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    भारतीय राजव्यवस्था और प्रशाशन ‘भारत में फंसा हुआ (स् रैंडेड)’ पोर्टल खबरों में क्यों है? • पर्यटन मंत्रालर् ने ‘भारत में फंसा हुआ (स्ट रैंडेड)’ नामक एक पोटयल लॉन्च ककर्ा है। ‘भारत में फंसा हुआ (स् रैंडेड)’ पोर्टल के संदभट में जानकारी • इस पोटयल का उद्देश्र् देश के विभभन्न हहस्टसों में फंसे विदेशी पर्यटकों के भलए एक समर्यन नेटिकय के रूप में कार्य करना है। • पोटयल स्ट रैंडेड इन इंडडर्ा.कॉम में कोविड-19 हेल्पलाइन नंबरों र्ा कॉल-सेंटरों की व्र्ापक जानकारी है, जो विदेशी पर्यटकों की मदद के भलए पहंुच सकत ेहैं। • इसमें विदेश मंत्रालर् के ननरं्त्रण कें द्रों के सार्-सार् उनकी संपकय जानकारी और राज्र्-आधाररत/ क्षेत्रीर् पर्यटन समर्यन बुननर्ादी सुविधाओं के बारे में जानकारी भी है। • इसमें आगे की जानकारी की आिश्र्कता िाले लोगों की मदद का विस्टतार करन ेऔर विदेशी पर्यटकों को संबंधधत अधधकाररर्ों से जोड़ने के भलए एक सहार्ता और समर्यन अनुभाग भी है। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2- गवन्रैंस स्रोत- इंडडयन एक्सप्रेस प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष खबरों में क्यों है? • विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री द्िारा प्रधानमंत्री केर्र कोष की स्टर्ापना पर सिाल उठार्ा है क्र्ों कक प्रधानमंत्री राष्ट्रीर् राहत कोष पहले से ही अस्स्टतत्ि में है। • कोरोनािार्रस महामारी से ननपटने के भलए प्रधानमंत्री राष्ट्रीर् राहत कोष (पी.एम.एन.आर.एफ.) में 3,800 करोड़ रूपए [16 हदसंबर, 2019 तक] का बबना व् र्र् ककर्ा हुआ धन शेष है। प्रधानमतं्री राष्ट्रीय राहत कोष के संदभट में जानकारी • प्रधानमंत्री राष्ट्रीर् राहत कोष (पी.एम.एन.आर.एफ.) की स्टर्ापना जनिरी, 1948 में हुई र्ी जब प्रधानमंत्री जिाहरलाल नेहरू ने पाककस्टतान से विस्टर्ावपतों की सहार्ता करन ेकी अपील की र्ी। • र्ह पूरी तरह स ेसाियजननक र्ोगदान के सार् स्टर्ावपत ककर्ा गर्ा र्ा और इसे कोई बजटीर् समर्यन नहीं भमला र्ा। • पी.एम.एन.आर.एफ. व्र्स्क्तर्ों, संगठनों, रस्टटों, कंपननर्ों और संस्टर्ानों आहद से स्टिैस्छिक र्ोगदान स्टिीकार करता है। • पी.एम.एन.आर.एफ. में हदए गए सभी र्ोगदान धारा 80 (G) के अंतगयत आर्कर से मुक्त हैं। • पी.एम.एन.आर.एफ. के ससंाधनों का उपर्ोग बाढ़, चक्रिात और भूकंप आहद जैसी प्राकृनतक आपदाओं में मारे गए लोगों के पररिारों को तत्काल राहत देने के भलए ककर्ा जाता है। • जरूरतमंद लोगो और तेजाब हमले के पीड डतों आहद के हृदर् सजयरी, ककडनी प्रत्र्ारोपण, कैं सर के धचककत्सा उपचार के भलए खचों को कम करन ेके भलए आंभशक रूप स ेसहार्ता प्रदान करता है। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2- गवनैंस

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    स्रोत- द हहदं ू आरोग्यसेतु खबरों में क्यों है? • हाल ही में, भारत सरकार ने आरोग्र्सेतु नामक एक मोबाइल ऐप लॉन्च ककर्ा है, जो भारत के लोगों को कोरोनोिार्रस महामारी के खखलाफ एक बहादरु लड़ाई में एक सार् लाने में मदद करता है।

    आरोग् यसेतु ऐप के संदभट में जानकारी • र्ह एक बार साियजननक और ननजी क्षेत्रों, डडस्जटल प्रौद्र्ोधगकी और स्टिास्ट्र् सेिाओं के वितरण और रोग मुक्त और राष्ट् र के स्टिस्टर् भविष्ट्र् के सार् रु्िा भारत की संभािनाओं के बीच एक सेतु है। • र्ह ऐप 11 भाषाओं में उपलब्ध है। • र्ह प्रत्रे्क भारतीर् के स्टिास्ट्र् और कल्र्ाण के भलए डडस्जटल इंडडर्ा में शाभमल होता है। • र्ह लोगों को कोरोना िार्रस के संक्रमण के प्रनत संिेदनशीलता का स्ट िमलू् र्ाकंन करने में सक्षम बनाएगा। • र्ह अत्र्ाधुननक ब्लूटूर् तकनीक, एल्गोरर् म और कृबत्रम बुद्धधमत्ता का उपर्ोग करते हुए दसूरों के सार् आपके संपकय के आधार पर जोखखम की गणना करेगा। लाभ: • र्ह ऐप भारत को कोविड-19 सकं्रमण के प्रसार के जोखखम का मूल् र्ाकंन करन ेऔर जहां आिश्र्क हो, िहां आइसोलेशन को अपनाने को सुननस्श्चत करन ेहेतु आिश्र्क समर् पर कदम उठाने में मदद करेगा। • ऐप का डडजाइन गोपनीर्ता-पहले सुननस्श्चत करता है। • ऐप द्िारा एकत्र ककए गए व्र्स्क्तगत डेटा को अत्र्ाधुननक तकनीक का उपर्ोग करके एस्न्क्रप्ट ककर्ा जाता है और र्ह तब तक फोन पर सुरक्षक्षत रहता है जब तक र्ह धचककत्सा हस्टतक्षेप की सुविधा के भलए आिश्र्क नहीं होता है। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 3- स्वास््य मुद्दा स्रोत- द हहदं ू ई-एन.ए.एम. प्लेर्फॉमट

