+ ाा आजा / उ ूद दन र् ूटी files/xv annual report 2012-13 in...

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भौराना आजाद नॐशनर उद नवसू टी 15व॓ वाषूक रयऩोटू 1 भौराना आजाद नेशनर उद नवसूटी 15व वाषूक रयऩोटू (1 अ॑र 2012 सॐ 31 भाू 2013) राम भत नतबा दॐवस॓ह ऩाटटर भहाभटहभ यारऩनत बायत (1 अ॑र, 2012 सॐ 25 जुराई, 2012 तक) णव भुखजी भहाभटहभ यारऩनत बायत (25 जुराई, 2012 सॐ ननय॓तय) राधधऩनि डॉ. समदा समद॑न हभद रऩनि ोपॐ सय भोहभद भमा॓ रसधिव ोपॐ सय ए. ऽदीजा फॐगभ (1 अऩ॑र, 2012 सॐ 16 नव॓फय, 2012 तक) ोपॐ सय एस. एभ. यहभतुराह (16 नव॓फय, 2012 सॐ नय॓तय) Maulana Azad National Urdu University (A Central University established by an Act of Parliament in 1998) Accredited “A” Grade by NAAC Gachibowli, Hyderabad-500 032. Andhra Pradesh, India

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  • भौराना आजाद नॐशनर उददू मदननवर्सटूी

    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 1

    भौराना आजाद नेशनर उददू मदननवर्सटूी 15व ीं वार्षकू रयऩोटू

    (1 अप्रर॑ 2012 सॐ 31 भार् ू2013)

    कुराध् मऺ श्र भत प्रनतबा दॐव र्सह॓ ऩाटटर

    भहाभटहभ याष्ट रऩनत बायत (1 अप्रर॑, 2012 सॐ 25 जरुाई, 2012 तक)

    श्र प्रणव भुखजी

    भहाभटहभ याष्ट रऩनत बायत (25 जरुाई, 2012 सॐ ननय॓तय)

    कुराधधऩनि

    डॉ. सय्मदा सय्मद॑न हभ द

    कुरऩनि प्रोपॐ सय भोहम् भद र्भमा॓

    कुरसधिव

    प्रोपॐ सय एर्. ऽदीजा फॐगभ (1 अऩर॑, 2012 सॐ 16 नवफ॓य, 2012 तक)

    प्रोपॐ सय एस. एभ. यहभतुल् राह

    (16 नवफ॓य, 2012 सॐ ननय॓तय)

    Maulana Azad National Urdu University

    (A Central University established by an Act of Parliament in 1998) Accredited “A” Grade by NAAC

    Gachibowli, Hyderabad-500 032. Andhra Pradesh, India

  • भौराना आजाद नॐशनर उददू मदननवर्सटूी

    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 2

    अ नु क्र भ दो शब् द ................................................................................................................................ 4

    खींड – I

    र्वकास का सायाींश .................................................................................................................. 7

    र्वश् वर्व्मारम प्रशासन ......................................................................................................... 15

    कें द्रीम सुर्वधाएीं .................................................................................................................... 21

    खींड – II

    र्वश् वर्व्मारम र्व्माऩ ठ ...................................................................................................... 24

    I) बाषा, बाषार्वऻान औय इींडोरॉज र्व्माऩ ठ .......................................................................... 24 i) उददू र्वबाग ...................................................................................................................... 24

    ii) टहद॓ी र्वबाग .................................................................................................................... 31

    iii) अ॓ग्रॐज र्वबाग ................................................................................................................. 32

    iv) अयफ र्वबाग .................................................................................................................. 36

    v) पायस र्वबाग ................................................................................................................ 39 vi) अनुवाद अध् ममन र्वबाग ................................................................................................. 44

    II. वाणिज् म औय व् माऩाय प्रफींधन र्व्माऩ ठ ......................................................................... 51

    i. व् माऩाय प्रफ॓धन औय वाणणज् म र्वबाग .................................................................................... 51

    III. र्शऺा औय प्रर्शऺि र्व्माऩ ठ ......................................................................................... 70

    i) र्शऺा औय प्रर्शऺण र्वबाग ................................................................................................. 70

    र्शऺक प्रर्शऺण भहार्वद्मारम, श्र नगय ................................................................................... 76 र्शऺक प्रर्शऺण भहार्वद्मारम, बोऩार .................................................................................... 77

    र्शऺक प्रर्शऺण भहार्वद्मारम, दयब॓गा ................................................................................... 77

    IV. ऩत्रकारयिा औय जनसींिाय र्व्माऩ ठ .............................................................................. 77

    जनस॓र्ाय औय ऩत्रकारयता र्वबाग ............................................................................................ 77

  • भौराना आजाद नॐशनर उददू मदननवर्सटूी

    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 3

    V. करा औय साभाजजक र्वऻान र्व्माऩ ठ .......................................................................... 79 i) रोकप्रशासन औय याजन नत र्वऻान र्वबाग ........................................................................... 79 ii) सभाजशास्त त्र औय सभाज काम ूर्वबाग ................................................................................. 85 iii) भटहरा र्शऺा र्वबाग ....................................................................................................... 91

    iv) इस्त राभ अध् ममन र्वबाग .................................................................................................. 96

    VI. र्वऻान र्व्माऩ ठ ....................................................................................................... 96

    i) क॓प् मदटय र्वऻान औय सदर्ना प्रौद्मोगगकी र्वबाग ...................................................................... 96

    VII. ननदेशारम: ददय र्शऺा ननदेशारम .............................................................................. 121

    ऺॐत्र म कें द्र, टदल् री .............................................................................................................. 132

    ऺॐत्र म कें द्र, ऩटना ............................................................................................................... 132

    ऺॐत्र म कें द्र, बोऩार ............................................................................................................. 133

    ऺॐत्र म कें द्र, कोरकाता .......................................................................................................... 133

    ऺॐत्र म कें द्र, श्र नगय ............................................................................................................ 135

    ऺॐत्र म कें द्र, भु॓फई ................................................................................................................ 135

    VIII मद.ज .स . कें द्र/ स् कीभ/ प्रोजेक् ्स ............................................................................. 136

    IX र्वश् वर्व्मारम भॉडर स् कद र ........................................................................................... 161 भानद भॉडर स्त कद र, ह॑दयाफाद ................................................................................................. 161

    भानद भॉडर स्त कद र, दयब॓गा, औय भानद भॉडर स्त कद र नदह ............................................................ 162

    X भानद सैटेराइट कैं ऩस, रखनउ ........................................................................................... 162

    खींड - III

    XI घटनाक्रभ (2012-2013) ......................................................................................... 163

  • भौराना आजाद नॐशनर उददू मदननवर्सटूी

    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 4

    दो शब् द

    भुझॐ भौराना आजाद नॐशनर उददू मदननवर्सटूी का ऩ॓द्रहवा ॓ वार्षकू प्रनतवॐदन प्रस्त तुत कयतॐ हुए र्वशॐष गौयव औय सौबाग् म का अनुबव हो यहा ह॑ मह प्रनतवॐदन 1 अप्र॑र 2012 सॐ 31 भार् ू 2013 कॐ भध् म र्व् वर्वद्मारम की गनतर्वगध, ऩहर, औय उऩरब्धध को दशाूता ह॑ प्रशासन भें ऩायदर्शूता, सहमोगऩदण ूअकादर्भक स॓स्त कृनत औय कैं ऩस भें ज व॓त औय प्रफुद्ध सभुदाम का सजृन इस अ वगध की प्रभुखताए॓ यही हैं भैं नॐ एक ऐस प्रशासननक स॓स्त कृनत कॐ र्वकास का प्रम न िकमा ब्जसभें प्रशासन र्व् वर्वद्मारम की अकादर्भक ऩहर कॐ अध न हो इस स॓फ॓ध भें, र्वद्मागथमू औय शोधागथमू कॐ र्रए सुर्वधाए॓ प्रदान कयनॐ कॐ उद्दॐ् मम सॐ प्रिरियमा भक भाभर को आसान फनाना इस वष ूकॐ दौयान भॐयी प्राथर्भकता यही ह॑

