अवसरो्की सीढ्ी ujala - rohan... · रािी रामपाि...

1
रािी रामपाि भारतीय मनहिा हॉकी टीम की कपताि रािी रामपाि को वकडष गेमस एथिीट ऑफ द ईयर अवॉडष नमिा है। यह पुरसकार पािे वािी वह पहिी भारतीय है। देर से ही सही, पि जंगि को अब पयातत महव रमिने िगा है। मंगिवाि की िात अमेरिकी िािपरत डोनाटड िंप ने 10 ििब पौधे िगाने के वैरवक िय को अपना समथतन रदया। उटिेिनीय है रक रवगत जनविी म रथवजििड के दावोस म आयोरजत वटडड इकोनॉरमक फोिम की बैठक म रतरनरधय ने 10 ििब पौधे िगाने का संकटप रिया था। तब कहा गया था रक 10 ििब पौधे िगाकि जिवायु परिवततन के संकट को थोड़ा कम रकया जा सकता है। जंगि काबतन को सोिने के रिहाज से महवपूणत होते ह-वे पृवी को गमत किने वािी काबतन डाई ऑतसाइड का 30 फीसदी रहथसा सोिते ह। िरकन जिवायु परिवततन के इस दौि म जंगि के अरथतव पि भी बड़ा ितिा मंडिा िहा है। जैसे रक भूमयसागिीय िे के सूिे औि गमत वाताविण म जंगि सूिे से भी धीिे-धीिे िम हो सकते ह। या गमीत बढ़ने पि पेड़ के तने औि िािा संरचत काबतन छोड़ सकती ह, रजससे अचानक ही पूिा जंगि जिकि िाक हो सकता है। ऐसे म, यह ासंरगक सवाि िड़ा होता है रक जिवायु परिवततन के बीच जंगि को कैसे बचाया जाए। दिअसि यूिोप म जंगि को बचाने की मुरहम जोि-िोि से छेड़ी जा िही है। इस समय यूिोपीय संघ की किीब 40 फीसदी जमीन वृि से आछारदत है। इस कािण यूिोप को सवातरधक हिीरतमा वािे िे म से एक माना जाता है। िरकन िे म हरियािी अरधक होने से दावानि का ितिा भी यादा है। रपछिे साि गमीत औि सूिे की वजह से यूिोप म 1,300 वगतमीि िे दावानि की चपेट म आ गया। आंकड़ के मुतारबक, 2019 म समूचे यूिोप म पूिे दिक की तुिना म 15 रतित अरधक िे दावानि की चपेट म आए। रपछिे साि यूिोप म जंगि की आग उि म थवीडन तक फैि गई। जबरक सूिे के साथ-साथ कीड़ के कािण जमतनी म जंगि का एक बड़ा रहथसा तबाह हो गया। रिटेन म रपछिे साि जंगि म आग िगने के रिकॉडड मामिे सामने आए। थपेन भी इससे अछूता नह िहा। इसी को देिते ए यूिोपीय संघ ने दावानि को 'ितिनाक औि बढ़ता ितिा' बताया है। थपेन के कैटािोरनयन फायि सरवतस म काम किने वािे माककैथटेिेयो ने पूवोति थपेन म दावानि के ितिे को सीधे-सीधे महसूस रकया है। माककी मां के परिवाि के िोग वहां के एक बेहद ाचीन गांव म कई पीरढ़य से बादाम उपजा िहे थे। िेरकन जंगि की आग ने सरदय से चि िही उनकी िेती बबातद कि दी। बादाम के बगीचे जिकि िाक हो गए। जहां कभी बकरियां चिती थ, वहां अब दूि-दूि तक जिी ई घास रदिाई देती है। भरवय म आग को फैिने से िोकने के रिए थानीय िोग ने घास औि झारड़य को पूिी तिह साफ कि रदया है। रकसान िेती म भी बदिाव िा िहे ह, तारक दावानि के सीजन से पहिे अपनी फसि काट सक। सतािीस साि के माकक ने अपने जीवन म जंगि की ऐसी आग पहिे कभी नह देिी। वह कहते ह रक दावानि का मुकाबिा किने के बजाय बेहति यह है रक उसका असि कम किने की कोरिि की जा। सूत मेरा जम 1959 म कोयबटूि से 26 रकिोमीटि दूि एक छोटे से गांव म भूरमहीन रकसान परिवाि म आ था। मेिे रपता अपनी गिीबी के कािण परिवाि की रजमेदािी नह संभाि पा िहे थे। ऐसे म मेिी मां ने पारिवारिक रजमेदािी का बीड़ा उठाया औि दो भसे ििद। उन भस के दूध से हि हते पचास पये की आमदनी होती थी, रजससे परिवाि चिता था। उसी पचास पये की आय पि अगिे दस वषो तक परिवाि का गुजि-बसि आ। मेिा परिवाि इतना रनधतन था रक मेिे रिए एक जोड़ी चपि भी नह ििीद सकता था। िै ि, 19 वषत की उ म मने बीएससी की रडी हारसि की, िेरकन कोई अछी- सी नौकिी नह रमिी। आरििकाि मने कोयबटूि की एक छोटी-सी दवा कंपनी म 150 पये के मामूिी वेतन पि नौकिी कि िी। उस समय तरमिनाडु म एक ेजुएट को चौकीदाि से भी कम तनवाह रमिती थी। उसम से पचास पये म अपने िच के रिए िि िेता था औि बाकी घि भेज देता था। चाि वषो तक उस कंपनी म मने नौकिी की, रफि मुझे िगा रक ऐसे म तो म कुछ नह कि पाऊंगा। मने उस नौकिी से इथतीफा रदया औि भाभा पिमाणु अनुसंधान कि (बीएआिसी), मुंबई म नौकिी के रिए आवेदन रकया। जब वहां से सािाकाि के रिए बुिावा आया, तो उधाि िेकि गया, िेरकन वहां मुझे 880 पये महीने की नौकिी रमि गई। वहां आठ घंटे काम किने के बाद बाकी समय िािी िहता था, इसरिए म चाि ू िन पढ़ाने िगा, इससे मुझे 800 पये की अरतरित आमदनी होने िगी। उसम से 12,00 पये म अपनी मां को भेज देता था। मने उसे झूठ बताया था रक मेिा वेतन दो हजाि पये है, तयरक मा 800 पये की नौकिी के रिए वह मुझे गांव नह छोड़ने देती। उसके बाद मेिी िदी सुमरत से ई, जो थटेट बक ऑफ इंरडया म काम किती थी। िादी किने के बाद मने नौकिी किते ए थाइिॉइड बायोकैरमथिी म पीएचडी की औि वैारनक का दजात हारसि रकया। बाद म म बीएआिसी के टाटा मेमोरियि हॉरथपटि रथथत िेरडएिन मेरडरसन सटि म काम किने िगा। पं िह वषो तक िगाताि सिकािी नौकिी किने कबाद मेिे मन म एक बेचैनी-सी होने िगी। मने दे िा रक रजह मने थाइिॉइड का पिीिण किना रसिाया, वे काफी पैसे कमा िहे ह औि म सिकािी वेतन पि संतोष कि िहा ं। आरििकाि एक रदन मने इथतीफा दे रदया औि दो िाि पये की पूंजी से थाइिोकेयि नामक कंपनी की थथापना की। अभी हमािी कंपनी का वारषतक टनतओवि 350 किोड़ पये है, रजसे अगिे दो वषो म 600 किोड़ पये किने का िय है। स नए दिक की िुआत किते ही हम रििा का अरधकाि कानून (आिटीई) की दसव वषतगांठ मना िहे ह, जो अैि, 2010 म िागू आ था। भिे ही इस कानून को िासन औि सीिने के परिणाम पि सीरमत ििने के चिते इसकी आिोचना की जाती है, िेरकन रपछिे दस वषो म थकूिी रििा तक पंच बढ़ाने की इसकी उपिरधध से इकाि नह रकया जा सकता है। आिटीई ने इस िे म कई रहतधािक के रिए एक आदित के प म भी काम रकया है। िरकन अछी तिह से िागू होने के बावजूद भाित म सीिने का परिणाम बत कम है। रििा की गुणवा संबंधी रचंता को िायद ही कभी िाजनीरतक ाथरमकता के प म देिा जाता है। कम गुणवा वािी रििा णािी के चिते थवाथय देिभाि या कृरष की िमता का अभाव है। िेरकन इन रचंता की अब अनदेिी नह की जा सकती, िसकि मानव पूंजी के संकट के काि म, जो बेिोजगािी के आंकड़ म परििरित होता है। अब तक ऐसे संकट म सहायता के रिए थकूिी रििा म गहन सुधाि के बजाय कौिि रवकास मंािय ही बनाया गया है। आगे बढ़ते ए भाित को इस असंतुिन से िुद को बाहि रनकािना होगा औि