भी रकम भजी जा सकती ह 2) ई - गिननस क बार म समझाइए ई - गिननस दिारा सरकार क सभी कामकाज का वििरर अमभिख सरकारी आदश आहद को यथाित िोगो को सगचत ककया जाता ह इसस परशासन पारदशी बन सकता ह 3) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 4) सचार और सचना ितर म इटरनट का तया महति ह सचार और सचना ितर म इटरनट दिारा पि भर म जयादा खचय ककए बबना कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी कोन म भजना ममककन हो गया ह 5) सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कस ( अथरा ) सोशि नटिककि ग साइटस का समाज पर तया परभाि पड रहा ह सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कजसन दतनया भर क िोगो को एक जगह पर िा खडा कर हदया ह सोमशयि नटिककि ग क कई साइटस ह जस -- फसबक आरकट टविटटरमिकडडन आहदइन साइटस क कारर दश-- विदश क िोगो की रहन - सहन िश--भषा खान -पान ससकतत किा आहद का परभाि शीघराततशीघर हमार समाज पर पड रहा ह इस परकार शोमशयि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह

14

9 ईमानदारो क सममिन म

( इस पाठ म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए

अ ब 1) ईमानदारो क सममलन म बईमानी का पदाफाश 2) ईमानदारो क सममलन म ईमानदारो की परशिसा 3) ईमानदारो क सममलन का उदघाटन शानदार स िचआ 4) ईमानदारो क सममलन म िररशिकर परसाई 5) ईमानदारो क सममलन म वयिगय रिना 6) दश क परससधद ईमानदार लखक (िररशिकर परसाई) II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) िखक परसाईजी को कहाा ठहराया गया िखक परसाईजी को होटि क एक बड कमर म ठहराया गया 2) िखक दसर दजय म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दजय म सफर करना चाहत थ 3) सिागत सममतत क मतरी ककसको डााटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 4) सममिन म िखक क भाग िन स ककन - ककन को परररा ममि सकती ह सममिन म िखक क भाग िन स ईमानदारो तथा उदीयमान ईमानदारो को बडी परररा ममि सकती ह 5) िखक पहनन क कपड कहाा दबाकर सोय िखक पहनन क कपड को मसरहान दबाकर सोय 6) िखक न धप का चशमा कहाा रखा था िखक न धप का चशमा कमर की टबि पर रखा था 7) परसाई जी को सममिन म तयो बिाया गया था परसाई जी को सममिन का उदघाटन करन क मिए बिाया गया था

15

8) फि मािाएा ममिन पर िखक तया सोचन िग फि मािाएा ममिन पर िखक सोचन िग कक - आस--पासकोई मािी होता तो फि मािाएा भी बच िता 9) िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय तयो मिया िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय मिया तयो कक -- िखक की चपपि चशमा बबसतर और तािा तक चोरी हो गया था सोचा की अगर म यहाा रका तो म ही चरा मिया जाऊा गा

10 दतनया म पहिा मकान ( इस पाठ म समरर क एक परशन जोडना एक अक क मिए और समझना क एक परशन एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) मसगफो आहदिासी पिोिर भारत 2) तािाब मछिी 3) हाथी पर 4) भस हडzwj डयाा 5) पहिा मकान 6) मसगफो आहदिासी 7) मकान की छत मछिी की पीठ जसी II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न तया ककया अथरा दोसतो न तया तय ककया सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न एक मकान बनाया (दोसतो न मकान बनान को तय ककया) 2) सबस पहि आदमी को मकान बनाना ककसन मसखाया सबस पहि आदमी को मकान बनाना बहतmdash स पशओ न मसखाया

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 6: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

6

5) सब बचनिािा बईमान तनकिा रिडी बचनिािा ईमान तनकिा II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) कशमीरी सब पाठ स आप को तया सीख ममिती ह कशमीरी सब पाठ स यह सीख ममिती ह कक ndash अगर खररदारी करत समय सािधानी नही बरत तो धोखा खान की सभािना होती ह इसमिए सचत रहना चाहहए 2) आजकि मशकषित समाज म ककसक बार म विचार ककया जाता ह

आजकि मशकषित समाज म विटममन और परोटीन क बार म विचार ककया जाता ह 3) सब क हाित क बार म मिखखए

िखक न सबह नाशता करन क मिए एक सब तनकािा तो सडा हिा था एक रपए

क आकार का तछिका गि गया था दसरा तनकािा मगर वह आधा सडा हआ था तीसरा सब तनकािा वह सडा तो न था मगर एक तरफ दबकर बबिकि वपचक गया था चौथा दखा िह यो तो बदाग था मगर उसम एक कािा सराख था काटा तो भीतर िस

ही धजब जस बर म होत ह एक सब भी खान िायक नही था 4) दकानदार न िखक स तया कहा

दकानदार न िखक स कहा बाबजी बड मजदार सब आए ह खास कशमीर क आप ि

जाएा खाकर तबीयत खश हो जायगी 5) दकानदार न अपन नौकर स तया कहा

दकानदार न अपन नौकर स कहा - सनो आधा सर कशमीरी सब चन - चनकर तनकाि िाओ

3 गगलि ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता म एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) 1907 महादिी िमाय जी का जनम 1987 महादिी िमाय जी का मरर

2) गिाब पौधा सोनजही िता 3) हस सफद कौआ कािा 4) बबलिी मयाऊा ndash मयाऊा गगलि चीक--चीक

7

5) कोयि मधर सिर कौआ ककय श सिर 6) बसत की सचचाई ईमानदारी की सीख गगलि परारी दया की सीख 7) कशमीरी सब परमचद गगलि महादिी िमाय 8) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) िखखका का धयान आकवषयत करन क मिए गगलि तया करता था

िखखका का धयान आकवषयत करन क मिए गगलि िह िखखका क पर तक आकर सरय

स परद पर चढ जाता और कफर उसी तजी स उतरता था उसका यह करम तब तक चिता जब तक िखखका गगलि को पकडन क मिए न उठती 2) िखखका को गगिहरी ककस कसथतत म हदखायी पडी

िखखका को गगिहरी गमि और दीिार की सगध म तछपी पडी थी काकदिय की चोचो क दो घाि उस िघपरार क मिए बहत थ इसमिए िह तनशचषट - सा गमि स

गचपका पडा था 3) िखखका न गगलि क परार कस बचाय

गगलि को कौए की चोच का घाि हआ था िह उस हौि स उठा कर अपन कमर

म िायी कफर रई स रतत पोछकर घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया कई घट क

उपचार क बाद उसक माह म एक बाद पानी टपकाया गया इस परकार िखखका न गगलि

क परार बचाय 4) गगलि न िखखका की गरहाजरी म हदन कस बबताय

गगलि न िखखका की गरहाजरी म जब उसक कमर का दरिाजा खोिा जाता गगलि

अपन झि स उतरकर दौडता और कफर ककसी दसर को दखकर तजी स अपन घोसि म जा बठता िह उन हदनो अपना वपरय खादय काज को कम खाता रहता था 5) गगलि क परतत महादिी िमाय जी की ममता का िरयन कीकजए

जब गगलि घायि हआ तब उस पर रई स रतत पोछकर पकनसमिन का मरहम

िगाया रहन क मिए झिा बनाकर उस गगलि नाम स पकारा गगलि को खान क

मिए काज तथा बबसकट हदया थािी म स एक - एक चािि उठाकर खान को मसखाया अनय गगिहररयो क साथ खिन क मिए वयिसथा की गगलि क अततम हदनो म उस बचान की परी कोमशश भी की और उसकी मतय क बाद समागध भी बनायी गयी इस

परकार महादिी िमाय जी न गगलि क परतत अपनी ममता को दशायया ह

8

4 अमभनि मनषय ( इस कविता म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) आज की दतनया कसी ह आज की दतनया विगचतर और निीन ह 2) मानि क हतम पर तया चडता और उतरता ह मानि क हतम पर पिन का ताप चढता और उतरता ह 3) परमार ककस दखकर काापत ह परमार मनषय क करो को दखकर काापत ह 4) आधतनक परष न ककस पर विजय पायी ह आधतनक परष न परकतत पर विजय पायी ह 5) नर ककन - ककन को एक समान िााघ सकता ह नर नदी गगरर और सागर को एक समान िााघ सकता ह II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय तया ह (अथरा) हदनकरजी न `अमभनि मनषय को तया सदश हदया ह हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय जो मनषय बदगध को चतनय हदय स जीतता ह जो मानि दसर मानि का ररसता जोडकर आपस की दरी को ममटाए िही मानि कहिान का अगधकारी होता ह सभी मानिो स सनह का बााद बााधना मानि की मसदधी ह 2) परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय समझाइए (अथरा) हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन कस ककया ह परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय यह ह कक ndash ( हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन इस परकार ककया ह कक - ) आज मनज परकतत क हर तति पर विजय पाया ह परकतत क हर तति को अपन िश म कर मिया ह परकतत म पानी पिन विदयत सब पर मनषय न अपना अगधकार सथावपत ककया ह

9

5 मरा बचपन ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और समरर क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) अजदि किाम जी का बचपन कस बीता अजदि किाम जी का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता 2) अजदि किाम जी बचपन म ककस घर म रहत थ अजदि किाम जी बचपन म पशतनी घर म रहत थ 3) अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत तया थी अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत पसतक थी 4) अजदि किाम क चचर भाई कौन थ अजदि किाम क चचर भाई शमसददीन थ 5) किाम और जिािददीन ककस विषय पर बात करत थ किाम और जिािददीन आधयाकतमक विषयो पर बात करत थ II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) आमशयममा जी अजदि किाम को खान म तया - तया दती थी आमशयममा जी अजदि किाम क सामन कि का पिा बबछाती और कफर उसपर चािि एि सगगधत सिाहदषट सााबार दती साथ म घर का बना आचार और नाररयि की ताज़ी चटनी भी दती थी 2) जनिाबदीन नमाज क बार म तया कहत थ जनिाबदीन नमाज क बार म कहत थ कक - `जब तम नमाज पढत हो तो तम अपन शरीर स इतर बरहमाड का एक हहससा बन जात हो कजसम दौित आय जातत या धमय - पथ का कोई भदभाि नही होताrsquo 3) अजदि किामजी का जनम कहाा हआ अजदि किामजी का जनम मदरास राजय (अब तममिनाड) क रामशिरम कसब म एक मधयिगीय पररिार म हआ

10

4) किाम जी का बचपन बडी तनकशचतता और सादगी म कस बीता इनक वपता आडबरहीन वयकतत थ और सभी अनािशयक एि ऐशो - आरामिािी चीजो स दर रहत थ पर घर म सभी आिशयक चीज समगचत मातरा म सिभता स उपिजध थी इस मिए अजदि किाम का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता ndash भौततक एि भािनातमक दोनो ही दकषटयो स 5) शमसददीन अखबारो क वितरर का कायय कस करत थ शमसददीन रामशिरम म अखबारो क एक मातर वितरक थ इस अखबार एजसी को अकि शमसददीन ही चिात थ अखबार रामशिरम सटशन पर सबह की टरन स पहाचत थ जो पामबन स आती थी रामशिरम म अखबारो की जमिा एक हजार परततयाा बबकती थी इस तरह ि अखबारो क वितरर का कायय करत थ

6 बसत की सचचाई ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह या चार अक क मिए भी एक परशन पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) बसत राजककशोर स बार ndash बार विनती तयो कर रहा था सबर स अब तक बटन हदयासिाई छिनी कछ नही बबका था इसमिए बसत राजककशोर स कछ चीज़ खरीदन क मिए बार ndash बार विनती कर रहा था 2) बसत तया - तया बचता था बसत बटन हदयासिाई और छिनी बचता था 3) पडडत राजककशोर तया काम करत थ पडडत राजककशोर मजदरो क नता थ 4) बसत और परताप कहाा रहत थ बसत और परताप भीख अहीर क घर म रहत थ 5) प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर तया ह प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर ईमानदारी परामाखरकता ह

11

II इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था कस बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था िह महनत स पसा कमाना चाहता था इसमिए प राजककशोर स दया की भीख िन स इनकार ककया जब िह नोट भनान गया तब िौटत समय मोटर क नीच आ गया और बरी तरह स घायि होन पर भी िह अपन भाई परताप को पस िौटान क मिए राजककशोर क घर भजता ह इसस पता चिता ह कक बसत ईमानदार िडका ह 2) प राजककशोर क मानिीय वयिहार का पररचय दीकजए पकनडत राजककशोर मजदरो क अगधकारो क मिए िडनिाि नता थ गरीबो क परतत सहानभतत हदखानिाि वयकतत थ बसत को सहायता करन की दकषट स ि उसस सामान खरीदत ह परताप स बसत की मोटर दघयटना क बार म पता चित ही उस क घर पहाचत ह और डॉतटर को बिात ह डॉतटर की सिाह पर असपताि पहाचान का परबध करत ह दोनो भाईयो को सातिना दत ह इस परकार राजककशोर की मानिीयता वयतत होती ह

7 तिसी क दोह ( इस दोह म समझना क एक परशन ममिान म एक अक क मिए और रसगरहर क एक परशन भािाथय तीन अक क मिए ह (विकलप कठसथ क मिए चार अक क मिए पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए 1) विशि ककनह करतार 2) पररहरर िारर विकार 3) जब िग घट म परार 4) ससतयवरत राम भरोसो एक 5) हस क समान सत क गर 6) दया का मि धमय 7) पाप का मि अमभमान

12

II निमिशलखिि रदोह का भाराथव अपि शबरदो म शलखिए 1) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - मनषय पर जब विपवि पडती ह तब विदया विनय तथा वििक ही उसका साथ तनभात हजो राम पर भरोसा करता ह िह साहसी सतयवरत और सकतिान बनता ह 2) राम नाम मतन दीप धर जीह दहरी दिार तिसी भीतर बाहहरौ जो चाहसी उकजयार भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - कजस तरह दहरी पर हदया रखन स घर क भीतर तथा आागन म परकाश फिता हउसी तरह राम-नाम जप न स मानि की आतररक और बाहय शकधद होती ह III कवरिा को कठसथ करक शलखिए 1) मखखया मख सो चाहहए खान पान को एक पाि पोस सकि अग तिसी सहहत वििक 2) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक 3) दया धमय का मि ह पाप मि अमभमान तिसी दया न छााडडय जब िग घट म परार

8 इटरनट करातत ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता का एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) कपयटर सगरक यतर इटरनट अतजायि 2) आईटीइनफरमशन टतनोिाजीआईटीईएसइनफरमशन टतनोिाजी ऐनबलड सवियसस 3) फसबक िरदान हककग अमभशाप 4) िीडडयो कानफरस विचार - वितनमय ई - परशासन पारदशी परशासन

13

5) सोशल नटवरकि ि साइटस विचअल मीहटिि कालपननक सभािार 6) ई-िवनस सरकारी कामकाज फसबचक सोशल नटवरकि ि 7) आईटी इनफारमशन टकनोलाजी ििएमटी हििदचसतान मशीन टलस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) वयापार और बककग म इटरनट स तया मदद ममिती ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खरीदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस दकान जान और िाइन म घटो खड रहन का समय बच सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतना भी रकम भजी जा सकती ह 2) ई - गिननस क बार म समझाइए ई - गिननस दिारा सरकार क सभी कामकाज का वििरर अमभिख सरकारी आदश आहद को यथाित िोगो को सगचत ककया जाता ह इसस परशासन पारदशी बन सकता ह 3) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 4) सचार और सचना ितर म इटरनट का तया महति ह सचार और सचना ितर म इटरनट दिारा पि भर म जयादा खचय ककए बबना कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी कोन म भजना ममककन हो गया ह 5) सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कस ( अथरा ) सोशि नटिककि ग साइटस का समाज पर तया परभाि पड रहा ह सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कजसन दतनया भर क िोगो को एक जगह पर िा खडा कर हदया ह सोमशयि नटिककि ग क कई साइटस ह जस -- फसबक आरकट टविटटरमिकडडन आहदइन साइटस क कारर दश-- विदश क िोगो की रहन - सहन िश--भषा खान -पान ससकतत किा आहद का परभाि शीघराततशीघर हमार समाज पर पड रहा ह इस परकार शोमशयि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह

14

9 ईमानदारो क सममिन म

( इस पाठ म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए

अ ब 1) ईमानदारो क सममलन म बईमानी का पदाफाश 2) ईमानदारो क सममलन म ईमानदारो की परशिसा 3) ईमानदारो क सममलन का उदघाटन शानदार स िचआ 4) ईमानदारो क सममलन म िररशिकर परसाई 5) ईमानदारो क सममलन म वयिगय रिना 6) दश क परससधद ईमानदार लखक (िररशिकर परसाई) II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) िखक परसाईजी को कहाा ठहराया गया िखक परसाईजी को होटि क एक बड कमर म ठहराया गया 2) िखक दसर दजय म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दजय म सफर करना चाहत थ 3) सिागत सममतत क मतरी ककसको डााटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 4) सममिन म िखक क भाग िन स ककन - ककन को परररा ममि सकती ह सममिन म िखक क भाग िन स ईमानदारो तथा उदीयमान ईमानदारो को बडी परररा ममि सकती ह 5) िखक पहनन क कपड कहाा दबाकर सोय िखक पहनन क कपड को मसरहान दबाकर सोय 6) िखक न धप का चशमा कहाा रखा था िखक न धप का चशमा कमर की टबि पर रखा था 7) परसाई जी को सममिन म तयो बिाया गया था परसाई जी को सममिन का उदघाटन करन क मिए बिाया गया था

15

8) फि मािाएा ममिन पर िखक तया सोचन िग फि मािाएा ममिन पर िखक सोचन िग कक - आस--पासकोई मािी होता तो फि मािाएा भी बच िता 9) िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय तयो मिया िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय मिया तयो कक -- िखक की चपपि चशमा बबसतर और तािा तक चोरी हो गया था सोचा की अगर म यहाा रका तो म ही चरा मिया जाऊा गा

10 दतनया म पहिा मकान ( इस पाठ म समरर क एक परशन जोडना एक अक क मिए और समझना क एक परशन एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) मसगफो आहदिासी पिोिर भारत 2) तािाब मछिी 3) हाथी पर 4) भस हडzwj डयाा 5) पहिा मकान 6) मसगफो आहदिासी 7) मकान की छत मछिी की पीठ जसी II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न तया ककया अथरा दोसतो न तया तय ककया सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न एक मकान बनाया (दोसतो न मकान बनान को तय ककया) 2) सबस पहि आदमी को मकान बनाना ककसन मसखाया सबस पहि आदमी को मकान बनाना बहतmdash स पशओ न मसखाया

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 7: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

7

5) कोयि मधर सिर कौआ ककय श सिर 6) बसत की सचचाई ईमानदारी की सीख गगलि परारी दया की सीख 7) कशमीरी सब परमचद गगलि महादिी िमाय 8) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) िखखका का धयान आकवषयत करन क मिए गगलि तया करता था

िखखका का धयान आकवषयत करन क मिए गगलि िह िखखका क पर तक आकर सरय

स परद पर चढ जाता और कफर उसी तजी स उतरता था उसका यह करम तब तक चिता जब तक िखखका गगलि को पकडन क मिए न उठती 2) िखखका को गगिहरी ककस कसथतत म हदखायी पडी

िखखका को गगिहरी गमि और दीिार की सगध म तछपी पडी थी काकदिय की चोचो क दो घाि उस िघपरार क मिए बहत थ इसमिए िह तनशचषट - सा गमि स

गचपका पडा था 3) िखखका न गगलि क परार कस बचाय

गगलि को कौए की चोच का घाि हआ था िह उस हौि स उठा कर अपन कमर

म िायी कफर रई स रतत पोछकर घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया कई घट क

उपचार क बाद उसक माह म एक बाद पानी टपकाया गया इस परकार िखखका न गगलि

क परार बचाय 4) गगलि न िखखका की गरहाजरी म हदन कस बबताय

गगलि न िखखका की गरहाजरी म जब उसक कमर का दरिाजा खोिा जाता गगलि

अपन झि स उतरकर दौडता और कफर ककसी दसर को दखकर तजी स अपन घोसि म जा बठता िह उन हदनो अपना वपरय खादय काज को कम खाता रहता था 5) गगलि क परतत महादिी िमाय जी की ममता का िरयन कीकजए

जब गगलि घायि हआ तब उस पर रई स रतत पोछकर पकनसमिन का मरहम

िगाया रहन क मिए झिा बनाकर उस गगलि नाम स पकारा गगलि को खान क

मिए काज तथा बबसकट हदया थािी म स एक - एक चािि उठाकर खान को मसखाया अनय गगिहररयो क साथ खिन क मिए वयिसथा की गगलि क अततम हदनो म उस बचान की परी कोमशश भी की और उसकी मतय क बाद समागध भी बनायी गयी इस

परकार महादिी िमाय जी न गगलि क परतत अपनी ममता को दशायया ह

8

4 अमभनि मनषय ( इस कविता म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) आज की दतनया कसी ह आज की दतनया विगचतर और निीन ह 2) मानि क हतम पर तया चडता और उतरता ह मानि क हतम पर पिन का ताप चढता और उतरता ह 3) परमार ककस दखकर काापत ह परमार मनषय क करो को दखकर काापत ह 4) आधतनक परष न ककस पर विजय पायी ह आधतनक परष न परकतत पर विजय पायी ह 5) नर ककन - ककन को एक समान िााघ सकता ह नर नदी गगरर और सागर को एक समान िााघ सकता ह II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय तया ह (अथरा) हदनकरजी न `अमभनि मनषय को तया सदश हदया ह हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय जो मनषय बदगध को चतनय हदय स जीतता ह जो मानि दसर मानि का ररसता जोडकर आपस की दरी को ममटाए िही मानि कहिान का अगधकारी होता ह सभी मानिो स सनह का बााद बााधना मानि की मसदधी ह 2) परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय समझाइए (अथरा) हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन कस ककया ह परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय यह ह कक ndash ( हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन इस परकार ककया ह कक - ) आज मनज परकतत क हर तति पर विजय पाया ह परकतत क हर तति को अपन िश म कर मिया ह परकतत म पानी पिन विदयत सब पर मनषय न अपना अगधकार सथावपत ककया ह

9

5 मरा बचपन ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और समरर क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) अजदि किाम जी का बचपन कस बीता अजदि किाम जी का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता 2) अजदि किाम जी बचपन म ककस घर म रहत थ अजदि किाम जी बचपन म पशतनी घर म रहत थ 3) अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत तया थी अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत पसतक थी 4) अजदि किाम क चचर भाई कौन थ अजदि किाम क चचर भाई शमसददीन थ 5) किाम और जिािददीन ककस विषय पर बात करत थ किाम और जिािददीन आधयाकतमक विषयो पर बात करत थ II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) आमशयममा जी अजदि किाम को खान म तया - तया दती थी आमशयममा जी अजदि किाम क सामन कि का पिा बबछाती और कफर उसपर चािि एि सगगधत सिाहदषट सााबार दती साथ म घर का बना आचार और नाररयि की ताज़ी चटनी भी दती थी 2) जनिाबदीन नमाज क बार म तया कहत थ जनिाबदीन नमाज क बार म कहत थ कक - `जब तम नमाज पढत हो तो तम अपन शरीर स इतर बरहमाड का एक हहससा बन जात हो कजसम दौित आय जातत या धमय - पथ का कोई भदभाि नही होताrsquo 3) अजदि किामजी का जनम कहाा हआ अजदि किामजी का जनम मदरास राजय (अब तममिनाड) क रामशिरम कसब म एक मधयिगीय पररिार म हआ

10

4) किाम जी का बचपन बडी तनकशचतता और सादगी म कस बीता इनक वपता आडबरहीन वयकतत थ और सभी अनािशयक एि ऐशो - आरामिािी चीजो स दर रहत थ पर घर म सभी आिशयक चीज समगचत मातरा म सिभता स उपिजध थी इस मिए अजदि किाम का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता ndash भौततक एि भािनातमक दोनो ही दकषटयो स 5) शमसददीन अखबारो क वितरर का कायय कस करत थ शमसददीन रामशिरम म अखबारो क एक मातर वितरक थ इस अखबार एजसी को अकि शमसददीन ही चिात थ अखबार रामशिरम सटशन पर सबह की टरन स पहाचत थ जो पामबन स आती थी रामशिरम म अखबारो की जमिा एक हजार परततयाा बबकती थी इस तरह ि अखबारो क वितरर का कायय करत थ

6 बसत की सचचाई ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह या चार अक क मिए भी एक परशन पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) बसत राजककशोर स बार ndash बार विनती तयो कर रहा था सबर स अब तक बटन हदयासिाई छिनी कछ नही बबका था इसमिए बसत राजककशोर स कछ चीज़ खरीदन क मिए बार ndash बार विनती कर रहा था 2) बसत तया - तया बचता था बसत बटन हदयासिाई और छिनी बचता था 3) पडडत राजककशोर तया काम करत थ पडडत राजककशोर मजदरो क नता थ 4) बसत और परताप कहाा रहत थ बसत और परताप भीख अहीर क घर म रहत थ 5) प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर तया ह प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर ईमानदारी परामाखरकता ह

11

II इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था कस बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था िह महनत स पसा कमाना चाहता था इसमिए प राजककशोर स दया की भीख िन स इनकार ककया जब िह नोट भनान गया तब िौटत समय मोटर क नीच आ गया और बरी तरह स घायि होन पर भी िह अपन भाई परताप को पस िौटान क मिए राजककशोर क घर भजता ह इसस पता चिता ह कक बसत ईमानदार िडका ह 2) प राजककशोर क मानिीय वयिहार का पररचय दीकजए पकनडत राजककशोर मजदरो क अगधकारो क मिए िडनिाि नता थ गरीबो क परतत सहानभतत हदखानिाि वयकतत थ बसत को सहायता करन की दकषट स ि उसस सामान खरीदत ह परताप स बसत की मोटर दघयटना क बार म पता चित ही उस क घर पहाचत ह और डॉतटर को बिात ह डॉतटर की सिाह पर असपताि पहाचान का परबध करत ह दोनो भाईयो को सातिना दत ह इस परकार राजककशोर की मानिीयता वयतत होती ह

7 तिसी क दोह ( इस दोह म समझना क एक परशन ममिान म एक अक क मिए और रसगरहर क एक परशन भािाथय तीन अक क मिए ह (विकलप कठसथ क मिए चार अक क मिए पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए 1) विशि ककनह करतार 2) पररहरर िारर विकार 3) जब िग घट म परार 4) ससतयवरत राम भरोसो एक 5) हस क समान सत क गर 6) दया का मि धमय 7) पाप का मि अमभमान

12

II निमिशलखिि रदोह का भाराथव अपि शबरदो म शलखिए 1) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - मनषय पर जब विपवि पडती ह तब विदया विनय तथा वििक ही उसका साथ तनभात हजो राम पर भरोसा करता ह िह साहसी सतयवरत और सकतिान बनता ह 2) राम नाम मतन दीप धर जीह दहरी दिार तिसी भीतर बाहहरौ जो चाहसी उकजयार भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - कजस तरह दहरी पर हदया रखन स घर क भीतर तथा आागन म परकाश फिता हउसी तरह राम-नाम जप न स मानि की आतररक और बाहय शकधद होती ह III कवरिा को कठसथ करक शलखिए 1) मखखया मख सो चाहहए खान पान को एक पाि पोस सकि अग तिसी सहहत वििक 2) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक 3) दया धमय का मि ह पाप मि अमभमान तिसी दया न छााडडय जब िग घट म परार

8 इटरनट करातत ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता का एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) कपयटर सगरक यतर इटरनट अतजायि 2) आईटीइनफरमशन टतनोिाजीआईटीईएसइनफरमशन टतनोिाजी ऐनबलड सवियसस 3) फसबक िरदान हककग अमभशाप 4) िीडडयो कानफरस विचार - वितनमय ई - परशासन पारदशी परशासन

13

5) सोशल नटवरकि ि साइटस विचअल मीहटिि कालपननक सभािार 6) ई-िवनस सरकारी कामकाज फसबचक सोशल नटवरकि ि 7) आईटी इनफारमशन टकनोलाजी ििएमटी हििदचसतान मशीन टलस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) वयापार और बककग म इटरनट स तया मदद ममिती ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खरीदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस दकान जान और िाइन म घटो खड रहन का समय बच सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतना भी रकम भजी जा सकती ह 2) ई - गिननस क बार म समझाइए ई - गिननस दिारा सरकार क सभी कामकाज का वििरर अमभिख सरकारी आदश आहद को यथाित िोगो को सगचत ककया जाता ह इसस परशासन पारदशी बन सकता ह 3) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 4) सचार और सचना ितर म इटरनट का तया महति ह सचार और सचना ितर म इटरनट दिारा पि भर म जयादा खचय ककए बबना कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी कोन म भजना ममककन हो गया ह 5) सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कस ( अथरा ) सोशि नटिककि ग साइटस का समाज पर तया परभाि पड रहा ह सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कजसन दतनया भर क िोगो को एक जगह पर िा खडा कर हदया ह सोमशयि नटिककि ग क कई साइटस ह जस -- फसबक आरकट टविटटरमिकडडन आहदइन साइटस क कारर दश-- विदश क िोगो की रहन - सहन िश--भषा खान -पान ससकतत किा आहद का परभाि शीघराततशीघर हमार समाज पर पड रहा ह इस परकार शोमशयि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह

14

9 ईमानदारो क सममिन म

( इस पाठ म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए

अ ब 1) ईमानदारो क सममलन म बईमानी का पदाफाश 2) ईमानदारो क सममलन म ईमानदारो की परशिसा 3) ईमानदारो क सममलन का उदघाटन शानदार स िचआ 4) ईमानदारो क सममलन म िररशिकर परसाई 5) ईमानदारो क सममलन म वयिगय रिना 6) दश क परससधद ईमानदार लखक (िररशिकर परसाई) II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) िखक परसाईजी को कहाा ठहराया गया िखक परसाईजी को होटि क एक बड कमर म ठहराया गया 2) िखक दसर दजय म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दजय म सफर करना चाहत थ 3) सिागत सममतत क मतरी ककसको डााटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 4) सममिन म िखक क भाग िन स ककन - ककन को परररा ममि सकती ह सममिन म िखक क भाग िन स ईमानदारो तथा उदीयमान ईमानदारो को बडी परररा ममि सकती ह 5) िखक पहनन क कपड कहाा दबाकर सोय िखक पहनन क कपड को मसरहान दबाकर सोय 6) िखक न धप का चशमा कहाा रखा था िखक न धप का चशमा कमर की टबि पर रखा था 7) परसाई जी को सममिन म तयो बिाया गया था परसाई जी को सममिन का उदघाटन करन क मिए बिाया गया था

15

8) फि मािाएा ममिन पर िखक तया सोचन िग फि मािाएा ममिन पर िखक सोचन िग कक - आस--पासकोई मािी होता तो फि मािाएा भी बच िता 9) िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय तयो मिया िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय मिया तयो कक -- िखक की चपपि चशमा बबसतर और तािा तक चोरी हो गया था सोचा की अगर म यहाा रका तो म ही चरा मिया जाऊा गा

10 दतनया म पहिा मकान ( इस पाठ म समरर क एक परशन जोडना एक अक क मिए और समझना क एक परशन एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) मसगफो आहदिासी पिोिर भारत 2) तािाब मछिी 3) हाथी पर 4) भस हडzwj डयाा 5) पहिा मकान 6) मसगफो आहदिासी 7) मकान की छत मछिी की पीठ जसी II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न तया ककया अथरा दोसतो न तया तय ककया सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न एक मकान बनाया (दोसतो न मकान बनान को तय ककया) 2) सबस पहि आदमी को मकान बनाना ककसन मसखाया सबस पहि आदमी को मकान बनाना बहतmdash स पशओ न मसखाया

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 8: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

8

4 अमभनि मनषय ( इस कविता म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) आज की दतनया कसी ह आज की दतनया विगचतर और निीन ह 2) मानि क हतम पर तया चडता और उतरता ह मानि क हतम पर पिन का ताप चढता और उतरता ह 3) परमार ककस दखकर काापत ह परमार मनषय क करो को दखकर काापत ह 4) आधतनक परष न ककस पर विजय पायी ह आधतनक परष न परकतत पर विजय पायी ह 5) नर ककन - ककन को एक समान िााघ सकता ह नर नदी गगरर और सागर को एक समान िााघ सकता ह II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय तया ह (अथरा) हदनकरजी न `अमभनि मनषय को तया सदश हदया ह हदनकरजी क अनसार मानि का सही पररचय जो मनषय बदगध को चतनय हदय स जीतता ह जो मानि दसर मानि का ररसता जोडकर आपस की दरी को ममटाए िही मानि कहिान का अगधकारी होता ह सभी मानिो स सनह का बााद बााधना मानि की मसदधी ह 2) परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय समझाइए (अथरा) हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन कस ककया ह परकतत पर सियतर ह विजयी परष आसीन-- इस पकतत का आशय यह ह कक ndash ( हदनकरजी न आधतनक मानि की भौततक साधना का िरयन इस परकार ककया ह कक - ) आज मनज परकतत क हर तति पर विजय पाया ह परकतत क हर तति को अपन िश म कर मिया ह परकतत म पानी पिन विदयत सब पर मनषय न अपना अगधकार सथावपत ककया ह