    भॐया र्वर्ाय ह॑ िक अगय अध् माऩक िकस स॓गोष्ट ठी, सम् भॐरन मा व् माख् मान भें शार्भर होना र्ाहें तो इसभें कोई रुकावट नही॓ होन र्ाटहए, औय अगय कोई र्वद्माथी मा शोधाथी उनभें सब्म्भर्रत होना िकस अन् म अकादर्भक सुर्वधा सॐ राब उठाना र्ाहॐ तो उसॐ ब ननफाूध ूपऩ सॐ इसका अवसय र्भरना र्ाटहए र्व् वर्वद्मारम भें ऐस अकादर्भक स॓स्त कृनत तब वजदद भें आ सकत ह॑ जफ हभ र्शऺक कॐ र्रए उ कृष्ट ट र्शऺण वातावयण औय र्व द्मागथमू कॐ र्रए स खनॐ कॐ बयऩदय अवसय प्रदान कयें औय भैं सभझता हद॓ िक र्व् वर्वद्मारम फड हद तक उस स॓स्त कृनत भें प्रवॐश कय रु्का ह॑ तथार्ऩ, भानद कॐ र्रए भैं ऐस अकादर्भक स॓स्त कृनत की कल् ऩना कयता हद॓ जो इतन व् माऩक हो िक र्वद्माथी हय ऩर अऩनॐ अ॓दय ननटहत प्रनतबाओ॓ को ननखयता हुआ भहसदस कयें र्ाहॐ वॐ वग ूभें ह , मा ऩुस्त तकारम भें मा रॉन भें फ॑ठॐ सभम िफता यहॐ ह , रॐिकन मह सभम िफताना सकाया भक सोर् कॐ साथ हो भैंनॐ र्वद्मागथमू को छात्र स॓घ फनानॐ औय उन् हें स॓ऩदण ूप्रशासन तक एक् सॐस दॐ कय र्व् वर्वद्मारम भें ‘छात्र ऩहरॐ’ की ऩय॓ऩया को प्रो साहन दॐनॐ कॐ साथ ही उन् हें ननष्ट ठाऩदण ूशोधकाम ूऔय र्व् वर्वद्मारम भें उऩब्स्तथनत कॐ भह व ऩय ध् मान टदरानॐ का प्रमास ब िकमा ह॑ अध् ममन का दफाव औय सभुदाम की उम् भ दें कब कब अस्त वस्त थ प्रवबृ्म का कायण फनत हैं इस कॐ र्रए प्रॉक् टय औय वाडनू कॐ कामाूरम को भाटहय अभरॐ कॐ जरयमॐ सुृढ़ िकमा गमा ह॑ औय र्वद्मागथूम कॐ र्रए वरयत काउ॓सॐर्रग॓ की व् मवस्त था ब की गई ह॑ भैं नही॓ र्ाहता िक र्वद्माथी छोटी छोटी सभस्त माओ॓ भें उरझॐ यहें औय उनकी उजाू ारत टदशाओ॓ भें रग जाए भॐयी इच् छा ह॑ िक वॐ अऩना ध् मान अध् ममन औय शोध ऩय कें टद्रत यखें औय इस टदशा भें अऩन ऩदयी शब्क्त रगा दें जफ भानद की फायहव ॓ ऩ॓र्वषीम मोजना सर्भनत फन तो भैंनॐ सदस्त म सॐ इच् छा व् मक् त की थ िक वॐ एक भास्त टय प् रान त॑माय कयें भैं र्ाहता था िक उनकी ओय सॐ ऩहरॐ मह तम हो िक वॐ अफ सॐ ऩ॓द्रह-फ स वष ूफाद भानद को कहा॓ दॐखना र्ाहतॐ हैं तफ उन् हें मह प॑सरा कयनॐ भें आसान होत िक प्रथभ ऩा॓र् वषमे भें र्व् वर्वद्मारम की अऩॐऺाए॓ वास्त तव भें क् मा हैं भॐया भानना था िक र्व् वर्वद्मारम कॐ दीघकूारीन ननमोजन की प्रॐयणा र्व् वर्वद्मारम कॐ र्वजन सॐ र्भरन र्ाटहए, औय ऩ॓र्वषीम मोजनाओ॓ को दयअसर उस दीघकूारीन मोजना मा भास्त टय प् रान को साकाय कयनॐ की र्यण वाय यणन नत कॐ ूपऩ भें दॐखा जाना र्ाटहए

    प्रोपेसय भोहम् भद र्भमाीं कुरऩनि

  • भौराना आजाद नॐशनर उददू मदननवर्सटूी

    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 5

    भैं भहसदस कयता हद॓ िक हभें सयगभ ूर्शऺार्वद औय प्रर्वगध-त॓ित्रम कॐ ऩदयॐ एक ज व॓त सभुदाम को वजदद भें रानॐ की जूपयत ह॑ इसकॐ र्रए हभें र्व् वर्वद्मारम भें शोध गनतर्वगधम कॐ एक र्वकर्सत ऩरयवॐश की आव् मकता ह॑ भुझॐ ऩदया एहसास ह॑ िक मह इतना आसान काभ नही॓ ह॑, क् म िक इस र्व् वर्वद्मारम कॐ र्वद्वान औय स॓काम को

    डॉ. एभ. एभ. ऩल् रभ याजद, भानन म कें द्रीम भ॓त्र , भानव स॓साधन र्वकास भ॓त्रारम, बायत सयकाय र्व् वर्वद्मारम ऩरयसय भें एि.के.शेयवान दक् कन अध् ममन कें द्र कॐ र्शरान् मास सभायोह (31 टदस॓फय 2012) कॐ शुब अवसय ऩय

    सभायोह भें प्रोपॐ सय वॐद प्रकाश, अध् मऺ, र्व् वर्वद्मारम अनुदान आमोग ब उऩब्स्तथत थॐ इसॐ उददू भें अ॓जाभ दॐना ह॑ जो अऩनॐ आऩ भें एक फड औय जटटर रु्नौत ह॑ रॐिकन इसकॐ फावजदद भैं सभझ सकता हद॓ िक र्व् वर्वद्मारम सॐ जुडतॐ सभम ही वॐ इससॐ ऩदणतूमा अवगत थॐ िक र्व् वर्वद्मारम औय उददू ऻान सभाज की उनसॐ क् मा उम् भ दें औय अऩॐऺाए॓ हैं भौराना आजाद याष्ट रीम उददू र्व् वर्वद्मारम इस अथ ू भें अद्र्वत म ह॑ िक इसॐ श्॑ऺक उ कृष्ट टता की अऩन प्रनतफद्धता औय व॓गर्त कॐ र्रए र्शऺा की उऩरध धता कॐ भध् म एक स॓तुरन फनाए यखनॐ की आव् मकता यहत ह॑ क् म िक इसकी स्त थाऩना का उद्दॐ् म उददू ऻान सभाज भें उच् र् र्शऺा की आका॓ऺाओ॓ को ऩदया कयना ह॑ इसर्रए, भैंनॐ अकादर्भक उजा ू को अ माधुननक प्रौद्मोगगिकम कॐ उऩमोग कॐ साथ ऻान कॐ ऩाय॓ऩरयक अनुशासन को उऩरध ध कयानॐ की टदशा भें रगानॐ का प्रमास िकमा अतएव, 12व ॓ ऩ॓र्वषीम मोजना भें भॐयॐ प्रस्त ताव ऩदवसू्त नातक सॐ स्त नातको तय स्त तय तक र्वऻान औय प्रौद्मोगगकी कामरूियभ औय ऩा्मरियभ द्वाया स॓ऩदण ूउददू ऻान सभाज को साभर्थ मवूान फनानॐ की यणन नत ऩय आधारयत थॐ

  • भौराना आजाद नॐशनर उददू मदननवर्सटूी

    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 6

    आगाभ वषमे भें, भैं र्ाहद॓गा िक भानद कॐ र्वद्मागथमू औय अध् माऩक को शोध आधारयत औय अनुस॓धानोन् भुख र्शऺण औय अगधगभ वातावयण कॐ र्वकास हॐतु हय स॓बव सुर्वधा औय साधन उऩरध ध कयामा जाए, औय वतभूान भें ब भॐयी सायी कोर्शशें दॐश की उददू ऻान आफादी भें शोध औय शोध आधारयत गनतर्वगधम की अर्बरुगर् जगानॐ कॐ प्रनत सभर्ऩतू हैं भैं र्वर्बन् न अकादर्भक यणन नतम ऩय काभ कय यहा हद॓ ब्जनकॐ द्वाया उददू ऻान जनता अऩनॐ श्॑ऺक औय व॑ऻाननक मोगदान सॐ याष्ट र कॐ बर्वष्ट म कॐ ननभाूण भें अऩन बदर्भका ननबा सकत ह॑ भैं र्ाहता हद॓ िक भानद की अनुस॓धान गनतर्वगधमा॓ सच् र्ॐ अथमे भें भानव जानत कॐ ऻान को सभदृ्ध कयें औय इस प्रकाय र्व् वर्वद्मारम अऩनॐ ऻान को सभाज की सॐवा भें सभर्ऩतू कय दॐ इसकॐ अनतरयक् त, भानद नॐ र्शऺा कॐ भाध् मभ सॐ भटहराओ॓ कॐ सशब्क्तकयण कॐ र्रए कोई कसय नही॓ उठा यख ह॑ महा॓ भटहराओ॓ को प्र मॐक स्त तय ऩय ऩदया स॓यऺण प्रदान िकमा जा यहा ह॑ उन् हें स खनॐ कॐ सहमोगऩदण ूअवसय प्राप् त हैं र्व् वर्वद्मारम भें िकस ब प्रकाय का जेंडय उ ऩ डन असहन म ह॑ आण खय भें, भैं भानव स॓साधन र्वकास भ॓त्रारम (एभ.एर्.आय.ड .), र्व् वर्वद्मारम अनुदान आमोग (मद.ज .स .), याष्ट रीम अध ध माऩक र्शऺा ऩरयषद (एन.स .टी.ई.), ददयस्त थ र्शऺा ऩरयषद (ड .ई.स .), अणखर बायत म तकन की र्शऺा ऩरयषद (ए.आई.स .टी.ई.), बायत म र्व् वर्वद्मारम स॓घ (ए.आई.मद.), औय याष्टरीम भदल्माक॓न एव॓ प्रमामन ऩरयषद (एन.ए.ए.स .) कॐ सहमोग औय सभथनू का आबायी हद॓ ब्जन् ह नॐ भानद को उसकॐ भ॑नडॐट अथाूत उददू भें उच् र् र्शऺा प्रदान कयनॐ भें सहामता की भैं भानद कॐ सभस्त त स॓काम सदस्त म औय कर्भमू कॐ प्रनत आबाय व् मक् त कयता हद॓ औय भानद कॐ स॓ऩदण ूर्वद्माथी सभुदाम कॐ फॐहतय बर्वष्ट म की काभना कयता हद॓

