हृu^ंf] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों...

44
1 थम संकरण वषष 2017-18 दय गम राजभाषा पिका हाइोकाबषन महानदेशालय पेोलयम और ाकृ िक गैस मं िालय िल उोग वकास बोडष भवन, लाट सं० 2, सैटर 73, नोएडा 201301 दूरभाष : 0120-2472000, 2472161. फै स : 0120-2472049 वेबसाइट : www.dghindia.gov.in

Upload: others

Post on 21-Jan-2020

11 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

Page 1: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

1

परथम ससकरण वषष 2017-18

हदयगम

राजभाषा पतरिका

हाइडरोकाबषन महातरनदशालय

पटरोतरलयम और पराकतरिक गस मिालय

िल उदयोग तरवकास बोडष भवन पलाट स० 2 सकटर ndash 73 नोएडा ndash 201301

दरभाष 0120-2472000 2472161

फकस 0120-2472049

वबसाइट wwwdghindiagovin

2

हाआडरोकाबबन महाननदशालय नोएडा

परथम ससकरण वषब 2017-2018

सरकषक शरी ऄतन चकरवती महाननदशक डीजीएच

ईप-सरकषक शरी महदर परताप ईप महाननदशक

मागब दशबक शरी नशलानदतय भटटाचाजी शरी राजीव कमार नसनहा शरी ऄननल कमार ऄगरवाल तथा शरी

सजीव नदा

सपादन एव समनवयन शरीमती आरानी भराली तथा शरीमती ऄननता वनशषट

सपादक मडल शरी ऄननल नमशरा मखय सपादक शरी रामबाब नसह शरीमती ऊचा चौहान तथा शरी हरीश

कमार अनद

सदसयगण शरी ईजजवल कमार शरी ऄवनीश कमार शरी टीऄनिनी कमार शरी अनद कमार शरी

पराजल पाणडय शरी सौरभ कमार शरी कनपल खड़ा तथा शरी ऄजय कमबोज

-------------------------------------------------------------------------------------------------------------

sbquoपनिका म परकानशत रचनाओ म वयकत नकए गए नवचार लखको क ननजी नवचार ह | रचना की मौनलकता ईनका सकलन तथा ऄनय

नकसी नववाद क नलए लखक सवय ईततरदायी होग |‛

-------------------------------------------------------------------------------------------------------------

3

सरकषक का सदश

हाआडरोकाबबन महाननदशालय नोएडा की वानषबक पनिका lsquoहदयगमrsquo क परथम ऄक क परकाशन पर मझ ऄतयत हषब हो रहा ह | पनिका lsquoहदयगमrsquo का

परकाशन राजभाषा नहदी क ईतरोततर नवकास की नदशा म एक सराहनीय कदम ह | सघ सरकार की राजभाषा नीनत क कायाबनवयन एव परचार-परसार म

नहदी पनिकाओ की महतवपणब भनमका रही ह | आसस कायाबलयो क कानमबको को ऄपन नमी कायबकलापो स आतर ऄपनी सानहनतयक परनतभा को परदनशबत

करन का एक सगम मच भी परापत होता ह |

मझ पणब नविास ह नक हाआडरोकाबबन महाननदशालय की पनिका lsquoहदयगमrsquo क परकाशन स ऄनधकाररयो म राजभाषा नहदी क परनत रझान बढ़गा और

ऄनधकानधक परयोग क नलए परोतसाहन नमलगा |

आस पनिका क परकाशन म नजन ऄनधकाररयोकमबचाररयो की रचनाए परकानशत हइ ह ईनह म बधाइ दता ह | पनिका क परकाशन म परतयकष-ऄपरतयकष रप स

सहयोग परदान करन क नलए सभी ऄनधकारीकमबचारी भी बधाइ क पाि ह |

शभकामनाओ सनहत |

(ऄतन चकरवती)

महाननदशक हाआडरोकाबबन महाननदशालय

4

उप सरकषक का सदश

हाआडरोकाबबन महाननदशालय ऄपनी वानषबक गह पनिका lsquoहदयगमrsquo क परकाशन का शभारभ करन जा रहा ह | यह ऄतयनधक परसननता का नवषय ह | गह

मिालय राजभाषा नवभाग दवारा क दर सरकार क कायाबलयो को राजभाषा नहदी क परचार-परसार एव शासकीय कायो म नहदी क ऄनधकानधक परयोग क नलए

सौपी गइ निममदारी को दखत हए नहदी पनिका क परकाशन की शरअत एक परशसनीय कदम ह | म सभी ऄनधकाररयो एव कमबचाररयो स ऄनरोध करता

ह नक व कायाबलय म राजभाषा नवभाग गह मिालय की ऄपकषानसार शासकीय कायो म ऄनधक स ऄनधक नहदी का परयोग कर | नवशषत ईचचानधकारी

राजभाषा कायबकरम क ननधाबररत लकषयो को परापत करन म वयनकतगत रनच ल और सवय नहदी म कायब करक ऄनकरणीय ईदाहरण परसतत कर |

बहत सवाभानवक ह नक परथम ऄक म ऄनक खानमया हो सकती ह | सभी नहदी परनमयो स ऄनरोध ह नक आस पनिका को बहतर बनान म ऄपन सझाव नहदी

नवभाग को परनषत कर और ऄपनी रचनाओ एव परनवनषटयो क योगदान दवारा परकानशत होन वाली सामगरी को और ऄनधक नदलचसप व ईपयोगी बनान म

सहायता कर | हाआडरोकाबबन महाननदशालय की परथम वानषबक नहदी पनिका क परकाशन म सनममनलत सभी कानमबको को बधाइ |

शभकामनाओ सनहत |

(महदर परताप)

ईप महाननदशक

5

आभार

राजभाषा नहदी की ईततरोतर नवकास की तरफ बढ़त परयासो म स एक परयास lsquoहदयगमrsquo हाआडरोकाबबन महाननदशालय की परथम वानषबक नहदी पनिका क

रप म अपक सामन परसतत ह |

भारत सरकार क परतयक सरकारी ससथान म राजभाषा नहदी का कायाबनवयन परगामी रप स सनननित करन क नलए कइ परयास नकए जा रह ह | नीनत क

ऄनसार सरकारी ससथान चाह वजञाननक हो ऄथवा गर-वजञाननक राजभाषा कायाबनवयन की निममदारी परतयक को समान रप स दी गइ ह |

आसी भनमका का ननवबहन करत हए माननीय महाननदशक हाआडरोकाबबन महाननदशालय क सयोगय नदशा ननदशन एव ईप महाननदशक क परभावी मागबदशबन

म आस पनिका की ऄवधारणा बनाइ गइ और परसतत रप नदया गया | कायाबलय म राजभाषा क परसार एव परचार क नलए नननहत आस परयास क नलए म

ऄतयत अभार वयकत करता ह |

मझ खशी ह नक कायाबलय म राजभाषा नहदी क परनत रझान म लगातार वनि हो रही ह नजसक पररणामसवरप हाआडरोकाबबन महाननदशालय को राजभाषा

ससथान दवारा अलख परनतयोनगता म नदवतीय परसकार तथा नहदी म नकए जा रह कायब म ईततरोतर वनि तथा भागीदाररता क नलए दो शीलड परदान की गइ |

आसक ऄनतररकत कायाबलय न नगर राजभाषा कायाबनवयन सनमनत नोएडा दवारा कनवता लखन परनतयोनगता म परथम तथा ननबध लखन म ततीय परसकार

परापत नकया | साथ ही साथ कायाबलय म राजभाषा स जड़ कायबकलापो परनतयोनगताओ सवादो म डीजीएच पररवार क सदसयो की भागीदारी बढ़ती जा

रही ह | अप सभी क दवारा नहदी ऄनभाग क परयासो म योगदान क नलए म कोनट-कोनट धनयवाद जञानपत करता ह और कायाबलय आसी परकार भनवषय म

अपक सहयोग की अशा रखता ह |

lsquoहदयगमrsquo म परकानशत सभी रचनाओ क लखको को बधाइ तथा आस पनिका क परकाशन स परतयकष एव ऄपरतयकष रप स जड़ सभी ऄनधकाररयो एव

कमबचाररयो को अभार |

शभकामनाओ सनहत |

राजीव कमार नसनहा

(महाननदशक क मखय तकनीकी ऄनधकारी

एव परभारी राजभाषा ऄनधकारी)

6

अनकरमतरणका

करमाक तरवषय वसि पषठ सखया

1 सघ सरकार की राजभाषा नीनत क महतवपणब नदशा-ननदश

2 कया ह य निदगी

3 मरी अशा

4 चलो तल बचाए

5 हमारा लड़का आजीननयर ह

6 नजदगी

7 मोटाप की मारी म बचारी

8 मा की गोद

9 ईड़ान

10 जीवन चकर-एक सासाररक खल

11 भरषटाचार

12 बरग नजदगी

13 आनसाननयत

14 तम

15 ताकत

16 नहदी नदवस

17 आदर त कयो रठ गया

18 एक और दानमनी

19 सनहर ननशा

20 बनिमता

21 नए साल का तोहफा

22 शबद

23 भगवान ह

24 सरज की कहानी (बाल मख)

25 तनाव कस दर कर

26 उजाब सरकषा एव उजाब क वकनलपक सतरोत

27 सदर सवदी ईपगरह (ररमोट सनसग सटलाआट) दवारा तल और गस ररसाव का पता लगाना

28 वतबमान जीवन म ननतक मलयो का महतव

29 नशकषा म भाषा और ससकनत

30 Deccan Synclise रहसय एव तल व गस क खोज की समभावनाए

31 चटकल

32 नवदवानो क ऄनमोल वचन

7

सघ सरकार की राजभाषा नीतरि क महतवपणष तरदशा-तरनदश

कनदर सरकार क कायाबलयोईपकरमो अनद म राजभाषा नहदी क परभावी कायाबनवयन क सबध म भारत सरकार दवारा समय-समय पर जारी की

गइ सचनाएपररपि अनद क महतवपणब ऄनदश सकषप म ननमन ह -

1 राजभाषा अतरधतरनयम 1963 की धारा 3(3) का अनपालन ndash राजभाषा ऄनधननयम 1963 की धारा 3(3) क ऄतगबत जारी होन वाल सभी

कागजात यथा - सकलप सामानय अदश ननयम ऄनधसचनाए परशासननक एव ऄनय ररपोटब परस नवजञनपतया ससद क नकसी सदन या सदनो क

समकष रखी जान वाली परशासननक तथा ऄनय ररपोटब सरकारी कागज पि सनवदाए करार ऄनजञनपतया ऄनजञा पि टडर नोनटस एव टडर फॉमब-

नदवभाषी (नहदी और ऄगरिी दोनो) होन चानहए |

(i) सामानय अदश म सभी परकार क ऐस अदश ननणबय या ऄनदश जो नवभागीय परयोग क नलए हो और सथायी परकार क हो को शानमल नकया

जाता ह |

(ii) सभी परकार क ऐस अदश ऄनदश पि जञापन नोनटस अनद जो सरकारी कमबचाररयो क नकसी समह ऄथवा नवनभनन समहो क सबध म

जारी नकए गए हो |

(iii) सभी परकार क ऐस पररपि जो नवभागीय परयोग क नलए ऄथवा सरकारी कमबचाररयो क सबध म जारी नकए गए हो |

2 राजभाषा तरनयम 1976 क तरनयम-5 का अनपालन ndash नहदी म परापत पि अनद क ईततर नहदी म ही नदए जाए | पि चाह नकसी भी कषि स ऄथवा

नकसी भी राजय सरकार ऄथवा कनदरीय सरकार ऄथवा वयनकत स परापत हए हो |

3 लखन सामगरी रबड़ की मोहर और फॉमष आतरद का तरिभाषीकरण ndash नवदश नसथत भारतीय कायाबलय सनहत सभी मिालयो नवभागो स सबनधत

लखन सामगरी फॉमब मनऄल परनकरया सानहतय पि शीषब नलफाफ रनजसटरो क नाम रबड़ की मोहर ननमिण पि नवनजनटग काडब पहचान पि

अनद ऄननवायब रप स नहदी और ऄगरिी दोनो भाषाओ म बनाइ जाए | (रबड़ की मोहर क नहदी ऄकषर का अकार ऄगरिी ऄकषर क समान ऄथवा

ईसस बड़ा होना चानहए)

4 साइन बोडष सचना पटट आतरद का तरिभाषी तरिभाषी परयोग ndash भारत सरकार क lsquoकrsquo कषि म नसथत कायाबलयो क साआन बोडब काईटर बोडब सचना

पटट आतयानद को नहदी और ऄगरिी दोनो भाषाओ म परदनशबत करना चानहए | lsquoखrsquo और lsquoगrsquo कषिो म नसथत ऐस सभी बोडब निभानषक रप म ऄथाबत नहदी

ऄगरिी और कषिीय भाषा म परदनशबत नकए जान चानहए और तीनो भाषाओ क ऄकषरो का अकार समान होना चानहए |

5 वाहनो का नाम ndash वाहनो पर कायाबलयो क नाम ऄगरिी और नहदी दोनो भाषाओ म नलखवाए जाए | नहदी म नाम उपर हो और ऄगरिी म नीच |

राजयो का वगीकरण

भारत म नहदी बोलन और नलखन की दनषट स दश क राजयो सघ राजय कषिो को तीन कषिो म वगीकत नकया गया ह -

lsquoकrsquo कषि lsquoखrsquo कषि lsquoगrsquo कषि

नबहार

गजरात

अधरपरदश नसनककम

हररयाणा महाराषर ऄरणाचल परदश निपरा

नहमाचल परदश पजाब ऄसम पनिम बगाल

मधय परदश चडीगढ़ सघ राजय कषि तनमलनाड लकषदवीप

राजसथान दादर एव नगर हवली मनणपर पानडचरी

ईततर परदश दमन दीव नमजोरम तलगाना

ऄडमान ननकोबार दवीप समह गोवा मघालय

नदलली कनाबटक

ईततराखणड जमम-कशमीर

झारखणड करल

छततीसगढ़ नागालड

ओनडशा

8

कया ह य तर दगी

एक खामोशी नजस बोलना ह

एक दीवार नजस पार कर जाना ह

एक सवपन नजस पाना ह

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

एक दोसत मझ समझन क नलए

एक रदय मरी भावना को समझन क नलए

एक बचपन जो मझ नफर स जीना ह

सोचती ह कया ह निदगी |

एक लकषय जहा पहचना ह

एक अशीवाबद जो पाना ह

थक जाउ गर सहारा द मझ एक कनधा

कया य ज़यादा सपन ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

सच को ढढन का साहस

ज़यादा पान का जञान

एक सदर रदय जो ऄपनाए सबको

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

पनम

कायबकारी ऄनभयता (ईतपादन)

9

मरी आशा

ऄगरि तो भारत छोड़ गए पर नहदी स हमारा नाता भी तोड़ गए

ऄगरिी स मख मत मोड़ो पर नहदी को भी साथ म जोड़ो

आस तोड़-मोड़ क चककर म नहदी ही मरती जाती ह

हमारी भाषा हम स ही दर होती जाती ह |

न बर मझ ऄगरिो स न बर मझ ऄगरिी स

पर नफरत होती ह ईनस जो ना अन पर

भी बोलत हमस टटी - फटी ऄगरिी म

नहदी बोलन म ईनह ऄड़चन ह

कया ऄगरिी बोलन म ही बड़पपन ह

य तो बस नइ पीड़ी का लड़कपन ह

ईनक नलए तो य एक फशन ह |

पर नयी पीड़ी का आसम कया कसर

जब हमन ही बना नलया ऄगरिी का दसतर

आनगलश मीनडयम सकल म करात ह एडनमशन

चाह दनी पड़ नकतनी ही डोनशन |

मोदी क साथ अज दश न भी नहदी को ऄपनाया ह

डीजीएच न भी नहदी म कदम बढ़ाया ह

नहदी म काम करन पर परोतसाहन नदलवाया ह

मझ अज आस कावय पाठ परनतयोनगता म खड़ा करवाया ह |

म सोचती ह कया हक ह मझ आन आनामो का

राषरभाषा को नहदी क माधयम स ऄपनान का

तरीका बस यही ह काम करवान का

नही यह मागब नही ह ऄपनी राषरभाषा बचान का |

आक नदन ऐसा अएगा ऄगरिी म काम करन पर

डीजीएच दवारा आनाम नदया जाएगा नहदी म तो काम सवतः ही हो जाएगा

यही ह मरी अशा ऄववल दज पर हो नहदी भाषा

जस नबदी ह सौनदयब हमार वश की वस नहदी ह गौरव हमार दश की |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

10

चलो िल बचाए

चलो भाइ तल बचाना ह

दफतर स घर घर स दफतर

सबको पदल साइनकल चलवाना ह |

तल तो काला सोना ह

असानी स कयो खोना ह

कछ कल क नलए भी रखना ह

ऄब पदल ही हम चलना ह |

चलो भाइ तल बचात ह

दफतर एक कार म अत-जात ह

अज मरी कल ईसकी

सबकी बारी लगात ह

अओ हम तल बचात ह |

दश को अतमननभबर बनात ह

अज भी आसका रोना ह

दोहन आसका होता ह

गर अज भी न चत हम

लगिरी कार-बाआक न छोड़ हम

तो कल कया रह जाएगा

पन साइनकल वाहन ही काम अएगा |

नगरधारी लाल हसा

ईप महापरबधक (भनवजञान)

11

हमारा लड़का इजीतरनयर ह

शरीमान बात बड़ी नकलयर ह

हमारा लड़का आजीननयर ह |

दनखए साहब हमन ईस पढ़ाया नलखाया ह

हिारो रपए लगाकर आजीननयर बनाया ह |

हर साल की डरस फीस नकताबो का कल खचब

लगभग पाच लाख अता ह

नजसका सीधा सबध दहज स जड़ जाता ह |

हम अपकी लड़की को गह लकषमी तो ऄवशय बनाएग

नकनत कया अप पाच लाख द पाएग

ऄब तक मौन बठ लड़की क नपता न मौन तोड़ा

और एक भाव पणब तीर छोड़ा |

बोला शरीमान अपकी बड़ी महरबानी

यह लकषमी तो अनी जानी |

म अपकी सदर भावनाओ का सममान करता ह

ऄतः परसताव पाच की जगह पाच लाख पचास हिार रखता ह

कयोनक एक नदन अपका लड़का सवगबवासी हो जाएगा

कया नकरयाकमब का खचाब पड़ोसी ईठाएगा

नही-नही यह पचास हिार ईस वकत काम अएगा |

नफर एकाएक लड़की क नपता का चहरा हो गया लाल

वह ईठा और ऄपन नौकर को बला नलया ततकाल |

कहा आन महाशय को बाहर का रासता नदखला दो

तानक य दहज-दानव दौड़ता-2 नहदसतान की सीमा स बहत दर चला जाए

तानक नकसी ऄनय घर म घसकर दहज की माग न लगाए

नकसी ऄसहाय मासम ललना की मतय का कारण न बन जाए |

नहा बाजपयी

वररषठ भनवजञानी

12

तर नदगी

कभी गम तो कभी ख़शी ह निनदगी

कभी धप तो कभी छाव ह निनदगी

नवधाता न जो नदया आक ऄदभत ईपहार ह निनदगी

कदरत न जो धरती पर नबखरा वो पयार ह निनदगी

नजसस हर रोि नए-नए सबक नमलत ह

यथाथो का ऄनभव करान वाली ऐसी कड़ी ह निनदगी

नजस कोइ न समझ सक ऐसी पहली ह निनदगी

कभी तनहाआयो म हमारी सहली ह निनदगी

ऄपन-ऄपन कमो क अधार पर नमलती ह य निनदगी

कभी सपनो की भीड़ तो कभी ऄकली ह निनदगी

जो समय क साथ बदलती रह वो ससकनत ह निनदगी

खटटी-मीठी यादो की समनत ह निनदगी

कोइ न जानकर भी जान लता ह सब कछ ऐसी ह निनदगी

तो नकसी क नलए ईलझी हइ पहली ह निनदगी

जो हर पल नदी की तरह बहती रह ऐसी ह निनदगी

जो पल-पल चलती रह ऐसी ह निनदगी

कोइ हर पररनसथनत म रो-रोकर गजारता ह निनदगी

तो नकसी क नलए गम म भी मसकरान का हौसला ह निनदगी

कभी ईगता सरज तो कभी ऄधरी ननशा ह निनदगी

इिर का नदया मा स नमला ऄनमोल ईपहार ह निनदगी

तो तम य ही न नबताओ ऄपनी निनदगी

दसरो स हटकर तम बनाओ ऄपनी निनदगी

दननया क शोर म न खो जाए तमहारी य निनदगी

निनदगी भी तमह दखकर मसकराए ऐसी नबताओ तम निनदगी

दीपाली नबदरा

मानव ससाधन एव परशासन ऄनभाग

13

मोटाप की मारी म बचारी

माथा तो ठनका जब हमारा

बािार म लोगो न बनहन जी

न बला माताजी कह कर पकारा

यह तमाचा तो हम लगा बड़ा करारा |

सोचा नफजल खच नकए बाल रगन म पालबर जान म

नए फशन क कपड़ पहनन म

मन म एक ईदासी सी छा गइ

तन म तो जस अग लग गइ |

बचचो न पनत न बहत समझाया

तमहारा भरम ह कह क फसलाया

परनत ऄत म यह ननषकषब ननकल कर अया

हमार मोटाप को ही कारण बतलाया |

ठान ली हमन पतल होन की नजम जान लग

परनत जब नजम का भी ऄसर निर न अया

तो आशतहार दख कर डाआटीनशयन का नबर नमलाया

डाआटीनशयन न तो मीठ और घी को िहर बताया |

ऄब कही शादी पाटी म जान को जी नही करता था

औरो की पलट दख कर ही पट भरना पड़ता था

घर की तो छोड़ो अफत तो ऑनफस म भी थी

कयोनक यहा हर मीनटग पाटी म नमठाइ और समोसा जो नमलता था |

मन मसोस कर सब कछ सहा

पतल होन की अस म नकसी स कछ नही कहा

परनत जब नजम और डाआटीनशयन का नबल कटा

तो दो - चार नकलो विन वस ही घटा |

ऄब और पस दन की नहममत न थी

मन पर सयम की नदककत हो रही थी

सोचा अध स ज़यादा निनदगी गिार दी जदो जहद म

बानक की न गजारग खान की नकललत म

आसनलए अज आस हासय कनवता परनतयोनगता म मझ आनाम नमल न नमल

परनत नमठाइ और पकोड़ा िरर नमल

जब तक मन जवान ह मह म मीठी िबान ह

नदल म ऄरमान ह तो हम भी तीर कमान ह |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

14

माा की गोद

मा म नफर स तरी गोद म सोना चाहता ह

य दननया मरी समझ म नही अती

तरी थपनकया ही बहत थी

म बनफकर सो जाता था |

तर अचल की छाव म सकन था

बचनी यहा थोक क भाव नमलती

हर कोइ मा की बात करता

पर मा क पयार स सीचा नदल कही न नदखता |

कसा हो गया य समाज

ऄधी दौड़ म जज़बात कौनड़यो क भाव नबकता

मा मझ बला ल ऄपन पास

चहर समझ म न अत मझ

तरी लोररयो क पाि ही सचच थ

हम मासम तरी गोद म ही ऄचछ थ |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

15

उड़ान

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह

नकए कइ ह नशखरारोहण

नफर भी अग उच-उच

नशखर और भी शीश ईठाए

नचर अमिण की मदरा म खड़ ऄभी ह

नही ईमर को नगना वषब स

नगनता कवल गया ईनह जो

सखा बध सब नमल मागब म

याद नजनकी ऄतमबन म |

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह |

कनवता वतस

डीजी सल

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 2: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

2

हाआडरोकाबबन महाननदशालय नोएडा

परथम ससकरण वषब 2017-2018

सरकषक शरी ऄतन चकरवती महाननदशक डीजीएच

ईप-सरकषक शरी महदर परताप ईप महाननदशक

मागब दशबक शरी नशलानदतय भटटाचाजी शरी राजीव कमार नसनहा शरी ऄननल कमार ऄगरवाल तथा शरी

सजीव नदा

सपादन एव समनवयन शरीमती आरानी भराली तथा शरीमती ऄननता वनशषट

सपादक मडल शरी ऄननल नमशरा मखय सपादक शरी रामबाब नसह शरीमती ऊचा चौहान तथा शरी हरीश

कमार अनद

सदसयगण शरी ईजजवल कमार शरी ऄवनीश कमार शरी टीऄनिनी कमार शरी अनद कमार शरी

पराजल पाणडय शरी सौरभ कमार शरी कनपल खड़ा तथा शरी ऄजय कमबोज

-------------------------------------------------------------------------------------------------------------

sbquoपनिका म परकानशत रचनाओ म वयकत नकए गए नवचार लखको क ननजी नवचार ह | रचना की मौनलकता ईनका सकलन तथा ऄनय

नकसी नववाद क नलए लखक सवय ईततरदायी होग |‛

-------------------------------------------------------------------------------------------------------------

3

सरकषक का सदश

हाआडरोकाबबन महाननदशालय नोएडा की वानषबक पनिका lsquoहदयगमrsquo क परथम ऄक क परकाशन पर मझ ऄतयत हषब हो रहा ह | पनिका lsquoहदयगमrsquo का

परकाशन राजभाषा नहदी क ईतरोततर नवकास की नदशा म एक सराहनीय कदम ह | सघ सरकार की राजभाषा नीनत क कायाबनवयन एव परचार-परसार म

नहदी पनिकाओ की महतवपणब भनमका रही ह | आसस कायाबलयो क कानमबको को ऄपन नमी कायबकलापो स आतर ऄपनी सानहनतयक परनतभा को परदनशबत

करन का एक सगम मच भी परापत होता ह |

मझ पणब नविास ह नक हाआडरोकाबबन महाननदशालय की पनिका lsquoहदयगमrsquo क परकाशन स ऄनधकाररयो म राजभाषा नहदी क परनत रझान बढ़गा और

ऄनधकानधक परयोग क नलए परोतसाहन नमलगा |

आस पनिका क परकाशन म नजन ऄनधकाररयोकमबचाररयो की रचनाए परकानशत हइ ह ईनह म बधाइ दता ह | पनिका क परकाशन म परतयकष-ऄपरतयकष रप स

सहयोग परदान करन क नलए सभी ऄनधकारीकमबचारी भी बधाइ क पाि ह |

शभकामनाओ सनहत |

(ऄतन चकरवती)

महाननदशक हाआडरोकाबबन महाननदशालय

4

उप सरकषक का सदश

हाआडरोकाबबन महाननदशालय ऄपनी वानषबक गह पनिका lsquoहदयगमrsquo क परकाशन का शभारभ करन जा रहा ह | यह ऄतयनधक परसननता का नवषय ह | गह

मिालय राजभाषा नवभाग दवारा क दर सरकार क कायाबलयो को राजभाषा नहदी क परचार-परसार एव शासकीय कायो म नहदी क ऄनधकानधक परयोग क नलए

सौपी गइ निममदारी को दखत हए नहदी पनिका क परकाशन की शरअत एक परशसनीय कदम ह | म सभी ऄनधकाररयो एव कमबचाररयो स ऄनरोध करता

ह नक व कायाबलय म राजभाषा नवभाग गह मिालय की ऄपकषानसार शासकीय कायो म ऄनधक स ऄनधक नहदी का परयोग कर | नवशषत ईचचानधकारी

राजभाषा कायबकरम क ननधाबररत लकषयो को परापत करन म वयनकतगत रनच ल और सवय नहदी म कायब करक ऄनकरणीय ईदाहरण परसतत कर |

बहत सवाभानवक ह नक परथम ऄक म ऄनक खानमया हो सकती ह | सभी नहदी परनमयो स ऄनरोध ह नक आस पनिका को बहतर बनान म ऄपन सझाव नहदी

नवभाग को परनषत कर और ऄपनी रचनाओ एव परनवनषटयो क योगदान दवारा परकानशत होन वाली सामगरी को और ऄनधक नदलचसप व ईपयोगी बनान म

सहायता कर | हाआडरोकाबबन महाननदशालय की परथम वानषबक नहदी पनिका क परकाशन म सनममनलत सभी कानमबको को बधाइ |

शभकामनाओ सनहत |

(महदर परताप)

ईप महाननदशक

5

आभार

राजभाषा नहदी की ईततरोतर नवकास की तरफ बढ़त परयासो म स एक परयास lsquoहदयगमrsquo हाआडरोकाबबन महाननदशालय की परथम वानषबक नहदी पनिका क

रप म अपक सामन परसतत ह |

भारत सरकार क परतयक सरकारी ससथान म राजभाषा नहदी का कायाबनवयन परगामी रप स सनननित करन क नलए कइ परयास नकए जा रह ह | नीनत क

ऄनसार सरकारी ससथान चाह वजञाननक हो ऄथवा गर-वजञाननक राजभाषा कायाबनवयन की निममदारी परतयक को समान रप स दी गइ ह |

आसी भनमका का ननवबहन करत हए माननीय महाननदशक हाआडरोकाबबन महाननदशालय क सयोगय नदशा ननदशन एव ईप महाननदशक क परभावी मागबदशबन

म आस पनिका की ऄवधारणा बनाइ गइ और परसतत रप नदया गया | कायाबलय म राजभाषा क परसार एव परचार क नलए नननहत आस परयास क नलए म

ऄतयत अभार वयकत करता ह |

मझ खशी ह नक कायाबलय म राजभाषा नहदी क परनत रझान म लगातार वनि हो रही ह नजसक पररणामसवरप हाआडरोकाबबन महाननदशालय को राजभाषा

ससथान दवारा अलख परनतयोनगता म नदवतीय परसकार तथा नहदी म नकए जा रह कायब म ईततरोतर वनि तथा भागीदाररता क नलए दो शीलड परदान की गइ |

आसक ऄनतररकत कायाबलय न नगर राजभाषा कायाबनवयन सनमनत नोएडा दवारा कनवता लखन परनतयोनगता म परथम तथा ननबध लखन म ततीय परसकार

परापत नकया | साथ ही साथ कायाबलय म राजभाषा स जड़ कायबकलापो परनतयोनगताओ सवादो म डीजीएच पररवार क सदसयो की भागीदारी बढ़ती जा

रही ह | अप सभी क दवारा नहदी ऄनभाग क परयासो म योगदान क नलए म कोनट-कोनट धनयवाद जञानपत करता ह और कायाबलय आसी परकार भनवषय म

