जब चीजे होनी लगे उलटी
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जब चीजे होनी लगे उलटी
जब चीजे होनी लगे उलटी
जब रस्ता बहुत तेढा डरावना लगे
जब कज� है ज्यादा, आमदनी है कम
हसना चाहते हो, तो भी रोना पड रहा हो
तब करना आराम, पर बनना नाही नाकाम |
जीवन अपने आपमे कभी लागे जटील
या कोई जीते आपसे करके कुटील ,
समय वापस आयेगा,अंधेर नही,देर है |
तू जीतेगा दम रख ,बस टाइम टाइम की बात है
जब लगे दूर ,तब यश होता पास
जब लगे शक, तू पीछे मत हट बेशक
लढाई जिजती उन्होने,जो रहे हमेशा डटके
जो करे न कोई चिचंता ,रहे हमेशा हटके