    प्रोपॐ सय भोहम् भद र्भमा ॓

    कुरऩनत

  • भौराना आजाद नॐशनर उददू मदननवर्सटूी

    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 7

    खींड – I र्वकास का सायाींश

    प्रस् िावना : भौराना अफुर कराभ आजाद याष्ट रीम उददू र्व् वर्वद्मारम नॐ इस वष ू ऐस श्॑ऺक गनतर्वगधम का प्राय॓ब िकमा जो र्व् वर्वद्मारम कॐ उद्दॐ् म की ऩदनत ूहॐतु ननदशितर्शत हैं ब्जन् हें भोटॐ तौय ऩय उददू कॐ र्वकास, उददू भें तकन की र्शऺा प्रदान कयना, औय भटहराओ॓ कॐ सशब्क्तकयण कॐ ूपऩ भें अनवाम ूिकमा गमा ह॑ अऩन स्त थाऩना कॐ वष ू1998 सॐ ही इस प्रनतवॐदन की अवगध 31 भार् ू2013 तक, भानद नॐ ढा॓र्ागत र्वकास, फौर्द्धक प्रगनत औय शोध र्वस्त ताय की ृढब्ष्टट सॐ अऩन स॓यर्ना भक औय र्यण वाय अर्बवरृ्द्ध दज ूकयाई ह॑ इन् हें प्रशासननक बाग दायी, स॓काम की श्॑ऺक सिरियमता, औय छात्र कॐ साथकू औय अ॓शदाम शोधकाममे की प्रनतफद्धता कॐ भाध् मभ सॐ हार्सर िकमा गमा ह॑ र्व् वर्वद्मारम कॐ सब कामरूियभ उददू बाषा कॐ भाध् मभ सॐ प्रदान िकए जातॐ हैं र्सवाम अन् म बाषाओ॓ कॐ कामरूियभ कॐ रॐिकन उनभें ब उददू बाषा कॐ साथ द्र्वबाष अनुस॓धान को प्रो साटहत िकमा जाता ह॑

    भौराना आजाद याष्ट रीम उददू र्व् वर्वद्मारम ह॑दयाफाद कॐ ऩब्् र्भो तय बाग गच् र् फाउरी भें ब्स्तथत ह॑ जो ह॑दयाफाद कॐ र्शऺा हफ का एक भह वऩदण ूकें द्र औय फहुयाष्ट रीम क॓ऩननम , एक कें द्रीम र्व् वर्वद्मारम औय अ॓तयाूष्ट रीम व् माऩाय स॓स्त थान सॐ नघया ह॑ 200 एकड की बदर्भ ऩय प॑रॐ हुए र्व् वर्वद्मारम भें फड स॓ख् मा भें श्॑ऺक औय प्रशासननक बवन, हरयत रॉन, उद्मान, औय र्शऺक औय कभरू्ारयम कॐ र्रए आवास हैं स॓ऺॐऩ भें, भानद ऩरयसय भें 14 अकादर्भक औय प्रशासननक बवन, 4 भटहरा औय ऩुरुष छात्रावास बवन, एक कैं टीन, एक फैंक औय ऩोस्त ट ऑिपस बवन, र्व् वर्वद्मारम स॓काम औय कभरू्ारयम कॐ र्रए 94 आवास म बवन, एक ओऩन एमय गथमॐटय औय एक स्त ऩोटूस कॉम् प् रॐक् स ह॑ भौराना आजाद याष्ट रीम उददू र्व् वर्वद्मारम कॐ श्॑ऺक औय प्रशासननक ढा॓र्ॐ कॐ प्रभखु भानन म कुरऩनत होतॐ हैं जो र्व् वर्वद्मारम की सभस्त त गनतर्वगधम कॐ प्राय॓ब, सभॐकन औय र्वस्त ताय कॐ र्रए उ तयदाम होतॐ हैं उनकी सहामता कॐ र्रए सभ-कुरऩनत, र्वद्माऩ ठ कॐ ड न, र्वबागाध् मऺ औय ननदॐशारम औय कें द्र कॐ ननदॐशकगण होतॐ हैं अकादर्भक ननदशितश का आयॐखण, ज॑सॐ नए कामरूियभ मा ऩा्मरियभ की शुरुआत, शोध औय र्वकास, श्॑ऺक स्त तय भें उ थाऩन, श्॑ऺक मोग् मता का भदल् मा॓कन, श्॑ऺक त॓त्र का ननमोजन, ऩा्मरियभ की त॑मायी, ऩा्मर्ववयण का ननधाूयण, अगधगभ कॐ अवसय प्रदान कयना औय ढा॓र्ागत आव् मकताओ॓ की ऩदनत ूज॑सॐ ज् मादातय भाभरॐ र्वबाग क कॐ न्द्र क ननदॐशारम , र्वद्माऩ ठ कॐ र्वद्माऩ ठ फोडमे, औय अकादर्भक ऩरयषद कॐ स्ततय ऩय शुूप, र्गर्तू अनुश॓र्सत औय स्त व कृत िकए जातॐ हैं अनुश॓साओ॓ को तब स्त व् कृनत प्रदान की जात ह॑ जफ उनकी व् मवहामूता (पीब्जिफरीटी) औय उऩमोगगता र्व् वर्वद्मारम कॐ अगधदॐश कॐ अनुूपऩ ह

    भानन म कुरऩनत र्व् वर्वद्मारम प्रशासन कॐ प्रभुख ब होतॐ हैं औय प्रशासननक भाभर भें सभ-कुरऩनत, यब्जस्त राय, र्व त अगधकायी, डडप् टी यब्जस्त राय, अर्सस्त टेंट यब्जस्त राय आटद उनकी सहामता कयतॐ हैं र्वर्बन् न ननकाम औय सर्भनतम की अनुश॓साए॓, उदाहयणाथ,ू र्व त सर्भनत सॐ र्व् वर्वद्मारम बवन सर्भनत तक, र्वर्बन् न स्त तय ऩय र्र्ाू भें राई औय स्त व कृत की जात हैं औय उन् हें स्त व कृनत हॐतु कामकूारयण ऩरयषद को ब बॐजा जा सकता ह॑ ब्जसकॐ अध् मऺ र्व् वर्वद्मारम कॐ कुरऩनत होतॐ हैं

    अकादर्भक प्रोपाइर

    भौराना आजाद नॐशनर उददू मदननवर्सटूी (एभ.ए.एन.मद.मद.कभानद) स॓सद कॐ अगधननमभ कॐ अ॓तगतू स्त थार्ऩत एक याष्ट रीम औय कें द्रीम र्व् वर्वद्मारम ह॑ इसॐ याष्टरीम भदल्मा॓कन एव॓ प्रमामन ऩरयषद (एन.ए.ए.स .) द्वाया ए श्रॐण प्रदान की गई ह॑ मह कैं ऩस औय ददयस्त थ दोन तयी़ सॐ उददू ऻान औय उददू बाष सभदुाम की उच् र् र्शऺा की आका॓ऺाओ॓ को ऩदया कयता ह॑

  • भौराना आजाद नॐशनर उददू मदननवर्सटूी

    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 8

    अऩन स्त थाऩना कॐ प्रथभ वष ूसॐ ही र्व् वर्वद्मारम प्र मॐक वष ूददयस्त थ र्शऺा कामरूियभ प्रदान कयता यहा ह॑ छ: वष ूफाद अथाूत 2004 सॐ इसनॐ ननमर्भत प्रणारी सॐ कैं ऩस कामरूियभ की शुरुआत की ननमर्भत प्रणारी कामरूियभ अग्रर्रणखत छ: र्वद्माऩ ठ कॐ भाध् मभ सॐ प्रदान िकए जातॐ हैं: 1) बाषा, बाषार्वऻान, औय इ॓डोरॉज र्वद्माऩ ठ, 2) वाणणज् म औय व् माऩाय प्रफ॓धन र्वद्माऩ ठ , 3) र्शऺा औय प्रर्शऺण र्वद्माऩ ठ 4) ऩत्रकारयता औय जनस॓र्ाय र्वद्माऩ ठ 5) करा औय सा भाब्जक र्वऻान र्वद्माऩ ठ औय 6) र्वऻान र्वद्माऩ ठ

    इन छ: र्वद्माऩ ठ कॐ अ॓तगतू तॐयह र्वबाग कामयूत हैं र्व् वर्वद्मारम नॐ उददू बाषा कॐ प्रसाय औय उददू ऻान अल् ऩस॓ख् मक औय भटहराओ॓ की श्॑ऺक आव् मकताओ॓ की ऩदनत ूकॐ र्रए एक ननदॐशारम – ददय र्शऺा ननदॐशारम औय सात कें द्र की स्त थाऩना की ह॑ उन कें द्र कॐ नाभ अग्रर्रणखत हैं: उददू बाषा, साटह म औय स॓स्त कृनत कें द्र (स .मद.एर.एर.स ); उददू भाध् मभ र्शऺक कॐ व् मावसानमक र्वकास कॐ र्रए कें द्र (स .ऩ .ड .मद.एभ.टी.); अनुदॐशा भक भ डडमा सेंटय (आई.एभ.स .), नायी अध् ममन कें द्र (स .डध ल् मद.एस.) साभाब्जक फटहष्ट काय औय सभावॐश न नत अध् ममन कें द्र (स .एस.एस.ई.आई.ऩ .) औय हाूपन ऽान शॐयवान दक् कन अध् ममन कें द्र (एर्.कॐ .एस.स .ड .एस.)