अपक सहयोग की अशा रखता ह |

lsquoहदयगमrsquo म परकानशत सभी रचनाओ क लखको को बधाइ तथा आस पनिका क परकाशन स परतयकष एव ऄपरतयकष रप स जड़ सभी ऄनधकाररयो एव

कमबचाररयो को अभार |

शभकामनाओ सनहत |

राजीव कमार नसनहा

(महाननदशक क मखय तकनीकी ऄनधकारी

एव परभारी राजभाषा ऄनधकारी)

6

अनकरमतरणका

करमाक तरवषय वसि पषठ सखया

1 सघ सरकार की राजभाषा नीनत क महतवपणब नदशा-ननदश

2 कया ह य निदगी

3 मरी अशा

4 चलो तल बचाए

5 हमारा लड़का आजीननयर ह

6 नजदगी

7 मोटाप की मारी म बचारी

8 मा की गोद

9 ईड़ान

10 जीवन चकर-एक सासाररक खल

11 भरषटाचार

12 बरग नजदगी

13 आनसाननयत

14 तम

15 ताकत

16 नहदी नदवस

17 आदर त कयो रठ गया

18 एक और दानमनी

19 सनहर ननशा

20 बनिमता

21 नए साल का तोहफा

22 शबद

23 भगवान ह

24 सरज की कहानी (बाल मख)

25 तनाव कस दर कर

26 उजाब सरकषा एव उजाब क वकनलपक सतरोत

27 सदर सवदी ईपगरह (ररमोट सनसग सटलाआट) दवारा तल और गस ररसाव का पता लगाना

28 वतबमान जीवन म ननतक मलयो का महतव

29 नशकषा म भाषा और ससकनत

30 Deccan Synclise रहसय एव तल व गस क खोज की समभावनाए

31 चटकल

32 नवदवानो क ऄनमोल वचन

7

सघ सरकार की राजभाषा नीतरि क महतवपणष तरदशा-तरनदश

कनदर सरकार क कायाबलयोईपकरमो अनद म राजभाषा नहदी क परभावी कायाबनवयन क सबध म भारत सरकार दवारा समय-समय पर जारी की

गइ सचनाएपररपि अनद क महतवपणब ऄनदश सकषप म ननमन ह -

1 राजभाषा अतरधतरनयम 1963 की धारा 3(3) का अनपालन ndash राजभाषा ऄनधननयम 1963 की धारा 3(3) क ऄतगबत जारी होन वाल सभी

कागजात यथा - सकलप सामानय अदश ननयम ऄनधसचनाए परशासननक एव ऄनय ररपोटब परस नवजञनपतया ससद क नकसी सदन या सदनो क

समकष रखी जान वाली परशासननक तथा ऄनय ररपोटब सरकारी कागज पि सनवदाए करार ऄनजञनपतया ऄनजञा पि टडर नोनटस एव टडर फॉमब-

नदवभाषी (नहदी और ऄगरिी दोनो) होन चानहए |

(i) सामानय अदश म सभी परकार क ऐस अदश ननणबय या ऄनदश जो नवभागीय परयोग क नलए हो और सथायी परकार क हो को शानमल नकया

जाता ह |

(ii) सभी परकार क ऐस अदश ऄनदश पि जञापन नोनटस अनद जो सरकारी कमबचाररयो क नकसी समह ऄथवा नवनभनन समहो क सबध म

जारी नकए गए हो |

(iii) सभी परकार क ऐस पररपि जो नवभागीय परयोग क नलए ऄथवा सरकारी कमबचाररयो क सबध म जारी नकए गए हो |

2 राजभाषा तरनयम 1976 क तरनयम-5 का अनपालन ndash नहदी म परापत पि अनद क ईततर नहदी म ही नदए जाए | पि चाह नकसी भी कषि स ऄथवा

नकसी भी राजय सरकार ऄथवा कनदरीय सरकार ऄथवा वयनकत स परापत हए हो |

3 लखन सामगरी रबड़ की मोहर और फॉमष आतरद का तरिभाषीकरण ndash नवदश नसथत भारतीय कायाबलय सनहत सभी मिालयो नवभागो स सबनधत

लखन सामगरी फॉमब मनऄल परनकरया सानहतय पि शीषब नलफाफ रनजसटरो क नाम रबड़ की मोहर ननमिण पि नवनजनटग काडब पहचान पि

अनद ऄननवायब रप स नहदी और ऄगरिी दोनो भाषाओ म बनाइ जाए | (रबड़ की मोहर क नहदी ऄकषर का अकार ऄगरिी ऄकषर क समान ऄथवा

ईसस बड़ा होना चानहए)

4 साइन बोडष सचना पटट आतरद का तरिभाषी तरिभाषी परयोग ndash भारत सरकार क lsquoकrsquo कषि म नसथत कायाबलयो क साआन बोडब काईटर बोडब सचना

पटट आतयानद को नहदी और ऄगरिी दोनो भाषाओ म परदनशबत करना चानहए | lsquoखrsquo और lsquoगrsquo कषिो म नसथत ऐस सभी बोडब निभानषक रप म ऄथाबत नहदी

ऄगरिी और कषिीय भाषा म परदनशबत नकए जान चानहए और तीनो भाषाओ क ऄकषरो का अकार समान होना चानहए |

5 वाहनो का नाम ndash वाहनो पर कायाबलयो क नाम ऄगरिी और नहदी दोनो भाषाओ म नलखवाए जाए | नहदी म नाम उपर हो और ऄगरिी म नीच |

राजयो का वगीकरण

भारत म नहदी बोलन और नलखन की दनषट स दश क राजयो सघ राजय कषिो को तीन कषिो म वगीकत नकया गया ह -

lsquoकrsquo कषि lsquoखrsquo कषि lsquoगrsquo कषि

नबहार

गजरात

अधरपरदश नसनककम

हररयाणा महाराषर ऄरणाचल परदश निपरा

नहमाचल परदश पजाब ऄसम पनिम बगाल

मधय परदश चडीगढ़ सघ राजय कषि तनमलनाड लकषदवीप

राजसथान दादर एव नगर हवली मनणपर पानडचरी

ईततर परदश दमन दीव नमजोरम तलगाना

ऄडमान ननकोबार दवीप समह गोवा मघालय

नदलली कनाबटक

ईततराखणड जमम-कशमीर

झारखणड करल

छततीसगढ़ नागालड

ओनडशा

8

कया ह य तर दगी

एक खामोशी नजस बोलना ह

एक दीवार नजस पार कर जाना ह

एक सवपन नजस पाना ह

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

एक दोसत मझ समझन क नलए

एक रदय मरी भावना को समझन क नलए

एक बचपन जो मझ नफर स जीना ह

सोचती ह कया ह निदगी |

एक लकषय जहा पहचना ह

एक अशीवाबद जो पाना ह

थक जाउ गर सहारा द मझ एक कनधा

कया य ज़यादा सपन ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

सच को ढढन का साहस

ज़यादा पान का जञान

एक सदर रदय जो ऄपनाए सबको

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

पनम

कायबकारी ऄनभयता (ईतपादन)

9

मरी आशा

ऄगरि तो भारत छोड़ गए पर नहदी स हमारा नाता भी तोड़ गए

ऄगरिी स मख मत मोड़ो पर नहदी को भी साथ म जोड़ो

आस तोड़-मोड़ क चककर म नहदी ही मरती जाती ह

हमारी भाषा हम स ही दर होती जाती ह |

न बर मझ ऄगरिो स न बर मझ ऄगरिी स

पर नफरत होती ह ईनस जो ना अन पर

भी बोलत हमस टटी - फटी ऄगरिी म

नहदी बोलन म ईनह ऄड़चन ह

कया ऄगरिी बोलन म ही बड़पपन ह

य तो बस नइ पीड़ी का लड़कपन ह

ईनक नलए तो य एक फशन ह |

पर नयी पीड़ी का आसम कया कसर

जब हमन ही बना नलया ऄगरिी का दसतर

आनगलश मीनडयम सकल म करात ह एडनमशन

चाह दनी पड़ नकतनी ही डोनशन |

मोदी क साथ अज दश न भी नहदी को ऄपनाया ह

डीजीएच न भी नहदी म कदम बढ़ाया ह

नहदी म काम करन पर परोतसाहन नदलवाया ह

मझ अज आस कावय पाठ परनतयोनगता म खड़ा करवाया ह |

म सोचती ह कया हक ह मझ आन आनामो का

राषरभाषा को नहदी क माधयम स ऄपनान का

तरीका बस यही ह काम करवान का

नही यह मागब नही ह ऄपनी राषरभाषा बचान का |

आक नदन ऐसा अएगा ऄगरिी म काम करन पर

डीजीएच दवारा आनाम नदया जाएगा नहदी म तो काम सवतः ही हो जाएगा

यही ह मरी अशा ऄववल दज पर हो नहदी भाषा

जस नबदी ह सौनदयब हमार वश की वस नहदी ह गौरव हमार दश की |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

10

चलो िल बचाए

चलो भाइ तल बचाना ह

दफतर स घर घर स दफतर

सबको पदल साइनकल चलवाना ह |

तल तो काला सोना ह

असानी स कयो खोना ह

कछ कल क नलए भी रखना ह

ऄब पदल ही हम चलना ह |

चलो भाइ तल बचात ह

दफतर एक कार म अत-जात ह

अज मरी कल ईसकी

सबकी बारी लगात ह

अओ हम तल बचात ह |

दश को अतमननभबर बनात ह

अज भी आसका रोना ह

दोहन आसका होता ह

गर अज भी न चत हम

लगिरी कार-बाआक न छोड़ हम

तो कल कया रह जाएगा

पन साइनकल वाहन ही काम अएगा |

नगरधारी लाल हसा

ईप महापरबधक (भनवजञान)

11

हमारा लड़का इजीतरनयर ह

शरीमान बात बड़ी नकलयर ह

हमारा लड़का आजीननयर ह |

दनखए साहब हमन ईस पढ़ाया नलखाया ह

हिारो रपए लगाकर आजीननयर बनाया ह |

हर साल की डरस फीस नकताबो का कल खचब

लगभग पाच लाख अता ह

नजसका सीधा सबध दहज स जड़ जाता ह |

हम अपकी लड़की को गह लकषमी तो ऄवशय बनाएग

नकनत कया अप पाच लाख द पाएग

ऄब तक मौन बठ लड़की क नपता न मौन तोड़ा

और एक भाव पणब तीर छोड़ा |

बोला शरीमान अपकी बड़ी महरबानी

यह लकषमी तो अनी जानी |

म अपकी सदर भावनाओ का सममान करता ह

ऄतः परसताव पाच की जगह पाच लाख पचास हिार रखता ह

कयोनक एक नदन अपका लड़का सवगबवासी हो जाएगा

कया नकरयाकमब का खचाब पड़ोसी ईठाएगा

नही-नही यह पचास हिार ईस वकत काम अएगा |

नफर एकाएक लड़की क नपता का चहरा हो गया लाल

वह ईठा और ऄपन नौकर को बला नलया ततकाल |

कहा आन महाशय को बाहर का रासता नदखला दो

तानक य दहज-दानव दौड़ता-2 नहदसतान की सीमा स बहत दर चला जाए

तानक नकसी ऄनय घर म घसकर दहज की माग न लगाए

नकसी ऄसहाय मासम ललना की मतय का कारण न बन जाए |

नहा बाजपयी

वररषठ भनवजञानी

12

तर नदगी

कभी गम तो कभी ख़शी ह निनदगी

कभी धप तो कभी छाव ह निनदगी

नवधाता न जो नदया आक ऄदभत ईपहार ह निनदगी

कदरत न जो धरती पर नबखरा वो पयार ह निनदगी

नजसस हर रोि नए-नए सबक नमलत ह

यथाथो का ऄनभव करान वाली ऐसी कड़ी ह निनदगी

नजस कोइ न समझ सक ऐसी पहली ह निनदगी

कभी तनहाआयो म हमारी सहली ह निनदगी

ऄपन-ऄपन कमो क अधार पर नमलती ह य निनदगी

कभी सपनो की भीड़ तो कभी ऄकली ह निनदगी

जो समय क साथ बदलती रह वो ससकनत ह निनदगी

खटटी-मीठी यादो की समनत ह निनदगी

कोइ न जानकर भी जान लता ह सब कछ ऐसी ह निनदगी

तो नकसी क नलए ईलझी हइ पहली ह निनदगी

जो हर पल नदी की तरह बहती रह ऐसी ह निनदगी

जो पल-पल चलती रह ऐसी ह निनदगी

कोइ हर पररनसथनत म रो-रोकर गजारता ह निनदगी

तो नकसी क नलए गम म भी मसकरान का हौसला ह निनदगी

कभी ईगता सरज तो कभी ऄधरी ननशा ह निनदगी

इिर का नदया मा स नमला ऄनमोल ईपहार ह निनदगी

तो तम य ही न नबताओ ऄपनी निनदगी

दसरो स हटकर तम बनाओ ऄपनी निनदगी

दननया क शोर म न खो जाए तमहारी य निनदगी

निनदगी भी तमह दखकर मसकराए ऐसी नबताओ तम निनदगी

दीपाली नबदरा

मानव ससाधन एव परशासन ऄनभाग

13

मोटाप की मारी म बचारी

माथा तो ठनका जब हमारा

बािार म लोगो न बनहन जी

न बला माताजी कह कर पकारा

यह तमाचा तो हम लगा बड़ा करारा |

सोचा नफजल खच नकए बाल रगन म पालबर जान म

नए फशन क कपड़ पहनन म

मन म एक ईदासी सी छा गइ

तन म तो जस अग लग गइ |

बचचो न पनत न बहत समझाया

तमहारा भरम ह कह क फसलाया

परनत ऄत म यह ननषकषब ननकल कर अया

हमार मोटाप को ही कारण बतलाया |

ठान ली हमन पतल होन की नजम जान लग

परनत जब नजम का भी ऄसर निर न अया

तो आशतहार दख कर डाआटीनशयन का नबर नमलाया

डाआटीनशयन न तो मीठ और घी को िहर बताया |

ऄब कही शादी पाटी म जान को जी नही करता था

औरो की पलट दख कर ही पट भरना पड़ता था

घर की तो छोड़ो अफत तो ऑनफस म भी थी

कयोनक यहा हर मीनटग पाटी म नमठाइ और समोसा जो नमलता था |

मन मसोस कर सब कछ सहा

पतल होन की अस म नकसी स कछ नही कहा

परनत जब नजम और डाआटीनशयन का नबल कटा

तो दो - चार नकलो विन वस ही घटा |

ऄब और पस दन की नहममत न थी

मन पर सयम की नदककत हो रही थी

सोचा अध स ज़यादा निनदगी गिार दी जदो जहद म

बानक की न गजारग खान की नकललत म

आसनलए अज आस हासय कनवता परनतयोनगता म मझ आनाम नमल न नमल

परनत नमठाइ और पकोड़ा िरर नमल

जब तक मन जवान ह मह म मीठी िबान ह

नदल म ऄरमान ह तो हम भी तीर कमान ह |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

14

माा की गोद

मा म नफर स तरी गोद म सोना चाहता ह

य दननया मरी समझ म नही अती

तरी थपनकया ही बहत थी

म बनफकर सो जाता था |

तर अचल की छाव म सकन था

बचनी यहा थोक क भाव नमलती

हर कोइ मा की बात करता

पर मा क पयार स सीचा नदल कही न नदखता |

कसा हो गया य समाज

ऄधी दौड़ म जज़बात कौनड़यो क भाव नबकता

मा मझ बला ल ऄपन पास

चहर समझ म न अत मझ

तरी लोररयो क पाि ही सचच थ

हम मासम तरी गोद म ही ऄचछ थ |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

15

उड़ान

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह

नकए कइ ह नशखरारोहण

नफर भी अग उच-उच

नशखर और भी शीश ईठाए

नचर अमिण की मदरा म खड़ ऄभी ह

नही ईमर को नगना वषब स

नगनता कवल गया ईनह जो

सखा बध सब नमल मागब म

याद नजनकी ऄतमबन म |

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह |

कनवता वतस

डीजी सल

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 3: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

3

सरकषक का सदश

हाआडरोकाबबन महाननदशालय नोएडा की वानषबक पनिका lsquoहदयगमrsquo क परथम ऄक क परकाशन पर मझ ऄतयत हषब हो रहा ह | पनिका lsquoहदयगमrsquo का

परकाशन राजभाषा नहदी क ईतरोततर नवकास की नदशा म एक सराहनीय कदम ह | सघ सरकार की राजभाषा नीनत क कायाबनवयन एव परचार-परसार म

नहदी पनिकाओ की महतवपणब भनमका रही ह | आसस कायाबलयो क कानमबको को ऄपन नमी कायबकलापो स आतर ऄपनी सानहनतयक परनतभा को परदनशबत

करन का एक सगम मच भी परापत होता ह |

मझ पणब नविास ह नक हाआडरोकाबबन महाननदशालय की पनिका lsquoहदयगमrsquo क परकाशन स ऄनधकाररयो म राजभाषा नहदी क परनत रझान बढ़गा और

ऄनधकानधक परयोग क नलए परोतसाहन नमलगा |

आस पनिका क परकाशन म नजन ऄनधकाररयोकमबचाररयो की रचनाए परकानशत हइ ह ईनह म बधाइ दता ह | पनिका क परकाशन म परतयकष-ऄपरतयकष रप स

सहयोग परदान करन क नलए सभी ऄनधकारीकमबचारी भी बधाइ क पाि ह |

शभकामनाओ सनहत |

(ऄतन चकरवती)

महाननदशक हाआडरोकाबबन महाननदशालय

4

उप सरकषक का सदश

हाआडरोकाबबन महाननदशालय ऄपनी वानषबक गह पनिका lsquoहदयगमrsquo क परकाशन का शभारभ करन जा रहा ह | यह ऄतयनधक परसननता का नवषय ह | गह

मिालय राजभाषा नवभाग दवारा क दर सरकार क कायाबलयो को राजभाषा नहदी क परचार-परसार एव शासकीय कायो म नहदी क ऄनधकानधक परयोग क नलए

सौपी गइ निममदारी को दखत हए नहदी पनिका क परकाशन की शरअत एक परशसनीय कदम ह | म सभी ऄनधकाररयो एव कमबचाररयो स ऄनरोध करता

ह नक व कायाबलय म राजभाषा नवभाग गह मिालय की ऄपकषानसार शासकीय कायो म ऄनधक स ऄनधक नहदी का परयोग कर | नवशषत ईचचानधकारी

राजभाषा कायबकरम क ननधाबररत लकषयो को परापत करन म वयनकतगत रनच ल और सवय नहदी म कायब करक ऄनकरणीय ईदाहरण परसतत कर |

बहत सवाभानवक ह नक परथम ऄक म ऄनक खानमया हो सकती ह | सभी नहदी परनमयो स ऄनरोध ह नक आस पनिका को बहतर बनान म ऄपन सझाव नहदी

नवभाग को परनषत कर और ऄपनी रचनाओ एव परनवनषटयो क योगदान दवारा परकानशत होन वाली सामगरी को और ऄनधक नदलचसप व ईपयोगी बनान म

सहायता कर | हाआडरोकाबबन महाननदशालय की परथम वानषबक नहदी पनिका क परकाशन म सनममनलत सभी कानमबको को बधाइ |

शभकामनाओ सनहत |

(महदर परताप)

ईप महाननदशक

5

आभार

राजभाषा नहदी की ईततरोतर नवकास की तरफ बढ़त परयासो म स एक परयास lsquoहदयगमrsquo हाआडरोकाबबन महाननदशालय की परथम वानषबक नहदी पनिका क

रप म अपक सामन परसतत ह |

भारत सरकार क परतयक सरकारी ससथान म राजभाषा नहदी का कायाबनवयन परगामी रप स सनननित करन क नलए कइ परयास नकए जा रह ह | नीनत क

ऄनसार सरकारी ससथान चाह वजञाननक हो ऄथवा गर-वजञाननक राजभाषा कायाबनवयन की निममदारी परतयक को समान रप स दी गइ ह |

आसी भनमका का ननवबहन करत हए माननीय महाननदशक हाआडरोकाबबन महाननदशालय क सयोगय नदशा ननदशन एव ईप महाननदशक क परभावी मागबदशबन

म आस पनिका की ऄवधारणा बनाइ गइ और परसतत रप नदया गया | कायाबलय म राजभाषा क परसार एव परचार क नलए नननहत आस परयास क नलए म

ऄतयत अभार वयकत करता ह |

मझ खशी ह नक कायाबलय म राजभाषा नहदी क परनत रझान म लगातार वनि हो रही ह नजसक पररणामसवरप हाआडरोकाबबन महाननदशालय को राजभाषा

ससथान दवारा अलख परनतयोनगता म नदवतीय परसकार तथा नहदी म नकए जा रह कायब म ईततरोतर वनि तथा भागीदाररता क नलए दो शीलड परदान की गइ |

आसक ऄनतररकत कायाबलय न नगर राजभाषा कायाबनवयन सनमनत नोएडा दवारा कनवता लखन परनतयोनगता म परथम तथा ननबध लखन म ततीय परसकार

परापत नकया | साथ ही साथ कायाबलय म राजभाषा स जड़ कायबकलापो परनतयोनगताओ सवादो म डीजीएच पररवार क सदसयो की भागीदारी बढ़ती जा

रही ह | अप सभी क दवारा नहदी ऄनभाग क परयासो म योगदान क नलए म कोनट-कोनट धनयवाद जञानपत करता ह और कायाबलय आसी परकार भनवषय म

अपक सहयोग की अशा रखता ह |

lsquoहदयगमrsquo म परकानशत सभी रचनाओ क लखको को बधाइ तथा आस पनिका क परकाशन स परतयकष एव ऄपरतयकष रप स जड़ सभी ऄनधकाररयो एव

कमबचाररयो को अभार |

शभकामनाओ सनहत |

राजीव कमार नसनहा

(महाननदशक क मखय तकनीकी ऄनधकारी

एव परभारी राजभाषा ऄनधकारी)

6

अनकरमतरणका

करमाक तरवषय वसि पषठ सखया

1 सघ सरकार की राजभाषा नीनत क महतवपणब नदशा-ननदश

2 कया ह य निदगी

3 मरी अशा

4 चलो तल बचाए

5 हमारा लड़का आजीननयर ह

6 नजदगी

7 मोटाप की मारी म बचारी

8 मा की गोद

9 ईड़ान

10 जीवन चकर-एक सासाररक खल

11 भरषटाचार

12 बरग नजदगी

13 आनसाननयत

14 तम

15 ताकत

16 नहदी नदवस

17 आदर त कयो रठ गया

18 एक और दानमनी

19 सनहर ननशा

20 बनिमता

21 नए साल का तोहफा

22 शबद

23 भगवान ह

24 सरज की कहानी (बाल मख)

25 तनाव कस दर कर

26 उजाब सरकषा एव उजाब क वकनलपक सतरोत

27 सदर सवदी ईपगरह (ररमोट सनसग सटलाआट) दवारा तल और गस ररसाव का पता लगाना

28 वतबमान जीवन म ननतक मलयो का महतव

29 नशकषा म भाषा और ससकनत

30 Deccan Synclise रहसय एव तल व गस क खोज की समभावनाए

31 चटकल

32 नवदवानो क ऄनमोल वचन

7

सघ सरकार की राजभाषा नीतरि क महतवपणष तरदशा-तरनदश

कनदर सरकार क कायाबलयोईपकरमो अनद म राजभाषा नहदी क परभावी कायाबनवयन क सबध म भारत सरकार दवारा समय-समय पर जारी की

गइ सचनाएपररपि अनद क महतवपणब ऄनदश सकषप म ननमन ह -

1 राजभाषा अतरधतरनयम 1963 की धारा 3(3) का अनपालन ndash राजभाषा ऄनधननयम 1963 की धारा 3(3) क ऄतगबत जारी होन वाल सभी

कागजात यथा - सकलप सामानय अदश ननयम ऄनधसचनाए परशासननक एव ऄनय ररपोटब परस नवजञनपतया ससद क नकसी सदन या सदनो क

समकष रखी जान वाली परशासननक तथा ऄनय ररपोटब सरकारी कागज पि सनवदाए करार ऄनजञनपतया ऄनजञा पि टडर नोनटस एव टडर फॉमब-

नदवभाषी (नहदी और ऄगरिी दोनो) होन चानहए |

(i) सामानय अदश म सभी परकार क ऐस अदश ननणबय या ऄनदश जो नवभागीय परयोग क नलए हो और सथायी परकार क हो को शानमल नकया

जाता ह |

(ii) सभी परकार क ऐस अदश ऄनदश पि जञापन नोनटस अनद जो सरकारी कमबचाररयो क नकसी समह ऄथवा नवनभनन समहो क सबध म

जारी नकए गए हो |

(iii) सभी परकार क ऐस पररपि जो नवभागीय परयोग क नलए ऄथवा सरकारी कमबचाररयो क सबध म जारी नकए गए हो |

2 राजभाषा तरनयम 1976 क तरनयम-5 का अनपालन ndash नहदी म परापत पि अनद क ईततर नहदी म ही नदए जाए | पि चाह नकसी भी कषि स ऄथवा

नकसी भी राजय सरकार ऄथवा कनदरीय सरकार ऄथवा वयनकत स परापत हए हो |

3 लखन सामगरी रबड़ की मोहर और फॉमष आतरद का तरिभाषीकरण ndash नवदश नसथत भारतीय कायाबलय सनहत सभी मिालयो नवभागो स सबनधत

लखन सामगरी फॉमब मनऄल परनकरया सानहतय पि शीषब नलफाफ रनजसटरो क नाम रबड़ की मोहर ननमिण पि नवनजनटग काडब पहचान पि

अनद ऄननवायब रप स नहदी और ऄगरिी दोनो भाषाओ म बनाइ जाए | (रबड़ की मोहर क नहदी ऄकषर का अकार ऄगरिी ऄकषर क समान ऄथवा

ईसस बड़ा होना चानहए)

4 साइन बोडष सचना पटट आतरद का तरिभाषी तरिभाषी परयोग ndash भारत सरकार क lsquoकrsquo कषि म नसथत कायाबलयो क साआन बोडब काईटर बोडब सचना

पटट आतयानद को नहदी और ऄगरिी दोनो भाषाओ म परदनशबत करना चानहए | lsquoखrsquo और lsquoगrsquo कषिो म नसथत ऐस सभी बोडब निभानषक रप म ऄथाबत नहदी

ऄगरिी और कषिीय भाषा म परदनशबत नकए जान चानहए और तीनो भाषाओ क ऄकषरो का अकार समान होना चानहए |

5 वाहनो का नाम ndash वाहनो पर कायाबलयो क नाम ऄगरिी और नहदी दोनो भाषाओ म नलखवाए जाए | नहदी म नाम उपर हो और ऄगरिी म नीच |

राजयो का वगीकरण

भारत म नहदी बोलन और नलखन की दनषट स दश क राजयो सघ राजय कषिो को तीन कषिो म वगीकत नकया गया ह -

lsquoकrsquo कषि lsquoखrsquo कषि lsquoगrsquo कषि

नबहार

गजरात

अधरपरदश नसनककम

हररयाणा महाराषर ऄरणाचल परदश निपरा

नहमाचल परदश पजाब ऄसम पनिम बगाल

मधय परदश चडीगढ़ सघ राजय कषि तनमलनाड लकषदवीप

राजसथान दादर एव नगर हवली मनणपर पानडचरी

ईततर परदश दमन दीव नमजोरम तलगाना

ऄडमान ननकोबार दवीप समह गोवा मघालय

नदलली कनाबटक

ईततराखणड जमम-कशमीर

झारखणड करल

छततीसगढ़ नागालड

ओनडशा

8

कया ह य तर दगी

एक खामोशी नजस बोलना ह

एक दीवार नजस पार कर जाना ह

एक सवपन नजस पाना ह

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

एक दोसत मझ समझन क नलए

एक रदय मरी भावना को समझन क नलए

एक बचपन जो मझ नफर स जीना ह

सोचती ह कया ह निदगी |

एक लकषय जहा पहचना ह

एक अशीवाबद जो पाना ह

थक जाउ गर सहारा द मझ एक कनधा

कया य ज़यादा सपन ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

सच को ढढन का साहस

ज़यादा पान का जञान

एक सदर रदय जो ऄपनाए सबको

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

पनम

कायबकारी ऄनभयता (ईतपादन)

9

मरी आशा

ऄगरि तो भारत छोड़ गए पर नहदी स हमारा नाता भी तोड़ गए

ऄगरिी स मख मत मोड़ो पर नहदी को भी साथ म जोड़ो

आस तोड़-मोड़ क चककर म नहदी ही मरती जाती ह

हमारी भाषा हम स ही दर होती जाती ह |

न बर मझ ऄगरिो स न बर मझ ऄगरिी स

पर नफरत होती ह ईनस जो ना अन पर

भी बोलत हमस टटी - फटी ऄगरिी म

नहदी बोलन म ईनह ऄड़चन ह

कया ऄगरिी बोलन म ही बड़पपन ह

य तो बस नइ पीड़ी का लड़कपन ह

ईनक नलए तो य एक फशन ह |

पर नयी पीड़ी का आसम कया कसर

जब हमन ही बना नलया ऄगरिी का दसतर

आनगलश मीनडयम सकल म करात ह एडनमशन

चाह दनी पड़ नकतनी ही डोनशन |

मोदी क साथ अज दश न भी नहदी को ऄपनाया ह

डीजीएच न भी नहदी म कदम बढ़ाया ह

नहदी म काम करन पर परोतसाहन नदलवाया ह

मझ अज आस कावय पाठ परनतयोनगता म खड़ा करवाया ह |

म सोचती ह कया हक ह मझ आन आनामो का

राषरभाषा को नहदी क माधयम स ऄपनान का

तरीका बस यही ह काम करवान का

नही यह मागब नही ह ऄपनी राषरभाषा बचान का |

आक नदन ऐसा अएगा ऄगरिी म काम करन पर

डीजीएच दवारा आनाम नदया जाएगा नहदी म तो काम सवतः ही हो जाएगा

यही ह मरी अशा ऄववल दज पर हो नहदी भाषा

जस नबदी ह सौनदयब हमार वश की वस नहदी ह गौरव हमार दश की |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

10

चलो िल बचाए

चलो भाइ तल बचाना ह

दफतर स घर घर स दफतर

सबको पदल साइनकल चलवाना ह |

तल तो काला सोना ह

असानी स कयो खोना ह

कछ कल क नलए भी रखना ह

ऄब पदल ही हम चलना ह |

चलो भाइ तल बचात ह

दफतर एक कार म अत-जात ह

अज मरी कल ईसकी

सबकी बारी लगात ह

अओ हम तल बचात ह |

दश को अतमननभबर बनात ह

अज भी आसका रोना ह

दोहन आसका होता ह

गर अज भी न चत हम

लगिरी कार-बाआक न छोड़ हम

तो कल कया रह जाएगा

पन साइनकल वाहन ही काम अएगा |

नगरधारी लाल हसा

ईप महापरबधक (भनवजञान)