9

5 मरा बचपन ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और समरर क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) अजदि किाम जी का बचपन कस बीता अजदि किाम जी का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता 2) अजदि किाम जी बचपन म ककस घर म रहत थ अजदि किाम जी बचपन म पशतनी घर म रहत थ 3) अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत तया थी अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत पसतक थी 4) अजदि किाम क चचर भाई कौन थ अजदि किाम क चचर भाई शमसददीन थ 5) किाम और जिािददीन ककस विषय पर बात करत थ किाम और जिािददीन आधयाकतमक विषयो पर बात करत थ II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) आमशयममा जी अजदि किाम को खान म तया - तया दती थी आमशयममा जी अजदि किाम क सामन कि का पिा बबछाती और कफर उसपर चािि एि सगगधत सिाहदषट सााबार दती साथ म घर का बना आचार और नाररयि की ताज़ी चटनी भी दती थी 2) जनिाबदीन नमाज क बार म तया कहत थ जनिाबदीन नमाज क बार म कहत थ कक - `जब तम नमाज पढत हो तो तम अपन शरीर स इतर बरहमाड का एक हहससा बन जात हो कजसम दौित आय जातत या धमय - पथ का कोई भदभाि नही होताrsquo 3) अजदि किामजी का जनम कहाा हआ अजदि किामजी का जनम मदरास राजय (अब तममिनाड) क रामशिरम कसब म एक मधयिगीय पररिार म हआ

10

4) किाम जी का बचपन बडी तनकशचतता और सादगी म कस बीता इनक वपता आडबरहीन वयकतत थ और सभी अनािशयक एि ऐशो - आरामिािी चीजो स दर रहत थ पर घर म सभी आिशयक चीज समगचत मातरा म सिभता स उपिजध थी इस मिए अजदि किाम का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता ndash भौततक एि भािनातमक दोनो ही दकषटयो स 5) शमसददीन अखबारो क वितरर का कायय कस करत थ शमसददीन रामशिरम म अखबारो क एक मातर वितरक थ इस अखबार एजसी को अकि शमसददीन ही चिात थ अखबार रामशिरम सटशन पर सबह की टरन स पहाचत थ जो पामबन स आती थी रामशिरम म अखबारो की जमिा एक हजार परततयाा बबकती थी इस तरह ि अखबारो क वितरर का कायय करत थ

6 बसत की सचचाई ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह या चार अक क मिए भी एक परशन पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) बसत राजककशोर स बार ndash बार विनती तयो कर रहा था सबर स अब तक बटन हदयासिाई छिनी कछ नही बबका था इसमिए बसत राजककशोर स कछ चीज़ खरीदन क मिए बार ndash बार विनती कर रहा था 2) बसत तया - तया बचता था बसत बटन हदयासिाई और छिनी बचता था 3) पडडत राजककशोर तया काम करत थ पडडत राजककशोर मजदरो क नता थ 4) बसत और परताप कहाा रहत थ बसत और परताप भीख अहीर क घर म रहत थ 5) प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर तया ह प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर ईमानदारी परामाखरकता ह

11

II इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था कस बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था िह महनत स पसा कमाना चाहता था इसमिए प राजककशोर स दया की भीख िन स इनकार ककया जब िह नोट भनान गया तब िौटत समय मोटर क नीच आ गया और बरी तरह स घायि होन पर भी िह अपन भाई परताप को पस िौटान क मिए राजककशोर क घर भजता ह इसस पता चिता ह कक बसत ईमानदार िडका ह 2) प राजककशोर क मानिीय वयिहार का पररचय दीकजए पकनडत राजककशोर मजदरो क अगधकारो क मिए िडनिाि नता थ गरीबो क परतत सहानभतत हदखानिाि वयकतत थ बसत को सहायता करन की दकषट स ि उसस सामान खरीदत ह परताप स बसत की मोटर दघयटना क बार म पता चित ही उस क घर पहाचत ह और डॉतटर को बिात ह डॉतटर की सिाह पर असपताि पहाचान का परबध करत ह दोनो भाईयो को सातिना दत ह इस परकार राजककशोर की मानिीयता वयतत होती ह

7 तिसी क दोह ( इस दोह म समझना क एक परशन ममिान म एक अक क मिए और रसगरहर क एक परशन भािाथय तीन अक क मिए ह (विकलप कठसथ क मिए चार अक क मिए पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए 1) विशि ककनह करतार 2) पररहरर िारर विकार 3) जब िग घट म परार 4) ससतयवरत राम भरोसो एक 5) हस क समान सत क गर 6) दया का मि धमय 7) पाप का मि अमभमान

12

II निमिशलखिि रदोह का भाराथव अपि शबरदो म शलखिए 1) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - मनषय पर जब विपवि पडती ह तब विदया विनय तथा वििक ही उसका साथ तनभात हजो राम पर भरोसा करता ह िह साहसी सतयवरत और सकतिान बनता ह 2) राम नाम मतन दीप धर जीह दहरी दिार तिसी भीतर बाहहरौ जो चाहसी उकजयार भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - कजस तरह दहरी पर हदया रखन स घर क भीतर तथा आागन म परकाश फिता हउसी तरह राम-नाम जप न स मानि की आतररक और बाहय शकधद होती ह III कवरिा को कठसथ करक शलखिए 1) मखखया मख सो चाहहए खान पान को एक पाि पोस सकि अग तिसी सहहत वििक 2) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक 3) दया धमय का मि ह पाप मि अमभमान तिसी दया न छााडडय जब िग घट म परार

8 इटरनट करातत ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता का एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) कपयटर सगरक यतर इटरनट अतजायि 2) आईटीइनफरमशन टतनोिाजीआईटीईएसइनफरमशन टतनोिाजी ऐनबलड सवियसस 3) फसबक िरदान हककग अमभशाप 4) िीडडयो कानफरस विचार - वितनमय ई - परशासन पारदशी परशासन

13

5) सोशल नटवरकि ि साइटस विचअल मीहटिि कालपननक सभािार 6) ई-िवनस सरकारी कामकाज फसबचक सोशल नटवरकि ि 7) आईटी इनफारमशन टकनोलाजी ििएमटी हििदचसतान मशीन टलस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) वयापार और बककग म इटरनट स तया मदद ममिती ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खरीदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस दकान जान और िाइन म घटो खड रहन का समय बच सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतना भी रकम भजी जा सकती ह 2) ई - गिननस क बार म समझाइए ई - गिननस दिारा सरकार क सभी कामकाज का वििरर अमभिख सरकारी आदश आहद को यथाित िोगो को सगचत ककया जाता ह इसस परशासन पारदशी बन सकता ह 3) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 4) सचार और सचना ितर म इटरनट का तया महति ह सचार और सचना ितर म इटरनट दिारा पि भर म जयादा खचय ककए बबना कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी कोन म भजना ममककन हो गया ह 5) सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कस ( अथरा ) सोशि नटिककि ग साइटस का समाज पर तया परभाि पड रहा ह सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कजसन दतनया भर क िोगो को एक जगह पर िा खडा कर हदया ह सोमशयि नटिककि ग क कई साइटस ह जस -- फसबक आरकट टविटटरमिकडडन आहदइन साइटस क कारर दश-- विदश क िोगो की रहन - सहन िश--भषा खान -पान ससकतत किा आहद का परभाि शीघराततशीघर हमार समाज पर पड रहा ह इस परकार शोमशयि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह

14

9 ईमानदारो क सममिन म

( इस पाठ म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए

अ ब 1) ईमानदारो क सममलन म बईमानी का पदाफाश 2) ईमानदारो क सममलन म ईमानदारो की परशिसा 3) ईमानदारो क सममलन का उदघाटन शानदार स िचआ 4) ईमानदारो क सममलन म िररशिकर परसाई 5) ईमानदारो क सममलन म वयिगय रिना 6) दश क परससधद ईमानदार लखक (िररशिकर परसाई) II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) िखक परसाईजी को कहाा ठहराया गया िखक परसाईजी को होटि क एक बड कमर म ठहराया गया 2) िखक दसर दजय म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दजय म सफर करना चाहत थ 3) सिागत सममतत क मतरी ककसको डााटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 4) सममिन म िखक क भाग िन स ककन - ककन को परररा ममि सकती ह सममिन म िखक क भाग िन स ईमानदारो तथा उदीयमान ईमानदारो को बडी परररा ममि सकती ह 5) िखक पहनन क कपड कहाा दबाकर सोय िखक पहनन क कपड को मसरहान दबाकर सोय 6) िखक न धप का चशमा कहाा रखा था िखक न धप का चशमा कमर की टबि पर रखा था 7) परसाई जी को सममिन म तयो बिाया गया था परसाई जी को सममिन का उदघाटन करन क मिए बिाया गया था

15

8) फि मािाएा ममिन पर िखक तया सोचन िग फि मािाएा ममिन पर िखक सोचन िग कक - आस--पासकोई मािी होता तो फि मािाएा भी बच िता 9) िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय तयो मिया िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय मिया तयो कक -- िखक की चपपि चशमा बबसतर और तािा तक चोरी हो गया था सोचा की अगर म यहाा रका तो म ही चरा मिया जाऊा गा

10 दतनया म पहिा मकान ( इस पाठ म समरर क एक परशन जोडना एक अक क मिए और समझना क एक परशन एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) मसगफो आहदिासी पिोिर भारत 2) तािाब मछिी 3) हाथी पर 4) भस हडzwj डयाा 5) पहिा मकान 6) मसगफो आहदिासी 7) मकान की छत मछिी की पीठ जसी II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न तया ककया अथरा दोसतो न तया तय ककया सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न एक मकान बनाया (दोसतो न मकान बनान को तय ककया) 2) सबस पहि आदमी को मकान बनाना ककसन मसखाया सबस पहि आदमी को मकान बनाना बहतmdash स पशओ न मसखाया

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 9: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

9

5 मरा बचपन ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और समरर क एक परशन दो अक क मिए ह या एक अक क एक परशन और दो अक क एक परशन या तीन अक क मिए भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) अजदि किाम जी का बचपन कस बीता अजदि किाम जी का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता 2) अजदि किाम जी बचपन म ककस घर म रहत थ अजदि किाम जी बचपन म पशतनी घर म रहत थ 3) अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत तया थी अजदि किाम जी क बचपन म दियभ िसत पसतक थी 4) अजदि किाम क चचर भाई कौन थ अजदि किाम क चचर भाई शमसददीन थ 5) किाम और जिािददीन ककस विषय पर बात करत थ किाम और जिािददीन आधयाकतमक विषयो पर बात करत थ II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) आमशयममा जी अजदि किाम को खान म तया - तया दती थी आमशयममा जी अजदि किाम क सामन कि का पिा बबछाती और कफर उसपर चािि एि सगगधत सिाहदषट सााबार दती साथ म घर का बना आचार और नाररयि की ताज़ी चटनी भी दती थी 2) जनिाबदीन नमाज क बार म तया कहत थ जनिाबदीन नमाज क बार म कहत थ कक - `जब तम नमाज पढत हो तो तम अपन शरीर स इतर बरहमाड का एक हहससा बन जात हो कजसम दौित आय जातत या धमय - पथ का कोई भदभाि नही होताrsquo 3) अजदि किामजी का जनम कहाा हआ अजदि किामजी का जनम मदरास राजय (अब तममिनाड) क रामशिरम कसब म एक मधयिगीय पररिार म हआ

10

4) किाम जी का बचपन बडी तनकशचतता और सादगी म कस बीता इनक वपता आडबरहीन वयकतत थ और सभी अनािशयक एि ऐशो - आरामिािी चीजो स दर रहत थ पर घर म सभी आिशयक चीज समगचत मातरा म सिभता स उपिजध थी इस मिए अजदि किाम का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता ndash भौततक एि भािनातमक दोनो ही दकषटयो स 5) शमसददीन अखबारो क वितरर का कायय कस करत थ शमसददीन रामशिरम म अखबारो क एक मातर वितरक थ इस अखबार एजसी को अकि शमसददीन ही चिात थ अखबार रामशिरम सटशन पर सबह की टरन स पहाचत थ जो पामबन स आती थी रामशिरम म अखबारो की जमिा एक हजार परततयाा बबकती थी इस तरह ि अखबारो क वितरर का कायय करत थ

6 बसत की सचचाई ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह या चार अक क मिए भी एक परशन पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) बसत राजककशोर स बार ndash बार विनती तयो कर रहा था सबर स अब तक बटन हदयासिाई छिनी कछ नही बबका था इसमिए बसत राजककशोर स कछ चीज़ खरीदन क मिए बार ndash बार विनती कर रहा था 2) बसत तया - तया बचता था बसत बटन हदयासिाई और छिनी बचता था 3) पडडत राजककशोर तया काम करत थ पडडत राजककशोर मजदरो क नता थ 4) बसत और परताप कहाा रहत थ बसत और परताप भीख अहीर क घर म रहत थ 5) प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर तया ह प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर ईमानदारी परामाखरकता ह

11

II इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था कस बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था िह महनत स पसा कमाना चाहता था इसमिए प राजककशोर स दया की भीख िन स इनकार ककया जब िह नोट भनान गया तब िौटत समय मोटर क नीच आ गया और बरी तरह स घायि होन पर भी िह अपन भाई परताप को पस िौटान क मिए राजककशोर क घर भजता ह इसस पता चिता ह कक बसत ईमानदार िडका ह 2) प राजककशोर क मानिीय वयिहार का पररचय दीकजए पकनडत राजककशोर मजदरो क अगधकारो क मिए िडनिाि नता थ गरीबो क परतत सहानभतत हदखानिाि वयकतत थ बसत को सहायता करन की दकषट स ि उसस सामान खरीदत ह परताप स बसत की मोटर दघयटना क बार म पता चित ही उस क घर पहाचत ह और डॉतटर को बिात ह डॉतटर की सिाह पर असपताि पहाचान का परबध करत ह दोनो भाईयो को सातिना दत ह इस परकार राजककशोर की मानिीयता वयतत होती ह

7 तिसी क दोह ( इस दोह म समझना क एक परशन ममिान म एक अक क मिए और रसगरहर क एक परशन भािाथय तीन अक क मिए ह (विकलप कठसथ क मिए चार अक क मिए पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए 1) विशि ककनह करतार 2) पररहरर िारर विकार 3) जब िग घट म परार 4) ससतयवरत राम भरोसो एक 5) हस क समान सत क गर 6) दया का मि धमय 7) पाप का मि अमभमान

12

II निमिशलखिि रदोह का भाराथव अपि शबरदो म शलखिए 1) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - मनषय पर जब विपवि पडती ह तब विदया विनय तथा वििक ही उसका साथ तनभात हजो राम पर भरोसा करता ह िह साहसी सतयवरत और सकतिान बनता ह 2) राम नाम मतन दीप धर जीह दहरी दिार तिसी भीतर बाहहरौ जो चाहसी उकजयार भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - कजस तरह दहरी पर हदया रखन स घर क भीतर तथा आागन म परकाश फिता हउसी तरह राम-नाम जप न स मानि की आतररक और बाहय शकधद होती ह III कवरिा को कठसथ करक शलखिए 1) मखखया मख सो चाहहए खान पान को एक पाि पोस सकि अग तिसी सहहत वििक 2) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक 3) दया धमय का मि ह पाप मि अमभमान तिसी दया न छााडडय जब िग घट म परार

8 इटरनट करातत ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता का एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) कपयटर सगरक यतर इटरनट अतजायि 2) आईटीइनफरमशन टतनोिाजीआईटीईएसइनफरमशन टतनोिाजी ऐनबलड सवियसस 3) फसबक िरदान हककग अमभशाप 4) िीडडयो कानफरस विचार - वितनमय ई - परशासन पारदशी परशासन

