जीिन की डिडिन्न पररक््थडतयों ......एक स त...

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हम ईर के दि प के सहभागी बन जाते ह जब हमारे मानव भाव म अनुह का संचार हो रहा होता है । एक ही कार की घटनाओं के दिए हम म से कुछ सकाराक प से एक को जवाब िे सकते ह और िूसरे को बत नकाराक प से। इन िो अिग-अिग दतदयाओं से हम अपने मूि भाव के बारे म ा अनुमान िगा सकते ह? यह िराता है दक नकाराकता हमारे मूि भाव म है, और इसे भु की वाणी से बििना होगा। जब परमेर का सदय, जीदवत और ररािी र हमारे कमजोर मानव भाव म फैि जाता है, तो इसकी गुणवा बिि जाती हैl जैसे कुए के पानी को रु करने के दिए ीदचंग पाउडर डािा जाता है और इस दया से मटमैिा पानी साफ़ हो जाता है । तुम तो उस वचन के कारण जो म ने तुम से कहा है, रु हो" (यूहा 15:3)l हमारा चर एक बेहतर कृ दत म बिि जाता है जब हम भगवान के र को सुनते रहते ह, ोंदक इसम दि जीवन और आा है। यीरु उन िोगों का बड़ाई करते है जो िोग परमेर के वचन को सुनते है और उसका आचरण करते है; जब भीड़ म से कोई ी उह समबोदित करते ए ऊंचे वर से बोि उठी, “िय है वह गभ, दजसने आप को िारण दकया और िय ह वे तन दजनका आपने पान दकया है!” परतु येरु ने कहा, “दकतु वे कहीं अदिक िय ह, जो परमेवर का वचन सुनते और उसका पािन करते ह।”(िूकस 11:27-28) यीरु उन िोगों को मानता है जो परमेर के वचन को सुनते और पािन करते ह। वह उ अपनी माँ और भाइयों बराबर सान िेता है । वाव म यह एक सौभा है। जब घोषणा के समय भु का िूत पदव माँ को दिखाई दिया, उनकी दतदया थी, "म भु की िासी हँ। जैसा तूने मेरे दिये कहा है, वैसा ही हो"( संत िूकस 1:38)। उोंने पासनम मीडिया डिजन Hindi Volume : 2 Issue: 3 Pages: 4 Rs.5 March 2020 Alappuzha, Kerala पडिीकरण के माम से परमेर की श रोगी दजसके बचने की कोई उीि नही, उसके दिए दविान ाथना दकया, येसु ने उसे जीवन दिया। म फौज म नौकरी करता हँ। जब म राजथान म था तब मुझे दनमोदनया बढ़ गया और वदटिेटर पर था। िवाइयाँ ररीर म काम नही कर रहा था और म ददटकि था। डॉरों ने सारे उीि छोड़ दिए थे । । एक दम ारा मुझे मरयन पिक दमिा।मेरे पी ने उसे मेरे दबर के नीचे रखकर माँ से दवनती दकया,और मुझे पूण चंगाई दमिी। जॉनसन, मुघिुदविा पुतनवीड, कडयकाि दविान ाथना:15 साि वॉकर के सहायता से चिा, दफर रा रहे रोगी को येसु ने चंगा दकया। मेरी सास 15 साि से वॉकर के सहायता से चिती थी। दफर माँ 8 साि से रा थी। दविान ाथना म मत रखकर ाथना करने और दविान मरहम िगाने पर माँ चिने िगी। इसके अिावा मेरे पदत दडे रन म थे,वह भी ठीक हो गए। सोडिया सोनी, कांजीरापरमदबि, कै पूर, एनाकु िम 25 सालो से एकसाथ श समान रहने िालों ने डिधान ाथना डकया और जीिन म आ महाचमार। मेरी बेटी के रािी को 25 साि हो चुके है, िेदकन 23 साि से वे हमारे साथ हमरे घर रहते है। इन 23 सािो म हमारा िामाि िुन जैसा वहार करता था, हर बात के खिाफ रहता था। हम ने कृपासनम आ कर दविान ाथना की, दजस के फिप आज हम सुख रांदत और सौहाि का जीवन जी रहे है। पी िी जोसि, पकातईि, वकडवू, वंदडपेररयर, इडुी 10 बार आई ई एि टी एस और 4 बार सी ऐ परीा म असफि होने के बाि दविान ाथना दकया, िोनो म पदव माँ ने सफिता दिया। मेरी बेटी 10 बार आई ई एि टी एस और 4 बार सी ऐ परीा दिखी पर असफि रही। ु पासनम म आकर दविान ाथना दकया और मरयन पिक के साथ परीा दिया, फिप मेरी बेटी िोनो म पास ई। अा चाको, आयुमिा हाउस, नडुवटंम, मियाटूर डनरंतरता दूसरी पृ पर.... मररयन डिधान ाथना, ताल समाधान अपनी आा के पदवदकरण और सरकरण के दिए अदभषेक की ाथना, पदव माता,संदि की मंजूषा हमारे द िए ाथना कीदजए संपादक संबंधी, िादर िी पी जोसे ि , पासनम www.facebook.com/FrVPJosephKreupasanam/ पासनम की माता हमारे डलए ाथना कीडजए। जीिन की डिड ि पर रथडतयों म डकसका तलाश करे ? शालोम टी िी कायम : सांनाडिषेकम गिनेस टी िी म मररयन उििी ानम ि. िी.पी. जोसे ि िडलयािीडल के नेतृ म हर सोमिार दोपहर 1 : 30 बजे और शिार सबह 8:30 बजे हर सोमिार दोपहर 1 : 30 बजे और शिार सबह 8:30 बजे