11

हमारा लड़का इजीतरनयर ह

शरीमान बात बड़ी नकलयर ह

हमारा लड़का आजीननयर ह |

दनखए साहब हमन ईस पढ़ाया नलखाया ह

हिारो रपए लगाकर आजीननयर बनाया ह |

हर साल की डरस फीस नकताबो का कल खचब

लगभग पाच लाख अता ह

नजसका सीधा सबध दहज स जड़ जाता ह |

हम अपकी लड़की को गह लकषमी तो ऄवशय बनाएग

नकनत कया अप पाच लाख द पाएग

ऄब तक मौन बठ लड़की क नपता न मौन तोड़ा

और एक भाव पणब तीर छोड़ा |

बोला शरीमान अपकी बड़ी महरबानी

यह लकषमी तो अनी जानी |

म अपकी सदर भावनाओ का सममान करता ह

ऄतः परसताव पाच की जगह पाच लाख पचास हिार रखता ह

कयोनक एक नदन अपका लड़का सवगबवासी हो जाएगा

कया नकरयाकमब का खचाब पड़ोसी ईठाएगा

नही-नही यह पचास हिार ईस वकत काम अएगा |

नफर एकाएक लड़की क नपता का चहरा हो गया लाल

वह ईठा और ऄपन नौकर को बला नलया ततकाल |

कहा आन महाशय को बाहर का रासता नदखला दो

तानक य दहज-दानव दौड़ता-2 नहदसतान की सीमा स बहत दर चला जाए

तानक नकसी ऄनय घर म घसकर दहज की माग न लगाए

नकसी ऄसहाय मासम ललना की मतय का कारण न बन जाए |

नहा बाजपयी

वररषठ भनवजञानी

12

तर नदगी

कभी गम तो कभी ख़शी ह निनदगी

कभी धप तो कभी छाव ह निनदगी

नवधाता न जो नदया आक ऄदभत ईपहार ह निनदगी

कदरत न जो धरती पर नबखरा वो पयार ह निनदगी

नजसस हर रोि नए-नए सबक नमलत ह

यथाथो का ऄनभव करान वाली ऐसी कड़ी ह निनदगी

नजस कोइ न समझ सक ऐसी पहली ह निनदगी

कभी तनहाआयो म हमारी सहली ह निनदगी

ऄपन-ऄपन कमो क अधार पर नमलती ह य निनदगी

कभी सपनो की भीड़ तो कभी ऄकली ह निनदगी

जो समय क साथ बदलती रह वो ससकनत ह निनदगी

खटटी-मीठी यादो की समनत ह निनदगी

कोइ न जानकर भी जान लता ह सब कछ ऐसी ह निनदगी

तो नकसी क नलए ईलझी हइ पहली ह निनदगी

जो हर पल नदी की तरह बहती रह ऐसी ह निनदगी

जो पल-पल चलती रह ऐसी ह निनदगी

कोइ हर पररनसथनत म रो-रोकर गजारता ह निनदगी

तो नकसी क नलए गम म भी मसकरान का हौसला ह निनदगी

कभी ईगता सरज तो कभी ऄधरी ननशा ह निनदगी

इिर का नदया मा स नमला ऄनमोल ईपहार ह निनदगी

तो तम य ही न नबताओ ऄपनी निनदगी

दसरो स हटकर तम बनाओ ऄपनी निनदगी

दननया क शोर म न खो जाए तमहारी य निनदगी

निनदगी भी तमह दखकर मसकराए ऐसी नबताओ तम निनदगी

दीपाली नबदरा

मानव ससाधन एव परशासन ऄनभाग

13

मोटाप की मारी म बचारी

माथा तो ठनका जब हमारा

बािार म लोगो न बनहन जी

न बला माताजी कह कर पकारा

यह तमाचा तो हम लगा बड़ा करारा |

सोचा नफजल खच नकए बाल रगन म पालबर जान म

नए फशन क कपड़ पहनन म

मन म एक ईदासी सी छा गइ

तन म तो जस अग लग गइ |

बचचो न पनत न बहत समझाया

तमहारा भरम ह कह क फसलाया

परनत ऄत म यह ननषकषब ननकल कर अया

हमार मोटाप को ही कारण बतलाया |

ठान ली हमन पतल होन की नजम जान लग

परनत जब नजम का भी ऄसर निर न अया

तो आशतहार दख कर डाआटीनशयन का नबर नमलाया

डाआटीनशयन न तो मीठ और घी को िहर बताया |

ऄब कही शादी पाटी म जान को जी नही करता था

औरो की पलट दख कर ही पट भरना पड़ता था

घर की तो छोड़ो अफत तो ऑनफस म भी थी

कयोनक यहा हर मीनटग पाटी म नमठाइ और समोसा जो नमलता था |

मन मसोस कर सब कछ सहा

पतल होन की अस म नकसी स कछ नही कहा

परनत जब नजम और डाआटीनशयन का नबल कटा

तो दो - चार नकलो विन वस ही घटा |

ऄब और पस दन की नहममत न थी

मन पर सयम की नदककत हो रही थी

सोचा अध स ज़यादा निनदगी गिार दी जदो जहद म

बानक की न गजारग खान की नकललत म

आसनलए अज आस हासय कनवता परनतयोनगता म मझ आनाम नमल न नमल

परनत नमठाइ और पकोड़ा िरर नमल

जब तक मन जवान ह मह म मीठी िबान ह

नदल म ऄरमान ह तो हम भी तीर कमान ह |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

14

माा की गोद

मा म नफर स तरी गोद म सोना चाहता ह

य दननया मरी समझ म नही अती

तरी थपनकया ही बहत थी

म बनफकर सो जाता था |

तर अचल की छाव म सकन था

बचनी यहा थोक क भाव नमलती

हर कोइ मा की बात करता

पर मा क पयार स सीचा नदल कही न नदखता |

कसा हो गया य समाज

ऄधी दौड़ म जज़बात कौनड़यो क भाव नबकता

मा मझ बला ल ऄपन पास

चहर समझ म न अत मझ

तरी लोररयो क पाि ही सचच थ

हम मासम तरी गोद म ही ऄचछ थ |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

15

उड़ान

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह

नकए कइ ह नशखरारोहण

नफर भी अग उच-उच

नशखर और भी शीश ईठाए

नचर अमिण की मदरा म खड़ ऄभी ह

नही ईमर को नगना वषब स

नगनता कवल गया ईनह जो

सखा बध सब नमल मागब म

याद नजनकी ऄतमबन म |

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह |

कनवता वतस

डीजी सल

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 4: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

4

उप सरकषक का सदश

हाआडरोकाबबन महाननदशालय ऄपनी वानषबक गह पनिका lsquoहदयगमrsquo क परकाशन का शभारभ करन जा रहा ह | यह ऄतयनधक परसननता का नवषय ह | गह

मिालय राजभाषा नवभाग दवारा क दर सरकार क कायाबलयो को राजभाषा नहदी क परचार-परसार एव शासकीय कायो म नहदी क ऄनधकानधक परयोग क नलए

सौपी गइ निममदारी को दखत हए नहदी पनिका क परकाशन की शरअत एक परशसनीय कदम ह | म सभी ऄनधकाररयो एव कमबचाररयो स ऄनरोध करता

ह नक व कायाबलय म राजभाषा नवभाग गह मिालय की ऄपकषानसार शासकीय कायो म ऄनधक स ऄनधक नहदी का परयोग कर | नवशषत ईचचानधकारी

राजभाषा कायबकरम क ननधाबररत लकषयो को परापत करन म वयनकतगत रनच ल और सवय नहदी म कायब करक ऄनकरणीय ईदाहरण परसतत कर |

बहत सवाभानवक ह नक परथम ऄक म ऄनक खानमया हो सकती ह | सभी नहदी परनमयो स ऄनरोध ह नक आस पनिका को बहतर बनान म ऄपन सझाव नहदी

नवभाग को परनषत कर और ऄपनी रचनाओ एव परनवनषटयो क योगदान दवारा परकानशत होन वाली सामगरी को और ऄनधक नदलचसप व ईपयोगी बनान म

सहायता कर | हाआडरोकाबबन महाननदशालय की परथम वानषबक नहदी पनिका क परकाशन म सनममनलत सभी कानमबको को बधाइ |

शभकामनाओ सनहत |

(महदर परताप)

ईप महाननदशक

5

आभार

राजभाषा नहदी की ईततरोतर नवकास की तरफ बढ़त परयासो म स एक परयास lsquoहदयगमrsquo हाआडरोकाबबन महाननदशालय की परथम वानषबक नहदी पनिका क

रप म अपक सामन परसतत ह |

भारत सरकार क परतयक सरकारी ससथान म राजभाषा नहदी का कायाबनवयन परगामी रप स सनननित करन क नलए कइ परयास नकए जा रह ह | नीनत क

ऄनसार सरकारी ससथान चाह वजञाननक हो ऄथवा गर-वजञाननक राजभाषा कायाबनवयन की निममदारी परतयक को समान रप स दी गइ ह |

आसी भनमका का ननवबहन करत हए माननीय महाननदशक हाआडरोकाबबन महाननदशालय क सयोगय नदशा ननदशन एव ईप महाननदशक क परभावी मागबदशबन

म आस पनिका की ऄवधारणा बनाइ गइ और परसतत रप नदया गया | कायाबलय म राजभाषा क परसार एव परचार क नलए नननहत आस परयास क नलए म

ऄतयत अभार वयकत करता ह |

मझ खशी ह नक कायाबलय म राजभाषा नहदी क परनत रझान म लगातार वनि हो रही ह नजसक पररणामसवरप हाआडरोकाबबन महाननदशालय को राजभाषा

ससथान दवारा अलख परनतयोनगता म नदवतीय परसकार तथा नहदी म नकए जा रह कायब म ईततरोतर वनि तथा भागीदाररता क नलए दो शीलड परदान की गइ |

आसक ऄनतररकत कायाबलय न नगर राजभाषा कायाबनवयन सनमनत नोएडा दवारा कनवता लखन परनतयोनगता म परथम तथा ननबध लखन म ततीय परसकार

परापत नकया | साथ ही साथ कायाबलय म राजभाषा स जड़ कायबकलापो परनतयोनगताओ सवादो म डीजीएच पररवार क सदसयो की भागीदारी बढ़ती जा

रही ह | अप सभी क दवारा नहदी ऄनभाग क परयासो म योगदान क नलए म कोनट-कोनट धनयवाद जञानपत करता ह और कायाबलय आसी परकार भनवषय म

अपक सहयोग की अशा रखता ह |

lsquoहदयगमrsquo म परकानशत सभी रचनाओ क लखको को बधाइ तथा आस पनिका क परकाशन स परतयकष एव ऄपरतयकष रप स जड़ सभी ऄनधकाररयो एव

कमबचाररयो को अभार |

शभकामनाओ सनहत |

राजीव कमार नसनहा

(महाननदशक क मखय तकनीकी ऄनधकारी

एव परभारी राजभाषा ऄनधकारी)

6

अनकरमतरणका

करमाक तरवषय वसि पषठ सखया

1 सघ सरकार की राजभाषा नीनत क महतवपणब नदशा-ननदश

2 कया ह य निदगी

3 मरी अशा

4 चलो तल बचाए

5 हमारा लड़का आजीननयर ह

6 नजदगी

7 मोटाप की मारी म बचारी

8 मा की गोद

9 ईड़ान

10 जीवन चकर-एक सासाररक खल

11 भरषटाचार

12 बरग नजदगी

13 आनसाननयत

14 तम

15 ताकत

16 नहदी नदवस

17 आदर त कयो रठ गया

18 एक और दानमनी

19 सनहर ननशा

20 बनिमता

21 नए साल का तोहफा

22 शबद

23 भगवान ह

24 सरज की कहानी (बाल मख)

25 तनाव कस दर कर

26 उजाब सरकषा एव उजाब क वकनलपक सतरोत

27 सदर सवदी ईपगरह (ररमोट सनसग सटलाआट) दवारा तल और गस ररसाव का पता लगाना

28 वतबमान जीवन म ननतक मलयो का महतव

29 नशकषा म भाषा और ससकनत

30 Deccan Synclise रहसय एव तल व गस क खोज की समभावनाए

31 चटकल

32 नवदवानो क ऄनमोल वचन

7

सघ सरकार की राजभाषा नीतरि क महतवपणष तरदशा-तरनदश

कनदर सरकार क कायाबलयोईपकरमो अनद म राजभाषा नहदी क परभावी कायाबनवयन क सबध म भारत सरकार दवारा समय-समय पर जारी की

गइ सचनाएपररपि अनद क महतवपणब ऄनदश सकषप म ननमन ह -

1 राजभाषा अतरधतरनयम 1963 की धारा 3(3) का अनपालन ndash राजभाषा ऄनधननयम 1963 की धारा 3(3) क ऄतगबत जारी होन वाल सभी

कागजात यथा - सकलप सामानय अदश ननयम ऄनधसचनाए परशासननक एव ऄनय ररपोटब परस नवजञनपतया ससद क नकसी सदन या सदनो क

समकष रखी जान वाली परशासननक तथा ऄनय ररपोटब सरकारी कागज पि सनवदाए करार ऄनजञनपतया ऄनजञा पि टडर नोनटस एव टडर फॉमब-

नदवभाषी (नहदी और ऄगरिी दोनो) होन चानहए |

(i) सामानय अदश म सभी परकार क ऐस अदश ननणबय या ऄनदश जो नवभागीय परयोग क नलए हो और सथायी परकार क हो को शानमल नकया

जाता ह |

(ii) सभी परकार क ऐस अदश ऄनदश पि जञापन नोनटस अनद जो सरकारी कमबचाररयो क नकसी समह ऄथवा नवनभनन समहो क सबध म

जारी नकए गए हो |

(iii) सभी परकार क ऐस पररपि जो नवभागीय परयोग क नलए ऄथवा सरकारी कमबचाररयो क सबध म जारी नकए गए हो |

2 राजभाषा तरनयम 1976 क तरनयम-5 का अनपालन ndash नहदी म परापत पि अनद क ईततर नहदी म ही नदए जाए | पि चाह नकसी भी कषि स ऄथवा

नकसी भी राजय सरकार ऄथवा कनदरीय सरकार ऄथवा वयनकत स परापत हए हो |

3 लखन सामगरी रबड़ की मोहर और फॉमष आतरद का तरिभाषीकरण ndash नवदश नसथत भारतीय कायाबलय सनहत सभी मिालयो नवभागो स सबनधत

लखन सामगरी फॉमब मनऄल परनकरया सानहतय पि शीषब नलफाफ रनजसटरो क नाम रबड़ की मोहर ननमिण पि नवनजनटग काडब पहचान पि

अनद ऄननवायब रप स नहदी और ऄगरिी दोनो भाषाओ म बनाइ जाए | (रबड़ की मोहर क नहदी ऄकषर का अकार ऄगरिी ऄकषर क समान ऄथवा

ईसस बड़ा होना चानहए)

4 साइन बोडष सचना पटट आतरद का तरिभाषी तरिभाषी परयोग ndash भारत सरकार क lsquoकrsquo कषि म नसथत कायाबलयो क साआन बोडब काईटर बोडब सचना

पटट आतयानद को नहदी और ऄगरिी दोनो भाषाओ म परदनशबत करना चानहए | lsquoखrsquo और lsquoगrsquo कषिो म नसथत ऐस सभी बोडब निभानषक रप म ऄथाबत नहदी

ऄगरिी और कषिीय भाषा म परदनशबत नकए जान चानहए और तीनो भाषाओ क ऄकषरो का अकार समान होना चानहए |

5 वाहनो का नाम ndash वाहनो पर कायाबलयो क नाम ऄगरिी और नहदी दोनो भाषाओ म नलखवाए जाए | नहदी म नाम उपर हो और ऄगरिी म नीच |

राजयो का वगीकरण

भारत म नहदी बोलन और नलखन की दनषट स दश क राजयो सघ राजय कषिो को तीन कषिो म वगीकत नकया गया ह -

lsquoकrsquo कषि lsquoखrsquo कषि lsquoगrsquo कषि

नबहार

गजरात

अधरपरदश नसनककम

हररयाणा महाराषर ऄरणाचल परदश निपरा

नहमाचल परदश पजाब ऄसम पनिम बगाल

मधय परदश चडीगढ़ सघ राजय कषि तनमलनाड लकषदवीप

राजसथान दादर एव नगर हवली मनणपर पानडचरी

ईततर परदश दमन दीव नमजोरम तलगाना

ऄडमान ननकोबार दवीप समह गोवा मघालय

नदलली कनाबटक

ईततराखणड जमम-कशमीर

झारखणड करल

छततीसगढ़ नागालड

ओनडशा

8

कया ह य तर दगी

एक खामोशी नजस बोलना ह

एक दीवार नजस पार कर जाना ह

एक सवपन नजस पाना ह

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

एक दोसत मझ समझन क नलए

एक रदय मरी भावना को समझन क नलए

एक बचपन जो मझ नफर स जीना ह

सोचती ह कया ह निदगी |

एक लकषय जहा पहचना ह

एक अशीवाबद जो पाना ह

थक जाउ गर सहारा द मझ एक कनधा

कया य ज़यादा सपन ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

सच को ढढन का साहस

ज़यादा पान का जञान

एक सदर रदय जो ऄपनाए सबको

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

पनम

कायबकारी ऄनभयता (ईतपादन)

9

मरी आशा

ऄगरि तो भारत छोड़ गए पर नहदी स हमारा नाता भी तोड़ गए

ऄगरिी स मख मत मोड़ो पर नहदी को भी साथ म जोड़ो

आस तोड़-मोड़ क चककर म नहदी ही मरती जाती ह

हमारी भाषा हम स ही दर होती जाती ह |

न बर मझ ऄगरिो स न बर मझ ऄगरिी स

पर नफरत होती ह ईनस जो ना अन पर

भी बोलत हमस टटी - फटी ऄगरिी म

नहदी बोलन म ईनह ऄड़चन ह

कया ऄगरिी बोलन म ही बड़पपन ह

य तो बस नइ पीड़ी का लड़कपन ह

ईनक नलए तो य एक फशन ह |

पर नयी पीड़ी का आसम कया कसर

जब हमन ही बना नलया ऄगरिी का दसतर

आनगलश मीनडयम सकल म करात ह एडनमशन

चाह दनी पड़ नकतनी ही डोनशन |

मोदी क साथ अज दश न भी नहदी को ऄपनाया ह

डीजीएच न भी नहदी म कदम बढ़ाया ह

नहदी म काम करन पर परोतसाहन नदलवाया ह

मझ अज आस कावय पाठ परनतयोनगता म खड़ा करवाया ह |

म सोचती ह कया हक ह मझ आन आनामो का

राषरभाषा को नहदी क माधयम स ऄपनान का

तरीका बस यही ह काम करवान का

नही यह मागब नही ह ऄपनी राषरभाषा बचान का |

आक नदन ऐसा अएगा ऄगरिी म काम करन पर

डीजीएच दवारा आनाम नदया जाएगा नहदी म तो काम सवतः ही हो जाएगा

यही ह मरी अशा ऄववल दज पर हो नहदी भाषा

जस नबदी ह सौनदयब हमार वश की वस नहदी ह गौरव हमार दश की |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

10

चलो िल बचाए

चलो भाइ तल बचाना ह

दफतर स घर घर स दफतर

सबको पदल साइनकल चलवाना ह |

तल तो काला सोना ह

असानी स कयो खोना ह

कछ कल क नलए भी रखना ह

ऄब पदल ही हम चलना ह |

चलो भाइ तल बचात ह

दफतर एक कार म अत-जात ह

अज मरी कल ईसकी

सबकी बारी लगात ह

अओ हम तल बचात ह |

दश को अतमननभबर बनात ह

अज भी आसका रोना ह

दोहन आसका होता ह

गर अज भी न चत हम

लगिरी कार-बाआक न छोड़ हम

तो कल कया रह जाएगा

पन साइनकल वाहन ही काम अएगा |

नगरधारी लाल हसा

ईप महापरबधक (भनवजञान)

11

हमारा लड़का इजीतरनयर ह

शरीमान बात बड़ी नकलयर ह

हमारा लड़का आजीननयर ह |

दनखए साहब हमन ईस पढ़ाया नलखाया ह

हिारो रपए लगाकर आजीननयर बनाया ह |

हर साल की डरस फीस नकताबो का कल खचब

लगभग पाच लाख अता ह

नजसका सीधा सबध दहज स जड़ जाता ह |

हम अपकी लड़की को गह लकषमी तो ऄवशय बनाएग

नकनत कया अप पाच लाख द पाएग

ऄब तक मौन बठ लड़की क नपता न मौन तोड़ा

और एक भाव पणब तीर छोड़ा |

बोला शरीमान अपकी बड़ी महरबानी

यह लकषमी तो अनी जानी |

म अपकी सदर भावनाओ का सममान करता ह

ऄतः परसताव पाच की जगह पाच लाख पचास हिार रखता ह

कयोनक एक नदन अपका लड़का सवगबवासी हो जाएगा

कया नकरयाकमब का खचाब पड़ोसी ईठाएगा

नही-नही यह पचास हिार ईस वकत काम अएगा |

नफर एकाएक लड़की क नपता का चहरा हो गया लाल

वह ईठा और ऄपन नौकर को बला नलया ततकाल |

कहा आन महाशय को बाहर का रासता नदखला दो

तानक य दहज-दानव दौड़ता-2 नहदसतान की सीमा स बहत दर चला जाए

तानक नकसी ऄनय घर म घसकर दहज की माग न लगाए

नकसी ऄसहाय मासम ललना की मतय का कारण न बन जाए |

नहा बाजपयी

वररषठ भनवजञानी

12

तर नदगी

कभी गम तो कभी ख़शी ह निनदगी

कभी धप तो कभी छाव ह निनदगी

नवधाता न जो नदया आक ऄदभत ईपहार ह निनदगी

कदरत न जो धरती पर नबखरा वो पयार ह निनदगी

नजसस हर रोि नए-नए सबक नमलत ह

यथाथो का ऄनभव करान वाली ऐसी कड़ी ह निनदगी

नजस कोइ न समझ सक ऐसी पहली ह निनदगी

कभी तनहाआयो म हमारी सहली ह निनदगी

ऄपन-ऄपन कमो क अधार पर नमलती ह य निनदगी

कभी सपनो की भीड़ तो कभी ऄकली ह निनदगी

जो समय क साथ बदलती रह वो ससकनत ह निनदगी

खटटी-मीठी यादो की समनत ह निनदगी

कोइ न जानकर भी जान लता ह सब कछ ऐसी ह निनदगी

तो नकसी क नलए ईलझी हइ पहली ह निनदगी

जो हर पल नदी की तरह बहती रह ऐसी ह निनदगी

जो पल-पल चलती रह ऐसी ह निनदगी

कोइ हर पररनसथनत म रो-रोकर गजारता ह निनदगी

तो नकसी क नलए गम म भी मसकरान का हौसला ह निनदगी

कभी ईगता सरज तो कभी ऄधरी ननशा ह निनदगी

इिर का नदया मा स नमला ऄनमोल ईपहार ह निनदगी

तो तम य ही न नबताओ ऄपनी निनदगी

दसरो स हटकर तम बनाओ ऄपनी निनदगी

दननया क शोर म न खो जाए तमहारी य निनदगी

निनदगी भी तमह दखकर मसकराए ऐसी नबताओ तम निनदगी

दीपाली नबदरा

मानव ससाधन एव परशासन ऄनभाग

13

मोटाप की मारी म बचारी

माथा तो ठनका जब हमारा

बािार म लोगो न बनहन जी

न बला माताजी कह कर पकारा

यह तमाचा तो हम लगा बड़ा करारा |

सोचा नफजल खच नकए बाल रगन म पालबर जान म

नए फशन क कपड़ पहनन म

मन म एक ईदासी सी छा गइ

तन म तो जस अग लग गइ |

बचचो न पनत न बहत समझाया

तमहारा भरम ह कह क फसलाया

परनत ऄत म यह ननषकषब ननकल कर अया

हमार मोटाप को ही कारण बतलाया |

ठान ली हमन पतल होन की नजम जान लग

परनत जब नजम का भी ऄसर निर न अया

तो आशतहार दख कर डाआटीनशयन का नबर नमलाया

डाआटीनशयन न तो मीठ और घी को िहर बताया |

ऄब कही शादी पाटी म जान को जी नही करता था

औरो की पलट दख कर ही पट भरना पड़ता था

घर की तो छोड़ो अफत तो ऑनफस म भी थी

कयोनक यहा हर मीनटग पाटी म नमठाइ और समोसा जो नमलता था |

मन मसोस कर सब कछ सहा

पतल होन की अस म नकसी स कछ नही कहा

परनत जब नजम और डाआटीनशयन का नबल कटा

तो दो - चार नकलो विन वस ही घटा |

ऄब और पस दन की नहममत न थी

मन पर सयम की नदककत हो रही थी

सोचा अध स ज़यादा निनदगी गिार दी जदो जहद म

बानक की न गजारग खान की नकललत म

आसनलए अज आस हासय कनवता परनतयोनगता म मझ आनाम नमल न नमल

परनत नमठाइ और पकोड़ा िरर नमल

जब तक मन जवान ह मह म मीठी िबान ह

नदल म ऄरमान ह तो हम भी तीर कमान ह |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

14

माा की गोद

मा म नफर स तरी गोद म सोना चाहता ह

य दननया मरी समझ म नही अती

तरी थपनकया ही बहत थी

म बनफकर सो जाता था |

तर अचल की छाव म सकन था

बचनी यहा थोक क भाव नमलती

हर कोइ मा की बात करता

पर मा क पयार स सीचा नदल कही न नदखता |

कसा हो गया य समाज

ऄधी दौड़ म जज़बात कौनड़यो क भाव नबकता

मा मझ बला ल ऄपन पास

चहर समझ म न अत मझ

तरी लोररयो क पाि ही सचच थ

हम मासम तरी गोद म ही ऄचछ थ |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

15

उड़ान

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह

नकए कइ ह नशखरारोहण

नफर भी अग उच-उच

नशखर और भी शीश ईठाए

नचर अमिण की मदरा म खड़ ऄभी ह

नही ईमर को नगना वषब स

नगनता कवल गया ईनह जो

सखा बध सब नमल मागब म

याद नजनकी ऄतमबन म |

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह |

कनवता वतस

डीजी सल

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 5: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

5

आभार

राजभाषा नहदी की ईततरोतर नवकास की तरफ बढ़त परयासो म स एक परयास lsquoहदयगमrsquo हाआडरोकाबबन महाननदशालय की परथम वानषबक नहदी पनिका क

रप म अपक सामन परसतत ह |

भारत सरकार क परतयक सरकारी ससथान म राजभाषा नहदी का कायाबनवयन परगामी रप स सनननित करन क नलए कइ परयास नकए जा रह ह | नीनत क

ऄनसार सरकारी ससथान चाह वजञाननक हो ऄथवा गर-वजञाननक राजभाषा कायाबनवयन की निममदारी परतयक को समान रप स दी गइ ह |

आसी भनमका का ननवबहन करत हए माननीय महाननदशक हाआडरोकाबबन महाननदशालय क सयोगय नदशा ननदशन एव ईप महाननदशक क परभावी मागबदशबन

म आस पनिका की ऄवधारणा बनाइ गइ और परसतत रप नदया गया | कायाबलय म राजभाषा क परसार एव परचार क नलए नननहत आस परयास क नलए म

ऄतयत अभार वयकत करता ह |

मझ खशी ह नक कायाबलय म राजभाषा नहदी क परनत रझान म लगातार वनि हो रही ह नजसक पररणामसवरप हाआडरोकाबबन महाननदशालय को राजभाषा

ससथान दवारा अलख परनतयोनगता म नदवतीय परसकार तथा नहदी म नकए जा रह कायब म ईततरोतर वनि तथा भागीदाररता क नलए दो शीलड परदान की गइ |

आसक ऄनतररकत कायाबलय न नगर राजभाषा कायाबनवयन सनमनत नोएडा दवारा कनवता लखन परनतयोनगता म परथम तथा ननबध लखन म ततीय परसकार

परापत नकया | साथ ही साथ कायाबलय म राजभाषा स जड़ कायबकलापो परनतयोनगताओ सवादो म डीजीएच पररवार क सदसयो की भागीदारी बढ़ती जा

रही ह | अप सभी क दवारा नहदी ऄनभाग क परयासो म योगदान क नलए म कोनट-कोनट धनयवाद जञानपत करता ह और कायाबलय आसी परकार भनवषय म

अपक सहयोग की अशा रखता ह |

lsquoहदयगमrsquo म परकानशत सभी रचनाओ क लखको को बधाइ तथा आस पनिका क परकाशन स परतयकष एव ऄपरतयकष रप स जड़ सभी ऄनधकाररयो एव

कमबचाररयो को अभार |

शभकामनाओ सनहत |

राजीव कमार नसनहा

(महाननदशक क मखय तकनीकी ऄनधकारी

एव परभारी राजभाषा ऄनधकारी)

6

अनकरमतरणका

करमाक तरवषय वसि पषठ सखया

1 सघ सरकार की राजभाषा नीनत क महतवपणब नदशा-ननदश

2 कया ह य निदगी

3 मरी अशा

4 चलो तल बचाए

5 हमारा लड़का आजीननयर ह

6 नजदगी

7 मोटाप की मारी म बचारी

8 मा की गोद

9 ईड़ान

10 जीवन चकर-एक सासाररक खल

11 भरषटाचार

12 बरग नजदगी

13 आनसाननयत

14 तम

15 ताकत

16 नहदी नदवस

17 आदर त कयो रठ गया

18 एक और दानमनी

19 सनहर ननशा

20 बनिमता

21 नए साल का तोहफा

22 शबद

23 भगवान ह

24 सरज की कहानी (बाल मख)

25 तनाव कस दर कर

26 उजाब सरकषा एव उजाब क वकनलपक सतरोत

27 सदर सवदी ईपगरह (ररमोट सनसग सटलाआट) दवारा तल और गस ररसाव का पता लगाना

28 वतबमान जीवन म ननतक मलयो का महतव

29 नशकषा म भाषा और ससकनत

30 Deccan Synclise रहसय एव तल व गस क खोज की समभावनाए

31 चटकल

32 नवदवानो क ऄनमोल वचन

7

सघ सरकार की राजभाषा नीतरि क महतवपणष तरदशा-तरनदश

कनदर सरकार क कायाबलयोईपकरमो अनद म राजभाषा नहदी क परभावी कायाबनवयन क सबध म भारत सरकार दवारा समय-समय पर जारी की