13

5) सोशल नटवरकि ि साइटस विचअल मीहटिि कालपननक सभािार 6) ई-िवनस सरकारी कामकाज फसबचक सोशल नटवरकि ि 7) आईटी इनफारमशन टकनोलाजी ििएमटी हििदचसतान मशीन टलस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) वयापार और बककग म इटरनट स तया मदद ममिती ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खरीदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस दकान जान और िाइन म घटो खड रहन का समय बच सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतना भी रकम भजी जा सकती ह 2) ई - गिननस क बार म समझाइए ई - गिननस दिारा सरकार क सभी कामकाज का वििरर अमभिख सरकारी आदश आहद को यथाित िोगो को सगचत ककया जाता ह इसस परशासन पारदशी बन सकता ह 3) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 4) सचार और सचना ितर म इटरनट का तया महति ह सचार और सचना ितर म इटरनट दिारा पि भर म जयादा खचय ककए बबना कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी कोन म भजना ममककन हो गया ह 5) सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कस ( अथरा ) सोशि नटिककि ग साइटस का समाज पर तया परभाि पड रहा ह सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कजसन दतनया भर क िोगो को एक जगह पर िा खडा कर हदया ह सोमशयि नटिककि ग क कई साइटस ह जस -- फसबक आरकट टविटटरमिकडडन आहदइन साइटस क कारर दश-- विदश क िोगो की रहन - सहन िश--भषा खान -पान ससकतत किा आहद का परभाि शीघराततशीघर हमार समाज पर पड रहा ह इस परकार शोमशयि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह

14

9 ईमानदारो क सममिन म

( इस पाठ म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए

अ ब 1) ईमानदारो क सममलन म बईमानी का पदाफाश 2) ईमानदारो क सममलन म ईमानदारो की परशिसा 3) ईमानदारो क सममलन का उदघाटन शानदार स िचआ 4) ईमानदारो क सममलन म िररशिकर परसाई 5) ईमानदारो क सममलन म वयिगय रिना 6) दश क परससधद ईमानदार लखक (िररशिकर परसाई) II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) िखक परसाईजी को कहाा ठहराया गया िखक परसाईजी को होटि क एक बड कमर म ठहराया गया 2) िखक दसर दजय म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दजय म सफर करना चाहत थ 3) सिागत सममतत क मतरी ककसको डााटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 4) सममिन म िखक क भाग िन स ककन - ककन को परररा ममि सकती ह सममिन म िखक क भाग िन स ईमानदारो तथा उदीयमान ईमानदारो को बडी परररा ममि सकती ह 5) िखक पहनन क कपड कहाा दबाकर सोय िखक पहनन क कपड को मसरहान दबाकर सोय 6) िखक न धप का चशमा कहाा रखा था िखक न धप का चशमा कमर की टबि पर रखा था 7) परसाई जी को सममिन म तयो बिाया गया था परसाई जी को सममिन का उदघाटन करन क मिए बिाया गया था

15

8) फि मािाएा ममिन पर िखक तया सोचन िग फि मािाएा ममिन पर िखक सोचन िग कक - आस--पासकोई मािी होता तो फि मािाएा भी बच िता 9) िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय तयो मिया िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय मिया तयो कक -- िखक की चपपि चशमा बबसतर और तािा तक चोरी हो गया था सोचा की अगर म यहाा रका तो म ही चरा मिया जाऊा गा

10 दतनया म पहिा मकान ( इस पाठ म समरर क एक परशन जोडना एक अक क मिए और समझना क एक परशन एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) मसगफो आहदिासी पिोिर भारत 2) तािाब मछिी 3) हाथी पर 4) भस हडzwj डयाा 5) पहिा मकान 6) मसगफो आहदिासी 7) मकान की छत मछिी की पीठ जसी II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न तया ककया अथरा दोसतो न तया तय ककया सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न एक मकान बनाया (दोसतो न मकान बनान को तय ककया) 2) सबस पहि आदमी को मकान बनाना ककसन मसखाया सबस पहि आदमी को मकान बनाना बहतmdash स पशओ न मसखाया

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 10: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

10

4) किाम जी का बचपन बडी तनकशचतता और सादगी म कस बीता इनक वपता आडबरहीन वयकतत थ और सभी अनािशयक एि ऐशो - आरामिािी चीजो स दर रहत थ पर घर म सभी आिशयक चीज समगचत मातरा म सिभता स उपिजध थी इस मिए अजदि किाम का बचपन बहत ही तनकशचतता और सादगी म बीता ndash भौततक एि भािनातमक दोनो ही दकषटयो स 5) शमसददीन अखबारो क वितरर का कायय कस करत थ शमसददीन रामशिरम म अखबारो क एक मातर वितरक थ इस अखबार एजसी को अकि शमसददीन ही चिात थ अखबार रामशिरम सटशन पर सबह की टरन स पहाचत थ जो पामबन स आती थी रामशिरम म अखबारो की जमिा एक हजार परततयाा बबकती थी इस तरह ि अखबारो क वितरर का कायय करत थ

6 बसत की सचचाई ( इस पाठ म समझना क एक परशन एक अक क मिए और अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह या चार अक क मिए भी एक परशन पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) बसत राजककशोर स बार ndash बार विनती तयो कर रहा था सबर स अब तक बटन हदयासिाई छिनी कछ नही बबका था इसमिए बसत राजककशोर स कछ चीज़ खरीदन क मिए बार ndash बार विनती कर रहा था 2) बसत तया - तया बचता था बसत बटन हदयासिाई और छिनी बचता था 3) पडडत राजककशोर तया काम करत थ पडडत राजककशोर मजदरो क नता थ 4) बसत और परताप कहाा रहत थ बसत और परताप भीख अहीर क घर म रहत थ 5) प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर तया ह प राजककशोर क अनसार बसत म तनहहत दियभ गर ईमानदारी परामाखरकता ह

11

II इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था कस बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था िह महनत स पसा कमाना चाहता था इसमिए प राजककशोर स दया की भीख िन स इनकार ककया जब िह नोट भनान गया तब िौटत समय मोटर क नीच आ गया और बरी तरह स घायि होन पर भी िह अपन भाई परताप को पस िौटान क मिए राजककशोर क घर भजता ह इसस पता चिता ह कक बसत ईमानदार िडका ह 2) प राजककशोर क मानिीय वयिहार का पररचय दीकजए पकनडत राजककशोर मजदरो क अगधकारो क मिए िडनिाि नता थ गरीबो क परतत सहानभतत हदखानिाि वयकतत थ बसत को सहायता करन की दकषट स ि उसस सामान खरीदत ह परताप स बसत की मोटर दघयटना क बार म पता चित ही उस क घर पहाचत ह और डॉतटर को बिात ह डॉतटर की सिाह पर असपताि पहाचान का परबध करत ह दोनो भाईयो को सातिना दत ह इस परकार राजककशोर की मानिीयता वयतत होती ह

7 तिसी क दोह ( इस दोह म समझना क एक परशन ममिान म एक अक क मिए और रसगरहर क एक परशन भािाथय तीन अक क मिए ह (विकलप कठसथ क मिए चार अक क मिए पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए 1) विशि ककनह करतार 2) पररहरर िारर विकार 3) जब िग घट म परार 4) ससतयवरत राम भरोसो एक 5) हस क समान सत क गर 6) दया का मि धमय 7) पाप का मि अमभमान

12

II निमिशलखिि रदोह का भाराथव अपि शबरदो म शलखिए 1) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - मनषय पर जब विपवि पडती ह तब विदया विनय तथा वििक ही उसका साथ तनभात हजो राम पर भरोसा करता ह िह साहसी सतयवरत और सकतिान बनता ह 2) राम नाम मतन दीप धर जीह दहरी दिार तिसी भीतर बाहहरौ जो चाहसी उकजयार भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - कजस तरह दहरी पर हदया रखन स घर क भीतर तथा आागन म परकाश फिता हउसी तरह राम-नाम जप न स मानि की आतररक और बाहय शकधद होती ह III कवरिा को कठसथ करक शलखिए 1) मखखया मख सो चाहहए खान पान को एक पाि पोस सकि अग तिसी सहहत वििक 2) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक 3) दया धमय का मि ह पाप मि अमभमान तिसी दया न छााडडय जब िग घट म परार

8 इटरनट करातत ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता का एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) कपयटर सगरक यतर इटरनट अतजायि 2) आईटीइनफरमशन टतनोिाजीआईटीईएसइनफरमशन टतनोिाजी ऐनबलड सवियसस 3) फसबक िरदान हककग अमभशाप 4) िीडडयो कानफरस विचार - वितनमय ई - परशासन पारदशी परशासन

13

5) सोशल नटवरकि ि साइटस विचअल मीहटिि कालपननक सभािार 6) ई-िवनस सरकारी कामकाज फसबचक सोशल नटवरकि ि 7) आईटी इनफारमशन टकनोलाजी ििएमटी हििदचसतान मशीन टलस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) वयापार और बककग म इटरनट स तया मदद ममिती ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खरीदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस दकान जान और िाइन म घटो खड रहन का समय बच सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतना भी रकम भजी जा सकती ह 2) ई - गिननस क बार म समझाइए ई - गिननस दिारा सरकार क सभी कामकाज का वििरर अमभिख सरकारी आदश आहद को यथाित िोगो को सगचत ककया जाता ह इसस परशासन पारदशी बन सकता ह 3) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 4) सचार और सचना ितर म इटरनट का तया महति ह सचार और सचना ितर म इटरनट दिारा पि भर म जयादा खचय ककए बबना कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी कोन म भजना ममककन हो गया ह 5) सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कस ( अथरा ) सोशि नटिककि ग साइटस का समाज पर तया परभाि पड रहा ह सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कजसन दतनया भर क िोगो को एक जगह पर िा खडा कर हदया ह सोमशयि नटिककि ग क कई साइटस ह जस -- फसबक आरकट टविटटरमिकडडन आहदइन साइटस क कारर दश-- विदश क िोगो की रहन - सहन िश--भषा खान -पान ससकतत किा आहद का परभाि शीघराततशीघर हमार समाज पर पड रहा ह इस परकार शोमशयि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह

14

9 ईमानदारो क सममिन म

( इस पाठ म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए

अ ब 1) ईमानदारो क सममलन म बईमानी का पदाफाश 2) ईमानदारो क सममलन म ईमानदारो की परशिसा 3) ईमानदारो क सममलन का उदघाटन शानदार स िचआ 4) ईमानदारो क सममलन म िररशिकर परसाई 5) ईमानदारो क सममलन म वयिगय रिना 6) दश क परससधद ईमानदार लखक (िररशिकर परसाई) II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) िखक परसाईजी को कहाा ठहराया गया िखक परसाईजी को होटि क एक बड कमर म ठहराया गया 2) िखक दसर दजय म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दजय म सफर करना चाहत थ 3) सिागत सममतत क मतरी ककसको डााटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 4) सममिन म िखक क भाग िन स ककन - ककन को परररा ममि सकती ह सममिन म िखक क भाग िन स ईमानदारो तथा उदीयमान ईमानदारो को बडी परररा ममि सकती ह 5) िखक पहनन क कपड कहाा दबाकर सोय िखक पहनन क कपड को मसरहान दबाकर सोय 6) िखक न धप का चशमा कहाा रखा था िखक न धप का चशमा कमर की टबि पर रखा था 7) परसाई जी को सममिन म तयो बिाया गया था परसाई जी को सममिन का उदघाटन करन क मिए बिाया गया था

15

8) फि मािाएा ममिन पर िखक तया सोचन िग फि मािाएा ममिन पर िखक सोचन िग कक - आस--पासकोई मािी होता तो फि मािाएा भी बच िता 9) िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय तयो मिया िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय मिया तयो कक -- िखक की चपपि चशमा बबसतर और तािा तक चोरी हो गया था सोचा की अगर म यहाा रका तो म ही चरा मिया जाऊा गा

10 दतनया म पहिा मकान ( इस पाठ म समरर क एक परशन जोडना एक अक क मिए और समझना क एक परशन एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) मसगफो आहदिासी पिोिर भारत 2) तािाब मछिी 3) हाथी पर 4) भस हडzwj डयाा 5) पहिा मकान 6) मसगफो आहदिासी 7) मकान की छत मछिी की पीठ जसी II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न तया ककया अथरा दोसतो न तया तय ककया सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न एक मकान बनाया (दोसतो न मकान बनान को तय ककया) 2) सबस पहि आदमी को मकान बनाना ककसन मसखाया सबस पहि आदमी को मकान बनाना बहतmdash स पशओ न मसखाया

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 11: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

11

II इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था कस बसत सिामभमानी और ईमानदार िडका था िह महनत स पसा कमाना चाहता था इसमिए प राजककशोर स दया की भीख िन स इनकार ककया जब िह नोट भनान गया तब िौटत समय मोटर क नीच आ गया और बरी तरह स घायि होन पर भी िह अपन भाई परताप को पस िौटान क मिए राजककशोर क घर भजता ह इसस पता चिता ह कक बसत ईमानदार िडका ह 2) प राजककशोर क मानिीय वयिहार का पररचय दीकजए पकनडत राजककशोर मजदरो क अगधकारो क मिए िडनिाि नता थ गरीबो क परतत सहानभतत हदखानिाि वयकतत थ बसत को सहायता करन की दकषट स ि उसस सामान खरीदत ह परताप स बसत की मोटर दघयटना क बार म पता चित ही उस क घर पहाचत ह और डॉतटर को बिात ह डॉतटर की सिाह पर असपताि पहाचान का परबध करत ह दोनो भाईयो को सातिना दत ह इस परकार राजककशोर की मानिीयता वयतत होती ह

7 तिसी क दोह ( इस दोह म समझना क एक परशन ममिान म एक अक क मिए और रसगरहर क एक परशन भािाथय तीन अक क मिए ह (विकलप कठसथ क मिए चार अक क मिए पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए 1) विशि ककनह करतार 2) पररहरर िारर विकार 3) जब िग घट म परार 4) ससतयवरत राम भरोसो एक 5) हस क समान सत क गर 6) दया का मि धमय 7) पाप का मि अमभमान

12

II निमिशलखिि रदोह का भाराथव अपि शबरदो म शलखिए 1) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - मनषय पर जब विपवि पडती ह तब विदया विनय तथा वििक ही उसका साथ तनभात हजो राम पर भरोसा करता ह िह साहसी सतयवरत और सकतिान बनता ह 2) राम नाम मतन दीप धर जीह दहरी दिार तिसी भीतर बाहहरौ जो चाहसी उकजयार भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - कजस तरह दहरी पर हदया रखन स घर क भीतर तथा आागन म परकाश फिता हउसी तरह राम-नाम जप न स मानि की आतररक और बाहय शकधद होती ह III कवरिा को कठसथ करक शलखिए 1) मखखया मख सो चाहहए खान पान को एक पाि पोस सकि अग तिसी सहहत वििक 2) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक 3) दया धमय का मि ह पाप मि अमभमान तिसी दया न छााडडय जब िग घट म परार

8 इटरनट करातत ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता का एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) कपयटर सगरक यतर इटरनट अतजायि 2) आईटीइनफरमशन टतनोिाजीआईटीईएसइनफरमशन टतनोिाजी ऐनबलड सवियसस 3) फसबक िरदान हककग अमभशाप 4) िीडडयो कानफरस विचार - वितनमय ई - परशासन पारदशी परशासन

13

5) सोशल नटवरकि ि साइटस विचअल मीहटिि कालपननक सभािार 6) ई-िवनस सरकारी कामकाज फसबचक सोशल नटवरकि ि 7) आईटी इनफारमशन टकनोलाजी ििएमटी हििदचसतान मशीन टलस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) वयापार और बककग म इटरनट स तया मदद ममिती ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खरीदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस दकान जान और िाइन म घटो खड रहन का समय बच सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतना भी रकम भजी जा सकती ह 2) ई - गिननस क बार म समझाइए ई - गिननस दिारा सरकार क सभी कामकाज का वििरर अमभिख सरकारी आदश आहद को यथाित िोगो को सगचत ककया जाता ह इसस परशासन पारदशी बन सकता ह 3) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 4) सचार और सचना ितर म इटरनट का तया महति ह सचार और सचना ितर म इटरनट दिारा पि भर म जयादा खचय ककए बबना कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी कोन म भजना ममककन हो गया ह 5) सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कस ( अथरा ) सोशि नटिककि ग साइटस का समाज पर तया परभाि पड रहा ह सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कजसन दतनया भर क िोगो को एक जगह पर िा खडा कर हदया ह सोमशयि नटिककि ग क कई साइटस ह जस -- फसबक आरकट टविटटरमिकडडन आहदइन साइटस क कारर दश-- विदश क िोगो की रहन - सहन िश--भषा खान -पान ससकतत किा आहद का परभाि शीघराततशीघर हमार समाज पर पड रहा ह इस परकार शोमशयि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह

14

9 ईमानदारो क सममिन म

( इस पाठ म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए

अ ब 1) ईमानदारो क सममलन म बईमानी का पदाफाश 2) ईमानदारो क सममलन म ईमानदारो की परशिसा 3) ईमानदारो क सममलन का उदघाटन शानदार स िचआ 4) ईमानदारो क सममलन म िररशिकर परसाई 5) ईमानदारो क सममलन म वयिगय रिना 6) दश क परससधद ईमानदार लखक (िररशिकर परसाई) II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) िखक परसाईजी को कहाा ठहराया गया िखक परसाईजी को होटि क एक बड कमर म ठहराया गया 2) िखक दसर दजय म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दजय म सफर करना चाहत थ 3) सिागत सममतत क मतरी ककसको डााटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 4) सममिन म िखक क भाग िन स ककन - ककन को परररा ममि सकती ह सममिन म िखक क भाग िन स ईमानदारो तथा उदीयमान ईमानदारो को बडी परररा ममि सकती ह 5) िखक पहनन क कपड कहाा दबाकर सोय िखक पहनन क कपड को मसरहान दबाकर सोय 6) िखक न धप का चशमा कहाा रखा था िखक न धप का चशमा कमर की टबि पर रखा था 7) परसाई जी को सममिन म तयो बिाया गया था परसाई जी को सममिन का उदघाटन करन क मिए बिाया गया था

15

8) फि मािाएा ममिन पर िखक तया सोचन िग फि मािाएा ममिन पर िखक सोचन िग कक - आस--पासकोई मािी होता तो फि मािाएा भी बच िता 9) िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय तयो मिया िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय मिया तयो कक -- िखक की चपपि चशमा बबसतर और तािा तक चोरी हो गया था सोचा की अगर म यहाा रका तो म ही चरा मिया जाऊा गा

10 दतनया म पहिा मकान ( इस पाठ म समरर क एक परशन जोडना एक अक क मिए और समझना क एक परशन एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) मसगफो आहदिासी पिोिर भारत 2) तािाब मछिी 3) हाथी पर 4) भस हडzwj डयाा 5) पहिा मकान 6) मसगफो आहदिासी 7) मकान की छत मछिी की पीठ जसी II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न तया ककया अथरा दोसतो न तया तय ककया सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न एक मकान बनाया (दोसतो न मकान बनान को तय ककया) 2) सबस पहि आदमी को मकान बनाना ककसन मसखाया सबस पहि आदमी को मकान बनाना बहतmdash स पशओ न मसखाया

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 12: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

12

II निमिशलखिि रदोह का भाराथव अपि शबरदो म शलखिए 1) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - मनषय पर जब विपवि पडती ह तब विदया विनय तथा वििक ही उसका साथ तनभात हजो राम पर भरोसा करता ह िह साहसी सतयवरत और सकतिान बनता ह 2) राम नाम मतन दीप धर जीह दहरी दिार तिसी भीतर बाहहरौ जो चाहसी उकजयार भािाथय - परसतत दोह म तिसीदास कहत ह कक - कजस तरह दहरी पर हदया रखन स घर क भीतर तथा आागन म परकाश फिता हउसी तरह राम-नाम जप न स मानि की आतररक और बाहय शकधद होती ह III कवरिा को कठसथ करक शलखिए 1) मखखया मख सो चाहहए खान पान को एक पाि पोस सकि अग तिसी सहहत वििक 2) तिसी साथी विपवि क विदया विनय वििक साहस सकतत ससतयवरत राम भरोसो एक 3) दया धमय का मि ह पाप मि अमभमान तिसी दया न छााडडय जब िग घट म परार

8 इटरनट करातत ( इस पाठ म समझना क एक परशन अनरपता का एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I अिरपिा 1) कपयटर सगरक यतर इटरनट अतजायि 2) आईटीइनफरमशन टतनोिाजीआईटीईएसइनफरमशन टतनोिाजी ऐनबलड सवियसस 3) फसबक िरदान हककग अमभशाप 4) िीडडयो कानफरस विचार - वितनमय ई - परशासन पारदशी परशासन

13

5) सोशल नटवरकि ि साइटस विचअल मीहटिि कालपननक सभािार 6) ई-िवनस सरकारी कामकाज फसबचक सोशल नटवरकि ि 7) आईटी इनफारमशन टकनोलाजी ििएमटी हििदचसतान मशीन टलस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) वयापार और बककग म इटरनट स तया मदद ममिती ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खरीदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस दकान जान और िाइन म घटो खड रहन का समय बच सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतना भी रकम भजी जा सकती ह 2) ई - गिननस क बार म समझाइए ई - गिननस दिारा सरकार क सभी कामकाज का वििरर अमभिख सरकारी आदश आहद को यथाित िोगो को सगचत ककया जाता ह इसस परशासन पारदशी बन सकता ह 3) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 4) सचार और सचना ितर म इटरनट का तया महति ह सचार और सचना ितर म इटरनट दिारा पि भर म जयादा खचय ककए बबना कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी कोन म भजना ममककन हो गया ह 5) सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कस ( अथरा ) सोशि नटिककि ग साइटस का समाज पर तया परभाि पड रहा ह सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कजसन दतनया भर क िोगो को एक जगह पर िा खडा कर हदया ह सोमशयि नटिककि ग क कई साइटस ह जस -- फसबक आरकट टविटटरमिकडडन आहदइन साइटस क कारर दश-- विदश क िोगो की रहन - सहन िश--भषा खान -पान ससकतत किा आहद का परभाि शीघराततशीघर हमार समाज पर पड रहा ह इस परकार शोमशयि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह

14

9 ईमानदारो क सममिन म

( इस पाठ म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए

अ ब 1) ईमानदारो क सममलन म बईमानी का पदाफाश 2) ईमानदारो क सममलन म ईमानदारो की परशिसा 3) ईमानदारो क सममलन का उदघाटन शानदार स िचआ 4) ईमानदारो क सममलन म िररशिकर परसाई 5) ईमानदारो क सममलन म वयिगय रिना 6) दश क परससधद ईमानदार लखक (िररशिकर परसाई) II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) िखक परसाईजी को कहाा ठहराया गया िखक परसाईजी को होटि क एक बड कमर म ठहराया गया 2) िखक दसर दजय म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दजय म सफर करना चाहत थ 3) सिागत सममतत क मतरी ककसको डााटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 4) सममिन म िखक क भाग िन स ककन - ककन को परररा ममि सकती ह सममिन म िखक क भाग िन स ईमानदारो तथा उदीयमान ईमानदारो को बडी परररा ममि सकती ह 5) िखक पहनन क कपड कहाा दबाकर सोय िखक पहनन क कपड को मसरहान दबाकर सोय 6) िखक न धप का चशमा कहाा रखा था िखक न धप का चशमा कमर की टबि पर रखा था 7) परसाई जी को सममिन म तयो बिाया गया था परसाई जी को सममिन का उदघाटन करन क मिए बिाया गया था

15

8) फि मािाएा ममिन पर िखक तया सोचन िग फि मािाएा ममिन पर िखक सोचन िग कक - आस--पासकोई मािी होता तो फि मािाएा भी बच िता 9) िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय तयो मिया िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय मिया तयो कक -- िखक की चपपि चशमा बबसतर और तािा तक चोरी हो गया था सोचा की अगर म यहाा रका तो म ही चरा मिया जाऊा गा

10 दतनया म पहिा मकान ( इस पाठ म समरर क एक परशन जोडना एक अक क मिए और समझना क एक परशन एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) मसगफो आहदिासी पिोिर भारत 2) तािाब मछिी 3) हाथी पर 4) भस हडzwj डयाा 5) पहिा मकान 6) मसगफो आहदिासी 7) मकान की छत मछिी की पीठ जसी II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न तया ककया अथरा दोसतो न तया तय ककया सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न एक मकान बनाया (दोसतो न मकान बनान को तय ककया) 2) सबस पहि आदमी को मकान बनाना ककसन मसखाया सबस पहि आदमी को मकान बनाना बहतmdash स पशओ न मसखाया

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 13: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

13

5) सोशल नटवरकि ि साइटस विचअल मीहटिि कालपननक सभािार 6) ई-िवनस सरकारी कामकाज फसबचक सोशल नटवरकि ि 7) आईटी इनफारमशन टकनोलाजी ििएमटी हििदचसतान मशीन टलस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) वयापार और बककग म इटरनट स तया मदद ममिती ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खरीदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस दकान जान और िाइन म घटो खड रहन का समय बच सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतना भी रकम भजी जा सकती ह 2) ई - गिननस क बार म समझाइए ई - गिननस दिारा सरकार क सभी कामकाज का वििरर अमभिख सरकारी आदश आहद को यथाित िोगो को सगचत ककया जाता ह इसस परशासन पारदशी बन सकता ह 3) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 4) सचार और सचना ितर म इटरनट का तया महति ह सचार और सचना ितर म इटरनट दिारा पि भर म जयादा खचय ककए बबना कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी कोन म भजना ममककन हो गया ह 5) सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कस ( अथरा ) सोशि नटिककि ग साइटस का समाज पर तया परभाि पड रहा ह सोशि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह कजसन दतनया भर क िोगो को एक जगह पर िा खडा कर हदया ह सोमशयि नटिककि ग क कई साइटस ह जस -- फसबक आरकट टविटटरमिकडडन आहदइन साइटस क कारर दश-- विदश क िोगो की रहन - सहन िश--भषा खान -पान ससकतत किा आहद का परभाि शीघराततशीघर हमार समाज पर पड रहा ह इस परकार शोमशयि नटिककि ग एक कराततकारी खोज ह

14

9 ईमानदारो क सममिन म

( इस पाठ म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए

अ ब 1) ईमानदारो क सममलन म बईमानी का पदाफाश 2) ईमानदारो क सममलन म ईमानदारो की परशिसा 3) ईमानदारो क सममलन का उदघाटन शानदार स िचआ 4) ईमानदारो क सममलन म िररशिकर परसाई 5) ईमानदारो क सममलन म वयिगय रिना 6) दश क परससधद ईमानदार लखक (िररशिकर परसाई) II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) िखक परसाईजी को कहाा ठहराया गया िखक परसाईजी को होटि क एक बड कमर म ठहराया गया 2) िखक दसर दजय म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दजय म सफर करना चाहत थ 3) सिागत सममतत क मतरी ककसको डााटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 4) सममिन म िखक क भाग िन स ककन - ककन को परररा ममि सकती ह सममिन म िखक क भाग िन स ईमानदारो तथा उदीयमान ईमानदारो को बडी परररा ममि सकती ह 5) िखक पहनन क कपड कहाा दबाकर सोय िखक पहनन क कपड को मसरहान दबाकर सोय 6) िखक न धप का चशमा कहाा रखा था िखक न धप का चशमा कमर की टबि पर रखा था 7) परसाई जी को सममिन म तयो बिाया गया था परसाई जी को सममिन का उदघाटन करन क मिए बिाया गया था

15

8) फि मािाएा ममिन पर िखक तया सोचन िग फि मािाएा ममिन पर िखक सोचन िग कक - आस--पासकोई मािी होता तो फि मािाएा भी बच िता 9) िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय तयो मिया िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय मिया तयो कक -- िखक की चपपि चशमा बबसतर और तािा तक चोरी हो गया था सोचा की अगर म यहाा रका तो म ही चरा मिया जाऊा गा

10 दतनया म पहिा मकान ( इस पाठ म समरर क एक परशन जोडना एक अक क मिए और समझना क एक परशन एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) मसगफो आहदिासी पिोिर भारत 2) तािाब मछिी 3) हाथी पर 4) भस हडzwj डयाा 5) पहिा मकान 6) मसगफो आहदिासी 7) मकान की छत मछिी की पीठ जसी II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न तया ककया अथरा दोसतो न तया तय ककया सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न एक मकान बनाया (दोसतो न मकान बनान को तय ककया) 2) सबस पहि आदमी को मकान बनाना ककसन मसखाया सबस पहि आदमी को मकान बनाना बहतmdash स पशओ न मसखाया

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 14: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

14

9 ईमानदारो क सममिन म

( इस पाठ म समरर क एक परशन एक अक क मिए और समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए

अ ब 1) ईमानदारो क सममलन म बईमानी का पदाफाश 2) ईमानदारो क सममलन म ईमानदारो की परशिसा 3) ईमानदारो क सममलन का उदघाटन शानदार स िचआ 4) ईमानदारो क सममलन म िररशिकर परसाई 5) ईमानदारो क सममलन म वयिगय रिना 6) दश क परससधद ईमानदार लखक (िररशिकर परसाई) II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) िखक परसाईजी को कहाा ठहराया गया िखक परसाईजी को होटि क एक बड कमर म ठहराया गया 2) िखक दसर दजय म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दजय म सफर करना चाहत थ 3) सिागत सममतत क मतरी ककसको डााटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 4) सममिन म िखक क भाग िन स ककन - ककन को परररा ममि सकती ह सममिन म िखक क भाग िन स ईमानदारो तथा उदीयमान ईमानदारो को बडी परररा ममि सकती ह 5) िखक पहनन क कपड कहाा दबाकर सोय िखक पहनन क कपड को मसरहान दबाकर सोय 6) िखक न धप का चशमा कहाा रखा था िखक न धप का चशमा कमर की टबि पर रखा था 7) परसाई जी को सममिन म तयो बिाया गया था परसाई जी को सममिन का उदघाटन करन क मिए बिाया गया था

15

8) फि मािाएा ममिन पर िखक तया सोचन िग फि मािाएा ममिन पर िखक सोचन िग कक - आस--पासकोई मािी होता तो फि मािाएा भी बच िता 9) िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय तयो मिया िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय मिया तयो कक -- िखक की चपपि चशमा बबसतर और तािा तक चोरी हो गया था सोचा की अगर म यहाा रका तो म ही चरा मिया जाऊा गा

10 दतनया म पहिा मकान ( इस पाठ म समरर क एक परशन जोडना एक अक क मिए और समझना क एक परशन एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) मसगफो आहदिासी पिोिर भारत 2) तािाब मछिी 3) हाथी पर 4) भस हडzwj डयाा 5) पहिा मकान 6) मसगफो आहदिासी 7) मकान की छत मछिी की पीठ जसी II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न तया ककया अथरा दोसतो न तया तय ककया सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न एक मकान बनाया (दोसतो न मकान बनान को तय ककया) 2) सबस पहि आदमी को मकान बनाना ककसन मसखाया सबस पहि आदमी को मकान बनाना बहतmdash स पशओ न मसखाया

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 15: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

15

8) फि मािाएा ममिन पर िखक तया सोचन िग फि मािाएा ममिन पर िखक सोचन िग कक - आस--पासकोई मािी होता तो फि मािाएा भी बच िता 9) िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय तयो मिया िखक न कमरा छोडकर जान का तनरयय मिया तयो कक -- िखक की चपपि चशमा बबसतर और तािा तक चोरी हो गया था सोचा की अगर म यहाा रका तो म ही चरा मिया जाऊा गा

10 दतनया म पहिा मकान ( इस पाठ म समरर क एक परशन जोडना एक अक क मिए और समझना क एक परशन एक अक क मिए ह या दो अक क एक परशन पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) मसगफो आहदिासी पिोिर भारत 2) तािाब मछिी 3) हाथी पर 4) भस हडzwj डयाा 5) पहिा मकान 6) मसगफो आहदिासी 7) मकान की छत मछिी की पीठ जसी II इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न तया ककया अथरा दोसतो न तया तय ककया सब जानिरो की बात सनकर दोसतो न एक मकान बनाया (दोसतो न मकान बनान को तय ककया) 2) सबस पहि आदमी को मकान बनाना ककसन मसखाया सबस पहि आदमी को मकान बनाना बहतmdash स पशओ न मसखाया

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 16: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

16

3) दोसतो की मिाकात सबस पहि ककसस हई दोसतो की मिाकात सबस पहि हाथी स हई 4) हाथी स उिर पाकर दोसत ककसस ममि हाथी स उिर पाकर दोसत सााप स ममि 5) मसगफो आहदिासी कहाा क तनिासी थ मसगफो आहदिासी पिोिर भारत क तनिासी थ 6) मछिी न दोसतो क परशन का तया जिाब हदया मछिी न दोसतो क परशन का जिाब हदया कक-- आप िोग जरा मरी पीठ की पटहटयाा धयान स दख िो कफर पडो स बहत सी पवियाा तोड िो इन पवियो को छत पर उसी तरह जमा दो जसी मरी पीठ पर पटहटयाा ह

11 समय की पहचान ( इस कविता म समझना क एक परशन एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I इि परशिो का उततर एक राकय म शलखिए 1) समय ककसका हदया हआ अनपम धन ह

