एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018...

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वर-2 | अंक-12 | 05 - 11 मार 2018 sulabhswachhbharat.com आरएनआई नंबर-DELHIN/2016/71597 वृंदावन म सामाजिक बदलाव की होलपुसक अंश नारी-श की असाधारण उपलधयां रुनाव अजियान के नए युग के वक ओशो 24 17 07 सुलि मन की बा 08 ी ी रजव शंकर एक दैवीय दुजनया के जवखया मानवावादी और आधयमक गु जबन बाी जबन ेल

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Page 1: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

वरष-2 | अक-12 | 05 - 11 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

वदावन म सामाजिक बदलाव की होली

पसतक अश

नारी-शकति की असाधारण उपलकधयारनाव अजियान

क नए यग क परवतषक

ओशो 241707 सलि मन की बात08

शी शी रजव शकर

एक दवीय शकतिदजनया क जवखयात मानवतावादी और आधयकमक गर

जबन बाती जबन तल

आवरण कथा 05 - 11 मारष 201802

डॉ जवनदशवर पाठक

पजय शरी शरी रवव शकर हमार विए एक दिलभ रतन ह व दवनया और मानवता क विए भगवान दारा परदतत एक उपहार ह ऐसरी आतमाए कभरी-कभरी हरी पथवरी की याता

करतरी ह िवकन जब व आतरी ह तो अपन साथ दिलभ चमक िकर आतरी ह और इस चमक स व हमाररी दवनया को रोशन करतरी ह

रवव शकर जरी क ववशव सासककवतक महोतसव को दखकर म बहत उतसावहत ह और रोमावचत ह 8500 किाकारो को अपन वादययत एकसर म बजात हए दखना मर विए एक अदत अनभव था माननरीय परधानमतरी नरदर मोदरी न भरी इस महोतसव को अपनरी शभकामनाए दरी इस महोतसव दारा वदखाए जान वाि ऐस उचच-गणवततापणल सासककवतक कायलकरमो को दखन का अवसर भारतरीय िोगो को कभरी-कभरी हरी वमिता ह

रवव शकर जरी को मरा ववनमर नमसकार म उनह एक िबरी और खबसरत वजदगरी की मबारकबाद दता ह म आशा करता ह वक न कवि भारत म बलक पररी दवनया उनक आरट ऑफ विववग स एक सखरी और रचनातमक जरीवन की किा सरीखगरी और हम सभरी को शरी शरी का आशरीष वमिगा

सिभ पररवार और इस दश क िोग वदलरी म आयोवजत वकए जा रह ववशव ससककवत महोतसव क विए शभकामनाए दत ह और हम इसकी सफिता की कामना करत ह

चार वषल की आय स भगवद गरीता का पाठ पढ़न वािा बचचा आज अपनरी गहररी आधयालतमकता क साथ दवनया भर म सघषल को खतम करन क विए बातचरीत पर जोर दन की बात करता ह

bull रववशकर न जब वह बचच थ तभरी स अपन माता-वपता क साथ धयान करना शर कर वदया था

bull उनहोन अनठरी शात वचतत करन वािरी सदशलन वकरया ववकवसत की

bull उनहोन यदधरत समहो को भरी यह वसखाया और उनक बरीच बातचरीत शर करवाई

एक दवीय शकति

1

2 3

1 शरी शरी रवव शकर को पसतक भर करत

डॉ ववनदशवर पाठक

2 शरी शरी रवव शकर क दौर क अवसर पर आगतको को

सबोवधत करत डॉ ववनदशवर पाठक

3 सिभ गाम म शरी शरी रवव शकर क साथ अमोिा पाठक

और डॉ ववनदशवर पाठक

05 - 11 मारष 2018 आवरण कथा 03

80 क दशक क अत म उनहोन एक परिावी शवास जरिया की शरआत की जिस सदशषन-जरिया कहा गया ऐसा कहा िाता ह जक नई शवास

तकनीक की पररणा उनह कनाषटक क जशमोगा म िदा नदी क जकनारो पर धयान करत समय आई थी

िी उलगनाथन(बगलर)

अय बनधरय नवतगणना िघचतसामउदारचररताना त वसधव करमबकम

महोपवनषद का यह शोक कहता ह वक यह अपना बध ह और यह अपना बध नही ह इस तरह की गणना छोर वचतत वाि िोग

करत ह उदार हदयवाि िोगो क विए तो सपणल धरतरी हरी करब हपररवार ह शरी शरी रवव शकर का हदय ऐसा हरी उदार और ववशाि ह वजसम पररी दवनया बसतरी ह इसरीविए वबहार क उग जातरीय गर हो या उततर पवल क ववदरोहरी कशमरीर क अिगाववादरी हो या वफर कोिवबया क एफएआरसरी गररला शरी शरी सबक पास सबकी तरह होत ह और उनह अपना बना ित ह व वववाद नहरी बात स हर समसया का समाधान खोजत ह और आवखरकार सफि होत ह

दवनया क हर कोन म शावत कायम रखन की वजममदाररी हम सभरी की ह जब तक हमार वलशवक पररवार क परतयक सदसय शावतपणल नही हो जात तब तक हमाररी शावत अधररी ह शरी शरी रवव शकर न कहत ह वक उनहोन दवनया भर म शावत िान क विए कई पहि की ह

शरी शरी रववशकर आज दश क सबस वयसत वयलति ह वह पर ववशव म शावत सथावपत करन क विए काम कर रह ह इसक साथ हरी व अयोधया क मद को हि करन की वदशा म भरी परयास कर रह ह इसक विए सववोचच नयायािय म अयोधया वववाद मामि की सनवाई शर होन क साथ हरी

वसधव कटबकमशी शी की दकटि म दजनया एक पररवार ह और जवजिनन धमष ससककजत परपराए परम करणा शाजत और अजहसा क समान मलयो म जनजहत ह

िखनऊ क एक परवतवनवधमडि न इस मद पर एक सौहादलपणल समाधान खोजन क विए बगिर म शरी शरी स मिाकात भरी की

छह सदसयरीय परवतवनवधमडि- अवखि भारतरीय मलसिम पसलनि िॉ बोडट क कायलकाररी सदसय मौिाना सिमान हसन नदवरी यपरी सनरी सटरि वकफ बोडट क अधयकष जफर फारकी पवल आईएएस अवधकाररी अनरीस असाररी वकीि इमरान अहमद ररीि वािरी मलसजद क मौिाना वासरी हसन फजरी और उदशय अनसधान और ववकास क वनदशक अतर हसन की आरट ऑफ विववग क ससथापक शरी शरी रववशकर क साथ तरीन घर की बठक हई थरी

अतर हसन न कहा वक हमन वववाद क वववभन पहिओ पर चचाल की और इसक साथ हरी यह भरी सवनलचित वकया गया वक वहद व मलसिमो क बरीच एक आम सहमवत कस बन सकतरी ह हािावक माचल म अयोधया म एक और बठक का आयोजन वकया जाना ह वजसम सतो और मौिववयो स इस मद पर चचाल की जाएगरी यपरी सनरी सटरि वकफ बोडट क अधयकष जफर फारकी न कहा वक वकफ बोडट सभरी परकार की बातचरीत क विए तयार ह बशतत दोनो तरफ स िोग उस समय मौजद रह

एओएि ररीम क एक सदसय न कहा वक शरी

शरी रवव शकर का मकसद इस मद को जद स जद सिझाना ह और इस सौहादलपणल ढग स परा करना ह अयोधया म एक और बठक का आयोजन वकया जाएगा हम उन िोगो क साथ समनवय कर रह ह वजनह चचाल क विए आमवतत वकया जाना ह

शरी शरी क अनसार अयोधया वववाद को िकर अदाित क बाहर सभरी स इस सबध म बात करना हरी सबस अचछा समाधान होगा दोसतरी क माधयम स जो भरी परापत वकया जा सकता ह वह सघषषो स कभरी भरी नही वकया जा सकता ह

व कहत ह वक म सभरी िोगो स बात कर रहा ह दोनो समदायो को एक साथ आना चावहए नयायािय क बाहर वनपरारा इस समसया का सबस अचछा समाधान ह

आपसरी बातचरीत की शलति म दढ़ ववशवास वदखात हए उनहोन इराक कोिवबया शरीिका कशमरीर पववोततर भारत और नकसि समहो क ववपकषरी दिो को एक साथ एक जगह िान का कायल वकया ह इस आधयालतमक नता की एक अवदतरीय परवतषा ह वह नताओ परीवितो और ववदरोवहयो क सभरी पकषो स जिन म सकषम ह

मानवतावादरी राजदत शरी शरी कहत ह वक मररी इचछा वहसा स मति तनाव रवहत दवनया दखन की

ह वह जोवखम उठान का कायल नही करत िवकन शरो को वश म करन क विए खतरनाक जगहो पर जान म सकोच नही करत ह

आरट ऑफ विववग फाउडशन क ससथापक शरी शरी रववशकर ह यह सगठन दवनया की सबस बिरी मानवतावादरी गर-सरकाररी सगठनो म स एक ह

वह दवनया भर म अनवगनत आशम और आरट ऑफ विववग क माधयम स अपनरी ववचारधारा का परचार कर रह ह रवव शकर एक बहआयामरी सामावजक कायलकताल ह और उनकी मानवरीय पहि म सघषल क समाधान राहत और गररीबरी उनमिन शावमि ह

उनह िगता ह वक धयान और सदशलन वकरया दवनक जरीवन म सरीध एकीककत होतरी ह जो मन म शा वत सकारातमकता और उतसाह पदा करतरी ह वह वयलतिगत वशकषाओ सामावजक सबधो सावलजवनक कायलकरमो और आरट ऑफ विववग कायलशािाओ क माधयम स दवनया भर क 370 वमवियन स अवधक िोगो तक अपनरी बातो को पहचात ह

तवमिनाड क तजावर वजि म एक छोरा सा शहर पापनासम म माता ववसािकमरी रतनम और वपता आरएस वकर रतनम क यहा एक बािक न जनम विया वजसका नाम वपता न रवव शकर रखा चार साि की उमर म हरी वह बािक

वकारोपणbull 36 दशो और 26 भारतरीय राजयो म 7

करोि 10 िाख पि िगाए गए

bull भारत भर म 20 िाख स अवधक िकमरीतर पौध िगाए गए

bull वमशन हररी धरतरी क तहत 90 िाख िकमरीतर पौध िगाए गए

धयान और सदशषन जरिया दजनक िीवन म सीध एकीककत होती ह

दजनया िर क 370 जमजलयन स अजधक लोगो तक पहरती ह शी शी की बातिारत म 58000 स अजधक बचो को मफत जशका दी िा रही ह

खास बात

bull सवमनारो परवशकषण कायलशािाओ मॉडि फमसल जागरकता कायलकरमो और ककवष मिा (वकसान बठक) क माधयम स पराककवतक खतरी क बार म िोगो को जागरक कर रह ह

bull शरी शरी नचरि फावमिग म 22 िाख स अवधक िोगो को परवशवकषत वकया गया बढ़तरी आबादरी क विए खादय सरकषा सवनलचित करन की चनौतरी को हि करन क विए एक सथायरी समाधान वनकािा गया ह

bull पराककवतक खतरी क जररए 2 वमवियन एकि की खतरी की जा रहरी ह

bull कायलशािाओ क माधयम स आतमहतया कर रह वकसानो म स 115000 वकसानो को सशति बनाया ह

bull बरीज वकसमो क सरकषण क विए दश भर म बरीज बक सथावपत वकया ह

आवरण कथा 05 - 11 मारष 201804

अपन माता-वपता क साथ धयान का अभयास करना शर कर चक थ इस छोररी सरी उमर म हरी वह पराचरीन ससककत पाठ भगवद गरीता क छदो का पाठ करन म भरी सकषम थ

उनहोन सधाकर चतवतदरी क साथ ववदक सावहतय का अधययन और साथ हरी बगिर क एमईएस सककि म पढ़ाई की 1973 म मात 17 वषल की उमर म उनहोन भौवतकी और ववदक सावहतय दोनो म वडगरी क साथ सातक की उपावध परापत की

सातक सतर की पढ़ाई क बाद उनहोन महवषल महश योगरी क साथ याता की जहा स उनक आयवतद कदरो म ववदक ववजान पर उपदश दन की शरआत की इस अववध क दौरान व महवषल महश योगरी क सबस कररीबरी दोसत और ववशवासरी बन गए

1980 क दशक क दौरान उनहोन दवनया भर की याता की और आधयालतमकता का परचार वकया उनहोन 1982 म आरट ऑफ विववग फाउडशन की सथापना की और 1983 म उनहोन लसवटजरिड म पहिा आरट ऑफ विववग कोसल आयोवजत वकया 1986 म उनहोन आरट ऑफ विववग कायलशािा क विए कविफोवनलया की याता की और जद हरी अमररका म िोकवपरय हो गए

80 क दशक क अत म उनहोन एक परभावरी शवास वकरया की शरआत की वजस सदशलन वकरया कहा गया ऐसा कहा जाता ह वक नई शवास तकनरीक की पररणा उनह कनालरक क वशमोगा म भदरा नदरी क वकनार पर धयान करत समय आई थरी

सदशलन वकरया शाररीररक मानवसक और भावनातमक तौर पर कयाणकाररी सववधा दतरी ह

परवतलषत मवडकि ससथानो स सवतत वचवकतसा अनसधान न कहा ह वक इन तकनरीको स अवसाद क उनमिन कोवरटसोि (तनाव हामवोन) को कम करन और परवतरकषा परणािरी को मजबत करन म मदद वमितरी ह

1997 म उनहोन इररनशनि एसोवसएशन फॉर हमन वय (आईएएचवरी) की सथापना की वजसका उदशय गामरीण कषतो म सथाई ववकास िान मानव मयो और नवतकता को वफर स जरीववत करना ह भारत म उनहोन 435 सककिो क 58000 स अवधक बचचो को मफत वशकषा दन की शरआत की ह

शरी शरी को कोिवबया मगोविया और परागए क सववोचच नागररक परसकार समत वववभन अतरालषटरीय परसकारो स सममावनत वकया गया ह असाधारण और परवतलषत सवा क विए उनह दश का दसर नबर का सववोचच नागररकता परसकार पदमववभषण परदान वकया गया ह उनह ववशव सतर पर 16 मानद डॉकररटस परदान वकए गए ह और वह एक साि म िगभग 40 दशो का सफर करत ह

शरी शरी हमशा एक सदश दत रह ह वक दवनया एक पररवार ह और वववभन धमल ससककवत परपराए परम करणा शावत और अवहसा क समान मयो म वनवहत ह उनहोन यमना क तर पर 2016 म वडट कचर फलसरवि का आयोजन वकया था वजसम 155 दशो क 375 वमवियन िोगो न वहससा विया और इतना हरी नही 7 एकि म बन सरज पर 36602 नतलवकयो क साथ हरी दवनया भर क सगरीतकारो न अपन हनर का परदशलन वकया

कशमीर म सवादशरी शरी साि 2004 क बाद स जमम और कशमरीर म समाज क सभरी वगषो क साथ वमिकर काम कर रह ह वह िगातार अिगाववादरी नताओ पतथर फकन वाि सफी सतो और बवदधजरीववयो स बातचरीत कर रह ह इसक साथ हरी जमम और कशमरीर म सभरी वहतधारको क साथ उनकी िगातार बातचरीत चि रहरी ह

साि 2007 म सयद अिरी शाह वगिानरी न आरट ऑफ विववग इन द विरी दारा आयोवजत शर-ए-कशमरीर अतरालषटरीय सममिन म शरी शरी रवव शकर

का सवागत करत हए कहा वक म घाररी म आन क विए गरदव का बहत आभाररी ह म उनस अनरोध करता ह वक वह दवनया और जमम-कशमरीर म शावत िाए हम यह वजममदाररी उनह सौप रह ह कयोवक उनक पास हदय ह जो मानता ह और वासतव म मानव मयो को समझता ह

उनहोन हररटयत नताओ समत मरीरवाइज उमर फारक स घाररी म शावत सथावपत करन क विए बातचरीत की इसक साथ हरी अमरनाथ याता की सापरदावयक सदाव को बढ़ावा दन और घाररी म शावत सथावपत करन क विए परभावरी ढग स काम

bull महाराषट कनालरक तवमिनाड और करि म 35 नवदयो और इसकी सहायक नवदयो म जि सरकषण और नदरी का कायाकप चि रहा ह

bull यमना सफाई अवभयान मररी वदलरी मररी यमना का आयोजन वकया

bull सवचछ यमना अवभयान क दौरान िगभग 512 रन कपि पिालसरक कचरा हराया गया

bull पपा नदरी सफाई अवभयान क दौरान 600 रन कचरा हराया गया

bull इस पररयोजना पर 68800 सवयसवको न घरो समय वबताया

bull शरी शरी रवव शकर ववदयामवदर ववदयािय क 377 बचचो और कमलचाररयो न इस पहि म वहससा विया

िजवक खती

िल सरकण नदी सवरषन

उनहोन 5000 स अजधक गमराह यवाओ को िी परोसाजहत करन का काम जकया ह शी शी न यवा नतव टजनग परोगाम क तहत जहसा क रासत पर रल पड यवाओ को परोसाजहत कर समाि स िोडन का काम कर रह ह

05 - 11 मारष 2018 आवरण कथा 05

वकया हइतना हरी नही उनहोन 5000 स अवधक गमराह

यवाओ को भरी परोतसावहत करन का काम वकया ह शरी शरी न यवा नततव टरवनग परोगाम क तहत वहसा क रासत पर चि पि यवाओ को परोतसावहत कर समाज स जोिन का काम कर रह ह

साि 2017 म द आरट ऑफ विववग न पगाम-ए-मोहबबत का आयोजन वकया वजसक तहत मार गए आतकवावदयो क 200 पररवार और सवनको क 40 पररवारो को एक साथ िाया गया वजनहोन

अपन जरीवन का बविदान वकया व अवहसा क रासत पर चिन क विए कशमरीर क यवाओ को एक सपषरीकरण दन क विए एक साथ आए थ

यह हर वकसरी क विए वदि-छ िन वािा पि था वजसम उन पररवारो क ददल को साझा वकया गया जो आतकवाद की वजह स अपनो को खो चक थ एक पवल आतकवादरी अबदि मजरीद न कहा वक यवाओ को अपनरी बदक छोिनरी चावहए और शावत क मागल का पािन करना चावहए हम यहा आए ह कयोवक गरदव एक बिा वयलतितव

ह जो बि काम करत ह हम उममरीद ह वक वह हम बातचरीत क माधयम स एक समाधान की ओर ि जाएग

एजाज अहमद मरीर न कहा वक हम बहत आशा क साथ आए ह हम उममरीद नही थरी वक हम इस तरह की जगह पर आन का मौका वमिगा हमन बहत कछ खो वदया ह अब हम राषट क परवत पयार का सदश फिाना चाहत ह

एक पवल आतकवादरी गिाम हसन न कहा वक दोनो पकषो क िोग मार गए ह चाह वह सना स रह या दसररी तरफ इन सबकी वजह स हम रात को सो नही पात वदन म बाहर नही जा सकत हम शावत चाहत ह हम शावत की आशा िकर गरदव क पास आए ह

पववोततर म कजठनाइयो को तोडाउततर-पववी कषत क नताओ को वहसा स दर रखन क विए शरी शरी न वहा पर बहत समय वयतरीत वकया साि 2017 म मवणपर क 68 आतकवावदयो न घर वापसरी की इन आतवकयो क घर वापसरी म उनकी रणनरीवत न काफी मदद की आरट ऑफ विववग न इन कायलकतालओ क वदिो और वदमाग को बदिन म एक परमख भवमका वनभाई

साि 2010 म भरी मवणपर म 128 उगवावदयो न अपन हवथयार रख और बाद म आरट ऑफ विववग न उनका पनवालस वकया उगवावदयो क पर समह न सगठन दारा आयोवजत 90-वदवसरीय गहन वयवहार आधयालतमक और वयावसावयक पनवालस परवशकषण विया

गिषर आदोलनशरी शरी न जन 2008 म राजसथान गए तावक गजलर समदाय दारा आरकषण की माग को िकर फिाए गए आदोिन स उपज वहसा और तनाव को शात वकया जा सक हािावक उनकी सिाह पर

आदोिनकाररयो न सरकार क साथ बातचरीत करन पर सहमवत वयति की वाताल शर करन क कछ हरी वदनो क भरीतर आदोिनकाररयो और सरकार क बरीच एक सौहादलपणल समाधान हो गया

गौरतिब ह वक यह पहिरी बार था गजलर समदाय क िोग वकसरी मधयसथ की बात सनन क विए तयार थ वही ववरोध परदशलन करन वाि गजलरो को सातवना दन क विए शरी शरी रवव शकर न इस समदाय क 50000 सदसयो स वपिकापरा क रि परररयो क पास वमि जहा व ववरोध म बठ थ और रि यातायात को अवरदध कर रह थ शरी शरी न उनह अपन वहसक ववरोध को दर करन और शावतपणल ढग स बातचरीत करन का आगह वकया

सीपीआईएमएल और रणवीरसना21 वी शताबदरी की शरआत म वबहार राजय म उठ जावत सघषल का समाधान खोजना आरट ऑफ विववग क विए शरआतरी मामिो म स एक था

ऊचरी जावत समह रणवरीरसना और भारतरीय कमयवनसर पारवी (माकसलवादरी-िवननवादरी) (सरीपरीआईएमएि) क बरीच जावत सघषल न 1990 क दशक क दौरान वबहार म सबस खराब रप ि विया था वजसम बि पमान पर हतया जबरन और अनय तररीको क रप म वहसा न अपन पर फिान शर कर वदए थ

साि 2001 म शरी शरी न एक सघषल-गसत मसौढ़री कषत का दौरा वकया और अवहसा को अपनान क विए 50000 िोगो स अपरीि की बातचरीत क माधयम स समदायो और समहो को एकजर करन म गरदव को कई वदककतो का सामना करना पिा वजसम वबहार क यदधरत गर और भारत क अनय नकसिरी इिाको क नता शावमि थ तब इन नताओ को शरी शरी स वमिन क विए ऋवषकश म आरट ऑफ विववग सरर म अिग स आमवतत वकया गया था

bull अरणाचि परदश मवणपर मघािय असम ओवडशा पलचिम बगाि झारखड वबहार उततर परदश उततराखड जमम और कशमरीर क आवदवासरी कषतो म िाइर ए होम पररयोजना क तहत 18500 पररवारो म सोिर िाइर िगवाए गए वजसस 65000 स अवधक िोगो को िाभ हआ

bull 8 सौर माइकरो वगड भारत म सथावपत की तावक एकीककत सौर ऊजाल को मॉडि गावो तक पहचाया जा सक

bull मधय परदश जमम-कशमरीर और राजसथान क गामरीण इिाको क नौ सककिो म सौर वगडस परदान वकए

bull अकषय ऊजाल उतपादो को सथावपत करन क विए 1033 यवाओ को अकषय ऊजाल तकनरीवशयनो क रप म परवशवकषत वकया गया

रोशन हए घर

उततर-पववी कतर क नताओ को जहसा स दर रखन क जलए शी शी न वहा पर बहत समय वयतीत जकया साल 2017 म मजणपर क 68 आतकवाजदयो न घर वापसी की इन आतजकयो क घर वापसी

म उनकी रणनीजत न काफी मदद की

आवरण कथा 05 - 11 मारष 201806

ऋवषकश पहचन क बाद दोनो गरो म एक बार वफर स सघषल शर हो गया शरी शरी क हसतकषप क बाद दोनो गर कायलकरम म एक साथ बठन को तयार हए जहा उनहोन शवास और धयान तकनरीक सरीखी इस कायलकरम क अत तक उनहोन सवय को अपन हवथयार छोिन और सामदावयक सवा की वदशा म अपन परयासो क विए सवचछा स शपथ िरी

अतराषषटीय मधयसथताआरट ऑफ विववग क अनठ कायलकरमो म स एक ह कवदयो का पनवालस जो दवनया भर म 700000 स अवधक कवदयो तक अपनरी पहच बना चका ह उदाहरण क विए बता द वक उरगव क आतररक मतािय न उन कवदयो की जि की सजा को कम कर वदया वजनहोन आरट ऑफ विववग परोगाम म वहससा विया

आरट ऑफ विववग क सवयसवको न मलकसको हतरी अमररका जमलनरी कनाडा नपाि भारत पावकसतान शरीिका जापान म परीवित िोगो क विए मोबाइि फोन दारा आपदा राहत पहचान की एक नई पहि शर की ह

कोलजबया और एफएआरसी क बीर शाजत समझौता शरीिका म चि 52 वषवीय गहयदध क बाद कोिवबया सरकार और एफएआरसरी गोररला क बरीच शावत समझौता कराना शरी शरी क विए सबस बिरी उपिलबध रहरी कोिवबया क राषटपवत जआन

मनएि सरोस वजनहोन शरी शरी को एफएआरसरी तक पहचन म मदद की उनह दश म शावत िान क विए वकए गए परयासो क विए 2016 म नोबि शावत परसकार स नवाजा गया

शरी शरी को वमिन क बाद एफएआरसरी क नतााओ का हदय पररववतलत हो गया और उनहोन यदध ववराम की घोषणा कर दरी इतना हरी नही उनहोन अपन िकय को परापत करन क विए गाधरी क अवहसा वसदधात को अपनान की कसम खाई एफएआरसरी क नता न अपन अपराधो क विए माफी मागरी और उसक बाद एक नए राजनरीवतक दि क रप म सथावपत हआ

शावत वाताल म एफएआरसरी कमाडर और मखय वातालकार इवान मारकज कहत ह वक एक लसथर और िब समय तक शावत परापत करन क विए आरट ऑफ विववग की वशकषाए आवशयक ह हम उममरीद ह वक कोिवबया म शावत दवनया क विए एक पररणा क रप म कायल करगरी

इराक का पनवाषसआरट ऑफ विववग कछ गर-सरकाररी एजवसयो म स एक ह जो अब भरी बगदाद म काम कर रहरी ह आईएएचवरी क सहयोग स सगठन न समग वचवकतसा दखभाि कायलकरम और मवहिा सशलतिकरण पररयोजना क साथ-साथ टरामा राहत कायलकरमो दारा 50000 स अवधक इराकी नागररको की दखभाि की ह शरी शरी न तरीन बार इस दश का दौरा वकया ह आरट ऑफ विववग अब उततररी इराक म यदध म बच िोगो पर ववशष धयान दन

bull कम िागत वाि जव रत वाररवफरर क वनमालण क विए 60 स अवधक गामरीण यवाओ को जिसवक क रप म परवशवकषत वकया गया

bull 267 गावो क 45000 स अवधक िोगो को सरवकषत पयजि उपिबध करान क विए चार सामदावयक पानरी वफरर िगाए गए और इसक साथ हरी आधर परदश पलचिम बगाि झारखड और ओवडशा राजयो म 78 बोर क कओ का वनमालण कराया

bull कनालरक और पलचिम बगाि म सात समदावयक आरओ और जव रत वफरर की सथापना की

शर पयिल

का काम कर रह ह 6000 स अवधक मवहिाओ को रिररग और कपयरर साकषरता म वयावसावयक परवशकषण परदान वकया जा रहा ह इराक क सधारक घरो म कवदयो क विए कई कायलकरम आयोवजत वकए गए इराक क 100 स अवधक नागररक जयादातर बगदाद बसरा सिमवनया और करबिा की मवहिाए आरट ऑफ विववग की वशकषा िरी और वह साथरी इरावकयो की परीिा को कम करन क विए काम कर रहरी ह

आरट ऑफ विववग और आईएएचवरी भरी आईएसआईएस दारा जाररी मानवरीय सकर क मदनजर इराक म 15 िाख आतररक ववसथावपत परषो मवहिाओ और बचचो को भौवतक और आधयालतमक राहत दन क विए काम कर रहा ह इरािरी दहोक और खाजरीर म 8000 स अवधक पररवारो और अनाथ बचचो को राहत सामगरी बाररी

सीररया लबनान िॉडडन म टामा कयरसगठन भरी सवकरय रप स सरीररयन शरणावथलयो और जॉडटन िबनान सरीररया और इराक म यदध म बच िोगो की मदद करन क विए काम कर रहा ह इस कषत म चि रह तनाव आघात क उपचार क विए द आरट ऑफ विववग की कायलशािाओ क माधयम स 20000 स अवधक िोगो को िाभ परदान वकया गया ह चवक इस सघषल म बचचो क जयादा समह

शावमि ह इसविए आरट ऑफ विववग न अपन कायलकरमो को ववशष रप स बचचो क विए शर वकया ह तावक बचचो को इन सबस रोका जा सक और उनह शावत क रासत पर िाया जा सक

जातररी वशववर क एक सामावजक कायलकताल न कहा वक हम ऐस वातावरण म काम कर रह ह जो मनोसामावजक गवतवववधयो क विए बहत जरररी ह इस कायलशािा म मन इस तरह क परभावरी पररणाम कभरी नही दख ह इसस मर काम पर भाररी असर पिा ह और मझ सरीररयन शरणावथलयो क साथ काम करन का सचमच िाभ हआ ह आज आरट ऑफ विववग फाउडशन 152 स अवधक दशो म मौजद ह दस िाख स अवधक इसक अनयायरी ह कई अनय ससथान और आशम जस वदववजान महाववदयापरीठ शरी शरी आयवतद शरी शरी सककि फॉर परफॉवमिग आटसल एड फाइन आटसल और शरी शरी पररी-यवनववसलररी कॉिज ह जो उनकी ववरासत को आग बढ़ा रह ह शरी शरी रवव शकर शरी शरी ववशवववदयािय क किपवत और भारतरीय योग परमाणन सवमवत क गणवतता वनयतण क अधयकष भरी ह वह अमरनाथ शाइन बोडट (जमम और कशमरीर भारत सरकार दारा वनयति) क सदसय भरी ह शरी शरी कनालरक सरकार दारा आयोवजत गरदव ककषणादवराय की 500 वी वषलगाठ समारोह क ररसपशन कमररी क अधयकष भरी ह

आटड ऑफ जलजवग क सवयसवको न मकसको हती अमररका िमषनी कनाडा नपाल िारत पाजकसतान शीलका िापान म पीजडत लोगो

क जलए मोबाइल फोन दारा आपदा राहत पहरान की एक नई पहल शर की ह

0705 - 11 मारष 2018 सिभ

जवधवाओ की जिदगी म नए रग िरन का मौका लाकर सलि न समाि को यह सदश दन की कोजशश की ह जक जवधवा माताए िी समाि का

उतना ही महवपणष जहससा ह जितन दसर लोग ह-डॉ पाठक

वदावन म सामाजिक बदलाव की होलीवदावन क राधागोपीनाथ मजदर म जवधवा माताओ न पर उलास क साथ होली खली फलो और गलाल स खली गई इस

अनठी होली म वदावन की जवधवा माताओ क साथ वाराणसी स आई परास जवधवा माताए िी शाजमल हई

जपरयका जतवारी

हमार समाज म वकसरी मवहिा क ववधवा होत हरी उसक जरीवन क सार रग बदरग हो जात ह इतना हरी नही ववधवाओ को सभरी शभ

कायषो स भरी दर रखा जाता ह सवदयो स चिरी आ रहरी इस सामावजक कररीवत को समापत कर ववधवाओ को समाज की मखयधारा स जोिन की पहि सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की डॉ पाठक उन परातन मानयताओ म ववशवास नही करत वजसक अनसार परष की मतय क बाद उसकी पतनरी को समाज और पररवार की मखयधारा स कार कर अिग कर वदया जाए

इसरी सामावजक धारणा और मानयता को बदिन क विए सिभ न वदावन म अपन पररवार स पररतयति ववधवाओ को होिरी खिन का अनठा अवसर परदान वकया इस वषल भरी वदावन क राधागोपरीनाथ मवदर म ववधवा माताओ न पर उलास क साथ होिरी खिरी फकिो और गिाि स खिरी गई इस अनठरी होिरी म वदावन की अनय ववधवा माताओ क साथ वाराणसरी आई पचास ववधवा माताए भरी शावमि हई

वदावन क गोपरीनाथ मवदर म सिभ सवचछता एव सामावजक सधार आदोिन दारा आयोवजत होिरी महोतसव अपन आप म दवनया का सबस अनठा और रगरीन उतसव बन गया कयोवक इसम वसफफ होिरी क रग

हरी नही सगवधत फकिो की पखविया हरी नही हरदम उदासरी की सफद चादर म विपररी ववधवा माताओ की खनकतरी हसरी हरी नही बलक सामावजक बदिाव क गिाि भरी उिाए गए सकारातमक सामावजक बदिाव ऐस हरी होत ह वबना वकसरी को कछ बताए वबना वकसरी को रोक रोक सामावजक बदिाव की यह अनोखरी समझ सिभ परणता की वववशषता ह वजनहोन अपन परयासो स वदावन की ववधवा माताओ क जरीवन की पररी तसवरीर हरी बदि दरी वदावन की गवियो म सबकी नजरो स दर गमनाम वजदगरी जरीन वािरी इन ववधवा माताओ को अब दश कया पररी दवनया जान चकी ह

होिरी महोतसव म पहि गिाब गदा और चमिरी क फकिो क साथ होिरी खिरी गई इसक बाद गिाि बरसा कर सभरी न होिरी का आनद विया इस होिरी समारोह म कि 15 लवरि फकि और गिाि का इसतमाि वकया गया सिभ दारा आयोवजत रगो क इस तयोहार म ववधवा माताओ न ककषण सगरीत की धनो पर भाव नतय वकया

इस अवसर पर सिभ सवचछता एव सामावजक सधार आदोिन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक न कहा वक ववधवाओ की वजदगरी म नए रग भरन का मौका िाकर सिभ न समाज को यह सदश दन की कोवशश की ह वक ववधवा माताए भरी समाज का उतना हरी महतवपणल वहससा ह वजतन दसर िोग ह उनहोन बताया वक वदावन स पाच ववधवा माताए दश क परधानमतरी नरदर मोदरी स वमिन गिाि िकर जाएगरी और उनको गिाि दकर होिरी की शभकामनाए दगरी इसस पहि डॉ पाठक न ववधवा माताओ क साथ राधागोपरीनाथ मवदर म भगवान राधागोपरीनाथ को गिाि और पषप अवपलत कर पजन वकया उसक बाद इन वदध एव ववधवा माताओ क साथ फकि और गिाि स होिरी खिरी इसक अिावा डॉ पाठक न इन माताओ क साथ गरीत गाकर इनह होिरी की ढर साररी शभकामनाए दरी

बता द वक इस समारोह म होिरी क गरीतो का वहदरी और बागिा म गायन वकया गया मवदर म परभ आराधना क बाद माताओ न मवदर क चौक म होिरी

खिरी इस समारोह म वहससा िन वािरी ववधवा माता िविता न बताया वक उनकी शादरी क तरीन साि बाद हरी उनक सवामरी की मतय हो गई उनह इतना भरी पता नही था वक कयो उनह िोग रग और शभ कायषो स दर रखन िग थ उनह जब तक य बात समझ आतरी तब तक वह वदावन चिरी आई और परभ की भलति म िरीन हो गई उनहोन बताया वक सिभ बाबा (डॉ पाठक) क आन क बाद उनहोन जाना वक रग कया होत ह तयोहार कया होता ह उनहोन डॉ पाठक और सिभ को ढर साररी शभकामनाए दरी

एक अनय ववधवा माता दरीपािरी गहा ठाकर दास न बताया वक उनक पवत की मौत क बाद उनस िोग दर दर रहत थ वकसरी भरी शभ कायल और तयोहार म उनह शावमि नही वकया जाता था यह सब दख कर उनह बहत दख होता था इसरीविए वह कोिकाता स वदावन आ गई और यही राधारानरी का भजन कीतलन करन िगी यहा भरी उनह शरआत म बहत सरी तकिरीफो का सामना करना पिा वजसकी वजह स वह यहरी सोचतरी थरी वक भगवान उनह अपन पास जद स जद बिा ि वफर एक वदन डॉ पाठक उनकी वजदगरी म मसरीहा बन कर आए और उनक साथ साथ वदावन की सभरी ववधवा माताओ क जरीवन म बदिाव आ गया आज उनह भर पर भोजन क विए कही भरकना नही पिता ह और न हरी बरीमार होन पर दवा क विए वकसरी का आशय िना पिता ह उनहोन कहा वक सिभ और डॉ पाठक न उनक जसरी तमाम मवहिाओ को जरीवन जरीन की एक नई उममरीद दरी ह

यह सिभ और डॉ पाठक क अथक परयासो का हरी पररणाम ह जो आज य ववधवा माताए होिरी हरी नही दरीवािरी रकषाबधन जस सभरी तयोहार मनातरी ह इन माताओ क चहर पर मसकान और सककन दख कर िगता ह मानो इनह एक नया जरीवन वमि गया हो आज य सभरी माताए खशरी क गरीत गातरी ह और डॉ पाठक तथा सिभ का आभार वयति करत नही थकतरी

जवधवा माताओ क जलए सलि का होली महोसव

गोपीनाथ मजदर म जवधवा माताओ न खली फल और गलाल स होली

डॉ पाठक न जवधवा माताओ सग खली फल और गलाल स होली

खास बात

मन की बात 05 - 11 मारष 201808

नरद मोदी (परधानमतरी)

परकाश वतपाठरी न एक िबरी वचटरी विखरी ह और मझस बहत आगह वकया ह वक म उनक पत म विख गए ववषयो को सपशल

कर उनहोन विखा ह 1 फरवररी को अतररकष म जान वािरी कपना चाविा की पणय वतवथ ह कोिवबया अतररकषयान दघलरना म वो हम छोि कर चिरी गई िवकन दवनया भर म िाखो यवाओ को पररणा द गई म परकाश जरी का आभाररी ह वक उनहोन अपनरी िबरी वचटरी का आरभ कपना चाविा की ववदाई स वकया ह यह सबक विए दःख की बात ह वक हमन कपना चाविा को इतनरी कम उमर म खो वदया िवकन उनहोन अपन जरीवन स पर ववशव म खासकर भारत की हजारो ििवकयो को यह सदश वदया वक नाररी-शलति क विए कोई सरीमा नही ह इचछा और दढ़ सकप हो कछ कर गजरन का जजबा हो तो कछ भरी असभव नही ह यह दखकर काफी खशरी होतरी ह वक भारत म आज मवहिाए हर कषत म तजरी स आग बढ़ रहरी ह और दश का गौरव बढ़ा रहरी ह

पराचरीन काि स हमार दश म मवहिाओ का सममान उनका समाज म सथान और उनका

योगदान पररी दवनया को अचवभत करता आया ह भारतरीय ववदवषयो की िबरी परपरा रहरी ह वदो की ऋचाओ को गढ़न म भारत की बहत-सरी ववदवषयो का भरी योगदान रहा ह िोपामदरा गागवी मतयरी जस न जान वकतन हरी नाम ह आज हम lsquoबररी बचाओ बररी पढ़ाओrsquo की बात करत ह िवकन सवदयो पहि सकद-पराण मकहा गया ह-दशपतर समाकना दशपतरान परवरधन त फल लभतमरध तत लभ कनकका

अथालत एक बररी दस बरो क बराबर ह दस बरो स वजतना पणय वमिगा एक बररी स उतना हरी पणय वमिगा यह हमार समाज म नाररी क महतव को दशालता ह और तभरी तो हमार समाज म नाररी को lsquoशलतिrsquo का दजाल वदया गया ह यह नाररी शलति पर दश को सार समाज को पररवार को एकता क सत म बाधतरी ह चाह ववदक काि की ववदवषया

िोपामदरा गागवी मतयरी की ववदता हो या अकका महादवरी और मरीराबाई का जान और भलति चाह अवहयाबाई होिकर की शासन वयवसथा हो या रानरी िकमरीबाई की वरीरता नाररी शलति हमशा हम परररत करतरी आई ह दश का मान-सममान बढ़ातरी आई ह

परकाश वतपाठरी न आग कई सार उदाहरण वदए ह उनहोन विखा ह हमाररी साहवसक रकषा-मतरी वनमलिा सरीतारमण क ििाकक ववमान lsquoसखोई 30rsquo म उिान भरना उनह पररणा द दगा उनहोन ववतलका जोशरी क नततव म भारतरीय नौसना क मवहिा करक मबसल आई एनएसवरी तररणरी पर पर ववशव की पररकरमा कर रहरी ह उसका वजकर वकया ह तरीन बहादर मवहिाए भावना कठ मोहना वसह और अवनरी चतवतदरी यदधक ववमान की पायिर बनरी ह और सखोई-30 म परवशकषण ि रहरी ह कषमता वाजपयरी की अगवाई वािरी ऑि वमन करक न वदलरी

स अमररका क सन फावससको और वापस वदलरी तक एअर इवडया क बोईग जर म उिान भरी आज नाररी हर कषत म न वसफफ आग बढ़ रहरी ह बलक नततव कर रहरी ह आज कई कषत ऐस ह जहा सबस पहि हमाररी नाररी-शलति कछ करक वदखा रहरी ह एक वमसाि कायम कर रहरी ह वपछि वदनो राषटपवत जरी न एक नई पहि की

राषटपवत जरी न उन असाधारण मवहिाओ क एक समह स मिाकात की वजनहोन अपन-अपन कषतो म सबस पहि कछ करक वदखाया दश की इन मवहिाओ म मचचर नवरी की पहिरी मवहिा कपरन यातरी टरन की पहिरी मवहिा डाइवर पहिरी मवहिा फयर फाइरर पहिरी मवहिा बस डाइवर अराकफवरका पहचन वािरी पहिरी मवहिा एवरसर पर पहचन वािरी पहिरी मवहिा इस तरह स हर कषत की lsquoपहिरी मवहिाrsquo थी - हमाररी नाररी-शलतियो न समाज की रवढ़वावदता को तोित हए असाधारण उपिलबधया हावसि की एक कीवतलमान सथावपत वकया उनहोन य वदखाया वक किरी महनत िगन और दढसकप क बि पर तमाम बाधाओ और रकावरो को पार करत हए एक नया मागल तयार वकया जा सकता ह एक ऐसा मागल जो वसफफ अपन समकािरीनो को हरी नही बलक आन वािरी परीवढ़यो को भरी परररत करगा उनह एक नय जोश और

नारी-शकति की असाधारण उपलकधयाआि नारी हर कतर म न जसफफ आग बढ़ रही ह बकलक नतव कर रही ह आि कई कतर ऐस ह िहा सबस पहल

हमारी नारी-शकति कछ करक जदखा रही ह एक जमसाल कायम कर रही ह

परारीन काल स हमार दश म मजहलाओ का सममान उनका समाि म सथान और उनका योगदान परी दजनया को अरजित करता आया ह

िारतीय जवदजरयो की लबी परपरा रही ह वदो की ऋराओ को गढ़न म िारत की बहत-सी जवदजरयो का िी योगदान रहा ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 मन की बात 09उतसाह स भर दगा इन पहिरी मवहिाओ पर एक पसतक भरी तयार की गई ह तावक परा दश इन नाररी शलतियो क बार म जान उनक जरीवन और उनक कायषो स पररणा ि सक

आज दश और समाज म हो रह सकारातमक बदिाव म दश की नाररी-शलति की महतवपणल भवमका ह आज जब हम मवहिा सशतिरीकरण पर चचाल कर रह ह तो म एक रिव सरशन का वजकर करना चाहगा एक रिव सरशन और मवहिा सशतिरीकरण आप सोच रह होग वक इसक बरीच म कया सबध ह मबई का मारगा सरशन भारत का ऐसा पहिा सरशन ह जहा साररी मवहिा कमलचाररी ह सभरी ववभागो म मवहिा सराफ - चाह कमवशलयि वडपारटमर हो रि पविस हो वरकर चकर हो उदघोषक हो परा 40 स भरी अवधक मवहिाओ का सराफ ह इस बार बहत स िोगो न गणतत वदवस की परड दखन क बाद टरीअर पर और दसर सोशि मरीवडया पर विखा वक परड की एक मखय बात थरी बरीएसएफ की मवहिा दसता व साहसपणल परयोग कर रहरी थी और य दशय ववदश स आए हए महमानो को भरी आचियलचवकत कर रहा था सशतिरीकरण आतमवनभलरता का हरी एक रप ह आज हमाररी नाररी-शलति नततव कर रहरी ह आतमवनभलर बन रहरी ह

छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी मवहिाओ न भरी कमाि कर वदया ह उनहोन एक नई वमसाि पश की ह आवदवासरी मवहिाओ का जब वजकर आता ह तो सभरी क मन म एक वनलचित तसवरीर उभर कर आतरी ह वजसम जगि होता ह पगडवडया होतरी ह उन पर िकवियो का बोझ वसर पर उठाए चि रहरी मवहिाए िवकन छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी नाररी हमाररी इस नाररी-शलति न दश क सामन एक नई तसवरीर बनाई ह छततरीसगढ़ का दतवािा इिाका जो माओवाद-परभाववत कषत ह ऐस खतरनाक इिाक म आवदवासरी मवहिाए ई-ररकशा चिा कर आतमवनभलर बन रहरी ह बहत हरी थोि कािखड म कई साररी मवहिाए इसस जि गई ह उनह इसस तरीन िाभ हो रह ह एक तरफ जहा सवरोजगार न उनह सशति बनान का काम वकया ह वही इसस माओवाद-परभाववत इिाक की

तसवरीर भरी बदि रहरी ह और इन सबक साथ इसस पयालवरण-सरकषण क काम को भरी बि वमि रहा ह यहा क वजिा परशासन की भरी सराहना करता ह अनदान उपिबध करान स ि कर परवशकषण दन तक वजिा परशासन न इन मवहिाओ की सफिता म एक महतवपणल भवमका वनभाई ह

हम बार-बार सनत आए ह वक िोग कहत ह ndash lsquoकछ बात ह ऐसरी वक हसतरी वमरतरी नही हमाररीrsquo वो बात कया ह वो बात ह िचरीिापन और वनरतर पररवतलन जो काि-बाह ह उस छोिना जो आवशयक ह उसका सधार सवरीकार करना हमार समाज की ववशषता ह ndash आतमसधार करन का वनरतर परयास यह भारतरीय परपरा हमाररी ससककवतक ववरासत ह वकसरी भरी जरीवत समाज की पहचान होतरी ह उसका आतम सधार तत

सामावजक कपरथाओ और कररीवतयो क वखिाफ सवदयो स हमार दश म वयलतिगत और सामावजक सतर पर िगातार परयास होत रह ह अभरी कछ वदन पहि वबहार न एक रोचक पहि की राजय म सामावजक कररीवतयो को जि स वमरान क विए 13 हजार स अवधक वकिोमरीरर की ववशव की सबस िबरी मानव-शखिा बनाई गई इस अवभयान क दारा िोगो को बाि-वववाह और दहज-परथा जसरी बराइयो क वखिाफ जागरक वकया गया दहज और बाि-वववाह जसरी कररीवतयो स पर राजय न ििन का सकप विया बचच बजगल जोश और उतसाह स भर यवा माताए बहन हर कोई इस जग म शावमि थ समाज क सभरी िोगो को सहरी मायन म ववकास का िाभ वमि इसक विए जरररी ह वक हमारा समाज इन कररीवतयो स मति हो म वबहार

की जनता राजय क मखयमतरी वहा क परशासन और मानव ndashशखिा म शावमि हर वयलति की सराहना करता ह वक उनहोन समाज कयाण की वदशा म इतनरी ववशष एव वयापक पहि की

करि की आवदवासरी मवहिा िकमरीकटरी की कहानरी सनकर आप सखद आचियल स भर जायग िकमरीकटरी कलार म वशवकषका ह और अब भरी घन जगिो क बरीच आवदवासरी इिाक म ताि क पततो स बनरी झोपिरी म रहतरी ह उनहोन अपनरी समवत क आधार पर हरी पाच सौ आयवतवदक दवाए बनाई ह साप कारन क बाद उपयोग की जान वािरी दवाई बनान म उनह महारत हावसि ह िकमरी जरी दवाओ की अपनरी जानकाररी स िगातार समाज की सवा कर रहरी ह इस गमनाम शलखशयत को पहचान कर समाज म इनक योगदान क विए उनह पदमशरी स सममावनत वकया गया म आज एक और नाम का भरी वजकर करन का मरा मन करता ह पलचिम बगाि की 75 वषवीय सभावसनरी वमसतरी को भरी उनह परसकार क विए चना गया सभावसनरी वमसतरी एक ऐसरी मवहिा ह वजनहोन असपताि बनान क विए दसरो क घरो म बतलन माज सबजरी बचरी जब य 23 वषल की थी तो उपचार नही वमिन स इनक पवत की मतय हो गई थरी और इसरी घरना न उनह गररीबो क विए असपताि बनान क विए परररत वकया आज इनकी किरी महनत स बनाए गए असपताि म हजारो गररीबो का वनशक इिाज वकया जाता ह मझ परा ववशवास ह वक हमाररी बहरतना-वसधरा म ऐस कई नर-रतन ह कई नाररी-रतन ह वजनको न कोई जानता ह न कोई पहचानता ह ऐस वयलतियो की पहचान न बनना उसस समाज का भरी घारा हो जाता ह पदम-परसकार एक माधयम ह िवकन म दशवावसयो को भरी कहगा वक हमार आस-पास समाज क विए जरीन वाि समाज क विए खपन वाि वकसरी न वकसरी ववशषता को ि करक जरीवन भर कायल करन वाि िकषाववध िोग ह कभरी न कभरी उनको समाज क बरीच म िाना चावहए वो मान-सममान क विए काम नही करत ह िवकन उनक कायल क कारण हम पररणा वमितरी ह

(मन की बात जनवररी 2018 का सपादित अश)

छततीसगढ़ की हमारी आजदवासी नाररयो न दश क सामन एक नई तसवीर बनाई ह छततीसगढ़ का दतवाडा इलाका िो माओवाद-परिाजवत कतर ह ऐस खतरनाक इलाक म आजदवासी मजहलाए ई-ररशा रला कर

आमजनिषर बन रही ह

गिरात का पड कपल हर महीन बाटता ह 5000 सजनटरी नपजकन

सरत क मीना और अतल महता न िररतमद मजहलाओ क बीर सजनटरी पडस बाट कर सराहनीय काम जकया ह

तवमिनाड क अरणाचिम मरगनाथम की कहानरी तो आज हर कोई जान चका ह िवकन

सरत म रहन वाि मरीना और अति महता क परयासो की जानकाररी बहत कम िोगो को ह वपछि िगभग 5 साि स य दोनो हर महरीन ऐसरी मवहिाओ को िगभग 5000 सवनरररी नपवकन बारत ह जो इसका खचल खद नही वहन कर सकती

मरीना और अति न हाि हरी म सरत की झगगरी

को समझना चावहए वक परीररयडस बहत जरररी होत ह और उनक बार म जागरकता फिनरी चावहए

(एजसरी)

झोपवियो म वफम पडमन की सकरीवनग भरी 125 मवहिाओ क विए आयोवजत की इसक जररए व िोगो को सवनरररी नपवकन की महतता बताना चाहत ह मरीना न बताया वक उनहोन एक बार एक गररीब बचचरी को ककि क वडबब स पड वनकाित दखा उनहोन बताया वक बचचरी स उनह पता चिा वक पस की कमरी क चित वह इन पडस को धोकर हर महरीन इसतमाि करतरी ह यह सनकर मरीना

को काफी हरानरी हई और उनहोन पडस बारन का फसिा वकया मरीना िोगो स इस काम क विए आग आन की अपरीि करतरी ह उनहोन कहा वक िोगो

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

मतावधकार 05 - 11 मारष 201810

दवनया क सबस बि िोकतत अमररका क मकाबि दवनया का सबस बिा िोकतत भारत इस मायन म आग ह वक मवहिा

अवधकारो क परवत यह उनस जयादा सवदनशरीि और सजग रहा अमररका म सब कछ क बाद भरी मवहिाओ को मतवधकार स िस करन क परवत वहचवकचाहर थरी अमररका की यह वहचवकचाहर 144 वषषो बाद खतम हई अमररका हरी नही वरिरन न भरी इस मामि म जयादा उदारता नही वदखाई मवहिाओ को मतवधकार दन म उसन िगभग एक सदरी का वति खचल वकया लसवटजरिड क कछ इिाको म तो मवहिाओ को वोर दन का अवधकार 1974 म वमिा िवकन भारतरीय मवहिाओ को दश की आजादरी क वदन स यह अवधकार वदया गया

1947 म मवहिाओ को मतावधकार क अवधकार दन का फसिा उस वति वकतना बिा था इसका अदाजा िवखका डॉकरर ओवनलर शवन की इस ववषय पर विखरी पसतक स िगाया जा सकता ह वजसम वो विखतरी ह वक कररीब 10 िाख िोगो की मौत और एक करोि 80 िाख िोगो क घरो की तबाहरी क विए वजममदार बरवार की आग म झिस रह एक दश म य फसिा विया जाना उस वति वकसरी भरी औपवनववशक राषट क विए एक बहत बिरी उपिलबध थरी

इस फसि स आजाद भारत म वोररो की सखया पाच गना तक बढ़कर कररीब 17 करोि 30 िाख तक पहच गई और इसम आधरी अबादरी मवहिाओ

ऐस जमला मताजधकार का अजधकारदजनया क कई बड दशो न मजहलाओ को मतदान करन क अजधकार स बहत वरषो तक वजरत रखा

लजकन िारत न आिादी क जदन स ही मजहलाओ को इस अजधकार स लस जकया

की थरी तब दभलगय स कररीब 28 िाख मवहिाओ क नाम वोरर विसर स हरा वदए गए कयोवक उनहोन अपना नाम हरी नही बताया और कररीब 85 परवतशत ऐसरी मवहिाए थी वजनहोन कभरी वोर हरी नही वदया था

अपनरी पसतक हाउ इवडया वबकम डमोकरवरक वसवरजनवशप ऐर द मवकग ऑफ द यवनवसलि फरचाइजरी म डॉ शवन न औपवनववशक शासन क दौर म मवहिाओ क मतावधकार क ववरोध क बार म ववसतार स विख ह व विखतरी ह वक वरिवरश अवधकाररयो न य तकफ वदया था वक सावलभौवमक मतावधकार भारत क विए सहरी नही होगा वरिवरश शासन क दौरान भारत म चनाव सरीवमत तौर पर होत थ वजसम धावमलक सामदावयक और वयावसावयक धाराओ क तहत बाररी गई सरीरो पर खि उममरीदवारो क विए कछ वोररो को हरी मतदान करन का अवधकार था इवतहासकार गरालडन फोबसल विखतरी ह वक भारतरीय मवहिा सगठनो को मवहिाओ को मतदान का अवधकार पान क विए एक मलशकि ििाई ििनरी पिरी थरी 1921 म बॉमब और मदरास

पहि परात बन जहा सरीवमत तौर पर मवहिाओ को वोर दन क अवधकार वदए गए बाद म 1923 स 1930 क बरीच सात अनय परातो म भरी मवहिाओ को मतदान का अवधकार वमिा

डॉ फोबसल अपनरी वकताब वमन इन मॉडनल इवडया म विखतरी ह वक वरितानरी हाउस ऑफ कॉमनस न मवहिाओ क विए वोवरग क अवधकार की माग करन वाि कई भारतरीय और वरितानरी मवहिा सगठनो की माग को नजरअदाज वकया मवहिाओ स भदभाव और उनका पदत म रहना इस फसि क परीछ उनकी आसान दिरीि थरी डॉ फोबसल विखतरी ह साफ तौर पर वरितानरी शासको न अपसखयको क अवधकार क तौर पर कवि परष अपसखयको को हरी अवधकार दन का वादा वकया मवहिाओ क मामि म उनहोन कछ मवहिाओ क अिग-थिग होन क बहान पररी मवहिाओ को उनका हक दन स इनकार कर वदया

औपवनववशक परशासको और ववधायको दोनो न हरी मतावधकार की सरीमाओ को बढ़ान का ववरोध वकया था डॉ फोबसल क अनसार वोवरग का ववरोध

करन वाि मवहिाओ को कमतर आकत थ और सावलजवनक मामिो म उनह अकषम मानत थ

कछ िोगो का कहना था वक मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दन स पवत और बचचो की उपकषा होगरी एक सजजन न तो यहा तक तकफ वदया वक राजनरीवतक काम करन स मवहिाए सतनपान करान म असमथल हो जाएगरी

मवहिा अवधकारो क विए ििनवािरी मणाविनरी सन न 1920 म विखा था वरितानरी सरकार क बनाए सभरी कानन मवहिाओ पर िाग होत थ और अगर उनक पास सपवतत ह तो उनह रकस भरी दना होता था िवकन उनह वोर दन का अवधकार नही था

वो कहतरी ह य कछ इस परकार था वक मानो वरितानरी शासक मवहिाओ स कह रह हो वक नयाय पान क विए अदाित का दरवाजा खरखरान की बजाय वो खद हरी लसथवत स वनपर

भारत क आवखररी औपवनववशक कानन भारत सरकार अवधवनयम 1935 क तहत दश क 3 करोि िोगो को वोर दन का अवधकार वदया गया यह दश की कि वयसक आबादरी का पाचवा वहससा था इसम मवहिाओ की सखया कम थरी

वबहार और उिरीसा परात (उस दौर म य दो राजयो एक हरी परात म आत थ) की सरकार न मतदाताओ की सखया कम करन और मवहिाओ स मतदान का अवधकार छरीनन की कोवशश की

डॉ शवन विखतरी ह वक सरकार का मानना था अगर मवहिा तिाकशदा या ववधवा ह या उसक पास सपवतत नही ह तो उसका नाम मतदाता सचरी स हरा वदया जाना चावहए

िवकन जब अवधकाररी भारत क पववोततर म बस खासरी पहावियो म उन समदायो क सपकफ म आए जहा मातसतता को माना जाता ह तो उनह मवहिाओ क मामि म एक अपवाद दखन को वमिा इस समदाय म सपवतत मवहिाओ क नाम पर होतरी ह

िारतीय मजहला सगठनो को मजहलाओ को मतदान का अजधकार पान क जलए एक मकशकल लडाई लडनी पडी थी 1921 म बॉमब और मदास पहल परात बन िहा सीजमत तौर पर मजहलाओ को वोट

दन क अजधकार जदए गए

अमररका न 144 वरषो क बाद जदया मजहलाओ को मताजधकार

जरिटन की मजहलाओ को एक सदी बाद जमला यह अजधकार

1947 म मजहलाओ को मताजधकार दकर िारत न बडा कदम उठाया

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 11मतावधकार

अिग-अिग परातो न भरी मवहिाओ क नाम शावमि करन स सबवधत अपन-अपन वनयम बनाए मदरास म अगर कोई मवहिा पशनधाररी ववधवा थरी वकसरी अवधकाररी या सवनक की मा थरी या उसक पवत रकस दत थ या सपवतत क माविक थ तो उस मतदान करन का अवधकार वदया गया

दखा जाए तो वोर दन की मवहिा की पातता पररी तरह स उसकी पवत की सपवतत योगयता और सामावजक लसथवत पर वनभलर थरी

डॉ शवन बतातरी ह मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दना और उनह सहरी मायनो म वोरर विसर म िकर आना औपवनववशक शासन म काम कर रह नौकरशाहो की कपना स पर था इसका एक कारण उस वति की ववदशरी सरकार का यहा की अवशवकषत जनता म भरोस की कमरी और गररीबो गामरीण और अवशवकषतो को अवधकर दन क सबध म उनकी नकारातमक सोच का नतरीजा थरी

आिादी क बाद बदल हालातिवकन जब आजाद भारत न य तय वकया वक वो दश क वयसको को वोर करन का यानरी अपनरी सरकार खद चनन का अवधकार दगरी तो चरीज बदिन िगी डॉ शवन विखतरी ह मतदाता सचरी तयार करन का काम नवबर 1947 म शर हआ साि 1950 की जनवररी तक जब भारत को उसका अपना सववधान वमिा तो उस वति तक सावलभौवमक मतावधकार और चनावरी िोकतत की सोच पखता हो चकी थरी िवकन साि 1948 म जब मसौदा मतदाता सचरी की तयाररी की बाररी आई तो उसम अनक समसयाए थी

कछ परातो क अवधकाररयो न मवहिाओ क नामो को विखन म काफी वदककत पश आन क बार म बताया कई मवहिाओ न अपना नाम बतान स इनकार कर वदया और अपना नाम बतान की बजाय खद को वकसरी की पतनरी मा बररी या वकसरी की ववधवा क रप म पश वकया सरकार न यह सपष कर वदया वक ऐसा करन की अनमवत नही दरी जा

जरितानी शासको न अलपसखयको क अजधकारो क तौर पर कवल परर अलपसखयको को ही अजधकार दन का वादा जकया मजहलाओ क मामल म उनहोन कछ मजहलाओ क अलग-थलग होन क बहान परी मजहलाओ

को उनका हक दन स इनकार कर जदया

सकतरी और मवहिाओ का पजरीकरण उनक नाम स हरी वकया जाएगा

पवल की औपवनववशक नरीवतयो स हरकर भारत सरकार न कहा वक मवहिा को वकसरी अनय की सबधरी क रप म नही बलक एक सवतत मतदाता क रप म पजरीककत वकया जाएगा सरकार न मरीवडया का सहारा िकर इस सबध म परचार करन

का काम शर वकया और मवहिाओ को अपनरी खद की पहचान क साथ नाम विखवान क विए उतसावहत वकया मवहिा सगठनो न भरी मवहिाओ स अपरीि की वक वो अपन वहतो की रकषा करन क विए खद मतदाता बन

दश की पहिरी ससद क विए अतिबर 1951 स फरवररी 1952 क बरीच म हए चनावो म मदरास की एक सरीर स चनाव ििन वाि एक उममरीदवार न कहा मतदाता कदर क बाहर वोर दन को विए मवहिा और परष गामरीण धयल स घरो इतजार कर रह थ वो कहत ह वक पदत म आई मसिमान मवहिाओ क विए अिग वोवरग बथ की वयवसथा की गई थरी

एक बडी िीत बशक मवहिाओ क हको की ििाई आज भरी जाररी ह वषल 1966 स भारत की ससद क वनचि सदन म 33 फीसदरी सरीर मवहिाओ क विए आरवकषत करन वािा एक वबि कि ववरोध क कारण अब तक अरका हआ ह आज पहि स कही अवधक मवहिाए मतदान कर रहरी ह और कभरी-कभरी परषो स भरी अवधक सखया म वो मतदान कर रहरी ह िवकन वो चनाव म उममरीदवार क रप म वो कम हरी नजर आतरी ह

2017 म जाररी की गई सयति राषट की एक ररपोरट क अनसार ससद म मवहिाओ की सखया की सचरी म 190 दशो म भारत का सथान 148 ह 542 सदसय वाि ससद क वनचि सदन म वसफफ 64 सरीरो पर हरी मवहिाए ह

सवचछता की लकमीतजमलनाड म जतरजर क सामजथरम गाव म सवचछता अजियान रलान

वाली लकमी न अपन अनिवो को साझा जकया ह

लकमी पररयासवामी

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह

अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी

वमिरी ह सबस बिरी बात यह वक म कोई सरकाररी कमवी नही बलक मात एक सवयसवक ह इसरीविए मर विय कछ खोन या पान जसरी कोई लसथवत नही ह मरा काम तो बस मररी उस कपना का पररणाम ह वजसको वजद बनाकर मन वकया ह म वह करतरी ह जो मर गाव क विए अचछा ह अगर कछ

भरी गित वदखता ह तो म उस सधारन का हर सभव परयास करतरी ह म तवमिनाड क वतचरी लसथत सामवथरम गाव म रहतरी ह आप मझ उन िोगो म शावमि कर सकत ह वजनक विए साफ-सफाई कछ जयादा हरी महतव रखतरी ह म खद तो सफाई पसद ह साथ हरी अपन आस-पास क िोगो को भरी अपन जसा रखन की कोवशश करतरी ह

िोग अपनरी आदत क मतावबक सिको पर चरीज फक दत ह बपरवाहरी म मशगि उनह यह भरी अदाजा नही होता वक व अपनरी हरी जमरीन गदरी कर रह ह वजस साफ रखन की वजममदाररी उनकी भरी ह जब कभरी म गाव म वकसरी को गदगरी फिात दखतरी मझ खराब िगता म सवयसवक क तौर पर खद हरी गाव की सिको पर उनह साफ करन क विए उतर गई मन अपन वयलतिगत परयासो स सिको क वकनार ककिदान रखवाए गाव म ऐसरी वयवसथा सवनलचित की वक िोग पराना पिालसरक यहा-वहा फकन क बजाय एक जगह एकवतत कर वजसस उस ररीसाइवकि वकया जा सक हािावक हर नई शरआत म मझ िोगो क असहयोग का सामना करना पिा िवकन धरीर-धरीर हरी सहरी पर बाद म मझ सफिता वमितरी गई

पिालसरक और कचर क बाद मर गाव म सबस बिरी समसया खि म शौच की थरी यहा तक वक वजन घरो म शौचािय बन हए थ उन घरो क िोग भरी शौच क विए खतो म हरी जात थ यह लसथवत दो साि पहि की थरी िवकन आज चरीज बदि गई ह इस सखद बदिाव क विय मन खब महनत की

ह हािावक मर दो पिोवसयो समत गाव म अब भरी पदरह घर ऐस बच ह जहा शौचािय नही बना ह पर म कोवशश म ह वक उनह भरी समझाकर शरीघर हरी अपन गाव को खि म शौच की शमल स मति करा द

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी वमिरी ह मझ वह वदन भरी याद ह जब म वकसरी क पास जाकर अपनरी बात कहतरी थरी तो िोग दर स हरी हाथ जोिकर मझ भगा दत थ इन बातो स ववचवित न होन का पररणाम ह वक आज जब म कछ कहतरी ह तो िोग धयान स सनत ह मन अपन कछ दसर सावथयो की मदद स िोगो को सवचछता क महतव स पररवचत कराया ह आज मररी मवहम म मरा बरा भरी साथ जि गया ह

मझ गवल होता ह वक मन अपन बर को सामावजक वजममदाररी की जो वशकषाए दरी थी उनह वह अमि म िा रहा ह म वह वदन कस भि सकतरी ह जब मर पिोसरी न वकसरी बात पर जहर खाकर आतमहतया करन की कोवशश की थरी िवकन मर बर न दौि-भागकर डॉकरर की मदद स उसकी जान बचाई थरी मर कामो को दखत हए मझ गाम पचायत ववकास योजना की नतरी बना वदया गया ह मररी वजममदाररी अब और भरी बिरी हो गई ह और म कोवशश करगरी वक वपछि अनभवो क आधार पर अपनरी भवमका बखबरी वनभाऊ

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 201812 वशकषा

मवात म जशका की लहरमजहला-जशका क कतर म दश क सबस जपछड कतरो म स एक मवात िी ह लजकन करीब 36 परजतशत मजहला जशका क

दर वाल इस जिल म पररवतषन की एक नई लहर दखी िा रही ह

सरर ता बरारा

जब म दखतरी ह वक आज भरी मर गाव म बहत-स अवभभावक अपनरी बवचचयो को सककि भजन स मना करत ह या

बि-बढ़ मररी जसरी ििवकयो क ििको की तरह घर स बाहर खि म खिन पर एतराज जतात ह तो मझ बहत दःख होता ह यह कहना ह 12 साि की छोररी-सरी बचचरी नावदया का हररयाणा क मवात वजि म रहन वाि मलसिम समदाय की नावदया नई नगि गाव क सककि म सातवी ककषा की छाता ह

सामदावयक रवडयो रवडयो मवात क एक कायलकरम म एक मवहिा न बतौर कॉिर बातचरीत करत हए सवाि पछा वक जब हमार समदाय की एक ििकी रवडयो पर कायलकरम पश कर सकतरी ह तो हम रवडयो पर सगरीत कायलकरम का मजा िन जसरी मामिरी-सरी बात क विए भरी कयो रोका जाता ह

रवडयो मवात क विए काम करन वािरी वाररीसा समदाय की उन कछ वगनरी-चनरी ििवकयो म स ह जो समदाय क िोगो क तमाम सखत ववरोधो क बावजद अपन वपता क सहयोग स अपनरी वशकषा को जाररी रख पाई सरकाररी सककि स पढ़री वाररीसा बतातरी ह वक आठवी ककषा तक पहचत-पहचत उसक साथ की सभरी ििवकया सककि छोिकर जा चकी थी

हररयाणा का मवात वजिा मवहिा-वशकषा क कषत म दश क सबस वपछि कषतो म स एक ह वषल 2011 म हई जनगणना क मतावबक मवहिा-वशकषा की दर यहा 36 परवतशत स थोिरी हरी अवधक ह जबवक ििवकयो क सककि छोिन की दर काफी अवधक ह सरकाररी वबसाइर पर उपिबध आकि बतात ह वक जहा वषल 2012-13 म सरकाररी सककिो म पहिरी ककषा स 5वी ककषा तक पढ़न वािो छातो की सखया 160057 थरी तो वही ककषा 6 स 8 म पढ़न वाि छातो की सखया कवि 42605 जहा तक ििवकयो का सवाि ह तो 5 परवतशत स जयादा ििवकया उचच ककषाओ तक नही पहच पाती

पर इन वनराशाजनक आकिो क बावजद यह बात उममरीद की िौ जिातरी ह वक मवात जस वपछि कषत क गाव की साधारण-सरी नावदया जसरी ििकी आज ििवकयो क साथ हो रह भदभाव पर सवाि खि करन की वहममत करन िगरी ह यह बात सावबत करतरी ह वक पररवतलन की शरआत हो चकी ह

सबस महतवपणल बात तो यह ह वक मवात जस शवकषक रप स वपछि इिाक क एक गाव म कछ अवभभावको न अपनरी ििवकयो को वनजरी कषत क सहवशकषा (को-एड) सककिो म भजना शर कर वदया ह नई नगि का सककि इसका उदाहरण ह ऐस सककिो म पढ़ान क विए अवभभावक अपनरी जब स पस खचल करन म भरी परीछ नही ह रवडयो मवात क विए काम करत हए आज वाररीसा ििवकयो की वशकषा क महतव और उनक साथ वकए जान वाि भदभाव क वखिाफ परचार म जररी हई ह

वाररीसा कहतरी ह वक रवडयो पर मनोरजक कायलकरम परसाररत करन क अिावा म रवडयो मवात पर वमयो समदाय स सबवधत मवहिा अधयापको को रवडयो कायलकरमो म आमवतत करतरी ह तावक उनस पररणा पाकर अनय अवभभावक भरी अपनरी ििवकयो को सककि भज और माधयवमक सककिो की पराथवमक ककषाओ म हरी अपनरी ििवकयो को पढ़ाई छोिन क विए मजबर न करक उनह आग और भरी पढ़न द वह कहतरी ह वक खशरी की बात तो यह ह वक आज

वववावहत मवहिाए भरी भदभाव क वखिाफ आवाज उठान िगरी ह

वाररीसा का कहना ह वक कम स कम आज मवहिाओ म इतना साहस तो आ हरी गया ह वक व अपन वखिाफ होन वाि भदभाव को िकर सवाि खि करन िगरी ह कछ साि पहि तक यह सब सभव नही था इस कषत म ििवकयो की वशकषा को बढ़ावा दन क विए राजय सरकार गर सरकाररी सगठनो और वनजरी कषत दारा वपछि कई सािो स परयास वकए जा रह ह वषल 1982 म हररयाणा सरकार न वझरका और नह म सहवशकषा (कोएड) वाि अगजरी माधयम क दो सककि शर वकए थ तावक मवात कषत क इस परपरागत ससककवत और सामावजक तान-बान वाि इिाक क बचचो को अचछरी गणवतता वािरी वशकषा परदान की जा सक इसक दो साि बाद हरी इन सककिो को सरीबरीएसई स सबदध कर वदया गया आज ऐस सात सहवशकषा वाि सककि मवात मॉडि सककि सोसाइररी (एमएमएसएस) दारा चिाए जा रह ह वजनम ििवकयो स कोई टशन फीस नही िरी जातरी इनम स छह सककि उचचतर माधयवमक सतर क और एक माधयवमक सतर का ह इन मॉडि सककिो म 40 परवतशत स अवधक सखया ििवकयो की ह वजनम स 57 परवतशत स अवधक ििवकया वमयो समदाय की ह

मवात क इस इिाक म 6 कसतरबा गाधरी बाविका ववदयािय भरी चिाए जा रह ह वजनम 1400 ििवकया पढ़ रहरी ह इनम स 64 परवतशत वमयो समदाय की ह140 ििवकयो को नह क मवात मॉडि सककि म पढ़ाई क अिावा मफत रहन और खान की सववधा भरी परदान की गई ह

खास बात यह ह वक वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को आतमववशवास साहस और समाज म भदभाव क वखिाफ आवाज बिद करन का दढ़-वनचिय वदया ह नावदया एक सवदनशरीि ििकी ह जो समाज म फि भदभाव और अनयाय को िकर

अब गामीणो को यह महसस होन लगा ह जक अगिी माधयम म जशका परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कतरो म ही आसानी स

नौकररया जमल सकती ह इसक जलए उनह दरदराि क इलाको म िान की िररत नही

2012-13 म सरकारी सकलो म 5वी तक 160057 छातर थ

पार परजतशत स जयादा लडजकया उचर ककाओ तक नही पहर पाती थीआि जशका को लकर गिीरता व सकलो म छातराओ की सखया बढ़ी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

काफी वचवतत हनावदया कहतरी ह वक वो एक डॉकरर बनना

चाहतरी ह कयोवक अमरीरो को तो असपतािो म अचछरी दखभाि और परा इिाज वम ि जाता ह जबवक गररीबो को घरो असपताि की िबरी िाइनो म इतजार करना पिता ह और उनक बावजद भरी डॉकरर का वयवहार उनक परवत उदासरीन रहता ह

एमएमएसएस और कजरीबरीवरी क तहत चिन वाि सककिो क अिावा एडकॉम सोयशस नामक सगठन क तहत छह यवनवसलि एकडमरी सककि भरी मवात म चिाए जा रह ह य सगठन भारत और ववदशो म वशकषा क कषत म वडवज रि करावत िान वािा अगणरी सगठन ह

हािावक इस सककि म अब भरी कवि 182 छात हरी ह जो सखया क विहाज स बहद कम ह िवकन वफर भरी वमयो समदाय वाि मवात क इस वपछड कषत म जहा ििवकयो को वशकषा वदिाना अवतम पराथवमकता ह वहा वनशक वशकषा उपिबध न करान वाि सककिो म भरी अपन बचचो का दावखिा करान की पहि वाकई सवागत योगय ह

गामरीण इिाको म यवनवसलि एकडमरी क साथ भागरीदाररी म सककि चिान वािरी ससथा एडकॉम की अकादवमक परमख अनराधा बतातरी ह वक शरआत म उनका काफी ववरोध हआ था गावो म िोगो को मनान क विए उनह काफी जदोजहद करनरी पितरी थरी वक व अपनरी ििवकयो को सककि भज उस वति य आसान नही था पर आज हािात बदि रह ह यवनवसलि एकडमरी सककिो म ििवकया पढ़न आ रहरी ह

एक और बदिाव भरी दखन म आया ह वक अब गामरीणो को यह महसस होन िगा ह वक अगजरी माधयम म वशकषा परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कषतो म हरी आसानरी स नौकररया वमि सकतरी ह इसक विए उनह दरदराज क इिाको म जान की जररत नही मवात क कई गाव गिगाव स जयादा दर नही ह जहा की बहत स कॉि सरर बरीपरीओ और अनय कई बहराषटरीय कपवनयो क दफतर ह

चाह मॉडि सककि हो कजरीबरीवरी या यवनवसलि एकडमरी सककि महतवपणल बात यह ह वक इस वपछि इिाक क ििक-ििवकयो को आज ऐस सकक िो म पढ़न का मौका वमि रहा ह जहा अचछरी गणवतता वािरी वशकषा और सवािगरीण ववकास को परमखता दरी जातरी ह सबस जयादा महतवपणल बात तो यह ह वक ऐसरी वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को इतना साहस और हौसिा वदया ह वक व समाज क भदभाव भर रवय पर सवाि उठा सकतरी ह और एक ऐस ससार का सपना दख सकतरी ह जहा नयाय हो और उनकी आवाज स नरी भरी जाए और उनका सममान भरी हो सक

05 - 11 मारष 2018 13सवचछता

मवात क कई गाव गडगाव स जयादा दर नही ह िहा

बहत स कॉल सटर बीपीओ और अनय कई बहराषटीय

कपजनयो क दफतर ह

मजहला अकसमता क सममान की अनठी जमसाल

आजदवासी यवजतयो को अकलपन स डर नही लगता बसतर क सदर नसल परिाजवत इलाको म ऐसी कई यवजतया ह जिनक जवखयात पररवारो म अब िायदाद सिालन वाल नही रह पर व वहा न कवल जवरासत

सिाल रही ह बकलक उनक पररवार की छतरछाया की दरकार रखन वाल आजदवाजसयो को आसरा िी द रही ह

इरा झा

आवदवासरी समाज म मवहिा परष की साथरी ह वह उसकी सहकमवी ह उसकी समाज

और पररवार म बराबर की भागरीदाररी ह जरी हा बसतर की आवदवासरी मवहिाए हम शहररी मवहिाओ की तरह अपन पररवार क परष सदसयो की मोहताज नही ह उनह बाजार स सबजरी-भाजरी और सौदा मगवान स िकर खतो म हि चिान तक क विए अपन बर या पवत का मह नही ताकना पिता ह वह हम शहररी मवहिाओ स कई मायनो म बहत जयादा समथल ह मवहिाओ क सशलतिकरण का परतरीक अतरराषटरीय मवहिा वदवस उनक वजकर क बगर परा नही हो सकता य न वसफफ घर क सार कामकाज करतरी ह बाि-बचच पाितरी ह बलक पर वदन खतो म काम भरी करतरी ह इनका परा साि खतो म काम करत हरी बरीतता ह बसतर की आवदवासरी मवहिाओ क अवधकार असरीवमत ह वह घर स बाहर तक की पररी वयवसथा सभाितरी ह और हर कदम पर पवत उसक साथ होता ह

इनक कामकाज का दायरा खत-खविहान और हार बाजार तक का ह खत का परा वजममा भरी यहरी उठातरी ह बरीज िाना उनह मसिाधार बाररश म रोपना और किरी धप म चौकीदाररी करन क बाद फसि कारना यह सब उनही क वजमम ह यहा

तक वक बाजार म इस बचन भरी वहरी ि जातरी ह ऐसरी मवहिाए जो खतरी नही करती घर म बािरी म उगरी सलबजया और जगिरी उतपादो जस महआ रोरा जिाऊ िकिरी िाख आविा झाड वगरह को पररवार की आमदनरी का जररया बना ितरी ह और इस पररी कवायद म पवत उसक साथ रहता ह जब मवहिा खत म जझ रहरी होतरी ह तो पवत घर म बचचो की दखभाि म िगा रहता ह वह उनक विए खाना पकाता ह बाररश स बचाव क विए छत की मरममत जस छोर-मोर काम करता ह घर की बािरी म सलबजयो फिो िताओ की सभाि करता ह और घर क बजगषो की दखभाि करता ह हर कदम पर पारसपररक सहयोग और मवहिा अलसमता क सममान की अनठरी वमसाि बसतर का आवदवासरी समाज ह इस समाज म मवहिाए अपनरी मजवी की माविक ह उसकी सवायतततता बलक अवधकाररता की बवढ़या वमसाि तो यहरी ह वक वह न कवि अपना जरीवनसाथरी खद चन सकतरी ह बलक चाह तो पहि उस परख भरी सकतरी ह इस परपरा को िमसना कहा जाता ह इसक तहत शादरी क योगय यवक को यवतरी क घर म रहकर काम-काज म मदद करक अपनरी योगयता वसदध करनरी पितरी ह इस पररीकषा म फि या पास करन का अवधकार पररी तरह स यवतरी पर होता ह िमसना बठान की यह परपरा सरगजा और मडिा क गोड समाज म भरी ह

पररवार और घरल कामकाि क परजशकण क जलए उनह घोटल िान की छट ह यह आजदवासी नौिवानो क ससकार गह ह घर क कामकाि स जनपटकर यवक-यवती रात म यहा िटत ह और जकसी सयानी

मजहला की जनगरानी म नारत-गात और कामकाि सीखत ह

यहरी नही इसस पहि पररवार और घरि कामकाज क परवशकषण क विए उनह घोरि जान की छर ह यह आवदवासरी नौजवानो क ससकार गह ह घर क कामकाज स वनपरकर यवक-यवतरी रात म यहा जरत ह और वकसरी सयानरी मवहिा की वनगरानरी म नाचत-गात और कामकाज सरीखत ह मन वमि गया तो शादरी क साथ यवा जोि की घोरि स ववदाई हो जातरी ह व वफर उधर का रख नही कर सकत घोरि अब बसतर क पररवश स गायब हो चि ह शहररी खासतौर पर मरीवडया की दखिदाजरी न इस ससथा को िपत होन पर मजबर कर वदया ह पर आवदवासरी यवतरी की वनरपकष लसथवत की इसस बहतर वमसाि और कया हो सकतरी ह

आवदवासरी यववतयो को अकिपन स भरी डर नही िगता बसतर क सदर नकसि परभाववत इिाको म ऐसरी कई यववतया ह वजनक ववखयात पररवारो म अब जायदाद सभािन वाि नही रह पर व वहा न कवि ववरासत सभाि रहरी ह बलक उनक पररवार की छतछाया की दरकार रखन वाि आवदवावसयो को आसरा भरी द रहरी ह बि आवदवासरी पररवारो की ििवकया ह य गाव छोिकर वदलरी स िदन तक कही भरी बस सकतरी थी उनका समपलण दवखए जजबा दवखए अपन िोगो क परवत सह दवखए

यह लसथवत तब ह जब घन जगिो क बरीच बस गावो म सरज की रोशनरी नही पहचतरी जगिरी जानवरो का खतरा मडराता रहता ह और असपताि म दवाइयो का पता नही रहता और सककि बदहाि ह यवद इनह शहररी िोगो स मामिरी या बराबर की सववधाए वमि जाए तो इनकी वहममत इनका जजबा और ताकत बजोि होगरी यह तय मावनए

शहरी मजहलाओ स जयादा सशति ह बसतर की मजहलाए

घर स बाहर तक की परी वयवसथा सिालती ह य आजदवासी मजहलाएिीवन साथी रनन और परखन का

परा अजधकार इनक पास ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण 05 - 11 मारष 201814

एसएसबी यरो

हाि म वबहार की एक दवित मवहिा रनकी दवरी न अपना मगिसत बचकर घर म शौचािय बनवान की नजरीर पश

की यह घरना दो बातो की तरफ इशारा करतरी ह पहिरी बात तो यह वक तमाम सफाई अवभयानो और शौचािय वनमालण की योजनाओ क बावजद आज भरी गावो म शौचािय की समसया बहत बिरी ह दसररी बात यह वक सवचछता का मदा सबस जयादा मवहिाओ स जिा ह यहरी वजह ह वक सवचछता आदोिन को मवहिा सशलतिकरण की वदशा म एक बिरी और कारगर पहि क तौर पर दखा जा रहा ह कछ समय पहि lsquoवाररएडrsquo नामक एनजरीओ की एक ररपोरट म तथय सामन आया वक भारत म 35 करोि 50 िाख मवहिाओ और ििवकयो को शौचािय मयससर नही ह lsquoद सरर ऑफ वडटस रायिर 2017rsquo नामक इस ररपोरट म कहा गया था वक पररी दवनया म भारत म सबस कम िोगो क पास शौचािय जसरी बवनयादरी सववधा उपिबध ह

सककिो म शौचािय न होन क कारण बहत साररी ििवकया आठवी ककषा तक आत-आत सककि छोिन पर बाधय हो जातरी ह इवडया सपड की एक ररपोरट म सामन आया था वक गावो म िगभग 28 परवतशत ििवकया परीररयडस क वदनो म सककि हरी नही जाती इसका परमख कारण सककिो म शौचािय का न होना ह कछ समय पहि lsquoपरथमrsquo नाम क एक एनजरीओ की ररपोरट म कहा गया वक दश म चि रह कि सककिो म 74 परवतशत सरकाररी ह इनम स 47 परवतशत सककिो म आज तक ििवकयो क विए अिग स शौचािय की वयवसथा नही ह

इसरी तरह गावो म भरी मवहिाए घर म शौचािय न होन क कारण मह अधर सबह और मह अधर शाम को हरी खतो म जा पातरी ह वदन क वकसरी अनय समय पर शौचािय जान की जररत महसस होना उन मवहिाओ क विए बिरी समसया ह बहत सार सरकाररी या वनजरी सककिो म आज भरी मवहिा अधयावपकाओ क विए अिग स शौचाियो की वयवसथा नही ह यहा तक वक बि शहरो म भरी छोर ससथानो या दफतरो म काम करन वािरी ििवकयो-मवहिाओ क विए भरी अकसर हरी कोई शौचािय नही होता

मवहिाओ क विए सावलजवनक जगहो पर इतन कम शौचाियो का होना समाज और सरकार दोनो की उनक परवत असवदनशरीिता की तरफ साफ इशारा करता ह मवहिा सशलतिकरण की वदशा म सबस जरररी व ठोस परयास मवहिाओ की बवनयादरी जररतो को समझना और उन पर काम करना ह वनजरी और सावलजवनक जगहो पर शौचाियो का वनमालण उनकी बवनयादरी जररतो म स एक ह सवतत भारत म इस दरकार को अगर सबस पहि वकसरी न समझा तो व ह डॉ ववनदशवर

सवचछ राह पर आधी दजनयादश म सवचछता क साथ मजहला सशकतिकरण को लकर िो जवजिनन अजियान रलाए िा रह ह उसम जिस ससथा और वयकति

का नाम सबस पहल िहन म आता ह वह ह सलि इटरनशनल और इस ससथा क परणता डॉ जवनदशवर पाठक

पाठक और उनकी ससथा सिभ इररनशनि नबब क दशक म भारत को 21वी सदरी म जान

की बात खब होतरी थरी य बात जहा ससद क बाहर-भरीतर राजनरीवतक िाइन क साथ कहरी जातरी थरी वही आवथलक-सामावजक सतर पर भरी भावरी भारत स जि सरोकारो और चनौवतयो को िकर ववमशल चिता था पर वकसरी न कभरी सोचा भरी होगा वक 21वी सदरी क दसर दशक तक पहचकर सवचछता दश का पराइम एजडा बन जाएगा इस बदिाव क परीछ बिा सघषल ह आज दश म सवचछता क साथ मवहिा सशलतिकरण को िकर जो वववभन अवभयान चिाए जा रह ह उसम वजस ससथा और वयलति का नाम सबस पहि जहन म आता ह वह सिभ इररनशनि और इस ससथा क परणता डॉ ववनदशवर पाठक

पररी दवनया आज डॉ पाठक को lsquoरॉयिर मनrsquo क रप म जानतरी ह उनहोन एक तरफ जहा वसर पर मिा ढोन की मिरी परथा को खतम करन बरीिा उठाया वही दशभर म सिभ शौचािय की

उपिबधता स उनहोन आम िोगो की सवचछता जररत को परा करन क कषत म महान कायल वकया बिरी बात यह ह वक डॉ पाठक दारा शर वकया गया सवचछता का सिभ अवभयान अब भरी थमा नही ह परधानमतरी नरदर मोदरी दारा दो अकरबर 2014 को सवचछ भारत वमशन शर होन क बाद डॉ पाठक क मागलदशलन म सिभ का सवचछता अवभयान नई पररणा और गवत क साथ आग बढ़ रहा ह शौचािय और सवचछता को पाच दशक स अपनरी समझ और ववचार की धररी बनाकर चि रह डॉ ववनदशवर पाठक न एक तरह स दवनया को सवचछता का नया समाजशासत वसखाया ह वजसम साफ-सफाई क सबक तो ह हरी मानवरीय परम और करणा को भरी पयालपत महतव वदया गया ह

जसर पर मला ढोन की परथावबहार गाधरी शताबदरी सवमवत म एक कायलकताल क नात गाधरी ववचार और कायलकरमो क कररीब आए डॉ पाठक न तब स न वसफफ पर दश म बलक

ववशव म सवचछता का अिख जगा रह ह वसर पर मिा ढोन की परथा को िकर सिभ न उलखनरीय कायल वकए ह वसर स मिा ढोन वाि िोगो को इस अमानवरीय कायल स मलति वदिान की सोच की हरी दन ह सिभ दारा ववकवसत हआ दो गडो वािा शौचािय आज यह तकनरीक पररी दवनया म lsquoसिभ शौचाियrsquo क रप म जानरी जातरी ह इस तकनरीक म पहि गड म जमा शौच खाद म बदि जाता ह सिभ न शौचािय क जररए गस बनान और उस वबजिरी तक बनान क कामयाब परयोग वकए ह 1970 म सिभ इररनशनि की सथापना हई और आज शौचािय वनमालण की ससतरी तकनरीक क विए इसकी दवनयाभर म पहचान ह सिभ परणता डॉ पाठक भरी मानत ह वक गाधरी जरी क बाद अगर इस दश म सवचछता क महतव को वकसरी न गहराई स समझा ह तो व ह परधानमतरी नरदर मोदरी

सरकार का िवाब वसर पर मिा ढोना भारत म परवतबवधत काम ह गत वषल राजयसभा म एक परशन क जवाब म कदर सरकार म मतरी थावरचद गहिोत न बताया था वक दश म 26 िाख ऐस शौचािय ह जहा पानरी नही ह जावहर ह वहा हाथ स मिा साफ करना पिता ह सफाई कमलचाररी आदोिन न अपन सवत म बताया ह वक 1993 स अब तक 1370 सरीवर वकफसल की मौत हो चकी ह इस वदशा म सकवजसल क पनवालस का सबस बिा अवभयान सिभ ससथा न हरी छिा ह मवहिा सकवजसल को सिभ न न वसफफ इस परथा स आजादरी वदिाई बलक उनक पनवालस और जरीवन यापन की भरी वचता की सिभ न ऐस कई कदर सथावपत वकए जहा मवहिा सकवजसल को वकलपक रोजगार क गर वसखाए जात ह डॉ पाठक को इस बात का शय जाता ह वक वजस मिरी परथा को िकर कभरी महातमा गाधरी न कहा था वक उनक सपनो क भारत म इसक विए कोई जगह

डॉ पाठक न एक तरफ िहा जसर पर मला ढोन की मली परथा को खम करन का बीडा उठाया वही दश िर म सलि शौरालय की उपलधता

स उनहोन लोगो और खासतौर स मजहलाओ की सवचछता िररत को परा करन क कतर म महान कायष जकया

आि सवचछता दश का पराइम एिडा बन रका ह

टीसीएस 10000 सकलो म लडजकयो क जलए शौरालय बनावा रहा ह गावो म 28 परजतशत लडजकया पीररयडस क जदनो म सकल

ही नही िाती ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण05 - 11 मारष 2018 15

नही होगरी उस पररणा को उनहोन अपनरी वजदगरी का वमशन बना विया

राषटीय सवचछता जमशनपरधानमतरी नरदर मोदरी न जब 2014 म राषटरीय सवचछता वमशन की घोषणा की तो दश म सवचछता कायलकरम को पहिरी बार राषटरीय सतर पर गभरीर पराथवमकता वमिरी अपन सवचछता करायलकरमो क कारण अतरराषटरीय सतर पर खयावत और सममान परापत कर चक डॉ पाठक कहत भरी ह lsquoसवचछता को िकर दश म गभरीरता की कमरी रहरी इस महतव नही वदया गया इस कषत म वनवश का भरी अभाव रहा पर परधानमतरी नरदर मोदरी न इस पर पररदशय को

बदि कर रख वदया व ऐस पहि राषटरीय नता रह वजनहोन न वसफफ िाि वकि क पराचरीर स शौचाियो की बात की बलक इस बार म ववदशरी नताओ तक स िगातार चचाल करत रह उनहोन दश को यह सोचन और मानन क विए बाधय वकया वक अगर हम सवचछता क मामि म आग नही बढ़ तो वफर एक ववकवसत राषट क रप म हमारा उभरना मलशकि ह विहाजा यह समय ह जब हम दश को सवचछ और सदर बनान क विए एक साथ खि हो तावक सभय सससककत और सवचछ दशो की कतार म हम भरी फखर स खि हो सकrsquo

परधानमतरी क सवचछता वमशन स डॉ पाठक दारा पहि स वकए जा रह परयासो को जहा नए

वसर स महतव वमिा वही व इस बात स खास परोतसावहत और परररत भरी हए वक दश का परधानमतरी इतन वषषो क बाद गाधरी जरी क सवचछता कायलकरमो को न वसफफ अपना रहा ह बलक उस दश म एक जनादोिन की शकल दन म िगा ह बात सवचछता की कर तो इसम कही कोई दो मत नही वक इस काम को वजस िगन और ववसतार क साथ डॉ पाठक न अब तक वकया ह वसा उदाहरण भारत तो कया दवनया म दिभल ह यहरी कारण ह वक सिभ परणता दश-ववदश म अब तक सौ स जयादा वववशष सममानो स नवाज जा चक ह इनम भारत सरकार दारा पदम भषण (1991) इररनशनि सर फावसस पराइज इरिरी (1992) यएन हवबरर दारा गिोबि

मवहिा ववकास और सभयता की परतरीक होतरी ह यवद आप जानना चाहत ह वक समाज

वकतना अचछा ह तो रासत म चिन वािरी वकसरी मवहिा स बात कर और आपको वबना वकसरी अथलशासतरी की मदद क उततर वमि जाएगा मवहिा ववकास सदरता वनमलिता और उन सभरी चरीजो की परतरीक होतरी ह जो जरीवन को साथलक बनातरी ह य बात कछ वषल पवल पदमभषण डॉ ववनदशवर पाठक न उदयपर म एक राषटरीय सममिन को सबोवधत करत हए कहरी थी सममिन का आयोजन lsquoमवहिा-सशलतिकरण-लसथवत और भवमका पर उभरता हआ पररदशयrsquo ववषय पर ववशवववदयािय अनदान आयोग क सहयोग स मोहनिाि सखाविया ववशवववदयािय उदयपर क समाजशासत-ववभाग न वकया था इस कायलकरम म डॉ पाठक मखय अवतवथ क रप म शावमि हए थ

डॉ पाठक न सममिन म समकािरीन पररदशय क बार म बताया और कहा वक ववकासशरीि दशो म मवहिाओ की लसथवत असतोषपरद रहरी ह यरोप और अमररका म भरी उनह मतदान का अवधकार वपछिरी सदरी क

पवालधल म वमिा वशकषा क परचार और रसोईघर क उपकरणो स उनह मतदान क अवधकार स अवधक शलति वमिरी दसर ववशवयदध क बाद लसथवत सधररी भारत और अनय ववकासशरीि दशो म उनकी ददलशा क कारण रह ह गित परपराए और सामावजक कररीवतया डॉ पाठक न यह भरी कहा वक भारत म सकववजग करन वाि िोग असपशय मान जात ह व गररीबरी और जावत क सबस वनचि पायदान पर होत ह िगभग 7 िाख सकवजरो म 70 परवतशत मवहिाए ह सिभ न मवहिाओ क सशलतिकरण क विए अपनरी तरह स कदम उठाए ह कमाऊ शौचािय की जगह सिभ शौचािय-तकनरीक स सकवजर मवहिाओ को उनक पश स मति कराया गया ह वववभन वयावसायो म परवशकषण-दारा उनह जरीववका अवजलत करन का परवतलषत रासता वदखिाया गया राजसथान क अिवर और रोक क इस कायलकरम न इन मवहिाओ को नई राजकमाररया बनाया ह

सिभ सकववजग समापत करन सकवजसल क मानवावधकार िौरान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथावपत करन की वदशा म वनरतर कायलरत रहा ह सिभ न सवचछता-कायलकरमो म

मवहिाओ की पररी भागरीदाररी की वकाित की ह उनकी वशकषा सिमो म सवासथय तथा सफाई क बार म जागरकता-अवभयान स समदाय तथा पयालवरण म सपष सधार पररिवकषत होता ह वदलरी क सिमो म सिभ दारा हजारो मवहिाओ को परवशवकषत वकया गया ह य मवहिाए अब सवासथय सवचछता तथा सामावजक पररवतलन की दत क रप म कायलशरीि रहरी ह इसका परभाव घरो क सभरी सदसयो पर सवासथयकर रप स पिा ह सवचछ सववधाओ क साथ सवसथ पयालवरण परतयक मवहिा और बचच का अवधकार ह सिभ शौचािय तथा सान-पररसरो म मवहिाओ क विए अिग वयवसथा रहतरी ह जन 1996 म इसताबि म आयोवजत वसररी सवमर हवबरार-II कॉनफस म सवचछता क कषत म सिभ की उदोषणा lsquoबसर परलकरसrsquo क रप म की गई सयति राषट की आवथलक तथा सामावजक काउवसि दारा सिभ को सपशि कसरवरव सररस परदान वकया गया बाद म जनरि कसरवरव सररस परदान वकया गया ह

सिभ न lsquoनई वदशाrsquo नाम स अिवर तथा रोक (राजसथान) म वयावसावयक परवशकषण कदर सथावपत वकए ह जहा भतपवल सकवजर मवहिाओ को परवशवकषत वकया जाता ह अपना पराना पशा छोिन क बाद इस परकार उनह जरीववकोपाजलन का परवतलषत तररीका उपिबध कराया जाता ह इस परवशकषण क आयाम ववववध परकार क ह वजनम पढ़ना-विखना खादय-सामगरी बनाना वसिाई-कढ़ाई सौनदयल-परसाधन इतयावद शावमि ह यहा इन िोगो का वनयवमत मवडकि चकअप भरी होता ह इस परकार हए सामावजक रपातरण का अदाजा इस बात स िगाया जा सकता ह वक वहरी समाज जो इन सकवजसल को छन स भरी बचना चाहता था अब इनक बनाए खान क सामान खररीदन िगा ह इन मवहिाओ न सवय-सहायता दि बनाए ह य अपन बक खाता रखतरी ह और वहा स ऋण िकर अपना कारोबार चिातरी ह

मली परथा का अतदश म लगिग 7 लाख सककविरो म 70 परजतशत मजहलाए ह सलि सककवजिग समापत करन सककविरो क

मानवाजधकार लौटान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथाजपत करन की जदशा म जनरतरर कायषरत रहा ह

500 सकरॉि ऑफ ऑनर (2003) सरॉकहोम वारर पराइज (2009) और चरीन म सपन वडट रॉयिर सलममर म वडट रॉयिर ऑगतनाइजशन दारा हॉि ऑफ फम अवाडट (2008) आवद शावमि ह

दजनया का सबस बडा आदोलनसवचछता को िकर शर हआ सिभ आदोिन गाधरी क बाद उनकी राह पर बढ़ा दवनया का सबस बिा आदोिन ह इस आदोिन न मवहिाओ क साथ सामावजक सतर पर चि रहरी एक बिरी गरबराबररी और अनयाय को समापत करन म बिरी भवमका वनभाई ह खद डॉ पाठक क शबदो म lsquoगाधरी जरी न अपन डरबन क आशम म सबस पहि टरच िवटरन यानरी चारदरीवाररी क भरीतर शौच का इतजाम शर वकया उनकी वयवसथा म हर वयलति को अपना शौचािय साफ करना होता था आज भरी परान गाधरीवावदयो म आप यह चिन दख सकत ह गामरीण कषतो क विए उनका सझाव था वक टरी पर वमटरी यानरी गडा खो वदए शौच क बाद उस पर वमटरी डाविए दरअसि शौचािय की सफाई क जररए व मिा साफ करनवाि िोगो को समाज म बहतर सथान वदिाना चाहत थ हमार यहा परपरा रहरी ह वक घर क नजदरीक शौच न कर गाधरी जरी न उसम बदिाव का इतजाम वकया और चारदरीवाररी क भरीतर शौच वयवसथा की शरआत की उनकी कोवशश इन िोगो को शौच सफाई क वघनौन काम स मलति वदिानरी थरी व शौचािय को सामावजक बदिाव क औजार क तौर पर दखत थ गाधरी शताबदरी क दौरान 1969 म मझ िगा वक इस वदशा म काम वकया जाना चावहए इसरीविए मन सिभ इररनशनि की सथापना की और इसकी तरफ काम शर वकयाrsquo

सकलो म लडजकयो क जलए शौरालयसिभ की पहि आज सवचछता को िकर एक राषटरीय पररणा और अवभयान का नाम ह मवहिाओ को िकर सिभ की पररणा कस एक बि वमशन को परा कर रहरी ह उस बार म डॉ पाठक बतात ह lsquoरारा कसरसरी सववलसज न 100 करोि रपए स दश क दस हजार सककिो म ििवकयो क विए शौचािय बनान का ऐिान वकया ह भारतरी-एयररि कपनरी न भरी 100 करोि स पजाब क िवधयाना वजि म शौचािय बनान का फसिा वकया ह ओररएरि बक ऑफ कॉमसल भरी दो करोि की िागत स शौचािय बनान जा रहा ह साफ ह वक दश म सफाई की वदशा म मोदरी जरी की अपरीि क बाद बिरी करावत की शरआत हो चकी ह

सवचछता को लकर शर हआ सलि आदोलन गाधी क बाद

उनकी राह पर दजनया का सबस बडा आदोलन ह इस आदोलन न मजहलाओ क साथ सामाजिक सतर पर रल रही एक बडी गर-बराबरी और अनयाय को समापत करन म

बडी िजमका जनिाई ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

16

मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 2: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

आवरण कथा 05 - 11 मारष 201802

डॉ जवनदशवर पाठक

पजय शरी शरी रवव शकर हमार विए एक दिलभ रतन ह व दवनया और मानवता क विए भगवान दारा परदतत एक उपहार ह ऐसरी आतमाए कभरी-कभरी हरी पथवरी की याता

करतरी ह िवकन जब व आतरी ह तो अपन साथ दिलभ चमक िकर आतरी ह और इस चमक स व हमाररी दवनया को रोशन करतरी ह

रवव शकर जरी क ववशव सासककवतक महोतसव को दखकर म बहत उतसावहत ह और रोमावचत ह 8500 किाकारो को अपन वादययत एकसर म बजात हए दखना मर विए एक अदत अनभव था माननरीय परधानमतरी नरदर मोदरी न भरी इस महोतसव को अपनरी शभकामनाए दरी इस महोतसव दारा वदखाए जान वाि ऐस उचच-गणवततापणल सासककवतक कायलकरमो को दखन का अवसर भारतरीय िोगो को कभरी-कभरी हरी वमिता ह

रवव शकर जरी को मरा ववनमर नमसकार म उनह एक िबरी और खबसरत वजदगरी की मबारकबाद दता ह म आशा करता ह वक न कवि भारत म बलक पररी दवनया उनक आरट ऑफ विववग स एक सखरी और रचनातमक जरीवन की किा सरीखगरी और हम सभरी को शरी शरी का आशरीष वमिगा

सिभ पररवार और इस दश क िोग वदलरी म आयोवजत वकए जा रह ववशव ससककवत महोतसव क विए शभकामनाए दत ह और हम इसकी सफिता की कामना करत ह

चार वषल की आय स भगवद गरीता का पाठ पढ़न वािा बचचा आज अपनरी गहररी आधयालतमकता क साथ दवनया भर म सघषल को खतम करन क विए बातचरीत पर जोर दन की बात करता ह

bull रववशकर न जब वह बचच थ तभरी स अपन माता-वपता क साथ धयान करना शर कर वदया था

bull उनहोन अनठरी शात वचतत करन वािरी सदशलन वकरया ववकवसत की

bull उनहोन यदधरत समहो को भरी यह वसखाया और उनक बरीच बातचरीत शर करवाई

एक दवीय शकति

1

2 3

1 शरी शरी रवव शकर को पसतक भर करत

डॉ ववनदशवर पाठक

2 शरी शरी रवव शकर क दौर क अवसर पर आगतको को

सबोवधत करत डॉ ववनदशवर पाठक

3 सिभ गाम म शरी शरी रवव शकर क साथ अमोिा पाठक

और डॉ ववनदशवर पाठक

05 - 11 मारष 2018 आवरण कथा 03

80 क दशक क अत म उनहोन एक परिावी शवास जरिया की शरआत की जिस सदशषन-जरिया कहा गया ऐसा कहा िाता ह जक नई शवास

तकनीक की पररणा उनह कनाषटक क जशमोगा म िदा नदी क जकनारो पर धयान करत समय आई थी

िी उलगनाथन(बगलर)

अय बनधरय नवतगणना िघचतसामउदारचररताना त वसधव करमबकम

महोपवनषद का यह शोक कहता ह वक यह अपना बध ह और यह अपना बध नही ह इस तरह की गणना छोर वचतत वाि िोग

करत ह उदार हदयवाि िोगो क विए तो सपणल धरतरी हरी करब हपररवार ह शरी शरी रवव शकर का हदय ऐसा हरी उदार और ववशाि ह वजसम पररी दवनया बसतरी ह इसरीविए वबहार क उग जातरीय गर हो या उततर पवल क ववदरोहरी कशमरीर क अिगाववादरी हो या वफर कोिवबया क एफएआरसरी गररला शरी शरी सबक पास सबकी तरह होत ह और उनह अपना बना ित ह व वववाद नहरी बात स हर समसया का समाधान खोजत ह और आवखरकार सफि होत ह

दवनया क हर कोन म शावत कायम रखन की वजममदाररी हम सभरी की ह जब तक हमार वलशवक पररवार क परतयक सदसय शावतपणल नही हो जात तब तक हमाररी शावत अधररी ह शरी शरी रवव शकर न कहत ह वक उनहोन दवनया भर म शावत िान क विए कई पहि की ह

शरी शरी रववशकर आज दश क सबस वयसत वयलति ह वह पर ववशव म शावत सथावपत करन क विए काम कर रह ह इसक साथ हरी व अयोधया क मद को हि करन की वदशा म भरी परयास कर रह ह इसक विए सववोचच नयायािय म अयोधया वववाद मामि की सनवाई शर होन क साथ हरी

वसधव कटबकमशी शी की दकटि म दजनया एक पररवार ह और जवजिनन धमष ससककजत परपराए परम करणा शाजत और अजहसा क समान मलयो म जनजहत ह

िखनऊ क एक परवतवनवधमडि न इस मद पर एक सौहादलपणल समाधान खोजन क विए बगिर म शरी शरी स मिाकात भरी की

छह सदसयरीय परवतवनवधमडि- अवखि भारतरीय मलसिम पसलनि िॉ बोडट क कायलकाररी सदसय मौिाना सिमान हसन नदवरी यपरी सनरी सटरि वकफ बोडट क अधयकष जफर फारकी पवल आईएएस अवधकाररी अनरीस असाररी वकीि इमरान अहमद ररीि वािरी मलसजद क मौिाना वासरी हसन फजरी और उदशय अनसधान और ववकास क वनदशक अतर हसन की आरट ऑफ विववग क ससथापक शरी शरी रववशकर क साथ तरीन घर की बठक हई थरी

अतर हसन न कहा वक हमन वववाद क वववभन पहिओ पर चचाल की और इसक साथ हरी यह भरी सवनलचित वकया गया वक वहद व मलसिमो क बरीच एक आम सहमवत कस बन सकतरी ह हािावक माचल म अयोधया म एक और बठक का आयोजन वकया जाना ह वजसम सतो और मौिववयो स इस मद पर चचाल की जाएगरी यपरी सनरी सटरि वकफ बोडट क अधयकष जफर फारकी न कहा वक वकफ बोडट सभरी परकार की बातचरीत क विए तयार ह बशतत दोनो तरफ स िोग उस समय मौजद रह

एओएि ररीम क एक सदसय न कहा वक शरी

शरी रवव शकर का मकसद इस मद को जद स जद सिझाना ह और इस सौहादलपणल ढग स परा करना ह अयोधया म एक और बठक का आयोजन वकया जाएगा हम उन िोगो क साथ समनवय कर रह ह वजनह चचाल क विए आमवतत वकया जाना ह

शरी शरी क अनसार अयोधया वववाद को िकर अदाित क बाहर सभरी स इस सबध म बात करना हरी सबस अचछा समाधान होगा दोसतरी क माधयम स जो भरी परापत वकया जा सकता ह वह सघषषो स कभरी भरी नही वकया जा सकता ह

व कहत ह वक म सभरी िोगो स बात कर रहा ह दोनो समदायो को एक साथ आना चावहए नयायािय क बाहर वनपरारा इस समसया का सबस अचछा समाधान ह

आपसरी बातचरीत की शलति म दढ़ ववशवास वदखात हए उनहोन इराक कोिवबया शरीिका कशमरीर पववोततर भारत और नकसि समहो क ववपकषरी दिो को एक साथ एक जगह िान का कायल वकया ह इस आधयालतमक नता की एक अवदतरीय परवतषा ह वह नताओ परीवितो और ववदरोवहयो क सभरी पकषो स जिन म सकषम ह

मानवतावादरी राजदत शरी शरी कहत ह वक मररी इचछा वहसा स मति तनाव रवहत दवनया दखन की

ह वह जोवखम उठान का कायल नही करत िवकन शरो को वश म करन क विए खतरनाक जगहो पर जान म सकोच नही करत ह

आरट ऑफ विववग फाउडशन क ससथापक शरी शरी रववशकर ह यह सगठन दवनया की सबस बिरी मानवतावादरी गर-सरकाररी सगठनो म स एक ह

वह दवनया भर म अनवगनत आशम और आरट ऑफ विववग क माधयम स अपनरी ववचारधारा का परचार कर रह ह रवव शकर एक बहआयामरी सामावजक कायलकताल ह और उनकी मानवरीय पहि म सघषल क समाधान राहत और गररीबरी उनमिन शावमि ह

उनह िगता ह वक धयान और सदशलन वकरया दवनक जरीवन म सरीध एकीककत होतरी ह जो मन म शा वत सकारातमकता और उतसाह पदा करतरी ह वह वयलतिगत वशकषाओ सामावजक सबधो सावलजवनक कायलकरमो और आरट ऑफ विववग कायलशािाओ क माधयम स दवनया भर क 370 वमवियन स अवधक िोगो तक अपनरी बातो को पहचात ह

तवमिनाड क तजावर वजि म एक छोरा सा शहर पापनासम म माता ववसािकमरी रतनम और वपता आरएस वकर रतनम क यहा एक बािक न जनम विया वजसका नाम वपता न रवव शकर रखा चार साि की उमर म हरी वह बािक

वकारोपणbull 36 दशो और 26 भारतरीय राजयो म 7

करोि 10 िाख पि िगाए गए

bull भारत भर म 20 िाख स अवधक िकमरीतर पौध िगाए गए

bull वमशन हररी धरतरी क तहत 90 िाख िकमरीतर पौध िगाए गए

धयान और सदशषन जरिया दजनक िीवन म सीध एकीककत होती ह

दजनया िर क 370 जमजलयन स अजधक लोगो तक पहरती ह शी शी की बातिारत म 58000 स अजधक बचो को मफत जशका दी िा रही ह

खास बात

bull सवमनारो परवशकषण कायलशािाओ मॉडि फमसल जागरकता कायलकरमो और ककवष मिा (वकसान बठक) क माधयम स पराककवतक खतरी क बार म िोगो को जागरक कर रह ह

bull शरी शरी नचरि फावमिग म 22 िाख स अवधक िोगो को परवशवकषत वकया गया बढ़तरी आबादरी क विए खादय सरकषा सवनलचित करन की चनौतरी को हि करन क विए एक सथायरी समाधान वनकािा गया ह

bull पराककवतक खतरी क जररए 2 वमवियन एकि की खतरी की जा रहरी ह

bull कायलशािाओ क माधयम स आतमहतया कर रह वकसानो म स 115000 वकसानो को सशति बनाया ह

bull बरीज वकसमो क सरकषण क विए दश भर म बरीज बक सथावपत वकया ह

आवरण कथा 05 - 11 मारष 201804

अपन माता-वपता क साथ धयान का अभयास करना शर कर चक थ इस छोररी सरी उमर म हरी वह पराचरीन ससककत पाठ भगवद गरीता क छदो का पाठ करन म भरी सकषम थ

उनहोन सधाकर चतवतदरी क साथ ववदक सावहतय का अधययन और साथ हरी बगिर क एमईएस सककि म पढ़ाई की 1973 म मात 17 वषल की उमर म उनहोन भौवतकी और ववदक सावहतय दोनो म वडगरी क साथ सातक की उपावध परापत की

सातक सतर की पढ़ाई क बाद उनहोन महवषल महश योगरी क साथ याता की जहा स उनक आयवतद कदरो म ववदक ववजान पर उपदश दन की शरआत की इस अववध क दौरान व महवषल महश योगरी क सबस कररीबरी दोसत और ववशवासरी बन गए

1980 क दशक क दौरान उनहोन दवनया भर की याता की और आधयालतमकता का परचार वकया उनहोन 1982 म आरट ऑफ विववग फाउडशन की सथापना की और 1983 म उनहोन लसवटजरिड म पहिा आरट ऑफ विववग कोसल आयोवजत वकया 1986 म उनहोन आरट ऑफ विववग कायलशािा क विए कविफोवनलया की याता की और जद हरी अमररका म िोकवपरय हो गए

80 क दशक क अत म उनहोन एक परभावरी शवास वकरया की शरआत की वजस सदशलन वकरया कहा गया ऐसा कहा जाता ह वक नई शवास तकनरीक की पररणा उनह कनालरक क वशमोगा म भदरा नदरी क वकनार पर धयान करत समय आई थरी

सदशलन वकरया शाररीररक मानवसक और भावनातमक तौर पर कयाणकाररी सववधा दतरी ह

परवतलषत मवडकि ससथानो स सवतत वचवकतसा अनसधान न कहा ह वक इन तकनरीको स अवसाद क उनमिन कोवरटसोि (तनाव हामवोन) को कम करन और परवतरकषा परणािरी को मजबत करन म मदद वमितरी ह

1997 म उनहोन इररनशनि एसोवसएशन फॉर हमन वय (आईएएचवरी) की सथापना की वजसका उदशय गामरीण कषतो म सथाई ववकास िान मानव मयो और नवतकता को वफर स जरीववत करना ह भारत म उनहोन 435 सककिो क 58000 स अवधक बचचो को मफत वशकषा दन की शरआत की ह

शरी शरी को कोिवबया मगोविया और परागए क सववोचच नागररक परसकार समत वववभन अतरालषटरीय परसकारो स सममावनत वकया गया ह असाधारण और परवतलषत सवा क विए उनह दश का दसर नबर का सववोचच नागररकता परसकार पदमववभषण परदान वकया गया ह उनह ववशव सतर पर 16 मानद डॉकररटस परदान वकए गए ह और वह एक साि म िगभग 40 दशो का सफर करत ह

शरी शरी हमशा एक सदश दत रह ह वक दवनया एक पररवार ह और वववभन धमल ससककवत परपराए परम करणा शावत और अवहसा क समान मयो म वनवहत ह उनहोन यमना क तर पर 2016 म वडट कचर फलसरवि का आयोजन वकया था वजसम 155 दशो क 375 वमवियन िोगो न वहससा विया और इतना हरी नही 7 एकि म बन सरज पर 36602 नतलवकयो क साथ हरी दवनया भर क सगरीतकारो न अपन हनर का परदशलन वकया

कशमीर म सवादशरी शरी साि 2004 क बाद स जमम और कशमरीर म समाज क सभरी वगषो क साथ वमिकर काम कर रह ह वह िगातार अिगाववादरी नताओ पतथर फकन वाि सफी सतो और बवदधजरीववयो स बातचरीत कर रह ह इसक साथ हरी जमम और कशमरीर म सभरी वहतधारको क साथ उनकी िगातार बातचरीत चि रहरी ह

साि 2007 म सयद अिरी शाह वगिानरी न आरट ऑफ विववग इन द विरी दारा आयोवजत शर-ए-कशमरीर अतरालषटरीय सममिन म शरी शरी रवव शकर

का सवागत करत हए कहा वक म घाररी म आन क विए गरदव का बहत आभाररी ह म उनस अनरोध करता ह वक वह दवनया और जमम-कशमरीर म शावत िाए हम यह वजममदाररी उनह सौप रह ह कयोवक उनक पास हदय ह जो मानता ह और वासतव म मानव मयो को समझता ह

उनहोन हररटयत नताओ समत मरीरवाइज उमर फारक स घाररी म शावत सथावपत करन क विए बातचरीत की इसक साथ हरी अमरनाथ याता की सापरदावयक सदाव को बढ़ावा दन और घाररी म शावत सथावपत करन क विए परभावरी ढग स काम

bull महाराषट कनालरक तवमिनाड और करि म 35 नवदयो और इसकी सहायक नवदयो म जि सरकषण और नदरी का कायाकप चि रहा ह

bull यमना सफाई अवभयान मररी वदलरी मररी यमना का आयोजन वकया

bull सवचछ यमना अवभयान क दौरान िगभग 512 रन कपि पिालसरक कचरा हराया गया

bull पपा नदरी सफाई अवभयान क दौरान 600 रन कचरा हराया गया

bull इस पररयोजना पर 68800 सवयसवको न घरो समय वबताया

bull शरी शरी रवव शकर ववदयामवदर ववदयािय क 377 बचचो और कमलचाररयो न इस पहि म वहससा विया

िजवक खती

िल सरकण नदी सवरषन

उनहोन 5000 स अजधक गमराह यवाओ को िी परोसाजहत करन का काम जकया ह शी शी न यवा नतव टजनग परोगाम क तहत जहसा क रासत पर रल पड यवाओ को परोसाजहत कर समाि स िोडन का काम कर रह ह

05 - 11 मारष 2018 आवरण कथा 05

वकया हइतना हरी नही उनहोन 5000 स अवधक गमराह

यवाओ को भरी परोतसावहत करन का काम वकया ह शरी शरी न यवा नततव टरवनग परोगाम क तहत वहसा क रासत पर चि पि यवाओ को परोतसावहत कर समाज स जोिन का काम कर रह ह

साि 2017 म द आरट ऑफ विववग न पगाम-ए-मोहबबत का आयोजन वकया वजसक तहत मार गए आतकवावदयो क 200 पररवार और सवनको क 40 पररवारो को एक साथ िाया गया वजनहोन

अपन जरीवन का बविदान वकया व अवहसा क रासत पर चिन क विए कशमरीर क यवाओ को एक सपषरीकरण दन क विए एक साथ आए थ

यह हर वकसरी क विए वदि-छ िन वािा पि था वजसम उन पररवारो क ददल को साझा वकया गया जो आतकवाद की वजह स अपनो को खो चक थ एक पवल आतकवादरी अबदि मजरीद न कहा वक यवाओ को अपनरी बदक छोिनरी चावहए और शावत क मागल का पािन करना चावहए हम यहा आए ह कयोवक गरदव एक बिा वयलतितव

ह जो बि काम करत ह हम उममरीद ह वक वह हम बातचरीत क माधयम स एक समाधान की ओर ि जाएग

एजाज अहमद मरीर न कहा वक हम बहत आशा क साथ आए ह हम उममरीद नही थरी वक हम इस तरह की जगह पर आन का मौका वमिगा हमन बहत कछ खो वदया ह अब हम राषट क परवत पयार का सदश फिाना चाहत ह

एक पवल आतकवादरी गिाम हसन न कहा वक दोनो पकषो क िोग मार गए ह चाह वह सना स रह या दसररी तरफ इन सबकी वजह स हम रात को सो नही पात वदन म बाहर नही जा सकत हम शावत चाहत ह हम शावत की आशा िकर गरदव क पास आए ह

पववोततर म कजठनाइयो को तोडाउततर-पववी कषत क नताओ को वहसा स दर रखन क विए शरी शरी न वहा पर बहत समय वयतरीत वकया साि 2017 म मवणपर क 68 आतकवावदयो न घर वापसरी की इन आतवकयो क घर वापसरी म उनकी रणनरीवत न काफी मदद की आरट ऑफ विववग न इन कायलकतालओ क वदिो और वदमाग को बदिन म एक परमख भवमका वनभाई

साि 2010 म भरी मवणपर म 128 उगवावदयो न अपन हवथयार रख और बाद म आरट ऑफ विववग न उनका पनवालस वकया उगवावदयो क पर समह न सगठन दारा आयोवजत 90-वदवसरीय गहन वयवहार आधयालतमक और वयावसावयक पनवालस परवशकषण विया

गिषर आदोलनशरी शरी न जन 2008 म राजसथान गए तावक गजलर समदाय दारा आरकषण की माग को िकर फिाए गए आदोिन स उपज वहसा और तनाव को शात वकया जा सक हािावक उनकी सिाह पर

आदोिनकाररयो न सरकार क साथ बातचरीत करन पर सहमवत वयति की वाताल शर करन क कछ हरी वदनो क भरीतर आदोिनकाररयो और सरकार क बरीच एक सौहादलपणल समाधान हो गया

गौरतिब ह वक यह पहिरी बार था गजलर समदाय क िोग वकसरी मधयसथ की बात सनन क विए तयार थ वही ववरोध परदशलन करन वाि गजलरो को सातवना दन क विए शरी शरी रवव शकर न इस समदाय क 50000 सदसयो स वपिकापरा क रि परररयो क पास वमि जहा व ववरोध म बठ थ और रि यातायात को अवरदध कर रह थ शरी शरी न उनह अपन वहसक ववरोध को दर करन और शावतपणल ढग स बातचरीत करन का आगह वकया

सीपीआईएमएल और रणवीरसना21 वी शताबदरी की शरआत म वबहार राजय म उठ जावत सघषल का समाधान खोजना आरट ऑफ विववग क विए शरआतरी मामिो म स एक था

ऊचरी जावत समह रणवरीरसना और भारतरीय कमयवनसर पारवी (माकसलवादरी-िवननवादरी) (सरीपरीआईएमएि) क बरीच जावत सघषल न 1990 क दशक क दौरान वबहार म सबस खराब रप ि विया था वजसम बि पमान पर हतया जबरन और अनय तररीको क रप म वहसा न अपन पर फिान शर कर वदए थ

साि 2001 म शरी शरी न एक सघषल-गसत मसौढ़री कषत का दौरा वकया और अवहसा को अपनान क विए 50000 िोगो स अपरीि की बातचरीत क माधयम स समदायो और समहो को एकजर करन म गरदव को कई वदककतो का सामना करना पिा वजसम वबहार क यदधरत गर और भारत क अनय नकसिरी इिाको क नता शावमि थ तब इन नताओ को शरी शरी स वमिन क विए ऋवषकश म आरट ऑफ विववग सरर म अिग स आमवतत वकया गया था

bull अरणाचि परदश मवणपर मघािय असम ओवडशा पलचिम बगाि झारखड वबहार उततर परदश उततराखड जमम और कशमरीर क आवदवासरी कषतो म िाइर ए होम पररयोजना क तहत 18500 पररवारो म सोिर िाइर िगवाए गए वजसस 65000 स अवधक िोगो को िाभ हआ

bull 8 सौर माइकरो वगड भारत म सथावपत की तावक एकीककत सौर ऊजाल को मॉडि गावो तक पहचाया जा सक

bull मधय परदश जमम-कशमरीर और राजसथान क गामरीण इिाको क नौ सककिो म सौर वगडस परदान वकए

bull अकषय ऊजाल उतपादो को सथावपत करन क विए 1033 यवाओ को अकषय ऊजाल तकनरीवशयनो क रप म परवशवकषत वकया गया

रोशन हए घर

उततर-पववी कतर क नताओ को जहसा स दर रखन क जलए शी शी न वहा पर बहत समय वयतीत जकया साल 2017 म मजणपर क 68 आतकवाजदयो न घर वापसी की इन आतजकयो क घर वापसी

म उनकी रणनीजत न काफी मदद की

आवरण कथा 05 - 11 मारष 201806

ऋवषकश पहचन क बाद दोनो गरो म एक बार वफर स सघषल शर हो गया शरी शरी क हसतकषप क बाद दोनो गर कायलकरम म एक साथ बठन को तयार हए जहा उनहोन शवास और धयान तकनरीक सरीखी इस कायलकरम क अत तक उनहोन सवय को अपन हवथयार छोिन और सामदावयक सवा की वदशा म अपन परयासो क विए सवचछा स शपथ िरी

अतराषषटीय मधयसथताआरट ऑफ विववग क अनठ कायलकरमो म स एक ह कवदयो का पनवालस जो दवनया भर म 700000 स अवधक कवदयो तक अपनरी पहच बना चका ह उदाहरण क विए बता द वक उरगव क आतररक मतािय न उन कवदयो की जि की सजा को कम कर वदया वजनहोन आरट ऑफ विववग परोगाम म वहससा विया

आरट ऑफ विववग क सवयसवको न मलकसको हतरी अमररका जमलनरी कनाडा नपाि भारत पावकसतान शरीिका जापान म परीवित िोगो क विए मोबाइि फोन दारा आपदा राहत पहचान की एक नई पहि शर की ह

कोलजबया और एफएआरसी क बीर शाजत समझौता शरीिका म चि 52 वषवीय गहयदध क बाद कोिवबया सरकार और एफएआरसरी गोररला क बरीच शावत समझौता कराना शरी शरी क विए सबस बिरी उपिलबध रहरी कोिवबया क राषटपवत जआन

मनएि सरोस वजनहोन शरी शरी को एफएआरसरी तक पहचन म मदद की उनह दश म शावत िान क विए वकए गए परयासो क विए 2016 म नोबि शावत परसकार स नवाजा गया

शरी शरी को वमिन क बाद एफएआरसरी क नतााओ का हदय पररववतलत हो गया और उनहोन यदध ववराम की घोषणा कर दरी इतना हरी नही उनहोन अपन िकय को परापत करन क विए गाधरी क अवहसा वसदधात को अपनान की कसम खाई एफएआरसरी क नता न अपन अपराधो क विए माफी मागरी और उसक बाद एक नए राजनरीवतक दि क रप म सथावपत हआ

शावत वाताल म एफएआरसरी कमाडर और मखय वातालकार इवान मारकज कहत ह वक एक लसथर और िब समय तक शावत परापत करन क विए आरट ऑफ विववग की वशकषाए आवशयक ह हम उममरीद ह वक कोिवबया म शावत दवनया क विए एक पररणा क रप म कायल करगरी

इराक का पनवाषसआरट ऑफ विववग कछ गर-सरकाररी एजवसयो म स एक ह जो अब भरी बगदाद म काम कर रहरी ह आईएएचवरी क सहयोग स सगठन न समग वचवकतसा दखभाि कायलकरम और मवहिा सशलतिकरण पररयोजना क साथ-साथ टरामा राहत कायलकरमो दारा 50000 स अवधक इराकी नागररको की दखभाि की ह शरी शरी न तरीन बार इस दश का दौरा वकया ह आरट ऑफ विववग अब उततररी इराक म यदध म बच िोगो पर ववशष धयान दन

bull कम िागत वाि जव रत वाररवफरर क वनमालण क विए 60 स अवधक गामरीण यवाओ को जिसवक क रप म परवशवकषत वकया गया

bull 267 गावो क 45000 स अवधक िोगो को सरवकषत पयजि उपिबध करान क विए चार सामदावयक पानरी वफरर िगाए गए और इसक साथ हरी आधर परदश पलचिम बगाि झारखड और ओवडशा राजयो म 78 बोर क कओ का वनमालण कराया

bull कनालरक और पलचिम बगाि म सात समदावयक आरओ और जव रत वफरर की सथापना की

शर पयिल

का काम कर रह ह 6000 स अवधक मवहिाओ को रिररग और कपयरर साकषरता म वयावसावयक परवशकषण परदान वकया जा रहा ह इराक क सधारक घरो म कवदयो क विए कई कायलकरम आयोवजत वकए गए इराक क 100 स अवधक नागररक जयादातर बगदाद बसरा सिमवनया और करबिा की मवहिाए आरट ऑफ विववग की वशकषा िरी और वह साथरी इरावकयो की परीिा को कम करन क विए काम कर रहरी ह

आरट ऑफ विववग और आईएएचवरी भरी आईएसआईएस दारा जाररी मानवरीय सकर क मदनजर इराक म 15 िाख आतररक ववसथावपत परषो मवहिाओ और बचचो को भौवतक और आधयालतमक राहत दन क विए काम कर रहा ह इरािरी दहोक और खाजरीर म 8000 स अवधक पररवारो और अनाथ बचचो को राहत सामगरी बाररी

