27 11 2019 - targetwithalok.inभारतीय संविधान की विशेष...

4
27 – 11 – 2019 सं विधान वदिस ेक साल देश म 26 निंबर को मनाया जाता है भारत म इस वदिस को राʼ य विवध वदिस के ऱप म भी मनाया जाता है इस विशेष वदन पर संविधान वनमा ाता डॉ . भीमराि अंबेडकर को याद वकया जाता है यह भारत के संविधान को अपनाने के उपल म ेक साल 26 निंबर को मनाया जाता है भारत की संविधान सभा ने 26 निंबर 1949 को औपचारक ऱप से भारत के संविधान को अपनाया था यह 26 जनिरी 1950 को लागू आ था यह भारत सरकार ारा 19 निंबर 2015 को ेक साल 26 निंबर को संविधान वदिस के ऱप म मनाने के वलए घोषणा वकया गया था यह घोषणा अɾेडकर की ːैू ऑफ इेवलटी मेमोरयल की आधारवशला रखने के दौरान ई थी 26 नवंबर को ही सं वधान विवस ों? भारत को 15 अगˑ 1947 को आजादी वमली थी आजादी वमलने के साथ ही देशभर म शासन चलाने हेतु एक सु संविधान की जऱरत महसूस होने लगी तब बाबा साहेब भीम राि अंबेडकर के नेतृ म संविधान सभा का गठन वकया गया और भारत के संविधान का ाऱप 26 निंबर 1949 को अपनाया गया यही कारण है वक ेक साल 26 निंबर को संविधान वदिस मनाया जाता है सवमवत ने वहंदी और अंेजी दोनों म हˑवलखखत और सुले खत संविधान का मसौदा तैयार वकया इसम वकसी भी कार की टाइवपंग या वंट का इˑेमाल नहीं वकया गया संविधान सभा के कुल 284 सद˟ों ने 24 जनिरी 1950 को दˑािे पर हˑार वकए इसे दो वदन बाद 26 जनिरी 1950 को लागू वकया गया था भारतीय संविधान की विशेष बात यह है वक ये न तो कठोर है और न ही लचीला है भारतीय संविधान के कुछ अनु छेद ऐसे भी ह, वजɎ संसद वबʋुल साधारण बमत से भी बदल सकती है इसी कारण से भारतीय संविधान को लचीला और नरम संविधान कहा जाता है िहीं कुछ अनु छेद ऐसे ह वजनम बदलाि करने हेतु संसद के 2/3 बमत तथा भारत के आधे देशों की सरकार की सहमवत जऱर होती है सरकारों की सहमवत से ही कुछ संशोधन वकए जाते ह इसवलए इस संविधान को कठोर संविधान कहा जाता है व का सबसे लंबा सं वधान: डॉ. भीमराि अɾेडकर को भारतीय संविधान का जनक माना जाता है उɎोंने विʷ का सबसे लंबा संविधान तैयार वकया है यह विʷ के सभी संविधानों को परखने के बाद बनाया गया था इसे विʷ का सबसे बडा संविधान माना जाता है इसम 395 अनुछेद, 12 अनुसूवचयां शावमल ह भारतीय संविधान को तैयार करने म 2 साल 11 महीने और 18 वदन का समय लगा था यह वतमान समय म भारीय सं वधान के वनवलखि भाग ह- एक उेवशका, 448 अनुछेद से यु 25 भाग संववधान विवस : 26 नवंबर

Upload: others

Post on 08-Mar-2020

21 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

Page 1: 27 11 2019 - targetwithalok.inभारतीय संविधान की विशेष बात यह है वक ये न तो कठोर है और न ही

27 – 11 – 2019

संविधान वदिस प्रते्यक साल देश में 26 निंबर को मनाया जाता है। भारत में इस वदिस को राष्ट्र ीय विवध

वदिस के रूप में भी मनाया जाता है। इस विशेष वदन पर संविधान वनमााता डॉ. भीमराि अंबेडकर को याद

वकया जाता है। यह भारत के संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में प्रते्यक साल 26 निंबर को मनाया जाता