    भौराना आजाद याष्ट रीम उददू र्व् वर्वद्मारम नॐ श्र नगय, दयब॓गा औय बोऩार भें त न र्शऺक प्रर्शऺण भहार्वद्मारम की स्त थाऩना की ह॑ जहा॓ र्शऺक भें व् माऩक र्शऺक प्रर्शऺण कामरूियभ कॐ भाध् मभ व् मब्क्तगत औय अकादर्भक र्वकास ऩरयर्ऺत हो यहा ह॑ साथ ही, भानद नॐ त न औद्मोगगक प्रर्शऺण स॓स्त थान (आई.टी.आई.) औय ह॑दयाफाद भें, फ॓गरदूप, औय दयब॓गा भें त न ऩॉरीटॐब्क्नक कॉरॐज की स्त थाऩना ब की ह॑ र्व् वर्वद्मारम नॐ त न उददू भॉडर स्त कद र ब ़ामभ िकए हैं जहा॓ उददू ऻान आफादी को नन:शुल् क र्शऺा प्रदान की जा यही ह॑ र्व् वर्वद्मारम भें एक मद.ज .स . अकादर्भक स्त टाप कॉरॐज ब ह॑ ब्जसभें मदज स स्त व कृत दो स॑टॐराईट कैं ऩस र्र यहॐ हैं एक कैं ऩस रखनऊ भें औय ददसया इस वष ूफडगाभ, श्र नगय भें खोरा गमा ह॑ जहा॓ सॐ श घ्र ही श्॑ऺक गनतर्वगधमा॓ शुरु कय दी जाए॓ग

    भानद नॐ अकादर्भक वष ू2004-5 भें कैं ऩस र्शऺा प्रणारी की शुरुआत की ब्जसकॐ अ॓तगतू शुूप भें अग्रर्रणखत छ: कामरूियभ प्रदान िकए गए थॐ: ड .एड., फ .एड., एभ.फ .ए., एभ.ए.-एभ.स .जॐ., एभ.ए. उददू औय टहद॓ी; औय अफ इसॐ 56 कामरूियभ औय औय ऩा्मरियभ की ऩॐशकश का गव ू प्राप् त ह॑ जो इस प्रकाय हैं: एभ.ए. उददू, अ॓ग्रॐज , टहद॓ी, अयफ , पायीस , अनुवाद अध् ममन, रोकप्रशासन, नायी अध् ममन, जनस॓र्ाय औय ऩत्रकारयता; सोशर वकू (एभ.एस.डध ल् मद.) एभ.फ .ए., एभ.स .ए., एभ.कॉभ, एभ.एस.स . गणणत, एभ.एड., फ .एड., ड .एड.; एभ.िपर. उददू, अ॓ग्रॐज , टहद॓ी, पायीस , अनुवाद अध् ममन, नायी र्शऺा, रोक प्रशासन, साभाब्जक फटहष्ट काय औय सभावॐश न नत अध् ममन, व् माऩाय प्रफ॓धन, ऩ .एर्.ड . उददू, अ॓ग्रॐज , टहद॓ी, पायस , नायी र्शऺा, र्शऺा, रोक प्रशासन, साभाब्जक फटहष्ट काय औय सभावॐश न नत अध् ममन औय व् माऩाय प्रफ॓धन; सदर्ना प्रौद्मोगगकी भें ऩ .ज . डडप् रोभा, उददू भें ऩ .ज . डडप् रोभा, अयफ भें डडप् रोभा, अयफ अनुवाद भें डडप् रोभा, तहस नॐ ाजर भें डडप् रोभा, पायस भें डडप् रोभा, र्सर्वर इ॓ज ननमरयग॓ भें डडप् रोभा, क॓प् मदटय साइ॓स इ॓ज ननमरयग॓ भें डडप् रोभा, इरॐक् राननक कम् मुननकॐ शन इ॓ज ननमरयग॓ भें डडप् रोभा, सदर्ना प्रौद्मोगगकी भें डडप् रोभा; ऽुशऽत भें सटटूिपकॐ ट, आभोब् जश उददू भें सटटूिपकॐ ट, तहस नॐ ाजर भें सटटूिपकॐ ट, प्रो पीर्शए॓स इन ऩर्शूमन औय, मदनान पाभशितस भें सटटूिपकॐ ट; ड्रापट्सभ॑न-र्सर्वर (आई.टी.आई.), इरॐक् राननक र्भकॐ ननक (आई.टी.आई.), इरॐक् रीर्शमन (आई.टी.आई.), यॐ धििजयॐशन औय एमयक॓ड शननग॓ (आई.टी.आई.), प् र॓िफग॓ (आई.टी.आई.)औय एभ.ए. इस्त रार्भक स्त टड ज. स॓क् ोऩ भें, भानद नॐ इस वष ूकॐ दौयान, नौ ऩ एर्ड कामरूियभ, दस एभिपर कामरूियभ, सोरह स्तनातकोतय कामरूियभ, एक ऩुवस्त नातक कामरूियभ, ग्मायह डडप्रोभा कामरूियभ, ऩा॓र् सटटूिपकॐ ट कोस ूऔय आई.टी.आई. भें ऩा॓र् रॐड प्रदान िकए हैं

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    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 9

    छात्रों की अकादर्भक औय अनुसींधान गनिर्वधधमाीं:

    भौराना आजाद याष्ट रीम उददू र्व् वर्वद्मारम स्त नातको तय कामरूियभ कॐ स्त तय ऩय र्वद्माथमू को ननदशितर्शत अगधगभ कॐ अवसय, एभ.िपर. कामरूियभ कॐ भाध् मभ सॐ शोध-साधन (रयसर् ू टद ल् स) औय ऩ .एर्.ड . कामरूियभ कॐ भाध् मभ सॐ उन् हें अऩनॐ ऩसद॓ीदा ऺॐत्र भें उ साहऩदण ू अनसुध॓ान, अन् वॐषण, र्व् रॐषण, आरोर्ना औय मोगदान कयनॐ कॐ अवसय प्रदान कयता ह॑ ननम् नर्रणखत आ॓कड सॐ स॓ऺ ॐऩ भें उददू ऻान सभदुाम को श्॑ ऺक ूपऩ सॐ सभदृ्ध कयनॐ कॐ र्रए भानद कॐ प्रमास का ऩता र्रता ह॑: ननमर्भत प्रणारी सॐ, र्व् वर्वद्मारम नॐ ऩदवसू्त नातक, स्त नातको तय, एभ.िपर. औय ऩ .एर्.ड . कामरूियभ कॐ साथ डडप् रोभा औय सटीिपकॐ ट ऩा्मरियभ भें सात हजाय सात सौ दस (7710) र्वद्मागथमू का नाभा॓कन िकमा ह॑ औय अफ तक तकयीफन ऩार्॓ हजाय र्ाय सौ ऩद्॓रह (5415) र्वद्माथी उ त ण ूहए हैं इस प्रनतवॐदन की अवगध कॐ दौयान जो वष ू 2012 सॐ 2013 ह॑, इस र्व् वर्वद्मारम सॐ एक हजाय अ्ानवॐ र्वद्मागथमू नॐ सपरताऩदवकू अऩनॐ कामरूियभ ऩदयॐ कय र्रए हैं 1 अप्रर॑ 2012 सॐ 31 भार् ू2013 तक र्व् वर्वद्मारम कॐ आठ शोधाथी ऩ .एर्.ड . की उऩागध प्राप् त कयनॐ मोग् म घोर्षत हुए हैं उनकॐ अनसुध॓ान र्वषम सॐ इस फात का सदऺ भ सक॓ॐ त र्भरता ह॑ िक र्व् वर्वद्मारम अऩन शब्क्त औय साभर्थ म ू को िकस टदशा भें रगाना र्ाहता ह॑

    र्वऻान औय प्रौद्मोगगकी भें ऩ .एर्.ड . उऩागध कामरूियभ की शरुुआत जल् द ही होग रॐिकन अऩनॐ अगधदॐश को भदत ूूपऩ दॐनॐ कॐ रियभ भें र्व् वर्वद्मारम नॐ बाषा, करा औय साभाब्जक र्वऻान भें फॐहतय र्वकास िकमा ह॑ नायी अध् ममन औय रोकप्रशासन कॐ ऩ .एर्.ड . स्त तय कॐ शोधऩत्र भटहरा सशब्क्तकयण औय साभाब्जक भदु्द कॐ प्रनत