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    खबरों में क्यों है? • हाल ही में, कृवष मंत्री ने राष्ट्रीर् कृवष बाजार (ई-एन.ए.एम.) प्लेटफॉमय के नए फीचर लॉन्च ककए हैं। यह कैस ेकाम करता है? • र्ह ककसानों द्िारा कृवष विपणन को मजबूती प्रदान करेगा जो अपनी फसल की उपज को बेचने के भलए शारीररक रूप स ेर्ोक मंडडर्ों में आने की आिश्र्कता को कम कर देंगे, ऐसे समर् में जब कोविड-19 के खखलाफ प्रभािी ढंग से लड़ने के भलए मंडडर्ों में भीड़ कम करने की आिश्र्कता है। ये सॉफ्र्वेयर मॉड्यूल हैं, जजनके नाम हैं: • ई-एन.डब् ल् रू्.आर. पर गोदाम आधाररत व्र्ापार की सुविधा प्रदान करन ेहेतु ई-एन.ए.एम. सॉफ्टिेर्र में गोदाम आधाररत व् र्ापार मॉड्रू्ल • ई-एन.ए.एम. में एफ.पी.ओ. व् र्ापार मॉड्रू्ल, स्जससे एफ.पी.ओ. अपनी उपज का ए.पी.एम.सी. में लाए बबना अपने संग्रह कें द्र से व्र्ापार कर सकता है। • अपने अधधकार क्षेत्र में अतंर-मंडी और अंतर-राज्र् व्र्ापार की सुविधा प्रदान करन े के भलए लॉस्जस्स्टटक मॉड्रू्ल का एक िधधयत संस्टकरण जारी ककर्ा गर्ा है। ई-एन.ए.एम. के संदभट में जानकारी • इसे 2016 में अखखल भारतीर् इलेक्रॉननक व्र्ापार पोटयल के रूप में लॉन्च ककर्ा गर्ा र्ा, जो राज्र्ों में कृवष उपज बाजार सभमनत- ए.पी.एम.सी. को जोड़ता र्ा। • ई-एन.ए.एम. संपकय रहहत दरूस्टर् बोली और मोबाइल-आधाररत ककसी भी समर् भुगतान की सुविधा प्रदान करता है स्जसके भलए व्र्ापाररर्ों को र्ा तो मंडडर्ों र्ा बैंक जाने की आिश्र्कता नहीं है। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2- गवनैंस स्रोत- पी.आई.बी. पी.आई.बी. की कोपवड-19 त् य जांच यूननर् खबरों में क्यों है? • प्रेस सूचना ब्रू्रो की कोविड-19 त् र् जांच रू्ननट (एफ.सी.रू्.) हाल ही में चालू हुई है, जो नॉिेल कोरोनािार्रस महामारी स ेसंबधंधत त्र्ों की जााँच करती है। कोपवड-19 त् य जांच यूननर् के संदभट में जानकारी • इस रू्ननट का नेततृ्ि ब्रू्रो के महाननदेशक नननतन िाकनकर करत ेहैं। • र्ह ईमेल द्िारा संदेश प्राप्त करेगा और एक ननधायररत समर्-सीमा में प्रनतकक्रर्ा भेजेगा। • कोविड-19 पर ककसी भी समाचार का आधधकाररक संस्टकरण इकाई से प्राप्त ककर्ा जा सकता है। प्रेस सूचना ब्यूरो के संदभट में जानकारी • र्ह भारत सरकार की नोडल एजेंसी है जो सरकारी नीनतर्ों, कार्यक्रमों, पहलों और उपलस्ब्धर्ों पर वप्रटं और इलेक्रॉननक मीडडर्ा को जानकारी प्रसाररत करती है। • र्ह सरकार और मीडडर्ा के बीच एक इंटरफेस के रूप में कार्य करता है। • र्ह अपनी आधधकाररक िेबसाइट पर उपलब्ध प्रेस विज्ञस्प्त, लेखों, तस्टिीरों आहद के माध्र्म से सरकारी जानकारी प्रदान करता है। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2- शासन स्रोत- पी.आई.बी.

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    प्रोजेक्र् प्राण खबरों में क्यों है? • भारतीर् विज्ञान संस्टर्ान में िैज्ञाननकों और िात्रों ने प्रोजेक्ट प्राण के अंतगयत एक स्टिदेशी िेंहटलटेर का प्रोटोटाइप विकभसत ककर्ा है। प्रोजेक्र् प्राण के संदभट में जानकारी • संकट के समर् राष्ट्र की मदद करन ेके भलए र्ह पररर्ोजना, एक स्टिैस्छिक प्रर्ास है। • इस प्रोटोटाइप में द्रव्र्मान प्रिाह सेंसर और ननरं्त्रक होते हैं, जो सटीक रूप स े बताते हैं कक ककतनी ऑक्सीजन प्रिाहहत हो रही है और मरीज एक सांस में ककतना आर्तन अंदर ग्रहण कर रहा है। • न्रू्मेहटक्स को द्रव् र्मान उत्पाहदत पानी कफल्टर हाडयिेर्र के आसपास बनार्ा गर्ा है। • ननरं्त्रण प्रणाली ओपन-सोसय औद्र्ोधगक ननरं्त्रक के आसपास बनाई गई है।

    र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2- गवनैंस स्रोत- पी.आई.बी. जजयो-फें ससगं ऐप खबरों में क्यों है? हाल ही में, कें द्र देश भर में स्जर्ो-फें भसगं ऐप की मदद से कोविड-19 मामलों को रैक करने के भलए प्रत् रे्क 15 भमनट में टेलीकॉम कंपननर्ों स े"सूचना प्राप्त करने" के भलए भारतीर् टेलीग्राफ अधधननर्म के अंतगयत शस्क्तर्ों का उपर्ोग कर रहा है। यह कैसे काम करता है? • र्ह ककसी व्र्स्क्त के मोबाइल फोन के सेल टॉिर स्टर्ान के आधार पर ककसी अधधकृत सरकारी एजेंसी को ईमेल और एस.एम.एस. अलटय भेजता है, र्हद ककसी व् र्स्क्त ने क् िारंटाइन का उल् लंघन ककर्ा है अर्िा िह आइसोलेशन स ेभाग गर्ा है। • "स्जर्ो-फें भसगं" 300 मीटर तक सटीक है। कानूनी अधधकार

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    • राज्र्ों को भारतीर् टेलीग्राफ अधधननर्म, 1885 की धारा 5 (2) के प्रािधानों के अंतगयत अपने गहृ सधचि की मंजूरी लेने के भलए कहा गर्ा है, ननहदयष्ट्ट मोबाइल फोन नंबरों के भलए भ-ूफें भसगं का उल्लंघन करन ेके मामल ेमें ईमेल र्ा एस.एम.एस. द्िारा जानकारी देने का अनुरोध करने के भलए डी.ओ.टी. से अनुरोध ककर्ा गर्ा है। • हाल ही में, दरूसंचार विभाग (डी.ओ.टी.) ने कोविड-19 क् िारंटाइन चेतािनी प्रणाली (सी.क् रू्.ए.एस.) नामक एस्प्लकेशन के बारे में सभी दरूसंचार सेिा प्रदाताओं के सार् एक मानक संचालन प्रकक्रर्ा (एस.ओ.पी.) साझा की है। • र्ह भसस्टटम, एक सामान्र् सुरक्षक्षत प्लेटफॉमय पर डडिाइस लोकेशन सहहत फोन डेटा को जांचता है और ननगरानी में अर्िा आइसोलेशन में रख ेगए कोविड-19 रोधगर्ों द्िारा उल् लंघन ककए जाने की दशा में स्टर्ानीर् एजेंभसर्ों को सचेत करेगा। • सी.क् रू्.ए.एस. मोबाइल नंबरों की एक सूची तैर्ार करेगा, जो उन्हें दरूसंचार सेिा प्रदाताओं के आधार पर अलग करेगा और स्जर्ो-फें भसगं का ननमायण करन े हेतु कंपननर्ों द्िारा प्रदान ककए गए लोकेशन डेटा को एप् लीकेशन पर संचाभलत ककर्ा जाएगा। गोपनीयता संबंधी धचतंाएं • एकत्र ककए गए डेटा का उपर्ोग केिल कोविड-19 के संदभय में स्टिास्ट्र् प्रबंधन के भलए ककर्ा जाएगा और कड़ाई स ेककसी अन्र् उद्देश्र्ों के भलए इसका उपर्ोग नहीं ककर्ा जाएगा। इस संबंध में कोई भी उल्लंघन होने पर संबंधधत कानूनों के अंतगयत दंडात्मक प्रािधानों को आकवषयत करेगा। डेर्ा डडलीर् कर हदया जाएगा: • उस फोन नंबर को एक अिधध के बाद को भसस्टटम स ेहटा हदर्ा जाना चाहहए, स्जस अिधध के भलए स्टर्ान की ननगरानी की आिश्र्कता होती है और उसके बाद स ेचार सप्ताह बाद डेटा डडलीट कर हदर्ा जाएगा। नोर्: केरल, कोविड-19 मामलों को रैक करन ेके भलए भू-फें भसगं उपर्ोग करन ेिाले राज् र्ों में से पहला राज् र् है। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2- शासन स्रोत- द हहदं ू 'लॉकडाउन' के बीच भारत में लाग ूककए गए कानून खबरों में क्यों है? • हाल ही में, गहृ मंत्रालर् ने कहा है कक रोकर्ाम के उपार्ों का उल्लघंन करन ेिाले व्र्स्क्तर्ों को आई.पी.सी. की धारा 188 के अनतररक् त आपदा प्रबंधन अधधननर्म, 2005 के प्रािधानों के अंतगयत दंडडत ककर्ा जा सकेगा।