है।

भारत की संविधान सभा ने 26 निंबर 1949 को औपचाररक रूप से

भारत के संविधान को अपनाया था। यह 26 जनिरी 1950 को लागू

हुआ था। यह भारत सरकार द्वारा 19 निंबर 2015 को प्रते्यक साल 26

निंबर को संविधान वदिस के रूप में मनाने के वलए घोषणा वकया गया

था। यह घोषणा अमे्बडकर की सै्टचू्य ऑफ इके्ववलटी मेमोररयल की

आधारवशला रखने के दौरान हुई थी।

26 नवंबर को ही संववधान विवस क्ो?ं

भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी वमली थी। आजादी वमलने के साथ ही देशभर में शासन चलाने हेतु

एक सुदृढ़ संविधान की जरूरत महसूस होने लगी। तब बाबा साहेब भीम राि अंबेडकर के नेतृत्व में

संविधान सभा का गठन वकया गया और भारत के संविधान का प्रारूप 26 निंबर 1949 को अपनाया गया।

यही कारण है वक प्रते्यक साल 26 निंबर को संविधान वदिस मनाया जाता है।

सवमवत ने वहंदी और अंगे्रजी दोनो ंमें हस्तवलखखत और सुलेखखत संविधान का मसौदा तैयार वकया। इसमें

वकसी भी प्रकार की टाइवपंग या वपं्रट का इसे्तमाल नही ंवकया गया। संविधान सभा के कुल 284 सदस्ो ंने

24 जनिरी 1950 को दस्तािेज़ पर हस्ताक्षर वकए। इसे दो वदन बाद 26 जनिरी 1950 को लागू वकया गया

था।

भारतीय संविधान की विशेष बात यह है वक ये न तो कठोर है और न ही लचीला है। भारतीय संविधान के

कुछ अनुचे्छद ऐसे भी हैं, वजन्हें संसद वबलु्कल साधारण बहुमत से भी बदल सकती है। इसी कारण से

भारतीय संविधान को लचीला और नरम संविधान कहा जाता है। िही ंकुछ अनुचे्छद ऐसे हैं वजनमें बदलाि

करने हेतु संसद के 2/3 बहुमत तथा भारत के आधे प्रदेशो ं की सरकार की सहमवत जरूर होती है।

सरकारो ंकी सहमवत से ही कुछ संशोधन वकए जाते हैं इसवलए इस संविधान को कठोर संविधान कहा

जाता है।

ववश्व का सबसे लंबा संववधान:

डॉ. भीमराि अमे्बडकर को भारतीय संविधान का जनक माना जाता है। उन्होनें विश्व का सबसे लंबा

संविधान तैयार वकया है। यह विश्व के सभी संविधानो ंको परखने के बाद बनाया गया था। इसे विश्व का

सबसे बडा संविधान माना जाता है। इसमें 395 अनुचे्छद, 12 अनुसूवचयां शावमल हैं। भारतीय संविधान को

तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 18 वदन का समय लगा था।

यह वर्तमान समय में भारर्ीय संववधान के वनम्नवलखिर् भाग हैं-

एक उदे्दवशका,

448 अनुचे्छद से युक्त 25 भाग

संववधान विवस : 26 नवंबर

Page 2: 27 11 2019 - targetwithalok.inभारतीय संविधान की विशेष बात यह है वक ये न तो कठोर है और न ही

27 – 11 – 2019

12 अनुसूवचयााँ,

5 अनुलग्नक (appendices)

103 संशोधन।

(अब तक 124 संविधान संशोधन विधेयक संसद में लाये गये हैं वजनमें से 103 संविधान संशोधन विधेयक

पाररत होकर संविधान संशोधन अवधवनयम का रूप ले चुके हैं। 124िां संविधान संशोधन विधेयक 9

जनिरी 2019 को संसद में #अनुचे्छद_368 (संिैधावनक संशोधन) के विशेष बहुमत से पास हुआ, वजसके

तहत आवथाक रूप से कमजोर सामान्य िगा को शैक्षवणक संस्थाओ ंमें 8 अगस्त 2016 को संसद ने िसु्त

और सेिा कर (GST) पाररत कर 101िााँ संविधान संशोधन वकया।)

िेश में प्रवतिषा 26 निम्बर को राष्ट्र ीय दुग्ध वदिस मनाया जाता है। यह वदिस िगीस कुररयन के जन्म

