श्री विपरीत प्रत्यङ्गिरा माला मन्त्र

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Beeparita Pratyangira MalaMantra -

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Page 1: श्री विपरीत प्रत्यङ्गिरा माला मन्त्र

श्री� वि�परी�त प्रत्यवि�री मा ला मान्त्र

वि�वि�यो�गः�

ॐ अस्यो श्री� वि�परी�तप्रत्योवि�री� मन्त्रस्यो भै�री�ऋवि�� अ��ष्टु�प छन्दः� श्री�

वि�परी�तप्रयोवि�री� दः �त� मम�भै�ष्टु सि"द्ध्यर्थे% जप प�ठे च वि�वि�यो�गः�।

करी��न्यो�"

ॐ ऐं अ�,ष्ठा�भ्यो�/ �म� हृदःयो�यो �म� । ॐ ह्रीं2 तज3��भ्यो�/ स्��हा� सि5री" स्��हा� ।

ॐ श्री2 मध्योम�भ्यो�/ ��ट्8 सि5खा�यो� ��ट्8 । ॐ प्रत्योवि�री अ��मिमक�भ्यो�/ हुं/ क�च�यो हुं/

। ॐ म�/ रीक्षरीक्ष कवि�मिष्ठाक�भ्यो�/ �=�ट्8 � त्रत्रयो�यो �=�ट्8 । ॐ मम 5त्र�न्भैञ्जयो

भैञ्जयो करीतलकरीप@ष्ठा�भ्यो�/ फट्8 अस्त्र�यो फट्8 ।

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Page 2: श्री विपरीत प्रत्यङ्गिरा माला मन्त्र

दिदःग्बन्धः� - ॐ भैFभै�3�� स्��।

ध्यो��/ खाड्8गः/ कप�ल/ ड्मरू वित्र5Fल/ "�म्बिJबभ्रत� चन्द्रकल� �त/"� ।

विप��ध्�3क 5�ऽसि"तभै�मदः/ष्ट्रा� भैFयो�विOभैFत्यो� मम भैद्रक�ल� ॥

मFल मन्त्र� ॐ ऐं ह्रीं2 श्री2 प्रत्योवि�री म�/ रीक्षरीक्ष मम 5त्र�न्भैञ्जयोभैञ्जयो फ हुं/ फट्8

स्��हा�।

म� ल� मन्त्र

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Page 3: श्री विपरीत प्रत्यङ्गिरा माला मन्त्र

ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ क�/ क�/ क�/ म�/ "�/ खा�/ च�/ ळां�/ क्ष�/ ॐ ह्रीं2 ह्रीं2 ॐ ॐ ह्रीं2 ��/ धां�/ म�/

"�/ रीक्ष�/ क� रु । ॐ ह्रीं2 ह्रीं2 ॐ "� हुं/ ॐ क्षT ��/ ळां�/ धां�/ म�/ "�/ रीक्ष�/ क� रु । ॐ ॐ हुं/

प्ल�/ रीक्ष�/ क� रु।

ॐ �म� वि�परी�तप्रत्योवि�री�यो� वि�द्या�री�सिW त्र�ळां�क्यो�5/करी� त�मिष्टुप�मिष्टुकरिरी

"�3प�ड्�पहा�रिरीणि[ "��3प��सि5वि� "�3म�लम��ल्यो सि5� "��3र्थे3"�मिधांवि� म�दिदःवि�

"�35�स्त्र���म्भे दिदःवि� क्ष�णिभैणि[ तर्थे� परीमन्त्रतन्त्रयोन्त्रवि��च�[3 "�3प्रयो�गः�दः^�न्यो ��/

वि�ब3त3मियोत्�� योत्क@ त/ तन्म ऽस्त� कसिलप�वितवि� "�3हिंह̀ा"� म�/ क�रीयोवित अ��म�दःयोवित

म�"� ��च� कम3[� यो दः ��"�रीरी�क्ष"�स्त�यो3ग्यो�वि� "�3हिंह̀ा"क�णिभैरूप क/ क� �3न्तिन्त

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Page 4: श्री विपरीत प्रत्यङ्गिरा माला मन्त्र

मम मन्त्रतन्त्रवि��च�[3"�3प्रयो�गः�दः^��त्महास्त � यो� करी�वित करिरीष्योवित क�रीमियोष्योवित

त�न्"��3न्यो ��/ वि��3त3मियोत्�� प�तयो क�रीयो मस्तक स्��हा�।

ॐ स्तम्भिम्भे�� स्फ्रेंe स्फ्रेंe मम "परिरी��रीकस्यो 5त्र��8 स्तम्भेयो स्तम्भेयो हुं/ फट्8 स्��हा�

। ॐ म�विहा�� स्फ्रेंe स्फ्रेंe मम "परिरी��रीकस्यो 5त्र��8 म�हायो म�हायो हुं/ फट्8 स्��हा� । ॐ

क्ष�णिभैणि[ स्फ्रेंe स्फ्रेंe मम "परिरी��रीकस्यो 5त्र��8 क्ष�भैयो क्ष�भैयो हुं/ फट्8 स्��हा� । ॐ

द्र�वि�[� स्फ्रेंe स्फ्रेंe मम "परिरी��रीकस्यो 5त्र�न्द्र��यो द्र��यो हुं/ फट्8 स्��हा� । ॐ

ज@म्भिम्भे[� स्फ्रेंe स्फ्रेंe मम "परिरी��रीकस्यो 5त्र�न्ज@म्भेयो ज@म्भेयो हुं/ फट्8 स्��हा� । ॐ

त्र�सि"�� स्फ्रेंe स्फ्रेंe मम "परिरी��रीकस्यो 5त्र�न्त्र�"यो त्र�"यो हुं/ फट्8 स्��हा� । ॐ री=दिद्र

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Page 5: श्री विपरीत प्रत्यङ्गिरा माला मन्त्र

स्फ्रेंe स्फ्रेंe मम "परिरी��रीकस्यो 5त्र�न्"न्त�पयो "न्त�पयो हुं/ फट्8 स्��हा� । ॐ "/हा�रिरी[�

स्फ्रेंe स्फ्रेंe मम "परिरी��रीकस्यो 5त्र�न्"/हा�रीयो "/हा�रीयो हुं/ फट्8 स्��हा� ॥

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