गइ सचनाएपररपि अनद क महतवपणब ऄनदश सकषप म ननमन ह -

1 राजभाषा अतरधतरनयम 1963 की धारा 3(3) का अनपालन ndash राजभाषा ऄनधननयम 1963 की धारा 3(3) क ऄतगबत जारी होन वाल सभी

कागजात यथा - सकलप सामानय अदश ननयम ऄनधसचनाए परशासननक एव ऄनय ररपोटब परस नवजञनपतया ससद क नकसी सदन या सदनो क

समकष रखी जान वाली परशासननक तथा ऄनय ररपोटब सरकारी कागज पि सनवदाए करार ऄनजञनपतया ऄनजञा पि टडर नोनटस एव टडर फॉमब-

नदवभाषी (नहदी और ऄगरिी दोनो) होन चानहए |

(i) सामानय अदश म सभी परकार क ऐस अदश ननणबय या ऄनदश जो नवभागीय परयोग क नलए हो और सथायी परकार क हो को शानमल नकया

जाता ह |

(ii) सभी परकार क ऐस अदश ऄनदश पि जञापन नोनटस अनद जो सरकारी कमबचाररयो क नकसी समह ऄथवा नवनभनन समहो क सबध म

जारी नकए गए हो |

(iii) सभी परकार क ऐस पररपि जो नवभागीय परयोग क नलए ऄथवा सरकारी कमबचाररयो क सबध म जारी नकए गए हो |

2 राजभाषा तरनयम 1976 क तरनयम-5 का अनपालन ndash नहदी म परापत पि अनद क ईततर नहदी म ही नदए जाए | पि चाह नकसी भी कषि स ऄथवा

नकसी भी राजय सरकार ऄथवा कनदरीय सरकार ऄथवा वयनकत स परापत हए हो |

3 लखन सामगरी रबड़ की मोहर और फॉमष आतरद का तरिभाषीकरण ndash नवदश नसथत भारतीय कायाबलय सनहत सभी मिालयो नवभागो स सबनधत

लखन सामगरी फॉमब मनऄल परनकरया सानहतय पि शीषब नलफाफ रनजसटरो क नाम रबड़ की मोहर ननमिण पि नवनजनटग काडब पहचान पि

अनद ऄननवायब रप स नहदी और ऄगरिी दोनो भाषाओ म बनाइ जाए | (रबड़ की मोहर क नहदी ऄकषर का अकार ऄगरिी ऄकषर क समान ऄथवा

ईसस बड़ा होना चानहए)

4 साइन बोडष सचना पटट आतरद का तरिभाषी तरिभाषी परयोग ndash भारत सरकार क lsquoकrsquo कषि म नसथत कायाबलयो क साआन बोडब काईटर बोडब सचना

पटट आतयानद को नहदी और ऄगरिी दोनो भाषाओ म परदनशबत करना चानहए | lsquoखrsquo और lsquoगrsquo कषिो म नसथत ऐस सभी बोडब निभानषक रप म ऄथाबत नहदी

ऄगरिी और कषिीय भाषा म परदनशबत नकए जान चानहए और तीनो भाषाओ क ऄकषरो का अकार समान होना चानहए |

5 वाहनो का नाम ndash वाहनो पर कायाबलयो क नाम ऄगरिी और नहदी दोनो भाषाओ म नलखवाए जाए | नहदी म नाम उपर हो और ऄगरिी म नीच |

राजयो का वगीकरण

भारत म नहदी बोलन और नलखन की दनषट स दश क राजयो सघ राजय कषिो को तीन कषिो म वगीकत नकया गया ह -

lsquoकrsquo कषि lsquoखrsquo कषि lsquoगrsquo कषि

नबहार

गजरात

अधरपरदश नसनककम

हररयाणा महाराषर ऄरणाचल परदश निपरा

नहमाचल परदश पजाब ऄसम पनिम बगाल

मधय परदश चडीगढ़ सघ राजय कषि तनमलनाड लकषदवीप

राजसथान दादर एव नगर हवली मनणपर पानडचरी

ईततर परदश दमन दीव नमजोरम तलगाना

ऄडमान ननकोबार दवीप समह गोवा मघालय

नदलली कनाबटक

ईततराखणड जमम-कशमीर

झारखणड करल

छततीसगढ़ नागालड

ओनडशा

8

कया ह य तर दगी

एक खामोशी नजस बोलना ह

एक दीवार नजस पार कर जाना ह

एक सवपन नजस पाना ह

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

एक दोसत मझ समझन क नलए

एक रदय मरी भावना को समझन क नलए

एक बचपन जो मझ नफर स जीना ह

सोचती ह कया ह निदगी |

एक लकषय जहा पहचना ह

एक अशीवाबद जो पाना ह

थक जाउ गर सहारा द मझ एक कनधा

कया य ज़यादा सपन ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

सच को ढढन का साहस

ज़यादा पान का जञान

एक सदर रदय जो ऄपनाए सबको

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

पनम

कायबकारी ऄनभयता (ईतपादन)

9

मरी आशा

ऄगरि तो भारत छोड़ गए पर नहदी स हमारा नाता भी तोड़ गए

ऄगरिी स मख मत मोड़ो पर नहदी को भी साथ म जोड़ो

आस तोड़-मोड़ क चककर म नहदी ही मरती जाती ह

हमारी भाषा हम स ही दर होती जाती ह |

न बर मझ ऄगरिो स न बर मझ ऄगरिी स

पर नफरत होती ह ईनस जो ना अन पर

भी बोलत हमस टटी - फटी ऄगरिी म

नहदी बोलन म ईनह ऄड़चन ह

कया ऄगरिी बोलन म ही बड़पपन ह

य तो बस नइ पीड़ी का लड़कपन ह

ईनक नलए तो य एक फशन ह |

पर नयी पीड़ी का आसम कया कसर

जब हमन ही बना नलया ऄगरिी का दसतर

आनगलश मीनडयम सकल म करात ह एडनमशन

चाह दनी पड़ नकतनी ही डोनशन |

मोदी क साथ अज दश न भी नहदी को ऄपनाया ह

डीजीएच न भी नहदी म कदम बढ़ाया ह

नहदी म काम करन पर परोतसाहन नदलवाया ह

मझ अज आस कावय पाठ परनतयोनगता म खड़ा करवाया ह |

म सोचती ह कया हक ह मझ आन आनामो का

राषरभाषा को नहदी क माधयम स ऄपनान का

तरीका बस यही ह काम करवान का

नही यह मागब नही ह ऄपनी राषरभाषा बचान का |

आक नदन ऐसा अएगा ऄगरिी म काम करन पर

डीजीएच दवारा आनाम नदया जाएगा नहदी म तो काम सवतः ही हो जाएगा

यही ह मरी अशा ऄववल दज पर हो नहदी भाषा

जस नबदी ह सौनदयब हमार वश की वस नहदी ह गौरव हमार दश की |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

10

चलो िल बचाए

चलो भाइ तल बचाना ह

दफतर स घर घर स दफतर

सबको पदल साइनकल चलवाना ह |

तल तो काला सोना ह

असानी स कयो खोना ह

कछ कल क नलए भी रखना ह

ऄब पदल ही हम चलना ह |

चलो भाइ तल बचात ह

दफतर एक कार म अत-जात ह

अज मरी कल ईसकी

सबकी बारी लगात ह

अओ हम तल बचात ह |

दश को अतमननभबर बनात ह

अज भी आसका रोना ह

दोहन आसका होता ह

गर अज भी न चत हम

लगिरी कार-बाआक न छोड़ हम

तो कल कया रह जाएगा

पन साइनकल वाहन ही काम अएगा |

नगरधारी लाल हसा

ईप महापरबधक (भनवजञान)

11

हमारा लड़का इजीतरनयर ह

शरीमान बात बड़ी नकलयर ह

हमारा लड़का आजीननयर ह |

दनखए साहब हमन ईस पढ़ाया नलखाया ह

हिारो रपए लगाकर आजीननयर बनाया ह |

हर साल की डरस फीस नकताबो का कल खचब

लगभग पाच लाख अता ह

नजसका सीधा सबध दहज स जड़ जाता ह |

हम अपकी लड़की को गह लकषमी तो ऄवशय बनाएग

नकनत कया अप पाच लाख द पाएग

ऄब तक मौन बठ लड़की क नपता न मौन तोड़ा

और एक भाव पणब तीर छोड़ा |

बोला शरीमान अपकी बड़ी महरबानी

यह लकषमी तो अनी जानी |

म अपकी सदर भावनाओ का सममान करता ह

ऄतः परसताव पाच की जगह पाच लाख पचास हिार रखता ह

कयोनक एक नदन अपका लड़का सवगबवासी हो जाएगा

कया नकरयाकमब का खचाब पड़ोसी ईठाएगा

नही-नही यह पचास हिार ईस वकत काम अएगा |

नफर एकाएक लड़की क नपता का चहरा हो गया लाल

वह ईठा और ऄपन नौकर को बला नलया ततकाल |

कहा आन महाशय को बाहर का रासता नदखला दो

तानक य दहज-दानव दौड़ता-2 नहदसतान की सीमा स बहत दर चला जाए

तानक नकसी ऄनय घर म घसकर दहज की माग न लगाए

नकसी ऄसहाय मासम ललना की मतय का कारण न बन जाए |

नहा बाजपयी

वररषठ भनवजञानी

12

तर नदगी

कभी गम तो कभी ख़शी ह निनदगी

कभी धप तो कभी छाव ह निनदगी

नवधाता न जो नदया आक ऄदभत ईपहार ह निनदगी

कदरत न जो धरती पर नबखरा वो पयार ह निनदगी

नजसस हर रोि नए-नए सबक नमलत ह

यथाथो का ऄनभव करान वाली ऐसी कड़ी ह निनदगी

नजस कोइ न समझ सक ऐसी पहली ह निनदगी

कभी तनहाआयो म हमारी सहली ह निनदगी

ऄपन-ऄपन कमो क अधार पर नमलती ह य निनदगी

कभी सपनो की भीड़ तो कभी ऄकली ह निनदगी

जो समय क साथ बदलती रह वो ससकनत ह निनदगी

खटटी-मीठी यादो की समनत ह निनदगी

कोइ न जानकर भी जान लता ह सब कछ ऐसी ह निनदगी

तो नकसी क नलए ईलझी हइ पहली ह निनदगी

जो हर पल नदी की तरह बहती रह ऐसी ह निनदगी

जो पल-पल चलती रह ऐसी ह निनदगी

कोइ हर पररनसथनत म रो-रोकर गजारता ह निनदगी

तो नकसी क नलए गम म भी मसकरान का हौसला ह निनदगी

कभी ईगता सरज तो कभी ऄधरी ननशा ह निनदगी

इिर का नदया मा स नमला ऄनमोल ईपहार ह निनदगी

तो तम य ही न नबताओ ऄपनी निनदगी

दसरो स हटकर तम बनाओ ऄपनी निनदगी

दननया क शोर म न खो जाए तमहारी य निनदगी

निनदगी भी तमह दखकर मसकराए ऐसी नबताओ तम निनदगी

दीपाली नबदरा

मानव ससाधन एव परशासन ऄनभाग

13

मोटाप की मारी म बचारी

माथा तो ठनका जब हमारा

बािार म लोगो न बनहन जी

न बला माताजी कह कर पकारा

यह तमाचा तो हम लगा बड़ा करारा |

सोचा नफजल खच नकए बाल रगन म पालबर जान म

नए फशन क कपड़ पहनन म

मन म एक ईदासी सी छा गइ

तन म तो जस अग लग गइ |

बचचो न पनत न बहत समझाया

तमहारा भरम ह कह क फसलाया

परनत ऄत म यह ननषकषब ननकल कर अया

हमार मोटाप को ही कारण बतलाया |

ठान ली हमन पतल होन की नजम जान लग

परनत जब नजम का भी ऄसर निर न अया

तो आशतहार दख कर डाआटीनशयन का नबर नमलाया

डाआटीनशयन न तो मीठ और घी को िहर बताया |

ऄब कही शादी पाटी म जान को जी नही करता था

औरो की पलट दख कर ही पट भरना पड़ता था

घर की तो छोड़ो अफत तो ऑनफस म भी थी

कयोनक यहा हर मीनटग पाटी म नमठाइ और समोसा जो नमलता था |

मन मसोस कर सब कछ सहा

पतल होन की अस म नकसी स कछ नही कहा

परनत जब नजम और डाआटीनशयन का नबल कटा

तो दो - चार नकलो विन वस ही घटा |

ऄब और पस दन की नहममत न थी

मन पर सयम की नदककत हो रही थी

सोचा अध स ज़यादा निनदगी गिार दी जदो जहद म

बानक की न गजारग खान की नकललत म

आसनलए अज आस हासय कनवता परनतयोनगता म मझ आनाम नमल न नमल

परनत नमठाइ और पकोड़ा िरर नमल

जब तक मन जवान ह मह म मीठी िबान ह

नदल म ऄरमान ह तो हम भी तीर कमान ह |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

14

माा की गोद

मा म नफर स तरी गोद म सोना चाहता ह

य दननया मरी समझ म नही अती

तरी थपनकया ही बहत थी

म बनफकर सो जाता था |

तर अचल की छाव म सकन था

बचनी यहा थोक क भाव नमलती

हर कोइ मा की बात करता

पर मा क पयार स सीचा नदल कही न नदखता |

कसा हो गया य समाज

ऄधी दौड़ म जज़बात कौनड़यो क भाव नबकता

मा मझ बला ल ऄपन पास

चहर समझ म न अत मझ

तरी लोररयो क पाि ही सचच थ

हम मासम तरी गोद म ही ऄचछ थ |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

15

उड़ान

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह

नकए कइ ह नशखरारोहण

नफर भी अग उच-उच

नशखर और भी शीश ईठाए

नचर अमिण की मदरा म खड़ ऄभी ह

नही ईमर को नगना वषब स

नगनता कवल गया ईनह जो

सखा बध सब नमल मागब म

याद नजनकी ऄतमबन म |

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह |

कनवता वतस

डीजी सल

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 6: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

6

अनकरमतरणका

करमाक तरवषय वसि पषठ सखया

1 सघ सरकार की राजभाषा नीनत क महतवपणब नदशा-ननदश

2 कया ह य निदगी

3 मरी अशा

4 चलो तल बचाए

5 हमारा लड़का आजीननयर ह

6 नजदगी

7 मोटाप की मारी म बचारी

8 मा की गोद

9 ईड़ान

10 जीवन चकर-एक सासाररक खल

11 भरषटाचार

12 बरग नजदगी

13 आनसाननयत

14 तम

15 ताकत

16 नहदी नदवस

17 आदर त कयो रठ गया

18 एक और दानमनी

19 सनहर ननशा

20 बनिमता

21 नए साल का तोहफा

22 शबद

23 भगवान ह

24 सरज की कहानी (बाल मख)

25 तनाव कस दर कर

26 उजाब सरकषा एव उजाब क वकनलपक सतरोत

27 सदर सवदी ईपगरह (ररमोट सनसग सटलाआट) दवारा तल और गस ररसाव का पता लगाना

28 वतबमान जीवन म ननतक मलयो का महतव

29 नशकषा म भाषा और ससकनत

30 Deccan Synclise रहसय एव तल व गस क खोज की समभावनाए

31 चटकल

32 नवदवानो क ऄनमोल वचन

7

सघ सरकार की राजभाषा नीतरि क महतवपणष तरदशा-तरनदश

कनदर सरकार क कायाबलयोईपकरमो अनद म राजभाषा नहदी क परभावी कायाबनवयन क सबध म भारत सरकार दवारा समय-समय पर जारी की

गइ सचनाएपररपि अनद क महतवपणब ऄनदश सकषप म ननमन ह -

1 राजभाषा अतरधतरनयम 1963 की धारा 3(3) का अनपालन ndash राजभाषा ऄनधननयम 1963 की धारा 3(3) क ऄतगबत जारी होन वाल सभी

कागजात यथा - सकलप सामानय अदश ननयम ऄनधसचनाए परशासननक एव ऄनय ररपोटब परस नवजञनपतया ससद क नकसी सदन या सदनो क

समकष रखी जान वाली परशासननक तथा ऄनय ररपोटब सरकारी कागज पि सनवदाए करार ऄनजञनपतया ऄनजञा पि टडर नोनटस एव टडर फॉमब-

नदवभाषी (नहदी और ऄगरिी दोनो) होन चानहए |

(i) सामानय अदश म सभी परकार क ऐस अदश ननणबय या ऄनदश जो नवभागीय परयोग क नलए हो और सथायी परकार क हो को शानमल नकया

जाता ह |

(ii) सभी परकार क ऐस अदश ऄनदश पि जञापन नोनटस अनद जो सरकारी कमबचाररयो क नकसी समह ऄथवा नवनभनन समहो क सबध म

जारी नकए गए हो |

(iii) सभी परकार क ऐस पररपि जो नवभागीय परयोग क नलए ऄथवा सरकारी कमबचाररयो क सबध म जारी नकए गए हो |

2 राजभाषा तरनयम 1976 क तरनयम-5 का अनपालन ndash नहदी म परापत पि अनद क ईततर नहदी म ही नदए जाए | पि चाह नकसी भी कषि स ऄथवा

नकसी भी राजय सरकार ऄथवा कनदरीय सरकार ऄथवा वयनकत स परापत हए हो |

3 लखन सामगरी रबड़ की मोहर और फॉमष आतरद का तरिभाषीकरण ndash नवदश नसथत भारतीय कायाबलय सनहत सभी मिालयो नवभागो स सबनधत

लखन सामगरी फॉमब मनऄल परनकरया सानहतय पि शीषब नलफाफ रनजसटरो क नाम रबड़ की मोहर ननमिण पि नवनजनटग काडब पहचान पि

अनद ऄननवायब रप स नहदी और ऄगरिी दोनो भाषाओ म बनाइ जाए | (रबड़ की मोहर क नहदी ऄकषर का अकार ऄगरिी ऄकषर क समान ऄथवा

ईसस बड़ा होना चानहए)

4 साइन बोडष सचना पटट आतरद का तरिभाषी तरिभाषी परयोग ndash भारत सरकार क lsquoकrsquo कषि म नसथत कायाबलयो क साआन बोडब काईटर बोडब सचना

पटट आतयानद को नहदी और ऄगरिी दोनो भाषाओ म परदनशबत करना चानहए | lsquoखrsquo और lsquoगrsquo कषिो म नसथत ऐस सभी बोडब निभानषक रप म ऄथाबत नहदी

ऄगरिी और कषिीय भाषा म परदनशबत नकए जान चानहए और तीनो भाषाओ क ऄकषरो का अकार समान होना चानहए |

5 वाहनो का नाम ndash वाहनो पर कायाबलयो क नाम ऄगरिी और नहदी दोनो भाषाओ म नलखवाए जाए | नहदी म नाम उपर हो और ऄगरिी म नीच |

राजयो का वगीकरण

भारत म नहदी बोलन और नलखन की दनषट स दश क राजयो सघ राजय कषिो को तीन कषिो म वगीकत नकया गया ह -

lsquoकrsquo कषि lsquoखrsquo कषि lsquoगrsquo कषि

नबहार

गजरात

अधरपरदश नसनककम

हररयाणा महाराषर ऄरणाचल परदश निपरा

नहमाचल परदश पजाब ऄसम पनिम बगाल

मधय परदश चडीगढ़ सघ राजय कषि तनमलनाड लकषदवीप

राजसथान दादर एव नगर हवली मनणपर पानडचरी

ईततर परदश दमन दीव नमजोरम तलगाना

ऄडमान ननकोबार दवीप समह गोवा मघालय

नदलली कनाबटक

ईततराखणड जमम-कशमीर

झारखणड करल

छततीसगढ़ नागालड

ओनडशा

8

कया ह य तर दगी

एक खामोशी नजस बोलना ह

एक दीवार नजस पार कर जाना ह

एक सवपन नजस पाना ह

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

एक दोसत मझ समझन क नलए

एक रदय मरी भावना को समझन क नलए

एक बचपन जो मझ नफर स जीना ह

सोचती ह कया ह निदगी |

एक लकषय जहा पहचना ह

एक अशीवाबद जो पाना ह

थक जाउ गर सहारा द मझ एक कनधा

कया य ज़यादा सपन ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

सच को ढढन का साहस

ज़यादा पान का जञान

एक सदर रदय जो ऄपनाए सबको

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

पनम

कायबकारी ऄनभयता (ईतपादन)

9

मरी आशा

ऄगरि तो भारत छोड़ गए पर नहदी स हमारा नाता भी तोड़ गए

ऄगरिी स मख मत मोड़ो पर नहदी को भी साथ म जोड़ो

आस तोड़-मोड़ क चककर म नहदी ही मरती जाती ह

हमारी भाषा हम स ही दर होती जाती ह |

न बर मझ ऄगरिो स न बर मझ ऄगरिी स

पर नफरत होती ह ईनस जो ना अन पर

भी बोलत हमस टटी - फटी ऄगरिी म

नहदी बोलन म ईनह ऄड़चन ह

कया ऄगरिी बोलन म ही बड़पपन ह

य तो बस नइ पीड़ी का लड़कपन ह

ईनक नलए तो य एक फशन ह |

पर नयी पीड़ी का आसम कया कसर

जब हमन ही बना नलया ऄगरिी का दसतर

आनगलश मीनडयम सकल म करात ह एडनमशन

चाह दनी पड़ नकतनी ही डोनशन |

मोदी क साथ अज दश न भी नहदी को ऄपनाया ह

डीजीएच न भी नहदी म कदम बढ़ाया ह

नहदी म काम करन पर परोतसाहन नदलवाया ह

मझ अज आस कावय पाठ परनतयोनगता म खड़ा करवाया ह |

म सोचती ह कया हक ह मझ आन आनामो का

राषरभाषा को नहदी क माधयम स ऄपनान का

तरीका बस यही ह काम करवान का

नही यह मागब नही ह ऄपनी राषरभाषा बचान का |

आक नदन ऐसा अएगा ऄगरिी म काम करन पर

डीजीएच दवारा आनाम नदया जाएगा नहदी म तो काम सवतः ही हो जाएगा

यही ह मरी अशा ऄववल दज पर हो नहदी भाषा

जस नबदी ह सौनदयब हमार वश की वस नहदी ह गौरव हमार दश की |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

10

चलो िल बचाए

चलो भाइ तल बचाना ह

दफतर स घर घर स दफतर

सबको पदल साइनकल चलवाना ह |

तल तो काला सोना ह

असानी स कयो खोना ह

कछ कल क नलए भी रखना ह

ऄब पदल ही हम चलना ह |

चलो भाइ तल बचात ह

दफतर एक कार म अत-जात ह

अज मरी कल ईसकी

सबकी बारी लगात ह

अओ हम तल बचात ह |

दश को अतमननभबर बनात ह

अज भी आसका रोना ह

दोहन आसका होता ह

गर अज भी न चत हम

लगिरी कार-बाआक न छोड़ हम

तो कल कया रह जाएगा

पन साइनकल वाहन ही काम अएगा |

नगरधारी लाल हसा

ईप महापरबधक (भनवजञान)

11

हमारा लड़का इजीतरनयर ह

शरीमान बात बड़ी नकलयर ह

हमारा लड़का आजीननयर ह |

दनखए साहब हमन ईस पढ़ाया नलखाया ह

हिारो रपए लगाकर आजीननयर बनाया ह |

हर साल की डरस फीस नकताबो का कल खचब

लगभग पाच लाख अता ह

नजसका सीधा सबध दहज स जड़ जाता ह |

हम अपकी लड़की को गह लकषमी तो ऄवशय बनाएग

नकनत कया अप पाच लाख द पाएग

ऄब तक मौन बठ लड़की क नपता न मौन तोड़ा

और एक भाव पणब तीर छोड़ा |

बोला शरीमान अपकी बड़ी महरबानी

यह लकषमी तो अनी जानी |

म अपकी सदर भावनाओ का सममान करता ह

ऄतः परसताव पाच की जगह पाच लाख पचास हिार रखता ह

कयोनक एक नदन अपका लड़का सवगबवासी हो जाएगा

कया नकरयाकमब का खचाब पड़ोसी ईठाएगा

नही-नही यह पचास हिार ईस वकत काम अएगा |

नफर एकाएक लड़की क नपता का चहरा हो गया लाल

वह ईठा और ऄपन नौकर को बला नलया ततकाल |

कहा आन महाशय को बाहर का रासता नदखला दो

तानक य दहज-दानव दौड़ता-2 नहदसतान की सीमा स बहत दर चला जाए

तानक नकसी ऄनय घर म घसकर दहज की माग न लगाए

नकसी ऄसहाय मासम ललना की मतय का कारण न बन जाए |

नहा बाजपयी

वररषठ भनवजञानी

12

तर नदगी

कभी गम तो कभी ख़शी ह निनदगी

कभी धप तो कभी छाव ह निनदगी

नवधाता न जो नदया आक ऄदभत ईपहार ह निनदगी

कदरत न जो धरती पर नबखरा वो पयार ह निनदगी

नजसस हर रोि नए-नए सबक नमलत ह

यथाथो का ऄनभव करान वाली ऐसी कड़ी ह निनदगी

नजस कोइ न समझ सक ऐसी पहली ह निनदगी

कभी तनहाआयो म हमारी सहली ह निनदगी

ऄपन-ऄपन कमो क अधार पर नमलती ह य निनदगी

कभी सपनो की भीड़ तो कभी ऄकली ह निनदगी

जो समय क साथ बदलती रह वो ससकनत ह निनदगी

खटटी-मीठी यादो की समनत ह निनदगी

कोइ न जानकर भी जान लता ह सब कछ ऐसी ह निनदगी

तो नकसी क नलए ईलझी हइ पहली ह निनदगी

जो हर पल नदी की तरह बहती रह ऐसी ह निनदगी

जो पल-पल चलती रह ऐसी ह निनदगी

कोइ हर पररनसथनत म रो-रोकर गजारता ह निनदगी

तो नकसी क नलए गम म भी मसकरान का हौसला ह निनदगी

कभी ईगता सरज तो कभी ऄधरी ननशा ह निनदगी

इिर का नदया मा स नमला ऄनमोल ईपहार ह निनदगी

तो तम य ही न नबताओ ऄपनी निनदगी

दसरो स हटकर तम बनाओ ऄपनी निनदगी

दननया क शोर म न खो जाए तमहारी य निनदगी

निनदगी भी तमह दखकर मसकराए ऐसी नबताओ तम निनदगी

दीपाली नबदरा

मानव ससाधन एव परशासन ऄनभाग

13

मोटाप की मारी म बचारी

माथा तो ठनका जब हमारा

बािार म लोगो न बनहन जी

न बला माताजी कह कर पकारा

यह तमाचा तो हम लगा बड़ा करारा |

सोचा नफजल खच नकए बाल रगन म पालबर जान म

नए फशन क कपड़ पहनन म

मन म एक ईदासी सी छा गइ

तन म तो जस अग लग गइ |

बचचो न पनत न बहत समझाया

तमहारा भरम ह कह क फसलाया

परनत ऄत म यह ननषकषब ननकल कर अया

हमार मोटाप को ही कारण बतलाया |

ठान ली हमन पतल होन की नजम जान लग

परनत जब नजम का भी ऄसर निर न अया

तो आशतहार दख कर डाआटीनशयन का नबर नमलाया

डाआटीनशयन न तो मीठ और घी को िहर बताया |

ऄब कही शादी पाटी म जान को जी नही करता था

औरो की पलट दख कर ही पट भरना पड़ता था

घर की तो छोड़ो अफत तो ऑनफस म भी थी

कयोनक यहा हर मीनटग पाटी म नमठाइ और समोसा जो नमलता था |

मन मसोस कर सब कछ सहा

पतल होन की अस म नकसी स कछ नही कहा

परनत जब नजम और डाआटीनशयन का नबल कटा

तो दो - चार नकलो विन वस ही घटा |

ऄब और पस दन की नहममत न थी

मन पर सयम की नदककत हो रही थी

सोचा अध स ज़यादा निनदगी गिार दी जदो जहद म

बानक की न गजारग खान की नकललत म

आसनलए अज आस हासय कनवता परनतयोनगता म मझ आनाम नमल न नमल

परनत नमठाइ और पकोड़ा िरर नमल

जब तक मन जवान ह मह म मीठी िबान ह

नदल म ऄरमान ह तो हम भी तीर कमान ह |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

14

माा की गोद

मा म नफर स तरी गोद म सोना चाहता ह

य दननया मरी समझ म नही अती

तरी थपनकया ही बहत थी

म बनफकर सो जाता था |

तर अचल की छाव म सकन था

बचनी यहा थोक क भाव नमलती

हर कोइ मा की बात करता

पर मा क पयार स सीचा नदल कही न नदखता |

कसा हो गया य समाज

ऄधी दौड़ म जज़बात कौनड़यो क भाव नबकता

मा मझ बला ल ऄपन पास

चहर समझ म न अत मझ

तरी लोररयो क पाि ही सचच थ

हम मासम तरी गोद म ही ऄचछ थ |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

15

उड़ान

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह

नकए कइ ह नशखरारोहण

नफर भी अग उच-उच

नशखर और भी शीश ईठाए

नचर अमिण की मदरा म खड़ ऄभी ह

नही ईमर को नगना वषब स

नगनता कवल गया ईनह जो

सखा बध सब नमल मागब म

याद नजनकी ऄतमबन म |

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह |

कनवता वतस

डीजी सल

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 7: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

7

सघ सरकार की राजभाषा नीतरि क महतवपणष तरदशा-तरनदश

कनदर सरकार क कायाबलयोईपकरमो अनद म राजभाषा नहदी क परभावी कायाबनवयन क सबध म भारत सरकार दवारा समय-समय पर जारी की

गइ सचनाएपररपि अनद क महतवपणब ऄनदश सकषप म ननमन ह -

1 राजभाषा अतरधतरनयम 1963 की धारा 3(3) का अनपालन ndash राजभाषा ऄनधननयम 1963 की धारा 3(3) क ऄतगबत जारी होन वाल सभी

कागजात यथा - सकलप सामानय अदश ननयम ऄनधसचनाए परशासननक एव ऄनय ररपोटब परस नवजञनपतया ससद क नकसी सदन या सदनो क

समकष रखी जान वाली परशासननक तथा ऄनय ररपोटब सरकारी कागज पि सनवदाए करार ऄनजञनपतया ऄनजञा पि टडर नोनटस एव टडर फॉमब-