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    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 10

    र्व् वर्वद्मारम की प्रनतफद्धता कॐ भजफदत सदर्क हैं उऩयोक् त आठ शोधागथमू भें ऩा॓र् ऩरुुष औय त न भटहराए॓ हैं

    ब्जन शोधागथमू नॐ अऩना ऩ .एर्.ड . कामरूियभ ऩदया कय र्रमा उनकी सदर् ननम् नर्रणखत ह॑ा रयजवाना फॐगभ नॐ नायी अध् ममन भें ऩ एर्ड कामरूियभ ‘सहािफमातॐ यसदर (स.अ.व.) औय उनकी णखदभत अस्रॐ हाब् जय कॐ तनाजुय भें: एक तान स तजब् जमा’ र्वषम सॐ ऩदया िकमा (25-04-2012); भ य कौकफ अरी नॐ रोक प्रशासन भें ऩ एर्ड कामरूियभ ‘आगशितनाइजॐशन ए॓ड विकिं ग ऑप र्सर्वर सप् राइज डडऩाटूभेंट इन ए.ऩ . र्वद स्त ऩॐशर रयपयेंस टु ऩब्धरक डडस्त रीध मदशन र्स स्त टभ इन वय॓गर डडब्स्तरक् ट (25-4- 2012); भोहम् भद अरी हुसन॑ नॐ रोकप्रशासन भें ऩ एर्ड कामरूियभ ‘इ-गवनशितन् स इननर्शमॐटटव् स इन आ॓ध्राप्रदॐश ए॓ड कॐ यारा- ए क॓ऩय॑ॐटटव स्त टड ऑप ई-सॐवा ए॓ड िें डस’ र्वषम सॐ ऩदया िकमा (16-05-2012); वॐरऩरुा भोहनयाव नॐ टहद॓ी भें ऩ .एर्.ड कामरूियभ ‘दक् खन कर्व: भलु् रा वजही का ज वन औय साटह म’ कॐ र्वषम सॐ ऩदया िकमा (16-07-2012); यॐणु मादव नॐ टहद॓ी भें ऩ .एर्.ड कामरूियभ ‘उ तयशत की कर्वनमित्रम का यर्ना सस॓ाय : उबयतॐ ज वनभदल् म’ र्वषम सॐ ऩदया िकमा (17-7-2012); अभ रुद्द न नॐ अग्॓रज भें ऩ एर्ड कामरूियभ ‘टद इ॓ऩक्॑ ट ऑप इ॓ब्ग्रश र्सरॐफल् स ऑन रनसू ू ए॓ड टीर्स ू इन इ॓ब्ग्रश भ डडमभ गवनभूेंट अऩय प्राइभयी स्त कद ल् स अड॓य सक् सॐस स्त की इन आ॓ध्रा प्रदॐश’ र्वषम सॐ ऩदया िकमा ; सम॑द पयहत जहया नॐ अग्॓रज भें ऩ .एर्.ड . कामरूियभ ‘डवरर्ऩग॓ र्रब्स्तनग॓ ब्स्तकल् स इन प्रोपॐ शनर स्त टद डेंट्स’ र्वषम सॐ ऩदया िकमा (05-03-2013); भोहम् भद असजद नॐ उददू भें ऩ एर्ड ‘फायॐा नॐ दॐवफद॓ की सहापत ण खदभात: आजाद सॐ ़ध र’ (12-03-2013) इस वष ू 41 छात्र एभिपर उऩागध प्राप् त कयनॐ कॐ मोग् म ़याय ऩाए हैं शोधाू थ उददू, अग्॓रज , टहद॓ी, अयफ , रोक प्रशासन औय नायी अध् ममन कॐ र्वबाग सॐ सफ॓ग॓धत हैं हारा॓िक कई र्व् वर्वद्मार एभ.िपर स्त तयीम शोध फद॓ कय यहॐ हैं रॐिकन भानद नॐ अनसुध॓ान जगत भें प्रवॐशद्वाय कॐ ूपऩ भें इसकी आव् मकता को भहसदस िकमा एभिपर कामरूियभ कॐ भाध् मभ सॐ र्व् वर्वद्मारम अऩनॐ र्वद्मागथमू को अनसुध॓ान कॐ मा॓ित्रक ऩऺ औय ऩॐर् दगगम की र्ॐतना प्रदान कयना र्ाहता ह॑ असकॐ अरावा, बायत म र्व् वर्वद्मारम भें उददू बाषा औय साटह म भें शोध की रफ॓ ऩय॓ऩया ह॑ रॐिकन साभाब्जक र्वऻान, व् माऩाय प्रफध॓न, र्वऻान औय प्रौद्मोगगकी सॐ सफ॓ग॓धत अन् म अनशुासन भें उददू भाध् मभ सॐ शोध औय अनसुध॓ानकाम ूअ मत॓ र्वयर यहा ह॑ इसर्रए, र्व् वर्वद्मारम का भानना ह॑ िक अनसुध॓ान की अऩॐऺ ाओ ॓सॐ ऩरयगर्त कयानॐ कॐ उद्दॐ् म सॐ एभिपर भें एक सृुढ़ ऩा्मरियभ प्रदान कयना उददू ऻान र्वद्मागथमू कॐ र्रए अ मत॓ सहामक र्सद्ध होगा इससॐ उन् हें सही भामन भें र्वद्वान कॐ ूपऩ भें र्वकर्सत होनॐ भें भदद र्भरॐग औय ऩ एर्ड स्त तय ऩय वॐ अर्भत कौशर, उत ध साह औय शब्क्त कॐ साथ अऩनॐ शोधकाम ू कॐ भाध् मभ सॐ अकादर्भक जगत भें सच् र्ा अश॓दान कय सकें गॐ र्व्वर्वद्मारम भें उददू भाध् मभ सॐ प्रदान िकए जानॐ वारॐ एभएड, फ एड औय ड एड कॐ ऩा्मरियभ को फड सपरता र्भरी ह॑ इस वष ूश्र नगय कॐ भानद कॐ कॉरॐज ऑप टीर्य एज् मदकॐ शन भें ब एभएड कामरूियभ प्रदान िकमा गमा इस कामरूियभ कॐ प्रनत आकषणू औय उसकी रोकर्प्रमता की ब्जतन ब सयाहना की जाए कभ ह॑

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    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 11

    ननस्तसद॓ॐह, इस तयह कॐ र्शऺक प्रर्शऺण कामरूियभ उददू भें व्मावसानमक र्शऺा कॐ र्भशन कॐ प्रसाय औय उसॐ आगॐ फ़ ानॐ भें अ मत॓ प्रबाव ह गॐ इसकॐ अनतरयक् त, ऩॉर्रटॐब्क्नक ऩा्मरियभ नॐ उददूऻान सभाज को ह॑दयाफाद, फग॓रदूप औय दयबग॓ा भें फडॐ ऩभ॑ानॐ ऩय आकर्षतू िकमा ह॑ जहा॓ भानद नॐ त न ऩॉर्रटॐब्क्नक सस्॓त थान की स्त थाऩना की ह॑ इन सस्॓त थान सॐ प्रर्श्ऺत र्वद्माथी बायत औय अन् म दॐश भें ब्स्तथत फहुयाष्ट रीम क॓ऩननम भें कामयूत हैं इससॐ र्व् वर्वद्मारम को आगाभ वषमे भें उददू भाध् मभ सॐ र्वऻान औय प्रौद्मोगगकी कामरूियभ कॐ प्राय॓ब की अ मगधक प्रॐयणा र्भरी ह॑