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  • हम ईश्वर के दिव्य स्वरूप के सहभागी बन जाते हैं जब हमारे मानव स्वभाव में

    अनुग्रह का संचार हो रहा होता है । एक ही प्रकार की घटनाओ ंके दिए हम में से कुछ

    सकारात्मक रूप से एक व्यक्ति को जवाब िे सकते हैं और िूसरे को बहुत नकारात्मक

    रूप से। इन िो अिग-अिग प्रदतदरियाओ ं से हम अपने मूि स्वभाव के बारे में क्ा

    अनुमान िगा सकते हैं? यह िराशाता है दक नकारात्मकता हमारे मूि स्वभाव में है, और

    इसे प्रभु की वाणी से बििना होगा। जब परमेश्वर का सदरिय, जीदवत और रक्तिरािी

    रब्द हमारे कमजोर मानव स्वभाव में फैि जाता है, तो इसकी गुणवत्ा बिि जाती हैl

    जैसे कँुए के पानी को रुद्ध करने के दिए ब्ीदचंग पाउडर डािा जाता है और इस प्रदरिया

    से मटमैिा पानी साफ़ हो जाता है । तुम तो उस वचन के कारण जो मैं ने तुम से कहा है,

    रुद्ध हो" (यूहन्ा 15:3)l हमारा चररत्र एक बेहतर प्रकृदत में बिि जाता है जब हम भगवान

    के रब्द को सुनते रहते हैं, क्ोदंक इसमें दिव्य जीवन और आत्मा है। यीरु उन िोगो ंका

    बड़ाई करते है जो िोग परमेश्वर के वचन को सुनते है और उसका आचरण करते है; जब

    भीड़ में से कोई स्त्री उन्हें समबोदित करते हुए ऊंचे स्वर से बोि उठी, “िन्य है वह गभशा,

    दजसने आप को िारण दकया और िन्य हैं वे स्तन दजनका आपने पान दकया है!” परन्तु

    येरु ने कहा, “दकन्तु वे कही ंअदिक िन्य हैं, जो परमेश्वर का वचन सुनते और उसका

    पािन करते हैं।”(िूकस 11:27 - 28) यीरु उन िोगो ंको मानता है जो परमेश्वर के वचन

    को सुनते और पािन करते हैं। वह उन्ें अपनी माँ और भाइयो ंबराबर सम्ान िेता है ।

    वास्तव में यह एक सौभाग्य है।

    जब घोषणा के समय प्रभु का िूत पदवत्र माँँ को दिखाई दिया, उनकी प्रदतदरिया थी,

    "मैं प्रभु की िासी हँ। जैसा तूने मेरे दिये कहा है, वैसा ही हो"( संत िूकस 1:38)। उन्ोनें

    क्रु पासनम मीडिया डिजन Hindi Volume : 2 Issue: 3 Pages: 4 Rs.5 March 2020 Alappuzha, Kerala

    पडित्ीकरण के माध्यम से परमेश्वर की शक्ति

    रोगी दजसके बचने की कोई उम्ीि नही, उसके दिए दविान प्राथशाना दकया, येसु ने उसे जीवन दिया।मैं फौज में नौकरी करता हँ। जब मैं राजस्थान में था तब मुझे दनमोदनया बढ़ गया और वेंदटिेटर पर था। िवाइयाँ ररीर में काम नही कर रहा था और मैं दरिदटकि था। डॉक्टरो ंने सारे उम्ीि छोड़ दिए थे । । एक दमत्र द्ारा मुझे मररयन पिक

    दमिा।मेरे पत्ी ने उसे मेरे दबस्तर के नीचे रखकर माँ से दवनती दकया,और मुझे पूणशा चंगाई दमिी।

    जॉनसन, मुघिुदविा पुतनवीड, कडयकाि

    दविान प्राथशाना:15 साि वॉकर के सहायता से चिा, दफर रय्ाग्रस्त रहे रोगी को येसु ने चंगा दकया।मेरी सास 15 साि से वॉकर के सहायता से चिती थी। दफर माँ 8 साि से रय्ाग्रस्त थी। दविान प्राथशाना में मन्त रखकर प्राथशाना करने और दविान मरहम िगाने पर माँ चिने िगी। इसके अिावा मेरे पदत दडपे्ररन में थे,वह भी ठीक हो गए।

    सोडिया सोनी, कांजीरापरमदबि, कैपतू्र, एनाशाकुिम

    25 सालो से एकसाथ शत्रु समान रहने िालो ंने डिधान प्ाथ्थना डकया और जीिन में हुआ महाचमत्ार।मेरी बेटी के रािी को 25 साि हो चुके है, िेदकन 23 साि से वे हमारे साथ हमरे घर रहते है। इन 23 सािो में हमारा िामाि िुश्मन जैसा व्यवहार करता था, हर बात के क्खिाफ रहता था। हम ने कृपासनम आ कर दविान प्राथशाना की, दजस के

    फिस्वरूप आज हम सुख रांदत और सौहािशा का जीवन जी रहे है।

    पी िी जोसि, पक्लिकातईि, वलिकडवू, वंदडपेररयर, इडुक्ी

    10 बार आई ई एि टी एस और 4 बार सी ऐ परीक्ा में असफि होने के बाि दविान प्राथशाना दकया, िोनो में पदवत्र माँ ने सफिता दिया।मेरी बेटी 10 बार आई ई एि टी एस और 4 बार सी ऐ परीक्ा दिखी पर असफि रही। रुिपासनम में आकर दविान प्राथशाना दकया और मररयन पिक के साथ परीक्ा दिया, फिस्वरूप मेरी बेटी िोनो में पास हुई।

    अन्नम्ा चाको, आयुमिा हाउस, नडुवटंम, मियाटूर

    डनरंतरता दूसरी पृष्ठ पर....