रििा को एक हयापक मानव पूंजी ढांचे के तहत देिना होगा। आगामी दिक म भाितीय रििा िे को पैमाने औि तव, दोन पि यान देना होगा। एक तिफ सी िने की समथया का समाधान किना होगा, तो दूसिी तिफ रििा हयवथथा के सबसे महवपूणत उदेवय को रफि से रनधातरित किना होगा। अतीत म, यहां तक रक सबसे परिकृत रििा नीरतयां औि पािम ढांचे कमजोि िासन के कािण अपने वादे पि ििा नह उति पाए। रििा िे म िासन के थतंभ को मजबूत किना रनथसंदेह महवपूणत है। रपछिे कुछ वषो म हरियाणा, िजथथान औि रहमाचि देि समेत कई िाय ने रििा का संचािन किने के तिीके म बड़े बदिाव िाने का बीड़ा उठाया है। इनम से कई िाय म ि म थकूि का एकीकिण रकया गया। थकूि की संया म सुधाि के साथ बुरनयादी ढांचे म सुधाि, रििक, अणी कमतचारिय की पयातत संया औि इन कमतचारिय की िमता म रवकास रनदरित हथतिेप के रिए जिी है। इन सबके साथ सुधािामक कदम पि मजबूती से यान देने की जित है, तारक छा को ेड थति की योयता हारसि किने म सिम बनाया जा सके। िजथथान म, जहां इंटिनेिनि इनोवेिन कासत ने बोथटन कंसरटंग ुप, कैवटय एजुकेिन फाउंडेिन औि माइकि औि सुसान डेि फाउंडेिन के साथ-साथ िाय रििा रवभाग के साथ काम रकया, िाय सिकाि ने अपने आदित कायतिम के तहत गुणवापूणत बुरनयादी ढांच औि हेडमाथटि व रििक की रनयुरतत को ाथरमकता म ििते ए किीब 10,000 मॉडि सेकडिी थकूि (हि ाम पंचायत म एक) रवकरसत किने पि यान करित रकया। इन थकूि के हेडमाथटि को बाद म पंचायत रििा अरधकािी के प म नारमत रकया गया औि अपने ाम पंचायत कअय थकूि, िासकि एक मॉडि ािंरभक थकूि, को रसिाने के रिए रिरित रकया गया। ऐसे यास से चाि वषत म रििक की रिरततयां 50 फीसदी से घटकि 19 फीसदी पि आ गई औि अणी िासन का एक कैडि बना, जो रनयरमत प से थकूि की रनगिानी किता है। नेिनि एचीवमट सव औि बोडड के नतीज, दोन म मायरमक थकूि के परिणाम म सुधाि के संकेत ह। अय िाय म भी इसी तिह के सकािामक परिणाम देिने को रमिे ह। जैसे, हरियाणा म े मैटसत इंरडया के एक मूटयांकन का अनुमान है रक 119 िंड म से 94 म छा अब ेड थति पि योय ह। इसका ेय मुयमंी कायातिय से चिाए गए सिम हरियाणा कायतिम को जाता है, रजसम कई हथतिेप के साथ सुधािामक रििा पि रविेष यान रदया गया। ऐसी सफिता के आधाि पि नीरत आयोग औि तीन िाय- ओरडिा, मय देि एवं झाििंड साथ-ई कायतिम के मायम से ऐसे यास को बढ़ाने की रिया म ह। इसके अरतरित नीरत आयोग के नवीन थकूिी रििा गुणवा सूचकांक के 30 म से 14 संकेत िासन रिया से संबंरधत ह, रजनम रििक की उपिधधता, रििण, जवबदेही औि पािदरिता िारमि ह। रििा णािी को बेहति ढंग से बंरधत किने के रिए िाय की िमता के रनमातण पि यान करित किना एक महवपूणत बदिाव है, औि इन उदाहिण से पता चिता है रक रििा देने की िाय की िमता कैसे बेहति हो सकती है। िेरकन उनकी सफिता के बावजूद इह िुआती रबंदु के प मे देिना चारहए। सबसे पहिे ये यास सावतजरनक थकूि णािी पि करित ह। यादा साथतक बदिाव के रिए सिकाि को एक रनयामक औि रििा म सुरवधा दाता के प म रदिना अरनवायत है। भाित की रििा णािी मानकीकृत औि महवाकांिी पािम पि करित है, छा को सीिने के थति औि उ-दांव वािी बोडड पिीिा के बजाय उ के आधाि पि वगीतकृत रकया गया है। रजसका परिणाम है, जैसा रक अथतिाथी कारततक मुििीधिन रििते ह, यह छंटाई णािी बन गई है, न रक मानव पूंजी णािी। रििा णािी के हयापक उदेवय को पुनपतरिभारषत किने की िारति सरिय िासरनक तं का िाभ उठाने करिए एक नई नीरत का योग किना होगा। इसके रिए मूटयांकन तं के बुरनयादी पुनितचना की जित होगी, उ दबाव वािी पिीिा से यान हटाने के रिए सामूरहक हयवहाि परिवततन औि रहतधािक (अरभभावक, छा, रििक, अणी िासक एवं गैि सिकािी संगठन) के बीच नई भागीदािी की जित होगी, तारक इन हयापक उदेवय की रदिा म उनकयास म तािमेि रबठाया जा सके। परिणाम पि फोकस रनथसंदेह महवपूणत है, िेरकन इसे हयापक मानव पूंजी की िणनीरत से समरथत होना चारहए। कुछ वषो म छा की एक पीढ़ी, जो िायद अयथा रििा हारसि नह कि पाती, आिटीई के कािण थकूिी रििा का एक चिण पूिा कि िेगी। िेरकन अगिे एक दिक म रििा नीरत की मुि ाथरमकता यह सुरनरवचत किना है रक थकूिी रििा छा जीवन का त नह, बरटक अवसि की एक सीढ़ी है। -लेखक िाववडड केनेडी कूल से संब ि। सा कजज औि जयािा नकिी रेपो रेट मे कटौती ि करते हुए भी नरजवष बैक िे ऑटो, हाउनसंग और एमएसएमई केतो को ससा कजष देिे के साथ मौजूदा बयाज दर पर एक िाख करोड की िकदी बैको को उपिबि करािे की जो घोरिा की है, उसका अथषवयवसथा पर अिुकूि असर पडिे की उममीद है। अवसरो की सीढी यूिोप की िुसीबत बनते जंगल नशका का अनिकार कािूि िागू हुए 10 वरष हो चुके है। इि वरो मे सकूिी नशका तक पहुंच काफी बढी है। िेनकि भारत मे सीखिे का पनरिाम बहुत कम है। अगिे दशक मे यह सुनिनित करिा चानहए नक सकूिी नशका छात जीवि का अंत िही, बलक अवसरो की एक सीढी है। स साि की पहिी औि मौजूदा रव वषत की आरििी आरथतक समीिा म रिजवत बक की मौरिक नीरत सरमरत ने एकमत से िेपो दि को 5.15 फीसदी पि रथथि ििा है, तो इसे समझा सकता है, पि किीय बक की सिाहना किनी पड़ेगी रक इसके बावजूद उसने कजत सथता किने के साथ बाजाि म धन का वाह बढ़ाने के रिए कदम उठाए ह। मसिन, उसनआगामी 31 जुिाई तक नए रिटेि कजत को सीआिआि (नकद आिरित अनुपात) से मुत कि रदया है। इससे ऑटो, हाउरसंग औि एमएसएमई िे को िेपो दि म कटौती न रकए जाने कबावजूद सथता कजतो रमिेगा ही, जुिाई तक कुि जमा का चाि फीसदी किीय बक के पास ििने की ितत म छूट रमिने से बक इन िे को यादा कजत भी दे सकगे। ऐसे ही रिजवत बक ने आगामी 15 फिविी से बक को िांग टमत िेपो के तहत एक से तीन साि तक एक िाि किोड़ पये की िारि देने की घोषणा की है। इसके तहत कजतदाता मौजूदा िेपो िेट पि ही दीघातवरध के कजत िसकगे। औि तीसिे कदम के तौि पि किीय बक ने हाउरसंग िे म अटकी ई परियोजना पूिी किने के रिए कमरितयि रियि एथटेट के परियोजना कजत चुकाने की अवरध एक साि बढ़ा दी है। मुिाथफीरत की अरधक दि को देिते ए ही िेपो दि म बदिाव नह रकया गया, के तेि की कीमत म उताि-चढ़ाव तथा दूध व दाि म तेजी के कािण जनविी-माचत रतमाही म िुदिा महंगाई का अनुमान बढ़ाकि 6.5 फीसदी कि रदया गया है। इसके बावजूद किीय बक का िचीिा ि उमीद जगाता है। उसका मानना है रक वैरवक अथतहयवथा के ि म सुधाि