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    आई.पी.सी. और आपदा प्रबंधन के संबंधधत प्रावधान इस प्रकार हैं: i. अवज्ञा के सलए • आई.पी.सी. की धारा 188, एक लोक सेिक द्िारा पाररत आदेश की अिज्ञा करन ेिालों से संबंधधत है और ऐसे व् र्स्क्तर्ों हेतु एक से िह महीने तक कारािास का प्रािधान करता है। • महामारी रोग अधधननर्म के अंतगयत पाररत आदेशों का उल्लंघन करन ेिालों के भलए आई.पी.सी. की धारा 188 िह प्रािधान है स्जसके अंतगयत सजा दी जाती है। • आपदा प्रबंधन अधधननयम, 2005 की धारा 51 में दो प्रकार के अपराधों के सलए सजा का प्रावधान है: o ककसी कार्य के ननियहन के भलए ककसी भी आपदा प्रबंधन प्राधधकरण द्िारा अधधकृत व् र्स्क्त र्ा सरकार के ककसी भी अधधकारी र्ा कमयचारी को बाधधत करना o अधधननर्म के अंतगयत अधधकाररर्ों द्िारा हदए गए ककसी भी ननदेश के अनुपालन से इनकार करना। o दोषभसद्धध पर सजा को एक िषय तक बढ़ार्ा जा सकता है र्ा दो िषय तक बढ़ार्ा जा सकता है र्हद प्रनतषेध करन ेपर जानमाल का नुकसान होता है र्ा कोई आसन्न खतरा होता है। ii. भय फैलाने के सलए • आई.पी.सी. की धारा 505 उन व् र्स्क्तर्ों हेतु तीन िषय की कैद र्ा जुमायना र्ा दोनों के भलए प्रािधान प्रदान करती है, जो ककसी ऐसी चीज को प्रकाभशत र्ा प्रसाररत करत ेहैं स्जससे डर र्ा चेतािनी पैदा होने की संभािना होती है। • आपदा प्रबंधन अधधननर्म की धारा 54 में उन लोगो के भलए कैद की सजा का प्रािधान है, जो एक आपदा र्ा इसकी गंभीरता र्ा पररमाण के बारे में गलत अलामय र्ा चेतािनी बनाने र्ा प्रसाररत करते हैं, स्जसे एक िषय तक बढ़ार्ा जा सकता है। iii. सहायता के सलए झूठे दावे हेतु • आपदा प्रबंधन अधधननर्म की धारा 52 के अंतगयत कोई भी ककसी भी आधधकाररक प्राधधकरण से "ककसी भी राहत, सहार्ता, मरम्मत, पुनननयमायण र्ा अन्र् लाभों" को प्राप्त करन ेका झूठा दािा करता है, उस ेअधधकतम दो िषय के कारािास की सजा हो सकती है और उस व् र्स्क्त पर जुमायना लगार्ा जाएगा। iv. कतटव्यों को पूरा करन ेसे इंकार करन ेके सलए • अधधननर्म के अंतगयत ककसी भी अधधकारी के द्िारा हदए गए कार्य को करन ेसे इंकार करने र्ा िापस लेने के मामल ेमें अधधकारी को एक िषय तक के कारािास की सजा सुनाई जा सकती है। • हालांकक, स्जन लोगों के पास िररष्ट् ठ की भलखखत अनुमनत र्ा ऐसी सजा स े िूट प्राप् त करन े हेतु कोई भी कानूनी आधार है। • राज्र् र्ा कें द्र सरकार स ेस्टपष्ट्ट मंजरूी के बबना कोई भी केस शुरू नहीं ककर्ा जा सकता है। v. मदद करन ेस ेइंकार करने हेतु • कोई भी अधधकृत प्राधधकारी अधधननर्म संसाधनों के अंतगयत व्र्स्क्तर्ों और भौनतक संसाधनों, भूभम र्ा भिन जैसे पररसरों र्ा बचाि कार्ों के भलए शेड और िाहनों जैसे आिश्र्क कार्य कर सकता है। • हालांकक अधधननर्म के अंतगयत मुआिज ेका प्रािधान है, जो भी व्र्स्क्त इस तरह के आदेश की अिहेलना करेगा उस ेएक िषय तक की कैद की सजा हो सकती है। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2– गवनैंस स्रोत- इंडडयन एक् सप्रेस

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    नीनत आयोग के अंतगटत 'सशक् त समूह' खबरों में क्यों है? • हाल ही में, सरकार ने ननजी क्षेत्र और अंतरायष्ट्रीर् संगठनों के सार् कोविड-19 स े ननपटने में आने िाली चुनौनतर्ों और ननर्ोस्जत र्ोजनाबद्ध कार्ों पर चचाय करन ेके भलए एक सशक्त समूह की स्टर्ापना की है। सशक्त समूह के संदभट में जानकारी • सशक् त समूह की अध्र्क्षता नीनत आर्ोग के सी.ई.ओ. अभमताभ कांत कर रहे हैं। उद्देश्य • र्ह सशक्त समूह समस्टर्ाओं की पहचान, प्रभािी समाधान और हहतधारकों के तीन समूहों के सार् र्ोजनाओं के ननमायण से संबंधधत मुद्दों को संबोधधत करेगा। ये हहतधारक हैं: • संरु्क्त राष्ट्र की एजेंभसर्ां, विश्ि बैंक, एभशर्ाई विकास बैंक • भसविल सोसार्टी संगठन और विकास भागीदार • उद्र्ोग संघ- सी.आई.आई., कफक्की, एसोचैम, नैसकॉम र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2– गवनैंस स्रोत- इंडडयन एक् सप्रेस लाइफलाइन उडान फ्लाइर्ें खबरों में क्यों हैं? • नागररक उड्डर्न मंत्रालर् ने नॉिेल कोरोनिार्रस िार्रस के खखलाफ भारत के रु्द्ध के हहस्टसे के रूप में "लाइफलाइन उड़ान" लॉन्च ककर्ा है। लाइफलाइन उडान फ्लाइर्ों की पहल के संदभट में जानकारी • इस पहल के अंतगयत, पूरे देश में आिश्र्क और धचककत्सा आपूनतय की आिाजाही के भलए उड़ानें संचाभलत की जा रही हैं। • लाइफलाइन उड़ान के अंतगयत फ्लाइटों का समन् िर् नागररक उड्डर्न मंत्रालर् के प्रत्र्क्ष पर्यिेक्षण के अंतगयत स्टर्ावपत एक कंरोल रूम द्िारा ककर्ा जा रहा है। • लाइफलाइन उड़ान के कागो में कोविड-19 स ेसंबंधधत धचककत्सा उपकरण, अभभकमयक, एंजाइम, व्र्स्क्तगत सुरक्षा उपकरण (पी.पी.ई.), परीक्षण ककट, मास्टक, दस्टतानों के सार् ही कोरोना िाररर्सय द्िारा आिश्र्क अन्र् सामान शाभमल हैं। पवशेष रूप से ध्यान कें हित • उत्तर पूिय क्षेत्र, द्िीप क्षेत्रों और पहाड़ी राज्र्ों पर विशेष रूप से ध्र्ान हदर्ा जा रहा है। • लाइफलाइन उड़ान उत्तर पूिय क्षेत्र को कोलकाता, गुिाहाटी और बागडोगरा में क्षते्रीर् कें द्रों के माध्र्म से जोड़ता है। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2– गवनैंस स्रोत- द हहदं ू ‘करूणा- प्राकृनतक आपदाओं में सहायता हेतु ससपवल सेवा संघ पहुुँच खबरों में क्यों है?