    भौराना आजाद याष्ट रीम उददू र्व् वर्वद्मारम को वास्त तव भें याष्ट रीम र्रयत्र का र्व् वर्वद्मारम होनॐ का श्रॐम प्राप् त ह॑ र्व् वर्वद्मारम की कैं ऩस र्शऺा का राब दॐश कॐ सब कोन कॐ र्वद्माथी उठा यहॐ हैं इसकॐ अनतरयक् त अग्॓रॐज र्वबाग अत॓याूष्ट रीम स्त तय ऩय ब र्वद्मागथमू को आ कर्षतू कयता ह॑ अग्॓रॐज र्वबाग कॐ स्त नातको तय कामरूियभ भें तकुकी, तकूुभाननस्त तान, औय मभन कॐ र्वद्माथी प्रवॐश ऩातॐ यहॐ हैं र्व् वर्वद्मारम 1998 भें स्त थार्ऩत ददयर्शऺा ननदॐशारम (ड .ड .ई) कॐ भाध् मभ सॐ ददयस्त थ र्शऺा प्रदान कयता ह॑ ननदॐशारम द्वाया ऩदवसू्त नातक, स्त नातको य, डडप् रोभा औय सटटूिपकॐ ट ऩय आधा रयत 13 कामरूियभ औय ऩा्मरियभ र्राए जा यहॐ हैं ददय र्शऺा ननदॐशारम फ एड कामरूियभ ब प्रदान कयता ह॑ जो एन.स .टी.ई द्वाया भान् म ह॑ वतभूान भें, भौराना आजाद याष्ट रीम उददू र्व् वर्वद्मारम का ददयस्त थ र्शऺा सहामता नॐटवकू 10 ऺॐत्र म कें द्र औय ऩार्॓ उऩऺॐत्र म कें द्र ऩय आधारयत ह॑ अफ तक, ददय र्शऺा प्रणारी सॐ र्व् वर्वद्मारम नॐ एक राख तॐयास हजाय र्ाय सौ अ्ास (183488) र्वद्मागथमू का नाभा॓कन िकमा ह॑ ब्जनभें सॐ सडसठ हजाय आठ सौ सडसठ (67867) र्वद्माथी उ त ण ूहुए हैं र्व् वर्वद्मारम का एक ऩयीऺाकें द्र जद्दा, सऊदी अयफ भें ह॑ 2012 भें, बायत कॐ भहाका॓सरुावास कॐ सहमोग सॐ भदीना भनुव् वया औय जद्दा भें ऩयीऺाए॓ आमोब्जत की गई थ ॓ आज तक, जद्दा भें 200 र्वद्मागथमू नॐ नाभाक॓न कयामा ह॑ औय र्व् वर्वद्मारम कॐ स्त नातको तय कामरूियभ भें अन् म याष्ट र ज॑सॐ र्भस्र सॐ ब उम् भदीवाय नॐ दाणखरा र्रमा औय उसॐ सपरताऩदवकू ऩदया िकमा ह॑ र्व् वर्वद्मारम द्वाया ददय र्शऺा प्रणारी सॐ प्रदान िकए जानॐ वारॐ कामरूियभ औय ऩा्मरियभ उददूऻान आफादी को श्॑ ऺक ूपऩ सॐ उऩय उठानॐ औय उच् र् र्शऺा की उसकी आका॓ऺा को ऩदया कयतॐ हैं र्व् वर्वद्मारम की ृढब्ष्टट भें ददयस्त थ र्शऺा साऺयता कॐ अगधकतभ स्त तय की प्राब्प्त हॐत ुअ मत॓ सऺभ प्रणारी ह॑

    इस र्व् वर्वद्मारम को ‘र्वशॐषऻ र्व् वर्वद्मारम’ का दजाू टदए जानॐ ऩय र्वर्ाय होना र्ाटहए न कॐ वर इसर्रए िक इसकॐ द्वाया उददू भाध् मभ सॐ र्शऺा दी जात ह॑ फब्ल्क सभाज कॐ उऩॐ् ऺत वग ूतक उसकी ऩह॓ुर् कॐ र्रतॐ ब ब्जसकॐ र्रए वह र्श ऺ ा कॐ अवसय को सनुन् र्त कयता ह॑ वस्त ततु: र्व् वर्वद्मारम अऩनॐ र्वद्मागथमू औय र्शऺको की र्वर्वध औय र्वर्शष्टट आव्मकताओ॓ की ऩदनत ूहॐत ुअऩन ढा॓र्ागत सरु्वधाओ॓ को ननय॓तय र्वकर्सत कय यहा ह॑

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    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 12

    उददू का र्वकास उददू बाषा कॐ र्वकास औय सव॓धनू भौराना आजाद याष्टरीम उददू र्व्वर्वद्मारम का एक भहवऩदण ू काम ू ह॑. इस प्रकाय, र्व्वर्वद्मारम कॐ कभरू्ारयम औय छात्र गब॓ यता सॐ प्रमास कय यहॐ हैं ज॑सॐ र्वर्बन्न ऺॐत्र भें र्शऺा औय र्शऺण, अनसुध॓ान औय प्रकाशन, फहस औय र्र्ाू, औय भल्टी भ डडमा औय इ॓टयनॐट. MANUU भॉडर स्कद र, परकनभुा के छात्रों

    ने स फ एसई ऩयीऺा र्वशषे मोग्मिा के साथ उत्ि ि ूकी. इसकॐ र्रए वॐ कई गनतर्वगधम भें मोगदान टदमा. र्शऺा कॐ भोर्शित ऩय र्शऺा कॐ भाध्मभ कॐ ूपऩ भें उददू कॐ साथ र्व्वर्वद्मारम भें र्वर्बन्न आधनुनक औय ऩॐशॐवय बाषा औय साटहम कॐ अनतरयक्त ऩा्मरियभ र्र यहॐ हैं. र्वशॐष ूपऩ सॐ, मह फ टॐक की तयह ननमर्भत ऩा्मरियभ र्राता ह॑. उददू भाध्मभ कॐ साथ व्मावसानमक ऩा्मरियभ शूुप कयना एक असाधायण उऩरब्धध ह॑.

    अकादर्भक प्रोत् साहन औय ऩरयिाभ

    भौराना आजाद याष्टरीम उददू र्व्वर्वद्मारम नॐ इस वष ूअऩनॐ भौजददा कामरूियभ को उ कृष्ट टता कॐ दजशित तक ऩह॓ुर्ानॐ कॐ उद्दॐ् म सॐ स॓काम को अनुस॓धान आ धारयत गनतर्वगधम भें बाग रॐनॐ कॐ र्रए प्रॐरयत कयनॐ कॐ अनतरयक् त अनुस॓धान उन् भुख कामरूियभ का आमोजन ब िकमा ह॑ इस ृढब्ष्टट कॐ साथ स॓काम को स॓गोब्ष्टठम , कामशूाराओ ॓औय सम् भॐरन भें बाग रॐनॐ कॐ र्रए ब उ साटहत िकमा गमा तािक वॐ न र्सपू अऩना शोधकाम ूऔय ृढब्ष्टटकोण अकादर्भक जगत कॐ साथ शॐमय कय सकें फब्ल्क र्व् वर्वद्मारम कॐ श्॑ऺक त॓त्र कॐ उन् नमन हॐतु र्वर्ाय का आमात, शोध कॐ नए ऺॐत्र का अन् वॐषण, औय अनुस॓धान औय अनुस॓धान अध् ममन भें नव न प्रवबृ्तम का जन् भ ब हो सकॐ न र्ॐ र्व् वर्वद्मारम कॐ कुछ र्वबाग कॐ स॓काम सदस्त म द्वाया प्रस्त तुत शोधऩत्र औय उनकी प्रकार्शत ऩुस्त तक का एक स्॓ऺप् त र्ववयण टदमा जा यहा ह॑:

    उददू र्वबाग कॐ स॓काम नॐ 12 शोधऩत्र र्वर्बन् न जनरू भें प्रकार्शत िकए, र्वर्बन् न याष्ट रीम औय अ॓तयाूष्ट रीम स॓गोब्ष्टठम भें 15 ऩॐऩय प्रस्त तुत िकए औय फहुत स स॓गोब्ष्टठम औय सम् भॐरन भें उऩब्स्तथत हुए

    अ॓ग्रॐज र्वबाग नॐ अ॓तयाूष्ट रीम जनरू भें 5 रॐख प्रकार्शत िकए, औय याष्ट रीम औय अ॓तयाूष्ट रीम स॓गोब्ष्टठम भें 3 ऩॐऩय प्रस्त तुत िकए अ॓गॐज र्वबाग ‘भौराना आजाद जनरू ऑप टद इ॓गर्रश रैंग् वॐज ए॓ड र्ररॐर्य’

  • भौराना आजाद नॐशनर उददू मदननवर्सटूी

    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 13

    (एभ.ए.जॐ.ई.एर.एर.) कॐ नाभ सॐ र्व् वर्वद्मारम का एकभात्र जनरू र्वगत ऩा॓र् वषमे सॐ प्रका र्शत कय यहा ह॑ इसकॐ अनतरयक् त र्वबाग कॐ र्शऺक स॓साधन व् मब्क्त की ह॑र्समत सॐ र्वर्बन् न र्व् वर्वद्मारम भें आभ॓ित्रत िकए जातॐ यहॐ हैं

    अयफ र्वबाग कॐ स॓काम नॐ एक शोधऩत्र प्रकार्शत िकमा ह॑ औय याष्ट रीम औय अ॓तयाूष्ट रीम स॓गोब्ष्टठम भें र्ाय ऩॐऩय प्रस्त तुत िकए हैं

    पयस र्वबाग कॐ स॓काम नॐ जनरू भें दो ऩॐऩय औय एक ऩुस्त तक प्रकार्शत की ह॑ र्वबाग स॓काम नॐ याष्ट रीम औय अ॓तयाूष्ट रीम स॓गोब्ष्टठम भें 5 ऩॐऩय ऩ़ ॐ हैं औय साथ ही फहुत स स॓गाब्ष्टठम औय सम् भॐरन भें बाग र्रमा ह॑ पायस स॓काम नॐ साटहब्मक ऩुयस्त काय ब प्राप् त िकए हैं, डॉ. शटहद नौऽॐज नॐ याष्ट रऩनत ऩयुस्त काय ‘भहर्ष ूफद्रामन व् मास सम् भान’ बायत कॐ याष्ट रऩनत सॐ जदन 2013 भें प्राप् त िकमा र्वबाग भें एन.स .ऩ .मद.एर. द्वाया स्त व कृत एक ऩरयमोजना ब र्र यही ह॑