समय ईश (भगिान) का हदया हआ अनपम धन ह 2) कवि क अनसार मनषय को सख कब नही ममिता कवि क अनसार मनषय को समय नषट करन स सख नही ममिता 3) बहान बनान का परमख कारर तया ह

बहान बनान का परमख कारर आिस ह

4) समय क खोन स तया होता ह

समय क खोन स पछताना पडता ह

5) `समय की पहचान कविता म कवि न ककस पर विशिास करन को कहा ह समय की पहचान कविता म कवि न आतमा पर विशिास करन को कहाा ह

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 17: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

17

II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) समय का सदपयोग कस कर सकत ह आिस को छोडकर बहान ककय बबना सही ितत पर सही काम करना ही समय का सदपयोग ह 2) मनषय क मिए सख की परकपत कब सभि ह

मनषय क मिए सख की परकपत तभी सभि ह कक - जब स समय पर जो भी कायय करना ह उस उसी समय म ही मन िगाकर कर तो तभी सख परापत होता ह

12 रोबोट ( इस पाठ म समझना क एक परशन जोडना एक अक क मिए और एक परशन समझना दो अक क मिए ह या तीन अक क एक परशन भी पछा जा सकता ह ) I जोडकर शलखिए अ ब 1) यह सनकर काउटर पर बठा रोबोट बोिा 2) मगर रोबोदीप यहा तो रोबोहटकी क तनयम क विरधद ह 3) शाम को रोबोतनि और रोबोदीप ममि 4) दोनो क बीच कछ गपत मतररा हई 5) सतसना पररिार रोबोतनि को पाकर फिा नही समा रहा था 6) रोबोतनि बदगधमान रोबोट 7) रोबोट आहटयकफमशयि इटमिजनस II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) रोबोदीप न रोबोतनि स तया कहा रोबोदीप न रोबोतनि स कहा कक - जानत हो रोबोतनि तमहार आन स पिय पहि सतसना पररिार म कौन काम करता था | 2) रोबोतनि न रोबोजीत को तया समझान की कोमशश की

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 18: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

18

कोई रोबोट ककसी इसान क नकसान का कारर बन साथndashसाथ मानिीय नजररय स भी यह गित ह कक हमार कारर ककसी भी इसान की नौकरी को खतरा पहाच इस बात को समझान की कोमशश की 3) धीरज सतसना न घरि कामकाज क मिए रोबोट रखन का तनरयय तयो मिया सकसना पररिार बडा था बट ndash बहटयो नाती ndash पोतो स घर म हमशा रौनक और चहि ndash पहि बनी रहती साधोराम क आसपताि पहाच जान स सभी की तकिीफ बढ

गई धीरज सतसना स पररिारिािो का यह दःख नही दखा गया तभी पररिार क मखखया क नात कोई रोबोट रखन का तनरयय मिया 4) कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि को तया हआ

कहानी को टाइप करत समय रोबोतनि की धाकतिक और तारो भर पररपथिािी खोपडी म यकायक मानो नीिी रोशनी हो गई 5) रोबोतनि तया ndash तया काम करता था रोबोतनि धीरज सतसना क घर म सबह नाशता तयार करना महमानो का सिागत करना घर क छोट बचचो को कहातनयाा सनाना और होमिकय म मदद करना तथा िडय परोससर पर काम करना और पाित कि को शाम को घमाना आहद काम करता था

13 महहिा की साहस गाथा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन तीन अक क मिए ह ) I इि परशिो का उततर िीि या चार राकयो म शलखिए 1) बबछदरी न पहाड पर चढन की तयारी ककस परकार की बबछ हदर न पहाड पर चढन की तयारी इस परकार कक - ि सबह चार बज उठ गई बफय वपघिाई और चाय बनाई कछ बबसकट और आधी चॉकिट का हलका नाशता करन क पशचात ि िगभग साढ पााच बज अपन तब स तनकि पडी 2) दकषिरी मशखर पर चढत समय बबछदरी क अनभि क बार म मिखखए दकषिर मशखर क ऊपर हिा की गती बढ गई थी उस ऊा चाई पर तज हिा क झोक भरभर बफय क करो को चारो तरफ उडा रह थ कजसस कछ हदखाई नही द रहा था इनहोन दखा की थोडी दर तक कोई ऊा ची चढाई नही ह ढिान एकदम सीधी नीची चिी गई ह उनकी साास एक दम रक सी गई थी उनह िगा था कक सफिता बहत नजदीक ह 23 मई 1984 क हदन दोपहार क 1 बजकर 7 ममनट पर ि एिरसट की चोटी पर खडी थी 3) महहिा की साहस गाथा पाठ स तया सदश ममिता ह

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 19: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

19

इस पाठ स हम साहस गर दढ तनशचय अथक पररशरम मसीबतो का सामना करना इतयाहद आदशय गर सीखत ह इसक साथ हहमािय की ऊा ची चोहटयो की जानकारी भी परापत करत ह 4) बबछदरी का बचपन कस बीता बबछदरी को बचपन म रोज पााच ककिोमीटर पदि चि कर सकि जाना पडता था बाद म पियतारोहर --परमशिर क दौरान उनका कठोर पररशरम बहत काम आयामसिाई का काम सीख मिया और मसिाई करक पढी का खचय जटान िगी इस तजा उनहोन ससकत म एमए तथा बीएड तक की मशिा परापत की 5) एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न तया ककया एिरसट की चोटी पर पहाचकर बबछदरी न बफय पर अपन माथ को िगाकर सागरमाथ क ताज का चबन ककया दगाय माा का गचतर को पजा करक िाि कपड म िपटकर बफय म दबा हदया

14 सर ndash शयाम ( इस पद म समझना क एक परशन अनरपता एक अक क मिए और समझना क एक परशन दो अक क मिए ह ) I अिरपिा 1) रामभककतशाखा तचलसीदास कषणभककतशाखा सरदास 2) िोर रिि यशोदा काला रिि कषणण

3) बिभदर बिराम कानह कषर

4) जसोदा माता नद वपता 5) रीझना मोहहत होना खखजाना गचढाना 6) बिबीर बिराम जसोदा यशोदा 7) मातभमी परकतत का िरयन सर ndash शयाम बाि िीिा का िरयन 8) मातभमी कविता सर ndash शयाम पद II इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) बाि कषर बिराम क साथ खिन तयो नही जाना चाहता भाई बिराम कषर को बहत गचढाता ह कक तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह इसी गसस क कारर कषर बिराम क साथ खिन नही जाना चाहता

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 20: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

20

2) बािकषर अपनी माता स तया ndash तया मशकायत करता ह बािकषर अपनी माता स मशकायत करता ह कक बिराम बहत गचडाता ह तमह यशोदा माा न जनम नही हदया ह बकलक मोि मिया गया ह नद और यशोदा तो गोर ह िककन तम काि हो 3) यशोदा कषर क करोध को कस शात करती ह ह कषर सनो बिराम जनम स ही चगिखोर ह म गोधन की कसम खाकर कहती हा म ही तरी माता हा और तम मर पतर हो कहकर कषर क करोध को शात करती ह 4) कषर अपनी माता यशोदा क परतत तयो नाराज ह कषर अपनी माता यशोदा क परतत नाराज ह तयो कक-- माा तमन किि मझ ही मारना सीखा हऔर भाई पर कभी गससा नही करती

15 कनायटक सपदा

( इस पाठ म अमभवयकतत क एक परशन चार अक क मिए ह ) I निमिशलखिि परशिो का उततार पााच या छः राकयो म शलखिए 1) कननड भाषा तथा ससकतत को कनायटक क साहहतयकारो की तया दन ह कनायटक क साहहतयकारो न सार ससार म कनायटक की कीतत य फिाई ह िचनकार बसिणर कराततकारी समाज सधारक थ अतकमहादिी अलिमपरभ सियजञ जस अनक सतो न अपन अनमोि िचनो दिारा परम दया और धमय की सीख दी ह परदरदास कनकदास आहद भतत कवियो न भकतत नीतत सदाचार क गीत गाय ह पमप रनन पोनन कमारवयास हररहर राघिाक आहद न महान कावयो की रचना कर कननड साहहतय तथा ससकतत को समदध बनाया ह 2) कनायटक क पराकततक सौदयय का िरयन कीकजए परकततमाता न कनायटक राजय को अपन हाथो स सािारकर सनदर और समदध बनाया ह कनायटक की पराकततक सषमा नयन मनोहर ह पकशचम म विशाि अरबी समदर िहराता ह इसी परात म दकषिर म उिर क छोर तक फिी िमबी पियतमािाओ को पकशचमी घाट कहत ह इनही घाटो का कछ भाग सहयादरी कहिाता ह दकषिर म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 21: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

21

3) कनायटक की मशलपकिा और िासतकिा का पररचय दीकजए | कनायटक राजय की मशलपकिा अनोखी ह बादामी ऐहोि पटटदकलि म जो महदर ह उनकी मशलपकिा और िासतकिा अदभत ह बिर हिबीड सोमनाथपर क महदरो म जो पतथर की जो मतत ययाा ह ि सजीि िगती ह शरिरबिगोिा म 57 फट ऊा ची गोमटशिर की एक मशिा परततमा ह जो दतनया को तयाग और शातत का सदश द रही ह 4) कनायटक क ककन साहहतयकारो को जञानपीठ परसकार परापत ह किप दराबनद मशिराम कारत माकसत िकटश अययगार विक गोकाक यआर अनतमती गगरीश कानायड चदरशखर कबार आदी कवियो को जञानपीठ परसकार परापत ह 5) बााध और जिाशयो क तया उपयोग ह कािरी कषरतग भदरा नहदयो पर भााध बनाय गय ह इनस हजारो एकड जमीन सीची जाती ह इसक अिािा इन नहदयो की जिाशयो की सहायता स ऊजाय--उतपादन कनदर भी सथावपत ककय गय ह 6) कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम मिखखए कनायटक क कछ परमख राजिशो क नाम ह - गग कदब राषटकट चाितया होयसि ओडयर आदी ह

16 बाि ndash शकतत ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह )

I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) गााि की सफाई क मिए बािक तया काम करत ह अथरा `बाि शकततrsquo टोिी न गााि की सफाई क मिए तया - तया काम ककया रोज एक घटा गााि की सफाई म िगना गzwjढ को ममटटी स टापना कडा डािन क मिए एक तनकशचत जगह बनाना गााि क चारो तरफ पड - पौध िगान का काम करत ह 2) गााि को आदशय गााि कस बनाया जा सकता ह बचचो को सकि जान का परररा और वयिसथा करना गााि को साफ सथरा रखना गााि को हरा - भरा रखन क मिए गााि क चारो तरफ पड ndash पौध िगाकर बाि ndash शकतत क कारर एक आदशय गााि बना सकत ह

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 22: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

22

17 कोमशश करनिािो की हार नही होती ( इस कविता म समरर क एक परशन चार अक क मिए ह )

I कवरिा को कठसथ करक शलखिए असफिता एक चनौती ह इस सिीकार करो तया कमी रह गई दखो और सधार करो

जब तक न सफि हो नीद चन को तयागो तम सघषय का मदान छोडकर मत भागो तम

कछ ककए बबना ही जय - जयकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी हार नही होती

परक िाचन ndash शतन सबस सदर गरह ( इस पाठ म समरर क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) शतन का तनमायर ककस परकार हआ ह अथरा शतन गरह का िाय मडि ककन गसो स बना ह शतन का तनमायर हाइडरोजन हीमियम मीथन तथा एमोतनय गसो स बना ह 2) सौर - मडि का सबस बडा गरह कौन - सा ह उसम शतन गरह का सथान तया ह सौर - मडि का सबस बडा गरह िहसपतत ह उसम शतन गरह का सथान दसरा बडा गरह ह 3) शतन ककसका पतर ह `शनःचर का अथय तया ह शतन सयय का पतर ह `शनःचर का अथय ह ndash धीमी गतत स चिनिािा 4) शतन एक अतयनत ठडा गरह ह कस शतन गरह सयय स पथिी की अपिा करीब दस गना अगधक दर ह बहत कम सययताप उस गरह तक पहाचता ह ndash पथिी का मातर सौिाा हहससा शतन क िायमडि का तापमान शनय क नीच 1500 सटीगरड क आसपास रहता ह इसमिए शतन एक अतयनत ठडा गरह ह

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 23: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

23

परक िाचन ndash सतय की महहमा

नागररक क कतयवय ( इस दो परक िाचन म समझना क एक परशन दो अक क मिए ह (इसम एक परशन विकलप हदया जाएगा) I इि परशिो का उततर रदो या िीि राकयो म शलखिए 1) महातमा गााधी का सतय की शतती क बार म तया कथन ह अथरा झठ बोिन स तया नकसान होता ह सतय एक विशाि िि ह उसका कजतना आदर ककया जाता ह उतन ही फि उसम िगत ह सतय बोिन की आदत बचपन स ही डािनी चाहहए झठ बोिनिािो स िोगो का विशिास उठ जाता ह उनकी उननतत क दिार बद हो जात ह 2) शासतर म सतय बोिन का तरीका कस समझाया गया ह शासतर म सतय बोिन का तरीका सतय बरयात वपरय बरयात न बरयात सतयमवपरयम अथायत सच बोिो जो दसरो को वपरय िग अवपरय सतय मत बोिो `इस परकार समझाया गया ह 3) सतय तया होता ह उसका रप कसा होता ह सतय बहत ही भोिा - भािा बहत ही सीधा ndash सादा जो कछ भी अपनी आाखो स दखा बबना नमक - मचय िगाए बोि हदया - यही तो सतय ह ककतना सरि सतय दकषट का परततबबब ह जञानकी परततमिपी ह आतमा की िारी ह 4) नागररको क कोई तीन कतयवय क बार म बताइए एक नागररक की हमसयत स हम अपन दश क राषटरधिज राषटर गान राकषटरय तयोहार आहद का आदर करना सीखना चाहहए अपन पयायिरर को सिचछ रखना भी हमारा दातयति ह दश क परतत गौरि का भाि रखना एि दश की एकता और अखडता को कायम रखना हमारा कतयवय ह यह नागररको क तीन कतयवय ह

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 24: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

24

कनिड म अिरारद कीजजए 1) गाजर भी पहि गरीबो क पट भरन की चीज थी

ಗಜಜರ ಮೊದಲು ಬಡವರ ಹಟೊಟಟ ತುುಂಬುವ ವಸುುವಾಗತುು

2) दकानदार न कहाmdashबड मजदार सब आय ह

ಬಹಳ ರುಚಯಾದ ಸಟೇಬು ಹಣುುಗಳು ಬುಂದವಟ ಎುಂದು ಅುಂಗಡಯವನು ಹಟೇಳದ

3) एक सब भी खान िायक नही

ಒುಂದು ಸಟೇಬು ಹಣುು ತನನಲು ಯೇಗಯವಲಲ

4) दकानदार न मझस िमा माागी

ಅುಂಗಡಯವನು ನನನಲಲಲ ಕಷಮ ಕಟೇಳದ

5) बडी कहठनाई स मन उस थािी क पास बठना मसखाया

ಬಹಳ ಕಷಪಟು ನಾನು ಅದಕಟ ತಟಟಯ ಹತುರ ಕುಳತು ಕಟೊಳುುವುದನುನ ಕಲಲಸದಟ

6) गगलि मर पास रखी सराही पर िट जाता था

ಗಲುಲ ನನನ ಬಳ ಇಟಟದದ ಮಡಕಟ ಮೇಲಟ ಮಲಗುತುತುು

7) हदन भर गगलि न न कछ खाया न बाहर गया

ದನವಡೇ ಗಲುಲ ಏನನುನ ತನನಲಲಲಲ ಹಾಗೊ ಹಟೊರಗೊ ಬರಲಲಲಲ

8) गगलि का वपरय खाद य काज था ಗಟೊಡುಂಬ ಗಲುಲವನ ಪರಯ ಆಹಾರವಾಗತುು

9) उसकी आय िगभग 12 िषय की ह ಅದರ ವಯಸುು ಸರಸುಮಾರು 12 ವಷಷ ಆಗತುು 10) सबर स अब तक कछ नही बबका ಬಟಳಗಟಯುಂದ ಈಗನವರಟಗೊ ಏನೊ ವಾಯಪಾರ ಆಗಲಲ 11) म भीख नही िागा ನಾನು ಭಕಷಟ ತಟಗಟದು ಕಟೊಳುುವುದಲಾಲ 12) बडी मकशकि स बसत को घर ि गए ಬಹಳ ಕಷಪಟು ಬಸುಂತನನುನ ಮನಟಗಟ ಕರಟದುಕಟೊುಂಡು ಹಟೊೇದಟವು 13) बसत ओठ भीचकर आह खीचता ह ಬಸುಂತ ತುಟಟ ಬಗಹಡದು ನರಳುತುದದನು 14) यह गरीब ह पर इसम एक दियभ गर ह ಇವನು ಬಡವನಾಗದದರೊ ಇವನಲಲಲ ಒುಂದು ವಶಟೇಷ ಗುಣವದಟ 15) इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह ಅುಂತರಾಷಲವು ಆಧುನಕ ಜೇವನ ಶಟೈಲಲಯ ಮಹತವಪೂಣಷ ಅುಂಗವಾಗದಟ