    मररयन डिधान प्ाथ्थना, तत्ाल समाधानअपनी आत्मा के पदवदत्रकरण और सरक्तिकरण के दिए अदभषेक की प्राथशाना, पदवत्र माता,संदि की मंजूषा हमारे दिए प्राथशाना कीदजए

    संपादक संबंधी, िादर िी पी जोसेि , क्रु पासनमwww.facebook.com/FrVPJosephKreupasanam/

    क्रु पासनम की माता हमारे डलए प्ाथ्थना कीडजए।

    जीिन की डिडिन्न पररक््थडतयो ंमें डकसका तलाश करे ?

    शालोम टी िी काय्थक्म :

    सांत्वनाडिषेकमगरुिनेस टी िी मेंमररयन उिम्पिी ध्यानम

    िा. िी.पी. जोसेि िडलयािीडटिल के नेतृत्व में

    हर सोमिार दोपहर 1 : 30 बजे और शरुक्िार सरुबह 8:30 बजे हर सोमिार दोपहर 1 : 30 बजे और शरुक्िार सरुबह 8:30 बजे

  • [ 2 ]

    पहिे खुि को ईश्वर के 'सेवक' के रूप में स्वीकार दकया और

    बाि में ईश्वर ने उन्ें उद्धारकताशा की 'माँ' बनने को उन्त दकया,

    और रूिस के नीचे वह पूरे मानवजादत की माँ घोदषत की गई

    क्ोदंक इन िोनो ंपिो ंमें बहुत अदिक परस्पर संबंि हैं। सेवक

    बनना मातृत्व का प्रारंदभक किम है; सेवक बनने में इसका

    अदद्तीय दचह्न है। येसु उनके दमदनस्ट् ी के रुरुआत के समय

    कान्ा के दववाह के भोज में अपनी माँ को स्ती कहकर पुकारते

    है।मानव जादत के मोचन के इदतहास में 'स्ती' की एक प्रमुख

    भूदमका है,और यह रुरुआत से ही उत्पदत् पुस्तक में बताया

    गया है," मैं तेरे और इस स्ती के बीच में, और तेरे वंर और

    इसके वंर के बीच में बैर उत्पन् करंुगा, वह तेरे दसर को कुचि

    डािेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा"(उत्पदत् 3:15)। उन्ें

    एक स्ती से ईश्वर की माँ बनने तक एक िंबा सफर तै करना

    था। मातृत्व का मूल्य मदहिा होने की तुिना में बहुत अदिक

    है, उत्पदत् की पुस्तक में। जब वे येसु के रूिस के नीचे थी, येसु

    उन्ें 'माँ' के रूप में घोदषत करते है।

    'समपशाण ’वह चीज नही ंहै दजसे हम बौक्द्धक रूप से करते

    हैं, बक्कि यह हमारे जीवन के सबसे कदठन समय में भी ईश्वर

    की इच्ा को रांदत में प्राप्त करना है। माता मररयम ने भी ऐसा

    ही दकया जब उनके जन्म दिए हुए इकिौता बेटा खून में सना

    हुआ मांस के टुकड़े की तरह रूिस पर िटक रहा था, ििशा , और

    रमशा की उपहास में डेरा हुआ था। उन्ोनें िेखा दक कैसे उनका

    बेटा, जो अपनी पूणशाता में सभी 'पदवत्रता' का प्रतीक है, पूरी

    मानव जादत की बुराई को करािता के साथ उजागर दकया जा

    रहा था। उन्ोनें चुपचाप अपने स्वगगीय दपता से बात की होगी;

    "अब्ा, िेक्खए मैं प्रभु की िासी हं,आपके सौपें हुए कायशा को

    पूरा कर दिया"l यह वह समय था जब यीरु ने घोषणा की;

    “िेखो, यह तुमहारी माँ हैं।” (योहन 19:27)। केवि जब उन्ोनें

    अपनी भूदमका को पूणशाता में 'िासी' के रूप में पूरा दकया, तो

    March 2020 Alappuzha, Keralaक्रु पासनम मीडिया डिजन

    चमत्ार करें गे, ठीक उसी तरह एंडट् यू को भी दवश्वास था दक

    यीरु समूचे भीड़ को केवि पाँच रोदटयाँ और िो छोटी मछदियो ं

    (योहन 6:9) से पेट भर सकते है अगर वह अपने गुरु के हाथो ं

    तक उसे पहंुचा सकें ।

    एंडट् यूज का माता मररयम के साथ िूसरी समानता जीवन के

    हर समय यीरु पर उनका दवश्वास है। जब योहन्ा बपदतस्ािाता

    ने यीरु के बारे में 'ईश्वर के मेमने' के रूप में गवाही िी, तो एंडट् यू

    ने तुरंत दवश्वास कर दिया और यीरु का अनुसरण करते हुए वह

    उस दिन यीरु के साथ रहा(योहन 1:39), और तब से यीरु का

    अनुसरण करने िगा, न केवि यह दक उन्ोनें यीरु को मसीहा

    के रूप में माना, बक्कि उन्ोनें अपने भाई साइमन को भी एक

    अचे् दरष्य की तरह यीरु के पास िे आया ,"हमें मसीह दमि

    गए हैं"। (योहन 1:41) हमारे जीवन में भी हमें जीवन के सभी

    मौसमो ंमें जो िेखना चादहए, वह है, - मसीहा, मोक्। वह पृथ्ी

    पर हर मुदे् के साथ-साथ अनंत काि के दिए हमारा अंदतम

    समािान है! जब हम 'वह जो करने के दिए कहते हैं' करने के

    दिए मैररयन सूत्र का पािन करते हैं तो जीवन में मसीह हमारा

    िक्ष्य बन जाता है। मैं प्राथशाना करता हं दक िन्य मां की

    रक्तिरािी मध्यस्थता के माध्यम से, आप मसीह के द्ारा उद्धार

    का अनुभव कर सके और िन्य हो जाए।

    जीिन की डिडिन्न पररक््थडतयो ं....