वदिस पर मनाया जाता है। िगीस कुररयन को भारत में शे्वत क्राखि

का जन्मदाता माना जाता है।

िगीस कुररयन का जन्म 26 निम्बर, 1921 को कालीकट में हुआ

था। िे भारत में शे्वत क्राखि के जन्मदाता माने जाते हैं। उन्होनें भारत

में डेरी उद्योग को बढ़ािा देने के वलए सराहनीय योगदान वदया।

उन्होनें ‘ऑपरेशन फ्लड’ में बेहद महत्वपूणा भूवमका वनभाई।

ऑपरेशन फ्लड:

ऑपरेशन फ्लड को 1970 में लांच वकया गया था, यह विश्व का सबसे बडा डेरी विकास कायाक्रम था। इस

ऑपरेशन के चलते भारत विश्व का सबसे बडा दुग्ध उत्पादक देश बन सका।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देिेंद्र फडणिीस ने 26 निम्बर को अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। इससे

पहले उप-मुख्यमंत्री अवजत पिार ने भी अपने पद इस्तीफा दे

वदया। उन्होनें अपना इस्तीफा राज्यपाल भगत वसंह कोश्यारी को

सौपंा।

फडणिीस ने राज्य विधानसभा में बहुमत नही ं होने के कारण

इस्तीफा वदया है। राज्यपाल ने िैकखिक व्यिस्था होने तक देिेंद्र

फडणिीस से कायािाहक मुख्यमंत्री बने रहने के वलए कहा है।

उच्चतम न्यायालय ने महाराष्ट्र विधान सभा में 27 निम्बर को शखक्त

परीक्षण कराने का आदेश वदया था। न्यायालय ने राजनीवतक दल

महाराष्ट्र के मयमंतमंी ी िेवें फड वडसवीस का

इस्तीवा, उद्धव ठाकरे अगले मयमंतमंी ी

होगें

राष्ट्र ीय ियग्ध विवस : 26 नवम्बर

Page 3: 27 11 2019 - targetwithalok.inभारतीय संविधान की विशेष बात यह है वक ये न तो कठोर है और न ही

27 – 11 – 2019

वशिसेना, NCP और कांगे्रस की यावचका पर सुनिाई करते हुए यह आदेश वदया था।

कावलिास कोलंबकर को प्रोटेम स्पीकर पि की शपथ विलाई गयी:

फडणिीस के इस्तीफे के बाद राज्यपाल भगत वसंह कोश्यारी ने BJP विधायक कावलदास कोलंबकर को

प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ वदलाई। इसके अलािा, राज्यपाल ने 27 निम्बर को महाराष्ट्र विधानसभा का

विशेष सत्र बुलाया है। इसमें प्रोटेम स्पीकर निवनिाावचत विधायको ंको शपथ वदलाएंगे।

‘महा ववकास अघाडी’ गठबंधन का गठन:

मुख्यमंत्री देिेंद्र फडणिीस के इस्तीफे के बाद मंुबई में ‘महा विकास अघाडी’ गठबंधन का औपचाररक

तौर पर गठन वकया। इस गठबंधन का गठन वशिसेना, NCP, कांगे्रस और कुछ छोटे दलो ंकी संयुक्त

बैठक में वकया गया।

उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के अगले मयमंतमंी ी होगें:

इस बैठक में वशिसेना प्रमुख उद्धि ठाकरे को निगवठत गठबंधन महा विकास अघाडी का नेता चुना

गया। यह गठबंधन उद्धि ठाकरे के नेतृत्व में राज्यपाल भगत वसंह कोश्यारी से वमलकर सरकार बनाने का

औपचाररक दािा पेश वकया।

उद्धि ठाकरे वफलहाल विधायक नही ंहैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद 6 महीनो ंके भीतर ही उन्हें विधानसभा

या विधान पररषद का सदस् बनना जरूरी होगा। िे 28 निंबर को मंुबई के वशिाजी पाका में आयोवजत

एक समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

288 सीटो ंिाली विधानसभा में BJP 105 सीटें जीतकर सबसे बडी पाटी के रूप में उभरी थी। वशिसेना ने