नदवभाषी (नहदी और ऄगरिी दोनो) होन चानहए |

(i) सामानय अदश म सभी परकार क ऐस अदश ननणबय या ऄनदश जो नवभागीय परयोग क नलए हो और सथायी परकार क हो को शानमल नकया

जाता ह |

(ii) सभी परकार क ऐस अदश ऄनदश पि जञापन नोनटस अनद जो सरकारी कमबचाररयो क नकसी समह ऄथवा नवनभनन समहो क सबध म

जारी नकए गए हो |

(iii) सभी परकार क ऐस पररपि जो नवभागीय परयोग क नलए ऄथवा सरकारी कमबचाररयो क सबध म जारी नकए गए हो |

2 राजभाषा तरनयम 1976 क तरनयम-5 का अनपालन ndash नहदी म परापत पि अनद क ईततर नहदी म ही नदए जाए | पि चाह नकसी भी कषि स ऄथवा

नकसी भी राजय सरकार ऄथवा कनदरीय सरकार ऄथवा वयनकत स परापत हए हो |

3 लखन सामगरी रबड़ की मोहर और फॉमष आतरद का तरिभाषीकरण ndash नवदश नसथत भारतीय कायाबलय सनहत सभी मिालयो नवभागो स सबनधत

लखन सामगरी फॉमब मनऄल परनकरया सानहतय पि शीषब नलफाफ रनजसटरो क नाम रबड़ की मोहर ननमिण पि नवनजनटग काडब पहचान पि

अनद ऄननवायब रप स नहदी और ऄगरिी दोनो भाषाओ म बनाइ जाए | (रबड़ की मोहर क नहदी ऄकषर का अकार ऄगरिी ऄकषर क समान ऄथवा

ईसस बड़ा होना चानहए)

4 साइन बोडष सचना पटट आतरद का तरिभाषी तरिभाषी परयोग ndash भारत सरकार क lsquoकrsquo कषि म नसथत कायाबलयो क साआन बोडब काईटर बोडब सचना

पटट आतयानद को नहदी और ऄगरिी दोनो भाषाओ म परदनशबत करना चानहए | lsquoखrsquo और lsquoगrsquo कषिो म नसथत ऐस सभी बोडब निभानषक रप म ऄथाबत नहदी

ऄगरिी और कषिीय भाषा म परदनशबत नकए जान चानहए और तीनो भाषाओ क ऄकषरो का अकार समान होना चानहए |

5 वाहनो का नाम ndash वाहनो पर कायाबलयो क नाम ऄगरिी और नहदी दोनो भाषाओ म नलखवाए जाए | नहदी म नाम उपर हो और ऄगरिी म नीच |

राजयो का वगीकरण

भारत म नहदी बोलन और नलखन की दनषट स दश क राजयो सघ राजय कषिो को तीन कषिो म वगीकत नकया गया ह -

lsquoकrsquo कषि lsquoखrsquo कषि lsquoगrsquo कषि

नबहार

गजरात

अधरपरदश नसनककम

हररयाणा महाराषर ऄरणाचल परदश निपरा

नहमाचल परदश पजाब ऄसम पनिम बगाल

मधय परदश चडीगढ़ सघ राजय कषि तनमलनाड लकषदवीप

राजसथान दादर एव नगर हवली मनणपर पानडचरी

ईततर परदश दमन दीव नमजोरम तलगाना

ऄडमान ननकोबार दवीप समह गोवा मघालय

नदलली कनाबटक

ईततराखणड जमम-कशमीर

झारखणड करल

छततीसगढ़ नागालड

ओनडशा

8

कया ह य तर दगी

एक खामोशी नजस बोलना ह

एक दीवार नजस पार कर जाना ह

एक सवपन नजस पाना ह

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

एक दोसत मझ समझन क नलए

एक रदय मरी भावना को समझन क नलए

एक बचपन जो मझ नफर स जीना ह

सोचती ह कया ह निदगी |

एक लकषय जहा पहचना ह

एक अशीवाबद जो पाना ह

थक जाउ गर सहारा द मझ एक कनधा

कया य ज़यादा सपन ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

सच को ढढन का साहस

ज़यादा पान का जञान

एक सदर रदय जो ऄपनाए सबको

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

पनम

कायबकारी ऄनभयता (ईतपादन)

9

मरी आशा

ऄगरि तो भारत छोड़ गए पर नहदी स हमारा नाता भी तोड़ गए

ऄगरिी स मख मत मोड़ो पर नहदी को भी साथ म जोड़ो

आस तोड़-मोड़ क चककर म नहदी ही मरती जाती ह

हमारी भाषा हम स ही दर होती जाती ह |

न बर मझ ऄगरिो स न बर मझ ऄगरिी स

पर नफरत होती ह ईनस जो ना अन पर

भी बोलत हमस टटी - फटी ऄगरिी म

नहदी बोलन म ईनह ऄड़चन ह

कया ऄगरिी बोलन म ही बड़पपन ह

य तो बस नइ पीड़ी का लड़कपन ह

ईनक नलए तो य एक फशन ह |

पर नयी पीड़ी का आसम कया कसर

जब हमन ही बना नलया ऄगरिी का दसतर

आनगलश मीनडयम सकल म करात ह एडनमशन

चाह दनी पड़ नकतनी ही डोनशन |

मोदी क साथ अज दश न भी नहदी को ऄपनाया ह

डीजीएच न भी नहदी म कदम बढ़ाया ह

नहदी म काम करन पर परोतसाहन नदलवाया ह

मझ अज आस कावय पाठ परनतयोनगता म खड़ा करवाया ह |

म सोचती ह कया हक ह मझ आन आनामो का

राषरभाषा को नहदी क माधयम स ऄपनान का

तरीका बस यही ह काम करवान का

नही यह मागब नही ह ऄपनी राषरभाषा बचान का |

आक नदन ऐसा अएगा ऄगरिी म काम करन पर

डीजीएच दवारा आनाम नदया जाएगा नहदी म तो काम सवतः ही हो जाएगा

यही ह मरी अशा ऄववल दज पर हो नहदी भाषा

जस नबदी ह सौनदयब हमार वश की वस नहदी ह गौरव हमार दश की |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

10

चलो िल बचाए

चलो भाइ तल बचाना ह

दफतर स घर घर स दफतर

सबको पदल साइनकल चलवाना ह |

तल तो काला सोना ह

असानी स कयो खोना ह

कछ कल क नलए भी रखना ह

ऄब पदल ही हम चलना ह |

चलो भाइ तल बचात ह

दफतर एक कार म अत-जात ह

अज मरी कल ईसकी

सबकी बारी लगात ह

अओ हम तल बचात ह |

दश को अतमननभबर बनात ह

अज भी आसका रोना ह

दोहन आसका होता ह

गर अज भी न चत हम

लगिरी कार-बाआक न छोड़ हम

तो कल कया रह जाएगा

पन साइनकल वाहन ही काम अएगा |

नगरधारी लाल हसा

ईप महापरबधक (भनवजञान)

11

हमारा लड़का इजीतरनयर ह

शरीमान बात बड़ी नकलयर ह

हमारा लड़का आजीननयर ह |

दनखए साहब हमन ईस पढ़ाया नलखाया ह

हिारो रपए लगाकर आजीननयर बनाया ह |

हर साल की डरस फीस नकताबो का कल खचब

लगभग पाच लाख अता ह

नजसका सीधा सबध दहज स जड़ जाता ह |

हम अपकी लड़की को गह लकषमी तो ऄवशय बनाएग

नकनत कया अप पाच लाख द पाएग

ऄब तक मौन बठ लड़की क नपता न मौन तोड़ा

और एक भाव पणब तीर छोड़ा |

बोला शरीमान अपकी बड़ी महरबानी

यह लकषमी तो अनी जानी |

म अपकी सदर भावनाओ का सममान करता ह

ऄतः परसताव पाच की जगह पाच लाख पचास हिार रखता ह

कयोनक एक नदन अपका लड़का सवगबवासी हो जाएगा

कया नकरयाकमब का खचाब पड़ोसी ईठाएगा

नही-नही यह पचास हिार ईस वकत काम अएगा |

नफर एकाएक लड़की क नपता का चहरा हो गया लाल

वह ईठा और ऄपन नौकर को बला नलया ततकाल |

कहा आन महाशय को बाहर का रासता नदखला दो

तानक य दहज-दानव दौड़ता-2 नहदसतान की सीमा स बहत दर चला जाए

तानक नकसी ऄनय घर म घसकर दहज की माग न लगाए

नकसी ऄसहाय मासम ललना की मतय का कारण न बन जाए |

नहा बाजपयी

वररषठ भनवजञानी

12

तर नदगी

कभी गम तो कभी ख़शी ह निनदगी

कभी धप तो कभी छाव ह निनदगी

नवधाता न जो नदया आक ऄदभत ईपहार ह निनदगी

कदरत न जो धरती पर नबखरा वो पयार ह निनदगी

नजसस हर रोि नए-नए सबक नमलत ह

यथाथो का ऄनभव करान वाली ऐसी कड़ी ह निनदगी

नजस कोइ न समझ सक ऐसी पहली ह निनदगी

कभी तनहाआयो म हमारी सहली ह निनदगी

ऄपन-ऄपन कमो क अधार पर नमलती ह य निनदगी

कभी सपनो की भीड़ तो कभी ऄकली ह निनदगी

जो समय क साथ बदलती रह वो ससकनत ह निनदगी

खटटी-मीठी यादो की समनत ह निनदगी

कोइ न जानकर भी जान लता ह सब कछ ऐसी ह निनदगी

तो नकसी क नलए ईलझी हइ पहली ह निनदगी

जो हर पल नदी की तरह बहती रह ऐसी ह निनदगी

जो पल-पल चलती रह ऐसी ह निनदगी

कोइ हर पररनसथनत म रो-रोकर गजारता ह निनदगी

तो नकसी क नलए गम म भी मसकरान का हौसला ह निनदगी

कभी ईगता सरज तो कभी ऄधरी ननशा ह निनदगी

इिर का नदया मा स नमला ऄनमोल ईपहार ह निनदगी

तो तम य ही न नबताओ ऄपनी निनदगी

दसरो स हटकर तम बनाओ ऄपनी निनदगी

दननया क शोर म न खो जाए तमहारी य निनदगी

निनदगी भी तमह दखकर मसकराए ऐसी नबताओ तम निनदगी

दीपाली नबदरा

मानव ससाधन एव परशासन ऄनभाग

13

मोटाप की मारी म बचारी

माथा तो ठनका जब हमारा

बािार म लोगो न बनहन जी

न बला माताजी कह कर पकारा

यह तमाचा तो हम लगा बड़ा करारा |

सोचा नफजल खच नकए बाल रगन म पालबर जान म

नए फशन क कपड़ पहनन म

मन म एक ईदासी सी छा गइ

तन म तो जस अग लग गइ |

बचचो न पनत न बहत समझाया

तमहारा भरम ह कह क फसलाया

परनत ऄत म यह ननषकषब ननकल कर अया

हमार मोटाप को ही कारण बतलाया |

ठान ली हमन पतल होन की नजम जान लग

परनत जब नजम का भी ऄसर निर न अया

तो आशतहार दख कर डाआटीनशयन का नबर नमलाया

डाआटीनशयन न तो मीठ और घी को िहर बताया |

ऄब कही शादी पाटी म जान को जी नही करता था

औरो की पलट दख कर ही पट भरना पड़ता था

घर की तो छोड़ो अफत तो ऑनफस म भी थी

कयोनक यहा हर मीनटग पाटी म नमठाइ और समोसा जो नमलता था |

मन मसोस कर सब कछ सहा

पतल होन की अस म नकसी स कछ नही कहा

परनत जब नजम और डाआटीनशयन का नबल कटा

तो दो - चार नकलो विन वस ही घटा |

ऄब और पस दन की नहममत न थी

मन पर सयम की नदककत हो रही थी

सोचा अध स ज़यादा निनदगी गिार दी जदो जहद म

बानक की न गजारग खान की नकललत म

आसनलए अज आस हासय कनवता परनतयोनगता म मझ आनाम नमल न नमल

परनत नमठाइ और पकोड़ा िरर नमल

जब तक मन जवान ह मह म मीठी िबान ह

नदल म ऄरमान ह तो हम भी तीर कमान ह |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

14

माा की गोद

मा म नफर स तरी गोद म सोना चाहता ह

य दननया मरी समझ म नही अती

तरी थपनकया ही बहत थी

म बनफकर सो जाता था |

तर अचल की छाव म सकन था

बचनी यहा थोक क भाव नमलती

हर कोइ मा की बात करता

पर मा क पयार स सीचा नदल कही न नदखता |

कसा हो गया य समाज

ऄधी दौड़ म जज़बात कौनड़यो क भाव नबकता

मा मझ बला ल ऄपन पास

चहर समझ म न अत मझ

तरी लोररयो क पाि ही सचच थ

हम मासम तरी गोद म ही ऄचछ थ |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

15

उड़ान

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह

नकए कइ ह नशखरारोहण

नफर भी अग उच-उच

नशखर और भी शीश ईठाए

नचर अमिण की मदरा म खड़ ऄभी ह

नही ईमर को नगना वषब स

नगनता कवल गया ईनह जो

सखा बध सब नमल मागब म

याद नजनकी ऄतमबन म |

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह |

कनवता वतस

डीजी सल

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 8: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

8

कया ह य तर दगी

एक खामोशी नजस बोलना ह

एक दीवार नजस पार कर जाना ह

एक सवपन नजस पाना ह

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

एक दोसत मझ समझन क नलए

एक रदय मरी भावना को समझन क नलए

एक बचपन जो मझ नफर स जीना ह

सोचती ह कया ह निदगी |

एक लकषय जहा पहचना ह

एक अशीवाबद जो पाना ह

थक जाउ गर सहारा द मझ एक कनधा

कया य ज़यादा सपन ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

सच को ढढन का साहस

ज़यादा पान का जञान

एक सदर रदय जो ऄपनाए सबको

ज़यादा तो नही मागा ह निदगी स

सोचती ह कया ह निदगी |

पनम

कायबकारी ऄनभयता (ईतपादन)

9

मरी आशा

ऄगरि तो भारत छोड़ गए पर नहदी स हमारा नाता भी तोड़ गए

ऄगरिी स मख मत मोड़ो पर नहदी को भी साथ म जोड़ो

आस तोड़-मोड़ क चककर म नहदी ही मरती जाती ह

हमारी भाषा हम स ही दर होती जाती ह |

न बर मझ ऄगरिो स न बर मझ ऄगरिी स

पर नफरत होती ह ईनस जो ना अन पर

भी बोलत हमस टटी - फटी ऄगरिी म

नहदी बोलन म ईनह ऄड़चन ह

कया ऄगरिी बोलन म ही बड़पपन ह

य तो बस नइ पीड़ी का लड़कपन ह

ईनक नलए तो य एक फशन ह |

पर नयी पीड़ी का आसम कया कसर

जब हमन ही बना नलया ऄगरिी का दसतर

आनगलश मीनडयम सकल म करात ह एडनमशन

चाह दनी पड़ नकतनी ही डोनशन |

मोदी क साथ अज दश न भी नहदी को ऄपनाया ह

डीजीएच न भी नहदी म कदम बढ़ाया ह

नहदी म काम करन पर परोतसाहन नदलवाया ह

मझ अज आस कावय पाठ परनतयोनगता म खड़ा करवाया ह |

म सोचती ह कया हक ह मझ आन आनामो का

राषरभाषा को नहदी क माधयम स ऄपनान का

तरीका बस यही ह काम करवान का

नही यह मागब नही ह ऄपनी राषरभाषा बचान का |

आक नदन ऐसा अएगा ऄगरिी म काम करन पर

डीजीएच दवारा आनाम नदया जाएगा नहदी म तो काम सवतः ही हो जाएगा

यही ह मरी अशा ऄववल दज पर हो नहदी भाषा

जस नबदी ह सौनदयब हमार वश की वस नहदी ह गौरव हमार दश की |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

10

चलो िल बचाए

चलो भाइ तल बचाना ह

दफतर स घर घर स दफतर

सबको पदल साइनकल चलवाना ह |

तल तो काला सोना ह

असानी स कयो खोना ह

कछ कल क नलए भी रखना ह

ऄब पदल ही हम चलना ह |

चलो भाइ तल बचात ह

दफतर एक कार म अत-जात ह

अज मरी कल ईसकी

सबकी बारी लगात ह

अओ हम तल बचात ह |

दश को अतमननभबर बनात ह

अज भी आसका रोना ह

दोहन आसका होता ह

गर अज भी न चत हम

लगिरी कार-बाआक न छोड़ हम

तो कल कया रह जाएगा

पन साइनकल वाहन ही काम अएगा |

नगरधारी लाल हसा

ईप महापरबधक (भनवजञान)

11

हमारा लड़का इजीतरनयर ह

शरीमान बात बड़ी नकलयर ह

हमारा लड़का आजीननयर ह |

दनखए साहब हमन ईस पढ़ाया नलखाया ह

हिारो रपए लगाकर आजीननयर बनाया ह |

हर साल की डरस फीस नकताबो का कल खचब

लगभग पाच लाख अता ह

नजसका सीधा सबध दहज स जड़ जाता ह |

हम अपकी लड़की को गह लकषमी तो ऄवशय बनाएग

नकनत कया अप पाच लाख द पाएग

ऄब तक मौन बठ लड़की क नपता न मौन तोड़ा

और एक भाव पणब तीर छोड़ा |

बोला शरीमान अपकी बड़ी महरबानी

यह लकषमी तो अनी जानी |

म अपकी सदर भावनाओ का सममान करता ह

ऄतः परसताव पाच की जगह पाच लाख पचास हिार रखता ह

कयोनक एक नदन अपका लड़का सवगबवासी हो जाएगा

कया नकरयाकमब का खचाब पड़ोसी ईठाएगा

नही-नही यह पचास हिार ईस वकत काम अएगा |

नफर एकाएक लड़की क नपता का चहरा हो गया लाल

वह ईठा और ऄपन नौकर को बला नलया ततकाल |

कहा आन महाशय को बाहर का रासता नदखला दो

तानक य दहज-दानव दौड़ता-2 नहदसतान की सीमा स बहत दर चला जाए

तानक नकसी ऄनय घर म घसकर दहज की माग न लगाए

नकसी ऄसहाय मासम ललना की मतय का कारण न बन जाए |

नहा बाजपयी

वररषठ भनवजञानी

12

तर नदगी

कभी गम तो कभी ख़शी ह निनदगी

कभी धप तो कभी छाव ह निनदगी

नवधाता न जो नदया आक ऄदभत ईपहार ह निनदगी

कदरत न जो धरती पर नबखरा वो पयार ह निनदगी

नजसस हर रोि नए-नए सबक नमलत ह

यथाथो का ऄनभव करान वाली ऐसी कड़ी ह निनदगी

नजस कोइ न समझ सक ऐसी पहली ह निनदगी

कभी तनहाआयो म हमारी सहली ह निनदगी

ऄपन-ऄपन कमो क अधार पर नमलती ह य निनदगी

कभी सपनो की भीड़ तो कभी ऄकली ह निनदगी

जो समय क साथ बदलती रह वो ससकनत ह निनदगी

खटटी-मीठी यादो की समनत ह निनदगी

कोइ न जानकर भी जान लता ह सब कछ ऐसी ह निनदगी

तो नकसी क नलए ईलझी हइ पहली ह निनदगी

जो हर पल नदी की तरह बहती रह ऐसी ह निनदगी

जो पल-पल चलती रह ऐसी ह निनदगी

कोइ हर पररनसथनत म रो-रोकर गजारता ह निनदगी

तो नकसी क नलए गम म भी मसकरान का हौसला ह निनदगी

कभी ईगता सरज तो कभी ऄधरी ननशा ह निनदगी

इिर का नदया मा स नमला ऄनमोल ईपहार ह निनदगी

तो तम य ही न नबताओ ऄपनी निनदगी

दसरो स हटकर तम बनाओ ऄपनी निनदगी

दननया क शोर म न खो जाए तमहारी य निनदगी

निनदगी भी तमह दखकर मसकराए ऐसी नबताओ तम निनदगी

दीपाली नबदरा

मानव ससाधन एव परशासन ऄनभाग

13

मोटाप की मारी म बचारी

माथा तो ठनका जब हमारा

बािार म लोगो न बनहन जी

न बला माताजी कह कर पकारा

यह तमाचा तो हम लगा बड़ा करारा |

सोचा नफजल खच नकए बाल रगन म पालबर जान म

नए फशन क कपड़ पहनन म

मन म एक ईदासी सी छा गइ

तन म तो जस अग लग गइ |

बचचो न पनत न बहत समझाया

तमहारा भरम ह कह क फसलाया

परनत ऄत म यह ननषकषब ननकल कर अया

हमार मोटाप को ही कारण बतलाया |

ठान ली हमन पतल होन की नजम जान लग

परनत जब नजम का भी ऄसर निर न अया

तो आशतहार दख कर डाआटीनशयन का नबर नमलाया

डाआटीनशयन न तो मीठ और घी को िहर बताया |

ऄब कही शादी पाटी म जान को जी नही करता था

औरो की पलट दख कर ही पट भरना पड़ता था

घर की तो छोड़ो अफत तो ऑनफस म भी थी

कयोनक यहा हर मीनटग पाटी म नमठाइ और समोसा जो नमलता था |

मन मसोस कर सब कछ सहा

पतल होन की अस म नकसी स कछ नही कहा

परनत जब नजम और डाआटीनशयन का नबल कटा

तो दो - चार नकलो विन वस ही घटा |

ऄब और पस दन की नहममत न थी

मन पर सयम की नदककत हो रही थी

सोचा अध स ज़यादा निनदगी गिार दी जदो जहद म

बानक की न गजारग खान की नकललत म

आसनलए अज आस हासय कनवता परनतयोनगता म मझ आनाम नमल न नमल

परनत नमठाइ और पकोड़ा िरर नमल

जब तक मन जवान ह मह म मीठी िबान ह

नदल म ऄरमान ह तो हम भी तीर कमान ह |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

14

माा की गोद

मा म नफर स तरी गोद म सोना चाहता ह

य दननया मरी समझ म नही अती

तरी थपनकया ही बहत थी

म बनफकर सो जाता था |

तर अचल की छाव म सकन था

बचनी यहा थोक क भाव नमलती

हर कोइ मा की बात करता

पर मा क पयार स सीचा नदल कही न नदखता |

कसा हो गया य समाज

ऄधी दौड़ म जज़बात कौनड़यो क भाव नबकता

मा मझ बला ल ऄपन पास

चहर समझ म न अत मझ

तरी लोररयो क पाि ही सचच थ

हम मासम तरी गोद म ही ऄचछ थ |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

15

उड़ान

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह

नकए कइ ह नशखरारोहण

नफर भी अग उच-उच

नशखर और भी शीश ईठाए

नचर अमिण की मदरा म खड़ ऄभी ह

नही ईमर को नगना वषब स

नगनता कवल गया ईनह जो

सखा बध सब नमल मागब म

याद नजनकी ऄतमबन म |

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह |

कनवता वतस

डीजी सल

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 9: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

9

मरी आशा

ऄगरि तो भारत छोड़ गए पर नहदी स हमारा नाता भी तोड़ गए

ऄगरिी स मख मत मोड़ो पर नहदी को भी साथ म जोड़ो

आस तोड़-मोड़ क चककर म नहदी ही मरती जाती ह

हमारी भाषा हम स ही दर होती जाती ह |

न बर मझ ऄगरिो स न बर मझ ऄगरिी स

पर नफरत होती ह ईनस जो ना अन पर

भी बोलत हमस टटी - फटी ऄगरिी म

नहदी बोलन म ईनह ऄड़चन ह

कया ऄगरिी बोलन म ही बड़पपन ह

य तो बस नइ पीड़ी का लड़कपन ह

ईनक नलए तो य एक फशन ह |

पर नयी पीड़ी का आसम कया कसर

जब हमन ही बना नलया ऄगरिी का दसतर

आनगलश मीनडयम सकल म करात ह एडनमशन

चाह दनी पड़ नकतनी ही डोनशन |

मोदी क साथ अज दश न भी नहदी को ऄपनाया ह

डीजीएच न भी नहदी म कदम बढ़ाया ह

नहदी म काम करन पर परोतसाहन नदलवाया ह

मझ अज आस कावय पाठ परनतयोनगता म खड़ा करवाया ह |

म सोचती ह कया हक ह मझ आन आनामो का

राषरभाषा को नहदी क माधयम स ऄपनान का

तरीका बस यही ह काम करवान का

नही यह मागब नही ह ऄपनी राषरभाषा बचान का |

आक नदन ऐसा अएगा ऄगरिी म काम करन पर

डीजीएच दवारा आनाम नदया जाएगा नहदी म तो काम सवतः ही हो जाएगा

यही ह मरी अशा ऄववल दज पर हो नहदी भाषा

जस नबदी ह सौनदयब हमार वश की वस नहदी ह गौरव हमार दश की |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

10

चलो िल बचाए

चलो भाइ तल बचाना ह

दफतर स घर घर स दफतर

सबको पदल साइनकल चलवाना ह |

तल तो काला सोना ह

असानी स कयो खोना ह

कछ कल क नलए भी रखना ह

ऄब पदल ही हम चलना ह |

चलो भाइ तल बचात ह

दफतर एक कार म अत-जात ह

अज मरी कल ईसकी

सबकी बारी लगात ह

अओ हम तल बचात ह |

दश को अतमननभबर बनात ह

अज भी आसका रोना ह

दोहन आसका होता ह

गर अज भी न चत हम

लगिरी कार-बाआक न छोड़ हम

तो कल कया रह जाएगा

पन साइनकल वाहन ही काम अएगा |

नगरधारी लाल हसा

ईप महापरबधक (भनवजञान)

11

हमारा लड़का इजीतरनयर ह

शरीमान बात बड़ी नकलयर ह

हमारा लड़का आजीननयर ह |

दनखए साहब हमन ईस पढ़ाया नलखाया ह

हिारो रपए लगाकर आजीननयर बनाया ह |

हर साल की डरस फीस नकताबो का कल खचब

लगभग पाच लाख अता ह

नजसका सीधा सबध दहज स जड़ जाता ह |

हम अपकी लड़की को गह लकषमी तो ऄवशय बनाएग

नकनत कया अप पाच लाख द पाएग

ऄब तक मौन बठ लड़की क नपता न मौन तोड़ा

और एक भाव पणब तीर छोड़ा |

बोला शरीमान अपकी बड़ी महरबानी

यह लकषमी तो अनी जानी |

म अपकी सदर भावनाओ का सममान करता ह

ऄतः परसताव पाच की जगह पाच लाख पचास हिार रखता ह

कयोनक एक नदन अपका लड़का सवगबवासी हो जाएगा

कया नकरयाकमब का खचाब पड़ोसी ईठाएगा

नही-नही यह पचास हिार ईस वकत काम अएगा |

नफर एकाएक लड़की क नपता का चहरा हो गया लाल

वह ईठा और ऄपन नौकर को बला नलया ततकाल |

कहा आन महाशय को बाहर का रासता नदखला दो

तानक य दहज-दानव दौड़ता-2 नहदसतान की सीमा स बहत दर चला जाए

तानक नकसी ऄनय घर म घसकर दहज की माग न लगाए

नकसी ऄसहाय मासम ललना की मतय का कारण न बन जाए |

नहा बाजपयी

वररषठ भनवजञानी

12

तर नदगी

कभी गम तो कभी ख़शी ह निनदगी

कभी धप तो कभी छाव ह निनदगी

नवधाता न जो नदया आक ऄदभत ईपहार ह निनदगी

कदरत न जो धरती पर नबखरा वो पयार ह निनदगी

नजसस हर रोि नए-नए सबक नमलत ह

यथाथो का ऄनभव करान वाली ऐसी कड़ी ह निनदगी

नजस कोइ न समझ सक ऐसी पहली ह निनदगी

कभी तनहाआयो म हमारी सहली ह निनदगी

ऄपन-ऄपन कमो क अधार पर नमलती ह य निनदगी

कभी सपनो की भीड़ तो कभी ऄकली ह निनदगी

जो समय क साथ बदलती रह वो ससकनत ह निनदगी

खटटी-मीठी यादो की समनत ह निनदगी

कोइ न जानकर भी जान लता ह सब कछ ऐसी ह निनदगी

तो नकसी क नलए ईलझी हइ पहली ह निनदगी

जो हर पल नदी की तरह बहती रह ऐसी ह निनदगी

जो पल-पल चलती रह ऐसी ह निनदगी

कोइ हर पररनसथनत म रो-रोकर गजारता ह निनदगी

तो नकसी क नलए गम म भी मसकरान का हौसला ह निनदगी

कभी ईगता सरज तो कभी ऄधरी ननशा ह निनदगी

इिर का नदया मा स नमला ऄनमोल ईपहार ह निनदगी

तो तम य ही न नबताओ ऄपनी निनदगी

दसरो स हटकर तम बनाओ ऄपनी निनदगी

दननया क शोर म न खो जाए तमहारी य निनदगी

निनदगी भी तमह दखकर मसकराए ऐसी नबताओ तम निनदगी

दीपाली नबदरा

मानव ससाधन एव परशासन ऄनभाग

13

मोटाप की मारी म बचारी

माथा तो ठनका जब हमारा

बािार म लोगो न बनहन जी

न बला माताजी कह कर पकारा

यह तमाचा तो हम लगा बड़ा करारा |

सोचा नफजल खच नकए बाल रगन म पालबर जान म

नए फशन क कपड़ पहनन म

मन म एक ईदासी सी छा गइ

तन म तो जस अग लग गइ |

बचचो न पनत न बहत समझाया

तमहारा भरम ह कह क फसलाया

परनत ऄत म यह ननषकषब ननकल कर अया

हमार मोटाप को ही कारण बतलाया |

ठान ली हमन पतल होन की नजम जान लग

परनत जब नजम का भी ऄसर निर न अया

तो आशतहार दख कर डाआटीनशयन का नबर नमलाया

डाआटीनशयन न तो मीठ और घी को िहर बताया |

ऄब कही शादी पाटी म जान को जी नही करता था

औरो की पलट दख कर ही पट भरना पड़ता था

घर की तो छोड़ो अफत तो ऑनफस म भी थी

कयोनक यहा हर मीनटग पाटी म नमठाइ और समोसा जो नमलता था |

मन मसोस कर सब कछ सहा

पतल होन की अस म नकसी स कछ नही कहा

परनत जब नजम और डाआटीनशयन का नबल कटा

तो दो - चार नकलो विन वस ही घटा |

ऄब और पस दन की नहममत न थी

मन पर सयम की नदककत हो रही थी

सोचा अध स ज़यादा निनदगी गिार दी जदो जहद म

बानक की न गजारग खान की नकललत म

आसनलए अज आस हासय कनवता परनतयोनगता म मझ आनाम नमल न नमल

परनत नमठाइ और पकोड़ा िरर नमल

जब तक मन जवान ह मह म मीठी िबान ह

नदल म ऄरमान ह तो हम भी तीर कमान ह |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