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 25: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

25

16) इटरनट दिारा घर बठ-बठ खररदारी कर सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮೊಲಕ ಮನಟಯಲಲಲಯೇ ಕುಳತುಕಟೊುಂಡು ಖರೇದ ಮಾಡಬಹುದು 17) इटरनट की सहायता स बरोजगारी को ममटा सकत ह ಅುಂತರಾಷಲದ ಮುಖಾುಂತರ ನರುದಟೊಯೇಗವನುನ ನಮೊಷಲನಟ ಮಾಡಬಹುದು 18) हम आपको आन--जान का पहि दज का ककराया दग ನಾವು ತಮಗಟ ಹಟೊೇಗ ಬರುವ ಮೊದಲ ದರಟಷಯ ಭತಟಯಯನುನ ಕಟೊಡುತಟುೇವಟ 19) सटशन पर मरा खब सिागत हआ ನಲಾದಣದಲಲಲ ನನಗಟ ಅದೊದರಯಾದ ಸಾವಗತ ದಟೊರಟಯತು 20) दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए ನಟೊೇಡ ಚಪಪಲಲಗಳನುನ ಒುಂದಟೇ ಸಥಳದಲಲಲ ಬಡಬಾರದು 21) भस न दोसतो को पजर हदखाया ಎಮಯು ಗಟಳಟಯರಗಟ ಅಸಥ ಪುಂಜರ ತಟೊೇರಸತು 22) सााप न कहा आग की बात म नही जानता ಹಾವು ಹಟೇಳತು ಮುುಂದನ ಮಾತು(ವಷಯ) ನಾನು ತಳಯಲಾರಟ 23) तािाब म एक बडी मछिी तर रही थी ಕಟರಟಯಲಲಲ ಒುಂದು ದಟೊಡಡ ಮೇನು ಈಜುತುತುು

24) बबछदरी का जनम एक साधारर पररिार म हआ था ಬಛಟುಂದಯವರ ಜನ ಒುಂದು ಸಾಧಾರಣ ಪರವಾರದಲಾಲಯತು 25) बबछदरी को रोज पदि चिकर सकि जाना पडता था ಬಛಟುಂದಯವರು ಪತದನ ಕಾಲನಡಗಟಯಲಲಲ ಶಾಲಟಗಟ ಹಟೊೇಗಬಟೇಕಾಗುತತುು 26) मझ िगा कक सफिता बहत नजदीक ह ನನಗಟ ಅನಸತು ಯಶಸುು ಬಹಳ ಹತುರವದಟ 27) म एिरसट की चोटी पर पहाचनिािी परथम भारतीय महहिा थी ನಾನು ಎವರಟಸನ ತುತುತುದಯ ಮೇಲಟ ಏರದ ಪಥಮ ಭಾರತೇಯ ಮಹಳಟಯಾಗದಟದ 28) कनायटक म चदन क पड विपि मातरा म ह ಕನಾಷಟಕದಲಲಲ ಗುಂಧದ ಗಡಗಳು ಹಟೇರಳವಾಗದಟ 29) िचनकार बसिणरा कराततकारी समाज सधारक थ ವಚನಕಾರ ಬಸವಣುನವರು ಕಾುಂತಕಾರ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗದದರು

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 26: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

26

गदयाश पढकर निमिशलखिि परशिो क उततर शलखिए 1) सकषट का सियशरषट परारी मानि ह मानि की कजजञासाितत उस पशओ स मभनन करती ह परकतत क रहसयो को खोजन उनह उपयोग म िाकर जीिन को सखमय बनान और जञान विसतार क मि म उसकी कजजञासा ही ह अपनी कजजञासा स उस यह िाभ ममिता ह मानि म एक विशष गर और ह िह ह- सौदयायनभतत मानि सकषट क समसत चराचरो म अपन इसी गर स अचछी और खराब िसतओ म भद कर सकता ह अपन इस वििक स ही मनषय न िमित किाओ का विकास भी ककया ह परशन-

1) मानव पशचओि स कस सभनन ि 2) कजजञासा स मानव को कया लाभ ि 3) मानव का ववशष िचण कया ि 4) अपन वववक स मानव कया कर सका ि

2) िम अचछी िाल-िलन को िररतर कि सकत िकजसकी िाल-िलन अचछी ि वि िररतरवान ि िााधीजी न एक बार किा था रक धन िया तो कच छ निीि िया सवासय िया तो कच छ िया मिर िररतर िया तो सब कच छ िया इसका अथ ि िररतर िी मनचषणय की असली सिपवि ि िररतर क ननमाण करना समाज और राषणर का ननमाण करना पिला कतवय ि सशकषा का असली उददशय िररतर का ननमाण ि परशन-

1) िमारी िाल-िलन को कया कित ि 2) िररतर क मििा क बार म रकसन किा था 3) मनचषणय की असली सिपवि कया ि 4) िररतर का ननमाण रकसका असली उददशय ि

3) भारतीय धवज म तीन रिि ि कसररया रिि तयाि और वीरता का परतीक ि सफद रिि शािनत और पववतरता की ननशानी ि िरा रिि समदधी और खचशिाली का परतीक ि बीि म नील रिि का अशोक िकर िइस म िौबीस तीसलयाा ि नतरििा धवज दश का शान ि िमारा राषणरीय गिनि अशोक सतिभ क नीि हिनदी भाषा म सतयमव जयत सलखा िचआ ि

परशन- 1) भारतीय राषणर धवज म रकतन रिि ि 2) अशोक िकर म रकतनी तीसलयाा ि 3) सफद रिि रकसका परतीक ि

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 27: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

27

4) अशोक सतिभ क नीि कया सलखा िचआ ि

वयाकरण भाग ८ अक

( वयाकरण म समरण क िीि परशि िीि अक क शलए और समझिा क पााच परशि पााच अक क शलए ह )

सधि रदीरव सधि गण सधि रजदरद

सधि यण सधि अयनदरदसधि वयिर

सधि वरसगव सधि

समानागधकार गजदर एकक अतयगधक चयन हदगग तनशचय धमागधकारी परमशिर मततय इतयाहद नयन सदिारी मनोरथ ववदयाथी महनदर सदि परतयपकार गायक िागजि दगिध ववदयालय रमश महशियय मनितर नातयका सजजन ननकशिित कवीिदर गरश परमौज सिागत भिन सदाचार तनषकपट गगरीश महोतसि िनौषध वपतराजञा पािन जगननाथ नीरस महीनदर महोममय सदव वपतरनमतत नाविक िाङ मय परोहहत

पवतावली सपतवषय वपतपदश िागीश िघिर महवषय षzwj दशयन िधतसि सयोदय

नमन क परशन इनम स िचण सिगध का उदािरण ि ndash अ) पसतकािय आ) सदि इ) गरश ई) पयायिरर `धमागधकारीrsquo इस सिगध का उदािरण ि ndash अ) गर सगध आ) हदघय सगध इ) िकधद सगध ई) यण सगध

समास अवययीभनर समनस

कमािनरय समनस

ततपरष समनस

दरदर समनस

जवरदग समनस बहवरीदह समनस

आजनम सदधम कायय कशि शरदधा-भककत

पििवटी मिातमा

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 28: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

28

बखटक पीतािबर शररागत सीता-राम बतरधारा वीणापाणी भरपट मचखििदर नरशरषठ पाप-पणय चौराह बतरनतर

यथासिभव करकमल गरथकार सबह-शाम सतसई िबोदर

अनजान कनकिता दशभकतत दाि-रोटी नवरातरी दशानन

परनतहदन चदरमख जनमाध भिा-बरा शताजदी घनशयाम

बहोश तनिाकाश राजिश राजा-रानी बतरदि नीलकि ठ

इनम दविग समास का उदाहरर ह ndash अ) पचिटी आ) राजिश इ) सीता-राम ई) सभाभिन `राजिशrsquo इस समास का उदाहरर ह ndash अ) ततपरष समास आ) द िद ि समास इ) दविग समास ई) कमयधारय

कनरक

कर सि कारक ववभककत १ कता कारक न २ कम कारक को ३ करण कारक स ४ सिपरदान कारक को क सलए ५ अपादान कारक स ६ सिबिध कारक का कीक ७ अगधकरण कारक म पर ८ सिबोधन कारक अरिओि वाि

नमन का परशन ररतत सथान म उगचत कारक होगा `गगाrsquo हहमािय ________ तनकिती ह अ) को आ) का इ) स ई) पर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 29: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

29

वररनम धचहर १ अलप ववराम ---- ( ) २ अध ववराम ----- () ३ पण ववराम ---- () ४ परशन गिहन -- () ५ ववसमयाहदबोधक गिहन----- () ६ योजक गिहन--- (-) ७ उधदरण गिहन ------(ldquo ldquo) (rsquo rsquo) ८ कोषणठक गिहन --- ( ) ९ वववरण गिहन----- (-) () रमर क परशर गिलल क जीवन का परथम वसित आया वाकय म परयचकत ववराम गिनि ि अ) परशन िाचक आ) अलप विराम इ) योजक ई) परय विराम

पररणनराक करियन शबरद

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप १ पढ पढना पढाना पढवाना २ कर करना कराना करवाना ३ उठ उठना उठाना उठवाना ४ सन सचनना सचनाना सचनवाना ५ समझ समझना समझाना समझवाना ६ िल िलना िलाना िलवाना ७ हास हासना हासाना हासिाना ८ ममि समलना समलाना समलवाना ९ गचपक गिपकना गिपकाना गिपकवाना १० ठहर ठिरना ठिराना ठिरवाना ११ पकड पकडना पकडाना पकडवाना १२ सलख सलखना सलखाना सलखवाना १३ जीत जीतना कजताना कजतवाना १४ छड छडना नछडाना नछडवाना १५ दौड दौडना दौडाना दौडवाना १६ ओढ ओढना ओढाना ओढवाना १७ िौट लौटना लौटाना लौटवाना

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 30: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

30

नमना क परशन इनम परथम पररराथयक ककरया रप ह

अ) मिखना आ) मिखाना इ) मिखािट ई) मिखिाना

ववलोम शबद

१८ जि जिना जिाना जिवाना १९ दख दखना हदखाना हदखवाना

करस िनत करियन परपररप जवरदपररप २० खल खलना खखलाना खखलवाना २१ बठ बठना बबठाना बबठवाना २२ द दना हदलाना हदलवाना २३ भज भजना सभजाना सभजवाना २४ सो सोना सचलाना सचलवाना २६ धो धोना धचलाना धचलवाना २७ पी पीना वपलाना वपलवाना २८ सी सीना ससलाना ससलवाना

शाम x सबह अिधकार x परकाश जय x पराजय मशकषित x अमशकषित

अचछा x बरा अमत x ववष सफल x असफल सलखखत x असलखखत आि x पीछ आधार x ननराधार आदर x अनादर मजबत x कमजोर आय x वयय परतितर x सवतितर ननकट x दर आवशयक x अनावशयक ऊपर x नीि वरदान x असभशाप सिाि x जिाब अनचपयचकत x उपयचकत

भीतर x बाहर कसथरx अकसथर बढना x घटना विशिास x अविशिास

िढना x उतरना ईमान x बईमान सतोष x असतोष सिसथता x असिसथता

खरीदना x बचना खबर x बखबर ववदश x सिदश सदाचार x अनाचार गरीब x अमीर आहद x अत आयात x तनयायत चन x बचन परससदध x कच खयात

िोश x बिोश सजीि x तनजीि रोजगार x बरोजगार

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 31: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

31

नमन का परशन `मजबतrsquo का वििोम शजद ह

अ) मजबर आ) कोमि इ) कमजोर ई) मिायम शलग

नमन का परशन `िखकrsquo का अनयमिग शजद ह अ) िखकी आ) िखखका इ) कवि ई) कितयतरी

रचर

एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन एकिचन बहिचन आाख आाख चीज़ चीज़ अधयावपका अधयावपकाएा बहन बहन किा कि माता माताएा पसतक पसतक किा कि िता िताएा सडक सडक कौआ कौए नौका नौकाएा वपता वपता गधा गध किा किाएा बात बात बटा बट कविता कविताएा पदाय पद िडकी िडककयाा थािी थामियाा कोमशश कोमशश खबर खबर रकताब रकताब गिी गमियाा परतत परततयाा गडडया गडडयाा योजना योजनाएा कला कलाएा वयवसथा वयवसथाएा

शातत x अशातत सदर x करप पव x पकशिम उपकसथतत x अनपकसथतत ननराशा x आशा उगचत x अनगचत बदब x खशब मचमरकन x नामचमरकन हदन x रात पाप x पचय हासना x रोना सवीकार x असवीकार बडा x छोटा वपरय x अवपरय सजीि x तनजीि दचरपयोि x सदचपयोि

पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग पजललग सरीशलग नौकर नौकरानी शर शरनी मोर मोरनी शरीमान शरीमती

भागयवान भागयवती दबिा दबिी कच िा कच नतया साहब साहहबा सवामी सिाममन ठाकच र ठकच राइन मयर मयरी भाई बहन भसा भस पडडत पडडताइन लखक लखखका पनत पतनी नर नारी आदमी औरत हाथी हगथनी बाप माा मासल मालरकन सवक सववका कवव कवनयतरी पचरष महिला बटा बटी बालक बासलका यचवक यचवती बढा बढी

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 32: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

32

किानी किाननयाा उपागध उपागधयाा कपडा कपड याद याद पसा पस िादर िादर घर घर परदा परद बात बात मिफाफा मिफाफ कमरा कमर रवडी रवडडयाा पड पड फल फल रपया रपए

नमन का परशन `नौकाrsquo शजद का अनयिचन ह अ) नौकाएा आ) नाि इ) नाविक ई) नौकाओ

महनरर

१ अगठा हदखाना = दन स सपषट इनकार करना २ अििार उिलना = करोध म कठोर विन बोलना ३ टस स मस न िोना = वविसलत न िोना ४ पौ फटना = परभात िोना ५ अकल का अिधा = मख ६ आाख हदखाना = धमकाना डराना ७ आाख िचराना = अपन आप को नछपाना ८ आसतीन का साप = कपटी समतर १० कान भरना = िचिली करना ११ अपना उलल सीधा करना = सवाथ परा करना १२ आि बबला िोना = अतयित करोगधत िोना १३ कमर कसना = तयार होना १४ दाि न गिना = सफि न होना १५ छतक छडाना = बरी तरह हराना

नमन का परशन `टस स मस न होनाrsquo इस महािर का अथय ह अ) शोर न मचाना आ) हानी पाहाचाना इ) बहत खश होना ई) विचमित न होना

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 33: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

33

1 छटहट क शलए आररदि पतर

परषक असलया रफरदोस दसिी किा रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा सिा म परधानाधयापक रोठरी हसकि मडगोड मसरसी शिखरक कजलिा महोदय विषय - छटहट क मिए पतर उपययतत विषयानसार आपस सविनय तनिदन ह कक म अपन भाई कक शाहद म शममि होन क मिए बगिर जा रहा हा इसमिए म तीन हदन तक सकि म उपकसथत नही रह पाऊगा मझ 8 ndash 8 - 2018 स 11- 8 - 2018 तक तीन हदन की छटहट परदान करन कक कपा कर धनयिाद क साथ सथान मडगोड भिदीय हदनाक 7 ndash 8 - 2018 XXXXX (असलया रफरदोस )

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 34: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

34

2 वपिा क िाम पतर

परषक रजत एस राठोड न 33 मडगोड - 581349 हदनाक 03 - 03 ndash 2018

पजय वपताजी सादर परराम म यहाा सकशाि हा आशा ह कक आप भी सकशाि होग मरी पढाई अचछी तरह चि रही ह इस साि हमार विदयािय म शिखरक पययटन का आयोजन ककया गया ह उसम म भी भाग िना चाहता हा इसमिए आप मझ इसकी अनमतत दत हए र 500 भजन की कपा कर माताजी को मरा परराम कहना पतर का उिर दीकजए आपका वपरय पतर रजत एस राठोड सिा म शरी सजयकमार जी राठोड किप नगर तािरकर बगिर दकषिर - 562130

