का -5 ) हमारा परवेश1 - परव र कल, आज और कल यह ट...

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Page 1: का -5 ) हमारा परवेश1 - परव र कल, आज और कल यह ट इय , शरद और उम क परव र क क छ च दए गए

हमारा परवश

(का -5 )

1- परवार कल आज और कल

यहा टइया शरद और उमा क परवार क कछ च दए गए ह च को दखए औरचचा करए

नहा महमान-टइया का परवार बत खश ह उसक यहा नह सी बट का जम आ ह

टइया और भी खश ह उस छोट बहन मल गई ह

च दखकर लखए -

टइया क परवार म छोट बहन क जम स पहल कौन-कौन थ अब इस परवार म कल मलाकर कतन लोग ह

बदली हो गई -

शरद क पापा को बक स प मला ह प म लखा ह क अब उनको सर शहर क बकम काम करना ह सोचए जब शरद क पापा न यह बात घरवाल को बताई होगी तोपरवार क लोग को कसा लगा होगा

पापा क बदली होन क कारण शरद क परवार म या बदलगा

चचा करए

पापा क साथ कौन जाएगा या शरद क दोत बदलग या आपक परवार म भी कसी को काम क कारण नई जगह जाना पड़ा था सरी जगह जान क बाद उनस आप कब-कब मल - योहार पर कसी रतदारक शाद म या उनक पास जाकर

शाद ह -

आज उमा क यहा सभी बत खश ह उसक चचर भाई क शाद ह सभी लोग अलग-अलग काम म त ह शाद म उमा अपन कई रतदार स मली उसन यह भी दखाक शाद कस होती ह

या इस शाद क कारण उमा क परवार म कछ बदलाव हग

या-या बदलाव हग

जस घर स उमा क नई भाभी आई ह या उस परवार म भी कछ बदलाव एहग या-या दोत स पता करए क उनक यहा शाद कस होती ह शाद म या-या पकवान पकाए जात ह शाद क समारोह म कस तरह क गान होत ह

हमन दखा क टइया शरद और उमा क परवार म अलग-अलग कारण स बदलाव एह या परवार म बदलाव क कछ और कारण हो सकत ह पता करए और लखए-

गोपाल क याद-

गोपाल क लए शहर एकदम नया था उस यहा का रहन-सहन गाव स अलग दखता थादन तो वालय जान और पढ़न म बीत जाता मगर शाम को गाव क बात याद आतनई जगह पर अभी उसका कोई ऐसा दोत भी नह था जसस वह अपन मन क बातकहता आज वह आपको कछ बात बताना चाहता ह

हम लोग मसराबाद गाव म एक बड़ परवार क तरह रहत थ अ-बर समय म सबसाथ मलकर एक सर क मदद करत थ म अपन भाई-बहन व चचर भाई-बहन मसबस छोटा था हम सभी एक साथ रहत थ परवार क लोग खती करत थ खती कअलावा म क बतन बनाना चारपाई बनना बास स चीज बनान का काम तथा कपड़सलन का काम भी करत थ बड़ क साथ काम करक हम ब भी उन काम क बार मबत कछ सीख जात थ

चचा करए-

आपन अपन बड़ स या सीखा ह गाव एव शहर क रहन-सहन म या-या अतर होत ह

मसराबाद म हाइव -

एक दन गाव वाल न सना क यहा स हाइव नकलगा बात सच नकली मर खत कसाथ-साथ गाव क कई लोग क खत हाइव म मल गए हम उसका हजाना तो मलालकन हमारी जमीन जा चक थी जो थोड़ी बची थी उस पर चाचा खती करत थपरवार क जरत को परा करन क लए नई जगह तलाशनी थी जहा काम क साथ-साथ रहन क भी वा हो सक आखर एक दन बाबा न कहा क हम गाव छोड़करशहर जाना ह मझ अपना घर गाव छोड़ना बकल भी अा नह लगा वह तो थ मर

सार दोत एक बात और थी मझ मरी दाद स बत यार था मर चल जान पर उनकदखभाल कौन करगा मन मन ही मन सोचा म जाऊगा तो दाद को भी साथ लजाऊगा दाद हमार साथ आ ग शहर स थोड़ी र एक छोटा-सा घर मल गया हमसब वह रहन लग

हम आज भी अपना गाव नह भला ह योहार पर हम सभी अपन गाव जात ह वहाचाचाजी क साथ मलकर पड़ी-कचड़ी मठाई और भी बत कछ पकात ह पास-पड़ोसक दोत क साथ मलकर खब मौज करत ह

आपक घर म बड़ बजग क दखभाल क लए या इतजाम होता ह आपक यहा योहार म या-या पकवान पकाए जात ह

बदलत रहत ह परवार -

सभी क परवार कसी न कसी कारण बदलत रहत ह हमार परवार म बदलाव होतह-

नए ब क जम होन पर ववाह होन पर पढ़ाई क लए बाहर जान पर घर स र नौकरी करन क कारण तबादला होन पर रोजी-रोट और काम क तलाश म

साथय स चचा करए और परवार म बदलाव क अय कारण भी लखए -

हमार परवार म कछ न कछ बदलाव होत रहत ह परवार म लोग क सया भी सदवएक जसी नह रहती जस-जस समय बीतता ह लोग क सया कम या यादा होतीरहती ह ाचीन समय म जब मनय न खती करना श कया तब वह एक ान पर

ायी होकर रहन लगा खती म बत लोग क जरत पड़ती थी अतः बत स सदयमलजल कर एक साथ रहन लग इसस एक बड़ा परवार बना परवार क जरतकवल खती स परी नह होती थी अतः ापार तथा अय वसाय वकसत ए शहरका वकास आ मनय उस जगह जान लग जहा उह काम मलता था बड़-बड़परवार अब छोट होन लग

वतमान समय म सर राय या सर दश म जाकर शा ात करन का चलन बढ़ गयाह इसी तरह काम क सलसल म भी लोग सर राय या दश म जाकर रहत ह बत सपरवार स कवल एक ही सदय सरी जगह जाकर रहता ह कछ परवार क कई लोगबाहर रहत ह इसस भी परवार म बदलाव होत रहत ह इस तरह क बदलाव कवलहमार ही परवार म ही नह बक पर समाज म होत ह

अयास

1 बदलाव क कारण लखो -

टइया क परवार म शरद क परवार म उमा क परवार म

2 परवार म बदलाव कन-कन कारण स होता ह

3 अपन दादा-दाद या नानी-नाना स पता करए क जब व आपक उ क थ तब उनकपरवार म कौन-कौन था

4 गोपाल क परवार म या-या काम होता था

5 गोपाल को गाव छोड़ना य नह अा लगा

6 खती करन क बाद मनय क जीवन म या बदलाव आया

7 या आपक का या कल म भी सरी जगह स ब आए ह यद हा तो उनसबातचीत करए -

व कहा स आए ह उह यहा या-या नया लगा या उह यह बदलाव अा लगा

8 अपन परवार क सबस बजग और दोत क परवार म कसी बड़ स बात करक नीचक तालका परी करो -

9 आप जब कसी शाद म गए थ उसम आपन या-या दखा अपनी कापी म चबनाकर दोत को दखाइए उनक ारा बनाए गए च भी दखए

शक नदश-

1 बदलाव जदगी का हसा ह इन बदलाव का ब पर गहरा असर हो सकता हइसलए यह आवयक ह क इस चचा को सवदनशीलता स कर

2 का म ब स परवार छोड़न क कारण पर चचा करवाए इसस ब म परवारपर पड़न वाल भाव क त समझ वकसत होगी

2-मरा परवार मरी रणा

म कल स खश होकर लौट रही थी पयावरण सरण पर सबस अा लख मरा था मघर पर दो लोग को अपनी यह बात सबस पहल बताना चाहती थी एक मरी नानी औरसर मर भया व दोन मरी बात स सबस यादा खश होत ह

मरी नानी मर बार म सनन को हमशा उसक रहती ह भया स मझ हमशा रणा मलतीह नानी क घर म उनक दख-भाल करन वाला कोई नह ह भया क बात मानकर नानीअब हमार साथ ही रहती ह नानी क उ यादा ह वह ऊचा सनती ह और उह दखताभी कम ह रोज सबह पापा उनको अखबार जोर-जोर स पढ़कर सनात ह इस उ म भीनानी तरह-तरह क पकवान बनाती ह वो बाट-चोखा भी बत अा बनाती ह मा नउह स बनाना सीखा मा आज भी नानी स पकवान को बनान क बार म पछती रहतीह नानी क साथ हम सब मज स रहत ह

चचा करए -

जब कोई बढ़ा हो जाता ह तब उनको या-या तकलीफ हो सकती ह

मर भया कशन सगीत सखात ह ब उनक बत इत करत ह भया को सगीतसनन दोत क साथ घमन और बात करन का बत शौक ह भया को दखता नह हफर भी वह अपन काम खद करत ह जब कभी उनको मदद क जरत होती ह तो हमसब उनक मदद करत ह भया को पढ़न का बत शौक ह भया न शहर जाकर सगीतसीखा अब वह गाव म रहकर ब को सगीत सखात ह वालय म 26 जनवरी ककायम को तयार करन म भी भया न सहयोग दया था जब भी वह घर क बाहर जातह तब एक सफद छड़ी ल जात ह

चचा करए-

हम उन लोग क मदद कस कर सकत ह जह दखता नह ह या आपक परवार म ऐसा कोई सदय ह जो दख बोल या सन नह सकताआप उनक मदद कस करत ह

इस भी जानए -

जो लोग दख नह सकत उनक पढ़न क लए एक खास लप म कताब तयार क जातीह जस ल कहत ह ल एक मोट कागज पर एक नकल औजार स ब बनाकर लखाजाता ह ल कागज पर हाथ फरकर पढ़ा जाता ह क उस पर या लखा ह

लई ल ास दश का रहन वाला था जब वह तीन साल का था तब एक नकल औजारस उसक आख म चोट लग गई और उसक आख खराब हो गई उस आख स दखनाबकल बद हो गया उसक पढ़न म बत च थी वह पढ़न क तरकब सोचता रहताथा आखर उसन ढढ़ ही लया एक तरीका-छकर पढ़न का पढ़न क यह वध बाद मल लप क नाम स जानी जान लगी

इस तरह क लप म मोट कागज पर उभर ब बन होत ह उभर होन क कारण इहछकर पढ़ा जा सकता ह यह लप छः ब पर आधारत होती ह आजकल ल मनए-नए परवतन ए ह जसस इस पढ़ना-लखना और भी आसान हो गया ह ल लपअब कयटर क ारा भी लखी जा सकती ह

और भी जानए-

जो लोग सन नह सकत उनक लए साकतक भाषा इतमाल क जाती ह साकतकभाषा पर आधारत वशष कायम ट0वी0 पर सारत होत ह

ट0वी0 पर मक बधर क लए समाचार आत ह दखो वहा बात को कस कार सकतक ारा समझाया जाता ह

भया क ईमानदारी-

शाम को भया बोल-चलो मला चल अपन पड़ोस क दोत को भी बला लो इस बारअलग-अलग राय क लोग अपनी-अपनी चीज लकर आए ह भया न मला घमायाहमन बत कछ खाया पया मबई क भलपरी भी खाई भलपरी वाल न गलती स छःक जगह पाच ही लोग क पस लए हमन सोचा चलो पस बच गए पर भया न हसाबलगाया और भलपरी वाल को बाक पस दए हम आपस म खसर-फसर कर रह थ तोभया न समझाया क नह अज हम कसी को नकसान नह पचाना चाहए

ईमानदार होन पर डरन क जरत नह पड़ती आम वास बढ़ता ह ईमानदार लोगको सभी पसद करत ह

उस दन हमन भया स जो सीखा उस कभी नह भलग

इनको भी जानए -

चचा करए-

अगर भया कम पस दकर चल आत तो ब उनक बार म या सोचत आप इसबार म या सोचत ह

अयास

1 उर लखो-

(क) कशन क परवार म कौन-कौन ह

(ख) कशन ब को या सखात ह

(ग) हम ईमानदार य होना चाहए

(घ) पाठ म अज न अपन भया को या-या बात बता ह

(ङ) ल स आप या समझत ह

2 या आपक साथ कोई ऐसी घटना ई जसम लगा हो क आपन ईमानदारी का पालनकया था उस घटना क बार म लखए

3 पयावरण सरण पर पाच वाय लखए

4 उन लोग क सची बनाइए जो आपक वालय क काम म सहयोग दत ह और यहभी लखए क उनक सहयोग स आपको या लाभ आ

5 अगर कभी कानदार गलती स आपको यादा पस वापस कर द तो आप या करग

ोजट वक -

या कशन जस लोग क मदद क लए कोई योजनाए चल रही ह अपन बड़ याशक क सहायता स पता करए और उन योजना क सची बनाइए

शक नदश-

1 - ब ललप को दखग तो बहतर ढग स समझ पाएग बरललप क जानकारी दतसमय ब को वातवक लशीट दखाना अा रहगा

2 - इस उदाहरण ारा ब का यान इस तरफ खचा जा सकता ह क हमार परवारऔर समाज म कछ ऐस होत ह जो सामाय न होत ए भी बत तभावान होतह

3 - परानी बात को जानन को महवपण ोत हमार बजग होत ह ब क अदर यहसमझ वकसत होन स वह बजग क साथ समय बताएग

3-गौरव परकार

दसबर माह क थम सताह म वालय क वाषक खलकद तयोगता का आयोजनकया गया यक का क बालक-बालका न अपन-अपन मनपसद खल म भागलया खलकद क अतम दन समापन समारोह म परकार वतरण का कायम चलरहा था खलकद क साथ ही वालय क अय गतवधय म उक दशन क लएlsquoगौरव परकारrsquo ात करन वाल ब क नाम क घोषणा होन वाली थी हर बार कतरह इस बार भी शादमा क नाम क चचा थी

मच पर धानायापक न मय अतथ को परकार पान वाल ब का नाम लखाकागज दया और माइक पर उसका नाम बतान का अनरोध कया मय अतथ माइकक पास खड़ ए ब म सगबगाहट होन लगी क कसका नाम बलाया जाएगा तभीमाइक पर मय अतथ न मध क नाम क घोषणा क तालय क गड़गड़ाहट क बीचमध न मय अतथ स परकार हण कया शादमा को अपन नाम क घोषणा काइतजार था कत मध क नाम क घोषणा क बाद उसका मन उदास हो गया मधा कसाथय न खशी स मध को चार तरफ स बधाई दन क लए घर लया शादमा उह रस दखकर ःखी हो रही थी

कायम समात होन क पहल ही शादमा बझ मन स घर पची और मा क गोद म सररखकर सबकत ए सारी बात बताई मा न शादमा को अपन पास बठाया और बोल

lsquolsquoइसम ःखी होन क कोई बात नह ह हर बार एक ही जीत य जरी नह हअपन-अपन दशन क आधार पर जीतता या हारता ह तह वचार करना चाहएक तहार दशन म कमी य आई rsquorsquo

lsquoमझ लगा क हर बार तो म ही जीतती इस बार भी जीत जाऊगी लकन ऐसा नहआ मन खल का समय भी पढ़ाई म लगाया कत परीा म भी मझ अ अक नहमल ऐसा य आ मा शादमा न मा क ओर दखकर पछा

शरीर व होता ह तो मतक भी व रहता ह शरीर को व रखन क लए खलऔर ायाम क आवयकता होती ह पढ़ाई क साथ-साथ खलकद मनय क सवागीणवकास म सहायक होत ह- मा न शादमा को बताया

लकन मा हम हाथ-पर ारा खलत ह इसका मतक क वाय पर कस भाव पड़सकता ह शादमा न आयचकत होत ए मा स पछा

शादमा क बात सनकर मा मकरा कर बोल- जब तम कट खलती हो तब तमन दखाहोगा क गद को पकड़न क लए हाथ को बढ़ात समय यह भी सोचना पड़ता ह क गदको आग बढ़कर पकड़ पाएग या पीछ हट कर या अय कस तरीक स गद को पकड़पाएग यह सकत हम मतक स ही मलता ह और उसी क अनसार हम गद पकड़ पातह कसी काय को करन क लए षारीरक एव मानसक प स वकसत होना आवयकह पढ़न लखन खलन आद सभी काय म हमारा मतक और षरीर दोन एक साथकाय करत ह

मा क बात सनकर शादमा समझ गई थी क पढ़ाई क साथ खल का अयास हमारशरीर और मतक क वकास म सहायक होत ह

चचा करए -

या आप वालय म खल क घट म खलत ह आप लोग म स कौन खलन नह जाताआप खल म कभी हार ह

या आपन हार क कारण को जानन का यास कया ह जीतन वाली टम को हारन वाली टम स कसा वहार करना चाहए

पता कर - खल क घट म यद कोई बा खलन नह जाता ह तो खलन न जान ककारण का पता लगाइए आप उस ब क या मदद कर सकत ह

गम क छया हो गई थ षादमा क बआ अपन बट आसफ क साथ छया बतानआई थ शादमा आसफ स मलकर बत खष ई दोन घर क बाहर धप म ही खलननकल गय ब को धप म खलता दखकर षादमा क मा न उह घर क अदर आकरखलन को कहा घर क अदर भला हम कस खल सकत ह खल तो बाहर ही खलसकत ह - आसफ न कहा खल घर क अदर भी खल सकत ह आओ म तह बताती-शादमा क मा न कहा षादमा और आसफ न बात मान ली और अदर आ गए

घर क अदर मा न शादमा को करमबोड नकाल कर दया आसफ न उस साफ कयाऔर करमबोड पर पाउडर छड़क कर गोटया सजान लगा तभी पड़ोस क नतन औरनवीन भी आ गए व भी साथ म बठकर खलन लग खलत ए अचानक आसफ नकरम बोड को पलट दया जसस बची गोटया गर ग नतन को बत गसा आयाशादमा जोर-जोर स आसफ को भला-बरा कहन लगी नवीन क आख म आस आ गएयक वो जीतन वाला था शोर-गल सनकर आसफ क मा वहा आ पता चला कआसफ खल म हार रहा था अतः उसन खल खम होन क पहल ही खल को बगाड़दया

हम जब भी कोई खल खलत ह तो उसम या तो हम जीतत ह या हारत ह हमारी कोशशहोती ह क हम जीत लकन हमशा ऐसा नह होता हार जान पर हम जीतन वालखलाड़ी क खल क यास क शसा करनी चाहए और उस बधाई दनी चाहए यदहम जीतत ह तो हारन वाल क यास क सराहना करनी चाहए क उसन अत तकजीतन का यास कया जीतन पर अहकार क भावना नह आनी चाहए मा स य सारीबात सनकर आसफ को अपनी गलती का एहसास आ उसन नतन नवीन और शादमास माफ मागी और पनः चारा खलन बठ गए

सोचए और बताइए -

या आसफ का यह वहार उचत था आप आसफ क जगह होत तो या करत

आओ जान खल क कार

खल दो कार क होत ह -

1 - इोर गम- इसका अथ ह घर क अदर खल जान वाल खल जस-षतरज टबलटनस करम आद

2 - आउटडोर गम- इसका अथ ह खल क मदान म खल जान वाल खल जस-हाककट फटबाल आद

आउटडोर गस वाय क ट स अधक अ होत ह यक य खल वातावरण मउछल कद क साथ खल जात ह इोर गस षात वातावरण म मानसक प सअधिाक सय होकर खल जात ह

कछ खल इोर और आउटडोर दोन होत ह जस-बडमटन टबल टनस आद

चचा करए-

आप अपन घर क अदर कौन-कौन स खल खलत ह आपको खलना य अा लगता ह घर क बाहर खला जान वाला आपका य खल कौन सा ह

मलकर ऐस खल-

सभी खल क अपन वश नयम होत ह हम खल नयम एव वधय क अनसारखलना चाहए खल मनय को अा वाय दान करत ह साथ ही खल भावना सखल गए खल लोग म पाररक सौहाद एव टम भावना जागत करत ह

आइए जान- कोई भी खल लड़क और लड़कय म बट नह होत सभी कार क खललड़क क साथ लड़कया भी खल सकती ह अपन दश क पी0ट0 ऊषा बीनामोलबालसमा रोजा क-एथलटस बला चधरी-तराक सानया मज़ा-टनस अज बाबीजाज-लबी कद मरीकाम-बासग साइना नहवाल-बडमटन साी मलक-कती मअतराीय तर पर अपनी छाप छोड़ चक ह हमार यहा क महला हाक और महलाकट क टम ववयात ह इसी कार वराट कोहली कट म वनाथन आनदशतरज म तथा सरदार सह हाक म भारत को स दला रह ह दाग महला एवपष भी परा ओलक खल म भाग लकर वदश म परकत हो रह ह हम खल कोलकर कोई भदभाव नह करना चाहए

अयास

1 सोचए और लखए -

(क) मानसक वकास क लए शारीरक वाय य आवयक ह

(ख) करम बोड खलत समय आसफ क जगह आप होत तो या करत

(ग) शारीरक वाय क लए आप अपनी दनचया म कस या को शामल करग औरय इसक लए कौन सा समय नधारत करग

(घ) अपन पसद क खल क नाम तालका म लखए इनम स घर क अदर खल जान

2 च दखकर लखए-

3 र ान क पत कजए -

शतरज गम ह खल स मनय का वाय रहता ह इडोर और आउटडोर खल सकत ह फटबाल गम ह

4 पता करक मलान कर -

(क) महश भपत तराक

(ख) सचन तलकर मकबाजी

(ग) मरीकाम टनस

(घ) बला चधरी कट

ोजट वक -

1 ननलखत ाफ स सबत खल का च अपनी पतका म चपकाकर खल कानाम लखए -

1 रणजी ाफ -

2 सतोष ाफ -

3 डवस कप -

4 आगा खा ाफ -

2 अपन मन पसद खल क बार म लखए -

उस खल क नयम या ह

आपको यह खल य पसद ह

4 - आओ मलकर खल खल

नतन और गनगन बत खष ह आज उनक गाव म नागपचमी क अवसर पर वभकार क खल तयोगता का आयोजन होन वाला था स काका लाउडीकर सगाव वाल को तयोगता म हसा लन क लए ोसाहत कर रह थ lsquoम तो लबी कदम भाग लगाlsquo नतन न कहा

lsquoम रसाकसी म भाग लगीlsquo गनगन न चहकत ए कहा

भीम रन राकष राहला और आफताब भी वहा आ गए सभी अपनी-अपनी पसद कखल क बार म चचा करन लग उसी समय नतन क दादा जी भी वहा आ गए ब नदादा जी को घर लया और तरह-तरह क सवाल करन लग दादाजी न बताया क जब वोछोट थ तो अपन म क साथ नागपचमी क अवसर पर कती और कबी आद खलम बड़ उसाह स भाग लत थ

आओ जान-

रसी कद कस दौड़ गद तड़ी कती रसाकसी टच एड पास घर म टपा खो-खोकबी आद ानीय खल ह

चचा करए-

आप कौन-कौन स खल खलत ह अपन गाव म खल जान वाल मख खल क नाम बताइए इस कस खलत ह या बड़ बजग भी खल म तभाग करत ह कन-कन खल म उनक नामबताइए या आपक मा और बहन भी खलती ह व कौन सा खल खलती ह और कहाखलती ह

गाव क लोग क लए यह आयोजन वशष था गाव क ही कबी क खलाड़ी अनकतको दश तर पर उक दशन क लए ाम धान ारा समानत कया जाना थाअनकत क अ दशन क कारण उसका चयन राीय तर क टम म भी हो गया थायह सभी गाव वासय क लए समान क बात थी इस अवसर पर आस-पास क अयगाव क लोग भी एक ए थ सभी अनकत क सफलता क बार म जानन को उसकथ

अनकत न समान हण करन क उपरात गाव क सभी बड़ स आशीवाद लया अपनीसफलता क लए पछ गए सवाल क जवाब म अनकत न अपन अनभव को सबक साथसाझा कया

मोहत को खल म बत च ह मोहत का पर पोलयोत हो गया था कत खल कत उसका लगाव कभी कम नह आ वह अपनी बसाखी क सहार खल तयोगताका आयोजन दखन आया था अनकत क अनभव को सनकर मोहत क आख मआस आ गए मोहत न अनकत स पछा - या म कभी नह खल पाऊगा lsquolsquoतमअवय खल पाओग ढ़ इा श स सब कछ सभव ह अय ब क साथ दागब क लए सरकार क ओर स खल योजना क अतगत लाक तर जनपद तरएव दश तर पर खल तयोगता का आयोजन कया जाता ह उक दशन सचयनत ब राीय तर एव अतराीय तर पर तभाग करन का अवसर ात करतहrsquorsquo अनकत न मोहत क कध पर हाथ रखकर बताया

इह जान-

मजर यानचद - पव कतान हाक इनक नतव म भारतीय टम न ओलक म वणपदक जीता

पीवी स - बडमटन खलाड़ी रयो ओलक म रजत पदक वजता

सशील कमार - पहलवान भारतीय कती

मताली राज - कतान महला कट टट कट मच म दोहरा शतक बनान वालीपहली भारतीय महला खलाड़ी

अजय ठाकर - कतान भारतीय कबी टम भारत को कबी वड चयन बनान वालकतान

सया - कतान राीय खो-खो टम

हाक फटबाल कट बडमटन जडो जमनाटक एथलटस (दौड़) कबीमलखब खो-खो आद राीय खल ह हाक क खलाड़ी मजर यानचद क जमदन 29 अगत को भारत म lsquoराीय खलदवसlsquo क प म मनाया जाता ह हमारा राीय खल हाक ह

चचा करए-

या आप अपन वालय स बाहर भी खल म भाग लन गए ह खल का नामबताइए खल म आपका दशन कसा था राीय तर क खल म आपको कौन सा खल पसद ह और य

कछ भी मकल नह -

परा ओलक खल म नया भर क शारीरक तौर पर दाग खलाड़ी हसा लत हइन खलाड़य का जबा और जीत क कोशश इनक शारीरक कमजोरय को पीछछोड़ दती ह

हमारा गौरव

शरीर का नचला हसा स हो जान क बाद भी शाटपट (गोला फ क) म दपा मलक नरजत पदक जीतकर परा ओलक 2016 म पदक जीतन वाली पहली भारतीय महलाखलाड़ी बन गई ह य जवलन ो तराक एव मोटर रसलग स जड़ी एक दागभारतीय खलाड़ी ह परा ओलक खल म उलखनीय उपलय क कारण भारतसरकार न इहअजन परकार दान कया

तमलनाड क मरयपन थगावल न ऊची कद म वण पदक जीता पाच साल क उ मएक घटना म उनका एक पर जमी हो गया था इलाज क बाद भी ठक नह आगरीबी और शारीरक कमजोरी क बाद भी उहन हार नह मानी अपनी कड़ी महनतऔर लगन स वण पदक हासल कया ऐस ही लोग क बदौलत भारत का नाम वतर पर चमक रहा ह

अयास का महव

खलकद म शारीरक वाय एव अयास का महवपण ान ह नरतर खल काअयास हमारी शारीरक और मानसक सयता को बढ़ाता ह खलकद स हम

अनशासत धयवान समयब और वन होत ह खल का अयास करन सआमवास बढ़ता ह जसस खल क कौशल एव बारीकय को तीगत स सीखा जासकता ह हम खल म नयमत अयास एव कशलता स दश एव राीय तर परसफलता ात कर सकत ह अतः तदन अपन मनपसद खल का अयास अवयकरना चाहए खल हम आनद क अनभत भी कराता ह

हमार कछ पाररक खल

ाचीन काल स लकर आज तक क खल क वप म महवपण बदलाव ए ह खलक खल जान क साधन ान पोशाक तथा नयम आद म सवधानसार अनकपरवतन ए ह पहल पड़ क सखी टहनय एव लकड़य को वय तराश कर खलनयोय बनाया जाता था खल क वही उपकरण अब कारखान म बनाए जात ह जो योगकरन म आरामदह तथा दखन म भी आकषक होत ह खलाड़य क लए सरी टम सअलग दखन क लए अनक रग क सवधाजनक ोटस कट उपल ह खलन कलए टडयम एव खल क मदान बनाए गए ह जहा टordfक (मदान म दौड़न क लाइन) एवकाश आद क उचत वा रहती ह और खलाड़य को खलन क लए आदश कोट(खलन का नधारत ान) उपल होत ह टडयम म बत सार लोग एक साथ बठकर खल का आनद ल सकत ह

अयास

1 र ान भर-

(क) हमार दश का राीय खल ह

(ख) खल का अयास हमारी और सयता को बढ़ाता ह

(ग) घर म टपा खल ह

(घ) भारत म राीय खल दवस अगत को मनाया जाता ह

2 नीच लख खलाड़य क नाम क आग उनस सबत खल का नाम पता कर औरलख-

सचन तलकर साइना नहवाल सरदार सह गीता फोगाट मरीकाम

3 खल क नाम एव उनक च को दख इनम स ानीय खल क lsquoतीरlsquo को नील रग सतथा राीय खल क lsquoतीरlsquo को लाल रग स भर-

ोजट वक -

अपन घर क बड़ बजग स पता कर क जब व आपक आय क थ तो कौन-कौन स खलखलत थ कसी एक खल का नाम एव खलन का तरीका लखए

5-जीव जतओ क रोचक बात

आपन अपन आस-पास गौरया कबतर जस पय को दाना को चगत ए दखा होगाया आपन कभी सोचा ह क य पी र स ही इन दान को कस दख लत ह आपनदखा होगा क थोड़ी सी मीठ चीज जमीन पर गर जाए तो कछ ही दर म वहा चीटयका झड इका हो जाता ह

हमारी तरह जानवर म भी दखन सनन सघन और महसस करन क श होती हकोई जानवर मील र स अपन शकार को दख लता ह कोई हक स हक आहट कोभी सन लता ह कोई जानवर अपन साथी को सघकर ढढ लता ह

आप कस पहचानत ह लखए-

रग क पहचान - आख ारा दखकर

आवाज क पहचान-

ग क पहचान -

वाद क पहचान-

श क पहचान -

वभ जीव-जत अपन दखन सघन आद वशषता का उपयोग भोजन को ढढ़नऔर खतर को भापन म करत ह आइए जान जानवर क अजब नया क बार म

दखन क श - जीव म पय क सबस अधक तज होती ह चील बाज औरग जस पी हमस चार गना यादा दख पात ह जो चीज हम दो मीटर क री सदखाई पड़ती ह वही चीज य पी और भी अधक री स दख लत ह बली चीताउल तआ आद जीव तो अधर म भी अ तरह स दख सकत ह

अगर पय क तरह आपक आख आपक कान क जगह होती तो आप ऐस याकाम कर पात जो अभी नह कर पात ह और ऐस या काम नह कर पात जो अभीकर पात ह

यादातर पय क आख उनक सर क दोन तरफ होती ह पी एक ही समय म दोअलग-अलग चीज को दख सकत ह जब य बकल सामन दखत ह तब इनक दोनआख एक ही चीज पर होती ह

आपन दखा होगा क कछ पी अपनी गदन बत यादा घमात ह जस-उल जानत हय इसका कारण ह क यादातर पय क आख क पतली घम नह सकतीइसलए व अपन चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमात ह

पता कजए और लखए-

ऐस पी का नाम जसक आख सामन क तरफ होती ह

इस भी जान-

बत स जानवर रग को दखन पहचानन म अम होत ह उनक मा काला औरसफद रग दख पाती ह कत बदर मानव क तरह अलग-अलग रग को पहचानन मसम ह

सघन क श-

कछ जानवर म सघन क श बत तज होती ह या आपन कभी कसीक कोइधर-उधर कछ सघत ए दखा ह कम सघन क मता बत तज होती ह यदकाकसी ान स सर ान पर चल जात ह तो वह अपनी सघन क श क कारणवापस उसी ान पर आ जात ह

इस भी जान-क क सघन क श क कारण ही वोटक व नशील पदाथ को ढढ़नतथा अपराधय क पकड़न म उसक मदद ली जाती ह

शर चीता बली भी अपन सघन क श स अपन लए भोजन क तलाश व अपनवास ान को पहचानत ह चटया चलत समय जमीन पर कछ ऐसा पदाथ नकालती हजस सघकर पीछ आन वाली चीटय को राता मल जाता ह कछ नर कड़ मकोड़ गधस मादा कड़ क पहचान कर लत ह मर भी हमार शरीर क गध स हम ढढ़ लत ह

कन-कन मौक पर आपक सघन क श आपक काम आती ह सची बनाइए -

कसी चीज क जलन का पता चलना

कतन तज ह कान - तआ चीता बली आद जानवर क सनन क श बत तजहोती ह इनक बड़ कान मामली वन को भी सन सकत ह इसी तरह खरगोश क भीबड़ कान होत ह जो खतर का अनमान लगान म सम होत ह उनक कान वन कदशा म घम जात ह

चचा करए-

आपको या लगता ह या जानवर क कान क आकार और उनक सनन क श मकछ सबध होता ह

साप क पास बाहरी कान नह होत ह व जमीन पर होन वाल कन महसस करत हबीन क आवाज सनकर साप का नाचना लोग म फला एक म ह

इसी तरह चमगादड़ क सनन क मता बत तज होती ह व बत ऊच सर वालीआवाज अपन मख अथवा नाक स नकालत ह जब व आवाज कसी वत स टकराती हतो गजती ह इस गज को अपन कान स सनकर चमगादड़ अधर म अपन भोजन क रीऔर दशा का पता लगा लत ह

पता कजए और लखए-

ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स बड़ होत ह- ऐस जत क नाम लखए जनक बाहरी कान नह होत ह ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स छोट होत ह

आवाज अलग-अलग-

जगल म ऊच पड़ पर बठा लगर पास आती मसीबत (जस शर चीता) को दखकर एकखास आवाज नकालकर अपन साथय को सदश दता ह इस काम क लए पी भीखास आवाज नकालत ह कछ पी अलग-अलग खतर क लए अलग-अलग आवाजनकालत ह जस उड़कर आन वाल मन क लए एक तरह क आवाज और जमीन परचलकर आन वाल क लए सरी तरह क आवाज आवाज चाह कसी भी जानवर ननकाली हो उस इलाक म रहन वाल सभी जानवर इस चतावनी समझ सचत हो जात ह

सोन का ढग- जब कभी आप थक जात ह तो आराम करन क जरत महसस करत हएक छोटा बा दन म 14-16 घट सोता ह वयक क लए 6 स 8 घट क नद पयात

ह इसी तरह जानवर भी सोत ह

यादातर जानवर हमारी तरह रात म सोत ह कछ जानवर जस-उल चमगादड़ दन कसमय सोत ह बत स जीव-जत कसी खास मौसम म लब समय तक दखाई नह दतह यक बदलत मौसम क साथ वह अपना अनकलन करत ह

आपन भी दखा होगा क सदय म छपकलया नह दखाई दती ह

च म कछ जानवर क सोन क समय को दखाया गया ह च क नीच लखए क वहजानवर दन म कतन घट सोता ह एक छोटा खाना दो घट क बराबर ह

छपकली क लए सदय म यह घड़ी कसी दखगी बनाइए

अयास

1 कह दो जीव क नाम लखए-

(क) जनक सघन क श तज होती ह

(ख) जनक सनन क श तज होती ह

(ग) जनक बाहरी कान नह होत ह

(घ) जो रात म दख सकत ह

(ङ) जो दन क समय सोत ह

2 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) हम रगो क पहचान श ारा करत ह ( )

(ख) क क सनन क श तज होती ह ( )

(ग) उल दन क समय सोत ह ( )

(घ) हम वाद का अनभव दखकर करत ह ( )

(ड) खरगोश अपन कान स खतर का अनमान लगा लत ह ( )

(च) साप क बाहरी कान नह होत ह ( )

(छ) पी चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमा लत ह ( )

(ज) तआ अधर म नह दख सकता ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) जमीन पर मीठा गरन स चीटया कस आ जाती ह

(ख) पी अपनी गदन य घमात ह

(ग) कŸा का उपयोग अपराधय को पकड़न म य कया जाता ह

(घ) खरगोश कस कार खतर का अनमान लगात ह

4 दए गए च म जानवर क कान एक-सर स बदल दए गए ह पहचानए औरबताइए

कतना सीखा-1

1 आपको कौन सा योहार पसद ह इस दन घर क सदय या-या काय करत ह तालका म लख -

घर क सदय काय

तम

तहारी मा

तहार पता जी

भाई-बहन

दादा

दाद

2 अपन पसद क इोर और आउटडोर गस क सची बनाए -

इोर गम आउट डोर गम

3 या आप अपन इलाक क कसी स खलाड़ी को जानत ह यद हा तो उसकानाम और वह कौन सा खल खलत ह लखए -

खलाड़ी का नाम - खल का नाम

-

4 पता कर और लख -

(क) भारतीय महला कबी टम क कतान का नाम

(ख) भारतीय हाक (पष) टम क कतान का नाम

(ग) राीय मकबाज का नाम

(घ) परा ओलक (महला) म ऊची कद म वण पदक

जीतन वाली महला खलाड़ी का नाम

5 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भर -

क दखन जीभ साप

(क) सघन क श म बत तज होती ह

(ख) क बाहरी कान नह होत ह

(ग) वाद का अनभव हम ारा होता ह

(घ) पय क क श तज होती ह

6 कछ ऐस जीव क नाम लख जो लब समय क लए नद म चल जात ह

7 जानवर खास आवाज य नकालत ह

8 आप गद स खलन वाल कतन खल जानत ह द गई गद म सची बनाए -

6 -वय जीव का सरण

आपन अपन आस-पास अनक जानवर को दखा होगा इनम कछ जानवर पालत होत हजह हम अपन उपयोग क लए पालत ह कछ जानवर जगल म रहत ह ऐस जानवरको वय जीव कहत ह

च को दखकर पालत और जगली जानवर क सची बनाइए

पालत जानवर - जगली जानवर

-

जीव जत हम कत ारा दए गए उपहार ह हम अपनी आवयकता क पत कलए कसी न कसी प म इन जत पर नभर ह बल खर ऊट घोड़ा आदजताई बोझा ढोन तथा सवारी ढोन का काम करत ह गाय भस भड़ बकरी स धमलता ह मग बतख स हम अडा मलता ह इसी तरह मर ए जानवर क खालतथा हय स जत पस बटन कघी तथा अय सजावट क सामया बनती ह भड़ऊट याक जस जत स हम ऊन मलता ह

तालका परी कर -

चचा करए-

यद य उपयोगी जत हमार जीवन स धीर-धीर वलत होत जाए तो या होगा

कटत जगल वलत होत जीव -

ऊपर बन च को दख इन च म मशः परवतन दखाई पड़ रहा ह

आइए जान ऐसा य आ

आज स बत साल पहल घन जगल आ करत थ इन जगल म तरह-तरह क पड़- पौधएववय जीव पाए जात थ पड़-पौध एव वय जीव क सया भी बत अधक थीजनसया बढ़न क साथ आवयकताए बढ़ खती करन व मकान बनान क लए हमअधक भम क आवयकता ई इस कारण घन जगल क कटाई श (ार) कगई जसस पड़-पौध कम हो गए पड़-पौध क सया कम होन क कारण वषा कमहोन लगी नदया लग इसका असर जगल म रहन वाल वय जीव पर पड़ा सरतान एव भोजन एव पानी क कमी क कारण इनक सया कम होन लगी कछ पश-पय क जातया तो परी तरह खम हो ग ह

कारखान रलव लाइन सड़क व बाध आद क नमाण काय न बत स जीव-जत कघर को न कया इसक परणामवप पश-पय क सया म गरावट आई

कछ लोग अपन फायद क लए गर काननी तरीक स जानवर का शकार करत ह हाथीदात क लए हाथय का शकार कया जाता ह बाघ शर हरन कछआ आद जानवरक खाल का अवध ापार कया जाता ह गड व बारहसगो को उनक सग क लएमार दया जाता ह

इन कारण स वय जीव क सया लगातार कम होती जा रही ह पश-पय क कछजातया तो परी तरह समात (खम) हो चक ह जह वलत जातया कहत ह यजातया अब दखाई नह दती ह जबक कछ जातया खम होन क कगार पर हजह सकटत जातया कहत ह

वय जीव

वलत जातया- सकटत जातया

डायनासोर गौरया

ममथ अकन हाथी बाघ

लाल पाडा ग

डोडो पी साही

लाल तोता शर काला हरण बारहसगा कछआ

वय जीव का सरण -

वय जीव को बचान क लए सरकार ारा कानन बनाए गए ह जानवर क खाल दातही सग क अवध ापार पर रोक लगा द गई ह पश-पय को सरा दान करन

क लए राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना क गई ह इन ान मवय जीव का शकार करना मना होता ह यहा पश-पी वत प स रहत ह

ऽ गौरया को बचान क लए या कर सकत ह

भारत क मख वय जीव अयारय एव उान

- धवा राीय उान (उ)

- चभा वय जीव अयारय (उ)

- राजाजी राीय उान (उराखड)

- गर राीय उान (गजरात)

- नदा दवी राीय उान (उराखड)

- जम काबट राीय उान (उराखड)

- बादपर राीय उान (कनाटक)

- काजीरगा राीय उान (असोम)

- बाधवगढ़ राीय उान (म)

- काहा कसली अयारय (म)

- सरका राीय उान (राजान)

इस भी जान

रड डाटा बक वह कताब ह जसम सभी सकटत जातय का रकाड रखाजाता ह

गौरया को बचान क लए अब हर साल 20 माच को lsquolsquoव गौरया दवसlsquolsquo मनायाजाता ह बाघ हमारा राीय पश ह इसका अतव खतर म ह इसक सरा क लए बाघपरयोजना (ोजट टाइगर) लाग क गई ह

जानवर क त सवदनशीलता-

दए गए च को दखए और पढ़ए-

अब यह पटारी ही मरा घर बन गया ह म तो जगल क जानवर स मलना भल ही गया

यह मत सोचो क म सक स म नाचकर कदकर और कई तरह क करतब दखाकर खश अगर म य सब न क तो भखा र

नाचत-नाचत मरी हालत खराब हो जाती ह कभी-कभी तो खाली पट नाचना पड़ता ह

पजड़ म बद रहकर म खली हवा म सास लना भल ही गया इस पजड़ म रहकर मरपख भी कसी काम क नह

य जानवर उदास य ह सभी जानवर क बात को पढ़कर आपको या सीख मलती ह

ायः आपन मदारी सपर आद क बार म सना होगा मदारी बदर भाल आद का खलदखाता ह इसी तरह सपरा तरह-तरह क साप दखाता ह तथा अपनी बीन क धन परउह नचाता ह य लोग अपनी रोजी-रोट क लए इन जानवर पर नभर होत ह य लोगका मनोरजन करत ह और बदल म लोग इह अनाज पस आद दकर जीवन-यापन(गजर-बसर) म उनक मदद करत ह

हम जानवर पर कसी न कसी कार स नभर होत ह हम अपनी आवयकता कपत क लए वभ जानवर को पालत ह जानवर को पालन क साथ-साथ हम उनकत सवदनशील होना चाहए हम उनक दखभाल करनी चाहए उनक भोजनचकसा क वा करनी चाहए पय क लए अपन घर क बाहर या छत परउनक दाना-पानी क वा करनी चाहए सड़क पर घमन वाल अय जानवर को भीहम छड़ना नह चाहए यद सभव हो तो उह भी खाना दना चाहए

अयास

1 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर (ग) का च लगाए-

(क) जगली जानवर को हम अपन घर म पालत ह ( )

(ख) ग एक वलत जात ह ( )

(ग) जानवर क त हम सवदनशील होना चाहए ( )

(घ) वय जीवो को बचान क लए राीय पाक क ापना क गई ह ( )

(ङ) जम काबट अयारय मय दश म त ह ( )

(च) जगल क कटन स पश-पय क सया म व ई ह ( )

(छ) मदारी बीन क धन पर बदर को नचाता ह ( )

2 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भरए -

रड डाटा बक ऊन वलत बाघ उपहार

(क) डायनासोर एक जात ह

(ख) भड़ ऊट याक आद जत स हम ात होता ह

(ग) सकटत जातय का रकाड म रखा जाता ह

(घ) हमारा राीय पश ह

(ड) जीव-जत हम कत ारा दए गए ह

3 क उर लखए -

(क) वय जीव क सया म गरावट य होती जा रही ह

(ख) उराखड राय क दो राीय उान क नाम लखए

(ग) ोजट टाइगर या ह

(घ) कह दो सकटत एव वलत जातय क नाम लखए

(ङ) वय जीव अयारण तथा राीय उान क ापना य क गई

ोजट वक

1 वलत हो रह वभ जीव-जत या पय क च चाट पपर पर चपकाए तथाउनक बार म जानकारी एक कर लख उनक लत होन क कारण लखकर उनक एकरपोट तयार कर का म लगाए

7-जगल और जन-जीवन

आपन जगल क बार म सना होगा ायः आपन ट0वी0 म भी जगल क य दख हग

-

आपन दखा होगा तरह-तरह क फल-फल कई तरह क छोट-बड़ पड़-पौध रग बरगीचहचहाती चड़या और बत स जानवर जगल म र-र तक हरयाली रहती ह जगलम पय क चहचहाहट और वभ जानवर क बोलया भी सनाई दती रहती ह

ऐस ही सदर जगल स ढक ह हमार दश क कई हस

चचा करए-

कह बत सार पड़ उगाए गए ह तो या वह जगल बन जाता ह जगल हमार लए य महवपण ह इन जगल स हम या मलता ह

जगल तरह-तरह क पड़-पौध व पष-पय का वास ान होत ह इनका मनय कजीवन म अयत महव ह य वायमडल म आसीजन क माा को बढ़ात ह औरवशली गस क माा को कम करत ह य म क कटाव को रोकत ह वषा करान मभी इनक महवपण भमका होती ह

जगल स उपयोगी इमारती लकड़या ात होती ह हमार दष म लगभग 4000 सअधक कम क लकड़या वन स ात होती ह इनम सागौन षीषम दवदार चीड़आद इमारती लकड़या महवपण ह जन पर हमारा लाईवड उोग काठ उोगइमारती लकड़ी उोग आद नभर ह बास क पड़ स चटाई डलया हाथ वाला पखाबासरी बनाई जाती ह इनस कागज दयासलाई का रषम रबर लाख बीड़ी पलऔशध आद उोग क लए का माल ात होता ह पलाश व कसम क पौध परलाख क कट एव षहतत क पौध पर रषम क कट का पालन कया जाता ह

पता कजए-

हम जगल स और या-या चीज मलती हपश-पय क अलावा जगल म और कौन रहता ह

ारक मानव जीवन

मानव सयता क वकास क कहानी लाख वश परानी ह सयता क आर म मानवजगल म रहता था मानव आदकाल स ही जगल पर नभर था पहल मानव बदर कभात चार पर पर चलता था धीर-धीर उसका वकास आ और वह दो पर पर सीधाखड़ा चलन लगा अगल पर का योग हाथ क प म करन लगा मतक और हाथका उपयोग वह तरह-तरह क काय म करन लगा

आज क भात ारभ म मानव क पास रहन क लए घर नह थ व एक जगह स सरीजगह घमत रहत थ व खल आकाष क नीच जगल म नदय व झील क कनारगफा म रहत थ जगली जानवर स अपनी सरा तथा उनका शकार करन क लएउनक पास कवल पर क ही औजार थ

कदमल फल तथा शकार स ात मास ही उनका मय भोजन था जानवर क खालपड़ क छाल एव प को व क तरह पहनत थ इस तरह जीवन तीत करन वालमानव आदमानव कहलाए

कस मली आग -

एक बार बत तज आधी आई कछ पड़ क डालय क आपस म रगड़न स चगारयानकलन लग य चगारया जब सख प और घास पर पड़ तो आग लग गई आगलगन स बत सार जानवर भाग गए जो नह भाग पाए व जल गए आद मानव नउनक मास को खा कर दखा उह भना मास अा लगा

एक बार जब पर स पर टकराया तो उसम स भी चगारी नकली व खशी स झमउठ आहा मल गई आग

आग क खोज ारक मानव क एक बड़ी उपलिा थी इसक खोज क साथ हीमानव भोजन को पकाकर खान लगा आग का उपयोग उसन अपन शरीर को गम रखनऔर जगली जानवर स रा करन क लए कया

सोचए और लखए-

आग का उपयोग करन क पहल मानव का जीवन कसा रहा होगाआग का ान होन क बाद मानव जीवन म या परवतन आया होगा यद आग नह होती तो हम या-या दकतपरषानया होती आग का उपयोग हम कहा-कहा करत ह

धीर-धीर मानव अपन चार ओर क वातावरण को समझन लगा उसन पर क छोटऔर सडौल औजार बनान ष कए पर क अतर जानवर क हया एव सग स

भी औजार बनाए उसन अपन आप उगी घास और अनाज को एकत करना ष करदया

इस भी जान-

का मानव का थम पालत पश थाताबा सवथम खोजी गई धात थी

इधर-उधर बखर अनाज स पनः अनाज उगता दख उसन खती करना सीख लया खतीकरन क लए उह अलग तरह क औजार बनान पड़ इन औजार को टकाऊ बनान कजरत महसस ई यक पर क औजार जद टट जात थ अपन औजार कोटकाऊ बनान क लए उहन बत उपाय कए और जमीन क खदाई कर ताब को खोजनकाला खती क साथ पषपालन भी ारभ आ पष का योग मास व ध ातकरन म कया जाता था

ताब क औजार स काम काफ आसान हो गया बाद म जब लोह का पता चला तबउसस भी औजार बनाए य औजार ताब क औजार स अधक मजबत रहत थ इनधात क खोज क साथ कहाड़ी और हसया उनक मख औजार हो गए थ

पहाड़ो स लढ़कत ए लकड़ी क बड़-बड़ ल को दखकर उह पहए का वचार आयाल को काटकर उहन पहए का आवकार कया इसका योग म क बतन बनानम तथा सामान ढोन म कया जान लगा

सोचए और लखए-

कहाड़ी और हसया स या-या कया जा सकता हपहए का उपयोग ारभक मानव न कन-कन काय क लए कया होगाआपन अपन आसपास पहए का उपयोग होत कहा-कहा दखा ह

जगल और आदवासी

या आपको पता ह क आज भी हमारी जनसया का एक छोटा हसा जगल मनवास करता ह इह हम आदवासी कहत ह य हमार दष क वभ राय म पाएजान वाल जगल म नवास करत ह आदवासय का जीवन परी तरह जगल पर नभरहोता ह

अपनी दनक आवयकता क पत य जगल स मलन वाल वभ उपाद क ाराकरत ह जगल स ात क पदाथ स य डलया चटाई ढोल बासरी टोकरीपŸाल बतन जड़ी-बट स औशधिा (दवा) आद बनाकर ानीय बाजार म बचत हऔर अपना जीवकोपाजन करत ह य जगल क रखवाल होत ह य जगल को काटतनह ह जतनी जरत होती ह उतना ही जगल स लत ह आदवासय क जदगीजगल स ही जड़ी होती ह अगर जगल नह बचग तो य भी नह बचग

इस भी जान

जगल अधकार कानन 2007 -यह कानन आदवासय को जगल पर उनका हकदलाता ह इसक अनसार जो लोग कम स कम 25 साल स जगल म रह ह उनका वहाक जगल और वहा पदा होन वाली चीज पर हक ह उह जगल स हटाया नह जाएगाजगल बचान का काम भी उनक ाम सभा करगी

चचा करए-

अगर जगल नह बचग तो आदवासी नही बचग ऐसा य यद य जगल न हो जाएतो हमार जीवन पर या भाव पड़गा

आदवासय क लए जगल ही सब कछ ह वकास क लए बत सी योजनाए चलाईजाती ह कह बाध बनाए जात ह तो कह फटरी इन योजना क कारण जगल काटजात ह जगल क कटन स आदवासय क जीवन पर तकल भाव पड़ा ह व अपनी

घर सकत कला पररा आद स र हो जात ह आदवासी ही नह बक गावकब और षहर म रहन वाल लोग का जीवन भी जगल क कटन स भावत हो रहाह हम पयात माा म ष हवा नह मल पा रही ह वशा म कमी क कारण फसल काउपादन भावत आ ह

पता कजए-

या आपक आस-पास कोई ऐसा काम चल रहा ह जसक कारण वहा क पड़ काटजा रह ह इसक वजह स वहा क वातावरण पर या भाव पड़ रहा ह पड़-पौध क सया बढ़ान क लए हम या यास कर सकत ह

हमार दष म पहल लोग जगल और बाग बगीच स यार करत थ कसान अपनी खती कआध भाग म पड़ जर लगात थ पर अब लोग पड़ लगाना भलत जा रह ह हमअधिाक स अधक पड़ लगान चाहए और उनक दखभाल करनी चाहए यद वकासकाय क लए कसी ान वषश स व काट जाए तो वकप क प म अय ानको चयनत कर उनम अधक स अधक पड़ लगान चाहए

वन का बचाव -

सरकार न वन क रा क लए सामाजक वानक नाम क योजना श क ह उसनकानन बनाकर वन क कटाई पर रोक लगा द ह

पहाड़ी इलाक म लोग न चपको आदोलन चलाकर पड़ क कटाई रोकन क कोशशक ह इस आदोलन क शआत ी सदर लाल बगणा जी न क थी इस आदोलनम लोग न पड़ स चपककर उनको काटन का वरोध कया चपको आदोलन का एकनारा ह-lsquolsquoलकड़ी पानी और बयार य ह जगल क उपकारlsquolsquo

वन को बचान क लए ी क0एम0 मशी ारा सन 1950 म वन महोसव कशआत क गई इस महोसव म पड़ लगान का काय कया जाता ह

पहाड़ी इलाक गढ़वाल म लड़क-लड़कय क शाद क अवसर पर पड़ लगान क थाश क गई ह इस lsquoमती आदोलनlsquo कहत ह इसम ववाह क बाद ससराल आन परलड़क मायक क याद म एक पौधा लगाती ह और उसक दखभाल करती ह इस मतीव कहत ह

अयास

1 दए गए शद क सहायता स र ान भिारए -

(आसीजन लाख पर जगल आदमानव)

(क) ारक मानव क औजार बनात थ

(ख) जगल वायमडल म क माा को बढ़ात ह

(ग) मानव वकास क कहानी वष परानी ह

(घ) आदवासय का जीवन पर नभर होता ह

(ङ) आग क खोज न क थी

2 जगल कटन स होन वाल परणाम लखए

3 तलना कर -

जीवन शली आदमानव आज का मानव

(क) रहन का ान (नवास)

(ख) खान-पान (भोजन)

(ग) रहन-सहन (व)

4 चपको आदोलन या था इस कसन ार कया

5 आदवासी अपना जीवकोपाजन कस करत ह

6 पता कर -

म क बतन बनान म आग और पहय क उपयोगता

7 चचा कर -

अगर हम खती करना नह जानत तो भोजन कहा स ात करत और या खात

ोजट वक

भारत क मानच म वभ राय म पाए जान जगल को हर रग स भर कर दशाए औरका म इस चपकाए

8-भोय पदाथ का सरण

ब या आप जानत ह क तदन हम जो भोजन करत ह उस सरत कस रखाजाता ह घर म भोय पदाथ जस-अनाज दाल व मव आद को सख एव व डबम बद करक य रखा जाता ह पक ए भोजन को ढककर य रखत ह सोचो औरबताओ

हमार वाय क स उ सभी काय हमार लए अत आवयक ह यक हमारवातावरण म उपत समजीव हमार भोय पदाथ को सषत (खराब) कर दत ह

भोय पदाथ क सषत (खराब) होन क मय कारण

भोय पदाथ क सरण क बार म जानन स पव यह जानना आवयक ह क हमारभोय पदाथ खराब य हो जात ह आओ करक दख-

भोय पदाथ कस खराब होत ह

योग- एक रोट पर पानी क कछ बद डालकर एक डब म बद कर द कछ दन तकरोट को रोज दखो जब तक आपको इस पर कछ बदलाव न दख द गई तालका कोचाट पर बनाओ और का म चचा करन क बाद उस भरो

दन रोट म बदलाव

छनश म गध म रग म

सामान क खाली पकट पर लखी मय वजन तारीख आद सबधी जानकारी कोदखए और चचा करए

पता करो-

रोट म या बदलाव आया रोट पर फफद य आई

योग-2 -वालय म बन एम0डी0एम0 स थोड़ा सा भोजन लकर उस कसी कटोरी मढककर रख ब को इस दखाए और हो रह बदलाव को तालका म अकत कर-

दन भोजन म या बदलाव आ

थम दन

तीय दन

आपन दखा क ढककर रख होन क बावजद भी यह भोजन खराब हो गया ऐसा य आ

भोय पदाथ को नम ान और खला रखन स धल क कण मखया फफद व जीवाणआद उस खराब कर दत ह जसस उसक पोषक तव न हो जात ह और वह खानयोय नह रहता ह गम क दन म भोजन जद खराब हो जाता ह जबक सदय मजद खराब नह होता ऐसा य

तापमान कम होन स जीवाण जद नह पनपत

भोय पदाथ क सरण क आवयकता

गम एव नमी दोन ही तय म फफद व जीवाण शीता स पनपत ह यही भोयपदाथ को खराब व सड़ान का भी काय करत ह यद भोय पदाथ म इनक बढ़न परनयण पा लया जाए तो इह खराब होन स बचाया जा सकता ह भोय पदाथ काउचत रख-रखाव न करन स ननलखत नकसान होत ह-

उनम फफद लग जाती हवाद खराब हो जाता ह भोय पदाथ म पोषक तव क कमी आ जाती हघन एव कड़ पड़ जात ह

हमार वाय क स भोय पदाथ को सरत रखना आवयक ह

हम लोग शीत ऋत म हर ताज मटर बड़ चाव स खात ह आपन ीम ऋत म भी डबाबद हरी मटर दखा और खाया होगा आल तो हम खान क लए सभी महीन म मलताह आप सोचए क मटर और आल को कस सरत रखत ह

भोय पदाथ जस-ग चना दाल चावल अचार व मरबा आद को हम साल भरउपयोग कर सक इसक लए उह उचत वधय स सरत रखना पड़ता ह इसीलएभोय पदाथ क सरण क वधय क खोज क गई एव उन वधय क अनसार भोयपदाथ को सरत करक रखा जान लगा ह

आपक घर म अनाज और दाल को कड़ स बचान क लए या-या उपाय करतह

भोय पदाथ क सरण क वधया-

भोय पदाथ क सरण क नन वधया ह-

1 सखाना (नजलीकरण) -धप म भोय पदाथा को सखाना एक परानी तथाबचलत वध ह इस वध म सय क करण स ात ऊमा ारा भोय पदाथ कोसखाया जाता ह जसस इनम उपत जल क माा वापीकत हो जाती ह और सम

जीव क व क अवसर कम हो जात ह धप म अनाज दाल पापड़ बड़ी चससवइया आवला गोभी मथी आम आद को सखाया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

2 ठड ान पर रखना (शीतन)-गथ ए आट हरी सजया एव फल को गील कपड़स ढककर कछ समय क लए सरत रख सकत ह ध दही एव पक ई सजी आदभोय पदाथ को कसी बतन म रखकर उह ठड पानी म रखकर भी सरत कया जासकता ह आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर)का उपयोग कया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर) का उपयोगकया जाता ह अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह(को टोरज) का भी उपयोग कया जाता ह

3 उबालना- उबालन क या म अधक तापमान क कारण हानकारक जीवाण नहो जात ह इसलए घर म ध को उपयोग क पव उबाला जाता ह पीन क पानी को भीजीवाणरहत करन क लए ही उबाला जाता ह

4 रासायनक एव अय पदाथ का योग-

कछ रासायनक पदाथ भी सम जीव को उप होन स रोकत ह जस- सोडयमबजोएट व सरका आद इसक अतर नमक चीनी तल आद का उपयोग भी भोयपदाथ क सरण म कया जाता ह जस-आम सब अगर अमद आवला आद कोसरत रखन क लए इह चीनी क गाढ़ चाशनी म पकात ह और मीठा अचार मरबाव चटनी आद क प म सरत करत ह क आम करला व मच का अचार बनातह और तल व नमक डालकर सरत करत ह

भोय पदाथ क सरण म रासायनक पदाथ का उपयोग उपय माा म ही करनाचाहए अधक माा म इनका उपयोग वाय क लए हानकारक ह

अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह (को टोरज)का भी उपयोग कया जाता ह

5 गम करक तरत ठडा करना (पारीकरण)-पारीकरण क या म सवथम धको 700ब तापम पर गम कया जाता ह फर तरत 00ब पर ठडा कया जाता हइसस ध म उपत हानकारक जीवाण न हो जात ह इस कार ध को साफबोतल या पकट म बद करक ध डयरी पर बचा जाता ह

वतमान समय म उपल भोय पदाथ को भवय हत सरत रखन क लए कए जानवाल उपाय को भोय पदाथा का सरण कहा जाता ह

आपक घर म भी भोय पदाथ को सरत रखन क लए कछ उपाय कए जातहग इह नीच द गई तालका म लखो

0स0 भोय पदाथ सरत करन क उपाय

1 ध -------उबालत ह

2 पक ए चावल

3 हरी धनया--------- गील कपड़ म लपटकर रखत ह

4 अनाज

5 आल

6 पक आम

7

सरण का महव -

खा सामी को घन फफद एव अय कटाण स सरत रखनाआवयकता स अधक पदा होन वाल फल सजी एव अनाज को सरत रखनाअनाज फल व सजय को र ान पर भजन क लएपक भोय पदाथा को सरत रखकर बारा उपयोग करना

भवय क लए खा पदाथ क सरा मानव मय ह-

भारत म अधकतर खा पदाथ का उपादन मौसम क अनसार होता ह कछ लोगवष भर क लए अनाज व दाल खरीद लत ह यक जस मौसम म इनकाउपादन होता ह उस मौसम म य कम दाम पर उपल हो जात ह इन खापदाथ को उचत ढग स सरण करना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत हसरकार भी भडार गह म ग चावल दाल आद का भडारण करती ह जससदष म इनक कमी न होन पाएकसान भी जब अनाज को उगात ह तो अपन खान क लए वष भर का अनाजरखकर शष बच दत ह इन खा सामय को सरत करक अधक दना तकयोग म लात ह

अपन रसोई घर म स खान-पीन क कछ चीज चनकर लखए-

जो एक-दो दन म खराब हो सकती ह

हत भर तक खराब नही हगी महीन भर तक खराब नही हागी वशष मौसम म मलन वाली खावत

भोजन को बबाद न कर-

चचा करए-

च को यानपवक दखए और फसल उगान क या एव भोजन बबाद न हो इस परसमह म चचा कजए

जस भोजन को लोग एक मनट म ही फ क दत ह उस उगाकर फसल बनान म महीनलग जात ह इसलए भोजन फ कन स पहल एक बार अवय वचार कर

अयास

1 ननलखत क उर लखए-

(क) भोय पदाथ क खराब होन का मख कारण या ह

(ख) भोय पदाथ क सरण क वधया कौन-कौन सी ह

(ग) नजलीकरण स आप या समझत ह

(घ) भोजन क गणवा को बनाए रखन क उपाय लखए

2 र ान क पत कजए-

(क) सभी जीव क लए आवयक ह

(ख) भोजन पर बठकर इस षत कर दती ह

(ग) ध को सरत करत ह

(घ) सजय को काटन स धोना चाहए

3 सही जोड़ बनाइए-

कालम lsquoअlsquo कालम lsquoबlsquo

क) भोय पदाथ को खा पदाथ को षत कर दत ह

(ख) फल को खान स पहल वषला होता ह

(ग) सषत भोजन धोना चाहए

(घ) फफद ढककर रखना चाहए

4 सही कथन क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का नशान लगाइए-

(क) फफद लगी ड को साफ करक खाना चाहए ( )

(ख) बाजार क खली ई चीज और कट फल नह खाना चाहए ( )

(ग) भोजन को बबाद नह करना चाहए ( )

(घ) भोजन को ढककर रखना चाहए ( )

पता कजए -

घर म भोय पदाथ को जीव स सरत रखना जरी ह च म कछ ऐस जीवदए गए ह पहचान कर नाम लखए-

9-हम और हमारी फसल

नहा अपन भाई क साथ तदन वालय जाती थी रात म उस धाान क लहलहातखत दखाई पड़त थ उस दखकर नहा बत खष होती थी उसक मन म सदव यहजासा रहती थी क य पौध इतन हर-भर कस दखाई पड़त ह फसल को उपजान मया-या काम करना पड़ता ह अपन मन क सारी जासा को उसन का म आकरअपनी षका स पछा

षका न सभी ब को बताया क य हर-भर पौध अनाज सजया फल आदकसान क कड़ी महनत स मलत ह कसान को lsquoअदाताlsquo भी कहत ह

आइए जान फसल उपजान क तरीक

कसी भी फसल (अनाज) को उपजान क लए सवथम म एव मौसम क जानकारीआवयक ह

म तरह-तरह

अलग-अलग खत स म एक करक दखए

म म क पहचान उगन वाली फसल

बलई म म क बड़-बड़ कण बाल तरबज खरबज बाजरा क माा अधक

चकनी म म क कण छोट बाल क ग चना मटरधान माा अपाकत कम

सट म महीन कण वाली म ग गा

दोमट म बलई म चकनी म धान कपास गा

तथा सट म मल जल

म क पहचान क बाद कसान उसक खदाई जताई गड़ाई नराई करत ह

मौसम क अनसार फसल क बआई

भारत क अलग-अलग भाग म अलग-अलग फसल होती ह य फसल वहा क म एवमौसम पर नभर करती ह पानी एव तापमान क आवयकतानसार फसल अलग-अलगसमय म बोई जाती ह ऋत (मौसम) क आधार पर फसल को तीन वग म बाटा गयाह-खरीफ रबी और जायद

च को दख और जान

बड़ स पता करए आपक इलाक म कौन-कौन सी फसल कस समय (मौसम) मअधक होती ह और य

म एव मौसम क अनप कसान बीज बोन का काम करत ह अनाज क व दानजनका योग अगली फसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलाता ह बीज दोकार क होत ह-

1-साधारण बीज- इस कसान वय तयार करत ह

2-उतशील बीज-इस तरह क बीज वानक वध ारा तयार कए जात ह इन बीजक योग स पदावार अ होती ह

आप भी चाट पपर पर अनाज क बीज को चपकाए एव उनक नाम लखए

उम बीज का चयन करन क बाद तयार म म उसक बआई क जाती ह

खत क लए सचाई एव खाद

अपन घरवालय म लग पौध को यान स दखए यद इन पौध म पानी नह डालाजाए तो या होगा पौध क उम व एव वकास क लए कम वध स जल दनक या सचाई कहलाती ह

पता करए कसान खत क सचाई करन क लए कौन-कौन स साधन का योग करतह

कसान अपन खत क सचाई करन क लए जल- तालाब झील नद क नलकपनहर आद स ात करत ह इस जल को अपन खत तक पचान क लए अनक साधनका योग करत ह जस-बड़ी ढकली मोट (घरनी) रहट चन प (य चालत प)आद

या आप जानत ह

आजकल सचाई क नई पत प (टपक) सचाई और कलर (छड़कन) सचाईका भी योग कया जा रहा ह टपक पत ारा पानी पौध क जड़ पर बद-बद वावपाइप आद स डाला जाता ह फल फल सजी आद क सचाई टपक सचाई कमायम स क जाती ह जबक ग मटर आद फसल क सचाई कलर (फौवारा)पत क ारा क जाती ह यह दोन सचाई सख या कम वशा वाल म अधक

योग क जाती ह यक इसम पानी क बचत होती ह और फसल अ होती हछड़काव पत बलई म क लए अयत उपयोगी ह

म को उपजाऊ बनान एव अ फसल ात करन क लए कसान अपन खत मखाद का योग करत ह खाद दो कार क होती ह-

जवक खाद उवरक या रासायनक खा

गोबर क खाद यरया

कोट क खाद अमोनयम सफट

(बकार साग-सजी पौध-पया आद) डीएपी (डाई अमोनयम सफट)

नीम क खली खाद जक सफट

मल-म क खाद यरट आफ पोटाश

कचए स तयार खाद (वम कोट)

जवक खाद क योग स म उपजाऊ होती ह फसल पर कोई हानकारक भाव नहपड़ता ह रासायनक खाद का योग करन स षआती साल म उपज यादा होती हपरत बाद म धीर-धीर भम बजर होन लगती ह अधक माा म इसका योग करन सभोजन म जहरील तव क माा बढ़ जाती ह जसस हम अनक बीमारया हो जातीह पष (गाय भस बकरी आद) ारा इन खा पदाथ का योग करन स व भीबीमार पड़ जात ह जो धा हम पीत ह उसक गणवा कम हो जाती ह ऐस म अवाय क लए जवक खाद ही उम ह हमारी सरकार भी जवक खाद बनान एवउसक योग करन पर जोर द रही ह

आप अपन खत म कौन सी खाद डालना पसद करग और य

कसान अपनी फसल क जानवर एव कट पतग स सरा भी करत ह कटली झाड़ीएव पौध क बाड़ आद बनाकर जानवर स रा करत ह कट-पतग एव रोग स बचानक लए आवयक माा म कटनाषक दवा का योग करत ह

कसान स जाकर पता करए क व अपन फसल क सरा कस कार करत ह

फसल क कटाई एव उसका भडारण

फसल पक जान क बाद उसक कटाई मड़ाई एव ओसाई मजर एव आधनक मशीनारा क जाती ह जसस अनाज क दान एव भसा अलग-अलग हो जात ह फर अनाजको धप म अ तरह सखाकर उस सरत ान पर रख दया जाता ह

ाचीन एव वतमान समय म फसल उपजान क या म परवतन अपन घर या गाव कबड़ बजग स पता करए क उनक समय म खती करन का तरीका या था अबआपक गाव क लोग खती कस करत ह

शका न ब को बताया क- समय क साथ खती करन क तरीकसाधन म बतअधक परवतन ए ह नई मषीन रासायनक खाद बीज आद क योग स कम समयएव म म खती करना अपाकत सरल हो गया ह

इह भी जान हरत ात (वश 1966-77) स कश उपादन क म ातकारीपरवतन आया इसका उय अ बीज खाद सचाई तथा आधनक य क उपयोगारा कश उपज म ती गत स व करना ह

आइए इस च क ारा समझ-

अयास

1 क उर लखए-

स ग और चन क बआई कस मौसम म क जाती ह

स वव जल दवस कब मनाया जाता ह

स आपको कौन सा मौसम सबस अा लगता ह

स टपक एव छड़काव सचाई पत का योग कहा और य कया जाता ह

स पौध म सचाई करन क लए जल कहा-कहा स ात करत ह

स रासायनक खाद क अपा जवक खाद अधक फायदमद ह य

2 दए गए शद स खाली जगह को भरए -

(दोमट उपजाऊ कटली झाड़ी टordfटर)

धान क फसल क लए म अ होती हखाद स म अधक हो जाती हआजकल खत जोतन क लए का योग कया जाता हजानवर स फसल क रा क लए का योग कया जाता ह

3 वग पहली म अधक स अधक अनाज क नाम ढढ़कर और उन पर गोल घराबनाइए-

ग ज रा म जौ

वा गी ट म

अ र ह र ग

चा व ल म फ

रा ज मा ग ली

4 आइए कर-

कसी फसल को उपजान म या-या या अपनाई जाती ह उह म सलखअपनी यारीगमल म पौधा लगाइए पौधा अ स बढ़ इसक लए आप याकरग यद कोई परशानी आ जाए तो उसका हल कस करग आपक गाव म फसल क सचाई क लए जो साधन य कए जात ह चबनाकर उनक नाम लखए

शक नदश-

फसल उपजान क नई तकनीक क वडयोलप ब को दखाई जाए ब कसाथ चचा कर क फसल उगान म या-या बदलाव आए ह और उसक या कारणहो सकत ह

10-पड़-पौध का भोजन

हम सबह उठन स लकर रात सोन तक कछ न कछ काम करत रहत ह जस- भोजनकरना खलना अपन दनक काय करना घर क अय काय करनाकल जाना आदजानत ह य सभी काय करन क श (ऊजा) हम कहा स मलती ह

आइए जान

सभी जीव-जत को ऊजा भोजन स मलती ह मजदार बात यह ह क कवल हर पौध हीअपना भोजन वय बनात ह मनय एव अय जीव जत अपन भोजन क लए पौध परनभर रहत ह इस हम चाट क ारा भी समझ सकत ह-

पौध म पोषण

वपोशी परपोशी

जो अपना भोजन वयबनात ह जस-हर पड़-पौध

परजीवी मतोपजीवी सहजीवी कटभी य सभी अपन भोजन क लए पड़-पौध एव अयजीव-जत पर आत होत ह

या आप जानत ह क पड़-पौध अपना भोजन कस कार बनात ह

पौध का भोजन-पड़-पौध अपना भोजन जमीन और हवा स ात करत ह जस कारहम अपना भोजन बनान क लए की सामी जस-चावल दाल आल मसाल तल एवअय सामी क आवयकता होती ह उसी कार पौध भी वभ मायम स अपनभोजन क लए की सामया ात करत ह जस-

की सामी ोत मायम

जल एव खनज लवण म जड़ ारा म स अवषोशत करक तना एव शाखाक मायम स पय तक पचाना काबन-डाई-आसाइड वायमडल पय ारा त सम र (टोमटा) ारा

पौध म भोजन नमाण क या-

पौध क हर भाग वषशकर उसक पय म पणहरतलोरोफल बीसवतवचीलससहोता ह लोरोफल सय क ऊजा को इका करन म पय क मदद करता ह इसया म

पौध वायमडल स काबन-डाई-आसाइड गस तथा जड़ ारा भम स जल व लवण कोअवषोशत कर भोजन (काबहाइडordfट) का नमाण करती ह सय क काश म भोजनबनान क या को काष सषण कहत ह इस हम इस कार स भी समझ सकत ह-

काश सषण का महव-

काष सलशण क या ारा बन काबहाइट का उपयोग पौध म तरत हो जाता हया वह अघलनषील मड (टाच) क प म पौध म इका हो जाता ह भोजन बनान कइस या म पौध आसीजन गस पण र (छ) ारा बाहर नकालत ह जो हमारवायमडल को श रखती ह आसीजन गस का योग सभी जीव-जत सास लन कलए करत ह पय ारा नमत भोजन पौध क वभ भाग जस जड़ तना पयअथवा फल म सचत कर लया जाता ह जड़ क ारा अवशोषत अतर जलपय स वाप क प म बाहर नकलता रहता ह इस या को वापोसजन कहत हपौध पय क इह छ ारा दन-रात सन या करत ह हमारी तरह सन याम आसीजन लत ह तथा काबन-डाई-आसाइड गस बाहर नकालत ह

सोचए-

यद काष सलशण न हो तो या होगा यद सय न हो तो या होगा यद पड़-पौध न हो तो या होगा

पौध म भोजन क अय वधया-बरसात क दन म आपन गोबर या कड़ क ढर परव क छाल पर छ जसी सरचना दखी हगी या बड़-बड़ व क तन षाखा एवपय स लपट रसीनमा सरचनाए सोचए इनम न तो पया रहती ह और न हीलोरोफल तो य-कस जीवत रहत ह य अपना भोजन कस बनात हग

आइए जान- कछ पौध अपना भोजन वय नह बनात य अपना भोजन मत एव सड़-गलपदाथ स हण करत ह उह मतोपजीवी कहत ह जस-ककरमा आद

आपक म इस तरह क पौध को या कहा जाता ह

ऐस पौध एव जत जो अपन भोजन क लए सर जीवत पौध एव जत पर नभररहत ह उह परजीवी कहत ह जस-अमरबल का पौधा आद जन पौध स व पोषणात करत ह उह परपोषी कहत ह

या आप भी अपन आसपास ऐस पौध को दखत ह जो सर व स लपट रहत ह उनक नाम बताइए

कट-पतग खान वाल पौध का ससार-

आपको यह जानकर आचय होगा क कछ पौध बत ही चतराई स अपन भोजन कलए कट-पतग को पकड़त और खात ह इन पौध क पया बत वच होती हऐस पौध दलदली भम या तालाब क समीप पाए जात ह जहा नाइोजन क कमी रहतीह य पौध अपन भोजन म नाइोजन क आवयकता कट-पतग को पकड़कर तथाउनको पचाकर परा करत ह य पौध ह-

1 वीनस लाई

इन पौध क पया चपट दो भाग म बीच स जड़ी रहती ह तथा उसक पया कनारस नकली होती ह उड़त ए कड़ जस ही पय पर बठत ह पय क दोन हस बदहो जात ह कड़ उसम कद हो जात ह पय स नकलन वाला पाचक रस उस गलादता ह तथा पौध ारा उस पचा लया जाता ह

2 नपीज

इस पौध को घटपण का पौधा पजबीमत सदज भी कहत ह यक इसक पयक आग वाला भाग लब घड़ क आकार जसा होता ह इसक ऊपर पी का ढकन लगारहता ह घड़ क ऊपर मीठा व खषबदार रस नकलता ह जसक कारण कट पतगउसक मख क पास आत ही फसल कर अदर चल जात ह और उसका ढकन बद होजाता ह

पौध एव जत क परर नभरता-

अब तक हमन जाना क पौध अपना भोजन वय बनात ह और सभी जत भोजन कलए पौध पर नभर रहत ह यद पौध न ह तो कसी भी जीव को भोजन नह मलगा

सोचए-

यद जगल म पड़-पौध क सया कम हो जाए तो खरगोश बकरी हरनआद(शाकाहारी) जीव पर या असर पड़गा यद शाकाहारी जीव क सया कम हो जाएगी तो मासाहारी जत का याहोगा यद शाकाहारी जीव क सया बढ़न लग तो

या आपन भी ऐस पौध को दखा ह जो कट पतग खात ह बड़ स पछकर उसक नामबताइए

इह भी जान-

शाक -सजी खान वाल जत -शाकाहारी मास-मछली खान वाल जत -मासाहारी पौध एव जत दोन को खान वाल जत-सवाहारी

इस कार हम दखत ह क भोजन क नभरता क आधार पर पौध स लकर मासाहारीजत तक क एक सीधी कड़ी बन जाती ह जस हम खा शखला ववक बपदकहत ह च को यान स दखए और बताइए - स हर पौध को कौन जत खा रहा ह

बकरी को कौन खा रहा ह

इस कार हमन दखा क खा शखला म यक जीव य या अय प स एक-सर स जड़ रहत ह इसक कसी भी हस म असतलन स परी शखला असतलत होजाती ह जसस परा पयावरण भावत होता ह इस कार खा शखला वभ जीवक सया को सतलत एव नयत रखती ह जो पयावरण सतलन म मदद करती हआइए इस करक समझ-

च क अनसार काड अथवा दयासलाई स आकत बनाइएनीच वाला कोई एक काड या दयासलाई खचए तो या होगाआकत न हो जाती ह

हमन जाना क पौध एव जत दोन ही एक-सर पर नभर ह पौध ारा नकलाआसीजन जत क लए तथा जत ारा छोड़ा गया काबन-डाई-आसाइडपौध को भोजन बनान क लए आवयक ह हम सभी क जरत परी हो इसक लएहम

अधक स अधक पौध लगाए पड़-पौध एव जत क रा कर पयावरण सरत एव सरत रख

अयास

1 न क उर लखए-

(क) कटभी पौध क नाम लखए

(ख) पड़-पौध हमार लए य उपयोगी ह

(ग) पौध एव जत एक-सर पर नभर ह कस

(घ) हर पौध को वपोशी एव जत को परपोशी कहा जाता ह य

2 सची lsquoकlsquo और lsquoखlsquo का मलान उनक उपयोगता क आधार पर करए-

सची lsquoकlsquo सची lsquoखlsquo

(जत) (उपयोग)

(क) भड़ खत क जताई

(ख) गाय अडा

(ग) बल ध

(घ) मग ऊन

3 नीच द गई तालका म षाकाहारी मासाहारी एव सवाहारी जत क नाम लख-

शाकाहारी मासाहारी सवाहारी

गाय शर कौआ

आइए कर-

अपन परवशीय जीव-जत क च को खोजकर एकत करए तथा आप भीएक खा शखला क कड़ी बनाकर का म टागए

कतना सीखा-2

1 सही मलान कर -

(क) धवा राीय पाक उराखड

(ख) रबी फसल क चआ

(ग) जवक खाद गजरात

(घ) जम काबट राीय पाक ग

(ङ) गर राीय पाक उर दश

(च) वम कोट गोबर क खाद

2 सही कथन क आग (स ) का तथा गलत कथन क आग (ग) का नशान लगाए -

(क) आदमानव जानवर क खाल को व क तरह पहनत थ ( )

(ख) सबस पहल आदमानव न धात क औजार बनाए ( )

(ग) गाय थम पालत पश ह ( )

(घ) चपको आदोलन क शआत सदर लाल बगणा जी न क ( )

(ङ) हर पौध अपना भोजन वय बनात ह ( )

(च) पौध एव जत सन म आसीजन गस हण करत ह ( )

(छ) पौध काश सषण म काबन-डाई-आसाइड गस लत ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) दोमट म म उगन वाली फसल क नाम लखए

(ख) जवक खाद स या लाभ ह

(ग) रड डाटा बक स आप या समझत ह

(घ) वलत एव सकटत जीव क दो-दो उदाहरण लखए

(ङ) मती आदोलन या ह

(च) जगल स होन वाल अय लाभ बताए

(छ) भोय पदाथ क सरण क आवयकता य होती ह

(ज) भोजन बबाद न हो इसक लए या उपाय करग

4 सही वकप क सामन वाल व को काला कर -

1 भोय पदाथ क सरण हत रासायनक पदाथ का अधक उपयोग -

(क) लाभद ह (ख) हानकारक ह

(ग) वाद बढ़ान वाला ह (घ) खापन लाता ह

2 भोय पदाथ क सड़न म मय भमका नभात ह -

(क) फफद (ख) खमीर

(ग) जीवाण (घ) य सभी

5 अपन घर म सरत कए गए भोय पदाथ क सची बनाइए तथा उनक सरण कवधया लखए

6 र ान क पत कर -

(क) पौध क पया क कारण हरी दखाई पड़ती ह

(ख) जत म एक नत आय तक होती ह

(ग) अमरबल पौधा ह

(घ) का पौधा कटभी ह

(ङ) सभी जीव अपन पोषण क लए पर नभर ह

11-ऐस भी होत ह घर

ब आप मझ जानत ह मझ यार करत ह आप मर बना नह रह सकत आपवालय म होत ह या कसी घमन-फरन क जगह पर मझ याद करत ह म आधीवषा तफान सद गम स आपको सरा दता अब बता म कौन ठक सोचाम आपका यारा घर जहा आप अपना बत सारा समय बतात ह मरा इतहास बतपराना ह उतना ही पराना जतना क धरती पर सबका जीवन लोग न समह क प मएक जगह सरत रहन क लए मझ बनाया हर ाणी न अपन रहन क अनकल जगहऔर सरा को यान म रखकर अलग-अलग तरीक का घर बनाया इसलए मर कई पह आपन अपन आस-पास तरह-तरह क घर दख हग इनम स कछ घर क होत ह तोकछ घर पक कछ एकमजला या दोमजला होत ह तो कह-कह बमजला इमारतदखाई दती ह इन भता क अलावा और भी कई तरह क घर बनाए जात ह वशष क जलवायमौसम क आधार पर भी घर क वप या बनावट म अतर दखाईपड़ता ह अलग-अलग म घर बनान म य होन वाली सामी भी अलग-अलगहोती ह

बास का घर-

इस तरह क घर उन ान पर बनाए जात ह जहा बत अधक बारश होती ह ऐसान पर घर जमीन स 10-12 फट क ऊचाई पर बास क मजबत ख पर बनाए

जात ह बास अधक समय तक पानी म रहन पर भी सड़ता नह ह य घर अदर स भीलकड़ी क बन होत ह

बफ क घर-

ऐसी जगह जहा चार ओर कवल बफ ही बफ होती ह वहा लोग बफ क सलय कघर बनात ह ऐस घर को lsquoइलlsquo कहत ह ऐस घर क दवार अदर स छन पर ठडी तोलगती ह पर व बाहर गरती बफ और ठढ को अदर नही आन दती इसक अदरआग जलाई जाती ह जसस घर गम रहता ह

म क घर-

ऐस ान जहा बारश बत कम होती ह तथा अयधक गम पड़ती ह वहा लोग मक घर बनाकर रहत ह घर क दवार बत मोट होती ह म सय क गम स सखकरकठोर हो जाती ह मोट दवार क कारण गम घर क अदर नह आ पाती ह

तरत ए घर-

इस कार क घर लकड़ी क डग क भात बन होत ह य नाव क तरह पानी म तरतरहत ह इसलए इस तरत ए घर या हाउसबोट भी कहत ह

इस भी जान -

चीन म बत स लोग नाव पर बन घर म रहत खात-पीत और सोत ह यह अपन लएइसी पर सजया उगात ह और मगया भी पालत ह इन घर को lsquoसामपानrsquo कहत ह

पर क घर-

ऐस घर पवतीय म दखत ह इस कार क घर पर को काटकर उह एक कऊपर एक रखकर बनाए जात ह पर क ऊपर म और चन क पताई क जाती हपवतीय म बारश बत अधक होती ह तथा बफ भी गरती ह अतः ऐसी जगह परघर क छत सपाट नह बनाई जाती ह इन घर क छत ढलवा होती ह

घमत लोग क घर-

ऐस लोग जो हमशा एक जगह पर ायी प स नह रहत ह व इस कार क घर मरहत ह इह जहा ठहरना होता ह वहा य अपना घर अायी प स टट आद क मददस बना लत ह कभी-कभी लोग आवयकतानसार भी इस तरह क घर बनाकर रहत हजस बाढ़ या भक वाल म लोग ायः इस तरह क घर बनाकर रहत ह

इस भी जानए -

बना दवार क घर - अमजन क जगल म बत पानी बरसता ह तथा बत गम पड़ती हउमस स बचन क लए यहा क लोग ताड़ क पय को ख स टका कर बड़ीगोलाकार छत बनात ह इसम दवार नह होती ह यह छत बीच स खली होती ह

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) अयधक वषा वाल ान म क घर बनाए जात ह

(ख) पानी म तरत ए घर को कहत ह

(ग) स बन घर को इल कहत ह

(घ) चलत-फरत घर प स बनाए जात ह

2 घर हमार लए य जरी ह

3 हाऊसबोट सर घर स अलग ह कस

4 lsquoसामपानrsquo कस कहत ह

5 पवतीय क घर क छत तरछ य बनाई जाती ह

6 म स बन घर क या वशषता होती ह

7 lsquoबना दवार क घरrsquo कहा बनाए जात ह

8 या आपक यहा बफ क घर बनाए जा सकत ह यद नह तो य

ोजट वक -

अलग-अलग चीज जस म लकड़ी कपड़ क टकड़ रगीन कागज जत क डबमाचस क डबी पर क टकड़ ई आद का योग करक आप तरह-तरह क घर कामाडल तयार कर

12-आपदाए और उनस बचाव

इस बार इतनी बारश ई क गाव म बाढ़ आ गई गाव क सभी लोग न बचन क लएटल पर बन पचायत भवन म शरण ली

आपदा क आशका म क गई पव तयारी जानमाल क नकसान को कम कर सकती ह

आपदा का अथ होता ह-अचानक आन वाला सकट आपदा अचानक होन वाली वहघटना ह जसस सामाय जन जीवन अत-त हो जाता ह ायः हम सभी कसी नकसी सकट जस आधी तफान बाढ़ भक सड़क घटना आद क वषय म दखतया सनत रहत ह जब यही सकट ापक प ल लत ह तब य आपदाए कहलाती हआपदाए मयतः दो तरह क होती ह-

ाकतक आपदाए - ऐसी आपदाए जो कतजय होती ह ाकतक आपदाए कहलातीह जस - भक बाढ़ सखा ल आधी तफान शीत लहर बादल फटना वन म आगलगना वालामखी भखलन आद

मानवजनत आपदाए - ऐसी आपदाए जो मानवजय होती ह मानव जनत आपदाएकहलाती ह जस - आग षण अपराध दगा रासायनक घटनाए जनसयावोट भीषण रल घटना आद

चचा करए-

या कभी आपन या आपक कसी जानन वाल न ऐसी मसीबत का सामना कया हऐसी मकल समय म लोग को कस-कस तरह क राहत सामी क जरतपड़ती ह लोग असर एक जगह पर पास-पास य बसत ह या आपन कभी दखा ह क पास-पड़ोस क लोग न मलकर एक सर क मददक हो कब-कब और कस

लोग को कई बार ऐसी मकल का सामना करना पड़ता ह जसम जान-माल का भारीनकसान होता ह बत स लोग बघर हो जात ह ऐस समय म आपदा सत मवशष सहायता क आवयकता होती ह वतमान समय म वानक गत न इनका(आपदा का) सामना करन म मनय क बत सहायता क ह

ायः यह दखा गया ह क जब कभी भी आपदा आती ह तब वहा बचाव काय क लएसव थम ानीय लोग ही आग आत ह अतः ानीय लोग क लए आपदा सनपटन एव बचाव क तरीक को जानना आवयक ह आपदा आन पर हम कस कारबच सक और सर क भी जान बचा सक आपदा बन ारा हम यह जानन म मददमलती ह इस तरह क सकट क तय म हम मयतः तीन बात पर यान दनाचाहए-

सावत खतर क पहचान करनाआपदा स नपटन क तयारी जस- भोजन पयजल रोशनी आद क वाकरना आपदा क पात बचाव राहत एव पनवास काय

इसक अलावा इन आपदा स नपटन म सबस अधक महवपण ह- मनय क अपनीसझबझ धय तथा आपदा स सबत ली गई सावधानया वभ तरह क आपदास हम अपना बचाव नीच दए गए तरीक स कर सकत ह

भक - जसा क नाम स ही होता ह क भम क कापन को भक कहा जाता हयह एक वनाशकारी ाकतक आपदा ह अधक ती भक आन स जमीन हलन ककारण घर मकान पल आद गर जात ह इसस अयधक जन-धन क हान होती ह

भक स सरा -

भक क समय अगर आप मजबत इमारत क अदर ह तो वह बन रह कसीमजबत मज या डक क नीच छप जाए और उस मजबती स पकड़ ल कन बदहोन तक तीा करअगर परान व कमजोर भवन म ह तो सरत रात स बाहर नकलबाहर नकलन क लए लट का योग न कर सीढ़ का योग करखल मदान क तरफ जाए

आग - कई बार लोग क लापरवाही क कारण खत खलहान घर कान आद म आगलग जाती ह इसस बत यादा जन-धन क हान होती ह

आग स सरा -

आग वाल ान क समीप न जाएवलनशील वत स न खल तथा उस सरत ान पर रखआग लग ए ान स रगत ए बाहर नकल और मह ढक रहशरीर क कपड़ म आग लगन स दौड़ नह बक जमीन पर लटकर बार-बार उटपलट ताक आग बझ जाएआग लगन वाल ान पर चपल पहन कर जाएजलत ए टकड़ को सावधानी पवक फ क

आग बझान हत अन शमन य बाल पानी आद योग का कर

बाढ़ - कसी रहायशी का जलमन हो जाना बाढ़ कहलाता ह बाढ़ अयधक वषाक कारण आती ह अयधक वषा स इतना पानी इका हो जाता ह क वह रहायशीइलाक तक पच जाता ह कभी-कभी नद क बाध टटन स भी बाढ़ आ जाती ह

बाढ़ स सरा -

बाढ़ आन पर ऊच एव सरत ान पर जाएजब तक बत जरी न हो बाढ़ क पानी म न उतरजन ान पर बजली क तार गर ह उधर न जाएबाढ़ आन पर कसी भी कार क बजली क वच को न छएबाढ़ क सचना मलन पर घर क कमती सामान तथा महवपण कागजात कसीसरत ान पर रखतराक सीख तथा सखाएबाढ़ क बाद असर जल जनत रोग फलत ह उनस बचाव क उपाय कर

सोचए और बताइए -

कभी-कभी कछ इलाक म बकल बारश नह होती नद तालाब कए आद सब सखजात ह फसल क लए पानी नह मलता खत सख जात ह ऐस समय म वहा रहनवाल लोग को मदद क जरत होती ह आप ऐस लोग क मदद कर सकत ह सोचकरबताइए क आप अकाल म परशान लोग क मदद कस करग

कसी भी तरह क आपदात म लोग को कई कार क सहायता क आवयकताहोती ह सकट क त म यह बत महवपण होता ह क लोग क ताकालक

मलभत आवयकता जस- भोजन पयजल रहन का ान आद क वा कजाए इस काय क लए कई तरह क साए एव सरकारी सवा क ारा आपदापीड़त लोग क मदद क जाती ह

पता करए और लखए -

कसी मसीबत क समय आपको इनक जरत पड़ सकती ह इनस सक करन कलए आप इनक फोन न0 तथा पता लखए -

सबत सवा पता फोन न0

दमकल क

नजदक अताल

एबलस

नजदक पलस थाना

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) आपदाए मयतः तरह क होती ह

(ख) षण एक आपदा ह

(ग) भक क समय कसी इमारत स बाहर नकलन क लए का योग कर

(घ) कसी रहायशी का जलमन हो जाना कहलाता ह

(ङ) वत स न खल

2 ननलखत क उर लखए -

(क) आपदा का या अथ ह

(ख) कह दो मानवजनत आपदा क नाम लखए

(ग) बाढ़ एव सखा म या अतर ह

(घ) आपदा बधन कट म कौन-कौन सी सामी होती ह

(ङ) भक आन पर आप कस कार अपना बचाव करग

ोजट वक -

वभ कार क आपदा स नपटन हत एक आपदा बधन कट तयार कजए

13-जल ह तो कल ह

जल हमार जीवन क लए बत आवयक ह जल क बना जीवन सभव नह ह आपनदखा होगा क गम क दन म वभ ल पर लोग ारा पानी पलान क वा कजाती ह इस कार क वा को lsquoयाऊlsquo कहा जाता ह जसम आन-जान वाल रातपर कह-कह व पानी को घड़ म या अय बरतन म ढककर रखा जाता ह जहाकोई भी यासा आकर अपनी यास बझा सकता ह

चचा करए-

या आपक घर या आस-पास ऐसी वा ह या आपन रलव टषन बस टशन अताल या अय सावजनक ल परऐसी वा दखी ह

याय क सवधा क लए रलव और बस टषन पर पीन हत नल या पानी क टक लगीहोती ह ऐसी सवधा अताल म मरीज क लए होती ह पोल पप पर भी पीन हतपानी क वा रहती ह

अपन बड़ स बातचीत कर-

पहल मसाफर (आन-जान वाल लोग) क लए पानी क वा कस-कस तरहस क जाती थी

आजकल याा क दौरान लोग पीन क पानी क वा कस कार करत ह

लखए -

उन याकलाप क सची बनाए जसम आप पानी का उपयोग करत ह -

पड़-पौध तथा फसल को भी व तथा वकास क लए पानी क आवकता पड़ती हपौध को जन पोषक तव क जरत होती ह व पानी म घलकर जड़ ारा पौध कवभ भाग तक पचत ह

सचाई क ोत एव साधन-

खती क लए सचाई बत आवयक ह वषा क माा कम होन पर फसल को पयातमाा म पानी नह मलता जसस व सख जाती ह अ का उपादन कम हो जाता हअतः फसल क अ उपादन क लए उचत समय पर सचाई क आवयकता पड़तीह सचाई क लए कसान तालाब कआ नद आद स जल ात करत ह कआतालाब सचाई क परपरागत ोत ह आजकल अधक माा म पानी ात करन क लएनलकप का योग कया जाता ह नहर बनाकर सचाई क सवधा दान क जा रही हभमगत जल को नकालन क लए बजली चालत प का योग कया जाता ह

अपन आस-पास क खत म जाकर पता कर क सचाई क लए कन-कन साधन कायोग कया जाता ह उनक सची बनाए

बड़ स पता कर-

कस फसल को पानी क सबस अधक आवयकता होती हवह फसल कस उगाई जाती ह

सचाई म पानी क माा फसल क कार पर नभर करती ह कछ फसल को अधकपानी क आवयकता होती ह जस-धान कछ फसल म पानी क आवयकताअपाकत कम होती ह जस ग चना मटर सरस आद जबक कछ फसल को

पानी क साथ-साथ तज धप क भी आवयकता होती ह जस-ककड़ी तरबज खरबजाआद

अपन घर क बड़ क साथ कसी खत का मण कर वहा काय कर रह कसान सननवत ब पर चचा कर -

आपक खत म कौन सी फसल क पदावार क गई ह फसल क सचाई क लए जल कहा स ात करत ह कम सचाई वाली फसल एव यादा सचाई वाली फसल कौन-कौन सी ह सचाई क लए कौन-कौन स साधन का योग करत ह

भमगत जल का पनभरण-

lsquoजल ही जीवन हlsquo इस बार म सब बात करत ह लकन जल कहा स आता ह और इसकस एक करक रखना ह इसक बार म भी हम सबको सोचना आवयक ह

पहल लोग पानी क लए नदय एव झील क अलावा तालाब और क पर नभर रहतथ परत आजकल लोग बजली चालत मषीन का योग यादा कर रह ह औरपारपरक तौर-तरीक स र होत जा रह ह हडप बवल (नलकप) बोरवल कारा भमगत जल को लगातार नकाला जा रहा ह इसका परणाम यह होता जा रहा हक लोग जमीन स पानी तो नकालत जात ह लकन जमीन क अदर पानी क तर कोबनाए रखन का उपाय नह करत

यद भमगत जल को लगातार नकालत रह तो आन वाल समय म सभी को जल ककमी का सामना करना पड़गा यप बारष यक वष होती ह परत पानी उतनी तजीस भम क अदर नह जा पाता और उसका बड़ा हसा ऊपरी सतह स होकर नकलजाता ह इस कारण जमीन म पानी का तर पनः उस तर को ात नह कर पाता लोगइस नह समझ पा रह ह जसक कारण पानी क समया पदा हो रही ह

आज जल सरण क कई तरीक अपनाए जा रह ह हम पारपरक तौर-तरीक को भीअपनाना होगा जसस वषा का पानी एक कया जा सक परान तालाब एव क को

फर स जीवत करना होगा शहरी म लोग को अपन घर क छत स बारश कापानी जमा करन क वा करनी होगी अपन आस-पास वषा क जल को जमीन कअदर पचान का यास करना होगा इसक अतर जल का सावधानीपवक उपयोगकरक हम वय क तर पर भी जल का बचाव कर सकत ह जस-

जतन पानी क आवयकता हो उतना ही उपयोग करनल को इतमाल करन क बाद बद कर दटपकत या रसत नल क मरमत तरत कराएश करत समय नल को खला न छोड़रसोई घर म बाट या टब म बतन धोएपानी क बोतल म बच ए जल को फ कन क बजाए उस पौध म डाल दतालाब नदय एव क क जल को शत न कर उसम कचरा ना फ क

इस भी जान- सचाई क लए प (टपक) या कलर (छड़काव)वध का योग करनाचाहए जसस पानी का खच कम हो

जल सरण को लकर सभी को जागक होना चाहए यह सब लोग क एकजट यासस ही सव ह

चचा करए-

सीमा क मोहल म दो परान कए ह जो अब सख गए ह उसक दाद बताती ह कलगभग 15-20 साल पहल तक उसम पानी था या कए सखन क ननलखत वजहहो सकती ह-

कई जगह मषीन लगाकर जमीन का पानी नकाला जा रहा हपड़ क आस-पास और पाक म जमीन को सीमट स पका कर दया गया हतालाब जसम बारष का पानी इका होता था अब नह रह

या आप कोई और भी कारण बता सकत ह

भमगत जल क कमी क कारण-

जनसया व क कारण भजल क बढ़ती माग ससचाई एव औोगक काय क लए मषीन का योग करन सतालाब पोखर जस- जल क ाचीन साधना का रख-रखाव न होन सघरल काय क लए प स जमीन क अदर स अधक पानी नकालन सवषा क जल को एक न करन स

ाचीन काल स ही जल क महा उसक सफाई और उसक ोत-कए तालाब नहरबावड़ी इयाद का नमाण जनता क भलाई का काय समझा जाता था भारतीय शासकजल क महव और सरण क त जागक थ मौय काल म लोग जल क महव सभली-भात परचत थ और जल बधन क उम वा थी चगत मौय करायपाल पयगत न सदशन झील का नमाण करवाया साट अशोक न जगह-जगहपर कए खदवाए याऊ बनवाए गत शासक क ारा भी जल क सरण का कायकया गया साट कदगत न सदशन झील क पननमाण का काय करवाकर लोग कजल सकट को र कया सतनत काल म फरोजशाह तगलक ारा कए एव जलाशयक साथ कई बड़ी नहर का भी नमाण करवाया गया

भमगत जल क पनभरण क वधया-

जल क कमी को र करन क लए आवयक ह lsquoजल का सचयन एव पनभरणlsquo कयाजाए यद हम वषा क जल को एक कर भमगत जल क प म पनभरण करत ह तोहम जल क कमी का सामना नह करना पड़गा

वषा क जल को भमगत जल म सचयन एव पनभरण क अनक वधया ह-

तालाब म वषा का जल एक करनाछत स ात वषा क जल को पाइप क मायम स टक म एक करना

पनभरण गडढ़ क ारा जल सचयन करनानलकप ारा छत स वषा क जल को एक करना पट या ग ारा छत क वषा क जल को एक करना

अयास

1 क उर लखए-

(क) याऊ कस कहत ह

(ख) खती क लए सचाई क आवयकता य पड़ती ह

(ग) सचाई क लए कन-कन साधनो का योग कया जाता ह

(घ) भमगत जल क कमी क कारण लखए

(ङ) भमगत जल क पनभरण क वधया कौन-कौन सी ह

2 पता कजए-

या आपक घर या कल क आस-पास तालाब कआ या बावड़ी बनी ह इस दखनजाए और पता कर-

यह कतना पराना ह इस कसन बनवाया ह इसम पानी साफ ह या नह इसका पानी सख तो नह गया ह यद सख गया ह तो कस कारण स

3 आपक आस-पास सचाई क लए जल कहा स ात होता ह उनक च दए गएबास म बनाए और नाम लख -

14-जल क गण एव जल षण

आपन दखा होगा यद जमीन पर पानी गर जाए तो वह एक जगह र रहन क बजायआस-पास फल जाता ह पानी म बहन का गण होता ह इस तरह क पदाथ को तरलपदाथ कहत ह पानी का कोई अपना आकार नह होता ह पानी जस भी आकार कबतन म रखा जाता ह यह उसका आकार ल लता ह

करक दखए-

कटोरी एव गलास म पानी क समान माा डालकर दख पानी का आकार कसाहो जाता ह

पानी कटोरी एव गलास क आकार का हो जाता ह पानी जो जगह घरता ह वह उसकाआयतन कहलाता ह तरल पदाथ को उनक आयतन ारा मापा जाता ह इसक मापइकाई लीटर होती ह

पानी क घलनशीलता-

गमय म हम शबत पीत ह शबत चीनी को जल म घोलकर बनाया जाता ह

या जल म सभी पदाथ घल जात ह

आइए पता लगाए-

काच क चार गलास ल यक को जल स आधा भर नमक चीनी चाक पाउडर तथारत अलग-अलग गलास म डालकर चमच स मलाए और दख

नमक तथा चीनी जल म घल जात ह चाक पाउडर तथा रत जल म नह घलत ह ऐसपदाथ जो कसी व म घल जात ह जस - नमक चीनी आद उनको वलय पदाथ कहतह वलय पदाथ जस व म घलत ह उस व को वलायक कहत ह कछ पदाथ ऐस भीहोत ह जो व म नह घलत ह उह अवलय पदाथ कहत ह जस- चाक पाउडर रतआद व म कसी वलय पदाथ क घलन पर वलयन बनता ह

ननलखत सारणी को परा कर-

पदाथ का नाम जल म वलय जल म अवलय कस जाना

1 चीनी

2 लकड़ी का बरादा

3 फटकरी

4 मोम

5 लोह क छलन

वलय पदाथ को शी घोलन क लए व को हलाना पड़ता ह कसी वलय पदाथ कोदान क प म तथा पाउडर क प म लन पर कौन शीता स घलता ह

याकलाप -

दो परखनलया ल यक को जल स आधा भर द एक परखनली म आधा चमचदानदार चीनी डाल सरी परखनली म आधा चमच पसी चीनी डाल दोन परखनलयको हलाए या होता ह पसी ई चीनी शीता स घल जाती ह

पाउडर क प म पदाथ शीता स घलत ह

या जल क नत आयतन म चीनी क कोई भी माा वलय ह

याकलाप-

एक परखनली को जल स आधा भर इसम आधा चमच चीनी डालकर हलाए चीनीक माा बढ़ात जाए या होता ह एक नत माा क पात चीनी का घलना बदहो जाता ह अब परखनली को गम कर या होता ह चीनी क और थोड़ी माा घलजाती ह वलायक क ताप म व होन पर वलय क अधक माा घल जाती ह

कछ ऐस भी पदाथ ह जो जल म अवलय ह परत अय व म वलय ह जस - मोम वतारकोल जल म अवलय ह कत म क तल तथा पोल म वलय ह

करक दखए -

एक कटोरी ल उसम थोड़ा पानी डाल फर उस पानी म तल क कछ बद डालएअब उनको चमच क सहायता स मलान का यास कजए या होता ह

आपन दखा होगा क अयत कोशश क बाद भी पानी और तल आपस म नह मलहग ऐसा इसलए होता ह यक समान कत वाल पदाथ समान कत वाल पदाथम ही घलत ह पानी और तल क कत वपरीत होती ह जस कारण स पानी और तलआपस म नह घलत ह

करक दखए-

एक बड़ी कटोरी ल उसम थोड़ा पानी भर अब कछ छोट पर क टकड़ लोह ककल पानी क सतह पर रख आप या दखत ह

आपन दखा क पर क टकड़ कल पानी क सतह पर नह तरत ह बक डब जात हजो वतए पानी म नह घलती ह व या तो पानी म तरती ह या व डब जाती ह जो वतएपानी स हक होती ह व पानी क सतह पर तरती ह जबक जो वतए पानी स भारीहोती ह व पानी म डब जाती ह

जल षण-

जल म घलनशीलता क गण क कारण कछ ऐस पदाथ पानी म मल जात ह जस साबनकड़ा-कचरा आद जो पानी को षत करत ह इस कार जल क षत होन को जलषण कहत ह इनक कारण पानी म समजीव पनपत ह जो बीमारय का कारण होतह

अपन आस-पास दखो क जल कन कारण स षत हो रहा ह

कारखान स नकला आ अपश पदाथ नदय म छोड़ा जाता ह जसस नदय काजल षत हो जाता ह कष काय हत उपयोग म लाए जान वाल कटनाशक भी जलषण का कारण होत ह मानवीय याकलाप जस नद तालाब आद म कपड़ धोनापश को नहलाना वय नहाना आद क कारण भी नदय और तालाब का जलषत होता ह इस जल का योग हम अपन दनक जीवन क वभ काय म करत ह

पता कजए-

घरवालयपड़ोस क लोग पानी कस एकत करत ह जहा पानी रखा गया ह वह जगह कसी ह जस बतन म वह पानी एकत करत ह या वह ढक होत ह या नह यद पानी का बतन नह ढका होता ह तो उसम पानी कसा दखता ह या आप ऐस पानी को पीना पसद करग

गद जगह पर खल बतन म रखा आ पानी हम पीना पसद नह करग ऐस पानी म रोगफलान वाल कटाण होत ह जो पानी को षत कर दत ह य कटाण नगी आख या हडलस स दखाई नह दत ह इह दखन क लए वशष उपकरण या य क आवयकता

होती ह जस समदश कहत ह ऐसा पानी हमार वाय क लए हानकारक होता हषत पानी को पीन स हम वभ कार क बीमारया हो सकती ह

आइए जान-

षत जल स होन वाली बीमारया उनक लण एव बचाव क तरीक-

इसक अतर जल स होन वाली अय बीमारया ननवत ह-

मलरया-

यह रोग मादा एनाफलीज मर क काटन स होता ह जो इस परजीवी को मनय कशरीर म छोड़ता ह इसम रोगी को सद और सर दद क साथ बार-बार बखार आता ह

बचाव-

मर को पनपन स रकअपन घर तथा घर क आस-पास गदा पानी न इका होन दमरदानी का उपयोग करऐस कपड़ पहन जो शरीर क अधकाश भाग को ढक सक

उपचार -

रोगी क डाटर स जाच कराई जाए

इस भी जान-सनकोना व क छाल स कनन नामक औषध ात क जाती ह इसऔषध का उपयोग मलरया क उपचार म कया जाता ह

डग -

डग बखार एडीज मर क काटन स फलता ह एडीज मर को टाइगर मर भीकहत ह यह मर हमार घर क आस-पास साफ व क ए पानी म पनपता ह डगक बखार म रोगी को ठड लगन क साथ तज बखार आता ह शरीर पर लाल चक होजात ह जोड़ म दद रहता ह

बचाव -

अपन घर क आस-पास अनावयक पानी एक न होन द यक एडीज मर क एसाफ पानी म ही पदा होत ह कलर पय एव जानवर क पानी पीन क बतन औरफलदान आद का पानी कछ दन बाद एक बार खाली करक पनः भर परी बाह वालकपड़ पहनन चाहए जसस शरीर का अधक स अधक भाग ढका रह मरदानी कायोग करना चाहए

उपचार -

रोगी को दद एव बखार कम करन क कोई भी दवा वय नह लनी चाहए यह दवाएवाय क लए हानकारक हो सकती ह डाटर क सलाह स ही दवा का योग करनाचाहए

चकनगनया -

यह रोग चकनगनया वषाण (वायरस) ारा होता ह यह वायरस एडीज मर ककाटन स फलता ह यह मर दन क समय काटत ह इसम रोगी को जोड़ म दद क

साथ तज बखार होता ह इसक अतर सर दद थकान जोड़ म सजन शरीर परचक आद लण भी हो सकत ह

बचाव-

मरदानी का योग करअपन आस-पास पानी एकत न होन दसमय-समय पर कटनाशक का छड़काव कराए

उपचार-डाटर क सलाह ल

पानी पीन क सही तरीक पर नशान लगाइए -

चचा करए-

खल क का पानी य नह पीना चाहए घड़ स पानी नकालत समय कन बात का यान रखना चाहए घर और कल म पीन क पानी का सह कस तरह करना चाहए

पानी को पीन योय कस बनात ह

पानी को पीन योय बनान क लए सबस अा उपाय पानी को उबालकर ठडा करकछानना ह इसस सभी रोगाण न हो जात ह शहर और कब म पीन का पानी बड़ी-बड़ी पानी क टकय म सह कया जाता ह इस पानी म लीचग पाउडर डालकर औरश कर जल क आपत क जाती ह इसी कार कए क पानी म लाल दवा (पोटशयमपरमगनट) मलाकर पीन क योय बनाया जाता ह जस तरह वषा का जल म क पतस छनकर श हो जाता ह उसी तरह षत पानी को छानकर योग योय बना सकत ह

अयास

1 सही वाय पर (uuml) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) मोम पानी म घल जाता ह ( )

(ख) जल षण का एक कारण कारखान स नकला आ कचरा भी ह ( )

(ग) जानवर को नदय म ही नहलाना चाहए ( )

(घ) खत म डाल गए कटनाशक पदाथ जल को षत करत ह ( )

(ङ) तल पानी म घल जाता ह ( )

(च) वलय और वलायक मलकर वलयन बनात ह ( )

(छ) पानी क ोत क ान पर बतन धोन तथा जानवर को नहलान स

पयजल षत हो जाता ह ( )

2 सोचए और लखए-

(क) वलय और वलायक स आप या समझत ह

(ख) वलयन या ह

(ग) जल षण कन कारण स होता ह

(घ) षत जल स हमार वाय पर या भाव पड़ता ह

(ङ) कह दो चीज क नाम लखए जो पानी म घल जाती ह

(च) लोह क कल पानी म य डब जाती ह

(छ) षत जल स होन वाली कह दो बीमारय क नाम व उनक लण लखए

(ज) पीन का पानी व हो इसक लए हम या सावधानया रखनी चाहए

3 पानी क एक भर बतन म तालका म द गई चीज एक-एक करक डालए और दखएया होता ह-

पानी म डाली ई चीज तरती ह डबती ह

पी खाली कटोरी माचस क तीलीसाबन क टकयालाटक क खाली बद बोतलपानी स भरी ई लाटक क बद बोतललकड़ी का टकड़ा

15-याा

चदन अपन खत म काम कर रहा था तभी उसका दोत सरज आया वह भी उसक कामम हाथ बटान लगा जब काम परा हो गया तो दोन दोत एक पड़ क नीच बठकर खानाखान लग खान खात और बातचीत करत समय सरज बोला म चदन-म शहर गया थाशहर म गाड़य का मला लगा ह मल म मन टटर दखा यद हम टटर खरीद ल तोखती करना आसान हो जाएगा सरज न चदन को शहर जान क लए तयार कर लया

अगल दन चदन और सरज न शहर जान क लए एक बस पकड़ी उनक बस रात मएक ढाब पर क ताक बस क याी कछ जलपान कर ल जलपान करक दोन दोतबस म बठन ही वाल थ क तभी एक सदर सी बस उनक बस क पास आकर कसरज न ाइवर स जासा स पछा क यह बस अयत सदर ह तब ाइवर न उहबताया यह सी0एन0जी0 बस ह यह सी0एन0जी0 स चलती ह इसम डीजल नहपड़ता इसस षण भी कम होता ह

सरज और चदन आपस म बात करत शहर पच सरज न शहर पचकर सीध मल वालान क लए रा लया मल म कानदार स टर क बार म पयात जानकारी लदोन दोत को टर बत पसद आ रहा था परत टर का मय यादा था उनदोन क पास उतन पय नह थ दोन क आपस क बात कानदार न सनी तो वहबोला-भइया आप टordfटर कत पर ल लो फर यह सनकर दोन दोत म उसाह आगया उहन टर खरीद लया अब उनक सामन समया थी क टर को गाव कस ल

जाए कानदार न कहा- आप दोन परशान न ह मरा म रहीम क चलाता ह वहटर को गाव पचा दगा यह सनकर सरज और चदन बत खश हो गए

कानदार न चदन और सरज को यह भी बताया क इस टर स आपको खती करन मबत आसानी होगी कम समय म आप यादा काम कर सक ग टर डीजल स चलताह इसका खचा भी कम आएगा

डीजल एक कार का धन ह जो पोलयम को कई चरण म ठडा करन स एक चरणम बनता ह इसका उपयोग वाहन मशीन सय आद को चलान म कया जाता ह

कानदार न अपन म रहीम स टर को गाव पचान को कहा टर म रहीम कसाथ सरज और चदन भी बठ गए अब दोन दोत न कानदार को धयवाद दया औररहीम क साथ गाव क ओर रवाना ए रात म चदन और सरज का रहीम भी म बनगया और वह बोला तम दोन चता मत करो म तम दोन को टर चलाना सीखा गातीन म क बातचीत म शहर स गाव का सफर कब कट गया पता ही न चला

चदन और सरज जब क स टर लकर गाव पच गाव क सभी लोग उसकतापवकइक हो गए यक उनक गाव म पहला टर था सभी न उन दोन दोत को बधाईद चदन स रहीम बोला-म अब मझ शहर वापस जान क इजाजत दो तब चदन औरसरज मकराए और रहीम स बोल-म रहीम तमन हमारी बत सहायता क ह हमतह ऐस न जान दग तम खाना खाकर आज रात आराम करो अब कल जाना

रहीम दोन म क यार को दखकर गाव म क गया रात म सभी खा-पीकर बातचीतकरत सो गए अगल दन रहीम न नाता कर चदन और सरज स शहर जान क अनमतमागी और कहा क म जद ही आकर तम दोन को टर चलाना सखाऊगा

या आपन कभी बस टर म याा क ह बसटर चलान क लए कौन सा धन डालत ह

या आप जानत ह क पोलडीजल कहा स आता ह

कछ दन बाद रहीम कटर स गाव आया उस दखकर चदन और सरज बत स एउसका वागत कया चदन बोला-म रहीम तम खा-पीकर वाम करो तब तक हमदोन खत पर काम नपटाकर आत ह खत पर जद-जद काम करक दोन दोत जबघर पच रहीम उनका इतजार कर रहा था रहीम न फर टर टाट कया और चदनऔर सरज को टर सीखाना श कया कछ ही दन म महनत और जोश क साथसरज और चदन न टर चलाना सीख लया टर चलाना सीखकर दोन बत सथ अब रहीम न उनस शहर जान क अनमत मागी रहीम न दोन को शहर आन कानमण भी दया

चदन और सरज टर स खती करन लग उनक लए खती करना अब आसान हो गयाथा दोन क महनत रग लाई फसल बत अ ई दोन न मलकर फसल काटऔर टर पर फसल लादकर शहर चल दए शहर पचकर मडी म फसल को बचाइसक बाद दोन न रहीम क घर क ओर ान कया रहीम उह दखकर बत सआ उसन क चलाना छोड़ दया था अब रहीम कार स मसाफर को घमाता था यहीउसका रोजगार था

रहीम न चदन और सरज का टर अपन घर पर खड़ा करा दया दोन को अपनी कारम बठाकर शहर घमान चल दया उसन दोन को शहर क मख जगह को दखायारात म चदन न रहीम स पछा-म या यह कार डीजल स चलती ह तब रहीम बोला-नह म यह कार पोल स चलती ह कछ कार डीजल और सी0एन0जी0 स भीचलती ह चदन और सरज न रहीम स सी0एन0जी0 स चलन वाली बस दखी ही थीउहान कार भी दखन क इा जाहर क रहीम उनको कार क कान पर ल गयाजहा सी0एन0जी0 स चलन वाली कार थी सी0एन0जी0 क कार दखकर चदन नकानदार स सी0एन0जी0 क बार म पछा क यह या ह तब कानदार न बतायासी0एन0जी0- (सपीडत ाकतक गस) एक ाकतक गस ह

इस भी जानो-

सी0एन0जी0 200-250 क0ाम क सकचत दबाव म गसीय अवा म वाहन मधन क प म उपयोग म लाई जाती ह इसका उपयोग मयतः वाहन म होता हसी0एन0जी0 क अवयव ह-मीथन धन और ोपन यह गस रगहीन एव गधहीन होतह यह हवा स भी हक होती ह

सी0एन0जी0क उपयोग स हम बत स लाभ भी ह जस-

सी0एन0जी0 का उपयोग डीजल तथा पोल इजन दोन वाहन म कया जासकता हसी0एन0जी0 स षण काफ कम फलता हपोल और डीजल वाली गाड़य क तलना म सी0एन0जी0 का खचा कम होताहपयावरण क लए सी0एन0जी0 गस अ मानी गई ह पोल और डीजल कतलना म यह काबन डाईआसाइड नाइोजन आसाइड और आरगनक गसकम उसजत करती ह

सरज और चदन कानदार स नई-नई जानकारी पाकर बत खश ए इसक बाद रहीमदोन म क साथ अपन घर आया रात म तीन मलकर शहर म जो नया दखा थाऔर नई-नई जानकारी ात कए थ उसी पर बातचीत करत रह थ चदन और सरज नफर अपन म रहीम स गाव जान क अनमत मागी इसक बाद दोन दोत खशी-खशीगाव आ गए

अब आप अपन बड़ स पता करए -

पोल डीजल और सी0एन0जी0 स कौन-कौन स वाहन चलत ह इन वाहन का मय या ह षण कम करन क लए कौन स धन का योग वाहन म करना चाहए

धन बचाए-

तल का भडार सीमत ह इस अपन ब क लए बचाए यक बद स यादा लाभ लजब गाड़ी रोक तब इजन बद कर

अयास

1 ननलखत क उर दजए -

(क) गाड़ी चलान क लए कौन-कौन स इधन का योग होता ह

(ख) सड़क पर वाहन क बढ़ती सया स या-या परशानी होती ह

(ग) वाहन क बढ़ती सया स आई परशानय को कम करन क कछ तरीक सझाइए

2 नीच कछ वाहन क च दए ह च दखकर उनक नाम और व वाहन हमार कसकाम म आत ह लखए-

नाम काम

3 पता करक लखए-

स आपक शहर म पोल और डीजल क कमत या चल रही ह

कटर म कौन सा धन डाला जाता ह पोल और डीजल क कमत य बढ़ती जा रही ह

आपक घर म कस-कस काम म कतना पोलडीजल खच होता ह पोलडीजल क योग पर आप लोग को कस जागक करग

4 नीच दए च म दखाए ान पर आप अपन घर स कस जाना चाहोग उसका

नाम बास म लखए -

5 (क) अपन बड़ स पछए आज स 40 साल पहल लोग कन साधन स आत जातथ या तब भी यही सब साधन थ जो आजकल आप दखत ह

(ख) अब आप अनमान लगाओ क आज स पीस साल बाद लोग आन जान क लएकस कार क वाहन का उपयोग करग

कतना सीखा-3

1 सही मलान कर -

समह lsquoकrsquo समह lsquoखrsquo

2 अपनी पसद क घर का च बनाकर उसम रग भरए

3 द गई वग पहली म कछ आपदा क नाम छप ह उनक नाम ढढए

आ वा ला म खी

धी द ल च ग

स गा भ क प

ना द ष बा

मी प आ ग ढ़

4 या कर या न कर -

या कर या न कर

(क) अगर बाढ़ आ जाए

(ख) अगर भक आ जाए

(ग) अगर आग लग जाए

5 ननलखत क उर लखए -

(क) भमगत जल पनभरण स आप या समझत ह

(ख) सचाई क कह दो पररागत साधन क नाम लखए

(ग) पानी क बचत हम कस कर सकत ह

(घ) सीएनजी क अवयव लखए

(ङ) षण कम करन क लए कौन स धन क वाहन का योग करना चाहए

(च) वाहन म योग होन वाल दो धन का नाम लखए

6 र ान क पत कजए

(क) पानी पदाथ होता ह

(ख) पानी म का गण होता ह

(ग) मोम म अवलय ह

(घ) कए क पानी म मलाकर पीन योय बनाया जाता ह

(ङ) सहायता स खती करना आसान हो गया ह

7 कह दो चीज क नाम लखए जो म क तल म घल जात ह

8 यद एक नत माा क बाद चीनी पानी म नह घलती ह तो और चीनी घोलन कलए आप या करग

16- बीज ही बीज

अपन आस-पास पड़-पौध पर लग आम अमद बर टमाटर पपीता मटर इमलीआद फल व सजय को दख इनम बीज ममक होत ह या सभी फल म समानसया म बीज ह कछ फल जस-आम बर जामन म एक बीज होता ह जबक इमलीपपीता अमद टमाटर आद म अनक बीज होत ह

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल

एक बीज वाल और अनक बीज वाल फल का नाम द गई तालका म लखए-

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल चचा करए -कछ फल एक बीज वाल और कछ अनक बीज वाल होत ह इह बीज क दान को बोकर पनः इनक फसल पदा क जाती ह धान मका ग चना आद क फसल पदाकरन क लए उनक दान म म बोए जात ह अनाज क व दान जनका योग अगलीफसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलात ह बीज का भडारण उचत ढग सकरना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत ह या आप जानत ह क बीज कस खराबहो जात ह आइए दख और समझ-

चह घन व अय कट बीज को खराब कर दत ह जब कसान इन बीज को खत मबोता ह तो जो बीज अ होत ह व अकरत हो जात ह और जो खराब होत ह वअकरत नह होत ह अ और खराब बीज क पहचान कस करत ह सोचइ औरबताइएखराब बीज क पहचान कस करग आओ कर और समझ -

आधा गलास पानी ल इसम कछ सम क बीज डाल या दखत ह

आइए दख-

दो कटोरया लदोन कटोरय म पानी स भीगी ई ई रखपहली कटोरी म सम क व बीज रख जो गलास क पानी म तर रह हसरी कटोरी म सम क व बीज रख जो पानी म नीच डब ए हदो दन बाद दोन कटोरय क बीज को दख

या दखत ह

आपन दखा क गलास क पानी म कछ बीज ऊपर तर रह ह य खराब बीज ह कछबीज पानी म नीच डब ए ह य अ व परपव बीज ह यही बीज ही अकरत होत हहमार दश म अ व परपव बीज पदा करन क दशा म काफ गत ई ह

पानी म डालन पर जो बीज ऊपर आ जात ह व खराब बीज होत हखराब बीज अकरत नह होत हअ और परपव बीज ही अकरत होत हकछ बीज नट भी हो जात ह

बीज क सरचना कसी होती ह

चलए बीज को बाहर और अदर स दखकर उसको जाच-परखभीग ए चन या सम का बीज ल इनक बाहरी आवरण बीजचोल ममक वज कोसावधानी स हटाए या दखत ह दो हक पील रग क सरचनाए दखाई पड़ती ह इहबीजप कहत ह इस भी खोल

दोन बीजप को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस भरण मउइतलवकहत ह इसका नचला सफद भाग मलाकर तथा ऊपरी नकला भाग ाकरकहलाता ह

इस भी जानए -

मलाकर स जड़ तथा ाकर स तना बनता ह

अकरत बीज क य भाग बीजप स अपना भोजन ात करत हबीज का अकरण-आपन अपन घर म धान ग सम चना मटर आद क बीज को दखा ह या आपनइसम कभी अकरण होत ए दखा ह इनम अकरण कब और कस होता ह

बीज क अकरण क लए आवयक परतया-

एक बीकर या गलास म 23 भाग उबालकर ठडा कया आ पानी ल (जससपानी म घली वाय नकल जाए)सम क तीन अ बीज को च क भात कसी लकड़ी या लाटक क प परधाग स बाधपानी क सतह पर तल क कछ बद डाल (पानी क सतह पर तल डालन पर पानीका वापन नही होगा और बाहर क वाय पानी म घल नही पाएगी)

तदन इसका नरीण करत ए बीज म हो रह बदलाव को लख-पहल दन सर दन तीसर दन चौथ दन सोचए और बताइए-

प म सबस नीच बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो यप म सबस ऊपर बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य प क बीच म बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य बीच वाला बीज ही अकरत य आ बीच वाल बीज को हवा पानी व उचत ताप तीन ात आ इसलए यह अकरतआ

सबस नीच वाल बीज को पानी तो मला परत हवा व उचत ताप नह मलन सयह अकरत नह आ पानी म लगातार रहन क कारण यह खराब भी हो गयासबस ऊपर वाल बीज को हवा व उचत ताप तो मला परत पानी नह मलन सयह अकरत नह आ

बीज स नह पौध का बनना बीज का अकरण कहलाता ह

बीज क अकरण क लए हवा पानी तथा उचत ताप आवयक हभ-भ पौध को उगान क लए भ-भ परतया तथा जलवाय कआवयकता होती ह

आइए करक दख-

चन क कछ दान और तीन कटोरया लपहली कटोरी म चन क चार-पाच दान डाल और कटोरी को पानी स भरसरी कटोरी म उतन ही चन भीगी ई ई या कपड़ म लपटकर रख यान रहकपड़ा या ई सखन न पाए

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) बीज क अदर ऐसा या होता ह जसस पौधा बनता ह (ख) नह पौध को बढ़न क लए कन परतय क जरत होती ह (ग) अ और खराब बीज क पहचान कस क जाती ह (घ) भीग चन को भीग कपड़ म बाधन पर उसका अकरण तज होता ह ऐसा य 2 क चार वकप दए गए ह सही वकप क सामन बन व को काला कजए -

बीज क अकरण क लए आवयक ह -

(क) वाय जल और खाद (ख) वाय जल और उचत ताप(ग) सय का काष वाय और उचत ताप(घ) वाय जल और अधक ताप

जो बीज पानी म डालन पर ऊपर आ जात ह व-

(क) परपव बीज होत ह (ख) अ बीज होत ह(ग) खराब बीज होत ह (घ) भरण होत ह3 र ान क पत कजए -(क) बीज क बाहरी आवरण को कहत ह(ख) बीज प को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस कहत ह(ग) भरण का नचला भाग और ऊपरी भाग कहलाता ह(घ) मलाकर स तथा ाकर स बनता ह4 खड lsquoकlsquo क अधर वाय को खड lsquoखlsquo क सहायता स परा कजए-खड-क खड-ख(क) बीज स अकरत होत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज को न कर दत ह(ग) अनकल परत पाकर बीज नह पौध का जम होता ह(घ) चह घन व अय कट बीज का अकरण कहलाता ह

ोजट वक -

कसी बतन म खत क म लकर उसम चन या सम क बीज बोए और उसमतदन थोड़ा-थोड़ा पानी दत रह अकरत पौध म होन वाली व को अपनीकापी म लख और च भी बनाए

17-व म भारत

हमारी पवी-महासागर एव महाप-

हमार पवी लगभग गोल आकार क ह पवी का गद जसा गोल आकार का लघतप लोब कहलाता ह आइए लोब को दख-लोब पर अनक रग-बरगी आकतया बनी ह य आकतया पवी पर महाप एवमहासागर को दखाती ह लोब का अधकाश भाग नील रग स रगा दखाई द रहा हयह भाग पवी पर वशाल जलराशय अथवा महासागर को दशत करता ह शष भागल को दशाता ह हमारी पवी क लगभग 71 तशत भाग पर जल एव शष लगभग29 तशत भाग पर ल ह बड़-बड़ लीय भाग महाप ह महाप महासागर

ारा अलग कए जात ह

च 71 व म भारतपवी पर पाच महासागर एव सात महाप ह आइए लोब एव व क मानच पर इहपहचान-पवी पर पाच महासागर मशः शात महासागर अटलाटक महासागर हदमहासागर आक टक महासागर एव दणी महासागर ह इनम स शात महासागरसवाधक वतत एव सबस गहरा ह यह सण पवी क लगभग एक तहाई भाग परफला ह इसका सबस गहरा ान मरयाना गत ह जो लगभग 11 कलोमीटर गहरा ह

पवी क लगभग 29 तशत भाग पर फला ल सात महाप म वभाजत ह यमहाप मशः एशया यरोप अका उरी अमरका दणी अमरका आटordfलयाएव अटाक टका ह इनम एशया सबस बड़ा महाप ह हमालय पवत पर त वक सव पवत चोट माउट एवरट इसी महाप पर ह इसक ऊचाई 8848 मीटरह एशया म व क लगभग 59 तशत जनसया नवास करती ह व क मानचको दखए हमारा दश भारत एशया महाप म त ह

पवी का धरातल पवत पठार एव मदान स य ह सामायतः आस-पास क धरातल सऊच उठ भाग पवत कहलात ह इनका शखर सकचत अथवा शवाकार होता ह पवतसाधारणतया समह म पाए जात ह इह पवत णी कहत ह पहाड़य क ऊचाई पवतस कम होती ह

व क कछ मख पवत णया-हमालय कनलन हकश कराकोरम एटलसकसबग यराल आपस काकशस राकज अपलशयन ड डवाइडग रजएडीज आद ह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

नदश- शक लोब एव व मानच ारा महासागर महाप एव अपन दश भारतक तलनामक अवत प कर तथा ब ारा इसका अयास कराए

इस भी जान -

लोब का कागज पर समतल ततकरण मानच कहलाता हपवी पर बत बड़ ल खड को महाप एव वशाल जलराशय को महासागरकहत ह

पवी पर तलनामक प स ऊच उठ चरस ल भाग पठार कहलात ह ायः पठार काऊपरी भाग ऊबड़-खाबड़ होता ह इनक कनार सामायतः खड़ ढाल वाल होत ह

पछली का म आप पढ़ चक ह क हमार दश का दणी भाग पठार ह

व क कछ मख पठार-पामीर का पठार तबत का पठार भारत म दकन का पठारईरान का पठार अरब का पठार कोलोरडो पठार कोलबया पठार ाजील क उभम बोलवया का पठार एव पम आलया का पठार ह अका महाप काअधकाश भाग पठारी ह इन पठार को व मानच पर पहचानए

धरातल पर समतल परत नचला भाग मदान कहलाता ह ायः मदान का नमाण नदयारा लाई गई म स होता ह आप पछली का म उर दश क मदानी भाग क बारम जानकारी ात कर चक हो व क कछ मख मदान-स गगा प का मदानयरोप का मयवत मदान उरी अमरका का मयवत मदान ागह का मदान आदह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

व क कछ मख नदया गगा स सतलज प यमना गोदावरी इरावदमकाग ागह नील जायर जाबजी लोपो पराना परागए अमजन मसीसपी-मसौरी सटलारस डयब टस राइम वोा आद ह नील नद व क लबी नद हअयापक क सहायता स व मानच पर इन नदय का अवलोकन कर

हमारा दश-भारत-अगल प पर दए गए मानच म अपन दश-भारत एव उसक पड़ोसी दश को दखएहमार पड़ोसी दश मशः अफगानतान पाकतान चीन नपाल भटान यामारबालादश ीलका एव मालदव ह भारत का दणी भाग तीन ओर स सम स घराह परब म बगाल क खाड़ी पम म अरब सागर तथा दण म हद महासागर हहद महासागर का नाम हमार दश भारत क नाम पर पड़ा ह मानच दखो एव भारत कपड़ोसी दश क नाम लख-

पम म एव उर म एव परब म एव दण म एव

च 73 भारत क पड़ोसी दश

भारत म 29 राय एव 07 कशासत दश ह इनका ववरण ननलखत ह-0स0 राय का नाम राजधानी 0स0 राय का नाम राजधानी1 आ दश - हदराबाद 15 महारा- मबई2 अणाचल दश -ईटानगर 16 मणपर- इा3 असोम -दसपर 17 मघालय- शलाग4 बहार- पटना 18 मजोरम- आइजोल5 छीसगढ़ -रायपर 19 नागालड- कोहमा6 गोवा- पणजी 20 ओडशा -भवनर7 गजरात- गाधीनगर 21 पजाब -चडीगढ़8 हरयाणा -चडीगढ़ 22 राजान- जयपर9 हमाचल दश- शमला 23 सकम- गगटोक10 जम एव कमीर- ीनगर (ीमकालीन) 24 तमलनाड -चई एव जम (शीतकालीन)11 झारखड -राची 25 तलगाना- हदराबाद12 कनाटक- बगल 26 परा- अगरतला13 करल -तअनतपरम 27उर दश- लखनऊ14 मय दश- भोपाल 28उराखड- दहरान29 पम बगाल- कोलकाता

0स0 कशासत दश का नाम राजधानी1 अडमान और नकोबार पसमह पोटलयर2 चडीगढ़ चडीगढ़3 दादरा और नगर हवली सलवासा4 दमन और दव दमन5 दली दली6 लप कवारी7 परी परी

भारत क राजधानी नई दली ह यहा रापत भवन ससद भवन सव यायालयएव अय मख शासनक मयालय त ह

हमारा दश भारत ाकतक प स ववधता स भरा ह यहा ऊच पवत वशालमदान पठार एव मल पाए जात ह ाकतक सरचना क आधार पर भारत को पाचभाग म बाटा जाता ह-1 उर का पवतीय भाग2 उर का वशाल मदान3 थार का मल4 दण का पठारी भाग5 तटय मदान एव पसमह

1 उर का पवतीय भाग- इसका वतार भारत क उर म जम एव कमीर स लकरअणाचल दश तक ह इस हमालय पवत क नाम स जाना जाता ह हमालयपवतमाला तीन समानातर पवत णय स मलकर बनी ह य मशः वहत हमालय याहमा हमाचल या मय हमालय एव शवालक ह उर क मदानी भाग म बहकरआन वाली अधकाश नदय का उदगम ल हमालय ह

2 उर का वशाल मदान- इसका नमाण हमालय स बहकर दण क ओर आन वालीतथा पठार स बहकर उर क ओर आन वाली नदय क साथ आई उपजाऊ जलोढ़म स आ ह भारत म इसका वतार पजाब स लकर असम तक ह यहा बहन वालीमख नदया सतलज गगा यमना घाघरा चबल टोस सोन गडक कोसीमहानदा दामोदर प आद ह गगा एव प नदया पम बगाल एव बालादशम वशाल डटा का नमाण करती ह

3 थार का मल- भारत क पमी भाग म राजान राय त ह इसक पमीहस म सकड़ कलोमीटर लबा-चड़ा बाल का वतार ह इस थार का मल कहतह यहा वषा बत कम होती ह जगह-जगह रत क टल दखाई दत ह जह बालकातप (सड न) कहत ह यहा आवागमन का एकमा साधन ऊट ह इस रगतान काजहाज भी कहत ह

4दण का पठारी भाग- दण का पठारी भाग उर क वशाल मदान क दण मह इसक उर-पम म अरावली पवत पम म पमी घाट पवत तथा परब म पवघाट पवत ह यह भाग अनक छोट-छोट पठारो म वभाजत ह इनम स मख ह-बदलखड पठार बघलखड पठार छोटा नागपर पठार मालवा पठार दकन का लावापठार आद इस भाग म चबल बतवा टोस सोन नमदा तापी दामोदर महानदगोदावरी कणा एव कावरी नदया बहती ह भारत का मानच दखकर बताइए इनम सकौन-कौन सी नदया-

अरब सागर म मलती ह बगाल क खाड़ी म मलती ह उर क वशाल मदान क ओर बहती ह

5 तटय मदान एव पसमह- य दण क पठारी भाग क परब एव पम म सम तटक सहार लब और सकर तटय मदान ह पम क ओर क मदान को पम तटयमदान तथा परब क ओर क मदान को पव तटय मदान कहत ह

हमार दश म सम क मय अनक प ह कई प क समह को प समह कहत हबगाल क खाड़ी म अडमान और नकोबार प समह तथा अरब सागर म लप पसमह ह

जस कार हमार दश म कई कार क ाकतक वभाग ह उसी तरह यहा क पड़-पौधा वनतय एव जीव-जत म ववधता पाई जाती ह हमार दश म मय पस पाच कार क वन पाए जात ह1 सदाबहार वन2 पतझड़ या पणपाती वन3 मलीय या काटदार वन4 पवतीय वन5 वलाचली या डटाई वन

1 सदाबहार वन- पर साल हर-भर रहन क कारण इह सदा बहार वन कहत ह इसकार क वन अधक वषा वाल गम ान पर पाए जात ह य वन अयत घन होत हतथा जीव-जत एव वनतय म अयधक ववधता पाई जाती ह भारत म इनकावतार पमी घाट उर परबी क पहाड़य एव अडमान और नकोबार पसमह म ह इन वन म पाए जान वाल मख व रोजवड महोगनी रबड़ ताड़ बासआबनस नारयल आद ह

2 पतझड़ या पणपाती वन- इन वन को मानसनी वन भी कहत ह वष म एक बारशीतकाल क अत म यहा पाए जान वाल व अपनी पया गरा दत ह इसलए इहपतझड़ या पणपाती वन कहत ह इन वन का वतार पम बगाल बहार उर दश

मय दश छीसगढ़ झारखड आद राय म ह इस कार क वन म शीशम नीममआ बरगद पीपल आवला समल पलास बल खर आद व पाए जात ह

3 मलीय या काटदार वन- इस कार क वन कम वषा वाल पठारी और मलीयान पर पाए जात ह इन वन म ककर खजर बबल खजड़ी जस काटदार व औरझाड़या पायी जाती ह भारत म इनका वतार पमी एव मय भारत क कम वषा वालपठारी ान तथा थार क मल म ह

4 पवतीय वन- पवतीय म बढ़ती ऊचाई क साथ तापमान एव वषा म परवतन होताह इसक कारण पवतीय म वशष कार क वन पाए जात ह इह पवतीय वनकहत ह भारत म इन वन का वतार हमालय वयाचल सतपड़ा एव पमी घाटपवत पर ह हमालय म दवदार चनार स सवर फर जनपर पाइन बचआद व पाए जात ह दण भारत क पवतीय वन म मगनोलया लरच सनकोनाआद व पाए जात ह

5 वलाचली या डटाई वन- सम क कनार दलदली भाग एव नदय क डटा म य वनपाए जात ह इनम नारयल ताड़ सदरी आद व पाए जात ह इन वन कासवाधिाक वतार पम बगाल म ह सदरी नामक व क अधकता क कारणपम बगाल एव बाला दश म इह सदर वन क नाम स जाना जाता ह

मख वय जीव

वय जीव म वय पश पी जीव-जत और साप आद शामल ह वय जीव कााकतक आवास (घर) वन ह जहा व वद प स वचरण करत एव रहत हजनसया व क कारण हमार वन का तजी स वनाश होता जा रहा ह और वन काफल घटता जा रहा ह जसस वय जीव क सया बड़ी तजी स घटती जा रही हकई वय जीव वलत होत जा रह ह इह बचाए रखना आवयक ह यक य पयावरणसतलन म सहायक ह

वय जीव क सरा वकास एव वत वचरण क लए सरकार ारा राीय उानवय जीव अभयारय एव पी वहार आद क ापना क जाती ह इनम मानव ारावयजीव का शकार करना वजत ह

अयास

1 र ान क पत कजए-(क) पवी पर महासागर एव महाप ह(ख) ससार क सबस लबी नद ह(ग) हमालय पवत का वतार राय स राय तक ह(घ) भारत म राय एव कशासत दश ह2 नीच लख वाय क सामन (स ) या ( ग ) का नशान लगाए-(क) ायः पठार क ऊपरी सतह ऊबड़-खाबड़ होती ह ( )(ख) शात महासागर पवी क आध भाग पर फला ह ( )(ग) राजान म सदाबहार वन पाए जात ह ( )(घ) पतझड़ वन शीत ऋत क अत म अपनी पया गरा दत ह ( )3 सही जोड़ा बनाइए -भारत क राय राजधानीमय दश दसपरतमलनाड भोपालहमाचल दश चईअसोम शमला4 ननलखत क उर दजए -(क) व क मानच पर भारत क पड़ोसी दश को दशत कजए (ख) पठार कस कहत ह व कह तीन पठार क नाम बताइए (ग) सदर वन कहा पाए जात ह इह हम सदर वन य कहत ह (घ) बालका तप स आप या समझत ह य भारत म कहा पाए जात ह

(ङ) राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना य क जाती ह

18-भारतीय सवधान तथा शासन वा

हम सभी परवार म मल-जल कर रहत ह घर क सार काम भी एक साथ मलकर करतह और कछ काम बट भी होत ह घर को चलान क लए नयम बनाए जात ह जनकापालन घर क सभी लोग करत ह ऐस ही हमार वालय म एक धानायापक होत हजो शक-शका क साथ मलकर कल सचालन क नयम बनात ह वालय मरहन वाल सभी लोग इन नयम का पालन करत ह सड़क पर सरत चलन क लए भीनयम बनाए गए हघर वालय क तरह दश क काम-काज को चलान क लए बत सार नयम बनाए गएह इन सभी नयम को मलाकर हमारा सवधान बना ह जसक अनसार शासन कामकरता ह अतः सवधान को बनान क लए एक सभा बनी जस lsquoसवधान सभाlsquo कहागया डा0 राज साद इसक अय बनाए गए सवधाान का ाप तयार करन कलए एक ाप समत बनाई गई डा0 भीमराव रामजी अबडकर इसक अय बन02 वष 11 महीन और 18 दन तक लगातार परम करक इस सभा न भारत कासवधान बनाया26 जनवरी 1950 को सवधान को पर दश म लाग कया गया इस दन को हम गणतदवस क प म मनात ह

डा0 राज साद डा0 भीमराव रामजी अबडकर

हमार सवधान क वशष बात-

हमार सवधान म कहा गया ह क भारत एक सण भव स दश ह यहअपन नयम-कानन वय बनाएगासवधान म हमार दश को समाजवाद राय कहा गया ह जसका लय समाज कआथक एव सामाजक वषमता को र करना हसवधान म दश क सभी नागरक को अपन धम का पालन करन क छट मली हभारत म ससदय शासन णाली ह जसम मपरषद लोकसभा क तउरदायी होती ह सवधान म नागरक को छः मौलक अधकार दए गए ह और उनको यारह मलकत बताए गए हक राय और ानीय तर पर जनता ारा चनी गई सरकार ह सवधान क अनसार 18 वष या उसस अधक उ क लोग चनाव म वोट डालत हसवधान म 6 स 14 वष क सभी ब को नःशक एव अनवाय शा कामौलक अधकार ात ह सामाजक समानता मौलक अधकार ह बालका को भी बालक क समानअधकार दान कए गए ह य अधकार उनक पालन-पोषण शा एव सरा ससबत ह

हमारा सघीय शासन- हमारा दश 29 राय तथा 7 कशासत का एक सघ हइसम क और राय दोन तर पर ससदय शासन ह पर दश का शासन चलान कलए क तर पर कय सरकार और राय म राय सरकार होती ह

कय सरकार क तीन अग ह -

वापका - कानन का नमाणकायपालका - कानन को लाग करनायायपालका - कानन क अनसार याय करना

वापका-कानन का नमाण-

भारत क कय वापका को lsquoससदlsquo कहत ह रापत लोकसभा और रायसभास मलकर ससद बनती ह इसम स रायसभा को lsquoउ सदनlsquo और लोकसभा को lsquoननसदनlsquo कहत ह

लोकसभा क सदय 5 साल क लए जनता ारा चन जात ह 25 साल या उसस अधकआय का इसका सदय हो सकता ह इसक सदय क चनाव म 18 वष या उससअधक आय क लोग वोट डालत हरायसभा ाई सदन ह इसक सदय का कायकाल 6 वष होता ह त दो वष परएक तहाई सदय सवानव होत ह रायसभा क सदय का चनाव राय कवधानसभा क नवाचत सदय ारा होता हलोकसभा और रायसभा क सदय को सासद (एमपी) कहत हससद क दोन सदन मलकर दश क लए कानन बनात ह जसक लए रापत कसहमत आवयक ह कायपालका-कानन को लाग करना-

कय कायपालका का मख रापत होता ह उस दश का थम नागरक कहत हवह 5 वष क लए लोकसभा रायसभा और वधानसभा क नवाचत सदय ारा चनाजाता ह रापत क सहायता एव सलाह क लए धानमी क अयता म मपरषदहोती हधानमी क नय रापत ारा क जाती ह वह लोकसभा म बमत दल का नताहोता ह धानमी क सलाह पर अय मी भी रापत ारा नय कए जात हरापत धानमी एव मय स मलकर कायपालका बनती ह ससद जो काननबनाती ह उस कायपालका लाग करती ह कायपालका दष क षासन वा कासचालन करती हइस भी जान -

रापत दष क जल थल व वाय सना का सव सनापत होता ह

रापत वापका (ससद) का अग होन क साथ-साथ कायपालका का मखहोता ह वह ननलखत काय करता ह-

-ससद क बठक बलाना-कोई अयादष (दष क लए नयम या कानन) जारी करना-राय म रायपाल सव यायालय उ यायालय क यायाधीष क नय करनाआद

उपरापत रायसभा का पदन सभापत होता ह

यायपालका-कानन क अनसार याय करना

हमार दश म नयम कानन क रा क लए यायपालका क वा ह सवधानारा वत और नप यायपालका क ापना क गई ह हमार दष म यायपालकाक सरचना इस कार ह-

सव यायालय-हमार दश म सबस बड़ा यायालय सव यायालय ह यह यायालय दश क राजधानी नई दली म ह सव यायालय म मय यायाधीष एव अय यायाधीष होत हजनक नयरापत ारा क जाती हउ यायालय-यक राय क लए एक उ यायालय होता ह उ यायालय क मय यायाधीशऔर अय यायाधीश क नय रापत ारा क जाती ह उर दश का उयायालय इलाहाबाद म त ह इसक एक खडपीठ लखनऊ म ापत हजला यायालय-

जला तर पर भी यायालय होत ह जह जला यायालय कहत ह जला यायाधीशक नय रायपाल ारा क जाती हअय अदालत-आपसी ववाद को नपटान क लए लोक अदालत पारवारक अदालत उपभोाअदालत भी ह

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) सवधान सभा क अय कौन थ (ख) हमारा सवधान य बनाया गया(ग) शासन क कतन अग होत ह (घ) रापत क चनाव म कौन-कौन समलत होता ह 2 र ान क पत कजए-(क) हमारा भारतीय सवधान को लाग कया गया(ख) तवष 26 जनवरी को दवस मनाया जाता ह(ग) लोकसभा का कायकाल का होता ह(घ) लोकसभा और रायसभा क सदय को कहत ह(ड) रापत लोकसभा और रायसभा को मलाकर बनती ह3 ननलखत क मय काय लखए-(क) वापका (ख) कायपालका (ग) यायपालका 4 अपन दश क वतमान रापत उपरापतधानमी क च एक करक अपनीपतका म चपकाए च क नीच उनक काय लखए5 बालसभा म शकशका क सहायता स ससद क कायवाही क वषय म चचाकजए

19- राीय एकता

हमार दश म अनक भाषाए और बोलया ह लोग क खान-पान तथा पहनावा भी भ-भ ह इन ववधता क बावजद हम लोग दशहरा दपावली होली ईद बसाखीसमस आद योहार बड़ धमधाम स मनात ह कछ पव ऐस ह जो हमार राीय पवकहलात ह - 15 अगत (वतता दवस) 26 जनवरी (गणत दवस) एव 2 अटबर(गाधी जयती) इन पव को पर दश म मल जलकर मनाया जाता ह इनक अलावा हमारराीय तीक भी ह राीय पव और राीय तीक हमारी राीय एकता क रणाोत हहमार राीय पव-1 वतता दवस 15 अगत -कई वष तक हमार दश म वदशय का शासन रहा ह हमार वतता सनानय न सघषकरक वदशी शासन स दश को म कराया हमारा दश 15 अगत सन 1947 कोवत आ इसीलए हम यक वष 15 अगत को वतता दवस राीय पव क प मधमधाम स मनात ह2 गणत दवस 26 जनवरी -वतता क बाद दश क लए नयम-कानन बनाए गए जस सवधान कहत ह 26जनवरी सन 1950 को हमारा सवधान लाग आ तथा दश गणत घोषत आइसीलए हम यक वष 26 जनवरी को lsquoगणत दवसrsquo क प म मनात ह3 गाधी जयती 2 अटबर -

गाधी जी का परा नाम मोहन दास करमचद गाधी ह इनका जम 2 अटबर सन 1869को गजरात ात क पोरबदर म आ गाधी जी न सय एव अहसा क माग पर चलकरदश को आजाद कराया यक वष 2 अटबर को हम गाधी जयती क प म मनात ह

उहन दश म वभ जात धम तथा वभ भाषा म बोलन वाल लोग को एक स मबाधन का यास कया गाधी जी को परा दश बाप रापता और महामा क नाम सभी जानता हराीय पव पर राीय वज फहराया जाता ह तथा वभ कार क साकतक कायमआयोजत होत ह

हमार राीय तीक-हमार दश क कछ राीय च ह इह हम lsquolsquoराीय तीकrsquorsquo कहत ह हमार राआपक वालय म राीय पव का आयोजन कस कया जाता ह क एकता क पहचान इन राीय च स भी होती ह आइए अपन राीय तीक कोजान-1 रावज

हमार राीय वज म तीन रग ह हम इस तरगा भी कहत ह रा वज म सबस ऊपरकसरया रग बीच म सफद रग तथा सबस नीच हरा रग होता ह वज क बीच क सफदवाल भाग क मय म 24 तीलय वाला नीला च बनाकसरया रग- बलदान का तीक सफद रग- शात का तीकहरा रग- धरती क हरयाली का तीकच - उत क ओर असर होन का तीक होता ह रा वज का समान करनायक नागरक का कत ह2 रागान

हमारा रागान lsquoजन-गण-मनrsquo ह अपनी पतक म कवर क पीछ भाग म लख एlsquoरागानrsquo को याद करक अपनी कापी म लख जानत ह रागान क रचना रवी नाथ

टगोर न क ह इस गान म कल 52 सकड का समय लगता ह रागान क समयसावधान क मा म खड़ होकर रागान को समान दया जाता ह 15अगत और 26 जनवरी को झडा फहरान क बाद lsquoजन-गण-मनrsquo गाया जाता ह3 रागीतlsquoवद मातरम सजलाम सफलाम मलयज-शीतलाम यह हमारा रागीत ह यान रहlsquolsquoजन-गण-मनrsquorsquo हमारा रागान ह तथा lsquoवद मातरमrsquo हमारा रागीत ह रागीत क रचनाबकम च चटज ारा क गयी ह आइए रागीत को हम अपनी कापी म लखकरयाद कररागीत

वद मातरम सजलाम सफलाम मलयज शीतलामशययामलाम मातरम शयोसना पलकत यामनीमफलकसमत रमदल शोभनीमसहासनीम समधर भाषणीमसखदाम वरदाम मातरम वद मातरम 4 राीय पश

बाघ5 राीय पप

कमल

6 राीय पी

मोर

7राजचआप लोग न सक एव पय पर दए गए इस च को दखा होगा यह हमाराराजच ह इस अशोक त स लया गया ह अपन अयापक स अशोक त कबार म और जानकारी ात कजए

सयमव जयतय हमारी राीय एकता क पहचान ह यद हम एक रहग तो हमारी राीय एकता भीसरत रहगीरा क एकता और सराहमार दश क बत बड़ी ल सीमा ह जो लगभग 15500 कलोमीटर लबी ह इसीतरह हमारी सम सीमा लगभग 7500 कलोमीटर लबी हअपन रा क सरा क लए हम जमीन सम या हवाई माग स आन वाल कसी भीश का मकाबला करन क लए तयार रहना पड़ता ह इसीलए हमार दश म शशालीथलसना जलसना और वायसना हभारत का रापत हमारी तीन सना (थलसना जलसना और वायसना) का सवसनापत होता ह रा सबधी काय क लए रा मालय ह जसका मखया रामी

होता ह भारतीय थलसना वायसना और नौसना क अलग-अलग सनाय होत ह यय क समय आपस म तालमल बनाकर अपन-अपन अधीन सना को आदश दत हतीन सना का मयालय दश क राजधानी नई दली म हसना क अतर कछ असनक बल भी ह जस सीमा सरा बल भारत तबत सीमापलस असम राइफस तटरक बल इयाद य दश क सीमा पर तनात रहकरउसक सरा करत हदश क बाहरी श का सामना करन क लए सना सदव सतक रहती ह दश क अदरअशात और असरा स नपटन क लए पलस क साथ-साथ कय रजव पलस बलतथा कछ अय सगठन भी काम करत ह

बाहरी आमण या सश वोह क कारण यद दश क सरा सकट म हो तो रापतआपातकाल क घोषणा कर सकत ह आपातकाल क दौरान रा क सरा सवपर होजाती ह अतः हमार कछ मल अधकार सीमत कए जा सकत हशात क समय सना तथा अय असनक बल समाज क भलाई क काम म मदद करतह कसी आपदा क समय बत सहायता करत हदश म शात और सरा बनी रह यह हम सबका कत ह हम सब को सदव सतकरहना चाहए पलस एव शासन का सहयोग करना चाहए राीय स क सराकरनी चाहएहम सब भारत क नागरक ह हम मलजल कर रहग तभी दश म शात होगी और दशगत करगा

अयास

ननलखत क उर लखए -1 वतता दवस कब मनाया जाता ह इसक मनान का कारण लखए2 26 जनवरी को हम गणत दवस य मनात ह 3 गाधी जी क बार म लखए 4 राीय एकता य आवयक ह

5 सना या काय करती ह भारतीय सना क मख अग क नाम बताइए6 कसका सबध कसस ह मलान कर -वतता दवस 2 अटबरगणत दवस 15 अगतगाधी जयती 26 जनवरीराजच वद मातरमरागीत अशोक त7 र ान क पत कजए -(क) हमारा रागीत ह(ख) जन-गण-मन हमारा ह(ग) हमारा राीय पी ह(घ) हमार दश क सम सीमा क लबाई कमी ह(ङ) दश क लीय सीमा कमी ह(च) रापत तीन सना का होता ह8 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रगए -(अ) राीय पश(ब) राीय पीस) राीय पप(द) राीय वज9 शक क सहायता स सावधान एव वाम मा क बार म अयास करत ए 52सकड म रागान को लय म गान का भी अयास करयामक वक -सना ारा योग कए जान वाल अ-श क च इका कर अपनी कापी म चपकाएतथा उसक वषय म लख

कतना सीखा-4

1 र ान क पत कजए -(क) बीज को और खराब कर दत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज का कहलाता ह(ग) पवी क गोल आकार का तप कहलाता ह(घ) भारत महाप म त ह(ङ) लोक सभा क सदय साल क लए चन जात ह2 मलान कजए -वतता दवस मरयाना गतगाधी जयती 71 तशतपवी का सबस गहरा ान 15 अगतसबस बड़ा महाप 2 अटबरपवी पर जल भाग एशया3 ननलखत क उर लखए -(क) मलाकर और ाकर स आप या समझत हो (ख) बीज क अकर क लए कन-कन चीज क आवयकता होती ह (ग) यायपालका का या काय ह (घ) शासन क कतन अग होत ह और उनका या काय ह (ङ) गाधी जी क योगदान क बार म लखए (च) पवत णी और पवत म अतर कजए 4 सही क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का च लगाए (क) आवल म अनक बीज होत ह(ख) अ और परपव बीज ही अकरत होत ह (ग) भारत का राीय पप कमल ह (घ) लोब पर महासागर को नील रग स दखाया जाता ह(ङ) माउट एवरट एडीज पवत पर त ह

5 बीज क आतरक सरचना का च बनाकर उसक वभ भाग को नामाकतकजए 6 सही जोड़ बनाइए-भारत क पड़ोसी दश दशायामार उरभटान परबअफगानतान दणमालदव पम7 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रग -(क) राीय पप(ख राीय वज(ग) उर दश का राजपी(घ) राीय पी8 उर दश क 18 मडल क नाम लखए

  • 1- परिवार कल आज और कल
  • 2-मरा परिवार मरी पररणा
  • 3-गौरव परसकार
  • 4 - आओ मिलकर खल खल
  • 5-जीव जनतओ की रोचक बात
  • कितना सीखा-1
  • 6 -वनय जीवो का सरकषण
  • 7-जगल और जन-जीवन
  • 8-भोजय पदारथो का सरकषण
  • 9-हम और हमारी फसल
  • 10-पड-पौधो का भोजन
  • कितना सीखा-2
  • 11-ऐस भी होत ह घर
  • 12-आपदाए और उनस बचाव
  • 13-जल ह तो कल ह
  • 14-जल क गण एव जल परदषण
  • 15-यातरा
  • कितना सीखा-3
  • 16- बीज ही बीज
  • 17-विशव म भारत
  • 18-भारतीय सविधान तथा शासन वयवसथा
  • 19- राषटरीय एकता
  • कितना सीखा-4
Page 2: का -5 ) हमारा परवेश1 - परव र कल, आज और कल यह ट इय , शरद और उम क परव र क क छ च दए गए

1- परवार कल आज और कल

यहा टइया शरद और उमा क परवार क कछ च दए गए ह च को दखए औरचचा करए

नहा महमान-टइया का परवार बत खश ह उसक यहा नह सी बट का जम आ ह

टइया और भी खश ह उस छोट बहन मल गई ह

च दखकर लखए -

टइया क परवार म छोट बहन क जम स पहल कौन-कौन थ अब इस परवार म कल मलाकर कतन लोग ह

बदली हो गई -

शरद क पापा को बक स प मला ह प म लखा ह क अब उनको सर शहर क बकम काम करना ह सोचए जब शरद क पापा न यह बात घरवाल को बताई होगी तोपरवार क लोग को कसा लगा होगा

पापा क बदली होन क कारण शरद क परवार म या बदलगा

चचा करए

पापा क साथ कौन जाएगा या शरद क दोत बदलग या आपक परवार म भी कसी को काम क कारण नई जगह जाना पड़ा था सरी जगह जान क बाद उनस आप कब-कब मल - योहार पर कसी रतदारक शाद म या उनक पास जाकर

शाद ह -

आज उमा क यहा सभी बत खश ह उसक चचर भाई क शाद ह सभी लोग अलग-अलग काम म त ह शाद म उमा अपन कई रतदार स मली उसन यह भी दखाक शाद कस होती ह

या इस शाद क कारण उमा क परवार म कछ बदलाव हग

या-या बदलाव हग

जस घर स उमा क नई भाभी आई ह या उस परवार म भी कछ बदलाव एहग या-या दोत स पता करए क उनक यहा शाद कस होती ह शाद म या-या पकवान पकाए जात ह शाद क समारोह म कस तरह क गान होत ह

हमन दखा क टइया शरद और उमा क परवार म अलग-अलग कारण स बदलाव एह या परवार म बदलाव क कछ और कारण हो सकत ह पता करए और लखए-

गोपाल क याद-

गोपाल क लए शहर एकदम नया था उस यहा का रहन-सहन गाव स अलग दखता थादन तो वालय जान और पढ़न म बीत जाता मगर शाम को गाव क बात याद आतनई जगह पर अभी उसका कोई ऐसा दोत भी नह था जसस वह अपन मन क बातकहता आज वह आपको कछ बात बताना चाहता ह

हम लोग मसराबाद गाव म एक बड़ परवार क तरह रहत थ अ-बर समय म सबसाथ मलकर एक सर क मदद करत थ म अपन भाई-बहन व चचर भाई-बहन मसबस छोटा था हम सभी एक साथ रहत थ परवार क लोग खती करत थ खती कअलावा म क बतन बनाना चारपाई बनना बास स चीज बनान का काम तथा कपड़सलन का काम भी करत थ बड़ क साथ काम करक हम ब भी उन काम क बार मबत कछ सीख जात थ

चचा करए-

आपन अपन बड़ स या सीखा ह गाव एव शहर क रहन-सहन म या-या अतर होत ह

मसराबाद म हाइव -

एक दन गाव वाल न सना क यहा स हाइव नकलगा बात सच नकली मर खत कसाथ-साथ गाव क कई लोग क खत हाइव म मल गए हम उसका हजाना तो मलालकन हमारी जमीन जा चक थी जो थोड़ी बची थी उस पर चाचा खती करत थपरवार क जरत को परा करन क लए नई जगह तलाशनी थी जहा काम क साथ-साथ रहन क भी वा हो सक आखर एक दन बाबा न कहा क हम गाव छोड़करशहर जाना ह मझ अपना घर गाव छोड़ना बकल भी अा नह लगा वह तो थ मर

सार दोत एक बात और थी मझ मरी दाद स बत यार था मर चल जान पर उनकदखभाल कौन करगा मन मन ही मन सोचा म जाऊगा तो दाद को भी साथ लजाऊगा दाद हमार साथ आ ग शहर स थोड़ी र एक छोटा-सा घर मल गया हमसब वह रहन लग

हम आज भी अपना गाव नह भला ह योहार पर हम सभी अपन गाव जात ह वहाचाचाजी क साथ मलकर पड़ी-कचड़ी मठाई और भी बत कछ पकात ह पास-पड़ोसक दोत क साथ मलकर खब मौज करत ह

आपक घर म बड़ बजग क दखभाल क लए या इतजाम होता ह आपक यहा योहार म या-या पकवान पकाए जात ह

बदलत रहत ह परवार -

सभी क परवार कसी न कसी कारण बदलत रहत ह हमार परवार म बदलाव होतह-

नए ब क जम होन पर ववाह होन पर पढ़ाई क लए बाहर जान पर घर स र नौकरी करन क कारण तबादला होन पर रोजी-रोट और काम क तलाश म

साथय स चचा करए और परवार म बदलाव क अय कारण भी लखए -

हमार परवार म कछ न कछ बदलाव होत रहत ह परवार म लोग क सया भी सदवएक जसी नह रहती जस-जस समय बीतता ह लोग क सया कम या यादा होतीरहती ह ाचीन समय म जब मनय न खती करना श कया तब वह एक ान पर

ायी होकर रहन लगा खती म बत लोग क जरत पड़ती थी अतः बत स सदयमलजल कर एक साथ रहन लग इसस एक बड़ा परवार बना परवार क जरतकवल खती स परी नह होती थी अतः ापार तथा अय वसाय वकसत ए शहरका वकास आ मनय उस जगह जान लग जहा उह काम मलता था बड़-बड़परवार अब छोट होन लग

वतमान समय म सर राय या सर दश म जाकर शा ात करन का चलन बढ़ गयाह इसी तरह काम क सलसल म भी लोग सर राय या दश म जाकर रहत ह बत सपरवार स कवल एक ही सदय सरी जगह जाकर रहता ह कछ परवार क कई लोगबाहर रहत ह इसस भी परवार म बदलाव होत रहत ह इस तरह क बदलाव कवलहमार ही परवार म ही नह बक पर समाज म होत ह

अयास

1 बदलाव क कारण लखो -

टइया क परवार म शरद क परवार म उमा क परवार म

2 परवार म बदलाव कन-कन कारण स होता ह

3 अपन दादा-दाद या नानी-नाना स पता करए क जब व आपक उ क थ तब उनकपरवार म कौन-कौन था

4 गोपाल क परवार म या-या काम होता था

5 गोपाल को गाव छोड़ना य नह अा लगा

6 खती करन क बाद मनय क जीवन म या बदलाव आया

7 या आपक का या कल म भी सरी जगह स ब आए ह यद हा तो उनसबातचीत करए -

व कहा स आए ह उह यहा या-या नया लगा या उह यह बदलाव अा लगा

8 अपन परवार क सबस बजग और दोत क परवार म कसी बड़ स बात करक नीचक तालका परी करो -

9 आप जब कसी शाद म गए थ उसम आपन या-या दखा अपनी कापी म चबनाकर दोत को दखाइए उनक ारा बनाए गए च भी दखए

शक नदश-

1 बदलाव जदगी का हसा ह इन बदलाव का ब पर गहरा असर हो सकता हइसलए यह आवयक ह क इस चचा को सवदनशीलता स कर

2 का म ब स परवार छोड़न क कारण पर चचा करवाए इसस ब म परवारपर पड़न वाल भाव क त समझ वकसत होगी

2-मरा परवार मरी रणा

म कल स खश होकर लौट रही थी पयावरण सरण पर सबस अा लख मरा था मघर पर दो लोग को अपनी यह बात सबस पहल बताना चाहती थी एक मरी नानी औरसर मर भया व दोन मरी बात स सबस यादा खश होत ह

मरी नानी मर बार म सनन को हमशा उसक रहती ह भया स मझ हमशा रणा मलतीह नानी क घर म उनक दख-भाल करन वाला कोई नह ह भया क बात मानकर नानीअब हमार साथ ही रहती ह नानी क उ यादा ह वह ऊचा सनती ह और उह दखताभी कम ह रोज सबह पापा उनको अखबार जोर-जोर स पढ़कर सनात ह इस उ म भीनानी तरह-तरह क पकवान बनाती ह वो बाट-चोखा भी बत अा बनाती ह मा नउह स बनाना सीखा मा आज भी नानी स पकवान को बनान क बार म पछती रहतीह नानी क साथ हम सब मज स रहत ह

चचा करए -

जब कोई बढ़ा हो जाता ह तब उनको या-या तकलीफ हो सकती ह

मर भया कशन सगीत सखात ह ब उनक बत इत करत ह भया को सगीतसनन दोत क साथ घमन और बात करन का बत शौक ह भया को दखता नह हफर भी वह अपन काम खद करत ह जब कभी उनको मदद क जरत होती ह तो हमसब उनक मदद करत ह भया को पढ़न का बत शौक ह भया न शहर जाकर सगीतसीखा अब वह गाव म रहकर ब को सगीत सखात ह वालय म 26 जनवरी ककायम को तयार करन म भी भया न सहयोग दया था जब भी वह घर क बाहर जातह तब एक सफद छड़ी ल जात ह

चचा करए-

हम उन लोग क मदद कस कर सकत ह जह दखता नह ह या आपक परवार म ऐसा कोई सदय ह जो दख बोल या सन नह सकताआप उनक मदद कस करत ह

इस भी जानए -

जो लोग दख नह सकत उनक पढ़न क लए एक खास लप म कताब तयार क जातीह जस ल कहत ह ल एक मोट कागज पर एक नकल औजार स ब बनाकर लखाजाता ह ल कागज पर हाथ फरकर पढ़ा जाता ह क उस पर या लखा ह

लई ल ास दश का रहन वाला था जब वह तीन साल का था तब एक नकल औजारस उसक आख म चोट लग गई और उसक आख खराब हो गई उस आख स दखनाबकल बद हो गया उसक पढ़न म बत च थी वह पढ़न क तरकब सोचता रहताथा आखर उसन ढढ़ ही लया एक तरीका-छकर पढ़न का पढ़न क यह वध बाद मल लप क नाम स जानी जान लगी

इस तरह क लप म मोट कागज पर उभर ब बन होत ह उभर होन क कारण इहछकर पढ़ा जा सकता ह यह लप छः ब पर आधारत होती ह आजकल ल मनए-नए परवतन ए ह जसस इस पढ़ना-लखना और भी आसान हो गया ह ल लपअब कयटर क ारा भी लखी जा सकती ह

और भी जानए-

जो लोग सन नह सकत उनक लए साकतक भाषा इतमाल क जाती ह साकतकभाषा पर आधारत वशष कायम ट0वी0 पर सारत होत ह

ट0वी0 पर मक बधर क लए समाचार आत ह दखो वहा बात को कस कार सकतक ारा समझाया जाता ह

भया क ईमानदारी-

शाम को भया बोल-चलो मला चल अपन पड़ोस क दोत को भी बला लो इस बारअलग-अलग राय क लोग अपनी-अपनी चीज लकर आए ह भया न मला घमायाहमन बत कछ खाया पया मबई क भलपरी भी खाई भलपरी वाल न गलती स छःक जगह पाच ही लोग क पस लए हमन सोचा चलो पस बच गए पर भया न हसाबलगाया और भलपरी वाल को बाक पस दए हम आपस म खसर-फसर कर रह थ तोभया न समझाया क नह अज हम कसी को नकसान नह पचाना चाहए

ईमानदार होन पर डरन क जरत नह पड़ती आम वास बढ़ता ह ईमानदार लोगको सभी पसद करत ह

उस दन हमन भया स जो सीखा उस कभी नह भलग

इनको भी जानए -

चचा करए-

अगर भया कम पस दकर चल आत तो ब उनक बार म या सोचत आप इसबार म या सोचत ह

अयास

1 उर लखो-

(क) कशन क परवार म कौन-कौन ह

(ख) कशन ब को या सखात ह

(ग) हम ईमानदार य होना चाहए

(घ) पाठ म अज न अपन भया को या-या बात बता ह

(ङ) ल स आप या समझत ह

2 या आपक साथ कोई ऐसी घटना ई जसम लगा हो क आपन ईमानदारी का पालनकया था उस घटना क बार म लखए

3 पयावरण सरण पर पाच वाय लखए

4 उन लोग क सची बनाइए जो आपक वालय क काम म सहयोग दत ह और यहभी लखए क उनक सहयोग स आपको या लाभ आ

5 अगर कभी कानदार गलती स आपको यादा पस वापस कर द तो आप या करग

ोजट वक -

या कशन जस लोग क मदद क लए कोई योजनाए चल रही ह अपन बड़ याशक क सहायता स पता करए और उन योजना क सची बनाइए

शक नदश-

1 - ब ललप को दखग तो बहतर ढग स समझ पाएग बरललप क जानकारी दतसमय ब को वातवक लशीट दखाना अा रहगा

2 - इस उदाहरण ारा ब का यान इस तरफ खचा जा सकता ह क हमार परवारऔर समाज म कछ ऐस होत ह जो सामाय न होत ए भी बत तभावान होतह

3 - परानी बात को जानन को महवपण ोत हमार बजग होत ह ब क अदर यहसमझ वकसत होन स वह बजग क साथ समय बताएग

3-गौरव परकार

दसबर माह क थम सताह म वालय क वाषक खलकद तयोगता का आयोजनकया गया यक का क बालक-बालका न अपन-अपन मनपसद खल म भागलया खलकद क अतम दन समापन समारोह म परकार वतरण का कायम चलरहा था खलकद क साथ ही वालय क अय गतवधय म उक दशन क लएlsquoगौरव परकारrsquo ात करन वाल ब क नाम क घोषणा होन वाली थी हर बार कतरह इस बार भी शादमा क नाम क चचा थी

मच पर धानायापक न मय अतथ को परकार पान वाल ब का नाम लखाकागज दया और माइक पर उसका नाम बतान का अनरोध कया मय अतथ माइकक पास खड़ ए ब म सगबगाहट होन लगी क कसका नाम बलाया जाएगा तभीमाइक पर मय अतथ न मध क नाम क घोषणा क तालय क गड़गड़ाहट क बीचमध न मय अतथ स परकार हण कया शादमा को अपन नाम क घोषणा काइतजार था कत मध क नाम क घोषणा क बाद उसका मन उदास हो गया मधा कसाथय न खशी स मध को चार तरफ स बधाई दन क लए घर लया शादमा उह रस दखकर ःखी हो रही थी

कायम समात होन क पहल ही शादमा बझ मन स घर पची और मा क गोद म सररखकर सबकत ए सारी बात बताई मा न शादमा को अपन पास बठाया और बोल

lsquolsquoइसम ःखी होन क कोई बात नह ह हर बार एक ही जीत य जरी नह हअपन-अपन दशन क आधार पर जीतता या हारता ह तह वचार करना चाहएक तहार दशन म कमी य आई rsquorsquo

lsquoमझ लगा क हर बार तो म ही जीतती इस बार भी जीत जाऊगी लकन ऐसा नहआ मन खल का समय भी पढ़ाई म लगाया कत परीा म भी मझ अ अक नहमल ऐसा य आ मा शादमा न मा क ओर दखकर पछा

शरीर व होता ह तो मतक भी व रहता ह शरीर को व रखन क लए खलऔर ायाम क आवयकता होती ह पढ़ाई क साथ-साथ खलकद मनय क सवागीणवकास म सहायक होत ह- मा न शादमा को बताया

लकन मा हम हाथ-पर ारा खलत ह इसका मतक क वाय पर कस भाव पड़सकता ह शादमा न आयचकत होत ए मा स पछा

शादमा क बात सनकर मा मकरा कर बोल- जब तम कट खलती हो तब तमन दखाहोगा क गद को पकड़न क लए हाथ को बढ़ात समय यह भी सोचना पड़ता ह क गदको आग बढ़कर पकड़ पाएग या पीछ हट कर या अय कस तरीक स गद को पकड़पाएग यह सकत हम मतक स ही मलता ह और उसी क अनसार हम गद पकड़ पातह कसी काय को करन क लए षारीरक एव मानसक प स वकसत होना आवयकह पढ़न लखन खलन आद सभी काय म हमारा मतक और षरीर दोन एक साथकाय करत ह