    अनुवाद अध् ममन र्वबाग कॐ स॓काम नॐ दो ऩॐऩय, एक इ॓टयव् मद, दो अनदटदत कहाननमा॓ औय एक ऩुस्त तक प्रकार्शत की ह॑. स॓काम नॐ र्वर्बन् न स॓गोब्ष्टठम औय सम् भरन भें आठ ऩॐऩय प्रस्त तुत िकए हैं औय फहुत स स॓गोब्ष्टठम औय कामशूाराओ॓ भें बाग र्रमा ह॑

    व् माऩाय प्रफ॓धन औय वाणणज् म र्वबाग कॐ स॓काम नॐ 35 ऩॐऩय औय र्ाय ऩुस्त तकें प्रकार्शत की, इसकॐ अनतरयक् त फड स॓ख् मा भें याष्ट रीम औय अ॓तयाूष्ट रीम स॓गोब्ष्टठम भें बाग र्रमा ह॑

    जनस॓र्ाय औय ऩत्रकारयता र्वबाग कॐ स॓काम नॐ सात ऩॐऩय प्रस्त तुत िकए हैं

    रोक प्रशासन औय याजन नत र्वऻान र्वबाग कॐ स॓काम नॐ 11 ऩॐऩय, 1 ऩुस्त तक प्रकार्शत की ह॑, याष्ट रीम औय अ॓तयाूष्ट रीम स॓गोब्ष्टठ भें 11 ऩॐऩय प्रस्त तुत िकए हैं

    र्वबाग दो स्त व कृत अनुस॓धान ऩरयमोजनाए॓ र्रा यहा ह॑

    नायी र्शऺा र्वबाग स॓काम नॐ त न ऩॐऩय प्रकार्शत िकए हैं औय 14 ऩॐऩय याष्ट रीम औय अ॓तयाूष्ट रीम स्त तय स॓गाब्ष्टठम भें प्रस्त तुत िकए हैं

    सभाजशास्त त्र औय सभाजकाम ूर्वबाग नॐ जनरू भें 4 ऩॐऩय प्रकार्शत िकए हैं औय स॓गोष्ट ठी भें 1 ऩॐऩय प्रस्त तुत िकमा ह॑ डडऩाटूभेंट भें शोध ऩरयमोजना ब र्र यही ह॑

    क॓प् मदटय र्वऻान औय सदर्ना प्रौद्मोगगकी र्वबाग स॓काम नॐ 10 ऩॐऩय प्रकार्शत िकए हैं औय 13 ऩॐऩय र्वर्बन ध न स॓गोब्ष्टठम औय सम् भॐरन भें प्रस्त तुत िकए हैं र्वबाग नॐ 17 स॓गोब्ष्टठम औय सम् भॐरन भें बाग र्रमा ह॑

  • भौराना आजाद नॐशनर उददू मदननवर्सटूी

    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 14

    ऩॉरीटॐब्क्नक ह॑दयाफाद स॓काम नॐ 5 ऩॐऩय औय 1 ऩुस्त तक प्रकार्शत की ह॑ औय र्वर्बन् न स॓गोब्ष्टठम भें 11 ऩॐऩय प्रस्त तुत िकए हैं ऩॉरीटॐब्क्नक दयब॓गा नॐ सात ऩॐऩय औय दो ऩुस्त तकें प्रकार्शत की हैं औय र्वर्बन् न स॓गोब्ष्टठम भें 6 ऩॐऩय प्रस्त तुत िकए

    इसकॐ साथ ही, ददय र्शऺा ननदॐशारम, उददू बाषा, साटह म औय स॓स्त कृनत कें द्र, उददू भाध् मभ र्शऺक व् मावसानमक र्वकास कें द्र, अनुदॐशा भक भ डडमा कें द्र, साभाब्जक फटहष्ट काय औय सभावॐश न नत अध् ममन कें द्र औय हाूपन खान शॐयवान दक् कन अध् ममन कें द्र नॐ फड स॓ख् मा भें रयसर् ूऩॐऩयक ऩुस्त तकें प्रकार्शत औय याष्ट रीम व अ॓तयाूष्ट रीम स्त तय ऩय स॓गोब्ष्टठम क सम् भॐरन भें प्रस्त तुत की हैं र्व् वर्वद्मारम का भानना ह॑ िक स॓काम औय र्वद्मागथमू को न कॐ वर अन् म उच् र्तय र्शऺा स॓स्त थान भें बॐजा जाना र्ाटहए फब्ल्क उन् हें अऩनॐ कैं ऩस भें ब शोध साथकू की अर्बरुगर् जगानॐ वारी स॓गोब्ष्टठम , सम् भॐरन औय कामशूाराओ॓ कॐ आमोजन कॐ र्रए उ साटहत कयना र्ाटहए

    इसर्रए, इस वष ूआमोब्जत स॓गोब्ष्टठमा॓, सम्भॐरन, कामशूाराए॓ औय व्माख्मान र्वद्मागथमू भें अनुस॓धान स॓स्त कृनत कॐ प्रसाय औय अनुस॓धान र्वस्त ताय कॐ र्रए र्व् वर्वद्मारम की प्रनतफद्धता कॐ ऩरयर्ामक हैं

    र्व्वर्वद्मारम औय इसकॐ र्वबाग द्वाया इस वष ूआमोब्जत कुछ ही स॓गोब्ष्टठम , सम्भॐरन , कामशूाराओ ॓औय व् माख् मान ऩय एक सयसयी नजय डारनॐ ऩय इस स॓फ॓ध भें र्व् वर्वद्मारम कॐ उ साह औय प्रनतफद्धता का ऩता र्रता ह॑: उदाहयणस्त वूपऩ, र्व् वर्वद्मारम नॐ इस वष ूर्व् व कॉऩ याइट टदवस भनामा ब्जसभें एक डाक् मदभेंटयी का प्रदशून औय व् माख् मान का आमोजन िकमा गमा इसकॐ ऩ छॐ कॐ वर मह उद्दॐ् म नही॓ था िक र्वद्मागथमू को कॉऩ याइट का क् मा अथ ूह॑ इसकी जानकायी दी जाए फब्ल्क उसकॐ ऩ छॐ मह रक् म ब था िक उनभें ‘अकादर्भक ईभानदायी’ ऩ॑दा की जाए जो वतभूान ऩ ़ ी का एक फडा भुद्दा ह॑ कुछ उल् रॐखन म स॓गोब्ष्टठमा॓, सम्भॐरन, कामशूाराए॓ औय स॓गोब्ष्टठमा॓ अग्रर्रणखत हैं:

    'सॐवा ऺॐत्र भें प्रमऺ र्वदॐश ननवॐश' (स॓गोष्ट ठी), 'भौराना अफुर कराभ आजाद: एक फहुभुख र्वर्ायक' (स॓गोष्ट ठी), 'अध्माऩक र्शऺा औय साभुदानमक र्वकास' (औय इ॓डडमन एसोर्सएशन ऑप टीर्य एजुकॐ टस ूका एक त न टदवस म याष्टरीम सम्भॐरन); ‘पायस बाषा साटह म औय स॓स्त कृनत भें दक् कन कॐ आटदरशाटहम का मोगदान’ (स॓गोष्ट ठी) 'उच्र् र्शऺा भें भटहरा प्रफ॓धक का ऺभता-ननभाूण' (एक ऩा॓र् टदवस म कामशूारा), 'भुक् त श्॑ऺक स॓साधन कॐ र्रए गुणवता टदशाननदशितश' (अ॓तयाूष्टरीम कामशूारा, भानद औय स .ई.एभ.स .ए. द्वाया स॓मुक्त ूपऩ सॐ आमोब्जत, 'र्शऺा ऺॐत्र भें वतभूान रुझान' (व्माख्मान), 'र्शऺक औय सभाज' (व्माख्मान), ‘अभॐरयका की भध् मऩदव ून नत’ (व् माख् मान: प्रो जॉन अल् टयभ॑न, ननदॐशक, भध्म ऩदव ूकामरूियभ, साभरयक औय अ॓तययाष्टरीम अध्ममन कें द्र, समु॓क्त याज्म अभॐरयका), 'बायत औय ऩािकस्ततान कॐ फ र् दोस्तत की बाषा' (व् माख् मान दाता: श्र जावॐद जध फाय, ऩदव ू भत्॓र ऩािकस्त तान), ‘एनतहार्सक स॓फ॓ध: ईयान, तुककी साम्राज् म औय बायत’(प्रो ूपड भ॑थ भुनयो, प्रोपॐ सय, भध्म ऩदव ूइनतहास, डॐरावॐमय र्व्वर्वद्मारम, समु॓क्त याज्म अभॐरयका द्वाया), आटद

    मॐ स॓गोब्ष्टठमा॓, कामशूाराए॓ औय व्माख्मान र्व्वर्वद्मारम की प्रॐयणा औय सभऩूण को उजागय कयनॐ, अऩनॐ स॓काम कॐ उन् नमन हॐतु ननय॓तय प्रमासयत यहनॐ, औय अऩनॐ र्वद्मागथमू को अध् ममन की प्रवबृ्तम औय अनुस॓धान की अऩॐऺाओ॓ सॐ ऩरयगर्त कयानॐ कॐ मथॐष्ट ट प्रभाण हैं स॓गोब्ष्टठम औय सम्भॐरन सॐ र्वद्माथी सहकायी ब्जऻासा ऩय