आने के कािण जहां रनयात बढ़ने की उमीद है, वह िबी फसि के बाजाि म आने से ामीण मांग बढ़ने के अिावा महंगाई म भी कमी आएगी। वैसी रथथरत म कजत सथता किने की संभावना से रिजवत बक ने इकाि नह रकया है। इसके बावजूद आरथतक मोच पि बत आववथत नह आ जा सकता, तो इसकी एक वजह बढ़ती महंगाई के अिावा आरथतक अनुिासन के मोच पि सिकाि का ढीिा दितन भी है : वषत 2020-21 म उसे बढ़े ए िाजकोषीय घाटे का दबाव झेिना पड़ेगा। इसके अिावा किीय बक के दूिदिीत उपाय से कजत की मांग बढ़ती है या नह, यह देिना होगा। आरिि रपछिे साि िेपो िट म िगाताि पांच कटौरतयां बेअसि ही िही थ। नयूयॉकक टाइमस के लिए सोदिनी सेनगुपत िहन संधु फैकट फाइल यूरोप का करीब 40 फीसदी केत जंगिो से आचछानदत है, पर जिवायु पनरवतष ि के कारि आग की घटिाएं बढती जा रही है। नवदेशी मु दा भंडार 426.42 अरब डॉिर पर पहुंच गया है देश मनवदेशी मु दा भंडार, जो अब तक के उचतम सर पर है, नरजवष बैक की जािकारी के मुतानबक। चेज (CHANGE) आयरिैड मे हो रहे आम चुिाव के पचार के दौराि यह शबद इि नदिो काफी सुनखषयो मे है। इसका अथष होता है- बदिाव। बैगा जिजानत हाल िम आई एक मीहिया हिपोटट के मुताहबक, बाइक बुलस से वाय सुहवधा हमलने की वजि से छीसगढ़ की बैगा जनजाहत की हििु मृयुदि घट गई िै। बैगा झािखंि, उि देि, ओहििा, छीसगढ़ तथा मय देि औि मिािा म पाई जाने वाली आहदम हवड़ जनजाहत िै। ये छोटी अनुसूहित जनजाहतयां ि, हजनकी अब भी वन संसाधन व वनोपज पि हनभभिता बनी ई िै। हिहटिकालीन दतावेज के मुताहबक, 1860 के आसपास बैगा को सबसे पिले जंगल म अलग जनजाहत के प म देखा गया, जिां इि जंगली के प म वहणभत हकया गया। मय देि के मंिला औि बालाघाट हजले के म हबंझवाि उप-जाहत को बैगा जनजाहत का सय उप-मंिल माना जाता िै। बैगा जनजाहत छोटा नागपुि के भुइया जनजाहत का एक वंि िै। ये सभी आहदवासी समूि इंिो-आयभन आहदवासी भाषा बोलते ि। बैगा जनजाहत के कुल सात उप-मंिल या उप- जाहतयां ि, हबंझवाि, भिोहटया, िायहभना, कथभाइना, निोहटया या नािि, किवान या कुंिी औि गिवाना। इन आहदवासी समाज म बहववाि की भी अनुमहत ि। ठाकुि देव बैगा जनजाहत के थानीय देवता ि। इसके अलावा, कई हिंदू देवताओ की भी बैगा लोग ािा पूजा की जाती िै। गोदना बैगा जनजाहतय की मुय हविेषता िै। बैगा जनजाहतय के बीि गोदना सहदभय के मौसम के आगमन के साथ िु िोता िै औि गमीभ के मौसम तक जािी ििता िै। कमाभ औि सिल झािखंि की बैगा जनजाहत ािा मनाए जाने वाले दो मुय योिाि ि। इस हफते के शबि 1860 के आसपास बैगा लोग को जंगल म देखा गया, और इह जंगली के प म वकणित ककया गया। बैगा महिला कठिन मेहनत, लगन और अपने नर के बल पर ठकसी भी उ म की जा सकती है नई शुआत और पाई जा सकती है सफलता। जीवन म हमेशा यादगार रहगे पेस के 328 ददन म बहत खुश ं रक िम नासा के रिकॉडड तोड़ ििे ि। इसका मतलब िै रक िम आगे बढ़ ििे ि। मुझे लगता िै, यि गरत का संकेत िै। लंबसमय तक तरि म ििने का अवसि रमलना वातव म मेिे रलए समान की बात िै। पैगी रहिटसन मेिी आदशण ि। मेरा जम अमेरिका के रमरिगन ांत म आ, वततमान म म अपने परत के साथ टेतसास म िहती ं। बचपन से ही मेिा सपना तरिि याी बनने का था। िुआती पढ़ाई के बाद मने डिहम रथथत नॉथत कैिोरिना थकूि ऑफ साइंस एड मै थेमेरटतस से थनातक रकया, औि उसके बाद नॉथत कैिोरिना थटेट यूरनवरसतटी म दारििा रिया, जहां से मने इिेरतिकि इंजीरनयरिंग औि भौरतकी म बैचिि ऑफ साइंस की रडी हारसि की, औि इिेरतिकि इंजीरनयरिंग म पिाथनातक रकया। नासा से जुड़ाव वषत 2001 म मने जीएसएफसी (गॉडडड थपेस िाइट सटि) म नासा अकादमी के एक कोसत म थनातक रकया। इसके बाद 2002 से 2004 तक जीएसएफसी म ही उ ऊजात िगोि भौरतकी के रिए योगिािा म इिेरतिकि इंजीरनयि के प म काम रकया। उस दौिान मने नासा के अरभयान म कई वैारनक उपकिण रवकरसत रकए, रजहने िगोि भौरतकी औि िमांड रवान का अययन रकया। इसी दौिान भरवय म होने वािे नासा के अरभयान के रिए जिी रििण कायतिम को मने जुिाई 2015 म पूिा कि रिया। इस रििण म हम तरिि सदथय के रिए जिी वैारनक औि तकनीकी िीरफंग, इंटिनेिनि थपेस थटेिन रसथटम, थपेसवॉक, िबोरटतस, रफरजयोिॉरजकि िेरनंग के साथ रबना हवा व पानी के भी जीरवत िहनका रििण रदया गया। ुवीय देश का अनुभव चुनौतीपूणअमेरिका से ायोरजत टाककरटक कायतिम म रिसचत एसोरसएट के प म काम किते ए मने 2004 से 2007 तक, तीन-साढ़े तीन साि आककरटक औि टाककरटि की याा म रबताए। अमुंडसेन-थकॉट साउथ पोि थटेिन पि सरदतय के मौसम म किीब -111 रडी तापमान म काम पूिा रकया। सूिज को दे िे रबना महीन, एक ही चािक दि के साथ, रबना ताजा भोजन के िहकि िंबा वतत रबताना चुनौतीपूणत िहा। तरि पि मरिला की चिलकदमी जून 2013 म, मुझे नासा के 21 सदथयीय दि म चुना गया। 14 माचत 2019 को मने बतौि िाइट इंजीरनयि नासा के इंटिनेिनि थपेस थटेिन (आईएसएस) के रिए उड़ान भिी। मेिे साथ चािक दि म अिेतसी ओवरचरनन औि रनक हेग भी िारमि थे। तत: 18 अतूबि 2019 को मने अपनी सहयाी जेरसका मीि के साथ तरिि पि चिहकदमी की। हम इस अरभयान के दौिान आइएसएस के ििाब पड़े पॉवि कंिोिि ‘बै िी चाजत-रडथचाजत यूरनट’ को बदिना था। हमने रबना रकसी पुष सहयाी के सहयोग के यह काम रकया। कभी इस बािे म नि सोचा जब मने आईएसएस के रिए उड़ान भिी, तो सोचा नह था रक म एक रिकाडड तोड़ने म सिम बनूंगी। मने एक ही िाइट म इतने रदन गुजािे। इससे पहिे पैगी रहहटसन ने 289 रदन तरिि म गुजािे थे। मने तरिि म धिती के 5,248 चतकि िगाते ए 13.9 किोड़ रकिोमीटि की याा की। अपने रमिन के दौिान मने 210 अनुसंधान म रहथसा रिया, जो नासा के आगामी चं ि रमिन औि मंगि पि मानव को भेजने की तैयारिय म मददगाि हगे। मुझे पवतािोहण, नाव चिाने के साथ फोटोाफी किने औि घूमने का िौक है, जो म अतसि पूिे किती ं। -तरि म एक रमशन पि सबसे लंबा वत रबताने वाली नासा की मरिला तरि याी के रवरिन सााकाि पि आधारित। निसटीिा हमॉक कोच अपनी कहानी ए. वेिुमनि छोटी पूंजी से भी खड़ी की जा सकती है बड़ी कंपनी सथापिा वरष ः 1948 दनरीक पतकादिता का आठवां िशक मेरी एक ही इचछा है नक भारत एक अचछा उतपादक हो और इस देश मे कोई अनि के निए आंसू बहाता हुआ भूखा ि रहे... सरदार वललभ भाई पटेल नई दिलली शनिवार, 08 फरवरी 2020 amar 8_Newspro-Template 07-02-2020 18:56 Page 1