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    • हाल ही में, भारतीर् प्रशासननक सेिा और भारतीर् पुभलस सेिा सहहत कें द्रीर् भसविल सेिा के अधधकाररर्ों ने कोरोनोिार्रस स ेलड़ने में सरकार के प्रर्ासों का समर्यन करन ेऔर उन् हें पूरक बनाने के भलए करूणा नामक एक पहल की शुरूआत की है।

    यह कैसे प्रभापवत करेगा? • कोविड-19 के खखलाफ लड़ाई में सरकार का समर्यन करने के भलए भसविल सेिा सघंों- करूणा- प्राकृनतक आपदाओं में सहार्ता हेतु भसविल सेिा संघ पहुाँच से IFS, IPS, IFoS, IRS (IT), IRS (C & E), IRPS, IRTS, IPOS, IA&AS, IDES, ICAS, IIS & IAS CARUNA - प्राकृनतक आपदाओं में सहार्ता हेतु एक प्रौद्र्ोधगकी मंच है। • करूणा िास्टतविक समर् के आधार पर प्रशंसनीर् सरकारी पहलों का समर्यन करेगा और इन् हें पूरक बनाएगा, इसके अनतररक् त स्टिास्ट्र् एिं पररिार कल्र्ाण मंत्रालर् और माईगॉि मंच के सार् ही कोविड-19 के खखलाफ लड़ाई में कें द्र और राज्र् सरकारों द्िारा स्टर्ावपत टास्ट क फोसय को प्रासंधगक जानकारी साझा करके समस्न् ित तरीके स ेउनकी सहार्ता करेगा। • करूणा मंच ने पहले ही सरकारों और क्षेत्र-स्टतर के अधधकाररर्ों दोनो के समर्यन के प्रचालन के भलए 10-हदिसीर् कार्य र्ोजना बनाई है। • इसने ननम् न पर र्ीम (थे्रड्स ऑन स्टलैक कहा जाता है- स्टलैक एक माभलकाना इंस्टटेंट मैसेस्जंग प्लेटफॉमय है स्जसे स्टलैक टेक्नोलॉजी द्िारा विकभसत ककर्ा गर्ा है) बनाई हैं: a. स्टिास्ट्र् कमयचाररर्ों आहद के भलए क्षमता ननमायण/ प्रभशक्षण सहार्ता आहद b. स्टिास्ट्र् उपकरण ननमायताओं आहद का डेटाबेस की तुलना करना c. प्रिास स ेसंबंधधत मुद्दों और अस्टर्ार्ी आश्रर्ों को कम करना d. इसकी िेबसाइट के अनुसार, टीम के समवपयत सदस्ट र्ों द्िारा मानी गई विभशष्ट् ट स्जम् मदेाररर्ों के सार् खाद्र् सुरक्षा स ेसंबंधधत मुद्दों आहद पर काम करना। करूणा पहल के संदभट में जानकारी • 'करूणा' एक सहर्ोगी मंच है। संक्षक्षप्त नाम करूणा का पूरा नाम प्राकृनतक आपदाओं में सहार्ता हेतु भसविल सेिा संघ पहुाँच है। • र्ह एक सहर्ोगी मंच का प्रनतननधधत्ि करता है, स्जस पर भसविल सेिक, उद्र्ोग प्रमुख, एनजीओ पेशेिर और अन् र् के बीच आई.टी. पेशेिर अपने समर् और क्षमताओं का र्ोगदान करन ेके भलए एक सार् आए हैं। • इसने सरकार से आदेश भी मांगे हैं। एस.ओ.पी., प्रोटोकॉल, सिोत्तम प्रर्ाओं, आई.ई.सी. सामग्री और विभभन्न हहतधारकों से प्रेरक कहाननर्ां शाभमल हैं। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2– गवनैंस

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    स्रोत- पी.आई.बी. सासंद स्थानीय क्षेत्र पवकास (एम.पी.एल.ए.डी.एस.) योजना खबरों में क्यों है? • हाल ही में, मंबत्रमंडल ने कोविड-19 के प्रबंधन के भलए एम.पी.एल.ए.डी.एस. के दो िषय (2020-21 और 2021-22) के गैर-संचालन को मंजूरी प्रदान की है। • इन ननधधर्ों का उपर्ोग देश में कोविड-19 की चुनौनतर्ों और प्रनतकूल प्रभाि के प्रबंधन में सरकार के प्रर्ासों को मजबूत करन ेके भलए ककर्ा जाएगा। सासंद स्थानीय क्षेत्र पवकास (एम.पी.एल.ए.डी.एस.) योजना के सदंभट में जानकारी • सासंद स्टर्ानीर् क्षेत्र विकास र्ोजना (एम.पी.एल.ए.डी.एस.) को 23 हदसंबर, 1993 को लॉन्च ककर्ा गर्ा र्ा। • प्रारंभ में, ग्रामीण विकास मंत्रालर् इस र्ोजना के भलए नोडल मंत्रालर् र्ा। कफर अक्टूबर, 1994 में इस र्ोजना की नोडल एजेंसी के रूप में सांस्यर्की एिं कार्यक्रम कार्ायन्िर्न मंत्रालर् को हस्टतांतररत कर हदर्ा गर्ा र्ा।

    एम.पी.एल.ए.डी.एस. योजना की मुख्य पवशेषताओं में शासमल हैं: • र्ह भारत सरकार द्िारा पणूयतर्: वित्तपोवषत एक कें द्रीर् र्ोजना है, स्जसके अंतगयत ननधधर्ों को प्रत् र्क्ष रूप स ेस्जला अधधकाररर्ों को अनुदान के रूप में जारी ककर्ा जाता है। • र्ोजना के अंतगयत जारी की गई ननधध गरै-देर् हैं अर्ायत ककसी विशेष िषय में जारी ककए गए धन का हकदार पात्रता के अधीन बाद के िषों के भलए आगे नहीं बढ़ार्ा जाता है। • एम.पी.एल.ए.डी.एस. के अंतगयत, सासंदों की भूभमका कार्ों की अनुशंसा करन ेके भलए सीभमत है। • इसके बाद, ननधायररत समर्सीमा के भीतर सांसदों द्िारा अनुशंभसत कार्ों को मंजूरी देना, ननष्ट्पाहदत करना और पूरा करना स्जला प्राधधकरण की स्जम्मेदारी है। नोर्: • ननिायधचत लोकसभा सदस्टर् अपने संबंधधत ननिायचन क्षेत्रों में कार्ों की भसफाररश कर सकते हैं। • राज्र्सभा के ननिायधचत सदस्टर् उस राज्र् में कहीं भी काम करन ेकी भसफाररश कर सकते हैं, जहााँ से िे चुने गए हैं।

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    • लोकसभा और राज्र्सभा के मनोनीत सदस्टर् देश में कहीं भी कार्ायन्िर्न हेतु कार्ों की भसफाररश कर सकत ेहैं। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2- गवनैंस स्रोत- द हहदं ूवॉक मी प्लेर्फामट खबरों में क्यों है? • उद्र्मों के बीच डार्नाभमक् स 365 के अनुकूलन को गनत प्रदान करन ेमें मदद करने के भलए तकनीक का कुशलतापूियक और उत्पादकता स े उपर्ोग करन े के भलए माइक्रोसॉफ्ट ने प्रमुख डडस्जटल अनुकूलन प् लेटफॉमय िॉक मी के सार् साझेदारी की है।