मा क बात सनकर शादमा समझ गई थी क पढ़ाई क साथ खल का अयास हमारशरीर और मतक क वकास म सहायक होत ह

चचा करए -

या आप वालय म खल क घट म खलत ह आप लोग म स कौन खलन नह जाताआप खल म कभी हार ह

या आपन हार क कारण को जानन का यास कया ह जीतन वाली टम को हारन वाली टम स कसा वहार करना चाहए

पता कर - खल क घट म यद कोई बा खलन नह जाता ह तो खलन न जान ककारण का पता लगाइए आप उस ब क या मदद कर सकत ह

गम क छया हो गई थ षादमा क बआ अपन बट आसफ क साथ छया बतानआई थ शादमा आसफ स मलकर बत खष ई दोन घर क बाहर धप म ही खलननकल गय ब को धप म खलता दखकर षादमा क मा न उह घर क अदर आकरखलन को कहा घर क अदर भला हम कस खल सकत ह खल तो बाहर ही खलसकत ह - आसफ न कहा खल घर क अदर भी खल सकत ह आओ म तह बताती-शादमा क मा न कहा षादमा और आसफ न बात मान ली और अदर आ गए

घर क अदर मा न शादमा को करमबोड नकाल कर दया आसफ न उस साफ कयाऔर करमबोड पर पाउडर छड़क कर गोटया सजान लगा तभी पड़ोस क नतन औरनवीन भी आ गए व भी साथ म बठकर खलन लग खलत ए अचानक आसफ नकरम बोड को पलट दया जसस बची गोटया गर ग नतन को बत गसा आयाशादमा जोर-जोर स आसफ को भला-बरा कहन लगी नवीन क आख म आस आ गएयक वो जीतन वाला था शोर-गल सनकर आसफ क मा वहा आ पता चला कआसफ खल म हार रहा था अतः उसन खल खम होन क पहल ही खल को बगाड़दया

हम जब भी कोई खल खलत ह तो उसम या तो हम जीतत ह या हारत ह हमारी कोशशहोती ह क हम जीत लकन हमशा ऐसा नह होता हार जान पर हम जीतन वालखलाड़ी क खल क यास क शसा करनी चाहए और उस बधाई दनी चाहए यदहम जीतत ह तो हारन वाल क यास क सराहना करनी चाहए क उसन अत तकजीतन का यास कया जीतन पर अहकार क भावना नह आनी चाहए मा स य सारीबात सनकर आसफ को अपनी गलती का एहसास आ उसन नतन नवीन और शादमास माफ मागी और पनः चारा खलन बठ गए

सोचए और बताइए -

या आसफ का यह वहार उचत था आप आसफ क जगह होत तो या करत

आओ जान खल क कार

खल दो कार क होत ह -

1 - इोर गम- इसका अथ ह घर क अदर खल जान वाल खल जस-षतरज टबलटनस करम आद

2 - आउटडोर गम- इसका अथ ह खल क मदान म खल जान वाल खल जस-हाककट फटबाल आद

आउटडोर गस वाय क ट स अधक अ होत ह यक य खल वातावरण मउछल कद क साथ खल जात ह इोर गस षात वातावरण म मानसक प सअधिाक सय होकर खल जात ह

कछ खल इोर और आउटडोर दोन होत ह जस-बडमटन टबल टनस आद

चचा करए-

आप अपन घर क अदर कौन-कौन स खल खलत ह आपको खलना य अा लगता ह घर क बाहर खला जान वाला आपका य खल कौन सा ह

मलकर ऐस खल-

सभी खल क अपन वश नयम होत ह हम खल नयम एव वधय क अनसारखलना चाहए खल मनय को अा वाय दान करत ह साथ ही खल भावना सखल गए खल लोग म पाररक सौहाद एव टम भावना जागत करत ह

आइए जान- कोई भी खल लड़क और लड़कय म बट नह होत सभी कार क खललड़क क साथ लड़कया भी खल सकती ह अपन दश क पी0ट0 ऊषा बीनामोलबालसमा रोजा क-एथलटस बला चधरी-तराक सानया मज़ा-टनस अज बाबीजाज-लबी कद मरीकाम-बासग साइना नहवाल-बडमटन साी मलक-कती मअतराीय तर पर अपनी छाप छोड़ चक ह हमार यहा क महला हाक और महलाकट क टम ववयात ह इसी कार वराट कोहली कट म वनाथन आनदशतरज म तथा सरदार सह हाक म भारत को स दला रह ह दाग महला एवपष भी परा ओलक खल म भाग लकर वदश म परकत हो रह ह हम खल कोलकर कोई भदभाव नह करना चाहए

अयास

1 सोचए और लखए -

(क) मानसक वकास क लए शारीरक वाय य आवयक ह

(ख) करम बोड खलत समय आसफ क जगह आप होत तो या करत

(ग) शारीरक वाय क लए आप अपनी दनचया म कस या को शामल करग औरय इसक लए कौन सा समय नधारत करग

(घ) अपन पसद क खल क नाम तालका म लखए इनम स घर क अदर खल जान

2 च दखकर लखए-

3 र ान क पत कजए -

शतरज गम ह खल स मनय का वाय रहता ह इडोर और आउटडोर खल सकत ह फटबाल गम ह

4 पता करक मलान कर -

(क) महश भपत तराक

(ख) सचन तलकर मकबाजी

(ग) मरीकाम टनस

(घ) बला चधरी कट

ोजट वक -

1 ननलखत ाफ स सबत खल का च अपनी पतका म चपकाकर खल कानाम लखए -

1 रणजी ाफ -

2 सतोष ाफ -

3 डवस कप -

4 आगा खा ाफ -

2 अपन मन पसद खल क बार म लखए -

उस खल क नयम या ह

आपको यह खल य पसद ह

4 - आओ मलकर खल खल

नतन और गनगन बत खष ह आज उनक गाव म नागपचमी क अवसर पर वभकार क खल तयोगता का आयोजन होन वाला था स काका लाउडीकर सगाव वाल को तयोगता म हसा लन क लए ोसाहत कर रह थ lsquoम तो लबी कदम भाग लगाlsquo नतन न कहा

lsquoम रसाकसी म भाग लगीlsquo गनगन न चहकत ए कहा

भीम रन राकष राहला और आफताब भी वहा आ गए सभी अपनी-अपनी पसद कखल क बार म चचा करन लग उसी समय नतन क दादा जी भी वहा आ गए ब नदादा जी को घर लया और तरह-तरह क सवाल करन लग दादाजी न बताया क जब वोछोट थ तो अपन म क साथ नागपचमी क अवसर पर कती और कबी आद खलम बड़ उसाह स भाग लत थ

आओ जान-

रसी कद कस दौड़ गद तड़ी कती रसाकसी टच एड पास घर म टपा खो-खोकबी आद ानीय खल ह

चचा करए-

आप कौन-कौन स खल खलत ह अपन गाव म खल जान वाल मख खल क नाम बताइए इस कस खलत ह या बड़ बजग भी खल म तभाग करत ह कन-कन खल म उनक नामबताइए या आपक मा और बहन भी खलती ह व कौन सा खल खलती ह और कहाखलती ह

गाव क लोग क लए यह आयोजन वशष था गाव क ही कबी क खलाड़ी अनकतको दश तर पर उक दशन क लए ाम धान ारा समानत कया जाना थाअनकत क अ दशन क कारण उसका चयन राीय तर क टम म भी हो गया थायह सभी गाव वासय क लए समान क बात थी इस अवसर पर आस-पास क अयगाव क लोग भी एक ए थ सभी अनकत क सफलता क बार म जानन को उसकथ

अनकत न समान हण करन क उपरात गाव क सभी बड़ स आशीवाद लया अपनीसफलता क लए पछ गए सवाल क जवाब म अनकत न अपन अनभव को सबक साथसाझा कया

मोहत को खल म बत च ह मोहत का पर पोलयोत हो गया था कत खल कत उसका लगाव कभी कम नह आ वह अपनी बसाखी क सहार खल तयोगताका आयोजन दखन आया था अनकत क अनभव को सनकर मोहत क आख मआस आ गए मोहत न अनकत स पछा - या म कभी नह खल पाऊगा lsquolsquoतमअवय खल पाओग ढ़ इा श स सब कछ सभव ह अय ब क साथ दागब क लए सरकार क ओर स खल योजना क अतगत लाक तर जनपद तरएव दश तर पर खल तयोगता का आयोजन कया जाता ह उक दशन सचयनत ब राीय तर एव अतराीय तर पर तभाग करन का अवसर ात करतहrsquorsquo अनकत न मोहत क कध पर हाथ रखकर बताया

इह जान-

मजर यानचद - पव कतान हाक इनक नतव म भारतीय टम न ओलक म वणपदक जीता

पीवी स - बडमटन खलाड़ी रयो ओलक म रजत पदक वजता

सशील कमार - पहलवान भारतीय कती

मताली राज - कतान महला कट टट कट मच म दोहरा शतक बनान वालीपहली भारतीय महला खलाड़ी

अजय ठाकर - कतान भारतीय कबी टम भारत को कबी वड चयन बनान वालकतान

सया - कतान राीय खो-खो टम

हाक फटबाल कट बडमटन जडो जमनाटक एथलटस (दौड़) कबीमलखब खो-खो आद राीय खल ह हाक क खलाड़ी मजर यानचद क जमदन 29 अगत को भारत म lsquoराीय खलदवसlsquo क प म मनाया जाता ह हमारा राीय खल हाक ह

चचा करए-

या आप अपन वालय स बाहर भी खल म भाग लन गए ह खल का नामबताइए खल म आपका दशन कसा था राीय तर क खल म आपको कौन सा खल पसद ह और य

कछ भी मकल नह -

परा ओलक खल म नया भर क शारीरक तौर पर दाग खलाड़ी हसा लत हइन खलाड़य का जबा और जीत क कोशश इनक शारीरक कमजोरय को पीछछोड़ दती ह

हमारा गौरव

शरीर का नचला हसा स हो जान क बाद भी शाटपट (गोला फ क) म दपा मलक नरजत पदक जीतकर परा ओलक 2016 म पदक जीतन वाली पहली भारतीय महलाखलाड़ी बन गई ह य जवलन ो तराक एव मोटर रसलग स जड़ी एक दागभारतीय खलाड़ी ह परा ओलक खल म उलखनीय उपलय क कारण भारतसरकार न इहअजन परकार दान कया

तमलनाड क मरयपन थगावल न ऊची कद म वण पदक जीता पाच साल क उ मएक घटना म उनका एक पर जमी हो गया था इलाज क बाद भी ठक नह आगरीबी और शारीरक कमजोरी क बाद भी उहन हार नह मानी अपनी कड़ी महनतऔर लगन स वण पदक हासल कया ऐस ही लोग क बदौलत भारत का नाम वतर पर चमक रहा ह

अयास का महव

खलकद म शारीरक वाय एव अयास का महवपण ान ह नरतर खल काअयास हमारी शारीरक और मानसक सयता को बढ़ाता ह खलकद स हम

अनशासत धयवान समयब और वन होत ह खल का अयास करन सआमवास बढ़ता ह जसस खल क कौशल एव बारीकय को तीगत स सीखा जासकता ह हम खल म नयमत अयास एव कशलता स दश एव राीय तर परसफलता ात कर सकत ह अतः तदन अपन मनपसद खल का अयास अवयकरना चाहए खल हम आनद क अनभत भी कराता ह

हमार कछ पाररक खल

ाचीन काल स लकर आज तक क खल क वप म महवपण बदलाव ए ह खलक खल जान क साधन ान पोशाक तथा नयम आद म सवधानसार अनकपरवतन ए ह पहल पड़ क सखी टहनय एव लकड़य को वय तराश कर खलनयोय बनाया जाता था खल क वही उपकरण अब कारखान म बनाए जात ह जो योगकरन म आरामदह तथा दखन म भी आकषक होत ह खलाड़य क लए सरी टम सअलग दखन क लए अनक रग क सवधाजनक ोटस कट उपल ह खलन कलए टडयम एव खल क मदान बनाए गए ह जहा टordfक (मदान म दौड़न क लाइन) एवकाश आद क उचत वा रहती ह और खलाड़य को खलन क लए आदश कोट(खलन का नधारत ान) उपल होत ह टडयम म बत सार लोग एक साथ बठकर खल का आनद ल सकत ह

अयास

1 र ान भर-

(क) हमार दश का राीय खल ह

(ख) खल का अयास हमारी और सयता को बढ़ाता ह

(ग) घर म टपा खल ह

(घ) भारत म राीय खल दवस अगत को मनाया जाता ह

2 नीच लख खलाड़य क नाम क आग उनस सबत खल का नाम पता कर औरलख-

सचन तलकर साइना नहवाल सरदार सह गीता फोगाट मरीकाम

3 खल क नाम एव उनक च को दख इनम स ानीय खल क lsquoतीरlsquo को नील रग सतथा राीय खल क lsquoतीरlsquo को लाल रग स भर-

ोजट वक -

अपन घर क बड़ बजग स पता कर क जब व आपक आय क थ तो कौन-कौन स खलखलत थ कसी एक खल का नाम एव खलन का तरीका लखए

5-जीव जतओ क रोचक बात

आपन अपन आस-पास गौरया कबतर जस पय को दाना को चगत ए दखा होगाया आपन कभी सोचा ह क य पी र स ही इन दान को कस दख लत ह आपनदखा होगा क थोड़ी सी मीठ चीज जमीन पर गर जाए तो कछ ही दर म वहा चीटयका झड इका हो जाता ह

हमारी तरह जानवर म भी दखन सनन सघन और महसस करन क श होती हकोई जानवर मील र स अपन शकार को दख लता ह कोई हक स हक आहट कोभी सन लता ह कोई जानवर अपन साथी को सघकर ढढ लता ह

आप कस पहचानत ह लखए-

रग क पहचान - आख ारा दखकर

आवाज क पहचान-

ग क पहचान -

वाद क पहचान-

श क पहचान -

वभ जीव-जत अपन दखन सघन आद वशषता का उपयोग भोजन को ढढ़नऔर खतर को भापन म करत ह आइए जान जानवर क अजब नया क बार म

दखन क श - जीव म पय क सबस अधक तज होती ह चील बाज औरग जस पी हमस चार गना यादा दख पात ह जो चीज हम दो मीटर क री सदखाई पड़ती ह वही चीज य पी और भी अधक री स दख लत ह बली चीताउल तआ आद जीव तो अधर म भी अ तरह स दख सकत ह

अगर पय क तरह आपक आख आपक कान क जगह होती तो आप ऐस याकाम कर पात जो अभी नह कर पात ह और ऐस या काम नह कर पात जो अभीकर पात ह

यादातर पय क आख उनक सर क दोन तरफ होती ह पी एक ही समय म दोअलग-अलग चीज को दख सकत ह जब य बकल सामन दखत ह तब इनक दोनआख एक ही चीज पर होती ह

आपन दखा होगा क कछ पी अपनी गदन बत यादा घमात ह जस-उल जानत हय इसका कारण ह क यादातर पय क आख क पतली घम नह सकतीइसलए व अपन चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमात ह

पता कजए और लखए-

ऐस पी का नाम जसक आख सामन क तरफ होती ह

इस भी जान-

बत स जानवर रग को दखन पहचानन म अम होत ह उनक मा काला औरसफद रग दख पाती ह कत बदर मानव क तरह अलग-अलग रग को पहचानन मसम ह

सघन क श-

कछ जानवर म सघन क श बत तज होती ह या आपन कभी कसीक कोइधर-उधर कछ सघत ए दखा ह कम सघन क मता बत तज होती ह यदकाकसी ान स सर ान पर चल जात ह तो वह अपनी सघन क श क कारणवापस उसी ान पर आ जात ह

इस भी जान-क क सघन क श क कारण ही वोटक व नशील पदाथ को ढढ़नतथा अपराधय क पकड़न म उसक मदद ली जाती ह

शर चीता बली भी अपन सघन क श स अपन लए भोजन क तलाश व अपनवास ान को पहचानत ह चटया चलत समय जमीन पर कछ ऐसा पदाथ नकालती हजस सघकर पीछ आन वाली चीटय को राता मल जाता ह कछ नर कड़ मकोड़ गधस मादा कड़ क पहचान कर लत ह मर भी हमार शरीर क गध स हम ढढ़ लत ह

कन-कन मौक पर आपक सघन क श आपक काम आती ह सची बनाइए -

कसी चीज क जलन का पता चलना

कतन तज ह कान - तआ चीता बली आद जानवर क सनन क श बत तजहोती ह इनक बड़ कान मामली वन को भी सन सकत ह इसी तरह खरगोश क भीबड़ कान होत ह जो खतर का अनमान लगान म सम होत ह उनक कान वन कदशा म घम जात ह

चचा करए-

आपको या लगता ह या जानवर क कान क आकार और उनक सनन क श मकछ सबध होता ह

साप क पास बाहरी कान नह होत ह व जमीन पर होन वाल कन महसस करत हबीन क आवाज सनकर साप का नाचना लोग म फला एक म ह

इसी तरह चमगादड़ क सनन क मता बत तज होती ह व बत ऊच सर वालीआवाज अपन मख अथवा नाक स नकालत ह जब व आवाज कसी वत स टकराती हतो गजती ह इस गज को अपन कान स सनकर चमगादड़ अधर म अपन भोजन क रीऔर दशा का पता लगा लत ह

पता कजए और लखए-

ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स बड़ होत ह- ऐस जत क नाम लखए जनक बाहरी कान नह होत ह ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स छोट होत ह

आवाज अलग-अलग-

जगल म ऊच पड़ पर बठा लगर पास आती मसीबत (जस शर चीता) को दखकर एकखास आवाज नकालकर अपन साथय को सदश दता ह इस काम क लए पी भीखास आवाज नकालत ह कछ पी अलग-अलग खतर क लए अलग-अलग आवाजनकालत ह जस उड़कर आन वाल मन क लए एक तरह क आवाज और जमीन परचलकर आन वाल क लए सरी तरह क आवाज आवाज चाह कसी भी जानवर ननकाली हो उस इलाक म रहन वाल सभी जानवर इस चतावनी समझ सचत हो जात ह

सोन का ढग- जब कभी आप थक जात ह तो आराम करन क जरत महसस करत हएक छोटा बा दन म 14-16 घट सोता ह वयक क लए 6 स 8 घट क नद पयात

ह इसी तरह जानवर भी सोत ह

यादातर जानवर हमारी तरह रात म सोत ह कछ जानवर जस-उल चमगादड़ दन कसमय सोत ह बत स जीव-जत कसी खास मौसम म लब समय तक दखाई नह दतह यक बदलत मौसम क साथ वह अपना अनकलन करत ह

आपन भी दखा होगा क सदय म छपकलया नह दखाई दती ह

च म कछ जानवर क सोन क समय को दखाया गया ह च क नीच लखए क वहजानवर दन म कतन घट सोता ह एक छोटा खाना दो घट क बराबर ह

छपकली क लए सदय म यह घड़ी कसी दखगी बनाइए

अयास

1 कह दो जीव क नाम लखए-

(क) जनक सघन क श तज होती ह

(ख) जनक सनन क श तज होती ह

(ग) जनक बाहरी कान नह होत ह

(घ) जो रात म दख सकत ह

(ङ) जो दन क समय सोत ह

2 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) हम रगो क पहचान श ारा करत ह ( )

(ख) क क सनन क श तज होती ह ( )

(ग) उल दन क समय सोत ह ( )

(घ) हम वाद का अनभव दखकर करत ह ( )

(ड) खरगोश अपन कान स खतर का अनमान लगा लत ह ( )

(च) साप क बाहरी कान नह होत ह ( )

(छ) पी चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमा लत ह ( )

(ज) तआ अधर म नह दख सकता ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) जमीन पर मीठा गरन स चीटया कस आ जाती ह

(ख) पी अपनी गदन य घमात ह

(ग) कŸा का उपयोग अपराधय को पकड़न म य कया जाता ह

(घ) खरगोश कस कार खतर का अनमान लगात ह

4 दए गए च म जानवर क कान एक-सर स बदल दए गए ह पहचानए औरबताइए

कतना सीखा-1

1 आपको कौन सा योहार पसद ह इस दन घर क सदय या-या काय करत ह तालका म लख -

घर क सदय काय

तम

तहारी मा

तहार पता जी

भाई-बहन

दादा

दाद

2 अपन पसद क इोर और आउटडोर गस क सची बनाए -

इोर गम आउट डोर गम

3 या आप अपन इलाक क कसी स खलाड़ी को जानत ह यद हा तो उसकानाम और वह कौन सा खल खलत ह लखए -

खलाड़ी का नाम - खल का नाम

-

4 पता कर और लख -

(क) भारतीय महला कबी टम क कतान का नाम

(ख) भारतीय हाक (पष) टम क कतान का नाम

(ग) राीय मकबाज का नाम

(घ) परा ओलक (महला) म ऊची कद म वण पदक

जीतन वाली महला खलाड़ी का नाम

5 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भर -

क दखन जीभ साप

(क) सघन क श म बत तज होती ह

(ख) क बाहरी कान नह होत ह

(ग) वाद का अनभव हम ारा होता ह

(घ) पय क क श तज होती ह

6 कछ ऐस जीव क नाम लख जो लब समय क लए नद म चल जात ह

7 जानवर खास आवाज य नकालत ह

8 आप गद स खलन वाल कतन खल जानत ह द गई गद म सची बनाए -

6 -वय जीव का सरण

आपन अपन आस-पास अनक जानवर को दखा होगा इनम कछ जानवर पालत होत हजह हम अपन उपयोग क लए पालत ह कछ जानवर जगल म रहत ह ऐस जानवरको वय जीव कहत ह

च को दखकर पालत और जगली जानवर क सची बनाइए

पालत जानवर - जगली जानवर

-

जीव जत हम कत ारा दए गए उपहार ह हम अपनी आवयकता क पत कलए कसी न कसी प म इन जत पर नभर ह बल खर ऊट घोड़ा आदजताई बोझा ढोन तथा सवारी ढोन का काम करत ह गाय भस भड़ बकरी स धमलता ह मग बतख स हम अडा मलता ह इसी तरह मर ए जानवर क खालतथा हय स जत पस बटन कघी तथा अय सजावट क सामया बनती ह भड़ऊट याक जस जत स हम ऊन मलता ह

तालका परी कर -

चचा करए-

यद य उपयोगी जत हमार जीवन स धीर-धीर वलत होत जाए तो या होगा

कटत जगल वलत होत जीव -

ऊपर बन च को दख इन च म मशः परवतन दखाई पड़ रहा ह

आइए जान ऐसा य आ

आज स बत साल पहल घन जगल आ करत थ इन जगल म तरह-तरह क पड़- पौधएववय जीव पाए जात थ पड़-पौध एव वय जीव क सया भी बत अधक थीजनसया बढ़न क साथ आवयकताए बढ़ खती करन व मकान बनान क लए हमअधक भम क आवयकता ई इस कारण घन जगल क कटाई श (ार) कगई जसस पड़-पौध कम हो गए पड़-पौध क सया कम होन क कारण वषा कमहोन लगी नदया लग इसका असर जगल म रहन वाल वय जीव पर पड़ा सरतान एव भोजन एव पानी क कमी क कारण इनक सया कम होन लगी कछ पश-पय क जातया तो परी तरह खम हो ग ह

कारखान रलव लाइन सड़क व बाध आद क नमाण काय न बत स जीव-जत कघर को न कया इसक परणामवप पश-पय क सया म गरावट आई

कछ लोग अपन फायद क लए गर काननी तरीक स जानवर का शकार करत ह हाथीदात क लए हाथय का शकार कया जाता ह बाघ शर हरन कछआ आद जानवरक खाल का अवध ापार कया जाता ह गड व बारहसगो को उनक सग क लएमार दया जाता ह

इन कारण स वय जीव क सया लगातार कम होती जा रही ह पश-पय क कछजातया तो परी तरह समात (खम) हो चक ह जह वलत जातया कहत ह यजातया अब दखाई नह दती ह जबक कछ जातया खम होन क कगार पर हजह सकटत जातया कहत ह

वय जीव

वलत जातया- सकटत जातया

डायनासोर गौरया

ममथ अकन हाथी बाघ

लाल पाडा ग

डोडो पी साही

लाल तोता शर काला हरण बारहसगा कछआ

वय जीव का सरण -

वय जीव को बचान क लए सरकार ारा कानन बनाए गए ह जानवर क खाल दातही सग क अवध ापार पर रोक लगा द गई ह पश-पय को सरा दान करन

क लए राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना क गई ह इन ान मवय जीव का शकार करना मना होता ह यहा पश-पी वत प स रहत ह

ऽ गौरया को बचान क लए या कर सकत ह

भारत क मख वय जीव अयारय एव उान

- धवा राीय उान (उ)

- चभा वय जीव अयारय (उ)

- राजाजी राीय उान (उराखड)

- गर राीय उान (गजरात)

- नदा दवी राीय उान (उराखड)

- जम काबट राीय उान (उराखड)

- बादपर राीय उान (कनाटक)

- काजीरगा राीय उान (असोम)

- बाधवगढ़ राीय उान (म)

- काहा कसली अयारय (म)

- सरका राीय उान (राजान)

इस भी जान

रड डाटा बक वह कताब ह जसम सभी सकटत जातय का रकाड रखाजाता ह

गौरया को बचान क लए अब हर साल 20 माच को lsquolsquoव गौरया दवसlsquolsquo मनायाजाता ह बाघ हमारा राीय पश ह इसका अतव खतर म ह इसक सरा क लए बाघपरयोजना (ोजट टाइगर) लाग क गई ह

जानवर क त सवदनशीलता-

दए गए च को दखए और पढ़ए-

अब यह पटारी ही मरा घर बन गया ह म तो जगल क जानवर स मलना भल ही गया

यह मत सोचो क म सक स म नाचकर कदकर और कई तरह क करतब दखाकर खश अगर म य सब न क तो भखा र

नाचत-नाचत मरी हालत खराब हो जाती ह कभी-कभी तो खाली पट नाचना पड़ता ह

पजड़ म बद रहकर म खली हवा म सास लना भल ही गया इस पजड़ म रहकर मरपख भी कसी काम क नह

य जानवर उदास य ह सभी जानवर क बात को पढ़कर आपको या सीख मलती ह

ायः आपन मदारी सपर आद क बार म सना होगा मदारी बदर भाल आद का खलदखाता ह इसी तरह सपरा तरह-तरह क साप दखाता ह तथा अपनी बीन क धन परउह नचाता ह य लोग अपनी रोजी-रोट क लए इन जानवर पर नभर होत ह य लोगका मनोरजन करत ह और बदल म लोग इह अनाज पस आद दकर जीवन-यापन(गजर-बसर) म उनक मदद करत ह

हम जानवर पर कसी न कसी कार स नभर होत ह हम अपनी आवयकता कपत क लए वभ जानवर को पालत ह जानवर को पालन क साथ-साथ हम उनकत सवदनशील होना चाहए हम उनक दखभाल करनी चाहए उनक भोजनचकसा क वा करनी चाहए पय क लए अपन घर क बाहर या छत परउनक दाना-पानी क वा करनी चाहए सड़क पर घमन वाल अय जानवर को भीहम छड़ना नह चाहए यद सभव हो तो उह भी खाना दना चाहए

अयास

1 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर (ग) का च लगाए-

(क) जगली जानवर को हम अपन घर म पालत ह ( )

(ख) ग एक वलत जात ह ( )

(ग) जानवर क त हम सवदनशील होना चाहए ( )

(घ) वय जीवो को बचान क लए राीय पाक क ापना क गई ह ( )

(ङ) जम काबट अयारय मय दश म त ह ( )

(च) जगल क कटन स पश-पय क सया म व ई ह ( )

(छ) मदारी बीन क धन पर बदर को नचाता ह ( )

2 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भरए -

रड डाटा बक ऊन वलत बाघ उपहार

(क) डायनासोर एक जात ह

(ख) भड़ ऊट याक आद जत स हम ात होता ह

(ग) सकटत जातय का रकाड म रखा जाता ह

(घ) हमारा राीय पश ह

(ड) जीव-जत हम कत ारा दए गए ह

3 क उर लखए -

(क) वय जीव क सया म गरावट य होती जा रही ह

(ख) उराखड राय क दो राीय उान क नाम लखए

(ग) ोजट टाइगर या ह

(घ) कह दो सकटत एव वलत जातय क नाम लखए

(ङ) वय जीव अयारण तथा राीय उान क ापना य क गई

ोजट वक

1 वलत हो रह वभ जीव-जत या पय क च चाट पपर पर चपकाए तथाउनक बार म जानकारी एक कर लख उनक लत होन क कारण लखकर उनक एकरपोट तयार कर का म लगाए

7-जगल और जन-जीवन

आपन जगल क बार म सना होगा ायः आपन ट0वी0 म भी जगल क य दख हग

-

आपन दखा होगा तरह-तरह क फल-फल कई तरह क छोट-बड़ पड़-पौध रग बरगीचहचहाती चड़या और बत स जानवर जगल म र-र तक हरयाली रहती ह जगलम पय क चहचहाहट और वभ जानवर क बोलया भी सनाई दती रहती ह

ऐस ही सदर जगल स ढक ह हमार दश क कई हस

चचा करए-

कह बत सार पड़ उगाए गए ह तो या वह जगल बन जाता ह जगल हमार लए य महवपण ह इन जगल स हम या मलता ह

जगल तरह-तरह क पड़-पौध व पष-पय का वास ान होत ह इनका मनय कजीवन म अयत महव ह य वायमडल म आसीजन क माा को बढ़ात ह औरवशली गस क माा को कम करत ह य म क कटाव को रोकत ह वषा करान मभी इनक महवपण भमका होती ह

जगल स उपयोगी इमारती लकड़या ात होती ह हमार दष म लगभग 4000 सअधक कम क लकड़या वन स ात होती ह इनम सागौन षीषम दवदार चीड़आद इमारती लकड़या महवपण ह जन पर हमारा लाईवड उोग काठ उोगइमारती लकड़ी उोग आद नभर ह बास क पड़ स चटाई डलया हाथ वाला पखाबासरी बनाई जाती ह इनस कागज दयासलाई का रषम रबर लाख बीड़ी पलऔशध आद उोग क लए का माल ात होता ह पलाश व कसम क पौध परलाख क कट एव षहतत क पौध पर रषम क कट का पालन कया जाता ह

पता कजए-

हम जगल स और या-या चीज मलती हपश-पय क अलावा जगल म और कौन रहता ह

ारक मानव जीवन

मानव सयता क वकास क कहानी लाख वश परानी ह सयता क आर म मानवजगल म रहता था मानव आदकाल स ही जगल पर नभर था पहल मानव बदर कभात चार पर पर चलता था धीर-धीर उसका वकास आ और वह दो पर पर सीधाखड़ा चलन लगा अगल पर का योग हाथ क प म करन लगा मतक और हाथका उपयोग वह तरह-तरह क काय म करन लगा

आज क भात ारभ म मानव क पास रहन क लए घर नह थ व एक जगह स सरीजगह घमत रहत थ व खल आकाष क नीच जगल म नदय व झील क कनारगफा म रहत थ जगली जानवर स अपनी सरा तथा उनका शकार करन क लएउनक पास कवल पर क ही औजार थ

कदमल फल तथा शकार स ात मास ही उनका मय भोजन था जानवर क खालपड़ क छाल एव प को व क तरह पहनत थ इस तरह जीवन तीत करन वालमानव आदमानव कहलाए

कस मली आग -

एक बार बत तज आधी आई कछ पड़ क डालय क आपस म रगड़न स चगारयानकलन लग य चगारया जब सख प और घास पर पड़ तो आग लग गई आगलगन स बत सार जानवर भाग गए जो नह भाग पाए व जल गए आद मानव नउनक मास को खा कर दखा उह भना मास अा लगा

एक बार जब पर स पर टकराया तो उसम स भी चगारी नकली व खशी स झमउठ आहा मल गई आग

आग क खोज ारक मानव क एक बड़ी उपलिा थी इसक खोज क साथ हीमानव भोजन को पकाकर खान लगा आग का उपयोग उसन अपन शरीर को गम रखनऔर जगली जानवर स रा करन क लए कया

सोचए और लखए-

आग का उपयोग करन क पहल मानव का जीवन कसा रहा होगाआग का ान होन क बाद मानव जीवन म या परवतन आया होगा यद आग नह होती तो हम या-या दकतपरषानया होती आग का उपयोग हम कहा-कहा करत ह

धीर-धीर मानव अपन चार ओर क वातावरण को समझन लगा उसन पर क छोटऔर सडौल औजार बनान ष कए पर क अतर जानवर क हया एव सग स

भी औजार बनाए उसन अपन आप उगी घास और अनाज को एकत करना ष करदया

इस भी जान-

का मानव का थम पालत पश थाताबा सवथम खोजी गई धात थी

इधर-उधर बखर अनाज स पनः अनाज उगता दख उसन खती करना सीख लया खतीकरन क लए उह अलग तरह क औजार बनान पड़ इन औजार को टकाऊ बनान कजरत महसस ई यक पर क औजार जद टट जात थ अपन औजार कोटकाऊ बनान क लए उहन बत उपाय कए और जमीन क खदाई कर ताब को खोजनकाला खती क साथ पषपालन भी ारभ आ पष का योग मास व ध ातकरन म कया जाता था

ताब क औजार स काम काफ आसान हो गया बाद म जब लोह का पता चला तबउसस भी औजार बनाए य औजार ताब क औजार स अधक मजबत रहत थ इनधात क खोज क साथ कहाड़ी और हसया उनक मख औजार हो गए थ

पहाड़ो स लढ़कत ए लकड़ी क बड़-बड़ ल को दखकर उह पहए का वचार आयाल को काटकर उहन पहए का आवकार कया इसका योग म क बतन बनानम तथा सामान ढोन म कया जान लगा

सोचए और लखए-

कहाड़ी और हसया स या-या कया जा सकता हपहए का उपयोग ारभक मानव न कन-कन काय क लए कया होगाआपन अपन आसपास पहए का उपयोग होत कहा-कहा दखा ह

जगल और आदवासी

या आपको पता ह क आज भी हमारी जनसया का एक छोटा हसा जगल मनवास करता ह इह हम आदवासी कहत ह य हमार दष क वभ राय म पाएजान वाल जगल म नवास करत ह आदवासय का जीवन परी तरह जगल पर नभरहोता ह

अपनी दनक आवयकता क पत य जगल स मलन वाल वभ उपाद क ाराकरत ह जगल स ात क पदाथ स य डलया चटाई ढोल बासरी टोकरीपŸाल बतन जड़ी-बट स औशधिा (दवा) आद बनाकर ानीय बाजार म बचत हऔर अपना जीवकोपाजन करत ह य जगल क रखवाल होत ह य जगल को काटतनह ह जतनी जरत होती ह उतना ही जगल स लत ह आदवासय क जदगीजगल स ही जड़ी होती ह अगर जगल नह बचग तो य भी नह बचग

इस भी जान

जगल अधकार कानन 2007 -यह कानन आदवासय को जगल पर उनका हकदलाता ह इसक अनसार जो लोग कम स कम 25 साल स जगल म रह ह उनका वहाक जगल और वहा पदा होन वाली चीज पर हक ह उह जगल स हटाया नह जाएगाजगल बचान का काम भी उनक ाम सभा करगी

चचा करए-

अगर जगल नह बचग तो आदवासी नही बचग ऐसा य यद य जगल न हो जाएतो हमार जीवन पर या भाव पड़गा

आदवासय क लए जगल ही सब कछ ह वकास क लए बत सी योजनाए चलाईजाती ह कह बाध बनाए जात ह तो कह फटरी इन योजना क कारण जगल काटजात ह जगल क कटन स आदवासय क जीवन पर तकल भाव पड़ा ह व अपनी

घर सकत कला पररा आद स र हो जात ह आदवासी ही नह बक गावकब और षहर म रहन वाल लोग का जीवन भी जगल क कटन स भावत हो रहाह हम पयात माा म ष हवा नह मल पा रही ह वशा म कमी क कारण फसल काउपादन भावत आ ह

पता कजए-

या आपक आस-पास कोई ऐसा काम चल रहा ह जसक कारण वहा क पड़ काटजा रह ह इसक वजह स वहा क वातावरण पर या भाव पड़ रहा ह पड़-पौध क सया बढ़ान क लए हम या यास कर सकत ह

हमार दष म पहल लोग जगल और बाग बगीच स यार करत थ कसान अपनी खती कआध भाग म पड़ जर लगात थ पर अब लोग पड़ लगाना भलत जा रह ह हमअधिाक स अधक पड़ लगान चाहए और उनक दखभाल करनी चाहए यद वकासकाय क लए कसी ान वषश स व काट जाए तो वकप क प म अय ानको चयनत कर उनम अधक स अधक पड़ लगान चाहए

वन का बचाव -

सरकार न वन क रा क लए सामाजक वानक नाम क योजना श क ह उसनकानन बनाकर वन क कटाई पर रोक लगा द ह

पहाड़ी इलाक म लोग न चपको आदोलन चलाकर पड़ क कटाई रोकन क कोशशक ह इस आदोलन क शआत ी सदर लाल बगणा जी न क थी इस आदोलनम लोग न पड़ स चपककर उनको काटन का वरोध कया चपको आदोलन का एकनारा ह-lsquolsquoलकड़ी पानी और बयार य ह जगल क उपकारlsquolsquo

वन को बचान क लए ी क0एम0 मशी ारा सन 1950 म वन महोसव कशआत क गई इस महोसव म पड़ लगान का काय कया जाता ह

पहाड़ी इलाक गढ़वाल म लड़क-लड़कय क शाद क अवसर पर पड़ लगान क थाश क गई ह इस lsquoमती आदोलनlsquo कहत ह इसम ववाह क बाद ससराल आन परलड़क मायक क याद म एक पौधा लगाती ह और उसक दखभाल करती ह इस मतीव कहत ह

अयास

1 दए गए शद क सहायता स र ान भिारए -

(आसीजन लाख पर जगल आदमानव)

(क) ारक मानव क औजार बनात थ

(ख) जगल वायमडल म क माा को बढ़ात ह

(ग) मानव वकास क कहानी वष परानी ह

(घ) आदवासय का जीवन पर नभर होता ह

(ङ) आग क खोज न क थी

2 जगल कटन स होन वाल परणाम लखए

3 तलना कर -

जीवन शली आदमानव आज का मानव

(क) रहन का ान (नवास)

(ख) खान-पान (भोजन)

(ग) रहन-सहन (व)

4 चपको आदोलन या था इस कसन ार कया

5 आदवासी अपना जीवकोपाजन कस करत ह

6 पता कर -

म क बतन बनान म आग और पहय क उपयोगता

7 चचा कर -

अगर हम खती करना नह जानत तो भोजन कहा स ात करत और या खात

ोजट वक

भारत क मानच म वभ राय म पाए जान जगल को हर रग स भर कर दशाए औरका म इस चपकाए

8-भोय पदाथ का सरण

ब या आप जानत ह क तदन हम जो भोजन करत ह उस सरत कस रखाजाता ह घर म भोय पदाथ जस-अनाज दाल व मव आद को सख एव व डबम बद करक य रखा जाता ह पक ए भोजन को ढककर य रखत ह सोचो औरबताओ

हमार वाय क स उ सभी काय हमार लए अत आवयक ह यक हमारवातावरण म उपत समजीव हमार भोय पदाथ को सषत (खराब) कर दत ह

भोय पदाथ क सषत (खराब) होन क मय कारण

भोय पदाथ क सरण क बार म जानन स पव यह जानना आवयक ह क हमारभोय पदाथ खराब य हो जात ह आओ करक दख-

भोय पदाथ कस खराब होत ह

योग- एक रोट पर पानी क कछ बद डालकर एक डब म बद कर द कछ दन तकरोट को रोज दखो जब तक आपको इस पर कछ बदलाव न दख द गई तालका कोचाट पर बनाओ और का म चचा करन क बाद उस भरो

दन रोट म बदलाव

छनश म गध म रग म

सामान क खाली पकट पर लखी मय वजन तारीख आद सबधी जानकारी कोदखए और चचा करए

पता करो-

रोट म या बदलाव आया रोट पर फफद य आई

योग-2 -वालय म बन एम0डी0एम0 स थोड़ा सा भोजन लकर उस कसी कटोरी मढककर रख ब को इस दखाए और हो रह बदलाव को तालका म अकत कर-

दन भोजन म या बदलाव आ

थम दन

तीय दन

आपन दखा क ढककर रख होन क बावजद भी यह भोजन खराब हो गया ऐसा य आ

भोय पदाथ को नम ान और खला रखन स धल क कण मखया फफद व जीवाणआद उस खराब कर दत ह जसस उसक पोषक तव न हो जात ह और वह खानयोय नह रहता ह गम क दन म भोजन जद खराब हो जाता ह जबक सदय मजद खराब नह होता ऐसा य

तापमान कम होन स जीवाण जद नह पनपत

भोय पदाथ क सरण क आवयकता

गम एव नमी दोन ही तय म फफद व जीवाण शीता स पनपत ह यही भोयपदाथ को खराब व सड़ान का भी काय करत ह यद भोय पदाथ म इनक बढ़न परनयण पा लया जाए तो इह खराब होन स बचाया जा सकता ह भोय पदाथ काउचत रख-रखाव न करन स ननलखत नकसान होत ह-

उनम फफद लग जाती हवाद खराब हो जाता ह भोय पदाथ म पोषक तव क कमी आ जाती हघन एव कड़ पड़ जात ह

हमार वाय क स भोय पदाथ को सरत रखना आवयक ह

हम लोग शीत ऋत म हर ताज मटर बड़ चाव स खात ह आपन ीम ऋत म भी डबाबद हरी मटर दखा और खाया होगा आल तो हम खान क लए सभी महीन म मलताह आप सोचए क मटर और आल को कस सरत रखत ह

भोय पदाथ जस-ग चना दाल चावल अचार व मरबा आद को हम साल भरउपयोग कर सक इसक लए उह उचत वधय स सरत रखना पड़ता ह इसीलएभोय पदाथ क सरण क वधय क खोज क गई एव उन वधय क अनसार भोयपदाथ को सरत करक रखा जान लगा ह

आपक घर म अनाज और दाल को कड़ स बचान क लए या-या उपाय करतह

भोय पदाथ क सरण क वधया-

भोय पदाथ क सरण क नन वधया ह-

1 सखाना (नजलीकरण) -धप म भोय पदाथा को सखाना एक परानी तथाबचलत वध ह इस वध म सय क करण स ात ऊमा ारा भोय पदाथ कोसखाया जाता ह जसस इनम उपत जल क माा वापीकत हो जाती ह और सम

जीव क व क अवसर कम हो जात ह धप म अनाज दाल पापड़ बड़ी चससवइया आवला गोभी मथी आम आद को सखाया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

2 ठड ान पर रखना (शीतन)-गथ ए आट हरी सजया एव फल को गील कपड़स ढककर कछ समय क लए सरत रख सकत ह ध दही एव पक ई सजी आदभोय पदाथ को कसी बतन म रखकर उह ठड पानी म रखकर भी सरत कया जासकता ह आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर)का उपयोग कया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर) का उपयोगकया जाता ह अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह(को टोरज) का भी उपयोग कया जाता ह

3 उबालना- उबालन क या म अधक तापमान क कारण हानकारक जीवाण नहो जात ह इसलए घर म ध को उपयोग क पव उबाला जाता ह पीन क पानी को भीजीवाणरहत करन क लए ही उबाला जाता ह

4 रासायनक एव अय पदाथ का योग-

कछ रासायनक पदाथ भी सम जीव को उप होन स रोकत ह जस- सोडयमबजोएट व सरका आद इसक अतर नमक चीनी तल आद का उपयोग भी भोयपदाथ क सरण म कया जाता ह जस-आम सब अगर अमद आवला आद कोसरत रखन क लए इह चीनी क गाढ़ चाशनी म पकात ह और मीठा अचार मरबाव चटनी आद क प म सरत करत ह क आम करला व मच का अचार बनातह और तल व नमक डालकर सरत करत ह

भोय पदाथ क सरण म रासायनक पदाथ का उपयोग उपय माा म ही करनाचाहए अधक माा म इनका उपयोग वाय क लए हानकारक ह

अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह (को टोरज)का भी उपयोग कया जाता ह

5 गम करक तरत ठडा करना (पारीकरण)-पारीकरण क या म सवथम धको 700ब तापम पर गम कया जाता ह फर तरत 00ब पर ठडा कया जाता हइसस ध म उपत हानकारक जीवाण न हो जात ह इस कार ध को साफबोतल या पकट म बद करक ध डयरी पर बचा जाता ह

वतमान समय म उपल भोय पदाथ को भवय हत सरत रखन क लए कए जानवाल उपाय को भोय पदाथा का सरण कहा जाता ह

आपक घर म भी भोय पदाथ को सरत रखन क लए कछ उपाय कए जातहग इह नीच द गई तालका म लखो

0स0 भोय पदाथ सरत करन क उपाय

1 ध -------उबालत ह

2 पक ए चावल

3 हरी धनया--------- गील कपड़ म लपटकर रखत ह

4 अनाज

5 आल

6 पक आम

7

सरण का महव -

खा सामी को घन फफद एव अय कटाण स सरत रखनाआवयकता स अधक पदा होन वाल फल सजी एव अनाज को सरत रखनाअनाज फल व सजय को र ान पर भजन क लएपक भोय पदाथा को सरत रखकर बारा उपयोग करना

भवय क लए खा पदाथ क सरा मानव मय ह-

भारत म अधकतर खा पदाथ का उपादन मौसम क अनसार होता ह कछ लोगवष भर क लए अनाज व दाल खरीद लत ह यक जस मौसम म इनकाउपादन होता ह उस मौसम म य कम दाम पर उपल हो जात ह इन खापदाथ को उचत ढग स सरण करना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत हसरकार भी भडार गह म ग चावल दाल आद का भडारण करती ह जससदष म इनक कमी न होन पाएकसान भी जब अनाज को उगात ह तो अपन खान क लए वष भर का अनाजरखकर शष बच दत ह इन खा सामय को सरत करक अधक दना तकयोग म लात ह

अपन रसोई घर म स खान-पीन क कछ चीज चनकर लखए-

जो एक-दो दन म खराब हो सकती ह

हत भर तक खराब नही हगी महीन भर तक खराब नही हागी वशष मौसम म मलन वाली खावत

भोजन को बबाद न कर-

चचा करए-

च को यानपवक दखए और फसल उगान क या एव भोजन बबाद न हो इस परसमह म चचा कजए

जस भोजन को लोग एक मनट म ही फ क दत ह उस उगाकर फसल बनान म महीनलग जात ह इसलए भोजन फ कन स पहल एक बार अवय वचार कर

अयास

1 ननलखत क उर लखए-

(क) भोय पदाथ क खराब होन का मख कारण या ह

(ख) भोय पदाथ क सरण क वधया कौन-कौन सी ह

(ग) नजलीकरण स आप या समझत ह

(घ) भोजन क गणवा को बनाए रखन क उपाय लखए

2 र ान क पत कजए-

(क) सभी जीव क लए आवयक ह

(ख) भोजन पर बठकर इस षत कर दती ह

(ग) ध को सरत करत ह

(घ) सजय को काटन स धोना चाहए

3 सही जोड़ बनाइए-

कालम lsquoअlsquo कालम lsquoबlsquo

क) भोय पदाथ को खा पदाथ को षत कर दत ह

(ख) फल को खान स पहल वषला होता ह

(ग) सषत भोजन धोना चाहए

(घ) फफद ढककर रखना चाहए

4 सही कथन क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का नशान लगाइए-

(क) फफद लगी ड को साफ करक खाना चाहए ( )

(ख) बाजार क खली ई चीज और कट फल नह खाना चाहए ( )

(ग) भोजन को बबाद नह करना चाहए ( )

(घ) भोजन को ढककर रखना चाहए ( )

पता कजए -

घर म भोय पदाथ को जीव स सरत रखना जरी ह च म कछ ऐस जीवदए गए ह पहचान कर नाम लखए-

9-हम और हमारी फसल

नहा अपन भाई क साथ तदन वालय जाती थी रात म उस धाान क लहलहातखत दखाई पड़त थ उस दखकर नहा बत खष होती थी उसक मन म सदव यहजासा रहती थी क य पौध इतन हर-भर कस दखाई पड़त ह फसल को उपजान मया-या काम करना पड़ता ह अपन मन क सारी जासा को उसन का म आकरअपनी षका स पछा

षका न सभी ब को बताया क य हर-भर पौध अनाज सजया फल आदकसान क कड़ी महनत स मलत ह कसान को lsquoअदाताlsquo भी कहत ह

आइए जान फसल उपजान क तरीक

कसी भी फसल (अनाज) को उपजान क लए सवथम म एव मौसम क जानकारीआवयक ह

म तरह-तरह

अलग-अलग खत स म एक करक दखए

म म क पहचान उगन वाली फसल

बलई म म क बड़-बड़ कण बाल तरबज खरबज बाजरा क माा अधक

चकनी म म क कण छोट बाल क ग चना मटरधान माा अपाकत कम

सट म महीन कण वाली म ग गा

दोमट म बलई म चकनी म धान कपास गा

तथा सट म मल जल

म क पहचान क बाद कसान उसक खदाई जताई गड़ाई नराई करत ह

मौसम क अनसार फसल क बआई

भारत क अलग-अलग भाग म अलग-अलग फसल होती ह य फसल वहा क म एवमौसम पर नभर करती ह पानी एव तापमान क आवयकतानसार फसल अलग-अलगसमय म बोई जाती ह ऋत (मौसम) क आधार पर फसल को तीन वग म बाटा गयाह-खरीफ रबी और जायद

च को दख और जान

बड़ स पता करए आपक इलाक म कौन-कौन सी फसल कस समय (मौसम) मअधक होती ह और य

म एव मौसम क अनप कसान बीज बोन का काम करत ह अनाज क व दानजनका योग अगली फसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलाता ह बीज दोकार क होत ह-

1-साधारण बीज- इस कसान वय तयार करत ह

2-उतशील बीज-इस तरह क बीज वानक वध ारा तयार कए जात ह इन बीजक योग स पदावार अ होती ह

आप भी चाट पपर पर अनाज क बीज को चपकाए एव उनक नाम लखए

उम बीज का चयन करन क बाद तयार म म उसक बआई क जाती ह

खत क लए सचाई एव खाद

अपन घरवालय म लग पौध को यान स दखए यद इन पौध म पानी नह डालाजाए तो या होगा पौध क उम व एव वकास क लए कम वध स जल दनक या सचाई कहलाती ह

पता करए कसान खत क सचाई करन क लए कौन-कौन स साधन का योग करतह

कसान अपन खत क सचाई करन क लए जल- तालाब झील नद क नलकपनहर आद स ात करत ह इस जल को अपन खत तक पचान क लए अनक साधनका योग करत ह जस-बड़ी ढकली मोट (घरनी) रहट चन प (य चालत प)आद

या आप जानत ह

आजकल सचाई क नई पत प (टपक) सचाई और कलर (छड़कन) सचाईका भी योग कया जा रहा ह टपक पत ारा पानी पौध क जड़ पर बद-बद वावपाइप आद स डाला जाता ह फल फल सजी आद क सचाई टपक सचाई कमायम स क जाती ह जबक ग मटर आद फसल क सचाई कलर (फौवारा)पत क ारा क जाती ह यह दोन सचाई सख या कम वशा वाल म अधक

योग क जाती ह यक इसम पानी क बचत होती ह और फसल अ होती हछड़काव पत बलई म क लए अयत उपयोगी ह

म को उपजाऊ बनान एव अ फसल ात करन क लए कसान अपन खत मखाद का योग करत ह खाद दो कार क होती ह-

जवक खाद उवरक या रासायनक खा

गोबर क खाद यरया

कोट क खाद अमोनयम सफट

(बकार साग-सजी पौध-पया आद) डीएपी (डाई अमोनयम सफट)

नीम क खली खाद जक सफट

मल-म क खाद यरट आफ पोटाश

कचए स तयार खाद (वम कोट)

जवक खाद क योग स म उपजाऊ होती ह फसल पर कोई हानकारक भाव नहपड़ता ह रासायनक खाद का योग करन स षआती साल म उपज यादा होती हपरत बाद म धीर-धीर भम बजर होन लगती ह अधक माा म इसका योग करन सभोजन म जहरील तव क माा बढ़ जाती ह जसस हम अनक बीमारया हो जातीह पष (गाय भस बकरी आद) ारा इन खा पदाथ का योग करन स व भीबीमार पड़ जात ह जो धा हम पीत ह उसक गणवा कम हो जाती ह ऐस म अवाय क लए जवक खाद ही उम ह हमारी सरकार भी जवक खाद बनान एवउसक योग करन पर जोर द रही ह

आप अपन खत म कौन सी खाद डालना पसद करग और य

कसान अपनी फसल क जानवर एव कट पतग स सरा भी करत ह कटली झाड़ीएव पौध क बाड़ आद बनाकर जानवर स रा करत ह कट-पतग एव रोग स बचानक लए आवयक माा म कटनाषक दवा का योग करत ह

कसान स जाकर पता करए क व अपन फसल क सरा कस कार करत ह

फसल क कटाई एव उसका भडारण

फसल पक जान क बाद उसक कटाई मड़ाई एव ओसाई मजर एव आधनक मशीनारा क जाती ह जसस अनाज क दान एव भसा अलग-अलग हो जात ह फर अनाजको धप म अ तरह सखाकर उस सरत ान पर रख दया जाता ह

ाचीन एव वतमान समय म फसल उपजान क या म परवतन अपन घर या गाव कबड़ बजग स पता करए क उनक समय म खती करन का तरीका या था अबआपक गाव क लोग खती कस करत ह

शका न ब को बताया क- समय क साथ खती करन क तरीकसाधन म बतअधक परवतन ए ह नई मषीन रासायनक खाद बीज आद क योग स कम समयएव म म खती करना अपाकत सरल हो गया ह

इह भी जान हरत ात (वश 1966-77) स कश उपादन क म ातकारीपरवतन आया इसका उय अ बीज खाद सचाई तथा आधनक य क उपयोगारा कश उपज म ती गत स व करना ह

आइए इस च क ारा समझ-

अयास

1 क उर लखए-

स ग और चन क बआई कस मौसम म क जाती ह

स वव जल दवस कब मनाया जाता ह

स आपको कौन सा मौसम सबस अा लगता ह

स टपक एव छड़काव सचाई पत का योग कहा और य कया जाता ह

स पौध म सचाई करन क लए जल कहा-कहा स ात करत ह

स रासायनक खाद क अपा जवक खाद अधक फायदमद ह य

2 दए गए शद स खाली जगह को भरए -

(दोमट उपजाऊ कटली झाड़ी टordfटर)

धान क फसल क लए म अ होती हखाद स म अधक हो जाती हआजकल खत जोतन क लए का योग कया जाता हजानवर स फसल क रा क लए का योग कया जाता ह

3 वग पहली म अधक स अधक अनाज क नाम ढढ़कर और उन पर गोल घराबनाइए-

ग ज रा म जौ

वा गी ट म

अ र ह र ग

चा व ल म फ

रा ज मा ग ली

4 आइए कर-

कसी फसल को उपजान म या-या या अपनाई जाती ह उह म सलखअपनी यारीगमल म पौधा लगाइए पौधा अ स बढ़ इसक लए आप याकरग यद कोई परशानी आ जाए तो उसका हल कस करग आपक गाव म फसल क सचाई क लए जो साधन य कए जात ह चबनाकर उनक नाम लखए

शक नदश-

फसल उपजान क नई तकनीक क वडयोलप ब को दखाई जाए ब कसाथ चचा कर क फसल उगान म या-या बदलाव आए ह और उसक या कारणहो सकत ह

10-पड़-पौध का भोजन

हम सबह उठन स लकर रात सोन तक कछ न कछ काम करत रहत ह जस- भोजनकरना खलना अपन दनक काय करना घर क अय काय करनाकल जाना आदजानत ह य सभी काय करन क श (ऊजा) हम कहा स मलती ह

आइए जान

सभी जीव-जत को ऊजा भोजन स मलती ह मजदार बात यह ह क कवल हर पौध हीअपना भोजन वय बनात ह मनय एव अय जीव जत अपन भोजन क लए पौध परनभर रहत ह इस हम चाट क ारा भी समझ सकत ह-

पौध म पोषण

वपोशी परपोशी

जो अपना भोजन वयबनात ह जस-हर पड़-पौध

परजीवी मतोपजीवी सहजीवी कटभी य सभी अपन भोजन क लए पड़-पौध एव अयजीव-जत पर आत होत ह

या आप जानत ह क पड़-पौध अपना भोजन कस कार बनात ह

पौध का भोजन-पड़-पौध अपना भोजन जमीन और हवा स ात करत ह जस कारहम अपना भोजन बनान क लए की सामी जस-चावल दाल आल मसाल तल एवअय सामी क आवयकता होती ह उसी कार पौध भी वभ मायम स अपनभोजन क लए की सामया ात करत ह जस-

की सामी ोत मायम

जल एव खनज लवण म जड़ ारा म स अवषोशत करक तना एव शाखाक मायम स पय तक पचाना काबन-डाई-आसाइड वायमडल पय ारा त सम र (टोमटा) ारा

पौध म भोजन नमाण क या-

पौध क हर भाग वषशकर उसक पय म पणहरतलोरोफल बीसवतवचीलससहोता ह लोरोफल सय क ऊजा को इका करन म पय क मदद करता ह इसया म

पौध वायमडल स काबन-डाई-आसाइड गस तथा जड़ ारा भम स जल व लवण कोअवषोशत कर भोजन (काबहाइडordfट) का नमाण करती ह सय क काश म भोजनबनान क या को काष सषण कहत ह इस हम इस कार स भी समझ सकत ह-

काश सषण का महव-

काष सलशण क या ारा बन काबहाइट का उपयोग पौध म तरत हो जाता हया वह अघलनषील मड (टाच) क प म पौध म इका हो जाता ह भोजन बनान कइस या म पौध आसीजन गस पण र (छ) ारा बाहर नकालत ह जो हमारवायमडल को श रखती ह आसीजन गस का योग सभी जीव-जत सास लन कलए करत ह पय ारा नमत भोजन पौध क वभ भाग जस जड़ तना पयअथवा फल म सचत कर लया जाता ह जड़ क ारा अवशोषत अतर जलपय स वाप क प म बाहर नकलता रहता ह इस या को वापोसजन कहत हपौध पय क इह छ ारा दन-रात सन या करत ह हमारी तरह सन याम आसीजन लत ह तथा काबन-डाई-आसाइड गस बाहर नकालत ह

सोचए-

यद काष सलशण न हो तो या होगा यद सय न हो तो या होगा यद पड़-पौध न हो तो या होगा

पौध म भोजन क अय वधया-बरसात क दन म आपन गोबर या कड़ क ढर परव क छाल पर छ जसी सरचना दखी हगी या बड़-बड़ व क तन षाखा एवपय स लपट रसीनमा सरचनाए सोचए इनम न तो पया रहती ह और न हीलोरोफल तो य-कस जीवत रहत ह य अपना भोजन कस बनात हग

आइए जान- कछ पौध अपना भोजन वय नह बनात य अपना भोजन मत एव सड़-गलपदाथ स हण करत ह उह मतोपजीवी कहत ह जस-ककरमा आद

आपक म इस तरह क पौध को या कहा जाता ह

ऐस पौध एव जत जो अपन भोजन क लए सर जीवत पौध एव जत पर नभररहत ह उह परजीवी कहत ह जस-अमरबल का पौधा आद जन पौध स व पोषणात करत ह उह परपोषी कहत ह

या आप भी अपन आसपास ऐस पौध को दखत ह जो सर व स लपट रहत ह उनक नाम बताइए

कट-पतग खान वाल पौध का ससार-

आपको यह जानकर आचय होगा क कछ पौध बत ही चतराई स अपन भोजन कलए कट-पतग को पकड़त और खात ह इन पौध क पया बत वच होती हऐस पौध दलदली भम या तालाब क समीप पाए जात ह जहा नाइोजन क कमी रहतीह य पौध अपन भोजन म नाइोजन क आवयकता कट-पतग को पकड़कर तथाउनको पचाकर परा करत ह य पौध ह-

1 वीनस लाई

इन पौध क पया चपट दो भाग म बीच स जड़ी रहती ह तथा उसक पया कनारस नकली होती ह उड़त ए कड़ जस ही पय पर बठत ह पय क दोन हस बदहो जात ह कड़ उसम कद हो जात ह पय स नकलन वाला पाचक रस उस गलादता ह तथा पौध ारा उस पचा लया जाता ह

2 नपीज

इस पौध को घटपण का पौधा पजबीमत सदज भी कहत ह यक इसक पयक आग वाला भाग लब घड़ क आकार जसा होता ह इसक ऊपर पी का ढकन लगारहता ह घड़ क ऊपर मीठा व खषबदार रस नकलता ह जसक कारण कट पतगउसक मख क पास आत ही फसल कर अदर चल जात ह और उसका ढकन बद होजाता ह

पौध एव जत क परर नभरता-

अब तक हमन जाना क पौध अपना भोजन वय बनात ह और सभी जत भोजन कलए पौध पर नभर रहत ह यद पौध न ह तो कसी भी जीव को भोजन नह मलगा

सोचए-

यद जगल म पड़-पौध क सया कम हो जाए तो खरगोश बकरी हरनआद(शाकाहारी) जीव पर या असर पड़गा यद शाकाहारी जीव क सया कम हो जाएगी तो मासाहारी जत का याहोगा यद शाकाहारी जीव क सया बढ़न लग तो

या आपन भी ऐस पौध को दखा ह जो कट पतग खात ह बड़ स पछकर उसक नामबताइए

इह भी जान-

शाक -सजी खान वाल जत -शाकाहारी मास-मछली खान वाल जत -मासाहारी पौध एव जत दोन को खान वाल जत-सवाहारी

इस कार हम दखत ह क भोजन क नभरता क आधार पर पौध स लकर मासाहारीजत तक क एक सीधी कड़ी बन जाती ह जस हम खा शखला ववक बपदकहत ह च को यान स दखए और बताइए - स हर पौध को कौन जत खा रहा ह

बकरी को कौन खा रहा ह

इस कार हमन दखा क खा शखला म यक जीव य या अय प स एक-सर स जड़ रहत ह इसक कसी भी हस म असतलन स परी शखला असतलत होजाती ह जसस परा पयावरण भावत होता ह इस कार खा शखला वभ जीवक सया को सतलत एव नयत रखती ह जो पयावरण सतलन म मदद करती हआइए इस करक समझ-

च क अनसार काड अथवा दयासलाई स आकत बनाइएनीच वाला कोई एक काड या दयासलाई खचए तो या होगाआकत न हो जाती ह

हमन जाना क पौध एव जत दोन ही एक-सर पर नभर ह पौध ारा नकलाआसीजन जत क लए तथा जत ारा छोड़ा गया काबन-डाई-आसाइडपौध को भोजन बनान क लए आवयक ह हम सभी क जरत परी हो इसक लएहम

अधक स अधक पौध लगाए पड़-पौध एव जत क रा कर पयावरण सरत एव सरत रख

अयास

1 न क उर लखए-

(क) कटभी पौध क नाम लखए

(ख) पड़-पौध हमार लए य उपयोगी ह

(ग) पौध एव जत एक-सर पर नभर ह कस

(घ) हर पौध को वपोशी एव जत को परपोशी कहा जाता ह य

2 सची lsquoकlsquo और lsquoखlsquo का मलान उनक उपयोगता क आधार पर करए-

सची lsquoकlsquo सची lsquoखlsquo

(जत) (उपयोग)

(क) भड़ खत क जताई

(ख) गाय अडा

(ग) बल ध

(घ) मग ऊन

3 नीच द गई तालका म षाकाहारी मासाहारी एव सवाहारी जत क नाम लख-

शाकाहारी मासाहारी सवाहारी

गाय शर कौआ

आइए कर-

अपन परवशीय जीव-जत क च को खोजकर एकत करए तथा आप भीएक खा शखला क कड़ी बनाकर का म टागए

कतना सीखा-2

1 सही मलान कर -

(क) धवा राीय पाक उराखड

(ख) रबी फसल क चआ

(ग) जवक खाद गजरात

(घ) जम काबट राीय पाक ग

(ङ) गर राीय पाक उर दश

(च) वम कोट गोबर क खाद

2 सही कथन क आग (स ) का तथा गलत कथन क आग (ग) का नशान लगाए -

(क) आदमानव जानवर क खाल को व क तरह पहनत थ ( )

(ख) सबस पहल आदमानव न धात क औजार बनाए ( )

(ग) गाय थम पालत पश ह ( )

(घ) चपको आदोलन क शआत सदर लाल बगणा जी न क ( )

(ङ) हर पौध अपना भोजन वय बनात ह ( )

(च) पौध एव जत सन म आसीजन गस हण करत ह ( )

(छ) पौध काश सषण म काबन-डाई-आसाइड गस लत ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) दोमट म म उगन वाली फसल क नाम लखए

(ख) जवक खाद स या लाभ ह

(ग) रड डाटा बक स आप या समझत ह

(घ) वलत एव सकटत जीव क दो-दो उदाहरण लखए

(ङ) मती आदोलन या ह

(च) जगल स होन वाल अय लाभ बताए

(छ) भोय पदाथ क सरण क आवयकता य होती ह

(ज) भोजन बबाद न हो इसक लए या उपाय करग

4 सही वकप क सामन वाल व को काला कर -

1 भोय पदाथ क सरण हत रासायनक पदाथ का अधक उपयोग -

(क) लाभद ह (ख) हानकारक ह

(ग) वाद बढ़ान वाला ह (घ) खापन लाता ह

2 भोय पदाथ क सड़न म मय भमका नभात ह -

(क) फफद (ख) खमीर

(ग) जीवाण (घ) य सभी

5 अपन घर म सरत कए गए भोय पदाथ क सची बनाइए तथा उनक सरण कवधया लखए

6 र ान क पत कर -

(क) पौध क पया क कारण हरी दखाई पड़ती ह

(ख) जत म एक नत आय तक होती ह

(ग) अमरबल पौधा ह

(घ) का पौधा कटभी ह

(ङ) सभी जीव अपन पोषण क लए पर नभर ह

11-ऐस भी होत ह घर

ब आप मझ जानत ह मझ यार करत ह आप मर बना नह रह सकत आपवालय म होत ह या कसी घमन-फरन क जगह पर मझ याद करत ह म आधीवषा तफान सद गम स आपको सरा दता अब बता म कौन ठक सोचाम आपका यारा घर जहा आप अपना बत सारा समय बतात ह मरा इतहास बतपराना ह उतना ही पराना जतना क धरती पर सबका जीवन लोग न समह क प मएक जगह सरत रहन क लए मझ बनाया हर ाणी न अपन रहन क अनकल जगहऔर सरा को यान म रखकर अलग-अलग तरीक का घर बनाया इसलए मर कई पह आपन अपन आस-पास तरह-तरह क घर दख हग इनम स कछ घर क होत ह तोकछ घर पक कछ एकमजला या दोमजला होत ह तो कह-कह बमजला इमारतदखाई दती ह इन भता क अलावा और भी कई तरह क घर बनाए जात ह वशष क जलवायमौसम क आधार पर भी घर क वप या बनावट म अतर दखाईपड़ता ह अलग-अलग म घर बनान म य होन वाली सामी भी अलग-अलगहोती ह

बास का घर-

इस तरह क घर उन ान पर बनाए जात ह जहा बत अधक बारश होती ह ऐसान पर घर जमीन स 10-12 फट क ऊचाई पर बास क मजबत ख पर बनाए

जात ह बास अधक समय तक पानी म रहन पर भी सड़ता नह ह य घर अदर स भीलकड़ी क बन होत ह

बफ क घर-

ऐसी जगह जहा चार ओर कवल बफ ही बफ होती ह वहा लोग बफ क सलय कघर बनात ह ऐस घर को lsquoइलlsquo कहत ह ऐस घर क दवार अदर स छन पर ठडी तोलगती ह पर व बाहर गरती बफ और ठढ को अदर नही आन दती इसक अदरआग जलाई जाती ह जसस घर गम रहता ह

म क घर-

ऐस ान जहा बारश बत कम होती ह तथा अयधक गम पड़ती ह वहा लोग मक घर बनाकर रहत ह घर क दवार बत मोट होती ह म सय क गम स सखकरकठोर हो जाती ह मोट दवार क कारण गम घर क अदर नह आ पाती ह

तरत ए घर-

इस कार क घर लकड़ी क डग क भात बन होत ह य नाव क तरह पानी म तरतरहत ह इसलए इस तरत ए घर या हाउसबोट भी कहत ह

इस भी जान -

चीन म बत स लोग नाव पर बन घर म रहत खात-पीत और सोत ह यह अपन लएइसी पर सजया उगात ह और मगया भी पालत ह इन घर को lsquoसामपानrsquo कहत ह

पर क घर-

ऐस घर पवतीय म दखत ह इस कार क घर पर को काटकर उह एक कऊपर एक रखकर बनाए जात ह पर क ऊपर म और चन क पताई क जाती हपवतीय म बारश बत अधक होती ह तथा बफ भी गरती ह अतः ऐसी जगह परघर क छत सपाट नह बनाई जाती ह इन घर क छत ढलवा होती ह

घमत लोग क घर-

ऐस लोग जो हमशा एक जगह पर ायी प स नह रहत ह व इस कार क घर मरहत ह इह जहा ठहरना होता ह वहा य अपना घर अायी प स टट आद क मददस बना लत ह कभी-कभी लोग आवयकतानसार भी इस तरह क घर बनाकर रहत हजस बाढ़ या भक वाल म लोग ायः इस तरह क घर बनाकर रहत ह

इस भी जानए -

बना दवार क घर - अमजन क जगल म बत पानी बरसता ह तथा बत गम पड़ती हउमस स बचन क लए यहा क लोग ताड़ क पय को ख स टका कर बड़ीगोलाकार छत बनात ह इसम दवार नह होती ह यह छत बीच स खली होती ह

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) अयधक वषा वाल ान म क घर बनाए जात ह

(ख) पानी म तरत ए घर को कहत ह

(ग) स बन घर को इल कहत ह

(घ) चलत-फरत घर प स बनाए जात ह

2 घर हमार लए य जरी ह

3 हाऊसबोट सर घर स अलग ह कस

4 lsquoसामपानrsquo कस कहत ह

5 पवतीय क घर क छत तरछ य बनाई जाती ह

6 म स बन घर क या वशषता होती ह

7 lsquoबना दवार क घरrsquo कहा बनाए जात ह

8 या आपक यहा बफ क घर बनाए जा सकत ह यद नह तो य

ोजट वक -

अलग-अलग चीज जस म लकड़ी कपड़ क टकड़ रगीन कागज जत क डबमाचस क डबी पर क टकड़ ई आद का योग करक आप तरह-तरह क घर कामाडल तयार कर

12-आपदाए और उनस बचाव

इस बार इतनी बारश ई क गाव म बाढ़ आ गई गाव क सभी लोग न बचन क लएटल पर बन पचायत भवन म शरण ली

आपदा क आशका म क गई पव तयारी जानमाल क नकसान को कम कर सकती ह

आपदा का अथ होता ह-अचानक आन वाला सकट आपदा अचानक होन वाली वहघटना ह जसस सामाय जन जीवन अत-त हो जाता ह ायः हम सभी कसी नकसी सकट जस आधी तफान बाढ़ भक सड़क घटना आद क वषय म दखतया सनत रहत ह जब यही सकट ापक प ल लत ह तब य आपदाए कहलाती हआपदाए मयतः दो तरह क होती ह-

ाकतक आपदाए - ऐसी आपदाए जो कतजय होती ह ाकतक आपदाए कहलातीह जस - भक बाढ़ सखा ल आधी तफान शीत लहर बादल फटना वन म आगलगना वालामखी भखलन आद

मानवजनत आपदाए - ऐसी आपदाए जो मानवजय होती ह मानव जनत आपदाएकहलाती ह जस - आग षण अपराध दगा रासायनक घटनाए जनसयावोट भीषण रल घटना आद

चचा करए-

या कभी आपन या आपक कसी जानन वाल न ऐसी मसीबत का सामना कया हऐसी मकल समय म लोग को कस-कस तरह क राहत सामी क जरतपड़ती ह लोग असर एक जगह पर पास-पास य बसत ह या आपन कभी दखा ह क पास-पड़ोस क लोग न मलकर एक सर क मददक हो कब-कब और कस

लोग को कई बार ऐसी मकल का सामना करना पड़ता ह जसम जान-माल का भारीनकसान होता ह बत स लोग बघर हो जात ह ऐस समय म आपदा सत मवशष सहायता क आवयकता होती ह वतमान समय म वानक गत न इनका(आपदा का) सामना करन म मनय क बत सहायता क ह

ायः यह दखा गया ह क जब कभी भी आपदा आती ह तब वहा बचाव काय क लएसव थम ानीय लोग ही आग आत ह अतः ानीय लोग क लए आपदा सनपटन एव बचाव क तरीक को जानना आवयक ह आपदा आन पर हम कस कारबच सक और सर क भी जान बचा सक आपदा बन ारा हम यह जानन म मददमलती ह इस तरह क सकट क तय म हम मयतः तीन बात पर यान दनाचाहए-

सावत खतर क पहचान करनाआपदा स नपटन क तयारी जस- भोजन पयजल रोशनी आद क वाकरना आपदा क पात बचाव राहत एव पनवास काय

इसक अलावा इन आपदा स नपटन म सबस अधक महवपण ह- मनय क अपनीसझबझ धय तथा आपदा स सबत ली गई सावधानया वभ तरह क आपदास हम अपना बचाव नीच दए गए तरीक स कर सकत ह

भक - जसा क नाम स ही होता ह क भम क कापन को भक कहा जाता हयह एक वनाशकारी ाकतक आपदा ह अधक ती भक आन स जमीन हलन ककारण घर मकान पल आद गर जात ह इसस अयधक जन-धन क हान होती ह

भक स सरा -

भक क समय अगर आप मजबत इमारत क अदर ह तो वह बन रह कसीमजबत मज या डक क नीच छप जाए और उस मजबती स पकड़ ल कन बदहोन तक तीा करअगर परान व कमजोर भवन म ह तो सरत रात स बाहर नकलबाहर नकलन क लए लट का योग न कर सीढ़ का योग करखल मदान क तरफ जाए

आग - कई बार लोग क लापरवाही क कारण खत खलहान घर कान आद म आगलग जाती ह इसस बत यादा जन-धन क हान होती ह

आग स सरा -

आग वाल ान क समीप न जाएवलनशील वत स न खल तथा उस सरत ान पर रखआग लग ए ान स रगत ए बाहर नकल और मह ढक रहशरीर क कपड़ म आग लगन स दौड़ नह बक जमीन पर लटकर बार-बार उटपलट ताक आग बझ जाएआग लगन वाल ान पर चपल पहन कर जाएजलत ए टकड़ को सावधानी पवक फ क

आग बझान हत अन शमन य बाल पानी आद योग का कर

बाढ़ - कसी रहायशी का जलमन हो जाना बाढ़ कहलाता ह बाढ़ अयधक वषाक कारण आती ह अयधक वषा स इतना पानी इका हो जाता ह क वह रहायशीइलाक तक पच जाता ह कभी-कभी नद क बाध टटन स भी बाढ़ आ जाती ह

बाढ़ स सरा -

बाढ़ आन पर ऊच एव सरत ान पर जाएजब तक बत जरी न हो बाढ़ क पानी म न उतरजन ान पर बजली क तार गर ह उधर न जाएबाढ़ आन पर कसी भी कार क बजली क वच को न छएबाढ़ क सचना मलन पर घर क कमती सामान तथा महवपण कागजात कसीसरत ान पर रखतराक सीख तथा सखाएबाढ़ क बाद असर जल जनत रोग फलत ह उनस बचाव क उपाय कर

सोचए और बताइए -

कभी-कभी कछ इलाक म बकल बारश नह होती नद तालाब कए आद सब सखजात ह फसल क लए पानी नह मलता खत सख जात ह ऐस समय म वहा रहनवाल लोग को मदद क जरत होती ह आप ऐस लोग क मदद कर सकत ह सोचकरबताइए क आप अकाल म परशान लोग क मदद कस करग

कसी भी तरह क आपदात म लोग को कई कार क सहायता क आवयकताहोती ह सकट क त म यह बत महवपण होता ह क लोग क ताकालक

मलभत आवयकता जस- भोजन पयजल रहन का ान आद क वा कजाए इस काय क लए कई तरह क साए एव सरकारी सवा क ारा आपदापीड़त लोग क मदद क जाती ह

पता करए और लखए -

कसी मसीबत क समय आपको इनक जरत पड़ सकती ह इनस सक करन कलए आप इनक फोन न0 तथा पता लखए -

सबत सवा पता फोन न0

दमकल क

नजदक अताल

एबलस

नजदक पलस थाना

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) आपदाए मयतः तरह क होती ह

(ख) षण एक आपदा ह

(ग) भक क समय कसी इमारत स बाहर नकलन क लए का योग कर

(घ) कसी रहायशी का जलमन हो जाना कहलाता ह

(ङ) वत स न खल

2 ननलखत क उर लखए -

(क) आपदा का या अथ ह

(ख) कह दो मानवजनत आपदा क नाम लखए

(ग) बाढ़ एव सखा म या अतर ह

(घ) आपदा बधन कट म कौन-कौन सी सामी होती ह

(ङ) भक आन पर आप कस कार अपना बचाव करग

ोजट वक -

वभ कार क आपदा स नपटन हत एक आपदा बधन कट तयार कजए

13-जल ह तो कल ह

जल हमार जीवन क लए बत आवयक ह जल क बना जीवन सभव नह ह आपनदखा होगा क गम क दन म वभ ल पर लोग ारा पानी पलान क वा कजाती ह इस कार क वा को lsquoयाऊlsquo कहा जाता ह जसम आन-जान वाल रातपर कह-कह व पानी को घड़ म या अय बरतन म ढककर रखा जाता ह जहाकोई भी यासा आकर अपनी यास बझा सकता ह

चचा करए-

या आपक घर या आस-पास ऐसी वा ह या आपन रलव टषन बस टशन अताल या अय सावजनक ल परऐसी वा दखी ह

याय क सवधा क लए रलव और बस टषन पर पीन हत नल या पानी क टक लगीहोती ह ऐसी सवधा अताल म मरीज क लए होती ह पोल पप पर भी पीन हतपानी क वा रहती ह

अपन बड़ स बातचीत कर-

पहल मसाफर (आन-जान वाल लोग) क लए पानी क वा कस-कस तरहस क जाती थी

आजकल याा क दौरान लोग पीन क पानी क वा कस कार करत ह

लखए -

उन याकलाप क सची बनाए जसम आप पानी का उपयोग करत ह -

पड़-पौध तथा फसल को भी व तथा वकास क लए पानी क आवकता पड़ती हपौध को जन पोषक तव क जरत होती ह व पानी म घलकर जड़ ारा पौध कवभ भाग तक पचत ह

सचाई क ोत एव साधन-

खती क लए सचाई बत आवयक ह वषा क माा कम होन पर फसल को पयातमाा म पानी नह मलता जसस व सख जाती ह अ का उपादन कम हो जाता हअतः फसल क अ उपादन क लए उचत समय पर सचाई क आवयकता पड़तीह सचाई क लए कसान तालाब कआ नद आद स जल ात करत ह कआतालाब सचाई क परपरागत ोत ह आजकल अधक माा म पानी ात करन क लएनलकप का योग कया जाता ह नहर बनाकर सचाई क सवधा दान क जा रही हभमगत जल को नकालन क लए बजली चालत प का योग कया जाता ह

अपन आस-पास क खत म जाकर पता कर क सचाई क लए कन-कन साधन कायोग कया जाता ह उनक सची बनाए

बड़ स पता कर-

कस फसल को पानी क सबस अधक आवयकता होती हवह फसल कस उगाई जाती ह

सचाई म पानी क माा फसल क कार पर नभर करती ह कछ फसल को अधकपानी क आवयकता होती ह जस-धान कछ फसल म पानी क आवयकताअपाकत कम होती ह जस ग चना मटर सरस आद जबक कछ फसल को

पानी क साथ-साथ तज धप क भी आवयकता होती ह जस-ककड़ी तरबज खरबजाआद

अपन घर क बड़ क साथ कसी खत का मण कर वहा काय कर रह कसान सननवत ब पर चचा कर -

आपक खत म कौन सी फसल क पदावार क गई ह फसल क सचाई क लए जल कहा स ात करत ह कम सचाई वाली फसल एव यादा सचाई वाली फसल कौन-कौन सी ह सचाई क लए कौन-कौन स साधन का योग करत ह

भमगत जल का पनभरण-

lsquoजल ही जीवन हlsquo इस बार म सब बात करत ह लकन जल कहा स आता ह और इसकस एक करक रखना ह इसक बार म भी हम सबको सोचना आवयक ह

पहल लोग पानी क लए नदय एव झील क अलावा तालाब और क पर नभर रहतथ परत आजकल लोग बजली चालत मषीन का योग यादा कर रह ह औरपारपरक तौर-तरीक स र होत जा रह ह हडप बवल (नलकप) बोरवल कारा भमगत जल को लगातार नकाला जा रहा ह इसका परणाम यह होता जा रहा हक लोग जमीन स पानी तो नकालत जात ह लकन जमीन क अदर पानी क तर कोबनाए रखन का उपाय नह करत

यद भमगत जल को लगातार नकालत रह तो आन वाल समय म सभी को जल ककमी का सामना करना पड़गा यप बारष यक वष होती ह परत पानी उतनी तजीस भम क अदर नह जा पाता और उसका बड़ा हसा ऊपरी सतह स होकर नकलजाता ह इस कारण जमीन म पानी का तर पनः उस तर को ात नह कर पाता लोगइस नह समझ पा रह ह जसक कारण पानी क समया पदा हो रही ह

आज जल सरण क कई तरीक अपनाए जा रह ह हम पारपरक तौर-तरीक को भीअपनाना होगा जसस वषा का पानी एक कया जा सक परान तालाब एव क को

फर स जीवत करना होगा शहरी म लोग को अपन घर क छत स बारश कापानी जमा करन क वा करनी होगी अपन आस-पास वषा क जल को जमीन कअदर पचान का यास करना होगा इसक अतर जल का सावधानीपवक उपयोगकरक हम वय क तर पर भी जल का बचाव कर सकत ह जस-

जतन पानी क आवयकता हो उतना ही उपयोग करनल को इतमाल करन क बाद बद कर दटपकत या रसत नल क मरमत तरत कराएश करत समय नल को खला न छोड़रसोई घर म बाट या टब म बतन धोएपानी क बोतल म बच ए जल को फ कन क बजाए उस पौध म डाल दतालाब नदय एव क क जल को शत न कर उसम कचरा ना फ क

इस भी जान- सचाई क लए प (टपक) या कलर (छड़काव)वध का योग करनाचाहए जसस पानी का खच कम हो

जल सरण को लकर सभी को जागक होना चाहए यह सब लोग क एकजट यासस ही सव ह

चचा करए-

सीमा क मोहल म दो परान कए ह जो अब सख गए ह उसक दाद बताती ह कलगभग 15-20 साल पहल तक उसम पानी था या कए सखन क ननलखत वजहहो सकती ह-

कई जगह मषीन लगाकर जमीन का पानी नकाला जा रहा हपड़ क आस-पास और पाक म जमीन को सीमट स पका कर दया गया हतालाब जसम बारष का पानी इका होता था अब नह रह

या आप कोई और भी कारण बता सकत ह

भमगत जल क कमी क कारण-

जनसया व क कारण भजल क बढ़ती माग ससचाई एव औोगक काय क लए मषीन का योग करन सतालाब पोखर जस- जल क ाचीन साधना का रख-रखाव न होन सघरल काय क लए प स जमीन क अदर स अधक पानी नकालन सवषा क जल को एक न करन स

ाचीन काल स ही जल क महा उसक सफाई और उसक ोत-कए तालाब नहरबावड़ी इयाद का नमाण जनता क भलाई का काय समझा जाता था भारतीय शासकजल क महव और सरण क त जागक थ मौय काल म लोग जल क महव सभली-भात परचत थ और जल बधन क उम वा थी चगत मौय करायपाल पयगत न सदशन झील का नमाण करवाया साट अशोक न जगह-जगहपर कए खदवाए याऊ बनवाए गत शासक क ारा भी जल क सरण का कायकया गया साट कदगत न सदशन झील क पननमाण का काय करवाकर लोग कजल सकट को र कया सतनत काल म फरोजशाह तगलक ारा कए एव जलाशयक साथ कई बड़ी नहर का भी नमाण करवाया गया

भमगत जल क पनभरण क वधया-

जल क कमी को र करन क लए आवयक ह lsquoजल का सचयन एव पनभरणlsquo कयाजाए यद हम वषा क जल को एक कर भमगत जल क प म पनभरण करत ह तोहम जल क कमी का सामना नह करना पड़गा

वषा क जल को भमगत जल म सचयन एव पनभरण क अनक वधया ह-

तालाब म वषा का जल एक करनाछत स ात वषा क जल को पाइप क मायम स टक म एक करना

पनभरण गडढ़ क ारा जल सचयन करनानलकप ारा छत स वषा क जल को एक करना पट या ग ारा छत क वषा क जल को एक करना

अयास

1 क उर लखए-

(क) याऊ कस कहत ह

(ख) खती क लए सचाई क आवयकता य पड़ती ह

(ग) सचाई क लए कन-कन साधनो का योग कया जाता ह

(घ) भमगत जल क कमी क कारण लखए

(ङ) भमगत जल क पनभरण क वधया कौन-कौन सी ह

2 पता कजए-

या आपक घर या कल क आस-पास तालाब कआ या बावड़ी बनी ह इस दखनजाए और पता कर-

यह कतना पराना ह इस कसन बनवाया ह इसम पानी साफ ह या नह इसका पानी सख तो नह गया ह यद सख गया ह तो कस कारण स

3 आपक आस-पास सचाई क लए जल कहा स ात होता ह उनक च दए गएबास म बनाए और नाम लख -

14-जल क गण एव जल षण

आपन दखा होगा यद जमीन पर पानी गर जाए तो वह एक जगह र रहन क बजायआस-पास फल जाता ह पानी म बहन का गण होता ह इस तरह क पदाथ को तरलपदाथ कहत ह पानी का कोई अपना आकार नह होता ह पानी जस भी आकार कबतन म रखा जाता ह यह उसका आकार ल लता ह

करक दखए-

कटोरी एव गलास म पानी क समान माा डालकर दख पानी का आकार कसाहो जाता ह

पानी कटोरी एव गलास क आकार का हो जाता ह पानी जो जगह घरता ह वह उसकाआयतन कहलाता ह तरल पदाथ को उनक आयतन ारा मापा जाता ह इसक मापइकाई लीटर होती ह

पानी क घलनशीलता-

गमय म हम शबत पीत ह शबत चीनी को जल म घोलकर बनाया जाता ह

या जल म सभी पदाथ घल जात ह

आइए पता लगाए-

काच क चार गलास ल यक को जल स आधा भर नमक चीनी चाक पाउडर तथारत अलग-अलग गलास म डालकर चमच स मलाए और दख

नमक तथा चीनी जल म घल जात ह चाक पाउडर तथा रत जल म नह घलत ह ऐसपदाथ जो कसी व म घल जात ह जस - नमक चीनी आद उनको वलय पदाथ कहतह वलय पदाथ जस व म घलत ह उस व को वलायक कहत ह कछ पदाथ ऐस भीहोत ह जो व म नह घलत ह उह अवलय पदाथ कहत ह जस- चाक पाउडर रतआद व म कसी वलय पदाथ क घलन पर वलयन बनता ह

ननलखत सारणी को परा कर-

पदाथ का नाम जल म वलय जल म अवलय कस जाना

1 चीनी

2 लकड़ी का बरादा

3 फटकरी

4 मोम

5 लोह क छलन

वलय पदाथ को शी घोलन क लए व को हलाना पड़ता ह कसी वलय पदाथ कोदान क प म तथा पाउडर क प म लन पर कौन शीता स घलता ह

याकलाप -

दो परखनलया ल यक को जल स आधा भर द एक परखनली म आधा चमचदानदार चीनी डाल सरी परखनली म आधा चमच पसी चीनी डाल दोन परखनलयको हलाए या होता ह पसी ई चीनी शीता स घल जाती ह

पाउडर क प म पदाथ शीता स घलत ह

या जल क नत आयतन म चीनी क कोई भी माा वलय ह

याकलाप-

एक परखनली को जल स आधा भर इसम आधा चमच चीनी डालकर हलाए चीनीक माा बढ़ात जाए या होता ह एक नत माा क पात चीनी का घलना बदहो जाता ह अब परखनली को गम कर या होता ह चीनी क और थोड़ी माा घलजाती ह वलायक क ताप म व होन पर वलय क अधक माा घल जाती ह

कछ ऐस भी पदाथ ह जो जल म अवलय ह परत अय व म वलय ह जस - मोम वतारकोल जल म अवलय ह कत म क तल तथा पोल म वलय ह

करक दखए -

एक कटोरी ल उसम थोड़ा पानी डाल फर उस पानी म तल क कछ बद डालएअब उनको चमच क सहायता स मलान का यास कजए या होता ह

आपन दखा होगा क अयत कोशश क बाद भी पानी और तल आपस म नह मलहग ऐसा इसलए होता ह यक समान कत वाल पदाथ समान कत वाल पदाथम ही घलत ह पानी और तल क कत वपरीत होती ह जस कारण स पानी और तलआपस म नह घलत ह

करक दखए-

एक बड़ी कटोरी ल उसम थोड़ा पानी भर अब कछ छोट पर क टकड़ लोह ककल पानी क सतह पर रख आप या दखत ह

आपन दखा क पर क टकड़ कल पानी क सतह पर नह तरत ह बक डब जात हजो वतए पानी म नह घलती ह व या तो पानी म तरती ह या व डब जाती ह जो वतएपानी स हक होती ह व पानी क सतह पर तरती ह जबक जो वतए पानी स भारीहोती ह व पानी म डब जाती ह

जल षण-

जल म घलनशीलता क गण क कारण कछ ऐस पदाथ पानी म मल जात ह जस साबनकड़ा-कचरा आद जो पानी को षत करत ह इस कार जल क षत होन को जलषण कहत ह इनक कारण पानी म समजीव पनपत ह जो बीमारय का कारण होतह

अपन आस-पास दखो क जल कन कारण स षत हो रहा ह

कारखान स नकला आ अपश पदाथ नदय म छोड़ा जाता ह जसस नदय काजल षत हो जाता ह कष काय हत उपयोग म लाए जान वाल कटनाशक भी जलषण का कारण होत ह मानवीय याकलाप जस नद तालाब आद म कपड़ धोनापश को नहलाना वय नहाना आद क कारण भी नदय और तालाब का जलषत होता ह इस जल का योग हम अपन दनक जीवन क वभ काय म करत ह

पता कजए-

घरवालयपड़ोस क लोग पानी कस एकत करत ह जहा पानी रखा गया ह वह जगह कसी ह जस बतन म वह पानी एकत करत ह या वह ढक होत ह या नह यद पानी का बतन नह ढका होता ह तो उसम पानी कसा दखता ह या आप ऐस पानी को पीना पसद करग

गद जगह पर खल बतन म रखा आ पानी हम पीना पसद नह करग ऐस पानी म रोगफलान वाल कटाण होत ह जो पानी को षत कर दत ह य कटाण नगी आख या हडलस स दखाई नह दत ह इह दखन क लए वशष उपकरण या य क आवयकता

होती ह जस समदश कहत ह ऐसा पानी हमार वाय क लए हानकारक होता हषत पानी को पीन स हम वभ कार क बीमारया हो सकती ह

आइए जान-

षत जल स होन वाली बीमारया उनक लण एव बचाव क तरीक-

इसक अतर जल स होन वाली अय बीमारया ननवत ह-

मलरया-

यह रोग मादा एनाफलीज मर क काटन स होता ह जो इस परजीवी को मनय कशरीर म छोड़ता ह इसम रोगी को सद और सर दद क साथ बार-बार बखार आता ह

बचाव-

मर को पनपन स रकअपन घर तथा घर क आस-पास गदा पानी न इका होन दमरदानी का उपयोग करऐस कपड़ पहन जो शरीर क अधकाश भाग को ढक सक

उपचार -

रोगी क डाटर स जाच कराई जाए

इस भी जान-सनकोना व क छाल स कनन नामक औषध ात क जाती ह इसऔषध का उपयोग मलरया क उपचार म कया जाता ह

डग -

डग बखार एडीज मर क काटन स फलता ह एडीज मर को टाइगर मर भीकहत ह यह मर हमार घर क आस-पास साफ व क ए पानी म पनपता ह डगक बखार म रोगी को ठड लगन क साथ तज बखार आता ह शरीर पर लाल चक होजात ह जोड़ म दद रहता ह

बचाव -

अपन घर क आस-पास अनावयक पानी एक न होन द यक एडीज मर क एसाफ पानी म ही पदा होत ह कलर पय एव जानवर क पानी पीन क बतन औरफलदान आद का पानी कछ दन बाद एक बार खाली करक पनः भर परी बाह वालकपड़ पहनन चाहए जसस शरीर का अधक स अधक भाग ढका रह मरदानी कायोग करना चाहए

उपचार -

रोगी को दद एव बखार कम करन क कोई भी दवा वय नह लनी चाहए यह दवाएवाय क लए हानकारक हो सकती ह डाटर क सलाह स ही दवा का योग करनाचाहए

चकनगनया -

यह रोग चकनगनया वषाण (वायरस) ारा होता ह यह वायरस एडीज मर ककाटन स फलता ह यह मर दन क समय काटत ह इसम रोगी को जोड़ म दद क

साथ तज बखार होता ह इसक अतर सर दद थकान जोड़ म सजन शरीर परचक आद लण भी हो सकत ह

बचाव-

मरदानी का योग करअपन आस-पास पानी एकत न होन दसमय-समय पर कटनाशक का छड़काव कराए

उपचार-डाटर क सलाह ल

पानी पीन क सही तरीक पर नशान लगाइए -

चचा करए-

खल क का पानी य नह पीना चाहए घड़ स पानी नकालत समय कन बात का यान रखना चाहए घर और कल म पीन क पानी का सह कस तरह करना चाहए

पानी को पीन योय कस बनात ह

पानी को पीन योय बनान क लए सबस अा उपाय पानी को उबालकर ठडा करकछानना ह इसस सभी रोगाण न हो जात ह शहर और कब म पीन का पानी बड़ी-बड़ी पानी क टकय म सह कया जाता ह इस पानी म लीचग पाउडर डालकर औरश कर जल क आपत क जाती ह इसी कार कए क पानी म लाल दवा (पोटशयमपरमगनट) मलाकर पीन क योय बनाया जाता ह जस तरह वषा का जल म क पतस छनकर श हो जाता ह उसी तरह षत पानी को छानकर योग योय बना सकत ह

अयास

1 सही वाय पर (uuml) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) मोम पानी म घल जाता ह ( )

(ख) जल षण का एक कारण कारखान स नकला आ कचरा भी ह ( )

(ग) जानवर को नदय म ही नहलाना चाहए ( )

(घ) खत म डाल गए कटनाशक पदाथ जल को षत करत ह ( )

(ङ) तल पानी म घल जाता ह ( )

(च) वलय और वलायक मलकर वलयन बनात ह ( )

(छ) पानी क ोत क ान पर बतन धोन तथा जानवर को नहलान स

पयजल षत हो जाता ह ( )

2 सोचए और लखए-

(क) वलय और वलायक स आप या समझत ह

(ख) वलयन या ह

(ग) जल षण कन कारण स होता ह

(घ) षत जल स हमार वाय पर या भाव पड़ता ह

(ङ) कह दो चीज क नाम लखए जो पानी म घल जाती ह

(च) लोह क कल पानी म य डब जाती ह

(छ) षत जल स होन वाली कह दो बीमारय क नाम व उनक लण लखए

(ज) पीन का पानी व हो इसक लए हम या सावधानया रखनी चाहए

3 पानी क एक भर बतन म तालका म द गई चीज एक-एक करक डालए और दखएया होता ह-

पानी म डाली ई चीज तरती ह डबती ह

पी खाली कटोरी माचस क तीलीसाबन क टकयालाटक क खाली बद बोतलपानी स भरी ई लाटक क बद बोतललकड़ी का टकड़ा

15-याा

चदन अपन खत म काम कर रहा था तभी उसका दोत सरज आया वह भी उसक कामम हाथ बटान लगा जब काम परा हो गया तो दोन दोत एक पड़ क नीच बठकर खानाखान लग खान खात और बातचीत करत समय सरज बोला म चदन-म शहर गया थाशहर म गाड़य का मला लगा ह मल म मन टटर दखा यद हम टटर खरीद ल तोखती करना आसान हो जाएगा सरज न चदन को शहर जान क लए तयार कर लया

अगल दन चदन और सरज न शहर जान क लए एक बस पकड़ी उनक बस रात मएक ढाब पर क ताक बस क याी कछ जलपान कर ल जलपान करक दोन दोतबस म बठन ही वाल थ क तभी एक सदर सी बस उनक बस क पास आकर कसरज न ाइवर स जासा स पछा क यह बस अयत सदर ह तब ाइवर न उहबताया यह सी0एन0जी0 बस ह यह सी0एन0जी0 स चलती ह इसम डीजल नहपड़ता इसस षण भी कम होता ह

सरज और चदन आपस म बात करत शहर पच सरज न शहर पचकर सीध मल वालान क लए रा लया मल म कानदार स टर क बार म पयात जानकारी लदोन दोत को टर बत पसद आ रहा था परत टर का मय यादा था उनदोन क पास उतन पय नह थ दोन क आपस क बात कानदार न सनी तो वहबोला-भइया आप टordfटर कत पर ल लो फर यह सनकर दोन दोत म उसाह आगया उहन टर खरीद लया अब उनक सामन समया थी क टर को गाव कस ल

जाए कानदार न कहा- आप दोन परशान न ह मरा म रहीम क चलाता ह वहटर को गाव पचा दगा यह सनकर सरज और चदन बत खश हो गए

कानदार न चदन और सरज को यह भी बताया क इस टर स आपको खती करन मबत आसानी होगी कम समय म आप यादा काम कर सक ग टर डीजल स चलताह इसका खचा भी कम आएगा

डीजल एक कार का धन ह जो पोलयम को कई चरण म ठडा करन स एक चरणम बनता ह इसका उपयोग वाहन मशीन सय आद को चलान म कया जाता ह

कानदार न अपन म रहीम स टर को गाव पचान को कहा टर म रहीम कसाथ सरज और चदन भी बठ गए अब दोन दोत न कानदार को धयवाद दया औररहीम क साथ गाव क ओर रवाना ए रात म चदन और सरज का रहीम भी म बनगया और वह बोला तम दोन चता मत करो म तम दोन को टर चलाना सीखा गातीन म क बातचीत म शहर स गाव का सफर कब कट गया पता ही न चला

चदन और सरज जब क स टर लकर गाव पच गाव क सभी लोग उसकतापवकइक हो गए यक उनक गाव म पहला टर था सभी न उन दोन दोत को बधाईद चदन स रहीम बोला-म अब मझ शहर वापस जान क इजाजत दो तब चदन औरसरज मकराए और रहीम स बोल-म रहीम तमन हमारी बत सहायता क ह हमतह ऐस न जान दग तम खाना खाकर आज रात आराम करो अब कल जाना

रहीम दोन म क यार को दखकर गाव म क गया रात म सभी खा-पीकर बातचीतकरत सो गए अगल दन रहीम न नाता कर चदन और सरज स शहर जान क अनमतमागी और कहा क म जद ही आकर तम दोन को टर चलाना सखाऊगा

या आपन कभी बस टर म याा क ह बसटर चलान क लए कौन सा धन डालत ह

या आप जानत ह क पोलडीजल कहा स आता ह

कछ दन बाद रहीम कटर स गाव आया उस दखकर चदन और सरज बत स एउसका वागत कया चदन बोला-म रहीम तम खा-पीकर वाम करो तब तक हमदोन खत पर काम नपटाकर आत ह खत पर जद-जद काम करक दोन दोत जबघर पच रहीम उनका इतजार कर रहा था रहीम न फर टर टाट कया और चदनऔर सरज को टर सीखाना श कया कछ ही दन म महनत और जोश क साथसरज और चदन न टर चलाना सीख लया टर चलाना सीखकर दोन बत सथ अब रहीम न उनस शहर जान क अनमत मागी रहीम न दोन को शहर आन कानमण भी दया

चदन और सरज टर स खती करन लग उनक लए खती करना अब आसान हो गयाथा दोन क महनत रग लाई फसल बत अ ई दोन न मलकर फसल काटऔर टर पर फसल लादकर शहर चल दए शहर पचकर मडी म फसल को बचाइसक बाद दोन न रहीम क घर क ओर ान कया रहीम उह दखकर बत सआ उसन क चलाना छोड़ दया था अब रहीम कार स मसाफर को घमाता था यहीउसका रोजगार था

रहीम न चदन और सरज का टर अपन घर पर खड़ा करा दया दोन को अपनी कारम बठाकर शहर घमान चल दया उसन दोन को शहर क मख जगह को दखायारात म चदन न रहीम स पछा-म या यह कार डीजल स चलती ह तब रहीम बोला-नह म यह कार पोल स चलती ह कछ कार डीजल और सी0एन0जी0 स भीचलती ह चदन और सरज न रहीम स सी0एन0जी0 स चलन वाली बस दखी ही थीउहान कार भी दखन क इा जाहर क रहीम उनको कार क कान पर ल गयाजहा सी0एन0जी0 स चलन वाली कार थी सी0एन0जी0 क कार दखकर चदन नकानदार स सी0एन0जी0 क बार म पछा क यह या ह तब कानदार न बतायासी0एन0जी0- (सपीडत ाकतक गस) एक ाकतक गस ह

इस भी जानो-

सी0एन0जी0 200-250 क0ाम क सकचत दबाव म गसीय अवा म वाहन मधन क प म उपयोग म लाई जाती ह इसका उपयोग मयतः वाहन म होता हसी0एन0जी0 क अवयव ह-मीथन धन और ोपन यह गस रगहीन एव गधहीन होतह यह हवा स भी हक होती ह

सी0एन0जी0क उपयोग स हम बत स लाभ भी ह जस-

सी0एन0जी0 का उपयोग डीजल तथा पोल इजन दोन वाहन म कया जासकता हसी0एन0जी0 स षण काफ कम फलता हपोल और डीजल वाली गाड़य क तलना म सी0एन0जी0 का खचा कम होताहपयावरण क लए सी0एन0जी0 गस अ मानी गई ह पोल और डीजल कतलना म यह काबन डाईआसाइड नाइोजन आसाइड और आरगनक गसकम उसजत करती ह

सरज और चदन कानदार स नई-नई जानकारी पाकर बत खश ए इसक बाद रहीमदोन म क साथ अपन घर आया रात म तीन मलकर शहर म जो नया दखा थाऔर नई-नई जानकारी ात कए थ उसी पर बातचीत करत रह थ चदन और सरज नफर अपन म रहीम स गाव जान क अनमत मागी इसक बाद दोन दोत खशी-खशीगाव आ गए

अब आप अपन बड़ स पता करए -

पोल डीजल और सी0एन0जी0 स कौन-कौन स वाहन चलत ह इन वाहन का मय या ह षण कम करन क लए कौन स धन का योग वाहन म करना चाहए

धन बचाए-

तल का भडार सीमत ह इस अपन ब क लए बचाए यक बद स यादा लाभ लजब गाड़ी रोक तब इजन बद कर

अयास

1 ननलखत क उर दजए -

(क) गाड़ी चलान क लए कौन-कौन स इधन का योग होता ह

(ख) सड़क पर वाहन क बढ़ती सया स या-या परशानी होती ह

(ग) वाहन क बढ़ती सया स आई परशानय को कम करन क कछ तरीक सझाइए

2 नीच कछ वाहन क च दए ह च दखकर उनक नाम और व वाहन हमार कसकाम म आत ह लखए-

नाम काम

3 पता करक लखए-

स आपक शहर म पोल और डीजल क कमत या चल रही ह

कटर म कौन सा धन डाला जाता ह पोल और डीजल क कमत य बढ़ती जा रही ह

आपक घर म कस-कस काम म कतना पोलडीजल खच होता ह पोलडीजल क योग पर आप लोग को कस जागक करग

4 नीच दए च म दखाए ान पर आप अपन घर स कस जाना चाहोग उसका

नाम बास म लखए -

5 (क) अपन बड़ स पछए आज स 40 साल पहल लोग कन साधन स आत जातथ या तब भी यही सब साधन थ जो आजकल आप दखत ह

(ख) अब आप अनमान लगाओ क आज स पीस साल बाद लोग आन जान क लएकस कार क वाहन का उपयोग करग

कतना सीखा-3

1 सही मलान कर -

समह lsquoकrsquo समह lsquoखrsquo

2 अपनी पसद क घर का च बनाकर उसम रग भरए

3 द गई वग पहली म कछ आपदा क नाम छप ह उनक नाम ढढए

आ वा ला म खी

धी द ल च ग

स गा भ क प

ना द ष बा

मी प आ ग ढ़

4 या कर या न कर -

या कर या न कर

(क) अगर बाढ़ आ जाए

(ख) अगर भक आ जाए

(ग) अगर आग लग जाए

5 ननलखत क उर लखए -

(क) भमगत जल पनभरण स आप या समझत ह

(ख) सचाई क कह दो पररागत साधन क नाम लखए

(ग) पानी क बचत हम कस कर सकत ह

(घ) सीएनजी क अवयव लखए

(ङ) षण कम करन क लए कौन स धन क वाहन का योग करना चाहए

(च) वाहन म योग होन वाल दो धन का नाम लखए

6 र ान क पत कजए

(क) पानी पदाथ होता ह

(ख) पानी म का गण होता ह

(ग) मोम म अवलय ह

(घ) कए क पानी म मलाकर पीन योय बनाया जाता ह

(ङ) सहायता स खती करना आसान हो गया ह

7 कह दो चीज क नाम लखए जो म क तल म घल जात ह

8 यद एक नत माा क बाद चीनी पानी म नह घलती ह तो और चीनी घोलन कलए आप या करग

16- बीज ही बीज

अपन आस-पास पड़-पौध पर लग आम अमद बर टमाटर पपीता मटर इमलीआद फल व सजय को दख इनम बीज ममक होत ह या सभी फल म समानसया म बीज ह कछ फल जस-आम बर जामन म एक बीज होता ह जबक इमलीपपीता अमद टमाटर आद म अनक बीज होत ह

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल

एक बीज वाल और अनक बीज वाल फल का नाम द गई तालका म लखए-

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल चचा करए -कछ फल एक बीज वाल और कछ अनक बीज वाल होत ह इह बीज क दान को बोकर पनः इनक फसल पदा क जाती ह धान मका ग चना आद क फसल पदाकरन क लए उनक दान म म बोए जात ह अनाज क व दान जनका योग अगलीफसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलात ह बीज का भडारण उचत ढग सकरना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत ह या आप जानत ह क बीज कस खराबहो जात ह आइए दख और समझ-

चह घन व अय कट बीज को खराब कर दत ह जब कसान इन बीज को खत मबोता ह तो जो बीज अ होत ह व अकरत हो जात ह और जो खराब होत ह वअकरत नह होत ह अ और खराब बीज क पहचान कस करत ह सोचइ औरबताइएखराब बीज क पहचान कस करग आओ कर और समझ -

आधा गलास पानी ल इसम कछ सम क बीज डाल या दखत ह

आइए दख-

दो कटोरया लदोन कटोरय म पानी स भीगी ई ई रखपहली कटोरी म सम क व बीज रख जो गलास क पानी म तर रह हसरी कटोरी म सम क व बीज रख जो पानी म नीच डब ए हदो दन बाद दोन कटोरय क बीज को दख

या दखत ह

आपन दखा क गलास क पानी म कछ बीज ऊपर तर रह ह य खराब बीज ह कछबीज पानी म नीच डब ए ह य अ व परपव बीज ह यही बीज ही अकरत होत हहमार दश म अ व परपव बीज पदा करन क दशा म काफ गत ई ह

पानी म डालन पर जो बीज ऊपर आ जात ह व खराब बीज होत हखराब बीज अकरत नह होत हअ और परपव बीज ही अकरत होत हकछ बीज नट भी हो जात ह

बीज क सरचना कसी होती ह

चलए बीज को बाहर और अदर स दखकर उसको जाच-परखभीग ए चन या सम का बीज ल इनक बाहरी आवरण बीजचोल ममक वज कोसावधानी स हटाए या दखत ह दो हक पील रग क सरचनाए दखाई पड़ती ह इहबीजप कहत ह इस भी खोल

दोन बीजप को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस भरण मउइतलवकहत ह इसका नचला सफद भाग मलाकर तथा ऊपरी नकला भाग ाकरकहलाता ह

इस भी जानए -

मलाकर स जड़ तथा ाकर स तना बनता ह

अकरत बीज क य भाग बीजप स अपना भोजन ात करत हबीज का अकरण-आपन अपन घर म धान ग सम चना मटर आद क बीज को दखा ह या आपनइसम कभी अकरण होत ए दखा ह इनम अकरण कब और कस होता ह

बीज क अकरण क लए आवयक परतया-

एक बीकर या गलास म 23 भाग उबालकर ठडा कया आ पानी ल (जससपानी म घली वाय नकल जाए)सम क तीन अ बीज को च क भात कसी लकड़ी या लाटक क प परधाग स बाधपानी क सतह पर तल क कछ बद डाल (पानी क सतह पर तल डालन पर पानीका वापन नही होगा और बाहर क वाय पानी म घल नही पाएगी)

तदन इसका नरीण करत ए बीज म हो रह बदलाव को लख-पहल दन सर दन तीसर दन चौथ दन सोचए और बताइए-

प म सबस नीच बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो यप म सबस ऊपर बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य प क बीच म बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य बीच वाला बीज ही अकरत य आ बीच वाल बीज को हवा पानी व उचत ताप तीन ात आ इसलए यह अकरतआ

सबस नीच वाल बीज को पानी तो मला परत हवा व उचत ताप नह मलन सयह अकरत नह आ पानी म लगातार रहन क कारण यह खराब भी हो गयासबस ऊपर वाल बीज को हवा व उचत ताप तो मला परत पानी नह मलन सयह अकरत नह आ

बीज स नह पौध का बनना बीज का अकरण कहलाता ह

बीज क अकरण क लए हवा पानी तथा उचत ताप आवयक हभ-भ पौध को उगान क लए भ-भ परतया तथा जलवाय कआवयकता होती ह

आइए करक दख-

चन क कछ दान और तीन कटोरया लपहली कटोरी म चन क चार-पाच दान डाल और कटोरी को पानी स भरसरी कटोरी म उतन ही चन भीगी ई ई या कपड़ म लपटकर रख यान रहकपड़ा या ई सखन न पाए

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) बीज क अदर ऐसा या होता ह जसस पौधा बनता ह (ख) नह पौध को बढ़न क लए कन परतय क जरत होती ह (ग) अ और खराब बीज क पहचान कस क जाती ह (घ) भीग चन को भीग कपड़ म बाधन पर उसका अकरण तज होता ह ऐसा य 2 क चार वकप दए गए ह सही वकप क सामन बन व को काला कजए -

बीज क अकरण क लए आवयक ह -

(क) वाय जल और खाद (ख) वाय जल और उचत ताप(ग) सय का काष वाय और उचत ताप(घ) वाय जल और अधक ताप

जो बीज पानी म डालन पर ऊपर आ जात ह व-

(क) परपव बीज होत ह (ख) अ बीज होत ह(ग) खराब बीज होत ह (घ) भरण होत ह3 र ान क पत कजए -(क) बीज क बाहरी आवरण को कहत ह(ख) बीज प को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस कहत ह(ग) भरण का नचला भाग और ऊपरी भाग कहलाता ह(घ) मलाकर स तथा ाकर स बनता ह4 खड lsquoकlsquo क अधर वाय को खड lsquoखlsquo क सहायता स परा कजए-खड-क खड-ख(क) बीज स अकरत होत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज को न कर दत ह(ग) अनकल परत पाकर बीज नह पौध का जम होता ह(घ) चह घन व अय कट बीज का अकरण कहलाता ह

ोजट वक -

कसी बतन म खत क म लकर उसम चन या सम क बीज बोए और उसमतदन थोड़ा-थोड़ा पानी दत रह अकरत पौध म होन वाली व को अपनीकापी म लख और च भी बनाए

17-व म भारत

हमारी पवी-महासागर एव महाप-

हमार पवी लगभग गोल आकार क ह पवी का गद जसा गोल आकार का लघतप लोब कहलाता ह आइए लोब को दख-लोब पर अनक रग-बरगी आकतया बनी ह य आकतया पवी पर महाप एवमहासागर को दखाती ह लोब का अधकाश भाग नील रग स रगा दखाई द रहा हयह भाग पवी पर वशाल जलराशय अथवा महासागर को दशत करता ह शष भागल को दशाता ह हमारी पवी क लगभग 71 तशत भाग पर जल एव शष लगभग29 तशत भाग पर ल ह बड़-बड़ लीय भाग महाप ह महाप महासागर

ारा अलग कए जात ह

च 71 व म भारतपवी पर पाच महासागर एव सात महाप ह आइए लोब एव व क मानच पर इहपहचान-पवी पर पाच महासागर मशः शात महासागर अटलाटक महासागर हदमहासागर आक टक महासागर एव दणी महासागर ह इनम स शात महासागरसवाधक वतत एव सबस गहरा ह यह सण पवी क लगभग एक तहाई भाग परफला ह इसका सबस गहरा ान मरयाना गत ह जो लगभग 11 कलोमीटर गहरा ह

पवी क लगभग 29 तशत भाग पर फला ल सात महाप म वभाजत ह यमहाप मशः एशया यरोप अका उरी अमरका दणी अमरका आटordfलयाएव अटाक टका ह इनम एशया सबस बड़ा महाप ह हमालय पवत पर त वक सव पवत चोट माउट एवरट इसी महाप पर ह इसक ऊचाई 8848 मीटरह एशया म व क लगभग 59 तशत जनसया नवास करती ह व क मानचको दखए हमारा दश भारत एशया महाप म त ह

पवी का धरातल पवत पठार एव मदान स य ह सामायतः आस-पास क धरातल सऊच उठ भाग पवत कहलात ह इनका शखर सकचत अथवा शवाकार होता ह पवतसाधारणतया समह म पाए जात ह इह पवत णी कहत ह पहाड़य क ऊचाई पवतस कम होती ह

व क कछ मख पवत णया-हमालय कनलन हकश कराकोरम एटलसकसबग यराल आपस काकशस राकज अपलशयन ड डवाइडग रजएडीज आद ह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

नदश- शक लोब एव व मानच ारा महासागर महाप एव अपन दश भारतक तलनामक अवत प कर तथा ब ारा इसका अयास कराए

इस भी जान -

लोब का कागज पर समतल ततकरण मानच कहलाता हपवी पर बत बड़ ल खड को महाप एव वशाल जलराशय को महासागरकहत ह

पवी पर तलनामक प स ऊच उठ चरस ल भाग पठार कहलात ह ायः पठार काऊपरी भाग ऊबड़-खाबड़ होता ह इनक कनार सामायतः खड़ ढाल वाल होत ह

पछली का म आप पढ़ चक ह क हमार दश का दणी भाग पठार ह

व क कछ मख पठार-पामीर का पठार तबत का पठार भारत म दकन का पठारईरान का पठार अरब का पठार कोलोरडो पठार कोलबया पठार ाजील क उभम बोलवया का पठार एव पम आलया का पठार ह अका महाप काअधकाश भाग पठारी ह इन पठार को व मानच पर पहचानए

धरातल पर समतल परत नचला भाग मदान कहलाता ह ायः मदान का नमाण नदयारा लाई गई म स होता ह आप पछली का म उर दश क मदानी भाग क बारम जानकारी ात कर चक हो व क कछ मख मदान-स गगा प का मदानयरोप का मयवत मदान उरी अमरका का मयवत मदान ागह का मदान आदह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

व क कछ मख नदया गगा स सतलज प यमना गोदावरी इरावदमकाग ागह नील जायर जाबजी लोपो पराना परागए अमजन मसीसपी-मसौरी सटलारस डयब टस राइम वोा आद ह नील नद व क लबी नद हअयापक क सहायता स व मानच पर इन नदय का अवलोकन कर

हमारा दश-भारत-अगल प पर दए गए मानच म अपन दश-भारत एव उसक पड़ोसी दश को दखएहमार पड़ोसी दश मशः अफगानतान पाकतान चीन नपाल भटान यामारबालादश ीलका एव मालदव ह भारत का दणी भाग तीन ओर स सम स घराह परब म बगाल क खाड़ी पम म अरब सागर तथा दण म हद महासागर हहद महासागर का नाम हमार दश भारत क नाम पर पड़ा ह मानच दखो एव भारत कपड़ोसी दश क नाम लख-

पम म एव उर म एव परब म एव दण म एव

च 73 भारत क पड़ोसी दश

भारत म 29 राय एव 07 कशासत दश ह इनका ववरण ननलखत ह-0स0 राय का नाम राजधानी 0स0 राय का नाम राजधानी1 आ दश - हदराबाद 15 महारा- मबई2 अणाचल दश -ईटानगर 16 मणपर- इा3 असोम -दसपर 17 मघालय- शलाग4 बहार- पटना 18 मजोरम- आइजोल5 छीसगढ़ -रायपर 19 नागालड- कोहमा6 गोवा- पणजी 20 ओडशा -भवनर7 गजरात- गाधीनगर 21 पजाब -चडीगढ़8 हरयाणा -चडीगढ़ 22 राजान- जयपर9 हमाचल दश- शमला 23 सकम- गगटोक10 जम एव कमीर- ीनगर (ीमकालीन) 24 तमलनाड -चई एव जम (शीतकालीन)11 झारखड -राची 25 तलगाना- हदराबाद12 कनाटक- बगल 26 परा- अगरतला13 करल -तअनतपरम 27उर दश- लखनऊ14 मय दश- भोपाल 28उराखड- दहरान29 पम बगाल- कोलकाता

0स0 कशासत दश का नाम राजधानी1 अडमान और नकोबार पसमह पोटलयर2 चडीगढ़ चडीगढ़3 दादरा और नगर हवली सलवासा4 दमन और दव दमन5 दली दली6 लप कवारी7 परी परी

भारत क राजधानी नई दली ह यहा रापत भवन ससद भवन सव यायालयएव अय मख शासनक मयालय त ह

हमारा दश भारत ाकतक प स ववधता स भरा ह यहा ऊच पवत वशालमदान पठार एव मल पाए जात ह ाकतक सरचना क आधार पर भारत को पाचभाग म बाटा जाता ह-1 उर का पवतीय भाग2 उर का वशाल मदान3 थार का मल4 दण का पठारी भाग5 तटय मदान एव पसमह

1 उर का पवतीय भाग- इसका वतार भारत क उर म जम एव कमीर स लकरअणाचल दश तक ह इस हमालय पवत क नाम स जाना जाता ह हमालयपवतमाला तीन समानातर पवत णय स मलकर बनी ह य मशः वहत हमालय याहमा हमाचल या मय हमालय एव शवालक ह उर क मदानी भाग म बहकरआन वाली अधकाश नदय का उदगम ल हमालय ह

2 उर का वशाल मदान- इसका नमाण हमालय स बहकर दण क ओर आन वालीतथा पठार स बहकर उर क ओर आन वाली नदय क साथ आई उपजाऊ जलोढ़म स आ ह भारत म इसका वतार पजाब स लकर असम तक ह यहा बहन वालीमख नदया सतलज गगा यमना घाघरा चबल टोस सोन गडक कोसीमहानदा दामोदर प आद ह गगा एव प नदया पम बगाल एव बालादशम वशाल डटा का नमाण करती ह

3 थार का मल- भारत क पमी भाग म राजान राय त ह इसक पमीहस म सकड़ कलोमीटर लबा-चड़ा बाल का वतार ह इस थार का मल कहतह यहा वषा बत कम होती ह जगह-जगह रत क टल दखाई दत ह जह बालकातप (सड न) कहत ह यहा आवागमन का एकमा साधन ऊट ह इस रगतान काजहाज भी कहत ह

4दण का पठारी भाग- दण का पठारी भाग उर क वशाल मदान क दण मह इसक उर-पम म अरावली पवत पम म पमी घाट पवत तथा परब म पवघाट पवत ह यह भाग अनक छोट-छोट पठारो म वभाजत ह इनम स मख ह-बदलखड पठार बघलखड पठार छोटा नागपर पठार मालवा पठार दकन का लावापठार आद इस भाग म चबल बतवा टोस सोन नमदा तापी दामोदर महानदगोदावरी कणा एव कावरी नदया बहती ह भारत का मानच दखकर बताइए इनम सकौन-कौन सी नदया-

अरब सागर म मलती ह बगाल क खाड़ी म मलती ह उर क वशाल मदान क ओर बहती ह

5 तटय मदान एव पसमह- य दण क पठारी भाग क परब एव पम म सम तटक सहार लब और सकर तटय मदान ह पम क ओर क मदान को पम तटयमदान तथा परब क ओर क मदान को पव तटय मदान कहत ह

हमार दश म सम क मय अनक प ह कई प क समह को प समह कहत हबगाल क खाड़ी म अडमान और नकोबार प समह तथा अरब सागर म लप पसमह ह

जस कार हमार दश म कई कार क ाकतक वभाग ह उसी तरह यहा क पड़-पौधा वनतय एव जीव-जत म ववधता पाई जाती ह हमार दश म मय पस पाच कार क वन पाए जात ह1 सदाबहार वन2 पतझड़ या पणपाती वन3 मलीय या काटदार वन4 पवतीय वन5 वलाचली या डटाई वन

1 सदाबहार वन- पर साल हर-भर रहन क कारण इह सदा बहार वन कहत ह इसकार क वन अधक वषा वाल गम ान पर पाए जात ह य वन अयत घन होत हतथा जीव-जत एव वनतय म अयधक ववधता पाई जाती ह भारत म इनकावतार पमी घाट उर परबी क पहाड़य एव अडमान और नकोबार पसमह म ह इन वन म पाए जान वाल मख व रोजवड महोगनी रबड़ ताड़ बासआबनस नारयल आद ह

2 पतझड़ या पणपाती वन- इन वन को मानसनी वन भी कहत ह वष म एक बारशीतकाल क अत म यहा पाए जान वाल व अपनी पया गरा दत ह इसलए इहपतझड़ या पणपाती वन कहत ह इन वन का वतार पम बगाल बहार उर दश

मय दश छीसगढ़ झारखड आद राय म ह इस कार क वन म शीशम नीममआ बरगद पीपल आवला समल पलास बल खर आद व पाए जात ह

3 मलीय या काटदार वन- इस कार क वन कम वषा वाल पठारी और मलीयान पर पाए जात ह इन वन म ककर खजर बबल खजड़ी जस काटदार व औरझाड़या पायी जाती ह भारत म इनका वतार पमी एव मय भारत क कम वषा वालपठारी ान तथा थार क मल म ह

4 पवतीय वन- पवतीय म बढ़ती ऊचाई क साथ तापमान एव वषा म परवतन होताह इसक कारण पवतीय म वशष कार क वन पाए जात ह इह पवतीय वनकहत ह भारत म इन वन का वतार हमालय वयाचल सतपड़ा एव पमी घाटपवत पर ह हमालय म दवदार चनार स सवर फर जनपर पाइन बचआद व पाए जात ह दण भारत क पवतीय वन म मगनोलया लरच सनकोनाआद व पाए जात ह

5 वलाचली या डटाई वन- सम क कनार दलदली भाग एव नदय क डटा म य वनपाए जात ह इनम नारयल ताड़ सदरी आद व पाए जात ह इन वन कासवाधिाक वतार पम बगाल म ह सदरी नामक व क अधकता क कारणपम बगाल एव बाला दश म इह सदर वन क नाम स जाना जाता ह

मख वय जीव

वय जीव म वय पश पी जीव-जत और साप आद शामल ह वय जीव कााकतक आवास (घर) वन ह जहा व वद प स वचरण करत एव रहत हजनसया व क कारण हमार वन का तजी स वनाश होता जा रहा ह और वन काफल घटता जा रहा ह जसस वय जीव क सया बड़ी तजी स घटती जा रही हकई वय जीव वलत होत जा रह ह इह बचाए रखना आवयक ह यक य पयावरणसतलन म सहायक ह

वय जीव क सरा वकास एव वत वचरण क लए सरकार ारा राीय उानवय जीव अभयारय एव पी वहार आद क ापना क जाती ह इनम मानव ारावयजीव का शकार करना वजत ह

अयास

1 र ान क पत कजए-(क) पवी पर महासागर एव महाप ह(ख) ससार क सबस लबी नद ह(ग) हमालय पवत का वतार राय स राय तक ह(घ) भारत म राय एव कशासत दश ह2 नीच लख वाय क सामन (स ) या ( ग ) का नशान लगाए-(क) ायः पठार क ऊपरी सतह ऊबड़-खाबड़ होती ह ( )(ख) शात महासागर पवी क आध भाग पर फला ह ( )(ग) राजान म सदाबहार वन पाए जात ह ( )(घ) पतझड़ वन शीत ऋत क अत म अपनी पया गरा दत ह ( )3 सही जोड़ा बनाइए -भारत क राय राजधानीमय दश दसपरतमलनाड भोपालहमाचल दश चईअसोम शमला4 ननलखत क उर दजए -(क) व क मानच पर भारत क पड़ोसी दश को दशत कजए (ख) पठार कस कहत ह व कह तीन पठार क नाम बताइए (ग) सदर वन कहा पाए जात ह इह हम सदर वन य कहत ह (घ) बालका तप स आप या समझत ह य भारत म कहा पाए जात ह

(ङ) राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना य क जाती ह

18-भारतीय सवधान तथा शासन वा

हम सभी परवार म मल-जल कर रहत ह घर क सार काम भी एक साथ मलकर करतह और कछ काम बट भी होत ह घर को चलान क लए नयम बनाए जात ह जनकापालन घर क सभी लोग करत ह ऐस ही हमार वालय म एक धानायापक होत हजो शक-शका क साथ मलकर कल सचालन क नयम बनात ह वालय मरहन वाल सभी लोग इन नयम का पालन करत ह सड़क पर सरत चलन क लए भीनयम बनाए गए हघर वालय क तरह दश क काम-काज को चलान क लए बत सार नयम बनाए गएह इन सभी नयम को मलाकर हमारा सवधान बना ह जसक अनसार शासन कामकरता ह अतः सवधान को बनान क लए एक सभा बनी जस lsquoसवधान सभाlsquo कहागया डा0 राज साद इसक अय बनाए गए सवधाान का ाप तयार करन कलए एक ाप समत बनाई गई डा0 भीमराव रामजी अबडकर इसक अय बन02 वष 11 महीन और 18 दन तक लगातार परम करक इस सभा न भारत कासवधान बनाया26 जनवरी 1950 को सवधान को पर दश म लाग कया गया इस दन को हम गणतदवस क प म मनात ह

डा0 राज साद डा0 भीमराव रामजी अबडकर

हमार सवधान क वशष बात-

हमार सवधान म कहा गया ह क भारत एक सण भव स दश ह यहअपन नयम-कानन वय बनाएगासवधान म हमार दश को समाजवाद राय कहा गया ह जसका लय समाज कआथक एव सामाजक वषमता को र करना हसवधान म दश क सभी नागरक को अपन धम का पालन करन क छट मली हभारत म ससदय शासन णाली ह जसम मपरषद लोकसभा क तउरदायी होती ह सवधान म नागरक को छः मौलक अधकार दए गए ह और उनको यारह मलकत बताए गए हक राय और ानीय तर पर जनता ारा चनी गई सरकार ह सवधान क अनसार 18 वष या उसस अधक उ क लोग चनाव म वोट डालत हसवधान म 6 स 14 वष क सभी ब को नःशक एव अनवाय शा कामौलक अधकार ात ह सामाजक समानता मौलक अधकार ह बालका को भी बालक क समानअधकार दान कए गए ह य अधकार उनक पालन-पोषण शा एव सरा ससबत ह

हमारा सघीय शासन- हमारा दश 29 राय तथा 7 कशासत का एक सघ हइसम क और राय दोन तर पर ससदय शासन ह पर दश का शासन चलान कलए क तर पर कय सरकार और राय म राय सरकार होती ह

कय सरकार क तीन अग ह -

वापका - कानन का नमाणकायपालका - कानन को लाग करनायायपालका - कानन क अनसार याय करना

वापका-कानन का नमाण-

भारत क कय वापका को lsquoससदlsquo कहत ह रापत लोकसभा और रायसभास मलकर ससद बनती ह इसम स रायसभा को lsquoउ सदनlsquo और लोकसभा को lsquoननसदनlsquo कहत ह

लोकसभा क सदय 5 साल क लए जनता ारा चन जात ह 25 साल या उसस अधकआय का इसका सदय हो सकता ह इसक सदय क चनाव म 18 वष या उससअधक आय क लोग वोट डालत हरायसभा ाई सदन ह इसक सदय का कायकाल 6 वष होता ह त दो वष परएक तहाई सदय सवानव होत ह रायसभा क सदय का चनाव राय कवधानसभा क नवाचत सदय ारा होता हलोकसभा और रायसभा क सदय को सासद (एमपी) कहत हससद क दोन सदन मलकर दश क लए कानन बनात ह जसक लए रापत कसहमत आवयक ह कायपालका-कानन को लाग करना-

कय कायपालका का मख रापत होता ह उस दश का थम नागरक कहत हवह 5 वष क लए लोकसभा रायसभा और वधानसभा क नवाचत सदय ारा चनाजाता ह रापत क सहायता एव सलाह क लए धानमी क अयता म मपरषदहोती हधानमी क नय रापत ारा क जाती ह वह लोकसभा म बमत दल का नताहोता ह धानमी क सलाह पर अय मी भी रापत ारा नय कए जात हरापत धानमी एव मय स मलकर कायपालका बनती ह ससद जो काननबनाती ह उस कायपालका लाग करती ह कायपालका दष क षासन वा कासचालन करती हइस भी जान -

रापत दष क जल थल व वाय सना का सव सनापत होता ह

रापत वापका (ससद) का अग होन क साथ-साथ कायपालका का मखहोता ह वह ननलखत काय करता ह-

-ससद क बठक बलाना-कोई अयादष (दष क लए नयम या कानन) जारी करना-राय म रायपाल सव यायालय उ यायालय क यायाधीष क नय करनाआद

उपरापत रायसभा का पदन सभापत होता ह

यायपालका-कानन क अनसार याय करना

हमार दश म नयम कानन क रा क लए यायपालका क वा ह सवधानारा वत और नप यायपालका क ापना क गई ह हमार दष म यायपालकाक सरचना इस कार ह-

सव यायालय-हमार दश म सबस बड़ा यायालय सव यायालय ह यह यायालय दश क राजधानी नई दली म ह सव यायालय म मय यायाधीष एव अय यायाधीष होत हजनक नयरापत ारा क जाती हउ यायालय-यक राय क लए एक उ यायालय होता ह उ यायालय क मय यायाधीशऔर अय यायाधीश क नय रापत ारा क जाती ह उर दश का उयायालय इलाहाबाद म त ह इसक एक खडपीठ लखनऊ म ापत हजला यायालय-

जला तर पर भी यायालय होत ह जह जला यायालय कहत ह जला यायाधीशक नय रायपाल ारा क जाती हअय अदालत-आपसी ववाद को नपटान क लए लोक अदालत पारवारक अदालत उपभोाअदालत भी ह

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) सवधान सभा क अय कौन थ (ख) हमारा सवधान य बनाया गया(ग) शासन क कतन अग होत ह (घ) रापत क चनाव म कौन-कौन समलत होता ह 2 र ान क पत कजए-(क) हमारा भारतीय सवधान को लाग कया गया(ख) तवष 26 जनवरी को दवस मनाया जाता ह(ग) लोकसभा का कायकाल का होता ह(घ) लोकसभा और रायसभा क सदय को कहत ह(ड) रापत लोकसभा और रायसभा को मलाकर बनती ह3 ननलखत क मय काय लखए-(क) वापका (ख) कायपालका (ग) यायपालका 4 अपन दश क वतमान रापत उपरापतधानमी क च एक करक अपनीपतका म चपकाए च क नीच उनक काय लखए5 बालसभा म शकशका क सहायता स ससद क कायवाही क वषय म चचाकजए

19- राीय एकता

हमार दश म अनक भाषाए और बोलया ह लोग क खान-पान तथा पहनावा भी भ-भ ह इन ववधता क बावजद हम लोग दशहरा दपावली होली ईद बसाखीसमस आद योहार बड़ धमधाम स मनात ह कछ पव ऐस ह जो हमार राीय पवकहलात ह - 15 अगत (वतता दवस) 26 जनवरी (गणत दवस) एव 2 अटबर(गाधी जयती) इन पव को पर दश म मल जलकर मनाया जाता ह इनक अलावा हमारराीय तीक भी ह राीय पव और राीय तीक हमारी राीय एकता क रणाोत हहमार राीय पव-1 वतता दवस 15 अगत -कई वष तक हमार दश म वदशय का शासन रहा ह हमार वतता सनानय न सघषकरक वदशी शासन स दश को म कराया हमारा दश 15 अगत सन 1947 कोवत आ इसीलए हम यक वष 15 अगत को वतता दवस राीय पव क प मधमधाम स मनात ह2 गणत दवस 26 जनवरी -वतता क बाद दश क लए नयम-कानन बनाए गए जस सवधान कहत ह 26जनवरी सन 1950 को हमारा सवधान लाग आ तथा दश गणत घोषत आइसीलए हम यक वष 26 जनवरी को lsquoगणत दवसrsquo क प म मनात ह3 गाधी जयती 2 अटबर -

गाधी जी का परा नाम मोहन दास करमचद गाधी ह इनका जम 2 अटबर सन 1869को गजरात ात क पोरबदर म आ गाधी जी न सय एव अहसा क माग पर चलकरदश को आजाद कराया यक वष 2 अटबर को हम गाधी जयती क प म मनात ह

उहन दश म वभ जात धम तथा वभ भाषा म बोलन वाल लोग को एक स मबाधन का यास कया गाधी जी को परा दश बाप रापता और महामा क नाम सभी जानता हराीय पव पर राीय वज फहराया जाता ह तथा वभ कार क साकतक कायमआयोजत होत ह

हमार राीय तीक-हमार दश क कछ राीय च ह इह हम lsquolsquoराीय तीकrsquorsquo कहत ह हमार राआपक वालय म राीय पव का आयोजन कस कया जाता ह क एकता क पहचान इन राीय च स भी होती ह आइए अपन राीय तीक कोजान-1 रावज

हमार राीय वज म तीन रग ह हम इस तरगा भी कहत ह रा वज म सबस ऊपरकसरया रग बीच म सफद रग तथा सबस नीच हरा रग होता ह वज क बीच क सफदवाल भाग क मय म 24 तीलय वाला नीला च बनाकसरया रग- बलदान का तीक सफद रग- शात का तीकहरा रग- धरती क हरयाली का तीकच - उत क ओर असर होन का तीक होता ह रा वज का समान करनायक नागरक का कत ह2 रागान

हमारा रागान lsquoजन-गण-मनrsquo ह अपनी पतक म कवर क पीछ भाग म लख एlsquoरागानrsquo को याद करक अपनी कापी म लख जानत ह रागान क रचना रवी नाथ

टगोर न क ह इस गान म कल 52 सकड का समय लगता ह रागान क समयसावधान क मा म खड़ होकर रागान को समान दया जाता ह 15अगत और 26 जनवरी को झडा फहरान क बाद lsquoजन-गण-मनrsquo गाया जाता ह3 रागीतlsquoवद मातरम सजलाम सफलाम मलयज-शीतलाम यह हमारा रागीत ह यान रहlsquolsquoजन-गण-मनrsquorsquo हमारा रागान ह तथा lsquoवद मातरमrsquo हमारा रागीत ह रागीत क रचनाबकम च चटज ारा क गयी ह आइए रागीत को हम अपनी कापी म लखकरयाद कररागीत

वद मातरम सजलाम सफलाम मलयज शीतलामशययामलाम मातरम शयोसना पलकत यामनीमफलकसमत रमदल शोभनीमसहासनीम समधर भाषणीमसखदाम वरदाम मातरम वद मातरम 4 राीय पश

बाघ5 राीय पप

कमल

6 राीय पी

मोर

7राजचआप लोग न सक एव पय पर दए गए इस च को दखा होगा यह हमाराराजच ह इस अशोक त स लया गया ह अपन अयापक स अशोक त कबार म और जानकारी ात कजए

सयमव जयतय हमारी राीय एकता क पहचान ह यद हम एक रहग तो हमारी राीय एकता भीसरत रहगीरा क एकता और सराहमार दश क बत बड़ी ल सीमा ह जो लगभग 15500 कलोमीटर लबी ह इसीतरह हमारी सम सीमा लगभग 7500 कलोमीटर लबी हअपन रा क सरा क लए हम जमीन सम या हवाई माग स आन वाल कसी भीश का मकाबला करन क लए तयार रहना पड़ता ह इसीलए हमार दश म शशालीथलसना जलसना और वायसना हभारत का रापत हमारी तीन सना (थलसना जलसना और वायसना) का सवसनापत होता ह रा सबधी काय क लए रा मालय ह जसका मखया रामी

होता ह भारतीय थलसना वायसना और नौसना क अलग-अलग सनाय होत ह यय क समय आपस म तालमल बनाकर अपन-अपन अधीन सना को आदश दत हतीन सना का मयालय दश क राजधानी नई दली म हसना क अतर कछ असनक बल भी ह जस सीमा सरा बल भारत तबत सीमापलस असम राइफस तटरक बल इयाद य दश क सीमा पर तनात रहकरउसक सरा करत हदश क बाहरी श का सामना करन क लए सना सदव सतक रहती ह दश क अदरअशात और असरा स नपटन क लए पलस क साथ-साथ कय रजव पलस बलतथा कछ अय सगठन भी काम करत ह

बाहरी आमण या सश वोह क कारण यद दश क सरा सकट म हो तो रापतआपातकाल क घोषणा कर सकत ह आपातकाल क दौरान रा क सरा सवपर होजाती ह अतः हमार कछ मल अधकार सीमत कए जा सकत हशात क समय सना तथा अय असनक बल समाज क भलाई क काम म मदद करतह कसी आपदा क समय बत सहायता करत हदश म शात और सरा बनी रह यह हम सबका कत ह हम सब को सदव सतकरहना चाहए पलस एव शासन का सहयोग करना चाहए राीय स क सराकरनी चाहएहम सब भारत क नागरक ह हम मलजल कर रहग तभी दश म शात होगी और दशगत करगा

अयास

ननलखत क उर लखए -1 वतता दवस कब मनाया जाता ह इसक मनान का कारण लखए2 26 जनवरी को हम गणत दवस य मनात ह 3 गाधी जी क बार म लखए 4 राीय एकता य आवयक ह

5 सना या काय करती ह भारतीय सना क मख अग क नाम बताइए6 कसका सबध कसस ह मलान कर -वतता दवस 2 अटबरगणत दवस 15 अगतगाधी जयती 26 जनवरीराजच वद मातरमरागीत अशोक त7 र ान क पत कजए -(क) हमारा रागीत ह(ख) जन-गण-मन हमारा ह(ग) हमारा राीय पी ह(घ) हमार दश क सम सीमा क लबाई कमी ह(ङ) दश क लीय सीमा कमी ह(च) रापत तीन सना का होता ह8 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रगए -(अ) राीय पश(ब) राीय पीस) राीय पप(द) राीय वज9 शक क सहायता स सावधान एव वाम मा क बार म अयास करत ए 52सकड म रागान को लय म गान का भी अयास करयामक वक -सना ारा योग कए जान वाल अ-श क च इका कर अपनी कापी म चपकाएतथा उसक वषय म लख

कतना सीखा-4

1 र ान क पत कजए -(क) बीज को और खराब कर दत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज का कहलाता ह(ग) पवी क गोल आकार का तप कहलाता ह(घ) भारत महाप म त ह(ङ) लोक सभा क सदय साल क लए चन जात ह2 मलान कजए -वतता दवस मरयाना गतगाधी जयती 71 तशतपवी का सबस गहरा ान 15 अगतसबस बड़ा महाप 2 अटबरपवी पर जल भाग एशया3 ननलखत क उर लखए -(क) मलाकर और ाकर स आप या समझत हो (ख) बीज क अकर क लए कन-कन चीज क आवयकता होती ह (ग) यायपालका का या काय ह (घ) शासन क कतन अग होत ह और उनका या काय ह (ङ) गाधी जी क योगदान क बार म लखए (च) पवत णी और पवत म अतर कजए 4 सही क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का च लगाए (क) आवल म अनक बीज होत ह(ख) अ और परपव बीज ही अकरत होत ह (ग) भारत का राीय पप कमल ह (घ) लोब पर महासागर को नील रग स दखाया जाता ह(ङ) माउट एवरट एडीज पवत पर त ह

5 बीज क आतरक सरचना का च बनाकर उसक वभ भाग को नामाकतकजए 6 सही जोड़ बनाइए-भारत क पड़ोसी दश दशायामार उरभटान परबअफगानतान दणमालदव पम7 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रग -(क) राीय पप(ख राीय वज(ग) उर दश का राजपी(घ) राीय पी8 उर दश क 18 मडल क नाम लखए

  • 1- परिवार कल आज और कल
  • 2-मरा परिवार मरी पररणा
  • 3-गौरव परसकार
  • 4 - आओ मिलकर खल खल
  • 5-जीव जनतओ की रोचक बात
  • कितना सीखा-1
  • 6 -वनय जीवो का सरकषण
  • 7-जगल और जन-जीवन
  • 8-भोजय पदारथो का सरकषण
  • 9-हम और हमारी फसल
  • 10-पड-पौधो का भोजन
  • कितना सीखा-2
  • 11-ऐस भी होत ह घर
  • 12-आपदाए और उनस बचाव
  • 13-जल ह तो कल ह
  • 14-जल क गण एव जल परदषण
  • 15-यातरा
  • कितना सीखा-3
  • 16- बीज ही बीज
  • 17-विशव म भारत
  • 18-भारतीय सविधान तथा शासन वयवसथा
  • 19- राषटरीय एकता
  • कितना सीखा-4
Page 3: का -5 ) हमारा परवेश1 - परव र कल, आज और कल यह ट इय , शरद और उम क परव र क क छ च दए गए

चचा करए

पापा क साथ कौन जाएगा या शरद क दोत बदलग या आपक परवार म भी कसी को काम क कारण नई जगह जाना पड़ा था सरी जगह जान क बाद उनस आप कब-कब मल - योहार पर कसी रतदारक शाद म या उनक पास जाकर

शाद ह -

आज उमा क यहा सभी बत खश ह उसक चचर भाई क शाद ह सभी लोग अलग-अलग काम म त ह शाद म उमा अपन कई रतदार स मली उसन यह भी दखाक शाद कस होती ह

या इस शाद क कारण उमा क परवार म कछ बदलाव हग

या-या बदलाव हग

जस घर स उमा क नई भाभी आई ह या उस परवार म भी कछ बदलाव एहग या-या दोत स पता करए क उनक यहा शाद कस होती ह शाद म या-या पकवान पकाए जात ह शाद क समारोह म कस तरह क गान होत ह

हमन दखा क टइया शरद और उमा क परवार म अलग-अलग कारण स बदलाव एह या परवार म बदलाव क कछ और कारण हो सकत ह पता करए और लखए-

गोपाल क याद-

गोपाल क लए शहर एकदम नया था उस यहा का रहन-सहन गाव स अलग दखता थादन तो वालय जान और पढ़न म बीत जाता मगर शाम को गाव क बात याद आतनई जगह पर अभी उसका कोई ऐसा दोत भी नह था जसस वह अपन मन क बातकहता आज वह आपको कछ बात बताना चाहता ह

हम लोग मसराबाद गाव म एक बड़ परवार क तरह रहत थ अ-बर समय म सबसाथ मलकर एक सर क मदद करत थ म अपन भाई-बहन व चचर भाई-बहन मसबस छोटा था हम सभी एक साथ रहत थ परवार क लोग खती करत थ खती कअलावा म क बतन बनाना चारपाई बनना बास स चीज बनान का काम तथा कपड़सलन का काम भी करत थ बड़ क साथ काम करक हम ब भी उन काम क बार मबत कछ सीख जात थ

चचा करए-

आपन अपन बड़ स या सीखा ह गाव एव शहर क रहन-सहन म या-या अतर होत ह

मसराबाद म हाइव -

एक दन गाव वाल न सना क यहा स हाइव नकलगा बात सच नकली मर खत कसाथ-साथ गाव क कई लोग क खत हाइव म मल गए हम उसका हजाना तो मलालकन हमारी जमीन जा चक थी जो थोड़ी बची थी उस पर चाचा खती करत थपरवार क जरत को परा करन क लए नई जगह तलाशनी थी जहा काम क साथ-साथ रहन क भी वा हो सक आखर एक दन बाबा न कहा क हम गाव छोड़करशहर जाना ह मझ अपना घर गाव छोड़ना बकल भी अा नह लगा वह तो थ मर

सार दोत एक बात और थी मझ मरी दाद स बत यार था मर चल जान पर उनकदखभाल कौन करगा मन मन ही मन सोचा म जाऊगा तो दाद को भी साथ लजाऊगा दाद हमार साथ आ ग शहर स थोड़ी र एक छोटा-सा घर मल गया हमसब वह रहन लग

हम आज भी अपना गाव नह भला ह योहार पर हम सभी अपन गाव जात ह वहाचाचाजी क साथ मलकर पड़ी-कचड़ी मठाई और भी बत कछ पकात ह पास-पड़ोसक दोत क साथ मलकर खब मौज करत ह

आपक घर म बड़ बजग क दखभाल क लए या इतजाम होता ह आपक यहा योहार म या-या पकवान पकाए जात ह

बदलत रहत ह परवार -

सभी क परवार कसी न कसी कारण बदलत रहत ह हमार परवार म बदलाव होतह-

नए ब क जम होन पर ववाह होन पर पढ़ाई क लए बाहर जान पर घर स र नौकरी करन क कारण तबादला होन पर रोजी-रोट और काम क तलाश म

साथय स चचा करए और परवार म बदलाव क अय कारण भी लखए -

हमार परवार म कछ न कछ बदलाव होत रहत ह परवार म लोग क सया भी सदवएक जसी नह रहती जस-जस समय बीतता ह लोग क सया कम या यादा होतीरहती ह ाचीन समय म जब मनय न खती करना श कया तब वह एक ान पर

ायी होकर रहन लगा खती म बत लोग क जरत पड़ती थी अतः बत स सदयमलजल कर एक साथ रहन लग इसस एक बड़ा परवार बना परवार क जरतकवल खती स परी नह होती थी अतः ापार तथा अय वसाय वकसत ए शहरका वकास आ मनय उस जगह जान लग जहा उह काम मलता था बड़-बड़परवार अब छोट होन लग

वतमान समय म सर राय या सर दश म जाकर शा ात करन का चलन बढ़ गयाह इसी तरह काम क सलसल म भी लोग सर राय या दश म जाकर रहत ह बत सपरवार स कवल एक ही सदय सरी जगह जाकर रहता ह कछ परवार क कई लोगबाहर रहत ह इसस भी परवार म बदलाव होत रहत ह इस तरह क बदलाव कवलहमार ही परवार म ही नह बक पर समाज म होत ह

अयास

1 बदलाव क कारण लखो -

टइया क परवार म शरद क परवार म उमा क परवार म

2 परवार म बदलाव कन-कन कारण स होता ह

3 अपन दादा-दाद या नानी-नाना स पता करए क जब व आपक उ क थ तब उनकपरवार म कौन-कौन था

4 गोपाल क परवार म या-या काम होता था

5 गोपाल को गाव छोड़ना य नह अा लगा

6 खती करन क बाद मनय क जीवन म या बदलाव आया

7 या आपक का या कल म भी सरी जगह स ब आए ह यद हा तो उनसबातचीत करए -

व कहा स आए ह उह यहा या-या नया लगा या उह यह बदलाव अा लगा

8 अपन परवार क सबस बजग और दोत क परवार म कसी बड़ स बात करक नीचक तालका परी करो -

9 आप जब कसी शाद म गए थ उसम आपन या-या दखा अपनी कापी म चबनाकर दोत को दखाइए उनक ारा बनाए गए च भी दखए

शक नदश-

1 बदलाव जदगी का हसा ह इन बदलाव का ब पर गहरा असर हो सकता हइसलए यह आवयक ह क इस चचा को सवदनशीलता स कर

2 का म ब स परवार छोड़न क कारण पर चचा करवाए इसस ब म परवारपर पड़न वाल भाव क त समझ वकसत होगी

2-मरा परवार मरी रणा

म कल स खश होकर लौट रही थी पयावरण सरण पर सबस अा लख मरा था मघर पर दो लोग को अपनी यह बात सबस पहल बताना चाहती थी एक मरी नानी औरसर मर भया व दोन मरी बात स सबस यादा खश होत ह

मरी नानी मर बार म सनन को हमशा उसक रहती ह भया स मझ हमशा रणा मलतीह नानी क घर म उनक दख-भाल करन वाला कोई नह ह भया क बात मानकर नानीअब हमार साथ ही रहती ह नानी क उ यादा ह वह ऊचा सनती ह और उह दखताभी कम ह रोज सबह पापा उनको अखबार जोर-जोर स पढ़कर सनात ह इस उ म भीनानी तरह-तरह क पकवान बनाती ह वो बाट-चोखा भी बत अा बनाती ह मा नउह स बनाना सीखा मा आज भी नानी स पकवान को बनान क बार म पछती रहतीह नानी क साथ हम सब मज स रहत ह

चचा करए -

जब कोई बढ़ा हो जाता ह तब उनको या-या तकलीफ हो सकती ह

मर भया कशन सगीत सखात ह ब उनक बत इत करत ह भया को सगीतसनन दोत क साथ घमन और बात करन का बत शौक ह भया को दखता नह हफर भी वह अपन काम खद करत ह जब कभी उनको मदद क जरत होती ह तो हमसब उनक मदद करत ह भया को पढ़न का बत शौक ह भया न शहर जाकर सगीतसीखा अब वह गाव म रहकर ब को सगीत सखात ह वालय म 26 जनवरी ककायम को तयार करन म भी भया न सहयोग दया था जब भी वह घर क बाहर जातह तब एक सफद छड़ी ल जात ह

चचा करए-

हम उन लोग क मदद कस कर सकत ह जह दखता नह ह या आपक परवार म ऐसा कोई सदय ह जो दख बोल या सन नह सकताआप उनक मदद कस करत ह

इस भी जानए -

जो लोग दख नह सकत उनक पढ़न क लए एक खास लप म कताब तयार क जातीह जस ल कहत ह ल एक मोट कागज पर एक नकल औजार स ब बनाकर लखाजाता ह ल कागज पर हाथ फरकर पढ़ा जाता ह क उस पर या लखा ह

लई ल ास दश का रहन वाला था जब वह तीन साल का था तब एक नकल औजारस उसक आख म चोट लग गई और उसक आख खराब हो गई उस आख स दखनाबकल बद हो गया उसक पढ़न म बत च थी वह पढ़न क तरकब सोचता रहताथा आखर उसन ढढ़ ही लया एक तरीका-छकर पढ़न का पढ़न क यह वध बाद मल लप क नाम स जानी जान लगी

इस तरह क लप म मोट कागज पर उभर ब बन होत ह उभर होन क कारण इहछकर पढ़ा जा सकता ह यह लप छः ब पर आधारत होती ह आजकल ल मनए-नए परवतन ए ह जसस इस पढ़ना-लखना और भी आसान हो गया ह ल लपअब कयटर क ारा भी लखी जा सकती ह

और भी जानए-

जो लोग सन नह सकत उनक लए साकतक भाषा इतमाल क जाती ह साकतकभाषा पर आधारत वशष कायम ट0वी0 पर सारत होत ह

ट0वी0 पर मक बधर क लए समाचार आत ह दखो वहा बात को कस कार सकतक ारा समझाया जाता ह

भया क ईमानदारी-

शाम को भया बोल-चलो मला चल अपन पड़ोस क दोत को भी बला लो इस बारअलग-अलग राय क लोग अपनी-अपनी चीज लकर आए ह भया न मला घमायाहमन बत कछ खाया पया मबई क भलपरी भी खाई भलपरी वाल न गलती स छःक जगह पाच ही लोग क पस लए हमन सोचा चलो पस बच गए पर भया न हसाबलगाया और भलपरी वाल को बाक पस दए हम आपस म खसर-फसर कर रह थ तोभया न समझाया क नह अज हम कसी को नकसान नह पचाना चाहए

ईमानदार होन पर डरन क जरत नह पड़ती आम वास बढ़ता ह ईमानदार लोगको सभी पसद करत ह

उस दन हमन भया स जो सीखा उस कभी नह भलग

इनको भी जानए -

चचा करए-

अगर भया कम पस दकर चल आत तो ब उनक बार म या सोचत आप इसबार म या सोचत ह

अयास

1 उर लखो-

(क) कशन क परवार म कौन-कौन ह

(ख) कशन ब को या सखात ह

(ग) हम ईमानदार य होना चाहए

(घ) पाठ म अज न अपन भया को या-या बात बता ह

(ङ) ल स आप या समझत ह

2 या आपक साथ कोई ऐसी घटना ई जसम लगा हो क आपन ईमानदारी का पालनकया था उस घटना क बार म लखए

3 पयावरण सरण पर पाच वाय लखए

4 उन लोग क सची बनाइए जो आपक वालय क काम म सहयोग दत ह और यहभी लखए क उनक सहयोग स आपको या लाभ आ

5 अगर कभी कानदार गलती स आपको यादा पस वापस कर द तो आप या करग

ोजट वक -

या कशन जस लोग क मदद क लए कोई योजनाए चल रही ह अपन बड़ याशक क सहायता स पता करए और उन योजना क सची बनाइए

शक नदश-

1 - ब ललप को दखग तो बहतर ढग स समझ पाएग बरललप क जानकारी दतसमय ब को वातवक लशीट दखाना अा रहगा

2 - इस उदाहरण ारा ब का यान इस तरफ खचा जा सकता ह क हमार परवारऔर समाज म कछ ऐस होत ह जो सामाय न होत ए भी बत तभावान होतह

3 - परानी बात को जानन को महवपण ोत हमार बजग होत ह ब क अदर यहसमझ वकसत होन स वह बजग क साथ समय बताएग

3-गौरव परकार

दसबर माह क थम सताह म वालय क वाषक खलकद तयोगता का आयोजनकया गया यक का क बालक-बालका न अपन-अपन मनपसद खल म भागलया खलकद क अतम दन समापन समारोह म परकार वतरण का कायम चलरहा था खलकद क साथ ही वालय क अय गतवधय म उक दशन क लएlsquoगौरव परकारrsquo ात करन वाल ब क नाम क घोषणा होन वाली थी हर बार कतरह इस बार भी शादमा क नाम क चचा थी

मच पर धानायापक न मय अतथ को परकार पान वाल ब का नाम लखाकागज दया और माइक पर उसका नाम बतान का अनरोध कया मय अतथ माइकक पास खड़ ए ब म सगबगाहट होन लगी क कसका नाम बलाया जाएगा तभीमाइक पर मय अतथ न मध क नाम क घोषणा क तालय क गड़गड़ाहट क बीचमध न मय अतथ स परकार हण कया शादमा को अपन नाम क घोषणा काइतजार था कत मध क नाम क घोषणा क बाद उसका मन उदास हो गया मधा कसाथय न खशी स मध को चार तरफ स बधाई दन क लए घर लया शादमा उह रस दखकर ःखी हो रही थी

कायम समात होन क पहल ही शादमा बझ मन स घर पची और मा क गोद म सररखकर सबकत ए सारी बात बताई मा न शादमा को अपन पास बठाया और बोल

lsquolsquoइसम ःखी होन क कोई बात नह ह हर बार एक ही जीत य जरी नह हअपन-अपन दशन क आधार पर जीतता या हारता ह तह वचार करना चाहएक तहार दशन म कमी य आई rsquorsquo

lsquoमझ लगा क हर बार तो म ही जीतती इस बार भी जीत जाऊगी लकन ऐसा नहआ मन खल का समय भी पढ़ाई म लगाया कत परीा म भी मझ अ अक नहमल ऐसा य आ मा शादमा न मा क ओर दखकर पछा

शरीर व होता ह तो मतक भी व रहता ह शरीर को व रखन क लए खलऔर ायाम क आवयकता होती ह पढ़ाई क साथ-साथ खलकद मनय क सवागीणवकास म सहायक होत ह- मा न शादमा को बताया

लकन मा हम हाथ-पर ारा खलत ह इसका मतक क वाय पर कस भाव पड़सकता ह शादमा न आयचकत होत ए मा स पछा

शादमा क बात सनकर मा मकरा कर बोल- जब तम कट खलती हो तब तमन दखाहोगा क गद को पकड़न क लए हाथ को बढ़ात समय यह भी सोचना पड़ता ह क गदको आग बढ़कर पकड़ पाएग या पीछ हट कर या अय कस तरीक स गद को पकड़पाएग यह सकत हम मतक स ही मलता ह और उसी क अनसार हम गद पकड़ पातह कसी काय को करन क लए षारीरक एव मानसक प स वकसत होना आवयकह पढ़न लखन खलन आद सभी काय म हमारा मतक और षरीर दोन एक साथकाय करत ह

मा क बात सनकर शादमा समझ गई थी क पढ़ाई क साथ खल का अयास हमारशरीर और मतक क वकास म सहायक होत ह

चचा करए -

या आप वालय म खल क घट म खलत ह आप लोग म स कौन खलन नह जाताआप खल म कभी हार ह

या आपन हार क कारण को जानन का यास कया ह जीतन वाली टम को हारन वाली टम स कसा वहार करना चाहए

पता कर - खल क घट म यद कोई बा खलन नह जाता ह तो खलन न जान ककारण का पता लगाइए आप उस ब क या मदद कर सकत ह

गम क छया हो गई थ षादमा क बआ अपन बट आसफ क साथ छया बतानआई थ शादमा आसफ स मलकर बत खष ई दोन घर क बाहर धप म ही खलननकल गय ब को धप म खलता दखकर षादमा क मा न उह घर क अदर आकरखलन को कहा घर क अदर भला हम कस खल सकत ह खल तो बाहर ही खलसकत ह - आसफ न कहा खल घर क अदर भी खल सकत ह आओ म तह बताती-शादमा क मा न कहा षादमा और आसफ न बात मान ली और अदर आ गए

घर क अदर मा न शादमा को करमबोड नकाल कर दया आसफ न उस साफ कयाऔर करमबोड पर पाउडर छड़क कर गोटया सजान लगा तभी पड़ोस क नतन औरनवीन भी आ गए व भी साथ म बठकर खलन लग खलत ए अचानक आसफ नकरम बोड को पलट दया जसस बची गोटया गर ग नतन को बत गसा आयाशादमा जोर-जोर स आसफ को भला-बरा कहन लगी नवीन क आख म आस आ गएयक वो जीतन वाला था शोर-गल सनकर आसफ क मा वहा आ पता चला कआसफ खल म हार रहा था अतः उसन खल खम होन क पहल ही खल को बगाड़दया

हम जब भी कोई खल खलत ह तो उसम या तो हम जीतत ह या हारत ह हमारी कोशशहोती ह क हम जीत लकन हमशा ऐसा नह होता हार जान पर हम जीतन वालखलाड़ी क खल क यास क शसा करनी चाहए और उस बधाई दनी चाहए यदहम जीतत ह तो हारन वाल क यास क सराहना करनी चाहए क उसन अत तकजीतन का यास कया जीतन पर अहकार क भावना नह आनी चाहए मा स य सारीबात सनकर आसफ को अपनी गलती का एहसास आ उसन नतन नवीन और शादमास माफ मागी और पनः चारा खलन बठ गए

सोचए और बताइए -

या आसफ का यह वहार उचत था आप आसफ क जगह होत तो या करत

आओ जान खल क कार

खल दो कार क होत ह -

1 - इोर गम- इसका अथ ह घर क अदर खल जान वाल खल जस-षतरज टबलटनस करम आद

2 - आउटडोर गम- इसका अथ ह खल क मदान म खल जान वाल खल जस-हाककट फटबाल आद

आउटडोर गस वाय क ट स अधक अ होत ह यक य खल वातावरण मउछल कद क साथ खल जात ह इोर गस षात वातावरण म मानसक प सअधिाक सय होकर खल जात ह

कछ खल इोर और आउटडोर दोन होत ह जस-बडमटन टबल टनस आद

चचा करए-

आप अपन घर क अदर कौन-कौन स खल खलत ह आपको खलना य अा लगता ह घर क बाहर खला जान वाला आपका य खल कौन सा ह

मलकर ऐस खल-

सभी खल क अपन वश नयम होत ह हम खल नयम एव वधय क अनसारखलना चाहए खल मनय को अा वाय दान करत ह साथ ही खल भावना सखल गए खल लोग म पाररक सौहाद एव टम भावना जागत करत ह

आइए जान- कोई भी खल लड़क और लड़कय म बट नह होत सभी कार क खललड़क क साथ लड़कया भी खल सकती ह अपन दश क पी0ट0 ऊषा बीनामोलबालसमा रोजा क-एथलटस बला चधरी-तराक सानया मज़ा-टनस अज बाबीजाज-लबी कद मरीकाम-बासग साइना नहवाल-बडमटन साी मलक-कती मअतराीय तर पर अपनी छाप छोड़ चक ह हमार यहा क महला हाक और महलाकट क टम ववयात ह इसी कार वराट कोहली कट म वनाथन आनदशतरज म तथा सरदार सह हाक म भारत को स दला रह ह दाग महला एवपष भी परा ओलक खल म भाग लकर वदश म परकत हो रह ह हम खल कोलकर कोई भदभाव नह करना चाहए

अयास

1 सोचए और लखए -

(क) मानसक वकास क लए शारीरक वाय य आवयक ह

(ख) करम बोड खलत समय आसफ क जगह आप होत तो या करत

(ग) शारीरक वाय क लए आप अपनी दनचया म कस या को शामल करग औरय इसक लए कौन सा समय नधारत करग

(घ) अपन पसद क खल क नाम तालका म लखए इनम स घर क अदर खल जान

2 च दखकर लखए-

3 र ान क पत कजए -

शतरज गम ह खल स मनय का वाय रहता ह इडोर और आउटडोर खल सकत ह फटबाल गम ह

4 पता करक मलान कर -

(क) महश भपत तराक

(ख) सचन तलकर मकबाजी

(ग) मरीकाम टनस

(घ) बला चधरी कट

ोजट वक -

1 ननलखत ाफ स सबत खल का च अपनी पतका म चपकाकर खल कानाम लखए -

1 रणजी ाफ -

2 सतोष ाफ -

3 डवस कप -

4 आगा खा ाफ -

2 अपन मन पसद खल क बार म लखए -

उस खल क नयम या ह

आपको यह खल य पसद ह

4 - आओ मलकर खल खल

नतन और गनगन बत खष ह आज उनक गाव म नागपचमी क अवसर पर वभकार क खल तयोगता का आयोजन होन वाला था स काका लाउडीकर सगाव वाल को तयोगता म हसा लन क लए ोसाहत कर रह थ lsquoम तो लबी कदम भाग लगाlsquo नतन न कहा

lsquoम रसाकसी म भाग लगीlsquo गनगन न चहकत ए कहा

भीम रन राकष राहला और आफताब भी वहा आ गए सभी अपनी-अपनी पसद कखल क बार म चचा करन लग उसी समय नतन क दादा जी भी वहा आ गए ब नदादा जी को घर लया और तरह-तरह क सवाल करन लग दादाजी न बताया क जब वोछोट थ तो अपन म क साथ नागपचमी क अवसर पर कती और कबी आद खलम बड़ उसाह स भाग लत थ

आओ जान-

रसी कद कस दौड़ गद तड़ी कती रसाकसी टच एड पास घर म टपा खो-खोकबी आद ानीय खल ह

चचा करए-

आप कौन-कौन स खल खलत ह अपन गाव म खल जान वाल मख खल क नाम बताइए इस कस खलत ह या बड़ बजग भी खल म तभाग करत ह कन-कन खल म उनक नामबताइए या आपक मा और बहन भी खलती ह व कौन सा खल खलती ह और कहाखलती ह

गाव क लोग क लए यह आयोजन वशष था गाव क ही कबी क खलाड़ी अनकतको दश तर पर उक दशन क लए ाम धान ारा समानत कया जाना थाअनकत क अ दशन क कारण उसका चयन राीय तर क टम म भी हो गया थायह सभी गाव वासय क लए समान क बात थी इस अवसर पर आस-पास क अयगाव क लोग भी एक ए थ सभी अनकत क सफलता क बार म जानन को उसकथ

अनकत न समान हण करन क उपरात गाव क सभी बड़ स आशीवाद लया अपनीसफलता क लए पछ गए सवाल क जवाब म अनकत न अपन अनभव को सबक साथसाझा कया

मोहत को खल म बत च ह मोहत का पर पोलयोत हो गया था कत खल कत उसका लगाव कभी कम नह आ वह अपनी बसाखी क सहार खल तयोगताका आयोजन दखन आया था अनकत क अनभव को सनकर मोहत क आख मआस आ गए मोहत न अनकत स पछा - या म कभी नह खल पाऊगा lsquolsquoतमअवय खल पाओग ढ़ इा श स सब कछ सभव ह अय ब क साथ दागब क लए सरकार क ओर स खल योजना क अतगत लाक तर जनपद तरएव दश तर पर खल तयोगता का आयोजन कया जाता ह उक दशन सचयनत ब राीय तर एव अतराीय तर पर तभाग करन का अवसर ात करतहrsquorsquo अनकत न मोहत क कध पर हाथ रखकर बताया

इह जान-

मजर यानचद - पव कतान हाक इनक नतव म भारतीय टम न ओलक म वणपदक जीता

पीवी स - बडमटन खलाड़ी रयो ओलक म रजत पदक वजता

सशील कमार - पहलवान भारतीय कती

मताली राज - कतान महला कट टट कट मच म दोहरा शतक बनान वालीपहली भारतीय महला खलाड़ी

अजय ठाकर - कतान भारतीय कबी टम भारत को कबी वड चयन बनान वालकतान

सया - कतान राीय खो-खो टम

हाक फटबाल कट बडमटन जडो जमनाटक एथलटस (दौड़) कबीमलखब खो-खो आद राीय खल ह हाक क खलाड़ी मजर यानचद क जमदन 29 अगत को भारत म lsquoराीय खलदवसlsquo क प म मनाया जाता ह हमारा राीय खल हाक ह

चचा करए-

या आप अपन वालय स बाहर भी खल म भाग लन गए ह खल का नामबताइए खल म आपका दशन कसा था राीय तर क खल म आपको कौन सा खल पसद ह और य

कछ भी मकल नह -

परा ओलक खल म नया भर क शारीरक तौर पर दाग खलाड़ी हसा लत हइन खलाड़य का जबा और जीत क कोशश इनक शारीरक कमजोरय को पीछछोड़ दती ह

हमारा गौरव

शरीर का नचला हसा स हो जान क बाद भी शाटपट (गोला फ क) म दपा मलक नरजत पदक जीतकर परा ओलक 2016 म पदक जीतन वाली पहली भारतीय महलाखलाड़ी बन गई ह य जवलन ो तराक एव मोटर रसलग स जड़ी एक दागभारतीय खलाड़ी ह परा ओलक खल म उलखनीय उपलय क कारण भारतसरकार न इहअजन परकार दान कया

तमलनाड क मरयपन थगावल न ऊची कद म वण पदक जीता पाच साल क उ मएक घटना म उनका एक पर जमी हो गया था इलाज क बाद भी ठक नह आगरीबी और शारीरक कमजोरी क बाद भी उहन हार नह मानी अपनी कड़ी महनतऔर लगन स वण पदक हासल कया ऐस ही लोग क बदौलत भारत का नाम वतर पर चमक रहा ह

अयास का महव

खलकद म शारीरक वाय एव अयास का महवपण ान ह नरतर खल काअयास हमारी शारीरक और मानसक सयता को बढ़ाता ह खलकद स हम

अनशासत धयवान समयब और वन होत ह खल का अयास करन सआमवास बढ़ता ह जसस खल क कौशल एव बारीकय को तीगत स सीखा जासकता ह हम खल म नयमत अयास एव कशलता स दश एव राीय तर परसफलता ात कर सकत ह अतः तदन अपन मनपसद खल का अयास अवयकरना चाहए खल हम आनद क अनभत भी कराता ह

हमार कछ पाररक खल

ाचीन काल स लकर आज तक क खल क वप म महवपण बदलाव ए ह खलक खल जान क साधन ान पोशाक तथा नयम आद म सवधानसार अनकपरवतन ए ह पहल पड़ क सखी टहनय एव लकड़य को वय तराश कर खलनयोय बनाया जाता था खल क वही उपकरण अब कारखान म बनाए जात ह जो योगकरन म आरामदह तथा दखन म भी आकषक होत ह खलाड़य क लए सरी टम सअलग दखन क लए अनक रग क सवधाजनक ोटस कट उपल ह खलन कलए टडयम एव खल क मदान बनाए गए ह जहा टordfक (मदान म दौड़न क लाइन) एवकाश आद क उचत वा रहती ह और खलाड़य को खलन क लए आदश कोट(खलन का नधारत ान) उपल होत ह टडयम म बत सार लोग एक साथ बठकर खल का आनद ल सकत ह

अयास

1 र ान भर-

(क) हमार दश का राीय खल ह

(ख) खल का अयास हमारी और सयता को बढ़ाता ह

(ग) घर म टपा खल ह

(घ) भारत म राीय खल दवस अगत को मनाया जाता ह

2 नीच लख खलाड़य क नाम क आग उनस सबत खल का नाम पता कर औरलख-

सचन तलकर साइना नहवाल सरदार सह गीता फोगाट मरीकाम

3 खल क नाम एव उनक च को दख इनम स ानीय खल क lsquoतीरlsquo को नील रग सतथा राीय खल क lsquoतीरlsquo को लाल रग स भर-

ोजट वक -

अपन घर क बड़ बजग स पता कर क जब व आपक आय क थ तो कौन-कौन स खलखलत थ कसी एक खल का नाम एव खलन का तरीका लखए

5-जीव जतओ क रोचक बात

आपन अपन आस-पास गौरया कबतर जस पय को दाना को चगत ए दखा होगाया आपन कभी सोचा ह क य पी र स ही इन दान को कस दख लत ह आपनदखा होगा क थोड़ी सी मीठ चीज जमीन पर गर जाए तो कछ ही दर म वहा चीटयका झड इका हो जाता ह

हमारी तरह जानवर म भी दखन सनन सघन और महसस करन क श होती हकोई जानवर मील र स अपन शकार को दख लता ह कोई हक स हक आहट कोभी सन लता ह कोई जानवर अपन साथी को सघकर ढढ लता ह

आप कस पहचानत ह लखए-

रग क पहचान - आख ारा दखकर

आवाज क पहचान-

ग क पहचान -

वाद क पहचान-

श क पहचान -

वभ जीव-जत अपन दखन सघन आद वशषता का उपयोग भोजन को ढढ़नऔर खतर को भापन म करत ह आइए जान जानवर क अजब नया क बार म

दखन क श - जीव म पय क सबस अधक तज होती ह चील बाज औरग जस पी हमस चार गना यादा दख पात ह जो चीज हम दो मीटर क री सदखाई पड़ती ह वही चीज य पी और भी अधक री स दख लत ह बली चीताउल तआ आद जीव तो अधर म भी अ तरह स दख सकत ह

अगर पय क तरह आपक आख आपक कान क जगह होती तो आप ऐस याकाम कर पात जो अभी नह कर पात ह और ऐस या काम नह कर पात जो अभीकर पात ह

यादातर पय क आख उनक सर क दोन तरफ होती ह पी एक ही समय म दोअलग-अलग चीज को दख सकत ह जब य बकल सामन दखत ह तब इनक दोनआख एक ही चीज पर होती ह

आपन दखा होगा क कछ पी अपनी गदन बत यादा घमात ह जस-उल जानत हय इसका कारण ह क यादातर पय क आख क पतली घम नह सकतीइसलए व अपन चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमात ह

पता कजए और लखए-

ऐस पी का नाम जसक आख सामन क तरफ होती ह

इस भी जान-

बत स जानवर रग को दखन पहचानन म अम होत ह उनक मा काला औरसफद रग दख पाती ह कत बदर मानव क तरह अलग-अलग रग को पहचानन मसम ह

सघन क श-

कछ जानवर म सघन क श बत तज होती ह या आपन कभी कसीक कोइधर-उधर कछ सघत ए दखा ह कम सघन क मता बत तज होती ह यदकाकसी ान स सर ान पर चल जात ह तो वह अपनी सघन क श क कारणवापस उसी ान पर आ जात ह

इस भी जान-क क सघन क श क कारण ही वोटक व नशील पदाथ को ढढ़नतथा अपराधय क पकड़न म उसक मदद ली जाती ह

शर चीता बली भी अपन सघन क श स अपन लए भोजन क तलाश व अपनवास ान को पहचानत ह चटया चलत समय जमीन पर कछ ऐसा पदाथ नकालती हजस सघकर पीछ आन वाली चीटय को राता मल जाता ह कछ नर कड़ मकोड़ गधस मादा कड़ क पहचान कर लत ह मर भी हमार शरीर क गध स हम ढढ़ लत ह

कन-कन मौक पर आपक सघन क श आपक काम आती ह सची बनाइए -

कसी चीज क जलन का पता चलना

कतन तज ह कान - तआ चीता बली आद जानवर क सनन क श बत तजहोती ह इनक बड़ कान मामली वन को भी सन सकत ह इसी तरह खरगोश क भीबड़ कान होत ह जो खतर का अनमान लगान म सम होत ह उनक कान वन कदशा म घम जात ह

चचा करए-

आपको या लगता ह या जानवर क कान क आकार और उनक सनन क श मकछ सबध होता ह

साप क पास बाहरी कान नह होत ह व जमीन पर होन वाल कन महसस करत हबीन क आवाज सनकर साप का नाचना लोग म फला एक म ह