    िॉ िी पी अच्चन, क्रु पासनम

    लेखक:

    आर. डिजयकरु मार , कोयंबटूर

    यडद आप अपनी कू्स को डबना बड़बड़ाये उठाते हैं, तो डनडचित रूप से आप धन्य होगें।"दनिान, सब के सब एक मन और कृपामय और भाईचारे की प्रीदत रखने वािे, और करूणामय, और नम्र बनो। बुराई के बििे बुराई मत करो; और न गािी के बििे गािी िो; पर इस के दवपरीत आरीष ही िो: क्ोदंक तुम आरीष के वाररस होने के दिये बुिाए गए हो। (पतरस 3:8-9)

    यह वाक् वािा करती है दक यदि हम अपने जीवन के कई के्त्रो ंमें िन्य होना चाहते हैं, तो सबसे पहिे हमें अन्य िोगो ं को भी आरीवाशाि िेना होगा, भिे ही उन्ोनें हमारे साथ बुरा दकया हो या हमारा अपमान दकया हो। केवि अगर हम यह पहिा भाग करते हैं, तो हम अपना आरीवाशाि प्राप्त कर सकते हैं।पतरस हमसे दकतनी दृढ़ता से बोिता है दक जीवन में हमारी 'पुकार' - हमारा कतशाव्य है - िूसरो ं को 'आरीवाशाि' िेना; तब और दसफशा तभी परमेश्वर हमें आरीवाशाि िेते है। कई बार आरीवाशाि हमारे स्वयं के नकारात्मक और आहत रब्दो ंऔर िूसरो ंको आरीवाशाि न िेने के दृदटिकोण से अवरुद्ध होते हैं, िेदकन हम अपने जीवन के साथ-साथ िूसरो ंके जीवन पर भी नकारात्मक रब्द बोिते हैंl हमें िूसरे िोगो ंको आरीवाशाि िेने की इच्ा होनी चादहए और यह भी दृढ़ दवश्वास होना चादहए दक हम िन्य होने के योग्य हैं।िेदकन कई िोग खुि या िूसरो ंसे नकारात्मक भदवष्यवादणयो ंको पूरा करने के बारे में बात कर रहे हैं जैसे- मेरी गरीबी कभी खत्म नही ंहोने वािी है, मुझे कभी भी अच्ी नौकरी नही ंदमिेगी, मेरा पररवार इस मुसीबत से कभी नही ं दनकिेगा, मेरा स्वास्थ्य कभी नही ं सुिरेगा

    सेना में काम कर रहे थे, िेदकन हमें उस घर को बेचना पड़ा और हम सीदमत सुदविाओ ंके साथ छोटे में चिे गए। कुछ वषषों के बाि जब मैं एक सफि व्यवसायी बन गया, तो िन्य माँ ने मुझे उस स्वदनिि घर को खरीिने में मिि की, हािाँदक मैंने अपनी इच्ा उनके साथ एक बचे् की तरह ही साझा की थी ,और ना ही मैंने इसे गंभीरता से दिया था। भिे ही उस घर के दिए मेरी इच्ा तीव्र नही ंथी, माँ ने अपने बेटे के माध्यम से मेरे दिि की इच्ा को पूरा दकया है।िेदकन हमें बुराई के दिए बुराई न करने के दिए सतकशा रहना चादहए, न ही अपमान के दिए अपमान करना चादहए और न ही बड़बड़ाये, िेदकन केवि क्स्थदतयो ंऔर िोगो ंको आरीवाशाि िेना चादहए; तभी हम अपना आरीवाशाि पा सकते हैं। हमें हमेरा अपनी जीभ को नकारात्मक बोिने से बचाना चादहए।बाइबि कहती है दक हम अपनी जीभ के साथ जीवन का दनमाशाण या दवनार कर सकते हैं, हमारी बाइबि में ऐसे बहुत सारे वाक् है जो हमें बताती है दक हमें दकतनी साविानी से अपनी जीभ का उपयोग करना चादहए। हम अपने भाग्य को अपनी जीभ से दिख सकते हैं, इसदिए आइए हम इसे ज्ान के साथ उपयोग करें और अपनी जीभ का उपयोग केवि अच्ी चीजो ंको पूरा करने के दिए करें ।"जो अपने मंुह की चौकसी करता है, वह अपने प्राण की रक्ा करता है, परनु् जो गाि बजाता है उसका दवनार जो जाता है"।(नीदतवचन 13:3)