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 35: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

35

3 परमार पतर क मिए पतर

हदनाक - 05062018 परषक रगचत एस राठोड नौिी किा बबविभाग सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 सिा म परधानाधयापकजी सरकारी हाईसकि बाचनहट टी मागडी तहमसि रामनगर कजिा - 562120 महोदय विषय परमार पतर क मिए पतर आपस तनिदन ह कक मर वपताजी का तबादिा मसर म हो गया ह उनक साथ मझ भी जाना होगा अतः म आपस अनरोध करता हा कक आप मझ नौिी किा का उिीरय होन का परमार पतर तथा अक पतर दन की कपा कर धनयिाद सहहत सथि - बाचनहट टी हदनाक - 05062018 आपका आजञाकारी छातर रगचत एस राठोड

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 36: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

36

निबि लिि

इटरिट रररदाि ह या अशभशाप भशमका -- आज का यग इटरनट का यग ह बड बडो स िकर छोट बचचो तक सब पर इटरनट का असर पडा ह इटरनट एक तरि स विशिवयावप कमयटरो का अतजायि ह कजसकी िजह स पर विशि का विसतार एक गााि का सा छोटा हो गया ह उपयोग एर कषतर -- इटरनट क उपयोग स इसान की सोच बड गयी ह और उनहोन बदिी तकनीकी क कारर कजदगी क बदि नज़ररए भी बडा हदया ह पहि दर रहत ररशतदार या दोसतो को कोई खबर दनी पडती तो गचटटी या दरभाषा दिारा ही करना पडता था ककत आज इटरनट क दिारा पि भर म बबना जयादा खचय ककए कोई भी विचार हो कसथर गचतर हो िीडडयो गचतर हो दतनया क ककसी भी कोन म भजना ममककन हो गया ह इटरनट आधतनक जीिन शिी का महतिपरय अग बन गया ह शायद इसक बबना सचार और सचना बद हो जाता ह इटरनट दिारा घर बठ - बठ खररदारी कर सकत ह कोई भी बबि भर सकत ह इसस शरम और समय दोनो बचा सकत ह इटरनट बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकत ह एक ही कमर म बठकर परसपर विचार वितनमय कर सकत ह रररदाि और अशभशाप --

इटरनट हमार मिए एक िरदान ह इसक जीिन क हर ितर म अपना कमाि हदखाया ह जस गचककतसा कषी अतररि यान विजञान आदी यहा तक की दश क रिादिो की काययिाही म इटरनट का बहत बडा योगदान ह

इटरनट एक ओर िरदान ह तो दसरी ओर अमभशाप भी ह इटरनट की िजह स परसी बककग फराड हककग आहद बढ रही ह मतत िबसहटगचहटग आहद स यिा पीढी ही नही बचच भी इटरनट की बाहो की पाश म फस हए ह इसस िखत का दरपयोग होता ह और बचच अनपयतत और अनािशयक जानकारी हामसि कर सकत ह उपसहार --

आज इटरनट आधतनक जीिनशिी का महतिपरय अग बन गया ह इिटरनट स लाभ भी ि और िाननयाा भी ि इसमिए इटरनट स सचत रहना चाहहए सोि समझकर इसका उपयोि करना िाहिए

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 37: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

37

सरचछ भारि अशभयाि

भशमका -- सिचछ भारत अमभयान भारत सरकार दिारा चिाया गया एक विशाि जन आादोिन

ह जो की पर भारत म सफाई को बढािा दता हइस अमभयान को 2019 तक एक सिचछ भारत का िकषय रखत हए 2 अतटबर 2014 को महातमा गााधी की 145 िी जनम हदन क शभ अिसर पर शर ककया गया था कजसकी शरिात परधानमतरी नरदरमोदी दिारा ककया गया पर भारत म सफाई क उददशय को परा करन क मिए ककया गया ह य अमभयान किि सरकार का कतयवय नही ह बकलक राषटर को सिचछ बनान की कजममदारी इस दश क सभी नागररको पर ह सफाई का महतर उदरदशय

1 भारत म खि म मि तयाग की वयिसथा का जड स तनकालना 2 असिसथ शौचाियो को बहन चि शौचाियो म बदिना 3 हाथो स मि की सफी करन की वयगरता को हटाना 4 िोगो को सिचछता क बार म जागत करना 5 साियजतनक सिचछता और साफ सफाई क काययकरम स िोगो को जोडना 6 साफ-साफाई क स सबधीत सभी वयिसथा को तनयबतरत रखना

समय कन महतर परसतनररन समय अनमोला रतन ि| समय िी जीवन ि| िमारा जीवन इसी समय स बना ि| समय क नषणट िो जान स जीवन भी ववनषणट िोजाता ि| खोया िचआ समय दचबार निीि आता | इससलए समय क मितव को समझना िाहिए| ldquoसमय कन सरदपयोग कन मतलब ह सिी समय पर सिी काम करना ldquo | उपयचकत समय पर अपना काम ननपटानवाल वासतव म बचकधदमान िोता ि और वि अपना जीवन साथक बना लता ि | जो समय को नषणट करता ि उस समय िी नषणट कर दता ि| छातरो को बकार म समय निीि िवािना िाहिए | पररशरम का अचछा पररणाम पान क सलए िम समय का सदचपयोि करना िाहिए निी तो पछताना िोिा | खोया िचआ समय दचबारा लौटकर निीि आता | अगधक लोिो न समय को िी सबस बडा धन माना ि पर समय धन स अगधक कीमती ि| इससलए समय को वयथ निी करना िाहिए| |

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 38: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

38

उपसहनर वासतव म समय एक बिचत िी अदभचत िीज़ ि | इस कारण स िम सबको समय की ििभीरता को समझना िाहिए और उसका सममान करना िाहिए |

नािररक क कतवय

रनगररक कन अरा रकसी सवतितर राषणर म ननवास करन वाल वयककत को नािररक किा जाता ि | रनगररक और रनषटर परतयक राषणर अपन नािररक को सचख - शािनत स जीवन बीतन क सलए कच छ अगधकार और कतवयो को परधान करता ि | िम सब भारत दश क नािररक ि | भारत एक िणतितर राषणर ि | भारत का सिववधान अपन नािररको को 6 मलभत अगधकार और कच छ कतवयो को हदया ि | नािररक इन अगधकारो का सदचपयोि करना िाहिए और कतवयो का पालन करना िाहिए नािररक क कतवय भारत का परतयक नािररक इन कतवयो का पालन करना िाहिए दश क परनत िौरव का भाव रखना एवि दश की एकता और अखिडता को कायम रखना | राषणरधवज राषणरिान राषणरीय तयोिार का आधार करना िाहिए | अपन पयावरण को सवछ रखना | समसत दशवाससयो क परनत भाईिार का भाव रखना दश की रकषा क सलए कहटबदध रिना सावजननक सिपनत को सचरकषकषत रखना अपनी सिसकनत और िौरवशाली परमपरा का सममान करना ि सिववधान क ननयमो का पालन भी करना िाहिए | उपसििार कतवय और अगधकार नािररकता की िाड़ी क दो पहिए ि | दोनो क सनतचलन स िी सिी सफल नािररकता ि | आज क बचि कल क नािररक ि | इन कतवयो का पालन करन स िम सब का हित िोिा और दश का कलयाण भी िोिा |

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 39: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

39

अनिररकि परशि I अिरपिा

1) िसीयत नाटक गचतरिखा उपनयास

2) शत-शत दविरकतत हर-भर यगम शजद

3) बाय हाथ म नयाय पताका दाहहन हाथ म जञान का दीप

4) हसत हाथ पताका धिज 5) गिलल मिादवी वमा ईमानदारो क सममलन िररशिकर परसाई

6) ईमानदारो क सममलन म वयगय साहितय गिलल रखागितर 7) पिराजरकशोर मानवीय वयविार बसित ईमानदार 8) सचकनत अचछ काय पररिर तयािना 9) मसर जिमोिन राजमिल शरवण बलिोल िोमटशवर की मनत 10) िोलिचिबज वासतचकला बलर िलबीड की मनतयाा सशलपकला 11) असभनव मनचषणय रामधारी ससिङ मातभसम भिवती िरण वमा 12) चाय गरम बफय ठडा

II एक राकय म उततर शलखिए 1) भारत माता क हाथो म तया ह

भारत माता क एक हाथ म नयाय-पताका दसर हाथ म जञान - दीप ह

2) भारत क खत कस ह

भारत क खत हर-भर ह

3) भारत भमम क अदर तया - तया भरा हआ ह

भारत भमम क अदर खतनजो का वयापक धन भरा हआ ह

4) सख - सपवि धन - धाम को माा कस बााट रही ह

सख - सपवि धन ndash धाम को माा मतत - हसत स बााट रही ह

5) िखक चीज खरीदन कहाा गय थ

िखक चीज खरीदन चौक गय थ 6) िखक का जी तयो ििचा उठा

गिाब रग क सब को दखकर जी ििचा उठा

7) टोमाटो ककसका आिशयक अग बन गया ह

टोमाटो भोजन का आिशयक अग बन गया ह

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 40: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

40

8) सिाद म सब ककसस बढकर नही ह

सिाद म सब आम स बढकर नही ह

9) रोज एक सब खान स ककनकी जररत नही होगी

रोज एक सब खान स डाातटरो की जररत नही होगी

10) गगिहरी का बचचा कहाा पडा था

गगिहरी का बचचा गमि और दीिार की सतघ म पडा था

11) िखखका न गगलि क घािो पर तया िगाया

िखखका न गगलि क घािो पर पकनसमिन का मरहम िगाया

12) गगिहरी का िघ गात ककसक भीतर बद रहता था

गगिहरी का िघ गात मिफाफ क भीतर बद रहता था

13) गगिहरर का वपरय खादय तया था

गगिहरर का वपरय खादय काज था

14) िखखका न ककस कारर स असपताि म रहना पडा

िखखका न मोटर दघयटना क कारर स असपताि म रहना पडा था

15) गगिहरी गमी क हदनो म कहाा िट जाता था

गगिहरी गमी क हदनो म सराही पर िट जाता था

16) गगिहरी की समागध कहाा बनायी गयी ह

गगिहरी की समागध सोनजही की िता क नीच बनायी गयी ह 17) मखखया को ककसक समान रहना चाहहए मखखया को मख क समान रहना चाहहए 18) दया ककसका मि ह दया धमय का मि ह 19) पाप का मि तया ह पाप का मि अमभमान ह 20) तिसीदास क अनसार विपवि क साथी कौन ह तिसीदास क अनसार विपवि क साथी विदया विनय और वििक ह 21) इटरनट का अथय तया ह इटरनट अनगगतनत कपयटरो क कई अतजायिो का एक दसर स सबध सथावपत करन का जाि ह 22) इटरनट बककग दिारा तया भजा जा सकता ह इटरनट - बककग दिारा दतनया की ककसी भी जगह पर चाह कजतनी भी रकम भजी जा सकती ह

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 41: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

41

23) समाज क ककन ितरो म इटरनट का योगदान ह समाज म गचककतसा कवष अतररि जञान विजञान मशिा आहद ितरो म इटरनट का योगदान ह 24) इटरनट -- करातत का असर ककस पर पडा ह इटरनट का असर बड-बढ स िकर छोट बचचो तक सब पर पडा ह 25) िखक दसर दज म तयो सफर करना चाहत थ िखक एक सौ पचास रपय बचान क मिए दसर दज म सफर करना चाहत थ 26) सिागत सममतत क मतरी ककसको डाटन िग सिागत सममतत क मतरी काययकतायओ को डााटन िग 27) िषो स सतसना क पररिार म कौन काम कर रहा ह

िषो स सतसना क पररिार म साधोराम काम कर रहा ह 28) रोबोतनि की मिाकात ककसस हई

रोबोतनि की मिाकात रोबोदीप स हई 29) शमाय पररिार क कि का नाम मिखखए

शमाय पररिार क कि का नाम झबर था 30) िजञातनक िखक का नाम मिखखए

िजञातनक िखक का नाम आइज़क आमसमोि ह

31) बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न कौन - सा पदक दकर सममान ककया बबछदरी को भारतीय पियतारोहर सघ न सिरय - पदक दकर सममान ककया | 32) बबछदरी पाि को कौन - सा गौरि परापत हआ ह बबछदरी पाि को पदमशरी और अजयन परसकार गौरि परापत हआ ह 33) बबछदरी न तया तनशचय ककया बबछदरी क बड भाई को पहाडो पर जान अचछा िगता था 34) सर - शयम पद क रचतयता कौन ह सर - शयम पद क रचतयता सरदास ह 35) यशोदा और नद का रग कसा था यशोदा और नद का रग गोरा था 36) बाि कषर का रग कसा था बाि कषर का रग कािा था 37) कनायटक म कौन--कौन स जिपरताप ह कनायटक म जोग अजबी गोकाक मशिनसमदर आहद जिपरताप ह

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 42: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

42

38) ककस नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह बगिर नगर को मसमिकान मसटी कहा जाता ह 39) कनायटक की दकषिर हदशा म कौन सी पियतमािाएा शोभायमान ह कनायटक की दकषिर हदशा म नीिगगरी की पियतमािाएा शोभायमान ह 40) हम ककस उमर म अचछी आदत डािनी ह हम छोटी उमर म अचछी आदत डािनी ह 41) बचचो की तारीफ ककसन की बचचो की तारीफ कितटर साहब न की 42) ककसस डरकर नौका पार नही होती िहरो स डरकर नौका कभी पार नही होती 43) ककसकी महनत बकार नही होती कोमशश करनिािो की कभी महनत बकार नही होती

II रदो या िीि राकयो म उततर शलखिए

1) छिनी स तया - तया कर सकत ह छिनी स दध और चाय छान 2) बसत राजककशोर स दो पस िन स तयो इनकार करता ह बसत राजककशोर स दो पस िन स इनकार करता ह तयोकक-उस भीख समझता था भीख नही िना चाहता था 3) मखखया को मख क समान होना चाहहए कस मखखया को मख क समान होना चाहहए तयोकक माह खान - पीन का काम अकिा करता ह िककन िह जो खाता पीता ह उसस शरीर क सार अगो का पािन-पोषर करता हतिसी की राय म मखखया को भी ऎस ही वििकिान होना चाहहए कक िह काम अपनी तरह स कर िककन उसका फि सभी म बााट 4) मनषया को हस की तरह तया करना चाहहए सकषटकताय न इस ससार को जड चतन और गर--दोष स ममिाकर बनाया ह अथायत इस ससार म अचछ-बर समझ - नासमझ क रप म अनक गर - दोष भर हए ह िककन हस रपी साध िोग पानी रपी विकारो को छोडकर दध रपी अचछ गरो को अपनात ह 5) चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न तया सझाि हदया

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 43: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

43

चपपिो की चोरी होन पर ईमानदार डमिगट न सझाि हदया की -- दखखए चपपि एक जगह नही उतारना चाहहए एक चपपि यहाा उताररय तो दसरी दस फीट दर तब चपपि चोरी नही होती एक ही जगह जोडी होगीतो कोई भी पहन िगा मन ऎसा ही ककया था

S S L C मनचा अपरल 2018 परशर और आरदशा उततर पतरिक

I

1

2

3

4

1

1

1

1

5

6

1

1

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 44: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

44

II 7

i)

ii)

iii)

iv)

v) vi)

vii)

1

1

1

1

i)

vi )

vii )

iv )

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 45: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

45

III

8

9

10

11

1

1

1

1

IV

12

2

13

2

14

2

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 46: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

46

15

2

16

2

17

2

18

2

19

2

5

ndash

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 47: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

47

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 48: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

48

V

23

3 24

3

25

3 26

3

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 49: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

49

VI

27

28

4

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 50: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

50

4

VII 29

30

31

32

33

34

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

( A)

( D )

( B )

( C )

( C )

( A )

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 51: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

51

35

36

VIII

37

38

39

40

ndash

ndash

1

1

1

1

1

1

IX

41

42

Not even a single apple was good to eat

I received a grand welcome at the station

1

1

( D )

( B )

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 52: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

52

43

44

Sandalwood trees are large in numbers in Karnataka

A fish was swimming in the pond

1

1

X 45

1

1

1

1

1

2 000

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 53: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

53

XI 46

15 - 20

1

1

1

54

55

56

57

58

Page 54: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

54

55

56

57

58

Page 55: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

55

56

57

58

Page 56: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

56

57

58

Page 57: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

57

58

Page 58: PASSING PACKAGEamkresourceinfo.com/wp-content/uploads/2019/01/hindi...1 कर न टक सकन ज लन प चनत न र ग उपनर र द शक सनर नर

58