सीररया लबनान िॉडडन म टामा कयरसगठन भरी सवकरय रप स सरीररयन शरणावथलयो और जॉडटन िबनान सरीररया और इराक म यदध म बच िोगो की मदद करन क विए काम कर रहा ह इस कषत म चि रह तनाव आघात क उपचार क विए द आरट ऑफ विववग की कायलशािाओ क माधयम स 20000 स अवधक िोगो को िाभ परदान वकया गया ह चवक इस सघषल म बचचो क जयादा समह

शावमि ह इसविए आरट ऑफ विववग न अपन कायलकरमो को ववशष रप स बचचो क विए शर वकया ह तावक बचचो को इन सबस रोका जा सक और उनह शावत क रासत पर िाया जा सक

जातररी वशववर क एक सामावजक कायलकताल न कहा वक हम ऐस वातावरण म काम कर रह ह जो मनोसामावजक गवतवववधयो क विए बहत जरररी ह इस कायलशािा म मन इस तरह क परभावरी पररणाम कभरी नही दख ह इसस मर काम पर भाररी असर पिा ह और मझ सरीररयन शरणावथलयो क साथ काम करन का सचमच िाभ हआ ह आज आरट ऑफ विववग फाउडशन 152 स अवधक दशो म मौजद ह दस िाख स अवधक इसक अनयायरी ह कई अनय ससथान और आशम जस वदववजान महाववदयापरीठ शरी शरी आयवतद शरी शरी सककि फॉर परफॉवमिग आटसल एड फाइन आटसल और शरी शरी पररी-यवनववसलररी कॉिज ह जो उनकी ववरासत को आग बढ़ा रह ह शरी शरी रवव शकर शरी शरी ववशवववदयािय क किपवत और भारतरीय योग परमाणन सवमवत क गणवतता वनयतण क अधयकष भरी ह वह अमरनाथ शाइन बोडट (जमम और कशमरीर भारत सरकार दारा वनयति) क सदसय भरी ह शरी शरी कनालरक सरकार दारा आयोवजत गरदव ककषणादवराय की 500 वी वषलगाठ समारोह क ररसपशन कमररी क अधयकष भरी ह

आटड ऑफ जलजवग क सवयसवको न मकसको हती अमररका िमषनी कनाडा नपाल िारत पाजकसतान शीलका िापान म पीजडत लोगो

क जलए मोबाइल फोन दारा आपदा राहत पहरान की एक नई पहल शर की ह

0705 - 11 मारष 2018 सिभ

जवधवाओ की जिदगी म नए रग िरन का मौका लाकर सलि न समाि को यह सदश दन की कोजशश की ह जक जवधवा माताए िी समाि का

उतना ही महवपणष जहससा ह जितन दसर लोग ह-डॉ पाठक

वदावन म सामाजिक बदलाव की होलीवदावन क राधागोपीनाथ मजदर म जवधवा माताओ न पर उलास क साथ होली खली फलो और गलाल स खली गई इस

अनठी होली म वदावन की जवधवा माताओ क साथ वाराणसी स आई परास जवधवा माताए िी शाजमल हई

जपरयका जतवारी

हमार समाज म वकसरी मवहिा क ववधवा होत हरी उसक जरीवन क सार रग बदरग हो जात ह इतना हरी नही ववधवाओ को सभरी शभ

कायषो स भरी दर रखा जाता ह सवदयो स चिरी आ रहरी इस सामावजक कररीवत को समापत कर ववधवाओ को समाज की मखयधारा स जोिन की पहि सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की डॉ पाठक उन परातन मानयताओ म ववशवास नही करत वजसक अनसार परष की मतय क बाद उसकी पतनरी को समाज और पररवार की मखयधारा स कार कर अिग कर वदया जाए

इसरी सामावजक धारणा और मानयता को बदिन क विए सिभ न वदावन म अपन पररवार स पररतयति ववधवाओ को होिरी खिन का अनठा अवसर परदान वकया इस वषल भरी वदावन क राधागोपरीनाथ मवदर म ववधवा माताओ न पर उलास क साथ होिरी खिरी फकिो और गिाि स खिरी गई इस अनठरी होिरी म वदावन की अनय ववधवा माताओ क साथ वाराणसरी आई पचास ववधवा माताए भरी शावमि हई

वदावन क गोपरीनाथ मवदर म सिभ सवचछता एव सामावजक सधार आदोिन दारा आयोवजत होिरी महोतसव अपन आप म दवनया का सबस अनठा और रगरीन उतसव बन गया कयोवक इसम वसफफ होिरी क रग

हरी नही सगवधत फकिो की पखविया हरी नही हरदम उदासरी की सफद चादर म विपररी ववधवा माताओ की खनकतरी हसरी हरी नही बलक सामावजक बदिाव क गिाि भरी उिाए गए सकारातमक सामावजक बदिाव ऐस हरी होत ह वबना वकसरी को कछ बताए वबना वकसरी को रोक रोक सामावजक बदिाव की यह अनोखरी समझ सिभ परणता की वववशषता ह वजनहोन अपन परयासो स वदावन की ववधवा माताओ क जरीवन की पररी तसवरीर हरी बदि दरी वदावन की गवियो म सबकी नजरो स दर गमनाम वजदगरी जरीन वािरी इन ववधवा माताओ को अब दश कया पररी दवनया जान चकी ह

होिरी महोतसव म पहि गिाब गदा और चमिरी क फकिो क साथ होिरी खिरी गई इसक बाद गिाि बरसा कर सभरी न होिरी का आनद विया इस होिरी समारोह म कि 15 लवरि फकि और गिाि का इसतमाि वकया गया सिभ दारा आयोवजत रगो क इस तयोहार म ववधवा माताओ न ककषण सगरीत की धनो पर भाव नतय वकया

इस अवसर पर सिभ सवचछता एव सामावजक सधार आदोिन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक न कहा वक ववधवाओ की वजदगरी म नए रग भरन का मौका िाकर सिभ न समाज को यह सदश दन की कोवशश की ह वक ववधवा माताए भरी समाज का उतना हरी महतवपणल वहससा ह वजतन दसर िोग ह उनहोन बताया वक वदावन स पाच ववधवा माताए दश क परधानमतरी नरदर मोदरी स वमिन गिाि िकर जाएगरी और उनको गिाि दकर होिरी की शभकामनाए दगरी इसस पहि डॉ पाठक न ववधवा माताओ क साथ राधागोपरीनाथ मवदर म भगवान राधागोपरीनाथ को गिाि और पषप अवपलत कर पजन वकया उसक बाद इन वदध एव ववधवा माताओ क साथ फकि और गिाि स होिरी खिरी इसक अिावा डॉ पाठक न इन माताओ क साथ गरीत गाकर इनह होिरी की ढर साररी शभकामनाए दरी

बता द वक इस समारोह म होिरी क गरीतो का वहदरी और बागिा म गायन वकया गया मवदर म परभ आराधना क बाद माताओ न मवदर क चौक म होिरी

खिरी इस समारोह म वहससा िन वािरी ववधवा माता िविता न बताया वक उनकी शादरी क तरीन साि बाद हरी उनक सवामरी की मतय हो गई उनह इतना भरी पता नही था वक कयो उनह िोग रग और शभ कायषो स दर रखन िग थ उनह जब तक य बात समझ आतरी तब तक वह वदावन चिरी आई और परभ की भलति म िरीन हो गई उनहोन बताया वक सिभ बाबा (डॉ पाठक) क आन क बाद उनहोन जाना वक रग कया होत ह तयोहार कया होता ह उनहोन डॉ पाठक और सिभ को ढर साररी शभकामनाए दरी

एक अनय ववधवा माता दरीपािरी गहा ठाकर दास न बताया वक उनक पवत की मौत क बाद उनस िोग दर दर रहत थ वकसरी भरी शभ कायल और तयोहार म उनह शावमि नही वकया जाता था यह सब दख कर उनह बहत दख होता था इसरीविए वह कोिकाता स वदावन आ गई और यही राधारानरी का भजन कीतलन करन िगी यहा भरी उनह शरआत म बहत सरी तकिरीफो का सामना करना पिा वजसकी वजह स वह यहरी सोचतरी थरी वक भगवान उनह अपन पास जद स जद बिा ि वफर एक वदन डॉ पाठक उनकी वजदगरी म मसरीहा बन कर आए और उनक साथ साथ वदावन की सभरी ववधवा माताओ क जरीवन म बदिाव आ गया आज उनह भर पर भोजन क विए कही भरकना नही पिता ह और न हरी बरीमार होन पर दवा क विए वकसरी का आशय िना पिता ह उनहोन कहा वक सिभ और डॉ पाठक न उनक जसरी तमाम मवहिाओ को जरीवन जरीन की एक नई उममरीद दरी ह

यह सिभ और डॉ पाठक क अथक परयासो का हरी पररणाम ह जो आज य ववधवा माताए होिरी हरी नही दरीवािरी रकषाबधन जस सभरी तयोहार मनातरी ह इन माताओ क चहर पर मसकान और सककन दख कर िगता ह मानो इनह एक नया जरीवन वमि गया हो आज य सभरी माताए खशरी क गरीत गातरी ह और डॉ पाठक तथा सिभ का आभार वयति करत नही थकतरी

जवधवा माताओ क जलए सलि का होली महोसव

गोपीनाथ मजदर म जवधवा माताओ न खली फल और गलाल स होली

डॉ पाठक न जवधवा माताओ सग खली फल और गलाल स होली

खास बात

मन की बात 05 - 11 मारष 201808

नरद मोदी (परधानमतरी)

परकाश वतपाठरी न एक िबरी वचटरी विखरी ह और मझस बहत आगह वकया ह वक म उनक पत म विख गए ववषयो को सपशल

कर उनहोन विखा ह 1 फरवररी को अतररकष म जान वािरी कपना चाविा की पणय वतवथ ह कोिवबया अतररकषयान दघलरना म वो हम छोि कर चिरी गई िवकन दवनया भर म िाखो यवाओ को पररणा द गई म परकाश जरी का आभाररी ह वक उनहोन अपनरी िबरी वचटरी का आरभ कपना चाविा की ववदाई स वकया ह यह सबक विए दःख की बात ह वक हमन कपना चाविा को इतनरी कम उमर म खो वदया िवकन उनहोन अपन जरीवन स पर ववशव म खासकर भारत की हजारो ििवकयो को यह सदश वदया वक नाररी-शलति क विए कोई सरीमा नही ह इचछा और दढ़ सकप हो कछ कर गजरन का जजबा हो तो कछ भरी असभव नही ह यह दखकर काफी खशरी होतरी ह वक भारत म आज मवहिाए हर कषत म तजरी स आग बढ़ रहरी ह और दश का गौरव बढ़ा रहरी ह

पराचरीन काि स हमार दश म मवहिाओ का सममान उनका समाज म सथान और उनका

योगदान पररी दवनया को अचवभत करता आया ह भारतरीय ववदवषयो की िबरी परपरा रहरी ह वदो की ऋचाओ को गढ़न म भारत की बहत-सरी ववदवषयो का भरी योगदान रहा ह िोपामदरा गागवी मतयरी जस न जान वकतन हरी नाम ह आज हम lsquoबररी बचाओ बररी पढ़ाओrsquo की बात करत ह िवकन सवदयो पहि सकद-पराण मकहा गया ह-दशपतर समाकना दशपतरान परवरधन त फल लभतमरध तत लभ कनकका

अथालत एक बररी दस बरो क बराबर ह दस बरो स वजतना पणय वमिगा एक बररी स उतना हरी पणय वमिगा यह हमार समाज म नाररी क महतव को दशालता ह और तभरी तो हमार समाज म नाररी को lsquoशलतिrsquo का दजाल वदया गया ह यह नाररी शलति पर दश को सार समाज को पररवार को एकता क सत म बाधतरी ह चाह ववदक काि की ववदवषया

िोपामदरा गागवी मतयरी की ववदता हो या अकका महादवरी और मरीराबाई का जान और भलति चाह अवहयाबाई होिकर की शासन वयवसथा हो या रानरी िकमरीबाई की वरीरता नाररी शलति हमशा हम परररत करतरी आई ह दश का मान-सममान बढ़ातरी आई ह

परकाश वतपाठरी न आग कई सार उदाहरण वदए ह उनहोन विखा ह हमाररी साहवसक रकषा-मतरी वनमलिा सरीतारमण क ििाकक ववमान lsquoसखोई 30rsquo म उिान भरना उनह पररणा द दगा उनहोन ववतलका जोशरी क नततव म भारतरीय नौसना क मवहिा करक मबसल आई एनएसवरी तररणरी पर पर ववशव की पररकरमा कर रहरी ह उसका वजकर वकया ह तरीन बहादर मवहिाए भावना कठ मोहना वसह और अवनरी चतवतदरी यदधक ववमान की पायिर बनरी ह और सखोई-30 म परवशकषण ि रहरी ह कषमता वाजपयरी की अगवाई वािरी ऑि वमन करक न वदलरी

स अमररका क सन फावससको और वापस वदलरी तक एअर इवडया क बोईग जर म उिान भरी आज नाररी हर कषत म न वसफफ आग बढ़ रहरी ह बलक नततव कर रहरी ह आज कई कषत ऐस ह जहा सबस पहि हमाररी नाररी-शलति कछ करक वदखा रहरी ह एक वमसाि कायम कर रहरी ह वपछि वदनो राषटपवत जरी न एक नई पहि की

राषटपवत जरी न उन असाधारण मवहिाओ क एक समह स मिाकात की वजनहोन अपन-अपन कषतो म सबस पहि कछ करक वदखाया दश की इन मवहिाओ म मचचर नवरी की पहिरी मवहिा कपरन यातरी टरन की पहिरी मवहिा डाइवर पहिरी मवहिा फयर फाइरर पहिरी मवहिा बस डाइवर अराकफवरका पहचन वािरी पहिरी मवहिा एवरसर पर पहचन वािरी पहिरी मवहिा इस तरह स हर कषत की lsquoपहिरी मवहिाrsquo थी - हमाररी नाररी-शलतियो न समाज की रवढ़वावदता को तोित हए असाधारण उपिलबधया हावसि की एक कीवतलमान सथावपत वकया उनहोन य वदखाया वक किरी महनत िगन और दढसकप क बि पर तमाम बाधाओ और रकावरो को पार करत हए एक नया मागल तयार वकया जा सकता ह एक ऐसा मागल जो वसफफ अपन समकािरीनो को हरी नही बलक आन वािरी परीवढ़यो को भरी परररत करगा उनह एक नय जोश और

नारी-शकति की असाधारण उपलकधयाआि नारी हर कतर म न जसफफ आग बढ़ रही ह बकलक नतव कर रही ह आि कई कतर ऐस ह िहा सबस पहल

हमारी नारी-शकति कछ करक जदखा रही ह एक जमसाल कायम कर रही ह

परारीन काल स हमार दश म मजहलाओ का सममान उनका समाि म सथान और उनका योगदान परी दजनया को अरजित करता आया ह

िारतीय जवदजरयो की लबी परपरा रही ह वदो की ऋराओ को गढ़न म िारत की बहत-सी जवदजरयो का िी योगदान रहा ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 मन की बात 09उतसाह स भर दगा इन पहिरी मवहिाओ पर एक पसतक भरी तयार की गई ह तावक परा दश इन नाररी शलतियो क बार म जान उनक जरीवन और उनक कायषो स पररणा ि सक

आज दश और समाज म हो रह सकारातमक बदिाव म दश की नाररी-शलति की महतवपणल भवमका ह आज जब हम मवहिा सशतिरीकरण पर चचाल कर रह ह तो म एक रिव सरशन का वजकर करना चाहगा एक रिव सरशन और मवहिा सशतिरीकरण आप सोच रह होग वक इसक बरीच म कया सबध ह मबई का मारगा सरशन भारत का ऐसा पहिा सरशन ह जहा साररी मवहिा कमलचाररी ह सभरी ववभागो म मवहिा सराफ - चाह कमवशलयि वडपारटमर हो रि पविस हो वरकर चकर हो उदघोषक हो परा 40 स भरी अवधक मवहिाओ का सराफ ह इस बार बहत स िोगो न गणतत वदवस की परड दखन क बाद टरीअर पर और दसर सोशि मरीवडया पर विखा वक परड की एक मखय बात थरी बरीएसएफ की मवहिा दसता व साहसपणल परयोग कर रहरी थी और य दशय ववदश स आए हए महमानो को भरी आचियलचवकत कर रहा था सशतिरीकरण आतमवनभलरता का हरी एक रप ह आज हमाररी नाररी-शलति नततव कर रहरी ह आतमवनभलर बन रहरी ह

छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी मवहिाओ न भरी कमाि कर वदया ह उनहोन एक नई वमसाि पश की ह आवदवासरी मवहिाओ का जब वजकर आता ह तो सभरी क मन म एक वनलचित तसवरीर उभर कर आतरी ह वजसम जगि होता ह पगडवडया होतरी ह उन पर िकवियो का बोझ वसर पर उठाए चि रहरी मवहिाए िवकन छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी नाररी हमाररी इस नाररी-शलति न दश क सामन एक नई तसवरीर बनाई ह छततरीसगढ़ का दतवािा इिाका जो माओवाद-परभाववत कषत ह ऐस खतरनाक इिाक म आवदवासरी मवहिाए ई-ररकशा चिा कर आतमवनभलर बन रहरी ह बहत हरी थोि कािखड म कई साररी मवहिाए इसस जि गई ह उनह इसस तरीन िाभ हो रह ह एक तरफ जहा सवरोजगार न उनह सशति बनान का काम वकया ह वही इसस माओवाद-परभाववत इिाक की

तसवरीर भरी बदि रहरी ह और इन सबक साथ इसस पयालवरण-सरकषण क काम को भरी बि वमि रहा ह यहा क वजिा परशासन की भरी सराहना करता ह अनदान उपिबध करान स ि कर परवशकषण दन तक वजिा परशासन न इन मवहिाओ की सफिता म एक महतवपणल भवमका वनभाई ह

हम बार-बार सनत आए ह वक िोग कहत ह ndash lsquoकछ बात ह ऐसरी वक हसतरी वमरतरी नही हमाररीrsquo वो बात कया ह वो बात ह िचरीिापन और वनरतर पररवतलन जो काि-बाह ह उस छोिना जो आवशयक ह उसका सधार सवरीकार करना हमार समाज की ववशषता ह ndash आतमसधार करन का वनरतर परयास यह भारतरीय परपरा हमाररी ससककवतक ववरासत ह वकसरी भरी जरीवत समाज की पहचान होतरी ह उसका आतम सधार तत

सामावजक कपरथाओ और कररीवतयो क वखिाफ सवदयो स हमार दश म वयलतिगत और सामावजक सतर पर िगातार परयास होत रह ह अभरी कछ वदन पहि वबहार न एक रोचक पहि की राजय म सामावजक कररीवतयो को जि स वमरान क विए 13 हजार स अवधक वकिोमरीरर की ववशव की सबस िबरी मानव-शखिा बनाई गई इस अवभयान क दारा िोगो को बाि-वववाह और दहज-परथा जसरी बराइयो क वखिाफ जागरक वकया गया दहज और बाि-वववाह जसरी कररीवतयो स पर राजय न ििन का सकप विया बचच बजगल जोश और उतसाह स भर यवा माताए बहन हर कोई इस जग म शावमि थ समाज क सभरी िोगो को सहरी मायन म ववकास का िाभ वमि इसक विए जरररी ह वक हमारा समाज इन कररीवतयो स मति हो म वबहार

की जनता राजय क मखयमतरी वहा क परशासन और मानव ndashशखिा म शावमि हर वयलति की सराहना करता ह वक उनहोन समाज कयाण की वदशा म इतनरी ववशष एव वयापक पहि की

करि की आवदवासरी मवहिा िकमरीकटरी की कहानरी सनकर आप सखद आचियल स भर जायग िकमरीकटरी कलार म वशवकषका ह और अब भरी घन जगिो क बरीच आवदवासरी इिाक म ताि क पततो स बनरी झोपिरी म रहतरी ह उनहोन अपनरी समवत क आधार पर हरी पाच सौ आयवतवदक दवाए बनाई ह साप कारन क बाद उपयोग की जान वािरी दवाई बनान म उनह महारत हावसि ह िकमरी जरी दवाओ की अपनरी जानकाररी स िगातार समाज की सवा कर रहरी ह इस गमनाम शलखशयत को पहचान कर समाज म इनक योगदान क विए उनह पदमशरी स सममावनत वकया गया म आज एक और नाम का भरी वजकर करन का मरा मन करता ह पलचिम बगाि की 75 वषवीय सभावसनरी वमसतरी को भरी उनह परसकार क विए चना गया सभावसनरी वमसतरी एक ऐसरी मवहिा ह वजनहोन असपताि बनान क विए दसरो क घरो म बतलन माज सबजरी बचरी जब य 23 वषल की थी तो उपचार नही वमिन स इनक पवत की मतय हो गई थरी और इसरी घरना न उनह गररीबो क विए असपताि बनान क विए परररत वकया आज इनकी किरी महनत स बनाए गए असपताि म हजारो गररीबो का वनशक इिाज वकया जाता ह मझ परा ववशवास ह वक हमाररी बहरतना-वसधरा म ऐस कई नर-रतन ह कई नाररी-रतन ह वजनको न कोई जानता ह न कोई पहचानता ह ऐस वयलतियो की पहचान न बनना उसस समाज का भरी घारा हो जाता ह पदम-परसकार एक माधयम ह िवकन म दशवावसयो को भरी कहगा वक हमार आस-पास समाज क विए जरीन वाि समाज क विए खपन वाि वकसरी न वकसरी ववशषता को ि करक जरीवन भर कायल करन वाि िकषाववध िोग ह कभरी न कभरी उनको समाज क बरीच म िाना चावहए वो मान-सममान क विए काम नही करत ह िवकन उनक कायल क कारण हम पररणा वमितरी ह

(मन की बात जनवररी 2018 का सपादित अश)

छततीसगढ़ की हमारी आजदवासी नाररयो न दश क सामन एक नई तसवीर बनाई ह छततीसगढ़ का दतवाडा इलाका िो माओवाद-परिाजवत कतर ह ऐस खतरनाक इलाक म आजदवासी मजहलाए ई-ररशा रला कर

आमजनिषर बन रही ह

गिरात का पड कपल हर महीन बाटता ह 5000 सजनटरी नपजकन

सरत क मीना और अतल महता न िररतमद मजहलाओ क बीर सजनटरी पडस बाट कर सराहनीय काम जकया ह

तवमिनाड क अरणाचिम मरगनाथम की कहानरी तो आज हर कोई जान चका ह िवकन

सरत म रहन वाि मरीना और अति महता क परयासो की जानकाररी बहत कम िोगो को ह वपछि िगभग 5 साि स य दोनो हर महरीन ऐसरी मवहिाओ को िगभग 5000 सवनरररी नपवकन बारत ह जो इसका खचल खद नही वहन कर सकती

मरीना और अति न हाि हरी म सरत की झगगरी

को समझना चावहए वक परीररयडस बहत जरररी होत ह और उनक बार म जागरकता फिनरी चावहए

(एजसरी)

झोपवियो म वफम पडमन की सकरीवनग भरी 125 मवहिाओ क विए आयोवजत की इसक जररए व िोगो को सवनरररी नपवकन की महतता बताना चाहत ह मरीना न बताया वक उनहोन एक बार एक गररीब बचचरी को ककि क वडबब स पड वनकाित दखा उनहोन बताया वक बचचरी स उनह पता चिा वक पस की कमरी क चित वह इन पडस को धोकर हर महरीन इसतमाि करतरी ह यह सनकर मरीना

को काफी हरानरी हई और उनहोन पडस बारन का फसिा वकया मरीना िोगो स इस काम क विए आग आन की अपरीि करतरी ह उनहोन कहा वक िोगो

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

मतावधकार 05 - 11 मारष 201810

दवनया क सबस बि िोकतत अमररका क मकाबि दवनया का सबस बिा िोकतत भारत इस मायन म आग ह वक मवहिा

अवधकारो क परवत यह उनस जयादा सवदनशरीि और सजग रहा अमररका म सब कछ क बाद भरी मवहिाओ को मतवधकार स िस करन क परवत वहचवकचाहर थरी अमररका की यह वहचवकचाहर 144 वषषो बाद खतम हई अमररका हरी नही वरिरन न भरी इस मामि म जयादा उदारता नही वदखाई मवहिाओ को मतवधकार दन म उसन िगभग एक सदरी का वति खचल वकया लसवटजरिड क कछ इिाको म तो मवहिाओ को वोर दन का अवधकार 1974 म वमिा िवकन भारतरीय मवहिाओ को दश की आजादरी क वदन स यह अवधकार वदया गया

1947 म मवहिाओ को मतावधकार क अवधकार दन का फसिा उस वति वकतना बिा था इसका अदाजा िवखका डॉकरर ओवनलर शवन की इस ववषय पर विखरी पसतक स िगाया जा सकता ह वजसम वो विखतरी ह वक कररीब 10 िाख िोगो की मौत और एक करोि 80 िाख िोगो क घरो की तबाहरी क विए वजममदार बरवार की आग म झिस रह एक दश म य फसिा विया जाना उस वति वकसरी भरी औपवनववशक राषट क विए एक बहत बिरी उपिलबध थरी

इस फसि स आजाद भारत म वोररो की सखया पाच गना तक बढ़कर कररीब 17 करोि 30 िाख तक पहच गई और इसम आधरी अबादरी मवहिाओ

ऐस जमला मताजधकार का अजधकारदजनया क कई बड दशो न मजहलाओ को मतदान करन क अजधकार स बहत वरषो तक वजरत रखा

लजकन िारत न आिादी क जदन स ही मजहलाओ को इस अजधकार स लस जकया

की थरी तब दभलगय स कररीब 28 िाख मवहिाओ क नाम वोरर विसर स हरा वदए गए कयोवक उनहोन अपना नाम हरी नही बताया और कररीब 85 परवतशत ऐसरी मवहिाए थी वजनहोन कभरी वोर हरी नही वदया था

अपनरी पसतक हाउ इवडया वबकम डमोकरवरक वसवरजनवशप ऐर द मवकग ऑफ द यवनवसलि फरचाइजरी म डॉ शवन न औपवनववशक शासन क दौर म मवहिाओ क मतावधकार क ववरोध क बार म ववसतार स विख ह व विखतरी ह वक वरिवरश अवधकाररयो न य तकफ वदया था वक सावलभौवमक मतावधकार भारत क विए सहरी नही होगा वरिवरश शासन क दौरान भारत म चनाव सरीवमत तौर पर होत थ वजसम धावमलक सामदावयक और वयावसावयक धाराओ क तहत बाररी गई सरीरो पर खि उममरीदवारो क विए कछ वोररो को हरी मतदान करन का अवधकार था इवतहासकार गरालडन फोबसल विखतरी ह वक भारतरीय मवहिा सगठनो को मवहिाओ को मतदान का अवधकार पान क विए एक मलशकि ििाई ििनरी पिरी थरी 1921 म बॉमब और मदरास

पहि परात बन जहा सरीवमत तौर पर मवहिाओ को वोर दन क अवधकार वदए गए बाद म 1923 स 1930 क बरीच सात अनय परातो म भरी मवहिाओ को मतदान का अवधकार वमिा

डॉ फोबसल अपनरी वकताब वमन इन मॉडनल इवडया म विखतरी ह वक वरितानरी हाउस ऑफ कॉमनस न मवहिाओ क विए वोवरग क अवधकार की माग करन वाि कई भारतरीय और वरितानरी मवहिा सगठनो की माग को नजरअदाज वकया मवहिाओ स भदभाव और उनका पदत म रहना इस फसि क परीछ उनकी आसान दिरीि थरी डॉ फोबसल विखतरी ह साफ तौर पर वरितानरी शासको न अपसखयको क अवधकार क तौर पर कवि परष अपसखयको को हरी अवधकार दन का वादा वकया मवहिाओ क मामि म उनहोन कछ मवहिाओ क अिग-थिग होन क बहान पररी मवहिाओ को उनका हक दन स इनकार कर वदया

औपवनववशक परशासको और ववधायको दोनो न हरी मतावधकार की सरीमाओ को बढ़ान का ववरोध वकया था डॉ फोबसल क अनसार वोवरग का ववरोध

करन वाि मवहिाओ को कमतर आकत थ और सावलजवनक मामिो म उनह अकषम मानत थ

कछ िोगो का कहना था वक मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दन स पवत और बचचो की उपकषा होगरी एक सजजन न तो यहा तक तकफ वदया वक राजनरीवतक काम करन स मवहिाए सतनपान करान म असमथल हो जाएगरी

मवहिा अवधकारो क विए ििनवािरी मणाविनरी सन न 1920 म विखा था वरितानरी सरकार क बनाए सभरी कानन मवहिाओ पर िाग होत थ और अगर उनक पास सपवतत ह तो उनह रकस भरी दना होता था िवकन उनह वोर दन का अवधकार नही था

वो कहतरी ह य कछ इस परकार था वक मानो वरितानरी शासक मवहिाओ स कह रह हो वक नयाय पान क विए अदाित का दरवाजा खरखरान की बजाय वो खद हरी लसथवत स वनपर

भारत क आवखररी औपवनववशक कानन भारत सरकार अवधवनयम 1935 क तहत दश क 3 करोि िोगो को वोर दन का अवधकार वदया गया यह दश की कि वयसक आबादरी का पाचवा वहससा था इसम मवहिाओ की सखया कम थरी

वबहार और उिरीसा परात (उस दौर म य दो राजयो एक हरी परात म आत थ) की सरकार न मतदाताओ की सखया कम करन और मवहिाओ स मतदान का अवधकार छरीनन की कोवशश की

डॉ शवन विखतरी ह वक सरकार का मानना था अगर मवहिा तिाकशदा या ववधवा ह या उसक पास सपवतत नही ह तो उसका नाम मतदाता सचरी स हरा वदया जाना चावहए

िवकन जब अवधकाररी भारत क पववोततर म बस खासरी पहावियो म उन समदायो क सपकफ म आए जहा मातसतता को माना जाता ह तो उनह मवहिाओ क मामि म एक अपवाद दखन को वमिा इस समदाय म सपवतत मवहिाओ क नाम पर होतरी ह

िारतीय मजहला सगठनो को मजहलाओ को मतदान का अजधकार पान क जलए एक मकशकल लडाई लडनी पडी थी 1921 म बॉमब और मदास पहल परात बन िहा सीजमत तौर पर मजहलाओ को वोट

दन क अजधकार जदए गए

अमररका न 144 वरषो क बाद जदया मजहलाओ को मताजधकार

जरिटन की मजहलाओ को एक सदी बाद जमला यह अजधकार

1947 म मजहलाओ को मताजधकार दकर िारत न बडा कदम उठाया

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 11मतावधकार

अिग-अिग परातो न भरी मवहिाओ क नाम शावमि करन स सबवधत अपन-अपन वनयम बनाए मदरास म अगर कोई मवहिा पशनधाररी ववधवा थरी वकसरी अवधकाररी या सवनक की मा थरी या उसक पवत रकस दत थ या सपवतत क माविक थ तो उस मतदान करन का अवधकार वदया गया

दखा जाए तो वोर दन की मवहिा की पातता पररी तरह स उसकी पवत की सपवतत योगयता और सामावजक लसथवत पर वनभलर थरी

डॉ शवन बतातरी ह मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दना और उनह सहरी मायनो म वोरर विसर म िकर आना औपवनववशक शासन म काम कर रह नौकरशाहो की कपना स पर था इसका एक कारण उस वति की ववदशरी सरकार का यहा की अवशवकषत जनता म भरोस की कमरी और गररीबो गामरीण और अवशवकषतो को अवधकर दन क सबध म उनकी नकारातमक सोच का नतरीजा थरी

आिादी क बाद बदल हालातिवकन जब आजाद भारत न य तय वकया वक वो दश क वयसको को वोर करन का यानरी अपनरी सरकार खद चनन का अवधकार दगरी तो चरीज बदिन िगी डॉ शवन विखतरी ह मतदाता सचरी तयार करन का काम नवबर 1947 म शर हआ साि 1950 की जनवररी तक जब भारत को उसका अपना सववधान वमिा तो उस वति तक सावलभौवमक मतावधकार और चनावरी िोकतत की सोच पखता हो चकी थरी िवकन साि 1948 म जब मसौदा मतदाता सचरी की तयाररी की बाररी आई तो उसम अनक समसयाए थी

कछ परातो क अवधकाररयो न मवहिाओ क नामो को विखन म काफी वदककत पश आन क बार म बताया कई मवहिाओ न अपना नाम बतान स इनकार कर वदया और अपना नाम बतान की बजाय खद को वकसरी की पतनरी मा बररी या वकसरी की ववधवा क रप म पश वकया सरकार न यह सपष कर वदया वक ऐसा करन की अनमवत नही दरी जा

जरितानी शासको न अलपसखयको क अजधकारो क तौर पर कवल परर अलपसखयको को ही अजधकार दन का वादा जकया मजहलाओ क मामल म उनहोन कछ मजहलाओ क अलग-थलग होन क बहान परी मजहलाओ

को उनका हक दन स इनकार कर जदया

सकतरी और मवहिाओ का पजरीकरण उनक नाम स हरी वकया जाएगा

पवल की औपवनववशक नरीवतयो स हरकर भारत सरकार न कहा वक मवहिा को वकसरी अनय की सबधरी क रप म नही बलक एक सवतत मतदाता क रप म पजरीककत वकया जाएगा सरकार न मरीवडया का सहारा िकर इस सबध म परचार करन

का काम शर वकया और मवहिाओ को अपनरी खद की पहचान क साथ नाम विखवान क विए उतसावहत वकया मवहिा सगठनो न भरी मवहिाओ स अपरीि की वक वो अपन वहतो की रकषा करन क विए खद मतदाता बन

दश की पहिरी ससद क विए अतिबर 1951 स फरवररी 1952 क बरीच म हए चनावो म मदरास की एक सरीर स चनाव ििन वाि एक उममरीदवार न कहा मतदाता कदर क बाहर वोर दन को विए मवहिा और परष गामरीण धयल स घरो इतजार कर रह थ वो कहत ह वक पदत म आई मसिमान मवहिाओ क विए अिग वोवरग बथ की वयवसथा की गई थरी

एक बडी िीत बशक मवहिाओ क हको की ििाई आज भरी जाररी ह वषल 1966 स भारत की ससद क वनचि सदन म 33 फीसदरी सरीर मवहिाओ क विए आरवकषत करन वािा एक वबि कि ववरोध क कारण अब तक अरका हआ ह आज पहि स कही अवधक मवहिाए मतदान कर रहरी ह और कभरी-कभरी परषो स भरी अवधक सखया म वो मतदान कर रहरी ह िवकन वो चनाव म उममरीदवार क रप म वो कम हरी नजर आतरी ह

2017 म जाररी की गई सयति राषट की एक ररपोरट क अनसार ससद म मवहिाओ की सखया की सचरी म 190 दशो म भारत का सथान 148 ह 542 सदसय वाि ससद क वनचि सदन म वसफफ 64 सरीरो पर हरी मवहिाए ह

सवचछता की लकमीतजमलनाड म जतरजर क सामजथरम गाव म सवचछता अजियान रलान

वाली लकमी न अपन अनिवो को साझा जकया ह

लकमी पररयासवामी

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह

अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी

वमिरी ह सबस बिरी बात यह वक म कोई सरकाररी कमवी नही बलक मात एक सवयसवक ह इसरीविए मर विय कछ खोन या पान जसरी कोई लसथवत नही ह मरा काम तो बस मररी उस कपना का पररणाम ह वजसको वजद बनाकर मन वकया ह म वह करतरी ह जो मर गाव क विए अचछा ह अगर कछ

भरी गित वदखता ह तो म उस सधारन का हर सभव परयास करतरी ह म तवमिनाड क वतचरी लसथत सामवथरम गाव म रहतरी ह आप मझ उन िोगो म शावमि कर सकत ह वजनक विए साफ-सफाई कछ जयादा हरी महतव रखतरी ह म खद तो सफाई पसद ह साथ हरी अपन आस-पास क िोगो को भरी अपन जसा रखन की कोवशश करतरी ह

िोग अपनरी आदत क मतावबक सिको पर चरीज फक दत ह बपरवाहरी म मशगि उनह यह भरी अदाजा नही होता वक व अपनरी हरी जमरीन गदरी कर रह ह वजस साफ रखन की वजममदाररी उनकी भरी ह जब कभरी म गाव म वकसरी को गदगरी फिात दखतरी मझ खराब िगता म सवयसवक क तौर पर खद हरी गाव की सिको पर उनह साफ करन क विए उतर गई मन अपन वयलतिगत परयासो स सिको क वकनार ककिदान रखवाए गाव म ऐसरी वयवसथा सवनलचित की वक िोग पराना पिालसरक यहा-वहा फकन क बजाय एक जगह एकवतत कर वजसस उस ररीसाइवकि वकया जा सक हािावक हर नई शरआत म मझ िोगो क असहयोग का सामना करना पिा िवकन धरीर-धरीर हरी सहरी पर बाद म मझ सफिता वमितरी गई

पिालसरक और कचर क बाद मर गाव म सबस बिरी समसया खि म शौच की थरी यहा तक वक वजन घरो म शौचािय बन हए थ उन घरो क िोग भरी शौच क विए खतो म हरी जात थ यह लसथवत दो साि पहि की थरी िवकन आज चरीज बदि गई ह इस सखद बदिाव क विय मन खब महनत की

ह हािावक मर दो पिोवसयो समत गाव म अब भरी पदरह घर ऐस बच ह जहा शौचािय नही बना ह पर म कोवशश म ह वक उनह भरी समझाकर शरीघर हरी अपन गाव को खि म शौच की शमल स मति करा द

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी वमिरी ह मझ वह वदन भरी याद ह जब म वकसरी क पास जाकर अपनरी बात कहतरी थरी तो िोग दर स हरी हाथ जोिकर मझ भगा दत थ इन बातो स ववचवित न होन का पररणाम ह वक आज जब म कछ कहतरी ह तो िोग धयान स सनत ह मन अपन कछ दसर सावथयो की मदद स िोगो को सवचछता क महतव स पररवचत कराया ह आज मररी मवहम म मरा बरा भरी साथ जि गया ह

मझ गवल होता ह वक मन अपन बर को सामावजक वजममदाररी की जो वशकषाए दरी थी उनह वह अमि म िा रहा ह म वह वदन कस भि सकतरी ह जब मर पिोसरी न वकसरी बात पर जहर खाकर आतमहतया करन की कोवशश की थरी िवकन मर बर न दौि-भागकर डॉकरर की मदद स उसकी जान बचाई थरी मर कामो को दखत हए मझ गाम पचायत ववकास योजना की नतरी बना वदया गया ह मररी वजममदाररी अब और भरी बिरी हो गई ह और म कोवशश करगरी वक वपछि अनभवो क आधार पर अपनरी भवमका बखबरी वनभाऊ

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 201812 वशकषा

मवात म जशका की लहरमजहला-जशका क कतर म दश क सबस जपछड कतरो म स एक मवात िी ह लजकन करीब 36 परजतशत मजहला जशका क

दर वाल इस जिल म पररवतषन की एक नई लहर दखी िा रही ह

सरर ता बरारा

जब म दखतरी ह वक आज भरी मर गाव म बहत-स अवभभावक अपनरी बवचचयो को सककि भजन स मना करत ह या

बि-बढ़ मररी जसरी ििवकयो क ििको की तरह घर स बाहर खि म खिन पर एतराज जतात ह तो मझ बहत दःख होता ह यह कहना ह 12 साि की छोररी-सरी बचचरी नावदया का हररयाणा क मवात वजि म रहन वाि मलसिम समदाय की नावदया नई नगि गाव क सककि म सातवी ककषा की छाता ह

सामदावयक रवडयो रवडयो मवात क एक कायलकरम म एक मवहिा न बतौर कॉिर बातचरीत करत हए सवाि पछा वक जब हमार समदाय की एक ििकी रवडयो पर कायलकरम पश कर सकतरी ह तो हम रवडयो पर सगरीत कायलकरम का मजा िन जसरी मामिरी-सरी बात क विए भरी कयो रोका जाता ह

रवडयो मवात क विए काम करन वािरी वाररीसा समदाय की उन कछ वगनरी-चनरी ििवकयो म स ह जो समदाय क िोगो क तमाम सखत ववरोधो क बावजद अपन वपता क सहयोग स अपनरी वशकषा को जाररी रख पाई सरकाररी सककि स पढ़री वाररीसा बतातरी ह वक आठवी ककषा तक पहचत-पहचत उसक साथ की सभरी ििवकया सककि छोिकर जा चकी थी

हररयाणा का मवात वजिा मवहिा-वशकषा क कषत म दश क सबस वपछि कषतो म स एक ह वषल 2011 म हई जनगणना क मतावबक मवहिा-वशकषा की दर यहा 36 परवतशत स थोिरी हरी अवधक ह जबवक ििवकयो क सककि छोिन की दर काफी अवधक ह सरकाररी वबसाइर पर उपिबध आकि बतात ह वक जहा वषल 2012-13 म सरकाररी सककिो म पहिरी ककषा स 5वी ककषा तक पढ़न वािो छातो की सखया 160057 थरी तो वही ककषा 6 स 8 म पढ़न वाि छातो की सखया कवि 42605 जहा तक ििवकयो का सवाि ह तो 5 परवतशत स जयादा ििवकया उचच ककषाओ तक नही पहच पाती

पर इन वनराशाजनक आकिो क बावजद यह बात उममरीद की िौ जिातरी ह वक मवात जस वपछि कषत क गाव की साधारण-सरी नावदया जसरी ििकी आज ििवकयो क साथ हो रह भदभाव पर सवाि खि करन की वहममत करन िगरी ह यह बात सावबत करतरी ह वक पररवतलन की शरआत हो चकी ह

सबस महतवपणल बात तो यह ह वक मवात जस शवकषक रप स वपछि इिाक क एक गाव म कछ अवभभावको न अपनरी ििवकयो को वनजरी कषत क सहवशकषा (को-एड) सककिो म भजना शर कर वदया ह नई नगि का सककि इसका उदाहरण ह ऐस सककिो म पढ़ान क विए अवभभावक अपनरी जब स पस खचल करन म भरी परीछ नही ह रवडयो मवात क विए काम करत हए आज वाररीसा ििवकयो की वशकषा क महतव और उनक साथ वकए जान वाि भदभाव क वखिाफ परचार म जररी हई ह

वाररीसा कहतरी ह वक रवडयो पर मनोरजक कायलकरम परसाररत करन क अिावा म रवडयो मवात पर वमयो समदाय स सबवधत मवहिा अधयापको को रवडयो कायलकरमो म आमवतत करतरी ह तावक उनस पररणा पाकर अनय अवभभावक भरी अपनरी ििवकयो को सककि भज और माधयवमक सककिो की पराथवमक ककषाओ म हरी अपनरी ििवकयो को पढ़ाई छोिन क विए मजबर न करक उनह आग और भरी पढ़न द वह कहतरी ह वक खशरी की बात तो यह ह वक आज

वववावहत मवहिाए भरी भदभाव क वखिाफ आवाज उठान िगरी ह

वाररीसा का कहना ह वक कम स कम आज मवहिाओ म इतना साहस तो आ हरी गया ह वक व अपन वखिाफ होन वाि भदभाव को िकर सवाि खि करन िगरी ह कछ साि पहि तक यह सब सभव नही था इस कषत म ििवकयो की वशकषा को बढ़ावा दन क विए राजय सरकार गर सरकाररी सगठनो और वनजरी कषत दारा वपछि कई सािो स परयास वकए जा रह ह वषल 1982 म हररयाणा सरकार न वझरका और नह म सहवशकषा (कोएड) वाि अगजरी माधयम क दो सककि शर वकए थ तावक मवात कषत क इस परपरागत ससककवत और सामावजक तान-बान वाि इिाक क बचचो को अचछरी गणवतता वािरी वशकषा परदान की जा सक इसक दो साि बाद हरी इन सककिो को सरीबरीएसई स सबदध कर वदया गया आज ऐस सात सहवशकषा वाि सककि मवात मॉडि सककि सोसाइररी (एमएमएसएस) दारा चिाए जा रह ह वजनम ििवकयो स कोई टशन फीस नही िरी जातरी इनम स छह सककि उचचतर माधयवमक सतर क और एक माधयवमक सतर का ह इन मॉडि सककिो म 40 परवतशत स अवधक सखया ििवकयो की ह वजनम स 57 परवतशत स अवधक ििवकया वमयो समदाय की ह

मवात क इस इिाक म 6 कसतरबा गाधरी बाविका ववदयािय भरी चिाए जा रह ह वजनम 1400 ििवकया पढ़ रहरी ह इनम स 64 परवतशत वमयो समदाय की ह140 ििवकयो को नह क मवात मॉडि सककि म पढ़ाई क अिावा मफत रहन और खान की सववधा भरी परदान की गई ह

खास बात यह ह वक वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को आतमववशवास साहस और समाज म भदभाव क वखिाफ आवाज बिद करन का दढ़-वनचिय वदया ह नावदया एक सवदनशरीि ििकी ह जो समाज म फि भदभाव और अनयाय को िकर

अब गामीणो को यह महसस होन लगा ह जक अगिी माधयम म जशका परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कतरो म ही आसानी स

नौकररया जमल सकती ह इसक जलए उनह दरदराि क इलाको म िान की िररत नही

2012-13 म सरकारी सकलो म 5वी तक 160057 छातर थ

पार परजतशत स जयादा लडजकया उचर ककाओ तक नही पहर पाती थीआि जशका को लकर गिीरता व सकलो म छातराओ की सखया बढ़ी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

काफी वचवतत हनावदया कहतरी ह वक वो एक डॉकरर बनना

चाहतरी ह कयोवक अमरीरो को तो असपतािो म अचछरी दखभाि और परा इिाज वम ि जाता ह जबवक गररीबो को घरो असपताि की िबरी िाइनो म इतजार करना पिता ह और उनक बावजद भरी डॉकरर का वयवहार उनक परवत उदासरीन रहता ह

एमएमएसएस और कजरीबरीवरी क तहत चिन वाि सककिो क अिावा एडकॉम सोयशस नामक सगठन क तहत छह यवनवसलि एकडमरी सककि भरी मवात म चिाए जा रह ह य सगठन भारत और ववदशो म वशकषा क कषत म वडवज रि करावत िान वािा अगणरी सगठन ह

हािावक इस सककि म अब भरी कवि 182 छात हरी ह जो सखया क विहाज स बहद कम ह िवकन वफर भरी वमयो समदाय वाि मवात क इस वपछड कषत म जहा ििवकयो को वशकषा वदिाना अवतम पराथवमकता ह वहा वनशक वशकषा उपिबध न करान वाि सककिो म भरी अपन बचचो का दावखिा करान की पहि वाकई सवागत योगय ह

गामरीण इिाको म यवनवसलि एकडमरी क साथ भागरीदाररी म सककि चिान वािरी ससथा एडकॉम की अकादवमक परमख अनराधा बतातरी ह वक शरआत म उनका काफी ववरोध हआ था गावो म िोगो को मनान क विए उनह काफी जदोजहद करनरी पितरी थरी वक व अपनरी ििवकयो को सककि भज उस वति य आसान नही था पर आज हािात बदि रह ह यवनवसलि एकडमरी सककिो म ििवकया पढ़न आ रहरी ह

एक और बदिाव भरी दखन म आया ह वक अब गामरीणो को यह महसस होन िगा ह वक अगजरी माधयम म वशकषा परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कषतो म हरी आसानरी स नौकररया वमि सकतरी ह इसक विए उनह दरदराज क इिाको म जान की जररत नही मवात क कई गाव गिगाव स जयादा दर नही ह जहा की बहत स कॉि सरर बरीपरीओ और अनय कई बहराषटरीय कपवनयो क दफतर ह

चाह मॉडि सककि हो कजरीबरीवरी या यवनवसलि एकडमरी सककि महतवपणल बात यह ह वक इस वपछि इिाक क ििक-ििवकयो को आज ऐस सकक िो म पढ़न का मौका वमि रहा ह जहा अचछरी गणवतता वािरी वशकषा और सवािगरीण ववकास को परमखता दरी जातरी ह सबस जयादा महतवपणल बात तो यह ह वक ऐसरी वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को इतना साहस और हौसिा वदया ह वक व समाज क भदभाव भर रवय पर सवाि उठा सकतरी ह और एक ऐस ससार का सपना दख सकतरी ह जहा नयाय हो और उनकी आवाज स नरी भरी जाए और उनका सममान भरी हो सक

05 - 11 मारष 2018 13सवचछता

मवात क कई गाव गडगाव स जयादा दर नही ह िहा

बहत स कॉल सटर बीपीओ और अनय कई बहराषटीय

कपजनयो क दफतर ह

मजहला अकसमता क सममान की अनठी जमसाल

आजदवासी यवजतयो को अकलपन स डर नही लगता बसतर क सदर नसल परिाजवत इलाको म ऐसी कई यवजतया ह जिनक जवखयात पररवारो म अब िायदाद सिालन वाल नही रह पर व वहा न कवल जवरासत

सिाल रही ह बकलक उनक पररवार की छतरछाया की दरकार रखन वाल आजदवाजसयो को आसरा िी द रही ह

इरा झा

आवदवासरी समाज म मवहिा परष की साथरी ह वह उसकी सहकमवी ह उसकी समाज

और पररवार म बराबर की भागरीदाररी ह जरी हा बसतर की आवदवासरी मवहिाए हम शहररी मवहिाओ की तरह अपन पररवार क परष सदसयो की मोहताज नही ह उनह बाजार स सबजरी-भाजरी और सौदा मगवान स िकर खतो म हि चिान तक क विए अपन बर या पवत का मह नही ताकना पिता ह वह हम शहररी मवहिाओ स कई मायनो म बहत जयादा समथल ह मवहिाओ क सशलतिकरण का परतरीक अतरराषटरीय मवहिा वदवस उनक वजकर क बगर परा नही हो सकता य न वसफफ घर क सार कामकाज करतरी ह बाि-बचच पाितरी ह बलक पर वदन खतो म काम भरी करतरी ह इनका परा साि खतो म काम करत हरी बरीतता ह बसतर की आवदवासरी मवहिाओ क अवधकार असरीवमत ह वह घर स बाहर तक की पररी वयवसथा सभाितरी ह और हर कदम पर पवत उसक साथ होता ह

इनक कामकाज का दायरा खत-खविहान और हार बाजार तक का ह खत का परा वजममा भरी यहरी उठातरी ह बरीज िाना उनह मसिाधार बाररश म रोपना और किरी धप म चौकीदाररी करन क बाद फसि कारना यह सब उनही क वजमम ह यहा

तक वक बाजार म इस बचन भरी वहरी ि जातरी ह ऐसरी मवहिाए जो खतरी नही करती घर म बािरी म उगरी सलबजया और जगिरी उतपादो जस महआ रोरा जिाऊ िकिरी िाख आविा झाड वगरह को पररवार की आमदनरी का जररया बना ितरी ह और इस पररी कवायद म पवत उसक साथ रहता ह जब मवहिा खत म जझ रहरी होतरी ह तो पवत घर म बचचो की दखभाि म िगा रहता ह वह उनक विए खाना पकाता ह बाररश स बचाव क विए छत की मरममत जस छोर-मोर काम करता ह घर की बािरी म सलबजयो फिो िताओ की सभाि करता ह और घर क बजगषो की दखभाि करता ह हर कदम पर पारसपररक सहयोग और मवहिा अलसमता क सममान की अनठरी वमसाि बसतर का आवदवासरी समाज ह इस समाज म मवहिाए अपनरी मजवी की माविक ह उसकी सवायतततता बलक अवधकाररता की बवढ़या वमसाि तो यहरी ह वक वह न कवि अपना जरीवनसाथरी खद चन सकतरी ह बलक चाह तो पहि उस परख भरी सकतरी ह इस परपरा को िमसना कहा जाता ह इसक तहत शादरी क योगय यवक को यवतरी क घर म रहकर काम-काज म मदद करक अपनरी योगयता वसदध करनरी पितरी ह इस पररीकषा म फि या पास करन का अवधकार पररी तरह स यवतरी पर होता ह िमसना बठान की यह परपरा सरगजा और मडिा क गोड समाज म भरी ह

पररवार और घरल कामकाि क परजशकण क जलए उनह घोटल िान की छट ह यह आजदवासी नौिवानो क ससकार गह ह घर क कामकाि स जनपटकर यवक-यवती रात म यहा िटत ह और जकसी सयानी

मजहला की जनगरानी म नारत-गात और कामकाि सीखत ह

यहरी नही इसस पहि पररवार और घरि कामकाज क परवशकषण क विए उनह घोरि जान की छर ह यह आवदवासरी नौजवानो क ससकार गह ह घर क कामकाज स वनपरकर यवक-यवतरी रात म यहा जरत ह और वकसरी सयानरी मवहिा की वनगरानरी म नाचत-गात और कामकाज सरीखत ह मन वमि गया तो शादरी क साथ यवा जोि की घोरि स ववदाई हो जातरी ह व वफर उधर का रख नही कर सकत घोरि अब बसतर क पररवश स गायब हो चि ह शहररी खासतौर पर मरीवडया की दखिदाजरी न इस ससथा को िपत होन पर मजबर कर वदया ह पर आवदवासरी यवतरी की वनरपकष लसथवत की इसस बहतर वमसाि और कया हो सकतरी ह

आवदवासरी यववतयो को अकिपन स भरी डर नही िगता बसतर क सदर नकसि परभाववत इिाको म ऐसरी कई यववतया ह वजनक ववखयात पररवारो म अब जायदाद सभािन वाि नही रह पर व वहा न कवि ववरासत सभाि रहरी ह बलक उनक पररवार की छतछाया की दरकार रखन वाि आवदवावसयो को आसरा भरी द रहरी ह बि आवदवासरी पररवारो की ििवकया ह य गाव छोिकर वदलरी स िदन तक कही भरी बस सकतरी थी उनका समपलण दवखए जजबा दवखए अपन िोगो क परवत सह दवखए

यह लसथवत तब ह जब घन जगिो क बरीच बस गावो म सरज की रोशनरी नही पहचतरी जगिरी जानवरो का खतरा मडराता रहता ह और असपताि म दवाइयो का पता नही रहता और सककि बदहाि ह यवद इनह शहररी िोगो स मामिरी या बराबर की सववधाए वमि जाए तो इनकी वहममत इनका जजबा और ताकत बजोि होगरी यह तय मावनए

शहरी मजहलाओ स जयादा सशति ह बसतर की मजहलाए

घर स बाहर तक की परी वयवसथा सिालती ह य आजदवासी मजहलाएिीवन साथी रनन और परखन का

परा अजधकार इनक पास ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण 05 - 11 मारष 201814

एसएसबी यरो

हाि म वबहार की एक दवित मवहिा रनकी दवरी न अपना मगिसत बचकर घर म शौचािय बनवान की नजरीर पश

की यह घरना दो बातो की तरफ इशारा करतरी ह पहिरी बात तो यह वक तमाम सफाई अवभयानो और शौचािय वनमालण की योजनाओ क बावजद आज भरी गावो म शौचािय की समसया बहत बिरी ह दसररी बात यह वक सवचछता का मदा सबस जयादा मवहिाओ स जिा ह यहरी वजह ह वक सवचछता आदोिन को मवहिा सशलतिकरण की वदशा म एक बिरी और कारगर पहि क तौर पर दखा जा रहा ह कछ समय पहि lsquoवाररएडrsquo नामक एनजरीओ की एक ररपोरट म तथय सामन आया वक भारत म 35 करोि 50 िाख मवहिाओ और ििवकयो को शौचािय मयससर नही ह lsquoद सरर ऑफ वडटस रायिर 2017rsquo नामक इस ररपोरट म कहा गया था वक पररी दवनया म भारत म सबस कम िोगो क पास शौचािय जसरी बवनयादरी सववधा उपिबध ह

सककिो म शौचािय न होन क कारण बहत साररी ििवकया आठवी ककषा तक आत-आत सककि छोिन पर बाधय हो जातरी ह इवडया सपड की एक ररपोरट म सामन आया था वक गावो म िगभग 28 परवतशत ििवकया परीररयडस क वदनो म सककि हरी नही जाती इसका परमख कारण सककिो म शौचािय का न होना ह कछ समय पहि lsquoपरथमrsquo नाम क एक एनजरीओ की ररपोरट म कहा गया वक दश म चि रह कि सककिो म 74 परवतशत सरकाररी ह इनम स 47 परवतशत सककिो म आज तक ििवकयो क विए अिग स शौचािय की वयवसथा नही ह

इसरी तरह गावो म भरी मवहिाए घर म शौचािय न होन क कारण मह अधर सबह और मह अधर शाम को हरी खतो म जा पातरी ह वदन क वकसरी अनय समय पर शौचािय जान की जररत महसस होना उन मवहिाओ क विए बिरी समसया ह बहत सार सरकाररी या वनजरी सककिो म आज भरी मवहिा अधयावपकाओ क विए अिग स शौचाियो की वयवसथा नही ह यहा तक वक बि शहरो म भरी छोर ससथानो या दफतरो म काम करन वािरी ििवकयो-मवहिाओ क विए भरी अकसर हरी कोई शौचािय नही होता

मवहिाओ क विए सावलजवनक जगहो पर इतन कम शौचाियो का होना समाज और सरकार दोनो की उनक परवत असवदनशरीिता की तरफ साफ इशारा करता ह मवहिा सशलतिकरण की वदशा म सबस जरररी व ठोस परयास मवहिाओ की बवनयादरी जररतो को समझना और उन पर काम करना ह वनजरी और सावलजवनक जगहो पर शौचाियो का वनमालण उनकी बवनयादरी जररतो म स एक ह सवतत भारत म इस दरकार को अगर सबस पहि वकसरी न समझा तो व ह डॉ ववनदशवर

सवचछ राह पर आधी दजनयादश म सवचछता क साथ मजहला सशकतिकरण को लकर िो जवजिनन अजियान रलाए िा रह ह उसम जिस ससथा और वयकति

का नाम सबस पहल िहन म आता ह वह ह सलि इटरनशनल और इस ससथा क परणता डॉ जवनदशवर पाठक

पाठक और उनकी ससथा सिभ इररनशनि नबब क दशक म भारत को 21वी सदरी म जान

की बात खब होतरी थरी य बात जहा ससद क बाहर-भरीतर राजनरीवतक िाइन क साथ कहरी जातरी थरी वही आवथलक-सामावजक सतर पर भरी भावरी भारत स जि सरोकारो और चनौवतयो को िकर ववमशल चिता था पर वकसरी न कभरी सोचा भरी होगा वक 21वी सदरी क दसर दशक तक पहचकर सवचछता दश का पराइम एजडा बन जाएगा इस बदिाव क परीछ बिा सघषल ह आज दश म सवचछता क साथ मवहिा सशलतिकरण को िकर जो वववभन अवभयान चिाए जा रह ह उसम वजस ससथा और वयलति का नाम सबस पहि जहन म आता ह वह सिभ इररनशनि और इस ससथा क परणता डॉ ववनदशवर पाठक

पररी दवनया आज डॉ पाठक को lsquoरॉयिर मनrsquo क रप म जानतरी ह उनहोन एक तरफ जहा वसर पर मिा ढोन की मिरी परथा को खतम करन बरीिा उठाया वही दशभर म सिभ शौचािय की

उपिबधता स उनहोन आम िोगो की सवचछता जररत को परा करन क कषत म महान कायल वकया बिरी बात यह ह वक डॉ पाठक दारा शर वकया गया सवचछता का सिभ अवभयान अब भरी थमा नही ह परधानमतरी नरदर मोदरी दारा दो अकरबर 2014 को सवचछ भारत वमशन शर होन क बाद डॉ पाठक क मागलदशलन म सिभ का सवचछता अवभयान नई पररणा और गवत क साथ आग बढ़ रहा ह शौचािय और सवचछता को पाच दशक स अपनरी समझ और ववचार की धररी बनाकर चि रह डॉ ववनदशवर पाठक न एक तरह स दवनया को सवचछता का नया समाजशासत वसखाया ह वजसम साफ-सफाई क सबक तो ह हरी मानवरीय परम और करणा को भरी पयालपत महतव वदया गया ह

जसर पर मला ढोन की परथावबहार गाधरी शताबदरी सवमवत म एक कायलकताल क नात गाधरी ववचार और कायलकरमो क कररीब आए डॉ पाठक न तब स न वसफफ पर दश म बलक

ववशव म सवचछता का अिख जगा रह ह वसर पर मिा ढोन की परथा को िकर सिभ न उलखनरीय कायल वकए ह वसर स मिा ढोन वाि िोगो को इस अमानवरीय कायल स मलति वदिान की सोच की हरी दन ह सिभ दारा ववकवसत हआ दो गडो वािा शौचािय आज यह तकनरीक पररी दवनया म lsquoसिभ शौचाियrsquo क रप म जानरी जातरी ह इस तकनरीक म पहि गड म जमा शौच खाद म बदि जाता ह सिभ न शौचािय क जररए गस बनान और उस वबजिरी तक बनान क कामयाब परयोग वकए ह 1970 म सिभ इररनशनि की सथापना हई और आज शौचािय वनमालण की ससतरी तकनरीक क विए इसकी दवनयाभर म पहचान ह सिभ परणता डॉ पाठक भरी मानत ह वक गाधरी जरी क बाद अगर इस दश म सवचछता क महतव को वकसरी न गहराई स समझा ह तो व ह परधानमतरी नरदर मोदरी

सरकार का िवाब वसर पर मिा ढोना भारत म परवतबवधत काम ह गत वषल राजयसभा म एक परशन क जवाब म कदर सरकार म मतरी थावरचद गहिोत न बताया था वक दश म 26 िाख ऐस शौचािय ह जहा पानरी नही ह जावहर ह वहा हाथ स मिा साफ करना पिता ह सफाई कमलचाररी आदोिन न अपन सवत म बताया ह वक 1993 स अब तक 1370 सरीवर वकफसल की मौत हो चकी ह इस वदशा म सकवजसल क पनवालस का सबस बिा अवभयान सिभ ससथा न हरी छिा ह मवहिा सकवजसल को सिभ न न वसफफ इस परथा स आजादरी वदिाई बलक उनक पनवालस और जरीवन यापन की भरी वचता की सिभ न ऐस कई कदर सथावपत वकए जहा मवहिा सकवजसल को वकलपक रोजगार क गर वसखाए जात ह डॉ पाठक को इस बात का शय जाता ह वक वजस मिरी परथा को िकर कभरी महातमा गाधरी न कहा था वक उनक सपनो क भारत म इसक विए कोई जगह

डॉ पाठक न एक तरफ िहा जसर पर मला ढोन की मली परथा को खम करन का बीडा उठाया वही दश िर म सलि शौरालय की उपलधता

स उनहोन लोगो और खासतौर स मजहलाओ की सवचछता िररत को परा करन क कतर म महान कायष जकया

आि सवचछता दश का पराइम एिडा बन रका ह

टीसीएस 10000 सकलो म लडजकयो क जलए शौरालय बनावा रहा ह गावो म 28 परजतशत लडजकया पीररयडस क जदनो म सकल

ही नही िाती ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण05 - 11 मारष 2018 15

नही होगरी उस पररणा को उनहोन अपनरी वजदगरी का वमशन बना विया

राषटीय सवचछता जमशनपरधानमतरी नरदर मोदरी न जब 2014 म राषटरीय सवचछता वमशन की घोषणा की तो दश म सवचछता कायलकरम को पहिरी बार राषटरीय सतर पर गभरीर पराथवमकता वमिरी अपन सवचछता करायलकरमो क कारण अतरराषटरीय सतर पर खयावत और सममान परापत कर चक डॉ पाठक कहत भरी ह lsquoसवचछता को िकर दश म गभरीरता की कमरी रहरी इस महतव नही वदया गया इस कषत म वनवश का भरी अभाव रहा पर परधानमतरी नरदर मोदरी न इस पर पररदशय को

बदि कर रख वदया व ऐस पहि राषटरीय नता रह वजनहोन न वसफफ िाि वकि क पराचरीर स शौचाियो की बात की बलक इस बार म ववदशरी नताओ तक स िगातार चचाल करत रह उनहोन दश को यह सोचन और मानन क विए बाधय वकया वक अगर हम सवचछता क मामि म आग नही बढ़ तो वफर एक ववकवसत राषट क रप म हमारा उभरना मलशकि ह विहाजा यह समय ह जब हम दश को सवचछ और सदर बनान क विए एक साथ खि हो तावक सभय सससककत और सवचछ दशो की कतार म हम भरी फखर स खि हो सकrsquo

परधानमतरी क सवचछता वमशन स डॉ पाठक दारा पहि स वकए जा रह परयासो को जहा नए

वसर स महतव वमिा वही व इस बात स खास परोतसावहत और परररत भरी हए वक दश का परधानमतरी इतन वषषो क बाद गाधरी जरी क सवचछता कायलकरमो को न वसफफ अपना रहा ह बलक उस दश म एक जनादोिन की शकल दन म िगा ह बात सवचछता की कर तो इसम कही कोई दो मत नही वक इस काम को वजस िगन और ववसतार क साथ डॉ पाठक न अब तक वकया ह वसा उदाहरण भारत तो कया दवनया म दिभल ह यहरी कारण ह वक सिभ परणता दश-ववदश म अब तक सौ स जयादा वववशष सममानो स नवाज जा चक ह इनम भारत सरकार दारा पदम भषण (1991) इररनशनि सर फावसस पराइज इरिरी (1992) यएन हवबरर दारा गिोबि

मवहिा ववकास और सभयता की परतरीक होतरी ह यवद आप जानना चाहत ह वक समाज

वकतना अचछा ह तो रासत म चिन वािरी वकसरी मवहिा स बात कर और आपको वबना वकसरी अथलशासतरी की मदद क उततर वमि जाएगा मवहिा ववकास सदरता वनमलिता और उन सभरी चरीजो की परतरीक होतरी ह जो जरीवन को साथलक बनातरी ह य बात कछ वषल पवल पदमभषण डॉ ववनदशवर पाठक न उदयपर म एक राषटरीय सममिन को सबोवधत करत हए कहरी थी सममिन का आयोजन lsquoमवहिा-सशलतिकरण-लसथवत और भवमका पर उभरता हआ पररदशयrsquo ववषय पर ववशवववदयािय अनदान आयोग क सहयोग स मोहनिाि सखाविया ववशवववदयािय उदयपर क समाजशासत-ववभाग न वकया था इस कायलकरम म डॉ पाठक मखय अवतवथ क रप म शावमि हए थ

डॉ पाठक न सममिन म समकािरीन पररदशय क बार म बताया और कहा वक ववकासशरीि दशो म मवहिाओ की लसथवत असतोषपरद रहरी ह यरोप और अमररका म भरी उनह मतदान का अवधकार वपछिरी सदरी क

पवालधल म वमिा वशकषा क परचार और रसोईघर क उपकरणो स उनह मतदान क अवधकार स अवधक शलति वमिरी दसर ववशवयदध क बाद लसथवत सधररी भारत और अनय ववकासशरीि दशो म उनकी ददलशा क कारण रह ह गित परपराए और सामावजक कररीवतया डॉ पाठक न यह भरी कहा वक भारत म सकववजग करन वाि िोग असपशय मान जात ह व गररीबरी और जावत क सबस वनचि पायदान पर होत ह िगभग 7 िाख सकवजरो म 70 परवतशत मवहिाए ह सिभ न मवहिाओ क सशलतिकरण क विए अपनरी तरह स कदम उठाए ह कमाऊ शौचािय की जगह सिभ शौचािय-तकनरीक स सकवजर मवहिाओ को उनक पश स मति कराया गया ह वववभन वयावसायो म परवशकषण-दारा उनह जरीववका अवजलत करन का परवतलषत रासता वदखिाया गया राजसथान क अिवर और रोक क इस कायलकरम न इन मवहिाओ को नई राजकमाररया बनाया ह

सिभ सकववजग समापत करन सकवजसल क मानवावधकार िौरान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथावपत करन की वदशा म वनरतर कायलरत रहा ह सिभ न सवचछता-कायलकरमो म

मवहिाओ की पररी भागरीदाररी की वकाित की ह उनकी वशकषा सिमो म सवासथय तथा सफाई क बार म जागरकता-अवभयान स समदाय तथा पयालवरण म सपष सधार पररिवकषत होता ह वदलरी क सिमो म सिभ दारा हजारो मवहिाओ को परवशवकषत वकया गया ह य मवहिाए अब सवासथय सवचछता तथा सामावजक पररवतलन की दत क रप म कायलशरीि रहरी ह इसका परभाव घरो क सभरी सदसयो पर सवासथयकर रप स पिा ह सवचछ सववधाओ क साथ सवसथ पयालवरण परतयक मवहिा और बचच का अवधकार ह सिभ शौचािय तथा सान-पररसरो म मवहिाओ क विए अिग वयवसथा रहतरी ह जन 1996 म इसताबि म आयोवजत वसररी सवमर हवबरार-II कॉनफस म सवचछता क कषत म सिभ की उदोषणा lsquoबसर परलकरसrsquo क रप म की गई सयति राषट की आवथलक तथा सामावजक काउवसि दारा सिभ को सपशि कसरवरव सररस परदान वकया गया बाद म जनरि कसरवरव सररस परदान वकया गया ह

सिभ न lsquoनई वदशाrsquo नाम स अिवर तथा रोक (राजसथान) म वयावसावयक परवशकषण कदर सथावपत वकए ह जहा भतपवल सकवजर मवहिाओ को परवशवकषत वकया जाता ह अपना पराना पशा छोिन क बाद इस परकार उनह जरीववकोपाजलन का परवतलषत तररीका उपिबध कराया जाता ह इस परवशकषण क आयाम ववववध परकार क ह वजनम पढ़ना-विखना खादय-सामगरी बनाना वसिाई-कढ़ाई सौनदयल-परसाधन इतयावद शावमि ह यहा इन िोगो का वनयवमत मवडकि चकअप भरी होता ह इस परकार हए सामावजक रपातरण का अदाजा इस बात स िगाया जा सकता ह वक वहरी समाज जो इन सकवजसल को छन स भरी बचना चाहता था अब इनक बनाए खान क सामान खररीदन िगा ह इन मवहिाओ न सवय-सहायता दि बनाए ह य अपन बक खाता रखतरी ह और वहा स ऋण िकर अपना कारोबार चिातरी ह

मली परथा का अतदश म लगिग 7 लाख सककविरो म 70 परजतशत मजहलाए ह सलि सककवजिग समापत करन सककविरो क

मानवाजधकार लौटान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथाजपत करन की जदशा म जनरतरर कायषरत रहा ह

500 सकरॉि ऑफ ऑनर (2003) सरॉकहोम वारर पराइज (2009) और चरीन म सपन वडट रॉयिर सलममर म वडट रॉयिर ऑगतनाइजशन दारा हॉि ऑफ फम अवाडट (2008) आवद शावमि ह

दजनया का सबस बडा आदोलनसवचछता को िकर शर हआ सिभ आदोिन गाधरी क बाद उनकी राह पर बढ़ा दवनया का सबस बिा आदोिन ह इस आदोिन न मवहिाओ क साथ सामावजक सतर पर चि रहरी एक बिरी गरबराबररी और अनयाय को समापत करन म बिरी भवमका वनभाई ह खद डॉ पाठक क शबदो म lsquoगाधरी जरी न अपन डरबन क आशम म सबस पहि टरच िवटरन यानरी चारदरीवाररी क भरीतर शौच का इतजाम शर वकया उनकी वयवसथा म हर वयलति को अपना शौचािय साफ करना होता था आज भरी परान गाधरीवावदयो म आप यह चिन दख सकत ह गामरीण कषतो क विए उनका सझाव था वक टरी पर वमटरी यानरी गडा खो वदए शौच क बाद उस पर वमटरी डाविए दरअसि शौचािय की सफाई क जररए व मिा साफ करनवाि िोगो को समाज म बहतर सथान वदिाना चाहत थ हमार यहा परपरा रहरी ह वक घर क नजदरीक शौच न कर गाधरी जरी न उसम बदिाव का इतजाम वकया और चारदरीवाररी क भरीतर शौच वयवसथा की शरआत की उनकी कोवशश इन िोगो को शौच सफाई क वघनौन काम स मलति वदिानरी थरी व शौचािय को सामावजक बदिाव क औजार क तौर पर दखत थ गाधरी शताबदरी क दौरान 1969 म मझ िगा वक इस वदशा म काम वकया जाना चावहए इसरीविए मन सिभ इररनशनि की सथापना की और इसकी तरफ काम शर वकयाrsquo

सकलो म लडजकयो क जलए शौरालयसिभ की पहि आज सवचछता को िकर एक राषटरीय पररणा और अवभयान का नाम ह मवहिाओ को िकर सिभ की पररणा कस एक बि वमशन को परा कर रहरी ह उस बार म डॉ पाठक बतात ह lsquoरारा कसरसरी सववलसज न 100 करोि रपए स दश क दस हजार सककिो म ििवकयो क विए शौचािय बनान का ऐिान वकया ह भारतरी-एयररि कपनरी न भरी 100 करोि स पजाब क िवधयाना वजि म शौचािय बनान का फसिा वकया ह ओररएरि बक ऑफ कॉमसल भरी दो करोि की िागत स शौचािय बनान जा रहा ह साफ ह वक दश म सफाई की वदशा म मोदरी जरी की अपरीि क बाद बिरी करावत की शरआत हो चकी ह

सवचछता को लकर शर हआ सलि आदोलन गाधी क बाद

उनकी राह पर दजनया का सबस बडा आदोलन ह इस आदोलन न मजहलाओ क साथ सामाजिक सतर पर रल रही एक बडी गर-बराबरी और अनयाय को समापत करन म

बडी िजमका जनिाई ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

16

मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 3: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

05 - 11 मारष 2018 आवरण कथा 03

80 क दशक क अत म उनहोन एक परिावी शवास जरिया की शरआत की जिस सदशषन-जरिया कहा गया ऐसा कहा िाता ह जक नई शवास

तकनीक की पररणा उनह कनाषटक क जशमोगा म िदा नदी क जकनारो पर धयान करत समय आई थी

िी उलगनाथन(बगलर)

अय बनधरय नवतगणना िघचतसामउदारचररताना त वसधव करमबकम

महोपवनषद का यह शोक कहता ह वक यह अपना बध ह और यह अपना बध नही ह इस तरह की गणना छोर वचतत वाि िोग

करत ह उदार हदयवाि िोगो क विए तो सपणल धरतरी हरी करब हपररवार ह शरी शरी रवव शकर का हदय ऐसा हरी उदार और ववशाि ह वजसम पररी दवनया बसतरी ह इसरीविए वबहार क उग जातरीय गर हो या उततर पवल क ववदरोहरी कशमरीर क अिगाववादरी हो या वफर कोिवबया क एफएआरसरी गररला शरी शरी सबक पास सबकी तरह होत ह और उनह अपना बना ित ह व वववाद नहरी बात स हर समसया का समाधान खोजत ह और आवखरकार सफि होत ह

दवनया क हर कोन म शावत कायम रखन की वजममदाररी हम सभरी की ह जब तक हमार वलशवक पररवार क परतयक सदसय शावतपणल नही हो जात तब तक हमाररी शावत अधररी ह शरी शरी रवव शकर न कहत ह वक उनहोन दवनया भर म शावत िान क विए कई पहि की ह

शरी शरी रववशकर आज दश क सबस वयसत वयलति ह वह पर ववशव म शावत सथावपत करन क विए काम कर रह ह इसक साथ हरी व अयोधया क मद को हि करन की वदशा म भरी परयास कर रह ह इसक विए सववोचच नयायािय म अयोधया वववाद मामि की सनवाई शर होन क साथ हरी

वसधव कटबकमशी शी की दकटि म दजनया एक पररवार ह और जवजिनन धमष ससककजत परपराए परम करणा शाजत और अजहसा क समान मलयो म जनजहत ह

िखनऊ क एक परवतवनवधमडि न इस मद पर एक सौहादलपणल समाधान खोजन क विए बगिर म शरी शरी स मिाकात भरी की

छह सदसयरीय परवतवनवधमडि- अवखि भारतरीय मलसिम पसलनि िॉ बोडट क कायलकाररी सदसय मौिाना सिमान हसन नदवरी यपरी सनरी सटरि वकफ बोडट क अधयकष जफर फारकी पवल आईएएस अवधकाररी अनरीस असाररी वकीि इमरान अहमद ररीि वािरी मलसजद क मौिाना वासरी हसन फजरी और उदशय अनसधान और ववकास क वनदशक अतर हसन की आरट ऑफ विववग क ससथापक शरी शरी रववशकर क साथ तरीन घर की बठक हई थरी

अतर हसन न कहा वक हमन वववाद क वववभन पहिओ पर चचाल की और इसक साथ हरी यह भरी सवनलचित वकया गया वक वहद व मलसिमो क बरीच एक आम सहमवत कस बन सकतरी ह हािावक माचल म अयोधया म एक और बठक का आयोजन वकया जाना ह वजसम सतो और मौिववयो स इस मद पर चचाल की जाएगरी यपरी सनरी सटरि वकफ बोडट क अधयकष जफर फारकी न कहा वक वकफ बोडट सभरी परकार की बातचरीत क विए तयार ह बशतत दोनो तरफ स िोग उस समय मौजद रह

एओएि ररीम क एक सदसय न कहा वक शरी

शरी रवव शकर का मकसद इस मद को जद स जद सिझाना ह और इस सौहादलपणल ढग स परा करना ह अयोधया म एक और बठक का आयोजन वकया जाएगा हम उन िोगो क साथ समनवय कर रह ह वजनह चचाल क विए आमवतत वकया जाना ह

शरी शरी क अनसार अयोधया वववाद को िकर अदाित क बाहर सभरी स इस सबध म बात करना हरी सबस अचछा समाधान होगा दोसतरी क माधयम स जो भरी परापत वकया जा सकता ह वह सघषषो स कभरी भरी नही वकया जा सकता ह

व कहत ह वक म सभरी िोगो स बात कर रहा ह दोनो समदायो को एक साथ आना चावहए नयायािय क बाहर वनपरारा इस समसया का सबस अचछा समाधान ह

आपसरी बातचरीत की शलति म दढ़ ववशवास वदखात हए उनहोन इराक कोिवबया शरीिका कशमरीर पववोततर भारत और नकसि समहो क ववपकषरी दिो को एक साथ एक जगह िान का कायल वकया ह इस आधयालतमक नता की एक अवदतरीय परवतषा ह वह नताओ परीवितो और ववदरोवहयो क सभरी पकषो स जिन म सकषम ह

मानवतावादरी राजदत शरी शरी कहत ह वक मररी इचछा वहसा स मति तनाव रवहत दवनया दखन की

ह वह जोवखम उठान का कायल नही करत िवकन शरो को वश म करन क विए खतरनाक जगहो पर जान म सकोच नही करत ह

आरट ऑफ विववग फाउडशन क ससथापक शरी शरी रववशकर ह यह सगठन दवनया की सबस बिरी मानवतावादरी गर-सरकाररी सगठनो म स एक ह

वह दवनया भर म अनवगनत आशम और आरट ऑफ विववग क माधयम स अपनरी ववचारधारा का परचार कर रह ह रवव शकर एक बहआयामरी सामावजक कायलकताल ह और उनकी मानवरीय पहि म सघषल क समाधान राहत और गररीबरी उनमिन शावमि ह

उनह िगता ह वक धयान और सदशलन वकरया दवनक जरीवन म सरीध एकीककत होतरी ह जो मन म शा वत सकारातमकता और उतसाह पदा करतरी ह वह वयलतिगत वशकषाओ सामावजक सबधो सावलजवनक कायलकरमो और आरट ऑफ विववग कायलशािाओ क माधयम स दवनया भर क 370 वमवियन स अवधक िोगो तक अपनरी बातो को पहचात ह

तवमिनाड क तजावर वजि म एक छोरा सा शहर पापनासम म माता ववसािकमरी रतनम और वपता आरएस वकर रतनम क यहा एक बािक न जनम विया वजसका नाम वपता न रवव शकर रखा चार साि की उमर म हरी वह बािक

वकारोपणbull 36 दशो और 26 भारतरीय राजयो म 7

करोि 10 िाख पि िगाए गए

bull भारत भर म 20 िाख स अवधक िकमरीतर पौध िगाए गए

bull वमशन हररी धरतरी क तहत 90 िाख िकमरीतर पौध िगाए गए

धयान और सदशषन जरिया दजनक िीवन म सीध एकीककत होती ह

दजनया िर क 370 जमजलयन स अजधक लोगो तक पहरती ह शी शी की बातिारत म 58000 स अजधक बचो को मफत जशका दी िा रही ह

खास बात

bull सवमनारो परवशकषण कायलशािाओ मॉडि फमसल जागरकता कायलकरमो और ककवष मिा (वकसान बठक) क माधयम स पराककवतक खतरी क बार म िोगो को जागरक कर रह ह

bull शरी शरी नचरि फावमिग म 22 िाख स अवधक िोगो को परवशवकषत वकया गया बढ़तरी आबादरी क विए खादय सरकषा सवनलचित करन की चनौतरी को हि करन क विए एक सथायरी समाधान वनकािा गया ह

bull पराककवतक खतरी क जररए 2 वमवियन एकि की खतरी की जा रहरी ह

bull कायलशािाओ क माधयम स आतमहतया कर रह वकसानो म स 115000 वकसानो को सशति बनाया ह

bull बरीज वकसमो क सरकषण क विए दश भर म बरीज बक सथावपत वकया ह

आवरण कथा 05 - 11 मारष 201804

अपन माता-वपता क साथ धयान का अभयास करना शर कर चक थ इस छोररी सरी उमर म हरी वह पराचरीन ससककत पाठ भगवद गरीता क छदो का पाठ करन म भरी सकषम थ

उनहोन सधाकर चतवतदरी क साथ ववदक सावहतय का अधययन और साथ हरी बगिर क एमईएस सककि म पढ़ाई की 1973 म मात 17 वषल की उमर म उनहोन भौवतकी और ववदक सावहतय दोनो म वडगरी क साथ सातक की उपावध परापत की

सातक सतर की पढ़ाई क बाद उनहोन महवषल महश योगरी क साथ याता की जहा स उनक आयवतद कदरो म ववदक ववजान पर उपदश दन की शरआत की इस अववध क दौरान व महवषल महश योगरी क सबस कररीबरी दोसत और ववशवासरी बन गए

1980 क दशक क दौरान उनहोन दवनया भर की याता की और आधयालतमकता का परचार वकया उनहोन 1982 म आरट ऑफ विववग फाउडशन की सथापना की और 1983 म उनहोन लसवटजरिड म पहिा आरट ऑफ विववग कोसल आयोवजत वकया 1986 म उनहोन आरट ऑफ विववग कायलशािा क विए कविफोवनलया की याता की और जद हरी अमररका म िोकवपरय हो गए

80 क दशक क अत म उनहोन एक परभावरी शवास वकरया की शरआत की वजस सदशलन वकरया कहा गया ऐसा कहा जाता ह वक नई शवास तकनरीक की पररणा उनह कनालरक क वशमोगा म भदरा नदरी क वकनार पर धयान करत समय आई थरी

सदशलन वकरया शाररीररक मानवसक और भावनातमक तौर पर कयाणकाररी सववधा दतरी ह

परवतलषत मवडकि ससथानो स सवतत वचवकतसा अनसधान न कहा ह वक इन तकनरीको स अवसाद क उनमिन कोवरटसोि (तनाव हामवोन) को कम करन और परवतरकषा परणािरी को मजबत करन म मदद वमितरी ह

1997 म उनहोन इररनशनि एसोवसएशन फॉर हमन वय (आईएएचवरी) की सथापना की वजसका उदशय गामरीण कषतो म सथाई ववकास िान मानव मयो और नवतकता को वफर स जरीववत करना ह भारत म उनहोन 435 सककिो क 58000 स अवधक बचचो को मफत वशकषा दन की शरआत की ह

शरी शरी को कोिवबया मगोविया और परागए क सववोचच नागररक परसकार समत वववभन अतरालषटरीय परसकारो स सममावनत वकया गया ह असाधारण और परवतलषत सवा क विए उनह दश का दसर नबर का सववोचच नागररकता परसकार पदमववभषण परदान वकया गया ह उनह ववशव सतर पर 16 मानद डॉकररटस परदान वकए गए ह और वह एक साि म िगभग 40 दशो का सफर करत ह

शरी शरी हमशा एक सदश दत रह ह वक दवनया एक पररवार ह और वववभन धमल ससककवत परपराए परम करणा शावत और अवहसा क समान मयो म वनवहत ह उनहोन यमना क तर पर 2016 म वडट कचर फलसरवि का आयोजन वकया था वजसम 155 दशो क 375 वमवियन िोगो न वहससा विया और इतना हरी नही 7 एकि म बन सरज पर 36602 नतलवकयो क साथ हरी दवनया भर क सगरीतकारो न अपन हनर का परदशलन वकया

कशमीर म सवादशरी शरी साि 2004 क बाद स जमम और कशमरीर म समाज क सभरी वगषो क साथ वमिकर काम कर रह ह वह िगातार अिगाववादरी नताओ पतथर फकन वाि सफी सतो और बवदधजरीववयो स बातचरीत कर रह ह इसक साथ हरी जमम और कशमरीर म सभरी वहतधारको क साथ उनकी िगातार बातचरीत चि रहरी ह

साि 2007 म सयद अिरी शाह वगिानरी न आरट ऑफ विववग इन द विरी दारा आयोवजत शर-ए-कशमरीर अतरालषटरीय सममिन म शरी शरी रवव शकर

का सवागत करत हए कहा वक म घाररी म आन क विए गरदव का बहत आभाररी ह म उनस अनरोध करता ह वक वह दवनया और जमम-कशमरीर म शावत िाए हम यह वजममदाररी उनह सौप रह ह कयोवक उनक पास हदय ह जो मानता ह और वासतव म मानव मयो को समझता ह

उनहोन हररटयत नताओ समत मरीरवाइज उमर फारक स घाररी म शावत सथावपत करन क विए बातचरीत की इसक साथ हरी अमरनाथ याता की सापरदावयक सदाव को बढ़ावा दन और घाररी म शावत सथावपत करन क विए परभावरी ढग स काम

bull महाराषट कनालरक तवमिनाड और करि म 35 नवदयो और इसकी सहायक नवदयो म जि सरकषण और नदरी का कायाकप चि रहा ह

bull यमना सफाई अवभयान मररी वदलरी मररी यमना का आयोजन वकया

bull सवचछ यमना अवभयान क दौरान िगभग 512 रन कपि पिालसरक कचरा हराया गया

bull पपा नदरी सफाई अवभयान क दौरान 600 रन कचरा हराया गया

bull इस पररयोजना पर 68800 सवयसवको न घरो समय वबताया

bull शरी शरी रवव शकर ववदयामवदर ववदयािय क 377 बचचो और कमलचाररयो न इस पहि म वहससा विया

िजवक खती

िल सरकण नदी सवरषन

उनहोन 5000 स अजधक गमराह यवाओ को िी परोसाजहत करन का काम जकया ह शी शी न यवा नतव टजनग परोगाम क तहत जहसा क रासत पर रल पड यवाओ को परोसाजहत कर समाि स िोडन का काम कर रह ह

05 - 11 मारष 2018 आवरण कथा 05

वकया हइतना हरी नही उनहोन 5000 स अवधक गमराह

यवाओ को भरी परोतसावहत करन का काम वकया ह शरी शरी न यवा नततव टरवनग परोगाम क तहत वहसा क रासत पर चि पि यवाओ को परोतसावहत कर समाज स जोिन का काम कर रह ह

साि 2017 म द आरट ऑफ विववग न पगाम-ए-मोहबबत का आयोजन वकया वजसक तहत मार गए आतकवावदयो क 200 पररवार और सवनको क 40 पररवारो को एक साथ िाया गया वजनहोन

अपन जरीवन का बविदान वकया व अवहसा क रासत पर चिन क विए कशमरीर क यवाओ को एक सपषरीकरण दन क विए एक साथ आए थ

यह हर वकसरी क विए वदि-छ िन वािा पि था वजसम उन पररवारो क ददल को साझा वकया गया जो आतकवाद की वजह स अपनो को खो चक थ एक पवल आतकवादरी अबदि मजरीद न कहा वक यवाओ को अपनरी बदक छोिनरी चावहए और शावत क मागल का पािन करना चावहए हम यहा आए ह कयोवक गरदव एक बिा वयलतितव

ह जो बि काम करत ह हम उममरीद ह वक वह हम बातचरीत क माधयम स एक समाधान की ओर ि जाएग

एजाज अहमद मरीर न कहा वक हम बहत आशा क साथ आए ह हम उममरीद नही थरी वक हम इस तरह की जगह पर आन का मौका वमिगा हमन बहत कछ खो वदया ह अब हम राषट क परवत पयार का सदश फिाना चाहत ह

एक पवल आतकवादरी गिाम हसन न कहा वक दोनो पकषो क िोग मार गए ह चाह वह सना स रह या दसररी तरफ इन सबकी वजह स हम रात को सो नही पात वदन म बाहर नही जा सकत हम शावत चाहत ह हम शावत की आशा िकर गरदव क पास आए ह

पववोततर म कजठनाइयो को तोडाउततर-पववी कषत क नताओ को वहसा स दर रखन क विए शरी शरी न वहा पर बहत समय वयतरीत वकया साि 2017 म मवणपर क 68 आतकवावदयो न घर वापसरी की इन आतवकयो क घर वापसरी म उनकी रणनरीवत न काफी मदद की आरट ऑफ विववग न इन कायलकतालओ क वदिो और वदमाग को बदिन म एक परमख भवमका वनभाई

साि 2010 म भरी मवणपर म 128 उगवावदयो न अपन हवथयार रख और बाद म आरट ऑफ विववग न उनका पनवालस वकया उगवावदयो क पर समह न सगठन दारा आयोवजत 90-वदवसरीय गहन वयवहार आधयालतमक और वयावसावयक पनवालस परवशकषण विया

गिषर आदोलनशरी शरी न जन 2008 म राजसथान गए तावक गजलर समदाय दारा आरकषण की माग को िकर फिाए गए आदोिन स उपज वहसा और तनाव को शात वकया जा सक हािावक उनकी सिाह पर

आदोिनकाररयो न सरकार क साथ बातचरीत करन पर सहमवत वयति की वाताल शर करन क कछ हरी वदनो क भरीतर आदोिनकाररयो और सरकार क बरीच एक सौहादलपणल समाधान हो गया

गौरतिब ह वक यह पहिरी बार था गजलर समदाय क िोग वकसरी मधयसथ की बात सनन क विए तयार थ वही ववरोध परदशलन करन वाि गजलरो को सातवना दन क विए शरी शरी रवव शकर न इस समदाय क 50000 सदसयो स वपिकापरा क रि परररयो क पास वमि जहा व ववरोध म बठ थ और रि यातायात को अवरदध कर रह थ शरी शरी न उनह अपन वहसक ववरोध को दर करन और शावतपणल ढग स बातचरीत करन का आगह वकया

सीपीआईएमएल और रणवीरसना21 वी शताबदरी की शरआत म वबहार राजय म उठ जावत सघषल का समाधान खोजना आरट ऑफ विववग क विए शरआतरी मामिो म स एक था

ऊचरी जावत समह रणवरीरसना और भारतरीय कमयवनसर पारवी (माकसलवादरी-िवननवादरी) (सरीपरीआईएमएि) क बरीच जावत सघषल न 1990 क दशक क दौरान वबहार म सबस खराब रप ि विया था वजसम बि पमान पर हतया जबरन और अनय तररीको क रप म वहसा न अपन पर फिान शर कर वदए थ

साि 2001 म शरी शरी न एक सघषल-गसत मसौढ़री कषत का दौरा वकया और अवहसा को अपनान क विए 50000 िोगो स अपरीि की बातचरीत क माधयम स समदायो और समहो को एकजर करन म गरदव को कई वदककतो का सामना करना पिा वजसम वबहार क यदधरत गर और भारत क अनय नकसिरी इिाको क नता शावमि थ तब इन नताओ को शरी शरी स वमिन क विए ऋवषकश म आरट ऑफ विववग सरर म अिग स आमवतत वकया गया था

bull अरणाचि परदश मवणपर मघािय असम ओवडशा पलचिम बगाि झारखड वबहार उततर परदश उततराखड जमम और कशमरीर क आवदवासरी कषतो म िाइर ए होम पररयोजना क तहत 18500 पररवारो म सोिर िाइर िगवाए गए वजसस 65000 स अवधक िोगो को िाभ हआ

bull 8 सौर माइकरो वगड भारत म सथावपत की तावक एकीककत सौर ऊजाल को मॉडि गावो तक पहचाया जा सक

bull मधय परदश जमम-कशमरीर और राजसथान क गामरीण इिाको क नौ सककिो म सौर वगडस परदान वकए

bull अकषय ऊजाल उतपादो को सथावपत करन क विए 1033 यवाओ को अकषय ऊजाल तकनरीवशयनो क रप म परवशवकषत वकया गया

रोशन हए घर

उततर-पववी कतर क नताओ को जहसा स दर रखन क जलए शी शी न वहा पर बहत समय वयतीत जकया साल 2017 म मजणपर क 68 आतकवाजदयो न घर वापसी की इन आतजकयो क घर वापसी

म उनकी रणनीजत न काफी मदद की

आवरण कथा 05 - 11 मारष 201806

ऋवषकश पहचन क बाद दोनो गरो म एक बार वफर स सघषल शर हो गया शरी शरी क हसतकषप क बाद दोनो गर कायलकरम म एक साथ बठन को तयार हए जहा उनहोन शवास और धयान तकनरीक सरीखी इस कायलकरम क अत तक उनहोन सवय को अपन हवथयार छोिन और सामदावयक सवा की वदशा म अपन परयासो क विए सवचछा स शपथ िरी

अतराषषटीय मधयसथताआरट ऑफ विववग क अनठ कायलकरमो म स एक ह कवदयो का पनवालस जो दवनया भर म 700000 स अवधक कवदयो तक अपनरी पहच बना चका ह उदाहरण क विए बता द वक उरगव क आतररक मतािय न उन कवदयो की जि की सजा को कम कर वदया वजनहोन आरट ऑफ विववग परोगाम म वहससा विया

आरट ऑफ विववग क सवयसवको न मलकसको हतरी अमररका जमलनरी कनाडा नपाि भारत पावकसतान शरीिका जापान म परीवित िोगो क विए मोबाइि फोन दारा आपदा राहत पहचान की एक नई पहि शर की ह

कोलजबया और एफएआरसी क बीर शाजत समझौता शरीिका म चि 52 वषवीय गहयदध क बाद कोिवबया सरकार और एफएआरसरी गोररला क बरीच शावत समझौता कराना शरी शरी क विए सबस बिरी उपिलबध रहरी कोिवबया क राषटपवत जआन

मनएि सरोस वजनहोन शरी शरी को एफएआरसरी तक पहचन म मदद की उनह दश म शावत िान क विए वकए गए परयासो क विए 2016 म नोबि शावत परसकार स नवाजा गया

शरी शरी को वमिन क बाद एफएआरसरी क नतााओ का हदय पररववतलत हो गया और उनहोन यदध ववराम की घोषणा कर दरी इतना हरी नही उनहोन अपन िकय को परापत करन क विए गाधरी क अवहसा वसदधात को अपनान की कसम खाई एफएआरसरी क नता न अपन अपराधो क विए माफी मागरी और उसक बाद एक नए राजनरीवतक दि क रप म सथावपत हआ

शावत वाताल म एफएआरसरी कमाडर और मखय वातालकार इवान मारकज कहत ह वक एक लसथर और िब समय तक शावत परापत करन क विए आरट ऑफ विववग की वशकषाए आवशयक ह हम उममरीद ह वक कोिवबया म शावत दवनया क विए एक पररणा क रप म कायल करगरी

इराक का पनवाषसआरट ऑफ विववग कछ गर-सरकाररी एजवसयो म स एक ह जो अब भरी बगदाद म काम कर रहरी ह आईएएचवरी क सहयोग स सगठन न समग वचवकतसा दखभाि कायलकरम और मवहिा सशलतिकरण पररयोजना क साथ-साथ टरामा राहत कायलकरमो दारा 50000 स अवधक इराकी नागररको की दखभाि की ह शरी शरी न तरीन बार इस दश का दौरा वकया ह आरट ऑफ विववग अब उततररी इराक म यदध म बच िोगो पर ववशष धयान दन

bull कम िागत वाि जव रत वाररवफरर क वनमालण क विए 60 स अवधक गामरीण यवाओ को जिसवक क रप म परवशवकषत वकया गया

bull 267 गावो क 45000 स अवधक िोगो को सरवकषत पयजि उपिबध करान क विए चार सामदावयक पानरी वफरर िगाए गए और इसक साथ हरी आधर परदश पलचिम बगाि झारखड और ओवडशा राजयो म 78 बोर क कओ का वनमालण कराया

bull कनालरक और पलचिम बगाि म सात समदावयक आरओ और जव रत वफरर की सथापना की

शर पयिल

का काम कर रह ह 6000 स अवधक मवहिाओ को रिररग और कपयरर साकषरता म वयावसावयक परवशकषण परदान वकया जा रहा ह इराक क सधारक घरो म कवदयो क विए कई कायलकरम आयोवजत वकए गए इराक क 100 स अवधक नागररक जयादातर बगदाद बसरा सिमवनया और करबिा की मवहिाए आरट ऑफ विववग की वशकषा िरी और वह साथरी इरावकयो की परीिा को कम करन क विए काम कर रहरी ह

आरट ऑफ विववग और आईएएचवरी भरी आईएसआईएस दारा जाररी मानवरीय सकर क मदनजर इराक म 15 िाख आतररक ववसथावपत परषो मवहिाओ और बचचो को भौवतक और आधयालतमक राहत दन क विए काम कर रहा ह इरािरी दहोक और खाजरीर म 8000 स अवधक पररवारो और अनाथ बचचो को राहत सामगरी बाररी

सीररया लबनान िॉडडन म टामा कयरसगठन भरी सवकरय रप स सरीररयन शरणावथलयो और जॉडटन िबनान सरीररया और इराक म यदध म बच िोगो की मदद करन क विए काम कर रहा ह इस कषत म चि रह तनाव आघात क उपचार क विए द आरट ऑफ विववग की कायलशािाओ क माधयम स 20000 स अवधक िोगो को िाभ परदान वकया गया ह चवक इस सघषल म बचचो क जयादा समह

शावमि ह इसविए आरट ऑफ विववग न अपन कायलकरमो को ववशष रप स बचचो क विए शर वकया ह तावक बचचो को इन सबस रोका जा सक और उनह शावत क रासत पर िाया जा सक

जातररी वशववर क एक सामावजक कायलकताल न कहा वक हम ऐस वातावरण म काम कर रह ह जो मनोसामावजक गवतवववधयो क विए बहत जरररी ह इस कायलशािा म मन इस तरह क परभावरी पररणाम कभरी नही दख ह इसस मर काम पर भाररी असर पिा ह और मझ सरीररयन शरणावथलयो क साथ काम करन का सचमच िाभ हआ ह आज आरट ऑफ विववग फाउडशन 152 स अवधक दशो म मौजद ह दस िाख स अवधक इसक अनयायरी ह कई अनय ससथान और आशम जस वदववजान महाववदयापरीठ शरी शरी आयवतद शरी शरी सककि फॉर परफॉवमिग आटसल एड फाइन आटसल और शरी शरी पररी-यवनववसलररी कॉिज ह जो उनकी ववरासत को आग बढ़ा रह ह शरी शरी रवव शकर शरी शरी ववशवववदयािय क किपवत और भारतरीय योग परमाणन सवमवत क गणवतता वनयतण क अधयकष भरी ह वह अमरनाथ शाइन बोडट (जमम और कशमरीर भारत सरकार दारा वनयति) क सदसय भरी ह शरी शरी कनालरक सरकार दारा आयोवजत गरदव ककषणादवराय की 500 वी वषलगाठ समारोह क ररसपशन कमररी क अधयकष भरी ह

आटड ऑफ जलजवग क सवयसवको न मकसको हती अमररका िमषनी कनाडा नपाल िारत पाजकसतान शीलका िापान म पीजडत लोगो

क जलए मोबाइल फोन दारा आपदा राहत पहरान की एक नई पहल शर की ह

0705 - 11 मारष 2018 सिभ

जवधवाओ की जिदगी म नए रग िरन का मौका लाकर सलि न समाि को यह सदश दन की कोजशश की ह जक जवधवा माताए िी समाि का

उतना ही महवपणष जहससा ह जितन दसर लोग ह-डॉ पाठक

वदावन म सामाजिक बदलाव की होलीवदावन क राधागोपीनाथ मजदर म जवधवा माताओ न पर उलास क साथ होली खली फलो और गलाल स खली गई इस

अनठी होली म वदावन की जवधवा माताओ क साथ वाराणसी स आई परास जवधवा माताए िी शाजमल हई

जपरयका जतवारी

हमार समाज म वकसरी मवहिा क ववधवा होत हरी उसक जरीवन क सार रग बदरग हो जात ह इतना हरी नही ववधवाओ को सभरी शभ

कायषो स भरी दर रखा जाता ह सवदयो स चिरी आ रहरी इस सामावजक कररीवत को समापत कर ववधवाओ को समाज की मखयधारा स जोिन की पहि सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की डॉ पाठक उन परातन मानयताओ म ववशवास नही करत वजसक अनसार परष की मतय क बाद उसकी पतनरी को समाज और पररवार की मखयधारा स कार कर अिग कर वदया जाए

इसरी सामावजक धारणा और मानयता को बदिन क विए सिभ न वदावन म अपन पररवार स पररतयति ववधवाओ को होिरी खिन का अनठा अवसर परदान वकया इस वषल भरी वदावन क राधागोपरीनाथ मवदर म ववधवा माताओ न पर उलास क साथ होिरी खिरी फकिो और गिाि स खिरी गई इस अनठरी होिरी म वदावन की अनय ववधवा माताओ क साथ वाराणसरी आई पचास ववधवा माताए भरी शावमि हई

वदावन क गोपरीनाथ मवदर म सिभ सवचछता एव सामावजक सधार आदोिन दारा आयोवजत होिरी महोतसव अपन आप म दवनया का सबस अनठा और रगरीन उतसव बन गया कयोवक इसम वसफफ होिरी क रग

हरी नही सगवधत फकिो की पखविया हरी नही हरदम उदासरी की सफद चादर म विपररी ववधवा माताओ की खनकतरी हसरी हरी नही बलक सामावजक बदिाव क गिाि भरी उिाए गए सकारातमक सामावजक बदिाव ऐस हरी होत ह वबना वकसरी को कछ बताए वबना वकसरी को रोक रोक सामावजक बदिाव की यह अनोखरी समझ सिभ परणता की वववशषता ह वजनहोन अपन परयासो स वदावन की ववधवा माताओ क जरीवन की पररी तसवरीर हरी बदि दरी वदावन की गवियो म सबकी नजरो स दर गमनाम वजदगरी जरीन वािरी इन ववधवा माताओ को अब दश कया पररी दवनया जान चकी ह

होिरी महोतसव म पहि गिाब गदा और चमिरी क फकिो क साथ होिरी खिरी गई इसक बाद गिाि बरसा कर सभरी न होिरी का आनद विया इस होिरी समारोह म कि 15 लवरि फकि और गिाि का इसतमाि वकया गया सिभ दारा आयोवजत रगो क इस तयोहार म ववधवा माताओ न ककषण सगरीत की धनो पर भाव नतय वकया

इस अवसर पर सिभ सवचछता एव सामावजक सधार आदोिन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक न कहा वक ववधवाओ की वजदगरी म नए रग भरन का मौका िाकर सिभ न समाज को यह सदश दन की कोवशश की ह वक ववधवा माताए भरी समाज का उतना हरी महतवपणल वहससा ह वजतन दसर िोग ह उनहोन बताया वक वदावन स पाच ववधवा माताए दश क परधानमतरी नरदर मोदरी स वमिन गिाि िकर जाएगरी और उनको गिाि दकर होिरी की शभकामनाए दगरी इसस पहि डॉ पाठक न ववधवा माताओ क साथ राधागोपरीनाथ मवदर म भगवान राधागोपरीनाथ को गिाि और पषप अवपलत कर पजन वकया उसक बाद इन वदध एव ववधवा माताओ क साथ फकि और गिाि स होिरी खिरी इसक अिावा डॉ पाठक न इन माताओ क साथ गरीत गाकर इनह होिरी की ढर साररी शभकामनाए दरी

बता द वक इस समारोह म होिरी क गरीतो का वहदरी और बागिा म गायन वकया गया मवदर म परभ आराधना क बाद माताओ न मवदर क चौक म होिरी

खिरी इस समारोह म वहससा िन वािरी ववधवा माता िविता न बताया वक उनकी शादरी क तरीन साि बाद हरी उनक सवामरी की मतय हो गई उनह इतना भरी पता नही था वक कयो उनह िोग रग और शभ कायषो स दर रखन िग थ उनह जब तक य बात समझ आतरी तब तक वह वदावन चिरी आई और परभ की भलति म िरीन हो गई उनहोन बताया वक सिभ बाबा (डॉ पाठक) क आन क बाद उनहोन जाना वक रग कया होत ह तयोहार कया होता ह उनहोन डॉ पाठक और सिभ को ढर साररी शभकामनाए दरी

एक अनय ववधवा माता दरीपािरी गहा ठाकर दास न बताया वक उनक पवत की मौत क बाद उनस िोग दर दर रहत थ वकसरी भरी शभ कायल और तयोहार म उनह शावमि नही वकया जाता था यह सब दख कर उनह बहत दख होता था इसरीविए वह कोिकाता स वदावन आ गई और यही राधारानरी का भजन कीतलन करन िगी यहा भरी उनह शरआत म बहत सरी तकिरीफो का सामना करना पिा वजसकी वजह स वह यहरी सोचतरी थरी वक भगवान उनह अपन पास जद स जद बिा ि वफर एक वदन डॉ पाठक उनकी वजदगरी म मसरीहा बन कर आए और उनक साथ साथ वदावन की सभरी ववधवा माताओ क जरीवन म बदिाव आ गया आज उनह भर पर भोजन क विए कही भरकना नही पिता ह और न हरी बरीमार होन पर दवा क विए वकसरी का आशय िना पिता ह उनहोन कहा वक सिभ और डॉ पाठक न उनक जसरी तमाम मवहिाओ को जरीवन जरीन की एक नई उममरीद दरी ह

यह सिभ और डॉ पाठक क अथक परयासो का हरी पररणाम ह जो आज य ववधवा माताए होिरी हरी नही दरीवािरी रकषाबधन जस सभरी तयोहार मनातरी ह इन माताओ क चहर पर मसकान और सककन दख कर िगता ह मानो इनह एक नया जरीवन वमि गया हो आज य सभरी माताए खशरी क गरीत गातरी ह और डॉ पाठक तथा सिभ का आभार वयति करत नही थकतरी

जवधवा माताओ क जलए सलि का होली महोसव

गोपीनाथ मजदर म जवधवा माताओ न खली फल और गलाल स होली

डॉ पाठक न जवधवा माताओ सग खली फल और गलाल स होली

खास बात

मन की बात 05 - 11 मारष 201808

नरद मोदी (परधानमतरी)

परकाश वतपाठरी न एक िबरी वचटरी विखरी ह और मझस बहत आगह वकया ह वक म उनक पत म विख गए ववषयो को सपशल

कर उनहोन विखा ह 1 फरवररी को अतररकष म जान वािरी कपना चाविा की पणय वतवथ ह कोिवबया अतररकषयान दघलरना म वो हम छोि कर चिरी गई िवकन दवनया भर म िाखो यवाओ को पररणा द गई म परकाश जरी का आभाररी ह वक उनहोन अपनरी िबरी वचटरी का आरभ कपना चाविा की ववदाई स वकया ह यह सबक विए दःख की बात ह वक हमन कपना चाविा को इतनरी कम उमर म खो वदया िवकन उनहोन अपन जरीवन स पर ववशव म खासकर भारत की हजारो ििवकयो को यह सदश वदया वक नाररी-शलति क विए कोई सरीमा नही ह इचछा और दढ़ सकप हो कछ कर गजरन का जजबा हो तो कछ भरी असभव नही ह यह दखकर काफी खशरी होतरी ह वक भारत म आज मवहिाए हर कषत म तजरी स आग बढ़ रहरी ह और दश का गौरव बढ़ा रहरी ह

पराचरीन काि स हमार दश म मवहिाओ का सममान उनका समाज म सथान और उनका

योगदान पररी दवनया को अचवभत करता आया ह भारतरीय ववदवषयो की िबरी परपरा रहरी ह वदो की ऋचाओ को गढ़न म भारत की बहत-सरी ववदवषयो का भरी योगदान रहा ह िोपामदरा गागवी मतयरी जस न जान वकतन हरी नाम ह आज हम lsquoबररी बचाओ बररी पढ़ाओrsquo की बात करत ह िवकन सवदयो पहि सकद-पराण मकहा गया ह-दशपतर समाकना दशपतरान परवरधन त फल लभतमरध तत लभ कनकका

अथालत एक बररी दस बरो क बराबर ह दस बरो स वजतना पणय वमिगा एक बररी स उतना हरी पणय वमिगा यह हमार समाज म नाररी क महतव को दशालता ह और तभरी तो हमार समाज म नाररी को lsquoशलतिrsquo का दजाल वदया गया ह यह नाररी शलति पर दश को सार समाज को पररवार को एकता क सत म बाधतरी ह चाह ववदक काि की ववदवषया

िोपामदरा गागवी मतयरी की ववदता हो या अकका महादवरी और मरीराबाई का जान और भलति चाह अवहयाबाई होिकर की शासन वयवसथा हो या रानरी िकमरीबाई की वरीरता नाररी शलति हमशा हम परररत करतरी आई ह दश का मान-सममान बढ़ातरी आई ह

परकाश वतपाठरी न आग कई सार उदाहरण वदए ह उनहोन विखा ह हमाररी साहवसक रकषा-मतरी वनमलिा सरीतारमण क ििाकक ववमान lsquoसखोई 30rsquo म उिान भरना उनह पररणा द दगा उनहोन ववतलका जोशरी क नततव म भारतरीय नौसना क मवहिा करक मबसल आई एनएसवरी तररणरी पर पर ववशव की पररकरमा कर रहरी ह उसका वजकर वकया ह तरीन बहादर मवहिाए भावना कठ मोहना वसह और अवनरी चतवतदरी यदधक ववमान की पायिर बनरी ह और सखोई-30 म परवशकषण ि रहरी ह कषमता वाजपयरी की अगवाई वािरी ऑि वमन करक न वदलरी

स अमररका क सन फावससको और वापस वदलरी तक एअर इवडया क बोईग जर म उिान भरी आज नाररी हर कषत म न वसफफ आग बढ़ रहरी ह बलक नततव कर रहरी ह आज कई कषत ऐस ह जहा सबस पहि हमाररी नाररी-शलति कछ करक वदखा रहरी ह एक वमसाि कायम कर रहरी ह वपछि वदनो राषटपवत जरी न एक नई पहि की

राषटपवत जरी न उन असाधारण मवहिाओ क एक समह स मिाकात की वजनहोन अपन-अपन कषतो म सबस पहि कछ करक वदखाया दश की इन मवहिाओ म मचचर नवरी की पहिरी मवहिा कपरन यातरी टरन की पहिरी मवहिा डाइवर पहिरी मवहिा फयर फाइरर पहिरी मवहिा बस डाइवर अराकफवरका पहचन वािरी पहिरी मवहिा एवरसर पर पहचन वािरी पहिरी मवहिा इस तरह स हर कषत की lsquoपहिरी मवहिाrsquo थी - हमाररी नाररी-शलतियो न समाज की रवढ़वावदता को तोित हए असाधारण उपिलबधया हावसि की एक कीवतलमान सथावपत वकया उनहोन य वदखाया वक किरी महनत िगन और दढसकप क बि पर तमाम बाधाओ और रकावरो को पार करत हए एक नया मागल तयार वकया जा सकता ह एक ऐसा मागल जो वसफफ अपन समकािरीनो को हरी नही बलक आन वािरी परीवढ़यो को भरी परररत करगा उनह एक नय जोश और

नारी-शकति की असाधारण उपलकधयाआि नारी हर कतर म न जसफफ आग बढ़ रही ह बकलक नतव कर रही ह आि कई कतर ऐस ह िहा सबस पहल

हमारी नारी-शकति कछ करक जदखा रही ह एक जमसाल कायम कर रही ह

परारीन काल स हमार दश म मजहलाओ का सममान उनका समाि म सथान और उनका योगदान परी दजनया को अरजित करता आया ह

िारतीय जवदजरयो की लबी परपरा रही ह वदो की ऋराओ को गढ़न म िारत की बहत-सी जवदजरयो का िी योगदान रहा ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 मन की बात 09उतसाह स भर दगा इन पहिरी मवहिाओ पर एक पसतक भरी तयार की गई ह तावक परा दश इन नाररी शलतियो क बार म जान उनक जरीवन और उनक कायषो स पररणा ि सक

आज दश और समाज म हो रह सकारातमक बदिाव म दश की नाररी-शलति की महतवपणल भवमका ह आज जब हम मवहिा सशतिरीकरण पर चचाल कर रह ह तो म एक रिव सरशन का वजकर करना चाहगा एक रिव सरशन और मवहिा सशतिरीकरण आप सोच रह होग वक इसक बरीच म कया सबध ह मबई का मारगा सरशन भारत का ऐसा पहिा सरशन ह जहा साररी मवहिा कमलचाररी ह सभरी ववभागो म मवहिा सराफ - चाह कमवशलयि वडपारटमर हो रि पविस हो वरकर चकर हो उदघोषक हो परा 40 स भरी अवधक मवहिाओ का सराफ ह इस बार बहत स िोगो न गणतत वदवस की परड दखन क बाद टरीअर पर और दसर सोशि मरीवडया पर विखा वक परड की एक मखय बात थरी बरीएसएफ की मवहिा दसता व साहसपणल परयोग कर रहरी थी और य दशय ववदश स आए हए महमानो को भरी आचियलचवकत कर रहा था सशतिरीकरण आतमवनभलरता का हरी एक रप ह आज हमाररी नाररी-शलति नततव कर रहरी ह आतमवनभलर बन रहरी ह

छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी मवहिाओ न भरी कमाि कर वदया ह उनहोन एक नई वमसाि पश की ह आवदवासरी मवहिाओ का जब वजकर आता ह तो सभरी क मन म एक वनलचित तसवरीर उभर कर आतरी ह वजसम जगि होता ह पगडवडया होतरी ह उन पर िकवियो का बोझ वसर पर उठाए चि रहरी मवहिाए िवकन छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी नाररी हमाररी इस नाररी-शलति न दश क सामन एक नई तसवरीर बनाई ह छततरीसगढ़ का दतवािा इिाका जो माओवाद-परभाववत कषत ह ऐस खतरनाक इिाक म आवदवासरी मवहिाए ई-ररकशा चिा कर आतमवनभलर बन रहरी ह बहत हरी थोि कािखड म कई साररी मवहिाए इसस जि गई ह उनह इसस तरीन िाभ हो रह ह एक तरफ जहा सवरोजगार न उनह सशति बनान का काम वकया ह वही इसस माओवाद-परभाववत इिाक की

तसवरीर भरी बदि रहरी ह और इन सबक साथ इसस पयालवरण-सरकषण क काम को भरी बि वमि रहा ह यहा क वजिा परशासन की भरी सराहना करता ह अनदान उपिबध करान स ि कर परवशकषण दन तक वजिा परशासन न इन मवहिाओ की सफिता म एक महतवपणल भवमका वनभाई ह

हम बार-बार सनत आए ह वक िोग कहत ह ndash lsquoकछ बात ह ऐसरी वक हसतरी वमरतरी नही हमाररीrsquo वो बात कया ह वो बात ह िचरीिापन और वनरतर पररवतलन जो काि-बाह ह उस छोिना जो आवशयक ह उसका सधार सवरीकार करना हमार समाज की ववशषता ह ndash आतमसधार करन का वनरतर परयास यह भारतरीय परपरा हमाररी ससककवतक ववरासत ह वकसरी भरी जरीवत समाज की पहचान होतरी ह उसका आतम सधार तत

सामावजक कपरथाओ और कररीवतयो क वखिाफ सवदयो स हमार दश म वयलतिगत और सामावजक सतर पर िगातार परयास होत रह ह अभरी कछ वदन पहि वबहार न एक रोचक पहि की राजय म सामावजक कररीवतयो को जि स वमरान क विए 13 हजार स अवधक वकिोमरीरर की ववशव की सबस िबरी मानव-शखिा बनाई गई इस अवभयान क दारा िोगो को बाि-वववाह और दहज-परथा जसरी बराइयो क वखिाफ जागरक वकया गया दहज और बाि-वववाह जसरी कररीवतयो स पर राजय न ििन का सकप विया बचच बजगल जोश और उतसाह स भर यवा माताए बहन हर कोई इस जग म शावमि थ समाज क सभरी िोगो को सहरी मायन म ववकास का िाभ वमि इसक विए जरररी ह वक हमारा समाज इन कररीवतयो स मति हो म वबहार

की जनता राजय क मखयमतरी वहा क परशासन और मानव ndashशखिा म शावमि हर वयलति की सराहना करता ह वक उनहोन समाज कयाण की वदशा म इतनरी ववशष एव वयापक पहि की

करि की आवदवासरी मवहिा िकमरीकटरी की कहानरी सनकर आप सखद आचियल स भर जायग िकमरीकटरी कलार म वशवकषका ह और अब भरी घन जगिो क बरीच आवदवासरी इिाक म ताि क पततो स बनरी झोपिरी म रहतरी ह उनहोन अपनरी समवत क आधार पर हरी पाच सौ आयवतवदक दवाए बनाई ह साप कारन क बाद उपयोग की जान वािरी दवाई बनान म उनह महारत हावसि ह िकमरी जरी दवाओ की अपनरी जानकाररी स िगातार समाज की सवा कर रहरी ह इस गमनाम शलखशयत को पहचान कर समाज म इनक योगदान क विए उनह पदमशरी स सममावनत वकया गया म आज एक और नाम का भरी वजकर करन का मरा मन करता ह पलचिम बगाि की 75 वषवीय सभावसनरी वमसतरी को भरी उनह परसकार क विए चना गया सभावसनरी वमसतरी एक ऐसरी मवहिा ह वजनहोन असपताि बनान क विए दसरो क घरो म बतलन माज सबजरी बचरी जब य 23 वषल की थी तो उपचार नही वमिन स इनक पवत की मतय हो गई थरी और इसरी घरना न उनह गररीबो क विए असपताि बनान क विए परररत वकया आज इनकी किरी महनत स बनाए गए असपताि म हजारो गररीबो का वनशक इिाज वकया जाता ह मझ परा ववशवास ह वक हमाररी बहरतना-वसधरा म ऐस कई नर-रतन ह कई नाररी-रतन ह वजनको न कोई जानता ह न कोई पहचानता ह ऐस वयलतियो की पहचान न बनना उसस समाज का भरी घारा हो जाता ह पदम-परसकार एक माधयम ह िवकन म दशवावसयो को भरी कहगा वक हमार आस-पास समाज क विए जरीन वाि समाज क विए खपन वाि वकसरी न वकसरी ववशषता को ि करक जरीवन भर कायल करन वाि िकषाववध िोग ह कभरी न कभरी उनको समाज क बरीच म िाना चावहए वो मान-सममान क विए काम नही करत ह िवकन उनक कायल क कारण हम पररणा वमितरी ह

(मन की बात जनवररी 2018 का सपादित अश)

छततीसगढ़ की हमारी आजदवासी नाररयो न दश क सामन एक नई तसवीर बनाई ह छततीसगढ़ का दतवाडा इलाका िो माओवाद-परिाजवत कतर ह ऐस खतरनाक इलाक म आजदवासी मजहलाए ई-ररशा रला कर

आमजनिषर बन रही ह

गिरात का पड कपल हर महीन बाटता ह 5000 सजनटरी नपजकन

सरत क मीना और अतल महता न िररतमद मजहलाओ क बीर सजनटरी पडस बाट कर सराहनीय काम जकया ह

तवमिनाड क अरणाचिम मरगनाथम की कहानरी तो आज हर कोई जान चका ह िवकन

सरत म रहन वाि मरीना और अति महता क परयासो की जानकाररी बहत कम िोगो को ह वपछि िगभग 5 साि स य दोनो हर महरीन ऐसरी मवहिाओ को िगभग 5000 सवनरररी नपवकन बारत ह जो इसका खचल खद नही वहन कर सकती

मरीना और अति न हाि हरी म सरत की झगगरी

को समझना चावहए वक परीररयडस बहत जरररी होत ह और उनक बार म जागरकता फिनरी चावहए

(एजसरी)

झोपवियो म वफम पडमन की सकरीवनग भरी 125 मवहिाओ क विए आयोवजत की इसक जररए व िोगो को सवनरररी नपवकन की महतता बताना चाहत ह मरीना न बताया वक उनहोन एक बार एक गररीब बचचरी को ककि क वडबब स पड वनकाित दखा उनहोन बताया वक बचचरी स उनह पता चिा वक पस की कमरी क चित वह इन पडस को धोकर हर महरीन इसतमाि करतरी ह यह सनकर मरीना

को काफी हरानरी हई और उनहोन पडस बारन का फसिा वकया मरीना िोगो स इस काम क विए आग आन की अपरीि करतरी ह उनहोन कहा वक िोगो

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

मतावधकार 05 - 11 मारष 201810

दवनया क सबस बि िोकतत अमररका क मकाबि दवनया का सबस बिा िोकतत भारत इस मायन म आग ह वक मवहिा

अवधकारो क परवत यह उनस जयादा सवदनशरीि और सजग रहा अमररका म सब कछ क बाद भरी मवहिाओ को मतवधकार स िस करन क परवत वहचवकचाहर थरी अमररका की यह वहचवकचाहर 144 वषषो बाद खतम हई अमररका हरी नही वरिरन न भरी इस मामि म जयादा उदारता नही वदखाई मवहिाओ को मतवधकार दन म उसन िगभग एक सदरी का वति खचल वकया लसवटजरिड क कछ इिाको म तो मवहिाओ को वोर दन का अवधकार 1974 म वमिा िवकन भारतरीय मवहिाओ को दश की आजादरी क वदन स यह अवधकार वदया गया

1947 म मवहिाओ को मतावधकार क अवधकार दन का फसिा उस वति वकतना बिा था इसका अदाजा िवखका डॉकरर ओवनलर शवन की इस ववषय पर विखरी पसतक स िगाया जा सकता ह वजसम वो विखतरी ह वक कररीब 10 िाख िोगो की मौत और एक करोि 80 िाख िोगो क घरो की तबाहरी क विए वजममदार बरवार की आग म झिस रह एक दश म य फसिा विया जाना उस वति वकसरी भरी औपवनववशक राषट क विए एक बहत बिरी उपिलबध थरी

इस फसि स आजाद भारत म वोररो की सखया पाच गना तक बढ़कर कररीब 17 करोि 30 िाख तक पहच गई और इसम आधरी अबादरी मवहिाओ

ऐस जमला मताजधकार का अजधकारदजनया क कई बड दशो न मजहलाओ को मतदान करन क अजधकार स बहत वरषो तक वजरत रखा

लजकन िारत न आिादी क जदन स ही मजहलाओ को इस अजधकार स लस जकया

की थरी तब दभलगय स कररीब 28 िाख मवहिाओ क नाम वोरर विसर स हरा वदए गए कयोवक उनहोन अपना नाम हरी नही बताया और कररीब 85 परवतशत ऐसरी मवहिाए थी वजनहोन कभरी वोर हरी नही वदया था

अपनरी पसतक हाउ इवडया वबकम डमोकरवरक वसवरजनवशप ऐर द मवकग ऑफ द यवनवसलि फरचाइजरी म डॉ शवन न औपवनववशक शासन क दौर म मवहिाओ क मतावधकार क ववरोध क बार म ववसतार स विख ह व विखतरी ह वक वरिवरश अवधकाररयो न य तकफ वदया था वक सावलभौवमक मतावधकार भारत क विए सहरी नही होगा वरिवरश शासन क दौरान भारत म चनाव सरीवमत तौर पर होत थ वजसम धावमलक सामदावयक और वयावसावयक धाराओ क तहत बाररी गई सरीरो पर खि उममरीदवारो क विए कछ वोररो को हरी मतदान करन का अवधकार था इवतहासकार गरालडन फोबसल विखतरी ह वक भारतरीय मवहिा सगठनो को मवहिाओ को मतदान का अवधकार पान क विए एक मलशकि ििाई ििनरी पिरी थरी 1921 म बॉमब और मदरास

पहि परात बन जहा सरीवमत तौर पर मवहिाओ को वोर दन क अवधकार वदए गए बाद म 1923 स 1930 क बरीच सात अनय परातो म भरी मवहिाओ को मतदान का अवधकार वमिा

डॉ फोबसल अपनरी वकताब वमन इन मॉडनल इवडया म विखतरी ह वक वरितानरी हाउस ऑफ कॉमनस न मवहिाओ क विए वोवरग क अवधकार की माग करन वाि कई भारतरीय और वरितानरी मवहिा सगठनो की माग को नजरअदाज वकया मवहिाओ स भदभाव और उनका पदत म रहना इस फसि क परीछ उनकी आसान दिरीि थरी डॉ फोबसल विखतरी ह साफ तौर पर वरितानरी शासको न अपसखयको क अवधकार क तौर पर कवि परष अपसखयको को हरी अवधकार दन का वादा वकया मवहिाओ क मामि म उनहोन कछ मवहिाओ क अिग-थिग होन क बहान पररी मवहिाओ को उनका हक दन स इनकार कर वदया

औपवनववशक परशासको और ववधायको दोनो न हरी मतावधकार की सरीमाओ को बढ़ान का ववरोध वकया था डॉ फोबसल क अनसार वोवरग का ववरोध

करन वाि मवहिाओ को कमतर आकत थ और सावलजवनक मामिो म उनह अकषम मानत थ

कछ िोगो का कहना था वक मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दन स पवत और बचचो की उपकषा होगरी एक सजजन न तो यहा तक तकफ वदया वक राजनरीवतक काम करन स मवहिाए सतनपान करान म असमथल हो जाएगरी

मवहिा अवधकारो क विए ििनवािरी मणाविनरी सन न 1920 म विखा था वरितानरी सरकार क बनाए सभरी कानन मवहिाओ पर िाग होत थ और अगर उनक पास सपवतत ह तो उनह रकस भरी दना होता था िवकन उनह वोर दन का अवधकार नही था

वो कहतरी ह य कछ इस परकार था वक मानो वरितानरी शासक मवहिाओ स कह रह हो वक नयाय पान क विए अदाित का दरवाजा खरखरान की बजाय वो खद हरी लसथवत स वनपर

भारत क आवखररी औपवनववशक कानन भारत सरकार अवधवनयम 1935 क तहत दश क 3 करोि िोगो को वोर दन का अवधकार वदया गया यह दश की कि वयसक आबादरी का पाचवा वहससा था इसम मवहिाओ की सखया कम थरी

वबहार और उिरीसा परात (उस दौर म य दो राजयो एक हरी परात म आत थ) की सरकार न मतदाताओ की सखया कम करन और मवहिाओ स मतदान का अवधकार छरीनन की कोवशश की

डॉ शवन विखतरी ह वक सरकार का मानना था अगर मवहिा तिाकशदा या ववधवा ह या उसक पास सपवतत नही ह तो उसका नाम मतदाता सचरी स हरा वदया जाना चावहए

िवकन जब अवधकाररी भारत क पववोततर म बस खासरी पहावियो म उन समदायो क सपकफ म आए जहा मातसतता को माना जाता ह तो उनह मवहिाओ क मामि म एक अपवाद दखन को वमिा इस समदाय म सपवतत मवहिाओ क नाम पर होतरी ह