    यह प्लेर्फॉमट कैसे काम करता है? • कंपननर्ां अब उद्र्मी संगठनों को बबना ककसी विस्ट तार के माइक्रोसॉफ्ट डार्नाभमक् स 365 के शीषय पर िॉक मी के डडस्जटल अनुकूलन प्लेटफॉमय को आसानी स ेतैनात करने की अनुमनत दे सकन ेमें सक्षम होंगी। • िॉक मी, दनुनर्ा भर में अग्रणी संगठनों को एक ऑलराउंड समाधान प्रदान करता है, स्जससे उन्हें कमयचारी और ग्राहक उपर्ोगकताय को अपनाने और संगठन के भलए एक सुचारू डडस्जटल पररितयन सुननस्श्चत करने में मदद भमलती है। • र्ह बबक्री के भलए उत्पादकता और दक्षता बढ़ाने को आसान बनाता है और अपने प्रौद्र्ोधगकी भंडार के भीतर डार्नाभमक् स 365 की पूणय क्षमता का एहसास करन ेको भी आसान बना देगा। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2–गवनैंस स्रोत- पी.आई.बी. सांसदों का वेतन, भत्ते और पेंशन (संशोधन) अध्यादेश, 2020 खबरों में क्यों है? • कें द्रीर् मंबत्रमंडल ने नॉिेल कोरोनोिार्रस के खखलाफ लड़ाई के भलए संसाधन जुटाने के भलए देश के सभी सासंदों (एम.पी.) के िेतन को एक साल के भलए 30 प्रनतशत तक कम करने के भलए एक अध्र्ादेश की घोषणा की है। • सांसदों के िेतन में कटौती को सांसद अधधननर्म, 1954 के िेतन, भत्ते और पेंशन में सशंोधन करके लाग ूककर्ा जाएगा। धारा 3 का संशोधन

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    • इस उद्देश्र् के भलए, लोकसभा और राज्र्सभा सांसदों को देर् िेतन का 30% तक कम करन ेके भलए सांसदों के िेतन, भत्ते और पेंशन अधधननर्म, 1954 की धारा 3 में एक नई उप-धारा जोड़ी गई है। • र्ह 1 अप्रैल, 2020 से एक िषय के भलए लागू होगी। अनुच्छेद 123 का संवैधाननक प्रावधान • संविधान का अनुछिेद 123, राष्ट्रपनत को तब अध् र्ादेशों की घोषणा करन े के भलए कुि ननस्श्चत कानून बनाने की शस्क्त प्रदान करता है, जब संसद के दोनों सदनों को सत्रों में शाभमल नहीं ककर्ा जाता है और इसभलए संसद में कानून बनाना संभि नहीं है। • कार्यपाभलका की अध्र्ादेश बनाने की शस्क्त के विषर् में ननम्नभलखखत सीमाएाँ मौजूद हैं: a. पवधानयका सत्र में नहीं होती है: राष्ट्रपनत केिल एक अध्र्ादेश की घोषणा कर सकते हैं जब संसद के दोनों सदनों में से कोई भी सत्र में उपस्स्टर्त नहीं होता है। b. तत्काल कारटवाई की आवश्यकता होती है: राष्ट्रपनत तब तक अध्र्ादेश की घोषणा नहीं कर सकत ेहैं जब तक कक िह संतुष्ट्ट न हों कक ऐसी पररस्स्टर्नतर्ां हैं स्जनके भलए 'तत्काल कारयिाई' की आिश्र्कता है। c. सत्र के दौरान संसदीय अनुमोदन: संसद को पुन: समार्ोजन स ेिह सप्ताह के भीतर अध्र्ादेशों को मंजूरी देनी चाहहए र्ा िे कार्य करना बंद कर देंगे। • िे दोनों सदनों द्िारा पाररत अध्र्ादेश पाररत के सार् असहमनत रखने िाले संकल् प के मामल ेमें भी काम करना बंद कर देंगे। सासंद स्थानीय क्षेत्र पवकास योजना (एम.पी.एल.ए.डी.एस.) के मंत्री • मंबत्रमंडल ने दो िषय (2020-21 और 2021-22) के भलए एम.पी.एल.ए.डी.एस ननधध (सांसद स्टर्ानीर् क्षेत्र विकास र्ोजना के मंत्री) के अस्टर्ार्ी ननलंबन को भी लाग ूकर हदर्ा है। • दो िषय के भलए एम.पी.एल.ए.डी.एस ननधध के ननलंबन से तात्पर्य है कक 7900 करोड़ रूपए की धनराभश भारत के समेककत कोष में दी जाएगी। यह क्या है? • इसे हदसंबर, 1993 में शुरू ककर्ा गर्ा र्ा, स्जससे कक सांसदों के भलए स्ट र्ार्ी सामुदानर्क संपवत्त के ननमायण के भलए विकासात्मक प्रकृनत के कामों की भसफाररश करन ेऔर स्टर्ानीर् स्ट तर पर महसूस की गई आिश् र्क् ताओं के आधार पर सामुदानर्क बुननर्ादी ढांचा सहहत बुननर्ादी सुविधाओं के प्रािधान की व्र्िस्टर्ा की जा सके। • एम.पी.एल.ए.डी.एस., भारत सरकार द्िारा पूणयतर्: वित्त पोवषत एक नीनत र्ोजना है। • प्रनत सांसद ननिायचन क्षेत्र के भलए िावषयक एम.पी.एल.ए.डी.एस ननधध पात्रता 5 करोड़ रुपए है। पवशेष ध्यान: • सांसदों को प्रत् रे्क िषय अनुसूधचत जानत की आबादी िाले क्षेत्रों के भलए एक िषय के भलए एम.पी.एल.ए.डी.एस. पात्रता के कम स ेकम 15 प्रनतशत लागत के और अनुसूधचत जनजानत की आबादी के ननिास िाले क्षते्रों के भलए 7.5 प्रनतशत की लागत के काम की भसफाररश करनी होती है। • जनजातीर् लोगों की बेहतरी के भलए रस्ट ट और समाजों को प्रोत्साहहत करन ेके भलए र्ोजना हदशाननदेशों में ननधायररत शतों के अधीन रस्टटों और सोसाइहटर्ों द्िारा पररसंपवत्तर्ों के ननमायण के भलए 75 लाख रूपए की सीमा ननधायररत है। कायों की ससफाररश: • लोकसभा सदस्टर्, अपने संबंधधत ननिायचन क्षेत्रों में कार्ों की भसफाररश कर सकत ेहैं।