Upload: others

Post on 08-Oct-2020

9 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

  • रािी रामपािभारतीय मनहिा हॉकी टीमकी कप्ताि रािी रामपाि

    को वक्ड्ष गेम्स एथिीटऑफ द ईयर अवॉड्ष नमिा

    है। यह पुरस्कार पािे वािीवह पहिी भारतीय है्।

    देर से ही सही, पि जंगिों को अब पयातप्त महत्वरमिने िगा है। मंगिवाि की िात अमेरिकी िाष्िपरतडोनाटड िंप ने 10 ििब पौधे िगाने के वैरववकिक्ष्य को अपना समथतन रदया। उटिेिनीय है रकरवगत जनविी में रथवट्जििैंड के दावोस में आयोरजतवटडड इकोनॉरमक फोिम की बैठक में प्ररतरनरधयों ने10 ििब पौधे िगाने का संकटप रिया था। तब कहागया था रक 10 ििब पौधे िगाकि जिवायु परिवततनके संकट को थोड़ा कम रकया जा सकता है। जंगिकाबतन को सोिने के रिहाज से महत्वपूणत होते हैं-वेपृथ्वी को गमत किने वािी काबतन डाई ऑतसाइड का30 फीसदी रहथसा सोिते हैं।

    िेरकन जिवायु परिवततन के इस दौि में जंगिों केअरथतत्व पि भी बड़ा ितिा मंडिा िहा है। जैसे रकभूमध्यसागिीय िेत्र के सूिे औि गमत वाताविण मेंजंगि सूिे से भी धीिे-धीिे ित्म हो सकते हैं। यागमीत बढ़ने पि पेड़ के तने औि िािाएं संरचत काबतनछोड़ सकती हैं, रजससे अचानक ही पूिा जंगिजिकि िाक हो सकता है। ऐसे में, यह प्रासंरगकसवाि िड़ा होता है रक जिवायु परिवततन के बीच