िारतीय मजहला सगठनो को मजहलाओ को मतदान का अजधकार पान क जलए एक मकशकल लडाई लडनी पडी थी 1921 म बॉमब और मदास पहल परात बन िहा सीजमत तौर पर मजहलाओ को वोट

दन क अजधकार जदए गए

अमररका न 144 वरषो क बाद जदया मजहलाओ को मताजधकार

जरिटन की मजहलाओ को एक सदी बाद जमला यह अजधकार

1947 म मजहलाओ को मताजधकार दकर िारत न बडा कदम उठाया

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 11मतावधकार

अिग-अिग परातो न भरी मवहिाओ क नाम शावमि करन स सबवधत अपन-अपन वनयम बनाए मदरास म अगर कोई मवहिा पशनधाररी ववधवा थरी वकसरी अवधकाररी या सवनक की मा थरी या उसक पवत रकस दत थ या सपवतत क माविक थ तो उस मतदान करन का अवधकार वदया गया

दखा जाए तो वोर दन की मवहिा की पातता पररी तरह स उसकी पवत की सपवतत योगयता और सामावजक लसथवत पर वनभलर थरी

डॉ शवन बतातरी ह मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दना और उनह सहरी मायनो म वोरर विसर म िकर आना औपवनववशक शासन म काम कर रह नौकरशाहो की कपना स पर था इसका एक कारण उस वति की ववदशरी सरकार का यहा की अवशवकषत जनता म भरोस की कमरी और गररीबो गामरीण और अवशवकषतो को अवधकर दन क सबध म उनकी नकारातमक सोच का नतरीजा थरी

आिादी क बाद बदल हालातिवकन जब आजाद भारत न य तय वकया वक वो दश क वयसको को वोर करन का यानरी अपनरी सरकार खद चनन का अवधकार दगरी तो चरीज बदिन िगी डॉ शवन विखतरी ह मतदाता सचरी तयार करन का काम नवबर 1947 म शर हआ साि 1950 की जनवररी तक जब भारत को उसका अपना सववधान वमिा तो उस वति तक सावलभौवमक मतावधकार और चनावरी िोकतत की सोच पखता हो चकी थरी िवकन साि 1948 म जब मसौदा मतदाता सचरी की तयाररी की बाररी आई तो उसम अनक समसयाए थी

कछ परातो क अवधकाररयो न मवहिाओ क नामो को विखन म काफी वदककत पश आन क बार म बताया कई मवहिाओ न अपना नाम बतान स इनकार कर वदया और अपना नाम बतान की बजाय खद को वकसरी की पतनरी मा बररी या वकसरी की ववधवा क रप म पश वकया सरकार न यह सपष कर वदया वक ऐसा करन की अनमवत नही दरी जा

जरितानी शासको न अलपसखयको क अजधकारो क तौर पर कवल परर अलपसखयको को ही अजधकार दन का वादा जकया मजहलाओ क मामल म उनहोन कछ मजहलाओ क अलग-थलग होन क बहान परी मजहलाओ

को उनका हक दन स इनकार कर जदया

सकतरी और मवहिाओ का पजरीकरण उनक नाम स हरी वकया जाएगा

पवल की औपवनववशक नरीवतयो स हरकर भारत सरकार न कहा वक मवहिा को वकसरी अनय की सबधरी क रप म नही बलक एक सवतत मतदाता क रप म पजरीककत वकया जाएगा सरकार न मरीवडया का सहारा िकर इस सबध म परचार करन

का काम शर वकया और मवहिाओ को अपनरी खद की पहचान क साथ नाम विखवान क विए उतसावहत वकया मवहिा सगठनो न भरी मवहिाओ स अपरीि की वक वो अपन वहतो की रकषा करन क विए खद मतदाता बन

दश की पहिरी ससद क विए अतिबर 1951 स फरवररी 1952 क बरीच म हए चनावो म मदरास की एक सरीर स चनाव ििन वाि एक उममरीदवार न कहा मतदाता कदर क बाहर वोर दन को विए मवहिा और परष गामरीण धयल स घरो इतजार कर रह थ वो कहत ह वक पदत म आई मसिमान मवहिाओ क विए अिग वोवरग बथ की वयवसथा की गई थरी

एक बडी िीत बशक मवहिाओ क हको की ििाई आज भरी जाररी ह वषल 1966 स भारत की ससद क वनचि सदन म 33 फीसदरी सरीर मवहिाओ क विए आरवकषत करन वािा एक वबि कि ववरोध क कारण अब तक अरका हआ ह आज पहि स कही अवधक मवहिाए मतदान कर रहरी ह और कभरी-कभरी परषो स भरी अवधक सखया म वो मतदान कर रहरी ह िवकन वो चनाव म उममरीदवार क रप म वो कम हरी नजर आतरी ह

2017 म जाररी की गई सयति राषट की एक ररपोरट क अनसार ससद म मवहिाओ की सखया की सचरी म 190 दशो म भारत का सथान 148 ह 542 सदसय वाि ससद क वनचि सदन म वसफफ 64 सरीरो पर हरी मवहिाए ह

सवचछता की लकमीतजमलनाड म जतरजर क सामजथरम गाव म सवचछता अजियान रलान

वाली लकमी न अपन अनिवो को साझा जकया ह

लकमी पररयासवामी

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह

अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी

वमिरी ह सबस बिरी बात यह वक म कोई सरकाररी कमवी नही बलक मात एक सवयसवक ह इसरीविए मर विय कछ खोन या पान जसरी कोई लसथवत नही ह मरा काम तो बस मररी उस कपना का पररणाम ह वजसको वजद बनाकर मन वकया ह म वह करतरी ह जो मर गाव क विए अचछा ह अगर कछ

भरी गित वदखता ह तो म उस सधारन का हर सभव परयास करतरी ह म तवमिनाड क वतचरी लसथत सामवथरम गाव म रहतरी ह आप मझ उन िोगो म शावमि कर सकत ह वजनक विए साफ-सफाई कछ जयादा हरी महतव रखतरी ह म खद तो सफाई पसद ह साथ हरी अपन आस-पास क िोगो को भरी अपन जसा रखन की कोवशश करतरी ह

िोग अपनरी आदत क मतावबक सिको पर चरीज फक दत ह बपरवाहरी म मशगि उनह यह भरी अदाजा नही होता वक व अपनरी हरी जमरीन गदरी कर रह ह वजस साफ रखन की वजममदाररी उनकी भरी ह जब कभरी म गाव म वकसरी को गदगरी फिात दखतरी मझ खराब िगता म सवयसवक क तौर पर खद हरी गाव की सिको पर उनह साफ करन क विए उतर गई मन अपन वयलतिगत परयासो स सिको क वकनार ककिदान रखवाए गाव म ऐसरी वयवसथा सवनलचित की वक िोग पराना पिालसरक यहा-वहा फकन क बजाय एक जगह एकवतत कर वजसस उस ररीसाइवकि वकया जा सक हािावक हर नई शरआत म मझ िोगो क असहयोग का सामना करना पिा िवकन धरीर-धरीर हरी सहरी पर बाद म मझ सफिता वमितरी गई

पिालसरक और कचर क बाद मर गाव म सबस बिरी समसया खि म शौच की थरी यहा तक वक वजन घरो म शौचािय बन हए थ उन घरो क िोग भरी शौच क विए खतो म हरी जात थ यह लसथवत दो साि पहि की थरी िवकन आज चरीज बदि गई ह इस सखद बदिाव क विय मन खब महनत की

ह हािावक मर दो पिोवसयो समत गाव म अब भरी पदरह घर ऐस बच ह जहा शौचािय नही बना ह पर म कोवशश म ह वक उनह भरी समझाकर शरीघर हरी अपन गाव को खि म शौच की शमल स मति करा द

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी वमिरी ह मझ वह वदन भरी याद ह जब म वकसरी क पास जाकर अपनरी बात कहतरी थरी तो िोग दर स हरी हाथ जोिकर मझ भगा दत थ इन बातो स ववचवित न होन का पररणाम ह वक आज जब म कछ कहतरी ह तो िोग धयान स सनत ह मन अपन कछ दसर सावथयो की मदद स िोगो को सवचछता क महतव स पररवचत कराया ह आज मररी मवहम म मरा बरा भरी साथ जि गया ह

मझ गवल होता ह वक मन अपन बर को सामावजक वजममदाररी की जो वशकषाए दरी थी उनह वह अमि म िा रहा ह म वह वदन कस भि सकतरी ह जब मर पिोसरी न वकसरी बात पर जहर खाकर आतमहतया करन की कोवशश की थरी िवकन मर बर न दौि-भागकर डॉकरर की मदद स उसकी जान बचाई थरी मर कामो को दखत हए मझ गाम पचायत ववकास योजना की नतरी बना वदया गया ह मररी वजममदाररी अब और भरी बिरी हो गई ह और म कोवशश करगरी वक वपछि अनभवो क आधार पर अपनरी भवमका बखबरी वनभाऊ

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 201812 वशकषा

मवात म जशका की लहरमजहला-जशका क कतर म दश क सबस जपछड कतरो म स एक मवात िी ह लजकन करीब 36 परजतशत मजहला जशका क

दर वाल इस जिल म पररवतषन की एक नई लहर दखी िा रही ह

सरर ता बरारा

जब म दखतरी ह वक आज भरी मर गाव म बहत-स अवभभावक अपनरी बवचचयो को सककि भजन स मना करत ह या

बि-बढ़ मररी जसरी ििवकयो क ििको की तरह घर स बाहर खि म खिन पर एतराज जतात ह तो मझ बहत दःख होता ह यह कहना ह 12 साि की छोररी-सरी बचचरी नावदया का हररयाणा क मवात वजि म रहन वाि मलसिम समदाय की नावदया नई नगि गाव क सककि म सातवी ककषा की छाता ह

सामदावयक रवडयो रवडयो मवात क एक कायलकरम म एक मवहिा न बतौर कॉिर बातचरीत करत हए सवाि पछा वक जब हमार समदाय की एक ििकी रवडयो पर कायलकरम पश कर सकतरी ह तो हम रवडयो पर सगरीत कायलकरम का मजा िन जसरी मामिरी-सरी बात क विए भरी कयो रोका जाता ह

रवडयो मवात क विए काम करन वािरी वाररीसा समदाय की उन कछ वगनरी-चनरी ििवकयो म स ह जो समदाय क िोगो क तमाम सखत ववरोधो क बावजद अपन वपता क सहयोग स अपनरी वशकषा को जाररी रख पाई सरकाररी सककि स पढ़री वाररीसा बतातरी ह वक आठवी ककषा तक पहचत-पहचत उसक साथ की सभरी ििवकया सककि छोिकर जा चकी थी

हररयाणा का मवात वजिा मवहिा-वशकषा क कषत म दश क सबस वपछि कषतो म स एक ह वषल 2011 म हई जनगणना क मतावबक मवहिा-वशकषा की दर यहा 36 परवतशत स थोिरी हरी अवधक ह जबवक ििवकयो क सककि छोिन की दर काफी अवधक ह सरकाररी वबसाइर पर उपिबध आकि बतात ह वक जहा वषल 2012-13 म सरकाररी सककिो म पहिरी ककषा स 5वी ककषा तक पढ़न वािो छातो की सखया 160057 थरी तो वही ककषा 6 स 8 म पढ़न वाि छातो की सखया कवि 42605 जहा तक ििवकयो का सवाि ह तो 5 परवतशत स जयादा ििवकया उचच ककषाओ तक नही पहच पाती

पर इन वनराशाजनक आकिो क बावजद यह बात उममरीद की िौ जिातरी ह वक मवात जस वपछि कषत क गाव की साधारण-सरी नावदया जसरी ििकी आज ििवकयो क साथ हो रह भदभाव पर सवाि खि करन की वहममत करन िगरी ह यह बात सावबत करतरी ह वक पररवतलन की शरआत हो चकी ह

सबस महतवपणल बात तो यह ह वक मवात जस शवकषक रप स वपछि इिाक क एक गाव म कछ अवभभावको न अपनरी ििवकयो को वनजरी कषत क सहवशकषा (को-एड) सककिो म भजना शर कर वदया ह नई नगि का सककि इसका उदाहरण ह ऐस सककिो म पढ़ान क विए अवभभावक अपनरी जब स पस खचल करन म भरी परीछ नही ह रवडयो मवात क विए काम करत हए आज वाररीसा ििवकयो की वशकषा क महतव और उनक साथ वकए जान वाि भदभाव क वखिाफ परचार म जररी हई ह

वाररीसा कहतरी ह वक रवडयो पर मनोरजक कायलकरम परसाररत करन क अिावा म रवडयो मवात पर वमयो समदाय स सबवधत मवहिा अधयापको को रवडयो कायलकरमो म आमवतत करतरी ह तावक उनस पररणा पाकर अनय अवभभावक भरी अपनरी ििवकयो को सककि भज और माधयवमक सककिो की पराथवमक ककषाओ म हरी अपनरी ििवकयो को पढ़ाई छोिन क विए मजबर न करक उनह आग और भरी पढ़न द वह कहतरी ह वक खशरी की बात तो यह ह वक आज

वववावहत मवहिाए भरी भदभाव क वखिाफ आवाज उठान िगरी ह

वाररीसा का कहना ह वक कम स कम आज मवहिाओ म इतना साहस तो आ हरी गया ह वक व अपन वखिाफ होन वाि भदभाव को िकर सवाि खि करन िगरी ह कछ साि पहि तक यह सब सभव नही था इस कषत म ििवकयो की वशकषा को बढ़ावा दन क विए राजय सरकार गर सरकाररी सगठनो और वनजरी कषत दारा वपछि कई सािो स परयास वकए जा रह ह वषल 1982 म हररयाणा सरकार न वझरका और नह म सहवशकषा (कोएड) वाि अगजरी माधयम क दो सककि शर वकए थ तावक मवात कषत क इस परपरागत ससककवत और सामावजक तान-बान वाि इिाक क बचचो को अचछरी गणवतता वािरी वशकषा परदान की जा सक इसक दो साि बाद हरी इन सककिो को सरीबरीएसई स सबदध कर वदया गया आज ऐस सात सहवशकषा वाि सककि मवात मॉडि सककि सोसाइररी (एमएमएसएस) दारा चिाए जा रह ह वजनम ििवकयो स कोई टशन फीस नही िरी जातरी इनम स छह सककि उचचतर माधयवमक सतर क और एक माधयवमक सतर का ह इन मॉडि सककिो म 40 परवतशत स अवधक सखया ििवकयो की ह वजनम स 57 परवतशत स अवधक ििवकया वमयो समदाय की ह

मवात क इस इिाक म 6 कसतरबा गाधरी बाविका ववदयािय भरी चिाए जा रह ह वजनम 1400 ििवकया पढ़ रहरी ह इनम स 64 परवतशत वमयो समदाय की ह140 ििवकयो को नह क मवात मॉडि सककि म पढ़ाई क अिावा मफत रहन और खान की सववधा भरी परदान की गई ह

खास बात यह ह वक वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को आतमववशवास साहस और समाज म भदभाव क वखिाफ आवाज बिद करन का दढ़-वनचिय वदया ह नावदया एक सवदनशरीि ििकी ह जो समाज म फि भदभाव और अनयाय को िकर

अब गामीणो को यह महसस होन लगा ह जक अगिी माधयम म जशका परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कतरो म ही आसानी स

नौकररया जमल सकती ह इसक जलए उनह दरदराि क इलाको म िान की िररत नही

2012-13 म सरकारी सकलो म 5वी तक 160057 छातर थ

पार परजतशत स जयादा लडजकया उचर ककाओ तक नही पहर पाती थीआि जशका को लकर गिीरता व सकलो म छातराओ की सखया बढ़ी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

काफी वचवतत हनावदया कहतरी ह वक वो एक डॉकरर बनना

चाहतरी ह कयोवक अमरीरो को तो असपतािो म अचछरी दखभाि और परा इिाज वम ि जाता ह जबवक गररीबो को घरो असपताि की िबरी िाइनो म इतजार करना पिता ह और उनक बावजद भरी डॉकरर का वयवहार उनक परवत उदासरीन रहता ह

एमएमएसएस और कजरीबरीवरी क तहत चिन वाि सककिो क अिावा एडकॉम सोयशस नामक सगठन क तहत छह यवनवसलि एकडमरी सककि भरी मवात म चिाए जा रह ह य सगठन भारत और ववदशो म वशकषा क कषत म वडवज रि करावत िान वािा अगणरी सगठन ह

हािावक इस सककि म अब भरी कवि 182 छात हरी ह जो सखया क विहाज स बहद कम ह िवकन वफर भरी वमयो समदाय वाि मवात क इस वपछड कषत म जहा ििवकयो को वशकषा वदिाना अवतम पराथवमकता ह वहा वनशक वशकषा उपिबध न करान वाि सककिो म भरी अपन बचचो का दावखिा करान की पहि वाकई सवागत योगय ह

गामरीण इिाको म यवनवसलि एकडमरी क साथ भागरीदाररी म सककि चिान वािरी ससथा एडकॉम की अकादवमक परमख अनराधा बतातरी ह वक शरआत म उनका काफी ववरोध हआ था गावो म िोगो को मनान क विए उनह काफी जदोजहद करनरी पितरी थरी वक व अपनरी ििवकयो को सककि भज उस वति य आसान नही था पर आज हािात बदि रह ह यवनवसलि एकडमरी सककिो म ििवकया पढ़न आ रहरी ह

एक और बदिाव भरी दखन म आया ह वक अब गामरीणो को यह महसस होन िगा ह वक अगजरी माधयम म वशकषा परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कषतो म हरी आसानरी स नौकररया वमि सकतरी ह इसक विए उनह दरदराज क इिाको म जान की जररत नही मवात क कई गाव गिगाव स जयादा दर नही ह जहा की बहत स कॉि सरर बरीपरीओ और अनय कई बहराषटरीय कपवनयो क दफतर ह

चाह मॉडि सककि हो कजरीबरीवरी या यवनवसलि एकडमरी सककि महतवपणल बात यह ह वक इस वपछि इिाक क ििक-ििवकयो को आज ऐस सकक िो म पढ़न का मौका वमि रहा ह जहा अचछरी गणवतता वािरी वशकषा और सवािगरीण ववकास को परमखता दरी जातरी ह सबस जयादा महतवपणल बात तो यह ह वक ऐसरी वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को इतना साहस और हौसिा वदया ह वक व समाज क भदभाव भर रवय पर सवाि उठा सकतरी ह और एक ऐस ससार का सपना दख सकतरी ह जहा नयाय हो और उनकी आवाज स नरी भरी जाए और उनका सममान भरी हो सक

05 - 11 मारष 2018 13सवचछता

मवात क कई गाव गडगाव स जयादा दर नही ह िहा

बहत स कॉल सटर बीपीओ और अनय कई बहराषटीय

कपजनयो क दफतर ह

मजहला अकसमता क सममान की अनठी जमसाल

आजदवासी यवजतयो को अकलपन स डर नही लगता बसतर क सदर नसल परिाजवत इलाको म ऐसी कई यवजतया ह जिनक जवखयात पररवारो म अब िायदाद सिालन वाल नही रह पर व वहा न कवल जवरासत

सिाल रही ह बकलक उनक पररवार की छतरछाया की दरकार रखन वाल आजदवाजसयो को आसरा िी द रही ह

इरा झा

आवदवासरी समाज म मवहिा परष की साथरी ह वह उसकी सहकमवी ह उसकी समाज

और पररवार म बराबर की भागरीदाररी ह जरी हा बसतर की आवदवासरी मवहिाए हम शहररी मवहिाओ की तरह अपन पररवार क परष सदसयो की मोहताज नही ह उनह बाजार स सबजरी-भाजरी और सौदा मगवान स िकर खतो म हि चिान तक क विए अपन बर या पवत का मह नही ताकना पिता ह वह हम शहररी मवहिाओ स कई मायनो म बहत जयादा समथल ह मवहिाओ क सशलतिकरण का परतरीक अतरराषटरीय मवहिा वदवस उनक वजकर क बगर परा नही हो सकता य न वसफफ घर क सार कामकाज करतरी ह बाि-बचच पाितरी ह बलक पर वदन खतो म काम भरी करतरी ह इनका परा साि खतो म काम करत हरी बरीतता ह बसतर की आवदवासरी मवहिाओ क अवधकार असरीवमत ह वह घर स बाहर तक की पररी वयवसथा सभाितरी ह और हर कदम पर पवत उसक साथ होता ह

इनक कामकाज का दायरा खत-खविहान और हार बाजार तक का ह खत का परा वजममा भरी यहरी उठातरी ह बरीज िाना उनह मसिाधार बाररश म रोपना और किरी धप म चौकीदाररी करन क बाद फसि कारना यह सब उनही क वजमम ह यहा

तक वक बाजार म इस बचन भरी वहरी ि जातरी ह ऐसरी मवहिाए जो खतरी नही करती घर म बािरी म उगरी सलबजया और जगिरी उतपादो जस महआ रोरा जिाऊ िकिरी िाख आविा झाड वगरह को पररवार की आमदनरी का जररया बना ितरी ह और इस पररी कवायद म पवत उसक साथ रहता ह जब मवहिा खत म जझ रहरी होतरी ह तो पवत घर म बचचो की दखभाि म िगा रहता ह वह उनक विए खाना पकाता ह बाररश स बचाव क विए छत की मरममत जस छोर-मोर काम करता ह घर की बािरी म सलबजयो फिो िताओ की सभाि करता ह और घर क बजगषो की दखभाि करता ह हर कदम पर पारसपररक सहयोग और मवहिा अलसमता क सममान की अनठरी वमसाि बसतर का आवदवासरी समाज ह इस समाज म मवहिाए अपनरी मजवी की माविक ह उसकी सवायतततता बलक अवधकाररता की बवढ़या वमसाि तो यहरी ह वक वह न कवि अपना जरीवनसाथरी खद चन सकतरी ह बलक चाह तो पहि उस परख भरी सकतरी ह इस परपरा को िमसना कहा जाता ह इसक तहत शादरी क योगय यवक को यवतरी क घर म रहकर काम-काज म मदद करक अपनरी योगयता वसदध करनरी पितरी ह इस पररीकषा म फि या पास करन का अवधकार पररी तरह स यवतरी पर होता ह िमसना बठान की यह परपरा सरगजा और मडिा क गोड समाज म भरी ह

पररवार और घरल कामकाि क परजशकण क जलए उनह घोटल िान की छट ह यह आजदवासी नौिवानो क ससकार गह ह घर क कामकाि स जनपटकर यवक-यवती रात म यहा िटत ह और जकसी सयानी

मजहला की जनगरानी म नारत-गात और कामकाि सीखत ह

यहरी नही इसस पहि पररवार और घरि कामकाज क परवशकषण क विए उनह घोरि जान की छर ह यह आवदवासरी नौजवानो क ससकार गह ह घर क कामकाज स वनपरकर यवक-यवतरी रात म यहा जरत ह और वकसरी सयानरी मवहिा की वनगरानरी म नाचत-गात और कामकाज सरीखत ह मन वमि गया तो शादरी क साथ यवा जोि की घोरि स ववदाई हो जातरी ह व वफर उधर का रख नही कर सकत घोरि अब बसतर क पररवश स गायब हो चि ह शहररी खासतौर पर मरीवडया की दखिदाजरी न इस ससथा को िपत होन पर मजबर कर वदया ह पर आवदवासरी यवतरी की वनरपकष लसथवत की इसस बहतर वमसाि और कया हो सकतरी ह

आवदवासरी यववतयो को अकिपन स भरी डर नही िगता बसतर क सदर नकसि परभाववत इिाको म ऐसरी कई यववतया ह वजनक ववखयात पररवारो म अब जायदाद सभािन वाि नही रह पर व वहा न कवि ववरासत सभाि रहरी ह बलक उनक पररवार की छतछाया की दरकार रखन वाि आवदवावसयो को आसरा भरी द रहरी ह बि आवदवासरी पररवारो की ििवकया ह य गाव छोिकर वदलरी स िदन तक कही भरी बस सकतरी थी उनका समपलण दवखए जजबा दवखए अपन िोगो क परवत सह दवखए

यह लसथवत तब ह जब घन जगिो क बरीच बस गावो म सरज की रोशनरी नही पहचतरी जगिरी जानवरो का खतरा मडराता रहता ह और असपताि म दवाइयो का पता नही रहता और सककि बदहाि ह यवद इनह शहररी िोगो स मामिरी या बराबर की सववधाए वमि जाए तो इनकी वहममत इनका जजबा और ताकत बजोि होगरी यह तय मावनए

शहरी मजहलाओ स जयादा सशति ह बसतर की मजहलाए

घर स बाहर तक की परी वयवसथा सिालती ह य आजदवासी मजहलाएिीवन साथी रनन और परखन का

परा अजधकार इनक पास ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण 05 - 11 मारष 201814

एसएसबी यरो

हाि म वबहार की एक दवित मवहिा रनकी दवरी न अपना मगिसत बचकर घर म शौचािय बनवान की नजरीर पश

की यह घरना दो बातो की तरफ इशारा करतरी ह पहिरी बात तो यह वक तमाम सफाई अवभयानो और शौचािय वनमालण की योजनाओ क बावजद आज भरी गावो म शौचािय की समसया बहत बिरी ह दसररी बात यह वक सवचछता का मदा सबस जयादा मवहिाओ स जिा ह यहरी वजह ह वक सवचछता आदोिन को मवहिा सशलतिकरण की वदशा म एक बिरी और कारगर पहि क तौर पर दखा जा रहा ह कछ समय पहि lsquoवाररएडrsquo नामक एनजरीओ की एक ररपोरट म तथय सामन आया वक भारत म 35 करोि 50 िाख मवहिाओ और ििवकयो को शौचािय मयससर नही ह lsquoद सरर ऑफ वडटस रायिर 2017rsquo नामक इस ररपोरट म कहा गया था वक पररी दवनया म भारत म सबस कम िोगो क पास शौचािय जसरी बवनयादरी सववधा उपिबध ह

सककिो म शौचािय न होन क कारण बहत साररी ििवकया आठवी ककषा तक आत-आत सककि छोिन पर बाधय हो जातरी ह इवडया सपड की एक ररपोरट म सामन आया था वक गावो म िगभग 28 परवतशत ििवकया परीररयडस क वदनो म सककि हरी नही जाती इसका परमख कारण सककिो म शौचािय का न होना ह कछ समय पहि lsquoपरथमrsquo नाम क एक एनजरीओ की ररपोरट म कहा गया वक दश म चि रह कि सककिो म 74 परवतशत सरकाररी ह इनम स 47 परवतशत सककिो म आज तक ििवकयो क विए अिग स शौचािय की वयवसथा नही ह

इसरी तरह गावो म भरी मवहिाए घर म शौचािय न होन क कारण मह अधर सबह और मह अधर शाम को हरी खतो म जा पातरी ह वदन क वकसरी अनय समय पर शौचािय जान की जररत महसस होना उन मवहिाओ क विए बिरी समसया ह बहत सार सरकाररी या वनजरी सककिो म आज भरी मवहिा अधयावपकाओ क विए अिग स शौचाियो की वयवसथा नही ह यहा तक वक बि शहरो म भरी छोर ससथानो या दफतरो म काम करन वािरी ििवकयो-मवहिाओ क विए भरी अकसर हरी कोई शौचािय नही होता

मवहिाओ क विए सावलजवनक जगहो पर इतन कम शौचाियो का होना समाज और सरकार दोनो की उनक परवत असवदनशरीिता की तरफ साफ इशारा करता ह मवहिा सशलतिकरण की वदशा म सबस जरररी व ठोस परयास मवहिाओ की बवनयादरी जररतो को समझना और उन पर काम करना ह वनजरी और सावलजवनक जगहो पर शौचाियो का वनमालण उनकी बवनयादरी जररतो म स एक ह सवतत भारत म इस दरकार को अगर सबस पहि वकसरी न समझा तो व ह डॉ ववनदशवर

सवचछ राह पर आधी दजनयादश म सवचछता क साथ मजहला सशकतिकरण को लकर िो जवजिनन अजियान रलाए िा रह ह उसम जिस ससथा और वयकति

का नाम सबस पहल िहन म आता ह वह ह सलि इटरनशनल और इस ससथा क परणता डॉ जवनदशवर पाठक

पाठक और उनकी ससथा सिभ इररनशनि नबब क दशक म भारत को 21वी सदरी म जान

की बात खब होतरी थरी य बात जहा ससद क बाहर-भरीतर राजनरीवतक िाइन क साथ कहरी जातरी थरी वही आवथलक-सामावजक सतर पर भरी भावरी भारत स जि सरोकारो और चनौवतयो को िकर ववमशल चिता था पर वकसरी न कभरी सोचा भरी होगा वक 21वी सदरी क दसर दशक तक पहचकर सवचछता दश का पराइम एजडा बन जाएगा इस बदिाव क परीछ बिा सघषल ह आज दश म सवचछता क साथ मवहिा सशलतिकरण को िकर जो वववभन अवभयान चिाए जा रह ह उसम वजस ससथा और वयलति का नाम सबस पहि जहन म आता ह वह सिभ इररनशनि और इस ससथा क परणता डॉ ववनदशवर पाठक

पररी दवनया आज डॉ पाठक को lsquoरॉयिर मनrsquo क रप म जानतरी ह उनहोन एक तरफ जहा वसर पर मिा ढोन की मिरी परथा को खतम करन बरीिा उठाया वही दशभर म सिभ शौचािय की

उपिबधता स उनहोन आम िोगो की सवचछता जररत को परा करन क कषत म महान कायल वकया बिरी बात यह ह वक डॉ पाठक दारा शर वकया गया सवचछता का सिभ अवभयान अब भरी थमा नही ह परधानमतरी नरदर मोदरी दारा दो अकरबर 2014 को सवचछ भारत वमशन शर होन क बाद डॉ पाठक क मागलदशलन म सिभ का सवचछता अवभयान नई पररणा और गवत क साथ आग बढ़ रहा ह शौचािय और सवचछता को पाच दशक स अपनरी समझ और ववचार की धररी बनाकर चि रह डॉ ववनदशवर पाठक न एक तरह स दवनया को सवचछता का नया समाजशासत वसखाया ह वजसम साफ-सफाई क सबक तो ह हरी मानवरीय परम और करणा को भरी पयालपत महतव वदया गया ह

जसर पर मला ढोन की परथावबहार गाधरी शताबदरी सवमवत म एक कायलकताल क नात गाधरी ववचार और कायलकरमो क कररीब आए डॉ पाठक न तब स न वसफफ पर दश म बलक

ववशव म सवचछता का अिख जगा रह ह वसर पर मिा ढोन की परथा को िकर सिभ न उलखनरीय कायल वकए ह वसर स मिा ढोन वाि िोगो को इस अमानवरीय कायल स मलति वदिान की सोच की हरी दन ह सिभ दारा ववकवसत हआ दो गडो वािा शौचािय आज यह तकनरीक पररी दवनया म lsquoसिभ शौचाियrsquo क रप म जानरी जातरी ह इस तकनरीक म पहि गड म जमा शौच खाद म बदि जाता ह सिभ न शौचािय क जररए गस बनान और उस वबजिरी तक बनान क कामयाब परयोग वकए ह 1970 म सिभ इररनशनि की सथापना हई और आज शौचािय वनमालण की ससतरी तकनरीक क विए इसकी दवनयाभर म पहचान ह सिभ परणता डॉ पाठक भरी मानत ह वक गाधरी जरी क बाद अगर इस दश म सवचछता क महतव को वकसरी न गहराई स समझा ह तो व ह परधानमतरी नरदर मोदरी

सरकार का िवाब वसर पर मिा ढोना भारत म परवतबवधत काम ह गत वषल राजयसभा म एक परशन क जवाब म कदर सरकार म मतरी थावरचद गहिोत न बताया था वक दश म 26 िाख ऐस शौचािय ह जहा पानरी नही ह जावहर ह वहा हाथ स मिा साफ करना पिता ह सफाई कमलचाररी आदोिन न अपन सवत म बताया ह वक 1993 स अब तक 1370 सरीवर वकफसल की मौत हो चकी ह इस वदशा म सकवजसल क पनवालस का सबस बिा अवभयान सिभ ससथा न हरी छिा ह मवहिा सकवजसल को सिभ न न वसफफ इस परथा स आजादरी वदिाई बलक उनक पनवालस और जरीवन यापन की भरी वचता की सिभ न ऐस कई कदर सथावपत वकए जहा मवहिा सकवजसल को वकलपक रोजगार क गर वसखाए जात ह डॉ पाठक को इस बात का शय जाता ह वक वजस मिरी परथा को िकर कभरी महातमा गाधरी न कहा था वक उनक सपनो क भारत म इसक विए कोई जगह

डॉ पाठक न एक तरफ िहा जसर पर मला ढोन की मली परथा को खम करन का बीडा उठाया वही दश िर म सलि शौरालय की उपलधता

स उनहोन लोगो और खासतौर स मजहलाओ की सवचछता िररत को परा करन क कतर म महान कायष जकया

आि सवचछता दश का पराइम एिडा बन रका ह

टीसीएस 10000 सकलो म लडजकयो क जलए शौरालय बनावा रहा ह गावो म 28 परजतशत लडजकया पीररयडस क जदनो म सकल

ही नही िाती ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण05 - 11 मारष 2018 15

नही होगरी उस पररणा को उनहोन अपनरी वजदगरी का वमशन बना विया

राषटीय सवचछता जमशनपरधानमतरी नरदर मोदरी न जब 2014 म राषटरीय सवचछता वमशन की घोषणा की तो दश म सवचछता कायलकरम को पहिरी बार राषटरीय सतर पर गभरीर पराथवमकता वमिरी अपन सवचछता करायलकरमो क कारण अतरराषटरीय सतर पर खयावत और सममान परापत कर चक डॉ पाठक कहत भरी ह lsquoसवचछता को िकर दश म गभरीरता की कमरी रहरी इस महतव नही वदया गया इस कषत म वनवश का भरी अभाव रहा पर परधानमतरी नरदर मोदरी न इस पर पररदशय को

बदि कर रख वदया व ऐस पहि राषटरीय नता रह वजनहोन न वसफफ िाि वकि क पराचरीर स शौचाियो की बात की बलक इस बार म ववदशरी नताओ तक स िगातार चचाल करत रह उनहोन दश को यह सोचन और मानन क विए बाधय वकया वक अगर हम सवचछता क मामि म आग नही बढ़ तो वफर एक ववकवसत राषट क रप म हमारा उभरना मलशकि ह विहाजा यह समय ह जब हम दश को सवचछ और सदर बनान क विए एक साथ खि हो तावक सभय सससककत और सवचछ दशो की कतार म हम भरी फखर स खि हो सकrsquo

परधानमतरी क सवचछता वमशन स डॉ पाठक दारा पहि स वकए जा रह परयासो को जहा नए

वसर स महतव वमिा वही व इस बात स खास परोतसावहत और परररत भरी हए वक दश का परधानमतरी इतन वषषो क बाद गाधरी जरी क सवचछता कायलकरमो को न वसफफ अपना रहा ह बलक उस दश म एक जनादोिन की शकल दन म िगा ह बात सवचछता की कर तो इसम कही कोई दो मत नही वक इस काम को वजस िगन और ववसतार क साथ डॉ पाठक न अब तक वकया ह वसा उदाहरण भारत तो कया दवनया म दिभल ह यहरी कारण ह वक सिभ परणता दश-ववदश म अब तक सौ स जयादा वववशष सममानो स नवाज जा चक ह इनम भारत सरकार दारा पदम भषण (1991) इररनशनि सर फावसस पराइज इरिरी (1992) यएन हवबरर दारा गिोबि

मवहिा ववकास और सभयता की परतरीक होतरी ह यवद आप जानना चाहत ह वक समाज

वकतना अचछा ह तो रासत म चिन वािरी वकसरी मवहिा स बात कर और आपको वबना वकसरी अथलशासतरी की मदद क उततर वमि जाएगा मवहिा ववकास सदरता वनमलिता और उन सभरी चरीजो की परतरीक होतरी ह जो जरीवन को साथलक बनातरी ह य बात कछ वषल पवल पदमभषण डॉ ववनदशवर पाठक न उदयपर म एक राषटरीय सममिन को सबोवधत करत हए कहरी थी सममिन का आयोजन lsquoमवहिा-सशलतिकरण-लसथवत और भवमका पर उभरता हआ पररदशयrsquo ववषय पर ववशवववदयािय अनदान आयोग क सहयोग स मोहनिाि सखाविया ववशवववदयािय उदयपर क समाजशासत-ववभाग न वकया था इस कायलकरम म डॉ पाठक मखय अवतवथ क रप म शावमि हए थ

डॉ पाठक न सममिन म समकािरीन पररदशय क बार म बताया और कहा वक ववकासशरीि दशो म मवहिाओ की लसथवत असतोषपरद रहरी ह यरोप और अमररका म भरी उनह मतदान का अवधकार वपछिरी सदरी क

पवालधल म वमिा वशकषा क परचार और रसोईघर क उपकरणो स उनह मतदान क अवधकार स अवधक शलति वमिरी दसर ववशवयदध क बाद लसथवत सधररी भारत और अनय ववकासशरीि दशो म उनकी ददलशा क कारण रह ह गित परपराए और सामावजक कररीवतया डॉ पाठक न यह भरी कहा वक भारत म सकववजग करन वाि िोग असपशय मान जात ह व गररीबरी और जावत क सबस वनचि पायदान पर होत ह िगभग 7 िाख सकवजरो म 70 परवतशत मवहिाए ह सिभ न मवहिाओ क सशलतिकरण क विए अपनरी तरह स कदम उठाए ह कमाऊ शौचािय की जगह सिभ शौचािय-तकनरीक स सकवजर मवहिाओ को उनक पश स मति कराया गया ह वववभन वयावसायो म परवशकषण-दारा उनह जरीववका अवजलत करन का परवतलषत रासता वदखिाया गया राजसथान क अिवर और रोक क इस कायलकरम न इन मवहिाओ को नई राजकमाररया बनाया ह

सिभ सकववजग समापत करन सकवजसल क मानवावधकार िौरान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथावपत करन की वदशा म वनरतर कायलरत रहा ह सिभ न सवचछता-कायलकरमो म

मवहिाओ की पररी भागरीदाररी की वकाित की ह उनकी वशकषा सिमो म सवासथय तथा सफाई क बार म जागरकता-अवभयान स समदाय तथा पयालवरण म सपष सधार पररिवकषत होता ह वदलरी क सिमो म सिभ दारा हजारो मवहिाओ को परवशवकषत वकया गया ह य मवहिाए अब सवासथय सवचछता तथा सामावजक पररवतलन की दत क रप म कायलशरीि रहरी ह इसका परभाव घरो क सभरी सदसयो पर सवासथयकर रप स पिा ह सवचछ सववधाओ क साथ सवसथ पयालवरण परतयक मवहिा और बचच का अवधकार ह सिभ शौचािय तथा सान-पररसरो म मवहिाओ क विए अिग वयवसथा रहतरी ह जन 1996 म इसताबि म आयोवजत वसररी सवमर हवबरार-II कॉनफस म सवचछता क कषत म सिभ की उदोषणा lsquoबसर परलकरसrsquo क रप म की गई सयति राषट की आवथलक तथा सामावजक काउवसि दारा सिभ को सपशि कसरवरव सररस परदान वकया गया बाद म जनरि कसरवरव सररस परदान वकया गया ह

सिभ न lsquoनई वदशाrsquo नाम स अिवर तथा रोक (राजसथान) म वयावसावयक परवशकषण कदर सथावपत वकए ह जहा भतपवल सकवजर मवहिाओ को परवशवकषत वकया जाता ह अपना पराना पशा छोिन क बाद इस परकार उनह जरीववकोपाजलन का परवतलषत तररीका उपिबध कराया जाता ह इस परवशकषण क आयाम ववववध परकार क ह वजनम पढ़ना-विखना खादय-सामगरी बनाना वसिाई-कढ़ाई सौनदयल-परसाधन इतयावद शावमि ह यहा इन िोगो का वनयवमत मवडकि चकअप भरी होता ह इस परकार हए सामावजक रपातरण का अदाजा इस बात स िगाया जा सकता ह वक वहरी समाज जो इन सकवजसल को छन स भरी बचना चाहता था अब इनक बनाए खान क सामान खररीदन िगा ह इन मवहिाओ न सवय-सहायता दि बनाए ह य अपन बक खाता रखतरी ह और वहा स ऋण िकर अपना कारोबार चिातरी ह

मली परथा का अतदश म लगिग 7 लाख सककविरो म 70 परजतशत मजहलाए ह सलि सककवजिग समापत करन सककविरो क

मानवाजधकार लौटान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथाजपत करन की जदशा म जनरतरर कायषरत रहा ह

500 सकरॉि ऑफ ऑनर (2003) सरॉकहोम वारर पराइज (2009) और चरीन म सपन वडट रॉयिर सलममर म वडट रॉयिर ऑगतनाइजशन दारा हॉि ऑफ फम अवाडट (2008) आवद शावमि ह

दजनया का सबस बडा आदोलनसवचछता को िकर शर हआ सिभ आदोिन गाधरी क बाद उनकी राह पर बढ़ा दवनया का सबस बिा आदोिन ह इस आदोिन न मवहिाओ क साथ सामावजक सतर पर चि रहरी एक बिरी गरबराबररी और अनयाय को समापत करन म बिरी भवमका वनभाई ह खद डॉ पाठक क शबदो म lsquoगाधरी जरी न अपन डरबन क आशम म सबस पहि टरच िवटरन यानरी चारदरीवाररी क भरीतर शौच का इतजाम शर वकया उनकी वयवसथा म हर वयलति को अपना शौचािय साफ करना होता था आज भरी परान गाधरीवावदयो म आप यह चिन दख सकत ह गामरीण कषतो क विए उनका सझाव था वक टरी पर वमटरी यानरी गडा खो वदए शौच क बाद उस पर वमटरी डाविए दरअसि शौचािय की सफाई क जररए व मिा साफ करनवाि िोगो को समाज म बहतर सथान वदिाना चाहत थ हमार यहा परपरा रहरी ह वक घर क नजदरीक शौच न कर गाधरी जरी न उसम बदिाव का इतजाम वकया और चारदरीवाररी क भरीतर शौच वयवसथा की शरआत की उनकी कोवशश इन िोगो को शौच सफाई क वघनौन काम स मलति वदिानरी थरी व शौचािय को सामावजक बदिाव क औजार क तौर पर दखत थ गाधरी शताबदरी क दौरान 1969 म मझ िगा वक इस वदशा म काम वकया जाना चावहए इसरीविए मन सिभ इररनशनि की सथापना की और इसकी तरफ काम शर वकयाrsquo

सकलो म लडजकयो क जलए शौरालयसिभ की पहि आज सवचछता को िकर एक राषटरीय पररणा और अवभयान का नाम ह मवहिाओ को िकर सिभ की पररणा कस एक बि वमशन को परा कर रहरी ह उस बार म डॉ पाठक बतात ह lsquoरारा कसरसरी सववलसज न 100 करोि रपए स दश क दस हजार सककिो म ििवकयो क विए शौचािय बनान का ऐिान वकया ह भारतरी-एयररि कपनरी न भरी 100 करोि स पजाब क िवधयाना वजि म शौचािय बनान का फसिा वकया ह ओररएरि बक ऑफ कॉमसल भरी दो करोि की िागत स शौचािय बनान जा रहा ह साफ ह वक दश म सफाई की वदशा म मोदरी जरी की अपरीि क बाद बिरी करावत की शरआत हो चकी ह

सवचछता को लकर शर हआ सलि आदोलन गाधी क बाद

उनकी राह पर दजनया का सबस बडा आदोलन ह इस आदोलन न मजहलाओ क साथ सामाजिक सतर पर रल रही एक बडी गर-बराबरी और अनयाय को समापत करन म

बडी िजमका जनिाई ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

16

मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 4: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

bull सवमनारो परवशकषण कायलशािाओ मॉडि फमसल जागरकता कायलकरमो और ककवष मिा (वकसान बठक) क माधयम स पराककवतक खतरी क बार म िोगो को जागरक कर रह ह

bull शरी शरी नचरि फावमिग म 22 िाख स अवधक िोगो को परवशवकषत वकया गया बढ़तरी आबादरी क विए खादय सरकषा सवनलचित करन की चनौतरी को हि करन क विए एक सथायरी समाधान वनकािा गया ह

bull पराककवतक खतरी क जररए 2 वमवियन एकि की खतरी की जा रहरी ह

bull कायलशािाओ क माधयम स आतमहतया कर रह वकसानो म स 115000 वकसानो को सशति बनाया ह

bull बरीज वकसमो क सरकषण क विए दश भर म बरीज बक सथावपत वकया ह

आवरण कथा 05 - 11 मारष 201804

अपन माता-वपता क साथ धयान का अभयास करना शर कर चक थ इस छोररी सरी उमर म हरी वह पराचरीन ससककत पाठ भगवद गरीता क छदो का पाठ करन म भरी सकषम थ

उनहोन सधाकर चतवतदरी क साथ ववदक सावहतय का अधययन और साथ हरी बगिर क एमईएस सककि म पढ़ाई की 1973 म मात 17 वषल की उमर म उनहोन भौवतकी और ववदक सावहतय दोनो म वडगरी क साथ सातक की उपावध परापत की

सातक सतर की पढ़ाई क बाद उनहोन महवषल महश योगरी क साथ याता की जहा स उनक आयवतद कदरो म ववदक ववजान पर उपदश दन की शरआत की इस अववध क दौरान व महवषल महश योगरी क सबस कररीबरी दोसत और ववशवासरी बन गए

1980 क दशक क दौरान उनहोन दवनया भर की याता की और आधयालतमकता का परचार वकया उनहोन 1982 म आरट ऑफ विववग फाउडशन की सथापना की और 1983 म उनहोन लसवटजरिड म पहिा आरट ऑफ विववग कोसल आयोवजत वकया 1986 म उनहोन आरट ऑफ विववग कायलशािा क विए कविफोवनलया की याता की और जद हरी अमररका म िोकवपरय हो गए

80 क दशक क अत म उनहोन एक परभावरी शवास वकरया की शरआत की वजस सदशलन वकरया कहा गया ऐसा कहा जाता ह वक नई शवास तकनरीक की पररणा उनह कनालरक क वशमोगा म भदरा नदरी क वकनार पर धयान करत समय आई थरी

सदशलन वकरया शाररीररक मानवसक और भावनातमक तौर पर कयाणकाररी सववधा दतरी ह

परवतलषत मवडकि ससथानो स सवतत वचवकतसा अनसधान न कहा ह वक इन तकनरीको स अवसाद क उनमिन कोवरटसोि (तनाव हामवोन) को कम करन और परवतरकषा परणािरी को मजबत करन म मदद वमितरी ह

1997 म उनहोन इररनशनि एसोवसएशन फॉर हमन वय (आईएएचवरी) की सथापना की वजसका उदशय गामरीण कषतो म सथाई ववकास िान मानव मयो और नवतकता को वफर स जरीववत करना ह भारत म उनहोन 435 सककिो क 58000 स अवधक बचचो को मफत वशकषा दन की शरआत की ह

शरी शरी को कोिवबया मगोविया और परागए क सववोचच नागररक परसकार समत वववभन अतरालषटरीय परसकारो स सममावनत वकया गया ह असाधारण और परवतलषत सवा क विए उनह दश का दसर नबर का सववोचच नागररकता परसकार पदमववभषण परदान वकया गया ह उनह ववशव सतर पर 16 मानद डॉकररटस परदान वकए गए ह और वह एक साि म िगभग 40 दशो का सफर करत ह

शरी शरी हमशा एक सदश दत रह ह वक दवनया एक पररवार ह और वववभन धमल ससककवत परपराए परम करणा शावत और अवहसा क समान मयो म वनवहत ह उनहोन यमना क तर पर 2016 म वडट कचर फलसरवि का आयोजन वकया था वजसम 155 दशो क 375 वमवियन िोगो न वहससा विया और इतना हरी नही 7 एकि म बन सरज पर 36602 नतलवकयो क साथ हरी दवनया भर क सगरीतकारो न अपन हनर का परदशलन वकया

कशमीर म सवादशरी शरी साि 2004 क बाद स जमम और कशमरीर म समाज क सभरी वगषो क साथ वमिकर काम कर रह ह वह िगातार अिगाववादरी नताओ पतथर फकन वाि सफी सतो और बवदधजरीववयो स बातचरीत कर रह ह इसक साथ हरी जमम और कशमरीर म सभरी वहतधारको क साथ उनकी िगातार बातचरीत चि रहरी ह

साि 2007 म सयद अिरी शाह वगिानरी न आरट ऑफ विववग इन द विरी दारा आयोवजत शर-ए-कशमरीर अतरालषटरीय सममिन म शरी शरी रवव शकर

का सवागत करत हए कहा वक म घाररी म आन क विए गरदव का बहत आभाररी ह म उनस अनरोध करता ह वक वह दवनया और जमम-कशमरीर म शावत िाए हम यह वजममदाररी उनह सौप रह ह कयोवक उनक पास हदय ह जो मानता ह और वासतव म मानव मयो को समझता ह

उनहोन हररटयत नताओ समत मरीरवाइज उमर फारक स घाररी म शावत सथावपत करन क विए बातचरीत की इसक साथ हरी अमरनाथ याता की सापरदावयक सदाव को बढ़ावा दन और घाररी म शावत सथावपत करन क विए परभावरी ढग स काम

bull महाराषट कनालरक तवमिनाड और करि म 35 नवदयो और इसकी सहायक नवदयो म जि सरकषण और नदरी का कायाकप चि रहा ह

bull यमना सफाई अवभयान मररी वदलरी मररी यमना का आयोजन वकया

bull सवचछ यमना अवभयान क दौरान िगभग 512 रन कपि पिालसरक कचरा हराया गया

bull पपा नदरी सफाई अवभयान क दौरान 600 रन कचरा हराया गया

bull इस पररयोजना पर 68800 सवयसवको न घरो समय वबताया

bull शरी शरी रवव शकर ववदयामवदर ववदयािय क 377 बचचो और कमलचाररयो न इस पहि म वहससा विया

िजवक खती

िल सरकण नदी सवरषन

उनहोन 5000 स अजधक गमराह यवाओ को िी परोसाजहत करन का काम जकया ह शी शी न यवा नतव टजनग परोगाम क तहत जहसा क रासत पर रल पड यवाओ को परोसाजहत कर समाि स िोडन का काम कर रह ह

05 - 11 मारष 2018 आवरण कथा 05

वकया हइतना हरी नही उनहोन 5000 स अवधक गमराह

यवाओ को भरी परोतसावहत करन का काम वकया ह शरी शरी न यवा नततव टरवनग परोगाम क तहत वहसा क रासत पर चि पि यवाओ को परोतसावहत कर समाज स जोिन का काम कर रह ह

साि 2017 म द आरट ऑफ विववग न पगाम-ए-मोहबबत का आयोजन वकया वजसक तहत मार गए आतकवावदयो क 200 पररवार और सवनको क 40 पररवारो को एक साथ िाया गया वजनहोन

अपन जरीवन का बविदान वकया व अवहसा क रासत पर चिन क विए कशमरीर क यवाओ को एक सपषरीकरण दन क विए एक साथ आए थ

यह हर वकसरी क विए वदि-छ िन वािा पि था वजसम उन पररवारो क ददल को साझा वकया गया जो आतकवाद की वजह स अपनो को खो चक थ एक पवल आतकवादरी अबदि मजरीद न कहा वक यवाओ को अपनरी बदक छोिनरी चावहए और शावत क मागल का पािन करना चावहए हम यहा आए ह कयोवक गरदव एक बिा वयलतितव

ह जो बि काम करत ह हम उममरीद ह वक वह हम बातचरीत क माधयम स एक समाधान की ओर ि जाएग

एजाज अहमद मरीर न कहा वक हम बहत आशा क साथ आए ह हम उममरीद नही थरी वक हम इस तरह की जगह पर आन का मौका वमिगा हमन बहत कछ खो वदया ह अब हम राषट क परवत पयार का सदश फिाना चाहत ह

एक पवल आतकवादरी गिाम हसन न कहा वक दोनो पकषो क िोग मार गए ह चाह वह सना स रह या दसररी तरफ इन सबकी वजह स हम रात को सो नही पात वदन म बाहर नही जा सकत हम शावत चाहत ह हम शावत की आशा िकर गरदव क पास आए ह

पववोततर म कजठनाइयो को तोडाउततर-पववी कषत क नताओ को वहसा स दर रखन क विए शरी शरी न वहा पर बहत समय वयतरीत वकया साि 2017 म मवणपर क 68 आतकवावदयो न घर वापसरी की इन आतवकयो क घर वापसरी म उनकी रणनरीवत न काफी मदद की आरट ऑफ विववग न इन कायलकतालओ क वदिो और वदमाग को बदिन म एक परमख भवमका वनभाई

साि 2010 म भरी मवणपर म 128 उगवावदयो न अपन हवथयार रख और बाद म आरट ऑफ विववग न उनका पनवालस वकया उगवावदयो क पर समह न सगठन दारा आयोवजत 90-वदवसरीय गहन वयवहार आधयालतमक और वयावसावयक पनवालस परवशकषण विया

गिषर आदोलनशरी शरी न जन 2008 म राजसथान गए तावक गजलर समदाय दारा आरकषण की माग को िकर फिाए गए आदोिन स उपज वहसा और तनाव को शात वकया जा सक हािावक उनकी सिाह पर

आदोिनकाररयो न सरकार क साथ बातचरीत करन पर सहमवत वयति की वाताल शर करन क कछ हरी वदनो क भरीतर आदोिनकाररयो और सरकार क बरीच एक सौहादलपणल समाधान हो गया

गौरतिब ह वक यह पहिरी बार था गजलर समदाय क िोग वकसरी मधयसथ की बात सनन क विए तयार थ वही ववरोध परदशलन करन वाि गजलरो को सातवना दन क विए शरी शरी रवव शकर न इस समदाय क 50000 सदसयो स वपिकापरा क रि परररयो क पास वमि जहा व ववरोध म बठ थ और रि यातायात को अवरदध कर रह थ शरी शरी न उनह अपन वहसक ववरोध को दर करन और शावतपणल ढग स बातचरीत करन का आगह वकया

सीपीआईएमएल और रणवीरसना21 वी शताबदरी की शरआत म वबहार राजय म उठ जावत सघषल का समाधान खोजना आरट ऑफ विववग क विए शरआतरी मामिो म स एक था

ऊचरी जावत समह रणवरीरसना और भारतरीय कमयवनसर पारवी (माकसलवादरी-िवननवादरी) (सरीपरीआईएमएि) क बरीच जावत सघषल न 1990 क दशक क दौरान वबहार म सबस खराब रप ि विया था वजसम बि पमान पर हतया जबरन और अनय तररीको क रप म वहसा न अपन पर फिान शर कर वदए थ

साि 2001 म शरी शरी न एक सघषल-गसत मसौढ़री कषत का दौरा वकया और अवहसा को अपनान क विए 50000 िोगो स अपरीि की बातचरीत क माधयम स समदायो और समहो को एकजर करन म गरदव को कई वदककतो का सामना करना पिा वजसम वबहार क यदधरत गर और भारत क अनय नकसिरी इिाको क नता शावमि थ तब इन नताओ को शरी शरी स वमिन क विए ऋवषकश म आरट ऑफ विववग सरर म अिग स आमवतत वकया गया था

bull अरणाचि परदश मवणपर मघािय असम ओवडशा पलचिम बगाि झारखड वबहार उततर परदश उततराखड जमम और कशमरीर क आवदवासरी कषतो म िाइर ए होम पररयोजना क तहत 18500 पररवारो म सोिर िाइर िगवाए गए वजसस 65000 स अवधक िोगो को िाभ हआ

bull 8 सौर माइकरो वगड भारत म सथावपत की तावक एकीककत सौर ऊजाल को मॉडि गावो तक पहचाया जा सक

bull मधय परदश जमम-कशमरीर और राजसथान क गामरीण इिाको क नौ सककिो म सौर वगडस परदान वकए

bull अकषय ऊजाल उतपादो को सथावपत करन क विए 1033 यवाओ को अकषय ऊजाल तकनरीवशयनो क रप म परवशवकषत वकया गया

रोशन हए घर

उततर-पववी कतर क नताओ को जहसा स दर रखन क जलए शी शी न वहा पर बहत समय वयतीत जकया साल 2017 म मजणपर क 68 आतकवाजदयो न घर वापसी की इन आतजकयो क घर वापसी

म उनकी रणनीजत न काफी मदद की

आवरण कथा 05 - 11 मारष 201806

ऋवषकश पहचन क बाद दोनो गरो म एक बार वफर स सघषल शर हो गया शरी शरी क हसतकषप क बाद दोनो गर कायलकरम म एक साथ बठन को तयार हए जहा उनहोन शवास और धयान तकनरीक सरीखी इस कायलकरम क अत तक उनहोन सवय को अपन हवथयार छोिन और सामदावयक सवा की वदशा म अपन परयासो क विए सवचछा स शपथ िरी

अतराषषटीय मधयसथताआरट ऑफ विववग क अनठ कायलकरमो म स एक ह कवदयो का पनवालस जो दवनया भर म 700000 स अवधक कवदयो तक अपनरी पहच बना चका ह उदाहरण क विए बता द वक उरगव क आतररक मतािय न उन कवदयो की जि की सजा को कम कर वदया वजनहोन आरट ऑफ विववग परोगाम म वहससा विया

आरट ऑफ विववग क सवयसवको न मलकसको हतरी अमररका जमलनरी कनाडा नपाि भारत पावकसतान शरीिका जापान म परीवित िोगो क विए मोबाइि फोन दारा आपदा राहत पहचान की एक नई पहि शर की ह

कोलजबया और एफएआरसी क बीर शाजत समझौता शरीिका म चि 52 वषवीय गहयदध क बाद कोिवबया सरकार और एफएआरसरी गोररला क बरीच शावत समझौता कराना शरी शरी क विए सबस बिरी उपिलबध रहरी कोिवबया क राषटपवत जआन

मनएि सरोस वजनहोन शरी शरी को एफएआरसरी तक पहचन म मदद की उनह दश म शावत िान क विए वकए गए परयासो क विए 2016 म नोबि शावत परसकार स नवाजा गया

शरी शरी को वमिन क बाद एफएआरसरी क नतााओ का हदय पररववतलत हो गया और उनहोन यदध ववराम की घोषणा कर दरी इतना हरी नही उनहोन अपन िकय को परापत करन क विए गाधरी क अवहसा वसदधात को अपनान की कसम खाई एफएआरसरी क नता न अपन अपराधो क विए माफी मागरी और उसक बाद एक नए राजनरीवतक दि क रप म सथावपत हआ

शावत वाताल म एफएआरसरी कमाडर और मखय वातालकार इवान मारकज कहत ह वक एक लसथर और िब समय तक शावत परापत करन क विए आरट ऑफ विववग की वशकषाए आवशयक ह हम उममरीद ह वक कोिवबया म शावत दवनया क विए एक पररणा क रप म कायल करगरी

इराक का पनवाषसआरट ऑफ विववग कछ गर-सरकाररी एजवसयो म स एक ह जो अब भरी बगदाद म काम कर रहरी ह आईएएचवरी क सहयोग स सगठन न समग वचवकतसा दखभाि कायलकरम और मवहिा सशलतिकरण पररयोजना क साथ-साथ टरामा राहत कायलकरमो दारा 50000 स अवधक इराकी नागररको की दखभाि की ह शरी शरी न तरीन बार इस दश का दौरा वकया ह आरट ऑफ विववग अब उततररी इराक म यदध म बच िोगो पर ववशष धयान दन

bull कम िागत वाि जव रत वाररवफरर क वनमालण क विए 60 स अवधक गामरीण यवाओ को जिसवक क रप म परवशवकषत वकया गया

bull 267 गावो क 45000 स अवधक िोगो को सरवकषत पयजि उपिबध करान क विए चार सामदावयक पानरी वफरर िगाए गए और इसक साथ हरी आधर परदश पलचिम बगाि झारखड और ओवडशा राजयो म 78 बोर क कओ का वनमालण कराया

bull कनालरक और पलचिम बगाि म सात समदावयक आरओ और जव रत वफरर की सथापना की

शर पयिल

का काम कर रह ह 6000 स अवधक मवहिाओ को रिररग और कपयरर साकषरता म वयावसावयक परवशकषण परदान वकया जा रहा ह इराक क सधारक घरो म कवदयो क विए कई कायलकरम आयोवजत वकए गए इराक क 100 स अवधक नागररक जयादातर बगदाद बसरा सिमवनया और करबिा की मवहिाए आरट ऑफ विववग की वशकषा िरी और वह साथरी इरावकयो की परीिा को कम करन क विए काम कर रहरी ह

आरट ऑफ विववग और आईएएचवरी भरी आईएसआईएस दारा जाररी मानवरीय सकर क मदनजर इराक म 15 िाख आतररक ववसथावपत परषो मवहिाओ और बचचो को भौवतक और आधयालतमक राहत दन क विए काम कर रहा ह इरािरी दहोक और खाजरीर म 8000 स अवधक पररवारो और अनाथ बचचो को राहत सामगरी बाररी

सीररया लबनान िॉडडन म टामा कयरसगठन भरी सवकरय रप स सरीररयन शरणावथलयो और जॉडटन िबनान सरीररया और इराक म यदध म बच िोगो की मदद करन क विए काम कर रहा ह इस कषत म चि रह तनाव आघात क उपचार क विए द आरट ऑफ विववग की कायलशािाओ क माधयम स 20000 स अवधक िोगो को िाभ परदान वकया गया ह चवक इस सघषल म बचचो क जयादा समह

शावमि ह इसविए आरट ऑफ विववग न अपन कायलकरमो को ववशष रप स बचचो क विए शर वकया ह तावक बचचो को इन सबस रोका जा सक और उनह शावत क रासत पर िाया जा सक

जातररी वशववर क एक सामावजक कायलकताल न कहा वक हम ऐस वातावरण म काम कर रह ह जो मनोसामावजक गवतवववधयो क विए बहत जरररी ह इस कायलशािा म मन इस तरह क परभावरी पररणाम कभरी नही दख ह इसस मर काम पर भाररी असर पिा ह और मझ सरीररयन शरणावथलयो क साथ काम करन का सचमच िाभ हआ ह आज आरट ऑफ विववग फाउडशन 152 स अवधक दशो म मौजद ह दस िाख स अवधक इसक अनयायरी ह कई अनय ससथान और आशम जस वदववजान महाववदयापरीठ शरी शरी आयवतद शरी शरी सककि फॉर परफॉवमिग आटसल एड फाइन आटसल और शरी शरी पररी-यवनववसलररी कॉिज ह जो उनकी ववरासत को आग बढ़ा रह ह शरी शरी रवव शकर शरी शरी ववशवववदयािय क किपवत और भारतरीय योग परमाणन सवमवत क गणवतता वनयतण क अधयकष भरी ह वह अमरनाथ शाइन बोडट (जमम और कशमरीर भारत सरकार दारा वनयति) क सदसय भरी ह शरी शरी कनालरक सरकार दारा आयोवजत गरदव ककषणादवराय की 500 वी वषलगाठ समारोह क ररसपशन कमररी क अधयकष भरी ह

आटड ऑफ जलजवग क सवयसवको न मकसको हती अमररका िमषनी कनाडा नपाल िारत पाजकसतान शीलका िापान म पीजडत लोगो

क जलए मोबाइल फोन दारा आपदा राहत पहरान की एक नई पहल शर की ह

0705 - 11 मारष 2018 सिभ

जवधवाओ की जिदगी म नए रग िरन का मौका लाकर सलि न समाि को यह सदश दन की कोजशश की ह जक जवधवा माताए िी समाि का

उतना ही महवपणष जहससा ह जितन दसर लोग ह-डॉ पाठक

वदावन म सामाजिक बदलाव की होलीवदावन क राधागोपीनाथ मजदर म जवधवा माताओ न पर उलास क साथ होली खली फलो और गलाल स खली गई इस

अनठी होली म वदावन की जवधवा माताओ क साथ वाराणसी स आई परास जवधवा माताए िी शाजमल हई

जपरयका जतवारी

हमार समाज म वकसरी मवहिा क ववधवा होत हरी उसक जरीवन क सार रग बदरग हो जात ह इतना हरी नही ववधवाओ को सभरी शभ

कायषो स भरी दर रखा जाता ह सवदयो स चिरी आ रहरी इस सामावजक कररीवत को समापत कर ववधवाओ को समाज की मखयधारा स जोिन की पहि सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की डॉ पाठक उन परातन मानयताओ म ववशवास नही करत वजसक अनसार परष की मतय क बाद उसकी पतनरी को समाज और पररवार की मखयधारा स कार कर अिग कर वदया जाए

इसरी सामावजक धारणा और मानयता को बदिन क विए सिभ न वदावन म अपन पररवार स पररतयति ववधवाओ को होिरी खिन का अनठा अवसर परदान वकया इस वषल भरी वदावन क राधागोपरीनाथ मवदर म ववधवा माताओ न पर उलास क साथ होिरी खिरी फकिो और गिाि स खिरी गई इस अनठरी होिरी म वदावन की अनय ववधवा माताओ क साथ वाराणसरी आई पचास ववधवा माताए भरी शावमि हई

वदावन क गोपरीनाथ मवदर म सिभ सवचछता एव सामावजक सधार आदोिन दारा आयोवजत होिरी महोतसव अपन आप म दवनया का सबस अनठा और रगरीन उतसव बन गया कयोवक इसम वसफफ होिरी क रग

हरी नही सगवधत फकिो की पखविया हरी नही हरदम उदासरी की सफद चादर म विपररी ववधवा माताओ की खनकतरी हसरी हरी नही बलक सामावजक बदिाव क गिाि भरी उिाए गए सकारातमक सामावजक बदिाव ऐस हरी होत ह वबना वकसरी को कछ बताए वबना वकसरी को रोक रोक सामावजक बदिाव की यह अनोखरी समझ सिभ परणता की वववशषता ह वजनहोन अपन परयासो स वदावन की ववधवा माताओ क जरीवन की पररी तसवरीर हरी बदि दरी वदावन की गवियो म सबकी नजरो स दर गमनाम वजदगरी जरीन वािरी इन ववधवा माताओ को अब दश कया पररी दवनया जान चकी ह

होिरी महोतसव म पहि गिाब गदा और चमिरी क फकिो क साथ होिरी खिरी गई इसक बाद गिाि बरसा कर सभरी न होिरी का आनद विया इस होिरी समारोह म कि 15 लवरि फकि और गिाि का इसतमाि वकया गया सिभ दारा आयोवजत रगो क इस तयोहार म ववधवा माताओ न ककषण सगरीत की धनो पर भाव नतय वकया

इस अवसर पर सिभ सवचछता एव सामावजक सधार आदोिन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक न कहा वक ववधवाओ की वजदगरी म नए रग भरन का मौका िाकर सिभ न समाज को यह सदश दन की कोवशश की ह वक ववधवा माताए भरी समाज का उतना हरी महतवपणल वहससा ह वजतन दसर िोग ह उनहोन बताया वक वदावन स पाच ववधवा माताए दश क परधानमतरी नरदर मोदरी स वमिन गिाि िकर जाएगरी और उनको गिाि दकर होिरी की शभकामनाए दगरी इसस पहि डॉ पाठक न ववधवा माताओ क साथ राधागोपरीनाथ मवदर म भगवान राधागोपरीनाथ को गिाि और पषप अवपलत कर पजन वकया उसक बाद इन वदध एव ववधवा माताओ क साथ फकि और गिाि स होिरी खिरी इसक अिावा डॉ पाठक न इन माताओ क साथ गरीत गाकर इनह होिरी की ढर साररी शभकामनाए दरी

बता द वक इस समारोह म होिरी क गरीतो का वहदरी और बागिा म गायन वकया गया मवदर म परभ आराधना क बाद माताओ न मवदर क चौक म होिरी

खिरी इस समारोह म वहससा िन वािरी ववधवा माता िविता न बताया वक उनकी शादरी क तरीन साि बाद हरी उनक सवामरी की मतय हो गई उनह इतना भरी पता नही था वक कयो उनह िोग रग और शभ कायषो स दर रखन िग थ उनह जब तक य बात समझ आतरी तब तक वह वदावन चिरी आई और परभ की भलति म िरीन हो गई उनहोन बताया वक सिभ बाबा (डॉ पाठक) क आन क बाद उनहोन जाना वक रग कया होत ह तयोहार कया होता ह उनहोन डॉ पाठक और सिभ को ढर साररी शभकामनाए दरी

एक अनय ववधवा माता दरीपािरी गहा ठाकर दास न बताया वक उनक पवत की मौत क बाद उनस िोग दर दर रहत थ वकसरी भरी शभ कायल और तयोहार म उनह शावमि नही वकया जाता था यह सब दख कर उनह बहत दख होता था इसरीविए वह कोिकाता स वदावन आ गई और यही राधारानरी का भजन कीतलन करन िगी यहा भरी उनह शरआत म बहत सरी तकिरीफो का सामना करना पिा वजसकी वजह स वह यहरी सोचतरी थरी वक भगवान उनह अपन पास जद स जद बिा ि वफर एक वदन डॉ पाठक उनकी वजदगरी म मसरीहा बन कर आए और उनक साथ साथ वदावन की सभरी ववधवा माताओ क जरीवन म बदिाव आ गया आज उनह भर पर भोजन क विए कही भरकना नही पिता ह और न हरी बरीमार होन पर दवा क विए वकसरी का आशय िना पिता ह उनहोन कहा वक सिभ और डॉ पाठक न उनक जसरी तमाम मवहिाओ को जरीवन जरीन की एक नई उममरीद दरी ह

यह सिभ और डॉ पाठक क अथक परयासो का हरी पररणाम ह जो आज य ववधवा माताए होिरी हरी नही दरीवािरी रकषाबधन जस सभरी तयोहार मनातरी ह इन माताओ क चहर पर मसकान और सककन दख कर िगता ह मानो इनह एक नया जरीवन वमि गया हो आज य सभरी माताए खशरी क गरीत गातरी ह और डॉ पाठक तथा सिभ का आभार वयति करत नही थकतरी

जवधवा माताओ क जलए सलि का होली महोसव

गोपीनाथ मजदर म जवधवा माताओ न खली फल और गलाल स होली

डॉ पाठक न जवधवा माताओ सग खली फल और गलाल स होली

खास बात

मन की बात 05 - 11 मारष 201808

नरद मोदी (परधानमतरी)

परकाश वतपाठरी न एक िबरी वचटरी विखरी ह और मझस बहत आगह वकया ह वक म उनक पत म विख गए ववषयो को सपशल

कर उनहोन विखा ह 1 फरवररी को अतररकष म जान वािरी कपना चाविा की पणय वतवथ ह कोिवबया अतररकषयान दघलरना म वो हम छोि कर चिरी गई िवकन दवनया भर म िाखो यवाओ को पररणा द गई म परकाश जरी का आभाररी ह वक उनहोन अपनरी िबरी वचटरी का आरभ कपना चाविा की ववदाई स वकया ह यह सबक विए दःख की बात ह वक हमन कपना चाविा को इतनरी कम उमर म खो वदया िवकन उनहोन अपन जरीवन स पर ववशव म खासकर भारत की हजारो ििवकयो को यह सदश वदया वक नाररी-शलति क विए कोई सरीमा नही ह इचछा और दढ़ सकप हो कछ कर गजरन का जजबा हो तो कछ भरी असभव नही ह यह दखकर काफी खशरी होतरी ह वक भारत म आज मवहिाए हर कषत म तजरी स आग बढ़ रहरी ह और दश का गौरव बढ़ा रहरी ह

पराचरीन काि स हमार दश म मवहिाओ का सममान उनका समाज म सथान और उनका

योगदान पररी दवनया को अचवभत करता आया ह भारतरीय ववदवषयो की िबरी परपरा रहरी ह वदो की ऋचाओ को गढ़न म भारत की बहत-सरी ववदवषयो का भरी योगदान रहा ह िोपामदरा गागवी मतयरी जस न जान वकतन हरी नाम ह आज हम lsquoबररी बचाओ बररी पढ़ाओrsquo की बात करत ह िवकन सवदयो पहि सकद-पराण मकहा गया ह-दशपतर समाकना दशपतरान परवरधन त फल लभतमरध तत लभ कनकका

अथालत एक बररी दस बरो क बराबर ह दस बरो स वजतना पणय वमिगा एक बररी स उतना हरी पणय वमिगा यह हमार समाज म नाररी क महतव को दशालता ह और तभरी तो हमार समाज म नाररी को lsquoशलतिrsquo का दजाल वदया गया ह यह नाररी शलति पर दश को सार समाज को पररवार को एकता क सत म बाधतरी ह चाह ववदक काि की ववदवषया

िोपामदरा गागवी मतयरी की ववदता हो या अकका महादवरी और मरीराबाई का जान और भलति चाह अवहयाबाई होिकर की शासन वयवसथा हो या रानरी िकमरीबाई की वरीरता नाररी शलति हमशा हम परररत करतरी आई ह दश का मान-सममान बढ़ातरी आई ह

परकाश वतपाठरी न आग कई सार उदाहरण वदए ह उनहोन विखा ह हमाररी साहवसक रकषा-मतरी वनमलिा सरीतारमण क ििाकक ववमान lsquoसखोई 30rsquo म उिान भरना उनह पररणा द दगा उनहोन ववतलका जोशरी क नततव म भारतरीय नौसना क मवहिा करक मबसल आई एनएसवरी तररणरी पर पर ववशव की पररकरमा कर रहरी ह उसका वजकर वकया ह तरीन बहादर मवहिाए भावना कठ मोहना वसह और अवनरी चतवतदरी यदधक ववमान की पायिर बनरी ह और सखोई-30 म परवशकषण ि रहरी ह कषमता वाजपयरी की अगवाई वािरी ऑि वमन करक न वदलरी

स अमररका क सन फावससको और वापस वदलरी तक एअर इवडया क बोईग जर म उिान भरी आज नाररी हर कषत म न वसफफ आग बढ़ रहरी ह बलक नततव कर रहरी ह आज कई कषत ऐस ह जहा सबस पहि हमाररी नाररी-शलति कछ करक वदखा रहरी ह एक वमसाि कायम कर रहरी ह वपछि वदनो राषटपवत जरी न एक नई पहि की

राषटपवत जरी न उन असाधारण मवहिाओ क एक समह स मिाकात की वजनहोन अपन-अपन कषतो म सबस पहि कछ करक वदखाया दश की इन मवहिाओ म मचचर नवरी की पहिरी मवहिा कपरन यातरी टरन की पहिरी मवहिा डाइवर पहिरी मवहिा फयर फाइरर पहिरी मवहिा बस डाइवर अराकफवरका पहचन वािरी पहिरी मवहिा एवरसर पर पहचन वािरी पहिरी मवहिा इस तरह स हर कषत की lsquoपहिरी मवहिाrsquo थी - हमाररी नाररी-शलतियो न समाज की रवढ़वावदता को तोित हए असाधारण उपिलबधया हावसि की एक कीवतलमान सथावपत वकया उनहोन य वदखाया वक किरी महनत िगन और दढसकप क बि पर तमाम बाधाओ और रकावरो को पार करत हए एक नया मागल तयार वकया जा सकता ह एक ऐसा मागल जो वसफफ अपन समकािरीनो को हरी नही बलक आन वािरी परीवढ़यो को भरी परररत करगा उनह एक नय जोश और

नारी-शकति की असाधारण उपलकधयाआि नारी हर कतर म न जसफफ आग बढ़ रही ह बकलक नतव कर रही ह आि कई कतर ऐस ह िहा सबस पहल

हमारी नारी-शकति कछ करक जदखा रही ह एक जमसाल कायम कर रही ह

परारीन काल स हमार दश म मजहलाओ का सममान उनका समाि म सथान और उनका योगदान परी दजनया को अरजित करता आया ह

िारतीय जवदजरयो की लबी परपरा रही ह वदो की ऋराओ को गढ़न म िारत की बहत-सी जवदजरयो का िी योगदान रहा ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 मन की बात 09उतसाह स भर दगा इन पहिरी मवहिाओ पर एक पसतक भरी तयार की गई ह तावक परा दश इन नाररी शलतियो क बार म जान उनक जरीवन और उनक कायषो स पररणा ि सक

आज दश और समाज म हो रह सकारातमक बदिाव म दश की नाररी-शलति की महतवपणल भवमका ह आज जब हम मवहिा सशतिरीकरण पर चचाल कर रह ह तो म एक रिव सरशन का वजकर करना चाहगा एक रिव सरशन और मवहिा सशतिरीकरण आप सोच रह होग वक इसक बरीच म कया सबध ह मबई का मारगा सरशन भारत का ऐसा पहिा सरशन ह जहा साररी मवहिा कमलचाररी ह सभरी ववभागो म मवहिा सराफ - चाह कमवशलयि वडपारटमर हो रि पविस हो वरकर चकर हो उदघोषक हो परा 40 स भरी अवधक मवहिाओ का सराफ ह इस बार बहत स िोगो न गणतत वदवस की परड दखन क बाद टरीअर पर और दसर सोशि मरीवडया पर विखा वक परड की एक मखय बात थरी बरीएसएफ की मवहिा दसता व साहसपणल परयोग कर रहरी थी और य दशय ववदश स आए हए महमानो को भरी आचियलचवकत कर रहा था सशतिरीकरण आतमवनभलरता का हरी एक रप ह आज हमाररी नाररी-शलति नततव कर रहरी ह आतमवनभलर बन रहरी ह

छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी मवहिाओ न भरी कमाि कर वदया ह उनहोन एक नई वमसाि पश की ह आवदवासरी मवहिाओ का जब वजकर आता ह तो सभरी क मन म एक वनलचित तसवरीर उभर कर आतरी ह वजसम जगि होता ह पगडवडया होतरी ह उन पर िकवियो का बोझ वसर पर उठाए चि रहरी मवहिाए िवकन छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी नाररी हमाररी इस नाररी-शलति न दश क सामन एक नई तसवरीर बनाई ह छततरीसगढ़ का दतवािा इिाका जो माओवाद-परभाववत कषत ह ऐस खतरनाक इिाक म आवदवासरी मवहिाए ई-ररकशा चिा कर आतमवनभलर बन रहरी ह बहत हरी थोि कािखड म कई साररी मवहिाए इसस जि गई ह उनह इसस तरीन िाभ हो रह ह एक तरफ जहा सवरोजगार न उनह सशति बनान का काम वकया ह वही इसस माओवाद-परभाववत इिाक की

तसवरीर भरी बदि रहरी ह और इन सबक साथ इसस पयालवरण-सरकषण क काम को भरी बि वमि रहा ह यहा क वजिा परशासन की भरी सराहना करता ह अनदान उपिबध करान स ि कर परवशकषण दन तक वजिा परशासन न इन मवहिाओ की सफिता म एक महतवपणल भवमका वनभाई ह

हम बार-बार सनत आए ह वक िोग कहत ह ndash lsquoकछ बात ह ऐसरी वक हसतरी वमरतरी नही हमाररीrsquo वो बात कया ह वो बात ह िचरीिापन और वनरतर पररवतलन जो काि-बाह ह उस छोिना जो आवशयक ह उसका सधार सवरीकार करना हमार समाज की ववशषता ह ndash आतमसधार करन का वनरतर परयास यह भारतरीय परपरा हमाररी ससककवतक ववरासत ह वकसरी भरी जरीवत समाज की पहचान होतरी ह उसका आतम सधार तत

सामावजक कपरथाओ और कररीवतयो क वखिाफ सवदयो स हमार दश म वयलतिगत और सामावजक सतर पर िगातार परयास होत रह ह अभरी कछ वदन पहि वबहार न एक रोचक पहि की राजय म सामावजक कररीवतयो को जि स वमरान क विए 13 हजार स अवधक वकिोमरीरर की ववशव की सबस िबरी मानव-शखिा बनाई गई इस अवभयान क दारा िोगो को बाि-वववाह और दहज-परथा जसरी बराइयो क वखिाफ जागरक वकया गया दहज और बाि-वववाह जसरी कररीवतयो स पर राजय न ििन का सकप विया बचच बजगल जोश और उतसाह स भर यवा माताए बहन हर कोई इस जग म शावमि थ समाज क सभरी िोगो को सहरी मायन म ववकास का िाभ वमि इसक विए जरररी ह वक हमारा समाज इन कररीवतयो स मति हो म वबहार

की जनता राजय क मखयमतरी वहा क परशासन और मानव ndashशखिा म शावमि हर वयलति की सराहना करता ह वक उनहोन समाज कयाण की वदशा म इतनरी ववशष एव वयापक पहि की

करि की आवदवासरी मवहिा िकमरीकटरी की कहानरी सनकर आप सखद आचियल स भर जायग िकमरीकटरी कलार म वशवकषका ह और अब भरी घन जगिो क बरीच आवदवासरी इिाक म ताि क पततो स बनरी झोपिरी म रहतरी ह उनहोन अपनरी समवत क आधार पर हरी पाच सौ आयवतवदक दवाए बनाई ह साप कारन क बाद उपयोग की जान वािरी दवाई बनान म उनह महारत हावसि ह िकमरी जरी दवाओ की अपनरी जानकाररी स िगातार समाज की सवा कर रहरी ह इस गमनाम शलखशयत को पहचान कर समाज म इनक योगदान क विए उनह पदमशरी स सममावनत वकया गया म आज एक और नाम का भरी वजकर करन का मरा मन करता ह पलचिम बगाि की 75 वषवीय सभावसनरी वमसतरी को भरी उनह परसकार क विए चना गया सभावसनरी वमसतरी एक ऐसरी मवहिा ह वजनहोन असपताि बनान क विए दसरो क घरो म बतलन माज सबजरी बचरी जब य 23 वषल की थी तो उपचार नही वमिन स इनक पवत की मतय हो गई थरी और इसरी घरना न उनह गररीबो क विए असपताि बनान क विए परररत वकया आज इनकी किरी महनत स बनाए गए असपताि म हजारो गररीबो का वनशक इिाज वकया जाता ह मझ परा ववशवास ह वक हमाररी बहरतना-वसधरा म ऐस कई नर-रतन ह कई नाररी-रतन ह वजनको न कोई जानता ह न कोई पहचानता ह ऐस वयलतियो की पहचान न बनना उसस समाज का भरी घारा हो जाता ह पदम-परसकार एक माधयम ह िवकन म दशवावसयो को भरी कहगा वक हमार आस-पास समाज क विए जरीन वाि समाज क विए खपन वाि वकसरी न वकसरी ववशषता को ि करक जरीवन भर कायल करन वाि िकषाववध िोग ह कभरी न कभरी उनको समाज क बरीच म िाना चावहए वो मान-सममान क विए काम नही करत ह िवकन उनक कायल क कारण हम पररणा वमितरी ह

(मन की बात जनवररी 2018 का सपादित अश)

छततीसगढ़ की हमारी आजदवासी नाररयो न दश क सामन एक नई तसवीर बनाई ह छततीसगढ़ का दतवाडा इलाका िो माओवाद-परिाजवत कतर ह ऐस खतरनाक इलाक म आजदवासी मजहलाए ई-ररशा रला कर

आमजनिषर बन रही ह

गिरात का पड कपल हर महीन बाटता ह 5000 सजनटरी नपजकन

सरत क मीना और अतल महता न िररतमद मजहलाओ क बीर सजनटरी पडस बाट कर सराहनीय काम जकया ह

तवमिनाड क अरणाचिम मरगनाथम की कहानरी तो आज हर कोई जान चका ह िवकन

सरत म रहन वाि मरीना और अति महता क परयासो की जानकाररी बहत कम िोगो को ह वपछि िगभग 5 साि स य दोनो हर महरीन ऐसरी मवहिाओ को िगभग 5000 सवनरररी नपवकन बारत ह जो इसका खचल खद नही वहन कर सकती

मरीना और अति न हाि हरी म सरत की झगगरी

को समझना चावहए वक परीररयडस बहत जरररी होत ह और उनक बार म जागरकता फिनरी चावहए

(एजसरी)

झोपवियो म वफम पडमन की सकरीवनग भरी 125 मवहिाओ क विए आयोवजत की इसक जररए व िोगो को सवनरररी नपवकन की महतता बताना चाहत ह मरीना न बताया वक उनहोन एक बार एक गररीब बचचरी को ककि क वडबब स पड वनकाित दखा उनहोन बताया वक बचचरी स उनह पता चिा वक पस की कमरी क चित वह इन पडस को धोकर हर महरीन इसतमाि करतरी ह यह सनकर मरीना

को काफी हरानरी हई और उनहोन पडस बारन का फसिा वकया मरीना िोगो स इस काम क विए आग आन की अपरीि करतरी ह उनहोन कहा वक िोगो

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

मतावधकार 05 - 11 मारष 201810

दवनया क सबस बि िोकतत अमररका क मकाबि दवनया का सबस बिा िोकतत भारत इस मायन म आग ह वक मवहिा

अवधकारो क परवत यह उनस जयादा सवदनशरीि और सजग रहा अमररका म सब कछ क बाद भरी मवहिाओ को मतवधकार स िस करन क परवत वहचवकचाहर थरी अमररका की यह वहचवकचाहर 144 वषषो बाद खतम हई अमररका हरी नही वरिरन न भरी इस मामि म जयादा उदारता नही वदखाई मवहिाओ को मतवधकार दन म उसन िगभग एक सदरी का वति खचल वकया लसवटजरिड क कछ इिाको म तो मवहिाओ को वोर दन का अवधकार 1974 म वमिा िवकन भारतरीय मवहिाओ को दश की आजादरी क वदन स यह अवधकार वदया गया

1947 म मवहिाओ को मतावधकार क अवधकार दन का फसिा उस वति वकतना बिा था इसका अदाजा िवखका डॉकरर ओवनलर शवन की इस ववषय पर विखरी पसतक स िगाया जा सकता ह वजसम वो विखतरी ह वक कररीब 10 िाख िोगो की मौत और एक करोि 80 िाख िोगो क घरो की तबाहरी क विए वजममदार बरवार की आग म झिस रह एक दश म य फसिा विया जाना उस वति वकसरी भरी औपवनववशक राषट क विए एक बहत बिरी उपिलबध थरी

इस फसि स आजाद भारत म वोररो की सखया पाच गना तक बढ़कर कररीब 17 करोि 30 िाख तक पहच गई और इसम आधरी अबादरी मवहिाओ

ऐस जमला मताजधकार का अजधकारदजनया क कई बड दशो न मजहलाओ को मतदान करन क अजधकार स बहत वरषो तक वजरत रखा

लजकन िारत न आिादी क जदन स ही मजहलाओ को इस अजधकार स लस जकया

की थरी तब दभलगय स कररीब 28 िाख मवहिाओ क नाम वोरर विसर स हरा वदए गए कयोवक उनहोन अपना नाम हरी नही बताया और कररीब 85 परवतशत ऐसरी मवहिाए थी वजनहोन कभरी वोर हरी नही वदया था

अपनरी पसतक हाउ इवडया वबकम डमोकरवरक वसवरजनवशप ऐर द मवकग ऑफ द यवनवसलि फरचाइजरी म डॉ शवन न औपवनववशक शासन क दौर म मवहिाओ क मतावधकार क ववरोध क बार म ववसतार स विख ह व विखतरी ह वक वरिवरश अवधकाररयो न य तकफ वदया था वक सावलभौवमक मतावधकार भारत क विए सहरी नही होगा वरिवरश शासन क दौरान भारत म चनाव सरीवमत तौर पर होत थ वजसम धावमलक सामदावयक और वयावसावयक धाराओ क तहत बाररी गई सरीरो पर खि उममरीदवारो क विए कछ वोररो को हरी मतदान करन का अवधकार था इवतहासकार गरालडन फोबसल विखतरी ह वक भारतरीय मवहिा सगठनो को मवहिाओ को मतदान का अवधकार पान क विए एक मलशकि ििाई ििनरी पिरी थरी 1921 म बॉमब और मदरास

पहि परात बन जहा सरीवमत तौर पर मवहिाओ को वोर दन क अवधकार वदए गए बाद म 1923 स 1930 क बरीच सात अनय परातो म भरी मवहिाओ को मतदान का अवधकार वमिा

डॉ फोबसल अपनरी वकताब वमन इन मॉडनल इवडया म विखतरी ह वक वरितानरी हाउस ऑफ कॉमनस न मवहिाओ क विए वोवरग क अवधकार की माग करन वाि कई भारतरीय और वरितानरी मवहिा सगठनो की माग को नजरअदाज वकया मवहिाओ स भदभाव और उनका पदत म रहना इस फसि क परीछ उनकी आसान दिरीि थरी डॉ फोबसल विखतरी ह साफ तौर पर वरितानरी शासको न अपसखयको क अवधकार क तौर पर कवि परष अपसखयको को हरी अवधकार दन का वादा वकया मवहिाओ क मामि म उनहोन कछ मवहिाओ क अिग-थिग होन क बहान पररी मवहिाओ को उनका हक दन स इनकार कर वदया

औपवनववशक परशासको और ववधायको दोनो न हरी मतावधकार की सरीमाओ को बढ़ान का ववरोध वकया था डॉ फोबसल क अनसार वोवरग का ववरोध

करन वाि मवहिाओ को कमतर आकत थ और सावलजवनक मामिो म उनह अकषम मानत थ

कछ िोगो का कहना था वक मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दन स पवत और बचचो की उपकषा होगरी एक सजजन न तो यहा तक तकफ वदया वक राजनरीवतक काम करन स मवहिाए सतनपान करान म असमथल हो जाएगरी

मवहिा अवधकारो क विए ििनवािरी मणाविनरी सन न 1920 म विखा था वरितानरी सरकार क बनाए सभरी कानन मवहिाओ पर िाग होत थ और अगर उनक पास सपवतत ह तो उनह रकस भरी दना होता था िवकन उनह वोर दन का अवधकार नही था

वो कहतरी ह य कछ इस परकार था वक मानो वरितानरी शासक मवहिाओ स कह रह हो वक नयाय पान क विए अदाित का दरवाजा खरखरान की बजाय वो खद हरी लसथवत स वनपर

भारत क आवखररी औपवनववशक कानन भारत सरकार अवधवनयम 1935 क तहत दश क 3 करोि िोगो को वोर दन का अवधकार वदया गया यह दश की कि वयसक आबादरी का पाचवा वहससा था इसम मवहिाओ की सखया कम थरी

वबहार और उिरीसा परात (उस दौर म य दो राजयो एक हरी परात म आत थ) की सरकार न मतदाताओ की सखया कम करन और मवहिाओ स मतदान का अवधकार छरीनन की कोवशश की

डॉ शवन विखतरी ह वक सरकार का मानना था अगर मवहिा तिाकशदा या ववधवा ह या उसक पास सपवतत नही ह तो उसका नाम मतदाता सचरी स हरा वदया जाना चावहए

िवकन जब अवधकाररी भारत क पववोततर म बस खासरी पहावियो म उन समदायो क सपकफ म आए जहा मातसतता को माना जाता ह तो उनह मवहिाओ क मामि म एक अपवाद दखन को वमिा इस समदाय म सपवतत मवहिाओ क नाम पर होतरी ह

िारतीय मजहला सगठनो को मजहलाओ को मतदान का अजधकार पान क जलए एक मकशकल लडाई लडनी पडी थी 1921 म बॉमब और मदास पहल परात बन िहा सीजमत तौर पर मजहलाओ को वोट

दन क अजधकार जदए गए

अमररका न 144 वरषो क बाद जदया मजहलाओ को मताजधकार

जरिटन की मजहलाओ को एक सदी बाद जमला यह अजधकार

1947 म मजहलाओ को मताजधकार दकर िारत न बडा कदम उठाया

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 11मतावधकार

अिग-अिग परातो न भरी मवहिाओ क नाम शावमि करन स सबवधत अपन-अपन वनयम बनाए मदरास म अगर कोई मवहिा पशनधाररी ववधवा थरी वकसरी अवधकाररी या सवनक की मा थरी या उसक पवत रकस दत थ या सपवतत क माविक थ तो उस मतदान करन का अवधकार वदया गया

दखा जाए तो वोर दन की मवहिा की पातता पररी तरह स उसकी पवत की सपवतत योगयता और सामावजक लसथवत पर वनभलर थरी

डॉ शवन बतातरी ह मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दना और उनह सहरी मायनो म वोरर विसर म िकर आना औपवनववशक शासन म काम कर रह नौकरशाहो की कपना स पर था इसका एक कारण उस वति की ववदशरी सरकार का यहा की अवशवकषत जनता म भरोस की कमरी और गररीबो गामरीण और अवशवकषतो को अवधकर दन क सबध म उनकी नकारातमक सोच का नतरीजा थरी

आिादी क बाद बदल हालातिवकन जब आजाद भारत न य तय वकया वक वो दश क वयसको को वोर करन का यानरी अपनरी सरकार खद चनन का अवधकार दगरी तो चरीज बदिन िगी डॉ शवन विखतरी ह मतदाता सचरी तयार करन का काम नवबर 1947 म शर हआ साि 1950 की जनवररी तक जब भारत को उसका अपना सववधान वमिा तो उस वति तक सावलभौवमक मतावधकार और चनावरी िोकतत की सोच पखता हो चकी थरी िवकन साि 1948 म जब मसौदा मतदाता सचरी की तयाररी की बाररी आई तो उसम अनक समसयाए थी

कछ परातो क अवधकाररयो न मवहिाओ क नामो को विखन म काफी वदककत पश आन क बार म बताया कई मवहिाओ न अपना नाम बतान स इनकार कर वदया और अपना नाम बतान की बजाय खद को वकसरी की पतनरी मा बररी या वकसरी की ववधवा क रप म पश वकया सरकार न यह सपष कर वदया वक ऐसा करन की अनमवत नही दरी जा

जरितानी शासको न अलपसखयको क अजधकारो क तौर पर कवल परर अलपसखयको को ही अजधकार दन का वादा जकया मजहलाओ क मामल म उनहोन कछ मजहलाओ क अलग-थलग होन क बहान परी मजहलाओ

को उनका हक दन स इनकार कर जदया

सकतरी और मवहिाओ का पजरीकरण उनक नाम स हरी वकया जाएगा

पवल की औपवनववशक नरीवतयो स हरकर भारत सरकार न कहा वक मवहिा को वकसरी अनय की सबधरी क रप म नही बलक एक सवतत मतदाता क रप म पजरीककत वकया जाएगा सरकार न मरीवडया का सहारा िकर इस सबध म परचार करन

का काम शर वकया और मवहिाओ को अपनरी खद की पहचान क साथ नाम विखवान क विए उतसावहत वकया मवहिा सगठनो न भरी मवहिाओ स अपरीि की वक वो अपन वहतो की रकषा करन क विए खद मतदाता बन

दश की पहिरी ससद क विए अतिबर 1951 स फरवररी 1952 क बरीच म हए चनावो म मदरास की एक सरीर स चनाव ििन वाि एक उममरीदवार न कहा मतदाता कदर क बाहर वोर दन को विए मवहिा और परष गामरीण धयल स घरो इतजार कर रह थ वो कहत ह वक पदत म आई मसिमान मवहिाओ क विए अिग वोवरग बथ की वयवसथा की गई थरी

एक बडी िीत बशक मवहिाओ क हको की ििाई आज भरी जाररी ह वषल 1966 स भारत की ससद क वनचि सदन म 33 फीसदरी सरीर मवहिाओ क विए आरवकषत करन वािा एक वबि कि ववरोध क कारण अब तक अरका हआ ह आज पहि स कही अवधक मवहिाए मतदान कर रहरी ह और कभरी-कभरी परषो स भरी अवधक सखया म वो मतदान कर रहरी ह िवकन वो चनाव म उममरीदवार क रप म वो कम हरी नजर आतरी ह

2017 म जाररी की गई सयति राषट की एक ररपोरट क अनसार ससद म मवहिाओ की सखया की सचरी म 190 दशो म भारत का सथान 148 ह 542 सदसय वाि ससद क वनचि सदन म वसफफ 64 सरीरो पर हरी मवहिाए ह

सवचछता की लकमीतजमलनाड म जतरजर क सामजथरम गाव म सवचछता अजियान रलान

वाली लकमी न अपन अनिवो को साझा जकया ह

लकमी पररयासवामी

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह

अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी

वमिरी ह सबस बिरी बात यह वक म कोई सरकाररी कमवी नही बलक मात एक सवयसवक ह इसरीविए मर विय कछ खोन या पान जसरी कोई लसथवत नही ह मरा काम तो बस मररी उस कपना का पररणाम ह वजसको वजद बनाकर मन वकया ह म वह करतरी ह जो मर गाव क विए अचछा ह अगर कछ

भरी गित वदखता ह तो म उस सधारन का हर सभव परयास करतरी ह म तवमिनाड क वतचरी लसथत सामवथरम गाव म रहतरी ह आप मझ उन िोगो म शावमि कर सकत ह वजनक विए साफ-सफाई कछ जयादा हरी महतव रखतरी ह म खद तो सफाई पसद ह साथ हरी अपन आस-पास क िोगो को भरी अपन जसा रखन की कोवशश करतरी ह

िोग अपनरी आदत क मतावबक सिको पर चरीज फक दत ह बपरवाहरी म मशगि उनह यह भरी अदाजा नही होता वक व अपनरी हरी जमरीन गदरी कर रह ह वजस साफ रखन की वजममदाररी उनकी भरी ह जब कभरी म गाव म वकसरी को गदगरी फिात दखतरी मझ खराब िगता म सवयसवक क तौर पर खद हरी गाव की सिको पर उनह साफ करन क विए उतर गई मन अपन वयलतिगत परयासो स सिको क वकनार ककिदान रखवाए गाव म ऐसरी वयवसथा सवनलचित की वक िोग पराना पिालसरक यहा-वहा फकन क बजाय एक जगह एकवतत कर वजसस उस ररीसाइवकि वकया जा सक हािावक हर नई शरआत म मझ िोगो क असहयोग का सामना करना पिा िवकन धरीर-धरीर हरी सहरी पर बाद म मझ सफिता वमितरी गई

पिालसरक और कचर क बाद मर गाव म सबस बिरी समसया खि म शौच की थरी यहा तक वक वजन घरो म शौचािय बन हए थ उन घरो क िोग भरी शौच क विए खतो म हरी जात थ यह लसथवत दो साि पहि की थरी िवकन आज चरीज बदि गई ह इस सखद बदिाव क विय मन खब महनत की

ह हािावक मर दो पिोवसयो समत गाव म अब भरी पदरह घर ऐस बच ह जहा शौचािय नही बना ह पर म कोवशश म ह वक उनह भरी समझाकर शरीघर हरी अपन गाव को खि म शौच की शमल स मति करा द

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी वमिरी ह मझ वह वदन भरी याद ह जब म वकसरी क पास जाकर अपनरी बात कहतरी थरी तो िोग दर स हरी हाथ जोिकर मझ भगा दत थ इन बातो स ववचवित न होन का पररणाम ह वक आज जब म कछ कहतरी ह तो िोग धयान स सनत ह मन अपन कछ दसर सावथयो की मदद स िोगो को सवचछता क महतव स पररवचत कराया ह आज मररी मवहम म मरा बरा भरी साथ जि गया ह

मझ गवल होता ह वक मन अपन बर को सामावजक वजममदाररी की जो वशकषाए दरी थी उनह वह अमि म िा रहा ह म वह वदन कस भि सकतरी ह जब मर पिोसरी न वकसरी बात पर जहर खाकर आतमहतया करन की कोवशश की थरी िवकन मर बर न दौि-भागकर डॉकरर की मदद स उसकी जान बचाई थरी मर कामो को दखत हए मझ गाम पचायत ववकास योजना की नतरी बना वदया गया ह मररी वजममदाररी अब और भरी बिरी हो गई ह और म कोवशश करगरी वक वपछि अनभवो क आधार पर अपनरी भवमका बखबरी वनभाऊ

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 201812 वशकषा

मवात म जशका की लहरमजहला-जशका क कतर म दश क सबस जपछड कतरो म स एक मवात िी ह लजकन करीब 36 परजतशत मजहला जशका क

दर वाल इस जिल म पररवतषन की एक नई लहर दखी िा रही ह

सरर ता बरारा

जब म दखतरी ह वक आज भरी मर गाव म बहत-स अवभभावक अपनरी बवचचयो को सककि भजन स मना करत ह या

बि-बढ़ मररी जसरी ििवकयो क ििको की तरह घर स बाहर खि म खिन पर एतराज जतात ह तो मझ बहत दःख होता ह यह कहना ह 12 साि की छोररी-सरी बचचरी नावदया का हररयाणा क मवात वजि म रहन वाि मलसिम समदाय की नावदया नई नगि गाव क सककि म सातवी ककषा की छाता ह

सामदावयक रवडयो रवडयो मवात क एक कायलकरम म एक मवहिा न बतौर कॉिर बातचरीत करत हए सवाि पछा वक जब हमार समदाय की एक ििकी रवडयो पर कायलकरम पश कर सकतरी ह तो हम रवडयो पर सगरीत कायलकरम का मजा िन जसरी मामिरी-सरी बात क विए भरी कयो रोका जाता ह

रवडयो मवात क विए काम करन वािरी वाररीसा समदाय की उन कछ वगनरी-चनरी ििवकयो म स ह जो समदाय क िोगो क तमाम सखत ववरोधो क बावजद अपन वपता क सहयोग स अपनरी वशकषा को जाररी रख पाई सरकाररी सककि स पढ़री वाररीसा बतातरी ह वक आठवी ककषा तक पहचत-पहचत उसक साथ की सभरी ििवकया सककि छोिकर जा चकी थी

हररयाणा का मवात वजिा मवहिा-वशकषा क कषत म दश क सबस वपछि कषतो म स एक ह वषल 2011 म हई जनगणना क मतावबक मवहिा-वशकषा की दर यहा 36 परवतशत स थोिरी हरी अवधक ह जबवक ििवकयो क सककि छोिन की दर काफी अवधक ह सरकाररी वबसाइर पर उपिबध आकि बतात ह वक जहा वषल 2012-13 म सरकाररी सककिो म पहिरी ककषा स 5वी ककषा तक पढ़न वािो छातो की सखया 160057 थरी तो वही ककषा 6 स 8 म पढ़न वाि छातो की सखया कवि 42605 जहा तक ििवकयो का सवाि ह तो 5 परवतशत स जयादा ििवकया उचच ककषाओ तक नही पहच पाती

पर इन वनराशाजनक आकिो क बावजद यह बात उममरीद की िौ जिातरी ह वक मवात जस वपछि कषत क गाव की साधारण-सरी नावदया जसरी ििकी आज ििवकयो क साथ हो रह भदभाव पर सवाि खि करन की वहममत करन िगरी ह यह बात सावबत करतरी ह वक पररवतलन की शरआत हो चकी ह

सबस महतवपणल बात तो यह ह वक मवात जस शवकषक रप स वपछि इिाक क एक गाव म कछ अवभभावको न अपनरी ििवकयो को वनजरी कषत क सहवशकषा (को-एड) सककिो म भजना शर कर वदया ह नई नगि का सककि इसका उदाहरण ह ऐस सककिो म पढ़ान क विए अवभभावक अपनरी जब स पस खचल करन म भरी परीछ नही ह रवडयो मवात क विए काम करत हए आज वाररीसा ििवकयो की वशकषा क महतव और उनक साथ वकए जान वाि भदभाव क वखिाफ परचार म जररी हई ह

वाररीसा कहतरी ह वक रवडयो पर मनोरजक कायलकरम परसाररत करन क अिावा म रवडयो मवात पर वमयो समदाय स सबवधत मवहिा अधयापको को रवडयो कायलकरमो म आमवतत करतरी ह तावक उनस पररणा पाकर अनय अवभभावक भरी अपनरी ििवकयो को सककि भज और माधयवमक सककिो की पराथवमक ककषाओ म हरी अपनरी ििवकयो को पढ़ाई छोिन क विए मजबर न करक उनह आग और भरी पढ़न द वह कहतरी ह वक खशरी की बात तो यह ह वक आज

वववावहत मवहिाए भरी भदभाव क वखिाफ आवाज उठान िगरी ह

वाररीसा का कहना ह वक कम स कम आज मवहिाओ म इतना साहस तो आ हरी गया ह वक व अपन वखिाफ होन वाि भदभाव को िकर सवाि खि करन िगरी ह कछ साि पहि तक यह सब सभव नही था इस कषत म ििवकयो की वशकषा को बढ़ावा दन क विए राजय सरकार गर सरकाररी सगठनो और वनजरी कषत दारा वपछि कई सािो स परयास वकए जा रह ह वषल 1982 म हररयाणा सरकार न वझरका और नह म सहवशकषा (कोएड) वाि अगजरी माधयम क दो सककि शर वकए थ तावक मवात कषत क इस परपरागत ससककवत और सामावजक तान-बान वाि इिाक क बचचो को अचछरी गणवतता वािरी वशकषा परदान की जा सक इसक दो साि बाद हरी इन सककिो को सरीबरीएसई स सबदध कर वदया गया आज ऐस सात सहवशकषा वाि सककि मवात मॉडि सककि सोसाइररी (एमएमएसएस) दारा चिाए जा रह ह वजनम ििवकयो स कोई टशन फीस नही िरी जातरी इनम स छह सककि उचचतर माधयवमक सतर क और एक माधयवमक सतर का ह इन मॉडि सककिो म 40 परवतशत स अवधक सखया ििवकयो की ह वजनम स 57 परवतशत स अवधक ििवकया वमयो समदाय की ह

मवात क इस इिाक म 6 कसतरबा गाधरी बाविका ववदयािय भरी चिाए जा रह ह वजनम 1400 ििवकया पढ़ रहरी ह इनम स 64 परवतशत वमयो समदाय की ह140 ििवकयो को नह क मवात मॉडि सककि म पढ़ाई क अिावा मफत रहन और खान की सववधा भरी परदान की गई ह

खास बात यह ह वक वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को आतमववशवास साहस और समाज म भदभाव क वखिाफ आवाज बिद करन का दढ़-वनचिय वदया ह नावदया एक सवदनशरीि ििकी ह जो समाज म फि भदभाव और अनयाय को िकर

अब गामीणो को यह महसस होन लगा ह जक अगिी माधयम म जशका परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कतरो म ही आसानी स

नौकररया जमल सकती ह इसक जलए उनह दरदराि क इलाको म िान की िररत नही

2012-13 म सरकारी सकलो म 5वी तक 160057 छातर थ

पार परजतशत स जयादा लडजकया उचर ककाओ तक नही पहर पाती थीआि जशका को लकर गिीरता व सकलो म छातराओ की सखया बढ़ी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

काफी वचवतत हनावदया कहतरी ह वक वो एक डॉकरर बनना

चाहतरी ह कयोवक अमरीरो को तो असपतािो म अचछरी दखभाि और परा इिाज वम ि जाता ह जबवक गररीबो को घरो असपताि की िबरी िाइनो म इतजार करना पिता ह और उनक बावजद भरी डॉकरर का वयवहार उनक परवत उदासरीन रहता ह

एमएमएसएस और कजरीबरीवरी क तहत चिन वाि सककिो क अिावा एडकॉम सोयशस नामक सगठन क तहत छह यवनवसलि एकडमरी सककि भरी मवात म चिाए जा रह ह य सगठन भारत और ववदशो म वशकषा क कषत म वडवज रि करावत िान वािा अगणरी सगठन ह

हािावक इस सककि म अब भरी कवि 182 छात हरी ह जो सखया क विहाज स बहद कम ह िवकन वफर भरी वमयो समदाय वाि मवात क इस वपछड कषत म जहा ििवकयो को वशकषा वदिाना अवतम पराथवमकता ह वहा वनशक वशकषा उपिबध न करान वाि सककिो म भरी अपन बचचो का दावखिा करान की पहि वाकई सवागत योगय ह

गामरीण इिाको म यवनवसलि एकडमरी क साथ भागरीदाररी म सककि चिान वािरी ससथा एडकॉम की अकादवमक परमख अनराधा बतातरी ह वक शरआत म उनका काफी ववरोध हआ था गावो म िोगो को मनान क विए उनह काफी जदोजहद करनरी पितरी थरी वक व अपनरी ििवकयो को सककि भज उस वति य आसान नही था पर आज हािात बदि रह ह यवनवसलि एकडमरी सककिो म ििवकया पढ़न आ रहरी ह

एक और बदिाव भरी दखन म आया ह वक अब गामरीणो को यह महसस होन िगा ह वक अगजरी माधयम म वशकषा परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कषतो म हरी आसानरी स नौकररया वमि सकतरी ह इसक विए उनह दरदराज क इिाको म जान की जररत नही मवात क कई गाव गिगाव स जयादा दर नही ह जहा की बहत स कॉि सरर बरीपरीओ और अनय कई बहराषटरीय कपवनयो क दफतर ह

चाह मॉडि सककि हो कजरीबरीवरी या यवनवसलि एकडमरी सककि महतवपणल बात यह ह वक इस वपछि इिाक क ििक-ििवकयो को आज ऐस सकक िो म पढ़न का मौका वमि रहा ह जहा अचछरी गणवतता वािरी वशकषा और सवािगरीण ववकास को परमखता दरी जातरी ह सबस जयादा महतवपणल बात तो यह ह वक ऐसरी वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को इतना साहस और हौसिा वदया ह वक व समाज क भदभाव भर रवय पर सवाि उठा सकतरी ह और एक ऐस ससार का सपना दख सकतरी ह जहा नयाय हो और उनकी आवाज स नरी भरी जाए और उनका सममान भरी हो सक

05 - 11 मारष 2018 13सवचछता

मवात क कई गाव गडगाव स जयादा दर नही ह िहा

बहत स कॉल सटर बीपीओ और अनय कई बहराषटीय

कपजनयो क दफतर ह

मजहला अकसमता क सममान की अनठी जमसाल

आजदवासी यवजतयो को अकलपन स डर नही लगता बसतर क सदर नसल परिाजवत इलाको म ऐसी कई यवजतया ह जिनक जवखयात पररवारो म अब िायदाद सिालन वाल नही रह पर व वहा न कवल जवरासत

सिाल रही ह बकलक उनक पररवार की छतरछाया की दरकार रखन वाल आजदवाजसयो को आसरा िी द रही ह

इरा झा

आवदवासरी समाज म मवहिा परष की साथरी ह वह उसकी सहकमवी ह उसकी समाज

और पररवार म बराबर की भागरीदाररी ह जरी हा बसतर की आवदवासरी मवहिाए हम शहररी मवहिाओ की तरह अपन पररवार क परष सदसयो की मोहताज नही ह उनह बाजार स सबजरी-भाजरी और सौदा मगवान स िकर खतो म हि चिान तक क विए अपन बर या पवत का मह नही ताकना पिता ह वह हम शहररी मवहिाओ स कई मायनो म बहत जयादा समथल ह मवहिाओ क सशलतिकरण का परतरीक अतरराषटरीय मवहिा वदवस उनक वजकर क बगर परा नही हो सकता य न वसफफ घर क सार कामकाज करतरी ह बाि-बचच पाितरी ह बलक पर वदन खतो म काम भरी करतरी ह इनका परा साि खतो म काम करत हरी बरीतता ह बसतर की आवदवासरी मवहिाओ क अवधकार असरीवमत ह वह घर स बाहर तक की पररी वयवसथा सभाितरी ह और हर कदम पर पवत उसक साथ होता ह

इनक कामकाज का दायरा खत-खविहान और हार बाजार तक का ह खत का परा वजममा भरी यहरी उठातरी ह बरीज िाना उनह मसिाधार बाररश म रोपना और किरी धप म चौकीदाररी करन क बाद फसि कारना यह सब उनही क वजमम ह यहा

तक वक बाजार म इस बचन भरी वहरी ि जातरी ह ऐसरी मवहिाए जो खतरी नही करती घर म बािरी म उगरी सलबजया और जगिरी उतपादो जस महआ रोरा जिाऊ िकिरी िाख आविा झाड वगरह को पररवार की आमदनरी का जररया बना ितरी ह और इस पररी कवायद म पवत उसक साथ रहता ह जब मवहिा खत म जझ रहरी होतरी ह तो पवत घर म बचचो की दखभाि म िगा रहता ह वह उनक विए खाना पकाता ह बाररश स बचाव क विए छत की मरममत जस छोर-मोर काम करता ह घर की बािरी म सलबजयो फिो िताओ की सभाि करता ह और घर क बजगषो की दखभाि करता ह हर कदम पर पारसपररक सहयोग और मवहिा अलसमता क सममान की अनठरी वमसाि बसतर का आवदवासरी समाज ह इस समाज म मवहिाए अपनरी मजवी की माविक ह उसकी सवायतततता बलक अवधकाररता की बवढ़या वमसाि तो यहरी ह वक वह न कवि अपना जरीवनसाथरी खद चन सकतरी ह बलक चाह तो पहि उस परख भरी सकतरी ह इस परपरा को िमसना कहा जाता ह इसक तहत शादरी क योगय यवक को यवतरी क घर म रहकर काम-काज म मदद करक अपनरी योगयता वसदध करनरी पितरी ह इस पररीकषा म फि या पास करन का अवधकार पररी तरह स यवतरी पर होता ह िमसना बठान की यह परपरा सरगजा और मडिा क गोड समाज म भरी ह

पररवार और घरल कामकाि क परजशकण क जलए उनह घोटल िान की छट ह यह आजदवासी नौिवानो क ससकार गह ह घर क कामकाि स जनपटकर यवक-यवती रात म यहा िटत ह और जकसी सयानी

मजहला की जनगरानी म नारत-गात और कामकाि सीखत ह

यहरी नही इसस पहि पररवार और घरि कामकाज क परवशकषण क विए उनह घोरि जान की छर ह यह आवदवासरी नौजवानो क ससकार गह ह घर क कामकाज स वनपरकर यवक-यवतरी रात म यहा जरत ह और वकसरी सयानरी मवहिा की वनगरानरी म नाचत-गात और कामकाज सरीखत ह मन वमि गया तो शादरी क साथ यवा जोि की घोरि स ववदाई हो जातरी ह व वफर उधर का रख नही कर सकत घोरि अब बसतर क पररवश स गायब हो चि ह शहररी खासतौर पर मरीवडया की दखिदाजरी न इस ससथा को िपत होन पर मजबर कर वदया ह पर आवदवासरी यवतरी की वनरपकष लसथवत की इसस बहतर वमसाि और कया हो सकतरी ह

आवदवासरी यववतयो को अकिपन स भरी डर नही िगता बसतर क सदर नकसि परभाववत इिाको म ऐसरी कई यववतया ह वजनक ववखयात पररवारो म अब जायदाद सभािन वाि नही रह पर व वहा न कवि ववरासत सभाि रहरी ह बलक उनक पररवार की छतछाया की दरकार रखन वाि आवदवावसयो को आसरा भरी द रहरी ह बि आवदवासरी पररवारो की ििवकया ह य गाव छोिकर वदलरी स िदन तक कही भरी बस सकतरी थी उनका समपलण दवखए जजबा दवखए अपन िोगो क परवत सह दवखए

यह लसथवत तब ह जब घन जगिो क बरीच बस गावो म सरज की रोशनरी नही पहचतरी जगिरी जानवरो का खतरा मडराता रहता ह और असपताि म दवाइयो का पता नही रहता और सककि बदहाि ह यवद इनह शहररी िोगो स मामिरी या बराबर की सववधाए वमि जाए तो इनकी वहममत इनका जजबा और ताकत बजोि होगरी यह तय मावनए

शहरी मजहलाओ स जयादा सशति ह बसतर की मजहलाए

घर स बाहर तक की परी वयवसथा सिालती ह य आजदवासी मजहलाएिीवन साथी रनन और परखन का

परा अजधकार इनक पास ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण 05 - 11 मारष 201814

एसएसबी यरो

हाि म वबहार की एक दवित मवहिा रनकी दवरी न अपना मगिसत बचकर घर म शौचािय बनवान की नजरीर पश

की यह घरना दो बातो की तरफ इशारा करतरी ह पहिरी बात तो यह वक तमाम सफाई अवभयानो और शौचािय वनमालण की योजनाओ क बावजद आज भरी गावो म शौचािय की समसया बहत बिरी ह दसररी बात यह वक सवचछता का मदा सबस जयादा मवहिाओ स जिा ह यहरी वजह ह वक सवचछता आदोिन को मवहिा सशलतिकरण की वदशा म एक बिरी और कारगर पहि क तौर पर दखा जा रहा ह कछ समय पहि lsquoवाररएडrsquo नामक एनजरीओ की एक ररपोरट म तथय सामन आया वक भारत म 35 करोि 50 िाख मवहिाओ और ििवकयो को शौचािय मयससर नही ह lsquoद सरर ऑफ वडटस रायिर 2017rsquo नामक इस ररपोरट म कहा गया था वक पररी दवनया म भारत म सबस कम िोगो क पास शौचािय जसरी बवनयादरी सववधा उपिबध ह

सककिो म शौचािय न होन क कारण बहत साररी ििवकया आठवी ककषा तक आत-आत सककि छोिन पर बाधय हो जातरी ह इवडया सपड की एक ररपोरट म सामन आया था वक गावो म िगभग 28 परवतशत ििवकया परीररयडस क वदनो म सककि हरी नही जाती इसका परमख कारण सककिो म शौचािय का न होना ह कछ समय पहि lsquoपरथमrsquo नाम क एक एनजरीओ की ररपोरट म कहा गया वक दश म चि रह कि सककिो म 74 परवतशत सरकाररी ह इनम स 47 परवतशत सककिो म आज तक ििवकयो क विए अिग स शौचािय की वयवसथा नही ह

इसरी तरह गावो म भरी मवहिाए घर म शौचािय न होन क कारण मह अधर सबह और मह अधर शाम को हरी खतो म जा पातरी ह वदन क वकसरी अनय समय पर शौचािय जान की जररत महसस होना उन मवहिाओ क विए बिरी समसया ह बहत सार सरकाररी या वनजरी सककिो म आज भरी मवहिा अधयावपकाओ क विए अिग स शौचाियो की वयवसथा नही ह यहा तक वक बि शहरो म भरी छोर ससथानो या दफतरो म काम करन वािरी ििवकयो-मवहिाओ क विए भरी अकसर हरी कोई शौचािय नही होता

मवहिाओ क विए सावलजवनक जगहो पर इतन कम शौचाियो का होना समाज और सरकार दोनो की उनक परवत असवदनशरीिता की तरफ साफ इशारा करता ह मवहिा सशलतिकरण की वदशा म सबस जरररी व ठोस परयास मवहिाओ की बवनयादरी जररतो को समझना और उन पर काम करना ह वनजरी और सावलजवनक जगहो पर शौचाियो का वनमालण उनकी बवनयादरी जररतो म स एक ह सवतत भारत म इस दरकार को अगर सबस पहि वकसरी न समझा तो व ह डॉ ववनदशवर

सवचछ राह पर आधी दजनयादश म सवचछता क साथ मजहला सशकतिकरण को लकर िो जवजिनन अजियान रलाए िा रह ह उसम जिस ससथा और वयकति

का नाम सबस पहल िहन म आता ह वह ह सलि इटरनशनल और इस ससथा क परणता डॉ जवनदशवर पाठक

पाठक और उनकी ससथा सिभ इररनशनि नबब क दशक म भारत को 21वी सदरी म जान

की बात खब होतरी थरी य बात जहा ससद क बाहर-भरीतर राजनरीवतक िाइन क साथ कहरी जातरी थरी वही आवथलक-सामावजक सतर पर भरी भावरी भारत स जि सरोकारो और चनौवतयो को िकर ववमशल चिता था पर वकसरी न कभरी सोचा भरी होगा वक 21वी सदरी क दसर दशक तक पहचकर सवचछता दश का पराइम एजडा बन जाएगा इस बदिाव क परीछ बिा सघषल ह आज दश म सवचछता क साथ मवहिा सशलतिकरण को िकर जो वववभन अवभयान चिाए जा रह ह उसम वजस ससथा और वयलति का नाम सबस पहि जहन म आता ह वह सिभ इररनशनि और इस ससथा क परणता डॉ ववनदशवर पाठक

पररी दवनया आज डॉ पाठक को lsquoरॉयिर मनrsquo क रप म जानतरी ह उनहोन एक तरफ जहा वसर पर मिा ढोन की मिरी परथा को खतम करन बरीिा उठाया वही दशभर म सिभ शौचािय की

उपिबधता स उनहोन आम िोगो की सवचछता जररत को परा करन क कषत म महान कायल वकया बिरी बात यह ह वक डॉ पाठक दारा शर वकया गया सवचछता का सिभ अवभयान अब भरी थमा नही ह परधानमतरी नरदर मोदरी दारा दो अकरबर 2014 को सवचछ भारत वमशन शर होन क बाद डॉ पाठक क मागलदशलन म सिभ का सवचछता अवभयान नई पररणा और गवत क साथ आग बढ़ रहा ह शौचािय और सवचछता को पाच दशक स अपनरी समझ और ववचार की धररी बनाकर चि रह डॉ ववनदशवर पाठक न एक तरह स दवनया को सवचछता का नया समाजशासत वसखाया ह वजसम साफ-सफाई क सबक तो ह हरी मानवरीय परम और करणा को भरी पयालपत महतव वदया गया ह

जसर पर मला ढोन की परथावबहार गाधरी शताबदरी सवमवत म एक कायलकताल क नात गाधरी ववचार और कायलकरमो क कररीब आए डॉ पाठक न तब स न वसफफ पर दश म बलक

ववशव म सवचछता का अिख जगा रह ह वसर पर मिा ढोन की परथा को िकर सिभ न उलखनरीय कायल वकए ह वसर स मिा ढोन वाि िोगो को इस अमानवरीय कायल स मलति वदिान की सोच की हरी दन ह सिभ दारा ववकवसत हआ दो गडो वािा शौचािय आज यह तकनरीक पररी दवनया म lsquoसिभ शौचाियrsquo क रप म जानरी जातरी ह इस तकनरीक म पहि गड म जमा शौच खाद म बदि जाता ह सिभ न शौचािय क जररए गस बनान और उस वबजिरी तक बनान क कामयाब परयोग वकए ह 1970 म सिभ इररनशनि की सथापना हई और आज शौचािय वनमालण की ससतरी तकनरीक क विए इसकी दवनयाभर म पहचान ह सिभ परणता डॉ पाठक भरी मानत ह वक गाधरी जरी क बाद अगर इस दश म सवचछता क महतव को वकसरी न गहराई स समझा ह तो व ह परधानमतरी नरदर मोदरी

सरकार का िवाब वसर पर मिा ढोना भारत म परवतबवधत काम ह गत वषल राजयसभा म एक परशन क जवाब म कदर सरकार म मतरी थावरचद गहिोत न बताया था वक दश म 26 िाख ऐस शौचािय ह जहा पानरी नही ह जावहर ह वहा हाथ स मिा साफ करना पिता ह सफाई कमलचाररी आदोिन न अपन सवत म बताया ह वक 1993 स अब तक 1370 सरीवर वकफसल की मौत हो चकी ह इस वदशा म सकवजसल क पनवालस का सबस बिा अवभयान सिभ ससथा न हरी छिा ह मवहिा सकवजसल को सिभ न न वसफफ इस परथा स आजादरी वदिाई बलक उनक पनवालस और जरीवन यापन की भरी वचता की सिभ न ऐस कई कदर सथावपत वकए जहा मवहिा सकवजसल को वकलपक रोजगार क गर वसखाए जात ह डॉ पाठक को इस बात का शय जाता ह वक वजस मिरी परथा को िकर कभरी महातमा गाधरी न कहा था वक उनक सपनो क भारत म इसक विए कोई जगह

डॉ पाठक न एक तरफ िहा जसर पर मला ढोन की मली परथा को खम करन का बीडा उठाया वही दश िर म सलि शौरालय की उपलधता

स उनहोन लोगो और खासतौर स मजहलाओ की सवचछता िररत को परा करन क कतर म महान कायष जकया

आि सवचछता दश का पराइम एिडा बन रका ह

टीसीएस 10000 सकलो म लडजकयो क जलए शौरालय बनावा रहा ह गावो म 28 परजतशत लडजकया पीररयडस क जदनो म सकल

ही नही िाती ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण05 - 11 मारष 2018 15

नही होगरी उस पररणा को उनहोन अपनरी वजदगरी का वमशन बना विया

राषटीय सवचछता जमशनपरधानमतरी नरदर मोदरी न जब 2014 म राषटरीय सवचछता वमशन की घोषणा की तो दश म सवचछता कायलकरम को पहिरी बार राषटरीय सतर पर गभरीर पराथवमकता वमिरी अपन सवचछता करायलकरमो क कारण अतरराषटरीय सतर पर खयावत और सममान परापत कर चक डॉ पाठक कहत भरी ह lsquoसवचछता को िकर दश म गभरीरता की कमरी रहरी इस महतव नही वदया गया इस कषत म वनवश का भरी अभाव रहा पर परधानमतरी नरदर मोदरी न इस पर पररदशय को

बदि कर रख वदया व ऐस पहि राषटरीय नता रह वजनहोन न वसफफ िाि वकि क पराचरीर स शौचाियो की बात की बलक इस बार म ववदशरी नताओ तक स िगातार चचाल करत रह उनहोन दश को यह सोचन और मानन क विए बाधय वकया वक अगर हम सवचछता क मामि म आग नही बढ़ तो वफर एक ववकवसत राषट क रप म हमारा उभरना मलशकि ह विहाजा यह समय ह जब हम दश को सवचछ और सदर बनान क विए एक साथ खि हो तावक सभय सससककत और सवचछ दशो की कतार म हम भरी फखर स खि हो सकrsquo

परधानमतरी क सवचछता वमशन स डॉ पाठक दारा पहि स वकए जा रह परयासो को जहा नए

वसर स महतव वमिा वही व इस बात स खास परोतसावहत और परररत भरी हए वक दश का परधानमतरी इतन वषषो क बाद गाधरी जरी क सवचछता कायलकरमो को न वसफफ अपना रहा ह बलक उस दश म एक जनादोिन की शकल दन म िगा ह बात सवचछता की कर तो इसम कही कोई दो मत नही वक इस काम को वजस िगन और ववसतार क साथ डॉ पाठक न अब तक वकया ह वसा उदाहरण भारत तो कया दवनया म दिभल ह यहरी कारण ह वक सिभ परणता दश-ववदश म अब तक सौ स जयादा वववशष सममानो स नवाज जा चक ह इनम भारत सरकार दारा पदम भषण (1991) इररनशनि सर फावसस पराइज इरिरी (1992) यएन हवबरर दारा गिोबि

मवहिा ववकास और सभयता की परतरीक होतरी ह यवद आप जानना चाहत ह वक समाज

वकतना अचछा ह तो रासत म चिन वािरी वकसरी मवहिा स बात कर और आपको वबना वकसरी अथलशासतरी की मदद क उततर वमि जाएगा मवहिा ववकास सदरता वनमलिता और उन सभरी चरीजो की परतरीक होतरी ह जो जरीवन को साथलक बनातरी ह य बात कछ वषल पवल पदमभषण डॉ ववनदशवर पाठक न उदयपर म एक राषटरीय सममिन को सबोवधत करत हए कहरी थी सममिन का आयोजन lsquoमवहिा-सशलतिकरण-लसथवत और भवमका पर उभरता हआ पररदशयrsquo ववषय पर ववशवववदयािय अनदान आयोग क सहयोग स मोहनिाि सखाविया ववशवववदयािय उदयपर क समाजशासत-ववभाग न वकया था इस कायलकरम म डॉ पाठक मखय अवतवथ क रप म शावमि हए थ

डॉ पाठक न सममिन म समकािरीन पररदशय क बार म बताया और कहा वक ववकासशरीि दशो म मवहिाओ की लसथवत असतोषपरद रहरी ह यरोप और अमररका म भरी उनह मतदान का अवधकार वपछिरी सदरी क