इसी तरह चमगादड़ क सनन क मता बत तज होती ह व बत ऊच सर वालीआवाज अपन मख अथवा नाक स नकालत ह जब व आवाज कसी वत स टकराती हतो गजती ह इस गज को अपन कान स सनकर चमगादड़ अधर म अपन भोजन क रीऔर दशा का पता लगा लत ह

पता कजए और लखए-

ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स बड़ होत ह- ऐस जत क नाम लखए जनक बाहरी कान नह होत ह ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स छोट होत ह

आवाज अलग-अलग-

जगल म ऊच पड़ पर बठा लगर पास आती मसीबत (जस शर चीता) को दखकर एकखास आवाज नकालकर अपन साथय को सदश दता ह इस काम क लए पी भीखास आवाज नकालत ह कछ पी अलग-अलग खतर क लए अलग-अलग आवाजनकालत ह जस उड़कर आन वाल मन क लए एक तरह क आवाज और जमीन परचलकर आन वाल क लए सरी तरह क आवाज आवाज चाह कसी भी जानवर ननकाली हो उस इलाक म रहन वाल सभी जानवर इस चतावनी समझ सचत हो जात ह

सोन का ढग- जब कभी आप थक जात ह तो आराम करन क जरत महसस करत हएक छोटा बा दन म 14-16 घट सोता ह वयक क लए 6 स 8 घट क नद पयात

ह इसी तरह जानवर भी सोत ह

यादातर जानवर हमारी तरह रात म सोत ह कछ जानवर जस-उल चमगादड़ दन कसमय सोत ह बत स जीव-जत कसी खास मौसम म लब समय तक दखाई नह दतह यक बदलत मौसम क साथ वह अपना अनकलन करत ह

आपन भी दखा होगा क सदय म छपकलया नह दखाई दती ह

च म कछ जानवर क सोन क समय को दखाया गया ह च क नीच लखए क वहजानवर दन म कतन घट सोता ह एक छोटा खाना दो घट क बराबर ह

छपकली क लए सदय म यह घड़ी कसी दखगी बनाइए

अयास

1 कह दो जीव क नाम लखए-

(क) जनक सघन क श तज होती ह

(ख) जनक सनन क श तज होती ह

(ग) जनक बाहरी कान नह होत ह

(घ) जो रात म दख सकत ह

(ङ) जो दन क समय सोत ह

2 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) हम रगो क पहचान श ारा करत ह ( )

(ख) क क सनन क श तज होती ह ( )

(ग) उल दन क समय सोत ह ( )

(घ) हम वाद का अनभव दखकर करत ह ( )

(ड) खरगोश अपन कान स खतर का अनमान लगा लत ह ( )

(च) साप क बाहरी कान नह होत ह ( )

(छ) पी चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमा लत ह ( )

(ज) तआ अधर म नह दख सकता ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) जमीन पर मीठा गरन स चीटया कस आ जाती ह

(ख) पी अपनी गदन य घमात ह

(ग) कŸा का उपयोग अपराधय को पकड़न म य कया जाता ह

(घ) खरगोश कस कार खतर का अनमान लगात ह

4 दए गए च म जानवर क कान एक-सर स बदल दए गए ह पहचानए औरबताइए

कतना सीखा-1

1 आपको कौन सा योहार पसद ह इस दन घर क सदय या-या काय करत ह तालका म लख -

घर क सदय काय

तम

तहारी मा

तहार पता जी

भाई-बहन

दादा

दाद

2 अपन पसद क इोर और आउटडोर गस क सची बनाए -

इोर गम आउट डोर गम

3 या आप अपन इलाक क कसी स खलाड़ी को जानत ह यद हा तो उसकानाम और वह कौन सा खल खलत ह लखए -

खलाड़ी का नाम - खल का नाम

-

4 पता कर और लख -

(क) भारतीय महला कबी टम क कतान का नाम

(ख) भारतीय हाक (पष) टम क कतान का नाम

(ग) राीय मकबाज का नाम

(घ) परा ओलक (महला) म ऊची कद म वण पदक

जीतन वाली महला खलाड़ी का नाम

5 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भर -

क दखन जीभ साप

(क) सघन क श म बत तज होती ह

(ख) क बाहरी कान नह होत ह

(ग) वाद का अनभव हम ारा होता ह

(घ) पय क क श तज होती ह

6 कछ ऐस जीव क नाम लख जो लब समय क लए नद म चल जात ह

7 जानवर खास आवाज य नकालत ह

8 आप गद स खलन वाल कतन खल जानत ह द गई गद म सची बनाए -

6 -वय जीव का सरण

आपन अपन आस-पास अनक जानवर को दखा होगा इनम कछ जानवर पालत होत हजह हम अपन उपयोग क लए पालत ह कछ जानवर जगल म रहत ह ऐस जानवरको वय जीव कहत ह

च को दखकर पालत और जगली जानवर क सची बनाइए

पालत जानवर - जगली जानवर

-

जीव जत हम कत ारा दए गए उपहार ह हम अपनी आवयकता क पत कलए कसी न कसी प म इन जत पर नभर ह बल खर ऊट घोड़ा आदजताई बोझा ढोन तथा सवारी ढोन का काम करत ह गाय भस भड़ बकरी स धमलता ह मग बतख स हम अडा मलता ह इसी तरह मर ए जानवर क खालतथा हय स जत पस बटन कघी तथा अय सजावट क सामया बनती ह भड़ऊट याक जस जत स हम ऊन मलता ह

तालका परी कर -

चचा करए-

यद य उपयोगी जत हमार जीवन स धीर-धीर वलत होत जाए तो या होगा

कटत जगल वलत होत जीव -

ऊपर बन च को दख इन च म मशः परवतन दखाई पड़ रहा ह

आइए जान ऐसा य आ

आज स बत साल पहल घन जगल आ करत थ इन जगल म तरह-तरह क पड़- पौधएववय जीव पाए जात थ पड़-पौध एव वय जीव क सया भी बत अधक थीजनसया बढ़न क साथ आवयकताए बढ़ खती करन व मकान बनान क लए हमअधक भम क आवयकता ई इस कारण घन जगल क कटाई श (ार) कगई जसस पड़-पौध कम हो गए पड़-पौध क सया कम होन क कारण वषा कमहोन लगी नदया लग इसका असर जगल म रहन वाल वय जीव पर पड़ा सरतान एव भोजन एव पानी क कमी क कारण इनक सया कम होन लगी कछ पश-पय क जातया तो परी तरह खम हो ग ह

कारखान रलव लाइन सड़क व बाध आद क नमाण काय न बत स जीव-जत कघर को न कया इसक परणामवप पश-पय क सया म गरावट आई

कछ लोग अपन फायद क लए गर काननी तरीक स जानवर का शकार करत ह हाथीदात क लए हाथय का शकार कया जाता ह बाघ शर हरन कछआ आद जानवरक खाल का अवध ापार कया जाता ह गड व बारहसगो को उनक सग क लएमार दया जाता ह

इन कारण स वय जीव क सया लगातार कम होती जा रही ह पश-पय क कछजातया तो परी तरह समात (खम) हो चक ह जह वलत जातया कहत ह यजातया अब दखाई नह दती ह जबक कछ जातया खम होन क कगार पर हजह सकटत जातया कहत ह

वय जीव

वलत जातया- सकटत जातया

डायनासोर गौरया

ममथ अकन हाथी बाघ

लाल पाडा ग

डोडो पी साही

लाल तोता शर काला हरण बारहसगा कछआ

वय जीव का सरण -

वय जीव को बचान क लए सरकार ारा कानन बनाए गए ह जानवर क खाल दातही सग क अवध ापार पर रोक लगा द गई ह पश-पय को सरा दान करन

क लए राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना क गई ह इन ान मवय जीव का शकार करना मना होता ह यहा पश-पी वत प स रहत ह

ऽ गौरया को बचान क लए या कर सकत ह

भारत क मख वय जीव अयारय एव उान

- धवा राीय उान (उ)

- चभा वय जीव अयारय (उ)

- राजाजी राीय उान (उराखड)

- गर राीय उान (गजरात)

- नदा दवी राीय उान (उराखड)

- जम काबट राीय उान (उराखड)

- बादपर राीय उान (कनाटक)

- काजीरगा राीय उान (असोम)

- बाधवगढ़ राीय उान (म)

- काहा कसली अयारय (म)

- सरका राीय उान (राजान)

इस भी जान

रड डाटा बक वह कताब ह जसम सभी सकटत जातय का रकाड रखाजाता ह

गौरया को बचान क लए अब हर साल 20 माच को lsquolsquoव गौरया दवसlsquolsquo मनायाजाता ह बाघ हमारा राीय पश ह इसका अतव खतर म ह इसक सरा क लए बाघपरयोजना (ोजट टाइगर) लाग क गई ह

जानवर क त सवदनशीलता-

दए गए च को दखए और पढ़ए-

अब यह पटारी ही मरा घर बन गया ह म तो जगल क जानवर स मलना भल ही गया

यह मत सोचो क म सक स म नाचकर कदकर और कई तरह क करतब दखाकर खश अगर म य सब न क तो भखा र

नाचत-नाचत मरी हालत खराब हो जाती ह कभी-कभी तो खाली पट नाचना पड़ता ह

पजड़ म बद रहकर म खली हवा म सास लना भल ही गया इस पजड़ म रहकर मरपख भी कसी काम क नह

य जानवर उदास य ह सभी जानवर क बात को पढ़कर आपको या सीख मलती ह

ायः आपन मदारी सपर आद क बार म सना होगा मदारी बदर भाल आद का खलदखाता ह इसी तरह सपरा तरह-तरह क साप दखाता ह तथा अपनी बीन क धन परउह नचाता ह य लोग अपनी रोजी-रोट क लए इन जानवर पर नभर होत ह य लोगका मनोरजन करत ह और बदल म लोग इह अनाज पस आद दकर जीवन-यापन(गजर-बसर) म उनक मदद करत ह

हम जानवर पर कसी न कसी कार स नभर होत ह हम अपनी आवयकता कपत क लए वभ जानवर को पालत ह जानवर को पालन क साथ-साथ हम उनकत सवदनशील होना चाहए हम उनक दखभाल करनी चाहए उनक भोजनचकसा क वा करनी चाहए पय क लए अपन घर क बाहर या छत परउनक दाना-पानी क वा करनी चाहए सड़क पर घमन वाल अय जानवर को भीहम छड़ना नह चाहए यद सभव हो तो उह भी खाना दना चाहए

अयास

1 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर (ग) का च लगाए-

(क) जगली जानवर को हम अपन घर म पालत ह ( )

(ख) ग एक वलत जात ह ( )

(ग) जानवर क त हम सवदनशील होना चाहए ( )

(घ) वय जीवो को बचान क लए राीय पाक क ापना क गई ह ( )

(ङ) जम काबट अयारय मय दश म त ह ( )

(च) जगल क कटन स पश-पय क सया म व ई ह ( )

(छ) मदारी बीन क धन पर बदर को नचाता ह ( )

2 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भरए -

रड डाटा बक ऊन वलत बाघ उपहार

(क) डायनासोर एक जात ह

(ख) भड़ ऊट याक आद जत स हम ात होता ह

(ग) सकटत जातय का रकाड म रखा जाता ह

(घ) हमारा राीय पश ह

(ड) जीव-जत हम कत ारा दए गए ह

3 क उर लखए -

(क) वय जीव क सया म गरावट य होती जा रही ह

(ख) उराखड राय क दो राीय उान क नाम लखए

(ग) ोजट टाइगर या ह

(घ) कह दो सकटत एव वलत जातय क नाम लखए

(ङ) वय जीव अयारण तथा राीय उान क ापना य क गई

ोजट वक

1 वलत हो रह वभ जीव-जत या पय क च चाट पपर पर चपकाए तथाउनक बार म जानकारी एक कर लख उनक लत होन क कारण लखकर उनक एकरपोट तयार कर का म लगाए

7-जगल और जन-जीवन

आपन जगल क बार म सना होगा ायः आपन ट0वी0 म भी जगल क य दख हग

-

आपन दखा होगा तरह-तरह क फल-फल कई तरह क छोट-बड़ पड़-पौध रग बरगीचहचहाती चड़या और बत स जानवर जगल म र-र तक हरयाली रहती ह जगलम पय क चहचहाहट और वभ जानवर क बोलया भी सनाई दती रहती ह

ऐस ही सदर जगल स ढक ह हमार दश क कई हस

चचा करए-

कह बत सार पड़ उगाए गए ह तो या वह जगल बन जाता ह जगल हमार लए य महवपण ह इन जगल स हम या मलता ह

जगल तरह-तरह क पड़-पौध व पष-पय का वास ान होत ह इनका मनय कजीवन म अयत महव ह य वायमडल म आसीजन क माा को बढ़ात ह औरवशली गस क माा को कम करत ह य म क कटाव को रोकत ह वषा करान मभी इनक महवपण भमका होती ह

जगल स उपयोगी इमारती लकड़या ात होती ह हमार दष म लगभग 4000 सअधक कम क लकड़या वन स ात होती ह इनम सागौन षीषम दवदार चीड़आद इमारती लकड़या महवपण ह जन पर हमारा लाईवड उोग काठ उोगइमारती लकड़ी उोग आद नभर ह बास क पड़ स चटाई डलया हाथ वाला पखाबासरी बनाई जाती ह इनस कागज दयासलाई का रषम रबर लाख बीड़ी पलऔशध आद उोग क लए का माल ात होता ह पलाश व कसम क पौध परलाख क कट एव षहतत क पौध पर रषम क कट का पालन कया जाता ह

पता कजए-

हम जगल स और या-या चीज मलती हपश-पय क अलावा जगल म और कौन रहता ह

ारक मानव जीवन

मानव सयता क वकास क कहानी लाख वश परानी ह सयता क आर म मानवजगल म रहता था मानव आदकाल स ही जगल पर नभर था पहल मानव बदर कभात चार पर पर चलता था धीर-धीर उसका वकास आ और वह दो पर पर सीधाखड़ा चलन लगा अगल पर का योग हाथ क प म करन लगा मतक और हाथका उपयोग वह तरह-तरह क काय म करन लगा

आज क भात ारभ म मानव क पास रहन क लए घर नह थ व एक जगह स सरीजगह घमत रहत थ व खल आकाष क नीच जगल म नदय व झील क कनारगफा म रहत थ जगली जानवर स अपनी सरा तथा उनका शकार करन क लएउनक पास कवल पर क ही औजार थ

कदमल फल तथा शकार स ात मास ही उनका मय भोजन था जानवर क खालपड़ क छाल एव प को व क तरह पहनत थ इस तरह जीवन तीत करन वालमानव आदमानव कहलाए

कस मली आग -

एक बार बत तज आधी आई कछ पड़ क डालय क आपस म रगड़न स चगारयानकलन लग य चगारया जब सख प और घास पर पड़ तो आग लग गई आगलगन स बत सार जानवर भाग गए जो नह भाग पाए व जल गए आद मानव नउनक मास को खा कर दखा उह भना मास अा लगा

एक बार जब पर स पर टकराया तो उसम स भी चगारी नकली व खशी स झमउठ आहा मल गई आग

आग क खोज ारक मानव क एक बड़ी उपलिा थी इसक खोज क साथ हीमानव भोजन को पकाकर खान लगा आग का उपयोग उसन अपन शरीर को गम रखनऔर जगली जानवर स रा करन क लए कया

सोचए और लखए-

आग का उपयोग करन क पहल मानव का जीवन कसा रहा होगाआग का ान होन क बाद मानव जीवन म या परवतन आया होगा यद आग नह होती तो हम या-या दकतपरषानया होती आग का उपयोग हम कहा-कहा करत ह

धीर-धीर मानव अपन चार ओर क वातावरण को समझन लगा उसन पर क छोटऔर सडौल औजार बनान ष कए पर क अतर जानवर क हया एव सग स

भी औजार बनाए उसन अपन आप उगी घास और अनाज को एकत करना ष करदया

इस भी जान-

का मानव का थम पालत पश थाताबा सवथम खोजी गई धात थी

इधर-उधर बखर अनाज स पनः अनाज उगता दख उसन खती करना सीख लया खतीकरन क लए उह अलग तरह क औजार बनान पड़ इन औजार को टकाऊ बनान कजरत महसस ई यक पर क औजार जद टट जात थ अपन औजार कोटकाऊ बनान क लए उहन बत उपाय कए और जमीन क खदाई कर ताब को खोजनकाला खती क साथ पषपालन भी ारभ आ पष का योग मास व ध ातकरन म कया जाता था

ताब क औजार स काम काफ आसान हो गया बाद म जब लोह का पता चला तबउसस भी औजार बनाए य औजार ताब क औजार स अधक मजबत रहत थ इनधात क खोज क साथ कहाड़ी और हसया उनक मख औजार हो गए थ

पहाड़ो स लढ़कत ए लकड़ी क बड़-बड़ ल को दखकर उह पहए का वचार आयाल को काटकर उहन पहए का आवकार कया इसका योग म क बतन बनानम तथा सामान ढोन म कया जान लगा

सोचए और लखए-

कहाड़ी और हसया स या-या कया जा सकता हपहए का उपयोग ारभक मानव न कन-कन काय क लए कया होगाआपन अपन आसपास पहए का उपयोग होत कहा-कहा दखा ह

जगल और आदवासी

या आपको पता ह क आज भी हमारी जनसया का एक छोटा हसा जगल मनवास करता ह इह हम आदवासी कहत ह य हमार दष क वभ राय म पाएजान वाल जगल म नवास करत ह आदवासय का जीवन परी तरह जगल पर नभरहोता ह

अपनी दनक आवयकता क पत य जगल स मलन वाल वभ उपाद क ाराकरत ह जगल स ात क पदाथ स य डलया चटाई ढोल बासरी टोकरीपŸाल बतन जड़ी-बट स औशधिा (दवा) आद बनाकर ानीय बाजार म बचत हऔर अपना जीवकोपाजन करत ह य जगल क रखवाल होत ह य जगल को काटतनह ह जतनी जरत होती ह उतना ही जगल स लत ह आदवासय क जदगीजगल स ही जड़ी होती ह अगर जगल नह बचग तो य भी नह बचग

इस भी जान

जगल अधकार कानन 2007 -यह कानन आदवासय को जगल पर उनका हकदलाता ह इसक अनसार जो लोग कम स कम 25 साल स जगल म रह ह उनका वहाक जगल और वहा पदा होन वाली चीज पर हक ह उह जगल स हटाया नह जाएगाजगल बचान का काम भी उनक ाम सभा करगी

चचा करए-

अगर जगल नह बचग तो आदवासी नही बचग ऐसा य यद य जगल न हो जाएतो हमार जीवन पर या भाव पड़गा

आदवासय क लए जगल ही सब कछ ह वकास क लए बत सी योजनाए चलाईजाती ह कह बाध बनाए जात ह तो कह फटरी इन योजना क कारण जगल काटजात ह जगल क कटन स आदवासय क जीवन पर तकल भाव पड़ा ह व अपनी

घर सकत कला पररा आद स र हो जात ह आदवासी ही नह बक गावकब और षहर म रहन वाल लोग का जीवन भी जगल क कटन स भावत हो रहाह हम पयात माा म ष हवा नह मल पा रही ह वशा म कमी क कारण फसल काउपादन भावत आ ह

पता कजए-

या आपक आस-पास कोई ऐसा काम चल रहा ह जसक कारण वहा क पड़ काटजा रह ह इसक वजह स वहा क वातावरण पर या भाव पड़ रहा ह पड़-पौध क सया बढ़ान क लए हम या यास कर सकत ह

हमार दष म पहल लोग जगल और बाग बगीच स यार करत थ कसान अपनी खती कआध भाग म पड़ जर लगात थ पर अब लोग पड़ लगाना भलत जा रह ह हमअधिाक स अधक पड़ लगान चाहए और उनक दखभाल करनी चाहए यद वकासकाय क लए कसी ान वषश स व काट जाए तो वकप क प म अय ानको चयनत कर उनम अधक स अधक पड़ लगान चाहए

वन का बचाव -

सरकार न वन क रा क लए सामाजक वानक नाम क योजना श क ह उसनकानन बनाकर वन क कटाई पर रोक लगा द ह

पहाड़ी इलाक म लोग न चपको आदोलन चलाकर पड़ क कटाई रोकन क कोशशक ह इस आदोलन क शआत ी सदर लाल बगणा जी न क थी इस आदोलनम लोग न पड़ स चपककर उनको काटन का वरोध कया चपको आदोलन का एकनारा ह-lsquolsquoलकड़ी पानी और बयार य ह जगल क उपकारlsquolsquo

वन को बचान क लए ी क0एम0 मशी ारा सन 1950 म वन महोसव कशआत क गई इस महोसव म पड़ लगान का काय कया जाता ह

पहाड़ी इलाक गढ़वाल म लड़क-लड़कय क शाद क अवसर पर पड़ लगान क थाश क गई ह इस lsquoमती आदोलनlsquo कहत ह इसम ववाह क बाद ससराल आन परलड़क मायक क याद म एक पौधा लगाती ह और उसक दखभाल करती ह इस मतीव कहत ह

अयास

1 दए गए शद क सहायता स र ान भिारए -

(आसीजन लाख पर जगल आदमानव)

(क) ारक मानव क औजार बनात थ

(ख) जगल वायमडल म क माा को बढ़ात ह

(ग) मानव वकास क कहानी वष परानी ह

(घ) आदवासय का जीवन पर नभर होता ह

(ङ) आग क खोज न क थी

2 जगल कटन स होन वाल परणाम लखए

3 तलना कर -

जीवन शली आदमानव आज का मानव

(क) रहन का ान (नवास)

(ख) खान-पान (भोजन)

(ग) रहन-सहन (व)

4 चपको आदोलन या था इस कसन ार कया

5 आदवासी अपना जीवकोपाजन कस करत ह

6 पता कर -

म क बतन बनान म आग और पहय क उपयोगता

7 चचा कर -

अगर हम खती करना नह जानत तो भोजन कहा स ात करत और या खात

ोजट वक

भारत क मानच म वभ राय म पाए जान जगल को हर रग स भर कर दशाए औरका म इस चपकाए

8-भोय पदाथ का सरण

ब या आप जानत ह क तदन हम जो भोजन करत ह उस सरत कस रखाजाता ह घर म भोय पदाथ जस-अनाज दाल व मव आद को सख एव व डबम बद करक य रखा जाता ह पक ए भोजन को ढककर य रखत ह सोचो औरबताओ

हमार वाय क स उ सभी काय हमार लए अत आवयक ह यक हमारवातावरण म उपत समजीव हमार भोय पदाथ को सषत (खराब) कर दत ह

भोय पदाथ क सषत (खराब) होन क मय कारण

भोय पदाथ क सरण क बार म जानन स पव यह जानना आवयक ह क हमारभोय पदाथ खराब य हो जात ह आओ करक दख-

भोय पदाथ कस खराब होत ह

योग- एक रोट पर पानी क कछ बद डालकर एक डब म बद कर द कछ दन तकरोट को रोज दखो जब तक आपको इस पर कछ बदलाव न दख द गई तालका कोचाट पर बनाओ और का म चचा करन क बाद उस भरो

दन रोट म बदलाव

छनश म गध म रग म

सामान क खाली पकट पर लखी मय वजन तारीख आद सबधी जानकारी कोदखए और चचा करए

पता करो-

रोट म या बदलाव आया रोट पर फफद य आई

योग-2 -वालय म बन एम0डी0एम0 स थोड़ा सा भोजन लकर उस कसी कटोरी मढककर रख ब को इस दखाए और हो रह बदलाव को तालका म अकत कर-

दन भोजन म या बदलाव आ

थम दन

तीय दन

आपन दखा क ढककर रख होन क बावजद भी यह भोजन खराब हो गया ऐसा य आ

भोय पदाथ को नम ान और खला रखन स धल क कण मखया फफद व जीवाणआद उस खराब कर दत ह जसस उसक पोषक तव न हो जात ह और वह खानयोय नह रहता ह गम क दन म भोजन जद खराब हो जाता ह जबक सदय मजद खराब नह होता ऐसा य

तापमान कम होन स जीवाण जद नह पनपत

भोय पदाथ क सरण क आवयकता

गम एव नमी दोन ही तय म फफद व जीवाण शीता स पनपत ह यही भोयपदाथ को खराब व सड़ान का भी काय करत ह यद भोय पदाथ म इनक बढ़न परनयण पा लया जाए तो इह खराब होन स बचाया जा सकता ह भोय पदाथ काउचत रख-रखाव न करन स ननलखत नकसान होत ह-

उनम फफद लग जाती हवाद खराब हो जाता ह भोय पदाथ म पोषक तव क कमी आ जाती हघन एव कड़ पड़ जात ह

हमार वाय क स भोय पदाथ को सरत रखना आवयक ह

हम लोग शीत ऋत म हर ताज मटर बड़ चाव स खात ह आपन ीम ऋत म भी डबाबद हरी मटर दखा और खाया होगा आल तो हम खान क लए सभी महीन म मलताह आप सोचए क मटर और आल को कस सरत रखत ह

भोय पदाथ जस-ग चना दाल चावल अचार व मरबा आद को हम साल भरउपयोग कर सक इसक लए उह उचत वधय स सरत रखना पड़ता ह इसीलएभोय पदाथ क सरण क वधय क खोज क गई एव उन वधय क अनसार भोयपदाथ को सरत करक रखा जान लगा ह

आपक घर म अनाज और दाल को कड़ स बचान क लए या-या उपाय करतह

भोय पदाथ क सरण क वधया-

भोय पदाथ क सरण क नन वधया ह-

1 सखाना (नजलीकरण) -धप म भोय पदाथा को सखाना एक परानी तथाबचलत वध ह इस वध म सय क करण स ात ऊमा ारा भोय पदाथ कोसखाया जाता ह जसस इनम उपत जल क माा वापीकत हो जाती ह और सम

जीव क व क अवसर कम हो जात ह धप म अनाज दाल पापड़ बड़ी चससवइया आवला गोभी मथी आम आद को सखाया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

2 ठड ान पर रखना (शीतन)-गथ ए आट हरी सजया एव फल को गील कपड़स ढककर कछ समय क लए सरत रख सकत ह ध दही एव पक ई सजी आदभोय पदाथ को कसी बतन म रखकर उह ठड पानी म रखकर भी सरत कया जासकता ह आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर)का उपयोग कया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर) का उपयोगकया जाता ह अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह(को टोरज) का भी उपयोग कया जाता ह

3 उबालना- उबालन क या म अधक तापमान क कारण हानकारक जीवाण नहो जात ह इसलए घर म ध को उपयोग क पव उबाला जाता ह पीन क पानी को भीजीवाणरहत करन क लए ही उबाला जाता ह

4 रासायनक एव अय पदाथ का योग-

कछ रासायनक पदाथ भी सम जीव को उप होन स रोकत ह जस- सोडयमबजोएट व सरका आद इसक अतर नमक चीनी तल आद का उपयोग भी भोयपदाथ क सरण म कया जाता ह जस-आम सब अगर अमद आवला आद कोसरत रखन क लए इह चीनी क गाढ़ चाशनी म पकात ह और मीठा अचार मरबाव चटनी आद क प म सरत करत ह क आम करला व मच का अचार बनातह और तल व नमक डालकर सरत करत ह

भोय पदाथ क सरण म रासायनक पदाथ का उपयोग उपय माा म ही करनाचाहए अधक माा म इनका उपयोग वाय क लए हानकारक ह

अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह (को टोरज)का भी उपयोग कया जाता ह

5 गम करक तरत ठडा करना (पारीकरण)-पारीकरण क या म सवथम धको 700ब तापम पर गम कया जाता ह फर तरत 00ब पर ठडा कया जाता हइसस ध म उपत हानकारक जीवाण न हो जात ह इस कार ध को साफबोतल या पकट म बद करक ध डयरी पर बचा जाता ह

वतमान समय म उपल भोय पदाथ को भवय हत सरत रखन क लए कए जानवाल उपाय को भोय पदाथा का सरण कहा जाता ह

आपक घर म भी भोय पदाथ को सरत रखन क लए कछ उपाय कए जातहग इह नीच द गई तालका म लखो

0स0 भोय पदाथ सरत करन क उपाय

1 ध -------उबालत ह

2 पक ए चावल

3 हरी धनया--------- गील कपड़ म लपटकर रखत ह

4 अनाज

5 आल

6 पक आम

7

सरण का महव -

खा सामी को घन फफद एव अय कटाण स सरत रखनाआवयकता स अधक पदा होन वाल फल सजी एव अनाज को सरत रखनाअनाज फल व सजय को र ान पर भजन क लएपक भोय पदाथा को सरत रखकर बारा उपयोग करना

भवय क लए खा पदाथ क सरा मानव मय ह-

भारत म अधकतर खा पदाथ का उपादन मौसम क अनसार होता ह कछ लोगवष भर क लए अनाज व दाल खरीद लत ह यक जस मौसम म इनकाउपादन होता ह उस मौसम म य कम दाम पर उपल हो जात ह इन खापदाथ को उचत ढग स सरण करना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत हसरकार भी भडार गह म ग चावल दाल आद का भडारण करती ह जससदष म इनक कमी न होन पाएकसान भी जब अनाज को उगात ह तो अपन खान क लए वष भर का अनाजरखकर शष बच दत ह इन खा सामय को सरत करक अधक दना तकयोग म लात ह

अपन रसोई घर म स खान-पीन क कछ चीज चनकर लखए-

जो एक-दो दन म खराब हो सकती ह

हत भर तक खराब नही हगी महीन भर तक खराब नही हागी वशष मौसम म मलन वाली खावत

भोजन को बबाद न कर-

चचा करए-

च को यानपवक दखए और फसल उगान क या एव भोजन बबाद न हो इस परसमह म चचा कजए

जस भोजन को लोग एक मनट म ही फ क दत ह उस उगाकर फसल बनान म महीनलग जात ह इसलए भोजन फ कन स पहल एक बार अवय वचार कर

अयास

1 ननलखत क उर लखए-

(क) भोय पदाथ क खराब होन का मख कारण या ह

(ख) भोय पदाथ क सरण क वधया कौन-कौन सी ह

(ग) नजलीकरण स आप या समझत ह

(घ) भोजन क गणवा को बनाए रखन क उपाय लखए

2 र ान क पत कजए-

(क) सभी जीव क लए आवयक ह

(ख) भोजन पर बठकर इस षत कर दती ह

(ग) ध को सरत करत ह

(घ) सजय को काटन स धोना चाहए

3 सही जोड़ बनाइए-

कालम lsquoअlsquo कालम lsquoबlsquo

क) भोय पदाथ को खा पदाथ को षत कर दत ह

(ख) फल को खान स पहल वषला होता ह

(ग) सषत भोजन धोना चाहए

(घ) फफद ढककर रखना चाहए

4 सही कथन क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का नशान लगाइए-

(क) फफद लगी ड को साफ करक खाना चाहए ( )

(ख) बाजार क खली ई चीज और कट फल नह खाना चाहए ( )

(ग) भोजन को बबाद नह करना चाहए ( )

(घ) भोजन को ढककर रखना चाहए ( )

पता कजए -

घर म भोय पदाथ को जीव स सरत रखना जरी ह च म कछ ऐस जीवदए गए ह पहचान कर नाम लखए-

9-हम और हमारी फसल

नहा अपन भाई क साथ तदन वालय जाती थी रात म उस धाान क लहलहातखत दखाई पड़त थ उस दखकर नहा बत खष होती थी उसक मन म सदव यहजासा रहती थी क य पौध इतन हर-भर कस दखाई पड़त ह फसल को उपजान मया-या काम करना पड़ता ह अपन मन क सारी जासा को उसन का म आकरअपनी षका स पछा

षका न सभी ब को बताया क य हर-भर पौध अनाज सजया फल आदकसान क कड़ी महनत स मलत ह कसान को lsquoअदाताlsquo भी कहत ह

आइए जान फसल उपजान क तरीक

कसी भी फसल (अनाज) को उपजान क लए सवथम म एव मौसम क जानकारीआवयक ह

म तरह-तरह

अलग-अलग खत स म एक करक दखए

म म क पहचान उगन वाली फसल

बलई म म क बड़-बड़ कण बाल तरबज खरबज बाजरा क माा अधक

चकनी म म क कण छोट बाल क ग चना मटरधान माा अपाकत कम

सट म महीन कण वाली म ग गा

दोमट म बलई म चकनी म धान कपास गा

तथा सट म मल जल

म क पहचान क बाद कसान उसक खदाई जताई गड़ाई नराई करत ह

मौसम क अनसार फसल क बआई

भारत क अलग-अलग भाग म अलग-अलग फसल होती ह य फसल वहा क म एवमौसम पर नभर करती ह पानी एव तापमान क आवयकतानसार फसल अलग-अलगसमय म बोई जाती ह ऋत (मौसम) क आधार पर फसल को तीन वग म बाटा गयाह-खरीफ रबी और जायद

च को दख और जान

बड़ स पता करए आपक इलाक म कौन-कौन सी फसल कस समय (मौसम) मअधक होती ह और य

म एव मौसम क अनप कसान बीज बोन का काम करत ह अनाज क व दानजनका योग अगली फसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलाता ह बीज दोकार क होत ह-

1-साधारण बीज- इस कसान वय तयार करत ह

2-उतशील बीज-इस तरह क बीज वानक वध ारा तयार कए जात ह इन बीजक योग स पदावार अ होती ह

आप भी चाट पपर पर अनाज क बीज को चपकाए एव उनक नाम लखए

उम बीज का चयन करन क बाद तयार म म उसक बआई क जाती ह

खत क लए सचाई एव खाद

अपन घरवालय म लग पौध को यान स दखए यद इन पौध म पानी नह डालाजाए तो या होगा पौध क उम व एव वकास क लए कम वध स जल दनक या सचाई कहलाती ह

पता करए कसान खत क सचाई करन क लए कौन-कौन स साधन का योग करतह

कसान अपन खत क सचाई करन क लए जल- तालाब झील नद क नलकपनहर आद स ात करत ह इस जल को अपन खत तक पचान क लए अनक साधनका योग करत ह जस-बड़ी ढकली मोट (घरनी) रहट चन प (य चालत प)आद

या आप जानत ह

आजकल सचाई क नई पत प (टपक) सचाई और कलर (छड़कन) सचाईका भी योग कया जा रहा ह टपक पत ारा पानी पौध क जड़ पर बद-बद वावपाइप आद स डाला जाता ह फल फल सजी आद क सचाई टपक सचाई कमायम स क जाती ह जबक ग मटर आद फसल क सचाई कलर (फौवारा)पत क ारा क जाती ह यह दोन सचाई सख या कम वशा वाल म अधक

योग क जाती ह यक इसम पानी क बचत होती ह और फसल अ होती हछड़काव पत बलई म क लए अयत उपयोगी ह

म को उपजाऊ बनान एव अ फसल ात करन क लए कसान अपन खत मखाद का योग करत ह खाद दो कार क होती ह-

जवक खाद उवरक या रासायनक खा

गोबर क खाद यरया

कोट क खाद अमोनयम सफट

(बकार साग-सजी पौध-पया आद) डीएपी (डाई अमोनयम सफट)

नीम क खली खाद जक सफट

मल-म क खाद यरट आफ पोटाश

कचए स तयार खाद (वम कोट)

जवक खाद क योग स म उपजाऊ होती ह फसल पर कोई हानकारक भाव नहपड़ता ह रासायनक खाद का योग करन स षआती साल म उपज यादा होती हपरत बाद म धीर-धीर भम बजर होन लगती ह अधक माा म इसका योग करन सभोजन म जहरील तव क माा बढ़ जाती ह जसस हम अनक बीमारया हो जातीह पष (गाय भस बकरी आद) ारा इन खा पदाथ का योग करन स व भीबीमार पड़ जात ह जो धा हम पीत ह उसक गणवा कम हो जाती ह ऐस म अवाय क लए जवक खाद ही उम ह हमारी सरकार भी जवक खाद बनान एवउसक योग करन पर जोर द रही ह

आप अपन खत म कौन सी खाद डालना पसद करग और य

कसान अपनी फसल क जानवर एव कट पतग स सरा भी करत ह कटली झाड़ीएव पौध क बाड़ आद बनाकर जानवर स रा करत ह कट-पतग एव रोग स बचानक लए आवयक माा म कटनाषक दवा का योग करत ह

कसान स जाकर पता करए क व अपन फसल क सरा कस कार करत ह

फसल क कटाई एव उसका भडारण

फसल पक जान क बाद उसक कटाई मड़ाई एव ओसाई मजर एव आधनक मशीनारा क जाती ह जसस अनाज क दान एव भसा अलग-अलग हो जात ह फर अनाजको धप म अ तरह सखाकर उस सरत ान पर रख दया जाता ह

ाचीन एव वतमान समय म फसल उपजान क या म परवतन अपन घर या गाव कबड़ बजग स पता करए क उनक समय म खती करन का तरीका या था अबआपक गाव क लोग खती कस करत ह

शका न ब को बताया क- समय क साथ खती करन क तरीकसाधन म बतअधक परवतन ए ह नई मषीन रासायनक खाद बीज आद क योग स कम समयएव म म खती करना अपाकत सरल हो गया ह

इह भी जान हरत ात (वश 1966-77) स कश उपादन क म ातकारीपरवतन आया इसका उय अ बीज खाद सचाई तथा आधनक य क उपयोगारा कश उपज म ती गत स व करना ह

आइए इस च क ारा समझ-

अयास

1 क उर लखए-

स ग और चन क बआई कस मौसम म क जाती ह

स वव जल दवस कब मनाया जाता ह

स आपको कौन सा मौसम सबस अा लगता ह

स टपक एव छड़काव सचाई पत का योग कहा और य कया जाता ह

स पौध म सचाई करन क लए जल कहा-कहा स ात करत ह

स रासायनक खाद क अपा जवक खाद अधक फायदमद ह य

2 दए गए शद स खाली जगह को भरए -

(दोमट उपजाऊ कटली झाड़ी टordfटर)

धान क फसल क लए म अ होती हखाद स म अधक हो जाती हआजकल खत जोतन क लए का योग कया जाता हजानवर स फसल क रा क लए का योग कया जाता ह

3 वग पहली म अधक स अधक अनाज क नाम ढढ़कर और उन पर गोल घराबनाइए-

ग ज रा म जौ

वा गी ट म

अ र ह र ग

चा व ल म फ

रा ज मा ग ली

4 आइए कर-

कसी फसल को उपजान म या-या या अपनाई जाती ह उह म सलखअपनी यारीगमल म पौधा लगाइए पौधा अ स बढ़ इसक लए आप याकरग यद कोई परशानी आ जाए तो उसका हल कस करग आपक गाव म फसल क सचाई क लए जो साधन य कए जात ह चबनाकर उनक नाम लखए

शक नदश-

फसल उपजान क नई तकनीक क वडयोलप ब को दखाई जाए ब कसाथ चचा कर क फसल उगान म या-या बदलाव आए ह और उसक या कारणहो सकत ह

10-पड़-पौध का भोजन

हम सबह उठन स लकर रात सोन तक कछ न कछ काम करत रहत ह जस- भोजनकरना खलना अपन दनक काय करना घर क अय काय करनाकल जाना आदजानत ह य सभी काय करन क श (ऊजा) हम कहा स मलती ह

आइए जान

सभी जीव-जत को ऊजा भोजन स मलती ह मजदार बात यह ह क कवल हर पौध हीअपना भोजन वय बनात ह मनय एव अय जीव जत अपन भोजन क लए पौध परनभर रहत ह इस हम चाट क ारा भी समझ सकत ह-

पौध म पोषण

वपोशी परपोशी

जो अपना भोजन वयबनात ह जस-हर पड़-पौध

परजीवी मतोपजीवी सहजीवी कटभी य सभी अपन भोजन क लए पड़-पौध एव अयजीव-जत पर आत होत ह

या आप जानत ह क पड़-पौध अपना भोजन कस कार बनात ह

पौध का भोजन-पड़-पौध अपना भोजन जमीन और हवा स ात करत ह जस कारहम अपना भोजन बनान क लए की सामी जस-चावल दाल आल मसाल तल एवअय सामी क आवयकता होती ह उसी कार पौध भी वभ मायम स अपनभोजन क लए की सामया ात करत ह जस-

की सामी ोत मायम

जल एव खनज लवण म जड़ ारा म स अवषोशत करक तना एव शाखाक मायम स पय तक पचाना काबन-डाई-आसाइड वायमडल पय ारा त सम र (टोमटा) ारा

पौध म भोजन नमाण क या-

पौध क हर भाग वषशकर उसक पय म पणहरतलोरोफल बीसवतवचीलससहोता ह लोरोफल सय क ऊजा को इका करन म पय क मदद करता ह इसया म

पौध वायमडल स काबन-डाई-आसाइड गस तथा जड़ ारा भम स जल व लवण कोअवषोशत कर भोजन (काबहाइडordfट) का नमाण करती ह सय क काश म भोजनबनान क या को काष सषण कहत ह इस हम इस कार स भी समझ सकत ह-

काश सषण का महव-

काष सलशण क या ारा बन काबहाइट का उपयोग पौध म तरत हो जाता हया वह अघलनषील मड (टाच) क प म पौध म इका हो जाता ह भोजन बनान कइस या म पौध आसीजन गस पण र (छ) ारा बाहर नकालत ह जो हमारवायमडल को श रखती ह आसीजन गस का योग सभी जीव-जत सास लन कलए करत ह पय ारा नमत भोजन पौध क वभ भाग जस जड़ तना पयअथवा फल म सचत कर लया जाता ह जड़ क ारा अवशोषत अतर जलपय स वाप क प म बाहर नकलता रहता ह इस या को वापोसजन कहत हपौध पय क इह छ ारा दन-रात सन या करत ह हमारी तरह सन याम आसीजन लत ह तथा काबन-डाई-आसाइड गस बाहर नकालत ह

सोचए-

यद काष सलशण न हो तो या होगा यद सय न हो तो या होगा यद पड़-पौध न हो तो या होगा

पौध म भोजन क अय वधया-बरसात क दन म आपन गोबर या कड़ क ढर परव क छाल पर छ जसी सरचना दखी हगी या बड़-बड़ व क तन षाखा एवपय स लपट रसीनमा सरचनाए सोचए इनम न तो पया रहती ह और न हीलोरोफल तो य-कस जीवत रहत ह य अपना भोजन कस बनात हग

आइए जान- कछ पौध अपना भोजन वय नह बनात य अपना भोजन मत एव सड़-गलपदाथ स हण करत ह उह मतोपजीवी कहत ह जस-ककरमा आद

आपक म इस तरह क पौध को या कहा जाता ह

ऐस पौध एव जत जो अपन भोजन क लए सर जीवत पौध एव जत पर नभररहत ह उह परजीवी कहत ह जस-अमरबल का पौधा आद जन पौध स व पोषणात करत ह उह परपोषी कहत ह

या आप भी अपन आसपास ऐस पौध को दखत ह जो सर व स लपट रहत ह उनक नाम बताइए

कट-पतग खान वाल पौध का ससार-

आपको यह जानकर आचय होगा क कछ पौध बत ही चतराई स अपन भोजन कलए कट-पतग को पकड़त और खात ह इन पौध क पया बत वच होती हऐस पौध दलदली भम या तालाब क समीप पाए जात ह जहा नाइोजन क कमी रहतीह य पौध अपन भोजन म नाइोजन क आवयकता कट-पतग को पकड़कर तथाउनको पचाकर परा करत ह य पौध ह-

1 वीनस लाई

इन पौध क पया चपट दो भाग म बीच स जड़ी रहती ह तथा उसक पया कनारस नकली होती ह उड़त ए कड़ जस ही पय पर बठत ह पय क दोन हस बदहो जात ह कड़ उसम कद हो जात ह पय स नकलन वाला पाचक रस उस गलादता ह तथा पौध ारा उस पचा लया जाता ह

2 नपीज

इस पौध को घटपण का पौधा पजबीमत सदज भी कहत ह यक इसक पयक आग वाला भाग लब घड़ क आकार जसा होता ह इसक ऊपर पी का ढकन लगारहता ह घड़ क ऊपर मीठा व खषबदार रस नकलता ह जसक कारण कट पतगउसक मख क पास आत ही फसल कर अदर चल जात ह और उसका ढकन बद होजाता ह

पौध एव जत क परर नभरता-

अब तक हमन जाना क पौध अपना भोजन वय बनात ह और सभी जत भोजन कलए पौध पर नभर रहत ह यद पौध न ह तो कसी भी जीव को भोजन नह मलगा

सोचए-

यद जगल म पड़-पौध क सया कम हो जाए तो खरगोश बकरी हरनआद(शाकाहारी) जीव पर या असर पड़गा यद शाकाहारी जीव क सया कम हो जाएगी तो मासाहारी जत का याहोगा यद शाकाहारी जीव क सया बढ़न लग तो

या आपन भी ऐस पौध को दखा ह जो कट पतग खात ह बड़ स पछकर उसक नामबताइए

इह भी जान-

शाक -सजी खान वाल जत -शाकाहारी मास-मछली खान वाल जत -मासाहारी पौध एव जत दोन को खान वाल जत-सवाहारी

इस कार हम दखत ह क भोजन क नभरता क आधार पर पौध स लकर मासाहारीजत तक क एक सीधी कड़ी बन जाती ह जस हम खा शखला ववक बपदकहत ह च को यान स दखए और बताइए - स हर पौध को कौन जत खा रहा ह

बकरी को कौन खा रहा ह

इस कार हमन दखा क खा शखला म यक जीव य या अय प स एक-सर स जड़ रहत ह इसक कसी भी हस म असतलन स परी शखला असतलत होजाती ह जसस परा पयावरण भावत होता ह इस कार खा शखला वभ जीवक सया को सतलत एव नयत रखती ह जो पयावरण सतलन म मदद करती हआइए इस करक समझ-

च क अनसार काड अथवा दयासलाई स आकत बनाइएनीच वाला कोई एक काड या दयासलाई खचए तो या होगाआकत न हो जाती ह

हमन जाना क पौध एव जत दोन ही एक-सर पर नभर ह पौध ारा नकलाआसीजन जत क लए तथा जत ारा छोड़ा गया काबन-डाई-आसाइडपौध को भोजन बनान क लए आवयक ह हम सभी क जरत परी हो इसक लएहम

अधक स अधक पौध लगाए पड़-पौध एव जत क रा कर पयावरण सरत एव सरत रख

अयास

1 न क उर लखए-

(क) कटभी पौध क नाम लखए

(ख) पड़-पौध हमार लए य उपयोगी ह

(ग) पौध एव जत एक-सर पर नभर ह कस

(घ) हर पौध को वपोशी एव जत को परपोशी कहा जाता ह य

2 सची lsquoकlsquo और lsquoखlsquo का मलान उनक उपयोगता क आधार पर करए-

सची lsquoकlsquo सची lsquoखlsquo

(जत) (उपयोग)

(क) भड़ खत क जताई

(ख) गाय अडा

(ग) बल ध

(घ) मग ऊन

3 नीच द गई तालका म षाकाहारी मासाहारी एव सवाहारी जत क नाम लख-

शाकाहारी मासाहारी सवाहारी

गाय शर कौआ

आइए कर-

अपन परवशीय जीव-जत क च को खोजकर एकत करए तथा आप भीएक खा शखला क कड़ी बनाकर का म टागए

कतना सीखा-2

1 सही मलान कर -

(क) धवा राीय पाक उराखड

(ख) रबी फसल क चआ

(ग) जवक खाद गजरात

(घ) जम काबट राीय पाक ग

(ङ) गर राीय पाक उर दश

(च) वम कोट गोबर क खाद

2 सही कथन क आग (स ) का तथा गलत कथन क आग (ग) का नशान लगाए -

(क) आदमानव जानवर क खाल को व क तरह पहनत थ ( )

(ख) सबस पहल आदमानव न धात क औजार बनाए ( )

(ग) गाय थम पालत पश ह ( )

(घ) चपको आदोलन क शआत सदर लाल बगणा जी न क ( )

(ङ) हर पौध अपना भोजन वय बनात ह ( )

(च) पौध एव जत सन म आसीजन गस हण करत ह ( )

(छ) पौध काश सषण म काबन-डाई-आसाइड गस लत ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) दोमट म म उगन वाली फसल क नाम लखए

(ख) जवक खाद स या लाभ ह

(ग) रड डाटा बक स आप या समझत ह

(घ) वलत एव सकटत जीव क दो-दो उदाहरण लखए

(ङ) मती आदोलन या ह

(च) जगल स होन वाल अय लाभ बताए

(छ) भोय पदाथ क सरण क आवयकता य होती ह

(ज) भोजन बबाद न हो इसक लए या उपाय करग

4 सही वकप क सामन वाल व को काला कर -

1 भोय पदाथ क सरण हत रासायनक पदाथ का अधक उपयोग -

(क) लाभद ह (ख) हानकारक ह

(ग) वाद बढ़ान वाला ह (घ) खापन लाता ह

2 भोय पदाथ क सड़न म मय भमका नभात ह -

(क) फफद (ख) खमीर

(ग) जीवाण (घ) य सभी

5 अपन घर म सरत कए गए भोय पदाथ क सची बनाइए तथा उनक सरण कवधया लखए

6 र ान क पत कर -

(क) पौध क पया क कारण हरी दखाई पड़ती ह

(ख) जत म एक नत आय तक होती ह

(ग) अमरबल पौधा ह

(घ) का पौधा कटभी ह

(ङ) सभी जीव अपन पोषण क लए पर नभर ह

11-ऐस भी होत ह घर

ब आप मझ जानत ह मझ यार करत ह आप मर बना नह रह सकत आपवालय म होत ह या कसी घमन-फरन क जगह पर मझ याद करत ह म आधीवषा तफान सद गम स आपको सरा दता अब बता म कौन ठक सोचाम आपका यारा घर जहा आप अपना बत सारा समय बतात ह मरा इतहास बतपराना ह उतना ही पराना जतना क धरती पर सबका जीवन लोग न समह क प मएक जगह सरत रहन क लए मझ बनाया हर ाणी न अपन रहन क अनकल जगहऔर सरा को यान म रखकर अलग-अलग तरीक का घर बनाया इसलए मर कई पह आपन अपन आस-पास तरह-तरह क घर दख हग इनम स कछ घर क होत ह तोकछ घर पक कछ एकमजला या दोमजला होत ह तो कह-कह बमजला इमारतदखाई दती ह इन भता क अलावा और भी कई तरह क घर बनाए जात ह वशष क जलवायमौसम क आधार पर भी घर क वप या बनावट म अतर दखाईपड़ता ह अलग-अलग म घर बनान म य होन वाली सामी भी अलग-अलगहोती ह

बास का घर-

इस तरह क घर उन ान पर बनाए जात ह जहा बत अधक बारश होती ह ऐसान पर घर जमीन स 10-12 फट क ऊचाई पर बास क मजबत ख पर बनाए

जात ह बास अधक समय तक पानी म रहन पर भी सड़ता नह ह य घर अदर स भीलकड़ी क बन होत ह

बफ क घर-

ऐसी जगह जहा चार ओर कवल बफ ही बफ होती ह वहा लोग बफ क सलय कघर बनात ह ऐस घर को lsquoइलlsquo कहत ह ऐस घर क दवार अदर स छन पर ठडी तोलगती ह पर व बाहर गरती बफ और ठढ को अदर नही आन दती इसक अदरआग जलाई जाती ह जसस घर गम रहता ह

म क घर-

ऐस ान जहा बारश बत कम होती ह तथा अयधक गम पड़ती ह वहा लोग मक घर बनाकर रहत ह घर क दवार बत मोट होती ह म सय क गम स सखकरकठोर हो जाती ह मोट दवार क कारण गम घर क अदर नह आ पाती ह

तरत ए घर-

इस कार क घर लकड़ी क डग क भात बन होत ह य नाव क तरह पानी म तरतरहत ह इसलए इस तरत ए घर या हाउसबोट भी कहत ह

इस भी जान -

चीन म बत स लोग नाव पर बन घर म रहत खात-पीत और सोत ह यह अपन लएइसी पर सजया उगात ह और मगया भी पालत ह इन घर को lsquoसामपानrsquo कहत ह

पर क घर-

ऐस घर पवतीय म दखत ह इस कार क घर पर को काटकर उह एक कऊपर एक रखकर बनाए जात ह पर क ऊपर म और चन क पताई क जाती हपवतीय म बारश बत अधक होती ह तथा बफ भी गरती ह अतः ऐसी जगह परघर क छत सपाट नह बनाई जाती ह इन घर क छत ढलवा होती ह

घमत लोग क घर-

ऐस लोग जो हमशा एक जगह पर ायी प स नह रहत ह व इस कार क घर मरहत ह इह जहा ठहरना होता ह वहा य अपना घर अायी प स टट आद क मददस बना लत ह कभी-कभी लोग आवयकतानसार भी इस तरह क घर बनाकर रहत हजस बाढ़ या भक वाल म लोग ायः इस तरह क घर बनाकर रहत ह

इस भी जानए -

बना दवार क घर - अमजन क जगल म बत पानी बरसता ह तथा बत गम पड़ती हउमस स बचन क लए यहा क लोग ताड़ क पय को ख स टका कर बड़ीगोलाकार छत बनात ह इसम दवार नह होती ह यह छत बीच स खली होती ह

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) अयधक वषा वाल ान म क घर बनाए जात ह

(ख) पानी म तरत ए घर को कहत ह

(ग) स बन घर को इल कहत ह

(घ) चलत-फरत घर प स बनाए जात ह

2 घर हमार लए य जरी ह

3 हाऊसबोट सर घर स अलग ह कस

4 lsquoसामपानrsquo कस कहत ह

5 पवतीय क घर क छत तरछ य बनाई जाती ह

6 म स बन घर क या वशषता होती ह

7 lsquoबना दवार क घरrsquo कहा बनाए जात ह

8 या आपक यहा बफ क घर बनाए जा सकत ह यद नह तो य

ोजट वक -

अलग-अलग चीज जस म लकड़ी कपड़ क टकड़ रगीन कागज जत क डबमाचस क डबी पर क टकड़ ई आद का योग करक आप तरह-तरह क घर कामाडल तयार कर

12-आपदाए और उनस बचाव

इस बार इतनी बारश ई क गाव म बाढ़ आ गई गाव क सभी लोग न बचन क लएटल पर बन पचायत भवन म शरण ली

आपदा क आशका म क गई पव तयारी जानमाल क नकसान को कम कर सकती ह

आपदा का अथ होता ह-अचानक आन वाला सकट आपदा अचानक होन वाली वहघटना ह जसस सामाय जन जीवन अत-त हो जाता ह ायः हम सभी कसी नकसी सकट जस आधी तफान बाढ़ भक सड़क घटना आद क वषय म दखतया सनत रहत ह जब यही सकट ापक प ल लत ह तब य आपदाए कहलाती हआपदाए मयतः दो तरह क होती ह-

ाकतक आपदाए - ऐसी आपदाए जो कतजय होती ह ाकतक आपदाए कहलातीह जस - भक बाढ़ सखा ल आधी तफान शीत लहर बादल फटना वन म आगलगना वालामखी भखलन आद

मानवजनत आपदाए - ऐसी आपदाए जो मानवजय होती ह मानव जनत आपदाएकहलाती ह जस - आग षण अपराध दगा रासायनक घटनाए जनसयावोट भीषण रल घटना आद

चचा करए-

या कभी आपन या आपक कसी जानन वाल न ऐसी मसीबत का सामना कया हऐसी मकल समय म लोग को कस-कस तरह क राहत सामी क जरतपड़ती ह लोग असर एक जगह पर पास-पास य बसत ह या आपन कभी दखा ह क पास-पड़ोस क लोग न मलकर एक सर क मददक हो कब-कब और कस

लोग को कई बार ऐसी मकल का सामना करना पड़ता ह जसम जान-माल का भारीनकसान होता ह बत स लोग बघर हो जात ह ऐस समय म आपदा सत मवशष सहायता क आवयकता होती ह वतमान समय म वानक गत न इनका(आपदा का) सामना करन म मनय क बत सहायता क ह

ायः यह दखा गया ह क जब कभी भी आपदा आती ह तब वहा बचाव काय क लएसव थम ानीय लोग ही आग आत ह अतः ानीय लोग क लए आपदा सनपटन एव बचाव क तरीक को जानना आवयक ह आपदा आन पर हम कस कारबच सक और सर क भी जान बचा सक आपदा बन ारा हम यह जानन म मददमलती ह इस तरह क सकट क तय म हम मयतः तीन बात पर यान दनाचाहए-

सावत खतर क पहचान करनाआपदा स नपटन क तयारी जस- भोजन पयजल रोशनी आद क वाकरना आपदा क पात बचाव राहत एव पनवास काय

इसक अलावा इन आपदा स नपटन म सबस अधक महवपण ह- मनय क अपनीसझबझ धय तथा आपदा स सबत ली गई सावधानया वभ तरह क आपदास हम अपना बचाव नीच दए गए तरीक स कर सकत ह

भक - जसा क नाम स ही होता ह क भम क कापन को भक कहा जाता हयह एक वनाशकारी ाकतक आपदा ह अधक ती भक आन स जमीन हलन ककारण घर मकान पल आद गर जात ह इसस अयधक जन-धन क हान होती ह

भक स सरा -

भक क समय अगर आप मजबत इमारत क अदर ह तो वह बन रह कसीमजबत मज या डक क नीच छप जाए और उस मजबती स पकड़ ल कन बदहोन तक तीा करअगर परान व कमजोर भवन म ह तो सरत रात स बाहर नकलबाहर नकलन क लए लट का योग न कर सीढ़ का योग करखल मदान क तरफ जाए

आग - कई बार लोग क लापरवाही क कारण खत खलहान घर कान आद म आगलग जाती ह इसस बत यादा जन-धन क हान होती ह

आग स सरा -

आग वाल ान क समीप न जाएवलनशील वत स न खल तथा उस सरत ान पर रखआग लग ए ान स रगत ए बाहर नकल और मह ढक रहशरीर क कपड़ म आग लगन स दौड़ नह बक जमीन पर लटकर बार-बार उटपलट ताक आग बझ जाएआग लगन वाल ान पर चपल पहन कर जाएजलत ए टकड़ को सावधानी पवक फ क

आग बझान हत अन शमन य बाल पानी आद योग का कर

बाढ़ - कसी रहायशी का जलमन हो जाना बाढ़ कहलाता ह बाढ़ अयधक वषाक कारण आती ह अयधक वषा स इतना पानी इका हो जाता ह क वह रहायशीइलाक तक पच जाता ह कभी-कभी नद क बाध टटन स भी बाढ़ आ जाती ह

बाढ़ स सरा -

बाढ़ आन पर ऊच एव सरत ान पर जाएजब तक बत जरी न हो बाढ़ क पानी म न उतरजन ान पर बजली क तार गर ह उधर न जाएबाढ़ आन पर कसी भी कार क बजली क वच को न छएबाढ़ क सचना मलन पर घर क कमती सामान तथा महवपण कागजात कसीसरत ान पर रखतराक सीख तथा सखाएबाढ़ क बाद असर जल जनत रोग फलत ह उनस बचाव क उपाय कर

सोचए और बताइए -

कभी-कभी कछ इलाक म बकल बारश नह होती नद तालाब कए आद सब सखजात ह फसल क लए पानी नह मलता खत सख जात ह ऐस समय म वहा रहनवाल लोग को मदद क जरत होती ह आप ऐस लोग क मदद कर सकत ह सोचकरबताइए क आप अकाल म परशान लोग क मदद कस करग

कसी भी तरह क आपदात म लोग को कई कार क सहायता क आवयकताहोती ह सकट क त म यह बत महवपण होता ह क लोग क ताकालक

मलभत आवयकता जस- भोजन पयजल रहन का ान आद क वा कजाए इस काय क लए कई तरह क साए एव सरकारी सवा क ारा आपदापीड़त लोग क मदद क जाती ह

पता करए और लखए -

कसी मसीबत क समय आपको इनक जरत पड़ सकती ह इनस सक करन कलए आप इनक फोन न0 तथा पता लखए -

सबत सवा पता फोन न0

दमकल क

नजदक अताल

एबलस

नजदक पलस थाना

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) आपदाए मयतः तरह क होती ह

(ख) षण एक आपदा ह

(ग) भक क समय कसी इमारत स बाहर नकलन क लए का योग कर

(घ) कसी रहायशी का जलमन हो जाना कहलाता ह

(ङ) वत स न खल

2 ननलखत क उर लखए -

(क) आपदा का या अथ ह

(ख) कह दो मानवजनत आपदा क नाम लखए

(ग) बाढ़ एव सखा म या अतर ह

(घ) आपदा बधन कट म कौन-कौन सी सामी होती ह

(ङ) भक आन पर आप कस कार अपना बचाव करग

ोजट वक -

वभ कार क आपदा स नपटन हत एक आपदा बधन कट तयार कजए

13-जल ह तो कल ह

जल हमार जीवन क लए बत आवयक ह जल क बना जीवन सभव नह ह आपनदखा होगा क गम क दन म वभ ल पर लोग ारा पानी पलान क वा कजाती ह इस कार क वा को lsquoयाऊlsquo कहा जाता ह जसम आन-जान वाल रातपर कह-कह व पानी को घड़ म या अय बरतन म ढककर रखा जाता ह जहाकोई भी यासा आकर अपनी यास बझा सकता ह

चचा करए-

या आपक घर या आस-पास ऐसी वा ह या आपन रलव टषन बस टशन अताल या अय सावजनक ल परऐसी वा दखी ह

याय क सवधा क लए रलव और बस टषन पर पीन हत नल या पानी क टक लगीहोती ह ऐसी सवधा अताल म मरीज क लए होती ह पोल पप पर भी पीन हतपानी क वा रहती ह

अपन बड़ स बातचीत कर-

पहल मसाफर (आन-जान वाल लोग) क लए पानी क वा कस-कस तरहस क जाती थी

आजकल याा क दौरान लोग पीन क पानी क वा कस कार करत ह

लखए -

उन याकलाप क सची बनाए जसम आप पानी का उपयोग करत ह -

पड़-पौध तथा फसल को भी व तथा वकास क लए पानी क आवकता पड़ती हपौध को जन पोषक तव क जरत होती ह व पानी म घलकर जड़ ारा पौध कवभ भाग तक पचत ह

सचाई क ोत एव साधन-

खती क लए सचाई बत आवयक ह वषा क माा कम होन पर फसल को पयातमाा म पानी नह मलता जसस व सख जाती ह अ का उपादन कम हो जाता हअतः फसल क अ उपादन क लए उचत समय पर सचाई क आवयकता पड़तीह सचाई क लए कसान तालाब कआ नद आद स जल ात करत ह कआतालाब सचाई क परपरागत ोत ह आजकल अधक माा म पानी ात करन क लएनलकप का योग कया जाता ह नहर बनाकर सचाई क सवधा दान क जा रही हभमगत जल को नकालन क लए बजली चालत प का योग कया जाता ह

अपन आस-पास क खत म जाकर पता कर क सचाई क लए कन-कन साधन कायोग कया जाता ह उनक सची बनाए

बड़ स पता कर-

कस फसल को पानी क सबस अधक आवयकता होती हवह फसल कस उगाई जाती ह

सचाई म पानी क माा फसल क कार पर नभर करती ह कछ फसल को अधकपानी क आवयकता होती ह जस-धान कछ फसल म पानी क आवयकताअपाकत कम होती ह जस ग चना मटर सरस आद जबक कछ फसल को

पानी क साथ-साथ तज धप क भी आवयकता होती ह जस-ककड़ी तरबज खरबजाआद

अपन घर क बड़ क साथ कसी खत का मण कर वहा काय कर रह कसान सननवत ब पर चचा कर -

आपक खत म कौन सी फसल क पदावार क गई ह फसल क सचाई क लए जल कहा स ात करत ह कम सचाई वाली फसल एव यादा सचाई वाली फसल कौन-कौन सी ह सचाई क लए कौन-कौन स साधन का योग करत ह

भमगत जल का पनभरण-

lsquoजल ही जीवन हlsquo इस बार म सब बात करत ह लकन जल कहा स आता ह और इसकस एक करक रखना ह इसक बार म भी हम सबको सोचना आवयक ह

पहल लोग पानी क लए नदय एव झील क अलावा तालाब और क पर नभर रहतथ परत आजकल लोग बजली चालत मषीन का योग यादा कर रह ह औरपारपरक तौर-तरीक स र होत जा रह ह हडप बवल (नलकप) बोरवल कारा भमगत जल को लगातार नकाला जा रहा ह इसका परणाम यह होता जा रहा हक लोग जमीन स पानी तो नकालत जात ह लकन जमीन क अदर पानी क तर कोबनाए रखन का उपाय नह करत

यद भमगत जल को लगातार नकालत रह तो आन वाल समय म सभी को जल ककमी का सामना करना पड़गा यप बारष यक वष होती ह परत पानी उतनी तजीस भम क अदर नह जा पाता और उसका बड़ा हसा ऊपरी सतह स होकर नकलजाता ह इस कारण जमीन म पानी का तर पनः उस तर को ात नह कर पाता लोगइस नह समझ पा रह ह जसक कारण पानी क समया पदा हो रही ह

आज जल सरण क कई तरीक अपनाए जा रह ह हम पारपरक तौर-तरीक को भीअपनाना होगा जसस वषा का पानी एक कया जा सक परान तालाब एव क को

फर स जीवत करना होगा शहरी म लोग को अपन घर क छत स बारश कापानी जमा करन क वा करनी होगी अपन आस-पास वषा क जल को जमीन कअदर पचान का यास करना होगा इसक अतर जल का सावधानीपवक उपयोगकरक हम वय क तर पर भी जल का बचाव कर सकत ह जस-

जतन पानी क आवयकता हो उतना ही उपयोग करनल को इतमाल करन क बाद बद कर दटपकत या रसत नल क मरमत तरत कराएश करत समय नल को खला न छोड़रसोई घर म बाट या टब म बतन धोएपानी क बोतल म बच ए जल को फ कन क बजाए उस पौध म डाल दतालाब नदय एव क क जल को शत न कर उसम कचरा ना फ क

इस भी जान- सचाई क लए प (टपक) या कलर (छड़काव)वध का योग करनाचाहए जसस पानी का खच कम हो

जल सरण को लकर सभी को जागक होना चाहए यह सब लोग क एकजट यासस ही सव ह

चचा करए-

सीमा क मोहल म दो परान कए ह जो अब सख गए ह उसक दाद बताती ह कलगभग 15-20 साल पहल तक उसम पानी था या कए सखन क ननलखत वजहहो सकती ह-

कई जगह मषीन लगाकर जमीन का पानी नकाला जा रहा हपड़ क आस-पास और पाक म जमीन को सीमट स पका कर दया गया हतालाब जसम बारष का पानी इका होता था अब नह रह

या आप कोई और भी कारण बता सकत ह

भमगत जल क कमी क कारण-

जनसया व क कारण भजल क बढ़ती माग ससचाई एव औोगक काय क लए मषीन का योग करन सतालाब पोखर जस- जल क ाचीन साधना का रख-रखाव न होन सघरल काय क लए प स जमीन क अदर स अधक पानी नकालन सवषा क जल को एक न करन स

ाचीन काल स ही जल क महा उसक सफाई और उसक ोत-कए तालाब नहरबावड़ी इयाद का नमाण जनता क भलाई का काय समझा जाता था भारतीय शासकजल क महव और सरण क त जागक थ मौय काल म लोग जल क महव सभली-भात परचत थ और जल बधन क उम वा थी चगत मौय करायपाल पयगत न सदशन झील का नमाण करवाया साट अशोक न जगह-जगहपर कए खदवाए याऊ बनवाए गत शासक क ारा भी जल क सरण का कायकया गया साट कदगत न सदशन झील क पननमाण का काय करवाकर लोग कजल सकट को र कया सतनत काल म फरोजशाह तगलक ारा कए एव जलाशयक साथ कई बड़ी नहर का भी नमाण करवाया गया

भमगत जल क पनभरण क वधया-

जल क कमी को र करन क लए आवयक ह lsquoजल का सचयन एव पनभरणlsquo कयाजाए यद हम वषा क जल को एक कर भमगत जल क प म पनभरण करत ह तोहम जल क कमी का सामना नह करना पड़गा

वषा क जल को भमगत जल म सचयन एव पनभरण क अनक वधया ह-

तालाब म वषा का जल एक करनाछत स ात वषा क जल को पाइप क मायम स टक म एक करना

पनभरण गडढ़ क ारा जल सचयन करनानलकप ारा छत स वषा क जल को एक करना पट या ग ारा छत क वषा क जल को एक करना

अयास

1 क उर लखए-

(क) याऊ कस कहत ह

(ख) खती क लए सचाई क आवयकता य पड़ती ह

(ग) सचाई क लए कन-कन साधनो का योग कया जाता ह

(घ) भमगत जल क कमी क कारण लखए

(ङ) भमगत जल क पनभरण क वधया कौन-कौन सी ह

2 पता कजए-

या आपक घर या कल क आस-पास तालाब कआ या बावड़ी बनी ह इस दखनजाए और पता कर-

यह कतना पराना ह इस कसन बनवाया ह इसम पानी साफ ह या नह इसका पानी सख तो नह गया ह यद सख गया ह तो कस कारण स

3 आपक आस-पास सचाई क लए जल कहा स ात होता ह उनक च दए गएबास म बनाए और नाम लख -

14-जल क गण एव जल षण

आपन दखा होगा यद जमीन पर पानी गर जाए तो वह एक जगह र रहन क बजायआस-पास फल जाता ह पानी म बहन का गण होता ह इस तरह क पदाथ को तरलपदाथ कहत ह पानी का कोई अपना आकार नह होता ह पानी जस भी आकार कबतन म रखा जाता ह यह उसका आकार ल लता ह

करक दखए-

कटोरी एव गलास म पानी क समान माा डालकर दख पानी का आकार कसाहो जाता ह

पानी कटोरी एव गलास क आकार का हो जाता ह पानी जो जगह घरता ह वह उसकाआयतन कहलाता ह तरल पदाथ को उनक आयतन ारा मापा जाता ह इसक मापइकाई लीटर होती ह

पानी क घलनशीलता-

गमय म हम शबत पीत ह शबत चीनी को जल म घोलकर बनाया जाता ह

या जल म सभी पदाथ घल जात ह

आइए पता लगाए-

काच क चार गलास ल यक को जल स आधा भर नमक चीनी चाक पाउडर तथारत अलग-अलग गलास म डालकर चमच स मलाए और दख

नमक तथा चीनी जल म घल जात ह चाक पाउडर तथा रत जल म नह घलत ह ऐसपदाथ जो कसी व म घल जात ह जस - नमक चीनी आद उनको वलय पदाथ कहतह वलय पदाथ जस व म घलत ह उस व को वलायक कहत ह कछ पदाथ ऐस भीहोत ह जो व म नह घलत ह उह अवलय पदाथ कहत ह जस- चाक पाउडर रतआद व म कसी वलय पदाथ क घलन पर वलयन बनता ह

ननलखत सारणी को परा कर-

पदाथ का नाम जल म वलय जल म अवलय कस जाना

1 चीनी

2 लकड़ी का बरादा

3 फटकरी

4 मोम

5 लोह क छलन

वलय पदाथ को शी घोलन क लए व को हलाना पड़ता ह कसी वलय पदाथ कोदान क प म तथा पाउडर क प म लन पर कौन शीता स घलता ह

याकलाप -

दो परखनलया ल यक को जल स आधा भर द एक परखनली म आधा चमचदानदार चीनी डाल सरी परखनली म आधा चमच पसी चीनी डाल दोन परखनलयको हलाए या होता ह पसी ई चीनी शीता स घल जाती ह

पाउडर क प म पदाथ शीता स घलत ह

या जल क नत आयतन म चीनी क कोई भी माा वलय ह

याकलाप-

एक परखनली को जल स आधा भर इसम आधा चमच चीनी डालकर हलाए चीनीक माा बढ़ात जाए या होता ह एक नत माा क पात चीनी का घलना बदहो जाता ह अब परखनली को गम कर या होता ह चीनी क और थोड़ी माा घलजाती ह वलायक क ताप म व होन पर वलय क अधक माा घल जाती ह

कछ ऐस भी पदाथ ह जो जल म अवलय ह परत अय व म वलय ह जस - मोम वतारकोल जल म अवलय ह कत म क तल तथा पोल म वलय ह

करक दखए -

एक कटोरी ल उसम थोड़ा पानी डाल फर उस पानी म तल क कछ बद डालएअब उनको चमच क सहायता स मलान का यास कजए या होता ह

आपन दखा होगा क अयत कोशश क बाद भी पानी और तल आपस म नह मलहग ऐसा इसलए होता ह यक समान कत वाल पदाथ समान कत वाल पदाथम ही घलत ह पानी और तल क कत वपरीत होती ह जस कारण स पानी और तलआपस म नह घलत ह

करक दखए-

एक बड़ी कटोरी ल उसम थोड़ा पानी भर अब कछ छोट पर क टकड़ लोह ककल पानी क सतह पर रख आप या दखत ह

आपन दखा क पर क टकड़ कल पानी क सतह पर नह तरत ह बक डब जात हजो वतए पानी म नह घलती ह व या तो पानी म तरती ह या व डब जाती ह जो वतएपानी स हक होती ह व पानी क सतह पर तरती ह जबक जो वतए पानी स भारीहोती ह व पानी म डब जाती ह

जल षण-

जल म घलनशीलता क गण क कारण कछ ऐस पदाथ पानी म मल जात ह जस साबनकड़ा-कचरा आद जो पानी को षत करत ह इस कार जल क षत होन को जलषण कहत ह इनक कारण पानी म समजीव पनपत ह जो बीमारय का कारण होतह

अपन आस-पास दखो क जल कन कारण स षत हो रहा ह

कारखान स नकला आ अपश पदाथ नदय म छोड़ा जाता ह जसस नदय काजल षत हो जाता ह कष काय हत उपयोग म लाए जान वाल कटनाशक भी जलषण का कारण होत ह मानवीय याकलाप जस नद तालाब आद म कपड़ धोनापश को नहलाना वय नहाना आद क कारण भी नदय और तालाब का जलषत होता ह इस जल का योग हम अपन दनक जीवन क वभ काय म करत ह

पता कजए-

घरवालयपड़ोस क लोग पानी कस एकत करत ह जहा पानी रखा गया ह वह जगह कसी ह जस बतन म वह पानी एकत करत ह या वह ढक होत ह या नह यद पानी का बतन नह ढका होता ह तो उसम पानी कसा दखता ह या आप ऐस पानी को पीना पसद करग

गद जगह पर खल बतन म रखा आ पानी हम पीना पसद नह करग ऐस पानी म रोगफलान वाल कटाण होत ह जो पानी को षत कर दत ह य कटाण नगी आख या हडलस स दखाई नह दत ह इह दखन क लए वशष उपकरण या य क आवयकता

होती ह जस समदश कहत ह ऐसा पानी हमार वाय क लए हानकारक होता हषत पानी को पीन स हम वभ कार क बीमारया हो सकती ह

आइए जान-

षत जल स होन वाली बीमारया उनक लण एव बचाव क तरीक-

इसक अतर जल स होन वाली अय बीमारया ननवत ह-

मलरया-

यह रोग मादा एनाफलीज मर क काटन स होता ह जो इस परजीवी को मनय कशरीर म छोड़ता ह इसम रोगी को सद और सर दद क साथ बार-बार बखार आता ह

बचाव-

मर को पनपन स रकअपन घर तथा घर क आस-पास गदा पानी न इका होन दमरदानी का उपयोग करऐस कपड़ पहन जो शरीर क अधकाश भाग को ढक सक

उपचार -

रोगी क डाटर स जाच कराई जाए

इस भी जान-सनकोना व क छाल स कनन नामक औषध ात क जाती ह इसऔषध का उपयोग मलरया क उपचार म कया जाता ह

डग -

डग बखार एडीज मर क काटन स फलता ह एडीज मर को टाइगर मर भीकहत ह यह मर हमार घर क आस-पास साफ व क ए पानी म पनपता ह डगक बखार म रोगी को ठड लगन क साथ तज बखार आता ह शरीर पर लाल चक होजात ह जोड़ म दद रहता ह

बचाव -

अपन घर क आस-पास अनावयक पानी एक न होन द यक एडीज मर क एसाफ पानी म ही पदा होत ह कलर पय एव जानवर क पानी पीन क बतन औरफलदान आद का पानी कछ दन बाद एक बार खाली करक पनः भर परी बाह वालकपड़ पहनन चाहए जसस शरीर का अधक स अधक भाग ढका रह मरदानी कायोग करना चाहए

उपचार -

रोगी को दद एव बखार कम करन क कोई भी दवा वय नह लनी चाहए यह दवाएवाय क लए हानकारक हो सकती ह डाटर क सलाह स ही दवा का योग करनाचाहए

चकनगनया -

यह रोग चकनगनया वषाण (वायरस) ारा होता ह यह वायरस एडीज मर ककाटन स फलता ह यह मर दन क समय काटत ह इसम रोगी को जोड़ म दद क

साथ तज बखार होता ह इसक अतर सर दद थकान जोड़ म सजन शरीर परचक आद लण भी हो सकत ह

बचाव-

मरदानी का योग करअपन आस-पास पानी एकत न होन दसमय-समय पर कटनाशक का छड़काव कराए

उपचार-डाटर क सलाह ल

पानी पीन क सही तरीक पर नशान लगाइए -

चचा करए-

खल क का पानी य नह पीना चाहए घड़ स पानी नकालत समय कन बात का यान रखना चाहए घर और कल म पीन क पानी का सह कस तरह करना चाहए

पानी को पीन योय कस बनात ह

पानी को पीन योय बनान क लए सबस अा उपाय पानी को उबालकर ठडा करकछानना ह इसस सभी रोगाण न हो जात ह शहर और कब म पीन का पानी बड़ी-बड़ी पानी क टकय म सह कया जाता ह इस पानी म लीचग पाउडर डालकर औरश कर जल क आपत क जाती ह इसी कार कए क पानी म लाल दवा (पोटशयमपरमगनट) मलाकर पीन क योय बनाया जाता ह जस तरह वषा का जल म क पतस छनकर श हो जाता ह उसी तरह षत पानी को छानकर योग योय बना सकत ह

अयास

1 सही वाय पर (uuml) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) मोम पानी म घल जाता ह ( )

(ख) जल षण का एक कारण कारखान स नकला आ कचरा भी ह ( )

(ग) जानवर को नदय म ही नहलाना चाहए ( )

(घ) खत म डाल गए कटनाशक पदाथ जल को षत करत ह ( )

(ङ) तल पानी म घल जाता ह ( )

(च) वलय और वलायक मलकर वलयन बनात ह ( )

(छ) पानी क ोत क ान पर बतन धोन तथा जानवर को नहलान स

पयजल षत हो जाता ह ( )

2 सोचए और लखए-

(क) वलय और वलायक स आप या समझत ह

(ख) वलयन या ह

(ग) जल षण कन कारण स होता ह

(घ) षत जल स हमार वाय पर या भाव पड़ता ह

(ङ) कह दो चीज क नाम लखए जो पानी म घल जाती ह

(च) लोह क कल पानी म य डब जाती ह

(छ) षत जल स होन वाली कह दो बीमारय क नाम व उनक लण लखए

(ज) पीन का पानी व हो इसक लए हम या सावधानया रखनी चाहए

3 पानी क एक भर बतन म तालका म द गई चीज एक-एक करक डालए और दखएया होता ह-

पानी म डाली ई चीज तरती ह डबती ह

पी खाली कटोरी माचस क तीलीसाबन क टकयालाटक क खाली बद बोतलपानी स भरी ई लाटक क बद बोतललकड़ी का टकड़ा

15-याा

चदन अपन खत म काम कर रहा था तभी उसका दोत सरज आया वह भी उसक कामम हाथ बटान लगा जब काम परा हो गया तो दोन दोत एक पड़ क नीच बठकर खानाखान लग खान खात और बातचीत करत समय सरज बोला म चदन-म शहर गया थाशहर म गाड़य का मला लगा ह मल म मन टटर दखा यद हम टटर खरीद ल तोखती करना आसान हो जाएगा सरज न चदन को शहर जान क लए तयार कर लया

अगल दन चदन और सरज न शहर जान क लए एक बस पकड़ी उनक बस रात मएक ढाब पर क ताक बस क याी कछ जलपान कर ल जलपान करक दोन दोतबस म बठन ही वाल थ क तभी एक सदर सी बस उनक बस क पास आकर कसरज न ाइवर स जासा स पछा क यह बस अयत सदर ह तब ाइवर न उहबताया यह सी0एन0जी0 बस ह यह सी0एन0जी0 स चलती ह इसम डीजल नहपड़ता इसस षण भी कम होता ह

सरज और चदन आपस म बात करत शहर पच सरज न शहर पचकर सीध मल वालान क लए रा लया मल म कानदार स टर क बार म पयात जानकारी लदोन दोत को टर बत पसद आ रहा था परत टर का मय यादा था उनदोन क पास उतन पय नह थ दोन क आपस क बात कानदार न सनी तो वहबोला-भइया आप टordfटर कत पर ल लो फर यह सनकर दोन दोत म उसाह आगया उहन टर खरीद लया अब उनक सामन समया थी क टर को गाव कस ल

जाए कानदार न कहा- आप दोन परशान न ह मरा म रहीम क चलाता ह वहटर को गाव पचा दगा यह सनकर सरज और चदन बत खश हो गए

कानदार न चदन और सरज को यह भी बताया क इस टर स आपको खती करन मबत आसानी होगी कम समय म आप यादा काम कर सक ग टर डीजल स चलताह इसका खचा भी कम आएगा

डीजल एक कार का धन ह जो पोलयम को कई चरण म ठडा करन स एक चरणम बनता ह इसका उपयोग वाहन मशीन सय आद को चलान म कया जाता ह

कानदार न अपन म रहीम स टर को गाव पचान को कहा टर म रहीम कसाथ सरज और चदन भी बठ गए अब दोन दोत न कानदार को धयवाद दया औररहीम क साथ गाव क ओर रवाना ए रात म चदन और सरज का रहीम भी म बनगया और वह बोला तम दोन चता मत करो म तम दोन को टर चलाना सीखा गातीन म क बातचीत म शहर स गाव का सफर कब कट गया पता ही न चला

चदन और सरज जब क स टर लकर गाव पच गाव क सभी लोग उसकतापवकइक हो गए यक उनक गाव म पहला टर था सभी न उन दोन दोत को बधाईद चदन स रहीम बोला-म अब मझ शहर वापस जान क इजाजत दो तब चदन औरसरज मकराए और रहीम स बोल-म रहीम तमन हमारी बत सहायता क ह हमतह ऐस न जान दग तम खाना खाकर आज रात आराम करो अब कल जाना

रहीम दोन म क यार को दखकर गाव म क गया रात म सभी खा-पीकर बातचीतकरत सो गए अगल दन रहीम न नाता कर चदन और सरज स शहर जान क अनमतमागी और कहा क म जद ही आकर तम दोन को टर चलाना सखाऊगा

या आपन कभी बस टर म याा क ह बसटर चलान क लए कौन सा धन डालत ह

या आप जानत ह क पोलडीजल कहा स आता ह

कछ दन बाद रहीम कटर स गाव आया उस दखकर चदन और सरज बत स एउसका वागत कया चदन बोला-म रहीम तम खा-पीकर वाम करो तब तक हमदोन खत पर काम नपटाकर आत ह खत पर जद-जद काम करक दोन दोत जबघर पच रहीम उनका इतजार कर रहा था रहीम न फर टर टाट कया और चदनऔर सरज को टर सीखाना श कया कछ ही दन म महनत और जोश क साथसरज और चदन न टर चलाना सीख लया टर चलाना सीखकर दोन बत सथ अब रहीम न उनस शहर जान क अनमत मागी रहीम न दोन को शहर आन कानमण भी दया

चदन और सरज टर स खती करन लग उनक लए खती करना अब आसान हो गयाथा दोन क महनत रग लाई फसल बत अ ई दोन न मलकर फसल काटऔर टर पर फसल लादकर शहर चल दए शहर पचकर मडी म फसल को बचाइसक बाद दोन न रहीम क घर क ओर ान कया रहीम उह दखकर बत सआ उसन क चलाना छोड़ दया था अब रहीम कार स मसाफर को घमाता था यहीउसका रोजगार था

रहीम न चदन और सरज का टर अपन घर पर खड़ा करा दया दोन को अपनी कारम बठाकर शहर घमान चल दया उसन दोन को शहर क मख जगह को दखायारात म चदन न रहीम स पछा-म या यह कार डीजल स चलती ह तब रहीम बोला-नह म यह कार पोल स चलती ह कछ कार डीजल और सी0एन0जी0 स भीचलती ह चदन और सरज न रहीम स सी0एन0जी0 स चलन वाली बस दखी ही थीउहान कार भी दखन क इा जाहर क रहीम उनको कार क कान पर ल गयाजहा सी0एन0जी0 स चलन वाली कार थी सी0एन0जी0 क कार दखकर चदन नकानदार स सी0एन0जी0 क बार म पछा क यह या ह तब कानदार न बतायासी0एन0जी0- (सपीडत ाकतक गस) एक ाकतक गस ह

इस भी जानो-

सी0एन0जी0 200-250 क0ाम क सकचत दबाव म गसीय अवा म वाहन मधन क प म उपयोग म लाई जाती ह इसका उपयोग मयतः वाहन म होता हसी0एन0जी0 क अवयव ह-मीथन धन और ोपन यह गस रगहीन एव गधहीन होतह यह हवा स भी हक होती ह

सी0एन0जी0क उपयोग स हम बत स लाभ भी ह जस-

सी0एन0जी0 का उपयोग डीजल तथा पोल इजन दोन वाहन म कया जासकता हसी0एन0जी0 स षण काफ कम फलता हपोल और डीजल वाली गाड़य क तलना म सी0एन0जी0 का खचा कम होताहपयावरण क लए सी0एन0जी0 गस अ मानी गई ह पोल और डीजल कतलना म यह काबन डाईआसाइड नाइोजन आसाइड और आरगनक गसकम उसजत करती ह

सरज और चदन कानदार स नई-नई जानकारी पाकर बत खश ए इसक बाद रहीमदोन म क साथ अपन घर आया रात म तीन मलकर शहर म जो नया दखा थाऔर नई-नई जानकारी ात कए थ उसी पर बातचीत करत रह थ चदन और सरज नफर अपन म रहीम स गाव जान क अनमत मागी इसक बाद दोन दोत खशी-खशीगाव आ गए

अब आप अपन बड़ स पता करए -

पोल डीजल और सी0एन0जी0 स कौन-कौन स वाहन चलत ह इन वाहन का मय या ह षण कम करन क लए कौन स धन का योग वाहन म करना चाहए

धन बचाए-

तल का भडार सीमत ह इस अपन ब क लए बचाए यक बद स यादा लाभ लजब गाड़ी रोक तब इजन बद कर

अयास

1 ननलखत क उर दजए -

(क) गाड़ी चलान क लए कौन-कौन स इधन का योग होता ह

(ख) सड़क पर वाहन क बढ़ती सया स या-या परशानी होती ह

(ग) वाहन क बढ़ती सया स आई परशानय को कम करन क कछ तरीक सझाइए

2 नीच कछ वाहन क च दए ह च दखकर उनक नाम और व वाहन हमार कसकाम म आत ह लखए-

नाम काम

3 पता करक लखए-

स आपक शहर म पोल और डीजल क कमत या चल रही ह

कटर म कौन सा धन डाला जाता ह पोल और डीजल क कमत य बढ़ती जा रही ह

आपक घर म कस-कस काम म कतना पोलडीजल खच होता ह पोलडीजल क योग पर आप लोग को कस जागक करग

4 नीच दए च म दखाए ान पर आप अपन घर स कस जाना चाहोग उसका

नाम बास म लखए -

5 (क) अपन बड़ स पछए आज स 40 साल पहल लोग कन साधन स आत जातथ या तब भी यही सब साधन थ जो आजकल आप दखत ह

(ख) अब आप अनमान लगाओ क आज स पीस साल बाद लोग आन जान क लएकस कार क वाहन का उपयोग करग

कतना सीखा-3

1 सही मलान कर -

समह lsquoकrsquo समह lsquoखrsquo

2 अपनी पसद क घर का च बनाकर उसम रग भरए

3 द गई वग पहली म कछ आपदा क नाम छप ह उनक नाम ढढए

आ वा ला म खी

धी द ल च ग

स गा भ क प

ना द ष बा

मी प आ ग ढ़

4 या कर या न कर -

या कर या न कर

(क) अगर बाढ़ आ जाए

(ख) अगर भक आ जाए

(ग) अगर आग लग जाए

5 ननलखत क उर लखए -

(क) भमगत जल पनभरण स आप या समझत ह

(ख) सचाई क कह दो पररागत साधन क नाम लखए

(ग) पानी क बचत हम कस कर सकत ह

(घ) सीएनजी क अवयव लखए

(ङ) षण कम करन क लए कौन स धन क वाहन का योग करना चाहए

(च) वाहन म योग होन वाल दो धन का नाम लखए

6 र ान क पत कजए

(क) पानी पदाथ होता ह

(ख) पानी म का गण होता ह

(ग) मोम म अवलय ह

(घ) कए क पानी म मलाकर पीन योय बनाया जाता ह

(ङ) सहायता स खती करना आसान हो गया ह

7 कह दो चीज क नाम लखए जो म क तल म घल जात ह

8 यद एक नत माा क बाद चीनी पानी म नह घलती ह तो और चीनी घोलन कलए आप या करग

16- बीज ही बीज

अपन आस-पास पड़-पौध पर लग आम अमद बर टमाटर पपीता मटर इमलीआद फल व सजय को दख इनम बीज ममक होत ह या सभी फल म समानसया म बीज ह कछ फल जस-आम बर जामन म एक बीज होता ह जबक इमलीपपीता अमद टमाटर आद म अनक बीज होत ह

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल

एक बीज वाल और अनक बीज वाल फल का नाम द गई तालका म लखए-

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल चचा करए -कछ फल एक बीज वाल और कछ अनक बीज वाल होत ह इह बीज क दान को बोकर पनः इनक फसल पदा क जाती ह धान मका ग चना आद क फसल पदाकरन क लए उनक दान म म बोए जात ह अनाज क व दान जनका योग अगलीफसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलात ह बीज का भडारण उचत ढग सकरना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत ह या आप जानत ह क बीज कस खराबहो जात ह आइए दख और समझ-

चह घन व अय कट बीज को खराब कर दत ह जब कसान इन बीज को खत मबोता ह तो जो बीज अ होत ह व अकरत हो जात ह और जो खराब होत ह वअकरत नह होत ह अ और खराब बीज क पहचान कस करत ह सोचइ औरबताइएखराब बीज क पहचान कस करग आओ कर और समझ -

आधा गलास पानी ल इसम कछ सम क बीज डाल या दखत ह

आइए दख-

दो कटोरया लदोन कटोरय म पानी स भीगी ई ई रखपहली कटोरी म सम क व बीज रख जो गलास क पानी म तर रह हसरी कटोरी म सम क व बीज रख जो पानी म नीच डब ए हदो दन बाद दोन कटोरय क बीज को दख

या दखत ह

आपन दखा क गलास क पानी म कछ बीज ऊपर तर रह ह य खराब बीज ह कछबीज पानी म नीच डब ए ह य अ व परपव बीज ह यही बीज ही अकरत होत हहमार दश म अ व परपव बीज पदा करन क दशा म काफ गत ई ह

पानी म डालन पर जो बीज ऊपर आ जात ह व खराब बीज होत हखराब बीज अकरत नह होत हअ और परपव बीज ही अकरत होत हकछ बीज नट भी हो जात ह

बीज क सरचना कसी होती ह

चलए बीज को बाहर और अदर स दखकर उसको जाच-परखभीग ए चन या सम का बीज ल इनक बाहरी आवरण बीजचोल ममक वज कोसावधानी स हटाए या दखत ह दो हक पील रग क सरचनाए दखाई पड़ती ह इहबीजप कहत ह इस भी खोल

दोन बीजप को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस भरण मउइतलवकहत ह इसका नचला सफद भाग मलाकर तथा ऊपरी नकला भाग ाकरकहलाता ह

इस भी जानए -

मलाकर स जड़ तथा ाकर स तना बनता ह

अकरत बीज क य भाग बीजप स अपना भोजन ात करत हबीज का अकरण-आपन अपन घर म धान ग सम चना मटर आद क बीज को दखा ह या आपनइसम कभी अकरण होत ए दखा ह इनम अकरण कब और कस होता ह

बीज क अकरण क लए आवयक परतया-

एक बीकर या गलास म 23 भाग उबालकर ठडा कया आ पानी ल (जससपानी म घली वाय नकल जाए)सम क तीन अ बीज को च क भात कसी लकड़ी या लाटक क प परधाग स बाधपानी क सतह पर तल क कछ बद डाल (पानी क सतह पर तल डालन पर पानीका वापन नही होगा और बाहर क वाय पानी म घल नही पाएगी)

तदन इसका नरीण करत ए बीज म हो रह बदलाव को लख-पहल दन सर दन तीसर दन चौथ दन सोचए और बताइए-

प म सबस नीच बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो यप म सबस ऊपर बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य प क बीच म बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य बीच वाला बीज ही अकरत य आ बीच वाल बीज को हवा पानी व उचत ताप तीन ात आ इसलए यह अकरतआ

सबस नीच वाल बीज को पानी तो मला परत हवा व उचत ताप नह मलन सयह अकरत नह आ पानी म लगातार रहन क कारण यह खराब भी हो गयासबस ऊपर वाल बीज को हवा व उचत ताप तो मला परत पानी नह मलन सयह अकरत नह आ

बीज स नह पौध का बनना बीज का अकरण कहलाता ह

बीज क अकरण क लए हवा पानी तथा उचत ताप आवयक हभ-भ पौध को उगान क लए भ-भ परतया तथा जलवाय कआवयकता होती ह

आइए करक दख-

चन क कछ दान और तीन कटोरया लपहली कटोरी म चन क चार-पाच दान डाल और कटोरी को पानी स भरसरी कटोरी म उतन ही चन भीगी ई ई या कपड़ म लपटकर रख यान रहकपड़ा या ई सखन न पाए

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) बीज क अदर ऐसा या होता ह जसस पौधा बनता ह (ख) नह पौध को बढ़न क लए कन परतय क जरत होती ह (ग) अ और खराब बीज क पहचान कस क जाती ह (घ) भीग चन को भीग कपड़ म बाधन पर उसका अकरण तज होता ह ऐसा य 2 क चार वकप दए गए ह सही वकप क सामन बन व को काला कजए -

बीज क अकरण क लए आवयक ह -

(क) वाय जल और खाद (ख) वाय जल और उचत ताप(ग) सय का काष वाय और उचत ताप(घ) वाय जल और अधक ताप

जो बीज पानी म डालन पर ऊपर आ जात ह व-

(क) परपव बीज होत ह (ख) अ बीज होत ह(ग) खराब बीज होत ह (घ) भरण होत ह3 र ान क पत कजए -(क) बीज क बाहरी आवरण को कहत ह(ख) बीज प को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस कहत ह(ग) भरण का नचला भाग और ऊपरी भाग कहलाता ह(घ) मलाकर स तथा ाकर स बनता ह4 खड lsquoकlsquo क अधर वाय को खड lsquoखlsquo क सहायता स परा कजए-खड-क खड-ख(क) बीज स अकरत होत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज को न कर दत ह(ग) अनकल परत पाकर बीज नह पौध का जम होता ह(घ) चह घन व अय कट बीज का अकरण कहलाता ह

ोजट वक -

कसी बतन म खत क म लकर उसम चन या सम क बीज बोए और उसमतदन थोड़ा-थोड़ा पानी दत रह अकरत पौध म होन वाली व को अपनीकापी म लख और च भी बनाए

17-व म भारत

हमारी पवी-महासागर एव महाप-

हमार पवी लगभग गोल आकार क ह पवी का गद जसा गोल आकार का लघतप लोब कहलाता ह आइए लोब को दख-लोब पर अनक रग-बरगी आकतया बनी ह य आकतया पवी पर महाप एवमहासागर को दखाती ह लोब का अधकाश भाग नील रग स रगा दखाई द रहा हयह भाग पवी पर वशाल जलराशय अथवा महासागर को दशत करता ह शष भागल को दशाता ह हमारी पवी क लगभग 71 तशत भाग पर जल एव शष लगभग29 तशत भाग पर ल ह बड़-बड़ लीय भाग महाप ह महाप महासागर

ारा अलग कए जात ह

च 71 व म भारतपवी पर पाच महासागर एव सात महाप ह आइए लोब एव व क मानच पर इहपहचान-पवी पर पाच महासागर मशः शात महासागर अटलाटक महासागर हदमहासागर आक टक महासागर एव दणी महासागर ह इनम स शात महासागरसवाधक वतत एव सबस गहरा ह यह सण पवी क लगभग एक तहाई भाग परफला ह इसका सबस गहरा ान मरयाना गत ह जो लगभग 11 कलोमीटर गहरा ह

पवी क लगभग 29 तशत भाग पर फला ल सात महाप म वभाजत ह यमहाप मशः एशया यरोप अका उरी अमरका दणी अमरका आटordfलयाएव अटाक टका ह इनम एशया सबस बड़ा महाप ह हमालय पवत पर त वक सव पवत चोट माउट एवरट इसी महाप पर ह इसक ऊचाई 8848 मीटरह एशया म व क लगभग 59 तशत जनसया नवास करती ह व क मानचको दखए हमारा दश भारत एशया महाप म त ह

पवी का धरातल पवत पठार एव मदान स य ह सामायतः आस-पास क धरातल सऊच उठ भाग पवत कहलात ह इनका शखर सकचत अथवा शवाकार होता ह पवतसाधारणतया समह म पाए जात ह इह पवत णी कहत ह पहाड़य क ऊचाई पवतस कम होती ह

व क कछ मख पवत णया-हमालय कनलन हकश कराकोरम एटलसकसबग यराल आपस काकशस राकज अपलशयन ड डवाइडग रजएडीज आद ह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

नदश- शक लोब एव व मानच ारा महासागर महाप एव अपन दश भारतक तलनामक अवत प कर तथा ब ारा इसका अयास कराए

इस भी जान -

लोब का कागज पर समतल ततकरण मानच कहलाता हपवी पर बत बड़ ल खड को महाप एव वशाल जलराशय को महासागरकहत ह

पवी पर तलनामक प स ऊच उठ चरस ल भाग पठार कहलात ह ायः पठार काऊपरी भाग ऊबड़-खाबड़ होता ह इनक कनार सामायतः खड़ ढाल वाल होत ह

पछली का म आप पढ़ चक ह क हमार दश का दणी भाग पठार ह

व क कछ मख पठार-पामीर का पठार तबत का पठार भारत म दकन का पठारईरान का पठार अरब का पठार कोलोरडो पठार कोलबया पठार ाजील क उभम बोलवया का पठार एव पम आलया का पठार ह अका महाप काअधकाश भाग पठारी ह इन पठार को व मानच पर पहचानए

धरातल पर समतल परत नचला भाग मदान कहलाता ह ायः मदान का नमाण नदयारा लाई गई म स होता ह आप पछली का म उर दश क मदानी भाग क बारम जानकारी ात कर चक हो व क कछ मख मदान-स गगा प का मदानयरोप का मयवत मदान उरी अमरका का मयवत मदान ागह का मदान आदह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

व क कछ मख नदया गगा स सतलज प यमना गोदावरी इरावदमकाग ागह नील जायर जाबजी लोपो पराना परागए अमजन मसीसपी-मसौरी सटलारस डयब टस राइम वोा आद ह नील नद व क लबी नद हअयापक क सहायता स व मानच पर इन नदय का अवलोकन कर

हमारा दश-भारत-अगल प पर दए गए मानच म अपन दश-भारत एव उसक पड़ोसी दश को दखएहमार पड़ोसी दश मशः अफगानतान पाकतान चीन नपाल भटान यामारबालादश ीलका एव मालदव ह भारत का दणी भाग तीन ओर स सम स घराह परब म बगाल क खाड़ी पम म अरब सागर तथा दण म हद महासागर हहद महासागर का नाम हमार दश भारत क नाम पर पड़ा ह मानच दखो एव भारत कपड़ोसी दश क नाम लख-

पम म एव उर म एव परब म एव दण म एव

च 73 भारत क पड़ोसी दश

भारत म 29 राय एव 07 कशासत दश ह इनका ववरण ननलखत ह-0स0 राय का नाम राजधानी 0स0 राय का नाम राजधानी1 आ दश - हदराबाद 15 महारा- मबई2 अणाचल दश -ईटानगर 16 मणपर- इा3 असोम -दसपर 17 मघालय- शलाग4 बहार- पटना 18 मजोरम- आइजोल5 छीसगढ़ -रायपर 19 नागालड- कोहमा6 गोवा- पणजी 20 ओडशा -भवनर7 गजरात- गाधीनगर 21 पजाब -चडीगढ़8 हरयाणा -चडीगढ़ 22 राजान- जयपर9 हमाचल दश- शमला 23 सकम- गगटोक10 जम एव कमीर- ीनगर (ीमकालीन) 24 तमलनाड -चई एव जम (शीतकालीन)11 झारखड -राची 25 तलगाना- हदराबाद12 कनाटक- बगल 26 परा- अगरतला13 करल -तअनतपरम 27उर दश- लखनऊ14 मय दश- भोपाल 28उराखड- दहरान29 पम बगाल- कोलकाता

0स0 कशासत दश का नाम राजधानी1 अडमान और नकोबार पसमह पोटलयर2 चडीगढ़ चडीगढ़3 दादरा और नगर हवली सलवासा4 दमन और दव दमन5 दली दली6 लप कवारी7 परी परी

भारत क राजधानी नई दली ह यहा रापत भवन ससद भवन सव यायालयएव अय मख शासनक मयालय त ह

हमारा दश भारत ाकतक प स ववधता स भरा ह यहा ऊच पवत वशालमदान पठार एव मल पाए जात ह ाकतक सरचना क आधार पर भारत को पाचभाग म बाटा जाता ह-1 उर का पवतीय भाग2 उर का वशाल मदान3 थार का मल4 दण का पठारी भाग5 तटय मदान एव पसमह

1 उर का पवतीय भाग- इसका वतार भारत क उर म जम एव कमीर स लकरअणाचल दश तक ह इस हमालय पवत क नाम स जाना जाता ह हमालयपवतमाला तीन समानातर पवत णय स मलकर बनी ह य मशः वहत हमालय याहमा हमाचल या मय हमालय एव शवालक ह उर क मदानी भाग म बहकरआन वाली अधकाश नदय का उदगम ल हमालय ह

2 उर का वशाल मदान- इसका नमाण हमालय स बहकर दण क ओर आन वालीतथा पठार स बहकर उर क ओर आन वाली नदय क साथ आई उपजाऊ जलोढ़म स आ ह भारत म इसका वतार पजाब स लकर असम तक ह यहा बहन वालीमख नदया सतलज गगा यमना घाघरा चबल टोस सोन गडक कोसीमहानदा दामोदर प आद ह गगा एव प नदया पम बगाल एव बालादशम वशाल डटा का नमाण करती ह

3 थार का मल- भारत क पमी भाग म राजान राय त ह इसक पमीहस म सकड़ कलोमीटर लबा-चड़ा बाल का वतार ह इस थार का मल कहतह यहा वषा बत कम होती ह जगह-जगह रत क टल दखाई दत ह जह बालकातप (सड न) कहत ह यहा आवागमन का एकमा साधन ऊट ह इस रगतान काजहाज भी कहत ह

4दण का पठारी भाग- दण का पठारी भाग उर क वशाल मदान क दण मह इसक उर-पम म अरावली पवत पम म पमी घाट पवत तथा परब म पवघाट पवत ह यह भाग अनक छोट-छोट पठारो म वभाजत ह इनम स मख ह-बदलखड पठार बघलखड पठार छोटा नागपर पठार मालवा पठार दकन का लावापठार आद इस भाग म चबल बतवा टोस सोन नमदा तापी दामोदर महानदगोदावरी कणा एव कावरी नदया बहती ह भारत का मानच दखकर बताइए इनम सकौन-कौन सी नदया-

अरब सागर म मलती ह बगाल क खाड़ी म मलती ह उर क वशाल मदान क ओर बहती ह

5 तटय मदान एव पसमह- य दण क पठारी भाग क परब एव पम म सम तटक सहार लब और सकर तटय मदान ह पम क ओर क मदान को पम तटयमदान तथा परब क ओर क मदान को पव तटय मदान कहत ह

हमार दश म सम क मय अनक प ह कई प क समह को प समह कहत हबगाल क खाड़ी म अडमान और नकोबार प समह तथा अरब सागर म लप पसमह ह

जस कार हमार दश म कई कार क ाकतक वभाग ह उसी तरह यहा क पड़-पौधा वनतय एव जीव-जत म ववधता पाई जाती ह हमार दश म मय पस पाच कार क वन पाए जात ह1 सदाबहार वन2 पतझड़ या पणपाती वन3 मलीय या काटदार वन4 पवतीय वन5 वलाचली या डटाई वन

1 सदाबहार वन- पर साल हर-भर रहन क कारण इह सदा बहार वन कहत ह इसकार क वन अधक वषा वाल गम ान पर पाए जात ह य वन अयत घन होत हतथा जीव-जत एव वनतय म अयधक ववधता पाई जाती ह भारत म इनकावतार पमी घाट उर परबी क पहाड़य एव अडमान और नकोबार पसमह म ह इन वन म पाए जान वाल मख व रोजवड महोगनी रबड़ ताड़ बासआबनस नारयल आद ह

2 पतझड़ या पणपाती वन- इन वन को मानसनी वन भी कहत ह वष म एक बारशीतकाल क अत म यहा पाए जान वाल व अपनी पया गरा दत ह इसलए इहपतझड़ या पणपाती वन कहत ह इन वन का वतार पम बगाल बहार उर दश

मय दश छीसगढ़ झारखड आद राय म ह इस कार क वन म शीशम नीममआ बरगद पीपल आवला समल पलास बल खर आद व पाए जात ह

3 मलीय या काटदार वन- इस कार क वन कम वषा वाल पठारी और मलीयान पर पाए जात ह इन वन म ककर खजर बबल खजड़ी जस काटदार व औरझाड़या पायी जाती ह भारत म इनका वतार पमी एव मय भारत क कम वषा वालपठारी ान तथा थार क मल म ह

4 पवतीय वन- पवतीय म बढ़ती ऊचाई क साथ तापमान एव वषा म परवतन होताह इसक कारण पवतीय म वशष कार क वन पाए जात ह इह पवतीय वनकहत ह भारत म इन वन का वतार हमालय वयाचल सतपड़ा एव पमी घाटपवत पर ह हमालय म दवदार चनार स सवर फर जनपर पाइन बचआद व पाए जात ह दण भारत क पवतीय वन म मगनोलया लरच सनकोनाआद व पाए जात ह

5 वलाचली या डटाई वन- सम क कनार दलदली भाग एव नदय क डटा म य वनपाए जात ह इनम नारयल ताड़ सदरी आद व पाए जात ह इन वन कासवाधिाक वतार पम बगाल म ह सदरी नामक व क अधकता क कारणपम बगाल एव बाला दश म इह सदर वन क नाम स जाना जाता ह

मख वय जीव

वय जीव म वय पश पी जीव-जत और साप आद शामल ह वय जीव कााकतक आवास (घर) वन ह जहा व वद प स वचरण करत एव रहत हजनसया व क कारण हमार वन का तजी स वनाश होता जा रहा ह और वन काफल घटता जा रहा ह जसस वय जीव क सया बड़ी तजी स घटती जा रही हकई वय जीव वलत होत जा रह ह इह बचाए रखना आवयक ह यक य पयावरणसतलन म सहायक ह

वय जीव क सरा वकास एव वत वचरण क लए सरकार ारा राीय उानवय जीव अभयारय एव पी वहार आद क ापना क जाती ह इनम मानव ारावयजीव का शकार करना वजत ह

अयास

1 र ान क पत कजए-(क) पवी पर महासागर एव महाप ह(ख) ससार क सबस लबी नद ह(ग) हमालय पवत का वतार राय स राय तक ह(घ) भारत म राय एव कशासत दश ह2 नीच लख वाय क सामन (स ) या ( ग ) का नशान लगाए-(क) ायः पठार क ऊपरी सतह ऊबड़-खाबड़ होती ह ( )(ख) शात महासागर पवी क आध भाग पर फला ह ( )(ग) राजान म सदाबहार वन पाए जात ह ( )(घ) पतझड़ वन शीत ऋत क अत म अपनी पया गरा दत ह ( )3 सही जोड़ा बनाइए -भारत क राय राजधानीमय दश दसपरतमलनाड भोपालहमाचल दश चईअसोम शमला4 ननलखत क उर दजए -(क) व क मानच पर भारत क पड़ोसी दश को दशत कजए (ख) पठार कस कहत ह व कह तीन पठार क नाम बताइए (ग) सदर वन कहा पाए जात ह इह हम सदर वन य कहत ह (घ) बालका तप स आप या समझत ह य भारत म कहा पाए जात ह

(ङ) राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना य क जाती ह

18-भारतीय सवधान तथा शासन वा

हम सभी परवार म मल-जल कर रहत ह घर क सार काम भी एक साथ मलकर करतह और कछ काम बट भी होत ह घर को चलान क लए नयम बनाए जात ह जनकापालन घर क सभी लोग करत ह ऐस ही हमार वालय म एक धानायापक होत हजो शक-शका क साथ मलकर कल सचालन क नयम बनात ह वालय मरहन वाल सभी लोग इन नयम का पालन करत ह सड़क पर सरत चलन क लए भीनयम बनाए गए हघर वालय क तरह दश क काम-काज को चलान क लए बत सार नयम बनाए गएह इन सभी नयम को मलाकर हमारा सवधान बना ह जसक अनसार शासन कामकरता ह अतः सवधान को बनान क लए एक सभा बनी जस lsquoसवधान सभाlsquo कहागया डा0 राज साद इसक अय बनाए गए सवधाान का ाप तयार करन कलए एक ाप समत बनाई गई डा0 भीमराव रामजी अबडकर इसक अय बन02 वष 11 महीन और 18 दन तक लगातार परम करक इस सभा न भारत कासवधान बनाया26 जनवरी 1950 को सवधान को पर दश म लाग कया गया इस दन को हम गणतदवस क प म मनात ह

डा0 राज साद डा0 भीमराव रामजी अबडकर

हमार सवधान क वशष बात-

हमार सवधान म कहा गया ह क भारत एक सण भव स दश ह यहअपन नयम-कानन वय बनाएगासवधान म हमार दश को समाजवाद राय कहा गया ह जसका लय समाज कआथक एव सामाजक वषमता को र करना हसवधान म दश क सभी नागरक को अपन धम का पालन करन क छट मली हभारत म ससदय शासन णाली ह जसम मपरषद लोकसभा क तउरदायी होती ह सवधान म नागरक को छः मौलक अधकार दए गए ह और उनको यारह मलकत बताए गए हक राय और ानीय तर पर जनता ारा चनी गई सरकार ह सवधान क अनसार 18 वष या उसस अधक उ क लोग चनाव म वोट डालत हसवधान म 6 स 14 वष क सभी ब को नःशक एव अनवाय शा कामौलक अधकार ात ह सामाजक समानता मौलक अधकार ह बालका को भी बालक क समानअधकार दान कए गए ह य अधकार उनक पालन-पोषण शा एव सरा ससबत ह

हमारा सघीय शासन- हमारा दश 29 राय तथा 7 कशासत का एक सघ हइसम क और राय दोन तर पर ससदय शासन ह पर दश का शासन चलान कलए क तर पर कय सरकार और राय म राय सरकार होती ह

कय सरकार क तीन अग ह -

वापका - कानन का नमाणकायपालका - कानन को लाग करनायायपालका - कानन क अनसार याय करना

वापका-कानन का नमाण-

भारत क कय वापका को lsquoससदlsquo कहत ह रापत लोकसभा और रायसभास मलकर ससद बनती ह इसम स रायसभा को lsquoउ सदनlsquo और लोकसभा को lsquoननसदनlsquo कहत ह

लोकसभा क सदय 5 साल क लए जनता ारा चन जात ह 25 साल या उसस अधकआय का इसका सदय हो सकता ह इसक सदय क चनाव म 18 वष या उससअधक आय क लोग वोट डालत हरायसभा ाई सदन ह इसक सदय का कायकाल 6 वष होता ह त दो वष परएक तहाई सदय सवानव होत ह रायसभा क सदय का चनाव राय कवधानसभा क नवाचत सदय ारा होता हलोकसभा और रायसभा क सदय को सासद (एमपी) कहत हससद क दोन सदन मलकर दश क लए कानन बनात ह जसक लए रापत कसहमत आवयक ह कायपालका-कानन को लाग करना-

कय कायपालका का मख रापत होता ह उस दश का थम नागरक कहत हवह 5 वष क लए लोकसभा रायसभा और वधानसभा क नवाचत सदय ारा चनाजाता ह रापत क सहायता एव सलाह क लए धानमी क अयता म मपरषदहोती हधानमी क नय रापत ारा क जाती ह वह लोकसभा म बमत दल का नताहोता ह धानमी क सलाह पर अय मी भी रापत ारा नय कए जात हरापत धानमी एव मय स मलकर कायपालका बनती ह ससद जो काननबनाती ह उस कायपालका लाग करती ह कायपालका दष क षासन वा कासचालन करती हइस भी जान -

रापत दष क जल थल व वाय सना का सव सनापत होता ह

रापत वापका (ससद) का अग होन क साथ-साथ कायपालका का मखहोता ह वह ननलखत काय करता ह-

-ससद क बठक बलाना-कोई अयादष (दष क लए नयम या कानन) जारी करना-राय म रायपाल सव यायालय उ यायालय क यायाधीष क नय करनाआद

उपरापत रायसभा का पदन सभापत होता ह

यायपालका-कानन क अनसार याय करना

हमार दश म नयम कानन क रा क लए यायपालका क वा ह सवधानारा वत और नप यायपालका क ापना क गई ह हमार दष म यायपालकाक सरचना इस कार ह-

सव यायालय-हमार दश म सबस बड़ा यायालय सव यायालय ह यह यायालय दश क राजधानी नई दली म ह सव यायालय म मय यायाधीष एव अय यायाधीष होत हजनक नयरापत ारा क जाती हउ यायालय-यक राय क लए एक उ यायालय होता ह उ यायालय क मय यायाधीशऔर अय यायाधीश क नय रापत ारा क जाती ह उर दश का उयायालय इलाहाबाद म त ह इसक एक खडपीठ लखनऊ म ापत हजला यायालय-

जला तर पर भी यायालय होत ह जह जला यायालय कहत ह जला यायाधीशक नय रायपाल ारा क जाती हअय अदालत-आपसी ववाद को नपटान क लए लोक अदालत पारवारक अदालत उपभोाअदालत भी ह

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) सवधान सभा क अय कौन थ (ख) हमारा सवधान य बनाया गया(ग) शासन क कतन अग होत ह (घ) रापत क चनाव म कौन-कौन समलत होता ह 2 र ान क पत कजए-(क) हमारा भारतीय सवधान को लाग कया गया(ख) तवष 26 जनवरी को दवस मनाया जाता ह(ग) लोकसभा का कायकाल का होता ह(घ) लोकसभा और रायसभा क सदय को कहत ह(ड) रापत लोकसभा और रायसभा को मलाकर बनती ह3 ननलखत क मय काय लखए-(क) वापका (ख) कायपालका (ग) यायपालका 4 अपन दश क वतमान रापत उपरापतधानमी क च एक करक अपनीपतका म चपकाए च क नीच उनक काय लखए5 बालसभा म शकशका क सहायता स ससद क कायवाही क वषय म चचाकजए

19- राीय एकता

हमार दश म अनक भाषाए और बोलया ह लोग क खान-पान तथा पहनावा भी भ-भ ह इन ववधता क बावजद हम लोग दशहरा दपावली होली ईद बसाखीसमस आद योहार बड़ धमधाम स मनात ह कछ पव ऐस ह जो हमार राीय पवकहलात ह - 15 अगत (वतता दवस) 26 जनवरी (गणत दवस) एव 2 अटबर(गाधी जयती) इन पव को पर दश म मल जलकर मनाया जाता ह इनक अलावा हमारराीय तीक भी ह राीय पव और राीय तीक हमारी राीय एकता क रणाोत हहमार राीय पव-1 वतता दवस 15 अगत -कई वष तक हमार दश म वदशय का शासन रहा ह हमार वतता सनानय न सघषकरक वदशी शासन स दश को म कराया हमारा दश 15 अगत सन 1947 कोवत आ इसीलए हम यक वष 15 अगत को वतता दवस राीय पव क प मधमधाम स मनात ह2 गणत दवस 26 जनवरी -वतता क बाद दश क लए नयम-कानन बनाए गए जस सवधान कहत ह 26जनवरी सन 1950 को हमारा सवधान लाग आ तथा दश गणत घोषत आइसीलए हम यक वष 26 जनवरी को lsquoगणत दवसrsquo क प म मनात ह3 गाधी जयती 2 अटबर -

गाधी जी का परा नाम मोहन दास करमचद गाधी ह इनका जम 2 अटबर सन 1869को गजरात ात क पोरबदर म आ गाधी जी न सय एव अहसा क माग पर चलकरदश को आजाद कराया यक वष 2 अटबर को हम गाधी जयती क प म मनात ह

उहन दश म वभ जात धम तथा वभ भाषा म बोलन वाल लोग को एक स मबाधन का यास कया गाधी जी को परा दश बाप रापता और महामा क नाम सभी जानता हराीय पव पर राीय वज फहराया जाता ह तथा वभ कार क साकतक कायमआयोजत होत ह

हमार राीय तीक-हमार दश क कछ राीय च ह इह हम lsquolsquoराीय तीकrsquorsquo कहत ह हमार राआपक वालय म राीय पव का आयोजन कस कया जाता ह क एकता क पहचान इन राीय च स भी होती ह आइए अपन राीय तीक कोजान-1 रावज

हमार राीय वज म तीन रग ह हम इस तरगा भी कहत ह रा वज म सबस ऊपरकसरया रग बीच म सफद रग तथा सबस नीच हरा रग होता ह वज क बीच क सफदवाल भाग क मय म 24 तीलय वाला नीला च बनाकसरया रग- बलदान का तीक सफद रग- शात का तीकहरा रग- धरती क हरयाली का तीकच - उत क ओर असर होन का तीक होता ह रा वज का समान करनायक नागरक का कत ह2 रागान

हमारा रागान lsquoजन-गण-मनrsquo ह अपनी पतक म कवर क पीछ भाग म लख एlsquoरागानrsquo को याद करक अपनी कापी म लख जानत ह रागान क रचना रवी नाथ

टगोर न क ह इस गान म कल 52 सकड का समय लगता ह रागान क समयसावधान क मा म खड़ होकर रागान को समान दया जाता ह 15अगत और 26 जनवरी को झडा फहरान क बाद lsquoजन-गण-मनrsquo गाया जाता ह3 रागीतlsquoवद मातरम सजलाम सफलाम मलयज-शीतलाम यह हमारा रागीत ह यान रहlsquolsquoजन-गण-मनrsquorsquo हमारा रागान ह तथा lsquoवद मातरमrsquo हमारा रागीत ह रागीत क रचनाबकम च चटज ारा क गयी ह आइए रागीत को हम अपनी कापी म लखकरयाद कररागीत

वद मातरम सजलाम सफलाम मलयज शीतलामशययामलाम मातरम शयोसना पलकत यामनीमफलकसमत रमदल शोभनीमसहासनीम समधर भाषणीमसखदाम वरदाम मातरम वद मातरम 4 राीय पश

बाघ5 राीय पप

कमल

6 राीय पी

मोर

7राजचआप लोग न सक एव पय पर दए गए इस च को दखा होगा यह हमाराराजच ह इस अशोक त स लया गया ह अपन अयापक स अशोक त कबार म और जानकारी ात कजए

सयमव जयतय हमारी राीय एकता क पहचान ह यद हम एक रहग तो हमारी राीय एकता भीसरत रहगीरा क एकता और सराहमार दश क बत बड़ी ल सीमा ह जो लगभग 15500 कलोमीटर लबी ह इसीतरह हमारी सम सीमा लगभग 7500 कलोमीटर लबी हअपन रा क सरा क लए हम जमीन सम या हवाई माग स आन वाल कसी भीश का मकाबला करन क लए तयार रहना पड़ता ह इसीलए हमार दश म शशालीथलसना जलसना और वायसना हभारत का रापत हमारी तीन सना (थलसना जलसना और वायसना) का सवसनापत होता ह रा सबधी काय क लए रा मालय ह जसका मखया रामी

होता ह भारतीय थलसना वायसना और नौसना क अलग-अलग सनाय होत ह यय क समय आपस म तालमल बनाकर अपन-अपन अधीन सना को आदश दत हतीन सना का मयालय दश क राजधानी नई दली म हसना क अतर कछ असनक बल भी ह जस सीमा सरा बल भारत तबत सीमापलस असम राइफस तटरक बल इयाद य दश क सीमा पर तनात रहकरउसक सरा करत हदश क बाहरी श का सामना करन क लए सना सदव सतक रहती ह दश क अदरअशात और असरा स नपटन क लए पलस क साथ-साथ कय रजव पलस बलतथा कछ अय सगठन भी काम करत ह

बाहरी आमण या सश वोह क कारण यद दश क सरा सकट म हो तो रापतआपातकाल क घोषणा कर सकत ह आपातकाल क दौरान रा क सरा सवपर होजाती ह अतः हमार कछ मल अधकार सीमत कए जा सकत हशात क समय सना तथा अय असनक बल समाज क भलाई क काम म मदद करतह कसी आपदा क समय बत सहायता करत हदश म शात और सरा बनी रह यह हम सबका कत ह हम सब को सदव सतकरहना चाहए पलस एव शासन का सहयोग करना चाहए राीय स क सराकरनी चाहएहम सब भारत क नागरक ह हम मलजल कर रहग तभी दश म शात होगी और दशगत करगा

अयास

ननलखत क उर लखए -1 वतता दवस कब मनाया जाता ह इसक मनान का कारण लखए2 26 जनवरी को हम गणत दवस य मनात ह 3 गाधी जी क बार म लखए 4 राीय एकता य आवयक ह

5 सना या काय करती ह भारतीय सना क मख अग क नाम बताइए6 कसका सबध कसस ह मलान कर -वतता दवस 2 अटबरगणत दवस 15 अगतगाधी जयती 26 जनवरीराजच वद मातरमरागीत अशोक त7 र ान क पत कजए -(क) हमारा रागीत ह(ख) जन-गण-मन हमारा ह(ग) हमारा राीय पी ह(घ) हमार दश क सम सीमा क लबाई कमी ह(ङ) दश क लीय सीमा कमी ह(च) रापत तीन सना का होता ह8 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रगए -(अ) राीय पश(ब) राीय पीस) राीय पप(द) राीय वज9 शक क सहायता स सावधान एव वाम मा क बार म अयास करत ए 52सकड म रागान को लय म गान का भी अयास करयामक वक -सना ारा योग कए जान वाल अ-श क च इका कर अपनी कापी म चपकाएतथा उसक वषय म लख

कतना सीखा-4

1 र ान क पत कजए -(क) बीज को और खराब कर दत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज का कहलाता ह(ग) पवी क गोल आकार का तप कहलाता ह(घ) भारत महाप म त ह(ङ) लोक सभा क सदय साल क लए चन जात ह2 मलान कजए -वतता दवस मरयाना गतगाधी जयती 71 तशतपवी का सबस गहरा ान 15 अगतसबस बड़ा महाप 2 अटबरपवी पर जल भाग एशया3 ननलखत क उर लखए -(क) मलाकर और ाकर स आप या समझत हो (ख) बीज क अकर क लए कन-कन चीज क आवयकता होती ह (ग) यायपालका का या काय ह (घ) शासन क कतन अग होत ह और उनका या काय ह (ङ) गाधी जी क योगदान क बार म लखए (च) पवत णी और पवत म अतर कजए 4 सही क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का च लगाए (क) आवल म अनक बीज होत ह(ख) अ और परपव बीज ही अकरत होत ह (ग) भारत का राीय पप कमल ह (घ) लोब पर महासागर को नील रग स दखाया जाता ह(ङ) माउट एवरट एडीज पवत पर त ह

5 बीज क आतरक सरचना का च बनाकर उसक वभ भाग को नामाकतकजए 6 सही जोड़ बनाइए-भारत क पड़ोसी दश दशायामार उरभटान परबअफगानतान दणमालदव पम7 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रग -(क) राीय पप(ख राीय वज(ग) उर दश का राजपी(घ) राीय पी8 उर दश क 18 मडल क नाम लखए

  • 1- परिवार कल आज और कल
  • 2-मरा परिवार मरी पररणा
  • 3-गौरव परसकार
  • 4 - आओ मिलकर खल खल
  • 5-जीव जनतओ की रोचक बात
  • कितना सीखा-1
  • 6 -वनय जीवो का सरकषण
  • 7-जगल और जन-जीवन
  • 8-भोजय पदारथो का सरकषण
  • 9-हम और हमारी फसल
  • 10-पड-पौधो का भोजन
  • कितना सीखा-2
  • 11-ऐस भी होत ह घर
  • 12-आपदाए और उनस बचाव
  • 13-जल ह तो कल ह
  • 14-जल क गण एव जल परदषण
  • 15-यातरा
  • कितना सीखा-3
  • 16- बीज ही बीज
  • 17-विशव म भारत
  • 18-भारतीय सविधान तथा शासन वयवसथा
  • 19- राषटरीय एकता
  • कितना सीखा-4
Page 4: का -5 ) हमारा परवेश1 - परव र कल, आज और कल यह ट इय , शरद और उम क परव र क क छ च दए गए

हमन दखा क टइया शरद और उमा क परवार म अलग-अलग कारण स बदलाव एह या परवार म बदलाव क कछ और कारण हो सकत ह पता करए और लखए-

गोपाल क याद-

गोपाल क लए शहर एकदम नया था उस यहा का रहन-सहन गाव स अलग दखता थादन तो वालय जान और पढ़न म बीत जाता मगर शाम को गाव क बात याद आतनई जगह पर अभी उसका कोई ऐसा दोत भी नह था जसस वह अपन मन क बातकहता आज वह आपको कछ बात बताना चाहता ह

हम लोग मसराबाद गाव म एक बड़ परवार क तरह रहत थ अ-बर समय म सबसाथ मलकर एक सर क मदद करत थ म अपन भाई-बहन व चचर भाई-बहन मसबस छोटा था हम सभी एक साथ रहत थ परवार क लोग खती करत थ खती कअलावा म क बतन बनाना चारपाई बनना बास स चीज बनान का काम तथा कपड़सलन का काम भी करत थ बड़ क साथ काम करक हम ब भी उन काम क बार मबत कछ सीख जात थ

चचा करए-

आपन अपन बड़ स या सीखा ह गाव एव शहर क रहन-सहन म या-या अतर होत ह

मसराबाद म हाइव -

एक दन गाव वाल न सना क यहा स हाइव नकलगा बात सच नकली मर खत कसाथ-साथ गाव क कई लोग क खत हाइव म मल गए हम उसका हजाना तो मलालकन हमारी जमीन जा चक थी जो थोड़ी बची थी उस पर चाचा खती करत थपरवार क जरत को परा करन क लए नई जगह तलाशनी थी जहा काम क साथ-साथ रहन क भी वा हो सक आखर एक दन बाबा न कहा क हम गाव छोड़करशहर जाना ह मझ अपना घर गाव छोड़ना बकल भी अा नह लगा वह तो थ मर

सार दोत एक बात और थी मझ मरी दाद स बत यार था मर चल जान पर उनकदखभाल कौन करगा मन मन ही मन सोचा म जाऊगा तो दाद को भी साथ लजाऊगा दाद हमार साथ आ ग शहर स थोड़ी र एक छोटा-सा घर मल गया हमसब वह रहन लग

हम आज भी अपना गाव नह भला ह योहार पर हम सभी अपन गाव जात ह वहाचाचाजी क साथ मलकर पड़ी-कचड़ी मठाई और भी बत कछ पकात ह पास-पड़ोसक दोत क साथ मलकर खब मौज करत ह

आपक घर म बड़ बजग क दखभाल क लए या इतजाम होता ह आपक यहा योहार म या-या पकवान पकाए जात ह

बदलत रहत ह परवार -

सभी क परवार कसी न कसी कारण बदलत रहत ह हमार परवार म बदलाव होतह-

नए ब क जम होन पर ववाह होन पर पढ़ाई क लए बाहर जान पर घर स र नौकरी करन क कारण तबादला होन पर रोजी-रोट और काम क तलाश म

साथय स चचा करए और परवार म बदलाव क अय कारण भी लखए -

हमार परवार म कछ न कछ बदलाव होत रहत ह परवार म लोग क सया भी सदवएक जसी नह रहती जस-जस समय बीतता ह लोग क सया कम या यादा होतीरहती ह ाचीन समय म जब मनय न खती करना श कया तब वह एक ान पर

ायी होकर रहन लगा खती म बत लोग क जरत पड़ती थी अतः बत स सदयमलजल कर एक साथ रहन लग इसस एक बड़ा परवार बना परवार क जरतकवल खती स परी नह होती थी अतः ापार तथा अय वसाय वकसत ए शहरका वकास आ मनय उस जगह जान लग जहा उह काम मलता था बड़-बड़परवार अब छोट होन लग

वतमान समय म सर राय या सर दश म जाकर शा ात करन का चलन बढ़ गयाह इसी तरह काम क सलसल म भी लोग सर राय या दश म जाकर रहत ह बत सपरवार स कवल एक ही सदय सरी जगह जाकर रहता ह कछ परवार क कई लोगबाहर रहत ह इसस भी परवार म बदलाव होत रहत ह इस तरह क बदलाव कवलहमार ही परवार म ही नह बक पर समाज म होत ह

अयास

1 बदलाव क कारण लखो -

टइया क परवार म शरद क परवार म उमा क परवार म

2 परवार म बदलाव कन-कन कारण स होता ह

3 अपन दादा-दाद या नानी-नाना स पता करए क जब व आपक उ क थ तब उनकपरवार म कौन-कौन था

4 गोपाल क परवार म या-या काम होता था

5 गोपाल को गाव छोड़ना य नह अा लगा

6 खती करन क बाद मनय क जीवन म या बदलाव आया

7 या आपक का या कल म भी सरी जगह स ब आए ह यद हा तो उनसबातचीत करए -

व कहा स आए ह उह यहा या-या नया लगा या उह यह बदलाव अा लगा

8 अपन परवार क सबस बजग और दोत क परवार म कसी बड़ स बात करक नीचक तालका परी करो -

9 आप जब कसी शाद म गए थ उसम आपन या-या दखा अपनी कापी म चबनाकर दोत को दखाइए उनक ारा बनाए गए च भी दखए

शक नदश-

1 बदलाव जदगी का हसा ह इन बदलाव का ब पर गहरा असर हो सकता हइसलए यह आवयक ह क इस चचा को सवदनशीलता स कर

2 का म ब स परवार छोड़न क कारण पर चचा करवाए इसस ब म परवारपर पड़न वाल भाव क त समझ वकसत होगी

2-मरा परवार मरी रणा

म कल स खश होकर लौट रही थी पयावरण सरण पर सबस अा लख मरा था मघर पर दो लोग को अपनी यह बात सबस पहल बताना चाहती थी एक मरी नानी औरसर मर भया व दोन मरी बात स सबस यादा खश होत ह

मरी नानी मर बार म सनन को हमशा उसक रहती ह भया स मझ हमशा रणा मलतीह नानी क घर म उनक दख-भाल करन वाला कोई नह ह भया क बात मानकर नानीअब हमार साथ ही रहती ह नानी क उ यादा ह वह ऊचा सनती ह और उह दखताभी कम ह रोज सबह पापा उनको अखबार जोर-जोर स पढ़कर सनात ह इस उ म भीनानी तरह-तरह क पकवान बनाती ह वो बाट-चोखा भी बत अा बनाती ह मा नउह स बनाना सीखा मा आज भी नानी स पकवान को बनान क बार म पछती रहतीह नानी क साथ हम सब मज स रहत ह

चचा करए -

जब कोई बढ़ा हो जाता ह तब उनको या-या तकलीफ हो सकती ह

मर भया कशन सगीत सखात ह ब उनक बत इत करत ह भया को सगीतसनन दोत क साथ घमन और बात करन का बत शौक ह भया को दखता नह हफर भी वह अपन काम खद करत ह जब कभी उनको मदद क जरत होती ह तो हमसब उनक मदद करत ह भया को पढ़न का बत शौक ह भया न शहर जाकर सगीतसीखा अब वह गाव म रहकर ब को सगीत सखात ह वालय म 26 जनवरी ककायम को तयार करन म भी भया न सहयोग दया था जब भी वह घर क बाहर जातह तब एक सफद छड़ी ल जात ह

चचा करए-

हम उन लोग क मदद कस कर सकत ह जह दखता नह ह या आपक परवार म ऐसा कोई सदय ह जो दख बोल या सन नह सकताआप उनक मदद कस करत ह

इस भी जानए -

जो लोग दख नह सकत उनक पढ़न क लए एक खास लप म कताब तयार क जातीह जस ल कहत ह ल एक मोट कागज पर एक नकल औजार स ब बनाकर लखाजाता ह ल कागज पर हाथ फरकर पढ़ा जाता ह क उस पर या लखा ह

लई ल ास दश का रहन वाला था जब वह तीन साल का था तब एक नकल औजारस उसक आख म चोट लग गई और उसक आख खराब हो गई उस आख स दखनाबकल बद हो गया उसक पढ़न म बत च थी वह पढ़न क तरकब सोचता रहताथा आखर उसन ढढ़ ही लया एक तरीका-छकर पढ़न का पढ़न क यह वध बाद मल लप क नाम स जानी जान लगी

इस तरह क लप म मोट कागज पर उभर ब बन होत ह उभर होन क कारण इहछकर पढ़ा जा सकता ह यह लप छः ब पर आधारत होती ह आजकल ल मनए-नए परवतन ए ह जसस इस पढ़ना-लखना और भी आसान हो गया ह ल लपअब कयटर क ारा भी लखी जा सकती ह

और भी जानए-

जो लोग सन नह सकत उनक लए साकतक भाषा इतमाल क जाती ह साकतकभाषा पर आधारत वशष कायम ट0वी0 पर सारत होत ह

ट0वी0 पर मक बधर क लए समाचार आत ह दखो वहा बात को कस कार सकतक ारा समझाया जाता ह

भया क ईमानदारी-

शाम को भया बोल-चलो मला चल अपन पड़ोस क दोत को भी बला लो इस बारअलग-अलग राय क लोग अपनी-अपनी चीज लकर आए ह भया न मला घमायाहमन बत कछ खाया पया मबई क भलपरी भी खाई भलपरी वाल न गलती स छःक जगह पाच ही लोग क पस लए हमन सोचा चलो पस बच गए पर भया न हसाबलगाया और भलपरी वाल को बाक पस दए हम आपस म खसर-फसर कर रह थ तोभया न समझाया क नह अज हम कसी को नकसान नह पचाना चाहए

ईमानदार होन पर डरन क जरत नह पड़ती आम वास बढ़ता ह ईमानदार लोगको सभी पसद करत ह

उस दन हमन भया स जो सीखा उस कभी नह भलग

इनको भी जानए -

चचा करए-

अगर भया कम पस दकर चल आत तो ब उनक बार म या सोचत आप इसबार म या सोचत ह

अयास

1 उर लखो-

(क) कशन क परवार म कौन-कौन ह

(ख) कशन ब को या सखात ह

(ग) हम ईमानदार य होना चाहए

(घ) पाठ म अज न अपन भया को या-या बात बता ह

(ङ) ल स आप या समझत ह

2 या आपक साथ कोई ऐसी घटना ई जसम लगा हो क आपन ईमानदारी का पालनकया था उस घटना क बार म लखए

3 पयावरण सरण पर पाच वाय लखए

4 उन लोग क सची बनाइए जो आपक वालय क काम म सहयोग दत ह और यहभी लखए क उनक सहयोग स आपको या लाभ आ

5 अगर कभी कानदार गलती स आपको यादा पस वापस कर द तो आप या करग

ोजट वक -

या कशन जस लोग क मदद क लए कोई योजनाए चल रही ह अपन बड़ याशक क सहायता स पता करए और उन योजना क सची बनाइए

शक नदश-

1 - ब ललप को दखग तो बहतर ढग स समझ पाएग बरललप क जानकारी दतसमय ब को वातवक लशीट दखाना अा रहगा

2 - इस उदाहरण ारा ब का यान इस तरफ खचा जा सकता ह क हमार परवारऔर समाज म कछ ऐस होत ह जो सामाय न होत ए भी बत तभावान होतह

3 - परानी बात को जानन को महवपण ोत हमार बजग होत ह ब क अदर यहसमझ वकसत होन स वह बजग क साथ समय बताएग

3-गौरव परकार

दसबर माह क थम सताह म वालय क वाषक खलकद तयोगता का आयोजनकया गया यक का क बालक-बालका न अपन-अपन मनपसद खल म भागलया खलकद क अतम दन समापन समारोह म परकार वतरण का कायम चलरहा था खलकद क साथ ही वालय क अय गतवधय म उक दशन क लएlsquoगौरव परकारrsquo ात करन वाल ब क नाम क घोषणा होन वाली थी हर बार कतरह इस बार भी शादमा क नाम क चचा थी

मच पर धानायापक न मय अतथ को परकार पान वाल ब का नाम लखाकागज दया और माइक पर उसका नाम बतान का अनरोध कया मय अतथ माइकक पास खड़ ए ब म सगबगाहट होन लगी क कसका नाम बलाया जाएगा तभीमाइक पर मय अतथ न मध क नाम क घोषणा क तालय क गड़गड़ाहट क बीचमध न मय अतथ स परकार हण कया शादमा को अपन नाम क घोषणा काइतजार था कत मध क नाम क घोषणा क बाद उसका मन उदास हो गया मधा कसाथय न खशी स मध को चार तरफ स बधाई दन क लए घर लया शादमा उह रस दखकर ःखी हो रही थी

कायम समात होन क पहल ही शादमा बझ मन स घर पची और मा क गोद म सररखकर सबकत ए सारी बात बताई मा न शादमा को अपन पास बठाया और बोल

lsquolsquoइसम ःखी होन क कोई बात नह ह हर बार एक ही जीत य जरी नह हअपन-अपन दशन क आधार पर जीतता या हारता ह तह वचार करना चाहएक तहार दशन म कमी य आई rsquorsquo

lsquoमझ लगा क हर बार तो म ही जीतती इस बार भी जीत जाऊगी लकन ऐसा नहआ मन खल का समय भी पढ़ाई म लगाया कत परीा म भी मझ अ अक नहमल ऐसा य आ मा शादमा न मा क ओर दखकर पछा

शरीर व होता ह तो मतक भी व रहता ह शरीर को व रखन क लए खलऔर ायाम क आवयकता होती ह पढ़ाई क साथ-साथ खलकद मनय क सवागीणवकास म सहायक होत ह- मा न शादमा को बताया

लकन मा हम हाथ-पर ारा खलत ह इसका मतक क वाय पर कस भाव पड़सकता ह शादमा न आयचकत होत ए मा स पछा

शादमा क बात सनकर मा मकरा कर बोल- जब तम कट खलती हो तब तमन दखाहोगा क गद को पकड़न क लए हाथ को बढ़ात समय यह भी सोचना पड़ता ह क गदको आग बढ़कर पकड़ पाएग या पीछ हट कर या अय कस तरीक स गद को पकड़पाएग यह सकत हम मतक स ही मलता ह और उसी क अनसार हम गद पकड़ पातह कसी काय को करन क लए षारीरक एव मानसक प स वकसत होना आवयकह पढ़न लखन खलन आद सभी काय म हमारा मतक और षरीर दोन एक साथकाय करत ह

मा क बात सनकर शादमा समझ गई थी क पढ़ाई क साथ खल का अयास हमारशरीर और मतक क वकास म सहायक होत ह

चचा करए -

या आप वालय म खल क घट म खलत ह आप लोग म स कौन खलन नह जाताआप खल म कभी हार ह

या आपन हार क कारण को जानन का यास कया ह जीतन वाली टम को हारन वाली टम स कसा वहार करना चाहए

पता कर - खल क घट म यद कोई बा खलन नह जाता ह तो खलन न जान ककारण का पता लगाइए आप उस ब क या मदद कर सकत ह

गम क छया हो गई थ षादमा क बआ अपन बट आसफ क साथ छया बतानआई थ शादमा आसफ स मलकर बत खष ई दोन घर क बाहर धप म ही खलननकल गय ब को धप म खलता दखकर षादमा क मा न उह घर क अदर आकरखलन को कहा घर क अदर भला हम कस खल सकत ह खल तो बाहर ही खलसकत ह - आसफ न कहा खल घर क अदर भी खल सकत ह आओ म तह बताती-शादमा क मा न कहा षादमा और आसफ न बात मान ली और अदर आ गए

घर क अदर मा न शादमा को करमबोड नकाल कर दया आसफ न उस साफ कयाऔर करमबोड पर पाउडर छड़क कर गोटया सजान लगा तभी पड़ोस क नतन औरनवीन भी आ गए व भी साथ म बठकर खलन लग खलत ए अचानक आसफ नकरम बोड को पलट दया जसस बची गोटया गर ग नतन को बत गसा आयाशादमा जोर-जोर स आसफ को भला-बरा कहन लगी नवीन क आख म आस आ गएयक वो जीतन वाला था शोर-गल सनकर आसफ क मा वहा आ पता चला कआसफ खल म हार रहा था अतः उसन खल खम होन क पहल ही खल को बगाड़दया

हम जब भी कोई खल खलत ह तो उसम या तो हम जीतत ह या हारत ह हमारी कोशशहोती ह क हम जीत लकन हमशा ऐसा नह होता हार जान पर हम जीतन वालखलाड़ी क खल क यास क शसा करनी चाहए और उस बधाई दनी चाहए यदहम जीतत ह तो हारन वाल क यास क सराहना करनी चाहए क उसन अत तकजीतन का यास कया जीतन पर अहकार क भावना नह आनी चाहए मा स य सारीबात सनकर आसफ को अपनी गलती का एहसास आ उसन नतन नवीन और शादमास माफ मागी और पनः चारा खलन बठ गए

सोचए और बताइए -

या आसफ का यह वहार उचत था आप आसफ क जगह होत तो या करत

आओ जान खल क कार

खल दो कार क होत ह -

1 - इोर गम- इसका अथ ह घर क अदर खल जान वाल खल जस-षतरज टबलटनस करम आद

2 - आउटडोर गम- इसका अथ ह खल क मदान म खल जान वाल खल जस-हाककट फटबाल आद

आउटडोर गस वाय क ट स अधक अ होत ह यक य खल वातावरण मउछल कद क साथ खल जात ह इोर गस षात वातावरण म मानसक प सअधिाक सय होकर खल जात ह

कछ खल इोर और आउटडोर दोन होत ह जस-बडमटन टबल टनस आद

चचा करए-

आप अपन घर क अदर कौन-कौन स खल खलत ह आपको खलना य अा लगता ह घर क बाहर खला जान वाला आपका य खल कौन सा ह

मलकर ऐस खल-

सभी खल क अपन वश नयम होत ह हम खल नयम एव वधय क अनसारखलना चाहए खल मनय को अा वाय दान करत ह साथ ही खल भावना सखल गए खल लोग म पाररक सौहाद एव टम भावना जागत करत ह

आइए जान- कोई भी खल लड़क और लड़कय म बट नह होत सभी कार क खललड़क क साथ लड़कया भी खल सकती ह अपन दश क पी0ट0 ऊषा बीनामोलबालसमा रोजा क-एथलटस बला चधरी-तराक सानया मज़ा-टनस अज बाबीजाज-लबी कद मरीकाम-बासग साइना नहवाल-बडमटन साी मलक-कती मअतराीय तर पर अपनी छाप छोड़ चक ह हमार यहा क महला हाक और महलाकट क टम ववयात ह इसी कार वराट कोहली कट म वनाथन आनदशतरज म तथा सरदार सह हाक म भारत को स दला रह ह दाग महला एवपष भी परा ओलक खल म भाग लकर वदश म परकत हो रह ह हम खल कोलकर कोई भदभाव नह करना चाहए

अयास

1 सोचए और लखए -

(क) मानसक वकास क लए शारीरक वाय य आवयक ह

(ख) करम बोड खलत समय आसफ क जगह आप होत तो या करत

(ग) शारीरक वाय क लए आप अपनी दनचया म कस या को शामल करग औरय इसक लए कौन सा समय नधारत करग

(घ) अपन पसद क खल क नाम तालका म लखए इनम स घर क अदर खल जान

2 च दखकर लखए-

3 र ान क पत कजए -

शतरज गम ह खल स मनय का वाय रहता ह इडोर और आउटडोर खल सकत ह फटबाल गम ह

4 पता करक मलान कर -

(क) महश भपत तराक

(ख) सचन तलकर मकबाजी

(ग) मरीकाम टनस

(घ) बला चधरी कट

ोजट वक -

1 ननलखत ाफ स सबत खल का च अपनी पतका म चपकाकर खल कानाम लखए -

1 रणजी ाफ -

2 सतोष ाफ -

3 डवस कप -

4 आगा खा ाफ -

2 अपन मन पसद खल क बार म लखए -

उस खल क नयम या ह

आपको यह खल य पसद ह

4 - आओ मलकर खल खल

नतन और गनगन बत खष ह आज उनक गाव म नागपचमी क अवसर पर वभकार क खल तयोगता का आयोजन होन वाला था स काका लाउडीकर सगाव वाल को तयोगता म हसा लन क लए ोसाहत कर रह थ lsquoम तो लबी कदम भाग लगाlsquo नतन न कहा

lsquoम रसाकसी म भाग लगीlsquo गनगन न चहकत ए कहा

भीम रन राकष राहला और आफताब भी वहा आ गए सभी अपनी-अपनी पसद कखल क बार म चचा करन लग उसी समय नतन क दादा जी भी वहा आ गए ब नदादा जी को घर लया और तरह-तरह क सवाल करन लग दादाजी न बताया क जब वोछोट थ तो अपन म क साथ नागपचमी क अवसर पर कती और कबी आद खलम बड़ उसाह स भाग लत थ

आओ जान-

रसी कद कस दौड़ गद तड़ी कती रसाकसी टच एड पास घर म टपा खो-खोकबी आद ानीय खल ह

चचा करए-

आप कौन-कौन स खल खलत ह अपन गाव म खल जान वाल मख खल क नाम बताइए इस कस खलत ह या बड़ बजग भी खल म तभाग करत ह कन-कन खल म उनक नामबताइए या आपक मा और बहन भी खलती ह व कौन सा खल खलती ह और कहाखलती ह

गाव क लोग क लए यह आयोजन वशष था गाव क ही कबी क खलाड़ी अनकतको दश तर पर उक दशन क लए ाम धान ारा समानत कया जाना थाअनकत क अ दशन क कारण उसका चयन राीय तर क टम म भी हो गया थायह सभी गाव वासय क लए समान क बात थी इस अवसर पर आस-पास क अयगाव क लोग भी एक ए थ सभी अनकत क सफलता क बार म जानन को उसकथ

अनकत न समान हण करन क उपरात गाव क सभी बड़ स आशीवाद लया अपनीसफलता क लए पछ गए सवाल क जवाब म अनकत न अपन अनभव को सबक साथसाझा कया

मोहत को खल म बत च ह मोहत का पर पोलयोत हो गया था कत खल कत उसका लगाव कभी कम नह आ वह अपनी बसाखी क सहार खल तयोगताका आयोजन दखन आया था अनकत क अनभव को सनकर मोहत क आख मआस आ गए मोहत न अनकत स पछा - या म कभी नह खल पाऊगा lsquolsquoतमअवय खल पाओग ढ़ इा श स सब कछ सभव ह अय ब क साथ दागब क लए सरकार क ओर स खल योजना क अतगत लाक तर जनपद तरएव दश तर पर खल तयोगता का आयोजन कया जाता ह उक दशन सचयनत ब राीय तर एव अतराीय तर पर तभाग करन का अवसर ात करतहrsquorsquo अनकत न मोहत क कध पर हाथ रखकर बताया

इह जान-

मजर यानचद - पव कतान हाक इनक नतव म भारतीय टम न ओलक म वणपदक जीता

पीवी स - बडमटन खलाड़ी रयो ओलक म रजत पदक वजता

सशील कमार - पहलवान भारतीय कती

मताली राज - कतान महला कट टट कट मच म दोहरा शतक बनान वालीपहली भारतीय महला खलाड़ी

अजय ठाकर - कतान भारतीय कबी टम भारत को कबी वड चयन बनान वालकतान

सया - कतान राीय खो-खो टम

हाक फटबाल कट बडमटन जडो जमनाटक एथलटस (दौड़) कबीमलखब खो-खो आद राीय खल ह हाक क खलाड़ी मजर यानचद क जमदन 29 अगत को भारत म lsquoराीय खलदवसlsquo क प म मनाया जाता ह हमारा राीय खल हाक ह

चचा करए-

या आप अपन वालय स बाहर भी खल म भाग लन गए ह खल का नामबताइए खल म आपका दशन कसा था राीय तर क खल म आपको कौन सा खल पसद ह और य

कछ भी मकल नह -

परा ओलक खल म नया भर क शारीरक तौर पर दाग खलाड़ी हसा लत हइन खलाड़य का जबा और जीत क कोशश इनक शारीरक कमजोरय को पीछछोड़ दती ह

हमारा गौरव

शरीर का नचला हसा स हो जान क बाद भी शाटपट (गोला फ क) म दपा मलक नरजत पदक जीतकर परा ओलक 2016 म पदक जीतन वाली पहली भारतीय महलाखलाड़ी बन गई ह य जवलन ो तराक एव मोटर रसलग स जड़ी एक दागभारतीय खलाड़ी ह परा ओलक खल म उलखनीय उपलय क कारण भारतसरकार न इहअजन परकार दान कया

तमलनाड क मरयपन थगावल न ऊची कद म वण पदक जीता पाच साल क उ मएक घटना म उनका एक पर जमी हो गया था इलाज क बाद भी ठक नह आगरीबी और शारीरक कमजोरी क बाद भी उहन हार नह मानी अपनी कड़ी महनतऔर लगन स वण पदक हासल कया ऐस ही लोग क बदौलत भारत का नाम वतर पर चमक रहा ह

अयास का महव

खलकद म शारीरक वाय एव अयास का महवपण ान ह नरतर खल काअयास हमारी शारीरक और मानसक सयता को बढ़ाता ह खलकद स हम

अनशासत धयवान समयब और वन होत ह खल का अयास करन सआमवास बढ़ता ह जसस खल क कौशल एव बारीकय को तीगत स सीखा जासकता ह हम खल म नयमत अयास एव कशलता स दश एव राीय तर परसफलता ात कर सकत ह अतः तदन अपन मनपसद खल का अयास अवयकरना चाहए खल हम आनद क अनभत भी कराता ह

हमार कछ पाररक खल

ाचीन काल स लकर आज तक क खल क वप म महवपण बदलाव ए ह खलक खल जान क साधन ान पोशाक तथा नयम आद म सवधानसार अनकपरवतन ए ह पहल पड़ क सखी टहनय एव लकड़य को वय तराश कर खलनयोय बनाया जाता था खल क वही उपकरण अब कारखान म बनाए जात ह जो योगकरन म आरामदह तथा दखन म भी आकषक होत ह खलाड़य क लए सरी टम सअलग दखन क लए अनक रग क सवधाजनक ोटस कट उपल ह खलन कलए टडयम एव खल क मदान बनाए गए ह जहा टordfक (मदान म दौड़न क लाइन) एवकाश आद क उचत वा रहती ह और खलाड़य को खलन क लए आदश कोट(खलन का नधारत ान) उपल होत ह टडयम म बत सार लोग एक साथ बठकर खल का आनद ल सकत ह

अयास

1 र ान भर-

(क) हमार दश का राीय खल ह

(ख) खल का अयास हमारी और सयता को बढ़ाता ह

(ग) घर म टपा खल ह

(घ) भारत म राीय खल दवस अगत को मनाया जाता ह

2 नीच लख खलाड़य क नाम क आग उनस सबत खल का नाम पता कर औरलख-

सचन तलकर साइना नहवाल सरदार सह गीता फोगाट मरीकाम

3 खल क नाम एव उनक च को दख इनम स ानीय खल क lsquoतीरlsquo को नील रग सतथा राीय खल क lsquoतीरlsquo को लाल रग स भर-

ोजट वक -

अपन घर क बड़ बजग स पता कर क जब व आपक आय क थ तो कौन-कौन स खलखलत थ कसी एक खल का नाम एव खलन का तरीका लखए

5-जीव जतओ क रोचक बात

आपन अपन आस-पास गौरया कबतर जस पय को दाना को चगत ए दखा होगाया आपन कभी सोचा ह क य पी र स ही इन दान को कस दख लत ह आपनदखा होगा क थोड़ी सी मीठ चीज जमीन पर गर जाए तो कछ ही दर म वहा चीटयका झड इका हो जाता ह

हमारी तरह जानवर म भी दखन सनन सघन और महसस करन क श होती हकोई जानवर मील र स अपन शकार को दख लता ह कोई हक स हक आहट कोभी सन लता ह कोई जानवर अपन साथी को सघकर ढढ लता ह

आप कस पहचानत ह लखए-

रग क पहचान - आख ारा दखकर

आवाज क पहचान-

ग क पहचान -

वाद क पहचान-

श क पहचान -

वभ जीव-जत अपन दखन सघन आद वशषता का उपयोग भोजन को ढढ़नऔर खतर को भापन म करत ह आइए जान जानवर क अजब नया क बार म

दखन क श - जीव म पय क सबस अधक तज होती ह चील बाज औरग जस पी हमस चार गना यादा दख पात ह जो चीज हम दो मीटर क री सदखाई पड़ती ह वही चीज य पी और भी अधक री स दख लत ह बली चीताउल तआ आद जीव तो अधर म भी अ तरह स दख सकत ह

अगर पय क तरह आपक आख आपक कान क जगह होती तो आप ऐस याकाम कर पात जो अभी नह कर पात ह और ऐस या काम नह कर पात जो अभीकर पात ह

यादातर पय क आख उनक सर क दोन तरफ होती ह पी एक ही समय म दोअलग-अलग चीज को दख सकत ह जब य बकल सामन दखत ह तब इनक दोनआख एक ही चीज पर होती ह

आपन दखा होगा क कछ पी अपनी गदन बत यादा घमात ह जस-उल जानत हय इसका कारण ह क यादातर पय क आख क पतली घम नह सकतीइसलए व अपन चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमात ह

पता कजए और लखए-

ऐस पी का नाम जसक आख सामन क तरफ होती ह

इस भी जान-

बत स जानवर रग को दखन पहचानन म अम होत ह उनक मा काला औरसफद रग दख पाती ह कत बदर मानव क तरह अलग-अलग रग को पहचानन मसम ह

सघन क श-

कछ जानवर म सघन क श बत तज होती ह या आपन कभी कसीक कोइधर-उधर कछ सघत ए दखा ह कम सघन क मता बत तज होती ह यदकाकसी ान स सर ान पर चल जात ह तो वह अपनी सघन क श क कारणवापस उसी ान पर आ जात ह

इस भी जान-क क सघन क श क कारण ही वोटक व नशील पदाथ को ढढ़नतथा अपराधय क पकड़न म उसक मदद ली जाती ह

शर चीता बली भी अपन सघन क श स अपन लए भोजन क तलाश व अपनवास ान को पहचानत ह चटया चलत समय जमीन पर कछ ऐसा पदाथ नकालती हजस सघकर पीछ आन वाली चीटय को राता मल जाता ह कछ नर कड़ मकोड़ गधस मादा कड़ क पहचान कर लत ह मर भी हमार शरीर क गध स हम ढढ़ लत ह

कन-कन मौक पर आपक सघन क श आपक काम आती ह सची बनाइए -

कसी चीज क जलन का पता चलना

कतन तज ह कान - तआ चीता बली आद जानवर क सनन क श बत तजहोती ह इनक बड़ कान मामली वन को भी सन सकत ह इसी तरह खरगोश क भीबड़ कान होत ह जो खतर का अनमान लगान म सम होत ह उनक कान वन कदशा म घम जात ह

चचा करए-

आपको या लगता ह या जानवर क कान क आकार और उनक सनन क श मकछ सबध होता ह

साप क पास बाहरी कान नह होत ह व जमीन पर होन वाल कन महसस करत हबीन क आवाज सनकर साप का नाचना लोग म फला एक म ह

इसी तरह चमगादड़ क सनन क मता बत तज होती ह व बत ऊच सर वालीआवाज अपन मख अथवा नाक स नकालत ह जब व आवाज कसी वत स टकराती हतो गजती ह इस गज को अपन कान स सनकर चमगादड़ अधर म अपन भोजन क रीऔर दशा का पता लगा लत ह

पता कजए और लखए-

ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स बड़ होत ह- ऐस जत क नाम लखए जनक बाहरी कान नह होत ह ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स छोट होत ह

आवाज अलग-अलग-

जगल म ऊच पड़ पर बठा लगर पास आती मसीबत (जस शर चीता) को दखकर एकखास आवाज नकालकर अपन साथय को सदश दता ह इस काम क लए पी भीखास आवाज नकालत ह कछ पी अलग-अलग खतर क लए अलग-अलग आवाजनकालत ह जस उड़कर आन वाल मन क लए एक तरह क आवाज और जमीन परचलकर आन वाल क लए सरी तरह क आवाज आवाज चाह कसी भी जानवर ननकाली हो उस इलाक म रहन वाल सभी जानवर इस चतावनी समझ सचत हो जात ह

सोन का ढग- जब कभी आप थक जात ह तो आराम करन क जरत महसस करत हएक छोटा बा दन म 14-16 घट सोता ह वयक क लए 6 स 8 घट क नद पयात

ह इसी तरह जानवर भी सोत ह

यादातर जानवर हमारी तरह रात म सोत ह कछ जानवर जस-उल चमगादड़ दन कसमय सोत ह बत स जीव-जत कसी खास मौसम म लब समय तक दखाई नह दतह यक बदलत मौसम क साथ वह अपना अनकलन करत ह

आपन भी दखा होगा क सदय म छपकलया नह दखाई दती ह

च म कछ जानवर क सोन क समय को दखाया गया ह च क नीच लखए क वहजानवर दन म कतन घट सोता ह एक छोटा खाना दो घट क बराबर ह

छपकली क लए सदय म यह घड़ी कसी दखगी बनाइए

अयास

1 कह दो जीव क नाम लखए-

(क) जनक सघन क श तज होती ह

(ख) जनक सनन क श तज होती ह

(ग) जनक बाहरी कान नह होत ह

(घ) जो रात म दख सकत ह

(ङ) जो दन क समय सोत ह

2 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) हम रगो क पहचान श ारा करत ह ( )

(ख) क क सनन क श तज होती ह ( )

(ग) उल दन क समय सोत ह ( )

(घ) हम वाद का अनभव दखकर करत ह ( )

(ड) खरगोश अपन कान स खतर का अनमान लगा लत ह ( )

(च) साप क बाहरी कान नह होत ह ( )

(छ) पी चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमा लत ह ( )

(ज) तआ अधर म नह दख सकता ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) जमीन पर मीठा गरन स चीटया कस आ जाती ह

(ख) पी अपनी गदन य घमात ह

(ग) कŸा का उपयोग अपराधय को पकड़न म य कया जाता ह

(घ) खरगोश कस कार खतर का अनमान लगात ह

4 दए गए च म जानवर क कान एक-सर स बदल दए गए ह पहचानए औरबताइए

कतना सीखा-1

1 आपको कौन सा योहार पसद ह इस दन घर क सदय या-या काय करत ह तालका म लख -

घर क सदय काय

तम

तहारी मा

तहार पता जी

भाई-बहन

दादा

दाद

2 अपन पसद क इोर और आउटडोर गस क सची बनाए -

इोर गम आउट डोर गम

3 या आप अपन इलाक क कसी स खलाड़ी को जानत ह यद हा तो उसकानाम और वह कौन सा खल खलत ह लखए -

खलाड़ी का नाम - खल का नाम

-

4 पता कर और लख -

(क) भारतीय महला कबी टम क कतान का नाम

(ख) भारतीय हाक (पष) टम क कतान का नाम

(ग) राीय मकबाज का नाम

(घ) परा ओलक (महला) म ऊची कद म वण पदक

जीतन वाली महला खलाड़ी का नाम

5 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भर -

क दखन जीभ साप

(क) सघन क श म बत तज होती ह

(ख) क बाहरी कान नह होत ह

(ग) वाद का अनभव हम ारा होता ह

(घ) पय क क श तज होती ह

6 कछ ऐस जीव क नाम लख जो लब समय क लए नद म चल जात ह

7 जानवर खास आवाज य नकालत ह

8 आप गद स खलन वाल कतन खल जानत ह द गई गद म सची बनाए -

6 -वय जीव का सरण

आपन अपन आस-पास अनक जानवर को दखा होगा इनम कछ जानवर पालत होत हजह हम अपन उपयोग क लए पालत ह कछ जानवर जगल म रहत ह ऐस जानवरको वय जीव कहत ह

च को दखकर पालत और जगली जानवर क सची बनाइए

पालत जानवर - जगली जानवर

-

जीव जत हम कत ारा दए गए उपहार ह हम अपनी आवयकता क पत कलए कसी न कसी प म इन जत पर नभर ह बल खर ऊट घोड़ा आदजताई बोझा ढोन तथा सवारी ढोन का काम करत ह गाय भस भड़ बकरी स धमलता ह मग बतख स हम अडा मलता ह इसी तरह मर ए जानवर क खालतथा हय स जत पस बटन कघी तथा अय सजावट क सामया बनती ह भड़ऊट याक जस जत स हम ऊन मलता ह

तालका परी कर -

चचा करए-

यद य उपयोगी जत हमार जीवन स धीर-धीर वलत होत जाए तो या होगा

कटत जगल वलत होत जीव -

ऊपर बन च को दख इन च म मशः परवतन दखाई पड़ रहा ह

आइए जान ऐसा य आ

आज स बत साल पहल घन जगल आ करत थ इन जगल म तरह-तरह क पड़- पौधएववय जीव पाए जात थ पड़-पौध एव वय जीव क सया भी बत अधक थीजनसया बढ़न क साथ आवयकताए बढ़ खती करन व मकान बनान क लए हमअधक भम क आवयकता ई इस कारण घन जगल क कटाई श (ार) कगई जसस पड़-पौध कम हो गए पड़-पौध क सया कम होन क कारण वषा कमहोन लगी नदया लग इसका असर जगल म रहन वाल वय जीव पर पड़ा सरतान एव भोजन एव पानी क कमी क कारण इनक सया कम होन लगी कछ पश-पय क जातया तो परी तरह खम हो ग ह

कारखान रलव लाइन सड़क व बाध आद क नमाण काय न बत स जीव-जत कघर को न कया इसक परणामवप पश-पय क सया म गरावट आई

कछ लोग अपन फायद क लए गर काननी तरीक स जानवर का शकार करत ह हाथीदात क लए हाथय का शकार कया जाता ह बाघ शर हरन कछआ आद जानवरक खाल का अवध ापार कया जाता ह गड व बारहसगो को उनक सग क लएमार दया जाता ह

इन कारण स वय जीव क सया लगातार कम होती जा रही ह पश-पय क कछजातया तो परी तरह समात (खम) हो चक ह जह वलत जातया कहत ह यजातया अब दखाई नह दती ह जबक कछ जातया खम होन क कगार पर हजह सकटत जातया कहत ह

वय जीव

वलत जातया- सकटत जातया

डायनासोर गौरया

ममथ अकन हाथी बाघ

लाल पाडा ग

डोडो पी साही

लाल तोता शर काला हरण बारहसगा कछआ

वय जीव का सरण -

वय जीव को बचान क लए सरकार ारा कानन बनाए गए ह जानवर क खाल दातही सग क अवध ापार पर रोक लगा द गई ह पश-पय को सरा दान करन

क लए राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना क गई ह इन ान मवय जीव का शकार करना मना होता ह यहा पश-पी वत प स रहत ह

ऽ गौरया को बचान क लए या कर सकत ह

भारत क मख वय जीव अयारय एव उान

- धवा राीय उान (उ)

- चभा वय जीव अयारय (उ)

- राजाजी राीय उान (उराखड)

- गर राीय उान (गजरात)

- नदा दवी राीय उान (उराखड)

- जम काबट राीय उान (उराखड)

- बादपर राीय उान (कनाटक)

- काजीरगा राीय उान (असोम)

- बाधवगढ़ राीय उान (म)

- काहा कसली अयारय (म)

- सरका राीय उान (राजान)

इस भी जान

रड डाटा बक वह कताब ह जसम सभी सकटत जातय का रकाड रखाजाता ह

गौरया को बचान क लए अब हर साल 20 माच को lsquolsquoव गौरया दवसlsquolsquo मनायाजाता ह बाघ हमारा राीय पश ह इसका अतव खतर म ह इसक सरा क लए बाघपरयोजना (ोजट टाइगर) लाग क गई ह

जानवर क त सवदनशीलता-

दए गए च को दखए और पढ़ए-

अब यह पटारी ही मरा घर बन गया ह म तो जगल क जानवर स मलना भल ही गया

यह मत सोचो क म सक स म नाचकर कदकर और कई तरह क करतब दखाकर खश अगर म य सब न क तो भखा र

नाचत-नाचत मरी हालत खराब हो जाती ह कभी-कभी तो खाली पट नाचना पड़ता ह

पजड़ म बद रहकर म खली हवा म सास लना भल ही गया इस पजड़ म रहकर मरपख भी कसी काम क नह

य जानवर उदास य ह सभी जानवर क बात को पढ़कर आपको या सीख मलती ह

ायः आपन मदारी सपर आद क बार म सना होगा मदारी बदर भाल आद का खलदखाता ह इसी तरह सपरा तरह-तरह क साप दखाता ह तथा अपनी बीन क धन परउह नचाता ह य लोग अपनी रोजी-रोट क लए इन जानवर पर नभर होत ह य लोगका मनोरजन करत ह और बदल म लोग इह अनाज पस आद दकर जीवन-यापन(गजर-बसर) म उनक मदद करत ह

हम जानवर पर कसी न कसी कार स नभर होत ह हम अपनी आवयकता कपत क लए वभ जानवर को पालत ह जानवर को पालन क साथ-साथ हम उनकत सवदनशील होना चाहए हम उनक दखभाल करनी चाहए उनक भोजनचकसा क वा करनी चाहए पय क लए अपन घर क बाहर या छत परउनक दाना-पानी क वा करनी चाहए सड़क पर घमन वाल अय जानवर को भीहम छड़ना नह चाहए यद सभव हो तो उह भी खाना दना चाहए

अयास

1 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर (ग) का च लगाए-

(क) जगली जानवर को हम अपन घर म पालत ह ( )

(ख) ग एक वलत जात ह ( )

(ग) जानवर क त हम सवदनशील होना चाहए ( )

(घ) वय जीवो को बचान क लए राीय पाक क ापना क गई ह ( )

(ङ) जम काबट अयारय मय दश म त ह ( )

(च) जगल क कटन स पश-पय क सया म व ई ह ( )

(छ) मदारी बीन क धन पर बदर को नचाता ह ( )

2 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भरए -

रड डाटा बक ऊन वलत बाघ उपहार

(क) डायनासोर एक जात ह

(ख) भड़ ऊट याक आद जत स हम ात होता ह

(ग) सकटत जातय का रकाड म रखा जाता ह

(घ) हमारा राीय पश ह

(ड) जीव-जत हम कत ारा दए गए ह

3 क उर लखए -

(क) वय जीव क सया म गरावट य होती जा रही ह

(ख) उराखड राय क दो राीय उान क नाम लखए

(ग) ोजट टाइगर या ह

(घ) कह दो सकटत एव वलत जातय क नाम लखए

(ङ) वय जीव अयारण तथा राीय उान क ापना य क गई

ोजट वक

1 वलत हो रह वभ जीव-जत या पय क च चाट पपर पर चपकाए तथाउनक बार म जानकारी एक कर लख उनक लत होन क कारण लखकर उनक एकरपोट तयार कर का म लगाए

7-जगल और जन-जीवन

आपन जगल क बार म सना होगा ायः आपन ट0वी0 म भी जगल क य दख हग

-

आपन दखा होगा तरह-तरह क फल-फल कई तरह क छोट-बड़ पड़-पौध रग बरगीचहचहाती चड़या और बत स जानवर जगल म र-र तक हरयाली रहती ह जगलम पय क चहचहाहट और वभ जानवर क बोलया भी सनाई दती रहती ह

ऐस ही सदर जगल स ढक ह हमार दश क कई हस

चचा करए-

कह बत सार पड़ उगाए गए ह तो या वह जगल बन जाता ह जगल हमार लए य महवपण ह इन जगल स हम या मलता ह

जगल तरह-तरह क पड़-पौध व पष-पय का वास ान होत ह इनका मनय कजीवन म अयत महव ह य वायमडल म आसीजन क माा को बढ़ात ह औरवशली गस क माा को कम करत ह य म क कटाव को रोकत ह वषा करान मभी इनक महवपण भमका होती ह

जगल स उपयोगी इमारती लकड़या ात होती ह हमार दष म लगभग 4000 सअधक कम क लकड़या वन स ात होती ह इनम सागौन षीषम दवदार चीड़आद इमारती लकड़या महवपण ह जन पर हमारा लाईवड उोग काठ उोगइमारती लकड़ी उोग आद नभर ह बास क पड़ स चटाई डलया हाथ वाला पखाबासरी बनाई जाती ह इनस कागज दयासलाई का रषम रबर लाख बीड़ी पलऔशध आद उोग क लए का माल ात होता ह पलाश व कसम क पौध परलाख क कट एव षहतत क पौध पर रषम क कट का पालन कया जाता ह

पता कजए-

हम जगल स और या-या चीज मलती हपश-पय क अलावा जगल म और कौन रहता ह

ारक मानव जीवन

मानव सयता क वकास क कहानी लाख वश परानी ह सयता क आर म मानवजगल म रहता था मानव आदकाल स ही जगल पर नभर था पहल मानव बदर कभात चार पर पर चलता था धीर-धीर उसका वकास आ और वह दो पर पर सीधाखड़ा चलन लगा अगल पर का योग हाथ क प म करन लगा मतक और हाथका उपयोग वह तरह-तरह क काय म करन लगा

आज क भात ारभ म मानव क पास रहन क लए घर नह थ व एक जगह स सरीजगह घमत रहत थ व खल आकाष क नीच जगल म नदय व झील क कनारगफा म रहत थ जगली जानवर स अपनी सरा तथा उनका शकार करन क लएउनक पास कवल पर क ही औजार थ

कदमल फल तथा शकार स ात मास ही उनका मय भोजन था जानवर क खालपड़ क छाल एव प को व क तरह पहनत थ इस तरह जीवन तीत करन वालमानव आदमानव कहलाए

कस मली आग -

एक बार बत तज आधी आई कछ पड़ क डालय क आपस म रगड़न स चगारयानकलन लग य चगारया जब सख प और घास पर पड़ तो आग लग गई आगलगन स बत सार जानवर भाग गए जो नह भाग पाए व जल गए आद मानव नउनक मास को खा कर दखा उह भना मास अा लगा

एक बार जब पर स पर टकराया तो उसम स भी चगारी नकली व खशी स झमउठ आहा मल गई आग

आग क खोज ारक मानव क एक बड़ी उपलिा थी इसक खोज क साथ हीमानव भोजन को पकाकर खान लगा आग का उपयोग उसन अपन शरीर को गम रखनऔर जगली जानवर स रा करन क लए कया

सोचए और लखए-

आग का उपयोग करन क पहल मानव का जीवन कसा रहा होगाआग का ान होन क बाद मानव जीवन म या परवतन आया होगा यद आग नह होती तो हम या-या दकतपरषानया होती आग का उपयोग हम कहा-कहा करत ह

धीर-धीर मानव अपन चार ओर क वातावरण को समझन लगा उसन पर क छोटऔर सडौल औजार बनान ष कए पर क अतर जानवर क हया एव सग स

भी औजार बनाए उसन अपन आप उगी घास और अनाज को एकत करना ष करदया

इस भी जान-

का मानव का थम पालत पश थाताबा सवथम खोजी गई धात थी

इधर-उधर बखर अनाज स पनः अनाज उगता दख उसन खती करना सीख लया खतीकरन क लए उह अलग तरह क औजार बनान पड़ इन औजार को टकाऊ बनान कजरत महसस ई यक पर क औजार जद टट जात थ अपन औजार कोटकाऊ बनान क लए उहन बत उपाय कए और जमीन क खदाई कर ताब को खोजनकाला खती क साथ पषपालन भी ारभ आ पष का योग मास व ध ातकरन म कया जाता था

ताब क औजार स काम काफ आसान हो गया बाद म जब लोह का पता चला तबउसस भी औजार बनाए य औजार ताब क औजार स अधक मजबत रहत थ इनधात क खोज क साथ कहाड़ी और हसया उनक मख औजार हो गए थ

पहाड़ो स लढ़कत ए लकड़ी क बड़-बड़ ल को दखकर उह पहए का वचार आयाल को काटकर उहन पहए का आवकार कया इसका योग म क बतन बनानम तथा सामान ढोन म कया जान लगा

सोचए और लखए-

कहाड़ी और हसया स या-या कया जा सकता हपहए का उपयोग ारभक मानव न कन-कन काय क लए कया होगाआपन अपन आसपास पहए का उपयोग होत कहा-कहा दखा ह

जगल और आदवासी

या आपको पता ह क आज भी हमारी जनसया का एक छोटा हसा जगल मनवास करता ह इह हम आदवासी कहत ह य हमार दष क वभ राय म पाएजान वाल जगल म नवास करत ह आदवासय का जीवन परी तरह जगल पर नभरहोता ह

अपनी दनक आवयकता क पत य जगल स मलन वाल वभ उपाद क ाराकरत ह जगल स ात क पदाथ स य डलया चटाई ढोल बासरी टोकरीपŸाल बतन जड़ी-बट स औशधिा (दवा) आद बनाकर ानीय बाजार म बचत हऔर अपना जीवकोपाजन करत ह य जगल क रखवाल होत ह य जगल को काटतनह ह जतनी जरत होती ह उतना ही जगल स लत ह आदवासय क जदगीजगल स ही जड़ी होती ह अगर जगल नह बचग तो य भी नह बचग