    जंगिों को कैसे बचाया जाए। दिअसि यूिोप मेंजंगिों को बचाने की मुरहम जोि-िोि से छेड़ी जा िहीहै। इस समय यूिोपीय संघ की किीब 40 फीसदीजमीन वृिों से आच्छारदत है। इस कािण यूिोप कोसवातरधक हिीरतमा वािे िेत्रों में से एक माना जाता है।िेरकन िेत्रों में हरियािी अरधक होने से दावानि काितिा भी ज्यादा है। रपछिे साि गमीत औि सूिे कीवजह से यूिोप में 1,300 वगतमीि िेत्र दावानि कीचपेट में आ गया। आंकड़ों के मुतारबक, 2019 में

    समूचे यूिोप में पूिे दिक की तुिना में 15 प्ररतितअरधक िेत्र दावानि की चपेट में आए।

    रपछिे साि यूिोप में जंगि की आग उत्ति मेंथवीडन तक फैि गई। जबरक सूिे के साथ-साथकीड़ों के कािण जमतनी में जंगिों का एक बड़ा रहथसातबाह हो गया। रिटेन में रपछिे साि जंगिों में आगिगने के रिकॉडड मामिे सामने आए। थपेन भी इससेअछूता नहीं िहा। इसी को देिते हुए यूिोपीय संघ नेदावानि को 'ितिनाक औि बढ़ता ितिा' बताया है।थपेन के कैटािोरनयन फायि सरवतस में काम किनेवािे माकक कैथटेिेन्यो ने पूवोतत्ति थपेन में दावानि केितिे को सीधे-सीधे महसूस रकया है। माकक की मांके परिवाि के िोग वहां के एक बेहद प्राचीन गांव मेंकई पीरढ़यों से बादाम उपजा िहे थे। िेरकन जंगि कीआग ने सरदयों से चि िही उनकी िेती बबातद किदी। बादाम के बगीचे जिकि िाक हो गए। जहांकभी बकरियां चिती थीं, वहां अब दूि-दूि तक जिीहुई घास रदिाई देती है।

    भरवष्य में आग को फैिने से िोकने के रिएथथानीय िोगों ने घास औि झारड़यों को पूिी तिहसाफ कि रदया है। रकसान िेती में भी बदिाव िािहे हैं, तारक दावानि के सीजन से पहिे अपनीफसि काट सकें। सैंतािीस साि के माकक ने अपनेजीवन में जंगि की ऐसी आग पहिे कभी नहींदेिी। वह कहते हैं रक दावानि का मुकाबिा किनेके बजाय बेहति यह है रक उसका असि कम किनेकी कोरििें की जाएं।

    सूत््

    मरेा जन्म 1959 में कोयम्बटिू से 26 रकिोमीटि दिू एक छोट ेस ेगांव में भरूमहीनरकसान परिवाि में हुआ था। मेिे रपता अपनी गिीबी क ेकािण परिवाि की रजम्मेदािी नहींसभंाि पा िह ेथे। ऐस ेमें मिेी मां ने पारिवारिक रजम्मेदािी का बीड़ा उठाया औि दो भैंसेििीदीं। उन भैंसों क ेदूध से हि हफ्त ेपचास रुपय ेकी आमदनी होती थी, रजससे परिवािचिता था। उसी पचास रुपये की आय पि अगि ेदस वषोों तक परिवाि का गजुि-बसिहुआ। मेिा परिवाि इतना रनधतन था रक मिे ेरिए एक जोड़ी चप्पि भी नहीं ििीद सकताथा। िैि, 19 वषत की उम्र में मैंन ेबीएससी की रडग्री हारसि की, िरेकन कोई अच्छी-सी नौकिी नहीं रमिी। आरििकाि मैंन ेकोयम्बटिू कीएक छोटी-सी दवा कपंनी में 150 रुपये क ेमामिूीवतेन पि नौकिी कि िी। उस समय तरमिनाड ुमेंएक ग्रजेएुट को चौकीदाि स े भी कम तनख्वाहरमिती थी। उसमें स ेपचास रुपये मैं अपन ेिचचे केरिए िि ितेा था औि बाकी घि भजे देता था। चािवषोों तक उस कंपनी में मैंन ेनौकिी की, रफि मझुेिगा रक ऐसे में तो मैं कछु नहीं कि पाऊगंा। मैंन ेउसनौकिी स ेइथतीफा रदया औि भाभा पिमाणु अनसुधंानकेंि (बीएआिसी), मुबंई में नौकिी क ेरिए आवदेनरकया। जब वहां स ेसािात्काि के रिए बिुावा आया,तो उधाि िकेि गया, िेरकन वहां मुझ े880 रुपये महीन ेकी नौकिी रमि गई। वहां आठघटं ेकाम किन ेके बाद बाकी समय िािी िहता था, इसरिए मैं चाि ट्यिून पढ़ान ेिगा,इसस ेमझु े800 रुपये की अरतरितत आमदनी होन ेिगी। उसमें स े12,00 रुपये मैं अपनीमां को भेज दतेा था। मैंन ेउस ेझठू बताया था रक मिेा वतेन दो हजाि रुपय ेह,ै तयोंरकमात्र 800 रुपये की नौकिी क ेरिए वह मुझ ेगांव नहीं छोड़न ेदतेी। उसके बाद मेिीिादी समुरत स ेहुई, जो थटटे बैंक ऑफ इरंडया में काम किती थी। िादी किन ेक ेबादमैंन ेनौकिी कित ेहुए थाइिॉइड बायोकरैमथिी में पीएचडी की औि वैज्ञारनक का दजातहारसि रकया। बाद में मैं बीएआिसी क े टाटा ममेोरियि हॉरथपटि रथथत िेरडएिनमेरडरसन सेंटि में काम किन ेिगा। पिंह वषोों तक िगाताि सिकािी नौकिी किन ेकेबाद मेिे मन में एक बेचैनी-सी होन ेिगी। मैंन ेदिेा रक रजन्हें मैंन ेथाइिॉइड का पिीिणकिना रसिाया, व ेकाफी पसै ेकमा िह ेहैं औि मैं सिकािी वतेन पि संतोष कि िहा हू।ंआरििकाि एक रदन मैंन ेइथतीफा दे रदया औि दो िाि रुपये की पंूजी से थाइिोकेयिनामक कपंनी की थथापना की। अभी हमािी कपंनी का वारषतक टनतओवि 350 किोड़रुपय ेहै, रजस ेअगि ेदो वषोों में 600 किोड़ रुपय ेकिन ेका िक्ष्य ह।ै

    स नए दिक की िुरुआत किते ही हम रििा काअरधकाि कानून (आिटीई) की दसवीं वषतगांठ मनािहे हैं, जो अप्रैि, 2010 में िागू हुआ था। भिे ही इसकानून को िासन औि सीिने के परिणामों पि सीरमतििने के चिते इसकी आिोचना की जाती है, िेरकन

    रपछिे दस वषोों में थकूिी रििा तक पहंुच बढ़ाने की इसकी उपिरधध सेइन्काि नहीं रकया जा सकता है। आिटीई ने इस िेत्र में कई रहतधािकों केरिए एक आदित के रूप में भी काम रकया है।

    िेरकन अच्छी तिह से िागू होने के बावजूद भाित में सीिने कापरिणाम बहुत कम है। रििा की गुणवत्ता संबंधी रचंताओं को िायद ही