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    • राज्र् सभा के ननिायधचत सदस्टर् उस राज्र् में कहीं भी काम करन ेकी भसफाररश कर सकते हैं, जहााँ स ेिे चुने गए हैं। • लोकसभा और राज्र्सभा के नाभमत सदस्टर् देश में कहीं भी कार्ायन्िर्न के भलए काम का चर्न कर सकत ेहैं। प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधध पररयोजना (पी.एम.बी.जे.पी.) खबरों में क्यों हैं? • प्रधानमंत्री जनऔषधध कें द्र के "स्टिास्ट् र् के भसपाही" के रूप में लोकवप्रर् फामायभसस्टट, प्रधानमंत्री भारतीर् जनऔषधध पररर्ोजना (पी.एम.बी.जे.पी.) के अंतगयत रोधगर्ों और बुजुगों के घरों तक आिश्र्क सेिाएाँ और दिाएाँ दे रहे हैं। प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधध पररयोजना के संदभट में जानकारी • प्रधानमंत्री भारतीर् जनऔषधध पररर्ोजना (पी.एम.बी.जे.पी.), जन-जन को सस्टती कीमत पर गुणित्तापूणय दिाइर्ां उपलब्ध कराने के भलए फामायस्टरू्हटकल्स विभाग द्िारा शुरू ककर्ा गर्ा एक अभभर्ान है। पी.एम.बी.जे.पी. स्टटोर जेनेररक दिाओ ंको उपलब्ध कराने के भलए स्टर्ावपत ककए गए हैं, जो कम कीमतों पर उपलब्ध हैं लेककन गुणित्ता और प्रभािकाररता के संदभय में महंगी ब्ांडेड दिाओं के बराबर हैं। • फामायस्टरू्हटकल्स विभाग ने इसे निंबर, 2008 में जन औषधध अभभर्ान नाम से लॉन्च ककर्ा र्ा। • ब्रू्रो ऑफ फामाय पी.एस.रू्. ऑफ इंडडर्ा (बी.पी.पी.आई.), पी.एम.बी.जे.पी के भलए कार्ायन्िर्न एजेंसी है। दृजष्ट्र्कोण र्ह एक नागररक द्िारा स्टिास्ट्र् संबंधी बजट व्र्र् को कम करन ेकी पररकल्पना करता है। र्ह सस्टती कीमतों पर गुणित्तापूणय जेनेररक दिाओं को सनुनस्श्चत करना चाहता है। समशन • जनेेररक दिाओं के बारे में जनता के बीच जागरूकता पैदा करना • धचककत्सा धचककत्सकों के माध्र्म से जेनेररक दिाओं की मांग बनाना • भशक्षा और जागरूकता कार्यक्रम के माध्र्म से जागरूकता पैदा करना कक अधधक मूल्र् को उछच गुणित्ता का पर्ायर् नहीं होना चाहहए। • सभी धचककत्सीर् समूहों को किर करन ेिाली सामान्र् रूप से उपर्ोग की जाने िाली जेनेररक दिाएं प्रदान करना • र्ोजना के अंतगयत सभी संबंधधत स्टिास्ट्र् देखभाल उत्पाद भी प्रदान करन उद्देश्य • नागररकों की स्टिास्ट्र् सेिा में जेब खचय को कम करन ेके भलए विभशष्ट् ट आउटलेट "प्रधानमंत्री भारतीर् जन औषधध कें द्र" के माध्र्म से सभी के भलए मुयर् रूप स ेगरीबों और िंधचतों के भलए सस्टती कीमतों पर गुणित्ता िाली दिाइर्ां उपलब्ध कराना है। • र्ह ''ककफार्ती दामों पर गणुित्तापूणय जेनेररक दिाओं'' की उपलब्धता सुननस्श्चत करता है। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2- गवनैंस स्रोत- पी.आई.बी.

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    प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधध पररयोजना (पी.एम.बी.जे.पी.) खबरों में क्यों हैं? • प्रधानमंत्री जनऔषधध कें द्र के "स्टिास्ट् र् के भसपाही" के रूप में लोकवप्रर् फामायभसस्टट, प्रधानमंत्री भारतीर् जनऔषधध पररर्ोजना (पी.एम.बी.जे.पी.) के अंतगयत रोधगर्ों और बुजुगों के घरों तक आिश्र्क सेिाएाँ और दिाएाँ दे रहे हैं। प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधध पररयोजना के संदभट में जानकारी • प्रधानमंत्री भारतीर् जनऔषधध पररर्ोजना (पी.एम.बी.जे.पी.), जन-जन को सस्टती कीमत पर गुणित्तापूणय दिाइर्ां उपलब्ध कराने के भलए फामायस्टरू्हटकल्स विभाग द्िारा शुरू ककर्ा गर्ा एक अभभर्ान है। पी.एम.बी.जे.पी. स्टटोर जेनेररक दिाओ ंको उपलब्ध कराने के भलए स्टर्ावपत ककए गए हैं, जो कम कीमतों पर उपलब्ध हैं लेककन गुणित्ता और प्रभािकाररता के संदभय में महंगी ब्ांडेड दिाओं के बराबर हैं। • फामायस्टरू्हटकल्स विभाग ने इसे निंबर, 2008 में जन औषधध अभभर्ान नाम से लॉन्च ककर्ा र्ा। • ब्रू्रो ऑफ फामाय पी.एस.रू्. ऑफ इंडडर्ा (बी.पी.पी.आई.), पी.एम.बी.जे.पी के भलए कार्ायन्िर्न एजेंसी है। दृजष्ट्र्कोण र्ह एक नागररक द्िारा स्टिास्ट्र् संबंधी बजट व्र्र् को कम करन ेकी पररकल्पना करता है। र्ह सस्टती कीमतों पर गुणित्तापूणय जेनेररक दिाओं को सुननस्श्चत करना चाहता है। समशन • जनेेररक दिाओं के बारे में जनता के बीच जागरूकता पैदा करना • धचककत्सा धचककत्सकों के माध्र्म से जेनेररक दिाओं की मांग बनाना • भशक्षा और जागरूकता कार्यक्रम के माध्र्म से जागरूकता पैदा करना कक अधधक मूल्र् को उछच गुणित्ता का पर्ायर् नहीं होना चाहहए। • सभी धचककत्सीर् समूहों को किर करन ेिाली सामान्र् रूप से उपर्ोग की जाने िाली जेनेररक दिाएं प्रदान करना • र्ोजना के अंतगयत सभी संबंधधत स्टिास्ट्र् देखभाल उत्पाद भी प्रदान करना उद्देश्य • नागररकों की स्टिास्ट्र् सेिा में जेब खचय को कम करन ेके भलए विभशष्ट् ट आउटलेट "प्रधानमंत्री भारतीर् जन औषधध कें द्र" के माध्र्म से सभी के भलए मुयर् रूप स ेगरीबों और िंधचतों के भलए सस्टती कीमतों पर गुणित्ता िाली दिाइर्ां उपलब्ध कराना है। • र्ह ''ककफार्ती दामों पर गणुित्तापूणय जेनेररक दिाओं'' की उपलब्धता सुननस्श्चत करता है। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2- गवनैंस स्रोत- पी.आई.बी. पवश्व स्वास््य हदवस 2020 खबरों में क्यों है? • विश्ि स्टिास्ट्र् संगठन (डब्ल्रू्.एच.ओ.) डॉक्टरों, नसों और अन्र् स्टिास्ट्र् कभमयर्ों के र्ोगदान के भलए धन् र्िाद अदा करन ेहेतु प्रत् रे्क िषय 7 अप्रैल को विश्ि स्टिास्ट्र् हदिस मनाता है। • डब्ल्रू्.एच.ओ. ने िषय 2020 को "ईर्र ऑफ द नसय एंड भमडिाइफ" के रूप में चुना है क्र्ों कक नसों और भमडिाइफों (दाइर्ों) द्िारा हदए गए र्ोगदान के कारण दनुनर्ा को एक स्टिस्टर् स्टर्ान बनाने में सहर्ोग भमल रहा हैं।