14

माा की गोद

मा म नफर स तरी गोद म सोना चाहता ह

य दननया मरी समझ म नही अती

तरी थपनकया ही बहत थी

म बनफकर सो जाता था |

तर अचल की छाव म सकन था

बचनी यहा थोक क भाव नमलती

हर कोइ मा की बात करता

पर मा क पयार स सीचा नदल कही न नदखता |

कसा हो गया य समाज

ऄधी दौड़ म जज़बात कौनड़यो क भाव नबकता

मा मझ बला ल ऄपन पास

चहर समझ म न अत मझ

तरी लोररयो क पाि ही सचच थ

हम मासम तरी गोद म ही ऄचछ थ |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

15

उड़ान

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह

नकए कइ ह नशखरारोहण

नफर भी अग उच-उच

नशखर और भी शीश ईठाए

नचर अमिण की मदरा म खड़ ऄभी ह

नही ईमर को नगना वषब स

नगनता कवल गया ईनह जो

सखा बध सब नमल मागब म

याद नजनकी ऄतमबन म |

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह |

कनवता वतस

डीजी सल

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 10: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

10

चलो िल बचाए

चलो भाइ तल बचाना ह

दफतर स घर घर स दफतर

सबको पदल साइनकल चलवाना ह |

तल तो काला सोना ह

असानी स कयो खोना ह

कछ कल क नलए भी रखना ह

ऄब पदल ही हम चलना ह |

चलो भाइ तल बचात ह

दफतर एक कार म अत-जात ह

अज मरी कल ईसकी

सबकी बारी लगात ह

अओ हम तल बचात ह |

दश को अतमननभबर बनात ह

अज भी आसका रोना ह

दोहन आसका होता ह

गर अज भी न चत हम

लगिरी कार-बाआक न छोड़ हम

तो कल कया रह जाएगा

पन साइनकल वाहन ही काम अएगा |

नगरधारी लाल हसा

ईप महापरबधक (भनवजञान)

11

हमारा लड़का इजीतरनयर ह

शरीमान बात बड़ी नकलयर ह

हमारा लड़का आजीननयर ह |

दनखए साहब हमन ईस पढ़ाया नलखाया ह

हिारो रपए लगाकर आजीननयर बनाया ह |

हर साल की डरस फीस नकताबो का कल खचब

लगभग पाच लाख अता ह

नजसका सीधा सबध दहज स जड़ जाता ह |

हम अपकी लड़की को गह लकषमी तो ऄवशय बनाएग

नकनत कया अप पाच लाख द पाएग

ऄब तक मौन बठ लड़की क नपता न मौन तोड़ा

और एक भाव पणब तीर छोड़ा |

बोला शरीमान अपकी बड़ी महरबानी

यह लकषमी तो अनी जानी |

म अपकी सदर भावनाओ का सममान करता ह

ऄतः परसताव पाच की जगह पाच लाख पचास हिार रखता ह

कयोनक एक नदन अपका लड़का सवगबवासी हो जाएगा

कया नकरयाकमब का खचाब पड़ोसी ईठाएगा

नही-नही यह पचास हिार ईस वकत काम अएगा |

नफर एकाएक लड़की क नपता का चहरा हो गया लाल

वह ईठा और ऄपन नौकर को बला नलया ततकाल |

कहा आन महाशय को बाहर का रासता नदखला दो

तानक य दहज-दानव दौड़ता-2 नहदसतान की सीमा स बहत दर चला जाए

तानक नकसी ऄनय घर म घसकर दहज की माग न लगाए

नकसी ऄसहाय मासम ललना की मतय का कारण न बन जाए |

नहा बाजपयी

वररषठ भनवजञानी

12

तर नदगी

कभी गम तो कभी ख़शी ह निनदगी

कभी धप तो कभी छाव ह निनदगी

नवधाता न जो नदया आक ऄदभत ईपहार ह निनदगी

कदरत न जो धरती पर नबखरा वो पयार ह निनदगी

नजसस हर रोि नए-नए सबक नमलत ह

यथाथो का ऄनभव करान वाली ऐसी कड़ी ह निनदगी

नजस कोइ न समझ सक ऐसी पहली ह निनदगी

कभी तनहाआयो म हमारी सहली ह निनदगी

ऄपन-ऄपन कमो क अधार पर नमलती ह य निनदगी

कभी सपनो की भीड़ तो कभी ऄकली ह निनदगी

जो समय क साथ बदलती रह वो ससकनत ह निनदगी

खटटी-मीठी यादो की समनत ह निनदगी

कोइ न जानकर भी जान लता ह सब कछ ऐसी ह निनदगी

तो नकसी क नलए ईलझी हइ पहली ह निनदगी

जो हर पल नदी की तरह बहती रह ऐसी ह निनदगी

जो पल-पल चलती रह ऐसी ह निनदगी

कोइ हर पररनसथनत म रो-रोकर गजारता ह निनदगी

तो नकसी क नलए गम म भी मसकरान का हौसला ह निनदगी

कभी ईगता सरज तो कभी ऄधरी ननशा ह निनदगी

इिर का नदया मा स नमला ऄनमोल ईपहार ह निनदगी

तो तम य ही न नबताओ ऄपनी निनदगी

दसरो स हटकर तम बनाओ ऄपनी निनदगी

दननया क शोर म न खो जाए तमहारी य निनदगी

निनदगी भी तमह दखकर मसकराए ऐसी नबताओ तम निनदगी

दीपाली नबदरा

मानव ससाधन एव परशासन ऄनभाग

13

मोटाप की मारी म बचारी

माथा तो ठनका जब हमारा

बािार म लोगो न बनहन जी

न बला माताजी कह कर पकारा

यह तमाचा तो हम लगा बड़ा करारा |

सोचा नफजल खच नकए बाल रगन म पालबर जान म

नए फशन क कपड़ पहनन म

मन म एक ईदासी सी छा गइ

तन म तो जस अग लग गइ |

बचचो न पनत न बहत समझाया

तमहारा भरम ह कह क फसलाया

परनत ऄत म यह ननषकषब ननकल कर अया

हमार मोटाप को ही कारण बतलाया |

ठान ली हमन पतल होन की नजम जान लग

परनत जब नजम का भी ऄसर निर न अया

तो आशतहार दख कर डाआटीनशयन का नबर नमलाया

डाआटीनशयन न तो मीठ और घी को िहर बताया |

ऄब कही शादी पाटी म जान को जी नही करता था

औरो की पलट दख कर ही पट भरना पड़ता था

घर की तो छोड़ो अफत तो ऑनफस म भी थी

कयोनक यहा हर मीनटग पाटी म नमठाइ और समोसा जो नमलता था |

मन मसोस कर सब कछ सहा

पतल होन की अस म नकसी स कछ नही कहा

परनत जब नजम और डाआटीनशयन का नबल कटा

तो दो - चार नकलो विन वस ही घटा |

ऄब और पस दन की नहममत न थी

मन पर सयम की नदककत हो रही थी

सोचा अध स ज़यादा निनदगी गिार दी जदो जहद म

बानक की न गजारग खान की नकललत म

आसनलए अज आस हासय कनवता परनतयोनगता म मझ आनाम नमल न नमल

परनत नमठाइ और पकोड़ा िरर नमल

जब तक मन जवान ह मह म मीठी िबान ह

नदल म ऄरमान ह तो हम भी तीर कमान ह |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

14

माा की गोद

मा म नफर स तरी गोद म सोना चाहता ह

य दननया मरी समझ म नही अती

तरी थपनकया ही बहत थी

म बनफकर सो जाता था |

तर अचल की छाव म सकन था

बचनी यहा थोक क भाव नमलती

हर कोइ मा की बात करता

पर मा क पयार स सीचा नदल कही न नदखता |

कसा हो गया य समाज

ऄधी दौड़ म जज़बात कौनड़यो क भाव नबकता

मा मझ बला ल ऄपन पास

चहर समझ म न अत मझ

तरी लोररयो क पाि ही सचच थ

हम मासम तरी गोद म ही ऄचछ थ |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

15

उड़ान

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह

नकए कइ ह नशखरारोहण

नफर भी अग उच-उच

नशखर और भी शीश ईठाए

नचर अमिण की मदरा म खड़ ऄभी ह

नही ईमर को नगना वषब स

नगनता कवल गया ईनह जो

सखा बध सब नमल मागब म

याद नजनकी ऄतमबन म |

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह |

कनवता वतस

डीजी सल

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 11: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

11

हमारा लड़का इजीतरनयर ह

शरीमान बात बड़ी नकलयर ह

हमारा लड़का आजीननयर ह |

दनखए साहब हमन ईस पढ़ाया नलखाया ह

हिारो रपए लगाकर आजीननयर बनाया ह |

हर साल की डरस फीस नकताबो का कल खचब

लगभग पाच लाख अता ह

नजसका सीधा सबध दहज स जड़ जाता ह |

हम अपकी लड़की को गह लकषमी तो ऄवशय बनाएग

नकनत कया अप पाच लाख द पाएग

ऄब तक मौन बठ लड़की क नपता न मौन तोड़ा

और एक भाव पणब तीर छोड़ा |

बोला शरीमान अपकी बड़ी महरबानी

यह लकषमी तो अनी जानी |

म अपकी सदर भावनाओ का सममान करता ह

ऄतः परसताव पाच की जगह पाच लाख पचास हिार रखता ह

कयोनक एक नदन अपका लड़का सवगबवासी हो जाएगा

कया नकरयाकमब का खचाब पड़ोसी ईठाएगा

नही-नही यह पचास हिार ईस वकत काम अएगा |

नफर एकाएक लड़की क नपता का चहरा हो गया लाल

वह ईठा और ऄपन नौकर को बला नलया ततकाल |

कहा आन महाशय को बाहर का रासता नदखला दो

तानक य दहज-दानव दौड़ता-2 नहदसतान की सीमा स बहत दर चला जाए

तानक नकसी ऄनय घर म घसकर दहज की माग न लगाए

नकसी ऄसहाय मासम ललना की मतय का कारण न बन जाए |

नहा बाजपयी

वररषठ भनवजञानी

12

तर नदगी

कभी गम तो कभी ख़शी ह निनदगी

कभी धप तो कभी छाव ह निनदगी

नवधाता न जो नदया आक ऄदभत ईपहार ह निनदगी

कदरत न जो धरती पर नबखरा वो पयार ह निनदगी

नजसस हर रोि नए-नए सबक नमलत ह

यथाथो का ऄनभव करान वाली ऐसी कड़ी ह निनदगी

नजस कोइ न समझ सक ऐसी पहली ह निनदगी

कभी तनहाआयो म हमारी सहली ह निनदगी

ऄपन-ऄपन कमो क अधार पर नमलती ह य निनदगी

कभी सपनो की भीड़ तो कभी ऄकली ह निनदगी

जो समय क साथ बदलती रह वो ससकनत ह निनदगी

खटटी-मीठी यादो की समनत ह निनदगी

कोइ न जानकर भी जान लता ह सब कछ ऐसी ह निनदगी

तो नकसी क नलए ईलझी हइ पहली ह निनदगी

जो हर पल नदी की तरह बहती रह ऐसी ह निनदगी

जो पल-पल चलती रह ऐसी ह निनदगी

कोइ हर पररनसथनत म रो-रोकर गजारता ह निनदगी

तो नकसी क नलए गम म भी मसकरान का हौसला ह निनदगी

कभी ईगता सरज तो कभी ऄधरी ननशा ह निनदगी

इिर का नदया मा स नमला ऄनमोल ईपहार ह निनदगी

तो तम य ही न नबताओ ऄपनी निनदगी

दसरो स हटकर तम बनाओ ऄपनी निनदगी

दननया क शोर म न खो जाए तमहारी य निनदगी

निनदगी भी तमह दखकर मसकराए ऐसी नबताओ तम निनदगी

दीपाली नबदरा

मानव ससाधन एव परशासन ऄनभाग

13

मोटाप की मारी म बचारी

माथा तो ठनका जब हमारा

बािार म लोगो न बनहन जी

न बला माताजी कह कर पकारा

यह तमाचा तो हम लगा बड़ा करारा |

सोचा नफजल खच नकए बाल रगन म पालबर जान म

नए फशन क कपड़ पहनन म

मन म एक ईदासी सी छा गइ

तन म तो जस अग लग गइ |

बचचो न पनत न बहत समझाया

तमहारा भरम ह कह क फसलाया

परनत ऄत म यह ननषकषब ननकल कर अया

हमार मोटाप को ही कारण बतलाया |

ठान ली हमन पतल होन की नजम जान लग

परनत जब नजम का भी ऄसर निर न अया

तो आशतहार दख कर डाआटीनशयन का नबर नमलाया

डाआटीनशयन न तो मीठ और घी को िहर बताया |

ऄब कही शादी पाटी म जान को जी नही करता था

औरो की पलट दख कर ही पट भरना पड़ता था

घर की तो छोड़ो अफत तो ऑनफस म भी थी

कयोनक यहा हर मीनटग पाटी म नमठाइ और समोसा जो नमलता था |

मन मसोस कर सब कछ सहा

पतल होन की अस म नकसी स कछ नही कहा

परनत जब नजम और डाआटीनशयन का नबल कटा

तो दो - चार नकलो विन वस ही घटा |

ऄब और पस दन की नहममत न थी

मन पर सयम की नदककत हो रही थी

सोचा अध स ज़यादा निनदगी गिार दी जदो जहद म

बानक की न गजारग खान की नकललत म

आसनलए अज आस हासय कनवता परनतयोनगता म मझ आनाम नमल न नमल

परनत नमठाइ और पकोड़ा िरर नमल

जब तक मन जवान ह मह म मीठी िबान ह

नदल म ऄरमान ह तो हम भी तीर कमान ह |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

14

माा की गोद

मा म नफर स तरी गोद म सोना चाहता ह

य दननया मरी समझ म नही अती

तरी थपनकया ही बहत थी

म बनफकर सो जाता था |

तर अचल की छाव म सकन था

बचनी यहा थोक क भाव नमलती

हर कोइ मा की बात करता

पर मा क पयार स सीचा नदल कही न नदखता |

कसा हो गया य समाज

ऄधी दौड़ म जज़बात कौनड़यो क भाव नबकता

मा मझ बला ल ऄपन पास

चहर समझ म न अत मझ

तरी लोररयो क पाि ही सचच थ

हम मासम तरी गोद म ही ऄचछ थ |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

15

उड़ान

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह

नकए कइ ह नशखरारोहण

नफर भी अग उच-उच

नशखर और भी शीश ईठाए

नचर अमिण की मदरा म खड़ ऄभी ह

नही ईमर को नगना वषब स

नगनता कवल गया ईनह जो

सखा बध सब नमल मागब म

याद नजनकी ऄतमबन म |

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह |

कनवता वतस

डीजी सल

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 12: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

12

तर नदगी

कभी गम तो कभी ख़शी ह निनदगी

कभी धप तो कभी छाव ह निनदगी

नवधाता न जो नदया आक ऄदभत ईपहार ह निनदगी

कदरत न जो धरती पर नबखरा वो पयार ह निनदगी

नजसस हर रोि नए-नए सबक नमलत ह

यथाथो का ऄनभव करान वाली ऐसी कड़ी ह निनदगी

नजस कोइ न समझ सक ऐसी पहली ह निनदगी

कभी तनहाआयो म हमारी सहली ह निनदगी

ऄपन-ऄपन कमो क अधार पर नमलती ह य निनदगी

कभी सपनो की भीड़ तो कभी ऄकली ह निनदगी

जो समय क साथ बदलती रह वो ससकनत ह निनदगी

खटटी-मीठी यादो की समनत ह निनदगी

कोइ न जानकर भी जान लता ह सब कछ ऐसी ह निनदगी

तो नकसी क नलए ईलझी हइ पहली ह निनदगी

जो हर पल नदी की तरह बहती रह ऐसी ह निनदगी

जो पल-पल चलती रह ऐसी ह निनदगी

कोइ हर पररनसथनत म रो-रोकर गजारता ह निनदगी

तो नकसी क नलए गम म भी मसकरान का हौसला ह निनदगी

कभी ईगता सरज तो कभी ऄधरी ननशा ह निनदगी

इिर का नदया मा स नमला ऄनमोल ईपहार ह निनदगी

तो तम य ही न नबताओ ऄपनी निनदगी

दसरो स हटकर तम बनाओ ऄपनी निनदगी

दननया क शोर म न खो जाए तमहारी य निनदगी

निनदगी भी तमह दखकर मसकराए ऐसी नबताओ तम निनदगी

दीपाली नबदरा

मानव ससाधन एव परशासन ऄनभाग

13

मोटाप की मारी म बचारी

माथा तो ठनका जब हमारा

बािार म लोगो न बनहन जी

न बला माताजी कह कर पकारा

यह तमाचा तो हम लगा बड़ा करारा |

सोचा नफजल खच नकए बाल रगन म पालबर जान म

नए फशन क कपड़ पहनन म

मन म एक ईदासी सी छा गइ

तन म तो जस अग लग गइ |

बचचो न पनत न बहत समझाया

तमहारा भरम ह कह क फसलाया

परनत ऄत म यह ननषकषब ननकल कर अया

हमार मोटाप को ही कारण बतलाया |

ठान ली हमन पतल होन की नजम जान लग

परनत जब नजम का भी ऄसर निर न अया

तो आशतहार दख कर डाआटीनशयन का नबर नमलाया

डाआटीनशयन न तो मीठ और घी को िहर बताया |

ऄब कही शादी पाटी म जान को जी नही करता था

औरो की पलट दख कर ही पट भरना पड़ता था

घर की तो छोड़ो अफत तो ऑनफस म भी थी

कयोनक यहा हर मीनटग पाटी म नमठाइ और समोसा जो नमलता था |

मन मसोस कर सब कछ सहा

पतल होन की अस म नकसी स कछ नही कहा

परनत जब नजम और डाआटीनशयन का नबल कटा

तो दो - चार नकलो विन वस ही घटा |

ऄब और पस दन की नहममत न थी

मन पर सयम की नदककत हो रही थी

सोचा अध स ज़यादा निनदगी गिार दी जदो जहद म

बानक की न गजारग खान की नकललत म

आसनलए अज आस हासय कनवता परनतयोनगता म मझ आनाम नमल न नमल

परनत नमठाइ और पकोड़ा िरर नमल

जब तक मन जवान ह मह म मीठी िबान ह

नदल म ऄरमान ह तो हम भी तीर कमान ह |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

14

माा की गोद

मा म नफर स तरी गोद म सोना चाहता ह

य दननया मरी समझ म नही अती

तरी थपनकया ही बहत थी

म बनफकर सो जाता था |

तर अचल की छाव म सकन था

बचनी यहा थोक क भाव नमलती

हर कोइ मा की बात करता

पर मा क पयार स सीचा नदल कही न नदखता |

कसा हो गया य समाज

ऄधी दौड़ म जज़बात कौनड़यो क भाव नबकता

मा मझ बला ल ऄपन पास

चहर समझ म न अत मझ

तरी लोररयो क पाि ही सचच थ

हम मासम तरी गोद म ही ऄचछ थ |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

15

उड़ान

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह

नकए कइ ह नशखरारोहण

नफर भी अग उच-उच

नशखर और भी शीश ईठाए

नचर अमिण की मदरा म खड़ ऄभी ह

नही ईमर को नगना वषब स

नगनता कवल गया ईनह जो

सखा बध सब नमल मागब म

याद नजनकी ऄतमबन म |

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह |

कनवता वतस

डीजी सल

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 13: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

13

मोटाप की मारी म बचारी

माथा तो ठनका जब हमारा

बािार म लोगो न बनहन जी

न बला माताजी कह कर पकारा

यह तमाचा तो हम लगा बड़ा करारा |

सोचा नफजल खच नकए बाल रगन म पालबर जान म

नए फशन क कपड़ पहनन म

मन म एक ईदासी सी छा गइ

तन म तो जस अग लग गइ |

बचचो न पनत न बहत समझाया

तमहारा भरम ह कह क फसलाया

परनत ऄत म यह ननषकषब ननकल कर अया

हमार मोटाप को ही कारण बतलाया |

ठान ली हमन पतल होन की नजम जान लग

परनत जब नजम का भी ऄसर निर न अया

तो आशतहार दख कर डाआटीनशयन का नबर नमलाया

डाआटीनशयन न तो मीठ और घी को िहर बताया |

ऄब कही शादी पाटी म जान को जी नही करता था

औरो की पलट दख कर ही पट भरना पड़ता था

घर की तो छोड़ो अफत तो ऑनफस म भी थी

कयोनक यहा हर मीनटग पाटी म नमठाइ और समोसा जो नमलता था |

मन मसोस कर सब कछ सहा

पतल होन की अस म नकसी स कछ नही कहा

परनत जब नजम और डाआटीनशयन का नबल कटा

तो दो - चार नकलो विन वस ही घटा |

ऄब और पस दन की नहममत न थी

मन पर सयम की नदककत हो रही थी

सोचा अध स ज़यादा निनदगी गिार दी जदो जहद म

बानक की न गजारग खान की नकललत म

आसनलए अज आस हासय कनवता परनतयोनगता म मझ आनाम नमल न नमल

परनत नमठाइ और पकोड़ा िरर नमल

जब तक मन जवान ह मह म मीठी िबान ह

नदल म ऄरमान ह तो हम भी तीर कमान ह |

ऄनीता ऄगनानी

मखय परबधक (नवतत)

14

माा की गोद

मा म नफर स तरी गोद म सोना चाहता ह

य दननया मरी समझ म नही अती

तरी थपनकया ही बहत थी

म बनफकर सो जाता था |

तर अचल की छाव म सकन था

बचनी यहा थोक क भाव नमलती

हर कोइ मा की बात करता

पर मा क पयार स सीचा नदल कही न नदखता |

कसा हो गया य समाज

ऄधी दौड़ म जज़बात कौनड़यो क भाव नबकता

मा मझ बला ल ऄपन पास

चहर समझ म न अत मझ

तरी लोररयो क पाि ही सचच थ

हम मासम तरी गोद म ही ऄचछ थ |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

15

उड़ान

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह

नकए कइ ह नशखरारोहण

नफर भी अग उच-उच

नशखर और भी शीश ईठाए

नचर अमिण की मदरा म खड़ ऄभी ह

नही ईमर को नगना वषब स

नगनता कवल गया ईनह जो

सखा बध सब नमल मागब म

याद नजनकी ऄतमबन म |

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह |

कनवता वतस

डीजी सल

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 14: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

14

माा की गोद

मा म नफर स तरी गोद म सोना चाहता ह

य दननया मरी समझ म नही अती

तरी थपनकया ही बहत थी

म बनफकर सो जाता था |

तर अचल की छाव म सकन था

बचनी यहा थोक क भाव नमलती

हर कोइ मा की बात करता

पर मा क पयार स सीचा नदल कही न नदखता |

कसा हो गया य समाज

ऄधी दौड़ म जज़बात कौनड़यो क भाव नबकता

मा मझ बला ल ऄपन पास

चहर समझ म न अत मझ

तरी लोररयो क पाि ही सचच थ

हम मासम तरी गोद म ही ऄचछ थ |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

15

उड़ान

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह

नकए कइ ह नशखरारोहण

नफर भी अग उच-उच

नशखर और भी शीश ईठाए

नचर अमिण की मदरा म खड़ ऄभी ह

नही ईमर को नगना वषब स

नगनता कवल गया ईनह जो

सखा बध सब नमल मागब म

याद नजनकी ऄतमबन म |

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह |

कनवता वतस

डीजी सल

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 15: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

15

उड़ान

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह

नकए कइ ह नशखरारोहण

नफर भी अग उच-उच

नशखर और भी शीश ईठाए

नचर अमिण की मदरा म खड़ ऄभी ह

नही ईमर को नगना वषब स

नगनता कवल गया ईनह जो

सखा बध सब नमल मागब म

याद नजनकी ऄतमबन म |

ऄठहतर ही हए ऄभी ह

शतक बनाना शष ऄभी ह |

कनवता वतस

डीजी सल

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 16: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

16

जीवन चकर-एक सासाररक खल

एक ननहा बीज धरा क ऄदर शनकत स बना नवशाल तरवर

ऐस ऄनक पड़ो न रहकर ऄचल शात और ननःसवर

जीवन का हर रप ननखारा रखकर सारी पीड़ा ऄदर

ऐसी दानवीर परकनत न मानव जानत को पनपाया ह

यह ससार की कसी माया ह शनकत को भीतर समाया ह |

आनही वकषो को काट मार बनाए भवन दौड़ाइ गानड़या

जल थल और नभ म परदषण स बन पड़ी नवपनतया

पररणामसवरप जीवन बीमार दवा डाकटर ऑकसीजन मासक स लाचार

नफर भी कहत यही नक जग यह नवकनसत होता अया ह

ससार की कसी माया ह सवाथब मनत पर छाया ह |

परकनत एक महानवदयालय पररवार सबस बड़ा एक सकल

माता-नपता क अगन का म एक सनह स पोनषत फल

sbquoपरथम ईददशय नसफब नवदयाऄचबन बाकी सब जाओ तम भल

खलो कदो मसत रहो पर यह नही कभी भलाना ह‛

तमह एक नदन पयारी नबनटया सवावलमबी होकर नदखाना ह‛

सतानो को सब द कर भी पालनकताब कब सतोष पाया ह

ससार की कसी माया ह परम सनह स भर अया ह |

ऄब नकचन सकल ऑनफस और बािारो क ही फर ह

वहा कही मममी पापा राह तकत दोनो ऄकल ह

sbquoओ पापा काम ह बहत मझ बाद म बात करती ह ‛

वो बाद कभी अता ही नही बस छटी (नमसड) काल नगना करती ह

लनकन जब भी सनत मझ मख ईनका नखलनखलाया ह

नकसी नशकायत नबना मरा कशल मगल मनाया ह

ससार की कसी माया ह ननिल परम समाया ह |

दनखय जीवन चकर का खल अज मझ वही ला खड़ा नकया

एक छोट स बालक न मर ऄनसततव को अकार नदया

अज सोचती ह तम पर lsquoमननrsquo ऄपना सवबसव नयोछावर कर द

तम रहो सखी और सवसथ सदा तकलीफ़ सारी म हर ल

ननःसवाथब होन की पररभाषा मझ अज समझ म अइ ह

जब मममी पापा क परम की तम म नदखती परछाइ ह

परकनत हो या पररवार दत ह लालन पालन और सनह ऄपार

वातसलय डोर स समय का पनहया अग बढ़ता अया ह

ससार की ऐसी माया ह जो अज ह वो कल का साया ह |

ह परभ अज दो दान मझ वो सयम धीरज और धयान नमल

नजसस ननज नौननहाल को म सयोगय बना सशील कर

पर साथ ही ऄपन पररजनो की सवा म कमी न रह जाए

वयसत भल नकतनी ह ईनका धयान न कम होन पाए

ऄपनी धरती माता का भी म मान कर सममान कर

कम कर यथासभव परदषण पौधो का रोपण परनत साल कर

आसी भावना क पालन को जीवन धयय बनाया ह

ससार की ही ऐसी माया ह सधार को ईददशय बनाया ह |

ऊचा चौहान

वररषठ भौनमकीनवजञ

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 17: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

17

भरषटाचार

पयारा भारत दश हमारा

दशनहत हो लकषय हमारा |

भरषटाचार का हो मह काला

सतकब ता का हो ईनजयारा |

सतयननषठा हो परण हमारा

जन-जन तक पहच यह नारा |

जवाबदही तय हो सबकी

सबका जीवन हो सनखयारा |

ऄपन दश का मान बढ़ाए

कायब म ऄपन पारदनशबता लाए |

सवाथब रनहत हो सवा ऄपनी

राषर नहत म करत जाए |

एच क अनद

मखय रसायनजञ

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 18: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

18

बरग तरजदगी

नजदगी की धारा नाव की तरह बहन लगी

ऄब य कयामत सी लगन लगी |

हइ बरग लगन लग सब एक स रग

ऄब जीन का न था कोइ ढग |

आस नीरस परवाह म सवत ही लगी डबकी

सब वीरान सा निर अन लगा |

सब ऄननचत लगता था ऄब

अशाओ का फल मरझान लगा |

दखकर ऄधरा खनशयो स मह मोड़ नलया

जवालामखी सा फटा ऄतमबन म तो जग स नाता तोड़ नलया |

धयब करणा पयार सब छलावा सा लगन लगा था

ऄनविास का तो मानो घर ही मन म बनन लगा था |

एक अस नदल म ह आस जहा स गम हो जाउ

कोइ छोर नही नदख रहा मनजल का पता भला कस पाउ |

ददब लकर अनखर कब तक नजया जाएगा

एक नदन हर आनसा अनखर आस दननया स रखसत हो जाएगा |

आसनलए करो सदकमब नजदगी म पयार और खनशयो क रग भरो

तो आस जहा क साथ ऄगला जहा भी रगीन हो जाएगा |

कनपल खड़ा

अरटीअइ एव नहदी ऄनभाग

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 19: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

19

इनसातरनयि

िररी नही ह फररशता होना

आसान का काफी ह आसान होना ||

हकीकत जमान को ऄब रास नही अती

एक गनाह सा हो गया ह अइना होना ||

बाद म तो कारवा बनत जात ह

बहत मनशकल ह लनकन पहला होना ||

हवाओ क थपड़ झलन पड़त ह उचाइ प

तम खल समझ रह हो पररदा होना ||

य लोग जीत जी मर जा रह ह

म चाहती ह मौत स पहल निदा होना ||

ऄपनी गलनतयो प भी निर झकती नही ऄब

लोग भलन लग ह शनमिदा होना ||

नवशाखा गपता

वररषठ भभौनतकीनवद

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 20: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