पवालधल म वमिा वशकषा क परचार और रसोईघर क उपकरणो स उनह मतदान क अवधकार स अवधक शलति वमिरी दसर ववशवयदध क बाद लसथवत सधररी भारत और अनय ववकासशरीि दशो म उनकी ददलशा क कारण रह ह गित परपराए और सामावजक कररीवतया डॉ पाठक न यह भरी कहा वक भारत म सकववजग करन वाि िोग असपशय मान जात ह व गररीबरी और जावत क सबस वनचि पायदान पर होत ह िगभग 7 िाख सकवजरो म 70 परवतशत मवहिाए ह सिभ न मवहिाओ क सशलतिकरण क विए अपनरी तरह स कदम उठाए ह कमाऊ शौचािय की जगह सिभ शौचािय-तकनरीक स सकवजर मवहिाओ को उनक पश स मति कराया गया ह वववभन वयावसायो म परवशकषण-दारा उनह जरीववका अवजलत करन का परवतलषत रासता वदखिाया गया राजसथान क अिवर और रोक क इस कायलकरम न इन मवहिाओ को नई राजकमाररया बनाया ह

सिभ सकववजग समापत करन सकवजसल क मानवावधकार िौरान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथावपत करन की वदशा म वनरतर कायलरत रहा ह सिभ न सवचछता-कायलकरमो म

मवहिाओ की पररी भागरीदाररी की वकाित की ह उनकी वशकषा सिमो म सवासथय तथा सफाई क बार म जागरकता-अवभयान स समदाय तथा पयालवरण म सपष सधार पररिवकषत होता ह वदलरी क सिमो म सिभ दारा हजारो मवहिाओ को परवशवकषत वकया गया ह य मवहिाए अब सवासथय सवचछता तथा सामावजक पररवतलन की दत क रप म कायलशरीि रहरी ह इसका परभाव घरो क सभरी सदसयो पर सवासथयकर रप स पिा ह सवचछ सववधाओ क साथ सवसथ पयालवरण परतयक मवहिा और बचच का अवधकार ह सिभ शौचािय तथा सान-पररसरो म मवहिाओ क विए अिग वयवसथा रहतरी ह जन 1996 म इसताबि म आयोवजत वसररी सवमर हवबरार-II कॉनफस म सवचछता क कषत म सिभ की उदोषणा lsquoबसर परलकरसrsquo क रप म की गई सयति राषट की आवथलक तथा सामावजक काउवसि दारा सिभ को सपशि कसरवरव सररस परदान वकया गया बाद म जनरि कसरवरव सररस परदान वकया गया ह

सिभ न lsquoनई वदशाrsquo नाम स अिवर तथा रोक (राजसथान) म वयावसावयक परवशकषण कदर सथावपत वकए ह जहा भतपवल सकवजर मवहिाओ को परवशवकषत वकया जाता ह अपना पराना पशा छोिन क बाद इस परकार उनह जरीववकोपाजलन का परवतलषत तररीका उपिबध कराया जाता ह इस परवशकषण क आयाम ववववध परकार क ह वजनम पढ़ना-विखना खादय-सामगरी बनाना वसिाई-कढ़ाई सौनदयल-परसाधन इतयावद शावमि ह यहा इन िोगो का वनयवमत मवडकि चकअप भरी होता ह इस परकार हए सामावजक रपातरण का अदाजा इस बात स िगाया जा सकता ह वक वहरी समाज जो इन सकवजसल को छन स भरी बचना चाहता था अब इनक बनाए खान क सामान खररीदन िगा ह इन मवहिाओ न सवय-सहायता दि बनाए ह य अपन बक खाता रखतरी ह और वहा स ऋण िकर अपना कारोबार चिातरी ह

मली परथा का अतदश म लगिग 7 लाख सककविरो म 70 परजतशत मजहलाए ह सलि सककवजिग समापत करन सककविरो क

मानवाजधकार लौटान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथाजपत करन की जदशा म जनरतरर कायषरत रहा ह

500 सकरॉि ऑफ ऑनर (2003) सरॉकहोम वारर पराइज (2009) और चरीन म सपन वडट रॉयिर सलममर म वडट रॉयिर ऑगतनाइजशन दारा हॉि ऑफ फम अवाडट (2008) आवद शावमि ह

दजनया का सबस बडा आदोलनसवचछता को िकर शर हआ सिभ आदोिन गाधरी क बाद उनकी राह पर बढ़ा दवनया का सबस बिा आदोिन ह इस आदोिन न मवहिाओ क साथ सामावजक सतर पर चि रहरी एक बिरी गरबराबररी और अनयाय को समापत करन म बिरी भवमका वनभाई ह खद डॉ पाठक क शबदो म lsquoगाधरी जरी न अपन डरबन क आशम म सबस पहि टरच िवटरन यानरी चारदरीवाररी क भरीतर शौच का इतजाम शर वकया उनकी वयवसथा म हर वयलति को अपना शौचािय साफ करना होता था आज भरी परान गाधरीवावदयो म आप यह चिन दख सकत ह गामरीण कषतो क विए उनका सझाव था वक टरी पर वमटरी यानरी गडा खो वदए शौच क बाद उस पर वमटरी डाविए दरअसि शौचािय की सफाई क जररए व मिा साफ करनवाि िोगो को समाज म बहतर सथान वदिाना चाहत थ हमार यहा परपरा रहरी ह वक घर क नजदरीक शौच न कर गाधरी जरी न उसम बदिाव का इतजाम वकया और चारदरीवाररी क भरीतर शौच वयवसथा की शरआत की उनकी कोवशश इन िोगो को शौच सफाई क वघनौन काम स मलति वदिानरी थरी व शौचािय को सामावजक बदिाव क औजार क तौर पर दखत थ गाधरी शताबदरी क दौरान 1969 म मझ िगा वक इस वदशा म काम वकया जाना चावहए इसरीविए मन सिभ इररनशनि की सथापना की और इसकी तरफ काम शर वकयाrsquo

सकलो म लडजकयो क जलए शौरालयसिभ की पहि आज सवचछता को िकर एक राषटरीय पररणा और अवभयान का नाम ह मवहिाओ को िकर सिभ की पररणा कस एक बि वमशन को परा कर रहरी ह उस बार म डॉ पाठक बतात ह lsquoरारा कसरसरी सववलसज न 100 करोि रपए स दश क दस हजार सककिो म ििवकयो क विए शौचािय बनान का ऐिान वकया ह भारतरी-एयररि कपनरी न भरी 100 करोि स पजाब क िवधयाना वजि म शौचािय बनान का फसिा वकया ह ओररएरि बक ऑफ कॉमसल भरी दो करोि की िागत स शौचािय बनान जा रहा ह साफ ह वक दश म सफाई की वदशा म मोदरी जरी की अपरीि क बाद बिरी करावत की शरआत हो चकी ह

सवचछता को लकर शर हआ सलि आदोलन गाधी क बाद

उनकी राह पर दजनया का सबस बडा आदोलन ह इस आदोलन न मजहलाओ क साथ सामाजिक सतर पर रल रही एक बडी गर-बराबरी और अनयाय को समापत करन म

बडी िजमका जनिाई ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

16

मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 5: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

05 - 11 मारष 2018 आवरण कथा 05

वकया हइतना हरी नही उनहोन 5000 स अवधक गमराह

यवाओ को भरी परोतसावहत करन का काम वकया ह शरी शरी न यवा नततव टरवनग परोगाम क तहत वहसा क रासत पर चि पि यवाओ को परोतसावहत कर समाज स जोिन का काम कर रह ह

साि 2017 म द आरट ऑफ विववग न पगाम-ए-मोहबबत का आयोजन वकया वजसक तहत मार गए आतकवावदयो क 200 पररवार और सवनको क 40 पररवारो को एक साथ िाया गया वजनहोन

अपन जरीवन का बविदान वकया व अवहसा क रासत पर चिन क विए कशमरीर क यवाओ को एक सपषरीकरण दन क विए एक साथ आए थ

यह हर वकसरी क विए वदि-छ िन वािा पि था वजसम उन पररवारो क ददल को साझा वकया गया जो आतकवाद की वजह स अपनो को खो चक थ एक पवल आतकवादरी अबदि मजरीद न कहा वक यवाओ को अपनरी बदक छोिनरी चावहए और शावत क मागल का पािन करना चावहए हम यहा आए ह कयोवक गरदव एक बिा वयलतितव

ह जो बि काम करत ह हम उममरीद ह वक वह हम बातचरीत क माधयम स एक समाधान की ओर ि जाएग

एजाज अहमद मरीर न कहा वक हम बहत आशा क साथ आए ह हम उममरीद नही थरी वक हम इस तरह की जगह पर आन का मौका वमिगा हमन बहत कछ खो वदया ह अब हम राषट क परवत पयार का सदश फिाना चाहत ह

एक पवल आतकवादरी गिाम हसन न कहा वक दोनो पकषो क िोग मार गए ह चाह वह सना स रह या दसररी तरफ इन सबकी वजह स हम रात को सो नही पात वदन म बाहर नही जा सकत हम शावत चाहत ह हम शावत की आशा िकर गरदव क पास आए ह

पववोततर म कजठनाइयो को तोडाउततर-पववी कषत क नताओ को वहसा स दर रखन क विए शरी शरी न वहा पर बहत समय वयतरीत वकया साि 2017 म मवणपर क 68 आतकवावदयो न घर वापसरी की इन आतवकयो क घर वापसरी म उनकी रणनरीवत न काफी मदद की आरट ऑफ विववग न इन कायलकतालओ क वदिो और वदमाग को बदिन म एक परमख भवमका वनभाई

साि 2010 म भरी मवणपर म 128 उगवावदयो न अपन हवथयार रख और बाद म आरट ऑफ विववग न उनका पनवालस वकया उगवावदयो क पर समह न सगठन दारा आयोवजत 90-वदवसरीय गहन वयवहार आधयालतमक और वयावसावयक पनवालस परवशकषण विया

गिषर आदोलनशरी शरी न जन 2008 म राजसथान गए तावक गजलर समदाय दारा आरकषण की माग को िकर फिाए गए आदोिन स उपज वहसा और तनाव को शात वकया जा सक हािावक उनकी सिाह पर

आदोिनकाररयो न सरकार क साथ बातचरीत करन पर सहमवत वयति की वाताल शर करन क कछ हरी वदनो क भरीतर आदोिनकाररयो और सरकार क बरीच एक सौहादलपणल समाधान हो गया

गौरतिब ह वक यह पहिरी बार था गजलर समदाय क िोग वकसरी मधयसथ की बात सनन क विए तयार थ वही ववरोध परदशलन करन वाि गजलरो को सातवना दन क विए शरी शरी रवव शकर न इस समदाय क 50000 सदसयो स वपिकापरा क रि परररयो क पास वमि जहा व ववरोध म बठ थ और रि यातायात को अवरदध कर रह थ शरी शरी न उनह अपन वहसक ववरोध को दर करन और शावतपणल ढग स बातचरीत करन का आगह वकया

सीपीआईएमएल और रणवीरसना21 वी शताबदरी की शरआत म वबहार राजय म उठ जावत सघषल का समाधान खोजना आरट ऑफ विववग क विए शरआतरी मामिो म स एक था

ऊचरी जावत समह रणवरीरसना और भारतरीय कमयवनसर पारवी (माकसलवादरी-िवननवादरी) (सरीपरीआईएमएि) क बरीच जावत सघषल न 1990 क दशक क दौरान वबहार म सबस खराब रप ि विया था वजसम बि पमान पर हतया जबरन और अनय तररीको क रप म वहसा न अपन पर फिान शर कर वदए थ

साि 2001 म शरी शरी न एक सघषल-गसत मसौढ़री कषत का दौरा वकया और अवहसा को अपनान क विए 50000 िोगो स अपरीि की बातचरीत क माधयम स समदायो और समहो को एकजर करन म गरदव को कई वदककतो का सामना करना पिा वजसम वबहार क यदधरत गर और भारत क अनय नकसिरी इिाको क नता शावमि थ तब इन नताओ को शरी शरी स वमिन क विए ऋवषकश म आरट ऑफ विववग सरर म अिग स आमवतत वकया गया था

bull अरणाचि परदश मवणपर मघािय असम ओवडशा पलचिम बगाि झारखड वबहार उततर परदश उततराखड जमम और कशमरीर क आवदवासरी कषतो म िाइर ए होम पररयोजना क तहत 18500 पररवारो म सोिर िाइर िगवाए गए वजसस 65000 स अवधक िोगो को िाभ हआ

bull 8 सौर माइकरो वगड भारत म सथावपत की तावक एकीककत सौर ऊजाल को मॉडि गावो तक पहचाया जा सक

bull मधय परदश जमम-कशमरीर और राजसथान क गामरीण इिाको क नौ सककिो म सौर वगडस परदान वकए

bull अकषय ऊजाल उतपादो को सथावपत करन क विए 1033 यवाओ को अकषय ऊजाल तकनरीवशयनो क रप म परवशवकषत वकया गया

रोशन हए घर

उततर-पववी कतर क नताओ को जहसा स दर रखन क जलए शी शी न वहा पर बहत समय वयतीत जकया साल 2017 म मजणपर क 68 आतकवाजदयो न घर वापसी की इन आतजकयो क घर वापसी

म उनकी रणनीजत न काफी मदद की

आवरण कथा 05 - 11 मारष 201806

ऋवषकश पहचन क बाद दोनो गरो म एक बार वफर स सघषल शर हो गया शरी शरी क हसतकषप क बाद दोनो गर कायलकरम म एक साथ बठन को तयार हए जहा उनहोन शवास और धयान तकनरीक सरीखी इस कायलकरम क अत तक उनहोन सवय को अपन हवथयार छोिन और सामदावयक सवा की वदशा म अपन परयासो क विए सवचछा स शपथ िरी

अतराषषटीय मधयसथताआरट ऑफ विववग क अनठ कायलकरमो म स एक ह कवदयो का पनवालस जो दवनया भर म 700000 स अवधक कवदयो तक अपनरी पहच बना चका ह उदाहरण क विए बता द वक उरगव क आतररक मतािय न उन कवदयो की जि की सजा को कम कर वदया वजनहोन आरट ऑफ विववग परोगाम म वहससा विया

आरट ऑफ विववग क सवयसवको न मलकसको हतरी अमररका जमलनरी कनाडा नपाि भारत पावकसतान शरीिका जापान म परीवित िोगो क विए मोबाइि फोन दारा आपदा राहत पहचान की एक नई पहि शर की ह

कोलजबया और एफएआरसी क बीर शाजत समझौता शरीिका म चि 52 वषवीय गहयदध क बाद कोिवबया सरकार और एफएआरसरी गोररला क बरीच शावत समझौता कराना शरी शरी क विए सबस बिरी उपिलबध रहरी कोिवबया क राषटपवत जआन

मनएि सरोस वजनहोन शरी शरी को एफएआरसरी तक पहचन म मदद की उनह दश म शावत िान क विए वकए गए परयासो क विए 2016 म नोबि शावत परसकार स नवाजा गया

शरी शरी को वमिन क बाद एफएआरसरी क नतााओ का हदय पररववतलत हो गया और उनहोन यदध ववराम की घोषणा कर दरी इतना हरी नही उनहोन अपन िकय को परापत करन क विए गाधरी क अवहसा वसदधात को अपनान की कसम खाई एफएआरसरी क नता न अपन अपराधो क विए माफी मागरी और उसक बाद एक नए राजनरीवतक दि क रप म सथावपत हआ

शावत वाताल म एफएआरसरी कमाडर और मखय वातालकार इवान मारकज कहत ह वक एक लसथर और िब समय तक शावत परापत करन क विए आरट ऑफ विववग की वशकषाए आवशयक ह हम उममरीद ह वक कोिवबया म शावत दवनया क विए एक पररणा क रप म कायल करगरी

इराक का पनवाषसआरट ऑफ विववग कछ गर-सरकाररी एजवसयो म स एक ह जो अब भरी बगदाद म काम कर रहरी ह आईएएचवरी क सहयोग स सगठन न समग वचवकतसा दखभाि कायलकरम और मवहिा सशलतिकरण पररयोजना क साथ-साथ टरामा राहत कायलकरमो दारा 50000 स अवधक इराकी नागररको की दखभाि की ह शरी शरी न तरीन बार इस दश का दौरा वकया ह आरट ऑफ विववग अब उततररी इराक म यदध म बच िोगो पर ववशष धयान दन

bull कम िागत वाि जव रत वाररवफरर क वनमालण क विए 60 स अवधक गामरीण यवाओ को जिसवक क रप म परवशवकषत वकया गया

bull 267 गावो क 45000 स अवधक िोगो को सरवकषत पयजि उपिबध करान क विए चार सामदावयक पानरी वफरर िगाए गए और इसक साथ हरी आधर परदश पलचिम बगाि झारखड और ओवडशा राजयो म 78 बोर क कओ का वनमालण कराया

bull कनालरक और पलचिम बगाि म सात समदावयक आरओ और जव रत वफरर की सथापना की

शर पयिल

का काम कर रह ह 6000 स अवधक मवहिाओ को रिररग और कपयरर साकषरता म वयावसावयक परवशकषण परदान वकया जा रहा ह इराक क सधारक घरो म कवदयो क विए कई कायलकरम आयोवजत वकए गए इराक क 100 स अवधक नागररक जयादातर बगदाद बसरा सिमवनया और करबिा की मवहिाए आरट ऑफ विववग की वशकषा िरी और वह साथरी इरावकयो की परीिा को कम करन क विए काम कर रहरी ह

आरट ऑफ विववग और आईएएचवरी भरी आईएसआईएस दारा जाररी मानवरीय सकर क मदनजर इराक म 15 िाख आतररक ववसथावपत परषो मवहिाओ और बचचो को भौवतक और आधयालतमक राहत दन क विए काम कर रहा ह इरािरी दहोक और खाजरीर म 8000 स अवधक पररवारो और अनाथ बचचो को राहत सामगरी बाररी

सीररया लबनान िॉडडन म टामा कयरसगठन भरी सवकरय रप स सरीररयन शरणावथलयो और जॉडटन िबनान सरीररया और इराक म यदध म बच िोगो की मदद करन क विए काम कर रहा ह इस कषत म चि रह तनाव आघात क उपचार क विए द आरट ऑफ विववग की कायलशािाओ क माधयम स 20000 स अवधक िोगो को िाभ परदान वकया गया ह चवक इस सघषल म बचचो क जयादा समह

शावमि ह इसविए आरट ऑफ विववग न अपन कायलकरमो को ववशष रप स बचचो क विए शर वकया ह तावक बचचो को इन सबस रोका जा सक और उनह शावत क रासत पर िाया जा सक

जातररी वशववर क एक सामावजक कायलकताल न कहा वक हम ऐस वातावरण म काम कर रह ह जो मनोसामावजक गवतवववधयो क विए बहत जरररी ह इस कायलशािा म मन इस तरह क परभावरी पररणाम कभरी नही दख ह इसस मर काम पर भाररी असर पिा ह और मझ सरीररयन शरणावथलयो क साथ काम करन का सचमच िाभ हआ ह आज आरट ऑफ विववग फाउडशन 152 स अवधक दशो म मौजद ह दस िाख स अवधक इसक अनयायरी ह कई अनय ससथान और आशम जस वदववजान महाववदयापरीठ शरी शरी आयवतद शरी शरी सककि फॉर परफॉवमिग आटसल एड फाइन आटसल और शरी शरी पररी-यवनववसलररी कॉिज ह जो उनकी ववरासत को आग बढ़ा रह ह शरी शरी रवव शकर शरी शरी ववशवववदयािय क किपवत और भारतरीय योग परमाणन सवमवत क गणवतता वनयतण क अधयकष भरी ह वह अमरनाथ शाइन बोडट (जमम और कशमरीर भारत सरकार दारा वनयति) क सदसय भरी ह शरी शरी कनालरक सरकार दारा आयोवजत गरदव ककषणादवराय की 500 वी वषलगाठ समारोह क ररसपशन कमररी क अधयकष भरी ह

आटड ऑफ जलजवग क सवयसवको न मकसको हती अमररका िमषनी कनाडा नपाल िारत पाजकसतान शीलका िापान म पीजडत लोगो

क जलए मोबाइल फोन दारा आपदा राहत पहरान की एक नई पहल शर की ह

0705 - 11 मारष 2018 सिभ

जवधवाओ की जिदगी म नए रग िरन का मौका लाकर सलि न समाि को यह सदश दन की कोजशश की ह जक जवधवा माताए िी समाि का

उतना ही महवपणष जहससा ह जितन दसर लोग ह-डॉ पाठक

वदावन म सामाजिक बदलाव की होलीवदावन क राधागोपीनाथ मजदर म जवधवा माताओ न पर उलास क साथ होली खली फलो और गलाल स खली गई इस

अनठी होली म वदावन की जवधवा माताओ क साथ वाराणसी स आई परास जवधवा माताए िी शाजमल हई

जपरयका जतवारी

हमार समाज म वकसरी मवहिा क ववधवा होत हरी उसक जरीवन क सार रग बदरग हो जात ह इतना हरी नही ववधवाओ को सभरी शभ

कायषो स भरी दर रखा जाता ह सवदयो स चिरी आ रहरी इस सामावजक कररीवत को समापत कर ववधवाओ को समाज की मखयधारा स जोिन की पहि सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की डॉ पाठक उन परातन मानयताओ म ववशवास नही करत वजसक अनसार परष की मतय क बाद उसकी पतनरी को समाज और पररवार की मखयधारा स कार कर अिग कर वदया जाए

इसरी सामावजक धारणा और मानयता को बदिन क विए सिभ न वदावन म अपन पररवार स पररतयति ववधवाओ को होिरी खिन का अनठा अवसर परदान वकया इस वषल भरी वदावन क राधागोपरीनाथ मवदर म ववधवा माताओ न पर उलास क साथ होिरी खिरी फकिो और गिाि स खिरी गई इस अनठरी होिरी म वदावन की अनय ववधवा माताओ क साथ वाराणसरी आई पचास ववधवा माताए भरी शावमि हई

वदावन क गोपरीनाथ मवदर म सिभ सवचछता एव सामावजक सधार आदोिन दारा आयोवजत होिरी महोतसव अपन आप म दवनया का सबस अनठा और रगरीन उतसव बन गया कयोवक इसम वसफफ होिरी क रग

हरी नही सगवधत फकिो की पखविया हरी नही हरदम उदासरी की सफद चादर म विपररी ववधवा माताओ की खनकतरी हसरी हरी नही बलक सामावजक बदिाव क गिाि भरी उिाए गए सकारातमक सामावजक बदिाव ऐस हरी होत ह वबना वकसरी को कछ बताए वबना वकसरी को रोक रोक सामावजक बदिाव की यह अनोखरी समझ सिभ परणता की वववशषता ह वजनहोन अपन परयासो स वदावन की ववधवा माताओ क जरीवन की पररी तसवरीर हरी बदि दरी वदावन की गवियो म सबकी नजरो स दर गमनाम वजदगरी जरीन वािरी इन ववधवा माताओ को अब दश कया पररी दवनया जान चकी ह

होिरी महोतसव म पहि गिाब गदा और चमिरी क फकिो क साथ होिरी खिरी गई इसक बाद गिाि बरसा कर सभरी न होिरी का आनद विया इस होिरी समारोह म कि 15 लवरि फकि और गिाि का इसतमाि वकया गया सिभ दारा आयोवजत रगो क इस तयोहार म ववधवा माताओ न ककषण सगरीत की धनो पर भाव नतय वकया

इस अवसर पर सिभ सवचछता एव सामावजक सधार आदोिन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक न कहा वक ववधवाओ की वजदगरी म नए रग भरन का मौका िाकर सिभ न समाज को यह सदश दन की कोवशश की ह वक ववधवा माताए भरी समाज का उतना हरी महतवपणल वहससा ह वजतन दसर िोग ह उनहोन बताया वक वदावन स पाच ववधवा माताए दश क परधानमतरी नरदर मोदरी स वमिन गिाि िकर जाएगरी और उनको गिाि दकर होिरी की शभकामनाए दगरी इसस पहि डॉ पाठक न ववधवा माताओ क साथ राधागोपरीनाथ मवदर म भगवान राधागोपरीनाथ को गिाि और पषप अवपलत कर पजन वकया उसक बाद इन वदध एव ववधवा माताओ क साथ फकि और गिाि स होिरी खिरी इसक अिावा डॉ पाठक न इन माताओ क साथ गरीत गाकर इनह होिरी की ढर साररी शभकामनाए दरी

बता द वक इस समारोह म होिरी क गरीतो का वहदरी और बागिा म गायन वकया गया मवदर म परभ आराधना क बाद माताओ न मवदर क चौक म होिरी

खिरी इस समारोह म वहससा िन वािरी ववधवा माता िविता न बताया वक उनकी शादरी क तरीन साि बाद हरी उनक सवामरी की मतय हो गई उनह इतना भरी पता नही था वक कयो उनह िोग रग और शभ कायषो स दर रखन िग थ उनह जब तक य बात समझ आतरी तब तक वह वदावन चिरी आई और परभ की भलति म िरीन हो गई उनहोन बताया वक सिभ बाबा (डॉ पाठक) क आन क बाद उनहोन जाना वक रग कया होत ह तयोहार कया होता ह उनहोन डॉ पाठक और सिभ को ढर साररी शभकामनाए दरी

एक अनय ववधवा माता दरीपािरी गहा ठाकर दास न बताया वक उनक पवत की मौत क बाद उनस िोग दर दर रहत थ वकसरी भरी शभ कायल और तयोहार म उनह शावमि नही वकया जाता था यह सब दख कर उनह बहत दख होता था इसरीविए वह कोिकाता स वदावन आ गई और यही राधारानरी का भजन कीतलन करन िगी यहा भरी उनह शरआत म बहत सरी तकिरीफो का सामना करना पिा वजसकी वजह स वह यहरी सोचतरी थरी वक भगवान उनह अपन पास जद स जद बिा ि वफर एक वदन डॉ पाठक उनकी वजदगरी म मसरीहा बन कर आए और उनक साथ साथ वदावन की सभरी ववधवा माताओ क जरीवन म बदिाव आ गया आज उनह भर पर भोजन क विए कही भरकना नही पिता ह और न हरी बरीमार होन पर दवा क विए वकसरी का आशय िना पिता ह उनहोन कहा वक सिभ और डॉ पाठक न उनक जसरी तमाम मवहिाओ को जरीवन जरीन की एक नई उममरीद दरी ह

यह सिभ और डॉ पाठक क अथक परयासो का हरी पररणाम ह जो आज य ववधवा माताए होिरी हरी नही दरीवािरी रकषाबधन जस सभरी तयोहार मनातरी ह इन माताओ क चहर पर मसकान और सककन दख कर िगता ह मानो इनह एक नया जरीवन वमि गया हो आज य सभरी माताए खशरी क गरीत गातरी ह और डॉ पाठक तथा सिभ का आभार वयति करत नही थकतरी

जवधवा माताओ क जलए सलि का होली महोसव

गोपीनाथ मजदर म जवधवा माताओ न खली फल और गलाल स होली

डॉ पाठक न जवधवा माताओ सग खली फल और गलाल स होली

खास बात

मन की बात 05 - 11 मारष 201808

नरद मोदी (परधानमतरी)

परकाश वतपाठरी न एक िबरी वचटरी विखरी ह और मझस बहत आगह वकया ह वक म उनक पत म विख गए ववषयो को सपशल

कर उनहोन विखा ह 1 फरवररी को अतररकष म जान वािरी कपना चाविा की पणय वतवथ ह कोिवबया अतररकषयान दघलरना म वो हम छोि कर चिरी गई िवकन दवनया भर म िाखो यवाओ को पररणा द गई म परकाश जरी का आभाररी ह वक उनहोन अपनरी िबरी वचटरी का आरभ कपना चाविा की ववदाई स वकया ह यह सबक विए दःख की बात ह वक हमन कपना चाविा को इतनरी कम उमर म खो वदया िवकन उनहोन अपन जरीवन स पर ववशव म खासकर भारत की हजारो ििवकयो को यह सदश वदया वक नाररी-शलति क विए कोई सरीमा नही ह इचछा और दढ़ सकप हो कछ कर गजरन का जजबा हो तो कछ भरी असभव नही ह यह दखकर काफी खशरी होतरी ह वक भारत म आज मवहिाए हर कषत म तजरी स आग बढ़ रहरी ह और दश का गौरव बढ़ा रहरी ह

पराचरीन काि स हमार दश म मवहिाओ का सममान उनका समाज म सथान और उनका

योगदान पररी दवनया को अचवभत करता आया ह भारतरीय ववदवषयो की िबरी परपरा रहरी ह वदो की ऋचाओ को गढ़न म भारत की बहत-सरी ववदवषयो का भरी योगदान रहा ह िोपामदरा गागवी मतयरी जस न जान वकतन हरी नाम ह आज हम lsquoबररी बचाओ बररी पढ़ाओrsquo की बात करत ह िवकन सवदयो पहि सकद-पराण मकहा गया ह-दशपतर समाकना दशपतरान परवरधन त फल लभतमरध तत लभ कनकका

अथालत एक बररी दस बरो क बराबर ह दस बरो स वजतना पणय वमिगा एक बररी स उतना हरी पणय वमिगा यह हमार समाज म नाररी क महतव को दशालता ह और तभरी तो हमार समाज म नाररी को lsquoशलतिrsquo का दजाल वदया गया ह यह नाररी शलति पर दश को सार समाज को पररवार को एकता क सत म बाधतरी ह चाह ववदक काि की ववदवषया

िोपामदरा गागवी मतयरी की ववदता हो या अकका महादवरी और मरीराबाई का जान और भलति चाह अवहयाबाई होिकर की शासन वयवसथा हो या रानरी िकमरीबाई की वरीरता नाररी शलति हमशा हम परररत करतरी आई ह दश का मान-सममान बढ़ातरी आई ह

परकाश वतपाठरी न आग कई सार उदाहरण वदए ह उनहोन विखा ह हमाररी साहवसक रकषा-मतरी वनमलिा सरीतारमण क ििाकक ववमान lsquoसखोई 30rsquo म उिान भरना उनह पररणा द दगा उनहोन ववतलका जोशरी क नततव म भारतरीय नौसना क मवहिा करक मबसल आई एनएसवरी तररणरी पर पर ववशव की पररकरमा कर रहरी ह उसका वजकर वकया ह तरीन बहादर मवहिाए भावना कठ मोहना वसह और अवनरी चतवतदरी यदधक ववमान की पायिर बनरी ह और सखोई-30 म परवशकषण ि रहरी ह कषमता वाजपयरी की अगवाई वािरी ऑि वमन करक न वदलरी

स अमररका क सन फावससको और वापस वदलरी तक एअर इवडया क बोईग जर म उिान भरी आज नाररी हर कषत म न वसफफ आग बढ़ रहरी ह बलक नततव कर रहरी ह आज कई कषत ऐस ह जहा सबस पहि हमाररी नाररी-शलति कछ करक वदखा रहरी ह एक वमसाि कायम कर रहरी ह वपछि वदनो राषटपवत जरी न एक नई पहि की

राषटपवत जरी न उन असाधारण मवहिाओ क एक समह स मिाकात की वजनहोन अपन-अपन कषतो म सबस पहि कछ करक वदखाया दश की इन मवहिाओ म मचचर नवरी की पहिरी मवहिा कपरन यातरी टरन की पहिरी मवहिा डाइवर पहिरी मवहिा फयर फाइरर पहिरी मवहिा बस डाइवर अराकफवरका पहचन वािरी पहिरी मवहिा एवरसर पर पहचन वािरी पहिरी मवहिा इस तरह स हर कषत की lsquoपहिरी मवहिाrsquo थी - हमाररी नाररी-शलतियो न समाज की रवढ़वावदता को तोित हए असाधारण उपिलबधया हावसि की एक कीवतलमान सथावपत वकया उनहोन य वदखाया वक किरी महनत िगन और दढसकप क बि पर तमाम बाधाओ और रकावरो को पार करत हए एक नया मागल तयार वकया जा सकता ह एक ऐसा मागल जो वसफफ अपन समकािरीनो को हरी नही बलक आन वािरी परीवढ़यो को भरी परररत करगा उनह एक नय जोश और

नारी-शकति की असाधारण उपलकधयाआि नारी हर कतर म न जसफफ आग बढ़ रही ह बकलक नतव कर रही ह आि कई कतर ऐस ह िहा सबस पहल

हमारी नारी-शकति कछ करक जदखा रही ह एक जमसाल कायम कर रही ह

परारीन काल स हमार दश म मजहलाओ का सममान उनका समाि म सथान और उनका योगदान परी दजनया को अरजित करता आया ह

िारतीय जवदजरयो की लबी परपरा रही ह वदो की ऋराओ को गढ़न म िारत की बहत-सी जवदजरयो का िी योगदान रहा ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 मन की बात 09उतसाह स भर दगा इन पहिरी मवहिाओ पर एक पसतक भरी तयार की गई ह तावक परा दश इन नाररी शलतियो क बार म जान उनक जरीवन और उनक कायषो स पररणा ि सक

आज दश और समाज म हो रह सकारातमक बदिाव म दश की नाररी-शलति की महतवपणल भवमका ह आज जब हम मवहिा सशतिरीकरण पर चचाल कर रह ह तो म एक रिव सरशन का वजकर करना चाहगा एक रिव सरशन और मवहिा सशतिरीकरण आप सोच रह होग वक इसक बरीच म कया सबध ह मबई का मारगा सरशन भारत का ऐसा पहिा सरशन ह जहा साररी मवहिा कमलचाररी ह सभरी ववभागो म मवहिा सराफ - चाह कमवशलयि वडपारटमर हो रि पविस हो वरकर चकर हो उदघोषक हो परा 40 स भरी अवधक मवहिाओ का सराफ ह इस बार बहत स िोगो न गणतत वदवस की परड दखन क बाद टरीअर पर और दसर सोशि मरीवडया पर विखा वक परड की एक मखय बात थरी बरीएसएफ की मवहिा दसता व साहसपणल परयोग कर रहरी थी और य दशय ववदश स आए हए महमानो को भरी आचियलचवकत कर रहा था सशतिरीकरण आतमवनभलरता का हरी एक रप ह आज हमाररी नाररी-शलति नततव कर रहरी ह आतमवनभलर बन रहरी ह

छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी मवहिाओ न भरी कमाि कर वदया ह उनहोन एक नई वमसाि पश की ह आवदवासरी मवहिाओ का जब वजकर आता ह तो सभरी क मन म एक वनलचित तसवरीर उभर कर आतरी ह वजसम जगि होता ह पगडवडया होतरी ह उन पर िकवियो का बोझ वसर पर उठाए चि रहरी मवहिाए िवकन छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी नाररी हमाररी इस नाररी-शलति न दश क सामन एक नई तसवरीर बनाई ह छततरीसगढ़ का दतवािा इिाका जो माओवाद-परभाववत कषत ह ऐस खतरनाक इिाक म आवदवासरी मवहिाए ई-ररकशा चिा कर आतमवनभलर बन रहरी ह बहत हरी थोि कािखड म कई साररी मवहिाए इसस जि गई ह उनह इसस तरीन िाभ हो रह ह एक तरफ जहा सवरोजगार न उनह सशति बनान का काम वकया ह वही इसस माओवाद-परभाववत इिाक की

तसवरीर भरी बदि रहरी ह और इन सबक साथ इसस पयालवरण-सरकषण क काम को भरी बि वमि रहा ह यहा क वजिा परशासन की भरी सराहना करता ह अनदान उपिबध करान स ि कर परवशकषण दन तक वजिा परशासन न इन मवहिाओ की सफिता म एक महतवपणल भवमका वनभाई ह

हम बार-बार सनत आए ह वक िोग कहत ह ndash lsquoकछ बात ह ऐसरी वक हसतरी वमरतरी नही हमाररीrsquo वो बात कया ह वो बात ह िचरीिापन और वनरतर पररवतलन जो काि-बाह ह उस छोिना जो आवशयक ह उसका सधार सवरीकार करना हमार समाज की ववशषता ह ndash आतमसधार करन का वनरतर परयास यह भारतरीय परपरा हमाररी ससककवतक ववरासत ह वकसरी भरी जरीवत समाज की पहचान होतरी ह उसका आतम सधार तत

सामावजक कपरथाओ और कररीवतयो क वखिाफ सवदयो स हमार दश म वयलतिगत और सामावजक सतर पर िगातार परयास होत रह ह अभरी कछ वदन पहि वबहार न एक रोचक पहि की राजय म सामावजक कररीवतयो को जि स वमरान क विए 13 हजार स अवधक वकिोमरीरर की ववशव की सबस िबरी मानव-शखिा बनाई गई इस अवभयान क दारा िोगो को बाि-वववाह और दहज-परथा जसरी बराइयो क वखिाफ जागरक वकया गया दहज और बाि-वववाह जसरी कररीवतयो स पर राजय न ििन का सकप विया बचच बजगल जोश और उतसाह स भर यवा माताए बहन हर कोई इस जग म शावमि थ समाज क सभरी िोगो को सहरी मायन म ववकास का िाभ वमि इसक विए जरररी ह वक हमारा समाज इन कररीवतयो स मति हो म वबहार

की जनता राजय क मखयमतरी वहा क परशासन और मानव ndashशखिा म शावमि हर वयलति की सराहना करता ह वक उनहोन समाज कयाण की वदशा म इतनरी ववशष एव वयापक पहि की

करि की आवदवासरी मवहिा िकमरीकटरी की कहानरी सनकर आप सखद आचियल स भर जायग िकमरीकटरी कलार म वशवकषका ह और अब भरी घन जगिो क बरीच आवदवासरी इिाक म ताि क पततो स बनरी झोपिरी म रहतरी ह उनहोन अपनरी समवत क आधार पर हरी पाच सौ आयवतवदक दवाए बनाई ह साप कारन क बाद उपयोग की जान वािरी दवाई बनान म उनह महारत हावसि ह िकमरी जरी दवाओ की अपनरी जानकाररी स िगातार समाज की सवा कर रहरी ह इस गमनाम शलखशयत को पहचान कर समाज म इनक योगदान क विए उनह पदमशरी स सममावनत वकया गया म आज एक और नाम का भरी वजकर करन का मरा मन करता ह पलचिम बगाि की 75 वषवीय सभावसनरी वमसतरी को भरी उनह परसकार क विए चना गया सभावसनरी वमसतरी एक ऐसरी मवहिा ह वजनहोन असपताि बनान क विए दसरो क घरो म बतलन माज सबजरी बचरी जब य 23 वषल की थी तो उपचार नही वमिन स इनक पवत की मतय हो गई थरी और इसरी घरना न उनह गररीबो क विए असपताि बनान क विए परररत वकया आज इनकी किरी महनत स बनाए गए असपताि म हजारो गररीबो का वनशक इिाज वकया जाता ह मझ परा ववशवास ह वक हमाररी बहरतना-वसधरा म ऐस कई नर-रतन ह कई नाररी-रतन ह वजनको न कोई जानता ह न कोई पहचानता ह ऐस वयलतियो की पहचान न बनना उसस समाज का भरी घारा हो जाता ह पदम-परसकार एक माधयम ह िवकन म दशवावसयो को भरी कहगा वक हमार आस-पास समाज क विए जरीन वाि समाज क विए खपन वाि वकसरी न वकसरी ववशषता को ि करक जरीवन भर कायल करन वाि िकषाववध िोग ह कभरी न कभरी उनको समाज क बरीच म िाना चावहए वो मान-सममान क विए काम नही करत ह िवकन उनक कायल क कारण हम पररणा वमितरी ह

(मन की बात जनवररी 2018 का सपादित अश)

छततीसगढ़ की हमारी आजदवासी नाररयो न दश क सामन एक नई तसवीर बनाई ह छततीसगढ़ का दतवाडा इलाका िो माओवाद-परिाजवत कतर ह ऐस खतरनाक इलाक म आजदवासी मजहलाए ई-ररशा रला कर

आमजनिषर बन रही ह

गिरात का पड कपल हर महीन बाटता ह 5000 सजनटरी नपजकन

सरत क मीना और अतल महता न िररतमद मजहलाओ क बीर सजनटरी पडस बाट कर सराहनीय काम जकया ह

तवमिनाड क अरणाचिम मरगनाथम की कहानरी तो आज हर कोई जान चका ह िवकन

सरत म रहन वाि मरीना और अति महता क परयासो की जानकाररी बहत कम िोगो को ह वपछि िगभग 5 साि स य दोनो हर महरीन ऐसरी मवहिाओ को िगभग 5000 सवनरररी नपवकन बारत ह जो इसका खचल खद नही वहन कर सकती

मरीना और अति न हाि हरी म सरत की झगगरी

को समझना चावहए वक परीररयडस बहत जरररी होत ह और उनक बार म जागरकता फिनरी चावहए

(एजसरी)

झोपवियो म वफम पडमन की सकरीवनग भरी 125 मवहिाओ क विए आयोवजत की इसक जररए व िोगो को सवनरररी नपवकन की महतता बताना चाहत ह मरीना न बताया वक उनहोन एक बार एक गररीब बचचरी को ककि क वडबब स पड वनकाित दखा उनहोन बताया वक बचचरी स उनह पता चिा वक पस की कमरी क चित वह इन पडस को धोकर हर महरीन इसतमाि करतरी ह यह सनकर मरीना

को काफी हरानरी हई और उनहोन पडस बारन का फसिा वकया मरीना िोगो स इस काम क विए आग आन की अपरीि करतरी ह उनहोन कहा वक िोगो

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

मतावधकार 05 - 11 मारष 201810

दवनया क सबस बि िोकतत अमररका क मकाबि दवनया का सबस बिा िोकतत भारत इस मायन म आग ह वक मवहिा

अवधकारो क परवत यह उनस जयादा सवदनशरीि और सजग रहा अमररका म सब कछ क बाद भरी मवहिाओ को मतवधकार स िस करन क परवत वहचवकचाहर थरी अमररका की यह वहचवकचाहर 144 वषषो बाद खतम हई अमररका हरी नही वरिरन न भरी इस मामि म जयादा उदारता नही वदखाई मवहिाओ को मतवधकार दन म उसन िगभग एक सदरी का वति खचल वकया लसवटजरिड क कछ इिाको म तो मवहिाओ को वोर दन का अवधकार 1974 म वमिा िवकन भारतरीय मवहिाओ को दश की आजादरी क वदन स यह अवधकार वदया गया

1947 म मवहिाओ को मतावधकार क अवधकार दन का फसिा उस वति वकतना बिा था इसका अदाजा िवखका डॉकरर ओवनलर शवन की इस ववषय पर विखरी पसतक स िगाया जा सकता ह वजसम वो विखतरी ह वक कररीब 10 िाख िोगो की मौत और एक करोि 80 िाख िोगो क घरो की तबाहरी क विए वजममदार बरवार की आग म झिस रह एक दश म य फसिा विया जाना उस वति वकसरी भरी औपवनववशक राषट क विए एक बहत बिरी उपिलबध थरी

इस फसि स आजाद भारत म वोररो की सखया पाच गना तक बढ़कर कररीब 17 करोि 30 िाख तक पहच गई और इसम आधरी अबादरी मवहिाओ

ऐस जमला मताजधकार का अजधकारदजनया क कई बड दशो न मजहलाओ को मतदान करन क अजधकार स बहत वरषो तक वजरत रखा

लजकन िारत न आिादी क जदन स ही मजहलाओ को इस अजधकार स लस जकया

की थरी तब दभलगय स कररीब 28 िाख मवहिाओ क नाम वोरर विसर स हरा वदए गए कयोवक उनहोन अपना नाम हरी नही बताया और कररीब 85 परवतशत ऐसरी मवहिाए थी वजनहोन कभरी वोर हरी नही वदया था

अपनरी पसतक हाउ इवडया वबकम डमोकरवरक वसवरजनवशप ऐर द मवकग ऑफ द यवनवसलि फरचाइजरी म डॉ शवन न औपवनववशक शासन क दौर म मवहिाओ क मतावधकार क ववरोध क बार म ववसतार स विख ह व विखतरी ह वक वरिवरश अवधकाररयो न य तकफ वदया था वक सावलभौवमक मतावधकार भारत क विए सहरी नही होगा वरिवरश शासन क दौरान भारत म चनाव सरीवमत तौर पर होत थ वजसम धावमलक सामदावयक और वयावसावयक धाराओ क तहत बाररी गई सरीरो पर खि उममरीदवारो क विए कछ वोररो को हरी मतदान करन का अवधकार था इवतहासकार गरालडन फोबसल विखतरी ह वक भारतरीय मवहिा सगठनो को मवहिाओ को मतदान का अवधकार पान क विए एक मलशकि ििाई ििनरी पिरी थरी 1921 म बॉमब और मदरास

पहि परात बन जहा सरीवमत तौर पर मवहिाओ को वोर दन क अवधकार वदए गए बाद म 1923 स 1930 क बरीच सात अनय परातो म भरी मवहिाओ को मतदान का अवधकार वमिा

डॉ फोबसल अपनरी वकताब वमन इन मॉडनल इवडया म विखतरी ह वक वरितानरी हाउस ऑफ कॉमनस न मवहिाओ क विए वोवरग क अवधकार की माग करन वाि कई भारतरीय और वरितानरी मवहिा सगठनो की माग को नजरअदाज वकया मवहिाओ स भदभाव और उनका पदत म रहना इस फसि क परीछ उनकी आसान दिरीि थरी डॉ फोबसल विखतरी ह साफ तौर पर वरितानरी शासको न अपसखयको क अवधकार क तौर पर कवि परष अपसखयको को हरी अवधकार दन का वादा वकया मवहिाओ क मामि म उनहोन कछ मवहिाओ क अिग-थिग होन क बहान पररी मवहिाओ को उनका हक दन स इनकार कर वदया

औपवनववशक परशासको और ववधायको दोनो न हरी मतावधकार की सरीमाओ को बढ़ान का ववरोध वकया था डॉ फोबसल क अनसार वोवरग का ववरोध

करन वाि मवहिाओ को कमतर आकत थ और सावलजवनक मामिो म उनह अकषम मानत थ

कछ िोगो का कहना था वक मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दन स पवत और बचचो की उपकषा होगरी एक सजजन न तो यहा तक तकफ वदया वक राजनरीवतक काम करन स मवहिाए सतनपान करान म असमथल हो जाएगरी

मवहिा अवधकारो क विए ििनवािरी मणाविनरी सन न 1920 म विखा था वरितानरी सरकार क बनाए सभरी कानन मवहिाओ पर िाग होत थ और अगर उनक पास सपवतत ह तो उनह रकस भरी दना होता था िवकन उनह वोर दन का अवधकार नही था

वो कहतरी ह य कछ इस परकार था वक मानो वरितानरी शासक मवहिाओ स कह रह हो वक नयाय पान क विए अदाित का दरवाजा खरखरान की बजाय वो खद हरी लसथवत स वनपर

भारत क आवखररी औपवनववशक कानन भारत सरकार अवधवनयम 1935 क तहत दश क 3 करोि िोगो को वोर दन का अवधकार वदया गया यह दश की कि वयसक आबादरी का पाचवा वहससा था इसम मवहिाओ की सखया कम थरी

वबहार और उिरीसा परात (उस दौर म य दो राजयो एक हरी परात म आत थ) की सरकार न मतदाताओ की सखया कम करन और मवहिाओ स मतदान का अवधकार छरीनन की कोवशश की

डॉ शवन विखतरी ह वक सरकार का मानना था अगर मवहिा तिाकशदा या ववधवा ह या उसक पास सपवतत नही ह तो उसका नाम मतदाता सचरी स हरा वदया जाना चावहए

िवकन जब अवधकाररी भारत क पववोततर म बस खासरी पहावियो म उन समदायो क सपकफ म आए जहा मातसतता को माना जाता ह तो उनह मवहिाओ क मामि म एक अपवाद दखन को वमिा इस समदाय म सपवतत मवहिाओ क नाम पर होतरी ह

िारतीय मजहला सगठनो को मजहलाओ को मतदान का अजधकार पान क जलए एक मकशकल लडाई लडनी पडी थी 1921 म बॉमब और मदास पहल परात बन िहा सीजमत तौर पर मजहलाओ को वोट

दन क अजधकार जदए गए

अमररका न 144 वरषो क बाद जदया मजहलाओ को मताजधकार

जरिटन की मजहलाओ को एक सदी बाद जमला यह अजधकार

1947 म मजहलाओ को मताजधकार दकर िारत न बडा कदम उठाया

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 11मतावधकार

अिग-अिग परातो न भरी मवहिाओ क नाम शावमि करन स सबवधत अपन-अपन वनयम बनाए मदरास म अगर कोई मवहिा पशनधाररी ववधवा थरी वकसरी अवधकाररी या सवनक की मा थरी या उसक पवत रकस दत थ या सपवतत क माविक थ तो उस मतदान करन का अवधकार वदया गया

दखा जाए तो वोर दन की मवहिा की पातता पररी तरह स उसकी पवत की सपवतत योगयता और सामावजक लसथवत पर वनभलर थरी

डॉ शवन बतातरी ह मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दना और उनह सहरी मायनो म वोरर विसर म िकर आना औपवनववशक शासन म काम कर रह नौकरशाहो की कपना स पर था इसका एक कारण उस वति की ववदशरी सरकार का यहा की अवशवकषत जनता म भरोस की कमरी और गररीबो गामरीण और अवशवकषतो को अवधकर दन क सबध म उनकी नकारातमक सोच का नतरीजा थरी

आिादी क बाद बदल हालातिवकन जब आजाद भारत न य तय वकया वक वो दश क वयसको को वोर करन का यानरी अपनरी सरकार खद चनन का अवधकार दगरी तो चरीज बदिन िगी डॉ शवन विखतरी ह मतदाता सचरी तयार करन का काम नवबर 1947 म शर हआ साि 1950 की जनवररी तक जब भारत को उसका अपना सववधान वमिा तो उस वति तक सावलभौवमक मतावधकार और चनावरी िोकतत की सोच पखता हो चकी थरी िवकन साि 1948 म जब मसौदा मतदाता सचरी की तयाररी की बाररी आई तो उसम अनक समसयाए थी

कछ परातो क अवधकाररयो न मवहिाओ क नामो को विखन म काफी वदककत पश आन क बार म बताया कई मवहिाओ न अपना नाम बतान स इनकार कर वदया और अपना नाम बतान की बजाय खद को वकसरी की पतनरी मा बररी या वकसरी की ववधवा क रप म पश वकया सरकार न यह सपष कर वदया वक ऐसा करन की अनमवत नही दरी जा

जरितानी शासको न अलपसखयको क अजधकारो क तौर पर कवल परर अलपसखयको को ही अजधकार दन का वादा जकया मजहलाओ क मामल म उनहोन कछ मजहलाओ क अलग-थलग होन क बहान परी मजहलाओ

को उनका हक दन स इनकार कर जदया

सकतरी और मवहिाओ का पजरीकरण उनक नाम स हरी वकया जाएगा

पवल की औपवनववशक नरीवतयो स हरकर भारत सरकार न कहा वक मवहिा को वकसरी अनय की सबधरी क रप म नही बलक एक सवतत मतदाता क रप म पजरीककत वकया जाएगा सरकार न मरीवडया का सहारा िकर इस सबध म परचार करन

का काम शर वकया और मवहिाओ को अपनरी खद की पहचान क साथ नाम विखवान क विए उतसावहत वकया मवहिा सगठनो न भरी मवहिाओ स अपरीि की वक वो अपन वहतो की रकषा करन क विए खद मतदाता बन

दश की पहिरी ससद क विए अतिबर 1951 स फरवररी 1952 क बरीच म हए चनावो म मदरास की एक सरीर स चनाव ििन वाि एक उममरीदवार न कहा मतदाता कदर क बाहर वोर दन को विए मवहिा और परष गामरीण धयल स घरो इतजार कर रह थ वो कहत ह वक पदत म आई मसिमान मवहिाओ क विए अिग वोवरग बथ की वयवसथा की गई थरी

एक बडी िीत बशक मवहिाओ क हको की ििाई आज भरी जाररी ह वषल 1966 स भारत की ससद क वनचि सदन म 33 फीसदरी सरीर मवहिाओ क विए आरवकषत करन वािा एक वबि कि ववरोध क कारण अब तक अरका हआ ह आज पहि स कही अवधक मवहिाए मतदान कर रहरी ह और कभरी-कभरी परषो स भरी अवधक सखया म वो मतदान कर रहरी ह िवकन वो चनाव म उममरीदवार क रप म वो कम हरी नजर आतरी ह

2017 म जाररी की गई सयति राषट की एक ररपोरट क अनसार ससद म मवहिाओ की सखया की सचरी म 190 दशो म भारत का सथान 148 ह 542 सदसय वाि ससद क वनचि सदन म वसफफ 64 सरीरो पर हरी मवहिाए ह

सवचछता की लकमीतजमलनाड म जतरजर क सामजथरम गाव म सवचछता अजियान रलान

वाली लकमी न अपन अनिवो को साझा जकया ह

लकमी पररयासवामी

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह

अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी

वमिरी ह सबस बिरी बात यह वक म कोई सरकाररी कमवी नही बलक मात एक सवयसवक ह इसरीविए मर विय कछ खोन या पान जसरी कोई लसथवत नही ह मरा काम तो बस मररी उस कपना का पररणाम ह वजसको वजद बनाकर मन वकया ह म वह करतरी ह जो मर गाव क विए अचछा ह अगर कछ

भरी गित वदखता ह तो म उस सधारन का हर सभव परयास करतरी ह म तवमिनाड क वतचरी लसथत सामवथरम गाव म रहतरी ह आप मझ उन िोगो म शावमि कर सकत ह वजनक विए साफ-सफाई कछ जयादा हरी महतव रखतरी ह म खद तो सफाई पसद ह साथ हरी अपन आस-पास क िोगो को भरी अपन जसा रखन की कोवशश करतरी ह

िोग अपनरी आदत क मतावबक सिको पर चरीज फक दत ह बपरवाहरी म मशगि उनह यह भरी अदाजा नही होता वक व अपनरी हरी जमरीन गदरी कर रह ह वजस साफ रखन की वजममदाररी उनकी भरी ह जब कभरी म गाव म वकसरी को गदगरी फिात दखतरी मझ खराब िगता म सवयसवक क तौर पर खद हरी गाव की सिको पर उनह साफ करन क विए उतर गई मन अपन वयलतिगत परयासो स सिको क वकनार ककिदान रखवाए गाव म ऐसरी वयवसथा सवनलचित की वक िोग पराना पिालसरक यहा-वहा फकन क बजाय एक जगह एकवतत कर वजसस उस ररीसाइवकि वकया जा सक हािावक हर नई शरआत म मझ िोगो क असहयोग का सामना करना पिा िवकन धरीर-धरीर हरी सहरी पर बाद म मझ सफिता वमितरी गई

पिालसरक और कचर क बाद मर गाव म सबस बिरी समसया खि म शौच की थरी यहा तक वक वजन घरो म शौचािय बन हए थ उन घरो क िोग भरी शौच क विए खतो म हरी जात थ यह लसथवत दो साि पहि की थरी िवकन आज चरीज बदि गई ह इस सखद बदिाव क विय मन खब महनत की

ह हािावक मर दो पिोवसयो समत गाव म अब भरी पदरह घर ऐस बच ह जहा शौचािय नही बना ह पर म कोवशश म ह वक उनह भरी समझाकर शरीघर हरी अपन गाव को खि म शौच की शमल स मति करा द

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी वमिरी ह मझ वह वदन भरी याद ह जब म वकसरी क पास जाकर अपनरी बात कहतरी थरी तो िोग दर स हरी हाथ जोिकर मझ भगा दत थ इन बातो स ववचवित न होन का पररणाम ह वक आज जब म कछ कहतरी ह तो िोग धयान स सनत ह मन अपन कछ दसर सावथयो की मदद स िोगो को सवचछता क महतव स पररवचत कराया ह आज मररी मवहम म मरा बरा भरी साथ जि गया ह

मझ गवल होता ह वक मन अपन बर को सामावजक वजममदाररी की जो वशकषाए दरी थी उनह वह अमि म िा रहा ह म वह वदन कस भि सकतरी ह जब मर पिोसरी न वकसरी बात पर जहर खाकर आतमहतया करन की कोवशश की थरी िवकन मर बर न दौि-भागकर डॉकरर की मदद स उसकी जान बचाई थरी मर कामो को दखत हए मझ गाम पचायत ववकास योजना की नतरी बना वदया गया ह मररी वजममदाररी अब और भरी बिरी हो गई ह और म कोवशश करगरी वक वपछि अनभवो क आधार पर अपनरी भवमका बखबरी वनभाऊ

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 201812 वशकषा

मवात म जशका की लहरमजहला-जशका क कतर म दश क सबस जपछड कतरो म स एक मवात िी ह लजकन करीब 36 परजतशत मजहला जशका क

दर वाल इस जिल म पररवतषन की एक नई लहर दखी िा रही ह

सरर ता बरारा

जब म दखतरी ह वक आज भरी मर गाव म बहत-स अवभभावक अपनरी बवचचयो को सककि भजन स मना करत ह या

बि-बढ़ मररी जसरी ििवकयो क ििको की तरह घर स बाहर खि म खिन पर एतराज जतात ह तो मझ बहत दःख होता ह यह कहना ह 12 साि की छोररी-सरी बचचरी नावदया का हररयाणा क मवात वजि म रहन वाि मलसिम समदाय की नावदया नई नगि गाव क सककि म सातवी ककषा की छाता ह

सामदावयक रवडयो रवडयो मवात क एक कायलकरम म एक मवहिा न बतौर कॉिर बातचरीत करत हए सवाि पछा वक जब हमार समदाय की एक ििकी रवडयो पर कायलकरम पश कर सकतरी ह तो हम रवडयो पर सगरीत कायलकरम का मजा िन जसरी मामिरी-सरी बात क विए भरी कयो रोका जाता ह

रवडयो मवात क विए काम करन वािरी वाररीसा समदाय की उन कछ वगनरी-चनरी ििवकयो म स ह जो समदाय क िोगो क तमाम सखत ववरोधो क बावजद अपन वपता क सहयोग स अपनरी वशकषा को जाररी रख पाई सरकाररी सककि स पढ़री वाररीसा बतातरी ह वक आठवी ककषा तक पहचत-पहचत उसक साथ की सभरी ििवकया सककि छोिकर जा चकी थी

हररयाणा का मवात वजिा मवहिा-वशकषा क कषत म दश क सबस वपछि कषतो म स एक ह वषल 2011 म हई जनगणना क मतावबक मवहिा-वशकषा की दर यहा 36 परवतशत स थोिरी हरी अवधक ह जबवक ििवकयो क सककि छोिन की दर काफी अवधक ह सरकाररी वबसाइर पर उपिबध आकि बतात ह वक जहा वषल 2012-13 म सरकाररी सककिो म पहिरी ककषा स 5वी ककषा तक पढ़न वािो छातो की सखया 160057 थरी तो वही ककषा 6 स 8 म पढ़न वाि छातो की सखया कवि 42605 जहा तक ििवकयो का सवाि ह तो 5 परवतशत स जयादा ििवकया उचच ककषाओ तक नही पहच पाती

पर इन वनराशाजनक आकिो क बावजद यह बात उममरीद की िौ जिातरी ह वक मवात जस वपछि कषत क गाव की साधारण-सरी नावदया जसरी ििकी आज ििवकयो क साथ हो रह भदभाव पर सवाि खि करन की वहममत करन िगरी ह यह बात सावबत करतरी ह वक पररवतलन की शरआत हो चकी ह

सबस महतवपणल बात तो यह ह वक मवात जस शवकषक रप स वपछि इिाक क एक गाव म कछ अवभभावको न अपनरी ििवकयो को वनजरी कषत क सहवशकषा (को-एड) सककिो म भजना शर कर वदया ह नई नगि का सककि इसका उदाहरण ह ऐस सककिो म पढ़ान क विए अवभभावक अपनरी जब स पस खचल करन म भरी परीछ नही ह रवडयो मवात क विए काम करत हए आज वाररीसा ििवकयो की वशकषा क महतव और उनक साथ वकए जान वाि भदभाव क वखिाफ परचार म जररी हई ह

वाररीसा कहतरी ह वक रवडयो पर मनोरजक कायलकरम परसाररत करन क अिावा म रवडयो मवात पर वमयो समदाय स सबवधत मवहिा अधयापको को रवडयो कायलकरमो म आमवतत करतरी ह तावक उनस पररणा पाकर अनय अवभभावक भरी अपनरी ििवकयो को सककि भज और माधयवमक सककिो की पराथवमक ककषाओ म हरी अपनरी ििवकयो को पढ़ाई छोिन क विए मजबर न करक उनह आग और भरी पढ़न द वह कहतरी ह वक खशरी की बात तो यह ह वक आज

वववावहत मवहिाए भरी भदभाव क वखिाफ आवाज उठान िगरी ह

वाररीसा का कहना ह वक कम स कम आज मवहिाओ म इतना साहस तो आ हरी गया ह वक व अपन वखिाफ होन वाि भदभाव को िकर सवाि खि करन िगरी ह कछ साि पहि तक यह सब सभव नही था इस कषत म ििवकयो की वशकषा को बढ़ावा दन क विए राजय सरकार गर सरकाररी सगठनो और वनजरी कषत दारा वपछि कई सािो स परयास वकए जा रह ह वषल 1982 म हररयाणा सरकार न वझरका और नह म सहवशकषा (कोएड) वाि अगजरी माधयम क दो सककि शर वकए थ तावक मवात कषत क इस परपरागत ससककवत और सामावजक तान-बान वाि इिाक क बचचो को अचछरी गणवतता वािरी वशकषा परदान की जा सक इसक दो साि बाद हरी इन सककिो को सरीबरीएसई स सबदध कर वदया गया आज ऐस सात सहवशकषा वाि सककि मवात मॉडि सककि सोसाइररी (एमएमएसएस) दारा चिाए जा रह ह वजनम ििवकयो स कोई टशन फीस नही िरी जातरी इनम स छह सककि उचचतर माधयवमक सतर क और एक माधयवमक सतर का ह इन मॉडि सककिो म 40 परवतशत स अवधक सखया ििवकयो की ह वजनम स 57 परवतशत स अवधक ििवकया वमयो समदाय की ह

मवात क इस इिाक म 6 कसतरबा गाधरी बाविका ववदयािय भरी चिाए जा रह ह वजनम 1400 ििवकया पढ़ रहरी ह इनम स 64 परवतशत वमयो समदाय की ह140 ििवकयो को नह क मवात मॉडि सककि म पढ़ाई क अिावा मफत रहन और खान की सववधा भरी परदान की गई ह

खास बात यह ह वक वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को आतमववशवास साहस और समाज म भदभाव क वखिाफ आवाज बिद करन का दढ़-वनचिय वदया ह नावदया एक सवदनशरीि ििकी ह जो समाज म फि भदभाव और अनयाय को िकर

अब गामीणो को यह महसस होन लगा ह जक अगिी माधयम म जशका परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कतरो म ही आसानी स

नौकररया जमल सकती ह इसक जलए उनह दरदराि क इलाको म िान की िररत नही

2012-13 म सरकारी सकलो म 5वी तक 160057 छातर थ

पार परजतशत स जयादा लडजकया उचर ककाओ तक नही पहर पाती थीआि जशका को लकर गिीरता व सकलो म छातराओ की सखया बढ़ी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

काफी वचवतत हनावदया कहतरी ह वक वो एक डॉकरर बनना

चाहतरी ह कयोवक अमरीरो को तो असपतािो म अचछरी दखभाि और परा इिाज वम ि जाता ह जबवक गररीबो को घरो असपताि की िबरी िाइनो म इतजार करना पिता ह और उनक बावजद भरी डॉकरर का वयवहार उनक परवत उदासरीन रहता ह

एमएमएसएस और कजरीबरीवरी क तहत चिन वाि सककिो क अिावा एडकॉम सोयशस नामक सगठन क तहत छह यवनवसलि एकडमरी सककि भरी मवात म चिाए जा रह ह य सगठन भारत और ववदशो म वशकषा क कषत म वडवज रि करावत िान वािा अगणरी सगठन ह

हािावक इस सककि म अब भरी कवि 182 छात हरी ह जो सखया क विहाज स बहद कम ह िवकन वफर भरी वमयो समदाय वाि मवात क इस वपछड कषत म जहा ििवकयो को वशकषा वदिाना अवतम पराथवमकता ह वहा वनशक वशकषा उपिबध न करान वाि सककिो म भरी अपन बचचो का दावखिा करान की पहि वाकई सवागत योगय ह

गामरीण इिाको म यवनवसलि एकडमरी क साथ भागरीदाररी म सककि चिान वािरी ससथा एडकॉम की अकादवमक परमख अनराधा बतातरी ह वक शरआत म उनका काफी ववरोध हआ था गावो म िोगो को मनान क विए उनह काफी जदोजहद करनरी पितरी थरी वक व अपनरी ििवकयो को सककि भज उस वति य आसान नही था पर आज हािात बदि रह ह यवनवसलि एकडमरी सककिो म ििवकया पढ़न आ रहरी ह

एक और बदिाव भरी दखन म आया ह वक अब गामरीणो को यह महसस होन िगा ह वक अगजरी माधयम म वशकषा परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कषतो म हरी आसानरी स नौकररया वमि सकतरी ह इसक विए उनह दरदराज क इिाको म जान की जररत नही मवात क कई गाव गिगाव स जयादा दर नही ह जहा की बहत स कॉि सरर बरीपरीओ और अनय कई बहराषटरीय कपवनयो क दफतर ह

चाह मॉडि सककि हो कजरीबरीवरी या यवनवसलि एकडमरी सककि महतवपणल बात यह ह वक इस वपछि इिाक क ििक-ििवकयो को आज ऐस सकक िो म पढ़न का मौका वमि रहा ह जहा अचछरी गणवतता वािरी वशकषा और सवािगरीण ववकास को परमखता दरी जातरी ह सबस जयादा महतवपणल बात तो यह ह वक ऐसरी वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को इतना साहस और हौसिा वदया ह वक व समाज क भदभाव भर रवय पर सवाि उठा सकतरी ह और एक ऐस ससार का सपना दख सकतरी ह जहा नयाय हो और उनकी आवाज स नरी भरी जाए और उनका सममान भरी हो सक

05 - 11 मारष 2018 13सवचछता

मवात क कई गाव गडगाव स जयादा दर नही ह िहा

बहत स कॉल सटर बीपीओ और अनय कई बहराषटीय

कपजनयो क दफतर ह

मजहला अकसमता क सममान की अनठी जमसाल

आजदवासी यवजतयो को अकलपन स डर नही लगता बसतर क सदर नसल परिाजवत इलाको म ऐसी कई यवजतया ह जिनक जवखयात पररवारो म अब िायदाद सिालन वाल नही रह पर व वहा न कवल जवरासत

सिाल रही ह बकलक उनक पररवार की छतरछाया की दरकार रखन वाल आजदवाजसयो को आसरा िी द रही ह

इरा झा

आवदवासरी समाज म मवहिा परष की साथरी ह वह उसकी सहकमवी ह उसकी समाज

और पररवार म बराबर की भागरीदाररी ह जरी हा बसतर की आवदवासरी मवहिाए हम शहररी मवहिाओ की तरह अपन पररवार क परष सदसयो की मोहताज नही ह उनह बाजार स सबजरी-भाजरी और सौदा मगवान स िकर खतो म हि चिान तक क विए अपन बर या पवत का मह नही ताकना पिता ह वह हम शहररी मवहिाओ स कई मायनो म बहत जयादा समथल ह मवहिाओ क सशलतिकरण का परतरीक अतरराषटरीय मवहिा वदवस उनक वजकर क बगर परा नही हो सकता य न वसफफ घर क सार कामकाज करतरी ह बाि-बचच पाितरी ह बलक पर वदन खतो म काम भरी करतरी ह इनका परा साि खतो म काम करत हरी बरीतता ह बसतर की आवदवासरी मवहिाओ क अवधकार असरीवमत ह वह घर स बाहर तक की पररी वयवसथा सभाितरी ह और हर कदम पर पवत उसक साथ होता ह

इनक कामकाज का दायरा खत-खविहान और हार बाजार तक का ह खत का परा वजममा भरी यहरी उठातरी ह बरीज िाना उनह मसिाधार बाररश म रोपना और किरी धप म चौकीदाररी करन क बाद फसि कारना यह सब उनही क वजमम ह यहा

तक वक बाजार म इस बचन भरी वहरी ि जातरी ह ऐसरी मवहिाए जो खतरी नही करती घर म बािरी म उगरी सलबजया और जगिरी उतपादो जस महआ रोरा जिाऊ िकिरी िाख आविा झाड वगरह को पररवार की आमदनरी का जररया बना ितरी ह और इस पररी कवायद म पवत उसक साथ रहता ह जब मवहिा खत म जझ रहरी होतरी ह तो पवत घर म बचचो की दखभाि म िगा रहता ह वह उनक विए खाना पकाता ह बाररश स बचाव क विए छत की मरममत जस छोर-मोर काम करता ह घर की बािरी म सलबजयो फिो िताओ की सभाि करता ह और घर क बजगषो की दखभाि करता ह हर कदम पर पारसपररक सहयोग और मवहिा अलसमता क सममान की अनठरी वमसाि बसतर का आवदवासरी समाज ह इस समाज म मवहिाए अपनरी मजवी की माविक ह उसकी सवायतततता बलक अवधकाररता की बवढ़या वमसाि तो यहरी ह वक वह न कवि अपना जरीवनसाथरी खद चन सकतरी ह बलक चाह तो पहि उस परख भरी सकतरी ह इस परपरा को िमसना कहा जाता ह इसक तहत शादरी क योगय यवक को यवतरी क घर म रहकर काम-काज म मदद करक अपनरी योगयता वसदध करनरी पितरी ह इस पररीकषा म फि या पास करन का अवधकार पररी तरह स यवतरी पर होता ह िमसना बठान की यह परपरा सरगजा और मडिा क गोड समाज म भरी ह

पररवार और घरल कामकाि क परजशकण क जलए उनह घोटल िान की छट ह यह आजदवासी नौिवानो क ससकार गह ह घर क कामकाि स जनपटकर यवक-यवती रात म यहा िटत ह और जकसी सयानी

मजहला की जनगरानी म नारत-गात और कामकाि सीखत ह

यहरी नही इसस पहि पररवार और घरि कामकाज क परवशकषण क विए उनह घोरि जान की छर ह यह आवदवासरी नौजवानो क ससकार गह ह घर क कामकाज स वनपरकर यवक-यवतरी रात म यहा जरत ह और वकसरी सयानरी मवहिा की वनगरानरी म नाचत-गात और कामकाज सरीखत ह मन वमि गया तो शादरी क साथ यवा जोि की घोरि स ववदाई हो जातरी ह व वफर उधर का रख नही कर सकत घोरि अब बसतर क पररवश स गायब हो चि ह शहररी खासतौर पर मरीवडया की दखिदाजरी न इस ससथा को िपत होन पर मजबर कर वदया ह पर आवदवासरी यवतरी की वनरपकष लसथवत की इसस बहतर वमसाि और कया हो सकतरी ह

आवदवासरी यववतयो को अकिपन स भरी डर नही िगता बसतर क सदर नकसि परभाववत इिाको म ऐसरी कई यववतया ह वजनक ववखयात पररवारो म अब जायदाद सभािन वाि नही रह पर व वहा न कवि ववरासत सभाि रहरी ह बलक उनक पररवार की छतछाया की दरकार रखन वाि आवदवावसयो को आसरा भरी द रहरी ह बि आवदवासरी पररवारो की ििवकया ह य गाव छोिकर वदलरी स िदन तक कही भरी बस सकतरी थी उनका समपलण दवखए जजबा दवखए अपन िोगो क परवत सह दवखए

यह लसथवत तब ह जब घन जगिो क बरीच बस गावो म सरज की रोशनरी नही पहचतरी जगिरी जानवरो का खतरा मडराता रहता ह और असपताि म दवाइयो का पता नही रहता और सककि बदहाि ह यवद इनह शहररी िोगो स मामिरी या बराबर की सववधाए वमि जाए तो इनकी वहममत इनका जजबा और ताकत बजोि होगरी यह तय मावनए

शहरी मजहलाओ स जयादा सशति ह बसतर की मजहलाए

घर स बाहर तक की परी वयवसथा सिालती ह य आजदवासी मजहलाएिीवन साथी रनन और परखन का

परा अजधकार इनक पास ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण 05 - 11 मारष 201814

एसएसबी यरो

हाि म वबहार की एक दवित मवहिा रनकी दवरी न अपना मगिसत बचकर घर म शौचािय बनवान की नजरीर पश

की यह घरना दो बातो की तरफ इशारा करतरी ह पहिरी बात तो यह वक तमाम सफाई अवभयानो और शौचािय वनमालण की योजनाओ क बावजद आज भरी गावो म शौचािय की समसया बहत बिरी ह दसररी बात यह वक सवचछता का मदा सबस जयादा मवहिाओ स जिा ह यहरी वजह ह वक सवचछता आदोिन को मवहिा सशलतिकरण की वदशा म एक बिरी और कारगर पहि क तौर पर दखा जा रहा ह कछ समय पहि lsquoवाररएडrsquo नामक एनजरीओ की एक ररपोरट म तथय सामन आया वक भारत म 35 करोि 50 िाख मवहिाओ और ििवकयो को शौचािय मयससर नही ह lsquoद सरर ऑफ वडटस रायिर 2017rsquo नामक इस ररपोरट म कहा गया था वक पररी दवनया म भारत म सबस कम िोगो क पास शौचािय जसरी बवनयादरी सववधा उपिबध ह

सककिो म शौचािय न होन क कारण बहत साररी ििवकया आठवी ककषा तक आत-आत सककि छोिन पर बाधय हो जातरी ह इवडया सपड की एक ररपोरट म सामन आया था वक गावो म िगभग 28 परवतशत ििवकया परीररयडस क वदनो म सककि हरी नही जाती इसका परमख कारण सककिो म शौचािय का न होना ह कछ समय पहि lsquoपरथमrsquo नाम क एक एनजरीओ की ररपोरट म कहा गया वक दश म चि रह कि सककिो म 74 परवतशत सरकाररी ह इनम स 47 परवतशत सककिो म आज तक ििवकयो क विए अिग स शौचािय की वयवसथा नही ह

इसरी तरह गावो म भरी मवहिाए घर म शौचािय न होन क कारण मह अधर सबह और मह अधर शाम को हरी खतो म जा पातरी ह वदन क वकसरी अनय समय पर शौचािय जान की जररत महसस होना उन मवहिाओ क विए बिरी समसया ह बहत सार सरकाररी या वनजरी सककिो म आज भरी मवहिा अधयावपकाओ क विए अिग स शौचाियो की वयवसथा नही ह यहा तक वक बि शहरो म भरी छोर ससथानो या दफतरो म काम करन वािरी ििवकयो-मवहिाओ क विए भरी अकसर हरी कोई शौचािय नही होता

मवहिाओ क विए सावलजवनक जगहो पर इतन कम शौचाियो का होना समाज और सरकार दोनो की उनक परवत असवदनशरीिता की तरफ साफ इशारा करता ह मवहिा सशलतिकरण की वदशा म सबस जरररी व ठोस परयास मवहिाओ की बवनयादरी जररतो को समझना और उन पर काम करना ह वनजरी और सावलजवनक जगहो पर शौचाियो का वनमालण उनकी बवनयादरी जररतो म स एक ह सवतत भारत म इस दरकार को अगर सबस पहि वकसरी न समझा तो व ह डॉ ववनदशवर

सवचछ राह पर आधी दजनयादश म सवचछता क साथ मजहला सशकतिकरण को लकर िो जवजिनन अजियान रलाए िा रह ह उसम जिस ससथा और वयकति

का नाम सबस पहल िहन म आता ह वह ह सलि इटरनशनल और इस ससथा क परणता डॉ जवनदशवर पाठक

पाठक और उनकी ससथा सिभ इररनशनि नबब क दशक म भारत को 21वी सदरी म जान

की बात खब होतरी थरी य बात जहा ससद क बाहर-भरीतर राजनरीवतक िाइन क साथ कहरी जातरी थरी वही आवथलक-सामावजक सतर पर भरी भावरी भारत स जि सरोकारो और चनौवतयो को िकर ववमशल चिता था पर वकसरी न कभरी सोचा भरी होगा वक 21वी सदरी क दसर दशक तक पहचकर सवचछता दश का पराइम एजडा बन जाएगा इस बदिाव क परीछ बिा सघषल ह आज दश म सवचछता क साथ मवहिा सशलतिकरण को िकर जो वववभन अवभयान चिाए जा रह ह उसम वजस ससथा और वयलति का नाम सबस पहि जहन म आता ह वह सिभ इररनशनि और इस ससथा क परणता डॉ ववनदशवर पाठक

पररी दवनया आज डॉ पाठक को lsquoरॉयिर मनrsquo क रप म जानतरी ह उनहोन एक तरफ जहा वसर पर मिा ढोन की मिरी परथा को खतम करन बरीिा उठाया वही दशभर म सिभ शौचािय की

उपिबधता स उनहोन आम िोगो की सवचछता जररत को परा करन क कषत म महान कायल वकया बिरी बात यह ह वक डॉ पाठक दारा शर वकया गया सवचछता का सिभ अवभयान अब भरी थमा नही ह परधानमतरी नरदर मोदरी दारा दो अकरबर 2014 को सवचछ भारत वमशन शर होन क बाद डॉ पाठक क मागलदशलन म सिभ का सवचछता अवभयान नई पररणा और गवत क साथ आग बढ़ रहा ह शौचािय और सवचछता को पाच दशक स अपनरी समझ और ववचार की धररी बनाकर चि रह डॉ ववनदशवर पाठक न एक तरह स दवनया को सवचछता का नया समाजशासत वसखाया ह वजसम साफ-सफाई क सबक तो ह हरी मानवरीय परम और करणा को भरी पयालपत महतव वदया गया ह

जसर पर मला ढोन की परथावबहार गाधरी शताबदरी सवमवत म एक कायलकताल क नात गाधरी ववचार और कायलकरमो क कररीब आए डॉ पाठक न तब स न वसफफ पर दश म बलक

ववशव म सवचछता का अिख जगा रह ह वसर पर मिा ढोन की परथा को िकर सिभ न उलखनरीय कायल वकए ह वसर स मिा ढोन वाि िोगो को इस अमानवरीय कायल स मलति वदिान की सोच की हरी दन ह सिभ दारा ववकवसत हआ दो गडो वािा शौचािय आज यह तकनरीक पररी दवनया म lsquoसिभ शौचाियrsquo क रप म जानरी जातरी ह इस तकनरीक म पहि गड म जमा शौच खाद म बदि जाता ह सिभ न शौचािय क जररए गस बनान और उस वबजिरी तक बनान क कामयाब परयोग वकए ह 1970 म सिभ इररनशनि की सथापना हई और आज शौचािय वनमालण की ससतरी तकनरीक क विए इसकी दवनयाभर म पहचान ह सिभ परणता डॉ पाठक भरी मानत ह वक गाधरी जरी क बाद अगर इस दश म सवचछता क महतव को वकसरी न गहराई स समझा ह तो व ह परधानमतरी नरदर मोदरी

सरकार का िवाब वसर पर मिा ढोना भारत म परवतबवधत काम ह गत वषल राजयसभा म एक परशन क जवाब म कदर सरकार म मतरी थावरचद गहिोत न बताया था वक दश म 26 िाख ऐस शौचािय ह जहा पानरी नही ह जावहर ह वहा हाथ स मिा साफ करना पिता ह सफाई कमलचाररी आदोिन न अपन सवत म बताया ह वक 1993 स अब तक 1370 सरीवर वकफसल की मौत हो चकी ह इस वदशा म सकवजसल क पनवालस का सबस बिा अवभयान सिभ ससथा न हरी छिा ह मवहिा सकवजसल को सिभ न न वसफफ इस परथा स आजादरी वदिाई बलक उनक पनवालस और जरीवन यापन की भरी वचता की सिभ न ऐस कई कदर सथावपत वकए जहा मवहिा सकवजसल को वकलपक रोजगार क गर वसखाए जात ह डॉ पाठक को इस बात का शय जाता ह वक वजस मिरी परथा को िकर कभरी महातमा गाधरी न कहा था वक उनक सपनो क भारत म इसक विए कोई जगह

डॉ पाठक न एक तरफ िहा जसर पर मला ढोन की मली परथा को खम करन का बीडा उठाया वही दश िर म सलि शौरालय की उपलधता

स उनहोन लोगो और खासतौर स मजहलाओ की सवचछता िररत को परा करन क कतर म महान कायष जकया

आि सवचछता दश का पराइम एिडा बन रका ह

टीसीएस 10000 सकलो म लडजकयो क जलए शौरालय बनावा रहा ह गावो म 28 परजतशत लडजकया पीररयडस क जदनो म सकल

ही नही िाती ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण05 - 11 मारष 2018 15

नही होगरी उस पररणा को उनहोन अपनरी वजदगरी का वमशन बना विया

राषटीय सवचछता जमशनपरधानमतरी नरदर मोदरी न जब 2014 म राषटरीय सवचछता वमशन की घोषणा की तो दश म सवचछता कायलकरम को पहिरी बार राषटरीय सतर पर गभरीर पराथवमकता वमिरी अपन सवचछता करायलकरमो क कारण अतरराषटरीय सतर पर खयावत और सममान परापत कर चक डॉ पाठक कहत भरी ह lsquoसवचछता को िकर दश म गभरीरता की कमरी रहरी इस महतव नही वदया गया इस कषत म वनवश का भरी अभाव रहा पर परधानमतरी नरदर मोदरी न इस पर पररदशय को

बदि कर रख वदया व ऐस पहि राषटरीय नता रह वजनहोन न वसफफ िाि वकि क पराचरीर स शौचाियो की बात की बलक इस बार म ववदशरी नताओ तक स िगातार चचाल करत रह उनहोन दश को यह सोचन और मानन क विए बाधय वकया वक अगर हम सवचछता क मामि म आग नही बढ़ तो वफर एक ववकवसत राषट क रप म हमारा उभरना मलशकि ह विहाजा यह समय ह जब हम दश को सवचछ और सदर बनान क विए एक साथ खि हो तावक सभय सससककत और सवचछ दशो की कतार म हम भरी फखर स खि हो सकrsquo

परधानमतरी क सवचछता वमशन स डॉ पाठक दारा पहि स वकए जा रह परयासो को जहा नए

वसर स महतव वमिा वही व इस बात स खास परोतसावहत और परररत भरी हए वक दश का परधानमतरी इतन वषषो क बाद गाधरी जरी क सवचछता कायलकरमो को न वसफफ अपना रहा ह बलक उस दश म एक जनादोिन की शकल दन म िगा ह बात सवचछता की कर तो इसम कही कोई दो मत नही वक इस काम को वजस िगन और ववसतार क साथ डॉ पाठक न अब तक वकया ह वसा उदाहरण भारत तो कया दवनया म दिभल ह यहरी कारण ह वक सिभ परणता दश-ववदश म अब तक सौ स जयादा वववशष सममानो स नवाज जा चक ह इनम भारत सरकार दारा पदम भषण (1991) इररनशनि सर फावसस पराइज इरिरी (1992) यएन हवबरर दारा गिोबि

मवहिा ववकास और सभयता की परतरीक होतरी ह यवद आप जानना चाहत ह वक समाज

वकतना अचछा ह तो रासत म चिन वािरी वकसरी मवहिा स बात कर और आपको वबना वकसरी अथलशासतरी की मदद क उततर वमि जाएगा मवहिा ववकास सदरता वनमलिता और उन सभरी चरीजो की परतरीक होतरी ह जो जरीवन को साथलक बनातरी ह य बात कछ वषल पवल पदमभषण डॉ ववनदशवर पाठक न उदयपर म एक राषटरीय सममिन को सबोवधत करत हए कहरी थी सममिन का आयोजन lsquoमवहिा-सशलतिकरण-लसथवत और भवमका पर उभरता हआ पररदशयrsquo ववषय पर ववशवववदयािय अनदान आयोग क सहयोग स मोहनिाि सखाविया ववशवववदयािय उदयपर क समाजशासत-ववभाग न वकया था इस कायलकरम म डॉ पाठक मखय अवतवथ क रप म शावमि हए थ

डॉ पाठक न सममिन म समकािरीन पररदशय क बार म बताया और कहा वक ववकासशरीि दशो म मवहिाओ की लसथवत असतोषपरद रहरी ह यरोप और अमररका म भरी उनह मतदान का अवधकार वपछिरी सदरी क

पवालधल म वमिा वशकषा क परचार और रसोईघर क उपकरणो स उनह मतदान क अवधकार स अवधक शलति वमिरी दसर ववशवयदध क बाद लसथवत सधररी भारत और अनय ववकासशरीि दशो म उनकी ददलशा क कारण रह ह गित परपराए और सामावजक कररीवतया डॉ पाठक न यह भरी कहा वक भारत म सकववजग करन वाि िोग असपशय मान जात ह व गररीबरी और जावत क सबस वनचि पायदान पर होत ह िगभग 7 िाख सकवजरो म 70 परवतशत मवहिाए ह सिभ न मवहिाओ क सशलतिकरण क विए अपनरी तरह स कदम उठाए ह कमाऊ शौचािय की जगह सिभ शौचािय-तकनरीक स सकवजर मवहिाओ को उनक पश स मति कराया गया ह वववभन वयावसायो म परवशकषण-दारा उनह जरीववका अवजलत करन का परवतलषत रासता वदखिाया गया राजसथान क अिवर और रोक क इस कायलकरम न इन मवहिाओ को नई राजकमाररया बनाया ह

सिभ सकववजग समापत करन सकवजसल क मानवावधकार िौरान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथावपत करन की वदशा म वनरतर कायलरत रहा ह सिभ न सवचछता-कायलकरमो म

मवहिाओ की पररी भागरीदाररी की वकाित की ह उनकी वशकषा सिमो म सवासथय तथा सफाई क बार म जागरकता-अवभयान स समदाय तथा पयालवरण म सपष सधार पररिवकषत होता ह वदलरी क सिमो म सिभ दारा हजारो मवहिाओ को परवशवकषत वकया गया ह य मवहिाए अब सवासथय सवचछता तथा सामावजक पररवतलन की दत क रप म कायलशरीि रहरी ह इसका परभाव घरो क सभरी सदसयो पर सवासथयकर रप स पिा ह सवचछ सववधाओ क साथ सवसथ पयालवरण परतयक मवहिा और बचच का अवधकार ह सिभ शौचािय तथा सान-पररसरो म मवहिाओ क विए अिग वयवसथा रहतरी ह जन 1996 म इसताबि म आयोवजत वसररी सवमर हवबरार-II कॉनफस म सवचछता क कषत म सिभ की उदोषणा lsquoबसर परलकरसrsquo क रप म की गई सयति राषट की आवथलक तथा सामावजक काउवसि दारा सिभ को सपशि कसरवरव सररस परदान वकया गया बाद म जनरि कसरवरव सररस परदान वकया गया ह

सिभ न lsquoनई वदशाrsquo नाम स अिवर तथा रोक (राजसथान) म वयावसावयक परवशकषण कदर सथावपत वकए ह जहा भतपवल सकवजर मवहिाओ को परवशवकषत वकया जाता ह अपना पराना पशा छोिन क बाद इस परकार उनह जरीववकोपाजलन का परवतलषत तररीका उपिबध कराया जाता ह इस परवशकषण क आयाम ववववध परकार क ह वजनम पढ़ना-विखना खादय-सामगरी बनाना वसिाई-कढ़ाई सौनदयल-परसाधन इतयावद शावमि ह यहा इन िोगो का वनयवमत मवडकि चकअप भरी होता ह इस परकार हए सामावजक रपातरण का अदाजा इस बात स िगाया जा सकता ह वक वहरी समाज जो इन सकवजसल को छन स भरी बचना चाहता था अब इनक बनाए खान क सामान खररीदन िगा ह इन मवहिाओ न सवय-सहायता दि बनाए ह य अपन बक खाता रखतरी ह और वहा स ऋण िकर अपना कारोबार चिातरी ह

मली परथा का अतदश म लगिग 7 लाख सककविरो म 70 परजतशत मजहलाए ह सलि सककवजिग समापत करन सककविरो क

मानवाजधकार लौटान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथाजपत करन की जदशा म जनरतरर कायषरत रहा ह

500 सकरॉि ऑफ ऑनर (2003) सरॉकहोम वारर पराइज (2009) और चरीन म सपन वडट रॉयिर सलममर म वडट रॉयिर ऑगतनाइजशन दारा हॉि ऑफ फम अवाडट (2008) आवद शावमि ह

दजनया का सबस बडा आदोलनसवचछता को िकर शर हआ सिभ आदोिन गाधरी क बाद उनकी राह पर बढ़ा दवनया का सबस बिा आदोिन ह इस आदोिन न मवहिाओ क साथ सामावजक सतर पर चि रहरी एक बिरी गरबराबररी और अनयाय को समापत करन म बिरी भवमका वनभाई ह खद डॉ पाठक क शबदो म lsquoगाधरी जरी न अपन डरबन क आशम म सबस पहि टरच िवटरन यानरी चारदरीवाररी क भरीतर शौच का इतजाम शर वकया उनकी वयवसथा म हर वयलति को अपना शौचािय साफ करना होता था आज भरी परान गाधरीवावदयो म आप यह चिन दख सकत ह गामरीण कषतो क विए उनका सझाव था वक टरी पर वमटरी यानरी गडा खो वदए शौच क बाद उस पर वमटरी डाविए दरअसि शौचािय की सफाई क जररए व मिा साफ करनवाि िोगो को समाज म बहतर सथान वदिाना चाहत थ हमार यहा परपरा रहरी ह वक घर क नजदरीक शौच न कर गाधरी जरी न उसम बदिाव का इतजाम वकया और चारदरीवाररी क भरीतर शौच वयवसथा की शरआत की उनकी कोवशश इन िोगो को शौच सफाई क वघनौन काम स मलति वदिानरी थरी व शौचािय को सामावजक बदिाव क औजार क तौर पर दखत थ गाधरी शताबदरी क दौरान 1969 म मझ िगा वक इस वदशा म काम वकया जाना चावहए इसरीविए मन सिभ इररनशनि की सथापना की और इसकी तरफ काम शर वकयाrsquo

सकलो म लडजकयो क जलए शौरालयसिभ की पहि आज सवचछता को िकर एक राषटरीय पररणा और अवभयान का नाम ह मवहिाओ को िकर सिभ की पररणा कस एक बि वमशन को परा कर रहरी ह उस बार म डॉ पाठक बतात ह lsquoरारा कसरसरी सववलसज न 100 करोि रपए स दश क दस हजार सककिो म ििवकयो क विए शौचािय बनान का ऐिान वकया ह भारतरी-एयररि कपनरी न भरी 100 करोि स पजाब क िवधयाना वजि म शौचािय बनान का फसिा वकया ह ओररएरि बक ऑफ कॉमसल भरी दो करोि की िागत स शौचािय बनान जा रहा ह साफ ह वक दश म सफाई की वदशा म मोदरी जरी की अपरीि क बाद बिरी करावत की शरआत हो चकी ह

सवचछता को लकर शर हआ सलि आदोलन गाधी क बाद

उनकी राह पर दजनया का सबस बडा आदोलन ह इस आदोलन न मजहलाओ क साथ सामाजिक सतर पर रल रही एक बडी गर-बराबरी और अनयाय को समापत करन म

बडी िजमका जनिाई ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

16

मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 6: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

आवरण कथा 05 - 11 मारष 201806

ऋवषकश पहचन क बाद दोनो गरो म एक बार वफर स सघषल शर हो गया शरी शरी क हसतकषप क बाद दोनो गर कायलकरम म एक साथ बठन को तयार हए जहा उनहोन शवास और धयान तकनरीक सरीखी इस कायलकरम क अत तक उनहोन सवय को अपन हवथयार छोिन और सामदावयक सवा की वदशा म अपन परयासो क विए सवचछा स शपथ िरी

अतराषषटीय मधयसथताआरट ऑफ विववग क अनठ कायलकरमो म स एक ह कवदयो का पनवालस जो दवनया भर म 700000 स अवधक कवदयो तक अपनरी पहच बना चका ह उदाहरण क विए बता द वक उरगव क आतररक मतािय न उन कवदयो की जि की सजा को कम कर वदया वजनहोन आरट ऑफ विववग परोगाम म वहससा विया

आरट ऑफ विववग क सवयसवको न मलकसको हतरी अमररका जमलनरी कनाडा नपाि भारत पावकसतान शरीिका जापान म परीवित िोगो क विए मोबाइि फोन दारा आपदा राहत पहचान की एक नई पहि शर की ह

कोलजबया और एफएआरसी क बीर शाजत समझौता शरीिका म चि 52 वषवीय गहयदध क बाद कोिवबया सरकार और एफएआरसरी गोररला क बरीच शावत समझौता कराना शरी शरी क विए सबस बिरी उपिलबध रहरी कोिवबया क राषटपवत जआन

मनएि सरोस वजनहोन शरी शरी को एफएआरसरी तक पहचन म मदद की उनह दश म शावत िान क विए वकए गए परयासो क विए 2016 म नोबि शावत परसकार स नवाजा गया

शरी शरी को वमिन क बाद एफएआरसरी क नतााओ का हदय पररववतलत हो गया और उनहोन यदध ववराम की घोषणा कर दरी इतना हरी नही उनहोन अपन िकय को परापत करन क विए गाधरी क अवहसा वसदधात को अपनान की कसम खाई एफएआरसरी क नता न अपन अपराधो क विए माफी मागरी और उसक बाद एक नए राजनरीवतक दि क रप म सथावपत हआ

शावत वाताल म एफएआरसरी कमाडर और मखय वातालकार इवान मारकज कहत ह वक एक लसथर और िब समय तक शावत परापत करन क विए आरट ऑफ विववग की वशकषाए आवशयक ह हम उममरीद ह वक कोिवबया म शावत दवनया क विए एक पररणा क रप म कायल करगरी

इराक का पनवाषसआरट ऑफ विववग कछ गर-सरकाररी एजवसयो म स एक ह जो अब भरी बगदाद म काम कर रहरी ह आईएएचवरी क सहयोग स सगठन न समग वचवकतसा दखभाि कायलकरम और मवहिा सशलतिकरण पररयोजना क साथ-साथ टरामा राहत कायलकरमो दारा 50000 स अवधक इराकी नागररको की दखभाि की ह शरी शरी न तरीन बार इस दश का दौरा वकया ह आरट ऑफ विववग अब उततररी इराक म यदध म बच िोगो पर ववशष धयान दन

bull कम िागत वाि जव रत वाररवफरर क वनमालण क विए 60 स अवधक गामरीण यवाओ को जिसवक क रप म परवशवकषत वकया गया

bull 267 गावो क 45000 स अवधक िोगो को सरवकषत पयजि उपिबध करान क विए चार सामदावयक पानरी वफरर िगाए गए और इसक साथ हरी आधर परदश पलचिम बगाि झारखड और ओवडशा राजयो म 78 बोर क कओ का वनमालण कराया

bull कनालरक और पलचिम बगाि म सात समदावयक आरओ और जव रत वफरर की सथापना की

शर पयिल

का काम कर रह ह 6000 स अवधक मवहिाओ को रिररग और कपयरर साकषरता म वयावसावयक परवशकषण परदान वकया जा रहा ह इराक क सधारक घरो म कवदयो क विए कई कायलकरम आयोवजत वकए गए इराक क 100 स अवधक नागररक जयादातर बगदाद बसरा सिमवनया और करबिा की मवहिाए आरट ऑफ विववग की वशकषा िरी और वह साथरी इरावकयो की परीिा को कम करन क विए काम कर रहरी ह

आरट ऑफ विववग और आईएएचवरी भरी आईएसआईएस दारा जाररी मानवरीय सकर क मदनजर इराक म 15 िाख आतररक ववसथावपत परषो मवहिाओ और बचचो को भौवतक और आधयालतमक राहत दन क विए काम कर रहा ह इरािरी दहोक और खाजरीर म 8000 स अवधक पररवारो और अनाथ बचचो को राहत सामगरी बाररी

सीररया लबनान िॉडडन म टामा कयरसगठन भरी सवकरय रप स सरीररयन शरणावथलयो और जॉडटन िबनान सरीररया और इराक म यदध म बच िोगो की मदद करन क विए काम कर रहा ह इस कषत म चि रह तनाव आघात क उपचार क विए द आरट ऑफ विववग की कायलशािाओ क माधयम स 20000 स अवधक िोगो को िाभ परदान वकया गया ह चवक इस सघषल म बचचो क जयादा समह

शावमि ह इसविए आरट ऑफ विववग न अपन कायलकरमो को ववशष रप स बचचो क विए शर वकया ह तावक बचचो को इन सबस रोका जा सक और उनह शावत क रासत पर िाया जा सक

जातररी वशववर क एक सामावजक कायलकताल न कहा वक हम ऐस वातावरण म काम कर रह ह जो मनोसामावजक गवतवववधयो क विए बहत जरररी ह इस कायलशािा म मन इस तरह क परभावरी पररणाम कभरी नही दख ह इसस मर काम पर भाररी असर पिा ह और मझ सरीररयन शरणावथलयो क साथ काम करन का सचमच िाभ हआ ह आज आरट ऑफ विववग फाउडशन 152 स अवधक दशो म मौजद ह दस िाख स अवधक इसक अनयायरी ह कई अनय ससथान और आशम जस वदववजान महाववदयापरीठ शरी शरी आयवतद शरी शरी सककि फॉर परफॉवमिग आटसल एड फाइन आटसल और शरी शरी पररी-यवनववसलररी कॉिज ह जो उनकी ववरासत को आग बढ़ा रह ह शरी शरी रवव शकर शरी शरी ववशवववदयािय क किपवत और भारतरीय योग परमाणन सवमवत क गणवतता वनयतण क अधयकष भरी ह वह अमरनाथ शाइन बोडट (जमम और कशमरीर भारत सरकार दारा वनयति) क सदसय भरी ह शरी शरी कनालरक सरकार दारा आयोवजत गरदव ककषणादवराय की 500 वी वषलगाठ समारोह क ररसपशन कमररी क अधयकष भरी ह

आटड ऑफ जलजवग क सवयसवको न मकसको हती अमररका िमषनी कनाडा नपाल िारत पाजकसतान शीलका िापान म पीजडत लोगो

क जलए मोबाइल फोन दारा आपदा राहत पहरान की एक नई पहल शर की ह

0705 - 11 मारष 2018 सिभ

जवधवाओ की जिदगी म नए रग िरन का मौका लाकर सलि न समाि को यह सदश दन की कोजशश की ह जक जवधवा माताए िी समाि का

उतना ही महवपणष जहससा ह जितन दसर लोग ह-डॉ पाठक

वदावन म सामाजिक बदलाव की होलीवदावन क राधागोपीनाथ मजदर म जवधवा माताओ न पर उलास क साथ होली खली फलो और गलाल स खली गई इस

अनठी होली म वदावन की जवधवा माताओ क साथ वाराणसी स आई परास जवधवा माताए िी शाजमल हई

जपरयका जतवारी

हमार समाज म वकसरी मवहिा क ववधवा होत हरी उसक जरीवन क सार रग बदरग हो जात ह इतना हरी नही ववधवाओ को सभरी शभ

कायषो स भरी दर रखा जाता ह सवदयो स चिरी आ रहरी इस सामावजक कररीवत को समापत कर ववधवाओ को समाज की मखयधारा स जोिन की पहि सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की डॉ पाठक उन परातन मानयताओ म ववशवास नही करत वजसक अनसार परष की मतय क बाद उसकी पतनरी को समाज और पररवार की मखयधारा स कार कर अिग कर वदया जाए

इसरी सामावजक धारणा और मानयता को बदिन क विए सिभ न वदावन म अपन पररवार स पररतयति ववधवाओ को होिरी खिन का अनठा अवसर परदान वकया इस वषल भरी वदावन क राधागोपरीनाथ मवदर म ववधवा माताओ न पर उलास क साथ होिरी खिरी फकिो और गिाि स खिरी गई इस अनठरी होिरी म वदावन की अनय ववधवा माताओ क साथ वाराणसरी आई पचास ववधवा माताए भरी शावमि हई

वदावन क गोपरीनाथ मवदर म सिभ सवचछता एव सामावजक सधार आदोिन दारा आयोवजत होिरी महोतसव अपन आप म दवनया का सबस अनठा और रगरीन उतसव बन गया कयोवक इसम वसफफ होिरी क रग

हरी नही सगवधत फकिो की पखविया हरी नही हरदम उदासरी की सफद चादर म विपररी ववधवा माताओ की खनकतरी हसरी हरी नही बलक सामावजक बदिाव क गिाि भरी उिाए गए सकारातमक सामावजक बदिाव ऐस हरी होत ह वबना वकसरी को कछ बताए वबना वकसरी को रोक रोक सामावजक बदिाव की यह अनोखरी समझ सिभ परणता की वववशषता ह वजनहोन अपन परयासो स वदावन की ववधवा माताओ क जरीवन की पररी तसवरीर हरी बदि दरी वदावन की गवियो म सबकी नजरो स दर गमनाम वजदगरी जरीन वािरी इन ववधवा माताओ को अब दश कया पररी दवनया जान चकी ह

होिरी महोतसव म पहि गिाब गदा और चमिरी क फकिो क साथ होिरी खिरी गई इसक बाद गिाि बरसा कर सभरी न होिरी का आनद विया इस होिरी समारोह म कि 15 लवरि फकि और गिाि का इसतमाि वकया गया सिभ दारा आयोवजत रगो क इस तयोहार म ववधवा माताओ न ककषण सगरीत की धनो पर भाव नतय वकया

इस अवसर पर सिभ सवचछता एव सामावजक सधार आदोिन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक न कहा वक ववधवाओ की वजदगरी म नए रग भरन का मौका िाकर सिभ न समाज को यह सदश दन की कोवशश की ह वक ववधवा माताए भरी समाज का उतना हरी महतवपणल वहससा ह वजतन दसर िोग ह उनहोन बताया वक वदावन स पाच ववधवा माताए दश क परधानमतरी नरदर मोदरी स वमिन गिाि िकर जाएगरी और उनको गिाि दकर होिरी की शभकामनाए दगरी इसस पहि डॉ पाठक न ववधवा माताओ क साथ राधागोपरीनाथ मवदर म भगवान राधागोपरीनाथ को गिाि और पषप अवपलत कर पजन वकया उसक बाद इन वदध एव ववधवा माताओ क साथ फकि और गिाि स होिरी खिरी इसक अिावा डॉ पाठक न इन माताओ क साथ गरीत गाकर इनह होिरी की ढर साररी शभकामनाए दरी

बता द वक इस समारोह म होिरी क गरीतो का वहदरी और बागिा म गायन वकया गया मवदर म परभ आराधना क बाद माताओ न मवदर क चौक म होिरी

खिरी इस समारोह म वहससा िन वािरी ववधवा माता िविता न बताया वक उनकी शादरी क तरीन साि बाद हरी उनक सवामरी की मतय हो गई उनह इतना भरी पता नही था वक कयो उनह िोग रग और शभ कायषो स दर रखन िग थ उनह जब तक य बात समझ आतरी तब तक वह वदावन चिरी आई और परभ की भलति म िरीन हो गई उनहोन बताया वक सिभ बाबा (डॉ पाठक) क आन क बाद उनहोन जाना वक रग कया होत ह तयोहार कया होता ह उनहोन डॉ पाठक और सिभ को ढर साररी शभकामनाए दरी

एक अनय ववधवा माता दरीपािरी गहा ठाकर दास न बताया वक उनक पवत की मौत क बाद उनस िोग दर दर रहत थ वकसरी भरी शभ कायल और तयोहार म उनह शावमि नही वकया जाता था यह सब दख कर उनह बहत दख होता था इसरीविए वह कोिकाता स वदावन आ गई और यही राधारानरी का भजन कीतलन करन िगी यहा भरी उनह शरआत म बहत सरी तकिरीफो का सामना करना पिा वजसकी वजह स वह यहरी सोचतरी थरी वक भगवान उनह अपन पास जद स जद बिा ि वफर एक वदन डॉ पाठक उनकी वजदगरी म मसरीहा बन कर आए और उनक साथ साथ वदावन की सभरी ववधवा माताओ क जरीवन म बदिाव आ गया आज उनह भर पर भोजन क विए कही भरकना नही पिता ह और न हरी बरीमार होन पर दवा क विए वकसरी का आशय िना पिता ह उनहोन कहा वक सिभ और डॉ पाठक न उनक जसरी तमाम मवहिाओ को जरीवन जरीन की एक नई उममरीद दरी ह

यह सिभ और डॉ पाठक क अथक परयासो का हरी पररणाम ह जो आज य ववधवा माताए होिरी हरी नही दरीवािरी रकषाबधन जस सभरी तयोहार मनातरी ह इन माताओ क चहर पर मसकान और सककन दख कर िगता ह मानो इनह एक नया जरीवन वमि गया हो आज य सभरी माताए खशरी क गरीत गातरी ह और डॉ पाठक तथा सिभ का आभार वयति करत नही थकतरी

जवधवा माताओ क जलए सलि का होली महोसव

गोपीनाथ मजदर म जवधवा माताओ न खली फल और गलाल स होली

डॉ पाठक न जवधवा माताओ सग खली फल और गलाल स होली

खास बात

मन की बात 05 - 11 मारष 201808

नरद मोदी (परधानमतरी)

परकाश वतपाठरी न एक िबरी वचटरी विखरी ह और मझस बहत आगह वकया ह वक म उनक पत म विख गए ववषयो को सपशल

कर उनहोन विखा ह 1 फरवररी को अतररकष म जान वािरी कपना चाविा की पणय वतवथ ह कोिवबया अतररकषयान दघलरना म वो हम छोि कर चिरी गई िवकन दवनया भर म िाखो यवाओ को पररणा द गई म परकाश जरी का आभाररी ह वक उनहोन अपनरी िबरी वचटरी का आरभ कपना चाविा की ववदाई स वकया ह यह सबक विए दःख की बात ह वक हमन कपना चाविा को इतनरी कम उमर म खो वदया िवकन उनहोन अपन जरीवन स पर ववशव म खासकर भारत की हजारो ििवकयो को यह सदश वदया वक नाररी-शलति क विए कोई सरीमा नही ह इचछा और दढ़ सकप हो कछ कर गजरन का जजबा हो तो कछ भरी असभव नही ह यह दखकर काफी खशरी होतरी ह वक भारत म आज मवहिाए हर कषत म तजरी स आग बढ़ रहरी ह और दश का गौरव बढ़ा रहरी ह

पराचरीन काि स हमार दश म मवहिाओ का सममान उनका समाज म सथान और उनका

योगदान पररी दवनया को अचवभत करता आया ह भारतरीय ववदवषयो की िबरी परपरा रहरी ह वदो की ऋचाओ को गढ़न म भारत की बहत-सरी ववदवषयो का भरी योगदान रहा ह िोपामदरा गागवी मतयरी जस न जान वकतन हरी नाम ह आज हम lsquoबररी बचाओ बररी पढ़ाओrsquo की बात करत ह िवकन सवदयो पहि सकद-पराण मकहा गया ह-दशपतर समाकना दशपतरान परवरधन त फल लभतमरध तत लभ कनकका

अथालत एक बररी दस बरो क बराबर ह दस बरो स वजतना पणय वमिगा एक बररी स उतना हरी पणय वमिगा यह हमार समाज म नाररी क महतव को दशालता ह और तभरी तो हमार समाज म नाररी को lsquoशलतिrsquo का दजाल वदया गया ह यह नाररी शलति पर दश को सार समाज को पररवार को एकता क सत म बाधतरी ह चाह ववदक काि की ववदवषया

िोपामदरा गागवी मतयरी की ववदता हो या अकका महादवरी और मरीराबाई का जान और भलति चाह अवहयाबाई होिकर की शासन वयवसथा हो या रानरी िकमरीबाई की वरीरता नाररी शलति हमशा हम परररत करतरी आई ह दश का मान-सममान बढ़ातरी आई ह

परकाश वतपाठरी न आग कई सार उदाहरण वदए ह उनहोन विखा ह हमाररी साहवसक रकषा-मतरी वनमलिा सरीतारमण क ििाकक ववमान lsquoसखोई 30rsquo म उिान भरना उनह पररणा द दगा उनहोन ववतलका जोशरी क नततव म भारतरीय नौसना क मवहिा करक मबसल आई एनएसवरी तररणरी पर पर ववशव की पररकरमा कर रहरी ह उसका वजकर वकया ह तरीन बहादर मवहिाए भावना कठ मोहना वसह और अवनरी चतवतदरी यदधक ववमान की पायिर बनरी ह और सखोई-30 म परवशकषण ि रहरी ह कषमता वाजपयरी की अगवाई वािरी ऑि वमन करक न वदलरी

स अमररका क सन फावससको और वापस वदलरी तक एअर इवडया क बोईग जर म उिान भरी आज नाररी हर कषत म न वसफफ आग बढ़ रहरी ह बलक नततव कर रहरी ह आज कई कषत ऐस ह जहा सबस पहि हमाररी नाररी-शलति कछ करक वदखा रहरी ह एक वमसाि कायम कर रहरी ह वपछि वदनो राषटपवत जरी न एक नई पहि की

राषटपवत जरी न उन असाधारण मवहिाओ क एक समह स मिाकात की वजनहोन अपन-अपन कषतो म सबस पहि कछ करक वदखाया दश की इन मवहिाओ म मचचर नवरी की पहिरी मवहिा कपरन यातरी टरन की पहिरी मवहिा डाइवर पहिरी मवहिा फयर फाइरर पहिरी मवहिा बस डाइवर अराकफवरका पहचन वािरी पहिरी मवहिा एवरसर पर पहचन वािरी पहिरी मवहिा इस तरह स हर कषत की lsquoपहिरी मवहिाrsquo थी - हमाररी नाररी-शलतियो न समाज की रवढ़वावदता को तोित हए असाधारण उपिलबधया हावसि की एक कीवतलमान सथावपत वकया उनहोन य वदखाया वक किरी महनत िगन और दढसकप क बि पर तमाम बाधाओ और रकावरो को पार करत हए एक नया मागल तयार वकया जा सकता ह एक ऐसा मागल जो वसफफ अपन समकािरीनो को हरी नही बलक आन वािरी परीवढ़यो को भरी परररत करगा उनह एक नय जोश और

नारी-शकति की असाधारण उपलकधयाआि नारी हर कतर म न जसफफ आग बढ़ रही ह बकलक नतव कर रही ह आि कई कतर ऐस ह िहा सबस पहल

हमारी नारी-शकति कछ करक जदखा रही ह एक जमसाल कायम कर रही ह

परारीन काल स हमार दश म मजहलाओ का सममान उनका समाि म सथान और उनका योगदान परी दजनया को अरजित करता आया ह

िारतीय जवदजरयो की लबी परपरा रही ह वदो की ऋराओ को गढ़न म िारत की बहत-सी जवदजरयो का िी योगदान रहा ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 मन की बात 09उतसाह स भर दगा इन पहिरी मवहिाओ पर एक पसतक भरी तयार की गई ह तावक परा दश इन नाररी शलतियो क बार म जान उनक जरीवन और उनक कायषो स पररणा ि सक

आज दश और समाज म हो रह सकारातमक बदिाव म दश की नाररी-शलति की महतवपणल भवमका ह आज जब हम मवहिा सशतिरीकरण पर चचाल कर रह ह तो म एक रिव सरशन का वजकर करना चाहगा एक रिव सरशन और मवहिा सशतिरीकरण आप सोच रह होग वक इसक बरीच म कया सबध ह मबई का मारगा सरशन भारत का ऐसा पहिा सरशन ह जहा साररी मवहिा कमलचाररी ह सभरी ववभागो म मवहिा सराफ - चाह कमवशलयि वडपारटमर हो रि पविस हो वरकर चकर हो उदघोषक हो परा 40 स भरी अवधक मवहिाओ का सराफ ह इस बार बहत स िोगो न गणतत वदवस की परड दखन क बाद टरीअर पर और दसर सोशि मरीवडया पर विखा वक परड की एक मखय बात थरी बरीएसएफ की मवहिा दसता व साहसपणल परयोग कर रहरी थी और य दशय ववदश स आए हए महमानो को भरी आचियलचवकत कर रहा था सशतिरीकरण आतमवनभलरता का हरी एक रप ह आज हमाररी नाररी-शलति नततव कर रहरी ह आतमवनभलर बन रहरी ह

छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी मवहिाओ न भरी कमाि कर वदया ह उनहोन एक नई वमसाि पश की ह आवदवासरी मवहिाओ का जब वजकर आता ह तो सभरी क मन म एक वनलचित तसवरीर उभर कर आतरी ह वजसम जगि होता ह पगडवडया होतरी ह उन पर िकवियो का बोझ वसर पर उठाए चि रहरी मवहिाए िवकन छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी नाररी हमाररी इस नाररी-शलति न दश क सामन एक नई तसवरीर बनाई ह छततरीसगढ़ का दतवािा इिाका जो माओवाद-परभाववत कषत ह ऐस खतरनाक इिाक म आवदवासरी मवहिाए ई-ररकशा चिा कर आतमवनभलर बन रहरी ह बहत हरी थोि कािखड म कई साररी मवहिाए इसस जि गई ह उनह इसस तरीन िाभ हो रह ह एक तरफ जहा सवरोजगार न उनह सशति बनान का काम वकया ह वही इसस माओवाद-परभाववत इिाक की

तसवरीर भरी बदि रहरी ह और इन सबक साथ इसस पयालवरण-सरकषण क काम को भरी बि वमि रहा ह यहा क वजिा परशासन की भरी सराहना करता ह अनदान उपिबध करान स ि कर परवशकषण दन तक वजिा परशासन न इन मवहिाओ की सफिता म एक महतवपणल भवमका वनभाई ह

हम बार-बार सनत आए ह वक िोग कहत ह ndash lsquoकछ बात ह ऐसरी वक हसतरी वमरतरी नही हमाररीrsquo वो बात कया ह वो बात ह िचरीिापन और वनरतर पररवतलन जो काि-बाह ह उस छोिना जो आवशयक ह उसका सधार सवरीकार करना हमार समाज की ववशषता ह ndash आतमसधार करन का वनरतर परयास यह भारतरीय परपरा हमाररी ससककवतक ववरासत ह वकसरी भरी जरीवत समाज की पहचान होतरी ह उसका आतम सधार तत

सामावजक कपरथाओ और कररीवतयो क वखिाफ सवदयो स हमार दश म वयलतिगत और सामावजक सतर पर िगातार परयास होत रह ह अभरी कछ वदन पहि वबहार न एक रोचक पहि की राजय म सामावजक कररीवतयो को जि स वमरान क विए 13 हजार स अवधक वकिोमरीरर की ववशव की सबस िबरी मानव-शखिा बनाई गई इस अवभयान क दारा िोगो को बाि-वववाह और दहज-परथा जसरी बराइयो क वखिाफ जागरक वकया गया दहज और बाि-वववाह जसरी कररीवतयो स पर राजय न ििन का सकप विया बचच बजगल जोश और उतसाह स भर यवा माताए बहन हर कोई इस जग म शावमि थ समाज क सभरी िोगो को सहरी मायन म ववकास का िाभ वमि इसक विए जरररी ह वक हमारा समाज इन कररीवतयो स मति हो म वबहार

की जनता राजय क मखयमतरी वहा क परशासन और मानव ndashशखिा म शावमि हर वयलति की सराहना करता ह वक उनहोन समाज कयाण की वदशा म इतनरी ववशष एव वयापक पहि की

करि की आवदवासरी मवहिा िकमरीकटरी की कहानरी सनकर आप सखद आचियल स भर जायग िकमरीकटरी कलार म वशवकषका ह और अब भरी घन जगिो क बरीच आवदवासरी इिाक म ताि क पततो स बनरी झोपिरी म रहतरी ह उनहोन अपनरी समवत क आधार पर हरी पाच सौ आयवतवदक दवाए बनाई ह साप कारन क बाद उपयोग की जान वािरी दवाई बनान म उनह महारत हावसि ह िकमरी जरी दवाओ की अपनरी जानकाररी स िगातार समाज की सवा कर रहरी ह इस गमनाम शलखशयत को पहचान कर समाज म इनक योगदान क विए उनह पदमशरी स सममावनत वकया गया म आज एक और नाम का भरी वजकर करन का मरा मन करता ह पलचिम बगाि की 75 वषवीय सभावसनरी वमसतरी को भरी उनह परसकार क विए चना गया सभावसनरी वमसतरी एक ऐसरी मवहिा ह वजनहोन असपताि बनान क विए दसरो क घरो म बतलन माज सबजरी बचरी जब य 23 वषल की थी तो उपचार नही वमिन स इनक पवत की मतय हो गई थरी और इसरी घरना न उनह गररीबो क विए असपताि बनान क विए परररत वकया आज इनकी किरी महनत स बनाए गए असपताि म हजारो गररीबो का वनशक इिाज वकया जाता ह मझ परा ववशवास ह वक हमाररी बहरतना-वसधरा म ऐस कई नर-रतन ह कई नाररी-रतन ह वजनको न कोई जानता ह न कोई पहचानता ह ऐस वयलतियो की पहचान न बनना उसस समाज का भरी घारा हो जाता ह पदम-परसकार एक माधयम ह िवकन म दशवावसयो को भरी कहगा वक हमार आस-पास समाज क विए जरीन वाि समाज क विए खपन वाि वकसरी न वकसरी ववशषता को ि करक जरीवन भर कायल करन वाि िकषाववध िोग ह कभरी न कभरी उनको समाज क बरीच म िाना चावहए वो मान-सममान क विए काम नही करत ह िवकन उनक कायल क कारण हम पररणा वमितरी ह

(मन की बात जनवररी 2018 का सपादित अश)

छततीसगढ़ की हमारी आजदवासी नाररयो न दश क सामन एक नई तसवीर बनाई ह छततीसगढ़ का दतवाडा इलाका िो माओवाद-परिाजवत कतर ह ऐस खतरनाक इलाक म आजदवासी मजहलाए ई-ररशा रला कर

आमजनिषर बन रही ह

गिरात का पड कपल हर महीन बाटता ह 5000 सजनटरी नपजकन

सरत क मीना और अतल महता न िररतमद मजहलाओ क बीर सजनटरी पडस बाट कर सराहनीय काम जकया ह

तवमिनाड क अरणाचिम मरगनाथम की कहानरी तो आज हर कोई जान चका ह िवकन

सरत म रहन वाि मरीना और अति महता क परयासो की जानकाररी बहत कम िोगो को ह वपछि िगभग 5 साि स य दोनो हर महरीन ऐसरी मवहिाओ को िगभग 5000 सवनरररी नपवकन बारत ह जो इसका खचल खद नही वहन कर सकती

मरीना और अति न हाि हरी म सरत की झगगरी

को समझना चावहए वक परीररयडस बहत जरररी होत ह और उनक बार म जागरकता फिनरी चावहए

(एजसरी)

झोपवियो म वफम पडमन की सकरीवनग भरी 125 मवहिाओ क विए आयोवजत की इसक जररए व िोगो को सवनरररी नपवकन की महतता बताना चाहत ह मरीना न बताया वक उनहोन एक बार एक गररीब बचचरी को ककि क वडबब स पड वनकाित दखा उनहोन बताया वक बचचरी स उनह पता चिा वक पस की कमरी क चित वह इन पडस को धोकर हर महरीन इसतमाि करतरी ह यह सनकर मरीना

को काफी हरानरी हई और उनहोन पडस बारन का फसिा वकया मरीना िोगो स इस काम क विए आग आन की अपरीि करतरी ह उनहोन कहा वक िोगो

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

मतावधकार 05 - 11 मारष 201810

दवनया क सबस बि िोकतत अमररका क मकाबि दवनया का सबस बिा िोकतत भारत इस मायन म आग ह वक मवहिा

अवधकारो क परवत यह उनस जयादा सवदनशरीि और सजग रहा अमररका म सब कछ क बाद भरी मवहिाओ को मतवधकार स िस करन क परवत वहचवकचाहर थरी अमररका की यह वहचवकचाहर 144 वषषो बाद खतम हई अमररका हरी नही वरिरन न भरी इस मामि म जयादा उदारता नही वदखाई मवहिाओ को मतवधकार दन म उसन िगभग एक सदरी का वति खचल वकया लसवटजरिड क कछ इिाको म तो मवहिाओ को वोर दन का अवधकार 1974 म वमिा िवकन भारतरीय मवहिाओ को दश की आजादरी क वदन स यह अवधकार वदया गया

1947 म मवहिाओ को मतावधकार क अवधकार दन का फसिा उस वति वकतना बिा था इसका अदाजा िवखका डॉकरर ओवनलर शवन की इस ववषय पर विखरी पसतक स िगाया जा सकता ह वजसम वो विखतरी ह वक कररीब 10 िाख िोगो की मौत और एक करोि 80 िाख िोगो क घरो की तबाहरी क विए वजममदार बरवार की आग म झिस रह एक दश म य फसिा विया जाना उस वति वकसरी भरी औपवनववशक राषट क विए एक बहत बिरी उपिलबध थरी

इस फसि स आजाद भारत म वोररो की सखया पाच गना तक बढ़कर कररीब 17 करोि 30 िाख तक पहच गई और इसम आधरी अबादरी मवहिाओ

ऐस जमला मताजधकार का अजधकारदजनया क कई बड दशो न मजहलाओ को मतदान करन क अजधकार स बहत वरषो तक वजरत रखा

लजकन िारत न आिादी क जदन स ही मजहलाओ को इस अजधकार स लस जकया

की थरी तब दभलगय स कररीब 28 िाख मवहिाओ क नाम वोरर विसर स हरा वदए गए कयोवक उनहोन अपना नाम हरी नही बताया और कररीब 85 परवतशत ऐसरी मवहिाए थी वजनहोन कभरी वोर हरी नही वदया था

अपनरी पसतक हाउ इवडया वबकम डमोकरवरक वसवरजनवशप ऐर द मवकग ऑफ द यवनवसलि फरचाइजरी म डॉ शवन न औपवनववशक शासन क दौर म मवहिाओ क मतावधकार क ववरोध क बार म ववसतार स विख ह व विखतरी ह वक वरिवरश अवधकाररयो न य तकफ वदया था वक सावलभौवमक मतावधकार भारत क विए सहरी नही होगा वरिवरश शासन क दौरान भारत म चनाव सरीवमत तौर पर होत थ वजसम धावमलक सामदावयक और वयावसावयक धाराओ क तहत बाररी गई सरीरो पर खि उममरीदवारो क विए कछ वोररो को हरी मतदान करन का अवधकार था इवतहासकार गरालडन फोबसल विखतरी ह वक भारतरीय मवहिा सगठनो को मवहिाओ को मतदान का अवधकार पान क विए एक मलशकि ििाई ििनरी पिरी थरी 1921 म बॉमब और मदरास

पहि परात बन जहा सरीवमत तौर पर मवहिाओ को वोर दन क अवधकार वदए गए बाद म 1923 स 1930 क बरीच सात अनय परातो म भरी मवहिाओ को मतदान का अवधकार वमिा

डॉ फोबसल अपनरी वकताब वमन इन मॉडनल इवडया म विखतरी ह वक वरितानरी हाउस ऑफ कॉमनस न मवहिाओ क विए वोवरग क अवधकार की माग करन वाि कई भारतरीय और वरितानरी मवहिा सगठनो की माग को नजरअदाज वकया मवहिाओ स भदभाव और उनका पदत म रहना इस फसि क परीछ उनकी आसान दिरीि थरी डॉ फोबसल विखतरी ह साफ तौर पर वरितानरी शासको न अपसखयको क अवधकार क तौर पर कवि परष अपसखयको को हरी अवधकार दन का वादा वकया मवहिाओ क मामि म उनहोन कछ मवहिाओ क अिग-थिग होन क बहान पररी मवहिाओ को उनका हक दन स इनकार कर वदया

औपवनववशक परशासको और ववधायको दोनो न हरी मतावधकार की सरीमाओ को बढ़ान का ववरोध वकया था डॉ फोबसल क अनसार वोवरग का ववरोध

करन वाि मवहिाओ को कमतर आकत थ और सावलजवनक मामिो म उनह अकषम मानत थ

कछ िोगो का कहना था वक मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दन स पवत और बचचो की उपकषा होगरी एक सजजन न तो यहा तक तकफ वदया वक राजनरीवतक काम करन स मवहिाए सतनपान करान म असमथल हो जाएगरी

मवहिा अवधकारो क विए ििनवािरी मणाविनरी सन न 1920 म विखा था वरितानरी सरकार क बनाए सभरी कानन मवहिाओ पर िाग होत थ और अगर उनक पास सपवतत ह तो उनह रकस भरी दना होता था िवकन उनह वोर दन का अवधकार नही था

वो कहतरी ह य कछ इस परकार था वक मानो वरितानरी शासक मवहिाओ स कह रह हो वक नयाय पान क विए अदाित का दरवाजा खरखरान की बजाय वो खद हरी लसथवत स वनपर

भारत क आवखररी औपवनववशक कानन भारत सरकार अवधवनयम 1935 क तहत दश क 3 करोि िोगो को वोर दन का अवधकार वदया गया यह दश की कि वयसक आबादरी का पाचवा वहससा था इसम मवहिाओ की सखया कम थरी

वबहार और उिरीसा परात (उस दौर म य दो राजयो एक हरी परात म आत थ) की सरकार न मतदाताओ की सखया कम करन और मवहिाओ स मतदान का अवधकार छरीनन की कोवशश की

डॉ शवन विखतरी ह वक सरकार का मानना था अगर मवहिा तिाकशदा या ववधवा ह या उसक पास सपवतत नही ह तो उसका नाम मतदाता सचरी स हरा वदया जाना चावहए

िवकन जब अवधकाररी भारत क पववोततर म बस खासरी पहावियो म उन समदायो क सपकफ म आए जहा मातसतता को माना जाता ह तो उनह मवहिाओ क मामि म एक अपवाद दखन को वमिा इस समदाय म सपवतत मवहिाओ क नाम पर होतरी ह

िारतीय मजहला सगठनो को मजहलाओ को मतदान का अजधकार पान क जलए एक मकशकल लडाई लडनी पडी थी 1921 म बॉमब और मदास पहल परात बन िहा सीजमत तौर पर मजहलाओ को वोट

दन क अजधकार जदए गए

अमररका न 144 वरषो क बाद जदया मजहलाओ को मताजधकार

जरिटन की मजहलाओ को एक सदी बाद जमला यह अजधकार

1947 म मजहलाओ को मताजधकार दकर िारत न बडा कदम उठाया

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 11मतावधकार

अिग-अिग परातो न भरी मवहिाओ क नाम शावमि करन स सबवधत अपन-अपन वनयम बनाए मदरास म अगर कोई मवहिा पशनधाररी ववधवा थरी वकसरी अवधकाररी या सवनक की मा थरी या उसक पवत रकस दत थ या सपवतत क माविक थ तो उस मतदान करन का अवधकार वदया गया

दखा जाए तो वोर दन की मवहिा की पातता पररी तरह स उसकी पवत की सपवतत योगयता और सामावजक लसथवत पर वनभलर थरी

डॉ शवन बतातरी ह मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दना और उनह सहरी मायनो म वोरर विसर म िकर आना औपवनववशक शासन म काम कर रह नौकरशाहो की कपना स पर था इसका एक कारण उस वति की ववदशरी सरकार का यहा की अवशवकषत जनता म भरोस की कमरी और गररीबो गामरीण और अवशवकषतो को अवधकर दन क सबध म उनकी नकारातमक सोच का नतरीजा थरी

आिादी क बाद बदल हालातिवकन जब आजाद भारत न य तय वकया वक वो दश क वयसको को वोर करन का यानरी अपनरी सरकार खद चनन का अवधकार दगरी तो चरीज बदिन िगी डॉ शवन विखतरी ह मतदाता सचरी तयार करन का काम नवबर 1947 म शर हआ साि 1950 की जनवररी तक जब भारत को उसका अपना सववधान वमिा तो उस वति तक सावलभौवमक मतावधकार और चनावरी िोकतत की सोच पखता हो चकी थरी िवकन साि 1948 म जब मसौदा मतदाता सचरी की तयाररी की बाररी आई तो उसम अनक समसयाए थी

कछ परातो क अवधकाररयो न मवहिाओ क नामो को विखन म काफी वदककत पश आन क बार म बताया कई मवहिाओ न अपना नाम बतान स इनकार कर वदया और अपना नाम बतान की बजाय खद को वकसरी की पतनरी मा बररी या वकसरी की ववधवा क रप म पश वकया सरकार न यह सपष कर वदया वक ऐसा करन की अनमवत नही दरी जा