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    • विश्ि स्टिास्ट्र् हदिस 2020 की र्ीम नसों और भमडिाइफों का समर्यन करना है। पवश्व स्वास््य हदवस 2020: इनतहास • डब्ल्रू्.एच.ओ. ने िषय 1950 में विश्ि स्टिास्ट्र् हदिस अभभर्ान की शरुुआत शारीररक और मानभसक स्टिास्ट्र् के बारे में जागरूकता को बढ़ािा देने और आिश्र्क सहार्ता की पेशकश के उद्देश्र् स ेकी र्ी। इसका मुयर् उद्देश्र् विश्ि स्टिास्ट्र् संगठन के भलए धचतंा के प्रार्भमकता िाले क्षेत्र को उजागर करने के भलए एक विभशष्ट्ट स्टिास्ट्र् र्ीम के बारे में जागरूकता पैदा करना है। नोर्: डब्ल.ूएच.ओ. ने 'स्टटेट ऑफ द िल्ड्यस नभसिंग ररपोटय 2020' भी जारी की है, जो "िैस्श्िक नभसिंग कार्यबल के भलए नीनतगत और निीनतम विकल्प" प्रदान करती है। र्ह ररपोटय नभसिंग भशक्षा, नौकररर्ों और नेततृ्ि में उछच ननिेश के भलए भी एक केस बनाती है। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2- गवनैंस स्रोत- द हहदं ूसमाधान- एम.एच.आर.डी. नवाचार इकाई खबरों में क्यों है? • कोरोनािार्रस के प्रकोप के बीच, मानि संसाधन विकास मंत्रालर् (एम.ओ.एच.आर.डी.) ने कोविड-19 के खखलाफ लड़ने के भलए "समाधान" लॉन्च ककर्ा है। समाधान के संदभट में जानकारी • र्ह फोजय और इनोिेहटर्ोक् रू्ररस के सहर्ोग से एम.ओ.एच.आर.डी. की निाचार इकाई और अखखल भारतीर् तकनीकी भशक्षा पररषद की एक पहल है। • इसका उद्देश्र् िात्रों की निाचार करन ेकी क्षमता का परीक्षण करना है। • "समाधान" चुनौती के अंतगयत, िात्रों और संकार्ों को नए प्रर्ोग और खोज करन ेके भलए प्रेररत ककर्ा जाएगा और उन्हें प्रर्ोग और खोज की भािना के भलए एक मजबूत आधार प्रदान ककर्ा जाएगा।

    र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2– गवनैंस स्रोत- र्ी.ओ.आई.

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    सेफ प्लस योजना खबरों में क्यों है? • भारतीर् लघु उद्र्ोग विकास बैंक (भसडबी) ने कोरोनािार्रस (सेफ प् लस) के खखलाफ आपातकालीन प्रनतकक्रर्ा र्ोजना को सुगम बनाने के भलए भसडबी सहार्ता शुरू की है। उद्देश्य • इसका उद्देश्र् सूक्ष्म, लघु और मध्र्म उद्र्मों (एम.एस.एम.ई.) को वित्तीर् सहार्ता प्रदान करना है जो कोविड-19 महामारी का मुकाबला करन ेके भलए हैंड सेननटाइजर, मास्टक, दस्टताने, हेडधगर्र, बॉडीसूट्स, श-ूकिर, िेंहटलेटर और चश्मे जैसे आिश्र्क सामानों के विननमायण में शाभमल हैं। • र्ह न्रू्नतम औपचाररकताओं और बबना ककसी अपेक्षक्षत संपास्श्ियक संपवत्त के सार् धन को त्िररत रूप स ेजारी करन ेको सुननस्श्चत करना चाहता है।

    यह ककस प्रकार फायदेमंद होगी? • अपने स्ट पष्ट् ट सरकारी ऑडयरों पर लघु और मध् र्म उद्र्मों (एम.एस.एम.ई.) द्िारा एक करोड़ रुपरे् तक की आपातकालीन कार्यशील पूंजी का लाभ उठार्ा जा सकता है। • कोरोनािार्रस के खखलाफ आपातकालीन प्रनतकक्रर्ा को सुगम बनाने के भलए भसडबी सहार्ता है- सेफ प्लस संपास्श्ियक-मुक्त ऋण की पेशकश करता है और 48 घंटो के भीतर ऋण का वितरण करता है। • पांच प्रनतशत की ब्र्ाज दर पर ऋण प्रदान ककर्ा जाएगा। • कुि हदनों पहले घोवषत सेफ ऋण की सीमा 50 लाख रुपरे् से बढ़ाकर 2 करोड़ रूपए कर दी गई है। पात्रता मापदंड A. सेफ योजना: मौजूदा भसडबी ग्राहक और नए भसडबी ग्राहक, दोनो इस ऋण का लाभ उठा सकत ेहैं। B. सेफ प्लस योजना: एम.एस.एम.ई. सरकार के आदेशों को कक्रर्ास्न्ित करत े हैं, जो कक ब्र्ाज सस्ब्सडी/ आधर्यक सहार्ता र्ा पूंजीगत सस्ब्सडी के भलए संबंधधत राज्र् सरकार के विशेष नीनत पकेैज के अंतगयत पात्र हैं, िे 2 करोड़ रूपए तक का ऋण ले सकत ेहैं। C. स् माइल: भसडबी के मौजदूा ग्राहक र्ा भसडबी के नए ग्राहक, दोनों ही शाभमल हैं, स्जनमें ग्रीनफील्ड भी शाभमल है। क्या कवर ककया गया है? • कोविड-19 के खखलाफ लड़ाई के अंतगयत संबंधधत राज्र् सरकार द्िारा खरीदे जा रहे सभी धचककत्सा उत्पादों का उत्पादन र्ा सेिाए ं

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    • ऋण का उपर्ोग उपकरण, संरं्त्र और मशीनरी र्ा अन्र् पररसंपवत्तर्ों के अधधग्रहण के भलए ककर्ा जा सकता है स्जसमें उत्पादन र्ा सेिा के भलए आिश्र्क कछचे माल की खरीद र्ा अनतररक्त आपात स्स्टर्नतर्ों को पूरा करन ेके भलए इन उत्पादों की आपूनतय को बढ़ाना शाभमल है। क्या कवर नहीं है? • ग्रीनफील्ड पररर्ोजनाएं, िे उत् पाद जो कोविड-19, व् र्ापार आहद स ेप्रत् र्क्ष रूप से संबंधधत नहीं हैं। तुलनात् मक पहल:ू सेफ सेफ प् लस स् माइल एम.एस.एम.ई. को वित्त प्रदान करन े के भलए जो कोरोनािार्रस से लड़ने से संबंधधत ककसी भी उत्पाद का ननमायण कर रहे हैं र्ा कोई भी सेिाएं प्रदान कर रहे हैं जैसे कक अनुज्ञप् त दिाएं, सैननटाइजर, मास्टक, बॉडीसूट्स, दस्टताने, जूता किर, िेंहटलेटर, परीक्षण प्रर्ोगशाला आहद।

    एम.एस.एम.ई. को आपातकालीन कायटशील पूंजी प्रदान करने के सलए, जो सरकार या सरकारी एजेंससयो के पवसशष्ट्र् आदेशों पर कोरोनोवायरस के खखलाफ लडाई से प्रत् यक्ष रूप से संबंधधत वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन कर रहे हैं,

    कोरोना वायरस से लडने से संबंधधत अपनी आवश्यकताओं के सलए अस्पतालों, नससिंगहोम, क्लीननक आहद सहहत स्वास््य सेवा क्षेत्र के पवत्तपोषण के सलए उपलब्ध एक पवशेष खखडकी है।

    सभी मौजूदा एम.एस.एम.ई. - चाहे भसडबी के मौजूदा ग्राहक हों र्ा भसडबी के नए ग्राहक हों।

    भसडबी के मौजूदा ग्राहक र्ा भसडबी के नए ग्राहक, दोनों ही शाभमल हैं, स्जनमें ग्रीनफील्ड भी शाभमल है।

    बबना संपास्श्ियक ऋण नीनत के अनुसार 48 घंटे के भीतर 5 हदन नोट: र्ोजना के अंतगयत ननकासी 30 भसतंबर, 2020 तक िधै है। भारतीय लघु उद्योग पवकास बैंक के संदभट में जानकारी • भसडबी सूक्ष्म, लघु और मध्र्म उद्र्म (एम.एस.एम.ई.) क्षेत्र के भलए प्रमुख वित्तीर् संस्टर्ान के सार्-सार् समान गनतविधधर्ों में संलग् न संस्टर्ानों के कार्ों के समन्िर् के भलए कार्य करता है। • इसे संसद के एक अधधननर्म के माध्र्म से 2 अप्रैल, 1990 को स्टर्ावपत ककर्ा गर्ा र्ा (इस प्रकार, र्ह एक संिैधाननक ननकार् है)। • इसका मुयर्ालर् लखनऊ, उत्तर प्रदेश में स्स्टर्त है। • इसका उद्देश्र् एम.एस.एम.ई. के ऋण प्रिाह को सुविधाजनक बनाना और मजबूत करना है और देश भर में एम.एस.एम.ई. पर्ायिरण-प्रणाली में वित्तीर् और विकासात्मक दोनों अंतरालों को संबोधधत करना है। • ितयमान में, भसडबी के शेर्र कें द्र सरकार और 29 अन्र् संस्टर्ानों के पास हैं, स्जनमें साियजननक क्षेत्र के बैंक (पी.एस.बी.), कें द्र सरकार के स्टिाभमत्ि और ननरं्त्रण िाली बीमा कंपननर्ां शाभमल हैं। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2- गवनैंस स्रोत- ए.आई.आर.