56, NCP ने 54 और कांगे्रस ने 44 सीटें जीती थी।ं इस राज्य में सरकार बनाने के वलए 145 विधायको ंके

समथान की जरूरत है।

भारत सरकार ने माचा 2020 तक देश की दो लाख पंचायतो ंको इन्टरनेट से जोडने का लक्ष्य रखा है। 7

निम्बर, 2019 तक प्राप्त डाटा के अनुसार अब तक 1,28,000 ग्राम पंचायतो ंको इन्टरनेट से जोडा जा

चुका है। इस पररयोजना का वक्रयान्रयन भारत नेट प्रोजेक्ट के तहत वकया जा रहा है।

केन्द्रीय इलेक्टर ॉवनक्स ि सूचना प्रौद्योवगकी मंत्रालय के अनुसार 45,000 ग्राम पंचायतो ं में िाई-फाई

हॉटस्पॉट्स को इनस्टॉल वकया जा चुका है। 16,000 ग्राम पंचायतो ंको

सेिा मुहैया की जा रही है। यह अपडेट केन्द्रीय इलेक्टर ॉवनक्स ि सूचना

प्रौद्योवगकी मंत्री श्री रवि शंकर ने लोकसभा में दी।

भारर्नेट:

भारतनेट कें द्र सरकार का ग्रामीण इंटरनेट कनेखक्टविटी प्रोग्राम है, वजसे

भारत ब्रॉडबैंड नेटिका वलवमटेड (बीबीएनएल) द्वारा कायााखन्रत वकया

2020 र्क 2 लाि ग्राम पंचायर्ो ंको

इन्टरनेट से जोडा जायेगा

Page 4: 27 11 2019 - targetwithalok.inभारतीय संविधान की विशेष बात यह है वक ये न तो कठोर है और न ही

27 – 11 – 2019

जाता है। यह ऑविकल फाइबर का उपयोग करने िाला दुवनया का सबसे बडा ग्रामीण ब्रॉडबैंड

कनेखक्टविटी प्रोग्राम है। यह भारत के सभी घरो,ं विशेष रूप से ग्रामीण के्षत्रो ं को मांग के माध्यम से,

वडवजटल भारत के दृवष्ट्कोण को समझने के वलए 2 Mbps से 20 Mbps की वकफायती ब्रॉडबैंड

कनेखक्टविटी को जोडना चाहता है। इस पररयोजना को यूवनिसाल सविास ऑखिगेशन फंड (यूएसओएफ)

द्वारा वित्त पोवषत वकया जा रहा है।

राष्ट्र ीय सांखख्यकी कायाालय ने हाल ही में घरेलू स्वास्थ्य पर व्यय के सन्दभा ने सिेक्षण जारी वकया। यह

सिेक्षण जुलाई 2017 तथा जून 2018 के बीच वकया गया था। इस सिेक्षण में दिाइयो,ं हॉखस्पटलाईजेशन,

जांच-पडताल तथा बचे्च के जन्म इत्यावद के दौरान होने िाले व्यय का डाटा एकवत्रत वकया गया है। यह

डाटा 1,13,823 घरो ंसे एकवत्रत वकया गया है।

सवेक्षस के मयमंत वबंिय

14% ग्रामीण जनसाँख्या तथा 19% शहरी जनसाँख्या के पास स्वास्थ्य व्यय किर था।

केिल 1% शहरी जनसाँख्या को सरकारी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना से स्वास्थ्य बीमा प्राप्त हुआ।

ग्रामीण भारत में औसतन प्रवत हॉखस्पटलाईजेशन केस में 16,676 रुपये का व्यय आता है। जबवक शहरो ंमें

औसतन प्रवत हॉखस्पटलाईजेशन केस 26,475 रुपये का व्यय आता है।

सिेक्षण के अनुसार ग्रामीण के्षत्रो ं में 90% तथा शहरी के्षत्रो ं में 96% बच्चो ं का जन्म संस्थागत रूप

(अस्पताल इत्यावद में) हुआ।

ग्रामीण के्षत्रो ंमें 97% बच्चो ंका टीकाकरण हुआ।

घरेलू स्वास्थ्य व्यय पर NSO ररपोटत