20

िम

म ऄकला था कहा ऄपन सफ़र म

साथ मर छाव बन चलती रही तम I

तम हो जस चादनी ह चदरमा म अब मोती म परणय अराधना म

चाहता ह कौन मनजल तक पहचना जब नमल अनद पथ की साधना म I

जनम जनमो म जला एकात घर म

और बाहर मौन बन जलती रही तम I

म चला था पवबतो क पार जान चतना क बीज धरती पर ईगान

छ गए लनकन मझ हर बार गहर मील क पतथर नवदा दत ऄजान

म दीया बन कर तमस स लड़ रहा था

ताप म बन नहमनशला गलती रही तम I

रह नही पाए कभी हम थक हार पयास मरी ल गए हर नसध खार

राह जीवन की कनठन काटो भरी थी काट दी दो-चार सनधयो क सहार |

सो गया म हो थकन की नीद क वश

और मर सवपन म पलती रही तम I

मरा वजद मरा जमीर मरी ही पहचान हो तम मरा धमब मरा कमब और मरा ही इमान हो तम

एक अस और एक ऄहसास हो तम एक दअ भी हो और एक फररयाद भी हो तम |

जीवन क आस सफर म मरा जनन मरा सकन

बस एक तम बस एक तम मरी नजनदगी हो नसफब तम I

राम बाब नसह

मखय भभौनतकीनवद (एस)

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 21: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

21

िाकि

ताकत य नही नक नकसी को ईड़ा दो मार दो

ताकत तो य ह जब नकसी को ऄपना बना लो

मोहबबत ह ईस ताकत का नाम

कभी अिमा क तो दखो सरकार |

कयो आन रनजशो म फस हो

नकसी क दःख को बाट डालो

रज तो ईस रनजश की वजह स हो

जो बरग करती आस रगीन दननया को |

ईन मासमो को मारकर कया नमला

कहा स लाए आतनी नफरत

नक लह बहान को समझ बठ शोहरत

कया कभी ईस खदा न तमस य कहा था

ल लो जान वो तर साथ ह

खन का ररशता भल ही न हो

पर खन का रग तो लाल ह |

बरजश कमार पाणडय

(एनडीअर ऄनभाग)

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 22: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

22

तरहदी तरदवस

वस तो सब ऄचछा ह न जान कयो

नहदी क परनत पयार अज भी कचचा ह |

साफ सरल सचचाइ ह आसकी दन

नफर वो नहदी भाषा हो या हो रग सफ़द |

हर वषब पखवाड़ा करवाना य ह सनवधान की दन

नही तो नहदी कहा ऄगरजी स ह सबको परम |

नसतबर क महीन म यह पखवाड़ा एक तयोहार की तरह अता ह

और जात-जात सबक नदलो म एक ईममीद भर जाता ह |

आसक अन की तयाररया बड़ ही धम-धाम स होती ह

बनर पोसटर कनव-सममलन और परनतयोनगताए भी होती ह |

हर वषब परनतजञा हम लत ह नहदी को जीवत बनाएग

वयवहार काम और भाषा म नहदी को हम ऄपनाएग |

पखवाड़ा जस ही ख़तम हअ सबन मन म अराम नकया

अनद मौज और मसती म यह तयोहार भी ननकल गया |

दख और पीड़ा स भरी यह गाथा ह

नक न जान कयो य पखवाड़ा अता ह |

बस मन समझान की खानतर हम नहदी नदवस मनात ह

नहदी को ही ह ऄपनाना यह कहकर नदल बहलात ह |

अखो म अस मत रखना करन की ऄनभलाषा रखना

ननज कलम और ऄधरो पर बस कवल नहदी भाषा रखना |

भारत म जब हर कागि पर नहदी म नलखा जाएगा

ईस नदन ही हर भारतवासी परनतनदन नहदी नदवस मनाएगा |

नफर स अवाि लगाता ह नवयग की अशा हो नहदी

बस कवल यही पकार मरी जन-जन की भाषा हो नहदी |

पाली गपता

(पीएससी ऄनभाग)

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 23: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

23

इनर ि कयो रठ गया

माना नक आनदरपरसथ यह नही रहीधमबराज की भनम नही रही

पयार का वातावरण ह ख़तम हो चला नफरत की अधी चल रही |

नताओ की दादानगरी कताबओ की ईठाइनगरी

चपचाप जनता सह रही डर क मार दबक रही |

दबक बठा त भी आनदर चपचाप तमाशा दख रहा |

नताओ की भानत रोती जनता स त कयो नाता तोड़ रहा |

कया महगाइ की तरह तमहारा मोल भी बढ़ रहा |

ररित की हाडी पक रही बख़ौफ़ दानव घम रहा |

तरसती ह बालाए सावन क गीत गान को |

सन पड़ ह पड़ झल य डलवान को |

हवा माग रही खशब समोस और पकौड़ो की |

बचच तरस रह य कागि की नाव खन को |

इनर जी का उततर

तमन जो कजसी की वकषो म मन भी पानी का कोटा काट नलया |

तमन जसा बताबव नकया वसा ही फल परापत नकया |

गर चानहए पानी मझस तम भी तो कोइ काम करो |

वकषोको दकर जीवन दान तम ऄपना भी ईिार करो |

ऄननता वनशषट

राजभाषा परामशबदाता

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 24: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

24

एक और दातरमनी

म जनमा एक लड़का सा

कदरत न मझ शारीररक मजबती परदान की

समाज न मझ मजबत परषवादी सोच दी

नशकषा न मरा पोषण नकया

मा न ही मरा चररि ननमाबण नकया

समाज म नशकषा न बदलाव लाया

सतरी-परष क भद को भी काफी हद तक नमटाया

पर परषो का परषाथब कही खो गया

फौजी जवानो क नहसस ही बचा रह गया |

हर रोज यहा ऄसमत लटी जा रही

नारी क नजतन रप

ईतन ही तरीक स ईसकी अबर लटी जा रही

पहल तो गभब म ही भरण की हतया हो जाती

ऄब तो ननबोध की चमड़ी करर दानवो क हतथ चढ़ जाती

कहन को तो बटी थी

पर ईन हनबशयो क नलए एक भोग की वसत सी थी

नतल-नतल वो मरती रही

अखो क सामन ही ऄपना दम तोड़ती रही

अतमा तक कोइ ऐस परनतघात करगा

सीन प चढ़ कोइ ऐस मदब बनगा

सोचा न था

भया भी कहा चाचा भी कहा

पर ईनको मर पखो को काटन की जलदी थी

वो नघनौनी हसी मर मन प कलहाड़ी सा वार करती

कषत नवकषत कर डाला पानपयो न

अह इिर ऐस वक़त म भी त कस मौन रह गया |

ईन दररदो को भी

नकसी मा न परी ममता दी थी

नकसी बहन न ईनकी सनी कलाआयो म ऄपना मान नदया था

नकसी पतनी न नविास नकया था

नकसी बटी न ननभबय हो सवावलबी होन का खवाब दखा था

जब वो वहशी हो नकसी की ऄसमत लट रह थ |

कया तमह लज़िा नही अइ

कया तमहारी अतमा न शोर नही नकया

ईसकी चीखो स कया तमहारा रदय नही फटा

ऄगर तमन एक कषण क नलए भी ऄपन पररवार की नकसी मनहला का चहरा सोचा होता

तो ऄगल ही कषण तम पागल हो जात

शरीर की जलन तो सबन दखी ह

अतमा का जलना तम महसस करत

ऄपन कतय प कही जा मरत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 25: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

25

पर शायद तम मानव नही हो

वरना अतमा क दमन का ददब समझत

य कसा डर ह

नक कोइ अवाज नही ईठा रहा

दररदो का पता ह

पर सब मौन ह

वो भी मौन हो गइ ह

कयोनक यहा का हर लड़का डरता ह

ईनकी चीख मझ बचन कर रही

जब ईनम मझ ऄपनी बहन नदखी

वो भी तो ऄकली ह

शायद कोइ दररदा वहा अस पास हो

वो ऄनजाना डर मझ बचन कर दता

मझ ईन दररदो की अहट अती ह

सभय समाज क ऄसभय परषो का यह रदयनवदारक कतय

म अहत ह

परष क पौरष का य नलचड रप

नघन अती ह मझ

पर य लड़का कमजोर नही

लड़ गा ईनक नयाय क नलए

कोनशश भयमकत समाज क नलए अज स ही करगा

हम नजनस ह

ईनम नफर स वही नविास लाउगा

ऄगर वो सधर तो ठीक

वरना ईन दररदो का गला रत अउगा

पर नपसक की भानत ऄब और चप नही रह पाउगा |

अनद परकाश

भभौनतकीनवद

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 26: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

26

सनहर तरनशा

कभी साथ चलो हाथो म हाथ नलए I

कभी थम जाओ चाहत की छाव तल I

कभी निरो स बात करो मसकरात हए I

कभी खामोश रहो गनगनात हए II

तम जहा रको मरी मनिल भी होगी वहा I

तम नजस मोड़ स मड़ जाओ मझ वही पाओग सदा I

तमहार कदमो क सनहर ननशा मझ द ही दत ह तमहारा पता I

मझ मोहबबत ह तम स जरा तम भी तो कर क दख लो य खबसरत खता II

मरी नजर तमह दखती ह मर लफज खामोश रह जात ह I

लबो क दायरो म नसमटकर वो तरी शोनखयो स मदहोश हो जात ह I

ऄपनपन का ऐसा कछ एहसास ह दर होकर भी वो अस-पास ह I

नदल बड़ा मायस और ईदास ह तमस नमलना ह य ही ऄब अस ह I

वीना ऄरोड़ा

ऄनबध नवतत ऄनभाग

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 27: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

27

बतरिमतता

एक नदन एक वयनकत न भोजन चराया और वह पकड़ा गया राजा न ईस आस गलती क नलए फासी पर लटकान का अदश द नदया फासी पर लटकन स

पहल जब ईसकी ऄनतम आचछा पछी गइ तो ईस वयनकत न कहा नक महाराज म एक ऐसा सब का बीज बो सकता ह जो एक ही नदन म नवशाल पड़ बन

जाएगा और फल दन लगगा यह कला मझ मर नपता न नसखाइ थी पर ऄब मर मरन क बाद यह कला भी समापत हो जाएगी

राजा हरान हअ और ईसन ईस वह सब का पड़ ईगान की आजाजत द दी ईस वयनकत न एक गडढा खोदा और कहा महाराज पड़ वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन अज तक कभी कोइ चोरी न की हो पर म तो ऄब चोर सानबत हो चका ह जानहर ह ऄब म आस नही ईगा सकता आस वही वयनकत ईगा

सकता ह नजसन कभी वो चीज न ली हो जो ईसकी ऄपनी न हो

यह सनकर राजा न ऄपन मिी को वह पड़ ईगान का अदश नदया मिी नहचनकचात हए बोला महाराज जब म यवक था तब मन नकसी की एक चीज

चराइ थी आसनलए म भी आस नही ईगा सकता राजा न सनापनत को अदश नदया तो ईसन भी कषमा मागत हए कहा महाराज मन भी एक बार ऄपन

नपता क पस चराए थ आसनलए म भी आस नही ईगा सकता ऄब सवय राजा की बारी अइ लनकन ईस भी याद अ गया नक बचपन म ईसन भी ऄपन

नपता की एक कीमती चीज चराइ थी |

ऄत म चोर न ईन सभी स कहा अप सभी शरषठ और समथब ह अपक पास सब कछ ह नफर भी अप यह पड़ नही ईगा सकत लनकन म नजसन खद

को नजदा रखन क नलए भोजन चरा नलया ईस अप पराणदड द रह ह राजा न ईस वयनकत की बनिमतता की सराहना की और ईस कषमा कर नदया

नदलीप कमार

सीबीएम ऄनभाग

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 28: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

28

नए साल का िोहफा

एक नदन एक बचचा पालत जानवरो की दकान पर एक नपलला खरीदन गया वहा चार नपलल एक लाआन स बठ हए थ ईनम परतयक की कीमत 50 डॉलर

थी लनकन एक नपलला कोन म ऄकला बठा हअ था बचच न पछा lsquoकया वह भी नबकाउ ह और ऄकला कयो बठा हअ ह दकानदार न जवाब नदया

lsquoवह ईनही म स एक ह लनकन ऄपानहज ह और नबकाउ नही ह बचच न पछा lsquoईसम कया कमी ह दकानदार न कहा lsquoआस नपलल की एक टाग खराब

ह बचच न पछा lsquoनफर अप आसक साथ कया करोग जवाब था lsquoआस हमशा क नलए सला नदया जाएगा बचच न पछा lsquoकया म ईस नपलल क साथ खल

सकता ह दकानदार न कहा lsquoहा नबलकल बचच न ईस नपलल को ईठाया और वह नपलला ईसक कान चाटन लगा ईसी समय बचच न तय नकया नक

वह ईसी नपलल को खरीदगा दकानदार न ईसस कहा lsquoपर यह नपलला नबकाउ नही ह

लनकन बचचा ईस खरीदन की निद पर ऄड़ा रहा अनखरकार दकानदार ईस 50 डॉलर म वह नपलला बचन को राजी हो गया बचच न जब स दो डॉलर

ननकाल और बाकी क 48 डॉलर मा स लन दौड़ा जस ही डॉलर लकर वह दकान पर लौटा दकानदार न ईसस नफर स कहा मरी समझ म नही अया

अनखर तम आस ऄपानहज नपलल क नलए आतन डॉलर कयो खचब कर रह हो जबनक तम आसी कीमत म एक ऄचछा नपलला खरीद सकत हो बचच न एक

शबद भी नही कहा ईसन ऄपन बाए पर स पट ईठाइ ईसकी कनिम टाग नदखन लगी यह दख कर दकानदार न कहा lsquoम तमहार ददब और आस मक

पराणी की पीड़ा को समझ सकता ह तमहारी भावना और पयार की कदर करता ह तम आस नपलल को मफत म ही ल जा सकत हो यह मरी ओर स तमहार

नलए नए साल का तोहफा ह

कलदीप कमार

पीएससी ऄनभाग

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 29: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

29

शबद

एक नकसान की एक नदन नकसी बात पर ऄपन पड़ोसी स खब जमकर लड़ाइ हइ और ईसन ईस काफी खरी-खोटी सनाइ | बाद म जब ईस ऄपनी गलती

का एहसास हअ तो ईस खद शमब अइ | वह आतना शमबसार हअ नक वह एक साध क पास जा पहचा और पछा sbquo म ऄपनी गलती का परायनित करना

चाहता ह | sbquoसाध न कहा नक पखो स भरा एक थला लाओ और ईस शहर क बीचो-बीच ईड़ा दो | नकसान न ठीक वसा ही नकया जसा नक साध न ईसस

कहा था और नफर नकसान साध क पास लौट अया | लौटन पर साध न ईसस कहा sbquoऄब अओ और नजतन भी पख पड़ ह ईनह बटोर कर थल म भर

लाओ|‛ नादान नकसान जब वसा करन पहचा तो ईस मालम हअ नक यह काम मनशकल ही नही ऄसभव भी ह | खर खाली थला ल वह वापस साध क

पास अ गया | यह दख साध न ईसस कहा sbquoनजस परकार य नबखर पख समट नही जा सकत ईसी परकार मख स ननकल शबद भी वानपस नही अ सकत |

sbquoशबद ही ऐसी चीज ह नजसकी वजह स

आसान या तो नदल म ईतर जाता ह

या नफर नदल स ही ईतर जाता ह |‛

नीलम सचान

जीडीए ऄनभाग

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 30: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

30

भगवान ह

रजजो जलदी-जलदी बतबन साफ करत हए सोच रही थी नक बतबन साफ करन क बाद अज मालनकन स कछ रपए एडवास लगी | बचच कइ नदनो स खान

म नसफब नमकीन चावल ही खा रह थ कयोनक सबजी और दाल क पस नही थ नक ऄचानक मालनकन न अवाि दकर कहा नक म शॉनपग क नलए जा रही

ह रजजो न जलदी स कहा नक मालनकन कछ एडवास चानहए तो मालनकन बोली नक साहब दो नदन क नलए बाहर गए ह जब वानपस अएग तो ल लना |

काम समापत करक रजजो घर को वानपस जात समय बचचो क बार म सोच रही थी नक अज नफर स नमकीन चावल खाना पड़गा | तभी दर स अवाि

सनाइ दी नक माता का भडारा ह अप अकर परसाद गरहण कीनजए | रजजो भगवन को धनयवाद दती हइ ईसी नदशा म चल दी |

रपश कमार

जीडीए ऄनभाग

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 31: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

31

सरज की कहानी (बाल मख)

पापा अज अईल (ईलल) वाली सटोरी सनाओ 4 वषब क शभ न सोन स पहल मझस कहा

रात को सोन स पहल शभ ऄकसर मझस कहानी सनन की निद करता लनकन 5 नदन स एक ही कहानी सना-सना कर म बोर हो गया था अज नफर वो

ऄपनी रग-नबरगी नचिो वाली नकताब स सनान की निद कर रहा था

टालन क नलए मन कहा पापा तो तमह रोि कहाननया सनात ह अज रात तम पापा को कोइ कहानी सनाओ

म शभ न कौतहल वश पछा शायद ईस लगा नही नक ईसस भी कहानी सनी जा सकती ह

हा मन कहा

कौन सी शभ न नफर पछा वह तय नही कर पा रहा था नक पापा को कया सनाउ

कोइ सी भी मन नफर जवाब नदया

सन (सरज) वाली सटोरी सनाउ मन तो टालन क नलए कह नदया था लनकन ऄब मरी भी रनच यह जानन क नलए ईतसक हो रही थी नक बालमन स

सरज की कौन सी कहानी ननकल कर अती ह

मर हा कहन पर ईसन कहानी शर की

शभ एक सन था (नफर कछ दर सोचन क बाद) सन बहत सराग (Strong) था

म हा नफर

शभ सन नदन म बाहर खलन गया

नफर ऄब मरी रनच बढ़न लगी थी कछ दर सोचन क बाद शभ न नफर शर नकया

सन फर डस क साथ खल रहा था नफर रन (बाररश) अइ

बाररश अइ मन पनषट की

हा helliphellipतम मत बोलो मर पछन स ईसकी कहानी म वयवधान अया था नफर ईसन ऄपनी कहानी जारी रखी

sbquoरन (Rain) म सन क सार फर डस भीग गए

ऄचछा नफर बहत मनशकल स मन ऄपनी हसी रोकी

नफर सन (सरज) की मममी न सन को वापस बलाया बाररश क कारण सन अचछ - अचछ करन लगा (छीकन लगा)

नफर घर म मममी न सन को टॉवल स वाआप (wipe) नकयाhelliphelliphelliphellipऔर सन को सप पीन को नदया

नफर कया हवा अग की कहानी जानन क नलए म भी ईतसक था

नफर सप पी क सन सराग हो गया वो बाहर गया और रन (Rain) को नपटी - नपटी (मारा) नकया रन (Rain) भाग गइ सन ऄपन फर डस क साथ नफर

बाहर खलन लगा नफर सार हपपी हो गए

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 32: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

32

और आधर म सोच रहा था नक सरज की एक कहानी ऐसी भी हो सकती ह वाह बहत ऄचछी सटोरी ह यह बोल कर म ईस सलान लगा

अलोक कमार

ऄधीकषक ऄनभयता (अगार)

िनाव कस दर कर

परतयक वयनकत की निनदगी म कभी न कभी तनाव ऄवशय अता ह | कभी य कछ घटो क नलए अता ह तो कभी य महीनो तक हमार पीछ लगा रहता ह |

आस सबध म म ऄपनी ही नलखी चीिो क बार म सोचन लगी | ईसक ऄलावा मन कछ और तरीक भी ऄपनाए तानक जलदी स तनाव मकत हो सक | म

अपको ऐस ही कछ ईपायो स ऄवगत करा रही ह नजनस मझ तनाव दर करन म फायदा हअ -

1) अपन िनाव क बार म अपन तरकसी करीबी स अवशय चचाष कर

नकसी ऐस वयनकत स जो अपक साथ समानभनत रखता हो मन ऄपनी बात ऄपनी दोसत स कही या य कह नक वो खद ही समझ गइ | अप भी ऄपन

जीवन साथी माता-नपता या नकसी नमि स ऄपनी बात कह सकत ह | बस आतना धयान रनखए नक अपन ईस वयनकत को बखबी परखा हअ हो नजस पर

अप अख मद कर भरोसा कर सकत हो | जब अप ऐसा करग तो अपका मन हलका होगा और चनक सामन वाला अपक साथ ईतना ही जड़ा हअ होगा

और वो भी अपको तनाव मकत करन म कछ सहायता कर सकगा और अप मनोवजञाननक रप स बहतर ऄनभव करग नक ऄब अप ऄकल नही ह कोइ ह

जो अपकी समसया को समझता ह |

2) ऐस लोगो स बाि कर तरजसस बाि करन म खशी तरमलिी हो मजा आिा हो

हमार जीवन म कइ लोग होत ह नजनस हमार बहत ऄचछ ररशत होत ह और हम ईनह बहत मानत ह लनकन म नजन लोगो स बात करन की बात कर रही

ह वो भल अपकी पसदीदा सची म अत हो या नही पर अपको ईनस बात करन म मजा अता हो नजनक साथ अप नखलनखला कर हस सकत हो |

भागयवश मर पास ऐस कइ नमि ह | मन झट स ऐस ही दो दोसतो को फोन लगाया और खब जम क हसी | मन ईनस ऄपनी समसया की चचाब नही की |

बस आधर-ईधर की हसी- मजाक की बात की | नमि िब अप हसत ह तो अपका शरीर तनाव क हारमोस को कम कर दता ह नजसस तनाव कम

हो जाता ह |

3) मन को खश रखन सबधी सातरहतय पढ

अप आटरनट पर सचब कर क ऐस कइ लख पढ़ सकत ह जो अपको खश रहन क बार म ऄचछी जानकारी द सकत ह | मन साआकोलोजी टड पर कछ

लख पढ़ जो काफ़ी सहायक थ | आसक ऄलावा अप अधयानतमक लख ईिरण भी पढ़ कर ऄपना तनाव कम कर सकत ह और ऄगर आटरनट ईपलबध

नही ह तो अप सबनधत पि-पनिकाए पढ़ सकत ह या आटरनट स नपरट लकर ऄपन पास रख सकत ह | दरऄसल पढ़ना हमार नवचारो को पररवनतबत

करता ह और सारा खल आनही नवचारो का ही तो ह |

4) य समझ तरक आप तरजिना िनावगरसि होग आपक जीवन म उिनी ही कतरठनाइयाा आएगी

जसा नक म पहल भी बता चकी ह नक अकषबण का ननयम हर जगह काम करता ह | आसनलए हम नजतना ऄनधक दखी रहत ह दख क बार म सोचत ह

ईतना ऄनधक य हमार जीवन म नदखाइ दता ह | मझ य ऄचछ स पता था म जीवन म और तनाव नही चाहती थी | आसनलए म जान-बझकर ऄपन

नवचारो को सही नदशा म ल जान की कोनशश कर रही थी और जलद ही आसका फायदा भी मझ नमल गया |

5) भगवान स अकल म बाि कर

ऄगर अप नानसतक ह तो बात ऄलग ह पर यनद अप भगवान को मानत ह तो ईनस ऄकल म बात कर | अप नकसी शानत जगह चल जाए और

भगवान न अपको जो कछ नदया ह ईसक नलए शनकरया कर | अप आस बात को समझ नक दननया म करोड़ो लोग ह जो अपस कही बदतर नसथनत म ह

और इिर की कपा स अपकी नसथनत ईनस बहत ऄचछी ह और ईसस भी बड़ी बात नक भगवान न अपको वो सब कछ नदया ह नजसस अप ऄपन जीवन

को और ऄचछा बना सकत ह | ऄगर अप धयान द तो ऄकसर हमार जीवन म जो तनाव अता ह ईसकी शरअत छोटी होती ह लनकन हम खद ही ईस

ऄपन नकारातमक नवचारो स पोनषत करत जात ह और धीर-धीर वो बड़ा रप लन लगती ह |

हम आस बात को सवीकार करना होगा नक हमार तनाव का मखय कारण बाहय नही अतररक होता ह और ईस ननयनित करना नसफब और नसफब हमार हाथ

म ह और यकीन जाननए हम ऄपन थोड़ स परयास स बहत हद तक तनाव मकत हो सकत ह और ऐसा करन क नलए सबस पहला कदम यही ह

नक हम तनाव को पालन की बजाए ईस टालन का परयास कर मन कछ महीनो पहल AKC पर एक कहानी भजी थी | आस कहानी की भी यही सीख ह

नक -

जीवन की समसया ऐसी होती ह नक अप आनह कछ दर तक ऄपन नदमाग म रनखए और लगगा की सब कछ ठीक ह | ईनक बार म जयादा दर तक सोनचए

और अपको पीड़ा होन लगगी और आनह और दर तक ऄपन नदमाग म रनखए तो य अपको ऄशकत करन लगगी और अप कछ नही कर पाएग |

आदरजीत कौर

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 33: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

33

वररषठ भभौनतकीनवद

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 34: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

34

ऊजाष सरकषा एव ऊजाष क वकतरपपक सतरोि

अधननक यग नवजञान का यग ह | मनषय नवकास क पथ पर बड़ी तजी स ऄगरसर ह | समय क साथ-साथ ईसन ऄपनी सख-सनवधाओ क सभी साधन

एकि कर नलए गए ह | आतना होन पर भी और ऄनधक पान की लालसा म कोइ कमी नही अइ ह बनलक ईसम पहल स भी ऄनधक वनि हो गइ ह |

परकनत म ईपलबध ससाधन सीनमत ह दसर शबदो म परकनत म ईपलबध उजाब भी सीनमत ह | अनथबक नवकास की मलभत अवशयकताओ म स एक उजाब

ह | समाज क परतयक कषि चाह वह कनष हो ईदयोग पररवहन वयापार या घर सभी जगह उजाब की अवशयकता होती ह | नवि की बढ़ती जनसखया क

साथ य अवशयकताए भी बढ़ रही ह | सड़को पर नदन-परनतनदन मोटर-गानड़यो की सखया म ऄतलनीय वनि हो रही ह | रलगाड़ी हो या हवाइ जहाज सभी

की सखया बढ़ रही ह | मनषय की मशीनो पर ननभबरता धीर-धीर बढ़ रही ह | आन सभी मशीनो क सचालन क नलए उजाब की अवशयकता ह परत नजस गनत

स उजाब की अवशयकताए बढ़ रही ह ईस दखत हए उजाब क समसत ससाधनो क नषट होन की अशका बढ़न लगी ह नवशषकर ईन साधनो की नजनह

पन नननमबत नही नकया जा सकता जस नक परोल डीिल कोयला एलपीजी अनद |

उजाब क य सभी सतरोत अन वाल तीन-चार दशको म समापत हो जाएग | ऐस म नवकट परशन यह ह नक अन वाल समय म मानव उजाब की जररत कस परी

होगी ऄत अवशयक ह नक हम उजाब सरकषण की ओर धयान द |

ऊजाष सरकषण कया ह उजाब सरकषण का सही ऄथब ह sbquoउजाब क ऄनावशयक ईपयोग को कम करक उजाब की बचत करना |‛ आस पर नवचार करत हए

भारत म उजाब सरकषण ऄनधननयम क ऄतगबत वषब 2001 म उजाब दकषता बयरो (बीइइ) सथानपत नकया गया | भारत क लोगो दवारा उजाब सरकषण नदवस

परनतवषब 14 नदसमबर को मनाया जाता ह | उजाब सरकषण की योजना की नदशा म परभावशाली पररणाम परापत करन क नलए हर आसान क वयवहार म उजाब

सरकषण नननहत होना चानहए |

ऊजाष सरकषण क उपाय

1 थमबल परद और समाटब नखड़नकया उजाब सरकषण का सबस बड़ा कारक ह |

2 उजाब की एक बड़ी मािा को पराकनतक रौशनी सीएफएल नखडनकयो दवारा परकाश की वयवसथा और सौर लाआट क परयोग स बचाया जा

सकता ह |

3 जल सरकषण भी उजाब सरकषण क नलए महतवपणब ह | लोगो दवारा हर साल हजारो गलन पानी बबाबद नकया जाता ह नजस जल सरकषण क ईपायो

जस कम स कम पानी वाल फववारो कम फलश वाल शौचालयो नल जलवाहक एव खाद शौचालयो का परयोग करक बचाया जा सकता ह |

अकषय ऊजाष ऄकषय उजाब का सजन पराकनतक सतरोतो जस सयब क परकाश पवन पानी ऄपनशषट ईतपादो और ऐस ऄनय सतरोतो स नकया जाता ह नजनकी

पराकनतक रप स पनतब हो जाए | भारत आन सतरोतो की ऄनधकता वाला एक भागयशाली दश कहा जा सकता ह | ऄकषय सतरोतो क ऄनय लाभ आनका

वातावरण ऄनकल एव ऄलप परचालन लागत वाला होना ह | वतबमान म ऄकषय उजाब सतरोत दश की कल नवदयत कषमता का 9 परनतशत योगदान दत ह | आनम

बायोगस सयि सौर जल हीटर एव ककर सड़क की लाआट पप पवन नवनदयत जनरटर पानी को पप करन वाली पननचनककया बायोमास गसीफायर

और लघ पननबजली जनरटर शानमल ह | उजाब क आन वकनलपक सतरोतो क बार म कछ जानकाररया आस परकार ह-

बायोगस बायोगस काबबननक ईतपादो पराथनमक रप स पशओ क गोबर रसोइ ऄपनशषट और कनष वाननकी ईपबदो स तयार की जाती ह | वतबमान म

बायोगस ईतपादन म भारत दसर सथान पर ह |

बायोमास बायो मास का ईपयोग सभयता क अरमभ स ही नकया जा रहा ह आनम लकड़ी गनन क ऄवशष गह क सरकड और पौधो स परापत ऄनय

सामगरी शानमल ह | यह काबबन ईदासीन ह और आसक ईपयोग स गरामीण कषिो म ईललखनीय रोिगार परदान करन की सभावयता ह | हाल ही म बायो मास

नवदयत ईतपादन 1000 करोड़ रपए स ऄनधक वानषबक ननवश अकनषबत करन वाला ईदयोग बन गया ह नजसस परनतवषब 9 नबनलयन यननट स भी ऄनधक

नवदयत का ईतपादन नकया जाता ह |

सौर ऊजाष भारत पयाबपत धप वाला दश ह नजसक ऄनधकाश भागो म 250 स 300 धप वाल नदनो सनहत परनतनदन 4 स 7 नकलोवाट परनत घटा सौर

नवनकरण परनत वगब मीटर परापत होत ह | आसस सौर उजाब तापीय एव नवदयत दोनो ही रपो म परयोग करन का एक अकषबक नवकलप बन जाती ह |

परकाशवोलटीय मागब म सयब क परकाश को नबजली म बदला जाता ह नजसका ईपयोग पनमपग सचार और गर नवदयनतकत कषिो म नवदयत की अपनतब क नलए