    उन्ें 'मातृत्व' की अपनी भूदमका की पूणशाता के दिए उभार दिया

    गया।

    हमारे मंुह से यह स्वीकार करना दक यीरु हमारे 'स्वामी' हैं,

    हमारे हृिय में 'दवश्वास' की तुिना में बहुत आसान है दक परमेश्वर

    ने यीरु को मृतको ंसे ऊपर उठाया है।(याकूब 2:24) आप िोग

    िेखते हैं दक मनुष्य केवि दवश्वास से नही,ं बक््क कमषों से

    िादमशाक ठहराया जाता है।बार मादिक और मदहिाएं जो

    गभशादनरोिक गोदियो ंका उपयोग करती हैं, वे अपने कायषों के

    साथ घोषणा करते हैं दक यीरु जी नही ंउठा है। यदि वह मानती

    दक यीरु जीदवत है, तो उसने एक और बचे् को जन्म िेने के बारे

    में सोचा होता और इस तरह स्वगशा के दिए एक और आत्मा को

    जन्म िेती और इस तरह उसने अपने जीवन के साथ और अदिक

    परमेश्वर की मदहमा की होती; जब वे ऐसा नही ंकरते हैं तो वे

    चुपचाप घोदषत कर रहे हैं दक यह यीरु जी नही ंउठे हैं।

    एक सचे् ईसाई जीवन का प्राथदमक दचह्न 'रूिस' है - हम

    वास्तदवक ईसाई हैं यदि हमारे जीवन में रूिस हैं जो हमने 'यीरु

    के नाम' में स्वीकार दकए हैं। एक ईसाई का िूसरा दचह्न 'परमेश्वर

    के वचनो ं का पािन'करना है। माता मररयम इन िोनो ं

    दवरेषताओ ंकी एक आिरशा उिाहरण है। उन्ोनें यीरु को इस

    िुदनया में पेर करने के दिए अपने जीवन के हर कदठनाई को

    पार दकया, एक दवनम्र और वफािार िासी की तरह परमेश्वर के

    हर रब्द का पािन दकया। जब हम भी उनके बताए मागशा पर

    चिेंगे, तो ईश्वर भी हमारा सम्ान करें गे और हम भी ईश्वर की

    मां जैसी बन जाएंगे।

    येसु के दरष्य एंडट् यू के पास कुछ इसी तरह की बुिावा था

    और वह माता मररयम की तरह अिग दृदटिकोण से चीजो ंको

    िेखते थे, ठीक उसी तरह जैसे दक काना में रािी की िावत में

    िन्य मां को जैसे अपने पुत्र पर दवस्वास था की वे अंगूरी का

    आदि।दनम्नदिक्खत रब्दो ंमें संत पीटर हमें उद्ोदित करते हैं ,"जो कोई जीवन की इच्ा रखता है, और अचे् दिन िेखना चाहता है, वह अपनी जीभ को बुराई से, और अपने होठंो ंको छि की बातें करने से रोके रहे। वह बुराई का साथ छोड़े, और भिाई ही करे; वह मेि दमिाप को ढंूढ़े, और उस के यत् में रहे"(1 पतरस 3:10-11)। इसदिए हमें केवि आरीवाशाि िेना चादहए चाहे क्स्थदत दकतनी भी नकारात्मक क्ो ंन हो।

    मैंने अपने जीवन में इस दसद्धांत का अभ्ास दकया है और उससे मुझे बहुत आरीवाशाि दमिा है। जब मैं एक छात्र था, मैं अपने माता-दपता और बहन के साथ एक छोटे, एक बेडरूम वािे दकराए के घर में रहता था। उस घर में भी हमारे पास दबजिी नही ंथी। एक बार मानसून के मौसम में रात भर बाररर होती रही और घुटने के स्तर तक गहरे पानी से घर भर गया। हम चारो ंअपने दबस्तर पर बैठ गए और बाररर भारी और भारी होती जा रही थी ,ऐसी क्स्थदत में भी, मैंने दमट्ी के िीपक की मक्द्धम रोरनी में हमारी िन्य माँ की छदव को िेखा और मैंने माँ को अपनी इच्ा बताई, "माँ क्ा आप हमें वह घर िें गे जो दसनेमा की रूदटंग के दिए इसे्तमाि दकया जाता है, पूरे कोचीन के्त्र में सबसे अच्ा घर?" मैं उन दिनो ंबहुत कटि सहने के बावजूि भुनभुनाता नही ं था, िेदकन मैंने अपनी समस्ाओ ं को सहषशा उठाया और प्राथशाना दकया। इस ियनीय क्स्थदत में पहंुचने से पहिे, हमारे पास एक बड़ा घर था, मेरे दपताजी

    क्रु पासनम डहंदी डमशन महीने के हर पाँचवे सोमवार को कृपासनम आश्रम में दहंिी में सतसंग का आयोजन दकया जारहा है । दहन्ीभाषी भाई बहनो के दिए उसदिन दहंिी मे वाचा प्राथशाना पत्र भरने का दवरेष बंिोबस्त होगा । रेि दटकट, आवास, भोजन व आरक्ण समबक्न्त जानकारी हेतु संपकशा करे, िाई सांतोस अब्ाहम, कोऑडि्थनेटर, मोबाइल नंबर 8130771234

  • [ 3 ]March 2020 Alappuzha, Kerala

    क्रु पासनम मीडिया डिजन

    52 साि से थी टॉक्सििइट्स और 13 साि से थी साँस की बीमारी, यूटू्ब से आरािना िेखकर प्राथशाना करने पर चंगाई।मुझे 52 साि से टॉक्सििइट्स, ररीर का सूजन, जॉइंट ििशा, आदि असुवुिाये थी।यूटू्ब में आरािना िेखते वति मान्य पुरोदहत जोसफ ने एिजगी रोदगयो ंको एिजगी वािे जगहो ंमें हाथ रखकर प्राथशाना करने को कहा, दवरेष रूप से मौसम संबंदित एिजगी वािो को,और

    मैंने ऐसा ही दकया और मुझे पूणशा चंगाई दमिी। एलसी अलेक्स, कट्ीपरमदबि हॉउस, अिुवा

    दविान प्राथशाना: पायिट बनने को 400 िोगो के साथ थी मुकाबिा, माँ ने िी जीत।मुझे पायिट बनने का बड़ा रौक था।रुिपासनम में आकर दविान प्राथशाना करने के फिस्वरूप, 400 िोगो की बड़ी कदठन मुकाबिे में माँ ने मुझे जीत दिया, और मेरा सेिेक्शन हो गया।