जरितानी शासको न अलपसखयको क अजधकारो क तौर पर कवल परर अलपसखयको को ही अजधकार दन का वादा जकया मजहलाओ क मामल म उनहोन कछ मजहलाओ क अलग-थलग होन क बहान परी मजहलाओ

को उनका हक दन स इनकार कर जदया

सकतरी और मवहिाओ का पजरीकरण उनक नाम स हरी वकया जाएगा

पवल की औपवनववशक नरीवतयो स हरकर भारत सरकार न कहा वक मवहिा को वकसरी अनय की सबधरी क रप म नही बलक एक सवतत मतदाता क रप म पजरीककत वकया जाएगा सरकार न मरीवडया का सहारा िकर इस सबध म परचार करन

का काम शर वकया और मवहिाओ को अपनरी खद की पहचान क साथ नाम विखवान क विए उतसावहत वकया मवहिा सगठनो न भरी मवहिाओ स अपरीि की वक वो अपन वहतो की रकषा करन क विए खद मतदाता बन

दश की पहिरी ससद क विए अतिबर 1951 स फरवररी 1952 क बरीच म हए चनावो म मदरास की एक सरीर स चनाव ििन वाि एक उममरीदवार न कहा मतदाता कदर क बाहर वोर दन को विए मवहिा और परष गामरीण धयल स घरो इतजार कर रह थ वो कहत ह वक पदत म आई मसिमान मवहिाओ क विए अिग वोवरग बथ की वयवसथा की गई थरी

एक बडी िीत बशक मवहिाओ क हको की ििाई आज भरी जाररी ह वषल 1966 स भारत की ससद क वनचि सदन म 33 फीसदरी सरीर मवहिाओ क विए आरवकषत करन वािा एक वबि कि ववरोध क कारण अब तक अरका हआ ह आज पहि स कही अवधक मवहिाए मतदान कर रहरी ह और कभरी-कभरी परषो स भरी अवधक सखया म वो मतदान कर रहरी ह िवकन वो चनाव म उममरीदवार क रप म वो कम हरी नजर आतरी ह

2017 म जाररी की गई सयति राषट की एक ररपोरट क अनसार ससद म मवहिाओ की सखया की सचरी म 190 दशो म भारत का सथान 148 ह 542 सदसय वाि ससद क वनचि सदन म वसफफ 64 सरीरो पर हरी मवहिाए ह

सवचछता की लकमीतजमलनाड म जतरजर क सामजथरम गाव म सवचछता अजियान रलान

वाली लकमी न अपन अनिवो को साझा जकया ह

लकमी पररयासवामी

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह

अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी

वमिरी ह सबस बिरी बात यह वक म कोई सरकाररी कमवी नही बलक मात एक सवयसवक ह इसरीविए मर विय कछ खोन या पान जसरी कोई लसथवत नही ह मरा काम तो बस मररी उस कपना का पररणाम ह वजसको वजद बनाकर मन वकया ह म वह करतरी ह जो मर गाव क विए अचछा ह अगर कछ

भरी गित वदखता ह तो म उस सधारन का हर सभव परयास करतरी ह म तवमिनाड क वतचरी लसथत सामवथरम गाव म रहतरी ह आप मझ उन िोगो म शावमि कर सकत ह वजनक विए साफ-सफाई कछ जयादा हरी महतव रखतरी ह म खद तो सफाई पसद ह साथ हरी अपन आस-पास क िोगो को भरी अपन जसा रखन की कोवशश करतरी ह

िोग अपनरी आदत क मतावबक सिको पर चरीज फक दत ह बपरवाहरी म मशगि उनह यह भरी अदाजा नही होता वक व अपनरी हरी जमरीन गदरी कर रह ह वजस साफ रखन की वजममदाररी उनकी भरी ह जब कभरी म गाव म वकसरी को गदगरी फिात दखतरी मझ खराब िगता म सवयसवक क तौर पर खद हरी गाव की सिको पर उनह साफ करन क विए उतर गई मन अपन वयलतिगत परयासो स सिको क वकनार ककिदान रखवाए गाव म ऐसरी वयवसथा सवनलचित की वक िोग पराना पिालसरक यहा-वहा फकन क बजाय एक जगह एकवतत कर वजसस उस ररीसाइवकि वकया जा सक हािावक हर नई शरआत म मझ िोगो क असहयोग का सामना करना पिा िवकन धरीर-धरीर हरी सहरी पर बाद म मझ सफिता वमितरी गई

पिालसरक और कचर क बाद मर गाव म सबस बिरी समसया खि म शौच की थरी यहा तक वक वजन घरो म शौचािय बन हए थ उन घरो क िोग भरी शौच क विए खतो म हरी जात थ यह लसथवत दो साि पहि की थरी िवकन आज चरीज बदि गई ह इस सखद बदिाव क विय मन खब महनत की

ह हािावक मर दो पिोवसयो समत गाव म अब भरी पदरह घर ऐस बच ह जहा शौचािय नही बना ह पर म कोवशश म ह वक उनह भरी समझाकर शरीघर हरी अपन गाव को खि म शौच की शमल स मति करा द

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी वमिरी ह मझ वह वदन भरी याद ह जब म वकसरी क पास जाकर अपनरी बात कहतरी थरी तो िोग दर स हरी हाथ जोिकर मझ भगा दत थ इन बातो स ववचवित न होन का पररणाम ह वक आज जब म कछ कहतरी ह तो िोग धयान स सनत ह मन अपन कछ दसर सावथयो की मदद स िोगो को सवचछता क महतव स पररवचत कराया ह आज मररी मवहम म मरा बरा भरी साथ जि गया ह

मझ गवल होता ह वक मन अपन बर को सामावजक वजममदाररी की जो वशकषाए दरी थी उनह वह अमि म िा रहा ह म वह वदन कस भि सकतरी ह जब मर पिोसरी न वकसरी बात पर जहर खाकर आतमहतया करन की कोवशश की थरी िवकन मर बर न दौि-भागकर डॉकरर की मदद स उसकी जान बचाई थरी मर कामो को दखत हए मझ गाम पचायत ववकास योजना की नतरी बना वदया गया ह मररी वजममदाररी अब और भरी बिरी हो गई ह और म कोवशश करगरी वक वपछि अनभवो क आधार पर अपनरी भवमका बखबरी वनभाऊ

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 201812 वशकषा

मवात म जशका की लहरमजहला-जशका क कतर म दश क सबस जपछड कतरो म स एक मवात िी ह लजकन करीब 36 परजतशत मजहला जशका क

दर वाल इस जिल म पररवतषन की एक नई लहर दखी िा रही ह

सरर ता बरारा

जब म दखतरी ह वक आज भरी मर गाव म बहत-स अवभभावक अपनरी बवचचयो को सककि भजन स मना करत ह या

बि-बढ़ मररी जसरी ििवकयो क ििको की तरह घर स बाहर खि म खिन पर एतराज जतात ह तो मझ बहत दःख होता ह यह कहना ह 12 साि की छोररी-सरी बचचरी नावदया का हररयाणा क मवात वजि म रहन वाि मलसिम समदाय की नावदया नई नगि गाव क सककि म सातवी ककषा की छाता ह

सामदावयक रवडयो रवडयो मवात क एक कायलकरम म एक मवहिा न बतौर कॉिर बातचरीत करत हए सवाि पछा वक जब हमार समदाय की एक ििकी रवडयो पर कायलकरम पश कर सकतरी ह तो हम रवडयो पर सगरीत कायलकरम का मजा िन जसरी मामिरी-सरी बात क विए भरी कयो रोका जाता ह

रवडयो मवात क विए काम करन वािरी वाररीसा समदाय की उन कछ वगनरी-चनरी ििवकयो म स ह जो समदाय क िोगो क तमाम सखत ववरोधो क बावजद अपन वपता क सहयोग स अपनरी वशकषा को जाररी रख पाई सरकाररी सककि स पढ़री वाररीसा बतातरी ह वक आठवी ककषा तक पहचत-पहचत उसक साथ की सभरी ििवकया सककि छोिकर जा चकी थी

हररयाणा का मवात वजिा मवहिा-वशकषा क कषत म दश क सबस वपछि कषतो म स एक ह वषल 2011 म हई जनगणना क मतावबक मवहिा-वशकषा की दर यहा 36 परवतशत स थोिरी हरी अवधक ह जबवक ििवकयो क सककि छोिन की दर काफी अवधक ह सरकाररी वबसाइर पर उपिबध आकि बतात ह वक जहा वषल 2012-13 म सरकाररी सककिो म पहिरी ककषा स 5वी ककषा तक पढ़न वािो छातो की सखया 160057 थरी तो वही ककषा 6 स 8 म पढ़न वाि छातो की सखया कवि 42605 जहा तक ििवकयो का सवाि ह तो 5 परवतशत स जयादा ििवकया उचच ककषाओ तक नही पहच पाती

पर इन वनराशाजनक आकिो क बावजद यह बात उममरीद की िौ जिातरी ह वक मवात जस वपछि कषत क गाव की साधारण-सरी नावदया जसरी ििकी आज ििवकयो क साथ हो रह भदभाव पर सवाि खि करन की वहममत करन िगरी ह यह बात सावबत करतरी ह वक पररवतलन की शरआत हो चकी ह

सबस महतवपणल बात तो यह ह वक मवात जस शवकषक रप स वपछि इिाक क एक गाव म कछ अवभभावको न अपनरी ििवकयो को वनजरी कषत क सहवशकषा (को-एड) सककिो म भजना शर कर वदया ह नई नगि का सककि इसका उदाहरण ह ऐस सककिो म पढ़ान क विए अवभभावक अपनरी जब स पस खचल करन म भरी परीछ नही ह रवडयो मवात क विए काम करत हए आज वाररीसा ििवकयो की वशकषा क महतव और उनक साथ वकए जान वाि भदभाव क वखिाफ परचार म जररी हई ह

वाररीसा कहतरी ह वक रवडयो पर मनोरजक कायलकरम परसाररत करन क अिावा म रवडयो मवात पर वमयो समदाय स सबवधत मवहिा अधयापको को रवडयो कायलकरमो म आमवतत करतरी ह तावक उनस पररणा पाकर अनय अवभभावक भरी अपनरी ििवकयो को सककि भज और माधयवमक सककिो की पराथवमक ककषाओ म हरी अपनरी ििवकयो को पढ़ाई छोिन क विए मजबर न करक उनह आग और भरी पढ़न द वह कहतरी ह वक खशरी की बात तो यह ह वक आज

वववावहत मवहिाए भरी भदभाव क वखिाफ आवाज उठान िगरी ह

वाररीसा का कहना ह वक कम स कम आज मवहिाओ म इतना साहस तो आ हरी गया ह वक व अपन वखिाफ होन वाि भदभाव को िकर सवाि खि करन िगरी ह कछ साि पहि तक यह सब सभव नही था इस कषत म ििवकयो की वशकषा को बढ़ावा दन क विए राजय सरकार गर सरकाररी सगठनो और वनजरी कषत दारा वपछि कई सािो स परयास वकए जा रह ह वषल 1982 म हररयाणा सरकार न वझरका और नह म सहवशकषा (कोएड) वाि अगजरी माधयम क दो सककि शर वकए थ तावक मवात कषत क इस परपरागत ससककवत और सामावजक तान-बान वाि इिाक क बचचो को अचछरी गणवतता वािरी वशकषा परदान की जा सक इसक दो साि बाद हरी इन सककिो को सरीबरीएसई स सबदध कर वदया गया आज ऐस सात सहवशकषा वाि सककि मवात मॉडि सककि सोसाइररी (एमएमएसएस) दारा चिाए जा रह ह वजनम ििवकयो स कोई टशन फीस नही िरी जातरी इनम स छह सककि उचचतर माधयवमक सतर क और एक माधयवमक सतर का ह इन मॉडि सककिो म 40 परवतशत स अवधक सखया ििवकयो की ह वजनम स 57 परवतशत स अवधक ििवकया वमयो समदाय की ह

मवात क इस इिाक म 6 कसतरबा गाधरी बाविका ववदयािय भरी चिाए जा रह ह वजनम 1400 ििवकया पढ़ रहरी ह इनम स 64 परवतशत वमयो समदाय की ह140 ििवकयो को नह क मवात मॉडि सककि म पढ़ाई क अिावा मफत रहन और खान की सववधा भरी परदान की गई ह

खास बात यह ह वक वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को आतमववशवास साहस और समाज म भदभाव क वखिाफ आवाज बिद करन का दढ़-वनचिय वदया ह नावदया एक सवदनशरीि ििकी ह जो समाज म फि भदभाव और अनयाय को िकर

अब गामीणो को यह महसस होन लगा ह जक अगिी माधयम म जशका परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कतरो म ही आसानी स

नौकररया जमल सकती ह इसक जलए उनह दरदराि क इलाको म िान की िररत नही

2012-13 म सरकारी सकलो म 5वी तक 160057 छातर थ

पार परजतशत स जयादा लडजकया उचर ककाओ तक नही पहर पाती थीआि जशका को लकर गिीरता व सकलो म छातराओ की सखया बढ़ी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

काफी वचवतत हनावदया कहतरी ह वक वो एक डॉकरर बनना

चाहतरी ह कयोवक अमरीरो को तो असपतािो म अचछरी दखभाि और परा इिाज वम ि जाता ह जबवक गररीबो को घरो असपताि की िबरी िाइनो म इतजार करना पिता ह और उनक बावजद भरी डॉकरर का वयवहार उनक परवत उदासरीन रहता ह

एमएमएसएस और कजरीबरीवरी क तहत चिन वाि सककिो क अिावा एडकॉम सोयशस नामक सगठन क तहत छह यवनवसलि एकडमरी सककि भरी मवात म चिाए जा रह ह य सगठन भारत और ववदशो म वशकषा क कषत म वडवज रि करावत िान वािा अगणरी सगठन ह

हािावक इस सककि म अब भरी कवि 182 छात हरी ह जो सखया क विहाज स बहद कम ह िवकन वफर भरी वमयो समदाय वाि मवात क इस वपछड कषत म जहा ििवकयो को वशकषा वदिाना अवतम पराथवमकता ह वहा वनशक वशकषा उपिबध न करान वाि सककिो म भरी अपन बचचो का दावखिा करान की पहि वाकई सवागत योगय ह

गामरीण इिाको म यवनवसलि एकडमरी क साथ भागरीदाररी म सककि चिान वािरी ससथा एडकॉम की अकादवमक परमख अनराधा बतातरी ह वक शरआत म उनका काफी ववरोध हआ था गावो म िोगो को मनान क विए उनह काफी जदोजहद करनरी पितरी थरी वक व अपनरी ििवकयो को सककि भज उस वति य आसान नही था पर आज हािात बदि रह ह यवनवसलि एकडमरी सककिो म ििवकया पढ़न आ रहरी ह

एक और बदिाव भरी दखन म आया ह वक अब गामरीणो को यह महसस होन िगा ह वक अगजरी माधयम म वशकषा परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कषतो म हरी आसानरी स नौकररया वमि सकतरी ह इसक विए उनह दरदराज क इिाको म जान की जररत नही मवात क कई गाव गिगाव स जयादा दर नही ह जहा की बहत स कॉि सरर बरीपरीओ और अनय कई बहराषटरीय कपवनयो क दफतर ह

चाह मॉडि सककि हो कजरीबरीवरी या यवनवसलि एकडमरी सककि महतवपणल बात यह ह वक इस वपछि इिाक क ििक-ििवकयो को आज ऐस सकक िो म पढ़न का मौका वमि रहा ह जहा अचछरी गणवतता वािरी वशकषा और सवािगरीण ववकास को परमखता दरी जातरी ह सबस जयादा महतवपणल बात तो यह ह वक ऐसरी वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को इतना साहस और हौसिा वदया ह वक व समाज क भदभाव भर रवय पर सवाि उठा सकतरी ह और एक ऐस ससार का सपना दख सकतरी ह जहा नयाय हो और उनकी आवाज स नरी भरी जाए और उनका सममान भरी हो सक

05 - 11 मारष 2018 13सवचछता

मवात क कई गाव गडगाव स जयादा दर नही ह िहा

बहत स कॉल सटर बीपीओ और अनय कई बहराषटीय

कपजनयो क दफतर ह

मजहला अकसमता क सममान की अनठी जमसाल

आजदवासी यवजतयो को अकलपन स डर नही लगता बसतर क सदर नसल परिाजवत इलाको म ऐसी कई यवजतया ह जिनक जवखयात पररवारो म अब िायदाद सिालन वाल नही रह पर व वहा न कवल जवरासत

सिाल रही ह बकलक उनक पररवार की छतरछाया की दरकार रखन वाल आजदवाजसयो को आसरा िी द रही ह

इरा झा

आवदवासरी समाज म मवहिा परष की साथरी ह वह उसकी सहकमवी ह उसकी समाज

और पररवार म बराबर की भागरीदाररी ह जरी हा बसतर की आवदवासरी मवहिाए हम शहररी मवहिाओ की तरह अपन पररवार क परष सदसयो की मोहताज नही ह उनह बाजार स सबजरी-भाजरी और सौदा मगवान स िकर खतो म हि चिान तक क विए अपन बर या पवत का मह नही ताकना पिता ह वह हम शहररी मवहिाओ स कई मायनो म बहत जयादा समथल ह मवहिाओ क सशलतिकरण का परतरीक अतरराषटरीय मवहिा वदवस उनक वजकर क बगर परा नही हो सकता य न वसफफ घर क सार कामकाज करतरी ह बाि-बचच पाितरी ह बलक पर वदन खतो म काम भरी करतरी ह इनका परा साि खतो म काम करत हरी बरीतता ह बसतर की आवदवासरी मवहिाओ क अवधकार असरीवमत ह वह घर स बाहर तक की पररी वयवसथा सभाितरी ह और हर कदम पर पवत उसक साथ होता ह

इनक कामकाज का दायरा खत-खविहान और हार बाजार तक का ह खत का परा वजममा भरी यहरी उठातरी ह बरीज िाना उनह मसिाधार बाररश म रोपना और किरी धप म चौकीदाररी करन क बाद फसि कारना यह सब उनही क वजमम ह यहा

तक वक बाजार म इस बचन भरी वहरी ि जातरी ह ऐसरी मवहिाए जो खतरी नही करती घर म बािरी म उगरी सलबजया और जगिरी उतपादो जस महआ रोरा जिाऊ िकिरी िाख आविा झाड वगरह को पररवार की आमदनरी का जररया बना ितरी ह और इस पररी कवायद म पवत उसक साथ रहता ह जब मवहिा खत म जझ रहरी होतरी ह तो पवत घर म बचचो की दखभाि म िगा रहता ह वह उनक विए खाना पकाता ह बाररश स बचाव क विए छत की मरममत जस छोर-मोर काम करता ह घर की बािरी म सलबजयो फिो िताओ की सभाि करता ह और घर क बजगषो की दखभाि करता ह हर कदम पर पारसपररक सहयोग और मवहिा अलसमता क सममान की अनठरी वमसाि बसतर का आवदवासरी समाज ह इस समाज म मवहिाए अपनरी मजवी की माविक ह उसकी सवायतततता बलक अवधकाररता की बवढ़या वमसाि तो यहरी ह वक वह न कवि अपना जरीवनसाथरी खद चन सकतरी ह बलक चाह तो पहि उस परख भरी सकतरी ह इस परपरा को िमसना कहा जाता ह इसक तहत शादरी क योगय यवक को यवतरी क घर म रहकर काम-काज म मदद करक अपनरी योगयता वसदध करनरी पितरी ह इस पररीकषा म फि या पास करन का अवधकार पररी तरह स यवतरी पर होता ह िमसना बठान की यह परपरा सरगजा और मडिा क गोड समाज म भरी ह

पररवार और घरल कामकाि क परजशकण क जलए उनह घोटल िान की छट ह यह आजदवासी नौिवानो क ससकार गह ह घर क कामकाि स जनपटकर यवक-यवती रात म यहा िटत ह और जकसी सयानी

मजहला की जनगरानी म नारत-गात और कामकाि सीखत ह

यहरी नही इसस पहि पररवार और घरि कामकाज क परवशकषण क विए उनह घोरि जान की छर ह यह आवदवासरी नौजवानो क ससकार गह ह घर क कामकाज स वनपरकर यवक-यवतरी रात म यहा जरत ह और वकसरी सयानरी मवहिा की वनगरानरी म नाचत-गात और कामकाज सरीखत ह मन वमि गया तो शादरी क साथ यवा जोि की घोरि स ववदाई हो जातरी ह व वफर उधर का रख नही कर सकत घोरि अब बसतर क पररवश स गायब हो चि ह शहररी खासतौर पर मरीवडया की दखिदाजरी न इस ससथा को िपत होन पर मजबर कर वदया ह पर आवदवासरी यवतरी की वनरपकष लसथवत की इसस बहतर वमसाि और कया हो सकतरी ह

आवदवासरी यववतयो को अकिपन स भरी डर नही िगता बसतर क सदर नकसि परभाववत इिाको म ऐसरी कई यववतया ह वजनक ववखयात पररवारो म अब जायदाद सभािन वाि नही रह पर व वहा न कवि ववरासत सभाि रहरी ह बलक उनक पररवार की छतछाया की दरकार रखन वाि आवदवावसयो को आसरा भरी द रहरी ह बि आवदवासरी पररवारो की ििवकया ह य गाव छोिकर वदलरी स िदन तक कही भरी बस सकतरी थी उनका समपलण दवखए जजबा दवखए अपन िोगो क परवत सह दवखए

यह लसथवत तब ह जब घन जगिो क बरीच बस गावो म सरज की रोशनरी नही पहचतरी जगिरी जानवरो का खतरा मडराता रहता ह और असपताि म दवाइयो का पता नही रहता और सककि बदहाि ह यवद इनह शहररी िोगो स मामिरी या बराबर की सववधाए वमि जाए तो इनकी वहममत इनका जजबा और ताकत बजोि होगरी यह तय मावनए

शहरी मजहलाओ स जयादा सशति ह बसतर की मजहलाए

घर स बाहर तक की परी वयवसथा सिालती ह य आजदवासी मजहलाएिीवन साथी रनन और परखन का

परा अजधकार इनक पास ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण 05 - 11 मारष 201814

एसएसबी यरो

हाि म वबहार की एक दवित मवहिा रनकी दवरी न अपना मगिसत बचकर घर म शौचािय बनवान की नजरीर पश

की यह घरना दो बातो की तरफ इशारा करतरी ह पहिरी बात तो यह वक तमाम सफाई अवभयानो और शौचािय वनमालण की योजनाओ क बावजद आज भरी गावो म शौचािय की समसया बहत बिरी ह दसररी बात यह वक सवचछता का मदा सबस जयादा मवहिाओ स जिा ह यहरी वजह ह वक सवचछता आदोिन को मवहिा सशलतिकरण की वदशा म एक बिरी और कारगर पहि क तौर पर दखा जा रहा ह कछ समय पहि lsquoवाररएडrsquo नामक एनजरीओ की एक ररपोरट म तथय सामन आया वक भारत म 35 करोि 50 िाख मवहिाओ और ििवकयो को शौचािय मयससर नही ह lsquoद सरर ऑफ वडटस रायिर 2017rsquo नामक इस ररपोरट म कहा गया था वक पररी दवनया म भारत म सबस कम िोगो क पास शौचािय जसरी बवनयादरी सववधा उपिबध ह

सककिो म शौचािय न होन क कारण बहत साररी ििवकया आठवी ककषा तक आत-आत सककि छोिन पर बाधय हो जातरी ह इवडया सपड की एक ररपोरट म सामन आया था वक गावो म िगभग 28 परवतशत ििवकया परीररयडस क वदनो म सककि हरी नही जाती इसका परमख कारण सककिो म शौचािय का न होना ह कछ समय पहि lsquoपरथमrsquo नाम क एक एनजरीओ की ररपोरट म कहा गया वक दश म चि रह कि सककिो म 74 परवतशत सरकाररी ह इनम स 47 परवतशत सककिो म आज तक ििवकयो क विए अिग स शौचािय की वयवसथा नही ह

इसरी तरह गावो म भरी मवहिाए घर म शौचािय न होन क कारण मह अधर सबह और मह अधर शाम को हरी खतो म जा पातरी ह वदन क वकसरी अनय समय पर शौचािय जान की जररत महसस होना उन मवहिाओ क विए बिरी समसया ह बहत सार सरकाररी या वनजरी सककिो म आज भरी मवहिा अधयावपकाओ क विए अिग स शौचाियो की वयवसथा नही ह यहा तक वक बि शहरो म भरी छोर ससथानो या दफतरो म काम करन वािरी ििवकयो-मवहिाओ क विए भरी अकसर हरी कोई शौचािय नही होता

मवहिाओ क विए सावलजवनक जगहो पर इतन कम शौचाियो का होना समाज और सरकार दोनो की उनक परवत असवदनशरीिता की तरफ साफ इशारा करता ह मवहिा सशलतिकरण की वदशा म सबस जरररी व ठोस परयास मवहिाओ की बवनयादरी जररतो को समझना और उन पर काम करना ह वनजरी और सावलजवनक जगहो पर शौचाियो का वनमालण उनकी बवनयादरी जररतो म स एक ह सवतत भारत म इस दरकार को अगर सबस पहि वकसरी न समझा तो व ह डॉ ववनदशवर

सवचछ राह पर आधी दजनयादश म सवचछता क साथ मजहला सशकतिकरण को लकर िो जवजिनन अजियान रलाए िा रह ह उसम जिस ससथा और वयकति

का नाम सबस पहल िहन म आता ह वह ह सलि इटरनशनल और इस ससथा क परणता डॉ जवनदशवर पाठक

पाठक और उनकी ससथा सिभ इररनशनि नबब क दशक म भारत को 21वी सदरी म जान

की बात खब होतरी थरी य बात जहा ससद क बाहर-भरीतर राजनरीवतक िाइन क साथ कहरी जातरी थरी वही आवथलक-सामावजक सतर पर भरी भावरी भारत स जि सरोकारो और चनौवतयो को िकर ववमशल चिता था पर वकसरी न कभरी सोचा भरी होगा वक 21वी सदरी क दसर दशक तक पहचकर सवचछता दश का पराइम एजडा बन जाएगा इस बदिाव क परीछ बिा सघषल ह आज दश म सवचछता क साथ मवहिा सशलतिकरण को िकर जो वववभन अवभयान चिाए जा रह ह उसम वजस ससथा और वयलति का नाम सबस पहि जहन म आता ह वह सिभ इररनशनि और इस ससथा क परणता डॉ ववनदशवर पाठक

पररी दवनया आज डॉ पाठक को lsquoरॉयिर मनrsquo क रप म जानतरी ह उनहोन एक तरफ जहा वसर पर मिा ढोन की मिरी परथा को खतम करन बरीिा उठाया वही दशभर म सिभ शौचािय की

उपिबधता स उनहोन आम िोगो की सवचछता जररत को परा करन क कषत म महान कायल वकया बिरी बात यह ह वक डॉ पाठक दारा शर वकया गया सवचछता का सिभ अवभयान अब भरी थमा नही ह परधानमतरी नरदर मोदरी दारा दो अकरबर 2014 को सवचछ भारत वमशन शर होन क बाद डॉ पाठक क मागलदशलन म सिभ का सवचछता अवभयान नई पररणा और गवत क साथ आग बढ़ रहा ह शौचािय और सवचछता को पाच दशक स अपनरी समझ और ववचार की धररी बनाकर चि रह डॉ ववनदशवर पाठक न एक तरह स दवनया को सवचछता का नया समाजशासत वसखाया ह वजसम साफ-सफाई क सबक तो ह हरी मानवरीय परम और करणा को भरी पयालपत महतव वदया गया ह

जसर पर मला ढोन की परथावबहार गाधरी शताबदरी सवमवत म एक कायलकताल क नात गाधरी ववचार और कायलकरमो क कररीब आए डॉ पाठक न तब स न वसफफ पर दश म बलक

ववशव म सवचछता का अिख जगा रह ह वसर पर मिा ढोन की परथा को िकर सिभ न उलखनरीय कायल वकए ह वसर स मिा ढोन वाि िोगो को इस अमानवरीय कायल स मलति वदिान की सोच की हरी दन ह सिभ दारा ववकवसत हआ दो गडो वािा शौचािय आज यह तकनरीक पररी दवनया म lsquoसिभ शौचाियrsquo क रप म जानरी जातरी ह इस तकनरीक म पहि गड म जमा शौच खाद म बदि जाता ह सिभ न शौचािय क जररए गस बनान और उस वबजिरी तक बनान क कामयाब परयोग वकए ह 1970 म सिभ इररनशनि की सथापना हई और आज शौचािय वनमालण की ससतरी तकनरीक क विए इसकी दवनयाभर म पहचान ह सिभ परणता डॉ पाठक भरी मानत ह वक गाधरी जरी क बाद अगर इस दश म सवचछता क महतव को वकसरी न गहराई स समझा ह तो व ह परधानमतरी नरदर मोदरी

सरकार का िवाब वसर पर मिा ढोना भारत म परवतबवधत काम ह गत वषल राजयसभा म एक परशन क जवाब म कदर सरकार म मतरी थावरचद गहिोत न बताया था वक दश म 26 िाख ऐस शौचािय ह जहा पानरी नही ह जावहर ह वहा हाथ स मिा साफ करना पिता ह सफाई कमलचाररी आदोिन न अपन सवत म बताया ह वक 1993 स अब तक 1370 सरीवर वकफसल की मौत हो चकी ह इस वदशा म सकवजसल क पनवालस का सबस बिा अवभयान सिभ ससथा न हरी छिा ह मवहिा सकवजसल को सिभ न न वसफफ इस परथा स आजादरी वदिाई बलक उनक पनवालस और जरीवन यापन की भरी वचता की सिभ न ऐस कई कदर सथावपत वकए जहा मवहिा सकवजसल को वकलपक रोजगार क गर वसखाए जात ह डॉ पाठक को इस बात का शय जाता ह वक वजस मिरी परथा को िकर कभरी महातमा गाधरी न कहा था वक उनक सपनो क भारत म इसक विए कोई जगह

डॉ पाठक न एक तरफ िहा जसर पर मला ढोन की मली परथा को खम करन का बीडा उठाया वही दश िर म सलि शौरालय की उपलधता

स उनहोन लोगो और खासतौर स मजहलाओ की सवचछता िररत को परा करन क कतर म महान कायष जकया

आि सवचछता दश का पराइम एिडा बन रका ह

टीसीएस 10000 सकलो म लडजकयो क जलए शौरालय बनावा रहा ह गावो म 28 परजतशत लडजकया पीररयडस क जदनो म सकल

ही नही िाती ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण05 - 11 मारष 2018 15

नही होगरी उस पररणा को उनहोन अपनरी वजदगरी का वमशन बना विया

राषटीय सवचछता जमशनपरधानमतरी नरदर मोदरी न जब 2014 म राषटरीय सवचछता वमशन की घोषणा की तो दश म सवचछता कायलकरम को पहिरी बार राषटरीय सतर पर गभरीर पराथवमकता वमिरी अपन सवचछता करायलकरमो क कारण अतरराषटरीय सतर पर खयावत और सममान परापत कर चक डॉ पाठक कहत भरी ह lsquoसवचछता को िकर दश म गभरीरता की कमरी रहरी इस महतव नही वदया गया इस कषत म वनवश का भरी अभाव रहा पर परधानमतरी नरदर मोदरी न इस पर पररदशय को

बदि कर रख वदया व ऐस पहि राषटरीय नता रह वजनहोन न वसफफ िाि वकि क पराचरीर स शौचाियो की बात की बलक इस बार म ववदशरी नताओ तक स िगातार चचाल करत रह उनहोन दश को यह सोचन और मानन क विए बाधय वकया वक अगर हम सवचछता क मामि म आग नही बढ़ तो वफर एक ववकवसत राषट क रप म हमारा उभरना मलशकि ह विहाजा यह समय ह जब हम दश को सवचछ और सदर बनान क विए एक साथ खि हो तावक सभय सससककत और सवचछ दशो की कतार म हम भरी फखर स खि हो सकrsquo

परधानमतरी क सवचछता वमशन स डॉ पाठक दारा पहि स वकए जा रह परयासो को जहा नए

वसर स महतव वमिा वही व इस बात स खास परोतसावहत और परररत भरी हए वक दश का परधानमतरी इतन वषषो क बाद गाधरी जरी क सवचछता कायलकरमो को न वसफफ अपना रहा ह बलक उस दश म एक जनादोिन की शकल दन म िगा ह बात सवचछता की कर तो इसम कही कोई दो मत नही वक इस काम को वजस िगन और ववसतार क साथ डॉ पाठक न अब तक वकया ह वसा उदाहरण भारत तो कया दवनया म दिभल ह यहरी कारण ह वक सिभ परणता दश-ववदश म अब तक सौ स जयादा वववशष सममानो स नवाज जा चक ह इनम भारत सरकार दारा पदम भषण (1991) इररनशनि सर फावसस पराइज इरिरी (1992) यएन हवबरर दारा गिोबि

मवहिा ववकास और सभयता की परतरीक होतरी ह यवद आप जानना चाहत ह वक समाज

वकतना अचछा ह तो रासत म चिन वािरी वकसरी मवहिा स बात कर और आपको वबना वकसरी अथलशासतरी की मदद क उततर वमि जाएगा मवहिा ववकास सदरता वनमलिता और उन सभरी चरीजो की परतरीक होतरी ह जो जरीवन को साथलक बनातरी ह य बात कछ वषल पवल पदमभषण डॉ ववनदशवर पाठक न उदयपर म एक राषटरीय सममिन को सबोवधत करत हए कहरी थी सममिन का आयोजन lsquoमवहिा-सशलतिकरण-लसथवत और भवमका पर उभरता हआ पररदशयrsquo ववषय पर ववशवववदयािय अनदान आयोग क सहयोग स मोहनिाि सखाविया ववशवववदयािय उदयपर क समाजशासत-ववभाग न वकया था इस कायलकरम म डॉ पाठक मखय अवतवथ क रप म शावमि हए थ

डॉ पाठक न सममिन म समकािरीन पररदशय क बार म बताया और कहा वक ववकासशरीि दशो म मवहिाओ की लसथवत असतोषपरद रहरी ह यरोप और अमररका म भरी उनह मतदान का अवधकार वपछिरी सदरी क

पवालधल म वमिा वशकषा क परचार और रसोईघर क उपकरणो स उनह मतदान क अवधकार स अवधक शलति वमिरी दसर ववशवयदध क बाद लसथवत सधररी भारत और अनय ववकासशरीि दशो म उनकी ददलशा क कारण रह ह गित परपराए और सामावजक कररीवतया डॉ पाठक न यह भरी कहा वक भारत म सकववजग करन वाि िोग असपशय मान जात ह व गररीबरी और जावत क सबस वनचि पायदान पर होत ह िगभग 7 िाख सकवजरो म 70 परवतशत मवहिाए ह सिभ न मवहिाओ क सशलतिकरण क विए अपनरी तरह स कदम उठाए ह कमाऊ शौचािय की जगह सिभ शौचािय-तकनरीक स सकवजर मवहिाओ को उनक पश स मति कराया गया ह वववभन वयावसायो म परवशकषण-दारा उनह जरीववका अवजलत करन का परवतलषत रासता वदखिाया गया राजसथान क अिवर और रोक क इस कायलकरम न इन मवहिाओ को नई राजकमाररया बनाया ह

सिभ सकववजग समापत करन सकवजसल क मानवावधकार िौरान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथावपत करन की वदशा म वनरतर कायलरत रहा ह सिभ न सवचछता-कायलकरमो म

मवहिाओ की पररी भागरीदाररी की वकाित की ह उनकी वशकषा सिमो म सवासथय तथा सफाई क बार म जागरकता-अवभयान स समदाय तथा पयालवरण म सपष सधार पररिवकषत होता ह वदलरी क सिमो म सिभ दारा हजारो मवहिाओ को परवशवकषत वकया गया ह य मवहिाए अब सवासथय सवचछता तथा सामावजक पररवतलन की दत क रप म कायलशरीि रहरी ह इसका परभाव घरो क सभरी सदसयो पर सवासथयकर रप स पिा ह सवचछ सववधाओ क साथ सवसथ पयालवरण परतयक मवहिा और बचच का अवधकार ह सिभ शौचािय तथा सान-पररसरो म मवहिाओ क विए अिग वयवसथा रहतरी ह जन 1996 म इसताबि म आयोवजत वसररी सवमर हवबरार-II कॉनफस म सवचछता क कषत म सिभ की उदोषणा lsquoबसर परलकरसrsquo क रप म की गई सयति राषट की आवथलक तथा सामावजक काउवसि दारा सिभ को सपशि कसरवरव सररस परदान वकया गया बाद म जनरि कसरवरव सररस परदान वकया गया ह

सिभ न lsquoनई वदशाrsquo नाम स अिवर तथा रोक (राजसथान) म वयावसावयक परवशकषण कदर सथावपत वकए ह जहा भतपवल सकवजर मवहिाओ को परवशवकषत वकया जाता ह अपना पराना पशा छोिन क बाद इस परकार उनह जरीववकोपाजलन का परवतलषत तररीका उपिबध कराया जाता ह इस परवशकषण क आयाम ववववध परकार क ह वजनम पढ़ना-विखना खादय-सामगरी बनाना वसिाई-कढ़ाई सौनदयल-परसाधन इतयावद शावमि ह यहा इन िोगो का वनयवमत मवडकि चकअप भरी होता ह इस परकार हए सामावजक रपातरण का अदाजा इस बात स िगाया जा सकता ह वक वहरी समाज जो इन सकवजसल को छन स भरी बचना चाहता था अब इनक बनाए खान क सामान खररीदन िगा ह इन मवहिाओ न सवय-सहायता दि बनाए ह य अपन बक खाता रखतरी ह और वहा स ऋण िकर अपना कारोबार चिातरी ह

मली परथा का अतदश म लगिग 7 लाख सककविरो म 70 परजतशत मजहलाए ह सलि सककवजिग समापत करन सककविरो क

मानवाजधकार लौटान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथाजपत करन की जदशा म जनरतरर कायषरत रहा ह

500 सकरॉि ऑफ ऑनर (2003) सरॉकहोम वारर पराइज (2009) और चरीन म सपन वडट रॉयिर सलममर म वडट रॉयिर ऑगतनाइजशन दारा हॉि ऑफ फम अवाडट (2008) आवद शावमि ह

दजनया का सबस बडा आदोलनसवचछता को िकर शर हआ सिभ आदोिन गाधरी क बाद उनकी राह पर बढ़ा दवनया का सबस बिा आदोिन ह इस आदोिन न मवहिाओ क साथ सामावजक सतर पर चि रहरी एक बिरी गरबराबररी और अनयाय को समापत करन म बिरी भवमका वनभाई ह खद डॉ पाठक क शबदो म lsquoगाधरी जरी न अपन डरबन क आशम म सबस पहि टरच िवटरन यानरी चारदरीवाररी क भरीतर शौच का इतजाम शर वकया उनकी वयवसथा म हर वयलति को अपना शौचािय साफ करना होता था आज भरी परान गाधरीवावदयो म आप यह चिन दख सकत ह गामरीण कषतो क विए उनका सझाव था वक टरी पर वमटरी यानरी गडा खो वदए शौच क बाद उस पर वमटरी डाविए दरअसि शौचािय की सफाई क जररए व मिा साफ करनवाि िोगो को समाज म बहतर सथान वदिाना चाहत थ हमार यहा परपरा रहरी ह वक घर क नजदरीक शौच न कर गाधरी जरी न उसम बदिाव का इतजाम वकया और चारदरीवाररी क भरीतर शौच वयवसथा की शरआत की उनकी कोवशश इन िोगो को शौच सफाई क वघनौन काम स मलति वदिानरी थरी व शौचािय को सामावजक बदिाव क औजार क तौर पर दखत थ गाधरी शताबदरी क दौरान 1969 म मझ िगा वक इस वदशा म काम वकया जाना चावहए इसरीविए मन सिभ इररनशनि की सथापना की और इसकी तरफ काम शर वकयाrsquo

सकलो म लडजकयो क जलए शौरालयसिभ की पहि आज सवचछता को िकर एक राषटरीय पररणा और अवभयान का नाम ह मवहिाओ को िकर सिभ की पररणा कस एक बि वमशन को परा कर रहरी ह उस बार म डॉ पाठक बतात ह lsquoरारा कसरसरी सववलसज न 100 करोि रपए स दश क दस हजार सककिो म ििवकयो क विए शौचािय बनान का ऐिान वकया ह भारतरी-एयररि कपनरी न भरी 100 करोि स पजाब क िवधयाना वजि म शौचािय बनान का फसिा वकया ह ओररएरि बक ऑफ कॉमसल भरी दो करोि की िागत स शौचािय बनान जा रहा ह साफ ह वक दश म सफाई की वदशा म मोदरी जरी की अपरीि क बाद बिरी करावत की शरआत हो चकी ह

सवचछता को लकर शर हआ सलि आदोलन गाधी क बाद

उनकी राह पर दजनया का सबस बडा आदोलन ह इस आदोलन न मजहलाओ क साथ सामाजिक सतर पर रल रही एक बडी गर-बराबरी और अनयाय को समापत करन म

बडी िजमका जनिाई ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

16

मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 7: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

0705 - 11 मारष 2018 सिभ

जवधवाओ की जिदगी म नए रग िरन का मौका लाकर सलि न समाि को यह सदश दन की कोजशश की ह जक जवधवा माताए िी समाि का

उतना ही महवपणष जहससा ह जितन दसर लोग ह-डॉ पाठक

वदावन म सामाजिक बदलाव की होलीवदावन क राधागोपीनाथ मजदर म जवधवा माताओ न पर उलास क साथ होली खली फलो और गलाल स खली गई इस

अनठी होली म वदावन की जवधवा माताओ क साथ वाराणसी स आई परास जवधवा माताए िी शाजमल हई

जपरयका जतवारी

हमार समाज म वकसरी मवहिा क ववधवा होत हरी उसक जरीवन क सार रग बदरग हो जात ह इतना हरी नही ववधवाओ को सभरी शभ

कायषो स भरी दर रखा जाता ह सवदयो स चिरी आ रहरी इस सामावजक कररीवत को समापत कर ववधवाओ को समाज की मखयधारा स जोिन की पहि सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की डॉ पाठक उन परातन मानयताओ म ववशवास नही करत वजसक अनसार परष की मतय क बाद उसकी पतनरी को समाज और पररवार की मखयधारा स कार कर अिग कर वदया जाए

इसरी सामावजक धारणा और मानयता को बदिन क विए सिभ न वदावन म अपन पररवार स पररतयति ववधवाओ को होिरी खिन का अनठा अवसर परदान वकया इस वषल भरी वदावन क राधागोपरीनाथ मवदर म ववधवा माताओ न पर उलास क साथ होिरी खिरी फकिो और गिाि स खिरी गई इस अनठरी होिरी म वदावन की अनय ववधवा माताओ क साथ वाराणसरी आई पचास ववधवा माताए भरी शावमि हई

वदावन क गोपरीनाथ मवदर म सिभ सवचछता एव सामावजक सधार आदोिन दारा आयोवजत होिरी महोतसव अपन आप म दवनया का सबस अनठा और रगरीन उतसव बन गया कयोवक इसम वसफफ होिरी क रग

हरी नही सगवधत फकिो की पखविया हरी नही हरदम उदासरी की सफद चादर म विपररी ववधवा माताओ की खनकतरी हसरी हरी नही बलक सामावजक बदिाव क गिाि भरी उिाए गए सकारातमक सामावजक बदिाव ऐस हरी होत ह वबना वकसरी को कछ बताए वबना वकसरी को रोक रोक सामावजक बदिाव की यह अनोखरी समझ सिभ परणता की वववशषता ह वजनहोन अपन परयासो स वदावन की ववधवा माताओ क जरीवन की पररी तसवरीर हरी बदि दरी वदावन की गवियो म सबकी नजरो स दर गमनाम वजदगरी जरीन वािरी इन ववधवा माताओ को अब दश कया पररी दवनया जान चकी ह

होिरी महोतसव म पहि गिाब गदा और चमिरी क फकिो क साथ होिरी खिरी गई इसक बाद गिाि बरसा कर सभरी न होिरी का आनद विया इस होिरी समारोह म कि 15 लवरि फकि और गिाि का इसतमाि वकया गया सिभ दारा आयोवजत रगो क इस तयोहार म ववधवा माताओ न ककषण सगरीत की धनो पर भाव नतय वकया

इस अवसर पर सिभ सवचछता एव सामावजक सधार आदोिन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक न कहा वक ववधवाओ की वजदगरी म नए रग भरन का मौका िाकर सिभ न समाज को यह सदश दन की कोवशश की ह वक ववधवा माताए भरी समाज का उतना हरी महतवपणल वहससा ह वजतन दसर िोग ह उनहोन बताया वक वदावन स पाच ववधवा माताए दश क परधानमतरी नरदर मोदरी स वमिन गिाि िकर जाएगरी और उनको गिाि दकर होिरी की शभकामनाए दगरी इसस पहि डॉ पाठक न ववधवा माताओ क साथ राधागोपरीनाथ मवदर म भगवान राधागोपरीनाथ को गिाि और पषप अवपलत कर पजन वकया उसक बाद इन वदध एव ववधवा माताओ क साथ फकि और गिाि स होिरी खिरी इसक अिावा डॉ पाठक न इन माताओ क साथ गरीत गाकर इनह होिरी की ढर साररी शभकामनाए दरी

बता द वक इस समारोह म होिरी क गरीतो का वहदरी और बागिा म गायन वकया गया मवदर म परभ आराधना क बाद माताओ न मवदर क चौक म होिरी

खिरी इस समारोह म वहससा िन वािरी ववधवा माता िविता न बताया वक उनकी शादरी क तरीन साि बाद हरी उनक सवामरी की मतय हो गई उनह इतना भरी पता नही था वक कयो उनह िोग रग और शभ कायषो स दर रखन िग थ उनह जब तक य बात समझ आतरी तब तक वह वदावन चिरी आई और परभ की भलति म िरीन हो गई उनहोन बताया वक सिभ बाबा (डॉ पाठक) क आन क बाद उनहोन जाना वक रग कया होत ह तयोहार कया होता ह उनहोन डॉ पाठक और सिभ को ढर साररी शभकामनाए दरी

एक अनय ववधवा माता दरीपािरी गहा ठाकर दास न बताया वक उनक पवत की मौत क बाद उनस िोग दर दर रहत थ वकसरी भरी शभ कायल और तयोहार म उनह शावमि नही वकया जाता था यह सब दख कर उनह बहत दख होता था इसरीविए वह कोिकाता स वदावन आ गई और यही राधारानरी का भजन कीतलन करन िगी यहा भरी उनह शरआत म बहत सरी तकिरीफो का सामना करना पिा वजसकी वजह स वह यहरी सोचतरी थरी वक भगवान उनह अपन पास जद स जद बिा ि वफर एक वदन डॉ पाठक उनकी वजदगरी म मसरीहा बन कर आए और उनक साथ साथ वदावन की सभरी ववधवा माताओ क जरीवन म बदिाव आ गया आज उनह भर पर भोजन क विए कही भरकना नही पिता ह और न हरी बरीमार होन पर दवा क विए वकसरी का आशय िना पिता ह उनहोन कहा वक सिभ और डॉ पाठक न उनक जसरी तमाम मवहिाओ को जरीवन जरीन की एक नई उममरीद दरी ह

यह सिभ और डॉ पाठक क अथक परयासो का हरी पररणाम ह जो आज य ववधवा माताए होिरी हरी नही दरीवािरी रकषाबधन जस सभरी तयोहार मनातरी ह इन माताओ क चहर पर मसकान और सककन दख कर िगता ह मानो इनह एक नया जरीवन वमि गया हो आज य सभरी माताए खशरी क गरीत गातरी ह और डॉ पाठक तथा सिभ का आभार वयति करत नही थकतरी

जवधवा माताओ क जलए सलि का होली महोसव

गोपीनाथ मजदर म जवधवा माताओ न खली फल और गलाल स होली

डॉ पाठक न जवधवा माताओ सग खली फल और गलाल स होली

खास बात

मन की बात 05 - 11 मारष 201808

नरद मोदी (परधानमतरी)

परकाश वतपाठरी न एक िबरी वचटरी विखरी ह और मझस बहत आगह वकया ह वक म उनक पत म विख गए ववषयो को सपशल

कर उनहोन विखा ह 1 फरवररी को अतररकष म जान वािरी कपना चाविा की पणय वतवथ ह कोिवबया अतररकषयान दघलरना म वो हम छोि कर चिरी गई िवकन दवनया भर म िाखो यवाओ को पररणा द गई म परकाश जरी का आभाररी ह वक उनहोन अपनरी िबरी वचटरी का आरभ कपना चाविा की ववदाई स वकया ह यह सबक विए दःख की बात ह वक हमन कपना चाविा को इतनरी कम उमर म खो वदया िवकन उनहोन अपन जरीवन स पर ववशव म खासकर भारत की हजारो ििवकयो को यह सदश वदया वक नाररी-शलति क विए कोई सरीमा नही ह इचछा और दढ़ सकप हो कछ कर गजरन का जजबा हो तो कछ भरी असभव नही ह यह दखकर काफी खशरी होतरी ह वक भारत म आज मवहिाए हर कषत म तजरी स आग बढ़ रहरी ह और दश का गौरव बढ़ा रहरी ह

पराचरीन काि स हमार दश म मवहिाओ का सममान उनका समाज म सथान और उनका

योगदान पररी दवनया को अचवभत करता आया ह भारतरीय ववदवषयो की िबरी परपरा रहरी ह वदो की ऋचाओ को गढ़न म भारत की बहत-सरी ववदवषयो का भरी योगदान रहा ह िोपामदरा गागवी मतयरी जस न जान वकतन हरी नाम ह आज हम lsquoबररी बचाओ बररी पढ़ाओrsquo की बात करत ह िवकन सवदयो पहि सकद-पराण मकहा गया ह-दशपतर समाकना दशपतरान परवरधन त फल लभतमरध तत लभ कनकका

अथालत एक बररी दस बरो क बराबर ह दस बरो स वजतना पणय वमिगा एक बररी स उतना हरी पणय वमिगा यह हमार समाज म नाररी क महतव को दशालता ह और तभरी तो हमार समाज म नाररी को lsquoशलतिrsquo का दजाल वदया गया ह यह नाररी शलति पर दश को सार समाज को पररवार को एकता क सत म बाधतरी ह चाह ववदक काि की ववदवषया

िोपामदरा गागवी मतयरी की ववदता हो या अकका महादवरी और मरीराबाई का जान और भलति चाह अवहयाबाई होिकर की शासन वयवसथा हो या रानरी िकमरीबाई की वरीरता नाररी शलति हमशा हम परररत करतरी आई ह दश का मान-सममान बढ़ातरी आई ह

परकाश वतपाठरी न आग कई सार उदाहरण वदए ह उनहोन विखा ह हमाररी साहवसक रकषा-मतरी वनमलिा सरीतारमण क ििाकक ववमान lsquoसखोई 30rsquo म उिान भरना उनह पररणा द दगा उनहोन ववतलका जोशरी क नततव म भारतरीय नौसना क मवहिा करक मबसल आई एनएसवरी तररणरी पर पर ववशव की पररकरमा कर रहरी ह उसका वजकर वकया ह तरीन बहादर मवहिाए भावना कठ मोहना वसह और अवनरी चतवतदरी यदधक ववमान की पायिर बनरी ह और सखोई-30 म परवशकषण ि रहरी ह कषमता वाजपयरी की अगवाई वािरी ऑि वमन करक न वदलरी

स अमररका क सन फावससको और वापस वदलरी तक एअर इवडया क बोईग जर म उिान भरी आज नाररी हर कषत म न वसफफ आग बढ़ रहरी ह बलक नततव कर रहरी ह आज कई कषत ऐस ह जहा सबस पहि हमाररी नाररी-शलति कछ करक वदखा रहरी ह एक वमसाि कायम कर रहरी ह वपछि वदनो राषटपवत जरी न एक नई पहि की

राषटपवत जरी न उन असाधारण मवहिाओ क एक समह स मिाकात की वजनहोन अपन-अपन कषतो म सबस पहि कछ करक वदखाया दश की इन मवहिाओ म मचचर नवरी की पहिरी मवहिा कपरन यातरी टरन की पहिरी मवहिा डाइवर पहिरी मवहिा फयर फाइरर पहिरी मवहिा बस डाइवर अराकफवरका पहचन वािरी पहिरी मवहिा एवरसर पर पहचन वािरी पहिरी मवहिा इस तरह स हर कषत की lsquoपहिरी मवहिाrsquo थी - हमाररी नाररी-शलतियो न समाज की रवढ़वावदता को तोित हए असाधारण उपिलबधया हावसि की एक कीवतलमान सथावपत वकया उनहोन य वदखाया वक किरी महनत िगन और दढसकप क बि पर तमाम बाधाओ और रकावरो को पार करत हए एक नया मागल तयार वकया जा सकता ह एक ऐसा मागल जो वसफफ अपन समकािरीनो को हरी नही बलक आन वािरी परीवढ़यो को भरी परररत करगा उनह एक नय जोश और

नारी-शकति की असाधारण उपलकधयाआि नारी हर कतर म न जसफफ आग बढ़ रही ह बकलक नतव कर रही ह आि कई कतर ऐस ह िहा सबस पहल

हमारी नारी-शकति कछ करक जदखा रही ह एक जमसाल कायम कर रही ह

परारीन काल स हमार दश म मजहलाओ का सममान उनका समाि म सथान और उनका योगदान परी दजनया को अरजित करता आया ह

िारतीय जवदजरयो की लबी परपरा रही ह वदो की ऋराओ को गढ़न म िारत की बहत-सी जवदजरयो का िी योगदान रहा ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 मन की बात 09उतसाह स भर दगा इन पहिरी मवहिाओ पर एक पसतक भरी तयार की गई ह तावक परा दश इन नाररी शलतियो क बार म जान उनक जरीवन और उनक कायषो स पररणा ि सक

आज दश और समाज म हो रह सकारातमक बदिाव म दश की नाररी-शलति की महतवपणल भवमका ह आज जब हम मवहिा सशतिरीकरण पर चचाल कर रह ह तो म एक रिव सरशन का वजकर करना चाहगा एक रिव सरशन और मवहिा सशतिरीकरण आप सोच रह होग वक इसक बरीच म कया सबध ह मबई का मारगा सरशन भारत का ऐसा पहिा सरशन ह जहा साररी मवहिा कमलचाररी ह सभरी ववभागो म मवहिा सराफ - चाह कमवशलयि वडपारटमर हो रि पविस हो वरकर चकर हो उदघोषक हो परा 40 स भरी अवधक मवहिाओ का सराफ ह इस बार बहत स िोगो न गणतत वदवस की परड दखन क बाद टरीअर पर और दसर सोशि मरीवडया पर विखा वक परड की एक मखय बात थरी बरीएसएफ की मवहिा दसता व साहसपणल परयोग कर रहरी थी और य दशय ववदश स आए हए महमानो को भरी आचियलचवकत कर रहा था सशतिरीकरण आतमवनभलरता का हरी एक रप ह आज हमाररी नाररी-शलति नततव कर रहरी ह आतमवनभलर बन रहरी ह

छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी मवहिाओ न भरी कमाि कर वदया ह उनहोन एक नई वमसाि पश की ह आवदवासरी मवहिाओ का जब वजकर आता ह तो सभरी क मन म एक वनलचित तसवरीर उभर कर आतरी ह वजसम जगि होता ह पगडवडया होतरी ह उन पर िकवियो का बोझ वसर पर उठाए चि रहरी मवहिाए िवकन छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी नाररी हमाररी इस नाररी-शलति न दश क सामन एक नई तसवरीर बनाई ह छततरीसगढ़ का दतवािा इिाका जो माओवाद-परभाववत कषत ह ऐस खतरनाक इिाक म आवदवासरी मवहिाए ई-ररकशा चिा कर आतमवनभलर बन रहरी ह बहत हरी थोि कािखड म कई साररी मवहिाए इसस जि गई ह उनह इसस तरीन िाभ हो रह ह एक तरफ जहा सवरोजगार न उनह सशति बनान का काम वकया ह वही इसस माओवाद-परभाववत इिाक की

तसवरीर भरी बदि रहरी ह और इन सबक साथ इसस पयालवरण-सरकषण क काम को भरी बि वमि रहा ह यहा क वजिा परशासन की भरी सराहना करता ह अनदान उपिबध करान स ि कर परवशकषण दन तक वजिा परशासन न इन मवहिाओ की सफिता म एक महतवपणल भवमका वनभाई ह

हम बार-बार सनत आए ह वक िोग कहत ह ndash lsquoकछ बात ह ऐसरी वक हसतरी वमरतरी नही हमाररीrsquo वो बात कया ह वो बात ह िचरीिापन और वनरतर पररवतलन जो काि-बाह ह उस छोिना जो आवशयक ह उसका सधार सवरीकार करना हमार समाज की ववशषता ह ndash आतमसधार करन का वनरतर परयास यह भारतरीय परपरा हमाररी ससककवतक ववरासत ह वकसरी भरी जरीवत समाज की पहचान होतरी ह उसका आतम सधार तत

सामावजक कपरथाओ और कररीवतयो क वखिाफ सवदयो स हमार दश म वयलतिगत और सामावजक सतर पर िगातार परयास होत रह ह अभरी कछ वदन पहि वबहार न एक रोचक पहि की राजय म सामावजक कररीवतयो को जि स वमरान क विए 13 हजार स अवधक वकिोमरीरर की ववशव की सबस िबरी मानव-शखिा बनाई गई इस अवभयान क दारा िोगो को बाि-वववाह और दहज-परथा जसरी बराइयो क वखिाफ जागरक वकया गया दहज और बाि-वववाह जसरी कररीवतयो स पर राजय न ििन का सकप विया बचच बजगल जोश और उतसाह स भर यवा माताए बहन हर कोई इस जग म शावमि थ समाज क सभरी िोगो को सहरी मायन म ववकास का िाभ वमि इसक विए जरररी ह वक हमारा समाज इन कररीवतयो स मति हो म वबहार

की जनता राजय क मखयमतरी वहा क परशासन और मानव ndashशखिा म शावमि हर वयलति की सराहना करता ह वक उनहोन समाज कयाण की वदशा म इतनरी ववशष एव वयापक पहि की

करि की आवदवासरी मवहिा िकमरीकटरी की कहानरी सनकर आप सखद आचियल स भर जायग िकमरीकटरी कलार म वशवकषका ह और अब भरी घन जगिो क बरीच आवदवासरी इिाक म ताि क पततो स बनरी झोपिरी म रहतरी ह उनहोन अपनरी समवत क आधार पर हरी पाच सौ आयवतवदक दवाए बनाई ह साप कारन क बाद उपयोग की जान वािरी दवाई बनान म उनह महारत हावसि ह िकमरी जरी दवाओ की अपनरी जानकाररी स िगातार समाज की सवा कर रहरी ह इस गमनाम शलखशयत को पहचान कर समाज म इनक योगदान क विए उनह पदमशरी स सममावनत वकया गया म आज एक और नाम का भरी वजकर करन का मरा मन करता ह पलचिम बगाि की 75 वषवीय सभावसनरी वमसतरी को भरी उनह परसकार क विए चना गया सभावसनरी वमसतरी एक ऐसरी मवहिा ह वजनहोन असपताि बनान क विए दसरो क घरो म बतलन माज सबजरी बचरी जब य 23 वषल की थी तो उपचार नही वमिन स इनक पवत की मतय हो गई थरी और इसरी घरना न उनह गररीबो क विए असपताि बनान क विए परररत वकया आज इनकी किरी महनत स बनाए गए असपताि म हजारो गररीबो का वनशक इिाज वकया जाता ह मझ परा ववशवास ह वक हमाररी बहरतना-वसधरा म ऐस कई नर-रतन ह कई नाररी-रतन ह वजनको न कोई जानता ह न कोई पहचानता ह ऐस वयलतियो की पहचान न बनना उसस समाज का भरी घारा हो जाता ह पदम-परसकार एक माधयम ह िवकन म दशवावसयो को भरी कहगा वक हमार आस-पास समाज क विए जरीन वाि समाज क विए खपन वाि वकसरी न वकसरी ववशषता को ि करक जरीवन भर कायल करन वाि िकषाववध िोग ह कभरी न कभरी उनको समाज क बरीच म िाना चावहए वो मान-सममान क विए काम नही करत ह िवकन उनक कायल क कारण हम पररणा वमितरी ह

(मन की बात जनवररी 2018 का सपादित अश)

छततीसगढ़ की हमारी आजदवासी नाररयो न दश क सामन एक नई तसवीर बनाई ह छततीसगढ़ का दतवाडा इलाका िो माओवाद-परिाजवत कतर ह ऐस खतरनाक इलाक म आजदवासी मजहलाए ई-ररशा रला कर

आमजनिषर बन रही ह

गिरात का पड कपल हर महीन बाटता ह 5000 सजनटरी नपजकन

सरत क मीना और अतल महता न िररतमद मजहलाओ क बीर सजनटरी पडस बाट कर सराहनीय काम जकया ह

तवमिनाड क अरणाचिम मरगनाथम की कहानरी तो आज हर कोई जान चका ह िवकन

सरत म रहन वाि मरीना और अति महता क परयासो की जानकाररी बहत कम िोगो को ह वपछि िगभग 5 साि स य दोनो हर महरीन ऐसरी मवहिाओ को िगभग 5000 सवनरररी नपवकन बारत ह जो इसका खचल खद नही वहन कर सकती

मरीना और अति न हाि हरी म सरत की झगगरी

को समझना चावहए वक परीररयडस बहत जरररी होत ह और उनक बार म जागरकता फिनरी चावहए

(एजसरी)

झोपवियो म वफम पडमन की सकरीवनग भरी 125 मवहिाओ क विए आयोवजत की इसक जररए व िोगो को सवनरररी नपवकन की महतता बताना चाहत ह मरीना न बताया वक उनहोन एक बार एक गररीब बचचरी को ककि क वडबब स पड वनकाित दखा उनहोन बताया वक बचचरी स उनह पता चिा वक पस की कमरी क चित वह इन पडस को धोकर हर महरीन इसतमाि करतरी ह यह सनकर मरीना

को काफी हरानरी हई और उनहोन पडस बारन का फसिा वकया मरीना िोगो स इस काम क विए आग आन की अपरीि करतरी ह उनहोन कहा वक िोगो

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

मतावधकार 05 - 11 मारष 201810

दवनया क सबस बि िोकतत अमररका क मकाबि दवनया का सबस बिा िोकतत भारत इस मायन म आग ह वक मवहिा

अवधकारो क परवत यह उनस जयादा सवदनशरीि और सजग रहा अमररका म सब कछ क बाद भरी मवहिाओ को मतवधकार स िस करन क परवत वहचवकचाहर थरी अमररका की यह वहचवकचाहर 144 वषषो बाद खतम हई अमररका हरी नही वरिरन न भरी इस मामि म जयादा उदारता नही वदखाई मवहिाओ को मतवधकार दन म उसन िगभग एक सदरी का वति खचल वकया लसवटजरिड क कछ इिाको म तो मवहिाओ को वोर दन का अवधकार 1974 म वमिा िवकन भारतरीय मवहिाओ को दश की आजादरी क वदन स यह अवधकार वदया गया

1947 म मवहिाओ को मतावधकार क अवधकार दन का फसिा उस वति वकतना बिा था इसका अदाजा िवखका डॉकरर ओवनलर शवन की इस ववषय पर विखरी पसतक स िगाया जा सकता ह वजसम वो विखतरी ह वक कररीब 10 िाख िोगो की मौत और एक करोि 80 िाख िोगो क घरो की तबाहरी क विए वजममदार बरवार की आग म झिस रह एक दश म य फसिा विया जाना उस वति वकसरी भरी औपवनववशक राषट क विए एक बहत बिरी उपिलबध थरी

इस फसि स आजाद भारत म वोररो की सखया पाच गना तक बढ़कर कररीब 17 करोि 30 िाख तक पहच गई और इसम आधरी अबादरी मवहिाओ

ऐस जमला मताजधकार का अजधकारदजनया क कई बड दशो न मजहलाओ को मतदान करन क अजधकार स बहत वरषो तक वजरत रखा

लजकन िारत न आिादी क जदन स ही मजहलाओ को इस अजधकार स लस जकया

की थरी तब दभलगय स कररीब 28 िाख मवहिाओ क नाम वोरर विसर स हरा वदए गए कयोवक उनहोन अपना नाम हरी नही बताया और कररीब 85 परवतशत ऐसरी मवहिाए थी वजनहोन कभरी वोर हरी नही वदया था

अपनरी पसतक हाउ इवडया वबकम डमोकरवरक वसवरजनवशप ऐर द मवकग ऑफ द यवनवसलि फरचाइजरी म डॉ शवन न औपवनववशक शासन क दौर म मवहिाओ क मतावधकार क ववरोध क बार म ववसतार स विख ह व विखतरी ह वक वरिवरश अवधकाररयो न य तकफ वदया था वक सावलभौवमक मतावधकार भारत क विए सहरी नही होगा वरिवरश शासन क दौरान भारत म चनाव सरीवमत तौर पर होत थ वजसम धावमलक सामदावयक और वयावसावयक धाराओ क तहत बाररी गई सरीरो पर खि उममरीदवारो क विए कछ वोररो को हरी मतदान करन का अवधकार था इवतहासकार गरालडन फोबसल विखतरी ह वक भारतरीय मवहिा सगठनो को मवहिाओ को मतदान का अवधकार पान क विए एक मलशकि ििाई ििनरी पिरी थरी 1921 म बॉमब और मदरास

पहि परात बन जहा सरीवमत तौर पर मवहिाओ को वोर दन क अवधकार वदए गए बाद म 1923 स 1930 क बरीच सात अनय परातो म भरी मवहिाओ को मतदान का अवधकार वमिा

डॉ फोबसल अपनरी वकताब वमन इन मॉडनल इवडया म विखतरी ह वक वरितानरी हाउस ऑफ कॉमनस न मवहिाओ क विए वोवरग क अवधकार की माग करन वाि कई भारतरीय और वरितानरी मवहिा सगठनो की माग को नजरअदाज वकया मवहिाओ स भदभाव और उनका पदत म रहना इस फसि क परीछ उनकी आसान दिरीि थरी डॉ फोबसल विखतरी ह साफ तौर पर वरितानरी शासको न अपसखयको क अवधकार क तौर पर कवि परष अपसखयको को हरी अवधकार दन का वादा वकया मवहिाओ क मामि म उनहोन कछ मवहिाओ क अिग-थिग होन क बहान पररी मवहिाओ को उनका हक दन स इनकार कर वदया

औपवनववशक परशासको और ववधायको दोनो न हरी मतावधकार की सरीमाओ को बढ़ान का ववरोध वकया था डॉ फोबसल क अनसार वोवरग का ववरोध

करन वाि मवहिाओ को कमतर आकत थ और सावलजवनक मामिो म उनह अकषम मानत थ

कछ िोगो का कहना था वक मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दन स पवत और बचचो की उपकषा होगरी एक सजजन न तो यहा तक तकफ वदया वक राजनरीवतक काम करन स मवहिाए सतनपान करान म असमथल हो जाएगरी

मवहिा अवधकारो क विए ििनवािरी मणाविनरी सन न 1920 म विखा था वरितानरी सरकार क बनाए सभरी कानन मवहिाओ पर िाग होत थ और अगर उनक पास सपवतत ह तो उनह रकस भरी दना होता था िवकन उनह वोर दन का अवधकार नही था

वो कहतरी ह य कछ इस परकार था वक मानो वरितानरी शासक मवहिाओ स कह रह हो वक नयाय पान क विए अदाित का दरवाजा खरखरान की बजाय वो खद हरी लसथवत स वनपर

भारत क आवखररी औपवनववशक कानन भारत सरकार अवधवनयम 1935 क तहत दश क 3 करोि िोगो को वोर दन का अवधकार वदया गया यह दश की कि वयसक आबादरी का पाचवा वहससा था इसम मवहिाओ की सखया कम थरी

वबहार और उिरीसा परात (उस दौर म य दो राजयो एक हरी परात म आत थ) की सरकार न मतदाताओ की सखया कम करन और मवहिाओ स मतदान का अवधकार छरीनन की कोवशश की

डॉ शवन विखतरी ह वक सरकार का मानना था अगर मवहिा तिाकशदा या ववधवा ह या उसक पास सपवतत नही ह तो उसका नाम मतदाता सचरी स हरा वदया जाना चावहए

िवकन जब अवधकाररी भारत क पववोततर म बस खासरी पहावियो म उन समदायो क सपकफ म आए जहा मातसतता को माना जाता ह तो उनह मवहिाओ क मामि म एक अपवाद दखन को वमिा इस समदाय म सपवतत मवहिाओ क नाम पर होतरी ह

िारतीय मजहला सगठनो को मजहलाओ को मतदान का अजधकार पान क जलए एक मकशकल लडाई लडनी पडी थी 1921 म बॉमब और मदास पहल परात बन िहा सीजमत तौर पर मजहलाओ को वोट

दन क अजधकार जदए गए

अमररका न 144 वरषो क बाद जदया मजहलाओ को मताजधकार

जरिटन की मजहलाओ को एक सदी बाद जमला यह अजधकार

1947 म मजहलाओ को मताजधकार दकर िारत न बडा कदम उठाया

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 11मतावधकार

अिग-अिग परातो न भरी मवहिाओ क नाम शावमि करन स सबवधत अपन-अपन वनयम बनाए मदरास म अगर कोई मवहिा पशनधाररी ववधवा थरी वकसरी अवधकाररी या सवनक की मा थरी या उसक पवत रकस दत थ या सपवतत क माविक थ तो उस मतदान करन का अवधकार वदया गया

दखा जाए तो वोर दन की मवहिा की पातता पररी तरह स उसकी पवत की सपवतत योगयता और सामावजक लसथवत पर वनभलर थरी

डॉ शवन बतातरी ह मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दना और उनह सहरी मायनो म वोरर विसर म िकर आना औपवनववशक शासन म काम कर रह नौकरशाहो की कपना स पर था इसका एक कारण उस वति की ववदशरी सरकार का यहा की अवशवकषत जनता म भरोस की कमरी और गररीबो गामरीण और अवशवकषतो को अवधकर दन क सबध म उनकी नकारातमक सोच का नतरीजा थरी

आिादी क बाद बदल हालातिवकन जब आजाद भारत न य तय वकया वक वो दश क वयसको को वोर करन का यानरी अपनरी सरकार खद चनन का अवधकार दगरी तो चरीज बदिन िगी डॉ शवन विखतरी ह मतदाता सचरी तयार करन का काम नवबर 1947 म शर हआ साि 1950 की जनवररी तक जब भारत को उसका अपना सववधान वमिा तो उस वति तक सावलभौवमक मतावधकार और चनावरी िोकतत की सोच पखता हो चकी थरी िवकन साि 1948 म जब मसौदा मतदाता सचरी की तयाररी की बाररी आई तो उसम अनक समसयाए थी

कछ परातो क अवधकाररयो न मवहिाओ क नामो को विखन म काफी वदककत पश आन क बार म बताया कई मवहिाओ न अपना नाम बतान स इनकार कर वदया और अपना नाम बतान की बजाय खद को वकसरी की पतनरी मा बररी या वकसरी की ववधवा क रप म पश वकया सरकार न यह सपष कर वदया वक ऐसा करन की अनमवत नही दरी जा

जरितानी शासको न अलपसखयको क अजधकारो क तौर पर कवल परर अलपसखयको को ही अजधकार दन का वादा जकया मजहलाओ क मामल म उनहोन कछ मजहलाओ क अलग-थलग होन क बहान परी मजहलाओ

को उनका हक दन स इनकार कर जदया

सकतरी और मवहिाओ का पजरीकरण उनक नाम स हरी वकया जाएगा

पवल की औपवनववशक नरीवतयो स हरकर भारत सरकार न कहा वक मवहिा को वकसरी अनय की सबधरी क रप म नही बलक एक सवतत मतदाता क रप म पजरीककत वकया जाएगा सरकार न मरीवडया का सहारा िकर इस सबध म परचार करन

का काम शर वकया और मवहिाओ को अपनरी खद की पहचान क साथ नाम विखवान क विए उतसावहत वकया मवहिा सगठनो न भरी मवहिाओ स अपरीि की वक वो अपन वहतो की रकषा करन क विए खद मतदाता बन

दश की पहिरी ससद क विए अतिबर 1951 स फरवररी 1952 क बरीच म हए चनावो म मदरास की एक सरीर स चनाव ििन वाि एक उममरीदवार न कहा मतदाता कदर क बाहर वोर दन को विए मवहिा और परष गामरीण धयल स घरो इतजार कर रह थ वो कहत ह वक पदत म आई मसिमान मवहिाओ क विए अिग वोवरग बथ की वयवसथा की गई थरी

एक बडी िीत बशक मवहिाओ क हको की ििाई आज भरी जाररी ह वषल 1966 स भारत की ससद क वनचि सदन म 33 फीसदरी सरीर मवहिाओ क विए आरवकषत करन वािा एक वबि कि ववरोध क कारण अब तक अरका हआ ह आज पहि स कही अवधक मवहिाए मतदान कर रहरी ह और कभरी-कभरी परषो स भरी अवधक सखया म वो मतदान कर रहरी ह िवकन वो चनाव म उममरीदवार क रप म वो कम हरी नजर आतरी ह

2017 म जाररी की गई सयति राषट की एक ररपोरट क अनसार ससद म मवहिाओ की सखया की सचरी म 190 दशो म भारत का सथान 148 ह 542 सदसय वाि ससद क वनचि सदन म वसफफ 64 सरीरो पर हरी मवहिाए ह

सवचछता की लकमीतजमलनाड म जतरजर क सामजथरम गाव म सवचछता अजियान रलान

वाली लकमी न अपन अनिवो को साझा जकया ह

लकमी पररयासवामी

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह

अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी

वमिरी ह सबस बिरी बात यह वक म कोई सरकाररी कमवी नही बलक मात एक सवयसवक ह इसरीविए मर विय कछ खोन या पान जसरी कोई लसथवत नही ह मरा काम तो बस मररी उस कपना का पररणाम ह वजसको वजद बनाकर मन वकया ह म वह करतरी ह जो मर गाव क विए अचछा ह अगर कछ

भरी गित वदखता ह तो म उस सधारन का हर सभव परयास करतरी ह म तवमिनाड क वतचरी लसथत सामवथरम गाव म रहतरी ह आप मझ उन िोगो म शावमि कर सकत ह वजनक विए साफ-सफाई कछ जयादा हरी महतव रखतरी ह म खद तो सफाई पसद ह साथ हरी अपन आस-पास क िोगो को भरी अपन जसा रखन की कोवशश करतरी ह

िोग अपनरी आदत क मतावबक सिको पर चरीज फक दत ह बपरवाहरी म मशगि उनह यह भरी अदाजा नही होता वक व अपनरी हरी जमरीन गदरी कर रह ह वजस साफ रखन की वजममदाररी उनकी भरी ह जब कभरी म गाव म वकसरी को गदगरी फिात दखतरी मझ खराब िगता म सवयसवक क तौर पर खद हरी गाव की सिको पर उनह साफ करन क विए उतर गई मन अपन वयलतिगत परयासो स सिको क वकनार ककिदान रखवाए गाव म ऐसरी वयवसथा सवनलचित की वक िोग पराना पिालसरक यहा-वहा फकन क बजाय एक जगह एकवतत कर वजसस उस ररीसाइवकि वकया जा सक हािावक हर नई शरआत म मझ िोगो क असहयोग का सामना करना पिा िवकन धरीर-धरीर हरी सहरी पर बाद म मझ सफिता वमितरी गई

पिालसरक और कचर क बाद मर गाव म सबस बिरी समसया खि म शौच की थरी यहा तक वक वजन घरो म शौचािय बन हए थ उन घरो क िोग भरी शौच क विए खतो म हरी जात थ यह लसथवत दो साि पहि की थरी िवकन आज चरीज बदि गई ह इस सखद बदिाव क विय मन खब महनत की

ह हािावक मर दो पिोवसयो समत गाव म अब भरी पदरह घर ऐस बच ह जहा शौचािय नही बना ह पर म कोवशश म ह वक उनह भरी समझाकर शरीघर हरी अपन गाव को खि म शौच की शमल स मति करा द

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी वमिरी ह मझ वह वदन भरी याद ह जब म वकसरी क पास जाकर अपनरी बात कहतरी थरी तो िोग दर स हरी हाथ जोिकर मझ भगा दत थ इन बातो स ववचवित न होन का पररणाम ह वक आज जब म कछ कहतरी ह तो िोग धयान स सनत ह मन अपन कछ दसर सावथयो की मदद स िोगो को सवचछता क महतव स पररवचत कराया ह आज मररी मवहम म मरा बरा भरी साथ जि गया ह

मझ गवल होता ह वक मन अपन बर को सामावजक वजममदाररी की जो वशकषाए दरी थी उनह वह अमि म िा रहा ह म वह वदन कस भि सकतरी ह जब मर पिोसरी न वकसरी बात पर जहर खाकर आतमहतया करन की कोवशश की थरी िवकन मर बर न दौि-भागकर डॉकरर की मदद स उसकी जान बचाई थरी मर कामो को दखत हए मझ गाम पचायत ववकास योजना की नतरी बना वदया गया ह मररी वजममदाररी अब और भरी बिरी हो गई ह और म कोवशश करगरी वक वपछि अनभवो क आधार पर अपनरी भवमका बखबरी वनभाऊ

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 201812 वशकषा

मवात म जशका की लहरमजहला-जशका क कतर म दश क सबस जपछड कतरो म स एक मवात िी ह लजकन करीब 36 परजतशत मजहला जशका क

दर वाल इस जिल म पररवतषन की एक नई लहर दखी िा रही ह

सरर ता बरारा

जब म दखतरी ह वक आज भरी मर गाव म बहत-स अवभभावक अपनरी बवचचयो को सककि भजन स मना करत ह या

बि-बढ़ मररी जसरी ििवकयो क ििको की तरह घर स बाहर खि म खिन पर एतराज जतात ह तो मझ बहत दःख होता ह यह कहना ह 12 साि की छोररी-सरी बचचरी नावदया का हररयाणा क मवात वजि म रहन वाि मलसिम समदाय की नावदया नई नगि गाव क सककि म सातवी ककषा की छाता ह

सामदावयक रवडयो रवडयो मवात क एक कायलकरम म एक मवहिा न बतौर कॉिर बातचरीत करत हए सवाि पछा वक जब हमार समदाय की एक ििकी रवडयो पर कायलकरम पश कर सकतरी ह तो हम रवडयो पर सगरीत कायलकरम का मजा िन जसरी मामिरी-सरी बात क विए भरी कयो रोका जाता ह

रवडयो मवात क विए काम करन वािरी वाररीसा समदाय की उन कछ वगनरी-चनरी ििवकयो म स ह जो समदाय क िोगो क तमाम सखत ववरोधो क बावजद अपन वपता क सहयोग स अपनरी वशकषा को जाररी रख पाई सरकाररी सककि स पढ़री वाररीसा बतातरी ह वक आठवी ककषा तक पहचत-पहचत उसक साथ की सभरी ििवकया सककि छोिकर जा चकी थी

हररयाणा का मवात वजिा मवहिा-वशकषा क कषत म दश क सबस वपछि कषतो म स एक ह वषल 2011 म हई जनगणना क मतावबक मवहिा-वशकषा की दर यहा 36 परवतशत स थोिरी हरी अवधक ह जबवक ििवकयो क सककि छोिन की दर काफी अवधक ह सरकाररी वबसाइर पर उपिबध आकि बतात ह वक जहा वषल 2012-13 म सरकाररी सककिो म पहिरी ककषा स 5वी ककषा तक पढ़न वािो छातो की सखया 160057 थरी तो वही ककषा 6 स 8 म पढ़न वाि छातो की सखया कवि 42605 जहा तक ििवकयो का सवाि ह तो 5 परवतशत स जयादा ििवकया उचच ककषाओ तक नही पहच पाती

पर इन वनराशाजनक आकिो क बावजद यह बात उममरीद की िौ जिातरी ह वक मवात जस वपछि कषत क गाव की साधारण-सरी नावदया जसरी ििकी आज ििवकयो क साथ हो रह भदभाव पर सवाि खि करन की वहममत करन िगरी ह यह बात सावबत करतरी ह वक पररवतलन की शरआत हो चकी ह

सबस महतवपणल बात तो यह ह वक मवात जस शवकषक रप स वपछि इिाक क एक गाव म कछ अवभभावको न अपनरी ििवकयो को वनजरी कषत क सहवशकषा (को-एड) सककिो म भजना शर कर वदया ह नई नगि का सककि इसका उदाहरण ह ऐस सककिो म पढ़ान क विए अवभभावक अपनरी जब स पस खचल करन म भरी परीछ नही ह रवडयो मवात क विए काम करत हए आज वाररीसा ििवकयो की वशकषा क महतव और उनक साथ वकए जान वाि भदभाव क वखिाफ परचार म जररी हई ह

वाररीसा कहतरी ह वक रवडयो पर मनोरजक कायलकरम परसाररत करन क अिावा म रवडयो मवात पर वमयो समदाय स सबवधत मवहिा अधयापको को रवडयो कायलकरमो म आमवतत करतरी ह तावक उनस पररणा पाकर अनय अवभभावक भरी अपनरी ििवकयो को सककि भज और माधयवमक सककिो की पराथवमक ककषाओ म हरी अपनरी ििवकयो को पढ़ाई छोिन क विए मजबर न करक उनह आग और भरी पढ़न द वह कहतरी ह वक खशरी की बात तो यह ह वक आज

वववावहत मवहिाए भरी भदभाव क वखिाफ आवाज उठान िगरी ह

वाररीसा का कहना ह वक कम स कम आज मवहिाओ म इतना साहस तो आ हरी गया ह वक व अपन वखिाफ होन वाि भदभाव को िकर सवाि खि करन िगरी ह कछ साि पहि तक यह सब सभव नही था इस कषत म ििवकयो की वशकषा को बढ़ावा दन क विए राजय सरकार गर सरकाररी सगठनो और वनजरी कषत दारा वपछि कई सािो स परयास वकए जा रह ह वषल 1982 म हररयाणा सरकार न वझरका और नह म सहवशकषा (कोएड) वाि अगजरी माधयम क दो सककि शर वकए थ तावक मवात कषत क इस परपरागत ससककवत और सामावजक तान-बान वाि इिाक क बचचो को अचछरी गणवतता वािरी वशकषा परदान की जा सक इसक दो साि बाद हरी इन सककिो को सरीबरीएसई स सबदध कर वदया गया आज ऐस सात सहवशकषा वाि सककि मवात मॉडि सककि सोसाइररी (एमएमएसएस) दारा चिाए जा रह ह वजनम ििवकयो स कोई टशन फीस नही िरी जातरी इनम स छह सककि उचचतर माधयवमक सतर क और एक माधयवमक सतर का ह इन मॉडि सककिो म 40 परवतशत स अवधक सखया ििवकयो की ह वजनम स 57 परवतशत स अवधक ििवकया वमयो समदाय की ह

मवात क इस इिाक म 6 कसतरबा गाधरी बाविका ववदयािय भरी चिाए जा रह ह वजनम 1400 ििवकया पढ़ रहरी ह इनम स 64 परवतशत वमयो समदाय की ह140 ििवकयो को नह क मवात मॉडि सककि म पढ़ाई क अिावा मफत रहन और खान की सववधा भरी परदान की गई ह

खास बात यह ह वक वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को आतमववशवास साहस और समाज म भदभाव क वखिाफ आवाज बिद करन का दढ़-वनचिय वदया ह नावदया एक सवदनशरीि ििकी ह जो समाज म फि भदभाव और अनयाय को िकर

अब गामीणो को यह महसस होन लगा ह जक अगिी माधयम म जशका परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कतरो म ही आसानी स

नौकररया जमल सकती ह इसक जलए उनह दरदराि क इलाको म िान की िररत नही

2012-13 म सरकारी सकलो म 5वी तक 160057 छातर थ

पार परजतशत स जयादा लडजकया उचर ककाओ तक नही पहर पाती थीआि जशका को लकर गिीरता व सकलो म छातराओ की सखया बढ़ी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

काफी वचवतत हनावदया कहतरी ह वक वो एक डॉकरर बनना

चाहतरी ह कयोवक अमरीरो को तो असपतािो म अचछरी दखभाि और परा इिाज वम ि जाता ह जबवक गररीबो को घरो असपताि की िबरी िाइनो म इतजार करना पिता ह और उनक बावजद भरी डॉकरर का वयवहार उनक परवत उदासरीन रहता ह

एमएमएसएस और कजरीबरीवरी क तहत चिन वाि सककिो क अिावा एडकॉम सोयशस नामक सगठन क तहत छह यवनवसलि एकडमरी सककि भरी मवात म चिाए जा रह ह य सगठन भारत और ववदशो म वशकषा क कषत म वडवज रि करावत िान वािा अगणरी सगठन ह

हािावक इस सककि म अब भरी कवि 182 छात हरी ह जो सखया क विहाज स बहद कम ह िवकन वफर भरी वमयो समदाय वाि मवात क इस वपछड कषत म जहा ििवकयो को वशकषा वदिाना अवतम पराथवमकता ह वहा वनशक वशकषा उपिबध न करान वाि सककिो म भरी अपन बचचो का दावखिा करान की पहि वाकई सवागत योगय ह

गामरीण इिाको म यवनवसलि एकडमरी क साथ भागरीदाररी म सककि चिान वािरी ससथा एडकॉम की अकादवमक परमख अनराधा बतातरी ह वक शरआत म उनका काफी ववरोध हआ था गावो म िोगो को मनान क विए उनह काफी जदोजहद करनरी पितरी थरी वक व अपनरी ििवकयो को सककि भज उस वति य आसान नही था पर आज हािात बदि रह ह यवनवसलि एकडमरी सककिो म ििवकया पढ़न आ रहरी ह

एक और बदिाव भरी दखन म आया ह वक अब गामरीणो को यह महसस होन िगा ह वक अगजरी माधयम म वशकषा परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कषतो म हरी आसानरी स नौकररया वमि सकतरी ह इसक विए उनह दरदराज क इिाको म जान की जररत नही मवात क कई गाव गिगाव स जयादा दर नही ह जहा की बहत स कॉि सरर बरीपरीओ और अनय कई बहराषटरीय कपवनयो क दफतर ह

चाह मॉडि सककि हो कजरीबरीवरी या यवनवसलि एकडमरी सककि महतवपणल बात यह ह वक इस वपछि इिाक क ििक-ििवकयो को आज ऐस सकक िो म पढ़न का मौका वमि रहा ह जहा अचछरी गणवतता वािरी वशकषा और सवािगरीण ववकास को परमखता दरी जातरी ह सबस जयादा महतवपणल बात तो यह ह वक ऐसरी वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को इतना साहस और हौसिा वदया ह वक व समाज क भदभाव भर रवय पर सवाि उठा सकतरी ह और एक ऐस ससार का सपना दख सकतरी ह जहा नयाय हो और उनकी आवाज स नरी भरी जाए और उनका सममान भरी हो सक

05 - 11 मारष 2018 13सवचछता

मवात क कई गाव गडगाव स जयादा दर नही ह िहा

बहत स कॉल सटर बीपीओ और अनय कई बहराषटीय

कपजनयो क दफतर ह

मजहला अकसमता क सममान की अनठी जमसाल

आजदवासी यवजतयो को अकलपन स डर नही लगता बसतर क सदर नसल परिाजवत इलाको म ऐसी कई यवजतया ह जिनक जवखयात पररवारो म अब िायदाद सिालन वाल नही रह पर व वहा न कवल जवरासत

सिाल रही ह बकलक उनक पररवार की छतरछाया की दरकार रखन वाल आजदवाजसयो को आसरा िी द रही ह

इरा झा

आवदवासरी समाज म मवहिा परष की साथरी ह वह उसकी सहकमवी ह उसकी समाज

और पररवार म बराबर की भागरीदाररी ह जरी हा बसतर की आवदवासरी मवहिाए हम शहररी मवहिाओ की तरह अपन पररवार क परष सदसयो की मोहताज नही ह उनह बाजार स सबजरी-भाजरी और सौदा मगवान स िकर खतो म हि चिान तक क विए अपन बर या पवत का मह नही ताकना पिता ह वह हम शहररी मवहिाओ स कई मायनो म बहत जयादा समथल ह मवहिाओ क सशलतिकरण का परतरीक अतरराषटरीय मवहिा वदवस उनक वजकर क बगर परा नही हो सकता य न वसफफ घर क सार कामकाज करतरी ह बाि-बचच पाितरी ह बलक पर वदन खतो म काम भरी करतरी ह इनका परा साि खतो म काम करत हरी बरीतता ह बसतर की आवदवासरी मवहिाओ क अवधकार असरीवमत ह वह घर स बाहर तक की पररी वयवसथा सभाितरी ह और हर कदम पर पवत उसक साथ होता ह

इनक कामकाज का दायरा खत-खविहान और हार बाजार तक का ह खत का परा वजममा भरी यहरी उठातरी ह बरीज िाना उनह मसिाधार बाररश म रोपना और किरी धप म चौकीदाररी करन क बाद फसि कारना यह सब उनही क वजमम ह यहा

तक वक बाजार म इस बचन भरी वहरी ि जातरी ह ऐसरी मवहिाए जो खतरी नही करती घर म बािरी म उगरी सलबजया और जगिरी उतपादो जस महआ रोरा जिाऊ िकिरी िाख आविा झाड वगरह को पररवार की आमदनरी का जररया बना ितरी ह और इस पररी कवायद म पवत उसक साथ रहता ह जब मवहिा खत म जझ रहरी होतरी ह तो पवत घर म बचचो की दखभाि म िगा रहता ह वह उनक विए खाना पकाता ह बाररश स बचाव क विए छत की मरममत जस छोर-मोर काम करता ह घर की बािरी म सलबजयो फिो िताओ की सभाि करता ह और घर क बजगषो की दखभाि करता ह हर कदम पर पारसपररक सहयोग और मवहिा अलसमता क सममान की अनठरी वमसाि बसतर का आवदवासरी समाज ह इस समाज म मवहिाए अपनरी मजवी की माविक ह उसकी सवायतततता बलक अवधकाररता की बवढ़या वमसाि तो यहरी ह वक वह न कवि अपना जरीवनसाथरी खद चन सकतरी ह बलक चाह तो पहि उस परख भरी सकतरी ह इस परपरा को िमसना कहा जाता ह इसक तहत शादरी क योगय यवक को यवतरी क घर म रहकर काम-काज म मदद करक अपनरी योगयता वसदध करनरी पितरी ह इस पररीकषा म फि या पास करन का अवधकार पररी तरह स यवतरी पर होता ह िमसना बठान की यह परपरा सरगजा और मडिा क गोड समाज म भरी ह

पररवार और घरल कामकाि क परजशकण क जलए उनह घोटल िान की छट ह यह आजदवासी नौिवानो क ससकार गह ह घर क कामकाि स जनपटकर यवक-यवती रात म यहा िटत ह और जकसी सयानी

मजहला की जनगरानी म नारत-गात और कामकाि सीखत ह

यहरी नही इसस पहि पररवार और घरि कामकाज क परवशकषण क विए उनह घोरि जान की छर ह यह आवदवासरी नौजवानो क ससकार गह ह घर क कामकाज स वनपरकर यवक-यवतरी रात म यहा जरत ह और वकसरी सयानरी मवहिा की वनगरानरी म नाचत-गात और कामकाज सरीखत ह मन वमि गया तो शादरी क साथ यवा जोि की घोरि स ववदाई हो जातरी ह व वफर उधर का रख नही कर सकत घोरि अब बसतर क पररवश स गायब हो चि ह शहररी खासतौर पर मरीवडया की दखिदाजरी न इस ससथा को िपत होन पर मजबर कर वदया ह पर आवदवासरी यवतरी की वनरपकष लसथवत की इसस बहतर वमसाि और कया हो सकतरी ह

आवदवासरी यववतयो को अकिपन स भरी डर नही िगता बसतर क सदर नकसि परभाववत इिाको म ऐसरी कई यववतया ह वजनक ववखयात पररवारो म अब जायदाद सभािन वाि नही रह पर व वहा न कवि ववरासत सभाि रहरी ह बलक उनक पररवार की छतछाया की दरकार रखन वाि आवदवावसयो को आसरा भरी द रहरी ह बि आवदवासरी पररवारो की ििवकया ह य गाव छोिकर वदलरी स िदन तक कही भरी बस सकतरी थी उनका समपलण दवखए जजबा दवखए अपन िोगो क परवत सह दवखए

यह लसथवत तब ह जब घन जगिो क बरीच बस गावो म सरज की रोशनरी नही पहचतरी जगिरी जानवरो का खतरा मडराता रहता ह और असपताि म दवाइयो का पता नही रहता और सककि बदहाि ह यवद इनह शहररी िोगो स मामिरी या बराबर की सववधाए वमि जाए तो इनकी वहममत इनका जजबा और ताकत बजोि होगरी यह तय मावनए

शहरी मजहलाओ स जयादा सशति ह बसतर की मजहलाए

घर स बाहर तक की परी वयवसथा सिालती ह य आजदवासी मजहलाएिीवन साथी रनन और परखन का

परा अजधकार इनक पास ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण 05 - 11 मारष 201814

एसएसबी यरो

हाि म वबहार की एक दवित मवहिा रनकी दवरी न अपना मगिसत बचकर घर म शौचािय बनवान की नजरीर पश

की यह घरना दो बातो की तरफ इशारा करतरी ह पहिरी बात तो यह वक तमाम सफाई अवभयानो और शौचािय वनमालण की योजनाओ क बावजद आज भरी गावो म शौचािय की समसया बहत बिरी ह दसररी बात यह वक सवचछता का मदा सबस जयादा मवहिाओ स जिा ह यहरी वजह ह वक सवचछता आदोिन को मवहिा सशलतिकरण की वदशा म एक बिरी और कारगर पहि क तौर पर दखा जा रहा ह कछ समय पहि lsquoवाररएडrsquo नामक एनजरीओ की एक ररपोरट म तथय सामन आया वक भारत म 35 करोि 50 िाख मवहिाओ और ििवकयो को शौचािय मयससर नही ह lsquoद सरर ऑफ वडटस रायिर 2017rsquo नामक इस ररपोरट म कहा गया था वक पररी दवनया म भारत म सबस कम िोगो क पास शौचािय जसरी बवनयादरी सववधा उपिबध ह

सककिो म शौचािय न होन क कारण बहत साररी ििवकया आठवी ककषा तक आत-आत सककि छोिन पर बाधय हो जातरी ह इवडया सपड की एक ररपोरट म सामन आया था वक गावो म िगभग 28 परवतशत ििवकया परीररयडस क वदनो म सककि हरी नही जाती इसका परमख कारण सककिो म शौचािय का न होना ह कछ समय पहि lsquoपरथमrsquo नाम क एक एनजरीओ की ररपोरट म कहा गया वक दश म चि रह कि सककिो म 74 परवतशत सरकाररी ह इनम स 47 परवतशत सककिो म आज तक ििवकयो क विए अिग स शौचािय की वयवसथा नही ह

इसरी तरह गावो म भरी मवहिाए घर म शौचािय न होन क कारण मह अधर सबह और मह अधर शाम को हरी खतो म जा पातरी ह वदन क वकसरी अनय समय पर शौचािय जान की जररत महसस होना उन मवहिाओ क विए बिरी समसया ह बहत सार सरकाररी या वनजरी सककिो म आज भरी मवहिा अधयावपकाओ क विए अिग स शौचाियो की वयवसथा नही ह यहा तक वक बि शहरो म भरी छोर ससथानो या दफतरो म काम करन वािरी ििवकयो-मवहिाओ क विए भरी अकसर हरी कोई शौचािय नही होता

मवहिाओ क विए सावलजवनक जगहो पर इतन कम शौचाियो का होना समाज और सरकार दोनो की उनक परवत असवदनशरीिता की तरफ साफ इशारा करता ह मवहिा सशलतिकरण की वदशा म सबस जरररी व ठोस परयास मवहिाओ की बवनयादरी जररतो को समझना और उन पर काम करना ह वनजरी और सावलजवनक जगहो पर शौचाियो का वनमालण उनकी बवनयादरी जररतो म स एक ह सवतत भारत म इस दरकार को अगर सबस पहि वकसरी न समझा तो व ह डॉ ववनदशवर

सवचछ राह पर आधी दजनयादश म सवचछता क साथ मजहला सशकतिकरण को लकर िो जवजिनन अजियान रलाए िा रह ह उसम जिस ससथा और वयकति

का नाम सबस पहल िहन म आता ह वह ह सलि इटरनशनल और इस ससथा क परणता डॉ जवनदशवर पाठक

पाठक और उनकी ससथा सिभ इररनशनि नबब क दशक म भारत को 21वी सदरी म जान

की बात खब होतरी थरी य बात जहा ससद क बाहर-भरीतर राजनरीवतक िाइन क साथ कहरी जातरी थरी वही आवथलक-सामावजक सतर पर भरी भावरी भारत स जि सरोकारो और चनौवतयो को िकर ववमशल चिता था पर वकसरी न कभरी सोचा भरी होगा वक 21वी सदरी क दसर दशक तक पहचकर सवचछता दश का पराइम एजडा बन जाएगा इस बदिाव क परीछ बिा सघषल ह आज दश म सवचछता क साथ मवहिा सशलतिकरण को िकर जो वववभन अवभयान चिाए जा रह ह उसम वजस ससथा और वयलति का नाम सबस पहि जहन म आता ह वह सिभ इररनशनि और इस ससथा क परणता डॉ ववनदशवर पाठक

पररी दवनया आज डॉ पाठक को lsquoरॉयिर मनrsquo क रप म जानतरी ह उनहोन एक तरफ जहा वसर पर मिा ढोन की मिरी परथा को खतम करन बरीिा उठाया वही दशभर म सिभ शौचािय की

उपिबधता स उनहोन आम िोगो की सवचछता जररत को परा करन क कषत म महान कायल वकया बिरी बात यह ह वक डॉ पाठक दारा शर वकया गया सवचछता का सिभ अवभयान अब भरी थमा नही ह परधानमतरी नरदर मोदरी दारा दो अकरबर 2014 को सवचछ भारत वमशन शर होन क बाद डॉ पाठक क मागलदशलन म सिभ का सवचछता अवभयान नई पररणा और गवत क साथ आग बढ़ रहा ह शौचािय और सवचछता को पाच दशक स अपनरी समझ और ववचार की धररी बनाकर चि रह डॉ ववनदशवर पाठक न एक तरह स दवनया को सवचछता का नया समाजशासत वसखाया ह वजसम साफ-सफाई क सबक तो ह हरी मानवरीय परम और करणा को भरी पयालपत महतव वदया गया ह

जसर पर मला ढोन की परथावबहार गाधरी शताबदरी सवमवत म एक कायलकताल क नात गाधरी ववचार और कायलकरमो क कररीब आए डॉ पाठक न तब स न वसफफ पर दश म बलक

ववशव म सवचछता का अिख जगा रह ह वसर पर मिा ढोन की परथा को िकर सिभ न उलखनरीय कायल वकए ह वसर स मिा ढोन वाि िोगो को इस अमानवरीय कायल स मलति वदिान की सोच की हरी दन ह सिभ दारा ववकवसत हआ दो गडो वािा शौचािय आज यह तकनरीक पररी दवनया म lsquoसिभ शौचाियrsquo क रप म जानरी जातरी ह इस तकनरीक म पहि गड म जमा शौच खाद म बदि जाता ह सिभ न शौचािय क जररए गस बनान और उस वबजिरी तक बनान क कामयाब परयोग वकए ह 1970 म सिभ इररनशनि की सथापना हई और आज शौचािय वनमालण की ससतरी तकनरीक क विए इसकी दवनयाभर म पहचान ह सिभ परणता डॉ पाठक भरी मानत ह वक गाधरी जरी क बाद अगर इस दश म सवचछता क महतव को वकसरी न गहराई स समझा ह तो व ह परधानमतरी नरदर मोदरी

सरकार का िवाब वसर पर मिा ढोना भारत म परवतबवधत काम ह गत वषल राजयसभा म एक परशन क जवाब म कदर सरकार म मतरी थावरचद गहिोत न बताया था वक दश म 26 िाख ऐस शौचािय ह जहा पानरी नही ह जावहर ह वहा हाथ स मिा साफ करना पिता ह सफाई कमलचाररी आदोिन न अपन सवत म बताया ह वक 1993 स अब तक 1370 सरीवर वकफसल की मौत हो चकी ह इस वदशा म सकवजसल क पनवालस का सबस बिा अवभयान सिभ ससथा न हरी छिा ह मवहिा सकवजसल को सिभ न न वसफफ इस परथा स आजादरी वदिाई बलक उनक पनवालस और जरीवन यापन की भरी वचता की सिभ न ऐस कई कदर सथावपत वकए जहा मवहिा सकवजसल को वकलपक रोजगार क गर वसखाए जात ह डॉ पाठक को इस बात का शय जाता ह वक वजस मिरी परथा को िकर कभरी महातमा गाधरी न कहा था वक उनक सपनो क भारत म इसक विए कोई जगह

डॉ पाठक न एक तरफ िहा जसर पर मला ढोन की मली परथा को खम करन का बीडा उठाया वही दश िर म सलि शौरालय की उपलधता

स उनहोन लोगो और खासतौर स मजहलाओ की सवचछता िररत को परा करन क कतर म महान कायष जकया

आि सवचछता दश का पराइम एिडा बन रका ह

टीसीएस 10000 सकलो म लडजकयो क जलए शौरालय बनावा रहा ह गावो म 28 परजतशत लडजकया पीररयडस क जदनो म सकल

ही नही िाती ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण05 - 11 मारष 2018 15

नही होगरी उस पररणा को उनहोन अपनरी वजदगरी का वमशन बना विया

राषटीय सवचछता जमशनपरधानमतरी नरदर मोदरी न जब 2014 म राषटरीय सवचछता वमशन की घोषणा की तो दश म सवचछता कायलकरम को पहिरी बार राषटरीय सतर पर गभरीर पराथवमकता वमिरी अपन सवचछता करायलकरमो क कारण अतरराषटरीय सतर पर खयावत और सममान परापत कर चक डॉ पाठक कहत भरी ह lsquoसवचछता को िकर दश म गभरीरता की कमरी रहरी इस महतव नही वदया गया इस कषत म वनवश का भरी अभाव रहा पर परधानमतरी नरदर मोदरी न इस पर पररदशय को

बदि कर रख वदया व ऐस पहि राषटरीय नता रह वजनहोन न वसफफ िाि वकि क पराचरीर स शौचाियो की बात की बलक इस बार म ववदशरी नताओ तक स िगातार चचाल करत रह उनहोन दश को यह सोचन और मानन क विए बाधय वकया वक अगर हम सवचछता क मामि म आग नही बढ़ तो वफर एक ववकवसत राषट क रप म हमारा उभरना मलशकि ह विहाजा यह समय ह जब हम दश को सवचछ और सदर बनान क विए एक साथ खि हो तावक सभय सससककत और सवचछ दशो की कतार म हम भरी फखर स खि हो सकrsquo

परधानमतरी क सवचछता वमशन स डॉ पाठक दारा पहि स वकए जा रह परयासो को जहा नए

वसर स महतव वमिा वही व इस बात स खास परोतसावहत और परररत भरी हए वक दश का परधानमतरी इतन वषषो क बाद गाधरी जरी क सवचछता कायलकरमो को न वसफफ अपना रहा ह बलक उस दश म एक जनादोिन की शकल दन म िगा ह बात सवचछता की कर तो इसम कही कोई दो मत नही वक इस काम को वजस िगन और ववसतार क साथ डॉ पाठक न अब तक वकया ह वसा उदाहरण भारत तो कया दवनया म दिभल ह यहरी कारण ह वक सिभ परणता दश-ववदश म अब तक सौ स जयादा वववशष सममानो स नवाज जा चक ह इनम भारत सरकार दारा पदम भषण (1991) इररनशनि सर फावसस पराइज इरिरी (1992) यएन हवबरर दारा गिोबि

मवहिा ववकास और सभयता की परतरीक होतरी ह यवद आप जानना चाहत ह वक समाज

वकतना अचछा ह तो रासत म चिन वािरी वकसरी मवहिा स बात कर और आपको वबना वकसरी अथलशासतरी की मदद क उततर वमि जाएगा मवहिा ववकास सदरता वनमलिता और उन सभरी चरीजो की परतरीक होतरी ह जो जरीवन को साथलक बनातरी ह य बात कछ वषल पवल पदमभषण डॉ ववनदशवर पाठक न उदयपर म एक राषटरीय सममिन को सबोवधत करत हए कहरी थी सममिन का आयोजन lsquoमवहिा-सशलतिकरण-लसथवत और भवमका पर उभरता हआ पररदशयrsquo ववषय पर ववशवववदयािय अनदान आयोग क सहयोग स मोहनिाि सखाविया ववशवववदयािय उदयपर क समाजशासत-ववभाग न वकया था इस कायलकरम म डॉ पाठक मखय अवतवथ क रप म शावमि हए थ

डॉ पाठक न सममिन म समकािरीन पररदशय क बार म बताया और कहा वक ववकासशरीि दशो म मवहिाओ की लसथवत असतोषपरद रहरी ह यरोप और अमररका म भरी उनह मतदान का अवधकार वपछिरी सदरी क

पवालधल म वमिा वशकषा क परचार और रसोईघर क उपकरणो स उनह मतदान क अवधकार स अवधक शलति वमिरी दसर ववशवयदध क बाद लसथवत सधररी भारत और अनय ववकासशरीि दशो म उनकी ददलशा क कारण रह ह गित परपराए और सामावजक कररीवतया डॉ पाठक न यह भरी कहा वक भारत म सकववजग करन वाि िोग असपशय मान जात ह व गररीबरी और जावत क सबस वनचि पायदान पर होत ह िगभग 7 िाख सकवजरो म 70 परवतशत मवहिाए ह सिभ न मवहिाओ क सशलतिकरण क विए अपनरी तरह स कदम उठाए ह कमाऊ शौचािय की जगह सिभ शौचािय-तकनरीक स सकवजर मवहिाओ को उनक पश स मति कराया गया ह वववभन वयावसायो म परवशकषण-दारा उनह जरीववका अवजलत करन का परवतलषत रासता वदखिाया गया राजसथान क अिवर और रोक क इस कायलकरम न इन मवहिाओ को नई राजकमाररया बनाया ह

सिभ सकववजग समापत करन सकवजसल क मानवावधकार िौरान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथावपत करन की वदशा म वनरतर कायलरत रहा ह सिभ न सवचछता-कायलकरमो म

मवहिाओ की पररी भागरीदाररी की वकाित की ह उनकी वशकषा सिमो म सवासथय तथा सफाई क बार म जागरकता-अवभयान स समदाय तथा पयालवरण म सपष सधार पररिवकषत होता ह वदलरी क सिमो म सिभ दारा हजारो मवहिाओ को परवशवकषत वकया गया ह य मवहिाए अब सवासथय सवचछता तथा सामावजक पररवतलन की दत क रप म कायलशरीि रहरी ह इसका परभाव घरो क सभरी सदसयो पर सवासथयकर रप स पिा ह सवचछ सववधाओ क साथ सवसथ पयालवरण परतयक मवहिा और बचच का अवधकार ह सिभ शौचािय तथा सान-पररसरो म मवहिाओ क विए अिग वयवसथा रहतरी ह जन 1996 म इसताबि म आयोवजत वसररी सवमर हवबरार-II कॉनफस म सवचछता क कषत म सिभ की उदोषणा lsquoबसर परलकरसrsquo क रप म की गई सयति राषट की आवथलक तथा सामावजक काउवसि दारा सिभ को सपशि कसरवरव सररस परदान वकया गया बाद म जनरि कसरवरव सररस परदान वकया गया ह

सिभ न lsquoनई वदशाrsquo नाम स अिवर तथा रोक (राजसथान) म वयावसावयक परवशकषण कदर सथावपत वकए ह जहा भतपवल सकवजर मवहिाओ को परवशवकषत वकया जाता ह अपना पराना पशा छोिन क बाद इस परकार उनह जरीववकोपाजलन का परवतलषत तररीका उपिबध कराया जाता ह इस परवशकषण क आयाम ववववध परकार क ह वजनम पढ़ना-विखना खादय-सामगरी बनाना वसिाई-कढ़ाई सौनदयल-परसाधन इतयावद शावमि ह यहा इन िोगो का वनयवमत मवडकि चकअप भरी होता ह इस परकार हए सामावजक रपातरण का अदाजा इस बात स िगाया जा सकता ह वक वहरी समाज जो इन सकवजसल को छन स भरी बचना चाहता था अब इनक बनाए खान क सामान खररीदन िगा ह इन मवहिाओ न सवय-सहायता दि बनाए ह य अपन बक खाता रखतरी ह और वहा स ऋण िकर अपना कारोबार चिातरी ह

मली परथा का अतदश म लगिग 7 लाख सककविरो म 70 परजतशत मजहलाए ह सलि सककवजिग समापत करन सककविरो क

मानवाजधकार लौटान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथाजपत करन की जदशा म जनरतरर कायषरत रहा ह

500 सकरॉि ऑफ ऑनर (2003) सरॉकहोम वारर पराइज (2009) और चरीन म सपन वडट रॉयिर सलममर म वडट रॉयिर ऑगतनाइजशन दारा हॉि ऑफ फम अवाडट (2008) आवद शावमि ह

दजनया का सबस बडा आदोलनसवचछता को िकर शर हआ सिभ आदोिन गाधरी क बाद उनकी राह पर बढ़ा दवनया का सबस बिा आदोिन ह इस आदोिन न मवहिाओ क साथ सामावजक सतर पर चि रहरी एक बिरी गरबराबररी और अनयाय को समापत करन म बिरी भवमका वनभाई ह खद डॉ पाठक क शबदो म lsquoगाधरी जरी न अपन डरबन क आशम म सबस पहि टरच िवटरन यानरी चारदरीवाररी क भरीतर शौच का इतजाम शर वकया उनकी वयवसथा म हर वयलति को अपना शौचािय साफ करना होता था आज भरी परान गाधरीवावदयो म आप यह चिन दख सकत ह गामरीण कषतो क विए उनका सझाव था वक टरी पर वमटरी यानरी गडा खो वदए शौच क बाद उस पर वमटरी डाविए दरअसि शौचािय की सफाई क जररए व मिा साफ करनवाि िोगो को समाज म बहतर सथान वदिाना चाहत थ हमार यहा परपरा रहरी ह वक घर क नजदरीक शौच न कर गाधरी जरी न उसम बदिाव का इतजाम वकया और चारदरीवाररी क भरीतर शौच वयवसथा की शरआत की उनकी कोवशश इन िोगो को शौच सफाई क वघनौन काम स मलति वदिानरी थरी व शौचािय को सामावजक बदिाव क औजार क तौर पर दखत थ गाधरी शताबदरी क दौरान 1969 म मझ िगा वक इस वदशा म काम वकया जाना चावहए इसरीविए मन सिभ इररनशनि की सथापना की और इसकी तरफ काम शर वकयाrsquo

सकलो म लडजकयो क जलए शौरालयसिभ की पहि आज सवचछता को िकर एक राषटरीय पररणा और अवभयान का नाम ह मवहिाओ को िकर सिभ की पररणा कस एक बि वमशन को परा कर रहरी ह उस बार म डॉ पाठक बतात ह lsquoरारा कसरसरी सववलसज न 100 करोि रपए स दश क दस हजार सककिो म ििवकयो क विए शौचािय बनान का ऐिान वकया ह भारतरी-एयररि कपनरी न भरी 100 करोि स पजाब क िवधयाना वजि म शौचािय बनान का फसिा वकया ह ओररएरि बक ऑफ कॉमसल भरी दो करोि की िागत स शौचािय बनान जा रहा ह साफ ह वक दश म सफाई की वदशा म मोदरी जरी की अपरीि क बाद बिरी करावत की शरआत हो चकी ह

सवचछता को लकर शर हआ सलि आदोलन गाधी क बाद

उनकी राह पर दजनया का सबस बडा आदोलन ह इस आदोलन न मजहलाओ क साथ सामाजिक सतर पर रल रही एक बडी गर-बराबरी और अनयाय को समापत करन म

बडी िजमका जनिाई ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

16

मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 8: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

मन की बात 05 - 11 मारष 201808

नरद मोदी (परधानमतरी)

परकाश वतपाठरी न एक िबरी वचटरी विखरी ह और मझस बहत आगह वकया ह वक म उनक पत म विख गए ववषयो को सपशल

कर उनहोन विखा ह 1 फरवररी को अतररकष म जान वािरी कपना चाविा की पणय वतवथ ह कोिवबया अतररकषयान दघलरना म वो हम छोि कर चिरी गई िवकन दवनया भर म िाखो यवाओ को पररणा द गई म परकाश जरी का आभाररी ह वक उनहोन अपनरी िबरी वचटरी का आरभ कपना चाविा की ववदाई स वकया ह यह सबक विए दःख की बात ह वक हमन कपना चाविा को इतनरी कम उमर म खो वदया िवकन उनहोन अपन जरीवन स पर ववशव म खासकर भारत की हजारो ििवकयो को यह सदश वदया वक नाररी-शलति क विए कोई सरीमा नही ह इचछा और दढ़ सकप हो कछ कर गजरन का जजबा हो तो कछ भरी असभव नही ह यह दखकर काफी खशरी होतरी ह वक भारत म आज मवहिाए हर कषत म तजरी स आग बढ़ रहरी ह और दश का गौरव बढ़ा रहरी ह

पराचरीन काि स हमार दश म मवहिाओ का सममान उनका समाज म सथान और उनका

योगदान पररी दवनया को अचवभत करता आया ह भारतरीय ववदवषयो की िबरी परपरा रहरी ह वदो की ऋचाओ को गढ़न म भारत की बहत-सरी ववदवषयो का भरी योगदान रहा ह िोपामदरा गागवी मतयरी जस न जान वकतन हरी नाम ह आज हम lsquoबररी बचाओ बररी पढ़ाओrsquo की बात करत ह िवकन सवदयो पहि सकद-पराण मकहा गया ह-दशपतर समाकना दशपतरान परवरधन त फल लभतमरध तत लभ कनकका

अथालत एक बररी दस बरो क बराबर ह दस बरो स वजतना पणय वमिगा एक बररी स उतना हरी पणय वमिगा यह हमार समाज म नाररी क महतव को दशालता ह और तभरी तो हमार समाज म नाररी को lsquoशलतिrsquo का दजाल वदया गया ह यह नाररी शलति पर दश को सार समाज को पररवार को एकता क सत म बाधतरी ह चाह ववदक काि की ववदवषया

िोपामदरा गागवी मतयरी की ववदता हो या अकका महादवरी और मरीराबाई का जान और भलति चाह अवहयाबाई होिकर की शासन वयवसथा हो या रानरी िकमरीबाई की वरीरता नाररी शलति हमशा हम परररत करतरी आई ह दश का मान-सममान बढ़ातरी आई ह

परकाश वतपाठरी न आग कई सार उदाहरण वदए ह उनहोन विखा ह हमाररी साहवसक रकषा-मतरी वनमलिा सरीतारमण क ििाकक ववमान lsquoसखोई 30rsquo म उिान भरना उनह पररणा द दगा उनहोन ववतलका जोशरी क नततव म भारतरीय नौसना क मवहिा करक मबसल आई एनएसवरी तररणरी पर पर ववशव की पररकरमा कर रहरी ह उसका वजकर वकया ह तरीन बहादर मवहिाए भावना कठ मोहना वसह और अवनरी चतवतदरी यदधक ववमान की पायिर बनरी ह और सखोई-30 म परवशकषण ि रहरी ह कषमता वाजपयरी की अगवाई वािरी ऑि वमन करक न वदलरी

स अमररका क सन फावससको और वापस वदलरी तक एअर इवडया क बोईग जर म उिान भरी आज नाररी हर कषत म न वसफफ आग बढ़ रहरी ह बलक नततव कर रहरी ह आज कई कषत ऐस ह जहा सबस पहि हमाररी नाररी-शलति कछ करक वदखा रहरी ह एक वमसाि कायम कर रहरी ह वपछि वदनो राषटपवत जरी न एक नई पहि की

राषटपवत जरी न उन असाधारण मवहिाओ क एक समह स मिाकात की वजनहोन अपन-अपन कषतो म सबस पहि कछ करक वदखाया दश की इन मवहिाओ म मचचर नवरी की पहिरी मवहिा कपरन यातरी टरन की पहिरी मवहिा डाइवर पहिरी मवहिा फयर फाइरर पहिरी मवहिा बस डाइवर अराकफवरका पहचन वािरी पहिरी मवहिा एवरसर पर पहचन वािरी पहिरी मवहिा इस तरह स हर कषत की lsquoपहिरी मवहिाrsquo थी - हमाररी नाररी-शलतियो न समाज की रवढ़वावदता को तोित हए असाधारण उपिलबधया हावसि की एक कीवतलमान सथावपत वकया उनहोन य वदखाया वक किरी महनत िगन और दढसकप क बि पर तमाम बाधाओ और रकावरो को पार करत हए एक नया मागल तयार वकया जा सकता ह एक ऐसा मागल जो वसफफ अपन समकािरीनो को हरी नही बलक आन वािरी परीवढ़यो को भरी परररत करगा उनह एक नय जोश और

नारी-शकति की असाधारण उपलकधयाआि नारी हर कतर म न जसफफ आग बढ़ रही ह बकलक नतव कर रही ह आि कई कतर ऐस ह िहा सबस पहल

हमारी नारी-शकति कछ करक जदखा रही ह एक जमसाल कायम कर रही ह

परारीन काल स हमार दश म मजहलाओ का सममान उनका समाि म सथान और उनका योगदान परी दजनया को अरजित करता आया ह

िारतीय जवदजरयो की लबी परपरा रही ह वदो की ऋराओ को गढ़न म िारत की बहत-सी जवदजरयो का िी योगदान रहा ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 मन की बात 09उतसाह स भर दगा इन पहिरी मवहिाओ पर एक पसतक भरी तयार की गई ह तावक परा दश इन नाररी शलतियो क बार म जान उनक जरीवन और उनक कायषो स पररणा ि सक

आज दश और समाज म हो रह सकारातमक बदिाव म दश की नाररी-शलति की महतवपणल भवमका ह आज जब हम मवहिा सशतिरीकरण पर चचाल कर रह ह तो म एक रिव सरशन का वजकर करना चाहगा एक रिव सरशन और मवहिा सशतिरीकरण आप सोच रह होग वक इसक बरीच म कया सबध ह मबई का मारगा सरशन भारत का ऐसा पहिा सरशन ह जहा साररी मवहिा कमलचाररी ह सभरी ववभागो म मवहिा सराफ - चाह कमवशलयि वडपारटमर हो रि पविस हो वरकर चकर हो उदघोषक हो परा 40 स भरी अवधक मवहिाओ का सराफ ह इस बार बहत स िोगो न गणतत वदवस की परड दखन क बाद टरीअर पर और दसर सोशि मरीवडया पर विखा वक परड की एक मखय बात थरी बरीएसएफ की मवहिा दसता व साहसपणल परयोग कर रहरी थी और य दशय ववदश स आए हए महमानो को भरी आचियलचवकत कर रहा था सशतिरीकरण आतमवनभलरता का हरी एक रप ह आज हमाररी नाररी-शलति नततव कर रहरी ह आतमवनभलर बन रहरी ह

छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी मवहिाओ न भरी कमाि कर वदया ह उनहोन एक नई वमसाि पश की ह आवदवासरी मवहिाओ का जब वजकर आता ह तो सभरी क मन म एक वनलचित तसवरीर उभर कर आतरी ह वजसम जगि होता ह पगडवडया होतरी ह उन पर िकवियो का बोझ वसर पर उठाए चि रहरी मवहिाए िवकन छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी नाररी हमाररी इस नाररी-शलति न दश क सामन एक नई तसवरीर बनाई ह छततरीसगढ़ का दतवािा इिाका जो माओवाद-परभाववत कषत ह ऐस खतरनाक इिाक म आवदवासरी मवहिाए ई-ररकशा चिा कर आतमवनभलर बन रहरी ह बहत हरी थोि कािखड म कई साररी मवहिाए इसस जि गई ह उनह इसस तरीन िाभ हो रह ह एक तरफ जहा सवरोजगार न उनह सशति बनान का काम वकया ह वही इसस माओवाद-परभाववत इिाक की

तसवरीर भरी बदि रहरी ह और इन सबक साथ इसस पयालवरण-सरकषण क काम को भरी बि वमि रहा ह यहा क वजिा परशासन की भरी सराहना करता ह अनदान उपिबध करान स ि कर परवशकषण दन तक वजिा परशासन न इन मवहिाओ की सफिता म एक महतवपणल भवमका वनभाई ह

हम बार-बार सनत आए ह वक िोग कहत ह ndash lsquoकछ बात ह ऐसरी वक हसतरी वमरतरी नही हमाररीrsquo वो बात कया ह वो बात ह िचरीिापन और वनरतर पररवतलन जो काि-बाह ह उस छोिना जो आवशयक ह उसका सधार सवरीकार करना हमार समाज की ववशषता ह ndash आतमसधार करन का वनरतर परयास यह भारतरीय परपरा हमाररी ससककवतक ववरासत ह वकसरी भरी जरीवत समाज की पहचान होतरी ह उसका आतम सधार तत

सामावजक कपरथाओ और कररीवतयो क वखिाफ सवदयो स हमार दश म वयलतिगत और सामावजक सतर पर िगातार परयास होत रह ह अभरी कछ वदन पहि वबहार न एक रोचक पहि की राजय म सामावजक कररीवतयो को जि स वमरान क विए 13 हजार स अवधक वकिोमरीरर की ववशव की सबस िबरी मानव-शखिा बनाई गई इस अवभयान क दारा िोगो को बाि-वववाह और दहज-परथा जसरी बराइयो क वखिाफ जागरक वकया गया दहज और बाि-वववाह जसरी कररीवतयो स पर राजय न ििन का सकप विया बचच बजगल जोश और उतसाह स भर यवा माताए बहन हर कोई इस जग म शावमि थ समाज क सभरी िोगो को सहरी मायन म ववकास का िाभ वमि इसक विए जरररी ह वक हमारा समाज इन कररीवतयो स मति हो म वबहार

की जनता राजय क मखयमतरी वहा क परशासन और मानव ndashशखिा म शावमि हर वयलति की सराहना करता ह वक उनहोन समाज कयाण की वदशा म इतनरी ववशष एव वयापक पहि की

करि की आवदवासरी मवहिा िकमरीकटरी की कहानरी सनकर आप सखद आचियल स भर जायग िकमरीकटरी कलार म वशवकषका ह और अब भरी घन जगिो क बरीच आवदवासरी इिाक म ताि क पततो स बनरी झोपिरी म रहतरी ह उनहोन अपनरी समवत क आधार पर हरी पाच सौ आयवतवदक दवाए बनाई ह साप कारन क बाद उपयोग की जान वािरी दवाई बनान म उनह महारत हावसि ह िकमरी जरी दवाओ की अपनरी जानकाररी स िगातार समाज की सवा कर रहरी ह इस गमनाम शलखशयत को पहचान कर समाज म इनक योगदान क विए उनह पदमशरी स सममावनत वकया गया म आज एक और नाम का भरी वजकर करन का मरा मन करता ह पलचिम बगाि की 75 वषवीय सभावसनरी वमसतरी को भरी उनह परसकार क विए चना गया सभावसनरी वमसतरी एक ऐसरी मवहिा ह वजनहोन असपताि बनान क विए दसरो क घरो म बतलन माज सबजरी बचरी जब य 23 वषल की थी तो उपचार नही वमिन स इनक पवत की मतय हो गई थरी और इसरी घरना न उनह गररीबो क विए असपताि बनान क विए परररत वकया आज इनकी किरी महनत स बनाए गए असपताि म हजारो गररीबो का वनशक इिाज वकया जाता ह मझ परा ववशवास ह वक हमाररी बहरतना-वसधरा म ऐस कई नर-रतन ह कई नाररी-रतन ह वजनको न कोई जानता ह न कोई पहचानता ह ऐस वयलतियो की पहचान न बनना उसस समाज का भरी घारा हो जाता ह पदम-परसकार एक माधयम ह िवकन म दशवावसयो को भरी कहगा वक हमार आस-पास समाज क विए जरीन वाि समाज क विए खपन वाि वकसरी न वकसरी ववशषता को ि करक जरीवन भर कायल करन वाि िकषाववध िोग ह कभरी न कभरी उनको समाज क बरीच म िाना चावहए वो मान-सममान क विए काम नही करत ह िवकन उनक कायल क कारण हम पररणा वमितरी ह

(मन की बात जनवररी 2018 का सपादित अश)

छततीसगढ़ की हमारी आजदवासी नाररयो न दश क सामन एक नई तसवीर बनाई ह छततीसगढ़ का दतवाडा इलाका िो माओवाद-परिाजवत कतर ह ऐस खतरनाक इलाक म आजदवासी मजहलाए ई-ररशा रला कर

आमजनिषर बन रही ह

गिरात का पड कपल हर महीन बाटता ह 5000 सजनटरी नपजकन

सरत क मीना और अतल महता न िररतमद मजहलाओ क बीर सजनटरी पडस बाट कर सराहनीय काम जकया ह

तवमिनाड क अरणाचिम मरगनाथम की कहानरी तो आज हर कोई जान चका ह िवकन

सरत म रहन वाि मरीना और अति महता क परयासो की जानकाररी बहत कम िोगो को ह वपछि िगभग 5 साि स य दोनो हर महरीन ऐसरी मवहिाओ को िगभग 5000 सवनरररी नपवकन बारत ह जो इसका खचल खद नही वहन कर सकती

मरीना और अति न हाि हरी म सरत की झगगरी

को समझना चावहए वक परीररयडस बहत जरररी होत ह और उनक बार म जागरकता फिनरी चावहए

(एजसरी)

झोपवियो म वफम पडमन की सकरीवनग भरी 125 मवहिाओ क विए आयोवजत की इसक जररए व िोगो को सवनरररी नपवकन की महतता बताना चाहत ह मरीना न बताया वक उनहोन एक बार एक गररीब बचचरी को ककि क वडबब स पड वनकाित दखा उनहोन बताया वक बचचरी स उनह पता चिा वक पस की कमरी क चित वह इन पडस को धोकर हर महरीन इसतमाि करतरी ह यह सनकर मरीना

को काफी हरानरी हई और उनहोन पडस बारन का फसिा वकया मरीना िोगो स इस काम क विए आग आन की अपरीि करतरी ह उनहोन कहा वक िोगो

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

मतावधकार 05 - 11 मारष 201810

दवनया क सबस बि िोकतत अमररका क मकाबि दवनया का सबस बिा िोकतत भारत इस मायन म आग ह वक मवहिा

अवधकारो क परवत यह उनस जयादा सवदनशरीि और सजग रहा अमररका म सब कछ क बाद भरी मवहिाओ को मतवधकार स िस करन क परवत वहचवकचाहर थरी अमररका की यह वहचवकचाहर 144 वषषो बाद खतम हई अमररका हरी नही वरिरन न भरी इस मामि म जयादा उदारता नही वदखाई मवहिाओ को मतवधकार दन म उसन िगभग एक सदरी का वति खचल वकया लसवटजरिड क कछ इिाको म तो मवहिाओ को वोर दन का अवधकार 1974 म वमिा िवकन भारतरीय मवहिाओ को दश की आजादरी क वदन स यह अवधकार वदया गया

1947 म मवहिाओ को मतावधकार क अवधकार दन का फसिा उस वति वकतना बिा था इसका अदाजा िवखका डॉकरर ओवनलर शवन की इस ववषय पर विखरी पसतक स िगाया जा सकता ह वजसम वो विखतरी ह वक कररीब 10 िाख िोगो की मौत और एक करोि 80 िाख िोगो क घरो की तबाहरी क विए वजममदार बरवार की आग म झिस रह एक दश म य फसिा विया जाना उस वति वकसरी भरी औपवनववशक राषट क विए एक बहत बिरी उपिलबध थरी

