महाराणा प्रताप
DESCRIPTION
मै यह पुस्तक महाराणा प्रताप के बारे मे लिख रहा हूँ | बहुत कम लोग होंगे जो उस वीर पुरुष के बारे मे जानते है| शायद आप लोग मुझसे भी अधिक जानते होंगे महाराणा प्रताप के बारे मे, फिर भी मै ये किताब लिख रहा हूँ, क्योंकि महाराणा की वीरता, अजादी के लिए संघर्ष और मातृभूमी के प्रति प्यार ने मुझे यह किताब लिखने के लिए विवश किया | महाराणा प्रताप का नाम भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से अंकित है| वो वीर पुरुष जिसने अजादी के लिए सारे सुख सुविधाओ को त्याग दिया| महाराणा प्रताप सिंह मेवाड के शासक थे | मेवाड में अनेक वीरो का जन्म हुआ है | सदियो से यहाँ के लोग मातृभूमी के लिए मर मिटने को तैयार है |TRANSCRIPT
-
1
Pa
ge1
-
2
Pa
ge2
-
3
Pa
ge3
- 1-
2-
3-
4-
5-
-
4
Pa
ge4
|
| ,
, ,
|
|
| |
-
5
Pa
ge5
|
|
-
6
Pa
ge6
-
7
Pa
ge7
|
| ,
|
|
,
| |
-
8
Pa
ge8
|
|
|
| | |
| ,
| |
-
9
Pa
ge9
, |
|
| |
- | |
|
-
10
Pa
ge1
0
|
| , , |
| |
|
|
|
-
11
Pa
ge1
1
|
|
|
-
12
Pa
ge1
2
|
|
|
,
| |
-
13
Pa
ge1
3
|
|
| |
-
14
Pa
ge1
4
,
. , ,
.
. ,
-
15
Pa
ge1
5
.
. ,
.
.
.
.
-
16
Pa
ge1
6
|
|
| |
|
|
|
-
17
Pa
ge1
7
| |
|
|
|
- - |
-
18
Pa
ge1
8
| - |
-
19
Pa
ge1
9
|
|
|
|
|
| |
-
20
Pa
ge2
0
|
| ,
! |
| |
|
-
21
Pa
ge2
1
| |
| : |
|
| |
| |
|