नकया जाता ह |

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 35: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

35

अपतरशषट स ऊजाष तीवर औदयोनगकीकरण शहरीकरण और जीवन शली म बदलाव जो अनथबक वनि क साथ अत ह आसस ऄपनशषट की मािा म वनि

होती ह | आसस हवा और जल परदषण और मौसम पररवतबन जसी पयाबवरण सबधी समसयाए पदा होती ह | शहरी एव औदयोनगक ऄपनशषट स 3500 मगावाट

तक की उजाब ईतपादन की ऄनमाननत सभावयता ह | सरकार दवारा शहरी ऄपनशषट स उजाब परानपत पर कायबकरम का कायाबनवयन नकया जा रहा ह |

पवन ऊजाष भारत वतबमान म चीन ऄमरीका और जमबनी क बाद पवन उजाब क कषि म चौथा सबस बड़ा ईतपादक ह | पवन उजाब का ईपयोग पनमपग

बरी चानजिग और बड़ पमान पर नवदयत ईतपादन क नलए नकया जाता ह | सरकार न पवन उजाब क अकलन पररयोजनाओ को सथानपत करन और बढ़ावा

दन तथा पवन उजाब को दश की नबजली क एक परक सतरोत क रप म परोतसाहन दन क नलए नवदयत योजना अरभ की ह |

लघ पनतरबजली लघ पननबजली नवदयत ईतपादन म ऄकषय उजाब का सबस बड़ा सतरोत ह | यह एक उचाइ स नगरन वाल पानी की उजाब स परापत की

जाती ह नजस जनरटर स जड़ टरबाइन क आसतमान स नबजली म बदला जाता ह | भारत म 25 मगावाट तक की शमता वाली पननबजली पररयोजनाओ

को लघ पननबजली पररयोजना कहा जाता ह | लघ पननबजली पररयोजना अनथबक रप स वयवहायब ह आसनलए ननजी कषिो न भी आसम ननवश करना

अरमभ नकया ह |

हाइडरोजन ऊजाष हाआडरोजन एक रगहीन गधहीनसवादहीन जवलनशील पदाथब ह नजसम उजाब की मािा काफी ऄनधक होती ह | जब आस जलाया

जाता ह तो एक ईप ईतपादक क रप म पानी ईतपनन होता ह | आसनलए यह उजाब का एक दकष सतरोत ह और पयाबवरण की दनषट स सवचछ इधन ह | आसका

आसतमाल नवदयत ईतपादन और पररवहन ऄनपरयोगो क साथ-साथ ऄनतररकष यान क इधन क रप म भी नकया जा सकता ह |

ऑटोमोबाइल क तरलए ईधन यह एक सबस बड़ा परशन ह नक जब तल क सभी कए सख जाएग तब हमारी गानड़यो सड़को पर कस दौड़गी आस समसया

क समाधान की जोरदार कोनशश जारी ह |

अतररक दहन इजन क अनवषकार क समय स ही लोगो को जव इधन क बार म जानकारी ह | आथनॉल जव इधन की शरणी म अता ह | जव इधन ईस

कहत ह नजसम वनसपनत स परापत ईतपादो को परयोगशाला म ऄनय पररषकत ईतपाद म पररवनतबत कर और नफर ईस परो-गसोलीन म नननित मािा म

नमलकर या सवति रप म आसतमान नकया जाता ह | बराजील अज भी आस नमशरण का सवाबनधक ईपयोग करन वाला दश ह जो गसोलीन म 25 परनतशत

आथनॉल नमलाता ह | ऄमरीका भी परोल म आथनल नमला कर आसतमाल करता ह |

उजाब ईतपादन का भनवषय चनौनतयो स भरा हअ ह | ऄकषय उजाब पराकनतक ससाधनो स परापत होती ह और पयाबवरण क नलए भी ऄनकनलत ह | आसनलए

आन परौदयोनगनकयो को ऄपना कर हम पयाबवरण को सवचछ रख सक ग और ऄपन राषर क हजारो करोड़ रपए बचा सक ग जो परतयक वषब तल अयात म

खचब होत ह | जब हर नागररक ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपन वयापार और घर म ऄपनाएगा तथा उजाब बचाव को ऄपन वयवहार म लायगा तभी राषर की

परगनत होगी |

sbquoऊजाष का बचाव ही ऊजाष का उतपादन ह |‛

सनदर पहाड़ो हर भर मदानो और घन जगलो म नबखरी सनदरता वाल आस दश म हम भागयशाली ह नक हम यह सब नमला ह | ऄब यह हमारा कतबवय ह

नक हम यही सदर सवचछ और सरनकषत पयाबवरण ऄपनी अन वाली पीनड़यो को द | ऄकषय उजाब सतरोतो को ऄपनाना और उजाब सरकषण क ईपाय करना

उजाब सरकषा की नदशा म दो महतवपणब कदम ह नजसस हम ऄपन बचचो क नलए आस गरह को हरा-भरा रख सकत ह |

sbquoऊजाष ह अनमोल मर दश का ह य बोल |‛

योनगता

वररषठ भभौनतकीनवद

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 36: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

36

सदर सवदी उपगरह (ररमोट सतरसग सटलाइट) िारा िल और गस ररसाव का पिा लगाना

नवि क कइ कषिो म तल और गस का ररसाव एक अम बात ह | ररमोट सनसग तकनीक दवारा आसका पता लगाया जा सकता ह | हम ऄपनी पाच जञानननदरयो

(सनसस) क माधयम स अस-पास की दननया दखत ह | कछ जञानननदरयो (सपशब और सवाद) को वसतओ क साथ हमार सवदनशील ऄगो क सपकब की

अवशयकता होती ह | हालानक हम ऄपनी दशय और शरवय जञानननदरयो क माधयम स अस-पास क बार म जयादा जानकारी हानसल करत ह और नजन क

नलए हमार जञानननदरय ऄगो को बाहय वसतओ क समपकब की अवशयकता नही होती | दसर शबदो म कह तो हम हमशा सदर सवदक का कायब कर रह होत

ह |

सदर सवदन (ररमोट सतरसग) परतरकरया

सदर सवदन म जानकारी का हसतातरण नवदयत चमबकीय नवनकरण (इएमअर) का ईपयोग करक नकया जाता ह

ऊजाष सरोिो क परकार

नननषकरय ररमोट सनसग सवदक (ससर) क परयोग स पराकनतक सतरोतो दवारा परावनतबत (ररफलनकटव) या ईतसनजबत नवदयत चबकीय नवनकरण का

पता चलता ह

सनकरय ररमोट सनसग ससरो दवारा ऐसी वसतओ स परावनतबत परनतनकरयाओ का पता चलता ह जो कनिम रप स जननत उजाब सतरोतो स

नवनकरनणत होती ह जस राडार |

िरग दरधयष (ववलथ) कषिो क सबध म

सदर सवदन (ररमोट सनसग) को तरगदधयब कषिो क सबध म तीन परकार म वगीकत नकया गया ह

दशय एव परावती ऄवरकत (नवजऄल ndash ररफलनकटव आनफरारड) सदर सवदन (038-30 एनएम)

तापीय ऄवरकत (थमबल आनफरारड)सदर सवदन (70-150 एनएम)

माआकरोवव सदर सवदन (10-1000 नममी)

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 37: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

37

कम दाब वाल कषिो म हाआडरोकाबबन का ररसाव सतह क नीच क भरशो क दवारा ससतरो क माधयम स सतह की ओर होता ह |

अजकल भवजञाननक तथा ऄनवषण भवजञाननक ऄनकल कषिो क बनसन-मलयाकन क नलए ररमोट- सनसग तकनीको को बहत ईपयोगी मानत ह |

सवदक स एकि की गइ सचना क परतयक बड म सदर सवदन बहत महतवपणब और ऄनदवतीय होत ह | हम जानत ह नक सबनधत उजाब क नवनभनन तरग

दधयब का परभाव परतयक लकषय दवारा ऄलग पड़ता ह | व ऄवशोनषत परावनतबत या ऄलग ऄलग ऄनपात म पारगानमत ह कइ ऄनपरयोगो म नवनभनन बडो स

परापत सचना का आसतमान यह सनननित करता ह नक लकषय की पहचान और जानकारी ननकलना काफी सटीक हो |

यहा हाआडरोकाबबन परररत पररवतबन क कछ सकतक नदए गए ह जस नक लाल ससतरो की बलीनचग नमटटी खननज पररवतबन (कल) काबोनट तनन )सरनसग (

म वनि वनसपनत अनद (याग वा डर मीर और िाग 2000) |

खननज पररवतबन कषिो को पील रग म नदखाया गया ह |

ऄनभजीत नबिास

ईप ऄधीकषक भनवजञानी

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 38: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

38

विषमान जीवन म नतरिक मपयो का महतव

नकसी भी मनषय क वयनकततव की नीव ईसक ननतक मलयो पर ही अधाररत होती ह | ननतक मलयो का सचार बालयावसथा स ही होना अरमभ हो जाता ह |

बालमन कचची नमटटी की तरह होता ह ईस नजस साच म चाह ढाल सकत ह | बाल मन म यनद ईनचत ननतक मलयो का बीजारोपण नकया जाए तो

भनवषय म ईसका जीवन अदशो एव अशीवाबदो क फल- फलो स नवभनषत होगा |

एक समय था जब बचचो को दादा ndash दादी दवारा सनाइ गइ कहाननयो क माधयम स ससकारो व ननतक मलयो का बोध होता था | लनकन अजकल क

एकाकी पररवारो म बजगो का सथान टी वी और आटरनट न ल नलया ह | मा ndash बाप क पास भी बचचो क ईनचत पररवश को जानन का समय नही ह |

अज का यग तकनीक का यग ह यहा आन तकनीको क ऄननगनत लाभ ह नकनत यनद ननतक मलयो का ऄभाव होगा तो आनही अधननक तकनीको क

दषपरभाव को भी नजर ऄदाज नही नकया जा सकता | साथ ही पािातय सभयता स अकनषबत यवा पीढ़ी ऄपनी वासतनवक सभयता एव ससकनत को भलती

जा रही ह |

अधननक ससाधनो की खोज नजतनी मानव जानत क सख क नलए हइ ह ससकारो एव ईपयकत पररवश क ऄभाव म ईसका दरपयोग हअ ह | महानगरो

की यवा पीढ़ी ऄपन ससकरो को पररधानो की तरह तयाग कर पनिमी ससकारो की नकल करन म ऄजबा बनती जा रही ह | ऄननगनत टी वी चनलो को

चलान वाल मनोरजन क नाम पर ननतक मलयो की धनजजया ईड़ात नदखाइ दत ह नजसस वतबमान बचपन और यवा वगब ईसक परमख नशकार बनत ह | य

बचच ही तो कल हमारा भनवषय ह लनकन यनद आनह ही ऄपन ननतक मलयो का बोध न कराया गया तो अन वाला भनवषय ऄधकारमय होगा आसम कोइ

ऄनतशयोनकत नही होगी |

सवामी तरववकानद जी न कहा ह sbquoहम ऐस अदनमयो को चाहत ह नजनकी नस लोह की तरह और सनाय आसपात की तरह मजबत हो | नजनकी दह म

ऐसा मन हो नजसका सगठन वजर स हअ हो | हम चानहए पराकरम मनषयतव कषततवीयब और बरहमतज |‛

ऊगवद म कहा गया ह नक मात ससकनत मातभाषा मातभनम यह तीन दनवया सदव भारतीय रदयो म नवराजमान रह | सभी भारतीय दशबन नवशि

सावबभौनमक ननतक मलयो पर अधाररत ह तथा ननतकता क वयावहाररक महतव पर बल दत ह | भारतीय सानहतय न ननतक व ऄननतक की पररभाषा को

आस परकार एक वाकय म वयकत नकया ह ndash वह कायब नजसस दसरो का भला हो ननतक ह और वह कायब नजसस दसरो को पीड़ा पहच ऄननतक ह | वफादारी

और ननतकता की परनतषठा की रकषा म भारतीय नाररया परषो स बहत अग रही ह | आनतहास सानविी सीता जस सकड़ो ईदाहरणो स भरा पड़ा ह |

ऄनत म यह कहना चाह गा नक - ननतकता क ससकार बचचो व नकशोरो म शर स ही डाल नदए जाए तो ईनक भावी जीवन की अधारनशला आतनी सशकत

होगी नक पररनसथनतया नवदशी परभाव सामानजक पररवश राजननतक दबाव अनथबक समसयाए ऄथवा नकसी परकार का दबाब ईनह ऄपन ननिय स कभी

नडगा नही सकगा |

राजीव मोहन

ईप महापरबधक (सततह)

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 39: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

39

तरशकषा म भाषा और ससकतरि

नशकषा और ससकनत का बड़ा गहरा ररशता ह | दोनो ही एक दसर को रचती ह और ईस परनकरया म भाषा माधयम बनती ह | ससकनत की सबस

परबल ऄनभवयनकत भाषा म होती ह और नशकषा भी भाषा क नबना ऄकलपनीय ह | औपचाररक रप स भाषा का परशन हमार सनवधान का मामला ह | सनवधान

की अठवी ऄनसची म शानमल सारी भाषाए भारत क नवनभनन कषिो की सासकनतक नवनशषटता को सजोए हए दश की बहरगी छटा परसतत करती ह | भाषा

और ससकनत की नवनवधता भारतीय जीवन की एक बड़ी सचचाइ ह नजस सदव याद रखना अवशयक ह | भाषा और ईसक सानहतय म कला परपरा

ससकार और सानहतय क साथ परी ससकनत जीवनत रहती ह ऄगली पीढ़ी तक पहचती ह और समाज को ईसका एक परबल अधार परदान करती ह |

अजकल पराय यह नचता वयकत की जाती ह नक धीर-धीर भारतीय जन सासकनतक मलयो क परनत ईदासीन होत जा रह ह | ईनम वयापक

समाज की नचता घटती जा रही ह | आसक सथान पर वयनकत की सतता का जवार तीवर होता जा रहा ह | दसरो की नचता की गर मौजदगी और घणा का भाव

समगर समाज क नवकास की दनषट स घातक ह | अजकल दननक जीवन म नजस तरह की भाषा का परयोग निर अ रहा ह ईसस यह बात और भी सपषट हो

चली ह नक भारतीय भाषाओ का कषरण और मलयो क कषरण दोनो की वनि समानातर गनत स चल रही ह | मलयो क कषरण को रोकन क नलए औपचाररक

नशकषा की वयवसथा म कोइ जगह कस बन यह एक परशन सा बन गया ह | यह सोचना िररी हो गया ह नक आस काम म भाषा कया कर सकती ह हम भाषा

की सहायता स कया सामानजक ndash सासकनतक एकता की ओर बढ़ सकत ह sbquoमरा और म‛ पर क नदरत अज का सवाथी जग जानहर ह | आसी तरह कषि

भाषा धमब और जानत की सकीणबता भी सामानजक जीवन पर हावी हो रही ह | अज एक तरह की होड़ सी मच रही ह और परतयक जानत और समदाय

ऄपन को बड़ा सथानपत करन क नलए ततपर ह |

भाषा क ऄधययन क करम म ससकनत का भी पररचय नमल और सासकनतक सवदना को पनपन का ऄवसर नमल तो कछ बात बन सकती ह |

सासकनतक ऄपररचय और ऄसनहषणता को बदल दायर स ननपटन क नलए भाषा और ससकनत को नशकषा म शानमल करना एक महतवपणब शनकषक कदम

होगा | भाषाओ की नवनवधता और ईनक बीच सवाद सथानपत करत हए यह काम नकया जा सकता ह | दभाब गय स भाषा क परनत अज हमारा दनषटकोण बड़ा

ननमन नकसम का हो गया ईसक ऄचछ पररणाम नही ह | कला नवजञान परौदयोनगकी सभी कषिो क ऄधययन-ऄधयापन म भाषा को जो महतव नमलना चानहए

वह नही नमल रहा ह | ऄचछा तो तब होता जब भाषा क ऄधयापक ही नही नकसी भी नवषय क ऄधयापक को भाषा-परयोग की दनषट स समथब बनाया जाता |

एक सकारातमक दनषटकोण क साथ भाषा को सीखन-नसखान क परशन को परभावी ढग स नशकषा का नहससा नही बनाया गया | पररणाम यह ह नक भाषा और

सानहतय को पढ़न वाल छाि पराय व ही होत ह नजनह नवजञान परौदयोनगकी वानणजय जस नवषय म दानखला नही नमल पाता ह |

भाषाओ को लकर कइ तरह क भरम भी फल हए ह | ईदाहरण क नलए ऄगरजी को ही समथब व ईपयोगी भाषा माना जा रहा ह | ईस पढ़ान क

नलए दशी-नवदशी दोनो तरह क जान नकतन ससथान खल ह और बड़ पमान पर आसका परचार हो रहा ह नक ऄगरजी lsquoकामधनrsquo ह | यनद ऄगरजी की महारत

पा ली तो आस जनम म जो चाहोग वह सब सरलता स सलभ हो जाएगा | दसरी ओर भारतीय भाषाओ क नलए कोइ नचता नही ह | हम मान बठ ह नक

भारतीय भाषाए तो जनमजात ह ईनक नलए पढ़न-नलखन की दखभाल की कोइ खास अवशयकता नही ह न ही ईनका कोइ वयापक ईपयोग ह पर यह

कवल भरम ह | अज अवशयकता ह नक ससकनत क नवनभनन और बहअयामी रप को ईजागर करन वाल पाठ भाषा क ऄधययन म शानमल नकए जाए |

ईनक माधयम स दश म पारसपररक सासकनतक ननकटता को सदढ़ नकया जा सकता ह | कनवता कहानी नाटक आतयानद आसक नलए ऄचछ माधयम सानबत

होग | चनक भाषा म ससकनत का जीवन सपानदत होता ह आसनलए भाषाओ की रकषा अवशयक ह | भाषाए न छोटी होती ह न बड़ी हम सभी भाषाओ को

समान अदर दना चानहए |

नवजदर नसह

मखय रसायनजञ

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 40: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

40

sbquoDeccan Synclise रहसय एव िल व गस क खोज की समभावनाए‛

भारतीय ईपमहादवीप म ननरतर sbquoहाआडरोकाबबन‛ दवारा परापत उजाब की खपत की बढ़ती हइ माग स तथा ईपलबध तल एव गस कषिो क दोहन स समापत होत हए

उजाब सतरोतो स अज यह ऄनतअवशयक हो गया ह नक जनटल भगभीय पररनसथनतयो म नए तल-गस क कषिो क मौजद होन की सभावनाओ का पता

लगाया जाए | जनटल भगभीय पररनसथनतयो स हमारा तातपयब कम गहराइ पर पाए जान वाल काबोनट कषि ऄतयनधक भगभीय ईथल-पथल क नशकार

तथा जवालामखी क फटन स ननकल हए लावा की परतो क नीच चल जान वाल कषि आतयानद ह | नवि क एक बहत बड़ भ-भाग म आस तरह क कषि पाए

जात ह जस नक ईततरी ऄमरीका का कोलनमबया का कषि दनकषणी ऄमररका का पराना कषि तथा भारतीय ईपमहादवीप का दनकषण का पठारी कषि | दनकषण का

पठार भारत क मधय भाग म नसथत ह और लगभग चार लाख वगब नकलोमीटर क कषि म फला हअ ह | पथवी की ईतपनतत और नवकास यािा क कालकरम

का जब हम ऄधययन करत ह तो पात ह नक लगभग 600 लाख वषब पवब जब डायनासोर यग ऄपनी समानपत पर था | जवालामनखयो क फटन स लावा का

वहत मािा म ईतसजबन हअ नजसन लगभग चार लाख वगब नक मी म फलकर ऄपन नीच दबी सरचना को ऄगमय बनाकर पथवी क रहसय जानन वाल

भ-वजञाननको क नलए एक चनौती खड़ी कर दी | लावा की आन मोटी-मोटी परतो का वधन करक नीच क ऄवसादो (Sediments) की परतो का दोहन एक

दसतर कायब ह | लावा की आन परतो की ऄनधकतम ऄनमाननत गहराइ तथा फलाव की सरचना का ऄधययन काफी लब ऄस स दश-नवदश क वजञाननको

की नजजञासा का नवषय रहा ह | नबरनटश काल स लकर अजतक नवनभनन ससथाए नजनम भारतीय भ-वजञाननक सवकषण राषरीय भभौनतकी ऄनसधान

ससथा हाआडरोकाबबन महाननदशालय ओएनजीसी भारतीय सदर सवदन ससथान (भारतीय ऄतररकष ऄनसधान सगठन क ऄधीन) तथा ऄनय कइ

नशकषण ससथानो न ऄपन-ऄपन परयासो तथा योगदान स ईममीदो की नकरण नदखाइ ह | मौजदा तल और गस क भडारो क अकड़ आस बात की ओर

आनगत करत ह नक नवि का 54 कचचा तल तथा 44 गस क भडार आसी परकार की सरचना म नमल ह नजनह हम मधय जीवी महाकलप की परतदार

चटटान Mesozoic sediments की सजञा दत ह | ओएनजीसी नागपर पसाद-वतल म नकए गए ऄधययन स पता चलता ह नक आन ऄवसादो की मोटाइ

जहा वधाब शहर क पनिम म 21 क नक० मी० क असपास ह वही काटोल कषि म 574 नक० मी० मोटाइ (Thickness) पाइ जाती ह |

डककन टरप का भौगोतरलक मानतरचि

Geological Map of Deccan Trap

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 41: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

41

नवनभनन ऄधययनो क अधार आस मसोिोआक सडीमटस की सभानवत सरटीगराफी का पररदशय कछ आस परकार ह -

समयमान सरचना समह ऄनमाननत ऄनधकतम मोटाइ अशमी (नलथोलोजी) Recent Alluvium

Pleistocene Laterite

Early Paleocene to Late

Cretaceous

Deccan Trap 1 to 2 km Basalt

---------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)----------------------------------------- Late

Cretaceous

Middle

Triassic

Lameta

Beds

Upper

Gondwana

2 km

Arenaceous

Limestone

Sandstone amp

Shale

------------------------------------------- नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------ Early

Triassic to

Late

Carbonifero us

Lower

Gondwana

15 km

Sandstone amp

Shale

Interbedded

with coal

------------------------------------------नवषमनवनयास (Unconformity)------------------------------------------- नवधयान ऄवसादो की बारीक परानतशायी (अईटनलएसब) यकत बस मट

Basement with thin outliers of Vindhyan sediments at places

डककन टपयररक चमबकीय मानतरचि

Magneto Telluric Map of Deccan Synclise

डककन Synclise क गभब म छप Mesozoic Sediments म तल एव गस की समभावनाए आस कषि म नलए गए मदा नमनो क भरसायननक परीकषण स

नजसम Isotopic Signature तथा Propane Oxidizing bacteria की ईपनसथनत एव नवशलषण आस बात की ओर आनगत करत ह नक औरगाबाद

ऄहमदनगर नशडी भसावल और आदौर क असपास क कषि भनवषय म तल एव गस की ईपनसथनत का अिासन दत ह | Deccan Synclise को super

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 42: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

42

order negative platform की सजञा भी दी गइ ह | लावा क परवाह स ईतसनजबत उजाब Mesozoic Sediments म हाआडरोकाबबन ईतपनन होन म

सहायक नसि हो सकती ह | मदा क नमन म पाए जान वाल Light Hydrocarbons c1 and c2+ करमश 3 to 1187 ppb and 1 to 1449 ppb ह |

काबबन isotopic signature c13 की range 24 to -3941 पीडीबी (Pee deeBelamnite) आनक thermogenic होन की पनषट करत ह |

सदर सवदी अकड़ो दवारा हम Deccan Syncliseक नवसतार का पता चलता ह | ईततर म आसका फलाव नमबदा सोन ररफट स लकर दनकषण म

Precambrian Sediments एव Archian metamorphic sediments क exposures तक सीनमत पाया जाता ह | गरतवीय अकड़ो एव गहराइ स

परापत भकमपीय अलख क अकड़ो का ऄधययन बतलाता ह नक कोयना ररफट तथा करडवाड़ी ररफट नजनकी लबाइ करमश 540 km तथा 390 km ह

तथा पण क ईततर म अपस म नमल जाती ह | डीजीएच एव ओअइडीबी परायोनजत ऄधययन नजसम ऄलग-ऄलग माधयमो स एकनित सचनाओ एव

अकड़ो को एक साथ रखकर नजसम मखयत Gravity Magnetic Magneto Telluric Deep Resistivity Sounding तथा Reflection

Seismic Sounding स Deccan Trap म समानहत छोटी-छोटी सडीमटरी बनसनस क Sediment की मोटाइ और अधार क परारप का पता चलता

ह |

कोयना कषि म पथवी नवजञान मिालय दवारा एक कप वधन नकया जा रहा ह जो लगभग 7000 मीटर गहरा होगा | यदयनप ईसका ईददशय कोयना बाध क

असपास वाल कषि म Micro seismicity की अकनत और तीवरता सबधी ऄधययन करना होगा नकनत वधन स परापत अकड़ ऄपन साथ बहत कछ कहानी

लकर अएग | हाआडरोकाबबन महाननदशालय क ततवाधान म DS-ONN-20031 एव DS-ONN-20041 आस ईददशय की पनतब क नलए NELP-V और

NELP-VI अफ़र नदए थ नजनह Geo Global Resources Company न ऄनजबत नकए थ नकनत नवनभनन ससथाओ दवारा ऄनमनत की बाधयता क भवर

जाल म फसकर ऄपनकषत कायबकरम को परा कर पाना ऑपरटर को दिार लग रहा ह | ईममीद ह नक ननकट भनवषय म कछ समाधान ननकल जाए |

वतबमान म ईपलबध भ-नवजञान क अकड़ो स की गइ सकलपना क अधार पर डककन रप नजसकी मोटाइ लगभग औसतन 2 नकमी ह क गतब म लगभग

2 स 3 नकमी तक Mesozoic काल क गोडवाना समह की रतीली चटटानो म परोनलयम क सगरहण की ईपयकत कषमता ह और परोनलयम भडारण क नलए

अगार की भनमका ननभा सकत ह | लोऄर गोडवाना नसरीि क डाकब गर शल और मालसब परोनलयम क सतरोत तथा ऄत सरचनातमक शल एव रप परवाह

एक ऄचछी कप रॉक की भनमका ननभा सकत ह | अन वाल समय म अधननक तकनीकी का ईपयोग करक Deccan Syncliseक Mesozoic

Sediments स तल एव गस की खोज म सफलता नमलती ह तो भारत की उजाब सरकषा की नदशा म एक बड़ी ईपलनबध होगी |

ऄननल कमार नमशरा

ईप महापरबधक (भभौनतकीनवद)

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 43: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

43

चटकल

1 गोल की शादी हो गइ और ईनका ववानहक जीवन शर हो गया | एक बार गोल न ऄपनी पतनी स पछा नक तमन मझम ऐसा कया दखा नक तम मझ स

शादी क नलए तयार हो गइ

गोल की पतनी मन दो-तीन बार अपको बतबन माजत दखा था | गोल यह सन कर lsquoबहोशrsquo हो गया |

2 फसबक म सबको जानती ह |

गगल मर पास सब कछ ह |

वहाटसएपप म सब की जान ह |

आटरनट मर नबना तम सब कछ नही |

चाजबर (जोश म) अवाि नीच |

3 साधारण लोग अआ वाट ट गो ट टॉयलट

गलिार साहब मचलती ह पट म कछ लहर ऐसी लगता ह आनह नकसी नकनार की तलाश ह

4 पापा बटा तमहार ररिलट का कया हअ

पपप पापा 80 अए ह |

पापा पर माकब शीट पर 40 नलखा ह

पपप बाकी क 40 अधारकाडब नलक होन पर सीध ऄकाईट म अएग |

पापा सन क बहोश

5 एक वकील की कलम स

जज तमन समाज क नलए कौन सा भला काम नकया ह

ऄपराधी साहब हमार कारण ही पनलस और ऄदालत म लाखो लोगो को नौकरी नमली हइ ह |

6 एक ताउ रलव सटशन करॉस करत-करत ऄचानक पटरी क बीचो-बीच दौड़न लगा |

नकसी न पछा ताउ कया कर रह हो

ताउ बोला हट जाओ अज तमहारा ताउ सबव सफब र खलगा |

7 पनलस (चोर स चोरी क बाद) तमह कस पता चला नक आनक घर पर कोइ नही ह

हाआटक चोर आनहोन फसबक पर पर पररवार क 15 फोटो डाल थ और नलखा था sbquoएनजॉय फल मसती आन ननीताल‛

8 मडम पपप मन तमह थपपड़ मारा आसका भनवषयकाल बताओ

पपप मडम छटटी क बाद अपकी एनकटवा पचर नमलगी |

9 जञान की बात

चाह नकतनी भी ऄगरजी सीख लो परनत ऄगर कतता पीछ पड़ जाए तो हटट-हटट ही कहना पड़ता ह |

10 पनत अजकल तम न नसगरट पीन स रोकती हो न शराब पीन स कया हअ सब नशकायत खतम

पतनी नही एलअइसी वाला परसो ही सब फायद बता कर गया ह |

राकश जन

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)

Page 44: हृU^ंF] · 28. वतबमान जmवन मेंनuनतक मoल्यों का महत्व 29. नशक्षा मेंभाषा और संस्कpनत

44

तरविानो क अनमोल कथन

1 नहदी दश की एकता की कड़ी ह |

(डा० िानकर हसन)

2 दवनागरी नलनप की वजञाननकता सवय नसि ह |

(अचायब महावीर परसाद नदववदी)

3 सरलता और शीघर सीखी जान वाली भाषाओ म नहदी सवोपरर ह |

(लोकमानय नतलक)

4 नहदी दवारा सार भारत को एक सि म नपरोया जा सकता ह |

(महनषब दयाननद सरसवती)

5 नहदी हमार राषर की ऄनभवयनकत का सरलतम सरोत ह |

(सनमिाननदन पत)

6 नवदशी भाषा का नकसी सवति राषर क राजकाज और नशकषा की भाषा होना सासकनतक दासता ह |

(वालटर चननग)

7 नहदी राषरीयता क मल को सीचती ह और दढ़ करती ह |

(राजनषब टडन)

8 नहदी भाषा की ईनननत का ऄथब ह राषर और जानत की ईनननत |

(रामवकष बनीपरी)

9 राषरभाषा का परचार करना म राषरीयता का एक ऄग मानता ह |

(डॉ राजनदर परसाद)

10 नहदी नहमालय स लकर कनयाकमारी तक वयवहार म अनवाली भाषा ह |

(राहल सासकतयायन)