इस फसि स आजाद भारत म वोररो की सखया पाच गना तक बढ़कर कररीब 17 करोि 30 िाख तक पहच गई और इसम आधरी अबादरी मवहिाओ

ऐस जमला मताजधकार का अजधकारदजनया क कई बड दशो न मजहलाओ को मतदान करन क अजधकार स बहत वरषो तक वजरत रखा

लजकन िारत न आिादी क जदन स ही मजहलाओ को इस अजधकार स लस जकया

की थरी तब दभलगय स कररीब 28 िाख मवहिाओ क नाम वोरर विसर स हरा वदए गए कयोवक उनहोन अपना नाम हरी नही बताया और कररीब 85 परवतशत ऐसरी मवहिाए थी वजनहोन कभरी वोर हरी नही वदया था

अपनरी पसतक हाउ इवडया वबकम डमोकरवरक वसवरजनवशप ऐर द मवकग ऑफ द यवनवसलि फरचाइजरी म डॉ शवन न औपवनववशक शासन क दौर म मवहिाओ क मतावधकार क ववरोध क बार म ववसतार स विख ह व विखतरी ह वक वरिवरश अवधकाररयो न य तकफ वदया था वक सावलभौवमक मतावधकार भारत क विए सहरी नही होगा वरिवरश शासन क दौरान भारत म चनाव सरीवमत तौर पर होत थ वजसम धावमलक सामदावयक और वयावसावयक धाराओ क तहत बाररी गई सरीरो पर खि उममरीदवारो क विए कछ वोररो को हरी मतदान करन का अवधकार था इवतहासकार गरालडन फोबसल विखतरी ह वक भारतरीय मवहिा सगठनो को मवहिाओ को मतदान का अवधकार पान क विए एक मलशकि ििाई ििनरी पिरी थरी 1921 म बॉमब और मदरास

पहि परात बन जहा सरीवमत तौर पर मवहिाओ को वोर दन क अवधकार वदए गए बाद म 1923 स 1930 क बरीच सात अनय परातो म भरी मवहिाओ को मतदान का अवधकार वमिा

डॉ फोबसल अपनरी वकताब वमन इन मॉडनल इवडया म विखतरी ह वक वरितानरी हाउस ऑफ कॉमनस न मवहिाओ क विए वोवरग क अवधकार की माग करन वाि कई भारतरीय और वरितानरी मवहिा सगठनो की माग को नजरअदाज वकया मवहिाओ स भदभाव और उनका पदत म रहना इस फसि क परीछ उनकी आसान दिरीि थरी डॉ फोबसल विखतरी ह साफ तौर पर वरितानरी शासको न अपसखयको क अवधकार क तौर पर कवि परष अपसखयको को हरी अवधकार दन का वादा वकया मवहिाओ क मामि म उनहोन कछ मवहिाओ क अिग-थिग होन क बहान पररी मवहिाओ को उनका हक दन स इनकार कर वदया

औपवनववशक परशासको और ववधायको दोनो न हरी मतावधकार की सरीमाओ को बढ़ान का ववरोध वकया था डॉ फोबसल क अनसार वोवरग का ववरोध

करन वाि मवहिाओ को कमतर आकत थ और सावलजवनक मामिो म उनह अकषम मानत थ

कछ िोगो का कहना था वक मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दन स पवत और बचचो की उपकषा होगरी एक सजजन न तो यहा तक तकफ वदया वक राजनरीवतक काम करन स मवहिाए सतनपान करान म असमथल हो जाएगरी

मवहिा अवधकारो क विए ििनवािरी मणाविनरी सन न 1920 म विखा था वरितानरी सरकार क बनाए सभरी कानन मवहिाओ पर िाग होत थ और अगर उनक पास सपवतत ह तो उनह रकस भरी दना होता था िवकन उनह वोर दन का अवधकार नही था

वो कहतरी ह य कछ इस परकार था वक मानो वरितानरी शासक मवहिाओ स कह रह हो वक नयाय पान क विए अदाित का दरवाजा खरखरान की बजाय वो खद हरी लसथवत स वनपर

भारत क आवखररी औपवनववशक कानन भारत सरकार अवधवनयम 1935 क तहत दश क 3 करोि िोगो को वोर दन का अवधकार वदया गया यह दश की कि वयसक आबादरी का पाचवा वहससा था इसम मवहिाओ की सखया कम थरी

वबहार और उिरीसा परात (उस दौर म य दो राजयो एक हरी परात म आत थ) की सरकार न मतदाताओ की सखया कम करन और मवहिाओ स मतदान का अवधकार छरीनन की कोवशश की

डॉ शवन विखतरी ह वक सरकार का मानना था अगर मवहिा तिाकशदा या ववधवा ह या उसक पास सपवतत नही ह तो उसका नाम मतदाता सचरी स हरा वदया जाना चावहए

िवकन जब अवधकाररी भारत क पववोततर म बस खासरी पहावियो म उन समदायो क सपकफ म आए जहा मातसतता को माना जाता ह तो उनह मवहिाओ क मामि म एक अपवाद दखन को वमिा इस समदाय म सपवतत मवहिाओ क नाम पर होतरी ह

िारतीय मजहला सगठनो को मजहलाओ को मतदान का अजधकार पान क जलए एक मकशकल लडाई लडनी पडी थी 1921 म बॉमब और मदास पहल परात बन िहा सीजमत तौर पर मजहलाओ को वोट

दन क अजधकार जदए गए

अमररका न 144 वरषो क बाद जदया मजहलाओ को मताजधकार

जरिटन की मजहलाओ को एक सदी बाद जमला यह अजधकार

1947 म मजहलाओ को मताजधकार दकर िारत न बडा कदम उठाया

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 11मतावधकार

अिग-अिग परातो न भरी मवहिाओ क नाम शावमि करन स सबवधत अपन-अपन वनयम बनाए मदरास म अगर कोई मवहिा पशनधाररी ववधवा थरी वकसरी अवधकाररी या सवनक की मा थरी या उसक पवत रकस दत थ या सपवतत क माविक थ तो उस मतदान करन का अवधकार वदया गया

दखा जाए तो वोर दन की मवहिा की पातता पररी तरह स उसकी पवत की सपवतत योगयता और सामावजक लसथवत पर वनभलर थरी

डॉ शवन बतातरी ह मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दना और उनह सहरी मायनो म वोरर विसर म िकर आना औपवनववशक शासन म काम कर रह नौकरशाहो की कपना स पर था इसका एक कारण उस वति की ववदशरी सरकार का यहा की अवशवकषत जनता म भरोस की कमरी और गररीबो गामरीण और अवशवकषतो को अवधकर दन क सबध म उनकी नकारातमक सोच का नतरीजा थरी

आिादी क बाद बदल हालातिवकन जब आजाद भारत न य तय वकया वक वो दश क वयसको को वोर करन का यानरी अपनरी सरकार खद चनन का अवधकार दगरी तो चरीज बदिन िगी डॉ शवन विखतरी ह मतदाता सचरी तयार करन का काम नवबर 1947 म शर हआ साि 1950 की जनवररी तक जब भारत को उसका अपना सववधान वमिा तो उस वति तक सावलभौवमक मतावधकार और चनावरी िोकतत की सोच पखता हो चकी थरी िवकन साि 1948 म जब मसौदा मतदाता सचरी की तयाररी की बाररी आई तो उसम अनक समसयाए थी

कछ परातो क अवधकाररयो न मवहिाओ क नामो को विखन म काफी वदककत पश आन क बार म बताया कई मवहिाओ न अपना नाम बतान स इनकार कर वदया और अपना नाम बतान की बजाय खद को वकसरी की पतनरी मा बररी या वकसरी की ववधवा क रप म पश वकया सरकार न यह सपष कर वदया वक ऐसा करन की अनमवत नही दरी जा

जरितानी शासको न अलपसखयको क अजधकारो क तौर पर कवल परर अलपसखयको को ही अजधकार दन का वादा जकया मजहलाओ क मामल म उनहोन कछ मजहलाओ क अलग-थलग होन क बहान परी मजहलाओ

को उनका हक दन स इनकार कर जदया

सकतरी और मवहिाओ का पजरीकरण उनक नाम स हरी वकया जाएगा

पवल की औपवनववशक नरीवतयो स हरकर भारत सरकार न कहा वक मवहिा को वकसरी अनय की सबधरी क रप म नही बलक एक सवतत मतदाता क रप म पजरीककत वकया जाएगा सरकार न मरीवडया का सहारा िकर इस सबध म परचार करन

का काम शर वकया और मवहिाओ को अपनरी खद की पहचान क साथ नाम विखवान क विए उतसावहत वकया मवहिा सगठनो न भरी मवहिाओ स अपरीि की वक वो अपन वहतो की रकषा करन क विए खद मतदाता बन

दश की पहिरी ससद क विए अतिबर 1951 स फरवररी 1952 क बरीच म हए चनावो म मदरास की एक सरीर स चनाव ििन वाि एक उममरीदवार न कहा मतदाता कदर क बाहर वोर दन को विए मवहिा और परष गामरीण धयल स घरो इतजार कर रह थ वो कहत ह वक पदत म आई मसिमान मवहिाओ क विए अिग वोवरग बथ की वयवसथा की गई थरी

एक बडी िीत बशक मवहिाओ क हको की ििाई आज भरी जाररी ह वषल 1966 स भारत की ससद क वनचि सदन म 33 फीसदरी सरीर मवहिाओ क विए आरवकषत करन वािा एक वबि कि ववरोध क कारण अब तक अरका हआ ह आज पहि स कही अवधक मवहिाए मतदान कर रहरी ह और कभरी-कभरी परषो स भरी अवधक सखया म वो मतदान कर रहरी ह िवकन वो चनाव म उममरीदवार क रप म वो कम हरी नजर आतरी ह

2017 म जाररी की गई सयति राषट की एक ररपोरट क अनसार ससद म मवहिाओ की सखया की सचरी म 190 दशो म भारत का सथान 148 ह 542 सदसय वाि ससद क वनचि सदन म वसफफ 64 सरीरो पर हरी मवहिाए ह

सवचछता की लकमीतजमलनाड म जतरजर क सामजथरम गाव म सवचछता अजियान रलान

वाली लकमी न अपन अनिवो को साझा जकया ह

लकमी पररयासवामी

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह

अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी

वमिरी ह सबस बिरी बात यह वक म कोई सरकाररी कमवी नही बलक मात एक सवयसवक ह इसरीविए मर विय कछ खोन या पान जसरी कोई लसथवत नही ह मरा काम तो बस मररी उस कपना का पररणाम ह वजसको वजद बनाकर मन वकया ह म वह करतरी ह जो मर गाव क विए अचछा ह अगर कछ

भरी गित वदखता ह तो म उस सधारन का हर सभव परयास करतरी ह म तवमिनाड क वतचरी लसथत सामवथरम गाव म रहतरी ह आप मझ उन िोगो म शावमि कर सकत ह वजनक विए साफ-सफाई कछ जयादा हरी महतव रखतरी ह म खद तो सफाई पसद ह साथ हरी अपन आस-पास क िोगो को भरी अपन जसा रखन की कोवशश करतरी ह

िोग अपनरी आदत क मतावबक सिको पर चरीज फक दत ह बपरवाहरी म मशगि उनह यह भरी अदाजा नही होता वक व अपनरी हरी जमरीन गदरी कर रह ह वजस साफ रखन की वजममदाररी उनकी भरी ह जब कभरी म गाव म वकसरी को गदगरी फिात दखतरी मझ खराब िगता म सवयसवक क तौर पर खद हरी गाव की सिको पर उनह साफ करन क विए उतर गई मन अपन वयलतिगत परयासो स सिको क वकनार ककिदान रखवाए गाव म ऐसरी वयवसथा सवनलचित की वक िोग पराना पिालसरक यहा-वहा फकन क बजाय एक जगह एकवतत कर वजसस उस ररीसाइवकि वकया जा सक हािावक हर नई शरआत म मझ िोगो क असहयोग का सामना करना पिा िवकन धरीर-धरीर हरी सहरी पर बाद म मझ सफिता वमितरी गई

पिालसरक और कचर क बाद मर गाव म सबस बिरी समसया खि म शौच की थरी यहा तक वक वजन घरो म शौचािय बन हए थ उन घरो क िोग भरी शौच क विए खतो म हरी जात थ यह लसथवत दो साि पहि की थरी िवकन आज चरीज बदि गई ह इस सखद बदिाव क विय मन खब महनत की

ह हािावक मर दो पिोवसयो समत गाव म अब भरी पदरह घर ऐस बच ह जहा शौचािय नही बना ह पर म कोवशश म ह वक उनह भरी समझाकर शरीघर हरी अपन गाव को खि म शौच की शमल स मति करा द

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी वमिरी ह मझ वह वदन भरी याद ह जब म वकसरी क पास जाकर अपनरी बात कहतरी थरी तो िोग दर स हरी हाथ जोिकर मझ भगा दत थ इन बातो स ववचवित न होन का पररणाम ह वक आज जब म कछ कहतरी ह तो िोग धयान स सनत ह मन अपन कछ दसर सावथयो की मदद स िोगो को सवचछता क महतव स पररवचत कराया ह आज मररी मवहम म मरा बरा भरी साथ जि गया ह

मझ गवल होता ह वक मन अपन बर को सामावजक वजममदाररी की जो वशकषाए दरी थी उनह वह अमि म िा रहा ह म वह वदन कस भि सकतरी ह जब मर पिोसरी न वकसरी बात पर जहर खाकर आतमहतया करन की कोवशश की थरी िवकन मर बर न दौि-भागकर डॉकरर की मदद स उसकी जान बचाई थरी मर कामो को दखत हए मझ गाम पचायत ववकास योजना की नतरी बना वदया गया ह मररी वजममदाररी अब और भरी बिरी हो गई ह और म कोवशश करगरी वक वपछि अनभवो क आधार पर अपनरी भवमका बखबरी वनभाऊ

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 201812 वशकषा

मवात म जशका की लहरमजहला-जशका क कतर म दश क सबस जपछड कतरो म स एक मवात िी ह लजकन करीब 36 परजतशत मजहला जशका क

दर वाल इस जिल म पररवतषन की एक नई लहर दखी िा रही ह

सरर ता बरारा

जब म दखतरी ह वक आज भरी मर गाव म बहत-स अवभभावक अपनरी बवचचयो को सककि भजन स मना करत ह या

बि-बढ़ मररी जसरी ििवकयो क ििको की तरह घर स बाहर खि म खिन पर एतराज जतात ह तो मझ बहत दःख होता ह यह कहना ह 12 साि की छोररी-सरी बचचरी नावदया का हररयाणा क मवात वजि म रहन वाि मलसिम समदाय की नावदया नई नगि गाव क सककि म सातवी ककषा की छाता ह

सामदावयक रवडयो रवडयो मवात क एक कायलकरम म एक मवहिा न बतौर कॉिर बातचरीत करत हए सवाि पछा वक जब हमार समदाय की एक ििकी रवडयो पर कायलकरम पश कर सकतरी ह तो हम रवडयो पर सगरीत कायलकरम का मजा िन जसरी मामिरी-सरी बात क विए भरी कयो रोका जाता ह

रवडयो मवात क विए काम करन वािरी वाररीसा समदाय की उन कछ वगनरी-चनरी ििवकयो म स ह जो समदाय क िोगो क तमाम सखत ववरोधो क बावजद अपन वपता क सहयोग स अपनरी वशकषा को जाररी रख पाई सरकाररी सककि स पढ़री वाररीसा बतातरी ह वक आठवी ककषा तक पहचत-पहचत उसक साथ की सभरी ििवकया सककि छोिकर जा चकी थी

हररयाणा का मवात वजिा मवहिा-वशकषा क कषत म दश क सबस वपछि कषतो म स एक ह वषल 2011 म हई जनगणना क मतावबक मवहिा-वशकषा की दर यहा 36 परवतशत स थोिरी हरी अवधक ह जबवक ििवकयो क सककि छोिन की दर काफी अवधक ह सरकाररी वबसाइर पर उपिबध आकि बतात ह वक जहा वषल 2012-13 म सरकाररी सककिो म पहिरी ककषा स 5वी ककषा तक पढ़न वािो छातो की सखया 160057 थरी तो वही ककषा 6 स 8 म पढ़न वाि छातो की सखया कवि 42605 जहा तक ििवकयो का सवाि ह तो 5 परवतशत स जयादा ििवकया उचच ककषाओ तक नही पहच पाती

पर इन वनराशाजनक आकिो क बावजद यह बात उममरीद की िौ जिातरी ह वक मवात जस वपछि कषत क गाव की साधारण-सरी नावदया जसरी ििकी आज ििवकयो क साथ हो रह भदभाव पर सवाि खि करन की वहममत करन िगरी ह यह बात सावबत करतरी ह वक पररवतलन की शरआत हो चकी ह

सबस महतवपणल बात तो यह ह वक मवात जस शवकषक रप स वपछि इिाक क एक गाव म कछ अवभभावको न अपनरी ििवकयो को वनजरी कषत क सहवशकषा (को-एड) सककिो म भजना शर कर वदया ह नई नगि का सककि इसका उदाहरण ह ऐस सककिो म पढ़ान क विए अवभभावक अपनरी जब स पस खचल करन म भरी परीछ नही ह रवडयो मवात क विए काम करत हए आज वाररीसा ििवकयो की वशकषा क महतव और उनक साथ वकए जान वाि भदभाव क वखिाफ परचार म जररी हई ह

वाररीसा कहतरी ह वक रवडयो पर मनोरजक कायलकरम परसाररत करन क अिावा म रवडयो मवात पर वमयो समदाय स सबवधत मवहिा अधयापको को रवडयो कायलकरमो म आमवतत करतरी ह तावक उनस पररणा पाकर अनय अवभभावक भरी अपनरी ििवकयो को सककि भज और माधयवमक सककिो की पराथवमक ककषाओ म हरी अपनरी ििवकयो को पढ़ाई छोिन क विए मजबर न करक उनह आग और भरी पढ़न द वह कहतरी ह वक खशरी की बात तो यह ह वक आज

वववावहत मवहिाए भरी भदभाव क वखिाफ आवाज उठान िगरी ह

वाररीसा का कहना ह वक कम स कम आज मवहिाओ म इतना साहस तो आ हरी गया ह वक व अपन वखिाफ होन वाि भदभाव को िकर सवाि खि करन िगरी ह कछ साि पहि तक यह सब सभव नही था इस कषत म ििवकयो की वशकषा को बढ़ावा दन क विए राजय सरकार गर सरकाररी सगठनो और वनजरी कषत दारा वपछि कई सािो स परयास वकए जा रह ह वषल 1982 म हररयाणा सरकार न वझरका और नह म सहवशकषा (कोएड) वाि अगजरी माधयम क दो सककि शर वकए थ तावक मवात कषत क इस परपरागत ससककवत और सामावजक तान-बान वाि इिाक क बचचो को अचछरी गणवतता वािरी वशकषा परदान की जा सक इसक दो साि बाद हरी इन सककिो को सरीबरीएसई स सबदध कर वदया गया आज ऐस सात सहवशकषा वाि सककि मवात मॉडि सककि सोसाइररी (एमएमएसएस) दारा चिाए जा रह ह वजनम ििवकयो स कोई टशन फीस नही िरी जातरी इनम स छह सककि उचचतर माधयवमक सतर क और एक माधयवमक सतर का ह इन मॉडि सककिो म 40 परवतशत स अवधक सखया ििवकयो की ह वजनम स 57 परवतशत स अवधक ििवकया वमयो समदाय की ह

मवात क इस इिाक म 6 कसतरबा गाधरी बाविका ववदयािय भरी चिाए जा रह ह वजनम 1400 ििवकया पढ़ रहरी ह इनम स 64 परवतशत वमयो समदाय की ह140 ििवकयो को नह क मवात मॉडि सककि म पढ़ाई क अिावा मफत रहन और खान की सववधा भरी परदान की गई ह

खास बात यह ह वक वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को आतमववशवास साहस और समाज म भदभाव क वखिाफ आवाज बिद करन का दढ़-वनचिय वदया ह नावदया एक सवदनशरीि ििकी ह जो समाज म फि भदभाव और अनयाय को िकर

अब गामीणो को यह महसस होन लगा ह जक अगिी माधयम म जशका परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कतरो म ही आसानी स

नौकररया जमल सकती ह इसक जलए उनह दरदराि क इलाको म िान की िररत नही

2012-13 म सरकारी सकलो म 5वी तक 160057 छातर थ

पार परजतशत स जयादा लडजकया उचर ककाओ तक नही पहर पाती थीआि जशका को लकर गिीरता व सकलो म छातराओ की सखया बढ़ी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

काफी वचवतत हनावदया कहतरी ह वक वो एक डॉकरर बनना

चाहतरी ह कयोवक अमरीरो को तो असपतािो म अचछरी दखभाि और परा इिाज वम ि जाता ह जबवक गररीबो को घरो असपताि की िबरी िाइनो म इतजार करना पिता ह और उनक बावजद भरी डॉकरर का वयवहार उनक परवत उदासरीन रहता ह

एमएमएसएस और कजरीबरीवरी क तहत चिन वाि सककिो क अिावा एडकॉम सोयशस नामक सगठन क तहत छह यवनवसलि एकडमरी सककि भरी मवात म चिाए जा रह ह य सगठन भारत और ववदशो म वशकषा क कषत म वडवज रि करावत िान वािा अगणरी सगठन ह

हािावक इस सककि म अब भरी कवि 182 छात हरी ह जो सखया क विहाज स बहद कम ह िवकन वफर भरी वमयो समदाय वाि मवात क इस वपछड कषत म जहा ििवकयो को वशकषा वदिाना अवतम पराथवमकता ह वहा वनशक वशकषा उपिबध न करान वाि सककिो म भरी अपन बचचो का दावखिा करान की पहि वाकई सवागत योगय ह

गामरीण इिाको म यवनवसलि एकडमरी क साथ भागरीदाररी म सककि चिान वािरी ससथा एडकॉम की अकादवमक परमख अनराधा बतातरी ह वक शरआत म उनका काफी ववरोध हआ था गावो म िोगो को मनान क विए उनह काफी जदोजहद करनरी पितरी थरी वक व अपनरी ििवकयो को सककि भज उस वति य आसान नही था पर आज हािात बदि रह ह यवनवसलि एकडमरी सककिो म ििवकया पढ़न आ रहरी ह

एक और बदिाव भरी दखन म आया ह वक अब गामरीणो को यह महसस होन िगा ह वक अगजरी माधयम म वशकषा परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कषतो म हरी आसानरी स नौकररया वमि सकतरी ह इसक विए उनह दरदराज क इिाको म जान की जररत नही मवात क कई गाव गिगाव स जयादा दर नही ह जहा की बहत स कॉि सरर बरीपरीओ और अनय कई बहराषटरीय कपवनयो क दफतर ह

चाह मॉडि सककि हो कजरीबरीवरी या यवनवसलि एकडमरी सककि महतवपणल बात यह ह वक इस वपछि इिाक क ििक-ििवकयो को आज ऐस सकक िो म पढ़न का मौका वमि रहा ह जहा अचछरी गणवतता वािरी वशकषा और सवािगरीण ववकास को परमखता दरी जातरी ह सबस जयादा महतवपणल बात तो यह ह वक ऐसरी वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को इतना साहस और हौसिा वदया ह वक व समाज क भदभाव भर रवय पर सवाि उठा सकतरी ह और एक ऐस ससार का सपना दख सकतरी ह जहा नयाय हो और उनकी आवाज स नरी भरी जाए और उनका सममान भरी हो सक

05 - 11 मारष 2018 13सवचछता

मवात क कई गाव गडगाव स जयादा दर नही ह िहा

बहत स कॉल सटर बीपीओ और अनय कई बहराषटीय

कपजनयो क दफतर ह

मजहला अकसमता क सममान की अनठी जमसाल

आजदवासी यवजतयो को अकलपन स डर नही लगता बसतर क सदर नसल परिाजवत इलाको म ऐसी कई यवजतया ह जिनक जवखयात पररवारो म अब िायदाद सिालन वाल नही रह पर व वहा न कवल जवरासत

सिाल रही ह बकलक उनक पररवार की छतरछाया की दरकार रखन वाल आजदवाजसयो को आसरा िी द रही ह

इरा झा

आवदवासरी समाज म मवहिा परष की साथरी ह वह उसकी सहकमवी ह उसकी समाज

और पररवार म बराबर की भागरीदाररी ह जरी हा बसतर की आवदवासरी मवहिाए हम शहररी मवहिाओ की तरह अपन पररवार क परष सदसयो की मोहताज नही ह उनह बाजार स सबजरी-भाजरी और सौदा मगवान स िकर खतो म हि चिान तक क विए अपन बर या पवत का मह नही ताकना पिता ह वह हम शहररी मवहिाओ स कई मायनो म बहत जयादा समथल ह मवहिाओ क सशलतिकरण का परतरीक अतरराषटरीय मवहिा वदवस उनक वजकर क बगर परा नही हो सकता य न वसफफ घर क सार कामकाज करतरी ह बाि-बचच पाितरी ह बलक पर वदन खतो म काम भरी करतरी ह इनका परा साि खतो म काम करत हरी बरीतता ह बसतर की आवदवासरी मवहिाओ क अवधकार असरीवमत ह वह घर स बाहर तक की पररी वयवसथा सभाितरी ह और हर कदम पर पवत उसक साथ होता ह

इनक कामकाज का दायरा खत-खविहान और हार बाजार तक का ह खत का परा वजममा भरी यहरी उठातरी ह बरीज िाना उनह मसिाधार बाररश म रोपना और किरी धप म चौकीदाररी करन क बाद फसि कारना यह सब उनही क वजमम ह यहा

तक वक बाजार म इस बचन भरी वहरी ि जातरी ह ऐसरी मवहिाए जो खतरी नही करती घर म बािरी म उगरी सलबजया और जगिरी उतपादो जस महआ रोरा जिाऊ िकिरी िाख आविा झाड वगरह को पररवार की आमदनरी का जररया बना ितरी ह और इस पररी कवायद म पवत उसक साथ रहता ह जब मवहिा खत म जझ रहरी होतरी ह तो पवत घर म बचचो की दखभाि म िगा रहता ह वह उनक विए खाना पकाता ह बाररश स बचाव क विए छत की मरममत जस छोर-मोर काम करता ह घर की बािरी म सलबजयो फिो िताओ की सभाि करता ह और घर क बजगषो की दखभाि करता ह हर कदम पर पारसपररक सहयोग और मवहिा अलसमता क सममान की अनठरी वमसाि बसतर का आवदवासरी समाज ह इस समाज म मवहिाए अपनरी मजवी की माविक ह उसकी सवायतततता बलक अवधकाररता की बवढ़या वमसाि तो यहरी ह वक वह न कवि अपना जरीवनसाथरी खद चन सकतरी ह बलक चाह तो पहि उस परख भरी सकतरी ह इस परपरा को िमसना कहा जाता ह इसक तहत शादरी क योगय यवक को यवतरी क घर म रहकर काम-काज म मदद करक अपनरी योगयता वसदध करनरी पितरी ह इस पररीकषा म फि या पास करन का अवधकार पररी तरह स यवतरी पर होता ह िमसना बठान की यह परपरा सरगजा और मडिा क गोड समाज म भरी ह

पररवार और घरल कामकाि क परजशकण क जलए उनह घोटल िान की छट ह यह आजदवासी नौिवानो क ससकार गह ह घर क कामकाि स जनपटकर यवक-यवती रात म यहा िटत ह और जकसी सयानी

मजहला की जनगरानी म नारत-गात और कामकाि सीखत ह

यहरी नही इसस पहि पररवार और घरि कामकाज क परवशकषण क विए उनह घोरि जान की छर ह यह आवदवासरी नौजवानो क ससकार गह ह घर क कामकाज स वनपरकर यवक-यवतरी रात म यहा जरत ह और वकसरी सयानरी मवहिा की वनगरानरी म नाचत-गात और कामकाज सरीखत ह मन वमि गया तो शादरी क साथ यवा जोि की घोरि स ववदाई हो जातरी ह व वफर उधर का रख नही कर सकत घोरि अब बसतर क पररवश स गायब हो चि ह शहररी खासतौर पर मरीवडया की दखिदाजरी न इस ससथा को िपत होन पर मजबर कर वदया ह पर आवदवासरी यवतरी की वनरपकष लसथवत की इसस बहतर वमसाि और कया हो सकतरी ह

आवदवासरी यववतयो को अकिपन स भरी डर नही िगता बसतर क सदर नकसि परभाववत इिाको म ऐसरी कई यववतया ह वजनक ववखयात पररवारो म अब जायदाद सभािन वाि नही रह पर व वहा न कवि ववरासत सभाि रहरी ह बलक उनक पररवार की छतछाया की दरकार रखन वाि आवदवावसयो को आसरा भरी द रहरी ह बि आवदवासरी पररवारो की ििवकया ह य गाव छोिकर वदलरी स िदन तक कही भरी बस सकतरी थी उनका समपलण दवखए जजबा दवखए अपन िोगो क परवत सह दवखए

यह लसथवत तब ह जब घन जगिो क बरीच बस गावो म सरज की रोशनरी नही पहचतरी जगिरी जानवरो का खतरा मडराता रहता ह और असपताि म दवाइयो का पता नही रहता और सककि बदहाि ह यवद इनह शहररी िोगो स मामिरी या बराबर की सववधाए वमि जाए तो इनकी वहममत इनका जजबा और ताकत बजोि होगरी यह तय मावनए

शहरी मजहलाओ स जयादा सशति ह बसतर की मजहलाए

घर स बाहर तक की परी वयवसथा सिालती ह य आजदवासी मजहलाएिीवन साथी रनन और परखन का

परा अजधकार इनक पास ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण 05 - 11 मारष 201814

एसएसबी यरो

हाि म वबहार की एक दवित मवहिा रनकी दवरी न अपना मगिसत बचकर घर म शौचािय बनवान की नजरीर पश

की यह घरना दो बातो की तरफ इशारा करतरी ह पहिरी बात तो यह वक तमाम सफाई अवभयानो और शौचािय वनमालण की योजनाओ क बावजद आज भरी गावो म शौचािय की समसया बहत बिरी ह दसररी बात यह वक सवचछता का मदा सबस जयादा मवहिाओ स जिा ह यहरी वजह ह वक सवचछता आदोिन को मवहिा सशलतिकरण की वदशा म एक बिरी और कारगर पहि क तौर पर दखा जा रहा ह कछ समय पहि lsquoवाररएडrsquo नामक एनजरीओ की एक ररपोरट म तथय सामन आया वक भारत म 35 करोि 50 िाख मवहिाओ और ििवकयो को शौचािय मयससर नही ह lsquoद सरर ऑफ वडटस रायिर 2017rsquo नामक इस ररपोरट म कहा गया था वक पररी दवनया म भारत म सबस कम िोगो क पास शौचािय जसरी बवनयादरी सववधा उपिबध ह

सककिो म शौचािय न होन क कारण बहत साररी ििवकया आठवी ककषा तक आत-आत सककि छोिन पर बाधय हो जातरी ह इवडया सपड की एक ररपोरट म सामन आया था वक गावो म िगभग 28 परवतशत ििवकया परीररयडस क वदनो म सककि हरी नही जाती इसका परमख कारण सककिो म शौचािय का न होना ह कछ समय पहि lsquoपरथमrsquo नाम क एक एनजरीओ की ररपोरट म कहा गया वक दश म चि रह कि सककिो म 74 परवतशत सरकाररी ह इनम स 47 परवतशत सककिो म आज तक ििवकयो क विए अिग स शौचािय की वयवसथा नही ह

इसरी तरह गावो म भरी मवहिाए घर म शौचािय न होन क कारण मह अधर सबह और मह अधर शाम को हरी खतो म जा पातरी ह वदन क वकसरी अनय समय पर शौचािय जान की जररत महसस होना उन मवहिाओ क विए बिरी समसया ह बहत सार सरकाररी या वनजरी सककिो म आज भरी मवहिा अधयावपकाओ क विए अिग स शौचाियो की वयवसथा नही ह यहा तक वक बि शहरो म भरी छोर ससथानो या दफतरो म काम करन वािरी ििवकयो-मवहिाओ क विए भरी अकसर हरी कोई शौचािय नही होता

मवहिाओ क विए सावलजवनक जगहो पर इतन कम शौचाियो का होना समाज और सरकार दोनो की उनक परवत असवदनशरीिता की तरफ साफ इशारा करता ह मवहिा सशलतिकरण की वदशा म सबस जरररी व ठोस परयास मवहिाओ की बवनयादरी जररतो को समझना और उन पर काम करना ह वनजरी और सावलजवनक जगहो पर शौचाियो का वनमालण उनकी बवनयादरी जररतो म स एक ह सवतत भारत म इस दरकार को अगर सबस पहि वकसरी न समझा तो व ह डॉ ववनदशवर

सवचछ राह पर आधी दजनयादश म सवचछता क साथ मजहला सशकतिकरण को लकर िो जवजिनन अजियान रलाए िा रह ह उसम जिस ससथा और वयकति

का नाम सबस पहल िहन म आता ह वह ह सलि इटरनशनल और इस ससथा क परणता डॉ जवनदशवर पाठक

पाठक और उनकी ससथा सिभ इररनशनि नबब क दशक म भारत को 21वी सदरी म जान

की बात खब होतरी थरी य बात जहा ससद क बाहर-भरीतर राजनरीवतक िाइन क साथ कहरी जातरी थरी वही आवथलक-सामावजक सतर पर भरी भावरी भारत स जि सरोकारो और चनौवतयो को िकर ववमशल चिता था पर वकसरी न कभरी सोचा भरी होगा वक 21वी सदरी क दसर दशक तक पहचकर सवचछता दश का पराइम एजडा बन जाएगा इस बदिाव क परीछ बिा सघषल ह आज दश म सवचछता क साथ मवहिा सशलतिकरण को िकर जो वववभन अवभयान चिाए जा रह ह उसम वजस ससथा और वयलति का नाम सबस पहि जहन म आता ह वह सिभ इररनशनि और इस ससथा क परणता डॉ ववनदशवर पाठक

पररी दवनया आज डॉ पाठक को lsquoरॉयिर मनrsquo क रप म जानतरी ह उनहोन एक तरफ जहा वसर पर मिा ढोन की मिरी परथा को खतम करन बरीिा उठाया वही दशभर म सिभ शौचािय की

उपिबधता स उनहोन आम िोगो की सवचछता जररत को परा करन क कषत म महान कायल वकया बिरी बात यह ह वक डॉ पाठक दारा शर वकया गया सवचछता का सिभ अवभयान अब भरी थमा नही ह परधानमतरी नरदर मोदरी दारा दो अकरबर 2014 को सवचछ भारत वमशन शर होन क बाद डॉ पाठक क मागलदशलन म सिभ का सवचछता अवभयान नई पररणा और गवत क साथ आग बढ़ रहा ह शौचािय और सवचछता को पाच दशक स अपनरी समझ और ववचार की धररी बनाकर चि रह डॉ ववनदशवर पाठक न एक तरह स दवनया को सवचछता का नया समाजशासत वसखाया ह वजसम साफ-सफाई क सबक तो ह हरी मानवरीय परम और करणा को भरी पयालपत महतव वदया गया ह

जसर पर मला ढोन की परथावबहार गाधरी शताबदरी सवमवत म एक कायलकताल क नात गाधरी ववचार और कायलकरमो क कररीब आए डॉ पाठक न तब स न वसफफ पर दश म बलक

ववशव म सवचछता का अिख जगा रह ह वसर पर मिा ढोन की परथा को िकर सिभ न उलखनरीय कायल वकए ह वसर स मिा ढोन वाि िोगो को इस अमानवरीय कायल स मलति वदिान की सोच की हरी दन ह सिभ दारा ववकवसत हआ दो गडो वािा शौचािय आज यह तकनरीक पररी दवनया म lsquoसिभ शौचाियrsquo क रप म जानरी जातरी ह इस तकनरीक म पहि गड म जमा शौच खाद म बदि जाता ह सिभ न शौचािय क जररए गस बनान और उस वबजिरी तक बनान क कामयाब परयोग वकए ह 1970 म सिभ इररनशनि की सथापना हई और आज शौचािय वनमालण की ससतरी तकनरीक क विए इसकी दवनयाभर म पहचान ह सिभ परणता डॉ पाठक भरी मानत ह वक गाधरी जरी क बाद अगर इस दश म सवचछता क महतव को वकसरी न गहराई स समझा ह तो व ह परधानमतरी नरदर मोदरी

सरकार का िवाब वसर पर मिा ढोना भारत म परवतबवधत काम ह गत वषल राजयसभा म एक परशन क जवाब म कदर सरकार म मतरी थावरचद गहिोत न बताया था वक दश म 26 िाख ऐस शौचािय ह जहा पानरी नही ह जावहर ह वहा हाथ स मिा साफ करना पिता ह सफाई कमलचाररी आदोिन न अपन सवत म बताया ह वक 1993 स अब तक 1370 सरीवर वकफसल की मौत हो चकी ह इस वदशा म सकवजसल क पनवालस का सबस बिा अवभयान सिभ ससथा न हरी छिा ह मवहिा सकवजसल को सिभ न न वसफफ इस परथा स आजादरी वदिाई बलक उनक पनवालस और जरीवन यापन की भरी वचता की सिभ न ऐस कई कदर सथावपत वकए जहा मवहिा सकवजसल को वकलपक रोजगार क गर वसखाए जात ह डॉ पाठक को इस बात का शय जाता ह वक वजस मिरी परथा को िकर कभरी महातमा गाधरी न कहा था वक उनक सपनो क भारत म इसक विए कोई जगह

डॉ पाठक न एक तरफ िहा जसर पर मला ढोन की मली परथा को खम करन का बीडा उठाया वही दश िर म सलि शौरालय की उपलधता

स उनहोन लोगो और खासतौर स मजहलाओ की सवचछता िररत को परा करन क कतर म महान कायष जकया

आि सवचछता दश का पराइम एिडा बन रका ह

टीसीएस 10000 सकलो म लडजकयो क जलए शौरालय बनावा रहा ह गावो म 28 परजतशत लडजकया पीररयडस क जदनो म सकल

ही नही िाती ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण05 - 11 मारष 2018 15

नही होगरी उस पररणा को उनहोन अपनरी वजदगरी का वमशन बना विया

राषटीय सवचछता जमशनपरधानमतरी नरदर मोदरी न जब 2014 म राषटरीय सवचछता वमशन की घोषणा की तो दश म सवचछता कायलकरम को पहिरी बार राषटरीय सतर पर गभरीर पराथवमकता वमिरी अपन सवचछता करायलकरमो क कारण अतरराषटरीय सतर पर खयावत और सममान परापत कर चक डॉ पाठक कहत भरी ह lsquoसवचछता को िकर दश म गभरीरता की कमरी रहरी इस महतव नही वदया गया इस कषत म वनवश का भरी अभाव रहा पर परधानमतरी नरदर मोदरी न इस पर पररदशय को

बदि कर रख वदया व ऐस पहि राषटरीय नता रह वजनहोन न वसफफ िाि वकि क पराचरीर स शौचाियो की बात की बलक इस बार म ववदशरी नताओ तक स िगातार चचाल करत रह उनहोन दश को यह सोचन और मानन क विए बाधय वकया वक अगर हम सवचछता क मामि म आग नही बढ़ तो वफर एक ववकवसत राषट क रप म हमारा उभरना मलशकि ह विहाजा यह समय ह जब हम दश को सवचछ और सदर बनान क विए एक साथ खि हो तावक सभय सससककत और सवचछ दशो की कतार म हम भरी फखर स खि हो सकrsquo

परधानमतरी क सवचछता वमशन स डॉ पाठक दारा पहि स वकए जा रह परयासो को जहा नए

वसर स महतव वमिा वही व इस बात स खास परोतसावहत और परररत भरी हए वक दश का परधानमतरी इतन वषषो क बाद गाधरी जरी क सवचछता कायलकरमो को न वसफफ अपना रहा ह बलक उस दश म एक जनादोिन की शकल दन म िगा ह बात सवचछता की कर तो इसम कही कोई दो मत नही वक इस काम को वजस िगन और ववसतार क साथ डॉ पाठक न अब तक वकया ह वसा उदाहरण भारत तो कया दवनया म दिभल ह यहरी कारण ह वक सिभ परणता दश-ववदश म अब तक सौ स जयादा वववशष सममानो स नवाज जा चक ह इनम भारत सरकार दारा पदम भषण (1991) इररनशनि सर फावसस पराइज इरिरी (1992) यएन हवबरर दारा गिोबि

मवहिा ववकास और सभयता की परतरीक होतरी ह यवद आप जानना चाहत ह वक समाज

वकतना अचछा ह तो रासत म चिन वािरी वकसरी मवहिा स बात कर और आपको वबना वकसरी अथलशासतरी की मदद क उततर वमि जाएगा मवहिा ववकास सदरता वनमलिता और उन सभरी चरीजो की परतरीक होतरी ह जो जरीवन को साथलक बनातरी ह य बात कछ वषल पवल पदमभषण डॉ ववनदशवर पाठक न उदयपर म एक राषटरीय सममिन को सबोवधत करत हए कहरी थी सममिन का आयोजन lsquoमवहिा-सशलतिकरण-लसथवत और भवमका पर उभरता हआ पररदशयrsquo ववषय पर ववशवववदयािय अनदान आयोग क सहयोग स मोहनिाि सखाविया ववशवववदयािय उदयपर क समाजशासत-ववभाग न वकया था इस कायलकरम म डॉ पाठक मखय अवतवथ क रप म शावमि हए थ

डॉ पाठक न सममिन म समकािरीन पररदशय क बार म बताया और कहा वक ववकासशरीि दशो म मवहिाओ की लसथवत असतोषपरद रहरी ह यरोप और अमररका म भरी उनह मतदान का अवधकार वपछिरी सदरी क

पवालधल म वमिा वशकषा क परचार और रसोईघर क उपकरणो स उनह मतदान क अवधकार स अवधक शलति वमिरी दसर ववशवयदध क बाद लसथवत सधररी भारत और अनय ववकासशरीि दशो म उनकी ददलशा क कारण रह ह गित परपराए और सामावजक कररीवतया डॉ पाठक न यह भरी कहा वक भारत म सकववजग करन वाि िोग असपशय मान जात ह व गररीबरी और जावत क सबस वनचि पायदान पर होत ह िगभग 7 िाख सकवजरो म 70 परवतशत मवहिाए ह सिभ न मवहिाओ क सशलतिकरण क विए अपनरी तरह स कदम उठाए ह कमाऊ शौचािय की जगह सिभ शौचािय-तकनरीक स सकवजर मवहिाओ को उनक पश स मति कराया गया ह वववभन वयावसायो म परवशकषण-दारा उनह जरीववका अवजलत करन का परवतलषत रासता वदखिाया गया राजसथान क अिवर और रोक क इस कायलकरम न इन मवहिाओ को नई राजकमाररया बनाया ह

सिभ सकववजग समापत करन सकवजसल क मानवावधकार िौरान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथावपत करन की वदशा म वनरतर कायलरत रहा ह सिभ न सवचछता-कायलकरमो म

मवहिाओ की पररी भागरीदाररी की वकाित की ह उनकी वशकषा सिमो म सवासथय तथा सफाई क बार म जागरकता-अवभयान स समदाय तथा पयालवरण म सपष सधार पररिवकषत होता ह वदलरी क सिमो म सिभ दारा हजारो मवहिाओ को परवशवकषत वकया गया ह य मवहिाए अब सवासथय सवचछता तथा सामावजक पररवतलन की दत क रप म कायलशरीि रहरी ह इसका परभाव घरो क सभरी सदसयो पर सवासथयकर रप स पिा ह सवचछ सववधाओ क साथ सवसथ पयालवरण परतयक मवहिा और बचच का अवधकार ह सिभ शौचािय तथा सान-पररसरो म मवहिाओ क विए अिग वयवसथा रहतरी ह जन 1996 म इसताबि म आयोवजत वसररी सवमर हवबरार-II कॉनफस म सवचछता क कषत म सिभ की उदोषणा lsquoबसर परलकरसrsquo क रप म की गई सयति राषट की आवथलक तथा सामावजक काउवसि दारा सिभ को सपशि कसरवरव सररस परदान वकया गया बाद म जनरि कसरवरव सररस परदान वकया गया ह

सिभ न lsquoनई वदशाrsquo नाम स अिवर तथा रोक (राजसथान) म वयावसावयक परवशकषण कदर सथावपत वकए ह जहा भतपवल सकवजर मवहिाओ को परवशवकषत वकया जाता ह अपना पराना पशा छोिन क बाद इस परकार उनह जरीववकोपाजलन का परवतलषत तररीका उपिबध कराया जाता ह इस परवशकषण क आयाम ववववध परकार क ह वजनम पढ़ना-विखना खादय-सामगरी बनाना वसिाई-कढ़ाई सौनदयल-परसाधन इतयावद शावमि ह यहा इन िोगो का वनयवमत मवडकि चकअप भरी होता ह इस परकार हए सामावजक रपातरण का अदाजा इस बात स िगाया जा सकता ह वक वहरी समाज जो इन सकवजसल को छन स भरी बचना चाहता था अब इनक बनाए खान क सामान खररीदन िगा ह इन मवहिाओ न सवय-सहायता दि बनाए ह य अपन बक खाता रखतरी ह और वहा स ऋण िकर अपना कारोबार चिातरी ह

मली परथा का अतदश म लगिग 7 लाख सककविरो म 70 परजतशत मजहलाए ह सलि सककवजिग समापत करन सककविरो क

मानवाजधकार लौटान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथाजपत करन की जदशा म जनरतरर कायषरत रहा ह

500 सकरॉि ऑफ ऑनर (2003) सरॉकहोम वारर पराइज (2009) और चरीन म सपन वडट रॉयिर सलममर म वडट रॉयिर ऑगतनाइजशन दारा हॉि ऑफ फम अवाडट (2008) आवद शावमि ह

दजनया का सबस बडा आदोलनसवचछता को िकर शर हआ सिभ आदोिन गाधरी क बाद उनकी राह पर बढ़ा दवनया का सबस बिा आदोिन ह इस आदोिन न मवहिाओ क साथ सामावजक सतर पर चि रहरी एक बिरी गरबराबररी और अनयाय को समापत करन म बिरी भवमका वनभाई ह खद डॉ पाठक क शबदो म lsquoगाधरी जरी न अपन डरबन क आशम म सबस पहि टरच िवटरन यानरी चारदरीवाररी क भरीतर शौच का इतजाम शर वकया उनकी वयवसथा म हर वयलति को अपना शौचािय साफ करना होता था आज भरी परान गाधरीवावदयो म आप यह चिन दख सकत ह गामरीण कषतो क विए उनका सझाव था वक टरी पर वमटरी यानरी गडा खो वदए शौच क बाद उस पर वमटरी डाविए दरअसि शौचािय की सफाई क जररए व मिा साफ करनवाि िोगो को समाज म बहतर सथान वदिाना चाहत थ हमार यहा परपरा रहरी ह वक घर क नजदरीक शौच न कर गाधरी जरी न उसम बदिाव का इतजाम वकया और चारदरीवाररी क भरीतर शौच वयवसथा की शरआत की उनकी कोवशश इन िोगो को शौच सफाई क वघनौन काम स मलति वदिानरी थरी व शौचािय को सामावजक बदिाव क औजार क तौर पर दखत थ गाधरी शताबदरी क दौरान 1969 म मझ िगा वक इस वदशा म काम वकया जाना चावहए इसरीविए मन सिभ इररनशनि की सथापना की और इसकी तरफ काम शर वकयाrsquo

सकलो म लडजकयो क जलए शौरालयसिभ की पहि आज सवचछता को िकर एक राषटरीय पररणा और अवभयान का नाम ह मवहिाओ को िकर सिभ की पररणा कस एक बि वमशन को परा कर रहरी ह उस बार म डॉ पाठक बतात ह lsquoरारा कसरसरी सववलसज न 100 करोि रपए स दश क दस हजार सककिो म ििवकयो क विए शौचािय बनान का ऐिान वकया ह भारतरी-एयररि कपनरी न भरी 100 करोि स पजाब क िवधयाना वजि म शौचािय बनान का फसिा वकया ह ओररएरि बक ऑफ कॉमसल भरी दो करोि की िागत स शौचािय बनान जा रहा ह साफ ह वक दश म सफाई की वदशा म मोदरी जरी की अपरीि क बाद बिरी करावत की शरआत हो चकी ह

सवचछता को लकर शर हआ सलि आदोलन गाधी क बाद

उनकी राह पर दजनया का सबस बडा आदोलन ह इस आदोलन न मजहलाओ क साथ सामाजिक सतर पर रल रही एक बडी गर-बराबरी और अनयाय को समापत करन म

बडी िजमका जनिाई ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

16

मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 9: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

05 - 11 मारष 2018 मन की बात 09उतसाह स भर दगा इन पहिरी मवहिाओ पर एक पसतक भरी तयार की गई ह तावक परा दश इन नाररी शलतियो क बार म जान उनक जरीवन और उनक कायषो स पररणा ि सक

आज दश और समाज म हो रह सकारातमक बदिाव म दश की नाररी-शलति की महतवपणल भवमका ह आज जब हम मवहिा सशतिरीकरण पर चचाल कर रह ह तो म एक रिव सरशन का वजकर करना चाहगा एक रिव सरशन और मवहिा सशतिरीकरण आप सोच रह होग वक इसक बरीच म कया सबध ह मबई का मारगा सरशन भारत का ऐसा पहिा सरशन ह जहा साररी मवहिा कमलचाररी ह सभरी ववभागो म मवहिा सराफ - चाह कमवशलयि वडपारटमर हो रि पविस हो वरकर चकर हो उदघोषक हो परा 40 स भरी अवधक मवहिाओ का सराफ ह इस बार बहत स िोगो न गणतत वदवस की परड दखन क बाद टरीअर पर और दसर सोशि मरीवडया पर विखा वक परड की एक मखय बात थरी बरीएसएफ की मवहिा दसता व साहसपणल परयोग कर रहरी थी और य दशय ववदश स आए हए महमानो को भरी आचियलचवकत कर रहा था सशतिरीकरण आतमवनभलरता का हरी एक रप ह आज हमाररी नाररी-शलति नततव कर रहरी ह आतमवनभलर बन रहरी ह

छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी मवहिाओ न भरी कमाि कर वदया ह उनहोन एक नई वमसाि पश की ह आवदवासरी मवहिाओ का जब वजकर आता ह तो सभरी क मन म एक वनलचित तसवरीर उभर कर आतरी ह वजसम जगि होता ह पगडवडया होतरी ह उन पर िकवियो का बोझ वसर पर उठाए चि रहरी मवहिाए िवकन छततरीसगढ़ की हमाररी आवदवासरी नाररी हमाररी इस नाररी-शलति न दश क सामन एक नई तसवरीर बनाई ह छततरीसगढ़ का दतवािा इिाका जो माओवाद-परभाववत कषत ह ऐस खतरनाक इिाक म आवदवासरी मवहिाए ई-ररकशा चिा कर आतमवनभलर बन रहरी ह बहत हरी थोि कािखड म कई साररी मवहिाए इसस जि गई ह उनह इसस तरीन िाभ हो रह ह एक तरफ जहा सवरोजगार न उनह सशति बनान का काम वकया ह वही इसस माओवाद-परभाववत इिाक की

तसवरीर भरी बदि रहरी ह और इन सबक साथ इसस पयालवरण-सरकषण क काम को भरी बि वमि रहा ह यहा क वजिा परशासन की भरी सराहना करता ह अनदान उपिबध करान स ि कर परवशकषण दन तक वजिा परशासन न इन मवहिाओ की सफिता म एक महतवपणल भवमका वनभाई ह

हम बार-बार सनत आए ह वक िोग कहत ह ndash lsquoकछ बात ह ऐसरी वक हसतरी वमरतरी नही हमाररीrsquo वो बात कया ह वो बात ह िचरीिापन और वनरतर पररवतलन जो काि-बाह ह उस छोिना जो आवशयक ह उसका सधार सवरीकार करना हमार समाज की ववशषता ह ndash आतमसधार करन का वनरतर परयास यह भारतरीय परपरा हमाररी ससककवतक ववरासत ह वकसरी भरी जरीवत समाज की पहचान होतरी ह उसका आतम सधार तत

सामावजक कपरथाओ और कररीवतयो क वखिाफ सवदयो स हमार दश म वयलतिगत और सामावजक सतर पर िगातार परयास होत रह ह अभरी कछ वदन पहि वबहार न एक रोचक पहि की राजय म सामावजक कररीवतयो को जि स वमरान क विए 13 हजार स अवधक वकिोमरीरर की ववशव की सबस िबरी मानव-शखिा बनाई गई इस अवभयान क दारा िोगो को बाि-वववाह और दहज-परथा जसरी बराइयो क वखिाफ जागरक वकया गया दहज और बाि-वववाह जसरी कररीवतयो स पर राजय न ििन का सकप विया बचच बजगल जोश और उतसाह स भर यवा माताए बहन हर कोई इस जग म शावमि थ समाज क सभरी िोगो को सहरी मायन म ववकास का िाभ वमि इसक विए जरररी ह वक हमारा समाज इन कररीवतयो स मति हो म वबहार

की जनता राजय क मखयमतरी वहा क परशासन और मानव ndashशखिा म शावमि हर वयलति की सराहना करता ह वक उनहोन समाज कयाण की वदशा म इतनरी ववशष एव वयापक पहि की

करि की आवदवासरी मवहिा िकमरीकटरी की कहानरी सनकर आप सखद आचियल स भर जायग िकमरीकटरी कलार म वशवकषका ह और अब भरी घन जगिो क बरीच आवदवासरी इिाक म ताि क पततो स बनरी झोपिरी म रहतरी ह उनहोन अपनरी समवत क आधार पर हरी पाच सौ आयवतवदक दवाए बनाई ह साप कारन क बाद उपयोग की जान वािरी दवाई बनान म उनह महारत हावसि ह िकमरी जरी दवाओ की अपनरी जानकाररी स िगातार समाज की सवा कर रहरी ह इस गमनाम शलखशयत को पहचान कर समाज म इनक योगदान क विए उनह पदमशरी स सममावनत वकया गया म आज एक और नाम का भरी वजकर करन का मरा मन करता ह पलचिम बगाि की 75 वषवीय सभावसनरी वमसतरी को भरी उनह परसकार क विए चना गया सभावसनरी वमसतरी एक ऐसरी मवहिा ह वजनहोन असपताि बनान क विए दसरो क घरो म बतलन माज सबजरी बचरी जब य 23 वषल की थी तो उपचार नही वमिन स इनक पवत की मतय हो गई थरी और इसरी घरना न उनह गररीबो क विए असपताि बनान क विए परररत वकया आज इनकी किरी महनत स बनाए गए असपताि म हजारो गररीबो का वनशक इिाज वकया जाता ह मझ परा ववशवास ह वक हमाररी बहरतना-वसधरा म ऐस कई नर-रतन ह कई नाररी-रतन ह वजनको न कोई जानता ह न कोई पहचानता ह ऐस वयलतियो की पहचान न बनना उसस समाज का भरी घारा हो जाता ह पदम-परसकार एक माधयम ह िवकन म दशवावसयो को भरी कहगा वक हमार आस-पास समाज क विए जरीन वाि समाज क विए खपन वाि वकसरी न वकसरी ववशषता को ि करक जरीवन भर कायल करन वाि िकषाववध िोग ह कभरी न कभरी उनको समाज क बरीच म िाना चावहए वो मान-सममान क विए काम नही करत ह िवकन उनक कायल क कारण हम पररणा वमितरी ह

(मन की बात जनवररी 2018 का सपादित अश)

छततीसगढ़ की हमारी आजदवासी नाररयो न दश क सामन एक नई तसवीर बनाई ह छततीसगढ़ का दतवाडा इलाका िो माओवाद-परिाजवत कतर ह ऐस खतरनाक इलाक म आजदवासी मजहलाए ई-ररशा रला कर

आमजनिषर बन रही ह

गिरात का पड कपल हर महीन बाटता ह 5000 सजनटरी नपजकन

सरत क मीना और अतल महता न िररतमद मजहलाओ क बीर सजनटरी पडस बाट कर सराहनीय काम जकया ह

तवमिनाड क अरणाचिम मरगनाथम की कहानरी तो आज हर कोई जान चका ह िवकन

सरत म रहन वाि मरीना और अति महता क परयासो की जानकाररी बहत कम िोगो को ह वपछि िगभग 5 साि स य दोनो हर महरीन ऐसरी मवहिाओ को िगभग 5000 सवनरररी नपवकन बारत ह जो इसका खचल खद नही वहन कर सकती

मरीना और अति न हाि हरी म सरत की झगगरी

को समझना चावहए वक परीररयडस बहत जरररी होत ह और उनक बार म जागरकता फिनरी चावहए

(एजसरी)

झोपवियो म वफम पडमन की सकरीवनग भरी 125 मवहिाओ क विए आयोवजत की इसक जररए व िोगो को सवनरररी नपवकन की महतता बताना चाहत ह मरीना न बताया वक उनहोन एक बार एक गररीब बचचरी को ककि क वडबब स पड वनकाित दखा उनहोन बताया वक बचचरी स उनह पता चिा वक पस की कमरी क चित वह इन पडस को धोकर हर महरीन इसतमाि करतरी ह यह सनकर मरीना

को काफी हरानरी हई और उनहोन पडस बारन का फसिा वकया मरीना िोगो स इस काम क विए आग आन की अपरीि करतरी ह उनहोन कहा वक िोगो

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

मतावधकार 05 - 11 मारष 201810

दवनया क सबस बि िोकतत अमररका क मकाबि दवनया का सबस बिा िोकतत भारत इस मायन म आग ह वक मवहिा

अवधकारो क परवत यह उनस जयादा सवदनशरीि और सजग रहा अमररका म सब कछ क बाद भरी मवहिाओ को मतवधकार स िस करन क परवत वहचवकचाहर थरी अमररका की यह वहचवकचाहर 144 वषषो बाद खतम हई अमररका हरी नही वरिरन न भरी इस मामि म जयादा उदारता नही वदखाई मवहिाओ को मतवधकार दन म उसन िगभग एक सदरी का वति खचल वकया लसवटजरिड क कछ इिाको म तो मवहिाओ को वोर दन का अवधकार 1974 म वमिा िवकन भारतरीय मवहिाओ को दश की आजादरी क वदन स यह अवधकार वदया गया

1947 म मवहिाओ को मतावधकार क अवधकार दन का फसिा उस वति वकतना बिा था इसका अदाजा िवखका डॉकरर ओवनलर शवन की इस ववषय पर विखरी पसतक स िगाया जा सकता ह वजसम वो विखतरी ह वक कररीब 10 िाख िोगो की मौत और एक करोि 80 िाख िोगो क घरो की तबाहरी क विए वजममदार बरवार की आग म झिस रह एक दश म य फसिा विया जाना उस वति वकसरी भरी औपवनववशक राषट क विए एक बहत बिरी उपिलबध थरी

इस फसि स आजाद भारत म वोररो की सखया पाच गना तक बढ़कर कररीब 17 करोि 30 िाख तक पहच गई और इसम आधरी अबादरी मवहिाओ

ऐस जमला मताजधकार का अजधकारदजनया क कई बड दशो न मजहलाओ को मतदान करन क अजधकार स बहत वरषो तक वजरत रखा

लजकन िारत न आिादी क जदन स ही मजहलाओ को इस अजधकार स लस जकया

की थरी तब दभलगय स कररीब 28 िाख मवहिाओ क नाम वोरर विसर स हरा वदए गए कयोवक उनहोन अपना नाम हरी नही बताया और कररीब 85 परवतशत ऐसरी मवहिाए थी वजनहोन कभरी वोर हरी नही वदया था

अपनरी पसतक हाउ इवडया वबकम डमोकरवरक वसवरजनवशप ऐर द मवकग ऑफ द यवनवसलि फरचाइजरी म डॉ शवन न औपवनववशक शासन क दौर म मवहिाओ क मतावधकार क ववरोध क बार म ववसतार स विख ह व विखतरी ह वक वरिवरश अवधकाररयो न य तकफ वदया था वक सावलभौवमक मतावधकार भारत क विए सहरी नही होगा वरिवरश शासन क दौरान भारत म चनाव सरीवमत तौर पर होत थ वजसम धावमलक सामदावयक और वयावसावयक धाराओ क तहत बाररी गई सरीरो पर खि उममरीदवारो क विए कछ वोररो को हरी मतदान करन का अवधकार था इवतहासकार गरालडन फोबसल विखतरी ह वक भारतरीय मवहिा सगठनो को मवहिाओ को मतदान का अवधकार पान क विए एक मलशकि ििाई ििनरी पिरी थरी 1921 म बॉमब और मदरास

पहि परात बन जहा सरीवमत तौर पर मवहिाओ को वोर दन क अवधकार वदए गए बाद म 1923 स 1930 क बरीच सात अनय परातो म भरी मवहिाओ को मतदान का अवधकार वमिा

डॉ फोबसल अपनरी वकताब वमन इन मॉडनल इवडया म विखतरी ह वक वरितानरी हाउस ऑफ कॉमनस न मवहिाओ क विए वोवरग क अवधकार की माग करन वाि कई भारतरीय और वरितानरी मवहिा सगठनो की माग को नजरअदाज वकया मवहिाओ स भदभाव और उनका पदत म रहना इस फसि क परीछ उनकी आसान दिरीि थरी डॉ फोबसल विखतरी ह साफ तौर पर वरितानरी शासको न अपसखयको क अवधकार क तौर पर कवि परष अपसखयको को हरी अवधकार दन का वादा वकया मवहिाओ क मामि म उनहोन कछ मवहिाओ क अिग-थिग होन क बहान पररी मवहिाओ को उनका हक दन स इनकार कर वदया

औपवनववशक परशासको और ववधायको दोनो न हरी मतावधकार की सरीमाओ को बढ़ान का ववरोध वकया था डॉ फोबसल क अनसार वोवरग का ववरोध

करन वाि मवहिाओ को कमतर आकत थ और सावलजवनक मामिो म उनह अकषम मानत थ

कछ िोगो का कहना था वक मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दन स पवत और बचचो की उपकषा होगरी एक सजजन न तो यहा तक तकफ वदया वक राजनरीवतक काम करन स मवहिाए सतनपान करान म असमथल हो जाएगरी

मवहिा अवधकारो क विए ििनवािरी मणाविनरी सन न 1920 म विखा था वरितानरी सरकार क बनाए सभरी कानन मवहिाओ पर िाग होत थ और अगर उनक पास सपवतत ह तो उनह रकस भरी दना होता था िवकन उनह वोर दन का अवधकार नही था

वो कहतरी ह य कछ इस परकार था वक मानो वरितानरी शासक मवहिाओ स कह रह हो वक नयाय पान क विए अदाित का दरवाजा खरखरान की बजाय वो खद हरी लसथवत स वनपर

भारत क आवखररी औपवनववशक कानन भारत सरकार अवधवनयम 1935 क तहत दश क 3 करोि िोगो को वोर दन का अवधकार वदया गया यह दश की कि वयसक आबादरी का पाचवा वहससा था इसम मवहिाओ की सखया कम थरी

वबहार और उिरीसा परात (उस दौर म य दो राजयो एक हरी परात म आत थ) की सरकार न मतदाताओ की सखया कम करन और मवहिाओ स मतदान का अवधकार छरीनन की कोवशश की

डॉ शवन विखतरी ह वक सरकार का मानना था अगर मवहिा तिाकशदा या ववधवा ह या उसक पास सपवतत नही ह तो उसका नाम मतदाता सचरी स हरा वदया जाना चावहए

िवकन जब अवधकाररी भारत क पववोततर म बस खासरी पहावियो म उन समदायो क सपकफ म आए जहा मातसतता को माना जाता ह तो उनह मवहिाओ क मामि म एक अपवाद दखन को वमिा इस समदाय म सपवतत मवहिाओ क नाम पर होतरी ह

िारतीय मजहला सगठनो को मजहलाओ को मतदान का अजधकार पान क जलए एक मकशकल लडाई लडनी पडी थी 1921 म बॉमब और मदास पहल परात बन िहा सीजमत तौर पर मजहलाओ को वोट

दन क अजधकार जदए गए

अमररका न 144 वरषो क बाद जदया मजहलाओ को मताजधकार

जरिटन की मजहलाओ को एक सदी बाद जमला यह अजधकार

1947 म मजहलाओ को मताजधकार दकर िारत न बडा कदम उठाया

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 11मतावधकार

अिग-अिग परातो न भरी मवहिाओ क नाम शावमि करन स सबवधत अपन-अपन वनयम बनाए मदरास म अगर कोई मवहिा पशनधाररी ववधवा थरी वकसरी अवधकाररी या सवनक की मा थरी या उसक पवत रकस दत थ या सपवतत क माविक थ तो उस मतदान करन का अवधकार वदया गया

दखा जाए तो वोर दन की मवहिा की पातता पररी तरह स उसकी पवत की सपवतत योगयता और सामावजक लसथवत पर वनभलर थरी

डॉ शवन बतातरी ह मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दना और उनह सहरी मायनो म वोरर विसर म िकर आना औपवनववशक शासन म काम कर रह नौकरशाहो की कपना स पर था इसका एक कारण उस वति की ववदशरी सरकार का यहा की अवशवकषत जनता म भरोस की कमरी और गररीबो गामरीण और अवशवकषतो को अवधकर दन क सबध म उनकी नकारातमक सोच का नतरीजा थरी

आिादी क बाद बदल हालातिवकन जब आजाद भारत न य तय वकया वक वो दश क वयसको को वोर करन का यानरी अपनरी सरकार खद चनन का अवधकार दगरी तो चरीज बदिन िगी डॉ शवन विखतरी ह मतदाता सचरी तयार करन का काम नवबर 1947 म शर हआ साि 1950 की जनवररी तक जब भारत को उसका अपना सववधान वमिा तो उस वति तक सावलभौवमक मतावधकार और चनावरी िोकतत की सोच पखता हो चकी थरी िवकन साि 1948 म जब मसौदा मतदाता सचरी की तयाररी की बाररी आई तो उसम अनक समसयाए थी

कछ परातो क अवधकाररयो न मवहिाओ क नामो को विखन म काफी वदककत पश आन क बार म बताया कई मवहिाओ न अपना नाम बतान स इनकार कर वदया और अपना नाम बतान की बजाय खद को वकसरी की पतनरी मा बररी या वकसरी की ववधवा क रप म पश वकया सरकार न यह सपष कर वदया वक ऐसा करन की अनमवत नही दरी जा

जरितानी शासको न अलपसखयको क अजधकारो क तौर पर कवल परर अलपसखयको को ही अजधकार दन का वादा जकया मजहलाओ क मामल म उनहोन कछ मजहलाओ क अलग-थलग होन क बहान परी मजहलाओ

को उनका हक दन स इनकार कर जदया

सकतरी और मवहिाओ का पजरीकरण उनक नाम स हरी वकया जाएगा

पवल की औपवनववशक नरीवतयो स हरकर भारत सरकार न कहा वक मवहिा को वकसरी अनय की सबधरी क रप म नही बलक एक सवतत मतदाता क रप म पजरीककत वकया जाएगा सरकार न मरीवडया का सहारा िकर इस सबध म परचार करन

का काम शर वकया और मवहिाओ को अपनरी खद की पहचान क साथ नाम विखवान क विए उतसावहत वकया मवहिा सगठनो न भरी मवहिाओ स अपरीि की वक वो अपन वहतो की रकषा करन क विए खद मतदाता बन

दश की पहिरी ससद क विए अतिबर 1951 स फरवररी 1952 क बरीच म हए चनावो म मदरास की एक सरीर स चनाव ििन वाि एक उममरीदवार न कहा मतदाता कदर क बाहर वोर दन को विए मवहिा और परष गामरीण धयल स घरो इतजार कर रह थ वो कहत ह वक पदत म आई मसिमान मवहिाओ क विए अिग वोवरग बथ की वयवसथा की गई थरी

एक बडी िीत बशक मवहिाओ क हको की ििाई आज भरी जाररी ह वषल 1966 स भारत की ससद क वनचि सदन म 33 फीसदरी सरीर मवहिाओ क विए आरवकषत करन वािा एक वबि कि ववरोध क कारण अब तक अरका हआ ह आज पहि स कही अवधक मवहिाए मतदान कर रहरी ह और कभरी-कभरी परषो स भरी अवधक सखया म वो मतदान कर रहरी ह िवकन वो चनाव म उममरीदवार क रप म वो कम हरी नजर आतरी ह

2017 म जाररी की गई सयति राषट की एक ररपोरट क अनसार ससद म मवहिाओ की सखया की सचरी म 190 दशो म भारत का सथान 148 ह 542 सदसय वाि ससद क वनचि सदन म वसफफ 64 सरीरो पर हरी मवहिाए ह

सवचछता की लकमीतजमलनाड म जतरजर क सामजथरम गाव म सवचछता अजियान रलान

वाली लकमी न अपन अनिवो को साझा जकया ह

लकमी पररयासवामी

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह

अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी

वमिरी ह सबस बिरी बात यह वक म कोई सरकाररी कमवी नही बलक मात एक सवयसवक ह इसरीविए मर विय कछ खोन या पान जसरी कोई लसथवत नही ह मरा काम तो बस मररी उस कपना का पररणाम ह वजसको वजद बनाकर मन वकया ह म वह करतरी ह जो मर गाव क विए अचछा ह अगर कछ

भरी गित वदखता ह तो म उस सधारन का हर सभव परयास करतरी ह म तवमिनाड क वतचरी लसथत सामवथरम गाव म रहतरी ह आप मझ उन िोगो म शावमि कर सकत ह वजनक विए साफ-सफाई कछ जयादा हरी महतव रखतरी ह म खद तो सफाई पसद ह साथ हरी अपन आस-पास क िोगो को भरी अपन जसा रखन की कोवशश करतरी ह

िोग अपनरी आदत क मतावबक सिको पर चरीज फक दत ह बपरवाहरी म मशगि उनह यह भरी अदाजा नही होता वक व अपनरी हरी जमरीन गदरी कर रह ह वजस साफ रखन की वजममदाररी उनकी भरी ह जब कभरी म गाव म वकसरी को गदगरी फिात दखतरी मझ खराब िगता म सवयसवक क तौर पर खद हरी गाव की सिको पर उनह साफ करन क विए उतर गई मन अपन वयलतिगत परयासो स सिको क वकनार ककिदान रखवाए गाव म ऐसरी वयवसथा सवनलचित की वक िोग पराना पिालसरक यहा-वहा फकन क बजाय एक जगह एकवतत कर वजसस उस ररीसाइवकि वकया जा सक हािावक हर नई शरआत म मझ िोगो क असहयोग का सामना करना पिा िवकन धरीर-धरीर हरी सहरी पर बाद म मझ सफिता वमितरी गई

पिालसरक और कचर क बाद मर गाव म सबस बिरी समसया खि म शौच की थरी यहा तक वक वजन घरो म शौचािय बन हए थ उन घरो क िोग भरी शौच क विए खतो म हरी जात थ यह लसथवत दो साि पहि की थरी िवकन आज चरीज बदि गई ह इस सखद बदिाव क विय मन खब महनत की

ह हािावक मर दो पिोवसयो समत गाव म अब भरी पदरह घर ऐस बच ह जहा शौचािय नही बना ह पर म कोवशश म ह वक उनह भरी समझाकर शरीघर हरी अपन गाव को खि म शौच की शमल स मति करा द

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी वमिरी ह मझ वह वदन भरी याद ह जब म वकसरी क पास जाकर अपनरी बात कहतरी थरी तो िोग दर स हरी हाथ जोिकर मझ भगा दत थ इन बातो स ववचवित न होन का पररणाम ह वक आज जब म कछ कहतरी ह तो िोग धयान स सनत ह मन अपन कछ दसर सावथयो की मदद स िोगो को सवचछता क महतव स पररवचत कराया ह आज मररी मवहम म मरा बरा भरी साथ जि गया ह

मझ गवल होता ह वक मन अपन बर को सामावजक वजममदाररी की जो वशकषाए दरी थी उनह वह अमि म िा रहा ह म वह वदन कस भि सकतरी ह जब मर पिोसरी न वकसरी बात पर जहर खाकर आतमहतया करन की कोवशश की थरी िवकन मर बर न दौि-भागकर डॉकरर की मदद स उसकी जान बचाई थरी मर कामो को दखत हए मझ गाम पचायत ववकास योजना की नतरी बना वदया गया ह मररी वजममदाररी अब और भरी बिरी हो गई ह और म कोवशश करगरी वक वपछि अनभवो क आधार पर अपनरी भवमका बखबरी वनभाऊ

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 201812 वशकषा

मवात म जशका की लहरमजहला-जशका क कतर म दश क सबस जपछड कतरो म स एक मवात िी ह लजकन करीब 36 परजतशत मजहला जशका क

दर वाल इस जिल म पररवतषन की एक नई लहर दखी िा रही ह

सरर ता बरारा

जब म दखतरी ह वक आज भरी मर गाव म बहत-स अवभभावक अपनरी बवचचयो को सककि भजन स मना करत ह या

बि-बढ़ मररी जसरी ििवकयो क ििको की तरह घर स बाहर खि म खिन पर एतराज जतात ह तो मझ बहत दःख होता ह यह कहना ह 12 साि की छोररी-सरी बचचरी नावदया का हररयाणा क मवात वजि म रहन वाि मलसिम समदाय की नावदया नई नगि गाव क सककि म सातवी ककषा की छाता ह

सामदावयक रवडयो रवडयो मवात क एक कायलकरम म एक मवहिा न बतौर कॉिर बातचरीत करत हए सवाि पछा वक जब हमार समदाय की एक ििकी रवडयो पर कायलकरम पश कर सकतरी ह तो हम रवडयो पर सगरीत कायलकरम का मजा िन जसरी मामिरी-सरी बात क विए भरी कयो रोका जाता ह

रवडयो मवात क विए काम करन वािरी वाररीसा समदाय की उन कछ वगनरी-चनरी ििवकयो म स ह जो समदाय क िोगो क तमाम सखत ववरोधो क बावजद अपन वपता क सहयोग स अपनरी वशकषा को जाररी रख पाई सरकाररी सककि स पढ़री वाररीसा बतातरी ह वक आठवी ककषा तक पहचत-पहचत उसक साथ की सभरी ििवकया सककि छोिकर जा चकी थी

हररयाणा का मवात वजिा मवहिा-वशकषा क कषत म दश क सबस वपछि कषतो म स एक ह वषल 2011 म हई जनगणना क मतावबक मवहिा-वशकषा की दर यहा 36 परवतशत स थोिरी हरी अवधक ह जबवक ििवकयो क सककि छोिन की दर काफी अवधक ह सरकाररी वबसाइर पर उपिबध आकि बतात ह वक जहा वषल 2012-13 म सरकाररी सककिो म पहिरी ककषा स 5वी ककषा तक पढ़न वािो छातो की सखया 160057 थरी तो वही ककषा 6 स 8 म पढ़न वाि छातो की सखया कवि 42605 जहा तक ििवकयो का सवाि ह तो 5 परवतशत स जयादा ििवकया उचच ककषाओ तक नही पहच पाती

पर इन वनराशाजनक आकिो क बावजद यह बात उममरीद की िौ जिातरी ह वक मवात जस वपछि कषत क गाव की साधारण-सरी नावदया जसरी ििकी आज ििवकयो क साथ हो रह भदभाव पर सवाि खि करन की वहममत करन िगरी ह यह बात सावबत करतरी ह वक पररवतलन की शरआत हो चकी ह

सबस महतवपणल बात तो यह ह वक मवात जस शवकषक रप स वपछि इिाक क एक गाव म कछ अवभभावको न अपनरी ििवकयो को वनजरी कषत क सहवशकषा (को-एड) सककिो म भजना शर कर वदया ह नई नगि का सककि इसका उदाहरण ह ऐस सककिो म पढ़ान क विए अवभभावक अपनरी जब स पस खचल करन म भरी परीछ नही ह रवडयो मवात क विए काम करत हए आज वाररीसा ििवकयो की वशकषा क महतव और उनक साथ वकए जान वाि भदभाव क वखिाफ परचार म जररी हई ह

वाररीसा कहतरी ह वक रवडयो पर मनोरजक कायलकरम परसाररत करन क अिावा म रवडयो मवात पर वमयो समदाय स सबवधत मवहिा अधयापको को रवडयो कायलकरमो म आमवतत करतरी ह तावक उनस पररणा पाकर अनय अवभभावक भरी अपनरी ििवकयो को सककि भज और माधयवमक सककिो की पराथवमक ककषाओ म हरी अपनरी ििवकयो को पढ़ाई छोिन क विए मजबर न करक उनह आग और भरी पढ़न द वह कहतरी ह वक खशरी की बात तो यह ह वक आज

वववावहत मवहिाए भरी भदभाव क वखिाफ आवाज उठान िगरी ह

वाररीसा का कहना ह वक कम स कम आज मवहिाओ म इतना साहस तो आ हरी गया ह वक व अपन वखिाफ होन वाि भदभाव को िकर सवाि खि करन िगरी ह कछ साि पहि तक यह सब सभव नही था इस कषत म ििवकयो की वशकषा को बढ़ावा दन क विए राजय सरकार गर सरकाररी सगठनो और वनजरी कषत दारा वपछि कई सािो स परयास वकए जा रह ह वषल 1982 म हररयाणा सरकार न वझरका और नह म सहवशकषा (कोएड) वाि अगजरी माधयम क दो सककि शर वकए थ तावक मवात कषत क इस परपरागत ससककवत और सामावजक तान-बान वाि इिाक क बचचो को अचछरी गणवतता वािरी वशकषा परदान की जा सक इसक दो साि बाद हरी इन सककिो को सरीबरीएसई स सबदध कर वदया गया आज ऐस सात सहवशकषा वाि सककि मवात मॉडि सककि सोसाइररी (एमएमएसएस) दारा चिाए जा रह ह वजनम ििवकयो स कोई टशन फीस नही िरी जातरी इनम स छह सककि उचचतर माधयवमक सतर क और एक माधयवमक सतर का ह इन मॉडि सककिो म 40 परवतशत स अवधक सखया ििवकयो की ह वजनम स 57 परवतशत स अवधक ििवकया वमयो समदाय की ह

मवात क इस इिाक म 6 कसतरबा गाधरी बाविका ववदयािय भरी चिाए जा रह ह वजनम 1400 ििवकया पढ़ रहरी ह इनम स 64 परवतशत वमयो समदाय की ह140 ििवकयो को नह क मवात मॉडि सककि म पढ़ाई क अिावा मफत रहन और खान की सववधा भरी परदान की गई ह

खास बात यह ह वक वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को आतमववशवास साहस और समाज म भदभाव क वखिाफ आवाज बिद करन का दढ़-वनचिय वदया ह नावदया एक सवदनशरीि ििकी ह जो समाज म फि भदभाव और अनयाय को िकर

अब गामीणो को यह महसस होन लगा ह जक अगिी माधयम म जशका परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कतरो म ही आसानी स

नौकररया जमल सकती ह इसक जलए उनह दरदराि क इलाको म िान की िररत नही

2012-13 म सरकारी सकलो म 5वी तक 160057 छातर थ

पार परजतशत स जयादा लडजकया उचर ककाओ तक नही पहर पाती थीआि जशका को लकर गिीरता व सकलो म छातराओ की सखया बढ़ी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

काफी वचवतत हनावदया कहतरी ह वक वो एक डॉकरर बनना

चाहतरी ह कयोवक अमरीरो को तो असपतािो म अचछरी दखभाि और परा इिाज वम ि जाता ह जबवक गररीबो को घरो असपताि की िबरी िाइनो म इतजार करना पिता ह और उनक बावजद भरी डॉकरर का वयवहार उनक परवत उदासरीन रहता ह

एमएमएसएस और कजरीबरीवरी क तहत चिन वाि सककिो क अिावा एडकॉम सोयशस नामक सगठन क तहत छह यवनवसलि एकडमरी सककि भरी मवात म चिाए जा रह ह य सगठन भारत और ववदशो म वशकषा क कषत म वडवज रि करावत िान वािा अगणरी सगठन ह

हािावक इस सककि म अब भरी कवि 182 छात हरी ह जो सखया क विहाज स बहद कम ह िवकन वफर भरी वमयो समदाय वाि मवात क इस वपछड कषत म जहा ििवकयो को वशकषा वदिाना अवतम पराथवमकता ह वहा वनशक वशकषा उपिबध न करान वाि सककिो म भरी अपन बचचो का दावखिा करान की पहि वाकई सवागत योगय ह

गामरीण इिाको म यवनवसलि एकडमरी क साथ भागरीदाररी म सककि चिान वािरी ससथा एडकॉम की अकादवमक परमख अनराधा बतातरी ह वक शरआत म उनका काफी ववरोध हआ था गावो म िोगो को मनान क विए उनह काफी जदोजहद करनरी पितरी थरी वक व अपनरी ििवकयो को सककि भज उस वति य आसान नही था पर आज हािात बदि रह ह यवनवसलि एकडमरी सककिो म ििवकया पढ़न आ रहरी ह

एक और बदिाव भरी दखन म आया ह वक अब गामरीणो को यह महसस होन िगा ह वक अगजरी माधयम म वशकषा परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कषतो म हरी आसानरी स नौकररया वमि सकतरी ह इसक विए उनह दरदराज क इिाको म जान की जररत नही मवात क कई गाव गिगाव स जयादा दर नही ह जहा की बहत स कॉि सरर बरीपरीओ और अनय कई बहराषटरीय कपवनयो क दफतर ह

चाह मॉडि सककि हो कजरीबरीवरी या यवनवसलि एकडमरी सककि महतवपणल बात यह ह वक इस वपछि इिाक क ििक-ििवकयो को आज ऐस सकक िो म पढ़न का मौका वमि रहा ह जहा अचछरी गणवतता वािरी वशकषा और सवािगरीण ववकास को परमखता दरी जातरी ह सबस जयादा महतवपणल बात तो यह ह वक ऐसरी वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को इतना साहस और हौसिा वदया ह वक व समाज क भदभाव भर रवय पर सवाि उठा सकतरी ह और एक ऐस ससार का सपना दख सकतरी ह जहा नयाय हो और उनकी आवाज स नरी भरी जाए और उनका सममान भरी हो सक

05 - 11 मारष 2018 13सवचछता

मवात क कई गाव गडगाव स जयादा दर नही ह िहा

बहत स कॉल सटर बीपीओ और अनय कई बहराषटीय

कपजनयो क दफतर ह

मजहला अकसमता क सममान की अनठी जमसाल

आजदवासी यवजतयो को अकलपन स डर नही लगता बसतर क सदर नसल परिाजवत इलाको म ऐसी कई यवजतया ह जिनक जवखयात पररवारो म अब िायदाद सिालन वाल नही रह पर व वहा न कवल जवरासत

सिाल रही ह बकलक उनक पररवार की छतरछाया की दरकार रखन वाल आजदवाजसयो को आसरा िी द रही ह

इरा झा

आवदवासरी समाज म मवहिा परष की साथरी ह वह उसकी सहकमवी ह उसकी समाज

और पररवार म बराबर की भागरीदाररी ह जरी हा बसतर की आवदवासरी मवहिाए हम शहररी मवहिाओ की तरह अपन पररवार क परष सदसयो की मोहताज नही ह उनह बाजार स सबजरी-भाजरी और सौदा मगवान स िकर खतो म हि चिान तक क विए अपन बर या पवत का मह नही ताकना पिता ह वह हम शहररी मवहिाओ स कई मायनो म बहत जयादा समथल ह मवहिाओ क सशलतिकरण का परतरीक अतरराषटरीय मवहिा वदवस उनक वजकर क बगर परा नही हो सकता य न वसफफ घर क सार कामकाज करतरी ह बाि-बचच पाितरी ह बलक पर वदन खतो म काम भरी करतरी ह इनका परा साि खतो म काम करत हरी बरीतता ह बसतर की आवदवासरी मवहिाओ क अवधकार असरीवमत ह वह घर स बाहर तक की पररी वयवसथा सभाितरी ह और हर कदम पर पवत उसक साथ होता ह

इनक कामकाज का दायरा खत-खविहान और हार बाजार तक का ह खत का परा वजममा भरी यहरी उठातरी ह बरीज िाना उनह मसिाधार बाररश म रोपना और किरी धप म चौकीदाररी करन क बाद फसि कारना यह सब उनही क वजमम ह यहा

तक वक बाजार म इस बचन भरी वहरी ि जातरी ह ऐसरी मवहिाए जो खतरी नही करती घर म बािरी म उगरी सलबजया और जगिरी उतपादो जस महआ रोरा जिाऊ िकिरी िाख आविा झाड वगरह को पररवार की आमदनरी का जररया बना ितरी ह और इस पररी कवायद म पवत उसक साथ रहता ह जब मवहिा खत म जझ रहरी होतरी ह तो पवत घर म बचचो की दखभाि म िगा रहता ह वह उनक विए खाना पकाता ह बाररश स बचाव क विए छत की मरममत जस छोर-मोर काम करता ह घर की बािरी म सलबजयो फिो िताओ की सभाि करता ह और घर क बजगषो की दखभाि करता ह हर कदम पर पारसपररक सहयोग और मवहिा अलसमता क सममान की अनठरी वमसाि बसतर का आवदवासरी समाज ह इस समाज म मवहिाए अपनरी मजवी की माविक ह उसकी सवायतततता बलक अवधकाररता की बवढ़या वमसाि तो यहरी ह वक वह न कवि अपना जरीवनसाथरी खद चन सकतरी ह बलक चाह तो पहि उस परख भरी सकतरी ह इस परपरा को िमसना कहा जाता ह इसक तहत शादरी क योगय यवक को यवतरी क घर म रहकर काम-काज म मदद करक अपनरी योगयता वसदध करनरी पितरी ह इस पररीकषा म फि या पास करन का अवधकार पररी तरह स यवतरी पर होता ह िमसना बठान की यह परपरा सरगजा और मडिा क गोड समाज म भरी ह

पररवार और घरल कामकाि क परजशकण क जलए उनह घोटल िान की छट ह यह आजदवासी नौिवानो क ससकार गह ह घर क कामकाि स जनपटकर यवक-यवती रात म यहा िटत ह और जकसी सयानी

मजहला की जनगरानी म नारत-गात और कामकाि सीखत ह

यहरी नही इसस पहि पररवार और घरि कामकाज क परवशकषण क विए उनह घोरि जान की छर ह यह आवदवासरी नौजवानो क ससकार गह ह घर क कामकाज स वनपरकर यवक-यवतरी रात म यहा जरत ह और वकसरी सयानरी मवहिा की वनगरानरी म नाचत-गात और कामकाज सरीखत ह मन वमि गया तो शादरी क साथ यवा जोि की घोरि स ववदाई हो जातरी ह व वफर उधर का रख नही कर सकत घोरि अब बसतर क पररवश स गायब हो चि ह शहररी खासतौर पर मरीवडया की दखिदाजरी न इस ससथा को िपत होन पर मजबर कर वदया ह पर आवदवासरी यवतरी की वनरपकष लसथवत की इसस बहतर वमसाि और कया हो सकतरी ह

आवदवासरी यववतयो को अकिपन स भरी डर नही िगता बसतर क सदर नकसि परभाववत इिाको म ऐसरी कई यववतया ह वजनक ववखयात पररवारो म अब जायदाद सभािन वाि नही रह पर व वहा न कवि ववरासत सभाि रहरी ह बलक उनक पररवार की छतछाया की दरकार रखन वाि आवदवावसयो को आसरा भरी द रहरी ह बि आवदवासरी पररवारो की ििवकया ह य गाव छोिकर वदलरी स िदन तक कही भरी बस सकतरी थी उनका समपलण दवखए जजबा दवखए अपन िोगो क परवत सह दवखए

यह लसथवत तब ह जब घन जगिो क बरीच बस गावो म सरज की रोशनरी नही पहचतरी जगिरी जानवरो का खतरा मडराता रहता ह और असपताि म दवाइयो का पता नही रहता और सककि बदहाि ह यवद इनह शहररी िोगो स मामिरी या बराबर की सववधाए वमि जाए तो इनकी वहममत इनका जजबा और ताकत बजोि होगरी यह तय मावनए

शहरी मजहलाओ स जयादा सशति ह बसतर की मजहलाए

घर स बाहर तक की परी वयवसथा सिालती ह य आजदवासी मजहलाएिीवन साथी रनन और परखन का

परा अजधकार इनक पास ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण 05 - 11 मारष 201814

एसएसबी यरो

हाि म वबहार की एक दवित मवहिा रनकी दवरी न अपना मगिसत बचकर घर म शौचािय बनवान की नजरीर पश

की यह घरना दो बातो की तरफ इशारा करतरी ह पहिरी बात तो यह वक तमाम सफाई अवभयानो और शौचािय वनमालण की योजनाओ क बावजद आज भरी गावो म शौचािय की समसया बहत बिरी ह दसररी बात यह वक सवचछता का मदा सबस जयादा मवहिाओ स जिा ह यहरी वजह ह वक सवचछता आदोिन को मवहिा सशलतिकरण की वदशा म एक बिरी और कारगर पहि क तौर पर दखा जा रहा ह कछ समय पहि lsquoवाररएडrsquo नामक एनजरीओ की एक ररपोरट म तथय सामन आया वक भारत म 35 करोि 50 िाख मवहिाओ और ििवकयो को शौचािय मयससर नही ह lsquoद सरर ऑफ वडटस रायिर 2017rsquo नामक इस ररपोरट म कहा गया था वक पररी दवनया म भारत म सबस कम िोगो क पास शौचािय जसरी बवनयादरी सववधा उपिबध ह

सककिो म शौचािय न होन क कारण बहत साररी ििवकया आठवी ककषा तक आत-आत सककि छोिन पर बाधय हो जातरी ह इवडया सपड की एक ररपोरट म सामन आया था वक गावो म िगभग 28 परवतशत ििवकया परीररयडस क वदनो म सककि हरी नही जाती इसका परमख कारण सककिो म शौचािय का न होना ह कछ समय पहि lsquoपरथमrsquo नाम क एक एनजरीओ की ररपोरट म कहा गया वक दश म चि रह कि सककिो म 74 परवतशत सरकाररी ह इनम स 47 परवतशत सककिो म आज तक ििवकयो क विए अिग स शौचािय की वयवसथा नही ह

इसरी तरह गावो म भरी मवहिाए घर म शौचािय न होन क कारण मह अधर सबह और मह अधर शाम को हरी खतो म जा पातरी ह वदन क वकसरी अनय समय पर शौचािय जान की जररत महसस होना उन मवहिाओ क विए बिरी समसया ह बहत सार सरकाररी या वनजरी सककिो म आज भरी मवहिा अधयावपकाओ क विए अिग स शौचाियो की वयवसथा नही ह यहा तक वक बि शहरो म भरी छोर ससथानो या दफतरो म काम करन वािरी ििवकयो-मवहिाओ क विए भरी अकसर हरी कोई शौचािय नही होता

मवहिाओ क विए सावलजवनक जगहो पर इतन कम शौचाियो का होना समाज और सरकार दोनो की उनक परवत असवदनशरीिता की तरफ साफ इशारा करता ह मवहिा सशलतिकरण की वदशा म सबस जरररी व ठोस परयास मवहिाओ की बवनयादरी जररतो को समझना और उन पर काम करना ह वनजरी और सावलजवनक जगहो पर शौचाियो का वनमालण उनकी बवनयादरी जररतो म स एक ह सवतत भारत म इस दरकार को अगर सबस पहि वकसरी न समझा तो व ह डॉ ववनदशवर

सवचछ राह पर आधी दजनयादश म सवचछता क साथ मजहला सशकतिकरण को लकर िो जवजिनन अजियान रलाए िा रह ह उसम जिस ससथा और वयकति

का नाम सबस पहल िहन म आता ह वह ह सलि इटरनशनल और इस ससथा क परणता डॉ जवनदशवर पाठक

पाठक और उनकी ससथा सिभ इररनशनि नबब क दशक म भारत को 21वी सदरी म जान

की बात खब होतरी थरी य बात जहा ससद क बाहर-भरीतर राजनरीवतक िाइन क साथ कहरी जातरी थरी वही आवथलक-सामावजक सतर पर भरी भावरी भारत स जि सरोकारो और चनौवतयो को िकर ववमशल चिता था पर वकसरी न कभरी सोचा भरी होगा वक 21वी सदरी क दसर दशक तक पहचकर सवचछता दश का पराइम एजडा बन जाएगा इस बदिाव क परीछ बिा सघषल ह आज दश म सवचछता क साथ मवहिा सशलतिकरण को िकर जो वववभन अवभयान चिाए जा रह ह उसम वजस ससथा और वयलति का नाम सबस पहि जहन म आता ह वह सिभ इररनशनि और इस ससथा क परणता डॉ ववनदशवर पाठक

पररी दवनया आज डॉ पाठक को lsquoरॉयिर मनrsquo क रप म जानतरी ह उनहोन एक तरफ जहा वसर पर मिा ढोन की मिरी परथा को खतम करन बरीिा उठाया वही दशभर म सिभ शौचािय की

उपिबधता स उनहोन आम िोगो की सवचछता जररत को परा करन क कषत म महान कायल वकया बिरी बात यह ह वक डॉ पाठक दारा शर वकया गया सवचछता का सिभ अवभयान अब भरी थमा नही ह परधानमतरी नरदर मोदरी दारा दो अकरबर 2014 को सवचछ भारत वमशन शर होन क बाद डॉ पाठक क मागलदशलन म सिभ का सवचछता अवभयान नई पररणा और गवत क साथ आग बढ़ रहा ह शौचािय और सवचछता को पाच दशक स अपनरी समझ और ववचार की धररी बनाकर चि रह डॉ ववनदशवर पाठक न एक तरह स दवनया को सवचछता का नया समाजशासत वसखाया ह वजसम साफ-सफाई क सबक तो ह हरी मानवरीय परम और करणा को भरी पयालपत महतव वदया गया ह

जसर पर मला ढोन की परथावबहार गाधरी शताबदरी सवमवत म एक कायलकताल क नात गाधरी ववचार और कायलकरमो क कररीब आए डॉ पाठक न तब स न वसफफ पर दश म बलक

ववशव म सवचछता का अिख जगा रह ह वसर पर मिा ढोन की परथा को िकर सिभ न उलखनरीय कायल वकए ह वसर स मिा ढोन वाि िोगो को इस अमानवरीय कायल स मलति वदिान की सोच की हरी दन ह सिभ दारा ववकवसत हआ दो गडो वािा शौचािय आज यह तकनरीक पररी दवनया म lsquoसिभ शौचाियrsquo क रप म जानरी जातरी ह इस तकनरीक म पहि गड म जमा शौच खाद म बदि जाता ह सिभ न शौचािय क जररए गस बनान और उस वबजिरी तक बनान क कामयाब परयोग वकए ह 1970 म सिभ इररनशनि की सथापना हई और आज शौचािय वनमालण की ससतरी तकनरीक क विए इसकी दवनयाभर म पहचान ह सिभ परणता डॉ पाठक भरी मानत ह वक गाधरी जरी क बाद अगर इस दश म सवचछता क महतव को वकसरी न गहराई स समझा ह तो व ह परधानमतरी नरदर मोदरी

सरकार का िवाब वसर पर मिा ढोना भारत म परवतबवधत काम ह गत वषल राजयसभा म एक परशन क जवाब म कदर सरकार म मतरी थावरचद गहिोत न बताया था वक दश म 26 िाख ऐस शौचािय ह जहा पानरी नही ह जावहर ह वहा हाथ स मिा साफ करना पिता ह सफाई कमलचाररी आदोिन न अपन सवत म बताया ह वक 1993 स अब तक 1370 सरीवर वकफसल की मौत हो चकी ह इस वदशा म सकवजसल क पनवालस का सबस बिा अवभयान सिभ ससथा न हरी छिा ह मवहिा सकवजसल को सिभ न न वसफफ इस परथा स आजादरी वदिाई बलक उनक पनवालस और जरीवन यापन की भरी वचता की सिभ न ऐस कई कदर सथावपत वकए जहा मवहिा सकवजसल को वकलपक रोजगार क गर वसखाए जात ह डॉ पाठक को इस बात का शय जाता ह वक वजस मिरी परथा को िकर कभरी महातमा गाधरी न कहा था वक उनक सपनो क भारत म इसक विए कोई जगह

डॉ पाठक न एक तरफ िहा जसर पर मला ढोन की मली परथा को खम करन का बीडा उठाया वही दश िर म सलि शौरालय की उपलधता

स उनहोन लोगो और खासतौर स मजहलाओ की सवचछता िररत को परा करन क कतर म महान कायष जकया

आि सवचछता दश का पराइम एिडा बन रका ह

टीसीएस 10000 सकलो म लडजकयो क जलए शौरालय बनावा रहा ह गावो म 28 परजतशत लडजकया पीररयडस क जदनो म सकल

ही नही िाती ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण05 - 11 मारष 2018 15

नही होगरी उस पररणा को उनहोन अपनरी वजदगरी का वमशन बना विया

राषटीय सवचछता जमशनपरधानमतरी नरदर मोदरी न जब 2014 म राषटरीय सवचछता वमशन की घोषणा की तो दश म सवचछता कायलकरम को पहिरी बार राषटरीय सतर पर गभरीर पराथवमकता वमिरी अपन सवचछता करायलकरमो क कारण अतरराषटरीय सतर पर खयावत और सममान परापत कर चक डॉ पाठक कहत भरी ह lsquoसवचछता को िकर दश म गभरीरता की कमरी रहरी इस महतव नही वदया गया इस कषत म वनवश का भरी अभाव रहा पर परधानमतरी नरदर मोदरी न इस पर पररदशय को

बदि कर रख वदया व ऐस पहि राषटरीय नता रह वजनहोन न वसफफ िाि वकि क पराचरीर स शौचाियो की बात की बलक इस बार म ववदशरी नताओ तक स िगातार चचाल करत रह उनहोन दश को यह सोचन और मानन क विए बाधय वकया वक अगर हम सवचछता क मामि म आग नही बढ़ तो वफर एक ववकवसत राषट क रप म हमारा उभरना मलशकि ह विहाजा यह समय ह जब हम दश को सवचछ और सदर बनान क विए एक साथ खि हो तावक सभय सससककत और सवचछ दशो की कतार म हम भरी फखर स खि हो सकrsquo

परधानमतरी क सवचछता वमशन स डॉ पाठक दारा पहि स वकए जा रह परयासो को जहा नए

वसर स महतव वमिा वही व इस बात स खास परोतसावहत और परररत भरी हए वक दश का परधानमतरी इतन वषषो क बाद गाधरी जरी क सवचछता कायलकरमो को न वसफफ अपना रहा ह बलक उस दश म एक जनादोिन की शकल दन म िगा ह बात सवचछता की कर तो इसम कही कोई दो मत नही वक इस काम को वजस िगन और ववसतार क साथ डॉ पाठक न अब तक वकया ह वसा उदाहरण भारत तो कया दवनया म दिभल ह यहरी कारण ह वक सिभ परणता दश-ववदश म अब तक सौ स जयादा वववशष सममानो स नवाज जा चक ह इनम भारत सरकार दारा पदम भषण (1991) इररनशनि सर फावसस पराइज इरिरी (1992) यएन हवबरर दारा गिोबि

मवहिा ववकास और सभयता की परतरीक होतरी ह यवद आप जानना चाहत ह वक समाज

वकतना अचछा ह तो रासत म चिन वािरी वकसरी मवहिा स बात कर और आपको वबना वकसरी अथलशासतरी की मदद क उततर वमि जाएगा मवहिा ववकास सदरता वनमलिता और उन सभरी चरीजो की परतरीक होतरी ह जो जरीवन को साथलक बनातरी ह य बात कछ वषल पवल पदमभषण डॉ ववनदशवर पाठक न उदयपर म एक राषटरीय सममिन को सबोवधत करत हए कहरी थी सममिन का आयोजन lsquoमवहिा-सशलतिकरण-लसथवत और भवमका पर उभरता हआ पररदशयrsquo ववषय पर ववशवववदयािय अनदान आयोग क सहयोग स मोहनिाि सखाविया ववशवववदयािय उदयपर क समाजशासत-ववभाग न वकया था इस कायलकरम म डॉ पाठक मखय अवतवथ क रप म शावमि हए थ

डॉ पाठक न सममिन म समकािरीन पररदशय क बार म बताया और कहा वक ववकासशरीि दशो म मवहिाओ की लसथवत असतोषपरद रहरी ह यरोप और अमररका म भरी उनह मतदान का अवधकार वपछिरी सदरी क

पवालधल म वमिा वशकषा क परचार और रसोईघर क उपकरणो स उनह मतदान क अवधकार स अवधक शलति वमिरी दसर ववशवयदध क बाद लसथवत सधररी भारत और अनय ववकासशरीि दशो म उनकी ददलशा क कारण रह ह गित परपराए और सामावजक कररीवतया डॉ पाठक न यह भरी कहा वक भारत म सकववजग करन वाि िोग असपशय मान जात ह व गररीबरी और जावत क सबस वनचि पायदान पर होत ह िगभग 7 िाख सकवजरो म 70 परवतशत मवहिाए ह सिभ न मवहिाओ क सशलतिकरण क विए अपनरी तरह स कदम उठाए ह कमाऊ शौचािय की जगह सिभ शौचािय-तकनरीक स सकवजर मवहिाओ को उनक पश स मति कराया गया ह वववभन वयावसायो म परवशकषण-दारा उनह जरीववका अवजलत करन का परवतलषत रासता वदखिाया गया राजसथान क अिवर और रोक क इस कायलकरम न इन मवहिाओ को नई राजकमाररया बनाया ह

सिभ सकववजग समापत करन सकवजसल क मानवावधकार िौरान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथावपत करन की वदशा म वनरतर कायलरत रहा ह सिभ न सवचछता-कायलकरमो म

मवहिाओ की पररी भागरीदाररी की वकाित की ह उनकी वशकषा सिमो म सवासथय तथा सफाई क बार म जागरकता-अवभयान स समदाय तथा पयालवरण म सपष सधार पररिवकषत होता ह वदलरी क सिमो म सिभ दारा हजारो मवहिाओ को परवशवकषत वकया गया ह य मवहिाए अब सवासथय सवचछता तथा सामावजक पररवतलन की दत क रप म कायलशरीि रहरी ह इसका परभाव घरो क सभरी सदसयो पर सवासथयकर रप स पिा ह सवचछ सववधाओ क साथ सवसथ पयालवरण परतयक मवहिा और बचच का अवधकार ह सिभ शौचािय तथा सान-पररसरो म मवहिाओ क विए अिग वयवसथा रहतरी ह जन 1996 म इसताबि म आयोवजत वसररी सवमर हवबरार-II कॉनफस म सवचछता क कषत म सिभ की उदोषणा lsquoबसर परलकरसrsquo क रप म की गई सयति राषट की आवथलक तथा सामावजक काउवसि दारा सिभ को सपशि कसरवरव सररस परदान वकया गया बाद म जनरि कसरवरव सररस परदान वकया गया ह

सिभ न lsquoनई वदशाrsquo नाम स अिवर तथा रोक (राजसथान) म वयावसावयक परवशकषण कदर सथावपत वकए ह जहा भतपवल सकवजर मवहिाओ को परवशवकषत वकया जाता ह अपना पराना पशा छोिन क बाद इस परकार उनह जरीववकोपाजलन का परवतलषत तररीका उपिबध कराया जाता ह इस परवशकषण क आयाम ववववध परकार क ह वजनम पढ़ना-विखना खादय-सामगरी बनाना वसिाई-कढ़ाई सौनदयल-परसाधन इतयावद शावमि ह यहा इन िोगो का वनयवमत मवडकि चकअप भरी होता ह इस परकार हए सामावजक रपातरण का अदाजा इस बात स िगाया जा सकता ह वक वहरी समाज जो इन सकवजसल को छन स भरी बचना चाहता था अब इनक बनाए खान क सामान खररीदन िगा ह इन मवहिाओ न सवय-सहायता दि बनाए ह य अपन बक खाता रखतरी ह और वहा स ऋण िकर अपना कारोबार चिातरी ह

मली परथा का अतदश म लगिग 7 लाख सककविरो म 70 परजतशत मजहलाए ह सलि सककवजिग समापत करन सककविरो क

मानवाजधकार लौटान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथाजपत करन की जदशा म जनरतरर कायषरत रहा ह

500 सकरॉि ऑफ ऑनर (2003) सरॉकहोम वारर पराइज (2009) और चरीन म सपन वडट रॉयिर सलममर म वडट रॉयिर ऑगतनाइजशन दारा हॉि ऑफ फम अवाडट (2008) आवद शावमि ह

दजनया का सबस बडा आदोलनसवचछता को िकर शर हआ सिभ आदोिन गाधरी क बाद उनकी राह पर बढ़ा दवनया का सबस बिा आदोिन ह इस आदोिन न मवहिाओ क साथ सामावजक सतर पर चि रहरी एक बिरी गरबराबररी और अनयाय को समापत करन म बिरी भवमका वनभाई ह खद डॉ पाठक क शबदो म lsquoगाधरी जरी न अपन डरबन क आशम म सबस पहि टरच िवटरन यानरी चारदरीवाररी क भरीतर शौच का इतजाम शर वकया उनकी वयवसथा म हर वयलति को अपना शौचािय साफ करना होता था आज भरी परान गाधरीवावदयो म आप यह चिन दख सकत ह गामरीण कषतो क विए उनका सझाव था वक टरी पर वमटरी यानरी गडा खो वदए शौच क बाद उस पर वमटरी डाविए दरअसि शौचािय की सफाई क जररए व मिा साफ करनवाि िोगो को समाज म बहतर सथान वदिाना चाहत थ हमार यहा परपरा रहरी ह वक घर क नजदरीक शौच न कर गाधरी जरी न उसम बदिाव का इतजाम वकया और चारदरीवाररी क भरीतर शौच वयवसथा की शरआत की उनकी कोवशश इन िोगो को शौच सफाई क वघनौन काम स मलति वदिानरी थरी व शौचािय को सामावजक बदिाव क औजार क तौर पर दखत थ गाधरी शताबदरी क दौरान 1969 म मझ िगा वक इस वदशा म काम वकया जाना चावहए इसरीविए मन सिभ इररनशनि की सथापना की और इसकी तरफ काम शर वकयाrsquo

सकलो म लडजकयो क जलए शौरालयसिभ की पहि आज सवचछता को िकर एक राषटरीय पररणा और अवभयान का नाम ह मवहिाओ को िकर सिभ की पररणा कस एक बि वमशन को परा कर रहरी ह उस बार म डॉ पाठक बतात ह lsquoरारा कसरसरी सववलसज न 100 करोि रपए स दश क दस हजार सककिो म ििवकयो क विए शौचािय बनान का ऐिान वकया ह भारतरी-एयररि कपनरी न भरी 100 करोि स पजाब क िवधयाना वजि म शौचािय बनान का फसिा वकया ह ओररएरि बक ऑफ कॉमसल भरी दो करोि की िागत स शौचािय बनान जा रहा ह साफ ह वक दश म सफाई की वदशा म मोदरी जरी की अपरीि क बाद बिरी करावत की शरआत हो चकी ह

सवचछता को लकर शर हआ सलि आदोलन गाधी क बाद

उनकी राह पर दजनया का सबस बडा आदोलन ह इस आदोलन न मजहलाओ क साथ सामाजिक सतर पर रल रही एक बडी गर-बराबरी और अनयाय को समापत करन म

बडी िजमका जनिाई ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

16

मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 10: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

मतावधकार 05 - 11 मारष 201810

दवनया क सबस बि िोकतत अमररका क मकाबि दवनया का सबस बिा िोकतत भारत इस मायन म आग ह वक मवहिा

अवधकारो क परवत यह उनस जयादा सवदनशरीि और सजग रहा अमररका म सब कछ क बाद भरी मवहिाओ को मतवधकार स िस करन क परवत वहचवकचाहर थरी अमररका की यह वहचवकचाहर 144 वषषो बाद खतम हई अमररका हरी नही वरिरन न भरी इस मामि म जयादा उदारता नही वदखाई मवहिाओ को मतवधकार दन म उसन िगभग एक सदरी का वति खचल वकया लसवटजरिड क कछ इिाको म तो मवहिाओ को वोर दन का अवधकार 1974 म वमिा िवकन भारतरीय मवहिाओ को दश की आजादरी क वदन स यह अवधकार वदया गया

1947 म मवहिाओ को मतावधकार क अवधकार दन का फसिा उस वति वकतना बिा था इसका अदाजा िवखका डॉकरर ओवनलर शवन की इस ववषय पर विखरी पसतक स िगाया जा सकता ह वजसम वो विखतरी ह वक कररीब 10 िाख िोगो की मौत और एक करोि 80 िाख िोगो क घरो की तबाहरी क विए वजममदार बरवार की आग म झिस रह एक दश म य फसिा विया जाना उस वति वकसरी भरी औपवनववशक राषट क विए एक बहत बिरी उपिलबध थरी

इस फसि स आजाद भारत म वोररो की सखया पाच गना तक बढ़कर कररीब 17 करोि 30 िाख तक पहच गई और इसम आधरी अबादरी मवहिाओ

ऐस जमला मताजधकार का अजधकारदजनया क कई बड दशो न मजहलाओ को मतदान करन क अजधकार स बहत वरषो तक वजरत रखा

लजकन िारत न आिादी क जदन स ही मजहलाओ को इस अजधकार स लस जकया

की थरी तब दभलगय स कररीब 28 िाख मवहिाओ क नाम वोरर विसर स हरा वदए गए कयोवक उनहोन अपना नाम हरी नही बताया और कररीब 85 परवतशत ऐसरी मवहिाए थी वजनहोन कभरी वोर हरी नही वदया था

अपनरी पसतक हाउ इवडया वबकम डमोकरवरक वसवरजनवशप ऐर द मवकग ऑफ द यवनवसलि फरचाइजरी म डॉ शवन न औपवनववशक शासन क दौर म मवहिाओ क मतावधकार क ववरोध क बार म ववसतार स विख ह व विखतरी ह वक वरिवरश अवधकाररयो न य तकफ वदया था वक सावलभौवमक मतावधकार भारत क विए सहरी नही होगा वरिवरश शासन क दौरान भारत म चनाव सरीवमत तौर पर होत थ वजसम धावमलक सामदावयक और वयावसावयक धाराओ क तहत बाररी गई सरीरो पर खि उममरीदवारो क विए कछ वोररो को हरी मतदान करन का अवधकार था इवतहासकार गरालडन फोबसल विखतरी ह वक भारतरीय मवहिा सगठनो को मवहिाओ को मतदान का अवधकार पान क विए एक मलशकि ििाई ििनरी पिरी थरी 1921 म बॉमब और मदरास

पहि परात बन जहा सरीवमत तौर पर मवहिाओ को वोर दन क अवधकार वदए गए बाद म 1923 स 1930 क बरीच सात अनय परातो म भरी मवहिाओ को मतदान का अवधकार वमिा

डॉ फोबसल अपनरी वकताब वमन इन मॉडनल इवडया म विखतरी ह वक वरितानरी हाउस ऑफ कॉमनस न मवहिाओ क विए वोवरग क अवधकार की माग करन वाि कई भारतरीय और वरितानरी मवहिा सगठनो की माग को नजरअदाज वकया मवहिाओ स भदभाव और उनका पदत म रहना इस फसि क परीछ उनकी आसान दिरीि थरी डॉ फोबसल विखतरी ह साफ तौर पर वरितानरी शासको न अपसखयको क अवधकार क तौर पर कवि परष अपसखयको को हरी अवधकार दन का वादा वकया मवहिाओ क मामि म उनहोन कछ मवहिाओ क अिग-थिग होन क बहान पररी मवहिाओ को उनका हक दन स इनकार कर वदया

औपवनववशक परशासको और ववधायको दोनो न हरी मतावधकार की सरीमाओ को बढ़ान का ववरोध वकया था डॉ फोबसल क अनसार वोवरग का ववरोध

करन वाि मवहिाओ को कमतर आकत थ और सावलजवनक मामिो म उनह अकषम मानत थ

कछ िोगो का कहना था वक मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दन स पवत और बचचो की उपकषा होगरी एक सजजन न तो यहा तक तकफ वदया वक राजनरीवतक काम करन स मवहिाए सतनपान करान म असमथल हो जाएगरी

मवहिा अवधकारो क विए ििनवािरी मणाविनरी सन न 1920 म विखा था वरितानरी सरकार क बनाए सभरी कानन मवहिाओ पर िाग होत थ और अगर उनक पास सपवतत ह तो उनह रकस भरी दना होता था िवकन उनह वोर दन का अवधकार नही था

वो कहतरी ह य कछ इस परकार था वक मानो वरितानरी शासक मवहिाओ स कह रह हो वक नयाय पान क विए अदाित का दरवाजा खरखरान की बजाय वो खद हरी लसथवत स वनपर

भारत क आवखररी औपवनववशक कानन भारत सरकार अवधवनयम 1935 क तहत दश क 3 करोि िोगो को वोर दन का अवधकार वदया गया यह दश की कि वयसक आबादरी का पाचवा वहससा था इसम मवहिाओ की सखया कम थरी

वबहार और उिरीसा परात (उस दौर म य दो राजयो एक हरी परात म आत थ) की सरकार न मतदाताओ की सखया कम करन और मवहिाओ स मतदान का अवधकार छरीनन की कोवशश की

डॉ शवन विखतरी ह वक सरकार का मानना था अगर मवहिा तिाकशदा या ववधवा ह या उसक पास सपवतत नही ह तो उसका नाम मतदाता सचरी स हरा वदया जाना चावहए

िवकन जब अवधकाररी भारत क पववोततर म बस खासरी पहावियो म उन समदायो क सपकफ म आए जहा मातसतता को माना जाता ह तो उनह मवहिाओ क मामि म एक अपवाद दखन को वमिा इस समदाय म सपवतत मवहिाओ क नाम पर होतरी ह

िारतीय मजहला सगठनो को मजहलाओ को मतदान का अजधकार पान क जलए एक मकशकल लडाई लडनी पडी थी 1921 म बॉमब और मदास पहल परात बन िहा सीजमत तौर पर मजहलाओ को वोट

दन क अजधकार जदए गए

अमररका न 144 वरषो क बाद जदया मजहलाओ को मताजधकार

जरिटन की मजहलाओ को एक सदी बाद जमला यह अजधकार

1947 म मजहलाओ को मताजधकार दकर िारत न बडा कदम उठाया

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 11मतावधकार

अिग-अिग परातो न भरी मवहिाओ क नाम शावमि करन स सबवधत अपन-अपन वनयम बनाए मदरास म अगर कोई मवहिा पशनधाररी ववधवा थरी वकसरी अवधकाररी या सवनक की मा थरी या उसक पवत रकस दत थ या सपवतत क माविक थ तो उस मतदान करन का अवधकार वदया गया

दखा जाए तो वोर दन की मवहिा की पातता पररी तरह स उसकी पवत की सपवतत योगयता और सामावजक लसथवत पर वनभलर थरी

डॉ शवन बतातरी ह मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दना और उनह सहरी मायनो म वोरर विसर म िकर आना औपवनववशक शासन म काम कर रह नौकरशाहो की कपना स पर था इसका एक कारण उस वति की ववदशरी सरकार का यहा की अवशवकषत जनता म भरोस की कमरी और गररीबो गामरीण और अवशवकषतो को अवधकर दन क सबध म उनकी नकारातमक सोच का नतरीजा थरी

आिादी क बाद बदल हालातिवकन जब आजाद भारत न य तय वकया वक वो दश क वयसको को वोर करन का यानरी अपनरी सरकार खद चनन का अवधकार दगरी तो चरीज बदिन िगी डॉ शवन विखतरी ह मतदाता सचरी तयार करन का काम नवबर 1947 म शर हआ साि 1950 की जनवररी तक जब भारत को उसका अपना सववधान वमिा तो उस वति तक सावलभौवमक मतावधकार और चनावरी िोकतत की सोच पखता हो चकी थरी िवकन साि 1948 म जब मसौदा मतदाता सचरी की तयाररी की बाररी आई तो उसम अनक समसयाए थी

कछ परातो क अवधकाररयो न मवहिाओ क नामो को विखन म काफी वदककत पश आन क बार म बताया कई मवहिाओ न अपना नाम बतान स इनकार कर वदया और अपना नाम बतान की बजाय खद को वकसरी की पतनरी मा बररी या वकसरी की ववधवा क रप म पश वकया सरकार न यह सपष कर वदया वक ऐसा करन की अनमवत नही दरी जा

जरितानी शासको न अलपसखयको क अजधकारो क तौर पर कवल परर अलपसखयको को ही अजधकार दन का वादा जकया मजहलाओ क मामल म उनहोन कछ मजहलाओ क अलग-थलग होन क बहान परी मजहलाओ

को उनका हक दन स इनकार कर जदया

सकतरी और मवहिाओ का पजरीकरण उनक नाम स हरी वकया जाएगा

पवल की औपवनववशक नरीवतयो स हरकर भारत सरकार न कहा वक मवहिा को वकसरी अनय की सबधरी क रप म नही बलक एक सवतत मतदाता क रप म पजरीककत वकया जाएगा सरकार न मरीवडया का सहारा िकर इस सबध म परचार करन

का काम शर वकया और मवहिाओ को अपनरी खद की पहचान क साथ नाम विखवान क विए उतसावहत वकया मवहिा सगठनो न भरी मवहिाओ स अपरीि की वक वो अपन वहतो की रकषा करन क विए खद मतदाता बन

दश की पहिरी ससद क विए अतिबर 1951 स फरवररी 1952 क बरीच म हए चनावो म मदरास की एक सरीर स चनाव ििन वाि एक उममरीदवार न कहा मतदाता कदर क बाहर वोर दन को विए मवहिा और परष गामरीण धयल स घरो इतजार कर रह थ वो कहत ह वक पदत म आई मसिमान मवहिाओ क विए अिग वोवरग बथ की वयवसथा की गई थरी

एक बडी िीत बशक मवहिाओ क हको की ििाई आज भरी जाररी ह वषल 1966 स भारत की ससद क वनचि सदन म 33 फीसदरी सरीर मवहिाओ क विए आरवकषत करन वािा एक वबि कि ववरोध क कारण अब तक अरका हआ ह आज पहि स कही अवधक मवहिाए मतदान कर रहरी ह और कभरी-कभरी परषो स भरी अवधक सखया म वो मतदान कर रहरी ह िवकन वो चनाव म उममरीदवार क रप म वो कम हरी नजर आतरी ह

2017 म जाररी की गई सयति राषट की एक ररपोरट क अनसार ससद म मवहिाओ की सखया की सचरी म 190 दशो म भारत का सथान 148 ह 542 सदसय वाि ससद क वनचि सदन म वसफफ 64 सरीरो पर हरी मवहिाए ह

सवचछता की लकमीतजमलनाड म जतरजर क सामजथरम गाव म सवचछता अजियान रलान

वाली लकमी न अपन अनिवो को साझा जकया ह

लकमी पररयासवामी

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह

अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी

वमिरी ह सबस बिरी बात यह वक म कोई सरकाररी कमवी नही बलक मात एक सवयसवक ह इसरीविए मर विय कछ खोन या पान जसरी कोई लसथवत नही ह मरा काम तो बस मररी उस कपना का पररणाम ह वजसको वजद बनाकर मन वकया ह म वह करतरी ह जो मर गाव क विए अचछा ह अगर कछ

भरी गित वदखता ह तो म उस सधारन का हर सभव परयास करतरी ह म तवमिनाड क वतचरी लसथत सामवथरम गाव म रहतरी ह आप मझ उन िोगो म शावमि कर सकत ह वजनक विए साफ-सफाई कछ जयादा हरी महतव रखतरी ह म खद तो सफाई पसद ह साथ हरी अपन आस-पास क िोगो को भरी अपन जसा रखन की कोवशश करतरी ह

िोग अपनरी आदत क मतावबक सिको पर चरीज फक दत ह बपरवाहरी म मशगि उनह यह भरी अदाजा नही होता वक व अपनरी हरी जमरीन गदरी कर रह ह वजस साफ रखन की वजममदाररी उनकी भरी ह जब कभरी म गाव म वकसरी को गदगरी फिात दखतरी मझ खराब िगता म सवयसवक क तौर पर खद हरी गाव की सिको पर उनह साफ करन क विए उतर गई मन अपन वयलतिगत परयासो स सिको क वकनार ककिदान रखवाए गाव म ऐसरी वयवसथा सवनलचित की वक िोग पराना पिालसरक यहा-वहा फकन क बजाय एक जगह एकवतत कर वजसस उस ररीसाइवकि वकया जा सक हािावक हर नई शरआत म मझ िोगो क असहयोग का सामना करना पिा िवकन धरीर-धरीर हरी सहरी पर बाद म मझ सफिता वमितरी गई

पिालसरक और कचर क बाद मर गाव म सबस बिरी समसया खि म शौच की थरी यहा तक वक वजन घरो म शौचािय बन हए थ उन घरो क िोग भरी शौच क विए खतो म हरी जात थ यह लसथवत दो साि पहि की थरी िवकन आज चरीज बदि गई ह इस सखद बदिाव क विय मन खब महनत की

ह हािावक मर दो पिोवसयो समत गाव म अब भरी पदरह घर ऐस बच ह जहा शौचािय नही बना ह पर म कोवशश म ह वक उनह भरी समझाकर शरीघर हरी अपन गाव को खि म शौच की शमल स मति करा द

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी वमिरी ह मझ वह वदन भरी याद ह जब म वकसरी क पास जाकर अपनरी बात कहतरी थरी तो िोग दर स हरी हाथ जोिकर मझ भगा दत थ इन बातो स ववचवित न होन का पररणाम ह वक आज जब म कछ कहतरी ह तो िोग धयान स सनत ह मन अपन कछ दसर सावथयो की मदद स िोगो को सवचछता क महतव स पररवचत कराया ह आज मररी मवहम म मरा बरा भरी साथ जि गया ह

मझ गवल होता ह वक मन अपन बर को सामावजक वजममदाररी की जो वशकषाए दरी थी उनह वह अमि म िा रहा ह म वह वदन कस भि सकतरी ह जब मर पिोसरी न वकसरी बात पर जहर खाकर आतमहतया करन की कोवशश की थरी िवकन मर बर न दौि-भागकर डॉकरर की मदद स उसकी जान बचाई थरी मर कामो को दखत हए मझ गाम पचायत ववकास योजना की नतरी बना वदया गया ह मररी वजममदाररी अब और भरी बिरी हो गई ह और म कोवशश करगरी वक वपछि अनभवो क आधार पर अपनरी भवमका बखबरी वनभाऊ

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 201812 वशकषा

मवात म जशका की लहरमजहला-जशका क कतर म दश क सबस जपछड कतरो म स एक मवात िी ह लजकन करीब 36 परजतशत मजहला जशका क

दर वाल इस जिल म पररवतषन की एक नई लहर दखी िा रही ह

सरर ता बरारा

जब म दखतरी ह वक आज भरी मर गाव म बहत-स अवभभावक अपनरी बवचचयो को सककि भजन स मना करत ह या

बि-बढ़ मररी जसरी ििवकयो क ििको की तरह घर स बाहर खि म खिन पर एतराज जतात ह तो मझ बहत दःख होता ह यह कहना ह 12 साि की छोररी-सरी बचचरी नावदया का हररयाणा क मवात वजि म रहन वाि मलसिम समदाय की नावदया नई नगि गाव क सककि म सातवी ककषा की छाता ह

सामदावयक रवडयो रवडयो मवात क एक कायलकरम म एक मवहिा न बतौर कॉिर बातचरीत करत हए सवाि पछा वक जब हमार समदाय की एक ििकी रवडयो पर कायलकरम पश कर सकतरी ह तो हम रवडयो पर सगरीत कायलकरम का मजा िन जसरी मामिरी-सरी बात क विए भरी कयो रोका जाता ह

रवडयो मवात क विए काम करन वािरी वाररीसा समदाय की उन कछ वगनरी-चनरी ििवकयो म स ह जो समदाय क िोगो क तमाम सखत ववरोधो क बावजद अपन वपता क सहयोग स अपनरी वशकषा को जाररी रख पाई सरकाररी सककि स पढ़री वाररीसा बतातरी ह वक आठवी ककषा तक पहचत-पहचत उसक साथ की सभरी ििवकया सककि छोिकर जा चकी थी

हररयाणा का मवात वजिा मवहिा-वशकषा क कषत म दश क सबस वपछि कषतो म स एक ह वषल 2011 म हई जनगणना क मतावबक मवहिा-वशकषा की दर यहा 36 परवतशत स थोिरी हरी अवधक ह जबवक ििवकयो क सककि छोिन की दर काफी अवधक ह सरकाररी वबसाइर पर उपिबध आकि बतात ह वक जहा वषल 2012-13 म सरकाररी सककिो म पहिरी ककषा स 5वी ककषा तक पढ़न वािो छातो की सखया 160057 थरी तो वही ककषा 6 स 8 म पढ़न वाि छातो की सखया कवि 42605 जहा तक ििवकयो का सवाि ह तो 5 परवतशत स जयादा ििवकया उचच ककषाओ तक नही पहच पाती

पर इन वनराशाजनक आकिो क बावजद यह बात उममरीद की िौ जिातरी ह वक मवात जस वपछि कषत क गाव की साधारण-सरी नावदया जसरी ििकी आज ििवकयो क साथ हो रह भदभाव पर सवाि खि करन की वहममत करन िगरी ह यह बात सावबत करतरी ह वक पररवतलन की शरआत हो चकी ह

सबस महतवपणल बात तो यह ह वक मवात जस शवकषक रप स वपछि इिाक क एक गाव म कछ अवभभावको न अपनरी ििवकयो को वनजरी कषत क सहवशकषा (को-एड) सककिो म भजना शर कर वदया ह नई नगि का सककि इसका उदाहरण ह ऐस सककिो म पढ़ान क विए अवभभावक अपनरी जब स पस खचल करन म भरी परीछ नही ह रवडयो मवात क विए काम करत हए आज वाररीसा ििवकयो की वशकषा क महतव और उनक साथ वकए जान वाि भदभाव क वखिाफ परचार म जररी हई ह

वाररीसा कहतरी ह वक रवडयो पर मनोरजक कायलकरम परसाररत करन क अिावा म रवडयो मवात पर वमयो समदाय स सबवधत मवहिा अधयापको को रवडयो कायलकरमो म आमवतत करतरी ह तावक उनस पररणा पाकर अनय अवभभावक भरी अपनरी ििवकयो को सककि भज और माधयवमक सककिो की पराथवमक ककषाओ म हरी अपनरी ििवकयो को पढ़ाई छोिन क विए मजबर न करक उनह आग और भरी पढ़न द वह कहतरी ह वक खशरी की बात तो यह ह वक आज

वववावहत मवहिाए भरी भदभाव क वखिाफ आवाज उठान िगरी ह

वाररीसा का कहना ह वक कम स कम आज मवहिाओ म इतना साहस तो आ हरी गया ह वक व अपन वखिाफ होन वाि भदभाव को िकर सवाि खि करन िगरी ह कछ साि पहि तक यह सब सभव नही था इस कषत म ििवकयो की वशकषा को बढ़ावा दन क विए राजय सरकार गर सरकाररी सगठनो और वनजरी कषत दारा वपछि कई सािो स परयास वकए जा रह ह वषल 1982 म हररयाणा सरकार न वझरका और नह म सहवशकषा (कोएड) वाि अगजरी माधयम क दो सककि शर वकए थ तावक मवात कषत क इस परपरागत ससककवत और सामावजक तान-बान वाि इिाक क बचचो को अचछरी गणवतता वािरी वशकषा परदान की जा सक इसक दो साि बाद हरी इन सककिो को सरीबरीएसई स सबदध कर वदया गया आज ऐस सात सहवशकषा वाि सककि मवात मॉडि सककि सोसाइररी (एमएमएसएस) दारा चिाए जा रह ह वजनम ििवकयो स कोई टशन फीस नही िरी जातरी इनम स छह सककि उचचतर माधयवमक सतर क और एक माधयवमक सतर का ह इन मॉडि सककिो म 40 परवतशत स अवधक सखया ििवकयो की ह वजनम स 57 परवतशत स अवधक ििवकया वमयो समदाय की ह

