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  • 1

    इसे वेबसाइट www.mpindustry.gov.in से भी डाउन लोड किया जा सिता है.

  • 2

    मध्यप्रदेश शासन वाणिज्य, उद्योग और रोजगार ववभाग

    मध्यप्रदेश राज्य औद्योगगि भूगम

    एवं

    भवन प्रबधंन गनयम, 2015

  • (i)

    अ नु क्र म णि िा

    क्र. खण्ड शीर्षि पषृ्ठ क्रमांि

    (1) (2) (3) (4) (1) लघ ुशीर्षि, प्रारंभ एव ंप्रभाव 1

    (2) पररभार्ायं 2

    (3) उद देश्य 6

    (4) औद्योगगि के्षत्र िी भगूम िे आवटंन हेत ुपात्रता 6

    (5) औद्योगगि के्षत्रं िा अगभन् यास 7

    (6) आवटंन हेत ुभगूम िी मात्रा िा गनधाषरि 7

    (7) औद्योगगि, व्यवसागयि, वयेर हाणउ सगं एव ंअनरु्ांगगि प्रयोजन हेत ुभगूम िा आवटंन

    7

    भाग– 1 औद्योगगि भगूम एव ंभवन िा आवटंन 8

    (8) औद्योगगि भगूम/ भवन आवटंन िे अगधिार 8

    (9) भगूम िे आवटंन हेत ुप्रब् याणज, वविास शलु् ि, भ-ूभाटि तथा वावर्षि सधंारि शलु् ि

    8

    (10) प्रब् याणज िी गिना हेत ुभगूम िे मलू् य मं छूट/ररयायत 9

    (11) आवटंन हेत ुआवेदन 10

    (12) आवेदनं िे गनरािरि िी प्रकक्रया 11

    (13) भ-ूखण्ड/भवन िा आवटंन आदेश, पट टाववलेख गनष्पादन एव ंआगधपत्य 13

    (14) पटटे िी अवगध 14

    (15) पररयोजना कक्रयान्वयन 14

    (16) बिं/ववत्तीय ससं्थाओ ंिे पक्ष मं पट टागधिार िा अगभहस्तांिन 16

    (17) अगतररक्त भगूम िा गनयगमगतिरि 16

    (18) हस्तांतरि एव ंहस्तांतरि प्रकक्रया 17

    (19) अनपुयोगी भगूम िा हस्तांतरि 19

  • (ii)

    क्र. खण्ड शीर्षि पषृ्ठ क्रमांि

    (1) (2) (3) (4) (20) भ-ूखंड िा ववभाजन 20

    (21) भ-ूखण् डं िे गशिमी/उपपट्टा िी अनमुगत 20

    (22) लीज िा नवीनीिरि 20

    (23) आवकंटत भवनं िो भाड़ा क्रय पद्धगत अतंगषत ववक्रय 21

    (24) पट टे िी भगूम िा समपषि एव ंप्रब्याणज िी वापसी 21

    भाग – 2 आवासीय, व् यावसागयि एव ंवेयरहाउगसगं प्रयोजन हेत ुभगूम िा आवटंन

    23

    (25, 26, 27)

    भगूम आवटंन िी अगधिाररता एव ंभगूम आवटंन िी दरं एव ंआवटंन िी प्रकक्रया

    23

    (28, 29, 30, 31)

    पट्टे िी अवगध, पररयोजना िा कक्रयान् वयन, हस् तातंरि एव ंलीज िा नवीनीिरि

    24

    भाग– 3 उद्योग अनरु्ांगगि प्रयोजन 25

    (32, 33, 34, 35)

    आवटंन िी अगधिाररता, आवटंन हेत ुदरं एव ंप्रकक्रया 25

    (36, 37, 38, 39)

    पट टे िी अवगध, पररयोजना िा कक्रयान् वयन, हस् तातंरि एव ंलीज िा नवीनीिरि

    26

    भाग– 4 27

    (40) पट्टे िा गनरस् तीिरि 27

    (41) अपील एव ंपनुववषलोिन 28

    (42) पट्टाववलेख िे गनरस् तीिरि पर भगूम/भवन िा िब् जा प्राप् त िरना 29

    (43, 44, 45)

    स् पष् ट िरि, राज् य शासन िे अगधिार, गनरसन 30

  • (iii)

    क्र. खण्ड शीर्षि पषृ्ठ क्रमांि

    (1) (2) (3) (4)

    ववववध पररगशष्ट

    पररगशष्ट(ए) अगतप्रदरू्ििार एव ंखतरनाि श्रिेी िे उद्योग 31 पररगशष्ट(बी) औद्योगगि के्षत्रं मं आवटंन हेत ु प्रगतबगंधत

    गगतववगधयं िी सचूी 33

    पररगशष्ट(सी) - भगूम हेत ुगनधाषररत लीजड ड िा प्रारूप 34 पररगशष्ट(ड ) - भवन हेत ुगनधाषररत लीजड ड िा प्रारूप 42 पररगशष्ट(ई) -

    उप-पट्टे िी सामान्य शत ंएव ंवत्रस् तर य अनबुधं िा प्रारूप

    53

    पररगशष्ट(एफ)

    आवकंटत भवनं िा भाड़ा क्रय पद्धगत िे अतंगषत ववक्रय

    63

  • 1

    मध्यप्रदेश राज्य औद्योगगि भूगम एवं भवन प्रबंधन गनयम, 2015 मध्यप्रदेश शासन, वाणिज्य, उद्योग और रोज़गार ववभाग मध्यप्रदेश राज्य मं औद्योगगि अवविगसत भूगम, औद्योगगि के्षत्र िी वविगसत एवं वविगसत िी जाने वाली भूगम एवं औद्योगगि भवनं िे प्रबंधन हेतु ''मध्यप्रदेश राज्य औद्योगगि भूगम एवं भवन प्रबंधन गनयम-2015'' एतद द्वारा जार िरता हैः-

    (1) लघु शीर्षि, प्रारंभ एवं प्रभाव -

    (i) ये गनयम ''मध्यप्रदेश राज्य औद्योगगि भूगम एवं भवन प्रबंधन गनयम, 2015'' िहलायंगे।

    (ii) ये गनयम मध्यप्रदेश िी सीमा मं णस्थत वाणिज्य, उद्योग और रोजगार ववभाग िी भूगम, औद्योगगि के्षत्रं एवं भवनं, ववभाग िे अधीन िायषरत, औद्योगगि िेन्र वविास गनगम द्वारा वविगसत/वविगसत किए जाने वाले औद्योगगि के्षत्रं, ववशेर् आगथषि प्रके्षत्रं मं लागू हंगे तथा उन पर बंधनिार हंगे; परन्तु भारत सरिार एवं राज्य सरिार द्वारा ववशेर् आगथषि प्रके्षत्रं िे ववगनमयन हेतु जार अगधगनयम एवं गनयम िे प्रावधान एवं इन भूगम प्रबंधन गनयमं िे प्रावधानं मे ववरोधाभास िी णस्थगत मं उपरोक्त भारत सरिार एवं राज्य सरिार द्वारा जार अगधगनयम एवं गनयम िे प्रावधान लागू हंगे।

    (iii) इन गनयमं िे अतंगषत उद्योगं तथा औद्योगगि के्षत्रं िी आवश्यिता हेत ु अवविगसत भूगम िे आवंटन, वविगसत एवं वविगसत किये जाने वाले औद्योगगि के्षत्रं मं औद्योगगि प्रयोजन हेतु भूगम तथा शेड/भवन, आवासीय प्रयोजन हेत ुभूगम, व्यवसागयि प्रयोजन हेतु भूगम, वेयर हाउगसंग प्रयोजन हेतु भूगम तथा उद्योग आनुर्ांगगि प्रयोजन हेतु भूगम िा आवंटन, प्रकक्रया व दस्तावेज िा गनधाषरि किया गया है।

    (iv) पणब्लि प्राईवेट पाटषनरगशप( पीपीपी) िे तहत वविगसत किये जाने वाले औद्योगगि के्षत्र/स् माटष गसट िी भूगम एवं प्लग एंड प्ले हेतु गनगमषत किये जाने वाले भवन िे आवंटन िी प्रकिया इन गनयमं िे तहत नह ंहोगी। ऐसी पररयोजनाओं िे गलए गनववदा प्रकक्रया मं सणममगलत दस्तावेजं िे अनुसार ह लीज ड ड संपाकदत होगी तथा ववत्तीय एवं वैधागनि प्रकक्रयाएं भी गनववदा प्रपत्र अनुसार ह होगी ।