    लेडनष चाको, इंजकन, भोपाि

    िाइट ए कैं डि प्राथशाना: आई ई एि टी एस और ऑस्ट् ेदियन डट् ाइदवंग परीक्ा पास हुआ, पी आर भी दमिा।ऑस्ट् ेदिया में रहने वािी मेरी बेटी आई ई एि टी एस और ऑस्ट् ेदियन डट् ाइदवंग परीक्ा पास होने के दिए िाइट ए कैं डि प्राथशाना की। चमत्ार ही बोिे पहिे बार मे ही िोनो परीक्ाएं बेटी ने पास दकया और उसे पी आर भी दमि गया।

    बेबी जोसि, तायतुवीदटि, तोदड़ईि, पेरावूर, कनू्र

    अपनी आत्मा के पदवदत्रकरण और सरक्तिकरण के दिए अदभषेक की प्राथशाना, पदवत्र माता संदि की मंजूषा हमारे दिए प्राथशाना कीदजए

    52 साि से रासे्त की थी मुक्किि दविान प्राथशाना करने पर िूर हुआ मुक्किि और रास्ता दमि गया।52 साि से हमारे घर आने जाने के दिए रास्ता नही था।कई िोगो से संपकशा दकया िेदकन कोई समािान नही दमिा। मैंने रुिपासनम में दविान प्राथशाना दिया और आरीवाशाि दिया हुआ झणड़े को दवश्वास से रासे्त में बाँिकर प्राथशाना दकया,और हमें

    रास्ता दमि गया। डिमला अंटोनी,पुतनवीड,परुमि, मन्ार

    12 साि की नौकरी नटि होने पर िाइट ए कैं डि प्राथशाना दकया, िुगने वेतन के साथ नौकरी वापस दमि गया।मेरे बेटे को 5 साि से त्वचा रोग था। दविान मरहम प्राथशानापूवशाक िगाने पर पूणशा चंगाई दमिी। उसके नौकरी की बािा भी िूर हुयी । इसके अिावा 12 साि की

    नौकरी नटि होने पर िाइट ए कैं डि प्राथशाना दकया, फिस्वरूप िुगने वेतन के साथ नौकरी वापस दमि गयी और मेरी बेटी को भी नौकरी दमिी।

    रोशीमा सजी, वडकेवीटीि हॉउस, कलिकट् कुरगी, पािक्ाड

    िाइट ए कैं डि प्राथशाना: 10 साि से पेराब करने में थी कदठनाई िूर हुआ।िाइट ए कैं डि प्राथशाना करने और प्रत्यक्ीकरण प्राथशाना करने पर रुिपासनम में माँ की प्रत्यक् होने की और फादतमा में माँ की प्रत्यक् होने के बीच संबंि पदवत्र माँ ने मुझे दिखाया। रुिपासनम में आकर दविान प्राथशाना करने के फिस्वरूप 10 साि से

    पेराब करने में थी कदठनाई उसी दिन िूर हुआ। टेसा जोस , मेिेतडूदति, बंगिोर

    िाइट ए कैं डि प्राथशाना: आँखें सूखने की रोग से चंगाई।2 साि से भी अदिक समय से मेरे आँखे डट् ाई होने के बीमारी के कारण दिन में कम से कम 2 से 3 बार ,यहाँ तक रात को भी आँख में िवा डािने की आवश्यतिा थी। एक दिन भी दबना िवा के नही रह पाती थी।रुिपासनम िाइट ए कैं डि प्राथशाना

    करने के फिस्वरूप दफर मेरी आँख कभी नही डट् ाई हुई। एनसी, इसराएि

    दविान प्राथशाना:9.3 से मी,3.5 से मी 4.4 से मी दकड्नी के पुटी, और 12 साि पुराना कान में से पीप आने के रोग से चंगाई।मुझे दकडनी में पुटी था। सै्न करने पर 9.3 से मी,3.5 से मी,4.4 से मी का पुटी था। इस कारण मुझे पेटििशा था और भोजन करने में दिक्त था। डॉक्टर को

    दिखाने पर आपरेरन करने को कहा।रुिपासनम में आकर दविान प्राथशाना दकया और पुरोदहत जोसफ मेरे सर पर हाथ रख कर प्राथशाना दकए। पुनः सै्दनंग में पुटी गायब था।12 साि से कान में से पीप आने के रोग को दविान प्राथशाना में समदपशात कर प्राथशाना करने पे पूणशा चंगाई।

    टे्सीयम्ा, पानीकुिंगरा, किमरेरी

    बे्न, दिवर डैमेज, िदनिंग दडसेदबदिटी, एड़ी जमीन पर रखने में असुदविा आदि रोग, दविान प्राथशाना करने पे िूर हुआ।मेरे बेटे को प्रोटीन वािी चीजे खाने से दफक्स आता था। इसके अिावा दिवर डैमेज,बे्न डैमेज, िदनिंग दडसएदबदिटी,एड़ी जमीन पर रखने में असुदविा, ठीक से

    न बोि पाता और एक सेंटेंस भी नही पढ पाता था।रुिपासनम में आकर दविान प्राथशाना दकया, पुरोदहत जोसफ़ ने आरािना में संिेर दिया, 17 साि के नीचे वािे एक बचे् की एड़ी दिखाई िे रहा है, और कहा दक उसे येसु पूणशा रूप से ठीक कर रहा है।मेरे बेटे को पूणशा चंगाई दमिा, और अचे् से पढ़ पाता है। सपना मनोज, चकिेकयाि, मंजुमे्ि