मवात क इस इिाक म 6 कसतरबा गाधरी बाविका ववदयािय भरी चिाए जा रह ह वजनम 1400 ििवकया पढ़ रहरी ह इनम स 64 परवतशत वमयो समदाय की ह140 ििवकयो को नह क मवात मॉडि सककि म पढ़ाई क अिावा मफत रहन और खान की सववधा भरी परदान की गई ह

खास बात यह ह वक वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को आतमववशवास साहस और समाज म भदभाव क वखिाफ आवाज बिद करन का दढ़-वनचिय वदया ह नावदया एक सवदनशरीि ििकी ह जो समाज म फि भदभाव और अनयाय को िकर

अब गामीणो को यह महसस होन लगा ह जक अगिी माधयम म जशका परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कतरो म ही आसानी स

नौकररया जमल सकती ह इसक जलए उनह दरदराि क इलाको म िान की िररत नही

2012-13 म सरकारी सकलो म 5वी तक 160057 छातर थ

पार परजतशत स जयादा लडजकया उचर ककाओ तक नही पहर पाती थीआि जशका को लकर गिीरता व सकलो म छातराओ की सखया बढ़ी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

काफी वचवतत हनावदया कहतरी ह वक वो एक डॉकरर बनना

चाहतरी ह कयोवक अमरीरो को तो असपतािो म अचछरी दखभाि और परा इिाज वम ि जाता ह जबवक गररीबो को घरो असपताि की िबरी िाइनो म इतजार करना पिता ह और उनक बावजद भरी डॉकरर का वयवहार उनक परवत उदासरीन रहता ह

एमएमएसएस और कजरीबरीवरी क तहत चिन वाि सककिो क अिावा एडकॉम सोयशस नामक सगठन क तहत छह यवनवसलि एकडमरी सककि भरी मवात म चिाए जा रह ह य सगठन भारत और ववदशो म वशकषा क कषत म वडवज रि करावत िान वािा अगणरी सगठन ह

हािावक इस सककि म अब भरी कवि 182 छात हरी ह जो सखया क विहाज स बहद कम ह िवकन वफर भरी वमयो समदाय वाि मवात क इस वपछड कषत म जहा ििवकयो को वशकषा वदिाना अवतम पराथवमकता ह वहा वनशक वशकषा उपिबध न करान वाि सककिो म भरी अपन बचचो का दावखिा करान की पहि वाकई सवागत योगय ह

गामरीण इिाको म यवनवसलि एकडमरी क साथ भागरीदाररी म सककि चिान वािरी ससथा एडकॉम की अकादवमक परमख अनराधा बतातरी ह वक शरआत म उनका काफी ववरोध हआ था गावो म िोगो को मनान क विए उनह काफी जदोजहद करनरी पितरी थरी वक व अपनरी ििवकयो को सककि भज उस वति य आसान नही था पर आज हािात बदि रह ह यवनवसलि एकडमरी सककिो म ििवकया पढ़न आ रहरी ह

एक और बदिाव भरी दखन म आया ह वक अब गामरीणो को यह महसस होन िगा ह वक अगजरी माधयम म वशकषा परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कषतो म हरी आसानरी स नौकररया वमि सकतरी ह इसक विए उनह दरदराज क इिाको म जान की जररत नही मवात क कई गाव गिगाव स जयादा दर नही ह जहा की बहत स कॉि सरर बरीपरीओ और अनय कई बहराषटरीय कपवनयो क दफतर ह

चाह मॉडि सककि हो कजरीबरीवरी या यवनवसलि एकडमरी सककि महतवपणल बात यह ह वक इस वपछि इिाक क ििक-ििवकयो को आज ऐस सकक िो म पढ़न का मौका वमि रहा ह जहा अचछरी गणवतता वािरी वशकषा और सवािगरीण ववकास को परमखता दरी जातरी ह सबस जयादा महतवपणल बात तो यह ह वक ऐसरी वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को इतना साहस और हौसिा वदया ह वक व समाज क भदभाव भर रवय पर सवाि उठा सकतरी ह और एक ऐस ससार का सपना दख सकतरी ह जहा नयाय हो और उनकी आवाज स नरी भरी जाए और उनका सममान भरी हो सक

05 - 11 मारष 2018 13सवचछता

मवात क कई गाव गडगाव स जयादा दर नही ह िहा

बहत स कॉल सटर बीपीओ और अनय कई बहराषटीय

कपजनयो क दफतर ह

मजहला अकसमता क सममान की अनठी जमसाल

आजदवासी यवजतयो को अकलपन स डर नही लगता बसतर क सदर नसल परिाजवत इलाको म ऐसी कई यवजतया ह जिनक जवखयात पररवारो म अब िायदाद सिालन वाल नही रह पर व वहा न कवल जवरासत

सिाल रही ह बकलक उनक पररवार की छतरछाया की दरकार रखन वाल आजदवाजसयो को आसरा िी द रही ह

इरा झा

आवदवासरी समाज म मवहिा परष की साथरी ह वह उसकी सहकमवी ह उसकी समाज

और पररवार म बराबर की भागरीदाररी ह जरी हा बसतर की आवदवासरी मवहिाए हम शहररी मवहिाओ की तरह अपन पररवार क परष सदसयो की मोहताज नही ह उनह बाजार स सबजरी-भाजरी और सौदा मगवान स िकर खतो म हि चिान तक क विए अपन बर या पवत का मह नही ताकना पिता ह वह हम शहररी मवहिाओ स कई मायनो म बहत जयादा समथल ह मवहिाओ क सशलतिकरण का परतरीक अतरराषटरीय मवहिा वदवस उनक वजकर क बगर परा नही हो सकता य न वसफफ घर क सार कामकाज करतरी ह बाि-बचच पाितरी ह बलक पर वदन खतो म काम भरी करतरी ह इनका परा साि खतो म काम करत हरी बरीतता ह बसतर की आवदवासरी मवहिाओ क अवधकार असरीवमत ह वह घर स बाहर तक की पररी वयवसथा सभाितरी ह और हर कदम पर पवत उसक साथ होता ह

इनक कामकाज का दायरा खत-खविहान और हार बाजार तक का ह खत का परा वजममा भरी यहरी उठातरी ह बरीज िाना उनह मसिाधार बाररश म रोपना और किरी धप म चौकीदाररी करन क बाद फसि कारना यह सब उनही क वजमम ह यहा

तक वक बाजार म इस बचन भरी वहरी ि जातरी ह ऐसरी मवहिाए जो खतरी नही करती घर म बािरी म उगरी सलबजया और जगिरी उतपादो जस महआ रोरा जिाऊ िकिरी िाख आविा झाड वगरह को पररवार की आमदनरी का जररया बना ितरी ह और इस पररी कवायद म पवत उसक साथ रहता ह जब मवहिा खत म जझ रहरी होतरी ह तो पवत घर म बचचो की दखभाि म िगा रहता ह वह उनक विए खाना पकाता ह बाररश स बचाव क विए छत की मरममत जस छोर-मोर काम करता ह घर की बािरी म सलबजयो फिो िताओ की सभाि करता ह और घर क बजगषो की दखभाि करता ह हर कदम पर पारसपररक सहयोग और मवहिा अलसमता क सममान की अनठरी वमसाि बसतर का आवदवासरी समाज ह इस समाज म मवहिाए अपनरी मजवी की माविक ह उसकी सवायतततता बलक अवधकाररता की बवढ़या वमसाि तो यहरी ह वक वह न कवि अपना जरीवनसाथरी खद चन सकतरी ह बलक चाह तो पहि उस परख भरी सकतरी ह इस परपरा को िमसना कहा जाता ह इसक तहत शादरी क योगय यवक को यवतरी क घर म रहकर काम-काज म मदद करक अपनरी योगयता वसदध करनरी पितरी ह इस पररीकषा म फि या पास करन का अवधकार पररी तरह स यवतरी पर होता ह िमसना बठान की यह परपरा सरगजा और मडिा क गोड समाज म भरी ह

पररवार और घरल कामकाि क परजशकण क जलए उनह घोटल िान की छट ह यह आजदवासी नौिवानो क ससकार गह ह घर क कामकाि स जनपटकर यवक-यवती रात म यहा िटत ह और जकसी सयानी

मजहला की जनगरानी म नारत-गात और कामकाि सीखत ह

यहरी नही इसस पहि पररवार और घरि कामकाज क परवशकषण क विए उनह घोरि जान की छर ह यह आवदवासरी नौजवानो क ससकार गह ह घर क कामकाज स वनपरकर यवक-यवतरी रात म यहा जरत ह और वकसरी सयानरी मवहिा की वनगरानरी म नाचत-गात और कामकाज सरीखत ह मन वमि गया तो शादरी क साथ यवा जोि की घोरि स ववदाई हो जातरी ह व वफर उधर का रख नही कर सकत घोरि अब बसतर क पररवश स गायब हो चि ह शहररी खासतौर पर मरीवडया की दखिदाजरी न इस ससथा को िपत होन पर मजबर कर वदया ह पर आवदवासरी यवतरी की वनरपकष लसथवत की इसस बहतर वमसाि और कया हो सकतरी ह

आवदवासरी यववतयो को अकिपन स भरी डर नही िगता बसतर क सदर नकसि परभाववत इिाको म ऐसरी कई यववतया ह वजनक ववखयात पररवारो म अब जायदाद सभािन वाि नही रह पर व वहा न कवि ववरासत सभाि रहरी ह बलक उनक पररवार की छतछाया की दरकार रखन वाि आवदवावसयो को आसरा भरी द रहरी ह बि आवदवासरी पररवारो की ििवकया ह य गाव छोिकर वदलरी स िदन तक कही भरी बस सकतरी थी उनका समपलण दवखए जजबा दवखए अपन िोगो क परवत सह दवखए

यह लसथवत तब ह जब घन जगिो क बरीच बस गावो म सरज की रोशनरी नही पहचतरी जगिरी जानवरो का खतरा मडराता रहता ह और असपताि म दवाइयो का पता नही रहता और सककि बदहाि ह यवद इनह शहररी िोगो स मामिरी या बराबर की सववधाए वमि जाए तो इनकी वहममत इनका जजबा और ताकत बजोि होगरी यह तय मावनए

शहरी मजहलाओ स जयादा सशति ह बसतर की मजहलाए

घर स बाहर तक की परी वयवसथा सिालती ह य आजदवासी मजहलाएिीवन साथी रनन और परखन का

परा अजधकार इनक पास ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण 05 - 11 मारष 201814

एसएसबी यरो

हाि म वबहार की एक दवित मवहिा रनकी दवरी न अपना मगिसत बचकर घर म शौचािय बनवान की नजरीर पश

की यह घरना दो बातो की तरफ इशारा करतरी ह पहिरी बात तो यह वक तमाम सफाई अवभयानो और शौचािय वनमालण की योजनाओ क बावजद आज भरी गावो म शौचािय की समसया बहत बिरी ह दसररी बात यह वक सवचछता का मदा सबस जयादा मवहिाओ स जिा ह यहरी वजह ह वक सवचछता आदोिन को मवहिा सशलतिकरण की वदशा म एक बिरी और कारगर पहि क तौर पर दखा जा रहा ह कछ समय पहि lsquoवाररएडrsquo नामक एनजरीओ की एक ररपोरट म तथय सामन आया वक भारत म 35 करोि 50 िाख मवहिाओ और ििवकयो को शौचािय मयससर नही ह lsquoद सरर ऑफ वडटस रायिर 2017rsquo नामक इस ररपोरट म कहा गया था वक पररी दवनया म भारत म सबस कम िोगो क पास शौचािय जसरी बवनयादरी सववधा उपिबध ह

सककिो म शौचािय न होन क कारण बहत साररी ििवकया आठवी ककषा तक आत-आत सककि छोिन पर बाधय हो जातरी ह इवडया सपड की एक ररपोरट म सामन आया था वक गावो म िगभग 28 परवतशत ििवकया परीररयडस क वदनो म सककि हरी नही जाती इसका परमख कारण सककिो म शौचािय का न होना ह कछ समय पहि lsquoपरथमrsquo नाम क एक एनजरीओ की ररपोरट म कहा गया वक दश म चि रह कि सककिो म 74 परवतशत सरकाररी ह इनम स 47 परवतशत सककिो म आज तक ििवकयो क विए अिग स शौचािय की वयवसथा नही ह

इसरी तरह गावो म भरी मवहिाए घर म शौचािय न होन क कारण मह अधर सबह और मह अधर शाम को हरी खतो म जा पातरी ह वदन क वकसरी अनय समय पर शौचािय जान की जररत महसस होना उन मवहिाओ क विए बिरी समसया ह बहत सार सरकाररी या वनजरी सककिो म आज भरी मवहिा अधयावपकाओ क विए अिग स शौचाियो की वयवसथा नही ह यहा तक वक बि शहरो म भरी छोर ससथानो या दफतरो म काम करन वािरी ििवकयो-मवहिाओ क विए भरी अकसर हरी कोई शौचािय नही होता

मवहिाओ क विए सावलजवनक जगहो पर इतन कम शौचाियो का होना समाज और सरकार दोनो की उनक परवत असवदनशरीिता की तरफ साफ इशारा करता ह मवहिा सशलतिकरण की वदशा म सबस जरररी व ठोस परयास मवहिाओ की बवनयादरी जररतो को समझना और उन पर काम करना ह वनजरी और सावलजवनक जगहो पर शौचाियो का वनमालण उनकी बवनयादरी जररतो म स एक ह सवतत भारत म इस दरकार को अगर सबस पहि वकसरी न समझा तो व ह डॉ ववनदशवर

सवचछ राह पर आधी दजनयादश म सवचछता क साथ मजहला सशकतिकरण को लकर िो जवजिनन अजियान रलाए िा रह ह उसम जिस ससथा और वयकति

का नाम सबस पहल िहन म आता ह वह ह सलि इटरनशनल और इस ससथा क परणता डॉ जवनदशवर पाठक

पाठक और उनकी ससथा सिभ इररनशनि नबब क दशक म भारत को 21वी सदरी म जान

की बात खब होतरी थरी य बात जहा ससद क बाहर-भरीतर राजनरीवतक िाइन क साथ कहरी जातरी थरी वही आवथलक-सामावजक सतर पर भरी भावरी भारत स जि सरोकारो और चनौवतयो को िकर ववमशल चिता था पर वकसरी न कभरी सोचा भरी होगा वक 21वी सदरी क दसर दशक तक पहचकर सवचछता दश का पराइम एजडा बन जाएगा इस बदिाव क परीछ बिा सघषल ह आज दश म सवचछता क साथ मवहिा सशलतिकरण को िकर जो वववभन अवभयान चिाए जा रह ह उसम वजस ससथा और वयलति का नाम सबस पहि जहन म आता ह वह सिभ इररनशनि और इस ससथा क परणता डॉ ववनदशवर पाठक

पररी दवनया आज डॉ पाठक को lsquoरॉयिर मनrsquo क रप म जानतरी ह उनहोन एक तरफ जहा वसर पर मिा ढोन की मिरी परथा को खतम करन बरीिा उठाया वही दशभर म सिभ शौचािय की

उपिबधता स उनहोन आम िोगो की सवचछता जररत को परा करन क कषत म महान कायल वकया बिरी बात यह ह वक डॉ पाठक दारा शर वकया गया सवचछता का सिभ अवभयान अब भरी थमा नही ह परधानमतरी नरदर मोदरी दारा दो अकरबर 2014 को सवचछ भारत वमशन शर होन क बाद डॉ पाठक क मागलदशलन म सिभ का सवचछता अवभयान नई पररणा और गवत क साथ आग बढ़ रहा ह शौचािय और सवचछता को पाच दशक स अपनरी समझ और ववचार की धररी बनाकर चि रह डॉ ववनदशवर पाठक न एक तरह स दवनया को सवचछता का नया समाजशासत वसखाया ह वजसम साफ-सफाई क सबक तो ह हरी मानवरीय परम और करणा को भरी पयालपत महतव वदया गया ह

जसर पर मला ढोन की परथावबहार गाधरी शताबदरी सवमवत म एक कायलकताल क नात गाधरी ववचार और कायलकरमो क कररीब आए डॉ पाठक न तब स न वसफफ पर दश म बलक

ववशव म सवचछता का अिख जगा रह ह वसर पर मिा ढोन की परथा को िकर सिभ न उलखनरीय कायल वकए ह वसर स मिा ढोन वाि िोगो को इस अमानवरीय कायल स मलति वदिान की सोच की हरी दन ह सिभ दारा ववकवसत हआ दो गडो वािा शौचािय आज यह तकनरीक पररी दवनया म lsquoसिभ शौचाियrsquo क रप म जानरी जातरी ह इस तकनरीक म पहि गड म जमा शौच खाद म बदि जाता ह सिभ न शौचािय क जररए गस बनान और उस वबजिरी तक बनान क कामयाब परयोग वकए ह 1970 म सिभ इररनशनि की सथापना हई और आज शौचािय वनमालण की ससतरी तकनरीक क विए इसकी दवनयाभर म पहचान ह सिभ परणता डॉ पाठक भरी मानत ह वक गाधरी जरी क बाद अगर इस दश म सवचछता क महतव को वकसरी न गहराई स समझा ह तो व ह परधानमतरी नरदर मोदरी

सरकार का िवाब वसर पर मिा ढोना भारत म परवतबवधत काम ह गत वषल राजयसभा म एक परशन क जवाब म कदर सरकार म मतरी थावरचद गहिोत न बताया था वक दश म 26 िाख ऐस शौचािय ह जहा पानरी नही ह जावहर ह वहा हाथ स मिा साफ करना पिता ह सफाई कमलचाररी आदोिन न अपन सवत म बताया ह वक 1993 स अब तक 1370 सरीवर वकफसल की मौत हो चकी ह इस वदशा म सकवजसल क पनवालस का सबस बिा अवभयान सिभ ससथा न हरी छिा ह मवहिा सकवजसल को सिभ न न वसफफ इस परथा स आजादरी वदिाई बलक उनक पनवालस और जरीवन यापन की भरी वचता की सिभ न ऐस कई कदर सथावपत वकए जहा मवहिा सकवजसल को वकलपक रोजगार क गर वसखाए जात ह डॉ पाठक को इस बात का शय जाता ह वक वजस मिरी परथा को िकर कभरी महातमा गाधरी न कहा था वक उनक सपनो क भारत म इसक विए कोई जगह

डॉ पाठक न एक तरफ िहा जसर पर मला ढोन की मली परथा को खम करन का बीडा उठाया वही दश िर म सलि शौरालय की उपलधता

स उनहोन लोगो और खासतौर स मजहलाओ की सवचछता िररत को परा करन क कतर म महान कायष जकया

आि सवचछता दश का पराइम एिडा बन रका ह

टीसीएस 10000 सकलो म लडजकयो क जलए शौरालय बनावा रहा ह गावो म 28 परजतशत लडजकया पीररयडस क जदनो म सकल

ही नही िाती ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण05 - 11 मारष 2018 15

नही होगरी उस पररणा को उनहोन अपनरी वजदगरी का वमशन बना विया

राषटीय सवचछता जमशनपरधानमतरी नरदर मोदरी न जब 2014 म राषटरीय सवचछता वमशन की घोषणा की तो दश म सवचछता कायलकरम को पहिरी बार राषटरीय सतर पर गभरीर पराथवमकता वमिरी अपन सवचछता करायलकरमो क कारण अतरराषटरीय सतर पर खयावत और सममान परापत कर चक डॉ पाठक कहत भरी ह lsquoसवचछता को िकर दश म गभरीरता की कमरी रहरी इस महतव नही वदया गया इस कषत म वनवश का भरी अभाव रहा पर परधानमतरी नरदर मोदरी न इस पर पररदशय को

बदि कर रख वदया व ऐस पहि राषटरीय नता रह वजनहोन न वसफफ िाि वकि क पराचरीर स शौचाियो की बात की बलक इस बार म ववदशरी नताओ तक स िगातार चचाल करत रह उनहोन दश को यह सोचन और मानन क विए बाधय वकया वक अगर हम सवचछता क मामि म आग नही बढ़ तो वफर एक ववकवसत राषट क रप म हमारा उभरना मलशकि ह विहाजा यह समय ह जब हम दश को सवचछ और सदर बनान क विए एक साथ खि हो तावक सभय सससककत और सवचछ दशो की कतार म हम भरी फखर स खि हो सकrsquo

परधानमतरी क सवचछता वमशन स डॉ पाठक दारा पहि स वकए जा रह परयासो को जहा नए

वसर स महतव वमिा वही व इस बात स खास परोतसावहत और परररत भरी हए वक दश का परधानमतरी इतन वषषो क बाद गाधरी जरी क सवचछता कायलकरमो को न वसफफ अपना रहा ह बलक उस दश म एक जनादोिन की शकल दन म िगा ह बात सवचछता की कर तो इसम कही कोई दो मत नही वक इस काम को वजस िगन और ववसतार क साथ डॉ पाठक न अब तक वकया ह वसा उदाहरण भारत तो कया दवनया म दिभल ह यहरी कारण ह वक सिभ परणता दश-ववदश म अब तक सौ स जयादा वववशष सममानो स नवाज जा चक ह इनम भारत सरकार दारा पदम भषण (1991) इररनशनि सर फावसस पराइज इरिरी (1992) यएन हवबरर दारा गिोबि

मवहिा ववकास और सभयता की परतरीक होतरी ह यवद आप जानना चाहत ह वक समाज

वकतना अचछा ह तो रासत म चिन वािरी वकसरी मवहिा स बात कर और आपको वबना वकसरी अथलशासतरी की मदद क उततर वमि जाएगा मवहिा ववकास सदरता वनमलिता और उन सभरी चरीजो की परतरीक होतरी ह जो जरीवन को साथलक बनातरी ह य बात कछ वषल पवल पदमभषण डॉ ववनदशवर पाठक न उदयपर म एक राषटरीय सममिन को सबोवधत करत हए कहरी थी सममिन का आयोजन lsquoमवहिा-सशलतिकरण-लसथवत और भवमका पर उभरता हआ पररदशयrsquo ववषय पर ववशवववदयािय अनदान आयोग क सहयोग स मोहनिाि सखाविया ववशवववदयािय उदयपर क समाजशासत-ववभाग न वकया था इस कायलकरम म डॉ पाठक मखय अवतवथ क रप म शावमि हए थ

डॉ पाठक न सममिन म समकािरीन पररदशय क बार म बताया और कहा वक ववकासशरीि दशो म मवहिाओ की लसथवत असतोषपरद रहरी ह यरोप और अमररका म भरी उनह मतदान का अवधकार वपछिरी सदरी क

पवालधल म वमिा वशकषा क परचार और रसोईघर क उपकरणो स उनह मतदान क अवधकार स अवधक शलति वमिरी दसर ववशवयदध क बाद लसथवत सधररी भारत और अनय ववकासशरीि दशो म उनकी ददलशा क कारण रह ह गित परपराए और सामावजक कररीवतया डॉ पाठक न यह भरी कहा वक भारत म सकववजग करन वाि िोग असपशय मान जात ह व गररीबरी और जावत क सबस वनचि पायदान पर होत ह िगभग 7 िाख सकवजरो म 70 परवतशत मवहिाए ह सिभ न मवहिाओ क सशलतिकरण क विए अपनरी तरह स कदम उठाए ह कमाऊ शौचािय की जगह सिभ शौचािय-तकनरीक स सकवजर मवहिाओ को उनक पश स मति कराया गया ह वववभन वयावसायो म परवशकषण-दारा उनह जरीववका अवजलत करन का परवतलषत रासता वदखिाया गया राजसथान क अिवर और रोक क इस कायलकरम न इन मवहिाओ को नई राजकमाररया बनाया ह

सिभ सकववजग समापत करन सकवजसल क मानवावधकार िौरान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथावपत करन की वदशा म वनरतर कायलरत रहा ह सिभ न सवचछता-कायलकरमो म

मवहिाओ की पररी भागरीदाररी की वकाित की ह उनकी वशकषा सिमो म सवासथय तथा सफाई क बार म जागरकता-अवभयान स समदाय तथा पयालवरण म सपष सधार पररिवकषत होता ह वदलरी क सिमो म सिभ दारा हजारो मवहिाओ को परवशवकषत वकया गया ह य मवहिाए अब सवासथय सवचछता तथा सामावजक पररवतलन की दत क रप म कायलशरीि रहरी ह इसका परभाव घरो क सभरी सदसयो पर सवासथयकर रप स पिा ह सवचछ सववधाओ क साथ सवसथ पयालवरण परतयक मवहिा और बचच का अवधकार ह सिभ शौचािय तथा सान-पररसरो म मवहिाओ क विए अिग वयवसथा रहतरी ह जन 1996 म इसताबि म आयोवजत वसररी सवमर हवबरार-II कॉनफस म सवचछता क कषत म सिभ की उदोषणा lsquoबसर परलकरसrsquo क रप म की गई सयति राषट की आवथलक तथा सामावजक काउवसि दारा सिभ को सपशि कसरवरव सररस परदान वकया गया बाद म जनरि कसरवरव सररस परदान वकया गया ह

सिभ न lsquoनई वदशाrsquo नाम स अिवर तथा रोक (राजसथान) म वयावसावयक परवशकषण कदर सथावपत वकए ह जहा भतपवल सकवजर मवहिाओ को परवशवकषत वकया जाता ह अपना पराना पशा छोिन क बाद इस परकार उनह जरीववकोपाजलन का परवतलषत तररीका उपिबध कराया जाता ह इस परवशकषण क आयाम ववववध परकार क ह वजनम पढ़ना-विखना खादय-सामगरी बनाना वसिाई-कढ़ाई सौनदयल-परसाधन इतयावद शावमि ह यहा इन िोगो का वनयवमत मवडकि चकअप भरी होता ह इस परकार हए सामावजक रपातरण का अदाजा इस बात स िगाया जा सकता ह वक वहरी समाज जो इन सकवजसल को छन स भरी बचना चाहता था अब इनक बनाए खान क सामान खररीदन िगा ह इन मवहिाओ न सवय-सहायता दि बनाए ह य अपन बक खाता रखतरी ह और वहा स ऋण िकर अपना कारोबार चिातरी ह

मली परथा का अतदश म लगिग 7 लाख सककविरो म 70 परजतशत मजहलाए ह सलि सककवजिग समापत करन सककविरो क

मानवाजधकार लौटान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथाजपत करन की जदशा म जनरतरर कायषरत रहा ह

500 सकरॉि ऑफ ऑनर (2003) सरॉकहोम वारर पराइज (2009) और चरीन म सपन वडट रॉयिर सलममर म वडट रॉयिर ऑगतनाइजशन दारा हॉि ऑफ फम अवाडट (2008) आवद शावमि ह

दजनया का सबस बडा आदोलनसवचछता को िकर शर हआ सिभ आदोिन गाधरी क बाद उनकी राह पर बढ़ा दवनया का सबस बिा आदोिन ह इस आदोिन न मवहिाओ क साथ सामावजक सतर पर चि रहरी एक बिरी गरबराबररी और अनयाय को समापत करन म बिरी भवमका वनभाई ह खद डॉ पाठक क शबदो म lsquoगाधरी जरी न अपन डरबन क आशम म सबस पहि टरच िवटरन यानरी चारदरीवाररी क भरीतर शौच का इतजाम शर वकया उनकी वयवसथा म हर वयलति को अपना शौचािय साफ करना होता था आज भरी परान गाधरीवावदयो म आप यह चिन दख सकत ह गामरीण कषतो क विए उनका सझाव था वक टरी पर वमटरी यानरी गडा खो वदए शौच क बाद उस पर वमटरी डाविए दरअसि शौचािय की सफाई क जररए व मिा साफ करनवाि िोगो को समाज म बहतर सथान वदिाना चाहत थ हमार यहा परपरा रहरी ह वक घर क नजदरीक शौच न कर गाधरी जरी न उसम बदिाव का इतजाम वकया और चारदरीवाररी क भरीतर शौच वयवसथा की शरआत की उनकी कोवशश इन िोगो को शौच सफाई क वघनौन काम स मलति वदिानरी थरी व शौचािय को सामावजक बदिाव क औजार क तौर पर दखत थ गाधरी शताबदरी क दौरान 1969 म मझ िगा वक इस वदशा म काम वकया जाना चावहए इसरीविए मन सिभ इररनशनि की सथापना की और इसकी तरफ काम शर वकयाrsquo

सकलो म लडजकयो क जलए शौरालयसिभ की पहि आज सवचछता को िकर एक राषटरीय पररणा और अवभयान का नाम ह मवहिाओ को िकर सिभ की पररणा कस एक बि वमशन को परा कर रहरी ह उस बार म डॉ पाठक बतात ह lsquoरारा कसरसरी सववलसज न 100 करोि रपए स दश क दस हजार सककिो म ििवकयो क विए शौचािय बनान का ऐिान वकया ह भारतरी-एयररि कपनरी न भरी 100 करोि स पजाब क िवधयाना वजि म शौचािय बनान का फसिा वकया ह ओररएरि बक ऑफ कॉमसल भरी दो करोि की िागत स शौचािय बनान जा रहा ह साफ ह वक दश म सफाई की वदशा म मोदरी जरी की अपरीि क बाद बिरी करावत की शरआत हो चकी ह

सवचछता को लकर शर हआ सलि आदोलन गाधी क बाद

उनकी राह पर दजनया का सबस बडा आदोलन ह इस आदोलन न मजहलाओ क साथ सामाजिक सतर पर रल रही एक बडी गर-बराबरी और अनयाय को समापत करन म

बडी िजमका जनिाई ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

16

मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 11: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

05 - 11 मारष 2018 11मतावधकार

अिग-अिग परातो न भरी मवहिाओ क नाम शावमि करन स सबवधत अपन-अपन वनयम बनाए मदरास म अगर कोई मवहिा पशनधाररी ववधवा थरी वकसरी अवधकाररी या सवनक की मा थरी या उसक पवत रकस दत थ या सपवतत क माविक थ तो उस मतदान करन का अवधकार वदया गया

दखा जाए तो वोर दन की मवहिा की पातता पररी तरह स उसकी पवत की सपवतत योगयता और सामावजक लसथवत पर वनभलर थरी

डॉ शवन बतातरी ह मवहिाओ को वोर दन का अवधकार दना और उनह सहरी मायनो म वोरर विसर म िकर आना औपवनववशक शासन म काम कर रह नौकरशाहो की कपना स पर था इसका एक कारण उस वति की ववदशरी सरकार का यहा की अवशवकषत जनता म भरोस की कमरी और गररीबो गामरीण और अवशवकषतो को अवधकर दन क सबध म उनकी नकारातमक सोच का नतरीजा थरी

आिादी क बाद बदल हालातिवकन जब आजाद भारत न य तय वकया वक वो दश क वयसको को वोर करन का यानरी अपनरी सरकार खद चनन का अवधकार दगरी तो चरीज बदिन िगी डॉ शवन विखतरी ह मतदाता सचरी तयार करन का काम नवबर 1947 म शर हआ साि 1950 की जनवररी तक जब भारत को उसका अपना सववधान वमिा तो उस वति तक सावलभौवमक मतावधकार और चनावरी िोकतत की सोच पखता हो चकी थरी िवकन साि 1948 म जब मसौदा मतदाता सचरी की तयाररी की बाररी आई तो उसम अनक समसयाए थी

कछ परातो क अवधकाररयो न मवहिाओ क नामो को विखन म काफी वदककत पश आन क बार म बताया कई मवहिाओ न अपना नाम बतान स इनकार कर वदया और अपना नाम बतान की बजाय खद को वकसरी की पतनरी मा बररी या वकसरी की ववधवा क रप म पश वकया सरकार न यह सपष कर वदया वक ऐसा करन की अनमवत नही दरी जा

जरितानी शासको न अलपसखयको क अजधकारो क तौर पर कवल परर अलपसखयको को ही अजधकार दन का वादा जकया मजहलाओ क मामल म उनहोन कछ मजहलाओ क अलग-थलग होन क बहान परी मजहलाओ

को उनका हक दन स इनकार कर जदया

सकतरी और मवहिाओ का पजरीकरण उनक नाम स हरी वकया जाएगा

पवल की औपवनववशक नरीवतयो स हरकर भारत सरकार न कहा वक मवहिा को वकसरी अनय की सबधरी क रप म नही बलक एक सवतत मतदाता क रप म पजरीककत वकया जाएगा सरकार न मरीवडया का सहारा िकर इस सबध म परचार करन

का काम शर वकया और मवहिाओ को अपनरी खद की पहचान क साथ नाम विखवान क विए उतसावहत वकया मवहिा सगठनो न भरी मवहिाओ स अपरीि की वक वो अपन वहतो की रकषा करन क विए खद मतदाता बन

दश की पहिरी ससद क विए अतिबर 1951 स फरवररी 1952 क बरीच म हए चनावो म मदरास की एक सरीर स चनाव ििन वाि एक उममरीदवार न कहा मतदाता कदर क बाहर वोर दन को विए मवहिा और परष गामरीण धयल स घरो इतजार कर रह थ वो कहत ह वक पदत म आई मसिमान मवहिाओ क विए अिग वोवरग बथ की वयवसथा की गई थरी

एक बडी िीत बशक मवहिाओ क हको की ििाई आज भरी जाररी ह वषल 1966 स भारत की ससद क वनचि सदन म 33 फीसदरी सरीर मवहिाओ क विए आरवकषत करन वािा एक वबि कि ववरोध क कारण अब तक अरका हआ ह आज पहि स कही अवधक मवहिाए मतदान कर रहरी ह और कभरी-कभरी परषो स भरी अवधक सखया म वो मतदान कर रहरी ह िवकन वो चनाव म उममरीदवार क रप म वो कम हरी नजर आतरी ह

2017 म जाररी की गई सयति राषट की एक ररपोरट क अनसार ससद म मवहिाओ की सखया की सचरी म 190 दशो म भारत का सथान 148 ह 542 सदसय वाि ससद क वनचि सदन म वसफफ 64 सरीरो पर हरी मवहिाए ह

सवचछता की लकमीतजमलनाड म जतरजर क सामजथरम गाव म सवचछता अजियान रलान

वाली लकमी न अपन अनिवो को साझा जकया ह

लकमी पररयासवामी

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह

अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी

वमिरी ह सबस बिरी बात यह वक म कोई सरकाररी कमवी नही बलक मात एक सवयसवक ह इसरीविए मर विय कछ खोन या पान जसरी कोई लसथवत नही ह मरा काम तो बस मररी उस कपना का पररणाम ह वजसको वजद बनाकर मन वकया ह म वह करतरी ह जो मर गाव क विए अचछा ह अगर कछ

भरी गित वदखता ह तो म उस सधारन का हर सभव परयास करतरी ह म तवमिनाड क वतचरी लसथत सामवथरम गाव म रहतरी ह आप मझ उन िोगो म शावमि कर सकत ह वजनक विए साफ-सफाई कछ जयादा हरी महतव रखतरी ह म खद तो सफाई पसद ह साथ हरी अपन आस-पास क िोगो को भरी अपन जसा रखन की कोवशश करतरी ह

िोग अपनरी आदत क मतावबक सिको पर चरीज फक दत ह बपरवाहरी म मशगि उनह यह भरी अदाजा नही होता वक व अपनरी हरी जमरीन गदरी कर रह ह वजस साफ रखन की वजममदाररी उनकी भरी ह जब कभरी म गाव म वकसरी को गदगरी फिात दखतरी मझ खराब िगता म सवयसवक क तौर पर खद हरी गाव की सिको पर उनह साफ करन क विए उतर गई मन अपन वयलतिगत परयासो स सिको क वकनार ककिदान रखवाए गाव म ऐसरी वयवसथा सवनलचित की वक िोग पराना पिालसरक यहा-वहा फकन क बजाय एक जगह एकवतत कर वजसस उस ररीसाइवकि वकया जा सक हािावक हर नई शरआत म मझ िोगो क असहयोग का सामना करना पिा िवकन धरीर-धरीर हरी सहरी पर बाद म मझ सफिता वमितरी गई

पिालसरक और कचर क बाद मर गाव म सबस बिरी समसया खि म शौच की थरी यहा तक वक वजन घरो म शौचािय बन हए थ उन घरो क िोग भरी शौच क विए खतो म हरी जात थ यह लसथवत दो साि पहि की थरी िवकन आज चरीज बदि गई ह इस सखद बदिाव क विय मन खब महनत की

ह हािावक मर दो पिोवसयो समत गाव म अब भरी पदरह घर ऐस बच ह जहा शौचािय नही बना ह पर म कोवशश म ह वक उनह भरी समझाकर शरीघर हरी अपन गाव को खि म शौच की शमल स मति करा द

अपन काम क बार म खद वजकर करन स कई िोग मझ घमडरी समझत ह मगर उनह अदाजा नही वक वजस बदिाव को होत हए मन महसस वकया ह उसस मझ वकस सतर की खशरी वमिरी ह मझ वह वदन भरी याद ह जब म वकसरी क पास जाकर अपनरी बात कहतरी थरी तो िोग दर स हरी हाथ जोिकर मझ भगा दत थ इन बातो स ववचवित न होन का पररणाम ह वक आज जब म कछ कहतरी ह तो िोग धयान स सनत ह मन अपन कछ दसर सावथयो की मदद स िोगो को सवचछता क महतव स पररवचत कराया ह आज मररी मवहम म मरा बरा भरी साथ जि गया ह

मझ गवल होता ह वक मन अपन बर को सामावजक वजममदाररी की जो वशकषाए दरी थी उनह वह अमि म िा रहा ह म वह वदन कस भि सकतरी ह जब मर पिोसरी न वकसरी बात पर जहर खाकर आतमहतया करन की कोवशश की थरी िवकन मर बर न दौि-भागकर डॉकरर की मदद स उसकी जान बचाई थरी मर कामो को दखत हए मझ गाम पचायत ववकास योजना की नतरी बना वदया गया ह मररी वजममदाररी अब और भरी बिरी हो गई ह और म कोवशश करगरी वक वपछि अनभवो क आधार पर अपनरी भवमका बखबरी वनभाऊ

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 201812 वशकषा

मवात म जशका की लहरमजहला-जशका क कतर म दश क सबस जपछड कतरो म स एक मवात िी ह लजकन करीब 36 परजतशत मजहला जशका क

दर वाल इस जिल म पररवतषन की एक नई लहर दखी िा रही ह

सरर ता बरारा

जब म दखतरी ह वक आज भरी मर गाव म बहत-स अवभभावक अपनरी बवचचयो को सककि भजन स मना करत ह या

बि-बढ़ मररी जसरी ििवकयो क ििको की तरह घर स बाहर खि म खिन पर एतराज जतात ह तो मझ बहत दःख होता ह यह कहना ह 12 साि की छोररी-सरी बचचरी नावदया का हररयाणा क मवात वजि म रहन वाि मलसिम समदाय की नावदया नई नगि गाव क सककि म सातवी ककषा की छाता ह

सामदावयक रवडयो रवडयो मवात क एक कायलकरम म एक मवहिा न बतौर कॉिर बातचरीत करत हए सवाि पछा वक जब हमार समदाय की एक ििकी रवडयो पर कायलकरम पश कर सकतरी ह तो हम रवडयो पर सगरीत कायलकरम का मजा िन जसरी मामिरी-सरी बात क विए भरी कयो रोका जाता ह

रवडयो मवात क विए काम करन वािरी वाररीसा समदाय की उन कछ वगनरी-चनरी ििवकयो म स ह जो समदाय क िोगो क तमाम सखत ववरोधो क बावजद अपन वपता क सहयोग स अपनरी वशकषा को जाररी रख पाई सरकाररी सककि स पढ़री वाररीसा बतातरी ह वक आठवी ककषा तक पहचत-पहचत उसक साथ की सभरी ििवकया सककि छोिकर जा चकी थी

हररयाणा का मवात वजिा मवहिा-वशकषा क कषत म दश क सबस वपछि कषतो म स एक ह वषल 2011 म हई जनगणना क मतावबक मवहिा-वशकषा की दर यहा 36 परवतशत स थोिरी हरी अवधक ह जबवक ििवकयो क सककि छोिन की दर काफी अवधक ह सरकाररी वबसाइर पर उपिबध आकि बतात ह वक जहा वषल 2012-13 म सरकाररी सककिो म पहिरी ककषा स 5वी ककषा तक पढ़न वािो छातो की सखया 160057 थरी तो वही ककषा 6 स 8 म पढ़न वाि छातो की सखया कवि 42605 जहा तक ििवकयो का सवाि ह तो 5 परवतशत स जयादा ििवकया उचच ककषाओ तक नही पहच पाती

पर इन वनराशाजनक आकिो क बावजद यह बात उममरीद की िौ जिातरी ह वक मवात जस वपछि कषत क गाव की साधारण-सरी नावदया जसरी ििकी आज ििवकयो क साथ हो रह भदभाव पर सवाि खि करन की वहममत करन िगरी ह यह बात सावबत करतरी ह वक पररवतलन की शरआत हो चकी ह

सबस महतवपणल बात तो यह ह वक मवात जस शवकषक रप स वपछि इिाक क एक गाव म कछ अवभभावको न अपनरी ििवकयो को वनजरी कषत क सहवशकषा (को-एड) सककिो म भजना शर कर वदया ह नई नगि का सककि इसका उदाहरण ह ऐस सककिो म पढ़ान क विए अवभभावक अपनरी जब स पस खचल करन म भरी परीछ नही ह रवडयो मवात क विए काम करत हए आज वाररीसा ििवकयो की वशकषा क महतव और उनक साथ वकए जान वाि भदभाव क वखिाफ परचार म जररी हई ह

वाररीसा कहतरी ह वक रवडयो पर मनोरजक कायलकरम परसाररत करन क अिावा म रवडयो मवात पर वमयो समदाय स सबवधत मवहिा अधयापको को रवडयो कायलकरमो म आमवतत करतरी ह तावक उनस पररणा पाकर अनय अवभभावक भरी अपनरी ििवकयो को सककि भज और माधयवमक सककिो की पराथवमक ककषाओ म हरी अपनरी ििवकयो को पढ़ाई छोिन क विए मजबर न करक उनह आग और भरी पढ़न द वह कहतरी ह वक खशरी की बात तो यह ह वक आज

वववावहत मवहिाए भरी भदभाव क वखिाफ आवाज उठान िगरी ह

वाररीसा का कहना ह वक कम स कम आज मवहिाओ म इतना साहस तो आ हरी गया ह वक व अपन वखिाफ होन वाि भदभाव को िकर सवाि खि करन िगरी ह कछ साि पहि तक यह सब सभव नही था इस कषत म ििवकयो की वशकषा को बढ़ावा दन क विए राजय सरकार गर सरकाररी सगठनो और वनजरी कषत दारा वपछि कई सािो स परयास वकए जा रह ह वषल 1982 म हररयाणा सरकार न वझरका और नह म सहवशकषा (कोएड) वाि अगजरी माधयम क दो सककि शर वकए थ तावक मवात कषत क इस परपरागत ससककवत और सामावजक तान-बान वाि इिाक क बचचो को अचछरी गणवतता वािरी वशकषा परदान की जा सक इसक दो साि बाद हरी इन सककिो को सरीबरीएसई स सबदध कर वदया गया आज ऐस सात सहवशकषा वाि सककि मवात मॉडि सककि सोसाइररी (एमएमएसएस) दारा चिाए जा रह ह वजनम ििवकयो स कोई टशन फीस नही िरी जातरी इनम स छह सककि उचचतर माधयवमक सतर क और एक माधयवमक सतर का ह इन मॉडि सककिो म 40 परवतशत स अवधक सखया ििवकयो की ह वजनम स 57 परवतशत स अवधक ििवकया वमयो समदाय की ह

मवात क इस इिाक म 6 कसतरबा गाधरी बाविका ववदयािय भरी चिाए जा रह ह वजनम 1400 ििवकया पढ़ रहरी ह इनम स 64 परवतशत वमयो समदाय की ह140 ििवकयो को नह क मवात मॉडि सककि म पढ़ाई क अिावा मफत रहन और खान की सववधा भरी परदान की गई ह

खास बात यह ह वक वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को आतमववशवास साहस और समाज म भदभाव क वखिाफ आवाज बिद करन का दढ़-वनचिय वदया ह नावदया एक सवदनशरीि ििकी ह जो समाज म फि भदभाव और अनयाय को िकर

अब गामीणो को यह महसस होन लगा ह जक अगिी माधयम म जशका परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कतरो म ही आसानी स

नौकररया जमल सकती ह इसक जलए उनह दरदराि क इलाको म िान की िररत नही

2012-13 म सरकारी सकलो म 5वी तक 160057 छातर थ

पार परजतशत स जयादा लडजकया उचर ककाओ तक नही पहर पाती थीआि जशका को लकर गिीरता व सकलो म छातराओ की सखया बढ़ी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

काफी वचवतत हनावदया कहतरी ह वक वो एक डॉकरर बनना

चाहतरी ह कयोवक अमरीरो को तो असपतािो म अचछरी दखभाि और परा इिाज वम ि जाता ह जबवक गररीबो को घरो असपताि की िबरी िाइनो म इतजार करना पिता ह और उनक बावजद भरी डॉकरर का वयवहार उनक परवत उदासरीन रहता ह

एमएमएसएस और कजरीबरीवरी क तहत चिन वाि सककिो क अिावा एडकॉम सोयशस नामक सगठन क तहत छह यवनवसलि एकडमरी सककि भरी मवात म चिाए जा रह ह य सगठन भारत और ववदशो म वशकषा क कषत म वडवज रि करावत िान वािा अगणरी सगठन ह

हािावक इस सककि म अब भरी कवि 182 छात हरी ह जो सखया क विहाज स बहद कम ह िवकन वफर भरी वमयो समदाय वाि मवात क इस वपछड कषत म जहा ििवकयो को वशकषा वदिाना अवतम पराथवमकता ह वहा वनशक वशकषा उपिबध न करान वाि सककिो म भरी अपन बचचो का दावखिा करान की पहि वाकई सवागत योगय ह

गामरीण इिाको म यवनवसलि एकडमरी क साथ भागरीदाररी म सककि चिान वािरी ससथा एडकॉम की अकादवमक परमख अनराधा बतातरी ह वक शरआत म उनका काफी ववरोध हआ था गावो म िोगो को मनान क विए उनह काफी जदोजहद करनरी पितरी थरी वक व अपनरी ििवकयो को सककि भज उस वति य आसान नही था पर आज हािात बदि रह ह यवनवसलि एकडमरी सककिो म ििवकया पढ़न आ रहरी ह

एक और बदिाव भरी दखन म आया ह वक अब गामरीणो को यह महसस होन िगा ह वक अगजरी माधयम म वशकषा परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कषतो म हरी आसानरी स नौकररया वमि सकतरी ह इसक विए उनह दरदराज क इिाको म जान की जररत नही मवात क कई गाव गिगाव स जयादा दर नही ह जहा की बहत स कॉि सरर बरीपरीओ और अनय कई बहराषटरीय कपवनयो क दफतर ह

चाह मॉडि सककि हो कजरीबरीवरी या यवनवसलि एकडमरी सककि महतवपणल बात यह ह वक इस वपछि इिाक क ििक-ििवकयो को आज ऐस सकक िो म पढ़न का मौका वमि रहा ह जहा अचछरी गणवतता वािरी वशकषा और सवािगरीण ववकास को परमखता दरी जातरी ह सबस जयादा महतवपणल बात तो यह ह वक ऐसरी वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को इतना साहस और हौसिा वदया ह वक व समाज क भदभाव भर रवय पर सवाि उठा सकतरी ह और एक ऐस ससार का सपना दख सकतरी ह जहा नयाय हो और उनकी आवाज स नरी भरी जाए और उनका सममान भरी हो सक

05 - 11 मारष 2018 13सवचछता

मवात क कई गाव गडगाव स जयादा दर नही ह िहा

बहत स कॉल सटर बीपीओ और अनय कई बहराषटीय

कपजनयो क दफतर ह

मजहला अकसमता क सममान की अनठी जमसाल

आजदवासी यवजतयो को अकलपन स डर नही लगता बसतर क सदर नसल परिाजवत इलाको म ऐसी कई यवजतया ह जिनक जवखयात पररवारो म अब िायदाद सिालन वाल नही रह पर व वहा न कवल जवरासत

सिाल रही ह बकलक उनक पररवार की छतरछाया की दरकार रखन वाल आजदवाजसयो को आसरा िी द रही ह

इरा झा

आवदवासरी समाज म मवहिा परष की साथरी ह वह उसकी सहकमवी ह उसकी समाज

और पररवार म बराबर की भागरीदाररी ह जरी हा बसतर की आवदवासरी मवहिाए हम शहररी मवहिाओ की तरह अपन पररवार क परष सदसयो की मोहताज नही ह उनह बाजार स सबजरी-भाजरी और सौदा मगवान स िकर खतो म हि चिान तक क विए अपन बर या पवत का मह नही ताकना पिता ह वह हम शहररी मवहिाओ स कई मायनो म बहत जयादा समथल ह मवहिाओ क सशलतिकरण का परतरीक अतरराषटरीय मवहिा वदवस उनक वजकर क बगर परा नही हो सकता य न वसफफ घर क सार कामकाज करतरी ह बाि-बचच पाितरी ह बलक पर वदन खतो म काम भरी करतरी ह इनका परा साि खतो म काम करत हरी बरीतता ह बसतर की आवदवासरी मवहिाओ क अवधकार असरीवमत ह वह घर स बाहर तक की पररी वयवसथा सभाितरी ह और हर कदम पर पवत उसक साथ होता ह

इनक कामकाज का दायरा खत-खविहान और हार बाजार तक का ह खत का परा वजममा भरी यहरी उठातरी ह बरीज िाना उनह मसिाधार बाररश म रोपना और किरी धप म चौकीदाररी करन क बाद फसि कारना यह सब उनही क वजमम ह यहा

तक वक बाजार म इस बचन भरी वहरी ि जातरी ह ऐसरी मवहिाए जो खतरी नही करती घर म बािरी म उगरी सलबजया और जगिरी उतपादो जस महआ रोरा जिाऊ िकिरी िाख आविा झाड वगरह को पररवार की आमदनरी का जररया बना ितरी ह और इस पररी कवायद म पवत उसक साथ रहता ह जब मवहिा खत म जझ रहरी होतरी ह तो पवत घर म बचचो की दखभाि म िगा रहता ह वह उनक विए खाना पकाता ह बाररश स बचाव क विए छत की मरममत जस छोर-मोर काम करता ह घर की बािरी म सलबजयो फिो िताओ की सभाि करता ह और घर क बजगषो की दखभाि करता ह हर कदम पर पारसपररक सहयोग और मवहिा अलसमता क सममान की अनठरी वमसाि बसतर का आवदवासरी समाज ह इस समाज म मवहिाए अपनरी मजवी की माविक ह उसकी सवायतततता बलक अवधकाररता की बवढ़या वमसाि तो यहरी ह वक वह न कवि अपना जरीवनसाथरी खद चन सकतरी ह बलक चाह तो पहि उस परख भरी सकतरी ह इस परपरा को िमसना कहा जाता ह इसक तहत शादरी क योगय यवक को यवतरी क घर म रहकर काम-काज म मदद करक अपनरी योगयता वसदध करनरी पितरी ह इस पररीकषा म फि या पास करन का अवधकार पररी तरह स यवतरी पर होता ह िमसना बठान की यह परपरा सरगजा और मडिा क गोड समाज म भरी ह

पररवार और घरल कामकाि क परजशकण क जलए उनह घोटल िान की छट ह यह आजदवासी नौिवानो क ससकार गह ह घर क कामकाि स जनपटकर यवक-यवती रात म यहा िटत ह और जकसी सयानी

मजहला की जनगरानी म नारत-गात और कामकाि सीखत ह

यहरी नही इसस पहि पररवार और घरि कामकाज क परवशकषण क विए उनह घोरि जान की छर ह यह आवदवासरी नौजवानो क ससकार गह ह घर क कामकाज स वनपरकर यवक-यवतरी रात म यहा जरत ह और वकसरी सयानरी मवहिा की वनगरानरी म नाचत-गात और कामकाज सरीखत ह मन वमि गया तो शादरी क साथ यवा जोि की घोरि स ववदाई हो जातरी ह व वफर उधर का रख नही कर सकत घोरि अब बसतर क पररवश स गायब हो चि ह शहररी खासतौर पर मरीवडया की दखिदाजरी न इस ससथा को िपत होन पर मजबर कर वदया ह पर आवदवासरी यवतरी की वनरपकष लसथवत की इसस बहतर वमसाि और कया हो सकतरी ह

आवदवासरी यववतयो को अकिपन स भरी डर नही िगता बसतर क सदर नकसि परभाववत इिाको म ऐसरी कई यववतया ह वजनक ववखयात पररवारो म अब जायदाद सभािन वाि नही रह पर व वहा न कवि ववरासत सभाि रहरी ह बलक उनक पररवार की छतछाया की दरकार रखन वाि आवदवावसयो को आसरा भरी द रहरी ह बि आवदवासरी पररवारो की ििवकया ह य गाव छोिकर वदलरी स िदन तक कही भरी बस सकतरी थी उनका समपलण दवखए जजबा दवखए अपन िोगो क परवत सह दवखए

यह लसथवत तब ह जब घन जगिो क बरीच बस गावो म सरज की रोशनरी नही पहचतरी जगिरी जानवरो का खतरा मडराता रहता ह और असपताि म दवाइयो का पता नही रहता और सककि बदहाि ह यवद इनह शहररी िोगो स मामिरी या बराबर की सववधाए वमि जाए तो इनकी वहममत इनका जजबा और ताकत बजोि होगरी यह तय मावनए

शहरी मजहलाओ स जयादा सशति ह बसतर की मजहलाए

घर स बाहर तक की परी वयवसथा सिालती ह य आजदवासी मजहलाएिीवन साथी रनन और परखन का

परा अजधकार इनक पास ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण 05 - 11 मारष 201814

एसएसबी यरो

हाि म वबहार की एक दवित मवहिा रनकी दवरी न अपना मगिसत बचकर घर म शौचािय बनवान की नजरीर पश

की यह घरना दो बातो की तरफ इशारा करतरी ह पहिरी बात तो यह वक तमाम सफाई अवभयानो और शौचािय वनमालण की योजनाओ क बावजद आज भरी गावो म शौचािय की समसया बहत बिरी ह दसररी बात यह वक सवचछता का मदा सबस जयादा मवहिाओ स जिा ह यहरी वजह ह वक सवचछता आदोिन को मवहिा सशलतिकरण की वदशा म एक बिरी और कारगर पहि क तौर पर दखा जा रहा ह कछ समय पहि lsquoवाररएडrsquo नामक एनजरीओ की एक ररपोरट म तथय सामन आया वक भारत म 35 करोि 50 िाख मवहिाओ और ििवकयो को शौचािय मयससर नही ह lsquoद सरर ऑफ वडटस रायिर 2017rsquo नामक इस ररपोरट म कहा गया था वक पररी दवनया म भारत म सबस कम िोगो क पास शौचािय जसरी बवनयादरी सववधा उपिबध ह

सककिो म शौचािय न होन क कारण बहत साररी ििवकया आठवी ककषा तक आत-आत सककि छोिन पर बाधय हो जातरी ह इवडया सपड की एक ररपोरट म सामन आया था वक गावो म िगभग 28 परवतशत ििवकया परीररयडस क वदनो म सककि हरी नही जाती इसका परमख कारण सककिो म शौचािय का न होना ह कछ समय पहि lsquoपरथमrsquo नाम क एक एनजरीओ की ररपोरट म कहा गया वक दश म चि रह कि सककिो म 74 परवतशत सरकाररी ह इनम स 47 परवतशत सककिो म आज तक ििवकयो क विए अिग स शौचािय की वयवसथा नही ह

इसरी तरह गावो म भरी मवहिाए घर म शौचािय न होन क कारण मह अधर सबह और मह अधर शाम को हरी खतो म जा पातरी ह वदन क वकसरी अनय समय पर शौचािय जान की जररत महसस होना उन मवहिाओ क विए बिरी समसया ह बहत सार सरकाररी या वनजरी सककिो म आज भरी मवहिा अधयावपकाओ क विए अिग स शौचाियो की वयवसथा नही ह यहा तक वक बि शहरो म भरी छोर ससथानो या दफतरो म काम करन वािरी ििवकयो-मवहिाओ क विए भरी अकसर हरी कोई शौचािय नही होता

मवहिाओ क विए सावलजवनक जगहो पर इतन कम शौचाियो का होना समाज और सरकार दोनो की उनक परवत असवदनशरीिता की तरफ साफ इशारा करता ह मवहिा सशलतिकरण की वदशा म सबस जरररी व ठोस परयास मवहिाओ की बवनयादरी जररतो को समझना और उन पर काम करना ह वनजरी और सावलजवनक जगहो पर शौचाियो का वनमालण उनकी बवनयादरी जररतो म स एक ह सवतत भारत म इस दरकार को अगर सबस पहि वकसरी न समझा तो व ह डॉ ववनदशवर

सवचछ राह पर आधी दजनयादश म सवचछता क साथ मजहला सशकतिकरण को लकर िो जवजिनन अजियान रलाए िा रह ह उसम जिस ससथा और वयकति

का नाम सबस पहल िहन म आता ह वह ह सलि इटरनशनल और इस ससथा क परणता डॉ जवनदशवर पाठक

पाठक और उनकी ससथा सिभ इररनशनि नबब क दशक म भारत को 21वी सदरी म जान

की बात खब होतरी थरी य बात जहा ससद क बाहर-भरीतर राजनरीवतक िाइन क साथ कहरी जातरी थरी वही आवथलक-सामावजक सतर पर भरी भावरी भारत स जि सरोकारो और चनौवतयो को िकर ववमशल चिता था पर वकसरी न कभरी सोचा भरी होगा वक 21वी सदरी क दसर दशक तक पहचकर सवचछता दश का पराइम एजडा बन जाएगा इस बदिाव क परीछ बिा सघषल ह आज दश म सवचछता क साथ मवहिा सशलतिकरण को िकर जो वववभन अवभयान चिाए जा रह ह उसम वजस ससथा और वयलति का नाम सबस पहि जहन म आता ह वह सिभ इररनशनि और इस ससथा क परणता डॉ ववनदशवर पाठक

पररी दवनया आज डॉ पाठक को lsquoरॉयिर मनrsquo क रप म जानतरी ह उनहोन एक तरफ जहा वसर पर मिा ढोन की मिरी परथा को खतम करन बरीिा उठाया वही दशभर म सिभ शौचािय की

उपिबधता स उनहोन आम िोगो की सवचछता जररत को परा करन क कषत म महान कायल वकया बिरी बात यह ह वक डॉ पाठक दारा शर वकया गया सवचछता का सिभ अवभयान अब भरी थमा नही ह परधानमतरी नरदर मोदरी दारा दो अकरबर 2014 को सवचछ भारत वमशन शर होन क बाद डॉ पाठक क मागलदशलन म सिभ का सवचछता अवभयान नई पररणा और गवत क साथ आग बढ़ रहा ह शौचािय और सवचछता को पाच दशक स अपनरी समझ और ववचार की धररी बनाकर चि रह डॉ ववनदशवर पाठक न एक तरह स दवनया को सवचछता का नया समाजशासत वसखाया ह वजसम साफ-सफाई क सबक तो ह हरी मानवरीय परम और करणा को भरी पयालपत महतव वदया गया ह

जसर पर मला ढोन की परथावबहार गाधरी शताबदरी सवमवत म एक कायलकताल क नात गाधरी ववचार और कायलकरमो क कररीब आए डॉ पाठक न तब स न वसफफ पर दश म बलक

ववशव म सवचछता का अिख जगा रह ह वसर पर मिा ढोन की परथा को िकर सिभ न उलखनरीय कायल वकए ह वसर स मिा ढोन वाि िोगो को इस अमानवरीय कायल स मलति वदिान की सोच की हरी दन ह सिभ दारा ववकवसत हआ दो गडो वािा शौचािय आज यह तकनरीक पररी दवनया म lsquoसिभ शौचाियrsquo क रप म जानरी जातरी ह इस तकनरीक म पहि गड म जमा शौच खाद म बदि जाता ह सिभ न शौचािय क जररए गस बनान और उस वबजिरी तक बनान क कामयाब परयोग वकए ह 1970 म सिभ इररनशनि की सथापना हई और आज शौचािय वनमालण की ससतरी तकनरीक क विए इसकी दवनयाभर म पहचान ह सिभ परणता डॉ पाठक भरी मानत ह वक गाधरी जरी क बाद अगर इस दश म सवचछता क महतव को वकसरी न गहराई स समझा ह तो व ह परधानमतरी नरदर मोदरी

सरकार का िवाब वसर पर मिा ढोना भारत म परवतबवधत काम ह गत वषल राजयसभा म एक परशन क जवाब म कदर सरकार म मतरी थावरचद गहिोत न बताया था वक दश म 26 िाख ऐस शौचािय ह जहा पानरी नही ह जावहर ह वहा हाथ स मिा साफ करना पिता ह सफाई कमलचाररी आदोिन न अपन सवत म बताया ह वक 1993 स अब तक 1370 सरीवर वकफसल की मौत हो चकी ह इस वदशा म सकवजसल क पनवालस का सबस बिा अवभयान सिभ ससथा न हरी छिा ह मवहिा सकवजसल को सिभ न न वसफफ इस परथा स आजादरी वदिाई बलक उनक पनवालस और जरीवन यापन की भरी वचता की सिभ न ऐस कई कदर सथावपत वकए जहा मवहिा सकवजसल को वकलपक रोजगार क गर वसखाए जात ह डॉ पाठक को इस बात का शय जाता ह वक वजस मिरी परथा को िकर कभरी महातमा गाधरी न कहा था वक उनक सपनो क भारत म इसक विए कोई जगह

डॉ पाठक न एक तरफ िहा जसर पर मला ढोन की मली परथा को खम करन का बीडा उठाया वही दश िर म सलि शौरालय की उपलधता

स उनहोन लोगो और खासतौर स मजहलाओ की सवचछता िररत को परा करन क कतर म महान कायष जकया

आि सवचछता दश का पराइम एिडा बन रका ह

टीसीएस 10000 सकलो म लडजकयो क जलए शौरालय बनावा रहा ह गावो म 28 परजतशत लडजकया पीररयडस क जदनो म सकल

ही नही िाती ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण05 - 11 मारष 2018 15

नही होगरी उस पररणा को उनहोन अपनरी वजदगरी का वमशन बना विया

राषटीय सवचछता जमशनपरधानमतरी नरदर मोदरी न जब 2014 म राषटरीय सवचछता वमशन की घोषणा की तो दश म सवचछता कायलकरम को पहिरी बार राषटरीय सतर पर गभरीर पराथवमकता वमिरी अपन सवचछता करायलकरमो क कारण अतरराषटरीय सतर पर खयावत और सममान परापत कर चक डॉ पाठक कहत भरी ह lsquoसवचछता को िकर दश म गभरीरता की कमरी रहरी इस महतव नही वदया गया इस कषत म वनवश का भरी अभाव रहा पर परधानमतरी नरदर मोदरी न इस पर पररदशय को

बदि कर रख वदया व ऐस पहि राषटरीय नता रह वजनहोन न वसफफ िाि वकि क पराचरीर स शौचाियो की बात की बलक इस बार म ववदशरी नताओ तक स िगातार चचाल करत रह उनहोन दश को यह सोचन और मानन क विए बाधय वकया वक अगर हम सवचछता क मामि म आग नही बढ़ तो वफर एक ववकवसत राषट क रप म हमारा उभरना मलशकि ह विहाजा यह समय ह जब हम दश को सवचछ और सदर बनान क विए एक साथ खि हो तावक सभय सससककत और सवचछ दशो की कतार म हम भरी फखर स खि हो सकrsquo

परधानमतरी क सवचछता वमशन स डॉ पाठक दारा पहि स वकए जा रह परयासो को जहा नए

वसर स महतव वमिा वही व इस बात स खास परोतसावहत और परररत भरी हए वक दश का परधानमतरी इतन वषषो क बाद गाधरी जरी क सवचछता कायलकरमो को न वसफफ अपना रहा ह बलक उस दश म एक जनादोिन की शकल दन म िगा ह बात सवचछता की कर तो इसम कही कोई दो मत नही वक इस काम को वजस िगन और ववसतार क साथ डॉ पाठक न अब तक वकया ह वसा उदाहरण भारत तो कया दवनया म दिभल ह यहरी कारण ह वक सिभ परणता दश-ववदश म अब तक सौ स जयादा वववशष सममानो स नवाज जा चक ह इनम भारत सरकार दारा पदम भषण (1991) इररनशनि सर फावसस पराइज इरिरी (1992) यएन हवबरर दारा गिोबि

मवहिा ववकास और सभयता की परतरीक होतरी ह यवद आप जानना चाहत ह वक समाज

वकतना अचछा ह तो रासत म चिन वािरी वकसरी मवहिा स बात कर और आपको वबना वकसरी अथलशासतरी की मदद क उततर वमि जाएगा मवहिा ववकास सदरता वनमलिता और उन सभरी चरीजो की परतरीक होतरी ह जो जरीवन को साथलक बनातरी ह य बात कछ वषल पवल पदमभषण डॉ ववनदशवर पाठक न उदयपर म एक राषटरीय सममिन को सबोवधत करत हए कहरी थी सममिन का आयोजन lsquoमवहिा-सशलतिकरण-लसथवत और भवमका पर उभरता हआ पररदशयrsquo ववषय पर ववशवववदयािय अनदान आयोग क सहयोग स मोहनिाि सखाविया ववशवववदयािय उदयपर क समाजशासत-ववभाग न वकया था इस कायलकरम म डॉ पाठक मखय अवतवथ क रप म शावमि हए थ

डॉ पाठक न सममिन म समकािरीन पररदशय क बार म बताया और कहा वक ववकासशरीि दशो म मवहिाओ की लसथवत असतोषपरद रहरी ह यरोप और अमररका म भरी उनह मतदान का अवधकार वपछिरी सदरी क

पवालधल म वमिा वशकषा क परचार और रसोईघर क उपकरणो स उनह मतदान क अवधकार स अवधक शलति वमिरी दसर ववशवयदध क बाद लसथवत सधररी भारत और अनय ववकासशरीि दशो म उनकी ददलशा क कारण रह ह गित परपराए और सामावजक कररीवतया डॉ पाठक न यह भरी कहा वक भारत म सकववजग करन वाि िोग असपशय मान जात ह व गररीबरी और जावत क सबस वनचि पायदान पर होत ह िगभग 7 िाख सकवजरो म 70 परवतशत मवहिाए ह सिभ न मवहिाओ क सशलतिकरण क विए अपनरी तरह स कदम उठाए ह कमाऊ शौचािय की जगह सिभ शौचािय-तकनरीक स सकवजर मवहिाओ को उनक पश स मति कराया गया ह वववभन वयावसायो म परवशकषण-दारा उनह जरीववका अवजलत करन का परवतलषत रासता वदखिाया गया राजसथान क अिवर और रोक क इस कायलकरम न इन मवहिाओ को नई राजकमाररया बनाया ह

सिभ सकववजग समापत करन सकवजसल क मानवावधकार िौरान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथावपत करन की वदशा म वनरतर कायलरत रहा ह सिभ न सवचछता-कायलकरमो म

मवहिाओ की पररी भागरीदाररी की वकाित की ह उनकी वशकषा सिमो म सवासथय तथा सफाई क बार म जागरकता-अवभयान स समदाय तथा पयालवरण म सपष सधार पररिवकषत होता ह वदलरी क सिमो म सिभ दारा हजारो मवहिाओ को परवशवकषत वकया गया ह य मवहिाए अब सवासथय सवचछता तथा सामावजक पररवतलन की दत क रप म कायलशरीि रहरी ह इसका परभाव घरो क सभरी सदसयो पर सवासथयकर रप स पिा ह सवचछ सववधाओ क साथ सवसथ पयालवरण परतयक मवहिा और बचच का अवधकार ह सिभ शौचािय तथा सान-पररसरो म मवहिाओ क विए अिग वयवसथा रहतरी ह जन 1996 म इसताबि म आयोवजत वसररी सवमर हवबरार-II कॉनफस म सवचछता क कषत म सिभ की उदोषणा lsquoबसर परलकरसrsquo क रप म की गई सयति राषट की आवथलक तथा सामावजक काउवसि दारा सिभ को सपशि कसरवरव सररस परदान वकया गया बाद म जनरि कसरवरव सररस परदान वकया गया ह

सिभ न lsquoनई वदशाrsquo नाम स अिवर तथा रोक (राजसथान) म वयावसावयक परवशकषण कदर सथावपत वकए ह जहा भतपवल सकवजर मवहिाओ को परवशवकषत वकया जाता ह अपना पराना पशा छोिन क बाद इस परकार उनह जरीववकोपाजलन का परवतलषत तररीका उपिबध कराया जाता ह इस परवशकषण क आयाम ववववध परकार क ह वजनम पढ़ना-विखना खादय-सामगरी बनाना वसिाई-कढ़ाई सौनदयल-परसाधन इतयावद शावमि ह यहा इन िोगो का वनयवमत मवडकि चकअप भरी होता ह इस परकार हए सामावजक रपातरण का अदाजा इस बात स िगाया जा सकता ह वक वहरी समाज जो इन सकवजसल को छन स भरी बचना चाहता था अब इनक बनाए खान क सामान खररीदन िगा ह इन मवहिाओ न सवय-सहायता दि बनाए ह य अपन बक खाता रखतरी ह और वहा स ऋण िकर अपना कारोबार चिातरी ह

मली परथा का अतदश म लगिग 7 लाख सककविरो म 70 परजतशत मजहलाए ह सलि सककवजिग समापत करन सककविरो क

मानवाजधकार लौटान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथाजपत करन की जदशा म जनरतरर कायषरत रहा ह

500 सकरॉि ऑफ ऑनर (2003) सरॉकहोम वारर पराइज (2009) और चरीन म सपन वडट रॉयिर सलममर म वडट रॉयिर ऑगतनाइजशन दारा हॉि ऑफ फम अवाडट (2008) आवद शावमि ह

दजनया का सबस बडा आदोलनसवचछता को िकर शर हआ सिभ आदोिन गाधरी क बाद उनकी राह पर बढ़ा दवनया का सबस बिा आदोिन ह इस आदोिन न मवहिाओ क साथ सामावजक सतर पर चि रहरी एक बिरी गरबराबररी और अनयाय को समापत करन म बिरी भवमका वनभाई ह खद डॉ पाठक क शबदो म lsquoगाधरी जरी न अपन डरबन क आशम म सबस पहि टरच िवटरन यानरी चारदरीवाररी क भरीतर शौच का इतजाम शर वकया उनकी वयवसथा म हर वयलति को अपना शौचािय साफ करना होता था आज भरी परान गाधरीवावदयो म आप यह चिन दख सकत ह गामरीण कषतो क विए उनका सझाव था वक टरी पर वमटरी यानरी गडा खो वदए शौच क बाद उस पर वमटरी डाविए दरअसि शौचािय की सफाई क जररए व मिा साफ करनवाि िोगो को समाज म बहतर सथान वदिाना चाहत थ हमार यहा परपरा रहरी ह वक घर क नजदरीक शौच न कर गाधरी जरी न उसम बदिाव का इतजाम वकया और चारदरीवाररी क भरीतर शौच वयवसथा की शरआत की उनकी कोवशश इन िोगो को शौच सफाई क वघनौन काम स मलति वदिानरी थरी व शौचािय को सामावजक बदिाव क औजार क तौर पर दखत थ गाधरी शताबदरी क दौरान 1969 म मझ िगा वक इस वदशा म काम वकया जाना चावहए इसरीविए मन सिभ इररनशनि की सथापना की और इसकी तरफ काम शर वकयाrsquo

सकलो म लडजकयो क जलए शौरालयसिभ की पहि आज सवचछता को िकर एक राषटरीय पररणा और अवभयान का नाम ह मवहिाओ को िकर सिभ की पररणा कस एक बि वमशन को परा कर रहरी ह उस बार म डॉ पाठक बतात ह lsquoरारा कसरसरी सववलसज न 100 करोि रपए स दश क दस हजार सककिो म ििवकयो क विए शौचािय बनान का ऐिान वकया ह भारतरी-एयररि कपनरी न भरी 100 करोि स पजाब क िवधयाना वजि म शौचािय बनान का फसिा वकया ह ओररएरि बक ऑफ कॉमसल भरी दो करोि की िागत स शौचािय बनान जा रहा ह साफ ह वक दश म सफाई की वदशा म मोदरी जरी की अपरीि क बाद बिरी करावत की शरआत हो चकी ह

सवचछता को लकर शर हआ सलि आदोलन गाधी क बाद

उनकी राह पर दजनया का सबस बडा आदोलन ह इस आदोलन न मजहलाओ क साथ सामाजिक सतर पर रल रही एक बडी गर-बराबरी और अनयाय को समापत करन म

बडी िजमका जनिाई ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

16

मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 12: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

05 - 11 मारष 201812 वशकषा

मवात म जशका की लहरमजहला-जशका क कतर म दश क सबस जपछड कतरो म स एक मवात िी ह लजकन करीब 36 परजतशत मजहला जशका क

दर वाल इस जिल म पररवतषन की एक नई लहर दखी िा रही ह

सरर ता बरारा

जब म दखतरी ह वक आज भरी मर गाव म बहत-स अवभभावक अपनरी बवचचयो को सककि भजन स मना करत ह या

बि-बढ़ मररी जसरी ििवकयो क ििको की तरह घर स बाहर खि म खिन पर एतराज जतात ह तो मझ बहत दःख होता ह यह कहना ह 12 साि की छोररी-सरी बचचरी नावदया का हररयाणा क मवात वजि म रहन वाि मलसिम समदाय की नावदया नई नगि गाव क सककि म सातवी ककषा की छाता ह

सामदावयक रवडयो रवडयो मवात क एक कायलकरम म एक मवहिा न बतौर कॉिर बातचरीत करत हए सवाि पछा वक जब हमार समदाय की एक ििकी रवडयो पर कायलकरम पश कर सकतरी ह तो हम रवडयो पर सगरीत कायलकरम का मजा िन जसरी मामिरी-सरी बात क विए भरी कयो रोका जाता ह

रवडयो मवात क विए काम करन वािरी वाररीसा समदाय की उन कछ वगनरी-चनरी ििवकयो म स ह जो समदाय क िोगो क तमाम सखत ववरोधो क बावजद अपन वपता क सहयोग स अपनरी वशकषा को जाररी रख पाई सरकाररी सककि स पढ़री वाररीसा बतातरी ह वक आठवी ककषा तक पहचत-पहचत उसक साथ की सभरी ििवकया सककि छोिकर जा चकी थी

हररयाणा का मवात वजिा मवहिा-वशकषा क कषत म दश क सबस वपछि कषतो म स एक ह वषल 2011 म हई जनगणना क मतावबक मवहिा-वशकषा की दर यहा 36 परवतशत स थोिरी हरी अवधक ह जबवक ििवकयो क सककि छोिन की दर काफी अवधक ह सरकाररी वबसाइर पर उपिबध आकि बतात ह वक जहा वषल 2012-13 म सरकाररी सककिो म पहिरी ककषा स 5वी ककषा तक पढ़न वािो छातो की सखया 160057 थरी तो वही ककषा 6 स 8 म पढ़न वाि छातो की सखया कवि 42605 जहा तक ििवकयो का सवाि ह तो 5 परवतशत स जयादा ििवकया उचच ककषाओ तक नही पहच पाती

पर इन वनराशाजनक आकिो क बावजद यह बात उममरीद की िौ जिातरी ह वक मवात जस वपछि कषत क गाव की साधारण-सरी नावदया जसरी ििकी आज ििवकयो क साथ हो रह भदभाव पर सवाि खि करन की वहममत करन िगरी ह यह बात सावबत करतरी ह वक पररवतलन की शरआत हो चकी ह

सबस महतवपणल बात तो यह ह वक मवात जस शवकषक रप स वपछि इिाक क एक गाव म कछ अवभभावको न अपनरी ििवकयो को वनजरी कषत क सहवशकषा (को-एड) सककिो म भजना शर कर वदया ह नई नगि का सककि इसका उदाहरण ह ऐस सककिो म पढ़ान क विए अवभभावक अपनरी जब स पस खचल करन म भरी परीछ नही ह रवडयो मवात क विए काम करत हए आज वाररीसा ििवकयो की वशकषा क महतव और उनक साथ वकए जान वाि भदभाव क वखिाफ परचार म जररी हई ह

वाररीसा कहतरी ह वक रवडयो पर मनोरजक कायलकरम परसाररत करन क अिावा म रवडयो मवात पर वमयो समदाय स सबवधत मवहिा अधयापको को रवडयो कायलकरमो म आमवतत करतरी ह तावक उनस पररणा पाकर अनय अवभभावक भरी अपनरी ििवकयो को सककि भज और माधयवमक सककिो की पराथवमक ककषाओ म हरी अपनरी ििवकयो को पढ़ाई छोिन क विए मजबर न करक उनह आग और भरी पढ़न द वह कहतरी ह वक खशरी की बात तो यह ह वक आज

वववावहत मवहिाए भरी भदभाव क वखिाफ आवाज उठान िगरी ह

वाररीसा का कहना ह वक कम स कम आज मवहिाओ म इतना साहस तो आ हरी गया ह वक व अपन वखिाफ होन वाि भदभाव को िकर सवाि खि करन िगरी ह कछ साि पहि तक यह सब सभव नही था इस कषत म ििवकयो की वशकषा को बढ़ावा दन क विए राजय सरकार गर सरकाररी सगठनो और वनजरी कषत दारा वपछि कई सािो स परयास वकए जा रह ह वषल 1982 म हररयाणा सरकार न वझरका और नह म सहवशकषा (कोएड) वाि अगजरी माधयम क दो सककि शर वकए थ तावक मवात कषत क इस परपरागत ससककवत और सामावजक तान-बान वाि इिाक क बचचो को अचछरी गणवतता वािरी वशकषा परदान की जा सक इसक दो साि बाद हरी इन सककिो को सरीबरीएसई स सबदध कर वदया गया आज ऐस सात सहवशकषा वाि सककि मवात मॉडि सककि सोसाइररी (एमएमएसएस) दारा चिाए जा रह ह वजनम ििवकयो स कोई टशन फीस नही िरी जातरी इनम स छह सककि उचचतर माधयवमक सतर क और एक माधयवमक सतर का ह इन मॉडि सककिो म 40 परवतशत स अवधक सखया ििवकयो की ह वजनम स 57 परवतशत स अवधक ििवकया वमयो समदाय की ह

मवात क इस इिाक म 6 कसतरबा गाधरी बाविका ववदयािय भरी चिाए जा रह ह वजनम 1400 ििवकया पढ़ रहरी ह इनम स 64 परवतशत वमयो समदाय की ह140 ििवकयो को नह क मवात मॉडि सककि म पढ़ाई क अिावा मफत रहन और खान की सववधा भरी परदान की गई ह

खास बात यह ह वक वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को आतमववशवास साहस और समाज म भदभाव क वखिाफ आवाज बिद करन का दढ़-वनचिय वदया ह नावदया एक सवदनशरीि ििकी ह जो समाज म फि भदभाव और अनयाय को िकर

अब गामीणो को यह महसस होन लगा ह जक अगिी माधयम म जशका परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कतरो म ही आसानी स

नौकररया जमल सकती ह इसक जलए उनह दरदराि क इलाको म िान की िररत नही

2012-13 म सरकारी सकलो म 5वी तक 160057 छातर थ

पार परजतशत स जयादा लडजकया उचर ककाओ तक नही पहर पाती थीआि जशका को लकर गिीरता व सकलो म छातराओ की सखया बढ़ी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

काफी वचवतत हनावदया कहतरी ह वक वो एक डॉकरर बनना

चाहतरी ह कयोवक अमरीरो को तो असपतािो म अचछरी दखभाि और परा इिाज वम ि जाता ह जबवक गररीबो को घरो असपताि की िबरी िाइनो म इतजार करना पिता ह और उनक बावजद भरी डॉकरर का वयवहार उनक परवत उदासरीन रहता ह

एमएमएसएस और कजरीबरीवरी क तहत चिन वाि सककिो क अिावा एडकॉम सोयशस नामक सगठन क तहत छह यवनवसलि एकडमरी सककि भरी मवात म चिाए जा रह ह य सगठन भारत और ववदशो म वशकषा क कषत म वडवज रि करावत िान वािा अगणरी सगठन ह

हािावक इस सककि म अब भरी कवि 182 छात हरी ह जो सखया क विहाज स बहद कम ह िवकन वफर भरी वमयो समदाय वाि मवात क इस वपछड कषत म जहा ििवकयो को वशकषा वदिाना अवतम पराथवमकता ह वहा वनशक वशकषा उपिबध न करान वाि सककिो म भरी अपन बचचो का दावखिा करान की पहि वाकई सवागत योगय ह

गामरीण इिाको म यवनवसलि एकडमरी क साथ भागरीदाररी म सककि चिान वािरी ससथा एडकॉम की अकादवमक परमख अनराधा बतातरी ह वक शरआत म उनका काफी ववरोध हआ था गावो म िोगो को मनान क विए उनह काफी जदोजहद करनरी पितरी थरी वक व अपनरी ििवकयो को सककि भज उस वति य आसान नही था पर आज हािात बदि रह ह यवनवसलि एकडमरी सककिो म ििवकया पढ़न आ रहरी ह

एक और बदिाव भरी दखन म आया ह वक अब गामरीणो को यह महसस होन िगा ह वक अगजरी माधयम म वशकषा परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कषतो म हरी आसानरी स नौकररया वमि सकतरी ह इसक विए उनह दरदराज क इिाको म जान की जररत नही मवात क कई गाव गिगाव स जयादा दर नही ह जहा की बहत स कॉि सरर बरीपरीओ और अनय कई बहराषटरीय कपवनयो क दफतर ह

चाह मॉडि सककि हो कजरीबरीवरी या यवनवसलि एकडमरी सककि महतवपणल बात यह ह वक इस वपछि इिाक क ििक-ििवकयो को आज ऐस सकक िो म पढ़न का मौका वमि रहा ह जहा अचछरी गणवतता वािरी वशकषा और सवािगरीण ववकास को परमखता दरी जातरी ह सबस जयादा महतवपणल बात तो यह ह वक ऐसरी वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को इतना साहस और हौसिा वदया ह वक व समाज क भदभाव भर रवय पर सवाि उठा सकतरी ह और एक ऐस ससार का सपना दख सकतरी ह जहा नयाय हो और उनकी आवाज स नरी भरी जाए और उनका सममान भरी हो सक

05 - 11 मारष 2018 13सवचछता

मवात क कई गाव गडगाव स जयादा दर नही ह िहा

बहत स कॉल सटर बीपीओ और अनय कई बहराषटीय

कपजनयो क दफतर ह

मजहला अकसमता क सममान की अनठी जमसाल

आजदवासी यवजतयो को अकलपन स डर नही लगता बसतर क सदर नसल परिाजवत इलाको म ऐसी कई यवजतया ह जिनक जवखयात पररवारो म अब िायदाद सिालन वाल नही रह पर व वहा न कवल जवरासत

सिाल रही ह बकलक उनक पररवार की छतरछाया की दरकार रखन वाल आजदवाजसयो को आसरा िी द रही ह

इरा झा

आवदवासरी समाज म मवहिा परष की साथरी ह वह उसकी सहकमवी ह उसकी समाज

और पररवार म बराबर की भागरीदाररी ह जरी हा बसतर की आवदवासरी मवहिाए हम शहररी मवहिाओ की तरह अपन पररवार क परष सदसयो की मोहताज नही ह उनह बाजार स सबजरी-भाजरी और सौदा मगवान स िकर खतो म हि चिान तक क विए अपन बर या पवत का मह नही ताकना पिता ह वह हम शहररी मवहिाओ स कई मायनो म बहत जयादा समथल ह मवहिाओ क सशलतिकरण का परतरीक अतरराषटरीय मवहिा वदवस उनक वजकर क बगर परा नही हो सकता य न वसफफ घर क सार कामकाज करतरी ह बाि-बचच पाितरी ह बलक पर वदन खतो म काम भरी करतरी ह इनका परा साि खतो म काम करत हरी बरीतता ह बसतर की आवदवासरी मवहिाओ क अवधकार असरीवमत ह वह घर स बाहर तक की पररी वयवसथा सभाितरी ह और हर कदम पर पवत उसक साथ होता ह

इनक कामकाज का दायरा खत-खविहान और हार बाजार तक का ह खत का परा वजममा भरी यहरी उठातरी ह बरीज िाना उनह मसिाधार बाररश म रोपना और किरी धप म चौकीदाररी करन क बाद फसि कारना यह सब उनही क वजमम ह यहा

तक वक बाजार म इस बचन भरी वहरी ि जातरी ह ऐसरी मवहिाए जो खतरी नही करती घर म बािरी म उगरी सलबजया और जगिरी उतपादो जस महआ रोरा जिाऊ िकिरी िाख आविा झाड वगरह को पररवार की आमदनरी का जररया बना ितरी ह और इस पररी कवायद म पवत उसक साथ रहता ह जब मवहिा खत म जझ रहरी होतरी ह तो पवत घर म बचचो की दखभाि म िगा रहता ह वह उनक विए खाना पकाता ह बाररश स बचाव क विए छत की मरममत जस छोर-मोर काम करता ह घर की बािरी म सलबजयो फिो िताओ की सभाि करता ह और घर क बजगषो की दखभाि करता ह हर कदम पर पारसपररक सहयोग और मवहिा अलसमता क सममान की अनठरी वमसाि बसतर का आवदवासरी समाज ह इस समाज म मवहिाए अपनरी मजवी की माविक ह उसकी सवायतततता बलक अवधकाररता की बवढ़या वमसाि तो यहरी ह वक वह न कवि अपना जरीवनसाथरी खद चन सकतरी ह बलक चाह तो पहि उस परख भरी सकतरी ह इस परपरा को िमसना कहा जाता ह इसक तहत शादरी क योगय यवक को यवतरी क घर म रहकर काम-काज म मदद करक अपनरी योगयता वसदध करनरी पितरी ह इस पररीकषा म फि या पास करन का अवधकार पररी तरह स यवतरी पर होता ह िमसना बठान की यह परपरा सरगजा और मडिा क गोड समाज म भरी ह

पररवार और घरल कामकाि क परजशकण क जलए उनह घोटल िान की छट ह यह आजदवासी नौिवानो क ससकार गह ह घर क कामकाि स जनपटकर यवक-यवती रात म यहा िटत ह और जकसी सयानी

मजहला की जनगरानी म नारत-गात और कामकाि सीखत ह

यहरी नही इसस पहि पररवार और घरि कामकाज क परवशकषण क विए उनह घोरि जान की छर ह यह आवदवासरी नौजवानो क ससकार गह ह घर क कामकाज स वनपरकर यवक-यवतरी रात म यहा जरत ह और वकसरी सयानरी मवहिा की वनगरानरी म नाचत-गात और कामकाज सरीखत ह मन वमि गया तो शादरी क साथ यवा जोि की घोरि स ववदाई हो जातरी ह व वफर उधर का रख नही कर सकत घोरि अब बसतर क पररवश स गायब हो चि ह शहररी खासतौर पर मरीवडया की दखिदाजरी न इस ससथा को िपत होन पर मजबर कर वदया ह पर आवदवासरी यवतरी की वनरपकष लसथवत की इसस बहतर वमसाि और कया हो सकतरी ह

आवदवासरी यववतयो को अकिपन स भरी डर नही िगता बसतर क सदर नकसि परभाववत इिाको म ऐसरी कई यववतया ह वजनक ववखयात पररवारो म अब जायदाद सभािन वाि नही रह पर व वहा न कवि ववरासत सभाि रहरी ह बलक उनक पररवार की छतछाया की दरकार रखन वाि आवदवावसयो को आसरा भरी द रहरी ह बि आवदवासरी पररवारो की ििवकया ह य गाव छोिकर वदलरी स िदन तक कही भरी बस सकतरी थी उनका समपलण दवखए जजबा दवखए अपन िोगो क परवत सह दवखए

यह लसथवत तब ह जब घन जगिो क बरीच बस गावो म सरज की रोशनरी नही पहचतरी जगिरी जानवरो का खतरा मडराता रहता ह और असपताि म दवाइयो का पता नही रहता और सककि बदहाि ह यवद इनह शहररी िोगो स मामिरी या बराबर की सववधाए वमि जाए तो इनकी वहममत इनका जजबा और ताकत बजोि होगरी यह तय मावनए

शहरी मजहलाओ स जयादा सशति ह बसतर की मजहलाए

घर स बाहर तक की परी वयवसथा सिालती ह य आजदवासी मजहलाएिीवन साथी रनन और परखन का

परा अजधकार इनक पास ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण 05 - 11 मारष 201814

एसएसबी यरो

हाि म वबहार की एक दवित मवहिा रनकी दवरी न अपना मगिसत बचकर घर म शौचािय बनवान की नजरीर पश

की यह घरना दो बातो की तरफ इशारा करतरी ह पहिरी बात तो यह वक तमाम सफाई अवभयानो और शौचािय वनमालण की योजनाओ क बावजद आज भरी गावो म शौचािय की समसया बहत बिरी ह दसररी बात यह वक सवचछता का मदा सबस जयादा मवहिाओ स जिा ह यहरी वजह ह वक सवचछता आदोिन को मवहिा सशलतिकरण की वदशा म एक बिरी और कारगर पहि क तौर पर दखा जा रहा ह कछ समय पहि lsquoवाररएडrsquo नामक एनजरीओ की एक ररपोरट म तथय सामन आया वक भारत म 35 करोि 50 िाख मवहिाओ और ििवकयो को शौचािय मयससर नही ह lsquoद सरर ऑफ वडटस रायिर 2017rsquo नामक इस ररपोरट म कहा गया था वक पररी दवनया म भारत म सबस कम िोगो क पास शौचािय जसरी बवनयादरी सववधा उपिबध ह

सककिो म शौचािय न होन क कारण बहत साररी ििवकया आठवी ककषा तक आत-आत सककि छोिन पर बाधय हो जातरी ह इवडया सपड की एक ररपोरट म सामन आया था वक गावो म िगभग 28 परवतशत ििवकया परीररयडस क वदनो म सककि हरी नही जाती इसका परमख कारण सककिो म शौचािय का न होना ह कछ समय पहि lsquoपरथमrsquo नाम क एक एनजरीओ की ररपोरट म कहा गया वक दश म चि रह कि सककिो म 74 परवतशत सरकाररी ह इनम स 47 परवतशत सककिो म आज तक ििवकयो क विए अिग स शौचािय की वयवसथा नही ह

इसरी तरह गावो म भरी मवहिाए घर म शौचािय न होन क कारण मह अधर सबह और मह अधर शाम को हरी खतो म जा पातरी ह वदन क वकसरी अनय समय पर शौचािय जान की जररत महसस होना उन मवहिाओ क विए बिरी समसया ह बहत सार सरकाररी या वनजरी सककिो म आज भरी मवहिा अधयावपकाओ क विए अिग स शौचाियो की वयवसथा नही ह यहा तक वक बि शहरो म भरी छोर ससथानो या दफतरो म काम करन वािरी ििवकयो-मवहिाओ क विए भरी अकसर हरी कोई शौचािय नही होता

मवहिाओ क विए सावलजवनक जगहो पर इतन कम शौचाियो का होना समाज और सरकार दोनो की उनक परवत असवदनशरीिता की तरफ साफ इशारा करता ह मवहिा सशलतिकरण की वदशा म सबस जरररी व ठोस परयास मवहिाओ की बवनयादरी जररतो को समझना और उन पर काम करना ह वनजरी और सावलजवनक जगहो पर शौचाियो का वनमालण उनकी बवनयादरी जररतो म स एक ह सवतत भारत म इस दरकार को अगर सबस पहि वकसरी न समझा तो व ह डॉ ववनदशवर

सवचछ राह पर आधी दजनयादश म सवचछता क साथ मजहला सशकतिकरण को लकर िो जवजिनन अजियान रलाए िा रह ह उसम जिस ससथा और वयकति

का नाम सबस पहल िहन म आता ह वह ह सलि इटरनशनल और इस ससथा क परणता डॉ जवनदशवर पाठक

पाठक और उनकी ससथा सिभ इररनशनि नबब क दशक म भारत को 21वी सदरी म जान

की बात खब होतरी थरी य बात जहा ससद क बाहर-भरीतर राजनरीवतक िाइन क साथ कहरी जातरी थरी वही आवथलक-सामावजक सतर पर भरी भावरी भारत स जि सरोकारो और चनौवतयो को िकर ववमशल चिता था पर वकसरी न कभरी सोचा भरी होगा वक 21वी सदरी क दसर दशक तक पहचकर सवचछता दश का पराइम एजडा बन जाएगा इस बदिाव क परीछ बिा सघषल ह आज दश म सवचछता क साथ मवहिा सशलतिकरण को िकर जो वववभन अवभयान चिाए जा रह ह उसम वजस ससथा और वयलति का नाम सबस पहि जहन म आता ह वह सिभ इररनशनि और इस ससथा क परणता डॉ ववनदशवर पाठक

पररी दवनया आज डॉ पाठक को lsquoरॉयिर मनrsquo क रप म जानतरी ह उनहोन एक तरफ जहा वसर पर मिा ढोन की मिरी परथा को खतम करन बरीिा उठाया वही दशभर म सिभ शौचािय की

उपिबधता स उनहोन आम िोगो की सवचछता जररत को परा करन क कषत म महान कायल वकया बिरी बात यह ह वक डॉ पाठक दारा शर वकया गया सवचछता का सिभ अवभयान अब भरी थमा नही ह परधानमतरी नरदर मोदरी दारा दो अकरबर 2014 को सवचछ भारत वमशन शर होन क बाद डॉ पाठक क मागलदशलन म सिभ का सवचछता अवभयान नई पररणा और गवत क साथ आग बढ़ रहा ह शौचािय और सवचछता को पाच दशक स अपनरी समझ और ववचार की धररी बनाकर चि रह डॉ ववनदशवर पाठक न एक तरह स दवनया को सवचछता का नया समाजशासत वसखाया ह वजसम साफ-सफाई क सबक तो ह हरी मानवरीय परम और करणा को भरी पयालपत महतव वदया गया ह

जसर पर मला ढोन की परथावबहार गाधरी शताबदरी सवमवत म एक कायलकताल क नात गाधरी ववचार और कायलकरमो क कररीब आए डॉ पाठक न तब स न वसफफ पर दश म बलक

ववशव म सवचछता का अिख जगा रह ह वसर पर मिा ढोन की परथा को िकर सिभ न उलखनरीय कायल वकए ह वसर स मिा ढोन वाि िोगो को इस अमानवरीय कायल स मलति वदिान की सोच की हरी दन ह सिभ दारा ववकवसत हआ दो गडो वािा शौचािय आज यह तकनरीक पररी दवनया म lsquoसिभ शौचाियrsquo क रप म जानरी जातरी ह इस तकनरीक म पहि गड म जमा शौच खाद म बदि जाता ह सिभ न शौचािय क जररए गस बनान और उस वबजिरी तक बनान क कामयाब परयोग वकए ह 1970 म सिभ इररनशनि की सथापना हई और आज शौचािय वनमालण की ससतरी तकनरीक क विए इसकी दवनयाभर म पहचान ह सिभ परणता डॉ पाठक भरी मानत ह वक गाधरी जरी क बाद अगर इस दश म सवचछता क महतव को वकसरी न गहराई स समझा ह तो व ह परधानमतरी नरदर मोदरी

सरकार का िवाब वसर पर मिा ढोना भारत म परवतबवधत काम ह गत वषल राजयसभा म एक परशन क जवाब म कदर सरकार म मतरी थावरचद गहिोत न बताया था वक दश म 26 िाख ऐस शौचािय ह जहा पानरी नही ह जावहर ह वहा हाथ स मिा साफ करना पिता ह सफाई कमलचाररी आदोिन न अपन सवत म बताया ह वक 1993 स अब तक 1370 सरीवर वकफसल की मौत हो चकी ह इस वदशा म सकवजसल क पनवालस का सबस बिा अवभयान सिभ ससथा न हरी छिा ह मवहिा सकवजसल को सिभ न न वसफफ इस परथा स आजादरी वदिाई बलक उनक पनवालस और जरीवन यापन की भरी वचता की सिभ न ऐस कई कदर सथावपत वकए जहा मवहिा सकवजसल को वकलपक रोजगार क गर वसखाए जात ह डॉ पाठक को इस बात का शय जाता ह वक वजस मिरी परथा को िकर कभरी महातमा गाधरी न कहा था वक उनक सपनो क भारत म इसक विए कोई जगह

डॉ पाठक न एक तरफ िहा जसर पर मला ढोन की मली परथा को खम करन का बीडा उठाया वही दश िर म सलि शौरालय की उपलधता

स उनहोन लोगो और खासतौर स मजहलाओ की सवचछता िररत को परा करन क कतर म महान कायष जकया

आि सवचछता दश का पराइम एिडा बन रका ह

टीसीएस 10000 सकलो म लडजकयो क जलए शौरालय बनावा रहा ह गावो म 28 परजतशत लडजकया पीररयडस क जदनो म सकल

ही नही िाती ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण05 - 11 मारष 2018 15

नही होगरी उस पररणा को उनहोन अपनरी वजदगरी का वमशन बना विया

राषटीय सवचछता जमशनपरधानमतरी नरदर मोदरी न जब 2014 म राषटरीय सवचछता वमशन की घोषणा की तो दश म सवचछता कायलकरम को पहिरी बार राषटरीय सतर पर गभरीर पराथवमकता वमिरी अपन सवचछता करायलकरमो क कारण अतरराषटरीय सतर पर खयावत और सममान परापत कर चक डॉ पाठक कहत भरी ह lsquoसवचछता को िकर दश म गभरीरता की कमरी रहरी इस महतव नही वदया गया इस कषत म वनवश का भरी अभाव रहा पर परधानमतरी नरदर मोदरी न इस पर पररदशय को

बदि कर रख वदया व ऐस पहि राषटरीय नता रह वजनहोन न वसफफ िाि वकि क पराचरीर स शौचाियो की बात की बलक इस बार म ववदशरी नताओ तक स िगातार चचाल करत रह उनहोन दश को यह सोचन और मानन क विए बाधय वकया वक अगर हम सवचछता क मामि म आग नही बढ़ तो वफर एक ववकवसत राषट क रप म हमारा उभरना मलशकि ह विहाजा यह समय ह जब हम दश को सवचछ और सदर बनान क विए एक साथ खि हो तावक सभय सससककत और सवचछ दशो की कतार म हम भरी फखर स खि हो सकrsquo

परधानमतरी क सवचछता वमशन स डॉ पाठक दारा पहि स वकए जा रह परयासो को जहा नए

वसर स महतव वमिा वही व इस बात स खास परोतसावहत और परररत भरी हए वक दश का परधानमतरी इतन वषषो क बाद गाधरी जरी क सवचछता कायलकरमो को न वसफफ अपना रहा ह बलक उस दश म एक जनादोिन की शकल दन म िगा ह बात सवचछता की कर तो इसम कही कोई दो मत नही वक इस काम को वजस िगन और ववसतार क साथ डॉ पाठक न अब तक वकया ह वसा उदाहरण भारत तो कया दवनया म दिभल ह यहरी कारण ह वक सिभ परणता दश-ववदश म अब तक सौ स जयादा वववशष सममानो स नवाज जा चक ह इनम भारत सरकार दारा पदम भषण (1991) इररनशनि सर फावसस पराइज इरिरी (1992) यएन हवबरर दारा गिोबि

मवहिा ववकास और सभयता की परतरीक होतरी ह यवद आप जानना चाहत ह वक समाज

वकतना अचछा ह तो रासत म चिन वािरी वकसरी मवहिा स बात कर और आपको वबना वकसरी अथलशासतरी की मदद क उततर वमि जाएगा मवहिा ववकास सदरता वनमलिता और उन सभरी चरीजो की परतरीक होतरी ह जो जरीवन को साथलक बनातरी ह य बात कछ वषल पवल पदमभषण डॉ ववनदशवर पाठक न उदयपर म एक राषटरीय सममिन को सबोवधत करत हए कहरी थी सममिन का आयोजन lsquoमवहिा-सशलतिकरण-लसथवत और भवमका पर उभरता हआ पररदशयrsquo ववषय पर ववशवववदयािय अनदान आयोग क सहयोग स मोहनिाि सखाविया ववशवववदयािय उदयपर क समाजशासत-ववभाग न वकया था इस कायलकरम म डॉ पाठक मखय अवतवथ क रप म शावमि हए थ

डॉ पाठक न सममिन म समकािरीन पररदशय क बार म बताया और कहा वक ववकासशरीि दशो म मवहिाओ की लसथवत असतोषपरद रहरी ह यरोप और अमररका म भरी उनह मतदान का अवधकार वपछिरी सदरी क

पवालधल म वमिा वशकषा क परचार और रसोईघर क उपकरणो स उनह मतदान क अवधकार स अवधक शलति वमिरी दसर ववशवयदध क बाद लसथवत सधररी भारत और अनय ववकासशरीि दशो म उनकी ददलशा क कारण रह ह गित परपराए और सामावजक कररीवतया डॉ पाठक न यह भरी कहा वक भारत म सकववजग करन वाि िोग असपशय मान जात ह व गररीबरी और जावत क सबस वनचि पायदान पर होत ह िगभग 7 िाख सकवजरो म 70 परवतशत मवहिाए ह सिभ न मवहिाओ क सशलतिकरण क विए अपनरी तरह स कदम उठाए ह कमाऊ शौचािय की जगह सिभ शौचािय-तकनरीक स सकवजर मवहिाओ को उनक पश स मति कराया गया ह वववभन वयावसायो म परवशकषण-दारा उनह जरीववका अवजलत करन का परवतलषत रासता वदखिाया गया राजसथान क अिवर और रोक क इस कायलकरम न इन मवहिाओ को नई राजकमाररया बनाया ह

सिभ सकववजग समापत करन सकवजसल क मानवावधकार िौरान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथावपत करन की वदशा म वनरतर कायलरत रहा ह सिभ न सवचछता-कायलकरमो म

मवहिाओ की पररी भागरीदाररी की वकाित की ह उनकी वशकषा सिमो म सवासथय तथा सफाई क बार म जागरकता-अवभयान स समदाय तथा पयालवरण म सपष सधार पररिवकषत होता ह वदलरी क सिमो म सिभ दारा हजारो मवहिाओ को परवशवकषत वकया गया ह य मवहिाए अब सवासथय सवचछता तथा सामावजक पररवतलन की दत क रप म कायलशरीि रहरी ह इसका परभाव घरो क सभरी सदसयो पर सवासथयकर रप स पिा ह सवचछ सववधाओ क साथ सवसथ पयालवरण परतयक मवहिा और बचच का अवधकार ह सिभ शौचािय तथा सान-पररसरो म मवहिाओ क विए अिग वयवसथा रहतरी ह जन 1996 म इसताबि म आयोवजत वसररी सवमर हवबरार-II कॉनफस म सवचछता क कषत म सिभ की उदोषणा lsquoबसर परलकरसrsquo क रप म की गई सयति राषट की आवथलक तथा सामावजक काउवसि दारा सिभ को सपशि कसरवरव सररस परदान वकया गया बाद म जनरि कसरवरव सररस परदान वकया गया ह

सिभ न lsquoनई वदशाrsquo नाम स अिवर तथा रोक (राजसथान) म वयावसावयक परवशकषण कदर सथावपत वकए ह जहा भतपवल सकवजर मवहिाओ को परवशवकषत वकया जाता ह अपना पराना पशा छोिन क बाद इस परकार उनह जरीववकोपाजलन का परवतलषत तररीका उपिबध कराया जाता ह इस परवशकषण क आयाम ववववध परकार क ह वजनम पढ़ना-विखना खादय-सामगरी बनाना वसिाई-कढ़ाई सौनदयल-परसाधन इतयावद शावमि ह यहा इन िोगो का वनयवमत मवडकि चकअप भरी होता ह इस परकार हए सामावजक रपातरण का अदाजा इस बात स िगाया जा सकता ह वक वहरी समाज जो इन सकवजसल को छन स भरी बचना चाहता था अब इनक बनाए खान क सामान खररीदन िगा ह इन मवहिाओ न सवय-सहायता दि बनाए ह य अपन बक खाता रखतरी ह और वहा स ऋण िकर अपना कारोबार चिातरी ह

मली परथा का अतदश म लगिग 7 लाख सककविरो म 70 परजतशत मजहलाए ह सलि सककवजिग समापत करन सककविरो क

मानवाजधकार लौटान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथाजपत करन की जदशा म जनरतरर कायषरत रहा ह

500 सकरॉि ऑफ ऑनर (2003) सरॉकहोम वारर पराइज (2009) और चरीन म सपन वडट रॉयिर सलममर म वडट रॉयिर ऑगतनाइजशन दारा हॉि ऑफ फम अवाडट (2008) आवद शावमि ह

दजनया का सबस बडा आदोलनसवचछता को िकर शर हआ सिभ आदोिन गाधरी क बाद उनकी राह पर बढ़ा दवनया का सबस बिा आदोिन ह इस आदोिन न मवहिाओ क साथ सामावजक सतर पर चि रहरी एक बिरी गरबराबररी और अनयाय को समापत करन म बिरी भवमका वनभाई ह खद डॉ पाठक क शबदो म lsquoगाधरी जरी न अपन डरबन क आशम म सबस पहि टरच िवटरन यानरी चारदरीवाररी क भरीतर शौच का इतजाम शर वकया उनकी वयवसथा म हर वयलति को अपना शौचािय साफ करना होता था आज भरी परान गाधरीवावदयो म आप यह चिन दख सकत ह गामरीण कषतो क विए उनका सझाव था वक टरी पर वमटरी यानरी गडा खो वदए शौच क बाद उस पर वमटरी डाविए दरअसि शौचािय की सफाई क जररए व मिा साफ करनवाि िोगो को समाज म बहतर सथान वदिाना चाहत थ हमार यहा परपरा रहरी ह वक घर क नजदरीक शौच न कर गाधरी जरी न उसम बदिाव का इतजाम वकया और चारदरीवाररी क भरीतर शौच वयवसथा की शरआत की उनकी कोवशश इन िोगो को शौच सफाई क वघनौन काम स मलति वदिानरी थरी व शौचािय को सामावजक बदिाव क औजार क तौर पर दखत थ गाधरी शताबदरी क दौरान 1969 म मझ िगा वक इस वदशा म काम वकया जाना चावहए इसरीविए मन सिभ इररनशनि की सथापना की और इसकी तरफ काम शर वकयाrsquo

सकलो म लडजकयो क जलए शौरालयसिभ की पहि आज सवचछता को िकर एक राषटरीय पररणा और अवभयान का नाम ह मवहिाओ को िकर सिभ की पररणा कस एक बि वमशन को परा कर रहरी ह उस बार म डॉ पाठक बतात ह lsquoरारा कसरसरी सववलसज न 100 करोि रपए स दश क दस हजार सककिो म ििवकयो क विए शौचािय बनान का ऐिान वकया ह भारतरी-एयररि कपनरी न भरी 100 करोि स पजाब क िवधयाना वजि म शौचािय बनान का फसिा वकया ह ओररएरि बक ऑफ कॉमसल भरी दो करोि की िागत स शौचािय बनान जा रहा ह साफ ह वक दश म सफाई की वदशा म मोदरी जरी की अपरीि क बाद बिरी करावत की शरआत हो चकी ह

सवचछता को लकर शर हआ सलि आदोलन गाधी क बाद

उनकी राह पर दजनया का सबस बडा आदोलन ह इस आदोलन न मजहलाओ क साथ सामाजिक सतर पर रल रही एक बडी गर-बराबरी और अनयाय को समापत करन म

बडी िजमका जनिाई ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

16

मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 13: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

काफी वचवतत हनावदया कहतरी ह वक वो एक डॉकरर बनना

चाहतरी ह कयोवक अमरीरो को तो असपतािो म अचछरी दखभाि और परा इिाज वम ि जाता ह जबवक गररीबो को घरो असपताि की िबरी िाइनो म इतजार करना पिता ह और उनक बावजद भरी डॉकरर का वयवहार उनक परवत उदासरीन रहता ह

एमएमएसएस और कजरीबरीवरी क तहत चिन वाि सककिो क अिावा एडकॉम सोयशस नामक सगठन क तहत छह यवनवसलि एकडमरी सककि भरी मवात म चिाए जा रह ह य सगठन भारत और ववदशो म वशकषा क कषत म वडवज रि करावत िान वािा अगणरी सगठन ह

हािावक इस सककि म अब भरी कवि 182 छात हरी ह जो सखया क विहाज स बहद कम ह िवकन वफर भरी वमयो समदाय वाि मवात क इस वपछड कषत म जहा ििवकयो को वशकषा वदिाना अवतम पराथवमकता ह वहा वनशक वशकषा उपिबध न करान वाि सककिो म भरी अपन बचचो का दावखिा करान की पहि वाकई सवागत योगय ह

गामरीण इिाको म यवनवसलि एकडमरी क साथ भागरीदाररी म सककि चिान वािरी ससथा एडकॉम की अकादवमक परमख अनराधा बतातरी ह वक शरआत म उनका काफी ववरोध हआ था गावो म िोगो को मनान क विए उनह काफी जदोजहद करनरी पितरी थरी वक व अपनरी ििवकयो को सककि भज उस वति य आसान नही था पर आज हािात बदि रह ह यवनवसलि एकडमरी सककिो म ििवकया पढ़न आ रहरी ह

एक और बदिाव भरी दखन म आया ह वक अब गामरीणो को यह महसस होन िगा ह वक अगजरी माधयम म वशकषा परापत करन स यवाओ को अपन आस-पास क कषतो म हरी आसानरी स नौकररया वमि सकतरी ह इसक विए उनह दरदराज क इिाको म जान की जररत नही मवात क कई गाव गिगाव स जयादा दर नही ह जहा की बहत स कॉि सरर बरीपरीओ और अनय कई बहराषटरीय कपवनयो क दफतर ह

चाह मॉडि सककि हो कजरीबरीवरी या यवनवसलि एकडमरी सककि महतवपणल बात यह ह वक इस वपछि इिाक क ििक-ििवकयो को आज ऐस सकक िो म पढ़न का मौका वमि रहा ह जहा अचछरी गणवतता वािरी वशकषा और सवािगरीण ववकास को परमखता दरी जातरी ह सबस जयादा महतवपणल बात तो यह ह वक ऐसरी वशकषा न नावदया जसरी ििवकयो को इतना साहस और हौसिा वदया ह वक व समाज क भदभाव भर रवय पर सवाि उठा सकतरी ह और एक ऐस ससार का सपना दख सकतरी ह जहा नयाय हो और उनकी आवाज स नरी भरी जाए और उनका सममान भरी हो सक

05 - 11 मारष 2018 13सवचछता

मवात क कई गाव गडगाव स जयादा दर नही ह िहा

बहत स कॉल सटर बीपीओ और अनय कई बहराषटीय

कपजनयो क दफतर ह

मजहला अकसमता क सममान की अनठी जमसाल

आजदवासी यवजतयो को अकलपन स डर नही लगता बसतर क सदर नसल परिाजवत इलाको म ऐसी कई यवजतया ह जिनक जवखयात पररवारो म अब िायदाद सिालन वाल नही रह पर व वहा न कवल जवरासत

सिाल रही ह बकलक उनक पररवार की छतरछाया की दरकार रखन वाल आजदवाजसयो को आसरा िी द रही ह

इरा झा

आवदवासरी समाज म मवहिा परष की साथरी ह वह उसकी सहकमवी ह उसकी समाज

और पररवार म बराबर की भागरीदाररी ह जरी हा बसतर की आवदवासरी मवहिाए हम शहररी मवहिाओ की तरह अपन पररवार क परष सदसयो की मोहताज नही ह उनह बाजार स सबजरी-भाजरी और सौदा मगवान स िकर खतो म हि चिान तक क विए अपन बर या पवत का मह नही ताकना पिता ह वह हम शहररी मवहिाओ स कई मायनो म बहत जयादा समथल ह मवहिाओ क सशलतिकरण का परतरीक अतरराषटरीय मवहिा वदवस उनक वजकर क बगर परा नही हो सकता य न वसफफ घर क सार कामकाज करतरी ह बाि-बचच पाितरी ह बलक पर वदन खतो म काम भरी करतरी ह इनका परा साि खतो म काम करत हरी बरीतता ह बसतर की आवदवासरी मवहिाओ क अवधकार असरीवमत ह वह घर स बाहर तक की पररी वयवसथा सभाितरी ह और हर कदम पर पवत उसक साथ होता ह

इनक कामकाज का दायरा खत-खविहान और हार बाजार तक का ह खत का परा वजममा भरी यहरी उठातरी ह बरीज िाना उनह मसिाधार बाररश म रोपना और किरी धप म चौकीदाररी करन क बाद फसि कारना यह सब उनही क वजमम ह यहा

तक वक बाजार म इस बचन भरी वहरी ि जातरी ह ऐसरी मवहिाए जो खतरी नही करती घर म बािरी म उगरी सलबजया और जगिरी उतपादो जस महआ रोरा जिाऊ िकिरी िाख आविा झाड वगरह को पररवार की आमदनरी का जररया बना ितरी ह और इस पररी कवायद म पवत उसक साथ रहता ह जब मवहिा खत म जझ रहरी होतरी ह तो पवत घर म बचचो की दखभाि म िगा रहता ह वह उनक विए खाना पकाता ह बाररश स बचाव क विए छत की मरममत जस छोर-मोर काम करता ह घर की बािरी म सलबजयो फिो िताओ की सभाि करता ह और घर क बजगषो की दखभाि करता ह हर कदम पर पारसपररक सहयोग और मवहिा अलसमता क सममान की अनठरी वमसाि बसतर का आवदवासरी समाज ह इस समाज म मवहिाए अपनरी मजवी की माविक ह उसकी सवायतततता बलक अवधकाररता की बवढ़या वमसाि तो यहरी ह वक वह न कवि अपना जरीवनसाथरी खद चन सकतरी ह बलक चाह तो पहि उस परख भरी सकतरी ह इस परपरा को िमसना कहा जाता ह इसक तहत शादरी क योगय यवक को यवतरी क घर म रहकर काम-काज म मदद करक अपनरी योगयता वसदध करनरी पितरी ह इस पररीकषा म फि या पास करन का अवधकार पररी तरह स यवतरी पर होता ह िमसना बठान की यह परपरा सरगजा और मडिा क गोड समाज म भरी ह

पररवार और घरल कामकाि क परजशकण क जलए उनह घोटल िान की छट ह यह आजदवासी नौिवानो क ससकार गह ह घर क कामकाि स जनपटकर यवक-यवती रात म यहा िटत ह और जकसी सयानी

मजहला की जनगरानी म नारत-गात और कामकाि सीखत ह

यहरी नही इसस पहि पररवार और घरि कामकाज क परवशकषण क विए उनह घोरि जान की छर ह यह आवदवासरी नौजवानो क ससकार गह ह घर क कामकाज स वनपरकर यवक-यवतरी रात म यहा जरत ह और वकसरी सयानरी मवहिा की वनगरानरी म नाचत-गात और कामकाज सरीखत ह मन वमि गया तो शादरी क साथ यवा जोि की घोरि स ववदाई हो जातरी ह व वफर उधर का रख नही कर सकत घोरि अब बसतर क पररवश स गायब हो चि ह शहररी खासतौर पर मरीवडया की दखिदाजरी न इस ससथा को िपत होन पर मजबर कर वदया ह पर आवदवासरी यवतरी की वनरपकष लसथवत की इसस बहतर वमसाि और कया हो सकतरी ह

आवदवासरी यववतयो को अकिपन स भरी डर नही िगता बसतर क सदर नकसि परभाववत इिाको म ऐसरी कई यववतया ह वजनक ववखयात पररवारो म अब जायदाद सभािन वाि नही रह पर व वहा न कवि ववरासत सभाि रहरी ह बलक उनक पररवार की छतछाया की दरकार रखन वाि आवदवावसयो को आसरा भरी द रहरी ह बि आवदवासरी पररवारो की ििवकया ह य गाव छोिकर वदलरी स िदन तक कही भरी बस सकतरी थी उनका समपलण दवखए जजबा दवखए अपन िोगो क परवत सह दवखए

यह लसथवत तब ह जब घन जगिो क बरीच बस गावो म सरज की रोशनरी नही पहचतरी जगिरी जानवरो का खतरा मडराता रहता ह और असपताि म दवाइयो का पता नही रहता और सककि बदहाि ह यवद इनह शहररी िोगो स मामिरी या बराबर की सववधाए वमि जाए तो इनकी वहममत इनका जजबा और ताकत बजोि होगरी यह तय मावनए

शहरी मजहलाओ स जयादा सशति ह बसतर की मजहलाए

घर स बाहर तक की परी वयवसथा सिालती ह य आजदवासी मजहलाएिीवन साथी रनन और परखन का

परा अजधकार इनक पास ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण 05 - 11 मारष 201814

एसएसबी यरो

हाि म वबहार की एक दवित मवहिा रनकी दवरी न अपना मगिसत बचकर घर म शौचािय बनवान की नजरीर पश

की यह घरना दो बातो की तरफ इशारा करतरी ह पहिरी बात तो यह वक तमाम सफाई अवभयानो और शौचािय वनमालण की योजनाओ क बावजद आज भरी गावो म शौचािय की समसया बहत बिरी ह दसररी बात यह वक सवचछता का मदा सबस जयादा मवहिाओ स जिा ह यहरी वजह ह वक सवचछता आदोिन को मवहिा सशलतिकरण की वदशा म एक बिरी और कारगर पहि क तौर पर दखा जा रहा ह कछ समय पहि lsquoवाररएडrsquo नामक एनजरीओ की एक ररपोरट म तथय सामन आया वक भारत म 35 करोि 50 िाख मवहिाओ और ििवकयो को शौचािय मयससर नही ह lsquoद सरर ऑफ वडटस रायिर 2017rsquo नामक इस ररपोरट म कहा गया था वक पररी दवनया म भारत म सबस कम िोगो क पास शौचािय जसरी बवनयादरी सववधा उपिबध ह

सककिो म शौचािय न होन क कारण बहत साररी ििवकया आठवी ककषा तक आत-आत सककि छोिन पर बाधय हो जातरी ह इवडया सपड की एक ररपोरट म सामन आया था वक गावो म िगभग 28 परवतशत ििवकया परीररयडस क वदनो म सककि हरी नही जाती इसका परमख कारण सककिो म शौचािय का न होना ह कछ समय पहि lsquoपरथमrsquo नाम क एक एनजरीओ की ररपोरट म कहा गया वक दश म चि रह कि सककिो म 74 परवतशत सरकाररी ह इनम स 47 परवतशत सककिो म आज तक ििवकयो क विए अिग स शौचािय की वयवसथा नही ह

इसरी तरह गावो म भरी मवहिाए घर म शौचािय न होन क कारण मह अधर सबह और मह अधर शाम को हरी खतो म जा पातरी ह वदन क वकसरी अनय समय पर शौचािय जान की जररत महसस होना उन मवहिाओ क विए बिरी समसया ह बहत सार सरकाररी या वनजरी सककिो म आज भरी मवहिा अधयावपकाओ क विए अिग स शौचाियो की वयवसथा नही ह यहा तक वक बि शहरो म भरी छोर ससथानो या दफतरो म काम करन वािरी ििवकयो-मवहिाओ क विए भरी अकसर हरी कोई शौचािय नही होता

मवहिाओ क विए सावलजवनक जगहो पर इतन कम शौचाियो का होना समाज और सरकार दोनो की उनक परवत असवदनशरीिता की तरफ साफ इशारा करता ह मवहिा सशलतिकरण की वदशा म सबस जरररी व ठोस परयास मवहिाओ की बवनयादरी जररतो को समझना और उन पर काम करना ह वनजरी और सावलजवनक जगहो पर शौचाियो का वनमालण उनकी बवनयादरी जररतो म स एक ह सवतत भारत म इस दरकार को अगर सबस पहि वकसरी न समझा तो व ह डॉ ववनदशवर

सवचछ राह पर आधी दजनयादश म सवचछता क साथ मजहला सशकतिकरण को लकर िो जवजिनन अजियान रलाए िा रह ह उसम जिस ससथा और वयकति

का नाम सबस पहल िहन म आता ह वह ह सलि इटरनशनल और इस ससथा क परणता डॉ जवनदशवर पाठक

पाठक और उनकी ससथा सिभ इररनशनि नबब क दशक म भारत को 21वी सदरी म जान

की बात खब होतरी थरी य बात जहा ससद क बाहर-भरीतर राजनरीवतक िाइन क साथ कहरी जातरी थरी वही आवथलक-सामावजक सतर पर भरी भावरी भारत स जि सरोकारो और चनौवतयो को िकर ववमशल चिता था पर वकसरी न कभरी सोचा भरी होगा वक 21वी सदरी क दसर दशक तक पहचकर सवचछता दश का पराइम एजडा बन जाएगा इस बदिाव क परीछ बिा सघषल ह आज दश म सवचछता क साथ मवहिा सशलतिकरण को िकर जो वववभन अवभयान चिाए जा रह ह उसम वजस ससथा और वयलति का नाम सबस पहि जहन म आता ह वह सिभ इररनशनि और इस ससथा क परणता डॉ ववनदशवर पाठक

पररी दवनया आज डॉ पाठक को lsquoरॉयिर मनrsquo क रप म जानतरी ह उनहोन एक तरफ जहा वसर पर मिा ढोन की मिरी परथा को खतम करन बरीिा उठाया वही दशभर म सिभ शौचािय की

उपिबधता स उनहोन आम िोगो की सवचछता जररत को परा करन क कषत म महान कायल वकया बिरी बात यह ह वक डॉ पाठक दारा शर वकया गया सवचछता का सिभ अवभयान अब भरी थमा नही ह परधानमतरी नरदर मोदरी दारा दो अकरबर 2014 को सवचछ भारत वमशन शर होन क बाद डॉ पाठक क मागलदशलन म सिभ का सवचछता अवभयान नई पररणा और गवत क साथ आग बढ़ रहा ह शौचािय और सवचछता को पाच दशक स अपनरी समझ और ववचार की धररी बनाकर चि रह डॉ ववनदशवर पाठक न एक तरह स दवनया को सवचछता का नया समाजशासत वसखाया ह वजसम साफ-सफाई क सबक तो ह हरी मानवरीय परम और करणा को भरी पयालपत महतव वदया गया ह

जसर पर मला ढोन की परथावबहार गाधरी शताबदरी सवमवत म एक कायलकताल क नात गाधरी ववचार और कायलकरमो क कररीब आए डॉ पाठक न तब स न वसफफ पर दश म बलक

ववशव म सवचछता का अिख जगा रह ह वसर पर मिा ढोन की परथा को िकर सिभ न उलखनरीय कायल वकए ह वसर स मिा ढोन वाि िोगो को इस अमानवरीय कायल स मलति वदिान की सोच की हरी दन ह सिभ दारा ववकवसत हआ दो गडो वािा शौचािय आज यह तकनरीक पररी दवनया म lsquoसिभ शौचाियrsquo क रप म जानरी जातरी ह इस तकनरीक म पहि गड म जमा शौच खाद म बदि जाता ह सिभ न शौचािय क जररए गस बनान और उस वबजिरी तक बनान क कामयाब परयोग वकए ह 1970 म सिभ इररनशनि की सथापना हई और आज शौचािय वनमालण की ससतरी तकनरीक क विए इसकी दवनयाभर म पहचान ह सिभ परणता डॉ पाठक भरी मानत ह वक गाधरी जरी क बाद अगर इस दश म सवचछता क महतव को वकसरी न गहराई स समझा ह तो व ह परधानमतरी नरदर मोदरी

सरकार का िवाब वसर पर मिा ढोना भारत म परवतबवधत काम ह गत वषल राजयसभा म एक परशन क जवाब म कदर सरकार म मतरी थावरचद गहिोत न बताया था वक दश म 26 िाख ऐस शौचािय ह जहा पानरी नही ह जावहर ह वहा हाथ स मिा साफ करना पिता ह सफाई कमलचाररी आदोिन न अपन सवत म बताया ह वक 1993 स अब तक 1370 सरीवर वकफसल की मौत हो चकी ह इस वदशा म सकवजसल क पनवालस का सबस बिा अवभयान सिभ ससथा न हरी छिा ह मवहिा सकवजसल को सिभ न न वसफफ इस परथा स आजादरी वदिाई बलक उनक पनवालस और जरीवन यापन की भरी वचता की सिभ न ऐस कई कदर सथावपत वकए जहा मवहिा सकवजसल को वकलपक रोजगार क गर वसखाए जात ह डॉ पाठक को इस बात का शय जाता ह वक वजस मिरी परथा को िकर कभरी महातमा गाधरी न कहा था वक उनक सपनो क भारत म इसक विए कोई जगह

डॉ पाठक न एक तरफ िहा जसर पर मला ढोन की मली परथा को खम करन का बीडा उठाया वही दश िर म सलि शौरालय की उपलधता

स उनहोन लोगो और खासतौर स मजहलाओ की सवचछता िररत को परा करन क कतर म महान कायष जकया

आि सवचछता दश का पराइम एिडा बन रका ह

टीसीएस 10000 सकलो म लडजकयो क जलए शौरालय बनावा रहा ह गावो म 28 परजतशत लडजकया पीररयडस क जदनो म सकल

ही नही िाती ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण05 - 11 मारष 2018 15

नही होगरी उस पररणा को उनहोन अपनरी वजदगरी का वमशन बना विया

राषटीय सवचछता जमशनपरधानमतरी नरदर मोदरी न जब 2014 म राषटरीय सवचछता वमशन की घोषणा की तो दश म सवचछता कायलकरम को पहिरी बार राषटरीय सतर पर गभरीर पराथवमकता वमिरी अपन सवचछता करायलकरमो क कारण अतरराषटरीय सतर पर खयावत और सममान परापत कर चक डॉ पाठक कहत भरी ह lsquoसवचछता को िकर दश म गभरीरता की कमरी रहरी इस महतव नही वदया गया इस कषत म वनवश का भरी अभाव रहा पर परधानमतरी नरदर मोदरी न इस पर पररदशय को

बदि कर रख वदया व ऐस पहि राषटरीय नता रह वजनहोन न वसफफ िाि वकि क पराचरीर स शौचाियो की बात की बलक इस बार म ववदशरी नताओ तक स िगातार चचाल करत रह उनहोन दश को यह सोचन और मानन क विए बाधय वकया वक अगर हम सवचछता क मामि म आग नही बढ़ तो वफर एक ववकवसत राषट क रप म हमारा उभरना मलशकि ह विहाजा यह समय ह जब हम दश को सवचछ और सदर बनान क विए एक साथ खि हो तावक सभय सससककत और सवचछ दशो की कतार म हम भरी फखर स खि हो सकrsquo

परधानमतरी क सवचछता वमशन स डॉ पाठक दारा पहि स वकए जा रह परयासो को जहा नए

वसर स महतव वमिा वही व इस बात स खास परोतसावहत और परररत भरी हए वक दश का परधानमतरी इतन वषषो क बाद गाधरी जरी क सवचछता कायलकरमो को न वसफफ अपना रहा ह बलक उस दश म एक जनादोिन की शकल दन म िगा ह बात सवचछता की कर तो इसम कही कोई दो मत नही वक इस काम को वजस िगन और ववसतार क साथ डॉ पाठक न अब तक वकया ह वसा उदाहरण भारत तो कया दवनया म दिभल ह यहरी कारण ह वक सिभ परणता दश-ववदश म अब तक सौ स जयादा वववशष सममानो स नवाज जा चक ह इनम भारत सरकार दारा पदम भषण (1991) इररनशनि सर फावसस पराइज इरिरी (1992) यएन हवबरर दारा गिोबि