    (v) ये गनयम कदनांि 01-04-2015 से प्रभावशील हंगे।

  • 2

    (2) पररभार्ाएं -

    (ि) जब ति कि, प्रसंग से अन्यथा अपेणक्षत नह ं हो, गनमन पररभार्ाओं िे अनुसार अथष/आशय इन गनयमं मं प्रभावी रहेगा :-

    1. राज्य शासन से अगभपे्रत है, ''मध्यप्रदेश राज्य िा वाणिज्य, उद्योग और रोज़गार ववभाग।''

    2. िेन्र य शासन से अगभपे्रत है, ''भारत सरिार''।

    3. उद्योग आयुक्त से अगभपे्रत है, ''मध्यप्रदेश, उद्योग संचालनालय िा आयुक्त।''

    4. मध्यप्रदेश टे्रड एंड इन्वेस्टमेन्ट फैगसलेटेशन िापोरेशन गलगमटेड (ट्राईफेि)

    से अगभपे्रत है, ''िमपनी अगधगनयम, 2013 िे अधीन गकित एवं गनगगमत मध्यप्रदेश टे्रड एंड इन्वेस्टमेन्ट फैगसलेटेशन िापोरेशन गलगमटेड जो मध्यप्रदेश शासन, वाणिज्य, उद्योग और रोज़गार ववभाग िे अधीन है।''

    5. प्रबंध संचालि से अगभपे्रत है, ट्रायफेि तथा मध्यप्रदेश औद्योगगि िेन्र वविास गनगमं एवं इण्डणस्ट्रयल इन्रास्ट्रक्चर वविास िेन्र मं पदस्थ प्रबंध संचालि।

    6. मध्यप्रदेश औद्योगगि िेन्र वविास गनगम

    से अगभपे्रत है मध्यप्रदेश टे्रड एण्ड इनवेस्टमंट फेगसगलटेशन िापोरेशन गलगमटेड िी सहायि िंपगनयां णजन िे वतषमान मं उज्जैन, सागर, भोपाल, ग्वागलयर, इंदौर, जबलपुर तथा र वा मं िायाषलय स्थावपत हं तथा अन्य ऐसी िंपगनयां जो भववष्य मं मध्यप्रदेश औद्योगगि िेन्र वविास गनगम िे अथवा अन्य नाम से राज्य शासन द्वारा गकित िी जायं।

    7. महाप्रबंधि, णजला व्यापार एवं उद्योग िेन्र

    से अगभपे्रत है, ''णजला व्यापार एव ं उद्योग िेन्र मं पदस्थ महाप्रबंधि।

    8 णजला व्यापार एवं उद्योग िेन्र

    से अगभपे्रत है, मध्यप्रदेश शासन वाणिज्य, उद्योग और रोजगार ववभाग िे प्रदेश िे समस्त णजलं मं स्थावपत िायाषलय।

    9. वहृद औद्योगगि इिाई

    से अगभपे्रत है, ''भारत सरिार, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा समय-समय पर पररभावर्त वहृद औद्योगगि

  • 3

    इिाई/ववगनमाषि उद्यम।

    10. औद्योगगि भूगम उद्योग ववभाग या उनिे गनगमं िे आगधपत्य िी अवविगसत/वविगसत/वविगसत िी जाने वाली भूगम।

    11. औद्योगगि के्षत्र औद्योगगि के्षत्र से अगभपे्रत वाणिज्य, उद्योग और रोज़गार ववभाग िे स्वागमत्व/आगधपत्य िी भूगम पर वविगसत किये गये/जाने वाले किसी के्षत्र से है, चाहे उसे किसी भी नाम यथा वविास िेन्र, औद्योगगि संस्थान, अद्धषशहर औद्योगगि संस्थान, ग्रामीि िमषशाला, फूड पािष , रेड मेड गारमेन्ट स िामपलेक्स, स्टोन पािष , जेमस एण्ड ज्वैलर पािष , टैक्सटाईल पािष , डायमण्ड पािष , साफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पािष , जैव प्रौद्योगगिी पािष , गनयाषत पािष , ववगभन्न औद्योगगि पािष से राज्य शासन द्वारा नागमत किया जावे एवं चाहे उसिा संचालन णजला व्यापार एव ं उद्योग िेन्र, औद्योगगि िेन्र वविास गनगम या ववभाग िे अतंगषत अन्य गनगम या गनजी वविासिताष िे अधीन हो।

    12.1 औद्योगगि प्रयोजन

    12.2 व्यावसागयि प्रयोजन

    12.3 आवासीय प्रयोजन

    से अगभपे्रत है, ''भूगम/भवन िा औद्योगगि प्रयोग, णजससे उद्योग िी आवश्यिताओं िी पूगतष होती है।''

    से अगभपे्रत है, नगर तथा ग्राम गनवेश अगधगनयम,1973 िे अतंगषत पररभावर्त व्यावसागयि प्रयोजन।

    से अगभपे्रत है, नगर तथा ग्राम गनवेश अगधगनयम, 1973 िे अतंगषत पररभावर्त आवासीय प्रयोजन।

    12.4 औद्योगगि अवविगसत भूगम

    औद्योगगि प्रयोजन हेतु उद्योग ववभाग िे आगधपत्य िी अवविगसत भूगम।

    12.5 औद्योगगि वविगसत भूगम

    उद्योग ववभाग अथवा उनिे अधीन गनगमं िे द्वारा औद्योगगि प्रयोजनं हेत ुवविगसत िी गई अगधसूगचत भूगम।

    12.6 वविगसत िी जाने वाली भूगम

    औद्योगगि वविास हेत ु उद्योग ववभाग िे अधीन गनगमं िे आगधपत्य िी अवविगसत भूगम।

  • 4

    13. उद्योग आनुर्ंगगि प्रयोजन

    से अगभपे्रत है, उद्योगं हेत ु सहायि/आवश्यि गगतववगधयां, णजनिा सामागयि गनधाषरि राज्य शासन द्वारा समय-समय पर किया जा सिेगा।

    14. आवंटन प्रागधिार

    से अगभपे्रत है, ''गनयमं मं भूगम/भवन आवंटन हेत ुअगधिृत प्रागधिार ।''

    15. आवंट से अगभपे्रत है, ''औद्योगगि भूगम/औद्योगगि भवन िा आवंटन प्राप्तिताष इिाई, णजसिा वैध संगिन स्वागमत्व /भागीदार /पंजीिृत सगमगत /प्राईवेट गलगमटेड/ पणब्लि गलगमटेड िमपनी /पणब्लि यूकटगलट / एल एल पी/ ट्रस्ट/ एच य ूएफ िा हो सिता है।''

    16. पट टादाता से अगभपे्रत है, ''मध्यप्रदेश राज्य िे राज्यपाल िी ओर से पट टाववलेख प्रागधिृत गनष्पादनिताष प्रागधिार , णजसनेआवंट िो आवंकटत भूगम/ भवन िा पट टाववलेख आवंट िे साथ गनष्पाकदत किया है।''

    17. पट टाग्रकहता से अगभपे्रत है, ''भूगम/भवन िी वह आवंट इिाई, णजसने पट टादाता िे साथ पट टाववलेख/ लीज़ड ड गनष्पाकदत िी है।''

    18. सक्षम प्रागधिार

    से अगभपे्रत है इन गनयमं मं उल्लेणखत िायष संपादन हेत ुअगधिृत अगधिार तथा इन गनयमं मं उल्लेख मं आए अन्य ववभागं िे गनयमं/ अगधगनयमं िे अतंगषत ववगभन्न दागयत्वं िे संपादन हेत ुअगधिृत अगधिार ।

