रक्त धमनिओ को अवसर दो
TRANSCRIPT
रक्त धमनि�ओ को अवसर दो काम देश के आ�े का लहू �ा हो जाये पा�ी �ही समय ये व्यर्थ� गंवा�े का सूरज ज्वालामुखी ब�ो �ही वक्त ये दिदये जला�े का रोम रोम में भर लो लावा देश की लाज बचा�े का मीर जाफरो ,जयचंदो ,रोको क्रम देश को खा�े का ज�ता की आहे �ा देंगी अवसर अब बच पा�े का शेर गज��ा करो साथिर्थयो वक्त �हीं मिममया�े का भूखा शेर प्रयास करे हर सम्भव भूख मिमटा�े का शाथिल�ी शमा