    कभी िाजनीरतक प्राथरमकताओं केरूप में देिा जाता है। कम गुणवत्तावािी रििा प्रणािी के चिते थवाथथ्यदेिभाि या कृरष की िमता काअभाव है। िेरकन इन रचंताओं कीअब अनदेिी नहीं की जा सकती,िासकि मानव पूंजी के संकट केप्रकाि में, जो बेिोजगािी के आंकड़ोंमें परििरित होता है। अब तक ऐसेसंकटों में सहायता के रिए थकूिीरििा में गहन सुधाि के बजायकौिि रवकास मंत्रािय ही बनायागया है। आगे बढ़ते हुए भाित को इसअसंतुिन से िुद को बाहिरनकािना होगा औि रििा को एकहयापक मानव पंूजी ढांचे के तहतदेिना होगा। आगामी दिक मेंभाितीय रििा िेत्र को पैमाने औितत्व, दोनों पि ध्यान देना होगा। एकतिफ सीिने की समथया कासमाधान किना होगा, तो दूसिी तिफरििा हयवथथा के सबसे महत्वपूणत

    उद्देवयों को रफि से रनधातरित किना होगा। अतीत में, यहां तक रक सबसेपरिष्कृत रििा नीरतयां औि पाठ्यिम ढांचे कमजोि प्रिासन के कािणअपने वादे पि ििा नहीं उति पाए। रििा िेत्र में िासन के थतंभों कोमजबूत किना रनथसंदेह महत्वपूणत है। रपछिे कुछ वषोों में हरियाणा,िाजथथान औि रहमाचि प्रदेि समेत कई िाज्यों ने रििा का संचािन किनेके तिीके में बड़े बदिाव िाने का बीड़ा उठाया है। इनमें से कई िाज्यों में

    िुरू में थकूिों का एकीकिण रकया गया। थकूिों की संख्या में सुधाि के साथ बुरनयादी ढांचे में सुधाि, रििकों,

    अग्रणी कमतचारियों की पयातप्त संख्या औि इन कमतचारियों की िमता मेंरवकास रनदचेरित हथतिेप के रिए जरूिी है। इन सबके साथ सुधािात्मककदम पि मजबूती से ध्यान देने की जरूित है, तारक छात्रों को ग्रेड थतिकी योग्यता हारसि किने में सिम बनाया जा सके।

    िाजथथान में, जहां इंटिनेिनि इनोवेिन काप्सत ने बोथटन कंसरटटंगग्रुप, कैवटय एजुकेिन फाउंडेिन औि माइकि औि सुसान डेिफाउंडेिन के साथ-साथ िाज्य रििा रवभाग के साथ काम रकया, िाज्यसिकाि ने अपने आदित कायतिम के तहत गुणवत्तापूणत बुरनयादी ढांचों औिहेडमाथटिों व रििकों की रनयुरतत को प्राथरमकता में ििते हुए किीब10,000 मॉडि सेकेंडिी थकूि (हि ग्राम पंचायत में एक) रवकरसतकिने पि ध्यान केंरित रकया। इन थकूिों के हेडमाथटिों को बाद में पंचायतरििा अरधकािी के रूप में नारमत रकया गया औि अपने ग्राम पंचायत केअन्य थकूिों, िासकि एक मॉडि प्रािंरभक थकूि, को रसिाने के रिएप्ररिरित रकया गया। ऐसे प्रयासों से चाि वषत में रििकों की रिरततयां 50फीसदी से घटकि 19 फीसदी पि आ गई औि अग्रणी प्रिासन का एककैडि बना, जो रनयरमत रूप से थकूिों की रनगिानी किता है। नेिनिएचीवमेंट सवचे औि बोडड के नतीजों, दोनों में माध्यरमक थकूिों के परिणाम

    में सुधाि के संकेत हैं। अन्य िाज्यों में भी इसी तिह के सकािात्मक परिणाम देिने को रमिे हैं।

    जैसे, हरियाणा में ग्रे मैटसत इंरडया के एक मूटयांकन का अनुमान है रक119 प्रिंडों में से 94 में छात्र अब ग्रेड थति पि योग्य हैं। इसका श्रेयमुख्यमंत्री कायातिय से चिाए गए सिम हरियाणा कायतिम को जाता है,रजसमें कई हथतिेपों के साथ सुधािात्मक रििा पि रविेष ध्यान रदया गया।

    ऐसी सफिताओं के आधाि पि नीरत आयोग औि तीन िाज्य-ओरडिा, मध्य प्रदेि एवं झाििंड साथ-ई कायतिम के माध्यम से ऐसेप्रयासों को बढ़ाने की प्ररिया में हैं। इसके अरतरितत नीरत आयोग केनवीन थकूिी रििा गुणवत्ता सूचकांक के 30 में से 14 संकेत िासनप्ररिया से संबंरधत हैं, रजनमें रििकों की उपिधधता, प्ररििण,जवबदेही औि पािदरितता िारमि हैं।

    रििा प्रणािी को बेहति ढंग से प्रबंरधत किने के रिए िाज्य की िमताके रनमातण पि ध्यान केंरित किना एक महत्वपूणत बदिाव है, औि इनउदाहिणों से पता चिता है रक रििा देने की िाज्यों की िमता कैसे बेहतिहो सकती है। िेरकन उनकी सफिताओं के बावजूद इन्हें िुरुआती रबंदुओंके रूप मे देिना चारहए। सबसे पहिे ये प्रयास सावतजरनक थकूि प्रणािीपि केंरित हैं। ज्यादा साथतक बदिाव के रिए सिकाि को एक रनयामकऔि रििा में सुरवधा प्रदाता के रूप में रदिना अरनवायत है।

    भाित की रििा प्रणािी मानकीकृत औि महत्वाकांिी पाठ्यिम पिकेंरित है, छात्रों को सीिने के थति औि उच्च-दांव वािी बोडड पिीिाओंके बजाय उम्र के आधाि पि वगीतकृत रकया गया है। रजसका परिणाम है,जैसा रक अथतिाथत्री कारततक मुििीधिन रििते हैं, यह छंटाई प्रणािी बनगई है, न रक मानव पंूजी प्रणािी। रििा प्रणािी के हयापक उद्देवयों कोपुनपतरिभारषत किने की िारति सरिय प्रिासरनक तंत्र का िाभ उठाने केरिए एक नई नीरत का प्रयोग किना होगा। इसके रिए मूटयांकन तंत्र केबुरनयादी पुनितचना की जरूित होगी, उच्च दबाव वािी पिीिाओं से ध्यानहटाने के रिए सामूरहक हयवहाि परिवततन औि रहतधािकों (अरभभावकों,छात्रों, रििकों, अग्रणी प्रिासकों एवं गैि सिकािी संगठनों) के बीच नईभागीदािी की जरूित होगी, तारक इन हयापक उद्देवयों की रदिा में उनकेप्रयासों में तािमेि रबठाया जा सके।

    परिणाम पि फोकस रनथसंदेह महत्वपूणत है, िेरकन इसे हयापक मानवपंूजी की िणनीरत से समरथतत होना चारहए। कुछ वषोों में छात्रों की एकपीढ़ी, जो िायद अन्यथा रििा हारसि नहीं कि पाती, आिटीई के कािणथकूिी रििा का एक चिण पूिा कि िेगी। िेरकन अगिे एक दिक मेंरििा नीरत की प्रमुि प्राथरमकता यह सुरनरवचत किना है रक थकूिी रििाछात्र जीवन का अंत नहीं, बरटक अवसिों की एक सीढ़ी है।