इस भी जान

जगल अधकार कानन 2007 -यह कानन आदवासय को जगल पर उनका हकदलाता ह इसक अनसार जो लोग कम स कम 25 साल स जगल म रह ह उनका वहाक जगल और वहा पदा होन वाली चीज पर हक ह उह जगल स हटाया नह जाएगाजगल बचान का काम भी उनक ाम सभा करगी

चचा करए-

अगर जगल नह बचग तो आदवासी नही बचग ऐसा य यद य जगल न हो जाएतो हमार जीवन पर या भाव पड़गा

आदवासय क लए जगल ही सब कछ ह वकास क लए बत सी योजनाए चलाईजाती ह कह बाध बनाए जात ह तो कह फटरी इन योजना क कारण जगल काटजात ह जगल क कटन स आदवासय क जीवन पर तकल भाव पड़ा ह व अपनी

घर सकत कला पररा आद स र हो जात ह आदवासी ही नह बक गावकब और षहर म रहन वाल लोग का जीवन भी जगल क कटन स भावत हो रहाह हम पयात माा म ष हवा नह मल पा रही ह वशा म कमी क कारण फसल काउपादन भावत आ ह

पता कजए-

या आपक आस-पास कोई ऐसा काम चल रहा ह जसक कारण वहा क पड़ काटजा रह ह इसक वजह स वहा क वातावरण पर या भाव पड़ रहा ह पड़-पौध क सया बढ़ान क लए हम या यास कर सकत ह

हमार दष म पहल लोग जगल और बाग बगीच स यार करत थ कसान अपनी खती कआध भाग म पड़ जर लगात थ पर अब लोग पड़ लगाना भलत जा रह ह हमअधिाक स अधक पड़ लगान चाहए और उनक दखभाल करनी चाहए यद वकासकाय क लए कसी ान वषश स व काट जाए तो वकप क प म अय ानको चयनत कर उनम अधक स अधक पड़ लगान चाहए

वन का बचाव -

सरकार न वन क रा क लए सामाजक वानक नाम क योजना श क ह उसनकानन बनाकर वन क कटाई पर रोक लगा द ह

पहाड़ी इलाक म लोग न चपको आदोलन चलाकर पड़ क कटाई रोकन क कोशशक ह इस आदोलन क शआत ी सदर लाल बगणा जी न क थी इस आदोलनम लोग न पड़ स चपककर उनको काटन का वरोध कया चपको आदोलन का एकनारा ह-lsquolsquoलकड़ी पानी और बयार य ह जगल क उपकारlsquolsquo

वन को बचान क लए ी क0एम0 मशी ारा सन 1950 म वन महोसव कशआत क गई इस महोसव म पड़ लगान का काय कया जाता ह

पहाड़ी इलाक गढ़वाल म लड़क-लड़कय क शाद क अवसर पर पड़ लगान क थाश क गई ह इस lsquoमती आदोलनlsquo कहत ह इसम ववाह क बाद ससराल आन परलड़क मायक क याद म एक पौधा लगाती ह और उसक दखभाल करती ह इस मतीव कहत ह

अयास

1 दए गए शद क सहायता स र ान भिारए -

(आसीजन लाख पर जगल आदमानव)

(क) ारक मानव क औजार बनात थ

(ख) जगल वायमडल म क माा को बढ़ात ह

(ग) मानव वकास क कहानी वष परानी ह

(घ) आदवासय का जीवन पर नभर होता ह

(ङ) आग क खोज न क थी

2 जगल कटन स होन वाल परणाम लखए

3 तलना कर -

जीवन शली आदमानव आज का मानव

(क) रहन का ान (नवास)

(ख) खान-पान (भोजन)

(ग) रहन-सहन (व)

4 चपको आदोलन या था इस कसन ार कया

5 आदवासी अपना जीवकोपाजन कस करत ह

6 पता कर -

म क बतन बनान म आग और पहय क उपयोगता

7 चचा कर -

अगर हम खती करना नह जानत तो भोजन कहा स ात करत और या खात

ोजट वक

भारत क मानच म वभ राय म पाए जान जगल को हर रग स भर कर दशाए औरका म इस चपकाए

8-भोय पदाथ का सरण

ब या आप जानत ह क तदन हम जो भोजन करत ह उस सरत कस रखाजाता ह घर म भोय पदाथ जस-अनाज दाल व मव आद को सख एव व डबम बद करक य रखा जाता ह पक ए भोजन को ढककर य रखत ह सोचो औरबताओ

हमार वाय क स उ सभी काय हमार लए अत आवयक ह यक हमारवातावरण म उपत समजीव हमार भोय पदाथ को सषत (खराब) कर दत ह

भोय पदाथ क सषत (खराब) होन क मय कारण

भोय पदाथ क सरण क बार म जानन स पव यह जानना आवयक ह क हमारभोय पदाथ खराब य हो जात ह आओ करक दख-

भोय पदाथ कस खराब होत ह

योग- एक रोट पर पानी क कछ बद डालकर एक डब म बद कर द कछ दन तकरोट को रोज दखो जब तक आपको इस पर कछ बदलाव न दख द गई तालका कोचाट पर बनाओ और का म चचा करन क बाद उस भरो

दन रोट म बदलाव

छनश म गध म रग म

सामान क खाली पकट पर लखी मय वजन तारीख आद सबधी जानकारी कोदखए और चचा करए

पता करो-

रोट म या बदलाव आया रोट पर फफद य आई

योग-2 -वालय म बन एम0डी0एम0 स थोड़ा सा भोजन लकर उस कसी कटोरी मढककर रख ब को इस दखाए और हो रह बदलाव को तालका म अकत कर-

दन भोजन म या बदलाव आ

थम दन

तीय दन

आपन दखा क ढककर रख होन क बावजद भी यह भोजन खराब हो गया ऐसा य आ

भोय पदाथ को नम ान और खला रखन स धल क कण मखया फफद व जीवाणआद उस खराब कर दत ह जसस उसक पोषक तव न हो जात ह और वह खानयोय नह रहता ह गम क दन म भोजन जद खराब हो जाता ह जबक सदय मजद खराब नह होता ऐसा य

तापमान कम होन स जीवाण जद नह पनपत

भोय पदाथ क सरण क आवयकता

गम एव नमी दोन ही तय म फफद व जीवाण शीता स पनपत ह यही भोयपदाथ को खराब व सड़ान का भी काय करत ह यद भोय पदाथ म इनक बढ़न परनयण पा लया जाए तो इह खराब होन स बचाया जा सकता ह भोय पदाथ काउचत रख-रखाव न करन स ननलखत नकसान होत ह-

उनम फफद लग जाती हवाद खराब हो जाता ह भोय पदाथ म पोषक तव क कमी आ जाती हघन एव कड़ पड़ जात ह

हमार वाय क स भोय पदाथ को सरत रखना आवयक ह

हम लोग शीत ऋत म हर ताज मटर बड़ चाव स खात ह आपन ीम ऋत म भी डबाबद हरी मटर दखा और खाया होगा आल तो हम खान क लए सभी महीन म मलताह आप सोचए क मटर और आल को कस सरत रखत ह

भोय पदाथ जस-ग चना दाल चावल अचार व मरबा आद को हम साल भरउपयोग कर सक इसक लए उह उचत वधय स सरत रखना पड़ता ह इसीलएभोय पदाथ क सरण क वधय क खोज क गई एव उन वधय क अनसार भोयपदाथ को सरत करक रखा जान लगा ह

आपक घर म अनाज और दाल को कड़ स बचान क लए या-या उपाय करतह

भोय पदाथ क सरण क वधया-

भोय पदाथ क सरण क नन वधया ह-

1 सखाना (नजलीकरण) -धप म भोय पदाथा को सखाना एक परानी तथाबचलत वध ह इस वध म सय क करण स ात ऊमा ारा भोय पदाथ कोसखाया जाता ह जसस इनम उपत जल क माा वापीकत हो जाती ह और सम

जीव क व क अवसर कम हो जात ह धप म अनाज दाल पापड़ बड़ी चससवइया आवला गोभी मथी आम आद को सखाया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

2 ठड ान पर रखना (शीतन)-गथ ए आट हरी सजया एव फल को गील कपड़स ढककर कछ समय क लए सरत रख सकत ह ध दही एव पक ई सजी आदभोय पदाथ को कसी बतन म रखकर उह ठड पानी म रखकर भी सरत कया जासकता ह आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर)का उपयोग कया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर) का उपयोगकया जाता ह अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह(को टोरज) का भी उपयोग कया जाता ह

3 उबालना- उबालन क या म अधक तापमान क कारण हानकारक जीवाण नहो जात ह इसलए घर म ध को उपयोग क पव उबाला जाता ह पीन क पानी को भीजीवाणरहत करन क लए ही उबाला जाता ह

4 रासायनक एव अय पदाथ का योग-

कछ रासायनक पदाथ भी सम जीव को उप होन स रोकत ह जस- सोडयमबजोएट व सरका आद इसक अतर नमक चीनी तल आद का उपयोग भी भोयपदाथ क सरण म कया जाता ह जस-आम सब अगर अमद आवला आद कोसरत रखन क लए इह चीनी क गाढ़ चाशनी म पकात ह और मीठा अचार मरबाव चटनी आद क प म सरत करत ह क आम करला व मच का अचार बनातह और तल व नमक डालकर सरत करत ह

भोय पदाथ क सरण म रासायनक पदाथ का उपयोग उपय माा म ही करनाचाहए अधक माा म इनका उपयोग वाय क लए हानकारक ह

अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह (को टोरज)का भी उपयोग कया जाता ह

5 गम करक तरत ठडा करना (पारीकरण)-पारीकरण क या म सवथम धको 700ब तापम पर गम कया जाता ह फर तरत 00ब पर ठडा कया जाता हइसस ध म उपत हानकारक जीवाण न हो जात ह इस कार ध को साफबोतल या पकट म बद करक ध डयरी पर बचा जाता ह

वतमान समय म उपल भोय पदाथ को भवय हत सरत रखन क लए कए जानवाल उपाय को भोय पदाथा का सरण कहा जाता ह

आपक घर म भी भोय पदाथ को सरत रखन क लए कछ उपाय कए जातहग इह नीच द गई तालका म लखो

0स0 भोय पदाथ सरत करन क उपाय

1 ध -------उबालत ह

2 पक ए चावल

3 हरी धनया--------- गील कपड़ म लपटकर रखत ह

4 अनाज

5 आल

6 पक आम

7

सरण का महव -

खा सामी को घन फफद एव अय कटाण स सरत रखनाआवयकता स अधक पदा होन वाल फल सजी एव अनाज को सरत रखनाअनाज फल व सजय को र ान पर भजन क लएपक भोय पदाथा को सरत रखकर बारा उपयोग करना

भवय क लए खा पदाथ क सरा मानव मय ह-

भारत म अधकतर खा पदाथ का उपादन मौसम क अनसार होता ह कछ लोगवष भर क लए अनाज व दाल खरीद लत ह यक जस मौसम म इनकाउपादन होता ह उस मौसम म य कम दाम पर उपल हो जात ह इन खापदाथ को उचत ढग स सरण करना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत हसरकार भी भडार गह म ग चावल दाल आद का भडारण करती ह जससदष म इनक कमी न होन पाएकसान भी जब अनाज को उगात ह तो अपन खान क लए वष भर का अनाजरखकर शष बच दत ह इन खा सामय को सरत करक अधक दना तकयोग म लात ह

अपन रसोई घर म स खान-पीन क कछ चीज चनकर लखए-

जो एक-दो दन म खराब हो सकती ह

हत भर तक खराब नही हगी महीन भर तक खराब नही हागी वशष मौसम म मलन वाली खावत

भोजन को बबाद न कर-

चचा करए-

च को यानपवक दखए और फसल उगान क या एव भोजन बबाद न हो इस परसमह म चचा कजए

जस भोजन को लोग एक मनट म ही फ क दत ह उस उगाकर फसल बनान म महीनलग जात ह इसलए भोजन फ कन स पहल एक बार अवय वचार कर

अयास

1 ननलखत क उर लखए-

(क) भोय पदाथ क खराब होन का मख कारण या ह

(ख) भोय पदाथ क सरण क वधया कौन-कौन सी ह

(ग) नजलीकरण स आप या समझत ह

(घ) भोजन क गणवा को बनाए रखन क उपाय लखए

2 र ान क पत कजए-

(क) सभी जीव क लए आवयक ह

(ख) भोजन पर बठकर इस षत कर दती ह

(ग) ध को सरत करत ह

(घ) सजय को काटन स धोना चाहए

3 सही जोड़ बनाइए-

कालम lsquoअlsquo कालम lsquoबlsquo

क) भोय पदाथ को खा पदाथ को षत कर दत ह

(ख) फल को खान स पहल वषला होता ह

(ग) सषत भोजन धोना चाहए

(घ) फफद ढककर रखना चाहए

4 सही कथन क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का नशान लगाइए-

(क) फफद लगी ड को साफ करक खाना चाहए ( )

(ख) बाजार क खली ई चीज और कट फल नह खाना चाहए ( )

(ग) भोजन को बबाद नह करना चाहए ( )

(घ) भोजन को ढककर रखना चाहए ( )

पता कजए -

घर म भोय पदाथ को जीव स सरत रखना जरी ह च म कछ ऐस जीवदए गए ह पहचान कर नाम लखए-

9-हम और हमारी फसल

नहा अपन भाई क साथ तदन वालय जाती थी रात म उस धाान क लहलहातखत दखाई पड़त थ उस दखकर नहा बत खष होती थी उसक मन म सदव यहजासा रहती थी क य पौध इतन हर-भर कस दखाई पड़त ह फसल को उपजान मया-या काम करना पड़ता ह अपन मन क सारी जासा को उसन का म आकरअपनी षका स पछा

षका न सभी ब को बताया क य हर-भर पौध अनाज सजया फल आदकसान क कड़ी महनत स मलत ह कसान को lsquoअदाताlsquo भी कहत ह

आइए जान फसल उपजान क तरीक

कसी भी फसल (अनाज) को उपजान क लए सवथम म एव मौसम क जानकारीआवयक ह

म तरह-तरह

अलग-अलग खत स म एक करक दखए

म म क पहचान उगन वाली फसल

बलई म म क बड़-बड़ कण बाल तरबज खरबज बाजरा क माा अधक

चकनी म म क कण छोट बाल क ग चना मटरधान माा अपाकत कम

सट म महीन कण वाली म ग गा

दोमट म बलई म चकनी म धान कपास गा

तथा सट म मल जल

म क पहचान क बाद कसान उसक खदाई जताई गड़ाई नराई करत ह

मौसम क अनसार फसल क बआई

भारत क अलग-अलग भाग म अलग-अलग फसल होती ह य फसल वहा क म एवमौसम पर नभर करती ह पानी एव तापमान क आवयकतानसार फसल अलग-अलगसमय म बोई जाती ह ऋत (मौसम) क आधार पर फसल को तीन वग म बाटा गयाह-खरीफ रबी और जायद

च को दख और जान

बड़ स पता करए आपक इलाक म कौन-कौन सी फसल कस समय (मौसम) मअधक होती ह और य

म एव मौसम क अनप कसान बीज बोन का काम करत ह अनाज क व दानजनका योग अगली फसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलाता ह बीज दोकार क होत ह-

1-साधारण बीज- इस कसान वय तयार करत ह

2-उतशील बीज-इस तरह क बीज वानक वध ारा तयार कए जात ह इन बीजक योग स पदावार अ होती ह

आप भी चाट पपर पर अनाज क बीज को चपकाए एव उनक नाम लखए

उम बीज का चयन करन क बाद तयार म म उसक बआई क जाती ह

खत क लए सचाई एव खाद

अपन घरवालय म लग पौध को यान स दखए यद इन पौध म पानी नह डालाजाए तो या होगा पौध क उम व एव वकास क लए कम वध स जल दनक या सचाई कहलाती ह

पता करए कसान खत क सचाई करन क लए कौन-कौन स साधन का योग करतह

कसान अपन खत क सचाई करन क लए जल- तालाब झील नद क नलकपनहर आद स ात करत ह इस जल को अपन खत तक पचान क लए अनक साधनका योग करत ह जस-बड़ी ढकली मोट (घरनी) रहट चन प (य चालत प)आद

या आप जानत ह

आजकल सचाई क नई पत प (टपक) सचाई और कलर (छड़कन) सचाईका भी योग कया जा रहा ह टपक पत ारा पानी पौध क जड़ पर बद-बद वावपाइप आद स डाला जाता ह फल फल सजी आद क सचाई टपक सचाई कमायम स क जाती ह जबक ग मटर आद फसल क सचाई कलर (फौवारा)पत क ारा क जाती ह यह दोन सचाई सख या कम वशा वाल म अधक

योग क जाती ह यक इसम पानी क बचत होती ह और फसल अ होती हछड़काव पत बलई म क लए अयत उपयोगी ह

म को उपजाऊ बनान एव अ फसल ात करन क लए कसान अपन खत मखाद का योग करत ह खाद दो कार क होती ह-

जवक खाद उवरक या रासायनक खा

गोबर क खाद यरया

कोट क खाद अमोनयम सफट

(बकार साग-सजी पौध-पया आद) डीएपी (डाई अमोनयम सफट)

नीम क खली खाद जक सफट

मल-म क खाद यरट आफ पोटाश

कचए स तयार खाद (वम कोट)

जवक खाद क योग स म उपजाऊ होती ह फसल पर कोई हानकारक भाव नहपड़ता ह रासायनक खाद का योग करन स षआती साल म उपज यादा होती हपरत बाद म धीर-धीर भम बजर होन लगती ह अधक माा म इसका योग करन सभोजन म जहरील तव क माा बढ़ जाती ह जसस हम अनक बीमारया हो जातीह पष (गाय भस बकरी आद) ारा इन खा पदाथ का योग करन स व भीबीमार पड़ जात ह जो धा हम पीत ह उसक गणवा कम हो जाती ह ऐस म अवाय क लए जवक खाद ही उम ह हमारी सरकार भी जवक खाद बनान एवउसक योग करन पर जोर द रही ह

आप अपन खत म कौन सी खाद डालना पसद करग और य

कसान अपनी फसल क जानवर एव कट पतग स सरा भी करत ह कटली झाड़ीएव पौध क बाड़ आद बनाकर जानवर स रा करत ह कट-पतग एव रोग स बचानक लए आवयक माा म कटनाषक दवा का योग करत ह

कसान स जाकर पता करए क व अपन फसल क सरा कस कार करत ह

फसल क कटाई एव उसका भडारण

फसल पक जान क बाद उसक कटाई मड़ाई एव ओसाई मजर एव आधनक मशीनारा क जाती ह जसस अनाज क दान एव भसा अलग-अलग हो जात ह फर अनाजको धप म अ तरह सखाकर उस सरत ान पर रख दया जाता ह

ाचीन एव वतमान समय म फसल उपजान क या म परवतन अपन घर या गाव कबड़ बजग स पता करए क उनक समय म खती करन का तरीका या था अबआपक गाव क लोग खती कस करत ह

शका न ब को बताया क- समय क साथ खती करन क तरीकसाधन म बतअधक परवतन ए ह नई मषीन रासायनक खाद बीज आद क योग स कम समयएव म म खती करना अपाकत सरल हो गया ह

इह भी जान हरत ात (वश 1966-77) स कश उपादन क म ातकारीपरवतन आया इसका उय अ बीज खाद सचाई तथा आधनक य क उपयोगारा कश उपज म ती गत स व करना ह

आइए इस च क ारा समझ-

अयास

1 क उर लखए-

स ग और चन क बआई कस मौसम म क जाती ह

स वव जल दवस कब मनाया जाता ह

स आपको कौन सा मौसम सबस अा लगता ह

स टपक एव छड़काव सचाई पत का योग कहा और य कया जाता ह

स पौध म सचाई करन क लए जल कहा-कहा स ात करत ह

स रासायनक खाद क अपा जवक खाद अधक फायदमद ह य

2 दए गए शद स खाली जगह को भरए -

(दोमट उपजाऊ कटली झाड़ी टordfटर)

धान क फसल क लए म अ होती हखाद स म अधक हो जाती हआजकल खत जोतन क लए का योग कया जाता हजानवर स फसल क रा क लए का योग कया जाता ह

3 वग पहली म अधक स अधक अनाज क नाम ढढ़कर और उन पर गोल घराबनाइए-

ग ज रा म जौ

वा गी ट म

अ र ह र ग

चा व ल म फ

रा ज मा ग ली

4 आइए कर-

कसी फसल को उपजान म या-या या अपनाई जाती ह उह म सलखअपनी यारीगमल म पौधा लगाइए पौधा अ स बढ़ इसक लए आप याकरग यद कोई परशानी आ जाए तो उसका हल कस करग आपक गाव म फसल क सचाई क लए जो साधन य कए जात ह चबनाकर उनक नाम लखए

शक नदश-

फसल उपजान क नई तकनीक क वडयोलप ब को दखाई जाए ब कसाथ चचा कर क फसल उगान म या-या बदलाव आए ह और उसक या कारणहो सकत ह

10-पड़-पौध का भोजन

हम सबह उठन स लकर रात सोन तक कछ न कछ काम करत रहत ह जस- भोजनकरना खलना अपन दनक काय करना घर क अय काय करनाकल जाना आदजानत ह य सभी काय करन क श (ऊजा) हम कहा स मलती ह

आइए जान

सभी जीव-जत को ऊजा भोजन स मलती ह मजदार बात यह ह क कवल हर पौध हीअपना भोजन वय बनात ह मनय एव अय जीव जत अपन भोजन क लए पौध परनभर रहत ह इस हम चाट क ारा भी समझ सकत ह-

पौध म पोषण

वपोशी परपोशी

जो अपना भोजन वयबनात ह जस-हर पड़-पौध

परजीवी मतोपजीवी सहजीवी कटभी य सभी अपन भोजन क लए पड़-पौध एव अयजीव-जत पर आत होत ह

या आप जानत ह क पड़-पौध अपना भोजन कस कार बनात ह

पौध का भोजन-पड़-पौध अपना भोजन जमीन और हवा स ात करत ह जस कारहम अपना भोजन बनान क लए की सामी जस-चावल दाल आल मसाल तल एवअय सामी क आवयकता होती ह उसी कार पौध भी वभ मायम स अपनभोजन क लए की सामया ात करत ह जस-

की सामी ोत मायम

जल एव खनज लवण म जड़ ारा म स अवषोशत करक तना एव शाखाक मायम स पय तक पचाना काबन-डाई-आसाइड वायमडल पय ारा त सम र (टोमटा) ारा

पौध म भोजन नमाण क या-

पौध क हर भाग वषशकर उसक पय म पणहरतलोरोफल बीसवतवचीलससहोता ह लोरोफल सय क ऊजा को इका करन म पय क मदद करता ह इसया म

पौध वायमडल स काबन-डाई-आसाइड गस तथा जड़ ारा भम स जल व लवण कोअवषोशत कर भोजन (काबहाइडordfट) का नमाण करती ह सय क काश म भोजनबनान क या को काष सषण कहत ह इस हम इस कार स भी समझ सकत ह-

काश सषण का महव-

काष सलशण क या ारा बन काबहाइट का उपयोग पौध म तरत हो जाता हया वह अघलनषील मड (टाच) क प म पौध म इका हो जाता ह भोजन बनान कइस या म पौध आसीजन गस पण र (छ) ारा बाहर नकालत ह जो हमारवायमडल को श रखती ह आसीजन गस का योग सभी जीव-जत सास लन कलए करत ह पय ारा नमत भोजन पौध क वभ भाग जस जड़ तना पयअथवा फल म सचत कर लया जाता ह जड़ क ारा अवशोषत अतर जलपय स वाप क प म बाहर नकलता रहता ह इस या को वापोसजन कहत हपौध पय क इह छ ारा दन-रात सन या करत ह हमारी तरह सन याम आसीजन लत ह तथा काबन-डाई-आसाइड गस बाहर नकालत ह

सोचए-

यद काष सलशण न हो तो या होगा यद सय न हो तो या होगा यद पड़-पौध न हो तो या होगा

पौध म भोजन क अय वधया-बरसात क दन म आपन गोबर या कड़ क ढर परव क छाल पर छ जसी सरचना दखी हगी या बड़-बड़ व क तन षाखा एवपय स लपट रसीनमा सरचनाए सोचए इनम न तो पया रहती ह और न हीलोरोफल तो य-कस जीवत रहत ह य अपना भोजन कस बनात हग

आइए जान- कछ पौध अपना भोजन वय नह बनात य अपना भोजन मत एव सड़-गलपदाथ स हण करत ह उह मतोपजीवी कहत ह जस-ककरमा आद

आपक म इस तरह क पौध को या कहा जाता ह

ऐस पौध एव जत जो अपन भोजन क लए सर जीवत पौध एव जत पर नभररहत ह उह परजीवी कहत ह जस-अमरबल का पौधा आद जन पौध स व पोषणात करत ह उह परपोषी कहत ह

या आप भी अपन आसपास ऐस पौध को दखत ह जो सर व स लपट रहत ह उनक नाम बताइए

कट-पतग खान वाल पौध का ससार-

आपको यह जानकर आचय होगा क कछ पौध बत ही चतराई स अपन भोजन कलए कट-पतग को पकड़त और खात ह इन पौध क पया बत वच होती हऐस पौध दलदली भम या तालाब क समीप पाए जात ह जहा नाइोजन क कमी रहतीह य पौध अपन भोजन म नाइोजन क आवयकता कट-पतग को पकड़कर तथाउनको पचाकर परा करत ह य पौध ह-

1 वीनस लाई

इन पौध क पया चपट दो भाग म बीच स जड़ी रहती ह तथा उसक पया कनारस नकली होती ह उड़त ए कड़ जस ही पय पर बठत ह पय क दोन हस बदहो जात ह कड़ उसम कद हो जात ह पय स नकलन वाला पाचक रस उस गलादता ह तथा पौध ारा उस पचा लया जाता ह

2 नपीज

इस पौध को घटपण का पौधा पजबीमत सदज भी कहत ह यक इसक पयक आग वाला भाग लब घड़ क आकार जसा होता ह इसक ऊपर पी का ढकन लगारहता ह घड़ क ऊपर मीठा व खषबदार रस नकलता ह जसक कारण कट पतगउसक मख क पास आत ही फसल कर अदर चल जात ह और उसका ढकन बद होजाता ह

पौध एव जत क परर नभरता-

अब तक हमन जाना क पौध अपना भोजन वय बनात ह और सभी जत भोजन कलए पौध पर नभर रहत ह यद पौध न ह तो कसी भी जीव को भोजन नह मलगा

सोचए-

यद जगल म पड़-पौध क सया कम हो जाए तो खरगोश बकरी हरनआद(शाकाहारी) जीव पर या असर पड़गा यद शाकाहारी जीव क सया कम हो जाएगी तो मासाहारी जत का याहोगा यद शाकाहारी जीव क सया बढ़न लग तो

या आपन भी ऐस पौध को दखा ह जो कट पतग खात ह बड़ स पछकर उसक नामबताइए

इह भी जान-

शाक -सजी खान वाल जत -शाकाहारी मास-मछली खान वाल जत -मासाहारी पौध एव जत दोन को खान वाल जत-सवाहारी

इस कार हम दखत ह क भोजन क नभरता क आधार पर पौध स लकर मासाहारीजत तक क एक सीधी कड़ी बन जाती ह जस हम खा शखला ववक बपदकहत ह च को यान स दखए और बताइए - स हर पौध को कौन जत खा रहा ह

बकरी को कौन खा रहा ह

इस कार हमन दखा क खा शखला म यक जीव य या अय प स एक-सर स जड़ रहत ह इसक कसी भी हस म असतलन स परी शखला असतलत होजाती ह जसस परा पयावरण भावत होता ह इस कार खा शखला वभ जीवक सया को सतलत एव नयत रखती ह जो पयावरण सतलन म मदद करती हआइए इस करक समझ-

च क अनसार काड अथवा दयासलाई स आकत बनाइएनीच वाला कोई एक काड या दयासलाई खचए तो या होगाआकत न हो जाती ह

हमन जाना क पौध एव जत दोन ही एक-सर पर नभर ह पौध ारा नकलाआसीजन जत क लए तथा जत ारा छोड़ा गया काबन-डाई-आसाइडपौध को भोजन बनान क लए आवयक ह हम सभी क जरत परी हो इसक लएहम

अधक स अधक पौध लगाए पड़-पौध एव जत क रा कर पयावरण सरत एव सरत रख

अयास

1 न क उर लखए-

(क) कटभी पौध क नाम लखए

(ख) पड़-पौध हमार लए य उपयोगी ह

(ग) पौध एव जत एक-सर पर नभर ह कस

(घ) हर पौध को वपोशी एव जत को परपोशी कहा जाता ह य

2 सची lsquoकlsquo और lsquoखlsquo का मलान उनक उपयोगता क आधार पर करए-

सची lsquoकlsquo सची lsquoखlsquo

(जत) (उपयोग)

(क) भड़ खत क जताई

(ख) गाय अडा

(ग) बल ध

(घ) मग ऊन

3 नीच द गई तालका म षाकाहारी मासाहारी एव सवाहारी जत क नाम लख-

शाकाहारी मासाहारी सवाहारी

गाय शर कौआ

आइए कर-

अपन परवशीय जीव-जत क च को खोजकर एकत करए तथा आप भीएक खा शखला क कड़ी बनाकर का म टागए

कतना सीखा-2

1 सही मलान कर -

(क) धवा राीय पाक उराखड

(ख) रबी फसल क चआ

(ग) जवक खाद गजरात

(घ) जम काबट राीय पाक ग

(ङ) गर राीय पाक उर दश

(च) वम कोट गोबर क खाद

2 सही कथन क आग (स ) का तथा गलत कथन क आग (ग) का नशान लगाए -

(क) आदमानव जानवर क खाल को व क तरह पहनत थ ( )

(ख) सबस पहल आदमानव न धात क औजार बनाए ( )

(ग) गाय थम पालत पश ह ( )

(घ) चपको आदोलन क शआत सदर लाल बगणा जी न क ( )

(ङ) हर पौध अपना भोजन वय बनात ह ( )

(च) पौध एव जत सन म आसीजन गस हण करत ह ( )

(छ) पौध काश सषण म काबन-डाई-आसाइड गस लत ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) दोमट म म उगन वाली फसल क नाम लखए

(ख) जवक खाद स या लाभ ह

(ग) रड डाटा बक स आप या समझत ह

(घ) वलत एव सकटत जीव क दो-दो उदाहरण लखए

(ङ) मती आदोलन या ह

(च) जगल स होन वाल अय लाभ बताए

(छ) भोय पदाथ क सरण क आवयकता य होती ह

(ज) भोजन बबाद न हो इसक लए या उपाय करग

4 सही वकप क सामन वाल व को काला कर -

1 भोय पदाथ क सरण हत रासायनक पदाथ का अधक उपयोग -

(क) लाभद ह (ख) हानकारक ह

(ग) वाद बढ़ान वाला ह (घ) खापन लाता ह

2 भोय पदाथ क सड़न म मय भमका नभात ह -

(क) फफद (ख) खमीर

(ग) जीवाण (घ) य सभी

5 अपन घर म सरत कए गए भोय पदाथ क सची बनाइए तथा उनक सरण कवधया लखए

6 र ान क पत कर -

(क) पौध क पया क कारण हरी दखाई पड़ती ह

(ख) जत म एक नत आय तक होती ह

(ग) अमरबल पौधा ह

(घ) का पौधा कटभी ह

(ङ) सभी जीव अपन पोषण क लए पर नभर ह

11-ऐस भी होत ह घर

ब आप मझ जानत ह मझ यार करत ह आप मर बना नह रह सकत आपवालय म होत ह या कसी घमन-फरन क जगह पर मझ याद करत ह म आधीवषा तफान सद गम स आपको सरा दता अब बता म कौन ठक सोचाम आपका यारा घर जहा आप अपना बत सारा समय बतात ह मरा इतहास बतपराना ह उतना ही पराना जतना क धरती पर सबका जीवन लोग न समह क प मएक जगह सरत रहन क लए मझ बनाया हर ाणी न अपन रहन क अनकल जगहऔर सरा को यान म रखकर अलग-अलग तरीक का घर बनाया इसलए मर कई पह आपन अपन आस-पास तरह-तरह क घर दख हग इनम स कछ घर क होत ह तोकछ घर पक कछ एकमजला या दोमजला होत ह तो कह-कह बमजला इमारतदखाई दती ह इन भता क अलावा और भी कई तरह क घर बनाए जात ह वशष क जलवायमौसम क आधार पर भी घर क वप या बनावट म अतर दखाईपड़ता ह अलग-अलग म घर बनान म य होन वाली सामी भी अलग-अलगहोती ह

बास का घर-

इस तरह क घर उन ान पर बनाए जात ह जहा बत अधक बारश होती ह ऐसान पर घर जमीन स 10-12 फट क ऊचाई पर बास क मजबत ख पर बनाए

जात ह बास अधक समय तक पानी म रहन पर भी सड़ता नह ह य घर अदर स भीलकड़ी क बन होत ह

बफ क घर-

ऐसी जगह जहा चार ओर कवल बफ ही बफ होती ह वहा लोग बफ क सलय कघर बनात ह ऐस घर को lsquoइलlsquo कहत ह ऐस घर क दवार अदर स छन पर ठडी तोलगती ह पर व बाहर गरती बफ और ठढ को अदर नही आन दती इसक अदरआग जलाई जाती ह जसस घर गम रहता ह

म क घर-

ऐस ान जहा बारश बत कम होती ह तथा अयधक गम पड़ती ह वहा लोग मक घर बनाकर रहत ह घर क दवार बत मोट होती ह म सय क गम स सखकरकठोर हो जाती ह मोट दवार क कारण गम घर क अदर नह आ पाती ह

तरत ए घर-

इस कार क घर लकड़ी क डग क भात बन होत ह य नाव क तरह पानी म तरतरहत ह इसलए इस तरत ए घर या हाउसबोट भी कहत ह

इस भी जान -

चीन म बत स लोग नाव पर बन घर म रहत खात-पीत और सोत ह यह अपन लएइसी पर सजया उगात ह और मगया भी पालत ह इन घर को lsquoसामपानrsquo कहत ह

पर क घर-

ऐस घर पवतीय म दखत ह इस कार क घर पर को काटकर उह एक कऊपर एक रखकर बनाए जात ह पर क ऊपर म और चन क पताई क जाती हपवतीय म बारश बत अधक होती ह तथा बफ भी गरती ह अतः ऐसी जगह परघर क छत सपाट नह बनाई जाती ह इन घर क छत ढलवा होती ह

घमत लोग क घर-

ऐस लोग जो हमशा एक जगह पर ायी प स नह रहत ह व इस कार क घर मरहत ह इह जहा ठहरना होता ह वहा य अपना घर अायी प स टट आद क मददस बना लत ह कभी-कभी लोग आवयकतानसार भी इस तरह क घर बनाकर रहत हजस बाढ़ या भक वाल म लोग ायः इस तरह क घर बनाकर रहत ह

इस भी जानए -

बना दवार क घर - अमजन क जगल म बत पानी बरसता ह तथा बत गम पड़ती हउमस स बचन क लए यहा क लोग ताड़ क पय को ख स टका कर बड़ीगोलाकार छत बनात ह इसम दवार नह होती ह यह छत बीच स खली होती ह

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) अयधक वषा वाल ान म क घर बनाए जात ह

(ख) पानी म तरत ए घर को कहत ह

(ग) स बन घर को इल कहत ह

(घ) चलत-फरत घर प स बनाए जात ह

2 घर हमार लए य जरी ह

3 हाऊसबोट सर घर स अलग ह कस

4 lsquoसामपानrsquo कस कहत ह

5 पवतीय क घर क छत तरछ य बनाई जाती ह

6 म स बन घर क या वशषता होती ह

7 lsquoबना दवार क घरrsquo कहा बनाए जात ह

8 या आपक यहा बफ क घर बनाए जा सकत ह यद नह तो य

ोजट वक -

अलग-अलग चीज जस म लकड़ी कपड़ क टकड़ रगीन कागज जत क डबमाचस क डबी पर क टकड़ ई आद का योग करक आप तरह-तरह क घर कामाडल तयार कर

12-आपदाए और उनस बचाव

इस बार इतनी बारश ई क गाव म बाढ़ आ गई गाव क सभी लोग न बचन क लएटल पर बन पचायत भवन म शरण ली

आपदा क आशका म क गई पव तयारी जानमाल क नकसान को कम कर सकती ह

आपदा का अथ होता ह-अचानक आन वाला सकट आपदा अचानक होन वाली वहघटना ह जसस सामाय जन जीवन अत-त हो जाता ह ायः हम सभी कसी नकसी सकट जस आधी तफान बाढ़ भक सड़क घटना आद क वषय म दखतया सनत रहत ह जब यही सकट ापक प ल लत ह तब य आपदाए कहलाती हआपदाए मयतः दो तरह क होती ह-

ाकतक आपदाए - ऐसी आपदाए जो कतजय होती ह ाकतक आपदाए कहलातीह जस - भक बाढ़ सखा ल आधी तफान शीत लहर बादल फटना वन म आगलगना वालामखी भखलन आद

मानवजनत आपदाए - ऐसी आपदाए जो मानवजय होती ह मानव जनत आपदाएकहलाती ह जस - आग षण अपराध दगा रासायनक घटनाए जनसयावोट भीषण रल घटना आद

चचा करए-

या कभी आपन या आपक कसी जानन वाल न ऐसी मसीबत का सामना कया हऐसी मकल समय म लोग को कस-कस तरह क राहत सामी क जरतपड़ती ह लोग असर एक जगह पर पास-पास य बसत ह या आपन कभी दखा ह क पास-पड़ोस क लोग न मलकर एक सर क मददक हो कब-कब और कस

लोग को कई बार ऐसी मकल का सामना करना पड़ता ह जसम जान-माल का भारीनकसान होता ह बत स लोग बघर हो जात ह ऐस समय म आपदा सत मवशष सहायता क आवयकता होती ह वतमान समय म वानक गत न इनका(आपदा का) सामना करन म मनय क बत सहायता क ह

ायः यह दखा गया ह क जब कभी भी आपदा आती ह तब वहा बचाव काय क लएसव थम ानीय लोग ही आग आत ह अतः ानीय लोग क लए आपदा सनपटन एव बचाव क तरीक को जानना आवयक ह आपदा आन पर हम कस कारबच सक और सर क भी जान बचा सक आपदा बन ारा हम यह जानन म मददमलती ह इस तरह क सकट क तय म हम मयतः तीन बात पर यान दनाचाहए-

सावत खतर क पहचान करनाआपदा स नपटन क तयारी जस- भोजन पयजल रोशनी आद क वाकरना आपदा क पात बचाव राहत एव पनवास काय

इसक अलावा इन आपदा स नपटन म सबस अधक महवपण ह- मनय क अपनीसझबझ धय तथा आपदा स सबत ली गई सावधानया वभ तरह क आपदास हम अपना बचाव नीच दए गए तरीक स कर सकत ह

भक - जसा क नाम स ही होता ह क भम क कापन को भक कहा जाता हयह एक वनाशकारी ाकतक आपदा ह अधक ती भक आन स जमीन हलन ककारण घर मकान पल आद गर जात ह इसस अयधक जन-धन क हान होती ह

भक स सरा -

भक क समय अगर आप मजबत इमारत क अदर ह तो वह बन रह कसीमजबत मज या डक क नीच छप जाए और उस मजबती स पकड़ ल कन बदहोन तक तीा करअगर परान व कमजोर भवन म ह तो सरत रात स बाहर नकलबाहर नकलन क लए लट का योग न कर सीढ़ का योग करखल मदान क तरफ जाए

आग - कई बार लोग क लापरवाही क कारण खत खलहान घर कान आद म आगलग जाती ह इसस बत यादा जन-धन क हान होती ह

आग स सरा -

आग वाल ान क समीप न जाएवलनशील वत स न खल तथा उस सरत ान पर रखआग लग ए ान स रगत ए बाहर नकल और मह ढक रहशरीर क कपड़ म आग लगन स दौड़ नह बक जमीन पर लटकर बार-बार उटपलट ताक आग बझ जाएआग लगन वाल ान पर चपल पहन कर जाएजलत ए टकड़ को सावधानी पवक फ क

आग बझान हत अन शमन य बाल पानी आद योग का कर

बाढ़ - कसी रहायशी का जलमन हो जाना बाढ़ कहलाता ह बाढ़ अयधक वषाक कारण आती ह अयधक वषा स इतना पानी इका हो जाता ह क वह रहायशीइलाक तक पच जाता ह कभी-कभी नद क बाध टटन स भी बाढ़ आ जाती ह

बाढ़ स सरा -

बाढ़ आन पर ऊच एव सरत ान पर जाएजब तक बत जरी न हो बाढ़ क पानी म न उतरजन ान पर बजली क तार गर ह उधर न जाएबाढ़ आन पर कसी भी कार क बजली क वच को न छएबाढ़ क सचना मलन पर घर क कमती सामान तथा महवपण कागजात कसीसरत ान पर रखतराक सीख तथा सखाएबाढ़ क बाद असर जल जनत रोग फलत ह उनस बचाव क उपाय कर

सोचए और बताइए -

कभी-कभी कछ इलाक म बकल बारश नह होती नद तालाब कए आद सब सखजात ह फसल क लए पानी नह मलता खत सख जात ह ऐस समय म वहा रहनवाल लोग को मदद क जरत होती ह आप ऐस लोग क मदद कर सकत ह सोचकरबताइए क आप अकाल म परशान लोग क मदद कस करग

कसी भी तरह क आपदात म लोग को कई कार क सहायता क आवयकताहोती ह सकट क त म यह बत महवपण होता ह क लोग क ताकालक

मलभत आवयकता जस- भोजन पयजल रहन का ान आद क वा कजाए इस काय क लए कई तरह क साए एव सरकारी सवा क ारा आपदापीड़त लोग क मदद क जाती ह

पता करए और लखए -

कसी मसीबत क समय आपको इनक जरत पड़ सकती ह इनस सक करन कलए आप इनक फोन न0 तथा पता लखए -

सबत सवा पता फोन न0

दमकल क

नजदक अताल

एबलस

नजदक पलस थाना

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) आपदाए मयतः तरह क होती ह

(ख) षण एक आपदा ह

(ग) भक क समय कसी इमारत स बाहर नकलन क लए का योग कर

(घ) कसी रहायशी का जलमन हो जाना कहलाता ह

(ङ) वत स न खल

2 ननलखत क उर लखए -

(क) आपदा का या अथ ह

(ख) कह दो मानवजनत आपदा क नाम लखए

(ग) बाढ़ एव सखा म या अतर ह

(घ) आपदा बधन कट म कौन-कौन सी सामी होती ह

(ङ) भक आन पर आप कस कार अपना बचाव करग

ोजट वक -

वभ कार क आपदा स नपटन हत एक आपदा बधन कट तयार कजए

13-जल ह तो कल ह

जल हमार जीवन क लए बत आवयक ह जल क बना जीवन सभव नह ह आपनदखा होगा क गम क दन म वभ ल पर लोग ारा पानी पलान क वा कजाती ह इस कार क वा को lsquoयाऊlsquo कहा जाता ह जसम आन-जान वाल रातपर कह-कह व पानी को घड़ म या अय बरतन म ढककर रखा जाता ह जहाकोई भी यासा आकर अपनी यास बझा सकता ह

चचा करए-

या आपक घर या आस-पास ऐसी वा ह या आपन रलव टषन बस टशन अताल या अय सावजनक ल परऐसी वा दखी ह

याय क सवधा क लए रलव और बस टषन पर पीन हत नल या पानी क टक लगीहोती ह ऐसी सवधा अताल म मरीज क लए होती ह पोल पप पर भी पीन हतपानी क वा रहती ह

अपन बड़ स बातचीत कर-

पहल मसाफर (आन-जान वाल लोग) क लए पानी क वा कस-कस तरहस क जाती थी

आजकल याा क दौरान लोग पीन क पानी क वा कस कार करत ह

लखए -

उन याकलाप क सची बनाए जसम आप पानी का उपयोग करत ह -

पड़-पौध तथा फसल को भी व तथा वकास क लए पानी क आवकता पड़ती हपौध को जन पोषक तव क जरत होती ह व पानी म घलकर जड़ ारा पौध कवभ भाग तक पचत ह

सचाई क ोत एव साधन-

खती क लए सचाई बत आवयक ह वषा क माा कम होन पर फसल को पयातमाा म पानी नह मलता जसस व सख जाती ह अ का उपादन कम हो जाता हअतः फसल क अ उपादन क लए उचत समय पर सचाई क आवयकता पड़तीह सचाई क लए कसान तालाब कआ नद आद स जल ात करत ह कआतालाब सचाई क परपरागत ोत ह आजकल अधक माा म पानी ात करन क लएनलकप का योग कया जाता ह नहर बनाकर सचाई क सवधा दान क जा रही हभमगत जल को नकालन क लए बजली चालत प का योग कया जाता ह

अपन आस-पास क खत म जाकर पता कर क सचाई क लए कन-कन साधन कायोग कया जाता ह उनक सची बनाए

बड़ स पता कर-

कस फसल को पानी क सबस अधक आवयकता होती हवह फसल कस उगाई जाती ह

सचाई म पानी क माा फसल क कार पर नभर करती ह कछ फसल को अधकपानी क आवयकता होती ह जस-धान कछ फसल म पानी क आवयकताअपाकत कम होती ह जस ग चना मटर सरस आद जबक कछ फसल को

पानी क साथ-साथ तज धप क भी आवयकता होती ह जस-ककड़ी तरबज खरबजाआद

अपन घर क बड़ क साथ कसी खत का मण कर वहा काय कर रह कसान सननवत ब पर चचा कर -

आपक खत म कौन सी फसल क पदावार क गई ह फसल क सचाई क लए जल कहा स ात करत ह कम सचाई वाली फसल एव यादा सचाई वाली फसल कौन-कौन सी ह सचाई क लए कौन-कौन स साधन का योग करत ह

भमगत जल का पनभरण-

lsquoजल ही जीवन हlsquo इस बार म सब बात करत ह लकन जल कहा स आता ह और इसकस एक करक रखना ह इसक बार म भी हम सबको सोचना आवयक ह

पहल लोग पानी क लए नदय एव झील क अलावा तालाब और क पर नभर रहतथ परत आजकल लोग बजली चालत मषीन का योग यादा कर रह ह औरपारपरक तौर-तरीक स र होत जा रह ह हडप बवल (नलकप) बोरवल कारा भमगत जल को लगातार नकाला जा रहा ह इसका परणाम यह होता जा रहा हक लोग जमीन स पानी तो नकालत जात ह लकन जमीन क अदर पानी क तर कोबनाए रखन का उपाय नह करत

यद भमगत जल को लगातार नकालत रह तो आन वाल समय म सभी को जल ककमी का सामना करना पड़गा यप बारष यक वष होती ह परत पानी उतनी तजीस भम क अदर नह जा पाता और उसका बड़ा हसा ऊपरी सतह स होकर नकलजाता ह इस कारण जमीन म पानी का तर पनः उस तर को ात नह कर पाता लोगइस नह समझ पा रह ह जसक कारण पानी क समया पदा हो रही ह

आज जल सरण क कई तरीक अपनाए जा रह ह हम पारपरक तौर-तरीक को भीअपनाना होगा जसस वषा का पानी एक कया जा सक परान तालाब एव क को

फर स जीवत करना होगा शहरी म लोग को अपन घर क छत स बारश कापानी जमा करन क वा करनी होगी अपन आस-पास वषा क जल को जमीन कअदर पचान का यास करना होगा इसक अतर जल का सावधानीपवक उपयोगकरक हम वय क तर पर भी जल का बचाव कर सकत ह जस-

जतन पानी क आवयकता हो उतना ही उपयोग करनल को इतमाल करन क बाद बद कर दटपकत या रसत नल क मरमत तरत कराएश करत समय नल को खला न छोड़रसोई घर म बाट या टब म बतन धोएपानी क बोतल म बच ए जल को फ कन क बजाए उस पौध म डाल दतालाब नदय एव क क जल को शत न कर उसम कचरा ना फ क

इस भी जान- सचाई क लए प (टपक) या कलर (छड़काव)वध का योग करनाचाहए जसस पानी का खच कम हो

जल सरण को लकर सभी को जागक होना चाहए यह सब लोग क एकजट यासस ही सव ह

चचा करए-

सीमा क मोहल म दो परान कए ह जो अब सख गए ह उसक दाद बताती ह कलगभग 15-20 साल पहल तक उसम पानी था या कए सखन क ननलखत वजहहो सकती ह-

कई जगह मषीन लगाकर जमीन का पानी नकाला जा रहा हपड़ क आस-पास और पाक म जमीन को सीमट स पका कर दया गया हतालाब जसम बारष का पानी इका होता था अब नह रह

या आप कोई और भी कारण बता सकत ह

भमगत जल क कमी क कारण-

जनसया व क कारण भजल क बढ़ती माग ससचाई एव औोगक काय क लए मषीन का योग करन सतालाब पोखर जस- जल क ाचीन साधना का रख-रखाव न होन सघरल काय क लए प स जमीन क अदर स अधक पानी नकालन सवषा क जल को एक न करन स

ाचीन काल स ही जल क महा उसक सफाई और उसक ोत-कए तालाब नहरबावड़ी इयाद का नमाण जनता क भलाई का काय समझा जाता था भारतीय शासकजल क महव और सरण क त जागक थ मौय काल म लोग जल क महव सभली-भात परचत थ और जल बधन क उम वा थी चगत मौय करायपाल पयगत न सदशन झील का नमाण करवाया साट अशोक न जगह-जगहपर कए खदवाए याऊ बनवाए गत शासक क ारा भी जल क सरण का कायकया गया साट कदगत न सदशन झील क पननमाण का काय करवाकर लोग कजल सकट को र कया सतनत काल म फरोजशाह तगलक ारा कए एव जलाशयक साथ कई बड़ी नहर का भी नमाण करवाया गया

भमगत जल क पनभरण क वधया-

जल क कमी को र करन क लए आवयक ह lsquoजल का सचयन एव पनभरणlsquo कयाजाए यद हम वषा क जल को एक कर भमगत जल क प म पनभरण करत ह तोहम जल क कमी का सामना नह करना पड़गा

वषा क जल को भमगत जल म सचयन एव पनभरण क अनक वधया ह-

तालाब म वषा का जल एक करनाछत स ात वषा क जल को पाइप क मायम स टक म एक करना

पनभरण गडढ़ क ारा जल सचयन करनानलकप ारा छत स वषा क जल को एक करना पट या ग ारा छत क वषा क जल को एक करना

अयास

1 क उर लखए-

(क) याऊ कस कहत ह

(ख) खती क लए सचाई क आवयकता य पड़ती ह

(ग) सचाई क लए कन-कन साधनो का योग कया जाता ह

(घ) भमगत जल क कमी क कारण लखए

(ङ) भमगत जल क पनभरण क वधया कौन-कौन सी ह

2 पता कजए-

या आपक घर या कल क आस-पास तालाब कआ या बावड़ी बनी ह इस दखनजाए और पता कर-

यह कतना पराना ह इस कसन बनवाया ह इसम पानी साफ ह या नह इसका पानी सख तो नह गया ह यद सख गया ह तो कस कारण स

3 आपक आस-पास सचाई क लए जल कहा स ात होता ह उनक च दए गएबास म बनाए और नाम लख -

14-जल क गण एव जल षण

आपन दखा होगा यद जमीन पर पानी गर जाए तो वह एक जगह र रहन क बजायआस-पास फल जाता ह पानी म बहन का गण होता ह इस तरह क पदाथ को तरलपदाथ कहत ह पानी का कोई अपना आकार नह होता ह पानी जस भी आकार कबतन म रखा जाता ह यह उसका आकार ल लता ह

करक दखए-

कटोरी एव गलास म पानी क समान माा डालकर दख पानी का आकार कसाहो जाता ह

पानी कटोरी एव गलास क आकार का हो जाता ह पानी जो जगह घरता ह वह उसकाआयतन कहलाता ह तरल पदाथ को उनक आयतन ारा मापा जाता ह इसक मापइकाई लीटर होती ह

पानी क घलनशीलता-

गमय म हम शबत पीत ह शबत चीनी को जल म घोलकर बनाया जाता ह

या जल म सभी पदाथ घल जात ह

आइए पता लगाए-

काच क चार गलास ल यक को जल स आधा भर नमक चीनी चाक पाउडर तथारत अलग-अलग गलास म डालकर चमच स मलाए और दख

नमक तथा चीनी जल म घल जात ह चाक पाउडर तथा रत जल म नह घलत ह ऐसपदाथ जो कसी व म घल जात ह जस - नमक चीनी आद उनको वलय पदाथ कहतह वलय पदाथ जस व म घलत ह उस व को वलायक कहत ह कछ पदाथ ऐस भीहोत ह जो व म नह घलत ह उह अवलय पदाथ कहत ह जस- चाक पाउडर रतआद व म कसी वलय पदाथ क घलन पर वलयन बनता ह

ननलखत सारणी को परा कर-

पदाथ का नाम जल म वलय जल म अवलय कस जाना

1 चीनी

2 लकड़ी का बरादा

3 फटकरी

4 मोम

5 लोह क छलन

वलय पदाथ को शी घोलन क लए व को हलाना पड़ता ह कसी वलय पदाथ कोदान क प म तथा पाउडर क प म लन पर कौन शीता स घलता ह

याकलाप -

दो परखनलया ल यक को जल स आधा भर द एक परखनली म आधा चमचदानदार चीनी डाल सरी परखनली म आधा चमच पसी चीनी डाल दोन परखनलयको हलाए या होता ह पसी ई चीनी शीता स घल जाती ह

पाउडर क प म पदाथ शीता स घलत ह

या जल क नत आयतन म चीनी क कोई भी माा वलय ह

याकलाप-

एक परखनली को जल स आधा भर इसम आधा चमच चीनी डालकर हलाए चीनीक माा बढ़ात जाए या होता ह एक नत माा क पात चीनी का घलना बदहो जाता ह अब परखनली को गम कर या होता ह चीनी क और थोड़ी माा घलजाती ह वलायक क ताप म व होन पर वलय क अधक माा घल जाती ह

कछ ऐस भी पदाथ ह जो जल म अवलय ह परत अय व म वलय ह जस - मोम वतारकोल जल म अवलय ह कत म क तल तथा पोल म वलय ह

करक दखए -

एक कटोरी ल उसम थोड़ा पानी डाल फर उस पानी म तल क कछ बद डालएअब उनको चमच क सहायता स मलान का यास कजए या होता ह

आपन दखा होगा क अयत कोशश क बाद भी पानी और तल आपस म नह मलहग ऐसा इसलए होता ह यक समान कत वाल पदाथ समान कत वाल पदाथम ही घलत ह पानी और तल क कत वपरीत होती ह जस कारण स पानी और तलआपस म नह घलत ह

करक दखए-

एक बड़ी कटोरी ल उसम थोड़ा पानी भर अब कछ छोट पर क टकड़ लोह ककल पानी क सतह पर रख आप या दखत ह

आपन दखा क पर क टकड़ कल पानी क सतह पर नह तरत ह बक डब जात हजो वतए पानी म नह घलती ह व या तो पानी म तरती ह या व डब जाती ह जो वतएपानी स हक होती ह व पानी क सतह पर तरती ह जबक जो वतए पानी स भारीहोती ह व पानी म डब जाती ह

जल षण-

जल म घलनशीलता क गण क कारण कछ ऐस पदाथ पानी म मल जात ह जस साबनकड़ा-कचरा आद जो पानी को षत करत ह इस कार जल क षत होन को जलषण कहत ह इनक कारण पानी म समजीव पनपत ह जो बीमारय का कारण होतह

अपन आस-पास दखो क जल कन कारण स षत हो रहा ह

कारखान स नकला आ अपश पदाथ नदय म छोड़ा जाता ह जसस नदय काजल षत हो जाता ह कष काय हत उपयोग म लाए जान वाल कटनाशक भी जलषण का कारण होत ह मानवीय याकलाप जस नद तालाब आद म कपड़ धोनापश को नहलाना वय नहाना आद क कारण भी नदय और तालाब का जलषत होता ह इस जल का योग हम अपन दनक जीवन क वभ काय म करत ह

पता कजए-

घरवालयपड़ोस क लोग पानी कस एकत करत ह जहा पानी रखा गया ह वह जगह कसी ह जस बतन म वह पानी एकत करत ह या वह ढक होत ह या नह यद पानी का बतन नह ढका होता ह तो उसम पानी कसा दखता ह या आप ऐस पानी को पीना पसद करग

गद जगह पर खल बतन म रखा आ पानी हम पीना पसद नह करग ऐस पानी म रोगफलान वाल कटाण होत ह जो पानी को षत कर दत ह य कटाण नगी आख या हडलस स दखाई नह दत ह इह दखन क लए वशष उपकरण या य क आवयकता

होती ह जस समदश कहत ह ऐसा पानी हमार वाय क लए हानकारक होता हषत पानी को पीन स हम वभ कार क बीमारया हो सकती ह

आइए जान-

षत जल स होन वाली बीमारया उनक लण एव बचाव क तरीक-

इसक अतर जल स होन वाली अय बीमारया ननवत ह-

मलरया-

यह रोग मादा एनाफलीज मर क काटन स होता ह जो इस परजीवी को मनय कशरीर म छोड़ता ह इसम रोगी को सद और सर दद क साथ बार-बार बखार आता ह

बचाव-

मर को पनपन स रकअपन घर तथा घर क आस-पास गदा पानी न इका होन दमरदानी का उपयोग करऐस कपड़ पहन जो शरीर क अधकाश भाग को ढक सक

उपचार -

रोगी क डाटर स जाच कराई जाए

इस भी जान-सनकोना व क छाल स कनन नामक औषध ात क जाती ह इसऔषध का उपयोग मलरया क उपचार म कया जाता ह

डग -

डग बखार एडीज मर क काटन स फलता ह एडीज मर को टाइगर मर भीकहत ह यह मर हमार घर क आस-पास साफ व क ए पानी म पनपता ह डगक बखार म रोगी को ठड लगन क साथ तज बखार आता ह शरीर पर लाल चक होजात ह जोड़ म दद रहता ह

बचाव -

अपन घर क आस-पास अनावयक पानी एक न होन द यक एडीज मर क एसाफ पानी म ही पदा होत ह कलर पय एव जानवर क पानी पीन क बतन औरफलदान आद का पानी कछ दन बाद एक बार खाली करक पनः भर परी बाह वालकपड़ पहनन चाहए जसस शरीर का अधक स अधक भाग ढका रह मरदानी कायोग करना चाहए

उपचार -

रोगी को दद एव बखार कम करन क कोई भी दवा वय नह लनी चाहए यह दवाएवाय क लए हानकारक हो सकती ह डाटर क सलाह स ही दवा का योग करनाचाहए

चकनगनया -

यह रोग चकनगनया वषाण (वायरस) ारा होता ह यह वायरस एडीज मर ककाटन स फलता ह यह मर दन क समय काटत ह इसम रोगी को जोड़ म दद क

साथ तज बखार होता ह इसक अतर सर दद थकान जोड़ म सजन शरीर परचक आद लण भी हो सकत ह

बचाव-

मरदानी का योग करअपन आस-पास पानी एकत न होन दसमय-समय पर कटनाशक का छड़काव कराए

उपचार-डाटर क सलाह ल

पानी पीन क सही तरीक पर नशान लगाइए -

चचा करए-

खल क का पानी य नह पीना चाहए घड़ स पानी नकालत समय कन बात का यान रखना चाहए घर और कल म पीन क पानी का सह कस तरह करना चाहए

पानी को पीन योय कस बनात ह

पानी को पीन योय बनान क लए सबस अा उपाय पानी को उबालकर ठडा करकछानना ह इसस सभी रोगाण न हो जात ह शहर और कब म पीन का पानी बड़ी-बड़ी पानी क टकय म सह कया जाता ह इस पानी म लीचग पाउडर डालकर औरश कर जल क आपत क जाती ह इसी कार कए क पानी म लाल दवा (पोटशयमपरमगनट) मलाकर पीन क योय बनाया जाता ह जस तरह वषा का जल म क पतस छनकर श हो जाता ह उसी तरह षत पानी को छानकर योग योय बना सकत ह

अयास

1 सही वाय पर (uuml) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) मोम पानी म घल जाता ह ( )

(ख) जल षण का एक कारण कारखान स नकला आ कचरा भी ह ( )

(ग) जानवर को नदय म ही नहलाना चाहए ( )

(घ) खत म डाल गए कटनाशक पदाथ जल को षत करत ह ( )

(ङ) तल पानी म घल जाता ह ( )

(च) वलय और वलायक मलकर वलयन बनात ह ( )

(छ) पानी क ोत क ान पर बतन धोन तथा जानवर को नहलान स

पयजल षत हो जाता ह ( )

2 सोचए और लखए-

(क) वलय और वलायक स आप या समझत ह

(ख) वलयन या ह

(ग) जल षण कन कारण स होता ह

(घ) षत जल स हमार वाय पर या भाव पड़ता ह

(ङ) कह दो चीज क नाम लखए जो पानी म घल जाती ह

(च) लोह क कल पानी म य डब जाती ह

(छ) षत जल स होन वाली कह दो बीमारय क नाम व उनक लण लखए

(ज) पीन का पानी व हो इसक लए हम या सावधानया रखनी चाहए

3 पानी क एक भर बतन म तालका म द गई चीज एक-एक करक डालए और दखएया होता ह-

पानी म डाली ई चीज तरती ह डबती ह

पी खाली कटोरी माचस क तीलीसाबन क टकयालाटक क खाली बद बोतलपानी स भरी ई लाटक क बद बोतललकड़ी का टकड़ा

15-याा

चदन अपन खत म काम कर रहा था तभी उसका दोत सरज आया वह भी उसक कामम हाथ बटान लगा जब काम परा हो गया तो दोन दोत एक पड़ क नीच बठकर खानाखान लग खान खात और बातचीत करत समय सरज बोला म चदन-म शहर गया थाशहर म गाड़य का मला लगा ह मल म मन टटर दखा यद हम टटर खरीद ल तोखती करना आसान हो जाएगा सरज न चदन को शहर जान क लए तयार कर लया

अगल दन चदन और सरज न शहर जान क लए एक बस पकड़ी उनक बस रात मएक ढाब पर क ताक बस क याी कछ जलपान कर ल जलपान करक दोन दोतबस म बठन ही वाल थ क तभी एक सदर सी बस उनक बस क पास आकर कसरज न ाइवर स जासा स पछा क यह बस अयत सदर ह तब ाइवर न उहबताया यह सी0एन0जी0 बस ह यह सी0एन0जी0 स चलती ह इसम डीजल नहपड़ता इसस षण भी कम होता ह

सरज और चदन आपस म बात करत शहर पच सरज न शहर पचकर सीध मल वालान क लए रा लया मल म कानदार स टर क बार म पयात जानकारी लदोन दोत को टर बत पसद आ रहा था परत टर का मय यादा था उनदोन क पास उतन पय नह थ दोन क आपस क बात कानदार न सनी तो वहबोला-भइया आप टordfटर कत पर ल लो फर यह सनकर दोन दोत म उसाह आगया उहन टर खरीद लया अब उनक सामन समया थी क टर को गाव कस ल

जाए कानदार न कहा- आप दोन परशान न ह मरा म रहीम क चलाता ह वहटर को गाव पचा दगा यह सनकर सरज और चदन बत खश हो गए

कानदार न चदन और सरज को यह भी बताया क इस टर स आपको खती करन मबत आसानी होगी कम समय म आप यादा काम कर सक ग टर डीजल स चलताह इसका खचा भी कम आएगा

डीजल एक कार का धन ह जो पोलयम को कई चरण म ठडा करन स एक चरणम बनता ह इसका उपयोग वाहन मशीन सय आद को चलान म कया जाता ह

कानदार न अपन म रहीम स टर को गाव पचान को कहा टर म रहीम कसाथ सरज और चदन भी बठ गए अब दोन दोत न कानदार को धयवाद दया औररहीम क साथ गाव क ओर रवाना ए रात म चदन और सरज का रहीम भी म बनगया और वह बोला तम दोन चता मत करो म तम दोन को टर चलाना सीखा गातीन म क बातचीत म शहर स गाव का सफर कब कट गया पता ही न चला

चदन और सरज जब क स टर लकर गाव पच गाव क सभी लोग उसकतापवकइक हो गए यक उनक गाव म पहला टर था सभी न उन दोन दोत को बधाईद चदन स रहीम बोला-म अब मझ शहर वापस जान क इजाजत दो तब चदन औरसरज मकराए और रहीम स बोल-म रहीम तमन हमारी बत सहायता क ह हमतह ऐस न जान दग तम खाना खाकर आज रात आराम करो अब कल जाना

रहीम दोन म क यार को दखकर गाव म क गया रात म सभी खा-पीकर बातचीतकरत सो गए अगल दन रहीम न नाता कर चदन और सरज स शहर जान क अनमतमागी और कहा क म जद ही आकर तम दोन को टर चलाना सखाऊगा

या आपन कभी बस टर म याा क ह बसटर चलान क लए कौन सा धन डालत ह

या आप जानत ह क पोलडीजल कहा स आता ह

कछ दन बाद रहीम कटर स गाव आया उस दखकर चदन और सरज बत स एउसका वागत कया चदन बोला-म रहीम तम खा-पीकर वाम करो तब तक हमदोन खत पर काम नपटाकर आत ह खत पर जद-जद काम करक दोन दोत जबघर पच रहीम उनका इतजार कर रहा था रहीम न फर टर टाट कया और चदनऔर सरज को टर सीखाना श कया कछ ही दन म महनत और जोश क साथसरज और चदन न टर चलाना सीख लया टर चलाना सीखकर दोन बत सथ अब रहीम न उनस शहर जान क अनमत मागी रहीम न दोन को शहर आन कानमण भी दया

चदन और सरज टर स खती करन लग उनक लए खती करना अब आसान हो गयाथा दोन क महनत रग लाई फसल बत अ ई दोन न मलकर फसल काटऔर टर पर फसल लादकर शहर चल दए शहर पचकर मडी म फसल को बचाइसक बाद दोन न रहीम क घर क ओर ान कया रहीम उह दखकर बत सआ उसन क चलाना छोड़ दया था अब रहीम कार स मसाफर को घमाता था यहीउसका रोजगार था

रहीम न चदन और सरज का टर अपन घर पर खड़ा करा दया दोन को अपनी कारम बठाकर शहर घमान चल दया उसन दोन को शहर क मख जगह को दखायारात म चदन न रहीम स पछा-म या यह कार डीजल स चलती ह तब रहीम बोला-नह म यह कार पोल स चलती ह कछ कार डीजल और सी0एन0जी0 स भीचलती ह चदन और सरज न रहीम स सी0एन0जी0 स चलन वाली बस दखी ही थीउहान कार भी दखन क इा जाहर क रहीम उनको कार क कान पर ल गयाजहा सी0एन0जी0 स चलन वाली कार थी सी0एन0जी0 क कार दखकर चदन नकानदार स सी0एन0जी0 क बार म पछा क यह या ह तब कानदार न बतायासी0एन0जी0- (सपीडत ाकतक गस) एक ाकतक गस ह

इस भी जानो-

सी0एन0जी0 200-250 क0ाम क सकचत दबाव म गसीय अवा म वाहन मधन क प म उपयोग म लाई जाती ह इसका उपयोग मयतः वाहन म होता हसी0एन0जी0 क अवयव ह-मीथन धन और ोपन यह गस रगहीन एव गधहीन होतह यह हवा स भी हक होती ह

सी0एन0जी0क उपयोग स हम बत स लाभ भी ह जस-

सी0एन0जी0 का उपयोग डीजल तथा पोल इजन दोन वाहन म कया जासकता हसी0एन0जी0 स षण काफ कम फलता हपोल और डीजल वाली गाड़य क तलना म सी0एन0जी0 का खचा कम होताहपयावरण क लए सी0एन0जी0 गस अ मानी गई ह पोल और डीजल कतलना म यह काबन डाईआसाइड नाइोजन आसाइड और आरगनक गसकम उसजत करती ह

सरज और चदन कानदार स नई-नई जानकारी पाकर बत खश ए इसक बाद रहीमदोन म क साथ अपन घर आया रात म तीन मलकर शहर म जो नया दखा थाऔर नई-नई जानकारी ात कए थ उसी पर बातचीत करत रह थ चदन और सरज नफर अपन म रहीम स गाव जान क अनमत मागी इसक बाद दोन दोत खशी-खशीगाव आ गए

अब आप अपन बड़ स पता करए -

पोल डीजल और सी0एन0जी0 स कौन-कौन स वाहन चलत ह इन वाहन का मय या ह षण कम करन क लए कौन स धन का योग वाहन म करना चाहए

धन बचाए-

तल का भडार सीमत ह इस अपन ब क लए बचाए यक बद स यादा लाभ लजब गाड़ी रोक तब इजन बद कर

अयास

1 ननलखत क उर दजए -

(क) गाड़ी चलान क लए कौन-कौन स इधन का योग होता ह

(ख) सड़क पर वाहन क बढ़ती सया स या-या परशानी होती ह

(ग) वाहन क बढ़ती सया स आई परशानय को कम करन क कछ तरीक सझाइए

2 नीच कछ वाहन क च दए ह च दखकर उनक नाम और व वाहन हमार कसकाम म आत ह लखए-

नाम काम

3 पता करक लखए-

स आपक शहर म पोल और डीजल क कमत या चल रही ह

कटर म कौन सा धन डाला जाता ह पोल और डीजल क कमत य बढ़ती जा रही ह

आपक घर म कस-कस काम म कतना पोलडीजल खच होता ह पोलडीजल क योग पर आप लोग को कस जागक करग

4 नीच दए च म दखाए ान पर आप अपन घर स कस जाना चाहोग उसका

नाम बास म लखए -

5 (क) अपन बड़ स पछए आज स 40 साल पहल लोग कन साधन स आत जातथ या तब भी यही सब साधन थ जो आजकल आप दखत ह

(ख) अब आप अनमान लगाओ क आज स पीस साल बाद लोग आन जान क लएकस कार क वाहन का उपयोग करग

कतना सीखा-3

1 सही मलान कर -

समह lsquoकrsquo समह lsquoखrsquo

2 अपनी पसद क घर का च बनाकर उसम रग भरए

3 द गई वग पहली म कछ आपदा क नाम छप ह उनक नाम ढढए

आ वा ला म खी

धी द ल च ग

स गा भ क प

ना द ष बा

मी प आ ग ढ़

4 या कर या न कर -

या कर या न कर

(क) अगर बाढ़ आ जाए

(ख) अगर भक आ जाए

(ग) अगर आग लग जाए

5 ननलखत क उर लखए -

(क) भमगत जल पनभरण स आप या समझत ह

(ख) सचाई क कह दो पररागत साधन क नाम लखए

(ग) पानी क बचत हम कस कर सकत ह

(घ) सीएनजी क अवयव लखए

(ङ) षण कम करन क लए कौन स धन क वाहन का योग करना चाहए

(च) वाहन म योग होन वाल दो धन का नाम लखए

6 र ान क पत कजए

(क) पानी पदाथ होता ह

(ख) पानी म का गण होता ह

(ग) मोम म अवलय ह

(घ) कए क पानी म मलाकर पीन योय बनाया जाता ह

(ङ) सहायता स खती करना आसान हो गया ह

7 कह दो चीज क नाम लखए जो म क तल म घल जात ह

8 यद एक नत माा क बाद चीनी पानी म नह घलती ह तो और चीनी घोलन कलए आप या करग

16- बीज ही बीज

अपन आस-पास पड़-पौध पर लग आम अमद बर टमाटर पपीता मटर इमलीआद फल व सजय को दख इनम बीज ममक होत ह या सभी फल म समानसया म बीज ह कछ फल जस-आम बर जामन म एक बीज होता ह जबक इमलीपपीता अमद टमाटर आद म अनक बीज होत ह

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल

एक बीज वाल और अनक बीज वाल फल का नाम द गई तालका म लखए-

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल चचा करए -कछ फल एक बीज वाल और कछ अनक बीज वाल होत ह इह बीज क दान को बोकर पनः इनक फसल पदा क जाती ह धान मका ग चना आद क फसल पदाकरन क लए उनक दान म म बोए जात ह अनाज क व दान जनका योग अगलीफसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलात ह बीज का भडारण उचत ढग सकरना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत ह या आप जानत ह क बीज कस खराबहो जात ह आइए दख और समझ-

चह घन व अय कट बीज को खराब कर दत ह जब कसान इन बीज को खत मबोता ह तो जो बीज अ होत ह व अकरत हो जात ह और जो खराब होत ह वअकरत नह होत ह अ और खराब बीज क पहचान कस करत ह सोचइ औरबताइएखराब बीज क पहचान कस करग आओ कर और समझ -

आधा गलास पानी ल इसम कछ सम क बीज डाल या दखत ह

आइए दख-

दो कटोरया लदोन कटोरय म पानी स भीगी ई ई रखपहली कटोरी म सम क व बीज रख जो गलास क पानी म तर रह हसरी कटोरी म सम क व बीज रख जो पानी म नीच डब ए हदो दन बाद दोन कटोरय क बीज को दख

या दखत ह

आपन दखा क गलास क पानी म कछ बीज ऊपर तर रह ह य खराब बीज ह कछबीज पानी म नीच डब ए ह य अ व परपव बीज ह यही बीज ही अकरत होत हहमार दश म अ व परपव बीज पदा करन क दशा म काफ गत ई ह

पानी म डालन पर जो बीज ऊपर आ जात ह व खराब बीज होत हखराब बीज अकरत नह होत हअ और परपव बीज ही अकरत होत हकछ बीज नट भी हो जात ह

बीज क सरचना कसी होती ह

चलए बीज को बाहर और अदर स दखकर उसको जाच-परखभीग ए चन या सम का बीज ल इनक बाहरी आवरण बीजचोल ममक वज कोसावधानी स हटाए या दखत ह दो हक पील रग क सरचनाए दखाई पड़ती ह इहबीजप कहत ह इस भी खोल

दोन बीजप को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस भरण मउइतलवकहत ह इसका नचला सफद भाग मलाकर तथा ऊपरी नकला भाग ाकरकहलाता ह

इस भी जानए -

मलाकर स जड़ तथा ाकर स तना बनता ह

अकरत बीज क य भाग बीजप स अपना भोजन ात करत हबीज का अकरण-आपन अपन घर म धान ग सम चना मटर आद क बीज को दखा ह या आपनइसम कभी अकरण होत ए दखा ह इनम अकरण कब और कस होता ह

बीज क अकरण क लए आवयक परतया-

एक बीकर या गलास म 23 भाग उबालकर ठडा कया आ पानी ल (जससपानी म घली वाय नकल जाए)सम क तीन अ बीज को च क भात कसी लकड़ी या लाटक क प परधाग स बाधपानी क सतह पर तल क कछ बद डाल (पानी क सतह पर तल डालन पर पानीका वापन नही होगा और बाहर क वाय पानी म घल नही पाएगी)

तदन इसका नरीण करत ए बीज म हो रह बदलाव को लख-पहल दन सर दन तीसर दन चौथ दन सोचए और बताइए-

प म सबस नीच बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो यप म सबस ऊपर बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य प क बीच म बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य बीच वाला बीज ही अकरत य आ बीच वाल बीज को हवा पानी व उचत ताप तीन ात आ इसलए यह अकरतआ

सबस नीच वाल बीज को पानी तो मला परत हवा व उचत ताप नह मलन सयह अकरत नह आ पानी म लगातार रहन क कारण यह खराब भी हो गयासबस ऊपर वाल बीज को हवा व उचत ताप तो मला परत पानी नह मलन सयह अकरत नह आ

बीज स नह पौध का बनना बीज का अकरण कहलाता ह

बीज क अकरण क लए हवा पानी तथा उचत ताप आवयक हभ-भ पौध को उगान क लए भ-भ परतया तथा जलवाय कआवयकता होती ह

आइए करक दख-

चन क कछ दान और तीन कटोरया लपहली कटोरी म चन क चार-पाच दान डाल और कटोरी को पानी स भरसरी कटोरी म उतन ही चन भीगी ई ई या कपड़ म लपटकर रख यान रहकपड़ा या ई सखन न पाए

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) बीज क अदर ऐसा या होता ह जसस पौधा बनता ह (ख) नह पौध को बढ़न क लए कन परतय क जरत होती ह (ग) अ और खराब बीज क पहचान कस क जाती ह (घ) भीग चन को भीग कपड़ म बाधन पर उसका अकरण तज होता ह ऐसा य 2 क चार वकप दए गए ह सही वकप क सामन बन व को काला कजए -

बीज क अकरण क लए आवयक ह -

(क) वाय जल और खाद (ख) वाय जल और उचत ताप(ग) सय का काष वाय और उचत ताप(घ) वाय जल और अधक ताप

जो बीज पानी म डालन पर ऊपर आ जात ह व-

(क) परपव बीज होत ह (ख) अ बीज होत ह(ग) खराब बीज होत ह (घ) भरण होत ह3 र ान क पत कजए -(क) बीज क बाहरी आवरण को कहत ह(ख) बीज प को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस कहत ह(ग) भरण का नचला भाग और ऊपरी भाग कहलाता ह(घ) मलाकर स तथा ाकर स बनता ह4 खड lsquoकlsquo क अधर वाय को खड lsquoखlsquo क सहायता स परा कजए-खड-क खड-ख(क) बीज स अकरत होत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज को न कर दत ह(ग) अनकल परत पाकर बीज नह पौध का जम होता ह(घ) चह घन व अय कट बीज का अकरण कहलाता ह

ोजट वक -

कसी बतन म खत क म लकर उसम चन या सम क बीज बोए और उसमतदन थोड़ा-थोड़ा पानी दत रह अकरत पौध म होन वाली व को अपनीकापी म लख और च भी बनाए

17-व म भारत

हमारी पवी-महासागर एव महाप-

हमार पवी लगभग गोल आकार क ह पवी का गद जसा गोल आकार का लघतप लोब कहलाता ह आइए लोब को दख-लोब पर अनक रग-बरगी आकतया बनी ह य आकतया पवी पर महाप एवमहासागर को दखाती ह लोब का अधकाश भाग नील रग स रगा दखाई द रहा हयह भाग पवी पर वशाल जलराशय अथवा महासागर को दशत करता ह शष भागल को दशाता ह हमारी पवी क लगभग 71 तशत भाग पर जल एव शष लगभग29 तशत भाग पर ल ह बड़-बड़ लीय भाग महाप ह महाप महासागर

ारा अलग कए जात ह

च 71 व म भारतपवी पर पाच महासागर एव सात महाप ह आइए लोब एव व क मानच पर इहपहचान-पवी पर पाच महासागर मशः शात महासागर अटलाटक महासागर हदमहासागर आक टक महासागर एव दणी महासागर ह इनम स शात महासागरसवाधक वतत एव सबस गहरा ह यह सण पवी क लगभग एक तहाई भाग परफला ह इसका सबस गहरा ान मरयाना गत ह जो लगभग 11 कलोमीटर गहरा ह

पवी क लगभग 29 तशत भाग पर फला ल सात महाप म वभाजत ह यमहाप मशः एशया यरोप अका उरी अमरका दणी अमरका आटordfलयाएव अटाक टका ह इनम एशया सबस बड़ा महाप ह हमालय पवत पर त वक सव पवत चोट माउट एवरट इसी महाप पर ह इसक ऊचाई 8848 मीटरह एशया म व क लगभग 59 तशत जनसया नवास करती ह व क मानचको दखए हमारा दश भारत एशया महाप म त ह

पवी का धरातल पवत पठार एव मदान स य ह सामायतः आस-पास क धरातल सऊच उठ भाग पवत कहलात ह इनका शखर सकचत अथवा शवाकार होता ह पवतसाधारणतया समह म पाए जात ह इह पवत णी कहत ह पहाड़य क ऊचाई पवतस कम होती ह

व क कछ मख पवत णया-हमालय कनलन हकश कराकोरम एटलसकसबग यराल आपस काकशस राकज अपलशयन ड डवाइडग रजएडीज आद ह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

नदश- शक लोब एव व मानच ारा महासागर महाप एव अपन दश भारतक तलनामक अवत प कर तथा ब ारा इसका अयास कराए

इस भी जान -

लोब का कागज पर समतल ततकरण मानच कहलाता हपवी पर बत बड़ ल खड को महाप एव वशाल जलराशय को महासागरकहत ह

पवी पर तलनामक प स ऊच उठ चरस ल भाग पठार कहलात ह ायः पठार काऊपरी भाग ऊबड़-खाबड़ होता ह इनक कनार सामायतः खड़ ढाल वाल होत ह

पछली का म आप पढ़ चक ह क हमार दश का दणी भाग पठार ह

व क कछ मख पठार-पामीर का पठार तबत का पठार भारत म दकन का पठारईरान का पठार अरब का पठार कोलोरडो पठार कोलबया पठार ाजील क उभम बोलवया का पठार एव पम आलया का पठार ह अका महाप काअधकाश भाग पठारी ह इन पठार को व मानच पर पहचानए

धरातल पर समतल परत नचला भाग मदान कहलाता ह ायः मदान का नमाण नदयारा लाई गई म स होता ह आप पछली का म उर दश क मदानी भाग क बारम जानकारी ात कर चक हो व क कछ मख मदान-स गगा प का मदानयरोप का मयवत मदान उरी अमरका का मयवत मदान ागह का मदान आदह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

व क कछ मख नदया गगा स सतलज प यमना गोदावरी इरावदमकाग ागह नील जायर जाबजी लोपो पराना परागए अमजन मसीसपी-मसौरी सटलारस डयब टस राइम वोा आद ह नील नद व क लबी नद हअयापक क सहायता स व मानच पर इन नदय का अवलोकन कर

हमारा दश-भारत-अगल प पर दए गए मानच म अपन दश-भारत एव उसक पड़ोसी दश को दखएहमार पड़ोसी दश मशः अफगानतान पाकतान चीन नपाल भटान यामारबालादश ीलका एव मालदव ह भारत का दणी भाग तीन ओर स सम स घराह परब म बगाल क खाड़ी पम म अरब सागर तथा दण म हद महासागर हहद महासागर का नाम हमार दश भारत क नाम पर पड़ा ह मानच दखो एव भारत कपड़ोसी दश क नाम लख-

पम म एव उर म एव परब म एव दण म एव

च 73 भारत क पड़ोसी दश

भारत म 29 राय एव 07 कशासत दश ह इनका ववरण ननलखत ह-0स0 राय का नाम राजधानी 0स0 राय का नाम राजधानी1 आ दश - हदराबाद 15 महारा- मबई2 अणाचल दश -ईटानगर 16 मणपर- इा3 असोम -दसपर 17 मघालय- शलाग4 बहार- पटना 18 मजोरम- आइजोल5 छीसगढ़ -रायपर 19 नागालड- कोहमा6 गोवा- पणजी 20 ओडशा -भवनर7 गजरात- गाधीनगर 21 पजाब -चडीगढ़8 हरयाणा -चडीगढ़ 22 राजान- जयपर9 हमाचल दश- शमला 23 सकम- गगटोक10 जम एव कमीर- ीनगर (ीमकालीन) 24 तमलनाड -चई एव जम (शीतकालीन)11 झारखड -राची 25 तलगाना- हदराबाद12 कनाटक- बगल 26 परा- अगरतला13 करल -तअनतपरम 27उर दश- लखनऊ14 मय दश- भोपाल 28उराखड- दहरान29 पम बगाल- कोलकाता

0स0 कशासत दश का नाम राजधानी1 अडमान और नकोबार पसमह पोटलयर2 चडीगढ़ चडीगढ़3 दादरा और नगर हवली सलवासा4 दमन और दव दमन5 दली दली6 लप कवारी7 परी परी

भारत क राजधानी नई दली ह यहा रापत भवन ससद भवन सव यायालयएव अय मख शासनक मयालय त ह

हमारा दश भारत ाकतक प स ववधता स भरा ह यहा ऊच पवत वशालमदान पठार एव मल पाए जात ह ाकतक सरचना क आधार पर भारत को पाचभाग म बाटा जाता ह-1 उर का पवतीय भाग2 उर का वशाल मदान3 थार का मल4 दण का पठारी भाग5 तटय मदान एव पसमह

1 उर का पवतीय भाग- इसका वतार भारत क उर म जम एव कमीर स लकरअणाचल दश तक ह इस हमालय पवत क नाम स जाना जाता ह हमालयपवतमाला तीन समानातर पवत णय स मलकर बनी ह य मशः वहत हमालय याहमा हमाचल या मय हमालय एव शवालक ह उर क मदानी भाग म बहकरआन वाली अधकाश नदय का उदगम ल हमालय ह

2 उर का वशाल मदान- इसका नमाण हमालय स बहकर दण क ओर आन वालीतथा पठार स बहकर उर क ओर आन वाली नदय क साथ आई उपजाऊ जलोढ़म स आ ह भारत म इसका वतार पजाब स लकर असम तक ह यहा बहन वालीमख नदया सतलज गगा यमना घाघरा चबल टोस सोन गडक कोसीमहानदा दामोदर प आद ह गगा एव प नदया पम बगाल एव बालादशम वशाल डटा का नमाण करती ह

3 थार का मल- भारत क पमी भाग म राजान राय त ह इसक पमीहस म सकड़ कलोमीटर लबा-चड़ा बाल का वतार ह इस थार का मल कहतह यहा वषा बत कम होती ह जगह-जगह रत क टल दखाई दत ह जह बालकातप (सड न) कहत ह यहा आवागमन का एकमा साधन ऊट ह इस रगतान काजहाज भी कहत ह

4दण का पठारी भाग- दण का पठारी भाग उर क वशाल मदान क दण मह इसक उर-पम म अरावली पवत पम म पमी घाट पवत तथा परब म पवघाट पवत ह यह भाग अनक छोट-छोट पठारो म वभाजत ह इनम स मख ह-बदलखड पठार बघलखड पठार छोटा नागपर पठार मालवा पठार दकन का लावापठार आद इस भाग म चबल बतवा टोस सोन नमदा तापी दामोदर महानदगोदावरी कणा एव कावरी नदया बहती ह भारत का मानच दखकर बताइए इनम सकौन-कौन सी नदया-

अरब सागर म मलती ह बगाल क खाड़ी म मलती ह उर क वशाल मदान क ओर बहती ह

5 तटय मदान एव पसमह- य दण क पठारी भाग क परब एव पम म सम तटक सहार लब और सकर तटय मदान ह पम क ओर क मदान को पम तटयमदान तथा परब क ओर क मदान को पव तटय मदान कहत ह

हमार दश म सम क मय अनक प ह कई प क समह को प समह कहत हबगाल क खाड़ी म अडमान और नकोबार प समह तथा अरब सागर म लप पसमह ह

जस कार हमार दश म कई कार क ाकतक वभाग ह उसी तरह यहा क पड़-पौधा वनतय एव जीव-जत म ववधता पाई जाती ह हमार दश म मय पस पाच कार क वन पाए जात ह1 सदाबहार वन2 पतझड़ या पणपाती वन3 मलीय या काटदार वन4 पवतीय वन5 वलाचली या डटाई वन

1 सदाबहार वन- पर साल हर-भर रहन क कारण इह सदा बहार वन कहत ह इसकार क वन अधक वषा वाल गम ान पर पाए जात ह य वन अयत घन होत हतथा जीव-जत एव वनतय म अयधक ववधता पाई जाती ह भारत म इनकावतार पमी घाट उर परबी क पहाड़य एव अडमान और नकोबार पसमह म ह इन वन म पाए जान वाल मख व रोजवड महोगनी रबड़ ताड़ बासआबनस नारयल आद ह

2 पतझड़ या पणपाती वन- इन वन को मानसनी वन भी कहत ह वष म एक बारशीतकाल क अत म यहा पाए जान वाल व अपनी पया गरा दत ह इसलए इहपतझड़ या पणपाती वन कहत ह इन वन का वतार पम बगाल बहार उर दश

मय दश छीसगढ़ झारखड आद राय म ह इस कार क वन म शीशम नीममआ बरगद पीपल आवला समल पलास बल खर आद व पाए जात ह

3 मलीय या काटदार वन- इस कार क वन कम वषा वाल पठारी और मलीयान पर पाए जात ह इन वन म ककर खजर बबल खजड़ी जस काटदार व औरझाड़या पायी जाती ह भारत म इनका वतार पमी एव मय भारत क कम वषा वालपठारी ान तथा थार क मल म ह

4 पवतीय वन- पवतीय म बढ़ती ऊचाई क साथ तापमान एव वषा म परवतन होताह इसक कारण पवतीय म वशष कार क वन पाए जात ह इह पवतीय वनकहत ह भारत म इन वन का वतार हमालय वयाचल सतपड़ा एव पमी घाटपवत पर ह हमालय म दवदार चनार स सवर फर जनपर पाइन बचआद व पाए जात ह दण भारत क पवतीय वन म मगनोलया लरच सनकोनाआद व पाए जात ह

5 वलाचली या डटाई वन- सम क कनार दलदली भाग एव नदय क डटा म य वनपाए जात ह इनम नारयल ताड़ सदरी आद व पाए जात ह इन वन कासवाधिाक वतार पम बगाल म ह सदरी नामक व क अधकता क कारणपम बगाल एव बाला दश म इह सदर वन क नाम स जाना जाता ह

मख वय जीव

वय जीव म वय पश पी जीव-जत और साप आद शामल ह वय जीव कााकतक आवास (घर) वन ह जहा व वद प स वचरण करत एव रहत हजनसया व क कारण हमार वन का तजी स वनाश होता जा रहा ह और वन काफल घटता जा रहा ह जसस वय जीव क सया बड़ी तजी स घटती जा रही हकई वय जीव वलत होत जा रह ह इह बचाए रखना आवयक ह यक य पयावरणसतलन म सहायक ह

वय जीव क सरा वकास एव वत वचरण क लए सरकार ारा राीय उानवय जीव अभयारय एव पी वहार आद क ापना क जाती ह इनम मानव ारावयजीव का शकार करना वजत ह

अयास

1 र ान क पत कजए-(क) पवी पर महासागर एव महाप ह(ख) ससार क सबस लबी नद ह(ग) हमालय पवत का वतार राय स राय तक ह(घ) भारत म राय एव कशासत दश ह2 नीच लख वाय क सामन (स ) या ( ग ) का नशान लगाए-(क) ायः पठार क ऊपरी सतह ऊबड़-खाबड़ होती ह ( )(ख) शात महासागर पवी क आध भाग पर फला ह ( )(ग) राजान म सदाबहार वन पाए जात ह ( )(घ) पतझड़ वन शीत ऋत क अत म अपनी पया गरा दत ह ( )3 सही जोड़ा बनाइए -भारत क राय राजधानीमय दश दसपरतमलनाड भोपालहमाचल दश चईअसोम शमला4 ननलखत क उर दजए -(क) व क मानच पर भारत क पड़ोसी दश को दशत कजए (ख) पठार कस कहत ह व कह तीन पठार क नाम बताइए (ग) सदर वन कहा पाए जात ह इह हम सदर वन य कहत ह (घ) बालका तप स आप या समझत ह य भारत म कहा पाए जात ह

(ङ) राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना य क जाती ह

18-भारतीय सवधान तथा शासन वा

हम सभी परवार म मल-जल कर रहत ह घर क सार काम भी एक साथ मलकर करतह और कछ काम बट भी होत ह घर को चलान क लए नयम बनाए जात ह जनकापालन घर क सभी लोग करत ह ऐस ही हमार वालय म एक धानायापक होत हजो शक-शका क साथ मलकर कल सचालन क नयम बनात ह वालय मरहन वाल सभी लोग इन नयम का पालन करत ह सड़क पर सरत चलन क लए भीनयम बनाए गए हघर वालय क तरह दश क काम-काज को चलान क लए बत सार नयम बनाए गएह इन सभी नयम को मलाकर हमारा सवधान बना ह जसक अनसार शासन कामकरता ह अतः सवधान को बनान क लए एक सभा बनी जस lsquoसवधान सभाlsquo कहागया डा0 राज साद इसक अय बनाए गए सवधाान का ाप तयार करन कलए एक ाप समत बनाई गई डा0 भीमराव रामजी अबडकर इसक अय बन02 वष 11 महीन और 18 दन तक लगातार परम करक इस सभा न भारत कासवधान बनाया26 जनवरी 1950 को सवधान को पर दश म लाग कया गया इस दन को हम गणतदवस क प म मनात ह

डा0 राज साद डा0 भीमराव रामजी अबडकर

हमार सवधान क वशष बात-

हमार सवधान म कहा गया ह क भारत एक सण भव स दश ह यहअपन नयम-कानन वय बनाएगासवधान म हमार दश को समाजवाद राय कहा गया ह जसका लय समाज कआथक एव सामाजक वषमता को र करना हसवधान म दश क सभी नागरक को अपन धम का पालन करन क छट मली हभारत म ससदय शासन णाली ह जसम मपरषद लोकसभा क तउरदायी होती ह सवधान म नागरक को छः मौलक अधकार दए गए ह और उनको यारह मलकत बताए गए हक राय और ानीय तर पर जनता ारा चनी गई सरकार ह सवधान क अनसार 18 वष या उसस अधक उ क लोग चनाव म वोट डालत हसवधान म 6 स 14 वष क सभी ब को नःशक एव अनवाय शा कामौलक अधकार ात ह सामाजक समानता मौलक अधकार ह बालका को भी बालक क समानअधकार दान कए गए ह य अधकार उनक पालन-पोषण शा एव सरा ससबत ह

हमारा सघीय शासन- हमारा दश 29 राय तथा 7 कशासत का एक सघ हइसम क और राय दोन तर पर ससदय शासन ह पर दश का शासन चलान कलए क तर पर कय सरकार और राय म राय सरकार होती ह

कय सरकार क तीन अग ह -

वापका - कानन का नमाणकायपालका - कानन को लाग करनायायपालका - कानन क अनसार याय करना

वापका-कानन का नमाण-

भारत क कय वापका को lsquoससदlsquo कहत ह रापत लोकसभा और रायसभास मलकर ससद बनती ह इसम स रायसभा को lsquoउ सदनlsquo और लोकसभा को lsquoननसदनlsquo कहत ह

लोकसभा क सदय 5 साल क लए जनता ारा चन जात ह 25 साल या उसस अधकआय का इसका सदय हो सकता ह इसक सदय क चनाव म 18 वष या उससअधक आय क लोग वोट डालत हरायसभा ाई सदन ह इसक सदय का कायकाल 6 वष होता ह त दो वष परएक तहाई सदय सवानव होत ह रायसभा क सदय का चनाव राय कवधानसभा क नवाचत सदय ारा होता हलोकसभा और रायसभा क सदय को सासद (एमपी) कहत हससद क दोन सदन मलकर दश क लए कानन बनात ह जसक लए रापत कसहमत आवयक ह कायपालका-कानन को लाग करना-

कय कायपालका का मख रापत होता ह उस दश का थम नागरक कहत हवह 5 वष क लए लोकसभा रायसभा और वधानसभा क नवाचत सदय ारा चनाजाता ह रापत क सहायता एव सलाह क लए धानमी क अयता म मपरषदहोती हधानमी क नय रापत ारा क जाती ह वह लोकसभा म बमत दल का नताहोता ह धानमी क सलाह पर अय मी भी रापत ारा नय कए जात हरापत धानमी एव मय स मलकर कायपालका बनती ह ससद जो काननबनाती ह उस कायपालका लाग करती ह कायपालका दष क षासन वा कासचालन करती हइस भी जान -

रापत दष क जल थल व वाय सना का सव सनापत होता ह

रापत वापका (ससद) का अग होन क साथ-साथ कायपालका का मखहोता ह वह ननलखत काय करता ह-

-ससद क बठक बलाना-कोई अयादष (दष क लए नयम या कानन) जारी करना-राय म रायपाल सव यायालय उ यायालय क यायाधीष क नय करनाआद

उपरापत रायसभा का पदन सभापत होता ह

यायपालका-कानन क अनसार याय करना

हमार दश म नयम कानन क रा क लए यायपालका क वा ह सवधानारा वत और नप यायपालका क ापना क गई ह हमार दष म यायपालकाक सरचना इस कार ह-

सव यायालय-हमार दश म सबस बड़ा यायालय सव यायालय ह यह यायालय दश क राजधानी नई दली म ह सव यायालय म मय यायाधीष एव अय यायाधीष होत हजनक नयरापत ारा क जाती हउ यायालय-यक राय क लए एक उ यायालय होता ह उ यायालय क मय यायाधीशऔर अय यायाधीश क नय रापत ारा क जाती ह उर दश का उयायालय इलाहाबाद म त ह इसक एक खडपीठ लखनऊ म ापत हजला यायालय-

जला तर पर भी यायालय होत ह जह जला यायालय कहत ह जला यायाधीशक नय रायपाल ारा क जाती हअय अदालत-आपसी ववाद को नपटान क लए लोक अदालत पारवारक अदालत उपभोाअदालत भी ह

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) सवधान सभा क अय कौन थ (ख) हमारा सवधान य बनाया गया(ग) शासन क कतन अग होत ह (घ) रापत क चनाव म कौन-कौन समलत होता ह 2 र ान क पत कजए-(क) हमारा भारतीय सवधान को लाग कया गया(ख) तवष 26 जनवरी को दवस मनाया जाता ह(ग) लोकसभा का कायकाल का होता ह(घ) लोकसभा और रायसभा क सदय को कहत ह(ड) रापत लोकसभा और रायसभा को मलाकर बनती ह3 ननलखत क मय काय लखए-(क) वापका (ख) कायपालका (ग) यायपालका 4 अपन दश क वतमान रापत उपरापतधानमी क च एक करक अपनीपतका म चपकाए च क नीच उनक काय लखए5 बालसभा म शकशका क सहायता स ससद क कायवाही क वषय म चचाकजए

19- राीय एकता

हमार दश म अनक भाषाए और बोलया ह लोग क खान-पान तथा पहनावा भी भ-भ ह इन ववधता क बावजद हम लोग दशहरा दपावली होली ईद बसाखीसमस आद योहार बड़ धमधाम स मनात ह कछ पव ऐस ह जो हमार राीय पवकहलात ह - 15 अगत (वतता दवस) 26 जनवरी (गणत दवस) एव 2 अटबर(गाधी जयती) इन पव को पर दश म मल जलकर मनाया जाता ह इनक अलावा हमारराीय तीक भी ह राीय पव और राीय तीक हमारी राीय एकता क रणाोत हहमार राीय पव-1 वतता दवस 15 अगत -कई वष तक हमार दश म वदशय का शासन रहा ह हमार वतता सनानय न सघषकरक वदशी शासन स दश को म कराया हमारा दश 15 अगत सन 1947 कोवत आ इसीलए हम यक वष 15 अगत को वतता दवस राीय पव क प मधमधाम स मनात ह2 गणत दवस 26 जनवरी -वतता क बाद दश क लए नयम-कानन बनाए गए जस सवधान कहत ह 26जनवरी सन 1950 को हमारा सवधान लाग आ तथा दश गणत घोषत आइसीलए हम यक वष 26 जनवरी को lsquoगणत दवसrsquo क प म मनात ह3 गाधी जयती 2 अटबर -

गाधी जी का परा नाम मोहन दास करमचद गाधी ह इनका जम 2 अटबर सन 1869को गजरात ात क पोरबदर म आ गाधी जी न सय एव अहसा क माग पर चलकरदश को आजाद कराया यक वष 2 अटबर को हम गाधी जयती क प म मनात ह

उहन दश म वभ जात धम तथा वभ भाषा म बोलन वाल लोग को एक स मबाधन का यास कया गाधी जी को परा दश बाप रापता और महामा क नाम सभी जानता हराीय पव पर राीय वज फहराया जाता ह तथा वभ कार क साकतक कायमआयोजत होत ह

हमार राीय तीक-हमार दश क कछ राीय च ह इह हम lsquolsquoराीय तीकrsquorsquo कहत ह हमार राआपक वालय म राीय पव का आयोजन कस कया जाता ह क एकता क पहचान इन राीय च स भी होती ह आइए अपन राीय तीक कोजान-1 रावज

हमार राीय वज म तीन रग ह हम इस तरगा भी कहत ह रा वज म सबस ऊपरकसरया रग बीच म सफद रग तथा सबस नीच हरा रग होता ह वज क बीच क सफदवाल भाग क मय म 24 तीलय वाला नीला च बनाकसरया रग- बलदान का तीक सफद रग- शात का तीकहरा रग- धरती क हरयाली का तीकच - उत क ओर असर होन का तीक होता ह रा वज का समान करनायक नागरक का कत ह2 रागान

हमारा रागान lsquoजन-गण-मनrsquo ह अपनी पतक म कवर क पीछ भाग म लख एlsquoरागानrsquo को याद करक अपनी कापी म लख जानत ह रागान क रचना रवी नाथ

टगोर न क ह इस गान म कल 52 सकड का समय लगता ह रागान क समयसावधान क मा म खड़ होकर रागान को समान दया जाता ह 15अगत और 26 जनवरी को झडा फहरान क बाद lsquoजन-गण-मनrsquo गाया जाता ह3 रागीतlsquoवद मातरम सजलाम सफलाम मलयज-शीतलाम यह हमारा रागीत ह यान रहlsquolsquoजन-गण-मनrsquorsquo हमारा रागान ह तथा lsquoवद मातरमrsquo हमारा रागीत ह रागीत क रचनाबकम च चटज ारा क गयी ह आइए रागीत को हम अपनी कापी म लखकरयाद कररागीत

वद मातरम सजलाम सफलाम मलयज शीतलामशययामलाम मातरम शयोसना पलकत यामनीमफलकसमत रमदल शोभनीमसहासनीम समधर भाषणीमसखदाम वरदाम मातरम वद मातरम 4 राीय पश

बाघ5 राीय पप

कमल

6 राीय पी

मोर

7राजचआप लोग न सक एव पय पर दए गए इस च को दखा होगा यह हमाराराजच ह इस अशोक त स लया गया ह अपन अयापक स अशोक त कबार म और जानकारी ात कजए

सयमव जयतय हमारी राीय एकता क पहचान ह यद हम एक रहग तो हमारी राीय एकता भीसरत रहगीरा क एकता और सराहमार दश क बत बड़ी ल सीमा ह जो लगभग 15500 कलोमीटर लबी ह इसीतरह हमारी सम सीमा लगभग 7500 कलोमीटर लबी हअपन रा क सरा क लए हम जमीन सम या हवाई माग स आन वाल कसी भीश का मकाबला करन क लए तयार रहना पड़ता ह इसीलए हमार दश म शशालीथलसना जलसना और वायसना हभारत का रापत हमारी तीन सना (थलसना जलसना और वायसना) का सवसनापत होता ह रा सबधी काय क लए रा मालय ह जसका मखया रामी

होता ह भारतीय थलसना वायसना और नौसना क अलग-अलग सनाय होत ह यय क समय आपस म तालमल बनाकर अपन-अपन अधीन सना को आदश दत हतीन सना का मयालय दश क राजधानी नई दली म हसना क अतर कछ असनक बल भी ह जस सीमा सरा बल भारत तबत सीमापलस असम राइफस तटरक बल इयाद य दश क सीमा पर तनात रहकरउसक सरा करत हदश क बाहरी श का सामना करन क लए सना सदव सतक रहती ह दश क अदरअशात और असरा स नपटन क लए पलस क साथ-साथ कय रजव पलस बलतथा कछ अय सगठन भी काम करत ह

बाहरी आमण या सश वोह क कारण यद दश क सरा सकट म हो तो रापतआपातकाल क घोषणा कर सकत ह आपातकाल क दौरान रा क सरा सवपर होजाती ह अतः हमार कछ मल अधकार सीमत कए जा सकत हशात क समय सना तथा अय असनक बल समाज क भलाई क काम म मदद करतह कसी आपदा क समय बत सहायता करत हदश म शात और सरा बनी रह यह हम सबका कत ह हम सब को सदव सतकरहना चाहए पलस एव शासन का सहयोग करना चाहए राीय स क सराकरनी चाहएहम सब भारत क नागरक ह हम मलजल कर रहग तभी दश म शात होगी और दशगत करगा

अयास

ननलखत क उर लखए -1 वतता दवस कब मनाया जाता ह इसक मनान का कारण लखए2 26 जनवरी को हम गणत दवस य मनात ह 3 गाधी जी क बार म लखए 4 राीय एकता य आवयक ह

5 सना या काय करती ह भारतीय सना क मख अग क नाम बताइए6 कसका सबध कसस ह मलान कर -वतता दवस 2 अटबरगणत दवस 15 अगतगाधी जयती 26 जनवरीराजच वद मातरमरागीत अशोक त7 र ान क पत कजए -(क) हमारा रागीत ह(ख) जन-गण-मन हमारा ह(ग) हमारा राीय पी ह(घ) हमार दश क सम सीमा क लबाई कमी ह(ङ) दश क लीय सीमा कमी ह(च) रापत तीन सना का होता ह8 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रगए -(अ) राीय पश(ब) राीय पीस) राीय पप(द) राीय वज9 शक क सहायता स सावधान एव वाम मा क बार म अयास करत ए 52सकड म रागान को लय म गान का भी अयास करयामक वक -सना ारा योग कए जान वाल अ-श क च इका कर अपनी कापी म चपकाएतथा उसक वषय म लख

कतना सीखा-4

1 र ान क पत कजए -(क) बीज को और खराब कर दत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज का कहलाता ह(ग) पवी क गोल आकार का तप कहलाता ह(घ) भारत महाप म त ह(ङ) लोक सभा क सदय साल क लए चन जात ह2 मलान कजए -वतता दवस मरयाना गतगाधी जयती 71 तशतपवी का सबस गहरा ान 15 अगतसबस बड़ा महाप 2 अटबरपवी पर जल भाग एशया3 ननलखत क उर लखए -(क) मलाकर और ाकर स आप या समझत हो (ख) बीज क अकर क लए कन-कन चीज क आवयकता होती ह (ग) यायपालका का या काय ह (घ) शासन क कतन अग होत ह और उनका या काय ह (ङ) गाधी जी क योगदान क बार म लखए (च) पवत णी और पवत म अतर कजए 4 सही क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का च लगाए (क) आवल म अनक बीज होत ह(ख) अ और परपव बीज ही अकरत होत ह (ग) भारत का राीय पप कमल ह (घ) लोब पर महासागर को नील रग स दखाया जाता ह(ङ) माउट एवरट एडीज पवत पर त ह

5 बीज क आतरक सरचना का च बनाकर उसक वभ भाग को नामाकतकजए 6 सही जोड़ बनाइए-भारत क पड़ोसी दश दशायामार उरभटान परबअफगानतान दणमालदव पम7 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रग -(क) राीय पप(ख राीय वज(ग) उर दश का राजपी(घ) राीय पी8 उर दश क 18 मडल क नाम लखए

  • 1- परिवार कल आज और कल
  • 2-मरा परिवार मरी पररणा
  • 3-गौरव परसकार
  • 4 - आओ मिलकर खल खल
  • 5-जीव जनतओ की रोचक बात
  • कितना सीखा-1
  • 6 -वनय जीवो का सरकषण
  • 7-जगल और जन-जीवन
  • 8-भोजय पदारथो का सरकषण
  • 9-हम और हमारी फसल
  • 10-पड-पौधो का भोजन
  • कितना सीखा-2
  • 11-ऐस भी होत ह घर
  • 12-आपदाए और उनस बचाव
  • 13-जल ह तो कल ह
  • 14-जल क गण एव जल परदषण
  • 15-यातरा
  • कितना सीखा-3
  • 16- बीज ही बीज
  • 17-विशव म भारत
  • 18-भारतीय सविधान तथा शासन वयवसथा
  • 19- राषटरीय एकता
  • कितना सीखा-4
Page 5: का -5 ) हमारा परवेश1 - परव र कल, आज और कल यह ट इय , शरद और उम क परव र क क छ च दए गए

सार दोत एक बात और थी मझ मरी दाद स बत यार था मर चल जान पर उनकदखभाल कौन करगा मन मन ही मन सोचा म जाऊगा तो दाद को भी साथ लजाऊगा दाद हमार साथ आ ग शहर स थोड़ी र एक छोटा-सा घर मल गया हमसब वह रहन लग

हम आज भी अपना गाव नह भला ह योहार पर हम सभी अपन गाव जात ह वहाचाचाजी क साथ मलकर पड़ी-कचड़ी मठाई और भी बत कछ पकात ह पास-पड़ोसक दोत क साथ मलकर खब मौज करत ह

आपक घर म बड़ बजग क दखभाल क लए या इतजाम होता ह आपक यहा योहार म या-या पकवान पकाए जात ह

बदलत रहत ह परवार -

सभी क परवार कसी न कसी कारण बदलत रहत ह हमार परवार म बदलाव होतह-

नए ब क जम होन पर ववाह होन पर पढ़ाई क लए बाहर जान पर घर स र नौकरी करन क कारण तबादला होन पर रोजी-रोट और काम क तलाश म

साथय स चचा करए और परवार म बदलाव क अय कारण भी लखए -

हमार परवार म कछ न कछ बदलाव होत रहत ह परवार म लोग क सया भी सदवएक जसी नह रहती जस-जस समय बीतता ह लोग क सया कम या यादा होतीरहती ह ाचीन समय म जब मनय न खती करना श कया तब वह एक ान पर

ायी होकर रहन लगा खती म बत लोग क जरत पड़ती थी अतः बत स सदयमलजल कर एक साथ रहन लग इसस एक बड़ा परवार बना परवार क जरतकवल खती स परी नह होती थी अतः ापार तथा अय वसाय वकसत ए शहरका वकास आ मनय उस जगह जान लग जहा उह काम मलता था बड़-बड़परवार अब छोट होन लग

वतमान समय म सर राय या सर दश म जाकर शा ात करन का चलन बढ़ गयाह इसी तरह काम क सलसल म भी लोग सर राय या दश म जाकर रहत ह बत सपरवार स कवल एक ही सदय सरी जगह जाकर रहता ह कछ परवार क कई लोगबाहर रहत ह इसस भी परवार म बदलाव होत रहत ह इस तरह क बदलाव कवलहमार ही परवार म ही नह बक पर समाज म होत ह

अयास

1 बदलाव क कारण लखो -

टइया क परवार म शरद क परवार म उमा क परवार म

2 परवार म बदलाव कन-कन कारण स होता ह

3 अपन दादा-दाद या नानी-नाना स पता करए क जब व आपक उ क थ तब उनकपरवार म कौन-कौन था

4 गोपाल क परवार म या-या काम होता था

5 गोपाल को गाव छोड़ना य नह अा लगा

6 खती करन क बाद मनय क जीवन म या बदलाव आया

7 या आपक का या कल म भी सरी जगह स ब आए ह यद हा तो उनसबातचीत करए -

व कहा स आए ह उह यहा या-या नया लगा या उह यह बदलाव अा लगा

8 अपन परवार क सबस बजग और दोत क परवार म कसी बड़ स बात करक नीचक तालका परी करो -

9 आप जब कसी शाद म गए थ उसम आपन या-या दखा अपनी कापी म चबनाकर दोत को दखाइए उनक ारा बनाए गए च भी दखए

शक नदश-

1 बदलाव जदगी का हसा ह इन बदलाव का ब पर गहरा असर हो सकता हइसलए यह आवयक ह क इस चचा को सवदनशीलता स कर

2 का म ब स परवार छोड़न क कारण पर चचा करवाए इसस ब म परवारपर पड़न वाल भाव क त समझ वकसत होगी

2-मरा परवार मरी रणा

म कल स खश होकर लौट रही थी पयावरण सरण पर सबस अा लख मरा था मघर पर दो लोग को अपनी यह बात सबस पहल बताना चाहती थी एक मरी नानी औरसर मर भया व दोन मरी बात स सबस यादा खश होत ह

मरी नानी मर बार म सनन को हमशा उसक रहती ह भया स मझ हमशा रणा मलतीह नानी क घर म उनक दख-भाल करन वाला कोई नह ह भया क बात मानकर नानीअब हमार साथ ही रहती ह नानी क उ यादा ह वह ऊचा सनती ह और उह दखताभी कम ह रोज सबह पापा उनको अखबार जोर-जोर स पढ़कर सनात ह इस उ म भीनानी तरह-तरह क पकवान बनाती ह वो बाट-चोखा भी बत अा बनाती ह मा नउह स बनाना सीखा मा आज भी नानी स पकवान को बनान क बार म पछती रहतीह नानी क साथ हम सब मज स रहत ह

चचा करए -

जब कोई बढ़ा हो जाता ह तब उनको या-या तकलीफ हो सकती ह

मर भया कशन सगीत सखात ह ब उनक बत इत करत ह भया को सगीतसनन दोत क साथ घमन और बात करन का बत शौक ह भया को दखता नह हफर भी वह अपन काम खद करत ह जब कभी उनको मदद क जरत होती ह तो हमसब उनक मदद करत ह भया को पढ़न का बत शौक ह भया न शहर जाकर सगीतसीखा अब वह गाव म रहकर ब को सगीत सखात ह वालय म 26 जनवरी ककायम को तयार करन म भी भया न सहयोग दया था जब भी वह घर क बाहर जातह तब एक सफद छड़ी ल जात ह

चचा करए-

हम उन लोग क मदद कस कर सकत ह जह दखता नह ह या आपक परवार म ऐसा कोई सदय ह जो दख बोल या सन नह सकताआप उनक मदद कस करत ह

इस भी जानए -

जो लोग दख नह सकत उनक पढ़न क लए एक खास लप म कताब तयार क जातीह जस ल कहत ह ल एक मोट कागज पर एक नकल औजार स ब बनाकर लखाजाता ह ल कागज पर हाथ फरकर पढ़ा जाता ह क उस पर या लखा ह

लई ल ास दश का रहन वाला था जब वह तीन साल का था तब एक नकल औजारस उसक आख म चोट लग गई और उसक आख खराब हो गई उस आख स दखनाबकल बद हो गया उसक पढ़न म बत च थी वह पढ़न क तरकब सोचता रहताथा आखर उसन ढढ़ ही लया एक तरीका-छकर पढ़न का पढ़न क यह वध बाद मल लप क नाम स जानी जान लगी

इस तरह क लप म मोट कागज पर उभर ब बन होत ह उभर होन क कारण इहछकर पढ़ा जा सकता ह यह लप छः ब पर आधारत होती ह आजकल ल मनए-नए परवतन ए ह जसस इस पढ़ना-लखना और भी आसान हो गया ह ल लपअब कयटर क ारा भी लखी जा सकती ह

और भी जानए-

जो लोग सन नह सकत उनक लए साकतक भाषा इतमाल क जाती ह साकतकभाषा पर आधारत वशष कायम ट0वी0 पर सारत होत ह

ट0वी0 पर मक बधर क लए समाचार आत ह दखो वहा बात को कस कार सकतक ारा समझाया जाता ह

भया क ईमानदारी-

शाम को भया बोल-चलो मला चल अपन पड़ोस क दोत को भी बला लो इस बारअलग-अलग राय क लोग अपनी-अपनी चीज लकर आए ह भया न मला घमायाहमन बत कछ खाया पया मबई क भलपरी भी खाई भलपरी वाल न गलती स छःक जगह पाच ही लोग क पस लए हमन सोचा चलो पस बच गए पर भया न हसाबलगाया और भलपरी वाल को बाक पस दए हम आपस म खसर-फसर कर रह थ तोभया न समझाया क नह अज हम कसी को नकसान नह पचाना चाहए

ईमानदार होन पर डरन क जरत नह पड़ती आम वास बढ़ता ह ईमानदार लोगको सभी पसद करत ह

उस दन हमन भया स जो सीखा उस कभी नह भलग

इनको भी जानए -

चचा करए-

अगर भया कम पस दकर चल आत तो ब उनक बार म या सोचत आप इसबार म या सोचत ह

अयास

1 उर लखो-

(क) कशन क परवार म कौन-कौन ह

(ख) कशन ब को या सखात ह

(ग) हम ईमानदार य होना चाहए

(घ) पाठ म अज न अपन भया को या-या बात बता ह

(ङ) ल स आप या समझत ह

2 या आपक साथ कोई ऐसी घटना ई जसम लगा हो क आपन ईमानदारी का पालनकया था उस घटना क बार म लखए

3 पयावरण सरण पर पाच वाय लखए

4 उन लोग क सची बनाइए जो आपक वालय क काम म सहयोग दत ह और यहभी लखए क उनक सहयोग स आपको या लाभ आ

5 अगर कभी कानदार गलती स आपको यादा पस वापस कर द तो आप या करग

ोजट वक -

या कशन जस लोग क मदद क लए कोई योजनाए चल रही ह अपन बड़ याशक क सहायता स पता करए और उन योजना क सची बनाइए

शक नदश-

1 - ब ललप को दखग तो बहतर ढग स समझ पाएग बरललप क जानकारी दतसमय ब को वातवक लशीट दखाना अा रहगा

2 - इस उदाहरण ारा ब का यान इस तरफ खचा जा सकता ह क हमार परवारऔर समाज म कछ ऐस होत ह जो सामाय न होत ए भी बत तभावान होतह

3 - परानी बात को जानन को महवपण ोत हमार बजग होत ह ब क अदर यहसमझ वकसत होन स वह बजग क साथ समय बताएग

3-गौरव परकार

दसबर माह क थम सताह म वालय क वाषक खलकद तयोगता का आयोजनकया गया यक का क बालक-बालका न अपन-अपन मनपसद खल म भागलया खलकद क अतम दन समापन समारोह म परकार वतरण का कायम चलरहा था खलकद क साथ ही वालय क अय गतवधय म उक दशन क लएlsquoगौरव परकारrsquo ात करन वाल ब क नाम क घोषणा होन वाली थी हर बार कतरह इस बार भी शादमा क नाम क चचा थी

मच पर धानायापक न मय अतथ को परकार पान वाल ब का नाम लखाकागज दया और माइक पर उसका नाम बतान का अनरोध कया मय अतथ माइकक पास खड़ ए ब म सगबगाहट होन लगी क कसका नाम बलाया जाएगा तभीमाइक पर मय अतथ न मध क नाम क घोषणा क तालय क गड़गड़ाहट क बीचमध न मय अतथ स परकार हण कया शादमा को अपन नाम क घोषणा काइतजार था कत मध क नाम क घोषणा क बाद उसका मन उदास हो गया मधा कसाथय न खशी स मध को चार तरफ स बधाई दन क लए घर लया शादमा उह रस दखकर ःखी हो रही थी

कायम समात होन क पहल ही शादमा बझ मन स घर पची और मा क गोद म सररखकर सबकत ए सारी बात बताई मा न शादमा को अपन पास बठाया और बोल

lsquolsquoइसम ःखी होन क कोई बात नह ह हर बार एक ही जीत य जरी नह हअपन-अपन दशन क आधार पर जीतता या हारता ह तह वचार करना चाहएक तहार दशन म कमी य आई rsquorsquo

lsquoमझ लगा क हर बार तो म ही जीतती इस बार भी जीत जाऊगी लकन ऐसा नहआ मन खल का समय भी पढ़ाई म लगाया कत परीा म भी मझ अ अक नहमल ऐसा य आ मा शादमा न मा क ओर दखकर पछा

शरीर व होता ह तो मतक भी व रहता ह शरीर को व रखन क लए खलऔर ायाम क आवयकता होती ह पढ़ाई क साथ-साथ खलकद मनय क सवागीणवकास म सहायक होत ह- मा न शादमा को बताया

लकन मा हम हाथ-पर ारा खलत ह इसका मतक क वाय पर कस भाव पड़सकता ह शादमा न आयचकत होत ए मा स पछा

शादमा क बात सनकर मा मकरा कर बोल- जब तम कट खलती हो तब तमन दखाहोगा क गद को पकड़न क लए हाथ को बढ़ात समय यह भी सोचना पड़ता ह क गदको आग बढ़कर पकड़ पाएग या पीछ हट कर या अय कस तरीक स गद को पकड़पाएग यह सकत हम मतक स ही मलता ह और उसी क अनसार हम गद पकड़ पातह कसी काय को करन क लए षारीरक एव मानसक प स वकसत होना आवयकह पढ़न लखन खलन आद सभी काय म हमारा मतक और षरीर दोन एक साथकाय करत ह

मा क बात सनकर शादमा समझ गई थी क पढ़ाई क साथ खल का अयास हमारशरीर और मतक क वकास म सहायक होत ह

चचा करए -

या आप वालय म खल क घट म खलत ह आप लोग म स कौन खलन नह जाताआप खल म कभी हार ह

या आपन हार क कारण को जानन का यास कया ह जीतन वाली टम को हारन वाली टम स कसा वहार करना चाहए

पता कर - खल क घट म यद कोई बा खलन नह जाता ह तो खलन न जान ककारण का पता लगाइए आप उस ब क या मदद कर सकत ह

गम क छया हो गई थ षादमा क बआ अपन बट आसफ क साथ छया बतानआई थ शादमा आसफ स मलकर बत खष ई दोन घर क बाहर धप म ही खलननकल गय ब को धप म खलता दखकर षादमा क मा न उह घर क अदर आकरखलन को कहा घर क अदर भला हम कस खल सकत ह खल तो बाहर ही खलसकत ह - आसफ न कहा खल घर क अदर भी खल सकत ह आओ म तह बताती-शादमा क मा न कहा षादमा और आसफ न बात मान ली और अदर आ गए

घर क अदर मा न शादमा को करमबोड नकाल कर दया आसफ न उस साफ कयाऔर करमबोड पर पाउडर छड़क कर गोटया सजान लगा तभी पड़ोस क नतन औरनवीन भी आ गए व भी साथ म बठकर खलन लग खलत ए अचानक आसफ नकरम बोड को पलट दया जसस बची गोटया गर ग नतन को बत गसा आयाशादमा जोर-जोर स आसफ को भला-बरा कहन लगी नवीन क आख म आस आ गएयक वो जीतन वाला था शोर-गल सनकर आसफ क मा वहा आ पता चला कआसफ खल म हार रहा था अतः उसन खल खम होन क पहल ही खल को बगाड़दया

हम जब भी कोई खल खलत ह तो उसम या तो हम जीतत ह या हारत ह हमारी कोशशहोती ह क हम जीत लकन हमशा ऐसा नह होता हार जान पर हम जीतन वालखलाड़ी क खल क यास क शसा करनी चाहए और उस बधाई दनी चाहए यदहम जीतत ह तो हारन वाल क यास क सराहना करनी चाहए क उसन अत तकजीतन का यास कया जीतन पर अहकार क भावना नह आनी चाहए मा स य सारीबात सनकर आसफ को अपनी गलती का एहसास आ उसन नतन नवीन और शादमास माफ मागी और पनः चारा खलन बठ गए

सोचए और बताइए -

या आसफ का यह वहार उचत था आप आसफ क जगह होत तो या करत

आओ जान खल क कार

खल दो कार क होत ह -

1 - इोर गम- इसका अथ ह घर क अदर खल जान वाल खल जस-षतरज टबलटनस करम आद

2 - आउटडोर गम- इसका अथ ह खल क मदान म खल जान वाल खल जस-हाककट फटबाल आद

आउटडोर गस वाय क ट स अधक अ होत ह यक य खल वातावरण मउछल कद क साथ खल जात ह इोर गस षात वातावरण म मानसक प सअधिाक सय होकर खल जात ह

कछ खल इोर और आउटडोर दोन होत ह जस-बडमटन टबल टनस आद

चचा करए-

आप अपन घर क अदर कौन-कौन स खल खलत ह आपको खलना य अा लगता ह घर क बाहर खला जान वाला आपका य खल कौन सा ह

मलकर ऐस खल-

सभी खल क अपन वश नयम होत ह हम खल नयम एव वधय क अनसारखलना चाहए खल मनय को अा वाय दान करत ह साथ ही खल भावना सखल गए खल लोग म पाररक सौहाद एव टम भावना जागत करत ह

आइए जान- कोई भी खल लड़क और लड़कय म बट नह होत सभी कार क खललड़क क साथ लड़कया भी खल सकती ह अपन दश क पी0ट0 ऊषा बीनामोलबालसमा रोजा क-एथलटस बला चधरी-तराक सानया मज़ा-टनस अज बाबीजाज-लबी कद मरीकाम-बासग साइना नहवाल-बडमटन साी मलक-कती मअतराीय तर पर अपनी छाप छोड़ चक ह हमार यहा क महला हाक और महलाकट क टम ववयात ह इसी कार वराट कोहली कट म वनाथन आनदशतरज म तथा सरदार सह हाक म भारत को स दला रह ह दाग महला एवपष भी परा ओलक खल म भाग लकर वदश म परकत हो रह ह हम खल कोलकर कोई भदभाव नह करना चाहए

अयास

1 सोचए और लखए -

(क) मानसक वकास क लए शारीरक वाय य आवयक ह

(ख) करम बोड खलत समय आसफ क जगह आप होत तो या करत

(ग) शारीरक वाय क लए आप अपनी दनचया म कस या को शामल करग औरय इसक लए कौन सा समय नधारत करग

(घ) अपन पसद क खल क नाम तालका म लखए इनम स घर क अदर खल जान

2 च दखकर लखए-

3 र ान क पत कजए -

शतरज गम ह खल स मनय का वाय रहता ह इडोर और आउटडोर खल सकत ह फटबाल गम ह

4 पता करक मलान कर -

(क) महश भपत तराक

(ख) सचन तलकर मकबाजी

(ग) मरीकाम टनस

(घ) बला चधरी कट

ोजट वक -

1 ननलखत ाफ स सबत खल का च अपनी पतका म चपकाकर खल कानाम लखए -

1 रणजी ाफ -

2 सतोष ाफ -

3 डवस कप -

4 आगा खा ाफ -

2 अपन मन पसद खल क बार म लखए -

उस खल क नयम या ह

आपको यह खल य पसद ह

4 - आओ मलकर खल खल

नतन और गनगन बत खष ह आज उनक गाव म नागपचमी क अवसर पर वभकार क खल तयोगता का आयोजन होन वाला था स काका लाउडीकर सगाव वाल को तयोगता म हसा लन क लए ोसाहत कर रह थ lsquoम तो लबी कदम भाग लगाlsquo नतन न कहा

lsquoम रसाकसी म भाग लगीlsquo गनगन न चहकत ए कहा

भीम रन राकष राहला और आफताब भी वहा आ गए सभी अपनी-अपनी पसद कखल क बार म चचा करन लग उसी समय नतन क दादा जी भी वहा आ गए ब नदादा जी को घर लया और तरह-तरह क सवाल करन लग दादाजी न बताया क जब वोछोट थ तो अपन म क साथ नागपचमी क अवसर पर कती और कबी आद खलम बड़ उसाह स भाग लत थ

आओ जान-

रसी कद कस दौड़ गद तड़ी कती रसाकसी टच एड पास घर म टपा खो-खोकबी आद ानीय खल ह

चचा करए-

आप कौन-कौन स खल खलत ह अपन गाव म खल जान वाल मख खल क नाम बताइए इस कस खलत ह या बड़ बजग भी खल म तभाग करत ह कन-कन खल म उनक नामबताइए या आपक मा और बहन भी खलती ह व कौन सा खल खलती ह और कहाखलती ह

गाव क लोग क लए यह आयोजन वशष था गाव क ही कबी क खलाड़ी अनकतको दश तर पर उक दशन क लए ाम धान ारा समानत कया जाना थाअनकत क अ दशन क कारण उसका चयन राीय तर क टम म भी हो गया थायह सभी गाव वासय क लए समान क बात थी इस अवसर पर आस-पास क अयगाव क लोग भी एक ए थ सभी अनकत क सफलता क बार म जानन को उसकथ

अनकत न समान हण करन क उपरात गाव क सभी बड़ स आशीवाद लया अपनीसफलता क लए पछ गए सवाल क जवाब म अनकत न अपन अनभव को सबक साथसाझा कया

मोहत को खल म बत च ह मोहत का पर पोलयोत हो गया था कत खल कत उसका लगाव कभी कम नह आ वह अपनी बसाखी क सहार खल तयोगताका आयोजन दखन आया था अनकत क अनभव को सनकर मोहत क आख मआस आ गए मोहत न अनकत स पछा - या म कभी नह खल पाऊगा lsquolsquoतमअवय खल पाओग ढ़ इा श स सब कछ सभव ह अय ब क साथ दागब क लए सरकार क ओर स खल योजना क अतगत लाक तर जनपद तरएव दश तर पर खल तयोगता का आयोजन कया जाता ह उक दशन सचयनत ब राीय तर एव अतराीय तर पर तभाग करन का अवसर ात करतहrsquorsquo अनकत न मोहत क कध पर हाथ रखकर बताया

इह जान-

मजर यानचद - पव कतान हाक इनक नतव म भारतीय टम न ओलक म वणपदक जीता

पीवी स - बडमटन खलाड़ी रयो ओलक म रजत पदक वजता

सशील कमार - पहलवान भारतीय कती

मताली राज - कतान महला कट टट कट मच म दोहरा शतक बनान वालीपहली भारतीय महला खलाड़ी

अजय ठाकर - कतान भारतीय कबी टम भारत को कबी वड चयन बनान वालकतान

सया - कतान राीय खो-खो टम

हाक फटबाल कट बडमटन जडो जमनाटक एथलटस (दौड़) कबीमलखब खो-खो आद राीय खल ह हाक क खलाड़ी मजर यानचद क जमदन 29 अगत को भारत म lsquoराीय खलदवसlsquo क प म मनाया जाता ह हमारा राीय खल हाक ह

चचा करए-

या आप अपन वालय स बाहर भी खल म भाग लन गए ह खल का नामबताइए खल म आपका दशन कसा था राीय तर क खल म आपको कौन सा खल पसद ह और य

कछ भी मकल नह -

परा ओलक खल म नया भर क शारीरक तौर पर दाग खलाड़ी हसा लत हइन खलाड़य का जबा और जीत क कोशश इनक शारीरक कमजोरय को पीछछोड़ दती ह

हमारा गौरव

शरीर का नचला हसा स हो जान क बाद भी शाटपट (गोला फ क) म दपा मलक नरजत पदक जीतकर परा ओलक 2016 म पदक जीतन वाली पहली भारतीय महलाखलाड़ी बन गई ह य जवलन ो तराक एव मोटर रसलग स जड़ी एक दागभारतीय खलाड़ी ह परा ओलक खल म उलखनीय उपलय क कारण भारतसरकार न इहअजन परकार दान कया

तमलनाड क मरयपन थगावल न ऊची कद म वण पदक जीता पाच साल क उ मएक घटना म उनका एक पर जमी हो गया था इलाज क बाद भी ठक नह आगरीबी और शारीरक कमजोरी क बाद भी उहन हार नह मानी अपनी कड़ी महनतऔर लगन स वण पदक हासल कया ऐस ही लोग क बदौलत भारत का नाम वतर पर चमक रहा ह

अयास का महव

खलकद म शारीरक वाय एव अयास का महवपण ान ह नरतर खल काअयास हमारी शारीरक और मानसक सयता को बढ़ाता ह खलकद स हम

अनशासत धयवान समयब और वन होत ह खल का अयास करन सआमवास बढ़ता ह जसस खल क कौशल एव बारीकय को तीगत स सीखा जासकता ह हम खल म नयमत अयास एव कशलता स दश एव राीय तर परसफलता ात कर सकत ह अतः तदन अपन मनपसद खल का अयास अवयकरना चाहए खल हम आनद क अनभत भी कराता ह

हमार कछ पाररक खल

ाचीन काल स लकर आज तक क खल क वप म महवपण बदलाव ए ह खलक खल जान क साधन ान पोशाक तथा नयम आद म सवधानसार अनकपरवतन ए ह पहल पड़ क सखी टहनय एव लकड़य को वय तराश कर खलनयोय बनाया जाता था खल क वही उपकरण अब कारखान म बनाए जात ह जो योगकरन म आरामदह तथा दखन म भी आकषक होत ह खलाड़य क लए सरी टम सअलग दखन क लए अनक रग क सवधाजनक ोटस कट उपल ह खलन कलए टडयम एव खल क मदान बनाए गए ह जहा टordfक (मदान म दौड़न क लाइन) एवकाश आद क उचत वा रहती ह और खलाड़य को खलन क लए आदश कोट(खलन का नधारत ान) उपल होत ह टडयम म बत सार लोग एक साथ बठकर खल का आनद ल सकत ह

अयास

1 र ान भर-

(क) हमार दश का राीय खल ह

(ख) खल का अयास हमारी और सयता को बढ़ाता ह

(ग) घर म टपा खल ह

(घ) भारत म राीय खल दवस अगत को मनाया जाता ह

2 नीच लख खलाड़य क नाम क आग उनस सबत खल का नाम पता कर औरलख-

सचन तलकर साइना नहवाल सरदार सह गीता फोगाट मरीकाम

3 खल क नाम एव उनक च को दख इनम स ानीय खल क lsquoतीरlsquo को नील रग सतथा राीय खल क lsquoतीरlsquo को लाल रग स भर-

ोजट वक -

अपन घर क बड़ बजग स पता कर क जब व आपक आय क थ तो कौन-कौन स खलखलत थ कसी एक खल का नाम एव खलन का तरीका लखए

5-जीव जतओ क रोचक बात

आपन अपन आस-पास गौरया कबतर जस पय को दाना को चगत ए दखा होगाया आपन कभी सोचा ह क य पी र स ही इन दान को कस दख लत ह आपनदखा होगा क थोड़ी सी मीठ चीज जमीन पर गर जाए तो कछ ही दर म वहा चीटयका झड इका हो जाता ह

हमारी तरह जानवर म भी दखन सनन सघन और महसस करन क श होती हकोई जानवर मील र स अपन शकार को दख लता ह कोई हक स हक आहट कोभी सन लता ह कोई जानवर अपन साथी को सघकर ढढ लता ह

आप कस पहचानत ह लखए-

रग क पहचान - आख ारा दखकर

आवाज क पहचान-

ग क पहचान -

वाद क पहचान-

श क पहचान -

वभ जीव-जत अपन दखन सघन आद वशषता का उपयोग भोजन को ढढ़नऔर खतर को भापन म करत ह आइए जान जानवर क अजब नया क बार म

दखन क श - जीव म पय क सबस अधक तज होती ह चील बाज औरग जस पी हमस चार गना यादा दख पात ह जो चीज हम दो मीटर क री सदखाई पड़ती ह वही चीज य पी और भी अधक री स दख लत ह बली चीताउल तआ आद जीव तो अधर म भी अ तरह स दख सकत ह

अगर पय क तरह आपक आख आपक कान क जगह होती तो आप ऐस याकाम कर पात जो अभी नह कर पात ह और ऐस या काम नह कर पात जो अभीकर पात ह

यादातर पय क आख उनक सर क दोन तरफ होती ह पी एक ही समय म दोअलग-अलग चीज को दख सकत ह जब य बकल सामन दखत ह तब इनक दोनआख एक ही चीज पर होती ह

आपन दखा होगा क कछ पी अपनी गदन बत यादा घमात ह जस-उल जानत हय इसका कारण ह क यादातर पय क आख क पतली घम नह सकतीइसलए व अपन चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमात ह

पता कजए और लखए-

ऐस पी का नाम जसक आख सामन क तरफ होती ह

इस भी जान-

बत स जानवर रग को दखन पहचानन म अम होत ह उनक मा काला औरसफद रग दख पाती ह कत बदर मानव क तरह अलग-अलग रग को पहचानन मसम ह

सघन क श-

कछ जानवर म सघन क श बत तज होती ह या आपन कभी कसीक कोइधर-उधर कछ सघत ए दखा ह कम सघन क मता बत तज होती ह यदकाकसी ान स सर ान पर चल जात ह तो वह अपनी सघन क श क कारणवापस उसी ान पर आ जात ह

इस भी जान-क क सघन क श क कारण ही वोटक व नशील पदाथ को ढढ़नतथा अपराधय क पकड़न म उसक मदद ली जाती ह

शर चीता बली भी अपन सघन क श स अपन लए भोजन क तलाश व अपनवास ान को पहचानत ह चटया चलत समय जमीन पर कछ ऐसा पदाथ नकालती हजस सघकर पीछ आन वाली चीटय को राता मल जाता ह कछ नर कड़ मकोड़ गधस मादा कड़ क पहचान कर लत ह मर भी हमार शरीर क गध स हम ढढ़ लत ह

कन-कन मौक पर आपक सघन क श आपक काम आती ह सची बनाइए -

कसी चीज क जलन का पता चलना

कतन तज ह कान - तआ चीता बली आद जानवर क सनन क श बत तजहोती ह इनक बड़ कान मामली वन को भी सन सकत ह इसी तरह खरगोश क भीबड़ कान होत ह जो खतर का अनमान लगान म सम होत ह उनक कान वन कदशा म घम जात ह

चचा करए-

आपको या लगता ह या जानवर क कान क आकार और उनक सनन क श मकछ सबध होता ह

साप क पास बाहरी कान नह होत ह व जमीन पर होन वाल कन महसस करत हबीन क आवाज सनकर साप का नाचना लोग म फला एक म ह

इसी तरह चमगादड़ क सनन क मता बत तज होती ह व बत ऊच सर वालीआवाज अपन मख अथवा नाक स नकालत ह जब व आवाज कसी वत स टकराती हतो गजती ह इस गज को अपन कान स सनकर चमगादड़ अधर म अपन भोजन क रीऔर दशा का पता लगा लत ह

पता कजए और लखए-

ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स बड़ होत ह- ऐस जत क नाम लखए जनक बाहरी कान नह होत ह ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स छोट होत ह

आवाज अलग-अलग-

जगल म ऊच पड़ पर बठा लगर पास आती मसीबत (जस शर चीता) को दखकर एकखास आवाज नकालकर अपन साथय को सदश दता ह इस काम क लए पी भीखास आवाज नकालत ह कछ पी अलग-अलग खतर क लए अलग-अलग आवाजनकालत ह जस उड़कर आन वाल मन क लए एक तरह क आवाज और जमीन परचलकर आन वाल क लए सरी तरह क आवाज आवाज चाह कसी भी जानवर ननकाली हो उस इलाक म रहन वाल सभी जानवर इस चतावनी समझ सचत हो जात ह

सोन का ढग- जब कभी आप थक जात ह तो आराम करन क जरत महसस करत हएक छोटा बा दन म 14-16 घट सोता ह वयक क लए 6 स 8 घट क नद पयात

ह इसी तरह जानवर भी सोत ह

यादातर जानवर हमारी तरह रात म सोत ह कछ जानवर जस-उल चमगादड़ दन कसमय सोत ह बत स जीव-जत कसी खास मौसम म लब समय तक दखाई नह दतह यक बदलत मौसम क साथ वह अपना अनकलन करत ह

आपन भी दखा होगा क सदय म छपकलया नह दखाई दती ह

च म कछ जानवर क सोन क समय को दखाया गया ह च क नीच लखए क वहजानवर दन म कतन घट सोता ह एक छोटा खाना दो घट क बराबर ह

छपकली क लए सदय म यह घड़ी कसी दखगी बनाइए

अयास

1 कह दो जीव क नाम लखए-

(क) जनक सघन क श तज होती ह

(ख) जनक सनन क श तज होती ह

(ग) जनक बाहरी कान नह होत ह

(घ) जो रात म दख सकत ह

(ङ) जो दन क समय सोत ह

2 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) हम रगो क पहचान श ारा करत ह ( )

(ख) क क सनन क श तज होती ह ( )

(ग) उल दन क समय सोत ह ( )

(घ) हम वाद का अनभव दखकर करत ह ( )

(ड) खरगोश अपन कान स खतर का अनमान लगा लत ह ( )

(च) साप क बाहरी कान नह होत ह ( )

(छ) पी चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमा लत ह ( )

(ज) तआ अधर म नह दख सकता ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) जमीन पर मीठा गरन स चीटया कस आ जाती ह

(ख) पी अपनी गदन य घमात ह

(ग) कŸा का उपयोग अपराधय को पकड़न म य कया जाता ह

(घ) खरगोश कस कार खतर का अनमान लगात ह

4 दए गए च म जानवर क कान एक-सर स बदल दए गए ह पहचानए औरबताइए

कतना सीखा-1

1 आपको कौन सा योहार पसद ह इस दन घर क सदय या-या काय करत ह तालका म लख -

घर क सदय काय

तम

तहारी मा

तहार पता जी

भाई-बहन

दादा

दाद

2 अपन पसद क इोर और आउटडोर गस क सची बनाए -

इोर गम आउट डोर गम

3 या आप अपन इलाक क कसी स खलाड़ी को जानत ह यद हा तो उसकानाम और वह कौन सा खल खलत ह लखए -

खलाड़ी का नाम - खल का नाम

-

4 पता कर और लख -

(क) भारतीय महला कबी टम क कतान का नाम

(ख) भारतीय हाक (पष) टम क कतान का नाम

(ग) राीय मकबाज का नाम

(घ) परा ओलक (महला) म ऊची कद म वण पदक

जीतन वाली महला खलाड़ी का नाम

5 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भर -

क दखन जीभ साप

(क) सघन क श म बत तज होती ह

(ख) क बाहरी कान नह होत ह

(ग) वाद का अनभव हम ारा होता ह

(घ) पय क क श तज होती ह

6 कछ ऐस जीव क नाम लख जो लब समय क लए नद म चल जात ह

7 जानवर खास आवाज य नकालत ह

8 आप गद स खलन वाल कतन खल जानत ह द गई गद म सची बनाए -

6 -वय जीव का सरण

आपन अपन आस-पास अनक जानवर को दखा होगा इनम कछ जानवर पालत होत हजह हम अपन उपयोग क लए पालत ह कछ जानवर जगल म रहत ह ऐस जानवरको वय जीव कहत ह

च को दखकर पालत और जगली जानवर क सची बनाइए

पालत जानवर - जगली जानवर

-

जीव जत हम कत ारा दए गए उपहार ह हम अपनी आवयकता क पत कलए कसी न कसी प म इन जत पर नभर ह बल खर ऊट घोड़ा आदजताई बोझा ढोन तथा सवारी ढोन का काम करत ह गाय भस भड़ बकरी स धमलता ह मग बतख स हम अडा मलता ह इसी तरह मर ए जानवर क खालतथा हय स जत पस बटन कघी तथा अय सजावट क सामया बनती ह भड़ऊट याक जस जत स हम ऊन मलता ह

तालका परी कर -

चचा करए-

यद य उपयोगी जत हमार जीवन स धीर-धीर वलत होत जाए तो या होगा

कटत जगल वलत होत जीव -

ऊपर बन च को दख इन च म मशः परवतन दखाई पड़ रहा ह

आइए जान ऐसा य आ

आज स बत साल पहल घन जगल आ करत थ इन जगल म तरह-तरह क पड़- पौधएववय जीव पाए जात थ पड़-पौध एव वय जीव क सया भी बत अधक थीजनसया बढ़न क साथ आवयकताए बढ़ खती करन व मकान बनान क लए हमअधक भम क आवयकता ई इस कारण घन जगल क कटाई श (ार) कगई जसस पड़-पौध कम हो गए पड़-पौध क सया कम होन क कारण वषा कमहोन लगी नदया लग इसका असर जगल म रहन वाल वय जीव पर पड़ा सरतान एव भोजन एव पानी क कमी क कारण इनक सया कम होन लगी कछ पश-पय क जातया तो परी तरह खम हो ग ह

कारखान रलव लाइन सड़क व बाध आद क नमाण काय न बत स जीव-जत कघर को न कया इसक परणामवप पश-पय क सया म गरावट आई

कछ लोग अपन फायद क लए गर काननी तरीक स जानवर का शकार करत ह हाथीदात क लए हाथय का शकार कया जाता ह बाघ शर हरन कछआ आद जानवरक खाल का अवध ापार कया जाता ह गड व बारहसगो को उनक सग क लएमार दया जाता ह

इन कारण स वय जीव क सया लगातार कम होती जा रही ह पश-पय क कछजातया तो परी तरह समात (खम) हो चक ह जह वलत जातया कहत ह यजातया अब दखाई नह दती ह जबक कछ जातया खम होन क कगार पर हजह सकटत जातया कहत ह

वय जीव

वलत जातया- सकटत जातया

डायनासोर गौरया

ममथ अकन हाथी बाघ

लाल पाडा ग

डोडो पी साही

लाल तोता शर काला हरण बारहसगा कछआ

वय जीव का सरण -

वय जीव को बचान क लए सरकार ारा कानन बनाए गए ह जानवर क खाल दातही सग क अवध ापार पर रोक लगा द गई ह पश-पय को सरा दान करन

क लए राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना क गई ह इन ान मवय जीव का शकार करना मना होता ह यहा पश-पी वत प स रहत ह

ऽ गौरया को बचान क लए या कर सकत ह

भारत क मख वय जीव अयारय एव उान

- धवा राीय उान (उ)

- चभा वय जीव अयारय (उ)

- राजाजी राीय उान (उराखड)

- गर राीय उान (गजरात)

- नदा दवी राीय उान (उराखड)

- जम काबट राीय उान (उराखड)

- बादपर राीय उान (कनाटक)

- काजीरगा राीय उान (असोम)

- बाधवगढ़ राीय उान (म)

- काहा कसली अयारय (म)

- सरका राीय उान (राजान)

इस भी जान

रड डाटा बक वह कताब ह जसम सभी सकटत जातय का रकाड रखाजाता ह

गौरया को बचान क लए अब हर साल 20 माच को lsquolsquoव गौरया दवसlsquolsquo मनायाजाता ह बाघ हमारा राीय पश ह इसका अतव खतर म ह इसक सरा क लए बाघपरयोजना (ोजट टाइगर) लाग क गई ह

जानवर क त सवदनशीलता-

दए गए च को दखए और पढ़ए-

अब यह पटारी ही मरा घर बन गया ह म तो जगल क जानवर स मलना भल ही गया

यह मत सोचो क म सक स म नाचकर कदकर और कई तरह क करतब दखाकर खश अगर म य सब न क तो भखा र

नाचत-नाचत मरी हालत खराब हो जाती ह कभी-कभी तो खाली पट नाचना पड़ता ह

पजड़ म बद रहकर म खली हवा म सास लना भल ही गया इस पजड़ म रहकर मरपख भी कसी काम क नह

य जानवर उदास य ह सभी जानवर क बात को पढ़कर आपको या सीख मलती ह

ायः आपन मदारी सपर आद क बार म सना होगा मदारी बदर भाल आद का खलदखाता ह इसी तरह सपरा तरह-तरह क साप दखाता ह तथा अपनी बीन क धन परउह नचाता ह य लोग अपनी रोजी-रोट क लए इन जानवर पर नभर होत ह य लोगका मनोरजन करत ह और बदल म लोग इह अनाज पस आद दकर जीवन-यापन(गजर-बसर) म उनक मदद करत ह

हम जानवर पर कसी न कसी कार स नभर होत ह हम अपनी आवयकता कपत क लए वभ जानवर को पालत ह जानवर को पालन क साथ-साथ हम उनकत सवदनशील होना चाहए हम उनक दखभाल करनी चाहए उनक भोजनचकसा क वा करनी चाहए पय क लए अपन घर क बाहर या छत परउनक दाना-पानी क वा करनी चाहए सड़क पर घमन वाल अय जानवर को भीहम छड़ना नह चाहए यद सभव हो तो उह भी खाना दना चाहए

अयास

1 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर (ग) का च लगाए-

(क) जगली जानवर को हम अपन घर म पालत ह ( )

(ख) ग एक वलत जात ह ( )

(ग) जानवर क त हम सवदनशील होना चाहए ( )

(घ) वय जीवो को बचान क लए राीय पाक क ापना क गई ह ( )

(ङ) जम काबट अयारय मय दश म त ह ( )

(च) जगल क कटन स पश-पय क सया म व ई ह ( )

(छ) मदारी बीन क धन पर बदर को नचाता ह ( )

2 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भरए -

रड डाटा बक ऊन वलत बाघ उपहार

(क) डायनासोर एक जात ह

(ख) भड़ ऊट याक आद जत स हम ात होता ह

(ग) सकटत जातय का रकाड म रखा जाता ह

(घ) हमारा राीय पश ह

(ड) जीव-जत हम कत ारा दए गए ह

3 क उर लखए -

(क) वय जीव क सया म गरावट य होती जा रही ह

(ख) उराखड राय क दो राीय उान क नाम लखए

(ग) ोजट टाइगर या ह

(घ) कह दो सकटत एव वलत जातय क नाम लखए

(ङ) वय जीव अयारण तथा राीय उान क ापना य क गई

ोजट वक

1 वलत हो रह वभ जीव-जत या पय क च चाट पपर पर चपकाए तथाउनक बार म जानकारी एक कर लख उनक लत होन क कारण लखकर उनक एकरपोट तयार कर का म लगाए

7-जगल और जन-जीवन

आपन जगल क बार म सना होगा ायः आपन ट0वी0 म भी जगल क य दख हग

-

आपन दखा होगा तरह-तरह क फल-फल कई तरह क छोट-बड़ पड़-पौध रग बरगीचहचहाती चड़या और बत स जानवर जगल म र-र तक हरयाली रहती ह जगलम पय क चहचहाहट और वभ जानवर क बोलया भी सनाई दती रहती ह

ऐस ही सदर जगल स ढक ह हमार दश क कई हस

चचा करए-

कह बत सार पड़ उगाए गए ह तो या वह जगल बन जाता ह जगल हमार लए य महवपण ह इन जगल स हम या मलता ह

जगल तरह-तरह क पड़-पौध व पष-पय का वास ान होत ह इनका मनय कजीवन म अयत महव ह य वायमडल म आसीजन क माा को बढ़ात ह औरवशली गस क माा को कम करत ह य म क कटाव को रोकत ह वषा करान मभी इनक महवपण भमका होती ह

जगल स उपयोगी इमारती लकड़या ात होती ह हमार दष म लगभग 4000 सअधक कम क लकड़या वन स ात होती ह इनम सागौन षीषम दवदार चीड़आद इमारती लकड़या महवपण ह जन पर हमारा लाईवड उोग काठ उोगइमारती लकड़ी उोग आद नभर ह बास क पड़ स चटाई डलया हाथ वाला पखाबासरी बनाई जाती ह इनस कागज दयासलाई का रषम रबर लाख बीड़ी पलऔशध आद उोग क लए का माल ात होता ह पलाश व कसम क पौध परलाख क कट एव षहतत क पौध पर रषम क कट का पालन कया जाता ह

पता कजए-

हम जगल स और या-या चीज मलती हपश-पय क अलावा जगल म और कौन रहता ह

ारक मानव जीवन

मानव सयता क वकास क कहानी लाख वश परानी ह सयता क आर म मानवजगल म रहता था मानव आदकाल स ही जगल पर नभर था पहल मानव बदर कभात चार पर पर चलता था धीर-धीर उसका वकास आ और वह दो पर पर सीधाखड़ा चलन लगा अगल पर का योग हाथ क प म करन लगा मतक और हाथका उपयोग वह तरह-तरह क काय म करन लगा

आज क भात ारभ म मानव क पास रहन क लए घर नह थ व एक जगह स सरीजगह घमत रहत थ व खल आकाष क नीच जगल म नदय व झील क कनारगफा म रहत थ जगली जानवर स अपनी सरा तथा उनका शकार करन क लएउनक पास कवल पर क ही औजार थ

कदमल फल तथा शकार स ात मास ही उनका मय भोजन था जानवर क खालपड़ क छाल एव प को व क तरह पहनत थ इस तरह जीवन तीत करन वालमानव आदमानव कहलाए

कस मली आग -

एक बार बत तज आधी आई कछ पड़ क डालय क आपस म रगड़न स चगारयानकलन लग य चगारया जब सख प और घास पर पड़ तो आग लग गई आगलगन स बत सार जानवर भाग गए जो नह भाग पाए व जल गए आद मानव नउनक मास को खा कर दखा उह भना मास अा लगा

एक बार जब पर स पर टकराया तो उसम स भी चगारी नकली व खशी स झमउठ आहा मल गई आग

आग क खोज ारक मानव क एक बड़ी उपलिा थी इसक खोज क साथ हीमानव भोजन को पकाकर खान लगा आग का उपयोग उसन अपन शरीर को गम रखनऔर जगली जानवर स रा करन क लए कया

सोचए और लखए-

आग का उपयोग करन क पहल मानव का जीवन कसा रहा होगाआग का ान होन क बाद मानव जीवन म या परवतन आया होगा यद आग नह होती तो हम या-या दकतपरषानया होती आग का उपयोग हम कहा-कहा करत ह

धीर-धीर मानव अपन चार ओर क वातावरण को समझन लगा उसन पर क छोटऔर सडौल औजार बनान ष कए पर क अतर जानवर क हया एव सग स

भी औजार बनाए उसन अपन आप उगी घास और अनाज को एकत करना ष करदया

इस भी जान-

का मानव का थम पालत पश थाताबा सवथम खोजी गई धात थी

इधर-उधर बखर अनाज स पनः अनाज उगता दख उसन खती करना सीख लया खतीकरन क लए उह अलग तरह क औजार बनान पड़ इन औजार को टकाऊ बनान कजरत महसस ई यक पर क औजार जद टट जात थ अपन औजार कोटकाऊ बनान क लए उहन बत उपाय कए और जमीन क खदाई कर ताब को खोजनकाला खती क साथ पषपालन भी ारभ आ पष का योग मास व ध ातकरन म कया जाता था

ताब क औजार स काम काफ आसान हो गया बाद म जब लोह का पता चला तबउसस भी औजार बनाए य औजार ताब क औजार स अधक मजबत रहत थ इनधात क खोज क साथ कहाड़ी और हसया उनक मख औजार हो गए थ

पहाड़ो स लढ़कत ए लकड़ी क बड़-बड़ ल को दखकर उह पहए का वचार आयाल को काटकर उहन पहए का आवकार कया इसका योग म क बतन बनानम तथा सामान ढोन म कया जान लगा

सोचए और लखए-

कहाड़ी और हसया स या-या कया जा सकता हपहए का उपयोग ारभक मानव न कन-कन काय क लए कया होगाआपन अपन आसपास पहए का उपयोग होत कहा-कहा दखा ह

जगल और आदवासी

या आपको पता ह क आज भी हमारी जनसया का एक छोटा हसा जगल मनवास करता ह इह हम आदवासी कहत ह य हमार दष क वभ राय म पाएजान वाल जगल म नवास करत ह आदवासय का जीवन परी तरह जगल पर नभरहोता ह

अपनी दनक आवयकता क पत य जगल स मलन वाल वभ उपाद क ाराकरत ह जगल स ात क पदाथ स य डलया चटाई ढोल बासरी टोकरीपŸाल बतन जड़ी-बट स औशधिा (दवा) आद बनाकर ानीय बाजार म बचत हऔर अपना जीवकोपाजन करत ह य जगल क रखवाल होत ह य जगल को काटतनह ह जतनी जरत होती ह उतना ही जगल स लत ह आदवासय क जदगीजगल स ही जड़ी होती ह अगर जगल नह बचग तो य भी नह बचग

इस भी जान

जगल अधकार कानन 2007 -यह कानन आदवासय को जगल पर उनका हकदलाता ह इसक अनसार जो लोग कम स कम 25 साल स जगल म रह ह उनका वहाक जगल और वहा पदा होन वाली चीज पर हक ह उह जगल स हटाया नह जाएगाजगल बचान का काम भी उनक ाम सभा करगी

चचा करए-

अगर जगल नह बचग तो आदवासी नही बचग ऐसा य यद य जगल न हो जाएतो हमार जीवन पर या भाव पड़गा

आदवासय क लए जगल ही सब कछ ह वकास क लए बत सी योजनाए चलाईजाती ह कह बाध बनाए जात ह तो कह फटरी इन योजना क कारण जगल काटजात ह जगल क कटन स आदवासय क जीवन पर तकल भाव पड़ा ह व अपनी

घर सकत कला पररा आद स र हो जात ह आदवासी ही नह बक गावकब और षहर म रहन वाल लोग का जीवन भी जगल क कटन स भावत हो रहाह हम पयात माा म ष हवा नह मल पा रही ह वशा म कमी क कारण फसल काउपादन भावत आ ह

पता कजए-

या आपक आस-पास कोई ऐसा काम चल रहा ह जसक कारण वहा क पड़ काटजा रह ह इसक वजह स वहा क वातावरण पर या भाव पड़ रहा ह पड़-पौध क सया बढ़ान क लए हम या यास कर सकत ह

हमार दष म पहल लोग जगल और बाग बगीच स यार करत थ कसान अपनी खती कआध भाग म पड़ जर लगात थ पर अब लोग पड़ लगाना भलत जा रह ह हमअधिाक स अधक पड़ लगान चाहए और उनक दखभाल करनी चाहए यद वकासकाय क लए कसी ान वषश स व काट जाए तो वकप क प म अय ानको चयनत कर उनम अधक स अधक पड़ लगान चाहए

वन का बचाव -

सरकार न वन क रा क लए सामाजक वानक नाम क योजना श क ह उसनकानन बनाकर वन क कटाई पर रोक लगा द ह

पहाड़ी इलाक म लोग न चपको आदोलन चलाकर पड़ क कटाई रोकन क कोशशक ह इस आदोलन क शआत ी सदर लाल बगणा जी न क थी इस आदोलनम लोग न पड़ स चपककर उनको काटन का वरोध कया चपको आदोलन का एकनारा ह-lsquolsquoलकड़ी पानी और बयार य ह जगल क उपकारlsquolsquo

वन को बचान क लए ी क0एम0 मशी ारा सन 1950 म वन महोसव कशआत क गई इस महोसव म पड़ लगान का काय कया जाता ह

पहाड़ी इलाक गढ़वाल म लड़क-लड़कय क शाद क अवसर पर पड़ लगान क थाश क गई ह इस lsquoमती आदोलनlsquo कहत ह इसम ववाह क बाद ससराल आन परलड़क मायक क याद म एक पौधा लगाती ह और उसक दखभाल करती ह इस मतीव कहत ह

अयास

1 दए गए शद क सहायता स र ान भिारए -

(आसीजन लाख पर जगल आदमानव)

(क) ारक मानव क औजार बनात थ

(ख) जगल वायमडल म क माा को बढ़ात ह

(ग) मानव वकास क कहानी वष परानी ह

(घ) आदवासय का जीवन पर नभर होता ह

(ङ) आग क खोज न क थी

2 जगल कटन स होन वाल परणाम लखए

3 तलना कर -

जीवन शली आदमानव आज का मानव

(क) रहन का ान (नवास)

(ख) खान-पान (भोजन)

(ग) रहन-सहन (व)

4 चपको आदोलन या था इस कसन ार कया

5 आदवासी अपना जीवकोपाजन कस करत ह

6 पता कर -

म क बतन बनान म आग और पहय क उपयोगता

7 चचा कर -

अगर हम खती करना नह जानत तो भोजन कहा स ात करत और या खात

ोजट वक

भारत क मानच म वभ राय म पाए जान जगल को हर रग स भर कर दशाए औरका म इस चपकाए

8-भोय पदाथ का सरण

ब या आप जानत ह क तदन हम जो भोजन करत ह उस सरत कस रखाजाता ह घर म भोय पदाथ जस-अनाज दाल व मव आद को सख एव व डबम बद करक य रखा जाता ह पक ए भोजन को ढककर य रखत ह सोचो औरबताओ

हमार वाय क स उ सभी काय हमार लए अत आवयक ह यक हमारवातावरण म उपत समजीव हमार भोय पदाथ को सषत (खराब) कर दत ह

भोय पदाथ क सषत (खराब) होन क मय कारण

भोय पदाथ क सरण क बार म जानन स पव यह जानना आवयक ह क हमारभोय पदाथ खराब य हो जात ह आओ करक दख-

भोय पदाथ कस खराब होत ह

योग- एक रोट पर पानी क कछ बद डालकर एक डब म बद कर द कछ दन तकरोट को रोज दखो जब तक आपको इस पर कछ बदलाव न दख द गई तालका कोचाट पर बनाओ और का म चचा करन क बाद उस भरो

दन रोट म बदलाव

छनश म गध म रग म

सामान क खाली पकट पर लखी मय वजन तारीख आद सबधी जानकारी कोदखए और चचा करए

पता करो-

रोट म या बदलाव आया रोट पर फफद य आई

योग-2 -वालय म बन एम0डी0एम0 स थोड़ा सा भोजन लकर उस कसी कटोरी मढककर रख ब को इस दखाए और हो रह बदलाव को तालका म अकत कर-

दन भोजन म या बदलाव आ

थम दन

तीय दन

आपन दखा क ढककर रख होन क बावजद भी यह भोजन खराब हो गया ऐसा य आ

भोय पदाथ को नम ान और खला रखन स धल क कण मखया फफद व जीवाणआद उस खराब कर दत ह जसस उसक पोषक तव न हो जात ह और वह खानयोय नह रहता ह गम क दन म भोजन जद खराब हो जाता ह जबक सदय मजद खराब नह होता ऐसा य

तापमान कम होन स जीवाण जद नह पनपत

भोय पदाथ क सरण क आवयकता

गम एव नमी दोन ही तय म फफद व जीवाण शीता स पनपत ह यही भोयपदाथ को खराब व सड़ान का भी काय करत ह यद भोय पदाथ म इनक बढ़न परनयण पा लया जाए तो इह खराब होन स बचाया जा सकता ह भोय पदाथ काउचत रख-रखाव न करन स ननलखत नकसान होत ह-

उनम फफद लग जाती हवाद खराब हो जाता ह भोय पदाथ म पोषक तव क कमी आ जाती हघन एव कड़ पड़ जात ह

हमार वाय क स भोय पदाथ को सरत रखना आवयक ह

हम लोग शीत ऋत म हर ताज मटर बड़ चाव स खात ह आपन ीम ऋत म भी डबाबद हरी मटर दखा और खाया होगा आल तो हम खान क लए सभी महीन म मलताह आप सोचए क मटर और आल को कस सरत रखत ह

भोय पदाथ जस-ग चना दाल चावल अचार व मरबा आद को हम साल भरउपयोग कर सक इसक लए उह उचत वधय स सरत रखना पड़ता ह इसीलएभोय पदाथ क सरण क वधय क खोज क गई एव उन वधय क अनसार भोयपदाथ को सरत करक रखा जान लगा ह

आपक घर म अनाज और दाल को कड़ स बचान क लए या-या उपाय करतह

भोय पदाथ क सरण क वधया-

भोय पदाथ क सरण क नन वधया ह-

1 सखाना (नजलीकरण) -धप म भोय पदाथा को सखाना एक परानी तथाबचलत वध ह इस वध म सय क करण स ात ऊमा ारा भोय पदाथ कोसखाया जाता ह जसस इनम उपत जल क माा वापीकत हो जाती ह और सम

जीव क व क अवसर कम हो जात ह धप म अनाज दाल पापड़ बड़ी चससवइया आवला गोभी मथी आम आद को सखाया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

2 ठड ान पर रखना (शीतन)-गथ ए आट हरी सजया एव फल को गील कपड़स ढककर कछ समय क लए सरत रख सकत ह ध दही एव पक ई सजी आदभोय पदाथ को कसी बतन म रखकर उह ठड पानी म रखकर भी सरत कया जासकता ह आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर)का उपयोग कया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर) का उपयोगकया जाता ह अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह(को टोरज) का भी उपयोग कया जाता ह

3 उबालना- उबालन क या म अधक तापमान क कारण हानकारक जीवाण नहो जात ह इसलए घर म ध को उपयोग क पव उबाला जाता ह पीन क पानी को भीजीवाणरहत करन क लए ही उबाला जाता ह

4 रासायनक एव अय पदाथ का योग-

कछ रासायनक पदाथ भी सम जीव को उप होन स रोकत ह जस- सोडयमबजोएट व सरका आद इसक अतर नमक चीनी तल आद का उपयोग भी भोयपदाथ क सरण म कया जाता ह जस-आम सब अगर अमद आवला आद कोसरत रखन क लए इह चीनी क गाढ़ चाशनी म पकात ह और मीठा अचार मरबाव चटनी आद क प म सरत करत ह क आम करला व मच का अचार बनातह और तल व नमक डालकर सरत करत ह

भोय पदाथ क सरण म रासायनक पदाथ का उपयोग उपय माा म ही करनाचाहए अधक माा म इनका उपयोग वाय क लए हानकारक ह

अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह (को टोरज)का भी उपयोग कया जाता ह

5 गम करक तरत ठडा करना (पारीकरण)-पारीकरण क या म सवथम धको 700ब तापम पर गम कया जाता ह फर तरत 00ब पर ठडा कया जाता हइसस ध म उपत हानकारक जीवाण न हो जात ह इस कार ध को साफबोतल या पकट म बद करक ध डयरी पर बचा जाता ह

वतमान समय म उपल भोय पदाथ को भवय हत सरत रखन क लए कए जानवाल उपाय को भोय पदाथा का सरण कहा जाता ह

आपक घर म भी भोय पदाथ को सरत रखन क लए कछ उपाय कए जातहग इह नीच द गई तालका म लखो

0स0 भोय पदाथ सरत करन क उपाय

1 ध -------उबालत ह

2 पक ए चावल

3 हरी धनया--------- गील कपड़ म लपटकर रखत ह

4 अनाज

5 आल

6 पक आम

7

सरण का महव -

खा सामी को घन फफद एव अय कटाण स सरत रखनाआवयकता स अधक पदा होन वाल फल सजी एव अनाज को सरत रखनाअनाज फल व सजय को र ान पर भजन क लएपक भोय पदाथा को सरत रखकर बारा उपयोग करना

भवय क लए खा पदाथ क सरा मानव मय ह-

भारत म अधकतर खा पदाथ का उपादन मौसम क अनसार होता ह कछ लोगवष भर क लए अनाज व दाल खरीद लत ह यक जस मौसम म इनकाउपादन होता ह उस मौसम म य कम दाम पर उपल हो जात ह इन खापदाथ को उचत ढग स सरण करना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत हसरकार भी भडार गह म ग चावल दाल आद का भडारण करती ह जससदष म इनक कमी न होन पाएकसान भी जब अनाज को उगात ह तो अपन खान क लए वष भर का अनाजरखकर शष बच दत ह इन खा सामय को सरत करक अधक दना तकयोग म लात ह

अपन रसोई घर म स खान-पीन क कछ चीज चनकर लखए-

जो एक-दो दन म खराब हो सकती ह

हत भर तक खराब नही हगी महीन भर तक खराब नही हागी वशष मौसम म मलन वाली खावत

भोजन को बबाद न कर-

चचा करए-

च को यानपवक दखए और फसल उगान क या एव भोजन बबाद न हो इस परसमह म चचा कजए

जस भोजन को लोग एक मनट म ही फ क दत ह उस उगाकर फसल बनान म महीनलग जात ह इसलए भोजन फ कन स पहल एक बार अवय वचार कर

अयास

1 ननलखत क उर लखए-

(क) भोय पदाथ क खराब होन का मख कारण या ह

(ख) भोय पदाथ क सरण क वधया कौन-कौन सी ह

(ग) नजलीकरण स आप या समझत ह

(घ) भोजन क गणवा को बनाए रखन क उपाय लखए

2 र ान क पत कजए-

(क) सभी जीव क लए आवयक ह

(ख) भोजन पर बठकर इस षत कर दती ह

(ग) ध को सरत करत ह

(घ) सजय को काटन स धोना चाहए

3 सही जोड़ बनाइए-

कालम lsquoअlsquo कालम lsquoबlsquo

क) भोय पदाथ को खा पदाथ को षत कर दत ह

(ख) फल को खान स पहल वषला होता ह

(ग) सषत भोजन धोना चाहए

(घ) फफद ढककर रखना चाहए

4 सही कथन क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का नशान लगाइए-

(क) फफद लगी ड को साफ करक खाना चाहए ( )

(ख) बाजार क खली ई चीज और कट फल नह खाना चाहए ( )

(ग) भोजन को बबाद नह करना चाहए ( )

(घ) भोजन को ढककर रखना चाहए ( )

पता कजए -

घर म भोय पदाथ को जीव स सरत रखना जरी ह च म कछ ऐस जीवदए गए ह पहचान कर नाम लखए-

9-हम और हमारी फसल

नहा अपन भाई क साथ तदन वालय जाती थी रात म उस धाान क लहलहातखत दखाई पड़त थ उस दखकर नहा बत खष होती थी उसक मन म सदव यहजासा रहती थी क य पौध इतन हर-भर कस दखाई पड़त ह फसल को उपजान मया-या काम करना पड़ता ह अपन मन क सारी जासा को उसन का म आकरअपनी षका स पछा

षका न सभी ब को बताया क य हर-भर पौध अनाज सजया फल आदकसान क कड़ी महनत स मलत ह कसान को lsquoअदाताlsquo भी कहत ह

आइए जान फसल उपजान क तरीक

कसी भी फसल (अनाज) को उपजान क लए सवथम म एव मौसम क जानकारीआवयक ह

म तरह-तरह

अलग-अलग खत स म एक करक दखए

म म क पहचान उगन वाली फसल

बलई म म क बड़-बड़ कण बाल तरबज खरबज बाजरा क माा अधक

चकनी म म क कण छोट बाल क ग चना मटरधान माा अपाकत कम

सट म महीन कण वाली म ग गा

दोमट म बलई म चकनी म धान कपास गा

तथा सट म मल जल

म क पहचान क बाद कसान उसक खदाई जताई गड़ाई नराई करत ह

मौसम क अनसार फसल क बआई

भारत क अलग-अलग भाग म अलग-अलग फसल होती ह य फसल वहा क म एवमौसम पर नभर करती ह पानी एव तापमान क आवयकतानसार फसल अलग-अलगसमय म बोई जाती ह ऋत (मौसम) क आधार पर फसल को तीन वग म बाटा गयाह-खरीफ रबी और जायद

च को दख और जान

बड़ स पता करए आपक इलाक म कौन-कौन सी फसल कस समय (मौसम) मअधक होती ह और य

म एव मौसम क अनप कसान बीज बोन का काम करत ह अनाज क व दानजनका योग अगली फसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलाता ह बीज दोकार क होत ह-

1-साधारण बीज- इस कसान वय तयार करत ह

2-उतशील बीज-इस तरह क बीज वानक वध ारा तयार कए जात ह इन बीजक योग स पदावार अ होती ह

आप भी चाट पपर पर अनाज क बीज को चपकाए एव उनक नाम लखए

उम बीज का चयन करन क बाद तयार म म उसक बआई क जाती ह

खत क लए सचाई एव खाद

अपन घरवालय म लग पौध को यान स दखए यद इन पौध म पानी नह डालाजाए तो या होगा पौध क उम व एव वकास क लए कम वध स जल दनक या सचाई कहलाती ह

पता करए कसान खत क सचाई करन क लए कौन-कौन स साधन का योग करतह

कसान अपन खत क सचाई करन क लए जल- तालाब झील नद क नलकपनहर आद स ात करत ह इस जल को अपन खत तक पचान क लए अनक साधनका योग करत ह जस-बड़ी ढकली मोट (घरनी) रहट चन प (य चालत प)आद

या आप जानत ह

आजकल सचाई क नई पत प (टपक) सचाई और कलर (छड़कन) सचाईका भी योग कया जा रहा ह टपक पत ारा पानी पौध क जड़ पर बद-बद वावपाइप आद स डाला जाता ह फल फल सजी आद क सचाई टपक सचाई कमायम स क जाती ह जबक ग मटर आद फसल क सचाई कलर (फौवारा)पत क ारा क जाती ह यह दोन सचाई सख या कम वशा वाल म अधक

योग क जाती ह यक इसम पानी क बचत होती ह और फसल अ होती हछड़काव पत बलई म क लए अयत उपयोगी ह

म को उपजाऊ बनान एव अ फसल ात करन क लए कसान अपन खत मखाद का योग करत ह खाद दो कार क होती ह-

जवक खाद उवरक या रासायनक खा

गोबर क खाद यरया

कोट क खाद अमोनयम सफट

(बकार साग-सजी पौध-पया आद) डीएपी (डाई अमोनयम सफट)

नीम क खली खाद जक सफट

मल-म क खाद यरट आफ पोटाश

कचए स तयार खाद (वम कोट)

जवक खाद क योग स म उपजाऊ होती ह फसल पर कोई हानकारक भाव नहपड़ता ह रासायनक खाद का योग करन स षआती साल म उपज यादा होती हपरत बाद म धीर-धीर भम बजर होन लगती ह अधक माा म इसका योग करन सभोजन म जहरील तव क माा बढ़ जाती ह जसस हम अनक बीमारया हो जातीह पष (गाय भस बकरी आद) ारा इन खा पदाथ का योग करन स व भीबीमार पड़ जात ह जो धा हम पीत ह उसक गणवा कम हो जाती ह ऐस म अवाय क लए जवक खाद ही उम ह हमारी सरकार भी जवक खाद बनान एवउसक योग करन पर जोर द रही ह

आप अपन खत म कौन सी खाद डालना पसद करग और य

कसान अपनी फसल क जानवर एव कट पतग स सरा भी करत ह कटली झाड़ीएव पौध क बाड़ आद बनाकर जानवर स रा करत ह कट-पतग एव रोग स बचानक लए आवयक माा म कटनाषक दवा का योग करत ह

कसान स जाकर पता करए क व अपन फसल क सरा कस कार करत ह

फसल क कटाई एव उसका भडारण

फसल पक जान क बाद उसक कटाई मड़ाई एव ओसाई मजर एव आधनक मशीनारा क जाती ह जसस अनाज क दान एव भसा अलग-अलग हो जात ह फर अनाजको धप म अ तरह सखाकर उस सरत ान पर रख दया जाता ह

ाचीन एव वतमान समय म फसल उपजान क या म परवतन अपन घर या गाव कबड़ बजग स पता करए क उनक समय म खती करन का तरीका या था अबआपक गाव क लोग खती कस करत ह

शका न ब को बताया क- समय क साथ खती करन क तरीकसाधन म बतअधक परवतन ए ह नई मषीन रासायनक खाद बीज आद क योग स कम समयएव म म खती करना अपाकत सरल हो गया ह

इह भी जान हरत ात (वश 1966-77) स कश उपादन क म ातकारीपरवतन आया इसका उय अ बीज खाद सचाई तथा आधनक य क उपयोगारा कश उपज म ती गत स व करना ह