    19. उच्च प्रागधिार

    से अगभपे्रत महाप्रबंधि णजला व्यापार एवं उद्योग िेन्र िे संदभष मं पररके्षत्रीय उद्योग अगधिार /उद्योग आयुक्त, पररके्षत्रीय उद्योग अगधिार िे संदभष मं उद्योग आयुक्त एवं उद्योग आयुक्त िे संदभष मं प्रमुख सगचव/सगचव, मध्य प्रदेश शासन,वाणिज्य उद्योग और रोजगार ववभाग से है, प्रबंध संचालि, मध्यप्रदेश औद्योगगि िेन्र वविास गनगम िे संदभष मं अध्यक्ष,औद्योगगि िेन्र वविास गनगम तथा अध्यक्ष, औद्योगगि िेन्र वविास गनगम िे संदभष मं अध्यक्ष, ट्राईफेि से है।

  • 5

    20. गनगमषत के्षत्र

    से अगभपे्रत फैक्ट्र भवन, गोदाम, िायाषलय भवन, टंि, साइलोस, (िंटेनर), गसक्यूररट आकफस, पावर सब-स्टेशन, पमप हाउस एव ंपानी िी टंिी, ववद्युत जनरेटर, सेट/बायलर रूम आकद उत्पादन से सीधे संबंगधत पक्िे गनमाषि से है। बाउण्र वॉल, सड़ि, नाली, आकद इन गनयमं िे प्रयोजन हेत ुगनगमषत के्षत्र िे रूप मं मान्य नह ं हंगे।

    21. प्रब्याणज (प्रीगमयम)

    से अगभपे्रत सक्षम प्रागधिार द्वारा, समय-समय पर गनधाषररत, भूगम आवंटन िे समय भूगम मूल्य िे संदभष मं इिाई से प्राप्त िी जाने वाली रागश से है।

    22. किराया से अगभपे्रत सक्षम प्रागधिार द्वारा समय-समय पर गनधाषररत प्रगत माह शेड/भवन िे आवंट से ली जाने वाली रागश से है।

    23. भू-भाटि (लीज़ रंट)

    से अगभपे्रत सक्षम प्रागधिार द्वारा समय समय पर गनधाषररत प्रगत वर्ष आवंट से ली जाने वाली रागश।

    24. वावर्षि संधारि शुल्ि

    से अगभपे्रत सक्षम प्रागधिार द्वारा समय-समय पर गनधाषररत िी जाने वाली रागश से है जो प्रगत वर्ष आवंट से औद्योगगि के्षत्र िे संचालन एवं संधारि िे उदे्दश्य से प्राप्त िी जाए।

    25. वविास शुल्ि

    26. हस् तानांतरि शुल् ि

    से अगभपे्रत औद्योगगि के्षत्र िे आंतररि वविास िी रागश से है जो आवंट इिाई से आवंटन िे समय एि मुश्त प्राप्त िी जावेगी।

    से अगभपे्रत औद्योगगि प्रयोजन, व्यवसागयि, आवासीय एवं वेयर हाऊगसंग प्रयोजन हेत ु आवंकटत भूगम िे हस् तानांतरि पर नवीन आवंट से ली जाने वाली रागश।

    27. ररक्त भूखण्ड/भूगम (1) ऐसे भूखण्ड/भूगम से है जो वबना आवंटन िे ररक्त है।

    (2) ऐसे भूखण्ड/भूगम से भी है णजसमं आवंटन िे पश्चात प्रस्तुत मूल पररयोजना रागश िे 25 प्रगतशत से िम रागश िा पूंजी वैष्ठन गनधाषररत समय-सीमा मं किया गया हो।

  • 6

    (3) उददेश्य -

    इन गनयमं िा उद देश्य वाणिज्य उद्योग और रोजगार ववभाग िे आगधपत्य िी औद्योगगि भूगम, भवन/शेड िा श्रषे्ठतम उपयोग किया जाना तथा इनिा प्रभावी संधारि एवं प्रबंधन किया जाना है। (4) औद्योगगि भूगम िे आवंटन हेतु पात्रता -

    1. गनमन उद्यगमयं/इिाइयं िो नवीन उद्योग िी स्थापना, स्थावपत इिाई िे ववस्तार एवं दशाषई गई गगतववगधयं/उपयोग िे गलए भूगम, भवन/शेड िा आवंटन किया जा सिेगा :- (i) वहृद उद्योग इिाई । (ii) सुक्ष् म, लघु एवं मध् यम उद्यम इिाई। (iii) व्यवसागयि, आवासीय, वेयर हाऊगसंग आकद प्रयोजन।

    (iv) उद्योग अनुर्ांगगि प्रयोजन । (v) भारत शासन/राज्य शासन अथवा उनिे उपक्रमं द्वारा स्थावपत िी जाने

    वाली औद्योगगि/सेवा/आनुर्ंगगि प्रयोजन इिाई। (vi) गनयमं िे संलग्न "पररगशष्ट-ए" मं वणिषत अगत प्रदरू्ििार एवं खतरनाि

    श्रिेी िे उद्योगं िो सामान्यतः भूगम आवंकटत नह ं िी जावेगी, किन्तु इस श्रिेी िे उद्योगं िो उन्ह ं औद्योगगि के्षत्रं मं भूगम, भवन/शेड आवंटन िी पात्रता होगी, णजनमं ऐसे उद्योगं हेतु पथृि जोन गचणन्हत किये गये हं।

    (vi) गनयमं िे संलग्न "पररगशष्ट-बी" मं वणिषत गगतववगधयॉ ंऔद्योगगि के्षत्रं मं भूगम आवंटन िी पात्रता नह ं रखंगी।

    2. राज् य शासन समुगचत ववचारोपरान् त उद्योग ववभाग िे स् वागमत् व तथा आगधपत् य

    िी भूगम पर औद्योगगि के्षत्रं िी सीमाओं तथा के्षत्रफल िा गनधाषरि िरेगा ओर उन् हे राजपत्र मं अगधसूगचत िरेगा।

    3. आवंटन प्रागधिार द्वारा औद्योगगि क्ष् ेात्र मं भूखण् ड िा आवंटन सक्ष् म प्रागधिार

    द्वारा अनुमोकदत अगभन् यास िे अनुसार किया जावेगा। अगभन् यास मं औदद्योगगि अनुर्ांगगि व् यवसागयि वेयर हाउगसंग तथा रहवासी क्ष् ेात्रं िो पथृि-पथृि दशाषया जावेगा।

    4 औद्योगगि अवविगसत भूगम िेवल औद्योगगि क्ष् ेात्रो तथा हदहद औद्योगगि इिाईयं

    िो ह आवंकटत िी जा सिेगी।

  • 7

    (5) औद्योगगि के्षत्रं िा अगभन्यास -

    (i) ये गनयम प्रवतृ्त होने िे पश्चात वविगसत होने वाले औद्योगगि के्षत्रं मं गनमन मापदण्डं िा पालन िरते हुए अगभन्यास तैयार किया जाएगा -

    ि. आवंटन योग्य भूगम िा अगधितम 10 प्रगतशत वेयर हाउगसंग हेतु।

    ख. आवंटन योग्य भूगम िा अगधितम 25 प्रगतशत आवासीय एवं व्यवसागयि प्रयोजन हेतु।

    ग. आवंटन योग्य भूगम िा अगधितम 5 प्रगतशत उद्योग आनुर्ंगगि प्रयोजन हेतु ।

    घ. आवंटन योग्य भूगम िा न्यूनतम 20 प्रगतशत एमएसएमई हेतु आरणक्षत रखने िे प्रावधान किए जायंगे।

    (ii) औद्योगगि के्षत्रं िे अगभन्यास िा अनुमोदन नगर तथा ग्रामीि गनयोजन अगधगनयम िी धारा 27 िे तहत सक्षम प्रागधिार से प्राप्त किया जावेगा।

    (iii) अनुमोकदत अगभन्यास िे अनुरूप ह आवंटन किया जावेगा अथवा अनुमगत द जा सिेगी, परंतु व्यावसागयि एवं वेयर हाऊगसंग गगतववगध हेतु आवंकटत भूखडं पर सक्षम अगधिार से अनुमगत प्राप्त िर औद्योगगि गगतववगध संचागलत िी जा सिेगी। उद्योग अनुर्ांगगि प्रयोजन हेतु आवंकटत भूखडं एवं आवासीय भूखडंं मं अन्य प्रयोजन िे संचालन अथवा पररवतषन िी अनुमगत नह ं होगी।