    -लेखक िाववडड केनेडी स्कूल से संबद्ध िैं।

    सस््ा कज्ज औि ज्यािा नकिी

    रेपो रेट मे् कटौती ि करते हुए भी नरजव्ष बै्क िे ऑटो, हाउनसंग और एमएसएमई क््ेत््ो् को सस््ा कज्ष देिे के साथ मौजूदा ब्याज दर पर एक िाख करोड् की िकदी बै्को् को उपिब्ि करािे की जो घोरिा की है, उसका अथ्षव्यवस्था पर अिुकूि असर पड्िे की उम्मीद है।

    अवसरो् की सीढ्ी

    यूिोप की िुसीबत बनते जंगल

    नशक््ा का अनिकार कािूि िागू हुए 10 वर्ष हो चुके ह्ै। इि वर््ो् मे् स्कूिी नशक््ा तक पहुंच काफी बढ्ी है। िेनकि भारत मे् सीखिे का पनरिामबहुत कम है। अगिे दशक म्े यह सुनिन््ित करिा चानहए नक स्कूिी नशक््ा छात्् जीवि का अंत िही्, बल्कक अवसरो् की एक सीढ्ी है।

    स साि की पहिी औि मौजूदा रवत्त वषत कीआरििी आरथतक समीिा में रिजवत बैंक कीमौरिक नीरत सरमरत ने एकमत से िेपो दि को5.15 फीसदी पि रथथि ििा है, तो इसे समझासकता है, पि केंिीय बैंक की सिाहना किनी

    पड़ेगी रक इसके बावजूद उसने कजत सथता किने के साथ बाजाि मेंधन का प्रवाह बढ़ाने के रिए कदम उठाए हैं। मसिन, उसनेआगामी 31 जुिाई तक नए रिटेि कजत को सीआिआि (नकदआिरित अनुपात) से मुतत कि रदया है। इससे ऑटो, हाउरसंगऔि एमएसएमई िेत्रों को िेपो दि में कटौती न रकए जाने केबावजूद सथता कजत तो रमिेगा ही, जुिाई तक कुि जमा का चािफीसदी केंिीय बैंक के पास ििने की ितत में छूट रमिने से बैंकइन िेत्रों को ज्यादा कजत भी दे सकेंगे। ऐसे ही रिजवत बैंक नेआगामी 15 फिविी से बैंकों को िांग टमत िेपो के तहत एक से तीन

    साि तक एक िाि किोड़ रुपये की िारि देने की घोषणा की है।इसके तहत कजतदाता मौजूदा िेपो िेट पि ही दीघातवरध के कजत िेसकेंगे। औि तीसिे कदम के तौि पि केंिीय बैंक ने हाउरसंग िेत्र मेंअटकी हुई परियोजनाएं पूिी किने के रिए कमरितयि रियि एथटेटके परियोजना कजत चुकाने की अवरध एक साि बढ़ा दी है।मुिाथफीरत की अरधक दि को देिते हुए ही िेपो दि में बदिाव नहींरकया गया, कच्चे तेि की कीमत में उताि-चढ़ाव तथा दूध व दािोंमें तेजी के कािण जनविी-माचत रतमाही में िुदिा महंगाई काअनुमान बढ़ाकि 6.5 फीसदी कि रदया गया है। इसके बावजूदकेंिीय बैंक का िचीिा रुि उम्मीद जगाता है। उसका मानना हैरक वैरववक अथतहयवथथा के रुि में सुधाि आने के कािण जहांरनयातत बढ़ने की उम्मीद है, वहीं िबी फसिों के बाजाि में आने सेग्रामीण मांग बढ़ने के अिावा महंगाई में भी कमी आएगी। वैसीरथथरत में कजत सथता किने की संभावना से रिजवत बैंक ने इन्काि

    नहीं रकया है। इसके बावजूद आरथतक मोचचे पि बहुत आववथत नहींहुआ जा सकता, तो इसकी एक वजह बढ़ती महंगाई के अिावाआरथतक अनुिासन के मोचचे पि सिकाि का ढीिा प्रदितन भी है :वषत 2020-21 में उसे बढ़े हुए िाजकोषीय घाटे का दबाव झेिनापड़ेगा। इसके अिावा केंिीय बैंक के दूिदिीत उपायों से कजत कीमांग बढ़ती है या नहीं, यह देिना होगा। आरिि रपछिे साि िेपोिेट में िगाताि पांच कटौरतयां बेअसि ही िही थीं।

    न्यूयॉक्क टाइम्स के लिए सोदिनी सेनगुप्त

    िोहन संधु

    फैक्ट फाइल

    यरूोप का करीब 40 फीसदी क््ते् ्जगंिो् स ेआचछ्ानदत ह,ै परजिवायु पनरवत्षि क ेकारि आग की घटिाएं बढत्ी जा रही ह्ै।

    नवदशेी मदु्ा् भडंार

    426.42 अरब डॉिर पर पहुचं गया ह ैदशे म्ेनवदशेी मदु्ा् भंडार, जो अब तक केउच्त्म स््र पर ह,ै नरजव्ष ब्ैक कीजािकारी के मतुानबक।

    चे्ज (CHANGE)आयरिै्ड मे् हो रहे आम

    चुिाव के प््चार केदौराि यह शब्द इि

    नदिो् काफी सुन्खषयो् मे्है। इसका अथ्ष होता है-

    बदिाव।

    बैगा जिजानत

    हाल िी में आई एक मीहिया हिपोटट के मुताहबक,बाइक एंबुलेंस से स्वास्थ्य सुहवधा हमलने की वजि सेछत्तीसगढ़ की बैगा जनजाहत की हििु मृत्युदि घट

    गई िै। बैगा झािखंि, उत्ति प्रदेि, ओहििा, छत्तीसगढ़तथा मध्य प्रदेि औि मिािाष्ट्र में पाई जाने वालीआहदम द्रहवड़ जनजाहत िै। ये छोटी अनुसूहितजनजाहतयां िैं, हजनकी अब भी वन संसाधनों ववनोपज पि हनभभिता बनी हुई िै। हिहटिकालीन

    दस्तावेजों के मुताहबक, 1860 के आसपास बैगा कोसबसे पिले जंगलों में अलग जनजाहत के रूप में

    देखा गया, जिां इन्िें जंगली के रूप में वहणभत हकयागया। मध्य प्रदेि के मंिला औि बालाघाट हजले केक्षेत्रों में हबंझवाि उप-जाहत को बैगा जनजाहत का