आइए इस च क ारा समझ-

अयास

1 क उर लखए-

स ग और चन क बआई कस मौसम म क जाती ह

स वव जल दवस कब मनाया जाता ह

स आपको कौन सा मौसम सबस अा लगता ह

स टपक एव छड़काव सचाई पत का योग कहा और य कया जाता ह

स पौध म सचाई करन क लए जल कहा-कहा स ात करत ह

स रासायनक खाद क अपा जवक खाद अधक फायदमद ह य

2 दए गए शद स खाली जगह को भरए -

(दोमट उपजाऊ कटली झाड़ी टordfटर)

धान क फसल क लए म अ होती हखाद स म अधक हो जाती हआजकल खत जोतन क लए का योग कया जाता हजानवर स फसल क रा क लए का योग कया जाता ह

3 वग पहली म अधक स अधक अनाज क नाम ढढ़कर और उन पर गोल घराबनाइए-

ग ज रा म जौ

वा गी ट म

अ र ह र ग

चा व ल म फ

रा ज मा ग ली

4 आइए कर-

कसी फसल को उपजान म या-या या अपनाई जाती ह उह म सलखअपनी यारीगमल म पौधा लगाइए पौधा अ स बढ़ इसक लए आप याकरग यद कोई परशानी आ जाए तो उसका हल कस करग आपक गाव म फसल क सचाई क लए जो साधन य कए जात ह चबनाकर उनक नाम लखए

शक नदश-

फसल उपजान क नई तकनीक क वडयोलप ब को दखाई जाए ब कसाथ चचा कर क फसल उगान म या-या बदलाव आए ह और उसक या कारणहो सकत ह

10-पड़-पौध का भोजन

हम सबह उठन स लकर रात सोन तक कछ न कछ काम करत रहत ह जस- भोजनकरना खलना अपन दनक काय करना घर क अय काय करनाकल जाना आदजानत ह य सभी काय करन क श (ऊजा) हम कहा स मलती ह

आइए जान

सभी जीव-जत को ऊजा भोजन स मलती ह मजदार बात यह ह क कवल हर पौध हीअपना भोजन वय बनात ह मनय एव अय जीव जत अपन भोजन क लए पौध परनभर रहत ह इस हम चाट क ारा भी समझ सकत ह-

पौध म पोषण

वपोशी परपोशी

जो अपना भोजन वयबनात ह जस-हर पड़-पौध

परजीवी मतोपजीवी सहजीवी कटभी य सभी अपन भोजन क लए पड़-पौध एव अयजीव-जत पर आत होत ह

या आप जानत ह क पड़-पौध अपना भोजन कस कार बनात ह

पौध का भोजन-पड़-पौध अपना भोजन जमीन और हवा स ात करत ह जस कारहम अपना भोजन बनान क लए की सामी जस-चावल दाल आल मसाल तल एवअय सामी क आवयकता होती ह उसी कार पौध भी वभ मायम स अपनभोजन क लए की सामया ात करत ह जस-

की सामी ोत मायम

जल एव खनज लवण म जड़ ारा म स अवषोशत करक तना एव शाखाक मायम स पय तक पचाना काबन-डाई-आसाइड वायमडल पय ारा त सम र (टोमटा) ारा

पौध म भोजन नमाण क या-

पौध क हर भाग वषशकर उसक पय म पणहरतलोरोफल बीसवतवचीलससहोता ह लोरोफल सय क ऊजा को इका करन म पय क मदद करता ह इसया म

पौध वायमडल स काबन-डाई-आसाइड गस तथा जड़ ारा भम स जल व लवण कोअवषोशत कर भोजन (काबहाइडordfट) का नमाण करती ह सय क काश म भोजनबनान क या को काष सषण कहत ह इस हम इस कार स भी समझ सकत ह-

काश सषण का महव-

काष सलशण क या ारा बन काबहाइट का उपयोग पौध म तरत हो जाता हया वह अघलनषील मड (टाच) क प म पौध म इका हो जाता ह भोजन बनान कइस या म पौध आसीजन गस पण र (छ) ारा बाहर नकालत ह जो हमारवायमडल को श रखती ह आसीजन गस का योग सभी जीव-जत सास लन कलए करत ह पय ारा नमत भोजन पौध क वभ भाग जस जड़ तना पयअथवा फल म सचत कर लया जाता ह जड़ क ारा अवशोषत अतर जलपय स वाप क प म बाहर नकलता रहता ह इस या को वापोसजन कहत हपौध पय क इह छ ारा दन-रात सन या करत ह हमारी तरह सन याम आसीजन लत ह तथा काबन-डाई-आसाइड गस बाहर नकालत ह

सोचए-

यद काष सलशण न हो तो या होगा यद सय न हो तो या होगा यद पड़-पौध न हो तो या होगा

पौध म भोजन क अय वधया-बरसात क दन म आपन गोबर या कड़ क ढर परव क छाल पर छ जसी सरचना दखी हगी या बड़-बड़ व क तन षाखा एवपय स लपट रसीनमा सरचनाए सोचए इनम न तो पया रहती ह और न हीलोरोफल तो य-कस जीवत रहत ह य अपना भोजन कस बनात हग

आइए जान- कछ पौध अपना भोजन वय नह बनात य अपना भोजन मत एव सड़-गलपदाथ स हण करत ह उह मतोपजीवी कहत ह जस-ककरमा आद

आपक म इस तरह क पौध को या कहा जाता ह

ऐस पौध एव जत जो अपन भोजन क लए सर जीवत पौध एव जत पर नभररहत ह उह परजीवी कहत ह जस-अमरबल का पौधा आद जन पौध स व पोषणात करत ह उह परपोषी कहत ह

या आप भी अपन आसपास ऐस पौध को दखत ह जो सर व स लपट रहत ह उनक नाम बताइए

कट-पतग खान वाल पौध का ससार-

आपको यह जानकर आचय होगा क कछ पौध बत ही चतराई स अपन भोजन कलए कट-पतग को पकड़त और खात ह इन पौध क पया बत वच होती हऐस पौध दलदली भम या तालाब क समीप पाए जात ह जहा नाइोजन क कमी रहतीह य पौध अपन भोजन म नाइोजन क आवयकता कट-पतग को पकड़कर तथाउनको पचाकर परा करत ह य पौध ह-

1 वीनस लाई

इन पौध क पया चपट दो भाग म बीच स जड़ी रहती ह तथा उसक पया कनारस नकली होती ह उड़त ए कड़ जस ही पय पर बठत ह पय क दोन हस बदहो जात ह कड़ उसम कद हो जात ह पय स नकलन वाला पाचक रस उस गलादता ह तथा पौध ारा उस पचा लया जाता ह

2 नपीज

इस पौध को घटपण का पौधा पजबीमत सदज भी कहत ह यक इसक पयक आग वाला भाग लब घड़ क आकार जसा होता ह इसक ऊपर पी का ढकन लगारहता ह घड़ क ऊपर मीठा व खषबदार रस नकलता ह जसक कारण कट पतगउसक मख क पास आत ही फसल कर अदर चल जात ह और उसका ढकन बद होजाता ह

पौध एव जत क परर नभरता-

अब तक हमन जाना क पौध अपना भोजन वय बनात ह और सभी जत भोजन कलए पौध पर नभर रहत ह यद पौध न ह तो कसी भी जीव को भोजन नह मलगा

सोचए-

यद जगल म पड़-पौध क सया कम हो जाए तो खरगोश बकरी हरनआद(शाकाहारी) जीव पर या असर पड़गा यद शाकाहारी जीव क सया कम हो जाएगी तो मासाहारी जत का याहोगा यद शाकाहारी जीव क सया बढ़न लग तो

या आपन भी ऐस पौध को दखा ह जो कट पतग खात ह बड़ स पछकर उसक नामबताइए

इह भी जान-

शाक -सजी खान वाल जत -शाकाहारी मास-मछली खान वाल जत -मासाहारी पौध एव जत दोन को खान वाल जत-सवाहारी

इस कार हम दखत ह क भोजन क नभरता क आधार पर पौध स लकर मासाहारीजत तक क एक सीधी कड़ी बन जाती ह जस हम खा शखला ववक बपदकहत ह च को यान स दखए और बताइए - स हर पौध को कौन जत खा रहा ह

बकरी को कौन खा रहा ह

इस कार हमन दखा क खा शखला म यक जीव य या अय प स एक-सर स जड़ रहत ह इसक कसी भी हस म असतलन स परी शखला असतलत होजाती ह जसस परा पयावरण भावत होता ह इस कार खा शखला वभ जीवक सया को सतलत एव नयत रखती ह जो पयावरण सतलन म मदद करती हआइए इस करक समझ-

च क अनसार काड अथवा दयासलाई स आकत बनाइएनीच वाला कोई एक काड या दयासलाई खचए तो या होगाआकत न हो जाती ह

हमन जाना क पौध एव जत दोन ही एक-सर पर नभर ह पौध ारा नकलाआसीजन जत क लए तथा जत ारा छोड़ा गया काबन-डाई-आसाइडपौध को भोजन बनान क लए आवयक ह हम सभी क जरत परी हो इसक लएहम

अधक स अधक पौध लगाए पड़-पौध एव जत क रा कर पयावरण सरत एव सरत रख

अयास

1 न क उर लखए-

(क) कटभी पौध क नाम लखए

(ख) पड़-पौध हमार लए य उपयोगी ह

(ग) पौध एव जत एक-सर पर नभर ह कस

(घ) हर पौध को वपोशी एव जत को परपोशी कहा जाता ह य

2 सची lsquoकlsquo और lsquoखlsquo का मलान उनक उपयोगता क आधार पर करए-

सची lsquoकlsquo सची lsquoखlsquo

(जत) (उपयोग)

(क) भड़ खत क जताई

(ख) गाय अडा

(ग) बल ध

(घ) मग ऊन

3 नीच द गई तालका म षाकाहारी मासाहारी एव सवाहारी जत क नाम लख-

शाकाहारी मासाहारी सवाहारी

गाय शर कौआ

आइए कर-

अपन परवशीय जीव-जत क च को खोजकर एकत करए तथा आप भीएक खा शखला क कड़ी बनाकर का म टागए

कतना सीखा-2

1 सही मलान कर -

(क) धवा राीय पाक उराखड

(ख) रबी फसल क चआ

(ग) जवक खाद गजरात

(घ) जम काबट राीय पाक ग

(ङ) गर राीय पाक उर दश

(च) वम कोट गोबर क खाद

2 सही कथन क आग (स ) का तथा गलत कथन क आग (ग) का नशान लगाए -

(क) आदमानव जानवर क खाल को व क तरह पहनत थ ( )

(ख) सबस पहल आदमानव न धात क औजार बनाए ( )

(ग) गाय थम पालत पश ह ( )

(घ) चपको आदोलन क शआत सदर लाल बगणा जी न क ( )

(ङ) हर पौध अपना भोजन वय बनात ह ( )

(च) पौध एव जत सन म आसीजन गस हण करत ह ( )

(छ) पौध काश सषण म काबन-डाई-आसाइड गस लत ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) दोमट म म उगन वाली फसल क नाम लखए

(ख) जवक खाद स या लाभ ह

(ग) रड डाटा बक स आप या समझत ह

(घ) वलत एव सकटत जीव क दो-दो उदाहरण लखए

(ङ) मती आदोलन या ह

(च) जगल स होन वाल अय लाभ बताए

(छ) भोय पदाथ क सरण क आवयकता य होती ह

(ज) भोजन बबाद न हो इसक लए या उपाय करग

4 सही वकप क सामन वाल व को काला कर -

1 भोय पदाथ क सरण हत रासायनक पदाथ का अधक उपयोग -

(क) लाभद ह (ख) हानकारक ह

(ग) वाद बढ़ान वाला ह (घ) खापन लाता ह

2 भोय पदाथ क सड़न म मय भमका नभात ह -

(क) फफद (ख) खमीर

(ग) जीवाण (घ) य सभी

5 अपन घर म सरत कए गए भोय पदाथ क सची बनाइए तथा उनक सरण कवधया लखए

6 र ान क पत कर -

(क) पौध क पया क कारण हरी दखाई पड़ती ह

(ख) जत म एक नत आय तक होती ह

(ग) अमरबल पौधा ह

(घ) का पौधा कटभी ह

(ङ) सभी जीव अपन पोषण क लए पर नभर ह

11-ऐस भी होत ह घर

ब आप मझ जानत ह मझ यार करत ह आप मर बना नह रह सकत आपवालय म होत ह या कसी घमन-फरन क जगह पर मझ याद करत ह म आधीवषा तफान सद गम स आपको सरा दता अब बता म कौन ठक सोचाम आपका यारा घर जहा आप अपना बत सारा समय बतात ह मरा इतहास बतपराना ह उतना ही पराना जतना क धरती पर सबका जीवन लोग न समह क प मएक जगह सरत रहन क लए मझ बनाया हर ाणी न अपन रहन क अनकल जगहऔर सरा को यान म रखकर अलग-अलग तरीक का घर बनाया इसलए मर कई पह आपन अपन आस-पास तरह-तरह क घर दख हग इनम स कछ घर क होत ह तोकछ घर पक कछ एकमजला या दोमजला होत ह तो कह-कह बमजला इमारतदखाई दती ह इन भता क अलावा और भी कई तरह क घर बनाए जात ह वशष क जलवायमौसम क आधार पर भी घर क वप या बनावट म अतर दखाईपड़ता ह अलग-अलग म घर बनान म य होन वाली सामी भी अलग-अलगहोती ह

बास का घर-

इस तरह क घर उन ान पर बनाए जात ह जहा बत अधक बारश होती ह ऐसान पर घर जमीन स 10-12 फट क ऊचाई पर बास क मजबत ख पर बनाए

जात ह बास अधक समय तक पानी म रहन पर भी सड़ता नह ह य घर अदर स भीलकड़ी क बन होत ह

बफ क घर-

ऐसी जगह जहा चार ओर कवल बफ ही बफ होती ह वहा लोग बफ क सलय कघर बनात ह ऐस घर को lsquoइलlsquo कहत ह ऐस घर क दवार अदर स छन पर ठडी तोलगती ह पर व बाहर गरती बफ और ठढ को अदर नही आन दती इसक अदरआग जलाई जाती ह जसस घर गम रहता ह

म क घर-

ऐस ान जहा बारश बत कम होती ह तथा अयधक गम पड़ती ह वहा लोग मक घर बनाकर रहत ह घर क दवार बत मोट होती ह म सय क गम स सखकरकठोर हो जाती ह मोट दवार क कारण गम घर क अदर नह आ पाती ह

तरत ए घर-

इस कार क घर लकड़ी क डग क भात बन होत ह य नाव क तरह पानी म तरतरहत ह इसलए इस तरत ए घर या हाउसबोट भी कहत ह

इस भी जान -

चीन म बत स लोग नाव पर बन घर म रहत खात-पीत और सोत ह यह अपन लएइसी पर सजया उगात ह और मगया भी पालत ह इन घर को lsquoसामपानrsquo कहत ह

पर क घर-

ऐस घर पवतीय म दखत ह इस कार क घर पर को काटकर उह एक कऊपर एक रखकर बनाए जात ह पर क ऊपर म और चन क पताई क जाती हपवतीय म बारश बत अधक होती ह तथा बफ भी गरती ह अतः ऐसी जगह परघर क छत सपाट नह बनाई जाती ह इन घर क छत ढलवा होती ह

घमत लोग क घर-

ऐस लोग जो हमशा एक जगह पर ायी प स नह रहत ह व इस कार क घर मरहत ह इह जहा ठहरना होता ह वहा य अपना घर अायी प स टट आद क मददस बना लत ह कभी-कभी लोग आवयकतानसार भी इस तरह क घर बनाकर रहत हजस बाढ़ या भक वाल म लोग ायः इस तरह क घर बनाकर रहत ह

इस भी जानए -

बना दवार क घर - अमजन क जगल म बत पानी बरसता ह तथा बत गम पड़ती हउमस स बचन क लए यहा क लोग ताड़ क पय को ख स टका कर बड़ीगोलाकार छत बनात ह इसम दवार नह होती ह यह छत बीच स खली होती ह

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) अयधक वषा वाल ान म क घर बनाए जात ह

(ख) पानी म तरत ए घर को कहत ह

(ग) स बन घर को इल कहत ह

(घ) चलत-फरत घर प स बनाए जात ह

2 घर हमार लए य जरी ह

3 हाऊसबोट सर घर स अलग ह कस

4 lsquoसामपानrsquo कस कहत ह

5 पवतीय क घर क छत तरछ य बनाई जाती ह

6 म स बन घर क या वशषता होती ह

7 lsquoबना दवार क घरrsquo कहा बनाए जात ह

8 या आपक यहा बफ क घर बनाए जा सकत ह यद नह तो य

ोजट वक -

अलग-अलग चीज जस म लकड़ी कपड़ क टकड़ रगीन कागज जत क डबमाचस क डबी पर क टकड़ ई आद का योग करक आप तरह-तरह क घर कामाडल तयार कर

12-आपदाए और उनस बचाव

इस बार इतनी बारश ई क गाव म बाढ़ आ गई गाव क सभी लोग न बचन क लएटल पर बन पचायत भवन म शरण ली

आपदा क आशका म क गई पव तयारी जानमाल क नकसान को कम कर सकती ह

आपदा का अथ होता ह-अचानक आन वाला सकट आपदा अचानक होन वाली वहघटना ह जसस सामाय जन जीवन अत-त हो जाता ह ायः हम सभी कसी नकसी सकट जस आधी तफान बाढ़ भक सड़क घटना आद क वषय म दखतया सनत रहत ह जब यही सकट ापक प ल लत ह तब य आपदाए कहलाती हआपदाए मयतः दो तरह क होती ह-

ाकतक आपदाए - ऐसी आपदाए जो कतजय होती ह ाकतक आपदाए कहलातीह जस - भक बाढ़ सखा ल आधी तफान शीत लहर बादल फटना वन म आगलगना वालामखी भखलन आद

मानवजनत आपदाए - ऐसी आपदाए जो मानवजय होती ह मानव जनत आपदाएकहलाती ह जस - आग षण अपराध दगा रासायनक घटनाए जनसयावोट भीषण रल घटना आद

चचा करए-

या कभी आपन या आपक कसी जानन वाल न ऐसी मसीबत का सामना कया हऐसी मकल समय म लोग को कस-कस तरह क राहत सामी क जरतपड़ती ह लोग असर एक जगह पर पास-पास य बसत ह या आपन कभी दखा ह क पास-पड़ोस क लोग न मलकर एक सर क मददक हो कब-कब और कस

लोग को कई बार ऐसी मकल का सामना करना पड़ता ह जसम जान-माल का भारीनकसान होता ह बत स लोग बघर हो जात ह ऐस समय म आपदा सत मवशष सहायता क आवयकता होती ह वतमान समय म वानक गत न इनका(आपदा का) सामना करन म मनय क बत सहायता क ह

ायः यह दखा गया ह क जब कभी भी आपदा आती ह तब वहा बचाव काय क लएसव थम ानीय लोग ही आग आत ह अतः ानीय लोग क लए आपदा सनपटन एव बचाव क तरीक को जानना आवयक ह आपदा आन पर हम कस कारबच सक और सर क भी जान बचा सक आपदा बन ारा हम यह जानन म मददमलती ह इस तरह क सकट क तय म हम मयतः तीन बात पर यान दनाचाहए-

सावत खतर क पहचान करनाआपदा स नपटन क तयारी जस- भोजन पयजल रोशनी आद क वाकरना आपदा क पात बचाव राहत एव पनवास काय

इसक अलावा इन आपदा स नपटन म सबस अधक महवपण ह- मनय क अपनीसझबझ धय तथा आपदा स सबत ली गई सावधानया वभ तरह क आपदास हम अपना बचाव नीच दए गए तरीक स कर सकत ह

भक - जसा क नाम स ही होता ह क भम क कापन को भक कहा जाता हयह एक वनाशकारी ाकतक आपदा ह अधक ती भक आन स जमीन हलन ककारण घर मकान पल आद गर जात ह इसस अयधक जन-धन क हान होती ह

भक स सरा -

भक क समय अगर आप मजबत इमारत क अदर ह तो वह बन रह कसीमजबत मज या डक क नीच छप जाए और उस मजबती स पकड़ ल कन बदहोन तक तीा करअगर परान व कमजोर भवन म ह तो सरत रात स बाहर नकलबाहर नकलन क लए लट का योग न कर सीढ़ का योग करखल मदान क तरफ जाए

आग - कई बार लोग क लापरवाही क कारण खत खलहान घर कान आद म आगलग जाती ह इसस बत यादा जन-धन क हान होती ह

आग स सरा -

आग वाल ान क समीप न जाएवलनशील वत स न खल तथा उस सरत ान पर रखआग लग ए ान स रगत ए बाहर नकल और मह ढक रहशरीर क कपड़ म आग लगन स दौड़ नह बक जमीन पर लटकर बार-बार उटपलट ताक आग बझ जाएआग लगन वाल ान पर चपल पहन कर जाएजलत ए टकड़ को सावधानी पवक फ क

आग बझान हत अन शमन य बाल पानी आद योग का कर

बाढ़ - कसी रहायशी का जलमन हो जाना बाढ़ कहलाता ह बाढ़ अयधक वषाक कारण आती ह अयधक वषा स इतना पानी इका हो जाता ह क वह रहायशीइलाक तक पच जाता ह कभी-कभी नद क बाध टटन स भी बाढ़ आ जाती ह

बाढ़ स सरा -

बाढ़ आन पर ऊच एव सरत ान पर जाएजब तक बत जरी न हो बाढ़ क पानी म न उतरजन ान पर बजली क तार गर ह उधर न जाएबाढ़ आन पर कसी भी कार क बजली क वच को न छएबाढ़ क सचना मलन पर घर क कमती सामान तथा महवपण कागजात कसीसरत ान पर रखतराक सीख तथा सखाएबाढ़ क बाद असर जल जनत रोग फलत ह उनस बचाव क उपाय कर

सोचए और बताइए -

कभी-कभी कछ इलाक म बकल बारश नह होती नद तालाब कए आद सब सखजात ह फसल क लए पानी नह मलता खत सख जात ह ऐस समय म वहा रहनवाल लोग को मदद क जरत होती ह आप ऐस लोग क मदद कर सकत ह सोचकरबताइए क आप अकाल म परशान लोग क मदद कस करग

कसी भी तरह क आपदात म लोग को कई कार क सहायता क आवयकताहोती ह सकट क त म यह बत महवपण होता ह क लोग क ताकालक

मलभत आवयकता जस- भोजन पयजल रहन का ान आद क वा कजाए इस काय क लए कई तरह क साए एव सरकारी सवा क ारा आपदापीड़त लोग क मदद क जाती ह

पता करए और लखए -

कसी मसीबत क समय आपको इनक जरत पड़ सकती ह इनस सक करन कलए आप इनक फोन न0 तथा पता लखए -

सबत सवा पता फोन न0

दमकल क

नजदक अताल

एबलस

नजदक पलस थाना

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) आपदाए मयतः तरह क होती ह

(ख) षण एक आपदा ह

(ग) भक क समय कसी इमारत स बाहर नकलन क लए का योग कर

(घ) कसी रहायशी का जलमन हो जाना कहलाता ह

(ङ) वत स न खल

2 ननलखत क उर लखए -

(क) आपदा का या अथ ह

(ख) कह दो मानवजनत आपदा क नाम लखए

(ग) बाढ़ एव सखा म या अतर ह

(घ) आपदा बधन कट म कौन-कौन सी सामी होती ह

(ङ) भक आन पर आप कस कार अपना बचाव करग

ोजट वक -

वभ कार क आपदा स नपटन हत एक आपदा बधन कट तयार कजए

13-जल ह तो कल ह

जल हमार जीवन क लए बत आवयक ह जल क बना जीवन सभव नह ह आपनदखा होगा क गम क दन म वभ ल पर लोग ारा पानी पलान क वा कजाती ह इस कार क वा को lsquoयाऊlsquo कहा जाता ह जसम आन-जान वाल रातपर कह-कह व पानी को घड़ म या अय बरतन म ढककर रखा जाता ह जहाकोई भी यासा आकर अपनी यास बझा सकता ह

चचा करए-

या आपक घर या आस-पास ऐसी वा ह या आपन रलव टषन बस टशन अताल या अय सावजनक ल परऐसी वा दखी ह

याय क सवधा क लए रलव और बस टषन पर पीन हत नल या पानी क टक लगीहोती ह ऐसी सवधा अताल म मरीज क लए होती ह पोल पप पर भी पीन हतपानी क वा रहती ह

अपन बड़ स बातचीत कर-

पहल मसाफर (आन-जान वाल लोग) क लए पानी क वा कस-कस तरहस क जाती थी

आजकल याा क दौरान लोग पीन क पानी क वा कस कार करत ह

लखए -

उन याकलाप क सची बनाए जसम आप पानी का उपयोग करत ह -

पड़-पौध तथा फसल को भी व तथा वकास क लए पानी क आवकता पड़ती हपौध को जन पोषक तव क जरत होती ह व पानी म घलकर जड़ ारा पौध कवभ भाग तक पचत ह

सचाई क ोत एव साधन-

खती क लए सचाई बत आवयक ह वषा क माा कम होन पर फसल को पयातमाा म पानी नह मलता जसस व सख जाती ह अ का उपादन कम हो जाता हअतः फसल क अ उपादन क लए उचत समय पर सचाई क आवयकता पड़तीह सचाई क लए कसान तालाब कआ नद आद स जल ात करत ह कआतालाब सचाई क परपरागत ोत ह आजकल अधक माा म पानी ात करन क लएनलकप का योग कया जाता ह नहर बनाकर सचाई क सवधा दान क जा रही हभमगत जल को नकालन क लए बजली चालत प का योग कया जाता ह

अपन आस-पास क खत म जाकर पता कर क सचाई क लए कन-कन साधन कायोग कया जाता ह उनक सची बनाए

बड़ स पता कर-

कस फसल को पानी क सबस अधक आवयकता होती हवह फसल कस उगाई जाती ह

सचाई म पानी क माा फसल क कार पर नभर करती ह कछ फसल को अधकपानी क आवयकता होती ह जस-धान कछ फसल म पानी क आवयकताअपाकत कम होती ह जस ग चना मटर सरस आद जबक कछ फसल को

पानी क साथ-साथ तज धप क भी आवयकता होती ह जस-ककड़ी तरबज खरबजाआद

अपन घर क बड़ क साथ कसी खत का मण कर वहा काय कर रह कसान सननवत ब पर चचा कर -

आपक खत म कौन सी फसल क पदावार क गई ह फसल क सचाई क लए जल कहा स ात करत ह कम सचाई वाली फसल एव यादा सचाई वाली फसल कौन-कौन सी ह सचाई क लए कौन-कौन स साधन का योग करत ह

भमगत जल का पनभरण-

lsquoजल ही जीवन हlsquo इस बार म सब बात करत ह लकन जल कहा स आता ह और इसकस एक करक रखना ह इसक बार म भी हम सबको सोचना आवयक ह

पहल लोग पानी क लए नदय एव झील क अलावा तालाब और क पर नभर रहतथ परत आजकल लोग बजली चालत मषीन का योग यादा कर रह ह औरपारपरक तौर-तरीक स र होत जा रह ह हडप बवल (नलकप) बोरवल कारा भमगत जल को लगातार नकाला जा रहा ह इसका परणाम यह होता जा रहा हक लोग जमीन स पानी तो नकालत जात ह लकन जमीन क अदर पानी क तर कोबनाए रखन का उपाय नह करत

यद भमगत जल को लगातार नकालत रह तो आन वाल समय म सभी को जल ककमी का सामना करना पड़गा यप बारष यक वष होती ह परत पानी उतनी तजीस भम क अदर नह जा पाता और उसका बड़ा हसा ऊपरी सतह स होकर नकलजाता ह इस कारण जमीन म पानी का तर पनः उस तर को ात नह कर पाता लोगइस नह समझ पा रह ह जसक कारण पानी क समया पदा हो रही ह

आज जल सरण क कई तरीक अपनाए जा रह ह हम पारपरक तौर-तरीक को भीअपनाना होगा जसस वषा का पानी एक कया जा सक परान तालाब एव क को

फर स जीवत करना होगा शहरी म लोग को अपन घर क छत स बारश कापानी जमा करन क वा करनी होगी अपन आस-पास वषा क जल को जमीन कअदर पचान का यास करना होगा इसक अतर जल का सावधानीपवक उपयोगकरक हम वय क तर पर भी जल का बचाव कर सकत ह जस-

जतन पानी क आवयकता हो उतना ही उपयोग करनल को इतमाल करन क बाद बद कर दटपकत या रसत नल क मरमत तरत कराएश करत समय नल को खला न छोड़रसोई घर म बाट या टब म बतन धोएपानी क बोतल म बच ए जल को फ कन क बजाए उस पौध म डाल दतालाब नदय एव क क जल को शत न कर उसम कचरा ना फ क

इस भी जान- सचाई क लए प (टपक) या कलर (छड़काव)वध का योग करनाचाहए जसस पानी का खच कम हो

जल सरण को लकर सभी को जागक होना चाहए यह सब लोग क एकजट यासस ही सव ह

चचा करए-

सीमा क मोहल म दो परान कए ह जो अब सख गए ह उसक दाद बताती ह कलगभग 15-20 साल पहल तक उसम पानी था या कए सखन क ननलखत वजहहो सकती ह-

कई जगह मषीन लगाकर जमीन का पानी नकाला जा रहा हपड़ क आस-पास और पाक म जमीन को सीमट स पका कर दया गया हतालाब जसम बारष का पानी इका होता था अब नह रह

या आप कोई और भी कारण बता सकत ह

भमगत जल क कमी क कारण-

जनसया व क कारण भजल क बढ़ती माग ससचाई एव औोगक काय क लए मषीन का योग करन सतालाब पोखर जस- जल क ाचीन साधना का रख-रखाव न होन सघरल काय क लए प स जमीन क अदर स अधक पानी नकालन सवषा क जल को एक न करन स

ाचीन काल स ही जल क महा उसक सफाई और उसक ोत-कए तालाब नहरबावड़ी इयाद का नमाण जनता क भलाई का काय समझा जाता था भारतीय शासकजल क महव और सरण क त जागक थ मौय काल म लोग जल क महव सभली-भात परचत थ और जल बधन क उम वा थी चगत मौय करायपाल पयगत न सदशन झील का नमाण करवाया साट अशोक न जगह-जगहपर कए खदवाए याऊ बनवाए गत शासक क ारा भी जल क सरण का कायकया गया साट कदगत न सदशन झील क पननमाण का काय करवाकर लोग कजल सकट को र कया सतनत काल म फरोजशाह तगलक ारा कए एव जलाशयक साथ कई बड़ी नहर का भी नमाण करवाया गया

भमगत जल क पनभरण क वधया-

जल क कमी को र करन क लए आवयक ह lsquoजल का सचयन एव पनभरणlsquo कयाजाए यद हम वषा क जल को एक कर भमगत जल क प म पनभरण करत ह तोहम जल क कमी का सामना नह करना पड़गा

वषा क जल को भमगत जल म सचयन एव पनभरण क अनक वधया ह-

तालाब म वषा का जल एक करनाछत स ात वषा क जल को पाइप क मायम स टक म एक करना

पनभरण गडढ़ क ारा जल सचयन करनानलकप ारा छत स वषा क जल को एक करना पट या ग ारा छत क वषा क जल को एक करना

अयास

1 क उर लखए-

(क) याऊ कस कहत ह

(ख) खती क लए सचाई क आवयकता य पड़ती ह

(ग) सचाई क लए कन-कन साधनो का योग कया जाता ह

(घ) भमगत जल क कमी क कारण लखए

(ङ) भमगत जल क पनभरण क वधया कौन-कौन सी ह

2 पता कजए-

या आपक घर या कल क आस-पास तालाब कआ या बावड़ी बनी ह इस दखनजाए और पता कर-

यह कतना पराना ह इस कसन बनवाया ह इसम पानी साफ ह या नह इसका पानी सख तो नह गया ह यद सख गया ह तो कस कारण स

3 आपक आस-पास सचाई क लए जल कहा स ात होता ह उनक च दए गएबास म बनाए और नाम लख -

14-जल क गण एव जल षण

आपन दखा होगा यद जमीन पर पानी गर जाए तो वह एक जगह र रहन क बजायआस-पास फल जाता ह पानी म बहन का गण होता ह इस तरह क पदाथ को तरलपदाथ कहत ह पानी का कोई अपना आकार नह होता ह पानी जस भी आकार कबतन म रखा जाता ह यह उसका आकार ल लता ह

करक दखए-

कटोरी एव गलास म पानी क समान माा डालकर दख पानी का आकार कसाहो जाता ह

पानी कटोरी एव गलास क आकार का हो जाता ह पानी जो जगह घरता ह वह उसकाआयतन कहलाता ह तरल पदाथ को उनक आयतन ारा मापा जाता ह इसक मापइकाई लीटर होती ह

पानी क घलनशीलता-

गमय म हम शबत पीत ह शबत चीनी को जल म घोलकर बनाया जाता ह

या जल म सभी पदाथ घल जात ह

आइए पता लगाए-

काच क चार गलास ल यक को जल स आधा भर नमक चीनी चाक पाउडर तथारत अलग-अलग गलास म डालकर चमच स मलाए और दख

नमक तथा चीनी जल म घल जात ह चाक पाउडर तथा रत जल म नह घलत ह ऐसपदाथ जो कसी व म घल जात ह जस - नमक चीनी आद उनको वलय पदाथ कहतह वलय पदाथ जस व म घलत ह उस व को वलायक कहत ह कछ पदाथ ऐस भीहोत ह जो व म नह घलत ह उह अवलय पदाथ कहत ह जस- चाक पाउडर रतआद व म कसी वलय पदाथ क घलन पर वलयन बनता ह

ननलखत सारणी को परा कर-

पदाथ का नाम जल म वलय जल म अवलय कस जाना

1 चीनी

2 लकड़ी का बरादा

3 फटकरी

4 मोम

5 लोह क छलन

वलय पदाथ को शी घोलन क लए व को हलाना पड़ता ह कसी वलय पदाथ कोदान क प म तथा पाउडर क प म लन पर कौन शीता स घलता ह

याकलाप -

दो परखनलया ल यक को जल स आधा भर द एक परखनली म आधा चमचदानदार चीनी डाल सरी परखनली म आधा चमच पसी चीनी डाल दोन परखनलयको हलाए या होता ह पसी ई चीनी शीता स घल जाती ह

पाउडर क प म पदाथ शीता स घलत ह

या जल क नत आयतन म चीनी क कोई भी माा वलय ह

याकलाप-

एक परखनली को जल स आधा भर इसम आधा चमच चीनी डालकर हलाए चीनीक माा बढ़ात जाए या होता ह एक नत माा क पात चीनी का घलना बदहो जाता ह अब परखनली को गम कर या होता ह चीनी क और थोड़ी माा घलजाती ह वलायक क ताप म व होन पर वलय क अधक माा घल जाती ह

कछ ऐस भी पदाथ ह जो जल म अवलय ह परत अय व म वलय ह जस - मोम वतारकोल जल म अवलय ह कत म क तल तथा पोल म वलय ह

करक दखए -

एक कटोरी ल उसम थोड़ा पानी डाल फर उस पानी म तल क कछ बद डालएअब उनको चमच क सहायता स मलान का यास कजए या होता ह

आपन दखा होगा क अयत कोशश क बाद भी पानी और तल आपस म नह मलहग ऐसा इसलए होता ह यक समान कत वाल पदाथ समान कत वाल पदाथम ही घलत ह पानी और तल क कत वपरीत होती ह जस कारण स पानी और तलआपस म नह घलत ह

करक दखए-

एक बड़ी कटोरी ल उसम थोड़ा पानी भर अब कछ छोट पर क टकड़ लोह ककल पानी क सतह पर रख आप या दखत ह

आपन दखा क पर क टकड़ कल पानी क सतह पर नह तरत ह बक डब जात हजो वतए पानी म नह घलती ह व या तो पानी म तरती ह या व डब जाती ह जो वतएपानी स हक होती ह व पानी क सतह पर तरती ह जबक जो वतए पानी स भारीहोती ह व पानी म डब जाती ह

जल षण-

जल म घलनशीलता क गण क कारण कछ ऐस पदाथ पानी म मल जात ह जस साबनकड़ा-कचरा आद जो पानी को षत करत ह इस कार जल क षत होन को जलषण कहत ह इनक कारण पानी म समजीव पनपत ह जो बीमारय का कारण होतह

अपन आस-पास दखो क जल कन कारण स षत हो रहा ह

कारखान स नकला आ अपश पदाथ नदय म छोड़ा जाता ह जसस नदय काजल षत हो जाता ह कष काय हत उपयोग म लाए जान वाल कटनाशक भी जलषण का कारण होत ह मानवीय याकलाप जस नद तालाब आद म कपड़ धोनापश को नहलाना वय नहाना आद क कारण भी नदय और तालाब का जलषत होता ह इस जल का योग हम अपन दनक जीवन क वभ काय म करत ह

पता कजए-

घरवालयपड़ोस क लोग पानी कस एकत करत ह जहा पानी रखा गया ह वह जगह कसी ह जस बतन म वह पानी एकत करत ह या वह ढक होत ह या नह यद पानी का बतन नह ढका होता ह तो उसम पानी कसा दखता ह या आप ऐस पानी को पीना पसद करग

गद जगह पर खल बतन म रखा आ पानी हम पीना पसद नह करग ऐस पानी म रोगफलान वाल कटाण होत ह जो पानी को षत कर दत ह य कटाण नगी आख या हडलस स दखाई नह दत ह इह दखन क लए वशष उपकरण या य क आवयकता

होती ह जस समदश कहत ह ऐसा पानी हमार वाय क लए हानकारक होता हषत पानी को पीन स हम वभ कार क बीमारया हो सकती ह

आइए जान-

षत जल स होन वाली बीमारया उनक लण एव बचाव क तरीक-

इसक अतर जल स होन वाली अय बीमारया ननवत ह-

मलरया-

यह रोग मादा एनाफलीज मर क काटन स होता ह जो इस परजीवी को मनय कशरीर म छोड़ता ह इसम रोगी को सद और सर दद क साथ बार-बार बखार आता ह

बचाव-

मर को पनपन स रकअपन घर तथा घर क आस-पास गदा पानी न इका होन दमरदानी का उपयोग करऐस कपड़ पहन जो शरीर क अधकाश भाग को ढक सक

उपचार -

रोगी क डाटर स जाच कराई जाए

इस भी जान-सनकोना व क छाल स कनन नामक औषध ात क जाती ह इसऔषध का उपयोग मलरया क उपचार म कया जाता ह

डग -

डग बखार एडीज मर क काटन स फलता ह एडीज मर को टाइगर मर भीकहत ह यह मर हमार घर क आस-पास साफ व क ए पानी म पनपता ह डगक बखार म रोगी को ठड लगन क साथ तज बखार आता ह शरीर पर लाल चक होजात ह जोड़ म दद रहता ह

बचाव -

अपन घर क आस-पास अनावयक पानी एक न होन द यक एडीज मर क एसाफ पानी म ही पदा होत ह कलर पय एव जानवर क पानी पीन क बतन औरफलदान आद का पानी कछ दन बाद एक बार खाली करक पनः भर परी बाह वालकपड़ पहनन चाहए जसस शरीर का अधक स अधक भाग ढका रह मरदानी कायोग करना चाहए

उपचार -

रोगी को दद एव बखार कम करन क कोई भी दवा वय नह लनी चाहए यह दवाएवाय क लए हानकारक हो सकती ह डाटर क सलाह स ही दवा का योग करनाचाहए

चकनगनया -

यह रोग चकनगनया वषाण (वायरस) ारा होता ह यह वायरस एडीज मर ककाटन स फलता ह यह मर दन क समय काटत ह इसम रोगी को जोड़ म दद क

साथ तज बखार होता ह इसक अतर सर दद थकान जोड़ म सजन शरीर परचक आद लण भी हो सकत ह

बचाव-

मरदानी का योग करअपन आस-पास पानी एकत न होन दसमय-समय पर कटनाशक का छड़काव कराए

उपचार-डाटर क सलाह ल

पानी पीन क सही तरीक पर नशान लगाइए -

चचा करए-

खल क का पानी य नह पीना चाहए घड़ स पानी नकालत समय कन बात का यान रखना चाहए घर और कल म पीन क पानी का सह कस तरह करना चाहए

पानी को पीन योय कस बनात ह

पानी को पीन योय बनान क लए सबस अा उपाय पानी को उबालकर ठडा करकछानना ह इसस सभी रोगाण न हो जात ह शहर और कब म पीन का पानी बड़ी-बड़ी पानी क टकय म सह कया जाता ह इस पानी म लीचग पाउडर डालकर औरश कर जल क आपत क जाती ह इसी कार कए क पानी म लाल दवा (पोटशयमपरमगनट) मलाकर पीन क योय बनाया जाता ह जस तरह वषा का जल म क पतस छनकर श हो जाता ह उसी तरह षत पानी को छानकर योग योय बना सकत ह

अयास

1 सही वाय पर (uuml) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) मोम पानी म घल जाता ह ( )

(ख) जल षण का एक कारण कारखान स नकला आ कचरा भी ह ( )

(ग) जानवर को नदय म ही नहलाना चाहए ( )

(घ) खत म डाल गए कटनाशक पदाथ जल को षत करत ह ( )

(ङ) तल पानी म घल जाता ह ( )

(च) वलय और वलायक मलकर वलयन बनात ह ( )

(छ) पानी क ोत क ान पर बतन धोन तथा जानवर को नहलान स

पयजल षत हो जाता ह ( )

2 सोचए और लखए-

(क) वलय और वलायक स आप या समझत ह

(ख) वलयन या ह

(ग) जल षण कन कारण स होता ह

(घ) षत जल स हमार वाय पर या भाव पड़ता ह

(ङ) कह दो चीज क नाम लखए जो पानी म घल जाती ह

(च) लोह क कल पानी म य डब जाती ह

(छ) षत जल स होन वाली कह दो बीमारय क नाम व उनक लण लखए

(ज) पीन का पानी व हो इसक लए हम या सावधानया रखनी चाहए

3 पानी क एक भर बतन म तालका म द गई चीज एक-एक करक डालए और दखएया होता ह-

पानी म डाली ई चीज तरती ह डबती ह

पी खाली कटोरी माचस क तीलीसाबन क टकयालाटक क खाली बद बोतलपानी स भरी ई लाटक क बद बोतललकड़ी का टकड़ा

15-याा

चदन अपन खत म काम कर रहा था तभी उसका दोत सरज आया वह भी उसक कामम हाथ बटान लगा जब काम परा हो गया तो दोन दोत एक पड़ क नीच बठकर खानाखान लग खान खात और बातचीत करत समय सरज बोला म चदन-म शहर गया थाशहर म गाड़य का मला लगा ह मल म मन टटर दखा यद हम टटर खरीद ल तोखती करना आसान हो जाएगा सरज न चदन को शहर जान क लए तयार कर लया

अगल दन चदन और सरज न शहर जान क लए एक बस पकड़ी उनक बस रात मएक ढाब पर क ताक बस क याी कछ जलपान कर ल जलपान करक दोन दोतबस म बठन ही वाल थ क तभी एक सदर सी बस उनक बस क पास आकर कसरज न ाइवर स जासा स पछा क यह बस अयत सदर ह तब ाइवर न उहबताया यह सी0एन0जी0 बस ह यह सी0एन0जी0 स चलती ह इसम डीजल नहपड़ता इसस षण भी कम होता ह

सरज और चदन आपस म बात करत शहर पच सरज न शहर पचकर सीध मल वालान क लए रा लया मल म कानदार स टर क बार म पयात जानकारी लदोन दोत को टर बत पसद आ रहा था परत टर का मय यादा था उनदोन क पास उतन पय नह थ दोन क आपस क बात कानदार न सनी तो वहबोला-भइया आप टordfटर कत पर ल लो फर यह सनकर दोन दोत म उसाह आगया उहन टर खरीद लया अब उनक सामन समया थी क टर को गाव कस ल

जाए कानदार न कहा- आप दोन परशान न ह मरा म रहीम क चलाता ह वहटर को गाव पचा दगा यह सनकर सरज और चदन बत खश हो गए

कानदार न चदन और सरज को यह भी बताया क इस टर स आपको खती करन मबत आसानी होगी कम समय म आप यादा काम कर सक ग टर डीजल स चलताह इसका खचा भी कम आएगा

डीजल एक कार का धन ह जो पोलयम को कई चरण म ठडा करन स एक चरणम बनता ह इसका उपयोग वाहन मशीन सय आद को चलान म कया जाता ह

कानदार न अपन म रहीम स टर को गाव पचान को कहा टर म रहीम कसाथ सरज और चदन भी बठ गए अब दोन दोत न कानदार को धयवाद दया औररहीम क साथ गाव क ओर रवाना ए रात म चदन और सरज का रहीम भी म बनगया और वह बोला तम दोन चता मत करो म तम दोन को टर चलाना सीखा गातीन म क बातचीत म शहर स गाव का सफर कब कट गया पता ही न चला

चदन और सरज जब क स टर लकर गाव पच गाव क सभी लोग उसकतापवकइक हो गए यक उनक गाव म पहला टर था सभी न उन दोन दोत को बधाईद चदन स रहीम बोला-म अब मझ शहर वापस जान क इजाजत दो तब चदन औरसरज मकराए और रहीम स बोल-म रहीम तमन हमारी बत सहायता क ह हमतह ऐस न जान दग तम खाना खाकर आज रात आराम करो अब कल जाना

रहीम दोन म क यार को दखकर गाव म क गया रात म सभी खा-पीकर बातचीतकरत सो गए अगल दन रहीम न नाता कर चदन और सरज स शहर जान क अनमतमागी और कहा क म जद ही आकर तम दोन को टर चलाना सखाऊगा

या आपन कभी बस टर म याा क ह बसटर चलान क लए कौन सा धन डालत ह

या आप जानत ह क पोलडीजल कहा स आता ह

कछ दन बाद रहीम कटर स गाव आया उस दखकर चदन और सरज बत स एउसका वागत कया चदन बोला-म रहीम तम खा-पीकर वाम करो तब तक हमदोन खत पर काम नपटाकर आत ह खत पर जद-जद काम करक दोन दोत जबघर पच रहीम उनका इतजार कर रहा था रहीम न फर टर टाट कया और चदनऔर सरज को टर सीखाना श कया कछ ही दन म महनत और जोश क साथसरज और चदन न टर चलाना सीख लया टर चलाना सीखकर दोन बत सथ अब रहीम न उनस शहर जान क अनमत मागी रहीम न दोन को शहर आन कानमण भी दया

चदन और सरज टर स खती करन लग उनक लए खती करना अब आसान हो गयाथा दोन क महनत रग लाई फसल बत अ ई दोन न मलकर फसल काटऔर टर पर फसल लादकर शहर चल दए शहर पचकर मडी म फसल को बचाइसक बाद दोन न रहीम क घर क ओर ान कया रहीम उह दखकर बत सआ उसन क चलाना छोड़ दया था अब रहीम कार स मसाफर को घमाता था यहीउसका रोजगार था

रहीम न चदन और सरज का टर अपन घर पर खड़ा करा दया दोन को अपनी कारम बठाकर शहर घमान चल दया उसन दोन को शहर क मख जगह को दखायारात म चदन न रहीम स पछा-म या यह कार डीजल स चलती ह तब रहीम बोला-नह म यह कार पोल स चलती ह कछ कार डीजल और सी0एन0जी0 स भीचलती ह चदन और सरज न रहीम स सी0एन0जी0 स चलन वाली बस दखी ही थीउहान कार भी दखन क इा जाहर क रहीम उनको कार क कान पर ल गयाजहा सी0एन0जी0 स चलन वाली कार थी सी0एन0जी0 क कार दखकर चदन नकानदार स सी0एन0जी0 क बार म पछा क यह या ह तब कानदार न बतायासी0एन0जी0- (सपीडत ाकतक गस) एक ाकतक गस ह

इस भी जानो-

सी0एन0जी0 200-250 क0ाम क सकचत दबाव म गसीय अवा म वाहन मधन क प म उपयोग म लाई जाती ह इसका उपयोग मयतः वाहन म होता हसी0एन0जी0 क अवयव ह-मीथन धन और ोपन यह गस रगहीन एव गधहीन होतह यह हवा स भी हक होती ह

सी0एन0जी0क उपयोग स हम बत स लाभ भी ह जस-

सी0एन0जी0 का उपयोग डीजल तथा पोल इजन दोन वाहन म कया जासकता हसी0एन0जी0 स षण काफ कम फलता हपोल और डीजल वाली गाड़य क तलना म सी0एन0जी0 का खचा कम होताहपयावरण क लए सी0एन0जी0 गस अ मानी गई ह पोल और डीजल कतलना म यह काबन डाईआसाइड नाइोजन आसाइड और आरगनक गसकम उसजत करती ह

सरज और चदन कानदार स नई-नई जानकारी पाकर बत खश ए इसक बाद रहीमदोन म क साथ अपन घर आया रात म तीन मलकर शहर म जो नया दखा थाऔर नई-नई जानकारी ात कए थ उसी पर बातचीत करत रह थ चदन और सरज नफर अपन म रहीम स गाव जान क अनमत मागी इसक बाद दोन दोत खशी-खशीगाव आ गए

अब आप अपन बड़ स पता करए -

पोल डीजल और सी0एन0जी0 स कौन-कौन स वाहन चलत ह इन वाहन का मय या ह षण कम करन क लए कौन स धन का योग वाहन म करना चाहए

धन बचाए-

तल का भडार सीमत ह इस अपन ब क लए बचाए यक बद स यादा लाभ लजब गाड़ी रोक तब इजन बद कर

अयास

1 ननलखत क उर दजए -

(क) गाड़ी चलान क लए कौन-कौन स इधन का योग होता ह

(ख) सड़क पर वाहन क बढ़ती सया स या-या परशानी होती ह

(ग) वाहन क बढ़ती सया स आई परशानय को कम करन क कछ तरीक सझाइए

2 नीच कछ वाहन क च दए ह च दखकर उनक नाम और व वाहन हमार कसकाम म आत ह लखए-

नाम काम

3 पता करक लखए-

स आपक शहर म पोल और डीजल क कमत या चल रही ह

कटर म कौन सा धन डाला जाता ह पोल और डीजल क कमत य बढ़ती जा रही ह

आपक घर म कस-कस काम म कतना पोलडीजल खच होता ह पोलडीजल क योग पर आप लोग को कस जागक करग

4 नीच दए च म दखाए ान पर आप अपन घर स कस जाना चाहोग उसका

नाम बास म लखए -

5 (क) अपन बड़ स पछए आज स 40 साल पहल लोग कन साधन स आत जातथ या तब भी यही सब साधन थ जो आजकल आप दखत ह

(ख) अब आप अनमान लगाओ क आज स पीस साल बाद लोग आन जान क लएकस कार क वाहन का उपयोग करग

कतना सीखा-3

1 सही मलान कर -

समह lsquoकrsquo समह lsquoखrsquo

2 अपनी पसद क घर का च बनाकर उसम रग भरए

3 द गई वग पहली म कछ आपदा क नाम छप ह उनक नाम ढढए

आ वा ला म खी

धी द ल च ग

स गा भ क प

ना द ष बा

मी प आ ग ढ़

4 या कर या न कर -

या कर या न कर

(क) अगर बाढ़ आ जाए

(ख) अगर भक आ जाए

(ग) अगर आग लग जाए

5 ननलखत क उर लखए -

(क) भमगत जल पनभरण स आप या समझत ह

(ख) सचाई क कह दो पररागत साधन क नाम लखए

(ग) पानी क बचत हम कस कर सकत ह

(घ) सीएनजी क अवयव लखए

(ङ) षण कम करन क लए कौन स धन क वाहन का योग करना चाहए

(च) वाहन म योग होन वाल दो धन का नाम लखए

6 र ान क पत कजए

(क) पानी पदाथ होता ह

(ख) पानी म का गण होता ह

(ग) मोम म अवलय ह

(घ) कए क पानी म मलाकर पीन योय बनाया जाता ह

(ङ) सहायता स खती करना आसान हो गया ह

7 कह दो चीज क नाम लखए जो म क तल म घल जात ह

8 यद एक नत माा क बाद चीनी पानी म नह घलती ह तो और चीनी घोलन कलए आप या करग

16- बीज ही बीज

अपन आस-पास पड़-पौध पर लग आम अमद बर टमाटर पपीता मटर इमलीआद फल व सजय को दख इनम बीज ममक होत ह या सभी फल म समानसया म बीज ह कछ फल जस-आम बर जामन म एक बीज होता ह जबक इमलीपपीता अमद टमाटर आद म अनक बीज होत ह

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल

एक बीज वाल और अनक बीज वाल फल का नाम द गई तालका म लखए-

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल चचा करए -कछ फल एक बीज वाल और कछ अनक बीज वाल होत ह इह बीज क दान को बोकर पनः इनक फसल पदा क जाती ह धान मका ग चना आद क फसल पदाकरन क लए उनक दान म म बोए जात ह अनाज क व दान जनका योग अगलीफसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलात ह बीज का भडारण उचत ढग सकरना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत ह या आप जानत ह क बीज कस खराबहो जात ह आइए दख और समझ-

चह घन व अय कट बीज को खराब कर दत ह जब कसान इन बीज को खत मबोता ह तो जो बीज अ होत ह व अकरत हो जात ह और जो खराब होत ह वअकरत नह होत ह अ और खराब बीज क पहचान कस करत ह सोचइ औरबताइएखराब बीज क पहचान कस करग आओ कर और समझ -

आधा गलास पानी ल इसम कछ सम क बीज डाल या दखत ह

आइए दख-

दो कटोरया लदोन कटोरय म पानी स भीगी ई ई रखपहली कटोरी म सम क व बीज रख जो गलास क पानी म तर रह हसरी कटोरी म सम क व बीज रख जो पानी म नीच डब ए हदो दन बाद दोन कटोरय क बीज को दख

या दखत ह

आपन दखा क गलास क पानी म कछ बीज ऊपर तर रह ह य खराब बीज ह कछबीज पानी म नीच डब ए ह य अ व परपव बीज ह यही बीज ही अकरत होत हहमार दश म अ व परपव बीज पदा करन क दशा म काफ गत ई ह

पानी म डालन पर जो बीज ऊपर आ जात ह व खराब बीज होत हखराब बीज अकरत नह होत हअ और परपव बीज ही अकरत होत हकछ बीज नट भी हो जात ह

बीज क सरचना कसी होती ह

चलए बीज को बाहर और अदर स दखकर उसको जाच-परखभीग ए चन या सम का बीज ल इनक बाहरी आवरण बीजचोल ममक वज कोसावधानी स हटाए या दखत ह दो हक पील रग क सरचनाए दखाई पड़ती ह इहबीजप कहत ह इस भी खोल

दोन बीजप को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस भरण मउइतलवकहत ह इसका नचला सफद भाग मलाकर तथा ऊपरी नकला भाग ाकरकहलाता ह

इस भी जानए -

मलाकर स जड़ तथा ाकर स तना बनता ह

अकरत बीज क य भाग बीजप स अपना भोजन ात करत हबीज का अकरण-आपन अपन घर म धान ग सम चना मटर आद क बीज को दखा ह या आपनइसम कभी अकरण होत ए दखा ह इनम अकरण कब और कस होता ह

बीज क अकरण क लए आवयक परतया-

एक बीकर या गलास म 23 भाग उबालकर ठडा कया आ पानी ल (जससपानी म घली वाय नकल जाए)सम क तीन अ बीज को च क भात कसी लकड़ी या लाटक क प परधाग स बाधपानी क सतह पर तल क कछ बद डाल (पानी क सतह पर तल डालन पर पानीका वापन नही होगा और बाहर क वाय पानी म घल नही पाएगी)

तदन इसका नरीण करत ए बीज म हो रह बदलाव को लख-पहल दन सर दन तीसर दन चौथ दन सोचए और बताइए-

प म सबस नीच बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो यप म सबस ऊपर बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य प क बीच म बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य बीच वाला बीज ही अकरत य आ बीच वाल बीज को हवा पानी व उचत ताप तीन ात आ इसलए यह अकरतआ

सबस नीच वाल बीज को पानी तो मला परत हवा व उचत ताप नह मलन सयह अकरत नह आ पानी म लगातार रहन क कारण यह खराब भी हो गयासबस ऊपर वाल बीज को हवा व उचत ताप तो मला परत पानी नह मलन सयह अकरत नह आ

बीज स नह पौध का बनना बीज का अकरण कहलाता ह

बीज क अकरण क लए हवा पानी तथा उचत ताप आवयक हभ-भ पौध को उगान क लए भ-भ परतया तथा जलवाय कआवयकता होती ह

आइए करक दख-

चन क कछ दान और तीन कटोरया लपहली कटोरी म चन क चार-पाच दान डाल और कटोरी को पानी स भरसरी कटोरी म उतन ही चन भीगी ई ई या कपड़ म लपटकर रख यान रहकपड़ा या ई सखन न पाए

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) बीज क अदर ऐसा या होता ह जसस पौधा बनता ह (ख) नह पौध को बढ़न क लए कन परतय क जरत होती ह (ग) अ और खराब बीज क पहचान कस क जाती ह (घ) भीग चन को भीग कपड़ म बाधन पर उसका अकरण तज होता ह ऐसा य 2 क चार वकप दए गए ह सही वकप क सामन बन व को काला कजए -

बीज क अकरण क लए आवयक ह -

(क) वाय जल और खाद (ख) वाय जल और उचत ताप(ग) सय का काष वाय और उचत ताप(घ) वाय जल और अधक ताप

जो बीज पानी म डालन पर ऊपर आ जात ह व-

(क) परपव बीज होत ह (ख) अ बीज होत ह(ग) खराब बीज होत ह (घ) भरण होत ह3 र ान क पत कजए -(क) बीज क बाहरी आवरण को कहत ह(ख) बीज प को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस कहत ह(ग) भरण का नचला भाग और ऊपरी भाग कहलाता ह(घ) मलाकर स तथा ाकर स बनता ह4 खड lsquoकlsquo क अधर वाय को खड lsquoखlsquo क सहायता स परा कजए-खड-क खड-ख(क) बीज स अकरत होत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज को न कर दत ह(ग) अनकल परत पाकर बीज नह पौध का जम होता ह(घ) चह घन व अय कट बीज का अकरण कहलाता ह

ोजट वक -

कसी बतन म खत क म लकर उसम चन या सम क बीज बोए और उसमतदन थोड़ा-थोड़ा पानी दत रह अकरत पौध म होन वाली व को अपनीकापी म लख और च भी बनाए

17-व म भारत

हमारी पवी-महासागर एव महाप-

हमार पवी लगभग गोल आकार क ह पवी का गद जसा गोल आकार का लघतप लोब कहलाता ह आइए लोब को दख-लोब पर अनक रग-बरगी आकतया बनी ह य आकतया पवी पर महाप एवमहासागर को दखाती ह लोब का अधकाश भाग नील रग स रगा दखाई द रहा हयह भाग पवी पर वशाल जलराशय अथवा महासागर को दशत करता ह शष भागल को दशाता ह हमारी पवी क लगभग 71 तशत भाग पर जल एव शष लगभग29 तशत भाग पर ल ह बड़-बड़ लीय भाग महाप ह महाप महासागर

ारा अलग कए जात ह

च 71 व म भारतपवी पर पाच महासागर एव सात महाप ह आइए लोब एव व क मानच पर इहपहचान-पवी पर पाच महासागर मशः शात महासागर अटलाटक महासागर हदमहासागर आक टक महासागर एव दणी महासागर ह इनम स शात महासागरसवाधक वतत एव सबस गहरा ह यह सण पवी क लगभग एक तहाई भाग परफला ह इसका सबस गहरा ान मरयाना गत ह जो लगभग 11 कलोमीटर गहरा ह

पवी क लगभग 29 तशत भाग पर फला ल सात महाप म वभाजत ह यमहाप मशः एशया यरोप अका उरी अमरका दणी अमरका आटordfलयाएव अटाक टका ह इनम एशया सबस बड़ा महाप ह हमालय पवत पर त वक सव पवत चोट माउट एवरट इसी महाप पर ह इसक ऊचाई 8848 मीटरह एशया म व क लगभग 59 तशत जनसया नवास करती ह व क मानचको दखए हमारा दश भारत एशया महाप म त ह

पवी का धरातल पवत पठार एव मदान स य ह सामायतः आस-पास क धरातल सऊच उठ भाग पवत कहलात ह इनका शखर सकचत अथवा शवाकार होता ह पवतसाधारणतया समह म पाए जात ह इह पवत णी कहत ह पहाड़य क ऊचाई पवतस कम होती ह

व क कछ मख पवत णया-हमालय कनलन हकश कराकोरम एटलसकसबग यराल आपस काकशस राकज अपलशयन ड डवाइडग रजएडीज आद ह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

नदश- शक लोब एव व मानच ारा महासागर महाप एव अपन दश भारतक तलनामक अवत प कर तथा ब ारा इसका अयास कराए

इस भी जान -

लोब का कागज पर समतल ततकरण मानच कहलाता हपवी पर बत बड़ ल खड को महाप एव वशाल जलराशय को महासागरकहत ह

पवी पर तलनामक प स ऊच उठ चरस ल भाग पठार कहलात ह ायः पठार काऊपरी भाग ऊबड़-खाबड़ होता ह इनक कनार सामायतः खड़ ढाल वाल होत ह

पछली का म आप पढ़ चक ह क हमार दश का दणी भाग पठार ह

व क कछ मख पठार-पामीर का पठार तबत का पठार भारत म दकन का पठारईरान का पठार अरब का पठार कोलोरडो पठार कोलबया पठार ाजील क उभम बोलवया का पठार एव पम आलया का पठार ह अका महाप काअधकाश भाग पठारी ह इन पठार को व मानच पर पहचानए

धरातल पर समतल परत नचला भाग मदान कहलाता ह ायः मदान का नमाण नदयारा लाई गई म स होता ह आप पछली का म उर दश क मदानी भाग क बारम जानकारी ात कर चक हो व क कछ मख मदान-स गगा प का मदानयरोप का मयवत मदान उरी अमरका का मयवत मदान ागह का मदान आदह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

व क कछ मख नदया गगा स सतलज प यमना गोदावरी इरावदमकाग ागह नील जायर जाबजी लोपो पराना परागए अमजन मसीसपी-मसौरी सटलारस डयब टस राइम वोा आद ह नील नद व क लबी नद हअयापक क सहायता स व मानच पर इन नदय का अवलोकन कर

हमारा दश-भारत-अगल प पर दए गए मानच म अपन दश-भारत एव उसक पड़ोसी दश को दखएहमार पड़ोसी दश मशः अफगानतान पाकतान चीन नपाल भटान यामारबालादश ीलका एव मालदव ह भारत का दणी भाग तीन ओर स सम स घराह परब म बगाल क खाड़ी पम म अरब सागर तथा दण म हद महासागर हहद महासागर का नाम हमार दश भारत क नाम पर पड़ा ह मानच दखो एव भारत कपड़ोसी दश क नाम लख-

पम म एव उर म एव परब म एव दण म एव

च 73 भारत क पड़ोसी दश

भारत म 29 राय एव 07 कशासत दश ह इनका ववरण ननलखत ह-0स0 राय का नाम राजधानी 0स0 राय का नाम राजधानी1 आ दश - हदराबाद 15 महारा- मबई2 अणाचल दश -ईटानगर 16 मणपर- इा3 असोम -दसपर 17 मघालय- शलाग4 बहार- पटना 18 मजोरम- आइजोल5 छीसगढ़ -रायपर 19 नागालड- कोहमा6 गोवा- पणजी 20 ओडशा -भवनर7 गजरात- गाधीनगर 21 पजाब -चडीगढ़8 हरयाणा -चडीगढ़ 22 राजान- जयपर9 हमाचल दश- शमला 23 सकम- गगटोक10 जम एव कमीर- ीनगर (ीमकालीन) 24 तमलनाड -चई एव जम (शीतकालीन)11 झारखड -राची 25 तलगाना- हदराबाद12 कनाटक- बगल 26 परा- अगरतला13 करल -तअनतपरम 27उर दश- लखनऊ14 मय दश- भोपाल 28उराखड- दहरान29 पम बगाल- कोलकाता

0स0 कशासत दश का नाम राजधानी1 अडमान और नकोबार पसमह पोटलयर2 चडीगढ़ चडीगढ़3 दादरा और नगर हवली सलवासा4 दमन और दव दमन5 दली दली6 लप कवारी7 परी परी

भारत क राजधानी नई दली ह यहा रापत भवन ससद भवन सव यायालयएव अय मख शासनक मयालय त ह

हमारा दश भारत ाकतक प स ववधता स भरा ह यहा ऊच पवत वशालमदान पठार एव मल पाए जात ह ाकतक सरचना क आधार पर भारत को पाचभाग म बाटा जाता ह-1 उर का पवतीय भाग2 उर का वशाल मदान3 थार का मल4 दण का पठारी भाग5 तटय मदान एव पसमह

1 उर का पवतीय भाग- इसका वतार भारत क उर म जम एव कमीर स लकरअणाचल दश तक ह इस हमालय पवत क नाम स जाना जाता ह हमालयपवतमाला तीन समानातर पवत णय स मलकर बनी ह य मशः वहत हमालय याहमा हमाचल या मय हमालय एव शवालक ह उर क मदानी भाग म बहकरआन वाली अधकाश नदय का उदगम ल हमालय ह

2 उर का वशाल मदान- इसका नमाण हमालय स बहकर दण क ओर आन वालीतथा पठार स बहकर उर क ओर आन वाली नदय क साथ आई उपजाऊ जलोढ़म स आ ह भारत म इसका वतार पजाब स लकर असम तक ह यहा बहन वालीमख नदया सतलज गगा यमना घाघरा चबल टोस सोन गडक कोसीमहानदा दामोदर प आद ह गगा एव प नदया पम बगाल एव बालादशम वशाल डटा का नमाण करती ह

3 थार का मल- भारत क पमी भाग म राजान राय त ह इसक पमीहस म सकड़ कलोमीटर लबा-चड़ा बाल का वतार ह इस थार का मल कहतह यहा वषा बत कम होती ह जगह-जगह रत क टल दखाई दत ह जह बालकातप (सड न) कहत ह यहा आवागमन का एकमा साधन ऊट ह इस रगतान काजहाज भी कहत ह

4दण का पठारी भाग- दण का पठारी भाग उर क वशाल मदान क दण मह इसक उर-पम म अरावली पवत पम म पमी घाट पवत तथा परब म पवघाट पवत ह यह भाग अनक छोट-छोट पठारो म वभाजत ह इनम स मख ह-बदलखड पठार बघलखड पठार छोटा नागपर पठार मालवा पठार दकन का लावापठार आद इस भाग म चबल बतवा टोस सोन नमदा तापी दामोदर महानदगोदावरी कणा एव कावरी नदया बहती ह भारत का मानच दखकर बताइए इनम सकौन-कौन सी नदया-

अरब सागर म मलती ह बगाल क खाड़ी म मलती ह उर क वशाल मदान क ओर बहती ह

5 तटय मदान एव पसमह- य दण क पठारी भाग क परब एव पम म सम तटक सहार लब और सकर तटय मदान ह पम क ओर क मदान को पम तटयमदान तथा परब क ओर क मदान को पव तटय मदान कहत ह

हमार दश म सम क मय अनक प ह कई प क समह को प समह कहत हबगाल क खाड़ी म अडमान और नकोबार प समह तथा अरब सागर म लप पसमह ह

जस कार हमार दश म कई कार क ाकतक वभाग ह उसी तरह यहा क पड़-पौधा वनतय एव जीव-जत म ववधता पाई जाती ह हमार दश म मय पस पाच कार क वन पाए जात ह1 सदाबहार वन2 पतझड़ या पणपाती वन3 मलीय या काटदार वन4 पवतीय वन5 वलाचली या डटाई वन

1 सदाबहार वन- पर साल हर-भर रहन क कारण इह सदा बहार वन कहत ह इसकार क वन अधक वषा वाल गम ान पर पाए जात ह य वन अयत घन होत हतथा जीव-जत एव वनतय म अयधक ववधता पाई जाती ह भारत म इनकावतार पमी घाट उर परबी क पहाड़य एव अडमान और नकोबार पसमह म ह इन वन म पाए जान वाल मख व रोजवड महोगनी रबड़ ताड़ बासआबनस नारयल आद ह

2 पतझड़ या पणपाती वन- इन वन को मानसनी वन भी कहत ह वष म एक बारशीतकाल क अत म यहा पाए जान वाल व अपनी पया गरा दत ह इसलए इहपतझड़ या पणपाती वन कहत ह इन वन का वतार पम बगाल बहार उर दश

मय दश छीसगढ़ झारखड आद राय म ह इस कार क वन म शीशम नीममआ बरगद पीपल आवला समल पलास बल खर आद व पाए जात ह

3 मलीय या काटदार वन- इस कार क वन कम वषा वाल पठारी और मलीयान पर पाए जात ह इन वन म ककर खजर बबल खजड़ी जस काटदार व औरझाड़या पायी जाती ह भारत म इनका वतार पमी एव मय भारत क कम वषा वालपठारी ान तथा थार क मल म ह

4 पवतीय वन- पवतीय म बढ़ती ऊचाई क साथ तापमान एव वषा म परवतन होताह इसक कारण पवतीय म वशष कार क वन पाए जात ह इह पवतीय वनकहत ह भारत म इन वन का वतार हमालय वयाचल सतपड़ा एव पमी घाटपवत पर ह हमालय म दवदार चनार स सवर फर जनपर पाइन बचआद व पाए जात ह दण भारत क पवतीय वन म मगनोलया लरच सनकोनाआद व पाए जात ह

5 वलाचली या डटाई वन- सम क कनार दलदली भाग एव नदय क डटा म य वनपाए जात ह इनम नारयल ताड़ सदरी आद व पाए जात ह इन वन कासवाधिाक वतार पम बगाल म ह सदरी नामक व क अधकता क कारणपम बगाल एव बाला दश म इह सदर वन क नाम स जाना जाता ह

मख वय जीव

वय जीव म वय पश पी जीव-जत और साप आद शामल ह वय जीव कााकतक आवास (घर) वन ह जहा व वद प स वचरण करत एव रहत हजनसया व क कारण हमार वन का तजी स वनाश होता जा रहा ह और वन काफल घटता जा रहा ह जसस वय जीव क सया बड़ी तजी स घटती जा रही हकई वय जीव वलत होत जा रह ह इह बचाए रखना आवयक ह यक य पयावरणसतलन म सहायक ह

वय जीव क सरा वकास एव वत वचरण क लए सरकार ारा राीय उानवय जीव अभयारय एव पी वहार आद क ापना क जाती ह इनम मानव ारावयजीव का शकार करना वजत ह

अयास

1 र ान क पत कजए-(क) पवी पर महासागर एव महाप ह(ख) ससार क सबस लबी नद ह(ग) हमालय पवत का वतार राय स राय तक ह(घ) भारत म राय एव कशासत दश ह2 नीच लख वाय क सामन (स ) या ( ग ) का नशान लगाए-(क) ायः पठार क ऊपरी सतह ऊबड़-खाबड़ होती ह ( )(ख) शात महासागर पवी क आध भाग पर फला ह ( )(ग) राजान म सदाबहार वन पाए जात ह ( )(घ) पतझड़ वन शीत ऋत क अत म अपनी पया गरा दत ह ( )3 सही जोड़ा बनाइए -भारत क राय राजधानीमय दश दसपरतमलनाड भोपालहमाचल दश चईअसोम शमला4 ननलखत क उर दजए -(क) व क मानच पर भारत क पड़ोसी दश को दशत कजए (ख) पठार कस कहत ह व कह तीन पठार क नाम बताइए (ग) सदर वन कहा पाए जात ह इह हम सदर वन य कहत ह (घ) बालका तप स आप या समझत ह य भारत म कहा पाए जात ह

(ङ) राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना य क जाती ह

18-भारतीय सवधान तथा शासन वा

हम सभी परवार म मल-जल कर रहत ह घर क सार काम भी एक साथ मलकर करतह और कछ काम बट भी होत ह घर को चलान क लए नयम बनाए जात ह जनकापालन घर क सभी लोग करत ह ऐस ही हमार वालय म एक धानायापक होत हजो शक-शका क साथ मलकर कल सचालन क नयम बनात ह वालय मरहन वाल सभी लोग इन नयम का पालन करत ह सड़क पर सरत चलन क लए भीनयम बनाए गए हघर वालय क तरह दश क काम-काज को चलान क लए बत सार नयम बनाए गएह इन सभी नयम को मलाकर हमारा सवधान बना ह जसक अनसार शासन कामकरता ह अतः सवधान को बनान क लए एक सभा बनी जस lsquoसवधान सभाlsquo कहागया डा0 राज साद इसक अय बनाए गए सवधाान का ाप तयार करन कलए एक ाप समत बनाई गई डा0 भीमराव रामजी अबडकर इसक अय बन02 वष 11 महीन और 18 दन तक लगातार परम करक इस सभा न भारत कासवधान बनाया26 जनवरी 1950 को सवधान को पर दश म लाग कया गया इस दन को हम गणतदवस क प म मनात ह

डा0 राज साद डा0 भीमराव रामजी अबडकर

हमार सवधान क वशष बात-

हमार सवधान म कहा गया ह क भारत एक सण भव स दश ह यहअपन नयम-कानन वय बनाएगासवधान म हमार दश को समाजवाद राय कहा गया ह जसका लय समाज कआथक एव सामाजक वषमता को र करना हसवधान म दश क सभी नागरक को अपन धम का पालन करन क छट मली हभारत म ससदय शासन णाली ह जसम मपरषद लोकसभा क तउरदायी होती ह सवधान म नागरक को छः मौलक अधकार दए गए ह और उनको यारह मलकत बताए गए हक राय और ानीय तर पर जनता ारा चनी गई सरकार ह सवधान क अनसार 18 वष या उसस अधक उ क लोग चनाव म वोट डालत हसवधान म 6 स 14 वष क सभी ब को नःशक एव अनवाय शा कामौलक अधकार ात ह सामाजक समानता मौलक अधकार ह बालका को भी बालक क समानअधकार दान कए गए ह य अधकार उनक पालन-पोषण शा एव सरा ससबत ह

हमारा सघीय शासन- हमारा दश 29 राय तथा 7 कशासत का एक सघ हइसम क और राय दोन तर पर ससदय शासन ह पर दश का शासन चलान कलए क तर पर कय सरकार और राय म राय सरकार होती ह

कय सरकार क तीन अग ह -

वापका - कानन का नमाणकायपालका - कानन को लाग करनायायपालका - कानन क अनसार याय करना

वापका-कानन का नमाण-

भारत क कय वापका को lsquoससदlsquo कहत ह रापत लोकसभा और रायसभास मलकर ससद बनती ह इसम स रायसभा को lsquoउ सदनlsquo और लोकसभा को lsquoननसदनlsquo कहत ह

लोकसभा क सदय 5 साल क लए जनता ारा चन जात ह 25 साल या उसस अधकआय का इसका सदय हो सकता ह इसक सदय क चनाव म 18 वष या उससअधक आय क लोग वोट डालत हरायसभा ाई सदन ह इसक सदय का कायकाल 6 वष होता ह त दो वष परएक तहाई सदय सवानव होत ह रायसभा क सदय का चनाव राय कवधानसभा क नवाचत सदय ारा होता हलोकसभा और रायसभा क सदय को सासद (एमपी) कहत हससद क दोन सदन मलकर दश क लए कानन बनात ह जसक लए रापत कसहमत आवयक ह कायपालका-कानन को लाग करना-

कय कायपालका का मख रापत होता ह उस दश का थम नागरक कहत हवह 5 वष क लए लोकसभा रायसभा और वधानसभा क नवाचत सदय ारा चनाजाता ह रापत क सहायता एव सलाह क लए धानमी क अयता म मपरषदहोती हधानमी क नय रापत ारा क जाती ह वह लोकसभा म बमत दल का नताहोता ह धानमी क सलाह पर अय मी भी रापत ारा नय कए जात हरापत धानमी एव मय स मलकर कायपालका बनती ह ससद जो काननबनाती ह उस कायपालका लाग करती ह कायपालका दष क षासन वा कासचालन करती हइस भी जान -

रापत दष क जल थल व वाय सना का सव सनापत होता ह

रापत वापका (ससद) का अग होन क साथ-साथ कायपालका का मखहोता ह वह ननलखत काय करता ह-

-ससद क बठक बलाना-कोई अयादष (दष क लए नयम या कानन) जारी करना-राय म रायपाल सव यायालय उ यायालय क यायाधीष क नय करनाआद

उपरापत रायसभा का पदन सभापत होता ह

यायपालका-कानन क अनसार याय करना

हमार दश म नयम कानन क रा क लए यायपालका क वा ह सवधानारा वत और नप यायपालका क ापना क गई ह हमार दष म यायपालकाक सरचना इस कार ह-

सव यायालय-हमार दश म सबस बड़ा यायालय सव यायालय ह यह यायालय दश क राजधानी नई दली म ह सव यायालय म मय यायाधीष एव अय यायाधीष होत हजनक नयरापत ारा क जाती हउ यायालय-यक राय क लए एक उ यायालय होता ह उ यायालय क मय यायाधीशऔर अय यायाधीश क नय रापत ारा क जाती ह उर दश का उयायालय इलाहाबाद म त ह इसक एक खडपीठ लखनऊ म ापत हजला यायालय-

जला तर पर भी यायालय होत ह जह जला यायालय कहत ह जला यायाधीशक नय रायपाल ारा क जाती हअय अदालत-आपसी ववाद को नपटान क लए लोक अदालत पारवारक अदालत उपभोाअदालत भी ह

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) सवधान सभा क अय कौन थ (ख) हमारा सवधान य बनाया गया(ग) शासन क कतन अग होत ह (घ) रापत क चनाव म कौन-कौन समलत होता ह 2 र ान क पत कजए-(क) हमारा भारतीय सवधान को लाग कया गया(ख) तवष 26 जनवरी को दवस मनाया जाता ह(ग) लोकसभा का कायकाल का होता ह(घ) लोकसभा और रायसभा क सदय को कहत ह(ड) रापत लोकसभा और रायसभा को मलाकर बनती ह3 ननलखत क मय काय लखए-(क) वापका (ख) कायपालका (ग) यायपालका 4 अपन दश क वतमान रापत उपरापतधानमी क च एक करक अपनीपतका म चपकाए च क नीच उनक काय लखए5 बालसभा म शकशका क सहायता स ससद क कायवाही क वषय म चचाकजए

19- राीय एकता

हमार दश म अनक भाषाए और बोलया ह लोग क खान-पान तथा पहनावा भी भ-भ ह इन ववधता क बावजद हम लोग दशहरा दपावली होली ईद बसाखीसमस आद योहार बड़ धमधाम स मनात ह कछ पव ऐस ह जो हमार राीय पवकहलात ह - 15 अगत (वतता दवस) 26 जनवरी (गणत दवस) एव 2 अटबर(गाधी जयती) इन पव को पर दश म मल जलकर मनाया जाता ह इनक अलावा हमारराीय तीक भी ह राीय पव और राीय तीक हमारी राीय एकता क रणाोत हहमार राीय पव-1 वतता दवस 15 अगत -कई वष तक हमार दश म वदशय का शासन रहा ह हमार वतता सनानय न सघषकरक वदशी शासन स दश को म कराया हमारा दश 15 अगत सन 1947 कोवत आ इसीलए हम यक वष 15 अगत को वतता दवस राीय पव क प मधमधाम स मनात ह2 गणत दवस 26 जनवरी -वतता क बाद दश क लए नयम-कानन बनाए गए जस सवधान कहत ह 26जनवरी सन 1950 को हमारा सवधान लाग आ तथा दश गणत घोषत आइसीलए हम यक वष 26 जनवरी को lsquoगणत दवसrsquo क प म मनात ह3 गाधी जयती 2 अटबर -

गाधी जी का परा नाम मोहन दास करमचद गाधी ह इनका जम 2 अटबर सन 1869को गजरात ात क पोरबदर म आ गाधी जी न सय एव अहसा क माग पर चलकरदश को आजाद कराया यक वष 2 अटबर को हम गाधी जयती क प म मनात ह

उहन दश म वभ जात धम तथा वभ भाषा म बोलन वाल लोग को एक स मबाधन का यास कया गाधी जी को परा दश बाप रापता और महामा क नाम सभी जानता हराीय पव पर राीय वज फहराया जाता ह तथा वभ कार क साकतक कायमआयोजत होत ह

हमार राीय तीक-हमार दश क कछ राीय च ह इह हम lsquolsquoराीय तीकrsquorsquo कहत ह हमार राआपक वालय म राीय पव का आयोजन कस कया जाता ह क एकता क पहचान इन राीय च स भी होती ह आइए अपन राीय तीक कोजान-1 रावज

हमार राीय वज म तीन रग ह हम इस तरगा भी कहत ह रा वज म सबस ऊपरकसरया रग बीच म सफद रग तथा सबस नीच हरा रग होता ह वज क बीच क सफदवाल भाग क मय म 24 तीलय वाला नीला च बनाकसरया रग- बलदान का तीक सफद रग- शात का तीकहरा रग- धरती क हरयाली का तीकच - उत क ओर असर होन का तीक होता ह रा वज का समान करनायक नागरक का कत ह2 रागान

हमारा रागान lsquoजन-गण-मनrsquo ह अपनी पतक म कवर क पीछ भाग म लख एlsquoरागानrsquo को याद करक अपनी कापी म लख जानत ह रागान क रचना रवी नाथ

टगोर न क ह इस गान म कल 52 सकड का समय लगता ह रागान क समयसावधान क मा म खड़ होकर रागान को समान दया जाता ह 15अगत और 26 जनवरी को झडा फहरान क बाद lsquoजन-गण-मनrsquo गाया जाता ह3 रागीतlsquoवद मातरम सजलाम सफलाम मलयज-शीतलाम यह हमारा रागीत ह यान रहlsquolsquoजन-गण-मनrsquorsquo हमारा रागान ह तथा lsquoवद मातरमrsquo हमारा रागीत ह रागीत क रचनाबकम च चटज ारा क गयी ह आइए रागीत को हम अपनी कापी म लखकरयाद कररागीत

वद मातरम सजलाम सफलाम मलयज शीतलामशययामलाम मातरम शयोसना पलकत यामनीमफलकसमत रमदल शोभनीमसहासनीम समधर भाषणीमसखदाम वरदाम मातरम वद मातरम 4 राीय पश

बाघ5 राीय पप

कमल

6 राीय पी

मोर

7राजचआप लोग न सक एव पय पर दए गए इस च को दखा होगा यह हमाराराजच ह इस अशोक त स लया गया ह अपन अयापक स अशोक त कबार म और जानकारी ात कजए

सयमव जयतय हमारी राीय एकता क पहचान ह यद हम एक रहग तो हमारी राीय एकता भीसरत रहगीरा क एकता और सराहमार दश क बत बड़ी ल सीमा ह जो लगभग 15500 कलोमीटर लबी ह इसीतरह हमारी सम सीमा लगभग 7500 कलोमीटर लबी हअपन रा क सरा क लए हम जमीन सम या हवाई माग स आन वाल कसी भीश का मकाबला करन क लए तयार रहना पड़ता ह इसीलए हमार दश म शशालीथलसना जलसना और वायसना हभारत का रापत हमारी तीन सना (थलसना जलसना और वायसना) का सवसनापत होता ह रा सबधी काय क लए रा मालय ह जसका मखया रामी

होता ह भारतीय थलसना वायसना और नौसना क अलग-अलग सनाय होत ह यय क समय आपस म तालमल बनाकर अपन-अपन अधीन सना को आदश दत हतीन सना का मयालय दश क राजधानी नई दली म हसना क अतर कछ असनक बल भी ह जस सीमा सरा बल भारत तबत सीमापलस असम राइफस तटरक बल इयाद य दश क सीमा पर तनात रहकरउसक सरा करत हदश क बाहरी श का सामना करन क लए सना सदव सतक रहती ह दश क अदरअशात और असरा स नपटन क लए पलस क साथ-साथ कय रजव पलस बलतथा कछ अय सगठन भी काम करत ह

बाहरी आमण या सश वोह क कारण यद दश क सरा सकट म हो तो रापतआपातकाल क घोषणा कर सकत ह आपातकाल क दौरान रा क सरा सवपर होजाती ह अतः हमार कछ मल अधकार सीमत कए जा सकत हशात क समय सना तथा अय असनक बल समाज क भलाई क काम म मदद करतह कसी आपदा क समय बत सहायता करत हदश म शात और सरा बनी रह यह हम सबका कत ह हम सब को सदव सतकरहना चाहए पलस एव शासन का सहयोग करना चाहए राीय स क सराकरनी चाहएहम सब भारत क नागरक ह हम मलजल कर रहग तभी दश म शात होगी और दशगत करगा

अयास

ननलखत क उर लखए -1 वतता दवस कब मनाया जाता ह इसक मनान का कारण लखए2 26 जनवरी को हम गणत दवस य मनात ह 3 गाधी जी क बार म लखए 4 राीय एकता य आवयक ह

5 सना या काय करती ह भारतीय सना क मख अग क नाम बताइए6 कसका सबध कसस ह मलान कर -वतता दवस 2 अटबरगणत दवस 15 अगतगाधी जयती 26 जनवरीराजच वद मातरमरागीत अशोक त7 र ान क पत कजए -(क) हमारा रागीत ह(ख) जन-गण-मन हमारा ह(ग) हमारा राीय पी ह(घ) हमार दश क सम सीमा क लबाई कमी ह(ङ) दश क लीय सीमा कमी ह(च) रापत तीन सना का होता ह8 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रगए -(अ) राीय पश(ब) राीय पीस) राीय पप(द) राीय वज9 शक क सहायता स सावधान एव वाम मा क बार म अयास करत ए 52सकड म रागान को लय म गान का भी अयास करयामक वक -सना ारा योग कए जान वाल अ-श क च इका कर अपनी कापी म चपकाएतथा उसक वषय म लख

कतना सीखा-4

1 र ान क पत कजए -(क) बीज को और खराब कर दत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज का कहलाता ह(ग) पवी क गोल आकार का तप कहलाता ह(घ) भारत महाप म त ह(ङ) लोक सभा क सदय साल क लए चन जात ह2 मलान कजए -वतता दवस मरयाना गतगाधी जयती 71 तशतपवी का सबस गहरा ान 15 अगतसबस बड़ा महाप 2 अटबरपवी पर जल भाग एशया3 ननलखत क उर लखए -(क) मलाकर और ाकर स आप या समझत हो (ख) बीज क अकर क लए कन-कन चीज क आवयकता होती ह (ग) यायपालका का या काय ह (घ) शासन क कतन अग होत ह और उनका या काय ह (ङ) गाधी जी क योगदान क बार म लखए (च) पवत णी और पवत म अतर कजए 4 सही क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का च लगाए (क) आवल म अनक बीज होत ह(ख) अ और परपव बीज ही अकरत होत ह (ग) भारत का राीय पप कमल ह (घ) लोब पर महासागर को नील रग स दखाया जाता ह(ङ) माउट एवरट एडीज पवत पर त ह

5 बीज क आतरक सरचना का च बनाकर उसक वभ भाग को नामाकतकजए 6 सही जोड़ बनाइए-भारत क पड़ोसी दश दशायामार उरभटान परबअफगानतान दणमालदव पम7 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रग -(क) राीय पप(ख राीय वज(ग) उर दश का राजपी(घ) राीय पी8 उर दश क 18 मडल क नाम लखए

  • 1- परिवार कल आज और कल
  • 2-मरा परिवार मरी पररणा
  • 3-गौरव परसकार
  • 4 - आओ मिलकर खल खल
  • 5-जीव जनतओ की रोचक बात
  • कितना सीखा-1
  • 6 -वनय जीवो का सरकषण
  • 7-जगल और जन-जीवन
  • 8-भोजय पदारथो का सरकषण
  • 9-हम और हमारी फसल
  • 10-पड-पौधो का भोजन
  • कितना सीखा-2
  • 11-ऐस भी होत ह घर
  • 12-आपदाए और उनस बचाव
  • 13-जल ह तो कल ह
  • 14-जल क गण एव जल परदषण
  • 15-यातरा
  • कितना सीखा-3
  • 16- बीज ही बीज
  • 17-विशव म भारत
  • 18-भारतीय सविधान तथा शासन वयवसथा
  • 19- राषटरीय एकता
  • कितना सीखा-4
Page 6: का -5 ) हमारा परवेश1 - परव र कल, आज और कल यह ट इय , शरद और उम क परव र क क छ च दए गए

ायी होकर रहन लगा खती म बत लोग क जरत पड़ती थी अतः बत स सदयमलजल कर एक साथ रहन लग इसस एक बड़ा परवार बना परवार क जरतकवल खती स परी नह होती थी अतः ापार तथा अय वसाय वकसत ए शहरका वकास आ मनय उस जगह जान लग जहा उह काम मलता था बड़-बड़परवार अब छोट होन लग

वतमान समय म सर राय या सर दश म जाकर शा ात करन का चलन बढ़ गयाह इसी तरह काम क सलसल म भी लोग सर राय या दश म जाकर रहत ह बत सपरवार स कवल एक ही सदय सरी जगह जाकर रहता ह कछ परवार क कई लोगबाहर रहत ह इसस भी परवार म बदलाव होत रहत ह इस तरह क बदलाव कवलहमार ही परवार म ही नह बक पर समाज म होत ह

अयास

1 बदलाव क कारण लखो -

टइया क परवार म शरद क परवार म उमा क परवार म

2 परवार म बदलाव कन-कन कारण स होता ह

3 अपन दादा-दाद या नानी-नाना स पता करए क जब व आपक उ क थ तब उनकपरवार म कौन-कौन था

4 गोपाल क परवार म या-या काम होता था

5 गोपाल को गाव छोड़ना य नह अा लगा

6 खती करन क बाद मनय क जीवन म या बदलाव आया

7 या आपक का या कल म भी सरी जगह स ब आए ह यद हा तो उनसबातचीत करए -

व कहा स आए ह उह यहा या-या नया लगा या उह यह बदलाव अा लगा

8 अपन परवार क सबस बजग और दोत क परवार म कसी बड़ स बात करक नीचक तालका परी करो -

9 आप जब कसी शाद म गए थ उसम आपन या-या दखा अपनी कापी म चबनाकर दोत को दखाइए उनक ारा बनाए गए च भी दखए

शक नदश-

1 बदलाव जदगी का हसा ह इन बदलाव का ब पर गहरा असर हो सकता हइसलए यह आवयक ह क इस चचा को सवदनशीलता स कर

2 का म ब स परवार छोड़न क कारण पर चचा करवाए इसस ब म परवारपर पड़न वाल भाव क त समझ वकसत होगी

2-मरा परवार मरी रणा

म कल स खश होकर लौट रही थी पयावरण सरण पर सबस अा लख मरा था मघर पर दो लोग को अपनी यह बात सबस पहल बताना चाहती थी एक मरी नानी औरसर मर भया व दोन मरी बात स सबस यादा खश होत ह

मरी नानी मर बार म सनन को हमशा उसक रहती ह भया स मझ हमशा रणा मलतीह नानी क घर म उनक दख-भाल करन वाला कोई नह ह भया क बात मानकर नानीअब हमार साथ ही रहती ह नानी क उ यादा ह वह ऊचा सनती ह और उह दखताभी कम ह रोज सबह पापा उनको अखबार जोर-जोर स पढ़कर सनात ह इस उ म भीनानी तरह-तरह क पकवान बनाती ह वो बाट-चोखा भी बत अा बनाती ह मा नउह स बनाना सीखा मा आज भी नानी स पकवान को बनान क बार म पछती रहतीह नानी क साथ हम सब मज स रहत ह

चचा करए -

जब कोई बढ़ा हो जाता ह तब उनको या-या तकलीफ हो सकती ह

मर भया कशन सगीत सखात ह ब उनक बत इत करत ह भया को सगीतसनन दोत क साथ घमन और बात करन का बत शौक ह भया को दखता नह हफर भी वह अपन काम खद करत ह जब कभी उनको मदद क जरत होती ह तो हमसब उनक मदद करत ह भया को पढ़न का बत शौक ह भया न शहर जाकर सगीतसीखा अब वह गाव म रहकर ब को सगीत सखात ह वालय म 26 जनवरी ककायम को तयार करन म भी भया न सहयोग दया था जब भी वह घर क बाहर जातह तब एक सफद छड़ी ल जात ह

चचा करए-

हम उन लोग क मदद कस कर सकत ह जह दखता नह ह या आपक परवार म ऐसा कोई सदय ह जो दख बोल या सन नह सकताआप उनक मदद कस करत ह

इस भी जानए -

जो लोग दख नह सकत उनक पढ़न क लए एक खास लप म कताब तयार क जातीह जस ल कहत ह ल एक मोट कागज पर एक नकल औजार स ब बनाकर लखाजाता ह ल कागज पर हाथ फरकर पढ़ा जाता ह क उस पर या लखा ह

लई ल ास दश का रहन वाला था जब वह तीन साल का था तब एक नकल औजारस उसक आख म चोट लग गई और उसक आख खराब हो गई उस आख स दखनाबकल बद हो गया उसक पढ़न म बत च थी वह पढ़न क तरकब सोचता रहताथा आखर उसन ढढ़ ही लया एक तरीका-छकर पढ़न का पढ़न क यह वध बाद मल लप क नाम स जानी जान लगी

इस तरह क लप म मोट कागज पर उभर ब बन होत ह उभर होन क कारण इहछकर पढ़ा जा सकता ह यह लप छः ब पर आधारत होती ह आजकल ल मनए-नए परवतन ए ह जसस इस पढ़ना-लखना और भी आसान हो गया ह ल लपअब कयटर क ारा भी लखी जा सकती ह

और भी जानए-

जो लोग सन नह सकत उनक लए साकतक भाषा इतमाल क जाती ह साकतकभाषा पर आधारत वशष कायम ट0वी0 पर सारत होत ह

ट0वी0 पर मक बधर क लए समाचार आत ह दखो वहा बात को कस कार सकतक ारा समझाया जाता ह

भया क ईमानदारी-

शाम को भया बोल-चलो मला चल अपन पड़ोस क दोत को भी बला लो इस बारअलग-अलग राय क लोग अपनी-अपनी चीज लकर आए ह भया न मला घमायाहमन बत कछ खाया पया मबई क भलपरी भी खाई भलपरी वाल न गलती स छःक जगह पाच ही लोग क पस लए हमन सोचा चलो पस बच गए पर भया न हसाबलगाया और भलपरी वाल को बाक पस दए हम आपस म खसर-फसर कर रह थ तोभया न समझाया क नह अज हम कसी को नकसान नह पचाना चाहए

ईमानदार होन पर डरन क जरत नह पड़ती आम वास बढ़ता ह ईमानदार लोगको सभी पसद करत ह

उस दन हमन भया स जो सीखा उस कभी नह भलग

इनको भी जानए -

चचा करए-

अगर भया कम पस दकर चल आत तो ब उनक बार म या सोचत आप इसबार म या सोचत ह

अयास

1 उर लखो-

(क) कशन क परवार म कौन-कौन ह

(ख) कशन ब को या सखात ह

(ग) हम ईमानदार य होना चाहए

(घ) पाठ म अज न अपन भया को या-या बात बता ह

(ङ) ल स आप या समझत ह

2 या आपक साथ कोई ऐसी घटना ई जसम लगा हो क आपन ईमानदारी का पालनकया था उस घटना क बार म लखए

3 पयावरण सरण पर पाच वाय लखए

4 उन लोग क सची बनाइए जो आपक वालय क काम म सहयोग दत ह और यहभी लखए क उनक सहयोग स आपको या लाभ आ

5 अगर कभी कानदार गलती स आपको यादा पस वापस कर द तो आप या करग

ोजट वक -

या कशन जस लोग क मदद क लए कोई योजनाए चल रही ह अपन बड़ याशक क सहायता स पता करए और उन योजना क सची बनाइए

शक नदश-

1 - ब ललप को दखग तो बहतर ढग स समझ पाएग बरललप क जानकारी दतसमय ब को वातवक लशीट दखाना अा रहगा

2 - इस उदाहरण ारा ब का यान इस तरफ खचा जा सकता ह क हमार परवारऔर समाज म कछ ऐस होत ह जो सामाय न होत ए भी बत तभावान होतह

3 - परानी बात को जानन को महवपण ोत हमार बजग होत ह ब क अदर यहसमझ वकसत होन स वह बजग क साथ समय बताएग

3-गौरव परकार

दसबर माह क थम सताह म वालय क वाषक खलकद तयोगता का आयोजनकया गया यक का क बालक-बालका न अपन-अपन मनपसद खल म भागलया खलकद क अतम दन समापन समारोह म परकार वतरण का कायम चलरहा था खलकद क साथ ही वालय क अय गतवधय म उक दशन क लएlsquoगौरव परकारrsquo ात करन वाल ब क नाम क घोषणा होन वाली थी हर बार कतरह इस बार भी शादमा क नाम क चचा थी

मच पर धानायापक न मय अतथ को परकार पान वाल ब का नाम लखाकागज दया और माइक पर उसका नाम बतान का अनरोध कया मय अतथ माइकक पास खड़ ए ब म सगबगाहट होन लगी क कसका नाम बलाया जाएगा तभीमाइक पर मय अतथ न मध क नाम क घोषणा क तालय क गड़गड़ाहट क बीचमध न मय अतथ स परकार हण कया शादमा को अपन नाम क घोषणा काइतजार था कत मध क नाम क घोषणा क बाद उसका मन उदास हो गया मधा कसाथय न खशी स मध को चार तरफ स बधाई दन क लए घर लया शादमा उह रस दखकर ःखी हो रही थी

कायम समात होन क पहल ही शादमा बझ मन स घर पची और मा क गोद म सररखकर सबकत ए सारी बात बताई मा न शादमा को अपन पास बठाया और बोल

lsquolsquoइसम ःखी होन क कोई बात नह ह हर बार एक ही जीत य जरी नह हअपन-अपन दशन क आधार पर जीतता या हारता ह तह वचार करना चाहएक तहार दशन म कमी य आई rsquorsquo

lsquoमझ लगा क हर बार तो म ही जीतती इस बार भी जीत जाऊगी लकन ऐसा नहआ मन खल का समय भी पढ़ाई म लगाया कत परीा म भी मझ अ अक नहमल ऐसा य आ मा शादमा न मा क ओर दखकर पछा

शरीर व होता ह तो मतक भी व रहता ह शरीर को व रखन क लए खलऔर ायाम क आवयकता होती ह पढ़ाई क साथ-साथ खलकद मनय क सवागीणवकास म सहायक होत ह- मा न शादमा को बताया

लकन मा हम हाथ-पर ारा खलत ह इसका मतक क वाय पर कस भाव पड़सकता ह शादमा न आयचकत होत ए मा स पछा

शादमा क बात सनकर मा मकरा कर बोल- जब तम कट खलती हो तब तमन दखाहोगा क गद को पकड़न क लए हाथ को बढ़ात समय यह भी सोचना पड़ता ह क गदको आग बढ़कर पकड़ पाएग या पीछ हट कर या अय कस तरीक स गद को पकड़पाएग यह सकत हम मतक स ही मलता ह और उसी क अनसार हम गद पकड़ पातह कसी काय को करन क लए षारीरक एव मानसक प स वकसत होना आवयकह पढ़न लखन खलन आद सभी काय म हमारा मतक और षरीर दोन एक साथकाय करत ह

मा क बात सनकर शादमा समझ गई थी क पढ़ाई क साथ खल का अयास हमारशरीर और मतक क वकास म सहायक होत ह

चचा करए -

या आप वालय म खल क घट म खलत ह आप लोग म स कौन खलन नह जाताआप खल म कभी हार ह

या आपन हार क कारण को जानन का यास कया ह जीतन वाली टम को हारन वाली टम स कसा वहार करना चाहए

पता कर - खल क घट म यद कोई बा खलन नह जाता ह तो खलन न जान ककारण का पता लगाइए आप उस ब क या मदद कर सकत ह

गम क छया हो गई थ षादमा क बआ अपन बट आसफ क साथ छया बतानआई थ शादमा आसफ स मलकर बत खष ई दोन घर क बाहर धप म ही खलननकल गय ब को धप म खलता दखकर षादमा क मा न उह घर क अदर आकरखलन को कहा घर क अदर भला हम कस खल सकत ह खल तो बाहर ही खलसकत ह - आसफ न कहा खल घर क अदर भी खल सकत ह आओ म तह बताती-शादमा क मा न कहा षादमा और आसफ न बात मान ली और अदर आ गए

घर क अदर मा न शादमा को करमबोड नकाल कर दया आसफ न उस साफ कयाऔर करमबोड पर पाउडर छड़क कर गोटया सजान लगा तभी पड़ोस क नतन औरनवीन भी आ गए व भी साथ म बठकर खलन लग खलत ए अचानक आसफ नकरम बोड को पलट दया जसस बची गोटया गर ग नतन को बत गसा आयाशादमा जोर-जोर स आसफ को भला-बरा कहन लगी नवीन क आख म आस आ गएयक वो जीतन वाला था शोर-गल सनकर आसफ क मा वहा आ पता चला कआसफ खल म हार रहा था अतः उसन खल खम होन क पहल ही खल को बगाड़दया

हम जब भी कोई खल खलत ह तो उसम या तो हम जीतत ह या हारत ह हमारी कोशशहोती ह क हम जीत लकन हमशा ऐसा नह होता हार जान पर हम जीतन वालखलाड़ी क खल क यास क शसा करनी चाहए और उस बधाई दनी चाहए यदहम जीतत ह तो हारन वाल क यास क सराहना करनी चाहए क उसन अत तकजीतन का यास कया जीतन पर अहकार क भावना नह आनी चाहए मा स य सारीबात सनकर आसफ को अपनी गलती का एहसास आ उसन नतन नवीन और शादमास माफ मागी और पनः चारा खलन बठ गए

सोचए और बताइए -

या आसफ का यह वहार उचत था आप आसफ क जगह होत तो या करत

आओ जान खल क कार

खल दो कार क होत ह -

1 - इोर गम- इसका अथ ह घर क अदर खल जान वाल खल जस-षतरज टबलटनस करम आद

2 - आउटडोर गम- इसका अथ ह खल क मदान म खल जान वाल खल जस-हाककट फटबाल आद

आउटडोर गस वाय क ट स अधक अ होत ह यक य खल वातावरण मउछल कद क साथ खल जात ह इोर गस षात वातावरण म मानसक प सअधिाक सय होकर खल जात ह

कछ खल इोर और आउटडोर दोन होत ह जस-बडमटन टबल टनस आद

चचा करए-

आप अपन घर क अदर कौन-कौन स खल खलत ह आपको खलना य अा लगता ह घर क बाहर खला जान वाला आपका य खल कौन सा ह

मलकर ऐस खल-

सभी खल क अपन वश नयम होत ह हम खल नयम एव वधय क अनसारखलना चाहए खल मनय को अा वाय दान करत ह साथ ही खल भावना सखल गए खल लोग म पाररक सौहाद एव टम भावना जागत करत ह

आइए जान- कोई भी खल लड़क और लड़कय म बट नह होत सभी कार क खललड़क क साथ लड़कया भी खल सकती ह अपन दश क पी0ट0 ऊषा बीनामोलबालसमा रोजा क-एथलटस बला चधरी-तराक सानया मज़ा-टनस अज बाबीजाज-लबी कद मरीकाम-बासग साइना नहवाल-बडमटन साी मलक-कती मअतराीय तर पर अपनी छाप छोड़ चक ह हमार यहा क महला हाक और महलाकट क टम ववयात ह इसी कार वराट कोहली कट म वनाथन आनदशतरज म तथा सरदार सह हाक म भारत को स दला रह ह दाग महला एवपष भी परा ओलक खल म भाग लकर वदश म परकत हो रह ह हम खल कोलकर कोई भदभाव नह करना चाहए

अयास

1 सोचए और लखए -

(क) मानसक वकास क लए शारीरक वाय य आवयक ह

(ख) करम बोड खलत समय आसफ क जगह आप होत तो या करत

(ग) शारीरक वाय क लए आप अपनी दनचया म कस या को शामल करग औरय इसक लए कौन सा समय नधारत करग

(घ) अपन पसद क खल क नाम तालका म लखए इनम स घर क अदर खल जान

2 च दखकर लखए-

3 र ान क पत कजए -

शतरज गम ह खल स मनय का वाय रहता ह इडोर और आउटडोर खल सकत ह फटबाल गम ह

4 पता करक मलान कर -

(क) महश भपत तराक

(ख) सचन तलकर मकबाजी

(ग) मरीकाम टनस

(घ) बला चधरी कट

ोजट वक -

1 ननलखत ाफ स सबत खल का च अपनी पतका म चपकाकर खल कानाम लखए -

1 रणजी ाफ -

2 सतोष ाफ -

3 डवस कप -

4 आगा खा ाफ -

2 अपन मन पसद खल क बार म लखए -

उस खल क नयम या ह

आपको यह खल य पसद ह

4 - आओ मलकर खल खल

नतन और गनगन बत खष ह आज उनक गाव म नागपचमी क अवसर पर वभकार क खल तयोगता का आयोजन होन वाला था स काका लाउडीकर सगाव वाल को तयोगता म हसा लन क लए ोसाहत कर रह थ lsquoम तो लबी कदम भाग लगाlsquo नतन न कहा

lsquoम रसाकसी म भाग लगीlsquo गनगन न चहकत ए कहा

भीम रन राकष राहला और आफताब भी वहा आ गए सभी अपनी-अपनी पसद कखल क बार म चचा करन लग उसी समय नतन क दादा जी भी वहा आ गए ब नदादा जी को घर लया और तरह-तरह क सवाल करन लग दादाजी न बताया क जब वोछोट थ तो अपन म क साथ नागपचमी क अवसर पर कती और कबी आद खलम बड़ उसाह स भाग लत थ

आओ जान-

रसी कद कस दौड़ गद तड़ी कती रसाकसी टच एड पास घर म टपा खो-खोकबी आद ानीय खल ह

चचा करए-

आप कौन-कौन स खल खलत ह अपन गाव म खल जान वाल मख खल क नाम बताइए इस कस खलत ह या बड़ बजग भी खल म तभाग करत ह कन-कन खल म उनक नामबताइए या आपक मा और बहन भी खलती ह व कौन सा खल खलती ह और कहाखलती ह

गाव क लोग क लए यह आयोजन वशष था गाव क ही कबी क खलाड़ी अनकतको दश तर पर उक दशन क लए ाम धान ारा समानत कया जाना थाअनकत क अ दशन क कारण उसका चयन राीय तर क टम म भी हो गया थायह सभी गाव वासय क लए समान क बात थी इस अवसर पर आस-पास क अयगाव क लोग भी एक ए थ सभी अनकत क सफलता क बार म जानन को उसकथ

अनकत न समान हण करन क उपरात गाव क सभी बड़ स आशीवाद लया अपनीसफलता क लए पछ गए सवाल क जवाब म अनकत न अपन अनभव को सबक साथसाझा कया

मोहत को खल म बत च ह मोहत का पर पोलयोत हो गया था कत खल कत उसका लगाव कभी कम नह आ वह अपनी बसाखी क सहार खल तयोगताका आयोजन दखन आया था अनकत क अनभव को सनकर मोहत क आख मआस आ गए मोहत न अनकत स पछा - या म कभी नह खल पाऊगा lsquolsquoतमअवय खल पाओग ढ़ इा श स सब कछ सभव ह अय ब क साथ दागब क लए सरकार क ओर स खल योजना क अतगत लाक तर जनपद तरएव दश तर पर खल तयोगता का आयोजन कया जाता ह उक दशन सचयनत ब राीय तर एव अतराीय तर पर तभाग करन का अवसर ात करतहrsquorsquo अनकत न मोहत क कध पर हाथ रखकर बताया

इह जान-

मजर यानचद - पव कतान हाक इनक नतव म भारतीय टम न ओलक म वणपदक जीता

पीवी स - बडमटन खलाड़ी रयो ओलक म रजत पदक वजता

सशील कमार - पहलवान भारतीय कती

मताली राज - कतान महला कट टट कट मच म दोहरा शतक बनान वालीपहली भारतीय महला खलाड़ी

अजय ठाकर - कतान भारतीय कबी टम भारत को कबी वड चयन बनान वालकतान

सया - कतान राीय खो-खो टम

हाक फटबाल कट बडमटन जडो जमनाटक एथलटस (दौड़) कबीमलखब खो-खो आद राीय खल ह हाक क खलाड़ी मजर यानचद क जमदन 29 अगत को भारत म lsquoराीय खलदवसlsquo क प म मनाया जाता ह हमारा राीय खल हाक ह

चचा करए-

या आप अपन वालय स बाहर भी खल म भाग लन गए ह खल का नामबताइए खल म आपका दशन कसा था राीय तर क खल म आपको कौन सा खल पसद ह और य

कछ भी मकल नह -

परा ओलक खल म नया भर क शारीरक तौर पर दाग खलाड़ी हसा लत हइन खलाड़य का जबा और जीत क कोशश इनक शारीरक कमजोरय को पीछछोड़ दती ह

हमारा गौरव

शरीर का नचला हसा स हो जान क बाद भी शाटपट (गोला फ क) म दपा मलक नरजत पदक जीतकर परा ओलक 2016 म पदक जीतन वाली पहली भारतीय महलाखलाड़ी बन गई ह य जवलन ो तराक एव मोटर रसलग स जड़ी एक दागभारतीय खलाड़ी ह परा ओलक खल म उलखनीय उपलय क कारण भारतसरकार न इहअजन परकार दान कया

तमलनाड क मरयपन थगावल न ऊची कद म वण पदक जीता पाच साल क उ मएक घटना म उनका एक पर जमी हो गया था इलाज क बाद भी ठक नह आगरीबी और शारीरक कमजोरी क बाद भी उहन हार नह मानी अपनी कड़ी महनतऔर लगन स वण पदक हासल कया ऐस ही लोग क बदौलत भारत का नाम वतर पर चमक रहा ह

अयास का महव

खलकद म शारीरक वाय एव अयास का महवपण ान ह नरतर खल काअयास हमारी शारीरक और मानसक सयता को बढ़ाता ह खलकद स हम

अनशासत धयवान समयब और वन होत ह खल का अयास करन सआमवास बढ़ता ह जसस खल क कौशल एव बारीकय को तीगत स सीखा जासकता ह हम खल म नयमत अयास एव कशलता स दश एव राीय तर परसफलता ात कर सकत ह अतः तदन अपन मनपसद खल का अयास अवयकरना चाहए खल हम आनद क अनभत भी कराता ह

हमार कछ पाररक खल

ाचीन काल स लकर आज तक क खल क वप म महवपण बदलाव ए ह खलक खल जान क साधन ान पोशाक तथा नयम आद म सवधानसार अनकपरवतन ए ह पहल पड़ क सखी टहनय एव लकड़य को वय तराश कर खलनयोय बनाया जाता था खल क वही उपकरण अब कारखान म बनाए जात ह जो योगकरन म आरामदह तथा दखन म भी आकषक होत ह खलाड़य क लए सरी टम सअलग दखन क लए अनक रग क सवधाजनक ोटस कट उपल ह खलन कलए टडयम एव खल क मदान बनाए गए ह जहा टordfक (मदान म दौड़न क लाइन) एवकाश आद क उचत वा रहती ह और खलाड़य को खलन क लए आदश कोट(खलन का नधारत ान) उपल होत ह टडयम म बत सार लोग एक साथ बठकर खल का आनद ल सकत ह

अयास

1 र ान भर-

(क) हमार दश का राीय खल ह

(ख) खल का अयास हमारी और सयता को बढ़ाता ह

(ग) घर म टपा खल ह

(घ) भारत म राीय खल दवस अगत को मनाया जाता ह

2 नीच लख खलाड़य क नाम क आग उनस सबत खल का नाम पता कर औरलख-

सचन तलकर साइना नहवाल सरदार सह गीता फोगाट मरीकाम

3 खल क नाम एव उनक च को दख इनम स ानीय खल क lsquoतीरlsquo को नील रग सतथा राीय खल क lsquoतीरlsquo को लाल रग स भर-

ोजट वक -

अपन घर क बड़ बजग स पता कर क जब व आपक आय क थ तो कौन-कौन स खलखलत थ कसी एक खल का नाम एव खलन का तरीका लखए

5-जीव जतओ क रोचक बात

आपन अपन आस-पास गौरया कबतर जस पय को दाना को चगत ए दखा होगाया आपन कभी सोचा ह क य पी र स ही इन दान को कस दख लत ह आपनदखा होगा क थोड़ी सी मीठ चीज जमीन पर गर जाए तो कछ ही दर म वहा चीटयका झड इका हो जाता ह

हमारी तरह जानवर म भी दखन सनन सघन और महसस करन क श होती हकोई जानवर मील र स अपन शकार को दख लता ह कोई हक स हक आहट कोभी सन लता ह कोई जानवर अपन साथी को सघकर ढढ लता ह

आप कस पहचानत ह लखए-

रग क पहचान - आख ारा दखकर

आवाज क पहचान-

ग क पहचान -

वाद क पहचान-

श क पहचान -

वभ जीव-जत अपन दखन सघन आद वशषता का उपयोग भोजन को ढढ़नऔर खतर को भापन म करत ह आइए जान जानवर क अजब नया क बार म

दखन क श - जीव म पय क सबस अधक तज होती ह चील बाज औरग जस पी हमस चार गना यादा दख पात ह जो चीज हम दो मीटर क री सदखाई पड़ती ह वही चीज य पी और भी अधक री स दख लत ह बली चीताउल तआ आद जीव तो अधर म भी अ तरह स दख सकत ह

अगर पय क तरह आपक आख आपक कान क जगह होती तो आप ऐस याकाम कर पात जो अभी नह कर पात ह और ऐस या काम नह कर पात जो अभीकर पात ह

यादातर पय क आख उनक सर क दोन तरफ होती ह पी एक ही समय म दोअलग-अलग चीज को दख सकत ह जब य बकल सामन दखत ह तब इनक दोनआख एक ही चीज पर होती ह

आपन दखा होगा क कछ पी अपनी गदन बत यादा घमात ह जस-उल जानत हय इसका कारण ह क यादातर पय क आख क पतली घम नह सकतीइसलए व अपन चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमात ह

पता कजए और लखए-

ऐस पी का नाम जसक आख सामन क तरफ होती ह

इस भी जान-

बत स जानवर रग को दखन पहचानन म अम होत ह उनक मा काला औरसफद रग दख पाती ह कत बदर मानव क तरह अलग-अलग रग को पहचानन मसम ह

सघन क श-

कछ जानवर म सघन क श बत तज होती ह या आपन कभी कसीक कोइधर-उधर कछ सघत ए दखा ह कम सघन क मता बत तज होती ह यदकाकसी ान स सर ान पर चल जात ह तो वह अपनी सघन क श क कारणवापस उसी ान पर आ जात ह

इस भी जान-क क सघन क श क कारण ही वोटक व नशील पदाथ को ढढ़नतथा अपराधय क पकड़न म उसक मदद ली जाती ह

शर चीता बली भी अपन सघन क श स अपन लए भोजन क तलाश व अपनवास ान को पहचानत ह चटया चलत समय जमीन पर कछ ऐसा पदाथ नकालती हजस सघकर पीछ आन वाली चीटय को राता मल जाता ह कछ नर कड़ मकोड़ गधस मादा कड़ क पहचान कर लत ह मर भी हमार शरीर क गध स हम ढढ़ लत ह

कन-कन मौक पर आपक सघन क श आपक काम आती ह सची बनाइए -

कसी चीज क जलन का पता चलना

कतन तज ह कान - तआ चीता बली आद जानवर क सनन क श बत तजहोती ह इनक बड़ कान मामली वन को भी सन सकत ह इसी तरह खरगोश क भीबड़ कान होत ह जो खतर का अनमान लगान म सम होत ह उनक कान वन कदशा म घम जात ह

चचा करए-

आपको या लगता ह या जानवर क कान क आकार और उनक सनन क श मकछ सबध होता ह

साप क पास बाहरी कान नह होत ह व जमीन पर होन वाल कन महसस करत हबीन क आवाज सनकर साप का नाचना लोग म फला एक म ह

इसी तरह चमगादड़ क सनन क मता बत तज होती ह व बत ऊच सर वालीआवाज अपन मख अथवा नाक स नकालत ह जब व आवाज कसी वत स टकराती हतो गजती ह इस गज को अपन कान स सनकर चमगादड़ अधर म अपन भोजन क रीऔर दशा का पता लगा लत ह

पता कजए और लखए-

ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स बड़ होत ह- ऐस जत क नाम लखए जनक बाहरी कान नह होत ह ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स छोट होत ह

आवाज अलग-अलग-

जगल म ऊच पड़ पर बठा लगर पास आती मसीबत (जस शर चीता) को दखकर एकखास आवाज नकालकर अपन साथय को सदश दता ह इस काम क लए पी भीखास आवाज नकालत ह कछ पी अलग-अलग खतर क लए अलग-अलग आवाजनकालत ह जस उड़कर आन वाल मन क लए एक तरह क आवाज और जमीन परचलकर आन वाल क लए सरी तरह क आवाज आवाज चाह कसी भी जानवर ननकाली हो उस इलाक म रहन वाल सभी जानवर इस चतावनी समझ सचत हो जात ह

सोन का ढग- जब कभी आप थक जात ह तो आराम करन क जरत महसस करत हएक छोटा बा दन म 14-16 घट सोता ह वयक क लए 6 स 8 घट क नद पयात

ह इसी तरह जानवर भी सोत ह

यादातर जानवर हमारी तरह रात म सोत ह कछ जानवर जस-उल चमगादड़ दन कसमय सोत ह बत स जीव-जत कसी खास मौसम म लब समय तक दखाई नह दतह यक बदलत मौसम क साथ वह अपना अनकलन करत ह

आपन भी दखा होगा क सदय म छपकलया नह दखाई दती ह

च म कछ जानवर क सोन क समय को दखाया गया ह च क नीच लखए क वहजानवर दन म कतन घट सोता ह एक छोटा खाना दो घट क बराबर ह

छपकली क लए सदय म यह घड़ी कसी दखगी बनाइए

अयास

1 कह दो जीव क नाम लखए-

(क) जनक सघन क श तज होती ह

(ख) जनक सनन क श तज होती ह

(ग) जनक बाहरी कान नह होत ह

(घ) जो रात म दख सकत ह

(ङ) जो दन क समय सोत ह

2 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) हम रगो क पहचान श ारा करत ह ( )

(ख) क क सनन क श तज होती ह ( )

(ग) उल दन क समय सोत ह ( )

(घ) हम वाद का अनभव दखकर करत ह ( )

(ड) खरगोश अपन कान स खतर का अनमान लगा लत ह ( )

(च) साप क बाहरी कान नह होत ह ( )

(छ) पी चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमा लत ह ( )

(ज) तआ अधर म नह दख सकता ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) जमीन पर मीठा गरन स चीटया कस आ जाती ह

(ख) पी अपनी गदन य घमात ह

(ग) कŸा का उपयोग अपराधय को पकड़न म य कया जाता ह

(घ) खरगोश कस कार खतर का अनमान लगात ह

4 दए गए च म जानवर क कान एक-सर स बदल दए गए ह पहचानए औरबताइए

कतना सीखा-1

1 आपको कौन सा योहार पसद ह इस दन घर क सदय या-या काय करत ह तालका म लख -

घर क सदय काय

तम

तहारी मा

तहार पता जी

भाई-बहन

दादा

दाद

2 अपन पसद क इोर और आउटडोर गस क सची बनाए -

इोर गम आउट डोर गम

3 या आप अपन इलाक क कसी स खलाड़ी को जानत ह यद हा तो उसकानाम और वह कौन सा खल खलत ह लखए -

खलाड़ी का नाम - खल का नाम

-

4 पता कर और लख -

(क) भारतीय महला कबी टम क कतान का नाम

(ख) भारतीय हाक (पष) टम क कतान का नाम

(ग) राीय मकबाज का नाम

(घ) परा ओलक (महला) म ऊची कद म वण पदक

जीतन वाली महला खलाड़ी का नाम

5 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भर -

क दखन जीभ साप

(क) सघन क श म बत तज होती ह

(ख) क बाहरी कान नह होत ह

(ग) वाद का अनभव हम ारा होता ह

(घ) पय क क श तज होती ह

6 कछ ऐस जीव क नाम लख जो लब समय क लए नद म चल जात ह

7 जानवर खास आवाज य नकालत ह

8 आप गद स खलन वाल कतन खल जानत ह द गई गद म सची बनाए -

6 -वय जीव का सरण

आपन अपन आस-पास अनक जानवर को दखा होगा इनम कछ जानवर पालत होत हजह हम अपन उपयोग क लए पालत ह कछ जानवर जगल म रहत ह ऐस जानवरको वय जीव कहत ह

च को दखकर पालत और जगली जानवर क सची बनाइए

पालत जानवर - जगली जानवर

-

जीव जत हम कत ारा दए गए उपहार ह हम अपनी आवयकता क पत कलए कसी न कसी प म इन जत पर नभर ह बल खर ऊट घोड़ा आदजताई बोझा ढोन तथा सवारी ढोन का काम करत ह गाय भस भड़ बकरी स धमलता ह मग बतख स हम अडा मलता ह इसी तरह मर ए जानवर क खालतथा हय स जत पस बटन कघी तथा अय सजावट क सामया बनती ह भड़ऊट याक जस जत स हम ऊन मलता ह

तालका परी कर -

चचा करए-

यद य उपयोगी जत हमार जीवन स धीर-धीर वलत होत जाए तो या होगा

कटत जगल वलत होत जीव -

ऊपर बन च को दख इन च म मशः परवतन दखाई पड़ रहा ह

आइए जान ऐसा य आ

आज स बत साल पहल घन जगल आ करत थ इन जगल म तरह-तरह क पड़- पौधएववय जीव पाए जात थ पड़-पौध एव वय जीव क सया भी बत अधक थीजनसया बढ़न क साथ आवयकताए बढ़ खती करन व मकान बनान क लए हमअधक भम क आवयकता ई इस कारण घन जगल क कटाई श (ार) कगई जसस पड़-पौध कम हो गए पड़-पौध क सया कम होन क कारण वषा कमहोन लगी नदया लग इसका असर जगल म रहन वाल वय जीव पर पड़ा सरतान एव भोजन एव पानी क कमी क कारण इनक सया कम होन लगी कछ पश-पय क जातया तो परी तरह खम हो ग ह

कारखान रलव लाइन सड़क व बाध आद क नमाण काय न बत स जीव-जत कघर को न कया इसक परणामवप पश-पय क सया म गरावट आई

कछ लोग अपन फायद क लए गर काननी तरीक स जानवर का शकार करत ह हाथीदात क लए हाथय का शकार कया जाता ह बाघ शर हरन कछआ आद जानवरक खाल का अवध ापार कया जाता ह गड व बारहसगो को उनक सग क लएमार दया जाता ह

इन कारण स वय जीव क सया लगातार कम होती जा रही ह पश-पय क कछजातया तो परी तरह समात (खम) हो चक ह जह वलत जातया कहत ह यजातया अब दखाई नह दती ह जबक कछ जातया खम होन क कगार पर हजह सकटत जातया कहत ह

वय जीव

वलत जातया- सकटत जातया

डायनासोर गौरया

ममथ अकन हाथी बाघ

लाल पाडा ग

डोडो पी साही

लाल तोता शर काला हरण बारहसगा कछआ

वय जीव का सरण -

वय जीव को बचान क लए सरकार ारा कानन बनाए गए ह जानवर क खाल दातही सग क अवध ापार पर रोक लगा द गई ह पश-पय को सरा दान करन

क लए राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना क गई ह इन ान मवय जीव का शकार करना मना होता ह यहा पश-पी वत प स रहत ह

ऽ गौरया को बचान क लए या कर सकत ह

भारत क मख वय जीव अयारय एव उान

- धवा राीय उान (उ)

- चभा वय जीव अयारय (उ)

- राजाजी राीय उान (उराखड)

- गर राीय उान (गजरात)

- नदा दवी राीय उान (उराखड)

- जम काबट राीय उान (उराखड)

- बादपर राीय उान (कनाटक)

- काजीरगा राीय उान (असोम)

- बाधवगढ़ राीय उान (म)

- काहा कसली अयारय (म)

- सरका राीय उान (राजान)

इस भी जान

रड डाटा बक वह कताब ह जसम सभी सकटत जातय का रकाड रखाजाता ह

गौरया को बचान क लए अब हर साल 20 माच को lsquolsquoव गौरया दवसlsquolsquo मनायाजाता ह बाघ हमारा राीय पश ह इसका अतव खतर म ह इसक सरा क लए बाघपरयोजना (ोजट टाइगर) लाग क गई ह

जानवर क त सवदनशीलता-

दए गए च को दखए और पढ़ए-

अब यह पटारी ही मरा घर बन गया ह म तो जगल क जानवर स मलना भल ही गया

यह मत सोचो क म सक स म नाचकर कदकर और कई तरह क करतब दखाकर खश अगर म य सब न क तो भखा र

नाचत-नाचत मरी हालत खराब हो जाती ह कभी-कभी तो खाली पट नाचना पड़ता ह

पजड़ म बद रहकर म खली हवा म सास लना भल ही गया इस पजड़ म रहकर मरपख भी कसी काम क नह

य जानवर उदास य ह सभी जानवर क बात को पढ़कर आपको या सीख मलती ह

ायः आपन मदारी सपर आद क बार म सना होगा मदारी बदर भाल आद का खलदखाता ह इसी तरह सपरा तरह-तरह क साप दखाता ह तथा अपनी बीन क धन परउह नचाता ह य लोग अपनी रोजी-रोट क लए इन जानवर पर नभर होत ह य लोगका मनोरजन करत ह और बदल म लोग इह अनाज पस आद दकर जीवन-यापन(गजर-बसर) म उनक मदद करत ह

हम जानवर पर कसी न कसी कार स नभर होत ह हम अपनी आवयकता कपत क लए वभ जानवर को पालत ह जानवर को पालन क साथ-साथ हम उनकत सवदनशील होना चाहए हम उनक दखभाल करनी चाहए उनक भोजनचकसा क वा करनी चाहए पय क लए अपन घर क बाहर या छत परउनक दाना-पानी क वा करनी चाहए सड़क पर घमन वाल अय जानवर को भीहम छड़ना नह चाहए यद सभव हो तो उह भी खाना दना चाहए

अयास

1 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर (ग) का च लगाए-

(क) जगली जानवर को हम अपन घर म पालत ह ( )

(ख) ग एक वलत जात ह ( )

(ग) जानवर क त हम सवदनशील होना चाहए ( )

(घ) वय जीवो को बचान क लए राीय पाक क ापना क गई ह ( )

(ङ) जम काबट अयारय मय दश म त ह ( )

(च) जगल क कटन स पश-पय क सया म व ई ह ( )

(छ) मदारी बीन क धन पर बदर को नचाता ह ( )

2 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भरए -

रड डाटा बक ऊन वलत बाघ उपहार

(क) डायनासोर एक जात ह

(ख) भड़ ऊट याक आद जत स हम ात होता ह

(ग) सकटत जातय का रकाड म रखा जाता ह

(घ) हमारा राीय पश ह

(ड) जीव-जत हम कत ारा दए गए ह

3 क उर लखए -

(क) वय जीव क सया म गरावट य होती जा रही ह

(ख) उराखड राय क दो राीय उान क नाम लखए

(ग) ोजट टाइगर या ह

(घ) कह दो सकटत एव वलत जातय क नाम लखए

(ङ) वय जीव अयारण तथा राीय उान क ापना य क गई

ोजट वक

1 वलत हो रह वभ जीव-जत या पय क च चाट पपर पर चपकाए तथाउनक बार म जानकारी एक कर लख उनक लत होन क कारण लखकर उनक एकरपोट तयार कर का म लगाए

7-जगल और जन-जीवन

आपन जगल क बार म सना होगा ायः आपन ट0वी0 म भी जगल क य दख हग

-

आपन दखा होगा तरह-तरह क फल-फल कई तरह क छोट-बड़ पड़-पौध रग बरगीचहचहाती चड़या और बत स जानवर जगल म र-र तक हरयाली रहती ह जगलम पय क चहचहाहट और वभ जानवर क बोलया भी सनाई दती रहती ह

ऐस ही सदर जगल स ढक ह हमार दश क कई हस

चचा करए-

कह बत सार पड़ उगाए गए ह तो या वह जगल बन जाता ह जगल हमार लए य महवपण ह इन जगल स हम या मलता ह

जगल तरह-तरह क पड़-पौध व पष-पय का वास ान होत ह इनका मनय कजीवन म अयत महव ह य वायमडल म आसीजन क माा को बढ़ात ह औरवशली गस क माा को कम करत ह य म क कटाव को रोकत ह वषा करान मभी इनक महवपण भमका होती ह

जगल स उपयोगी इमारती लकड़या ात होती ह हमार दष म लगभग 4000 सअधक कम क लकड़या वन स ात होती ह इनम सागौन षीषम दवदार चीड़आद इमारती लकड़या महवपण ह जन पर हमारा लाईवड उोग काठ उोगइमारती लकड़ी उोग आद नभर ह बास क पड़ स चटाई डलया हाथ वाला पखाबासरी बनाई जाती ह इनस कागज दयासलाई का रषम रबर लाख बीड़ी पलऔशध आद उोग क लए का माल ात होता ह पलाश व कसम क पौध परलाख क कट एव षहतत क पौध पर रषम क कट का पालन कया जाता ह

पता कजए-

हम जगल स और या-या चीज मलती हपश-पय क अलावा जगल म और कौन रहता ह

ारक मानव जीवन

मानव सयता क वकास क कहानी लाख वश परानी ह सयता क आर म मानवजगल म रहता था मानव आदकाल स ही जगल पर नभर था पहल मानव बदर कभात चार पर पर चलता था धीर-धीर उसका वकास आ और वह दो पर पर सीधाखड़ा चलन लगा अगल पर का योग हाथ क प म करन लगा मतक और हाथका उपयोग वह तरह-तरह क काय म करन लगा

आज क भात ारभ म मानव क पास रहन क लए घर नह थ व एक जगह स सरीजगह घमत रहत थ व खल आकाष क नीच जगल म नदय व झील क कनारगफा म रहत थ जगली जानवर स अपनी सरा तथा उनका शकार करन क लएउनक पास कवल पर क ही औजार थ

कदमल फल तथा शकार स ात मास ही उनका मय भोजन था जानवर क खालपड़ क छाल एव प को व क तरह पहनत थ इस तरह जीवन तीत करन वालमानव आदमानव कहलाए

कस मली आग -

एक बार बत तज आधी आई कछ पड़ क डालय क आपस म रगड़न स चगारयानकलन लग य चगारया जब सख प और घास पर पड़ तो आग लग गई आगलगन स बत सार जानवर भाग गए जो नह भाग पाए व जल गए आद मानव नउनक मास को खा कर दखा उह भना मास अा लगा

एक बार जब पर स पर टकराया तो उसम स भी चगारी नकली व खशी स झमउठ आहा मल गई आग

आग क खोज ारक मानव क एक बड़ी उपलिा थी इसक खोज क साथ हीमानव भोजन को पकाकर खान लगा आग का उपयोग उसन अपन शरीर को गम रखनऔर जगली जानवर स रा करन क लए कया

सोचए और लखए-

आग का उपयोग करन क पहल मानव का जीवन कसा रहा होगाआग का ान होन क बाद मानव जीवन म या परवतन आया होगा यद आग नह होती तो हम या-या दकतपरषानया होती आग का उपयोग हम कहा-कहा करत ह

धीर-धीर मानव अपन चार ओर क वातावरण को समझन लगा उसन पर क छोटऔर सडौल औजार बनान ष कए पर क अतर जानवर क हया एव सग स

भी औजार बनाए उसन अपन आप उगी घास और अनाज को एकत करना ष करदया

इस भी जान-

का मानव का थम पालत पश थाताबा सवथम खोजी गई धात थी

इधर-उधर बखर अनाज स पनः अनाज उगता दख उसन खती करना सीख लया खतीकरन क लए उह अलग तरह क औजार बनान पड़ इन औजार को टकाऊ बनान कजरत महसस ई यक पर क औजार जद टट जात थ अपन औजार कोटकाऊ बनान क लए उहन बत उपाय कए और जमीन क खदाई कर ताब को खोजनकाला खती क साथ पषपालन भी ारभ आ पष का योग मास व ध ातकरन म कया जाता था

ताब क औजार स काम काफ आसान हो गया बाद म जब लोह का पता चला तबउसस भी औजार बनाए य औजार ताब क औजार स अधक मजबत रहत थ इनधात क खोज क साथ कहाड़ी और हसया उनक मख औजार हो गए थ

पहाड़ो स लढ़कत ए लकड़ी क बड़-बड़ ल को दखकर उह पहए का वचार आयाल को काटकर उहन पहए का आवकार कया इसका योग म क बतन बनानम तथा सामान ढोन म कया जान लगा

सोचए और लखए-

कहाड़ी और हसया स या-या कया जा सकता हपहए का उपयोग ारभक मानव न कन-कन काय क लए कया होगाआपन अपन आसपास पहए का उपयोग होत कहा-कहा दखा ह

जगल और आदवासी

या आपको पता ह क आज भी हमारी जनसया का एक छोटा हसा जगल मनवास करता ह इह हम आदवासी कहत ह य हमार दष क वभ राय म पाएजान वाल जगल म नवास करत ह आदवासय का जीवन परी तरह जगल पर नभरहोता ह

अपनी दनक आवयकता क पत य जगल स मलन वाल वभ उपाद क ाराकरत ह जगल स ात क पदाथ स य डलया चटाई ढोल बासरी टोकरीपŸाल बतन जड़ी-बट स औशधिा (दवा) आद बनाकर ानीय बाजार म बचत हऔर अपना जीवकोपाजन करत ह य जगल क रखवाल होत ह य जगल को काटतनह ह जतनी जरत होती ह उतना ही जगल स लत ह आदवासय क जदगीजगल स ही जड़ी होती ह अगर जगल नह बचग तो य भी नह बचग

इस भी जान

जगल अधकार कानन 2007 -यह कानन आदवासय को जगल पर उनका हकदलाता ह इसक अनसार जो लोग कम स कम 25 साल स जगल म रह ह उनका वहाक जगल और वहा पदा होन वाली चीज पर हक ह उह जगल स हटाया नह जाएगाजगल बचान का काम भी उनक ाम सभा करगी

चचा करए-

अगर जगल नह बचग तो आदवासी नही बचग ऐसा य यद य जगल न हो जाएतो हमार जीवन पर या भाव पड़गा

आदवासय क लए जगल ही सब कछ ह वकास क लए बत सी योजनाए चलाईजाती ह कह बाध बनाए जात ह तो कह फटरी इन योजना क कारण जगल काटजात ह जगल क कटन स आदवासय क जीवन पर तकल भाव पड़ा ह व अपनी

घर सकत कला पररा आद स र हो जात ह आदवासी ही नह बक गावकब और षहर म रहन वाल लोग का जीवन भी जगल क कटन स भावत हो रहाह हम पयात माा म ष हवा नह मल पा रही ह वशा म कमी क कारण फसल काउपादन भावत आ ह

पता कजए-

या आपक आस-पास कोई ऐसा काम चल रहा ह जसक कारण वहा क पड़ काटजा रह ह इसक वजह स वहा क वातावरण पर या भाव पड़ रहा ह पड़-पौध क सया बढ़ान क लए हम या यास कर सकत ह

हमार दष म पहल लोग जगल और बाग बगीच स यार करत थ कसान अपनी खती कआध भाग म पड़ जर लगात थ पर अब लोग पड़ लगाना भलत जा रह ह हमअधिाक स अधक पड़ लगान चाहए और उनक दखभाल करनी चाहए यद वकासकाय क लए कसी ान वषश स व काट जाए तो वकप क प म अय ानको चयनत कर उनम अधक स अधक पड़ लगान चाहए

वन का बचाव -

सरकार न वन क रा क लए सामाजक वानक नाम क योजना श क ह उसनकानन बनाकर वन क कटाई पर रोक लगा द ह

पहाड़ी इलाक म लोग न चपको आदोलन चलाकर पड़ क कटाई रोकन क कोशशक ह इस आदोलन क शआत ी सदर लाल बगणा जी न क थी इस आदोलनम लोग न पड़ स चपककर उनको काटन का वरोध कया चपको आदोलन का एकनारा ह-lsquolsquoलकड़ी पानी और बयार य ह जगल क उपकारlsquolsquo

वन को बचान क लए ी क0एम0 मशी ारा सन 1950 म वन महोसव कशआत क गई इस महोसव म पड़ लगान का काय कया जाता ह

पहाड़ी इलाक गढ़वाल म लड़क-लड़कय क शाद क अवसर पर पड़ लगान क थाश क गई ह इस lsquoमती आदोलनlsquo कहत ह इसम ववाह क बाद ससराल आन परलड़क मायक क याद म एक पौधा लगाती ह और उसक दखभाल करती ह इस मतीव कहत ह

अयास

1 दए गए शद क सहायता स र ान भिारए -

(आसीजन लाख पर जगल आदमानव)

(क) ारक मानव क औजार बनात थ

(ख) जगल वायमडल म क माा को बढ़ात ह

(ग) मानव वकास क कहानी वष परानी ह

(घ) आदवासय का जीवन पर नभर होता ह

(ङ) आग क खोज न क थी

2 जगल कटन स होन वाल परणाम लखए

3 तलना कर -

जीवन शली आदमानव आज का मानव

(क) रहन का ान (नवास)

(ख) खान-पान (भोजन)

(ग) रहन-सहन (व)

4 चपको आदोलन या था इस कसन ार कया

5 आदवासी अपना जीवकोपाजन कस करत ह

6 पता कर -

म क बतन बनान म आग और पहय क उपयोगता

7 चचा कर -

अगर हम खती करना नह जानत तो भोजन कहा स ात करत और या खात

ोजट वक

भारत क मानच म वभ राय म पाए जान जगल को हर रग स भर कर दशाए औरका म इस चपकाए

8-भोय पदाथ का सरण

ब या आप जानत ह क तदन हम जो भोजन करत ह उस सरत कस रखाजाता ह घर म भोय पदाथ जस-अनाज दाल व मव आद को सख एव व डबम बद करक य रखा जाता ह पक ए भोजन को ढककर य रखत ह सोचो औरबताओ

हमार वाय क स उ सभी काय हमार लए अत आवयक ह यक हमारवातावरण म उपत समजीव हमार भोय पदाथ को सषत (खराब) कर दत ह

भोय पदाथ क सषत (खराब) होन क मय कारण

भोय पदाथ क सरण क बार म जानन स पव यह जानना आवयक ह क हमारभोय पदाथ खराब य हो जात ह आओ करक दख-

भोय पदाथ कस खराब होत ह

योग- एक रोट पर पानी क कछ बद डालकर एक डब म बद कर द कछ दन तकरोट को रोज दखो जब तक आपको इस पर कछ बदलाव न दख द गई तालका कोचाट पर बनाओ और का म चचा करन क बाद उस भरो

दन रोट म बदलाव

छनश म गध म रग म

सामान क खाली पकट पर लखी मय वजन तारीख आद सबधी जानकारी कोदखए और चचा करए

पता करो-

रोट म या बदलाव आया रोट पर फफद य आई

योग-2 -वालय म बन एम0डी0एम0 स थोड़ा सा भोजन लकर उस कसी कटोरी मढककर रख ब को इस दखाए और हो रह बदलाव को तालका म अकत कर-

दन भोजन म या बदलाव आ

थम दन

तीय दन

आपन दखा क ढककर रख होन क बावजद भी यह भोजन खराब हो गया ऐसा य आ

भोय पदाथ को नम ान और खला रखन स धल क कण मखया फफद व जीवाणआद उस खराब कर दत ह जसस उसक पोषक तव न हो जात ह और वह खानयोय नह रहता ह गम क दन म भोजन जद खराब हो जाता ह जबक सदय मजद खराब नह होता ऐसा य

तापमान कम होन स जीवाण जद नह पनपत

भोय पदाथ क सरण क आवयकता

गम एव नमी दोन ही तय म फफद व जीवाण शीता स पनपत ह यही भोयपदाथ को खराब व सड़ान का भी काय करत ह यद भोय पदाथ म इनक बढ़न परनयण पा लया जाए तो इह खराब होन स बचाया जा सकता ह भोय पदाथ काउचत रख-रखाव न करन स ननलखत नकसान होत ह-

उनम फफद लग जाती हवाद खराब हो जाता ह भोय पदाथ म पोषक तव क कमी आ जाती हघन एव कड़ पड़ जात ह

हमार वाय क स भोय पदाथ को सरत रखना आवयक ह

हम लोग शीत ऋत म हर ताज मटर बड़ चाव स खात ह आपन ीम ऋत म भी डबाबद हरी मटर दखा और खाया होगा आल तो हम खान क लए सभी महीन म मलताह आप सोचए क मटर और आल को कस सरत रखत ह

भोय पदाथ जस-ग चना दाल चावल अचार व मरबा आद को हम साल भरउपयोग कर सक इसक लए उह उचत वधय स सरत रखना पड़ता ह इसीलएभोय पदाथ क सरण क वधय क खोज क गई एव उन वधय क अनसार भोयपदाथ को सरत करक रखा जान लगा ह

आपक घर म अनाज और दाल को कड़ स बचान क लए या-या उपाय करतह

भोय पदाथ क सरण क वधया-

भोय पदाथ क सरण क नन वधया ह-

1 सखाना (नजलीकरण) -धप म भोय पदाथा को सखाना एक परानी तथाबचलत वध ह इस वध म सय क करण स ात ऊमा ारा भोय पदाथ कोसखाया जाता ह जसस इनम उपत जल क माा वापीकत हो जाती ह और सम

जीव क व क अवसर कम हो जात ह धप म अनाज दाल पापड़ बड़ी चससवइया आवला गोभी मथी आम आद को सखाया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

2 ठड ान पर रखना (शीतन)-गथ ए आट हरी सजया एव फल को गील कपड़स ढककर कछ समय क लए सरत रख सकत ह ध दही एव पक ई सजी आदभोय पदाथ को कसी बतन म रखकर उह ठड पानी म रखकर भी सरत कया जासकता ह आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर)का उपयोग कया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर) का उपयोगकया जाता ह अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह(को टोरज) का भी उपयोग कया जाता ह

3 उबालना- उबालन क या म अधक तापमान क कारण हानकारक जीवाण नहो जात ह इसलए घर म ध को उपयोग क पव उबाला जाता ह पीन क पानी को भीजीवाणरहत करन क लए ही उबाला जाता ह

4 रासायनक एव अय पदाथ का योग-

कछ रासायनक पदाथ भी सम जीव को उप होन स रोकत ह जस- सोडयमबजोएट व सरका आद इसक अतर नमक चीनी तल आद का उपयोग भी भोयपदाथ क सरण म कया जाता ह जस-आम सब अगर अमद आवला आद कोसरत रखन क लए इह चीनी क गाढ़ चाशनी म पकात ह और मीठा अचार मरबाव चटनी आद क प म सरत करत ह क आम करला व मच का अचार बनातह और तल व नमक डालकर सरत करत ह

भोय पदाथ क सरण म रासायनक पदाथ का उपयोग उपय माा म ही करनाचाहए अधक माा म इनका उपयोग वाय क लए हानकारक ह

अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह (को टोरज)का भी उपयोग कया जाता ह

5 गम करक तरत ठडा करना (पारीकरण)-पारीकरण क या म सवथम धको 700ब तापम पर गम कया जाता ह फर तरत 00ब पर ठडा कया जाता हइसस ध म उपत हानकारक जीवाण न हो जात ह इस कार ध को साफबोतल या पकट म बद करक ध डयरी पर बचा जाता ह

वतमान समय म उपल भोय पदाथ को भवय हत सरत रखन क लए कए जानवाल उपाय को भोय पदाथा का सरण कहा जाता ह

आपक घर म भी भोय पदाथ को सरत रखन क लए कछ उपाय कए जातहग इह नीच द गई तालका म लखो

0स0 भोय पदाथ सरत करन क उपाय

1 ध -------उबालत ह

2 पक ए चावल

3 हरी धनया--------- गील कपड़ म लपटकर रखत ह

4 अनाज

5 आल

6 पक आम

7

सरण का महव -

खा सामी को घन फफद एव अय कटाण स सरत रखनाआवयकता स अधक पदा होन वाल फल सजी एव अनाज को सरत रखनाअनाज फल व सजय को र ान पर भजन क लएपक भोय पदाथा को सरत रखकर बारा उपयोग करना

भवय क लए खा पदाथ क सरा मानव मय ह-

भारत म अधकतर खा पदाथ का उपादन मौसम क अनसार होता ह कछ लोगवष भर क लए अनाज व दाल खरीद लत ह यक जस मौसम म इनकाउपादन होता ह उस मौसम म य कम दाम पर उपल हो जात ह इन खापदाथ को उचत ढग स सरण करना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत हसरकार भी भडार गह म ग चावल दाल आद का भडारण करती ह जससदष म इनक कमी न होन पाएकसान भी जब अनाज को उगात ह तो अपन खान क लए वष भर का अनाजरखकर शष बच दत ह इन खा सामय को सरत करक अधक दना तकयोग म लात ह

अपन रसोई घर म स खान-पीन क कछ चीज चनकर लखए-

जो एक-दो दन म खराब हो सकती ह

हत भर तक खराब नही हगी महीन भर तक खराब नही हागी वशष मौसम म मलन वाली खावत

भोजन को बबाद न कर-

चचा करए-

च को यानपवक दखए और फसल उगान क या एव भोजन बबाद न हो इस परसमह म चचा कजए

जस भोजन को लोग एक मनट म ही फ क दत ह उस उगाकर फसल बनान म महीनलग जात ह इसलए भोजन फ कन स पहल एक बार अवय वचार कर

अयास

1 ननलखत क उर लखए-

(क) भोय पदाथ क खराब होन का मख कारण या ह

(ख) भोय पदाथ क सरण क वधया कौन-कौन सी ह

(ग) नजलीकरण स आप या समझत ह

(घ) भोजन क गणवा को बनाए रखन क उपाय लखए

2 र ान क पत कजए-

(क) सभी जीव क लए आवयक ह

(ख) भोजन पर बठकर इस षत कर दती ह

(ग) ध को सरत करत ह

(घ) सजय को काटन स धोना चाहए

3 सही जोड़ बनाइए-

कालम lsquoअlsquo कालम lsquoबlsquo

क) भोय पदाथ को खा पदाथ को षत कर दत ह

(ख) फल को खान स पहल वषला होता ह

(ग) सषत भोजन धोना चाहए

(घ) फफद ढककर रखना चाहए

4 सही कथन क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का नशान लगाइए-

(क) फफद लगी ड को साफ करक खाना चाहए ( )

(ख) बाजार क खली ई चीज और कट फल नह खाना चाहए ( )

(ग) भोजन को बबाद नह करना चाहए ( )

(घ) भोजन को ढककर रखना चाहए ( )

पता कजए -

घर म भोय पदाथ को जीव स सरत रखना जरी ह च म कछ ऐस जीवदए गए ह पहचान कर नाम लखए-

9-हम और हमारी फसल

नहा अपन भाई क साथ तदन वालय जाती थी रात म उस धाान क लहलहातखत दखाई पड़त थ उस दखकर नहा बत खष होती थी उसक मन म सदव यहजासा रहती थी क य पौध इतन हर-भर कस दखाई पड़त ह फसल को उपजान मया-या काम करना पड़ता ह अपन मन क सारी जासा को उसन का म आकरअपनी षका स पछा

षका न सभी ब को बताया क य हर-भर पौध अनाज सजया फल आदकसान क कड़ी महनत स मलत ह कसान को lsquoअदाताlsquo भी कहत ह

आइए जान फसल उपजान क तरीक

कसी भी फसल (अनाज) को उपजान क लए सवथम म एव मौसम क जानकारीआवयक ह

म तरह-तरह

अलग-अलग खत स म एक करक दखए

म म क पहचान उगन वाली फसल

बलई म म क बड़-बड़ कण बाल तरबज खरबज बाजरा क माा अधक

चकनी म म क कण छोट बाल क ग चना मटरधान माा अपाकत कम

सट म महीन कण वाली म ग गा

दोमट म बलई म चकनी म धान कपास गा

तथा सट म मल जल

म क पहचान क बाद कसान उसक खदाई जताई गड़ाई नराई करत ह

मौसम क अनसार फसल क बआई

भारत क अलग-अलग भाग म अलग-अलग फसल होती ह य फसल वहा क म एवमौसम पर नभर करती ह पानी एव तापमान क आवयकतानसार फसल अलग-अलगसमय म बोई जाती ह ऋत (मौसम) क आधार पर फसल को तीन वग म बाटा गयाह-खरीफ रबी और जायद

च को दख और जान

बड़ स पता करए आपक इलाक म कौन-कौन सी फसल कस समय (मौसम) मअधक होती ह और य

म एव मौसम क अनप कसान बीज बोन का काम करत ह अनाज क व दानजनका योग अगली फसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलाता ह बीज दोकार क होत ह-

1-साधारण बीज- इस कसान वय तयार करत ह

2-उतशील बीज-इस तरह क बीज वानक वध ारा तयार कए जात ह इन बीजक योग स पदावार अ होती ह

आप भी चाट पपर पर अनाज क बीज को चपकाए एव उनक नाम लखए

उम बीज का चयन करन क बाद तयार म म उसक बआई क जाती ह

खत क लए सचाई एव खाद

अपन घरवालय म लग पौध को यान स दखए यद इन पौध म पानी नह डालाजाए तो या होगा पौध क उम व एव वकास क लए कम वध स जल दनक या सचाई कहलाती ह

पता करए कसान खत क सचाई करन क लए कौन-कौन स साधन का योग करतह

कसान अपन खत क सचाई करन क लए जल- तालाब झील नद क नलकपनहर आद स ात करत ह इस जल को अपन खत तक पचान क लए अनक साधनका योग करत ह जस-बड़ी ढकली मोट (घरनी) रहट चन प (य चालत प)आद

या आप जानत ह

आजकल सचाई क नई पत प (टपक) सचाई और कलर (छड़कन) सचाईका भी योग कया जा रहा ह टपक पत ारा पानी पौध क जड़ पर बद-बद वावपाइप आद स डाला जाता ह फल फल सजी आद क सचाई टपक सचाई कमायम स क जाती ह जबक ग मटर आद फसल क सचाई कलर (फौवारा)पत क ारा क जाती ह यह दोन सचाई सख या कम वशा वाल म अधक

योग क जाती ह यक इसम पानी क बचत होती ह और फसल अ होती हछड़काव पत बलई म क लए अयत उपयोगी ह

म को उपजाऊ बनान एव अ फसल ात करन क लए कसान अपन खत मखाद का योग करत ह खाद दो कार क होती ह-

जवक खाद उवरक या रासायनक खा

गोबर क खाद यरया

कोट क खाद अमोनयम सफट

(बकार साग-सजी पौध-पया आद) डीएपी (डाई अमोनयम सफट)

नीम क खली खाद जक सफट

मल-म क खाद यरट आफ पोटाश

कचए स तयार खाद (वम कोट)

जवक खाद क योग स म उपजाऊ होती ह फसल पर कोई हानकारक भाव नहपड़ता ह रासायनक खाद का योग करन स षआती साल म उपज यादा होती हपरत बाद म धीर-धीर भम बजर होन लगती ह अधक माा म इसका योग करन सभोजन म जहरील तव क माा बढ़ जाती ह जसस हम अनक बीमारया हो जातीह पष (गाय भस बकरी आद) ारा इन खा पदाथ का योग करन स व भीबीमार पड़ जात ह जो धा हम पीत ह उसक गणवा कम हो जाती ह ऐस म अवाय क लए जवक खाद ही उम ह हमारी सरकार भी जवक खाद बनान एवउसक योग करन पर जोर द रही ह

आप अपन खत म कौन सी खाद डालना पसद करग और य

कसान अपनी फसल क जानवर एव कट पतग स सरा भी करत ह कटली झाड़ीएव पौध क बाड़ आद बनाकर जानवर स रा करत ह कट-पतग एव रोग स बचानक लए आवयक माा म कटनाषक दवा का योग करत ह

कसान स जाकर पता करए क व अपन फसल क सरा कस कार करत ह

फसल क कटाई एव उसका भडारण

फसल पक जान क बाद उसक कटाई मड़ाई एव ओसाई मजर एव आधनक मशीनारा क जाती ह जसस अनाज क दान एव भसा अलग-अलग हो जात ह फर अनाजको धप म अ तरह सखाकर उस सरत ान पर रख दया जाता ह

ाचीन एव वतमान समय म फसल उपजान क या म परवतन अपन घर या गाव कबड़ बजग स पता करए क उनक समय म खती करन का तरीका या था अबआपक गाव क लोग खती कस करत ह

शका न ब को बताया क- समय क साथ खती करन क तरीकसाधन म बतअधक परवतन ए ह नई मषीन रासायनक खाद बीज आद क योग स कम समयएव म म खती करना अपाकत सरल हो गया ह

इह भी जान हरत ात (वश 1966-77) स कश उपादन क म ातकारीपरवतन आया इसका उय अ बीज खाद सचाई तथा आधनक य क उपयोगारा कश उपज म ती गत स व करना ह

आइए इस च क ारा समझ-

अयास

1 क उर लखए-

स ग और चन क बआई कस मौसम म क जाती ह

स वव जल दवस कब मनाया जाता ह

स आपको कौन सा मौसम सबस अा लगता ह

स टपक एव छड़काव सचाई पत का योग कहा और य कया जाता ह

स पौध म सचाई करन क लए जल कहा-कहा स ात करत ह

स रासायनक खाद क अपा जवक खाद अधक फायदमद ह य

2 दए गए शद स खाली जगह को भरए -

(दोमट उपजाऊ कटली झाड़ी टordfटर)

धान क फसल क लए म अ होती हखाद स म अधक हो जाती हआजकल खत जोतन क लए का योग कया जाता हजानवर स फसल क रा क लए का योग कया जाता ह

3 वग पहली म अधक स अधक अनाज क नाम ढढ़कर और उन पर गोल घराबनाइए-

ग ज रा म जौ

वा गी ट म

अ र ह र ग

चा व ल म फ

रा ज मा ग ली

4 आइए कर-

कसी फसल को उपजान म या-या या अपनाई जाती ह उह म सलखअपनी यारीगमल म पौधा लगाइए पौधा अ स बढ़ इसक लए आप याकरग यद कोई परशानी आ जाए तो उसका हल कस करग आपक गाव म फसल क सचाई क लए जो साधन य कए जात ह चबनाकर उनक नाम लखए

शक नदश-

फसल उपजान क नई तकनीक क वडयोलप ब को दखाई जाए ब कसाथ चचा कर क फसल उगान म या-या बदलाव आए ह और उसक या कारणहो सकत ह

10-पड़-पौध का भोजन

हम सबह उठन स लकर रात सोन तक कछ न कछ काम करत रहत ह जस- भोजनकरना खलना अपन दनक काय करना घर क अय काय करनाकल जाना आदजानत ह य सभी काय करन क श (ऊजा) हम कहा स मलती ह

आइए जान

सभी जीव-जत को ऊजा भोजन स मलती ह मजदार बात यह ह क कवल हर पौध हीअपना भोजन वय बनात ह मनय एव अय जीव जत अपन भोजन क लए पौध परनभर रहत ह इस हम चाट क ारा भी समझ सकत ह-

पौध म पोषण

वपोशी परपोशी

जो अपना भोजन वयबनात ह जस-हर पड़-पौध

परजीवी मतोपजीवी सहजीवी कटभी य सभी अपन भोजन क लए पड़-पौध एव अयजीव-जत पर आत होत ह

या आप जानत ह क पड़-पौध अपना भोजन कस कार बनात ह

पौध का भोजन-पड़-पौध अपना भोजन जमीन और हवा स ात करत ह जस कारहम अपना भोजन बनान क लए की सामी जस-चावल दाल आल मसाल तल एवअय सामी क आवयकता होती ह उसी कार पौध भी वभ मायम स अपनभोजन क लए की सामया ात करत ह जस-

की सामी ोत मायम

जल एव खनज लवण म जड़ ारा म स अवषोशत करक तना एव शाखाक मायम स पय तक पचाना काबन-डाई-आसाइड वायमडल पय ारा त सम र (टोमटा) ारा

पौध म भोजन नमाण क या-

पौध क हर भाग वषशकर उसक पय म पणहरतलोरोफल बीसवतवचीलससहोता ह लोरोफल सय क ऊजा को इका करन म पय क मदद करता ह इसया म

पौध वायमडल स काबन-डाई-आसाइड गस तथा जड़ ारा भम स जल व लवण कोअवषोशत कर भोजन (काबहाइडordfट) का नमाण करती ह सय क काश म भोजनबनान क या को काष सषण कहत ह इस हम इस कार स भी समझ सकत ह-

काश सषण का महव-

काष सलशण क या ारा बन काबहाइट का उपयोग पौध म तरत हो जाता हया वह अघलनषील मड (टाच) क प म पौध म इका हो जाता ह भोजन बनान कइस या म पौध आसीजन गस पण र (छ) ारा बाहर नकालत ह जो हमारवायमडल को श रखती ह आसीजन गस का योग सभी जीव-जत सास लन कलए करत ह पय ारा नमत भोजन पौध क वभ भाग जस जड़ तना पयअथवा फल म सचत कर लया जाता ह जड़ क ारा अवशोषत अतर जलपय स वाप क प म बाहर नकलता रहता ह इस या को वापोसजन कहत हपौध पय क इह छ ारा दन-रात सन या करत ह हमारी तरह सन याम आसीजन लत ह तथा काबन-डाई-आसाइड गस बाहर नकालत ह

सोचए-

यद काष सलशण न हो तो या होगा यद सय न हो तो या होगा यद पड़-पौध न हो तो या होगा

पौध म भोजन क अय वधया-बरसात क दन म आपन गोबर या कड़ क ढर परव क छाल पर छ जसी सरचना दखी हगी या बड़-बड़ व क तन षाखा एवपय स लपट रसीनमा सरचनाए सोचए इनम न तो पया रहती ह और न हीलोरोफल तो य-कस जीवत रहत ह य अपना भोजन कस बनात हग

आइए जान- कछ पौध अपना भोजन वय नह बनात य अपना भोजन मत एव सड़-गलपदाथ स हण करत ह उह मतोपजीवी कहत ह जस-ककरमा आद

आपक म इस तरह क पौध को या कहा जाता ह

ऐस पौध एव जत जो अपन भोजन क लए सर जीवत पौध एव जत पर नभररहत ह उह परजीवी कहत ह जस-अमरबल का पौधा आद जन पौध स व पोषणात करत ह उह परपोषी कहत ह

या आप भी अपन आसपास ऐस पौध को दखत ह जो सर व स लपट रहत ह उनक नाम बताइए

कट-पतग खान वाल पौध का ससार-

आपको यह जानकर आचय होगा क कछ पौध बत ही चतराई स अपन भोजन कलए कट-पतग को पकड़त और खात ह इन पौध क पया बत वच होती हऐस पौध दलदली भम या तालाब क समीप पाए जात ह जहा नाइोजन क कमी रहतीह य पौध अपन भोजन म नाइोजन क आवयकता कट-पतग को पकड़कर तथाउनको पचाकर परा करत ह य पौध ह-

1 वीनस लाई

इन पौध क पया चपट दो भाग म बीच स जड़ी रहती ह तथा उसक पया कनारस नकली होती ह उड़त ए कड़ जस ही पय पर बठत ह पय क दोन हस बदहो जात ह कड़ उसम कद हो जात ह पय स नकलन वाला पाचक रस उस गलादता ह तथा पौध ारा उस पचा लया जाता ह

2 नपीज

इस पौध को घटपण का पौधा पजबीमत सदज भी कहत ह यक इसक पयक आग वाला भाग लब घड़ क आकार जसा होता ह इसक ऊपर पी का ढकन लगारहता ह घड़ क ऊपर मीठा व खषबदार रस नकलता ह जसक कारण कट पतगउसक मख क पास आत ही फसल कर अदर चल जात ह और उसका ढकन बद होजाता ह

पौध एव जत क परर नभरता-

अब तक हमन जाना क पौध अपना भोजन वय बनात ह और सभी जत भोजन कलए पौध पर नभर रहत ह यद पौध न ह तो कसी भी जीव को भोजन नह मलगा

सोचए-

यद जगल म पड़-पौध क सया कम हो जाए तो खरगोश बकरी हरनआद(शाकाहारी) जीव पर या असर पड़गा यद शाकाहारी जीव क सया कम हो जाएगी तो मासाहारी जत का याहोगा यद शाकाहारी जीव क सया बढ़न लग तो

या आपन भी ऐस पौध को दखा ह जो कट पतग खात ह बड़ स पछकर उसक नामबताइए

इह भी जान-

शाक -सजी खान वाल जत -शाकाहारी मास-मछली खान वाल जत -मासाहारी पौध एव जत दोन को खान वाल जत-सवाहारी

इस कार हम दखत ह क भोजन क नभरता क आधार पर पौध स लकर मासाहारीजत तक क एक सीधी कड़ी बन जाती ह जस हम खा शखला ववक बपदकहत ह च को यान स दखए और बताइए - स हर पौध को कौन जत खा रहा ह

बकरी को कौन खा रहा ह

इस कार हमन दखा क खा शखला म यक जीव य या अय प स एक-सर स जड़ रहत ह इसक कसी भी हस म असतलन स परी शखला असतलत होजाती ह जसस परा पयावरण भावत होता ह इस कार खा शखला वभ जीवक सया को सतलत एव नयत रखती ह जो पयावरण सतलन म मदद करती हआइए इस करक समझ-

च क अनसार काड अथवा दयासलाई स आकत बनाइएनीच वाला कोई एक काड या दयासलाई खचए तो या होगाआकत न हो जाती ह

हमन जाना क पौध एव जत दोन ही एक-सर पर नभर ह पौध ारा नकलाआसीजन जत क लए तथा जत ारा छोड़ा गया काबन-डाई-आसाइडपौध को भोजन बनान क लए आवयक ह हम सभी क जरत परी हो इसक लएहम

अधक स अधक पौध लगाए पड़-पौध एव जत क रा कर पयावरण सरत एव सरत रख

अयास

1 न क उर लखए-

(क) कटभी पौध क नाम लखए

(ख) पड़-पौध हमार लए य उपयोगी ह

(ग) पौध एव जत एक-सर पर नभर ह कस

(घ) हर पौध को वपोशी एव जत को परपोशी कहा जाता ह य

2 सची lsquoकlsquo और lsquoखlsquo का मलान उनक उपयोगता क आधार पर करए-

सची lsquoकlsquo सची lsquoखlsquo

(जत) (उपयोग)

(क) भड़ खत क जताई

(ख) गाय अडा

(ग) बल ध

(घ) मग ऊन

3 नीच द गई तालका म षाकाहारी मासाहारी एव सवाहारी जत क नाम लख-

शाकाहारी मासाहारी सवाहारी

गाय शर कौआ

आइए कर-

अपन परवशीय जीव-जत क च को खोजकर एकत करए तथा आप भीएक खा शखला क कड़ी बनाकर का म टागए

कतना सीखा-2

1 सही मलान कर -

(क) धवा राीय पाक उराखड

(ख) रबी फसल क चआ

(ग) जवक खाद गजरात

(घ) जम काबट राीय पाक ग

(ङ) गर राीय पाक उर दश

(च) वम कोट गोबर क खाद

2 सही कथन क आग (स ) का तथा गलत कथन क आग (ग) का नशान लगाए -

(क) आदमानव जानवर क खाल को व क तरह पहनत थ ( )

(ख) सबस पहल आदमानव न धात क औजार बनाए ( )

(ग) गाय थम पालत पश ह ( )

(घ) चपको आदोलन क शआत सदर लाल बगणा जी न क ( )

(ङ) हर पौध अपना भोजन वय बनात ह ( )

(च) पौध एव जत सन म आसीजन गस हण करत ह ( )

(छ) पौध काश सषण म काबन-डाई-आसाइड गस लत ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) दोमट म म उगन वाली फसल क नाम लखए

(ख) जवक खाद स या लाभ ह

(ग) रड डाटा बक स आप या समझत ह

(घ) वलत एव सकटत जीव क दो-दो उदाहरण लखए

(ङ) मती आदोलन या ह

(च) जगल स होन वाल अय लाभ बताए

(छ) भोय पदाथ क सरण क आवयकता य होती ह

(ज) भोजन बबाद न हो इसक लए या उपाय करग

4 सही वकप क सामन वाल व को काला कर -

1 भोय पदाथ क सरण हत रासायनक पदाथ का अधक उपयोग -

(क) लाभद ह (ख) हानकारक ह

(ग) वाद बढ़ान वाला ह (घ) खापन लाता ह

2 भोय पदाथ क सड़न म मय भमका नभात ह -

(क) फफद (ख) खमीर

(ग) जीवाण (घ) य सभी

5 अपन घर म सरत कए गए भोय पदाथ क सची बनाइए तथा उनक सरण कवधया लखए

6 र ान क पत कर -

(क) पौध क पया क कारण हरी दखाई पड़ती ह

(ख) जत म एक नत आय तक होती ह

(ग) अमरबल पौधा ह

(घ) का पौधा कटभी ह

(ङ) सभी जीव अपन पोषण क लए पर नभर ह

11-ऐस भी होत ह घर

ब आप मझ जानत ह मझ यार करत ह आप मर बना नह रह सकत आपवालय म होत ह या कसी घमन-फरन क जगह पर मझ याद करत ह म आधीवषा तफान सद गम स आपको सरा दता अब बता म कौन ठक सोचाम आपका यारा घर जहा आप अपना बत सारा समय बतात ह मरा इतहास बतपराना ह उतना ही पराना जतना क धरती पर सबका जीवन लोग न समह क प मएक जगह सरत रहन क लए मझ बनाया हर ाणी न अपन रहन क अनकल जगहऔर सरा को यान म रखकर अलग-अलग तरीक का घर बनाया इसलए मर कई पह आपन अपन आस-पास तरह-तरह क घर दख हग इनम स कछ घर क होत ह तोकछ घर पक कछ एकमजला या दोमजला होत ह तो कह-कह बमजला इमारतदखाई दती ह इन भता क अलावा और भी कई तरह क घर बनाए जात ह वशष क जलवायमौसम क आधार पर भी घर क वप या बनावट म अतर दखाईपड़ता ह अलग-अलग म घर बनान म य होन वाली सामी भी अलग-अलगहोती ह

बास का घर-

इस तरह क घर उन ान पर बनाए जात ह जहा बत अधक बारश होती ह ऐसान पर घर जमीन स 10-12 फट क ऊचाई पर बास क मजबत ख पर बनाए

जात ह बास अधक समय तक पानी म रहन पर भी सड़ता नह ह य घर अदर स भीलकड़ी क बन होत ह

बफ क घर-

ऐसी जगह जहा चार ओर कवल बफ ही बफ होती ह वहा लोग बफ क सलय कघर बनात ह ऐस घर को lsquoइलlsquo कहत ह ऐस घर क दवार अदर स छन पर ठडी तोलगती ह पर व बाहर गरती बफ और ठढ को अदर नही आन दती इसक अदरआग जलाई जाती ह जसस घर गम रहता ह

म क घर-

ऐस ान जहा बारश बत कम होती ह तथा अयधक गम पड़ती ह वहा लोग मक घर बनाकर रहत ह घर क दवार बत मोट होती ह म सय क गम स सखकरकठोर हो जाती ह मोट दवार क कारण गम घर क अदर नह आ पाती ह

तरत ए घर-

इस कार क घर लकड़ी क डग क भात बन होत ह य नाव क तरह पानी म तरतरहत ह इसलए इस तरत ए घर या हाउसबोट भी कहत ह

इस भी जान -

चीन म बत स लोग नाव पर बन घर म रहत खात-पीत और सोत ह यह अपन लएइसी पर सजया उगात ह और मगया भी पालत ह इन घर को lsquoसामपानrsquo कहत ह

पर क घर-

ऐस घर पवतीय म दखत ह इस कार क घर पर को काटकर उह एक कऊपर एक रखकर बनाए जात ह पर क ऊपर म और चन क पताई क जाती हपवतीय म बारश बत अधक होती ह तथा बफ भी गरती ह अतः ऐसी जगह परघर क छत सपाट नह बनाई जाती ह इन घर क छत ढलवा होती ह

घमत लोग क घर-

ऐस लोग जो हमशा एक जगह पर ायी प स नह रहत ह व इस कार क घर मरहत ह इह जहा ठहरना होता ह वहा य अपना घर अायी प स टट आद क मददस बना लत ह कभी-कभी लोग आवयकतानसार भी इस तरह क घर बनाकर रहत हजस बाढ़ या भक वाल म लोग ायः इस तरह क घर बनाकर रहत ह

इस भी जानए -

बना दवार क घर - अमजन क जगल म बत पानी बरसता ह तथा बत गम पड़ती हउमस स बचन क लए यहा क लोग ताड़ क पय को ख स टका कर बड़ीगोलाकार छत बनात ह इसम दवार नह होती ह यह छत बीच स खली होती ह

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) अयधक वषा वाल ान म क घर बनाए जात ह

(ख) पानी म तरत ए घर को कहत ह

(ग) स बन घर को इल कहत ह

(घ) चलत-फरत घर प स बनाए जात ह

2 घर हमार लए य जरी ह

3 हाऊसबोट सर घर स अलग ह कस

4 lsquoसामपानrsquo कस कहत ह

5 पवतीय क घर क छत तरछ य बनाई जाती ह

6 म स बन घर क या वशषता होती ह

7 lsquoबना दवार क घरrsquo कहा बनाए जात ह

8 या आपक यहा बफ क घर बनाए जा सकत ह यद नह तो य

ोजट वक -

अलग-अलग चीज जस म लकड़ी कपड़ क टकड़ रगीन कागज जत क डबमाचस क डबी पर क टकड़ ई आद का योग करक आप तरह-तरह क घर कामाडल तयार कर

12-आपदाए और उनस बचाव

इस बार इतनी बारश ई क गाव म बाढ़ आ गई गाव क सभी लोग न बचन क लएटल पर बन पचायत भवन म शरण ली

आपदा क आशका म क गई पव तयारी जानमाल क नकसान को कम कर सकती ह

आपदा का अथ होता ह-अचानक आन वाला सकट आपदा अचानक होन वाली वहघटना ह जसस सामाय जन जीवन अत-त हो जाता ह ायः हम सभी कसी नकसी सकट जस आधी तफान बाढ़ भक सड़क घटना आद क वषय म दखतया सनत रहत ह जब यही सकट ापक प ल लत ह तब य आपदाए कहलाती हआपदाए मयतः दो तरह क होती ह-

ाकतक आपदाए - ऐसी आपदाए जो कतजय होती ह ाकतक आपदाए कहलातीह जस - भक बाढ़ सखा ल आधी तफान शीत लहर बादल फटना वन म आगलगना वालामखी भखलन आद

मानवजनत आपदाए - ऐसी आपदाए जो मानवजय होती ह मानव जनत आपदाएकहलाती ह जस - आग षण अपराध दगा रासायनक घटनाए जनसयावोट भीषण रल घटना आद

चचा करए-

या कभी आपन या आपक कसी जानन वाल न ऐसी मसीबत का सामना कया हऐसी मकल समय म लोग को कस-कस तरह क राहत सामी क जरतपड़ती ह लोग असर एक जगह पर पास-पास य बसत ह या आपन कभी दखा ह क पास-पड़ोस क लोग न मलकर एक सर क मददक हो कब-कब और कस

लोग को कई बार ऐसी मकल का सामना करना पड़ता ह जसम जान-माल का भारीनकसान होता ह बत स लोग बघर हो जात ह ऐस समय म आपदा सत मवशष सहायता क आवयकता होती ह वतमान समय म वानक गत न इनका(आपदा का) सामना करन म मनय क बत सहायता क ह

ायः यह दखा गया ह क जब कभी भी आपदा आती ह तब वहा बचाव काय क लएसव थम ानीय लोग ही आग आत ह अतः ानीय लोग क लए आपदा सनपटन एव बचाव क तरीक को जानना आवयक ह आपदा आन पर हम कस कारबच सक और सर क भी जान बचा सक आपदा बन ारा हम यह जानन म मददमलती ह इस तरह क सकट क तय म हम मयतः तीन बात पर यान दनाचाहए-

सावत खतर क पहचान करनाआपदा स नपटन क तयारी जस- भोजन पयजल रोशनी आद क वाकरना आपदा क पात बचाव राहत एव पनवास काय

इसक अलावा इन आपदा स नपटन म सबस अधक महवपण ह- मनय क अपनीसझबझ धय तथा आपदा स सबत ली गई सावधानया वभ तरह क आपदास हम अपना बचाव नीच दए गए तरीक स कर सकत ह

भक - जसा क नाम स ही होता ह क भम क कापन को भक कहा जाता हयह एक वनाशकारी ाकतक आपदा ह अधक ती भक आन स जमीन हलन ककारण घर मकान पल आद गर जात ह इसस अयधक जन-धन क हान होती ह

भक स सरा -

भक क समय अगर आप मजबत इमारत क अदर ह तो वह बन रह कसीमजबत मज या डक क नीच छप जाए और उस मजबती स पकड़ ल कन बदहोन तक तीा करअगर परान व कमजोर भवन म ह तो सरत रात स बाहर नकलबाहर नकलन क लए लट का योग न कर सीढ़ का योग करखल मदान क तरफ जाए

आग - कई बार लोग क लापरवाही क कारण खत खलहान घर कान आद म आगलग जाती ह इसस बत यादा जन-धन क हान होती ह

आग स सरा -

आग वाल ान क समीप न जाएवलनशील वत स न खल तथा उस सरत ान पर रखआग लग ए ान स रगत ए बाहर नकल और मह ढक रहशरीर क कपड़ म आग लगन स दौड़ नह बक जमीन पर लटकर बार-बार उटपलट ताक आग बझ जाएआग लगन वाल ान पर चपल पहन कर जाएजलत ए टकड़ को सावधानी पवक फ क

आग बझान हत अन शमन य बाल पानी आद योग का कर

बाढ़ - कसी रहायशी का जलमन हो जाना बाढ़ कहलाता ह बाढ़ अयधक वषाक कारण आती ह अयधक वषा स इतना पानी इका हो जाता ह क वह रहायशीइलाक तक पच जाता ह कभी-कभी नद क बाध टटन स भी बाढ़ आ जाती ह