    (6) आवंटन हेतु भूगम िी मात्रा िा गनधाषरि :-

    इिाई द्वारा भूगम आवंटन हेतु आवेदन पत्र िे साथ पररयोजना अनुसार प्रस्ताववत के्षत्र िा ले-आउट प्लान प्रस्तुत किया जावेगा, तत्पश्चात आवंटन प्रागधिार द्वारा भूगम िी आवश्यिता/मात्रा िी गिना गनगमषत के्षत्र िे आधार पर भूगम िी मात्रा िा गनधाषरि िरेगा। औद्योगगि के्षत्रं मं गनगमषत के्षत्र अगधितम 60 प्रगतशत तथा न्यनूतम 40 प्रगतशत तथा फशी के्षत्रानुपात (एफ.ए.आर.) अगधितम 1.50 प्रगतशत मान्य किया जावेगा।

    (7) औद्योगगि, व्यवसागयि, वेयर हाऊगसंग एवं उद्योग अनुर्ांगगि प्रयोजन हेतु भूगम िे आवंटन िी प्रकिया, अगधिाररता, दरं, हस्तांतरि िी प्रकिया आकद पथृि-पथृि होगी।

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    भाग - 1

    औद्योगगि भूगम एवं भवन िा आवंटन (8) औद्योगगि भूगम/भवन आवंटन िे अगधिार :-

    (i) वविागसत/वविगसत किये जाने वाले औद्योगगि के्षत्रं मं इिाईयं िो औद्योगगि प्रयोजन हेतु भूगम िा आवंटन महाप्रबंधि, णजला व्यापार एवं उद्योग िेन्र एवं प्रबंध संचालि, औद्योगगि िेन्र वविास गनगमं िे द्वारा प्रदत्त अगधिाररता िे अनुसार किया जावेगा। औद्योगगि िेन्र वविास गनगमं िे के्षत्रान्तगषत आने वाले औद्योगगि वविास िेन्रं मं भू-आवंटन िी अगधिाररता िी सीमा िा गनधाषरि गनगम िे गनधाषररत संचालि मंडल द्वारा किया जाएगा तथा णजला व्यापार एवं उद्योग िेन्र िे अधीनस्थ औद्योगगि के्षत्रं मं भूगम िे आवंटन िी सीमा िी अगधिाररता गनमनानुसार होगी।

    अ. महाप्रबंधि - दो हैक्टेयर ति

    ब. पररके्षत्रीय उद्योग प्रागधिार - दो हैक्टेयर से चार हैक्टेयर ति

    स. उद्योग आयुक्त - चार हैक्टेयर से 8 हैक् टेयर ति

    द. राज् य शासन - 8 हैक् टेयर से अगधि

    (ii) औद्योगगि प्रयोजन हेतु 12 हेक् टेयर ति अवविगसत औद्योगगि भूगम िा आवंटन उद्योग आयुक् त द्वारा किया जावेगा, 12 हेक् टेयर से अगधि अवविगसत औद्योगगि भूगम िा आवंटन राज् य शासन िे अनुमोदन उपरान् त उद्योग आयुक् त द्वारा किया जावेगा।

    (iii) औद्योगगि भवनं िे आवटंन िे अगधिार यथा णस्थगत महाप्रबंधि, णजला व्यापार एवं उद्योग िेन्र /प्रबंध संचालि, औद्योगगि िेन्र वविास गनगम िो हंगे ।

    (9) भूगम िे आवंटन हेतु प्रब्याणज, वविास शुल्ि, भू-भाटि तथा वावर्षि संधारि शुल्ि –

    (i) वविगसत एवं वविगसत किये जाने वाले औद्योगगि के्षत्रं मं भूगम आवटंन हेत ुप्रब्याणज, वविास शुल्ि, भू-भाटि तथा वावर्षि संधारि शुल्ि तय होगा। अवविगसत भूगम िे गलए प्रब्याणज तथा भू-भाटि देय होगा ।

    (ii) प्रब्याणज िी गिना भूगम िे मूल्य मं द जाने वाली छूट िो प्रभावी िर गणित िी जायेगी तथा वावर्षि भू-भाटि प्रब्याणज िा 2 प्रगतशत होगा ।

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    (iii) वविास शुल्ि िी गिना औद्योगगि के्षत्र िे आंतररि वविास मं हुए िुल व्यय पर समानुपागति रूप से िी जायेगी तथा वविास शुल्ि भूगम आवंटन िे समय एिमुश्त देय होगा ।

    (iv) औद्योगगि के्षत्रं िे संधारि िो बनाये रखने िी दृवष्ट से णजला उद्योग िेन्र तथा औद्योगगि िेन्र वविास गनगम अनुमागनत वावर्षि संधारि व्यय िा आिलन िरंगे तथा इसे समानुपागति रूप से िुल आवंटन योग्य के्षत्र पर प्रगत वगषमीटर गणित किया जायेगा । आवंट द्वारा उसे आवंकटत के्षत्रफल पर वावर्षि संधारि शुल्ि देय होगा ।

    (v) ग्रामीि के्षत्रं मं वविगसत/वविगसत किये जाने वाले औद्योगगि के्षत्रं मं भूगम िा मूल्य संबंगधत के्षत्र िी अगसंगचत िृवर् भूगम िे गलए गनधाषररत िलेक्टर गाईड लाईन िो 0.6 से भाग देने पर गनिाला जायेगा । नगर य के्षत्रं मं वविगसत/वविगसत किये जाने वाले औद्योगगि के्षत्रं मं भूगम िा मूल्य संबंगधत के्षत्र िे आवासीय भूखण्डं िे गलए िलेक्टर द्वारा गनधाषररत गाईड लाईन िे बराबर होगा ।

    (vi) अवविगसत भूगम िा मूल्य णजले िे भूगम से संलग्न के्षत्रं मं अगसंगचत िृवर् भूगम िे गलए गनधाषररत िलेक्टर गाईड लाईन िे बराबर होगा ।

    (10) प्रीगमयम िी गिना हेतु भूगम िे मूल्य मं छूट/ररयायत 10.1 प्रब् याणज से आशय उस रागश से है जो आवंट द्वारा भूगम िा आवंटन प्राप् त िरने

    िे एवज मं देय है। प्रब् याणज िी गिना, भूगम िे मूल् य पर द गई छूट िे अनुसार होगी, अथाषत भूगम िे मूल् य मं द गई छूट िो प्रभावी िरने िे उपरान् त देय प्रब् याणज िी रागश होगी। इस छूट िे संबंध मं गनवेश संवंधषन पर मंत्री पररर्द सगमगत िे अनुमोदन उपरांत राज् य शासन द्वारा समय-समय पर सामान् य या ववगशष् ट आदेश जार किये जावंगे

    10.2 औद्योगगि िेन्र वविास गनगम अपने भूखडंं िे आवंटन हेतु प्रीगमयम िी रागश मं समुगचत िारिं से आवश्यितानुसार ववृद्ध एवं िमी राज्य शासन िी पूवष अनुमगत से िर सिेगे परन्तु राज्य शासन द्वारा यह अनुमगत ववत्त ववभाग से परामशष िे उपरान्त ह द जा सिेगी।

    10.3 आवंट इिाईयं िी देयताओं िे संदभष मं ववलंब अवगध हेतु 10 प्रगतशत प्रगतवर्ष िी दर से साधारि ब्याज रागश देय होगी।

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    (11) आवंटन हेतु आवेदन -

    (i) अवविगसत भूगम :- अवविगसत भूगम हेतु वहृद औद्योगगि इिाई संबंगधत णजल ेिे णजला व्यापार एव ं उद्योग िेन्र मं/ ट्रायफेि िे वेबसाईट या गनधाषररत प्रपत्र पर आवेदन एवं चैिगलस्ट िे अनुसार अन्य अगभलेख, आवेदन शुल्ि िी रागश रूपये 10000/- जमा िर अपलोड िरेगा। संबंगधत महाप्रबंधि, णजला व्यापार एवं उद्योग िेन्र आवेदन िा पर क्षि एवं आवेकदत भूगम िी मात्रा हेतु आवेदन कदनांि िो प्रचगलत प्रब्याणज िा 25 प्रगतशत अगग्रम रागश जमा िरा िर, भूगम िी मात्रा िी गिना िर अपनी अनुशंसा िे साथ पररके्षत्रीय उद्योग िायाषलय िो अगे्रवर्त िरेगा तत्पश्चात पररके्षत्रीय उद्योग िायाषलय एि सप्ताह िे अदंर प्राप्त प्रस्ताव िा पर क्षि िर अपनी अनुशंसा िे साथ आवेदन उद्योग आयुक्त िो अगे्रवर्त िरेगा।