    सभ्य उप-मंिल माना जाता िै। बैगा जनजाहत छोटानागपुि के भुइया जनजाहत का एक वंि िै। ये सभीआहदवासी समूि इंिो-आयभन आहदवासी भाषाएं बोलतेिैं। बैगा जनजाहत के कुल सात उप-मंिल या उप-जाहतयां िैं, हबंझवाि, भिोहटया, िायहभना, कथभाइना,निोहटया या नािि, कोंिवान या कुंिी औि गोंिवाना।इन आहदवासी समाजों में बहुहववाि की भी अनुमहतिै। ठाकुि देव बैगा जनजाहत के स्थानीय देवता िैं।इसके अलावा, कई हिंदू देवताओं की भी बैगा लोगोंद्वािा पूजा की जाती िै। गोदना बैगा जनजाहतयों कीमुख्य हविेषता िै। बैगा जनजाहतयों के बीि गोदनासहदभयों के मौसम के आगमन के साथ िुरू िोता िैऔि गमीभ के मौसम तक जािी ििता िै। कमाभ औिसिहुल झािखंि की बैगा जनजाहत द्वािा मनाए जाने

    वाले दो मुख्य त्योिाि िैं।

    इस हफ्ते के शब्ि

    1860 क ेआसपास बगैा लोगों को जगंलों में दखेागया, और इन्हें जगंली क ेरूप में वकणित ककया गया।

    बगैा महिलाएं

    कठिन मेहनत, लगन और अपने हुनर के बल पर ठकसी भी उम्र में की जा सकती है नई शुरुआत और पाई जा सकती है सफलता।

    जीवन में हमेशा यादगाररहेंगे स्पेस के 328 ददन

    मैं बहुत खुश हंू रक िम नासा के रिकॉडड तोड़ ििे िैं। इसका मतलब िैरक िम आगे बढ़ ििे िैं। मुझे लगता िै, यि प्रगरत का संकेत िै। लंबेसमय तक अंतरिक्ष में ििने का अवसि रमलना वास्तव में मेिे रलए

    सम्मान की बात िै। पैगी रहिटसन मेिी आदशण िैं।

    मरेा जन्म अमेरिका क ेरमरिगन प्रांत में हुआ, वततमान में मैं अपन ेपरत क ेसाथ टेतसासमें िहती हू।ं बचपन स ेही मेिा सपना अंतरिि यात्री बनन ेका था। िरुुआती पढ़ाई केबाद मैंन ेडिहम रथथत नॉथत किैोरिना थकिू ऑफ साइसं एेंड मथैमेरेटतस से थनातकरकया, औि उसके बाद नॉथत किैोरिना थटटे यूरनवरसतटी में दारििा रिया, जहां स ेमैंनेइिरेतिकि इंजीरनयरिंग औि भौरतकी में बैचिि ऑफ साइसं की रडग्री हारसि की,औि इिरेतिकि इंजीरनयरिंग में पिाथनातक रकया।

    नासा स ेजड़ुाववषत 2001 में मैंने जीएसएफसी (गॉडडड थपेस फ्िाइट सेंटि) में नासा अकादमी

    के एक कोसत में थनातक रकया। इसके बाद 2002 से 2004 तक जीएसएफसी मेंही उच्च ऊजात िगोि भौरतकी के रिए प्रयोगिािा में इिेरतिकि इंजीरनयि के रूपमें काम रकया। उस दौिान मैंने नासा के अरभयानों में कई वैज्ञारनक उपकिण रवकरसतरकए, रजन्होंने िगोि भौरतकी औि िह्मांड रवज्ञान का अध्ययन रकया। इसी दौिानभरवष्य में होने वािे नासा के अरभयानों के रिए जरूिी प्ररििण कायतिम को मैंनेजुिाई 2015 में पूिा कि रिया। इस प्ररििण में हमें अंतरिि सदथय के रिए जरूिीवैज्ञारनक औि तकनीकी िीरफंग, इंटिनेिनि थपेस थटेिन रसथटम, थपेसवॉक,िोबोरटतस, रफरजयोिॉरजकि िेरनंग के साथ रबना हवा व पानी के भी जीरवत िहनेका प्ररििण रदया गया।

    ध्रवुीय दशेों का अनभुव चुनौतीपणूणअमरेिका से प्रायोरजत अंटाककरटक कायतिम में रिसचत एसोरसएट क ेरूप में काम

    कित ेहुए मैंन े2004 से 2007 तक, तीन-साढ़ ेतीन साि आककरटक औि अंटाककरटकिते्रों की यात्रा में रबताए। अमुडंसने-थकॉट साउथ पोि थटिेन पि सरदतयों के मौसम मेंकिीब -111 रडग्री तापमान में काम पूिा रकया। सिूज को देिे रबना महीनों, एक हीचािक दि के साथ, रबना ताजा भोजन क ेिहकि िबंा वतत रबताना चनुौतीपणूत िहा।

    अंतरिक्ष पि मरिलाओं की चिलकदमीजून 2013 में, मुझ ेनासा क े21 सदथयीय दि में चनुा गया। 14 माचत 2019 को

    मैंने बतौि फ्िाइट इजंीरनयि नासा क ेइंटिनिेनि थपसे थटिेन (आईएसएस) क ेरिएउड़ान भिी। मिे ेसाथ चािक दि में अितेसी ओवरचरनन औि रनक हगे भी िारमिथ।े अंतत: 18 अततबूि 2019 को मैंन ेअपनी सहयात्री जरेसका मीि क ेसाथ अंतरििपि चिहकदमी की। हमें इस अरभयान क ेदौिान आइएसएस क ेििाब पड़ ेपॉविकिंोिि ‘बिैी चाजत-रडथचाजत यूरनट’ को बदिना था। हमन ेरबना रकसी पुरुष सहयात्रीक ेसहयोग क ेयह काम रकया।

    कभी इस बािे में निीं सोचाजब मैंन ेआईएसएस क ेरिए उड़ान भिी, तो सोचा नहीं था रक मैं एक रिकाडड तोड़ने

    में सिम बनूगंी। मैंन ेएक ही फ्िाइट में इतन ेरदन गजुाि।े इसस ेपहि ेपगैी रहहटसन ने289 रदन अंतरिि में गजुािे थ।े मैंन ेअंतरिि में धिती क े5,248 चतकि िगात ेहुए13.9 किोड़ रकिोमीटि की यात्रा की। अपन ेरमिन क ेदौिान मैंने 210 अनसुधंानों मेंरहथसा रिया, जो नासा क ेआगामी चिं रमिन औि मगंि पि मानव को भेजन ेकीतयैारियों में मददगाि होंग।े मुझ ेपवततािोहण, नाव चिान ेक ेसाथ फोटोग्राफी किने औिघमून ेका िौक ह,ै जो मैं अतसि पूिे किती हू।ं

    -अंतरिक्ष में एक रमशन पि सबस ेलबंा वक्त रबतान ेवाली नासा की मरिला अंतरिक्ष यात्री के रवरिन्न साक्षात्कािों पि आधारित।

    न््िस्टीिा हमॉक कोच

    अपनी कहानी

    ए. वेिुमनि

    छोटी पूंजी से भी खड़ी कीजा सकती है बड़ी कंपनी

    स्थापिा वर्ष ः 1948दनर््ीक पत््कादिता का आठवां िशक मेरी एक ही इच्छा है नक भारत एक अच्छा उत्पादक हो और इस

    देश मे् कोई अन्ि के निए आंसू बहाता हुआ भूखा ि रहे...सरदार वल्लभ भाई पटेल

    नई दिल्ली शनिवार, 08 फरवरी 2020

    amar 8_Newspro-Template 07-02-2020 18:56 Page 1