बाढ़ स सरा -

बाढ़ आन पर ऊच एव सरत ान पर जाएजब तक बत जरी न हो बाढ़ क पानी म न उतरजन ान पर बजली क तार गर ह उधर न जाएबाढ़ आन पर कसी भी कार क बजली क वच को न छएबाढ़ क सचना मलन पर घर क कमती सामान तथा महवपण कागजात कसीसरत ान पर रखतराक सीख तथा सखाएबाढ़ क बाद असर जल जनत रोग फलत ह उनस बचाव क उपाय कर

सोचए और बताइए -

कभी-कभी कछ इलाक म बकल बारश नह होती नद तालाब कए आद सब सखजात ह फसल क लए पानी नह मलता खत सख जात ह ऐस समय म वहा रहनवाल लोग को मदद क जरत होती ह आप ऐस लोग क मदद कर सकत ह सोचकरबताइए क आप अकाल म परशान लोग क मदद कस करग

कसी भी तरह क आपदात म लोग को कई कार क सहायता क आवयकताहोती ह सकट क त म यह बत महवपण होता ह क लोग क ताकालक

मलभत आवयकता जस- भोजन पयजल रहन का ान आद क वा कजाए इस काय क लए कई तरह क साए एव सरकारी सवा क ारा आपदापीड़त लोग क मदद क जाती ह

पता करए और लखए -

कसी मसीबत क समय आपको इनक जरत पड़ सकती ह इनस सक करन कलए आप इनक फोन न0 तथा पता लखए -

सबत सवा पता फोन न0

दमकल क

नजदक अताल

एबलस

नजदक पलस थाना

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) आपदाए मयतः तरह क होती ह

(ख) षण एक आपदा ह

(ग) भक क समय कसी इमारत स बाहर नकलन क लए का योग कर

(घ) कसी रहायशी का जलमन हो जाना कहलाता ह

(ङ) वत स न खल

2 ननलखत क उर लखए -

(क) आपदा का या अथ ह

(ख) कह दो मानवजनत आपदा क नाम लखए

(ग) बाढ़ एव सखा म या अतर ह

(घ) आपदा बधन कट म कौन-कौन सी सामी होती ह

(ङ) भक आन पर आप कस कार अपना बचाव करग

ोजट वक -

वभ कार क आपदा स नपटन हत एक आपदा बधन कट तयार कजए

13-जल ह तो कल ह

जल हमार जीवन क लए बत आवयक ह जल क बना जीवन सभव नह ह आपनदखा होगा क गम क दन म वभ ल पर लोग ारा पानी पलान क वा कजाती ह इस कार क वा को lsquoयाऊlsquo कहा जाता ह जसम आन-जान वाल रातपर कह-कह व पानी को घड़ म या अय बरतन म ढककर रखा जाता ह जहाकोई भी यासा आकर अपनी यास बझा सकता ह

चचा करए-

या आपक घर या आस-पास ऐसी वा ह या आपन रलव टषन बस टशन अताल या अय सावजनक ल परऐसी वा दखी ह

याय क सवधा क लए रलव और बस टषन पर पीन हत नल या पानी क टक लगीहोती ह ऐसी सवधा अताल म मरीज क लए होती ह पोल पप पर भी पीन हतपानी क वा रहती ह

अपन बड़ स बातचीत कर-

पहल मसाफर (आन-जान वाल लोग) क लए पानी क वा कस-कस तरहस क जाती थी

आजकल याा क दौरान लोग पीन क पानी क वा कस कार करत ह

लखए -

उन याकलाप क सची बनाए जसम आप पानी का उपयोग करत ह -

पड़-पौध तथा फसल को भी व तथा वकास क लए पानी क आवकता पड़ती हपौध को जन पोषक तव क जरत होती ह व पानी म घलकर जड़ ारा पौध कवभ भाग तक पचत ह

सचाई क ोत एव साधन-

खती क लए सचाई बत आवयक ह वषा क माा कम होन पर फसल को पयातमाा म पानी नह मलता जसस व सख जाती ह अ का उपादन कम हो जाता हअतः फसल क अ उपादन क लए उचत समय पर सचाई क आवयकता पड़तीह सचाई क लए कसान तालाब कआ नद आद स जल ात करत ह कआतालाब सचाई क परपरागत ोत ह आजकल अधक माा म पानी ात करन क लएनलकप का योग कया जाता ह नहर बनाकर सचाई क सवधा दान क जा रही हभमगत जल को नकालन क लए बजली चालत प का योग कया जाता ह

अपन आस-पास क खत म जाकर पता कर क सचाई क लए कन-कन साधन कायोग कया जाता ह उनक सची बनाए

बड़ स पता कर-

कस फसल को पानी क सबस अधक आवयकता होती हवह फसल कस उगाई जाती ह

सचाई म पानी क माा फसल क कार पर नभर करती ह कछ फसल को अधकपानी क आवयकता होती ह जस-धान कछ फसल म पानी क आवयकताअपाकत कम होती ह जस ग चना मटर सरस आद जबक कछ फसल को

पानी क साथ-साथ तज धप क भी आवयकता होती ह जस-ककड़ी तरबज खरबजाआद

अपन घर क बड़ क साथ कसी खत का मण कर वहा काय कर रह कसान सननवत ब पर चचा कर -

आपक खत म कौन सी फसल क पदावार क गई ह फसल क सचाई क लए जल कहा स ात करत ह कम सचाई वाली फसल एव यादा सचाई वाली फसल कौन-कौन सी ह सचाई क लए कौन-कौन स साधन का योग करत ह

भमगत जल का पनभरण-

lsquoजल ही जीवन हlsquo इस बार म सब बात करत ह लकन जल कहा स आता ह और इसकस एक करक रखना ह इसक बार म भी हम सबको सोचना आवयक ह

पहल लोग पानी क लए नदय एव झील क अलावा तालाब और क पर नभर रहतथ परत आजकल लोग बजली चालत मषीन का योग यादा कर रह ह औरपारपरक तौर-तरीक स र होत जा रह ह हडप बवल (नलकप) बोरवल कारा भमगत जल को लगातार नकाला जा रहा ह इसका परणाम यह होता जा रहा हक लोग जमीन स पानी तो नकालत जात ह लकन जमीन क अदर पानी क तर कोबनाए रखन का उपाय नह करत

यद भमगत जल को लगातार नकालत रह तो आन वाल समय म सभी को जल ककमी का सामना करना पड़गा यप बारष यक वष होती ह परत पानी उतनी तजीस भम क अदर नह जा पाता और उसका बड़ा हसा ऊपरी सतह स होकर नकलजाता ह इस कारण जमीन म पानी का तर पनः उस तर को ात नह कर पाता लोगइस नह समझ पा रह ह जसक कारण पानी क समया पदा हो रही ह

आज जल सरण क कई तरीक अपनाए जा रह ह हम पारपरक तौर-तरीक को भीअपनाना होगा जसस वषा का पानी एक कया जा सक परान तालाब एव क को

फर स जीवत करना होगा शहरी म लोग को अपन घर क छत स बारश कापानी जमा करन क वा करनी होगी अपन आस-पास वषा क जल को जमीन कअदर पचान का यास करना होगा इसक अतर जल का सावधानीपवक उपयोगकरक हम वय क तर पर भी जल का बचाव कर सकत ह जस-

जतन पानी क आवयकता हो उतना ही उपयोग करनल को इतमाल करन क बाद बद कर दटपकत या रसत नल क मरमत तरत कराएश करत समय नल को खला न छोड़रसोई घर म बाट या टब म बतन धोएपानी क बोतल म बच ए जल को फ कन क बजाए उस पौध म डाल दतालाब नदय एव क क जल को शत न कर उसम कचरा ना फ क

इस भी जान- सचाई क लए प (टपक) या कलर (छड़काव)वध का योग करनाचाहए जसस पानी का खच कम हो

जल सरण को लकर सभी को जागक होना चाहए यह सब लोग क एकजट यासस ही सव ह

चचा करए-

सीमा क मोहल म दो परान कए ह जो अब सख गए ह उसक दाद बताती ह कलगभग 15-20 साल पहल तक उसम पानी था या कए सखन क ननलखत वजहहो सकती ह-

कई जगह मषीन लगाकर जमीन का पानी नकाला जा रहा हपड़ क आस-पास और पाक म जमीन को सीमट स पका कर दया गया हतालाब जसम बारष का पानी इका होता था अब नह रह

या आप कोई और भी कारण बता सकत ह

भमगत जल क कमी क कारण-

जनसया व क कारण भजल क बढ़ती माग ससचाई एव औोगक काय क लए मषीन का योग करन सतालाब पोखर जस- जल क ाचीन साधना का रख-रखाव न होन सघरल काय क लए प स जमीन क अदर स अधक पानी नकालन सवषा क जल को एक न करन स

ाचीन काल स ही जल क महा उसक सफाई और उसक ोत-कए तालाब नहरबावड़ी इयाद का नमाण जनता क भलाई का काय समझा जाता था भारतीय शासकजल क महव और सरण क त जागक थ मौय काल म लोग जल क महव सभली-भात परचत थ और जल बधन क उम वा थी चगत मौय करायपाल पयगत न सदशन झील का नमाण करवाया साट अशोक न जगह-जगहपर कए खदवाए याऊ बनवाए गत शासक क ारा भी जल क सरण का कायकया गया साट कदगत न सदशन झील क पननमाण का काय करवाकर लोग कजल सकट को र कया सतनत काल म फरोजशाह तगलक ारा कए एव जलाशयक साथ कई बड़ी नहर का भी नमाण करवाया गया

भमगत जल क पनभरण क वधया-

जल क कमी को र करन क लए आवयक ह lsquoजल का सचयन एव पनभरणlsquo कयाजाए यद हम वषा क जल को एक कर भमगत जल क प म पनभरण करत ह तोहम जल क कमी का सामना नह करना पड़गा

वषा क जल को भमगत जल म सचयन एव पनभरण क अनक वधया ह-

तालाब म वषा का जल एक करनाछत स ात वषा क जल को पाइप क मायम स टक म एक करना

पनभरण गडढ़ क ारा जल सचयन करनानलकप ारा छत स वषा क जल को एक करना पट या ग ारा छत क वषा क जल को एक करना

अयास

1 क उर लखए-

(क) याऊ कस कहत ह

(ख) खती क लए सचाई क आवयकता य पड़ती ह

(ग) सचाई क लए कन-कन साधनो का योग कया जाता ह

(घ) भमगत जल क कमी क कारण लखए

(ङ) भमगत जल क पनभरण क वधया कौन-कौन सी ह

2 पता कजए-

या आपक घर या कल क आस-पास तालाब कआ या बावड़ी बनी ह इस दखनजाए और पता कर-

यह कतना पराना ह इस कसन बनवाया ह इसम पानी साफ ह या नह इसका पानी सख तो नह गया ह यद सख गया ह तो कस कारण स

3 आपक आस-पास सचाई क लए जल कहा स ात होता ह उनक च दए गएबास म बनाए और नाम लख -

14-जल क गण एव जल षण

आपन दखा होगा यद जमीन पर पानी गर जाए तो वह एक जगह र रहन क बजायआस-पास फल जाता ह पानी म बहन का गण होता ह इस तरह क पदाथ को तरलपदाथ कहत ह पानी का कोई अपना आकार नह होता ह पानी जस भी आकार कबतन म रखा जाता ह यह उसका आकार ल लता ह

करक दखए-

कटोरी एव गलास म पानी क समान माा डालकर दख पानी का आकार कसाहो जाता ह

पानी कटोरी एव गलास क आकार का हो जाता ह पानी जो जगह घरता ह वह उसकाआयतन कहलाता ह तरल पदाथ को उनक आयतन ारा मापा जाता ह इसक मापइकाई लीटर होती ह

पानी क घलनशीलता-

गमय म हम शबत पीत ह शबत चीनी को जल म घोलकर बनाया जाता ह

या जल म सभी पदाथ घल जात ह

आइए पता लगाए-

काच क चार गलास ल यक को जल स आधा भर नमक चीनी चाक पाउडर तथारत अलग-अलग गलास म डालकर चमच स मलाए और दख

नमक तथा चीनी जल म घल जात ह चाक पाउडर तथा रत जल म नह घलत ह ऐसपदाथ जो कसी व म घल जात ह जस - नमक चीनी आद उनको वलय पदाथ कहतह वलय पदाथ जस व म घलत ह उस व को वलायक कहत ह कछ पदाथ ऐस भीहोत ह जो व म नह घलत ह उह अवलय पदाथ कहत ह जस- चाक पाउडर रतआद व म कसी वलय पदाथ क घलन पर वलयन बनता ह

ननलखत सारणी को परा कर-

पदाथ का नाम जल म वलय जल म अवलय कस जाना

1 चीनी

2 लकड़ी का बरादा

3 फटकरी

4 मोम

5 लोह क छलन

वलय पदाथ को शी घोलन क लए व को हलाना पड़ता ह कसी वलय पदाथ कोदान क प म तथा पाउडर क प म लन पर कौन शीता स घलता ह

याकलाप -

दो परखनलया ल यक को जल स आधा भर द एक परखनली म आधा चमचदानदार चीनी डाल सरी परखनली म आधा चमच पसी चीनी डाल दोन परखनलयको हलाए या होता ह पसी ई चीनी शीता स घल जाती ह

पाउडर क प म पदाथ शीता स घलत ह

या जल क नत आयतन म चीनी क कोई भी माा वलय ह

याकलाप-

एक परखनली को जल स आधा भर इसम आधा चमच चीनी डालकर हलाए चीनीक माा बढ़ात जाए या होता ह एक नत माा क पात चीनी का घलना बदहो जाता ह अब परखनली को गम कर या होता ह चीनी क और थोड़ी माा घलजाती ह वलायक क ताप म व होन पर वलय क अधक माा घल जाती ह

कछ ऐस भी पदाथ ह जो जल म अवलय ह परत अय व म वलय ह जस - मोम वतारकोल जल म अवलय ह कत म क तल तथा पोल म वलय ह

करक दखए -

एक कटोरी ल उसम थोड़ा पानी डाल फर उस पानी म तल क कछ बद डालएअब उनको चमच क सहायता स मलान का यास कजए या होता ह

आपन दखा होगा क अयत कोशश क बाद भी पानी और तल आपस म नह मलहग ऐसा इसलए होता ह यक समान कत वाल पदाथ समान कत वाल पदाथम ही घलत ह पानी और तल क कत वपरीत होती ह जस कारण स पानी और तलआपस म नह घलत ह

करक दखए-

एक बड़ी कटोरी ल उसम थोड़ा पानी भर अब कछ छोट पर क टकड़ लोह ककल पानी क सतह पर रख आप या दखत ह

आपन दखा क पर क टकड़ कल पानी क सतह पर नह तरत ह बक डब जात हजो वतए पानी म नह घलती ह व या तो पानी म तरती ह या व डब जाती ह जो वतएपानी स हक होती ह व पानी क सतह पर तरती ह जबक जो वतए पानी स भारीहोती ह व पानी म डब जाती ह

जल षण-

जल म घलनशीलता क गण क कारण कछ ऐस पदाथ पानी म मल जात ह जस साबनकड़ा-कचरा आद जो पानी को षत करत ह इस कार जल क षत होन को जलषण कहत ह इनक कारण पानी म समजीव पनपत ह जो बीमारय का कारण होतह

अपन आस-पास दखो क जल कन कारण स षत हो रहा ह

कारखान स नकला आ अपश पदाथ नदय म छोड़ा जाता ह जसस नदय काजल षत हो जाता ह कष काय हत उपयोग म लाए जान वाल कटनाशक भी जलषण का कारण होत ह मानवीय याकलाप जस नद तालाब आद म कपड़ धोनापश को नहलाना वय नहाना आद क कारण भी नदय और तालाब का जलषत होता ह इस जल का योग हम अपन दनक जीवन क वभ काय म करत ह

पता कजए-

घरवालयपड़ोस क लोग पानी कस एकत करत ह जहा पानी रखा गया ह वह जगह कसी ह जस बतन म वह पानी एकत करत ह या वह ढक होत ह या नह यद पानी का बतन नह ढका होता ह तो उसम पानी कसा दखता ह या आप ऐस पानी को पीना पसद करग

गद जगह पर खल बतन म रखा आ पानी हम पीना पसद नह करग ऐस पानी म रोगफलान वाल कटाण होत ह जो पानी को षत कर दत ह य कटाण नगी आख या हडलस स दखाई नह दत ह इह दखन क लए वशष उपकरण या य क आवयकता

होती ह जस समदश कहत ह ऐसा पानी हमार वाय क लए हानकारक होता हषत पानी को पीन स हम वभ कार क बीमारया हो सकती ह

आइए जान-

षत जल स होन वाली बीमारया उनक लण एव बचाव क तरीक-

इसक अतर जल स होन वाली अय बीमारया ननवत ह-

मलरया-

यह रोग मादा एनाफलीज मर क काटन स होता ह जो इस परजीवी को मनय कशरीर म छोड़ता ह इसम रोगी को सद और सर दद क साथ बार-बार बखार आता ह

बचाव-

मर को पनपन स रकअपन घर तथा घर क आस-पास गदा पानी न इका होन दमरदानी का उपयोग करऐस कपड़ पहन जो शरीर क अधकाश भाग को ढक सक

उपचार -

रोगी क डाटर स जाच कराई जाए

इस भी जान-सनकोना व क छाल स कनन नामक औषध ात क जाती ह इसऔषध का उपयोग मलरया क उपचार म कया जाता ह

डग -

डग बखार एडीज मर क काटन स फलता ह एडीज मर को टाइगर मर भीकहत ह यह मर हमार घर क आस-पास साफ व क ए पानी म पनपता ह डगक बखार म रोगी को ठड लगन क साथ तज बखार आता ह शरीर पर लाल चक होजात ह जोड़ म दद रहता ह

बचाव -

अपन घर क आस-पास अनावयक पानी एक न होन द यक एडीज मर क एसाफ पानी म ही पदा होत ह कलर पय एव जानवर क पानी पीन क बतन औरफलदान आद का पानी कछ दन बाद एक बार खाली करक पनः भर परी बाह वालकपड़ पहनन चाहए जसस शरीर का अधक स अधक भाग ढका रह मरदानी कायोग करना चाहए

उपचार -

रोगी को दद एव बखार कम करन क कोई भी दवा वय नह लनी चाहए यह दवाएवाय क लए हानकारक हो सकती ह डाटर क सलाह स ही दवा का योग करनाचाहए

चकनगनया -

यह रोग चकनगनया वषाण (वायरस) ारा होता ह यह वायरस एडीज मर ककाटन स फलता ह यह मर दन क समय काटत ह इसम रोगी को जोड़ म दद क

साथ तज बखार होता ह इसक अतर सर दद थकान जोड़ म सजन शरीर परचक आद लण भी हो सकत ह

बचाव-

मरदानी का योग करअपन आस-पास पानी एकत न होन दसमय-समय पर कटनाशक का छड़काव कराए

उपचार-डाटर क सलाह ल

पानी पीन क सही तरीक पर नशान लगाइए -

चचा करए-

खल क का पानी य नह पीना चाहए घड़ स पानी नकालत समय कन बात का यान रखना चाहए घर और कल म पीन क पानी का सह कस तरह करना चाहए

पानी को पीन योय कस बनात ह

पानी को पीन योय बनान क लए सबस अा उपाय पानी को उबालकर ठडा करकछानना ह इसस सभी रोगाण न हो जात ह शहर और कब म पीन का पानी बड़ी-बड़ी पानी क टकय म सह कया जाता ह इस पानी म लीचग पाउडर डालकर औरश कर जल क आपत क जाती ह इसी कार कए क पानी म लाल दवा (पोटशयमपरमगनट) मलाकर पीन क योय बनाया जाता ह जस तरह वषा का जल म क पतस छनकर श हो जाता ह उसी तरह षत पानी को छानकर योग योय बना सकत ह

अयास

1 सही वाय पर (uuml) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) मोम पानी म घल जाता ह ( )

(ख) जल षण का एक कारण कारखान स नकला आ कचरा भी ह ( )

(ग) जानवर को नदय म ही नहलाना चाहए ( )

(घ) खत म डाल गए कटनाशक पदाथ जल को षत करत ह ( )

(ङ) तल पानी म घल जाता ह ( )

(च) वलय और वलायक मलकर वलयन बनात ह ( )

(छ) पानी क ोत क ान पर बतन धोन तथा जानवर को नहलान स

पयजल षत हो जाता ह ( )

2 सोचए और लखए-

(क) वलय और वलायक स आप या समझत ह

(ख) वलयन या ह

(ग) जल षण कन कारण स होता ह

(घ) षत जल स हमार वाय पर या भाव पड़ता ह

(ङ) कह दो चीज क नाम लखए जो पानी म घल जाती ह

(च) लोह क कल पानी म य डब जाती ह

(छ) षत जल स होन वाली कह दो बीमारय क नाम व उनक लण लखए

(ज) पीन का पानी व हो इसक लए हम या सावधानया रखनी चाहए

3 पानी क एक भर बतन म तालका म द गई चीज एक-एक करक डालए और दखएया होता ह-

पानी म डाली ई चीज तरती ह डबती ह

पी खाली कटोरी माचस क तीलीसाबन क टकयालाटक क खाली बद बोतलपानी स भरी ई लाटक क बद बोतललकड़ी का टकड़ा

15-याा

चदन अपन खत म काम कर रहा था तभी उसका दोत सरज आया वह भी उसक कामम हाथ बटान लगा जब काम परा हो गया तो दोन दोत एक पड़ क नीच बठकर खानाखान लग खान खात और बातचीत करत समय सरज बोला म चदन-म शहर गया थाशहर म गाड़य का मला लगा ह मल म मन टटर दखा यद हम टटर खरीद ल तोखती करना आसान हो जाएगा सरज न चदन को शहर जान क लए तयार कर लया

अगल दन चदन और सरज न शहर जान क लए एक बस पकड़ी उनक बस रात मएक ढाब पर क ताक बस क याी कछ जलपान कर ल जलपान करक दोन दोतबस म बठन ही वाल थ क तभी एक सदर सी बस उनक बस क पास आकर कसरज न ाइवर स जासा स पछा क यह बस अयत सदर ह तब ाइवर न उहबताया यह सी0एन0जी0 बस ह यह सी0एन0जी0 स चलती ह इसम डीजल नहपड़ता इसस षण भी कम होता ह

सरज और चदन आपस म बात करत शहर पच सरज न शहर पचकर सीध मल वालान क लए रा लया मल म कानदार स टर क बार म पयात जानकारी लदोन दोत को टर बत पसद आ रहा था परत टर का मय यादा था उनदोन क पास उतन पय नह थ दोन क आपस क बात कानदार न सनी तो वहबोला-भइया आप टordfटर कत पर ल लो फर यह सनकर दोन दोत म उसाह आगया उहन टर खरीद लया अब उनक सामन समया थी क टर को गाव कस ल

जाए कानदार न कहा- आप दोन परशान न ह मरा म रहीम क चलाता ह वहटर को गाव पचा दगा यह सनकर सरज और चदन बत खश हो गए

कानदार न चदन और सरज को यह भी बताया क इस टर स आपको खती करन मबत आसानी होगी कम समय म आप यादा काम कर सक ग टर डीजल स चलताह इसका खचा भी कम आएगा

डीजल एक कार का धन ह जो पोलयम को कई चरण म ठडा करन स एक चरणम बनता ह इसका उपयोग वाहन मशीन सय आद को चलान म कया जाता ह

कानदार न अपन म रहीम स टर को गाव पचान को कहा टर म रहीम कसाथ सरज और चदन भी बठ गए अब दोन दोत न कानदार को धयवाद दया औररहीम क साथ गाव क ओर रवाना ए रात म चदन और सरज का रहीम भी म बनगया और वह बोला तम दोन चता मत करो म तम दोन को टर चलाना सीखा गातीन म क बातचीत म शहर स गाव का सफर कब कट गया पता ही न चला

चदन और सरज जब क स टर लकर गाव पच गाव क सभी लोग उसकतापवकइक हो गए यक उनक गाव म पहला टर था सभी न उन दोन दोत को बधाईद चदन स रहीम बोला-म अब मझ शहर वापस जान क इजाजत दो तब चदन औरसरज मकराए और रहीम स बोल-म रहीम तमन हमारी बत सहायता क ह हमतह ऐस न जान दग तम खाना खाकर आज रात आराम करो अब कल जाना

रहीम दोन म क यार को दखकर गाव म क गया रात म सभी खा-पीकर बातचीतकरत सो गए अगल दन रहीम न नाता कर चदन और सरज स शहर जान क अनमतमागी और कहा क म जद ही आकर तम दोन को टर चलाना सखाऊगा

या आपन कभी बस टर म याा क ह बसटर चलान क लए कौन सा धन डालत ह

या आप जानत ह क पोलडीजल कहा स आता ह

कछ दन बाद रहीम कटर स गाव आया उस दखकर चदन और सरज बत स एउसका वागत कया चदन बोला-म रहीम तम खा-पीकर वाम करो तब तक हमदोन खत पर काम नपटाकर आत ह खत पर जद-जद काम करक दोन दोत जबघर पच रहीम उनका इतजार कर रहा था रहीम न फर टर टाट कया और चदनऔर सरज को टर सीखाना श कया कछ ही दन म महनत और जोश क साथसरज और चदन न टर चलाना सीख लया टर चलाना सीखकर दोन बत सथ अब रहीम न उनस शहर जान क अनमत मागी रहीम न दोन को शहर आन कानमण भी दया

चदन और सरज टर स खती करन लग उनक लए खती करना अब आसान हो गयाथा दोन क महनत रग लाई फसल बत अ ई दोन न मलकर फसल काटऔर टर पर फसल लादकर शहर चल दए शहर पचकर मडी म फसल को बचाइसक बाद दोन न रहीम क घर क ओर ान कया रहीम उह दखकर बत सआ उसन क चलाना छोड़ दया था अब रहीम कार स मसाफर को घमाता था यहीउसका रोजगार था

रहीम न चदन और सरज का टर अपन घर पर खड़ा करा दया दोन को अपनी कारम बठाकर शहर घमान चल दया उसन दोन को शहर क मख जगह को दखायारात म चदन न रहीम स पछा-म या यह कार डीजल स चलती ह तब रहीम बोला-नह म यह कार पोल स चलती ह कछ कार डीजल और सी0एन0जी0 स भीचलती ह चदन और सरज न रहीम स सी0एन0जी0 स चलन वाली बस दखी ही थीउहान कार भी दखन क इा जाहर क रहीम उनको कार क कान पर ल गयाजहा सी0एन0जी0 स चलन वाली कार थी सी0एन0जी0 क कार दखकर चदन नकानदार स सी0एन0जी0 क बार म पछा क यह या ह तब कानदार न बतायासी0एन0जी0- (सपीडत ाकतक गस) एक ाकतक गस ह

इस भी जानो-

सी0एन0जी0 200-250 क0ाम क सकचत दबाव म गसीय अवा म वाहन मधन क प म उपयोग म लाई जाती ह इसका उपयोग मयतः वाहन म होता हसी0एन0जी0 क अवयव ह-मीथन धन और ोपन यह गस रगहीन एव गधहीन होतह यह हवा स भी हक होती ह

सी0एन0जी0क उपयोग स हम बत स लाभ भी ह जस-

सी0एन0जी0 का उपयोग डीजल तथा पोल इजन दोन वाहन म कया जासकता हसी0एन0जी0 स षण काफ कम फलता हपोल और डीजल वाली गाड़य क तलना म सी0एन0जी0 का खचा कम होताहपयावरण क लए सी0एन0जी0 गस अ मानी गई ह पोल और डीजल कतलना म यह काबन डाईआसाइड नाइोजन आसाइड और आरगनक गसकम उसजत करती ह

सरज और चदन कानदार स नई-नई जानकारी पाकर बत खश ए इसक बाद रहीमदोन म क साथ अपन घर आया रात म तीन मलकर शहर म जो नया दखा थाऔर नई-नई जानकारी ात कए थ उसी पर बातचीत करत रह थ चदन और सरज नफर अपन म रहीम स गाव जान क अनमत मागी इसक बाद दोन दोत खशी-खशीगाव आ गए

अब आप अपन बड़ स पता करए -

पोल डीजल और सी0एन0जी0 स कौन-कौन स वाहन चलत ह इन वाहन का मय या ह षण कम करन क लए कौन स धन का योग वाहन म करना चाहए

धन बचाए-

तल का भडार सीमत ह इस अपन ब क लए बचाए यक बद स यादा लाभ लजब गाड़ी रोक तब इजन बद कर

अयास

1 ननलखत क उर दजए -

(क) गाड़ी चलान क लए कौन-कौन स इधन का योग होता ह

(ख) सड़क पर वाहन क बढ़ती सया स या-या परशानी होती ह

(ग) वाहन क बढ़ती सया स आई परशानय को कम करन क कछ तरीक सझाइए

2 नीच कछ वाहन क च दए ह च दखकर उनक नाम और व वाहन हमार कसकाम म आत ह लखए-

नाम काम

3 पता करक लखए-

स आपक शहर म पोल और डीजल क कमत या चल रही ह

कटर म कौन सा धन डाला जाता ह पोल और डीजल क कमत य बढ़ती जा रही ह

आपक घर म कस-कस काम म कतना पोलडीजल खच होता ह पोलडीजल क योग पर आप लोग को कस जागक करग

4 नीच दए च म दखाए ान पर आप अपन घर स कस जाना चाहोग उसका

नाम बास म लखए -

5 (क) अपन बड़ स पछए आज स 40 साल पहल लोग कन साधन स आत जातथ या तब भी यही सब साधन थ जो आजकल आप दखत ह

(ख) अब आप अनमान लगाओ क आज स पीस साल बाद लोग आन जान क लएकस कार क वाहन का उपयोग करग

कतना सीखा-3

1 सही मलान कर -

समह lsquoकrsquo समह lsquoखrsquo

2 अपनी पसद क घर का च बनाकर उसम रग भरए

3 द गई वग पहली म कछ आपदा क नाम छप ह उनक नाम ढढए

आ वा ला म खी

धी द ल च ग

स गा भ क प

ना द ष बा

मी प आ ग ढ़

4 या कर या न कर -

या कर या न कर

(क) अगर बाढ़ आ जाए

(ख) अगर भक आ जाए

(ग) अगर आग लग जाए

5 ननलखत क उर लखए -

(क) भमगत जल पनभरण स आप या समझत ह

(ख) सचाई क कह दो पररागत साधन क नाम लखए

(ग) पानी क बचत हम कस कर सकत ह

(घ) सीएनजी क अवयव लखए

(ङ) षण कम करन क लए कौन स धन क वाहन का योग करना चाहए

(च) वाहन म योग होन वाल दो धन का नाम लखए

6 र ान क पत कजए

(क) पानी पदाथ होता ह

(ख) पानी म का गण होता ह

(ग) मोम म अवलय ह

(घ) कए क पानी म मलाकर पीन योय बनाया जाता ह

(ङ) सहायता स खती करना आसान हो गया ह

7 कह दो चीज क नाम लखए जो म क तल म घल जात ह

8 यद एक नत माा क बाद चीनी पानी म नह घलती ह तो और चीनी घोलन कलए आप या करग

16- बीज ही बीज

अपन आस-पास पड़-पौध पर लग आम अमद बर टमाटर पपीता मटर इमलीआद फल व सजय को दख इनम बीज ममक होत ह या सभी फल म समानसया म बीज ह कछ फल जस-आम बर जामन म एक बीज होता ह जबक इमलीपपीता अमद टमाटर आद म अनक बीज होत ह

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल

एक बीज वाल और अनक बीज वाल फल का नाम द गई तालका म लखए-

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल चचा करए -कछ फल एक बीज वाल और कछ अनक बीज वाल होत ह इह बीज क दान को बोकर पनः इनक फसल पदा क जाती ह धान मका ग चना आद क फसल पदाकरन क लए उनक दान म म बोए जात ह अनाज क व दान जनका योग अगलीफसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलात ह बीज का भडारण उचत ढग सकरना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत ह या आप जानत ह क बीज कस खराबहो जात ह आइए दख और समझ-

चह घन व अय कट बीज को खराब कर दत ह जब कसान इन बीज को खत मबोता ह तो जो बीज अ होत ह व अकरत हो जात ह और जो खराब होत ह वअकरत नह होत ह अ और खराब बीज क पहचान कस करत ह सोचइ औरबताइएखराब बीज क पहचान कस करग आओ कर और समझ -

आधा गलास पानी ल इसम कछ सम क बीज डाल या दखत ह

आइए दख-

दो कटोरया लदोन कटोरय म पानी स भीगी ई ई रखपहली कटोरी म सम क व बीज रख जो गलास क पानी म तर रह हसरी कटोरी म सम क व बीज रख जो पानी म नीच डब ए हदो दन बाद दोन कटोरय क बीज को दख

या दखत ह

आपन दखा क गलास क पानी म कछ बीज ऊपर तर रह ह य खराब बीज ह कछबीज पानी म नीच डब ए ह य अ व परपव बीज ह यही बीज ही अकरत होत हहमार दश म अ व परपव बीज पदा करन क दशा म काफ गत ई ह

पानी म डालन पर जो बीज ऊपर आ जात ह व खराब बीज होत हखराब बीज अकरत नह होत हअ और परपव बीज ही अकरत होत हकछ बीज नट भी हो जात ह

बीज क सरचना कसी होती ह

चलए बीज को बाहर और अदर स दखकर उसको जाच-परखभीग ए चन या सम का बीज ल इनक बाहरी आवरण बीजचोल ममक वज कोसावधानी स हटाए या दखत ह दो हक पील रग क सरचनाए दखाई पड़ती ह इहबीजप कहत ह इस भी खोल

दोन बीजप को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस भरण मउइतलवकहत ह इसका नचला सफद भाग मलाकर तथा ऊपरी नकला भाग ाकरकहलाता ह

इस भी जानए -

मलाकर स जड़ तथा ाकर स तना बनता ह

अकरत बीज क य भाग बीजप स अपना भोजन ात करत हबीज का अकरण-आपन अपन घर म धान ग सम चना मटर आद क बीज को दखा ह या आपनइसम कभी अकरण होत ए दखा ह इनम अकरण कब और कस होता ह

बीज क अकरण क लए आवयक परतया-

एक बीकर या गलास म 23 भाग उबालकर ठडा कया आ पानी ल (जससपानी म घली वाय नकल जाए)सम क तीन अ बीज को च क भात कसी लकड़ी या लाटक क प परधाग स बाधपानी क सतह पर तल क कछ बद डाल (पानी क सतह पर तल डालन पर पानीका वापन नही होगा और बाहर क वाय पानी म घल नही पाएगी)

तदन इसका नरीण करत ए बीज म हो रह बदलाव को लख-पहल दन सर दन तीसर दन चौथ दन सोचए और बताइए-

प म सबस नीच बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो यप म सबस ऊपर बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य प क बीच म बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य बीच वाला बीज ही अकरत य आ बीच वाल बीज को हवा पानी व उचत ताप तीन ात आ इसलए यह अकरतआ

सबस नीच वाल बीज को पानी तो मला परत हवा व उचत ताप नह मलन सयह अकरत नह आ पानी म लगातार रहन क कारण यह खराब भी हो गयासबस ऊपर वाल बीज को हवा व उचत ताप तो मला परत पानी नह मलन सयह अकरत नह आ

बीज स नह पौध का बनना बीज का अकरण कहलाता ह

बीज क अकरण क लए हवा पानी तथा उचत ताप आवयक हभ-भ पौध को उगान क लए भ-भ परतया तथा जलवाय कआवयकता होती ह

आइए करक दख-

चन क कछ दान और तीन कटोरया लपहली कटोरी म चन क चार-पाच दान डाल और कटोरी को पानी स भरसरी कटोरी म उतन ही चन भीगी ई ई या कपड़ म लपटकर रख यान रहकपड़ा या ई सखन न पाए

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) बीज क अदर ऐसा या होता ह जसस पौधा बनता ह (ख) नह पौध को बढ़न क लए कन परतय क जरत होती ह (ग) अ और खराब बीज क पहचान कस क जाती ह (घ) भीग चन को भीग कपड़ म बाधन पर उसका अकरण तज होता ह ऐसा य 2 क चार वकप दए गए ह सही वकप क सामन बन व को काला कजए -

बीज क अकरण क लए आवयक ह -

(क) वाय जल और खाद (ख) वाय जल और उचत ताप(ग) सय का काष वाय और उचत ताप(घ) वाय जल और अधक ताप

जो बीज पानी म डालन पर ऊपर आ जात ह व-

(क) परपव बीज होत ह (ख) अ बीज होत ह(ग) खराब बीज होत ह (घ) भरण होत ह3 र ान क पत कजए -(क) बीज क बाहरी आवरण को कहत ह(ख) बीज प को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस कहत ह(ग) भरण का नचला भाग और ऊपरी भाग कहलाता ह(घ) मलाकर स तथा ाकर स बनता ह4 खड lsquoकlsquo क अधर वाय को खड lsquoखlsquo क सहायता स परा कजए-खड-क खड-ख(क) बीज स अकरत होत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज को न कर दत ह(ग) अनकल परत पाकर बीज नह पौध का जम होता ह(घ) चह घन व अय कट बीज का अकरण कहलाता ह

ोजट वक -

कसी बतन म खत क म लकर उसम चन या सम क बीज बोए और उसमतदन थोड़ा-थोड़ा पानी दत रह अकरत पौध म होन वाली व को अपनीकापी म लख और च भी बनाए

17-व म भारत

हमारी पवी-महासागर एव महाप-

हमार पवी लगभग गोल आकार क ह पवी का गद जसा गोल आकार का लघतप लोब कहलाता ह आइए लोब को दख-लोब पर अनक रग-बरगी आकतया बनी ह य आकतया पवी पर महाप एवमहासागर को दखाती ह लोब का अधकाश भाग नील रग स रगा दखाई द रहा हयह भाग पवी पर वशाल जलराशय अथवा महासागर को दशत करता ह शष भागल को दशाता ह हमारी पवी क लगभग 71 तशत भाग पर जल एव शष लगभग29 तशत भाग पर ल ह बड़-बड़ लीय भाग महाप ह महाप महासागर

ारा अलग कए जात ह

च 71 व म भारतपवी पर पाच महासागर एव सात महाप ह आइए लोब एव व क मानच पर इहपहचान-पवी पर पाच महासागर मशः शात महासागर अटलाटक महासागर हदमहासागर आक टक महासागर एव दणी महासागर ह इनम स शात महासागरसवाधक वतत एव सबस गहरा ह यह सण पवी क लगभग एक तहाई भाग परफला ह इसका सबस गहरा ान मरयाना गत ह जो लगभग 11 कलोमीटर गहरा ह

पवी क लगभग 29 तशत भाग पर फला ल सात महाप म वभाजत ह यमहाप मशः एशया यरोप अका उरी अमरका दणी अमरका आटordfलयाएव अटाक टका ह इनम एशया सबस बड़ा महाप ह हमालय पवत पर त वक सव पवत चोट माउट एवरट इसी महाप पर ह इसक ऊचाई 8848 मीटरह एशया म व क लगभग 59 तशत जनसया नवास करती ह व क मानचको दखए हमारा दश भारत एशया महाप म त ह

पवी का धरातल पवत पठार एव मदान स य ह सामायतः आस-पास क धरातल सऊच उठ भाग पवत कहलात ह इनका शखर सकचत अथवा शवाकार होता ह पवतसाधारणतया समह म पाए जात ह इह पवत णी कहत ह पहाड़य क ऊचाई पवतस कम होती ह

व क कछ मख पवत णया-हमालय कनलन हकश कराकोरम एटलसकसबग यराल आपस काकशस राकज अपलशयन ड डवाइडग रजएडीज आद ह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

नदश- शक लोब एव व मानच ारा महासागर महाप एव अपन दश भारतक तलनामक अवत प कर तथा ब ारा इसका अयास कराए

इस भी जान -

लोब का कागज पर समतल ततकरण मानच कहलाता हपवी पर बत बड़ ल खड को महाप एव वशाल जलराशय को महासागरकहत ह

पवी पर तलनामक प स ऊच उठ चरस ल भाग पठार कहलात ह ायः पठार काऊपरी भाग ऊबड़-खाबड़ होता ह इनक कनार सामायतः खड़ ढाल वाल होत ह

पछली का म आप पढ़ चक ह क हमार दश का दणी भाग पठार ह

व क कछ मख पठार-पामीर का पठार तबत का पठार भारत म दकन का पठारईरान का पठार अरब का पठार कोलोरडो पठार कोलबया पठार ाजील क उभम बोलवया का पठार एव पम आलया का पठार ह अका महाप काअधकाश भाग पठारी ह इन पठार को व मानच पर पहचानए

धरातल पर समतल परत नचला भाग मदान कहलाता ह ायः मदान का नमाण नदयारा लाई गई म स होता ह आप पछली का म उर दश क मदानी भाग क बारम जानकारी ात कर चक हो व क कछ मख मदान-स गगा प का मदानयरोप का मयवत मदान उरी अमरका का मयवत मदान ागह का मदान आदह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

व क कछ मख नदया गगा स सतलज प यमना गोदावरी इरावदमकाग ागह नील जायर जाबजी लोपो पराना परागए अमजन मसीसपी-मसौरी सटलारस डयब टस राइम वोा आद ह नील नद व क लबी नद हअयापक क सहायता स व मानच पर इन नदय का अवलोकन कर

हमारा दश-भारत-अगल प पर दए गए मानच म अपन दश-भारत एव उसक पड़ोसी दश को दखएहमार पड़ोसी दश मशः अफगानतान पाकतान चीन नपाल भटान यामारबालादश ीलका एव मालदव ह भारत का दणी भाग तीन ओर स सम स घराह परब म बगाल क खाड़ी पम म अरब सागर तथा दण म हद महासागर हहद महासागर का नाम हमार दश भारत क नाम पर पड़ा ह मानच दखो एव भारत कपड़ोसी दश क नाम लख-

पम म एव उर म एव परब म एव दण म एव

च 73 भारत क पड़ोसी दश

भारत म 29 राय एव 07 कशासत दश ह इनका ववरण ननलखत ह-0स0 राय का नाम राजधानी 0स0 राय का नाम राजधानी1 आ दश - हदराबाद 15 महारा- मबई2 अणाचल दश -ईटानगर 16 मणपर- इा3 असोम -दसपर 17 मघालय- शलाग4 बहार- पटना 18 मजोरम- आइजोल5 छीसगढ़ -रायपर 19 नागालड- कोहमा6 गोवा- पणजी 20 ओडशा -भवनर7 गजरात- गाधीनगर 21 पजाब -चडीगढ़8 हरयाणा -चडीगढ़ 22 राजान- जयपर9 हमाचल दश- शमला 23 सकम- गगटोक10 जम एव कमीर- ीनगर (ीमकालीन) 24 तमलनाड -चई एव जम (शीतकालीन)11 झारखड -राची 25 तलगाना- हदराबाद12 कनाटक- बगल 26 परा- अगरतला13 करल -तअनतपरम 27उर दश- लखनऊ14 मय दश- भोपाल 28उराखड- दहरान29 पम बगाल- कोलकाता

0स0 कशासत दश का नाम राजधानी1 अडमान और नकोबार पसमह पोटलयर2 चडीगढ़ चडीगढ़3 दादरा और नगर हवली सलवासा4 दमन और दव दमन5 दली दली6 लप कवारी7 परी परी

भारत क राजधानी नई दली ह यहा रापत भवन ससद भवन सव यायालयएव अय मख शासनक मयालय त ह

हमारा दश भारत ाकतक प स ववधता स भरा ह यहा ऊच पवत वशालमदान पठार एव मल पाए जात ह ाकतक सरचना क आधार पर भारत को पाचभाग म बाटा जाता ह-1 उर का पवतीय भाग2 उर का वशाल मदान3 थार का मल4 दण का पठारी भाग5 तटय मदान एव पसमह

1 उर का पवतीय भाग- इसका वतार भारत क उर म जम एव कमीर स लकरअणाचल दश तक ह इस हमालय पवत क नाम स जाना जाता ह हमालयपवतमाला तीन समानातर पवत णय स मलकर बनी ह य मशः वहत हमालय याहमा हमाचल या मय हमालय एव शवालक ह उर क मदानी भाग म बहकरआन वाली अधकाश नदय का उदगम ल हमालय ह

2 उर का वशाल मदान- इसका नमाण हमालय स बहकर दण क ओर आन वालीतथा पठार स बहकर उर क ओर आन वाली नदय क साथ आई उपजाऊ जलोढ़म स आ ह भारत म इसका वतार पजाब स लकर असम तक ह यहा बहन वालीमख नदया सतलज गगा यमना घाघरा चबल टोस सोन गडक कोसीमहानदा दामोदर प आद ह गगा एव प नदया पम बगाल एव बालादशम वशाल डटा का नमाण करती ह

3 थार का मल- भारत क पमी भाग म राजान राय त ह इसक पमीहस म सकड़ कलोमीटर लबा-चड़ा बाल का वतार ह इस थार का मल कहतह यहा वषा बत कम होती ह जगह-जगह रत क टल दखाई दत ह जह बालकातप (सड न) कहत ह यहा आवागमन का एकमा साधन ऊट ह इस रगतान काजहाज भी कहत ह

4दण का पठारी भाग- दण का पठारी भाग उर क वशाल मदान क दण मह इसक उर-पम म अरावली पवत पम म पमी घाट पवत तथा परब म पवघाट पवत ह यह भाग अनक छोट-छोट पठारो म वभाजत ह इनम स मख ह-बदलखड पठार बघलखड पठार छोटा नागपर पठार मालवा पठार दकन का लावापठार आद इस भाग म चबल बतवा टोस सोन नमदा तापी दामोदर महानदगोदावरी कणा एव कावरी नदया बहती ह भारत का मानच दखकर बताइए इनम सकौन-कौन सी नदया-

अरब सागर म मलती ह बगाल क खाड़ी म मलती ह उर क वशाल मदान क ओर बहती ह

5 तटय मदान एव पसमह- य दण क पठारी भाग क परब एव पम म सम तटक सहार लब और सकर तटय मदान ह पम क ओर क मदान को पम तटयमदान तथा परब क ओर क मदान को पव तटय मदान कहत ह

हमार दश म सम क मय अनक प ह कई प क समह को प समह कहत हबगाल क खाड़ी म अडमान और नकोबार प समह तथा अरब सागर म लप पसमह ह

जस कार हमार दश म कई कार क ाकतक वभाग ह उसी तरह यहा क पड़-पौधा वनतय एव जीव-जत म ववधता पाई जाती ह हमार दश म मय पस पाच कार क वन पाए जात ह1 सदाबहार वन2 पतझड़ या पणपाती वन3 मलीय या काटदार वन4 पवतीय वन5 वलाचली या डटाई वन

1 सदाबहार वन- पर साल हर-भर रहन क कारण इह सदा बहार वन कहत ह इसकार क वन अधक वषा वाल गम ान पर पाए जात ह य वन अयत घन होत हतथा जीव-जत एव वनतय म अयधक ववधता पाई जाती ह भारत म इनकावतार पमी घाट उर परबी क पहाड़य एव अडमान और नकोबार पसमह म ह इन वन म पाए जान वाल मख व रोजवड महोगनी रबड़ ताड़ बासआबनस नारयल आद ह

2 पतझड़ या पणपाती वन- इन वन को मानसनी वन भी कहत ह वष म एक बारशीतकाल क अत म यहा पाए जान वाल व अपनी पया गरा दत ह इसलए इहपतझड़ या पणपाती वन कहत ह इन वन का वतार पम बगाल बहार उर दश

मय दश छीसगढ़ झारखड आद राय म ह इस कार क वन म शीशम नीममआ बरगद पीपल आवला समल पलास बल खर आद व पाए जात ह

3 मलीय या काटदार वन- इस कार क वन कम वषा वाल पठारी और मलीयान पर पाए जात ह इन वन म ककर खजर बबल खजड़ी जस काटदार व औरझाड़या पायी जाती ह भारत म इनका वतार पमी एव मय भारत क कम वषा वालपठारी ान तथा थार क मल म ह

4 पवतीय वन- पवतीय म बढ़ती ऊचाई क साथ तापमान एव वषा म परवतन होताह इसक कारण पवतीय म वशष कार क वन पाए जात ह इह पवतीय वनकहत ह भारत म इन वन का वतार हमालय वयाचल सतपड़ा एव पमी घाटपवत पर ह हमालय म दवदार चनार स सवर फर जनपर पाइन बचआद व पाए जात ह दण भारत क पवतीय वन म मगनोलया लरच सनकोनाआद व पाए जात ह

5 वलाचली या डटाई वन- सम क कनार दलदली भाग एव नदय क डटा म य वनपाए जात ह इनम नारयल ताड़ सदरी आद व पाए जात ह इन वन कासवाधिाक वतार पम बगाल म ह सदरी नामक व क अधकता क कारणपम बगाल एव बाला दश म इह सदर वन क नाम स जाना जाता ह

मख वय जीव

वय जीव म वय पश पी जीव-जत और साप आद शामल ह वय जीव कााकतक आवास (घर) वन ह जहा व वद प स वचरण करत एव रहत हजनसया व क कारण हमार वन का तजी स वनाश होता जा रहा ह और वन काफल घटता जा रहा ह जसस वय जीव क सया बड़ी तजी स घटती जा रही हकई वय जीव वलत होत जा रह ह इह बचाए रखना आवयक ह यक य पयावरणसतलन म सहायक ह

वय जीव क सरा वकास एव वत वचरण क लए सरकार ारा राीय उानवय जीव अभयारय एव पी वहार आद क ापना क जाती ह इनम मानव ारावयजीव का शकार करना वजत ह

अयास

1 र ान क पत कजए-(क) पवी पर महासागर एव महाप ह(ख) ससार क सबस लबी नद ह(ग) हमालय पवत का वतार राय स राय तक ह(घ) भारत म राय एव कशासत दश ह2 नीच लख वाय क सामन (स ) या ( ग ) का नशान लगाए-(क) ायः पठार क ऊपरी सतह ऊबड़-खाबड़ होती ह ( )(ख) शात महासागर पवी क आध भाग पर फला ह ( )(ग) राजान म सदाबहार वन पाए जात ह ( )(घ) पतझड़ वन शीत ऋत क अत म अपनी पया गरा दत ह ( )3 सही जोड़ा बनाइए -भारत क राय राजधानीमय दश दसपरतमलनाड भोपालहमाचल दश चईअसोम शमला4 ननलखत क उर दजए -(क) व क मानच पर भारत क पड़ोसी दश को दशत कजए (ख) पठार कस कहत ह व कह तीन पठार क नाम बताइए (ग) सदर वन कहा पाए जात ह इह हम सदर वन य कहत ह (घ) बालका तप स आप या समझत ह य भारत म कहा पाए जात ह

(ङ) राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना य क जाती ह

18-भारतीय सवधान तथा शासन वा

हम सभी परवार म मल-जल कर रहत ह घर क सार काम भी एक साथ मलकर करतह और कछ काम बट भी होत ह घर को चलान क लए नयम बनाए जात ह जनकापालन घर क सभी लोग करत ह ऐस ही हमार वालय म एक धानायापक होत हजो शक-शका क साथ मलकर कल सचालन क नयम बनात ह वालय मरहन वाल सभी लोग इन नयम का पालन करत ह सड़क पर सरत चलन क लए भीनयम बनाए गए हघर वालय क तरह दश क काम-काज को चलान क लए बत सार नयम बनाए गएह इन सभी नयम को मलाकर हमारा सवधान बना ह जसक अनसार शासन कामकरता ह अतः सवधान को बनान क लए एक सभा बनी जस lsquoसवधान सभाlsquo कहागया डा0 राज साद इसक अय बनाए गए सवधाान का ाप तयार करन कलए एक ाप समत बनाई गई डा0 भीमराव रामजी अबडकर इसक अय बन02 वष 11 महीन और 18 दन तक लगातार परम करक इस सभा न भारत कासवधान बनाया26 जनवरी 1950 को सवधान को पर दश म लाग कया गया इस दन को हम गणतदवस क प म मनात ह

डा0 राज साद डा0 भीमराव रामजी अबडकर

हमार सवधान क वशष बात-

हमार सवधान म कहा गया ह क भारत एक सण भव स दश ह यहअपन नयम-कानन वय बनाएगासवधान म हमार दश को समाजवाद राय कहा गया ह जसका लय समाज कआथक एव सामाजक वषमता को र करना हसवधान म दश क सभी नागरक को अपन धम का पालन करन क छट मली हभारत म ससदय शासन णाली ह जसम मपरषद लोकसभा क तउरदायी होती ह सवधान म नागरक को छः मौलक अधकार दए गए ह और उनको यारह मलकत बताए गए हक राय और ानीय तर पर जनता ारा चनी गई सरकार ह सवधान क अनसार 18 वष या उसस अधक उ क लोग चनाव म वोट डालत हसवधान म 6 स 14 वष क सभी ब को नःशक एव अनवाय शा कामौलक अधकार ात ह सामाजक समानता मौलक अधकार ह बालका को भी बालक क समानअधकार दान कए गए ह य अधकार उनक पालन-पोषण शा एव सरा ससबत ह

हमारा सघीय शासन- हमारा दश 29 राय तथा 7 कशासत का एक सघ हइसम क और राय दोन तर पर ससदय शासन ह पर दश का शासन चलान कलए क तर पर कय सरकार और राय म राय सरकार होती ह

कय सरकार क तीन अग ह -

वापका - कानन का नमाणकायपालका - कानन को लाग करनायायपालका - कानन क अनसार याय करना

वापका-कानन का नमाण-

भारत क कय वापका को lsquoससदlsquo कहत ह रापत लोकसभा और रायसभास मलकर ससद बनती ह इसम स रायसभा को lsquoउ सदनlsquo और लोकसभा को lsquoननसदनlsquo कहत ह

लोकसभा क सदय 5 साल क लए जनता ारा चन जात ह 25 साल या उसस अधकआय का इसका सदय हो सकता ह इसक सदय क चनाव म 18 वष या उससअधक आय क लोग वोट डालत हरायसभा ाई सदन ह इसक सदय का कायकाल 6 वष होता ह त दो वष परएक तहाई सदय सवानव होत ह रायसभा क सदय का चनाव राय कवधानसभा क नवाचत सदय ारा होता हलोकसभा और रायसभा क सदय को सासद (एमपी) कहत हससद क दोन सदन मलकर दश क लए कानन बनात ह जसक लए रापत कसहमत आवयक ह कायपालका-कानन को लाग करना-

कय कायपालका का मख रापत होता ह उस दश का थम नागरक कहत हवह 5 वष क लए लोकसभा रायसभा और वधानसभा क नवाचत सदय ारा चनाजाता ह रापत क सहायता एव सलाह क लए धानमी क अयता म मपरषदहोती हधानमी क नय रापत ारा क जाती ह वह लोकसभा म बमत दल का नताहोता ह धानमी क सलाह पर अय मी भी रापत ारा नय कए जात हरापत धानमी एव मय स मलकर कायपालका बनती ह ससद जो काननबनाती ह उस कायपालका लाग करती ह कायपालका दष क षासन वा कासचालन करती हइस भी जान -

रापत दष क जल थल व वाय सना का सव सनापत होता ह

रापत वापका (ससद) का अग होन क साथ-साथ कायपालका का मखहोता ह वह ननलखत काय करता ह-

-ससद क बठक बलाना-कोई अयादष (दष क लए नयम या कानन) जारी करना-राय म रायपाल सव यायालय उ यायालय क यायाधीष क नय करनाआद

उपरापत रायसभा का पदन सभापत होता ह

यायपालका-कानन क अनसार याय करना

हमार दश म नयम कानन क रा क लए यायपालका क वा ह सवधानारा वत और नप यायपालका क ापना क गई ह हमार दष म यायपालकाक सरचना इस कार ह-

सव यायालय-हमार दश म सबस बड़ा यायालय सव यायालय ह यह यायालय दश क राजधानी नई दली म ह सव यायालय म मय यायाधीष एव अय यायाधीष होत हजनक नयरापत ारा क जाती हउ यायालय-यक राय क लए एक उ यायालय होता ह उ यायालय क मय यायाधीशऔर अय यायाधीश क नय रापत ारा क जाती ह उर दश का उयायालय इलाहाबाद म त ह इसक एक खडपीठ लखनऊ म ापत हजला यायालय-

जला तर पर भी यायालय होत ह जह जला यायालय कहत ह जला यायाधीशक नय रायपाल ारा क जाती हअय अदालत-आपसी ववाद को नपटान क लए लोक अदालत पारवारक अदालत उपभोाअदालत भी ह

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) सवधान सभा क अय कौन थ (ख) हमारा सवधान य बनाया गया(ग) शासन क कतन अग होत ह (घ) रापत क चनाव म कौन-कौन समलत होता ह 2 र ान क पत कजए-(क) हमारा भारतीय सवधान को लाग कया गया(ख) तवष 26 जनवरी को दवस मनाया जाता ह(ग) लोकसभा का कायकाल का होता ह(घ) लोकसभा और रायसभा क सदय को कहत ह(ड) रापत लोकसभा और रायसभा को मलाकर बनती ह3 ननलखत क मय काय लखए-(क) वापका (ख) कायपालका (ग) यायपालका 4 अपन दश क वतमान रापत उपरापतधानमी क च एक करक अपनीपतका म चपकाए च क नीच उनक काय लखए5 बालसभा म शकशका क सहायता स ससद क कायवाही क वषय म चचाकजए

19- राीय एकता

हमार दश म अनक भाषाए और बोलया ह लोग क खान-पान तथा पहनावा भी भ-भ ह इन ववधता क बावजद हम लोग दशहरा दपावली होली ईद बसाखीसमस आद योहार बड़ धमधाम स मनात ह कछ पव ऐस ह जो हमार राीय पवकहलात ह - 15 अगत (वतता दवस) 26 जनवरी (गणत दवस) एव 2 अटबर(गाधी जयती) इन पव को पर दश म मल जलकर मनाया जाता ह इनक अलावा हमारराीय तीक भी ह राीय पव और राीय तीक हमारी राीय एकता क रणाोत हहमार राीय पव-1 वतता दवस 15 अगत -कई वष तक हमार दश म वदशय का शासन रहा ह हमार वतता सनानय न सघषकरक वदशी शासन स दश को म कराया हमारा दश 15 अगत सन 1947 कोवत आ इसीलए हम यक वष 15 अगत को वतता दवस राीय पव क प मधमधाम स मनात ह2 गणत दवस 26 जनवरी -वतता क बाद दश क लए नयम-कानन बनाए गए जस सवधान कहत ह 26जनवरी सन 1950 को हमारा सवधान लाग आ तथा दश गणत घोषत आइसीलए हम यक वष 26 जनवरी को lsquoगणत दवसrsquo क प म मनात ह3 गाधी जयती 2 अटबर -

गाधी जी का परा नाम मोहन दास करमचद गाधी ह इनका जम 2 अटबर सन 1869को गजरात ात क पोरबदर म आ गाधी जी न सय एव अहसा क माग पर चलकरदश को आजाद कराया यक वष 2 अटबर को हम गाधी जयती क प म मनात ह

उहन दश म वभ जात धम तथा वभ भाषा म बोलन वाल लोग को एक स मबाधन का यास कया गाधी जी को परा दश बाप रापता और महामा क नाम सभी जानता हराीय पव पर राीय वज फहराया जाता ह तथा वभ कार क साकतक कायमआयोजत होत ह

हमार राीय तीक-हमार दश क कछ राीय च ह इह हम lsquolsquoराीय तीकrsquorsquo कहत ह हमार राआपक वालय म राीय पव का आयोजन कस कया जाता ह क एकता क पहचान इन राीय च स भी होती ह आइए अपन राीय तीक कोजान-1 रावज

हमार राीय वज म तीन रग ह हम इस तरगा भी कहत ह रा वज म सबस ऊपरकसरया रग बीच म सफद रग तथा सबस नीच हरा रग होता ह वज क बीच क सफदवाल भाग क मय म 24 तीलय वाला नीला च बनाकसरया रग- बलदान का तीक सफद रग- शात का तीकहरा रग- धरती क हरयाली का तीकच - उत क ओर असर होन का तीक होता ह रा वज का समान करनायक नागरक का कत ह2 रागान

हमारा रागान lsquoजन-गण-मनrsquo ह अपनी पतक म कवर क पीछ भाग म लख एlsquoरागानrsquo को याद करक अपनी कापी म लख जानत ह रागान क रचना रवी नाथ

टगोर न क ह इस गान म कल 52 सकड का समय लगता ह रागान क समयसावधान क मा म खड़ होकर रागान को समान दया जाता ह 15अगत और 26 जनवरी को झडा फहरान क बाद lsquoजन-गण-मनrsquo गाया जाता ह3 रागीतlsquoवद मातरम सजलाम सफलाम मलयज-शीतलाम यह हमारा रागीत ह यान रहlsquolsquoजन-गण-मनrsquorsquo हमारा रागान ह तथा lsquoवद मातरमrsquo हमारा रागीत ह रागीत क रचनाबकम च चटज ारा क गयी ह आइए रागीत को हम अपनी कापी म लखकरयाद कररागीत

वद मातरम सजलाम सफलाम मलयज शीतलामशययामलाम मातरम शयोसना पलकत यामनीमफलकसमत रमदल शोभनीमसहासनीम समधर भाषणीमसखदाम वरदाम मातरम वद मातरम 4 राीय पश

बाघ5 राीय पप

कमल

6 राीय पी

मोर

7राजचआप लोग न सक एव पय पर दए गए इस च को दखा होगा यह हमाराराजच ह इस अशोक त स लया गया ह अपन अयापक स अशोक त कबार म और जानकारी ात कजए

सयमव जयतय हमारी राीय एकता क पहचान ह यद हम एक रहग तो हमारी राीय एकता भीसरत रहगीरा क एकता और सराहमार दश क बत बड़ी ल सीमा ह जो लगभग 15500 कलोमीटर लबी ह इसीतरह हमारी सम सीमा लगभग 7500 कलोमीटर लबी हअपन रा क सरा क लए हम जमीन सम या हवाई माग स आन वाल कसी भीश का मकाबला करन क लए तयार रहना पड़ता ह इसीलए हमार दश म शशालीथलसना जलसना और वायसना हभारत का रापत हमारी तीन सना (थलसना जलसना और वायसना) का सवसनापत होता ह रा सबधी काय क लए रा मालय ह जसका मखया रामी

होता ह भारतीय थलसना वायसना और नौसना क अलग-अलग सनाय होत ह यय क समय आपस म तालमल बनाकर अपन-अपन अधीन सना को आदश दत हतीन सना का मयालय दश क राजधानी नई दली म हसना क अतर कछ असनक बल भी ह जस सीमा सरा बल भारत तबत सीमापलस असम राइफस तटरक बल इयाद य दश क सीमा पर तनात रहकरउसक सरा करत हदश क बाहरी श का सामना करन क लए सना सदव सतक रहती ह दश क अदरअशात और असरा स नपटन क लए पलस क साथ-साथ कय रजव पलस बलतथा कछ अय सगठन भी काम करत ह

बाहरी आमण या सश वोह क कारण यद दश क सरा सकट म हो तो रापतआपातकाल क घोषणा कर सकत ह आपातकाल क दौरान रा क सरा सवपर होजाती ह अतः हमार कछ मल अधकार सीमत कए जा सकत हशात क समय सना तथा अय असनक बल समाज क भलाई क काम म मदद करतह कसी आपदा क समय बत सहायता करत हदश म शात और सरा बनी रह यह हम सबका कत ह हम सब को सदव सतकरहना चाहए पलस एव शासन का सहयोग करना चाहए राीय स क सराकरनी चाहएहम सब भारत क नागरक ह हम मलजल कर रहग तभी दश म शात होगी और दशगत करगा

अयास

ननलखत क उर लखए -1 वतता दवस कब मनाया जाता ह इसक मनान का कारण लखए2 26 जनवरी को हम गणत दवस य मनात ह 3 गाधी जी क बार म लखए 4 राीय एकता य आवयक ह

5 सना या काय करती ह भारतीय सना क मख अग क नाम बताइए6 कसका सबध कसस ह मलान कर -वतता दवस 2 अटबरगणत दवस 15 अगतगाधी जयती 26 जनवरीराजच वद मातरमरागीत अशोक त7 र ान क पत कजए -(क) हमारा रागीत ह(ख) जन-गण-मन हमारा ह(ग) हमारा राीय पी ह(घ) हमार दश क सम सीमा क लबाई कमी ह(ङ) दश क लीय सीमा कमी ह(च) रापत तीन सना का होता ह8 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रगए -(अ) राीय पश(ब) राीय पीस) राीय पप(द) राीय वज9 शक क सहायता स सावधान एव वाम मा क बार म अयास करत ए 52सकड म रागान को लय म गान का भी अयास करयामक वक -सना ारा योग कए जान वाल अ-श क च इका कर अपनी कापी म चपकाएतथा उसक वषय म लख

कतना सीखा-4

1 र ान क पत कजए -(क) बीज को और खराब कर दत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज का कहलाता ह(ग) पवी क गोल आकार का तप कहलाता ह(घ) भारत महाप म त ह(ङ) लोक सभा क सदय साल क लए चन जात ह2 मलान कजए -वतता दवस मरयाना गतगाधी जयती 71 तशतपवी का सबस गहरा ान 15 अगतसबस बड़ा महाप 2 अटबरपवी पर जल भाग एशया3 ननलखत क उर लखए -(क) मलाकर और ाकर स आप या समझत हो (ख) बीज क अकर क लए कन-कन चीज क आवयकता होती ह (ग) यायपालका का या काय ह (घ) शासन क कतन अग होत ह और उनका या काय ह (ङ) गाधी जी क योगदान क बार म लखए (च) पवत णी और पवत म अतर कजए 4 सही क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का च लगाए (क) आवल म अनक बीज होत ह(ख) अ और परपव बीज ही अकरत होत ह (ग) भारत का राीय पप कमल ह (घ) लोब पर महासागर को नील रग स दखाया जाता ह(ङ) माउट एवरट एडीज पवत पर त ह

5 बीज क आतरक सरचना का च बनाकर उसक वभ भाग को नामाकतकजए 6 सही जोड़ बनाइए-भारत क पड़ोसी दश दशायामार उरभटान परबअफगानतान दणमालदव पम7 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रग -(क) राीय पप(ख राीय वज(ग) उर दश का राजपी(घ) राीय पी8 उर दश क 18 मडल क नाम लखए

  • 1- परिवार कल आज और कल
  • 2-मरा परिवार मरी पररणा
  • 3-गौरव परसकार
  • 4 - आओ मिलकर खल खल
  • 5-जीव जनतओ की रोचक बात
  • कितना सीखा-1
  • 6 -वनय जीवो का सरकषण
  • 7-जगल और जन-जीवन
  • 8-भोजय पदारथो का सरकषण
  • 9-हम और हमारी फसल
  • 10-पड-पौधो का भोजन
  • कितना सीखा-2
  • 11-ऐस भी होत ह घर
  • 12-आपदाए और उनस बचाव
  • 13-जल ह तो कल ह
  • 14-जल क गण एव जल परदषण
  • 15-यातरा
  • कितना सीखा-3
  • 16- बीज ही बीज
  • 17-विशव म भारत
  • 18-भारतीय सविधान तथा शासन वयवसथा
  • 19- राषटरीय एकता
  • कितना सीखा-4
Page 7: का -5 ) हमारा परवेश1 - परव र कल, आज और कल यह ट इय , शरद और उम क परव र क क छ च दए गए

7 या आपक का या कल म भी सरी जगह स ब आए ह यद हा तो उनसबातचीत करए -

व कहा स आए ह उह यहा या-या नया लगा या उह यह बदलाव अा लगा

8 अपन परवार क सबस बजग और दोत क परवार म कसी बड़ स बात करक नीचक तालका परी करो -

9 आप जब कसी शाद म गए थ उसम आपन या-या दखा अपनी कापी म चबनाकर दोत को दखाइए उनक ारा बनाए गए च भी दखए

शक नदश-

1 बदलाव जदगी का हसा ह इन बदलाव का ब पर गहरा असर हो सकता हइसलए यह आवयक ह क इस चचा को सवदनशीलता स कर

2 का म ब स परवार छोड़न क कारण पर चचा करवाए इसस ब म परवारपर पड़न वाल भाव क त समझ वकसत होगी

2-मरा परवार मरी रणा

म कल स खश होकर लौट रही थी पयावरण सरण पर सबस अा लख मरा था मघर पर दो लोग को अपनी यह बात सबस पहल बताना चाहती थी एक मरी नानी औरसर मर भया व दोन मरी बात स सबस यादा खश होत ह

मरी नानी मर बार म सनन को हमशा उसक रहती ह भया स मझ हमशा रणा मलतीह नानी क घर म उनक दख-भाल करन वाला कोई नह ह भया क बात मानकर नानीअब हमार साथ ही रहती ह नानी क उ यादा ह वह ऊचा सनती ह और उह दखताभी कम ह रोज सबह पापा उनको अखबार जोर-जोर स पढ़कर सनात ह इस उ म भीनानी तरह-तरह क पकवान बनाती ह वो बाट-चोखा भी बत अा बनाती ह मा नउह स बनाना सीखा मा आज भी नानी स पकवान को बनान क बार म पछती रहतीह नानी क साथ हम सब मज स रहत ह

चचा करए -

जब कोई बढ़ा हो जाता ह तब उनको या-या तकलीफ हो सकती ह

मर भया कशन सगीत सखात ह ब उनक बत इत करत ह भया को सगीतसनन दोत क साथ घमन और बात करन का बत शौक ह भया को दखता नह हफर भी वह अपन काम खद करत ह जब कभी उनको मदद क जरत होती ह तो हमसब उनक मदद करत ह भया को पढ़न का बत शौक ह भया न शहर जाकर सगीतसीखा अब वह गाव म रहकर ब को सगीत सखात ह वालय म 26 जनवरी ककायम को तयार करन म भी भया न सहयोग दया था जब भी वह घर क बाहर जातह तब एक सफद छड़ी ल जात ह

चचा करए-

हम उन लोग क मदद कस कर सकत ह जह दखता नह ह या आपक परवार म ऐसा कोई सदय ह जो दख बोल या सन नह सकताआप उनक मदद कस करत ह

इस भी जानए -

जो लोग दख नह सकत उनक पढ़न क लए एक खास लप म कताब तयार क जातीह जस ल कहत ह ल एक मोट कागज पर एक नकल औजार स ब बनाकर लखाजाता ह ल कागज पर हाथ फरकर पढ़ा जाता ह क उस पर या लखा ह

लई ल ास दश का रहन वाला था जब वह तीन साल का था तब एक नकल औजारस उसक आख म चोट लग गई और उसक आख खराब हो गई उस आख स दखनाबकल बद हो गया उसक पढ़न म बत च थी वह पढ़न क तरकब सोचता रहताथा आखर उसन ढढ़ ही लया एक तरीका-छकर पढ़न का पढ़न क यह वध बाद मल लप क नाम स जानी जान लगी

इस तरह क लप म मोट कागज पर उभर ब बन होत ह उभर होन क कारण इहछकर पढ़ा जा सकता ह यह लप छः ब पर आधारत होती ह आजकल ल मनए-नए परवतन ए ह जसस इस पढ़ना-लखना और भी आसान हो गया ह ल लपअब कयटर क ारा भी लखी जा सकती ह

और भी जानए-

जो लोग सन नह सकत उनक लए साकतक भाषा इतमाल क जाती ह साकतकभाषा पर आधारत वशष कायम ट0वी0 पर सारत होत ह

ट0वी0 पर मक बधर क लए समाचार आत ह दखो वहा बात को कस कार सकतक ारा समझाया जाता ह

भया क ईमानदारी-

शाम को भया बोल-चलो मला चल अपन पड़ोस क दोत को भी बला लो इस बारअलग-अलग राय क लोग अपनी-अपनी चीज लकर आए ह भया न मला घमायाहमन बत कछ खाया पया मबई क भलपरी भी खाई भलपरी वाल न गलती स छःक जगह पाच ही लोग क पस लए हमन सोचा चलो पस बच गए पर भया न हसाबलगाया और भलपरी वाल को बाक पस दए हम आपस म खसर-फसर कर रह थ तोभया न समझाया क नह अज हम कसी को नकसान नह पचाना चाहए

ईमानदार होन पर डरन क जरत नह पड़ती आम वास बढ़ता ह ईमानदार लोगको सभी पसद करत ह

उस दन हमन भया स जो सीखा उस कभी नह भलग

इनको भी जानए -

चचा करए-

अगर भया कम पस दकर चल आत तो ब उनक बार म या सोचत आप इसबार म या सोचत ह

अयास

1 उर लखो-

(क) कशन क परवार म कौन-कौन ह

(ख) कशन ब को या सखात ह

(ग) हम ईमानदार य होना चाहए

(घ) पाठ म अज न अपन भया को या-या बात बता ह

(ङ) ल स आप या समझत ह

2 या आपक साथ कोई ऐसी घटना ई जसम लगा हो क आपन ईमानदारी का पालनकया था उस घटना क बार म लखए

3 पयावरण सरण पर पाच वाय लखए

4 उन लोग क सची बनाइए जो आपक वालय क काम म सहयोग दत ह और यहभी लखए क उनक सहयोग स आपको या लाभ आ

5 अगर कभी कानदार गलती स आपको यादा पस वापस कर द तो आप या करग

ोजट वक -

या कशन जस लोग क मदद क लए कोई योजनाए चल रही ह अपन बड़ याशक क सहायता स पता करए और उन योजना क सची बनाइए

शक नदश-

1 - ब ललप को दखग तो बहतर ढग स समझ पाएग बरललप क जानकारी दतसमय ब को वातवक लशीट दखाना अा रहगा

2 - इस उदाहरण ारा ब का यान इस तरफ खचा जा सकता ह क हमार परवारऔर समाज म कछ ऐस होत ह जो सामाय न होत ए भी बत तभावान होतह

3 - परानी बात को जानन को महवपण ोत हमार बजग होत ह ब क अदर यहसमझ वकसत होन स वह बजग क साथ समय बताएग

3-गौरव परकार

दसबर माह क थम सताह म वालय क वाषक खलकद तयोगता का आयोजनकया गया यक का क बालक-बालका न अपन-अपन मनपसद खल म भागलया खलकद क अतम दन समापन समारोह म परकार वतरण का कायम चलरहा था खलकद क साथ ही वालय क अय गतवधय म उक दशन क लएlsquoगौरव परकारrsquo ात करन वाल ब क नाम क घोषणा होन वाली थी हर बार कतरह इस बार भी शादमा क नाम क चचा थी

मच पर धानायापक न मय अतथ को परकार पान वाल ब का नाम लखाकागज दया और माइक पर उसका नाम बतान का अनरोध कया मय अतथ माइकक पास खड़ ए ब म सगबगाहट होन लगी क कसका नाम बलाया जाएगा तभीमाइक पर मय अतथ न मध क नाम क घोषणा क तालय क गड़गड़ाहट क बीचमध न मय अतथ स परकार हण कया शादमा को अपन नाम क घोषणा काइतजार था कत मध क नाम क घोषणा क बाद उसका मन उदास हो गया मधा कसाथय न खशी स मध को चार तरफ स बधाई दन क लए घर लया शादमा उह रस दखकर ःखी हो रही थी

कायम समात होन क पहल ही शादमा बझ मन स घर पची और मा क गोद म सररखकर सबकत ए सारी बात बताई मा न शादमा को अपन पास बठाया और बोल

lsquolsquoइसम ःखी होन क कोई बात नह ह हर बार एक ही जीत य जरी नह हअपन-अपन दशन क आधार पर जीतता या हारता ह तह वचार करना चाहएक तहार दशन म कमी य आई rsquorsquo

lsquoमझ लगा क हर बार तो म ही जीतती इस बार भी जीत जाऊगी लकन ऐसा नहआ मन खल का समय भी पढ़ाई म लगाया कत परीा म भी मझ अ अक नहमल ऐसा य आ मा शादमा न मा क ओर दखकर पछा

शरीर व होता ह तो मतक भी व रहता ह शरीर को व रखन क लए खलऔर ायाम क आवयकता होती ह पढ़ाई क साथ-साथ खलकद मनय क सवागीणवकास म सहायक होत ह- मा न शादमा को बताया

लकन मा हम हाथ-पर ारा खलत ह इसका मतक क वाय पर कस भाव पड़सकता ह शादमा न आयचकत होत ए मा स पछा

शादमा क बात सनकर मा मकरा कर बोल- जब तम कट खलती हो तब तमन दखाहोगा क गद को पकड़न क लए हाथ को बढ़ात समय यह भी सोचना पड़ता ह क गदको आग बढ़कर पकड़ पाएग या पीछ हट कर या अय कस तरीक स गद को पकड़पाएग यह सकत हम मतक स ही मलता ह और उसी क अनसार हम गद पकड़ पातह कसी काय को करन क लए षारीरक एव मानसक प स वकसत होना आवयकह पढ़न लखन खलन आद सभी काय म हमारा मतक और षरीर दोन एक साथकाय करत ह

मा क बात सनकर शादमा समझ गई थी क पढ़ाई क साथ खल का अयास हमारशरीर और मतक क वकास म सहायक होत ह

चचा करए -

या आप वालय म खल क घट म खलत ह आप लोग म स कौन खलन नह जाताआप खल म कभी हार ह

या आपन हार क कारण को जानन का यास कया ह जीतन वाली टम को हारन वाली टम स कसा वहार करना चाहए

पता कर - खल क घट म यद कोई बा खलन नह जाता ह तो खलन न जान ककारण का पता लगाइए आप उस ब क या मदद कर सकत ह

गम क छया हो गई थ षादमा क बआ अपन बट आसफ क साथ छया बतानआई थ शादमा आसफ स मलकर बत खष ई दोन घर क बाहर धप म ही खलननकल गय ब को धप म खलता दखकर षादमा क मा न उह घर क अदर आकरखलन को कहा घर क अदर भला हम कस खल सकत ह खल तो बाहर ही खलसकत ह - आसफ न कहा खल घर क अदर भी खल सकत ह आओ म तह बताती-शादमा क मा न कहा षादमा और आसफ न बात मान ली और अदर आ गए

घर क अदर मा न शादमा को करमबोड नकाल कर दया आसफ न उस साफ कयाऔर करमबोड पर पाउडर छड़क कर गोटया सजान लगा तभी पड़ोस क नतन औरनवीन भी आ गए व भी साथ म बठकर खलन लग खलत ए अचानक आसफ नकरम बोड को पलट दया जसस बची गोटया गर ग नतन को बत गसा आयाशादमा जोर-जोर स आसफ को भला-बरा कहन लगी नवीन क आख म आस आ गएयक वो जीतन वाला था शोर-गल सनकर आसफ क मा वहा आ पता चला कआसफ खल म हार रहा था अतः उसन खल खम होन क पहल ही खल को बगाड़दया

हम जब भी कोई खल खलत ह तो उसम या तो हम जीतत ह या हारत ह हमारी कोशशहोती ह क हम जीत लकन हमशा ऐसा नह होता हार जान पर हम जीतन वालखलाड़ी क खल क यास क शसा करनी चाहए और उस बधाई दनी चाहए यदहम जीतत ह तो हारन वाल क यास क सराहना करनी चाहए क उसन अत तकजीतन का यास कया जीतन पर अहकार क भावना नह आनी चाहए मा स य सारीबात सनकर आसफ को अपनी गलती का एहसास आ उसन नतन नवीन और शादमास माफ मागी और पनः चारा खलन बठ गए

सोचए और बताइए -

या आसफ का यह वहार उचत था आप आसफ क जगह होत तो या करत

आओ जान खल क कार

खल दो कार क होत ह -

1 - इोर गम- इसका अथ ह घर क अदर खल जान वाल खल जस-षतरज टबलटनस करम आद

2 - आउटडोर गम- इसका अथ ह खल क मदान म खल जान वाल खल जस-हाककट फटबाल आद

आउटडोर गस वाय क ट स अधक अ होत ह यक य खल वातावरण मउछल कद क साथ खल जात ह इोर गस षात वातावरण म मानसक प सअधिाक सय होकर खल जात ह

कछ खल इोर और आउटडोर दोन होत ह जस-बडमटन टबल टनस आद

चचा करए-

आप अपन घर क अदर कौन-कौन स खल खलत ह आपको खलना य अा लगता ह घर क बाहर खला जान वाला आपका य खल कौन सा ह

मलकर ऐस खल-

सभी खल क अपन वश नयम होत ह हम खल नयम एव वधय क अनसारखलना चाहए खल मनय को अा वाय दान करत ह साथ ही खल भावना सखल गए खल लोग म पाररक सौहाद एव टम भावना जागत करत ह

आइए जान- कोई भी खल लड़क और लड़कय म बट नह होत सभी कार क खललड़क क साथ लड़कया भी खल सकती ह अपन दश क पी0ट0 ऊषा बीनामोलबालसमा रोजा क-एथलटस बला चधरी-तराक सानया मज़ा-टनस अज बाबीजाज-लबी कद मरीकाम-बासग साइना नहवाल-बडमटन साी मलक-कती मअतराीय तर पर अपनी छाप छोड़ चक ह हमार यहा क महला हाक और महलाकट क टम ववयात ह इसी कार वराट कोहली कट म वनाथन आनदशतरज म तथा सरदार सह हाक म भारत को स दला रह ह दाग महला एवपष भी परा ओलक खल म भाग लकर वदश म परकत हो रह ह हम खल कोलकर कोई भदभाव नह करना चाहए

अयास

1 सोचए और लखए -

(क) मानसक वकास क लए शारीरक वाय य आवयक ह

(ख) करम बोड खलत समय आसफ क जगह आप होत तो या करत

(ग) शारीरक वाय क लए आप अपनी दनचया म कस या को शामल करग औरय इसक लए कौन सा समय नधारत करग

(घ) अपन पसद क खल क नाम तालका म लखए इनम स घर क अदर खल जान

2 च दखकर लखए-

3 र ान क पत कजए -

शतरज गम ह खल स मनय का वाय रहता ह इडोर और आउटडोर खल सकत ह फटबाल गम ह

4 पता करक मलान कर -

(क) महश भपत तराक

(ख) सचन तलकर मकबाजी

(ग) मरीकाम टनस

(घ) बला चधरी कट

ोजट वक -

1 ननलखत ाफ स सबत खल का च अपनी पतका म चपकाकर खल कानाम लखए -

1 रणजी ाफ -

2 सतोष ाफ -

3 डवस कप -

4 आगा खा ाफ -

2 अपन मन पसद खल क बार म लखए -

उस खल क नयम या ह

आपको यह खल य पसद ह

4 - आओ मलकर खल खल

नतन और गनगन बत खष ह आज उनक गाव म नागपचमी क अवसर पर वभकार क खल तयोगता का आयोजन होन वाला था स काका लाउडीकर सगाव वाल को तयोगता म हसा लन क लए ोसाहत कर रह थ lsquoम तो लबी कदम भाग लगाlsquo नतन न कहा

lsquoम रसाकसी म भाग लगीlsquo गनगन न चहकत ए कहा

भीम रन राकष राहला और आफताब भी वहा आ गए सभी अपनी-अपनी पसद कखल क बार म चचा करन लग उसी समय नतन क दादा जी भी वहा आ गए ब नदादा जी को घर लया और तरह-तरह क सवाल करन लग दादाजी न बताया क जब वोछोट थ तो अपन म क साथ नागपचमी क अवसर पर कती और कबी आद खलम बड़ उसाह स भाग लत थ

आओ जान-

रसी कद कस दौड़ गद तड़ी कती रसाकसी टच एड पास घर म टपा खो-खोकबी आद ानीय खल ह

चचा करए-

आप कौन-कौन स खल खलत ह अपन गाव म खल जान वाल मख खल क नाम बताइए इस कस खलत ह या बड़ बजग भी खल म तभाग करत ह कन-कन खल म उनक नामबताइए या आपक मा और बहन भी खलती ह व कौन सा खल खलती ह और कहाखलती ह

गाव क लोग क लए यह आयोजन वशष था गाव क ही कबी क खलाड़ी अनकतको दश तर पर उक दशन क लए ाम धान ारा समानत कया जाना थाअनकत क अ दशन क कारण उसका चयन राीय तर क टम म भी हो गया थायह सभी गाव वासय क लए समान क बात थी इस अवसर पर आस-पास क अयगाव क लोग भी एक ए थ सभी अनकत क सफलता क बार म जानन को उसकथ

अनकत न समान हण करन क उपरात गाव क सभी बड़ स आशीवाद लया अपनीसफलता क लए पछ गए सवाल क जवाब म अनकत न अपन अनभव को सबक साथसाझा कया

मोहत को खल म बत च ह मोहत का पर पोलयोत हो गया था कत खल कत उसका लगाव कभी कम नह आ वह अपनी बसाखी क सहार खल तयोगताका आयोजन दखन आया था अनकत क अनभव को सनकर मोहत क आख मआस आ गए मोहत न अनकत स पछा - या म कभी नह खल पाऊगा lsquolsquoतमअवय खल पाओग ढ़ इा श स सब कछ सभव ह अय ब क साथ दागब क लए सरकार क ओर स खल योजना क अतगत लाक तर जनपद तरएव दश तर पर खल तयोगता का आयोजन कया जाता ह उक दशन सचयनत ब राीय तर एव अतराीय तर पर तभाग करन का अवसर ात करतहrsquorsquo अनकत न मोहत क कध पर हाथ रखकर बताया

इह जान-

मजर यानचद - पव कतान हाक इनक नतव म भारतीय टम न ओलक म वणपदक जीता

पीवी स - बडमटन खलाड़ी रयो ओलक म रजत पदक वजता

सशील कमार - पहलवान भारतीय कती

मताली राज - कतान महला कट टट कट मच म दोहरा शतक बनान वालीपहली भारतीय महला खलाड़ी

अजय ठाकर - कतान भारतीय कबी टम भारत को कबी वड चयन बनान वालकतान

सया - कतान राीय खो-खो टम

हाक फटबाल कट बडमटन जडो जमनाटक एथलटस (दौड़) कबीमलखब खो-खो आद राीय खल ह हाक क खलाड़ी मजर यानचद क जमदन 29 अगत को भारत म lsquoराीय खलदवसlsquo क प म मनाया जाता ह हमारा राीय खल हाक ह

चचा करए-

या आप अपन वालय स बाहर भी खल म भाग लन गए ह खल का नामबताइए खल म आपका दशन कसा था राीय तर क खल म आपको कौन सा खल पसद ह और य

कछ भी मकल नह -

परा ओलक खल म नया भर क शारीरक तौर पर दाग खलाड़ी हसा लत हइन खलाड़य का जबा और जीत क कोशश इनक शारीरक कमजोरय को पीछछोड़ दती ह

हमारा गौरव

शरीर का नचला हसा स हो जान क बाद भी शाटपट (गोला फ क) म दपा मलक नरजत पदक जीतकर परा ओलक 2016 म पदक जीतन वाली पहली भारतीय महलाखलाड़ी बन गई ह य जवलन ो तराक एव मोटर रसलग स जड़ी एक दागभारतीय खलाड़ी ह परा ओलक खल म उलखनीय उपलय क कारण भारतसरकार न इहअजन परकार दान कया

तमलनाड क मरयपन थगावल न ऊची कद म वण पदक जीता पाच साल क उ मएक घटना म उनका एक पर जमी हो गया था इलाज क बाद भी ठक नह आगरीबी और शारीरक कमजोरी क बाद भी उहन हार नह मानी अपनी कड़ी महनतऔर लगन स वण पदक हासल कया ऐस ही लोग क बदौलत भारत का नाम वतर पर चमक रहा ह

अयास का महव

खलकद म शारीरक वाय एव अयास का महवपण ान ह नरतर खल काअयास हमारी शारीरक और मानसक सयता को बढ़ाता ह खलकद स हम

अनशासत धयवान समयब और वन होत ह खल का अयास करन सआमवास बढ़ता ह जसस खल क कौशल एव बारीकय को तीगत स सीखा जासकता ह हम खल म नयमत अयास एव कशलता स दश एव राीय तर परसफलता ात कर सकत ह अतः तदन अपन मनपसद खल का अयास अवयकरना चाहए खल हम आनद क अनभत भी कराता ह

हमार कछ पाररक खल

ाचीन काल स लकर आज तक क खल क वप म महवपण बदलाव ए ह खलक खल जान क साधन ान पोशाक तथा नयम आद म सवधानसार अनकपरवतन ए ह पहल पड़ क सखी टहनय एव लकड़य को वय तराश कर खलनयोय बनाया जाता था खल क वही उपकरण अब कारखान म बनाए जात ह जो योगकरन म आरामदह तथा दखन म भी आकषक होत ह खलाड़य क लए सरी टम सअलग दखन क लए अनक रग क सवधाजनक ोटस कट उपल ह खलन कलए टडयम एव खल क मदान बनाए गए ह जहा टordfक (मदान म दौड़न क लाइन) एवकाश आद क उचत वा रहती ह और खलाड़य को खलन क लए आदश कोट(खलन का नधारत ान) उपल होत ह टडयम म बत सार लोग एक साथ बठकर खल का आनद ल सकत ह

अयास

1 र ान भर-

(क) हमार दश का राीय खल ह

(ख) खल का अयास हमारी और सयता को बढ़ाता ह

(ग) घर म टपा खल ह

(घ) भारत म राीय खल दवस अगत को मनाया जाता ह

2 नीच लख खलाड़य क नाम क आग उनस सबत खल का नाम पता कर औरलख-

सचन तलकर साइना नहवाल सरदार सह गीता फोगाट मरीकाम

3 खल क नाम एव उनक च को दख इनम स ानीय खल क lsquoतीरlsquo को नील रग सतथा राीय खल क lsquoतीरlsquo को लाल रग स भर-

ोजट वक -

अपन घर क बड़ बजग स पता कर क जब व आपक आय क थ तो कौन-कौन स खलखलत थ कसी एक खल का नाम एव खलन का तरीका लखए

5-जीव जतओ क रोचक बात

आपन अपन आस-पास गौरया कबतर जस पय को दाना को चगत ए दखा होगाया आपन कभी सोचा ह क य पी र स ही इन दान को कस दख लत ह आपनदखा होगा क थोड़ी सी मीठ चीज जमीन पर गर जाए तो कछ ही दर म वहा चीटयका झड इका हो जाता ह

हमारी तरह जानवर म भी दखन सनन सघन और महसस करन क श होती हकोई जानवर मील र स अपन शकार को दख लता ह कोई हक स हक आहट कोभी सन लता ह कोई जानवर अपन साथी को सघकर ढढ लता ह

आप कस पहचानत ह लखए-

रग क पहचान - आख ारा दखकर

आवाज क पहचान-

ग क पहचान -

वाद क पहचान-

श क पहचान -

वभ जीव-जत अपन दखन सघन आद वशषता का उपयोग भोजन को ढढ़नऔर खतर को भापन म करत ह आइए जान जानवर क अजब नया क बार म

दखन क श - जीव म पय क सबस अधक तज होती ह चील बाज औरग जस पी हमस चार गना यादा दख पात ह जो चीज हम दो मीटर क री सदखाई पड़ती ह वही चीज य पी और भी अधक री स दख लत ह बली चीताउल तआ आद जीव तो अधर म भी अ तरह स दख सकत ह

अगर पय क तरह आपक आख आपक कान क जगह होती तो आप ऐस याकाम कर पात जो अभी नह कर पात ह और ऐस या काम नह कर पात जो अभीकर पात ह

यादातर पय क आख उनक सर क दोन तरफ होती ह पी एक ही समय म दोअलग-अलग चीज को दख सकत ह जब य बकल सामन दखत ह तब इनक दोनआख एक ही चीज पर होती ह

आपन दखा होगा क कछ पी अपनी गदन बत यादा घमात ह जस-उल जानत हय इसका कारण ह क यादातर पय क आख क पतली घम नह सकतीइसलए व अपन चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमात ह

पता कजए और लखए-

ऐस पी का नाम जसक आख सामन क तरफ होती ह

इस भी जान-

बत स जानवर रग को दखन पहचानन म अम होत ह उनक मा काला औरसफद रग दख पाती ह कत बदर मानव क तरह अलग-अलग रग को पहचानन मसम ह

सघन क श-

कछ जानवर म सघन क श बत तज होती ह या आपन कभी कसीक कोइधर-उधर कछ सघत ए दखा ह कम सघन क मता बत तज होती ह यदकाकसी ान स सर ान पर चल जात ह तो वह अपनी सघन क श क कारणवापस उसी ान पर आ जात ह

इस भी जान-क क सघन क श क कारण ही वोटक व नशील पदाथ को ढढ़नतथा अपराधय क पकड़न म उसक मदद ली जाती ह

शर चीता बली भी अपन सघन क श स अपन लए भोजन क तलाश व अपनवास ान को पहचानत ह चटया चलत समय जमीन पर कछ ऐसा पदाथ नकालती हजस सघकर पीछ आन वाली चीटय को राता मल जाता ह कछ नर कड़ मकोड़ गधस मादा कड़ क पहचान कर लत ह मर भी हमार शरीर क गध स हम ढढ़ लत ह

कन-कन मौक पर आपक सघन क श आपक काम आती ह सची बनाइए -

कसी चीज क जलन का पता चलना

कतन तज ह कान - तआ चीता बली आद जानवर क सनन क श बत तजहोती ह इनक बड़ कान मामली वन को भी सन सकत ह इसी तरह खरगोश क भीबड़ कान होत ह जो खतर का अनमान लगान म सम होत ह उनक कान वन कदशा म घम जात ह

चचा करए-

आपको या लगता ह या जानवर क कान क आकार और उनक सनन क श मकछ सबध होता ह

साप क पास बाहरी कान नह होत ह व जमीन पर होन वाल कन महसस करत हबीन क आवाज सनकर साप का नाचना लोग म फला एक म ह

इसी तरह चमगादड़ क सनन क मता बत तज होती ह व बत ऊच सर वालीआवाज अपन मख अथवा नाक स नकालत ह जब व आवाज कसी वत स टकराती हतो गजती ह इस गज को अपन कान स सनकर चमगादड़ अधर म अपन भोजन क रीऔर दशा का पता लगा लत ह

पता कजए और लखए-

ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स बड़ होत ह- ऐस जत क नाम लखए जनक बाहरी कान नह होत ह ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स छोट होत ह

आवाज अलग-अलग-

जगल म ऊच पड़ पर बठा लगर पास आती मसीबत (जस शर चीता) को दखकर एकखास आवाज नकालकर अपन साथय को सदश दता ह इस काम क लए पी भीखास आवाज नकालत ह कछ पी अलग-अलग खतर क लए अलग-अलग आवाजनकालत ह जस उड़कर आन वाल मन क लए एक तरह क आवाज और जमीन परचलकर आन वाल क लए सरी तरह क आवाज आवाज चाह कसी भी जानवर ननकाली हो उस इलाक म रहन वाल सभी जानवर इस चतावनी समझ सचत हो जात ह

सोन का ढग- जब कभी आप थक जात ह तो आराम करन क जरत महसस करत हएक छोटा बा दन म 14-16 घट सोता ह वयक क लए 6 स 8 घट क नद पयात

ह इसी तरह जानवर भी सोत ह

यादातर जानवर हमारी तरह रात म सोत ह कछ जानवर जस-उल चमगादड़ दन कसमय सोत ह बत स जीव-जत कसी खास मौसम म लब समय तक दखाई नह दतह यक बदलत मौसम क साथ वह अपना अनकलन करत ह

आपन भी दखा होगा क सदय म छपकलया नह दखाई दती ह

च म कछ जानवर क सोन क समय को दखाया गया ह च क नीच लखए क वहजानवर दन म कतन घट सोता ह एक छोटा खाना दो घट क बराबर ह

छपकली क लए सदय म यह घड़ी कसी दखगी बनाइए

अयास

1 कह दो जीव क नाम लखए-

(क) जनक सघन क श तज होती ह

(ख) जनक सनन क श तज होती ह

(ग) जनक बाहरी कान नह होत ह

(घ) जो रात म दख सकत ह

(ङ) जो दन क समय सोत ह

2 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) हम रगो क पहचान श ारा करत ह ( )

(ख) क क सनन क श तज होती ह ( )

(ग) उल दन क समय सोत ह ( )

(घ) हम वाद का अनभव दखकर करत ह ( )

(ड) खरगोश अपन कान स खतर का अनमान लगा लत ह ( )

(च) साप क बाहरी कान नह होत ह ( )

(छ) पी चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमा लत ह ( )

(ज) तआ अधर म नह दख सकता ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) जमीन पर मीठा गरन स चीटया कस आ जाती ह

(ख) पी अपनी गदन य घमात ह

(ग) कŸा का उपयोग अपराधय को पकड़न म य कया जाता ह

(घ) खरगोश कस कार खतर का अनमान लगात ह

4 दए गए च म जानवर क कान एक-सर स बदल दए गए ह पहचानए औरबताइए

कतना सीखा-1

1 आपको कौन सा योहार पसद ह इस दन घर क सदय या-या काय करत ह तालका म लख -

घर क सदय काय

तम

तहारी मा

तहार पता जी

भाई-बहन

दादा

दाद

2 अपन पसद क इोर और आउटडोर गस क सची बनाए -

इोर गम आउट डोर गम

3 या आप अपन इलाक क कसी स खलाड़ी को जानत ह यद हा तो उसकानाम और वह कौन सा खल खलत ह लखए -

खलाड़ी का नाम - खल का नाम

-

4 पता कर और लख -

(क) भारतीय महला कबी टम क कतान का नाम

(ख) भारतीय हाक (पष) टम क कतान का नाम

(ग) राीय मकबाज का नाम

(घ) परा ओलक (महला) म ऊची कद म वण पदक

जीतन वाली महला खलाड़ी का नाम

5 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भर -

क दखन जीभ साप

(क) सघन क श म बत तज होती ह

(ख) क बाहरी कान नह होत ह

(ग) वाद का अनभव हम ारा होता ह

(घ) पय क क श तज होती ह

6 कछ ऐस जीव क नाम लख जो लब समय क लए नद म चल जात ह

7 जानवर खास आवाज य नकालत ह

8 आप गद स खलन वाल कतन खल जानत ह द गई गद म सची बनाए -

6 -वय जीव का सरण

आपन अपन आस-पास अनक जानवर को दखा होगा इनम कछ जानवर पालत होत हजह हम अपन उपयोग क लए पालत ह कछ जानवर जगल म रहत ह ऐस जानवरको वय जीव कहत ह

च को दखकर पालत और जगली जानवर क सची बनाइए

पालत जानवर - जगली जानवर

-

जीव जत हम कत ारा दए गए उपहार ह हम अपनी आवयकता क पत कलए कसी न कसी प म इन जत पर नभर ह बल खर ऊट घोड़ा आदजताई बोझा ढोन तथा सवारी ढोन का काम करत ह गाय भस भड़ बकरी स धमलता ह मग बतख स हम अडा मलता ह इसी तरह मर ए जानवर क खालतथा हय स जत पस बटन कघी तथा अय सजावट क सामया बनती ह भड़ऊट याक जस जत स हम ऊन मलता ह

तालका परी कर -

चचा करए-

यद य उपयोगी जत हमार जीवन स धीर-धीर वलत होत जाए तो या होगा

कटत जगल वलत होत जीव -

ऊपर बन च को दख इन च म मशः परवतन दखाई पड़ रहा ह

आइए जान ऐसा य आ

आज स बत साल पहल घन जगल आ करत थ इन जगल म तरह-तरह क पड़- पौधएववय जीव पाए जात थ पड़-पौध एव वय जीव क सया भी बत अधक थीजनसया बढ़न क साथ आवयकताए बढ़ खती करन व मकान बनान क लए हमअधक भम क आवयकता ई इस कारण घन जगल क कटाई श (ार) कगई जसस पड़-पौध कम हो गए पड़-पौध क सया कम होन क कारण वषा कमहोन लगी नदया लग इसका असर जगल म रहन वाल वय जीव पर पड़ा सरतान एव भोजन एव पानी क कमी क कारण इनक सया कम होन लगी कछ पश-पय क जातया तो परी तरह खम हो ग ह

कारखान रलव लाइन सड़क व बाध आद क नमाण काय न बत स जीव-जत कघर को न कया इसक परणामवप पश-पय क सया म गरावट आई

कछ लोग अपन फायद क लए गर काननी तरीक स जानवर का शकार करत ह हाथीदात क लए हाथय का शकार कया जाता ह बाघ शर हरन कछआ आद जानवरक खाल का अवध ापार कया जाता ह गड व बारहसगो को उनक सग क लएमार दया जाता ह

इन कारण स वय जीव क सया लगातार कम होती जा रही ह पश-पय क कछजातया तो परी तरह समात (खम) हो चक ह जह वलत जातया कहत ह यजातया अब दखाई नह दती ह जबक कछ जातया खम होन क कगार पर हजह सकटत जातया कहत ह

वय जीव

वलत जातया- सकटत जातया

डायनासोर गौरया

ममथ अकन हाथी बाघ

लाल पाडा ग

डोडो पी साही

लाल तोता शर काला हरण बारहसगा कछआ

वय जीव का सरण -

वय जीव को बचान क लए सरकार ारा कानन बनाए गए ह जानवर क खाल दातही सग क अवध ापार पर रोक लगा द गई ह पश-पय को सरा दान करन

क लए राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना क गई ह इन ान मवय जीव का शकार करना मना होता ह यहा पश-पी वत प स रहत ह

ऽ गौरया को बचान क लए या कर सकत ह

भारत क मख वय जीव अयारय एव उान

- धवा राीय उान (उ)

- चभा वय जीव अयारय (उ)

- राजाजी राीय उान (उराखड)

- गर राीय उान (गजरात)

- नदा दवी राीय उान (उराखड)

- जम काबट राीय उान (उराखड)

- बादपर राीय उान (कनाटक)

- काजीरगा राीय उान (असोम)

- बाधवगढ़ राीय उान (म)

- काहा कसली अयारय (म)

- सरका राीय उान (राजान)

इस भी जान

रड डाटा बक वह कताब ह जसम सभी सकटत जातय का रकाड रखाजाता ह

गौरया को बचान क लए अब हर साल 20 माच को lsquolsquoव गौरया दवसlsquolsquo मनायाजाता ह बाघ हमारा राीय पश ह इसका अतव खतर म ह इसक सरा क लए बाघपरयोजना (ोजट टाइगर) लाग क गई ह

जानवर क त सवदनशीलता-

दए गए च को दखए और पढ़ए-

अब यह पटारी ही मरा घर बन गया ह म तो जगल क जानवर स मलना भल ही गया

यह मत सोचो क म सक स म नाचकर कदकर और कई तरह क करतब दखाकर खश अगर म य सब न क तो भखा र

नाचत-नाचत मरी हालत खराब हो जाती ह कभी-कभी तो खाली पट नाचना पड़ता ह

पजड़ म बद रहकर म खली हवा म सास लना भल ही गया इस पजड़ म रहकर मरपख भी कसी काम क नह

य जानवर उदास य ह सभी जानवर क बात को पढ़कर आपको या सीख मलती ह

ायः आपन मदारी सपर आद क बार म सना होगा मदारी बदर भाल आद का खलदखाता ह इसी तरह सपरा तरह-तरह क साप दखाता ह तथा अपनी बीन क धन परउह नचाता ह य लोग अपनी रोजी-रोट क लए इन जानवर पर नभर होत ह य लोगका मनोरजन करत ह और बदल म लोग इह अनाज पस आद दकर जीवन-यापन(गजर-बसर) म उनक मदद करत ह

हम जानवर पर कसी न कसी कार स नभर होत ह हम अपनी आवयकता कपत क लए वभ जानवर को पालत ह जानवर को पालन क साथ-साथ हम उनकत सवदनशील होना चाहए हम उनक दखभाल करनी चाहए उनक भोजनचकसा क वा करनी चाहए पय क लए अपन घर क बाहर या छत परउनक दाना-पानी क वा करनी चाहए सड़क पर घमन वाल अय जानवर को भीहम छड़ना नह चाहए यद सभव हो तो उह भी खाना दना चाहए

अयास

1 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर (ग) का च लगाए-

(क) जगली जानवर को हम अपन घर म पालत ह ( )

(ख) ग एक वलत जात ह ( )

(ग) जानवर क त हम सवदनशील होना चाहए ( )

(घ) वय जीवो को बचान क लए राीय पाक क ापना क गई ह ( )

(ङ) जम काबट अयारय मय दश म त ह ( )

(च) जगल क कटन स पश-पय क सया म व ई ह ( )

(छ) मदारी बीन क धन पर बदर को नचाता ह ( )

2 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भरए -

रड डाटा बक ऊन वलत बाघ उपहार

(क) डायनासोर एक जात ह

(ख) भड़ ऊट याक आद जत स हम ात होता ह

(ग) सकटत जातय का रकाड म रखा जाता ह

(घ) हमारा राीय पश ह

(ड) जीव-जत हम कत ारा दए गए ह

3 क उर लखए -

(क) वय जीव क सया म गरावट य होती जा रही ह

(ख) उराखड राय क दो राीय उान क नाम लखए

(ग) ोजट टाइगर या ह

(घ) कह दो सकटत एव वलत जातय क नाम लखए

(ङ) वय जीव अयारण तथा राीय उान क ापना य क गई

ोजट वक

1 वलत हो रह वभ जीव-जत या पय क च चाट पपर पर चपकाए तथाउनक बार म जानकारी एक कर लख उनक लत होन क कारण लखकर उनक एकरपोट तयार कर का म लगाए

7-जगल और जन-जीवन

आपन जगल क बार म सना होगा ायः आपन ट0वी0 म भी जगल क य दख हग

-

आपन दखा होगा तरह-तरह क फल-फल कई तरह क छोट-बड़ पड़-पौध रग बरगीचहचहाती चड़या और बत स जानवर जगल म र-र तक हरयाली रहती ह जगलम पय क चहचहाहट और वभ जानवर क बोलया भी सनाई दती रहती ह

ऐस ही सदर जगल स ढक ह हमार दश क कई हस

चचा करए-

कह बत सार पड़ उगाए गए ह तो या वह जगल बन जाता ह जगल हमार लए य महवपण ह इन जगल स हम या मलता ह

जगल तरह-तरह क पड़-पौध व पष-पय का वास ान होत ह इनका मनय कजीवन म अयत महव ह य वायमडल म आसीजन क माा को बढ़ात ह औरवशली गस क माा को कम करत ह य म क कटाव को रोकत ह वषा करान मभी इनक महवपण भमका होती ह

जगल स उपयोगी इमारती लकड़या ात होती ह हमार दष म लगभग 4000 सअधक कम क लकड़या वन स ात होती ह इनम सागौन षीषम दवदार चीड़आद इमारती लकड़या महवपण ह जन पर हमारा लाईवड उोग काठ उोगइमारती लकड़ी उोग आद नभर ह बास क पड़ स चटाई डलया हाथ वाला पखाबासरी बनाई जाती ह इनस कागज दयासलाई का रषम रबर लाख बीड़ी पलऔशध आद उोग क लए का माल ात होता ह पलाश व कसम क पौध परलाख क कट एव षहतत क पौध पर रषम क कट का पालन कया जाता ह

पता कजए-

हम जगल स और या-या चीज मलती हपश-पय क अलावा जगल म और कौन रहता ह

ारक मानव जीवन

मानव सयता क वकास क कहानी लाख वश परानी ह सयता क आर म मानवजगल म रहता था मानव आदकाल स ही जगल पर नभर था पहल मानव बदर कभात चार पर पर चलता था धीर-धीर उसका वकास आ और वह दो पर पर सीधाखड़ा चलन लगा अगल पर का योग हाथ क प म करन लगा मतक और हाथका उपयोग वह तरह-तरह क काय म करन लगा

आज क भात ारभ म मानव क पास रहन क लए घर नह थ व एक जगह स सरीजगह घमत रहत थ व खल आकाष क नीच जगल म नदय व झील क कनारगफा म रहत थ जगली जानवर स अपनी सरा तथा उनका शकार करन क लएउनक पास कवल पर क ही औजार थ

कदमल फल तथा शकार स ात मास ही उनका मय भोजन था जानवर क खालपड़ क छाल एव प को व क तरह पहनत थ इस तरह जीवन तीत करन वालमानव आदमानव कहलाए

कस मली आग -

एक बार बत तज आधी आई कछ पड़ क डालय क आपस म रगड़न स चगारयानकलन लग य चगारया जब सख प और घास पर पड़ तो आग लग गई आगलगन स बत सार जानवर भाग गए जो नह भाग पाए व जल गए आद मानव नउनक मास को खा कर दखा उह भना मास अा लगा

एक बार जब पर स पर टकराया तो उसम स भी चगारी नकली व खशी स झमउठ आहा मल गई आग

आग क खोज ारक मानव क एक बड़ी उपलिा थी इसक खोज क साथ हीमानव भोजन को पकाकर खान लगा आग का उपयोग उसन अपन शरीर को गम रखनऔर जगली जानवर स रा करन क लए कया

सोचए और लखए-

आग का उपयोग करन क पहल मानव का जीवन कसा रहा होगाआग का ान होन क बाद मानव जीवन म या परवतन आया होगा यद आग नह होती तो हम या-या दकतपरषानया होती आग का उपयोग हम कहा-कहा करत ह

धीर-धीर मानव अपन चार ओर क वातावरण को समझन लगा उसन पर क छोटऔर सडौल औजार बनान ष कए पर क अतर जानवर क हया एव सग स

भी औजार बनाए उसन अपन आप उगी घास और अनाज को एकत करना ष करदया

इस भी जान-

का मानव का थम पालत पश थाताबा सवथम खोजी गई धात थी

इधर-उधर बखर अनाज स पनः अनाज उगता दख उसन खती करना सीख लया खतीकरन क लए उह अलग तरह क औजार बनान पड़ इन औजार को टकाऊ बनान कजरत महसस ई यक पर क औजार जद टट जात थ अपन औजार कोटकाऊ बनान क लए उहन बत उपाय कए और जमीन क खदाई कर ताब को खोजनकाला खती क साथ पषपालन भी ारभ आ पष का योग मास व ध ातकरन म कया जाता था

ताब क औजार स काम काफ आसान हो गया बाद म जब लोह का पता चला तबउसस भी औजार बनाए य औजार ताब क औजार स अधक मजबत रहत थ इनधात क खोज क साथ कहाड़ी और हसया उनक मख औजार हो गए थ

पहाड़ो स लढ़कत ए लकड़ी क बड़-बड़ ल को दखकर उह पहए का वचार आयाल को काटकर उहन पहए का आवकार कया इसका योग म क बतन बनानम तथा सामान ढोन म कया जान लगा

सोचए और लखए-

कहाड़ी और हसया स या-या कया जा सकता हपहए का उपयोग ारभक मानव न कन-कन काय क लए कया होगाआपन अपन आसपास पहए का उपयोग होत कहा-कहा दखा ह

जगल और आदवासी

या आपको पता ह क आज भी हमारी जनसया का एक छोटा हसा जगल मनवास करता ह इह हम आदवासी कहत ह य हमार दष क वभ राय म पाएजान वाल जगल म नवास करत ह आदवासय का जीवन परी तरह जगल पर नभरहोता ह

अपनी दनक आवयकता क पत य जगल स मलन वाल वभ उपाद क ाराकरत ह जगल स ात क पदाथ स य डलया चटाई ढोल बासरी टोकरीपŸाल बतन जड़ी-बट स औशधिा (दवा) आद बनाकर ानीय बाजार म बचत हऔर अपना जीवकोपाजन करत ह य जगल क रखवाल होत ह य जगल को काटतनह ह जतनी जरत होती ह उतना ही जगल स लत ह आदवासय क जदगीजगल स ही जड़ी होती ह अगर जगल नह बचग तो य भी नह बचग

इस भी जान

जगल अधकार कानन 2007 -यह कानन आदवासय को जगल पर उनका हकदलाता ह इसक अनसार जो लोग कम स कम 25 साल स जगल म रह ह उनका वहाक जगल और वहा पदा होन वाली चीज पर हक ह उह जगल स हटाया नह जाएगाजगल बचान का काम भी उनक ाम सभा करगी

चचा करए-

अगर जगल नह बचग तो आदवासी नही बचग ऐसा य यद य जगल न हो जाएतो हमार जीवन पर या भाव पड़गा

आदवासय क लए जगल ही सब कछ ह वकास क लए बत सी योजनाए चलाईजाती ह कह बाध बनाए जात ह तो कह फटरी इन योजना क कारण जगल काटजात ह जगल क कटन स आदवासय क जीवन पर तकल भाव पड़ा ह व अपनी

घर सकत कला पररा आद स र हो जात ह आदवासी ही नह बक गावकब और षहर म रहन वाल लोग का जीवन भी जगल क कटन स भावत हो रहाह हम पयात माा म ष हवा नह मल पा रही ह वशा म कमी क कारण फसल काउपादन भावत आ ह

पता कजए-

या आपक आस-पास कोई ऐसा काम चल रहा ह जसक कारण वहा क पड़ काटजा रह ह इसक वजह स वहा क वातावरण पर या भाव पड़ रहा ह पड़-पौध क सया बढ़ान क लए हम या यास कर सकत ह

हमार दष म पहल लोग जगल और बाग बगीच स यार करत थ कसान अपनी खती कआध भाग म पड़ जर लगात थ पर अब लोग पड़ लगाना भलत जा रह ह हमअधिाक स अधक पड़ लगान चाहए और उनक दखभाल करनी चाहए यद वकासकाय क लए कसी ान वषश स व काट जाए तो वकप क प म अय ानको चयनत कर उनम अधक स अधक पड़ लगान चाहए

वन का बचाव -

सरकार न वन क रा क लए सामाजक वानक नाम क योजना श क ह उसनकानन बनाकर वन क कटाई पर रोक लगा द ह

पहाड़ी इलाक म लोग न चपको आदोलन चलाकर पड़ क कटाई रोकन क कोशशक ह इस आदोलन क शआत ी सदर लाल बगणा जी न क थी इस आदोलनम लोग न पड़ स चपककर उनको काटन का वरोध कया चपको आदोलन का एकनारा ह-lsquolsquoलकड़ी पानी और बयार य ह जगल क उपकारlsquolsquo

वन को बचान क लए ी क0एम0 मशी ारा सन 1950 म वन महोसव कशआत क गई इस महोसव म पड़ लगान का काय कया जाता ह

पहाड़ी इलाक गढ़वाल म लड़क-लड़कय क शाद क अवसर पर पड़ लगान क थाश क गई ह इस lsquoमती आदोलनlsquo कहत ह इसम ववाह क बाद ससराल आन परलड़क मायक क याद म एक पौधा लगाती ह और उसक दखभाल करती ह इस मतीव कहत ह

अयास

1 दए गए शद क सहायता स र ान भिारए -

(आसीजन लाख पर जगल आदमानव)

(क) ारक मानव क औजार बनात थ

(ख) जगल वायमडल म क माा को बढ़ात ह

(ग) मानव वकास क कहानी वष परानी ह

(घ) आदवासय का जीवन पर नभर होता ह

(ङ) आग क खोज न क थी

2 जगल कटन स होन वाल परणाम लखए

3 तलना कर -

जीवन शली आदमानव आज का मानव

(क) रहन का ान (नवास)

(ख) खान-पान (भोजन)

(ग) रहन-सहन (व)

4 चपको आदोलन या था इस कसन ार कया

5 आदवासी अपना जीवकोपाजन कस करत ह

6 पता कर -

म क बतन बनान म आग और पहय क उपयोगता

7 चचा कर -

अगर हम खती करना नह जानत तो भोजन कहा स ात करत और या खात

ोजट वक

भारत क मानच म वभ राय म पाए जान जगल को हर रग स भर कर दशाए औरका म इस चपकाए

8-भोय पदाथ का सरण

ब या आप जानत ह क तदन हम जो भोजन करत ह उस सरत कस रखाजाता ह घर म भोय पदाथ जस-अनाज दाल व मव आद को सख एव व डबम बद करक य रखा जाता ह पक ए भोजन को ढककर य रखत ह सोचो औरबताओ

हमार वाय क स उ सभी काय हमार लए अत आवयक ह यक हमारवातावरण म उपत समजीव हमार भोय पदाथ को सषत (खराब) कर दत ह

भोय पदाथ क सषत (खराब) होन क मय कारण

भोय पदाथ क सरण क बार म जानन स पव यह जानना आवयक ह क हमारभोय पदाथ खराब य हो जात ह आओ करक दख-

भोय पदाथ कस खराब होत ह

योग- एक रोट पर पानी क कछ बद डालकर एक डब म बद कर द कछ दन तकरोट को रोज दखो जब तक आपको इस पर कछ बदलाव न दख द गई तालका कोचाट पर बनाओ और का म चचा करन क बाद उस भरो

दन रोट म बदलाव

छनश म गध म रग म

सामान क खाली पकट पर लखी मय वजन तारीख आद सबधी जानकारी कोदखए और चचा करए

पता करो-

रोट म या बदलाव आया रोट पर फफद य आई

योग-2 -वालय म बन एम0डी0एम0 स थोड़ा सा भोजन लकर उस कसी कटोरी मढककर रख ब को इस दखाए और हो रह बदलाव को तालका म अकत कर-

दन भोजन म या बदलाव आ

थम दन

तीय दन

आपन दखा क ढककर रख होन क बावजद भी यह भोजन खराब हो गया ऐसा य आ

भोय पदाथ को नम ान और खला रखन स धल क कण मखया फफद व जीवाणआद उस खराब कर दत ह जसस उसक पोषक तव न हो जात ह और वह खानयोय नह रहता ह गम क दन म भोजन जद खराब हो जाता ह जबक सदय मजद खराब नह होता ऐसा य

तापमान कम होन स जीवाण जद नह पनपत

भोय पदाथ क सरण क आवयकता

गम एव नमी दोन ही तय म फफद व जीवाण शीता स पनपत ह यही भोयपदाथ को खराब व सड़ान का भी काय करत ह यद भोय पदाथ म इनक बढ़न परनयण पा लया जाए तो इह खराब होन स बचाया जा सकता ह भोय पदाथ काउचत रख-रखाव न करन स ननलखत नकसान होत ह-

उनम फफद लग जाती हवाद खराब हो जाता ह भोय पदाथ म पोषक तव क कमी आ जाती हघन एव कड़ पड़ जात ह

हमार वाय क स भोय पदाथ को सरत रखना आवयक ह

हम लोग शीत ऋत म हर ताज मटर बड़ चाव स खात ह आपन ीम ऋत म भी डबाबद हरी मटर दखा और खाया होगा आल तो हम खान क लए सभी महीन म मलताह आप सोचए क मटर और आल को कस सरत रखत ह

भोय पदाथ जस-ग चना दाल चावल अचार व मरबा आद को हम साल भरउपयोग कर सक इसक लए उह उचत वधय स सरत रखना पड़ता ह इसीलएभोय पदाथ क सरण क वधय क खोज क गई एव उन वधय क अनसार भोयपदाथ को सरत करक रखा जान लगा ह

आपक घर म अनाज और दाल को कड़ स बचान क लए या-या उपाय करतह

भोय पदाथ क सरण क वधया-

भोय पदाथ क सरण क नन वधया ह-

1 सखाना (नजलीकरण) -धप म भोय पदाथा को सखाना एक परानी तथाबचलत वध ह इस वध म सय क करण स ात ऊमा ारा भोय पदाथ कोसखाया जाता ह जसस इनम उपत जल क माा वापीकत हो जाती ह और सम

जीव क व क अवसर कम हो जात ह धप म अनाज दाल पापड़ बड़ी चससवइया आवला गोभी मथी आम आद को सखाया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

2 ठड ान पर रखना (शीतन)-गथ ए आट हरी सजया एव फल को गील कपड़स ढककर कछ समय क लए सरत रख सकत ह ध दही एव पक ई सजी आदभोय पदाथ को कसी बतन म रखकर उह ठड पानी म रखकर भी सरत कया जासकता ह आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर)का उपयोग कया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर) का उपयोगकया जाता ह अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह(को टोरज) का भी उपयोग कया जाता ह

3 उबालना- उबालन क या म अधक तापमान क कारण हानकारक जीवाण नहो जात ह इसलए घर म ध को उपयोग क पव उबाला जाता ह पीन क पानी को भीजीवाणरहत करन क लए ही उबाला जाता ह

4 रासायनक एव अय पदाथ का योग-

कछ रासायनक पदाथ भी सम जीव को उप होन स रोकत ह जस- सोडयमबजोएट व सरका आद इसक अतर नमक चीनी तल आद का उपयोग भी भोयपदाथ क सरण म कया जाता ह जस-आम सब अगर अमद आवला आद कोसरत रखन क लए इह चीनी क गाढ़ चाशनी म पकात ह और मीठा अचार मरबाव चटनी आद क प म सरत करत ह क आम करला व मच का अचार बनातह और तल व नमक डालकर सरत करत ह

भोय पदाथ क सरण म रासायनक पदाथ का उपयोग उपय माा म ही करनाचाहए अधक माा म इनका उपयोग वाय क लए हानकारक ह

अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह (को टोरज)का भी उपयोग कया जाता ह

5 गम करक तरत ठडा करना (पारीकरण)-पारीकरण क या म सवथम धको 700ब तापम पर गम कया जाता ह फर तरत 00ब पर ठडा कया जाता हइसस ध म उपत हानकारक जीवाण न हो जात ह इस कार ध को साफबोतल या पकट म बद करक ध डयरी पर बचा जाता ह

वतमान समय म उपल भोय पदाथ को भवय हत सरत रखन क लए कए जानवाल उपाय को भोय पदाथा का सरण कहा जाता ह

आपक घर म भी भोय पदाथ को सरत रखन क लए कछ उपाय कए जातहग इह नीच द गई तालका म लखो

0स0 भोय पदाथ सरत करन क उपाय

1 ध -------उबालत ह

2 पक ए चावल

3 हरी धनया--------- गील कपड़ म लपटकर रखत ह

4 अनाज

5 आल

6 पक आम

7

सरण का महव -

खा सामी को घन फफद एव अय कटाण स सरत रखनाआवयकता स अधक पदा होन वाल फल सजी एव अनाज को सरत रखनाअनाज फल व सजय को र ान पर भजन क लएपक भोय पदाथा को सरत रखकर बारा उपयोग करना

भवय क लए खा पदाथ क सरा मानव मय ह-

भारत म अधकतर खा पदाथ का उपादन मौसम क अनसार होता ह कछ लोगवष भर क लए अनाज व दाल खरीद लत ह यक जस मौसम म इनकाउपादन होता ह उस मौसम म य कम दाम पर उपल हो जात ह इन खापदाथ को उचत ढग स सरण करना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत हसरकार भी भडार गह म ग चावल दाल आद का भडारण करती ह जससदष म इनक कमी न होन पाएकसान भी जब अनाज को उगात ह तो अपन खान क लए वष भर का अनाजरखकर शष बच दत ह इन खा सामय को सरत करक अधक दना तकयोग म लात ह

अपन रसोई घर म स खान-पीन क कछ चीज चनकर लखए-

जो एक-दो दन म खराब हो सकती ह

हत भर तक खराब नही हगी महीन भर तक खराब नही हागी वशष मौसम म मलन वाली खावत

भोजन को बबाद न कर-

चचा करए-

च को यानपवक दखए और फसल उगान क या एव भोजन बबाद न हो इस परसमह म चचा कजए

जस भोजन को लोग एक मनट म ही फ क दत ह उस उगाकर फसल बनान म महीनलग जात ह इसलए भोजन फ कन स पहल एक बार अवय वचार कर

अयास

1 ननलखत क उर लखए-

(क) भोय पदाथ क खराब होन का मख कारण या ह

(ख) भोय पदाथ क सरण क वधया कौन-कौन सी ह

(ग) नजलीकरण स आप या समझत ह

(घ) भोजन क गणवा को बनाए रखन क उपाय लखए

2 र ान क पत कजए-

(क) सभी जीव क लए आवयक ह

(ख) भोजन पर बठकर इस षत कर दती ह

(ग) ध को सरत करत ह

(घ) सजय को काटन स धोना चाहए

3 सही जोड़ बनाइए-

कालम lsquoअlsquo कालम lsquoबlsquo

क) भोय पदाथ को खा पदाथ को षत कर दत ह

(ख) फल को खान स पहल वषला होता ह

(ग) सषत भोजन धोना चाहए

(घ) फफद ढककर रखना चाहए

4 सही कथन क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का नशान लगाइए-

(क) फफद लगी ड को साफ करक खाना चाहए ( )

(ख) बाजार क खली ई चीज और कट फल नह खाना चाहए ( )

(ग) भोजन को बबाद नह करना चाहए ( )

(घ) भोजन को ढककर रखना चाहए ( )

पता कजए -

घर म भोय पदाथ को जीव स सरत रखना जरी ह च म कछ ऐस जीवदए गए ह पहचान कर नाम लखए-

9-हम और हमारी फसल

नहा अपन भाई क साथ तदन वालय जाती थी रात म उस धाान क लहलहातखत दखाई पड़त थ उस दखकर नहा बत खष होती थी उसक मन म सदव यहजासा रहती थी क य पौध इतन हर-भर कस दखाई पड़त ह फसल को उपजान मया-या काम करना पड़ता ह अपन मन क सारी जासा को उसन का म आकरअपनी षका स पछा

षका न सभी ब को बताया क य हर-भर पौध अनाज सजया फल आदकसान क कड़ी महनत स मलत ह कसान को lsquoअदाताlsquo भी कहत ह

आइए जान फसल उपजान क तरीक

कसी भी फसल (अनाज) को उपजान क लए सवथम म एव मौसम क जानकारीआवयक ह

म तरह-तरह

अलग-अलग खत स म एक करक दखए

म म क पहचान उगन वाली फसल

बलई म म क बड़-बड़ कण बाल तरबज खरबज बाजरा क माा अधक

चकनी म म क कण छोट बाल क ग चना मटरधान माा अपाकत कम

सट म महीन कण वाली म ग गा

दोमट म बलई म चकनी म धान कपास गा

तथा सट म मल जल

म क पहचान क बाद कसान उसक खदाई जताई गड़ाई नराई करत ह

मौसम क अनसार फसल क बआई

भारत क अलग-अलग भाग म अलग-अलग फसल होती ह य फसल वहा क म एवमौसम पर नभर करती ह पानी एव तापमान क आवयकतानसार फसल अलग-अलगसमय म बोई जाती ह ऋत (मौसम) क आधार पर फसल को तीन वग म बाटा गयाह-खरीफ रबी और जायद

च को दख और जान

बड़ स पता करए आपक इलाक म कौन-कौन सी फसल कस समय (मौसम) मअधक होती ह और य

म एव मौसम क अनप कसान बीज बोन का काम करत ह अनाज क व दानजनका योग अगली फसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलाता ह बीज दोकार क होत ह-

1-साधारण बीज- इस कसान वय तयार करत ह

2-उतशील बीज-इस तरह क बीज वानक वध ारा तयार कए जात ह इन बीजक योग स पदावार अ होती ह

आप भी चाट पपर पर अनाज क बीज को चपकाए एव उनक नाम लखए

उम बीज का चयन करन क बाद तयार म म उसक बआई क जाती ह

खत क लए सचाई एव खाद

अपन घरवालय म लग पौध को यान स दखए यद इन पौध म पानी नह डालाजाए तो या होगा पौध क उम व एव वकास क लए कम वध स जल दनक या सचाई कहलाती ह

पता करए कसान खत क सचाई करन क लए कौन-कौन स साधन का योग करतह

कसान अपन खत क सचाई करन क लए जल- तालाब झील नद क नलकपनहर आद स ात करत ह इस जल को अपन खत तक पचान क लए अनक साधनका योग करत ह जस-बड़ी ढकली मोट (घरनी) रहट चन प (य चालत प)आद

या आप जानत ह

आजकल सचाई क नई पत प (टपक) सचाई और कलर (छड़कन) सचाईका भी योग कया जा रहा ह टपक पत ारा पानी पौध क जड़ पर बद-बद वावपाइप आद स डाला जाता ह फल फल सजी आद क सचाई टपक सचाई कमायम स क जाती ह जबक ग मटर आद फसल क सचाई कलर (फौवारा)पत क ारा क जाती ह यह दोन सचाई सख या कम वशा वाल म अधक

योग क जाती ह यक इसम पानी क बचत होती ह और फसल अ होती हछड़काव पत बलई म क लए अयत उपयोगी ह

म को उपजाऊ बनान एव अ फसल ात करन क लए कसान अपन खत मखाद का योग करत ह खाद दो कार क होती ह-

जवक खाद उवरक या रासायनक खा

गोबर क खाद यरया

कोट क खाद अमोनयम सफट

(बकार साग-सजी पौध-पया आद) डीएपी (डाई अमोनयम सफट)

नीम क खली खाद जक सफट

मल-म क खाद यरट आफ पोटाश

कचए स तयार खाद (वम कोट)

जवक खाद क योग स म उपजाऊ होती ह फसल पर कोई हानकारक भाव नहपड़ता ह रासायनक खाद का योग करन स षआती साल म उपज यादा होती हपरत बाद म धीर-धीर भम बजर होन लगती ह अधक माा म इसका योग करन सभोजन म जहरील तव क माा बढ़ जाती ह जसस हम अनक बीमारया हो जातीह पष (गाय भस बकरी आद) ारा इन खा पदाथ का योग करन स व भीबीमार पड़ जात ह जो धा हम पीत ह उसक गणवा कम हो जाती ह ऐस म अवाय क लए जवक खाद ही उम ह हमारी सरकार भी जवक खाद बनान एवउसक योग करन पर जोर द रही ह

आप अपन खत म कौन सी खाद डालना पसद करग और य

कसान अपनी फसल क जानवर एव कट पतग स सरा भी करत ह कटली झाड़ीएव पौध क बाड़ आद बनाकर जानवर स रा करत ह कट-पतग एव रोग स बचानक लए आवयक माा म कटनाषक दवा का योग करत ह

कसान स जाकर पता करए क व अपन फसल क सरा कस कार करत ह

फसल क कटाई एव उसका भडारण

फसल पक जान क बाद उसक कटाई मड़ाई एव ओसाई मजर एव आधनक मशीनारा क जाती ह जसस अनाज क दान एव भसा अलग-अलग हो जात ह फर अनाजको धप म अ तरह सखाकर उस सरत ान पर रख दया जाता ह

ाचीन एव वतमान समय म फसल उपजान क या म परवतन अपन घर या गाव कबड़ बजग स पता करए क उनक समय म खती करन का तरीका या था अबआपक गाव क लोग खती कस करत ह

शका न ब को बताया क- समय क साथ खती करन क तरीकसाधन म बतअधक परवतन ए ह नई मषीन रासायनक खाद बीज आद क योग स कम समयएव म म खती करना अपाकत सरल हो गया ह

इह भी जान हरत ात (वश 1966-77) स कश उपादन क म ातकारीपरवतन आया इसका उय अ बीज खाद सचाई तथा आधनक य क उपयोगारा कश उपज म ती गत स व करना ह

आइए इस च क ारा समझ-

अयास

1 क उर लखए-

स ग और चन क बआई कस मौसम म क जाती ह

स वव जल दवस कब मनाया जाता ह

स आपको कौन सा मौसम सबस अा लगता ह

स टपक एव छड़काव सचाई पत का योग कहा और य कया जाता ह

स पौध म सचाई करन क लए जल कहा-कहा स ात करत ह

स रासायनक खाद क अपा जवक खाद अधक फायदमद ह य

2 दए गए शद स खाली जगह को भरए -

(दोमट उपजाऊ कटली झाड़ी टordfटर)

धान क फसल क लए म अ होती हखाद स म अधक हो जाती हआजकल खत जोतन क लए का योग कया जाता हजानवर स फसल क रा क लए का योग कया जाता ह

3 वग पहली म अधक स अधक अनाज क नाम ढढ़कर और उन पर गोल घराबनाइए-

ग ज रा म जौ

वा गी ट म

अ र ह र ग

चा व ल म फ

रा ज मा ग ली

4 आइए कर-

कसी फसल को उपजान म या-या या अपनाई जाती ह उह म सलखअपनी यारीगमल म पौधा लगाइए पौधा अ स बढ़ इसक लए आप याकरग यद कोई परशानी आ जाए तो उसका हल कस करग आपक गाव म फसल क सचाई क लए जो साधन य कए जात ह चबनाकर उनक नाम लखए

शक नदश-

फसल उपजान क नई तकनीक क वडयोलप ब को दखाई जाए ब कसाथ चचा कर क फसल उगान म या-या बदलाव आए ह और उसक या कारणहो सकत ह

10-पड़-पौध का भोजन

हम सबह उठन स लकर रात सोन तक कछ न कछ काम करत रहत ह जस- भोजनकरना खलना अपन दनक काय करना घर क अय काय करनाकल जाना आदजानत ह य सभी काय करन क श (ऊजा) हम कहा स मलती ह

आइए जान

सभी जीव-जत को ऊजा भोजन स मलती ह मजदार बात यह ह क कवल हर पौध हीअपना भोजन वय बनात ह मनय एव अय जीव जत अपन भोजन क लए पौध परनभर रहत ह इस हम चाट क ारा भी समझ सकत ह-

पौध म पोषण

वपोशी परपोशी

जो अपना भोजन वयबनात ह जस-हर पड़-पौध

परजीवी मतोपजीवी सहजीवी कटभी य सभी अपन भोजन क लए पड़-पौध एव अयजीव-जत पर आत होत ह

या आप जानत ह क पड़-पौध अपना भोजन कस कार बनात ह

पौध का भोजन-पड़-पौध अपना भोजन जमीन और हवा स ात करत ह जस कारहम अपना भोजन बनान क लए की सामी जस-चावल दाल आल मसाल तल एवअय सामी क आवयकता होती ह उसी कार पौध भी वभ मायम स अपनभोजन क लए की सामया ात करत ह जस-

की सामी ोत मायम

जल एव खनज लवण म जड़ ारा म स अवषोशत करक तना एव शाखाक मायम स पय तक पचाना काबन-डाई-आसाइड वायमडल पय ारा त सम र (टोमटा) ारा

पौध म भोजन नमाण क या-

पौध क हर भाग वषशकर उसक पय म पणहरतलोरोफल बीसवतवचीलससहोता ह लोरोफल सय क ऊजा को इका करन म पय क मदद करता ह इसया म

पौध वायमडल स काबन-डाई-आसाइड गस तथा जड़ ारा भम स जल व लवण कोअवषोशत कर भोजन (काबहाइडordfट) का नमाण करती ह सय क काश म भोजनबनान क या को काष सषण कहत ह इस हम इस कार स भी समझ सकत ह-

काश सषण का महव-

काष सलशण क या ारा बन काबहाइट का उपयोग पौध म तरत हो जाता हया वह अघलनषील मड (टाच) क प म पौध म इका हो जाता ह भोजन बनान कइस या म पौध आसीजन गस पण र (छ) ारा बाहर नकालत ह जो हमारवायमडल को श रखती ह आसीजन गस का योग सभी जीव-जत सास लन कलए करत ह पय ारा नमत भोजन पौध क वभ भाग जस जड़ तना पयअथवा फल म सचत कर लया जाता ह जड़ क ारा अवशोषत अतर जलपय स वाप क प म बाहर नकलता रहता ह इस या को वापोसजन कहत हपौध पय क इह छ ारा दन-रात सन या करत ह हमारी तरह सन याम आसीजन लत ह तथा काबन-डाई-आसाइड गस बाहर नकालत ह

सोचए-

यद काष सलशण न हो तो या होगा यद सय न हो तो या होगा यद पड़-पौध न हो तो या होगा

पौध म भोजन क अय वधया-बरसात क दन म आपन गोबर या कड़ क ढर परव क छाल पर छ जसी सरचना दखी हगी या बड़-बड़ व क तन षाखा एवपय स लपट रसीनमा सरचनाए सोचए इनम न तो पया रहती ह और न हीलोरोफल तो य-कस जीवत रहत ह य अपना भोजन कस बनात हग

आइए जान- कछ पौध अपना भोजन वय नह बनात य अपना भोजन मत एव सड़-गलपदाथ स हण करत ह उह मतोपजीवी कहत ह जस-ककरमा आद

आपक म इस तरह क पौध को या कहा जाता ह

ऐस पौध एव जत जो अपन भोजन क लए सर जीवत पौध एव जत पर नभररहत ह उह परजीवी कहत ह जस-अमरबल का पौधा आद जन पौध स व पोषणात करत ह उह परपोषी कहत ह

या आप भी अपन आसपास ऐस पौध को दखत ह जो सर व स लपट रहत ह उनक नाम बताइए

कट-पतग खान वाल पौध का ससार-

आपको यह जानकर आचय होगा क कछ पौध बत ही चतराई स अपन भोजन कलए कट-पतग को पकड़त और खात ह इन पौध क पया बत वच होती हऐस पौध दलदली भम या तालाब क समीप पाए जात ह जहा नाइोजन क कमी रहतीह य पौध अपन भोजन म नाइोजन क आवयकता कट-पतग को पकड़कर तथाउनको पचाकर परा करत ह य पौध ह-

1 वीनस लाई

इन पौध क पया चपट दो भाग म बीच स जड़ी रहती ह तथा उसक पया कनारस नकली होती ह उड़त ए कड़ जस ही पय पर बठत ह पय क दोन हस बदहो जात ह कड़ उसम कद हो जात ह पय स नकलन वाला पाचक रस उस गलादता ह तथा पौध ारा उस पचा लया जाता ह

2 नपीज

इस पौध को घटपण का पौधा पजबीमत सदज भी कहत ह यक इसक पयक आग वाला भाग लब घड़ क आकार जसा होता ह इसक ऊपर पी का ढकन लगारहता ह घड़ क ऊपर मीठा व खषबदार रस नकलता ह जसक कारण कट पतगउसक मख क पास आत ही फसल कर अदर चल जात ह और उसका ढकन बद होजाता ह

पौध एव जत क परर नभरता-

अब तक हमन जाना क पौध अपना भोजन वय बनात ह और सभी जत भोजन कलए पौध पर नभर रहत ह यद पौध न ह तो कसी भी जीव को भोजन नह मलगा

सोचए-

यद जगल म पड़-पौध क सया कम हो जाए तो खरगोश बकरी हरनआद(शाकाहारी) जीव पर या असर पड़गा यद शाकाहारी जीव क सया कम हो जाएगी तो मासाहारी जत का याहोगा यद शाकाहारी जीव क सया बढ़न लग तो

या आपन भी ऐस पौध को दखा ह जो कट पतग खात ह बड़ स पछकर उसक नामबताइए

इह भी जान-

शाक -सजी खान वाल जत -शाकाहारी मास-मछली खान वाल जत -मासाहारी पौध एव जत दोन को खान वाल जत-सवाहारी

इस कार हम दखत ह क भोजन क नभरता क आधार पर पौध स लकर मासाहारीजत तक क एक सीधी कड़ी बन जाती ह जस हम खा शखला ववक बपदकहत ह च को यान स दखए और बताइए - स हर पौध को कौन जत खा रहा ह

बकरी को कौन खा रहा ह

इस कार हमन दखा क खा शखला म यक जीव य या अय प स एक-सर स जड़ रहत ह इसक कसी भी हस म असतलन स परी शखला असतलत होजाती ह जसस परा पयावरण भावत होता ह इस कार खा शखला वभ जीवक सया को सतलत एव नयत रखती ह जो पयावरण सतलन म मदद करती हआइए इस करक समझ-

च क अनसार काड अथवा दयासलाई स आकत बनाइएनीच वाला कोई एक काड या दयासलाई खचए तो या होगाआकत न हो जाती ह

हमन जाना क पौध एव जत दोन ही एक-सर पर नभर ह पौध ारा नकलाआसीजन जत क लए तथा जत ारा छोड़ा गया काबन-डाई-आसाइडपौध को भोजन बनान क लए आवयक ह हम सभी क जरत परी हो इसक लएहम

अधक स अधक पौध लगाए पड़-पौध एव जत क रा कर पयावरण सरत एव सरत रख

अयास

1 न क उर लखए-

(क) कटभी पौध क नाम लखए

(ख) पड़-पौध हमार लए य उपयोगी ह

(ग) पौध एव जत एक-सर पर नभर ह कस

(घ) हर पौध को वपोशी एव जत को परपोशी कहा जाता ह य

2 सची lsquoकlsquo और lsquoखlsquo का मलान उनक उपयोगता क आधार पर करए-

सची lsquoकlsquo सची lsquoखlsquo

(जत) (उपयोग)

(क) भड़ खत क जताई

(ख) गाय अडा

(ग) बल ध

(घ) मग ऊन

3 नीच द गई तालका म षाकाहारी मासाहारी एव सवाहारी जत क नाम लख-

शाकाहारी मासाहारी सवाहारी

गाय शर कौआ

आइए कर-

अपन परवशीय जीव-जत क च को खोजकर एकत करए तथा आप भीएक खा शखला क कड़ी बनाकर का म टागए

कतना सीखा-2

1 सही मलान कर -

(क) धवा राीय पाक उराखड

(ख) रबी फसल क चआ

(ग) जवक खाद गजरात

(घ) जम काबट राीय पाक ग

(ङ) गर राीय पाक उर दश

(च) वम कोट गोबर क खाद

2 सही कथन क आग (स ) का तथा गलत कथन क आग (ग) का नशान लगाए -

(क) आदमानव जानवर क खाल को व क तरह पहनत थ ( )

(ख) सबस पहल आदमानव न धात क औजार बनाए ( )

(ग) गाय थम पालत पश ह ( )

(घ) चपको आदोलन क शआत सदर लाल बगणा जी न क ( )

(ङ) हर पौध अपना भोजन वय बनात ह ( )

(च) पौध एव जत सन म आसीजन गस हण करत ह ( )

(छ) पौध काश सषण म काबन-डाई-आसाइड गस लत ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) दोमट म म उगन वाली फसल क नाम लखए

(ख) जवक खाद स या लाभ ह

(ग) रड डाटा बक स आप या समझत ह

(घ) वलत एव सकटत जीव क दो-दो उदाहरण लखए

(ङ) मती आदोलन या ह

(च) जगल स होन वाल अय लाभ बताए

(छ) भोय पदाथ क सरण क आवयकता य होती ह

(ज) भोजन बबाद न हो इसक लए या उपाय करग

4 सही वकप क सामन वाल व को काला कर -

1 भोय पदाथ क सरण हत रासायनक पदाथ का अधक उपयोग -

(क) लाभद ह (ख) हानकारक ह

(ग) वाद बढ़ान वाला ह (घ) खापन लाता ह

2 भोय पदाथ क सड़न म मय भमका नभात ह -

(क) फफद (ख) खमीर

(ग) जीवाण (घ) य सभी

5 अपन घर म सरत कए गए भोय पदाथ क सची बनाइए तथा उनक सरण कवधया लखए

6 र ान क पत कर -

(क) पौध क पया क कारण हरी दखाई पड़ती ह

(ख) जत म एक नत आय तक होती ह

(ग) अमरबल पौधा ह

(घ) का पौधा कटभी ह

(ङ) सभी जीव अपन पोषण क लए पर नभर ह

11-ऐस भी होत ह घर

ब आप मझ जानत ह मझ यार करत ह आप मर बना नह रह सकत आपवालय म होत ह या कसी घमन-फरन क जगह पर मझ याद करत ह म आधीवषा तफान सद गम स आपको सरा दता अब बता म कौन ठक सोचाम आपका यारा घर जहा आप अपना बत सारा समय बतात ह मरा इतहास बतपराना ह उतना ही पराना जतना क धरती पर सबका जीवन लोग न समह क प मएक जगह सरत रहन क लए मझ बनाया हर ाणी न अपन रहन क अनकल जगहऔर सरा को यान म रखकर अलग-अलग तरीक का घर बनाया इसलए मर कई पह आपन अपन आस-पास तरह-तरह क घर दख हग इनम स कछ घर क होत ह तोकछ घर पक कछ एकमजला या दोमजला होत ह तो कह-कह बमजला इमारतदखाई दती ह इन भता क अलावा और भी कई तरह क घर बनाए जात ह वशष क जलवायमौसम क आधार पर भी घर क वप या बनावट म अतर दखाईपड़ता ह अलग-अलग म घर बनान म य होन वाली सामी भी अलग-अलगहोती ह

बास का घर-

इस तरह क घर उन ान पर बनाए जात ह जहा बत अधक बारश होती ह ऐसान पर घर जमीन स 10-12 फट क ऊचाई पर बास क मजबत ख पर बनाए

जात ह बास अधक समय तक पानी म रहन पर भी सड़ता नह ह य घर अदर स भीलकड़ी क बन होत ह

बफ क घर-

ऐसी जगह जहा चार ओर कवल बफ ही बफ होती ह वहा लोग बफ क सलय कघर बनात ह ऐस घर को lsquoइलlsquo कहत ह ऐस घर क दवार अदर स छन पर ठडी तोलगती ह पर व बाहर गरती बफ और ठढ को अदर नही आन दती इसक अदरआग जलाई जाती ह जसस घर गम रहता ह

म क घर-

ऐस ान जहा बारश बत कम होती ह तथा अयधक गम पड़ती ह वहा लोग मक घर बनाकर रहत ह घर क दवार बत मोट होती ह म सय क गम स सखकरकठोर हो जाती ह मोट दवार क कारण गम घर क अदर नह आ पाती ह

तरत ए घर-

इस कार क घर लकड़ी क डग क भात बन होत ह य नाव क तरह पानी म तरतरहत ह इसलए इस तरत ए घर या हाउसबोट भी कहत ह

इस भी जान -

चीन म बत स लोग नाव पर बन घर म रहत खात-पीत और सोत ह यह अपन लएइसी पर सजया उगात ह और मगया भी पालत ह इन घर को lsquoसामपानrsquo कहत ह

पर क घर-

ऐस घर पवतीय म दखत ह इस कार क घर पर को काटकर उह एक कऊपर एक रखकर बनाए जात ह पर क ऊपर म और चन क पताई क जाती हपवतीय म बारश बत अधक होती ह तथा बफ भी गरती ह अतः ऐसी जगह परघर क छत सपाट नह बनाई जाती ह इन घर क छत ढलवा होती ह

घमत लोग क घर-

ऐस लोग जो हमशा एक जगह पर ायी प स नह रहत ह व इस कार क घर मरहत ह इह जहा ठहरना होता ह वहा य अपना घर अायी प स टट आद क मददस बना लत ह कभी-कभी लोग आवयकतानसार भी इस तरह क घर बनाकर रहत हजस बाढ़ या भक वाल म लोग ायः इस तरह क घर बनाकर रहत ह

इस भी जानए -

बना दवार क घर - अमजन क जगल म बत पानी बरसता ह तथा बत गम पड़ती हउमस स बचन क लए यहा क लोग ताड़ क पय को ख स टका कर बड़ीगोलाकार छत बनात ह इसम दवार नह होती ह यह छत बीच स खली होती ह

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) अयधक वषा वाल ान म क घर बनाए जात ह

(ख) पानी म तरत ए घर को कहत ह

(ग) स बन घर को इल कहत ह

(घ) चलत-फरत घर प स बनाए जात ह

2 घर हमार लए य जरी ह

3 हाऊसबोट सर घर स अलग ह कस

4 lsquoसामपानrsquo कस कहत ह

5 पवतीय क घर क छत तरछ य बनाई जाती ह

6 म स बन घर क या वशषता होती ह

7 lsquoबना दवार क घरrsquo कहा बनाए जात ह

8 या आपक यहा बफ क घर बनाए जा सकत ह यद नह तो य

ोजट वक -

अलग-अलग चीज जस म लकड़ी कपड़ क टकड़ रगीन कागज जत क डबमाचस क डबी पर क टकड़ ई आद का योग करक आप तरह-तरह क घर कामाडल तयार कर

12-आपदाए और उनस बचाव

इस बार इतनी बारश ई क गाव म बाढ़ आ गई गाव क सभी लोग न बचन क लएटल पर बन पचायत भवन म शरण ली

आपदा क आशका म क गई पव तयारी जानमाल क नकसान को कम कर सकती ह

आपदा का अथ होता ह-अचानक आन वाला सकट आपदा अचानक होन वाली वहघटना ह जसस सामाय जन जीवन अत-त हो जाता ह ायः हम सभी कसी नकसी सकट जस आधी तफान बाढ़ भक सड़क घटना आद क वषय म दखतया सनत रहत ह जब यही सकट ापक प ल लत ह तब य आपदाए कहलाती हआपदाए मयतः दो तरह क होती ह-

ाकतक आपदाए - ऐसी आपदाए जो कतजय होती ह ाकतक आपदाए कहलातीह जस - भक बाढ़ सखा ल आधी तफान शीत लहर बादल फटना वन म आगलगना वालामखी भखलन आद

मानवजनत आपदाए - ऐसी आपदाए जो मानवजय होती ह मानव जनत आपदाएकहलाती ह जस - आग षण अपराध दगा रासायनक घटनाए जनसयावोट भीषण रल घटना आद

चचा करए-

या कभी आपन या आपक कसी जानन वाल न ऐसी मसीबत का सामना कया हऐसी मकल समय म लोग को कस-कस तरह क राहत सामी क जरतपड़ती ह लोग असर एक जगह पर पास-पास य बसत ह या आपन कभी दखा ह क पास-पड़ोस क लोग न मलकर एक सर क मददक हो कब-कब और कस

लोग को कई बार ऐसी मकल का सामना करना पड़ता ह जसम जान-माल का भारीनकसान होता ह बत स लोग बघर हो जात ह ऐस समय म आपदा सत मवशष सहायता क आवयकता होती ह वतमान समय म वानक गत न इनका(आपदा का) सामना करन म मनय क बत सहायता क ह

ायः यह दखा गया ह क जब कभी भी आपदा आती ह तब वहा बचाव काय क लएसव थम ानीय लोग ही आग आत ह अतः ानीय लोग क लए आपदा सनपटन एव बचाव क तरीक को जानना आवयक ह आपदा आन पर हम कस कारबच सक और सर क भी जान बचा सक आपदा बन ारा हम यह जानन म मददमलती ह इस तरह क सकट क तय म हम मयतः तीन बात पर यान दनाचाहए-

सावत खतर क पहचान करनाआपदा स नपटन क तयारी जस- भोजन पयजल रोशनी आद क वाकरना आपदा क पात बचाव राहत एव पनवास काय

इसक अलावा इन आपदा स नपटन म सबस अधक महवपण ह- मनय क अपनीसझबझ धय तथा आपदा स सबत ली गई सावधानया वभ तरह क आपदास हम अपना बचाव नीच दए गए तरीक स कर सकत ह

भक - जसा क नाम स ही होता ह क भम क कापन को भक कहा जाता हयह एक वनाशकारी ाकतक आपदा ह अधक ती भक आन स जमीन हलन ककारण घर मकान पल आद गर जात ह इसस अयधक जन-धन क हान होती ह

भक स सरा -

भक क समय अगर आप मजबत इमारत क अदर ह तो वह बन रह कसीमजबत मज या डक क नीच छप जाए और उस मजबती स पकड़ ल कन बदहोन तक तीा करअगर परान व कमजोर भवन म ह तो सरत रात स बाहर नकलबाहर नकलन क लए लट का योग न कर सीढ़ का योग करखल मदान क तरफ जाए

आग - कई बार लोग क लापरवाही क कारण खत खलहान घर कान आद म आगलग जाती ह इसस बत यादा जन-धन क हान होती ह

आग स सरा -

आग वाल ान क समीप न जाएवलनशील वत स न खल तथा उस सरत ान पर रखआग लग ए ान स रगत ए बाहर नकल और मह ढक रहशरीर क कपड़ म आग लगन स दौड़ नह बक जमीन पर लटकर बार-बार उटपलट ताक आग बझ जाएआग लगन वाल ान पर चपल पहन कर जाएजलत ए टकड़ को सावधानी पवक फ क

आग बझान हत अन शमन य बाल पानी आद योग का कर

बाढ़ - कसी रहायशी का जलमन हो जाना बाढ़ कहलाता ह बाढ़ अयधक वषाक कारण आती ह अयधक वषा स इतना पानी इका हो जाता ह क वह रहायशीइलाक तक पच जाता ह कभी-कभी नद क बाध टटन स भी बाढ़ आ जाती ह

बाढ़ स सरा -

बाढ़ आन पर ऊच एव सरत ान पर जाएजब तक बत जरी न हो बाढ़ क पानी म न उतरजन ान पर बजली क तार गर ह उधर न जाएबाढ़ आन पर कसी भी कार क बजली क वच को न छएबाढ़ क सचना मलन पर घर क कमती सामान तथा महवपण कागजात कसीसरत ान पर रखतराक सीख तथा सखाएबाढ़ क बाद असर जल जनत रोग फलत ह उनस बचाव क उपाय कर

सोचए और बताइए -

कभी-कभी कछ इलाक म बकल बारश नह होती नद तालाब कए आद सब सखजात ह फसल क लए पानी नह मलता खत सख जात ह ऐस समय म वहा रहनवाल लोग को मदद क जरत होती ह आप ऐस लोग क मदद कर सकत ह सोचकरबताइए क आप अकाल म परशान लोग क मदद कस करग

कसी भी तरह क आपदात म लोग को कई कार क सहायता क आवयकताहोती ह सकट क त म यह बत महवपण होता ह क लोग क ताकालक

मलभत आवयकता जस- भोजन पयजल रहन का ान आद क वा कजाए इस काय क लए कई तरह क साए एव सरकारी सवा क ारा आपदापीड़त लोग क मदद क जाती ह

पता करए और लखए -

कसी मसीबत क समय आपको इनक जरत पड़ सकती ह इनस सक करन कलए आप इनक फोन न0 तथा पता लखए -

सबत सवा पता फोन न0

दमकल क

नजदक अताल

एबलस

नजदक पलस थाना

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) आपदाए मयतः तरह क होती ह

(ख) षण एक आपदा ह

(ग) भक क समय कसी इमारत स बाहर नकलन क लए का योग कर

(घ) कसी रहायशी का जलमन हो जाना कहलाता ह

(ङ) वत स न खल

2 ननलखत क उर लखए -

(क) आपदा का या अथ ह

(ख) कह दो मानवजनत आपदा क नाम लखए

(ग) बाढ़ एव सखा म या अतर ह

(घ) आपदा बधन कट म कौन-कौन सी सामी होती ह

(ङ) भक आन पर आप कस कार अपना बचाव करग

ोजट वक -

वभ कार क आपदा स नपटन हत एक आपदा बधन कट तयार कजए

13-जल ह तो कल ह

जल हमार जीवन क लए बत आवयक ह जल क बना जीवन सभव नह ह आपनदखा होगा क गम क दन म वभ ल पर लोग ारा पानी पलान क वा कजाती ह इस कार क वा को lsquoयाऊlsquo कहा जाता ह जसम आन-जान वाल रातपर कह-कह व पानी को घड़ म या अय बरतन म ढककर रखा जाता ह जहाकोई भी यासा आकर अपनी यास बझा सकता ह

चचा करए-

या आपक घर या आस-पास ऐसी वा ह या आपन रलव टषन बस टशन अताल या अय सावजनक ल परऐसी वा दखी ह

याय क सवधा क लए रलव और बस टषन पर पीन हत नल या पानी क टक लगीहोती ह ऐसी सवधा अताल म मरीज क लए होती ह पोल पप पर भी पीन हतपानी क वा रहती ह

अपन बड़ स बातचीत कर-

पहल मसाफर (आन-जान वाल लोग) क लए पानी क वा कस-कस तरहस क जाती थी

आजकल याा क दौरान लोग पीन क पानी क वा कस कार करत ह

लखए -

उन याकलाप क सची बनाए जसम आप पानी का उपयोग करत ह -

पड़-पौध तथा फसल को भी व तथा वकास क लए पानी क आवकता पड़ती हपौध को जन पोषक तव क जरत होती ह व पानी म घलकर जड़ ारा पौध कवभ भाग तक पचत ह

सचाई क ोत एव साधन-

खती क लए सचाई बत आवयक ह वषा क माा कम होन पर फसल को पयातमाा म पानी नह मलता जसस व सख जाती ह अ का उपादन कम हो जाता हअतः फसल क अ उपादन क लए उचत समय पर सचाई क आवयकता पड़तीह सचाई क लए कसान तालाब कआ नद आद स जल ात करत ह कआतालाब सचाई क परपरागत ोत ह आजकल अधक माा म पानी ात करन क लएनलकप का योग कया जाता ह नहर बनाकर सचाई क सवधा दान क जा रही हभमगत जल को नकालन क लए बजली चालत प का योग कया जाता ह

अपन आस-पास क खत म जाकर पता कर क सचाई क लए कन-कन साधन कायोग कया जाता ह उनक सची बनाए

बड़ स पता कर-

कस फसल को पानी क सबस अधक आवयकता होती हवह फसल कस उगाई जाती ह

सचाई म पानी क माा फसल क कार पर नभर करती ह कछ फसल को अधकपानी क आवयकता होती ह जस-धान कछ फसल म पानी क आवयकताअपाकत कम होती ह जस ग चना मटर सरस आद जबक कछ फसल को

पानी क साथ-साथ तज धप क भी आवयकता होती ह जस-ककड़ी तरबज खरबजाआद

अपन घर क बड़ क साथ कसी खत का मण कर वहा काय कर रह कसान सननवत ब पर चचा कर -

आपक खत म कौन सी फसल क पदावार क गई ह फसल क सचाई क लए जल कहा स ात करत ह कम सचाई वाली फसल एव यादा सचाई वाली फसल कौन-कौन सी ह सचाई क लए कौन-कौन स साधन का योग करत ह

भमगत जल का पनभरण-

lsquoजल ही जीवन हlsquo इस बार म सब बात करत ह लकन जल कहा स आता ह और इसकस एक करक रखना ह इसक बार म भी हम सबको सोचना आवयक ह

पहल लोग पानी क लए नदय एव झील क अलावा तालाब और क पर नभर रहतथ परत आजकल लोग बजली चालत मषीन का योग यादा कर रह ह औरपारपरक तौर-तरीक स र होत जा रह ह हडप बवल (नलकप) बोरवल कारा भमगत जल को लगातार नकाला जा रहा ह इसका परणाम यह होता जा रहा हक लोग जमीन स पानी तो नकालत जात ह लकन जमीन क अदर पानी क तर कोबनाए रखन का उपाय नह करत

यद भमगत जल को लगातार नकालत रह तो आन वाल समय म सभी को जल ककमी का सामना करना पड़गा यप बारष यक वष होती ह परत पानी उतनी तजीस भम क अदर नह जा पाता और उसका बड़ा हसा ऊपरी सतह स होकर नकलजाता ह इस कारण जमीन म पानी का तर पनः उस तर को ात नह कर पाता लोगइस नह समझ पा रह ह जसक कारण पानी क समया पदा हो रही ह

आज जल सरण क कई तरीक अपनाए जा रह ह हम पारपरक तौर-तरीक को भीअपनाना होगा जसस वषा का पानी एक कया जा सक परान तालाब एव क को

फर स जीवत करना होगा शहरी म लोग को अपन घर क छत स बारश कापानी जमा करन क वा करनी होगी अपन आस-पास वषा क जल को जमीन कअदर पचान का यास करना होगा इसक अतर जल का सावधानीपवक उपयोगकरक हम वय क तर पर भी जल का बचाव कर सकत ह जस-

जतन पानी क आवयकता हो उतना ही उपयोग करनल को इतमाल करन क बाद बद कर दटपकत या रसत नल क मरमत तरत कराएश करत समय नल को खला न छोड़रसोई घर म बाट या टब म बतन धोएपानी क बोतल म बच ए जल को फ कन क बजाए उस पौध म डाल दतालाब नदय एव क क जल को शत न कर उसम कचरा ना फ क

इस भी जान- सचाई क लए प (टपक) या कलर (छड़काव)वध का योग करनाचाहए जसस पानी का खच कम हो

जल सरण को लकर सभी को जागक होना चाहए यह सब लोग क एकजट यासस ही सव ह

चचा करए-

सीमा क मोहल म दो परान कए ह जो अब सख गए ह उसक दाद बताती ह कलगभग 15-20 साल पहल तक उसम पानी था या कए सखन क ननलखत वजहहो सकती ह-

कई जगह मषीन लगाकर जमीन का पानी नकाला जा रहा हपड़ क आस-पास और पाक म जमीन को सीमट स पका कर दया गया हतालाब जसम बारष का पानी इका होता था अब नह रह

या आप कोई और भी कारण बता सकत ह

भमगत जल क कमी क कारण-

जनसया व क कारण भजल क बढ़ती माग ससचाई एव औोगक काय क लए मषीन का योग करन सतालाब पोखर जस- जल क ाचीन साधना का रख-रखाव न होन सघरल काय क लए प स जमीन क अदर स अधक पानी नकालन सवषा क जल को एक न करन स

ाचीन काल स ही जल क महा उसक सफाई और उसक ोत-कए तालाब नहरबावड़ी इयाद का नमाण जनता क भलाई का काय समझा जाता था भारतीय शासकजल क महव और सरण क त जागक थ मौय काल म लोग जल क महव सभली-भात परचत थ और जल बधन क उम वा थी चगत मौय करायपाल पयगत न सदशन झील का नमाण करवाया साट अशोक न जगह-जगहपर कए खदवाए याऊ बनवाए गत शासक क ारा भी जल क सरण का कायकया गया साट कदगत न सदशन झील क पननमाण का काय करवाकर लोग कजल सकट को र कया सतनत काल म फरोजशाह तगलक ारा कए एव जलाशयक साथ कई बड़ी नहर का भी नमाण करवाया गया

भमगत जल क पनभरण क वधया-

जल क कमी को र करन क लए आवयक ह lsquoजल का सचयन एव पनभरणlsquo कयाजाए यद हम वषा क जल को एक कर भमगत जल क प म पनभरण करत ह तोहम जल क कमी का सामना नह करना पड़गा

वषा क जल को भमगत जल म सचयन एव पनभरण क अनक वधया ह-

तालाब म वषा का जल एक करनाछत स ात वषा क जल को पाइप क मायम स टक म एक करना

पनभरण गडढ़ क ारा जल सचयन करनानलकप ारा छत स वषा क जल को एक करना पट या ग ारा छत क वषा क जल को एक करना

अयास

1 क उर लखए-

(क) याऊ कस कहत ह

(ख) खती क लए सचाई क आवयकता य पड़ती ह

(ग) सचाई क लए कन-कन साधनो का योग कया जाता ह

(घ) भमगत जल क कमी क कारण लखए

(ङ) भमगत जल क पनभरण क वधया कौन-कौन सी ह

2 पता कजए-

या आपक घर या कल क आस-पास तालाब कआ या बावड़ी बनी ह इस दखनजाए और पता कर-

यह कतना पराना ह इस कसन बनवाया ह इसम पानी साफ ह या नह इसका पानी सख तो नह गया ह यद सख गया ह तो कस कारण स

3 आपक आस-पास सचाई क लए जल कहा स ात होता ह उनक च दए गएबास म बनाए और नाम लख -

14-जल क गण एव जल षण

आपन दखा होगा यद जमीन पर पानी गर जाए तो वह एक जगह र रहन क बजायआस-पास फल जाता ह पानी म बहन का गण होता ह इस तरह क पदाथ को तरलपदाथ कहत ह पानी का कोई अपना आकार नह होता ह पानी जस भी आकार कबतन म रखा जाता ह यह उसका आकार ल लता ह

करक दखए-

कटोरी एव गलास म पानी क समान माा डालकर दख पानी का आकार कसाहो जाता ह

पानी कटोरी एव गलास क आकार का हो जाता ह पानी जो जगह घरता ह वह उसकाआयतन कहलाता ह तरल पदाथ को उनक आयतन ारा मापा जाता ह इसक मापइकाई लीटर होती ह

पानी क घलनशीलता-

गमय म हम शबत पीत ह शबत चीनी को जल म घोलकर बनाया जाता ह

या जल म सभी पदाथ घल जात ह

आइए पता लगाए-

काच क चार गलास ल यक को जल स आधा भर नमक चीनी चाक पाउडर तथारत अलग-अलग गलास म डालकर चमच स मलाए और दख

नमक तथा चीनी जल म घल जात ह चाक पाउडर तथा रत जल म नह घलत ह ऐसपदाथ जो कसी व म घल जात ह जस - नमक चीनी आद उनको वलय पदाथ कहतह वलय पदाथ जस व म घलत ह उस व को वलायक कहत ह कछ पदाथ ऐस भीहोत ह जो व म नह घलत ह उह अवलय पदाथ कहत ह जस- चाक पाउडर रतआद व म कसी वलय पदाथ क घलन पर वलयन बनता ह

ननलखत सारणी को परा कर-

पदाथ का नाम जल म वलय जल म अवलय कस जाना

1 चीनी

2 लकड़ी का बरादा

3 फटकरी

4 मोम

5 लोह क छलन

वलय पदाथ को शी घोलन क लए व को हलाना पड़ता ह कसी वलय पदाथ कोदान क प म तथा पाउडर क प म लन पर कौन शीता स घलता ह

याकलाप -

दो परखनलया ल यक को जल स आधा भर द एक परखनली म आधा चमचदानदार चीनी डाल सरी परखनली म आधा चमच पसी चीनी डाल दोन परखनलयको हलाए या होता ह पसी ई चीनी शीता स घल जाती ह

पाउडर क प म पदाथ शीता स घलत ह

या जल क नत आयतन म चीनी क कोई भी माा वलय ह

याकलाप-

एक परखनली को जल स आधा भर इसम आधा चमच चीनी डालकर हलाए चीनीक माा बढ़ात जाए या होता ह एक नत माा क पात चीनी का घलना बदहो जाता ह अब परखनली को गम कर या होता ह चीनी क और थोड़ी माा घलजाती ह वलायक क ताप म व होन पर वलय क अधक माा घल जाती ह

कछ ऐस भी पदाथ ह जो जल म अवलय ह परत अय व म वलय ह जस - मोम वतारकोल जल म अवलय ह कत म क तल तथा पोल म वलय ह

करक दखए -

एक कटोरी ल उसम थोड़ा पानी डाल फर उस पानी म तल क कछ बद डालएअब उनको चमच क सहायता स मलान का यास कजए या होता ह

आपन दखा होगा क अयत कोशश क बाद भी पानी और तल आपस म नह मलहग ऐसा इसलए होता ह यक समान कत वाल पदाथ समान कत वाल पदाथम ही घलत ह पानी और तल क कत वपरीत होती ह जस कारण स पानी और तलआपस म नह घलत ह

करक दखए-

एक बड़ी कटोरी ल उसम थोड़ा पानी भर अब कछ छोट पर क टकड़ लोह ककल पानी क सतह पर रख आप या दखत ह

आपन दखा क पर क टकड़ कल पानी क सतह पर नह तरत ह बक डब जात हजो वतए पानी म नह घलती ह व या तो पानी म तरती ह या व डब जाती ह जो वतएपानी स हक होती ह व पानी क सतह पर तरती ह जबक जो वतए पानी स भारीहोती ह व पानी म डब जाती ह

जल षण-

जल म घलनशीलता क गण क कारण कछ ऐस पदाथ पानी म मल जात ह जस साबनकड़ा-कचरा आद जो पानी को षत करत ह इस कार जल क षत होन को जलषण कहत ह इनक कारण पानी म समजीव पनपत ह जो बीमारय का कारण होतह

अपन आस-पास दखो क जल कन कारण स षत हो रहा ह

कारखान स नकला आ अपश पदाथ नदय म छोड़ा जाता ह जसस नदय काजल षत हो जाता ह कष काय हत उपयोग म लाए जान वाल कटनाशक भी जलषण का कारण होत ह मानवीय याकलाप जस नद तालाब आद म कपड़ धोनापश को नहलाना वय नहाना आद क कारण भी नदय और तालाब का जलषत होता ह इस जल का योग हम अपन दनक जीवन क वभ काय म करत ह

पता कजए-

घरवालयपड़ोस क लोग पानी कस एकत करत ह जहा पानी रखा गया ह वह जगह कसी ह जस बतन म वह पानी एकत करत ह या वह ढक होत ह या नह यद पानी का बतन नह ढका होता ह तो उसम पानी कसा दखता ह या आप ऐस पानी को पीना पसद करग

गद जगह पर खल बतन म रखा आ पानी हम पीना पसद नह करग ऐस पानी म रोगफलान वाल कटाण होत ह जो पानी को षत कर दत ह य कटाण नगी आख या हडलस स दखाई नह दत ह इह दखन क लए वशष उपकरण या य क आवयकता

होती ह जस समदश कहत ह ऐसा पानी हमार वाय क लए हानकारक होता हषत पानी को पीन स हम वभ कार क बीमारया हो सकती ह

आइए जान-

षत जल स होन वाली बीमारया उनक लण एव बचाव क तरीक-

इसक अतर जल स होन वाली अय बीमारया ननवत ह-

मलरया-

यह रोग मादा एनाफलीज मर क काटन स होता ह जो इस परजीवी को मनय कशरीर म छोड़ता ह इसम रोगी को सद और सर दद क साथ बार-बार बखार आता ह

बचाव-

मर को पनपन स रकअपन घर तथा घर क आस-पास गदा पानी न इका होन दमरदानी का उपयोग करऐस कपड़ पहन जो शरीर क अधकाश भाग को ढक सक

उपचार -

रोगी क डाटर स जाच कराई जाए

इस भी जान-सनकोना व क छाल स कनन नामक औषध ात क जाती ह इसऔषध का उपयोग मलरया क उपचार म कया जाता ह

डग -

डग बखार एडीज मर क काटन स फलता ह एडीज मर को टाइगर मर भीकहत ह यह मर हमार घर क आस-पास साफ व क ए पानी म पनपता ह डगक बखार म रोगी को ठड लगन क साथ तज बखार आता ह शरीर पर लाल चक होजात ह जोड़ म दद रहता ह

बचाव -

अपन घर क आस-पास अनावयक पानी एक न होन द यक एडीज मर क एसाफ पानी म ही पदा होत ह कलर पय एव जानवर क पानी पीन क बतन औरफलदान आद का पानी कछ दन बाद एक बार खाली करक पनः भर परी बाह वालकपड़ पहनन चाहए जसस शरीर का अधक स अधक भाग ढका रह मरदानी कायोग करना चाहए

उपचार -

रोगी को दद एव बखार कम करन क कोई भी दवा वय नह लनी चाहए यह दवाएवाय क लए हानकारक हो सकती ह डाटर क सलाह स ही दवा का योग करनाचाहए

चकनगनया -

यह रोग चकनगनया वषाण (वायरस) ारा होता ह यह वायरस एडीज मर ककाटन स फलता ह यह मर दन क समय काटत ह इसम रोगी को जोड़ म दद क

साथ तज बखार होता ह इसक अतर सर दद थकान जोड़ म सजन शरीर परचक आद लण भी हो सकत ह

बचाव-

मरदानी का योग करअपन आस-पास पानी एकत न होन दसमय-समय पर कटनाशक का छड़काव कराए

उपचार-डाटर क सलाह ल

पानी पीन क सही तरीक पर नशान लगाइए -

चचा करए-

खल क का पानी य नह पीना चाहए घड़ स पानी नकालत समय कन बात का यान रखना चाहए घर और कल म पीन क पानी का सह कस तरह करना चाहए

पानी को पीन योय कस बनात ह

पानी को पीन योय बनान क लए सबस अा उपाय पानी को उबालकर ठडा करकछानना ह इसस सभी रोगाण न हो जात ह शहर और कब म पीन का पानी बड़ी-बड़ी पानी क टकय म सह कया जाता ह इस पानी म लीचग पाउडर डालकर औरश कर जल क आपत क जाती ह इसी कार कए क पानी म लाल दवा (पोटशयमपरमगनट) मलाकर पीन क योय बनाया जाता ह जस तरह वषा का जल म क पतस छनकर श हो जाता ह उसी तरह षत पानी को छानकर योग योय बना सकत ह

अयास

1 सही वाय पर (uuml) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) मोम पानी म घल जाता ह ( )

(ख) जल षण का एक कारण कारखान स नकला आ कचरा भी ह ( )

(ग) जानवर को नदय म ही नहलाना चाहए ( )

(घ) खत म डाल गए कटनाशक पदाथ जल को षत करत ह ( )

(ङ) तल पानी म घल जाता ह ( )

(च) वलय और वलायक मलकर वलयन बनात ह ( )

(छ) पानी क ोत क ान पर बतन धोन तथा जानवर को नहलान स

पयजल षत हो जाता ह ( )

2 सोचए और लखए-

(क) वलय और वलायक स आप या समझत ह

(ख) वलयन या ह

(ग) जल षण कन कारण स होता ह

(घ) षत जल स हमार वाय पर या भाव पड़ता ह

(ङ) कह दो चीज क नाम लखए जो पानी म घल जाती ह

(च) लोह क कल पानी म य डब जाती ह

(छ) षत जल स होन वाली कह दो बीमारय क नाम व उनक लण लखए

(ज) पीन का पानी व हो इसक लए हम या सावधानया रखनी चाहए

3 पानी क एक भर बतन म तालका म द गई चीज एक-एक करक डालए और दखएया होता ह-

पानी म डाली ई चीज तरती ह डबती ह

पी खाली कटोरी माचस क तीलीसाबन क टकयालाटक क खाली बद बोतलपानी स भरी ई लाटक क बद बोतललकड़ी का टकड़ा

15-याा

चदन अपन खत म काम कर रहा था तभी उसका दोत सरज आया वह भी उसक कामम हाथ बटान लगा जब काम परा हो गया तो दोन दोत एक पड़ क नीच बठकर खानाखान लग खान खात और बातचीत करत समय सरज बोला म चदन-म शहर गया थाशहर म गाड़य का मला लगा ह मल म मन टटर दखा यद हम टटर खरीद ल तोखती करना आसान हो जाएगा सरज न चदन को शहर जान क लए तयार कर लया

अगल दन चदन और सरज न शहर जान क लए एक बस पकड़ी उनक बस रात मएक ढाब पर क ताक बस क याी कछ जलपान कर ल जलपान करक दोन दोतबस म बठन ही वाल थ क तभी एक सदर सी बस उनक बस क पास आकर कसरज न ाइवर स जासा स पछा क यह बस अयत सदर ह तब ाइवर न उहबताया यह सी0एन0जी0 बस ह यह सी0एन0जी0 स चलती ह इसम डीजल नहपड़ता इसस षण भी कम होता ह