    (ii) वविगसत/वविगसत किए जाने वाली भूगम :- पात्र आवेदि इिाईयां गनगमं/ णजला व्यापार एवं उद्योग िेन्रं द्वारा वविगसत/वविगसत किये जाने वाले औद्योगगि के्षत्रं मं भूगम हेतु गनधाषररत आवेदन प्रपत्र पर आवेदन एवं चिैगलस्ट अनुसार अन्य अगभलेख एवं आवेदन शुल्ि िी रागश जमा िर संबंगधत णजले िे णजला व्यापार एवं उद्योग िेन्र/ औद्योगगि वविास िेन्रं िे िायाषलय िे गसंगल ववण्डो गसस्टम मं आवेदन जमा िरना होगा। इिाई िो तत्समय प्रचगलत प्रब्याणज िा 25 प्रगतशत अगग्रम रागश जमा िरनी होगी। सूक्ष्म एवं लघु उद्योगं हेत ुआवेदन शुल्ि रागश रूपये 2000/-, मध्यम उद्योग इिाईयं हेतु आवेदन शुल्ि िी रागश रूपये 5000/- एवं वहृद इिाईयं हेतु आवेदन शुल्ि रूपये 10000/- होगा।

    (iii) चिै गलस्ट िे अनुसार अगभलेख इिाई िो आवेदन पत्र िे साथ संलग्न/ अपलोड िरना होगा -

    1. औद्योगगि गगतववगध िी पररयोजना प्रगतवेदन, णजसम ं यतं्र-सयंतं्र उपिरि तथा इनसे ससुगंत औद्योगगि शेड, िच्चे माल िी व्यवस्था, ववत्तीय प्रबधंन, प्रस्ताववत रोजगार सजृन, पररयोजना िी व्यवसागयि आवश्यिता, आवश्यि गनगमषत के्षत्र िा ववस्ततृ वववरि हो।

    2. औद्योगगि अथवा पररभावर्त आनरु्ांगगि प्रयोजन िे गलए इन्टरप्रेन्योर मेमोरेण्डम (ई एम पाटष-1) / आई ई एम

    3. पररयोजना मं दगशषत गनगमषत के्षत्र िा प्रस्ताववत मानगचत्र (ले-आऊट प्लान)।

    4. पररयोजना कक्रयान्वयन िा समयबद्ध िायषक्रम

    5. पररयोजना िी ववत्तीय व्यवस्था िी योजना।

  • 11

    (iv) पूिष आवेदन एवं आवेदन-शुल्ि जमा िर देने मात्र से आवेदि िो आवेकदत भूगम िी मात्रा एवं आवंटन िे संबंध मं िोई अगधिार प्राप्त नह ं हंगं। उद्योग िे गलए आवश्यि भूगम िी मात्रा िा आंिलन गनयमं िे प्रावधान अतंगषत भू-आवंटन प्रागधिार द्वारा किया जावेगा।

    (v) औद्योगगि िेन्र वविास गनगमं िे आगधपत्य िे औद्योगगि के्षत्रं हेतु रागश संबंगधत औद्योगगि िेन्र वविास गनगम/ प्रबंध संचालि िे नाम से क्रॉस चेि/बंि राफ्ट/ई-पेमंट/साईबर टे्रजर चालान द्वारा जमा िी जायेगी । गनधाषररत आवेदन पत्र आवश्यि सहपत्रं िी चेि गलस्ट सकहत महाप्रबंधि/प्रबंध संचालि द्वारा गन:शुल्ि उपलब्ध िराया जायेगा। आवेदन शुल्ि िे अगतररक्त आवेकदत भूगम हेतु आवेदन कदनांि िो प्रचगलत प्रब्याणज िी 25 प्रगतशत अगग्रम रागश आवेदन िे साथ जमा िरनी होगी। इस रागश िो आशय पत्र जार िरते समय वबना ब्याज िे समायोणजत िी जािर देय रागश िी गिना िी जाएगी।

    (12) आवेदनं िे गनरािरि िी प्रकक्रया :-

    (i) अवविगसत भूगम

    अवविगसत औद्योगगि भूगम हेतु प्राप्त आवेदनं िा गनरािरि समयि तथ्ययं िे आधार पर होगा। सक्षम प्रागधिार िी स्वीिृगत पश्चात आवंटन आदेश जार िरने स् वीिृगत उद्योग आयुक्त िे द्वारा द जावेगी। उद्योग आयुक् त िी स्वीिृगत पश् चात आशय पत्र, आवंटन आदेश एवं लीज ड ड िा गनष् पादन संबंगधत णजले िे महाप्रबंधि द्वारा किया जावेगा।

    (ii) वविगसत एवं वविगसत किये जाने वाले औद्योगगि के्षत्रं/वविास िेन्रं मं औद्योगगि उपयोग हेतु आवंकटत किये जाने वाले भूखडं -

    (अ) वविगसत किए जाने वाले औद्योगगि के्षत्रं मं वविास योजना बनािर औद्योगगि िेन्र वविास गनगम/णजला व्यापार एवं उद्योग िेन्र वविास योजना ववज्ञावपत िर इन गनयमं िे अतंगषत पात्रता रखने वाले आवेदिं से भूखण्ड/ भवन आवंटन हेतु अगग्रम आवेदन/एक्सपे्रशन फ इन्टरेस्ट प्राप्त िर सिंगे। प्रबंध संचालि एवं महाप्रबंधि िे द्वारा पूवष से ह समय सारिी तय िी जावेगी और गनधाषररत समय पर न लाईन पद्वगत से गनयत समय िे गलए आवेदन पत्र बुलाये जाएगं। महाप्रबंधि णजला व्यापार एवं उद्योग िेन्र,/ प्रबंध संचालि औद्योगगि िेन्र वविास गनगम मात्र औद्योगगि प्रयोजन हेत ु भूखडं िे प्राप्त आवेदनं िे साथ गनधाषररत अगग्रम रागश एवं आवेदन शुल्ि प्राप्त िरंगे। (औद्योगगि िेन्र वविास गनगम िे अतंगषत आने वाले औद्योगगि वविास िेन्रं िे गलए अगग्रम रागश अगग्रम वापसी िा

  • 12

    गनधाषरि औद्योगगि िेन्र वविास गनगम िे संचालि मण्डल द्वारा किया जायेगा।) रागश सकहत प्राप्त आवेदनं िो ''प्रथम आओ प्रथम पाओ'' प्रिाली िे अतंगषत प्रतीक्षा सूची अतंगषत वर यता मानी जावेगी एवं औद्योगगि के्षत्र मं मूलभूत अधोसंरचना वविगसत होने िे पश्चात ् तत्समय गनधाषररत औपचाररिताओं िी पूगतष जैसे प्रब्याणज एवं अन्य शुल्िं िे भुगतान िरने पर भूगम आवंटन किया जावेगा। ऐसे प्रिरिं मं आवेदन िे साथ जमा रागश आवंटन िे समय देय रागश िे ववरूद्ध वबना ब्याज समायोणजत िी जायेगी।

    (ब) न लाईन प्राप्त आवेदनं िा आवंटन प्रागधिार पर क्षि िर आवेदि िे भू-खण्ड/शेड िी आवश्यिता एवं मात्रा िा आंिलन िरेगा। वविगसत/वविगसत किये जाने वाले औद्योगगि के्षत्रं मं भूगम/भवन िा आवंटन 'प्रथम आओ, प्रथम पाओ' गसद्धांत अतंगषत आवेदन-क्रम से किया जावेगा।