  • भौराना आजाद नॐशनर उददू मदननवर्सटूी

    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 15

    आधारयत र्व् वर्वद्मारम स॓स्त कृनत भें प्रवॐश कयतॐ हैं ब्जससॐ अनुस॓धान काम ूको आगॐ फ़ ानॐ भें भदद र्भरत ह॑ वॐ स खनॐ की प्रिरियमा भें तॐज रानॐ औय ऻान कॐ नई श॑र्रम कॐ उद्भव कॐ सवाूगधक शब्क्तशारी साधन भें सॐ एक हैं

    साभुदानमक सेवा

    साभुदानमक सॐवा उन काभ भें सॐ एक ह॑ ब्जसॐ र्व् वर्वद्मारम नॐ अ म॓त भह वऩदणू भाना ह॑ भानद अऩनॐ र्वद्मागथमू को साभुदानमक सॐवा कॐ भदल्म का एहसास कयना र्ाहता ह॑. भानद ऩदवसू्त नातक सॐ स्त नातको तय स्त तय कॐ प्र मॐक र्वद्माथी कॐ प्रनत आशाब्न्वत ह॑ िक वॐ कुछ घ॓टॐ सभुदाम की सॐवा भें ब रगाए॓ साभुदानमक सॐवा सॐ र्वद्मागथमू को ददसय कॐ ज वन भें सकाया भक ऩरयवतनू रानॐ कॐ भह व का ऩता र्रता ह॑ इस स॓फ॓ध भें, भानद नॐ इस वष ूअऩनॐ कैं ऩस भें याष्ट रीम सॐवा मोजना (एनएसएस) कॐ तहत एक यक् तदान र्शर्वय का आमोजन िकमा औय उसॐ इन अथमे भें जफयदस्त त सपरता र्भरी िक र्वद्मागथमू , स॓काम औय कर्भमू सब नॐ भानव टहत भें यक् तदान िकमा कामाू भक औय यर्ना भक इ॓िास्त रक् र्य: भानद अऩनॐ फुननमादी ढा॓र्ॐ कॐ र्वकास हॐतु प्रम नश र ह॑ ब्जससॐ िक शोध औय अनुस॓धान आधारयत गनतर्वगधम को सुर्वधाजनक फनानॐ भें भदद र्भरॐग क॓प्मदटय प्रमोगशाराओ॓ की स्तथाऩना, भानद कें द्रीम ऩुस्त तकारम भें सब र्वषम सॐ स॓फ॓गधत नव नतभ ऩुस्ततक औय ऩत्र ऩित्रकाओ॓ की व् मवस्त था; ऩदयॐ भानद ऩरयसय भें वाईफाई की उऩरधधता, ड .ड .ई, स .ऩ .ड .मद.एभ.टी. औय कें द्रीम ऩुस्त तकारम भें रियभश: 500 , 200 औय 150 स ट की ऺभता यखनॐ वारॐ ऩदणतूमा सुसब्ज्जत सबागाय; बाषा, बाषार्वऻान औय इ॓डोरॉज र्वद्माऩ ठ, र्शऺा औय प्रर्शऺण र्वद्माऩ ठ औय रॐक् र्य हॉर कॉम् प् रॐक् स भें सॐर्भनाय हॉर; प्रशासननक बवन भें एक कॉन्िें स हॉर; गॐस्तट हाउस भें भ टटग॓ ूपभ, मह सफ र्शऺार्वद , शोधकताूओ॓ औय र्वद्मागथमू कॐ र्रए कामाूभक औय यर्नाभक फुननमादी सुर्वधाए॓ उऩरधध कयानॐ की भानद की प्रनतफद्धता को दशाूतॐ हैं

    र्वश् वर्व्मारम प्रशासन

    कुरसगर्व र्व्वर्वद्मारम प्रशासन कॐ प्रभुख होतॐ हैं 1 अप्र॑र 2012 सॐ 16 नव॓फय 2012 तक की अवगध कॐ दौयान प्रोपॐ सय एर्. खदीजा फॐगभ प्रबायी कुरसगर्व थ ॓ 16 नव॓फय, 2012 सॐ प्रो एस. एभ. यहभतुल् राह प्रबायी कुरसगर्व कॐ ूपऩ भें कामयूत यहॐ औय 1 फयवयी 2013 सॐ उन् ह नॐ ननमर्भत कुरसगर्व कॐ ूपऩ भें कामबूाय ग्रहण िकमा वतभूान भें, र्व्वर्वद्मारम भें 3 उऩ-कुरसगर्व, 11 सहामक कुरसगर्व, 2 सहामक ननदॐशक, 30 प्रबाग अगधकायी औय 2 सहामक रॐखा अगधकायी सटहत 100 प्रशासननक, तकन की औय आईटी कभरू्ायी कामयूत हैं ननम्नर्रणखत ऩ॑याग्राप र्व् वर्वद्मारम कॐ र्वर्बन्न र्वबाग औय प्रबाग कॐ काभकाज को दशाूतॐ हैं

    अकादर्भक भाभरे

    अकादर्भक प्रबाग भुख्मत: र्व्वर्वद्मारम की अकादर्भक गनतर्वगधम सॐ स॓फ॓गधत भाभर की दॐख यॐख कयता ह॑ मह सिरियम ूपऩ सॐ सभम-सभम ऩय र्व्वर्वद्मारम अनुदान आमोग द्वाया जायी अगधसदर्नाओ॓ कॐ अनुूपऩ र्वगधम , अकादर्भक ननमभ औय र्वननमभ कॐ अनुसाय र्व्वर्वद्मारम की अकादर्भक न नत को रागद कयनॐ भें रगा हुआ ह॑ इसकॐ अनतरयक् त अकादर्भक प्रबाग र्व् वर्वद्मारम कॐ र्वद्मागथमू को सुर्वधाए॓ प्रदान कयनॐ हॐतु र्वद्माथी सहामता कें द्र कॐ ूपऩ भें ब काम ूकयता ह॑. अकादर्भक ऩरयषद की फैठकों का सींिारन: 1 अप्र॑र 2012 सॐ 31 भार् ू2013 की अवगध कॐ दौयान ननम् नर्रणखत त न फ॑ठकें आमोब्जत की गईं:

  • भौराना आजाद नॐशनर उददू मदननवर्सटूी

    15व ॓ वार्षकू रयऩोटू 16

    अकादर्भक ऩरयषद की 18 व ॓फ॑ठक - 10 अप्र॑र, 2012;

    अकादर्भक ऩरयषद की 19 व ॓फ॑ठक - 4 भार् ू2013;

    अकादर्भक ऩरयषद की 20 व ॓फ॑ठक - 20 भार् ू2013

    र्व्माऩ ठ फोडों औय अध्ममन फोडों का सींिारन: र्वद्माऩ ठ फोडमे औय अध्ममन फोडमे की फ॑ठक कॐ स॓र्ारन का काम;ू दाणखरे की अधधसदिना जायी कयना: अकादर्भक प्रबाग की ब्जम् भदारयम भें र्व्वर्वद्मारम कॐ ननमर्भत औय कैं ऩस कामरूियभ भें दाणखरॐ की अगधसदर्ना त॑माय औय जायी कयना ब शार्भर ह॑ वष ू2012-2013 कॐ र्रए प्रवॐश की अगधसदर्ना 23 अप्र॑र 2012 को जायी की गई थ ;

    दाणखरॐ का स॓र्ारन: र्वर्बन्न कैं ऩस कामरूियभ भें दाणखरॐ की प्रिरियमा जुराई , 2012 कॐ भध् म तक ऩदयी कय री गई थ ;

    र्वद्मागथमू को र्वत म सहामता की स्त व कृनत भें भदद कयना:

    i) ननमर्भत कैं ऩस स्त नातको तय कामरूियभ भें र्वद्मागथूम कॐ र्रए र्व् वर्वद्मारम छात्रवृब्त @ रु. 1,000=00प्रनतभाह

    ii) अ.जा.क अ.ज.जा.क अ.र्ऩ.व. औय अल् ऩस॓ख् मक कॐ र्रए स॓फ॓गधत याज् म सयकाय की छात्र वृब्तमा॓;

    iii) कें द्र सयकाय की भॐरयट कभ भ न् स छात्ऱतत.

    iv) नन-नॐट एभिपर छात्रवृब्त रु 5000=00 प्रनतभाह औय मदज स की ऩ .एर्.ड . पॐ रोर्शऩ रु 8,000=00 प्रनतभाह;

    v) अनु.जा.क अनु.ज.जा. कॐ र्रए याज व गा॓ध याष्ट रीम पॐ रोर्शऩ (आय.ज .एन.एप) औय अल् ऩस॓ख् मक कॐ र्रए भौराना आजाद याष्ट रीम पॐ रोर्शऩ (एभ.ए.एन.एप)

    अन ूव् हाइर मद रन ूस् कीभ: र्व्माधथमूों को अन ूव् हाइर मद रन ूस् कीभ भें शयीक कयना; मह र्व् वर्वद्मारम द्वाया शुरु की गई एक अनदठी स्त क