सरज और चदन आपस म बात करत शहर पच सरज न शहर पचकर सीध मल वालान क लए रा लया मल म कानदार स टर क बार म पयात जानकारी लदोन दोत को टर बत पसद आ रहा था परत टर का मय यादा था उनदोन क पास उतन पय नह थ दोन क आपस क बात कानदार न सनी तो वहबोला-भइया आप टordfटर कत पर ल लो फर यह सनकर दोन दोत म उसाह आगया उहन टर खरीद लया अब उनक सामन समया थी क टर को गाव कस ल

जाए कानदार न कहा- आप दोन परशान न ह मरा म रहीम क चलाता ह वहटर को गाव पचा दगा यह सनकर सरज और चदन बत खश हो गए

कानदार न चदन और सरज को यह भी बताया क इस टर स आपको खती करन मबत आसानी होगी कम समय म आप यादा काम कर सक ग टर डीजल स चलताह इसका खचा भी कम आएगा

डीजल एक कार का धन ह जो पोलयम को कई चरण म ठडा करन स एक चरणम बनता ह इसका उपयोग वाहन मशीन सय आद को चलान म कया जाता ह

कानदार न अपन म रहीम स टर को गाव पचान को कहा टर म रहीम कसाथ सरज और चदन भी बठ गए अब दोन दोत न कानदार को धयवाद दया औररहीम क साथ गाव क ओर रवाना ए रात म चदन और सरज का रहीम भी म बनगया और वह बोला तम दोन चता मत करो म तम दोन को टर चलाना सीखा गातीन म क बातचीत म शहर स गाव का सफर कब कट गया पता ही न चला

चदन और सरज जब क स टर लकर गाव पच गाव क सभी लोग उसकतापवकइक हो गए यक उनक गाव म पहला टर था सभी न उन दोन दोत को बधाईद चदन स रहीम बोला-म अब मझ शहर वापस जान क इजाजत दो तब चदन औरसरज मकराए और रहीम स बोल-म रहीम तमन हमारी बत सहायता क ह हमतह ऐस न जान दग तम खाना खाकर आज रात आराम करो अब कल जाना

रहीम दोन म क यार को दखकर गाव म क गया रात म सभी खा-पीकर बातचीतकरत सो गए अगल दन रहीम न नाता कर चदन और सरज स शहर जान क अनमतमागी और कहा क म जद ही आकर तम दोन को टर चलाना सखाऊगा

या आपन कभी बस टर म याा क ह बसटर चलान क लए कौन सा धन डालत ह

या आप जानत ह क पोलडीजल कहा स आता ह

कछ दन बाद रहीम कटर स गाव आया उस दखकर चदन और सरज बत स एउसका वागत कया चदन बोला-म रहीम तम खा-पीकर वाम करो तब तक हमदोन खत पर काम नपटाकर आत ह खत पर जद-जद काम करक दोन दोत जबघर पच रहीम उनका इतजार कर रहा था रहीम न फर टर टाट कया और चदनऔर सरज को टर सीखाना श कया कछ ही दन म महनत और जोश क साथसरज और चदन न टर चलाना सीख लया टर चलाना सीखकर दोन बत सथ अब रहीम न उनस शहर जान क अनमत मागी रहीम न दोन को शहर आन कानमण भी दया

चदन और सरज टर स खती करन लग उनक लए खती करना अब आसान हो गयाथा दोन क महनत रग लाई फसल बत अ ई दोन न मलकर फसल काटऔर टर पर फसल लादकर शहर चल दए शहर पचकर मडी म फसल को बचाइसक बाद दोन न रहीम क घर क ओर ान कया रहीम उह दखकर बत सआ उसन क चलाना छोड़ दया था अब रहीम कार स मसाफर को घमाता था यहीउसका रोजगार था

रहीम न चदन और सरज का टर अपन घर पर खड़ा करा दया दोन को अपनी कारम बठाकर शहर घमान चल दया उसन दोन को शहर क मख जगह को दखायारात म चदन न रहीम स पछा-म या यह कार डीजल स चलती ह तब रहीम बोला-नह म यह कार पोल स चलती ह कछ कार डीजल और सी0एन0जी0 स भीचलती ह चदन और सरज न रहीम स सी0एन0जी0 स चलन वाली बस दखी ही थीउहान कार भी दखन क इा जाहर क रहीम उनको कार क कान पर ल गयाजहा सी0एन0जी0 स चलन वाली कार थी सी0एन0जी0 क कार दखकर चदन नकानदार स सी0एन0जी0 क बार म पछा क यह या ह तब कानदार न बतायासी0एन0जी0- (सपीडत ाकतक गस) एक ाकतक गस ह

इस भी जानो-

सी0एन0जी0 200-250 क0ाम क सकचत दबाव म गसीय अवा म वाहन मधन क प म उपयोग म लाई जाती ह इसका उपयोग मयतः वाहन म होता हसी0एन0जी0 क अवयव ह-मीथन धन और ोपन यह गस रगहीन एव गधहीन होतह यह हवा स भी हक होती ह

सी0एन0जी0क उपयोग स हम बत स लाभ भी ह जस-

सी0एन0जी0 का उपयोग डीजल तथा पोल इजन दोन वाहन म कया जासकता हसी0एन0जी0 स षण काफ कम फलता हपोल और डीजल वाली गाड़य क तलना म सी0एन0जी0 का खचा कम होताहपयावरण क लए सी0एन0जी0 गस अ मानी गई ह पोल और डीजल कतलना म यह काबन डाईआसाइड नाइोजन आसाइड और आरगनक गसकम उसजत करती ह

सरज और चदन कानदार स नई-नई जानकारी पाकर बत खश ए इसक बाद रहीमदोन म क साथ अपन घर आया रात म तीन मलकर शहर म जो नया दखा थाऔर नई-नई जानकारी ात कए थ उसी पर बातचीत करत रह थ चदन और सरज नफर अपन म रहीम स गाव जान क अनमत मागी इसक बाद दोन दोत खशी-खशीगाव आ गए

अब आप अपन बड़ स पता करए -

पोल डीजल और सी0एन0जी0 स कौन-कौन स वाहन चलत ह इन वाहन का मय या ह षण कम करन क लए कौन स धन का योग वाहन म करना चाहए

धन बचाए-

तल का भडार सीमत ह इस अपन ब क लए बचाए यक बद स यादा लाभ लजब गाड़ी रोक तब इजन बद कर

अयास

1 ननलखत क उर दजए -

(क) गाड़ी चलान क लए कौन-कौन स इधन का योग होता ह

(ख) सड़क पर वाहन क बढ़ती सया स या-या परशानी होती ह

(ग) वाहन क बढ़ती सया स आई परशानय को कम करन क कछ तरीक सझाइए

2 नीच कछ वाहन क च दए ह च दखकर उनक नाम और व वाहन हमार कसकाम म आत ह लखए-

नाम काम

3 पता करक लखए-

स आपक शहर म पोल और डीजल क कमत या चल रही ह

कटर म कौन सा धन डाला जाता ह पोल और डीजल क कमत य बढ़ती जा रही ह

आपक घर म कस-कस काम म कतना पोलडीजल खच होता ह पोलडीजल क योग पर आप लोग को कस जागक करग

4 नीच दए च म दखाए ान पर आप अपन घर स कस जाना चाहोग उसका

नाम बास म लखए -

5 (क) अपन बड़ स पछए आज स 40 साल पहल लोग कन साधन स आत जातथ या तब भी यही सब साधन थ जो आजकल आप दखत ह

(ख) अब आप अनमान लगाओ क आज स पीस साल बाद लोग आन जान क लएकस कार क वाहन का उपयोग करग

कतना सीखा-3

1 सही मलान कर -

समह lsquoकrsquo समह lsquoखrsquo

2 अपनी पसद क घर का च बनाकर उसम रग भरए

3 द गई वग पहली म कछ आपदा क नाम छप ह उनक नाम ढढए

आ वा ला म खी

धी द ल च ग

स गा भ क प

ना द ष बा

मी प आ ग ढ़

4 या कर या न कर -

या कर या न कर

(क) अगर बाढ़ आ जाए

(ख) अगर भक आ जाए

(ग) अगर आग लग जाए

5 ननलखत क उर लखए -

(क) भमगत जल पनभरण स आप या समझत ह

(ख) सचाई क कह दो पररागत साधन क नाम लखए

(ग) पानी क बचत हम कस कर सकत ह

(घ) सीएनजी क अवयव लखए

(ङ) षण कम करन क लए कौन स धन क वाहन का योग करना चाहए

(च) वाहन म योग होन वाल दो धन का नाम लखए

6 र ान क पत कजए

(क) पानी पदाथ होता ह

(ख) पानी म का गण होता ह

(ग) मोम म अवलय ह

(घ) कए क पानी म मलाकर पीन योय बनाया जाता ह

(ङ) सहायता स खती करना आसान हो गया ह

7 कह दो चीज क नाम लखए जो म क तल म घल जात ह

8 यद एक नत माा क बाद चीनी पानी म नह घलती ह तो और चीनी घोलन कलए आप या करग

16- बीज ही बीज

अपन आस-पास पड़-पौध पर लग आम अमद बर टमाटर पपीता मटर इमलीआद फल व सजय को दख इनम बीज ममक होत ह या सभी फल म समानसया म बीज ह कछ फल जस-आम बर जामन म एक बीज होता ह जबक इमलीपपीता अमद टमाटर आद म अनक बीज होत ह

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल

एक बीज वाल और अनक बीज वाल फल का नाम द गई तालका म लखए-

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल चचा करए -कछ फल एक बीज वाल और कछ अनक बीज वाल होत ह इह बीज क दान को बोकर पनः इनक फसल पदा क जाती ह धान मका ग चना आद क फसल पदाकरन क लए उनक दान म म बोए जात ह अनाज क व दान जनका योग अगलीफसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलात ह बीज का भडारण उचत ढग सकरना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत ह या आप जानत ह क बीज कस खराबहो जात ह आइए दख और समझ-

चह घन व अय कट बीज को खराब कर दत ह जब कसान इन बीज को खत मबोता ह तो जो बीज अ होत ह व अकरत हो जात ह और जो खराब होत ह वअकरत नह होत ह अ और खराब बीज क पहचान कस करत ह सोचइ औरबताइएखराब बीज क पहचान कस करग आओ कर और समझ -

आधा गलास पानी ल इसम कछ सम क बीज डाल या दखत ह

आइए दख-

दो कटोरया लदोन कटोरय म पानी स भीगी ई ई रखपहली कटोरी म सम क व बीज रख जो गलास क पानी म तर रह हसरी कटोरी म सम क व बीज रख जो पानी म नीच डब ए हदो दन बाद दोन कटोरय क बीज को दख

या दखत ह

आपन दखा क गलास क पानी म कछ बीज ऊपर तर रह ह य खराब बीज ह कछबीज पानी म नीच डब ए ह य अ व परपव बीज ह यही बीज ही अकरत होत हहमार दश म अ व परपव बीज पदा करन क दशा म काफ गत ई ह

पानी म डालन पर जो बीज ऊपर आ जात ह व खराब बीज होत हखराब बीज अकरत नह होत हअ और परपव बीज ही अकरत होत हकछ बीज नट भी हो जात ह

बीज क सरचना कसी होती ह

चलए बीज को बाहर और अदर स दखकर उसको जाच-परखभीग ए चन या सम का बीज ल इनक बाहरी आवरण बीजचोल ममक वज कोसावधानी स हटाए या दखत ह दो हक पील रग क सरचनाए दखाई पड़ती ह इहबीजप कहत ह इस भी खोल

दोन बीजप को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस भरण मउइतलवकहत ह इसका नचला सफद भाग मलाकर तथा ऊपरी नकला भाग ाकरकहलाता ह

इस भी जानए -

मलाकर स जड़ तथा ाकर स तना बनता ह

अकरत बीज क य भाग बीजप स अपना भोजन ात करत हबीज का अकरण-आपन अपन घर म धान ग सम चना मटर आद क बीज को दखा ह या आपनइसम कभी अकरण होत ए दखा ह इनम अकरण कब और कस होता ह

बीज क अकरण क लए आवयक परतया-

एक बीकर या गलास म 23 भाग उबालकर ठडा कया आ पानी ल (जससपानी म घली वाय नकल जाए)सम क तीन अ बीज को च क भात कसी लकड़ी या लाटक क प परधाग स बाधपानी क सतह पर तल क कछ बद डाल (पानी क सतह पर तल डालन पर पानीका वापन नही होगा और बाहर क वाय पानी म घल नही पाएगी)

तदन इसका नरीण करत ए बीज म हो रह बदलाव को लख-पहल दन सर दन तीसर दन चौथ दन सोचए और बताइए-

प म सबस नीच बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो यप म सबस ऊपर बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य प क बीच म बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य बीच वाला बीज ही अकरत य आ बीच वाल बीज को हवा पानी व उचत ताप तीन ात आ इसलए यह अकरतआ

सबस नीच वाल बीज को पानी तो मला परत हवा व उचत ताप नह मलन सयह अकरत नह आ पानी म लगातार रहन क कारण यह खराब भी हो गयासबस ऊपर वाल बीज को हवा व उचत ताप तो मला परत पानी नह मलन सयह अकरत नह आ

बीज स नह पौध का बनना बीज का अकरण कहलाता ह

बीज क अकरण क लए हवा पानी तथा उचत ताप आवयक हभ-भ पौध को उगान क लए भ-भ परतया तथा जलवाय कआवयकता होती ह

आइए करक दख-

चन क कछ दान और तीन कटोरया लपहली कटोरी म चन क चार-पाच दान डाल और कटोरी को पानी स भरसरी कटोरी म उतन ही चन भीगी ई ई या कपड़ म लपटकर रख यान रहकपड़ा या ई सखन न पाए

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) बीज क अदर ऐसा या होता ह जसस पौधा बनता ह (ख) नह पौध को बढ़न क लए कन परतय क जरत होती ह (ग) अ और खराब बीज क पहचान कस क जाती ह (घ) भीग चन को भीग कपड़ म बाधन पर उसका अकरण तज होता ह ऐसा य 2 क चार वकप दए गए ह सही वकप क सामन बन व को काला कजए -

बीज क अकरण क लए आवयक ह -

(क) वाय जल और खाद (ख) वाय जल और उचत ताप(ग) सय का काष वाय और उचत ताप(घ) वाय जल और अधक ताप

जो बीज पानी म डालन पर ऊपर आ जात ह व-

(क) परपव बीज होत ह (ख) अ बीज होत ह(ग) खराब बीज होत ह (घ) भरण होत ह3 र ान क पत कजए -(क) बीज क बाहरी आवरण को कहत ह(ख) बीज प को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस कहत ह(ग) भरण का नचला भाग और ऊपरी भाग कहलाता ह(घ) मलाकर स तथा ाकर स बनता ह4 खड lsquoकlsquo क अधर वाय को खड lsquoखlsquo क सहायता स परा कजए-खड-क खड-ख(क) बीज स अकरत होत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज को न कर दत ह(ग) अनकल परत पाकर बीज नह पौध का जम होता ह(घ) चह घन व अय कट बीज का अकरण कहलाता ह

ोजट वक -

कसी बतन म खत क म लकर उसम चन या सम क बीज बोए और उसमतदन थोड़ा-थोड़ा पानी दत रह अकरत पौध म होन वाली व को अपनीकापी म लख और च भी बनाए

17-व म भारत

हमारी पवी-महासागर एव महाप-

हमार पवी लगभग गोल आकार क ह पवी का गद जसा गोल आकार का लघतप लोब कहलाता ह आइए लोब को दख-लोब पर अनक रग-बरगी आकतया बनी ह य आकतया पवी पर महाप एवमहासागर को दखाती ह लोब का अधकाश भाग नील रग स रगा दखाई द रहा हयह भाग पवी पर वशाल जलराशय अथवा महासागर को दशत करता ह शष भागल को दशाता ह हमारी पवी क लगभग 71 तशत भाग पर जल एव शष लगभग29 तशत भाग पर ल ह बड़-बड़ लीय भाग महाप ह महाप महासागर

ारा अलग कए जात ह

च 71 व म भारतपवी पर पाच महासागर एव सात महाप ह आइए लोब एव व क मानच पर इहपहचान-पवी पर पाच महासागर मशः शात महासागर अटलाटक महासागर हदमहासागर आक टक महासागर एव दणी महासागर ह इनम स शात महासागरसवाधक वतत एव सबस गहरा ह यह सण पवी क लगभग एक तहाई भाग परफला ह इसका सबस गहरा ान मरयाना गत ह जो लगभग 11 कलोमीटर गहरा ह

पवी क लगभग 29 तशत भाग पर फला ल सात महाप म वभाजत ह यमहाप मशः एशया यरोप अका उरी अमरका दणी अमरका आटordfलयाएव अटाक टका ह इनम एशया सबस बड़ा महाप ह हमालय पवत पर त वक सव पवत चोट माउट एवरट इसी महाप पर ह इसक ऊचाई 8848 मीटरह एशया म व क लगभग 59 तशत जनसया नवास करती ह व क मानचको दखए हमारा दश भारत एशया महाप म त ह

पवी का धरातल पवत पठार एव मदान स य ह सामायतः आस-पास क धरातल सऊच उठ भाग पवत कहलात ह इनका शखर सकचत अथवा शवाकार होता ह पवतसाधारणतया समह म पाए जात ह इह पवत णी कहत ह पहाड़य क ऊचाई पवतस कम होती ह

व क कछ मख पवत णया-हमालय कनलन हकश कराकोरम एटलसकसबग यराल आपस काकशस राकज अपलशयन ड डवाइडग रजएडीज आद ह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

नदश- शक लोब एव व मानच ारा महासागर महाप एव अपन दश भारतक तलनामक अवत प कर तथा ब ारा इसका अयास कराए

इस भी जान -

लोब का कागज पर समतल ततकरण मानच कहलाता हपवी पर बत बड़ ल खड को महाप एव वशाल जलराशय को महासागरकहत ह

पवी पर तलनामक प स ऊच उठ चरस ल भाग पठार कहलात ह ायः पठार काऊपरी भाग ऊबड़-खाबड़ होता ह इनक कनार सामायतः खड़ ढाल वाल होत ह

पछली का म आप पढ़ चक ह क हमार दश का दणी भाग पठार ह

व क कछ मख पठार-पामीर का पठार तबत का पठार भारत म दकन का पठारईरान का पठार अरब का पठार कोलोरडो पठार कोलबया पठार ाजील क उभम बोलवया का पठार एव पम आलया का पठार ह अका महाप काअधकाश भाग पठारी ह इन पठार को व मानच पर पहचानए

धरातल पर समतल परत नचला भाग मदान कहलाता ह ायः मदान का नमाण नदयारा लाई गई म स होता ह आप पछली का म उर दश क मदानी भाग क बारम जानकारी ात कर चक हो व क कछ मख मदान-स गगा प का मदानयरोप का मयवत मदान उरी अमरका का मयवत मदान ागह का मदान आदह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

व क कछ मख नदया गगा स सतलज प यमना गोदावरी इरावदमकाग ागह नील जायर जाबजी लोपो पराना परागए अमजन मसीसपी-मसौरी सटलारस डयब टस राइम वोा आद ह नील नद व क लबी नद हअयापक क सहायता स व मानच पर इन नदय का अवलोकन कर

हमारा दश-भारत-अगल प पर दए गए मानच म अपन दश-भारत एव उसक पड़ोसी दश को दखएहमार पड़ोसी दश मशः अफगानतान पाकतान चीन नपाल भटान यामारबालादश ीलका एव मालदव ह भारत का दणी भाग तीन ओर स सम स घराह परब म बगाल क खाड़ी पम म अरब सागर तथा दण म हद महासागर हहद महासागर का नाम हमार दश भारत क नाम पर पड़ा ह मानच दखो एव भारत कपड़ोसी दश क नाम लख-

पम म एव उर म एव परब म एव दण म एव

च 73 भारत क पड़ोसी दश

भारत म 29 राय एव 07 कशासत दश ह इनका ववरण ननलखत ह-0स0 राय का नाम राजधानी 0स0 राय का नाम राजधानी1 आ दश - हदराबाद 15 महारा- मबई2 अणाचल दश -ईटानगर 16 मणपर- इा3 असोम -दसपर 17 मघालय- शलाग4 बहार- पटना 18 मजोरम- आइजोल5 छीसगढ़ -रायपर 19 नागालड- कोहमा6 गोवा- पणजी 20 ओडशा -भवनर7 गजरात- गाधीनगर 21 पजाब -चडीगढ़8 हरयाणा -चडीगढ़ 22 राजान- जयपर9 हमाचल दश- शमला 23 सकम- गगटोक10 जम एव कमीर- ीनगर (ीमकालीन) 24 तमलनाड -चई एव जम (शीतकालीन)11 झारखड -राची 25 तलगाना- हदराबाद12 कनाटक- बगल 26 परा- अगरतला13 करल -तअनतपरम 27उर दश- लखनऊ14 मय दश- भोपाल 28उराखड- दहरान29 पम बगाल- कोलकाता

0स0 कशासत दश का नाम राजधानी1 अडमान और नकोबार पसमह पोटलयर2 चडीगढ़ चडीगढ़3 दादरा और नगर हवली सलवासा4 दमन और दव दमन5 दली दली6 लप कवारी7 परी परी

भारत क राजधानी नई दली ह यहा रापत भवन ससद भवन सव यायालयएव अय मख शासनक मयालय त ह

हमारा दश भारत ाकतक प स ववधता स भरा ह यहा ऊच पवत वशालमदान पठार एव मल पाए जात ह ाकतक सरचना क आधार पर भारत को पाचभाग म बाटा जाता ह-1 उर का पवतीय भाग2 उर का वशाल मदान3 थार का मल4 दण का पठारी भाग5 तटय मदान एव पसमह

1 उर का पवतीय भाग- इसका वतार भारत क उर म जम एव कमीर स लकरअणाचल दश तक ह इस हमालय पवत क नाम स जाना जाता ह हमालयपवतमाला तीन समानातर पवत णय स मलकर बनी ह य मशः वहत हमालय याहमा हमाचल या मय हमालय एव शवालक ह उर क मदानी भाग म बहकरआन वाली अधकाश नदय का उदगम ल हमालय ह

2 उर का वशाल मदान- इसका नमाण हमालय स बहकर दण क ओर आन वालीतथा पठार स बहकर उर क ओर आन वाली नदय क साथ आई उपजाऊ जलोढ़म स आ ह भारत म इसका वतार पजाब स लकर असम तक ह यहा बहन वालीमख नदया सतलज गगा यमना घाघरा चबल टोस सोन गडक कोसीमहानदा दामोदर प आद ह गगा एव प नदया पम बगाल एव बालादशम वशाल डटा का नमाण करती ह

3 थार का मल- भारत क पमी भाग म राजान राय त ह इसक पमीहस म सकड़ कलोमीटर लबा-चड़ा बाल का वतार ह इस थार का मल कहतह यहा वषा बत कम होती ह जगह-जगह रत क टल दखाई दत ह जह बालकातप (सड न) कहत ह यहा आवागमन का एकमा साधन ऊट ह इस रगतान काजहाज भी कहत ह

4दण का पठारी भाग- दण का पठारी भाग उर क वशाल मदान क दण मह इसक उर-पम म अरावली पवत पम म पमी घाट पवत तथा परब म पवघाट पवत ह यह भाग अनक छोट-छोट पठारो म वभाजत ह इनम स मख ह-बदलखड पठार बघलखड पठार छोटा नागपर पठार मालवा पठार दकन का लावापठार आद इस भाग म चबल बतवा टोस सोन नमदा तापी दामोदर महानदगोदावरी कणा एव कावरी नदया बहती ह भारत का मानच दखकर बताइए इनम सकौन-कौन सी नदया-

अरब सागर म मलती ह बगाल क खाड़ी म मलती ह उर क वशाल मदान क ओर बहती ह

5 तटय मदान एव पसमह- य दण क पठारी भाग क परब एव पम म सम तटक सहार लब और सकर तटय मदान ह पम क ओर क मदान को पम तटयमदान तथा परब क ओर क मदान को पव तटय मदान कहत ह

हमार दश म सम क मय अनक प ह कई प क समह को प समह कहत हबगाल क खाड़ी म अडमान और नकोबार प समह तथा अरब सागर म लप पसमह ह

जस कार हमार दश म कई कार क ाकतक वभाग ह उसी तरह यहा क पड़-पौधा वनतय एव जीव-जत म ववधता पाई जाती ह हमार दश म मय पस पाच कार क वन पाए जात ह1 सदाबहार वन2 पतझड़ या पणपाती वन3 मलीय या काटदार वन4 पवतीय वन5 वलाचली या डटाई वन

1 सदाबहार वन- पर साल हर-भर रहन क कारण इह सदा बहार वन कहत ह इसकार क वन अधक वषा वाल गम ान पर पाए जात ह य वन अयत घन होत हतथा जीव-जत एव वनतय म अयधक ववधता पाई जाती ह भारत म इनकावतार पमी घाट उर परबी क पहाड़य एव अडमान और नकोबार पसमह म ह इन वन म पाए जान वाल मख व रोजवड महोगनी रबड़ ताड़ बासआबनस नारयल आद ह

2 पतझड़ या पणपाती वन- इन वन को मानसनी वन भी कहत ह वष म एक बारशीतकाल क अत म यहा पाए जान वाल व अपनी पया गरा दत ह इसलए इहपतझड़ या पणपाती वन कहत ह इन वन का वतार पम बगाल बहार उर दश

मय दश छीसगढ़ झारखड आद राय म ह इस कार क वन म शीशम नीममआ बरगद पीपल आवला समल पलास बल खर आद व पाए जात ह

3 मलीय या काटदार वन- इस कार क वन कम वषा वाल पठारी और मलीयान पर पाए जात ह इन वन म ककर खजर बबल खजड़ी जस काटदार व औरझाड़या पायी जाती ह भारत म इनका वतार पमी एव मय भारत क कम वषा वालपठारी ान तथा थार क मल म ह

4 पवतीय वन- पवतीय म बढ़ती ऊचाई क साथ तापमान एव वषा म परवतन होताह इसक कारण पवतीय म वशष कार क वन पाए जात ह इह पवतीय वनकहत ह भारत म इन वन का वतार हमालय वयाचल सतपड़ा एव पमी घाटपवत पर ह हमालय म दवदार चनार स सवर फर जनपर पाइन बचआद व पाए जात ह दण भारत क पवतीय वन म मगनोलया लरच सनकोनाआद व पाए जात ह

5 वलाचली या डटाई वन- सम क कनार दलदली भाग एव नदय क डटा म य वनपाए जात ह इनम नारयल ताड़ सदरी आद व पाए जात ह इन वन कासवाधिाक वतार पम बगाल म ह सदरी नामक व क अधकता क कारणपम बगाल एव बाला दश म इह सदर वन क नाम स जाना जाता ह

मख वय जीव

वय जीव म वय पश पी जीव-जत और साप आद शामल ह वय जीव कााकतक आवास (घर) वन ह जहा व वद प स वचरण करत एव रहत हजनसया व क कारण हमार वन का तजी स वनाश होता जा रहा ह और वन काफल घटता जा रहा ह जसस वय जीव क सया बड़ी तजी स घटती जा रही हकई वय जीव वलत होत जा रह ह इह बचाए रखना आवयक ह यक य पयावरणसतलन म सहायक ह

वय जीव क सरा वकास एव वत वचरण क लए सरकार ारा राीय उानवय जीव अभयारय एव पी वहार आद क ापना क जाती ह इनम मानव ारावयजीव का शकार करना वजत ह

अयास

1 र ान क पत कजए-(क) पवी पर महासागर एव महाप ह(ख) ससार क सबस लबी नद ह(ग) हमालय पवत का वतार राय स राय तक ह(घ) भारत म राय एव कशासत दश ह2 नीच लख वाय क सामन (स ) या ( ग ) का नशान लगाए-(क) ायः पठार क ऊपरी सतह ऊबड़-खाबड़ होती ह ( )(ख) शात महासागर पवी क आध भाग पर फला ह ( )(ग) राजान म सदाबहार वन पाए जात ह ( )(घ) पतझड़ वन शीत ऋत क अत म अपनी पया गरा दत ह ( )3 सही जोड़ा बनाइए -भारत क राय राजधानीमय दश दसपरतमलनाड भोपालहमाचल दश चईअसोम शमला4 ननलखत क उर दजए -(क) व क मानच पर भारत क पड़ोसी दश को दशत कजए (ख) पठार कस कहत ह व कह तीन पठार क नाम बताइए (ग) सदर वन कहा पाए जात ह इह हम सदर वन य कहत ह (घ) बालका तप स आप या समझत ह य भारत म कहा पाए जात ह

(ङ) राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना य क जाती ह

18-भारतीय सवधान तथा शासन वा

हम सभी परवार म मल-जल कर रहत ह घर क सार काम भी एक साथ मलकर करतह और कछ काम बट भी होत ह घर को चलान क लए नयम बनाए जात ह जनकापालन घर क सभी लोग करत ह ऐस ही हमार वालय म एक धानायापक होत हजो शक-शका क साथ मलकर कल सचालन क नयम बनात ह वालय मरहन वाल सभी लोग इन नयम का पालन करत ह सड़क पर सरत चलन क लए भीनयम बनाए गए हघर वालय क तरह दश क काम-काज को चलान क लए बत सार नयम बनाए गएह इन सभी नयम को मलाकर हमारा सवधान बना ह जसक अनसार शासन कामकरता ह अतः सवधान को बनान क लए एक सभा बनी जस lsquoसवधान सभाlsquo कहागया डा0 राज साद इसक अय बनाए गए सवधाान का ाप तयार करन कलए एक ाप समत बनाई गई डा0 भीमराव रामजी अबडकर इसक अय बन02 वष 11 महीन और 18 दन तक लगातार परम करक इस सभा न भारत कासवधान बनाया26 जनवरी 1950 को सवधान को पर दश म लाग कया गया इस दन को हम गणतदवस क प म मनात ह

डा0 राज साद डा0 भीमराव रामजी अबडकर

हमार सवधान क वशष बात-

हमार सवधान म कहा गया ह क भारत एक सण भव स दश ह यहअपन नयम-कानन वय बनाएगासवधान म हमार दश को समाजवाद राय कहा गया ह जसका लय समाज कआथक एव सामाजक वषमता को र करना हसवधान म दश क सभी नागरक को अपन धम का पालन करन क छट मली हभारत म ससदय शासन णाली ह जसम मपरषद लोकसभा क तउरदायी होती ह सवधान म नागरक को छः मौलक अधकार दए गए ह और उनको यारह मलकत बताए गए हक राय और ानीय तर पर जनता ारा चनी गई सरकार ह सवधान क अनसार 18 वष या उसस अधक उ क लोग चनाव म वोट डालत हसवधान म 6 स 14 वष क सभी ब को नःशक एव अनवाय शा कामौलक अधकार ात ह सामाजक समानता मौलक अधकार ह बालका को भी बालक क समानअधकार दान कए गए ह य अधकार उनक पालन-पोषण शा एव सरा ससबत ह

हमारा सघीय शासन- हमारा दश 29 राय तथा 7 कशासत का एक सघ हइसम क और राय दोन तर पर ससदय शासन ह पर दश का शासन चलान कलए क तर पर कय सरकार और राय म राय सरकार होती ह

कय सरकार क तीन अग ह -

वापका - कानन का नमाणकायपालका - कानन को लाग करनायायपालका - कानन क अनसार याय करना

वापका-कानन का नमाण-

भारत क कय वापका को lsquoससदlsquo कहत ह रापत लोकसभा और रायसभास मलकर ससद बनती ह इसम स रायसभा को lsquoउ सदनlsquo और लोकसभा को lsquoननसदनlsquo कहत ह

लोकसभा क सदय 5 साल क लए जनता ारा चन जात ह 25 साल या उसस अधकआय का इसका सदय हो सकता ह इसक सदय क चनाव म 18 वष या उससअधक आय क लोग वोट डालत हरायसभा ाई सदन ह इसक सदय का कायकाल 6 वष होता ह त दो वष परएक तहाई सदय सवानव होत ह रायसभा क सदय का चनाव राय कवधानसभा क नवाचत सदय ारा होता हलोकसभा और रायसभा क सदय को सासद (एमपी) कहत हससद क दोन सदन मलकर दश क लए कानन बनात ह जसक लए रापत कसहमत आवयक ह कायपालका-कानन को लाग करना-

कय कायपालका का मख रापत होता ह उस दश का थम नागरक कहत हवह 5 वष क लए लोकसभा रायसभा और वधानसभा क नवाचत सदय ारा चनाजाता ह रापत क सहायता एव सलाह क लए धानमी क अयता म मपरषदहोती हधानमी क नय रापत ारा क जाती ह वह लोकसभा म बमत दल का नताहोता ह धानमी क सलाह पर अय मी भी रापत ारा नय कए जात हरापत धानमी एव मय स मलकर कायपालका बनती ह ससद जो काननबनाती ह उस कायपालका लाग करती ह कायपालका दष क षासन वा कासचालन करती हइस भी जान -

रापत दष क जल थल व वाय सना का सव सनापत होता ह

रापत वापका (ससद) का अग होन क साथ-साथ कायपालका का मखहोता ह वह ननलखत काय करता ह-

-ससद क बठक बलाना-कोई अयादष (दष क लए नयम या कानन) जारी करना-राय म रायपाल सव यायालय उ यायालय क यायाधीष क नय करनाआद

उपरापत रायसभा का पदन सभापत होता ह

यायपालका-कानन क अनसार याय करना

हमार दश म नयम कानन क रा क लए यायपालका क वा ह सवधानारा वत और नप यायपालका क ापना क गई ह हमार दष म यायपालकाक सरचना इस कार ह-

सव यायालय-हमार दश म सबस बड़ा यायालय सव यायालय ह यह यायालय दश क राजधानी नई दली म ह सव यायालय म मय यायाधीष एव अय यायाधीष होत हजनक नयरापत ारा क जाती हउ यायालय-यक राय क लए एक उ यायालय होता ह उ यायालय क मय यायाधीशऔर अय यायाधीश क नय रापत ारा क जाती ह उर दश का उयायालय इलाहाबाद म त ह इसक एक खडपीठ लखनऊ म ापत हजला यायालय-

जला तर पर भी यायालय होत ह जह जला यायालय कहत ह जला यायाधीशक नय रायपाल ारा क जाती हअय अदालत-आपसी ववाद को नपटान क लए लोक अदालत पारवारक अदालत उपभोाअदालत भी ह

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) सवधान सभा क अय कौन थ (ख) हमारा सवधान य बनाया गया(ग) शासन क कतन अग होत ह (घ) रापत क चनाव म कौन-कौन समलत होता ह 2 र ान क पत कजए-(क) हमारा भारतीय सवधान को लाग कया गया(ख) तवष 26 जनवरी को दवस मनाया जाता ह(ग) लोकसभा का कायकाल का होता ह(घ) लोकसभा और रायसभा क सदय को कहत ह(ड) रापत लोकसभा और रायसभा को मलाकर बनती ह3 ननलखत क मय काय लखए-(क) वापका (ख) कायपालका (ग) यायपालका 4 अपन दश क वतमान रापत उपरापतधानमी क च एक करक अपनीपतका म चपकाए च क नीच उनक काय लखए5 बालसभा म शकशका क सहायता स ससद क कायवाही क वषय म चचाकजए

19- राीय एकता

हमार दश म अनक भाषाए और बोलया ह लोग क खान-पान तथा पहनावा भी भ-भ ह इन ववधता क बावजद हम लोग दशहरा दपावली होली ईद बसाखीसमस आद योहार बड़ धमधाम स मनात ह कछ पव ऐस ह जो हमार राीय पवकहलात ह - 15 अगत (वतता दवस) 26 जनवरी (गणत दवस) एव 2 अटबर(गाधी जयती) इन पव को पर दश म मल जलकर मनाया जाता ह इनक अलावा हमारराीय तीक भी ह राीय पव और राीय तीक हमारी राीय एकता क रणाोत हहमार राीय पव-1 वतता दवस 15 अगत -कई वष तक हमार दश म वदशय का शासन रहा ह हमार वतता सनानय न सघषकरक वदशी शासन स दश को म कराया हमारा दश 15 अगत सन 1947 कोवत आ इसीलए हम यक वष 15 अगत को वतता दवस राीय पव क प मधमधाम स मनात ह2 गणत दवस 26 जनवरी -वतता क बाद दश क लए नयम-कानन बनाए गए जस सवधान कहत ह 26जनवरी सन 1950 को हमारा सवधान लाग आ तथा दश गणत घोषत आइसीलए हम यक वष 26 जनवरी को lsquoगणत दवसrsquo क प म मनात ह3 गाधी जयती 2 अटबर -

गाधी जी का परा नाम मोहन दास करमचद गाधी ह इनका जम 2 अटबर सन 1869को गजरात ात क पोरबदर म आ गाधी जी न सय एव अहसा क माग पर चलकरदश को आजाद कराया यक वष 2 अटबर को हम गाधी जयती क प म मनात ह

उहन दश म वभ जात धम तथा वभ भाषा म बोलन वाल लोग को एक स मबाधन का यास कया गाधी जी को परा दश बाप रापता और महामा क नाम सभी जानता हराीय पव पर राीय वज फहराया जाता ह तथा वभ कार क साकतक कायमआयोजत होत ह

हमार राीय तीक-हमार दश क कछ राीय च ह इह हम lsquolsquoराीय तीकrsquorsquo कहत ह हमार राआपक वालय म राीय पव का आयोजन कस कया जाता ह क एकता क पहचान इन राीय च स भी होती ह आइए अपन राीय तीक कोजान-1 रावज

हमार राीय वज म तीन रग ह हम इस तरगा भी कहत ह रा वज म सबस ऊपरकसरया रग बीच म सफद रग तथा सबस नीच हरा रग होता ह वज क बीच क सफदवाल भाग क मय म 24 तीलय वाला नीला च बनाकसरया रग- बलदान का तीक सफद रग- शात का तीकहरा रग- धरती क हरयाली का तीकच - उत क ओर असर होन का तीक होता ह रा वज का समान करनायक नागरक का कत ह2 रागान

हमारा रागान lsquoजन-गण-मनrsquo ह अपनी पतक म कवर क पीछ भाग म लख एlsquoरागानrsquo को याद करक अपनी कापी म लख जानत ह रागान क रचना रवी नाथ

टगोर न क ह इस गान म कल 52 सकड का समय लगता ह रागान क समयसावधान क मा म खड़ होकर रागान को समान दया जाता ह 15अगत और 26 जनवरी को झडा फहरान क बाद lsquoजन-गण-मनrsquo गाया जाता ह3 रागीतlsquoवद मातरम सजलाम सफलाम मलयज-शीतलाम यह हमारा रागीत ह यान रहlsquolsquoजन-गण-मनrsquorsquo हमारा रागान ह तथा lsquoवद मातरमrsquo हमारा रागीत ह रागीत क रचनाबकम च चटज ारा क गयी ह आइए रागीत को हम अपनी कापी म लखकरयाद कररागीत

वद मातरम सजलाम सफलाम मलयज शीतलामशययामलाम मातरम शयोसना पलकत यामनीमफलकसमत रमदल शोभनीमसहासनीम समधर भाषणीमसखदाम वरदाम मातरम वद मातरम 4 राीय पश

बाघ5 राीय पप

कमल

6 राीय पी

मोर

7राजचआप लोग न सक एव पय पर दए गए इस च को दखा होगा यह हमाराराजच ह इस अशोक त स लया गया ह अपन अयापक स अशोक त कबार म और जानकारी ात कजए

सयमव जयतय हमारी राीय एकता क पहचान ह यद हम एक रहग तो हमारी राीय एकता भीसरत रहगीरा क एकता और सराहमार दश क बत बड़ी ल सीमा ह जो लगभग 15500 कलोमीटर लबी ह इसीतरह हमारी सम सीमा लगभग 7500 कलोमीटर लबी हअपन रा क सरा क लए हम जमीन सम या हवाई माग स आन वाल कसी भीश का मकाबला करन क लए तयार रहना पड़ता ह इसीलए हमार दश म शशालीथलसना जलसना और वायसना हभारत का रापत हमारी तीन सना (थलसना जलसना और वायसना) का सवसनापत होता ह रा सबधी काय क लए रा मालय ह जसका मखया रामी

होता ह भारतीय थलसना वायसना और नौसना क अलग-अलग सनाय होत ह यय क समय आपस म तालमल बनाकर अपन-अपन अधीन सना को आदश दत हतीन सना का मयालय दश क राजधानी नई दली म हसना क अतर कछ असनक बल भी ह जस सीमा सरा बल भारत तबत सीमापलस असम राइफस तटरक बल इयाद य दश क सीमा पर तनात रहकरउसक सरा करत हदश क बाहरी श का सामना करन क लए सना सदव सतक रहती ह दश क अदरअशात और असरा स नपटन क लए पलस क साथ-साथ कय रजव पलस बलतथा कछ अय सगठन भी काम करत ह

बाहरी आमण या सश वोह क कारण यद दश क सरा सकट म हो तो रापतआपातकाल क घोषणा कर सकत ह आपातकाल क दौरान रा क सरा सवपर होजाती ह अतः हमार कछ मल अधकार सीमत कए जा सकत हशात क समय सना तथा अय असनक बल समाज क भलाई क काम म मदद करतह कसी आपदा क समय बत सहायता करत हदश म शात और सरा बनी रह यह हम सबका कत ह हम सब को सदव सतकरहना चाहए पलस एव शासन का सहयोग करना चाहए राीय स क सराकरनी चाहएहम सब भारत क नागरक ह हम मलजल कर रहग तभी दश म शात होगी और दशगत करगा

अयास

ननलखत क उर लखए -1 वतता दवस कब मनाया जाता ह इसक मनान का कारण लखए2 26 जनवरी को हम गणत दवस य मनात ह 3 गाधी जी क बार म लखए 4 राीय एकता य आवयक ह

5 सना या काय करती ह भारतीय सना क मख अग क नाम बताइए6 कसका सबध कसस ह मलान कर -वतता दवस 2 अटबरगणत दवस 15 अगतगाधी जयती 26 जनवरीराजच वद मातरमरागीत अशोक त7 र ान क पत कजए -(क) हमारा रागीत ह(ख) जन-गण-मन हमारा ह(ग) हमारा राीय पी ह(घ) हमार दश क सम सीमा क लबाई कमी ह(ङ) दश क लीय सीमा कमी ह(च) रापत तीन सना का होता ह8 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रगए -(अ) राीय पश(ब) राीय पीस) राीय पप(द) राीय वज9 शक क सहायता स सावधान एव वाम मा क बार म अयास करत ए 52सकड म रागान को लय म गान का भी अयास करयामक वक -सना ारा योग कए जान वाल अ-श क च इका कर अपनी कापी म चपकाएतथा उसक वषय म लख

कतना सीखा-4

1 र ान क पत कजए -(क) बीज को और खराब कर दत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज का कहलाता ह(ग) पवी क गोल आकार का तप कहलाता ह(घ) भारत महाप म त ह(ङ) लोक सभा क सदय साल क लए चन जात ह2 मलान कजए -वतता दवस मरयाना गतगाधी जयती 71 तशतपवी का सबस गहरा ान 15 अगतसबस बड़ा महाप 2 अटबरपवी पर जल भाग एशया3 ननलखत क उर लखए -(क) मलाकर और ाकर स आप या समझत हो (ख) बीज क अकर क लए कन-कन चीज क आवयकता होती ह (ग) यायपालका का या काय ह (घ) शासन क कतन अग होत ह और उनका या काय ह (ङ) गाधी जी क योगदान क बार म लखए (च) पवत णी और पवत म अतर कजए 4 सही क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का च लगाए (क) आवल म अनक बीज होत ह(ख) अ और परपव बीज ही अकरत होत ह (ग) भारत का राीय पप कमल ह (घ) लोब पर महासागर को नील रग स दखाया जाता ह(ङ) माउट एवरट एडीज पवत पर त ह

5 बीज क आतरक सरचना का च बनाकर उसक वभ भाग को नामाकतकजए 6 सही जोड़ बनाइए-भारत क पड़ोसी दश दशायामार उरभटान परबअफगानतान दणमालदव पम7 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रग -(क) राीय पप(ख राीय वज(ग) उर दश का राजपी(घ) राीय पी8 उर दश क 18 मडल क नाम लखए

  • 1- परिवार कल आज और कल
  • 2-मरा परिवार मरी पररणा
  • 3-गौरव परसकार
  • 4 - आओ मिलकर खल खल
  • 5-जीव जनतओ की रोचक बात
  • कितना सीखा-1
  • 6 -वनय जीवो का सरकषण
  • 7-जगल और जन-जीवन
  • 8-भोजय पदारथो का सरकषण
  • 9-हम और हमारी फसल
  • 10-पड-पौधो का भोजन
  • कितना सीखा-2
  • 11-ऐस भी होत ह घर
  • 12-आपदाए और उनस बचाव
  • 13-जल ह तो कल ह
  • 14-जल क गण एव जल परदषण
  • 15-यातरा
  • कितना सीखा-3
  • 16- बीज ही बीज
  • 17-विशव म भारत
  • 18-भारतीय सविधान तथा शासन वयवसथा
  • 19- राषटरीय एकता
  • कितना सीखा-4
Page 8: का -5 ) हमारा परवेश1 - परव र कल, आज और कल यह ट इय , शरद और उम क परव र क क छ च दए गए

2 का म ब स परवार छोड़न क कारण पर चचा करवाए इसस ब म परवारपर पड़न वाल भाव क त समझ वकसत होगी

2-मरा परवार मरी रणा

म कल स खश होकर लौट रही थी पयावरण सरण पर सबस अा लख मरा था मघर पर दो लोग को अपनी यह बात सबस पहल बताना चाहती थी एक मरी नानी औरसर मर भया व दोन मरी बात स सबस यादा खश होत ह

मरी नानी मर बार म सनन को हमशा उसक रहती ह भया स मझ हमशा रणा मलतीह नानी क घर म उनक दख-भाल करन वाला कोई नह ह भया क बात मानकर नानीअब हमार साथ ही रहती ह नानी क उ यादा ह वह ऊचा सनती ह और उह दखताभी कम ह रोज सबह पापा उनको अखबार जोर-जोर स पढ़कर सनात ह इस उ म भीनानी तरह-तरह क पकवान बनाती ह वो बाट-चोखा भी बत अा बनाती ह मा नउह स बनाना सीखा मा आज भी नानी स पकवान को बनान क बार म पछती रहतीह नानी क साथ हम सब मज स रहत ह

चचा करए -

जब कोई बढ़ा हो जाता ह तब उनको या-या तकलीफ हो सकती ह

मर भया कशन सगीत सखात ह ब उनक बत इत करत ह भया को सगीतसनन दोत क साथ घमन और बात करन का बत शौक ह भया को दखता नह हफर भी वह अपन काम खद करत ह जब कभी उनको मदद क जरत होती ह तो हमसब उनक मदद करत ह भया को पढ़न का बत शौक ह भया न शहर जाकर सगीतसीखा अब वह गाव म रहकर ब को सगीत सखात ह वालय म 26 जनवरी ककायम को तयार करन म भी भया न सहयोग दया था जब भी वह घर क बाहर जातह तब एक सफद छड़ी ल जात ह

चचा करए-

हम उन लोग क मदद कस कर सकत ह जह दखता नह ह या आपक परवार म ऐसा कोई सदय ह जो दख बोल या सन नह सकताआप उनक मदद कस करत ह

इस भी जानए -

जो लोग दख नह सकत उनक पढ़न क लए एक खास लप म कताब तयार क जातीह जस ल कहत ह ल एक मोट कागज पर एक नकल औजार स ब बनाकर लखाजाता ह ल कागज पर हाथ फरकर पढ़ा जाता ह क उस पर या लखा ह

लई ल ास दश का रहन वाला था जब वह तीन साल का था तब एक नकल औजारस उसक आख म चोट लग गई और उसक आख खराब हो गई उस आख स दखनाबकल बद हो गया उसक पढ़न म बत च थी वह पढ़न क तरकब सोचता रहताथा आखर उसन ढढ़ ही लया एक तरीका-छकर पढ़न का पढ़न क यह वध बाद मल लप क नाम स जानी जान लगी

इस तरह क लप म मोट कागज पर उभर ब बन होत ह उभर होन क कारण इहछकर पढ़ा जा सकता ह यह लप छः ब पर आधारत होती ह आजकल ल मनए-नए परवतन ए ह जसस इस पढ़ना-लखना और भी आसान हो गया ह ल लपअब कयटर क ारा भी लखी जा सकती ह

और भी जानए-

जो लोग सन नह सकत उनक लए साकतक भाषा इतमाल क जाती ह साकतकभाषा पर आधारत वशष कायम ट0वी0 पर सारत होत ह

ट0वी0 पर मक बधर क लए समाचार आत ह दखो वहा बात को कस कार सकतक ारा समझाया जाता ह

भया क ईमानदारी-

शाम को भया बोल-चलो मला चल अपन पड़ोस क दोत को भी बला लो इस बारअलग-अलग राय क लोग अपनी-अपनी चीज लकर आए ह भया न मला घमायाहमन बत कछ खाया पया मबई क भलपरी भी खाई भलपरी वाल न गलती स छःक जगह पाच ही लोग क पस लए हमन सोचा चलो पस बच गए पर भया न हसाबलगाया और भलपरी वाल को बाक पस दए हम आपस म खसर-फसर कर रह थ तोभया न समझाया क नह अज हम कसी को नकसान नह पचाना चाहए

ईमानदार होन पर डरन क जरत नह पड़ती आम वास बढ़ता ह ईमानदार लोगको सभी पसद करत ह

उस दन हमन भया स जो सीखा उस कभी नह भलग

इनको भी जानए -

चचा करए-

अगर भया कम पस दकर चल आत तो ब उनक बार म या सोचत आप इसबार म या सोचत ह

अयास

1 उर लखो-

(क) कशन क परवार म कौन-कौन ह

(ख) कशन ब को या सखात ह

(ग) हम ईमानदार य होना चाहए

(घ) पाठ म अज न अपन भया को या-या बात बता ह

(ङ) ल स आप या समझत ह

2 या आपक साथ कोई ऐसी घटना ई जसम लगा हो क आपन ईमानदारी का पालनकया था उस घटना क बार म लखए

3 पयावरण सरण पर पाच वाय लखए

4 उन लोग क सची बनाइए जो आपक वालय क काम म सहयोग दत ह और यहभी लखए क उनक सहयोग स आपको या लाभ आ

5 अगर कभी कानदार गलती स आपको यादा पस वापस कर द तो आप या करग

ोजट वक -

या कशन जस लोग क मदद क लए कोई योजनाए चल रही ह अपन बड़ याशक क सहायता स पता करए और उन योजना क सची बनाइए

शक नदश-

1 - ब ललप को दखग तो बहतर ढग स समझ पाएग बरललप क जानकारी दतसमय ब को वातवक लशीट दखाना अा रहगा

2 - इस उदाहरण ारा ब का यान इस तरफ खचा जा सकता ह क हमार परवारऔर समाज म कछ ऐस होत ह जो सामाय न होत ए भी बत तभावान होतह

3 - परानी बात को जानन को महवपण ोत हमार बजग होत ह ब क अदर यहसमझ वकसत होन स वह बजग क साथ समय बताएग

3-गौरव परकार

दसबर माह क थम सताह म वालय क वाषक खलकद तयोगता का आयोजनकया गया यक का क बालक-बालका न अपन-अपन मनपसद खल म भागलया खलकद क अतम दन समापन समारोह म परकार वतरण का कायम चलरहा था खलकद क साथ ही वालय क अय गतवधय म उक दशन क लएlsquoगौरव परकारrsquo ात करन वाल ब क नाम क घोषणा होन वाली थी हर बार कतरह इस बार भी शादमा क नाम क चचा थी

मच पर धानायापक न मय अतथ को परकार पान वाल ब का नाम लखाकागज दया और माइक पर उसका नाम बतान का अनरोध कया मय अतथ माइकक पास खड़ ए ब म सगबगाहट होन लगी क कसका नाम बलाया जाएगा तभीमाइक पर मय अतथ न मध क नाम क घोषणा क तालय क गड़गड़ाहट क बीचमध न मय अतथ स परकार हण कया शादमा को अपन नाम क घोषणा काइतजार था कत मध क नाम क घोषणा क बाद उसका मन उदास हो गया मधा कसाथय न खशी स मध को चार तरफ स बधाई दन क लए घर लया शादमा उह रस दखकर ःखी हो रही थी

कायम समात होन क पहल ही शादमा बझ मन स घर पची और मा क गोद म सररखकर सबकत ए सारी बात बताई मा न शादमा को अपन पास बठाया और बोल

lsquolsquoइसम ःखी होन क कोई बात नह ह हर बार एक ही जीत य जरी नह हअपन-अपन दशन क आधार पर जीतता या हारता ह तह वचार करना चाहएक तहार दशन म कमी य आई rsquorsquo

lsquoमझ लगा क हर बार तो म ही जीतती इस बार भी जीत जाऊगी लकन ऐसा नहआ मन खल का समय भी पढ़ाई म लगाया कत परीा म भी मझ अ अक नहमल ऐसा य आ मा शादमा न मा क ओर दखकर पछा

शरीर व होता ह तो मतक भी व रहता ह शरीर को व रखन क लए खलऔर ायाम क आवयकता होती ह पढ़ाई क साथ-साथ खलकद मनय क सवागीणवकास म सहायक होत ह- मा न शादमा को बताया

लकन मा हम हाथ-पर ारा खलत ह इसका मतक क वाय पर कस भाव पड़सकता ह शादमा न आयचकत होत ए मा स पछा

शादमा क बात सनकर मा मकरा कर बोल- जब तम कट खलती हो तब तमन दखाहोगा क गद को पकड़न क लए हाथ को बढ़ात समय यह भी सोचना पड़ता ह क गदको आग बढ़कर पकड़ पाएग या पीछ हट कर या अय कस तरीक स गद को पकड़पाएग यह सकत हम मतक स ही मलता ह और उसी क अनसार हम गद पकड़ पातह कसी काय को करन क लए षारीरक एव मानसक प स वकसत होना आवयकह पढ़न लखन खलन आद सभी काय म हमारा मतक और षरीर दोन एक साथकाय करत ह

मा क बात सनकर शादमा समझ गई थी क पढ़ाई क साथ खल का अयास हमारशरीर और मतक क वकास म सहायक होत ह

चचा करए -

या आप वालय म खल क घट म खलत ह आप लोग म स कौन खलन नह जाताआप खल म कभी हार ह

या आपन हार क कारण को जानन का यास कया ह जीतन वाली टम को हारन वाली टम स कसा वहार करना चाहए

पता कर - खल क घट म यद कोई बा खलन नह जाता ह तो खलन न जान ककारण का पता लगाइए आप उस ब क या मदद कर सकत ह

गम क छया हो गई थ षादमा क बआ अपन बट आसफ क साथ छया बतानआई थ शादमा आसफ स मलकर बत खष ई दोन घर क बाहर धप म ही खलननकल गय ब को धप म खलता दखकर षादमा क मा न उह घर क अदर आकरखलन को कहा घर क अदर भला हम कस खल सकत ह खल तो बाहर ही खलसकत ह - आसफ न कहा खल घर क अदर भी खल सकत ह आओ म तह बताती-शादमा क मा न कहा षादमा और आसफ न बात मान ली और अदर आ गए

घर क अदर मा न शादमा को करमबोड नकाल कर दया आसफ न उस साफ कयाऔर करमबोड पर पाउडर छड़क कर गोटया सजान लगा तभी पड़ोस क नतन औरनवीन भी आ गए व भी साथ म बठकर खलन लग खलत ए अचानक आसफ नकरम बोड को पलट दया जसस बची गोटया गर ग नतन को बत गसा आयाशादमा जोर-जोर स आसफ को भला-बरा कहन लगी नवीन क आख म आस आ गएयक वो जीतन वाला था शोर-गल सनकर आसफ क मा वहा आ पता चला कआसफ खल म हार रहा था अतः उसन खल खम होन क पहल ही खल को बगाड़दया

हम जब भी कोई खल खलत ह तो उसम या तो हम जीतत ह या हारत ह हमारी कोशशहोती ह क हम जीत लकन हमशा ऐसा नह होता हार जान पर हम जीतन वालखलाड़ी क खल क यास क शसा करनी चाहए और उस बधाई दनी चाहए यदहम जीतत ह तो हारन वाल क यास क सराहना करनी चाहए क उसन अत तकजीतन का यास कया जीतन पर अहकार क भावना नह आनी चाहए मा स य सारीबात सनकर आसफ को अपनी गलती का एहसास आ उसन नतन नवीन और शादमास माफ मागी और पनः चारा खलन बठ गए

सोचए और बताइए -

या आसफ का यह वहार उचत था आप आसफ क जगह होत तो या करत

आओ जान खल क कार

खल दो कार क होत ह -

1 - इोर गम- इसका अथ ह घर क अदर खल जान वाल खल जस-षतरज टबलटनस करम आद

2 - आउटडोर गम- इसका अथ ह खल क मदान म खल जान वाल खल जस-हाककट फटबाल आद

आउटडोर गस वाय क ट स अधक अ होत ह यक य खल वातावरण मउछल कद क साथ खल जात ह इोर गस षात वातावरण म मानसक प सअधिाक सय होकर खल जात ह

कछ खल इोर और आउटडोर दोन होत ह जस-बडमटन टबल टनस आद

चचा करए-

आप अपन घर क अदर कौन-कौन स खल खलत ह आपको खलना य अा लगता ह घर क बाहर खला जान वाला आपका य खल कौन सा ह

मलकर ऐस खल-

सभी खल क अपन वश नयम होत ह हम खल नयम एव वधय क अनसारखलना चाहए खल मनय को अा वाय दान करत ह साथ ही खल भावना सखल गए खल लोग म पाररक सौहाद एव टम भावना जागत करत ह

आइए जान- कोई भी खल लड़क और लड़कय म बट नह होत सभी कार क खललड़क क साथ लड़कया भी खल सकती ह अपन दश क पी0ट0 ऊषा बीनामोलबालसमा रोजा क-एथलटस बला चधरी-तराक सानया मज़ा-टनस अज बाबीजाज-लबी कद मरीकाम-बासग साइना नहवाल-बडमटन साी मलक-कती मअतराीय तर पर अपनी छाप छोड़ चक ह हमार यहा क महला हाक और महलाकट क टम ववयात ह इसी कार वराट कोहली कट म वनाथन आनदशतरज म तथा सरदार सह हाक म भारत को स दला रह ह दाग महला एवपष भी परा ओलक खल म भाग लकर वदश म परकत हो रह ह हम खल कोलकर कोई भदभाव नह करना चाहए

अयास

1 सोचए और लखए -

(क) मानसक वकास क लए शारीरक वाय य आवयक ह

(ख) करम बोड खलत समय आसफ क जगह आप होत तो या करत

(ग) शारीरक वाय क लए आप अपनी दनचया म कस या को शामल करग औरय इसक लए कौन सा समय नधारत करग

(घ) अपन पसद क खल क नाम तालका म लखए इनम स घर क अदर खल जान

2 च दखकर लखए-

3 र ान क पत कजए -

शतरज गम ह खल स मनय का वाय रहता ह इडोर और आउटडोर खल सकत ह फटबाल गम ह

4 पता करक मलान कर -

(क) महश भपत तराक

(ख) सचन तलकर मकबाजी

(ग) मरीकाम टनस

(घ) बला चधरी कट

ोजट वक -

1 ननलखत ाफ स सबत खल का च अपनी पतका म चपकाकर खल कानाम लखए -

1 रणजी ाफ -

2 सतोष ाफ -

3 डवस कप -

4 आगा खा ाफ -

2 अपन मन पसद खल क बार म लखए -

उस खल क नयम या ह

आपको यह खल य पसद ह

4 - आओ मलकर खल खल

नतन और गनगन बत खष ह आज उनक गाव म नागपचमी क अवसर पर वभकार क खल तयोगता का आयोजन होन वाला था स काका लाउडीकर सगाव वाल को तयोगता म हसा लन क लए ोसाहत कर रह थ lsquoम तो लबी कदम भाग लगाlsquo नतन न कहा

lsquoम रसाकसी म भाग लगीlsquo गनगन न चहकत ए कहा

भीम रन राकष राहला और आफताब भी वहा आ गए सभी अपनी-अपनी पसद कखल क बार म चचा करन लग उसी समय नतन क दादा जी भी वहा आ गए ब नदादा जी को घर लया और तरह-तरह क सवाल करन लग दादाजी न बताया क जब वोछोट थ तो अपन म क साथ नागपचमी क अवसर पर कती और कबी आद खलम बड़ उसाह स भाग लत थ

आओ जान-

रसी कद कस दौड़ गद तड़ी कती रसाकसी टच एड पास घर म टपा खो-खोकबी आद ानीय खल ह

चचा करए-

आप कौन-कौन स खल खलत ह अपन गाव म खल जान वाल मख खल क नाम बताइए इस कस खलत ह या बड़ बजग भी खल म तभाग करत ह कन-कन खल म उनक नामबताइए या आपक मा और बहन भी खलती ह व कौन सा खल खलती ह और कहाखलती ह

गाव क लोग क लए यह आयोजन वशष था गाव क ही कबी क खलाड़ी अनकतको दश तर पर उक दशन क लए ाम धान ारा समानत कया जाना थाअनकत क अ दशन क कारण उसका चयन राीय तर क टम म भी हो गया थायह सभी गाव वासय क लए समान क बात थी इस अवसर पर आस-पास क अयगाव क लोग भी एक ए थ सभी अनकत क सफलता क बार म जानन को उसकथ

अनकत न समान हण करन क उपरात गाव क सभी बड़ स आशीवाद लया अपनीसफलता क लए पछ गए सवाल क जवाब म अनकत न अपन अनभव को सबक साथसाझा कया

मोहत को खल म बत च ह मोहत का पर पोलयोत हो गया था कत खल कत उसका लगाव कभी कम नह आ वह अपनी बसाखी क सहार खल तयोगताका आयोजन दखन आया था अनकत क अनभव को सनकर मोहत क आख मआस आ गए मोहत न अनकत स पछा - या म कभी नह खल पाऊगा lsquolsquoतमअवय खल पाओग ढ़ इा श स सब कछ सभव ह अय ब क साथ दागब क लए सरकार क ओर स खल योजना क अतगत लाक तर जनपद तरएव दश तर पर खल तयोगता का आयोजन कया जाता ह उक दशन सचयनत ब राीय तर एव अतराीय तर पर तभाग करन का अवसर ात करतहrsquorsquo अनकत न मोहत क कध पर हाथ रखकर बताया

इह जान-

मजर यानचद - पव कतान हाक इनक नतव म भारतीय टम न ओलक म वणपदक जीता

पीवी स - बडमटन खलाड़ी रयो ओलक म रजत पदक वजता

सशील कमार - पहलवान भारतीय कती

मताली राज - कतान महला कट टट कट मच म दोहरा शतक बनान वालीपहली भारतीय महला खलाड़ी

अजय ठाकर - कतान भारतीय कबी टम भारत को कबी वड चयन बनान वालकतान

सया - कतान राीय खो-खो टम

हाक फटबाल कट बडमटन जडो जमनाटक एथलटस (दौड़) कबीमलखब खो-खो आद राीय खल ह हाक क खलाड़ी मजर यानचद क जमदन 29 अगत को भारत म lsquoराीय खलदवसlsquo क प म मनाया जाता ह हमारा राीय खल हाक ह

चचा करए-

या आप अपन वालय स बाहर भी खल म भाग लन गए ह खल का नामबताइए खल म आपका दशन कसा था राीय तर क खल म आपको कौन सा खल पसद ह और य

कछ भी मकल नह -

परा ओलक खल म नया भर क शारीरक तौर पर दाग खलाड़ी हसा लत हइन खलाड़य का जबा और जीत क कोशश इनक शारीरक कमजोरय को पीछछोड़ दती ह

हमारा गौरव

शरीर का नचला हसा स हो जान क बाद भी शाटपट (गोला फ क) म दपा मलक नरजत पदक जीतकर परा ओलक 2016 म पदक जीतन वाली पहली भारतीय महलाखलाड़ी बन गई ह य जवलन ो तराक एव मोटर रसलग स जड़ी एक दागभारतीय खलाड़ी ह परा ओलक खल म उलखनीय उपलय क कारण भारतसरकार न इहअजन परकार दान कया

तमलनाड क मरयपन थगावल न ऊची कद म वण पदक जीता पाच साल क उ मएक घटना म उनका एक पर जमी हो गया था इलाज क बाद भी ठक नह आगरीबी और शारीरक कमजोरी क बाद भी उहन हार नह मानी अपनी कड़ी महनतऔर लगन स वण पदक हासल कया ऐस ही लोग क बदौलत भारत का नाम वतर पर चमक रहा ह

अयास का महव

खलकद म शारीरक वाय एव अयास का महवपण ान ह नरतर खल काअयास हमारी शारीरक और मानसक सयता को बढ़ाता ह खलकद स हम

अनशासत धयवान समयब और वन होत ह खल का अयास करन सआमवास बढ़ता ह जसस खल क कौशल एव बारीकय को तीगत स सीखा जासकता ह हम खल म नयमत अयास एव कशलता स दश एव राीय तर परसफलता ात कर सकत ह अतः तदन अपन मनपसद खल का अयास अवयकरना चाहए खल हम आनद क अनभत भी कराता ह

हमार कछ पाररक खल

ाचीन काल स लकर आज तक क खल क वप म महवपण बदलाव ए ह खलक खल जान क साधन ान पोशाक तथा नयम आद म सवधानसार अनकपरवतन ए ह पहल पड़ क सखी टहनय एव लकड़य को वय तराश कर खलनयोय बनाया जाता था खल क वही उपकरण अब कारखान म बनाए जात ह जो योगकरन म आरामदह तथा दखन म भी आकषक होत ह खलाड़य क लए सरी टम सअलग दखन क लए अनक रग क सवधाजनक ोटस कट उपल ह खलन कलए टडयम एव खल क मदान बनाए गए ह जहा टordfक (मदान म दौड़न क लाइन) एवकाश आद क उचत वा रहती ह और खलाड़य को खलन क लए आदश कोट(खलन का नधारत ान) उपल होत ह टडयम म बत सार लोग एक साथ बठकर खल का आनद ल सकत ह

अयास

1 र ान भर-

(क) हमार दश का राीय खल ह

(ख) खल का अयास हमारी और सयता को बढ़ाता ह

(ग) घर म टपा खल ह

(घ) भारत म राीय खल दवस अगत को मनाया जाता ह

2 नीच लख खलाड़य क नाम क आग उनस सबत खल का नाम पता कर औरलख-

सचन तलकर साइना नहवाल सरदार सह गीता फोगाट मरीकाम

3 खल क नाम एव उनक च को दख इनम स ानीय खल क lsquoतीरlsquo को नील रग सतथा राीय खल क lsquoतीरlsquo को लाल रग स भर-

ोजट वक -

अपन घर क बड़ बजग स पता कर क जब व आपक आय क थ तो कौन-कौन स खलखलत थ कसी एक खल का नाम एव खलन का तरीका लखए

5-जीव जतओ क रोचक बात

आपन अपन आस-पास गौरया कबतर जस पय को दाना को चगत ए दखा होगाया आपन कभी सोचा ह क य पी र स ही इन दान को कस दख लत ह आपनदखा होगा क थोड़ी सी मीठ चीज जमीन पर गर जाए तो कछ ही दर म वहा चीटयका झड इका हो जाता ह

हमारी तरह जानवर म भी दखन सनन सघन और महसस करन क श होती हकोई जानवर मील र स अपन शकार को दख लता ह कोई हक स हक आहट कोभी सन लता ह कोई जानवर अपन साथी को सघकर ढढ लता ह

आप कस पहचानत ह लखए-

रग क पहचान - आख ारा दखकर

आवाज क पहचान-

ग क पहचान -

वाद क पहचान-

श क पहचान -

वभ जीव-जत अपन दखन सघन आद वशषता का उपयोग भोजन को ढढ़नऔर खतर को भापन म करत ह आइए जान जानवर क अजब नया क बार म

दखन क श - जीव म पय क सबस अधक तज होती ह चील बाज औरग जस पी हमस चार गना यादा दख पात ह जो चीज हम दो मीटर क री सदखाई पड़ती ह वही चीज य पी और भी अधक री स दख लत ह बली चीताउल तआ आद जीव तो अधर म भी अ तरह स दख सकत ह

अगर पय क तरह आपक आख आपक कान क जगह होती तो आप ऐस याकाम कर पात जो अभी नह कर पात ह और ऐस या काम नह कर पात जो अभीकर पात ह

यादातर पय क आख उनक सर क दोन तरफ होती ह पी एक ही समय म दोअलग-अलग चीज को दख सकत ह जब य बकल सामन दखत ह तब इनक दोनआख एक ही चीज पर होती ह

आपन दखा होगा क कछ पी अपनी गदन बत यादा घमात ह जस-उल जानत हय इसका कारण ह क यादातर पय क आख क पतली घम नह सकतीइसलए व अपन चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमात ह

पता कजए और लखए-

ऐस पी का नाम जसक आख सामन क तरफ होती ह

इस भी जान-

बत स जानवर रग को दखन पहचानन म अम होत ह उनक मा काला औरसफद रग दख पाती ह कत बदर मानव क तरह अलग-अलग रग को पहचानन मसम ह

सघन क श-

कछ जानवर म सघन क श बत तज होती ह या आपन कभी कसीक कोइधर-उधर कछ सघत ए दखा ह कम सघन क मता बत तज होती ह यदकाकसी ान स सर ान पर चल जात ह तो वह अपनी सघन क श क कारणवापस उसी ान पर आ जात ह

इस भी जान-क क सघन क श क कारण ही वोटक व नशील पदाथ को ढढ़नतथा अपराधय क पकड़न म उसक मदद ली जाती ह

शर चीता बली भी अपन सघन क श स अपन लए भोजन क तलाश व अपनवास ान को पहचानत ह चटया चलत समय जमीन पर कछ ऐसा पदाथ नकालती हजस सघकर पीछ आन वाली चीटय को राता मल जाता ह कछ नर कड़ मकोड़ गधस मादा कड़ क पहचान कर लत ह मर भी हमार शरीर क गध स हम ढढ़ लत ह

कन-कन मौक पर आपक सघन क श आपक काम आती ह सची बनाइए -

कसी चीज क जलन का पता चलना

कतन तज ह कान - तआ चीता बली आद जानवर क सनन क श बत तजहोती ह इनक बड़ कान मामली वन को भी सन सकत ह इसी तरह खरगोश क भीबड़ कान होत ह जो खतर का अनमान लगान म सम होत ह उनक कान वन कदशा म घम जात ह

चचा करए-

आपको या लगता ह या जानवर क कान क आकार और उनक सनन क श मकछ सबध होता ह

साप क पास बाहरी कान नह होत ह व जमीन पर होन वाल कन महसस करत हबीन क आवाज सनकर साप का नाचना लोग म फला एक म ह

इसी तरह चमगादड़ क सनन क मता बत तज होती ह व बत ऊच सर वालीआवाज अपन मख अथवा नाक स नकालत ह जब व आवाज कसी वत स टकराती हतो गजती ह इस गज को अपन कान स सनकर चमगादड़ अधर म अपन भोजन क रीऔर दशा का पता लगा लत ह

पता कजए और लखए-

ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स बड़ होत ह- ऐस जत क नाम लखए जनक बाहरी कान नह होत ह ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स छोट होत ह

आवाज अलग-अलग-

जगल म ऊच पड़ पर बठा लगर पास आती मसीबत (जस शर चीता) को दखकर एकखास आवाज नकालकर अपन साथय को सदश दता ह इस काम क लए पी भीखास आवाज नकालत ह कछ पी अलग-अलग खतर क लए अलग-अलग आवाजनकालत ह जस उड़कर आन वाल मन क लए एक तरह क आवाज और जमीन परचलकर आन वाल क लए सरी तरह क आवाज आवाज चाह कसी भी जानवर ननकाली हो उस इलाक म रहन वाल सभी जानवर इस चतावनी समझ सचत हो जात ह

सोन का ढग- जब कभी आप थक जात ह तो आराम करन क जरत महसस करत हएक छोटा बा दन म 14-16 घट सोता ह वयक क लए 6 स 8 घट क नद पयात

ह इसी तरह जानवर भी सोत ह

यादातर जानवर हमारी तरह रात म सोत ह कछ जानवर जस-उल चमगादड़ दन कसमय सोत ह बत स जीव-जत कसी खास मौसम म लब समय तक दखाई नह दतह यक बदलत मौसम क साथ वह अपना अनकलन करत ह

आपन भी दखा होगा क सदय म छपकलया नह दखाई दती ह

च म कछ जानवर क सोन क समय को दखाया गया ह च क नीच लखए क वहजानवर दन म कतन घट सोता ह एक छोटा खाना दो घट क बराबर ह

छपकली क लए सदय म यह घड़ी कसी दखगी बनाइए

अयास

1 कह दो जीव क नाम लखए-

(क) जनक सघन क श तज होती ह

(ख) जनक सनन क श तज होती ह

(ग) जनक बाहरी कान नह होत ह

(घ) जो रात म दख सकत ह

(ङ) जो दन क समय सोत ह

2 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) हम रगो क पहचान श ारा करत ह ( )

(ख) क क सनन क श तज होती ह ( )

(ग) उल दन क समय सोत ह ( )

(घ) हम वाद का अनभव दखकर करत ह ( )

(ड) खरगोश अपन कान स खतर का अनमान लगा लत ह ( )

(च) साप क बाहरी कान नह होत ह ( )

(छ) पी चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमा लत ह ( )

(ज) तआ अधर म नह दख सकता ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) जमीन पर मीठा गरन स चीटया कस आ जाती ह

(ख) पी अपनी गदन य घमात ह

(ग) कŸा का उपयोग अपराधय को पकड़न म य कया जाता ह

(घ) खरगोश कस कार खतर का अनमान लगात ह

4 दए गए च म जानवर क कान एक-सर स बदल दए गए ह पहचानए औरबताइए

कतना सीखा-1

1 आपको कौन सा योहार पसद ह इस दन घर क सदय या-या काय करत ह तालका म लख -

घर क सदय काय

तम

तहारी मा

तहार पता जी

भाई-बहन

दादा

दाद

2 अपन पसद क इोर और आउटडोर गस क सची बनाए -

इोर गम आउट डोर गम

3 या आप अपन इलाक क कसी स खलाड़ी को जानत ह यद हा तो उसकानाम और वह कौन सा खल खलत ह लखए -

खलाड़ी का नाम - खल का नाम

-

4 पता कर और लख -

(क) भारतीय महला कबी टम क कतान का नाम

(ख) भारतीय हाक (पष) टम क कतान का नाम

(ग) राीय मकबाज का नाम

(घ) परा ओलक (महला) म ऊची कद म वण पदक

जीतन वाली महला खलाड़ी का नाम

5 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भर -

क दखन जीभ साप

(क) सघन क श म बत तज होती ह

(ख) क बाहरी कान नह होत ह

(ग) वाद का अनभव हम ारा होता ह

(घ) पय क क श तज होती ह

6 कछ ऐस जीव क नाम लख जो लब समय क लए नद म चल जात ह

7 जानवर खास आवाज य नकालत ह

8 आप गद स खलन वाल कतन खल जानत ह द गई गद म सची बनाए -

6 -वय जीव का सरण

आपन अपन आस-पास अनक जानवर को दखा होगा इनम कछ जानवर पालत होत हजह हम अपन उपयोग क लए पालत ह कछ जानवर जगल म रहत ह ऐस जानवरको वय जीव कहत ह

च को दखकर पालत और जगली जानवर क सची बनाइए

पालत जानवर - जगली जानवर

-

जीव जत हम कत ारा दए गए उपहार ह हम अपनी आवयकता क पत कलए कसी न कसी प म इन जत पर नभर ह बल खर ऊट घोड़ा आदजताई बोझा ढोन तथा सवारी ढोन का काम करत ह गाय भस भड़ बकरी स धमलता ह मग बतख स हम अडा मलता ह इसी तरह मर ए जानवर क खालतथा हय स जत पस बटन कघी तथा अय सजावट क सामया बनती ह भड़ऊट याक जस जत स हम ऊन मलता ह

तालका परी कर -

चचा करए-

यद य उपयोगी जत हमार जीवन स धीर-धीर वलत होत जाए तो या होगा

कटत जगल वलत होत जीव -

ऊपर बन च को दख इन च म मशः परवतन दखाई पड़ रहा ह

आइए जान ऐसा य आ

आज स बत साल पहल घन जगल आ करत थ इन जगल म तरह-तरह क पड़- पौधएववय जीव पाए जात थ पड़-पौध एव वय जीव क सया भी बत अधक थीजनसया बढ़न क साथ आवयकताए बढ़ खती करन व मकान बनान क लए हमअधक भम क आवयकता ई इस कारण घन जगल क कटाई श (ार) कगई जसस पड़-पौध कम हो गए पड़-पौध क सया कम होन क कारण वषा कमहोन लगी नदया लग इसका असर जगल म रहन वाल वय जीव पर पड़ा सरतान एव भोजन एव पानी क कमी क कारण इनक सया कम होन लगी कछ पश-पय क जातया तो परी तरह खम हो ग ह

कारखान रलव लाइन सड़क व बाध आद क नमाण काय न बत स जीव-जत कघर को न कया इसक परणामवप पश-पय क सया म गरावट आई

कछ लोग अपन फायद क लए गर काननी तरीक स जानवर का शकार करत ह हाथीदात क लए हाथय का शकार कया जाता ह बाघ शर हरन कछआ आद जानवरक खाल का अवध ापार कया जाता ह गड व बारहसगो को उनक सग क लएमार दया जाता ह

इन कारण स वय जीव क सया लगातार कम होती जा रही ह पश-पय क कछजातया तो परी तरह समात (खम) हो चक ह जह वलत जातया कहत ह यजातया अब दखाई नह दती ह जबक कछ जातया खम होन क कगार पर हजह सकटत जातया कहत ह

वय जीव

वलत जातया- सकटत जातया

डायनासोर गौरया

ममथ अकन हाथी बाघ

लाल पाडा ग

डोडो पी साही

लाल तोता शर काला हरण बारहसगा कछआ

वय जीव का सरण -

वय जीव को बचान क लए सरकार ारा कानन बनाए गए ह जानवर क खाल दातही सग क अवध ापार पर रोक लगा द गई ह पश-पय को सरा दान करन

क लए राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना क गई ह इन ान मवय जीव का शकार करना मना होता ह यहा पश-पी वत प स रहत ह

ऽ गौरया को बचान क लए या कर सकत ह

भारत क मख वय जीव अयारय एव उान

- धवा राीय उान (उ)

- चभा वय जीव अयारय (उ)

- राजाजी राीय उान (उराखड)

- गर राीय उान (गजरात)

- नदा दवी राीय उान (उराखड)

- जम काबट राीय उान (उराखड)

- बादपर राीय उान (कनाटक)

- काजीरगा राीय उान (असोम)

- बाधवगढ़ राीय उान (म)

- काहा कसली अयारय (म)

- सरका राीय उान (राजान)

इस भी जान

रड डाटा बक वह कताब ह जसम सभी सकटत जातय का रकाड रखाजाता ह

गौरया को बचान क लए अब हर साल 20 माच को lsquolsquoव गौरया दवसlsquolsquo मनायाजाता ह बाघ हमारा राीय पश ह इसका अतव खतर म ह इसक सरा क लए बाघपरयोजना (ोजट टाइगर) लाग क गई ह

जानवर क त सवदनशीलता-

दए गए च को दखए और पढ़ए-

अब यह पटारी ही मरा घर बन गया ह म तो जगल क जानवर स मलना भल ही गया

यह मत सोचो क म सक स म नाचकर कदकर और कई तरह क करतब दखाकर खश अगर म य सब न क तो भखा र

नाचत-नाचत मरी हालत खराब हो जाती ह कभी-कभी तो खाली पट नाचना पड़ता ह

पजड़ म बद रहकर म खली हवा म सास लना भल ही गया इस पजड़ म रहकर मरपख भी कसी काम क नह

य जानवर उदास य ह सभी जानवर क बात को पढ़कर आपको या सीख मलती ह

ायः आपन मदारी सपर आद क बार म सना होगा मदारी बदर भाल आद का खलदखाता ह इसी तरह सपरा तरह-तरह क साप दखाता ह तथा अपनी बीन क धन परउह नचाता ह य लोग अपनी रोजी-रोट क लए इन जानवर पर नभर होत ह य लोगका मनोरजन करत ह और बदल म लोग इह अनाज पस आद दकर जीवन-यापन(गजर-बसर) म उनक मदद करत ह

हम जानवर पर कसी न कसी कार स नभर होत ह हम अपनी आवयकता कपत क लए वभ जानवर को पालत ह जानवर को पालन क साथ-साथ हम उनकत सवदनशील होना चाहए हम उनक दखभाल करनी चाहए उनक भोजनचकसा क वा करनी चाहए पय क लए अपन घर क बाहर या छत परउनक दाना-पानी क वा करनी चाहए सड़क पर घमन वाल अय जानवर को भीहम छड़ना नह चाहए यद सभव हो तो उह भी खाना दना चाहए

अयास

1 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर (ग) का च लगाए-

(क) जगली जानवर को हम अपन घर म पालत ह ( )

(ख) ग एक वलत जात ह ( )

(ग) जानवर क त हम सवदनशील होना चाहए ( )

(घ) वय जीवो को बचान क लए राीय पाक क ापना क गई ह ( )

(ङ) जम काबट अयारय मय दश म त ह ( )

(च) जगल क कटन स पश-पय क सया म व ई ह ( )

(छ) मदारी बीन क धन पर बदर को नचाता ह ( )

2 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भरए -

रड डाटा बक ऊन वलत बाघ उपहार

(क) डायनासोर एक जात ह

(ख) भड़ ऊट याक आद जत स हम ात होता ह

(ग) सकटत जातय का रकाड म रखा जाता ह

(घ) हमारा राीय पश ह

(ड) जीव-जत हम कत ारा दए गए ह

3 क उर लखए -

(क) वय जीव क सया म गरावट य होती जा रही ह

(ख) उराखड राय क दो राीय उान क नाम लखए

(ग) ोजट टाइगर या ह

(घ) कह दो सकटत एव वलत जातय क नाम लखए

(ङ) वय जीव अयारण तथा राीय उान क ापना य क गई

ोजट वक

1 वलत हो रह वभ जीव-जत या पय क च चाट पपर पर चपकाए तथाउनक बार म जानकारी एक कर लख उनक लत होन क कारण लखकर उनक एकरपोट तयार कर का म लगाए

7-जगल और जन-जीवन

आपन जगल क बार म सना होगा ायः आपन ट0वी0 म भी जगल क य दख हग

-

आपन दखा होगा तरह-तरह क फल-फल कई तरह क छोट-बड़ पड़-पौध रग बरगीचहचहाती चड़या और बत स जानवर जगल म र-र तक हरयाली रहती ह जगलम पय क चहचहाहट और वभ जानवर क बोलया भी सनाई दती रहती ह

ऐस ही सदर जगल स ढक ह हमार दश क कई हस

चचा करए-

कह बत सार पड़ उगाए गए ह तो या वह जगल बन जाता ह जगल हमार लए य महवपण ह इन जगल स हम या मलता ह

जगल तरह-तरह क पड़-पौध व पष-पय का वास ान होत ह इनका मनय कजीवन म अयत महव ह य वायमडल म आसीजन क माा को बढ़ात ह औरवशली गस क माा को कम करत ह य म क कटाव को रोकत ह वषा करान मभी इनक महवपण भमका होती ह

जगल स उपयोगी इमारती लकड़या ात होती ह हमार दष म लगभग 4000 सअधक कम क लकड़या वन स ात होती ह इनम सागौन षीषम दवदार चीड़आद इमारती लकड़या महवपण ह जन पर हमारा लाईवड उोग काठ उोगइमारती लकड़ी उोग आद नभर ह बास क पड़ स चटाई डलया हाथ वाला पखाबासरी बनाई जाती ह इनस कागज दयासलाई का रषम रबर लाख बीड़ी पलऔशध आद उोग क लए का माल ात होता ह पलाश व कसम क पौध परलाख क कट एव षहतत क पौध पर रषम क कट का पालन कया जाता ह

पता कजए-

हम जगल स और या-या चीज मलती हपश-पय क अलावा जगल म और कौन रहता ह

ारक मानव जीवन

मानव सयता क वकास क कहानी लाख वश परानी ह सयता क आर म मानवजगल म रहता था मानव आदकाल स ही जगल पर नभर था पहल मानव बदर कभात चार पर पर चलता था धीर-धीर उसका वकास आ और वह दो पर पर सीधाखड़ा चलन लगा अगल पर का योग हाथ क प म करन लगा मतक और हाथका उपयोग वह तरह-तरह क काय म करन लगा

आज क भात ारभ म मानव क पास रहन क लए घर नह थ व एक जगह स सरीजगह घमत रहत थ व खल आकाष क नीच जगल म नदय व झील क कनारगफा म रहत थ जगली जानवर स अपनी सरा तथा उनका शकार करन क लएउनक पास कवल पर क ही औजार थ

कदमल फल तथा शकार स ात मास ही उनका मय भोजन था जानवर क खालपड़ क छाल एव प को व क तरह पहनत थ इस तरह जीवन तीत करन वालमानव आदमानव कहलाए

कस मली आग -

एक बार बत तज आधी आई कछ पड़ क डालय क आपस म रगड़न स चगारयानकलन लग य चगारया जब सख प और घास पर पड़ तो आग लग गई आगलगन स बत सार जानवर भाग गए जो नह भाग पाए व जल गए आद मानव नउनक मास को खा कर दखा उह भना मास अा लगा

एक बार जब पर स पर टकराया तो उसम स भी चगारी नकली व खशी स झमउठ आहा मल गई आग

आग क खोज ारक मानव क एक बड़ी उपलिा थी इसक खोज क साथ हीमानव भोजन को पकाकर खान लगा आग का उपयोग उसन अपन शरीर को गम रखनऔर जगली जानवर स रा करन क लए कया

सोचए और लखए-

आग का उपयोग करन क पहल मानव का जीवन कसा रहा होगाआग का ान होन क बाद मानव जीवन म या परवतन आया होगा यद आग नह होती तो हम या-या दकतपरषानया होती आग का उपयोग हम कहा-कहा करत ह

धीर-धीर मानव अपन चार ओर क वातावरण को समझन लगा उसन पर क छोटऔर सडौल औजार बनान ष कए पर क अतर जानवर क हया एव सग स

भी औजार बनाए उसन अपन आप उगी घास और अनाज को एकत करना ष करदया

इस भी जान-

का मानव का थम पालत पश थाताबा सवथम खोजी गई धात थी

इधर-उधर बखर अनाज स पनः अनाज उगता दख उसन खती करना सीख लया खतीकरन क लए उह अलग तरह क औजार बनान पड़ इन औजार को टकाऊ बनान कजरत महसस ई यक पर क औजार जद टट जात थ अपन औजार कोटकाऊ बनान क लए उहन बत उपाय कए और जमीन क खदाई कर ताब को खोजनकाला खती क साथ पषपालन भी ारभ आ पष का योग मास व ध ातकरन म कया जाता था

ताब क औजार स काम काफ आसान हो गया बाद म जब लोह का पता चला तबउसस भी औजार बनाए य औजार ताब क औजार स अधक मजबत रहत थ इनधात क खोज क साथ कहाड़ी और हसया उनक मख औजार हो गए थ

पहाड़ो स लढ़कत ए लकड़ी क बड़-बड़ ल को दखकर उह पहए का वचार आयाल को काटकर उहन पहए का आवकार कया इसका योग म क बतन बनानम तथा सामान ढोन म कया जान लगा

सोचए और लखए-

कहाड़ी और हसया स या-या कया जा सकता हपहए का उपयोग ारभक मानव न कन-कन काय क लए कया होगाआपन अपन आसपास पहए का उपयोग होत कहा-कहा दखा ह

जगल और आदवासी

या आपको पता ह क आज भी हमारी जनसया का एक छोटा हसा जगल मनवास करता ह इह हम आदवासी कहत ह य हमार दष क वभ राय म पाएजान वाल जगल म नवास करत ह आदवासय का जीवन परी तरह जगल पर नभरहोता ह

अपनी दनक आवयकता क पत य जगल स मलन वाल वभ उपाद क ाराकरत ह जगल स ात क पदाथ स य डलया चटाई ढोल बासरी टोकरीपŸाल बतन जड़ी-बट स औशधिा (दवा) आद बनाकर ानीय बाजार म बचत हऔर अपना जीवकोपाजन करत ह य जगल क रखवाल होत ह य जगल को काटतनह ह जतनी जरत होती ह उतना ही जगल स लत ह आदवासय क जदगीजगल स ही जड़ी होती ह अगर जगल नह बचग तो य भी नह बचग

इस भी जान

जगल अधकार कानन 2007 -यह कानन आदवासय को जगल पर उनका हकदलाता ह इसक अनसार जो लोग कम स कम 25 साल स जगल म रह ह उनका वहाक जगल और वहा पदा होन वाली चीज पर हक ह उह जगल स हटाया नह जाएगाजगल बचान का काम भी उनक ाम सभा करगी

चचा करए-

अगर जगल नह बचग तो आदवासी नही बचग ऐसा य यद य जगल न हो जाएतो हमार जीवन पर या भाव पड़गा

आदवासय क लए जगल ही सब कछ ह वकास क लए बत सी योजनाए चलाईजाती ह कह बाध बनाए जात ह तो कह फटरी इन योजना क कारण जगल काटजात ह जगल क कटन स आदवासय क जीवन पर तकल भाव पड़ा ह व अपनी

घर सकत कला पररा आद स र हो जात ह आदवासी ही नह बक गावकब और षहर म रहन वाल लोग का जीवन भी जगल क कटन स भावत हो रहाह हम पयात माा म ष हवा नह मल पा रही ह वशा म कमी क कारण फसल काउपादन भावत आ ह

पता कजए-

या आपक आस-पास कोई ऐसा काम चल रहा ह जसक कारण वहा क पड़ काटजा रह ह इसक वजह स वहा क वातावरण पर या भाव पड़ रहा ह पड़-पौध क सया बढ़ान क लए हम या यास कर सकत ह

हमार दष म पहल लोग जगल और बाग बगीच स यार करत थ कसान अपनी खती कआध भाग म पड़ जर लगात थ पर अब लोग पड़ लगाना भलत जा रह ह हमअधिाक स अधक पड़ लगान चाहए और उनक दखभाल करनी चाहए यद वकासकाय क लए कसी ान वषश स व काट जाए तो वकप क प म अय ानको चयनत कर उनम अधक स अधक पड़ लगान चाहए

वन का बचाव -

सरकार न वन क रा क लए सामाजक वानक नाम क योजना श क ह उसनकानन बनाकर वन क कटाई पर रोक लगा द ह

पहाड़ी इलाक म लोग न चपको आदोलन चलाकर पड़ क कटाई रोकन क कोशशक ह इस आदोलन क शआत ी सदर लाल बगणा जी न क थी इस आदोलनम लोग न पड़ स चपककर उनको काटन का वरोध कया चपको आदोलन का एकनारा ह-lsquolsquoलकड़ी पानी और बयार य ह जगल क उपकारlsquolsquo

वन को बचान क लए ी क0एम0 मशी ारा सन 1950 म वन महोसव कशआत क गई इस महोसव म पड़ लगान का काय कया जाता ह

पहाड़ी इलाक गढ़वाल म लड़क-लड़कय क शाद क अवसर पर पड़ लगान क थाश क गई ह इस lsquoमती आदोलनlsquo कहत ह इसम ववाह क बाद ससराल आन परलड़क मायक क याद म एक पौधा लगाती ह और उसक दखभाल करती ह इस मतीव कहत ह

अयास

1 दए गए शद क सहायता स र ान भिारए -

(आसीजन लाख पर जगल आदमानव)

(क) ारक मानव क औजार बनात थ

(ख) जगल वायमडल म क माा को बढ़ात ह

(ग) मानव वकास क कहानी वष परानी ह

(घ) आदवासय का जीवन पर नभर होता ह

(ङ) आग क खोज न क थी

2 जगल कटन स होन वाल परणाम लखए

3 तलना कर -

जीवन शली आदमानव आज का मानव

(क) रहन का ान (नवास)

(ख) खान-पान (भोजन)

(ग) रहन-सहन (व)

4 चपको आदोलन या था इस कसन ार कया

5 आदवासी अपना जीवकोपाजन कस करत ह

6 पता कर -

म क बतन बनान म आग और पहय क उपयोगता

7 चचा कर -

अगर हम खती करना नह जानत तो भोजन कहा स ात करत और या खात

ोजट वक

भारत क मानच म वभ राय म पाए जान जगल को हर रग स भर कर दशाए औरका म इस चपकाए

8-भोय पदाथ का सरण

ब या आप जानत ह क तदन हम जो भोजन करत ह उस सरत कस रखाजाता ह घर म भोय पदाथ जस-अनाज दाल व मव आद को सख एव व डबम बद करक य रखा जाता ह पक ए भोजन को ढककर य रखत ह सोचो औरबताओ

हमार वाय क स उ सभी काय हमार लए अत आवयक ह यक हमारवातावरण म उपत समजीव हमार भोय पदाथ को सषत (खराब) कर दत ह

भोय पदाथ क सषत (खराब) होन क मय कारण

भोय पदाथ क सरण क बार म जानन स पव यह जानना आवयक ह क हमारभोय पदाथ खराब य हो जात ह आओ करक दख-

भोय पदाथ कस खराब होत ह

योग- एक रोट पर पानी क कछ बद डालकर एक डब म बद कर द कछ दन तकरोट को रोज दखो जब तक आपको इस पर कछ बदलाव न दख द गई तालका कोचाट पर बनाओ और का म चचा करन क बाद उस भरो

दन रोट म बदलाव

छनश म गध म रग म

सामान क खाली पकट पर लखी मय वजन तारीख आद सबधी जानकारी कोदखए और चचा करए

पता करो-

रोट म या बदलाव आया रोट पर फफद य आई

योग-2 -वालय म बन एम0डी0एम0 स थोड़ा सा भोजन लकर उस कसी कटोरी मढककर रख ब को इस दखाए और हो रह बदलाव को तालका म अकत कर-

दन भोजन म या बदलाव आ

थम दन

तीय दन

आपन दखा क ढककर रख होन क बावजद भी यह भोजन खराब हो गया ऐसा य आ

भोय पदाथ को नम ान और खला रखन स धल क कण मखया फफद व जीवाणआद उस खराब कर दत ह जसस उसक पोषक तव न हो जात ह और वह खानयोय नह रहता ह गम क दन म भोजन जद खराब हो जाता ह जबक सदय मजद खराब नह होता ऐसा य

तापमान कम होन स जीवाण जद नह पनपत

भोय पदाथ क सरण क आवयकता

गम एव नमी दोन ही तय म फफद व जीवाण शीता स पनपत ह यही भोयपदाथ को खराब व सड़ान का भी काय करत ह यद भोय पदाथ म इनक बढ़न परनयण पा लया जाए तो इह खराब होन स बचाया जा सकता ह भोय पदाथ काउचत रख-रखाव न करन स ननलखत नकसान होत ह-

उनम फफद लग जाती हवाद खराब हो जाता ह भोय पदाथ म पोषक तव क कमी आ जाती हघन एव कड़ पड़ जात ह

हमार वाय क स भोय पदाथ को सरत रखना आवयक ह

हम लोग शीत ऋत म हर ताज मटर बड़ चाव स खात ह आपन ीम ऋत म भी डबाबद हरी मटर दखा और खाया होगा आल तो हम खान क लए सभी महीन म मलताह आप सोचए क मटर और आल को कस सरत रखत ह

भोय पदाथ जस-ग चना दाल चावल अचार व मरबा आद को हम साल भरउपयोग कर सक इसक लए उह उचत वधय स सरत रखना पड़ता ह इसीलएभोय पदाथ क सरण क वधय क खोज क गई एव उन वधय क अनसार भोयपदाथ को सरत करक रखा जान लगा ह

आपक घर म अनाज और दाल को कड़ स बचान क लए या-या उपाय करतह

भोय पदाथ क सरण क वधया-

भोय पदाथ क सरण क नन वधया ह-

1 सखाना (नजलीकरण) -धप म भोय पदाथा को सखाना एक परानी तथाबचलत वध ह इस वध म सय क करण स ात ऊमा ारा भोय पदाथ कोसखाया जाता ह जसस इनम उपत जल क माा वापीकत हो जाती ह और सम

जीव क व क अवसर कम हो जात ह धप म अनाज दाल पापड़ बड़ी चससवइया आवला गोभी मथी आम आद को सखाया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

2 ठड ान पर रखना (शीतन)-गथ ए आट हरी सजया एव फल को गील कपड़स ढककर कछ समय क लए सरत रख सकत ह ध दही एव पक ई सजी आदभोय पदाथ को कसी बतन म रखकर उह ठड पानी म रखकर भी सरत कया जासकता ह आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर)का उपयोग कया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर) का उपयोगकया जाता ह अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह(को टोरज) का भी उपयोग कया जाता ह

3 उबालना- उबालन क या म अधक तापमान क कारण हानकारक जीवाण नहो जात ह इसलए घर म ध को उपयोग क पव उबाला जाता ह पीन क पानी को भीजीवाणरहत करन क लए ही उबाला जाता ह

4 रासायनक एव अय पदाथ का योग-

कछ रासायनक पदाथ भी सम जीव को उप होन स रोकत ह जस- सोडयमबजोएट व सरका आद इसक अतर नमक चीनी तल आद का उपयोग भी भोयपदाथ क सरण म कया जाता ह जस-आम सब अगर अमद आवला आद कोसरत रखन क लए इह चीनी क गाढ़ चाशनी म पकात ह और मीठा अचार मरबाव चटनी आद क प म सरत करत ह क आम करला व मच का अचार बनातह और तल व नमक डालकर सरत करत ह

भोय पदाथ क सरण म रासायनक पदाथ का उपयोग उपय माा म ही करनाचाहए अधक माा म इनका उपयोग वाय क लए हानकारक ह

अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह (को टोरज)का भी उपयोग कया जाता ह

5 गम करक तरत ठडा करना (पारीकरण)-पारीकरण क या म सवथम धको 700ब तापम पर गम कया जाता ह फर तरत 00ब पर ठडा कया जाता हइसस ध म उपत हानकारक जीवाण न हो जात ह इस कार ध को साफबोतल या पकट म बद करक ध डयरी पर बचा जाता ह

वतमान समय म उपल भोय पदाथ को भवय हत सरत रखन क लए कए जानवाल उपाय को भोय पदाथा का सरण कहा जाता ह

आपक घर म भी भोय पदाथ को सरत रखन क लए कछ उपाय कए जातहग इह नीच द गई तालका म लखो

0स0 भोय पदाथ सरत करन क उपाय

1 ध -------उबालत ह

2 पक ए चावल

3 हरी धनया--------- गील कपड़ म लपटकर रखत ह

4 अनाज

5 आल

6 पक आम

7

सरण का महव -

खा सामी को घन फफद एव अय कटाण स सरत रखनाआवयकता स अधक पदा होन वाल फल सजी एव अनाज को सरत रखनाअनाज फल व सजय को र ान पर भजन क लएपक भोय पदाथा को सरत रखकर बारा उपयोग करना

भवय क लए खा पदाथ क सरा मानव मय ह-

भारत म अधकतर खा पदाथ का उपादन मौसम क अनसार होता ह कछ लोगवष भर क लए अनाज व दाल खरीद लत ह यक जस मौसम म इनकाउपादन होता ह उस मौसम म य कम दाम पर उपल हो जात ह इन खापदाथ को उचत ढग स सरण करना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत हसरकार भी भडार गह म ग चावल दाल आद का भडारण करती ह जससदष म इनक कमी न होन पाएकसान भी जब अनाज को उगात ह तो अपन खान क लए वष भर का अनाजरखकर शष बच दत ह इन खा सामय को सरत करक अधक दना तकयोग म लात ह

अपन रसोई घर म स खान-पीन क कछ चीज चनकर लखए-

जो एक-दो दन म खराब हो सकती ह

हत भर तक खराब नही हगी महीन भर तक खराब नही हागी वशष मौसम म मलन वाली खावत

भोजन को बबाद न कर-

चचा करए-

च को यानपवक दखए और फसल उगान क या एव भोजन बबाद न हो इस परसमह म चचा कजए

जस भोजन को लोग एक मनट म ही फ क दत ह उस उगाकर फसल बनान म महीनलग जात ह इसलए भोजन फ कन स पहल एक बार अवय वचार कर

अयास

1 ननलखत क उर लखए-

(क) भोय पदाथ क खराब होन का मख कारण या ह

(ख) भोय पदाथ क सरण क वधया कौन-कौन सी ह

(ग) नजलीकरण स आप या समझत ह

(घ) भोजन क गणवा को बनाए रखन क उपाय लखए

2 र ान क पत कजए-

(क) सभी जीव क लए आवयक ह

(ख) भोजन पर बठकर इस षत कर दती ह

(ग) ध को सरत करत ह

(घ) सजय को काटन स धोना चाहए

3 सही जोड़ बनाइए-

कालम lsquoअlsquo कालम lsquoबlsquo

क) भोय पदाथ को खा पदाथ को षत कर दत ह

(ख) फल को खान स पहल वषला होता ह

(ग) सषत भोजन धोना चाहए

(घ) फफद ढककर रखना चाहए

4 सही कथन क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का नशान लगाइए-

(क) फफद लगी ड को साफ करक खाना चाहए ( )

(ख) बाजार क खली ई चीज और कट फल नह खाना चाहए ( )

(ग) भोजन को बबाद नह करना चाहए ( )

(घ) भोजन को ढककर रखना चाहए ( )

पता कजए -

घर म भोय पदाथ को जीव स सरत रखना जरी ह च म कछ ऐस जीवदए गए ह पहचान कर नाम लखए-

9-हम और हमारी फसल

नहा अपन भाई क साथ तदन वालय जाती थी रात म उस धाान क लहलहातखत दखाई पड़त थ उस दखकर नहा बत खष होती थी उसक मन म सदव यहजासा रहती थी क य पौध इतन हर-भर कस दखाई पड़त ह फसल को उपजान मया-या काम करना पड़ता ह अपन मन क सारी जासा को उसन का म आकरअपनी षका स पछा

षका न सभी ब को बताया क य हर-भर पौध अनाज सजया फल आदकसान क कड़ी महनत स मलत ह कसान को lsquoअदाताlsquo भी कहत ह

आइए जान फसल उपजान क तरीक

कसी भी फसल (अनाज) को उपजान क लए सवथम म एव मौसम क जानकारीआवयक ह

म तरह-तरह

अलग-अलग खत स म एक करक दखए

म म क पहचान उगन वाली फसल

बलई म म क बड़-बड़ कण बाल तरबज खरबज बाजरा क माा अधक

चकनी म म क कण छोट बाल क ग चना मटरधान माा अपाकत कम

सट म महीन कण वाली म ग गा

दोमट म बलई म चकनी म धान कपास गा

तथा सट म मल जल

म क पहचान क बाद कसान उसक खदाई जताई गड़ाई नराई करत ह

मौसम क अनसार फसल क बआई

भारत क अलग-अलग भाग म अलग-अलग फसल होती ह य फसल वहा क म एवमौसम पर नभर करती ह पानी एव तापमान क आवयकतानसार फसल अलग-अलगसमय म बोई जाती ह ऋत (मौसम) क आधार पर फसल को तीन वग म बाटा गयाह-खरीफ रबी और जायद

च को दख और जान

बड़ स पता करए आपक इलाक म कौन-कौन सी फसल कस समय (मौसम) मअधक होती ह और य

म एव मौसम क अनप कसान बीज बोन का काम करत ह अनाज क व दानजनका योग अगली फसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलाता ह बीज दोकार क होत ह-

1-साधारण बीज- इस कसान वय तयार करत ह

2-उतशील बीज-इस तरह क बीज वानक वध ारा तयार कए जात ह इन बीजक योग स पदावार अ होती ह

आप भी चाट पपर पर अनाज क बीज को चपकाए एव उनक नाम लखए

उम बीज का चयन करन क बाद तयार म म उसक बआई क जाती ह

खत क लए सचाई एव खाद

अपन घरवालय म लग पौध को यान स दखए यद इन पौध म पानी नह डालाजाए तो या होगा पौध क उम व एव वकास क लए कम वध स जल दनक या सचाई कहलाती ह

पता करए कसान खत क सचाई करन क लए कौन-कौन स साधन का योग करतह

कसान अपन खत क सचाई करन क लए जल- तालाब झील नद क नलकपनहर आद स ात करत ह इस जल को अपन खत तक पचान क लए अनक साधनका योग करत ह जस-बड़ी ढकली मोट (घरनी) रहट चन प (य चालत प)आद

या आप जानत ह

आजकल सचाई क नई पत प (टपक) सचाई और कलर (छड़कन) सचाईका भी योग कया जा रहा ह टपक पत ारा पानी पौध क जड़ पर बद-बद वावपाइप आद स डाला जाता ह फल फल सजी आद क सचाई टपक सचाई कमायम स क जाती ह जबक ग मटर आद फसल क सचाई कलर (फौवारा)पत क ारा क जाती ह यह दोन सचाई सख या कम वशा वाल म अधक

योग क जाती ह यक इसम पानी क बचत होती ह और फसल अ होती हछड़काव पत बलई म क लए अयत उपयोगी ह

म को उपजाऊ बनान एव अ फसल ात करन क लए कसान अपन खत मखाद का योग करत ह खाद दो कार क होती ह-

जवक खाद उवरक या रासायनक खा

गोबर क खाद यरया

कोट क खाद अमोनयम सफट

(बकार साग-सजी पौध-पया आद) डीएपी (डाई अमोनयम सफट)

नीम क खली खाद जक सफट

मल-म क खाद यरट आफ पोटाश

कचए स तयार खाद (वम कोट)

जवक खाद क योग स म उपजाऊ होती ह फसल पर कोई हानकारक भाव नहपड़ता ह रासायनक खाद का योग करन स षआती साल म उपज यादा होती हपरत बाद म धीर-धीर भम बजर होन लगती ह अधक माा म इसका योग करन सभोजन म जहरील तव क माा बढ़ जाती ह जसस हम अनक बीमारया हो जातीह पष (गाय भस बकरी आद) ारा इन खा पदाथ का योग करन स व भीबीमार पड़ जात ह जो धा हम पीत ह उसक गणवा कम हो जाती ह ऐस म अवाय क लए जवक खाद ही उम ह हमारी सरकार भी जवक खाद बनान एवउसक योग करन पर जोर द रही ह

आप अपन खत म कौन सी खाद डालना पसद करग और य

कसान अपनी फसल क जानवर एव कट पतग स सरा भी करत ह कटली झाड़ीएव पौध क बाड़ आद बनाकर जानवर स रा करत ह कट-पतग एव रोग स बचानक लए आवयक माा म कटनाषक दवा का योग करत ह

कसान स जाकर पता करए क व अपन फसल क सरा कस कार करत ह

फसल क कटाई एव उसका भडारण

फसल पक जान क बाद उसक कटाई मड़ाई एव ओसाई मजर एव आधनक मशीनारा क जाती ह जसस अनाज क दान एव भसा अलग-अलग हो जात ह फर अनाजको धप म अ तरह सखाकर उस सरत ान पर रख दया जाता ह

ाचीन एव वतमान समय म फसल उपजान क या म परवतन अपन घर या गाव कबड़ बजग स पता करए क उनक समय म खती करन का तरीका या था अबआपक गाव क लोग खती कस करत ह

शका न ब को बताया क- समय क साथ खती करन क तरीकसाधन म बतअधक परवतन ए ह नई मषीन रासायनक खाद बीज आद क योग स कम समयएव म म खती करना अपाकत सरल हो गया ह

इह भी जान हरत ात (वश 1966-77) स कश उपादन क म ातकारीपरवतन आया इसका उय अ बीज खाद सचाई तथा आधनक य क उपयोगारा कश उपज म ती गत स व करना ह

आइए इस च क ारा समझ-

अयास

1 क उर लखए-

स ग और चन क बआई कस मौसम म क जाती ह

स वव जल दवस कब मनाया जाता ह

स आपको कौन सा मौसम सबस अा लगता ह

स टपक एव छड़काव सचाई पत का योग कहा और य कया जाता ह

स पौध म सचाई करन क लए जल कहा-कहा स ात करत ह

स रासायनक खाद क अपा जवक खाद अधक फायदमद ह य

2 दए गए शद स खाली जगह को भरए -

(दोमट उपजाऊ कटली झाड़ी टordfटर)

धान क फसल क लए म अ होती हखाद स म अधक हो जाती हआजकल खत जोतन क लए का योग कया जाता हजानवर स फसल क रा क लए का योग कया जाता ह

3 वग पहली म अधक स अधक अनाज क नाम ढढ़कर और उन पर गोल घराबनाइए-

ग ज रा म जौ

वा गी ट म

अ र ह र ग

चा व ल म फ

रा ज मा ग ली

4 आइए कर-

कसी फसल को उपजान म या-या या अपनाई जाती ह उह म सलखअपनी यारीगमल म पौधा लगाइए पौधा अ स बढ़ इसक लए आप याकरग यद कोई परशानी आ जाए तो उसका हल कस करग आपक गाव म फसल क सचाई क लए जो साधन य कए जात ह चबनाकर उनक नाम लखए

शक नदश-

फसल उपजान क नई तकनीक क वडयोलप ब को दखाई जाए ब कसाथ चचा कर क फसल उगान म या-या बदलाव आए ह और उसक या कारणहो सकत ह

10-पड़-पौध का भोजन

हम सबह उठन स लकर रात सोन तक कछ न कछ काम करत रहत ह जस- भोजनकरना खलना अपन दनक काय करना घर क अय काय करनाकल जाना आदजानत ह य सभी काय करन क श (ऊजा) हम कहा स मलती ह

आइए जान

सभी जीव-जत को ऊजा भोजन स मलती ह मजदार बात यह ह क कवल हर पौध हीअपना भोजन वय बनात ह मनय एव अय जीव जत अपन भोजन क लए पौध परनभर रहत ह इस हम चाट क ारा भी समझ सकत ह-

पौध म पोषण

वपोशी परपोशी

जो अपना भोजन वयबनात ह जस-हर पड़-पौध

परजीवी मतोपजीवी सहजीवी कटभी य सभी अपन भोजन क लए पड़-पौध एव अयजीव-जत पर आत होत ह

या आप जानत ह क पड़-पौध अपना भोजन कस कार बनात ह

पौध का भोजन-पड़-पौध अपना भोजन जमीन और हवा स ात करत ह जस कारहम अपना भोजन बनान क लए की सामी जस-चावल दाल आल मसाल तल एवअय सामी क आवयकता होती ह उसी कार पौध भी वभ मायम स अपनभोजन क लए की सामया ात करत ह जस-

की सामी ोत मायम

जल एव खनज लवण म जड़ ारा म स अवषोशत करक तना एव शाखाक मायम स पय तक पचाना काबन-डाई-आसाइड वायमडल पय ारा त सम र (टोमटा) ारा

पौध म भोजन नमाण क या-

पौध क हर भाग वषशकर उसक पय म पणहरतलोरोफल बीसवतवचीलससहोता ह लोरोफल सय क ऊजा को इका करन म पय क मदद करता ह इसया म

पौध वायमडल स काबन-डाई-आसाइड गस तथा जड़ ारा भम स जल व लवण कोअवषोशत कर भोजन (काबहाइडordfट) का नमाण करती ह सय क काश म भोजनबनान क या को काष सषण कहत ह इस हम इस कार स भी समझ सकत ह-

काश सषण का महव-

काष सलशण क या ारा बन काबहाइट का उपयोग पौध म तरत हो जाता हया वह अघलनषील मड (टाच) क प म पौध म इका हो जाता ह भोजन बनान कइस या म पौध आसीजन गस पण र (छ) ारा बाहर नकालत ह जो हमारवायमडल को श रखती ह आसीजन गस का योग सभी जीव-जत सास लन कलए करत ह पय ारा नमत भोजन पौध क वभ भाग जस जड़ तना पयअथवा फल म सचत कर लया जाता ह जड़ क ारा अवशोषत अतर जलपय स वाप क प म बाहर नकलता रहता ह इस या को वापोसजन कहत हपौध पय क इह छ ारा दन-रात सन या करत ह हमारी तरह सन याम आसीजन लत ह तथा काबन-डाई-आसाइड गस बाहर नकालत ह

सोचए-

यद काष सलशण न हो तो या होगा यद सय न हो तो या होगा यद पड़-पौध न हो तो या होगा

पौध म भोजन क अय वधया-बरसात क दन म आपन गोबर या कड़ क ढर परव क छाल पर छ जसी सरचना दखी हगी या बड़-बड़ व क तन षाखा एवपय स लपट रसीनमा सरचनाए सोचए इनम न तो पया रहती ह और न हीलोरोफल तो य-कस जीवत रहत ह य अपना भोजन कस बनात हग

आइए जान- कछ पौध अपना भोजन वय नह बनात य अपना भोजन मत एव सड़-गलपदाथ स हण करत ह उह मतोपजीवी कहत ह जस-ककरमा आद

आपक म इस तरह क पौध को या कहा जाता ह

ऐस पौध एव जत जो अपन भोजन क लए सर जीवत पौध एव जत पर नभररहत ह उह परजीवी कहत ह जस-अमरबल का पौधा आद जन पौध स व पोषणात करत ह उह परपोषी कहत ह

या आप भी अपन आसपास ऐस पौध को दखत ह जो सर व स लपट रहत ह उनक नाम बताइए

कट-पतग खान वाल पौध का ससार-

आपको यह जानकर आचय होगा क कछ पौध बत ही चतराई स अपन भोजन कलए कट-पतग को पकड़त और खात ह इन पौध क पया बत वच होती हऐस पौध दलदली भम या तालाब क समीप पाए जात ह जहा नाइोजन क कमी रहतीह य पौध अपन भोजन म नाइोजन क आवयकता कट-पतग को पकड़कर तथाउनको पचाकर परा करत ह य पौध ह-

1 वीनस लाई

इन पौध क पया चपट दो भाग म बीच स जड़ी रहती ह तथा उसक पया कनारस नकली होती ह उड़त ए कड़ जस ही पय पर बठत ह पय क दोन हस बदहो जात ह कड़ उसम कद हो जात ह पय स नकलन वाला पाचक रस उस गलादता ह तथा पौध ारा उस पचा लया जाता ह

2 नपीज

इस पौध को घटपण का पौधा पजबीमत सदज भी कहत ह यक इसक पयक आग वाला भाग लब घड़ क आकार जसा होता ह इसक ऊपर पी का ढकन लगारहता ह घड़ क ऊपर मीठा व खषबदार रस नकलता ह जसक कारण कट पतगउसक मख क पास आत ही फसल कर अदर चल जात ह और उसका ढकन बद होजाता ह

पौध एव जत क परर नभरता-

अब तक हमन जाना क पौध अपना भोजन वय बनात ह और सभी जत भोजन कलए पौध पर नभर रहत ह यद पौध न ह तो कसी भी जीव को भोजन नह मलगा

सोचए-

यद जगल म पड़-पौध क सया कम हो जाए तो खरगोश बकरी हरनआद(शाकाहारी) जीव पर या असर पड़गा यद शाकाहारी जीव क सया कम हो जाएगी तो मासाहारी जत का याहोगा यद शाकाहारी जीव क सया बढ़न लग तो

या आपन भी ऐस पौध को दखा ह जो कट पतग खात ह बड़ स पछकर उसक नामबताइए

इह भी जान-

शाक -सजी खान वाल जत -शाकाहारी मास-मछली खान वाल जत -मासाहारी पौध एव जत दोन को खान वाल जत-सवाहारी

इस कार हम दखत ह क भोजन क नभरता क आधार पर पौध स लकर मासाहारीजत तक क एक सीधी कड़ी बन जाती ह जस हम खा शखला ववक बपदकहत ह च को यान स दखए और बताइए - स हर पौध को कौन जत खा रहा ह

बकरी को कौन खा रहा ह

इस कार हमन दखा क खा शखला म यक जीव य या अय प स एक-सर स जड़ रहत ह इसक कसी भी हस म असतलन स परी शखला असतलत होजाती ह जसस परा पयावरण भावत होता ह इस कार खा शखला वभ जीवक सया को सतलत एव नयत रखती ह जो पयावरण सतलन म मदद करती हआइए इस करक समझ-

च क अनसार काड अथवा दयासलाई स आकत बनाइएनीच वाला कोई एक काड या दयासलाई खचए तो या होगाआकत न हो जाती ह

हमन जाना क पौध एव जत दोन ही एक-सर पर नभर ह पौध ारा नकलाआसीजन जत क लए तथा जत ारा छोड़ा गया काबन-डाई-आसाइडपौध को भोजन बनान क लए आवयक ह हम सभी क जरत परी हो इसक लएहम

अधक स अधक पौध लगाए पड़-पौध एव जत क रा कर पयावरण सरत एव सरत रख

अयास

1 न क उर लखए-

(क) कटभी पौध क नाम लखए

(ख) पड़-पौध हमार लए य उपयोगी ह

(ग) पौध एव जत एक-सर पर नभर ह कस

(घ) हर पौध को वपोशी एव जत को परपोशी कहा जाता ह य

2 सची lsquoकlsquo और lsquoखlsquo का मलान उनक उपयोगता क आधार पर करए-

सची lsquoकlsquo सची lsquoखlsquo

(जत) (उपयोग)

(क) भड़ खत क जताई

(ख) गाय अडा

(ग) बल ध

(घ) मग ऊन

3 नीच द गई तालका म षाकाहारी मासाहारी एव सवाहारी जत क नाम लख-

शाकाहारी मासाहारी सवाहारी

गाय शर कौआ

आइए कर-

अपन परवशीय जीव-जत क च को खोजकर एकत करए तथा आप भीएक खा शखला क कड़ी बनाकर का म टागए

कतना सीखा-2

1 सही मलान कर -

(क) धवा राीय पाक उराखड

(ख) रबी फसल क चआ

(ग) जवक खाद गजरात

(घ) जम काबट राीय पाक ग

(ङ) गर राीय पाक उर दश

(च) वम कोट गोबर क खाद

2 सही कथन क आग (स ) का तथा गलत कथन क आग (ग) का नशान लगाए -

(क) आदमानव जानवर क खाल को व क तरह पहनत थ ( )

(ख) सबस पहल आदमानव न धात क औजार बनाए ( )

(ग) गाय थम पालत पश ह ( )

(घ) चपको आदोलन क शआत सदर लाल बगणा जी न क ( )

(ङ) हर पौध अपना भोजन वय बनात ह ( )

(च) पौध एव जत सन म आसीजन गस हण करत ह ( )

(छ) पौध काश सषण म काबन-डाई-आसाइड गस लत ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) दोमट म म उगन वाली फसल क नाम लखए

(ख) जवक खाद स या लाभ ह

(ग) रड डाटा बक स आप या समझत ह

(घ) वलत एव सकटत जीव क दो-दो उदाहरण लखए

(ङ) मती आदोलन या ह

(च) जगल स होन वाल अय लाभ बताए

(छ) भोय पदाथ क सरण क आवयकता य होती ह

(ज) भोजन बबाद न हो इसक लए या उपाय करग

4 सही वकप क सामन वाल व को काला कर -

1 भोय पदाथ क सरण हत रासायनक पदाथ का अधक उपयोग -

(क) लाभद ह (ख) हानकारक ह

(ग) वाद बढ़ान वाला ह (घ) खापन लाता ह

2 भोय पदाथ क सड़न म मय भमका नभात ह -

(क) फफद (ख) खमीर

(ग) जीवाण (घ) य सभी

5 अपन घर म सरत कए गए भोय पदाथ क सची बनाइए तथा उनक सरण कवधया लखए

6 र ान क पत कर -

(क) पौध क पया क कारण हरी दखाई पड़ती ह

(ख) जत म एक नत आय तक होती ह

(ग) अमरबल पौधा ह

(घ) का पौधा कटभी ह

(ङ) सभी जीव अपन पोषण क लए पर नभर ह

11-ऐस भी होत ह घर

ब आप मझ जानत ह मझ यार करत ह आप मर बना नह रह सकत आपवालय म होत ह या कसी घमन-फरन क जगह पर मझ याद करत ह म आधीवषा तफान सद गम स आपको सरा दता अब बता म कौन ठक सोचाम आपका यारा घर जहा आप अपना बत सारा समय बतात ह मरा इतहास बतपराना ह उतना ही पराना जतना क धरती पर सबका जीवन लोग न समह क प मएक जगह सरत रहन क लए मझ बनाया हर ाणी न अपन रहन क अनकल जगहऔर सरा को यान म रखकर अलग-अलग तरीक का घर बनाया इसलए मर कई पह आपन अपन आस-पास तरह-तरह क घर दख हग इनम स कछ घर क होत ह तोकछ घर पक कछ एकमजला या दोमजला होत ह तो कह-कह बमजला इमारतदखाई दती ह इन भता क अलावा और भी कई तरह क घर बनाए जात ह वशष क जलवायमौसम क आधार पर भी घर क वप या बनावट म अतर दखाईपड़ता ह अलग-अलग म घर बनान म य होन वाली सामी भी अलग-अलगहोती ह

बास का घर-

इस तरह क घर उन ान पर बनाए जात ह जहा बत अधक बारश होती ह ऐसान पर घर जमीन स 10-12 फट क ऊचाई पर बास क मजबत ख पर बनाए

जात ह बास अधक समय तक पानी म रहन पर भी सड़ता नह ह य घर अदर स भीलकड़ी क बन होत ह

बफ क घर-

ऐसी जगह जहा चार ओर कवल बफ ही बफ होती ह वहा लोग बफ क सलय कघर बनात ह ऐस घर को lsquoइलlsquo कहत ह ऐस घर क दवार अदर स छन पर ठडी तोलगती ह पर व बाहर गरती बफ और ठढ को अदर नही आन दती इसक अदरआग जलाई जाती ह जसस घर गम रहता ह

म क घर-

ऐस ान जहा बारश बत कम होती ह तथा अयधक गम पड़ती ह वहा लोग मक घर बनाकर रहत ह घर क दवार बत मोट होती ह म सय क गम स सखकरकठोर हो जाती ह मोट दवार क कारण गम घर क अदर नह आ पाती ह

तरत ए घर-

इस कार क घर लकड़ी क डग क भात बन होत ह य नाव क तरह पानी म तरतरहत ह इसलए इस तरत ए घर या हाउसबोट भी कहत ह

इस भी जान -

चीन म बत स लोग नाव पर बन घर म रहत खात-पीत और सोत ह यह अपन लएइसी पर सजया उगात ह और मगया भी पालत ह इन घर को lsquoसामपानrsquo कहत ह

पर क घर-

ऐस घर पवतीय म दखत ह इस कार क घर पर को काटकर उह एक कऊपर एक रखकर बनाए जात ह पर क ऊपर म और चन क पताई क जाती हपवतीय म बारश बत अधक होती ह तथा बफ भी गरती ह अतः ऐसी जगह परघर क छत सपाट नह बनाई जाती ह इन घर क छत ढलवा होती ह

घमत लोग क घर-

ऐस लोग जो हमशा एक जगह पर ायी प स नह रहत ह व इस कार क घर मरहत ह इह जहा ठहरना होता ह वहा य अपना घर अायी प स टट आद क मददस बना लत ह कभी-कभी लोग आवयकतानसार भी इस तरह क घर बनाकर रहत हजस बाढ़ या भक वाल म लोग ायः इस तरह क घर बनाकर रहत ह

इस भी जानए -

बना दवार क घर - अमजन क जगल म बत पानी बरसता ह तथा बत गम पड़ती हउमस स बचन क लए यहा क लोग ताड़ क पय को ख स टका कर बड़ीगोलाकार छत बनात ह इसम दवार नह होती ह यह छत बीच स खली होती ह

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) अयधक वषा वाल ान म क घर बनाए जात ह

(ख) पानी म तरत ए घर को कहत ह

(ग) स बन घर को इल कहत ह

(घ) चलत-फरत घर प स बनाए जात ह

2 घर हमार लए य जरी ह

3 हाऊसबोट सर घर स अलग ह कस

4 lsquoसामपानrsquo कस कहत ह

5 पवतीय क घर क छत तरछ य बनाई जाती ह

6 म स बन घर क या वशषता होती ह

7 lsquoबना दवार क घरrsquo कहा बनाए जात ह

8 या आपक यहा बफ क घर बनाए जा सकत ह यद नह तो य

ोजट वक -

अलग-अलग चीज जस म लकड़ी कपड़ क टकड़ रगीन कागज जत क डबमाचस क डबी पर क टकड़ ई आद का योग करक आप तरह-तरह क घर कामाडल तयार कर

12-आपदाए और उनस बचाव

इस बार इतनी बारश ई क गाव म बाढ़ आ गई गाव क सभी लोग न बचन क लएटल पर बन पचायत भवन म शरण ली

आपदा क आशका म क गई पव तयारी जानमाल क नकसान को कम कर सकती ह

आपदा का अथ होता ह-अचानक आन वाला सकट आपदा अचानक होन वाली वहघटना ह जसस सामाय जन जीवन अत-त हो जाता ह ायः हम सभी कसी नकसी सकट जस आधी तफान बाढ़ भक सड़क घटना आद क वषय म दखतया सनत रहत ह जब यही सकट ापक प ल लत ह तब य आपदाए कहलाती हआपदाए मयतः दो तरह क होती ह-

ाकतक आपदाए - ऐसी आपदाए जो कतजय होती ह ाकतक आपदाए कहलातीह जस - भक बाढ़ सखा ल आधी तफान शीत लहर बादल फटना वन म आगलगना वालामखी भखलन आद

मानवजनत आपदाए - ऐसी आपदाए जो मानवजय होती ह मानव जनत आपदाएकहलाती ह जस - आग षण अपराध दगा रासायनक घटनाए जनसयावोट भीषण रल घटना आद

चचा करए-

या कभी आपन या आपक कसी जानन वाल न ऐसी मसीबत का सामना कया हऐसी मकल समय म लोग को कस-कस तरह क राहत सामी क जरतपड़ती ह लोग असर एक जगह पर पास-पास य बसत ह या आपन कभी दखा ह क पास-पड़ोस क लोग न मलकर एक सर क मददक हो कब-कब और कस

लोग को कई बार ऐसी मकल का सामना करना पड़ता ह जसम जान-माल का भारीनकसान होता ह बत स लोग बघर हो जात ह ऐस समय म आपदा सत मवशष सहायता क आवयकता होती ह वतमान समय म वानक गत न इनका(आपदा का) सामना करन म मनय क बत सहायता क ह

ायः यह दखा गया ह क जब कभी भी आपदा आती ह तब वहा बचाव काय क लएसव थम ानीय लोग ही आग आत ह अतः ानीय लोग क लए आपदा सनपटन एव बचाव क तरीक को जानना आवयक ह आपदा आन पर हम कस कारबच सक और सर क भी जान बचा सक आपदा बन ारा हम यह जानन म मददमलती ह इस तरह क सकट क तय म हम मयतः तीन बात पर यान दनाचाहए-

सावत खतर क पहचान करनाआपदा स नपटन क तयारी जस- भोजन पयजल रोशनी आद क वाकरना आपदा क पात बचाव राहत एव पनवास काय

इसक अलावा इन आपदा स नपटन म सबस अधक महवपण ह- मनय क अपनीसझबझ धय तथा आपदा स सबत ली गई सावधानया वभ तरह क आपदास हम अपना बचाव नीच दए गए तरीक स कर सकत ह

भक - जसा क नाम स ही होता ह क भम क कापन को भक कहा जाता हयह एक वनाशकारी ाकतक आपदा ह अधक ती भक आन स जमीन हलन ककारण घर मकान पल आद गर जात ह इसस अयधक जन-धन क हान होती ह

भक स सरा -

भक क समय अगर आप मजबत इमारत क अदर ह तो वह बन रह कसीमजबत मज या डक क नीच छप जाए और उस मजबती स पकड़ ल कन बदहोन तक तीा करअगर परान व कमजोर भवन म ह तो सरत रात स बाहर नकलबाहर नकलन क लए लट का योग न कर सीढ़ का योग करखल मदान क तरफ जाए

आग - कई बार लोग क लापरवाही क कारण खत खलहान घर कान आद म आगलग जाती ह इसस बत यादा जन-धन क हान होती ह

आग स सरा -

आग वाल ान क समीप न जाएवलनशील वत स न खल तथा उस सरत ान पर रखआग लग ए ान स रगत ए बाहर नकल और मह ढक रहशरीर क कपड़ म आग लगन स दौड़ नह बक जमीन पर लटकर बार-बार उटपलट ताक आग बझ जाएआग लगन वाल ान पर चपल पहन कर जाएजलत ए टकड़ को सावधानी पवक फ क

आग बझान हत अन शमन य बाल पानी आद योग का कर

बाढ़ - कसी रहायशी का जलमन हो जाना बाढ़ कहलाता ह बाढ़ अयधक वषाक कारण आती ह अयधक वषा स इतना पानी इका हो जाता ह क वह रहायशीइलाक तक पच जाता ह कभी-कभी नद क बाध टटन स भी बाढ़ आ जाती ह

बाढ़ स सरा -

बाढ़ आन पर ऊच एव सरत ान पर जाएजब तक बत जरी न हो बाढ़ क पानी म न उतरजन ान पर बजली क तार गर ह उधर न जाएबाढ़ आन पर कसी भी कार क बजली क वच को न छएबाढ़ क सचना मलन पर घर क कमती सामान तथा महवपण कागजात कसीसरत ान पर रखतराक सीख तथा सखाएबाढ़ क बाद असर जल जनत रोग फलत ह उनस बचाव क उपाय कर

सोचए और बताइए -

कभी-कभी कछ इलाक म बकल बारश नह होती नद तालाब कए आद सब सखजात ह फसल क लए पानी नह मलता खत सख जात ह ऐस समय म वहा रहनवाल लोग को मदद क जरत होती ह आप ऐस लोग क मदद कर सकत ह सोचकरबताइए क आप अकाल म परशान लोग क मदद कस करग

कसी भी तरह क आपदात म लोग को कई कार क सहायता क आवयकताहोती ह सकट क त म यह बत महवपण होता ह क लोग क ताकालक

मलभत आवयकता जस- भोजन पयजल रहन का ान आद क वा कजाए इस काय क लए कई तरह क साए एव सरकारी सवा क ारा आपदापीड़त लोग क मदद क जाती ह

पता करए और लखए -

कसी मसीबत क समय आपको इनक जरत पड़ सकती ह इनस सक करन कलए आप इनक फोन न0 तथा पता लखए -

सबत सवा पता फोन न0

दमकल क

नजदक अताल

एबलस

नजदक पलस थाना

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) आपदाए मयतः तरह क होती ह

(ख) षण एक आपदा ह

(ग) भक क समय कसी इमारत स बाहर नकलन क लए का योग कर

(घ) कसी रहायशी का जलमन हो जाना कहलाता ह

(ङ) वत स न खल

2 ननलखत क उर लखए -

(क) आपदा का या अथ ह

(ख) कह दो मानवजनत आपदा क नाम लखए

(ग) बाढ़ एव सखा म या अतर ह

(घ) आपदा बधन कट म कौन-कौन सी सामी होती ह

(ङ) भक आन पर आप कस कार अपना बचाव करग

ोजट वक -

वभ कार क आपदा स नपटन हत एक आपदा बधन कट तयार कजए

13-जल ह तो कल ह

जल हमार जीवन क लए बत आवयक ह जल क बना जीवन सभव नह ह आपनदखा होगा क गम क दन म वभ ल पर लोग ारा पानी पलान क वा कजाती ह इस कार क वा को lsquoयाऊlsquo कहा जाता ह जसम आन-जान वाल रातपर कह-कह व पानी को घड़ म या अय बरतन म ढककर रखा जाता ह जहाकोई भी यासा आकर अपनी यास बझा सकता ह

चचा करए-

या आपक घर या आस-पास ऐसी वा ह या आपन रलव टषन बस टशन अताल या अय सावजनक ल परऐसी वा दखी ह

याय क सवधा क लए रलव और बस टषन पर पीन हत नल या पानी क टक लगीहोती ह ऐसी सवधा अताल म मरीज क लए होती ह पोल पप पर भी पीन हतपानी क वा रहती ह

अपन बड़ स बातचीत कर-

पहल मसाफर (आन-जान वाल लोग) क लए पानी क वा कस-कस तरहस क जाती थी

आजकल याा क दौरान लोग पीन क पानी क वा कस कार करत ह

लखए -

उन याकलाप क सची बनाए जसम आप पानी का उपयोग करत ह -

पड़-पौध तथा फसल को भी व तथा वकास क लए पानी क आवकता पड़ती हपौध को जन पोषक तव क जरत होती ह व पानी म घलकर जड़ ारा पौध कवभ भाग तक पचत ह

सचाई क ोत एव साधन-

खती क लए सचाई बत आवयक ह वषा क माा कम होन पर फसल को पयातमाा म पानी नह मलता जसस व सख जाती ह अ का उपादन कम हो जाता हअतः फसल क अ उपादन क लए उचत समय पर सचाई क आवयकता पड़तीह सचाई क लए कसान तालाब कआ नद आद स जल ात करत ह कआतालाब सचाई क परपरागत ोत ह आजकल अधक माा म पानी ात करन क लएनलकप का योग कया जाता ह नहर बनाकर सचाई क सवधा दान क जा रही हभमगत जल को नकालन क लए बजली चालत प का योग कया जाता ह

अपन आस-पास क खत म जाकर पता कर क सचाई क लए कन-कन साधन कायोग कया जाता ह उनक सची बनाए

बड़ स पता कर-

कस फसल को पानी क सबस अधक आवयकता होती हवह फसल कस उगाई जाती ह

सचाई म पानी क माा फसल क कार पर नभर करती ह कछ फसल को अधकपानी क आवयकता होती ह जस-धान कछ फसल म पानी क आवयकताअपाकत कम होती ह जस ग चना मटर सरस आद जबक कछ फसल को

पानी क साथ-साथ तज धप क भी आवयकता होती ह जस-ककड़ी तरबज खरबजाआद

अपन घर क बड़ क साथ कसी खत का मण कर वहा काय कर रह कसान सननवत ब पर चचा कर -

आपक खत म कौन सी फसल क पदावार क गई ह फसल क सचाई क लए जल कहा स ात करत ह कम सचाई वाली फसल एव यादा सचाई वाली फसल कौन-कौन सी ह सचाई क लए कौन-कौन स साधन का योग करत ह

भमगत जल का पनभरण-

lsquoजल ही जीवन हlsquo इस बार म सब बात करत ह लकन जल कहा स आता ह और इसकस एक करक रखना ह इसक बार म भी हम सबको सोचना आवयक ह

पहल लोग पानी क लए नदय एव झील क अलावा तालाब और क पर नभर रहतथ परत आजकल लोग बजली चालत मषीन का योग यादा कर रह ह औरपारपरक तौर-तरीक स र होत जा रह ह हडप बवल (नलकप) बोरवल कारा भमगत जल को लगातार नकाला जा रहा ह इसका परणाम यह होता जा रहा हक लोग जमीन स पानी तो नकालत जात ह लकन जमीन क अदर पानी क तर कोबनाए रखन का उपाय नह करत

यद भमगत जल को लगातार नकालत रह तो आन वाल समय म सभी को जल ककमी का सामना करना पड़गा यप बारष यक वष होती ह परत पानी उतनी तजीस भम क अदर नह जा पाता और उसका बड़ा हसा ऊपरी सतह स होकर नकलजाता ह इस कारण जमीन म पानी का तर पनः उस तर को ात नह कर पाता लोगइस नह समझ पा रह ह जसक कारण पानी क समया पदा हो रही ह

आज जल सरण क कई तरीक अपनाए जा रह ह हम पारपरक तौर-तरीक को भीअपनाना होगा जसस वषा का पानी एक कया जा सक परान तालाब एव क को

फर स जीवत करना होगा शहरी म लोग को अपन घर क छत स बारश कापानी जमा करन क वा करनी होगी अपन आस-पास वषा क जल को जमीन कअदर पचान का यास करना होगा इसक अतर जल का सावधानीपवक उपयोगकरक हम वय क तर पर भी जल का बचाव कर सकत ह जस-

जतन पानी क आवयकता हो उतना ही उपयोग करनल को इतमाल करन क बाद बद कर दटपकत या रसत नल क मरमत तरत कराएश करत समय नल को खला न छोड़रसोई घर म बाट या टब म बतन धोएपानी क बोतल म बच ए जल को फ कन क बजाए उस पौध म डाल दतालाब नदय एव क क जल को शत न कर उसम कचरा ना फ क

इस भी जान- सचाई क लए प (टपक) या कलर (छड़काव)वध का योग करनाचाहए जसस पानी का खच कम हो

जल सरण को लकर सभी को जागक होना चाहए यह सब लोग क एकजट यासस ही सव ह

चचा करए-

सीमा क मोहल म दो परान कए ह जो अब सख गए ह उसक दाद बताती ह कलगभग 15-20 साल पहल तक उसम पानी था या कए सखन क ननलखत वजहहो सकती ह-

कई जगह मषीन लगाकर जमीन का पानी नकाला जा रहा हपड़ क आस-पास और पाक म जमीन को सीमट स पका कर दया गया हतालाब जसम बारष का पानी इका होता था अब नह रह

या आप कोई और भी कारण बता सकत ह

भमगत जल क कमी क कारण-

जनसया व क कारण भजल क बढ़ती माग ससचाई एव औोगक काय क लए मषीन का योग करन सतालाब पोखर जस- जल क ाचीन साधना का रख-रखाव न होन सघरल काय क लए प स जमीन क अदर स अधक पानी नकालन सवषा क जल को एक न करन स

ाचीन काल स ही जल क महा उसक सफाई और उसक ोत-कए तालाब नहरबावड़ी इयाद का नमाण जनता क भलाई का काय समझा जाता था भारतीय शासकजल क महव और सरण क त जागक थ मौय काल म लोग जल क महव सभली-भात परचत थ और जल बधन क उम वा थी चगत मौय करायपाल पयगत न सदशन झील का नमाण करवाया साट अशोक न जगह-जगहपर कए खदवाए याऊ बनवाए गत शासक क ारा भी जल क सरण का कायकया गया साट कदगत न सदशन झील क पननमाण का काय करवाकर लोग कजल सकट को र कया सतनत काल म फरोजशाह तगलक ारा कए एव जलाशयक साथ कई बड़ी नहर का भी नमाण करवाया गया

भमगत जल क पनभरण क वधया-

जल क कमी को र करन क लए आवयक ह lsquoजल का सचयन एव पनभरणlsquo कयाजाए यद हम वषा क जल को एक कर भमगत जल क प म पनभरण करत ह तोहम जल क कमी का सामना नह करना पड़गा

वषा क जल को भमगत जल म सचयन एव पनभरण क अनक वधया ह-

तालाब म वषा का जल एक करनाछत स ात वषा क जल को पाइप क मायम स टक म एक करना

पनभरण गडढ़ क ारा जल सचयन करनानलकप ारा छत स वषा क जल को एक करना पट या ग ारा छत क वषा क जल को एक करना

अयास

1 क उर लखए-

(क) याऊ कस कहत ह

(ख) खती क लए सचाई क आवयकता य पड़ती ह

(ग) सचाई क लए कन-कन साधनो का योग कया जाता ह

(घ) भमगत जल क कमी क कारण लखए

(ङ) भमगत जल क पनभरण क वधया कौन-कौन सी ह

2 पता कजए-

या आपक घर या कल क आस-पास तालाब कआ या बावड़ी बनी ह इस दखनजाए और पता कर-

यह कतना पराना ह इस कसन बनवाया ह इसम पानी साफ ह या नह इसका पानी सख तो नह गया ह यद सख गया ह तो कस कारण स

3 आपक आस-पास सचाई क लए जल कहा स ात होता ह उनक च दए गएबास म बनाए और नाम लख -

14-जल क गण एव जल षण

आपन दखा होगा यद जमीन पर पानी गर जाए तो वह एक जगह र रहन क बजायआस-पास फल जाता ह पानी म बहन का गण होता ह इस तरह क पदाथ को तरलपदाथ कहत ह पानी का कोई अपना आकार नह होता ह पानी जस भी आकार कबतन म रखा जाता ह यह उसका आकार ल लता ह

करक दखए-

कटोरी एव गलास म पानी क समान माा डालकर दख पानी का आकार कसाहो जाता ह

पानी कटोरी एव गलास क आकार का हो जाता ह पानी जो जगह घरता ह वह उसकाआयतन कहलाता ह तरल पदाथ को उनक आयतन ारा मापा जाता ह इसक मापइकाई लीटर होती ह

पानी क घलनशीलता-

गमय म हम शबत पीत ह शबत चीनी को जल म घोलकर बनाया जाता ह

या जल म सभी पदाथ घल जात ह

आइए पता लगाए-

काच क चार गलास ल यक को जल स आधा भर नमक चीनी चाक पाउडर तथारत अलग-अलग गलास म डालकर चमच स मलाए और दख

नमक तथा चीनी जल म घल जात ह चाक पाउडर तथा रत जल म नह घलत ह ऐसपदाथ जो कसी व म घल जात ह जस - नमक चीनी आद उनको वलय पदाथ कहतह वलय पदाथ जस व म घलत ह उस व को वलायक कहत ह कछ पदाथ ऐस भीहोत ह जो व म नह घलत ह उह अवलय पदाथ कहत ह जस- चाक पाउडर रतआद व म कसी वलय पदाथ क घलन पर वलयन बनता ह

ननलखत सारणी को परा कर-

पदाथ का नाम जल म वलय जल म अवलय कस जाना

1 चीनी

2 लकड़ी का बरादा

3 फटकरी

4 मोम

5 लोह क छलन

वलय पदाथ को शी घोलन क लए व को हलाना पड़ता ह कसी वलय पदाथ कोदान क प म तथा पाउडर क प म लन पर कौन शीता स घलता ह

याकलाप -

दो परखनलया ल यक को जल स आधा भर द एक परखनली म आधा चमचदानदार चीनी डाल सरी परखनली म आधा चमच पसी चीनी डाल दोन परखनलयको हलाए या होता ह पसी ई चीनी शीता स घल जाती ह

पाउडर क प म पदाथ शीता स घलत ह

या जल क नत आयतन म चीनी क कोई भी माा वलय ह

याकलाप-

एक परखनली को जल स आधा भर इसम आधा चमच चीनी डालकर हलाए चीनीक माा बढ़ात जाए या होता ह एक नत माा क पात चीनी का घलना बदहो जाता ह अब परखनली को गम कर या होता ह चीनी क और थोड़ी माा घलजाती ह वलायक क ताप म व होन पर वलय क अधक माा घल जाती ह

कछ ऐस भी पदाथ ह जो जल म अवलय ह परत अय व म वलय ह जस - मोम वतारकोल जल म अवलय ह कत म क तल तथा पोल म वलय ह

करक दखए -

एक कटोरी ल उसम थोड़ा पानी डाल फर उस पानी म तल क कछ बद डालएअब उनको चमच क सहायता स मलान का यास कजए या होता ह

आपन दखा होगा क अयत कोशश क बाद भी पानी और तल आपस म नह मलहग ऐसा इसलए होता ह यक समान कत वाल पदाथ समान कत वाल पदाथम ही घलत ह पानी और तल क कत वपरीत होती ह जस कारण स पानी और तलआपस म नह घलत ह

करक दखए-

एक बड़ी कटोरी ल उसम थोड़ा पानी भर अब कछ छोट पर क टकड़ लोह ककल पानी क सतह पर रख आप या दखत ह

आपन दखा क पर क टकड़ कल पानी क सतह पर नह तरत ह बक डब जात हजो वतए पानी म नह घलती ह व या तो पानी म तरती ह या व डब जाती ह जो वतएपानी स हक होती ह व पानी क सतह पर तरती ह जबक जो वतए पानी स भारीहोती ह व पानी म डब जाती ह

जल षण-

जल म घलनशीलता क गण क कारण कछ ऐस पदाथ पानी म मल जात ह जस साबनकड़ा-कचरा आद जो पानी को षत करत ह इस कार जल क षत होन को जलषण कहत ह इनक कारण पानी म समजीव पनपत ह जो बीमारय का कारण होतह

अपन आस-पास दखो क जल कन कारण स षत हो रहा ह

कारखान स नकला आ अपश पदाथ नदय म छोड़ा जाता ह जसस नदय काजल षत हो जाता ह कष काय हत उपयोग म लाए जान वाल कटनाशक भी जलषण का कारण होत ह मानवीय याकलाप जस नद तालाब आद म कपड़ धोनापश को नहलाना वय नहाना आद क कारण भी नदय और तालाब का जलषत होता ह इस जल का योग हम अपन दनक जीवन क वभ काय म करत ह

पता कजए-

घरवालयपड़ोस क लोग पानी कस एकत करत ह जहा पानी रखा गया ह वह जगह कसी ह जस बतन म वह पानी एकत करत ह या वह ढक होत ह या नह यद पानी का बतन नह ढका होता ह तो उसम पानी कसा दखता ह या आप ऐस पानी को पीना पसद करग

गद जगह पर खल बतन म रखा आ पानी हम पीना पसद नह करग ऐस पानी म रोगफलान वाल कटाण होत ह जो पानी को षत कर दत ह य कटाण नगी आख या हडलस स दखाई नह दत ह इह दखन क लए वशष उपकरण या य क आवयकता

होती ह जस समदश कहत ह ऐसा पानी हमार वाय क लए हानकारक होता हषत पानी को पीन स हम वभ कार क बीमारया हो सकती ह

आइए जान-

षत जल स होन वाली बीमारया उनक लण एव बचाव क तरीक-

इसक अतर जल स होन वाली अय बीमारया ननवत ह-

मलरया-

यह रोग मादा एनाफलीज मर क काटन स होता ह जो इस परजीवी को मनय कशरीर म छोड़ता ह इसम रोगी को सद और सर दद क साथ बार-बार बखार आता ह

बचाव-

मर को पनपन स रकअपन घर तथा घर क आस-पास गदा पानी न इका होन दमरदानी का उपयोग करऐस कपड़ पहन जो शरीर क अधकाश भाग को ढक सक

उपचार -

रोगी क डाटर स जाच कराई जाए

इस भी जान-सनकोना व क छाल स कनन नामक औषध ात क जाती ह इसऔषध का उपयोग मलरया क उपचार म कया जाता ह

डग -

डग बखार एडीज मर क काटन स फलता ह एडीज मर को टाइगर मर भीकहत ह यह मर हमार घर क आस-पास साफ व क ए पानी म पनपता ह डगक बखार म रोगी को ठड लगन क साथ तज बखार आता ह शरीर पर लाल चक होजात ह जोड़ म दद रहता ह

बचाव -

अपन घर क आस-पास अनावयक पानी एक न होन द यक एडीज मर क एसाफ पानी म ही पदा होत ह कलर पय एव जानवर क पानी पीन क बतन औरफलदान आद का पानी कछ दन बाद एक बार खाली करक पनः भर परी बाह वालकपड़ पहनन चाहए जसस शरीर का अधक स अधक भाग ढका रह मरदानी कायोग करना चाहए

उपचार -

रोगी को दद एव बखार कम करन क कोई भी दवा वय नह लनी चाहए यह दवाएवाय क लए हानकारक हो सकती ह डाटर क सलाह स ही दवा का योग करनाचाहए

चकनगनया -

यह रोग चकनगनया वषाण (वायरस) ारा होता ह यह वायरस एडीज मर ककाटन स फलता ह यह मर दन क समय काटत ह इसम रोगी को जोड़ म दद क

साथ तज बखार होता ह इसक अतर सर दद थकान जोड़ म सजन शरीर परचक आद लण भी हो सकत ह

बचाव-

मरदानी का योग करअपन आस-पास पानी एकत न होन दसमय-समय पर कटनाशक का छड़काव कराए

उपचार-डाटर क सलाह ल

पानी पीन क सही तरीक पर नशान लगाइए -

चचा करए-

खल क का पानी य नह पीना चाहए घड़ स पानी नकालत समय कन बात का यान रखना चाहए घर और कल म पीन क पानी का सह कस तरह करना चाहए

पानी को पीन योय कस बनात ह

पानी को पीन योय बनान क लए सबस अा उपाय पानी को उबालकर ठडा करकछानना ह इसस सभी रोगाण न हो जात ह शहर और कब म पीन का पानी बड़ी-बड़ी पानी क टकय म सह कया जाता ह इस पानी म लीचग पाउडर डालकर औरश कर जल क आपत क जाती ह इसी कार कए क पानी म लाल दवा (पोटशयमपरमगनट) मलाकर पीन क योय बनाया जाता ह जस तरह वषा का जल म क पतस छनकर श हो जाता ह उसी तरह षत पानी को छानकर योग योय बना सकत ह

अयास

1 सही वाय पर (uuml) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) मोम पानी म घल जाता ह ( )

(ख) जल षण का एक कारण कारखान स नकला आ कचरा भी ह ( )

(ग) जानवर को नदय म ही नहलाना चाहए ( )

(घ) खत म डाल गए कटनाशक पदाथ जल को षत करत ह ( )

(ङ) तल पानी म घल जाता ह ( )

(च) वलय और वलायक मलकर वलयन बनात ह ( )

(छ) पानी क ोत क ान पर बतन धोन तथा जानवर को नहलान स

पयजल षत हो जाता ह ( )

2 सोचए और लखए-

(क) वलय और वलायक स आप या समझत ह

(ख) वलयन या ह

(ग) जल षण कन कारण स होता ह

(घ) षत जल स हमार वाय पर या भाव पड़ता ह

(ङ) कह दो चीज क नाम लखए जो पानी म घल जाती ह

(च) लोह क कल पानी म य डब जाती ह

(छ) षत जल स होन वाली कह दो बीमारय क नाम व उनक लण लखए

(ज) पीन का पानी व हो इसक लए हम या सावधानया रखनी चाहए

3 पानी क एक भर बतन म तालका म द गई चीज एक-एक करक डालए और दखएया होता ह-

पानी म डाली ई चीज तरती ह डबती ह

पी खाली कटोरी माचस क तीलीसाबन क टकयालाटक क खाली बद बोतलपानी स भरी ई लाटक क बद बोतललकड़ी का टकड़ा

15-याा

चदन अपन खत म काम कर रहा था तभी उसका दोत सरज आया वह भी उसक कामम हाथ बटान लगा जब काम परा हो गया तो दोन दोत एक पड़ क नीच बठकर खानाखान लग खान खात और बातचीत करत समय सरज बोला म चदन-म शहर गया थाशहर म गाड़य का मला लगा ह मल म मन टटर दखा यद हम टटर खरीद ल तोखती करना आसान हो जाएगा सरज न चदन को शहर जान क लए तयार कर लया

अगल दन चदन और सरज न शहर जान क लए एक बस पकड़ी उनक बस रात मएक ढाब पर क ताक बस क याी कछ जलपान कर ल जलपान करक दोन दोतबस म बठन ही वाल थ क तभी एक सदर सी बस उनक बस क पास आकर कसरज न ाइवर स जासा स पछा क यह बस अयत सदर ह तब ाइवर न उहबताया यह सी0एन0जी0 बस ह यह सी0एन0जी0 स चलती ह इसम डीजल नहपड़ता इसस षण भी कम होता ह

सरज और चदन आपस म बात करत शहर पच सरज न शहर पचकर सीध मल वालान क लए रा लया मल म कानदार स टर क बार म पयात जानकारी लदोन दोत को टर बत पसद आ रहा था परत टर का मय यादा था उनदोन क पास उतन पय नह थ दोन क आपस क बात कानदार न सनी तो वहबोला-भइया आप टordfटर कत पर ल लो फर यह सनकर दोन दोत म उसाह आगया उहन टर खरीद लया अब उनक सामन समया थी क टर को गाव कस ल

जाए कानदार न कहा- आप दोन परशान न ह मरा म रहीम क चलाता ह वहटर को गाव पचा दगा यह सनकर सरज और चदन बत खश हो गए

कानदार न चदन और सरज को यह भी बताया क इस टर स आपको खती करन मबत आसानी होगी कम समय म आप यादा काम कर सक ग टर डीजल स चलताह इसका खचा भी कम आएगा

डीजल एक कार का धन ह जो पोलयम को कई चरण म ठडा करन स एक चरणम बनता ह इसका उपयोग वाहन मशीन सय आद को चलान म कया जाता ह

कानदार न अपन म रहीम स टर को गाव पचान को कहा टर म रहीम कसाथ सरज और चदन भी बठ गए अब दोन दोत न कानदार को धयवाद दया औररहीम क साथ गाव क ओर रवाना ए रात म चदन और सरज का रहीम भी म बनगया और वह बोला तम दोन चता मत करो म तम दोन को टर चलाना सीखा गातीन म क बातचीत म शहर स गाव का सफर कब कट गया पता ही न चला

चदन और सरज जब क स टर लकर गाव पच गाव क सभी लोग उसकतापवकइक हो गए यक उनक गाव म पहला टर था सभी न उन दोन दोत को बधाईद चदन स रहीम बोला-म अब मझ शहर वापस जान क इजाजत दो तब चदन औरसरज मकराए और रहीम स बोल-म रहीम तमन हमारी बत सहायता क ह हमतह ऐस न जान दग तम खाना खाकर आज रात आराम करो अब कल जाना

रहीम दोन म क यार को दखकर गाव म क गया रात म सभी खा-पीकर बातचीतकरत सो गए अगल दन रहीम न नाता कर चदन और सरज स शहर जान क अनमतमागी और कहा क म जद ही आकर तम दोन को टर चलाना सखाऊगा

या आपन कभी बस टर म याा क ह बसटर चलान क लए कौन सा धन डालत ह

या आप जानत ह क पोलडीजल कहा स आता ह

कछ दन बाद रहीम कटर स गाव आया उस दखकर चदन और सरज बत स एउसका वागत कया चदन बोला-म रहीम तम खा-पीकर वाम करो तब तक हमदोन खत पर काम नपटाकर आत ह खत पर जद-जद काम करक दोन दोत जबघर पच रहीम उनका इतजार कर रहा था रहीम न फर टर टाट कया और चदनऔर सरज को टर सीखाना श कया कछ ही दन म महनत और जोश क साथसरज और चदन न टर चलाना सीख लया टर चलाना सीखकर दोन बत सथ अब रहीम न उनस शहर जान क अनमत मागी रहीम न दोन को शहर आन कानमण भी दया

चदन और सरज टर स खती करन लग उनक लए खती करना अब आसान हो गयाथा दोन क महनत रग लाई फसल बत अ ई दोन न मलकर फसल काटऔर टर पर फसल लादकर शहर चल दए शहर पचकर मडी म फसल को बचाइसक बाद दोन न रहीम क घर क ओर ान कया रहीम उह दखकर बत सआ उसन क चलाना छोड़ दया था अब रहीम कार स मसाफर को घमाता था यहीउसका रोजगार था

रहीम न चदन और सरज का टर अपन घर पर खड़ा करा दया दोन को अपनी कारम बठाकर शहर घमान चल दया उसन दोन को शहर क मख जगह को दखायारात म चदन न रहीम स पछा-म या यह कार डीजल स चलती ह तब रहीम बोला-नह म यह कार पोल स चलती ह कछ कार डीजल और सी0एन0जी0 स भीचलती ह चदन और सरज न रहीम स सी0एन0जी0 स चलन वाली बस दखी ही थीउहान कार भी दखन क इा जाहर क रहीम उनको कार क कान पर ल गयाजहा सी0एन0जी0 स चलन वाली कार थी सी0एन0जी0 क कार दखकर चदन नकानदार स सी0एन0जी0 क बार म पछा क यह या ह तब कानदार न बतायासी0एन0जी0- (सपीडत ाकतक गस) एक ाकतक गस ह

इस भी जानो-

सी0एन0जी0 200-250 क0ाम क सकचत दबाव म गसीय अवा म वाहन मधन क प म उपयोग म लाई जाती ह इसका उपयोग मयतः वाहन म होता हसी0एन0जी0 क अवयव ह-मीथन धन और ोपन यह गस रगहीन एव गधहीन होतह यह हवा स भी हक होती ह

सी0एन0जी0क उपयोग स हम बत स लाभ भी ह जस-

सी0एन0जी0 का उपयोग डीजल तथा पोल इजन दोन वाहन म कया जासकता हसी0एन0जी0 स षण काफ कम फलता हपोल और डीजल वाली गाड़य क तलना म सी0एन0जी0 का खचा कम होताहपयावरण क लए सी0एन0जी0 गस अ मानी गई ह पोल और डीजल कतलना म यह काबन डाईआसाइड नाइोजन आसाइड और आरगनक गसकम उसजत करती ह

सरज और चदन कानदार स नई-नई जानकारी पाकर बत खश ए इसक बाद रहीमदोन म क साथ अपन घर आया रात म तीन मलकर शहर म जो नया दखा थाऔर नई-नई जानकारी ात कए थ उसी पर बातचीत करत रह थ चदन और सरज नफर अपन म रहीम स गाव जान क अनमत मागी इसक बाद दोन दोत खशी-खशीगाव आ गए

अब आप अपन बड़ स पता करए -

पोल डीजल और सी0एन0जी0 स कौन-कौन स वाहन चलत ह इन वाहन का मय या ह षण कम करन क लए कौन स धन का योग वाहन म करना चाहए

धन बचाए-

तल का भडार सीमत ह इस अपन ब क लए बचाए यक बद स यादा लाभ लजब गाड़ी रोक तब इजन बद कर

अयास

1 ननलखत क उर दजए -

(क) गाड़ी चलान क लए कौन-कौन स इधन का योग होता ह

(ख) सड़क पर वाहन क बढ़ती सया स या-या परशानी होती ह

(ग) वाहन क बढ़ती सया स आई परशानय को कम करन क कछ तरीक सझाइए

2 नीच कछ वाहन क च दए ह च दखकर उनक नाम और व वाहन हमार कसकाम म आत ह लखए-

नाम काम

3 पता करक लखए-

स आपक शहर म पोल और डीजल क कमत या चल रही ह

कटर म कौन सा धन डाला जाता ह पोल और डीजल क कमत य बढ़ती जा रही ह

आपक घर म कस-कस काम म कतना पोलडीजल खच होता ह पोलडीजल क योग पर आप लोग को कस जागक करग

4 नीच दए च म दखाए ान पर आप अपन घर स कस जाना चाहोग उसका

नाम बास म लखए -

5 (क) अपन बड़ स पछए आज स 40 साल पहल लोग कन साधन स आत जातथ या तब भी यही सब साधन थ जो आजकल आप दखत ह

(ख) अब आप अनमान लगाओ क आज स पीस साल बाद लोग आन जान क लएकस कार क वाहन का उपयोग करग

कतना सीखा-3

1 सही मलान कर -

समह lsquoकrsquo समह lsquoखrsquo

2 अपनी पसद क घर का च बनाकर उसम रग भरए

3 द गई वग पहली म कछ आपदा क नाम छप ह उनक नाम ढढए

आ वा ला म खी

धी द ल च ग

स गा भ क प

ना द ष बा

मी प आ ग ढ़

4 या कर या न कर -

या कर या न कर

(क) अगर बाढ़ आ जाए

(ख) अगर भक आ जाए

(ग) अगर आग लग जाए

5 ननलखत क उर लखए -

(क) भमगत जल पनभरण स आप या समझत ह

(ख) सचाई क कह दो पररागत साधन क नाम लखए

(ग) पानी क बचत हम कस कर सकत ह

(घ) सीएनजी क अवयव लखए

(ङ) षण कम करन क लए कौन स धन क वाहन का योग करना चाहए

(च) वाहन म योग होन वाल दो धन का नाम लखए

6 र ान क पत कजए

(क) पानी पदाथ होता ह

(ख) पानी म का गण होता ह

(ग) मोम म अवलय ह

(घ) कए क पानी म मलाकर पीन योय बनाया जाता ह

(ङ) सहायता स खती करना आसान हो गया ह

7 कह दो चीज क नाम लखए जो म क तल म घल जात ह

8 यद एक नत माा क बाद चीनी पानी म नह घलती ह तो और चीनी घोलन कलए आप या करग

16- बीज ही बीज

अपन आस-पास पड़-पौध पर लग आम अमद बर टमाटर पपीता मटर इमलीआद फल व सजय को दख इनम बीज ममक होत ह या सभी फल म समानसया म बीज ह कछ फल जस-आम बर जामन म एक बीज होता ह जबक इमलीपपीता अमद टमाटर आद म अनक बीज होत ह

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल

एक बीज वाल और अनक बीज वाल फल का नाम द गई तालका म लखए-

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल चचा करए -कछ फल एक बीज वाल और कछ अनक बीज वाल होत ह इह बीज क दान को बोकर पनः इनक फसल पदा क जाती ह धान मका ग चना आद क फसल पदाकरन क लए उनक दान म म बोए जात ह अनाज क व दान जनका योग अगलीफसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलात ह बीज का भडारण उचत ढग सकरना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत ह या आप जानत ह क बीज कस खराबहो जात ह आइए दख और समझ-

चह घन व अय कट बीज को खराब कर दत ह जब कसान इन बीज को खत मबोता ह तो जो बीज अ होत ह व अकरत हो जात ह और जो खराब होत ह वअकरत नह होत ह अ और खराब बीज क पहचान कस करत ह सोचइ औरबताइएखराब बीज क पहचान कस करग आओ कर और समझ -

आधा गलास पानी ल इसम कछ सम क बीज डाल या दखत ह

आइए दख-

दो कटोरया लदोन कटोरय म पानी स भीगी ई ई रखपहली कटोरी म सम क व बीज रख जो गलास क पानी म तर रह हसरी कटोरी म सम क व बीज रख जो पानी म नीच डब ए हदो दन बाद दोन कटोरय क बीज को दख

या दखत ह

आपन दखा क गलास क पानी म कछ बीज ऊपर तर रह ह य खराब बीज ह कछबीज पानी म नीच डब ए ह य अ व परपव बीज ह यही बीज ही अकरत होत हहमार दश म अ व परपव बीज पदा करन क दशा म काफ गत ई ह

पानी म डालन पर जो बीज ऊपर आ जात ह व खराब बीज होत हखराब बीज अकरत नह होत हअ और परपव बीज ही अकरत होत हकछ बीज नट भी हो जात ह

बीज क सरचना कसी होती ह

चलए बीज को बाहर और अदर स दखकर उसको जाच-परखभीग ए चन या सम का बीज ल इनक बाहरी आवरण बीजचोल ममक वज कोसावधानी स हटाए या दखत ह दो हक पील रग क सरचनाए दखाई पड़ती ह इहबीजप कहत ह इस भी खोल

दोन बीजप को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस भरण मउइतलवकहत ह इसका नचला सफद भाग मलाकर तथा ऊपरी नकला भाग ाकरकहलाता ह

इस भी जानए -

मलाकर स जड़ तथा ाकर स तना बनता ह

अकरत बीज क य भाग बीजप स अपना भोजन ात करत हबीज का अकरण-आपन अपन घर म धान ग सम चना मटर आद क बीज को दखा ह या आपनइसम कभी अकरण होत ए दखा ह इनम अकरण कब और कस होता ह

बीज क अकरण क लए आवयक परतया-

एक बीकर या गलास म 23 भाग उबालकर ठडा कया आ पानी ल (जससपानी म घली वाय नकल जाए)सम क तीन अ बीज को च क भात कसी लकड़ी या लाटक क प परधाग स बाधपानी क सतह पर तल क कछ बद डाल (पानी क सतह पर तल डालन पर पानीका वापन नही होगा और बाहर क वाय पानी म घल नही पाएगी)

तदन इसका नरीण करत ए बीज म हो रह बदलाव को लख-पहल दन सर दन तीसर दन चौथ दन सोचए और बताइए-

प म सबस नीच बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो यप म सबस ऊपर बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य प क बीच म बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य बीच वाला बीज ही अकरत य आ बीच वाल बीज को हवा पानी व उचत ताप तीन ात आ इसलए यह अकरतआ

सबस नीच वाल बीज को पानी तो मला परत हवा व उचत ताप नह मलन सयह अकरत नह आ पानी म लगातार रहन क कारण यह खराब भी हो गयासबस ऊपर वाल बीज को हवा व उचत ताप तो मला परत पानी नह मलन सयह अकरत नह आ

बीज स नह पौध का बनना बीज का अकरण कहलाता ह

बीज क अकरण क लए हवा पानी तथा उचत ताप आवयक हभ-भ पौध को उगान क लए भ-भ परतया तथा जलवाय कआवयकता होती ह

आइए करक दख-

चन क कछ दान और तीन कटोरया लपहली कटोरी म चन क चार-पाच दान डाल और कटोरी को पानी स भरसरी कटोरी म उतन ही चन भीगी ई ई या कपड़ म लपटकर रख यान रहकपड़ा या ई सखन न पाए

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) बीज क अदर ऐसा या होता ह जसस पौधा बनता ह (ख) नह पौध को बढ़न क लए कन परतय क जरत होती ह (ग) अ और खराब बीज क पहचान कस क जाती ह (घ) भीग चन को भीग कपड़ म बाधन पर उसका अकरण तज होता ह ऐसा य 2 क चार वकप दए गए ह सही वकप क सामन बन व को काला कजए -

बीज क अकरण क लए आवयक ह -

(क) वाय जल और खाद (ख) वाय जल और उचत ताप(ग) सय का काष वाय और उचत ताप(घ) वाय जल और अधक ताप

जो बीज पानी म डालन पर ऊपर आ जात ह व-

(क) परपव बीज होत ह (ख) अ बीज होत ह(ग) खराब बीज होत ह (घ) भरण होत ह3 र ान क पत कजए -(क) बीज क बाहरी आवरण को कहत ह(ख) बीज प को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस कहत ह(ग) भरण का नचला भाग और ऊपरी भाग कहलाता ह(घ) मलाकर स तथा ाकर स बनता ह4 खड lsquoकlsquo क अधर वाय को खड lsquoखlsquo क सहायता स परा कजए-खड-क खड-ख(क) बीज स अकरत होत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज को न कर दत ह(ग) अनकल परत पाकर बीज नह पौध का जम होता ह(घ) चह घन व अय कट बीज का अकरण कहलाता ह

ोजट वक -

कसी बतन म खत क म लकर उसम चन या सम क बीज बोए और उसमतदन थोड़ा-थोड़ा पानी दत रह अकरत पौध म होन वाली व को अपनीकापी म लख और च भी बनाए

17-व म भारत

हमारी पवी-महासागर एव महाप-

हमार पवी लगभग गोल आकार क ह पवी का गद जसा गोल आकार का लघतप लोब कहलाता ह आइए लोब को दख-लोब पर अनक रग-बरगी आकतया बनी ह य आकतया पवी पर महाप एवमहासागर को दखाती ह लोब का अधकाश भाग नील रग स रगा दखाई द रहा हयह भाग पवी पर वशाल जलराशय अथवा महासागर को दशत करता ह शष भागल को दशाता ह हमारी पवी क लगभग 71 तशत भाग पर जल एव शष लगभग29 तशत भाग पर ल ह बड़-बड़ लीय भाग महाप ह महाप महासागर

ारा अलग कए जात ह

च 71 व म भारतपवी पर पाच महासागर एव सात महाप ह आइए लोब एव व क मानच पर इहपहचान-पवी पर पाच महासागर मशः शात महासागर अटलाटक महासागर हदमहासागर आक टक महासागर एव दणी महासागर ह इनम स शात महासागरसवाधक वतत एव सबस गहरा ह यह सण पवी क लगभग एक तहाई भाग परफला ह इसका सबस गहरा ान मरयाना गत ह जो लगभग 11 कलोमीटर गहरा ह

पवी क लगभग 29 तशत भाग पर फला ल सात महाप म वभाजत ह यमहाप मशः एशया यरोप अका उरी अमरका दणी अमरका आटordfलयाएव अटाक टका ह इनम एशया सबस बड़ा महाप ह हमालय पवत पर त वक सव पवत चोट माउट एवरट इसी महाप पर ह इसक ऊचाई 8848 मीटरह एशया म व क लगभग 59 तशत जनसया नवास करती ह व क मानचको दखए हमारा दश भारत एशया महाप म त ह

पवी का धरातल पवत पठार एव मदान स य ह सामायतः आस-पास क धरातल सऊच उठ भाग पवत कहलात ह इनका शखर सकचत अथवा शवाकार होता ह पवतसाधारणतया समह म पाए जात ह इह पवत णी कहत ह पहाड़य क ऊचाई पवतस कम होती ह

व क कछ मख पवत णया-हमालय कनलन हकश कराकोरम एटलसकसबग यराल आपस काकशस राकज अपलशयन ड डवाइडग रजएडीज आद ह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

नदश- शक लोब एव व मानच ारा महासागर महाप एव अपन दश भारतक तलनामक अवत प कर तथा ब ारा इसका अयास कराए

इस भी जान -

लोब का कागज पर समतल ततकरण मानच कहलाता हपवी पर बत बड़ ल खड को महाप एव वशाल जलराशय को महासागरकहत ह

पवी पर तलनामक प स ऊच उठ चरस ल भाग पठार कहलात ह ायः पठार काऊपरी भाग ऊबड़-खाबड़ होता ह इनक कनार सामायतः खड़ ढाल वाल होत ह

पछली का म आप पढ़ चक ह क हमार दश का दणी भाग पठार ह

व क कछ मख पठार-पामीर का पठार तबत का पठार भारत म दकन का पठारईरान का पठार अरब का पठार कोलोरडो पठार कोलबया पठार ाजील क उभम बोलवया का पठार एव पम आलया का पठार ह अका महाप काअधकाश भाग पठारी ह इन पठार को व मानच पर पहचानए

धरातल पर समतल परत नचला भाग मदान कहलाता ह ायः मदान का नमाण नदयारा लाई गई म स होता ह आप पछली का म उर दश क मदानी भाग क बारम जानकारी ात कर चक हो व क कछ मख मदान-स गगा प का मदानयरोप का मयवत मदान उरी अमरका का मयवत मदान ागह का मदान आदह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

व क कछ मख नदया गगा स सतलज प यमना गोदावरी इरावदमकाग ागह नील जायर जाबजी लोपो पराना परागए अमजन मसीसपी-मसौरी सटलारस डयब टस राइम वोा आद ह नील नद व क लबी नद हअयापक क सहायता स व मानच पर इन नदय का अवलोकन कर

हमारा दश-भारत-अगल प पर दए गए मानच म अपन दश-भारत एव उसक पड़ोसी दश को दखएहमार पड़ोसी दश मशः अफगानतान पाकतान चीन नपाल भटान यामारबालादश ीलका एव मालदव ह भारत का दणी भाग तीन ओर स सम स घराह परब म बगाल क खाड़ी पम म अरब सागर तथा दण म हद महासागर हहद महासागर का नाम हमार दश भारत क नाम पर पड़ा ह मानच दखो एव भारत कपड़ोसी दश क नाम लख-

पम म एव उर म एव परब म एव दण म एव

च 73 भारत क पड़ोसी दश

भारत म 29 राय एव 07 कशासत दश ह इनका ववरण ननलखत ह-0स0 राय का नाम राजधानी 0स0 राय का नाम राजधानी1 आ दश - हदराबाद 15 महारा- मबई2 अणाचल दश -ईटानगर 16 मणपर- इा3 असोम -दसपर 17 मघालय- शलाग4 बहार- पटना 18 मजोरम- आइजोल5 छीसगढ़ -रायपर 19 नागालड- कोहमा6 गोवा- पणजी 20 ओडशा -भवनर7 गजरात- गाधीनगर 21 पजाब -चडीगढ़8 हरयाणा -चडीगढ़ 22 राजान- जयपर9 हमाचल दश- शमला 23 सकम- गगटोक10 जम एव कमीर- ीनगर (ीमकालीन) 24 तमलनाड -चई एव जम (शीतकालीन)11 झारखड -राची 25 तलगाना- हदराबाद12 कनाटक- बगल 26 परा- अगरतला13 करल -तअनतपरम 27उर दश- लखनऊ14 मय दश- भोपाल 28उराखड- दहरान29 पम बगाल- कोलकाता

0स0 कशासत दश का नाम राजधानी1 अडमान और नकोबार पसमह पोटलयर2 चडीगढ़ चडीगढ़3 दादरा और नगर हवली सलवासा4 दमन और दव दमन5 दली दली6 लप कवारी7 परी परी

भारत क राजधानी नई दली ह यहा रापत भवन ससद भवन सव यायालयएव अय मख शासनक मयालय त ह

हमारा दश भारत ाकतक प स ववधता स भरा ह यहा ऊच पवत वशालमदान पठार एव मल पाए जात ह ाकतक सरचना क आधार पर भारत को पाचभाग म बाटा जाता ह-1 उर का पवतीय भाग2 उर का वशाल मदान3 थार का मल4 दण का पठारी भाग5 तटय मदान एव पसमह

1 उर का पवतीय भाग- इसका वतार भारत क उर म जम एव कमीर स लकरअणाचल दश तक ह इस हमालय पवत क नाम स जाना जाता ह हमालयपवतमाला तीन समानातर पवत णय स मलकर बनी ह य मशः वहत हमालय याहमा हमाचल या मय हमालय एव शवालक ह उर क मदानी भाग म बहकरआन वाली अधकाश नदय का उदगम ल हमालय ह

2 उर का वशाल मदान- इसका नमाण हमालय स बहकर दण क ओर आन वालीतथा पठार स बहकर उर क ओर आन वाली नदय क साथ आई उपजाऊ जलोढ़म स आ ह भारत म इसका वतार पजाब स लकर असम तक ह यहा बहन वालीमख नदया सतलज गगा यमना घाघरा चबल टोस सोन गडक कोसीमहानदा दामोदर प आद ह गगा एव प नदया पम बगाल एव बालादशम वशाल डटा का नमाण करती ह

3 थार का मल- भारत क पमी भाग म राजान राय त ह इसक पमीहस म सकड़ कलोमीटर लबा-चड़ा बाल का वतार ह इस थार का मल कहतह यहा वषा बत कम होती ह जगह-जगह रत क टल दखाई दत ह जह बालकातप (सड न) कहत ह यहा आवागमन का एकमा साधन ऊट ह इस रगतान काजहाज भी कहत ह