    (स) भू-खण्ड, भवन हेतु पूिष आवेदन प्रागप्त उपरांत आवेदि िो पात्रता होने पर आवश्यिता, मांग एवं उपलब्धता िो दृवष्टगत अगनवायषतः पन्रह कदवस मं गनधाषररत प्रारूप मं आशय पत्र जार िर कदया जायेगा । आशय पत्र िे साथ आवेदि िी सहमगत प्राप्त िरने हेतु सहमगत पत्र िा गनधाषररत प्रारूप भी संलग्न किया जायेगा।

    (द) अद्यतन आवेदन पत्र सूची ववभागीय/गनगम िी वेबसाइट पर प्रदगशषत होगी। यह सूची स्थाई रहेगी । सूची िे आवेदिो िो आवंटन किये जाने पर, उनिे द्वारा आवंटन वापस किये जाने पर या नवीन आवंटन िी प्रागप्त पर सूची िो अद्यतन िरना होगा। आवेदिं िो आवेदन पत्र मं ई-मेल एवं मोबाईल नमबर उल्लेणखत िरना होगा ताकि आवंटन िे संबंध मं तत्िाल सूचना द जा सिेगी ।

    (इ) प्राप्त आवेदनं मं आशय पत्र जार िरने िे कदनांि िो लागू प्रब्याणज, भू-भाटि, वविास शुल्ि एवं संधारि शुल्ि िी दरं िे आधार पर देय रागशयं िी गिना िी जावेगी तथावप आवेदन पत्र िे साथ जमा प्रब्याणज िी 25 प्रगतशत अगग्रम रागश समायोजन योग्य होगी। औद्योगगि िेन्र वविास गनगम द्वारा वविगसत किए जाने वाले के्षत्र मं से िुछ भूगम वबना आंतररि अधोसंरचना वविास िे आवंकटत किए जाने पर प्रबंध संचालि द्वारा बाह्य अधोसंरचना वविास शुल्ि िो शागमल िरते हुए आवंटन किया जा सिेगा।

    (फ) सक्षम प्रागधिार किसी इिाई िो ऐसे औद्योगगि के्षत्र मं जहां अधोसंरचना वविास िायष प्रारंभ िर कदया गया हो भूगम आवटंन िर सिेगा, बशत ेकि इिाई द्वारा गनधाषररत प्रब्याजी एवं वविास शुल्ि िा भुगतान किया जाएगा।

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    आवंकटत भूखडं िा अगधपत्य औद्योगगि के्षत्र िे अगधसूगचत होने िे पश्चात ह कदया जावेगा।

    (13) भू-खण्ड/भवन िा आवंटन आदेश, पट टाववलेख गनष्पादन एवं आगधपत्यः-

    (i) आशय-पत्र : आशय-पत्र जार होने िे कदनांि से 30 कदन मं आवंट द्वारा आशय-पत्र मं उल्लेणखत देय रागश प्रबंध संचालि / महाप्रबंधि िे िायाषलय मं सहमगत पत्र सकहत जमा िी जायेगी। इस अवगध िे उपरांत िारि उल्लेणखत िरते हुए आवंट िो आशय-पत्र गनरस्त िरने हेतु 30 कदवसीय िारि बताओ सूचना-पत्र जार किया जावेगा। सचूना-पत्र मं वणिषत अवगध मं ववलंवबत अवगध िे 10 प्रगतशत िी दर से साधारि ब्याज सकहत रागश जमा न िरने पर आशय पत्र गनरस्त िर कदया जायेगा एवं उसिी ववगधवत सूचना पंजीिृत डाि/स्पीड पोस्ट से आवेदि िो, उसिे आवेदन पत्र मं दशाषए पते पर भेज द जायेगी। इस प्रावधान िे तहत आशय पत्र िी वैधता जार िरने िी कदनांि से अगधितम 60 कदन होगी। आशय-पत्र िी वैधता समाप्त होने पर इिाई िो जमा िी गई प्रीगमयम रागश िा 90 प्रगतशत वावपस िी जावेगी।

    (ii) आवंटन आदेश जार िरना : आशय-पत्र िी शतं िी पूगतष, णजसमं वांगछत रागश यथा प्रीगमयम, संधारि शुल्ि जमा हो जाने िे उपरांत आवंटनिताष प्रागधिार द्वारा आवंटन आदेश, ववगशष्ट भू-खण्ड/भवन िा क्रमांि, सेक्टर तथा चतुषसीमा अकंित िर 7 कदवस मं जार िर पंजीिृत पावती सकहत डाि से अथवा व्यवक्तगत रूप से अथवा नलाईन आवेदि िो ववतररत किया जायेगा। प्रत्येि आवंटन आदेश िी प्रवववष्ट आवंटनिताष प्रागधिार िायाषलय मं लंबी अवगध ति नष्ट न होने वाले िागज (जैसे-हरा लेजर पेपर) से बनायी गयी पंजी मं िी जावेगी।

    (iii) पट टाववलेख िा गनष्पादन : आवंटन आदेश िी शतं िी पूगतष िरने हेतु 30 कदवस िे अदंर आवेदि िो गनधाषररत प्रारूप "पररगशष्ट - सी एवं ड " मं लीजड ड गनष्पाकदत िर पंजीिृत िरानी होगी । समयावगध मं लीजड ड गनष्पाकदत िरने िे अगनच्छुि आवंट िो तीस कदवसीय िारि बताओ सूचना-पत्र जार िर, आवंटन आदेश गनरस्त किया जा सिेगा।

    (iv) आगधपत्य/हस्तांतरि : लीजड ड पंजीयन िे सात कदवस मं भूगम, भवन/शेड िे आगधपत्य िा पट टादाता िे द्वारा पट टाग्रकहता िे पक्ष मं हस्तांतरि आवश्यि होगा। अगधपत्य पत्र गनधाषररत प्रारूप मं दो प्रगतयं मं तैयार किया जायेगा, णजसिी एि प्रगत आवंट िे पास एवं दसूर प्रगत आवंटनिताष अगधिार िे िायाषलय मं रखी जावेगी। पट टाग्रकहता द्वारा गनधाषररत अवगध मं आगधपत्य न प्राप्त िरने पर यह माना जावेगा कि उसिे द्वारा लीजड ड गनष्पादन कदनांि से आगधपत्य प्राप्त िर गलया गया (ड मड पजेशन) है।

  • 14

    (v) गनधाषररत अवगध मं पट टाववलेख िा पंजीयन न िराने/आगधपत्य न लेने िी दशा मं पट टाग्रकहता िो 30 कदवस िी समयावगध िा िारि बताओ सचूना पत्र पंजीिृत पावती डाि से पे्रवर्त किया जायेगा, किन् तु इिाई िे अनुरोध पर अगधितम 90 कदवस िी समयावगध राज् य शासन बढा सिेगा । इसिे उपरांत भी पंजीिृत पट टाववलेख प्रस्तुत न िरने/आगधपत्य प्राप्त न िरने पर गनष्पाकदत पट टाववलेख एवं आवंटन आदेश गनरस्त िर इिाई िो उसिे आवेदन पत्र मं वणिषत पते पर पंजीिृत पावती डाि से सूगचत िर कदया जायेगा तथा उसिे द्वारा जमा प्रब्याणज िी 90 प्रगतशत रागश वबना ब्याज िे महाप्रबंधि/प्रबंध संचालि द्वारा वावपस िर द जावेगी ।

    (vi) ऐसे मामलं, जहॉ ं उद्योग स्थापनाथष ववगशष्ट अनुमगतयॉ, जैसे प्रदरू्ि गनयंत्रि ववगध/गनयमं, ववस्फोटि पदाथष उत्पाद संबंधी गनयमं, वन ववभाग, आबिार ववभाग, गनयंत्रि, और्गध एवं प्रसाधन आकद िे गनयमं िे अतंगषत आवश्यि हो, मं पट टाववलेख गनष्पादन एवं आगधपत्य प्रदान िरने हेतु, ऐसी अनुमगतयं िो बाध्यिार नह ं माना जायेगा। ऐसे प्रिरिं मं आगधपत्य प्रागप्त िे एि वर्ष िे अदंर भी अनुमगतयां प्राप्त नह ं होने िी दशा मं, आवंट भूगम समवपषत िर गनयम (24) िे प्रावधान अतंगषत प्रब्याणज िी रागश िा 90 प्रगतशत प्राप्त िर सिेगा। यकद उसिे द्वारा भवन आकद िा गनमाषि किया गया है तो उसिो अपनी आणस्तयां ले जाने/हटाने िी सुववधा होगी। आणस्तयं िो बेचने िी णस्थगत मं क्रयिताष िो पथृि से समपूिष प्रब्याणज व देय रागश जमा िर गनयमानुसार भू-आवंटन िरा िर पट टा गनष्पाकदत िराना होगा।