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    एकीकृत सरकारी ऑनलाइन प्रसशक्षण (iGOT) पोर्टल खबरों में क्यों है? • भारत सरकार ने दीक्षा प्लटेफॉमय पर कोविड-19 के प्रबधंन के भलए "एकीकृत सरकारी ऑनलाइन प्रभशक्षण" (iGOT) पोटयल नामक एक प्रभशक्षण मॉड्रू्ल शुरू ककर्ा है।

    एकीकृत सरकारी ऑनलाइन प्रसशक्षण (iGOT) पोर्टल के संदभट में जानकारी • इसका उद्देश्र् कोविड-19 महामारी स ेलड़ने िाले अधग्रम पंस्क्त के कमयचाररर्ों की प्रभशक्षण आिश्र्कताओं को पूरा करना है। • डॉक्टर, नसय, पैरामेडडक्स, स्टिछिता कार्यकताय, तकनीभशर्न, सहार्क नभसिंग भमडिाइव्स (ए.एन.एम.), राज्र् सरकार के अधधकारी, नागररक सुरक्षा अधधकारी, विभभन्न पुभलस संगठन, राष्ट्रीर् कैडेट कोर (एन.सी.सी.), नेहरू रु्िा कें द्र संगठन (एन.िाई.के.एस.), राष्ट्रीर् सेिा र्ोजना, भारतीर् रेड क्रॉस सोसाइटी, भारत स्टकाउट्स एंड गाइड्स और अन्र् स्टिर्ंसेिक के भलए iGOT पर पाठ्र्क्रम शुरू ककए गए हैं। • र्ह महामारी को कुशलता स ेसंभालने के भलए अधग्रम पंस्क्त के श्रभमकों के क्षमता ननमायण को बढ़ाने पर भी कें हद्रत है। दीक्षा प्लेर्फामट के संदभट में जानकारी • इसे िषय 2017 में मानि ससंाधन विकास मंत्रालर् की पहल के रूप में लॉन्च ककर्ा गर्ा र्ा। • र्ह भशक्षा और प्रभशक्षण के भलए डडस्जटल इन्रास्टरक्चर ज्ञान साझाकरण प्लेटफॉमय है। • र्ह एन.सी.ई.आर.टी. और राज्र् पाठ्र्क्रम स ेसंबंधधत व्र्ायर्ा, अभ्र्ास और मूल्र्ांकन सामग्री स ेसुसस्ज्जत है। • र्ह पोटयल भशक्षण संस्टर्ानों में शुरूआत से लेकर अंत तक, र्हां तक कक भशक्षको के सेिाननितृ् त होने तक उनके सपंूणय काम और उनकी उपलस्ब्ध को ररकॉडय करेगा। • र्ह भशक्षकों के भलए राष्ट्रीर् डडस्जटल इन्रास्टरक्चर के रूप में कार्य करता है। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2– गवनैंस स्रोत- पी.आई.बी. ऑपरेशन शील् ड (SHIELD) खबरों में क्यों है?

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    • हाल ही में, हदल्ली के मुयर्मंत्री ने राष्ट्रीर् राजधानी में कोरोनािार्रस के प्रसार को ननरं्बत्रत करने के भलए 'शील् ड' नामक एक व्र्ापक र्ोजना की घोषणा की है। इसका पूरा नाम क्या है? संक्षक्षप्त SHIELD को ननम्नानुसार विस्टततृ ककर्ा जा सकता है: • 'S' का अर्य है इलाकों को सील करना • 'H' का अर्य है होम क् िारंटाइन करना • 'I' का अर्य है आइसोलेशन और रेभसगं • 'E' का अर्य है आिश् र्क आपूनतय • 'L' का अर्य है स्ट र्ानीर् स्ट िच’्िता • 'D' का अर्य है डोर-टू-डोर जांच

    शील् ड योजना के संदभट में जानकारी • ऑपरेशन शील्ड को हदल्ली में रोकर्ाम क्षेत्रों के रूप में पहचाने जाने िाले 21 इलाकों में लाग ूककर्ा जाएगा। • र्ह राष्ट्रीर् राजधानी में कोरोनािार्रस के प्रसार को ननरं्बत्रत करन ेके भलए शील् ड नामक एक व्र्ापक र्ोजना है। • इलाकों को सील करना: एक इलाके के लोग अन्र् क्षेत्रों में नहीं जाएंगे और ठीक इसके विपरीतत:। • होम क् वारंर्ाइन: लोग केिल अपने घरों में ही रहेंगे। • आइसोलेशन और रेससगं: कोविड-19 रोधगर्ों को आइसोलेट ककर्ा जाएगा और स्जन लोगों से िे भमल े हैं, उनका पता लगार्ा जाएगा, उनकी पहचान की जाएगी और उन्हें भी आइसोलेट ककर्ा जाएगा। • आवश्यक आपूनतट: हदल्ली सरकार आिश्र्क सेिाओं की डोर-टू-डोर डडलीिरी सुननस्श्चत करेगी। • स्थानीय स्वच्छता: स्टर्ानीर् क्षेत्रों को ननर्भमत रूप स ेकीटाणुरहहत ककर्ा जाएगा। • डोर-रू्-डोर जांच: सरकार प्रत् रे्क पररिार स ेपूिेगी कक क्र्ा ककसी व्र्स्क्त में कोरोनोिार्रस के लक्षण है र्ा नहीं है। र्हद कोई ऐसा व्र्स्क्त पार्ा जाता है तो उनके नमूने भलए जाएंगे और आगे की प्रकक्रर्ा का पालन ककर्ा जाएगा। र्ॉपपक- जी.एस. पेपर 2- गवनैंस स्रोत- बबजनेस स्र्ैंडडट

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    धचत्रा एक्राइलोसॉबट स्राव जमना प्रणाली खबरों में क्यों है? • हाल ही में, श्री धचत्रा नतरूनल धचककत् सा विज्ञान एिं प्रौद्र्ोधगकी संस्ट र्ान (एस.सी.टी.आई.एम.एस.टी.) के िैज्ञाननकों ने धचत्रा एक्राइलोसॉबय स्राि जमना प्रणाली नामक एक सुपर शोषक सामग्री को डडजाइन और विकभसत ककर्ा है। धचत्रा एक्राइलोसॉबट स्राव जमना प्रणाली क्या है • र्ह तरल श्िसन और शरीर के अन्र् तरल पदार्ों के जमने के भलए एक अत्र्धधक कुशल सुपर-शोषक सामग्री और संक्रभमत श्िसन स्रािों के सुरक्षक्षत प्रबंधन के भलए कीटाणुशोधन है। • एम्बेडेड कीटाणुनाशक सामग्री के सार् एक सुपर-अिशोषक जेल, स्राि के भस्टमीकरण से पहले स्राि के सुरक्षक्षत संग्रह, समेकन और क् िारंटाइन के भलए एक आकषयक प्रस्टताि है।

    यह कैसे काम करता है? • एक्राइलोसॉबय, अपने शुष्ट्क भार की तुल