4दण का पठारी भाग- दण का पठारी भाग उर क वशाल मदान क दण मह इसक उर-पम म अरावली पवत पम म पमी घाट पवत तथा परब म पवघाट पवत ह यह भाग अनक छोट-छोट पठारो म वभाजत ह इनम स मख ह-बदलखड पठार बघलखड पठार छोटा नागपर पठार मालवा पठार दकन का लावापठार आद इस भाग म चबल बतवा टोस सोन नमदा तापी दामोदर महानदगोदावरी कणा एव कावरी नदया बहती ह भारत का मानच दखकर बताइए इनम सकौन-कौन सी नदया-

अरब सागर म मलती ह बगाल क खाड़ी म मलती ह उर क वशाल मदान क ओर बहती ह

5 तटय मदान एव पसमह- य दण क पठारी भाग क परब एव पम म सम तटक सहार लब और सकर तटय मदान ह पम क ओर क मदान को पम तटयमदान तथा परब क ओर क मदान को पव तटय मदान कहत ह

हमार दश म सम क मय अनक प ह कई प क समह को प समह कहत हबगाल क खाड़ी म अडमान और नकोबार प समह तथा अरब सागर म लप पसमह ह

जस कार हमार दश म कई कार क ाकतक वभाग ह उसी तरह यहा क पड़-पौधा वनतय एव जीव-जत म ववधता पाई जाती ह हमार दश म मय पस पाच कार क वन पाए जात ह1 सदाबहार वन2 पतझड़ या पणपाती वन3 मलीय या काटदार वन4 पवतीय वन5 वलाचली या डटाई वन

1 सदाबहार वन- पर साल हर-भर रहन क कारण इह सदा बहार वन कहत ह इसकार क वन अधक वषा वाल गम ान पर पाए जात ह य वन अयत घन होत हतथा जीव-जत एव वनतय म अयधक ववधता पाई जाती ह भारत म इनकावतार पमी घाट उर परबी क पहाड़य एव अडमान और नकोबार पसमह म ह इन वन म पाए जान वाल मख व रोजवड महोगनी रबड़ ताड़ बासआबनस नारयल आद ह

2 पतझड़ या पणपाती वन- इन वन को मानसनी वन भी कहत ह वष म एक बारशीतकाल क अत म यहा पाए जान वाल व अपनी पया गरा दत ह इसलए इहपतझड़ या पणपाती वन कहत ह इन वन का वतार पम बगाल बहार उर दश

मय दश छीसगढ़ झारखड आद राय म ह इस कार क वन म शीशम नीममआ बरगद पीपल आवला समल पलास बल खर आद व पाए जात ह

3 मलीय या काटदार वन- इस कार क वन कम वषा वाल पठारी और मलीयान पर पाए जात ह इन वन म ककर खजर बबल खजड़ी जस काटदार व औरझाड़या पायी जाती ह भारत म इनका वतार पमी एव मय भारत क कम वषा वालपठारी ान तथा थार क मल म ह

4 पवतीय वन- पवतीय म बढ़ती ऊचाई क साथ तापमान एव वषा म परवतन होताह इसक कारण पवतीय म वशष कार क वन पाए जात ह इह पवतीय वनकहत ह भारत म इन वन का वतार हमालय वयाचल सतपड़ा एव पमी घाटपवत पर ह हमालय म दवदार चनार स सवर फर जनपर पाइन बचआद व पाए जात ह दण भारत क पवतीय वन म मगनोलया लरच सनकोनाआद व पाए जात ह

5 वलाचली या डटाई वन- सम क कनार दलदली भाग एव नदय क डटा म य वनपाए जात ह इनम नारयल ताड़ सदरी आद व पाए जात ह इन वन कासवाधिाक वतार पम बगाल म ह सदरी नामक व क अधकता क कारणपम बगाल एव बाला दश म इह सदर वन क नाम स जाना जाता ह

मख वय जीव

वय जीव म वय पश पी जीव-जत और साप आद शामल ह वय जीव कााकतक आवास (घर) वन ह जहा व वद प स वचरण करत एव रहत हजनसया व क कारण हमार वन का तजी स वनाश होता जा रहा ह और वन काफल घटता जा रहा ह जसस वय जीव क सया बड़ी तजी स घटती जा रही हकई वय जीव वलत होत जा रह ह इह बचाए रखना आवयक ह यक य पयावरणसतलन म सहायक ह

वय जीव क सरा वकास एव वत वचरण क लए सरकार ारा राीय उानवय जीव अभयारय एव पी वहार आद क ापना क जाती ह इनम मानव ारावयजीव का शकार करना वजत ह

अयास

1 र ान क पत कजए-(क) पवी पर महासागर एव महाप ह(ख) ससार क सबस लबी नद ह(ग) हमालय पवत का वतार राय स राय तक ह(घ) भारत म राय एव कशासत दश ह2 नीच लख वाय क सामन (स ) या ( ग ) का नशान लगाए-(क) ायः पठार क ऊपरी सतह ऊबड़-खाबड़ होती ह ( )(ख) शात महासागर पवी क आध भाग पर फला ह ( )(ग) राजान म सदाबहार वन पाए जात ह ( )(घ) पतझड़ वन शीत ऋत क अत म अपनी पया गरा दत ह ( )3 सही जोड़ा बनाइए -भारत क राय राजधानीमय दश दसपरतमलनाड भोपालहमाचल दश चईअसोम शमला4 ननलखत क उर दजए -(क) व क मानच पर भारत क पड़ोसी दश को दशत कजए (ख) पठार कस कहत ह व कह तीन पठार क नाम बताइए (ग) सदर वन कहा पाए जात ह इह हम सदर वन य कहत ह (घ) बालका तप स आप या समझत ह य भारत म कहा पाए जात ह

(ङ) राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना य क जाती ह

18-भारतीय सवधान तथा शासन वा

हम सभी परवार म मल-जल कर रहत ह घर क सार काम भी एक साथ मलकर करतह और कछ काम बट भी होत ह घर को चलान क लए नयम बनाए जात ह जनकापालन घर क सभी लोग करत ह ऐस ही हमार वालय म एक धानायापक होत हजो शक-शका क साथ मलकर कल सचालन क नयम बनात ह वालय मरहन वाल सभी लोग इन नयम का पालन करत ह सड़क पर सरत चलन क लए भीनयम बनाए गए हघर वालय क तरह दश क काम-काज को चलान क लए बत सार नयम बनाए गएह इन सभी नयम को मलाकर हमारा सवधान बना ह जसक अनसार शासन कामकरता ह अतः सवधान को बनान क लए एक सभा बनी जस lsquoसवधान सभाlsquo कहागया डा0 राज साद इसक अय बनाए गए सवधाान का ाप तयार करन कलए एक ाप समत बनाई गई डा0 भीमराव रामजी अबडकर इसक अय बन02 वष 11 महीन और 18 दन तक लगातार परम करक इस सभा न भारत कासवधान बनाया26 जनवरी 1950 को सवधान को पर दश म लाग कया गया इस दन को हम गणतदवस क प म मनात ह

डा0 राज साद डा0 भीमराव रामजी अबडकर

हमार सवधान क वशष बात-

हमार सवधान म कहा गया ह क भारत एक सण भव स दश ह यहअपन नयम-कानन वय बनाएगासवधान म हमार दश को समाजवाद राय कहा गया ह जसका लय समाज कआथक एव सामाजक वषमता को र करना हसवधान म दश क सभी नागरक को अपन धम का पालन करन क छट मली हभारत म ससदय शासन णाली ह जसम मपरषद लोकसभा क तउरदायी होती ह सवधान म नागरक को छः मौलक अधकार दए गए ह और उनको यारह मलकत बताए गए हक राय और ानीय तर पर जनता ारा चनी गई सरकार ह सवधान क अनसार 18 वष या उसस अधक उ क लोग चनाव म वोट डालत हसवधान म 6 स 14 वष क सभी ब को नःशक एव अनवाय शा कामौलक अधकार ात ह सामाजक समानता मौलक अधकार ह बालका को भी बालक क समानअधकार दान कए गए ह य अधकार उनक पालन-पोषण शा एव सरा ससबत ह

हमारा सघीय शासन- हमारा दश 29 राय तथा 7 कशासत का एक सघ हइसम क और राय दोन तर पर ससदय शासन ह पर दश का शासन चलान कलए क तर पर कय सरकार और राय म राय सरकार होती ह

कय सरकार क तीन अग ह -

वापका - कानन का नमाणकायपालका - कानन को लाग करनायायपालका - कानन क अनसार याय करना

वापका-कानन का नमाण-

भारत क कय वापका को lsquoससदlsquo कहत ह रापत लोकसभा और रायसभास मलकर ससद बनती ह इसम स रायसभा को lsquoउ सदनlsquo और लोकसभा को lsquoननसदनlsquo कहत ह

लोकसभा क सदय 5 साल क लए जनता ारा चन जात ह 25 साल या उसस अधकआय का इसका सदय हो सकता ह इसक सदय क चनाव म 18 वष या उससअधक आय क लोग वोट डालत हरायसभा ाई सदन ह इसक सदय का कायकाल 6 वष होता ह त दो वष परएक तहाई सदय सवानव होत ह रायसभा क सदय का चनाव राय कवधानसभा क नवाचत सदय ारा होता हलोकसभा और रायसभा क सदय को सासद (एमपी) कहत हससद क दोन सदन मलकर दश क लए कानन बनात ह जसक लए रापत कसहमत आवयक ह कायपालका-कानन को लाग करना-

कय कायपालका का मख रापत होता ह उस दश का थम नागरक कहत हवह 5 वष क लए लोकसभा रायसभा और वधानसभा क नवाचत सदय ारा चनाजाता ह रापत क सहायता एव सलाह क लए धानमी क अयता म मपरषदहोती हधानमी क नय रापत ारा क जाती ह वह लोकसभा म बमत दल का नताहोता ह धानमी क सलाह पर अय मी भी रापत ारा नय कए जात हरापत धानमी एव मय स मलकर कायपालका बनती ह ससद जो काननबनाती ह उस कायपालका लाग करती ह कायपालका दष क षासन वा कासचालन करती हइस भी जान -

रापत दष क जल थल व वाय सना का सव सनापत होता ह

रापत वापका (ससद) का अग होन क साथ-साथ कायपालका का मखहोता ह वह ननलखत काय करता ह-

-ससद क बठक बलाना-कोई अयादष (दष क लए नयम या कानन) जारी करना-राय म रायपाल सव यायालय उ यायालय क यायाधीष क नय करनाआद

उपरापत रायसभा का पदन सभापत होता ह

यायपालका-कानन क अनसार याय करना

हमार दश म नयम कानन क रा क लए यायपालका क वा ह सवधानारा वत और नप यायपालका क ापना क गई ह हमार दष म यायपालकाक सरचना इस कार ह-

सव यायालय-हमार दश म सबस बड़ा यायालय सव यायालय ह यह यायालय दश क राजधानी नई दली म ह सव यायालय म मय यायाधीष एव अय यायाधीष होत हजनक नयरापत ारा क जाती हउ यायालय-यक राय क लए एक उ यायालय होता ह उ यायालय क मय यायाधीशऔर अय यायाधीश क नय रापत ारा क जाती ह उर दश का उयायालय इलाहाबाद म त ह इसक एक खडपीठ लखनऊ म ापत हजला यायालय-

जला तर पर भी यायालय होत ह जह जला यायालय कहत ह जला यायाधीशक नय रायपाल ारा क जाती हअय अदालत-आपसी ववाद को नपटान क लए लोक अदालत पारवारक अदालत उपभोाअदालत भी ह

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) सवधान सभा क अय कौन थ (ख) हमारा सवधान य बनाया गया(ग) शासन क कतन अग होत ह (घ) रापत क चनाव म कौन-कौन समलत होता ह 2 र ान क पत कजए-(क) हमारा भारतीय सवधान को लाग कया गया(ख) तवष 26 जनवरी को दवस मनाया जाता ह(ग) लोकसभा का कायकाल का होता ह(घ) लोकसभा और रायसभा क सदय को कहत ह(ड) रापत लोकसभा और रायसभा को मलाकर बनती ह3 ननलखत क मय काय लखए-(क) वापका (ख) कायपालका (ग) यायपालका 4 अपन दश क वतमान रापत उपरापतधानमी क च एक करक अपनीपतका म चपकाए च क नीच उनक काय लखए5 बालसभा म शकशका क सहायता स ससद क कायवाही क वषय म चचाकजए

19- राीय एकता

हमार दश म अनक भाषाए और बोलया ह लोग क खान-पान तथा पहनावा भी भ-भ ह इन ववधता क बावजद हम लोग दशहरा दपावली होली ईद बसाखीसमस आद योहार बड़ धमधाम स मनात ह कछ पव ऐस ह जो हमार राीय पवकहलात ह - 15 अगत (वतता दवस) 26 जनवरी (गणत दवस) एव 2 अटबर(गाधी जयती) इन पव को पर दश म मल जलकर मनाया जाता ह इनक अलावा हमारराीय तीक भी ह राीय पव और राीय तीक हमारी राीय एकता क रणाोत हहमार राीय पव-1 वतता दवस 15 अगत -कई वष तक हमार दश म वदशय का शासन रहा ह हमार वतता सनानय न सघषकरक वदशी शासन स दश को म कराया हमारा दश 15 अगत सन 1947 कोवत आ इसीलए हम यक वष 15 अगत को वतता दवस राीय पव क प मधमधाम स मनात ह2 गणत दवस 26 जनवरी -वतता क बाद दश क लए नयम-कानन बनाए गए जस सवधान कहत ह 26जनवरी सन 1950 को हमारा सवधान लाग आ तथा दश गणत घोषत आइसीलए हम यक वष 26 जनवरी को lsquoगणत दवसrsquo क प म मनात ह3 गाधी जयती 2 अटबर -

गाधी जी का परा नाम मोहन दास करमचद गाधी ह इनका जम 2 अटबर सन 1869को गजरात ात क पोरबदर म आ गाधी जी न सय एव अहसा क माग पर चलकरदश को आजाद कराया यक वष 2 अटबर को हम गाधी जयती क प म मनात ह

उहन दश म वभ जात धम तथा वभ भाषा म बोलन वाल लोग को एक स मबाधन का यास कया गाधी जी को परा दश बाप रापता और महामा क नाम सभी जानता हराीय पव पर राीय वज फहराया जाता ह तथा वभ कार क साकतक कायमआयोजत होत ह

हमार राीय तीक-हमार दश क कछ राीय च ह इह हम lsquolsquoराीय तीकrsquorsquo कहत ह हमार राआपक वालय म राीय पव का आयोजन कस कया जाता ह क एकता क पहचान इन राीय च स भी होती ह आइए अपन राीय तीक कोजान-1 रावज

हमार राीय वज म तीन रग ह हम इस तरगा भी कहत ह रा वज म सबस ऊपरकसरया रग बीच म सफद रग तथा सबस नीच हरा रग होता ह वज क बीच क सफदवाल भाग क मय म 24 तीलय वाला नीला च बनाकसरया रग- बलदान का तीक सफद रग- शात का तीकहरा रग- धरती क हरयाली का तीकच - उत क ओर असर होन का तीक होता ह रा वज का समान करनायक नागरक का कत ह2 रागान

हमारा रागान lsquoजन-गण-मनrsquo ह अपनी पतक म कवर क पीछ भाग म लख एlsquoरागानrsquo को याद करक अपनी कापी म लख जानत ह रागान क रचना रवी नाथ

टगोर न क ह इस गान म कल 52 सकड का समय लगता ह रागान क समयसावधान क मा म खड़ होकर रागान को समान दया जाता ह 15अगत और 26 जनवरी को झडा फहरान क बाद lsquoजन-गण-मनrsquo गाया जाता ह3 रागीतlsquoवद मातरम सजलाम सफलाम मलयज-शीतलाम यह हमारा रागीत ह यान रहlsquolsquoजन-गण-मनrsquorsquo हमारा रागान ह तथा lsquoवद मातरमrsquo हमारा रागीत ह रागीत क रचनाबकम च चटज ारा क गयी ह आइए रागीत को हम अपनी कापी म लखकरयाद कररागीत

वद मातरम सजलाम सफलाम मलयज शीतलामशययामलाम मातरम शयोसना पलकत यामनीमफलकसमत रमदल शोभनीमसहासनीम समधर भाषणीमसखदाम वरदाम मातरम वद मातरम 4 राीय पश

बाघ5 राीय पप

कमल

6 राीय पी

मोर

7राजचआप लोग न सक एव पय पर दए गए इस च को दखा होगा यह हमाराराजच ह इस अशोक त स लया गया ह अपन अयापक स अशोक त कबार म और जानकारी ात कजए

सयमव जयतय हमारी राीय एकता क पहचान ह यद हम एक रहग तो हमारी राीय एकता भीसरत रहगीरा क एकता और सराहमार दश क बत बड़ी ल सीमा ह जो लगभग 15500 कलोमीटर लबी ह इसीतरह हमारी सम सीमा लगभग 7500 कलोमीटर लबी हअपन रा क सरा क लए हम जमीन सम या हवाई माग स आन वाल कसी भीश का मकाबला करन क लए तयार रहना पड़ता ह इसीलए हमार दश म शशालीथलसना जलसना और वायसना हभारत का रापत हमारी तीन सना (थलसना जलसना और वायसना) का सवसनापत होता ह रा सबधी काय क लए रा मालय ह जसका मखया रामी

होता ह भारतीय थलसना वायसना और नौसना क अलग-अलग सनाय होत ह यय क समय आपस म तालमल बनाकर अपन-अपन अधीन सना को आदश दत हतीन सना का मयालय दश क राजधानी नई दली म हसना क अतर कछ असनक बल भी ह जस सीमा सरा बल भारत तबत सीमापलस असम राइफस तटरक बल इयाद य दश क सीमा पर तनात रहकरउसक सरा करत हदश क बाहरी श का सामना करन क लए सना सदव सतक रहती ह दश क अदरअशात और असरा स नपटन क लए पलस क साथ-साथ कय रजव पलस बलतथा कछ अय सगठन भी काम करत ह

बाहरी आमण या सश वोह क कारण यद दश क सरा सकट म हो तो रापतआपातकाल क घोषणा कर सकत ह आपातकाल क दौरान रा क सरा सवपर होजाती ह अतः हमार कछ मल अधकार सीमत कए जा सकत हशात क समय सना तथा अय असनक बल समाज क भलाई क काम म मदद करतह कसी आपदा क समय बत सहायता करत हदश म शात और सरा बनी रह यह हम सबका कत ह हम सब को सदव सतकरहना चाहए पलस एव शासन का सहयोग करना चाहए राीय स क सराकरनी चाहएहम सब भारत क नागरक ह हम मलजल कर रहग तभी दश म शात होगी और दशगत करगा

अयास

ननलखत क उर लखए -1 वतता दवस कब मनाया जाता ह इसक मनान का कारण लखए2 26 जनवरी को हम गणत दवस य मनात ह 3 गाधी जी क बार म लखए 4 राीय एकता य आवयक ह

5 सना या काय करती ह भारतीय सना क मख अग क नाम बताइए6 कसका सबध कसस ह मलान कर -वतता दवस 2 अटबरगणत दवस 15 अगतगाधी जयती 26 जनवरीराजच वद मातरमरागीत अशोक त7 र ान क पत कजए -(क) हमारा रागीत ह(ख) जन-गण-मन हमारा ह(ग) हमारा राीय पी ह(घ) हमार दश क सम सीमा क लबाई कमी ह(ङ) दश क लीय सीमा कमी ह(च) रापत तीन सना का होता ह8 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रगए -(अ) राीय पश(ब) राीय पीस) राीय पप(द) राीय वज9 शक क सहायता स सावधान एव वाम मा क बार म अयास करत ए 52सकड म रागान को लय म गान का भी अयास करयामक वक -सना ारा योग कए जान वाल अ-श क च इका कर अपनी कापी म चपकाएतथा उसक वषय म लख

कतना सीखा-4

1 र ान क पत कजए -(क) बीज को और खराब कर दत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज का कहलाता ह(ग) पवी क गोल आकार का तप कहलाता ह(घ) भारत महाप म त ह(ङ) लोक सभा क सदय साल क लए चन जात ह2 मलान कजए -वतता दवस मरयाना गतगाधी जयती 71 तशतपवी का सबस गहरा ान 15 अगतसबस बड़ा महाप 2 अटबरपवी पर जल भाग एशया3 ननलखत क उर लखए -(क) मलाकर और ाकर स आप या समझत हो (ख) बीज क अकर क लए कन-कन चीज क आवयकता होती ह (ग) यायपालका का या काय ह (घ) शासन क कतन अग होत ह और उनका या काय ह (ङ) गाधी जी क योगदान क बार म लखए (च) पवत णी और पवत म अतर कजए 4 सही क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का च लगाए (क) आवल म अनक बीज होत ह(ख) अ और परपव बीज ही अकरत होत ह (ग) भारत का राीय पप कमल ह (घ) लोब पर महासागर को नील रग स दखाया जाता ह(ङ) माउट एवरट एडीज पवत पर त ह

5 बीज क आतरक सरचना का च बनाकर उसक वभ भाग को नामाकतकजए 6 सही जोड़ बनाइए-भारत क पड़ोसी दश दशायामार उरभटान परबअफगानतान दणमालदव पम7 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रग -(क) राीय पप(ख राीय वज(ग) उर दश का राजपी(घ) राीय पी8 उर दश क 18 मडल क नाम लखए

  • 1- परिवार कल आज और कल
  • 2-मरा परिवार मरी पररणा
  • 3-गौरव परसकार
  • 4 - आओ मिलकर खल खल
  • 5-जीव जनतओ की रोचक बात
  • कितना सीखा-1
  • 6 -वनय जीवो का सरकषण
  • 7-जगल और जन-जीवन
  • 8-भोजय पदारथो का सरकषण
  • 9-हम और हमारी फसल
  • 10-पड-पौधो का भोजन
  • कितना सीखा-2
  • 11-ऐस भी होत ह घर
  • 12-आपदाए और उनस बचाव
  • 13-जल ह तो कल ह
  • 14-जल क गण एव जल परदषण
  • 15-यातरा
  • कितना सीखा-3
  • 16- बीज ही बीज
  • 17-विशव म भारत
  • 18-भारतीय सविधान तथा शासन वयवसथा
  • 19- राषटरीय एकता
  • कितना सीखा-4
Page 9: का -5 ) हमारा परवेश1 - परव र कल, आज और कल यह ट इय , शरद और उम क परव र क क छ च दए गए

2-मरा परवार मरी रणा

म कल स खश होकर लौट रही थी पयावरण सरण पर सबस अा लख मरा था मघर पर दो लोग को अपनी यह बात सबस पहल बताना चाहती थी एक मरी नानी औरसर मर भया व दोन मरी बात स सबस यादा खश होत ह

मरी नानी मर बार म सनन को हमशा उसक रहती ह भया स मझ हमशा रणा मलतीह नानी क घर म उनक दख-भाल करन वाला कोई नह ह भया क बात मानकर नानीअब हमार साथ ही रहती ह नानी क उ यादा ह वह ऊचा सनती ह और उह दखताभी कम ह रोज सबह पापा उनको अखबार जोर-जोर स पढ़कर सनात ह इस उ म भीनानी तरह-तरह क पकवान बनाती ह वो बाट-चोखा भी बत अा बनाती ह मा नउह स बनाना सीखा मा आज भी नानी स पकवान को बनान क बार म पछती रहतीह नानी क साथ हम सब मज स रहत ह

चचा करए -

जब कोई बढ़ा हो जाता ह तब उनको या-या तकलीफ हो सकती ह

मर भया कशन सगीत सखात ह ब उनक बत इत करत ह भया को सगीतसनन दोत क साथ घमन और बात करन का बत शौक ह भया को दखता नह हफर भी वह अपन काम खद करत ह जब कभी उनको मदद क जरत होती ह तो हमसब उनक मदद करत ह भया को पढ़न का बत शौक ह भया न शहर जाकर सगीतसीखा अब वह गाव म रहकर ब को सगीत सखात ह वालय म 26 जनवरी ककायम को तयार करन म भी भया न सहयोग दया था जब भी वह घर क बाहर जातह तब एक सफद छड़ी ल जात ह

चचा करए-

हम उन लोग क मदद कस कर सकत ह जह दखता नह ह या आपक परवार म ऐसा कोई सदय ह जो दख बोल या सन नह सकताआप उनक मदद कस करत ह

इस भी जानए -

जो लोग दख नह सकत उनक पढ़न क लए एक खास लप म कताब तयार क जातीह जस ल कहत ह ल एक मोट कागज पर एक नकल औजार स ब बनाकर लखाजाता ह ल कागज पर हाथ फरकर पढ़ा जाता ह क उस पर या लखा ह

लई ल ास दश का रहन वाला था जब वह तीन साल का था तब एक नकल औजारस उसक आख म चोट लग गई और उसक आख खराब हो गई उस आख स दखनाबकल बद हो गया उसक पढ़न म बत च थी वह पढ़न क तरकब सोचता रहताथा आखर उसन ढढ़ ही लया एक तरीका-छकर पढ़न का पढ़न क यह वध बाद मल लप क नाम स जानी जान लगी

इस तरह क लप म मोट कागज पर उभर ब बन होत ह उभर होन क कारण इहछकर पढ़ा जा सकता ह यह लप छः ब पर आधारत होती ह आजकल ल मनए-नए परवतन ए ह जसस इस पढ़ना-लखना और भी आसान हो गया ह ल लपअब कयटर क ारा भी लखी जा सकती ह

और भी जानए-

जो लोग सन नह सकत उनक लए साकतक भाषा इतमाल क जाती ह साकतकभाषा पर आधारत वशष कायम ट0वी0 पर सारत होत ह

ट0वी0 पर मक बधर क लए समाचार आत ह दखो वहा बात को कस कार सकतक ारा समझाया जाता ह

भया क ईमानदारी-

शाम को भया बोल-चलो मला चल अपन पड़ोस क दोत को भी बला लो इस बारअलग-अलग राय क लोग अपनी-अपनी चीज लकर आए ह भया न मला घमायाहमन बत कछ खाया पया मबई क भलपरी भी खाई भलपरी वाल न गलती स छःक जगह पाच ही लोग क पस लए हमन सोचा चलो पस बच गए पर भया न हसाबलगाया और भलपरी वाल को बाक पस दए हम आपस म खसर-फसर कर रह थ तोभया न समझाया क नह अज हम कसी को नकसान नह पचाना चाहए

ईमानदार होन पर डरन क जरत नह पड़ती आम वास बढ़ता ह ईमानदार लोगको सभी पसद करत ह

उस दन हमन भया स जो सीखा उस कभी नह भलग

इनको भी जानए -

चचा करए-

अगर भया कम पस दकर चल आत तो ब उनक बार म या सोचत आप इसबार म या सोचत ह

अयास

1 उर लखो-

(क) कशन क परवार म कौन-कौन ह

(ख) कशन ब को या सखात ह

(ग) हम ईमानदार य होना चाहए

(घ) पाठ म अज न अपन भया को या-या बात बता ह

(ङ) ल स आप या समझत ह

2 या आपक साथ कोई ऐसी घटना ई जसम लगा हो क आपन ईमानदारी का पालनकया था उस घटना क बार म लखए

3 पयावरण सरण पर पाच वाय लखए

4 उन लोग क सची बनाइए जो आपक वालय क काम म सहयोग दत ह और यहभी लखए क उनक सहयोग स आपको या लाभ आ

5 अगर कभी कानदार गलती स आपको यादा पस वापस कर द तो आप या करग

ोजट वक -

या कशन जस लोग क मदद क लए कोई योजनाए चल रही ह अपन बड़ याशक क सहायता स पता करए और उन योजना क सची बनाइए

शक नदश-

1 - ब ललप को दखग तो बहतर ढग स समझ पाएग बरललप क जानकारी दतसमय ब को वातवक लशीट दखाना अा रहगा

2 - इस उदाहरण ारा ब का यान इस तरफ खचा जा सकता ह क हमार परवारऔर समाज म कछ ऐस होत ह जो सामाय न होत ए भी बत तभावान होतह

3 - परानी बात को जानन को महवपण ोत हमार बजग होत ह ब क अदर यहसमझ वकसत होन स वह बजग क साथ समय बताएग

3-गौरव परकार

दसबर माह क थम सताह म वालय क वाषक खलकद तयोगता का आयोजनकया गया यक का क बालक-बालका न अपन-अपन मनपसद खल म भागलया खलकद क अतम दन समापन समारोह म परकार वतरण का कायम चलरहा था खलकद क साथ ही वालय क अय गतवधय म उक दशन क लएlsquoगौरव परकारrsquo ात करन वाल ब क नाम क घोषणा होन वाली थी हर बार कतरह इस बार भी शादमा क नाम क चचा थी

मच पर धानायापक न मय अतथ को परकार पान वाल ब का नाम लखाकागज दया और माइक पर उसका नाम बतान का अनरोध कया मय अतथ माइकक पास खड़ ए ब म सगबगाहट होन लगी क कसका नाम बलाया जाएगा तभीमाइक पर मय अतथ न मध क नाम क घोषणा क तालय क गड़गड़ाहट क बीचमध न मय अतथ स परकार हण कया शादमा को अपन नाम क घोषणा काइतजार था कत मध क नाम क घोषणा क बाद उसका मन उदास हो गया मधा कसाथय न खशी स मध को चार तरफ स बधाई दन क लए घर लया शादमा उह रस दखकर ःखी हो रही थी

कायम समात होन क पहल ही शादमा बझ मन स घर पची और मा क गोद म सररखकर सबकत ए सारी बात बताई मा न शादमा को अपन पास बठाया और बोल

lsquolsquoइसम ःखी होन क कोई बात नह ह हर बार एक ही जीत य जरी नह हअपन-अपन दशन क आधार पर जीतता या हारता ह तह वचार करना चाहएक तहार दशन म कमी य आई rsquorsquo

lsquoमझ लगा क हर बार तो म ही जीतती इस बार भी जीत जाऊगी लकन ऐसा नहआ मन खल का समय भी पढ़ाई म लगाया कत परीा म भी मझ अ अक नहमल ऐसा य आ मा शादमा न मा क ओर दखकर पछा

शरीर व होता ह तो मतक भी व रहता ह शरीर को व रखन क लए खलऔर ायाम क आवयकता होती ह पढ़ाई क साथ-साथ खलकद मनय क सवागीणवकास म सहायक होत ह- मा न शादमा को बताया

लकन मा हम हाथ-पर ारा खलत ह इसका मतक क वाय पर कस भाव पड़सकता ह शादमा न आयचकत होत ए मा स पछा

शादमा क बात सनकर मा मकरा कर बोल- जब तम कट खलती हो तब तमन दखाहोगा क गद को पकड़न क लए हाथ को बढ़ात समय यह भी सोचना पड़ता ह क गदको आग बढ़कर पकड़ पाएग या पीछ हट कर या अय कस तरीक स गद को पकड़पाएग यह सकत हम मतक स ही मलता ह और उसी क अनसार हम गद पकड़ पातह कसी काय को करन क लए षारीरक एव मानसक प स वकसत होना आवयकह पढ़न लखन खलन आद सभी काय म हमारा मतक और षरीर दोन एक साथकाय करत ह

मा क बात सनकर शादमा समझ गई थी क पढ़ाई क साथ खल का अयास हमारशरीर और मतक क वकास म सहायक होत ह

चचा करए -

या आप वालय म खल क घट म खलत ह आप लोग म स कौन खलन नह जाताआप खल म कभी हार ह

या आपन हार क कारण को जानन का यास कया ह जीतन वाली टम को हारन वाली टम स कसा वहार करना चाहए

पता कर - खल क घट म यद कोई बा खलन नह जाता ह तो खलन न जान ककारण का पता लगाइए आप उस ब क या मदद कर सकत ह

गम क छया हो गई थ षादमा क बआ अपन बट आसफ क साथ छया बतानआई थ शादमा आसफ स मलकर बत खष ई दोन घर क बाहर धप म ही खलननकल गय ब को धप म खलता दखकर षादमा क मा न उह घर क अदर आकरखलन को कहा घर क अदर भला हम कस खल सकत ह खल तो बाहर ही खलसकत ह - आसफ न कहा खल घर क अदर भी खल सकत ह आओ म तह बताती-शादमा क मा न कहा षादमा और आसफ न बात मान ली और अदर आ गए

घर क अदर मा न शादमा को करमबोड नकाल कर दया आसफ न उस साफ कयाऔर करमबोड पर पाउडर छड़क कर गोटया सजान लगा तभी पड़ोस क नतन औरनवीन भी आ गए व भी साथ म बठकर खलन लग खलत ए अचानक आसफ नकरम बोड को पलट दया जसस बची गोटया गर ग नतन को बत गसा आयाशादमा जोर-जोर स आसफ को भला-बरा कहन लगी नवीन क आख म आस आ गएयक वो जीतन वाला था शोर-गल सनकर आसफ क मा वहा आ पता चला कआसफ खल म हार रहा था अतः उसन खल खम होन क पहल ही खल को बगाड़दया

हम जब भी कोई खल खलत ह तो उसम या तो हम जीतत ह या हारत ह हमारी कोशशहोती ह क हम जीत लकन हमशा ऐसा नह होता हार जान पर हम जीतन वालखलाड़ी क खल क यास क शसा करनी चाहए और उस बधाई दनी चाहए यदहम जीतत ह तो हारन वाल क यास क सराहना करनी चाहए क उसन अत तकजीतन का यास कया जीतन पर अहकार क भावना नह आनी चाहए मा स य सारीबात सनकर आसफ को अपनी गलती का एहसास आ उसन नतन नवीन और शादमास माफ मागी और पनः चारा खलन बठ गए

सोचए और बताइए -

या आसफ का यह वहार उचत था आप आसफ क जगह होत तो या करत

आओ जान खल क कार

खल दो कार क होत ह -

1 - इोर गम- इसका अथ ह घर क अदर खल जान वाल खल जस-षतरज टबलटनस करम आद

2 - आउटडोर गम- इसका अथ ह खल क मदान म खल जान वाल खल जस-हाककट फटबाल आद

आउटडोर गस वाय क ट स अधक अ होत ह यक य खल वातावरण मउछल कद क साथ खल जात ह इोर गस षात वातावरण म मानसक प सअधिाक सय होकर खल जात ह

कछ खल इोर और आउटडोर दोन होत ह जस-बडमटन टबल टनस आद

चचा करए-

आप अपन घर क अदर कौन-कौन स खल खलत ह आपको खलना य अा लगता ह घर क बाहर खला जान वाला आपका य खल कौन सा ह

मलकर ऐस खल-

सभी खल क अपन वश नयम होत ह हम खल नयम एव वधय क अनसारखलना चाहए खल मनय को अा वाय दान करत ह साथ ही खल भावना सखल गए खल लोग म पाररक सौहाद एव टम भावना जागत करत ह

आइए जान- कोई भी खल लड़क और लड़कय म बट नह होत सभी कार क खललड़क क साथ लड़कया भी खल सकती ह अपन दश क पी0ट0 ऊषा बीनामोलबालसमा रोजा क-एथलटस बला चधरी-तराक सानया मज़ा-टनस अज बाबीजाज-लबी कद मरीकाम-बासग साइना नहवाल-बडमटन साी मलक-कती मअतराीय तर पर अपनी छाप छोड़ चक ह हमार यहा क महला हाक और महलाकट क टम ववयात ह इसी कार वराट कोहली कट म वनाथन आनदशतरज म तथा सरदार सह हाक म भारत को स दला रह ह दाग महला एवपष भी परा ओलक खल म भाग लकर वदश म परकत हो रह ह हम खल कोलकर कोई भदभाव नह करना चाहए

अयास

1 सोचए और लखए -

(क) मानसक वकास क लए शारीरक वाय य आवयक ह

(ख) करम बोड खलत समय आसफ क जगह आप होत तो या करत

(ग) शारीरक वाय क लए आप अपनी दनचया म कस या को शामल करग औरय इसक लए कौन सा समय नधारत करग

(घ) अपन पसद क खल क नाम तालका म लखए इनम स घर क अदर खल जान

2 च दखकर लखए-

3 र ान क पत कजए -

शतरज गम ह खल स मनय का वाय रहता ह इडोर और आउटडोर खल सकत ह फटबाल गम ह

4 पता करक मलान कर -

(क) महश भपत तराक

(ख) सचन तलकर मकबाजी

(ग) मरीकाम टनस

(घ) बला चधरी कट

ोजट वक -

1 ननलखत ाफ स सबत खल का च अपनी पतका म चपकाकर खल कानाम लखए -

1 रणजी ाफ -

2 सतोष ाफ -

3 डवस कप -

4 आगा खा ाफ -

2 अपन मन पसद खल क बार म लखए -

उस खल क नयम या ह

आपको यह खल य पसद ह

4 - आओ मलकर खल खल

नतन और गनगन बत खष ह आज उनक गाव म नागपचमी क अवसर पर वभकार क खल तयोगता का आयोजन होन वाला था स काका लाउडीकर सगाव वाल को तयोगता म हसा लन क लए ोसाहत कर रह थ lsquoम तो लबी कदम भाग लगाlsquo नतन न कहा

lsquoम रसाकसी म भाग लगीlsquo गनगन न चहकत ए कहा

भीम रन राकष राहला और आफताब भी वहा आ गए सभी अपनी-अपनी पसद कखल क बार म चचा करन लग उसी समय नतन क दादा जी भी वहा आ गए ब नदादा जी को घर लया और तरह-तरह क सवाल करन लग दादाजी न बताया क जब वोछोट थ तो अपन म क साथ नागपचमी क अवसर पर कती और कबी आद खलम बड़ उसाह स भाग लत थ

आओ जान-

रसी कद कस दौड़ गद तड़ी कती रसाकसी टच एड पास घर म टपा खो-खोकबी आद ानीय खल ह

चचा करए-

आप कौन-कौन स खल खलत ह अपन गाव म खल जान वाल मख खल क नाम बताइए इस कस खलत ह या बड़ बजग भी खल म तभाग करत ह कन-कन खल म उनक नामबताइए या आपक मा और बहन भी खलती ह व कौन सा खल खलती ह और कहाखलती ह

गाव क लोग क लए यह आयोजन वशष था गाव क ही कबी क खलाड़ी अनकतको दश तर पर उक दशन क लए ाम धान ारा समानत कया जाना थाअनकत क अ दशन क कारण उसका चयन राीय तर क टम म भी हो गया थायह सभी गाव वासय क लए समान क बात थी इस अवसर पर आस-पास क अयगाव क लोग भी एक ए थ सभी अनकत क सफलता क बार म जानन को उसकथ

अनकत न समान हण करन क उपरात गाव क सभी बड़ स आशीवाद लया अपनीसफलता क लए पछ गए सवाल क जवाब म अनकत न अपन अनभव को सबक साथसाझा कया

मोहत को खल म बत च ह मोहत का पर पोलयोत हो गया था कत खल कत उसका लगाव कभी कम नह आ वह अपनी बसाखी क सहार खल तयोगताका आयोजन दखन आया था अनकत क अनभव को सनकर मोहत क आख मआस आ गए मोहत न अनकत स पछा - या म कभी नह खल पाऊगा lsquolsquoतमअवय खल पाओग ढ़ इा श स सब कछ सभव ह अय ब क साथ दागब क लए सरकार क ओर स खल योजना क अतगत लाक तर जनपद तरएव दश तर पर खल तयोगता का आयोजन कया जाता ह उक दशन सचयनत ब राीय तर एव अतराीय तर पर तभाग करन का अवसर ात करतहrsquorsquo अनकत न मोहत क कध पर हाथ रखकर बताया

इह जान-

मजर यानचद - पव कतान हाक इनक नतव म भारतीय टम न ओलक म वणपदक जीता

पीवी स - बडमटन खलाड़ी रयो ओलक म रजत पदक वजता

सशील कमार - पहलवान भारतीय कती

मताली राज - कतान महला कट टट कट मच म दोहरा शतक बनान वालीपहली भारतीय महला खलाड़ी

अजय ठाकर - कतान भारतीय कबी टम भारत को कबी वड चयन बनान वालकतान

सया - कतान राीय खो-खो टम

हाक फटबाल कट बडमटन जडो जमनाटक एथलटस (दौड़) कबीमलखब खो-खो आद राीय खल ह हाक क खलाड़ी मजर यानचद क जमदन 29 अगत को भारत म lsquoराीय खलदवसlsquo क प म मनाया जाता ह हमारा राीय खल हाक ह

चचा करए-

या आप अपन वालय स बाहर भी खल म भाग लन गए ह खल का नामबताइए खल म आपका दशन कसा था राीय तर क खल म आपको कौन सा खल पसद ह और य

कछ भी मकल नह -

परा ओलक खल म नया भर क शारीरक तौर पर दाग खलाड़ी हसा लत हइन खलाड़य का जबा और जीत क कोशश इनक शारीरक कमजोरय को पीछछोड़ दती ह

हमारा गौरव

शरीर का नचला हसा स हो जान क बाद भी शाटपट (गोला फ क) म दपा मलक नरजत पदक जीतकर परा ओलक 2016 म पदक जीतन वाली पहली भारतीय महलाखलाड़ी बन गई ह य जवलन ो तराक एव मोटर रसलग स जड़ी एक दागभारतीय खलाड़ी ह परा ओलक खल म उलखनीय उपलय क कारण भारतसरकार न इहअजन परकार दान कया

तमलनाड क मरयपन थगावल न ऊची कद म वण पदक जीता पाच साल क उ मएक घटना म उनका एक पर जमी हो गया था इलाज क बाद भी ठक नह आगरीबी और शारीरक कमजोरी क बाद भी उहन हार नह मानी अपनी कड़ी महनतऔर लगन स वण पदक हासल कया ऐस ही लोग क बदौलत भारत का नाम वतर पर चमक रहा ह

अयास का महव

खलकद म शारीरक वाय एव अयास का महवपण ान ह नरतर खल काअयास हमारी शारीरक और मानसक सयता को बढ़ाता ह खलकद स हम

अनशासत धयवान समयब और वन होत ह खल का अयास करन सआमवास बढ़ता ह जसस खल क कौशल एव बारीकय को तीगत स सीखा जासकता ह हम खल म नयमत अयास एव कशलता स दश एव राीय तर परसफलता ात कर सकत ह अतः तदन अपन मनपसद खल का अयास अवयकरना चाहए खल हम आनद क अनभत भी कराता ह

हमार कछ पाररक खल

ाचीन काल स लकर आज तक क खल क वप म महवपण बदलाव ए ह खलक खल जान क साधन ान पोशाक तथा नयम आद म सवधानसार अनकपरवतन ए ह पहल पड़ क सखी टहनय एव लकड़य को वय तराश कर खलनयोय बनाया जाता था खल क वही उपकरण अब कारखान म बनाए जात ह जो योगकरन म आरामदह तथा दखन म भी आकषक होत ह खलाड़य क लए सरी टम सअलग दखन क लए अनक रग क सवधाजनक ोटस कट उपल ह खलन कलए टडयम एव खल क मदान बनाए गए ह जहा टordfक (मदान म दौड़न क लाइन) एवकाश आद क उचत वा रहती ह और खलाड़य को खलन क लए आदश कोट(खलन का नधारत ान) उपल होत ह टडयम म बत सार लोग एक साथ बठकर खल का आनद ल सकत ह

अयास

1 र ान भर-

(क) हमार दश का राीय खल ह

(ख) खल का अयास हमारी और सयता को बढ़ाता ह

(ग) घर म टपा खल ह

(घ) भारत म राीय खल दवस अगत को मनाया जाता ह

2 नीच लख खलाड़य क नाम क आग उनस सबत खल का नाम पता कर औरलख-

सचन तलकर साइना नहवाल सरदार सह गीता फोगाट मरीकाम

3 खल क नाम एव उनक च को दख इनम स ानीय खल क lsquoतीरlsquo को नील रग सतथा राीय खल क lsquoतीरlsquo को लाल रग स भर-

ोजट वक -

अपन घर क बड़ बजग स पता कर क जब व आपक आय क थ तो कौन-कौन स खलखलत थ कसी एक खल का नाम एव खलन का तरीका लखए

5-जीव जतओ क रोचक बात

आपन अपन आस-पास गौरया कबतर जस पय को दाना को चगत ए दखा होगाया आपन कभी सोचा ह क य पी र स ही इन दान को कस दख लत ह आपनदखा होगा क थोड़ी सी मीठ चीज जमीन पर गर जाए तो कछ ही दर म वहा चीटयका झड इका हो जाता ह

हमारी तरह जानवर म भी दखन सनन सघन और महसस करन क श होती हकोई जानवर मील र स अपन शकार को दख लता ह कोई हक स हक आहट कोभी सन लता ह कोई जानवर अपन साथी को सघकर ढढ लता ह

आप कस पहचानत ह लखए-

रग क पहचान - आख ारा दखकर

आवाज क पहचान-

ग क पहचान -

वाद क पहचान-

श क पहचान -

वभ जीव-जत अपन दखन सघन आद वशषता का उपयोग भोजन को ढढ़नऔर खतर को भापन म करत ह आइए जान जानवर क अजब नया क बार म

दखन क श - जीव म पय क सबस अधक तज होती ह चील बाज औरग जस पी हमस चार गना यादा दख पात ह जो चीज हम दो मीटर क री सदखाई पड़ती ह वही चीज य पी और भी अधक री स दख लत ह बली चीताउल तआ आद जीव तो अधर म भी अ तरह स दख सकत ह

अगर पय क तरह आपक आख आपक कान क जगह होती तो आप ऐस याकाम कर पात जो अभी नह कर पात ह और ऐस या काम नह कर पात जो अभीकर पात ह

यादातर पय क आख उनक सर क दोन तरफ होती ह पी एक ही समय म दोअलग-अलग चीज को दख सकत ह जब य बकल सामन दखत ह तब इनक दोनआख एक ही चीज पर होती ह

आपन दखा होगा क कछ पी अपनी गदन बत यादा घमात ह जस-उल जानत हय इसका कारण ह क यादातर पय क आख क पतली घम नह सकतीइसलए व अपन चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमात ह

पता कजए और लखए-

ऐस पी का नाम जसक आख सामन क तरफ होती ह

इस भी जान-

बत स जानवर रग को दखन पहचानन म अम होत ह उनक मा काला औरसफद रग दख पाती ह कत बदर मानव क तरह अलग-अलग रग को पहचानन मसम ह

सघन क श-

कछ जानवर म सघन क श बत तज होती ह या आपन कभी कसीक कोइधर-उधर कछ सघत ए दखा ह कम सघन क मता बत तज होती ह यदकाकसी ान स सर ान पर चल जात ह तो वह अपनी सघन क श क कारणवापस उसी ान पर आ जात ह

इस भी जान-क क सघन क श क कारण ही वोटक व नशील पदाथ को ढढ़नतथा अपराधय क पकड़न म उसक मदद ली जाती ह

शर चीता बली भी अपन सघन क श स अपन लए भोजन क तलाश व अपनवास ान को पहचानत ह चटया चलत समय जमीन पर कछ ऐसा पदाथ नकालती हजस सघकर पीछ आन वाली चीटय को राता मल जाता ह कछ नर कड़ मकोड़ गधस मादा कड़ क पहचान कर लत ह मर भी हमार शरीर क गध स हम ढढ़ लत ह

कन-कन मौक पर आपक सघन क श आपक काम आती ह सची बनाइए -

कसी चीज क जलन का पता चलना

कतन तज ह कान - तआ चीता बली आद जानवर क सनन क श बत तजहोती ह इनक बड़ कान मामली वन को भी सन सकत ह इसी तरह खरगोश क भीबड़ कान होत ह जो खतर का अनमान लगान म सम होत ह उनक कान वन कदशा म घम जात ह

चचा करए-

आपको या लगता ह या जानवर क कान क आकार और उनक सनन क श मकछ सबध होता ह

साप क पास बाहरी कान नह होत ह व जमीन पर होन वाल कन महसस करत हबीन क आवाज सनकर साप का नाचना लोग म फला एक म ह

इसी तरह चमगादड़ क सनन क मता बत तज होती ह व बत ऊच सर वालीआवाज अपन मख अथवा नाक स नकालत ह जब व आवाज कसी वत स टकराती हतो गजती ह इस गज को अपन कान स सनकर चमगादड़ अधर म अपन भोजन क रीऔर दशा का पता लगा लत ह

पता कजए और लखए-

ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स बड़ होत ह- ऐस जत क नाम लखए जनक बाहरी कान नह होत ह ऐस जत क नाम लखए जनक कान हमार कान स छोट होत ह

आवाज अलग-अलग-

जगल म ऊच पड़ पर बठा लगर पास आती मसीबत (जस शर चीता) को दखकर एकखास आवाज नकालकर अपन साथय को सदश दता ह इस काम क लए पी भीखास आवाज नकालत ह कछ पी अलग-अलग खतर क लए अलग-अलग आवाजनकालत ह जस उड़कर आन वाल मन क लए एक तरह क आवाज और जमीन परचलकर आन वाल क लए सरी तरह क आवाज आवाज चाह कसी भी जानवर ननकाली हो उस इलाक म रहन वाल सभी जानवर इस चतावनी समझ सचत हो जात ह

सोन का ढग- जब कभी आप थक जात ह तो आराम करन क जरत महसस करत हएक छोटा बा दन म 14-16 घट सोता ह वयक क लए 6 स 8 घट क नद पयात

ह इसी तरह जानवर भी सोत ह

यादातर जानवर हमारी तरह रात म सोत ह कछ जानवर जस-उल चमगादड़ दन कसमय सोत ह बत स जीव-जत कसी खास मौसम म लब समय तक दखाई नह दतह यक बदलत मौसम क साथ वह अपना अनकलन करत ह

आपन भी दखा होगा क सदय म छपकलया नह दखाई दती ह

च म कछ जानवर क सोन क समय को दखाया गया ह च क नीच लखए क वहजानवर दन म कतन घट सोता ह एक छोटा खाना दो घट क बराबर ह

छपकली क लए सदय म यह घड़ी कसी दखगी बनाइए

अयास

1 कह दो जीव क नाम लखए-

(क) जनक सघन क श तज होती ह

(ख) जनक सनन क श तज होती ह

(ग) जनक बाहरी कान नह होत ह

(घ) जो रात म दख सकत ह

(ङ) जो दन क समय सोत ह

2 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) हम रगो क पहचान श ारा करत ह ( )

(ख) क क सनन क श तज होती ह ( )

(ग) उल दन क समय सोत ह ( )

(घ) हम वाद का अनभव दखकर करत ह ( )

(ड) खरगोश अपन कान स खतर का अनमान लगा लत ह ( )

(च) साप क बाहरी कान नह होत ह ( )

(छ) पी चार तरफ दखन क लए अपनी गदन घमा लत ह ( )

(ज) तआ अधर म नह दख सकता ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) जमीन पर मीठा गरन स चीटया कस आ जाती ह

(ख) पी अपनी गदन य घमात ह

(ग) कŸा का उपयोग अपराधय को पकड़न म य कया जाता ह

(घ) खरगोश कस कार खतर का अनमान लगात ह

4 दए गए च म जानवर क कान एक-सर स बदल दए गए ह पहचानए औरबताइए

कतना सीखा-1

1 आपको कौन सा योहार पसद ह इस दन घर क सदय या-या काय करत ह तालका म लख -

घर क सदय काय

तम

तहारी मा

तहार पता जी

भाई-बहन

दादा

दाद

2 अपन पसद क इोर और आउटडोर गस क सची बनाए -

इोर गम आउट डोर गम

3 या आप अपन इलाक क कसी स खलाड़ी को जानत ह यद हा तो उसकानाम और वह कौन सा खल खलत ह लखए -

खलाड़ी का नाम - खल का नाम

-

4 पता कर और लख -

(क) भारतीय महला कबी टम क कतान का नाम

(ख) भारतीय हाक (पष) टम क कतान का नाम

(ग) राीय मकबाज का नाम

(घ) परा ओलक (महला) म ऊची कद म वण पदक

जीतन वाली महला खलाड़ी का नाम

5 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भर -

क दखन जीभ साप

(क) सघन क श म बत तज होती ह

(ख) क बाहरी कान नह होत ह

(ग) वाद का अनभव हम ारा होता ह

(घ) पय क क श तज होती ह

6 कछ ऐस जीव क नाम लख जो लब समय क लए नद म चल जात ह

7 जानवर खास आवाज य नकालत ह

8 आप गद स खलन वाल कतन खल जानत ह द गई गद म सची बनाए -

6 -वय जीव का सरण

आपन अपन आस-पास अनक जानवर को दखा होगा इनम कछ जानवर पालत होत हजह हम अपन उपयोग क लए पालत ह कछ जानवर जगल म रहत ह ऐस जानवरको वय जीव कहत ह

च को दखकर पालत और जगली जानवर क सची बनाइए

पालत जानवर - जगली जानवर

-

जीव जत हम कत ारा दए गए उपहार ह हम अपनी आवयकता क पत कलए कसी न कसी प म इन जत पर नभर ह बल खर ऊट घोड़ा आदजताई बोझा ढोन तथा सवारी ढोन का काम करत ह गाय भस भड़ बकरी स धमलता ह मग बतख स हम अडा मलता ह इसी तरह मर ए जानवर क खालतथा हय स जत पस बटन कघी तथा अय सजावट क सामया बनती ह भड़ऊट याक जस जत स हम ऊन मलता ह

तालका परी कर -

चचा करए-

यद य उपयोगी जत हमार जीवन स धीर-धीर वलत होत जाए तो या होगा

कटत जगल वलत होत जीव -

ऊपर बन च को दख इन च म मशः परवतन दखाई पड़ रहा ह

आइए जान ऐसा य आ

आज स बत साल पहल घन जगल आ करत थ इन जगल म तरह-तरह क पड़- पौधएववय जीव पाए जात थ पड़-पौध एव वय जीव क सया भी बत अधक थीजनसया बढ़न क साथ आवयकताए बढ़ खती करन व मकान बनान क लए हमअधक भम क आवयकता ई इस कारण घन जगल क कटाई श (ार) कगई जसस पड़-पौध कम हो गए पड़-पौध क सया कम होन क कारण वषा कमहोन लगी नदया लग इसका असर जगल म रहन वाल वय जीव पर पड़ा सरतान एव भोजन एव पानी क कमी क कारण इनक सया कम होन लगी कछ पश-पय क जातया तो परी तरह खम हो ग ह

कारखान रलव लाइन सड़क व बाध आद क नमाण काय न बत स जीव-जत कघर को न कया इसक परणामवप पश-पय क सया म गरावट आई

कछ लोग अपन फायद क लए गर काननी तरीक स जानवर का शकार करत ह हाथीदात क लए हाथय का शकार कया जाता ह बाघ शर हरन कछआ आद जानवरक खाल का अवध ापार कया जाता ह गड व बारहसगो को उनक सग क लएमार दया जाता ह

इन कारण स वय जीव क सया लगातार कम होती जा रही ह पश-पय क कछजातया तो परी तरह समात (खम) हो चक ह जह वलत जातया कहत ह यजातया अब दखाई नह दती ह जबक कछ जातया खम होन क कगार पर हजह सकटत जातया कहत ह

वय जीव

वलत जातया- सकटत जातया

डायनासोर गौरया

ममथ अकन हाथी बाघ

लाल पाडा ग

डोडो पी साही

लाल तोता शर काला हरण बारहसगा कछआ

वय जीव का सरण -

वय जीव को बचान क लए सरकार ारा कानन बनाए गए ह जानवर क खाल दातही सग क अवध ापार पर रोक लगा द गई ह पश-पय को सरा दान करन

क लए राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना क गई ह इन ान मवय जीव का शकार करना मना होता ह यहा पश-पी वत प स रहत ह

ऽ गौरया को बचान क लए या कर सकत ह

भारत क मख वय जीव अयारय एव उान

- धवा राीय उान (उ)

- चभा वय जीव अयारय (उ)

- राजाजी राीय उान (उराखड)

- गर राीय उान (गजरात)

- नदा दवी राीय उान (उराखड)

- जम काबट राीय उान (उराखड)

- बादपर राीय उान (कनाटक)

- काजीरगा राीय उान (असोम)

- बाधवगढ़ राीय उान (म)

- काहा कसली अयारय (म)

- सरका राीय उान (राजान)

इस भी जान

रड डाटा बक वह कताब ह जसम सभी सकटत जातय का रकाड रखाजाता ह

गौरया को बचान क लए अब हर साल 20 माच को lsquolsquoव गौरया दवसlsquolsquo मनायाजाता ह बाघ हमारा राीय पश ह इसका अतव खतर म ह इसक सरा क लए बाघपरयोजना (ोजट टाइगर) लाग क गई ह

जानवर क त सवदनशीलता-

दए गए च को दखए और पढ़ए-

अब यह पटारी ही मरा घर बन गया ह म तो जगल क जानवर स मलना भल ही गया

यह मत सोचो क म सक स म नाचकर कदकर और कई तरह क करतब दखाकर खश अगर म य सब न क तो भखा र

नाचत-नाचत मरी हालत खराब हो जाती ह कभी-कभी तो खाली पट नाचना पड़ता ह

पजड़ म बद रहकर म खली हवा म सास लना भल ही गया इस पजड़ म रहकर मरपख भी कसी काम क नह

य जानवर उदास य ह सभी जानवर क बात को पढ़कर आपको या सीख मलती ह

ायः आपन मदारी सपर आद क बार म सना होगा मदारी बदर भाल आद का खलदखाता ह इसी तरह सपरा तरह-तरह क साप दखाता ह तथा अपनी बीन क धन परउह नचाता ह य लोग अपनी रोजी-रोट क लए इन जानवर पर नभर होत ह य लोगका मनोरजन करत ह और बदल म लोग इह अनाज पस आद दकर जीवन-यापन(गजर-बसर) म उनक मदद करत ह

हम जानवर पर कसी न कसी कार स नभर होत ह हम अपनी आवयकता कपत क लए वभ जानवर को पालत ह जानवर को पालन क साथ-साथ हम उनकत सवदनशील होना चाहए हम उनक दखभाल करनी चाहए उनक भोजनचकसा क वा करनी चाहए पय क लए अपन घर क बाहर या छत परउनक दाना-पानी क वा करनी चाहए सड़क पर घमन वाल अय जानवर को भीहम छड़ना नह चाहए यद सभव हो तो उह भी खाना दना चाहए

अयास

1 सही वाय पर (स) का च तथा गलत वाय पर (ग) का च लगाए-

(क) जगली जानवर को हम अपन घर म पालत ह ( )

(ख) ग एक वलत जात ह ( )

(ग) जानवर क त हम सवदनशील होना चाहए ( )

(घ) वय जीवो को बचान क लए राीय पाक क ापना क गई ह ( )

(ङ) जम काबट अयारय मय दश म त ह ( )

(च) जगल क कटन स पश-पय क सया म व ई ह ( )

(छ) मदारी बीन क धन पर बदर को नचाता ह ( )

2 दए गए शद क सहायता स खाली जगह भरए -

रड डाटा बक ऊन वलत बाघ उपहार

(क) डायनासोर एक जात ह

(ख) भड़ ऊट याक आद जत स हम ात होता ह

(ग) सकटत जातय का रकाड म रखा जाता ह

(घ) हमारा राीय पश ह

(ड) जीव-जत हम कत ारा दए गए ह

3 क उर लखए -

(क) वय जीव क सया म गरावट य होती जा रही ह

(ख) उराखड राय क दो राीय उान क नाम लखए

(ग) ोजट टाइगर या ह

(घ) कह दो सकटत एव वलत जातय क नाम लखए

(ङ) वय जीव अयारण तथा राीय उान क ापना य क गई

ोजट वक

1 वलत हो रह वभ जीव-जत या पय क च चाट पपर पर चपकाए तथाउनक बार म जानकारी एक कर लख उनक लत होन क कारण लखकर उनक एकरपोट तयार कर का म लगाए

7-जगल और जन-जीवन

आपन जगल क बार म सना होगा ायः आपन ट0वी0 म भी जगल क य दख हग

-

आपन दखा होगा तरह-तरह क फल-फल कई तरह क छोट-बड़ पड़-पौध रग बरगीचहचहाती चड़या और बत स जानवर जगल म र-र तक हरयाली रहती ह जगलम पय क चहचहाहट और वभ जानवर क बोलया भी सनाई दती रहती ह

ऐस ही सदर जगल स ढक ह हमार दश क कई हस

चचा करए-

कह बत सार पड़ उगाए गए ह तो या वह जगल बन जाता ह जगल हमार लए य महवपण ह इन जगल स हम या मलता ह

जगल तरह-तरह क पड़-पौध व पष-पय का वास ान होत ह इनका मनय कजीवन म अयत महव ह य वायमडल म आसीजन क माा को बढ़ात ह औरवशली गस क माा को कम करत ह य म क कटाव को रोकत ह वषा करान मभी इनक महवपण भमका होती ह

जगल स उपयोगी इमारती लकड़या ात होती ह हमार दष म लगभग 4000 सअधक कम क लकड़या वन स ात होती ह इनम सागौन षीषम दवदार चीड़आद इमारती लकड़या महवपण ह जन पर हमारा लाईवड उोग काठ उोगइमारती लकड़ी उोग आद नभर ह बास क पड़ स चटाई डलया हाथ वाला पखाबासरी बनाई जाती ह इनस कागज दयासलाई का रषम रबर लाख बीड़ी पलऔशध आद उोग क लए का माल ात होता ह पलाश व कसम क पौध परलाख क कट एव षहतत क पौध पर रषम क कट का पालन कया जाता ह

पता कजए-

हम जगल स और या-या चीज मलती हपश-पय क अलावा जगल म और कौन रहता ह

ारक मानव जीवन

मानव सयता क वकास क कहानी लाख वश परानी ह सयता क आर म मानवजगल म रहता था मानव आदकाल स ही जगल पर नभर था पहल मानव बदर कभात चार पर पर चलता था धीर-धीर उसका वकास आ और वह दो पर पर सीधाखड़ा चलन लगा अगल पर का योग हाथ क प म करन लगा मतक और हाथका उपयोग वह तरह-तरह क काय म करन लगा

आज क भात ारभ म मानव क पास रहन क लए घर नह थ व एक जगह स सरीजगह घमत रहत थ व खल आकाष क नीच जगल म नदय व झील क कनारगफा म रहत थ जगली जानवर स अपनी सरा तथा उनका शकार करन क लएउनक पास कवल पर क ही औजार थ

कदमल फल तथा शकार स ात मास ही उनका मय भोजन था जानवर क खालपड़ क छाल एव प को व क तरह पहनत थ इस तरह जीवन तीत करन वालमानव आदमानव कहलाए

कस मली आग -

एक बार बत तज आधी आई कछ पड़ क डालय क आपस म रगड़न स चगारयानकलन लग य चगारया जब सख प और घास पर पड़ तो आग लग गई आगलगन स बत सार जानवर भाग गए जो नह भाग पाए व जल गए आद मानव नउनक मास को खा कर दखा उह भना मास अा लगा

एक बार जब पर स पर टकराया तो उसम स भी चगारी नकली व खशी स झमउठ आहा मल गई आग

आग क खोज ारक मानव क एक बड़ी उपलिा थी इसक खोज क साथ हीमानव भोजन को पकाकर खान लगा आग का उपयोग उसन अपन शरीर को गम रखनऔर जगली जानवर स रा करन क लए कया

सोचए और लखए-

आग का उपयोग करन क पहल मानव का जीवन कसा रहा होगाआग का ान होन क बाद मानव जीवन म या परवतन आया होगा यद आग नह होती तो हम या-या दकतपरषानया होती आग का उपयोग हम कहा-कहा करत ह

धीर-धीर मानव अपन चार ओर क वातावरण को समझन लगा उसन पर क छोटऔर सडौल औजार बनान ष कए पर क अतर जानवर क हया एव सग स

भी औजार बनाए उसन अपन आप उगी घास और अनाज को एकत करना ष करदया

इस भी जान-

का मानव का थम पालत पश थाताबा सवथम खोजी गई धात थी

इधर-उधर बखर अनाज स पनः अनाज उगता दख उसन खती करना सीख लया खतीकरन क लए उह अलग तरह क औजार बनान पड़ इन औजार को टकाऊ बनान कजरत महसस ई यक पर क औजार जद टट जात थ अपन औजार कोटकाऊ बनान क लए उहन बत उपाय कए और जमीन क खदाई कर ताब को खोजनकाला खती क साथ पषपालन भी ारभ आ पष का योग मास व ध ातकरन म कया जाता था

ताब क औजार स काम काफ आसान हो गया बाद म जब लोह का पता चला तबउसस भी औजार बनाए य औजार ताब क औजार स अधक मजबत रहत थ इनधात क खोज क साथ कहाड़ी और हसया उनक मख औजार हो गए थ

पहाड़ो स लढ़कत ए लकड़ी क बड़-बड़ ल को दखकर उह पहए का वचार आयाल को काटकर उहन पहए का आवकार कया इसका योग म क बतन बनानम तथा सामान ढोन म कया जान लगा

सोचए और लखए-

कहाड़ी और हसया स या-या कया जा सकता हपहए का उपयोग ारभक मानव न कन-कन काय क लए कया होगाआपन अपन आसपास पहए का उपयोग होत कहा-कहा दखा ह

जगल और आदवासी

या आपको पता ह क आज भी हमारी जनसया का एक छोटा हसा जगल मनवास करता ह इह हम आदवासी कहत ह य हमार दष क वभ राय म पाएजान वाल जगल म नवास करत ह आदवासय का जीवन परी तरह जगल पर नभरहोता ह

अपनी दनक आवयकता क पत य जगल स मलन वाल वभ उपाद क ाराकरत ह जगल स ात क पदाथ स य डलया चटाई ढोल बासरी टोकरीपŸाल बतन जड़ी-बट स औशधिा (दवा) आद बनाकर ानीय बाजार म बचत हऔर अपना जीवकोपाजन करत ह य जगल क रखवाल होत ह य जगल को काटतनह ह जतनी जरत होती ह उतना ही जगल स लत ह आदवासय क जदगीजगल स ही जड़ी होती ह अगर जगल नह बचग तो य भी नह बचग

इस भी जान

जगल अधकार कानन 2007 -यह कानन आदवासय को जगल पर उनका हकदलाता ह इसक अनसार जो लोग कम स कम 25 साल स जगल म रह ह उनका वहाक जगल और वहा पदा होन वाली चीज पर हक ह उह जगल स हटाया नह जाएगाजगल बचान का काम भी उनक ाम सभा करगी

चचा करए-

अगर जगल नह बचग तो आदवासी नही बचग ऐसा य यद य जगल न हो जाएतो हमार जीवन पर या भाव पड़गा

आदवासय क लए जगल ही सब कछ ह वकास क लए बत सी योजनाए चलाईजाती ह कह बाध बनाए जात ह तो कह फटरी इन योजना क कारण जगल काटजात ह जगल क कटन स आदवासय क जीवन पर तकल भाव पड़ा ह व अपनी

घर सकत कला पररा आद स र हो जात ह आदवासी ही नह बक गावकब और षहर म रहन वाल लोग का जीवन भी जगल क कटन स भावत हो रहाह हम पयात माा म ष हवा नह मल पा रही ह वशा म कमी क कारण फसल काउपादन भावत आ ह

पता कजए-

या आपक आस-पास कोई ऐसा काम चल रहा ह जसक कारण वहा क पड़ काटजा रह ह इसक वजह स वहा क वातावरण पर या भाव पड़ रहा ह पड़-पौध क सया बढ़ान क लए हम या यास कर सकत ह

हमार दष म पहल लोग जगल और बाग बगीच स यार करत थ कसान अपनी खती कआध भाग म पड़ जर लगात थ पर अब लोग पड़ लगाना भलत जा रह ह हमअधिाक स अधक पड़ लगान चाहए और उनक दखभाल करनी चाहए यद वकासकाय क लए कसी ान वषश स व काट जाए तो वकप क प म अय ानको चयनत कर उनम अधक स अधक पड़ लगान चाहए

वन का बचाव -

सरकार न वन क रा क लए सामाजक वानक नाम क योजना श क ह उसनकानन बनाकर वन क कटाई पर रोक लगा द ह

पहाड़ी इलाक म लोग न चपको आदोलन चलाकर पड़ क कटाई रोकन क कोशशक ह इस आदोलन क शआत ी सदर लाल बगणा जी न क थी इस आदोलनम लोग न पड़ स चपककर उनको काटन का वरोध कया चपको आदोलन का एकनारा ह-lsquolsquoलकड़ी पानी और बयार य ह जगल क उपकारlsquolsquo

वन को बचान क लए ी क0एम0 मशी ारा सन 1950 म वन महोसव कशआत क गई इस महोसव म पड़ लगान का काय कया जाता ह

पहाड़ी इलाक गढ़वाल म लड़क-लड़कय क शाद क अवसर पर पड़ लगान क थाश क गई ह इस lsquoमती आदोलनlsquo कहत ह इसम ववाह क बाद ससराल आन परलड़क मायक क याद म एक पौधा लगाती ह और उसक दखभाल करती ह इस मतीव कहत ह

अयास

1 दए गए शद क सहायता स र ान भिारए -

(आसीजन लाख पर जगल आदमानव)

(क) ारक मानव क औजार बनात थ

(ख) जगल वायमडल म क माा को बढ़ात ह

(ग) मानव वकास क कहानी वष परानी ह

(घ) आदवासय का जीवन पर नभर होता ह

(ङ) आग क खोज न क थी

2 जगल कटन स होन वाल परणाम लखए

3 तलना कर -

जीवन शली आदमानव आज का मानव

(क) रहन का ान (नवास)

(ख) खान-पान (भोजन)

(ग) रहन-सहन (व)

4 चपको आदोलन या था इस कसन ार कया

5 आदवासी अपना जीवकोपाजन कस करत ह

6 पता कर -

म क बतन बनान म आग और पहय क उपयोगता

7 चचा कर -

अगर हम खती करना नह जानत तो भोजन कहा स ात करत और या खात

ोजट वक

भारत क मानच म वभ राय म पाए जान जगल को हर रग स भर कर दशाए औरका म इस चपकाए

8-भोय पदाथ का सरण

ब या आप जानत ह क तदन हम जो भोजन करत ह उस सरत कस रखाजाता ह घर म भोय पदाथ जस-अनाज दाल व मव आद को सख एव व डबम बद करक य रखा जाता ह पक ए भोजन को ढककर य रखत ह सोचो औरबताओ

हमार वाय क स उ सभी काय हमार लए अत आवयक ह यक हमारवातावरण म उपत समजीव हमार भोय पदाथ को सषत (खराब) कर दत ह

भोय पदाथ क सषत (खराब) होन क मय कारण

भोय पदाथ क सरण क बार म जानन स पव यह जानना आवयक ह क हमारभोय पदाथ खराब य हो जात ह आओ करक दख-

भोय पदाथ कस खराब होत ह

योग- एक रोट पर पानी क कछ बद डालकर एक डब म बद कर द कछ दन तकरोट को रोज दखो जब तक आपको इस पर कछ बदलाव न दख द गई तालका कोचाट पर बनाओ और का म चचा करन क बाद उस भरो

दन रोट म बदलाव

छनश म गध म रग म

सामान क खाली पकट पर लखी मय वजन तारीख आद सबधी जानकारी कोदखए और चचा करए

पता करो-

रोट म या बदलाव आया रोट पर फफद य आई

योग-2 -वालय म बन एम0डी0एम0 स थोड़ा सा भोजन लकर उस कसी कटोरी मढककर रख ब को इस दखाए और हो रह बदलाव को तालका म अकत कर-

दन भोजन म या बदलाव आ

थम दन

तीय दन

आपन दखा क ढककर रख होन क बावजद भी यह भोजन खराब हो गया ऐसा य आ

भोय पदाथ को नम ान और खला रखन स धल क कण मखया फफद व जीवाणआद उस खराब कर दत ह जसस उसक पोषक तव न हो जात ह और वह खानयोय नह रहता ह गम क दन म भोजन जद खराब हो जाता ह जबक सदय मजद खराब नह होता ऐसा य

तापमान कम होन स जीवाण जद नह पनपत

भोय पदाथ क सरण क आवयकता

गम एव नमी दोन ही तय म फफद व जीवाण शीता स पनपत ह यही भोयपदाथ को खराब व सड़ान का भी काय करत ह यद भोय पदाथ म इनक बढ़न परनयण पा लया जाए तो इह खराब होन स बचाया जा सकता ह भोय पदाथ काउचत रख-रखाव न करन स ननलखत नकसान होत ह-

उनम फफद लग जाती हवाद खराब हो जाता ह भोय पदाथ म पोषक तव क कमी आ जाती हघन एव कड़ पड़ जात ह

हमार वाय क स भोय पदाथ को सरत रखना आवयक ह

हम लोग शीत ऋत म हर ताज मटर बड़ चाव स खात ह आपन ीम ऋत म भी डबाबद हरी मटर दखा और खाया होगा आल तो हम खान क लए सभी महीन म मलताह आप सोचए क मटर और आल को कस सरत रखत ह

भोय पदाथ जस-ग चना दाल चावल अचार व मरबा आद को हम साल भरउपयोग कर सक इसक लए उह उचत वधय स सरत रखना पड़ता ह इसीलएभोय पदाथ क सरण क वधय क खोज क गई एव उन वधय क अनसार भोयपदाथ को सरत करक रखा जान लगा ह

आपक घर म अनाज और दाल को कड़ स बचान क लए या-या उपाय करतह

भोय पदाथ क सरण क वधया-

भोय पदाथ क सरण क नन वधया ह-

1 सखाना (नजलीकरण) -धप म भोय पदाथा को सखाना एक परानी तथाबचलत वध ह इस वध म सय क करण स ात ऊमा ारा भोय पदाथ कोसखाया जाता ह जसस इनम उपत जल क माा वापीकत हो जाती ह और सम

जीव क व क अवसर कम हो जात ह धप म अनाज दाल पापड़ बड़ी चससवइया आवला गोभी मथी आम आद को सखाया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

2 ठड ान पर रखना (शीतन)-गथ ए आट हरी सजया एव फल को गील कपड़स ढककर कछ समय क लए सरत रख सकत ह ध दही एव पक ई सजी आदभोय पदाथ को कसी बतन म रखकर उह ठड पानी म रखकर भी सरत कया जासकता ह आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर)का उपयोग कया जाता ह

आजकल कम वधय ारा भी नजलीकरण कया जाता ह सजय म मटर गोभीआद को सखाकर डब व थलय आद म बद करक रखा जाता ह

आजकल घर म भोय सामी को सरत करन क लए ज (रजरटर) का उपयोगकया जाता ह अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह(को टोरज) का भी उपयोग कया जाता ह

3 उबालना- उबालन क या म अधक तापमान क कारण हानकारक जीवाण नहो जात ह इसलए घर म ध को उपयोग क पव उबाला जाता ह पीन क पानी को भीजीवाणरहत करन क लए ही उबाला जाता ह

4 रासायनक एव अय पदाथ का योग-

कछ रासायनक पदाथ भी सम जीव को उप होन स रोकत ह जस- सोडयमबजोएट व सरका आद इसक अतर नमक चीनी तल आद का उपयोग भी भोयपदाथ क सरण म कया जाता ह जस-आम सब अगर अमद आवला आद कोसरत रखन क लए इह चीनी क गाढ़ चाशनी म पकात ह और मीठा अचार मरबाव चटनी आद क प म सरत करत ह क आम करला व मच का अचार बनातह और तल व नमक डालकर सरत करत ह

भोय पदाथ क सरण म रासायनक पदाथ का उपयोग उपय माा म ही करनाचाहए अधक माा म इनका उपयोग वाय क लए हानकारक ह

अधक माा म फल एव सजय को सरत रखन क लए षीतन गह (को टोरज)का भी उपयोग कया जाता ह

5 गम करक तरत ठडा करना (पारीकरण)-पारीकरण क या म सवथम धको 700ब तापम पर गम कया जाता ह फर तरत 00ब पर ठडा कया जाता हइसस ध म उपत हानकारक जीवाण न हो जात ह इस कार ध को साफबोतल या पकट म बद करक ध डयरी पर बचा जाता ह

वतमान समय म उपल भोय पदाथ को भवय हत सरत रखन क लए कए जानवाल उपाय को भोय पदाथा का सरण कहा जाता ह

आपक घर म भी भोय पदाथ को सरत रखन क लए कछ उपाय कए जातहग इह नीच द गई तालका म लखो

0स0 भोय पदाथ सरत करन क उपाय

1 ध -------उबालत ह

2 पक ए चावल

3 हरी धनया--------- गील कपड़ म लपटकर रखत ह

4 अनाज

5 आल

6 पक आम

7

सरण का महव -

खा सामी को घन फफद एव अय कटाण स सरत रखनाआवयकता स अधक पदा होन वाल फल सजी एव अनाज को सरत रखनाअनाज फल व सजय को र ान पर भजन क लएपक भोय पदाथा को सरत रखकर बारा उपयोग करना

भवय क लए खा पदाथ क सरा मानव मय ह-

भारत म अधकतर खा पदाथ का उपादन मौसम क अनसार होता ह कछ लोगवष भर क लए अनाज व दाल खरीद लत ह यक जस मौसम म इनकाउपादन होता ह उस मौसम म य कम दाम पर उपल हो जात ह इन खापदाथ को उचत ढग स सरण करना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत हसरकार भी भडार गह म ग चावल दाल आद का भडारण करती ह जससदष म इनक कमी न होन पाएकसान भी जब अनाज को उगात ह तो अपन खान क लए वष भर का अनाजरखकर शष बच दत ह इन खा सामय को सरत करक अधक दना तकयोग म लात ह

अपन रसोई घर म स खान-पीन क कछ चीज चनकर लखए-

जो एक-दो दन म खराब हो सकती ह

हत भर तक खराब नही हगी महीन भर तक खराब नही हागी वशष मौसम म मलन वाली खावत

भोजन को बबाद न कर-

चचा करए-

च को यानपवक दखए और फसल उगान क या एव भोजन बबाद न हो इस परसमह म चचा कजए

जस भोजन को लोग एक मनट म ही फ क दत ह उस उगाकर फसल बनान म महीनलग जात ह इसलए भोजन फ कन स पहल एक बार अवय वचार कर

अयास

1 ननलखत क उर लखए-

(क) भोय पदाथ क खराब होन का मख कारण या ह

(ख) भोय पदाथ क सरण क वधया कौन-कौन सी ह

(ग) नजलीकरण स आप या समझत ह

(घ) भोजन क गणवा को बनाए रखन क उपाय लखए

2 र ान क पत कजए-

(क) सभी जीव क लए आवयक ह

(ख) भोजन पर बठकर इस षत कर दती ह

(ग) ध को सरत करत ह

(घ) सजय को काटन स धोना चाहए

3 सही जोड़ बनाइए-

कालम lsquoअlsquo कालम lsquoबlsquo

क) भोय पदाथ को खा पदाथ को षत कर दत ह

(ख) फल को खान स पहल वषला होता ह

(ग) सषत भोजन धोना चाहए

(घ) फफद ढककर रखना चाहए

4 सही कथन क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का नशान लगाइए-

(क) फफद लगी ड को साफ करक खाना चाहए ( )

(ख) बाजार क खली ई चीज और कट फल नह खाना चाहए ( )

(ग) भोजन को बबाद नह करना चाहए ( )

(घ) भोजन को ढककर रखना चाहए ( )

पता कजए -

घर म भोय पदाथ को जीव स सरत रखना जरी ह च म कछ ऐस जीवदए गए ह पहचान कर नाम लखए-

9-हम और हमारी फसल

नहा अपन भाई क साथ तदन वालय जाती थी रात म उस धाान क लहलहातखत दखाई पड़त थ उस दखकर नहा बत खष होती थी उसक मन म सदव यहजासा रहती थी क य पौध इतन हर-भर कस दखाई पड़त ह फसल को उपजान मया-या काम करना पड़ता ह अपन मन क सारी जासा को उसन का म आकरअपनी षका स पछा

षका न सभी ब को बताया क य हर-भर पौध अनाज सजया फल आदकसान क कड़ी महनत स मलत ह कसान को lsquoअदाताlsquo भी कहत ह

आइए जान फसल उपजान क तरीक

कसी भी फसल (अनाज) को उपजान क लए सवथम म एव मौसम क जानकारीआवयक ह

म तरह-तरह

अलग-अलग खत स म एक करक दखए

म म क पहचान उगन वाली फसल

बलई म म क बड़-बड़ कण बाल तरबज खरबज बाजरा क माा अधक

चकनी म म क कण छोट बाल क ग चना मटरधान माा अपाकत कम

सट म महीन कण वाली म ग गा

दोमट म बलई म चकनी म धान कपास गा

तथा सट म मल जल

म क पहचान क बाद कसान उसक खदाई जताई गड़ाई नराई करत ह

मौसम क अनसार फसल क बआई

भारत क अलग-अलग भाग म अलग-अलग फसल होती ह य फसल वहा क म एवमौसम पर नभर करती ह पानी एव तापमान क आवयकतानसार फसल अलग-अलगसमय म बोई जाती ह ऋत (मौसम) क आधार पर फसल को तीन वग म बाटा गयाह-खरीफ रबी और जायद

च को दख और जान

बड़ स पता करए आपक इलाक म कौन-कौन सी फसल कस समय (मौसम) मअधक होती ह और य

म एव मौसम क अनप कसान बीज बोन का काम करत ह अनाज क व दानजनका योग अगली फसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलाता ह बीज दोकार क होत ह-

1-साधारण बीज- इस कसान वय तयार करत ह

2-उतशील बीज-इस तरह क बीज वानक वध ारा तयार कए जात ह इन बीजक योग स पदावार अ होती ह

आप भी चाट पपर पर अनाज क बीज को चपकाए एव उनक नाम लखए

उम बीज का चयन करन क बाद तयार म म उसक बआई क जाती ह

खत क लए सचाई एव खाद

अपन घरवालय म लग पौध को यान स दखए यद इन पौध म पानी नह डालाजाए तो या होगा पौध क उम व एव वकास क लए कम वध स जल दनक या सचाई कहलाती ह

पता करए कसान खत क सचाई करन क लए कौन-कौन स साधन का योग करतह

कसान अपन खत क सचाई करन क लए जल- तालाब झील नद क नलकपनहर आद स ात करत ह इस जल को अपन खत तक पचान क लए अनक साधनका योग करत ह जस-बड़ी ढकली मोट (घरनी) रहट चन प (य चालत प)आद

या आप जानत ह

आजकल सचाई क नई पत प (टपक) सचाई और कलर (छड़कन) सचाईका भी योग कया जा रहा ह टपक पत ारा पानी पौध क जड़ पर बद-बद वावपाइप आद स डाला जाता ह फल फल सजी आद क सचाई टपक सचाई कमायम स क जाती ह जबक ग मटर आद फसल क सचाई कलर (फौवारा)पत क ारा क जाती ह यह दोन सचाई सख या कम वशा वाल म अधक

योग क जाती ह यक इसम पानी क बचत होती ह और फसल अ होती हछड़काव पत बलई म क लए अयत उपयोगी ह

म को उपजाऊ बनान एव अ फसल ात करन क लए कसान अपन खत मखाद का योग करत ह खाद दो कार क होती ह-

जवक खाद उवरक या रासायनक खा

गोबर क खाद यरया

कोट क खाद अमोनयम सफट

(बकार साग-सजी पौध-पया आद) डीएपी (डाई अमोनयम सफट)

नीम क खली खाद जक सफट

मल-म क खाद यरट आफ पोटाश

कचए स तयार खाद (वम कोट)

जवक खाद क योग स म उपजाऊ होती ह फसल पर कोई हानकारक भाव नहपड़ता ह रासायनक खाद का योग करन स षआती साल म उपज यादा होती हपरत बाद म धीर-धीर भम बजर होन लगती ह अधक माा म इसका योग करन सभोजन म जहरील तव क माा बढ़ जाती ह जसस हम अनक बीमारया हो जातीह पष (गाय भस बकरी आद) ारा इन खा पदाथ का योग करन स व भीबीमार पड़ जात ह जो धा हम पीत ह उसक गणवा कम हो जाती ह ऐस म अवाय क लए जवक खाद ही उम ह हमारी सरकार भी जवक खाद बनान एवउसक योग करन पर जोर द रही ह

आप अपन खत म कौन सी खाद डालना पसद करग और य

कसान अपनी फसल क जानवर एव कट पतग स सरा भी करत ह कटली झाड़ीएव पौध क बाड़ आद बनाकर जानवर स रा करत ह कट-पतग एव रोग स बचानक लए आवयक माा म कटनाषक दवा का योग करत ह

कसान स जाकर पता करए क व अपन फसल क सरा कस कार करत ह

फसल क कटाई एव उसका भडारण

फसल पक जान क बाद उसक कटाई मड़ाई एव ओसाई मजर एव आधनक मशीनारा क जाती ह जसस अनाज क दान एव भसा अलग-अलग हो जात ह फर अनाजको धप म अ तरह सखाकर उस सरत ान पर रख दया जाता ह

ाचीन एव वतमान समय म फसल उपजान क या म परवतन अपन घर या गाव कबड़ बजग स पता करए क उनक समय म खती करन का तरीका या था अबआपक गाव क लोग खती कस करत ह

शका न ब को बताया क- समय क साथ खती करन क तरीकसाधन म बतअधक परवतन ए ह नई मषीन रासायनक खाद बीज आद क योग स कम समयएव म म खती करना अपाकत सरल हो गया ह

इह भी जान हरत ात (वश 1966-77) स कश उपादन क म ातकारीपरवतन आया इसका उय अ बीज खाद सचाई तथा आधनक य क उपयोगारा कश उपज म ती गत स व करना ह

आइए इस च क ारा समझ-

अयास

1 क उर लखए-

स ग और चन क बआई कस मौसम म क जाती ह

स वव जल दवस कब मनाया जाता ह

स आपको कौन सा मौसम सबस अा लगता ह

स टपक एव छड़काव सचाई पत का योग कहा और य कया जाता ह

स पौध म सचाई करन क लए जल कहा-कहा स ात करत ह

स रासायनक खाद क अपा जवक खाद अधक फायदमद ह य

2 दए गए शद स खाली जगह को भरए -

(दोमट उपजाऊ कटली झाड़ी टordfटर)

धान क फसल क लए म अ होती हखाद स म अधक हो जाती हआजकल खत जोतन क लए का योग कया जाता हजानवर स फसल क रा क लए का योग कया जाता ह

3 वग पहली म अधक स अधक अनाज क नाम ढढ़कर और उन पर गोल घराबनाइए-

ग ज रा म जौ

वा गी ट म

अ र ह र ग

चा व ल म फ

रा ज मा ग ली

4 आइए कर-

कसी फसल को उपजान म या-या या अपनाई जाती ह उह म सलखअपनी यारीगमल म पौधा लगाइए पौधा अ स बढ़ इसक लए आप याकरग यद कोई परशानी आ जाए तो उसका हल कस करग आपक गाव म फसल क सचाई क लए जो साधन य कए जात ह चबनाकर उनक नाम लखए

शक नदश-

फसल उपजान क नई तकनीक क वडयोलप ब को दखाई जाए ब कसाथ चचा कर क फसल उगान म या-या बदलाव आए ह और उसक या कारणहो सकत ह

10-पड़-पौध का भोजन

हम सबह उठन स लकर रात सोन तक कछ न कछ काम करत रहत ह जस- भोजनकरना खलना अपन दनक काय करना घर क अय काय करनाकल जाना आदजानत ह य सभी काय करन क श (ऊजा) हम कहा स मलती ह

आइए जान

सभी जीव-जत को ऊजा भोजन स मलती ह मजदार बात यह ह क कवल हर पौध हीअपना भोजन वय बनात ह मनय एव अय जीव जत अपन भोजन क लए पौध परनभर रहत ह इस हम चाट क ारा भी समझ सकत ह-

पौध म पोषण

वपोशी परपोशी

जो अपना भोजन वयबनात ह जस-हर पड़-पौध

परजीवी मतोपजीवी सहजीवी कटभी य सभी अपन भोजन क लए पड़-पौध एव अयजीव-जत पर आत होत ह

या आप जानत ह क पड़-पौध अपना भोजन कस कार बनात ह

पौध का भोजन-पड़-पौध अपना भोजन जमीन और हवा स ात करत ह जस कारहम अपना भोजन बनान क लए की सामी जस-चावल दाल आल मसाल तल एवअय सामी क आवयकता होती ह उसी कार पौध भी वभ मायम स अपनभोजन क लए की सामया ात करत ह जस-

की सामी ोत मायम

जल एव खनज लवण म जड़ ारा म स अवषोशत करक तना एव शाखाक मायम स पय तक पचाना काबन-डाई-आसाइड वायमडल पय ारा त सम र (टोमटा) ारा

पौध म भोजन नमाण क या-

पौध क हर भाग वषशकर उसक पय म पणहरतलोरोफल बीसवतवचीलससहोता ह लोरोफल सय क ऊजा को इका करन म पय क मदद करता ह इसया म

पौध वायमडल स काबन-डाई-आसाइड गस तथा जड़ ारा भम स जल व लवण कोअवषोशत कर भोजन (काबहाइडordfट) का नमाण करती ह सय क काश म भोजनबनान क या को काष सषण कहत ह इस हम इस कार स भी समझ सकत ह-

काश सषण का महव-

काष सलशण क या ारा बन काबहाइट का उपयोग पौध म तरत हो जाता हया वह अघलनषील मड (टाच) क प म पौध म इका हो जाता ह भोजन बनान कइस या म पौध आसीजन गस पण र (छ) ारा बाहर नकालत ह जो हमारवायमडल को श रखती ह आसीजन गस का योग सभी जीव-जत सास लन कलए करत ह पय ारा नमत भोजन पौध क वभ भाग जस जड़ तना पयअथवा फल म सचत कर लया जाता ह जड़ क ारा अवशोषत अतर जलपय स वाप क प म बाहर नकलता रहता ह इस या को वापोसजन कहत हपौध पय क इह छ ारा दन-रात सन या करत ह हमारी तरह सन याम आसीजन लत ह तथा काबन-डाई-आसाइड गस बाहर नकालत ह

सोचए-

यद काष सलशण न हो तो या होगा यद सय न हो तो या होगा यद पड़-पौध न हो तो या होगा

पौध म भोजन क अय वधया-बरसात क दन म आपन गोबर या कड़ क ढर परव क छाल पर छ जसी सरचना दखी हगी या बड़-बड़ व क तन षाखा एवपय स लपट रसीनमा सरचनाए सोचए इनम न तो पया रहती ह और न हीलोरोफल तो य-कस जीवत रहत ह य अपना भोजन कस बनात हग

आइए जान- कछ पौध अपना भोजन वय नह बनात य अपना भोजन मत एव सड़-गलपदाथ स हण करत ह उह मतोपजीवी कहत ह जस-ककरमा आद

आपक म इस तरह क पौध को या कहा जाता ह

ऐस पौध एव जत जो अपन भोजन क लए सर जीवत पौध एव जत पर नभररहत ह उह परजीवी कहत ह जस-अमरबल का पौधा आद जन पौध स व पोषणात करत ह उह परपोषी कहत ह

या आप भी अपन आसपास ऐस पौध को दखत ह जो सर व स लपट रहत ह उनक नाम बताइए

कट-पतग खान वाल पौध का ससार-

आपको यह जानकर आचय होगा क कछ पौध बत ही चतराई स अपन भोजन कलए कट-पतग को पकड़त और खात ह इन पौध क पया बत वच होती हऐस पौध दलदली भम या तालाब क समीप पाए जात ह जहा नाइोजन क कमी रहतीह य पौध अपन भोजन म नाइोजन क आवयकता कट-पतग को पकड़कर तथाउनको पचाकर परा करत ह य पौध ह-

1 वीनस लाई

इन पौध क पया चपट दो भाग म बीच स जड़ी रहती ह तथा उसक पया कनारस नकली होती ह उड़त ए कड़ जस ही पय पर बठत ह पय क दोन हस बदहो जात ह कड़ उसम कद हो जात ह पय स नकलन वाला पाचक रस उस गलादता ह तथा पौध ारा उस पचा लया जाता ह

2 नपीज

इस पौध को घटपण का पौधा पजबीमत सदज भी कहत ह यक इसक पयक आग वाला भाग लब घड़ क आकार जसा होता ह इसक ऊपर पी का ढकन लगारहता ह घड़ क ऊपर मीठा व खषबदार रस नकलता ह जसक कारण कट पतगउसक मख क पास आत ही फसल कर अदर चल जात ह और उसका ढकन बद होजाता ह

पौध एव जत क परर नभरता-

अब तक हमन जाना क पौध अपना भोजन वय बनात ह और सभी जत भोजन कलए पौध पर नभर रहत ह यद पौध न ह तो कसी भी जीव को भोजन नह मलगा

सोचए-

यद जगल म पड़-पौध क सया कम हो जाए तो खरगोश बकरी हरनआद(शाकाहारी) जीव पर या असर पड़गा यद शाकाहारी जीव क सया कम हो जाएगी तो मासाहारी जत का याहोगा यद शाकाहारी जीव क सया बढ़न लग तो

या आपन भी ऐस पौध को दखा ह जो कट पतग खात ह बड़ स पछकर उसक नामबताइए

इह भी जान-

शाक -सजी खान वाल जत -शाकाहारी मास-मछली खान वाल जत -मासाहारी पौध एव जत दोन को खान वाल जत-सवाहारी

इस कार हम दखत ह क भोजन क नभरता क आधार पर पौध स लकर मासाहारीजत तक क एक सीधी कड़ी बन जाती ह जस हम खा शखला ववक बपदकहत ह च को यान स दखए और बताइए - स हर पौध को कौन जत खा रहा ह

बकरी को कौन खा रहा ह

इस कार हमन दखा क खा शखला म यक जीव य या अय प स एक-सर स जड़ रहत ह इसक कसी भी हस म असतलन स परी शखला असतलत होजाती ह जसस परा पयावरण भावत होता ह इस कार खा शखला वभ जीवक सया को सतलत एव नयत रखती ह जो पयावरण सतलन म मदद करती हआइए इस करक समझ-

च क अनसार काड अथवा दयासलाई स आकत बनाइएनीच वाला कोई एक काड या दयासलाई खचए तो या होगाआकत न हो जाती ह

हमन जाना क पौध एव जत दोन ही एक-सर पर नभर ह पौध ारा नकलाआसीजन जत क लए तथा जत ारा छोड़ा गया काबन-डाई-आसाइडपौध को भोजन बनान क लए आवयक ह हम सभी क जरत परी हो इसक लएहम

अधक स अधक पौध लगाए पड़-पौध एव जत क रा कर पयावरण सरत एव सरत रख

अयास

1 न क उर लखए-

(क) कटभी पौध क नाम लखए

(ख) पड़-पौध हमार लए य उपयोगी ह

(ग) पौध एव जत एक-सर पर नभर ह कस

(घ) हर पौध को वपोशी एव जत को परपोशी कहा जाता ह य

2 सची lsquoकlsquo और lsquoखlsquo का मलान उनक उपयोगता क आधार पर करए-

सची lsquoकlsquo सची lsquoखlsquo

(जत) (उपयोग)

(क) भड़ खत क जताई

(ख) गाय अडा

(ग) बल ध

(घ) मग ऊन

3 नीच द गई तालका म षाकाहारी मासाहारी एव सवाहारी जत क नाम लख-

शाकाहारी मासाहारी सवाहारी

गाय शर कौआ

आइए कर-

अपन परवशीय जीव-जत क च को खोजकर एकत करए तथा आप भीएक खा शखला क कड़ी बनाकर का म टागए

कतना सीखा-2

1 सही मलान कर -

(क) धवा राीय पाक उराखड

(ख) रबी फसल क चआ

(ग) जवक खाद गजरात

(घ) जम काबट राीय पाक ग

(ङ) गर राीय पाक उर दश

(च) वम कोट गोबर क खाद

2 सही कथन क आग (स ) का तथा गलत कथन क आग (ग) का नशान लगाए -

(क) आदमानव जानवर क खाल को व क तरह पहनत थ ( )

(ख) सबस पहल आदमानव न धात क औजार बनाए ( )

(ग) गाय थम पालत पश ह ( )

(घ) चपको आदोलन क शआत सदर लाल बगणा जी न क ( )

(ङ) हर पौध अपना भोजन वय बनात ह ( )

(च) पौध एव जत सन म आसीजन गस हण करत ह ( )

(छ) पौध काश सषण म काबन-डाई-आसाइड गस लत ह ( )

3 ननलखत क उर लखए -

(क) दोमट म म उगन वाली फसल क नाम लखए

(ख) जवक खाद स या लाभ ह

(ग) रड डाटा बक स आप या समझत ह

(घ) वलत एव सकटत जीव क दो-दो उदाहरण लखए

(ङ) मती आदोलन या ह

(च) जगल स होन वाल अय लाभ बताए

(छ) भोय पदाथ क सरण क आवयकता य होती ह

(ज) भोजन बबाद न हो इसक लए या उपाय करग

4 सही वकप क सामन वाल व को काला कर -

1 भोय पदाथ क सरण हत रासायनक पदाथ का अधक उपयोग -

(क) लाभद ह (ख) हानकारक ह

(ग) वाद बढ़ान वाला ह (घ) खापन लाता ह

2 भोय पदाथ क सड़न म मय भमका नभात ह -

(क) फफद (ख) खमीर

(ग) जीवाण (घ) य सभी

5 अपन घर म सरत कए गए भोय पदाथ क सची बनाइए तथा उनक सरण कवधया लखए

6 र ान क पत कर -

(क) पौध क पया क कारण हरी दखाई पड़ती ह

(ख) जत म एक नत आय तक होती ह

(ग) अमरबल पौधा ह

(घ) का पौधा कटभी ह

(ङ) सभी जीव अपन पोषण क लए पर नभर ह

11-ऐस भी होत ह घर

ब आप मझ जानत ह मझ यार करत ह आप मर बना नह रह सकत आपवालय म होत ह या कसी घमन-फरन क जगह पर मझ याद करत ह म आधीवषा तफान सद गम स आपको सरा दता अब बता म कौन ठक सोचाम आपका यारा घर जहा आप अपना बत सारा समय बतात ह मरा इतहास बतपराना ह उतना ही पराना जतना क धरती पर सबका जीवन लोग न समह क प मएक जगह सरत रहन क लए मझ बनाया हर ाणी न अपन रहन क अनकल जगहऔर सरा को यान म रखकर अलग-अलग तरीक का घर बनाया इसलए मर कई पह आपन अपन आस-पास तरह-तरह क घर दख हग इनम स कछ घर क होत ह तोकछ घर पक कछ एकमजला या दोमजला होत ह तो कह-कह बमजला इमारतदखाई दती ह इन भता क अलावा और भी कई तरह क घर बनाए जात ह वशष क जलवायमौसम क आधार पर भी घर क वप या बनावट म अतर दखाईपड़ता ह अलग-अलग म घर बनान म य होन वाली सामी भी अलग-अलगहोती ह

बास का घर-

इस तरह क घर उन ान पर बनाए जात ह जहा बत अधक बारश होती ह ऐसान पर घर जमीन स 10-12 फट क ऊचाई पर बास क मजबत ख पर बनाए

जात ह बास अधक समय तक पानी म रहन पर भी सड़ता नह ह य घर अदर स भीलकड़ी क बन होत ह

बफ क घर-

ऐसी जगह जहा चार ओर कवल बफ ही बफ होती ह वहा लोग बफ क सलय कघर बनात ह ऐस घर को lsquoइलlsquo कहत ह ऐस घर क दवार अदर स छन पर ठडी तोलगती ह पर व बाहर गरती बफ और ठढ को अदर नही आन दती इसक अदरआग जलाई जाती ह जसस घर गम रहता ह

म क घर-

ऐस ान जहा बारश बत कम होती ह तथा अयधक गम पड़ती ह वहा लोग मक घर बनाकर रहत ह घर क दवार बत मोट होती ह म सय क गम स सखकरकठोर हो जाती ह मोट दवार क कारण गम घर क अदर नह आ पाती ह

तरत ए घर-

इस कार क घर लकड़ी क डग क भात बन होत ह य नाव क तरह पानी म तरतरहत ह इसलए इस तरत ए घर या हाउसबोट भी कहत ह

इस भी जान -

चीन म बत स लोग नाव पर बन घर म रहत खात-पीत और सोत ह यह अपन लएइसी पर सजया उगात ह और मगया भी पालत ह इन घर को lsquoसामपानrsquo कहत ह

पर क घर-

ऐस घर पवतीय म दखत ह इस कार क घर पर को काटकर उह एक कऊपर एक रखकर बनाए जात ह पर क ऊपर म और चन क पताई क जाती हपवतीय म बारश बत अधक होती ह तथा बफ भी गरती ह अतः ऐसी जगह परघर क छत सपाट नह बनाई जाती ह इन घर क छत ढलवा होती ह

घमत लोग क घर-

ऐस लोग जो हमशा एक जगह पर ायी प स नह रहत ह व इस कार क घर मरहत ह इह जहा ठहरना होता ह वहा य अपना घर अायी प स टट आद क मददस बना लत ह कभी-कभी लोग आवयकतानसार भी इस तरह क घर बनाकर रहत हजस बाढ़ या भक वाल म लोग ायः इस तरह क घर बनाकर रहत ह

इस भी जानए -

बना दवार क घर - अमजन क जगल म बत पानी बरसता ह तथा बत गम पड़ती हउमस स बचन क लए यहा क लोग ताड़ क पय को ख स टका कर बड़ीगोलाकार छत बनात ह इसम दवार नह होती ह यह छत बीच स खली होती ह

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) अयधक वषा वाल ान म क घर बनाए जात ह

(ख) पानी म तरत ए घर को कहत ह

(ग) स बन घर को इल कहत ह

(घ) चलत-फरत घर प स बनाए जात ह

2 घर हमार लए य जरी ह

3 हाऊसबोट सर घर स अलग ह कस

4 lsquoसामपानrsquo कस कहत ह

5 पवतीय क घर क छत तरछ य बनाई जाती ह

6 म स बन घर क या वशषता होती ह

7 lsquoबना दवार क घरrsquo कहा बनाए जात ह

8 या आपक यहा बफ क घर बनाए जा सकत ह यद नह तो य

ोजट वक -

अलग-अलग चीज जस म लकड़ी कपड़ क टकड़ रगीन कागज जत क डबमाचस क डबी पर क टकड़ ई आद का योग करक आप तरह-तरह क घर कामाडल तयार कर

12-आपदाए और उनस बचाव

इस बार इतनी बारश ई क गाव म बाढ़ आ गई गाव क सभी लोग न बचन क लएटल पर बन पचायत भवन म शरण ली

आपदा क आशका म क गई पव तयारी जानमाल क नकसान को कम कर सकती ह

आपदा का अथ होता ह-अचानक आन वाला सकट आपदा अचानक होन वाली वहघटना ह जसस सामाय जन जीवन अत-त हो जाता ह ायः हम सभी कसी नकसी सकट जस आधी तफान बाढ़ भक सड़क घटना आद क वषय म दखतया सनत रहत ह जब यही सकट ापक प ल लत ह तब य आपदाए कहलाती हआपदाए मयतः दो तरह क होती ह-

ाकतक आपदाए - ऐसी आपदाए जो कतजय होती ह ाकतक आपदाए कहलातीह जस - भक बाढ़ सखा ल आधी तफान शीत लहर बादल फटना वन म आगलगना वालामखी भखलन आद

मानवजनत आपदाए - ऐसी आपदाए जो मानवजय होती ह मानव जनत आपदाएकहलाती ह जस - आग षण अपराध दगा रासायनक घटनाए जनसयावोट भीषण रल घटना आद

चचा करए-

या कभी आपन या आपक कसी जानन वाल न ऐसी मसीबत का सामना कया हऐसी मकल समय म लोग को कस-कस तरह क राहत सामी क जरतपड़ती ह लोग असर एक जगह पर पास-पास य बसत ह या आपन कभी दखा ह क पास-पड़ोस क लोग न मलकर एक सर क मददक हो कब-कब और कस

लोग को कई बार ऐसी मकल का सामना करना पड़ता ह जसम जान-माल का भारीनकसान होता ह बत स लोग बघर हो जात ह ऐस समय म आपदा सत मवशष सहायता क आवयकता होती ह वतमान समय म वानक गत न इनका(आपदा का) सामना करन म मनय क बत सहायता क ह

ायः यह दखा गया ह क जब कभी भी आपदा आती ह तब वहा बचाव काय क लएसव थम ानीय लोग ही आग आत ह अतः ानीय लोग क लए आपदा सनपटन एव बचाव क तरीक को जानना आवयक ह आपदा आन पर हम कस कारबच सक और सर क भी जान बचा सक आपदा बन ारा हम यह जानन म मददमलती ह इस तरह क सकट क तय म हम मयतः तीन बात पर यान दनाचाहए-

सावत खतर क पहचान करनाआपदा स नपटन क तयारी जस- भोजन पयजल रोशनी आद क वाकरना आपदा क पात बचाव राहत एव पनवास काय

इसक अलावा इन आपदा स नपटन म सबस अधक महवपण ह- मनय क अपनीसझबझ धय तथा आपदा स सबत ली गई सावधानया वभ तरह क आपदास हम अपना बचाव नीच दए गए तरीक स कर सकत ह

भक - जसा क नाम स ही होता ह क भम क कापन को भक कहा जाता हयह एक वनाशकारी ाकतक आपदा ह अधक ती भक आन स जमीन हलन ककारण घर मकान पल आद गर जात ह इसस अयधक जन-धन क हान होती ह

भक स सरा -

भक क समय अगर आप मजबत इमारत क अदर ह तो वह बन रह कसीमजबत मज या डक क नीच छप जाए और उस मजबती स पकड़ ल कन बदहोन तक तीा करअगर परान व कमजोर भवन म ह तो सरत रात स बाहर नकलबाहर नकलन क लए लट का योग न कर सीढ़ का योग करखल मदान क तरफ जाए

आग - कई बार लोग क लापरवाही क कारण खत खलहान घर कान आद म आगलग जाती ह इसस बत यादा जन-धन क हान होती ह

आग स सरा -

आग वाल ान क समीप न जाएवलनशील वत स न खल तथा उस सरत ान पर रखआग लग ए ान स रगत ए बाहर नकल और मह ढक रहशरीर क कपड़ म आग लगन स दौड़ नह बक जमीन पर लटकर बार-बार उटपलट ताक आग बझ जाएआग लगन वाल ान पर चपल पहन कर जाएजलत ए टकड़ को सावधानी पवक फ क

आग बझान हत अन शमन य बाल पानी आद योग का कर

बाढ़ - कसी रहायशी का जलमन हो जाना बाढ़ कहलाता ह बाढ़ अयधक वषाक कारण आती ह अयधक वषा स इतना पानी इका हो जाता ह क वह रहायशीइलाक तक पच जाता ह कभी-कभी नद क बाध टटन स भी बाढ़ आ जाती ह

बाढ़ स सरा -

बाढ़ आन पर ऊच एव सरत ान पर जाएजब तक बत जरी न हो बाढ़ क पानी म न उतरजन ान पर बजली क तार गर ह उधर न जाएबाढ़ आन पर कसी भी कार क बजली क वच को न छएबाढ़ क सचना मलन पर घर क कमती सामान तथा महवपण कागजात कसीसरत ान पर रखतराक सीख तथा सखाएबाढ़ क बाद असर जल जनत रोग फलत ह उनस बचाव क उपाय कर

सोचए और बताइए -

कभी-कभी कछ इलाक म बकल बारश नह होती नद तालाब कए आद सब सखजात ह फसल क लए पानी नह मलता खत सख जात ह ऐस समय म वहा रहनवाल लोग को मदद क जरत होती ह आप ऐस लोग क मदद कर सकत ह सोचकरबताइए क आप अकाल म परशान लोग क मदद कस करग

कसी भी तरह क आपदात म लोग को कई कार क सहायता क आवयकताहोती ह सकट क त म यह बत महवपण होता ह क लोग क ताकालक

मलभत आवयकता जस- भोजन पयजल रहन का ान आद क वा कजाए इस काय क लए कई तरह क साए एव सरकारी सवा क ारा आपदापीड़त लोग क मदद क जाती ह

पता करए और लखए -

कसी मसीबत क समय आपको इनक जरत पड़ सकती ह इनस सक करन कलए आप इनक फोन न0 तथा पता लखए -

सबत सवा पता फोन न0

दमकल क

नजदक अताल

एबलस

नजदक पलस थाना

अयास

1 र ान क पत कजए -

(क) आपदाए मयतः तरह क होती ह

(ख) षण एक आपदा ह

(ग) भक क समय कसी इमारत स बाहर नकलन क लए का योग कर

(घ) कसी रहायशी का जलमन हो जाना कहलाता ह

(ङ) वत स न खल

2 ननलखत क उर लखए -

(क) आपदा का या अथ ह

(ख) कह दो मानवजनत आपदा क नाम लखए

(ग) बाढ़ एव सखा म या अतर ह

(घ) आपदा बधन कट म कौन-कौन सी सामी होती ह

(ङ) भक आन पर आप कस कार अपना बचाव करग

ोजट वक -

वभ कार क आपदा स नपटन हत एक आपदा बधन कट तयार कजए

13-जल ह तो कल ह

जल हमार जीवन क लए बत आवयक ह जल क बना जीवन सभव नह ह आपनदखा होगा क गम क दन म वभ ल पर लोग ारा पानी पलान क वा कजाती ह इस कार क वा को lsquoयाऊlsquo कहा जाता ह जसम आन-जान वाल रातपर कह-कह व पानी को घड़ म या अय बरतन म ढककर रखा जाता ह जहाकोई भी यासा आकर अपनी यास बझा सकता ह

चचा करए-

या आपक घर या आस-पास ऐसी वा ह या आपन रलव टषन बस टशन अताल या अय सावजनक ल परऐसी वा दखी ह

याय क सवधा क लए रलव और बस टषन पर पीन हत नल या पानी क टक लगीहोती ह ऐसी सवधा अताल म मरीज क लए होती ह पोल पप पर भी पीन हतपानी क वा रहती ह

अपन बड़ स बातचीत कर-

पहल मसाफर (आन-जान वाल लोग) क लए पानी क वा कस-कस तरहस क जाती थी

आजकल याा क दौरान लोग पीन क पानी क वा कस कार करत ह

लखए -

उन याकलाप क सची बनाए जसम आप पानी का उपयोग करत ह -

पड़-पौध तथा फसल को भी व तथा वकास क लए पानी क आवकता पड़ती हपौध को जन पोषक तव क जरत होती ह व पानी म घलकर जड़ ारा पौध कवभ भाग तक पचत ह

सचाई क ोत एव साधन-

खती क लए सचाई बत आवयक ह वषा क माा कम होन पर फसल को पयातमाा म पानी नह मलता जसस व सख जाती ह अ का उपादन कम हो जाता हअतः फसल क अ उपादन क लए उचत समय पर सचाई क आवयकता पड़तीह सचाई क लए कसान तालाब कआ नद आद स जल ात करत ह कआतालाब सचाई क परपरागत ोत ह आजकल अधक माा म पानी ात करन क लएनलकप का योग कया जाता ह नहर बनाकर सचाई क सवधा दान क जा रही हभमगत जल को नकालन क लए बजली चालत प का योग कया जाता ह

अपन आस-पास क खत म जाकर पता कर क सचाई क लए कन-कन साधन कायोग कया जाता ह उनक सची बनाए

बड़ स पता कर-

कस फसल को पानी क सबस अधक आवयकता होती हवह फसल कस उगाई जाती ह

सचाई म पानी क माा फसल क कार पर नभर करती ह कछ फसल को अधकपानी क आवयकता होती ह जस-धान कछ फसल म पानी क आवयकताअपाकत कम होती ह जस ग चना मटर सरस आद जबक कछ फसल को

पानी क साथ-साथ तज धप क भी आवयकता होती ह जस-ककड़ी तरबज खरबजाआद

अपन घर क बड़ क साथ कसी खत का मण कर वहा काय कर रह कसान सननवत ब पर चचा कर -

आपक खत म कौन सी फसल क पदावार क गई ह फसल क सचाई क लए जल कहा स ात करत ह कम सचाई वाली फसल एव यादा सचाई वाली फसल कौन-कौन सी ह सचाई क लए कौन-कौन स साधन का योग करत ह

भमगत जल का पनभरण-

lsquoजल ही जीवन हlsquo इस बार म सब बात करत ह लकन जल कहा स आता ह और इसकस एक करक रखना ह इसक बार म भी हम सबको सोचना आवयक ह

पहल लोग पानी क लए नदय एव झील क अलावा तालाब और क पर नभर रहतथ परत आजकल लोग बजली चालत मषीन का योग यादा कर रह ह औरपारपरक तौर-तरीक स र होत जा रह ह हडप बवल (नलकप) बोरवल कारा भमगत जल को लगातार नकाला जा रहा ह इसका परणाम यह होता जा रहा हक लोग जमीन स पानी तो नकालत जात ह लकन जमीन क अदर पानी क तर कोबनाए रखन का उपाय नह करत

यद भमगत जल को लगातार नकालत रह तो आन वाल समय म सभी को जल ककमी का सामना करना पड़गा यप बारष यक वष होती ह परत पानी उतनी तजीस भम क अदर नह जा पाता और उसका बड़ा हसा ऊपरी सतह स होकर नकलजाता ह इस कारण जमीन म पानी का तर पनः उस तर को ात नह कर पाता लोगइस नह समझ पा रह ह जसक कारण पानी क समया पदा हो रही ह

आज जल सरण क कई तरीक अपनाए जा रह ह हम पारपरक तौर-तरीक को भीअपनाना होगा जसस वषा का पानी एक कया जा सक परान तालाब एव क को

फर स जीवत करना होगा शहरी म लोग को अपन घर क छत स बारश कापानी जमा करन क वा करनी होगी अपन आस-पास वषा क जल को जमीन कअदर पचान का यास करना होगा इसक अतर जल का सावधानीपवक उपयोगकरक हम वय क तर पर भी जल का बचाव कर सकत ह जस-

जतन पानी क आवयकता हो उतना ही उपयोग करनल को इतमाल करन क बाद बद कर दटपकत या रसत नल क मरमत तरत कराएश करत समय नल को खला न छोड़रसोई घर म बाट या टब म बतन धोएपानी क बोतल म बच ए जल को फ कन क बजाए उस पौध म डाल दतालाब नदय एव क क जल को शत न कर उसम कचरा ना फ क

इस भी जान- सचाई क लए प (टपक) या कलर (छड़काव)वध का योग करनाचाहए जसस पानी का खच कम हो

जल सरण को लकर सभी को जागक होना चाहए यह सब लोग क एकजट यासस ही सव ह

चचा करए-

सीमा क मोहल म दो परान कए ह जो अब सख गए ह उसक दाद बताती ह कलगभग 15-20 साल पहल तक उसम पानी था या कए सखन क ननलखत वजहहो सकती ह-

कई जगह मषीन लगाकर जमीन का पानी नकाला जा रहा हपड़ क आस-पास और पाक म जमीन को सीमट स पका कर दया गया हतालाब जसम बारष का पानी इका होता था अब नह रह

या आप कोई और भी कारण बता सकत ह

भमगत जल क कमी क कारण-

जनसया व क कारण भजल क बढ़ती माग ससचाई एव औोगक काय क लए मषीन का योग करन सतालाब पोखर जस- जल क ाचीन साधना का रख-रखाव न होन सघरल काय क लए प स जमीन क अदर स अधक पानी नकालन सवषा क जल को एक न करन स

ाचीन काल स ही जल क महा उसक सफाई और उसक ोत-कए तालाब नहरबावड़ी इयाद का नमाण जनता क भलाई का काय समझा जाता था भारतीय शासकजल क महव और सरण क त जागक थ मौय काल म लोग जल क महव सभली-भात परचत थ और जल बधन क उम वा थी चगत मौय करायपाल पयगत न सदशन झील का नमाण करवाया साट अशोक न जगह-जगहपर कए खदवाए याऊ बनवाए गत शासक क ारा भी जल क सरण का कायकया गया साट कदगत न सदशन झील क पननमाण का काय करवाकर लोग कजल सकट को र कया सतनत काल म फरोजशाह तगलक ारा कए एव जलाशयक साथ कई बड़ी नहर का भी नमाण करवाया गया

भमगत जल क पनभरण क वधया-

जल क कमी को र करन क लए आवयक ह lsquoजल का सचयन एव पनभरणlsquo कयाजाए यद हम वषा क जल को एक कर भमगत जल क प म पनभरण करत ह तोहम जल क कमी का सामना नह करना पड़गा

वषा क जल को भमगत जल म सचयन एव पनभरण क अनक वधया ह-

तालाब म वषा का जल एक करनाछत स ात वषा क जल को पाइप क मायम स टक म एक करना

पनभरण गडढ़ क ारा जल सचयन करनानलकप ारा छत स वषा क जल को एक करना पट या ग ारा छत क वषा क जल को एक करना

अयास

1 क उर लखए-

(क) याऊ कस कहत ह

(ख) खती क लए सचाई क आवयकता य पड़ती ह

(ग) सचाई क लए कन-कन साधनो का योग कया जाता ह

(घ) भमगत जल क कमी क कारण लखए

(ङ) भमगत जल क पनभरण क वधया कौन-कौन सी ह

2 पता कजए-

या आपक घर या कल क आस-पास तालाब कआ या बावड़ी बनी ह इस दखनजाए और पता कर-

यह कतना पराना ह इस कसन बनवाया ह इसम पानी साफ ह या नह इसका पानी सख तो नह गया ह यद सख गया ह तो कस कारण स

3 आपक आस-पास सचाई क लए जल कहा स ात होता ह उनक च दए गएबास म बनाए और नाम लख -

14-जल क गण एव जल षण

आपन दखा होगा यद जमीन पर पानी गर जाए तो वह एक जगह र रहन क बजायआस-पास फल जाता ह पानी म बहन का गण होता ह इस तरह क पदाथ को तरलपदाथ कहत ह पानी का कोई अपना आकार नह होता ह पानी जस भी आकार कबतन म रखा जाता ह यह उसका आकार ल लता ह

करक दखए-

कटोरी एव गलास म पानी क समान माा डालकर दख पानी का आकार कसाहो जाता ह

पानी कटोरी एव गलास क आकार का हो जाता ह पानी जो जगह घरता ह वह उसकाआयतन कहलाता ह तरल पदाथ को उनक आयतन ारा मापा जाता ह इसक मापइकाई लीटर होती ह

पानी क घलनशीलता-

गमय म हम शबत पीत ह शबत चीनी को जल म घोलकर बनाया जाता ह

या जल म सभी पदाथ घल जात ह

आइए पता लगाए-

काच क चार गलास ल यक को जल स आधा भर नमक चीनी चाक पाउडर तथारत अलग-अलग गलास म डालकर चमच स मलाए और दख

नमक तथा चीनी जल म घल जात ह चाक पाउडर तथा रत जल म नह घलत ह ऐसपदाथ जो कसी व म घल जात ह जस - नमक चीनी आद उनको वलय पदाथ कहतह वलय पदाथ जस व म घलत ह उस व को वलायक कहत ह कछ पदाथ ऐस भीहोत ह जो व म नह घलत ह उह अवलय पदाथ कहत ह जस- चाक पाउडर रतआद व म कसी वलय पदाथ क घलन पर वलयन बनता ह

ननलखत सारणी को परा कर-

पदाथ का नाम जल म वलय जल म अवलय कस जाना

1 चीनी

2 लकड़ी का बरादा

3 फटकरी

4 मोम

5 लोह क छलन

वलय पदाथ को शी घोलन क लए व को हलाना पड़ता ह कसी वलय पदाथ कोदान क प म तथा पाउडर क प म लन पर कौन शीता स घलता ह

याकलाप -

दो परखनलया ल यक को जल स आधा भर द एक परखनली म आधा चमचदानदार चीनी डाल सरी परखनली म आधा चमच पसी चीनी डाल दोन परखनलयको हलाए या होता ह पसी ई चीनी शीता स घल जाती ह

पाउडर क प म पदाथ शीता स घलत ह

या जल क नत आयतन म चीनी क कोई भी माा वलय ह

याकलाप-

एक परखनली को जल स आधा भर इसम आधा चमच चीनी डालकर हलाए चीनीक माा बढ़ात जाए या होता ह एक नत माा क पात चीनी का घलना बदहो जाता ह अब परखनली को गम कर या होता ह चीनी क और थोड़ी माा घलजाती ह वलायक क ताप म व होन पर वलय क अधक माा घल जाती ह

कछ ऐस भी पदाथ ह जो जल म अवलय ह परत अय व म वलय ह जस - मोम वतारकोल जल म अवलय ह कत म क तल तथा पोल म वलय ह

करक दखए -

एक कटोरी ल उसम थोड़ा पानी डाल फर उस पानी म तल क कछ बद डालएअब उनको चमच क सहायता स मलान का यास कजए या होता ह

आपन दखा होगा क अयत कोशश क बाद भी पानी और तल आपस म नह मलहग ऐसा इसलए होता ह यक समान कत वाल पदाथ समान कत वाल पदाथम ही घलत ह पानी और तल क कत वपरीत होती ह जस कारण स पानी और तलआपस म नह घलत ह

करक दखए-

एक बड़ी कटोरी ल उसम थोड़ा पानी भर अब कछ छोट पर क टकड़ लोह ककल पानी क सतह पर रख आप या दखत ह

आपन दखा क पर क टकड़ कल पानी क सतह पर नह तरत ह बक डब जात हजो वतए पानी म नह घलती ह व या तो पानी म तरती ह या व डब जाती ह जो वतएपानी स हक होती ह व पानी क सतह पर तरती ह जबक जो वतए पानी स भारीहोती ह व पानी म डब जाती ह

जल षण-

जल म घलनशीलता क गण क कारण कछ ऐस पदाथ पानी म मल जात ह जस साबनकड़ा-कचरा आद जो पानी को षत करत ह इस कार जल क षत होन को जलषण कहत ह इनक कारण पानी म समजीव पनपत ह जो बीमारय का कारण होतह

अपन आस-पास दखो क जल कन कारण स षत हो रहा ह

कारखान स नकला आ अपश पदाथ नदय म छोड़ा जाता ह जसस नदय काजल षत हो जाता ह कष काय हत उपयोग म लाए जान वाल कटनाशक भी जलषण का कारण होत ह मानवीय याकलाप जस नद तालाब आद म कपड़ धोनापश को नहलाना वय नहाना आद क कारण भी नदय और तालाब का जलषत होता ह इस जल का योग हम अपन दनक जीवन क वभ काय म करत ह

पता कजए-

घरवालयपड़ोस क लोग पानी कस एकत करत ह जहा पानी रखा गया ह वह जगह कसी ह जस बतन म वह पानी एकत करत ह या वह ढक होत ह या नह यद पानी का बतन नह ढका होता ह तो उसम पानी कसा दखता ह या आप ऐस पानी को पीना पसद करग

गद जगह पर खल बतन म रखा आ पानी हम पीना पसद नह करग ऐस पानी म रोगफलान वाल कटाण होत ह जो पानी को षत कर दत ह य कटाण नगी आख या हडलस स दखाई नह दत ह इह दखन क लए वशष उपकरण या य क आवयकता

होती ह जस समदश कहत ह ऐसा पानी हमार वाय क लए हानकारक होता हषत पानी को पीन स हम वभ कार क बीमारया हो सकती ह

आइए जान-

षत जल स होन वाली बीमारया उनक लण एव बचाव क तरीक-

इसक अतर जल स होन वाली अय बीमारया ननवत ह-

मलरया-

यह रोग मादा एनाफलीज मर क काटन स होता ह जो इस परजीवी को मनय कशरीर म छोड़ता ह इसम रोगी को सद और सर दद क साथ बार-बार बखार आता ह

बचाव-

मर को पनपन स रकअपन घर तथा घर क आस-पास गदा पानी न इका होन दमरदानी का उपयोग करऐस कपड़ पहन जो शरीर क अधकाश भाग को ढक सक

उपचार -

रोगी क डाटर स जाच कराई जाए

इस भी जान-सनकोना व क छाल स कनन नामक औषध ात क जाती ह इसऔषध का उपयोग मलरया क उपचार म कया जाता ह

डग -

डग बखार एडीज मर क काटन स फलता ह एडीज मर को टाइगर मर भीकहत ह यह मर हमार घर क आस-पास साफ व क ए पानी म पनपता ह डगक बखार म रोगी को ठड लगन क साथ तज बखार आता ह शरीर पर लाल चक होजात ह जोड़ म दद रहता ह

बचाव -

अपन घर क आस-पास अनावयक पानी एक न होन द यक एडीज मर क एसाफ पानी म ही पदा होत ह कलर पय एव जानवर क पानी पीन क बतन औरफलदान आद का पानी कछ दन बाद एक बार खाली करक पनः भर परी बाह वालकपड़ पहनन चाहए जसस शरीर का अधक स अधक भाग ढका रह मरदानी कायोग करना चाहए

उपचार -

रोगी को दद एव बखार कम करन क कोई भी दवा वय नह लनी चाहए यह दवाएवाय क लए हानकारक हो सकती ह डाटर क सलाह स ही दवा का योग करनाचाहए

चकनगनया -

यह रोग चकनगनया वषाण (वायरस) ारा होता ह यह वायरस एडीज मर ककाटन स फलता ह यह मर दन क समय काटत ह इसम रोगी को जोड़ म दद क

साथ तज बखार होता ह इसक अतर सर दद थकान जोड़ म सजन शरीर परचक आद लण भी हो सकत ह

बचाव-

मरदानी का योग करअपन आस-पास पानी एकत न होन दसमय-समय पर कटनाशक का छड़काव कराए

उपचार-डाटर क सलाह ल

पानी पीन क सही तरीक पर नशान लगाइए -

चचा करए-

खल क का पानी य नह पीना चाहए घड़ स पानी नकालत समय कन बात का यान रखना चाहए घर और कल म पीन क पानी का सह कस तरह करना चाहए

पानी को पीन योय कस बनात ह

पानी को पीन योय बनान क लए सबस अा उपाय पानी को उबालकर ठडा करकछानना ह इसस सभी रोगाण न हो जात ह शहर और कब म पीन का पानी बड़ी-बड़ी पानी क टकय म सह कया जाता ह इस पानी म लीचग पाउडर डालकर औरश कर जल क आपत क जाती ह इसी कार कए क पानी म लाल दवा (पोटशयमपरमगनट) मलाकर पीन क योय बनाया जाता ह जस तरह वषा का जल म क पतस छनकर श हो जाता ह उसी तरह षत पानी को छानकर योग योय बना सकत ह

अयास

1 सही वाय पर (uuml) का च तथा गलत वाय पर ( ग) का च लगाए-

(क) मोम पानी म घल जाता ह ( )

(ख) जल षण का एक कारण कारखान स नकला आ कचरा भी ह ( )

(ग) जानवर को नदय म ही नहलाना चाहए ( )

(घ) खत म डाल गए कटनाशक पदाथ जल को षत करत ह ( )

(ङ) तल पानी म घल जाता ह ( )

(च) वलय और वलायक मलकर वलयन बनात ह ( )

(छ) पानी क ोत क ान पर बतन धोन तथा जानवर को नहलान स

पयजल षत हो जाता ह ( )

2 सोचए और लखए-

(क) वलय और वलायक स आप या समझत ह

(ख) वलयन या ह

(ग) जल षण कन कारण स होता ह

(घ) षत जल स हमार वाय पर या भाव पड़ता ह

(ङ) कह दो चीज क नाम लखए जो पानी म घल जाती ह

(च) लोह क कल पानी म य डब जाती ह

(छ) षत जल स होन वाली कह दो बीमारय क नाम व उनक लण लखए

(ज) पीन का पानी व हो इसक लए हम या सावधानया रखनी चाहए

3 पानी क एक भर बतन म तालका म द गई चीज एक-एक करक डालए और दखएया होता ह-

पानी म डाली ई चीज तरती ह डबती ह

पी खाली कटोरी माचस क तीलीसाबन क टकयालाटक क खाली बद बोतलपानी स भरी ई लाटक क बद बोतललकड़ी का टकड़ा

15-याा

चदन अपन खत म काम कर रहा था तभी उसका दोत सरज आया वह भी उसक कामम हाथ बटान लगा जब काम परा हो गया तो दोन दोत एक पड़ क नीच बठकर खानाखान लग खान खात और बातचीत करत समय सरज बोला म चदन-म शहर गया थाशहर म गाड़य का मला लगा ह मल म मन टटर दखा यद हम टटर खरीद ल तोखती करना आसान हो जाएगा सरज न चदन को शहर जान क लए तयार कर लया

अगल दन चदन और सरज न शहर जान क लए एक बस पकड़ी उनक बस रात मएक ढाब पर क ताक बस क याी कछ जलपान कर ल जलपान करक दोन दोतबस म बठन ही वाल थ क तभी एक सदर सी बस उनक बस क पास आकर कसरज न ाइवर स जासा स पछा क यह बस अयत सदर ह तब ाइवर न उहबताया यह सी0एन0जी0 बस ह यह सी0एन0जी0 स चलती ह इसम डीजल नहपड़ता इसस षण भी कम होता ह

सरज और चदन आपस म बात करत शहर पच सरज न शहर पचकर सीध मल वालान क लए रा लया मल म कानदार स टर क बार म पयात जानकारी लदोन दोत को टर बत पसद आ रहा था परत टर का मय यादा था उनदोन क पास उतन पय नह थ दोन क आपस क बात कानदार न सनी तो वहबोला-भइया आप टordfटर कत पर ल लो फर यह सनकर दोन दोत म उसाह आगया उहन टर खरीद लया अब उनक सामन समया थी क टर को गाव कस ल

जाए कानदार न कहा- आप दोन परशान न ह मरा म रहीम क चलाता ह वहटर को गाव पचा दगा यह सनकर सरज और चदन बत खश हो गए

कानदार न चदन और सरज को यह भी बताया क इस टर स आपको खती करन मबत आसानी होगी कम समय म आप यादा काम कर सक ग टर डीजल स चलताह इसका खचा भी कम आएगा

डीजल एक कार का धन ह जो पोलयम को कई चरण म ठडा करन स एक चरणम बनता ह इसका उपयोग वाहन मशीन सय आद को चलान म कया जाता ह

कानदार न अपन म रहीम स टर को गाव पचान को कहा टर म रहीम कसाथ सरज और चदन भी बठ गए अब दोन दोत न कानदार को धयवाद दया औररहीम क साथ गाव क ओर रवाना ए रात म चदन और सरज का रहीम भी म बनगया और वह बोला तम दोन चता मत करो म तम दोन को टर चलाना सीखा गातीन म क बातचीत म शहर स गाव का सफर कब कट गया पता ही न चला

चदन और सरज जब क स टर लकर गाव पच गाव क सभी लोग उसकतापवकइक हो गए यक उनक गाव म पहला टर था सभी न उन दोन दोत को बधाईद चदन स रहीम बोला-म अब मझ शहर वापस जान क इजाजत दो तब चदन औरसरज मकराए और रहीम स बोल-म रहीम तमन हमारी बत सहायता क ह हमतह ऐस न जान दग तम खाना खाकर आज रात आराम करो अब कल जाना

रहीम दोन म क यार को दखकर गाव म क गया रात म सभी खा-पीकर बातचीतकरत सो गए अगल दन रहीम न नाता कर चदन और सरज स शहर जान क अनमतमागी और कहा क म जद ही आकर तम दोन को टर चलाना सखाऊगा

या आपन कभी बस टर म याा क ह बसटर चलान क लए कौन सा धन डालत ह

या आप जानत ह क पोलडीजल कहा स आता ह

कछ दन बाद रहीम कटर स गाव आया उस दखकर चदन और सरज बत स एउसका वागत कया चदन बोला-म रहीम तम खा-पीकर वाम करो तब तक हमदोन खत पर काम नपटाकर आत ह खत पर जद-जद काम करक दोन दोत जबघर पच रहीम उनका इतजार कर रहा था रहीम न फर टर टाट कया और चदनऔर सरज को टर सीखाना श कया कछ ही दन म महनत और जोश क साथसरज और चदन न टर चलाना सीख लया टर चलाना सीखकर दोन बत सथ अब रहीम न उनस शहर जान क अनमत मागी रहीम न दोन को शहर आन कानमण भी दया

चदन और सरज टर स खती करन लग उनक लए खती करना अब आसान हो गयाथा दोन क महनत रग लाई फसल बत अ ई दोन न मलकर फसल काटऔर टर पर फसल लादकर शहर चल दए शहर पचकर मडी म फसल को बचाइसक बाद दोन न रहीम क घर क ओर ान कया रहीम उह दखकर बत सआ उसन क चलाना छोड़ दया था अब रहीम कार स मसाफर को घमाता था यहीउसका रोजगार था

रहीम न चदन और सरज का टर अपन घर पर खड़ा करा दया दोन को अपनी कारम बठाकर शहर घमान चल दया उसन दोन को शहर क मख जगह को दखायारात म चदन न रहीम स पछा-म या यह कार डीजल स चलती ह तब रहीम बोला-नह म यह कार पोल स चलती ह कछ कार डीजल और सी0एन0जी0 स भीचलती ह चदन और सरज न रहीम स सी0एन0जी0 स चलन वाली बस दखी ही थीउहान कार भी दखन क इा जाहर क रहीम उनको कार क कान पर ल गयाजहा सी0एन0जी0 स चलन वाली कार थी सी0एन0जी0 क कार दखकर चदन नकानदार स सी0एन0जी0 क बार म पछा क यह या ह तब कानदार न बतायासी0एन0जी0- (सपीडत ाकतक गस) एक ाकतक गस ह

इस भी जानो-

सी0एन0जी0 200-250 क0ाम क सकचत दबाव म गसीय अवा म वाहन मधन क प म उपयोग म लाई जाती ह इसका उपयोग मयतः वाहन म होता हसी0एन0जी0 क अवयव ह-मीथन धन और ोपन यह गस रगहीन एव गधहीन होतह यह हवा स भी हक होती ह

सी0एन0जी0क उपयोग स हम बत स लाभ भी ह जस-

सी0एन0जी0 का उपयोग डीजल तथा पोल इजन दोन वाहन म कया जासकता हसी0एन0जी0 स षण काफ कम फलता हपोल और डीजल वाली गाड़य क तलना म सी0एन0जी0 का खचा कम होताहपयावरण क लए सी0एन0जी0 गस अ मानी गई ह पोल और डीजल कतलना म यह काबन डाईआसाइड नाइोजन आसाइड और आरगनक गसकम उसजत करती ह

सरज और चदन कानदार स नई-नई जानकारी पाकर बत खश ए इसक बाद रहीमदोन म क साथ अपन घर आया रात म तीन मलकर शहर म जो नया दखा थाऔर नई-नई जानकारी ात कए थ उसी पर बातचीत करत रह थ चदन और सरज नफर अपन म रहीम स गाव जान क अनमत मागी इसक बाद दोन दोत खशी-खशीगाव आ गए

अब आप अपन बड़ स पता करए -

पोल डीजल और सी0एन0जी0 स कौन-कौन स वाहन चलत ह इन वाहन का मय या ह षण कम करन क लए कौन स धन का योग वाहन म करना चाहए

धन बचाए-

तल का भडार सीमत ह इस अपन ब क लए बचाए यक बद स यादा लाभ लजब गाड़ी रोक तब इजन बद कर

अयास

1 ननलखत क उर दजए -

(क) गाड़ी चलान क लए कौन-कौन स इधन का योग होता ह

(ख) सड़क पर वाहन क बढ़ती सया स या-या परशानी होती ह

(ग) वाहन क बढ़ती सया स आई परशानय को कम करन क कछ तरीक सझाइए

2 नीच कछ वाहन क च दए ह च दखकर उनक नाम और व वाहन हमार कसकाम म आत ह लखए-

नाम काम

3 पता करक लखए-

स आपक शहर म पोल और डीजल क कमत या चल रही ह

कटर म कौन सा धन डाला जाता ह पोल और डीजल क कमत य बढ़ती जा रही ह

आपक घर म कस-कस काम म कतना पोलडीजल खच होता ह पोलडीजल क योग पर आप लोग को कस जागक करग

4 नीच दए च म दखाए ान पर आप अपन घर स कस जाना चाहोग उसका

नाम बास म लखए -

5 (क) अपन बड़ स पछए आज स 40 साल पहल लोग कन साधन स आत जातथ या तब भी यही सब साधन थ जो आजकल आप दखत ह

(ख) अब आप अनमान लगाओ क आज स पीस साल बाद लोग आन जान क लएकस कार क वाहन का उपयोग करग

कतना सीखा-3

1 सही मलान कर -

समह lsquoकrsquo समह lsquoखrsquo

2 अपनी पसद क घर का च बनाकर उसम रग भरए

3 द गई वग पहली म कछ आपदा क नाम छप ह उनक नाम ढढए

आ वा ला म खी

धी द ल च ग

स गा भ क प

ना द ष बा

मी प आ ग ढ़

4 या कर या न कर -

या कर या न कर

(क) अगर बाढ़ आ जाए

(ख) अगर भक आ जाए

(ग) अगर आग लग जाए

5 ननलखत क उर लखए -

(क) भमगत जल पनभरण स आप या समझत ह

(ख) सचाई क कह दो पररागत साधन क नाम लखए

(ग) पानी क बचत हम कस कर सकत ह

(घ) सीएनजी क अवयव लखए

(ङ) षण कम करन क लए कौन स धन क वाहन का योग करना चाहए

(च) वाहन म योग होन वाल दो धन का नाम लखए

6 र ान क पत कजए

(क) पानी पदाथ होता ह

(ख) पानी म का गण होता ह

(ग) मोम म अवलय ह

(घ) कए क पानी म मलाकर पीन योय बनाया जाता ह

(ङ) सहायता स खती करना आसान हो गया ह

7 कह दो चीज क नाम लखए जो म क तल म घल जात ह

8 यद एक नत माा क बाद चीनी पानी म नह घलती ह तो और चीनी घोलन कलए आप या करग

16- बीज ही बीज

अपन आस-पास पड़-पौध पर लग आम अमद बर टमाटर पपीता मटर इमलीआद फल व सजय को दख इनम बीज ममक होत ह या सभी फल म समानसया म बीज ह कछ फल जस-आम बर जामन म एक बीज होता ह जबक इमलीपपीता अमद टमाटर आद म अनक बीज होत ह

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल

एक बीज वाल और अनक बीज वाल फल का नाम द गई तालका म लखए-

अनक बीज वाल फल एक बीज वाल फल चचा करए -कछ फल एक बीज वाल और कछ अनक बीज वाल होत ह इह बीज क दान को बोकर पनः इनक फसल पदा क जाती ह धान मका ग चना आद क फसल पदाकरन क लए उनक दान म म बोए जात ह अनाज क व दान जनका योग अगलीफसल उगान क लए कया जाता ह बीज कहलात ह बीज का भडारण उचत ढग सकरना चाहए नह तो य खराब भी हो सकत ह या आप जानत ह क बीज कस खराबहो जात ह आइए दख और समझ-

चह घन व अय कट बीज को खराब कर दत ह जब कसान इन बीज को खत मबोता ह तो जो बीज अ होत ह व अकरत हो जात ह और जो खराब होत ह वअकरत नह होत ह अ और खराब बीज क पहचान कस करत ह सोचइ औरबताइएखराब बीज क पहचान कस करग आओ कर और समझ -

आधा गलास पानी ल इसम कछ सम क बीज डाल या दखत ह

आइए दख-

दो कटोरया लदोन कटोरय म पानी स भीगी ई ई रखपहली कटोरी म सम क व बीज रख जो गलास क पानी म तर रह हसरी कटोरी म सम क व बीज रख जो पानी म नीच डब ए हदो दन बाद दोन कटोरय क बीज को दख

या दखत ह

आपन दखा क गलास क पानी म कछ बीज ऊपर तर रह ह य खराब बीज ह कछबीज पानी म नीच डब ए ह य अ व परपव बीज ह यही बीज ही अकरत होत हहमार दश म अ व परपव बीज पदा करन क दशा म काफ गत ई ह

पानी म डालन पर जो बीज ऊपर आ जात ह व खराब बीज होत हखराब बीज अकरत नह होत हअ और परपव बीज ही अकरत होत हकछ बीज नट भी हो जात ह

बीज क सरचना कसी होती ह

चलए बीज को बाहर और अदर स दखकर उसको जाच-परखभीग ए चन या सम का बीज ल इनक बाहरी आवरण बीजचोल ममक वज कोसावधानी स हटाए या दखत ह दो हक पील रग क सरचनाए दखाई पड़ती ह इहबीजप कहत ह इस भी खोल

दोन बीजप को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस भरण मउइतलवकहत ह इसका नचला सफद भाग मलाकर तथा ऊपरी नकला भाग ाकरकहलाता ह

इस भी जानए -

मलाकर स जड़ तथा ाकर स तना बनता ह

अकरत बीज क य भाग बीजप स अपना भोजन ात करत हबीज का अकरण-आपन अपन घर म धान ग सम चना मटर आद क बीज को दखा ह या आपनइसम कभी अकरण होत ए दखा ह इनम अकरण कब और कस होता ह

बीज क अकरण क लए आवयक परतया-

एक बीकर या गलास म 23 भाग उबालकर ठडा कया आ पानी ल (जससपानी म घली वाय नकल जाए)सम क तीन अ बीज को च क भात कसी लकड़ी या लाटक क प परधाग स बाधपानी क सतह पर तल क कछ बद डाल (पानी क सतह पर तल डालन पर पानीका वापन नही होगा और बाहर क वाय पानी म घल नही पाएगी)

तदन इसका नरीण करत ए बीज म हो रह बदलाव को लख-पहल दन सर दन तीसर दन चौथ दन सोचए और बताइए-

प म सबस नीच बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो यप म सबस ऊपर बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य प क बीच म बधा बीज अकरत आ यद हा तो य यद नह तो य बीच वाला बीज ही अकरत य आ बीच वाल बीज को हवा पानी व उचत ताप तीन ात आ इसलए यह अकरतआ

सबस नीच वाल बीज को पानी तो मला परत हवा व उचत ताप नह मलन सयह अकरत नह आ पानी म लगातार रहन क कारण यह खराब भी हो गयासबस ऊपर वाल बीज को हवा व उचत ताप तो मला परत पानी नह मलन सयह अकरत नह आ

बीज स नह पौध का बनना बीज का अकरण कहलाता ह

बीज क अकरण क लए हवा पानी तथा उचत ताप आवयक हभ-भ पौध को उगान क लए भ-भ परतया तथा जलवाय कआवयकता होती ह

आइए करक दख-

चन क कछ दान और तीन कटोरया लपहली कटोरी म चन क चार-पाच दान डाल और कटोरी को पानी स भरसरी कटोरी म उतन ही चन भीगी ई ई या कपड़ म लपटकर रख यान रहकपड़ा या ई सखन न पाए

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) बीज क अदर ऐसा या होता ह जसस पौधा बनता ह (ख) नह पौध को बढ़न क लए कन परतय क जरत होती ह (ग) अ और खराब बीज क पहचान कस क जाती ह (घ) भीग चन को भीग कपड़ म बाधन पर उसका अकरण तज होता ह ऐसा य 2 क चार वकप दए गए ह सही वकप क सामन बन व को काला कजए -

बीज क अकरण क लए आवयक ह -

(क) वाय जल और खाद (ख) वाय जल और उचत ताप(ग) सय का काष वाय और उचत ताप(घ) वाय जल और अधक ताप

जो बीज पानी म डालन पर ऊपर आ जात ह व-

(क) परपव बीज होत ह (ख) अ बीज होत ह(ग) खराब बीज होत ह (घ) भरण होत ह3 र ान क पत कजए -(क) बीज क बाहरी आवरण को कहत ह(ख) बीज प को खोलन पर जो सरचना दखाई दती ह उस कहत ह(ग) भरण का नचला भाग और ऊपरी भाग कहलाता ह(घ) मलाकर स तथा ाकर स बनता ह4 खड lsquoकlsquo क अधर वाय को खड lsquoखlsquo क सहायता स परा कजए-खड-क खड-ख(क) बीज स अकरत होत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज को न कर दत ह(ग) अनकल परत पाकर बीज नह पौध का जम होता ह(घ) चह घन व अय कट बीज का अकरण कहलाता ह

ोजट वक -

कसी बतन म खत क म लकर उसम चन या सम क बीज बोए और उसमतदन थोड़ा-थोड़ा पानी दत रह अकरत पौध म होन वाली व को अपनीकापी म लख और च भी बनाए

17-व म भारत

हमारी पवी-महासागर एव महाप-

हमार पवी लगभग गोल आकार क ह पवी का गद जसा गोल आकार का लघतप लोब कहलाता ह आइए लोब को दख-लोब पर अनक रग-बरगी आकतया बनी ह य आकतया पवी पर महाप एवमहासागर को दखाती ह लोब का अधकाश भाग नील रग स रगा दखाई द रहा हयह भाग पवी पर वशाल जलराशय अथवा महासागर को दशत करता ह शष भागल को दशाता ह हमारी पवी क लगभग 71 तशत भाग पर जल एव शष लगभग29 तशत भाग पर ल ह बड़-बड़ लीय भाग महाप ह महाप महासागर

ारा अलग कए जात ह

च 71 व म भारतपवी पर पाच महासागर एव सात महाप ह आइए लोब एव व क मानच पर इहपहचान-पवी पर पाच महासागर मशः शात महासागर अटलाटक महासागर हदमहासागर आक टक महासागर एव दणी महासागर ह इनम स शात महासागरसवाधक वतत एव सबस गहरा ह यह सण पवी क लगभग एक तहाई भाग परफला ह इसका सबस गहरा ान मरयाना गत ह जो लगभग 11 कलोमीटर गहरा ह

पवी क लगभग 29 तशत भाग पर फला ल सात महाप म वभाजत ह यमहाप मशः एशया यरोप अका उरी अमरका दणी अमरका आटordfलयाएव अटाक टका ह इनम एशया सबस बड़ा महाप ह हमालय पवत पर त वक सव पवत चोट माउट एवरट इसी महाप पर ह इसक ऊचाई 8848 मीटरह एशया म व क लगभग 59 तशत जनसया नवास करती ह व क मानचको दखए हमारा दश भारत एशया महाप म त ह

पवी का धरातल पवत पठार एव मदान स य ह सामायतः आस-पास क धरातल सऊच उठ भाग पवत कहलात ह इनका शखर सकचत अथवा शवाकार होता ह पवतसाधारणतया समह म पाए जात ह इह पवत णी कहत ह पहाड़य क ऊचाई पवतस कम होती ह

व क कछ मख पवत णया-हमालय कनलन हकश कराकोरम एटलसकसबग यराल आपस काकशस राकज अपलशयन ड डवाइडग रजएडीज आद ह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

नदश- शक लोब एव व मानच ारा महासागर महाप एव अपन दश भारतक तलनामक अवत प कर तथा ब ारा इसका अयास कराए

इस भी जान -

लोब का कागज पर समतल ततकरण मानच कहलाता हपवी पर बत बड़ ल खड को महाप एव वशाल जलराशय को महासागरकहत ह

पवी पर तलनामक प स ऊच उठ चरस ल भाग पठार कहलात ह ायः पठार काऊपरी भाग ऊबड़-खाबड़ होता ह इनक कनार सामायतः खड़ ढाल वाल होत ह

पछली का म आप पढ़ चक ह क हमार दश का दणी भाग पठार ह

व क कछ मख पठार-पामीर का पठार तबत का पठार भारत म दकन का पठारईरान का पठार अरब का पठार कोलोरडो पठार कोलबया पठार ाजील क उभम बोलवया का पठार एव पम आलया का पठार ह अका महाप काअधकाश भाग पठारी ह इन पठार को व मानच पर पहचानए

धरातल पर समतल परत नचला भाग मदान कहलाता ह ायः मदान का नमाण नदयारा लाई गई म स होता ह आप पछली का म उर दश क मदानी भाग क बारम जानकारी ात कर चक हो व क कछ मख मदान-स गगा प का मदानयरोप का मयवत मदान उरी अमरका का मयवत मदान ागह का मदान आदह अयापक क सहायता स इह व मानच पर पहचानए

व क कछ मख नदया गगा स सतलज प यमना गोदावरी इरावदमकाग ागह नील जायर जाबजी लोपो पराना परागए अमजन मसीसपी-मसौरी सटलारस डयब टस राइम वोा आद ह नील नद व क लबी नद हअयापक क सहायता स व मानच पर इन नदय का अवलोकन कर

हमारा दश-भारत-अगल प पर दए गए मानच म अपन दश-भारत एव उसक पड़ोसी दश को दखएहमार पड़ोसी दश मशः अफगानतान पाकतान चीन नपाल भटान यामारबालादश ीलका एव मालदव ह भारत का दणी भाग तीन ओर स सम स घराह परब म बगाल क खाड़ी पम म अरब सागर तथा दण म हद महासागर हहद महासागर का नाम हमार दश भारत क नाम पर पड़ा ह मानच दखो एव भारत कपड़ोसी दश क नाम लख-

पम म एव उर म एव परब म एव दण म एव

च 73 भारत क पड़ोसी दश

भारत म 29 राय एव 07 कशासत दश ह इनका ववरण ननलखत ह-0स0 राय का नाम राजधानी 0स0 राय का नाम राजधानी1 आ दश - हदराबाद 15 महारा- मबई2 अणाचल दश -ईटानगर 16 मणपर- इा3 असोम -दसपर 17 मघालय- शलाग4 बहार- पटना 18 मजोरम- आइजोल5 छीसगढ़ -रायपर 19 नागालड- कोहमा6 गोवा- पणजी 20 ओडशा -भवनर7 गजरात- गाधीनगर 21 पजाब -चडीगढ़8 हरयाणा -चडीगढ़ 22 राजान- जयपर9 हमाचल दश- शमला 23 सकम- गगटोक10 जम एव कमीर- ीनगर (ीमकालीन) 24 तमलनाड -चई एव जम (शीतकालीन)11 झारखड -राची 25 तलगाना- हदराबाद12 कनाटक- बगल 26 परा- अगरतला13 करल -तअनतपरम 27उर दश- लखनऊ14 मय दश- भोपाल 28उराखड- दहरान29 पम बगाल- कोलकाता

0स0 कशासत दश का नाम राजधानी1 अडमान और नकोबार पसमह पोटलयर2 चडीगढ़ चडीगढ़3 दादरा और नगर हवली सलवासा4 दमन और दव दमन5 दली दली6 लप कवारी7 परी परी

भारत क राजधानी नई दली ह यहा रापत भवन ससद भवन सव यायालयएव अय मख शासनक मयालय त ह

हमारा दश भारत ाकतक प स ववधता स भरा ह यहा ऊच पवत वशालमदान पठार एव मल पाए जात ह ाकतक सरचना क आधार पर भारत को पाचभाग म बाटा जाता ह-1 उर का पवतीय भाग2 उर का वशाल मदान3 थार का मल4 दण का पठारी भाग5 तटय मदान एव पसमह

1 उर का पवतीय भाग- इसका वतार भारत क उर म जम एव कमीर स लकरअणाचल दश तक ह इस हमालय पवत क नाम स जाना जाता ह हमालयपवतमाला तीन समानातर पवत णय स मलकर बनी ह य मशः वहत हमालय याहमा हमाचल या मय हमालय एव शवालक ह उर क मदानी भाग म बहकरआन वाली अधकाश नदय का उदगम ल हमालय ह

2 उर का वशाल मदान- इसका नमाण हमालय स बहकर दण क ओर आन वालीतथा पठार स बहकर उर क ओर आन वाली नदय क साथ आई उपजाऊ जलोढ़म स आ ह भारत म इसका वतार पजाब स लकर असम तक ह यहा बहन वालीमख नदया सतलज गगा यमना घाघरा चबल टोस सोन गडक कोसीमहानदा दामोदर प आद ह गगा एव प नदया पम बगाल एव बालादशम वशाल डटा का नमाण करती ह

3 थार का मल- भारत क पमी भाग म राजान राय त ह इसक पमीहस म सकड़ कलोमीटर लबा-चड़ा बाल का वतार ह इस थार का मल कहतह यहा वषा बत कम होती ह जगह-जगह रत क टल दखाई दत ह जह बालकातप (सड न) कहत ह यहा आवागमन का एकमा साधन ऊट ह इस रगतान काजहाज भी कहत ह

4दण का पठारी भाग- दण का पठारी भाग उर क वशाल मदान क दण मह इसक उर-पम म अरावली पवत पम म पमी घाट पवत तथा परब म पवघाट पवत ह यह भाग अनक छोट-छोट पठारो म वभाजत ह इनम स मख ह-बदलखड पठार बघलखड पठार छोटा नागपर पठार मालवा पठार दकन का लावापठार आद इस भाग म चबल बतवा टोस सोन नमदा तापी दामोदर महानदगोदावरी कणा एव कावरी नदया बहती ह भारत का मानच दखकर बताइए इनम सकौन-कौन सी नदया-

अरब सागर म मलती ह बगाल क खाड़ी म मलती ह उर क वशाल मदान क ओर बहती ह

5 तटय मदान एव पसमह- य दण क पठारी भाग क परब एव पम म सम तटक सहार लब और सकर तटय मदान ह पम क ओर क मदान को पम तटयमदान तथा परब क ओर क मदान को पव तटय मदान कहत ह

हमार दश म सम क मय अनक प ह कई प क समह को प समह कहत हबगाल क खाड़ी म अडमान और नकोबार प समह तथा अरब सागर म लप पसमह ह

जस कार हमार दश म कई कार क ाकतक वभाग ह उसी तरह यहा क पड़-पौधा वनतय एव जीव-जत म ववधता पाई जाती ह हमार दश म मय पस पाच कार क वन पाए जात ह1 सदाबहार वन2 पतझड़ या पणपाती वन3 मलीय या काटदार वन4 पवतीय वन5 वलाचली या डटाई वन

1 सदाबहार वन- पर साल हर-भर रहन क कारण इह सदा बहार वन कहत ह इसकार क वन अधक वषा वाल गम ान पर पाए जात ह य वन अयत घन होत हतथा जीव-जत एव वनतय म अयधक ववधता पाई जाती ह भारत म इनकावतार पमी घाट उर परबी क पहाड़य एव अडमान और नकोबार पसमह म ह इन वन म पाए जान वाल मख व रोजवड महोगनी रबड़ ताड़ बासआबनस नारयल आद ह

2 पतझड़ या पणपाती वन- इन वन को मानसनी वन भी कहत ह वष म एक बारशीतकाल क अत म यहा पाए जान वाल व अपनी पया गरा दत ह इसलए इहपतझड़ या पणपाती वन कहत ह इन वन का वतार पम बगाल बहार उर दश

मय दश छीसगढ़ झारखड आद राय म ह इस कार क वन म शीशम नीममआ बरगद पीपल आवला समल पलास बल खर आद व पाए जात ह

3 मलीय या काटदार वन- इस कार क वन कम वषा वाल पठारी और मलीयान पर पाए जात ह इन वन म ककर खजर बबल खजड़ी जस काटदार व औरझाड़या पायी जाती ह भारत म इनका वतार पमी एव मय भारत क कम वषा वालपठारी ान तथा थार क मल म ह

4 पवतीय वन- पवतीय म बढ़ती ऊचाई क साथ तापमान एव वषा म परवतन होताह इसक कारण पवतीय म वशष कार क वन पाए जात ह इह पवतीय वनकहत ह भारत म इन वन का वतार हमालय वयाचल सतपड़ा एव पमी घाटपवत पर ह हमालय म दवदार चनार स सवर फर जनपर पाइन बचआद व पाए जात ह दण भारत क पवतीय वन म मगनोलया लरच सनकोनाआद व पाए जात ह

5 वलाचली या डटाई वन- सम क कनार दलदली भाग एव नदय क डटा म य वनपाए जात ह इनम नारयल ताड़ सदरी आद व पाए जात ह इन वन कासवाधिाक वतार पम बगाल म ह सदरी नामक व क अधकता क कारणपम बगाल एव बाला दश म इह सदर वन क नाम स जाना जाता ह

मख वय जीव

वय जीव म वय पश पी जीव-जत और साप आद शामल ह वय जीव कााकतक आवास (घर) वन ह जहा व वद प स वचरण करत एव रहत हजनसया व क कारण हमार वन का तजी स वनाश होता जा रहा ह और वन काफल घटता जा रहा ह जसस वय जीव क सया बड़ी तजी स घटती जा रही हकई वय जीव वलत होत जा रह ह इह बचाए रखना आवयक ह यक य पयावरणसतलन म सहायक ह

वय जीव क सरा वकास एव वत वचरण क लए सरकार ारा राीय उानवय जीव अभयारय एव पी वहार आद क ापना क जाती ह इनम मानव ारावयजीव का शकार करना वजत ह

अयास

1 र ान क पत कजए-(क) पवी पर महासागर एव महाप ह(ख) ससार क सबस लबी नद ह(ग) हमालय पवत का वतार राय स राय तक ह(घ) भारत म राय एव कशासत दश ह2 नीच लख वाय क सामन (स ) या ( ग ) का नशान लगाए-(क) ायः पठार क ऊपरी सतह ऊबड़-खाबड़ होती ह ( )(ख) शात महासागर पवी क आध भाग पर फला ह ( )(ग) राजान म सदाबहार वन पाए जात ह ( )(घ) पतझड़ वन शीत ऋत क अत म अपनी पया गरा दत ह ( )3 सही जोड़ा बनाइए -भारत क राय राजधानीमय दश दसपरतमलनाड भोपालहमाचल दश चईअसोम शमला4 ननलखत क उर दजए -(क) व क मानच पर भारत क पड़ोसी दश को दशत कजए (ख) पठार कस कहत ह व कह तीन पठार क नाम बताइए (ग) सदर वन कहा पाए जात ह इह हम सदर वन य कहत ह (घ) बालका तप स आप या समझत ह य भारत म कहा पाए जात ह

(ङ) राीय उान एव वय जीव अयारय क ापना य क जाती ह

18-भारतीय सवधान तथा शासन वा

हम सभी परवार म मल-जल कर रहत ह घर क सार काम भी एक साथ मलकर करतह और कछ काम बट भी होत ह घर को चलान क लए नयम बनाए जात ह जनकापालन घर क सभी लोग करत ह ऐस ही हमार वालय म एक धानायापक होत हजो शक-शका क साथ मलकर कल सचालन क नयम बनात ह वालय मरहन वाल सभी लोग इन नयम का पालन करत ह सड़क पर सरत चलन क लए भीनयम बनाए गए हघर वालय क तरह दश क काम-काज को चलान क लए बत सार नयम बनाए गएह इन सभी नयम को मलाकर हमारा सवधान बना ह जसक अनसार शासन कामकरता ह अतः सवधान को बनान क लए एक सभा बनी जस lsquoसवधान सभाlsquo कहागया डा0 राज साद इसक अय बनाए गए सवधाान का ाप तयार करन कलए एक ाप समत बनाई गई डा0 भीमराव रामजी अबडकर इसक अय बन02 वष 11 महीन और 18 दन तक लगातार परम करक इस सभा न भारत कासवधान बनाया26 जनवरी 1950 को सवधान को पर दश म लाग कया गया इस दन को हम गणतदवस क प म मनात ह

डा0 राज साद डा0 भीमराव रामजी अबडकर

हमार सवधान क वशष बात-

हमार सवधान म कहा गया ह क भारत एक सण भव स दश ह यहअपन नयम-कानन वय बनाएगासवधान म हमार दश को समाजवाद राय कहा गया ह जसका लय समाज कआथक एव सामाजक वषमता को र करना हसवधान म दश क सभी नागरक को अपन धम का पालन करन क छट मली हभारत म ससदय शासन णाली ह जसम मपरषद लोकसभा क तउरदायी होती ह सवधान म नागरक को छः मौलक अधकार दए गए ह और उनको यारह मलकत बताए गए हक राय और ानीय तर पर जनता ारा चनी गई सरकार ह सवधान क अनसार 18 वष या उसस अधक उ क लोग चनाव म वोट डालत हसवधान म 6 स 14 वष क सभी ब को नःशक एव अनवाय शा कामौलक अधकार ात ह सामाजक समानता मौलक अधकार ह बालका को भी बालक क समानअधकार दान कए गए ह य अधकार उनक पालन-पोषण शा एव सरा ससबत ह

हमारा सघीय शासन- हमारा दश 29 राय तथा 7 कशासत का एक सघ हइसम क और राय दोन तर पर ससदय शासन ह पर दश का शासन चलान कलए क तर पर कय सरकार और राय म राय सरकार होती ह

कय सरकार क तीन अग ह -

वापका - कानन का नमाणकायपालका - कानन को लाग करनायायपालका - कानन क अनसार याय करना

वापका-कानन का नमाण-

भारत क कय वापका को lsquoससदlsquo कहत ह रापत लोकसभा और रायसभास मलकर ससद बनती ह इसम स रायसभा को lsquoउ सदनlsquo और लोकसभा को lsquoननसदनlsquo कहत ह

लोकसभा क सदय 5 साल क लए जनता ारा चन जात ह 25 साल या उसस अधकआय का इसका सदय हो सकता ह इसक सदय क चनाव म 18 वष या उससअधक आय क लोग वोट डालत हरायसभा ाई सदन ह इसक सदय का कायकाल 6 वष होता ह त दो वष परएक तहाई सदय सवानव होत ह रायसभा क सदय का चनाव राय कवधानसभा क नवाचत सदय ारा होता हलोकसभा और रायसभा क सदय को सासद (एमपी) कहत हससद क दोन सदन मलकर दश क लए कानन बनात ह जसक लए रापत कसहमत आवयक ह कायपालका-कानन को लाग करना-

कय कायपालका का मख रापत होता ह उस दश का थम नागरक कहत हवह 5 वष क लए लोकसभा रायसभा और वधानसभा क नवाचत सदय ारा चनाजाता ह रापत क सहायता एव सलाह क लए धानमी क अयता म मपरषदहोती हधानमी क नय रापत ारा क जाती ह वह लोकसभा म बमत दल का नताहोता ह धानमी क सलाह पर अय मी भी रापत ारा नय कए जात हरापत धानमी एव मय स मलकर कायपालका बनती ह ससद जो काननबनाती ह उस कायपालका लाग करती ह कायपालका दष क षासन वा कासचालन करती हइस भी जान -

रापत दष क जल थल व वाय सना का सव सनापत होता ह

रापत वापका (ससद) का अग होन क साथ-साथ कायपालका का मखहोता ह वह ननलखत काय करता ह-

-ससद क बठक बलाना-कोई अयादष (दष क लए नयम या कानन) जारी करना-राय म रायपाल सव यायालय उ यायालय क यायाधीष क नय करनाआद

उपरापत रायसभा का पदन सभापत होता ह

यायपालका-कानन क अनसार याय करना

हमार दश म नयम कानन क रा क लए यायपालका क वा ह सवधानारा वत और नप यायपालका क ापना क गई ह हमार दष म यायपालकाक सरचना इस कार ह-

सव यायालय-हमार दश म सबस बड़ा यायालय सव यायालय ह यह यायालय दश क राजधानी नई दली म ह सव यायालय म मय यायाधीष एव अय यायाधीष होत हजनक नयरापत ारा क जाती हउ यायालय-यक राय क लए एक उ यायालय होता ह उ यायालय क मय यायाधीशऔर अय यायाधीश क नय रापत ारा क जाती ह उर दश का उयायालय इलाहाबाद म त ह इसक एक खडपीठ लखनऊ म ापत हजला यायालय-

जला तर पर भी यायालय होत ह जह जला यायालय कहत ह जला यायाधीशक नय रायपाल ारा क जाती हअय अदालत-आपसी ववाद को नपटान क लए लोक अदालत पारवारक अदालत उपभोाअदालत भी ह

अयास

1 ननलखत क उर लखए -(क) सवधान सभा क अय कौन थ (ख) हमारा सवधान य बनाया गया(ग) शासन क कतन अग होत ह (घ) रापत क चनाव म कौन-कौन समलत होता ह 2 र ान क पत कजए-(क) हमारा भारतीय सवधान को लाग कया गया(ख) तवष 26 जनवरी को दवस मनाया जाता ह(ग) लोकसभा का कायकाल का होता ह(घ) लोकसभा और रायसभा क सदय को कहत ह(ड) रापत लोकसभा और रायसभा को मलाकर बनती ह3 ननलखत क मय काय लखए-(क) वापका (ख) कायपालका (ग) यायपालका 4 अपन दश क वतमान रापत उपरापतधानमी क च एक करक अपनीपतका म चपकाए च क नीच उनक काय लखए5 बालसभा म शकशका क सहायता स ससद क कायवाही क वषय म चचाकजए

19- राीय एकता

हमार दश म अनक भाषाए और बोलया ह लोग क खान-पान तथा पहनावा भी भ-भ ह इन ववधता क बावजद हम लोग दशहरा दपावली होली ईद बसाखीसमस आद योहार बड़ धमधाम स मनात ह कछ पव ऐस ह जो हमार राीय पवकहलात ह - 15 अगत (वतता दवस) 26 जनवरी (गणत दवस) एव 2 अटबर(गाधी जयती) इन पव को पर दश म मल जलकर मनाया जाता ह इनक अलावा हमारराीय तीक भी ह राीय पव और राीय तीक हमारी राीय एकता क रणाोत हहमार राीय पव-1 वतता दवस 15 अगत -कई वष तक हमार दश म वदशय का शासन रहा ह हमार वतता सनानय न सघषकरक वदशी शासन स दश को म कराया हमारा दश 15 अगत सन 1947 कोवत आ इसीलए हम यक वष 15 अगत को वतता दवस राीय पव क प मधमधाम स मनात ह2 गणत दवस 26 जनवरी -वतता क बाद दश क लए नयम-कानन बनाए गए जस सवधान कहत ह 26जनवरी सन 1950 को हमारा सवधान लाग आ तथा दश गणत घोषत आइसीलए हम यक वष 26 जनवरी को lsquoगणत दवसrsquo क प म मनात ह3 गाधी जयती 2 अटबर -

गाधी जी का परा नाम मोहन दास करमचद गाधी ह इनका जम 2 अटबर सन 1869को गजरात ात क पोरबदर म आ गाधी जी न सय एव अहसा क माग पर चलकरदश को आजाद कराया यक वष 2 अटबर को हम गाधी जयती क प म मनात ह

उहन दश म वभ जात धम तथा वभ भाषा म बोलन वाल लोग को एक स मबाधन का यास कया गाधी जी को परा दश बाप रापता और महामा क नाम सभी जानता हराीय पव पर राीय वज फहराया जाता ह तथा वभ कार क साकतक कायमआयोजत होत ह

हमार राीय तीक-हमार दश क कछ राीय च ह इह हम lsquolsquoराीय तीकrsquorsquo कहत ह हमार राआपक वालय म राीय पव का आयोजन कस कया जाता ह क एकता क पहचान इन राीय च स भी होती ह आइए अपन राीय तीक कोजान-1 रावज

हमार राीय वज म तीन रग ह हम इस तरगा भी कहत ह रा वज म सबस ऊपरकसरया रग बीच म सफद रग तथा सबस नीच हरा रग होता ह वज क बीच क सफदवाल भाग क मय म 24 तीलय वाला नीला च बनाकसरया रग- बलदान का तीक सफद रग- शात का तीकहरा रग- धरती क हरयाली का तीकच - उत क ओर असर होन का तीक होता ह रा वज का समान करनायक नागरक का कत ह2 रागान

हमारा रागान lsquoजन-गण-मनrsquo ह अपनी पतक म कवर क पीछ भाग म लख एlsquoरागानrsquo को याद करक अपनी कापी म लख जानत ह रागान क रचना रवी नाथ

टगोर न क ह इस गान म कल 52 सकड का समय लगता ह रागान क समयसावधान क मा म खड़ होकर रागान को समान दया जाता ह 15अगत और 26 जनवरी को झडा फहरान क बाद lsquoजन-गण-मनrsquo गाया जाता ह3 रागीतlsquoवद मातरम सजलाम सफलाम मलयज-शीतलाम यह हमारा रागीत ह यान रहlsquolsquoजन-गण-मनrsquorsquo हमारा रागान ह तथा lsquoवद मातरमrsquo हमारा रागीत ह रागीत क रचनाबकम च चटज ारा क गयी ह आइए रागीत को हम अपनी कापी म लखकरयाद कररागीत

वद मातरम सजलाम सफलाम मलयज शीतलामशययामलाम मातरम शयोसना पलकत यामनीमफलकसमत रमदल शोभनीमसहासनीम समधर भाषणीमसखदाम वरदाम मातरम वद मातरम 4 राीय पश

बाघ5 राीय पप

कमल

6 राीय पी

मोर

7राजचआप लोग न सक एव पय पर दए गए इस च को दखा होगा यह हमाराराजच ह इस अशोक त स लया गया ह अपन अयापक स अशोक त कबार म और जानकारी ात कजए

सयमव जयतय हमारी राीय एकता क पहचान ह यद हम एक रहग तो हमारी राीय एकता भीसरत रहगीरा क एकता और सराहमार दश क बत बड़ी ल सीमा ह जो लगभग 15500 कलोमीटर लबी ह इसीतरह हमारी सम सीमा लगभग 7500 कलोमीटर लबी हअपन रा क सरा क लए हम जमीन सम या हवाई माग स आन वाल कसी भीश का मकाबला करन क लए तयार रहना पड़ता ह इसीलए हमार दश म शशालीथलसना जलसना और वायसना हभारत का रापत हमारी तीन सना (थलसना जलसना और वायसना) का सवसनापत होता ह रा सबधी काय क लए रा मालय ह जसका मखया रामी

होता ह भारतीय थलसना वायसना और नौसना क अलग-अलग सनाय होत ह यय क समय आपस म तालमल बनाकर अपन-अपन अधीन सना को आदश दत हतीन सना का मयालय दश क राजधानी नई दली म हसना क अतर कछ असनक बल भी ह जस सीमा सरा बल भारत तबत सीमापलस असम राइफस तटरक बल इयाद य दश क सीमा पर तनात रहकरउसक सरा करत हदश क बाहरी श का सामना करन क लए सना सदव सतक रहती ह दश क अदरअशात और असरा स नपटन क लए पलस क साथ-साथ कय रजव पलस बलतथा कछ अय सगठन भी काम करत ह

बाहरी आमण या सश वोह क कारण यद दश क सरा सकट म हो तो रापतआपातकाल क घोषणा कर सकत ह आपातकाल क दौरान रा क सरा सवपर होजाती ह अतः हमार कछ मल अधकार सीमत कए जा सकत हशात क समय सना तथा अय असनक बल समाज क भलाई क काम म मदद करतह कसी आपदा क समय बत सहायता करत हदश म शात और सरा बनी रह यह हम सबका कत ह हम सब को सदव सतकरहना चाहए पलस एव शासन का सहयोग करना चाहए राीय स क सराकरनी चाहएहम सब भारत क नागरक ह हम मलजल कर रहग तभी दश म शात होगी और दशगत करगा

अयास

ननलखत क उर लखए -1 वतता दवस कब मनाया जाता ह इसक मनान का कारण लखए2 26 जनवरी को हम गणत दवस य मनात ह 3 गाधी जी क बार म लखए 4 राीय एकता य आवयक ह

5 सना या काय करती ह भारतीय सना क मख अग क नाम बताइए6 कसका सबध कसस ह मलान कर -वतता दवस 2 अटबरगणत दवस 15 अगतगाधी जयती 26 जनवरीराजच वद मातरमरागीत अशोक त7 र ान क पत कजए -(क) हमारा रागीत ह(ख) जन-गण-मन हमारा ह(ग) हमारा राीय पी ह(घ) हमार दश क सम सीमा क लबाई कमी ह(ङ) दश क लीय सीमा कमी ह(च) रापत तीन सना का होता ह8 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रगए -(अ) राीय पश(ब) राीय पीस) राीय पप(द) राीय वज9 शक क सहायता स सावधान एव वाम मा क बार म अयास करत ए 52सकड म रागान को लय म गान का भी अयास करयामक वक -सना ारा योग कए जान वाल अ-श क च इका कर अपनी कापी म चपकाएतथा उसक वषय म लख

कतना सीखा-4

1 र ान क पत कजए -(क) बीज को और खराब कर दत ह(ख) बीज स नह पौध का बनना बीज का कहलाता ह(ग) पवी क गोल आकार का तप कहलाता ह(घ) भारत महाप म त ह(ङ) लोक सभा क सदय साल क लए चन जात ह2 मलान कजए -वतता दवस मरयाना गतगाधी जयती 71 तशतपवी का सबस गहरा ान 15 अगतसबस बड़ा महाप 2 अटबरपवी पर जल भाग एशया3 ननलखत क उर लखए -(क) मलाकर और ाकर स आप या समझत हो (ख) बीज क अकर क लए कन-कन चीज क आवयकता होती ह (ग) यायपालका का या काय ह (घ) शासन क कतन अग होत ह और उनका या काय ह (ङ) गाधी जी क योगदान क बार म लखए (च) पवत णी और पवत म अतर कजए 4 सही क सामन (स) और गलत क सामन (ग) का च लगाए (क) आवल म अनक बीज होत ह(ख) अ और परपव बीज ही अकरत होत ह (ग) भारत का राीय पप कमल ह (घ) लोब पर महासागर को नील रग स दखाया जाता ह(ङ) माउट एवरट एडीज पवत पर त ह

5 बीज क आतरक सरचना का च बनाकर उसक वभ भाग को नामाकतकजए 6 सही जोड़ बनाइए-भारत क पड़ोसी दश दशायामार उरभटान परबअफगानतान दणमालदव पम7 अपनी कापी म ननलखत क च बनाकर उह रग -(क) राीय पप(ख राीय वज(ग) उर दश का राजपी(घ) राीय पी8 उर दश क 18 मडल क नाम लखए

  • 1- परिवार कल आज और कल
  • 2-मरा परिवार मरी पररणा
  • 3-गौरव परसकार
  • 4 - आओ मिलकर खल खल
  • 5-जीव जनतओ की रोचक बात
  • कितना सीखा-1
  • 6 -वनय जीवो का सरकषण
  • 7-जगल और जन-जीवन
  • 8-भोजय पदारथो का सरकषण
  • 9-हम और हमारी फसल
  • 10-पड-पौधो का भोजन
  • कितना सीखा-2
  • 11-ऐस भी होत ह घर
  • 12-आपदाए और उनस बचाव
  • 13-जल ह तो कल ह
  • 14-जल क गण एव जल परदषण
  • 15-यातरा
  • कितना सीखा-3
  • 16- बीज ही बीज
  • 17-विशव म भारत
  • 18-भारतीय सविधान तथा शासन वयवसथा
  • 19- राषटरीय एकता
  • कितना सीखा-4
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