    (14) पटटे िी अवगध - पट टे िी अवगध औद्योगगि भूगम िे गलये अगधितम 30 वर्ष तथा औद्योगगि भवन हेतु अगधितम 10 वर्ष होगी।

    (15) पररयोजना िा कक्रयान्वयन :- (i) इिाई द्वारा उत्पादन प्रारंभ िरना :-

    प्रत्येि पट टाग्रकहता िो भूगम/भवन िा आगधपत्य प्राप्त िर गनणश्चत समयावगध मं पररयोजना कक्रयाणन्वत िरना होगी। इस हेतु सभी आवश्यि प्रभावशील िदम उिा िर गनयमान्तगषत भवन गनमाषि िर यंत्र-संयंत्र िी स्थापना िर गनमनानुसार समयावगध मं उद्योग मं उत्पादन प्रारंभ िरना होगा। समयावगध िी गिना इिाई द्वारा आगधपत्य प्राप्त िरने िे कदनांि से होगी - (अ) सूक्ष्म एवं लघु उद्योग िे मामले मं आगधपत्य कदनांि से दो वर्ष। (ब) मध्यम उद्योग िे प्रिरिं मं आगधपत्य कदनांि से तीन वर्।ं (स) वहृद उद्योग िे प्रिरिं मं आगधपत्य कदनांि से चार वर्।ं

  • 15

    (ii) अवविगसत भूगम िे प्रिरिं मं गनधाषररत अवगध मं प्रस्ताववत पररयोजना लागत िा िम से िम 50 प्रगतशत स्थायी पूंजी गनवेश किये जाने िी दशा मं उद्योग आयुक्त द्वारा गनःशुल्ि एि वर्ष िी समय सीमा मं ववृद्ध किया जावेगा तत्पश्चात ् पुनः उद्योग आयुक्त द्वारा प्रीगमयम िा 10 प्रगतशत दंड िी रागश अगधरोवपत िर एि वर्ष िी समय सीमा अगंतम रूप से बढा सिेगा तत्पश्चात भी इिाई िे उत्पादन मं न आने पर इिाई िा आवंटन स्वतः गनरस्त हो जावेगा।

    (iii) वविगसत भूगम एवं भवन :- वविगसत भूगम एवं भवन िे प्रिरिं मं उत्पादन प्रारंभ िरने हेतु गनधाषररत समय सीमा िे पश्चात आवंट प्रागधिार द्वारा इिाई िे प्रस्ताववत पररयोजना िा 50 प्रगतशत स्थाई पूंजी गनवेश किये जाने िी शतष पर एि वर्ष िी समय सीमा गनःशुल्ि बढा सिेगा तत्पश्चात पुनः अंगतम रूप से एि वर्ष िी समय सीमा मं ववृद्ध प्रचगलत प्रब्याणज िा 10 प्रगतशत जमा िरािर िर सिेगा।

    (iv) प्रत्येि समयावगध ववृद्ध हेतु इिाई िो समाधानिारि िारिं सकहत आवेदन संबंगधत अगधिार िो, पूवष प्रदत्त समयावगध िी समागप्त िे पूवष प्रस्तुत िरना होगा।

    (v) उपरोक्तानुसार समयावगध पश्चात भी उद्योग न स्थावपत होने पर भूगम, भवन/शेड आवंटन आदेश एवं पट टाववलेख िे गनरस्तीिरि िी िायषवाह आवंटन प्रागधिार द्वारा जार किया जावेगा। गनरस्तीिरि िा औपचाररि आदेश आवंटन प्रागधिार द्वारा जार किया जाएगा।

    (vi) आवंकटत भूगम िा पूिष उपयोग िरना :-

    इिाई द्वारा उत्पादन प्रारंभ िरने िे कदनांि से पॉचं वर्ष िे अदंर गनयम 6 अनुसार आवंकटत भूगम पर गनधाषररत न्यूनतम गनमाषि िर भूगम िा उपयोग िरना होगा अन्यथा मापदंड िे अगतररक्त भूगम िो अनुपयोगी भूगम घोवर्त िर वापस प्राप्त िरने िी िायषवाह आवंट /पट टादाता द्वारा िी जावेगी। अनुपयोगी भूगम िी प्रीगमयम रागश इिाई िो वापस नह ं िी जाएगी, घोवर्त अनुपयोगी भूगम िो ररक्त भूगम िे रूप मं घोवर्त किया जावेगा तत्पश्चात ्यह भूगम आवंटन िे गलए उपलब्ध होगी, जो अन्य नवीन इिाई िो प्रचगलत दर पर आवंकटत िी जावेगी।

    ऐसे मामलं मं जहां अगतशेर् भूगम िब्जा लेिर अन्य इिाई िो आवंकटत िरना संभव नह ं है, वहां भूगम िे पूिष उपयोग किए जाने ति अनुपयोगी भूगम पर प्रचगलत भू-भाटि िा 15 गुना भू-भाटि प्रगतवर्ष देय होगा।

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    (vii) उपरोक्त िणण्डिा (i) एवं (ii) उन प्रिरिं मं लागू नह ं होगी जहां भूगम/भवन आवंटन िे समय िोई समय-सीमा राज्य शासन द्वारा सुगनणश्चत ्/अनुबंगधत हो। ऐसे प्रिरिं मं समय-सीमा बढ़ाने अथवा अन्य िायषवाह िे अगधिार राज्य शासन िो हंगे।

    (16) बंि/ववत्तीय संस्थाओं िे पक्ष मं पट टागधिार िा अगभहस्तांिन :- (i) भारतीय ररजवष बंि से अनुज्ञा प्राप्त अनुसूगचत बंिं एवं िंपनी अगधगनयम, 1956

    िी धारा 4 ए िे अंतगषत घोवर्त लोि ववत्त संस्थाओं अथवा राज्य ववत्त अगधगनयम 1951 िे अतंगषत स्थावपत ववत्त गनगम एवं अन् य ववत् तीय संस् थान िे पक्ष मं पट टाग्रह ता द्वारा उसे प्रदत्त पट टागधिारं िो अगभहस्तांिन िरने िी अनुमगत होगी । इन अगभहस्तांिन मं भूगम या ववभाग/ववभाग द्वारा पूवष गनगमषत भवन/शेड शागमल नह ं हंगे। प्रत्येि णस्थगत मं भूगम, भवन/शेड पर राज्य शासन िे दागयत्व िा भार सवोपरर रहेगा ।

    (ii) पट टाग्रह ता इिाई एवं ववत्तीय संस्था िे बीच गनष्पाकदत किसी अनुबंध िी शतं िे तहत वसूली िी िोई भी िायषवाह िरने िे पूवष संबंगधत ववत्तीय संस्था िो िम से िम तीन माह िा नोकटस प्रबंध संचालि/महाप्रबंधि णजला व्यापार एवं उद्योग िेन्र िो देना होगा ।

    (iii) बंि/ववत्तीय संस्था/गनगम द्वारा अगधग्रकहत इिाई किसी अन्य िो हस्तांतररत िरने पर भूगम/औद्योगगि भवन िे हस्तांतरि िी अनुमगत जार िर, पट टाववलेख िा गनष्पादन तभी किया जावेगा जब बंि/ववत्तीय संस्था अथवा नवीन इिाई शासन िे वाणिज्य, उद्योग और रोज़गार ववभाग िी मूल पट टेदार से प्राप्त होने वाली लेनदार िा भुगतान िर दे तथा नये आवंट िे पक्ष मं पट टाववलेख गनष्पाकदत िरायं ।

    (17) अगतररक्त भूगम िा गनयगमगतिरि :- (i) किसी औद्योगगि इिाई िो स्वीिृत पट टाधीन भूखडं से लगी हुई ऐसी िोई भूगम,