मवहिा ववकास और सभयता की परतरीक होतरी ह यवद आप जानना चाहत ह वक समाज

वकतना अचछा ह तो रासत म चिन वािरी वकसरी मवहिा स बात कर और आपको वबना वकसरी अथलशासतरी की मदद क उततर वमि जाएगा मवहिा ववकास सदरता वनमलिता और उन सभरी चरीजो की परतरीक होतरी ह जो जरीवन को साथलक बनातरी ह य बात कछ वषल पवल पदमभषण डॉ ववनदशवर पाठक न उदयपर म एक राषटरीय सममिन को सबोवधत करत हए कहरी थी सममिन का आयोजन lsquoमवहिा-सशलतिकरण-लसथवत और भवमका पर उभरता हआ पररदशयrsquo ववषय पर ववशवववदयािय अनदान आयोग क सहयोग स मोहनिाि सखाविया ववशवववदयािय उदयपर क समाजशासत-ववभाग न वकया था इस कायलकरम म डॉ पाठक मखय अवतवथ क रप म शावमि हए थ

डॉ पाठक न सममिन म समकािरीन पररदशय क बार म बताया और कहा वक ववकासशरीि दशो म मवहिाओ की लसथवत असतोषपरद रहरी ह यरोप और अमररका म भरी उनह मतदान का अवधकार वपछिरी सदरी क

पवालधल म वमिा वशकषा क परचार और रसोईघर क उपकरणो स उनह मतदान क अवधकार स अवधक शलति वमिरी दसर ववशवयदध क बाद लसथवत सधररी भारत और अनय ववकासशरीि दशो म उनकी ददलशा क कारण रह ह गित परपराए और सामावजक कररीवतया डॉ पाठक न यह भरी कहा वक भारत म सकववजग करन वाि िोग असपशय मान जात ह व गररीबरी और जावत क सबस वनचि पायदान पर होत ह िगभग 7 िाख सकवजरो म 70 परवतशत मवहिाए ह सिभ न मवहिाओ क सशलतिकरण क विए अपनरी तरह स कदम उठाए ह कमाऊ शौचािय की जगह सिभ शौचािय-तकनरीक स सकवजर मवहिाओ को उनक पश स मति कराया गया ह वववभन वयावसायो म परवशकषण-दारा उनह जरीववका अवजलत करन का परवतलषत रासता वदखिाया गया राजसथान क अिवर और रोक क इस कायलकरम न इन मवहिाओ को नई राजकमाररया बनाया ह

सिभ सकववजग समापत करन सकवजसल क मानवावधकार िौरान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथावपत करन की वदशा म वनरतर कायलरत रहा ह सिभ न सवचछता-कायलकरमो म

मवहिाओ की पररी भागरीदाररी की वकाित की ह उनकी वशकषा सिमो म सवासथय तथा सफाई क बार म जागरकता-अवभयान स समदाय तथा पयालवरण म सपष सधार पररिवकषत होता ह वदलरी क सिमो म सिभ दारा हजारो मवहिाओ को परवशवकषत वकया गया ह य मवहिाए अब सवासथय सवचछता तथा सामावजक पररवतलन की दत क रप म कायलशरीि रहरी ह इसका परभाव घरो क सभरी सदसयो पर सवासथयकर रप स पिा ह सवचछ सववधाओ क साथ सवसथ पयालवरण परतयक मवहिा और बचच का अवधकार ह सिभ शौचािय तथा सान-पररसरो म मवहिाओ क विए अिग वयवसथा रहतरी ह जन 1996 म इसताबि म आयोवजत वसररी सवमर हवबरार-II कॉनफस म सवचछता क कषत म सिभ की उदोषणा lsquoबसर परलकरसrsquo क रप म की गई सयति राषट की आवथलक तथा सामावजक काउवसि दारा सिभ को सपशि कसरवरव सररस परदान वकया गया बाद म जनरि कसरवरव सररस परदान वकया गया ह

सिभ न lsquoनई वदशाrsquo नाम स अिवर तथा रोक (राजसथान) म वयावसावयक परवशकषण कदर सथावपत वकए ह जहा भतपवल सकवजर मवहिाओ को परवशवकषत वकया जाता ह अपना पराना पशा छोिन क बाद इस परकार उनह जरीववकोपाजलन का परवतलषत तररीका उपिबध कराया जाता ह इस परवशकषण क आयाम ववववध परकार क ह वजनम पढ़ना-विखना खादय-सामगरी बनाना वसिाई-कढ़ाई सौनदयल-परसाधन इतयावद शावमि ह यहा इन िोगो का वनयवमत मवडकि चकअप भरी होता ह इस परकार हए सामावजक रपातरण का अदाजा इस बात स िगाया जा सकता ह वक वहरी समाज जो इन सकवजसल को छन स भरी बचना चाहता था अब इनक बनाए खान क सामान खररीदन िगा ह इन मवहिाओ न सवय-सहायता दि बनाए ह य अपन बक खाता रखतरी ह और वहा स ऋण िकर अपना कारोबार चिातरी ह

मली परथा का अतदश म लगिग 7 लाख सककविरो म 70 परजतशत मजहलाए ह सलि सककवजिग समापत करन सककविरो क

मानवाजधकार लौटान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथाजपत करन की जदशा म जनरतरर कायषरत रहा ह

500 सकरॉि ऑफ ऑनर (2003) सरॉकहोम वारर पराइज (2009) और चरीन म सपन वडट रॉयिर सलममर म वडट रॉयिर ऑगतनाइजशन दारा हॉि ऑफ फम अवाडट (2008) आवद शावमि ह

दजनया का सबस बडा आदोलनसवचछता को िकर शर हआ सिभ आदोिन गाधरी क बाद उनकी राह पर बढ़ा दवनया का सबस बिा आदोिन ह इस आदोिन न मवहिाओ क साथ सामावजक सतर पर चि रहरी एक बिरी गरबराबररी और अनयाय को समापत करन म बिरी भवमका वनभाई ह खद डॉ पाठक क शबदो म lsquoगाधरी जरी न अपन डरबन क आशम म सबस पहि टरच िवटरन यानरी चारदरीवाररी क भरीतर शौच का इतजाम शर वकया उनकी वयवसथा म हर वयलति को अपना शौचािय साफ करना होता था आज भरी परान गाधरीवावदयो म आप यह चिन दख सकत ह गामरीण कषतो क विए उनका सझाव था वक टरी पर वमटरी यानरी गडा खो वदए शौच क बाद उस पर वमटरी डाविए दरअसि शौचािय की सफाई क जररए व मिा साफ करनवाि िोगो को समाज म बहतर सथान वदिाना चाहत थ हमार यहा परपरा रहरी ह वक घर क नजदरीक शौच न कर गाधरी जरी न उसम बदिाव का इतजाम वकया और चारदरीवाररी क भरीतर शौच वयवसथा की शरआत की उनकी कोवशश इन िोगो को शौच सफाई क वघनौन काम स मलति वदिानरी थरी व शौचािय को सामावजक बदिाव क औजार क तौर पर दखत थ गाधरी शताबदरी क दौरान 1969 म मझ िगा वक इस वदशा म काम वकया जाना चावहए इसरीविए मन सिभ इररनशनि की सथापना की और इसकी तरफ काम शर वकयाrsquo

सकलो म लडजकयो क जलए शौरालयसिभ की पहि आज सवचछता को िकर एक राषटरीय पररणा और अवभयान का नाम ह मवहिाओ को िकर सिभ की पररणा कस एक बि वमशन को परा कर रहरी ह उस बार म डॉ पाठक बतात ह lsquoरारा कसरसरी सववलसज न 100 करोि रपए स दश क दस हजार सककिो म ििवकयो क विए शौचािय बनान का ऐिान वकया ह भारतरी-एयररि कपनरी न भरी 100 करोि स पजाब क िवधयाना वजि म शौचािय बनान का फसिा वकया ह ओररएरि बक ऑफ कॉमसल भरी दो करोि की िागत स शौचािय बनान जा रहा ह साफ ह वक दश म सफाई की वदशा म मोदरी जरी की अपरीि क बाद बिरी करावत की शरआत हो चकी ह

सवचछता को लकर शर हआ सलि आदोलन गाधी क बाद

उनकी राह पर दजनया का सबस बडा आदोलन ह इस आदोलन न मजहलाओ क साथ सामाजिक सतर पर रल रही एक बडी गर-बराबरी और अनयाय को समापत करन म

बडी िजमका जनिाई ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

16

मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 14: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण 05 - 11 मारष 201814

एसएसबी यरो

हाि म वबहार की एक दवित मवहिा रनकी दवरी न अपना मगिसत बचकर घर म शौचािय बनवान की नजरीर पश

की यह घरना दो बातो की तरफ इशारा करतरी ह पहिरी बात तो यह वक तमाम सफाई अवभयानो और शौचािय वनमालण की योजनाओ क बावजद आज भरी गावो म शौचािय की समसया बहत बिरी ह दसररी बात यह वक सवचछता का मदा सबस जयादा मवहिाओ स जिा ह यहरी वजह ह वक सवचछता आदोिन को मवहिा सशलतिकरण की वदशा म एक बिरी और कारगर पहि क तौर पर दखा जा रहा ह कछ समय पहि lsquoवाररएडrsquo नामक एनजरीओ की एक ररपोरट म तथय सामन आया वक भारत म 35 करोि 50 िाख मवहिाओ और ििवकयो को शौचािय मयससर नही ह lsquoद सरर ऑफ वडटस रायिर 2017rsquo नामक इस ररपोरट म कहा गया था वक पररी दवनया म भारत म सबस कम िोगो क पास शौचािय जसरी बवनयादरी सववधा उपिबध ह

सककिो म शौचािय न होन क कारण बहत साररी ििवकया आठवी ककषा तक आत-आत सककि छोिन पर बाधय हो जातरी ह इवडया सपड की एक ररपोरट म सामन आया था वक गावो म िगभग 28 परवतशत ििवकया परीररयडस क वदनो म सककि हरी नही जाती इसका परमख कारण सककिो म शौचािय का न होना ह कछ समय पहि lsquoपरथमrsquo नाम क एक एनजरीओ की ररपोरट म कहा गया वक दश म चि रह कि सककिो म 74 परवतशत सरकाररी ह इनम स 47 परवतशत सककिो म आज तक ििवकयो क विए अिग स शौचािय की वयवसथा नही ह

इसरी तरह गावो म भरी मवहिाए घर म शौचािय न होन क कारण मह अधर सबह और मह अधर शाम को हरी खतो म जा पातरी ह वदन क वकसरी अनय समय पर शौचािय जान की जररत महसस होना उन मवहिाओ क विए बिरी समसया ह बहत सार सरकाररी या वनजरी सककिो म आज भरी मवहिा अधयावपकाओ क विए अिग स शौचाियो की वयवसथा नही ह यहा तक वक बि शहरो म भरी छोर ससथानो या दफतरो म काम करन वािरी ििवकयो-मवहिाओ क विए भरी अकसर हरी कोई शौचािय नही होता

मवहिाओ क विए सावलजवनक जगहो पर इतन कम शौचाियो का होना समाज और सरकार दोनो की उनक परवत असवदनशरीिता की तरफ साफ इशारा करता ह मवहिा सशलतिकरण की वदशा म सबस जरररी व ठोस परयास मवहिाओ की बवनयादरी जररतो को समझना और उन पर काम करना ह वनजरी और सावलजवनक जगहो पर शौचाियो का वनमालण उनकी बवनयादरी जररतो म स एक ह सवतत भारत म इस दरकार को अगर सबस पहि वकसरी न समझा तो व ह डॉ ववनदशवर

सवचछ राह पर आधी दजनयादश म सवचछता क साथ मजहला सशकतिकरण को लकर िो जवजिनन अजियान रलाए िा रह ह उसम जिस ससथा और वयकति

का नाम सबस पहल िहन म आता ह वह ह सलि इटरनशनल और इस ससथा क परणता डॉ जवनदशवर पाठक

पाठक और उनकी ससथा सिभ इररनशनि नबब क दशक म भारत को 21वी सदरी म जान

की बात खब होतरी थरी य बात जहा ससद क बाहर-भरीतर राजनरीवतक िाइन क साथ कहरी जातरी थरी वही आवथलक-सामावजक सतर पर भरी भावरी भारत स जि सरोकारो और चनौवतयो को िकर ववमशल चिता था पर वकसरी न कभरी सोचा भरी होगा वक 21वी सदरी क दसर दशक तक पहचकर सवचछता दश का पराइम एजडा बन जाएगा इस बदिाव क परीछ बिा सघषल ह आज दश म सवचछता क साथ मवहिा सशलतिकरण को िकर जो वववभन अवभयान चिाए जा रह ह उसम वजस ससथा और वयलति का नाम सबस पहि जहन म आता ह वह सिभ इररनशनि और इस ससथा क परणता डॉ ववनदशवर पाठक

पररी दवनया आज डॉ पाठक को lsquoरॉयिर मनrsquo क रप म जानतरी ह उनहोन एक तरफ जहा वसर पर मिा ढोन की मिरी परथा को खतम करन बरीिा उठाया वही दशभर म सिभ शौचािय की

उपिबधता स उनहोन आम िोगो की सवचछता जररत को परा करन क कषत म महान कायल वकया बिरी बात यह ह वक डॉ पाठक दारा शर वकया गया सवचछता का सिभ अवभयान अब भरी थमा नही ह परधानमतरी नरदर मोदरी दारा दो अकरबर 2014 को सवचछ भारत वमशन शर होन क बाद डॉ पाठक क मागलदशलन म सिभ का सवचछता अवभयान नई पररणा और गवत क साथ आग बढ़ रहा ह शौचािय और सवचछता को पाच दशक स अपनरी समझ और ववचार की धररी बनाकर चि रह डॉ ववनदशवर पाठक न एक तरह स दवनया को सवचछता का नया समाजशासत वसखाया ह वजसम साफ-सफाई क सबक तो ह हरी मानवरीय परम और करणा को भरी पयालपत महतव वदया गया ह

जसर पर मला ढोन की परथावबहार गाधरी शताबदरी सवमवत म एक कायलकताल क नात गाधरी ववचार और कायलकरमो क कररीब आए डॉ पाठक न तब स न वसफफ पर दश म बलक

ववशव म सवचछता का अिख जगा रह ह वसर पर मिा ढोन की परथा को िकर सिभ न उलखनरीय कायल वकए ह वसर स मिा ढोन वाि िोगो को इस अमानवरीय कायल स मलति वदिान की सोच की हरी दन ह सिभ दारा ववकवसत हआ दो गडो वािा शौचािय आज यह तकनरीक पररी दवनया म lsquoसिभ शौचाियrsquo क रप म जानरी जातरी ह इस तकनरीक म पहि गड म जमा शौच खाद म बदि जाता ह सिभ न शौचािय क जररए गस बनान और उस वबजिरी तक बनान क कामयाब परयोग वकए ह 1970 म सिभ इररनशनि की सथापना हई और आज शौचािय वनमालण की ससतरी तकनरीक क विए इसकी दवनयाभर म पहचान ह सिभ परणता डॉ पाठक भरी मानत ह वक गाधरी जरी क बाद अगर इस दश म सवचछता क महतव को वकसरी न गहराई स समझा ह तो व ह परधानमतरी नरदर मोदरी

सरकार का िवाब वसर पर मिा ढोना भारत म परवतबवधत काम ह गत वषल राजयसभा म एक परशन क जवाब म कदर सरकार म मतरी थावरचद गहिोत न बताया था वक दश म 26 िाख ऐस शौचािय ह जहा पानरी नही ह जावहर ह वहा हाथ स मिा साफ करना पिता ह सफाई कमलचाररी आदोिन न अपन सवत म बताया ह वक 1993 स अब तक 1370 सरीवर वकफसल की मौत हो चकी ह इस वदशा म सकवजसल क पनवालस का सबस बिा अवभयान सिभ ससथा न हरी छिा ह मवहिा सकवजसल को सिभ न न वसफफ इस परथा स आजादरी वदिाई बलक उनक पनवालस और जरीवन यापन की भरी वचता की सिभ न ऐस कई कदर सथावपत वकए जहा मवहिा सकवजसल को वकलपक रोजगार क गर वसखाए जात ह डॉ पाठक को इस बात का शय जाता ह वक वजस मिरी परथा को िकर कभरी महातमा गाधरी न कहा था वक उनक सपनो क भारत म इसक विए कोई जगह

डॉ पाठक न एक तरफ िहा जसर पर मला ढोन की मली परथा को खम करन का बीडा उठाया वही दश िर म सलि शौरालय की उपलधता

स उनहोन लोगो और खासतौर स मजहलाओ की सवचछता िररत को परा करन क कतर म महान कायष जकया

आि सवचछता दश का पराइम एिडा बन रका ह

टीसीएस 10000 सकलो म लडजकयो क जलए शौरालय बनावा रहा ह गावो म 28 परजतशत लडजकया पीररयडस क जदनो म सकल

ही नही िाती ह

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण05 - 11 मारष 2018 15

नही होगरी उस पररणा को उनहोन अपनरी वजदगरी का वमशन बना विया

राषटीय सवचछता जमशनपरधानमतरी नरदर मोदरी न जब 2014 म राषटरीय सवचछता वमशन की घोषणा की तो दश म सवचछता कायलकरम को पहिरी बार राषटरीय सतर पर गभरीर पराथवमकता वमिरी अपन सवचछता करायलकरमो क कारण अतरराषटरीय सतर पर खयावत और सममान परापत कर चक डॉ पाठक कहत भरी ह lsquoसवचछता को िकर दश म गभरीरता की कमरी रहरी इस महतव नही वदया गया इस कषत म वनवश का भरी अभाव रहा पर परधानमतरी नरदर मोदरी न इस पर पररदशय को

बदि कर रख वदया व ऐस पहि राषटरीय नता रह वजनहोन न वसफफ िाि वकि क पराचरीर स शौचाियो की बात की बलक इस बार म ववदशरी नताओ तक स िगातार चचाल करत रह उनहोन दश को यह सोचन और मानन क विए बाधय वकया वक अगर हम सवचछता क मामि म आग नही बढ़ तो वफर एक ववकवसत राषट क रप म हमारा उभरना मलशकि ह विहाजा यह समय ह जब हम दश को सवचछ और सदर बनान क विए एक साथ खि हो तावक सभय सससककत और सवचछ दशो की कतार म हम भरी फखर स खि हो सकrsquo

परधानमतरी क सवचछता वमशन स डॉ पाठक दारा पहि स वकए जा रह परयासो को जहा नए

वसर स महतव वमिा वही व इस बात स खास परोतसावहत और परररत भरी हए वक दश का परधानमतरी इतन वषषो क बाद गाधरी जरी क सवचछता कायलकरमो को न वसफफ अपना रहा ह बलक उस दश म एक जनादोिन की शकल दन म िगा ह बात सवचछता की कर तो इसम कही कोई दो मत नही वक इस काम को वजस िगन और ववसतार क साथ डॉ पाठक न अब तक वकया ह वसा उदाहरण भारत तो कया दवनया म दिभल ह यहरी कारण ह वक सिभ परणता दश-ववदश म अब तक सौ स जयादा वववशष सममानो स नवाज जा चक ह इनम भारत सरकार दारा पदम भषण (1991) इररनशनि सर फावसस पराइज इरिरी (1992) यएन हवबरर दारा गिोबि

मवहिा ववकास और सभयता की परतरीक होतरी ह यवद आप जानना चाहत ह वक समाज

वकतना अचछा ह तो रासत म चिन वािरी वकसरी मवहिा स बात कर और आपको वबना वकसरी अथलशासतरी की मदद क उततर वमि जाएगा मवहिा ववकास सदरता वनमलिता और उन सभरी चरीजो की परतरीक होतरी ह जो जरीवन को साथलक बनातरी ह य बात कछ वषल पवल पदमभषण डॉ ववनदशवर पाठक न उदयपर म एक राषटरीय सममिन को सबोवधत करत हए कहरी थी सममिन का आयोजन lsquoमवहिा-सशलतिकरण-लसथवत और भवमका पर उभरता हआ पररदशयrsquo ववषय पर ववशवववदयािय अनदान आयोग क सहयोग स मोहनिाि सखाविया ववशवववदयािय उदयपर क समाजशासत-ववभाग न वकया था इस कायलकरम म डॉ पाठक मखय अवतवथ क रप म शावमि हए थ

डॉ पाठक न सममिन म समकािरीन पररदशय क बार म बताया और कहा वक ववकासशरीि दशो म मवहिाओ की लसथवत असतोषपरद रहरी ह यरोप और अमररका म भरी उनह मतदान का अवधकार वपछिरी सदरी क

पवालधल म वमिा वशकषा क परचार और रसोईघर क उपकरणो स उनह मतदान क अवधकार स अवधक शलति वमिरी दसर ववशवयदध क बाद लसथवत सधररी भारत और अनय ववकासशरीि दशो म उनकी ददलशा क कारण रह ह गित परपराए और सामावजक कररीवतया डॉ पाठक न यह भरी कहा वक भारत म सकववजग करन वाि िोग असपशय मान जात ह व गररीबरी और जावत क सबस वनचि पायदान पर होत ह िगभग 7 िाख सकवजरो म 70 परवतशत मवहिाए ह सिभ न मवहिाओ क सशलतिकरण क विए अपनरी तरह स कदम उठाए ह कमाऊ शौचािय की जगह सिभ शौचािय-तकनरीक स सकवजर मवहिाओ को उनक पश स मति कराया गया ह वववभन वयावसायो म परवशकषण-दारा उनह जरीववका अवजलत करन का परवतलषत रासता वदखिाया गया राजसथान क अिवर और रोक क इस कायलकरम न इन मवहिाओ को नई राजकमाररया बनाया ह

सिभ सकववजग समापत करन सकवजसल क मानवावधकार िौरान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथावपत करन की वदशा म वनरतर कायलरत रहा ह सिभ न सवचछता-कायलकरमो म

मवहिाओ की पररी भागरीदाररी की वकाित की ह उनकी वशकषा सिमो म सवासथय तथा सफाई क बार म जागरकता-अवभयान स समदाय तथा पयालवरण म सपष सधार पररिवकषत होता ह वदलरी क सिमो म सिभ दारा हजारो मवहिाओ को परवशवकषत वकया गया ह य मवहिाए अब सवासथय सवचछता तथा सामावजक पररवतलन की दत क रप म कायलशरीि रहरी ह इसका परभाव घरो क सभरी सदसयो पर सवासथयकर रप स पिा ह सवचछ सववधाओ क साथ सवसथ पयालवरण परतयक मवहिा और बचच का अवधकार ह सिभ शौचािय तथा सान-पररसरो म मवहिाओ क विए अिग वयवसथा रहतरी ह जन 1996 म इसताबि म आयोवजत वसररी सवमर हवबरार-II कॉनफस म सवचछता क कषत म सिभ की उदोषणा lsquoबसर परलकरसrsquo क रप म की गई सयति राषट की आवथलक तथा सामावजक काउवसि दारा सिभ को सपशि कसरवरव सररस परदान वकया गया बाद म जनरि कसरवरव सररस परदान वकया गया ह

सिभ न lsquoनई वदशाrsquo नाम स अिवर तथा रोक (राजसथान) म वयावसावयक परवशकषण कदर सथावपत वकए ह जहा भतपवल सकवजर मवहिाओ को परवशवकषत वकया जाता ह अपना पराना पशा छोिन क बाद इस परकार उनह जरीववकोपाजलन का परवतलषत तररीका उपिबध कराया जाता ह इस परवशकषण क आयाम ववववध परकार क ह वजनम पढ़ना-विखना खादय-सामगरी बनाना वसिाई-कढ़ाई सौनदयल-परसाधन इतयावद शावमि ह यहा इन िोगो का वनयवमत मवडकि चकअप भरी होता ह इस परकार हए सामावजक रपातरण का अदाजा इस बात स िगाया जा सकता ह वक वहरी समाज जो इन सकवजसल को छन स भरी बचना चाहता था अब इनक बनाए खान क सामान खररीदन िगा ह इन मवहिाओ न सवय-सहायता दि बनाए ह य अपन बक खाता रखतरी ह और वहा स ऋण िकर अपना कारोबार चिातरी ह

मली परथा का अतदश म लगिग 7 लाख सककविरो म 70 परजतशत मजहलाए ह सलि सककवजिग समापत करन सककविरो क

मानवाजधकार लौटान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथाजपत करन की जदशा म जनरतरर कायषरत रहा ह

500 सकरॉि ऑफ ऑनर (2003) सरॉकहोम वारर पराइज (2009) और चरीन म सपन वडट रॉयिर सलममर म वडट रॉयिर ऑगतनाइजशन दारा हॉि ऑफ फम अवाडट (2008) आवद शावमि ह

दजनया का सबस बडा आदोलनसवचछता को िकर शर हआ सिभ आदोिन गाधरी क बाद उनकी राह पर बढ़ा दवनया का सबस बिा आदोिन ह इस आदोिन न मवहिाओ क साथ सामावजक सतर पर चि रहरी एक बिरी गरबराबररी और अनयाय को समापत करन म बिरी भवमका वनभाई ह खद डॉ पाठक क शबदो म lsquoगाधरी जरी न अपन डरबन क आशम म सबस पहि टरच िवटरन यानरी चारदरीवाररी क भरीतर शौच का इतजाम शर वकया उनकी वयवसथा म हर वयलति को अपना शौचािय साफ करना होता था आज भरी परान गाधरीवावदयो म आप यह चिन दख सकत ह गामरीण कषतो क विए उनका सझाव था वक टरी पर वमटरी यानरी गडा खो वदए शौच क बाद उस पर वमटरी डाविए दरअसि शौचािय की सफाई क जररए व मिा साफ करनवाि िोगो को समाज म बहतर सथान वदिाना चाहत थ हमार यहा परपरा रहरी ह वक घर क नजदरीक शौच न कर गाधरी जरी न उसम बदिाव का इतजाम वकया और चारदरीवाररी क भरीतर शौच वयवसथा की शरआत की उनकी कोवशश इन िोगो को शौच सफाई क वघनौन काम स मलति वदिानरी थरी व शौचािय को सामावजक बदिाव क औजार क तौर पर दखत थ गाधरी शताबदरी क दौरान 1969 म मझ िगा वक इस वदशा म काम वकया जाना चावहए इसरीविए मन सिभ इररनशनि की सथापना की और इसकी तरफ काम शर वकयाrsquo

सकलो म लडजकयो क जलए शौरालयसिभ की पहि आज सवचछता को िकर एक राषटरीय पररणा और अवभयान का नाम ह मवहिाओ को िकर सिभ की पररणा कस एक बि वमशन को परा कर रहरी ह उस बार म डॉ पाठक बतात ह lsquoरारा कसरसरी सववलसज न 100 करोि रपए स दश क दस हजार सककिो म ििवकयो क विए शौचािय बनान का ऐिान वकया ह भारतरी-एयररि कपनरी न भरी 100 करोि स पजाब क िवधयाना वजि म शौचािय बनान का फसिा वकया ह ओररएरि बक ऑफ कॉमसल भरी दो करोि की िागत स शौचािय बनान जा रहा ह साफ ह वक दश म सफाई की वदशा म मोदरी जरी की अपरीि क बाद बिरी करावत की शरआत हो चकी ह

सवचछता को लकर शर हआ सलि आदोलन गाधी क बाद

उनकी राह पर दजनया का सबस बडा आदोलन ह इस आदोलन न मजहलाओ क साथ सामाजिक सतर पर रल रही एक बडी गर-बराबरी और अनयाय को समापत करन म

बडी िजमका जनिाई ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

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मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 15: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

सवचछता और मवहिा सशलतिकरण05 - 11 मारष 2018 15

नही होगरी उस पररणा को उनहोन अपनरी वजदगरी का वमशन बना विया

राषटीय सवचछता जमशनपरधानमतरी नरदर मोदरी न जब 2014 म राषटरीय सवचछता वमशन की घोषणा की तो दश म सवचछता कायलकरम को पहिरी बार राषटरीय सतर पर गभरीर पराथवमकता वमिरी अपन सवचछता करायलकरमो क कारण अतरराषटरीय सतर पर खयावत और सममान परापत कर चक डॉ पाठक कहत भरी ह lsquoसवचछता को िकर दश म गभरीरता की कमरी रहरी इस महतव नही वदया गया इस कषत म वनवश का भरी अभाव रहा पर परधानमतरी नरदर मोदरी न इस पर पररदशय को

बदि कर रख वदया व ऐस पहि राषटरीय नता रह वजनहोन न वसफफ िाि वकि क पराचरीर स शौचाियो की बात की बलक इस बार म ववदशरी नताओ तक स िगातार चचाल करत रह उनहोन दश को यह सोचन और मानन क विए बाधय वकया वक अगर हम सवचछता क मामि म आग नही बढ़ तो वफर एक ववकवसत राषट क रप म हमारा उभरना मलशकि ह विहाजा यह समय ह जब हम दश को सवचछ और सदर बनान क विए एक साथ खि हो तावक सभय सससककत और सवचछ दशो की कतार म हम भरी फखर स खि हो सकrsquo

परधानमतरी क सवचछता वमशन स डॉ पाठक दारा पहि स वकए जा रह परयासो को जहा नए

वसर स महतव वमिा वही व इस बात स खास परोतसावहत और परररत भरी हए वक दश का परधानमतरी इतन वषषो क बाद गाधरी जरी क सवचछता कायलकरमो को न वसफफ अपना रहा ह बलक उस दश म एक जनादोिन की शकल दन म िगा ह बात सवचछता की कर तो इसम कही कोई दो मत नही वक इस काम को वजस िगन और ववसतार क साथ डॉ पाठक न अब तक वकया ह वसा उदाहरण भारत तो कया दवनया म दिभल ह यहरी कारण ह वक सिभ परणता दश-ववदश म अब तक सौ स जयादा वववशष सममानो स नवाज जा चक ह इनम भारत सरकार दारा पदम भषण (1991) इररनशनि सर फावसस पराइज इरिरी (1992) यएन हवबरर दारा गिोबि

मवहिा ववकास और सभयता की परतरीक होतरी ह यवद आप जानना चाहत ह वक समाज

वकतना अचछा ह तो रासत म चिन वािरी वकसरी मवहिा स बात कर और आपको वबना वकसरी अथलशासतरी की मदद क उततर वमि जाएगा मवहिा ववकास सदरता वनमलिता और उन सभरी चरीजो की परतरीक होतरी ह जो जरीवन को साथलक बनातरी ह य बात कछ वषल पवल पदमभषण डॉ ववनदशवर पाठक न उदयपर म एक राषटरीय सममिन को सबोवधत करत हए कहरी थी सममिन का आयोजन lsquoमवहिा-सशलतिकरण-लसथवत और भवमका पर उभरता हआ पररदशयrsquo ववषय पर ववशवववदयािय अनदान आयोग क सहयोग स मोहनिाि सखाविया ववशवववदयािय उदयपर क समाजशासत-ववभाग न वकया था इस कायलकरम म डॉ पाठक मखय अवतवथ क रप म शावमि हए थ

डॉ पाठक न सममिन म समकािरीन पररदशय क बार म बताया और कहा वक ववकासशरीि दशो म मवहिाओ की लसथवत असतोषपरद रहरी ह यरोप और अमररका म भरी उनह मतदान का अवधकार वपछिरी सदरी क

पवालधल म वमिा वशकषा क परचार और रसोईघर क उपकरणो स उनह मतदान क अवधकार स अवधक शलति वमिरी दसर ववशवयदध क बाद लसथवत सधररी भारत और अनय ववकासशरीि दशो म उनकी ददलशा क कारण रह ह गित परपराए और सामावजक कररीवतया डॉ पाठक न यह भरी कहा वक भारत म सकववजग करन वाि िोग असपशय मान जात ह व गररीबरी और जावत क सबस वनचि पायदान पर होत ह िगभग 7 िाख सकवजरो म 70 परवतशत मवहिाए ह सिभ न मवहिाओ क सशलतिकरण क विए अपनरी तरह स कदम उठाए ह कमाऊ शौचािय की जगह सिभ शौचािय-तकनरीक स सकवजर मवहिाओ को उनक पश स मति कराया गया ह वववभन वयावसायो म परवशकषण-दारा उनह जरीववका अवजलत करन का परवतलषत रासता वदखिाया गया राजसथान क अिवर और रोक क इस कायलकरम न इन मवहिाओ को नई राजकमाररया बनाया ह

सिभ सकववजग समापत करन सकवजसल क मानवावधकार िौरान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथावपत करन की वदशा म वनरतर कायलरत रहा ह सिभ न सवचछता-कायलकरमो म

मवहिाओ की पररी भागरीदाररी की वकाित की ह उनकी वशकषा सिमो म सवासथय तथा सफाई क बार म जागरकता-अवभयान स समदाय तथा पयालवरण म सपष सधार पररिवकषत होता ह वदलरी क सिमो म सिभ दारा हजारो मवहिाओ को परवशवकषत वकया गया ह य मवहिाए अब सवासथय सवचछता तथा सामावजक पररवतलन की दत क रप म कायलशरीि रहरी ह इसका परभाव घरो क सभरी सदसयो पर सवासथयकर रप स पिा ह सवचछ सववधाओ क साथ सवसथ पयालवरण परतयक मवहिा और बचच का अवधकार ह सिभ शौचािय तथा सान-पररसरो म मवहिाओ क विए अिग वयवसथा रहतरी ह जन 1996 म इसताबि म आयोवजत वसररी सवमर हवबरार-II कॉनफस म सवचछता क कषत म सिभ की उदोषणा lsquoबसर परलकरसrsquo क रप म की गई सयति राषट की आवथलक तथा सामावजक काउवसि दारा सिभ को सपशि कसरवरव सररस परदान वकया गया बाद म जनरि कसरवरव सररस परदान वकया गया ह

सिभ न lsquoनई वदशाrsquo नाम स अिवर तथा रोक (राजसथान) म वयावसावयक परवशकषण कदर सथावपत वकए ह जहा भतपवल सकवजर मवहिाओ को परवशवकषत वकया जाता ह अपना पराना पशा छोिन क बाद इस परकार उनह जरीववकोपाजलन का परवतलषत तररीका उपिबध कराया जाता ह इस परवशकषण क आयाम ववववध परकार क ह वजनम पढ़ना-विखना खादय-सामगरी बनाना वसिाई-कढ़ाई सौनदयल-परसाधन इतयावद शावमि ह यहा इन िोगो का वनयवमत मवडकि चकअप भरी होता ह इस परकार हए सामावजक रपातरण का अदाजा इस बात स िगाया जा सकता ह वक वहरी समाज जो इन सकवजसल को छन स भरी बचना चाहता था अब इनक बनाए खान क सामान खररीदन िगा ह इन मवहिाओ न सवय-सहायता दि बनाए ह य अपन बक खाता रखतरी ह और वहा स ऋण िकर अपना कारोबार चिातरी ह

मली परथा का अतदश म लगिग 7 लाख सककविरो म 70 परजतशत मजहलाए ह सलि सककवजिग समापत करन सककविरो क

मानवाजधकार लौटान और सवचछता की एक नतन वयवसथा सथाजपत करन की जदशा म जनरतरर कायषरत रहा ह

500 सकरॉि ऑफ ऑनर (2003) सरॉकहोम वारर पराइज (2009) और चरीन म सपन वडट रॉयिर सलममर म वडट रॉयिर ऑगतनाइजशन दारा हॉि ऑफ फम अवाडट (2008) आवद शावमि ह

दजनया का सबस बडा आदोलनसवचछता को िकर शर हआ सिभ आदोिन गाधरी क बाद उनकी राह पर बढ़ा दवनया का सबस बिा आदोिन ह इस आदोिन न मवहिाओ क साथ सामावजक सतर पर चि रहरी एक बिरी गरबराबररी और अनयाय को समापत करन म बिरी भवमका वनभाई ह खद डॉ पाठक क शबदो म lsquoगाधरी जरी न अपन डरबन क आशम म सबस पहि टरच िवटरन यानरी चारदरीवाररी क भरीतर शौच का इतजाम शर वकया उनकी वयवसथा म हर वयलति को अपना शौचािय साफ करना होता था आज भरी परान गाधरीवावदयो म आप यह चिन दख सकत ह गामरीण कषतो क विए उनका सझाव था वक टरी पर वमटरी यानरी गडा खो वदए शौच क बाद उस पर वमटरी डाविए दरअसि शौचािय की सफाई क जररए व मिा साफ करनवाि िोगो को समाज म बहतर सथान वदिाना चाहत थ हमार यहा परपरा रहरी ह वक घर क नजदरीक शौच न कर गाधरी जरी न उसम बदिाव का इतजाम वकया और चारदरीवाररी क भरीतर शौच वयवसथा की शरआत की उनकी कोवशश इन िोगो को शौच सफाई क वघनौन काम स मलति वदिानरी थरी व शौचािय को सामावजक बदिाव क औजार क तौर पर दखत थ गाधरी शताबदरी क दौरान 1969 म मझ िगा वक इस वदशा म काम वकया जाना चावहए इसरीविए मन सिभ इररनशनि की सथापना की और इसकी तरफ काम शर वकयाrsquo

सकलो म लडजकयो क जलए शौरालयसिभ की पहि आज सवचछता को िकर एक राषटरीय पररणा और अवभयान का नाम ह मवहिाओ को िकर सिभ की पररणा कस एक बि वमशन को परा कर रहरी ह उस बार म डॉ पाठक बतात ह lsquoरारा कसरसरी सववलसज न 100 करोि रपए स दश क दस हजार सककिो म ििवकयो क विए शौचािय बनान का ऐिान वकया ह भारतरी-एयररि कपनरी न भरी 100 करोि स पजाब क िवधयाना वजि म शौचािय बनान का फसिा वकया ह ओररएरि बक ऑफ कॉमसल भरी दो करोि की िागत स शौचािय बनान जा रहा ह साफ ह वक दश म सफाई की वदशा म मोदरी जरी की अपरीि क बाद बिरी करावत की शरआत हो चकी ह

सवचछता को लकर शर हआ सलि आदोलन गाधी क बाद

उनकी राह पर दजनया का सबस बडा आदोलन ह इस आदोलन न मजहलाओ क साथ सामाजिक सतर पर रल रही एक बडी गर-बराबरी और अनयाय को समापत करन म

बडी िजमका जनिाई ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

16

मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 16: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

खला मच 05 - 11 माचल 2018

(उततर परदश)रॉवर

16

मजहला सशकतिकरण का अजहसक मॉडल

महामा गाधी क एक कौल पर घर स बाहर जनकलन वालो म पररो क साथ मजहलाओ की सखया कम नही थी

ररखा और सवचछता को लकर गाधी िी क परयोग को मॉडल की शकल दन वाली कोई और नही बकलक कसतरबा ही थी

रिज क िोक जरीवन म ऐस बहत सार वकसस ह जो यह बतात ह वक भगवान

ककषण की यह धरतरी सामावजक समरसता की भवम रहरी ह इसरीविए यहा की वमटरी म हरी अनठापन ह परपरा स िकर जरीवन शिरी तक तयोहार स िकर उतसव तक सब रिज की ववशषताओ म शमार ह होिरी भि हरी पर दश म खिरी जातरी ह िवकन रिज की होिरी का अदाज हरी कछ और ह इनही ववशषताओ क कारण ककषण की इस िरीिा भवम का चयन सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न एक बि सामावजक बदिाव क विए वकया उनहोन रिज की परपरागत होिरी म एक नया रग डािा वजसम रगकर वदावन म रहन वािरी ववधवा माताओ की वजदगरी का खोया उलास िौर आया पवत की मतय और उसक बाद अपनो स दररी क दख का पहाि ढोन वािरी इन ववधवा माताओ क जरीवन म वसफफ कानहा क भजन गाना और अपनरी मतय का इतजार करना हरी विखा था समाज की इस परातन कररीवत को समापत करन का िकय िकर वनकि डॉ पाठक न इनकी वजदगरी क अथल बदि डाि और अब रिज भवम पर ववधवा माताए होिरी खि रहरी ह फकिो और गिाि की इस होिरी उतसव स बहत कछ बदिा सबस बिरी बात यह वक सवदयो परानरी सामावजक रवढ़ की वह दरीवार रररी जो ववधवाओ को तयोहार मनान स रोकतरी ह सदश यह वक इन ववधवाओ को भरी समाज की मखयधारा म शावमि होन का परा अवधकार ह जो उनह वमिना चावहए इन बदिावो की साकषरी बनरी यहरी रिज भवम वदावन क आशय सदनो म रहन वािरी माताओ को अब इस बात का अहसास हआ वक उनका भरी जरीवन ह और उस जरीवन म भरी रग ह यह भरोसा आज अगर उनक भरीतर जगा तो यह एक बि सामावजक बदिाव का सकत ह वजसकी शरआत सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक न की सिभ और डॉ पाठक क परयास स वषषो स अपनो का वतरसकार और समाज की बरखरी झि रहरी इन मवहिाओ क जरीवन क जखमो को भि हरी नही भर पाए िवकन इतना जरर ह की इनक जरीवन म नई ऊजाल का सचार तो अवशय हरी हआ ह

वरषो स अपनो का जतरसकार और समाि की बरखी झल रही रिि की जवधवा माताओ क िीवन म सलि न घोला उसाह

और खशी का रग

बदलाव क रग म रगा रिि

महातमा गाधरी जब दवकषण अफीका स भारत वापस आन पर तकररीबन एक साि क दश भरमण क बाद सवकरय हए तो उनकी इस सवकरयता न अनजान हरी

एक बिरी करावत को आकार वदया यह करावत वफरगरी दासता क वखिाफ अवहसक सघषल क साथ मवहिा सशलतिकरण स जिा था भारतरीय परपरा मानयता और अनभव क विहाज स यह बिरी बात थरी वक महातमा गाधरी क एक कौि पर घर स बाहर वनकिन वािो म परषो क साथ मवहिाओ की सखया कम नही थरी मवहिाओ को िकर गाधरी जरी न चरख स िकर दसर रचनातमक परयोगो क कई सिख विख उनक साथ अचछरी बात यह थरी वक व मवहिा सवाविबन को अिग स मदा बनान क बजाए मवहिाओ क सहयोग को अपन अवहसक रचनातमक परयोग क विए जरररी मानत थ उनह मवहिाओ की धरीरता और समनवयरी गण की समझ थरी यह पररी दवनया म मवहिा सशलतिकरण का अपन तरह का अनपम उदाहरण ह वजसम मवहिाए वकसरी परषवादरी होि स वभिन क बजाय खद स अपन विए जगह बनातरी ह राषट और समाज की सवा म अपना योगदान करतरी ह

पतनरी कसतरबा क बार म तो गाधरी जरी न सवरीकार भरी वकया ह वक उनकी दढ़ता और वनभवीकता उनस भरी जयादा थरी ताररीखरी अनभव क तौर पर भरी दख तो बा की पहचान वसफफ यहरी नही थरी वक व बाप की आजरीवन सवगनरी रही आजादरी की ििाई म उनहोन न वसफफ हर कदम पर अपन पवत

का साथ वदया बलक यह वक कई बार सवतत रप स और गाधरी जरी क मना करन क बावजद उनहोन जि जान और सघषल म वशरकत का फसिा वकया वह एक दढ़ आतमशलति वािरी मवहिा थी और गाधरी जरी की पररणा भरी उनहोन नई तािरीम को िकर गाधरी जरी क परयोग को सबस पहि अमि म िाया इसरी तरह चरखा और सवचछता को िकर गाधरी

जरी क परयोग को मॉडि की शकल दन वािरी कोई और नही बलक कसतरबा हरी थी इसको िकर कई परसग की चचाल खद गाधरी जरी न भरी की ह कहना हो तो कह सकत ह वक वशकषा अनशासन और सवासथय स जि गाधरी जरी क कई बवनयादरी सबक क साथ सवाधरीनता सघषल तक कसतरबा का जरीवन रचनातमक दढ़ता की बिरी वमसाि ह

इसरी तरह की एक मवहिा ह दगाल बाई दशमख दगाल बाई महातमा गाधरी जरी क ववचारो स बहद परभाववत थी शायद यहरी कारण था वक उनहोन गाधरी जरी क सतयागह आदोिन म भाग विया और दश की आजादरी म एक वकीि सामावजक कायलकताल व राजनता क तौर पर सवकरय भवमका वनभाई दगाल बाई िोकसभा की सदसय होन क साथ योजना आयोग की भरी सदसय थी इस तरह हम दख तो गाधरी जरी क बाद उनकी ववचारधारा को वशकषा मवहिाओ बचचो और ववचत िोगो क पनवालस क कषत म उनका अमय योगदान ह गौरतिब ह वक lsquoकदररीय समाज कयाण बोडटrsquo की नीव रखन म दगालभाई की वनयामक भवमका थरी

गाधरीवादरी नजररए स मवहिा सशलतिकरण की बात करन वाि अकसर गामरीण मवहिाओ का वजकर जयादा करत ह जवबक एसा नही ह एक पढ़री-विखरी और सशति मवहिा भरी पररवार-समाज और उसस आग राषट वनमालण म महतरी भवमका वनभा सकतरी ह सरोवजनरी नायड इसकी बिरी वमसाि ह शरआत म गाधरी जरी क अवहसक मयो और भारतरीय

अजिमत

- सवामी जववकानद

दबना मदिलाओ की सथदत म सधार क इस ससार का

कलाण सभव निी ि जस दकसरी पकरी क दलए एक पख

स उडना असभव ि

िवखका यवा पतकार ह और दश-समाज स जि मदो पर परखरता स अपन ववचार रखतरी ह

जपरयका जतवारी

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 17: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

खला मच05 - 11 माचल 2018 17समाज को िकर गाधरी जरी की मानयताओ को िकर सरोवजनरी को जरर कछ वझझक रहरी पर जद हरी वह खद गाधरी जरी क ववचारो की बिरी परवतिा बनकर पररी दवनया म छा गई

इस किरी म सचता ककपिानरी का समरण भरी जरररी ह सचता न ववभाजन क दगो क दौरान महातमा गाधरी जरी क साथ रहकर सवा का बिा कायल वकया था उनह भारतरीय सववधान क वनमालण क विए गवठत सववधान सभा की डालफरग सवमवत क एक सदसय क रप म वनवालवचत वकया गया था आजादरी क बाद उनह उततर परदश राजय की मखयमतरी क रप म चना गया सचता क बार म यह अहम ह वक उनक जरीवन पर गाधरी जरी का असर तो खासा पिा हरी खद गाधरी जरी न भरी उनस बहत कछ गहण वकया गौरतिब ह वक आचायल ककपिानरी और सचता बहत अचछ वमत थ व शादरी करना चाहत थ गाधरी जरी वकनही कारणो स इस वववाह क वखिाफ थ उनह िगता था वक इसस दोनो क जरीवन का रासता राषटसवा क बजाय कछ दसरा हो जाएगा पर उनकी यह समझ सहरी नही थरी सचता न आग बढ़कर गाधरी जरी क सामन की माना जाता ह वक मवहिा जरीवन और उसक उनयन क मद पर इसस गाधरी जरी क अपन ववचारो की कई दववधा खतम हई कह सकत ह वक गाधरी जरी और उनक मय महज दसरो क विए नही थ बलक यह हर समय आतम-साकषातकार क विए परररत करन वािरी जरीवनदलष ह वजसम सतय क शोधन का ववकप और अवकाश हमशा खिा ह

जो िोग 1974 क दौर म जयपरकाश नारायण स परना लसथत उनक आवास मवहिा चखाल सवमवत म उनस वमिन गए होग उनहोन वहा दखा होगा वक कस वहा मवहिाए वशकषा स िकर कररीर उदयोग तक का काम सभाितरी थी वदिचसप ह वक परना म जयपरकाश जरी का अपना कोई आवास नही था व वहा पतनरी परभावतरी दवरी (1906- 15 अपरि 1973) दारा सथावपत ससथा म रहत थ पवत-पतनरी का ऐसा सबध शायद हरी कही और दखन को वमि गौरतिब ह वक जयपरकाश जरी जब अमररका म पढ़ाई कर रह थ तब परभावतरी जरी गाधरी जरी क आशम म रह रहरी थी उस दौरान गाधरी जरी एक तरफ परभावतरी क सवाभाव स खास परभाववत हए तो वही परभावतरी पर भरी गाधरी जरी का खासा परभाव पिा परभावतरी न खद पहि करक रिहमचयल वरत िन की बात गाधरी जरी स की वजस उनह सवरीकार करना पिा

जपरी अमररका स नवबर 1929 म वापस आए तो परभावतरी उनस परना म वमिी परभावतरी स उनह मािम हआ वक उनहोन रिहमचयल का वरत विया ह तो जपरी को थोिा अचरज जरर हआ पर बाद म उनहोन भरी पतनरी क इस वरत को परा करन का सकप विया बाद म जपरी समाजवादरी आदोिन और ववनोबा क भदान आदोिन म शररीक हए इस दौरान परभावतरी न सवत पररणा स मवहिाअा क बरीच खासतौर पर चरख क जररए सवाविबन का काम वकया उनकी इस भवमका इस रप म भरी अहम रहरी वक व घर म जपरी की एक तरह स वशवकषका थी जपरी क असतवयसत जरीवन म सयम और अनशासन की किरी का नाम परभावतरी थरी वजनकी पररणा स वबहार म न जान वकतनरी मवहिाओ न सववोदय आदिोन की िरीक पकिरी

वरष-2 | अक-11 | 26 फरवरी - 04 मारष 2018sulabhswachhbharatcom

आरएनआई नबर-DELHIN201671597

पपोर क कसर स महामसतकाभिरक

खल

सवचछता का सवभषम दीप दश

दश की सबस कामयाब मभहला फटबॉलर

भशका की lsquoआकाकाrsquo परी करगा रोबोट

परक 2725

08 आसा सवचछता10

एक समय असपपशय कही जान वाली दो बहनो की राजसान क टोक म बड-बाजा-बारात क सा िवय शादी हईबदल गया इभतहास

गाधी िी का lsquoसलिrsquo पाठगाधरी जरी और सवचछता की चचाल अकसर की जातरी ह पर सवचछता वकस तरह सामावजक बदिाव का जररया और रासता दोनो ह इस बार म िोग गहराई स नही समझ पात ह सिभ परणता डॉ ववनदशवर पाठक को इस बात का शय जाता ह वक उनहोन यह बात गाधरी जरी क बाद सबस जयादा गहराई स समझरी म lsquoसिभ सवचछ भारतrsquo का पराना पाठक ह मन कई बार पढ़ा वक कस सिभ अिवर-रोक टरप वविज स िकर वदावन तक सामावजक बदिाव का नया अधयाय विखन म जरा ह कही मिा ढोन की मिरी परथा क अत की अखड शपथ ह कही सवचछता और सवाविबन का पररक मॉडि

ह तो कही ववधवा माताओ क जरीवन म वफर स उतसाह और भरोस की बहािरी की मानवरीय पररणा य सब वहरी कायल ह वजस कभरी गाधरी जरी न अपन रचनातमक कायलकरम का वहससा बनाया था दरअसि गाधरी जरी हमार दश क विए कहन भर क विए राषटवपता नही ह बलक वाकई व आज भरी दश क विए सबस बिरी पररणा ह उनहोन अपन जरीवन को सतय क साथ परयोग भि कहा हो पर यह परयोग कई ऐवतहावसक वसवदधयो स भरा ह गाधरी जरी का जरीवन और उनका अवहसक परयोग आज भारत सवहत दवनया क विए पयालवरण स िकर ववकास की सबस बिरी साखरी ह सिय दीजकत जगत नारायण रोड परना

जबन बाती जबन तलएक जदन वह अहोिागय का कण जनकचित आता ह िब तम रोशन हो िात हो ऐसी रोशनी िो जफर किी बझती नही वह रोशनी जकसी तल पर जनिषर नहीmdash lsquoजबन बाती जबन तलrsquo

ल ीक स पर महान दाशलवनक और ववचारक

ओशो

जरीवन कया ह इसका उततर तभरी हो सकता ह जब जरीवन क अवतररति कछ और भरी

हो जरीवन हरी ह उसक अवतररति कछ और नही ह हम उततर वकसरी और क सदभल म द सकत थ िवकन कोई और ह नही जरीवन हरी जरीवन ह तो न तो कछ िकय हो सकता ह जरीवन का न कोई कारण हो सकता जरीवन का कारण भरी जरीवन ह और िकय भरी जरीवन ह

ऐसा समझो तमस कोई पछ -वकस चरीज पर ठहर हो तम कहोछत पर और छत वकस पर ठहररी ह तो तम कहो- दरीवारो पर और दरीवार वकस पर ठहररी ह तो तम कहो पथवरी पर और पथवरी वकसरी पर ठहररी ह तो तम कहो गरतवाकषलण पर और ऐसा कोई पछता चि गरतवाकषलण वकस पर ठहरा ह तो चाद-सरज पर चाद-सरज तारो पर अतत पछ वक यह सब वकस पर ठहरा ह तो परशन तो ठरीक िगता ह भाषा म ठरीक जचता ह िवकन सब वकसरी पर कस ठहर सकगा सब म तो वह भरी आ गया ह वजस पर ठहरा ह सब म तो सब आ गया बाहर कछ बचा नही इसको जावनयो न अवत परशन कहा ह सब वकसरी पर नही ठहर सकता इसरीविए परमातमा को सवयभ कहा ह अपन पर हरी ठहरा ह इसका अथल होता ह वकसरी पर नही ठहरा ह

मर विए जरीवन परमातमा का पयालयवाचरी ह इस जरीवन का परयोजन हndash उस जरीवन को पाना यह अवसर ह मगर तब जरीवन को बारना पिगा यह ववभाजन ककवतम ह वफर भरी काम ह अपन भरीतर भरी तम इन दो धाराओ को थोिा पथक करक

दख सकत हो थोिरी दर तक सहारा वमिगा एक तो वह ह जो तमह वदखाई पिता ह और एक वह ह जो दखता ह दशय और दरषा जाता और जय जाननवािा और जाना जानवािा उसम हरी जरीवन को खोजना जो जाननवािा ह अवधक िोग उसम खोजत ह जो दशय ह धन म खोजत पद म खोजत ह पद और धन दशय ह बाहर जो भरी ह सब दशय ह उसम खोजना जो दरषा ह साकषरी ह तो तमह परम जरीवन की सफरणा वमिगरी उसरी सफरणा म उततर ह म उततर नही द सककगा कोई उततर कभरी नही वदया ह वजनहोन उततर सच म दन की चषा की ह उनहोन

वसफफ इशार बताए ह वक तम अपना उततर कस खोज िो उततर नही वदया सकत वकए ह ऐस चिो तो उततर वमि जाएगा

उततर बाहर नही ह उततर तमहार भरीतर ह उततर ह इस रपातरण म वक मररी आख बाहर न दख भरीतर दख मररी आख दशय को न दख दरषा को दख म अपन अतरतम म खिा हो जाऊ जहा कोई तरग नही उठतरी वही उततर ह कयोवक वही जरीवन अपनरी पररी ववभा म परकर होता ह वही जरीवन क सार फकि वखित ह वही जरीवन का नाद हndash ओकार ह बाहर का जरीवन भरकाता भरमाता ह उततर क आशवासन दगा और उततर कभरी आएगा नही भरीतर का जरीवन हरी उततर ह

शासत कहत ह जस कछवा अपन को समर िता ह भरीतर ऐस तम अपन को भरीतर समरो तमहाररी आख भरीतर खि और तमहार कान भरीतर सन तमहार नासापर भरीतर सघ तमहाररी जरीभ

भरीतर सवाद ि और तमहार हाथ भरीतर ररोि तमहाररी पाचो इवदरया अतमलखरी हो जाए जब तमहाररी पाचो इवदरया भरीतर की तरफ चितरी ह कदर की तरफ चितरी ह तो एक वदन वह अहोभागय का कषण वनलचित आता ह जब तम रोशन हो जात हो जब तमहार भरीतर रोशनरी हरी रोशनरी होतरी ह ऐसरी रोशनरी जो वफर कभरी बझतरी नही ऐसरी रोशनरी जो बझ हरी नही सकतरी कयोवक वह रोशनरी वकसरी ति पर वनभलर नहीmdash lsquoवबन बातरी वबन तिrsquo वहरी जरीवन का सार ह वहरी जरीवन का lsquoकयाrsquo ह उततरो म नही वमिगा समाधान समावध म समाधान ह

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 18: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

फोरो फीचर

जवधवा माताओ क िीवन म उलास क रगवदावन क परारीन गोपीनाथ मजदर म िब सकडो जवधवा माताए होली खलती ह तो वह कही न कही उस परानी

सामाजिक बजडया िी तोड रही होती ह जिसस उनक िीवन क उिास पर पहरा लगा था

फोरोः ियराम

18 05 - 11 माचल 2018

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 19: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

सलि परणता डॉ जवनदशवर पाठक की पररणा स िगवान शीककषण की य दाजसया पर उलास और उसाह क साथ रगो क इस उसव म अपन िीवन को िी रगीन बनाती ह वदावन की जवधवा माताओ क िीवन का रग कब का उड रका था अपन पररवार स पररयति कानहा क ररणो म बठ कर उमर क बर हए जदन गिार रही इन मजहलाओ क िीवन म रगो का यह उसव सलि क परयासो स सिव हआ

फोरो फीचर05 - 11 माचल 2018 19

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 20: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

कवष 05 - 11 मारष 201820शम बल स अपनी पहरान बनाती ककरक मजहलाए

ककरक मजहलाओ क सशकतिकरण को वतषमान सरकार न गिीरता स जलया ह और माना ह जक ककजर जवकास की हर योिना म मजहलाओ की िागीदारी अजनवायष रप स होनी राजहए

डॉ िगदीप ससना

मानव सभयता क ववकास क दौरान जब परष वशकार करन बाहर जात थ तो मवहिाओ न बसतरी क आस-

पास फसिो क बरीज बोकर ककवष की किा और ववजान का ववकास वकया वह वदन ह और आज का वदन मवहिाए िगातार अपन हनर क साथ ककवष और सबवधत उदयमो की धररी बनरी हई ह पशपािन मछिरी पािन और मगवी पािन जस सहायक उदयमो क साथ मवहिाओ न बागवानरी सबजरी उतपादन उपज की वबकरी और परससकरण जस कामो को भरी बखबरी सभािा हआ ह गावो म मवहिाए वकसान भरी ह खवतहर मजदर भरी और साथ हरी कशि गवहणरी भरी िवकन सामावजक-आवथलक रप स और सरकाररी आकिो म भरी मवहिाओ की बहमखरी भवमका को बहत वदनो तक यथोवचत मान-सममान तथा मानयता नही वमि पाई ह

अपन हरी खत-खविहानो म काम करन वािरी मवहिाओ की कही वगनतरी नही की जातरी वफर भरी सन 2011 की जनगणना क अनसार जो आकि उपिबध ह वो बतात ह वक भारत म कि मवहिा कामगारो म स िगभग 65 परवतशत ककवष क कषत म कायल करतरी ह दश क कि वकसानो (1187 करोि) म 303 परवतशत मवहिाए ह मवहिा ककवष शवमको की भागरीदाररी 5521 परवतशत आकी गई ह जबवक दश की वयापक ककवष अनसधान परणािरी म मवहिाओ का परवतवनवधतव 1740 परवतशत दजल वकया गया ह

सन 2011 म हए एक वयापक अधययन म ककवष क वववभन उपकषतो म मवहिाओ की भागरीदाररी कछ इस तरह दखरी गई - खत की वनराई-गिाई म 48 परवतशत फसिो की कराई म 4533 परवतशत ककवष उपज क भडारण म 4267 परवतशत ककवष उपज की वबकरी म 4200 परवतशत पशपािन और डररी म 3867 परवतशत और ववततरीय परबधन म 36 परवतशत एक अनसधान ररपोरट यह भरी बतातरी ह वक डयररी क कषत म 75 करोि मवहिाए योगदान कर रही ह जबवक परषो की सखया 15 करोि ह इसरी तरह पशपािन म 15 करोि परषो क मकाबि 2 करोि मवहिाए सिगन ह

गाव की मवहिाओ को कई बार इसक साथ ईधन क विए िकिरी इकटा करन और परीन क विए पानरी िान का काम भरी करना पिता ह पशपािन म पशओ को दध दहन और दध स घरी वगरह बनान का काम आमतौर पर मवहिाए हरी करतरी ह यह भरी अनभव वकया गया ह वक वजन पररवारो म मवहिाए पशपािन का काम करतरी ह वहा अवधक उतपादन और आमदनरी हावसि होतरी ह

सयति राषट क खादय एव ककवष सगठन (एफएओ) क मवहिा एव जनसखया ववभाग न बताया वक भारत जस ववकासशरीि दशो म मवहिाए

िगभग 70 परवतशत ककवष शम परदान करतरी ह जबवक घरि खादय उतपादन म 60 स 80 परवतशत खादय भडारण म 80 परवतशत और खादय वसतओ क परससकरण म मवहिा शम की वहससदाररी पर 100 परवतशत ह

अवधकाश ववकासशरीि दशो म मवहिाए 60 स 80 परवतशत खादय उतपादन की वजममदाररी वनभा रहरी ह और सपणल ववशव का िगभग आधा खादय उतपादन इनही क मजबत हाथो स हो रहा ह इस तरह मवहिाए दवनया क िगभग हर कषत म करोिो िोगो की खादय सरकषा को सतत आधार द रहरी ह यह मजबत दशा तब ह जबवक मवहिाए आमतौर पर भवम क अवधकार और वनणलय िन क अवधकार स ववचत ह और अनक सामावजक-आवथलक ववषमताओ को भरी झि रहरी ह

बढ़त कदमगामरीण कषतो म मवहिाओ की सामावजक-आवथलक दशा सधारन और उनह तकनरीकी रप स अवधक सकषम तथा कशि बनान क विय भारत सरकार क दो मतािय वववशष रप स कायल कर रह ह- ककवष एव वकसान कयाण मतािय और गामरीण ववकास मतािय गामरीण ववकास मतािय म

गामरीण मवहिाओ की आवथलक दशा सधारन क विए अनक कायलकरम और योजनाए चिाई जा रहरी ह परत ककषक मवहिाओ क विए lsquoमवहिा वकसान सशलतिकरण पररयोजनाrsquo नाम स एक वववशष योजना जाररी ह वजसका उदशय वकसान मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण दारा उनह आवथलक रप स मजबत बनाना ह

पहि इस योजना को राषटरीय गामरीण आजरीववका वमशन क अनतगलत िाग वकया जा रहा था परत अब यह दरीनदयाि अतयोदय योजना का वहससा ह इसका उदशय वकसान मवहिाओ को सतत आजरीववका उपिबध कराना और उनह सामावजक ववकास का एक सवकरय भागरीदार बनाना ह इसम

अजधकाश जवकासशील दशो म मजहलाए 60 स 80 परजतशत खादय उपादन की जिममदारी जनिा रही ह और सपणष जवशव का लगिग आधा खादय

उपादन इनही क मिबत हाथो स हो रहा ह

दश म मजहला ककजर शजमको की िागीदारी 5521 परजतशत ह

डयरी क कतर म 15 करोड पररो क मकाबल 75 करोड मजहलाए हखत की जनराई-गडाई म मजहला

शजमको की सवाषजधक 48 परजतशत िागीदारी

खास बात

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 21: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

कवष05 - 11 मारष 2018 21

ववशष रप स आवथलक रप स कमजोर वगल की मवहिाओ को िकय बनाया गया ह तावक उनका और उनक पररवार का आवथलक उदधार हो सक

मवहिाओ को ककवष सबधरी तकनरीको का परवशकषण दकर तकनरीकी रप स सकषम बनाया जा रहा ह और सरकार की ववततरीय तथा बवकग परणािरी स भरी जोिा जा रहा ह इसक सकारातमक नतरीज पर दश म दखन को वमि रह ह ककवष एव वकसान कयाण मतािय अपकषाककत अवधक वयापक और समग रप स ककषक मवहिाओ क कयाण ववकास सामावजक-आवथलक उदधार और तकनरीकी शलतिकरण क विय ततपरता स कायल कर रहा ह

दश म lsquoजडर नॉिज वससरम पोरटिrsquo का ववकास वकया गया ह जो ककषक मवहिाओ स सबवधत उपयोगरी सचनाओ की एकि वखिकी की तरह काम करता ह यहा मवहिाओ क विए उपयति परौदयोवगवकयो सचनाओ परकाशनो और योजनाओ की जानकाररी दरी गई ह जो ककषक मवहिाओ क साथ नरीवत-वनमालताओ वजावनको और परसार कायलकतालओ क विय भरी उपयोगरी ह

ककषक मवहिाओ की पोषण और आजरीववका सरकषा को बहतर बनान क विए मवहिाओ को कदर म रखकर समवकत ककवष क मॉडि तयार वकए गए ह वजनह खतो म आमदनरी बढ़ान वािा और उपयोगरी पाया गया ह ककषक मवहिा सवय सहायता समहो दारा मोर अनाजो स उतपाद तयार करन क विए परससकरण इकाइया िगाई गई ह इस सबध म यह जानना भरी आवशयक ह वक भारत सरकार क अनक मताियो दारा गामरीण कषतो म मवहिाओ क विए वववशष सवय सहायता समह गवठत वकए जात ह वजनम कौशि ववकास दसतकाररी हथकरघा उदयोग जस अनक आमदनरी बढ़ान वाि वयवसायो क विय सहायता दरी जातरी ह इन समहो म ककषक मवहिाए भरी बिरी सखया म शावमि होकर आवथलक परगवत की राह पर आग बढ़ रहरी ह

खत-खविहानो म मवहिाओ की मशककत कम करन क विए अनक ककवष उपकरणो का ववकास वकया गया ह वजनस उनकी कायल कशिता भरी बढ़री

ह बरीजो की बआई क विय आसान lsquoसरीड वडिrsquo उवलरक दन क विए अवधक कशि lsquoफवरटिाइजर रिॉडकासररrsquo आराम स बठकर मगफिरी छरीिन वािा यत भट स तजरी स दान वनकािन वािा यत धान की सरीधरी बवाई का यत खरपतवार वनकािन वािा यत और सधरा हवसया ववशष रप स मवहिाओ क विय हरी तयार वकए गए ह

इस सदभल म सभवतः सबस उलखनरीय योगदान ह lsquoहड िोड मनजरrsquo नामक एक ववशष उपकरण का जो मवहिाओ को अवधक कशिता और कम महनत स बोझा ढोन की सववधा दता ह दरअसि ककषक मवहिाओ को खतरी क काम क दौरान चारा ईधन खाद बरीज फसि सलबजया जस अनक सामानो या बोझ को इधर-उधर ि जाना पिता ह मवहिाए इस वसर पर रखकर ढोतरी ह वजसस उनह अकसर सहत सबधरी कई मलशकिो का सामना करना पिता ह इसरीविए वजावनको न एक ववशष यलति का ववकास वकया वजस कधो क सहार वसर पर पहना जाता ह इसस सारा बोझ कवि वसर पर नही पिता बलक कधो पर भरी बर जाता ह उपयोग म आसानरी और हका होन क कारण इसकी िोकवपरयता तजरी स बढ़ रहरी ह

इसरी तरह यह भरी दखा गया वक धान की बआई फसिो की गहाई फिो और सलबजयो की तिाई या चनाई क दौरान मवहिाओ को सकरमण चोर खजिरी आवद का खतरा होता ह कयोवक व सरकषातमक कपि नही पहनती इस जररत को दखत हए वजावनको न मवहिाओ क विए ववशष कपि तयार वकए ह जो उनकी सरकषा करत ह इसस खवतहर शवमक मवहिाओ को ववशष रप स राहत वमिरी ह डयररी म काम करन वािरी मवहिाओ क विए आरामदह और सववधाजनक रि तयार वकए गए ह वजनक इसतमाि स मवहिाओ को दध दहन म सहवियत वमिरी ह

मवहिाओ न पशओ क चार और पोषण का अचछरी तरह स परबध वकया और दर-दराज क गावो म भरी पशओ क सवासथय की अचछरी दखभाि भरी की इसरी करम म बकररी पािन और मगवी पािन क

कषत म भरी मवहिाओ न खासरी कामयाबरी हावसि की ह मवहिा उपयोगरी उपकरणोयतोतकनरीको को िोकवपरय बनान क विय दश भर म फि ककवष ववजान कदरो क माधयम स ककषक मवहिाओ को परवशवकषत तथा जागरक बनाया जा रहा ह मवहिा परसार कायलकताल इसम अहम भवमका वनभा रहरी ह

हर कदम ककरक मजहलाओ क सगककषक मवहिाओ क सशलतिकरण को वतलमान सरकार न गभरीरता स विया ह और माना ह वक ककवष ववकास की हर योजना म मवहिाओ की भागरीदाररी अवनवायल रप स होनरी चावहए इसक विए योजनाओ म आवशयक परावधान भरी वकए गए ह भारत सरकार क महतवाकाकषरी राषटरीय खादय सरकषा वमशन म आववरत बजर की 30 परवतशत रावश ककषक मवहिाओ क विए वनधालररत की गई ह इसका िाभ ककषक मवहिाओ को उनत ककवष परणावियो का परवशकषण दन म भरी वमि रहा ह

दश क 28 राजयो म इस वमशन को राजय सरकारो क सहयोग स भारत सरकार क वदशा-वनदतशो क अनसार िाग वकया जा रहा ह राषटरीय बागवानरी वमशन क अतगलत मवहिाओ को सवय-सहायता समहो क रप म सगवठत करक उनह ककवष क विए आवशयक सामान तकनरीकी और परसार सहायता उपिबध कराई जा रहरी ह इसस मवहिाए तजरी स आतमवनभलरता की ओर कदम बढ़ा रहरी ह

ककवष यतरीकरण क उप वमशन क अतगलत भारतरीय ककवष अनसधान पररषद दारा ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत मशककत कम करन वािरी मशरीनो क परसार का कायल तजरी स वकया जा रहा ह इसक अतगलत ककषक मवहिाओ को परवशकषण परदशलन और ववततरीय सहायता परदान की जातरी ह इसक

अिावा ककषक मवहिाओ को वववभन ककवष मशरीन और उपकरण खररीदन क विए 10 परवतशत की अवतररति ववततरीय सहायता भरी दरी जातरी ह फामल मशरीनररी परवशकषण एव पररीकषण ससथानो दारा ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क विए ववशष कायलकरम वनयवमत रप स आयोवजत वकए जात ह

बरीज और रोपण सामगरी उप-वमशन क अनतगलत ककषक मवहिाओ को बरीज-गाव कायलकरम और गणवतता वनयतण कायलकरम म भागरीदाररी का समान रप स अवसर वदया जा रहा ह राजय सरकारो को वनदतश वदया गया ह वक व इसम ककषक मवहिाओ की वहससदाररी को सवनलचित कर और इसक विए पयालपत धन भरी उपिबध कराए इसरी तरह राजय सरकारो को ककवष परसार कायलकरमो म ककषक मवहिाओ और ककवष परसार मवहिा कवमलयो को शावमि करन क विय आवशयक वनदतश वदए गए ह इसक तहत कम-स-कम 30 परवतशत साधनो को मवहिाओ क सशलतिकरण पर खचल करन का वनदतश वदया गया ह ककवष सबधरी योजना बनान और वनणलय िन की परवकरया म ककषक मवहिाओ की भागरीदाररी बिॉक वजिा और राजय-सतर पर सवनलचित की गई ह अब ककषक मवहिाओ को ककषक सिाहकार सवमवत म अवनवायल रप स परवतवनवधतव वदया जा रहा ह वववशष रप स ककषक मवहिाओ क विए ववकवसत तकनरीको को खत म ि जान स पहि ककषक मवहिाओ दारा जाचन-परखन का परावधान भरी वकया गया ह

दश िर म सशकतिकरण की लहरएक ववशष और अवभनव सोच क अनतगलत गाव की वकशोररयो का कौशि दारा सशलतिकरण करन

वरष 2016-17 म 504 करोड गामीण पररवारो को 13864 लाख कायष पररयोिनाओ म काम जदया गया जिसम 56 परजतशत मजहलाए थी यह

lsquoमनरगाrsquo म मजहलाओ की जहससदारी का कीजतषमान ह

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 22: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

कवष 05 - 11 मारष 201822

की पहि की गई तावक व अपन परो पर खिरी होकर सामावजक रप स मजबत बन सक इनम उन वकशोररयो को ववशष रप स शावमि वकया गया जो सककि की पढ़ाई छोिकर घरि या ककवष सबधरी कायषो म हाथ बरा रहरी थी ककवष तकनरीको म परवशकषण परापत करन स इनकी आजरीववका सरवकषत हई और ककवष ववकास को भरी बि वमिा पररयोजना क अतगलत ककषक मवहिाओ को घरि-सतर पर lsquoपोषण बागrsquo िगान की जानकाररी और परवशकषण वदया गया वजसस पररवार क पोषण सतर म सधार दखा गया

मवहिाओ और वकशोररयो म सकम पोषण ततवो की वयापक कमरी को दखत हए सथानरीय खादय सोतो स पौलषक आहार बनान की किा वसखाई गई इसरी तरह गामरीण मवहिाओ म खन की कमरी को दखत हए सथानरीय हररी सलबजयो स पौलषक वयजन बनान की वववधया ववकवसत करक मवहिाओ की रसोई तक पहचाई गई पररयोजना क अनतगलत चन हए गावो म - lsquoखत ससाधन कदरrsquo खोिन की पहि की गई जहा ककषक मवहिाओ को उपयोगरी साधन महया कराकर उनका तकनरीकी और सामावजक सशलतिकरण वकया गया

मनरगा न दी आजथषक आिादीसन 2006 म िाग lsquoमहातमा गाधरी राषटरीय गामरीण रोजगार गारररी अवधवनयमrsquo (मनरगा) परतयक गामरीण पररवार को वषल म कम-स-कम 100 वदनो क रोजगार की गारररी दता ह इसम यह भरी परावधान वकया गया ह वक परतयक तरीन कामगारो म स एक मवहिा कामगार होगरी परत शरआतरी दौर म कई वषषो तक खवतहर मवहिाओ को उनका यह अवधकार वमिन म मलशकि पश आतरी रही िवकन नई सरकार दारा वदए गए ववशष परोतसाहन क कारण अब मवहिाओ

की वहससदाररी या तो परषो क बराबर ह या उसस आग वनकि गई ह

गामरीण ववकास मतािय की ररपोरट क अनसार वषल 2016-17 म 504 करोि गामरीण पररवारो को 13864 िाख कायल पररयोजनाओ म काम वदया गया वजसम 56 परवतशत मवहिाए थी यह lsquoमनरगाrsquo म मवहिाओ की वहससदाररी का कीवतलमान ह इसस पवल वषल 2015-16 म0 मवहिाओ की भागरीदाररी िगभग 51 परवतशत और वषल 2014-15 म िगभग 50 परवतशत दजल की गई थरी

दसररी ओर ककषक मवहिाओ को वनणलय िन की परवकरया म भागरीदार ना बनान की वशकायत भरी ह परत सचचाई यह भरी ह वक lsquoमनरगाrsquo न खवतहर मवहिाओ क आतमववशवास को बढ़ाया ह और उनह आवथलक आजादरी की ओर अगसर वकया ह lsquoमनरगाrsquo स नकद आमदनरी परापत करन वािरी बहत-सरी मवहिाए बतातरी ह वक जरीवन म पहिरी बार उनक हाथ म उनकी कमाई क पस आ रह ह वजसस उनका मनोबि बढ़ा ह अनक गावो म सभवतः यह पहिरी बार ह जब मवहिाओ को साहकारो और जमीदारो की जगह सरीध lsquoसरकारrsquo स काम वमि रहा ह और मजदररी भरी परषो क बराबर वमि रहरी ह

ककषक मवहिाओ क विय lsquoमनरगाrsquo कवि रोजगार का अवसर नही ह इसस उनकी सामावजक-आवथलक दशा को एक सखद और सवावभमानरी मोि वदया ह झारखड क खररी वजिा क पकिरोिरी गाव की रोशनरी गवकया इस बदिाव का जरीतरी-जागतरी उदाहरण ह पहि वह अपन पवत और बचचो क साथ ममबई म रोजरी-रोररी क विय किा सघषल कर रही थी िवकन सन 2014 म जब lsquoमनरगाrsquo म काम करन की सहवियत हो गई तो यह परा पररवार गाव िौर आया रोशनरी को गाव म तािाब बनान खत

को समति करन और पानरी का सचय करन क विए खत-बाध बनान जस काम वमि गए यह काम भरी पसद का था और भगतान भरी समय पर वमिता था वनलचित आमदनरी क कारण उनहोन अपन बचचो को सककि भजना शर कर वदया और उनक भोजन का सतर भरी सधरा अब पररवार म सख शावत और खशहािरी ह

ककरक मजहलाए बनी जमसालककषक मवहिा सशलतिकरण की योजनाओ और कायलकरमो न दश भर म मवहिाओ को आतमवनभलर बनाया ह और उनह सवावभमान स जरीन की राह वदखाई ह अनक मवहिाए अपन गाव-कसब म कामयाबरी की वमसाि बन गई ह ऐसरी हरी एक मवहिा ह ओविशा क खोदिा वजि क हररदामादा गाव की पषपािता पतािावसह कषमता ववकास कायलकरम क अतगलत उनह मगवीपािन क विए परवशवकषत वकया गया शरआत म उनह एक वदन क चज वदए गए वजनह उनहोन वजावनक तररीक स पाि-पोस कर एक महरीन बाद अनय मवहिाओ को बच वदया तावक व सवसथ चजो स मगवीपािन वयवसाय की शरआत कर सक इसस इनह अचछरी आमदनरी वमिरी परोतसावहत होकर उनहोन 6000 रपए का वनवश करक 200 चज खररीद और पाि-पोसकर अिग-अिग आय म मवहिाओ को बचा इसस इनह िगभग 41000 रपए का मनाफा हआ और अनसवचत वगल की 25 ककषक मवहिाए मगवीपािन क वयवसाय स जि गई इस तरह अब गाव म मवहिाओ क एक पर समह न मगवीपािन दारा आवथलक परगवत हावसि की ह तिगाना क सगारडरी वजि क ईडिापलरी रवजया बरी आज अपन खत की मािवकन ह और ककवष तथा पशपािन स पररवार का सममानजनक भरण-पोषण कर रहरी ह

कछ वषल पहि तक वह वमटरी क बतलन बनाकर बचतरी थी वजसस होन वािरी बहद कम आमदनरी न उनक पररवार क जरीवनयापन को बहद कवठन और सघषलमय बना वदया था इस बरीच उनह गामरीण मवहिाओ क एक सवय सहायता समह स जिन का अवसर वमिा जहा उनहोन ककवष कायषो को सरीखा

गामीण पररवार को वरष म कम-स-कम 100 जदनो क रोिगार की गारटी दता ह इसम यह िी परावधान जकया गया ह जक परयक तीन कामगारो

म स एक मजहला कामगार होगीसमह और एनजरीओ की मदद स रवजया बरी न तरीन एकि जमरीन खररीदकर खतरी करना शर कर वदया वह मखय रप स जार बाजरा तअर की दाि और सलबजयो की वजावनक ढग स खतरी करती ह और खत का परबध भरी नई सोच नए तौर-तररीको स करतरी ह िब सघषल क बाद अब उनका जरीवन खशहाि ह तिगाना क वबदककन गाव की बोवभनरी िहममा क जरीवन म भचाि आ गया जब िगभग 15 साि पहि उनक पवत की अचानक मतय हो गई उनक पास दो एकि जमरीन थरी िवकन वो बजर पिरी थरी उस पर अनक वषषो स खतरी नही हो रहरी थरी इस मोि पर उनह ककषक मवहिाओ क तकनरीकी सशलतिकरण क एक कायलकरम का सहारा वमिा उनहोन खतरी क बार म काफी कछ सरीखा जाना और वयावहाररक परवशकषण भरी हावसि वकया

आज वह अपन छोर स खत म आविा आम नीब चरीकक जस अनक फिो को वजावनक तौर-तररीको स उगाकर अपन पररवार का पािन-पोषण वसर उठाकर कर रहरी ह उनहोन अपनरी सझ-बझ िगन और महनत स एक बजर खत को हरा-भरा और उपजाऊ बना वदया ह िकमरीबाई शक की सफिता की कहानरी बतातरी ह वक ककषक मवहिाए खतरी की नई तकनरीको को अपनान म भरी परीछ नही ह

महाराषट क औरगाबाद वजि क वभदनौरा गाव म वह 10 एकि पर गन की खतरी पारपररक तौर-तररीको स करतरी थी िवकन उपज म िगातार वगरावर वचता का गहरा सबब बन गई थरी थोिरी-सरी कोवशश की तो उनह गन की नई खतरी का पता चिा और उनहोन बवाई वसचाई क नए तौर-तररीको को अपना विया इसस गन की उपज 35-40 रन परवत हकरयर स बढ़कर 60 रन परवत हकरयर पर पहच गई और पानरी का खचल भरी घरकर आधा रह गया जदरी हरी गाव म िकमरीबाई गन की खतरी करन वािरी अगणरी वकसान और एक वमसाि बन गई आज बिरी सखया म ककषक मवहिाए उनह अपना आदशल मानतरी ह

(लखक भारतरी कदि अनसधान पररिि म परधान सपािक (दििरी परकाशन) रि चक ि)

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 23: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

05 - 11 मारष 2018 23कहरी-अनकहरीअतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

1975 अतरराषटरीय मवहिा वदवस को सयति राषट न मानयता दरी1996 lsquoभतकाि का जशन भववषय की योजनाrsquo1997 lsquoमवहिा और शावत की मजrsquo1998 lsquoमवहिा और मानव अवधकारrsquo1999 lsquoमवहिाओ क वखिाफ वहसा मति ववशवrsquo2000 lsquoशावत क विए मवहिा सशलतिrsquo2001 lsquoमवहिा और शावत ववरोध का परबधन करतरी मवहिाrsquo2002 lsquoआज की अफगानरी मवहिा वासतववकता और मौकrsquo2003 lsquoिवगक समानता और शताबदरी ववकास िकयrsquo2004 lsquoमवहिा और एचआईवरीएडसrsquo2005 lsquo2005 क बाद िवगक समानता एक जयादा सरवकषत भववषय का वनमालण कर रहा हrsquo2006 lsquoवनणलय वनमालण म मवहिाrsquo2007 का अतरराषटरीय मवहिा वदवस उतसव का थरीम था lsquoििवकयो और मवहिाओ क वखिाफ वहसा क विए दडाभाव का अतrsquo 2008 lsquoमवहिाओ और ििवकयो म वनवशrsquo2009 lsquoमवहिाओ और ििवकयो क वखिाफ वहसा को खतम करन क विए मवहिा और परष का एकजर होनाrsquo2010 lsquoबराबर का अवधकार बराबर क मौक सभरी क विए परगवतrsquo2011 lsquoवशकषा परवशकषण और ववजान और तकनरीक तक बराबररी की पहच मवहिाओ क विए अचछ काम क विए रासताrsquo2012 lsquoगामरीण मवहिाओ का सशलतिकरण गररीबरी और भखमररी का अतrsquo2013 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क वखिाफ वहसा खतम करन का अत आ गया हrsquo2014 lsquoवादा वादा होता ह मवहिाओ क समानता सभरी क विए परगवत हrsquo2015 lsquoमवहिा सशलतिकरण- सशलतिकरण इसावनयत इसकी तसवरीर बनाओ (यएन क दारा)मवहिा सशलतिकरण पर पनववलचार और 2015 म िवगक समानता और उसस आग (यनसको क दारा) और तोिन क दारा (मनचसरर शहर पररषद क दार)rsquo 2016 lsquoइस करना हरी होगाrsquo

lsquoपरगजत क जलए दबावrsquo पहिरी बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस 1909

म मनाया गया था और इस सयति राषट सघ न 1975 स मनाना शर वकया ववशव

क वववभन कषतो म मवहिाओ क परवत सममान परशसा और पयार परकर करत हए इस वदन को मवहिाओ क आवथलक राजनरीवतक और सामावजक उपिलबधयो क उतसव क तौर पर मनाया जाता ह यह वदन यह भरी याद वदिाता ह वक कस मवहिाओ

न कई सामावजक व अनय बाधाओ को पार करत हए मकाम हावसि वकए और िगातार कर रहरी ह आज की ताररीख म हर कषत म मवहिाए आग ह िवकन अतरीत म ऐसा नही था वजस परकार की आजादरी आज हम मवहिाओ को परापत हए दखत ह व पहि नही थी न व पढ़ पातरी ह न नौकररी कर पातरी थी और न हरी उनह मत दन का अवधकार था

1909 28 फरवररी को पहिरी बार अमररका म यह वदन

सविरिर वकया गया सोशविसर पारवी ऑफ अमररका न नययॉकफ म 1908 म गारमर वकफसल की हिताि को सममान दन क विए इस वदन का चयन वकया तावक

इस वदन मवहिाए काम क कम घर और बहतर वतनमान क विए अपना ववरोध और माग दजल करवा सक

1913-14 मवहिा वदवस यदध का ववरोध करन का परतरीक बन कर उभरा रसरी मवहिाओ न पहिरी बार अतरराषटरीय

मवहिा वदवस फरवररी माह क आवखररी वदन र मनाया और पहि ववशव यदध का ववरोध दजल वकया यरोप म मवहिाओ न 8 माचल को परीस ऐलकरववसटस को सपोरट करन क विए रविया की

1975 यनाइरड नशनस न 8 माचल का वदन सविरिर करना शर वकया 1975 वह पहिा साि था

जब अतरराषटरीय मवहिा वदवस मनाया गया

2011 अमररका क पवल परवजडर बराक ओबामा न माचल को मवहिाओ क इवतहास का महरीना कहकर पकारा उनहोन यह महरीना पररी तरह स मवहिाओ की महनत उनक सममान और दश क इवतहास को महतवपणल

आकार परकार दन क विए उनक परवत समवपलत वकया

वस बता द वक इस बार अतरराषटरीय मवहिा वदवस की थरीम ह बरी बोड फॉर चज यानरी वक बदिाव क विए सशति बन यह करपन िोगो का आहान करता ह वक वह बहतर

दवनया क विए कायलरत हो वजसम विगभद स इतर सबको शावमि वकया जाए

अतरराषटीय मजहला जदवस की थीम

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 24: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

05 - 11 मारष 201824

रनाव अजियान क नए यग क परवतषक

2 माचच 2014 लखनऊ क रमाबाई अबडकर मिान म दवज शखनाि रलरी को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 25: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

05 - 11 मारष 2018 25

नरदर मोदरी न भाजपा ससदरीय दि और चनाव सवमवत क परभाररी का पद सभािन म थोिा भरी समय

नही गवाया ससदरीय दि म 12 शरीषल नता शावमि थ मोदरी न 2014 क आम चनाव क परचार की रणनरीवत और योजना अपनरी सावधानरीपवलक चनरी गई ररीम की सहायता स बनाई

भाजपा क विए यह पहिा उदाहरण था जब कोई परचार अवभयान पारवी क नाम पर नही बलक उसक परधानमतरी पद क उममरीदवार क नाम पर था कछ हरी समय म परा परचार अवभयान भाजपा क साथ-साथ ववपकष क विए भरी नरदर मोदरी क आसपास हरी वसमर गया पारवी क सभरी नताओ और कायलकतालओ को वजममदाररया दरी गई िवकन अवभयान का चहरा नरदर मोदरी हरी रह

पारवी क चनावरी नार भाजपा चनाव सवमवत दारा वदए गए वजनम स अवधकतर सवय नरदर मोदरी दारा वदए गए थ ससदरीय चनावो म बहमत हावसि करन क मामि म सबस महतवपणल राजय उततर परदश क परबधन की वजममदाररी गजरात क गह मतरी और िब समय तक मोदरी क ववशवासपात रह अवमत शाह को सौपरी गई शाह वसफफ वयलतिगत सबधो की वजह स हरी मोदरी क कररीबरी नही थ बलक अपनरी राजनरीवतक दकषता और सगठनातमक कषमता क कारण भरी वह मोदरी क वपरय थ इसरीविए जब उततर परदश म भाजपा न एकतरफा बिरी जरीत हावसि की तो वकसरी को कोई आचियल नही हआ

नरदर मोदरी एक राषटवादरी सतर क तौर पर पश वकया वजसक विए दश पहि और सबस महतवपणल था उनहोन दश को इस सतर तक ववकवसत करन की आवशयकता पर बि वदया वक दवनया म दश की सममानजनक छवव बन और इस उदशय को हावसि करन क विए उनहोन खद को सवलशष वयलति क रप म पश वकया उनहोन गजरात म मखयमतरी क रप म अपन तरीनो कायलकाि क दौरान हावसि की गई सफिता क बार म बताकर अपना दावा और मजबत वकया

भारत म यह पहिरी बार था वक जब एक परचार अवभयान अतयाधवनक सचना परौदयोवगकी और अनय तकनरीकी सहायता क इसतमाि पर आधाररत था

सथानरीय मदो को सभरी रवियो म

27 अकटबर 2013 पना की हकार रलरी म राजनाथ दसि अरण जलरी और राज क अन नताओ क साथ नरदर मोिरी

30 दसतबर 2013 मबई क छतपदत दशवाजरी अतरराषटरी िवाईअडड पर अपन समथचको को सबोदधत करत हए भाजपा क परधानमतरी पि क उममरीिवार नरदर मोिरी

नरदर मोदरी न दश भर म परचार करत हए कररीब तरीन िाख वकिोमरीरर की दररी तय की उनहोन 437 रवियो 5827 सावलजवनक मरीवरग 1350 3डरी रविया और 4000 चाय पर

चचाल कायलकरम को सबोवधत वकया

मोदरी क परचार अवभयान को चनाव परचार क इवतहास म सबस बि पमान पर िोगो को जरान की कवायद क रप म ववणलत करना अवतशयोलति नही

पसतक अश

होगरी अवभयान का पमाना और तजरी तब और बिरी हो जातरी ह जब कोई भारत की बिरी आबादरी और इसक भौगोविक परसार को समझता हो

हर जगह जहा वह गए मोदरी न एक ऐसा ववजन पश वकया वजसस उस कषत क िोग जि सक इस दलषकोण न िोगो को नरदर मोदरी स जोिा और उनको आशवसत वकया वक उनक बरीच एक ऐसा नता ह जो बहतर परशासन और ववकास कर सकता ह

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 26: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

उठाया गया इसक साथ हरी सरकषा पर ववशष धयान वदया गया वजसका राषटरीय सतर पर परभाव पिा अथलपणल नार और रगरीन ववशषणो को िोगो का धयान आकवषलत करन और उनकी कपनाओ को उिान दन क विए इसतमाि वकया गया रवियो म परवश क विए पाच रपए शक जस नए ववचारो को पश वकया गया इन कदमो स सामवहक उतसाह पदा हआ जो वनरतर चिता रहा

अजियान क सथानीय और राषटीय मदअवभयान का कदर ववदश नरीवत या वलशवक मदो पर न होकर राषटरीय और कषतरीय मदो पर था सहयोगरी दिो क गठबधन इकाई क रप म एनडरीए क िगातार बढ़त रहन क बाद भरी भाजपा कडर को शरआत म हरी यह बता वदया गया था वक पारवी का सपष उदशय पणल बहमत हावसि करना ह वनयवमत अतराि पर यह बात उनह याद

भरी वदिाई जा रहरी थरी अवधकतम सहयोवगयो की जगह अवधकतम वोर परापत करना भाजपा का नया मत बन चका था यह ववचार कवि जरीतन क विए नही बलक बिरी जरीत हावसि करन क विए था

परौदयोजगकी का बहतर उपयोग और परिावनरदर मोदरी न नए यग क उपकरणो का सवलशष तररीक स बहतररीन उपयोग वकया इसम सोशि मरीवडया और वडवजरि उपकरणो जस -मोबाइि एसएमएस फोरो लटरर फसबक और वबसाइर सावलजवनक पहच क मामि म बहद िभावन और अपरतयावशत थ ऐसा िग रहा था वक यह चनाव भारत म नही बलक सयति राजय अमररका म आयोवजत वकए जा रह ह परौदयोवगकी क उपयोग न दश क यवाओ को नरदर मोदरी की ओर आकवषलत वकया पहि यवाओ न उनह सना और वफर समह म उनक विए मतदान वकया

गजरात ववधानसभा चनावो क दौरान नरदर मोदरी न चनाव परचार क विए परौदयोवगकी क उपयोग म काफी अनभव हावसि वकया था उन चनावो क दौरानउनहोन पारपररक तररीको को अिग नही वकया िवकन साथ हरी उनहोन अपन आसपास ऊजालवान और तकनरीकी-समझ वाि यवाओ की एक ररीम तयार की और उन वनवालचन कषतो और मतदाओ तक पहच जहा परपरागत अवभयान स नही पहचा जा सकता था गजरात म ववकवसत राजय क गढ़ चनावरी मॉडि को न कवि राषटरीय सतर पर दोहराया गया बलक बिरी ऊचाइयो पर ि जाया गया उनक फसबक और लटरर अकाउटस पर िोगो की सखया बहत तजरी स बढ़री साथ हरी गगि पिस हगआउर पर भरी बिरी सखया म िोग उनस जि 3 डरी तकनरीक क उपयोग न मोदरी अवभयान की वववशष पहचान बना दरी उनहोन िगभग 1400 3डरी रवियो को सबोवधत वकया वजसम होिोगाम

(वतववमरीय फोरोगाफ) की मदद स उनकी पहच िगभग 1 करोि 50 िाख (15 वमवियन) मतदाताओ तक हो गई

यह अवभयान एक उचच-ऊजाल स भरा था नरदर मोदरी क पास उनकी याता क विए दो हिरीकॉपरर थ तावक व एक-दसर की सहायता स अगि गतवय तक आसानरी स पहच सक वह याता करत हए अगि कायलकरम क विए वदए गए नोटस को आसमान म हिरीकॉपरर म हरी पढ़ ित थ परचार अवभयान क चरम पर मोदरी एक वदन म चार स पाच बिरी रवियो को सबोवधत कर रह थ इसक बाद वह 3 डरी इररकशन या एक वनधालररत साकषातकार क माधयम स िोगो को सबोवधत करत थ

गजरात की तरह हरी उचच-सतररीय परौदयोवगकी अवभयान क साथ-साथ पारपररक तररीक स भरी परचार अवभयान वकया जा रहा था वजसम बिरी माता म झड पोसरर और सचना पत परकावशत कर ववतररत वकए गए सघ स बि

4 मई 2014 इलािाबाि म नरदर मोिरी क समथचको को परीछड खीचत हए पदलस

lsquoमोदी लहर जसफफ यपी म ही नही बकलक पर िारत म वयापत ह िवकन यपरी म इसका असर सपा और बसपा क वषाि क बर शासन की वजह स जयादा हrsquo

अजमत शाहउततर परदश क ततकािरीन परभाररी और अब भाजपा क अधयकष

05 - 11 मारष 201826 पसतक अश

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 27: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

समथलन क साथ भाजपा क जमरीनरी कायलकतालओ दारा घर-घर जाकर परचार वकया गया ऐसा परचार अवभयान पहि कभरी नही दखा गया था

य मोदरी भति अवभयान क गमनाम नायक थldquoहा हम कर सकत ह हा हम इस करगrdquoभाजपा क विए 2014 क आम चनाव क विए परचार औपचाररक रप स 11 अगसत 2013 को आधर परदश क हदराबाद म शर हआ जब नरदर मोदरी न 45 वमनर क अपन भाषण म एक सावलजवनक रिरी को ओबामा की तरह सबोवधत करत हए कहा हा हम कर सकत ह हा हम ऐसा करग (यस वरी कन यस वरी ववि ड इर)

हदराबाद लसथत िाि बहादर सरवडयम म मोदरी क सबोधन न िोगो स एक कागस मति भारत क विए परयास करन का आहान वकया यहा भारतरीय राजनरीवत म पहिरी बार िोगो न वकसरी राजनरीवतक रिरी क विए पाच रपए का परवश शक वदया

नरदर मोदरी न भाषण क अवधकतर वहससो म यह समझाया वक कस वववभन मदो पर यपरीए सरकार की वनलषकरयता स िोगो क साथ ववशवास म भाररी कमरी आई ह

उनहोन उसरी साि जनवररी म पावकसतानरी सना दारा भारतरीय सवनको की करकर हतया क बार म कहा और पावकसतान क परधानमतरी को वबरयानरी वखिाकर सवागत करन क सबध म यपरीए सरकार स सवाि वकए उनहोन कहा वक यपरीए सरकार न िदाख म घसपठ क सबध म कारटवाई न करक चरीन क साथ समझौता वकया ह कशमरीर म चि रहरी अलसथरता और िगातार हो रहरी वहसक घरनाओ को भरी उठाया गया यह कहा गया वक वहसा की ऐसरी घरना क बाद हरी भाजपा

नता अरण जरिरी को उस कषत की लसथवत की समरीकषा करन क विए वकशतवाि म जान की अनमवत नही दरी गई मोदरी न बागिादश क आपरवावसयो क वोर बक की राजनरीवत म शावमि होन क विए भरी कदर की आिोचना की यह पछन

पर वक कया यपरीए सरकार दश क भववषय क बार म वचवतत ह उनहोन कागस क समावशरी ववकास क मखय मद का मजाक उिाया उनहोन िाि ककषण अडवाणरी की रथ याता को याद करत हए कहा वक ववदशरी बक खातो म जमा कािा धन वापस िान की जररत को उस समय भरी परमख रप स उठाया गया था

खादय सरकषा ववधयक पर बोित हए उनहोन कहा वक दश न साि 2004 स पहि हरी वाजपयरी शासन क दौरान खादय सरकषा हावसि कर िरी थरी साथ हरी उनहोन याद वदिाया वक छततरीसगढ़ म बरीजपरी सरकार दारा कायाललनवत वकए गए सशोवधत सावलजवनक ववतरण परणािरी स सरीखन क विए यपरीए सरकार को बिाया गया था वजसकी सपररीम कोरट दारा भरी सराहना की गई थरी मधय परदश क मखयमतरी वशवराज वसह चौहान की बवचचयो क विए िाडिरी िकमरी योजना का भरी उनहोन वजकर वकया

इसरी भाषण म उनहोन रपए क वगरत मय और वववावदत तिगाना राजय क मद क खराब परबधन पर िोगो का धयान खीचा कागस न इस मद को वजस तरह सभािा मोदरी न उसकी

आिोचना कीउनहोन इस अवसर पर तिग दशम पारवी

को िभान क विए सवगवीय मखयमतरी एनररी रामाराव का वजकर वकया वजनहोन सबस पहि गर-कागस मोचाल बनान क विए पहि की थरी

नरदर मोदरी न अपन भाषण को यह कहत हए खतम वकया वक सरकार का एकमात धमल - भारत पहि सरकार की वसफफ एक वनषा - भारत की ओर वसफफ एक एक हरी वचन - भारत का सववधान एक शलति - िोगो की शलति और कवि एक भलति - भारत क परवत समपलण होनरी चावहए

उनहोन सबका साथ सबका ववकास नारा वदया और राषटपवत बराक ओबामा क सिोगन हा हम कर सकत ह की जगह हा हम करग का उपयोग वकया उनक भाषण स भावववभोर जनसमह दारा बोि गए उनक नारो स परा सरवडयम गजायमान हो उठा

रिरी न कदर की उस सरकार को हरान क विए एक माहौि बना वदया वजस मोदरी नहर-गाधरी पररवार की वदलरी सतनत क रप म बार-बार सदवभलत करत रह ह

22 अपरल 2014 ििराबाि म एक चनावरी रलरी क िौरान पाटी क चनाव दचनि िाथो म और मोिरी क चिरड का मखौा पिन हए नरदर मोिरी क समथचक

ििराबाि क बगमप िवाई अडड पर आधर परिश भाजपा अधक दकशन रडडरी नरदर मोिरी की अगवाई करत हए

05 - 11 मारष 2018 27पसतक अश

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 28: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

(अगल अक म जाररी)

29 दसतबर 2013 दिलरी क जापानरी पाकक म नरदर मोिरी की दवकास रलरी क िौरान भाजपा समथचक

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म चनावरी रलरी क िौरान भाररी भरीड 2014 क आम चनावो क दलए बरीजपरी क परधान मतरी पि क उममरीिवार घोदित िोन क बाि मोिरी की ि पिलरी रलरी थरी

15 दसतबर 2013 िरराणा क रडवाडरी म रलरी क िौरान तलवार उठाए हए नरदर मोिरी

इटाजलयन मरीन को िमानत दत हए जिनहोन करल क मछआरो को गोली मार दी थीबागलादश स आपरवाजसयो पर वोटबक की रािनीजतरपए की जगरती कीमत को रोकन की आवशयकताजववाजदत तलगाना राजय क मद का खराब परबधन

पाजकसतानी सना दारा िारतीय सना क सजनको की रिर हया क बाविद पाजकसतान क साथ वाताषलदाख क बाविद रीन क साथ समझौताकशमीर म जहसा की लगातार घटनाओ को रोकन क जलए कोई पहल नहीजवदशी बक खातो म िमा काला धन वापस लान क जलए कोई कदम नहीवािपयी शासन क दौरान परापत खादय सरका सजनकचित करन की आवशयकता

हररयाणा क रवािरी म नरदर मोदरी न एक पवल सवनको की रिरी को सबोवधत करत हए भारतरीय सवनक को शदधाजवि अवपलत की मच पर जनरि (सवावनवतत) वरी क वसह भरी मौजद थ जो बाद म भाजपा म शावमि हए और गावजयाबाद स बहत बि जनादश क साथ जरीत नरदर मोदरी न पावकसतान स शावत क रासत को गि िगाकर बमो का रासता छोिन का आगह वकया

पटना म हकार रली क दौरान नरद मोदी न गरीबी स लडन क जलए दश को एक होकर एकिट होन की आवशयकता पर िोर जदया

रनाव अजियान क दौरान नरद मोदी दारा उठाए गए मद

एक िारण की जवशरता हदराबाद रली म नरद मोदी दारा यपीए सरकार क कायाषनवयन म हई गलजतयो पर उठाय गए सवाल

वह उन ताकतो क जखलाफ िमकर बरस िो िाजत और पथ की तिष पर राषट को जविाजित करत ह उनहोन कहा एक गरीब जहद और एक गरीब मकसलम एक दसर स किी नही लडना राहत व अपनी गरीबी स लडना राहत ह

बगिर म ऐवतहावसक भारथा गिसरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न भारत क ववकास याता म आईररी कषत क महतव क बार म बताया उनहोन यपरीए सरकार की नरीवतयो पर सरीधा हमिा बोिा वजसकी वजह स इस महतवपणल कषत म मदरी आई

गाधी-नहर पररवार क रािनीजतक गढ़ो म स एक अमठी म नरद मोदी न कतर क जनराशािनक जवकास सरकाक पर परकाश डाला और इस कागस पाटवी क तथाकजथत पहल पररवार दारा सावषिजनक जवशवास क साथ धोखा कहा

जगराव की फतह रिरी म नरदर मोदरी न पजाब क िोगो का दश क ववकास की कहानरी म योगदान का वजकर वकया खासकर उनक ककवष और राषटरीय सरकषा क कषत म योगदान को बताया

उततर परदश क रोहजनया म एक रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न काशी की आधयाकमक िजम की सवा क जलए अपनी परजतबरता िताई और वही स वह रनाव लड उनहोन बहतर

कदीय नीजतयो क माधयम स जिल क जवकास का वादा जकयातवमिनाड की राजधानरी चनई म उनहोन एक रिरी को सबोवधत करत हए राजनरीवतक परवतददरी कागस की ववभाजनकाररी नरीवतयो को उजागर वकया उनहोन कहा वक कागस अपन िोगो की जररतो क परवत उदासरीन बना रहरी ह उनहोन तवमिनाड म मछआरो की वदककत का उदाहरण वदया इस रिरी म उनहोन कई राषटरीय और सथानरीय मदो को सबोवधत वकया

असम म महा िागरण रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न पववोततर क समग जवकास क जलए अपना दकटिकोण साझा जकया और कागस पाटवी को कद स उखाड फकन क जलए कहा

मबई म बि पमान पर महा गजलना रिरी को सबोवधत करत हए नरदर मोदरी न दश क िोगो स भारत को वोर दन का आहान वकया

रािधानी जदली म जवकास रली को सबोजधत करत हए नरद मोदी न िारत क लोगो क जलए आशा की एक नई जकरण जदखाई

2022 म दश की सवततरता क 75 साल पर होन पर उनहोन एक बहतर और अजधक िीवत िारत को दखन क जविन की बात कही

05 - 11 मारष 201828 पसतक अश

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 29: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

05 - 11 मारष 2018 29पसतक अश

िीएलएफ गीन एबसडर जशखर सममलन

दश को नतवकताषओ की आवशयकता ह -डॉ पाठकगलोबल लीडर फाउडशन न गलोबल गीन एबसडर सजमट म सममाजनत करन क जलए जवजिनन कतरो स लोगो को मनोनीत जकया

lsquoडॉ पाठक को वकशवक सतर पर सममाजनत करन की आवशयकता हrsquo

lsquoहम सममान क साथ दसरो क दकटिकोण को िी सनना राजहएrsquo

ट जपट तकनीक की विह स मला ढोन की परथा समापत हई

खास बात

उरि फाजतमा

गिोबि िरीडसल फाउडशन (जरीएिएफ) दारा नई वदलरी क रफी मागल लसथत कॉलनसरटशन कलब ऑफ इवडया क

वडपररी सपरीकर हॉि म जरीएिएफ गरीन एबसडर वशखर सममिन और राषटरीय उतककषता परसकार - 2017 का आयोजन वकया गया

इस अवसर पर जरीएिएफ न वयलतिगत उपिलबधयो क माधयम स राषटरीय ववकास पर एक वशखर सममिन का भरी आयोजन वकया

इस समारोह म वसलककम क पवल गवनलर माननरीय बामरीवक परसाद वसह मखय अवतवथ क रप म और सिभ इररनशनि फाउडशन क ससथापक डॉ ववनदशवर पाठक ववशष अवतवथ क रप म मौजद थ अनय गणमानय वयलतियो म पवल वदलरी नगर वनगम (ईडरीएमसरी) की महापौर नरीना भगत और िखनऊ ववशवववदयािय क पवल उप-किपवत एसपरी वसह शावमि थ

गिोबि िरीडर फाउडशन न गिोबि गरीन एबसडर सवमर म सममावनत करन क विए वववभन कषतो स िोगो को मनोनरीत वकया वही गरीन एलकरववररीज म उतककष कायषो क विए पशवरोसगठनो को परमाण पत और राषटरीय उतककषता परसकार ववजताओ को टरॉफी दरी गई भारतरीय वशकषा अथलवयवसथा और समाज की परगवत और ववकास म उतककष योगदान क विए अतरराषटरीय पदावधकाररयो नताओ और अनय परमख वयलतितवो को इन परसकारो स सममावनत वकया गया

डा पाठक कमल म ववशवास रखत ह - बामरीवक परसाद

बामरीवक परसाद न डा पाठक दारा वकए गए कायषो की सराहना करत हए कहा वह एक ऐस वयलति ह वजनहोन न कवि सवचछता अवभयान

सिभ सवचछािय आदोिनrsquo का सचािन वकया बलक वह एक कताल भरी ह कयोवक वह उन मयो का खद अभयास करत ह ऐस िोग ह जो वसफफ सोचत ह कछ िोग ह जो कायल करत ह और वफर व िोग आत ह वजनक पास एक सपना ह और व खद को उस सपन क विए समवपलत करन का वनणलय ित ह

डॉ पाठक न असपशय समझ जान वाि और उस तरह क अनय िोगो की भिाई क विए काम वकया ह सिभ आदोिन का ववचार जो उनहोन शर वकया आज ववशव सतर पर जाना जाता ह

उनहोन आग कहा वक डॉ पाठक को वलशवक सतर पर सममावनत करन की जररत ह कयोवक दवनया म उनकी कषमता वािा दसरा वयलतितव नही ह उनहोन खद को सवचछता और सवचछता आदोिन क विए समवपलत कर वदया ह परसाद न कहा आशावाद जरररी ह हम वबना उममरीद खोए दश और समाज क ववकास क विए परयास करना चावहए ववकास क विए हर जगह जनन वदखना चावहए और जब तक हम वशकषा और पयालवरण सबधरी ससथाओ और वयलतियो को बढ़ावा और सममान नही दग तब तक हम सफि नही हो सकत

अपन सबोधन क अत म उनहोन सिाह दरी वक हम आदर क साथ दसरो क दलषकोण को भरी सनना चावहए कयोवक यहरी भारतरीयता ह भारतरीयता धमल जावत या समदाय नही ह बलक यह दसरो क ववचार और दलषकोण को सनना और उस सममान दना ह

डा पाठक दारा तकनरीकी कषत म बिरी छिाग डॉ पाठक न अपनरी सिभ आदोिन की याता

पर परकाश डािा और बताया वक वकस तरह उनहोन दश की दो सबस बिरी समसयाओ खि म शौच और मिा ढोन की परथा का समाधान करन की कोवशश की

डॉ पाठक न अवसर पर कहा ldquoगाधरी न कहा था वक अभयास का एक छोरा सा वहससा भरी उपदश दन स बहतर ह वही जॉन एफ कनडरी न कहा था वक यह न पछ वक आपका दश आपक विए कया कर सकता ह बलक यह सोचो वक आप अपन दश क विए कया कर सकत ह 1968 म गामरीण इिाको म वकसरी भरी घर म शौचािय नही था हर वकसरी को शौच क विए बाहर जाना पिता था और इसस मवहिाओ को सबस जयादा कष होता था शहररी इिाको म 85 परवतशत घरो म बाररी (बकर) शौचािय थ वजनह अछत समझ जान वाि िोग साफ वकया करत थrdquo

पौरावणक काि म यह सझाव वदया जाता था वक िोगो की रहन की जगह क आस-पास शौच क विए नही जाना चावहए इसरीविए िोग घरो स दर शौचािय क विए जात थ और एक गडा खोदत थ घास रखत थ शौच क बाद घास रखकर उस ढक दत थ भारतरीय िोग शौचािय क विए बाहर जात थ िवकन गडा खोदना भि गए यह पदधवत उस पररी अववध म दसररी परणािरी क ववकवसत होन क बाद भरी जाररी रहरी 1870 म किकतता म अगजो न सरीवज परणािरी का इसतमाि वकया िवकन यह तकनरीक बहत महगरी थरी और इसम रखरखाव की आवशयकता होतरी थरी

पररणामसवरप आज 7965 शहरो कसबो म स कवि 732 शहरो म सरीवज वससरम ह वह भरी आवशक रप स उन शहरो म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 32 परवतशत ह वही भारत की राजधानरी म मानव कचर का वनसतारण वसफफ 69

फीसदरी हरी ह और बाकी बचा कचरा गगा म फक वदया जाता ह

इसरीविए जब मन यह सब दखा पढ़ाई की अनसधान वकया और वफर इस वनषकषल पर पहचा वक इस तकनरीक क साथ भारत को य दो बिरी समसयाए हि करना असभव ह इसरीविए मन मानव अपवशष क कदररीककत वनसतारण वयवसथा स मानव कचर क वनसतारण की ववकदररीककत वयवसथा क तकनरीकी कषत म एक बिरी छिाग िगा दरी

डा पाठक न आग कहा ldquoमन 1969 म दो-गड (र वपर) शौचािय तकनरीक का आववषकार वकया था अगर मन इस तकनरीक का आववषकार नही वकया होता तो आज भरी खि म शौच और मिा ढोन की परथा को समापत करन की कोई सभावना नही थरी यह सवदशरी उपयति और ससतरी तकनरीक ह

एक वजावनक को ऐसरी परौदयोवगकी ववकवसत करन का परयास करना चावहए जो उपयति और ससतरी हो तावक वह हर वयलति तक आसानरी स पहच सकrdquo

उनहोन बताया वक इस तकनरीक क साथ मिा ढोन की परथा म वगरावर आई और और असपशयो क सामन बहतर जरीवन जरीन क अवसर खि मन दवितो स अपनरी पसद क वकसरी भरी जावत क उपनाम का चनाव करन क विए कहा और उनह सममान क साथ जरीन क विए बोिा यवद कोई वहद ििका मलसिम ईसाई या बौदध बन सकता ह तो वह खद को अपन हरी धमल म जावत को अपन वहसाब स चनकर कयो नही जरी सकता हrdquo

यह गिोबि िरीडसल फोरम नततव िान की कोवशश कर रहा ह साथ हरी यह हमार गह की कछ समसयाओ को भरी हि करन की कोवशश कर रहा ह अगर हम सथायरी ववकास पर धयान दत ह तो इसस अवधक मदद वमिगरी

हमार दश क समवचत ववकास क विए परतयक कषत म नततवकतालओ को ववकवसत करना बहत जरररी ह

डॉ पाठक न असपशय समझ िान वाल और उस तरह क अनय लोगो की िलाई क जलए काम जकया ह सलि आदोलन का जवरार िो उनहोन शर

जकया आि जवशव सतर पर िाना िाता ह

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 30: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

एक वयलति था वह वकसरी काम स अपन गाव स शहर की ओर जा रहा था गाव स शहर

क रासत म एक जगि पिता था जब वह उस जगि म स गजर रहा था तो उस पयास िगरी और वह पास हरी बहन वािरी नदरी की तरफ गया उसन पानरी वपया और पानरी परीन क बाद वापस िौरन िगा तो उसन दखा नदरी क वकनार एक गरीदि बठा थाए जो शायद चि-वफर सकन क कावबि नही था यह दखकर उस बिा अचरज हआ वक यह चि नही सकता तो वफर यह जरीववत कस हए तभरी अचानक उस एक शर की जोरदार दहाि सनाई दरी वह वयलति एक ऊच पि पर चढ़ गया और इतजार करन िगा तभरी वहा शर आया वजसन एक ताजा वशकार मह म दबोचा हआ था शर शायद अपना पर भर चका थाए इसरीविए उसन उस वशकार को उस गरीदि क सामन डाि वदया और चिा गया

वह वयलति य सब धयान स दख रहा था उसन सोचा वक परमातमा की िरीिा अपरमपार हए वह सबक विए वयवसथा करता ह तभरी उसक मन म ववचार आया वक जब भगवान इस िाचार गरीदि की मदद कर सकत हए तो मररी भरी करग भगवान म गहररी आसथा थरीए इसरीविए वह वही नदरी क वकनार एक ऊचरी चटान पर

बठ गया और भगवान की भलति करन िगा एक वदन बरीताए वफर दो वदन बरीतए िवकन कोई नही आया उसकी हाित अब कमजोर होन िगरीए वफर भरी उसन यह हठ ठान विया वक भगवान मररी मदद अवशय करग समय बरीता और वह वयलति मर गया मरन क बाद सरीध भगवान क पास पहचा और भगवान स कहन िगाए भगवानए मन अपनरी आखो स दखा था जब आपन एक िाचार गरीदि की सहायता की थरी मन आपकी जरीवन भर सवा की िवकन आपन मररी मदद नही की तब भगवान मसकराए और कहन िगए तमह कया िगता ह जब तम जगि म स जा रह थ तब अपनरी मजवी स नदरी पार गए थ और य सब कछ दखा था नहीए तझ पयास भरी मन िगाई थरी और तझ नदरी पर भरी मन हरी भजा थाए िवकन अफसोस इस बात का वक मन तझ शर बनन क विए जगि म भजा थाए िवकन त गरीदि बनकर आ गया गरीदि तो कमजोर था वह घायि था और तम घायि नही थ वफर भरी मफत म पान क विए बठ गए अर तमन शर की तरह वकसरी की मदद करन की तो नही सोचरी

वशकषा परोपकाररी ईशवर का वपरय होता हईशवर उसरी का साथ दत ह वबना कमल वकए

कछ नहरी वमिता

05 - 11 माचल 201830 सा वहतय

कहानी

कहानी

ईशवर क

ा साथ अदल कलाम

कजवताकजवता

या जलख

सककि की मगजरीन छप रहरी हवमि गया मझ समाचारसोचा मन विख डािआवरटकि दो-चार

कववता विख कहानरी विखया वफर कोई िखइसरी सोच म वदयावसर घरनो पर रक

पछा मममरी ववषय बताओ या वफर कोई परसग

वजस पढ़ मज स सबऔर न हो कोई तग

सोचा बहतए पर विखन कीकोई चरीज न जब वमिरीइसरी सोच म बठ-बठसबह शाम म बदिरीइनही ववचार म खोकरएक तकका मार डािा

रर-फकर शबदो मइस कववता को विख डािा

दवनया स चि गए दवनया स चि गए

पर वदि स नही जाएग किामऐस भारत रतन को हर भारतरीय का ह सिामआदशल की वमसाि थ वमसाइि मन किाम थसकारातमक सोच िकररखत सोच ववशाि थअपन अववषकारो काकभरी नही गमान वकया

छोरा बिा अमरीर और गररीबसबका बिा सममान वकयासादा जरीवन और मसकानबनतरी थरी उनकी पहचान

भारत माता क सचच सवकअपन कामो स बन महान

पररकपनाओ को साकार वकयाअपन दश स पयार वकया

अवतम कषण तक कमल वकयाआिसय ना कभरी सवरीकार वकया

एक आदमरी की शादरी हई थरी वह अपनरी पतनरी को िकर गाव स आ रहा था एक बिरी सरी नदरी को

नाव स पार कर रहा था अचानक तफान आ गया उसकी पतनरी डरन िगरी पर उसक पवत क चहर पर कोई भरी वशकन नही थरी उसकी पतनरी बोिरी कया तमह डर नही िग रहा यह हमाररी वजदगरी का आखररी कषण हो सकता ह पवत न अपन मयान स तिवार वनकािरी और पतनरी क गि पर रख दरी उसक पवत न बोिा-कया अब तमह डर िग रहा ह उसकी पतनरी बोिरी-नही कयोवक तम मझ बहत पयार करत हो तम

इस तिवार स मरा कछ नही करोग उसक पवत न तिवार मयान म वावपस रख िरी और बोिा मरा ईशवर मर साथ हए मझ कछ नही होगा यह तफान भरी वो िाया ह अगर मर गए तो भरी अचछाए बच गए तो भरी अचछा एक दम स हरी तफान रि जाता ह और व दोनो सरवकषत अपन घर पहच जात ह

इस कहानरी स हम यह वशकषा वमितरी ह वक हम परमवपता परमातमा पर हमशा भरोसा रखना चावहए कयोवक एक वो हरी हए जो हमारा जरीवन बदि सकता ह

परम जपता परमामा

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 31: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

बाए स दाए1 एक तरीथिकर (4) 4 शराब का वयवसाय (4) 7 सदा साथ िगा रहन वािा (5)8 सोन चादरी का वयापाररी (3) 9 रईसो जसा (4) 11 वाचा बोिरी (2) 13 इकटा करना (3) 14 कान का सवकषपत कणल (2)17 बत का पौधा सरकडा (4) 19 िबरी पछवािा बदर (3) 20 डाववलन का एक वसदधात (5) 22 एक तािवादय (4) 23 तरीर रखन का पात (4)

ऊपर स नीर 1 बसाना (4) 2 कररीिा पौधा ककरस (4) 3 जमरीन (2) 4 माननरीय (5) 5 बिपपन (3) 6 खािरी होना (3) 10 अयोधया (3) 11 पढ़ना (3) 12 पतथर पाषाण (3) 13 ववपवतत का समय (5) 15 मदाररी मसविम सत (4) 16 वभखाररी (4) 17नाचन वािा (3) 18कावय रचना पदय (3) 21 हवा (2)

इदरधनष05 - 11 माचल 2018 31

रशमा नही लाठीआखो क डॉकरर न जाच करन क बाद मररीज स कहा अब दखना ह वक आपकी नजर वकतनरी कमजोर ह सामन दवखए और सबस ऊपर की िाइन पवढ़एमररीज- कौन-सरी िाइनडॉकरर- वह जो चारट पर हमररीज- कौन-सा चारटडॉकरर- वो जो दरीवार पर िगा हमररीज- कौन -सरी दरीवारडॉकरर- आपको चशम की नही िाठरी की जररत ह

घर की सफाईघर बहद गदा पिा हआ था

सास झाड िगान िगरी बर स दखा नही गया तो वह

बोिा lsquoमा तम रहन दो झाड म िगा दता

हrsquoमा न मौका सहरी जानकर ऊचरी

आवाज म बह को सनात हए जवाब वदया lsquoअर रहन द बर म िगा तो रहरी हrsquoबह न विपलसरक िगात हए तपाक स कहा lsquoअर आप दोनो झगिो मत काम बार िो ना एक वदन बरा झाड िगा दगा और एक वदन मा िगा दगरीrsquo

वगष पहली - 12

डोक -12सआओ हस

सडोक-11 का हल

सडोक का हल इस मल आईडी पर िि- ssbweeklygmailcom या 9868807712 पर वहॉटसएप कर

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा

सडोक क हल क जल ए सलि सवचछ िारत का अगला अक दख

रग िरोवग

ष पहली-

11 का

हल

काटटन ः धरीर

िीवन मतरहमशा उनक करीब मत रजहए

िो आपको खश रखत हकिी उनक करीब िी िाइएिो आपक जबना खश नही रह

सकत ह

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

अवनरी न गजरात क जामनगर एयरबस स उिान भरकर अपना वमशन परा वकया अकि ििाकक ववमान उिान वािरी वह भारत की पहिरी मवहिा बन गई ह यह पणलरप स फाइरर पायिर बनन की वदशा म पहिा कदम ह एयर कमोडोर परशात दरीवकषत न कहा यह भारतरीय वायसना और पर दश क विए एक ववशष उपिलबध ह दवनया क चवनदा दशो जस वरिरन अमररका इजरायि और पावकसतान म हरी मवहिाए फाइरर पायिर बन सकी ह

अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर

Page 32: एक दैवीय शक्ति · 04 आवरण कथा 05 - 11 मार्ष 2018 अप्ने माता-वपता के साथ ध्या्न का

आरएनआई नबर-DELHIN201671597 सयति पविस कवमशनर (िाइसवसग) वदलरी न-एफ 2 (एस- 45) परस 2016 वषल 2 अक - 12

डाक पिीयन नबर-DL(W)1022412017-1932 05 - 11 माचल 2018नयजमकर

अवनी रतववदी

सवचछता क जलए अनन- याग

जनिवीक हौसल की उडान

भारत की वजमनासर अरणा रडरी इवतहास रच वदया ह वह वजमनालसरक ववशव कप म एकि पदक जरीतन वािरी पहिरी

भारतरीय वखिािरी बन गई ह मिबनल म हए ववशव कप म रडरी न कासय पदक अपन नाम वकया मवहिाओ की वॉर म 22 वषवीय अरणा 13 649 अक क साथ तरीसर पायदान पर रही अरणा करार म पवल बिक बर और टरनर भरी रह चकी ह 2005 म अरणा न अपना पहिा राषटरीय पदक जरीता था 2014 कॉमनवथ गमस म वॉर इवर क वाविवफकशन राउड म 14व सथान पर रही थरी वही एवशयन गमस म वह नौव सथान पर रहरी अरणा न धरीर धरीर अपन परदशलन म सधार वकया और 2017 एवशयन चवपयनवशप म वॉर म छठ सथान पर रही

अपनरी कामयाबरी पर अरणा काफी खश ह उसन कहा वक यह उनक जरीवन का बहद खास िमहा ह और इसस उनक हौसि बिद हए ह उसन भावक होत हए कहा वक खसकर व अपन वपता को धनयवाद दना चाहतरी ह उसन कोच नदरी का भरी शवकरया अदा वकया उसन कहा lsquoमन उजबवकसतान म जो टरवनग की उसका बहत फायदा हआ बाहर जाकर टरवनग िन म इसम भारतरीय खि परावधकरण न भरी मररी बिरी मदद कीrsquo

कोच नदरी अरणा की कामयाबरी को अहम बतात हए कहत ह lsquoबरा तमह हावदलक बधाई हो तमन एक नई परपरा कायम की ह तम आग जाकर और भरी वडट कप कॉमनवथ खि और एवशयन गमस म मडि जरीतोrsquo

13 साल की महनकली न अपन घर म शौरालय बनवान की जिद क

रलत खाना-पीना छोड जदया

अवनी रतववदी अकल लडाक जवमान उडान वाली पहली

फलाइग ऑजफसर

भारतरीय वाय सना की फिाइग ऑवफसर अवनरी चतवतदरी न अकि वमग-21 बाइसन ििाकक ववमान उिाकर इवतहास रच वदया ह

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अकि ििाकक ववमान उिान स पहि अवनरी क परवशकषक न वमग-21 की जाच की और उिान क दौरान अनभवरी पायिर और परवशकषक एयर टरवफक कटरोि और रन-व पर वनगरानरी क विए मौजद रह इसस पहि मवहिा फाइरर पायिर बनन क विए 2016 म

पहिरी बार तरीन मवहिा पायिरो अवनरी चतवतदरी मोहना वसह और भावना को वाय सना म कवमशन वदया गया था गौतरिब ह वक कदर सरकार न साि 2015 म मवहिाओ को फाइरर पायिर म शावमि करन का फसिा वकया था

अवनरी मि रप स मधयपरदश क ररीवा की रहन वािरी ह उसक वपता एगजरीकयवरव इजरीवनयर ह उसक भाई और चाचा सवहत पररवार क कई सदसय आमवी क जररए दशसवा म जर ह अवनरी न कपना चाविा को अपनरी पररणा मानत हए अपन जरीवन को आग बढ़ाया ह इवडयन एयरफोसल म शावमि होन क बाद अवनरी न अपन बचपन क वदनो को याद करत हए कहा था lsquoहर कोई बचपन म आसमा की तरफ दखता ह और चाहता ह वक पकषरी वक तरह उि

अब एयरफोसल म उनह वमविटररी िाइफ क साथ उिन का मौका भरी वमि रहा हrsquo

सव चछता कस जरीवन की

शपथ की तरह ह इसकी नई वमसाि कनालरक म बलाररी की आठवी ककषा की एक छाता न पश की ह उसन अपन घर म शौचािय बनवान की वजद क चित खाना-परीना छोि तक वदया नतरीजा गाम पचायत और सरकाररी अवधकाररयो न दो वदन बाद हरी उसक घर क सामन शौचािय बनवा वदया मामिा बलाररी वजि क तिर गाव का

ह वजसक बाद यह छाता पर गाव की आदशल बन चकी ह

13 साि की एच महनकिरी न गाम पचायत क जागरकता अवभयान म शौचािय क महतव क बार म सना था तबस उसन अपन घर म शौचािय वनमालण करान की ठान िरी छाता गाव म हरी एक सरकाररी सककि म पढ़तरी ह उसक पररवार को 2015-16 म शौचािय दन की बात कहरी गई थरी िवकन बनाया नही गया फरवररी क पहि हफत म जागरकता कायलकरम म वहससा िन क बाद महनकिरी अपन घर गई और शौचािय का वनमालण होन तक खाना-परीना छोिन की बात कहरी उसक मा-वपता क काफी समझान पर भरी वह नही मानरी और दो वदन तक अन का एक दाना भरी नही खाया

मामिा गाम पचायत कायालिय और सथानरीय अवधकाररयो तक पहचा इसक सदसयो न ििकी को बिाकर अनशन तोिन को कहा िवकन उसन मना कर वदया छाता को मनान म असमथल होन क बाद अथॉररररी स खद उसक घर क बाहर शौचािय का वनमालण शर कराया ििकी क वपता एच मलश न बताया lsquoशौचािय वनमालण फरवररी क दसर हफत म परा हो गया हमार पास ढग का घर तक नही ह जब मररी बररी न खाना-परीना छोि वदया तो मझ शमल महसस हो रहरी थरीrsquo उनहोन बताया वक अब िोग मररी बररी क दढ़ वनचिय की बात करत ह तो मझ गवल महसस होता ह रातोरात वह गाव क विए आदशल बन गई ह

पचायत अधयकष राजगोपाि रडरी न कहा जब मन महनकिरी की माग क बार म सना तो मन सकररररी को बिाया और मामि पर ववचार वकया हमन वबना दररी वकए शौचािय वनमालण शर कराया

अनाम हीरोअरणा रडी

करतब स ररा इजतहास

अरणा जिमनाकसटक जवशव कप म एकल पदक िीतन

वाली पहली िारतीय जखलाडी बन गई ह

एर महनकली

अतरराषटीय मजहला जदवस जवशर