    दविान प्राथशाना: दिनांक रखकर प्राथशाना करने पर जमीन बेचने में थी बािा िूर हुआ।डेढ़ साि से मैं कजाशा चुकाने के दिए गाड़ी बेचने की कोदरर कर रहा था िेदकन बािायें थी। रुिपासनम में आकर दविान प्राथशाना दकया, फिस्वरूप गाड़ी बेच पाया और ढाई

    िाख कजाशा चुका पाया। इसके अिावा दिनांक रखकर प्राथशाना करने पर जमीन की दबरिी हुई, और बहन को अपना घर बनाने के दिए जमीन दमिा । डसजो जॉन, पुतनपुरकि, कीज़हपलिी ,कनू्र

    38 साि के उम्र तक भी रािी नही ंहुई । दविान प्राथशाना करते ही रािी हो गयी । 38 साि उम्र वािे मेरे बेटे के रािी के दिए मैंने रुिपासनम में आकर दविान नवीकरण दकया, और फिस्वरूप एक अच्ा ररश्ा आया,और रािी भी हो गयी। इसके अिावा 10 साि से थी मेरी हाथ ििशा पे्रररतो ंका िमशासार प्राथशाना कहकर

    दवश्वास से दविान मरहम िगाने पर ठीक हो गया। मेरी पत्ोस, पुतुरेरी, अंगमादि, थुरावूर

    दविान प्राथशाना: 20 साि से थी पेट ििशा , 13 साि की सोररयादसस, और 4 साि से रुका हुआ जमीन का दबरिी भी हुआ।मेरी बेटी को 13 साि से सोररयादसस रोग था।रुिपासनम में आकर पुरोदहत जोसफ से दमिे। दविान मरहम और नमक दवश्वास के साथ पे्रररतो ं का िमशासार प्राथशाना

    कहकर िगाने के फिस्वरूप पूणशा चंगाई दमिी। 4 साि से जमीन बेचने में थी बािा िूर हुआ और जमीन दबक गया।20 साि से थी मुझे पेट ििशा , दविान मरहम पे्रररतो ंका िमशासार प्राथशाना कहकर रूिस का दचन् पेट मे बनाकर िगाने पर चंगाई दमिी। डमनी, कीज़हकेवीडू, चेतती, अथुशान्कि

    दविान प्राथशाना: मूत्र में रति, पेट फूिना आदि, आस नटि रोगी को पूणशा चंगाई।30 साि से आध्याक्त्मकता में न रहने वािी मेरी पत्ी रुिपासनम में आकर दविान प्राथशाना

    करने के फिस्वरूप आध्याक्त्मक जीवन में वापस आई। इसके अिावा मेरे पत्ी को 2

    साि से गभाशारय में पुटी था, ऑपरेरन करने को बोिने पर हमने पे्रररतो ंका िमशासार

    प्राथशाना दवश्ववास से कहकर दविान मरहम िगाया,और फिस्वरूप चंगाई दमिी ।और 36 सािो से अिूरे

    घर का दनमाशाण कायशा भी पूरा हुआ। के एस माइकल, चिुम्ादटि परमदबि, कोज़हीकोड

    दविान प्राथशाना: 43 सािो की रराबीपन से मुक्ति।मेरे पदत 43 साि से रराबी था। इसके कारण मानदसक कदठनाइया भी थी । रुिपासनम में आकर दविान प्राथशाना करने के फिस्वरूप रराबीपन पूणशा रूप से िूर हुआ।इसके अिावा मुझे दमट्ी में पाँव रखने पर बहुत अदिक खुजिी होता था , यह

    भी दविान प्राथशाना द्ारा िूर हुआ। माररयक्बिका जोसि, अनुग्रह कंिमकनी, कोलिम

    िाइट ए कैं डि प्राथशाना: दविेरी नौकरी में थी बािा िूर हुआ।मेरे बेटे को मचचेंट नेवी में नौकरी के दिए मैंने रुिपासनम िाइट ए कैं डि प्राथशाना दकया।

    7 महीने के कॉन्ट् ैक्ट में नौकरी दमिी। मेरी बेटी ओ ई टी परीक्ा पास की थी , िेदकन

    दविेर जाने की इंटरवू्य काि नही आई। मैंने दविान प्राथशाना करने का दनणशाय दिया।िो

    दिन में इंटरवू्य कॉि आया और आयरिैंड में नौकरी दमिी।

    डहल्ा शीबा मेंटस, पडीवेट्त, एनाशाकुिम

    .दविान प्राथशाना: मूत्र में रति, पेट फूिना आदि, आस नटि रोगी को पूणशा चंगाई।30 साि से थी माइगे्रन सर ििशा रुिपासनम में आकर दविान प्राथशाना करने के फिस्वरूप

    िूर हुआ। मेरी िीिी को आथशाराइदटस रोग के कारण रति उिटी हुआ, मूत्र में रति जाता

    था और पेट भी फूि गया था। वे मर जाएगी बताया गया था। दविान वसु्तओ ंका उपयोग

    एवं पुरोदहत जोसफ के प्राथशाना करने के फिस्वरूप िीिी को पूणशा चंगाई दमिी।

    जेस्ी अन्ो, कंजीरादथंगि हॉउस, दरिससुर

    मररयन डिधान प्ाथ्थना तत्ाल समाधान

  • क्रु पासनम के डलए माग्थएनाशाकुिम उत्र से चेतशािा तक, दफर चेतशािा से आिपु्ष़ा तक बस और किावूर ब्ॉक जंक्शन पर उतरें , रुिपासनम एन एच के पूवगी