    (यकद उपलब्ध है), जो उसे आवंकटत भू-खडं िे के्षत्रफल से 10 प्रगतशत से अगधि न हो एवं णजसमं िोई पथृि पहंुच मागष अथवा सावषजगनि उपयोग िा न हो तो समबणन्धत भूगम िो गनयमं मं वणिषत दर पर प्रब्याणज लेिर इिाई िो आवंकटत िर पट टाववलेख गनष्पाकदत किया जा सिेगा। यकद पट टेदार इिाई द्वारा ऐसी भूगम वबना आवंटन िे अपने िब्जे मं रखी गयी हो तो उसिा गनयगमगतिरि आवेदन कदनांि िो प्रचगलत प्रब्याणज िी 150 प्रगतशत िे मान से रागश जमा िरािर किया जा सिेगा तथा णजतनी अवगध मं भूगम इिाई िे अगधपत्य मं पायी जाती है, उस अवगध िा इिाई द्वारा ववभाग िो देय होगा ।

    (ii) अगतररक्त भूगम यकद 10 प्रगतशत से अगधि है, तो उसे पथृि भूखडं िी भांगत नवीन आवंट िो आवंकटत किया जायेगा। यकद ऐसी भूगम मं िोई पहंुच मागष

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    अथवा सावषजगनि सुववधा नह ं है तो उसे उसिी सीमा से लगी इिाई िो, आवेदन िरने पर आवंटन अगधिार से उच्च प्रागधिार द्वारा गनयगमत किया जा सिेगा। यकद किसी इिाई द्वारा ऐसी भूगम वबना गनयगमगतिरि िे आगधपत्य मं पायी जाती है, तो उस पर 17(i) िे समान अगतररक्त रागश गनयगमगतिरििताष अगधिार द्वारा आरोवपत िी जायेगी ।

    (18) हस्तांतरि एवं हस्तांतरि प्रकिया :-

    (अ) हस्तांतरि/अतंरि से तात्पयष :-

    1. किसी स्वागमणत्वि अथवा भागीदार इिाई मं इिाई िे नाम अथवा वैध संगिन/गिन पररवतषन िे फलस्वरूप यकद मूल आबंकटयं िे अशं (शेयर) 51 प्रगतशत से िम हो जाये तो इसे इन गनयमं िे प्रयोजन हेतु हस्तांतरि माना जायेगा।

    यकद किसी भागीदार इिाई मं मूल अशंधाररयं मं से किन्ह भागीदारं िे बाहर हो जाने िे फलस्वरूप यकद किसी मूल भागीदार िे अशं 50 प्रगतशत से अगधि हो जाते हं तो यह हस्तांतरि िी श्रिेी मं नह ं आयेगा।

    किसी भी तरह िे गिन पररवतषन मं रागश रूपये 10000/- पट टाववलेख संशोधन शुल्ि िा भुगतान इिाई िो िरना होगा।

    2. िंपनी अगधगनयम 1956 िे अतंगषत पंजीिृत िंपगनयं मं िंपनी िे नाम पररवतषन अथवा अशंधारिो मं पररवतषन िो इन गनयमं िे प्रयोजन हेत ुहस्तांतरि नह ं माना जावेगा बशत े कि रणजस्ट्रार फ िंपनीज द्वारा िंपनी िा पंजीयन क्रमांि पररवगतषत न किया गया हो। अथाषत ् जब ति किसी पंजीिृत िंपनी िा पंजीयन क्रमांि न पररवगतषत हो जाये, हस्तांतरि नह ं माना जावेगा।

    3. पूिष स्वागमत्व वाली सहायि िंपनी िा ववलय उसिी मूल संचालि िंपनी (होणल्डंग िंपनी) मं होने पर तथा मूल संचालि िंपनी िा ववलय पूिष स्वागमत्व वाली सहायि िंपनी मं होने पर यकद इिाई िा सीआईएन (िापोरेट आईडंकटफीिेशन नंबर) नंबर पररवगतषत हो जाता है तो ऐसे प्रिरि हस्तांतरि िी श्रिेी मं नह ं आएगं इन प्रिरिं िे अतंरि मं मात्र दस हजार रूपये िा हस्तांतरि शुल्ि गलया जािर अनुमगत प्रदान िी जा सिेगी।

    4. स्वागमगति/भागीदार इिाई िे गिन पररवतषन िे मामले मं मूल पट टेदार िे गनिटस्थ संबंगधयं पगत/पणि, माता/वपता, पुत्र/पुत्री, बहु/दामाद एवं

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    पोते/पोती िो औद्योगगि भूगम/भवन िे अतंरि िी अनुमगत मात्र रूपये दस हजार रूपये िा हस्तांतरि शुल्ि लेिर आवंट प्रागधिार द्वारा प्रदान िी जावेगी।

    5. पूवष मं आवंकटत ऐसे भू-खडं णजनिे द्वारा वविास िी रागश िा भुगतान नह ं किया गया है िे हस्तातंरि मं वास्तववि वविास िी रागश िा भुगतान नवीन इिाई िो िरना होगा।

    (ब) हस्तांतरि िी अनुमगत गनमन पररणस्थगतयं/शतं िे अधीन होगी :-

    (i) आवंट इिाई िो भूगम आवंटन िे समय प्रस्तुत पररयोजना िी िम से िम 25 प्रगतशत स्थाई पूंजी रागश िा गनवेश होने पर ह भूगम हस्तांतरि िी पात्रता होगी।

    (ii) वविगसत औद्योगगि के्षत्रं मं स्थावपत इिाईयं िे भूगम हस्तांतरि िे प्रिरिं मं नवीन इिाई िो प्रचगलत प्रब्याजी िा दस प्रगतशत हस्तातंरि शुल्ि िे रूप मं तथा पथृि से वावर्षि संधारि शुल्ि एवं भू-भाटि िी रागश प्रचगलत दरं पर देय होगी।

    (iii) शासन िे वाणिज्य, उद्योग और रोज़गार ववभाग/मध्यप्रदेश औद्योगगि िेन्र वविास गनगम/मध्यप्रदेश स्टेट इण्डणस्ट्रयल डेवलपमेन्ट िापोरेशन िी मूल आवंट /पट टेदार से प्राप्त होने वाली समस्त लेनदाररयॉ ंमूल पट टेदार अथवा नए आवंट द्वारा हस्तांतरि पूवष एिमुश्त चिुानी होगी। बंि/ववत्तीय संस्था द्वारा अगधग्रकहत इिाई किसी अन्य पट टेदार िो हस्तांतररत िरने पर हस्तांतरि तभी प्रभावशील होगा, जब बंि/ववत्तीय संस्था अथवा नवीन इिाई वाणिज्य, उद्योग और रोजगार ववभाग िी मूल पट टेदार से प्राप्त होने वाली लेनदार िा भुगतान िर दे तथा नये आवंट िे पक्ष मं पट टाववलेख गनष्पाकदत िरावं।

    (स) हस्तांतरि हेतु प्रकक्रया :-

    (i) यकद मूल पट टेदार गनगमषत फैक्ट्र भवन, स्थावपत मशीनर िा ववक्रय िरता है, तो ऐसी ववक्रय हो रह पररसमपवत्तयं िा पूिष वववरि अकंित िरते हुए एि ववक्रय अनुबंध के्रता एवं ववके्रता िे मध्य गनष्पाकदत किया जावेगा एव ंइसिे साथ हस्तांतरििताष हस्तांतरिाधीन भूगम/शेड िे हस्तातंरि िी अनुमगत हेतु आवंटनिताष अगधिार िो आवेदन प्रस्तुत किया जाएगा। जहॉ ंअगग्रम अनुमगत हेतु आवेदन प्रस्तुत नह ं किया जा सिा है, वहॉ ंभूगम/शेड

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    िे ववक्रय िी गतगथ से अगधितम तीन माह िे अदंर आवेदन िरना आवश्यि है।

    आवेदन िे साथ ववभाग िी देयताओं िा भुगतान िरने िे साथ ह बंि, ववत्तीय संस्था, अन्य शासिीय ववभाग आकद िी देनदार िे बारे मं नोटर िृत शपथ-पत्र प्रस्तुत िर स्पष्ट घोर्िा िरनी होगी, कि ''ऐसी देनदारर