    दहसे् में , ब्ॉक जंक्शन से 1 दकिोमेटर िदक्ण पर क्स्थत है।िदक्ण आिपु्ष़ा से चेतशािा तक बस से किावूर ब्ॉक जंक्शन पर

    उतरे और उतर कर उत्र की ओर िगभग 1 दकमी की िूरी तक चिे , रुिपासनम एन एच के पूवगी दहसे् में है।

    संपक्थ डििरण:

    िॉ. िा. िी.पी. जोसेि िडलयािीडटिलसंस्थापक दनिेरक, रुिपासनम,किावूर,

    आिपु्ष़ा-688 522, केरि-भारतफ़ोन: +91 478 2860595,

    9443031234, 9846655366 ईमेल[email protected], [email protected],[email protected]

    अन्य संपक्थ करने की िेबसाइटwww.kreupasanammarianshrine.com

    www.chavittunadakam.comwww.vpachan.com, www.folkarts.in

    सीधा प्सारण के रूप में क्रु पासनम एक डदिसीय प्ाथ्थनाएं देखें।

    आडधकाररक िेसबरुक पेज पर क्रु पासनम के ररट्ीट काय्थक्म

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    March 2020 Alappuzha, Keralaक्रु पासनम मीडिया डिजन

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    सामाडजक मीडिया में क्रु पासनम

    अमरीकी मररयन टी िी पर क्रु पासनम ररट्ीट का प्सारण रडििार और बरुधिार रात 9:30 बजे को और िारतीय समय के अनरुसार सोमिार और गरुरुिार सरुबह 7 बजे को।

    www.mariantvworld.org

    राज टी िी पर क्रु पासनम ररट्ीट का प्सारण हर शडनिार सरुबह 7 बजे से 7: 30 तक।

    1. हर सोमिार,मंगलिार और दूसरा शडनिार एक दिवसीय उपवासी मररयन दविान सु्तदत (समय : सुबह 8 बजे से राम 3 बजे तक)

    2. चौथा शडनिार- डिद्ाडथ्थयो ंका प्ाथ्थनायुवा दमरन - छात्रो के चररत्र दनमाशाण और प्राथशाना आितो ंके दवकास के दिए है। समय, सुबह 9 बजे से राम 4 बजे तक।

    3. चौथा बृहस्पडतिार:1000 मोती रोसरी और पे्रररतो का दमिन। पे्रररतो ंका दमिना ,पे्रररतो की सरक्तिकरण के दिए तादक वे ेप्रभु की कृपा बने रहे और जीवन मेंं प्रभु की साक्ी बने। समय, सुबह 7 बजे से राम 2 बजे तक।

    4. मररयन तपस (72 घंटो की आवासीय प्राथशाना) िूसरा मंगिवार िोपहर 2 बजे से रुरिवार िोपहर 2 बजे तक।

    सु्तदत से पहिे अपना नाम रदजस्र करवाए। जो िोग आवासीय प्राथशाना में भाग िेना चाहते हैं उन्ें प्रवेर के समय उनके पहचान पत्र प्रसु्तत करना होगा।

    इस कायशारिम केदिए कम से कम एक हफे् पहिे से ही नाम िजशा करवानी होगी। केवि 175 िोग ही इस में भाग िे सकते है और चयन पहिे आओ पहिे पाओ के आिार पर होगा।

    क्रु पासनम - माडसक काय्थक्म

    सूचना:-

    रोज़ मररयन डिधान प्ाथ्थना सरुबह 9:30 से शाम 4:30 बजे तक होता है।

    महीने के हर सोमिार और मंगलिार को मररयन डिधान प्ाथ्थना नही होगा।

    मररयन डिधान प्ाथ्थना का निीकरण परामश्थ(काउंसडलंग) हर डिधान प्ाथ्थना के डदनो में उपलब्ध है।

    लाइट ए कैं िल प्ाथ्थना

    लाइट ए कैं िल प्ाथ्थना करने के डलए अनरुसरण करने के कदम

    आप कही ंिी हो ंआप हमारी मररयन िेब मीडिया के माध्यम से अपनी व्यक्तिगत प्ाथ्थना के इरादे के डलए क्रु पासनम आलप्रुष़ा के पडित् अियारण्य में कृपा की माुँ

    क्रु पासनम के सामने एक मोमबत्ी जला सकते हैं। मोमबत्ी जलाने के बाद, घरुटने टेकें और क्रु पासनम मारीयन मध्य्थता प्ाथ्थना

    रोज़ सरुबह 5.30 बजे करे और मररयन डिधान प्ाथ्थना शाम के रोजरी के बाद करे

    www. kreupasanammarianshrine.com

    1. www.kreupasanammarianshrine.com वेब पते का उपयोग करके मररयन वेबसाइट में प्रवेर करें ।जब रुिपासनम वेबसाइट का मुखपृष्ठ खुिता है, तो कृपा की माता स्कीन पर दिखाई िेगी, आप यहां मररयन भतिो ंकी जिाई हुई मोमबदत्यां िेख सकते हैं।

    2. प्राथशाना पृष्ठ के ति पर आवश्यकता के साथ अपनी मोमबत्ी को प्रकार में िेखें और बटन चुनें।

    3. उसके बाि 'क्लिक दहयर' बटन चुने और कृपया उदचत स्थानो ंपर अपने नाम ,फोन, ईमेि आईडी और प्राथशाना अनुरोि दिखें ।

    4. 'संिेर बटन' पर क्लिक करें ।

    5. अनुमोिन के दिए सामादजक मीदडया दिंक का अनुसरण करें ।

    6. प्राथशाना को दहन्ी, मियािम, तदमि, अंगे्रजी इत्यादि भाषा में डाउन िोड कर सकते है ।